premchand (15)

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Page 1: Premchand (15)

प्रे�मचं�द

Page 2: Premchand (15)

क्रम

त्रि�या�चरि� : 3मिमला�प : 20मना�वना : 27अं�धे� : 38सि�र्फ� एक आव�ज : 44

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Page 3: Premchand (15)

त्रि�या-चंरि��

ठ लागनादा�� ज� क� ज�वना क बत्रिगया� र्फलाही�ना थी�। क%ई ऐ�� म�नाव�या, आध्या�त्मि*मक या� सिचत्रिक*��*मक प्रया*ना ना थी� ज% उन्ही.ना� ना त्रिकया� ही%। या. शा�दा0 म1 एक प*ना�व्रत क�

क�याला थी� मग जरुत औ आग्रही �� त्रिववशा ही%क एक-दा% नाही7 प8च शा�दिदाया8 क:, याही8 तक त्रिक उम्र क� च�ला�� ��ला ग<जए गए औ अं=धे�� घ म1 उज�ला� ना हुआ। ब�च�� बहुत �ज�दा� हीत�। याही धेना-��पत्तिA, याही ठ�ट-ब�ट, याही वCभव औ याही ऐश्वया� क्या� ही.ग�। म�� ब�दा इनाक� क्या� ही%ग�, कHना इनाक% भ%ग�ग�। याही ख्या�ला बहुत अंर्फ�%�ना�क थी�। आखिK याही �ला�ही हुई त्रिक त्रिक�� लाड़क� क% ग%दा ला�ना� च�त्रिहीए। मग याही म�ला� प�रिव�रिक झगड़. क� क�ण क� ��ला. तक स्थत्रिगत ही�। जब ��ठ ज� ना� दा�K� त्रिक ब�त्रिवया. म1 अंब तक बदास्तQ कशामकशा ही% ही� हीC त% उन्ही.ना� नाCत्रितक ��ही� �� क�म सिलाया� औ ही%नाही� अंना�थी लाड़क� क% ग%दा ला� सिलाया�। उ�क� ना�म K� गया� मगनादा��। उ�क उम्र प8च-छ: ��ला �� ज्या�दा� ना थी�। बला� क� जही�ना औ तम�जदा�। मग औत1 �ब क< छ क �कत� हीT, दू�� क� बच्चे� क% अंपना� नाही7 �मझ �कत7। याही8 त% प8च औत. क� ��झ� थी�। अंग एक उ�� प्या� कत� त% ब�क च� औत. क� र्फज्र थी� त्रिक उ��� नार्फत क1। ही8, ��ठ ज� उ�क� ��थी त्रिबलाक< ला अंपना� लाड़क� क �� म<हीब्बत कत� थी�। पढ़ा�ना� क% म�स्ट क्K1, �व�� क� सिलाए घ%ड़�। ई�� ख्या�ला क� आदाम� थी�। �ग-�ग क� ��म�ना भ� म<हीCया� थी�। ग�ना� ��Kना� क� लाड़क� ना� शाHक त्रिकया� त% उ�क� भ� इ�तज�म ही% गया�। गज जब मगनादा�� जव�ना� प पहु=च� त% ई��ना� दिदालाच�स्पि\या. म1 उ�� कम�ला ही�सि�ला थी�। उ�क� ग�ना� �<नाक उस्त�दा ला%ग क�ना. प ही�थी Kत�। शाही�व� ऐ�� त्रिक दाHड़त� हुए घ%ड़� प �व� ही% ज�त�। डी�ला-डीHला, शाक्ला �Qत म1 उ�क�-�� अंलाब�ला� जव�ना दिदाल्ला� म1 कम ही%ग�। शा�दा0 क� म�ला� प�शा हुआ। ना�गप< क� क%ड़पत्रित ��ठ मक्Kनाला�ला बहुत लाही�या� हुए थी�। उनाक लाड़क �� शा�दा0 ही% गई। धेQमधे�म क� जिजक्र त्रिकया� ज�ए त% त्रिकस्�� त्रिवया%ग क �त �� भ� लाम्ब� ही% ज�ए। मक्Kनाला�ला क� उ�� शा�दा0 म1 दा0व�ला� त्रिनाकला गया�। इ� वक्त मगनादा�� �� ज्या�दा� ईर्ष्याया�� क� या%ग्या आदाम� औ कHना ही%ग�? उ�क जिजन्दाग� क बही� उम�ग. प भ� औ म<�दा. क� र्फQ ला अंपना� शाबनाम� त�जग� म1 खिKला-खिKलाक हुस्ना औ त�जग� क� �म�= दिदाK� ही� थी�। मग तकदा0 क दा�व� क< छ औ ही� ��म�ना क ही� थी�। वही �C-�प�ट� क� इ�दा� �� ज�प�ना गया� हुआ थी� त्रिक दिदाल्ला� �� Kब आई त्रिक ईश्व ना� त<म्ही1 एक भ�ई दिदाया� हीC। म<झ� इतना� K<शा� हीC त्रिक ज्या�दा� अं�d तक जिजन्दा� ना ही �कQ= । त<म बहुत जल्दा लाHट आओं।

��

मगनादा�� क� ही�थी �� त� क� क�गज छQ ट गया� औ � म1 ऐ�� चक्क आया� त्रिक जC�� त्रिक�� ऊँ= च�ई �� त्रिग पड़� हीC।

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गनादा�� क� त्रिकत�ब� ज्ञा�ना बहुत कम थी�। मग स्वभ�व क �ज्जनात� �� वही K�ला� ही�थी ना थी�। ही�थी. क उदा�त� ना�, ज% �मiजिj क� वदा�ना हीC, हृदाया क% भ� उदा� बना�

दिदाया� थी�। उ�� घटना�ओं क इ� क�या�पलाट �� दुK त% जरु हुआ, आखिK इन्��ना ही� थी�, मग उ�ना� धे�ज �� क�म सिलाया� औ एक आशा� औ भया क मिमला�-ज<ला� ही�लात म1 दा�शा क% व�ना� हुआ।

म�त क� वक्त थी�। जब अंपना� दाव�ज� प पहु=च� त% ना�च-ग�ना� क महीत्रिर्फला �ज�

दा�K�। उ�क� कदाम आग� ना बढ़ा� लाHट पड़� औ एक दुक�ना क� चबQत� प बCठक �%चना� लाग� त्रिक अंब क्या� कना� च�त्रिहीऐ। इतना� त% उ�� याक ना थी� त्रिक ��ठ ज� उ�क ��थी भ� भलामना�� औ म<हीब्बत �� प�शा आया1ग� बस्पिल्क शा�यादा अंब औ भ� कi प� कना� लाग1। ��ठ�त्रिनाया8 भ� अंब उ�क� ��थी गC. क�-�� वत��व ना क1ग�। म<मत्रिकना हीC मझला� बहू ज% इ� बच्चे� क K<शाना��ब म8 थी7, उ��� दू-दू ही1 मग ब�क च�. ��ठ�त्रिनाया. क तर्फ �� ��व�-�*क� म1 क%ई शाक नाही7 थी�। उनाक डी�ही �� वही र्फ�यादा� उठ� �कत� थी�। त�हीम उ�क� स्व�त्तिभम�ना ना� गव�� ना त्रिकया� त्रिक जिज� घ म1 म�सिलाक क हीCसि�यात �� हीत� थी� उ�� घ म1 अंब एक आत्तिnत क हीCसि�यात �� जिजन्दाग� ब� क�। उ�ना� र्फC �ला� क सिलाया� त्रिक �ब याही8 हीना� ना म<ना�सि�ब हीC, ना म�लाहीत। मग ज�ऊँ= कहीo? ना क%ई ऐ�� र्फना ��K�, ना क%ई ऐ�� इल्म ही�सि�ला त्रिकया� जिज��� %ज� कम�ना� क �Qत पCदा� ही%त�। ई��ना� दिदालाचस्पि\या8 उ�� वक्त तक कद्र क त्रिनाग�ही �� दा�K� ज�त� हीT जब तक त्रिक व� ई�. क� आभQषण ही1। ज�त्रिवक� बना क व� �म्म�ना क� पदा �� त्रिग ज�त� हीC। अंपना� %ज� ही�सि�ला कना� त% उ�क� सिलाए क%ई ऐ�� म<स्पिrकला क�म ना थी�। त्रिक�� ��ठ-��हूक� क� याही8 म<ना�म बना �कत� थी�, त्रिक�� क�K�ना� क तर्फ �� एज1ट ही% �कत� थी�, मग उ�क� कन्धे� प एक भ�� ज<आ क्K� हुआ थी�, उ�� क्या� क�। एक बड़� ��ठ क लाड़क जिज�ना� ला�ड़-प्या� म� परिवरिशा प�ई, उ��� याही क� ग�ला� क तकला�र्फ1 क्या.क झ�ला� ज�ऍंग7 क्या� मक्Kनाला�ला क ला�ड़ला� ब�ट0 एक ऐ�� आदाम� क� ��थी हीना� प�न्दा क�ग� जिज�� �त क %ट0 क� भ� दिठक�ना� नाही7 ! मग इ� त्रिर्फक्र म1 अंपना� ज�ना क्या. Kप�ऊँ= । मTना� अंपना� मजu �� शा�दा0 नाही7 क मT ब�ब इनाक� कत� ही�। ��ठ ज� ना� जबदा�स्त� म�� पC. म1 ब�ड़� डी�ला� हीC। अंब वही� इ�क� जिजम्म�दा� हीT। म<झ �� क%ई व�स्त� नाही7। ला�त्रिकना जब उ�ना� दुब�� ठ�डी� दिदाला �� इ� म�ला� प गH त्रिकया� त% वच�व क क%ई �Qत नाज ना आई। आखिKक� उ�ना� याही र्फC �ला� त्रिकया� त्रिक पहीला� ना�गप< चलाQ=, ज� उना मही��ना� क� तH-त�क� क% दा�KQ=, ब�ही-ही�-ब�ही उनाक� स्वभ�व क , मिमज�ज क ज8च करूँ= । उ� वक्त तया करूँ= ग� त्रिक म<झ� क्या� कक� च�त्रिहीया�। अंग ई�� क बQ उनाक� दिदाम�ग �� त्रिनाकला गई हीC औ म�� ��थी रूँK� %दिटया8 K�ना� उन्ही1 म�जQ हीC, त% इ��� अंच्छा� त्रिर्फ औ क्या�, ला�त्रिकना अंग वही अंम�� ठ�ट-ब�ट क� ही�थी. त्रिबक हुई हीT त% म�� सिलाए �स्त� ��र्फ हीC। त्रिर्फ मT हू= औ दुत्रिनाया� क� गम। ऐ�� जगही ज�ऊँ= जही8 त्रिक�� परिसिचत क �Qत �पना� म1 भ� ना दिदाK�ई दा�। ग�ब� क जिजल्लात नाही7 हीत�, अंग अंजनात्रिबया. म1 जिजन्दाग� ब�� क ज�ए। याही ज�नाना�-पहीच�नाना� व�ला. क कनाखिKया�= औ कनाबत्रितया8 हीT ज% ग�ब� क% यान्�ण� बना� दा�त� हीT। इ� तही दिदाला म1 जिजन्दाग� क� नाक्शा� बना�क मगनादा�� अंपना� मदा��ना� त्रिहीम्मत क� भ%�� प

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ना�गप< क तर्फ चला�, उ� मल्ला�ही क तही ज% त्रिकrत� औ प�ला क� बगC नादा0 क उमड़त� हुई लाही. म1 अंपना� क% डी�ला दा�।

म क� वक्त ��ठ मक्Kनाला�ला क� �<�दा बग�च� म1 �Qज क प�ला� त्रिकण1 म<झ�या� हुए र्फQ ला. �� गला� मिमलाक त्रिवदा� ही% ही� थी7। ब�ग क� ब�च म1 एक पक्क� क< ऑं थी� औ

एक मHलासि�� क� प�ड़। क<= ए क� म<=ही प अं�धे�� क ना�ला�-�� नाक�ब थी�, प�ड़ क� सि� प %शाना� क �<नाही� च�दा। इ�� प�ड़ म1 एक नाHजव�ना थीक�-म��दा� क< ऍं प आया� औ ला%ट� �� प�ना� भक प�ना� क� ब�दा जगत प बCठ गया�। म�सिलाना ना� पQछ�- कही8 ज�ओग�? मगनादा�� ना� जव�ब दिदाया� त्रिक ज�ना� त% थी� बहुत दू, मग याही7 �त ही% गई। याही8 कही7 ठहीना� क� दिठक�ना� मिमला ज�एग�?

शा�

म�सिलाक- चला� ज�ओ ��ठ ज� क धेम�शा�ला� म1, बड़� आ�म क जगही हीC।मगनादा��-धेम�शा�ला� म1 त% म<झ� ठहीना� क� कभ� ��या%ग नाही7 हुआ। क%ई हीज� ना ही% त%

याही7 पड़� हू=। याही�= क%ई �त क% हीत� हीC?म�सिलाक- भ�ई, मT याही8 ठहीना� क% ना कहू=ग�। याही ब�ई ज� क बCठक हीC। झ%K� म1

बCठक �� त्रिकया� कत� हीT। कही7 दा�K-भ�ला ला1 त% म�� सि� म1 एक ब�ला भ� ना ही�।मगनादा��- ब�ई ज� कHना? म�सिलाक- याही� ��ठ ज� क ब�ट0। इजिन्दा� ब�ई।मगनादा��- याही गज� उन्ही7 क� सिलाए बना� ही� ही% क्या�?म�सिलाना- ही8, औ ��ठ ज� क� याही8 हीC ही� कHना? र्फQ ला. क� गहीना� बहुत प�न्दा कत� हीT।म�नादा��- शाHक ना औत म�लाQम ही%त� हीT?म�सिलाक- भ�ई, याही� त% बड़� आदामिमया. क ब�त1 हीC। वही शाHक ना क1 त% हीम��-त<म्ही��

त्रिनाब�ही कC �� ही%। औ धेना हीC त्रिक� सिलाए। अंक� ला� ज�ना प दा� ला{त्रिडीया8 हीT। �<ना� कत� थी� त्रिक भगव�ना आदाम� क� हीला भQत ज%तत� हीC वही ऑंK. दा�K�। आप-ही�-आप प�K� चलाना� लाग�। आप-ही�-आप ��� घ म1 दिदाना क�-�� उज�ला� ही% ज�ए। त<म झQठ �मझत� ही%ग�, मग मT ऑंK. दा�K� ब�त कहीत� हू=।

उ� गव� क च�तना� क� ��थी ज% त्रिक�� ना�दा�ना आदाम� क� ��मना� अंपना� ज�नाक�� क� बया�ना कना� म1 ही%त� हीC, बQढ़ा0 म�सिलाना अंपना� �व�ज्ञात� क� प्रदाशा�ना कना� लाग�। मगनादा�� ना� उक��या�- ही%ग� भ�ई, बड़� आदाम� क ब�त1 त्रिना�ला� ही%त� हीT। लाक्ष्म� क� ब� म1 �ब क< छ हीC। मग अंक� ला� ज�ना प दा� ला{त्रिडीया8? �मझ म1 नाही7 आत�।

म�सिलाना ना� ब<ढ़ा�प� क� सिचड़सिचड़�पना �� जव�ब दिदाया�- त<म्ही�� �मझ म%ट0 ही% त% क%ई क्या� क� ! क%ई प�ना लाग�त� हीC, क%ई प�K� झलात� हीC, क%ई कपड़� पहीना�त� हीC, दा% हीज� रुपया� म1 त% ��जग�ड़� आया� थी�, च�ही% त% म<=ही दा�K ला%, उ� प हीव� K�ना� ज�त� हीT। एक ब�ग�सिलाना ग�ना�-बज�ना� सि�K�त� हीC, म�म पढ़ा�ना� आत� हीC, शा�स्�� ज� ��स्कi त पढ़ा�त� हीT, क�गदा प ऐ�� मQत बना�त� हीT त्रिक अंब ब%ला� औ अंब ब%ला�। दिदाला क �ना� हीT, ब�च�� क� भ�ग र्फQ ट गए। दिदाल्ला� क� ��ठ लागनादा�� क� ग%दा सिलाया� हुए लाड़क� �� ब्या�ही हुआ थी�। मग �म ज� क ला�ला� �A ब� क� म<दाd क% लाड़क� दिदाया�, कHना पत्रितया�या�ग�। जब �� याही �<ना�वना� आई हीC, तब ��

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बहुत उदा�� हीत� हीC। एक दिदाना %त� थी7। म�� ��मना� क ब�त हीC। ब�प ना� दा�K सिलाया�। �मझ�ना� लाग�। लाड़क क% बहुत च�हीत� हीT। �<नात� हू= दा�म�दा क% याही7 ब<ला�क क्K1ग�। ना��याना क�, म�� �ना� दूधे. नाही�या पत. र्फला�। म�ला� म गया� थी�, उन्ही.ना� आड़ ना ला� ही%त� त% घ भ क� ट<कड़� म8गत�।

मगनादा�� ना� एक ठण्डी� �8� ला�। ब�हीत हीC, अंब याही8 �� अंपना� इज्जत-आबरूँ सिलाया� हुए चला दा%। याही8 म�� त्रिनाब�ही ना ही%ग�। इजिन्दा� ई�ज�दा0 हीC। त<म इ� क�त्रिबला नाही7 ही% त्रिक उ�क� शाHही बना �क%। म�सिलाना �� ब%ला�-त� धेम�शा�ला� म1 ज�त� हू=। ज�ना� वही8 K�ट-व�ट मिमला ज�त� हीC त्रिक नाही7, मग �त ही� त% क�टना� हीC त्रिक�� तही कट ही� ज�एग� ई�. क� सिलाए मKमला� गद्दे� च�त्रिहीए, हीम मजदू. क� सिलाए प<आला ही� बहुत हीC।

याही कहीक उ�ना� ला<दिटया� उठ�ई, डीण्डी� �म्ही�ला� औ दादा�भ� दिदाला �� एक तर्फ चला दिदाया�।

उ� वक्त इजिन्दा� अंपना� झ%K� प बCठ� हुई इना दा%ना. क ब�त1 �<ना ही� थी�। कC �� ��या%ग हीC त्रिक स्�� क% स्वग� क �ब सि�जिjया8 प्र�प्त हीT औ उ�क� पत्रित आव. क तही म��-म�� त्रिर्फ ही� हीC। उ�� �त क�टना� क� दिठक�ना� नाही7।

गनादा�� त्रिना�शा त्रिवच�. म1 डीQब� हुआ शाही �� ब�ही त्रिनाकला आया� औ एक ��या म1 ठही� ज% सि�र्फ� इ�सिलाए मशाहू थी�, त्रिक वही8 शा�ब क एक दुक�ना थी�। याही8 आ�-

प�� �� मजदू ला%ग आ-आक अंपना� दुK क% भ<ला�या� कत� थी�। ज% भQला�-भटक� म<��त्रिर्फ याही8 ठहीत�, उन्ही1 ही%सिशाया�� औ चHक�� क� व्या�वही�रिक प�ठ मिमला ज�त� थी�। मगनादा�� थीक�-म8दा� ही�, एक प�ड़ क� ना�च� च�दा त्रिबछ�क �% ही� औ जब �<बही क% ना7दा K<ला� त% उ�� त्रिक�� प�-औसिलाया� क� ज्ञा�ना क �ज�व दा0क्षा� क� चम*क� दिदाK�ई पड़� जिज�क पहीला� म�जिजला वC�ग्या हीC। उ�क छ%ट0-�� प%टला�, जिज�म1 दा%-एक कपड़� औ थी%ड़�-�� �स्त� क� K�ना� औ ला<दिटया�-डी% ब�धे� हुई थी�, ग�याब ही% गई। उना कपड़. क% छ%ड़क ज% उ�क� बदा प थी� अंब उ�क� प�� क< छ भ� ना थी� औ भQK, ज% क� ग�ला� म1 औ भ� त�ज ही% ज�त� हीC, उ�� ब�चCना क ही� थी�। मग दृढ़ा स्वभ�व क� आदाम� थी�, उ�ना� त्रिकस्मत क� %ना� %या� त्रिक�� तही ग<ज कना� क तदाब�1 �%चना� लाग�। सिलाKना� औ गत्तिणत म1 उ�� अंच्छा� अंभ्या�� थी� मग इ� हीCसि�यात म1 उ��� र्फ�यादा� उठ�ना� अं�म्भव थी�। उ�ना� ��ग�त क� बहुत अंभ्या�� त्रिकया� थी�। त्रिक�� सि�क ई� क� दाब� म1 उ�क क़द्र ही% �कत� थी�। मग उ�क� प<रुष%सिचत अंत्तिभम�ना ना� इ� प�शा� क% अंख्यिख्यात� कना� इज�जत ना दा0। ही8, वही आला� दाजd क� घ<ड़�व� थी� औ याही र्फना मज� म1 पQ� शा�ना क� ��थी उ�क %ज� क� ��धेना बना �कत� थी� याही पक्क� इ�दा� कक� उ�ना� त्रिहीम्मत �� कदाम आग� बढ़ा�या�। ऊँप �� दा�Kना� प याही ब�त याक ना क� क�त्रिबला नाही� म�लाQम ही%त� मग वही अंपना� ब%झ हीलाक� ही% ज�ना� �� इ� वक्त बहुत उदा�� नाही7 थी�। मदा��ना� त्रिहीम्मत क� आदाम� ऐ�� म<�7बत. क% उ�� त्रिनाग�ही �� दा�Kत� हीC,जिज�म� एक ही%सिशाया� त्रिवद्या�थीu प�क्षा� क� प्रश्नों. क% दा�Kत� हीC उ�� अंपना� त्रिहीम्मत आजम�ना� क�, एक म<स्पिrकला �� जQझना� क� मHक� मिमला ज�त� हीC उ�क त्रिहीम्मत अंजना�ना� ही� मजबQत ही% ज�त� हीC। अंक� ऐ�� म�कd मदा��ना� हीH�ला� क� सिलाए प्र�ण� क� क�म दा�त� हीT। मगनादा�� इ�

