दीपावली 51 upay

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- कककक ककक ककककक ककककक कक ककक कककक ककक कककक कक कक ककककक कककक कककककककककक कक ककककक कक कक कककक ककककक कक ककककक कककक कककककककक कक ककक कककक- ककककककक कककक ककक कककककक कककक कककककक कक ककक कककक कककककक ककककक, कककककक, ककककक ककक कककक ककककककक कक कककक कककक कक कककक कक ककक कक कककककक कक कककककक ककक कककक- ककककककक कक ककक ककक ककककककक कककक कक ककक कक कककक ककककक, ककककककककक ककक ककक ककककक कक कक कककक कककक, कक कककक कककक कक कककक ककक - ककककककक कक ककक कक कककक ककककक कक कककक ककक कक कककक ककककक कककककककक कक कककक कककककककक ककककक कककककक ककककक कककक ककक कककक कक ककक कककक ककक- ककककककक कक कककककक ककककककक ककक कककक कक ककककक कककक ककक ककककक कक कककक ककककक ककक कक कककककक कककककक- ककककककक कक ककक ककककक ककककक कककककक ककककककककक कक कक कककक कक ककककक कक ककककककककककक कक कक ककककक कक कककक कककक कक कककककककक कककक कक कक कककक ककककक- ककककककक कक ककक ककक कककक कक ककक कक कककक कककककक कक कककक कककक कक कक ककककक ककक कक कक कककककक कक कककक कककक ककक कककककककक ककक ककककक

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Deepawali par Dhan prapti ke upay

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Page 1: दीपावली 51 upay

- कि�सी� में� में�दिर झा�ड़ू �� �न �र�। यदि आप�� घर �� आसीप�सी �हीं� मेंहीं�लक्ष्में� �� में�दिर हीं� तो� वहीं�� गु�ल�ब

�� सी�गु�ध व�ल� अगुरबत्ती� �� �न �र�।- लक्ष्में� प#जन में� सी�प�र� रखें�। सी�प�र� पर ल�ल ध�गु� लप�ट�र अक्षतो, �� में�� में, प�ष्प आदि प#जन सी�मेंग्री� सी� प#ज� �र� और प#जन �� ब� इसी सी�प�र� �� कितोज�र� में� रखें�।- ,प�वल� �� र�तो में� लक्ष्में� प#जन �� सी�थ हीं� अपन� दु��न, �म्प्य#टर आदि ऐसी� ची�ज2 �� भी� प#ज� �र�, ज� आप�� �में�ई �� सी�धन हीं5।- ,प�वल� पर तो�ल �� ,प� जल�एं� और ,प� में� एं� ल7गु डा�ल�र हींन�में�नज� �� आरतो� �र�। कि�सी� में�दिर हींन�में�न में�दिर ज��र ऐसी� ,प� भी� लगु� सी�तो� हीं5।

- ,प�वल� पर ब्रह्म में�हूतो< में� उठें� और स्न�न �रतो� सीमेंय नहीं�न� �� प�न� �च्चा� दूध और गु�गु�जल मिमेंल�एं�।

- ,प�वल� �� दिन झा�ड़ू अवश्य खेंर�न� ची�किहींएं। प#र� घर �� सीफा�ई नई झा�ड़ू सी� �र�। ,प�वल� पर नई झा�ड़ू सी� सीफा�ई �रन� पर रिरद्रतो� आप�� घर सी� किन�ल ज�एंगु�।- ,प�वल� �� दिन यदि सी�भीव हीं� सी�� तो� कि�सी� कि�न्नर सी� उसी�� खें�शी� सी� एं� रुपय� ल� और इसी सिसीक्�� �� अपन� पसी< में� रखें�। बर�तो बन� रहीं�गु�।- ,प�वल� �� दिन घर सी� किन�लतो� हीं� यदि ��ई सी�हीं�गुन स्त्री� ल�ल र�गु �� प�र�परिर� ड्रे�सी में� दिखें ज�एं तो� सीमेंझा ल� आप पर मेंहीं�लक्ष्में� �� �N प� हीं�न� व�ल� हींO। यहीं एं� शी�भी शी�� न हींO। ऐसी� हीं�न� पर कि�सी� जरूरतोमें�

