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ctk fcxqy esgurd'k tkx] fpaxkjh ls yxsxh vkx! रा य ा नति 2017 और मदूर वर पर उसका असर अमेररका है द तनया का सबसे बडा आिंकवाद! भारिय रेल : वर- समाज का चलिा- फिरिा आरना 5 yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns 9 3 माससक समाचारप l पूराक 57 l वर 7, अंक 2 l अैल 2017 l पाँच पये l 16 पृ (पेज 8 पर जार) सादक मल आनन सिंह उर देश विधानसभा चुनाि म जीत हावसल करने के वलए भाजपा और संघ परिार ने वहनद -मुवलम ुिीकरण बढाने के वलए हर चुनाि कतरह इस बार भी तमाम घविया हथकणे अपनाये। लेवकन वहनद तििादी फावसि को अची तरह पता था वक केिल सादावयकता की आग फैलाकर िे सा के गवलयार तक नह पहुँच सकते। इसवलए उनहने अपने चुनाि चार के दौरान सादावयकता के हर को विकास के जुमल और कु आवथक मु की चाशनी के साथ परोसा। जहाँ एक ओर चुनाि चार के दौरान नरे मोदी ने शमशान-वतान की बात की, िह चुनाि के ठीक पहले उनहने वकसान की -माफी का िायदा करके म बी विशाल वकसान आबादी को अपने खेमे म करने कचाल चली। जैसावक चुनाि के नतीज ने वदखाया, फावसि अपनी इस चाल म ामयाब रहे। परे देश म जारी प ँजीिादी कृवि संकि और उसकी िजह से वकसान के बेतहाशा को देखते हुए वपले कु अरसे से उर देश सवहत कई राजय म वकसान की -माफी के यास लगाये जा रहे थे। हालाँवक बक के शीि अवधकारी और तमाम बुजु अथशाी -माफी से अथवयिथा पर पने िाले बोझ के मेनर के ि राजय सरकार को लगातार आगाह कर रहे थे, लेवकन उर देश म योगी आवदतयनाथ के ने तृ ति म बनी भाजपा सरकार ने उनह धता बताते हुए अपनी पहली कैवबनेि बैठक म ही ोिे ि सीमानत वकसान की -माफी की घोिणा करते हुए 2019 के लोकसभा चुनाि के पहले वकसान म भाजपा के आधार को सुढ करने की अपनी मंशा साफ ावहर कर दी। इसम कोई दो राय नह वक इस दम से वकसान के एक वहसे को तातकावलक राहत वमलेगी और इसवलए वकसान के बीच भाजपा का आधार मबत होगा। लेवकन जो लोग यह मान बैठे ह सि इि फैिले ियूपी म खेती-सििानी िा िं िट िम हो जायेगा और छोटे सििान ि अचछे सन आ जायगे, वे बहुत बडे मुगालते म जी रहे ह, कयसि सपछले िु छ शि िे भारतीय िृ सि एि गमभीर िं िट िी सशिार है और सििान िे बते उि िं िट िलण मा ह। तमाम बुजु अथशाी भी यह मानते ह वक वकसान की -माफी जैसे लोकलुभािन हथकण से भारतीय कृवि के संकि म कोई कमी नह आने िाली है। साथ ही यह आँक सवहत वदखाया जा सकता है वक इि म िे सििान िो जो तातिासलि राहत समलेगी, वो भी छोटे सििान िे एि छोटे सहसिे ति ही िीसमत रहेगी। योगी आवदतयनाथ सरकार ारा वलये गये 36,359 करो पये के - माफी के फैसले को मीवया म इस तरह से चाररत वकया गया मानो इससे सभी 2.15 करो ोिे ि सीमानत वकसाको लाभ होगा। लेवकन सचचाई तो यह है वक सीमानत ि ोिे वकसान के एक ोिे वहसे को ही इसका लाभ वमलेगा। आइए आँक के ररये इस सचचाई का पता लगाय। सरकारी आँक के अनुसार उर देश म कुल 2.3 करो -माफ के टोटके से खेि-कसान का संकट नहं हल हो सकिा (पेज 4 पर जार) उर देश म किसान िी -माफी वपले कु महीन से देश म ऐसा माहौल बनाया जा रहा है मानो इस देश के लोग की महँगाई, बेरोगारी, मद र के शोिण, ाचार, पुवलस अतयाचार, दवलत-वय पर वहंसा जैसी सारी समयाएँ हल हो चुकी ह। अब इस देश म बचचे भख और कु पोिण से नह मर रहे ह, 12-12 घंिे खिने के बाद भी मद र नारकीय वनदगी बसर नह कर रहे ह, पैसेिाल की ल ि- खसोि तम हो गयी है, दम-दम पर नेताशाही और अफसरशाही का ाचार लोग का जीना हराम नह कर रहा है! देश म सबसे बी समया यह है वक गोमाता पर तरा आ गया है या वहनद धम तरे म आ गया है। साल भर हार गाय पॉवलथीन खाकर मरती रहती ह या कचरे के ढेर म मु ँह मारती रही रहती ह तब उन पर तरा नह आता है। कहने की रत नह वक ये सारे नकली मुे असली मु से धयान भिकाने के वलए ह। परा मीवया भप बना वदनो- रात ऐसा शोर मचा रहा है वक लोग अपना अचा- बुरा सोचना ही भल जाय। वहिलर और मुसोवलनी के आमाये हुए नुख पर चलते हुए लोग के वदमा ऐसे बनाने की कोवशश की जा रही है वक िे ुशी-ुशी अपने तलाने की ओर बढते जाय और साथ-साथ अपने ावतल की तारीफ म नारे भी लगाते जाय। यह एक तरनाक वथवत है। हम सभी सोचने िले लोग से अपील करते ह, हम उन सभी मेहनतकश, उन सभी नौजिान से अपील करते ह जो अभी झ ठ के नशे से पागल नह हुए ह — चेत जाओ! जाग जाओ! आँख खोलकर सचचाई को देखने की कोवशश करो, िरना परा देश ुलाम के बाे और न के दलदल म तबदील कर वदया जायेगा और तब तुम कु करने लायक नह रह जाओगे! तब तक बहुत देर हो चुकी होगी! सोचो, समझो, देखो। लोकलुभािन जुमलेबाजी और ‘‘अचे वदन’’ के ठे सपन को वदखलाकर भाजपा भले ही केन की सा पर कावब हो गयहो, लेवकन वपले तीन साल म एक बात साफ हो गयी है वक उसका असली मसद प ँजीिाद की बती नैया को पार लगाना है। संघ, भाजपा तथा मोदी भी इस बात को अची तरह जानते ह lkspks] rqEgsa fdu lokyksa ij yM+uk gS!

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Page 1: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

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राषटरीय सासथय नरीति 2017 और मजदर वरग पर उसका असर

अमररका ह दतनया का सबस बडा आिकवादरी

भारिरीय रल वरग-समाज का चलिा-फिरिा आरगना 5

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माससक समाचारपतर l परााक 57 l वरग 7 अक 2 l अपल 2017 l पाच रपय l 16 पषठ

(पज 8 पर जाररी)

समादक मणडल

आननद सिहउततर परदश विधानसभा चनािो

म जीत हावसल करन क वलए भाजपा और सघ पररिार न वहनदद-मवलम धिीकरण बढान क वलए हर चनाि की तरह इस बार भी तमाम घविया हथकण अपनाय लवकन वहनदतििादी फावसिो को अची तरह पता था वक किल सामपरदावयकता की आग फलाकर ि सतता क गवलयारो तक नही पहच सकत इसवलए उनहोन अपन चनाि परचार क दौरान सामपरदावयकता क जहर को विकास क जमलो और क आवथथिक मदो की चाशनी क साथ परोसा जहा एक ओर चनाि परचार क दौरान नरनदर

मोदी न शमशान-कवरितान की बात की िही चनािो क ठीक पहल उनहोन वकसानो की कजथि-माफी का िायदा करक कजथि म दबी विशाल वकसान आबादी को अपन खम म करन की चाल चली जसावक चनाि क नतीजो न वदखाया फावसि अपनी इस चाल म कामयाब रह पदर दश म जारी पदजीिादी कवि सकि और उसकी िजह स वकसानो क बतहाशा कजथि को दखत हए वपल क अरस स उततर परदश सवहत कई राजयो म वकसानो की कजथि-माफी क कयास लगाय जा रह थ हालावक बको क शीिथि अवधकारी और तमाम बजथिआ अथथिशासती कजथि-माफी स अथथिवयिथा

पर पडन िाल बोझ क मदनजर कनदर ि राजय सरकारो को लगातार आगाह कर रह थ लवकन उततर परदश म योगी आवदतयनाथ क नतति म बनी भाजपा सरकार न उनह धता बतात हए अपनी पहली कवबनि बठक म ही ोि ि सीमानत वकसानो की कजथि-माफी की घोिणा करत हए 2019 क लोकसभा चनािो क पहल वकसानो म भाजपा क आधार को सदढ करन की अपनी मशा साफ जावहर कर दी इसम कोई दो राय नही वक इस कदम स वकसानो क एक वहस को तातकावलक राहत वमलगी और इसवलए वकसानो क बीच भाजपा का आधार मजबदत होगा लवकन जो

लोग यह मान बठ ह सि इि फिल ि यपी म खती-सििानी िा ििट िम हो जायगा और छोट सििानो ि अचछ सदन आ जायग व बहत बड मगालत म जी रह ह कयोसि सपछल िछ दशिो ि भारतीय िसि एि गमभीर ििट िी सशिार ह और सििानो ि बढत करज उि ििट िा लकषण मातर ह तमाम बजथिआ अथथिशासती भी यह मानत ह वक वकसानो की कजथि-माफी जस लोकलभािन हथकणो स भारतीय कवि क सकि म कोई कमी नही आन िाली ह साथ ही यह आकडो सवहत वदखाया जा सकता ह वक इि कदम ि सििानो िो जो

तातिासलि राहत समलगी वो भी छोट सििानो ि एि छोट सहसि ति ही िीसमत रहगी

योगी आवदतयनाथ सरकार दारा वलय गय 36359 करोड रपय क कजथि-माफी क फसल को मीवया म इस तरह स परचाररत वकया गया मानो इसस सभी 215 करोड ोि ि सीमानत वकसानो को लाभ होगा लवकन सचचाई तो यह ह वक सीमानत ि ोि वकसानो क एक ोि वहस को ही इसका लाभ वमलगा आइए आकडो क जररय इस सचचाई का पता लगाय सरकारी आकडो क अनसार उततर परदश म कल 23 करोड

कजग-माफी क टोटक स खिरी-ककसानरी का सकट नहरी हल हो सकिा

(पज 4 पर जाररी)

उततर परदश म किसानो िी करज-माफी

वपल क महीनो स दश म ऐसा माहौल बनाया जा रहा ह मानो इस दश क लोगो की महगाई बरोजगारी मजददरो क शोिण भरषाचार पवलस अतयाचार दवलतो-वसतयो पर वहसा जसी सारी समयाए हल हो चकी ह अब इस दश म बचच भदख और कपोिण स नही मर रह ह 12-12 घि खिन क बाद भी मजददर नारकीय वजनदगी बसर नही कर रह ह पसिालो की लदि-खसोि खतम हो गयी ह कदम-कदम पर नताशाही और अफसरशाही का भरषाचार लोगो का जीना हराम नही कर रहा ह दश म सबस बडी समया यह

ह वक गोमाता पर खतरा आ गया ह या वहनदद धमथि खतर म आ गया ह साल भर हजारो गाय पॉवलथीन खाकर मरती रहती ह या कचर क ढरो म मह मारती रही रहती ह तब उन पर खतरा नही आता ह कहन की जररत नही वक य सार नकली मद असली मदो स धयान भिकान क वलए ह पदरा मीवया भोपद बना वदनो-रात ऐसा शोर मचा रहा ह वक लोग अपना अचा-बरा सोचना ही भदल जाय वहिलर और मसोवलनी क आजमाय हए न खो पर

चलत हए लोगो क वदमाग ऐस बनान की कोवशश की जा रही ह वक ि खशी-खशी अपन कतलखान की ओर बढत जाय और साथ-साथ अपन कावतलो की तारीफ म नार भी लगात जाय

यह एक खतरनाक वथवत ह हम सभी सोचन िाल लोगो स अपील करत ह हम उन सभी महनतकशो उन सभी नौजिानो स अपील करत ह जो अभी झदठ क नश स पागल नही हए ह mdash चत जाओ जाग जाओ

आख खोलकर सचचाई को दखन की कोवशश करो िरना पदरा दश गलामो क बाड और खदन क दलदल म तबदील कर वदया जायगा और तब तम क करन लायक नही रह जाओग तब तक बहत दर हो चकी होगी

सोचो समझो दखो लोकलभािन जमलबाजी और lsquolsquoअच वदनोrsquorsquo क झदठ सपनो को वदखलाकर भाजपा भल ही कनदर की सतता पर कावबज हो गयी हो लवकन वपल तीन साल म एक बात साफ हो गयी ह वक उसका असली मकसद पदजीिाद की दबती नया को पार लगाना ह सघ भाजपा तथा मोदी भी इस बात को अची तरह जानत ह

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मजदर तबरल की वबसारटwwwmazdoorbigulnet

इि वबिाइट पर सदिमबर 2007 ि अब ति सबगल ि िभी अि करमवार उिि पहल ि िछ अिो िी िामगी तथा राहल फाउणशन ि परिासशत िभी सबगल पससतिाए उपलबध ह सबगल ि परवशाि ि लिर नवमबर

2007 ति ि िभी अि भी वबिाइट पर करमशः उपलबध िराय जा रह हमरदर सबगल िा हर नया अि परिासशत होत ही वबिाइट पर सनशलि

पढा जा ििता हआप इि फिबि पज ि रररय भी lsquoमरदर सबगलrsquo ि जड िित ह

wwwfacebookcomMazdoorBigul

बरजआ अखबार परी की विशाल राशशयो क दम पर चलत ह मज़दरो क अखबार खद मज़दरो दारा इकटा ककय गय पस स चलत ह - लतनन

1 lsquoमरदर सबगलrsquo वयापि महनतिश आबादी ि बीच करासनतिारी राजनीसति सशकषि और परचारि िा िाम िरगा यह मरदरो ि बीच करासनतिारी वजासनि सवचारधारा िा परचार िरगा और िचची िवजहारा िसिसत िा परचार िरगा यह दसनया िी करासनतयो ि इसतहाि और सशकषाओ ि अपन दश ि वगज िघिषो और मरदर आनदोलन ि इसतहाि और िबक ि मरदर वगज िो पररसचत िरायगा तथा तमाम पजीवादी अफवाहो-िपरचारो िा भणाफोड िरगा

2 lsquoमरदर सबगलrsquo भारतीय करासनत ि सवरप रासत और िमसयाओ ि बार म करासनतिारी िमयसनसटो ि बीच जारी बहिो िो सनयसमत रप ि छापगा और lsquoसबगलrsquo दश और दसनया िी राजनीसति घटनाओ और आसथजि ससथसतयो ि िही सवशिण ि मरदर वगज िो सशसकषत िरन िा िाम िरगा

3 lsquoमरदर सबगलrsquo सवय ऐिी बहि लगातार चलायगा तासि मरदरो िी राजनीसति सशकषा हो तथा व िही लाइन िी िोच-िमझ ि लि होिर करासनतिारी पाटटी ि बनन िी परसकरया म शासमल हो िि और वयवहार म िही लाइन ि ितयापन िा आधार तयार हो

4 lsquoमरदर सबगलrsquo मरदर वगज ि बीच राजनीसति परचार और सशकषा िी िारजवाई चलात हए िवजहारा करासनत ि ऐसतहासिि समशन ि उि पररसचत िरायगा उि आसथजि िघिषो ि िाथ ही राजनीसति असधिारो ि सलए भी लडना सिखायगा दअननी-चवननीवादी भजाछोर िमयसनसटोrdquo और पजीवादी पासटजयो ि दमछलल या वयसतिवादी-अराजितावादी टयसनयनो ि आगाह िरत हए उि हर तरह ि अथजवाद और िधारवाद ि लडना सिखायगा तथा उि िचची करासनतिारी चतना ि लि िरगा यह िवजहारा िी कतारो ि करासनतिारी भरती ि िाम म िहयोगी बनगा

5 lsquoमरदर सबगलrsquo मरदर वगज ि करासनतिारी सशकषि परचारि और आहानिताज ि असतररति करासनतिारी िगठनिताज और आनदोलनिताज िी भी भसमिा सनभायगा

lsquoमजदर तबरलrsquo का सरप उदशय और जज मदाररया

पपय पाठको बहि स सदसो को lsquoमजदर तबरलrsquo तनयममि भजा जा रहा ह लककन काफी

समय स हम उनकी ओर स न कोई जवाब नहरी ममला और न हरी बकाया राजि आपको बिान की जररि नहरी कक मजदरो का यह अख़बार लरािार आरथिक समसा क बरीच हरी तनकालना होिा ह और रस जाररी रखन क ललए हम आपक सहयोर की जररि ह अरर आपको lsquoमजदर तबरलrsquo का पकािन जरररी लरिा ह और आप रसक अक पाि रहना चाहि ह िो हमारा अनरोध ह कक आप कपया जलद स जलद अपनरी सदसिा राजि भज द आप हम मनरीआरगर भज सकि ह या सरीध बक खाि म जमा करा सकि ह

मनरीआरगर क ललए पिामजदर तबरल दारा जनचिनाररी-68 तनरालानरर लखनऊ-226020बक खाि का तववररः Mazdoor Bigul खािा सखाः 0762002109003787 IFSC PUNB0076200पजाब निनल बक तनिािरज िाखा लखनऊ

सदसिाः वाररक 70 रपय (राकख़चग सकहि) आजरीवन 2000 रपयमजदर तबरल क बार म ककसरी भरी सचना क ललए आप हमस रन माधयमो

स समकग कर सकि हःफोनः 0522-4108495 8853093555 9936650658ईमलः bigulakhbargmailcom फसबक wwwfacebookcomMazdoorBigul

मजदर तबरलिमपादिीय िायाजलय ः 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 फोन 8853093555सदलली िमपिज ः बी-100 मिनद सवहार िरावलनगर सदलली-94 फोनः 011-64623928 ईमल ः bigulakhbargmailcomमलय ः एि परसत - र 5- वासिजि - र 70- (ाि खचज िसहत) आजीवन िदसयता - र 2000-

lsquoमजदर तबरलrsquo मजदरो का अपना अख़बार ह यह आपिी सनयसमत आसथजि मदद ि सबना नही चल ििता

सबगल ि सलए िहयोग भसजयजटाइय िहयोग िपन मगान ि सलए मरदर सबगल िायाजलय िो सलसखय

मजदर तबरल क ललए अपन कारख़ान दफतर या बसरी की ररपोटट लख पतर या सझाव आप रन िररीको स भज सकि हः

ाक स भजन का पता मरदर सबगल दारा जनचतना ी-68 सनरालानगर लखनऊ-226020ईमल स भजन का पता bigulakhbargmailcom

2 मजदर तबरल अपल 2017

पजरीपतियो क पास दजगनो अख़बार और टरीवरी चनल ह मजदरो क पास ह उनकी आवाज मजदर तबरल

रस हर मजदर क पास पहचान म हमारा साथि द

मरा गाि राजथान क हनमानगढ वजल म वथत ह गाि की जमीन ि गाि की रोही म उपलबध वजपसम की परचर माता की िजह स कत म चवचथित ह आरमभ म वजपसम आवथथिक दवष स इस गाि की अहम कडी था दरअसल वजपसम क खनन तथा उसको टरको ि टरावलयो म लोवग करन क रप म गाि क समदच मजददर िगथि का एकमात रोजगार था वजपसम की खनन-परवरिया एि वफर उसकी िाहनो म लोवग करना एक जोवखमपदणथि तथा िाथय क वलए हावनकारक तो था ही साथ म एक गर-कानदनी कायथि भी था कई मतथिबा वजपसम खनन क समय पवलस क मौक पर पहच जान क बाद तमाम साधनो को जबत कर समबवनधत वयवतियो पर कारथििाई की जाती थी गाि म वजपसम खनन क दौरान खान क ढह जान क पररणामिरप क दघथििनाए भी घिी ह वजनम कई मजददरो की जान गयी ह लवकन खती की वनराशाजनक हालत क बाद घोर बरोजगारी क कारण यह सब करना गाि क मजददर िगथि की वििशता थी बाद म अतयाधवनक मशीनरी क परचलन क बाद वजपसम खनन एि लोवग की परवरिया जसीबी सरीखी मशीनो स अजाम दी जान लगी वजसका पररणाम यह हआ वक गाि क

हर मजददर का रोजगार वन गयावजपसम की पयाथिपत उपलबधता दखत

हए शहरो ि महानगरो म बठ धनासठो न गाि क आस-पास ही चदना-फकिररया थावपत करना शर कर वदया यह परवरिया इतनी तीवर गवत स हई वक गाि क दोनो तरफ हाइि क वकनार-वकनार इन फकिररयो का अमबार लग गया वजनकी सखया वदन-ब-वदन बढ ही रही ह बरमसर गाि पदजीपवतयो का आकिथिण-कनदर बन गया ऐसी वथवत म गाि क मजददर िगथि क रोजगार का एकमात विकलप य फकिररया ही रह गयी फलत समदचा मजददर िगथि इन चदना-फकिररयो म भतती हो गया इन मजददरो क अलािा वबहार स मजददरो का आगमन भी शर हो गया ितथिमान म अवधकाश वबहारी यहा पर काम करत ह विकवसत अतयाधवनक तकनीको तथा वदन-रात मजददरो क बतहाशा शारीररक शोिण क बीच धननासठ रोजाना बवहसाब उतपादन करत ह लवकन इन फकिररयो क थावपत होन क बाद इनकी वचमवनयो स वनकलन िाल जहरील धए की िजह स िातािरण की वनरनतर कवत क साथ गाि की रोही की उतपादन कमता म भी भारी वगरािि आयी ह इन फकिररयो म काम करन िाल मजददरो क शवसन समबनधी रोग होन की पयाथिपत समभािना

रहती ह कयोवक चदना फफडो ि अगो क वलए बहद हावनकारक होता ह

इन सबस भी भयानक वथवत तब दवषगत होती ह जब इन फकिररयो म गाि क कद ली बचचो को काम करत हए दखा जाता ह वनमन िगथि तथा मधयमिगतीय पररिारो म आवथथिक समयाए होना आम बात ह इसी क चलत उन पररिारो क बचच सहज-सलभ कायथि हत इन फकिररयो का रख करत ह उसक बाद इन बचचो को लग वदहाडी क चक को य लोग बड शावतराना ि सवनयोवजत तरीक स इतमाल करत ह वजसस य बचच उस मीठ परलोभन स बाहर नही वनकल पात इस तरह अवशवकत एि गरवजममदार पररजनो की सहमवत स लगभग बचचो का भविषय यद धए म उड रहा ह जो सिाथिवधक वचनतनीय एि विचारणीय पहलद ह वजपसम क अनधाधनध खनन क पररणामिरप वजपसम की उपलबधता अब आवशक ही रह गयी ह यह समपदणथि परवरिया परशासन की नाक क नीच घवित होती ह चदन म वप सता बचपन हाथ पर हाथ धर सब लोग इवतमनान स दख रह ह

कमार शयाम बरमसर हनमानगढ राजथान

धए म उडिा बचपन

काटगतनसट िनमय ताररी की नजर स

मजदर तबरल अपल 2017 3

ndash पराग वमाजभारत म हर साल लाखो लोग सही

समय पर सही इलाज न वमल पान क कारण अपनी जान गिा रह ह ऐसी हालत म राषटरीय िाथय नीवत एक बहत अहम वििय बन जाती ह राषटरीय िाथय नीवत सरकार दारा समाज म िाथय वयिथाओ की योजना बनान की वदशा और तरीक का बयौरा होती ह हाल ही म कनदरीय कवबनि दारा पाररत की गयी राषटरीय िाथय नीवत 2017 म सरकार का रझान एक बार वफर वनजी कत दारा महया कराई जान िाली िाथय सिाओ को ही बढािा दन का नजर आता ह इस िाथय नीवत म सािथिजवनक िाथय सिाओ म आउिसोवसिग दारा पराइिि सकिर को और अवधक शावमल करन की वसफाररश की गयी ह और एक बार वफर 15 साल बाद िही राता पकडा गया ह जो इतन सालो म एक थायी सािथिजवनक िाथय सिा का ढाचा नही खडा कर पाया ह भदमणलीकरण की नीवतयो क लागद होन क बाद स ही भारतीय राजय लोक कलयाण क िायदो स लगातार मकरता जा रहा ह और इसी क साथ ही िाथय सिाओ का वनजीकरण भी बढता जा रहा ह वनजीकरण और मनाफाखोरी की परिवतत न इस कत म सामावजक नयाय मानिीय सिदना ि सहानभदवत क वलए कोई जगह नही ोडी ह

आज आमजन क वलए िाथय सविधा परापत करना दषकर हो गया ह वपल दो दशको म मवकल-वशका क कत म भी वनजी वशकण सथानो को खदब बढािा वदया गया और सािथिजवनकसरकारी सथाओ को वनरतसावहत वकया गया ह वजसक कारण वचवकतसा क कत म अधययन करना काफी महगा हो गया ह मवकल परिश परीका की तयारी क खचथि और वनजी वशकण सथानो की फीस इतनी अवधक हो चकी ह वक ॉकिर बनन का सौभागय आमतौर पर किल उन विदावथथियो को वमल पाता ह वजनक पास पदिथि अवजथित पदजी होती ह इस तरह की वयिथा म ही वयापम जस घोिाल होत ह और कई मनना भाई वचवकतसक बन जात ह और योगय ि परवतभाशाली ातो क अिसर ीनकर उनह वनराशा ि कठा म धकल वदया जाता ह कॉरपोरि घरानो ि बीमा कमपवनयो की वमलीभगत स एक असरका और अवनवचितता का माहौल भी बनाया गया ह जो इन कमपवनयो को और जयादा मनाफा कमान क मौका दता ह ॉकिर-पथोलॉजी-लबोरिरी ि दिा कमपवनयो क गठजोड स भी मनाफाखोरी का पदरा तनत चल रहा ह वजसम आमजन वदन-दहाड लदिा जाता ह डरग सपलाई और मनयफकचररग क कत म सरका मानको की धवजजया अकसर उडाई जा रही ह और भरषाचार चरम पर ह इसी तरह अिध डरग टरायल वकय जात ह तथा मरीज ि पररजनो की

अजानता क कारण अगो की चोरी और वयापार होता ह पदजीिादी मनाफाखोरी न िाथय कत म शोिण का ऐसा कचरि बना वदया ह वजसम गरीब और मजददर न चाहत हए भी फस जाता ह सत इलाज की तलाश म गरीब वयवति झोलााप ॉकिर अपरवशवकत और अयोगय ढोगी नीमहकीम-िद अनय फजती पवथयो क वयिसाय म वलपत तथाकवथत ॉकिर तथा अपठय दिाई सझाि करन िाल दकानदारो स इलाज करिाता ह और इस तरह सरकार की इन नीवतयो न गरीब वयवति क जीिन क परवत गमभीर लापरिाही तथा सकि क रात वनवमथित कर वदय ह

राषटरीय िाथय नीवत 2017 को धयान स समझ तो यह नयी िाथय नीवत िाथय क कत म लदि को रोकन तथा वनजी ि कॉरपोरि वयिसाय तनत क वशकज स आमजन को मति करन क परवत कोई विशवास नही जगाती ह मतय दर अनमावनत जीिन काल की दर और जानलिा और सरिामक बीमाररयो की मौजददगी जस क मापदणो म परान तय वकय गय लकय परापत नही हो सक इसवलए सधार क वलए नय लकयो को तय तो जरर वकया गया ह परनत िाथय सिाओ क वलए सकल घरलद उतपाद क किल 13 परवतशत वहस का विततीय समथथिन वनधाथिररत वकया गया ह जो इतना कम ह वक इन नय लकयो को पाना भी एक सददर िपन ही वदखाई पडता ह िाथय नीवत पराथवमक उपचार पर जोर दत हए बजि क दो वतहाई वहस को पराथवमक उपचार वयिथाओ पर खचथि करन का वनददश दती ह और बाकी बजि को वदतीय और ततीय शणी क उपचार पर खचथि वकया जायगा परनत साथ ही 2025 तक सकल घरलद उतपाद का किल 25 परवतशत वहसा ही उपचार वयिथाओ पर खचथि करन की बात भी करती ह जो वक वकसी भी विकासशील दश की तलना म बहत कम ह इतन कम बजि स पराथवमक उपचार की सविधाओ म सधार ला पाना असमभि सा लगता ह और वफर घदम-वफर कर गरीब मजददर िगथि को वकसी भी शणी क इलाज क वलए पराइिि िाथय सिाओ क विकलप क ऊपर वनभथिर होना पडगा वजसका खचथि इतना अवधक होता ह वक गरीब बीमार मजददर इलाज क िात वलय गय कजथि क बोझ स ही मर जाता ह

नशनल समपल सिद ऑगदनाइजशन (एनएसएसओ) की एक ररपोिथि क मतावबक भारत की 80 फीसदी स जयादा आबादी क पास न तो कोई सरकारी िाथय योजना पहचती ह और न ही कोई वनजी बीमा ऐस म जान बचान क वलए उनक पास इलाज क वलए कजथि लना ही एकमात उपाय बचता ह जब सरकार हर साल लाखो करोड रपय कॉरपोरि घरानो को करो म द ि और सवबसी दती ह तब तो राजकोिीय घाि की चचाथि नही होती

लवकन वशका ि िाथय बजि को बढान की बात सनत ही तमाम बजथिआ अथथिशासती राजकोिीय घाि क बढन पर वचनता जावहर करन लगत ह

भारत म िाथय वयिथा की बदहाली का अनदाजा इसी बात स लगाया जा सकता ह वक यहा 1050 मरीजो क वलए वसफथि एक ही ब उपलबध ह इसी तरह 1000 मरीजो क

वलए वसफथि 07 ॉकिर मौजदद ह इतनी बडी आबादी क वलए भारत पहल स ही िाथय कत पर सबस कम खचथि करन िाला दश ह दवनया-भर म इलाज पर अपनी जब स सबस जयादा खचथि भारत म ही होता ह अनमान ह वक हर ििथि इलाज क खचथि क कारण लगभग ह करोड लोग गरीबी रखा क नीच चल जात ह राजनता अमीर िगथि क वहत म नीवतया बनात ह और आमजन क सामन दश को विकवसत करन की हिा बाधत ह एक परगवतशील भरोसमनद तरीका तो यह होता जब िाथय सविधाओ तक पहच को जनता का एक मदलभदत अवधकार बनान की वदशा म कायथि होता और िसी सािथिजवनक िाथय सिाओ का ढाचा खडा करन क वलए उवचत बजि वदया जाता परनत इस िाथय नीवत म इसक ठीक उलि परािधान ह

राषटरीय िाथय नीवत को धयान स पढन स साफ समझ आता ह वक सरकार आग भी वनजी कत क परबनधक क रप म ही िाथय सिाओ क वितार की योजना बना चकी ह जहा एक ओर सािथिजवनक िाथय सिाओ की अहवमयत को बताया गया ह िही ददसरी ओर कायथिनीवत क तौर पर वन जी कत को बढािा दन की ही बात की गयी ह इस नीवत म समता सािथिभौवमकता नवतकता अखणता गणितता और जिाबदही जस कई जमलो का इतमाल तो जरर वकया गया ह पर अगर इस नीवत क वििरण पर गौर कर तो न ही पयाथिपत विततीय परयोजन ह और न ही वकसी तरह की सािथिजवनक िाथय सिा का ढाचा बनता वदखाई दता ह वजसम सही मायन म इन वसदानतो पर अमल होगा

िाथय नीवत म मात और वशश मतय दर म घिन को बढा-चढाकर बतलाया गया ह जो वक वकसी और

विकासशील दशो स अभी भी कम ही ह और दमा मलररया गद वचकनगवनया जसी सरिामक बीमाररयो को वनयनतण म न कर पान की सरकार की विफलता को वपाया गया ह िाथय सिा क वयिसाय म िवद की परशसा की गयी ह परनत यह नही बताया गया वक य जो वयिसाय ह इसकी सिाओ तक पहच किल मधय िगथि और धनाढय िगथि

ही ह और इसकी िवद को पदर समाज या दश की िवद क तौर पर दखना नासमझी होगी सवबसी म किौती और सािथिजवनक िाथय सिा क बवनयादी ढाच म बदलाि एक अहम बदलाि ह सरकारी वयय म बढोततरी का कारण बतात हए सािथिजवनक-वनजी साझदारी क मॉल को अपनाय जान पर जोर वदया गया ह परनत इस बदलाि स िाथय सिाओ की कीमतो पर कया परभाि पडगा और इतनी महगी िाथय सिाओ क चलत वकतन और लोग गरीबी रखा क नीच हो जायग इस पदरी तरह नजरअनदाज कर वदया गया ह वजस फलत-फद लत िाथय सिा उदोग की चचाथि की जाती ह इसम य भी गौर करना चावहए वक इसका उपभोग जो िगथि कर रहा ह िह जनसखया का किल 1 परवतशत वहसा ह परनत िह 58 परवतशत की समपवतत का मावलक भी ह गामीण भदवमहीन वकसान अनौपचाररक कत म काम करन िाला मजददर और अनय अनको मजददर जो हर वदन िाथय सिाओ की महगाई क कारण तत ह उनक वलए इस फलत-फद लत िाथय उदोग क भला कया मायन ह समाज का बहसखयक वहसा होन क बािजदद मजददर िगथि क वलए इस वयापक िाथय सिा की योजना म क भी नही ह मधय िगथि और धनाढय िगथि क दारा उपभोग की जान िाली िाथय सिाओ क चलत एक फलता-फद लता िाथय उदोग तयार हआ ह और उसम होन िाली बढोततरी को बड उतसाहपदिथिक बताया गया ह जबवक गरीबी रखा स नीच और उसस जरा ऊपर रहन िाल अनको लोग एक नयायसगत िाथय सिा स िवचत होत जा रह ह इस तरह िाथय सिा को एक बाजार म वबकती हई ित क रप म रपानतररत वकया जा रहा ह और सािथिजवनक कत म इस

तरह क परवतबवनधत विततीय समथथिन क चलत और बहत स अनक गरीब बहतर िाथय सिा स िवचत ही रहन िाल ह और इस नीवत क चलत िाथय सदचकाक म सही मायनो म परगवत होना नाममवकन ह कमजोर वनयनतक ढाच म पराइिि सकिर को और बढािा दना स पराइिि सकिर को वनयमो और कानदन क तहत बाधना मवकल होता जा रहा ह और वजसका साफ असर िाथय सिाओ क वनिाथिह म ढरो अवनयवमतताओ म दखन को वमलता ह इस िाथय नीवत क उद य म और ढाच म जानबदझकर एक अपषता बरती गयी ह वजसस वक गरीब िगथि स वकया गया धोखा वदखाई न पड विततीय बजि का वढढोरा जयादा पीिा गया ह जबवक असवलयत यह ह वक पराथवमक िाथय सिा म भी सरकार दारा विततीय वनिश कम वकया गया ह यह िाथय नीवत हर मोचद पर मजददर िगथि और गरीबो क वख लाफ ह और किल पराइिि उदोगो और उदोगपवतयो क वहत म ह

िाथय जसी समाज की मदलभदत जररत क परवत सरकार न जो नीवत बनाई ह िह एक ोि स धनाढय िगथि और मधय िगथि क वहत म ह पदजीपवत िगथि मजददर क शोिण स एकवतत की हई पदजी क कारण या तो िाथय सिा क कत म धनधा करगा या वफर इन सिाओ का उपभोतिा होगा मजददर िगथि को इस तरह की नीवतया हमशा भगिान ि भागय क भरोस ही रख ोडती ह इस नाइसाफी क वख लाफ मजददर आिाज न उठा द इसवलए उस बहलान क और भी तरीक सरकार को आत ह आजकल वसयासी जमलो की बहतायत ह जब िाथय की चचाथि होती ह तो िच भारत अवभयान कपोिण विरोधी अवभयान नशामवति अवभयान रल-रो याती सरका अवभयान वलग परीकण विरोधी अवभयान तनाि मवति अवभयान िाय ि जल परदिण स मवति और योग और वयायाम का महति इतयावद मदो पर ही बात होती ह परनत अगर तावकथि क ढग स दखा जाय तो मनषय क िाथय का सीधा समबनध तो पयाथिपत और पौवषक भोजन नयायसगत ितन काम करन क सही तरीको सािथिजवनक पररिहन की उपलबधता और सही वशका स भी ह जब इन पहलओ पर नजर ालत ह तो पता चलता ह वक सरकार इन पर बात नही करती कयदवक इन मदो पर बात करन क वलए उस पदजीपवत िगथि क वख लाफ बोलना पडगा वजसक कारण मजददर िगथि क वलए य सब क सविधाए पाना समभि नही ह पदजीिाद म सरकार पदजीपवत िगथि की परबनधक होती ह और मजददर िगथि को किल जमलो म उलझा क रखना चाहती ह ऐस म इस वयिथा क दायर म मजददर िगथि की ितनत राजनीवत की माग वनशलक िाथय सविधाओ को एक मदलभदत अवधकार बनान की होनी चावहए

राषटरीय सासथय नरीकि 2017 और मरदर रज पर उसिा असरसवासथय जिी िमाज िी मलभत रररत ि परसत िरिार न जो नीसत बनाई ह वह एि छोट ि धनाढय वगज और मधय वगज ि सहत म ह

4 मजदर तबरल अपल 2017

∙ पदरी दवनया म कम स कम 123 वमवलयन लोगो स बधआ मजददरी करायी जाती ह

∙ हर साल पदरी दवनया म 20 लाख लोग काम क दौरान दघथििनाओ या पशागत रोगो क कारण मार जात ह

∙ दवनया की किल 20 परवतशत आबादी को उवचत सामावजक सरका परापत ह और आधी स अवधक आबादी को कोई सरका नही ह

∙ मौजददा समय म पदरी दवनया म 20 करोड स अवधक बचच बाल मजददरी कर रह ह जो उनक मानवसक शारीररक और भािनातमक विकास को नकसान पहचा रहा ह

∙ भारत म औसत आय चीन क मकाबल 7 ििथि और शीलका क मकाबल 11 ििथि कम ह सयति राषटर की एक ररपोिथि क अनसार भारत म 5 ििथि स कम आय क बचचो की मतयदर

चीन क मकाबल तीन गना शीलका क मकाबल लगभग 6 गना और यहा तक वक बागलादश और नपाल स भी जयादा ह भारतीय बचचो म स तकरीबन आधो का िजन जररत स कम ह और ि कपोिण स गत ह करीब 60 फीसदी बचच खदन की कमी स गत ह और 74 फीसदी निजातो म खदन की कमी होती ह परवतवदन लगभग 9 हजार भारतीय बचच भदख कपोिण और कपोिणजवनत बीमाररयो स मरत ह 5 साल स कम उमर क बचचो की मौत क 50 फीसदी मामलो का कारण कपोिण होता ह 5 ििथि स कम आय क 5 करोड भारतीय बचच गमभीर कपोिण क वशकार ह सयति राषटर की एक ररपोिथि क अनसार 63 फीसदी भारतीय बचच परायः भदख सोत ह और 60 फीसदी कपोिणगत होत ह 23 फीसदी बचच जनम स कमजोर और

बीमार होत ह एक हजार निजात वशशओ म स 60 एक ििथि क भीतर मर जात ह लगभग दस करोड बचच होिलो म पलि धोन मदगफली बचन आवद का काम करत ह

∙ भारत की विततीय राजधानी ममबई म 60 परवतशत स अवधक आबादी झगगी-झोपवडयो म रहती ह जहा ि अमानिीय वथवतयो म रहती ह और िाथय की वथवत गामीण कतो क जसी ह

∙ ममबई क 40 परवतशत बचचो का िजन सामानय स कम ह यानी उनह पयाथिपत पोिण नही वमलता

∙ दवनया म परवत वयवति परवत वदन 2 अमररकी ालर (120 रपय) स कम पर गजारा करन िालो की सखया बढकर एक अरब स अवधक या दवनया म रोजगार परापत लोगो की सखया का 45 परवतशत हो जायगी

∙ जहा विकवसत दशो क लोग

औसतन अपनी कल आमदनी का 10 स 20 फीसदी भोजन पर खचथि करत ह िही भारत क लोग अपनी कल कमाई का औसतन करीब 55 फीसदी वहसा भोजन पर खचथि करत ह लवकन कम आय िगथि क भारतीय नागररक अपनी आमदनी का 70 परवतशत भाग भोजन पर खचथि करत ह और वफर भी उनह दो न तो भरपि भोजन वमलता ह न ही पोिणयति भोजन औसतन एक आदमी को परवतवदन 50 गाम दाल चावहए लवकन भारत की नीच की 30 फीसदी आबादी को औसतन 13 गाम ही नसीब हो पाता ह परोिीन का ददसरा बडा सोत यानी मास उनकी पहच स बाहर कर वदया गया ह

∙ भदख लोगो की सबस बडी सखया भारत म रहती ह कपोिण क मामल म भी भारत दवनया म सबस आग ह

∙ जहा दवनया क बहतर दशो स िीबी की बीमारी समापत हो चकी ह िही भारत िीबी और कई अनय बीमाररयो म नमबर एक पर ह मलररया स सबस जयादा मरन िालो की सखया क वलहाज स दवनया म इसका तीसरा थान ह

∙ भारत म परवत हजार आबादी पर एक ॉकिर क िवशव क पमान पर पहचन क वलए अभी पाच लाख ॉकिरो की भरती करनी पडगी यानी माना जा सकता ह वक इसकी ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह इस मामल म भारत की वथवत पावकतान और बगलादश जस दशो स भी बदतर ह

∙ भारत म सबस जयादा ऐस लोग रहत ह वजनह पीन क वलए साफ पानी भी नही वमलता

∙ दवनया म वनरकरो की सबस बडी सखया भी भारत म ही ह

वकसान ह वजनम 185 करोड सीमानत वकसान (एक हकियर या 25 एकड स कम की जोत िाल) 30 लाख ोि वकसान (1-2 हकियर की जोत िाल) और शि बड वकसान (2 हकियर स अवधक जोत िाल) ह उततर परदश सरकार की खद की घोिणा क अनसार 215 करोड ोि ि सीमानत वकसानो म स कजथि माफी का लाभ ल पा सकन िाल वकसानो की सखया लगभग 86 लाख ही होगी राषटरीय नमदना सिदकण सगठन (एनएसएसओ) क आकडो क अनसार परदश म कजथि लन िाल कल ोि ि सीमानत वकसानो क आध स भी कम वकसानो न बको स कजथि वलया ह आध स अवधक वकसानो न थानीय महाजन वयापारी वमत ररतदार या बड वकसानो आवद स कजथि ल रखा ह जावहर ह वक कजथि म द ब अवधकाश ोि-सीमानत वकसानो को योगी सरकार दारा वलय गय कजथि-माफी क फसल स तातकावलक राहत भी नही वमलगी कयोवक िह िावणवजयक बको और कोऑपरविि बको जस सथाओ दारा वदय गय सथागत कजथि पर ही लागद होता ह यही नही आकड यह भी वदखात ह वक वकसान की जोत वजतनी ही ोिी होती ह उसक दारा सथागत सोतो दारा वलय जान िाल कजथि की समभािना उतनी ही कम होती ह एक एकड स कम जोत िाल वकसानो म स किल 28 परवतशत वकसानो न ही बको स कजथि ल रखा ह यानी 72 परवतशत ऐस अवत-सीमानत वकसानो न गर-सथागत सोतो स कजथि ल रखा ह वजनह कजथि-माफी का कोई लाभ नही होन िाला ह अत ोि वकसानो क सापकत समद वहस को ही इस कजथि-माफी स राहत पहचगी

ोि वकसानो क सापकत समद वहस को कजथि-माफी स जो राहत वमलगी िह भी तातकावलक ही रहगी और पदजीिादी खती का सकि भविषय म उस कजथि क भिरजाल की ओर ठलता रहगा दरअसल खती-वकसानी का मौजददा सकि ढाचागत ह आजादी क बाद क दशको म भारतीय कवि म हए पदजीिादी विकास क साथ ही साथ गािो म वकसानो का विभदीकरण तजी स बढा ह और जोतो का आकार रिमश कम स कम होता गया ह 1970-71 की कवि जनगणना क बाद स भारत म खती की औसत जोत म लगातार वगरािि दखन को आयी ह 2010-11 की ताजा कवि जनगणना क मतावबक भारत म जोतो का औसत आकार 115 हकियर रह गया ह और सीमानत वकसानो की सखया 67 परवतशत ि ोि वकसानो की सखया लगभग 18 परवतशत ह यानी वकसानो की कल सखया का 85 परवतशत ोि ि सीमानत वकसान ह पदजीिादी खती होन की िजह स खाद बीज कीिनाशक ि खती क उपकरणो की कीमत लगातार बढन स खती-बाडी की लागत म लगातार बढोतरी हई ह

1990 क दशक स निउदारिादी नीवतया लागद होन क बाद स कवि का सकि गहरा होता गया ह कयोवक खती-बाडी म पदजीिादी परवतपदाथि दश क भीतर तक ही नही सीवमत ह बवलक विशव बाजार की हलचल भी उस परभावित करती ह ऐस म बडी जोत िाल वकसान जो कवि क आधवनक उपकरणो स खती करत ह और समय पर फसल कििाकर जलद स जलद मणी म फसल पहचान की कमता रखत ह ि अगर कजथि भी लत ह तो फायद म रहत ह ोिी जोत िाल वकसान कजथि लकर बडी मवकल स जो क भी

उगा पात ह उस भी समय पर मणी म न पहचा पान की िजह स उनह अपनी फसल की पयाथिपत कीमत नही वमल पाती इस परकार मणी म बड वकसानो का ही दबदबा कायम हो जाता ह और अवधकाश वकसानो क वलए खती-बाडी एक घाि का सौदा बन जाती ह ऊपर स अगर मौसम दगा द जाता ह तो ोि वकसानो की समया और बढ जाती ह वजस वकसान क पास वजतनी कम जमीन रहती ह उसकी तकलीफ उतनी ही अवधक होती ह सीमानत वकसानो की हालत इतनी खराब होती जाती ह वक अगर ि ददसरो क खतो म मजददरी न कर तो उनक पररिार का पि पालना भी ददभर हो जाता ह गािो म बडी सखया ऐस अदथि-सिथिहाराओ की ह वजनकी वनयवत दर-सबर पदरी तरह स सिथिहारा म तबदील हो जान की ह इसम कतई आचियथि की बात नही ह वक गािो म हाल क दशको म बड पमान पर ोि वकसान तबाह हए ह और यह परवरिया समय बीतन क साथ बढती गयी ह हालत यहा तक आ पहची ह वक सणिर फॉर द िी ऑफ िलवपग सोसाइिी क एक हावलया सिदकण क मतावबक गािो म 61 परवतशत वकसान ऐस ह जो शहरो म नौकरी वमलन पर अपनी खती-बाडी पदरी तरह स ोडन क वलए तयार ह यह आकडा चीख-चीख कर भारतीय कवि क सकि की कहानी बयान कर रहा ह

खती-वकसानी क सकि स वनपिन क नाम पर कजथि-माफी क िोिका पहल भी कई बार आजमाया जा चका ह लवकन इसक बािजदद यह सकि लगातार गहराता गया ह आजाद भारत क इवतहास म सबस बडी कजथि-माफी की घोिणा ििथि 2008 म ततका लीन सयति परगवतशील गठबधन की सरकार न की थी उस समय दश-भर