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ज%श़ �� कदाम बढ़ा�त� चला� ज�त� थी� त्रिक जC�� क�याम�ब� क म�जिजला ��मना� नाज आ ही� हीC। मग शा�यादा वही�= क� घ%ड़% ना� शा�त औ त्रिबगड़Cलापना �� तHब� क ला� थी� या� व� स्व�भ�त्रिवक रुप बहुत मज� म� धे�म�- धे�म� चलाना� व�ला� थी�। वही जिज� ग��व म1 ज�त� त्रिना�शा� क% उक��ना� व�ला� जव�ब प�त� आखिKक� शा�म क� वक्त जब �Qज अंपना� आखिK� म�जिजला प ज� पहु=च� थी�, उ�क कदिठना म�जिजला तम�म हुई। ना�गघ�ट क� ठ�क< अंटलासि�ही� ना� उ�क सिचन्त� म% �म�प्त त्रिकया�। याही एक बड़� ग�=व थी�। पक्क� मक�ना बहुत थी�। मग उनाम1 प्र�त�*म�ऍं आब�दा थी7। कई ��ला पहीला� प्ला�ग ना� आब�दा0 क� बड़� त्रिहीस्�� क� इ� क्षाणभ�ग< ���� �� उठ�क स्वग� म1 पहुच दिदाया� थी�। इ� वक्त प्ला�ग क� बच�-K<च� व� ला%ग ग��व क� नाHजव�ना औ शाHक ना जम7दा� ��हीब औ हील्क� क� क�ग<ज� ओ %ब�ला� थी�ना�दा� ��हीब थी�। उनाक मिमला�-ज<ला� क%सिशाशा. �� ग8व म� �तया<ग क� �ज थी�। धेना दाHलात क% ला%ग ज�ना क� अंज�ब �मझत� थी� ।उ�� ग<ना�ही क तही छ< प�त� थी�। घ-घ म1 रुपया� हीत� हुए ला%ग कज� ला�-ला�क K�त� औ र्फट�ही�ला. हीत� थी�। इ�� म1 त्रिनाब�ही थी� । क�जला क क%ठ� थी�, �र्फ� दा कपड़� पहीनाना� उना प धेब्ब� लाग�ना� थी�। हुकQ मत औ जब��दास्त� क� ब�ज� गम� थी�। अंही�. क% याही�= आ=जना क� सिलाए भ� दूधे ना थी�। थी�ना� म1 दूधे क नादा0 बहीत� थी�। मव�शा�K�ना� क� म<हीर्रि� दूधे क क< ख्यिल्लाया�= कत� थी�। इ�� अं�धे�नाग� क% मगनादा�� ना� अंपना� घ बना�या�। ठ�क< ��हीब ना� अं��धे�ण उदा�त� �� क�म ला�क उ�� हीना� क� सिलाए एक म�कना भ� दा� दिदाया�। ज% क� वला बहुत व्या�पक अंथी� म1 मक�ना कही� ज� �कत� थी�। इ�� झ.पड़� म1 वही एक हीफ्त� �� जिजन्दाग� क� दिदाना क�ट ही� हीC। उ�क� च�ही� जदा� हीC। औ कपड़� मCला� ही% ही� हीC। मग ऐ�� म�लाQम ही%त� हीC त्रिक उ� अंब इना ब�त. क अंना<भQत्रित ही� नाही� ही�। जिजन्दा� हीC मग जिजन्दाग� रुK�त ही% गई हीC। त्रिहीम्मत औ हीH�ला� म<स्पिrकला क% आ��ना क �कत� हीC ऑंधे� औ त<र्फ�ना �� बच� �कत� हीT मग च�ही� क% खिKला� �कना� उनाक� ��मर्थ्यया� �� ब�ही हीC टQट0 हुई ना�व प बCठक� मल्ही� ग�ना� त्रिहीम्मत क�म नाही� त्रिहीम�कत क� क�म हीC।

एक %ज जब शा�म क� वक्त वही अं�धे� म� K�ट प पड़� हुआ थी�। एक औत उ�क� दाव�ज� प आक भ�K म��गना� लाग�। मगनादा�� क� आव�ज त्रिपसिचत ज�ना पडी�। बही� आक दा�K� त% वही� चम्पा� म�सिलाना थी�। कपड़� त�–त�, म<��बत क %त� हुई त�ब�। ब%ला�-म�सिलाना ? त<म्ही�� याही क्या� ही�लात हीC। म<झ� पहीच�नात� ही%।?

म�सिलाना ना� च{कक दा�K� औ पहीच�ना गई। %क ब%ला� –ब�ट�, अंब बत�ओ म�� कही�= दिठक�ना� लाग�? त <ुमना� म�� बना� बना�या� घ उज�ड़ दिदाया� ना उ�� दिदाना त <ुम�� ब�त कत� ना� म<झ� प याही त्रिबपत पड़त�। ब�ई ना� त<म्ही1 बCठ� दा�K सिलाया�, ब�त� �ु भु� �<ना� �<बही ही%त� ही� म<झ� ब<ला�या� औ ब� पड़� ना�क कटव� लाQ=ग�, म<�ही म1 क�सिलाK लागव� दू=ग�, च<ड़Cला, क< टना�, तQ म�� ब�त त्रिक�� गC आदाम� �� क्या. चला�या�? तQ दू�. �� म�� चच�� क�? वही क्या� त�� दा�म�दा थी�, ज% तQ उ��� म�� दुKड़� %त� थी�? ज% क <ुछ म<�ही म� आया� बकत� ही� म<झ�� भ� ना �ही� गया�। �ना� रुठ1 ग� अंपना� �<ही�ग ला1ग�! ब%ला�-ब�ई ज�, म<झ�� क�Q हुआ, ला�जिजए अंब ज�त� हू= छ�कत� ना�क कटत� हीC त% म�� त्रिनाब�ही याही�= ना ही%ग�। ईश्व ना� म<�ही दिदाया� हीT त% आही� भ� दा�ग� च� घ �� म�=गQ=ग� त% म�� प�ट क% ही% ज�ऐग�।। उ� छ%क� ना� म<झ� Kड़� Kड़�

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त्रिनाकलाव� दिदाया�। बत�ओ मCना� त<म�� उ�क कHना �� सिशाक�यात क थी�? उ�क क्या� चच�� क थी�? मC त% उ�क� बK�ना क ही� थी�। मग बड़� आदामिमया. क� ग<स्�� भ� बड़� ही%त� हीC। अंब बत�ओ मC त्रिक�क ही%क हू=? आठ दिदाना इ�� दिदाना तही ट<कड़� म�=गत� ही% गया� हीC। एक भत�ज� उन्ही7 क� याही�= ला{त्रिडीया. म1 नाHक थी�, उ�� दिदाना उ�� भ� त्रिनाक�ला दिदाया�। त<म्ही�� बदाHलात, ज% कभ� ना त्रिकया� थी�, वही कना� पड़� त<म्ही1 कही% क� दा%ष लाग�ऊँ� त्रिकस्मत म1 ज% क< छ सिलाK� थी�, दा�Kना� पड़�।मगनादा�� �न्ना�ट� म1 ज% क< छ सिलाK� थी�। आही मिमज�ज क� याही ही�ला हीC, याही घमण्डी, याही शा�ना! म�सिलाना क� इ*म�नाना दिदाला�या� उ�क� प�� अंग दाHलात ही%त� त% उ�� म�ला�म�ला क दा�त� ��ठ मक्Kनाला�ला क ब�ट0 क% भ� म�लाQम ही% ज�त� त्रिक %ज� क कQ� ज� उ�� क� ही�थी म1 नाही7 हीC। ब%ला�-त<म त्रिर्फक्र ना क%, म�� घ म� आ�म �� ही% अंक� ला� म�� ज� भ� नाही7 लागत�। �च कही% त% म<झ� त<म्ही�� तही एक औत क तला�शा� थी�, अंच्छा� हुआ त<म आ गया7।

म�सिलाना ना� आ�चला र्फC ला�क अं��म दिदाया�– ब�ट� त<म ज<ग-ज<ग जिजया. बड़� उम्र ही% याही8 क%ई घ मिमला� त% म<झ� दिदालाव� दा%। मT याही� हू=ग� त% म�� भत�ज� कही�= ज�एग�। वही ब�च�� शाही म1 त्रिक�क� आ�� ही�ग�। मगनाला�ला क� KQना म1 ज%शा आया�। उ�क� स्व�त्तिभम�ना क% च%ट लाग�। उना प याही आर्फत म�� ला�या� हुई हीC। उनाक इ� आव��गदा� क% जिजम्म�दा� मT हू=। ब%ला�–क%ई हीज� ना ही% त% उ�� भ� याही7 ला� आओ। मT दिदाना क% याही�= बहुत कम हीत� हू=। �त क% ब�ही च�प�ई डी�लाक पड़ ही� करु= ग�। म�� वहीज �� त<म ला%ग. क% क%ई तकला�र्फ ना ही%ग�। याही�= दू�� मक�ना मिमलाना� म<स्पिrकला हीC याही� झ%पड़� बड़� म<स्पिrकला% �� मिमला� हीC। याही अं�धे�नाग� हीC जब त<म्ही� �<भ�त� कही7 लाग ज�या त% चला� ज�ना�। मगनादा�� क% क्या� म�लाQम थी� त्रिक हीजत� इrक उ�क जब�ना प बCठ� हुए उ��� याही ब�त कहीला� ही� हीC। क्या� याही ठ�क हीC त्रिक इrक पहीला� म�शाQक क� दिदाला म1 पCदा� ही%त� हीC?

गप< इ� ग�व �� ब�� म�ला क दू� प थी�। चम्म� उ�� दिदाना चला� गई औ त��� दिदाना म्भ� क� ��थी लाHट आई। याही उ�क भत�ज� क� ना�म थी�। उ�क आना� ��

झ.पडी1 म1 ज�ना �� पड़ गई। मगनादा�� क� दिदाम�ग म1 म�सिलाना क लाड़क क ज% तस्व� थी� उ�क� म्भ� �� क%ई म�ला ना थी� वही �{दाया� ना�म क च�ज क� अंना<भव� जHही� थी� मग ऐ�� �Qत जिज�प जव�ना� क ऐ�� मस्त� औ दिदाला क� चCना छ0ना ला�ना�व�ला� ऐ�� आकष�ण ही% उ�ना� पहीला� कभ� नाही7 दा�K� थी�। उ�क जव�ना� क� च8दा अंपना� �<नाही� औ गम्भ� शा�ना क� ��थी चमक ही� थी�। �<बही क� वक्त थी� मगनादा�� दाव�ज� प पड़� ठण्डी�–ठण्डी� हीव� क� मज� उठ� ही� थी�। म्भ� सि� प घड़� क्K� प�ना� भना� क% त्रिनाकला� मगनादा�� ना� उ�� दा�K� औ एक लाम्ब� ��=� K7चक उठ बCठ�। च�ही�-म%ही� बहुत ही� म%हीम। त�ज� र्फQ ला क तही खिKला� हुआ च�ही� आ�K. म1 गम्भ� �लात� मगनादा�� क% उ�ना� भ� दा�K�। च�ही� प ला�ज क ला�ला� दाHड़ गई। प्र�म ना� पहीला� व� त्रिकया�।

ना�

मगनादा�� �%चना� लाग�-क्या� तकदा0 याही�= क%ई औ ग<ला खिKला�ना� व�ला� हीC! क्या� दिदाला म<झ� याही�� भ� चCना ना ला�ना� दा�ग�। म्भ�, तQ याही�= ना�हीक आया�, ना�हीक एक ग�ब क� KQना त��

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� प ही%ग�। मT त% अंब त�� ही�थी. त्रिबक च<क�, मग क्या� तQ भ� म�� ही% �कत� हीC? ला�त्रिकना नाही7, इतना� जल्दाब�ज� ठ�क नाही7 दिदाला क� �Hदा� �%च-�मझक कना� च�त्रिहीए। त<मक% अंभ� जब्त कना� ही%ग�। म्भ� �<न्दा� हीC मग झQठ� म%त� क आब औ त�ब उ�� �च्चे� नाही7 बना� �कत�। त<म्ही1 क्या� Kब त्रिक उ� भ%ला� लाड़क क� क�ना प्र�म क� शाब्दा �� परिसिचत नाही7 ही% च<क� हीC? कHना कही �कत� हीC त्रिक उ�क� �Hन्दाया� क व�दिटक� प त्रिक�� र्फQ ला च<नाना�व�ला� क� ही�थी नाही� पड़ च<क� हीC? अंग क< छ दिदाना. क दिदालाबस्तग� क� सिलाए क< छ च�त्रिहीए त% त <ुम आज�दा ही% मग याही ना�ज<क म�मला� हीC, ज� �म्हीला क� कदाम Kना�। प�शा�व ज�त. म� दिदाK�ई पड़ना�व�ला� �Hन्दाया� अंक� नाCत्रितक बन्धेना. �� म<क्त ही%त� हीC।

त�ना मही�ना� ग<ज गया�। मगनादा�� म्भ� क% ज्या. ज्या. ब��क �� ब��क त्रिनाग�ही. �� दा�Kत� *या.–*या. उ� प प्र�म क� �ग ग�ढा� ही%त� ज�त� थी�। वही %ज उ�� क<= ए �� प�ना� त्रिनाक�लात� दा�Kत� वही %ज घ म1 झ�डी< दा�त�, %ज K�ना� पक�त� आही मगनादा�� क% उना ज्व� क %दिटया�� म1 मज� आत� थी�, वही अंच्छा� �� अंच्छा� व्या�जना% म1, भ� ना आया� थी�। उ�� अंपना� क%ठ� हीम�शा� ��र्फ �<धे� मिमलात� ना ज�ना� कHना उ�क� त्रिबस्त त्रिबछ� दा�त�। क्या� याही म्भ� क कi प� थी�? उ�क त्रिनाग�ही1 शामuला� थी� उ�ना� उ�� कभ� अंपना� तर्फ चच�ला आ�K% � त�कत� नाही� दा�K�। आव�ज कC �� म�ठ� उ�क ही��� क आव�ज कभ� उ�क� क�ना म1 नाही� आई। अंग मगनादा�� उ�क� प्र�म म1 मतव�ला� ही% ही� थी� त% क%ई त�ज्ज<ब क ब�त नाही� थी�। उ�क भQK� त्रिनाग�ही1 ब�चCना� औ ला�ला�� म1 डी<ब� हुई हीम�शा� म्भ� क% ढा<ढा�� कत7। वही जब त्रिक�� ग�=व क% ज�त� त% म�ला. तक उ�क जिजद्दे0 औ ब�त�ब ऑंK� म<ड़–मQड़क झ.पड़� क� दाव�ज� क तर्फ आत�। उ�क ख्या�त्रित आ� प�� र्फC ला गई थी� मग उ�क� स्वभ�व क म<��वत औ उदा�हृयात� �� अंक� ला%ग अंना<सिचत ला�भ उठ�त� थी� इन्��र्फप�न्दा ला%ग त% स्व�गत �*क� �� क�म त्रिनाक�ला ला�त� औ ज% ला%ग ज्या�दा� �मझदा� थी� व� लाग�त� तक�ज. क� इन्तज� कत� चQ�त्रिक मगनादा�� इ� र्फना क% त्रिबलाक< ला नाही7 ज�नात� थी�। ब�वजQदा दिदाना �त क दाHड़ धेQप क� ग�ब� �� उ�क� गला� ना छ< टत�। जब वही म्भ� क% चक्क प��त� हुए दा�Kत� त% ग�हू= क� ��थी उ�क� दिदाला भ� त्रिप� ज�त� थी� ।वही क< ऍं �� प�ना� त्रिनाक�लात� त% उ�क� कला�ज� त्रिनाकला आत� । जब वही पड़%� क औत क� कपड़� ��त� त% कपड़% क� ��थी मगनादा�� क� दिदाला सिछदा ज�त�। मग क< छ ब� थी� ना क�बQ।मगनादा�� क हृदायाभ�दा0 दृमि� क% इ�म1 त% क%ई ��दा�ही नाही7 थी� त्रिक उ�क� प्र�म क� आकष�ण त्रिबलाक< ला ब�अं� नाही� हीC वना�� म्भ� क उना वर्फ� �� भ� हुई K�त्रितदारिया. क त<क कC �� त्रिबठ�त� वर्फ� ही� वही ज�दू हीC रुप क� गव� क� सि� ना�च� क �कत� हीC। मग। प्र�मिमक� क� दिदाला म1 बCठना� क� म�द्दे� उ�म1 बहुत कम थी�। क%ई दू�� मनाचला� प्र�म� अंब तक अंपना� वशा�कण म1 क�म�या�ब ही% च<क� ही%त� ला�त्रिकना मगनादा�� ना� दिदाला आशात्रिक क� प�या� थी� औ जब�ना म�शाQक क ।

एक %ज शा�म क� वक्त चम्पा� त्रिक�� क�म �� ब�ज� गई हुई थी� औ मगनादा�� हीम�शा� क तही च�प�ई प पड़� �पना� दा�K ही� थी�। म्भ� अंदाभQत छट� क� ��थी आक उ�क� �मना� Kडी� ही% गई। उ�क� भ%ला� च�ही� कमला क तही खिKला� हुआ थी�। औ आK. �� �ही�ना<भQत्रित क� भ�व झलाक ही� थी�। मगनादा�� ना� उ�क तर्फ पहीला� आश्चया� औ त्रिर्फ प्र�म

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क त्रिनाग�ही. �� दा�K� औ दिदाला प ज% डी�लाक ब%ला�-आओं म्भ�, त<म्ही1 दा�Kना� क% बहुत दिदाना �� आ=K1 त� ही� थी7।

म्भ� ना� भ%ला�पना �� कही�-मT याही�� ना आत� त% त<म म<झ�� कभ� ना ब%ला�त�। मगनादा�� क� हीH�ला� बढा�, ब%ला�-त्रिबना� मजu प�या� त% क< A� भ� नाही� आत�।

म्भ� म<स्क�ई, कला� खिKला गई–मC त% आप ही� चला� आई। मगनादा�� क� कला�ज� उछला पड़�। उ�ना� त्रिहीम्मत कक� म्भ� क� ही�थी पकड़ सिलाया� औ भ�व�व�शा �� क�पत� हुई आव�ज म� ब%ला�–नाही7 म्भ� ऐ�� नाही� हीC। याही म�� मही�ना. क तपस्या� क� र्फला हीC।

मगनादा�� ना� ब�त�ब ही%क उ�� गला� �� लाग� सिलाया�। जब वही चलाना� लाग� त% अंपना� प्र�म� क ओ प्र�म भ� दृमि� �� दा�Kक ब%ला�–अंब याही प्र�त हीमक% त्रिनाभ�ना� ही%ग�।

पH र्फटना� क� वक्त जब �Qया� दा�वत� क� आगमना क तCया�रिया8 ही% ही� थी� मगनादा�� क आ=K� K<ला� म्भ� आट� प�� ही� थी�। उ� शा��त्तिAपQण� �न्ना�ट� म1 चक्क क घ<म–घ<म बहुत �<ही�ना� म�लाQम ही%त� थी� औ उ��� �Q मिमला�क आपना� प्या�� ढा�ग �� ग�त� थी�।

झ<लात्रिनाया�= म%� प�ना� म1 त्रिग� मT ज�नाQ� त्रिपया� मHक% मनाCहीT

उलाट0 मना�वना म%क% पड़� झ<लात्रिनाया�= म%� प�ना� म� त्रिग� ��ला भ ग<ज गया�। मगनादा�� क म<हीब्बत औ म्भ� क� �ला�क� ना मिमलाक उ�

व��ना झ.पड़� क% क<� ज ब�ग बना� दिदाया�। अंब वही�� ग�या1 थी�। र्फQ ला. क क्या�रिया�= थी7 औ कई दा�ही�त� ढा�ग क� म%ढ़ा� थी�। �<K–�<त्रिवधे� क अंना�क च�ज� दिदाK�ई पड़त� थी�।

एक %ज �<बही क� वक्त मगनादा�� कही� ज�ना� क� सिलाए तCया� ही% ही� थी� त्रिक एक �म्भ्रां��त व्यासिक्त अं�ग्र�ज� प%शा�क पहीना� उ�� ढाQढा�त� हुआ आ पहु�च� औ उ�� दा�Kत� ही� दाHड़क गला� �� सिलापट गया�। मगनादा�� औ वही दा%ना% एक ��थी पढ़ा� कत� थी�। वही अंब वक ला ही% गया�। थी�। मगनादा�� ना� भ� अंब पहीच�ना� औ क< छ झ1पत� औ क< छ जिझझकत� उ��� गला� सिलापट गया�। बड़� दा� तक दा%ना. दा%स्त ब�त1 कत� ही�। ब�त1 क्या� थी7 घटना�ओं औ ��या%ग% क एक लाम्ब� कही�ना� थी�। कई मही�ना� हुए ��ठ लागना क� छ%ट� बच्चे� च�चक क नाज ही% गया�। ��ठ ज� ना� दुK क म�� आ*मही*या� क ला� औ अंब मगनादा�� ��� ज�यादा�दा, क%ठ� इला�क� औ मक�ना. क� एकछ� स्व�म� थी�। ��ठ�त्रिनाया. म1 आप�� झगड़� ही% ही� थी�। कम�च�रिया. ना गबना क% अंपना� ढा�ग बना� क्K� थी�। बडी� ��ठ�ना� उ�� ब<ला�ना� क� सिलाए K<दा आना� क% तCया� थी�, मग वक ला ��हीब ना� उन्ही� %क� थी�। जब मदानादा�� ना म<स्क��क प<छ�–त<म्ही. क्या.क म�लाQम हुआ त्रिक मC। याही�= हू= त% वक ला ��हीब ना� र्फम�या�-मही�ना� भ �� त<म्ही�� ट%ही म1 हू=। ��ठ मक्ख्नाला�ला ना� अंत�-पत� बतला�या�। तQम दिदाल्ला� पहु=च1 औ मTना� अंपना� मही�ना� भ क� त्रिबला प�शा त्रिकया�।

म्भ� अंधे� ही% ही� थी�। त्रिक याही कHना हीC औ इनाम� क्या� ब�त� ही% ही� हीC? दा� बजत�-बजत� वक ला ��हीब मगनादा�� �� एक हीफ्त� क� अंन्दा आना� क� व�दा� ला�क त्रिवदा� हुए उ�� वक्त म्भ� आ पहु=च� औ पQछना� लाग�-याही कHना थी�। इनाक� त<म�� क्या� क�म थी�?

मगनादा�� ना� जव�ब दिदाया�- याम�ज क� दूत।

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म्भ�–क्या� अं�ग<ना बकत� ही%!मगना-नाही7 नाही7 म्भ�, याही अं�ग<ना नाही� हीC, याही �चम<च म�� मHत क� दूत थी�। म��

K<सिशाया. क� ब�ग क% {दाना� व�ला� म�� ही�-भ� K�त� क% उज�ड़ना� व�ला� म्भ� मCना� त<म्ही�� ��थी दाग� क हीC, मTना� त<म्ही� अंपना� र्फ�ब क ज�ला म1 र्फ�=�या� हीC, म<झ� म�र्फ क%। म<हीब्बत ना� म<झ�� याही �ब कव�या� मT मगनासि�ही� ठ�कQ नाही7 हू=। मT ��ठ लागनादा�� क� ब�ट� औ ��ठ मक्Kनाला�ला क� दा�म�दा हू=।

मगनादा�� क% डी थी� त्रिक म्भ� याही �<नात� ही� चHक पड़�ग� ओ शा�यादा उ�� ज�सिलाम, दाग�ब�ज कहीना� लाग�। मग उ�क� ख्या�ला गलात त्रिनाकला�! म्भ� ना� आ�K% म1 ऑं�Q भक सि�र्फ� इतना� कही�-त% क्या� त<म म<झ� छ%ड़क चला� ज�ओग�?