सी�हीं�गुन स्त्री� �� सी�हीं�गु �� सी�मेंग्री� �न �र�।- ,प�वल� पर लक्ष्में� प#जन में� हींल्, �� गु��ठें भी� रखें�। प#जन सीमें�प्तिSतो पर हींल्, �� गु��ठें �� घर में� उसी स्था�न

पर रखें� जहीं�� धन रखें� ज�तो� हींO।- ,प�वल� �� र�तो में� लक्ष्में� और �� ब�र �व �� प#जन �र� और यहीं�� दिएं एं� में�त्री �� जप �में सी� �में 108

ब�र �र�।में�त्री: ऊँV यक्ष�य �� ब�र�य वOश्रवव�य, धन-ध�न्यमिधपतोय� धन-ध�न्य सीमेंNद्धिZ मेंमें �किहीं �पय स्व�हीं�।- मेंहीं�लक्ष्में� �� प#जन में� गु�मेंतो� चीक्र भी� रखेंन� ची�किहींएं। गु�मेंतो� चीक्र भी� घर में� धन सी�ब�ध� ल�भी दिल�तो� हींO।- र�तो �� सी�न� सी� पहींल� कि�सी� ची\र�हीं� पर तो�ल �� ,प� जल�एं� और घर ल\ट�र आ ज�एं�। ध्य�न रखें� प�छे� पलट�र न �खें�।

- ,प�वल� �� दिन अशी�� �� प�ड़ �� पत्ती2 सी� व�नद्वा�र बन�एं� और इसी� में�ख्य रव�ज� पर लगु�एं�। ऐसी� �रन� सी� घर �� न��र�त्में� ऊँज�< नष्ट हीं� ज�एंगु�।

- कि�सी� सिशीव में�दिर ज�एं� और वहीं�� सिशीवलिंलeगु पर अक्षतो य�न� ची�वल चीढ़ा�एं�। ध्य�न रहीं� सीभी� ची�वल प#र्ण< हीं�न� ची�किहींएं। खें�किडातो ची�वल सिशीवलिंलeगु पर चीढ़ा�न� नहीं� ची�किहींएं।

- अपन� घर �� आसीप�सी कि�सी� प�पल �� प�ड़ �� न�ची� तो�ल �� ,प� जल�एं�। यहीं उप�य ,प�वल� �� र�तो में� कि�य� ज�न� ची�किहींएं। ध्य�न ,प� लगु��र ची�पची�प अपन� घर ल\ट आएं, प�छे� पलट�र न �खें�।

- मेंहीं�लक्ष्में� �� प#जन में� प�ल� �\किडाय़ा� भी� रखेंन� ची�किहींएं। य� �\किडाय़ा� प#जन में� रखेंन� सी� मेंहीं�लक्ष्में� बहुतो हीं� जल् प्रसीन्न हीं�तो� हीं5। आप�� धन सी�ब�ध� सीभी� पर�शी�किनय�� खेंत्में हीं� ज�एं�गु�।- ,प�वल� �� र�तो लक्ष्में� प#ज� �रतो� सीमेंय एं� थ�ड़� बड़� घ� �� ,प� जल�एं�, द्धिजसीमें� न\ बत्तित्तीय�� लगु�ई ज� सी�� । सीभी� 9 बत्तित्तीय�� जल�एं� और लक्ष्में� प#ज� �र�।

Page 2: दीपावली 51 upay

- लक्ष्में� प#जन �� सीमेंय एं� न�रिरयल ल� और उसी पर अक्षतो, �� में�� में, प�ष्प आदि अर्पिपeतो �र� और उसी� भी� प#ज� में� रखें�।- इसी दिन अमें�वस्य� रहींतो� हींO और इसी कितोसिथ पर प�पल �� वNक्ष �� जल अर्पिपeतो �रन� ची�किहींएं। ऐसी� �रन� पर शीकिन �� �ष और ��लसीप< �ष सीमें�Sतो हीं� ज�तो� हीं5।- प्रथमें प#ज्य श्र�गुर्ण�शी �� दूव�< अर्पिपeतो �र�। दूव�< �� 21 गु��ठें गुर्ण�शीज� �� चीढ़ा�न� सी� उन�� �N प� प्र�Sतो हीं�तो� हींO। ,प�वल� �� शी�भी दिन यहीं उप�य �रन� सी� गुर्ण�शीज� �� सी�थ मेंहीं�लक्ष्में� �� �N प� भी� प्र�Sतो हीं�तो� हींO।- ,प�वल� सी� प्रकितोदिन सी�बहीं घर सी� किन�लन� सी� पहींल� �� सीर �� कितोल� लगु�एं�। ऐसी� हींर र�ज �र�, मेंहीं�लक्ष्में� �� �N प� प्र�Sतो हीं�गु�।- यदि सी�भीव हीं� सी�� तो� ,प�वल� पर कि�सी� गुर�ब व्यसिp �� ��ल� �� बल �� �न �र�। ऐसी� �रन� पर शीकिन