म वकसानो क कल 52 हजार करोड रपय स भी अवधक क कजथि माफ वकय गय थ लवकन उसक बाद स खती का सकि कम होन की बजाय बढा ही ह वजसका पष सकत दश क विवभनन वहसो म वकसानो की आतमहतयाओ की सखया म बढोतरी क रप म वदखता ह कई अधययनो न यह वदखाया ह वक उस दशवयापी कजथि-माफी स भल ही वकसानो को तातकावलक राहत वमली हो लवकन लमब कालखण म दखन पर कवि अथथिवयिथा पर उसका असर कल वमलाकर नकारातमक ही हआ कयोवक वजन इलाको म वकसानो न अवधक कजथि वलया था िहा कजथि-माफी क बाद बको न कजथि दना कम कर वदया जावहर ह वक इसका नकसान ोि ि सीमानत वकसानो को होता ह जो थानीय महाजनो ि आढवतयो क चगल म फस जात ह यही नही कमपटरोलर एण ऑविर जनरल (सीएजी) की ऑवि म यह तथय भी सामन आया ह वक 2008 म घोवित दशवयापी कजथि-माफी क दौरान समय पर कागजात न उपलबध करा पान की िजह स तमाम गरीब वकसानो का कजथि माफ नही हआ था और उसक उलि कई समद वकसानो की कजथि-माफी हो गयी थी

भारतीय कवि क सकि का एक नतीजा गािो म भदवमहीन वकसानो की लगातार बढती सखया क रप म सामन आ रहा ह 2001 की जनगणना म भारत म गािो क भदवमहीन मजददरो की सखया 1067 करोड थी जो 2011 तक आत-आत 1443 पहच गयी इसम लगभग 2 करोड भदवमहीन मजददर अकल उततर परदश स ह गौरतलब ह वक वकसानो की कजथि-माफी क शोरगल म इस विशाल गामीण सिथिहारा िगथि की आिाज मानो दबा दी जाती ह इस भदवमहीन मजददर

आबादी की भी अची-खासी सखया कजथि क बोझ तल दबी रहती ह लवकन उनक कजथि-माफी की बात भदल-भिक भी नही की जाती यही नही अकसर इस बात को दवषओझल कर वदया जाता ह वक वकसानो की कजथि-माफी स सरकार को पडन िाला अवतररति आवथथिक बोझ भी मखयत गािो और शहरो की सिथिहारा आबादी को ही उठाना पडता ह उततर परदश म वकसानो की कजथि-माफी का बोझ भी मजददर िगथि पर पडन िाला ह गौरतलब ह वक कनदर सरकार दारा कजथि-माफी क वलए आवथथिक मदद करन स मना करन क बाद कजथि-माफी क वलए मदरा जिान क वलए योगी सरकार न वकसान राहत बॉण जारी करन का फसला वकया ह जावहर ह वक उततर परदश सरकार क राजि क 8 परवतशत स भी अवधक कीमत क इन बॉणो की सदद सवहत भरपाई मजददर िगथि को करनी पडगी कयोवक इसक वलए जो अवतररति कर लगाना होगा उसका बोझ मखयत मजददरो पर ही पडगा उततर परदश म कजथि-माफी क बाद पजाब और महाराषटर जस सकिगत राजयो म भी कजथि-माफी की किायद तज हो गयी ह तवमलना क उचच नयायालय न भी राजय क सभी वकसानो क वलए कजथि-माफी की योजना लागद करन का आदश वदया ह कहन की जररत नही वक ऐसी योजनाओ स वकसानो की वज नदगी की तकलीफ तो कम नही होन िाली हा इनक फलिरप आन िाल वदनो म मजददर िगथि और महनतकश जनता क ऊपर महगाई की मार जरर तज पडन िाली ह

ndash आननद सिह

कजग-माफी क टोटक स खिरी-ककसानरी का सकट नहरी हल हो सकिाउततर परदश म किसानो िी करज-माफी

बोलि आकड चरीख़िरी सचाईया

(पज 1 स आर)

मजदर तबरल अपल 2017 5

अगजो न औपवनिवशक भारत म 1853 म पहली बार अपनी सना क आिागमन क वलए रलि की शरआत की थी और कालानतर म इसका परयोग अपन िावणवजयक वहतो को साधन क वलए भी वकया था और िाभाविक ही अपनी सामराजयिादी कारगजाररयो पर पदद ालन क वलए आम जनता क यातायात क वलए भी इसका परयोग करन वदया गया था और उसी समय स आम भारतीयो क वलए अलग वकम क व बब और अगजो और उनक तलि चािन िाल भारतीय राज-रजिाडो और जमीदारो क वलए अलग तरह क वबब थ वफर 1947 आया और दश आजाद हआ दश की आम महनतकश जनता म अपन सनहर भविषय को लकर एक उममीद जगी नहर क नतति म कागस सतता म आयी और रलि का राषटरीयकरण कर वदया और कोयला िील जस तमाम भारी उदोग जनता क खदन-पसीन क दम पर खड वकय गय मगर तब स अब तक बीत 70 सालो क ररकॉ थि को दखकर कोई भी सयाना इनसान शायद इस मगालत म तो नही होगा वक कीवनसयाई न खो को अपनाकर तथाकवथत नहरिादी समाजिाद क नाम पर कागवसयो न दश की जनता को जमकर चदना लगाया ह िस तो धीर-धीर सारी सरकारी कमपवनया पराइिि हाथो म बची जा रही ह मगर रलि म अभी तक इसकी बस गपचप तरीक स शरआत भर की गयी ह तो इसस पहल रलि का भी पदरी तरह वनजीकरण हो जाय आइए समझन की कोवशश करत ह वक राजय सचावलत रलि होन स कया आम महनतकश आबादी को कोई खास फायदा पहच रहा ह कया यानी इस बच-खच समाजिाद को भी थोडा ििोलकर दख ही लत ह

समाजिाद का जो मतलब हम समझत ह उसम तो समाजिादी वनजाम यथासमभि तजी स समाज म मौजदद िगगो क विवभनन सतरो क खातम की तरफ बढती ह और इसक वलए उतपादन वयिथा स लकर साकवतक कत म मौजदद िगथि-समाज की अवभवयवतियो क वखलाफ कड स कड फसल लागद करती ह पर भारतीय रल म भी कया ऐसी कोई कोवशश की गयी ह हमम स लगभग हर वकसी न रल याता तो की ही ह और उसक िरप स भी भलीभावत पररवचत ह तो आपन कभी कया सोचा ह वक आजादी क 70 सालो बाद आज भी रल म जनरल शयनयान (लीपर) और िातानकद वलत (एयरकवणशण) वबबो का िगतीकरण कयो मौजदद ह अभी भी भारत की बहसखयक जनसखया टरनो क जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन क वलए कयो मजबदर ह टरन क सभी वबबो को िातानकद वलत कयो नही वकया जाता वजसस समाज का आम आदमी भी आराम स याता कर सक

आकडो की जबानरीकया आप जानत ह वक विततीय ििथि

2013-2014 म पदर ििथि क दौरान टरन म

सफर करन िाल यावतयो की कल सखया 84 अरब थी और इनम 77 अरब लोगो न यानी तकरीबन 92 परवतशत लोगो न टरन क ददसर दजद (सकण कलास) यानी वक जनरल वबबो म ही सफर वकया शयनयान शणी की हालत भी िवशवक पमानो क वहसाब स वनहायत ही घविया ह मगर उनम भी याता करन िाल कल यावतयो की सखया अरबो म नही बवलक मात 58 करोड थी

य जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन िाल 92 परवतशत लोग कौन ह असल म भारत म लगभग 93 परवतशत लोगो क यहा उनक पररिार क कल सदयो क दारा कमाई जान िाली रावश 10000 रपय स भी कम ह जबवक हर पररिार म औसतन 5 लोग रहत ह य 93 परवतशत लोग ोि-मझोल वकसान खवतहर मजददर ररकशिाल वदहाडी पर काम करन िाल शहरी मजददर इतयावद ह वजनक दम पर आज भारत तथाकवथत विकास की राह पर तजी स आग बढ रहा ह वजनक दम पर टरनो क िातानकद वलत वबबो क शीशो को चमकाया जा रहा ह मगर जो खद शौचालय जसी मदलभदत आियकताओ की वनहायत ही घविया हालतो िाल वबबो म चलन क वलए मजबदर ह यहा तक वक लमबी ददरी िाली टरनो म तो शौचालय म ही 5 स 7 लोग भर होत ह इस पदर समाज का अपन खदन-पसीन स वनमाथिण करन िाली महनतकश अिाम क आतमसममान पर

भला इसस बडा आघात और कया हो सकता ह

आइए अब य समझन की कोवशश करत ह वक ऐसा होता कयो ह इस सिाल का सबस आसान जिाब ह पसा वजसक पास वजतना पसा ह यानी वजसकी वजतनी औकात ह िो उसी वहसाब स जनरल शयनयान या िातानकद वलत वबब म चल सकता ह मगर अगला सिाल आता ह वक ऐसा कयो ह वक हमम स वकसी की कम और वकसी की जयादा औकात ह इसका जिाब ह - पदजीिाद हम एक ऐसी अथथिवयिथा म रहत ह वजसम सदई स लकर जहाज बनान िाली जनता खद तो गनदी बवतयो म और रल क गनद जनरल वबबो म चलन क वलए अवभशपत ह िही ददसरी ओर धनपश वजनका कल काम ह मजददरो को जानिरो की तरह हाकत रहना ि अपन आलीशान फामथि हाउस म रहत ह और पहल दजद क िातनकद वलत वबबो और हिाई जहाज म सफर करत ह एक ओर तो

इन परजीिी धनपशओ की जमातो और उनक मधयम और उचच-मधयमिगतीय वपलगगओ क वलए ददरनतो शताबदी और राजधानी जसी पशल टरन चलायी जाती ह वजसम कोई मजददर कभी बठन क बार म सोच भी नही सकता ददसरी ओर जनरल वबबो म जानिरो की तरह लदकर जान को बबस आम लोग

इसी बीच जब स मोदी सरकार आयी ह उनहोन बलि टरन चलान की भी बात शर की ह इसक अनतगथित अहमदाबाद स ममबई क बीच 508 वकमी लमबी तज-रफ़तार (सचालन गवत 320 वकमी परवत घणिा) िाली लाइन का वनमाथिण वकया जाना ह वजसकी कल लागत लगभग 1 लाख करोड रपय होगी और उसम स 01 परवतशत की बयाज दर पर 79000 करोड रपय जापान स लोन लकर लगाय जायग इस परोजकि क 2023 तक पदरा होन की उममीद ह अहमदाबाद स ममबई क बीच इस टरन की समभावित विकि दर 3300 रपय क आसपास बतायी जा रही ह आपम स वकतन लोग 2023 म इस दर पर इस तरह की अतयाधवनक तकनीक िाली टरन का इतमाल कर पायग पष कर द वक हम वकसी भी कत म आधवनकतम तकनीक क परयोग क वखलाफ नही ह मगर सिाल करना हमारा मदलभदत हक ह इसवलए हम पद ग वक य बलि टरन वकसक वलए ऐसा समभि कयो नही ह वक दश की

महनत-मजददरी करक पि पालन िाली आम जनता भी विजान क कररमो स रबर हो सक जान वकसी की बपौती नही ह यह एक सामदवहक समपवतत ह और ऐवतहावसक रप स इसकी जड मानि शम म ही वनवहत ह मगर वफर भी आज क समाज म सिाथिवधक शम करन िाला ही सिाथिवधक जलालत म जीन को मजबदर ह जरा सोवचए इस पदरी बलि टरन की पररयोजना को लागद करन म सबस जयादा हाडतोड महनत करन िाल कौन होग मजददर और कया ि खद कभी इसका परयोग कर पायग नही सोवचए कयो

अभी तक तो हम बात कर रह थ रलि म सफर करन िालो की रलि म काम करन िालो क हालात भी कोई बहत अच नही ह

रलव म ठक पर काम करन वालो क हालाि

इस समय रलि म अनमावनत तौर पर 4 लाख स भी जयादा लोग ठका

परथा पर काम कर रह ह ठक का काम मखयतः टरनो पलिफॉमथि रलि टरक की सफाई म वदया जाता ह इसक अलािा शयनयान शणी िाल वबबो म वबतर स समबवनधत सामान जस चदर कमबल इतयावद की सपलाई उनकी धलाई एि साफ-सफाई और रखरखाि म भी जयादातर ठक क मजददरो स काम वलया जाता ह इस तरह क काम म कभी-कभी बहत कम सोन को वमलता ह और यावतयो और ठकदारो दारा जो गवलया वमलती ह िो अलग स हर याता म सकडो यावतयो की सिा म मात 4 स 6 अिणणि लग होत ह उसम भी यवद वकसी की वििक एकसपरस (4236 वकमी लमबा रि) या वकसी और लमबी ददरी की टरन म यदिी लग जाय तो वशफ़ि कई वदन तक चलती ह

जयादातर सविदा कमथिचारी 20 स 30 साल क बीच ह और इनकी मावसक आमदनी बमवकल 4 स 6 हजार रपय तक होती ह टरन म होन पर तो उनह खाना वमल जाता ह मगर हालि होन पर उनह खद स इनतजाम करना पडता ह यही नही अगर कोई सामान खो जाय तो उसकी कीमत भी उनह ही चकानी पडती ह एक कमबल क वलए उन पर 850 रपय का जमाथिना लगता ह चदर या तवकय क खोल क वलए 300 रपय और चहरा पोन िाली तौवलया क वलए 75 रपय इन कमथिचाररयो को कोई वचवकतसा भतता नही वमलता ह

और उनह कोई िाथय बीमा भी नही वमलता ह एजवसया भतती क िक़त मफ़त भोजन मफ़त याता और आसान काम का लालच दकर नयी भवतथिया कर तो लती ह मगर सचचाई इसस कोसो ददर होती ह

चदवक याती लगभग हर िशन पर चढत ह इसवलए अिणणि को पदरी याता म जगना पडता ह उनक सोन क वलए कोई अलग स वयिथा नही होती इसवलए या तो ि यावनतकी िीम क साथ सोत ह या शौचालय क पास बनी अलमाररयो म ही सो जात ह वकसी याती क पस या सामान खो जान का इलजाम भी अिणणि क सर ही आता ह

को करिरी ह सरकार सतवदा पर भिती

साति ितन आयोग क दारा एकवतत वकय गय आकडो क आधार पर भारत की कनदर सरकार न 2012-2013 म 300 करोड रपय सविदा या अथायी कमथिचाररयो पर खचथि वकए थ वजसम रलि मनतालय का वहसा सबस जयादा था इसी तरह राजय सरकार भी विवभनन विभागो म धीर-धीर जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर चकी ह असल म भारत म नि-उदारिादी नीवतयो क आगमन क बाद स य तो

दर-सिर होना ही था िािा-वबडला-अानी-अमबानी जस पदजीपवतयो क सकडो-करोडो क चनद पर पलन िाली पाविथियो न नहरिादी नकली समाजिाद क चोल को भी अब पदरी तरह स उतार फ का ह और नग एि बशमथि तरीक स जनता क खदन-पसीन स खडी की गयी राजय दारा सचावलत कमपवनयो को भी धीर-धीर औन-पौन दामो पर पराइिि हाथो बचकर पदजीपवतयो को मजददरो का खदन चदसन की खली द ि दी जा रही ह रलि म चदवक कल 13 लाख कमथिचाररयो म स 10 लाख स जयादा अराजपवतत यानी वक शणी C या D म आत ह और इनम स जयादातर वनजीकरण क विरोध म होग अतः रलि को आसानी स पराइिि हाथो म बचना सरकार क वलए आसान नही ह इसवलए बाकी कई सरकारी विभागो की तरह रलि न अब नयी भवतथिया कम स कम करक जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर वदया ह और बड ही गपचप तरीक स धीर-धीर रलि क वनजीकरण की शरआत की ह

नि-उदारिाद का तकथि ही यही ह वक सरकार का हतकप हर कत म कम स कम वकया जाय और उतपादन की दवनया और उस सचावलत करन िाल कानदनो को जयादा स जयादा वनजी हाथो म द वदया जाय इसवलए पवबलक सकिर की कमपवनयो को बचा जाना या रलि और तमाम अनय विभागो म बड पमान पर ठक पर काम वदया जाना कही स भी अपरतयावशत नही ह इसवलए आप भी अगर इस मगालत म ह वक वकसी विभाग क सरकारी बन रहन स आम जनता को कोई खास लाभ वमलन िाला ह तो हम कहग वक आप वजतनी जलदी इस मगालत को ददर कर ल उतना ही अचा पदजीिादी वनजामो क अनदर भी क राजय सचावलत कमपवनया हो सकती ह मगर िो समाजिाद नही राजय पदजीिाद होता ह

बहरहाल आज अपन आस-पास वजतनी भी समयाए दख रह ह उनम क भी अपरतयावशत नही ह मजददर और महनतकश कारखानो स लकर अपनी बवतयो म पशित जीिन जीन को वििश ह तब इसम कया अचरज की बात ह वक उनक साथ रल विभाग भी जानिरो जसा बताथिि करता ह इसवलए सावथयो यवद आप इतना समझ पा रह ह वक कस मटी भर धवनको की अययावशयो क वलए करोडो बहसखयक जनसखया खिमल की तरह रोजाना वपस रही ह और उसक समाधान की वदशा खोज रही ह तो ितथिमान पदजीिादी वयिथा को लकर वकसी मगालत म न रह दो-चार राहत-ररयायत इसी वयिथा की चौहदी क अनदर भी यवद कोई आपको वदला सकता ह तो िो महनतकशो की एक रिावनतकारी पािती ही कर सकती ह आवखरी और मकममल इलाज तो बस एक ही ह - मजददर रिावनत

ndash सशसशर गपा

भारिरीय रल रज-समाज िा चलिा-किरिा आरजना

6 मजदर तबरल अपल 2017

4 और 5 अपरल को मारवत-सजकी क 13 नताओ को उमरकद की सजा दन क वखलाफ और सभी मजददरो को वबना शतथि ररहा करिान सभी मजददरो को काम पर िावपस लन जलो म नाजायज बनद रखन क वलए मआिजा ठकदारी वयिथा बनद करिान आवद मागो क तहत दशवयापी परदशथिनो का आहान वकया गया था इसक तहत लवधयाना म 5 अपरल को मजददर मलावजम नौजिान ात जनिादी सगठनो दारा सकडो की सखया म एकजि होकर रोि परदशथिन वकया ीसी कायाथिलय पर भारत क राषटरपवत क नाम मागपत सौपा गया

विवभनन सगठनो की सभा को समबोवधत करत हए विवभनन ितिाओ न कहा वक एक बहत बडी सावजश क तहत

कतल इरादा कतल जस पदरी तरह झदठ कसो म फसाकर पहल तो 148 मजददरो को चार ििथि स अवधक समय तक वबना जमानत वदय जल म बनद रखा गया और अब गडगाि की अदालत न नाजायज ढग स 13 मजददरो को उमरकद और चार को 5-5 ििथि की कद की कठोर सजा सनाई ह 14 अनय मजददरो को चार-चार साल की सजा सनाई गयी ह लवकन चदवक ि पहल ही लगभग साढ चार ििथि जल म रह चक ह इसवलए उनह ररहा कर वदया गया ह 117 मजददरो को वजनह बाकी मजददरो क साथ इतन सालो तक जलो म ठद सकर रखा गया उनह बरी करना पडा ह सबदत तो बाकी मजददरो क वखलाफ भी नही ह लवकन वफर भी उनह जल म बनद रखन का बबथिर हकम सनाया गया ह

ितिाओ न कहा वक यह फसला पदरी तरफ बइसाफी भरा ह बहत सार तथय पष तौर पर मजददरो का बगनाह होना सावबत कर रह थ लवकन इनह अदालत न नजरअनदाज कर मजददरो को ही दोिी करार द वदया कयोवक पदजी वनिश को बढािा जो दना ह िाति म मारवत-सजकी घिनारिम क जररय लिर हकमरानो न ऐलान वकया ह जो भी आिाज लदि-शोिण क वखलाफ उठगी िो कचल दी जायगी

ितिाओ न कहा वक आज दसी-विदशी कमपवनयो क वहतो म शम कानदनो म सशोधनो काल कानदन बनान सघिथिशील लोगो की आिाज कचलन जनिादी अवधकार ीनन जसी नीवतयो को भारतीय हकमरान धडाधड अजाम द

रह ह जनपकधर बवदजीवियो पतकारो कलाकारो तक का दमन हो रहा ह उनह जलो म ठद सा जा रहा ह जनएकजिता को तोडन क वलए धमथि जावत कत क नाम पर बािन की सावजश पहल वकसी भी समय स कही अवधक तज हो चकी ह जहा जनता को बािा न जा सक जहा लोगो का धयान असल मदो स भिकाया न जा सक िहा जल लाठी गोली स कचला जा रहा ह यही मारवत-सजकी मजददरो क साथ हआ ह लवकन जलमो-वसतम स न कभी जनआिाज दबाई जा सकी ह न कभी दबाई जा सकगी

परदशथिन को िकसिाईल-हौजरी कामगार यदवनयन क नता राजविनदर नौजिान भारत सभा क नता ऋवि मोलर एण िील िकथि जथि यदवनयनो क नता

हरवजनदर वसह और विजय नारायण मजददर सघिथि अवभयान क किलजीत खनना जनिादी अवधकार सभा क नता हरपरीत वसह जीरख पजाब िद िस यदवनयन क नता कमथिजीत ठका मलावजम सघिथि मोचाथि क नता कलदीप वसह बचचोिाल सवहत सीिद ऐिक कामागािामार यादगारी कमिी क नताओ न समबोवधत वकया सती मजददर सगठन की नता बलजीत कारखाना मजददर यदवनयन क नता गरजीत (समर) प द मजददर यदवनयन (मशाल) क नता सखदि भददडी जनसघिथि मच (हररयाणा) की नता कविता आवद न सावथयो सवहत परदशथिन म शावमल होकर मारवत-सजकी मजददरो क अवधकारपदणथि सघिथि का समथथिन वकया

ndash सबगल िवाददाता

मारति-सजकी क बरनाह मजदरो को उमरकद व अनय सजाओ क खखलाफ लसधयाना म जोरदार पदिगन

सघरगिरील मजदरो की नाजायज सजाए िरनत रद करन की मार

ndash सवजय परिाश सिहनरनदर मोदी क नतति िाली कनदर

की भाजपा सरकार न भारतीय रल क वनजीकरण का मन बना वलया ह और रिवमक ढग स यह वसलवसला चालद भी कर वदया ह अभी हाल ही म मधयपरदश की राजधानी भोपाल स लग जडिा शहर हबीबगज का रल िशन मपर की वनजी कमपनी बसल पाथि क हिाल कर वदया गया ह यह कमपनी न वसफथि इस िशन का सचालन करगी बवलक रलगावडयो क आिागमन का भी वनयनतण करगी जलाई 2016 म कमपनी क साथ वकय गय करार क अनतगथित कमपनी हिाई अो क तजथि पर रलि िशन की इमारत का वनमाथिण करगी और िशन की पावकि ग खान-पान सब उसक अधीन होगा और उसस होन िाली आमदनी भी उसकी होगी

इस िशन क वनजीकरण स रल विभाग को सालाना दो करोड रपय क राजि का नकसान होगा मगर रल विभाग क इस कदम को सरकार और उसका चािकार मीवया विकास क परतीक क रप म पश करन की भरपदर कोवशश कर रहा ह

परधानमनती नरनदर मोदी न निमबर 2016 म गिाहािी म पदिवोततर राजयो तक जान िाली पहली टरन को हरी झणडी वदखाकर उसका लोकापथिण करत हए पष रप स इसका इशारा वकया था उनहोन रल िशनो क वनजीकरण की िकालत करत हए कहा था वक शरआती चरण म 10-12 िशनो का आधवनकीकरण और वयिसायीकरण वकया जायगा इसस पहल नीवत आयोग क सदय वबबक दबरॉय की अधयकता िाल एक सरकारी पनल न रलि क सचालन और मिनस क वलए पराइिि कपवनयो को लाय जान की बात कही थी

नरनदर मोदी का कहना ह वक अचल समपवततयो की असमान द ती महगाई क इस दौर म भारतीय रल को अपनी भदसमपवतत और अपनी अिसरचना का लाभ उठाना चावहए और आरामदह होिल और रतरा जसी ददसरी

सविधाओ क विकास क वलए उनह वनजी पको क हिाल करना चावहए उनहोन अपन भािण म यहा तक कहा था वक रल िशनो क आधवनकीकरण क वलए शतपरवतशत परतयक विदशी वनिश की नीवत पहल स ही मौजदद ह कहन का आशय यह वक वसलवसलिार ढग स दशभर क रल िशन दशी-विदशी पदजीपवतयो क हिाल करन का पदरा इनतजाम कर वलया गया ह

महज रल िशनो क ही नही बवलक समदची रल परणाली क वनजीकरण की परवरिया पर अमल जारी ह रल बजि को रद करक उस आम बजि का वहसा बनान क पी का कचरि रल विभाग की आवथथिक विततीय िायततता ीनन क वलए ही रचा गया ह रल िशनो क वनजीकरण की मशा भाजपा सरकार क मवखया न कम-स-कम सािथिजवनक तो की लवकन गपचप तरीक स भारतीय रल परणाली को दशी-विदशी पदजी क हिाल करन का काम लमब अरस स वकया जा रहा ह

ममबई स परकावशत एक राषटरीय वहनदी दवनक न महीनो पहल एक खबर ापकर बताया था वक भारतीय रल क परशासवनक कामकाज का परचालन िािा समदह को सौप वदया गया ह और परशासवनक कायगो म लापरिाही वढलाई बरतन या वनषपादन खराब पाय जान पर मणल रल परबनधक (ीआरएम) तक क वखलाफ अनशासवनक और दणातमक कारथििाई करन का अवधकार िािा क अवधकाररयो को परदान वकया गया ह उस खबर म बताया गया ह वक खराब वनषपादन क वलए िािा न इिारसी और भोपाल मणल क मणल परबनधको को वनलवमबत कर वदया ह इसका कया अथथि वनकलता ह इस समझना वकसी क वलए कवठन काम नही ह इसी तरह रल यातायात और पररिहन परचालन क कई काम मोदी सरकार न अपन दो सबस चहत उदोगपवतयो अमबानी और अानी क हिाल कर वदय ह

एयर इवणया इवणयन एयरलाइस सल भल आईिीपीसी कोल इवणया बीएसएनएल और ओएनजीसी क

विवनिश का नतीजा हम दख चक ह अभी दस-बारह साल पहल वबडला-अमबानी जस औदोवगक समदह ददरसचार क कारोबार म वहसदारी क वलए आपस म होड लगा रह थ और ररलायस न बलदएलएल (िायरलस इन लोकल लदप) क जररय लोकल और एसिीी ददरसचार सिाए शर की थी और बीएसएनएल जो इस दश का ददरसचार का वपत सथान था और सार परवतपवधथियो को िकटरम बच रहा था आज इस हालत म पहच गया ह वक उसकी अपनी फोन और इणिरनि सिाए ररलायस क पकटरम पर चला करगी

यही हाल ओएनजीसी का भी ह अमबानी क चहत परधानमनती न ऐस हालात पदा कर वदय ह वक ओएनजीसी क वलए अपना कारोबार चला पाना मवकल हो जायगा कयोवक ीजल क उसक सबस बड गाहक भारतीय रल को ीजल आपदवतथि अब ररलायस करन िाली ह ओएनजीसी क तल कत स ररलायस दारा माहिार अरबो की गस चोरी वकसी स वपी नही ह इस दश क परभ िगगो को हिाई याता की सविधा महया करन क वलए भारतीय राजय न इवणयन एयरलाइस और एयर इवणया नामी जो वनकाय सािथिजवनक धन स खड वकय थ उनको वसलवसलिार ढग स सफद हाथी सावबत करक पहल ही पदजीपवतयो क हिाल वकया जा चका ह

भारतीय रल दश का सबस बडा सािथिजवनक उपरिम ही नही बवलक सगवठत कत का सबस बडा वनयोतिा भी ह भारतीय रल 13 लाख लोगो को रोजगार दता ह (हालावक क ििथि पहल रल कमथिचाररयो की सखया 18 करोड थी रल बो थि क चयरमन क अनसार भारतीय रल दश क कल रोजगार का 6 परवतशत रोजगार महया कराती ह और अपनी अनय आवशत सथाओ की माफथि त िह 25 अवतररति रोजगार का भी सजन करता ह दश क सकल राषटरीय उतपाद म उसका योगदान एक परवतशत का ह यानी दश क सकल राषटरीय उतपाद क हर सौ रपय म स एक रपया भारतीय रल स आता ह

बोगाई और चौधरी (2013) न lsquoविकास क अवभयनता उतपादकता की परगवतrsquo शीिथिक अपनी ररपोिथि म कहा ह वक 2013 म भारतीय रल की विकास दर विकवसत और विकासशील दशो म सबस अवधक रही ह अपनी तमाम अवयिथाओ लिलतीवफयो क साथ भारतीय रल दवनया म सबस सता माल और याती पररिहन सिा उपलबध कराती ह अपन 105000 वकमी लमब सजाल क साथ भारतीय हर वदन 2 करोड याती और 28 लाख िन माल ढोती ह जबवक अमरीका जस विकवसत दश की रल परणाली एमटरक सालान तीन करोड याती ढोती ह और अमरीका की समदची िाय पररिहन परणाली कल वमलाकर रोजाना 10 लाख याती ढोती ह

भारतीय जनता की गाढी कमाई स खड वकय इस विशाल उपरिम का भरपदर फायदा पहल अगजो न और वफर दशी पदजीपवतयो न उठाया रलि उनक मालो की सती ढलाई और उनक दफ़तरो- कारखानो म काम करन िाल लोगो को लान-ल जान की सती सिारी महया कराता रहा और िह भी जनता क िकसो क दम पर अब इस भी कमाई का जररया बनान क वलए पदजीपवतयो की जीभ लपलपा रही ह और वपल दो दशको स इस िकड-िकड म वनजी हाथो म दन का वसलवसला जारी ह

दश की जमीनी समपवतत का बा वहसा रल विभाग क वनयनतण म ह ऊपर स भारतीय रलो क माधयम स लोगो की भारी आिाजाही दश क लाखो लोगो को आजीविका क अिसर दती ह िशनो पर और उनक आस-पास खान-पीन की चीजो की रहडी-ठल लगाकर लाखो पररिार अपनी आजीविका कमात ह िशनो को पदजीपवतयो क हिाल करन स उनकी आजीविका वनगी और बकारो की फौज म बढोततरी होगी कॉमसम जसी कमपवनयो को बड िशनो पर खान-पीन का ठका दकर आम लोगो को सत म खाना महया करान िाल बहतर ढाब आवद तो पहल ही बनद कराय जा चक

हरल विभाग भारत सरकार का सबस

कमाऊ विभाग ह वितत ििथि 2015-16 म उसकी आय 168 लाख करोड थी रल बजि को रद करक मोदी सरकार न ऐसा इनतजाम वकया ह वजसस उसकी विततीय िायततता वन जायगी और िह भी ददसर विभागो की तरह बजिीय परबनधन अवधवनयम और अनय वनयामक यावनतवकयो स सचावलत होन लगगा उस पदजीपवतयो क वहत म तोडना-मरोडना सरकार क वल ए जयादा आसान हो जायगा

नीवत आयोग अपन गठन क समय स ही भारतीय रल क पी पडा हआ ह इसका अनदाजा रल विभाग क िररषठ अवधकाररयो स तयार करायी नीवत आयोग की सामावजक सिा दावयति क परभाि की समीका शीिथिक ररपोिथि स लग जाता ह उस ररपोिथि म कहा गया ह वक भारतीय रल को अपन याती पररिहन वयापार स लगातार घािा होता आया ह अतीत म ऐस तकथि वदय जात रह ह वक याती पररिहन वयापार क परवत रलि क कलयाणकारी रझान स उसक कारोबार पर बरा असर पडता ह नीवत आयोग इसी तकथि को हिा द रहा ह

उदारीकरण-वनजीकरण की नीवतयो क परभाि म वशका-िाथय-वबजली-पानी-पररिहन जसी बवनयादी सविधाओ स सवबसी खतम करक उनह पदरी तरह बाजार और मनाफ की शवतियो क हिाल वकया जा रहा ह अब दशी-विदशी पदजीपवतयो की वगददवष भारतीय रल पर लगी ह और उनका चाकर परधानमनती अपन पदजीपवत आकाओ की इचापदवतथि करन क वलए कमर कसकर तयार ह कहन की जररत नही वक वनजीकरण क साथ ही रलि म ठकाकरण और मजददरो-कमथिचाररयो क शोिण म और बढोततरी होगी रलि क कई बड िकथि शॉप बनद हो चक ह नई भवतथिया नही क बराबर ह और वकतो म िनी जारी ह मगर रलि की सारी बडी-बडी यदवनयनो क नता अफसरो स वमलन िाली मोिी मलाई खाकर मत पड ह

रलव का ककशो म और रपचप तनजरीकरर जाररी

मजदर तबरल अपल 2017 7

राहल साितयायन पर कचार रोषरी

राहल फाउणशन और नौजिान भारत सभा क सयति ततिाधान म राहल साकतयायन क मवतवदिस 14 अपरल क अिसर पर पचायती हॉल दशथिनलाल चौक दहराददन म विचार-गोषठी का आयोजन वकया गया गोषठी म तमाम ितिाओ न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन कवतति वयवतिति पर वितार स बात रखी और आज क दौर म राहल साकतयायन को याद करन की जररत पर बल दत हए कहा वक आज पदजीिादी वयिथा चौतरफा सकिो स वघर चकी ह इस सकि स धयान भिकान क वलए और इस सडी हई वयिथा को बचाए रखन क वलए तमाम परवतवरियािादी फावसि ताकत जनता को धावमथिक अनधविशवास कद पमण दकता रवढयो पाखणो की वदमागी गलामी की जजीरो म बाध दना चाहती ह और एक हद तक ि अपन इस काम म सफल भी हए ह ऐस म परगवतशील रिावनतकारी ताकतो को राहल साकतयायन की तरह ही िचाररक साकवतक आनदोलनो को जनता क बीच म खडा करना पडगा

सावहतयकार तपन वसह चौहान न कहा वक राहल न अपनी परमपरा स अपन वसदानत और वयिहार की एकता स हम लखको सावहतयकारो को भी परभावित वकया और हम अपनी लखनी क साथ ही जनता क साथ सडको पर उतरकर आनदोलन करन को परररत वकया

ीएन वतिारी न कहा वक राहल न भारत क दशथिन की भौवतकिादी धारा स आम जनता का पररचय कराया उनहोन तमाम धावमथिक पाखणो मदलयो पर चोि की उनहोन कहा वक भारत क 84 वसद नावतक थ नाथ समपरदाय म बडा वहसा मसलमानो का शावमल था वजनको आज कोई नही जानता

गोषठी म गीता गरोला न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन पर बात रखत हए कहा वक राहल न अपन लखन म पहाड की सकवत को बहत ही कलातमक भािा म उकरा

राजनदर राित न राहल साकतयायन क लखन पर बात रखत हए कहा वक राहल न भारतीय भौवतकिाद की महतता समझी और सरल भािा म कहावनयो उपनयासो जीिन ितत समरणो क दारा जनता क बीच इवतहास और दशथिन की िातविक सचचाई को जनता क सामन लाय

लोक दतक क अवशवनी तयागी न कहा वक आज क दौर म जब हर जगह अनधविशवास कतकथि को बढािा वदया जा रहा ह और फासीिादी शवतिया लगातार जनता को बािकर पदर समाज म सामपरदावयक धिीकरण करन की तयारी कर रही ह ऐस म राहल साकतयायन को नौजिान पीढी म वफर स थावपत करना होगा

नौजिान भारत सभा क अपदिथि न कहा वक राहल न वजस साकवतक िचाररक रिावनत को आग बढाया आज क दौर म वफर स उसी साकवतक िचाररक रिावनत की जररत ह

गोषठी का सचालन राहल फाउणशन की कविता कषणपललिी न वकया और कहा वक राहल को याद करना वसफथि एक रमी किायद नही ह बवलक आज धावमथिक पाखण कद पमण दकता अनधविशवास गवतहीनता अतकथि परकता को खतम करन क वलए राहल का लखन उनका वयवतिति उनक वसदानत और वयिहार की एकता आज हम पररणा द रह ह राहल क योगदानो को कभी भी भलाया या वमिाया नही जा सकता

गोषठी म ॉ बथथििाल अजथिन वसह राजीि कोठारी आवद न भी अपनी बात रखी गोषठी म मखय रप स विजय भटट गीता गरोला अवशवनी तयागी आयिी तपन वसह चौहान ॉ वजतनदर भारती ीएन वतिारी शमीम अहमद राजीि कोठारी समदशती बथथििाल सौरभ शभम पणीर जयदीप सकलानी आवद उपवथत रह

बीत 26 माचथि को लवधयाना म मजददर प तकालय ईबलयदएस कालोनी (ताजपर रो) पर शहीद भगत वसह सखदि ि राजगर की याद म शहादत की 86िी ििथिगाठ को समवपथित रिावनतकारी साकवतक कायथिरिम का आयोजन वकया गया यह कायथिरिम कारखाना मजददर यदवनयन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन सती मजददर सगठन ि नौजिान भारत सभा दारा सयति रप स आयोवजत वकया गया सगठनो दारा शहादत वदिस क समबनध म लवधयाना की मजददर आबादी म एक सपताह तक सघन परचार अवभयान चलाया गया था वयापक पचाथि वितरण नककड नािको की पशकारी और नककड सभाओ आवद माधयमो क

जररय लोगो तक रिावनतकारी शहीदो का सनदश पहचाया गया

26 माचथि क कायथिरिम की शरआत शहीदो की याद म दो वमनि क मौन स की गयी इस अिसर पर इकलाब वजनदाबाद इस समाज को बदल दो और एक मजददर की मौत नािको का मचन वकया गया अनको रिावनतकारी-जझार गीत पश वकय गय कायथिरिम को लोगो न खदब सराहा कारखाना मजददर यदवनयन क राजविनदर और सती मजददर सगठन की बलजीत न शहीदो क जीिन विचारो और मौजददा पररवथवतयो चनौवतयो कायथिभारो की चचाथि की मच सचालन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन क लखविनदर न वकया

ितिाओ न कहा वक शहीद

भगतवसह और उनक सावथयो न वजस शोिण रवहत समाज क वनमाथिण क वलए वजनदगी-भर सघिथि सघिथि वकया और कबाथिवनया की िह समाज नही बन सका ह उनकी लडाई वसफथि लिर अगज हकमरानो क वखलाफ नही थी बवलक हर तरह क शोिको क वखलाफ थी चाह ि शोिक अगज हो भारतीय हो और चाह कोई ओर हो भगतवसह न कहा था वक जब तक इसान क हाथो इसान की लदि खतम नही होती यह जग जारी रहगी अगजी गलामी स मवति का मीठा फल भारत क धननासठो न चखा ह महनतकश जनता तो आज भी लदि शोिण अनयाय की चककी म वपस रही ह मजददरो को वबना शम अवधकारो क 12-14 घणि खिना पडता ह मवहलाओ

की हालत बद स बदतर हो चकी ह नौजिान गरीबी-बरोजगारी की चककी म वपस रह ह भाजपा की मोदी सरकार कागस दारा शर की गयी उदारीकरण-वनजीकरण-भदमणलीकरण की नीवतयो को और भी जोर-शोर स लागद कर रही ह वहनदतििादी फासीिादी भाजपा का राजयसभा म भी बहमत हो गया ह शम कानदनो म मजददर विरोधी बदलािो तथा अनय जन विरोधी कानदन पाररत करन की परवरिया को अब और भी तजी स आग बढाया जायगा लोगो क विचारो की अवभवयवति की आजादी खान-पीन पहनन परम करन शादी करन आवद तमाम जनिादी अवधकारो पर बड हमल हो रह ह

भगतवसह न जावत-धमथि क नाम पर

लोगो को बािन की सावज शो स दश क लोगो को आगाह वकया था और िगतीय एकता कायम करन पर जोर वदया था

ितिाओ न कहा वक रिावनतकारी शहीदो को रम अदायगी क तौर पर याद करन का कोई मतलब नही ह आज जररत ह वक रिावनतकारी शहीदो क जीिन ि विचारो को जन-जन तक पहचाया जाय लोगो को मौजददा समय की चनौवतयो स पररवचत कराया जाय सगवठत वकया जाय और इस तरह शहीदो क सपनो क समाज क वनमाथिण क वलए आग बढा जाय यही रिावनतकारी शहीदो को एक सचची शदाजवल हो सकती ह

भगतवसह राजगर ि सखदि क शहादत वदिस क अिसर पर नौजिान भारत सभा दारा ममबई ि अहमदनगर म 15 वदिसीय शहीद यादगारी अवभयान चलाया गया इस अवभयान क अनतगथित वहनदी ि मराठी म हजारो पचद वितररत वकय गय विचार गोवषठया प तक परदशथिनी आयोवजत की गयी ि गौहर रजा की इकलाब ॉकयदमणटरी की रिीवनग भी की गयी अवनतम वदन यानी 3 अपरल को अहमदनगर क रहमत सलतान फाउणशन सभागह म फासीिाद क मौजददा दौर म भगतवसह की परासवगकता वििय पर पररसिाद रखा गया ि साथ ही दो प तको का लोकापथिण वकया गया पररसिाद का मखय ितिवय कामगार वबगल क समपादक सोमनाथ क जळ न रखा ि उसक बाद सभी शोताओ न भी पररसिाद म भागीदारी की भारत क रिावनतकारी आनदोलन क धावमथिक पनरतथानिाद स िजावनक समाजिाद तक की याता पर सोमनाथ न वितत बातचीत रखी भगतवसह क वलए ितनतता क असली मायन कया थ राजनीवतक जीिन म धमथि क हतकप क बार म भगतवसह कया सोचत थ अप यता समया को वकस तरह दखत थ ि भारत की जनता क वलए वकस तरह िो वसफथि मजददर रिावनत का सपना दखत थ इस पर सोमनाथ न रोचक ढग स परकाश ाला उसक बाद फासीिाद क बार म बात रखत हए उनहोन कहा वक यदवप भगतवसह क समय म वहिलर ि मसोवलनी का बबथिर चहरा पदरी तरह सामन नही आया था पर वफर भी भगतवसह समझत थ वक वकस तरह जब पदजीपवत िगथि जनता को लदिन म असहाय होन लगता ह तो िो लोगो को आपस म लडिाता ह उनहोन भगतवसह क लख सामपरदावयक दग और उनका इलाज ि धमथि ि हमारा ितनतता सगाम का सनदभथि दत हए बताया वक

भगतवसह सामपरदावयक झगडो क पी क असली कारण यानी आवथथिक कारण को समझत थ और इसीवलए ऐस झगडो का सामना करन क वलए िगतीय एकता पर जोर दत थ उनहोन अनत म कहा वक आज क समय म नौजिानो को भगतवसह क रात को ही आग बढाना होगा दश क मजददर िगथि को एकजि करक फासीिाद को मात दनी होगी तभी भगतवसह का इकलाब वजनदाबाद का सपना साकार होगा

इस मखय ितिवय क बाद कई अनय शोताओ न भी बात रखी और भगतवसह क विचारो को जन-जन तक पहचान की बात पर बल वदया

कायथिरिम का ददसरा वहसा दो मराठी पवतकाओ (कोळी ि माशी - विलहलम वलबकनखत तरणाना आिाहन - पीिर रिोपोतवकन) का लोकापथिण था लोकापथिण की शरआत म जनचतना क महाराषटर परभारी नागश धिद न िकवलपक मीवया अवभयान का पररचय वदया ि दोनो पवतकाओ क बार म भी बताया उनहोन कहा वक आज पदजीपवत िगथि अपन सचार माधयमो स जनता पर लगातार िचाररक हमला कर रहा ह पररितथिन की वकसी भी लडाई क परवत लोगो को सशयकारी बना रहा ह घविया दजद क नािको वफलमो अखबारो िीिी चनलो आवद क माधयम स मवहला विरोधी अपराधो को बढािा द रहा ह इसक बरकस मजददर िगथि को अपना िकवलपक मीवया खडा करना होगा जनचतना एक ऐसा ही परयास ह जनचतना वहनदी अगजी पजाबी ि मराठी भािाओ क परगवतशील सावहतय का वितरण करती ह आन िाल समय म हमारा परयास रहगा वक दश की हर भािा म परगवतशील रिावनतकारी िजावनक ि मानिीय मलयो क सावहतय को अपन सहयोगी परकाशन सथानो क सहयोग स पहचाया जा सक जनचतना का

परयास रहगा वक वसफथि वकताब ही नही बवलक िततवचतो लघ वफलमो ि वफलमो क माधयम स भी मजददर िगथि की आिाज को बलनद वकया जा सक

उनहोन कहा वक 28 वसतमबर 2016 को शर हआ ऐरण परकाशन भी जनचतना का सहयोगी परकाशन सथान ह इसका उद य मराठी भािा म रिावनतकारी ि माकसथििादी सावहतय को परकावशत करना ह इस अिसर पर लोकावपथित की गयी दो ोिी पवतकाओ का ऐवतहावसक महति भी उनहोन बताया उनहोन बताया वक कोळी आवण माशी नामक ोिी सी पवतका दवनयाभर क मजददरो क बीच लोकवपरय ह जो बताती ह वक वकस तरह पदजीपवत िगथि मजददर िगथि का शोिण करक अपनी अययावशयो क महल खड करता ह यह पवतका मजददर िगथि को इस अनयाय क वखलाफ खड होन क वलए ललकारती ह उनहोन बताया वक ददसरी पवतका तरणाना आिाहन रस क परवसद अराजकतािादी रिावनतकारी वपरस पीिर रिोपोतवकन दारा वलखी गयी थी उनका यह परवसद लख अपन पशो म शावमल होन क वलए तयार यिको-यिवतयो को समबोवधत था और सबस पहल रिोपोिवकन क अखबार ला ररिोलि म 1880 म परकावशत हआ था उसक बाद स दवनयाभर म एक पमफलि क रप म यह बार-बार पता रहा ह और आज भी इसकी अपील उतनी ही परभािी और झकझोर दन िाली ह इसक बाद दोनो पवतकाओ का लोकापथिण शभम ि अलका माळी क हाथो वकया गया कायथिरिम क दौरान कई रिावनतकारी गीत भी पश वकय गय शहीद भगतवसह राजगर सखदि जस तमाम शहीदो क सपनो को साकार करन क सकलप क साथ कायथिरिम का समापन हआ

भरिकसह सखद राजरर िी याद म काकििाररी सासिकिि िायजकम िा आयोजन

सकडो लोरो न दरी महान काननतकाररी िहरीदो को भावभरीनरी शरदाजलल

भरिससह राजरर व सखदव क िहादि ददवस पर ममबई व अहमदनरर म चला 15 ददवसरीय

िहरीद यादराररी अजभयान

8 मजदर तबरल अपल 2017

वक नि-उदारिादी नीवतयो न वजस तरह महगाई लगातार कम होती मजददररया बरोजगारी और भखमरी क दानि को खला ोड वदया ह उसस तत जनता एक न एक वदन जरर ही सगवठत होकर मदान म खडी हो जायगी इसी वलए सामपरदावयक फासीिादी ताकत दशभर म सीवमत पमान क ोि-ब दग करिा रही ह फासीिाद जनता क सामन हमशा एक झदठा द मन खडा करता ह तावक अपनी बदहाली स परशान जनता क ग स को उस झदठ द मन क विरद मोडकर असली कारणो स बहकाया जा सक धावमथिक अलपसखयको क साथ ही परगवतशील ताकत हमशा उसक वनशान पर रहती ह अनधराषटरिाद का हवथयार उसक बड काम आता ह

lsquoविकासrsquorsquo की सचचाई यह ह वक दश की ऊपर की 1 फीसदी आबादी क पास दश की कल समपदा का 584 फीसदी वहसा इकटा हो चका ह और अगर ऊपर की 10 फीसदी आबादी को ल तो यह आकडा 807 फीसदी तक पहच जाता ह ददसरी ओर नीच की 50 फीसदी आबादी क पास कल समपदा का महज 1 फीसदी ह दश क गोदामो म अनाज सडन क बािजदद परवतवदन लगभग 9000 बचच कपोिण ि िाथय समबनधी समयाओ स मर जात ह यदनीसफ की ररपोिथि क मतावबक कपोिण का वशकार दवनया का हर तीसरा बचचा भारत का ह 50 परवतशत औरत खदन की कमी की वशकार ह सरकारी नीवतयो क कारण होन िाली मौत आतकी घिनाओ स होन िाली मौतो की तलना म कई हजार गना ह लवकन इन मौतो पर नताओ ि मीवया दारा सावजशाना चपपी बनी रहती ह 1 फरिरी को बजि पश होन स पहल आवथथिक सिद की ररपोिथि म यह बताया गया ह वक हर साल औसतन 90 लाख लोग रोजी-रोिी की तलाश म अपना घर ोडकर परिासी बन जात ह वजनम स जयादातर ममबई वतरपर वदलली बगलदर लवधयाना आवद की गनदी और बीमारी स भरी झोपडपरटटयो म समा जात ह आकडो क मतावबक दश की लगभग 36 करोड आबादी झगगी-झोपवडयो और फिपाथ पर रहन क वलए मजबदर ह मोदी सरकार न जदन 2015 म 2022 तक 2 करोड मकान बनिान की बात की थी यावन हर साल लगभग 30 लाख मकान लवकन जलाई 2016 म पता चला वक 1 साल म किल 19255 मकान बन