मगनादा�� ना� उ�� गला� लाग�क कही�-ही8।म्भ�–क्या.?मगना–इ�सिलाए त्रिक इजिन्दा� बहुत ही%सिशाया� �<न्दा औ धेना� हीC।म्भ�–मT त<म्ही1 ना छ%डीQ =ग�। कभ� इजिन्दा� क ला{डी� थी�, अंब उनाक �Hत बनाQ=ग�। त<म

जिजतना� म�� म<हीब्बत क%ग�। उतना� इजिन्दा� क त% ना क%ग�, क्या.? मगनादा�� इ� भ%ला�पना प मतव�ला� ही% गया�। म<स्क�क ब%ला�-अंब इजिन्दा� त<म्ही��

ला{डी� बना�ग�, मग �<नात� हू= वही बहुत �<न्दा हीC। कही7 मC उ�क �Qत प ला<भ� ना ज�ऊँ= । मदा� क� ही�ला त<म नाही� ज�नात� म<झ� अंपना� ही� �� डी लागत� हीC।

म्भ� ना� त्रिवश्व��भ� आ�K% �� दा�Kक कही�-क्या� त<म भ� ऐ�� क%ग�? उ=ही ज% ज� म1 आया� कना�, मC त<म्ही1 ना छ%डीQ =ग�। इजिन्दा� �ना� बना�, मC ला{डी� हू=ग�, क्या� इतना� प भ� म<झ� छ%ड़ दा%ग1?

मगनादा�� क ऑंK� डीबडीब� गया7, ब%ला�–प्या��, मCना� र्फC �ला� क सिलाया� हीC त्रिक दिदाल्ला� ना ज�ऊँ= ग� याही त% मC कहीना� ही� ना प�या� त्रिक ��ठ ज� क� स्वग�व�� ही% गया�। बच्चे� उना�� पहीला� ही� चला ब�� थी�। अंर्फ�%� ��ठ ज� क� आखिK� दाशा�ना भ� ना क �क�। अंपना� ब�प भ� इतना� म<हीब्ब्त नाही� क �कत�। उन्ही%ना� म<झ� अंपना� व�रि� बना�या� हीT। वक ला ��हीब कहीत� थी�। त्रिक ��ठ�रिया. म� अंनाबना हीC। नाHक च�क लाQट म�-मच� ही� हीT। वही8 क� याही ही�ला हीC औ म�� दिदाला वही8 ज�ना� प �ज� नाही7 ही%त� दिदाला त% याही�= हीC वही8 कHना ज�ए।

म्भ� ज� दा� तक �%चत� ही�, त्रिर्फ ब%ला�-त% मC त<म्ही1 छ%ड़ दू=ग7 इतना� दिदाना त<म्ही�� ��थी ही�। जिजन्दाग� क� �<K ला<ट� अंब जब तक जिजऊँ= ग� इ� �QK क� ध्या�ना कत� हू=ग�। मग त<म म<झ� भQला त% ना ज�ओग�? ��ला म1 एक ब� दा�K सिलाया� कना� औ इ�� झ%पड़� म1।

मगनादा�� ना� बहुत %क� मग ऑं�Q ना रुक �क� ब%ला�–म्भ�, याही ब�त� ना� क%, कला�ज� बCठ� ज�त� हीC। मC त<म्ही� छ%ड़ नाही� �कत� इ�सिलाए नाही� त्रिक त<म्ही�� उप क%ई एही��ना हीC। त<म्ही�� K�त्रित नाही7, अंपना� K�त्रित वही शा�त्तिA वही प्र�म, वही आनान्दा ज% म<झ� याही�= मिमलात� हीC औ कही7 नाही� मिमला �कत�। K<शा� क� ��थी जिजन्दाग� ब� ही%, याही� मना<र्ष्याया क� ज�वना क� लाक्ष्या हीC। म<झ� ईश्व ना� याही K<शा� याही�= दा� क्K� हीC त% मC उ�� क्या% छ%ड़ूँ=? धेना–दाHलात क% म�� �ला�म हीC म<झ� उ�क हीव� नाही7 हीC।

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म्भ� त्रिर्फ गम्भ� स्व म1 ब%ला�-मC त<म्ही�� प�व क ब�ड़� ना बनाQ=ग�। च�ही� त<म अंभ� म<झ� ना छ%ड़% ला�त्रिकना थी%ड़� दिदाना. म1 त<म्ही�� याही म<हीब्बत ना ही�ग�।

मगनादा�� क% क%ड़� लाग�। ज%शा �� ब%ला�-त<म्ही�� सि�व� इ� दिदाला म1 अंब क%ई औ जगही नाही7 प� �कत�।

�त ज्या�दा� आ गई थी�। अं�म� क� च8दा �%ना� ज� च<क� थी�। दा%पही क� कमला क तही ��र्फ आ�मना म1 सि�त�� खिKला� हुए थी�। त्रिक�� K�त क� Kव�ला� क ब��<� क आव�ज, जिज�� दू� ना� त���, �न्ना�ट� ना �<�ला�पना औ अं=धे�� ना� आत्मि*मकत� क� आकष�ण दा� दिदाया�। थी�। क�ना% म1 आ ज� ही� थी� त्रिक जC�� क%ई पत्रिव� आ*म� नादा0 क� त्रिकना�� बCठ� हुई प�ना� क लाही. �� या� दू�� त्रिकना�� क� K�म%शा औ अंपना� तर्फ K�चना�व�ला� प�ड़% �� अंपना� जिजन्दाग� क गम क कही�ना� �<ना� ही� हीC।

मगनादा�� �% गया� मग म्भ� क आ�K. म1 ना�दा ना आई।

बही हुई त% मगनादा�� उठ� औ म्भ� प<क�ना� लाग�। मग म्भ� �त ही� क% अंपना� च�च� क� ��थी वही�� �� कही� चला� गया� मगनादा�� क% उ�� मक�ना क�

दा% दा0व� प एक ही�त-�� छ�या� हुई म�लाQम हुई त्रिक जC�� घ क ज�ना त्रिनाकला गई ही%। वही घब�क उ� क%ठ� म1 गया� जही�� म्भ� %ज चक्क प��त� थी�, मग अंर्फ�%� आज चक्क एकदाम त्रिनाश्चला थी�। त्रिर्फ वही क<= ए क तही दाHड़� गया� ला�त्रिकना ऐ�� म�लाQम हुआ त्रिक क<= ए ना� उ�� त्रिनागला ज�ना� क� सिलाए अंपना� म<=ही K%ला दिदाया� हीC। तब वही बच्चे% क तही च�K उठ� %त� हुआ त्रिर्फ उ�� झ%पड़� म1 आया�। जही8 कला �त तक प्र�म क� व�� थी�। मग आही, उ� वक्त वही शा%क क� घ बना� हुआ थी�। जब ज� ऑ�Q थीम� त% उ�ना� घ म1 च�. तर्फ त्रिनाग�ही दाHड़�ई। म्भ� क ��ड़� अंगना� प पड़� हुई थी�। एक त्रिपट�� म1 वही क� गना क्K� हुआ थी�। ज% मगनादा�� ना� उ�� दिदाया� थी�। बत�ना �ब क्K� हुए थी�, ��र्फ औ �<धे�। मगनादा�� �%चना� लाग�-म्भ� तQना� �त क% कही� थी�-मC त<म्ही� छ%ड़ दुग7। क्या� तQना� वही ब�त दिदाला �� कही� थी�।? मCना� त% �मझ� थी�, तQ दिदाल्लाग� क ही� हीT। नाही7 त% म<झ� कला�ज� म1 सिछप� ला�त�। मT त% त�� सिलाए �ब क< छ छ%ड़� बCठ� थी�। त�� प्र�म म�� सिलाए �क क< छ थी�, आही, मC या. ब�चCना हू�, क्या� तQ ब�चCना नाही� हीC? ही�या तQ % ही� हीC। म<झ� याक ना हीC त्रिक तQ अंब भ� लाHट आएग�। त्रिर्फ �ज�व कल्पना�ओं क� एक जमघट उ�क ��मना� आया�- वही ना�ज<क अंदा�ए= वही मतव�ला� ऑंK1 वही भ%ला� भ�ला� ब�त1, वही अंपना� क% भQला� हुई-�� म�हीब�त्रिनाया8 वही ज�वना दा�या�। म<स्क�ना वही आसिशाक. जC�� दिदालाज%इया�= वही प्र�म क� ना�शा, वही हीम�शा� खिKला� हीना� व�ला� च�ही�, वही लाचक-लाचकक क< ए= �� प�ना� ला�ना�, वही इन्त�ज� क �Qत वही मस्त� �� भ� हुई ब�चCना�-याही �ब तस्व�1 उ�क त्रिनाग�ही. क� ��मना� हीमतना�क ब�त�ब� क� ��थी त्रिर्फना� लाग�। मगनादा�� ना� एक ठण्डी� ��� ला� औ आ�<ओं औ दादा� क उमड़त� हुई नादा0 क% मदा��ना� जब्त �� %कक उठ Kड़� हुआ। ना�गप< ज�ना� क� पक्क� र्फC �ला� ही% गया�। तत्रिकया� क� ना�च �� �न्दूक क क<= ज� उठ�या� त% क�गज क� एक ट<कड़� त्रिनाकला आया� याही म्भ� क त्रिवदा� क सिचट्टी0 थी�-

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प्या��,मC बहुत % ही� हू= म�� पC नाही7 उठत� मग म�� ज�ना� जरूँ� हीC। त<म्ही� ज�ग�ऊँ= ग�। त%

त<म ज�ना� ना दा%ग�। आही कC �� ज�ऊँ� अंपना� प्या�� पत्रित क% कC �� छ%डीQ =! त्रिकस्मत म<झ�� याही आनान्दा क� घ छ< ड़व� ही� हीC। म<झ� ब�वर्फ� ना कहीना�, मC त<म�� त्रिर्फ कभ� मिमलाQ=ग�। मC ज�नात� हू=। त्रिक त<मना� म�� सिलाए याही �ब क< छ *या�ग दिदाया� हीC। मग त<म्ही�� सिलाए जिजन्दाग� म1। बहुत क< छ उम्म�दा� हीT मT अंपना� म<हीब्बत क धे<ना म1 त<म्ही1 उना उम्म�दा% �� क्या. दू क्KQ=! अंब त<म�� ज<दा� ही%त� हू =ु। म�� �<धे मत भQलाना�। मC �ु त<म्ही1 हीम�शा� या�दा KQग7। याही आनान्दा क �ु सिलाए कभ� ना भQला� �ुग�। क्या� तQम म<झ� भQला �क%ग1?

त<म्ही�� प्या��म्भ�

गनादा�� क% दिदाल्ला� आए हुए त�ना मही�ना� ग<ज च<क� हीT। इ� ब�च उ�� �ब�� बड़� ज% त्रिनाज� अंना<भव हुआ वही याही थी� त्रिक %ज� क त्रिर्फक्र औ धेन्धे. क बहुत�यात ��

उमड़त� हुई भ�वना�ओं क� ज% कम त्रिकया�। ज� �कत� हीC। ड़�ढा ��ला पहीला� क� बत्रिर्फक्र नाHजव�ना अंब एक �मझदा� औ �Qझ-बQझ Kना� व�ला� आदाम� बना गया� थी�। ��ग घ�ट क� उ� क< छ दिदाना. क� हीना� �� उ�� रिआया� क इना तकला�र्फ% क� त्रिनाज� ज्ञा�ना ही% गया�, थी� ज% क�रिन्दा. औ म<ख्त�% क �ख्यिख्तया. क बदाHलात उन्ही� उठ�ना� पड़त� हीC। उ�ना� उ�� रिया��त क� इन्तज�म म1 बहुत मदादा दा0 औ ग% कम�च�� दाब� जब�ना �� उ�क सिशाक�यात कत� थी�। औ अंपना� त्रिकस्मत% औ जम�ना� क उलाट र्फ� क% क%�ना� थी� मग रिआया� K<शा� थी�। ही8, जब वही �ब धे�धे. �� र्फ< �त प�त� त% एक भ%ला� भ�ला� �Qतव�ला� लाड़क उ�क� Kया�ला क� पहीलाQ म1 आ बCठत� औ थी%ड़� दा� क� सिलाए ��ग घ�ट क� वही ही� भ� झ%पड़� औ उ�क मस्पिस्तया� ऑK1 क� ��मना� आ ज�त7। ��� ब�त� एक �<ही�ना� �पना� क तही या�दा आ आक उ�क� दिदाला क% म�%�ना� लागत� ला�त्रिकना कभ� कभ� KQदा बK<दा-उ�क� ख्या�ला इजिन्दा� क तर्फ भ� ज� पहू=चत� ग% उ�क� दिदाला म� म्भ� क वही� जगही थी� मग त्रिक�� तही उ�म� इजिन्दा� क� सिलाए भ� एक क%ना� त्रिनाकला आया� थी�। जिजना ही�ला�त% औ आर्फत% ना� उ�� इजिन्दा� �� ब�ज� क दिदाया� थी� वही अंब रुK�त ही% गया� थी7। अंब उ�� इजिन्दा� �� क< छ हीमदादा� ही% गया� । अंग उ�क� मिमज�ज म1 घमण्डी हीC, हुकQ मत हीC तकल्लाQर्फ हीC शा�ना हीC त% याही उ�क� क�Q नाही7 याही ई�ज�दा% क आम कमज%रिया�� हीC याही� उनाक सिशाक्षा� हीC। व� त्रिबलाक< ला ब�ब� औ मजबQ हीC। इना बदात� हुए औ ��त<सिलात भ�व% क� ��थी जही�� वही ब�चCना� क� ��थी म्भ� क या�दा क% त�ज� त्रिकया� कत� थी� वही� इजिन्दा� क� स्व�गत कना� औ उ�� अंपना� दिदाला म1 जगही दा�ना� क� सिलाए तCया� थी�। वही दिदाना दू नाही7 थी� जब उ�� उ� आजम�इशा क� ��मना� कना� पड़�ग�। उ�क� कई आ*म�या अंम��ना� शा�ना-शाHकत क� ��थी इजिन्दा� क% त्रिवदा� क�ना� क� सिलाए ना�गप< गए हुए थी�। मगनादा�� क बत्रितयात आज तही तही क� भ�व% क� क�ण, जिजनाम1 प्रत�क्षा� औ मिमलाना क उ*क� ठ� त्रिवशा�ष थी�, उच�ट �� ही% ही� थी�। जब क%ई नाHक आत� त% वही �म्हीला

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बCठत� त्रिक शा�यादा इजिन्दा� आ पहु=च� आखिK शा�म क� वक्त जब दिदाना औ �त गला� मिमला� ही� थी�, जना�नाK�ना� म1 ज% शा�� क� ग�ना� क आव�ज. ना� बहू क� पहुचना� क �Qचना� दा0।

�<ही�ग क �<ही�ना� �त थी�। दा� बज गया� थी�। K<ला� हुए हीव�दा� �हीना म1 च8दाना� सिछटक हुई थी�, वही च8दाना� जिज�म1 नाशा� हीC। आजQ हीC। औ खिंK�च�व हीC। गमला. म1 खिKला� हुए ग<ला�ब औ चम्म� क� र्फQ ला च8दा क �<नाही� %शाना� म1 ज्या�दा� गम्भ� ओ K�म%शा नाज आत� थी�। मगनादा�� इजिन्दा� �� मिमलाना� क� सिलाए चला�। उ�क� दिदाला �� ला�ला��ऍं जरु थी� मग एक प�ड़� भ� थी�। दाशा�ना क उ*कण्ठ� थी� मग प्या�� �� K%ला�। म<हीब्बत नाही� प्र�ण. क% खिKच�व थी� ज% उ�� K�च� सिलाए ज�त�थी�। उ�क� दिदाला म1 बCठ� हुई म्भ� शा�यादा ब�-ब� ब�ही त्रिनाकलाना� क क%सिशाशा क ही� थी�। इ��सिलाए दिदाला म1 धेड़कना ही% ही� थी�। वही �%ना� क� कम� क� दाव�ज� प पहुच� �शाम� पदा�� पड़� हुआ थी�। उ�ना� पदा�� उठ� दिदाया� अंन्दा एक औत �र्फ� दा ��ड़� पहीना� Kड़� थी�। ही�थी म1 चन्दा KQब�Qत चQत्रिड़या. क� सि�व� उ�क� बदाना प एक ज�व भ� ना थी�। ज्या%ही� पदा�� उठ� औ मगनादा�� ना� अंन्दा� हीम क्K� वही म<स्क��त� हुई उ�क तर्फ बढा0 मगनादा�� ना� उ�� दा�K� औ चत्रिकत ही%क ब%ला�। “म्भ�!“ औ दा%ना% प्र�म�व�शा �� सिलापट गया�। दिदाला म1 बCठ� हुई म्भ� ब�ही त्रिनाकला आई थी�।��ला भ ग<जना� क� व�दा एक दिदाना इजिन्दा� ना� अंपना� पत्रित �� कही�। क्या� म्भ� क% त्रिबलाक< ला भQला गया�? कC �� ब�वर्फ� ही%! क< छ या�दा हीC, उ�ना� चलात� वक्त त<म�� या� त्रिबनात� क थी�?

मगनादा�� ना� कही�- KQब या�दा हीC। वही आव�ज भ� क�ना. म1 गQज ही� हीC। मT म्भ� क% भ%ला� –भ�ला� लाड़क �मझत� थी�। याही नाही7 ज�नात� थी� त्रिक याही त्रि�या� चरि� क� ज�दू हीC। मC अंपना� म्भ� क� अंब भ� इजिन्दा� �� ज्या�दा� प्या� कत� हू�। त<म्ही� डी�ही त% नाही7 ही%त�?

इजिन्दा� ना� ही��क जव�ब दिदाया� डी�ही क्या. ही%। तQम्ही�� म्भ� हीC त% क्या� म�� गनासि�ही� नाही7 हीC। मT अंब भ� उ� प मत� हू�।

दू�� दिदाना दा%ना. दिदाल्ला� �� एक �ष्ट्री�या �म�%ही म1 शा�क ही%ना� क� बही�ना� कक� व�ना� ही% गए औ ��ग घ�ट ज� पहुच1। वही झ%पड़� वही म<हीब्बत क� मजिन्दा वही प्र�म भवना र्फQ ला औ त्रिहीया�ला� �� लाही� ही� थी� चम्पा� म�सिलाना उन्ही1 वही�= मिमला�। ग��व क� जम7दा� उना�� मिमलाना� क� सिलाए आया�। कई दिदाना तक त्रिर्फ मगनासि�ही क% घ%ड़� त्रिनाक�लाना� पडी1 । म्भ� क< ए �� प�ना� ला�त� K�ना� पक�त�। त्रिर्फ चक्क प��त� औ ग�त�। ग�=व क औत� त्रिर्फ उ��� अंपना� क< तd औ बच्चे% क ला��दा� ट%त्रिपया�� सि�ला�त� हीC। ही�, इतना� जरु कहीत� त्रिक उ�क� �ग कC �� त्रिनाK आया� हीC, ही�थी प�व� कC �� म<ला�याम याही पड़ गया� हीC त्रिक�� बड़� घ क �ना� म�लाQम ही%त� हीC। मग स्वभ�व वही� हीC, वही� म�ठ� ब%ला� हीC। वही� म<Hवत, वही� ही=�म<K च�ही�।

इ� तही एक हीर्फत� इ� �ला औ पत्रिव� ज�वना क� आनान्दा उठ�ना� क� ब�दा दा%ना% दिदाल्ला� व�प� आया� औ अंब दा� ��ला ग<जना� प भ� ��ला म1 एक ब� उ� झ%पड़� क� ना��ब ज�गत� हीT। वही म<हीब्बत क दा0व� अंभ� तक उना दा%ना% प्र�मिमया. क% अंपना� छ�या� म1 आ�म दा�ना� क� सिलाए Kड़� हीC।

-- जम�ना� , जनाव� 1913

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मिमलाप

ला� ज्ञा�नाचन्दा बCठ� हुए त्रिही��ब–त्रिकत�ब ज�=च ही� थी� त्रिक उनाक� �<प<� ब�बQ ना�नाकचन्दा आया� औ ब%ला�- दा�दा�, अंब याही�� पड़� –पड़� ज� उ�त� गया�, आपक आज्ञा� ही% त%

मH �C क% त्रिनाकला ज�ऊँ� दा% एक मही�ना� म1 लाHट आऊँ= ग�। ला�

ना�नाकचन्दा बहुत �<शा�ला औ नावया<वक थी�। �ग प�ला� आ�K% क� त्रिगदा� हीलाक� स्या�ही धेब्ब� क� धे� झ<क� हुए। ज्ञा�नाचन्दा ना� उ�क तर्फ त�K� त्रिनाग�ही �� दा�K� औ व्या�गपण� स्व म� ब%ला� –क्या% क्या� याही�� त<म्ही�� सिलाए क< छ कम दिदालाचस्पि\या8 हीC?