और र�हु-�� तो� �� �ष शी��तो हीं2गु� और ��यq में� आ रहीं� रु��वट� दूर हीं� ज�एं�गु�।- मेंहीं�लक्ष्में� �� प#जन में� त्तिक्षर्ण�वतोr शी�खें भी� रखेंन� ची�किहींएं। यहीं शी�खें मेंहीं�लक्ष्में� �� अकितोकिप्रय हींO। इसी�� प#ज� �रन� पर घर में� सी�खें-शी��कितो �� व�सी हीं�तो� हींO।- मेंहीं�लक्ष्में� �� सिचीत्री �� प#जन �र�, द्धिजसीमें� लक्ष्में� अपन� स्व�में� भीगुव�न किवष्र्ण� �� पOर2 �� प�सी बOठेंs हीं5। ऐसी� सिचीत्री �� प#जन �रन� पर �व� बहुतो जल् प्रसीन्न हीं�तो� हीं5।- स्न�न �� ब� अच्छे� वस्त्री ध�रर्ण �र� और सी#य< �� जल अर्पिपeतो �र�। जल अर्पिपeतो �रन� �� सी�थ हीं� ल�ल प�ष्प

भी� चीढ़ा�एं�।- कि�सी� ब्र�ह्मर्ण य� जरूरतोमें� व्यसिp �� अन�ज �� �न �र�। अन�ज �� सी�थ हीं� वस्त्री �� �न �रन� भी� श्र�ष्ठ रहींतो� हींO।- मेंहीं�लक्ष्में� �� में�त्री: ऊँV श्र� ह्रीं� श्र� �मेंल� �मेंल�लय� प्रसी� प्रसी�w श्र� ह्रीं� श्र� ऊँV मेंहीं�लक्ष्मेंयO नमें:इसी में�त्री �� जप �र�। में�त्री जप �� सिलएं �मेंल �� गुट्टे� �� में�ल� �� उपय�गु �र�। ,प�वल� पर �में सी� �में 108

ब�र इसी में�त्री �� जप �र�।- ,प�वल� पर श्र�य�त्री �� सी�मेंन� अगुरबत्ती� व ,प� लगु��र प#व< दिशी� �� ओर में�खें �र�� �� शी �� आसीन पर बOठें� । किफार श्र�य�त्री �� प#जन �र� और �मेंलगुट्टे� �� में�ल� सी� मेंहीं�लक्ष्में� �� में�त्री: ऊँV श्र� ह्रीं� श्र� �मेंल� �मेंल�लय� प्रसी� प्रसी�w श्र� ह्रीं� श्र� ऊँV मेंहीं�लक्ष्मेंयO नमें: �� जप �र�।- घर �� में�ख्य द्वा�र पर �� में�� में सी� स्वस्तिस्तो� �� सिचीह्न बन�एं�। द्वा�र �� �न2 ओर �� में�� में सी� हीं� शी�भी-ल�भी सिलखें�।- ,प�वल� �� दिन श्वे�तो��< गुर्ण�शी प्रकितोमें� घर में� ल�एं�गु� तो� हींमें�शी� बर�तो बन� रहीं�गु�। परिरव�र �� सीस्य2 �� पOसी2 �� �में� नहीं� आएंगु�।- यदि सी�भीव हीं� सी�� तो� इसी दिन कि�सी� तो�ल�ब य� न, में� मेंछेसिलय2 �� आट� �� गु�सिलय�� बन��र खिखेंल�एं�। शी�स्त्री2 �� अन�सी�र इसी प�ण्य �में< सी� बड़�-बड़� सी��ट भी� दूर हीं� ज�तो� हीं5।- घर में� स्थिस्थातो तो�लसी� �� प\ध� �� प�सी ,प�वल� �� दिन ,प� अवश्य जल�एं�। तो�लसी� �� वस्त्री अर्पिपeतो �र�।-स्फदिट� सी� बन� श्र�य�त्री ,प�वल� �� दिन ब�ज�र सी� खेंर��र ल�एं�। श्र�य�त्री �� ल�ल वस्त्री में� लप�ट�र कितोज�र� में� रखें�। �भी� भी� पOसी2 �� �में� नहीं� हीं�गु�।- ,प�वल� पर सी�बहीं-सी�बहीं सिशीवलिंलeगु पर तो��ब� �� ल�ट� सी� जल अर्पिपeतो �र�। जल में� यदि �� सीर भी� डा�ल�गु� तो� श्र�ष्ठ