इसी तरह हर ििथि 2 करोड नय रोजगार पदा करन क दाि की सचचाई इसी स सामन आ जाती ह वक बरोजगारी की दर वपल कई ििगो स लगातार बढत हए 2015-16 म 73 परवतशत तक पहच गई दश क लगभग 30 करोड लोग बरोजगारी म धकक खा रह ह जनता की सविधाओ म लगातार किौती की जा रही ह और अमीरजादो क अरबो रपय क कजथि बटट खात म ाल

(िाति म माफ वकय) जा रह ह िशन पर चाय बचन का ढोग रचत हए अब िशन को ही वनजी हाथो म बचा जा रहा ह इसकी शरआत हबीबगज रलि िशन (मधयपरदश) स कर वदया गया ह आग करीब 400 रलि िशनो को पीपीपी (पराइिि पवबलक पािथिनरवशप) क हिाल करन की योजना ह कॉलजो-विशवविदालयो की फीस बढायी जा रही ह सीि घिायी जा रही ह वशका म सरकारी खचथि घिाया जा रहा ह तावक उसकी वथवत लचर हो और वशका को पदरी तरह बाजार क हिाल वकया जा सक इनक वखलाफ खड होन िाल ातो-सगठनो क आनदोलनो को कचला जा रहा ह अभी-अभी पजाब विशवविदालय म 11 गना फीस बढान क वखलाफ जब ातो न आनदोलन चलाया तो न किल उन पर बबथिर लाठी चाजथि वकया गया बवलक 58 ात-ाताओ पर राषटरदोह का मकदमा लाद वदया बाद म ातो की एकजिता दख राषटरदोह का मकदमा हिा वदया लवकन िहा दमनचरि जारी ह

आज दश ही नही पदरी दवनया म फावसस ि ताकत वसर उठा रही ह अमररका क इवतहास म पहली बार ोनाल टरमप जसा वयवति राषटरपवत बन गया ह जो साधिी पराची और आवदतयनाथ जस लोगो की भािा म बयानबावज या करता रहा ह भारत म भी इसका सीधा समबनध पदजीिाद क गहरात सकि स ह नि-उदारिादी आवथथिक नीवतयो को वजतन नगई और कशलता क साथ मोदी न लागद करना शर वकया उसक कारण बड-बड पदजीपवत घरान बको क मावलक हवथयारो क सौदागर दश क तल और गस पर कबजा जमाय अमबानी जस धनपश वफककी एसोचम जसी सथाय तथा मधय िगथि क लोग मोदी की शान म कसीद पढ रह थ मगर सकि की चपि ऐसी ह वक जनता को बरी तरह वनचोडकर भी मोदी सरकार अपन आकाओ क घित मनाफ को बढा नही पा रही ह ऐस म कई पदजीपवत घरानो का धयथि भी जिाब द रहा ह ददसरी ओर बढती महगाई बरोजगारी स तबाह आम जनता ठगी महसदस कर रही ह और चारो ओर स विरोध क स िर उठ रह ह ऐस म आन िाल वदनो म सरकारी दमन और सडको पर सघी गणा वगरोहो का उतपात बढता ही जायगा

वनचिय ही फासीिादी माहौल म रिावनतकारी शवतियो क परचार एि सगठन क कामो का बजथिआ जनिादी पस और भी वसकड जायगा लवकन इसका ददसरा पक यह होगा वक निउदारिादी नीवतयो क बरोकिोक और तज अमल तथा हर परवतरोध को कचलन की कोवशशो क चलत पदजीिादी ढाच क सभी अनतरविरोध उग स उगतर होत चल जायग मजददर िगथि और समदची महनतकश जनता रीढविहीन गलामो की तरह सबक झलती नही रहगी दश क ात-

नौजिान चपचाप सहत नही रहग आन िाल वदनो म वयापक मजददर उभारो की पररवथवतया तयार होगी ातो-नौजिानो को भी यह समझना होगा वक उनकी लडाई महनतकशो को अपन साथ वलय वबना आग नही बढ सकती उन ह फावसिो का भणाफोड करन और उनक मजददर-विरोधी चररत क बार म महनतकश जनता को जागरक करन क वलए उनक बीच जाना होगा यवद इनह नतति दन िाली रिावनतकारी शवतिया तयार रहगी और साहस क साथ ऐस उभारो म शावमल होकर उनकी अगिाई अपन हाथ म लगी तो रिावनतकारी सकि की उन समभावित पररवथवतयो म बहतर स बहतर इतमाल करक सघिथि को वयापक बनान और सही वदशा दन का काम वकया जा सकगा अपन दश म और और पदरी दवनया म बजथिआ जनिाद का करण और नि फासीिादी ताकतो का उभार ददरगामी तौर पर नयी रिावनतकारी समभािनाओ क विफोि की वदशा म भी सकत कर रहा ह

मजददरो और महनतकशो को यह बात अची तरह समझ लनी होगी वक फासीिाद पदजीपवत िगथि की सिा करता ह सामपरदावयक फासीिाद की राजनीवत झदठा परचार या दषपरचार करक सबस पहल एक नकली द मन को खडा करती ह तावक मजददरो-महनकशो का शोिण करन िाल असली द मन यानी पदजीपवत िगथि को जनता क ग स स बचाया जा सक य लोग न वसफथि मजददरो क द मन ह बवलक आम तौर पर दखा जाय तो य पदर समाज क भी द मन ह इनका मकाबला करन क वलए महनतकश िगगो को न वसफथि अपन िगथि वहतो की रका क वलए एकजि होकर पदजीपवत िगथि क वखलाफ एक सवनयोवजत लबी लडाई लडन की शरआत करनी होगी बवलक साथ ही साथ महगाई बरोजगारी मवहलाओ की बराबरी तथा जावत और धमथि की कटटरता क वखलाफ भी जनता को जागरक करना होगा

आन िाला समय महनतकश जनता और रिावनतकारी शवतियो क वलए कवठन और चनौतीपदणथि ह हम राजयसतता क दमन का ही नही सडको पर फासीिादी गणा वगरोहो का भी सामना करन क वलए तयार रहना पडगा राता वसफथि एक ह हम जमीनी तर पर गरीबो और मजददरो क बीच अपना आधार मजबदत बनाना होगा वबखरी हई मजददर आबादी को जझार यदवनयनो म सगवठत करन क अवतररति उनक विवभनन परकार क जनसगठन मच जझार ियसिक दत चकसी दत आवद तयार करन होग आज जो भी िाम जनिादी शवतिया िाति म फासीिादी चनौती स जदझन का जजबा और दमखम रखती ह उनह ोि-ोि मतभद भलाकर एकजि हो जाना चावहए हम भदलना नही चावहए वक इवतहास म मजददर िगथि की फौलादी मटी न हमशा ही फासीिाद को चकनाचदर

वकया ह आन िाला समय भी इसका अपिाद नही होगा हम अपनी भरपदर ताकत क साथ इसकी तयारी म जि जाना चावहए

यह पदजीिादी वयिथा अनदर स सड चकी ह और इसी सडाध स पदरी दवनया क पदजीिादी समाजो म वहिलर-मसोवलनी क ि िाररस पदा हो रह ह वजनह फावसि कहा जाता ह फावसि पदजीिादी लोकतत तक को नही मानत और उस पदरी तरह रमी बना दत ह और िाति म पदजी की नगी खली तानाशाही थावपत कर दत ह फावसि धमथि या नल क आधार पर आम जनता को बाि दत ह ि नकली राषटरभवति क उनमादी जनदन म हक की लडाई की हर आिाज को दबा दत ह ि धावमथिक या नली अलपसखयको को वनशाना बनाकर एक नकली लडाई स असली लडाई को पी कर दत ह पदर दश म दगो और खदन-खराबो का विनाशकारी खल शर कर दत ह पदजीपवत िगथि अपन सकिो स वनजात पान क वलए फावसजम को सगवठत करता ह और जजीर स बध कतत की तरह उसका इतमाल करना चाहता ह लवकन जब तब यह कतता अपनी जजीर डा भी लता ह और तब समाज म भयकर खदनी उतपात मचाता ह हमार दश म वपल पचचीस बबीस ििगो स कभी मवदर-वनमाथिण कभी लि-जहाद कभी गाय तो कभी तथाकवथत दशदरोह बनाम दशपरम क नाम पर जारी यह उनपाद बढता हआ पदर दश को एक खदनी दलदल की ओर धकलता जा रहा ह धमथि नकली दशपरम और तमाम फजती मकदमो को उभाडकर पदजीिादी लदि पवलवसया दमन बदखली बरोजगारी महगाई आवद नबब फीसदी लोगो की वजदगी क बवनयादी मदो को तथा सरकार की िायदा-वखलावफयो पर परदा ाल वदया गया ह वजनह वमलकर दस फीसदी लिरो स लडना ह ि आपस म ही एक-ददसर क खदन क पयास हो रह ह

आवखर मलक को इस अधरी सरग स बाहर वनकालन का कोई राता ह कया रोशनी की कोई लकीर कही दीख रही ह - हा वबलकल इस अधर स बाहर वनकलन का एक ही राता ह - शहीदआजम भगतवसह का राता नाउममीदो की एक ही उममीद बची ह - रिावत हम अपन महान शहीदो दारा डी गयी अधदरी लडाई को अजाम तक पहचाना होगा महनतकश जनता क बहादर सपदतो को भगतवसह क विचारो का परचम ऊचा उठाना होगा आम जनता क इकलाबी जनसगठन बनान होग तथा दशी-विदशी लदि और जनतत नामधारी धनतत की करि खोदन की तयारी करनी होगी तभी जाकर ऐसा समाज बनगा वजसम उतपादन राजकाज और समाज पर उतपादन करन िाल कावबज होग फसल की ताकत उनक हाथो म होगी भगतवसह न ऐसी ही आजादी का सपना दखा था वजसम सतता महनतकश क हाथो म हो न वक

हर पाच साल पर होन िाल चनािी डराम का वजसम लोकतत क नाम पर किल पदजी क घोडो पर सटटा लगता हो

आज जगह-जगह अनयाय क वखलाफ यिा सडको पर उतर रह ह लवकन सिाल य ह वक यिाओ की बडी तादाद अभी भी इन सघिगो म शावमल कयो नही ह जनता की बडी आबादी की वनवषरियता कयो ह इसका सबस बडा कारण यह ह वक बहत बडी आबादी अपनी वजनदगी की तबाही-बबाथिदी क कारणो स पररवचत नही ह लोगो क इस वपडपन का फायदा शासक िगथि उठात ह िो लोगो की समयाओ का कारण वकसी अनय धमथि क लोगो या जावत दश आवद स जोड दत ह दग-फसाद करिात ह लोगो की एकता िदि जाती ह और िो आपस म ही लडन पर आमादा हो जात ह आवथथिक सकि क आज क दौर म धमथि-जावत क नाम पर झगड किल चनािी राजनीवत का मसला नही ह उसस आग बढकर सघ पररिार की फासीिादी राजनीवत पदर दश म बड पमान पर पाि पसारती जा रही ह फासीिादी जहा एक ओर महगाई बढाकर जनता को वमलन िाली द िो म किौती करक बड-बड उदोगपवतयो क मनाफ की दर को वथर रखत ह या बढात ह िही ददसरी ओर इसस असतष होकर जनता सडको पर न उतर पड इसक वलए लोगो म नकली राषटरिाद मवनदर-मवजद धावमथिक झगड सकवत क नाम पर झगड आवद भडकात ह उनक गणा वगरोह जनता क वलए लडन िाल लोगो की रिद र हतयाय करत रहत ह और ि शासन-परशासन को भी अपन हाथ म ल लत ह इन फासीिादी ताकतो का विरोध करन िाल लोगो को दशदरोही ठहरा वदया जाता ह यावन वक एक वनरकश तानाशाही जनता पर थोप दी जाती ह अतीत म वहिलर और मसोवलनी की सतता इसकी वमसाल ह और ितथिमान समय म भारत म सघ पररिार

हम भी इन झगडो क कारणो को समझना होगा इन झगडो का पररणाम किल आम जनता की तबाही होती ह जबवक दोनो धमगो क धवनको को कोई नकसान नही होता यिाओ को िीिी चनलो धमथि क ठकदारो नताओ-मवनतयो क भरमजाल स बाहर आना होगा वशका रोजगार जस िातविक मदो पर सघिथि सगवठत करना होगा नताओ को घरना होगा वक जो िायद िो चनाि म करत ह उस पदरा कर जावतिाद-भदभाि की दीिार वगरानी होगी धावमथिक कटटरपवथयो चाह िो वहनदद हो या मवलम वसख या ईसाई क वखलाफ हलला बोलना होगा अनधविशवास रवढयो क विरद िचावनक चतना का परचार-परसार करना होगा हम महनतकश जनता क िातविक मदो पर सघिगो स इस लडाई को जोडना होगा

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मजदर तबरल अपल 2017 9

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10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 2: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

मजदर तबरल की वबसारटwwwmazdoorbigulnet

इि वबिाइट पर सदिमबर 2007 ि अब ति सबगल ि िभी अि करमवार उिि पहल ि िछ अिो िी िामगी तथा राहल फाउणशन ि परिासशत िभी सबगल पससतिाए उपलबध ह सबगल ि परवशाि ि लिर नवमबर

2007 ति ि िभी अि भी वबिाइट पर करमशः उपलबध िराय जा रह हमरदर सबगल िा हर नया अि परिासशत होत ही वबिाइट पर सनशलि

पढा जा ििता हआप इि फिबि पज ि रररय भी lsquoमरदर सबगलrsquo ि जड िित ह

wwwfacebookcomMazdoorBigul

बरजआ अखबार परी की विशाल राशशयो क दम पर चलत ह मज़दरो क अखबार खद मज़दरो दारा इकटा ककय गय पस स चलत ह - लतनन

1 lsquoमरदर सबगलrsquo वयापि महनतिश आबादी ि बीच करासनतिारी राजनीसति सशकषि और परचारि िा िाम िरगा यह मरदरो ि बीच करासनतिारी वजासनि सवचारधारा िा परचार िरगा और िचची िवजहारा िसिसत िा परचार िरगा यह दसनया िी करासनतयो ि इसतहाि और सशकषाओ ि अपन दश ि वगज िघिषो और मरदर आनदोलन ि इसतहाि और िबक ि मरदर वगज िो पररसचत िरायगा तथा तमाम पजीवादी अफवाहो-िपरचारो िा भणाफोड िरगा

2 lsquoमरदर सबगलrsquo भारतीय करासनत ि सवरप रासत और िमसयाओ ि बार म करासनतिारी िमयसनसटो ि बीच जारी बहिो िो सनयसमत रप ि छापगा और lsquoसबगलrsquo दश और दसनया िी राजनीसति घटनाओ और आसथजि ससथसतयो ि िही सवशिण ि मरदर वगज िो सशसकषत िरन िा िाम िरगा

3 lsquoमरदर सबगलrsquo सवय ऐिी बहि लगातार चलायगा तासि मरदरो िी राजनीसति सशकषा हो तथा व िही लाइन िी िोच-िमझ ि लि होिर करासनतिारी पाटटी ि बनन िी परसकरया म शासमल हो िि और वयवहार म िही लाइन ि ितयापन िा आधार तयार हो

4 lsquoमरदर सबगलrsquo मरदर वगज ि बीच राजनीसति परचार और सशकषा िी िारजवाई चलात हए िवजहारा करासनत ि ऐसतहासिि समशन ि उि पररसचत िरायगा उि आसथजि िघिषो ि िाथ ही राजनीसति असधिारो ि सलए भी लडना सिखायगा दअननी-चवननीवादी भजाछोर िमयसनसटोrdquo और पजीवादी पासटजयो ि दमछलल या वयसतिवादी-अराजितावादी टयसनयनो ि आगाह िरत हए उि हर तरह ि अथजवाद और िधारवाद ि लडना सिखायगा तथा उि िचची करासनतिारी चतना ि लि िरगा यह िवजहारा िी कतारो ि करासनतिारी भरती ि िाम म िहयोगी बनगा

5 lsquoमरदर सबगलrsquo मरदर वगज ि करासनतिारी सशकषि परचारि और आहानिताज ि असतररति करासनतिारी िगठनिताज और आनदोलनिताज िी भी भसमिा सनभायगा

lsquoमजदर तबरलrsquo का सरप उदशय और जज मदाररया

पपय पाठको बहि स सदसो को lsquoमजदर तबरलrsquo तनयममि भजा जा रहा ह लककन काफी

समय स हम उनकी ओर स न कोई जवाब नहरी ममला और न हरी बकाया राजि आपको बिान की जररि नहरी कक मजदरो का यह अख़बार लरािार आरथिक समसा क बरीच हरी तनकालना होिा ह और रस जाररी रखन क ललए हम आपक सहयोर की जररि ह अरर आपको lsquoमजदर तबरलrsquo का पकािन जरररी लरिा ह और आप रसक अक पाि रहना चाहि ह िो हमारा अनरोध ह कक आप कपया जलद स जलद अपनरी सदसिा राजि भज द आप हम मनरीआरगर भज सकि ह या सरीध बक खाि म जमा करा सकि ह

मनरीआरगर क ललए पिामजदर तबरल दारा जनचिनाररी-68 तनरालानरर लखनऊ-226020बक खाि का तववररः Mazdoor Bigul खािा सखाः 0762002109003787 IFSC PUNB0076200पजाब निनल बक तनिािरज िाखा लखनऊ

सदसिाः वाररक 70 रपय (राकख़चग सकहि) आजरीवन 2000 रपयमजदर तबरल क बार म ककसरी भरी सचना क ललए आप हमस रन माधयमो

स समकग कर सकि हःफोनः 0522-4108495 8853093555 9936650658ईमलः bigulakhbargmailcom फसबक wwwfacebookcomMazdoorBigul

मजदर तबरलिमपादिीय िायाजलय ः 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 फोन 8853093555सदलली िमपिज ः बी-100 मिनद सवहार िरावलनगर सदलली-94 फोनः 011-64623928 ईमल ः bigulakhbargmailcomमलय ः एि परसत - र 5- वासिजि - र 70- (ाि खचज िसहत) आजीवन िदसयता - र 2000-

lsquoमजदर तबरलrsquo मजदरो का अपना अख़बार ह यह आपिी सनयसमत आसथजि मदद ि सबना नही चल ििता

सबगल ि सलए िहयोग भसजयजटाइय िहयोग िपन मगान ि सलए मरदर सबगल िायाजलय िो सलसखय

मजदर तबरल क ललए अपन कारख़ान दफतर या बसरी की ररपोटट लख पतर या सझाव आप रन िररीको स भज सकि हः

ाक स भजन का पता मरदर सबगल दारा जनचतना ी-68 सनरालानगर लखनऊ-226020ईमल स भजन का पता bigulakhbargmailcom

2 मजदर तबरल अपल 2017

पजरीपतियो क पास दजगनो अख़बार और टरीवरी चनल ह मजदरो क पास ह उनकी आवाज मजदर तबरल

रस हर मजदर क पास पहचान म हमारा साथि द

मरा गाि राजथान क हनमानगढ वजल म वथत ह गाि की जमीन ि गाि की रोही म उपलबध वजपसम की परचर माता की िजह स कत म चवचथित ह आरमभ म वजपसम आवथथिक दवष स इस गाि की अहम कडी था दरअसल वजपसम क खनन तथा उसको टरको ि टरावलयो म लोवग करन क रप म गाि क समदच मजददर िगथि का एकमात रोजगार था वजपसम की खनन-परवरिया एि वफर उसकी िाहनो म लोवग करना एक जोवखमपदणथि तथा िाथय क वलए हावनकारक तो था ही साथ म एक गर-कानदनी कायथि भी था कई मतथिबा वजपसम खनन क समय पवलस क मौक पर पहच जान क बाद तमाम साधनो को जबत कर समबवनधत वयवतियो पर कारथििाई की जाती थी गाि म वजपसम खनन क दौरान खान क ढह जान क पररणामिरप क दघथििनाए भी घिी ह वजनम कई मजददरो की जान गयी ह लवकन खती की वनराशाजनक हालत क बाद घोर बरोजगारी क कारण यह सब करना गाि क मजददर िगथि की वििशता थी बाद म अतयाधवनक मशीनरी क परचलन क बाद वजपसम खनन एि लोवग की परवरिया जसीबी सरीखी मशीनो स अजाम दी जान लगी वजसका पररणाम यह हआ वक गाि क

हर मजददर का रोजगार वन गयावजपसम की पयाथिपत उपलबधता दखत

हए शहरो ि महानगरो म बठ धनासठो न गाि क आस-पास ही चदना-फकिररया थावपत करना शर कर वदया यह परवरिया इतनी तीवर गवत स हई वक गाि क दोनो तरफ हाइि क वकनार-वकनार इन फकिररयो का अमबार लग गया वजनकी सखया वदन-ब-वदन बढ ही रही ह बरमसर गाि पदजीपवतयो का आकिथिण-कनदर बन गया ऐसी वथवत म गाि क मजददर िगथि क रोजगार का एकमात विकलप य फकिररया ही रह गयी फलत समदचा मजददर िगथि इन चदना-फकिररयो म भतती हो गया इन मजददरो क अलािा वबहार स मजददरो का आगमन भी शर हो गया ितथिमान म अवधकाश वबहारी यहा पर काम करत ह विकवसत अतयाधवनक तकनीको तथा वदन-रात मजददरो क बतहाशा शारीररक शोिण क बीच धननासठ रोजाना बवहसाब उतपादन करत ह लवकन इन फकिररयो क थावपत होन क बाद इनकी वचमवनयो स वनकलन िाल जहरील धए की िजह स िातािरण की वनरनतर कवत क साथ गाि की रोही की उतपादन कमता म भी भारी वगरािि आयी ह इन फकिररयो म काम करन िाल मजददरो क शवसन समबनधी रोग होन की पयाथिपत समभािना

रहती ह कयोवक चदना फफडो ि अगो क वलए बहद हावनकारक होता ह

इन सबस भी भयानक वथवत तब दवषगत होती ह जब इन फकिररयो म गाि क कद ली बचचो को काम करत हए दखा जाता ह वनमन िगथि तथा मधयमिगतीय पररिारो म आवथथिक समयाए होना आम बात ह इसी क चलत उन पररिारो क बचच सहज-सलभ कायथि हत इन फकिररयो का रख करत ह उसक बाद इन बचचो को लग वदहाडी क चक को य लोग बड शावतराना ि सवनयोवजत तरीक स इतमाल करत ह वजसस य बचच उस मीठ परलोभन स बाहर नही वनकल पात इस तरह अवशवकत एि गरवजममदार पररजनो की सहमवत स लगभग बचचो का भविषय यद धए म उड रहा ह जो सिाथिवधक वचनतनीय एि विचारणीय पहलद ह वजपसम क अनधाधनध खनन क पररणामिरप वजपसम की उपलबधता अब आवशक ही रह गयी ह यह समपदणथि परवरिया परशासन की नाक क नीच घवित होती ह चदन म वप सता बचपन हाथ पर हाथ धर सब लोग इवतमनान स दख रह ह

कमार शयाम बरमसर हनमानगढ राजथान

धए म उडिा बचपन

काटगतनसट िनमय ताररी की नजर स

मजदर तबरल अपल 2017 3

ndash पराग वमाजभारत म हर साल लाखो लोग सही

समय पर सही इलाज न वमल पान क कारण अपनी जान गिा रह ह ऐसी हालत म राषटरीय िाथय नीवत एक बहत अहम वििय बन जाती ह राषटरीय िाथय नीवत सरकार दारा समाज म िाथय वयिथाओ की योजना बनान की वदशा और तरीक का बयौरा होती ह हाल ही म कनदरीय कवबनि दारा पाररत की गयी राषटरीय िाथय नीवत 2017 म सरकार का रझान एक बार वफर वनजी कत दारा महया कराई जान िाली िाथय सिाओ को ही बढािा दन का नजर आता ह इस िाथय नीवत म सािथिजवनक िाथय सिाओ म आउिसोवसिग दारा पराइिि सकिर को और अवधक शावमल करन की वसफाररश की गयी ह और एक बार वफर 15 साल बाद िही राता पकडा गया ह जो इतन सालो म एक थायी सािथिजवनक िाथय सिा का ढाचा नही खडा कर पाया ह भदमणलीकरण की नीवतयो क लागद होन क बाद स ही भारतीय राजय लोक कलयाण क िायदो स लगातार मकरता जा रहा ह और इसी क साथ ही िाथय सिाओ का वनजीकरण भी बढता जा रहा ह वनजीकरण और मनाफाखोरी की परिवतत न इस कत म सामावजक नयाय मानिीय सिदना ि सहानभदवत क वलए कोई जगह नही ोडी ह

आज आमजन क वलए िाथय सविधा परापत करना दषकर हो गया ह वपल दो दशको म मवकल-वशका क कत म भी वनजी वशकण सथानो को खदब बढािा वदया गया और सािथिजवनकसरकारी सथाओ को वनरतसावहत वकया गया ह वजसक कारण वचवकतसा क कत म अधययन करना काफी महगा हो गया ह मवकल परिश परीका की तयारी क खचथि और वनजी वशकण सथानो की फीस इतनी अवधक हो चकी ह वक ॉकिर बनन का सौभागय आमतौर पर किल उन विदावथथियो को वमल पाता ह वजनक पास पदिथि अवजथित पदजी होती ह इस तरह की वयिथा म ही वयापम जस घोिाल होत ह और कई मनना भाई वचवकतसक बन जात ह और योगय ि परवतभाशाली ातो क अिसर ीनकर उनह वनराशा ि कठा म धकल वदया जाता ह कॉरपोरि घरानो ि बीमा कमपवनयो की वमलीभगत स एक असरका और अवनवचितता का माहौल भी बनाया गया ह जो इन कमपवनयो को और जयादा मनाफा कमान क मौका दता ह ॉकिर-पथोलॉजी-लबोरिरी ि दिा कमपवनयो क गठजोड स भी मनाफाखोरी का पदरा तनत चल रहा ह वजसम आमजन वदन-दहाड लदिा जाता ह डरग सपलाई और मनयफकचररग क कत म सरका मानको की धवजजया अकसर उडाई जा रही ह और भरषाचार चरम पर ह इसी तरह अिध डरग टरायल वकय जात ह तथा मरीज ि पररजनो की

अजानता क कारण अगो की चोरी और वयापार होता ह पदजीिादी मनाफाखोरी न िाथय कत म शोिण का ऐसा कचरि बना वदया ह वजसम गरीब और मजददर न चाहत हए भी फस जाता ह सत इलाज की तलाश म गरीब वयवति झोलााप ॉकिर अपरवशवकत और अयोगय ढोगी नीमहकीम-िद अनय फजती पवथयो क वयिसाय म वलपत तथाकवथत ॉकिर तथा अपठय दिाई सझाि करन िाल दकानदारो स इलाज करिाता ह और इस तरह सरकार की इन नीवतयो न गरीब वयवति क जीिन क परवत गमभीर लापरिाही तथा सकि क रात वनवमथित कर वदय ह

राषटरीय िाथय नीवत 2017 को धयान स समझ तो यह नयी िाथय नीवत िाथय क कत म लदि को रोकन तथा वनजी ि कॉरपोरि वयिसाय तनत क वशकज स आमजन को मति करन क परवत कोई विशवास नही जगाती ह मतय दर अनमावनत जीिन काल की दर और जानलिा और सरिामक बीमाररयो की मौजददगी जस क मापदणो म परान तय वकय गय लकय परापत नही हो सक इसवलए सधार क वलए नय लकयो को तय तो जरर वकया गया ह परनत िाथय सिाओ क वलए सकल घरलद उतपाद क किल 13 परवतशत वहस का विततीय समथथिन वनधाथिररत वकया गया ह जो इतना कम ह वक इन नय लकयो को पाना भी एक सददर िपन ही वदखाई पडता ह िाथय नीवत पराथवमक उपचार पर जोर दत हए बजि क दो वतहाई वहस को पराथवमक उपचार वयिथाओ पर खचथि करन का वनददश दती ह और बाकी बजि को वदतीय और ततीय शणी क उपचार पर खचथि वकया जायगा परनत साथ ही 2025 तक सकल घरलद उतपाद का किल 25 परवतशत वहसा ही उपचार वयिथाओ पर खचथि करन की बात भी करती ह जो वक वकसी भी विकासशील दश की तलना म बहत कम ह इतन कम बजि स पराथवमक उपचार की सविधाओ म सधार ला पाना असमभि सा लगता ह और वफर घदम-वफर कर गरीब मजददर िगथि को वकसी भी शणी क इलाज क वलए पराइिि िाथय सिाओ क विकलप क ऊपर वनभथिर होना पडगा वजसका खचथि इतना अवधक होता ह वक गरीब बीमार मजददर इलाज क िात वलय गय कजथि क बोझ स ही मर जाता ह

नशनल समपल सिद ऑगदनाइजशन (एनएसएसओ) की एक ररपोिथि क मतावबक भारत की 80 फीसदी स जयादा आबादी क पास न तो कोई सरकारी िाथय योजना पहचती ह और न ही कोई वनजी बीमा ऐस म जान बचान क वलए उनक पास इलाज क वलए कजथि लना ही एकमात उपाय बचता ह जब सरकार हर साल लाखो करोड रपय कॉरपोरि घरानो को करो म द ि और सवबसी दती ह तब तो राजकोिीय घाि की चचाथि नही होती

लवकन वशका ि िाथय बजि को बढान की बात सनत ही तमाम बजथिआ अथथिशासती राजकोिीय घाि क बढन पर वचनता जावहर करन लगत ह

भारत म िाथय वयिथा की बदहाली का अनदाजा इसी बात स लगाया जा सकता ह वक यहा 1050 मरीजो क वलए वसफथि एक ही ब उपलबध ह इसी तरह 1000 मरीजो क

वलए वसफथि 07 ॉकिर मौजदद ह इतनी बडी आबादी क वलए भारत पहल स ही िाथय कत पर सबस कम खचथि करन िाला दश ह दवनया-भर म इलाज पर अपनी जब स सबस जयादा खचथि भारत म ही होता ह अनमान ह वक हर ििथि इलाज क खचथि क कारण लगभग ह करोड लोग गरीबी रखा क नीच चल जात ह राजनता अमीर िगथि क वहत म नीवतया बनात ह और आमजन क सामन दश को विकवसत करन की हिा बाधत ह एक परगवतशील भरोसमनद तरीका तो यह होता जब िाथय सविधाओ तक पहच को जनता का एक मदलभदत अवधकार बनान की वदशा म कायथि होता और िसी सािथिजवनक िाथय सिाओ का ढाचा खडा करन क वलए उवचत बजि वदया जाता परनत इस िाथय नीवत म इसक ठीक उलि परािधान ह

राषटरीय िाथय नीवत को धयान स पढन स साफ समझ आता ह वक सरकार आग भी वनजी कत क परबनधक क रप म ही िाथय सिाओ क वितार की योजना बना चकी ह जहा एक ओर सािथिजवनक िाथय सिाओ की अहवमयत को बताया गया ह िही ददसरी ओर कायथिनीवत क तौर पर वन जी कत को बढािा दन की ही बात की गयी ह इस नीवत म समता सािथिभौवमकता नवतकता अखणता गणितता और जिाबदही जस कई जमलो का इतमाल तो जरर वकया गया ह पर अगर इस नीवत क वििरण पर गौर कर तो न ही पयाथिपत विततीय परयोजन ह और न ही वकसी तरह की सािथिजवनक िाथय सिा का ढाचा बनता वदखाई दता ह वजसम सही मायन म इन वसदानतो पर अमल होगा

िाथय नीवत म मात और वशश मतय दर म घिन को बढा-चढाकर बतलाया गया ह जो वक वकसी और

विकासशील दशो स अभी भी कम ही ह और दमा मलररया गद वचकनगवनया जसी सरिामक बीमाररयो को वनयनतण म न कर पान की सरकार की विफलता को वपाया गया ह िाथय सिा क वयिसाय म िवद की परशसा की गयी ह परनत यह नही बताया गया वक य जो वयिसाय ह इसकी सिाओ तक पहच किल मधय िगथि और धनाढय िगथि

ही ह और इसकी िवद को पदर समाज या दश की िवद क तौर पर दखना नासमझी होगी सवबसी म किौती और सािथिजवनक िाथय सिा क बवनयादी ढाच म बदलाि एक अहम बदलाि ह सरकारी वयय म बढोततरी का कारण बतात हए सािथिजवनक-वनजी साझदारी क मॉल को अपनाय जान पर जोर वदया गया ह परनत इस बदलाि स िाथय सिाओ की कीमतो पर कया परभाि पडगा और इतनी महगी िाथय सिाओ क चलत वकतन और लोग गरीबी रखा क नीच हो जायग इस पदरी तरह नजरअनदाज कर वदया गया ह वजस फलत-फद लत िाथय सिा उदोग की चचाथि की जाती ह इसम य भी गौर करना चावहए वक इसका उपभोग जो िगथि कर रहा ह िह जनसखया का किल 1 परवतशत वहसा ह परनत िह 58 परवतशत की समपवतत का मावलक भी ह गामीण भदवमहीन वकसान अनौपचाररक कत म काम करन िाला मजददर और अनय अनको मजददर जो हर वदन िाथय सिाओ की महगाई क कारण तत ह उनक वलए इस फलत-फद लत िाथय उदोग क भला कया मायन ह समाज का बहसखयक वहसा होन क बािजदद मजददर िगथि क वलए इस वयापक िाथय सिा की योजना म क भी नही ह मधय िगथि और धनाढय िगथि क दारा उपभोग की जान िाली िाथय सिाओ क चलत एक फलता-फद लता िाथय उदोग तयार हआ ह और उसम होन िाली बढोततरी को बड उतसाहपदिथिक बताया गया ह जबवक गरीबी रखा स नीच और उसस जरा ऊपर रहन िाल अनको लोग एक नयायसगत िाथय सिा स िवचत होत जा रह ह इस तरह िाथय सिा को एक बाजार म वबकती हई ित क रप म रपानतररत वकया जा रहा ह और सािथिजवनक कत म इस

तरह क परवतबवनधत विततीय समथथिन क चलत और बहत स अनक गरीब बहतर िाथय सिा स िवचत ही रहन िाल ह और इस नीवत क चलत िाथय सदचकाक म सही मायनो म परगवत होना नाममवकन ह कमजोर वनयनतक ढाच म पराइिि सकिर को और बढािा दना स पराइिि सकिर को वनयमो और कानदन क तहत बाधना मवकल होता जा रहा ह और वजसका साफ असर िाथय सिाओ क वनिाथिह म ढरो अवनयवमतताओ म दखन को वमलता ह इस िाथय नीवत क उद य म और ढाच म जानबदझकर एक अपषता बरती गयी ह वजसस वक गरीब िगथि स वकया गया धोखा वदखाई न पड विततीय बजि का वढढोरा जयादा पीिा गया ह जबवक असवलयत यह ह वक पराथवमक िाथय सिा म भी सरकार दारा विततीय वनिश कम वकया गया ह यह िाथय नीवत हर मोचद पर मजददर िगथि और गरीबो क वख लाफ ह और किल पराइिि उदोगो और उदोगपवतयो क वहत म ह

िाथय जसी समाज की मदलभदत जररत क परवत सरकार न जो नीवत बनाई ह िह एक ोि स धनाढय िगथि और मधय िगथि क वहत म ह पदजीपवत िगथि मजददर क शोिण स एकवतत की हई पदजी क कारण या तो िाथय सिा क कत म धनधा करगा या वफर इन सिाओ का उपभोतिा होगा मजददर िगथि को इस तरह की नीवतया हमशा भगिान ि भागय क भरोस ही रख ोडती ह इस नाइसाफी क वख लाफ मजददर आिाज न उठा द इसवलए उस बहलान क और भी तरीक सरकार को आत ह आजकल वसयासी जमलो की बहतायत ह जब िाथय की चचाथि होती ह तो िच भारत अवभयान कपोिण विरोधी अवभयान नशामवति अवभयान रल-रो याती सरका अवभयान वलग परीकण विरोधी अवभयान तनाि मवति अवभयान िाय ि जल परदिण स मवति और योग और वयायाम का महति इतयावद मदो पर ही बात होती ह परनत अगर तावकथि क ढग स दखा जाय तो मनषय क िाथय का सीधा समबनध तो पयाथिपत और पौवषक भोजन नयायसगत ितन काम करन क सही तरीको सािथिजवनक पररिहन की उपलबधता और सही वशका स भी ह जब इन पहलओ पर नजर ालत ह तो पता चलता ह वक सरकार इन पर बात नही करती कयदवक इन मदो पर बात करन क वलए उस पदजीपवत िगथि क वख लाफ बोलना पडगा वजसक कारण मजददर िगथि क वलए य सब क सविधाए पाना समभि नही ह पदजीिाद म सरकार पदजीपवत िगथि की परबनधक होती ह और मजददर िगथि को किल जमलो म उलझा क रखना चाहती ह ऐस म इस वयिथा क दायर म मजददर िगथि की ितनत राजनीवत की माग वनशलक िाथय सविधाओ को एक मदलभदत अवधकार बनान की होनी चावहए

राषटरीय सासथय नरीकि 2017 और मरदर रज पर उसिा असरसवासथय जिी िमाज िी मलभत रररत ि परसत िरिार न जो नीसत बनाई ह वह एि छोट ि धनाढय वगज और मधय वगज ि सहत म ह

4 मजदर तबरल अपल 2017

∙ पदरी दवनया म कम स कम 123 वमवलयन लोगो स बधआ मजददरी करायी जाती ह

∙ हर साल पदरी दवनया म 20 लाख लोग काम क दौरान दघथििनाओ या पशागत रोगो क कारण मार जात ह

∙ दवनया की किल 20 परवतशत आबादी को उवचत सामावजक सरका परापत ह और आधी स अवधक आबादी को कोई सरका नही ह

∙ मौजददा समय म पदरी दवनया म 20 करोड स अवधक बचच बाल मजददरी कर रह ह जो उनक मानवसक शारीररक और भािनातमक विकास को नकसान पहचा रहा ह

∙ भारत म औसत आय चीन क मकाबल 7 ििथि और शीलका क मकाबल 11 ििथि कम ह सयति राषटर की एक ररपोिथि क अनसार भारत म 5 ििथि स कम आय क बचचो की मतयदर

चीन क मकाबल तीन गना शीलका क मकाबल लगभग 6 गना और यहा तक वक बागलादश और नपाल स भी जयादा ह भारतीय बचचो म स तकरीबन आधो का िजन जररत स कम ह और ि कपोिण स गत ह करीब 60 फीसदी बचच खदन की कमी स गत ह और 74 फीसदी निजातो म खदन की कमी होती ह परवतवदन लगभग 9 हजार भारतीय बचच भदख कपोिण और कपोिणजवनत बीमाररयो स मरत ह 5 साल स कम उमर क बचचो की मौत क 50 फीसदी मामलो का कारण कपोिण होता ह 5 ििथि स कम आय क 5 करोड भारतीय बचच गमभीर कपोिण क वशकार ह सयति राषटर की एक ररपोिथि क अनसार 63 फीसदी भारतीय बचच परायः भदख सोत ह और 60 फीसदी कपोिणगत होत ह 23 फीसदी बचच जनम स कमजोर और

बीमार होत ह एक हजार निजात वशशओ म स 60 एक ििथि क भीतर मर जात ह लगभग दस करोड बचच होिलो म पलि धोन मदगफली बचन आवद का काम करत ह

∙ भारत की विततीय राजधानी ममबई म 60 परवतशत स अवधक आबादी झगगी-झोपवडयो म रहती ह जहा ि अमानिीय वथवतयो म रहती ह और िाथय की वथवत गामीण कतो क जसी ह

∙ ममबई क 40 परवतशत बचचो का िजन सामानय स कम ह यानी उनह पयाथिपत पोिण नही वमलता

∙ दवनया म परवत वयवति परवत वदन 2 अमररकी ालर (120 रपय) स कम पर गजारा करन िालो की सखया बढकर एक अरब स अवधक या दवनया म रोजगार परापत लोगो की सखया का 45 परवतशत हो जायगी

∙ जहा विकवसत दशो क लोग

औसतन अपनी कल आमदनी का 10 स 20 फीसदी भोजन पर खचथि करत ह िही भारत क लोग अपनी कल कमाई का औसतन करीब 55 फीसदी वहसा भोजन पर खचथि करत ह लवकन कम आय िगथि क भारतीय नागररक अपनी आमदनी का 70 परवतशत भाग भोजन पर खचथि करत ह और वफर भी उनह दो न तो भरपि भोजन वमलता ह न ही पोिणयति भोजन औसतन एक आदमी को परवतवदन 50 गाम दाल चावहए लवकन भारत की नीच की 30 फीसदी आबादी को औसतन 13 गाम ही नसीब हो पाता ह परोिीन का ददसरा बडा सोत यानी मास उनकी पहच स बाहर कर वदया गया ह

∙ भदख लोगो की सबस बडी सखया भारत म रहती ह कपोिण क मामल म भी भारत दवनया म सबस आग ह

∙ जहा दवनया क बहतर दशो स िीबी की बीमारी समापत हो चकी ह िही भारत िीबी और कई अनय बीमाररयो म नमबर एक पर ह मलररया स सबस जयादा मरन िालो की सखया क वलहाज स दवनया म इसका तीसरा थान ह

∙ भारत म परवत हजार आबादी पर एक ॉकिर क िवशव क पमान पर पहचन क वलए अभी पाच लाख ॉकिरो की भरती करनी पडगी यानी माना जा सकता ह वक इसकी ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह इस मामल म भारत की वथवत पावकतान और बगलादश जस दशो स भी बदतर ह

∙ भारत म सबस जयादा ऐस लोग रहत ह वजनह पीन क वलए साफ पानी भी नही वमलता

∙ दवनया म वनरकरो की सबस बडी सखया भी भारत म ही ह

वकसान ह वजनम 185 करोड सीमानत वकसान (एक हकियर या 25 एकड स कम की जोत िाल) 30 लाख ोि वकसान (1-2 हकियर की जोत िाल) और शि बड वकसान (2 हकियर स अवधक जोत िाल) ह उततर परदश सरकार की खद की घोिणा क अनसार 215 करोड ोि ि सीमानत वकसानो म स कजथि माफी का लाभ ल पा सकन िाल वकसानो की सखया लगभग 86 लाख ही होगी राषटरीय नमदना सिदकण सगठन (एनएसएसओ) क आकडो क अनसार परदश म कजथि लन िाल कल ोि ि सीमानत वकसानो क आध स भी कम वकसानो न बको स कजथि वलया ह आध स अवधक वकसानो न थानीय महाजन वयापारी वमत ररतदार या बड वकसानो आवद स कजथि ल रखा ह जावहर ह वक कजथि म द ब अवधकाश ोि-सीमानत वकसानो को योगी सरकार दारा वलय गय कजथि-माफी क फसल स तातकावलक राहत भी नही वमलगी कयोवक िह िावणवजयक बको और कोऑपरविि बको जस सथाओ दारा वदय गय सथागत कजथि पर ही लागद होता ह यही नही आकड यह भी वदखात ह वक वकसान की जोत वजतनी ही ोिी होती ह उसक दारा सथागत सोतो दारा वलय जान िाल कजथि की समभािना उतनी ही कम होती ह एक एकड स कम जोत िाल वकसानो म स किल 28 परवतशत वकसानो न ही बको स कजथि ल रखा ह यानी 72 परवतशत ऐस अवत-सीमानत वकसानो न गर-सथागत सोतो स कजथि ल रखा ह वजनह कजथि-माफी का कोई लाभ नही होन िाला ह अत ोि वकसानो क सापकत समद वहस को ही इस कजथि-माफी स राहत पहचगी

ोि वकसानो क सापकत समद वहस को कजथि-माफी स जो राहत वमलगी िह भी तातकावलक ही रहगी और पदजीिादी खती का सकि भविषय म उस कजथि क भिरजाल की ओर ठलता रहगा दरअसल खती-वकसानी का मौजददा सकि ढाचागत ह आजादी क बाद क दशको म भारतीय कवि म हए पदजीिादी विकास क साथ ही साथ गािो म वकसानो का विभदीकरण तजी स बढा ह और जोतो का आकार रिमश कम स कम होता गया ह 1970-71 की कवि जनगणना क बाद स भारत म खती की औसत जोत म लगातार वगरािि दखन को आयी ह 2010-11 की ताजा कवि जनगणना क मतावबक भारत म जोतो का औसत आकार 115 हकियर रह गया ह और सीमानत वकसानो की सखया 67 परवतशत ि ोि वकसानो की सखया लगभग 18 परवतशत ह यानी वकसानो की कल सखया का 85 परवतशत ोि ि सीमानत वकसान ह पदजीिादी खती होन की िजह स खाद बीज कीिनाशक ि खती क उपकरणो की कीमत लगातार बढन स खती-बाडी की लागत म लगातार बढोतरी हई ह

1990 क दशक स निउदारिादी नीवतया लागद होन क बाद स कवि का सकि गहरा होता गया ह कयोवक खती-बाडी म पदजीिादी परवतपदाथि दश क भीतर तक ही नही सीवमत ह बवलक विशव बाजार की हलचल भी उस परभावित करती ह ऐस म बडी जोत िाल वकसान जो कवि क आधवनक उपकरणो स खती करत ह और समय पर फसल कििाकर जलद स जलद मणी म फसल पहचान की कमता रखत ह ि अगर कजथि भी लत ह तो फायद म रहत ह ोिी जोत िाल वकसान कजथि लकर बडी मवकल स जो क भी

उगा पात ह उस भी समय पर मणी म न पहचा पान की िजह स उनह अपनी फसल की पयाथिपत कीमत नही वमल पाती इस परकार मणी म बड वकसानो का ही दबदबा कायम हो जाता ह और अवधकाश वकसानो क वलए खती-बाडी एक घाि का सौदा बन जाती ह ऊपर स अगर मौसम दगा द जाता ह तो ोि वकसानो की समया और बढ जाती ह वजस वकसान क पास वजतनी कम जमीन रहती ह उसकी तकलीफ उतनी ही अवधक होती ह सीमानत वकसानो की हालत इतनी खराब होती जाती ह वक अगर ि ददसरो क खतो म मजददरी न कर तो उनक पररिार का पि पालना भी ददभर हो जाता ह गािो म बडी सखया ऐस अदथि-सिथिहाराओ की ह वजनकी वनयवत दर-सबर पदरी तरह स सिथिहारा म तबदील हो जान की ह इसम कतई आचियथि की बात नही ह वक गािो म हाल क दशको म बड पमान पर ोि वकसान तबाह हए ह और यह परवरिया समय बीतन क साथ बढती गयी ह हालत यहा तक आ पहची ह वक सणिर फॉर द िी ऑफ िलवपग सोसाइिी क एक हावलया सिदकण क मतावबक गािो म 61 परवतशत वकसान ऐस ह जो शहरो म नौकरी वमलन पर अपनी खती-बाडी पदरी तरह स ोडन क वलए तयार ह यह आकडा चीख-चीख कर भारतीय कवि क सकि की कहानी बयान कर रहा ह