ज्ञा�नाचन्दा ना� ब�ट� क% ��धे� �स्त� प ला%ना� क बहुत क%सिशाशा क थी� मग �र्फला ना हुए। उनाक डी8ट-र्फटक� औ �मझ�ना�-ब<झ�ना� ब�क� हुआ। उ�क ��गत्रित अंच्छा0 ना थी�। प�ना� त्रिपला�ना� औ �ग-�ग म1 डीQब� हीत� थी�। उन्ही1 याही नाया� प्रस्त�व क्या. प�न्दा आना� लाग�, ला�त्रिकना ना�नाकचन्दा उ�क� स्वभ�व �� परिसिचत थी�। ब�धेड़क ब%ला�- अंब याही8 ज� नाही7 लागत�। कrम� क बहुत त��र्फ �<ना� हीC, अंब वही7 ज�ना� क �%चना� हू=।

ज्ञा�नाचन्दा- ब�हीत हीC, तशा�र्फ ला� ज�इए।ना�नाकचन्दा- (ही��क) रुपया� क% दिदालाव�इए। इ� वक्त प8च �H रुपया� क �ख्त

जरूँत हीC।ज्ञा�नाचन्दा- ऐ�� त्रिर्फजQला ब�त. क� मझ�� जिजक्र ना त्रिकया� क%, मT त<मक% ब�-ब�

�मझ� च<क�। ना�नाकचन्दा ना� हीठ कना� शा<रूँ त्रिकया� औ बQढ़ा� ला�ला� इनाक� कत� ही�, याही8 तक त्रिक

ना�नाकचन्दा झQ=झला�क ब%ला�- अंच्छा� क< छ मत दा0जिजए, मT या. ही� चला� ज�ऊँ= ग�। ज्ञा�नाचन्दा ना� कला�ज� मजबQत कक� कही�- ब�शाक, त<म ऐ�� ही� त्रिहीम्मतव ही%। वही8 भ�

त<म्ही�� भ�ई-बन्दा बCठ� हुए हीT ना!ना�नाकचन्दा- म<झ� त्रिक�� क पव�ही नाही7। आपक� रुपया� आपक% म<ब�क ही�। ना�नाकचन्दा क याही च�ला कभ� पट नाही7 पड़त� थी�। अंक� ला� लाड़क� थी�, बQढ़ा� ला�ला�

��हीब ढा0ला� पड़ गए। रुपया� दिदाया�, K<शा�मदा क औ उ�� दिदाना ना�नाकचन्दा कrम� क �C क� सिलाए व�ना� हुआ।

ग ना�नाकचन्दा याही8 �� अंक� ला� ना चला�। उ�क प्र�म क ब�त1 आज �र्फला ही% गया� थी7। पड़%� म1 ब�बQ �मदा�� हीत� थी�। ब�च�� ��धे�-��दा� आदाम� थी�, �<बही दाफ्त ज�त� औ

शा�म क% आत� औ इ� ब�च ना�नाकचन्दा अंपना� क%ठ� प बCठ� हुआ उनाक ब�व� लाड़क �� म<हीब्बत क� इशा�� त्रिकया� कत�। याही8 तक त्रिक अंभ�ग� लासिलात� उ�क� ज�ला म1 आ र्फ¡ ��। भ�ग ज�ना� क� म��Qब� हुए।

मआधे� �त क� वक्त थी�, लासिलात� एक ��ड़� पहीना� अंपना� च�प�ई प कवट1 बदाला

ही� थी�। ज�व. क% उत�क उ�ना� एक �न्दूकच� म1 K दिदाया� थी�। उ�क� दिदाला म1 इ� वक्त 15

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तही-तही क� Kया�ला दाHड़ ही� थी� औ कला�ज� ज%-ज% �� धेड़क ही� थी�। मग च�ही� औ क< छ ना ही%, ना�नाकचन्दा क तर्फ �� उ�� ब�वर्फ�ई क� ज� भ� ग<म�ना ना थी�। जव�ना� क �ब�� बड़� ना�मत म<हीब्बत हीC औ इ� ना�मत क% प�क लासिलात� अंपना� क% K<शाना��ब �मझ ही� थी�। �मदा�� ब��<धे �% ही� थी� त्रिक इतना� म1 क< ण्डी� Kटक । लासिलात� च{कक उठ Kड़� हुई। उ�ना� ज�व. क� �न्दूकच� उठ� सिलाया�� एक ब� इधे-उधे ही�त-भ� त्रिनाग�ही. �� दा�K� औ दाब� प8व च{क-चHकक कदाम उठ�त� दा�हीला�ज म1 आया� औ क< ण्डी� K%ला दा0। ना�नाकचन्दा ना� उ�� गला� �� लाग� सिलाया�। बग्घ� तCया� थी�, दा%ना. उ� प ज� बCठ� ।

�<बही क% ब�बQ �मदा�� उठ� , लासिलात ना दिदाK�या� दा0। घब�या�, ��� घ छ�ना म�� क< छ पत� ना चला�। ब�ही क क< ण्डी� K<ला� दा�K�। बग्घ� क� त्रिनाशा�ना नाज आया�। � प�टक बCठ गया�। मग अंपना� दिदाला क� दा 2 दा� त्रिक��� कहीत�। ही=�� औ बदाना�म� क� डी जब�ना प म%ही ही% गया�। मशाहू त्रिकया� त्रिक वही अंपना� नात्रिनाही�ला औ गया� मग ला�ला� ज्ञा�नाचन्दा �<नात� ही� भ8प गया� त्रिक कrम� क �C क� क< छ औ ही� म�ना� थी�। धे��-धे�� याही ब�त ��� म<हील्ला� म1 र्फC ला गई। याही8 तक त्रिक ब�बQ �मदा�� ना� शाम� क� म�� आ*मही*या� क ला�।

हीब्बत क �गर्मिम�या�� नात�ज� क तर्फ �� त्रिबलाक< ला ब�Kब ही%त� हीT। ना�नाकचन्दा जिज� वक्त बग्घ� म1 लासिलात क� ��थी बCठ� त% उ�� इ�क� सि�व�या औ क%ई Kया�ला ना� थी� त्रिक

एक या<वत� म�� बगला म1 बCठ� हीC, जिज�क� दिदाला क� मT म�सिलाक हू=। उ�� धे<ना म1 वही मस्त थी�� बदाना�म� क� ड़, क�नाQना क� Kटक�, ज�त्रिवक� क� ��धेना, उना �मस्या�ओं प त्रिवच� कना� क उ�� उ� वक्त र्फ< �त ना थी�। ही8, उ�ना� कrम� क� इ�दा� छ%ड़ दिदाया�। कलाकA� ज� पहु=च�। त्रिकर्फ�यातशा�� क� �बक ना पढ़ा� थी�। ज% क< छ जम�-जथी� थी�, दा% मही�ना. म1 Kच� ही% गया�। लासिलात� क� गहीना. प नाHबत आया�। ला�त्रिकना ना�नाकचन्दा म1 इतना� शा�र्फत ब�क थी�। दिदाला मजबQत कक� ब�प क% Kत सिलाK�, म<हीब्बत क% ग�सिलाया8 दा� औ त्रिवश्व�� दिदाला�या� त्रिक अंब आपक� पC चQमना� क� सिलाए ज� ब�क� हीC, क< छ Kच� भ�जिजए। ला�ला� ��हीब ना� Kत पढ़ा�, त�क ना ही% गया� त्रिक चला% जिजन्दा� हीC KCरियात �� हीC। धेQम-धे�म �� �*याना��याण क कथी� �<ना�। रुपया� व�ना� क दिदाया�, ला�त्रिकना जव�ब म1 सिलाK�-KC, ज% क< छ त<म्ही�� त्रिकस्मत म1 थी� वही हुआ। अंभ� इधे आना� क� इ�दा� मत क%। बहुत बदाना�म ही% ही� ही%। त<म्ही�� वजही �� म<झ� भ� त्रिब�दा� �� ना�त� त%ड़ना� पड़�ग�। इ� तQर्फ�ना क% उत ज�ना� दा%। त<मही1 Kच� क तकला�र्फ ना ही%ग�। मग इ� औत क ब��ही पकड़� हीC त% उ�क� त्रिनाब�ही कना�, उ�� अंपना� ब्या�हीत� स्�� �मझ%।

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ना�नाकचन्दा दिदाला प �� सिचन्त� क� ब%झ उत गया�। बना�� �� म�हीव� वज�र्फ� मिमलाना� लाग�। इधे लासिलात� क क%सिशाशा ना� भ� क< छ दिदाला क% K7च� औ ग% शा�ब क लात ना टQट0 औ हीफ्त� म1 दा% दिदाना जरूँ सिथीया�ट दा�Kना� ज�त�, त% भ� तत्रिबयात म1 ख्यिस्थत� औ क< छ ��याम आ चला� थी�। इ� तही कलाकA� म1 उ�ना� त�ना ��ला क�ट�। इ�� ब�च एक प्या�� लाड़क क� ब�प बनाना� क� �Hभ�ग्या हुआ, जिज�क� ना�म उ�ना� कमला� क्K�।

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�� ��ला ग<ज� थी� त्रिक ना�नाकचन्दा क� उ� शा�न्तिन्तमया ज�वना म1 हीलाचला पCदा� हुई। ला�ला� ज्ञा�नाचन्दा क� पच��व8 ��ला थी� ज% त्रिहीन्दा%स्त�ना� ई�. क प्र�कi त्रितक आया< हीC।

उनाक� स्वग�व�� ही% गया� औ ज्या.ही� याही Kब ना�नाकचन्दा क% मिमला� वही लासिलात� क� प�� ज�क च�K1 म�-म�क %ना� लाग�। जिजन्दाग� क� नाया�-नाया� म�ला� अंब उ�क� ��मना� आए। इ� त�ना ��ला क �=भला� हुई जिजन्दाग� ना� उ�क� दिदाला शा%हीदा�पना औ नाशा�ब�ज� क Kया�ला बहुत क< छ दू क दिदाया� थी�। उ�� अंब याही त्रिर्फक्र �व� हुई त्रिक चलाक बना�� म1 अंपना� ज�यादा�दा क� क< छ इन्तज�म कना� च�त्रिहीए, वना�� ��� क�%ब� म1 अंपना� ज�यादा�दा क� क< छ इन्तज�म कना� च�त्रिहीए, वना�� ��� क�%ब� धेQला म1 मिमला ज�एग�। ला�त्रिकना लासिलात� क% क्या� करूँ= । अंग इ�� वही8 सिलाया� चलात� हू= त% त�ना ��ला क प<�ना� घटना�ए� त�ज� ही% ज�या�ग� औ त्रिर्फ एक हीलाचला पCदा� ही%ग� ज% म<झ� हूक्क�म औ हीमज%हीलाया8 म1 जला�ला क दा�ग�। इ�क� अंला�व� उ�� अंब क�नाQना� औला�दा क जरुत भ� नाज आना� लाग� याही ही% �कत� थी� त्रिक वही लासिलात� क% अंपना� ब्या�हीत� स्�� मशाहू क दा�त� ला�त्रिकना इ� आम Kया�ला क% दू कना� अं�म्भव थी� त्रिक उ�ना� उ�� भग�या� हीT लासिलात� �� ना�नाकचन्दा क% अंब वही म<हीब्बत ना थी� जिज�म1 दादा� ही%त� हीC औ ब�चCना� ही%त� हीC। वही अंब एक ��धे�ण पत्रित थी� ज% गला� म1 पड़� हुए ढा%ला क% प�टना� ही� अंपना� धेम� �मझत� हीC, जिज�� ब�ब� क म<हीब्बत उ�� वक्त या�दा आत� हीC, जब वही ब�म� ही%त� हीC। औ इ�म� अंचज क क%ई ब�त नाही� हीC अंग जिंज�दाग7 क नाया� नाया� उम�ग. ना� उ�� उक��ना� शा<रूँ त्रिकया�। म�Qब� पCदा� ही%ना� ला�ग� जिजनाक� दाHलात औ बड़� ला%ग. क� म�ला ज%ला �� �ब�धे हीC म�नाव भ�वना�ओं क याही� ��धे�ण दाशा� हीC। ना�नाकचन्दा अंब मजबQत इ�ई क� ��थी �%चना� लाग� त्रिक याही�� �� क्या.क भ�गQ=। अंग लाज�जत ला�क ज�त� हू�। त% दा% च� दिदाना म1 ��� पदा�� र्फ�शा ही% ज�एग�। अंग ही�ला� त्रिकया� ज�त� हू= त% आज क� त��� दिदाना लासिलात� बना� म1 म�� � प �व� ही%ग� क%ई ऐ�� तक ब त्रिनाक�लाQ� त्रिक इना �म्भ�वनाओं �� म<सिक्त मिमला�। �%चत�-�%चत� उ�� आखिK एक तदाब� �<झ�। वही एक दिदाना शा�म क% दारिया� क �C क� ब�ही�ना� कक� चला� औ �त क% घ प ना अंया�। दू�� दिदाना �<बही क% एक चHक दा� लासिलात� क� प�� आया� औ उ�� थी�ना� म1 ला� गया�। लासिलात� हीC�ना थी� त्रिक क्या� म�ज� हीC। दिदाला म1 तही-तही क दुसिशाचन्त�या1 पCदा� ही% ही� थी� वही8 ज�क ज% कC त्रिर्फयात दा�K� त% दूत्रिनाया� आ�K. म1 अं�धे� ही% गई ना�नाकचन्दा क� कपड़� KQना म1 त-ब-त पड़� थी� उ�क वही� �<नाही� घड़� वही� KQब�Qत छत�, वही� �शाम� ��र्फ� �ब वही�= मHजQदा थी�। ज�ब म� उ�क� ना�म क� छप� हुए क�डी� थी�। क%ई ��दा�शा ना ही� त्रिक ना�नाकचन्दा क% त्रिक�� ना� क*ला क डी�ला� दा% त�ना हीफ्त� तक थी�ना� म1 तकक क�त1 ही%त� ही� औ, आखिK क� KQना� क� पत� चला गया� प<सिला� क� अंर्फ�� क% बड़� बड़� इना�म मिमला�।इ�क% ज��Q�� क� एक बड़� आश्चया� �मझ� गया�। KQना� ना�प्र�म क प्रत्रितद्वखिन्द्वत� क� ज%शा म1 याही क�म त्रिकया�। मग इधे त% ग�ब ब�ग<ना�ही KQना� �Qला� प चढ़ा� हुआ थी�। औ वही�= बना�� म1 ना�नाक चन्दा क शा�दा0 च�या� ज� ही� थी�।

त�

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ला� ना�नाकचन्दा क शा�दा0 एक ई� घ�ना� म1 हुई औ तब धे�� धे�� त्रिर्फ वही� प<�ना� उठना� बCठना�व�ला� आना� शा<रु हुए त्रिर्फ वही� मजसिला�� जम7 औ त्रिर्फ वही� ��ग-ओ-

म�ना� क� दाH चलाना� लाग�। �या�म क� कमज% अंही�त� इना त्रिवषया –व��ना� क� बटम�% क% ना %क �क�। ही8, अंब इ� प�ना� त्रिपला�ना� म� क< छ पदा� K� ज�त� हीC। औ ऊँप �� थी%डी� �� गम्भ�त� बना�या� K� ज�त� हीC ��ला भ इ�� बही� म1 ग<ज� नाव�ला� बहूघ म1 क< ढ़ा क< ढ़ाक म गई। तप�दिदाक ना� उ�क� क�म तम�म क दिदाया�। तब दू�� शा�दा0 हुई। मग इ� स्�� म1 ना�नाकचन्दा क �Hन्दाया� प्र�म� आ�K% क� सिलाए सिलाए क%ई आकष�ण ना थी�। इ�क� भ� वही� ही�ला हुआ। कभ� त्रिबना� %या� कH म<�ही म1 नाही� दिदाया�। त�ना ��ला म1 चला ब��। तब त��� शा�दा0 हुई। याही औत बहुत �<न्दा थी� अंचछ0 आभQषण. �� �<�ख्यिज्जत उ�ना� ना�नाकचन्दा क� दिदाला म� जगही क ला� एक बच्चे� भ� पCदा� हुआ थी� औ ना�नाकचन्दा ग�ही�ख्यि¦क आना�दा. �� परिसिचत ही%ना� लाग�। दुत्रिनाया� क� ना�त� रिशात� अंपना� तर्फ K7चना� लाग� मग प्ला�ग क� सिलाए ही� ��� म��Qब� धेQला म1 मिमला� दिदाया�। पत्रितप्र�ण� स्�� म�, त�ना ब� क� प्या�� लाड़क� ही�थी �� गया�। औ दिदाला प ऐ�� दा�ग छ%ड़ गया� जिज�क� क%ई महीम ना थी�। उच्छाni�Kलात� भ� चला� गई ऐया�शा� क� भ� K�*म� हुआ। दिदाला प �ज%गम छ�गया� औ तत्रिबयात ���� �� त्रिवक्त ही% गया�।

ला�

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वना क दुघ�टना�ओं म1 अंक� बड़� मही*व क� नाCत्रितक पहीलाQ सिछप� हुआ कत� हीC। इना �इम. ना� ना�नाकचन्दा क� दिदाला म1 म� हुए इन्��ना क% भ� जग� दिदाया�। जब वही त्रिना�शा�

क� या�तना�पQण� अंक� लापना म1 पड़� हुआ इना घटना�ओं क% या�दा कत� त% उ�क� दिदाला %ना� लागत� औ ऐ�� म�लाQम ही%त� त्रिक ईश्व ना� म<झ� म�� प�प. क �ज� दा0 हीC धे�� धे�� याही ख्या�ला उ�क� दिदाला म1 मजबQत ही% गया�। ऊँर्फ मCना� उ� म��Qम औत प कC �� जQल्म त्रिकया� कC �� ब�हीम� क ! याही उ�� क� दाण्डी हीC। याही �%चत�-�%चत� लासिलात� क म�याQ� तस्व� उ�क आK. क� ��मना� Kड़� ही% ज�त� औ प्या�� म<Kड़�व�ला� कमला� अंपना� म� हूए �Hत�ला भ�ई क� ��थी उ�क तर्फ प्या� �� दाHड़त� हुई दिदाK�ई दा�त�। इ� लाम्ब� अंवमिधे म1 ना�नाकचन्दा क% लासिलात� क या�दा त% कई ब� आया� थी� मग भ%ग त्रिवला�� प�ना� त्रिपला�ना� क उना कC त्रिर्फया�त% ना� कभ� उ� Kया�ला क% जमना� नाही7 दिदाया�। एक धे<धेला�-�� �पना� दिदाK�ई दिदाया� औ त्रिबK गया�। म�लाQम नाही�दा%ना% म गया� या� जिजन्दा� हीC। अंर्फ�%�! ऐ�� ब�क�� क ही�लात म1 छ%उ़क मTना� उनाक �<धे तक ना ला�। उ� ना�कना�म� प मिधेक्क� हीC जिज�क� सिलाए ऐ�� त्रिनादा�यात� क क मत दा�ना� पड़�। याही Kया�ला उ�क� दिदाला प इ� ब<� तही बCठ� त्रिक एक %ज वही कलाकA� क� सिलाए व�ना� ही% गया�।

ज�

�<बही क� वक्त थी�। वही कलाकA� पहु=च� औ अंपना� उ�� प<�ना� घ क% चला�। ��� शाही क< छ ही% गया� थी�। बहुत तला�शा क� ब�दा उ�� अंपना� प<�ना� घ नाज आया�। उ�क� दिदाला म1 ज% �� धेड़कना ही%ना� लाग� औ भ�वना�ओं म1 हीलाचला पCदा� ही% गया�। उ�ना� एक पड़%�� �� पQछ�-इ� मक�ना म1 कHना हीत� हीC?

बQढ़ा� ब�ग�ला� थी�, ब%ला�-ही�म याही नाही7 कही �कत�, कHना हीC कHना नाही7 हीC। इतना� बड़� म<ला<क म1 कHना त्रिक�क% ज�नात� हीC? ही8, एक लाड़क औ उ�क� बQढ़ा� म8, दा% औत हीत� हीC।

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त्रिवधेव� हीT, कपड़� क सि�ला�ई कत� हीC। जब �� उ�क� आदाम� म गया�, तब �� याही� क�म कक� अंपना� प�ट प�लात� हीC।

इतना� म1 दाव�ज� K<ला� औ एक त�ही-चHदाही ��ला क �<न्दा लाड़क त्रिकत�व सिलाया� हुए ब�ही त्रिनाकला�। ना�नाकचन्दा पहीच�ना गया� त्रिक याही कमला� हीC। उ�क ऑंK. म1 ऑं�Q उमड़ आए, ब�आख्यिख्तया� ज� च�ही� त्रिक उ� लाड़क क% छ�त� �� लाग� ला�। क< ब� क दाHलात मिमला गया�। आव�ज क% �म्ही�लाक ब%ला�-ब�ट0, ज�क अंपना� अंम्म8 �� कही दा% त्रिक बना�� �� एक आदाम� आया� हीC। लाड़क अंन्दा चला� गया� औ थी%ड़� दा� म1 लासिलात� दाव�ज� प आया�। उ�क� च�ही� प घQ=घट थी� औ ग% �Hन्दाया� क त�जग� ना थी� मग आकष�ण अंब भ� थी�। ना�नाकचन्दा ना� उ�� दा�K� औ एक ठ�डी� �8� ला�। पत्रितव्रत औ धेCया� औ त्रिना�शा� क �ज�व मQर्तित� ��मना� Kड़� थी�। उ�ना� बहुत ज% लाग�या�, मग जब्त ना ही% �क�, बब� %ना� लाग�। लासिलात� ना� घQ�घट क आउ़ �� उ�� दा�K� औ आश्चया� क� ��ग म1 डीQब गया�। वही सिच� ज% हृदाया-पट प अं�त्रिकत थी�, औ ज% ज�वना क� अंल्पक�सिलाक आनान्दा. क या�दा दिदाला�त� हीत� थी�, ज% �पना. म1 ��मना� आ-आक कभ� K<शा� क� ग�त �<ना�त� थी� औ कभ� �ज क� त� च<भ�त� थी�, इ� वक्त �ज�व, �चला ��मना� Kड़� थी�। लासिलात� प ऐ ब�ही%शा� छ� गया�, क< छ वही� ही�लात ज% आदाम� क% �पना� म1 ही%त� हीC। वही व्याग्र ही%क ना�नाकचन्दा क तर्फ बढ़ा0 औ %त� हुई ब%ला�-म<झ� भ� अंपना� ��थी ला� चला%। म<झ� अंक� ला� त्रिक� प छ%ड़ दिदाया� हीC; म<झ�� अंब याही8 नाही7 ही� ज�त�।

लासिलात� क% इ� ब�त क ज� भ� च�तना� ना थी� त्रिक वही उ� व्यासिक्त क� ��मना� Kड़� हीC ज% एक जम�ना� हुआ म च<क�, वना�� शा�यादा वही च�Kक भ�गत�। उ� प एक �पना� क -�� ही�लात छ�या� हुई थी�, मग जब ना�नाकचनादा ना� उ�� ��ना� �� लाग�क कही� ‘लासिलात�, अंब त<मक% अंक� ला� ना हीना� पड़�ग�, त<म्ही1 इना ऑंK. क प<तला� बना�क KQ=ग�। मT इ��सिलाए त<म्ही�� प�� आया� हू=। मT अंब तक नाक म1 थी�, अंब त<म्ही�� ��थी स्वग� क% �<K भ%गQ=ग�।’ त% लासिलात� च{क औ सिछटकक अंलाग हीटत� हुई ब%ला�-ऑंK. क% त% याक ना आ गया� मग दिदाला क% नाही7 आत�। ईश्व क� याही �पना� ना ही%!