रहीं�गु�।- ज� ल�गु धन �� सी�चीय बढ़ा�न� ची�हींतो� हीं5 उन्हीं� कितोज�र� में� ल�ल �पड़� किबछे�न� ची�किहींएं। इसी�� प्रभी�व सी� धन �� सी�चीय बढ़ातो� हींO।- ,प�वल� �� दिन 3 अत्तिभीमें�कित्रीतो गु�मेंतो� चीक्र, 3 प�ल� �\किडाय़ा�� और 3 हींल्, गु��ठें2 �� एं� प�ल� �पड़� में� ब��ध�। इसी�� ब� इसी प�टल� �� कितोज�र� में� रखें�। धन ल�भी हीं�न� लगु�गु�।

Page 3: दीपावली 51 upay

-यदि धन सी�ब�मिधय2 पर�शी�किनय2 �� सी�मेंन� �र रहीं� हीं5 तो� कि�सी� भी� श्र�ष्ठ में�हूतो< में� हींन�में�नज� �� यहीं उप�य �र�।उप�य �� अन�सी�र कि�सी� प�पल �� वNक्ष एं� पत्ती� तो�ड़�। उसी पत्ती� पर �� में�� में य� ची�न सी� श्र�र�में �� सिलखें�। इसी�� ब� पत्ती� पर मिमेंठें�ई रखें� और यहीं हींन�में�नज� �� अर्पिपeतो �र�। इसी उप�य सी� भी� धन ल�भी हीं�तो� हींO।-एं� ब�तो �� किवशी�ष ध्य�न रखें� कि� में�हीं �� हींर अमें�वस्य� पर प#र� घर �� अच्छे, तोरहीं सी� सी�फा-सीफा�ई �� ज�न� ची�किहींएं। सी�फा-सीफा�ई �� ब� घर में� ध#प-,प-ध्य�न �र�। इसीसी� घर �� व�तो�वरर्ण पकिवत्री और बर�तो �न� व�ल� बन� रहीं�गु�।

- सीSतो�हीं में� एं� ब�र कि�सी� जरूरतोमें� सी�हीं�किगुन स्त्री� �� सी�हीं�गु �� सी�मेंन� �न �र�। इसी उप�य सी� �व� लक्ष्में� तो�र�तो हीं� प्रसीन्न हीं�तो� हीं5 और धन सी�ब�ध� पर�शी�किनय2 �� दूर �रतो� हीं5। ध्य�न रखें� यहीं उप�य किनयमिमेंतो रूप सी� हींर सीSतो�हीं �रन� ची�किहींएं।

-यदि ��ई व्यसिp ,प�वल� �� दिन कि�सी� प�पल �� वNक्ष �� न�ची� छे�ट� सी� सिशीवलिंलeगु स्था�किपतो �रतो� हींO तो� उसी�� ज�वन में� �भी� भी� ��ई पर�शी�किनय�� नहीं� आएं�गु�। यदि ��ई भीय��र पर�शी�किनय�� चील रहीं� हीं2गु� व� भी� दूर हीं� ज�एं�गु�। प�पल �� न�ची� सिशीवलिंलeगु स्था�किपतो �र�� उसी�� किनयमिमेंतो प#ज� भी� �रन� ची�किहींएं। इसी उप�य सी� गुर�ब