खती-वकसानी क सकि स वनपिन क नाम पर कजथि-माफी क िोिका पहल भी कई बार आजमाया जा चका ह लवकन इसक बािजदद यह सकि लगातार गहराता गया ह आजाद भारत क इवतहास म सबस बडी कजथि-माफी की घोिणा ििथि 2008 म ततका लीन सयति परगवतशील गठबधन की सरकार न की थी उस समय दश-भर

म वकसानो क कल 52 हजार करोड रपय स भी अवधक क कजथि माफ वकय गय थ लवकन उसक बाद स खती का सकि कम होन की बजाय बढा ही ह वजसका पष सकत दश क विवभनन वहसो म वकसानो की आतमहतयाओ की सखया म बढोतरी क रप म वदखता ह कई अधययनो न यह वदखाया ह वक उस दशवयापी कजथि-माफी स भल ही वकसानो को तातकावलक राहत वमली हो लवकन लमब कालखण म दखन पर कवि अथथिवयिथा पर उसका असर कल वमलाकर नकारातमक ही हआ कयोवक वजन इलाको म वकसानो न अवधक कजथि वलया था िहा कजथि-माफी क बाद बको न कजथि दना कम कर वदया जावहर ह वक इसका नकसान ोि ि सीमानत वकसानो को होता ह जो थानीय महाजनो ि आढवतयो क चगल म फस जात ह यही नही कमपटरोलर एण ऑविर जनरल (सीएजी) की ऑवि म यह तथय भी सामन आया ह वक 2008 म घोवित दशवयापी कजथि-माफी क दौरान समय पर कागजात न उपलबध करा पान की िजह स तमाम गरीब वकसानो का कजथि माफ नही हआ था और उसक उलि कई समद वकसानो की कजथि-माफी हो गयी थी

भारतीय कवि क सकि का एक नतीजा गािो म भदवमहीन वकसानो की लगातार बढती सखया क रप म सामन आ रहा ह 2001 की जनगणना म भारत म गािो क भदवमहीन मजददरो की सखया 1067 करोड थी जो 2011 तक आत-आत 1443 पहच गयी इसम लगभग 2 करोड भदवमहीन मजददर अकल उततर परदश स ह गौरतलब ह वक वकसानो की कजथि-माफी क शोरगल म इस विशाल गामीण सिथिहारा िगथि की आिाज मानो दबा दी जाती ह इस भदवमहीन मजददर

आबादी की भी अची-खासी सखया कजथि क बोझ तल दबी रहती ह लवकन उनक कजथि-माफी की बात भदल-भिक भी नही की जाती यही नही अकसर इस बात को दवषओझल कर वदया जाता ह वक वकसानो की कजथि-माफी स सरकार को पडन िाला अवतररति आवथथिक बोझ भी मखयत गािो और शहरो की सिथिहारा आबादी को ही उठाना पडता ह उततर परदश म वकसानो की कजथि-माफी का बोझ भी मजददर िगथि पर पडन िाला ह गौरतलब ह वक कनदर सरकार दारा कजथि-माफी क वलए आवथथिक मदद करन स मना करन क बाद कजथि-माफी क वलए मदरा जिान क वलए योगी सरकार न वकसान राहत बॉण जारी करन का फसला वकया ह जावहर ह वक उततर परदश सरकार क राजि क 8 परवतशत स भी अवधक कीमत क इन बॉणो की सदद सवहत भरपाई मजददर िगथि को करनी पडगी कयोवक इसक वलए जो अवतररति कर लगाना होगा उसका बोझ मखयत मजददरो पर ही पडगा उततर परदश म कजथि-माफी क बाद पजाब और महाराषटर जस सकिगत राजयो म भी कजथि-माफी की किायद तज हो गयी ह तवमलना क उचच नयायालय न भी राजय क सभी वकसानो क वलए कजथि-माफी की योजना लागद करन का आदश वदया ह कहन की जररत नही वक ऐसी योजनाओ स वकसानो की वज नदगी की तकलीफ तो कम नही होन िाली हा इनक फलिरप आन िाल वदनो म मजददर िगथि और महनतकश जनता क ऊपर महगाई की मार जरर तज पडन िाली ह

ndash आननद सिह

कजग-माफी क टोटक स खिरी-ककसानरी का सकट नहरी हल हो सकिाउततर परदश म किसानो िी करज-माफी

बोलि आकड चरीख़िरी सचाईया

(पज 1 स आर)

मजदर तबरल अपल 2017 5

अगजो न औपवनिवशक भारत म 1853 म पहली बार अपनी सना क आिागमन क वलए रलि की शरआत की थी और कालानतर म इसका परयोग अपन िावणवजयक वहतो को साधन क वलए भी वकया था और िाभाविक ही अपनी सामराजयिादी कारगजाररयो पर पदद ालन क वलए आम जनता क यातायात क वलए भी इसका परयोग करन वदया गया था और उसी समय स आम भारतीयो क वलए अलग वकम क व बब और अगजो और उनक तलि चािन िाल भारतीय राज-रजिाडो और जमीदारो क वलए अलग तरह क वबब थ वफर 1947 आया और दश आजाद हआ दश की आम महनतकश जनता म अपन सनहर भविषय को लकर एक उममीद जगी नहर क नतति म कागस सतता म आयी और रलि का राषटरीयकरण कर वदया और कोयला िील जस तमाम भारी उदोग जनता क खदन-पसीन क दम पर खड वकय गय मगर तब स अब तक बीत 70 सालो क ररकॉ थि को दखकर कोई भी सयाना इनसान शायद इस मगालत म तो नही होगा वक कीवनसयाई न खो को अपनाकर तथाकवथत नहरिादी समाजिाद क नाम पर कागवसयो न दश की जनता को जमकर चदना लगाया ह िस तो धीर-धीर सारी सरकारी कमपवनया पराइिि हाथो म बची जा रही ह मगर रलि म अभी तक इसकी बस गपचप तरीक स शरआत भर की गयी ह तो इसस पहल रलि का भी पदरी तरह वनजीकरण हो जाय आइए समझन की कोवशश करत ह वक राजय सचावलत रलि होन स कया आम महनतकश आबादी को कोई खास फायदा पहच रहा ह कया यानी इस बच-खच समाजिाद को भी थोडा ििोलकर दख ही लत ह

समाजिाद का जो मतलब हम समझत ह उसम तो समाजिादी वनजाम यथासमभि तजी स समाज म मौजदद िगगो क विवभनन सतरो क खातम की तरफ बढती ह और इसक वलए उतपादन वयिथा स लकर साकवतक कत म मौजदद िगथि-समाज की अवभवयवतियो क वखलाफ कड स कड फसल लागद करती ह पर भारतीय रल म भी कया ऐसी कोई कोवशश की गयी ह हमम स लगभग हर वकसी न रल याता तो की ही ह और उसक िरप स भी भलीभावत पररवचत ह तो आपन कभी कया सोचा ह वक आजादी क 70 सालो बाद आज भी रल म जनरल शयनयान (लीपर) और िातानकद वलत (एयरकवणशण) वबबो का िगतीकरण कयो मौजदद ह अभी भी भारत की बहसखयक जनसखया टरनो क जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन क वलए कयो मजबदर ह टरन क सभी वबबो को िातानकद वलत कयो नही वकया जाता वजसस समाज का आम आदमी भी आराम स याता कर सक

आकडो की जबानरीकया आप जानत ह वक विततीय ििथि

2013-2014 म पदर ििथि क दौरान टरन म

सफर करन िाल यावतयो की कल सखया 84 अरब थी और इनम 77 अरब लोगो न यानी तकरीबन 92 परवतशत लोगो न टरन क ददसर दजद (सकण कलास) यानी वक जनरल वबबो म ही सफर वकया शयनयान शणी की हालत भी िवशवक पमानो क वहसाब स वनहायत ही घविया ह मगर उनम भी याता करन िाल कल यावतयो की सखया अरबो म नही बवलक मात 58 करोड थी

य जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन िाल 92 परवतशत लोग कौन ह असल म भारत म लगभग 93 परवतशत लोगो क यहा उनक पररिार क कल सदयो क दारा कमाई जान िाली रावश 10000 रपय स भी कम ह जबवक हर पररिार म औसतन 5 लोग रहत ह य 93 परवतशत लोग ोि-मझोल वकसान खवतहर मजददर ररकशिाल वदहाडी पर काम करन िाल शहरी मजददर इतयावद ह वजनक दम पर आज भारत तथाकवथत विकास की राह पर तजी स आग बढ रहा ह वजनक दम पर टरनो क िातानकद वलत वबबो क शीशो को चमकाया जा रहा ह मगर जो खद शौचालय जसी मदलभदत आियकताओ की वनहायत ही घविया हालतो िाल वबबो म चलन क वलए मजबदर ह यहा तक वक लमबी ददरी िाली टरनो म तो शौचालय म ही 5 स 7 लोग भर होत ह इस पदर समाज का अपन खदन-पसीन स वनमाथिण करन िाली महनतकश अिाम क आतमसममान पर

भला इसस बडा आघात और कया हो सकता ह

आइए अब य समझन की कोवशश करत ह वक ऐसा होता कयो ह इस सिाल का सबस आसान जिाब ह पसा वजसक पास वजतना पसा ह यानी वजसकी वजतनी औकात ह िो उसी वहसाब स जनरल शयनयान या िातानकद वलत वबब म चल सकता ह मगर अगला सिाल आता ह वक ऐसा कयो ह वक हमम स वकसी की कम और वकसी की जयादा औकात ह इसका जिाब ह - पदजीिाद हम एक ऐसी अथथिवयिथा म रहत ह वजसम सदई स लकर जहाज बनान िाली जनता खद तो गनदी बवतयो म और रल क गनद जनरल वबबो म चलन क वलए अवभशपत ह िही ददसरी ओर धनपश वजनका कल काम ह मजददरो को जानिरो की तरह हाकत रहना ि अपन आलीशान फामथि हाउस म रहत ह और पहल दजद क िातनकद वलत वबबो और हिाई जहाज म सफर करत ह एक ओर तो

इन परजीिी धनपशओ की जमातो और उनक मधयम और उचच-मधयमिगतीय वपलगगओ क वलए ददरनतो शताबदी और राजधानी जसी पशल टरन चलायी जाती ह वजसम कोई मजददर कभी बठन क बार म सोच भी नही सकता ददसरी ओर जनरल वबबो म जानिरो की तरह लदकर जान को बबस आम लोग

इसी बीच जब स मोदी सरकार आयी ह उनहोन बलि टरन चलान की भी बात शर की ह इसक अनतगथित अहमदाबाद स ममबई क बीच 508 वकमी लमबी तज-रफ़तार (सचालन गवत 320 वकमी परवत घणिा) िाली लाइन का वनमाथिण वकया जाना ह वजसकी कल लागत लगभग 1 लाख करोड रपय होगी और उसम स 01 परवतशत की बयाज दर पर 79000 करोड रपय जापान स लोन लकर लगाय जायग इस परोजकि क 2023 तक पदरा होन की उममीद ह अहमदाबाद स ममबई क बीच इस टरन की समभावित विकि दर 3300 रपय क आसपास बतायी जा रही ह आपम स वकतन लोग 2023 म इस दर पर इस तरह की अतयाधवनक तकनीक िाली टरन का इतमाल कर पायग पष कर द वक हम वकसी भी कत म आधवनकतम तकनीक क परयोग क वखलाफ नही ह मगर सिाल करना हमारा मदलभदत हक ह इसवलए हम पद ग वक य बलि टरन वकसक वलए ऐसा समभि कयो नही ह वक दश की

महनत-मजददरी करक पि पालन िाली आम जनता भी विजान क कररमो स रबर हो सक जान वकसी की बपौती नही ह यह एक सामदवहक समपवतत ह और ऐवतहावसक रप स इसकी जड मानि शम म ही वनवहत ह मगर वफर भी आज क समाज म सिाथिवधक शम करन िाला ही सिाथिवधक जलालत म जीन को मजबदर ह जरा सोवचए इस पदरी बलि टरन की पररयोजना को लागद करन म सबस जयादा हाडतोड महनत करन िाल कौन होग मजददर और कया ि खद कभी इसका परयोग कर पायग नही सोवचए कयो

अभी तक तो हम बात कर रह थ रलि म सफर करन िालो की रलि म काम करन िालो क हालात भी कोई बहत अच नही ह

रलव म ठक पर काम करन वालो क हालाि

इस समय रलि म अनमावनत तौर पर 4 लाख स भी जयादा लोग ठका

परथा पर काम कर रह ह ठक का काम मखयतः टरनो पलिफॉमथि रलि टरक की सफाई म वदया जाता ह इसक अलािा शयनयान शणी िाल वबबो म वबतर स समबवनधत सामान जस चदर कमबल इतयावद की सपलाई उनकी धलाई एि साफ-सफाई और रखरखाि म भी जयादातर ठक क मजददरो स काम वलया जाता ह इस तरह क काम म कभी-कभी बहत कम सोन को वमलता ह और यावतयो और ठकदारो दारा जो गवलया वमलती ह िो अलग स हर याता म सकडो यावतयो की सिा म मात 4 स 6 अिणणि लग होत ह उसम भी यवद वकसी की वििक एकसपरस (4236 वकमी लमबा रि) या वकसी और लमबी ददरी की टरन म यदिी लग जाय तो वशफ़ि कई वदन तक चलती ह

जयादातर सविदा कमथिचारी 20 स 30 साल क बीच ह और इनकी मावसक आमदनी बमवकल 4 स 6 हजार रपय तक होती ह टरन म होन पर तो उनह खाना वमल जाता ह मगर हालि होन पर उनह खद स इनतजाम करना पडता ह यही नही अगर कोई सामान खो जाय तो उसकी कीमत भी उनह ही चकानी पडती ह एक कमबल क वलए उन पर 850 रपय का जमाथिना लगता ह चदर या तवकय क खोल क वलए 300 रपय और चहरा पोन िाली तौवलया क वलए 75 रपय इन कमथिचाररयो को कोई वचवकतसा भतता नही वमलता ह

और उनह कोई िाथय बीमा भी नही वमलता ह एजवसया भतती क िक़त मफ़त भोजन मफ़त याता और आसान काम का लालच दकर नयी भवतथिया कर तो लती ह मगर सचचाई इसस कोसो ददर होती ह

चदवक याती लगभग हर िशन पर चढत ह इसवलए अिणणि को पदरी याता म जगना पडता ह उनक सोन क वलए कोई अलग स वयिथा नही होती इसवलए या तो ि यावनतकी िीम क साथ सोत ह या शौचालय क पास बनी अलमाररयो म ही सो जात ह वकसी याती क पस या सामान खो जान का इलजाम भी अिणणि क सर ही आता ह

को करिरी ह सरकार सतवदा पर भिती

साति ितन आयोग क दारा एकवतत वकय गय आकडो क आधार पर भारत की कनदर सरकार न 2012-2013 म 300 करोड रपय सविदा या अथायी कमथिचाररयो पर खचथि वकए थ वजसम रलि मनतालय का वहसा सबस जयादा था इसी तरह राजय सरकार भी विवभनन विभागो म धीर-धीर जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर चकी ह असल म भारत म नि-उदारिादी नीवतयो क आगमन क बाद स य तो

दर-सिर होना ही था िािा-वबडला-अानी-अमबानी जस पदजीपवतयो क सकडो-करोडो क चनद पर पलन िाली पाविथियो न नहरिादी नकली समाजिाद क चोल को भी अब पदरी तरह स उतार फ का ह और नग एि बशमथि तरीक स जनता क खदन-पसीन स खडी की गयी राजय दारा सचावलत कमपवनयो को भी धीर-धीर औन-पौन दामो पर पराइिि हाथो बचकर पदजीपवतयो को मजददरो का खदन चदसन की खली द ि दी जा रही ह रलि म चदवक कल 13 लाख कमथिचाररयो म स 10 लाख स जयादा अराजपवतत यानी वक शणी C या D म आत ह और इनम स जयादातर वनजीकरण क विरोध म होग अतः रलि को आसानी स पराइिि हाथो म बचना सरकार क वलए आसान नही ह इसवलए बाकी कई सरकारी विभागो की तरह रलि न अब नयी भवतथिया कम स कम करक जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर वदया ह और बड ही गपचप तरीक स धीर-धीर रलि क वनजीकरण की शरआत की ह

नि-उदारिाद का तकथि ही यही ह वक सरकार का हतकप हर कत म कम स कम वकया जाय और उतपादन की दवनया और उस सचावलत करन िाल कानदनो को जयादा स जयादा वनजी हाथो म द वदया जाय इसवलए पवबलक सकिर की कमपवनयो को बचा जाना या रलि और तमाम अनय विभागो म बड पमान पर ठक पर काम वदया जाना कही स भी अपरतयावशत नही ह इसवलए आप भी अगर इस मगालत म ह वक वकसी विभाग क सरकारी बन रहन स आम जनता को कोई खास लाभ वमलन िाला ह तो हम कहग वक आप वजतनी जलदी इस मगालत को ददर कर ल उतना ही अचा पदजीिादी वनजामो क अनदर भी क राजय सचावलत कमपवनया हो सकती ह मगर िो समाजिाद नही राजय पदजीिाद होता ह

बहरहाल आज अपन आस-पास वजतनी भी समयाए दख रह ह उनम क भी अपरतयावशत नही ह मजददर और महनतकश कारखानो स लकर अपनी बवतयो म पशित जीिन जीन को वििश ह तब इसम कया अचरज की बात ह वक उनक साथ रल विभाग भी जानिरो जसा बताथिि करता ह इसवलए सावथयो यवद आप इतना समझ पा रह ह वक कस मटी भर धवनको की अययावशयो क वलए करोडो बहसखयक जनसखया खिमल की तरह रोजाना वपस रही ह और उसक समाधान की वदशा खोज रही ह तो ितथिमान पदजीिादी वयिथा को लकर वकसी मगालत म न रह दो-चार राहत-ररयायत इसी वयिथा की चौहदी क अनदर भी यवद कोई आपको वदला सकता ह तो िो महनतकशो की एक रिावनतकारी पािती ही कर सकती ह आवखरी और मकममल इलाज तो बस एक ही ह - मजददर रिावनत

ndash सशसशर गपा

भारिरीय रल रज-समाज िा चलिा-किरिा आरजना

6 मजदर तबरल अपल 2017

4 और 5 अपरल को मारवत-सजकी क 13 नताओ को उमरकद की सजा दन क वखलाफ और सभी मजददरो को वबना शतथि ररहा करिान सभी मजददरो को काम पर िावपस लन जलो म नाजायज बनद रखन क वलए मआिजा ठकदारी वयिथा बनद करिान आवद मागो क तहत दशवयापी परदशथिनो का आहान वकया गया था इसक तहत लवधयाना म 5 अपरल को मजददर मलावजम नौजिान ात जनिादी सगठनो दारा सकडो की सखया म एकजि होकर रोि परदशथिन वकया ीसी कायाथिलय पर भारत क राषटरपवत क नाम मागपत सौपा गया

विवभनन सगठनो की सभा को समबोवधत करत हए विवभनन ितिाओ न कहा वक एक बहत बडी सावजश क तहत

कतल इरादा कतल जस पदरी तरह झदठ कसो म फसाकर पहल तो 148 मजददरो को चार ििथि स अवधक समय तक वबना जमानत वदय जल म बनद रखा गया और अब गडगाि की अदालत न नाजायज ढग स 13 मजददरो को उमरकद और चार को 5-5 ििथि की कद की कठोर सजा सनाई ह 14 अनय मजददरो को चार-चार साल की सजा सनाई गयी ह लवकन चदवक ि पहल ही लगभग साढ चार ििथि जल म रह चक ह इसवलए उनह ररहा कर वदया गया ह 117 मजददरो को वजनह बाकी मजददरो क साथ इतन सालो तक जलो म ठद सकर रखा गया उनह बरी करना पडा ह सबदत तो बाकी मजददरो क वखलाफ भी नही ह लवकन वफर भी उनह जल म बनद रखन का बबथिर हकम सनाया गया ह

ितिाओ न कहा वक यह फसला पदरी तरफ बइसाफी भरा ह बहत सार तथय पष तौर पर मजददरो का बगनाह होना सावबत कर रह थ लवकन इनह अदालत न नजरअनदाज कर मजददरो को ही दोिी करार द वदया कयोवक पदजी वनिश को बढािा जो दना ह िाति म मारवत-सजकी घिनारिम क जररय लिर हकमरानो न ऐलान वकया ह जो भी आिाज लदि-शोिण क वखलाफ उठगी िो कचल दी जायगी

ितिाओ न कहा वक आज दसी-विदशी कमपवनयो क वहतो म शम कानदनो म सशोधनो काल कानदन बनान सघिथिशील लोगो की आिाज कचलन जनिादी अवधकार ीनन जसी नीवतयो को भारतीय हकमरान धडाधड अजाम द

रह ह जनपकधर बवदजीवियो पतकारो कलाकारो तक का दमन हो रहा ह उनह जलो म ठद सा जा रहा ह जनएकजिता को तोडन क वलए धमथि जावत कत क नाम पर बािन की सावजश पहल वकसी भी समय स कही अवधक तज हो चकी ह जहा जनता को बािा न जा सक जहा लोगो का धयान असल मदो स भिकाया न जा सक िहा जल लाठी गोली स कचला जा रहा ह यही मारवत-सजकी मजददरो क साथ हआ ह लवकन जलमो-वसतम स न कभी जनआिाज दबाई जा सकी ह न कभी दबाई जा सकगी

परदशथिन को िकसिाईल-हौजरी कामगार यदवनयन क नता राजविनदर नौजिान भारत सभा क नता ऋवि मोलर एण िील िकथि जथि यदवनयनो क नता

हरवजनदर वसह और विजय नारायण मजददर सघिथि अवभयान क किलजीत खनना जनिादी अवधकार सभा क नता हरपरीत वसह जीरख पजाब िद िस यदवनयन क नता कमथिजीत ठका मलावजम सघिथि मोचाथि क नता कलदीप वसह बचचोिाल सवहत सीिद ऐिक कामागािामार यादगारी कमिी क नताओ न समबोवधत वकया सती मजददर सगठन की नता बलजीत कारखाना मजददर यदवनयन क नता गरजीत (समर) प द मजददर यदवनयन (मशाल) क नता सखदि भददडी जनसघिथि मच (हररयाणा) की नता कविता आवद न सावथयो सवहत परदशथिन म शावमल होकर मारवत-सजकी मजददरो क अवधकारपदणथि सघिथि का समथथिन वकया

ndash सबगल िवाददाता

मारति-सजकी क बरनाह मजदरो को उमरकद व अनय सजाओ क खखलाफ लसधयाना म जोरदार पदिगन

सघरगिरील मजदरो की नाजायज सजाए िरनत रद करन की मार

ndash सवजय परिाश सिहनरनदर मोदी क नतति िाली कनदर

की भाजपा सरकार न भारतीय रल क वनजीकरण का मन बना वलया ह और रिवमक ढग स यह वसलवसला चालद भी कर वदया ह अभी हाल ही म मधयपरदश की राजधानी भोपाल स लग जडिा शहर हबीबगज का रल िशन मपर की वनजी कमपनी बसल पाथि क हिाल कर वदया गया ह यह कमपनी न वसफथि इस िशन का सचालन करगी बवलक रलगावडयो क आिागमन का भी वनयनतण करगी जलाई 2016 म कमपनी क साथ वकय गय करार क अनतगथित कमपनी हिाई अो क तजथि पर रलि िशन की इमारत का वनमाथिण करगी और िशन की पावकि ग खान-पान सब उसक अधीन होगा और उसस होन िाली आमदनी भी उसकी होगी

इस िशन क वनजीकरण स रल विभाग को सालाना दो करोड रपय क राजि का नकसान होगा मगर रल विभाग क इस कदम को सरकार और उसका चािकार मीवया विकास क परतीक क रप म पश करन की भरपदर कोवशश कर रहा ह

परधानमनती नरनदर मोदी न निमबर 2016 म गिाहािी म पदिवोततर राजयो तक जान िाली पहली टरन को हरी झणडी वदखाकर उसका लोकापथिण करत हए पष रप स इसका इशारा वकया था उनहोन रल िशनो क वनजीकरण की िकालत करत हए कहा था वक शरआती चरण म 10-12 िशनो का आधवनकीकरण और वयिसायीकरण वकया जायगा इसस पहल नीवत आयोग क सदय वबबक दबरॉय की अधयकता िाल एक सरकारी पनल न रलि क सचालन और मिनस क वलए पराइिि कपवनयो को लाय जान की बात कही थी

नरनदर मोदी का कहना ह वक अचल समपवततयो की असमान द ती महगाई क इस दौर म भारतीय रल को अपनी भदसमपवतत और अपनी अिसरचना का लाभ उठाना चावहए और आरामदह होिल और रतरा जसी ददसरी

सविधाओ क विकास क वलए उनह वनजी पको क हिाल करना चावहए उनहोन अपन भािण म यहा तक कहा था वक रल िशनो क आधवनकीकरण क वलए शतपरवतशत परतयक विदशी वनिश की नीवत पहल स ही मौजदद ह कहन का आशय यह वक वसलवसलिार ढग स दशभर क रल िशन दशी-विदशी पदजीपवतयो क हिाल करन का पदरा इनतजाम कर वलया गया ह

महज रल िशनो क ही नही बवलक समदची रल परणाली क वनजीकरण की परवरिया पर अमल जारी ह रल बजि को रद करक उस आम बजि का वहसा बनान क पी का कचरि रल विभाग की आवथथिक विततीय िायततता ीनन क वलए ही रचा गया ह रल िशनो क वनजीकरण की मशा भाजपा सरकार क मवखया न कम-स-कम सािथिजवनक तो की लवकन गपचप तरीक स भारतीय रल परणाली को दशी-विदशी पदजी क हिाल करन का काम लमब अरस स वकया जा रहा ह

ममबई स परकावशत एक राषटरीय वहनदी दवनक न महीनो पहल एक खबर ापकर बताया था वक भारतीय रल क परशासवनक कामकाज का परचालन िािा समदह को सौप वदया गया ह और परशासवनक कायगो म लापरिाही वढलाई बरतन या वनषपादन खराब पाय जान पर मणल रल परबनधक (ीआरएम) तक क वखलाफ अनशासवनक और दणातमक कारथििाई करन का अवधकार िािा क अवधकाररयो को परदान वकया गया ह उस खबर म बताया गया ह वक खराब वनषपादन क वलए िािा न इिारसी और भोपाल मणल क मणल परबनधको को वनलवमबत कर वदया ह इसका कया अथथि वनकलता ह इस समझना वकसी क वलए कवठन काम नही ह इसी तरह रल यातायात और पररिहन परचालन क कई काम मोदी सरकार न अपन दो सबस चहत उदोगपवतयो अमबानी और अानी क हिाल कर वदय ह

एयर इवणया इवणयन एयरलाइस सल भल आईिीपीसी कोल इवणया बीएसएनएल और ओएनजीसी क

विवनिश का नतीजा हम दख चक ह अभी दस-बारह साल पहल वबडला-अमबानी जस औदोवगक समदह ददरसचार क कारोबार म वहसदारी क वलए आपस म होड लगा रह थ और ररलायस न बलदएलएल (िायरलस इन लोकल लदप) क जररय लोकल और एसिीी ददरसचार सिाए शर की थी और बीएसएनएल जो इस दश का ददरसचार का वपत सथान था और सार परवतपवधथियो को िकटरम बच रहा था आज इस हालत म पहच गया ह वक उसकी अपनी फोन और इणिरनि सिाए ररलायस क पकटरम पर चला करगी

यही हाल ओएनजीसी का भी ह अमबानी क चहत परधानमनती न ऐस हालात पदा कर वदय ह वक ओएनजीसी क वलए अपना कारोबार चला पाना मवकल हो जायगा कयोवक ीजल क उसक सबस बड गाहक भारतीय रल को ीजल आपदवतथि अब ररलायस करन िाली ह ओएनजीसी क तल कत स ररलायस दारा माहिार अरबो की गस चोरी वकसी स वपी नही ह इस दश क परभ िगगो को हिाई याता की सविधा महया करन क वलए भारतीय राजय न इवणयन एयरलाइस और एयर इवणया नामी जो वनकाय सािथिजवनक धन स खड वकय थ उनको वसलवसलिार ढग स सफद हाथी सावबत करक पहल ही पदजीपवतयो क हिाल वकया जा चका ह

भारतीय रल दश का सबस बडा सािथिजवनक उपरिम ही नही बवलक सगवठत कत का सबस बडा वनयोतिा भी ह भारतीय रल 13 लाख लोगो को रोजगार दता ह (हालावक क ििथि पहल रल कमथिचाररयो की सखया 18 करोड थी रल बो थि क चयरमन क अनसार भारतीय रल दश क कल रोजगार का 6 परवतशत रोजगार महया कराती ह और अपनी अनय आवशत सथाओ की माफथि त िह 25 अवतररति रोजगार का भी सजन करता ह दश क सकल राषटरीय उतपाद म उसका योगदान एक परवतशत का ह यानी दश क सकल राषटरीय उतपाद क हर सौ रपय म स एक रपया भारतीय रल स आता ह

बोगाई और चौधरी (2013) न lsquoविकास क अवभयनता उतपादकता की परगवतrsquo शीिथिक अपनी ररपोिथि म कहा ह वक 2013 म भारतीय रल की विकास दर विकवसत और विकासशील दशो म सबस अवधक रही ह अपनी तमाम अवयिथाओ लिलतीवफयो क साथ भारतीय रल दवनया म सबस सता माल और याती पररिहन सिा उपलबध कराती ह अपन 105000 वकमी लमब सजाल क साथ भारतीय हर वदन 2 करोड याती और 28 लाख िन माल ढोती ह जबवक अमरीका जस विकवसत दश की रल परणाली एमटरक सालान तीन करोड याती ढोती ह और अमरीका की समदची िाय पररिहन परणाली कल वमलाकर रोजाना 10 लाख याती ढोती ह

भारतीय जनता की गाढी कमाई स खड वकय इस विशाल उपरिम का भरपदर फायदा पहल अगजो न और वफर दशी पदजीपवतयो न उठाया रलि उनक मालो की सती ढलाई और उनक दफ़तरो- कारखानो म काम करन िाल लोगो को लान-ल जान की सती सिारी महया कराता रहा और िह भी जनता क िकसो क दम पर अब इस भी कमाई का जररया बनान क वलए पदजीपवतयो की जीभ लपलपा रही ह और वपल दो दशको स इस िकड-िकड म वनजी हाथो म दन का वसलवसला जारी ह

दश की जमीनी समपवतत का बा वहसा रल विभाग क वनयनतण म ह ऊपर स भारतीय रलो क माधयम स लोगो की भारी आिाजाही दश क लाखो लोगो को आजीविका क अिसर दती ह िशनो पर और उनक आस-पास खान-पीन की चीजो की रहडी-ठल लगाकर लाखो पररिार अपनी आजीविका कमात ह िशनो को पदजीपवतयो क हिाल करन स उनकी आजीविका वनगी और बकारो की फौज म बढोततरी होगी कॉमसम जसी कमपवनयो को बड िशनो पर खान-पीन का ठका दकर आम लोगो को सत म खाना महया करान िाल बहतर ढाब आवद तो पहल ही बनद कराय जा चक

हरल विभाग भारत सरकार का सबस

कमाऊ विभाग ह वितत ििथि 2015-16 म उसकी आय 168 लाख करोड थी रल बजि को रद करक मोदी सरकार न ऐसा इनतजाम वकया ह वजसस उसकी विततीय िायततता वन जायगी और िह भी ददसर विभागो की तरह बजिीय परबनधन अवधवनयम और अनय वनयामक यावनतवकयो स सचावलत होन लगगा उस पदजीपवतयो क वहत म तोडना-मरोडना सरकार क वल ए जयादा आसान हो जायगा

नीवत आयोग अपन गठन क समय स ही भारतीय रल क पी पडा हआ ह इसका अनदाजा रल विभाग क िररषठ अवधकाररयो स तयार करायी नीवत आयोग की सामावजक सिा दावयति क परभाि की समीका शीिथिक ररपोिथि स लग जाता ह उस ररपोिथि म कहा गया ह वक भारतीय रल को अपन याती पररिहन वयापार स लगातार घािा होता आया ह अतीत म ऐस तकथि वदय जात रह ह वक याती पररिहन वयापार क परवत रलि क कलयाणकारी रझान स उसक कारोबार पर बरा असर पडता ह नीवत आयोग इसी तकथि को हिा द रहा ह

उदारीकरण-वनजीकरण की नीवतयो क परभाि म वशका-िाथय-वबजली-पानी-पररिहन जसी बवनयादी सविधाओ स सवबसी खतम करक उनह पदरी तरह बाजार और मनाफ की शवतियो क हिाल वकया जा रहा ह अब दशी-विदशी पदजीपवतयो की वगददवष भारतीय रल पर लगी ह और उनका चाकर परधानमनती अपन पदजीपवत आकाओ की इचापदवतथि करन क वलए कमर कसकर तयार ह कहन की जररत नही वक वनजीकरण क साथ ही रलि म ठकाकरण और मजददरो-कमथिचाररयो क शोिण म और बढोततरी होगी रलि क कई बड िकथि शॉप बनद हो चक ह नई भवतथिया नही क बराबर ह और वकतो म िनी जारी ह मगर रलि की सारी बडी-बडी यदवनयनो क नता अफसरो स वमलन िाली मोिी मलाई खाकर मत पड ह

रलव का ककशो म और रपचप तनजरीकरर जाररी

मजदर तबरल अपल 2017 7

राहल साितयायन पर कचार रोषरी

राहल फाउणशन और नौजिान भारत सभा क सयति ततिाधान म राहल साकतयायन क मवतवदिस 14 अपरल क अिसर पर पचायती हॉल दशथिनलाल चौक दहराददन म विचार-गोषठी का आयोजन वकया गया गोषठी म तमाम ितिाओ न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन कवतति वयवतिति पर वितार स बात रखी और आज क दौर म राहल साकतयायन को याद करन की जररत पर बल दत हए कहा वक आज पदजीिादी वयिथा चौतरफा सकिो स वघर चकी ह इस सकि स धयान भिकान क वलए और इस सडी हई वयिथा को बचाए रखन क वलए तमाम परवतवरियािादी फावसि ताकत जनता को धावमथिक अनधविशवास कद पमण दकता रवढयो पाखणो की वदमागी गलामी की जजीरो म बाध दना चाहती ह और एक हद तक ि अपन इस काम म सफल भी हए ह ऐस म परगवतशील रिावनतकारी ताकतो को राहल साकतयायन की तरह ही िचाररक साकवतक आनदोलनो को जनता क बीच म खडा करना पडगा

सावहतयकार तपन वसह चौहान न कहा वक राहल न अपनी परमपरा स अपन वसदानत और वयिहार की एकता स हम लखको सावहतयकारो को भी परभावित वकया और हम अपनी लखनी क साथ ही जनता क साथ सडको पर उतरकर आनदोलन करन को परररत वकया

ीएन वतिारी न कहा वक राहल न भारत क दशथिन की भौवतकिादी धारा स आम जनता का पररचय कराया उनहोन तमाम धावमथिक पाखणो मदलयो पर चोि की उनहोन कहा वक भारत क 84 वसद नावतक थ नाथ समपरदाय म बडा वहसा मसलमानो का शावमल था वजनको आज कोई नही जानता

गोषठी म गीता गरोला न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन पर बात रखत हए कहा वक राहल न अपन लखन म पहाड की सकवत को बहत ही कलातमक भािा म उकरा

राजनदर राित न राहल साकतयायन क लखन पर बात रखत हए कहा वक राहल न भारतीय भौवतकिाद की महतता समझी और सरल भािा म कहावनयो उपनयासो जीिन ितत समरणो क दारा जनता क बीच इवतहास और दशथिन की िातविक सचचाई को जनता क सामन लाय

लोक दतक क अवशवनी तयागी न कहा वक आज क दौर म जब हर जगह अनधविशवास कतकथि को बढािा वदया जा रहा ह और फासीिादी शवतिया लगातार जनता को बािकर पदर समाज म सामपरदावयक धिीकरण करन की तयारी कर रही ह ऐस म राहल साकतयायन को नौजिान पीढी म वफर स थावपत करना होगा

नौजिान भारत सभा क अपदिथि न कहा वक राहल न वजस साकवतक िचाररक रिावनत को आग बढाया आज क दौर म वफर स उसी साकवतक िचाररक रिावनत की जररत ह

गोषठी का सचालन राहल फाउणशन की कविता कषणपललिी न वकया और कहा वक राहल को याद करना वसफथि एक रमी किायद नही ह बवलक आज धावमथिक पाखण कद पमण दकता अनधविशवास गवतहीनता अतकथि परकता को खतम करन क वलए राहल का लखन उनका वयवतिति उनक वसदानत और वयिहार की एकता आज हम पररणा द रह ह राहल क योगदानो को कभी भी भलाया या वमिाया नही जा सकता

गोषठी म ॉ बथथििाल अजथिन वसह राजीि कोठारी आवद न भी अपनी बात रखी गोषठी म मखय रप स विजय भटट गीता गरोला अवशवनी तयागी आयिी तपन वसह चौहान ॉ वजतनदर भारती ीएन वतिारी शमीम अहमद राजीि कोठारी समदशती बथथििाल सौरभ शभम पणीर जयदीप सकलानी आवद उपवथत रह

बीत 26 माचथि को लवधयाना म मजददर प तकालय ईबलयदएस कालोनी (ताजपर रो) पर शहीद भगत वसह सखदि ि राजगर की याद म शहादत की 86िी ििथिगाठ को समवपथित रिावनतकारी साकवतक कायथिरिम का आयोजन वकया गया यह कायथिरिम कारखाना मजददर यदवनयन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन सती मजददर सगठन ि नौजिान भारत सभा दारा सयति रप स आयोवजत वकया गया सगठनो दारा शहादत वदिस क समबनध म लवधयाना की मजददर आबादी म एक सपताह तक सघन परचार अवभयान चलाया गया था वयापक पचाथि वितरण नककड नािको की पशकारी और नककड सभाओ आवद माधयमो क

जररय लोगो तक रिावनतकारी शहीदो का सनदश पहचाया गया

26 माचथि क कायथिरिम की शरआत शहीदो की याद म दो वमनि क मौन स की गयी इस अिसर पर इकलाब वजनदाबाद इस समाज को बदल दो और एक मजददर की मौत नािको का मचन वकया गया अनको रिावनतकारी-जझार गीत पश वकय गय कायथिरिम को लोगो न खदब सराहा कारखाना मजददर यदवनयन क राजविनदर और सती मजददर सगठन की बलजीत न शहीदो क जीिन विचारो और मौजददा पररवथवतयो चनौवतयो कायथिभारो की चचाथि की मच सचालन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन क लखविनदर न वकया

ितिाओ न कहा वक शहीद

भगतवसह और उनक सावथयो न वजस शोिण रवहत समाज क वनमाथिण क वलए वजनदगी-भर सघिथि सघिथि वकया और कबाथिवनया की िह समाज नही बन सका ह उनकी लडाई वसफथि लिर अगज हकमरानो क वखलाफ नही थी बवलक हर तरह क शोिको क वखलाफ थी चाह ि शोिक अगज हो भारतीय हो और चाह कोई ओर हो भगतवसह न कहा था वक जब तक इसान क हाथो इसान की लदि खतम नही होती यह जग जारी रहगी अगजी गलामी स मवति का मीठा फल भारत क धननासठो न चखा ह महनतकश जनता तो आज भी लदि शोिण अनयाय की चककी म वपस रही ह मजददरो को वबना शम अवधकारो क 12-14 घणि खिना पडता ह मवहलाओ

की हालत बद स बदतर हो चकी ह नौजिान गरीबी-बरोजगारी की चककी म वपस रह ह भाजपा की मोदी सरकार कागस दारा शर की गयी उदारीकरण-वनजीकरण-भदमणलीकरण की नीवतयो को और भी जोर-शोर स लागद कर रही ह वहनदतििादी फासीिादी भाजपा का राजयसभा म भी बहमत हो गया ह शम कानदनो म मजददर विरोधी बदलािो तथा अनय जन विरोधी कानदन पाररत करन की परवरिया को अब और भी तजी स आग बढाया जायगा लोगो क विचारो की अवभवयवति की आजादी खान-पीन पहनन परम करन शादी करन आवद तमाम जनिादी अवधकारो पर बड हमल हो रह ह

भगतवसह न जावत-धमथि क नाम पर

लोगो को बािन की सावज शो स दश क लोगो को आगाह वकया था और िगतीय एकता कायम करन पर जोर वदया था

ितिाओ न कहा वक रिावनतकारी शहीदो को रम अदायगी क तौर पर याद करन का कोई मतलब नही ह आज जररत ह वक रिावनतकारी शहीदो क जीिन ि विचारो को जन-जन तक पहचाया जाय लोगो को मौजददा समय की चनौवतयो स पररवचत कराया जाय सगवठत वकया जाय और इस तरह शहीदो क सपनो क समाज क वनमाथिण क वलए आग बढा जाय यही रिावनतकारी शहीदो को एक सचची शदाजवल हो सकती ह

भगतवसह राजगर ि सखदि क शहादत वदिस क अिसर पर नौजिान भारत सभा दारा ममबई ि अहमदनगर म 15 वदिसीय शहीद यादगारी अवभयान चलाया गया इस अवभयान क अनतगथित वहनदी ि मराठी म हजारो पचद वितररत वकय गय विचार गोवषठया प तक परदशथिनी आयोवजत की गयी ि गौहर रजा की इकलाब ॉकयदमणटरी की रिीवनग भी की गयी अवनतम वदन यानी 3 अपरल को अहमदनगर क रहमत सलतान फाउणशन सभागह म फासीिाद क मौजददा दौर म भगतवसह की परासवगकता वििय पर पररसिाद रखा गया ि साथ ही दो प तको का लोकापथिण वकया गया पररसिाद का मखय ितिवय कामगार वबगल क समपादक सोमनाथ क जळ न रखा ि उसक बाद सभी शोताओ न भी पररसिाद म भागीदारी की भारत क रिावनतकारी आनदोलन क धावमथिक पनरतथानिाद स िजावनक समाजिाद तक की याता पर सोमनाथ न वितत बातचीत रखी भगतवसह क वलए ितनतता क असली मायन कया थ राजनीवतक जीिन म धमथि क हतकप क बार म भगतवसह कया सोचत थ अप यता समया को वकस तरह दखत थ ि भारत की जनता क वलए वकस तरह िो वसफथि मजददर रिावनत का सपना दखत थ इस पर सोमनाथ न रोचक ढग स परकाश ाला उसक बाद फासीिाद क बार म बात रखत हए उनहोन कहा वक यदवप भगतवसह क समय म वहिलर ि मसोवलनी का बबथिर चहरा पदरी तरह सामन नही आया था पर वफर भी भगतवसह समझत थ वक वकस तरह जब पदजीपवत िगथि जनता को लदिन म असहाय होन लगता ह तो िो लोगो को आपस म लडिाता ह उनहोन भगतवसह क लख सामपरदावयक दग और उनका इलाज ि धमथि ि हमारा ितनतता सगाम का सनदभथि दत हए बताया वक

भगतवसह सामपरदावयक झगडो क पी क असली कारण यानी आवथथिक कारण को समझत थ और इसीवलए ऐस झगडो का सामना करन क वलए िगतीय एकता पर जोर दत थ उनहोन अनत म कहा वक आज क समय म नौजिानो को भगतवसह क रात को ही आग बढाना होगा दश क मजददर िगथि को एकजि करक फासीिाद को मात दनी होगी तभी भगतवसह का इकलाब वजनदाबाद का सपना साकार होगा

इस मखय ितिवय क बाद कई अनय शोताओ न भी बात रखी और भगतवसह क विचारो को जन-जन तक पहचान की बात पर बल वदया

कायथिरिम का ददसरा वहसा दो मराठी पवतकाओ (कोळी ि माशी - विलहलम वलबकनखत तरणाना आिाहन - पीिर रिोपोतवकन) का लोकापथिण था लोकापथिण की शरआत म जनचतना क महाराषटर परभारी नागश धिद न िकवलपक मीवया अवभयान का पररचय वदया ि दोनो पवतकाओ क बार म भी बताया उनहोन कहा वक आज पदजीपवत िगथि अपन सचार माधयमो स जनता पर लगातार िचाररक हमला कर रहा ह पररितथिन की वकसी भी लडाई क परवत लोगो को सशयकारी बना रहा ह घविया दजद क नािको वफलमो अखबारो िीिी चनलो आवद क माधयम स मवहला विरोधी अपराधो को बढािा द रहा ह इसक बरकस मजददर िगथि को अपना िकवलपक मीवया खडा करना होगा जनचतना एक ऐसा ही परयास ह जनचतना वहनदी अगजी पजाबी ि मराठी भािाओ क परगवतशील सावहतय का वितरण करती ह आन िाल समय म हमारा परयास रहगा वक दश की हर भािा म परगवतशील रिावनतकारी िजावनक ि मानिीय मलयो क सावहतय को अपन सहयोगी परकाशन सथानो क सहयोग स पहचाया जा सक जनचतना का

परयास रहगा वक वसफथि वकताब ही नही बवलक िततवचतो लघ वफलमो ि वफलमो क माधयम स भी मजददर िगथि की आिाज को बलनद वकया जा सक

उनहोन कहा वक 28 वसतमबर 2016 को शर हआ ऐरण परकाशन भी जनचतना का सहयोगी परकाशन सथान ह इसका उद य मराठी भािा म रिावनतकारी ि माकसथििादी सावहतय को परकावशत करना ह इस अिसर पर लोकावपथित की गयी दो ोिी पवतकाओ का ऐवतहावसक महति भी उनहोन बताया उनहोन बताया वक कोळी आवण माशी नामक ोिी सी पवतका दवनयाभर क मजददरो क बीच लोकवपरय ह जो बताती ह वक वकस तरह पदजीपवत िगथि मजददर िगथि का शोिण करक अपनी अययावशयो क महल खड करता ह यह पवतका मजददर िगथि को इस अनयाय क वखलाफ खड होन क वलए ललकारती ह उनहोन बताया वक ददसरी पवतका तरणाना आिाहन रस क परवसद अराजकतािादी रिावनतकारी वपरस पीिर रिोपोतवकन दारा वलखी गयी थी उनका यह परवसद लख अपन पशो म शावमल होन क वलए तयार यिको-यिवतयो को समबोवधत था और सबस पहल रिोपोिवकन क अखबार ला ररिोलि म 1880 म परकावशत हआ था उसक बाद स दवनयाभर म एक पमफलि क रप म यह बार-बार पता रहा ह और आज भी इसकी अपील उतनी ही परभािी और झकझोर दन िाली ह इसक बाद दोनो पवतकाओ का लोकापथिण शभम ि अलका माळी क हाथो वकया गया कायथिरिम क दौरान कई रिावनतकारी गीत भी पश वकय गय शहीद भगतवसह राजगर सखदि जस तमाम शहीदो क सपनो को साकार करन क सकलप क साथ कायथिरिम का समापन हआ