-जम�ना�, जQना १९१३

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मनावना

बQ दाया�शा�क उना ला%ग. म1 थी� जिजन्ही1 उ� वक्त तक �%हीबत क� मज� नाही7 मिमलात� जब तक त्रिक वही प्र�मिमक� क जब�ना क त�ज� क� मज� ना उठ�या1। रूँठ� हुए क% मना�ना� म1

उन्ही1 बड़� आनान्दा मिमलात� त्रिर्फ� हुई त्रिनाग�ही1 कभ�-कभ� म<हीब्बत क� नाशा� क मतव�ला� ऑंK1 �� भ� ज्या�दा� म%हीक ज�ना पड़त7। आकष�क लागत�। झगड़. म1 मिमला�प �� ज्या�दा� मज� आत�। प�ना� म1 हीलाक� -हीलाक� झक%ला� कC �� �म8 दिदाK� ज�त� हीT। जब तक दारिया� म1 धे�म�-धे�म� हीलाचला ना ही% �C क� ला<*र्फ नाही7।

ब�

अंग ब�बQ दाया�शा�क क% इना दिदालाचस्पि\या. क� कम मHक� मिमलात� थी� त% याही उनाक� क�Q ना थी�। त्रिगरिज� स्वभ�व �� बहुत ना�क औ गम्भ� थी�, त% भ� चQ�त्रिक उनाक� क�Q ना थी�। त्रिगरिज� स्वभ�व �� बहुत ना�क औ गम्भ� थी�, त% भ� चQ�त्रिक उ�� अंपना� पत्रित क रुसिच क� अंना<भव ही% च<क� थी� इ�सिलाए वही कभ�-कभ� अंपना� तत्रिबयात क� खिKला�र्फ सि�र्फ� उनाक K�त्रित �� उना�� रूँठ ज�त� थी� मग याही ब�-ना7व क दा0व� हीव� क� एक झ.क� भ� ना �म्ही�ला �कत�। उ�क ऑंK�, उ�क� ही.ठ उ�क� दिदाला याही बहुरूँत्रिपया� क� K�ला ज्या�दा� दा� तक ना चला� �कत�। आ�म�ना प घट�या1 आत7 मग ��वना क नाही7, क< आ क । वही ड़त�, कही7 ऐ�� ना ही% त्रिक ही=��-ही=�� �� %ना� आ ज�या। आप� क बदामजग� क� ख्या�ला �� उ�क ज�ना त्रिनाकला ज�त� थी�। मग इना मHक. प ब�बQ ��हीब क% जC��-जC�� रिझ�ना� व�ला� ब�त1 �Qझत7 वही क�शा त्रिवद्या�थीu ज�वना म1 �Qझ� ही%त7 त% वही कई ��ला तक क�नाQना �� सि� म�ना� क� ब�दा भ� म�मQला� क्लाक� ना हीत�।

या�शा�क क% कHम� जला�. �� बहुत दिदालाच\� थी�। इ� दिदालाच\� क ब<त्रिनाया�दा उ�� जम�ना� म1 पड़� जब वही क�नाQना क दाग�ही क� म<ज�त्रिव थी� औ वही अंक तक क�याम

थी�। रुपया. क थीCला� ग�याब ही% गई थी� मग क� धे. म1 दादा� मHजQदा थी�। इ� ��ला क��फ्रें1 � क� जला�� �त�� म1 ही%ना� व�ला� थी�। त्रिनायात त��K �� एक %ज पहीला� ब�बQ ��हीब �त�� क% व�ना� हुए। �र्फ क तCया�रिया. म1 इतना� व्यास्त थी� त्रिक त्रिगरिज� �� ब�तच�त कना� क भ� र्फ< ��त ना मिमला� थी�। आना�व�ला� K<सिशाया. क उम्म�दा उ� क्षात्तिणक त्रिवया%ग क� Kया�ला क� ऊँप भ�� थी�।

दा

कC �� शाही ही%ग�! बड़� त��र्फ �<नात� हीT। दाकना �Hन्दाया� औ ��पदा� क K�ना हीC। KQब �C ही�ग�। हीजत त% इना दिदाला क% K<शा कना�व�ला� ख्या�ला. म1 मस्त थी� औ त्रिगरिज� ऑंK. म1 आ��Q भ� अंपना� दाव�ज� प Kड़� याही कC त्रिर्फयाला दा�K ही� थी� औ ईश्व �� प्र�थी�ना� क ही� थी� त्रिक इन्ही1 KCरितया �� ला�ना�। वही K<दा एक हीफ्त� कC �� क�ट�ग�, याही ख्या�ला बहुत ही� क� दा�ना�व�ला� थी�।

त्रिगरिज� इना त्रिवच�. म1 व्यास्त थी� दाया�शा�क �र्फ क तCया�रिया. म1। याही8 तक त्रिक �ब तCया�रिया8 पQ� ही% गई। इक्क� दाव�ज� प आ गया�। त्रिब�त औ ट्रं�क उ� प K दिदाया� औ

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तब त्रिवदा�ई भ1ट क ब�त1 ही%ना� लाग7। दाया�शा�क त्रिगरिज� क� ��मना� आए औ म<स्क�क ब%ला�-अंब ज�त� हू=।

त्रिगरिज� क� कला�ज� म1 एक बछ�-�� लाग�। बब� ज� च�ही� त्रिक उनाक� ��ना� �� सिलापटक %ऊँ= । ऑं�<ओं क एक ब�ढ़ा-�� ऑंK1 म1 आत� हुई म�लाQम हुई मग जब्त कक� ब%ला�-ज�ना� क% कC �� कहू=, क्या� वक्त आ गया�?

इया�शा�क-ही8, बस्पिल्क दा� ही% ही� हीC।त्रिगरिज�-म�गला क शा�म क% ग�ड़� �� आओग� ना?दाया�शा�क-जरूँ, त्रिक�� तही नाही7 रूँक �कत�। त<म सि�र्फ� उ�� दिदाना म�� इ�तज�

कना�।त्रिगरिज�-ऐ�� ना ही% भQला ज�ओ। �त�� बहुत अंच्छा� शाही हीC। दाया�शा�क-(ही=�क) वही स्वग� ही� क्या. ना ही%, म�गला क% याही8 जरूँ आ ज�ऊँ= ग�। दिदाला

ब�ब याही7 ही�ग�। त<म ज� भ� ना घब�ना�।याही कहीक त्रिगरिज� क% गला� लाग� सिलाया� औ म<स्क�त� हुए ब�ही त्रिनाकला आए।

इक्क� व�ना� ही% गया�। त्रिगरिज� पला�ग प बCठ गई औ KQब %या�। मग इ� त्रिवया%ग क� दुK, ऑं�<ओं क ब�ढ़ा, अंक� ला�पना क� दादा� औ तही-तही क� भ�व. क भ�ड़ क� ��थी एक औ ख्या�ला दिदाला म1 बCठ� हुआ थी� जिज�� वही ब�-ब� हीट�ना� क क%सिशाशा कत� थी�-क्या� इनाक� पहीलाQ म1 दिदाला नाही7 हीC! या� हीC त% उ� प उन्ही1 पQु�-पQ� अंमिधेक� हीC? वही म<स्क�हीट ज% त्रिवदा� ही%त� वक्त दाया�शा�क क� च�ही� लाग ही� थी�, त्रिगरिज� क �मझ म1 नाही7 आत� थी�।

त�� म1 बड़� धेQधेम थी�। दाया�शा�क ग�ड़� �� उत� त% वदा�प%शा व�ला�दिटया. ना� उनाक� स्व�ग�त त्रिकया�। एक त्रिर्फटना उनाक� सिलाए तCया� Kड़� थी�। उ� प बCठक वही क��फ्रें1 �

प�ड़�ला क तर्फ चला1 दा%ना. तर्फ झ�त्रिडीया8 लाही� ही� थी7। दाव�ज� प बन्दाव�1 लाटक ही� थी�। औत1 अंपना� झ%K. �� औ मदा� ब�मदा. म1 Kड़� ही%-ही%क K<शा� �� त�सिलाया8 ब�जत� थी�। इ� शा�ना-शाHकत क� ��थी वही प�ड़�ला म1 पहु=च� औ एक KQब�Qत K�म� म1 उत�। याही8 �ब तही क �<त्रिवधे�ऍं एक� थी7, दा� बज� क��फ्रें1 � शा<रूँ हुई। वक्त� अंपना�-अंपना� भ�ष� क� जलाव� दिदाK�ना� लाग�। त्रिक�� क� ही=��-दिदाल्लाग� �� भ� हुए च<टक< ला. प व�ही-व�ही क धेQम मच गई, त्रिक�� क आग ब��ना�व�ला� तक� ना� दिदाला. म1 ज%शा क एक तही-�� प�छ� क दा0। त्रिवद्वA�पQण� भ�षण. क� म<क�बला� म1 ही=��-दिदाल्लाग� औ ब�त कहीना� क K<ब� क% ला%ग. ना� ज्या�दा� प�न्दा त्रिकया�। n%त�ओं क% उना भ�षण. म1 सिथीया�ट क� ग�त. क�-�� आनान्दा आत� थी�।

कई दिदाना तक याही� ही�लात ही� औ भ�षण. क दृन्तिrट �� क��फ्रें1 � क% शा�नादा� क�मया�ब� ही�सि�ला हुई। आखिKक� म�गला क� दिदाना आया�। ब�बQ ��हीब व�प�� क तCया�रिया8 कना� लाग�। मग क< छ ऐ�� ��या%ग हुआ त्रिक आज उन्ही1 मजबQना ठहीना� पड़�। बम्बई औ याQ.प�. क� ड़�ला�ग�ट. म1 एक ही�क मCच ठही गई। ब�बQ दाया�शा�क ही�क क� बहुत अंच्छा� खिKला�ड़� थी�। वही भ� ट0म म1 दा�खिKला क सिलाया� गया� थी�। उन्ही.ना� बहुत क%सिशाशा क त्रिक अंपना� गला� छ< ड़� लाQ= मग दा%स्त. ना� इनाक आना�क�ना� प त्रिबलाक< ला ध्या�ना ना दिदाया�। ��हीब, ज% ज्या�दा�

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ब�तकल्ला<र्फ थी�, ब%ला-आखिK त<म्ही1 इतना� जल्दा0 क्या. हीC? त<म्ही�� दाफ्त अंभ� हीफ्त� भ ब�दा हीC। ब�व� ��हीब� क ज��जग� क� सि�व� म<झ� इ� जल्दाब�ज� क� क%ई क�ण नाही7 दिदाK�या� पड़त�। दाया�शा�क ना� जब दा�K� त्रिक जल्दा ही� म<झप ब�व� क� ग<ला�म ही%ना� क र्फबत्रितया8 क�� ज�ना� व�ला� हीT, जिज��� ज्या�दा� अंपम�नाजनाक ब�त मदा� क शा�ना म1 क%ई दू�� नाही7 कही� ज� �कत�, त% उन्ही.ना� बच�व क क%ई �Qत ना दा�Kक व�प�� म<ल्तव� क दा0। औ ही�क म1 शा�क ही% गए। मग दिदाला म1 याही पक्क� इ�दा� क सिलाया� त्रिक शा�म क ग�ड़� �� जरूँ चला� ज�या1ग�, त्रिर्फ च�ही� क%ई ब�व� क� ग<ला�म नाही7, ब�व� क� ग<ला�म क� ब�प कही�, एक ना म�ना1ग�।

KC, प��च बज� K�ला शा<नाQ हुआ। दा%ना. तर्फ क� खिKला�ड़� बहुत त�ज थी� जिजन्ही%ना� ही�क K�लाना� क� सि�व� जिजन्दाग� म1 औ क%ई क�म ही� नाही7 त्रिकया�। K�ला बड़� ज%शा औ �गमu �� ही%ना� लाग�। कई हीज� तम�शा�ई जम� थी�। उनाक त�सिलाया8 औ बढ़ा�व� खिKला�त्रिड़या. प म�रूँ ब�ज� क� क�म क ही� थी� औ ग1दा त्रिक�� अंभ�ग� क त्रिकस्मत क तही इधे-उधे ठ%क1 K�त� त्रिर्फत� थी�। दाया�शा�क क� ही�थी. क त�ज� औ �र्फ�ई, उनाक पकड़ औ ब�ऐब त्रिनाशा�ना�ब�ज� प ला%ग हीC�ना थी�, याही8 तक त्रिक जब वक्त K*म ही%ना� म1 सि�र्फ� एक़ मिमनाट ब�क ही गया� थी� औ दा%ना. तर्फ क� ला%ग त्रिहीम्मत1 ही� च<क� थी� त% दाया�शा�क ना� ग1दा सिलाया� औ त्रिबजला� क तही त्रिव%धे� पक्षा क� ग%ला प पहु=च गया�। एक पट�K1 क आव�ज हुई, च�. तर्फ �� ग%ला क� ना�� ब<लान्दा हुआ! इला�ही�ब�दा क ज�त हुई औ इ� ज�त क� ��ही� दाया�शा�क क� सि� थी�-जिज�क� नात�ज� याही हुआ त्रिक ब�च�� दाया�शा�क क% उ� वक्त भ� रुकना� पड़� औ सि�र्फ� इतना� ही� नाही7, �त�� अंम�च क्लाब क तर्फ �� इ� ज�त क बधे�ई म1 एक ना�टक K�लाना� क� क%ई प्रस्त�व हुआ जिज�� ब<धे क� %ज भ� व�ना� ही%ना� क क%ई उम्म�दा ब�क ना ही�। दाया�शा�क ना� दिदाला म1 बहुत प�च%त�ब K�या� मग जब�ना �� क्या� कहीत�! ब�व� क� गQला�म कहीला�ना� क� ड़ जब�ना बन्दा त्रिकया� हुए थी�। ही�ला8त्रिक उनाक� दिदाला कही ही� थी� त्रिक अंब क दा�व� रूँठ1ग� त% सि�र्फ� K<शा�मदा. �� ना म�ना1ग�।

बQ दाया�शा�क व�दा� क� %ज क� त�ना दिदाना ब�दा मक�ना प पहु=च�। �त�� �� त्रिगरिज� क� सिलाए कई अंनाQठ� त%हीर्फ� ला�या� थी�। मग उ�ना� इना च�ज. क% क< छ इ� तही दा�K� त्रिक

जC�� उना�� उ�क� ज� भ गया� हीC। उ�क� च�ही� उत� हुआ थी� औ ही.ठ �QK� थी�। दा% दिदाना �� उ�ना� क< छ नाही7 K�या� थी�। अंग चलात� वक्त दाया�शा�क क आ�K �� आ =ु�Q क चन्दा बQ�दा1 टपक पड़� ही%त7 या� कम �� कम च�ही� क< छ उदा�� औ आव�ज क< छ भ�� ही% गया� ही%त� त% शा�यादा त्रिगरिज� उना�� ना रूँठत�। आ=�<ओं क चन्दा बQ=दा1 उ�क� दिदाला म1 इ� Kया�ला क% त%-त�ज� Kत7 त्रिक उनाक� ना आना� क� क�ण च�ही� ओ क< छ ही% त्रिनाष्ठु< त� हीत्रिगज नाही7 हीC। शा�यादा ही�ला पQछना� क� सिलाए उ�ना� त� दिदाया� ही%त� औ अंपना� पत्रित क% अंपना� ��मना� KCरियात �� दा�Kक वही बब� उनाक� ��ना� म1 ज� सिचमटत� औ दा�वत�ओं क कi तज्ञा ही%त�। मग आ=K. क वही ब�मHक� क� जQ�� औ च�ही� क वही त्रिनाष्ठु< म<�क�ना इ� वक्त उ�क� पहीलाQ म1 Kटक ही� थी�। दिदाला म1 Kया�ला जम गया� थी� त्रिक मT च�ही� इनाक� सिलाए म ही� मिमटQ= मग इन्ही1 म��

ब�

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पव�ही नाही7 हीC। दा%स्त. क� आग्रही औ जिजदा क� वला बही�ना� हीC। क%ई जबदास्त� त्रिक�� क% %क नाही7 �कत�। KQब! मT त% �त क �त बCठक क�टQ= औ वही8 मज� उड़�या� ज�ऍं!

ब�बQ दाया�शा�क क% रूँठ. क� मना�ना� म1 त्रिवष�शा दाक्षात� थी� औ इ� मHक� प उन्ही.ना� क%ई ब�त, क%ई क%सिशाशा उठ� नाही7 K�। त%हीर्फ� त% ला�ए थी� मग उनाक� ज�दू ना चला�। तब ही�थी ज%ड़क एक पC �� Kड़� हुए, ग<दाग<दा�या�, तला<व� �हीला�या�, क< छ शा%K� औ शा�त क । दा� बज� तक इन्ही7 �ब ब�त. म1 लाग� ही�। इ�क� ब�दा K�ना� क� वक्त आया�। आज उन्ही.ना� रूँK� %दिटया8 बड़1 शाHक �� औ म�मQला� �� क< छ ज्या�दा� K�या7-त्रिगरिज� क� ही�थी �� आज हीफ्त� भ ब�दा %दिटया8 ना��ब हुई हीT, �त�� म1 %दिटया. क% त� गया1 पQत्रिडीया8 K�त�-K�त� आ=त. म1 ब�याग%ला� पड़ गया�। याक ना म�ना% त्रिगरिजना, वही8 क%ई आ�म ना थी�, ना क%ई �C, ना क%ई ला<*र्फ। �C औ ला<*र्फ त% महीज अंपना� दिदाला क कC त्रिर्फयात प म<नाही� हीC। ब�त्रिर्फक्र ही% त% चदिटयाला मCदा�ना म1 ब�ग क� मज� आत� हीC औ तत्रिबयात क% क%ई त्रिर्फक्र ही% त% ब�ग व��ना� �� भ� ज्या�दा� उज�ड़ म�लाQम ही%त� हीC। कम्बख्त दिदाला त% हीदाम याही7 धे� हीत� थी�, वही8 मज� क्या� K�क आत�। त<म च�ही� इना ब�त. क% क� वला बना�वट �मझ ला%, क्या.त्रिक मT त<म्ही�� ��मना� दा%ष� हू= औ त<म्ही1 अंमिधेक� हीC त्रिक म<झ� झQठ�, मक्क�, दाग�ब�ज, व�वर्फ�, ब�त बना�ना�व�ला� ज% च�ही� �मझ ला%, मग �च्चे�ई याही� हीC ज% मT कही ही� हू=। मT ज% अंपना� व�दा� पQ� नाही7 क �क�, उ�क� क�ण दा%स्त. क जिजदा थी�।

दाया�शा�क ना� %दिटया. क KQब त��र्फ क क्या.त्रिक पहीला� कई ब� याही तक ब र्फ�यादा�मन्दा ��त्रिबत हुई थी�, मग आज याही मन्� भ� क�ग ना हुआ। त्रिगरिज� क� त�व बदाला� ही� ही�।

त��� पही दाया�शा�क त्रिगरिज� क� कम� म1 गया� औ प�K� झलाना� लाग�; याही8 तक त्रिक त्रिगरिज� झ<=झला�क ब%ला उठ�-अंपना� ना�जबदा�रिया8 अंपना� ही� प�� खिKया�। मTना� हुजQ �� भ प�या�। मT त<म्ही1 पहीच�ना गया�, अंब धे%K� नाही� K�ना� क । म<झ� ना म�लाQम थी� त्रिक म<झ�� आप या. दाग� क1ग�। गज जिजना शाब्दा. म1 ब�वर्फ�इया. औ त्रिनाष्ठु< त�ओं क सिशाक�यात1 हुआ कत� हीT वही �ब इ� वक्त त्रिगरिज� ना� Kच� क डी�ला�।

म हुई। शाही क गसिलाया. म1 म%त्रितया� औ ब�ला� क लापट1 आना� लाग7। �ड़क. प सिछड़क�व ही%ना� लाग� औ मिमट्टी0 क �.धे� K<शाबQ उड़ना� लाग�। त्रिगरिज� K�ना� पक�ना�

ज� ही� थी� त्रिक इतना� म1 उ�क� दाव�ज� प इक्क� आक रूँक� औ उ�म1 �� एक औत उत पड़�। उ�क� ��थी एक मही� थी� उ�ना� ऊँप आक त्रिगरिज� �� कही�—बहू ज�, आपक �K� आ ही� हीT।

शा�याही �K� पड़%� म1 हीना�व�ला� अंहीलामदा ��हीब क ब�व� थी7। अंहीलामदा ��हीब बQढ़ा�

आदाम� थी�। उनाक पहीला� शा�दा0 उ� वक्त हुई थी�, जब दूधे क� दा8त ना टQट� थी�। दू�� शा�दा0 ��या%ग �� उ� जम�ना� म1 हुई जब म<=ही म1 एक दा8त भ� ब�क ना थी�। ला%ग. ना� बहुत �मझ�या� त्रिक अंब आप बQढ़ा� हुए, शा�दा0 ना क जिजए, ईश्व ना� लाड़क� दिदाया� हीT, बहुए =ु हीT, आपक% त्रिक�� ब�त क तकला�र्फ नाही7 ही% �कत�। मग अंहीलामदा ��हीब K<दा ब<ढा�डी� औ दुत्रिनाया� दा�K� हुए

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आदाम� थी�, इना शा<भचिंच�तक. क �ला�ही. क� जव�ब व्या�वही�रिक उदा�हीण. �� दिदाया� कत� थी�—क्या., क्या� मHत क% बQढ़ा. �� क%ई दुrमना� हीC? बQढ़ा� ग�ब उ�क� क्या� त्रिबग�ड़त� हीT? हीम ब�ग म1 ज�त� हीT त% म<झ�या� हुए र्फQ ला नाही7 त%ड़त�, हीम�� आ=K1 त%-त�ज�, ही�-भ� KQब�Qत र्फQ ला. प पड़त� हीT। कभ�-कभ� गज� वगCही बना�ना� क� सिलाए कसिलाया8 भ� त%ड़ ला� ज�त� हीT। याही� ही�लात मHत क हीC। क्या� याम�ज क% इतना� �मझ भ� नाही7 हीC। मT दा�व� क� ��थी कही �कत� हू= त्रिक जव�ना औ बच्चे� बQढ़ा. �� ज्या�दा� मत� हीT। मT अंभ� ज्या. क� *या% हू=, म�� त�ना जव�ना भ�ई, प8च बहीना1, बहीना. क� पत्रित, त�ना. भ�वज1, च� ब�ट�, प8च ब�दिटया8, कई भत�ज�, �ब म�� आ=K. क� ��मना� इ� दुत्रिनाया� �� चला ब��। मHत �बक% त्रिनागला गई मग म�� ब�ला ब8क� ना क �क । याही गलात, त्रिबलाक< ला गलात हीC त्रिक बQढ़ा� आदाम� जल्दा म ज�त� हीT। औ अं�ला ब�त त% याही हीC त्रिक जब�ना ब�व� क जरूँत ब<ढ़ा�प� म1 ही� ही%त� हीC। बहुए= म�� ��मना� त्रिनाकलाना� च�ही1 औ ना त्रिनाकला �कत� हीT, भ�वज1 K<दा बQढ़ा0 हुईं, छ%ट� भ�ई क ब�व� म�� पछ�ईं भ� नाही� दा�K �कत� हीC, बहीना1 अंपना�-अंपना� घ हीT, लाड़क� ��धे� म<�ही ब�त नाही7 कत�। मT ठही� बQढ़ा�, ब�म� पडीQ = त% प�� कHना र्फटक� , एक ला%ट� प�ना� कHना दा�, दा�KQ= त्रिक�क आ=K ��, ज� कC �� बहीला�ऊँ= ? क्या� आ*मही*या� क लाQ=। या� कही7 डीQब मरूँ= ? इना दाला�ला. क� म<क�त्रिबला� म1 त्रिक�� क जब�ना ना K<लात� थी�।