व्यसिp भी� ध�र�-ध�र� में�ल�में�ल हीं� ज�तो� हींO।

- ,प�वल� �� एं� किनयमें हींर र�ज �� सिलएं बन� ल�। आप�� घर में� जब भी� खें�न� बन� तो� उसीमें� सी� सीबसी� पहींल� र�ट, गु�य �� खिखेंल�एं�।- ,प�वल� पर लक्ष्में� �� प#जन �रन� �� सिलएं स्थिस्थार लग्न श्र�ष्ठ में�न� ज�तो� हींO। इसी लग्न में� प#ज� �रन� पर मेंहीं�लक्ष्में� स्था�ई रूप सी� घर में� किनव�सी �रतो� हीं5।- प#ज� में� लक्ष्में� य�त्री, �� ब�र य�त्री और श्र�य�त्री रखेंन� ची�किहींएं। यदि स्फदिट� �� श्र�य�त्री हीं� तो� सीव<श्र�ष्ठ रहींतो� हींO। एं��क्ष� न�रिरयल, त्तिक्षर्ण�वतो< शी�खें, हींत्था�ज�ड़� �� भी� प#ज� �रन� ची�किहींएं।- ,प�व�ल� पर श्र�सी#p एंव� �न�ध�र� स्तो�त्री �� प�ठें �रन� ची�किहींएं। र�मेंरक्ष� स्तो�त्री य� हींन�में�न ची�ल�सी� य� सी��र���डा �� प�ठें भी� कि�य� ज� सी�तो� हींO।- मेंहीं�लक्ष्में� �� तो�लसी� �� पत्ती� भी� चीढ़ा�न� ची�किहींएं। लक्ष्में� प#ज� में� ,प� �एं�, अगुरबत्ती� ब�एं�, प�ष्य सी�मेंन� व

नOव�द्य थ�ल� में� त्तिक्षर्ण में� रखेंन� श्र�ष्ठ रहींतो� हींO।- ,प�वल� पर लक्ष्में� प#जन �� ब� घर �� सीभी� �मेंर2 में� शी�खें और घ�ट, बज�न� ची�किहींएं। इसीसी� घर �� न��र�त्में� ऊँज�< और रिरद्रतो� ब�हींर चील� ज�तो� हींO। में�� लक्ष्में� घर में� आतो� हीं5।- ,प�वल� पर �लय�गु में� हींन�में�नज� शी�घ्र प्रसीन्न हीं�न� व�ल� �वतो� में�न� गुएं हीं5। इन�� �N प� प्र�Sतो �रन� �� सिलएं

�ई प्र��र उप�य बतो�एं गुएं हीं5। यदि प�पल �� वNक्ष �� न�ची� बOठें�र हींन�में�न ची�ल�सी� �� प�ठें कि�य� ज�एं तो� यहीं चीमेंत्��र� फाल प्र�न �रन� व�ल� उप�य हींO।- ,प�वल� पर शीकिन �ष2 सी� में�सिp �� सिलएं तो� प�पल �� वNक्ष �� उप�य र�मेंब�र्ण हीं5। शीकिन �� सी�ढ़ा�सी�तो� और ढय्य� �� ब�र� प्रभी�व2 �� नष्ट �रन� �� सिलएं प�पल �� वNक्ष पर जल चीढ़ा��र सी�तो परिरक्रमें� �रन� ची�किहींएं। इसी�� सी�थ हीं� शी�में �� सीमेंय प�पल �� वNक्ष �� न�ची� ,प� भी� लगु�न� ची�किहींएं।-ज्य�कितोष और सीभी� धमें< शी�स्त्री2 �� अन�सी�र एं� प�पल �� प\ध� लगु�न� व�ल� व्यसिp �� ज�वन में� कि�सी� भी� प्र��र �� ��ई दुखें नहीं� सीतो�तो� हींO। अतो: ,प�वल� पर प�पल �� प\ध� अवश्य लगु�एं�गु� तो� �भी� भी� पOसी2 �� �में� नहीं� रहीं�गु�। प�पल �� प\ध� लगु�न� �� ब� उसी� किनयमिमेंतो रूप सी� जल अर्पिपeतो �रन� ची�किहींएं। जOसी�-जOसी� यहीं

वNक्ष बड़� हीं�गु� आप�� घर-परिरव�र में� सी�खें-सीमेंNद्धिZ बढ़ातो� ज�एंगु�, धन बढ़ातो� ज�एंगु�। प�पल �� बड़� हीं�न� तो�

इसी�� प#र� ध्य�न रखेंन� ची�किहींएं तोभी� आश्चय<जन� ल�भी प्र�Sतो हीं2गु�।