भरिकसह सखद राजरर िी याद म काकििाररी सासिकिि िायजकम िा आयोजन

सकडो लोरो न दरी महान काननतकाररी िहरीदो को भावभरीनरी शरदाजलल

भरिससह राजरर व सखदव क िहादि ददवस पर ममबई व अहमदनरर म चला 15 ददवसरीय

िहरीद यादराररी अजभयान

8 मजदर तबरल अपल 2017

वक नि-उदारिादी नीवतयो न वजस तरह महगाई लगातार कम होती मजददररया बरोजगारी और भखमरी क दानि को खला ोड वदया ह उसस तत जनता एक न एक वदन जरर ही सगवठत होकर मदान म खडी हो जायगी इसी वलए सामपरदावयक फासीिादी ताकत दशभर म सीवमत पमान क ोि-ब दग करिा रही ह फासीिाद जनता क सामन हमशा एक झदठा द मन खडा करता ह तावक अपनी बदहाली स परशान जनता क ग स को उस झदठ द मन क विरद मोडकर असली कारणो स बहकाया जा सक धावमथिक अलपसखयको क साथ ही परगवतशील ताकत हमशा उसक वनशान पर रहती ह अनधराषटरिाद का हवथयार उसक बड काम आता ह

lsquoविकासrsquorsquo की सचचाई यह ह वक दश की ऊपर की 1 फीसदी आबादी क पास दश की कल समपदा का 584 फीसदी वहसा इकटा हो चका ह और अगर ऊपर की 10 फीसदी आबादी को ल तो यह आकडा 807 फीसदी तक पहच जाता ह ददसरी ओर नीच की 50 फीसदी आबादी क पास कल समपदा का महज 1 फीसदी ह दश क गोदामो म अनाज सडन क बािजदद परवतवदन लगभग 9000 बचच कपोिण ि िाथय समबनधी समयाओ स मर जात ह यदनीसफ की ररपोिथि क मतावबक कपोिण का वशकार दवनया का हर तीसरा बचचा भारत का ह 50 परवतशत औरत खदन की कमी की वशकार ह सरकारी नीवतयो क कारण होन िाली मौत आतकी घिनाओ स होन िाली मौतो की तलना म कई हजार गना ह लवकन इन मौतो पर नताओ ि मीवया दारा सावजशाना चपपी बनी रहती ह 1 फरिरी को बजि पश होन स पहल आवथथिक सिद की ररपोिथि म यह बताया गया ह वक हर साल औसतन 90 लाख लोग रोजी-रोिी की तलाश म अपना घर ोडकर परिासी बन जात ह वजनम स जयादातर ममबई वतरपर वदलली बगलदर लवधयाना आवद की गनदी और बीमारी स भरी झोपडपरटटयो म समा जात ह आकडो क मतावबक दश की लगभग 36 करोड आबादी झगगी-झोपवडयो और फिपाथ पर रहन क वलए मजबदर ह मोदी सरकार न जदन 2015 म 2022 तक 2 करोड मकान बनिान की बात की थी यावन हर साल लगभग 30 लाख मकान लवकन जलाई 2016 म पता चला वक 1 साल म किल 19255 मकान बन

इसी तरह हर ििथि 2 करोड नय रोजगार पदा करन क दाि की सचचाई इसी स सामन आ जाती ह वक बरोजगारी की दर वपल कई ििगो स लगातार बढत हए 2015-16 म 73 परवतशत तक पहच गई दश क लगभग 30 करोड लोग बरोजगारी म धकक खा रह ह जनता की सविधाओ म लगातार किौती की जा रही ह और अमीरजादो क अरबो रपय क कजथि बटट खात म ाल

(िाति म माफ वकय) जा रह ह िशन पर चाय बचन का ढोग रचत हए अब िशन को ही वनजी हाथो म बचा जा रहा ह इसकी शरआत हबीबगज रलि िशन (मधयपरदश) स कर वदया गया ह आग करीब 400 रलि िशनो को पीपीपी (पराइिि पवबलक पािथिनरवशप) क हिाल करन की योजना ह कॉलजो-विशवविदालयो की फीस बढायी जा रही ह सीि घिायी जा रही ह वशका म सरकारी खचथि घिाया जा रहा ह तावक उसकी वथवत लचर हो और वशका को पदरी तरह बाजार क हिाल वकया जा सक इनक वखलाफ खड होन िाल ातो-सगठनो क आनदोलनो को कचला जा रहा ह अभी-अभी पजाब विशवविदालय म 11 गना फीस बढान क वखलाफ जब ातो न आनदोलन चलाया तो न किल उन पर बबथिर लाठी चाजथि वकया गया बवलक 58 ात-ाताओ पर राषटरदोह का मकदमा लाद वदया बाद म ातो की एकजिता दख राषटरदोह का मकदमा हिा वदया लवकन िहा दमनचरि जारी ह

आज दश ही नही पदरी दवनया म फावसस ि ताकत वसर उठा रही ह अमररका क इवतहास म पहली बार ोनाल टरमप जसा वयवति राषटरपवत बन गया ह जो साधिी पराची और आवदतयनाथ जस लोगो की भािा म बयानबावज या करता रहा ह भारत म भी इसका सीधा समबनध पदजीिाद क गहरात सकि स ह नि-उदारिादी आवथथिक नीवतयो को वजतन नगई और कशलता क साथ मोदी न लागद करना शर वकया उसक कारण बड-बड पदजीपवत घरान बको क मावलक हवथयारो क सौदागर दश क तल और गस पर कबजा जमाय अमबानी जस धनपश वफककी एसोचम जसी सथाय तथा मधय िगथि क लोग मोदी की शान म कसीद पढ रह थ मगर सकि की चपि ऐसी ह वक जनता को बरी तरह वनचोडकर भी मोदी सरकार अपन आकाओ क घित मनाफ को बढा नही पा रही ह ऐस म कई पदजीपवत घरानो का धयथि भी जिाब द रहा ह ददसरी ओर बढती महगाई बरोजगारी स तबाह आम जनता ठगी महसदस कर रही ह और चारो ओर स विरोध क स िर उठ रह ह ऐस म आन िाल वदनो म सरकारी दमन और सडको पर सघी गणा वगरोहो का उतपात बढता ही जायगा

वनचिय ही फासीिादी माहौल म रिावनतकारी शवतियो क परचार एि सगठन क कामो का बजथिआ जनिादी पस और भी वसकड जायगा लवकन इसका ददसरा पक यह होगा वक निउदारिादी नीवतयो क बरोकिोक और तज अमल तथा हर परवतरोध को कचलन की कोवशशो क चलत पदजीिादी ढाच क सभी अनतरविरोध उग स उगतर होत चल जायग मजददर िगथि और समदची महनतकश जनता रीढविहीन गलामो की तरह सबक झलती नही रहगी दश क ात-

नौजिान चपचाप सहत नही रहग आन िाल वदनो म वयापक मजददर उभारो की पररवथवतया तयार होगी ातो-नौजिानो को भी यह समझना होगा वक उनकी लडाई महनतकशो को अपन साथ वलय वबना आग नही बढ सकती उन ह फावसिो का भणाफोड करन और उनक मजददर-विरोधी चररत क बार म महनतकश जनता को जागरक करन क वलए उनक बीच जाना होगा यवद इनह नतति दन िाली रिावनतकारी शवतिया तयार रहगी और साहस क साथ ऐस उभारो म शावमल होकर उनकी अगिाई अपन हाथ म लगी तो रिावनतकारी सकि की उन समभावित पररवथवतयो म बहतर स बहतर इतमाल करक सघिथि को वयापक बनान और सही वदशा दन का काम वकया जा सकगा अपन दश म और और पदरी दवनया म बजथिआ जनिाद का करण और नि फासीिादी ताकतो का उभार ददरगामी तौर पर नयी रिावनतकारी समभािनाओ क विफोि की वदशा म भी सकत कर रहा ह

मजददरो और महनतकशो को यह बात अची तरह समझ लनी होगी वक फासीिाद पदजीपवत िगथि की सिा करता ह सामपरदावयक फासीिाद की राजनीवत झदठा परचार या दषपरचार करक सबस पहल एक नकली द मन को खडा करती ह तावक मजददरो-महनकशो का शोिण करन िाल असली द मन यानी पदजीपवत िगथि को जनता क ग स स बचाया जा सक य लोग न वसफथि मजददरो क द मन ह बवलक आम तौर पर दखा जाय तो य पदर समाज क भी द मन ह इनका मकाबला करन क वलए महनतकश िगगो को न वसफथि अपन िगथि वहतो की रका क वलए एकजि होकर पदजीपवत िगथि क वखलाफ एक सवनयोवजत लबी लडाई लडन की शरआत करनी होगी बवलक साथ ही साथ महगाई बरोजगारी मवहलाओ की बराबरी तथा जावत और धमथि की कटटरता क वखलाफ भी जनता को जागरक करना होगा

आन िाला समय महनतकश जनता और रिावनतकारी शवतियो क वलए कवठन और चनौतीपदणथि ह हम राजयसतता क दमन का ही नही सडको पर फासीिादी गणा वगरोहो का भी सामना करन क वलए तयार रहना पडगा राता वसफथि एक ह हम जमीनी तर पर गरीबो और मजददरो क बीच अपना आधार मजबदत बनाना होगा वबखरी हई मजददर आबादी को जझार यदवनयनो म सगवठत करन क अवतररति उनक विवभनन परकार क जनसगठन मच जझार ियसिक दत चकसी दत आवद तयार करन होग आज जो भी िाम जनिादी शवतिया िाति म फासीिादी चनौती स जदझन का जजबा और दमखम रखती ह उनह ोि-ोि मतभद भलाकर एकजि हो जाना चावहए हम भदलना नही चावहए वक इवतहास म मजददर िगथि की फौलादी मटी न हमशा ही फासीिाद को चकनाचदर

वकया ह आन िाला समय भी इसका अपिाद नही होगा हम अपनी भरपदर ताकत क साथ इसकी तयारी म जि जाना चावहए

यह पदजीिादी वयिथा अनदर स सड चकी ह और इसी सडाध स पदरी दवनया क पदजीिादी समाजो म वहिलर-मसोवलनी क ि िाररस पदा हो रह ह वजनह फावसि कहा जाता ह फावसि पदजीिादी लोकतत तक को नही मानत और उस पदरी तरह रमी बना दत ह और िाति म पदजी की नगी खली तानाशाही थावपत कर दत ह फावसि धमथि या नल क आधार पर आम जनता को बाि दत ह ि नकली राषटरभवति क उनमादी जनदन म हक की लडाई की हर आिाज को दबा दत ह ि धावमथिक या नली अलपसखयको को वनशाना बनाकर एक नकली लडाई स असली लडाई को पी कर दत ह पदर दश म दगो और खदन-खराबो का विनाशकारी खल शर कर दत ह पदजीपवत िगथि अपन सकिो स वनजात पान क वलए फावसजम को सगवठत करता ह और जजीर स बध कतत की तरह उसका इतमाल करना चाहता ह लवकन जब तब यह कतता अपनी जजीर डा भी लता ह और तब समाज म भयकर खदनी उतपात मचाता ह हमार दश म वपल पचचीस बबीस ििगो स कभी मवदर-वनमाथिण कभी लि-जहाद कभी गाय तो कभी तथाकवथत दशदरोह बनाम दशपरम क नाम पर जारी यह उनपाद बढता हआ पदर दश को एक खदनी दलदल की ओर धकलता जा रहा ह धमथि नकली दशपरम और तमाम फजती मकदमो को उभाडकर पदजीिादी लदि पवलवसया दमन बदखली बरोजगारी महगाई आवद नबब फीसदी लोगो की वजदगी क बवनयादी मदो को तथा सरकार की िायदा-वखलावफयो पर परदा ाल वदया गया ह वजनह वमलकर दस फीसदी लिरो स लडना ह ि आपस म ही एक-ददसर क खदन क पयास हो रह ह

आवखर मलक को इस अधरी सरग स बाहर वनकालन का कोई राता ह कया रोशनी की कोई लकीर कही दीख रही ह - हा वबलकल इस अधर स बाहर वनकलन का एक ही राता ह - शहीदआजम भगतवसह का राता नाउममीदो की एक ही उममीद बची ह - रिावत हम अपन महान शहीदो दारा डी गयी अधदरी लडाई को अजाम तक पहचाना होगा महनतकश जनता क बहादर सपदतो को भगतवसह क विचारो का परचम ऊचा उठाना होगा आम जनता क इकलाबी जनसगठन बनान होग तथा दशी-विदशी लदि और जनतत नामधारी धनतत की करि खोदन की तयारी करनी होगी तभी जाकर ऐसा समाज बनगा वजसम उतपादन राजकाज और समाज पर उतपादन करन िाल कावबज होग फसल की ताकत उनक हाथो म होगी भगतवसह न ऐसी ही आजादी का सपना दखा था वजसम सतता महनतकश क हाथो म हो न वक

हर पाच साल पर होन िाल चनािी डराम का वजसम लोकतत क नाम पर किल पदजी क घोडो पर सटटा लगता हो

आज जगह-जगह अनयाय क वखलाफ यिा सडको पर उतर रह ह लवकन सिाल य ह वक यिाओ की बडी तादाद अभी भी इन सघिगो म शावमल कयो नही ह जनता की बडी आबादी की वनवषरियता कयो ह इसका सबस बडा कारण यह ह वक बहत बडी आबादी अपनी वजनदगी की तबाही-बबाथिदी क कारणो स पररवचत नही ह लोगो क इस वपडपन का फायदा शासक िगथि उठात ह िो लोगो की समयाओ का कारण वकसी अनय धमथि क लोगो या जावत दश आवद स जोड दत ह दग-फसाद करिात ह लोगो की एकता िदि जाती ह और िो आपस म ही लडन पर आमादा हो जात ह आवथथिक सकि क आज क दौर म धमथि-जावत क नाम पर झगड किल चनािी राजनीवत का मसला नही ह उसस आग बढकर सघ पररिार की फासीिादी राजनीवत पदर दश म बड पमान पर पाि पसारती जा रही ह फासीिादी जहा एक ओर महगाई बढाकर जनता को वमलन िाली द िो म किौती करक बड-बड उदोगपवतयो क मनाफ की दर को वथर रखत ह या बढात ह िही ददसरी ओर इसस असतष होकर जनता सडको पर न उतर पड इसक वलए लोगो म नकली राषटरिाद मवनदर-मवजद धावमथिक झगड सकवत क नाम पर झगड आवद भडकात ह उनक गणा वगरोह जनता क वलए लडन िाल लोगो की रिद र हतयाय करत रहत ह और ि शासन-परशासन को भी अपन हाथ म ल लत ह इन फासीिादी ताकतो का विरोध करन िाल लोगो को दशदरोही ठहरा वदया जाता ह यावन वक एक वनरकश तानाशाही जनता पर थोप दी जाती ह अतीत म वहिलर और मसोवलनी की सतता इसकी वमसाल ह और ितथिमान समय म भारत म सघ पररिार

हम भी इन झगडो क कारणो को समझना होगा इन झगडो का पररणाम किल आम जनता की तबाही होती ह जबवक दोनो धमगो क धवनको को कोई नकसान नही होता यिाओ को िीिी चनलो धमथि क ठकदारो नताओ-मवनतयो क भरमजाल स बाहर आना होगा वशका रोजगार जस िातविक मदो पर सघिथि सगवठत करना होगा नताओ को घरना होगा वक जो िायद िो चनाि म करत ह उस पदरा कर जावतिाद-भदभाि की दीिार वगरानी होगी धावमथिक कटटरपवथयो चाह िो वहनदद हो या मवलम वसख या ईसाई क वखलाफ हलला बोलना होगा अनधविशवास रवढयो क विरद िचावनक चतना का परचार-परसार करना होगा हम महनतकश जनता क िातविक मदो पर सघिगो स इस लडाई को जोडना होगा

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मजदर तबरल अपल 2017 9

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10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 3: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

मजदर तबरल अपल 2017 3

ndash पराग वमाजभारत म हर साल लाखो लोग सही

समय पर सही इलाज न वमल पान क कारण अपनी जान गिा रह ह ऐसी हालत म राषटरीय िाथय नीवत एक बहत अहम वििय बन जाती ह राषटरीय िाथय नीवत सरकार दारा समाज म िाथय वयिथाओ की योजना बनान की वदशा और तरीक का बयौरा होती ह हाल ही म कनदरीय कवबनि दारा पाररत की गयी राषटरीय िाथय नीवत 2017 म सरकार का रझान एक बार वफर वनजी कत दारा महया कराई जान िाली िाथय सिाओ को ही बढािा दन का नजर आता ह इस िाथय नीवत म सािथिजवनक िाथय सिाओ म आउिसोवसिग दारा पराइिि सकिर को और अवधक शावमल करन की वसफाररश की गयी ह और एक बार वफर 15 साल बाद िही राता पकडा गया ह जो इतन सालो म एक थायी सािथिजवनक िाथय सिा का ढाचा नही खडा कर पाया ह भदमणलीकरण की नीवतयो क लागद होन क बाद स ही भारतीय राजय लोक कलयाण क िायदो स लगातार मकरता जा रहा ह और इसी क साथ ही िाथय सिाओ का वनजीकरण भी बढता जा रहा ह वनजीकरण और मनाफाखोरी की परिवतत न इस कत म सामावजक नयाय मानिीय सिदना ि सहानभदवत क वलए कोई जगह नही ोडी ह

आज आमजन क वलए िाथय सविधा परापत करना दषकर हो गया ह वपल दो दशको म मवकल-वशका क कत म भी वनजी वशकण सथानो को खदब बढािा वदया गया और सािथिजवनकसरकारी सथाओ को वनरतसावहत वकया गया ह वजसक कारण वचवकतसा क कत म अधययन करना काफी महगा हो गया ह मवकल परिश परीका की तयारी क खचथि और वनजी वशकण सथानो की फीस इतनी अवधक हो चकी ह वक ॉकिर बनन का सौभागय आमतौर पर किल उन विदावथथियो को वमल पाता ह वजनक पास पदिथि अवजथित पदजी होती ह इस तरह की वयिथा म ही वयापम जस घोिाल होत ह और कई मनना भाई वचवकतसक बन जात ह और योगय ि परवतभाशाली ातो क अिसर ीनकर उनह वनराशा ि कठा म धकल वदया जाता ह कॉरपोरि घरानो ि बीमा कमपवनयो की वमलीभगत स एक असरका और अवनवचितता का माहौल भी बनाया गया ह जो इन कमपवनयो को और जयादा मनाफा कमान क मौका दता ह ॉकिर-पथोलॉजी-लबोरिरी ि दिा कमपवनयो क गठजोड स भी मनाफाखोरी का पदरा तनत चल रहा ह वजसम आमजन वदन-दहाड लदिा जाता ह डरग सपलाई और मनयफकचररग क कत म सरका मानको की धवजजया अकसर उडाई जा रही ह और भरषाचार चरम पर ह इसी तरह अिध डरग टरायल वकय जात ह तथा मरीज ि पररजनो की

अजानता क कारण अगो की चोरी और वयापार होता ह पदजीिादी मनाफाखोरी न िाथय कत म शोिण का ऐसा कचरि बना वदया ह वजसम गरीब और मजददर न चाहत हए भी फस जाता ह सत इलाज की तलाश म गरीब वयवति झोलााप ॉकिर अपरवशवकत और अयोगय ढोगी नीमहकीम-िद अनय फजती पवथयो क वयिसाय म वलपत तथाकवथत ॉकिर तथा अपठय दिाई सझाि करन िाल दकानदारो स इलाज करिाता ह और इस तरह सरकार की इन नीवतयो न गरीब वयवति क जीिन क परवत गमभीर लापरिाही तथा सकि क रात वनवमथित कर वदय ह

राषटरीय िाथय नीवत 2017 को धयान स समझ तो यह नयी िाथय नीवत िाथय क कत म लदि को रोकन तथा वनजी ि कॉरपोरि वयिसाय तनत क वशकज स आमजन को मति करन क परवत कोई विशवास नही जगाती ह मतय दर अनमावनत जीिन काल की दर और जानलिा और सरिामक बीमाररयो की मौजददगी जस क मापदणो म परान तय वकय गय लकय परापत नही हो सक इसवलए सधार क वलए नय लकयो को तय तो जरर वकया गया ह परनत िाथय सिाओ क वलए सकल घरलद उतपाद क किल 13 परवतशत वहस का विततीय समथथिन वनधाथिररत वकया गया ह जो इतना कम ह वक इन नय लकयो को पाना भी एक सददर िपन ही वदखाई पडता ह िाथय नीवत पराथवमक उपचार पर जोर दत हए बजि क दो वतहाई वहस को पराथवमक उपचार वयिथाओ पर खचथि करन का वनददश दती ह और बाकी बजि को वदतीय और ततीय शणी क उपचार पर खचथि वकया जायगा परनत साथ ही 2025 तक सकल घरलद उतपाद का किल 25 परवतशत वहसा ही उपचार वयिथाओ पर खचथि करन की बात भी करती ह जो वक वकसी भी विकासशील दश की तलना म बहत कम ह इतन कम बजि स पराथवमक उपचार की सविधाओ म सधार ला पाना असमभि सा लगता ह और वफर घदम-वफर कर गरीब मजददर िगथि को वकसी भी शणी क इलाज क वलए पराइिि िाथय सिाओ क विकलप क ऊपर वनभथिर होना पडगा वजसका खचथि इतना अवधक होता ह वक गरीब बीमार मजददर इलाज क िात वलय गय कजथि क बोझ स ही मर जाता ह

नशनल समपल सिद ऑगदनाइजशन (एनएसएसओ) की एक ररपोिथि क मतावबक भारत की 80 फीसदी स जयादा आबादी क पास न तो कोई सरकारी िाथय योजना पहचती ह और न ही कोई वनजी बीमा ऐस म जान बचान क वलए उनक पास इलाज क वलए कजथि लना ही एकमात उपाय बचता ह जब सरकार हर साल लाखो करोड रपय कॉरपोरि घरानो को करो म द ि और सवबसी दती ह तब तो राजकोिीय घाि की चचाथि नही होती

लवकन वशका ि िाथय बजि को बढान की बात सनत ही तमाम बजथिआ अथथिशासती राजकोिीय घाि क बढन पर वचनता जावहर करन लगत ह

भारत म िाथय वयिथा की बदहाली का अनदाजा इसी बात स लगाया जा सकता ह वक यहा 1050 मरीजो क वलए वसफथि एक ही ब उपलबध ह इसी तरह 1000 मरीजो क

वलए वसफथि 07 ॉकिर मौजदद ह इतनी बडी आबादी क वलए भारत पहल स ही िाथय कत पर सबस कम खचथि करन िाला दश ह दवनया-भर म इलाज पर अपनी जब स सबस जयादा खचथि भारत म ही होता ह अनमान ह वक हर ििथि इलाज क खचथि क कारण लगभग ह करोड लोग गरीबी रखा क नीच चल जात ह राजनता अमीर िगथि क वहत म नीवतया बनात ह और आमजन क सामन दश को विकवसत करन की हिा बाधत ह एक परगवतशील भरोसमनद तरीका तो यह होता जब िाथय सविधाओ तक पहच को जनता का एक मदलभदत अवधकार बनान की वदशा म कायथि होता और िसी सािथिजवनक िाथय सिाओ का ढाचा खडा करन क वलए उवचत बजि वदया जाता परनत इस िाथय नीवत म इसक ठीक उलि परािधान ह

राषटरीय िाथय नीवत को धयान स पढन स साफ समझ आता ह वक सरकार आग भी वनजी कत क परबनधक क रप म ही िाथय सिाओ क वितार की योजना बना चकी ह जहा एक ओर सािथिजवनक िाथय सिाओ की अहवमयत को बताया गया ह िही ददसरी ओर कायथिनीवत क तौर पर वन जी कत को बढािा दन की ही बात की गयी ह इस नीवत म समता सािथिभौवमकता नवतकता अखणता गणितता और जिाबदही जस कई जमलो का इतमाल तो जरर वकया गया ह पर अगर इस नीवत क वििरण पर गौर कर तो न ही पयाथिपत विततीय परयोजन ह और न ही वकसी तरह की सािथिजवनक िाथय सिा का ढाचा बनता वदखाई दता ह वजसम सही मायन म इन वसदानतो पर अमल होगा

िाथय नीवत म मात और वशश मतय दर म घिन को बढा-चढाकर बतलाया गया ह जो वक वकसी और

विकासशील दशो स अभी भी कम ही ह और दमा मलररया गद वचकनगवनया जसी सरिामक बीमाररयो को वनयनतण म न कर पान की सरकार की विफलता को वपाया गया ह िाथय सिा क वयिसाय म िवद की परशसा की गयी ह परनत यह नही बताया गया वक य जो वयिसाय ह इसकी सिाओ तक पहच किल मधय िगथि और धनाढय िगथि

ही ह और इसकी िवद को पदर समाज या दश की िवद क तौर पर दखना नासमझी होगी सवबसी म किौती और सािथिजवनक िाथय सिा क बवनयादी ढाच म बदलाि एक अहम बदलाि ह सरकारी वयय म बढोततरी का कारण बतात हए सािथिजवनक-वनजी साझदारी क मॉल को अपनाय जान पर जोर वदया गया ह परनत इस बदलाि स िाथय सिाओ की कीमतो पर कया परभाि पडगा और इतनी महगी िाथय सिाओ क चलत वकतन और लोग गरीबी रखा क नीच हो जायग इस पदरी तरह नजरअनदाज कर वदया गया ह वजस फलत-फद लत िाथय सिा उदोग की चचाथि की जाती ह इसम य भी गौर करना चावहए वक इसका उपभोग जो िगथि कर रहा ह िह जनसखया का किल 1 परवतशत वहसा ह परनत िह 58 परवतशत की समपवतत का मावलक भी ह गामीण भदवमहीन वकसान अनौपचाररक कत म काम करन िाला मजददर और अनय अनको मजददर जो हर वदन िाथय सिाओ की महगाई क कारण तत ह उनक वलए इस फलत-फद लत िाथय उदोग क भला कया मायन ह समाज का बहसखयक वहसा होन क बािजदद मजददर िगथि क वलए इस वयापक िाथय सिा की योजना म क भी नही ह मधय िगथि और धनाढय िगथि क दारा उपभोग की जान िाली िाथय सिाओ क चलत एक फलता-फद लता िाथय उदोग तयार हआ ह और उसम होन िाली बढोततरी को बड उतसाहपदिथिक बताया गया ह जबवक गरीबी रखा स नीच और उसस जरा ऊपर रहन िाल अनको लोग एक नयायसगत िाथय सिा स िवचत होत जा रह ह इस तरह िाथय सिा को एक बाजार म वबकती हई ित क रप म रपानतररत वकया जा रहा ह और सािथिजवनक कत म इस

तरह क परवतबवनधत विततीय समथथिन क चलत और बहत स अनक गरीब बहतर िाथय सिा स िवचत ही रहन िाल ह और इस नीवत क चलत िाथय सदचकाक म सही मायनो म परगवत होना नाममवकन ह कमजोर वनयनतक ढाच म पराइिि सकिर को और बढािा दना स पराइिि सकिर को वनयमो और कानदन क तहत बाधना मवकल होता जा रहा ह और वजसका साफ असर िाथय सिाओ क वनिाथिह म ढरो अवनयवमतताओ म दखन को वमलता ह इस िाथय नीवत क उद य म और ढाच म जानबदझकर एक अपषता बरती गयी ह वजसस वक गरीब िगथि स वकया गया धोखा वदखाई न पड विततीय बजि का वढढोरा जयादा पीिा गया ह जबवक असवलयत यह ह वक पराथवमक िाथय सिा म भी सरकार दारा विततीय वनिश कम वकया गया ह यह िाथय नीवत हर मोचद पर मजददर िगथि और गरीबो क वख लाफ ह और किल पराइिि उदोगो और उदोगपवतयो क वहत म ह

िाथय जसी समाज की मदलभदत जररत क परवत सरकार न जो नीवत बनाई ह िह एक ोि स धनाढय िगथि और मधय िगथि क वहत म ह पदजीपवत िगथि मजददर क शोिण स एकवतत की हई पदजी क कारण या तो िाथय सिा क कत म धनधा करगा या वफर इन सिाओ का उपभोतिा होगा मजददर िगथि को इस तरह की नीवतया हमशा भगिान ि भागय क भरोस ही रख ोडती ह इस नाइसाफी क वख लाफ मजददर आिाज न उठा द इसवलए उस बहलान क और भी तरीक सरकार को आत ह आजकल वसयासी जमलो की बहतायत ह जब िाथय की चचाथि होती ह तो िच भारत अवभयान कपोिण विरोधी अवभयान नशामवति अवभयान रल-रो याती सरका अवभयान वलग परीकण विरोधी अवभयान तनाि मवति अवभयान िाय ि जल परदिण स मवति और योग और वयायाम का महति इतयावद मदो पर ही बात होती ह परनत अगर तावकथि क ढग स दखा जाय तो मनषय क िाथय का सीधा समबनध तो पयाथिपत और पौवषक भोजन नयायसगत ितन काम करन क सही तरीको सािथिजवनक पररिहन की उपलबधता और सही वशका स भी ह जब इन पहलओ पर नजर ालत ह तो पता चलता ह वक सरकार इन पर बात नही करती कयदवक इन मदो पर बात करन क वलए उस पदजीपवत िगथि क वख लाफ बोलना पडगा वजसक कारण मजददर िगथि क वलए य सब क सविधाए पाना समभि नही ह पदजीिाद म सरकार पदजीपवत िगथि की परबनधक होती ह और मजददर िगथि को किल जमलो म उलझा क रखना चाहती ह ऐस म इस वयिथा क दायर म मजददर िगथि की ितनत राजनीवत की माग वनशलक िाथय सविधाओ को एक मदलभदत अवधकार बनान की होनी चावहए

राषटरीय सासथय नरीकि 2017 और मरदर रज पर उसिा असरसवासथय जिी िमाज िी मलभत रररत ि परसत िरिार न जो नीसत बनाई ह वह एि छोट ि धनाढय वगज और मधय वगज ि सहत म ह

4 मजदर तबरल अपल 2017

∙ पदरी दवनया म कम स कम 123 वमवलयन लोगो स बधआ मजददरी करायी जाती ह

∙ हर साल पदरी दवनया म 20 लाख लोग काम क दौरान दघथििनाओ या पशागत रोगो क कारण मार जात ह

∙ दवनया की किल 20 परवतशत आबादी को उवचत सामावजक सरका परापत ह और आधी स अवधक आबादी को कोई सरका नही ह

∙ मौजददा समय म पदरी दवनया म 20 करोड स अवधक बचच बाल मजददरी कर रह ह जो उनक मानवसक शारीररक और भािनातमक विकास को नकसान पहचा रहा ह

∙ भारत म औसत आय चीन क मकाबल 7 ििथि और शीलका क मकाबल 11 ििथि कम ह सयति राषटर की एक ररपोिथि क अनसार भारत म 5 ििथि स कम आय क बचचो की मतयदर

चीन क मकाबल तीन गना शीलका क मकाबल लगभग 6 गना और यहा तक वक बागलादश और नपाल स भी जयादा ह भारतीय बचचो म स तकरीबन आधो का िजन जररत स कम ह और ि कपोिण स गत ह करीब 60 फीसदी बचच खदन की कमी स गत ह और 74 फीसदी निजातो म खदन की कमी होती ह परवतवदन लगभग 9 हजार भारतीय बचच भदख कपोिण और कपोिणजवनत बीमाररयो स मरत ह 5 साल स कम उमर क बचचो की मौत क 50 फीसदी मामलो का कारण कपोिण होता ह 5 ििथि स कम आय क 5 करोड भारतीय बचच गमभीर कपोिण क वशकार ह सयति राषटर की एक ररपोिथि क अनसार 63 फीसदी भारतीय बचच परायः भदख सोत ह और 60 फीसदी कपोिणगत होत ह 23 फीसदी बचच जनम स कमजोर और

बीमार होत ह एक हजार निजात वशशओ म स 60 एक ििथि क भीतर मर जात ह लगभग दस करोड बचच होिलो म पलि धोन मदगफली बचन आवद का काम करत ह

∙ भारत की विततीय राजधानी ममबई म 60 परवतशत स अवधक आबादी झगगी-झोपवडयो म रहती ह जहा ि अमानिीय वथवतयो म रहती ह और िाथय की वथवत गामीण कतो क जसी ह

∙ ममबई क 40 परवतशत बचचो का िजन सामानय स कम ह यानी उनह पयाथिपत पोिण नही वमलता

∙ दवनया म परवत वयवति परवत वदन 2 अमररकी ालर (120 रपय) स कम पर गजारा करन िालो की सखया बढकर एक अरब स अवधक या दवनया म रोजगार परापत लोगो की सखया का 45 परवतशत हो जायगी

∙ जहा विकवसत दशो क लोग

औसतन अपनी कल आमदनी का 10 स 20 फीसदी भोजन पर खचथि करत ह िही भारत क लोग अपनी कल कमाई का औसतन करीब 55 फीसदी वहसा भोजन पर खचथि करत ह लवकन कम आय िगथि क भारतीय नागररक अपनी आमदनी का 70 परवतशत भाग भोजन पर खचथि करत ह और वफर भी उनह दो न तो भरपि भोजन वमलता ह न ही पोिणयति भोजन औसतन एक आदमी को परवतवदन 50 गाम दाल चावहए लवकन भारत की नीच की 30 फीसदी आबादी को औसतन 13 गाम ही नसीब हो पाता ह परोिीन का ददसरा बडा सोत यानी मास उनकी पहच स बाहर कर वदया गया ह

∙ भदख लोगो की सबस बडी सखया भारत म रहती ह कपोिण क मामल म भी भारत दवनया म सबस आग ह

∙ जहा दवनया क बहतर दशो स िीबी की बीमारी समापत हो चकी ह िही भारत िीबी और कई अनय बीमाररयो म नमबर एक पर ह मलररया स सबस जयादा मरन िालो की सखया क वलहाज स दवनया म इसका तीसरा थान ह

∙ भारत म परवत हजार आबादी पर एक ॉकिर क िवशव क पमान पर पहचन क वलए अभी पाच लाख ॉकिरो की भरती करनी पडगी यानी माना जा सकता ह वक इसकी ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह इस मामल म भारत की वथवत पावकतान और बगलादश जस दशो स भी बदतर ह

∙ भारत म सबस जयादा ऐस लोग रहत ह वजनह पीन क वलए साफ पानी भी नही वमलता

∙ दवनया म वनरकरो की सबस बडी सखया भी भारत म ही ह

वकसान ह वजनम 185 करोड सीमानत वकसान (एक हकियर या 25 एकड स कम की जोत िाल) 30 लाख ोि वकसान (1-2 हकियर की जोत िाल) और शि बड वकसान (2 हकियर स अवधक जोत िाल) ह उततर परदश सरकार की खद की घोिणा क अनसार 215 करोड ोि ि सीमानत वकसानो म स कजथि माफी का लाभ ल पा सकन िाल वकसानो की सखया लगभग 86 लाख ही होगी राषटरीय नमदना सिदकण सगठन (एनएसएसओ) क आकडो क अनसार परदश म कजथि लन िाल कल ोि ि सीमानत वकसानो क आध स भी कम वकसानो न बको स कजथि वलया ह आध स अवधक वकसानो न थानीय महाजन वयापारी वमत ररतदार या बड वकसानो आवद स कजथि ल रखा ह जावहर ह वक कजथि म द ब अवधकाश ोि-सीमानत वकसानो को योगी सरकार दारा वलय गय कजथि-माफी क फसल स तातकावलक राहत भी नही वमलगी कयोवक िह िावणवजयक बको और कोऑपरविि बको जस सथाओ दारा वदय गय सथागत कजथि पर ही लागद होता ह यही नही आकड यह भी वदखात ह वक वकसान की जोत वजतनी ही ोिी होती ह उसक दारा सथागत सोतो दारा वलय जान िाल कजथि की समभािना उतनी ही कम होती ह एक एकड स कम जोत िाल वकसानो म स किल 28 परवतशत वकसानो न ही बको स कजथि ल रखा ह यानी 72 परवतशत ऐस अवत-सीमानत वकसानो न गर-सथागत सोतो स कजथि ल रखा ह वजनह कजथि-माफी का कोई लाभ नही होन िाला ह अत ोि वकसानो क सापकत समद वहस को ही इस कजथि-माफी स राहत पहचगी

ोि वकसानो क सापकत समद वहस को कजथि-माफी स जो राहत वमलगी िह भी तातकावलक ही रहगी और पदजीिादी खती का सकि भविषय म उस कजथि क भिरजाल की ओर ठलता रहगा दरअसल खती-वकसानी का मौजददा सकि ढाचागत ह आजादी क बाद क दशको म भारतीय कवि म हए पदजीिादी विकास क साथ ही साथ गािो म वकसानो का विभदीकरण तजी स बढा ह और जोतो का आकार रिमश कम स कम होता गया ह 1970-71 की कवि जनगणना क बाद स भारत म खती की औसत जोत म लगातार वगरािि दखन को आयी ह 2010-11 की ताजा कवि जनगणना क मतावबक भारत म जोतो का औसत आकार 115 हकियर रह गया ह और सीमानत वकसानो की सखया 67 परवतशत ि ोि वकसानो की सखया लगभग 18 परवतशत ह यानी वकसानो की कल सखया का 85 परवतशत ोि ि सीमानत वकसान ह पदजीिादी खती होन की िजह स खाद बीज कीिनाशक ि खती क उपकरणो की कीमत लगातार बढन स खती-बाडी की लागत म लगातार बढोतरी हई ह

1990 क दशक स निउदारिादी नीवतया लागद होन क बाद स कवि का सकि गहरा होता गया ह कयोवक खती-बाडी म पदजीिादी परवतपदाथि दश क भीतर तक ही नही सीवमत ह बवलक विशव बाजार की हलचल भी उस परभावित करती ह ऐस म बडी जोत िाल वकसान जो कवि क आधवनक उपकरणो स खती करत ह और समय पर फसल कििाकर जलद स जलद मणी म फसल पहचान की कमता रखत ह ि अगर कजथि भी लत ह तो फायद म रहत ह ोिी जोत िाल वकसान कजथि लकर बडी मवकल स जो क भी

उगा पात ह उस भी समय पर मणी म न पहचा पान की िजह स उनह अपनी फसल की पयाथिपत कीमत नही वमल पाती इस परकार मणी म बड वकसानो का ही दबदबा कायम हो जाता ह और अवधकाश वकसानो क वलए खती-बाडी एक घाि का सौदा बन जाती ह ऊपर स अगर मौसम दगा द जाता ह तो ोि वकसानो की समया और बढ जाती ह वजस वकसान क पास वजतनी कम जमीन रहती ह उसकी तकलीफ उतनी ही अवधक होती ह सीमानत वकसानो की हालत इतनी खराब होती जाती ह वक अगर ि ददसरो क खतो म मजददरी न कर तो उनक पररिार का पि पालना भी ददभर हो जाता ह गािो म बडी सखया ऐस अदथि-सिथिहाराओ की ह वजनकी वनयवत दर-सबर पदरी तरह स सिथिहारा म तबदील हो जान की ह इसम कतई आचियथि की बात नही ह वक गािो म हाल क दशको म बड पमान पर ोि वकसान तबाह हए ह और यह परवरिया समय बीतन क साथ बढती गयी ह हालत यहा तक आ पहची ह वक सणिर फॉर द िी ऑफ िलवपग सोसाइिी क एक हावलया सिदकण क मतावबक गािो म 61 परवतशत वकसान ऐस ह जो शहरो म नौकरी वमलन पर अपनी खती-बाडी पदरी तरह स ोडन क वलए तयार ह यह आकडा चीख-चीख कर भारतीय कवि क सकि की कहानी बयान कर रहा ह

खती-वकसानी क सकि स वनपिन क नाम पर कजथि-माफी क िोिका पहल भी कई बार आजमाया जा चका ह लवकन इसक बािजदद यह सकि लगातार गहराता गया ह आजाद भारत क इवतहास म सबस बडी कजथि-माफी की घोिणा ििथि 2008 म ततका लीन सयति परगवतशील गठबधन की सरकार न की थी उस समय दश-भर

म वकसानो क कल 52 हजार करोड रपय स भी अवधक क कजथि माफ वकय गय थ लवकन उसक बाद स खती का सकि कम होन की बजाय बढा ही ह वजसका पष सकत दश क विवभनन वहसो म वकसानो की आतमहतयाओ की सखया म बढोतरी क रप म वदखता ह कई अधययनो न यह वदखाया ह वक उस दशवयापी कजथि-माफी स भल ही वकसानो को तातकावलक राहत वमली हो लवकन लमब कालखण म दखन पर कवि अथथिवयिथा पर उसका असर कल वमलाकर नकारातमक ही हआ कयोवक वजन इलाको म वकसानो न अवधक कजथि वलया था िहा कजथि-माफी क बाद बको न कजथि दना कम कर वदया जावहर ह वक इसका नकसान ोि ि सीमानत वकसानो को होता ह जो थानीय महाजनो ि आढवतयो क चगल म फस जात ह यही नही कमपटरोलर एण ऑविर जनरल (सीएजी) की ऑवि म यह तथय भी सामन आया ह वक 2008 म घोवित दशवयापी कजथि-माफी क दौरान समय पर कागजात न उपलबध करा पान की िजह स तमाम गरीब वकसानो का कजथि माफ नही हआ था और उसक उलि कई समद वकसानो की कजथि-माफी हो गयी थी

भारतीय कवि क सकि का एक नतीजा गािो म भदवमहीन वकसानो की लगातार बढती सखया क रप म सामन आ रहा ह 2001 की जनगणना म भारत म गािो क भदवमहीन मजददरो की सखया 1067 करोड थी जो 2011 तक आत-आत 1443 पहच गयी इसम लगभग 2 करोड भदवमहीन मजददर अकल उततर परदश स ह गौरतलब ह वक वकसानो की कजथि-माफी क शोरगल म इस विशाल गामीण सिथिहारा िगथि की आिाज मानो दबा दी जाती ह इस भदवमहीन मजददर

आबादी की भी अची-खासी सखया कजथि क बोझ तल दबी रहती ह लवकन उनक कजथि-माफी की बात भदल-भिक भी नही की जाती यही नही अकसर इस बात को दवषओझल कर वदया जाता ह वक वकसानो की कजथि-माफी स सरकार को पडन िाला अवतररति आवथथिक बोझ भी मखयत गािो और शहरो की सिथिहारा आबादी को ही उठाना पडता ह उततर परदश म वकसानो की कजथि-माफी का बोझ भी मजददर िगथि पर पडन िाला ह गौरतलब ह वक कनदर सरकार दारा कजथि-माफी क वलए आवथथिक मदद करन स मना करन क बाद कजथि-माफी क वलए मदरा जिान क वलए योगी सरकार न वकसान राहत बॉण जारी करन का फसला वकया ह जावहर ह वक उततर परदश सरकार क राजि क 8 परवतशत स भी अवधक कीमत क इन बॉणो की सदद सवहत भरपाई मजददर िगथि को करनी पडगी कयोवक इसक वलए जो अवतररति कर लगाना होगा उसका बोझ मखयत मजददरो पर ही पडगा उततर परदश म कजथि-माफी क बाद पजाब और महाराषटर जस सकिगत राजयो म भी कजथि-माफी की किायद तज हो गयी ह तवमलना क उचच नयायालय न भी राजय क सभी वकसानो क वलए कजथि-माफी की योजना लागद करन का आदश वदया ह कहन की जररत नही वक ऐसी योजनाओ स वकसानो की वज नदगी की तकलीफ तो कम नही होन िाली हा इनक फलिरप आन िाल वदनो म मजददर िगथि और महनतकश जनता क ऊपर महगाई की मार जरर तज पडन िाली ह

ndash आननद सिह

कजग-माफी क टोटक स खिरी-ककसानरी का सकट नहरी हल हो सकिाउततर परदश म किसानो िी करज-माफी

बोलि आकड चरीख़िरी सचाईया

(पज 1 स आर)

मजदर तबरल अपल 2017 5

अगजो न औपवनिवशक भारत म 1853 म पहली बार अपनी सना क आिागमन क वलए रलि की शरआत की थी और कालानतर म इसका परयोग अपन िावणवजयक वहतो को साधन क वलए भी वकया था और िाभाविक ही अपनी सामराजयिादी कारगजाररयो पर पदद ालन क वलए आम जनता क यातायात क वलए भी इसका परयोग करन वदया गया था और उसी समय स आम भारतीयो क वलए अलग वकम क व बब और अगजो और उनक तलि चािन िाल भारतीय राज-रजिाडो और जमीदारो क वलए अलग तरह क वबब थ वफर 1947 आया और दश आजाद हआ दश की आम महनतकश जनता म अपन सनहर भविषय को लकर एक उममीद जगी नहर क नतति म कागस सतता म आयी और रलि का राषटरीयकरण कर वदया और कोयला िील जस तमाम भारी उदोग जनता क खदन-पसीन क दम पर खड वकय गय मगर तब स अब तक बीत 70 सालो क ररकॉ थि को दखकर कोई भी सयाना इनसान शायद इस मगालत म तो नही होगा वक कीवनसयाई न खो को अपनाकर तथाकवथत नहरिादी समाजिाद क नाम पर कागवसयो न दश की जनता को जमकर चदना लगाया ह िस तो धीर-धीर सारी सरकारी कमपवनया पराइिि हाथो म बची जा रही ह मगर रलि म अभी तक इसकी बस गपचप तरीक स शरआत भर की गयी ह तो इसस पहल रलि का भी पदरी तरह वनजीकरण हो जाय आइए समझन की कोवशश करत ह वक राजय सचावलत रलि होन स कया आम महनतकश आबादी को कोई खास फायदा पहच रहा ह कया यानी इस बच-खच समाजिाद को भी थोडा ििोलकर दख ही लत ह

समाजिाद का जो मतलब हम समझत ह उसम तो समाजिादी वनजाम यथासमभि तजी स समाज म मौजदद िगगो क विवभनन सतरो क खातम की तरफ बढती ह और इसक वलए उतपादन वयिथा स लकर साकवतक कत म मौजदद िगथि-समाज की अवभवयवतियो क वखलाफ कड स कड फसल लागद करती ह पर भारतीय रल म भी कया ऐसी कोई कोवशश की गयी ह हमम स लगभग हर वकसी न रल याता तो की ही ह और उसक िरप स भी भलीभावत पररवचत ह तो आपन कभी कया सोचा ह वक आजादी क 70 सालो बाद आज भी रल म जनरल शयनयान (लीपर) और िातानकद वलत (एयरकवणशण) वबबो का िगतीकरण कयो मौजदद ह अभी भी भारत की बहसखयक जनसखया टरनो क जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन क वलए कयो मजबदर ह टरन क सभी वबबो को िातानकद वलत कयो नही वकया जाता वजसस समाज का आम आदमी भी आराम स याता कर सक

आकडो की जबानरीकया आप जानत ह वक विततीय ििथि

2013-2014 म पदर ििथि क दौरान टरन म

सफर करन िाल यावतयो की कल सखया 84 अरब थी और इनम 77 अरब लोगो न यानी तकरीबन 92 परवतशत लोगो न टरन क ददसर दजद (सकण कलास) यानी वक जनरल वबबो म ही सफर वकया शयनयान शणी की हालत भी िवशवक पमानो क वहसाब स वनहायत ही घविया ह मगर उनम भी याता करन िाल कल यावतयो की सखया अरबो म नही बवलक मात 58 करोड थी

य जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन िाल 92 परवतशत लोग कौन ह असल म भारत म लगभग 93 परवतशत लोगो क यहा उनक पररिार क कल सदयो क दारा कमाई जान िाली रावश 10000 रपय स भी कम ह जबवक हर पररिार म औसतन 5 लोग रहत ह य 93 परवतशत लोग ोि-मझोल वकसान खवतहर मजददर ररकशिाल वदहाडी पर काम करन िाल शहरी मजददर इतयावद ह वजनक दम पर आज भारत तथाकवथत विकास की राह पर तजी स आग बढ रहा ह वजनक दम पर टरनो क िातानकद वलत वबबो क शीशो को चमकाया जा रहा ह मगर जो खद शौचालय जसी मदलभदत आियकताओ की वनहायत ही घविया हालतो िाल वबबो म चलन क वलए मजबदर ह यहा तक वक लमबी ददरी िाली टरनो म तो शौचालय म ही 5 स 7 लोग भर होत ह इस पदर समाज का अपन खदन-पसीन स वनमाथिण करन िाली महनतकश अिाम क आतमसममान पर