गज इ� नाया� अंहीलामदिदाना औ त्रिगरिज� म1 क< छ बहीना�प� �� ही% गया� थी�, कभ�-कभ� उ��� मिमलाना� आ ज�या� कत� थी�। अंपना� भ�ग्या प �न्त%ष कना� व�ला� स्�� थी�, कभ� सिशाक�यात या� �ज क एक ब�त जब�ना �� ना त्रिनाक�लात�। एक ब� त्रिगरिज� ना� मज�क म1 कही� थी� त्रिक बQढ़ा� औ जव�ना क� म�ला अंच्छा� नाही7 ही%त�। इ� प वही ना��ज ही% गया� औ कई दिदाना तक ना आया�। त्रिगरिज� मही� क% दा�Kत� ही� र्फHना ऑंगना म1 त्रिनाकला आया� औ ग% उ� इ� वक्त म�हीम�ना क� आना� ना�गव�� ग<ज� मग मही� �� ब%ला�-बहीना, अंच्छा0 आया7, दा% घड़� दिदाला बहीला�ग�।

ज� दा� म1 अंहीलामदिदाना ��हीब गहीना� �� लादा0 हुई, घQ�घट त्रिनाक�ला�, छमछम कत� हुई आ=गना म� आक Kड़� ही% गईं। त्रिगरिज� ना� क�ब आक कही�-व�ही �K�, आज त% त<म दुलात्रिहीना बना� ही%। म<झ�� पदा�� कना� लाग� ही% क्या�? याही कहीक उ�ना� घQ�घट हीट� दिदाया� औ �K� क� म<�ही दा�Kत� ही� च{कक एक कदाम प�छ� हीट गई। दाया�शा�क ना� ज% �� कहीकही� लाग�या� औ त्रिगरिज� क% ��ना� �� सिलापट� सिलाया� औ त्रिवनात� क� स्व म1 ब%ला�-त्रिगरिजना, अंब म�ना ज�ओ, ऐ�� Kत� त्रिर्फ कभ� ना ही%ग�। मग त्रिगरिजना अंलाग हीट गई औ रुK�ई �� ब%ला�-त<म्ही�� बहुरूँप बहुत दा�K च<क , अंब त<म्ही�� अं�ला� रूँप दा�Kना� च�हीत� हू=।

या�शा�क प्र�म-नादा0 क हीलाक -हीलाक लाही. क� आनान्दा त% जरूँ उठ�ना� च�हीत� थी� मग तQर्फ�ना �� उनाक तत्रिबयात भ� उतना� ही� घब�त� थी� जिजतना� त्रिगरिज� क , बस्पिल्क शा�यादा

उ��� भ� ज्या�दा�। हृदाया-पत्रिवत�ना क� जिजतना� म�� उन्ही1 या�दा थी� वही �ब उन्ही.ना� पढ़ा� औ उन्ही1 क�ग ना ही%त� दा�Kक आखिK उनाक तत्रिबयात क% भ� उलाझना ही%ना� लाग�। याही व� म�नात� थी� त्रिक ब�शाक म<झ�� Kत� हुई हीC मग Kत� उनाक� Kया�ला म1 ऐ�� दिदाला जला�ना�व�ला� �ज�ओं क� क�त्रिबला ना थी�। मना�ना� क कला� म1 वही जरूँ सि�jहीस्त थी� मग इ� मHक� प उनाक अंक्ला ना�

दा

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क< छ क�म ना दिदाया�। उन्ही1 ऐ�� क%ई ज�दू नाज नाही7 आत� थी� ज% उठत� हुई क�ला� घट�ओं औ ज% पकड़त� हुए झ.क. क% %क दा�। क< छ दा� तक वही उन्ही7 ख्या�ला. म1 K�म%शा Kड़� ही� औ त्रिर्फ ब%ला�-आखिK त्रिगरिजना, अंब त<म क्या� च�हीत� ही%।

त्रिगरिज� ना� अं*यान्त �ही�ना<भQत्रित शाQन्या ब�पव�ही� �� म<=ही र्फ� क कही�-क< छ नाही7।दाया�शा�क-नाही7, क< छ त% जरूँ च�हीत� ही% वना�� च� दिदाना तक त्रिबना� दा�ना�-प�ना� क�

हीना� क� क्या� मतलाब! क्या� म<झ प ज�ना दा�ना� क ठ�ना� हीC? अंग याही� र्फC �ला� हीC त% ब�हीत हीC त<म या. ज�ना दा% औ मT क*ला क� ज<म� म1 र्फ8�� प�ऊँ= , त्रिकस्�� तम�म ही% ज�या�। अंच्छा� ही%ग�, बहुत अंच्छा� ही%ग�, दुत्रिनाया� क प�शा�त्रिनाया. �� छ< टक�� ही% ज�एग�।

याही मन्त त्रिबलाक< ला ब�अं� ना ही�। त्रिगरिज� आ=K. म1 आ=�Q भक ब%ला�-त<म K�मK�ही म<झ�� झगड़ना� च�हीत� ही% औ म<झ� झगड़� �� नार्फत हीC। मT त<म�� ना ब%लात� हू= औ ना च�हीत� हू= त्रिक त<म म<झ�� ब%लाना� क तकला�र्फ गव�� क%। क्या� आज शाही म1 कही7 ना�च नाही7 ही%त�, कही7 ही�क मCच नाही7 हीC, कही7 शात�ज नाही7 त्रिबछ0 हुई हीC। वही7 त<म्ही�� तत्रिबयात जमत� हीC, आप वही7 ज�इए, म<झ� अंपना� ही�ला प हीना� दा0जिजए मT बहुत अंच्छा0 तही हू=।

दाया�शा�क करुण स्व म1 ब%ला�-क्या� त<मना� म<झ� ऐ�� ब�वर्फ� �मझ सिलाया� हीC? त्रिगरिज�-ज� ही8, म�� त% याही� तज<ब�� हीC।दाया�शा�क-त% त<म �ख्त गलात� प ही%। अंग त<म्ही�� याही� ख्या�ला हीC त% मT कही �कत�

हू= त्रिक औत. क अंन्तदृ�मि� क� ब�� म1 जिजतना� ब�त1 �<ना� हीT वही �ब गलात हीT। त्रिगजना, म�� भ� दिदाला हीC...

त्रिगरिज� ना� ब�त क�टक कही�-�च, आपक� भ� दिदाला हीC याही आज नाया� ब�त म�लाQम हुईं।

दाया�शा�क क< छ झ1पक ब%ला�-KC जC�� त<म �मझ.। म�� दिदाला ना �ही�, म� जिजग ना �ही�, दिदाम�ग त% ��र्फ ज�त्रिही हीC त्रिक ईश्व ना� म<झ� नाही7 दिदाया� वना�� वक�लात म1 र्फ� ला क्या. ही%त�? ग%या� म�� शा� म1 सि�र्फ� प�ट हीC, मT सि�र्फ� K�ना� ज�नात� हू= औ �चम<च हीC भ� ऐ�� ही�, त<मना� म<झ� कभ� र्फ�क� कत� नाही7 दा�K�। त<मना� कई ब� दिदाना-दिदाना भ क< छ नाही7 K�या� हीC, मT प�ट भना� �� कभ� ब�ज नाही7 आया�। ला�त्रिकना कई ब� ऐ�� भ� हुआ हीC त्रिक दिदाला औ जिजग जिज� क%सिशाशा म1 अं�र्फला ही� वही इ�� प�ट ना� पQ� क दिदाK�ई या� या. कही. त्रिक कई ब� इ�� प�ट ना� दिदाला औ दिदाम�ग औ जिजग क� क�म क दिदाK�या� हीC औ म<झ� अंपना� इ� अंज�ब प�ट प क< छ गव� ही%ना� लाग� थी� मग अंब म�लाQम हुआ त्रिक म�� प�ट क अंज�ब प�ट प क< छ गव� ही%ना� लाग� थी� मग अंब म�लाQम हुआ त्रिक म�� प�ट क ब�हीया�इया8 ला%ग. क% ब<� म�लाQम ही%त� हीC...इ� वक्त म�� K�ना� ना बना�। मT क< छ ना K�ऊँ� ग�।

त्रिगरिज� ना� पत्रित क तर्फ दा�K�, च�ही� प हीलाक -�� म<स्क�हीट थी�, वही याही क ही� थी� त्रिक याही आखिK� ब�त त<म्ही1 ज्या�दा� �म्हीलाक कहीना� च�त्रिहीए थी�। त्रिगरिज� औ औत. क तही याही भQला ज�त� थी� त्रिक मदा´ क आ*म� क% भ� क� ही% �कत� हीC। उ�क� Kया�ला म1 क� क� मतलाब शा��रिक क� थी�। उ�ना� दाया�शा�क क� ��थी औ च�ही� ज% रिया�यात क ही%, खिKला�ना�-त्रिपला�ना� म1 उ�ना� कभ� भ� रिया�यात नाही7 क औ जब तक K�ना� क दाCत्रिनाक म��� उनाक� प�ट म1 पहु=चत� ज�या उ�� उनाक तर्फ �� ज्या�दा� अंन्दा�शा� नाही7 ही%त� थी�। हीजम कना�

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दाया�शा�क क� क�म थी�। �च पQसिछया� त% त्रिगरिज� ही� क �ख्यिख्यात. ना� उन्ही1 ही�क क� शाHक दिदाला�या� वना�� अंपना� औ �Cकड़. भ�इया. क तही उन्ही1 दाफ्त �� आक हुक्क� औ शात�ज �� ज्या�दा� मना%�जना ही%त� थी�। त्रिगरिज� ना� याही धेमक �<ना� त% *या%रिया�� चढ़ा�क ब%ला�-अंच्छा0 ब�त हीC, ना बना�ग�।

दाया�शा�क दिदाला म1 क< छ झ1प-�� गया�। उन्ही1 इ� ब�हीम जव�ब क उम्म�दा ना थी�। अंपना� कम� म� ज�क अंKब� पढ़ाना� लाग�। इधे त्रिगरिज� हीम�शा� क तही K�ना� पक�ना� म1 लाग गई। दाया�शा�क क� दिदाला इतना� टQट गया� थी� त्रिक उन्ही1 Kया�ला भ� ना थी� त्रिक त्रिगरिज� K�ना� पक� ही� ही%ग�। इ�सिलाए जब नाH बज� क� क�ब उ�ना� आक कही� त्रिक चला% K�ना� K� ला% त% वही त�ज्ज<ब �� च{क पड़� मग याही याक ना आ गया� त्रिक मTना� ब�ज� म� ला�। ज� ही� हुआ, त्रिर्फ भ� ऊँप �� रुK�ई �� कही�-मTना� त% त<म�� कही दिदाया� थी� त्रिक आज क< छ ना K�ऊँ= ग�।

त्रिगरिज�-चला% थी%ड़�-�� K� ला%।दाया�शा�क-म<झ� ज� भ� भQK नाही7 हीC।त्रिगरिज�-क्या.? आज भQK नाही7 लाग�?दाया�शा�क-त<म्ही1 त�ना दिदाना �� भQK क्या. नाही7 लाग�?त्रिगरिज�-म<झ� त% इ� वजही �� नाही7 लाग� त्रिक त<मना� म�� दिदाला क% च%ट पहु=च�ई थी�।दाया�शा�क-म<झ� भ� इ� वजही �� नाही7 लाग� त्रिक त<मना� म<झ� तकला�र्फ दा0 हीC।दाया�शा�क ना� रुK�ई क� ��थी याही ब�त1 कही7 औ अंब त्रिगरिज� उन्ही1 मना�ना� लाग�। र्फHना

प8�� पलाट गया�। अंभ� एक ही� क्षाण पहीला� वही उ�क K<शा�मदा1 क ही� थी�, म<जरिम क तही उ�क� ��मना� ही�थी ब8धे� Kड़�, त्रिगड़त्रिगड़� ही� थी�, मिमन्नात1 कत� थी� औ अंब ब�ज� पलाट0 हुई थी�, म<जरिम इन्��र्फ क म�नादा प बCठ� हुआ थी�। म<हीब्बत क �ही1 मकड़� क� ज�ला. �� भ� प�च�दा� हीT।

दाया�शा�क ना� दिदाना म1 प्रत्रितज्ञा� क थी� त्रिक मT भ� इ�� इतना� ही� हीC�ना करूँ= ग� जिजतना� इ�ना� म<झ� त्रिकया� हीC औ थी%ड़� दा� तक वही या%त्रिगया. क तही ख्यिस्थत� क� ��थी बCठ� ही�। त्रिगरिज� ना उन्ही1 ग<दाग<दा�या�, तला<व� K<जला�या�, उनाक� ब�ला% म1 क� घ� क , त्रिकतना� ही� ला<भ�ना� व�ला� अंदा�ए= Kच� क: मग अं� ना हुआ। तब उ�ना� अंपना� दा%ना. ब8ही1 उनाक गदा�ना म1 ड़�ला दा� औ या�चना� औ प्र�म �� भ� हुई आ=K1 उठ�क ब%ला�-चला%, म�� क�म, K� ला%।र्फQ � क ब8धे बही गई। दाया�शा�क ना� त्रिगरिज� क% गला� �� लाग� सिलाया�। उ�क� भ%ला�पना औ भ�व. क �लात� ना� उनाक� दिदाला प एक अंज�ब दादा�ना�क अं� प�दा� त्रिकया�। उनाक आ=K� भ� ग�ला� ही% गया7। आही, मT कC �� ज�सिलाम हू=, म�� ब�वर्फ�इया. ना� इ�� त्रिकतना� रुला�या� हीC, त�ना दिदाना तक उ�क� आ=�Q नाही7 थीम�, आ=K� नाही7 झपक:, त�ना दिदाना तक इ�ना� दा�ना� क �Qत नाही7 दा�K� मग म�� एक ज�-�� इनाक� ना�, झQठ� नाकला� इनाक� ना�, चम*क� क दिदाK�या�। कC �� क%मला हृदाया हीC! ग<ला�ब क प�K<ड़� क तही, ज% म<झ� ज�त� हीC मग मCला� नाही7 ही%त�। कही8 म�� ओछ�पना, K<दागजu औ कही8 याही ब�K<दा0, याही *या�ग�, याही ��ही�।

दाया�शा�क क� ��ना� �� सिलापट0 हुई त्रिगरिज� उ� वक्त अंपना� प्रबला आकष�ण �� अंनाक� दिदाला क% K7च� ला�त� थी�। उ�ना� ज�त� हुई ब�ज� ही�क आज अंपना� पत्रित क� दिदाला प कब्ज� प� सिलाया�। इतना� जबदा�स्त ज�त उ�� कभ� ना हुई थी�। आज दाया�शा�क क% म<हीब्बत औ

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भ%ला�पना क इ� मQत प जिजतना� गव� थी� उ�क� अंना<म�ना लाग�ना� कदिठना हीC। ज� दा� म1 वही उठ Kड़� हुए औ ब%ला�-एक शात� प चलाQ=ग�।

त्रिगरिज�-क्या�?दाया�शा�क-अंब कभ� मत रूँठना�।त्रिगरिज�-याही त% ट�ढ़ा0 शात� हीC मग...म�जQ हीC।दा%-त�ना कदाम चलाना� क� ब�दा त्रिगरिज� ना� उनाक� ही�थी पकड़ सिलाया� औ ब%ला�-त<म्ही1 भ�

म�� एक शात� म�नाना� पड़�ग�।दाया�शा�क-मT �मझ गया�। त<म�� �च कहीत� हू=, अंब ऐ�� ना ही%ग�।दाया�शा�क ना� आज त्रिगरिज� क% भ� अंपना� ��थी खिKला�या�। वही बहुत लाज�या�, बहुत

ही�ला� त्रिकया�, क%ई �<ना�ग� त% क्या� कही�ग�, याही त<म्ही1 क्या� ही% गया� हीC। मग दाया�शा�क ना� एक ना म�ना� औ कई कH त्रिगरिज� क% अंपना� ही�थी �� खिKला�या� औ ही ब� अंपना� म<हीब्बत क� ब�दादा� क� ��थी म<आवज� सिलाया�।

K�त�-K�त� उन्ही.ना� ही=�क त्रिगरिज� �� कही�-म<झ� ना म�लाQम थी� त्रिक त<म्ही1 मना�ना� इतना� आ��ना हीC।

त्रिगरिज� ना� ना�च� त्रिनाग�ही. �� दा�K� औ म<स्क�या�, मग म<=ही �� क< छ ना ब%ला�।--उदू� ‘प्र�म पच���’ ��

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अँ�धे��

गप�चम� आई। ��ठ� क� जिजन्दा�दिदाला नाHजव�ना. ना� �ग-त्रिब�ग� ज8मिघया� बनाव�या�। अंK�ड़� म1 ढा%ला क मदा��ना� �दा�या1 गQ=जना� लाग7। आ�प�� क� पहीलाव�ना इकट्ठे� हुए औ

अंK�ड़� प तम्ब%सिलाया. ना� अंपना� दुक�ना1 �ज�या7 क्या.त्रिक आज क< rत� औ दा%स्त�ना� म<क�बला� क� दिदाना हीC। औत. ना� ग%ब �� अंपना� आ=गना ला�प� औ ग�त�-बज�त� कट%. म1 दूधे-च�वला सिलाए ना�ग पQजना� चला7।

ना���ठ� औ प�ठ� दा% लाग� हुए मHज� थी�। दा%ना. ग�ग� क� त्रिकना��। K�त� म1 ज्या�दा� मशाक्कत

नाही7 कना� पड़त� थी� इ��सिलाए आप� म1 र्फHजदा�रिया8 KQब ही%त� थी7। आदिदाक�ला �� उनाक� ब�च ही%ड़ चला� आत� थी�। ��ठ� व�ला. क% याही घमण्डी थी� त्रिक उन्ही.ना� प�ठ� व�ला. क% कभ� सि� ना उठ�ना� दिदाया�। उ�� तही प�ठ� व�ला� अंपना� प्रत्रितद्व�त्रिद्वया. क% ना�च� दिदाKला�ना� ही� जिजन्दाग� क� �ब�� बड़� क�म �मझत� थी�। उनाक� इत्रितही�� त्रिवजया. क कही�त्रिनाया. �� भ� हुआ थी�। प�ठ� क� चव�ही� याही ग�त ग�त� हुए चलात� थी�:

��ठ� व�ला� क�या �ग� प�ठ� व�ला� हीT �दा�

औ ��ठ� क� धे%ब� ग�त�:

��ठ� व�ला� ��ठ ही�थी क� जिजनाक� ही�थी �दा� तव�।उना ला%गना क� जनाम ना��या� जिजना प�ठ� म�ना ला�ना अंवत�।।

गज आप�� ही%ड़ क� याही ज%शा बच्चे. म1 म8 दूधे क� ��थी दा�खिKला ही%त� थी� औ उ�क� प्रदाशा�ना क� �ब�� अंच्छा� औ ऐत्रितही�सि�क मHक� याही� ना�गप�चम� क� दिदाना थी�। इ� दिदाना क� सिलाए ��ला भ तCया�रिया8 ही%त� हीत� थी7। आज उनाम1 म�कd क क< rत� ही%ना� व�ला� थी�। ��ठ� क% ग%प�ला प ना�ज थी�, प�ठ� क% बलादा�व क� ग��। दा%ना. �Qम� अंपना�-अंपना� र्फ�क क दुआए= औ आज<ए= सिलाए हुए अंK�ड़� म1 उत�। तम�शा�इया. प च<म्बक क�-�� अं� हुआ। मHज1 क� चHक दा�. ना� लाट्ठे औ डीण्डी. क� याही जमघट दा�K� औ मदा´ क अं�ग�� क तही ला�ला आ=K1 त% त्रिपछला� अंना<भव क� आधे� प ब�पत� ही% गया�। इधे अंK�ड़� म1 दा8व-प1च ही%त� ही�। बलादा�व उलाझत� थी�, ग%प�ला पTत� बदालात� थी�। उ�� अंपना� त�कत क� ज%म थी�, इ�� अंपना� कतब क� भ%��। क< छ दा� तक अंK�ड़� �� त�ला ठ.कना� क आव�ज1 आत� ही7, तब याक�याक बहुत-�� आदाम� K<शा� क� ना�� म�-म� उछलाना� लाग�, कपड़� औ बत�ना औ पC�� औ बत�शा� ला<ट�या� ज�ना� लाग�। त्रिक�� ना� अंपना� प<�ना� ��र्फ� र्फ1 क�, त्रिक�� ना� अंपना� ब%��दा� ट%प� हीव� म1 उड़� दा0 ��ठ� क� मनाचला� जव�ना अंK�ड़� म1 त्रिपला पड़�। औ ग%प�ला क% ग%दा म1 उठ� ला�या�। बलादा�व औ उ�क� ��सिथीया. ना� ग%प�ला क% लाहू क आ=K. �� दा�K� औ दा8त प��क ही गया�।

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� बज� �त क� वक्त औ ��वना क� मही�ना�। आ�म�ना प क�ला� घट�ए =ु छ�ई थी7। अं�धे�� क� याही ही�ला थी� त्रिक जC�� %शाना� क� अंस्पिस्त*व ही� नाही7 ही�। कभ�-कभ� त्रिबजला�

चमकत� थी� मग अं=धे�� क% औ ज्या�दा� अं�धे�� कना� क� सिलाए। म1ढाक. क आव�ज1 जिजन्दाग� क� पत� दा�त� थी7 वना�� औ च�. तर्फ मHत थी�। K�म%शा, डी�वना� औ गम्भ� ��ठ� क� झ.पड़� औ मक�ना इ� अं�धे�� म1 बहुत गH �� दा�Kना� प क�ला�-क�ला� भ�ड़. क तही नाज आत� थी�। ना बच्चे� %त� थी�, ना औत1 ग�त� थी7। प�त्रिव��*म� ब<ड्ढे� �म ना�म ना जपत� थी�।

दा

मग आब�दा0 �� बहुत दू कई प<शा% ना�ला. औ ढा�क क� ज�गला. �� ग<जक ज्व� औ ब�ज� क� K�त थी� औ उनाक म1ड़. प ��ठ� क� त्रिक��ना जगही-जगही मड़Cया� ड़�ला� K�त. क Kव�ला� क ही� थी�। तला� जम�ना, ऊँप अं�धे��, म�ला. तक �न्ना�ट� छ�या� हुआ। कही7 ज�गला� �<अं. क� ग%ला, कही7 ना�लाग�या. क� �वड़, सिचलाम क� सि�व� क%ई ��थी� नाही7, आग क� सि�व� क%ई मदादाग� नाही7। ज� Kटक� हुआ औ च{क� पड़�। अं�धे�� भया क� दू�� ना�म हीC, जब मिमट्टी0 क� एक ढा�, एक ठQ= ठ� प�ड़ औ घ�� क� ढा� भ� ज�नादा� च�ज1 बना ज�त� हीT। अं�धे�� उनाम1 ज�ना ड़�ला दा�त� हीC। ला�त्रिकना याही मजबQत ही�थी.व�ला�, मजबQत जिजगव�ला�, मजबQत इ�दा� व�ला� त्रिक��ना हीT त्रिक याही �ब �ख्यिख्तया�। झ�लात� हीT त�त्रिक अंपना� ज्या�दा� भ�ग्याशा�ला� भ�इया. क� सिलाए भ%ग-त्रिवला�� क� ��म�ना तCया� क1। इन्ही7 Kव�ला. म1 आज क� ही�%, ��ठ� क� गHव ग%प�ला भ� हीC ज% अंपना� मड़Cया� म1 बCठ� हुआ हीC औ ना7दा क% भग�ना� क� सिलाए धे�म1 �<. म1 याही ग�त ग� ही� हीC:

मT त% त%�� नाCना� लाग�या पछत�या� �

अंच�कना उ�� त्रिक�� क� प8व क आहीट म�लाQम हुई। जC�� त्रिहीना क< A. क आव�ज. क% क�ना लाग�क �<नात� हीC उ�� तही ग%पला ना� भ� क�ना लाग�क �<ना�। ना7दा क औंघ�ई दू ही% गई। लाट्ठे क� धे� प क्K� औ मड़Cया� �� ब�ही त्रिनाकला आया�। च�. तर्फ क�सिलाम� छ�ई हुई थी� औ हीलाक -हीलाक बQ�दा1 पड़ ही� थी7। वही ब�ही त्रिनाकला� ही� थी� त्रिक उ�क� � प ला�ठ� क� भपQ ही�थी पड़�। वही *या%�क त्रिग� औ �त भ वही7 ब��<धे पड़� ही�। म�लाQम नाही7 उ� प त्रिकतना� च%ट1 पड़7। हीमला� कना�व�ला. ना� त% अंपना� �मझ म1 उ�क� क�म तम�म क ड़�ला�। ला�त्रिकना जिजन्दाग� ब�क थी�। याही प�ठ� क� गCतमन्दा ला%ग थी� जिजन्ही.ना� अं�धे�� क आड़ म1 अंपना� ही� क� बदाला� सिलाया� थी�।

प�ला ज�त्रित क� अंही� थी�, ना पढ़ा� ना सिलाK�, त्रिबलाक< ला अंक्Kड़। दिदाम�ग� Hशाना ही� नाही7 हुआ त% शा� क� दा0पक क्या. घ<लात�। पQ� छ: र्फ< ट क� कदा, गठ� हुआ बदाना, लालाक�ना

क ग�त� त% �<नाना�व�ला� म�ला भ प बCठ� हुए उ�क त�ना. क� मज� ला�त�। ग�ना�-बज�ना� क� आसिशाक, ही%ला� क� दिदाना. म1 मही�ना� भ तक ग�त�, ��वना म1 मल्ही� औ भजना त% %ज क� शागला थी�। त्रिनाड़ ऐ�� त्रिक भQत औ त्रिपशा�च क� अंस्पिस्त*व प उ�� त्रिवद्व�ना. जC�� ��दा�ही थी�। ला�त्रिकना जिज� तही शा� औ च�त� भ� ला�ला लापट. �� डीत� हीT उ�� तही ला�ला पगड़� �� उ�क

ग%

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रूँही अं��धे�ण ब�त थी� ला�त्रिकना उ�क� क< छ ब� ना थी�। सि�प�ही� क वही डी�वना� तस्व� ज% बचपना म1 उ�क� दिदाला प K7च� गई थी�, पत्थ क लाक बना गई थी�। शा�त1 गया7, बचपना गया�, मिमठ�ई क भQK गई ला�त्रिकना सि�प�ही� क तस्व� अंभ� तक क�याम थी�। आज उ�क� दाव�ज� प ला�ला पगड़�व�ला. क एक र्फHज जम� थी� ला�त्रिकना ग%प�ला जख्म. �� चQ, दादा� �� ब�चCना ही%ना� प भ� अंपना� मक�ना क� अं�धे�� क%ना� म1 सिछप� हुआ बCठ� थी�। नाम्बदा� औ म<खिKया�, पटव�� औ चHक दा� %ब K�या� हुए ढा�ग �� Kड़� दा�%ग� क K<शा�मदा क ही� थी�। कही7 अंही� क र्फरिया�दा �<ना�ई दा�त� थी�, कही7 म%दा0 %ना�-धे%ना�, कही7 त�ला� क च�K-प<क�, कही7 कम�ई क आ=K. �� लाहू ज��। कलाव� Kड़� अंपना� त्रिकस्मत क% % ही� थी�। र्फ%हीशा औ गन्दा0 ब�त. क गम�ब�ज�� थी�। दा�%ग� ज� त्रिनाही�यात क�ग<ज� अंर्फ� थी�, ग�सिलाया. म1 ब�त कत� थी�। �<बही क% च�प�ई �� उठत� ही� ग�सिलाया. क� वज�र्फ� पढ़ात� थी�। म�हीत ना� आक र्फरिया�दा क -हुजQ, अंण्डी� नाही7 हीT, दा�%ग�ज� हीण्ट ला�क दाHड़� औn उ� ग�ब क� भ<क< � त्रिनाक�ला दिदाया�। ��� ग8व म1 हीलाचला पड़� हुई थी�। क��सि�ट�बला औ चHक दा� �स्त. प या. अंकड़त� चलात� थी� ग%या� अंपना� ��<�ला म1 आया� हीT। जब ग8व क� ��� आदाम� आ गया� त% व�दा�त हुई औ इ� कम्बख्त ग%ला�ला ना� पट तक ना क ।

म<खिKया� ��हीब ब1त क तही क8पत� हुए ब%ला�-हुजQ, अंब म�र्फ दा0 ज�या।दा�%ग�ज� ना� ग�जबना�क त्रिनाग�ही. �� उ�क तर्फ दा�Kक कही�-याही इ�क शा�त

हीC। दुत्रिनाया� ज�नात� हीC त्रिक ज<म� क% छ< प�ना� ज<म� कना� क� ब�ब हीC। मT इ� बदाक�शा क% इ�क� मज� चK� दू=ग�। वही अंपना� त�कत क� ज%म म1 भQला� हुआ हीC, औ क%ई ब�त नाही7। ला�त. क� भQत ब�त. �� नाही7 म�नात�।

म<खिKया� ��हीब ना� सि� झ<क�क कही�-हुजQ, अंब म�र्फ दा0 ज�या।दा�%ग�ज� क *या%रिया8 चढ़ा गया7 औ झ<�झला�क ब%ला�-अं� हीजQ क� बच्चे�, क< छ

�दिठया� त% नाही7 गया� हीC। अंग इ�� तही म�र्फ दा�ना� ही%त� त% म<झ� क्या� क< A� ना� क�ट� थी� त्रिक याही8 तक दाHड़� आत�। ना क%ई म�मला�, ना मम�ला� क ब�त, ब� म�र्फ क ट लाग� क्K� हीC। म<झ� ज्या�दा� र्फ< �त नाही7 हीC। नाम�ज पढ़ात� हू=, तब तक त<म अंपना� �ला�ही मशात्रिव� क ला% औ म<झ� ही=��-K<शा� रुK�त क% वना�� गH�K8 क% ज�नात� ही%, उ�क� म�� प�ना� भ� नाही� म8गत�!

दा�%ग� तकव� व तही�त क� बड़� प�बन्दा थी� प8च. वक्त क नाम�ज पढ़ात� औ त��. %ज� Kत�, ईदा. म1 धेQमधे�म �� क< ब��त्रिनाया8 ही%त7। इ��� अंच्छा� आचण त्रिक�� आदाम� म1 औ क्या� ही% �कत� हीC!

खिKया� ��हीब दाब� प8व ग<पच<प ढा�ग �� गH� क� प�� औ ब%ला�-याही दा�%ग� बड़� क�त्रिर्फ हीC, पच�� �� ना�च� त% ब�त ही� नाही7 कत�। अंब्बला दाजd क� थी�ना�दा� हीC। मTना� बहुत कही�,

हुजQ, ग�ब आदाम� हीC, घ म1 क< छ �<भ�त� नाही7, मग वही एक नाही7 �<नात�।

म<गH� ना� घQ=घट म1 म<=ही सिछप�क कही�-दा�दा�, उनाक ज�ना बच ज�ए, क%ई तही क आ�च

ना आना� प�ए, रूँपया�-पC�� क कHना ब�त हीC, इ�� दिदाना क� सिलाए त% कम�या� ज�त� हीC।30

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ग%प�ला K�ट प पड़� �ब ब�त1 �<ना ही� थी�। अंब उ��� ना ही� गया�। लाकड़� ग8ठ ही� प टQटत� हीC। ज% ग<ना�ही त्रिकया� नाही7 गया� वही दाबत� हीC मग क< चला� नाही7 ज� �कत�। वही ज%शा �� उठ बCठ� औ ब%ला�-पच�� रुपया� क कHना कही�, मT पच�� कHत्रिड़या8 भ� ना दू=ग�। क%ई गदा हीC, मTना� क�Q क्या� त्रिकया� हीC?

म<खिKया� क� च�ही� र्फक ही% गया�। बड़प्पना क� स्व म1 ब%ला�-धे�� ब%ला%, कही7 �<ना ला� त% गजब ही% ज�ए।

ला�त्रिकना ग%प�ला त्रिबर्फ� हुआ थी�, अंकड़क ब%ला�-मT एक कHड़� भ� ना दू=ग�। दा�K1 कHना म�� र्फ8�� लाग� दा�त� हीC।

गH� ना� बहीला�ना� क� स्व म1 कही�-अंच्छा�, जब मT त<म�� रूँपया� म�=गQ=त% मत दा�ना�। याही कहीक गH� ना�, ज% इ� वक्त लाHड़� क� बज�या �ना� बना� हुई थी�, छप्प क� एक क%ना� म1 �� रुपया. क एक प%टला� त्रिनाक�ला� औ म<खिKया� क� ही�थी म1 K दा0। ग%प�ला दा8त प��क उठ�, ला�त्रिकना म<खिKया� ��हीब र्फHना �� पहीला� �क गया�। दा�%ग� ज� ना� ग%प�ला क ब�त1 �<ना ला� थी7 औ दुआ क ही� थी� त्रिक ऐ K<दा�, इ� मदूदा क� दिदाला क% पलाट। इतना� म1 म<खिKया� ना� ब�ही आक पच�� रूँपया� क प%टला� दिदाK�ई। पच�� �स्त� ही� म1 ग�याब ही% गया� थी�। दा�%ग� ज� ना� K<दा� क� शा<क्र त्रिकया�। दुआ �<ना� गया�। रुपया� ज�ब म1 क्K� औ �दा पहु=च�ना� व�ला. क भ�ड़ क% %त� औ त्रिबलात्रिबला�त� छ%ड़क हीव� ही% गया�। म%दा0 क� गला� घ<�ट गया�। क��ई क� गला� प छ< � त्रिर्फ गया�। त�ला� त्रिप� गया�। म<खिKया� ��हीब ना� ग%प�ला क गदा�ना प एही��ना क्K� ग%या� �दा क� दा�म त्रिगही �� दिदाए। ग8व म1 �<K�रूँ ही% गया�, प्रत्रितष्ठु� बढ़ा गई। इधे ग%प�ला ना� गH� क KQब Kब ला�। ग�=व म1 �त भ याही� चच�� ही�। ग%प�ला बहुत बच� औ इ�क� ��ही� म<खिKया� क� सि� थी�। बड़� त्रिवपत्तिA आई थी�। वही टला गया�। त्रिपत. ना�, दा0व�ना हीदाHला ना�, ना�म तला�व�ला� दा�व� ना�, त�ला�ब क� त्रिकना�� व�ला� �त� ना�, ग%प�ला क क्षा� क । याही उन्ही7 क� प्रत�प थी�। दा�व� क पQज� ही%ना� जरूँ� थी�। �*याना��याण क कथी� भ� ला�जिजम� ही% गया�।

�<बही हुई ला�त्रिकना ग%प�ला क� दाव�ज� प आज ला�ला पगत्रिड़या. क� बज�या ला�ला ��त्रिड़या. क� जमघट थी�। गH� आज दा�व� क पQज� कना� ज�त� थी� औ ग8व क

औत1 उ�क� ��थी दा�ना� आई थी7। उ�क� घ �.धे�-�.धे� मिमट्टी0 क K<शाबQ �� महीक ही� थी� ज% K� औ ग<ला�ब �� कम म%हीक ना थी�। औत1 �<ही�ना� ग�त ग� ही� थी7। बच्चे� K<शा ही%-ही%क दाHड़त� थी�। दा�व� क� चबQत� प उ�ना� मिमटट0 क� ही�थी� चढ़ा�या�। �त� क म8ग म1 �1दु डी�ला�। दा0व�ना ��हीब क% बत�शा� औ हीला<आ खिKला�या�। हीना<म�ना ज� क% लाड्डू �� ज्या�दा� प्र�म हीC, उन्ही1 लाड्डू चढ़ा�या� तब ग�त� बज�त� घ क% आया� औ �*याना��याण क कथी� क तCया�रिया8 ही%ना� लाग7 । म�सिलाना र्फQ ला क� ही�, क� ला� क शा�K1 औ बन्दानाव�1 ला�या7। क< म्ही� नाया�-नाया� दिदाया� औ ही8त्रिडीया�= दा� गया�। ब�� ही� ढा�क क� पAला औ दा%ना� K गया�। कही� ना� आक मटक. म1 प�ना� भ�। बढ़ाई ना� आक ग%प�ला औ गH� क� सिलाए दा% नाया�-नाया� प�दिढ़ाया8 बना�या7। ना�इना ना� ऑंगना ला�प� औ चHक बना�या�। दाव�ज� प बन्दानाव�1 ब=धे गया7। ऑंगना म1 क� ला� क शा�K1

त्रिर्फ

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गड़ गया7। पख्यिण्डीत ज� क� सिलाए चिं��ही��ना �ज गया�। आप� क� क�म. क व्यावस्थ� K<दा-ब-K<दा अंपना� त्रिनात्तिश्चत दा�या� प चलाना� लाग� । याही� व्यावस्थ� ��स्कi त्रित हीC जिज�ना� दा�ही�त क जिजन्दाग� क% आडीम्ब क ओ �� उदा���ना बना� क्K� हीC । ला�त्रिकना अंर्फ�%� हीC त्रिक अंब ऊँ= च-ना�च क ब�मतलाब औ ब�हूदा� कC दा. ना� इना आप�� कत�व्या. क% �Hही�द्र� �हीया%ग क� पदा �� हीट� क उना प अंपम�ना औ ना�चत� क� दा�ग�लाग� दिदाया� हीC।

शा�म हुई। पख्यिण्डीत म%ट��मज� ना� कन्धे� प झ%ला� डी�ला�, ही�थी म1 शा�K सिलाया� औ Kड़�ऊँ= प Kटपट कत� ग%प�ला क� घ आ पहु=च�। ऑंगना म1 ट�ट त्रिबछ� हुआ थी�। ग8व क� प्रत्रितमिष्ठुत ला%ग कथी� �<नाना� क� सिलाए आ बCठ� । घण्ट0 बज�, शा�K र्फ<� क� गया� औ कथी� शा<रूँ हुईं। ग%प�ला भ� ग�ढ़ा� क च�दा ओढ़ा� एक क%ना� म1 र्फQ� क� गया� औ कथी� शा<रूँ हुई। ग%ज�ला भ� ग�ढ़ा� क च�दा ओढ़ा� एक क%ना� म1 दा0व� क� �ही�� बCठ� हुआ थी�। म<खिKया�, नाम्बदा� औ पटव�� ना� म�� हीमदादा� क� उ��� कही�—�*याना��याण क मत्रिहीम� थी� त्रिक त<म प क%ई ऑंच ना आई।

ग%प�ला ना� अं=गड़�ई ला�क कही�—�*याना��याण क मत्रिहीम� नाही7, याही अं�धे� हीC। --जम�ना�, ज<ला�ई १९१३

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सि�र्फ� एकआवज

बही क� वक्त थी�। ठ�क< दाशा�नाचिं��ही क� घ म1 एक ही�ग�म� बप� थी�। आज �त क% चन्द्रग्रहीण ही%ना� व�ला� थी�। ठ�क< ��हीब अंपना� बQढ़ा0 ठक< �इना क� ��थी ग�ग�ज� ज�त�

थी� इ�सिलाए ��� घ उनाक प<शा% तCया�� म1 लाग� हुआ थी�। एक बहू उनाक� र्फट� हुआ क< त�� ट8क ही� थी�, दू�� बहू उनाक पगड़� सिलाए �%चत� थी�, त्रिक कC �� इ�क मम्मत करूँ=� दा%ना% लाड़त्रिकया8 ना�rत� तCया� कना� म1 तल्ला�ना थी7। ज% ज्या�दा� दिदालाच\ क�म थी� औ बच्चे. ना� अंपना� आदात क� अंना<�� एक क< ही�म मच� क्K� थी� क्या.त्रिक ही एक आना�-ज�ना� क� मHक� प उनाक� %ना� क� ज%शा उम�ग प ही%त थी�। ज�ना� क� वक्त ��थी� ज�ना� क� सिलाए %त�, आना� क� वक्त इ�सिलाए %त� त्रिकशा�ना� क� ब8ट-बK� मना%ना<कQ ला नाही7 हुआ। बढ़ा0 ठक< �इना बच्चे. क% र्फ< �ला�त� थी� औ ब�च-ब�च म1 अंपना� बहुओं क% �मझ�त� थी�-दा�K. Kबदा� ! जब तक उग्रही ना ही% ज�या, घ �� ब�ही ना त्रिनाकलाना�। ही=सि�या�, छ< � ,क< ल्ही�ड़� , इन्ही1 ही�थी �� मत छ< ना�। �मझ�या� दा�त� हू=, म�नाना� च�ही� ना म�नाना�। त<म्ही1 म�� ब�त क पव�ही हीC। म<�ही म1 प�ना� क बQ�दा� ना पड़1। ना��याण क� घ त्रिवपत पड़� हीC। ज% ��धे<—त्तिभK�� दाव�ज� प आ ज�या उ�� र्फ� ना� मत। बहुओं ना� �<ना� औ नाही7 �<ना�। व� मना� ही7 थी7 त्रिक त्रिक�� तही याही याही8 �� टला1। र्फ�ग<ना क� मही�ना� हीC, ग�ना� क% त� गया�। आज KQब ग�ना�-बज�ना� ही%ग�।

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ठ�क< ��हीब थी� त% बQढ़ा� , ला�त्रिकना बQढ़ा�प� क� अं� दिदाला तक नाही7 पहु=च� थी�। उन्ही1 इ� ब�त क� गव� थी� त्रिक क%ई ग्रहीण ग�ग�-स्ना�ना क� बगC नाही7 छQ ट�। उनाक� ज्ञा�ना आश्चया� जनाक थी�। सि�र्फ� प�. क% दा�Kक मही�ना. पहीला� �Qया�-ग्रहीण औ दू�� पव� क� दिदाना बत� दा�त� थी�। इ�सिलाए ग�=वव�ला. क त्रिनाग�ही म1 उनाक इज्जत अंग पख्यिण्डीत. �� ज्या�दा� ना थी� त% कम भ� ना थी�। जव�ना� म1 क< छ दिदाना. र्फHज म1 नाHक� भ� क थी�। उ�क गमu अंब तक ब�क थी�, मज�ला ना थी� त्रिक क%ई उनाक तर्फ ��धे� आ=K �� दा�K �क� । �म्मना ला�ना�व�ला� एक चप��� क% ऐ�� व्या�वही�रिक च�त�वना� दा0 थी� जिज�क� उदा�हीण आ�-प�� क� दा�-प8च ग8व म1 भ� नाही7 मिमला �कत�। त्रिहीम्मत औ हीH�ला� क� क�म. म1 अंब भ� आग�-आग� हीत� थी� त्रिक�� क�म क% म<स्पिrकला बत� दा�ना�, उनाक त्रिहीम्मत क% प्र�रित क दा�ना� थी�। जही8 �बक जब�ना1 बन्दा ही% ज�ए=, वही8 व� शा�. क तही गजत� थी�। जब कभ� ग8व म1 दा%ग� ज� तशा�र्फ ला�त� त% ठ�क< ��हीब ही� क� दिदाला-ग<दा�� थी� त्रिक उना�� आ=K1 मिमला�क आमना�-��मना� ब�त क �क1 । ज्ञा�ना क ब�त. क% ला�क सिछड़ना�व�ला� बही�. क� मCदा�ना म1 भ� उनाक� क�ना�म� क< छ कम शा�नादा� ना थी�। झगड़� पख्यिण्डीत हीम�शा� उना�� म<=ही सिछप�या� कत�। गज, ठ�क< ��हीब क� स्वभ�वगत गव� औ आ*म-त्रिवश्व�� उन्ही1 ही ब�त म1 दूल्ही� बनाना� प मजबQ क दा�त� थी�। ही8, कमज%� इतना� थी� त्रिक अंपना� आल्ही� भ� आप ही� ग� ला�त� औ मज� ला�-ला�क क्या.त्रिक चना� क% चना�क� ही� KQब बया�ना कत� हीC!