भला इसस बडा आघात और कया हो सकता ह

आइए अब य समझन की कोवशश करत ह वक ऐसा होता कयो ह इस सिाल का सबस आसान जिाब ह पसा वजसक पास वजतना पसा ह यानी वजसकी वजतनी औकात ह िो उसी वहसाब स जनरल शयनयान या िातानकद वलत वबब म चल सकता ह मगर अगला सिाल आता ह वक ऐसा कयो ह वक हमम स वकसी की कम और वकसी की जयादा औकात ह इसका जिाब ह - पदजीिाद हम एक ऐसी अथथिवयिथा म रहत ह वजसम सदई स लकर जहाज बनान िाली जनता खद तो गनदी बवतयो म और रल क गनद जनरल वबबो म चलन क वलए अवभशपत ह िही ददसरी ओर धनपश वजनका कल काम ह मजददरो को जानिरो की तरह हाकत रहना ि अपन आलीशान फामथि हाउस म रहत ह और पहल दजद क िातनकद वलत वबबो और हिाई जहाज म सफर करत ह एक ओर तो

इन परजीिी धनपशओ की जमातो और उनक मधयम और उचच-मधयमिगतीय वपलगगओ क वलए ददरनतो शताबदी और राजधानी जसी पशल टरन चलायी जाती ह वजसम कोई मजददर कभी बठन क बार म सोच भी नही सकता ददसरी ओर जनरल वबबो म जानिरो की तरह लदकर जान को बबस आम लोग

इसी बीच जब स मोदी सरकार आयी ह उनहोन बलि टरन चलान की भी बात शर की ह इसक अनतगथित अहमदाबाद स ममबई क बीच 508 वकमी लमबी तज-रफ़तार (सचालन गवत 320 वकमी परवत घणिा) िाली लाइन का वनमाथिण वकया जाना ह वजसकी कल लागत लगभग 1 लाख करोड रपय होगी और उसम स 01 परवतशत की बयाज दर पर 79000 करोड रपय जापान स लोन लकर लगाय जायग इस परोजकि क 2023 तक पदरा होन की उममीद ह अहमदाबाद स ममबई क बीच इस टरन की समभावित विकि दर 3300 रपय क आसपास बतायी जा रही ह आपम स वकतन लोग 2023 म इस दर पर इस तरह की अतयाधवनक तकनीक िाली टरन का इतमाल कर पायग पष कर द वक हम वकसी भी कत म आधवनकतम तकनीक क परयोग क वखलाफ नही ह मगर सिाल करना हमारा मदलभदत हक ह इसवलए हम पद ग वक य बलि टरन वकसक वलए ऐसा समभि कयो नही ह वक दश की

महनत-मजददरी करक पि पालन िाली आम जनता भी विजान क कररमो स रबर हो सक जान वकसी की बपौती नही ह यह एक सामदवहक समपवतत ह और ऐवतहावसक रप स इसकी जड मानि शम म ही वनवहत ह मगर वफर भी आज क समाज म सिाथिवधक शम करन िाला ही सिाथिवधक जलालत म जीन को मजबदर ह जरा सोवचए इस पदरी बलि टरन की पररयोजना को लागद करन म सबस जयादा हाडतोड महनत करन िाल कौन होग मजददर और कया ि खद कभी इसका परयोग कर पायग नही सोवचए कयो

अभी तक तो हम बात कर रह थ रलि म सफर करन िालो की रलि म काम करन िालो क हालात भी कोई बहत अच नही ह

रलव म ठक पर काम करन वालो क हालाि

इस समय रलि म अनमावनत तौर पर 4 लाख स भी जयादा लोग ठका

परथा पर काम कर रह ह ठक का काम मखयतः टरनो पलिफॉमथि रलि टरक की सफाई म वदया जाता ह इसक अलािा शयनयान शणी िाल वबबो म वबतर स समबवनधत सामान जस चदर कमबल इतयावद की सपलाई उनकी धलाई एि साफ-सफाई और रखरखाि म भी जयादातर ठक क मजददरो स काम वलया जाता ह इस तरह क काम म कभी-कभी बहत कम सोन को वमलता ह और यावतयो और ठकदारो दारा जो गवलया वमलती ह िो अलग स हर याता म सकडो यावतयो की सिा म मात 4 स 6 अिणणि लग होत ह उसम भी यवद वकसी की वििक एकसपरस (4236 वकमी लमबा रि) या वकसी और लमबी ददरी की टरन म यदिी लग जाय तो वशफ़ि कई वदन तक चलती ह

जयादातर सविदा कमथिचारी 20 स 30 साल क बीच ह और इनकी मावसक आमदनी बमवकल 4 स 6 हजार रपय तक होती ह टरन म होन पर तो उनह खाना वमल जाता ह मगर हालि होन पर उनह खद स इनतजाम करना पडता ह यही नही अगर कोई सामान खो जाय तो उसकी कीमत भी उनह ही चकानी पडती ह एक कमबल क वलए उन पर 850 रपय का जमाथिना लगता ह चदर या तवकय क खोल क वलए 300 रपय और चहरा पोन िाली तौवलया क वलए 75 रपय इन कमथिचाररयो को कोई वचवकतसा भतता नही वमलता ह

और उनह कोई िाथय बीमा भी नही वमलता ह एजवसया भतती क िक़त मफ़त भोजन मफ़त याता और आसान काम का लालच दकर नयी भवतथिया कर तो लती ह मगर सचचाई इसस कोसो ददर होती ह

चदवक याती लगभग हर िशन पर चढत ह इसवलए अिणणि को पदरी याता म जगना पडता ह उनक सोन क वलए कोई अलग स वयिथा नही होती इसवलए या तो ि यावनतकी िीम क साथ सोत ह या शौचालय क पास बनी अलमाररयो म ही सो जात ह वकसी याती क पस या सामान खो जान का इलजाम भी अिणणि क सर ही आता ह

को करिरी ह सरकार सतवदा पर भिती

साति ितन आयोग क दारा एकवतत वकय गय आकडो क आधार पर भारत की कनदर सरकार न 2012-2013 म 300 करोड रपय सविदा या अथायी कमथिचाररयो पर खचथि वकए थ वजसम रलि मनतालय का वहसा सबस जयादा था इसी तरह राजय सरकार भी विवभनन विभागो म धीर-धीर जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर चकी ह असल म भारत म नि-उदारिादी नीवतयो क आगमन क बाद स य तो

दर-सिर होना ही था िािा-वबडला-अानी-अमबानी जस पदजीपवतयो क सकडो-करोडो क चनद पर पलन िाली पाविथियो न नहरिादी नकली समाजिाद क चोल को भी अब पदरी तरह स उतार फ का ह और नग एि बशमथि तरीक स जनता क खदन-पसीन स खडी की गयी राजय दारा सचावलत कमपवनयो को भी धीर-धीर औन-पौन दामो पर पराइिि हाथो बचकर पदजीपवतयो को मजददरो का खदन चदसन की खली द ि दी जा रही ह रलि म चदवक कल 13 लाख कमथिचाररयो म स 10 लाख स जयादा अराजपवतत यानी वक शणी C या D म आत ह और इनम स जयादातर वनजीकरण क विरोध म होग अतः रलि को आसानी स पराइिि हाथो म बचना सरकार क वलए आसान नही ह इसवलए बाकी कई सरकारी विभागो की तरह रलि न अब नयी भवतथिया कम स कम करक जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर वदया ह और बड ही गपचप तरीक स धीर-धीर रलि क वनजीकरण की शरआत की ह

नि-उदारिाद का तकथि ही यही ह वक सरकार का हतकप हर कत म कम स कम वकया जाय और उतपादन की दवनया और उस सचावलत करन िाल कानदनो को जयादा स जयादा वनजी हाथो म द वदया जाय इसवलए पवबलक सकिर की कमपवनयो को बचा जाना या रलि और तमाम अनय विभागो म बड पमान पर ठक पर काम वदया जाना कही स भी अपरतयावशत नही ह इसवलए आप भी अगर इस मगालत म ह वक वकसी विभाग क सरकारी बन रहन स आम जनता को कोई खास लाभ वमलन िाला ह तो हम कहग वक आप वजतनी जलदी इस मगालत को ददर कर ल उतना ही अचा पदजीिादी वनजामो क अनदर भी क राजय सचावलत कमपवनया हो सकती ह मगर िो समाजिाद नही राजय पदजीिाद होता ह

बहरहाल आज अपन आस-पास वजतनी भी समयाए दख रह ह उनम क भी अपरतयावशत नही ह मजददर और महनतकश कारखानो स लकर अपनी बवतयो म पशित जीिन जीन को वििश ह तब इसम कया अचरज की बात ह वक उनक साथ रल विभाग भी जानिरो जसा बताथिि करता ह इसवलए सावथयो यवद आप इतना समझ पा रह ह वक कस मटी भर धवनको की अययावशयो क वलए करोडो बहसखयक जनसखया खिमल की तरह रोजाना वपस रही ह और उसक समाधान की वदशा खोज रही ह तो ितथिमान पदजीिादी वयिथा को लकर वकसी मगालत म न रह दो-चार राहत-ररयायत इसी वयिथा की चौहदी क अनदर भी यवद कोई आपको वदला सकता ह तो िो महनतकशो की एक रिावनतकारी पािती ही कर सकती ह आवखरी और मकममल इलाज तो बस एक ही ह - मजददर रिावनत

ndash सशसशर गपा

भारिरीय रल रज-समाज िा चलिा-किरिा आरजना

6 मजदर तबरल अपल 2017

4 और 5 अपरल को मारवत-सजकी क 13 नताओ को उमरकद की सजा दन क वखलाफ और सभी मजददरो को वबना शतथि ररहा करिान सभी मजददरो को काम पर िावपस लन जलो म नाजायज बनद रखन क वलए मआिजा ठकदारी वयिथा बनद करिान आवद मागो क तहत दशवयापी परदशथिनो का आहान वकया गया था इसक तहत लवधयाना म 5 अपरल को मजददर मलावजम नौजिान ात जनिादी सगठनो दारा सकडो की सखया म एकजि होकर रोि परदशथिन वकया ीसी कायाथिलय पर भारत क राषटरपवत क नाम मागपत सौपा गया

विवभनन सगठनो की सभा को समबोवधत करत हए विवभनन ितिाओ न कहा वक एक बहत बडी सावजश क तहत

कतल इरादा कतल जस पदरी तरह झदठ कसो म फसाकर पहल तो 148 मजददरो को चार ििथि स अवधक समय तक वबना जमानत वदय जल म बनद रखा गया और अब गडगाि की अदालत न नाजायज ढग स 13 मजददरो को उमरकद और चार को 5-5 ििथि की कद की कठोर सजा सनाई ह 14 अनय मजददरो को चार-चार साल की सजा सनाई गयी ह लवकन चदवक ि पहल ही लगभग साढ चार ििथि जल म रह चक ह इसवलए उनह ररहा कर वदया गया ह 117 मजददरो को वजनह बाकी मजददरो क साथ इतन सालो तक जलो म ठद सकर रखा गया उनह बरी करना पडा ह सबदत तो बाकी मजददरो क वखलाफ भी नही ह लवकन वफर भी उनह जल म बनद रखन का बबथिर हकम सनाया गया ह

ितिाओ न कहा वक यह फसला पदरी तरफ बइसाफी भरा ह बहत सार तथय पष तौर पर मजददरो का बगनाह होना सावबत कर रह थ लवकन इनह अदालत न नजरअनदाज कर मजददरो को ही दोिी करार द वदया कयोवक पदजी वनिश को बढािा जो दना ह िाति म मारवत-सजकी घिनारिम क जररय लिर हकमरानो न ऐलान वकया ह जो भी आिाज लदि-शोिण क वखलाफ उठगी िो कचल दी जायगी

ितिाओ न कहा वक आज दसी-विदशी कमपवनयो क वहतो म शम कानदनो म सशोधनो काल कानदन बनान सघिथिशील लोगो की आिाज कचलन जनिादी अवधकार ीनन जसी नीवतयो को भारतीय हकमरान धडाधड अजाम द

रह ह जनपकधर बवदजीवियो पतकारो कलाकारो तक का दमन हो रहा ह उनह जलो म ठद सा जा रहा ह जनएकजिता को तोडन क वलए धमथि जावत कत क नाम पर बािन की सावजश पहल वकसी भी समय स कही अवधक तज हो चकी ह जहा जनता को बािा न जा सक जहा लोगो का धयान असल मदो स भिकाया न जा सक िहा जल लाठी गोली स कचला जा रहा ह यही मारवत-सजकी मजददरो क साथ हआ ह लवकन जलमो-वसतम स न कभी जनआिाज दबाई जा सकी ह न कभी दबाई जा सकगी

परदशथिन को िकसिाईल-हौजरी कामगार यदवनयन क नता राजविनदर नौजिान भारत सभा क नता ऋवि मोलर एण िील िकथि जथि यदवनयनो क नता

हरवजनदर वसह और विजय नारायण मजददर सघिथि अवभयान क किलजीत खनना जनिादी अवधकार सभा क नता हरपरीत वसह जीरख पजाब िद िस यदवनयन क नता कमथिजीत ठका मलावजम सघिथि मोचाथि क नता कलदीप वसह बचचोिाल सवहत सीिद ऐिक कामागािामार यादगारी कमिी क नताओ न समबोवधत वकया सती मजददर सगठन की नता बलजीत कारखाना मजददर यदवनयन क नता गरजीत (समर) प द मजददर यदवनयन (मशाल) क नता सखदि भददडी जनसघिथि मच (हररयाणा) की नता कविता आवद न सावथयो सवहत परदशथिन म शावमल होकर मारवत-सजकी मजददरो क अवधकारपदणथि सघिथि का समथथिन वकया

ndash सबगल िवाददाता

मारति-सजकी क बरनाह मजदरो को उमरकद व अनय सजाओ क खखलाफ लसधयाना म जोरदार पदिगन

सघरगिरील मजदरो की नाजायज सजाए िरनत रद करन की मार

ndash सवजय परिाश सिहनरनदर मोदी क नतति िाली कनदर

की भाजपा सरकार न भारतीय रल क वनजीकरण का मन बना वलया ह और रिवमक ढग स यह वसलवसला चालद भी कर वदया ह अभी हाल ही म मधयपरदश की राजधानी भोपाल स लग जडिा शहर हबीबगज का रल िशन मपर की वनजी कमपनी बसल पाथि क हिाल कर वदया गया ह यह कमपनी न वसफथि इस िशन का सचालन करगी बवलक रलगावडयो क आिागमन का भी वनयनतण करगी जलाई 2016 म कमपनी क साथ वकय गय करार क अनतगथित कमपनी हिाई अो क तजथि पर रलि िशन की इमारत का वनमाथिण करगी और िशन की पावकि ग खान-पान सब उसक अधीन होगा और उसस होन िाली आमदनी भी उसकी होगी

इस िशन क वनजीकरण स रल विभाग को सालाना दो करोड रपय क राजि का नकसान होगा मगर रल विभाग क इस कदम को सरकार और उसका चािकार मीवया विकास क परतीक क रप म पश करन की भरपदर कोवशश कर रहा ह

परधानमनती नरनदर मोदी न निमबर 2016 म गिाहािी म पदिवोततर राजयो तक जान िाली पहली टरन को हरी झणडी वदखाकर उसका लोकापथिण करत हए पष रप स इसका इशारा वकया था उनहोन रल िशनो क वनजीकरण की िकालत करत हए कहा था वक शरआती चरण म 10-12 िशनो का आधवनकीकरण और वयिसायीकरण वकया जायगा इसस पहल नीवत आयोग क सदय वबबक दबरॉय की अधयकता िाल एक सरकारी पनल न रलि क सचालन और मिनस क वलए पराइिि कपवनयो को लाय जान की बात कही थी

नरनदर मोदी का कहना ह वक अचल समपवततयो की असमान द ती महगाई क इस दौर म भारतीय रल को अपनी भदसमपवतत और अपनी अिसरचना का लाभ उठाना चावहए और आरामदह होिल और रतरा जसी ददसरी

सविधाओ क विकास क वलए उनह वनजी पको क हिाल करना चावहए उनहोन अपन भािण म यहा तक कहा था वक रल िशनो क आधवनकीकरण क वलए शतपरवतशत परतयक विदशी वनिश की नीवत पहल स ही मौजदद ह कहन का आशय यह वक वसलवसलिार ढग स दशभर क रल िशन दशी-विदशी पदजीपवतयो क हिाल करन का पदरा इनतजाम कर वलया गया ह

महज रल िशनो क ही नही बवलक समदची रल परणाली क वनजीकरण की परवरिया पर अमल जारी ह रल बजि को रद करक उस आम बजि का वहसा बनान क पी का कचरि रल विभाग की आवथथिक विततीय िायततता ीनन क वलए ही रचा गया ह रल िशनो क वनजीकरण की मशा भाजपा सरकार क मवखया न कम-स-कम सािथिजवनक तो की लवकन गपचप तरीक स भारतीय रल परणाली को दशी-विदशी पदजी क हिाल करन का काम लमब अरस स वकया जा रहा ह

ममबई स परकावशत एक राषटरीय वहनदी दवनक न महीनो पहल एक खबर ापकर बताया था वक भारतीय रल क परशासवनक कामकाज का परचालन िािा समदह को सौप वदया गया ह और परशासवनक कायगो म लापरिाही वढलाई बरतन या वनषपादन खराब पाय जान पर मणल रल परबनधक (ीआरएम) तक क वखलाफ अनशासवनक और दणातमक कारथििाई करन का अवधकार िािा क अवधकाररयो को परदान वकया गया ह उस खबर म बताया गया ह वक खराब वनषपादन क वलए िािा न इिारसी और भोपाल मणल क मणल परबनधको को वनलवमबत कर वदया ह इसका कया अथथि वनकलता ह इस समझना वकसी क वलए कवठन काम नही ह इसी तरह रल यातायात और पररिहन परचालन क कई काम मोदी सरकार न अपन दो सबस चहत उदोगपवतयो अमबानी और अानी क हिाल कर वदय ह

एयर इवणया इवणयन एयरलाइस सल भल आईिीपीसी कोल इवणया बीएसएनएल और ओएनजीसी क

विवनिश का नतीजा हम दख चक ह अभी दस-बारह साल पहल वबडला-अमबानी जस औदोवगक समदह ददरसचार क कारोबार म वहसदारी क वलए आपस म होड लगा रह थ और ररलायस न बलदएलएल (िायरलस इन लोकल लदप) क जररय लोकल और एसिीी ददरसचार सिाए शर की थी और बीएसएनएल जो इस दश का ददरसचार का वपत सथान था और सार परवतपवधथियो को िकटरम बच रहा था आज इस हालत म पहच गया ह वक उसकी अपनी फोन और इणिरनि सिाए ररलायस क पकटरम पर चला करगी

यही हाल ओएनजीसी का भी ह अमबानी क चहत परधानमनती न ऐस हालात पदा कर वदय ह वक ओएनजीसी क वलए अपना कारोबार चला पाना मवकल हो जायगा कयोवक ीजल क उसक सबस बड गाहक भारतीय रल को ीजल आपदवतथि अब ररलायस करन िाली ह ओएनजीसी क तल कत स ररलायस दारा माहिार अरबो की गस चोरी वकसी स वपी नही ह इस दश क परभ िगगो को हिाई याता की सविधा महया करन क वलए भारतीय राजय न इवणयन एयरलाइस और एयर इवणया नामी जो वनकाय सािथिजवनक धन स खड वकय थ उनको वसलवसलिार ढग स सफद हाथी सावबत करक पहल ही पदजीपवतयो क हिाल वकया जा चका ह

भारतीय रल दश का सबस बडा सािथिजवनक उपरिम ही नही बवलक सगवठत कत का सबस बडा वनयोतिा भी ह भारतीय रल 13 लाख लोगो को रोजगार दता ह (हालावक क ििथि पहल रल कमथिचाररयो की सखया 18 करोड थी रल बो थि क चयरमन क अनसार भारतीय रल दश क कल रोजगार का 6 परवतशत रोजगार महया कराती ह और अपनी अनय आवशत सथाओ की माफथि त िह 25 अवतररति रोजगार का भी सजन करता ह दश क सकल राषटरीय उतपाद म उसका योगदान एक परवतशत का ह यानी दश क सकल राषटरीय उतपाद क हर सौ रपय म स एक रपया भारतीय रल स आता ह

बोगाई और चौधरी (2013) न lsquoविकास क अवभयनता उतपादकता की परगवतrsquo शीिथिक अपनी ररपोिथि म कहा ह वक 2013 म भारतीय रल की विकास दर विकवसत और विकासशील दशो म सबस अवधक रही ह अपनी तमाम अवयिथाओ लिलतीवफयो क साथ भारतीय रल दवनया म सबस सता माल और याती पररिहन सिा उपलबध कराती ह अपन 105000 वकमी लमब सजाल क साथ भारतीय हर वदन 2 करोड याती और 28 लाख िन माल ढोती ह जबवक अमरीका जस विकवसत दश की रल परणाली एमटरक सालान तीन करोड याती ढोती ह और अमरीका की समदची िाय पररिहन परणाली कल वमलाकर रोजाना 10 लाख याती ढोती ह

भारतीय जनता की गाढी कमाई स खड वकय इस विशाल उपरिम का भरपदर फायदा पहल अगजो न और वफर दशी पदजीपवतयो न उठाया रलि उनक मालो की सती ढलाई और उनक दफ़तरो- कारखानो म काम करन िाल लोगो को लान-ल जान की सती सिारी महया कराता रहा और िह भी जनता क िकसो क दम पर अब इस भी कमाई का जररया बनान क वलए पदजीपवतयो की जीभ लपलपा रही ह और वपल दो दशको स इस िकड-िकड म वनजी हाथो म दन का वसलवसला जारी ह

दश की जमीनी समपवतत का बा वहसा रल विभाग क वनयनतण म ह ऊपर स भारतीय रलो क माधयम स लोगो की भारी आिाजाही दश क लाखो लोगो को आजीविका क अिसर दती ह िशनो पर और उनक आस-पास खान-पीन की चीजो की रहडी-ठल लगाकर लाखो पररिार अपनी आजीविका कमात ह िशनो को पदजीपवतयो क हिाल करन स उनकी आजीविका वनगी और बकारो की फौज म बढोततरी होगी कॉमसम जसी कमपवनयो को बड िशनो पर खान-पीन का ठका दकर आम लोगो को सत म खाना महया करान िाल बहतर ढाब आवद तो पहल ही बनद कराय जा चक

हरल विभाग भारत सरकार का सबस

कमाऊ विभाग ह वितत ििथि 2015-16 म उसकी आय 168 लाख करोड थी रल बजि को रद करक मोदी सरकार न ऐसा इनतजाम वकया ह वजसस उसकी विततीय िायततता वन जायगी और िह भी ददसर विभागो की तरह बजिीय परबनधन अवधवनयम और अनय वनयामक यावनतवकयो स सचावलत होन लगगा उस पदजीपवतयो क वहत म तोडना-मरोडना सरकार क वल ए जयादा आसान हो जायगा

नीवत आयोग अपन गठन क समय स ही भारतीय रल क पी पडा हआ ह इसका अनदाजा रल विभाग क िररषठ अवधकाररयो स तयार करायी नीवत आयोग की सामावजक सिा दावयति क परभाि की समीका शीिथिक ररपोिथि स लग जाता ह उस ररपोिथि म कहा गया ह वक भारतीय रल को अपन याती पररिहन वयापार स लगातार घािा होता आया ह अतीत म ऐस तकथि वदय जात रह ह वक याती पररिहन वयापार क परवत रलि क कलयाणकारी रझान स उसक कारोबार पर बरा असर पडता ह नीवत आयोग इसी तकथि को हिा द रहा ह

उदारीकरण-वनजीकरण की नीवतयो क परभाि म वशका-िाथय-वबजली-पानी-पररिहन जसी बवनयादी सविधाओ स सवबसी खतम करक उनह पदरी तरह बाजार और मनाफ की शवतियो क हिाल वकया जा रहा ह अब दशी-विदशी पदजीपवतयो की वगददवष भारतीय रल पर लगी ह और उनका चाकर परधानमनती अपन पदजीपवत आकाओ की इचापदवतथि करन क वलए कमर कसकर तयार ह कहन की जररत नही वक वनजीकरण क साथ ही रलि म ठकाकरण और मजददरो-कमथिचाररयो क शोिण म और बढोततरी होगी रलि क कई बड िकथि शॉप बनद हो चक ह नई भवतथिया नही क बराबर ह और वकतो म िनी जारी ह मगर रलि की सारी बडी-बडी यदवनयनो क नता अफसरो स वमलन िाली मोिी मलाई खाकर मत पड ह

रलव का ककशो म और रपचप तनजरीकरर जाररी

मजदर तबरल अपल 2017 7

राहल साितयायन पर कचार रोषरी

राहल फाउणशन और नौजिान भारत सभा क सयति ततिाधान म राहल साकतयायन क मवतवदिस 14 अपरल क अिसर पर पचायती हॉल दशथिनलाल चौक दहराददन म विचार-गोषठी का आयोजन वकया गया गोषठी म तमाम ितिाओ न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन कवतति वयवतिति पर वितार स बात रखी और आज क दौर म राहल साकतयायन को याद करन की जररत पर बल दत हए कहा वक आज पदजीिादी वयिथा चौतरफा सकिो स वघर चकी ह इस सकि स धयान भिकान क वलए और इस सडी हई वयिथा को बचाए रखन क वलए तमाम परवतवरियािादी फावसि ताकत जनता को धावमथिक अनधविशवास कद पमण दकता रवढयो पाखणो की वदमागी गलामी की जजीरो म बाध दना चाहती ह और एक हद तक ि अपन इस काम म सफल भी हए ह ऐस म परगवतशील रिावनतकारी ताकतो को राहल साकतयायन की तरह ही िचाररक साकवतक आनदोलनो को जनता क बीच म खडा करना पडगा

सावहतयकार तपन वसह चौहान न कहा वक राहल न अपनी परमपरा स अपन वसदानत और वयिहार की एकता स हम लखको सावहतयकारो को भी परभावित वकया और हम अपनी लखनी क साथ ही जनता क साथ सडको पर उतरकर आनदोलन करन को परररत वकया

ीएन वतिारी न कहा वक राहल न भारत क दशथिन की भौवतकिादी धारा स आम जनता का पररचय कराया उनहोन तमाम धावमथिक पाखणो मदलयो पर चोि की उनहोन कहा वक भारत क 84 वसद नावतक थ नाथ समपरदाय म बडा वहसा मसलमानो का शावमल था वजनको आज कोई नही जानता

गोषठी म गीता गरोला न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन पर बात रखत हए कहा वक राहल न अपन लखन म पहाड की सकवत को बहत ही कलातमक भािा म उकरा

राजनदर राित न राहल साकतयायन क लखन पर बात रखत हए कहा वक राहल न भारतीय भौवतकिाद की महतता समझी और सरल भािा म कहावनयो उपनयासो जीिन ितत समरणो क दारा जनता क बीच इवतहास और दशथिन की िातविक सचचाई को जनता क सामन लाय

लोक दतक क अवशवनी तयागी न कहा वक आज क दौर म जब हर जगह अनधविशवास कतकथि को बढािा वदया जा रहा ह और फासीिादी शवतिया लगातार जनता को बािकर पदर समाज म सामपरदावयक धिीकरण करन की तयारी कर रही ह ऐस म राहल साकतयायन को नौजिान पीढी म वफर स थावपत करना होगा

नौजिान भारत सभा क अपदिथि न कहा वक राहल न वजस साकवतक िचाररक रिावनत को आग बढाया आज क दौर म वफर स उसी साकवतक िचाररक रिावनत की जररत ह

गोषठी का सचालन राहल फाउणशन की कविता कषणपललिी न वकया और कहा वक राहल को याद करना वसफथि एक रमी किायद नही ह बवलक आज धावमथिक पाखण कद पमण दकता अनधविशवास गवतहीनता अतकथि परकता को खतम करन क वलए राहल का लखन उनका वयवतिति उनक वसदानत और वयिहार की एकता आज हम पररणा द रह ह राहल क योगदानो को कभी भी भलाया या वमिाया नही जा सकता

गोषठी म ॉ बथथििाल अजथिन वसह राजीि कोठारी आवद न भी अपनी बात रखी गोषठी म मखय रप स विजय भटट गीता गरोला अवशवनी तयागी आयिी तपन वसह चौहान ॉ वजतनदर भारती ीएन वतिारी शमीम अहमद राजीि कोठारी समदशती बथथििाल सौरभ शभम पणीर जयदीप सकलानी आवद उपवथत रह

बीत 26 माचथि को लवधयाना म मजददर प तकालय ईबलयदएस कालोनी (ताजपर रो) पर शहीद भगत वसह सखदि ि राजगर की याद म शहादत की 86िी ििथिगाठ को समवपथित रिावनतकारी साकवतक कायथिरिम का आयोजन वकया गया यह कायथिरिम कारखाना मजददर यदवनयन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन सती मजददर सगठन ि नौजिान भारत सभा दारा सयति रप स आयोवजत वकया गया सगठनो दारा शहादत वदिस क समबनध म लवधयाना की मजददर आबादी म एक सपताह तक सघन परचार अवभयान चलाया गया था वयापक पचाथि वितरण नककड नािको की पशकारी और नककड सभाओ आवद माधयमो क

जररय लोगो तक रिावनतकारी शहीदो का सनदश पहचाया गया

26 माचथि क कायथिरिम की शरआत शहीदो की याद म दो वमनि क मौन स की गयी इस अिसर पर इकलाब वजनदाबाद इस समाज को बदल दो और एक मजददर की मौत नािको का मचन वकया गया अनको रिावनतकारी-जझार गीत पश वकय गय कायथिरिम को लोगो न खदब सराहा कारखाना मजददर यदवनयन क राजविनदर और सती मजददर सगठन की बलजीत न शहीदो क जीिन विचारो और मौजददा पररवथवतयो चनौवतयो कायथिभारो की चचाथि की मच सचालन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन क लखविनदर न वकया

ितिाओ न कहा वक शहीद

भगतवसह और उनक सावथयो न वजस शोिण रवहत समाज क वनमाथिण क वलए वजनदगी-भर सघिथि सघिथि वकया और कबाथिवनया की िह समाज नही बन सका ह उनकी लडाई वसफथि लिर अगज हकमरानो क वखलाफ नही थी बवलक हर तरह क शोिको क वखलाफ थी चाह ि शोिक अगज हो भारतीय हो और चाह कोई ओर हो भगतवसह न कहा था वक जब तक इसान क हाथो इसान की लदि खतम नही होती यह जग जारी रहगी अगजी गलामी स मवति का मीठा फल भारत क धननासठो न चखा ह महनतकश जनता तो आज भी लदि शोिण अनयाय की चककी म वपस रही ह मजददरो को वबना शम अवधकारो क 12-14 घणि खिना पडता ह मवहलाओ

की हालत बद स बदतर हो चकी ह नौजिान गरीबी-बरोजगारी की चककी म वपस रह ह भाजपा की मोदी सरकार कागस दारा शर की गयी उदारीकरण-वनजीकरण-भदमणलीकरण की नीवतयो को और भी जोर-शोर स लागद कर रही ह वहनदतििादी फासीिादी भाजपा का राजयसभा म भी बहमत हो गया ह शम कानदनो म मजददर विरोधी बदलािो तथा अनय जन विरोधी कानदन पाररत करन की परवरिया को अब और भी तजी स आग बढाया जायगा लोगो क विचारो की अवभवयवति की आजादी खान-पीन पहनन परम करन शादी करन आवद तमाम जनिादी अवधकारो पर बड हमल हो रह ह

भगतवसह न जावत-धमथि क नाम पर

लोगो को बािन की सावज शो स दश क लोगो को आगाह वकया था और िगतीय एकता कायम करन पर जोर वदया था

ितिाओ न कहा वक रिावनतकारी शहीदो को रम अदायगी क तौर पर याद करन का कोई मतलब नही ह आज जररत ह वक रिावनतकारी शहीदो क जीिन ि विचारो को जन-जन तक पहचाया जाय लोगो को मौजददा समय की चनौवतयो स पररवचत कराया जाय सगवठत वकया जाय और इस तरह शहीदो क सपनो क समाज क वनमाथिण क वलए आग बढा जाय यही रिावनतकारी शहीदो को एक सचची शदाजवल हो सकती ह

भगतवसह राजगर ि सखदि क शहादत वदिस क अिसर पर नौजिान भारत सभा दारा ममबई ि अहमदनगर म 15 वदिसीय शहीद यादगारी अवभयान चलाया गया इस अवभयान क अनतगथित वहनदी ि मराठी म हजारो पचद वितररत वकय गय विचार गोवषठया प तक परदशथिनी आयोवजत की गयी ि गौहर रजा की इकलाब ॉकयदमणटरी की रिीवनग भी की गयी अवनतम वदन यानी 3 अपरल को अहमदनगर क रहमत सलतान फाउणशन सभागह म फासीिाद क मौजददा दौर म भगतवसह की परासवगकता वििय पर पररसिाद रखा गया ि साथ ही दो प तको का लोकापथिण वकया गया पररसिाद का मखय ितिवय कामगार वबगल क समपादक सोमनाथ क जळ न रखा ि उसक बाद सभी शोताओ न भी पररसिाद म भागीदारी की भारत क रिावनतकारी आनदोलन क धावमथिक पनरतथानिाद स िजावनक समाजिाद तक की याता पर सोमनाथ न वितत बातचीत रखी भगतवसह क वलए ितनतता क असली मायन कया थ राजनीवतक जीिन म धमथि क हतकप क बार म भगतवसह कया सोचत थ अप यता समया को वकस तरह दखत थ ि भारत की जनता क वलए वकस तरह िो वसफथि मजददर रिावनत का सपना दखत थ इस पर सोमनाथ न रोचक ढग स परकाश ाला उसक बाद फासीिाद क बार म बात रखत हए उनहोन कहा वक यदवप भगतवसह क समय म वहिलर ि मसोवलनी का बबथिर चहरा पदरी तरह सामन नही आया था पर वफर भी भगतवसह समझत थ वक वकस तरह जब पदजीपवत िगथि जनता को लदिन म असहाय होन लगता ह तो िो लोगो को आपस म लडिाता ह उनहोन भगतवसह क लख सामपरदावयक दग और उनका इलाज ि धमथि ि हमारा ितनतता सगाम का सनदभथि दत हए बताया वक

भगतवसह सामपरदावयक झगडो क पी क असली कारण यानी आवथथिक कारण को समझत थ और इसीवलए ऐस झगडो का सामना करन क वलए िगतीय एकता पर जोर दत थ उनहोन अनत म कहा वक आज क समय म नौजिानो को भगतवसह क रात को ही आग बढाना होगा दश क मजददर िगथि को एकजि करक फासीिाद को मात दनी होगी तभी भगतवसह का इकलाब वजनदाबाद का सपना साकार होगा

इस मखय ितिवय क बाद कई अनय शोताओ न भी बात रखी और भगतवसह क विचारो को जन-जन तक पहचान की बात पर बल वदया

कायथिरिम का ददसरा वहसा दो मराठी पवतकाओ (कोळी ि माशी - विलहलम वलबकनखत तरणाना आिाहन - पीिर रिोपोतवकन) का लोकापथिण था लोकापथिण की शरआत म जनचतना क महाराषटर परभारी नागश धिद न िकवलपक मीवया अवभयान का पररचय वदया ि दोनो पवतकाओ क बार म भी बताया उनहोन कहा वक आज पदजीपवत िगथि अपन सचार माधयमो स जनता पर लगातार िचाररक हमला कर रहा ह पररितथिन की वकसी भी लडाई क परवत लोगो को सशयकारी बना रहा ह घविया दजद क नािको वफलमो अखबारो िीिी चनलो आवद क माधयम स मवहला विरोधी अपराधो को बढािा द रहा ह इसक बरकस मजददर िगथि को अपना िकवलपक मीवया खडा करना होगा जनचतना एक ऐसा ही परयास ह जनचतना वहनदी अगजी पजाबी ि मराठी भािाओ क परगवतशील सावहतय का वितरण करती ह आन िाल समय म हमारा परयास रहगा वक दश की हर भािा म परगवतशील रिावनतकारी िजावनक ि मानिीय मलयो क सावहतय को अपन सहयोगी परकाशन सथानो क सहयोग स पहचाया जा सक जनचतना का

परयास रहगा वक वसफथि वकताब ही नही बवलक िततवचतो लघ वफलमो ि वफलमो क माधयम स भी मजददर िगथि की आिाज को बलनद वकया जा सक

उनहोन कहा वक 28 वसतमबर 2016 को शर हआ ऐरण परकाशन भी जनचतना का सहयोगी परकाशन सथान ह इसका उद य मराठी भािा म रिावनतकारी ि माकसथििादी सावहतय को परकावशत करना ह इस अिसर पर लोकावपथित की गयी दो ोिी पवतकाओ का ऐवतहावसक महति भी उनहोन बताया उनहोन बताया वक कोळी आवण माशी नामक ोिी सी पवतका दवनयाभर क मजददरो क बीच लोकवपरय ह जो बताती ह वक वकस तरह पदजीपवत िगथि मजददर िगथि का शोिण करक अपनी अययावशयो क महल खड करता ह यह पवतका मजददर िगथि को इस अनयाय क वखलाफ खड होन क वलए ललकारती ह उनहोन बताया वक ददसरी पवतका तरणाना आिाहन रस क परवसद अराजकतािादी रिावनतकारी वपरस पीिर रिोपोतवकन दारा वलखी गयी थी उनका यह परवसद लख अपन पशो म शावमल होन क वलए तयार यिको-यिवतयो को समबोवधत था और सबस पहल रिोपोिवकन क अखबार ला ररिोलि म 1880 म परकावशत हआ था उसक बाद स दवनयाभर म एक पमफलि क रप म यह बार-बार पता रहा ह और आज भी इसकी अपील उतनी ही परभािी और झकझोर दन िाली ह इसक बाद दोनो पवतकाओ का लोकापथिण शभम ि अलका माळी क हाथो वकया गया कायथिरिम क दौरान कई रिावनतकारी गीत भी पश वकय गय शहीद भगतवसह राजगर सखदि जस तमाम शहीदो क सपनो को साकार करन क सकलप क साथ कायथिरिम का समापन हआ

भरिकसह सखद राजरर िी याद म काकििाररी सासिकिि िायजकम िा आयोजन

सकडो लोरो न दरी महान काननतकाररी िहरीदो को भावभरीनरी शरदाजलल

भरिससह राजरर व सखदव क िहादि ददवस पर ममबई व अहमदनरर म चला 15 ददवसरीय

िहरीद यादराररी अजभयान

8 मजदर तबरल अपल 2017

वक नि-उदारिादी नीवतयो न वजस तरह महगाई लगातार कम होती मजददररया बरोजगारी और भखमरी क दानि को खला ोड वदया ह उसस तत जनता एक न एक वदन जरर ही सगवठत होकर मदान म खडी हो जायगी इसी वलए सामपरदावयक फासीिादी ताकत दशभर म सीवमत पमान क ोि-ब दग करिा रही ह फासीिाद जनता क सामन हमशा एक झदठा द मन खडा करता ह तावक अपनी बदहाली स परशान जनता क ग स को उस झदठ द मन क विरद मोडकर असली कारणो स बहकाया जा सक धावमथिक अलपसखयको क साथ ही परगवतशील ताकत हमशा उसक वनशान पर रहती ह अनधराषटरिाद का हवथयार उसक बड काम आता ह

lsquoविकासrsquorsquo की सचचाई यह ह वक दश की ऊपर की 1 फीसदी आबादी क पास दश की कल समपदा का 584 फीसदी वहसा इकटा हो चका ह और अगर ऊपर की 10 फीसदी आबादी को ल तो यह आकडा 807 फीसदी तक पहच जाता ह ददसरी ओर नीच की 50 फीसदी आबादी क पास कल समपदा का महज 1 फीसदी ह दश क गोदामो म अनाज सडन क बािजदद परवतवदन लगभग 9000 बचच कपोिण ि िाथय समबनधी समयाओ स मर जात ह यदनीसफ की ररपोिथि क मतावबक कपोिण का वशकार दवनया का हर तीसरा बचचा भारत का ह 50 परवतशत औरत खदन की कमी की वशकार ह सरकारी नीवतयो क कारण होन िाली मौत आतकी घिनाओ स होन िाली मौतो की तलना म कई हजार गना ह लवकन इन मौतो पर नताओ ि मीवया दारा सावजशाना चपपी बनी रहती ह 1 फरिरी को बजि पश होन स पहल आवथथिक सिद की ररपोिथि म यह बताया गया ह वक हर साल औसतन 90 लाख लोग रोजी-रोिी की तलाश म अपना घर ोडकर परिासी बन जात ह वजनम स जयादातर ममबई वतरपर वदलली बगलदर लवधयाना आवद की गनदी और बीमारी स भरी झोपडपरटटयो म समा जात ह आकडो क मतावबक दश की लगभग 36 करोड आबादी झगगी-झोपवडयो और फिपाथ पर रहन क वलए मजबदर ह मोदी सरकार न जदन 2015 म 2022 तक 2 करोड मकान बनिान की बात की थी यावन हर साल लगभग 30 लाख मकान लवकन जलाई 2016 म पता चला वक 1 साल म किल 19255 मकान बन

इसी तरह हर ििथि 2 करोड नय रोजगार पदा करन क दाि की सचचाई इसी स सामन आ जाती ह वक बरोजगारी की दर वपल कई ििगो स लगातार बढत हए 2015-16 म 73 परवतशत तक पहच गई दश क लगभग 30 करोड लोग बरोजगारी म धकक खा रह ह जनता की सविधाओ म लगातार किौती की जा रही ह और अमीरजादो क अरबो रपय क कजथि बटट खात म ाल

(िाति म माफ वकय) जा रह ह िशन पर चाय बचन का ढोग रचत हए अब िशन को ही वनजी हाथो म बचा जा रहा ह इसकी शरआत हबीबगज रलि िशन (मधयपरदश) स कर वदया गया ह आग करीब 400 रलि िशनो को पीपीपी (पराइिि पवबलक पािथिनरवशप) क हिाल करन की योजना ह कॉलजो-विशवविदालयो की फीस बढायी जा रही ह सीि घिायी जा रही ह वशका म सरकारी खचथि घिाया जा रहा ह तावक उसकी वथवत लचर हो और वशका को पदरी तरह बाजार क हिाल वकया जा सक इनक वखलाफ खड होन िाल ातो-सगठनो क आनदोलनो को कचला जा रहा ह अभी-अभी पजाब विशवविदालय म 11 गना फीस बढान क वखलाफ जब ातो न आनदोलन चलाया तो न किल उन पर बबथिर लाठी चाजथि वकया गया बवलक 58 ात-ाताओ पर राषटरदोह का मकदमा लाद वदया बाद म ातो की एकजिता दख राषटरदोह का मकदमा हिा वदया लवकन िहा दमनचरि जारी ह

आज दश ही नही पदरी दवनया म फावसस ि ताकत वसर उठा रही ह अमररका क इवतहास म पहली बार ोनाल टरमप जसा वयवति राषटरपवत बन गया ह जो साधिी पराची और आवदतयनाथ जस लोगो की भािा म बयानबावज या करता रहा ह भारत म भी इसका सीधा समबनध पदजीिाद क गहरात सकि स ह नि-उदारिादी आवथथिक नीवतयो को वजतन नगई और कशलता क साथ मोदी न लागद करना शर वकया उसक कारण बड-बड पदजीपवत घरान बको क मावलक हवथयारो क सौदागर दश क तल और गस पर कबजा जमाय अमबानी जस धनपश वफककी एसोचम जसी सथाय तथा मधय िगथि क लोग मोदी की शान म कसीद पढ रह थ मगर सकि की चपि ऐसी ह वक जनता को बरी तरह वनचोडकर भी मोदी सरकार अपन आकाओ क घित मनाफ को बढा नही पा रही ह ऐस म कई पदजीपवत घरानो का धयथि भी जिाब द रहा ह ददसरी ओर बढती महगाई बरोजगारी स तबाह आम जनता ठगी महसदस कर रही ह और चारो ओर स विरोध क स िर उठ रह ह ऐस म आन िाल वदनो म सरकारी दमन और सडको पर सघी गणा वगरोहो का उतपात बढता ही जायगा

वनचिय ही फासीिादी माहौल म रिावनतकारी शवतियो क परचार एि सगठन क कामो का बजथिआ जनिादी पस और भी वसकड जायगा लवकन इसका ददसरा पक यह होगा वक निउदारिादी नीवतयो क बरोकिोक और तज अमल तथा हर परवतरोध को कचलन की कोवशशो क चलत पदजीिादी ढाच क सभी अनतरविरोध उग स उगतर होत चल जायग मजददर िगथि और समदची महनतकश जनता रीढविहीन गलामो की तरह सबक झलती नही रहगी दश क ात-

नौजिान चपचाप सहत नही रहग आन िाल वदनो म वयापक मजददर उभारो की पररवथवतया तयार होगी ातो-नौजिानो को भी यह समझना होगा वक उनकी लडाई महनतकशो को अपन साथ वलय वबना आग नही बढ सकती उन ह फावसिो का भणाफोड करन और उनक मजददर-विरोधी चररत क बार म महनतकश जनता को जागरक करन क वलए उनक बीच जाना होगा यवद इनह नतति दन िाली रिावनतकारी शवतिया तयार रहगी और साहस क साथ ऐस उभारो म शावमल होकर उनकी अगिाई अपन हाथ म लगी तो रिावनतकारी सकि की उन समभावित पररवथवतयो म बहतर स बहतर इतमाल करक सघिथि को वयापक बनान और सही वदशा दन का काम वकया जा सकगा अपन दश म और और पदरी दवनया म बजथिआ जनिाद का करण और नि फासीिादी ताकतो का उभार ददरगामी तौर पर नयी रिावनतकारी समभािनाओ क विफोि की वदशा म भी सकत कर रहा ह

मजददरो और महनतकशो को यह बात अची तरह समझ लनी होगी वक फासीिाद पदजीपवत िगथि की सिा करता ह सामपरदावयक फासीिाद की राजनीवत झदठा परचार या दषपरचार करक सबस पहल एक नकली द मन को खडा करती ह तावक मजददरो-महनकशो का शोिण करन िाल असली द मन यानी पदजीपवत िगथि को जनता क ग स स बचाया जा सक य लोग न वसफथि मजददरो क द मन ह बवलक आम तौर पर दखा जाय तो य पदर समाज क भी द मन ह इनका मकाबला करन क वलए महनतकश िगगो को न वसफथि अपन िगथि वहतो की रका क वलए एकजि होकर पदजीपवत िगथि क वखलाफ एक सवनयोवजत लबी लडाई लडन की शरआत करनी होगी बवलक साथ ही साथ महगाई बरोजगारी मवहलाओ की बराबरी तथा जावत और धमथि की कटटरता क वखलाफ भी जनता को जागरक करना होगा

आन िाला समय महनतकश जनता और रिावनतकारी शवतियो क वलए कवठन और चनौतीपदणथि ह हम राजयसतता क दमन का ही नही सडको पर फासीिादी गणा वगरोहो का भी सामना करन क वलए तयार रहना पडगा राता वसफथि एक ह हम जमीनी तर पर गरीबो और मजददरो क बीच अपना आधार मजबदत बनाना होगा वबखरी हई मजददर आबादी को जझार यदवनयनो म सगवठत करन क अवतररति उनक विवभनन परकार क जनसगठन मच जझार ियसिक दत चकसी दत आवद तयार करन होग आज जो भी िाम जनिादी शवतिया िाति म फासीिादी चनौती स जदझन का जजबा और दमखम रखती ह उनह ोि-ोि मतभद भलाकर एकजि हो जाना चावहए हम भदलना नही चावहए वक इवतहास म मजददर िगथि की फौलादी मटी न हमशा ही फासीिाद को चकनाचदर

वकया ह आन िाला समय भी इसका अपिाद नही होगा हम अपनी भरपदर ताकत क साथ इसकी तयारी म जि जाना चावहए