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ब दा%पही ही%त�-ही%त� ठ�क< �इना ग8व �� चला� त% �Tकड़. आदाम� उनाक� ��थी थी� औ पक्क �ड़क प पहु=च�, त% या�त्रि�या. क� ऐ�� त8त� लाग� हुआ थी� त्रिक जC�� क%ई

ब�ज� हीC। ऐ��-ऐ�� ब<ढ़ा1 ला�दिठया8 ट�कत� या� डी%सिलाया. प �व� चला� ज�त� थी� जिजन्ही1 तकला�र्फ दा�ना� क याम�ज ना� भ� क%ई जरूँत ना �मझ� थी�। अंन्धे� दू�. क लाकड़� क� �ही�� कदाम बढ़ा�या� आत� थी�। क< छ आदामिमया. ना� अंपना� बQढ़ा0 म�त�ओं क% प�ठ प ला�दा सिलाया� थी�। त्रिक�� क� � प कपड़. क प%टला�, त्रिक�� क� कन्धे� प ला%ट�-डी%, त्रिक�� क� कन्धे� प क�=व। त्रिकतना� ही� आदामिमया. ना� पC. प च�थीड़� लाप�ट सिलाया� थी�, जQत� कही8 �� ला�या1। मग धे�र्मिम�क उ*��ही क� याही वदा�ना थी� त्रिक मना त्रिक�� क� मCला� ना थी�। �बक� च�ही� खिKला� हुए, ही=�त�-ही=�त� ब�त1 कत� चला� ज� ही� थी1 क< छ औत1 ग� ही� थी�:

च8दा �Qज दूना% ला%क क� म�सिलाकएक दिदाना� उनाहू= प बनात�हीम ज�ना� हीमही7 प बनात�

ऐ�� म�लाQम ही%त� थी�, याही आदामिमया. क एक नादा0 थी�, ज% �Tकड़. छ%ट�-छ%ट� ना�ला. औ धे�. क% ला�त� हुई �म<द्र �� मिमलाना� क� सिलाए ज� ही� थी�।

जब याही ला%ग ग�ग� क� त्रिकना�� पहु=च� त% त��� पही क� वक्त थी� ला�त्रिकना म�ला. तक कही7 त्रितला Kना� क जगही ना थी�। इ� शा�नादा� दृrया �� दिदाला. प ऐ�� %ब औ भसिक्त क� ऐ�� भ�व छ� ज�त� थी� त्रिक बब� ‘ग�ग� म�त� क जया’ क �दा�या1 ब<लान्दा ही% ज�त� थी7। ला%ग. क� त्रिवश्व�� उ�� नादा0 क तही उमड़� हुए थी� औ वही नादा0! वही लाही�त� हुआ ना�ला� मCदा�ना! वही प्या��. क प्या�� ब<झ�ना�व�ला�! वही त्रिना�शा. क आशा�! वही वदा�ना. क दा�व�! वही पत्रिव�त� क� स्�%त! वही म<ट्ठे0 भ K�क क% आnया दा�ना�व�ला� ग�ग� ही=�त�-म<स्क�त� थी� औ उछलात� थी�। क्या� इ�सिलाए त्रिक आज वही अंपना� चHतर्फ� इज्जत प र्फQ ला� ना �म�त� थी� या� इ�सिलाए त्रिक वही उछला-उछलाक अंपना� प्र�मिमया. क� गला� मिमलाना� च�हीत� थी� ज% उ�क� दाशा�ना. क� सिलाए म�जिजला तया कक� आया� थी�! औ उ�क� परिधे�ना क प्रशा��� त्रिक� जब�ना �� ही%, जिज� �Qज �� चमकत� हुए त�� ट8क� थी� औ जिज�क� त्रिकना�. क% उ�क त्रिकण. ना� �ग-त्रिब�ग�, �<न्दा औ गत्रितशा�ला र्फQ ला. �� �ज�या� थी�।

अंभ� ग्रहीण लागना� म1 धेण्ट� क दा� थी�। ला%ग इधे-उधे टहीला ही� थी�। कही7 मदा�रिया. क� K�ला थी�, कही7 चQनाव�ला� क लाच्छा�दा� ब�त. क� चम*क�। क< छ ला%ग म�ढ़ा. क क< rत� दा�Kना� क� सिलाए जम� थी�। ठ�क< ��हीब भ� अंपना� क< छ भक्त. क� ��थी �C क% त्रिनाकला�। उनाक त्रिहीम्मत ना� गव�� ना त्रिकया� त्रिक इना ब�ज�रूँ दिदालाचस्पि\या. म1 शा�क ही.। याक�याक उन्ही1 एक बड़�-�� शा�मिमया�ना� तना� हुआ नाज आया�, जही8 ज्या�दा�त पढ़ा�-सिलाK� ला%ग. क भ�ड़ थी�। ठ�क< ��हीब ना� अंपना� ��सिथीया. क% एक त्रिकना�� Kड़� क दिदाया� औ K<दा गव� �� त�कत� हुए र्फशा� प ज� बCठ� क्या.त्रिक उन्ही1 त्रिवश्व�� थी� त्रिक याही8 उना प दा�ही�त्रितया. क ईर्ष्याया��--दृमि� पड़�ग� औ �म्भव हीC क< छ ऐ�� ब��क ब�त1 भ� म�लाQम ही% ज�या= त% उनाक� भक्त. क% उनाक �व�ज्ञात� क� त्रिवश्व�� दिदाला�ना� म1 क�म दा� �क1 ।

याही एक नाCत्रितक अंना<ष्ठु�ना थी�। दा%-ढा�ई हीज� आदाम� बCठ� हुए एक मधे<भ�ष� वक्त� क� भ�षण�<ना ही� थी�। र्फC शाना�ब<ला ला%ग ज्या�दा�त अंगला� प�सिक्त म1 बCठ� हुए थी� जिजन्ही1 कनाबत्रितया. क�

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इ��� अंच्छा� मHक� नाही7 मिमला �कत� थी�। त्रिकतना� ही� अंच्छा� कपड़� पहीना� हुए ला%ग इ�सिलाए दुK� नाज आत� थी� त्रिक उनाक बगला म1 त्रिनाम्ना n�ण� क� ला%ग बCठ� हुए थी�। भ�षण दिदालाचस्त म�लाQम पड़त� थी�। वजना ज्या�दा� थी� औ चटK�� कम, इ�सिलाए त�सिलाया8 नाही7 बजत� थी�।

वक्त� ना� अंपना� भ�षण म1 कही�—

म�� प्या�� दा%स्त%, याही हीम�� औ आपक� कत�व्या हीC। इ��� ज्या�दा� महीत्त्वपQण�, ज्या�दा� परिण�मदा�याक औ कHम क� सिलाए ज्या�दा� शा<भ औ क%ई कत�व्या नाही7 हीC। हीम म�नात� हीT त्रिक उनाक� आच�-व्यावही� क दाशा� अं*या�त करुण हीC। मग त्रिवश्व�� म�त्रिनाया� याही �ब हीम�� कना� हीC। उनाक इ� लाज्ज�जनाक ���स्कi त्रितक ख्यिस्थत्रित क� जिजम्म�दा� हीम�� सि�व� औ कHना ही% �कत� हीC? अंब इ�क� सि�व� औ क%ई इला�ज नाही7 हीT त्रिक हीम उ� घiण� औ उप�क्षा� क%; ज% उनाक तर्फ �� हीम�� दिदाला. म1 बCठ� हुई हीC, घ%या1 औ KQब मलाक धे%या1। याही आ��ना क�म नाही7 हीC। ज% क�सिलाK कई हीज� वष� �� जम� हुई हीC, वही आ��ना� �� नाही7 मिमट �कत�। जिजना ला%ग. क छ�या� �� हीम बचत� आया� हीT, जिजन्ही1 हीमना� ज�नाव. �� भ� जला�ला �मझ क्K� हीC, उना�� गला� मिमलाना� म1 हीमक% *या�ग औ ��ही� औ पम�थी� �� क�म ला�ना� पड़�ग�। उ� *या�ग �� ज% कi र्ष्याण म1 थी�, उ� त्रिहीम्मत �� ज% �म म1 थी�, उ� पम�थी� �� ज% चCतन्या औ ग%त्रिवन्दा म1 थी�। मT याही नाही7 कहीत� त्रिक आप आज ही� उना�� शा�दा0 क� रिrत� ज%डी1 या� उनाक� ��थी बCठक K�या1-त्रिपया1। मग क्या� याही भ� म<मत्रिकना नाही7 हीC त्रिक आप उनाक� ��थी ��म�न्या �ही�ना<भQत्रित, ��म�न्या मना<र्ष्यायात�, ��म�न्या �दा�च� �� प�शा आया1? क्या� याही �चम<च अं�म्भव ब�त हीC? आपना� कभ� ई��ई मिमशानारिया. क% दा�K� हीC? आही, जब मT एक उच्चेक%दिट क� �<न्दा, �<क< म�, गHवण� ला�डी� क% अंपना� ग%दा म1 एक क�ला�–कलाQट� बच्चे सिलाया� हुए दा�Kत� हू= जिज�क� बदाना प र्फ%ड़� हीT, KQना हीC औ गन्दाग� हीC—वही �<न्दा� उ� बच्चे� क% चQमत� हीC, प्या� कत� हीC, छ�त� �� लाग�त� हीC—त% म�� ज� च�हीत� हीC उ� दा�व� क� कदाम. प सि� K दू=। अंपना� ना�चत�, अंपना� कम�ना�पना, अंपना� झQठ� बड़�ई, अंपना� ह्रदाया क ��क ण�त� म<झ� कभ� इतना� �र्फ�ई �� नाज नाही7 आत�। इना दा�त्रिवया. क� सिलाए जिजन्दाग� म1 क्या�-क्या� ��पदा�ए=, नाही7 थी�, K<सिशाया8 ब8ही1 प��� हुए उनाक� इन्तज� म1 Kड़� थी�। उनाक� सिलाए दाHलात क �ब �<K-�<त्रिवधे�ए= थी7। प्र�म क� आकष�ण थी�। अंपना� आ*म�या औ स्वजना. क �ही�ना<भQत्रितया8 थी7 औ अंपना� प्या�� म�तiभQमिम क� आकष�ण थी�। ला�त्रिकना इना दा�त्रिवया. ना� उना तम�म ना�मत., उना �ब �����रिक ��पदा�ओं क% ��व�, �च्चे� त्रिनास्व�थी� ��व� प बसिलादा�ना क दिदाया� हीC ! व� ऐ�� बड़� क< ब��त्रिनाया8 क �कत� हीT, त% हीम क्या� इतना� भ� नाही7 क �कत� त्रिक अंपना� अंछQ त भ�इया. �� हीमदादा� क� �लाQक क �क1 ? क्या� हीम �चम<च ऐ�� पस्त-त्रिहीम्मत, ऐ�� ब%दा�, ऐ�� ब�हीम हीT? इ�� KQब �मझ ला�जिजए त्रिक आप उनाक� ��थी क%ई रिया�यात, क%ई म�हीब�ना� नाही7 क ही1 हीT। याही उना प क%ई एही��ना नाही7 हीC। याही आप ही� क� सिलाए जिजन्दाग� औ मHत क� �व�ला हीC। इ�सिलाए म�� भ�इया. औ दा%स्त%, आइया� इ� मHक� प शा�म क� वक्त पत्रिव� ग�ग� नादा0 क� त्रिकना�� क�शा� क� पत्रिव� स्थ�ना म1 हीम मजबQत दिदाला �� प्रत्रितज्ञा� क1 त्रिक आज �� हीम अंछQ त. क� ��थी भ�ई-च�� क� �लाQक क1ग�,

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उनाक� त�ज-*या%ही�. म1 शा�क ही.ग� औ अंपना� *या%ही�. म1 उन्ही1 ब<ला�या1ग�। उनाक� गला� मिमला1ग� औ उन्ही1 अंपना� गला� लाग�या1ग�! उनाक K<सिशाया. म1 K<शा औ उनाक� दादा´ म� दादा�मन्दा ही.ग�, औ च�ही� क< छ ही� क्या. ना ही% ज�या, च�ही� त�ना�-त्रितश्नों. औ जिजल्लात क� ��मना� ही� क्या. ना कना� पड़�, हीम इ� प्रत्रितज्ञा� प क�याम ही1ग�। आप म1 �Tकड़. ज%शा�ला� नाHजव�ना हीT ज% ब�त क� धेना� औ इ�दा� क� मजबQत हीT। कHना याही प्रत्रितज्ञा� कत� हीC? कHना अंपना� नाCत्रितक ��ही� क� परिचया दा�त� हीC? वही अंपना� जगही प Kड़� ही% ज�या औ लालाक�क कही� त्रिक मT याही प्रत्रितज्ञा� कत� हू= औ मत� दाम तक इ� प दृढ़ात� �� क�याम हू=ग�।

ज ग�ग� क ग%दा म1 ज� बCठ� थी� औ म8 प्र�म औ गव� �� मतव�ला� ज%शा म1 उमड़� हुई �ग क� � क% शाम��त� औ चमक म1 �%ना� क लाज�त� थी�। च� तर्फ एक %ब�ला�

K�म%शा� छ�या� थी7 उ� �न्ना�ट� म1 ��न्या��� क गमu औ ज%शा �� भ� हुई ब�त1 ग�ग� क लाही. औ गगनाच<म्ब� म�दिदा. म1 �म� गया7। ग�ग� एक गम्भ� म8 क त्रिना�शा� क� ��थी ही=�� औ दा�वत�ओं ना� अंर्फ�%� �� सि� झ<क� सिलाया�, मग म<=ही �� क< छ ना ब%ला�।

�Q

��न्या��� क ज%शा�ला� प<क� त्रिर्फज�� म1 ज�क ग�याब ही% गई, मग उ� मजम� म1 त्रिक�� आदाम� क� दिदाला तक ना पहु=च�। वही8 कHम प ज�ना दा�ना� व�ला. क कम� ना थी�: स्ट�ज. प कHम� तम�शा� K�लाना�व�ला� क�ला�ज. क� ही%नाही� नाHजव�ना, कHम क� ना�म प मिमटना�व�ला� प�क�, कHम� ��स्थ�ओं क� म�म्ब, ��क्र� ट� औ प्र�सि�डी1ट, �म औ कi र्ष्याण क� ��मना� सि� झ<क�ना�व�ला� ��ठ औ ��हूक�, कHम� क�सिलाज. क� ऊँ= च� ही{�ला.व�ला� प्र%र्फ� � औ अंKब�. म1 कHम� तख्यिक्कया. क Kब1 पढ़ाक K<शा ही%ना� व�ला� दाफ्त. क� कम�च�� हीज�. क त�दा�दा म1 मHजQदा थी�। आ=K. प �<नाही� ऐनाक1 लाग�या�, म%ट�-म%ट� वक ला. क एक पQ� र्फHज जम� थी�। मग ��न्या��� क� उ� गम� भ�षण �� एक दिदाला भ� ना त्रिपघला� क्या.त्रिक वही पत्थ क� दिदाला थी� जिज�म1 दादा� औ घ<ला�वट ना थी�, जिज�म1 �दिदाच्छा� थी� मग क�या�-शासिक्त ना थी�, जिज�म1 बच्चे. क �� इच्छा� थी� मदा� क�–�� इ�दा� ना थी�।

��� मजसिला� प �न्ना�ट� छ�या� हुआ थी�। ही आदाम� सि� झ<क�या� त्रिर्फक्र म1 डीQब� हुआ नाज आत� थी�। शार्मिंम�दाग� त्रिक�� क% � उठ�ना� ना दा�त� थी� औ आ=K1 झ1प म1 म�� जम�ना म1 गड़� हुई थी�। याही वही� � हीT ज% कHम� चच´ प उछला पड़त� थी�, याही वही� आ=K1 हीT ज% त्रिक�� वक्त �ष्ट्री�या गHव क ला�ला� �� भ ज�त� थी�। मग कथीना� औ कना� म1 आदिदा औ अंन्त क� अंन्त हीC। एक व्यासिक्त क% भ� Kड़� ही%ना� क� ��ही� ना हुआ। कT च� क तही चलाना�व�ला� जब�ना भ� ऐ�� मही�ना� उAदा�मिया*व क� भया �� बन्दा ही% गया7।

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क< दाशा�नाचिं��ही अंपना� जग� प बCठ� हुए इ� दृrया क% बहुत गH औ दिदालाच\� �� दा�K ही� थी�। वही अंपना� म�र्मिम�क त्रिवश्व��% म1 च�ही� कट्टी ही% या� ना ही., ला�त्रिकना

���स्कi त्रितक म�मला. म1 व� कभ� अंग<व�ई कना� क� दा%ष� नाही7 हुए थी�। इ� प�च�दा� औ डी�वना� �स्त� म1 उन्ही1 अंपना� ब<जिj औ त्रिवव�क प भ%�� नाही7 ही%त� थी�। याहीo तक� औ या<सिक्त क% भ� उना�� ही� म�नाना� पड़त� थी�। इ� मCदा�ना म1 वही अंपना� घ क त्मिस्�या. क इच्छा� पQ� कना� ही� अंपना� कA�व्या �मझत� थी� औ च�ही� उन्ही1 K<दा त्रिक�� म�मला� म1 क< छ एत�ज भ� ही% ला�त्रिकना याही औत. क� म�मला� थी� औ इ�म1 व� हीस्तक्षा�प नाही7 क �कत� थी� क्या.त्रिक इ��� परिव� क व्यावस्थ� म1 हीलाचला औ गड़बड़� पCदा� ही% ज�ना� क जबदास्त आशा�क� हीत� थी�। अंग त्रिक�� वक्त उनाक� क< छ ज%शा�ला� नाHजव�ना दा%स्त इ� कमज%� प उन्ही1 आड़� ही�थी. ला�त� त% व� बड़� ब<जिjमA� �� कही� कत� थी�—भ�ई, याही औत. क� म�मला� हीT, उनाक� जC�� दिदाला च�हीत� हीC, कत� हीT, मT ब%लाना�व�ला� कHना हू=। गज याही8 उनाक र्फHज� गम�-मिमज�ज� उनाक� ��थी छ%ड़ दा�त� थी�। याही उनाक� सिलाए त्रितसिलास्म क घ�ट0 थी� जही8 ही%शा-हीव�� त्रिबगड़ ज�त� थी� औ अंन्धे� अंना<कण क� पC ब=धे� हुई गदा�ना प �व� ही% ज�त� थी�।

ठ�

ला�त्रिकना याही लालाक� �<नाक व� अंपना� क% क�बQ म1 ना K �क� । याही� वही मHक� थी� जब उनाक त्रिहीम्मत1 आ�म�ना प ज� पहु=चत� थी7। जिज� ब�ड़� क% क%ई ना उठ�या� उ�� उठ�ना� उनाक� क�म थी�। वज�ना�ओं �� उनाक% आत्मि*मक प्र�म थी�। ऐ�� मHक� प व� नात�ज� औ म�लाहीत �� बग�वत क ज�त� थी� औ उनाक� इ� हीH�ला� म1 याशा क� ला%भ क% उतना� दाKला नाही7 थी� जिजतना� उनाक� नाC�र्तिग�क स्व�भ�व क�। वना�� याही अं�म्भव थी� त्रिक एक ऐ�� जला�� म1 जही8 ज्ञा�ना औ �भ्यात� क धेQम-धे�म थी�, जही8 �%ना� क ऐनाक. �� %शाना� औ तही-तही क� परिधे�ना. �� दा0प्त सिचन्तना क त्रिकण1 त्रिनाकला ही� थी7, जही8 कपड़�-लाA� क नार्फ��त �� %ब औ म%ट�प� �� प्रत्रितष्ठु� क झलाक आत� थी�, वही8 एक दा�ही�त� त्रिक��ना क% जब�ना K%लाना� क� हीH�ला� ही%त�। ठ�क< ना� इ� दृrया क% गH औ दिदालाच\� �� दा�K�। उ�क� पहीलाQ म1 ग<दाग<दा0-�� हुई। जिजन्दा�दिदाला� क� ज%शा ग. म1 दाHड़�। वही अंपना� जगही �� उठ� औ मदा��ना� लाहीज� म1 लालाक�क ब%ला�-मT याही प्रत्रितज्ञा� कत� हू= औ मत� दाम तक उ� प क�याम हू=ग�।

तना� �<नाना� थी� त्रिक दा% हीज� आ=K1 अंचम्भ� �� उ�क तर्फ त�कना� लाग7। �<भ�नाअंल्ला�ही, क्या� हुसिलाया� थी�—ग�ढा� क ढा0ला� मिमज�ई, घ<टना. तक चढ़ा0 हुई धे%त�, �

प एक भ��-�� उलाझ� हुआ ��र्फ�, कन्धे� प च<नाHट0 औ तम्ब�कQ क� वजना� बट<आ, मग च�ही� �� गम्भ�त� औ दृढ़ात� \� थी�। गव� आ=K. क� त�ग घ�� �� ब�ही त्रिनाकला� पड़त� थी�। उ�क� दिदाला म1 अंब इ� शा�नादा� मजम� क इज्जत ब�क ना ही� थी�। वही प<�ना� वक्त. क� आदाम� थी� ज% अंग पत्थ क% पQजत� थी� त% उ�� पत्थ �� डीत� भ� थी�, जिज�क� सिलाए एक�दाशा� क� व्रत क� वला स्व�¦या-क्षा� क एक या<सिक्त औ ग�ग� क� वला स्व�¦याप्रदा प�ना� क एक धे�� ना थी�। उ�क� त्रिवश्व��. म1 ज�गiत्रित ना ही% ला�त्रिकना दुत्रिवधे� नाही7 थी�। या�ना� त्रिक उ�क कथीना� औ कना� म1 अंन्त ना थी� औ ना उ�क ब<त्रिनाया�दा क< छ अंना<कण औ दा�K�दा�K� प थी� मग अंमिधेक��शात: भया प, ज% ज्ञा�ना क� आला%क क� ब�दा वiत्रितया. क� ��स्क� क �ब�� बड़� शासिक्त हीC। ग�रुए ब�ना� क� आदा औ भसिक्त कना� इ�क� धेम� औ त्रिवश्व�� क� एक अं�ग

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Page 38: Premchand (15)

थी�। ��न्या�� म1 उ�क आ*म� क% अंपना� अंना<च बना�ना� क एक �ज�व शासिक्त सिछप� हुई थी� औ उ� त�कत ना� अंपना� अं� दिदाK�या�। ला�त्रिकना मजम� क इ� हीCत ना� बहुत जल्दा मज�क क �Qत अंख्यिख्तया� क । मतलाबभ� त्रिनाग�ही1 आप� म1 कहीना� लाग7—आखिK ग�व� ही� त% ठही�! दा�ही�त� हीC, ऐ�� भ�षण कभ� क�ही� क% �<ना� ही.ग�, ब� उबला पड़�। उथीला� गड्ढे� म1 इतना� प�ना� भ� ना �म� �क�! कHना नाही7 ज�नात� त्रिक ऐ�� भ�षण. क� उद्दे�rया मना%�जना ही%त� हीC! दा� आदाम� आया�, इकट्ठे� बCठ, क< छ �<ना�, क< छ गप-शाप म�� औ अंपना�-अंपना� घ लाHट�, ना याही त्रिक कHला-क� कना� बCठ� , अंमला कना� क� सिलाए क�म1 K�या�!

मग त्रिना�शा ��न्या��� �% ही� थी�—अंर्फ�%�, जिज� म<ल्क क %शाना� म1 इतना� अं�धे�� हीC, वही8 कभ� %शाना� क� उदाया ही%ना� म<स्पिrकला नाज आत� हीC। इ� %शाना� प, इ� अं�धे��, म<दा�� औ ब�ज�ना %शाना� प मT जही�लात क%, अंज्ञा�ना क% ज्या�दा� ऊँ= च� जगही दा�त� हू=। अंज्ञा�ना म1 �र्फ�ई हीC औ त्रिहीम्मत हीC, उ�क� दिदाला औ जब�ना म1 पदा�� नाही7 ही%त�, ना कथीना� औ कना� म1 त्रिव%धे। क्या� याही अंर्फ�%� क ब�त नाही7 हीC त्रिक ज्ञा�ना औ अंज्ञा�ना क� आग� सि� झ<क�या�? इ� ��� मजम1 म1 सि�र्फ� एक आदाम� हीC, जिज�क� पहीलाQ म1 मदा´ क� दिदाला हीC औ ग% उ�� बहुत �जग ही%ना� क� दा�व� नाही7 ला�त्रिकना मT उ�क� अंज्ञा�ना प ऐ�� हीज�. ज�गiत्रितया. क% क< ब��ना क �कत� हू=। तब वही प्ला�टर्फ�म� �� ना�च� उत� औ दाशा�नाचिं��ही क% गला� �� लाग�क कही�—ईश्व त<म्ही1 प्रत्रितज्ञा� प क�याम K�।

--जम�ना�, अंगस्त-सि�तम्ब १९१३

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