यह पदजीिादी वयिथा अनदर स सड चकी ह और इसी सडाध स पदरी दवनया क पदजीिादी समाजो म वहिलर-मसोवलनी क ि िाररस पदा हो रह ह वजनह फावसि कहा जाता ह फावसि पदजीिादी लोकतत तक को नही मानत और उस पदरी तरह रमी बना दत ह और िाति म पदजी की नगी खली तानाशाही थावपत कर दत ह फावसि धमथि या नल क आधार पर आम जनता को बाि दत ह ि नकली राषटरभवति क उनमादी जनदन म हक की लडाई की हर आिाज को दबा दत ह ि धावमथिक या नली अलपसखयको को वनशाना बनाकर एक नकली लडाई स असली लडाई को पी कर दत ह पदर दश म दगो और खदन-खराबो का विनाशकारी खल शर कर दत ह पदजीपवत िगथि अपन सकिो स वनजात पान क वलए फावसजम को सगवठत करता ह और जजीर स बध कतत की तरह उसका इतमाल करना चाहता ह लवकन जब तब यह कतता अपनी जजीर डा भी लता ह और तब समाज म भयकर खदनी उतपात मचाता ह हमार दश म वपल पचचीस बबीस ििगो स कभी मवदर-वनमाथिण कभी लि-जहाद कभी गाय तो कभी तथाकवथत दशदरोह बनाम दशपरम क नाम पर जारी यह उनपाद बढता हआ पदर दश को एक खदनी दलदल की ओर धकलता जा रहा ह धमथि नकली दशपरम और तमाम फजती मकदमो को उभाडकर पदजीिादी लदि पवलवसया दमन बदखली बरोजगारी महगाई आवद नबब फीसदी लोगो की वजदगी क बवनयादी मदो को तथा सरकार की िायदा-वखलावफयो पर परदा ाल वदया गया ह वजनह वमलकर दस फीसदी लिरो स लडना ह ि आपस म ही एक-ददसर क खदन क पयास हो रह ह

आवखर मलक को इस अधरी सरग स बाहर वनकालन का कोई राता ह कया रोशनी की कोई लकीर कही दीख रही ह - हा वबलकल इस अधर स बाहर वनकलन का एक ही राता ह - शहीदआजम भगतवसह का राता नाउममीदो की एक ही उममीद बची ह - रिावत हम अपन महान शहीदो दारा डी गयी अधदरी लडाई को अजाम तक पहचाना होगा महनतकश जनता क बहादर सपदतो को भगतवसह क विचारो का परचम ऊचा उठाना होगा आम जनता क इकलाबी जनसगठन बनान होग तथा दशी-विदशी लदि और जनतत नामधारी धनतत की करि खोदन की तयारी करनी होगी तभी जाकर ऐसा समाज बनगा वजसम उतपादन राजकाज और समाज पर उतपादन करन िाल कावबज होग फसल की ताकत उनक हाथो म होगी भगतवसह न ऐसी ही आजादी का सपना दखा था वजसम सतता महनतकश क हाथो म हो न वक

हर पाच साल पर होन िाल चनािी डराम का वजसम लोकतत क नाम पर किल पदजी क घोडो पर सटटा लगता हो

आज जगह-जगह अनयाय क वखलाफ यिा सडको पर उतर रह ह लवकन सिाल य ह वक यिाओ की बडी तादाद अभी भी इन सघिगो म शावमल कयो नही ह जनता की बडी आबादी की वनवषरियता कयो ह इसका सबस बडा कारण यह ह वक बहत बडी आबादी अपनी वजनदगी की तबाही-बबाथिदी क कारणो स पररवचत नही ह लोगो क इस वपडपन का फायदा शासक िगथि उठात ह िो लोगो की समयाओ का कारण वकसी अनय धमथि क लोगो या जावत दश आवद स जोड दत ह दग-फसाद करिात ह लोगो की एकता िदि जाती ह और िो आपस म ही लडन पर आमादा हो जात ह आवथथिक सकि क आज क दौर म धमथि-जावत क नाम पर झगड किल चनािी राजनीवत का मसला नही ह उसस आग बढकर सघ पररिार की फासीिादी राजनीवत पदर दश म बड पमान पर पाि पसारती जा रही ह फासीिादी जहा एक ओर महगाई बढाकर जनता को वमलन िाली द िो म किौती करक बड-बड उदोगपवतयो क मनाफ की दर को वथर रखत ह या बढात ह िही ददसरी ओर इसस असतष होकर जनता सडको पर न उतर पड इसक वलए लोगो म नकली राषटरिाद मवनदर-मवजद धावमथिक झगड सकवत क नाम पर झगड आवद भडकात ह उनक गणा वगरोह जनता क वलए लडन िाल लोगो की रिद र हतयाय करत रहत ह और ि शासन-परशासन को भी अपन हाथ म ल लत ह इन फासीिादी ताकतो का विरोध करन िाल लोगो को दशदरोही ठहरा वदया जाता ह यावन वक एक वनरकश तानाशाही जनता पर थोप दी जाती ह अतीत म वहिलर और मसोवलनी की सतता इसकी वमसाल ह और ितथिमान समय म भारत म सघ पररिार

हम भी इन झगडो क कारणो को समझना होगा इन झगडो का पररणाम किल आम जनता की तबाही होती ह जबवक दोनो धमगो क धवनको को कोई नकसान नही होता यिाओ को िीिी चनलो धमथि क ठकदारो नताओ-मवनतयो क भरमजाल स बाहर आना होगा वशका रोजगार जस िातविक मदो पर सघिथि सगवठत करना होगा नताओ को घरना होगा वक जो िायद िो चनाि म करत ह उस पदरा कर जावतिाद-भदभाि की दीिार वगरानी होगी धावमथिक कटटरपवथयो चाह िो वहनदद हो या मवलम वसख या ईसाई क वखलाफ हलला बोलना होगा अनधविशवास रवढयो क विरद िचावनक चतना का परचार-परसार करना होगा हम महनतकश जनता क िातविक मदो पर सघिगो स इस लडाई को जोडना होगा

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lhfjk 2013 ls vc rd---(सबगल सि)

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10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 4: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

4 मजदर तबरल अपल 2017

∙ पदरी दवनया म कम स कम 123 वमवलयन लोगो स बधआ मजददरी करायी जाती ह

∙ हर साल पदरी दवनया म 20 लाख लोग काम क दौरान दघथििनाओ या पशागत रोगो क कारण मार जात ह

∙ दवनया की किल 20 परवतशत आबादी को उवचत सामावजक सरका परापत ह और आधी स अवधक आबादी को कोई सरका नही ह

∙ मौजददा समय म पदरी दवनया म 20 करोड स अवधक बचच बाल मजददरी कर रह ह जो उनक मानवसक शारीररक और भािनातमक विकास को नकसान पहचा रहा ह

∙ भारत म औसत आय चीन क मकाबल 7 ििथि और शीलका क मकाबल 11 ििथि कम ह सयति राषटर की एक ररपोिथि क अनसार भारत म 5 ििथि स कम आय क बचचो की मतयदर

चीन क मकाबल तीन गना शीलका क मकाबल लगभग 6 गना और यहा तक वक बागलादश और नपाल स भी जयादा ह भारतीय बचचो म स तकरीबन आधो का िजन जररत स कम ह और ि कपोिण स गत ह करीब 60 फीसदी बचच खदन की कमी स गत ह और 74 फीसदी निजातो म खदन की कमी होती ह परवतवदन लगभग 9 हजार भारतीय बचच भदख कपोिण और कपोिणजवनत बीमाररयो स मरत ह 5 साल स कम उमर क बचचो की मौत क 50 फीसदी मामलो का कारण कपोिण होता ह 5 ििथि स कम आय क 5 करोड भारतीय बचच गमभीर कपोिण क वशकार ह सयति राषटर की एक ररपोिथि क अनसार 63 फीसदी भारतीय बचच परायः भदख सोत ह और 60 फीसदी कपोिणगत होत ह 23 फीसदी बचच जनम स कमजोर और

बीमार होत ह एक हजार निजात वशशओ म स 60 एक ििथि क भीतर मर जात ह लगभग दस करोड बचच होिलो म पलि धोन मदगफली बचन आवद का काम करत ह

∙ भारत की विततीय राजधानी ममबई म 60 परवतशत स अवधक आबादी झगगी-झोपवडयो म रहती ह जहा ि अमानिीय वथवतयो म रहती ह और िाथय की वथवत गामीण कतो क जसी ह

∙ ममबई क 40 परवतशत बचचो का िजन सामानय स कम ह यानी उनह पयाथिपत पोिण नही वमलता

∙ दवनया म परवत वयवति परवत वदन 2 अमररकी ालर (120 रपय) स कम पर गजारा करन िालो की सखया बढकर एक अरब स अवधक या दवनया म रोजगार परापत लोगो की सखया का 45 परवतशत हो जायगी

∙ जहा विकवसत दशो क लोग

औसतन अपनी कल आमदनी का 10 स 20 फीसदी भोजन पर खचथि करत ह िही भारत क लोग अपनी कल कमाई का औसतन करीब 55 फीसदी वहसा भोजन पर खचथि करत ह लवकन कम आय िगथि क भारतीय नागररक अपनी आमदनी का 70 परवतशत भाग भोजन पर खचथि करत ह और वफर भी उनह दो न तो भरपि भोजन वमलता ह न ही पोिणयति भोजन औसतन एक आदमी को परवतवदन 50 गाम दाल चावहए लवकन भारत की नीच की 30 फीसदी आबादी को औसतन 13 गाम ही नसीब हो पाता ह परोिीन का ददसरा बडा सोत यानी मास उनकी पहच स बाहर कर वदया गया ह

∙ भदख लोगो की सबस बडी सखया भारत म रहती ह कपोिण क मामल म भी भारत दवनया म सबस आग ह

∙ जहा दवनया क बहतर दशो स िीबी की बीमारी समापत हो चकी ह िही भारत िीबी और कई अनय बीमाररयो म नमबर एक पर ह मलररया स सबस जयादा मरन िालो की सखया क वलहाज स दवनया म इसका तीसरा थान ह

∙ भारत म परवत हजार आबादी पर एक ॉकिर क िवशव क पमान पर पहचन क वलए अभी पाच लाख ॉकिरो की भरती करनी पडगी यानी माना जा सकता ह वक इसकी ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह इस मामल म भारत की वथवत पावकतान और बगलादश जस दशो स भी बदतर ह

∙ भारत म सबस जयादा ऐस लोग रहत ह वजनह पीन क वलए साफ पानी भी नही वमलता

∙ दवनया म वनरकरो की सबस बडी सखया भी भारत म ही ह

वकसान ह वजनम 185 करोड सीमानत वकसान (एक हकियर या 25 एकड स कम की जोत िाल) 30 लाख ोि वकसान (1-2 हकियर की जोत िाल) और शि बड वकसान (2 हकियर स अवधक जोत िाल) ह उततर परदश सरकार की खद की घोिणा क अनसार 215 करोड ोि ि सीमानत वकसानो म स कजथि माफी का लाभ ल पा सकन िाल वकसानो की सखया लगभग 86 लाख ही होगी राषटरीय नमदना सिदकण सगठन (एनएसएसओ) क आकडो क अनसार परदश म कजथि लन िाल कल ोि ि सीमानत वकसानो क आध स भी कम वकसानो न बको स कजथि वलया ह आध स अवधक वकसानो न थानीय महाजन वयापारी वमत ररतदार या बड वकसानो आवद स कजथि ल रखा ह जावहर ह वक कजथि म द ब अवधकाश ोि-सीमानत वकसानो को योगी सरकार दारा वलय गय कजथि-माफी क फसल स तातकावलक राहत भी नही वमलगी कयोवक िह िावणवजयक बको और कोऑपरविि बको जस सथाओ दारा वदय गय सथागत कजथि पर ही लागद होता ह यही नही आकड यह भी वदखात ह वक वकसान की जोत वजतनी ही ोिी होती ह उसक दारा सथागत सोतो दारा वलय जान िाल कजथि की समभािना उतनी ही कम होती ह एक एकड स कम जोत िाल वकसानो म स किल 28 परवतशत वकसानो न ही बको स कजथि ल रखा ह यानी 72 परवतशत ऐस अवत-सीमानत वकसानो न गर-सथागत सोतो स कजथि ल रखा ह वजनह कजथि-माफी का कोई लाभ नही होन िाला ह अत ोि वकसानो क सापकत समद वहस को ही इस कजथि-माफी स राहत पहचगी

ोि वकसानो क सापकत समद वहस को कजथि-माफी स जो राहत वमलगी िह भी तातकावलक ही रहगी और पदजीिादी खती का सकि भविषय म उस कजथि क भिरजाल की ओर ठलता रहगा दरअसल खती-वकसानी का मौजददा सकि ढाचागत ह आजादी क बाद क दशको म भारतीय कवि म हए पदजीिादी विकास क साथ ही साथ गािो म वकसानो का विभदीकरण तजी स बढा ह और जोतो का आकार रिमश कम स कम होता गया ह 1970-71 की कवि जनगणना क बाद स भारत म खती की औसत जोत म लगातार वगरािि दखन को आयी ह 2010-11 की ताजा कवि जनगणना क मतावबक भारत म जोतो का औसत आकार 115 हकियर रह गया ह और सीमानत वकसानो की सखया 67 परवतशत ि ोि वकसानो की सखया लगभग 18 परवतशत ह यानी वकसानो की कल सखया का 85 परवतशत ोि ि सीमानत वकसान ह पदजीिादी खती होन की िजह स खाद बीज कीिनाशक ि खती क उपकरणो की कीमत लगातार बढन स खती-बाडी की लागत म लगातार बढोतरी हई ह

1990 क दशक स निउदारिादी नीवतया लागद होन क बाद स कवि का सकि गहरा होता गया ह कयोवक खती-बाडी म पदजीिादी परवतपदाथि दश क भीतर तक ही नही सीवमत ह बवलक विशव बाजार की हलचल भी उस परभावित करती ह ऐस म बडी जोत िाल वकसान जो कवि क आधवनक उपकरणो स खती करत ह और समय पर फसल कििाकर जलद स जलद मणी म फसल पहचान की कमता रखत ह ि अगर कजथि भी लत ह तो फायद म रहत ह ोिी जोत िाल वकसान कजथि लकर बडी मवकल स जो क भी

उगा पात ह उस भी समय पर मणी म न पहचा पान की िजह स उनह अपनी फसल की पयाथिपत कीमत नही वमल पाती इस परकार मणी म बड वकसानो का ही दबदबा कायम हो जाता ह और अवधकाश वकसानो क वलए खती-बाडी एक घाि का सौदा बन जाती ह ऊपर स अगर मौसम दगा द जाता ह तो ोि वकसानो की समया और बढ जाती ह वजस वकसान क पास वजतनी कम जमीन रहती ह उसकी तकलीफ उतनी ही अवधक होती ह सीमानत वकसानो की हालत इतनी खराब होती जाती ह वक अगर ि ददसरो क खतो म मजददरी न कर तो उनक पररिार का पि पालना भी ददभर हो जाता ह गािो म बडी सखया ऐस अदथि-सिथिहाराओ की ह वजनकी वनयवत दर-सबर पदरी तरह स सिथिहारा म तबदील हो जान की ह इसम कतई आचियथि की बात नही ह वक गािो म हाल क दशको म बड पमान पर ोि वकसान तबाह हए ह और यह परवरिया समय बीतन क साथ बढती गयी ह हालत यहा तक आ पहची ह वक सणिर फॉर द िी ऑफ िलवपग सोसाइिी क एक हावलया सिदकण क मतावबक गािो म 61 परवतशत वकसान ऐस ह जो शहरो म नौकरी वमलन पर अपनी खती-बाडी पदरी तरह स ोडन क वलए तयार ह यह आकडा चीख-चीख कर भारतीय कवि क सकि की कहानी बयान कर रहा ह

खती-वकसानी क सकि स वनपिन क नाम पर कजथि-माफी क िोिका पहल भी कई बार आजमाया जा चका ह लवकन इसक बािजदद यह सकि लगातार गहराता गया ह आजाद भारत क इवतहास म सबस बडी कजथि-माफी की घोिणा ििथि 2008 म ततका लीन सयति परगवतशील गठबधन की सरकार न की थी उस समय दश-भर

म वकसानो क कल 52 हजार करोड रपय स भी अवधक क कजथि माफ वकय गय थ लवकन उसक बाद स खती का सकि कम होन की बजाय बढा ही ह वजसका पष सकत दश क विवभनन वहसो म वकसानो की आतमहतयाओ की सखया म बढोतरी क रप म वदखता ह कई अधययनो न यह वदखाया ह वक उस दशवयापी कजथि-माफी स भल ही वकसानो को तातकावलक राहत वमली हो लवकन लमब कालखण म दखन पर कवि अथथिवयिथा पर उसका असर कल वमलाकर नकारातमक ही हआ कयोवक वजन इलाको म वकसानो न अवधक कजथि वलया था िहा कजथि-माफी क बाद बको न कजथि दना कम कर वदया जावहर ह वक इसका नकसान ोि ि सीमानत वकसानो को होता ह जो थानीय महाजनो ि आढवतयो क चगल म फस जात ह यही नही कमपटरोलर एण ऑविर जनरल (सीएजी) की ऑवि म यह तथय भी सामन आया ह वक 2008 म घोवित दशवयापी कजथि-माफी क दौरान समय पर कागजात न उपलबध करा पान की िजह स तमाम गरीब वकसानो का कजथि माफ नही हआ था और उसक उलि कई समद वकसानो की कजथि-माफी हो गयी थी

भारतीय कवि क सकि का एक नतीजा गािो म भदवमहीन वकसानो की लगातार बढती सखया क रप म सामन आ रहा ह 2001 की जनगणना म भारत म गािो क भदवमहीन मजददरो की सखया 1067 करोड थी जो 2011 तक आत-आत 1443 पहच गयी इसम लगभग 2 करोड भदवमहीन मजददर अकल उततर परदश स ह गौरतलब ह वक वकसानो की कजथि-माफी क शोरगल म इस विशाल गामीण सिथिहारा िगथि की आिाज मानो दबा दी जाती ह इस भदवमहीन मजददर

आबादी की भी अची-खासी सखया कजथि क बोझ तल दबी रहती ह लवकन उनक कजथि-माफी की बात भदल-भिक भी नही की जाती यही नही अकसर इस बात को दवषओझल कर वदया जाता ह वक वकसानो की कजथि-माफी स सरकार को पडन िाला अवतररति आवथथिक बोझ भी मखयत गािो और शहरो की सिथिहारा आबादी को ही उठाना पडता ह उततर परदश म वकसानो की कजथि-माफी का बोझ भी मजददर िगथि पर पडन िाला ह गौरतलब ह वक कनदर सरकार दारा कजथि-माफी क वलए आवथथिक मदद करन स मना करन क बाद कजथि-माफी क वलए मदरा जिान क वलए योगी सरकार न वकसान राहत बॉण जारी करन का फसला वकया ह जावहर ह वक उततर परदश सरकार क राजि क 8 परवतशत स भी अवधक कीमत क इन बॉणो की सदद सवहत भरपाई मजददर िगथि को करनी पडगी कयोवक इसक वलए जो अवतररति कर लगाना होगा उसका बोझ मखयत मजददरो पर ही पडगा उततर परदश म कजथि-माफी क बाद पजाब और महाराषटर जस सकिगत राजयो म भी कजथि-माफी की किायद तज हो गयी ह तवमलना क उचच नयायालय न भी राजय क सभी वकसानो क वलए कजथि-माफी की योजना लागद करन का आदश वदया ह कहन की जररत नही वक ऐसी योजनाओ स वकसानो की वज नदगी की तकलीफ तो कम नही होन िाली हा इनक फलिरप आन िाल वदनो म मजददर िगथि और महनतकश जनता क ऊपर महगाई की मार जरर तज पडन िाली ह

ndash आननद सिह

कजग-माफी क टोटक स खिरी-ककसानरी का सकट नहरी हल हो सकिाउततर परदश म किसानो िी करज-माफी

बोलि आकड चरीख़िरी सचाईया

(पज 1 स आर)

मजदर तबरल अपल 2017 5

अगजो न औपवनिवशक भारत म 1853 म पहली बार अपनी सना क आिागमन क वलए रलि की शरआत की थी और कालानतर म इसका परयोग अपन िावणवजयक वहतो को साधन क वलए भी वकया था और िाभाविक ही अपनी सामराजयिादी कारगजाररयो पर पदद ालन क वलए आम जनता क यातायात क वलए भी इसका परयोग करन वदया गया था और उसी समय स आम भारतीयो क वलए अलग वकम क व बब और अगजो और उनक तलि चािन िाल भारतीय राज-रजिाडो और जमीदारो क वलए अलग तरह क वबब थ वफर 1947 आया और दश आजाद हआ दश की आम महनतकश जनता म अपन सनहर भविषय को लकर एक उममीद जगी नहर क नतति म कागस सतता म आयी और रलि का राषटरीयकरण कर वदया और कोयला िील जस तमाम भारी उदोग जनता क खदन-पसीन क दम पर खड वकय गय मगर तब स अब तक बीत 70 सालो क ररकॉ थि को दखकर कोई भी सयाना इनसान शायद इस मगालत म तो नही होगा वक कीवनसयाई न खो को अपनाकर तथाकवथत नहरिादी समाजिाद क नाम पर कागवसयो न दश की जनता को जमकर चदना लगाया ह िस तो धीर-धीर सारी सरकारी कमपवनया पराइिि हाथो म बची जा रही ह मगर रलि म अभी तक इसकी बस गपचप तरीक स शरआत भर की गयी ह तो इसस पहल रलि का भी पदरी तरह वनजीकरण हो जाय आइए समझन की कोवशश करत ह वक राजय सचावलत रलि होन स कया आम महनतकश आबादी को कोई खास फायदा पहच रहा ह कया यानी इस बच-खच समाजिाद को भी थोडा ििोलकर दख ही लत ह

समाजिाद का जो मतलब हम समझत ह उसम तो समाजिादी वनजाम यथासमभि तजी स समाज म मौजदद िगगो क विवभनन सतरो क खातम की तरफ बढती ह और इसक वलए उतपादन वयिथा स लकर साकवतक कत म मौजदद िगथि-समाज की अवभवयवतियो क वखलाफ कड स कड फसल लागद करती ह पर भारतीय रल म भी कया ऐसी कोई कोवशश की गयी ह हमम स लगभग हर वकसी न रल याता तो की ही ह और उसक िरप स भी भलीभावत पररवचत ह तो आपन कभी कया सोचा ह वक आजादी क 70 सालो बाद आज भी रल म जनरल शयनयान (लीपर) और िातानकद वलत (एयरकवणशण) वबबो का िगतीकरण कयो मौजदद ह अभी भी भारत की बहसखयक जनसखया टरनो क जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन क वलए कयो मजबदर ह टरन क सभी वबबो को िातानकद वलत कयो नही वकया जाता वजसस समाज का आम आदमी भी आराम स याता कर सक

आकडो की जबानरीकया आप जानत ह वक विततीय ििथि

2013-2014 म पदर ििथि क दौरान टरन म

सफर करन िाल यावतयो की कल सखया 84 अरब थी और इनम 77 अरब लोगो न यानी तकरीबन 92 परवतशत लोगो न टरन क ददसर दजद (सकण कलास) यानी वक जनरल वबबो म ही सफर वकया शयनयान शणी की हालत भी िवशवक पमानो क वहसाब स वनहायत ही घविया ह मगर उनम भी याता करन िाल कल यावतयो की सखया अरबो म नही बवलक मात 58 करोड थी

य जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन िाल 92 परवतशत लोग कौन ह असल म भारत म लगभग 93 परवतशत लोगो क यहा उनक पररिार क कल सदयो क दारा कमाई जान िाली रावश 10000 रपय स भी कम ह जबवक हर पररिार म औसतन 5 लोग रहत ह य 93 परवतशत लोग ोि-मझोल वकसान खवतहर मजददर ररकशिाल वदहाडी पर काम करन िाल शहरी मजददर इतयावद ह वजनक दम पर आज भारत तथाकवथत विकास की राह पर तजी स आग बढ रहा ह वजनक दम पर टरनो क िातानकद वलत वबबो क शीशो को चमकाया जा रहा ह मगर जो खद शौचालय जसी मदलभदत आियकताओ की वनहायत ही घविया हालतो िाल वबबो म चलन क वलए मजबदर ह यहा तक वक लमबी ददरी िाली टरनो म तो शौचालय म ही 5 स 7 लोग भर होत ह इस पदर समाज का अपन खदन-पसीन स वनमाथिण करन िाली महनतकश अिाम क आतमसममान पर

भला इसस बडा आघात और कया हो सकता ह

आइए अब य समझन की कोवशश करत ह वक ऐसा होता कयो ह इस सिाल का सबस आसान जिाब ह पसा वजसक पास वजतना पसा ह यानी वजसकी वजतनी औकात ह िो उसी वहसाब स जनरल शयनयान या िातानकद वलत वबब म चल सकता ह मगर अगला सिाल आता ह वक ऐसा कयो ह वक हमम स वकसी की कम और वकसी की जयादा औकात ह इसका जिाब ह - पदजीिाद हम एक ऐसी अथथिवयिथा म रहत ह वजसम सदई स लकर जहाज बनान िाली जनता खद तो गनदी बवतयो म और रल क गनद जनरल वबबो म चलन क वलए अवभशपत ह िही ददसरी ओर धनपश वजनका कल काम ह मजददरो को जानिरो की तरह हाकत रहना ि अपन आलीशान फामथि हाउस म रहत ह और पहल दजद क िातनकद वलत वबबो और हिाई जहाज म सफर करत ह एक ओर तो

इन परजीिी धनपशओ की जमातो और उनक मधयम और उचच-मधयमिगतीय वपलगगओ क वलए ददरनतो शताबदी और राजधानी जसी पशल टरन चलायी जाती ह वजसम कोई मजददर कभी बठन क बार म सोच भी नही सकता ददसरी ओर जनरल वबबो म जानिरो की तरह लदकर जान को बबस आम लोग

इसी बीच जब स मोदी सरकार आयी ह उनहोन बलि टरन चलान की भी बात शर की ह इसक अनतगथित अहमदाबाद स ममबई क बीच 508 वकमी लमबी तज-रफ़तार (सचालन गवत 320 वकमी परवत घणिा) िाली लाइन का वनमाथिण वकया जाना ह वजसकी कल लागत लगभग 1 लाख करोड रपय होगी और उसम स 01 परवतशत की बयाज दर पर 79000 करोड रपय जापान स लोन लकर लगाय जायग इस परोजकि क 2023 तक पदरा होन की उममीद ह अहमदाबाद स ममबई क बीच इस टरन की समभावित विकि दर 3300 रपय क आसपास बतायी जा रही ह आपम स वकतन लोग 2023 म इस दर पर इस तरह की अतयाधवनक तकनीक िाली टरन का इतमाल कर पायग पष कर द वक हम वकसी भी कत म आधवनकतम तकनीक क परयोग क वखलाफ नही ह मगर सिाल करना हमारा मदलभदत हक ह इसवलए हम पद ग वक य बलि टरन वकसक वलए ऐसा समभि कयो नही ह वक दश की

महनत-मजददरी करक पि पालन िाली आम जनता भी विजान क कररमो स रबर हो सक जान वकसी की बपौती नही ह यह एक सामदवहक समपवतत ह और ऐवतहावसक रप स इसकी जड मानि शम म ही वनवहत ह मगर वफर भी आज क समाज म सिाथिवधक शम करन िाला ही सिाथिवधक जलालत म जीन को मजबदर ह जरा सोवचए इस पदरी बलि टरन की पररयोजना को लागद करन म सबस जयादा हाडतोड महनत करन िाल कौन होग मजददर और कया ि खद कभी इसका परयोग कर पायग नही सोवचए कयो

अभी तक तो हम बात कर रह थ रलि म सफर करन िालो की रलि म काम करन िालो क हालात भी कोई बहत अच नही ह

रलव म ठक पर काम करन वालो क हालाि

इस समय रलि म अनमावनत तौर पर 4 लाख स भी जयादा लोग ठका

परथा पर काम कर रह ह ठक का काम मखयतः टरनो पलिफॉमथि रलि टरक की सफाई म वदया जाता ह इसक अलािा शयनयान शणी िाल वबबो म वबतर स समबवनधत सामान जस चदर कमबल इतयावद की सपलाई उनकी धलाई एि साफ-सफाई और रखरखाि म भी जयादातर ठक क मजददरो स काम वलया जाता ह इस तरह क काम म कभी-कभी बहत कम सोन को वमलता ह और यावतयो और ठकदारो दारा जो गवलया वमलती ह िो अलग स हर याता म सकडो यावतयो की सिा म मात 4 स 6 अिणणि लग होत ह उसम भी यवद वकसी की वििक एकसपरस (4236 वकमी लमबा रि) या वकसी और लमबी ददरी की टरन म यदिी लग जाय तो वशफ़ि कई वदन तक चलती ह

जयादातर सविदा कमथिचारी 20 स 30 साल क बीच ह और इनकी मावसक आमदनी बमवकल 4 स 6 हजार रपय तक होती ह टरन म होन पर तो उनह खाना वमल जाता ह मगर हालि होन पर उनह खद स इनतजाम करना पडता ह यही नही अगर कोई सामान खो जाय तो उसकी कीमत भी उनह ही चकानी पडती ह एक कमबल क वलए उन पर 850 रपय का जमाथिना लगता ह चदर या तवकय क खोल क वलए 300 रपय और चहरा पोन िाली तौवलया क वलए 75 रपय इन कमथिचाररयो को कोई वचवकतसा भतता नही वमलता ह

और उनह कोई िाथय बीमा भी नही वमलता ह एजवसया भतती क िक़त मफ़त भोजन मफ़त याता और आसान काम का लालच दकर नयी भवतथिया कर तो लती ह मगर सचचाई इसस कोसो ददर होती ह

चदवक याती लगभग हर िशन पर चढत ह इसवलए अिणणि को पदरी याता म जगना पडता ह उनक सोन क वलए कोई अलग स वयिथा नही होती इसवलए या तो ि यावनतकी िीम क साथ सोत ह या शौचालय क पास बनी अलमाररयो म ही सो जात ह वकसी याती क पस या सामान खो जान का इलजाम भी अिणणि क सर ही आता ह

को करिरी ह सरकार सतवदा पर भिती

साति ितन आयोग क दारा एकवतत वकय गय आकडो क आधार पर भारत की कनदर सरकार न 2012-2013 म 300 करोड रपय सविदा या अथायी कमथिचाररयो पर खचथि वकए थ वजसम रलि मनतालय का वहसा सबस जयादा था इसी तरह राजय सरकार भी विवभनन विभागो म धीर-धीर जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर चकी ह असल म भारत म नि-उदारिादी नीवतयो क आगमन क बाद स य तो

दर-सिर होना ही था िािा-वबडला-अानी-अमबानी जस पदजीपवतयो क सकडो-करोडो क चनद पर पलन िाली पाविथियो न नहरिादी नकली समाजिाद क चोल को भी अब पदरी तरह स उतार फ का ह और नग एि बशमथि तरीक स जनता क खदन-पसीन स खडी की गयी राजय दारा सचावलत कमपवनयो को भी धीर-धीर औन-पौन दामो पर पराइिि हाथो बचकर पदजीपवतयो को मजददरो का खदन चदसन की खली द ि दी जा रही ह रलि म चदवक कल 13 लाख कमथिचाररयो म स 10 लाख स जयादा अराजपवतत यानी वक शणी C या D म आत ह और इनम स जयादातर वनजीकरण क विरोध म होग अतः रलि को आसानी स पराइिि हाथो म बचना सरकार क वलए आसान नही ह इसवलए बाकी कई सरकारी विभागो की तरह रलि न अब नयी भवतथिया कम स कम करक जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर वदया ह और बड ही गपचप तरीक स धीर-धीर रलि क वनजीकरण की शरआत की ह

नि-उदारिाद का तकथि ही यही ह वक सरकार का हतकप हर कत म कम स कम वकया जाय और उतपादन की दवनया और उस सचावलत करन िाल कानदनो को जयादा स जयादा वनजी हाथो म द वदया जाय इसवलए पवबलक सकिर की कमपवनयो को बचा जाना या रलि और तमाम अनय विभागो म बड पमान पर ठक पर काम वदया जाना कही स भी अपरतयावशत नही ह इसवलए आप भी अगर इस मगालत म ह वक वकसी विभाग क सरकारी बन रहन स आम जनता को कोई खास लाभ वमलन िाला ह तो हम कहग वक आप वजतनी जलदी इस मगालत को ददर कर ल उतना ही अचा पदजीिादी वनजामो क अनदर भी क राजय सचावलत कमपवनया हो सकती ह मगर िो समाजिाद नही राजय पदजीिाद होता ह

बहरहाल आज अपन आस-पास वजतनी भी समयाए दख रह ह उनम क भी अपरतयावशत नही ह मजददर और महनतकश कारखानो स लकर अपनी बवतयो म पशित जीिन जीन को वििश ह तब इसम कया अचरज की बात ह वक उनक साथ रल विभाग भी जानिरो जसा बताथिि करता ह इसवलए सावथयो यवद आप इतना समझ पा रह ह वक कस मटी भर धवनको की अययावशयो क वलए करोडो बहसखयक जनसखया खिमल की तरह रोजाना वपस रही ह और उसक समाधान की वदशा खोज रही ह तो ितथिमान पदजीिादी वयिथा को लकर वकसी मगालत म न रह दो-चार राहत-ररयायत इसी वयिथा की चौहदी क अनदर भी यवद कोई आपको वदला सकता ह तो िो महनतकशो की एक रिावनतकारी पािती ही कर सकती ह आवखरी और मकममल इलाज तो बस एक ही ह - मजददर रिावनत

ndash सशसशर गपा

भारिरीय रल रज-समाज िा चलिा-किरिा आरजना

6 मजदर तबरल अपल 2017

4 और 5 अपरल को मारवत-सजकी क 13 नताओ को उमरकद की सजा दन क वखलाफ और सभी मजददरो को वबना शतथि ररहा करिान सभी मजददरो को काम पर िावपस लन जलो म नाजायज बनद रखन क वलए मआिजा ठकदारी वयिथा बनद करिान आवद मागो क तहत दशवयापी परदशथिनो का आहान वकया गया था इसक तहत लवधयाना म 5 अपरल को मजददर मलावजम नौजिान ात जनिादी सगठनो दारा सकडो की सखया म एकजि होकर रोि परदशथिन वकया ीसी कायाथिलय पर भारत क राषटरपवत क नाम मागपत सौपा गया

विवभनन सगठनो की सभा को समबोवधत करत हए विवभनन ितिाओ न कहा वक एक बहत बडी सावजश क तहत

कतल इरादा कतल जस पदरी तरह झदठ कसो म फसाकर पहल तो 148 मजददरो को चार ििथि स अवधक समय तक वबना जमानत वदय जल म बनद रखा गया और अब गडगाि की अदालत न नाजायज ढग स 13 मजददरो को उमरकद और चार को 5-5 ििथि की कद की कठोर सजा सनाई ह 14 अनय मजददरो को चार-चार साल की सजा सनाई गयी ह लवकन चदवक ि पहल ही लगभग साढ चार ििथि जल म रह चक ह इसवलए उनह ररहा कर वदया गया ह 117 मजददरो को वजनह बाकी मजददरो क साथ इतन सालो तक जलो म ठद सकर रखा गया उनह बरी करना पडा ह सबदत तो बाकी मजददरो क वखलाफ भी नही ह लवकन वफर भी उनह जल म बनद रखन का बबथिर हकम सनाया गया ह

ितिाओ न कहा वक यह फसला पदरी तरफ बइसाफी भरा ह बहत सार तथय पष तौर पर मजददरो का बगनाह होना सावबत कर रह थ लवकन इनह अदालत न नजरअनदाज कर मजददरो को ही दोिी करार द वदया कयोवक पदजी वनिश को बढािा जो दना ह िाति म मारवत-सजकी घिनारिम क जररय लिर हकमरानो न ऐलान वकया ह जो भी आिाज लदि-शोिण क वखलाफ उठगी िो कचल दी जायगी

ितिाओ न कहा वक आज दसी-विदशी कमपवनयो क वहतो म शम कानदनो म सशोधनो काल कानदन बनान सघिथिशील लोगो की आिाज कचलन जनिादी अवधकार ीनन जसी नीवतयो को भारतीय हकमरान धडाधड अजाम द

रह ह जनपकधर बवदजीवियो पतकारो कलाकारो तक का दमन हो रहा ह उनह जलो म ठद सा जा रहा ह जनएकजिता को तोडन क वलए धमथि जावत कत क नाम पर बािन की सावजश पहल वकसी भी समय स कही अवधक तज हो चकी ह जहा जनता को बािा न जा सक जहा लोगो का धयान असल मदो स भिकाया न जा सक िहा जल लाठी गोली स कचला जा रहा ह यही मारवत-सजकी मजददरो क साथ हआ ह लवकन जलमो-वसतम स न कभी जनआिाज दबाई जा सकी ह न कभी दबाई जा सकगी

परदशथिन को िकसिाईल-हौजरी कामगार यदवनयन क नता राजविनदर नौजिान भारत सभा क नता ऋवि मोलर एण िील िकथि जथि यदवनयनो क नता

हरवजनदर वसह और विजय नारायण मजददर सघिथि अवभयान क किलजीत खनना जनिादी अवधकार सभा क नता हरपरीत वसह जीरख पजाब िद िस यदवनयन क नता कमथिजीत ठका मलावजम सघिथि मोचाथि क नता कलदीप वसह बचचोिाल सवहत सीिद ऐिक कामागािामार यादगारी कमिी क नताओ न समबोवधत वकया सती मजददर सगठन की नता बलजीत कारखाना मजददर यदवनयन क नता गरजीत (समर) प द मजददर यदवनयन (मशाल) क नता सखदि भददडी जनसघिथि मच (हररयाणा) की नता कविता आवद न सावथयो सवहत परदशथिन म शावमल होकर मारवत-सजकी मजददरो क अवधकारपदणथि सघिथि का समथथिन वकया

ndash सबगल िवाददाता

मारति-सजकी क बरनाह मजदरो को उमरकद व अनय सजाओ क खखलाफ लसधयाना म जोरदार पदिगन

सघरगिरील मजदरो की नाजायज सजाए िरनत रद करन की मार

ndash सवजय परिाश सिहनरनदर मोदी क नतति िाली कनदर

की भाजपा सरकार न भारतीय रल क वनजीकरण का मन बना वलया ह और रिवमक ढग स यह वसलवसला चालद भी कर वदया ह अभी हाल ही म मधयपरदश की राजधानी भोपाल स लग जडिा शहर हबीबगज का रल िशन मपर की वनजी कमपनी बसल पाथि क हिाल कर वदया गया ह यह कमपनी न वसफथि इस िशन का सचालन करगी बवलक रलगावडयो क आिागमन का भी वनयनतण करगी जलाई 2016 म कमपनी क साथ वकय गय करार क अनतगथित कमपनी हिाई अो क तजथि पर रलि िशन की इमारत का वनमाथिण करगी और िशन की पावकि ग खान-पान सब उसक अधीन होगा और उसस होन िाली आमदनी भी उसकी होगी

इस िशन क वनजीकरण स रल विभाग को सालाना दो करोड रपय क राजि का नकसान होगा मगर रल विभाग क इस कदम को सरकार और उसका चािकार मीवया विकास क परतीक क रप म पश करन की भरपदर कोवशश कर रहा ह

परधानमनती नरनदर मोदी न निमबर 2016 म गिाहािी म पदिवोततर राजयो तक जान िाली पहली टरन को हरी झणडी वदखाकर उसका लोकापथिण करत हए पष रप स इसका इशारा वकया था उनहोन रल िशनो क वनजीकरण की िकालत करत हए कहा था वक शरआती चरण म 10-12 िशनो का आधवनकीकरण और वयिसायीकरण वकया जायगा इसस पहल नीवत आयोग क सदय वबबक दबरॉय की अधयकता िाल एक सरकारी पनल न रलि क सचालन और मिनस क वलए पराइिि कपवनयो को लाय जान की बात कही थी

नरनदर मोदी का कहना ह वक अचल समपवततयो की असमान द ती महगाई क इस दौर म भारतीय रल को अपनी भदसमपवतत और अपनी अिसरचना का लाभ उठाना चावहए और आरामदह होिल और रतरा जसी ददसरी

सविधाओ क विकास क वलए उनह वनजी पको क हिाल करना चावहए उनहोन अपन भािण म यहा तक कहा था वक रल िशनो क आधवनकीकरण क वलए शतपरवतशत परतयक विदशी वनिश की नीवत पहल स ही मौजदद ह कहन का आशय यह वक वसलवसलिार ढग स दशभर क रल िशन दशी-विदशी पदजीपवतयो क हिाल करन का पदरा इनतजाम कर वलया गया ह

महज रल िशनो क ही नही बवलक समदची रल परणाली क वनजीकरण की परवरिया पर अमल जारी ह रल बजि को रद करक उस आम बजि का वहसा बनान क पी का कचरि रल विभाग की आवथथिक विततीय िायततता ीनन क वलए ही रचा गया ह रल िशनो क वनजीकरण की मशा भाजपा सरकार क मवखया न कम-स-कम सािथिजवनक तो की लवकन गपचप तरीक स भारतीय रल परणाली को दशी-विदशी पदजी क हिाल करन का काम लमब अरस स वकया जा रहा ह

ममबई स परकावशत एक राषटरीय वहनदी दवनक न महीनो पहल एक खबर ापकर बताया था वक भारतीय रल क परशासवनक कामकाज का परचालन िािा समदह को सौप वदया गया ह और परशासवनक कायगो म लापरिाही वढलाई बरतन या वनषपादन खराब पाय जान पर मणल रल परबनधक (ीआरएम) तक क वखलाफ अनशासवनक और दणातमक कारथििाई करन का अवधकार िािा क अवधकाररयो को परदान वकया गया ह उस खबर म बताया गया ह वक खराब वनषपादन क वलए िािा न इिारसी और भोपाल मणल क मणल परबनधको को वनलवमबत कर वदया ह इसका कया अथथि वनकलता ह इस समझना वकसी क वलए कवठन काम नही ह इसी तरह रल यातायात और पररिहन परचालन क कई काम मोदी सरकार न अपन दो सबस चहत उदोगपवतयो अमबानी और अानी क हिाल कर वदय ह

एयर इवणया इवणयन एयरलाइस सल भल आईिीपीसी कोल इवणया बीएसएनएल और ओएनजीसी क

विवनिश का नतीजा हम दख चक ह अभी दस-बारह साल पहल वबडला-अमबानी जस औदोवगक समदह ददरसचार क कारोबार म वहसदारी क वलए आपस म होड लगा रह थ और ररलायस न बलदएलएल (िायरलस इन लोकल लदप) क जररय लोकल और एसिीी ददरसचार सिाए शर की थी और बीएसएनएल जो इस दश का ददरसचार का वपत सथान था और सार परवतपवधथियो को िकटरम बच रहा था आज इस हालत म पहच गया ह वक उसकी अपनी फोन और इणिरनि सिाए ररलायस क पकटरम पर चला करगी

यही हाल ओएनजीसी का भी ह अमबानी क चहत परधानमनती न ऐस हालात पदा कर वदय ह वक ओएनजीसी क वलए अपना कारोबार चला पाना मवकल हो जायगा कयोवक ीजल क उसक सबस बड गाहक भारतीय रल को ीजल आपदवतथि अब ररलायस करन िाली ह ओएनजीसी क तल कत स ररलायस दारा माहिार अरबो की गस चोरी वकसी स वपी नही ह इस दश क परभ िगगो को हिाई याता की सविधा महया करन क वलए भारतीय राजय न इवणयन एयरलाइस और एयर इवणया नामी जो वनकाय सािथिजवनक धन स खड वकय थ उनको वसलवसलिार ढग स सफद हाथी सावबत करक पहल ही पदजीपवतयो क हिाल वकया जा चका ह

भारतीय रल दश का सबस बडा सािथिजवनक उपरिम ही नही बवलक सगवठत कत का सबस बडा वनयोतिा भी ह भारतीय रल 13 लाख लोगो को रोजगार दता ह (हालावक क ििथि पहल रल कमथिचाररयो की सखया 18 करोड थी रल बो थि क चयरमन क अनसार भारतीय रल दश क कल रोजगार का 6 परवतशत रोजगार महया कराती ह और अपनी अनय आवशत सथाओ की माफथि त िह 25 अवतररति रोजगार का भी सजन करता ह दश क सकल राषटरीय उतपाद म उसका योगदान एक परवतशत का ह यानी दश क सकल राषटरीय उतपाद क हर सौ रपय म स एक रपया भारतीय रल स आता ह

बोगाई और चौधरी (2013) न lsquoविकास क अवभयनता उतपादकता की परगवतrsquo शीिथिक अपनी ररपोिथि म कहा ह वक 2013 म भारतीय रल की विकास दर विकवसत और विकासशील दशो म सबस अवधक रही ह अपनी तमाम अवयिथाओ लिलतीवफयो क साथ भारतीय रल दवनया म सबस सता माल और याती पररिहन सिा उपलबध कराती ह अपन 105000 वकमी लमब सजाल क साथ भारतीय हर वदन 2 करोड याती और 28 लाख िन माल ढोती ह जबवक अमरीका जस विकवसत दश की रल परणाली एमटरक सालान तीन करोड याती ढोती ह और अमरीका की समदची िाय पररिहन परणाली कल वमलाकर रोजाना 10 लाख याती ढोती ह

भारतीय जनता की गाढी कमाई स खड वकय इस विशाल उपरिम का भरपदर फायदा पहल अगजो न और वफर दशी पदजीपवतयो न उठाया रलि उनक मालो की सती ढलाई और उनक दफ़तरो- कारखानो म काम करन िाल लोगो को लान-ल जान की सती सिारी महया कराता रहा और िह भी जनता क िकसो क दम पर अब इस भी कमाई का जररया बनान क वलए पदजीपवतयो की जीभ लपलपा रही ह और वपल दो दशको स इस िकड-िकड म वनजी हाथो म दन का वसलवसला जारी ह

दश की जमीनी समपवतत का बा वहसा रल विभाग क वनयनतण म ह ऊपर स भारतीय रलो क माधयम स लोगो की भारी आिाजाही दश क लाखो लोगो को आजीविका क अिसर दती ह िशनो पर और उनक आस-पास खान-पीन की चीजो की रहडी-ठल लगाकर लाखो पररिार अपनी आजीविका कमात ह िशनो को पदजीपवतयो क हिाल करन स उनकी आजीविका वनगी और बकारो की फौज म बढोततरी होगी कॉमसम जसी कमपवनयो को बड िशनो पर खान-पीन का ठका दकर आम लोगो को सत म खाना महया करान िाल बहतर ढाब आवद तो पहल ही बनद कराय जा चक

हरल विभाग भारत सरकार का सबस

कमाऊ विभाग ह वितत ििथि 2015-16 म उसकी आय 168 लाख करोड थी रल बजि को रद करक मोदी सरकार न ऐसा इनतजाम वकया ह वजसस उसकी विततीय िायततता वन जायगी और िह भी ददसर विभागो की तरह बजिीय परबनधन अवधवनयम और अनय वनयामक यावनतवकयो स सचावलत होन लगगा उस पदजीपवतयो क वहत म तोडना-मरोडना सरकार क वल ए जयादा आसान हो जायगा

नीवत आयोग अपन गठन क समय स ही भारतीय रल क पी पडा हआ ह इसका अनदाजा रल विभाग क िररषठ अवधकाररयो स तयार करायी नीवत आयोग की सामावजक सिा दावयति क परभाि की समीका शीिथिक ररपोिथि स लग जाता ह उस ररपोिथि म कहा गया ह वक भारतीय रल को अपन याती पररिहन वयापार स लगातार घािा होता आया ह अतीत म ऐस तकथि वदय जात रह ह वक याती पररिहन वयापार क परवत रलि क कलयाणकारी रझान स उसक कारोबार पर बरा असर पडता ह नीवत आयोग इसी तकथि को हिा द रहा ह

उदारीकरण-वनजीकरण की नीवतयो क परभाि म वशका-िाथय-वबजली-पानी-पररिहन जसी बवनयादी सविधाओ स सवबसी खतम करक उनह पदरी तरह बाजार और मनाफ की शवतियो क हिाल वकया जा रहा ह अब दशी-विदशी पदजीपवतयो की वगददवष भारतीय रल पर लगी ह और उनका चाकर परधानमनती अपन पदजीपवत आकाओ की इचापदवतथि करन क वलए कमर कसकर तयार ह कहन की जररत नही वक वनजीकरण क साथ ही रलि म ठकाकरण और मजददरो-कमथिचाररयो क शोिण म और बढोततरी होगी रलि क कई बड िकथि शॉप बनद हो चक ह नई भवतथिया नही क बराबर ह और वकतो म िनी जारी ह मगर रलि की सारी बडी-बडी यदवनयनो क नता अफसरो स वमलन िाली मोिी मलाई खाकर मत पड ह

रलव का ककशो म और रपचप तनजरीकरर जाररी

मजदर तबरल अपल 2017 7

राहल साितयायन पर कचार रोषरी

राहल फाउणशन और नौजिान भारत सभा क सयति ततिाधान म राहल साकतयायन क मवतवदिस 14 अपरल क अिसर पर पचायती हॉल दशथिनलाल चौक दहराददन म विचार-गोषठी का आयोजन वकया गया गोषठी म तमाम ितिाओ न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन कवतति वयवतिति पर वितार स बात रखी और आज क दौर म राहल साकतयायन को याद करन की जररत पर बल दत हए कहा वक आज पदजीिादी वयिथा चौतरफा सकिो स वघर चकी ह इस सकि स धयान भिकान क वलए और इस सडी हई वयिथा को बचाए रखन क वलए तमाम परवतवरियािादी फावसि ताकत जनता को धावमथिक अनधविशवास कद पमण दकता रवढयो पाखणो की वदमागी गलामी की जजीरो म बाध दना चाहती ह और एक हद तक ि अपन इस काम म सफल भी हए ह ऐस म परगवतशील रिावनतकारी ताकतो को राहल साकतयायन की तरह ही िचाररक साकवतक आनदोलनो को जनता क बीच म खडा करना पडगा

सावहतयकार तपन वसह चौहान न कहा वक राहल न अपनी परमपरा स अपन वसदानत और वयिहार की एकता स हम लखको सावहतयकारो को भी परभावित वकया और हम अपनी लखनी क साथ ही जनता क साथ सडको पर उतरकर आनदोलन करन को परररत वकया

ीएन वतिारी न कहा वक राहल न भारत क दशथिन की भौवतकिादी धारा स आम जनता का पररचय कराया उनहोन तमाम धावमथिक पाखणो मदलयो पर चोि की उनहोन कहा वक भारत क 84 वसद नावतक थ नाथ समपरदाय म बडा वहसा मसलमानो का शावमल था वजनको आज कोई नही जानता

गोषठी म गीता गरोला न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन पर बात रखत हए कहा वक राहल न अपन लखन म पहाड की सकवत को बहत ही कलातमक भािा म उकरा

राजनदर राित न राहल साकतयायन क लखन पर बात रखत हए कहा वक राहल न भारतीय भौवतकिाद की महतता समझी और सरल भािा म कहावनयो उपनयासो जीिन ितत समरणो क दारा जनता क बीच इवतहास और दशथिन की िातविक सचचाई को जनता क सामन लाय

लोक दतक क अवशवनी तयागी न कहा वक आज क दौर म जब हर जगह अनधविशवास कतकथि को बढािा वदया जा रहा ह और फासीिादी शवतिया लगातार जनता को बािकर पदर समाज म सामपरदावयक धिीकरण करन की तयारी कर रही ह ऐस म राहल साकतयायन को नौजिान पीढी म वफर स थावपत करना होगा

नौजिान भारत सभा क अपदिथि न कहा वक राहल न वजस साकवतक िचाररक रिावनत को आग बढाया आज क दौर म वफर स उसी साकवतक िचाररक रिावनत की जररत ह

गोषठी का सचालन राहल फाउणशन की कविता कषणपललिी न वकया और कहा वक राहल को याद करना वसफथि एक रमी किायद नही ह बवलक आज धावमथिक पाखण कद पमण दकता अनधविशवास गवतहीनता अतकथि परकता को खतम करन क वलए राहल का लखन उनका वयवतिति उनक वसदानत और वयिहार की एकता आज हम पररणा द रह ह राहल क योगदानो को कभी भी भलाया या वमिाया नही जा सकता

गोषठी म ॉ बथथििाल अजथिन वसह राजीि कोठारी आवद न भी अपनी बात रखी गोषठी म मखय रप स विजय भटट गीता गरोला अवशवनी तयागी आयिी तपन वसह चौहान ॉ वजतनदर भारती ीएन वतिारी शमीम अहमद राजीि कोठारी समदशती बथथििाल सौरभ शभम पणीर जयदीप सकलानी आवद उपवथत रह

बीत 26 माचथि को लवधयाना म मजददर प तकालय ईबलयदएस कालोनी (ताजपर रो) पर शहीद भगत वसह सखदि ि राजगर की याद म शहादत की 86िी ििथिगाठ को समवपथित रिावनतकारी साकवतक कायथिरिम का आयोजन वकया गया यह कायथिरिम कारखाना मजददर यदवनयन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन सती मजददर सगठन ि नौजिान भारत सभा दारा सयति रप स आयोवजत वकया गया सगठनो दारा शहादत वदिस क समबनध म लवधयाना की मजददर आबादी म एक सपताह तक सघन परचार अवभयान चलाया गया था वयापक पचाथि वितरण नककड नािको की पशकारी और नककड सभाओ आवद माधयमो क

जररय लोगो तक रिावनतकारी शहीदो का सनदश पहचाया गया

26 माचथि क कायथिरिम की शरआत शहीदो की याद म दो वमनि क मौन स की गयी इस अिसर पर इकलाब वजनदाबाद इस समाज को बदल दो और एक मजददर की मौत नािको का मचन वकया गया अनको रिावनतकारी-जझार गीत पश वकय गय कायथिरिम को लोगो न खदब सराहा कारखाना मजददर यदवनयन क राजविनदर और सती मजददर सगठन की बलजीत न शहीदो क जीिन विचारो और मौजददा पररवथवतयो चनौवतयो कायथिभारो की चचाथि की मच सचालन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन क लखविनदर न वकया

ितिाओ न कहा वक शहीद

भगतवसह और उनक सावथयो न वजस शोिण रवहत समाज क वनमाथिण क वलए वजनदगी-भर सघिथि सघिथि वकया और कबाथिवनया की िह समाज नही बन सका ह उनकी लडाई वसफथि लिर अगज हकमरानो क वखलाफ नही थी बवलक हर तरह क शोिको क वखलाफ थी चाह ि शोिक अगज हो भारतीय हो और चाह कोई ओर हो भगतवसह न कहा था वक जब तक इसान क हाथो इसान की लदि खतम नही होती यह जग जारी रहगी अगजी गलामी स मवति का मीठा फल भारत क धननासठो न चखा ह महनतकश जनता तो आज भी लदि शोिण अनयाय की चककी म वपस रही ह मजददरो को वबना शम अवधकारो क 12-14 घणि खिना पडता ह मवहलाओ

की हालत बद स बदतर हो चकी ह नौजिान गरीबी-बरोजगारी की चककी म वपस रह ह भाजपा की मोदी सरकार कागस दारा शर की गयी उदारीकरण-वनजीकरण-भदमणलीकरण की नीवतयो को और भी जोर-शोर स लागद कर रही ह वहनदतििादी फासीिादी भाजपा का राजयसभा म भी बहमत हो गया ह शम कानदनो म मजददर विरोधी बदलािो तथा अनय जन विरोधी कानदन पाररत करन की परवरिया को अब और भी तजी स आग बढाया जायगा लोगो क विचारो की अवभवयवति की आजादी खान-पीन पहनन परम करन शादी करन आवद तमाम जनिादी अवधकारो पर बड हमल हो रह ह

भगतवसह न जावत-धमथि क नाम पर

लोगो को बािन की सावज शो स दश क लोगो को आगाह वकया था और िगतीय एकता कायम करन पर जोर वदया था

ितिाओ न कहा वक रिावनतकारी शहीदो को रम अदायगी क तौर पर याद करन का कोई मतलब नही ह आज जररत ह वक रिावनतकारी शहीदो क जीिन ि विचारो को जन-जन तक पहचाया जाय लोगो को मौजददा समय की चनौवतयो स पररवचत कराया जाय सगवठत वकया जाय और इस तरह शहीदो क सपनो क समाज क वनमाथिण क वलए आग बढा जाय यही रिावनतकारी शहीदो को एक सचची शदाजवल हो सकती ह

भगतवसह राजगर ि सखदि क शहादत वदिस क अिसर पर नौजिान भारत सभा दारा ममबई ि अहमदनगर म 15 वदिसीय शहीद यादगारी अवभयान चलाया गया इस अवभयान क अनतगथित वहनदी ि मराठी म हजारो पचद वितररत वकय गय विचार गोवषठया प तक परदशथिनी आयोवजत की गयी ि गौहर रजा की इकलाब ॉकयदमणटरी की रिीवनग भी की गयी अवनतम वदन यानी 3 अपरल को अहमदनगर क रहमत सलतान फाउणशन सभागह म फासीिाद क मौजददा दौर म भगतवसह की परासवगकता वििय पर पररसिाद रखा गया ि साथ ही दो प तको का लोकापथिण वकया गया पररसिाद का मखय ितिवय कामगार वबगल क समपादक सोमनाथ क जळ न रखा ि उसक बाद सभी शोताओ न भी पररसिाद म भागीदारी की भारत क रिावनतकारी आनदोलन क धावमथिक पनरतथानिाद स िजावनक समाजिाद तक की याता पर सोमनाथ न वितत बातचीत रखी भगतवसह क वलए ितनतता क असली मायन कया थ राजनीवतक जीिन म धमथि क हतकप क बार म भगतवसह कया सोचत थ अप यता समया को वकस तरह दखत थ ि भारत की जनता क वलए वकस तरह िो वसफथि मजददर रिावनत का सपना दखत थ इस पर सोमनाथ न रोचक ढग स परकाश ाला उसक बाद फासीिाद क बार म बात रखत हए उनहोन कहा वक यदवप भगतवसह क समय म वहिलर ि मसोवलनी का बबथिर चहरा पदरी तरह सामन नही आया था पर वफर भी भगतवसह समझत थ वक वकस तरह जब पदजीपवत िगथि जनता को लदिन म असहाय होन लगता ह तो िो लोगो को आपस म लडिाता ह उनहोन भगतवसह क लख सामपरदावयक दग और उनका इलाज ि धमथि ि हमारा ितनतता सगाम का सनदभथि दत हए बताया वक

भगतवसह सामपरदावयक झगडो क पी क असली कारण यानी आवथथिक कारण को समझत थ और इसीवलए ऐस झगडो का सामना करन क वलए िगतीय एकता पर जोर दत थ उनहोन अनत म कहा वक आज क समय म नौजिानो को भगतवसह क रात को ही आग बढाना होगा दश क मजददर िगथि को एकजि करक फासीिाद को मात दनी होगी तभी भगतवसह का इकलाब वजनदाबाद का सपना साकार होगा

इस मखय ितिवय क बाद कई अनय शोताओ न भी बात रखी और भगतवसह क विचारो को जन-जन तक पहचान की बात पर बल वदया

कायथिरिम का ददसरा वहसा दो मराठी पवतकाओ (कोळी ि माशी - विलहलम वलबकनखत तरणाना आिाहन - पीिर रिोपोतवकन) का लोकापथिण था लोकापथिण की शरआत म जनचतना क महाराषटर परभारी नागश धिद न िकवलपक मीवया अवभयान का पररचय वदया ि दोनो पवतकाओ क बार म भी बताया उनहोन कहा वक आज पदजीपवत िगथि अपन सचार माधयमो स जनता पर लगातार िचाररक हमला कर रहा ह पररितथिन की वकसी भी लडाई क परवत लोगो को सशयकारी बना रहा ह घविया दजद क नािको वफलमो अखबारो िीिी चनलो आवद क माधयम स मवहला विरोधी अपराधो को बढािा द रहा ह इसक बरकस मजददर िगथि को अपना िकवलपक मीवया खडा करना होगा जनचतना एक ऐसा ही परयास ह जनचतना वहनदी अगजी पजाबी ि मराठी भािाओ क परगवतशील सावहतय का वितरण करती ह आन िाल समय म हमारा परयास रहगा वक दश की हर भािा म परगवतशील रिावनतकारी िजावनक ि मानिीय मलयो क सावहतय को अपन सहयोगी परकाशन सथानो क सहयोग स पहचाया जा सक जनचतना का

परयास रहगा वक वसफथि वकताब ही नही बवलक िततवचतो लघ वफलमो ि वफलमो क माधयम स भी मजददर िगथि की आिाज को बलनद वकया जा सक

उनहोन कहा वक 28 वसतमबर 2016 को शर हआ ऐरण परकाशन भी जनचतना का सहयोगी परकाशन सथान ह इसका उद य मराठी भािा म रिावनतकारी ि माकसथििादी सावहतय को परकावशत करना ह इस अिसर पर लोकावपथित की गयी दो ोिी पवतकाओ का ऐवतहावसक महति भी उनहोन बताया उनहोन बताया वक कोळी आवण माशी नामक ोिी सी पवतका दवनयाभर क मजददरो क बीच लोकवपरय ह जो बताती ह वक वकस तरह पदजीपवत िगथि मजददर िगथि का शोिण करक अपनी अययावशयो क महल खड करता ह यह पवतका मजददर िगथि को इस अनयाय क वखलाफ खड होन क वलए ललकारती ह उनहोन बताया वक ददसरी पवतका तरणाना आिाहन रस क परवसद अराजकतािादी रिावनतकारी वपरस पीिर रिोपोतवकन दारा वलखी गयी थी उनका यह परवसद लख अपन पशो म शावमल होन क वलए तयार यिको-यिवतयो को समबोवधत था और सबस पहल रिोपोिवकन क अखबार ला ररिोलि म 1880 म परकावशत हआ था उसक बाद स दवनयाभर म एक पमफलि क रप म यह बार-बार पता रहा ह और आज भी इसकी अपील उतनी ही परभािी और झकझोर दन िाली ह इसक बाद दोनो पवतकाओ का लोकापथिण शभम ि अलका माळी क हाथो वकया गया कायथिरिम क दौरान कई रिावनतकारी गीत भी पश वकय गय शहीद भगतवसह राजगर सखदि जस तमाम शहीदो क सपनो को साकार करन क सकलप क साथ कायथिरिम का समापन हआ

भरिकसह सखद राजरर िी याद म काकििाररी सासिकिि िायजकम िा आयोजन

सकडो लोरो न दरी महान काननतकाररी िहरीदो को भावभरीनरी शरदाजलल

भरिससह राजरर व सखदव क िहादि ददवस पर ममबई व अहमदनरर म चला 15 ददवसरीय

िहरीद यादराररी अजभयान

8 मजदर तबरल अपल 2017

वक नि-उदारिादी नीवतयो न वजस तरह महगाई लगातार कम होती मजददररया बरोजगारी और भखमरी क दानि को खला ोड वदया ह उसस तत जनता एक न एक वदन जरर ही सगवठत होकर मदान म खडी हो जायगी इसी वलए सामपरदावयक फासीिादी ताकत दशभर म सीवमत पमान क ोि-ब दग करिा रही ह फासीिाद जनता क सामन हमशा एक झदठा द मन खडा करता ह तावक अपनी बदहाली स परशान जनता क ग स को उस झदठ द मन क विरद मोडकर असली कारणो स बहकाया जा सक धावमथिक अलपसखयको क साथ ही परगवतशील ताकत हमशा उसक वनशान पर रहती ह अनधराषटरिाद का हवथयार उसक बड काम आता ह

lsquoविकासrsquorsquo की सचचाई यह ह वक दश की ऊपर की 1 फीसदी आबादी क पास दश की कल समपदा का 584 फीसदी वहसा इकटा हो चका ह और अगर ऊपर की 10 फीसदी आबादी को ल तो यह आकडा 807 फीसदी तक पहच जाता ह ददसरी ओर नीच की 50 फीसदी आबादी क पास कल समपदा का महज 1 फीसदी ह दश क गोदामो म अनाज सडन क बािजदद परवतवदन लगभग 9000 बचच कपोिण ि िाथय समबनधी समयाओ स मर जात ह यदनीसफ की ररपोिथि क मतावबक कपोिण का वशकार दवनया का हर तीसरा बचचा भारत का ह 50 परवतशत औरत खदन की कमी की वशकार ह सरकारी नीवतयो क कारण होन िाली मौत आतकी घिनाओ स होन िाली मौतो की तलना म कई हजार गना ह लवकन इन मौतो पर नताओ ि मीवया दारा सावजशाना चपपी बनी रहती ह 1 फरिरी को बजि पश होन स पहल आवथथिक सिद की ररपोिथि म यह बताया गया ह वक हर साल औसतन 90 लाख लोग रोजी-रोिी की तलाश म अपना घर ोडकर परिासी बन जात ह वजनम स जयादातर ममबई वतरपर वदलली बगलदर लवधयाना आवद की गनदी और बीमारी स भरी झोपडपरटटयो म समा जात ह आकडो क मतावबक दश की लगभग 36 करोड आबादी झगगी-झोपवडयो और फिपाथ पर रहन क वलए मजबदर ह मोदी सरकार न जदन 2015 म 2022 तक 2 करोड मकान बनिान की बात की थी यावन हर साल लगभग 30 लाख मकान लवकन जलाई 2016 म पता चला वक 1 साल म किल 19255 मकान बन

इसी तरह हर ििथि 2 करोड नय रोजगार पदा करन क दाि की सचचाई इसी स सामन आ जाती ह वक बरोजगारी की दर वपल कई ििगो स लगातार बढत हए 2015-16 म 73 परवतशत तक पहच गई दश क लगभग 30 करोड लोग बरोजगारी म धकक खा रह ह जनता की सविधाओ म लगातार किौती की जा रही ह और अमीरजादो क अरबो रपय क कजथि बटट खात म ाल

(िाति म माफ वकय) जा रह ह िशन पर चाय बचन का ढोग रचत हए अब िशन को ही वनजी हाथो म बचा जा रहा ह इसकी शरआत हबीबगज रलि िशन (मधयपरदश) स कर वदया गया ह आग करीब 400 रलि िशनो को पीपीपी (पराइिि पवबलक पािथिनरवशप) क हिाल करन की योजना ह कॉलजो-विशवविदालयो की फीस बढायी जा रही ह सीि घिायी जा रही ह वशका म सरकारी खचथि घिाया जा रहा ह तावक उसकी वथवत लचर हो और वशका को पदरी तरह बाजार क हिाल वकया जा सक इनक वखलाफ खड होन िाल ातो-सगठनो क आनदोलनो को कचला जा रहा ह अभी-अभी पजाब विशवविदालय म 11 गना फीस बढान क वखलाफ जब ातो न आनदोलन चलाया तो न किल उन पर बबथिर लाठी चाजथि वकया गया बवलक 58 ात-ाताओ पर राषटरदोह का मकदमा लाद वदया बाद म ातो की एकजिता दख राषटरदोह का मकदमा हिा वदया लवकन िहा दमनचरि जारी ह

आज दश ही नही पदरी दवनया म फावसस ि ताकत वसर उठा रही ह अमररका क इवतहास म पहली बार ोनाल टरमप जसा वयवति राषटरपवत बन गया ह जो साधिी पराची और आवदतयनाथ जस लोगो की भािा म बयानबावज या करता रहा ह भारत म भी इसका सीधा समबनध पदजीिाद क गहरात सकि स ह नि-उदारिादी आवथथिक नीवतयो को वजतन नगई और कशलता क साथ मोदी न लागद करना शर वकया उसक कारण बड-बड पदजीपवत घरान बको क मावलक हवथयारो क सौदागर दश क तल और गस पर कबजा जमाय अमबानी जस धनपश वफककी एसोचम जसी सथाय तथा मधय िगथि क लोग मोदी की शान म कसीद पढ रह थ मगर सकि की चपि ऐसी ह वक जनता को बरी तरह वनचोडकर भी मोदी सरकार अपन आकाओ क घित मनाफ को बढा नही पा रही ह ऐस म कई पदजीपवत घरानो का धयथि भी जिाब द रहा ह ददसरी ओर बढती महगाई बरोजगारी स तबाह आम जनता ठगी महसदस कर रही ह और चारो ओर स विरोध क स िर उठ रह ह ऐस म आन िाल वदनो म सरकारी दमन और सडको पर सघी गणा वगरोहो का उतपात बढता ही जायगा

वनचिय ही फासीिादी माहौल म रिावनतकारी शवतियो क परचार एि सगठन क कामो का बजथिआ जनिादी पस और भी वसकड जायगा लवकन इसका ददसरा पक यह होगा वक निउदारिादी नीवतयो क बरोकिोक और तज अमल तथा हर परवतरोध को कचलन की कोवशशो क चलत पदजीिादी ढाच क सभी अनतरविरोध उग स उगतर होत चल जायग मजददर िगथि और समदची महनतकश जनता रीढविहीन गलामो की तरह सबक झलती नही रहगी दश क ात-

नौजिान चपचाप सहत नही रहग आन िाल वदनो म वयापक मजददर उभारो की पररवथवतया तयार होगी ातो-नौजिानो को भी यह समझना होगा वक उनकी लडाई महनतकशो को अपन साथ वलय वबना आग नही बढ सकती उन ह फावसिो का भणाफोड करन और उनक मजददर-विरोधी चररत क बार म महनतकश जनता को जागरक करन क वलए उनक बीच जाना होगा यवद इनह नतति दन िाली रिावनतकारी शवतिया तयार रहगी और साहस क साथ ऐस उभारो म शावमल होकर उनकी अगिाई अपन हाथ म लगी तो रिावनतकारी सकि की उन समभावित पररवथवतयो म बहतर स बहतर इतमाल करक सघिथि को वयापक बनान और सही वदशा दन का काम वकया जा सकगा अपन दश म और और पदरी दवनया म बजथिआ जनिाद का करण और नि फासीिादी ताकतो का उभार ददरगामी तौर पर नयी रिावनतकारी समभािनाओ क विफोि की वदशा म भी सकत कर रहा ह

मजददरो और महनतकशो को यह बात अची तरह समझ लनी होगी वक फासीिाद पदजीपवत िगथि की सिा करता ह सामपरदावयक फासीिाद की राजनीवत झदठा परचार या दषपरचार करक सबस पहल एक नकली द मन को खडा करती ह तावक मजददरो-महनकशो का शोिण करन िाल असली द मन यानी पदजीपवत िगथि को जनता क ग स स बचाया जा सक य लोग न वसफथि मजददरो क द मन ह बवलक आम तौर पर दखा जाय तो य पदर समाज क भी द मन ह इनका मकाबला करन क वलए महनतकश िगगो को न वसफथि अपन िगथि वहतो की रका क वलए एकजि होकर पदजीपवत िगथि क वखलाफ एक सवनयोवजत लबी लडाई लडन की शरआत करनी होगी बवलक साथ ही साथ महगाई बरोजगारी मवहलाओ की बराबरी तथा जावत और धमथि की कटटरता क वखलाफ भी जनता को जागरक करना होगा

आन िाला समय महनतकश जनता और रिावनतकारी शवतियो क वलए कवठन और चनौतीपदणथि ह हम राजयसतता क दमन का ही नही सडको पर फासीिादी गणा वगरोहो का भी सामना करन क वलए तयार रहना पडगा राता वसफथि एक ह हम जमीनी तर पर गरीबो और मजददरो क बीच अपना आधार मजबदत बनाना होगा वबखरी हई मजददर आबादी को जझार यदवनयनो म सगवठत करन क अवतररति उनक विवभनन परकार क जनसगठन मच जझार ियसिक दत चकसी दत आवद तयार करन होग आज जो भी िाम जनिादी शवतिया िाति म फासीिादी चनौती स जदझन का जजबा और दमखम रखती ह उनह ोि-ोि मतभद भलाकर एकजि हो जाना चावहए हम भदलना नही चावहए वक इवतहास म मजददर िगथि की फौलादी मटी न हमशा ही फासीिाद को चकनाचदर

वकया ह आन िाला समय भी इसका अपिाद नही होगा हम अपनी भरपदर ताकत क साथ इसकी तयारी म जि जाना चावहए

यह पदजीिादी वयिथा अनदर स सड चकी ह और इसी सडाध स पदरी दवनया क पदजीिादी समाजो म वहिलर-मसोवलनी क ि िाररस पदा हो रह ह वजनह फावसि कहा जाता ह फावसि पदजीिादी लोकतत तक को नही मानत और उस पदरी तरह रमी बना दत ह और िाति म पदजी की नगी खली तानाशाही थावपत कर दत ह फावसि धमथि या नल क आधार पर आम जनता को बाि दत ह ि नकली राषटरभवति क उनमादी जनदन म हक की लडाई की हर आिाज को दबा दत ह ि धावमथिक या नली अलपसखयको को वनशाना बनाकर एक नकली लडाई स असली लडाई को पी कर दत ह पदर दश म दगो और खदन-खराबो का विनाशकारी खल शर कर दत ह पदजीपवत िगथि अपन सकिो स वनजात पान क वलए फावसजम को सगवठत करता ह और जजीर स बध कतत की तरह उसका इतमाल करना चाहता ह लवकन जब तब यह कतता अपनी जजीर डा भी लता ह और तब समाज म भयकर खदनी उतपात मचाता ह हमार दश म वपल पचचीस बबीस ििगो स कभी मवदर-वनमाथिण कभी लि-जहाद कभी गाय तो कभी तथाकवथत दशदरोह बनाम दशपरम क नाम पर जारी यह उनपाद बढता हआ पदर दश को एक खदनी दलदल की ओर धकलता जा रहा ह धमथि नकली दशपरम और तमाम फजती मकदमो को उभाडकर पदजीिादी लदि पवलवसया दमन बदखली बरोजगारी महगाई आवद नबब फीसदी लोगो की वजदगी क बवनयादी मदो को तथा सरकार की िायदा-वखलावफयो पर परदा ाल वदया गया ह वजनह वमलकर दस फीसदी लिरो स लडना ह ि आपस म ही एक-ददसर क खदन क पयास हो रह ह

आवखर मलक को इस अधरी सरग स बाहर वनकालन का कोई राता ह कया रोशनी की कोई लकीर कही दीख रही ह - हा वबलकल इस अधर स बाहर वनकलन का एक ही राता ह - शहीदआजम भगतवसह का राता नाउममीदो की एक ही उममीद बची ह - रिावत हम अपन महान शहीदो दारा डी गयी अधदरी लडाई को अजाम तक पहचाना होगा महनतकश जनता क बहादर सपदतो को भगतवसह क विचारो का परचम ऊचा उठाना होगा आम जनता क इकलाबी जनसगठन बनान होग तथा दशी-विदशी लदि और जनतत नामधारी धनतत की करि खोदन की तयारी करनी होगी तभी जाकर ऐसा समाज बनगा वजसम उतपादन राजकाज और समाज पर उतपादन करन िाल कावबज होग फसल की ताकत उनक हाथो म होगी भगतवसह न ऐसी ही आजादी का सपना दखा था वजसम सतता महनतकश क हाथो म हो न वक

हर पाच साल पर होन िाल चनािी डराम का वजसम लोकतत क नाम पर किल पदजी क घोडो पर सटटा लगता हो

आज जगह-जगह अनयाय क वखलाफ यिा सडको पर उतर रह ह लवकन सिाल य ह वक यिाओ की बडी तादाद अभी भी इन सघिगो म शावमल कयो नही ह जनता की बडी आबादी की वनवषरियता कयो ह इसका सबस बडा कारण यह ह वक बहत बडी आबादी अपनी वजनदगी की तबाही-बबाथिदी क कारणो स पररवचत नही ह लोगो क इस वपडपन का फायदा शासक िगथि उठात ह िो लोगो की समयाओ का कारण वकसी अनय धमथि क लोगो या जावत दश आवद स जोड दत ह दग-फसाद करिात ह लोगो की एकता िदि जाती ह और िो आपस म ही लडन पर आमादा हो जात ह आवथथिक सकि क आज क दौर म धमथि-जावत क नाम पर झगड किल चनािी राजनीवत का मसला नही ह उसस आग बढकर सघ पररिार की फासीिादी राजनीवत पदर दश म बड पमान पर पाि पसारती जा रही ह फासीिादी जहा एक ओर महगाई बढाकर जनता को वमलन िाली द िो म किौती करक बड-बड उदोगपवतयो क मनाफ की दर को वथर रखत ह या बढात ह िही ददसरी ओर इसस असतष होकर जनता सडको पर न उतर पड इसक वलए लोगो म नकली राषटरिाद मवनदर-मवजद धावमथिक झगड सकवत क नाम पर झगड आवद भडकात ह उनक गणा वगरोह जनता क वलए लडन िाल लोगो की रिद र हतयाय करत रहत ह और ि शासन-परशासन को भी अपन हाथ म ल लत ह इन फासीिादी ताकतो का विरोध करन िाल लोगो को दशदरोही ठहरा वदया जाता ह यावन वक एक वनरकश तानाशाही जनता पर थोप दी जाती ह अतीत म वहिलर और मसोवलनी की सतता इसकी वमसाल ह और ितथिमान समय म भारत म सघ पररिार

हम भी इन झगडो क कारणो को समझना होगा इन झगडो का पररणाम किल आम जनता की तबाही होती ह जबवक दोनो धमगो क धवनको को कोई नकसान नही होता यिाओ को िीिी चनलो धमथि क ठकदारो नताओ-मवनतयो क भरमजाल स बाहर आना होगा वशका रोजगार जस िातविक मदो पर सघिथि सगवठत करना होगा नताओ को घरना होगा वक जो िायद िो चनाि म करत ह उस पदरा कर जावतिाद-भदभाि की दीिार वगरानी होगी धावमथिक कटटरपवथयो चाह िो वहनदद हो या मवलम वसख या ईसाई क वखलाफ हलला बोलना होगा अनधविशवास रवढयो क विरद िचावनक चतना का परचार-परसार करना होगा हम महनतकश जनता क िातविक मदो पर सघिगो स इस लडाई को जोडना होगा

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मजदर तबरल अपल 2017 9

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10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 5: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

मजदर तबरल अपल 2017 5

अगजो न औपवनिवशक भारत म 1853 म पहली बार अपनी सना क आिागमन क वलए रलि की शरआत की थी और कालानतर म इसका परयोग अपन िावणवजयक वहतो को साधन क वलए भी वकया था और िाभाविक ही अपनी सामराजयिादी कारगजाररयो पर पदद ालन क वलए आम जनता क यातायात क वलए भी इसका परयोग करन वदया गया था और उसी समय स आम भारतीयो क वलए अलग वकम क व बब और अगजो और उनक तलि चािन िाल भारतीय राज-रजिाडो और जमीदारो क वलए अलग तरह क वबब थ वफर 1947 आया और दश आजाद हआ दश की आम महनतकश जनता म अपन सनहर भविषय को लकर एक उममीद जगी नहर क नतति म कागस सतता म आयी और रलि का राषटरीयकरण कर वदया और कोयला िील जस तमाम भारी उदोग जनता क खदन-पसीन क दम पर खड वकय गय मगर तब स अब तक बीत 70 सालो क ररकॉ थि को दखकर कोई भी सयाना इनसान शायद इस मगालत म तो नही होगा वक कीवनसयाई न खो को अपनाकर तथाकवथत नहरिादी समाजिाद क नाम पर कागवसयो न दश की जनता को जमकर चदना लगाया ह िस तो धीर-धीर सारी सरकारी कमपवनया पराइिि हाथो म बची जा रही ह मगर रलि म अभी तक इसकी बस गपचप तरीक स शरआत भर की गयी ह तो इसस पहल रलि का भी पदरी तरह वनजीकरण हो जाय आइए समझन की कोवशश करत ह वक राजय सचावलत रलि होन स कया आम महनतकश आबादी को कोई खास फायदा पहच रहा ह कया यानी इस बच-खच समाजिाद को भी थोडा ििोलकर दख ही लत ह

समाजिाद का जो मतलब हम समझत ह उसम तो समाजिादी वनजाम यथासमभि तजी स समाज म मौजदद िगगो क विवभनन सतरो क खातम की तरफ बढती ह और इसक वलए उतपादन वयिथा स लकर साकवतक कत म मौजदद िगथि-समाज की अवभवयवतियो क वखलाफ कड स कड फसल लागद करती ह पर भारतीय रल म भी कया ऐसी कोई कोवशश की गयी ह हमम स लगभग हर वकसी न रल याता तो की ही ह और उसक िरप स भी भलीभावत पररवचत ह तो आपन कभी कया सोचा ह वक आजादी क 70 सालो बाद आज भी रल म जनरल शयनयान (लीपर) और िातानकद वलत (एयरकवणशण) वबबो का िगतीकरण कयो मौजदद ह अभी भी भारत की बहसखयक जनसखया टरनो क जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन क वलए कयो मजबदर ह टरन क सभी वबबो को िातानकद वलत कयो नही वकया जाता वजसस समाज का आम आदमी भी आराम स याता कर सक

आकडो की जबानरीकया आप जानत ह वक विततीय ििथि

2013-2014 म पदर ििथि क दौरान टरन म

सफर करन िाल यावतयो की कल सखया 84 अरब थी और इनम 77 अरब लोगो न यानी तकरीबन 92 परवतशत लोगो न टरन क ददसर दजद (सकण कलास) यानी वक जनरल वबबो म ही सफर वकया शयनयान शणी की हालत भी िवशवक पमानो क वहसाब स वनहायत ही घविया ह मगर उनम भी याता करन िाल कल यावतयो की सखया अरबो म नही बवलक मात 58 करोड थी

य जनरल वबबो म भड-बकररयो की तरह चलन िाल 92 परवतशत लोग कौन ह असल म भारत म लगभग 93 परवतशत लोगो क यहा उनक पररिार क कल सदयो क दारा कमाई जान िाली रावश 10000 रपय स भी कम ह जबवक हर पररिार म औसतन 5 लोग रहत ह य 93 परवतशत लोग ोि-मझोल वकसान खवतहर मजददर ररकशिाल वदहाडी पर काम करन िाल शहरी मजददर इतयावद ह वजनक दम पर आज भारत तथाकवथत विकास की राह पर तजी स आग बढ रहा ह वजनक दम पर टरनो क िातानकद वलत वबबो क शीशो को चमकाया जा रहा ह मगर जो खद शौचालय जसी मदलभदत आियकताओ की वनहायत ही घविया हालतो िाल वबबो म चलन क वलए मजबदर ह यहा तक वक लमबी ददरी िाली टरनो म तो शौचालय म ही 5 स 7 लोग भर होत ह इस पदर समाज का अपन खदन-पसीन स वनमाथिण करन िाली महनतकश अिाम क आतमसममान पर

भला इसस बडा आघात और कया हो सकता ह

आइए अब य समझन की कोवशश करत ह वक ऐसा होता कयो ह इस सिाल का सबस आसान जिाब ह पसा वजसक पास वजतना पसा ह यानी वजसकी वजतनी औकात ह िो उसी वहसाब स जनरल शयनयान या िातानकद वलत वबब म चल सकता ह मगर अगला सिाल आता ह वक ऐसा कयो ह वक हमम स वकसी की कम और वकसी की जयादा औकात ह इसका जिाब ह - पदजीिाद हम एक ऐसी अथथिवयिथा म रहत ह वजसम सदई स लकर जहाज बनान िाली जनता खद तो गनदी बवतयो म और रल क गनद जनरल वबबो म चलन क वलए अवभशपत ह िही ददसरी ओर धनपश वजनका कल काम ह मजददरो को जानिरो की तरह हाकत रहना ि अपन आलीशान फामथि हाउस म रहत ह और पहल दजद क िातनकद वलत वबबो और हिाई जहाज म सफर करत ह एक ओर तो

इन परजीिी धनपशओ की जमातो और उनक मधयम और उचच-मधयमिगतीय वपलगगओ क वलए ददरनतो शताबदी और राजधानी जसी पशल टरन चलायी जाती ह वजसम कोई मजददर कभी बठन क बार म सोच भी नही सकता ददसरी ओर जनरल वबबो म जानिरो की तरह लदकर जान को बबस आम लोग

इसी बीच जब स मोदी सरकार आयी ह उनहोन बलि टरन चलान की भी बात शर की ह इसक अनतगथित अहमदाबाद स ममबई क बीच 508 वकमी लमबी तज-रफ़तार (सचालन गवत 320 वकमी परवत घणिा) िाली लाइन का वनमाथिण वकया जाना ह वजसकी कल लागत लगभग 1 लाख करोड रपय होगी और उसम स 01 परवतशत की बयाज दर पर 79000 करोड रपय जापान स लोन लकर लगाय जायग इस परोजकि क 2023 तक पदरा होन की उममीद ह अहमदाबाद स ममबई क बीच इस टरन की समभावित विकि दर 3300 रपय क आसपास बतायी जा रही ह आपम स वकतन लोग 2023 म इस दर पर इस तरह की अतयाधवनक तकनीक िाली टरन का इतमाल कर पायग पष कर द वक हम वकसी भी कत म आधवनकतम तकनीक क परयोग क वखलाफ नही ह मगर सिाल करना हमारा मदलभदत हक ह इसवलए हम पद ग वक य बलि टरन वकसक वलए ऐसा समभि कयो नही ह वक दश की

महनत-मजददरी करक पि पालन िाली आम जनता भी विजान क कररमो स रबर हो सक जान वकसी की बपौती नही ह यह एक सामदवहक समपवतत ह और ऐवतहावसक रप स इसकी जड मानि शम म ही वनवहत ह मगर वफर भी आज क समाज म सिाथिवधक शम करन िाला ही सिाथिवधक जलालत म जीन को मजबदर ह जरा सोवचए इस पदरी बलि टरन की पररयोजना को लागद करन म सबस जयादा हाडतोड महनत करन िाल कौन होग मजददर और कया ि खद कभी इसका परयोग कर पायग नही सोवचए कयो

अभी तक तो हम बात कर रह थ रलि म सफर करन िालो की रलि म काम करन िालो क हालात भी कोई बहत अच नही ह

रलव म ठक पर काम करन वालो क हालाि

इस समय रलि म अनमावनत तौर पर 4 लाख स भी जयादा लोग ठका

परथा पर काम कर रह ह ठक का काम मखयतः टरनो पलिफॉमथि रलि टरक की सफाई म वदया जाता ह इसक अलािा शयनयान शणी िाल वबबो म वबतर स समबवनधत सामान जस चदर कमबल इतयावद की सपलाई उनकी धलाई एि साफ-सफाई और रखरखाि म भी जयादातर ठक क मजददरो स काम वलया जाता ह इस तरह क काम म कभी-कभी बहत कम सोन को वमलता ह और यावतयो और ठकदारो दारा जो गवलया वमलती ह िो अलग स हर याता म सकडो यावतयो की सिा म मात 4 स 6 अिणणि लग होत ह उसम भी यवद वकसी की वििक एकसपरस (4236 वकमी लमबा रि) या वकसी और लमबी ददरी की टरन म यदिी लग जाय तो वशफ़ि कई वदन तक चलती ह

जयादातर सविदा कमथिचारी 20 स 30 साल क बीच ह और इनकी मावसक आमदनी बमवकल 4 स 6 हजार रपय तक होती ह टरन म होन पर तो उनह खाना वमल जाता ह मगर हालि होन पर उनह खद स इनतजाम करना पडता ह यही नही अगर कोई सामान खो जाय तो उसकी कीमत भी उनह ही चकानी पडती ह एक कमबल क वलए उन पर 850 रपय का जमाथिना लगता ह चदर या तवकय क खोल क वलए 300 रपय और चहरा पोन िाली तौवलया क वलए 75 रपय इन कमथिचाररयो को कोई वचवकतसा भतता नही वमलता ह

और उनह कोई िाथय बीमा भी नही वमलता ह एजवसया भतती क िक़त मफ़त भोजन मफ़त याता और आसान काम का लालच दकर नयी भवतथिया कर तो लती ह मगर सचचाई इसस कोसो ददर होती ह

चदवक याती लगभग हर िशन पर चढत ह इसवलए अिणणि को पदरी याता म जगना पडता ह उनक सोन क वलए कोई अलग स वयिथा नही होती इसवलए या तो ि यावनतकी िीम क साथ सोत ह या शौचालय क पास बनी अलमाररयो म ही सो जात ह वकसी याती क पस या सामान खो जान का इलजाम भी अिणणि क सर ही आता ह

को करिरी ह सरकार सतवदा पर भिती

साति ितन आयोग क दारा एकवतत वकय गय आकडो क आधार पर भारत की कनदर सरकार न 2012-2013 म 300 करोड रपय सविदा या अथायी कमथिचाररयो पर खचथि वकए थ वजसम रलि मनतालय का वहसा सबस जयादा था इसी तरह राजय सरकार भी विवभनन विभागो म धीर-धीर जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर चकी ह असल म भारत म नि-उदारिादी नीवतयो क आगमन क बाद स य तो

दर-सिर होना ही था िािा-वबडला-अानी-अमबानी जस पदजीपवतयो क सकडो-करोडो क चनद पर पलन िाली पाविथियो न नहरिादी नकली समाजिाद क चोल को भी अब पदरी तरह स उतार फ का ह और नग एि बशमथि तरीक स जनता क खदन-पसीन स खडी की गयी राजय दारा सचावलत कमपवनयो को भी धीर-धीर औन-पौन दामो पर पराइिि हाथो बचकर पदजीपवतयो को मजददरो का खदन चदसन की खली द ि दी जा रही ह रलि म चदवक कल 13 लाख कमथिचाररयो म स 10 लाख स जयादा अराजपवतत यानी वक शणी C या D म आत ह और इनम स जयादातर वनजीकरण क विरोध म होग अतः रलि को आसानी स पराइिि हाथो म बचना सरकार क वलए आसान नही ह इसवलए बाकी कई सरकारी विभागो की तरह रलि न अब नयी भवतथिया कम स कम करक जयादा स जयादा काम ठक पर दना शर कर वदया ह और बड ही गपचप तरीक स धीर-धीर रलि क वनजीकरण की शरआत की ह

नि-उदारिाद का तकथि ही यही ह वक सरकार का हतकप हर कत म कम स कम वकया जाय और उतपादन की दवनया और उस सचावलत करन िाल कानदनो को जयादा स जयादा वनजी हाथो म द वदया जाय इसवलए पवबलक सकिर की कमपवनयो को बचा जाना या रलि और तमाम अनय विभागो म बड पमान पर ठक पर काम वदया जाना कही स भी अपरतयावशत नही ह इसवलए आप भी अगर इस मगालत म ह वक वकसी विभाग क सरकारी बन रहन स आम जनता को कोई खास लाभ वमलन िाला ह तो हम कहग वक आप वजतनी जलदी इस मगालत को ददर कर ल उतना ही अचा पदजीिादी वनजामो क अनदर भी क राजय सचावलत कमपवनया हो सकती ह मगर िो समाजिाद नही राजय पदजीिाद होता ह

बहरहाल आज अपन आस-पास वजतनी भी समयाए दख रह ह उनम क भी अपरतयावशत नही ह मजददर और महनतकश कारखानो स लकर अपनी बवतयो म पशित जीिन जीन को वििश ह तब इसम कया अचरज की बात ह वक उनक साथ रल विभाग भी जानिरो जसा बताथिि करता ह इसवलए सावथयो यवद आप इतना समझ पा रह ह वक कस मटी भर धवनको की अययावशयो क वलए करोडो बहसखयक जनसखया खिमल की तरह रोजाना वपस रही ह और उसक समाधान की वदशा खोज रही ह तो ितथिमान पदजीिादी वयिथा को लकर वकसी मगालत म न रह दो-चार राहत-ररयायत इसी वयिथा की चौहदी क अनदर भी यवद कोई आपको वदला सकता ह तो िो महनतकशो की एक रिावनतकारी पािती ही कर सकती ह आवखरी और मकममल इलाज तो बस एक ही ह - मजददर रिावनत

ndash सशसशर गपा

भारिरीय रल रज-समाज िा चलिा-किरिा आरजना

6 मजदर तबरल अपल 2017

4 और 5 अपरल को मारवत-सजकी क 13 नताओ को उमरकद की सजा दन क वखलाफ और सभी मजददरो को वबना शतथि ररहा करिान सभी मजददरो को काम पर िावपस लन जलो म नाजायज बनद रखन क वलए मआिजा ठकदारी वयिथा बनद करिान आवद मागो क तहत दशवयापी परदशथिनो का आहान वकया गया था इसक तहत लवधयाना म 5 अपरल को मजददर मलावजम नौजिान ात जनिादी सगठनो दारा सकडो की सखया म एकजि होकर रोि परदशथिन वकया ीसी कायाथिलय पर भारत क राषटरपवत क नाम मागपत सौपा गया

विवभनन सगठनो की सभा को समबोवधत करत हए विवभनन ितिाओ न कहा वक एक बहत बडी सावजश क तहत

कतल इरादा कतल जस पदरी तरह झदठ कसो म फसाकर पहल तो 148 मजददरो को चार ििथि स अवधक समय तक वबना जमानत वदय जल म बनद रखा गया और अब गडगाि की अदालत न नाजायज ढग स 13 मजददरो को उमरकद और चार को 5-5 ििथि की कद की कठोर सजा सनाई ह 14 अनय मजददरो को चार-चार साल की सजा सनाई गयी ह लवकन चदवक ि पहल ही लगभग साढ चार ििथि जल म रह चक ह इसवलए उनह ररहा कर वदया गया ह 117 मजददरो को वजनह बाकी मजददरो क साथ इतन सालो तक जलो म ठद सकर रखा गया उनह बरी करना पडा ह सबदत तो बाकी मजददरो क वखलाफ भी नही ह लवकन वफर भी उनह जल म बनद रखन का बबथिर हकम सनाया गया ह

ितिाओ न कहा वक यह फसला पदरी तरफ बइसाफी भरा ह बहत सार तथय पष तौर पर मजददरो का बगनाह होना सावबत कर रह थ लवकन इनह अदालत न नजरअनदाज कर मजददरो को ही दोिी करार द वदया कयोवक पदजी वनिश को बढािा जो दना ह िाति म मारवत-सजकी घिनारिम क जररय लिर हकमरानो न ऐलान वकया ह जो भी आिाज लदि-शोिण क वखलाफ उठगी िो कचल दी जायगी

ितिाओ न कहा वक आज दसी-विदशी कमपवनयो क वहतो म शम कानदनो म सशोधनो काल कानदन बनान सघिथिशील लोगो की आिाज कचलन जनिादी अवधकार ीनन जसी नीवतयो को भारतीय हकमरान धडाधड अजाम द

रह ह जनपकधर बवदजीवियो पतकारो कलाकारो तक का दमन हो रहा ह उनह जलो म ठद सा जा रहा ह जनएकजिता को तोडन क वलए धमथि जावत कत क नाम पर बािन की सावजश पहल वकसी भी समय स कही अवधक तज हो चकी ह जहा जनता को बािा न जा सक जहा लोगो का धयान असल मदो स भिकाया न जा सक िहा जल लाठी गोली स कचला जा रहा ह यही मारवत-सजकी मजददरो क साथ हआ ह लवकन जलमो-वसतम स न कभी जनआिाज दबाई जा सकी ह न कभी दबाई जा सकगी

परदशथिन को िकसिाईल-हौजरी कामगार यदवनयन क नता राजविनदर नौजिान भारत सभा क नता ऋवि मोलर एण िील िकथि जथि यदवनयनो क नता

हरवजनदर वसह और विजय नारायण मजददर सघिथि अवभयान क किलजीत खनना जनिादी अवधकार सभा क नता हरपरीत वसह जीरख पजाब िद िस यदवनयन क नता कमथिजीत ठका मलावजम सघिथि मोचाथि क नता कलदीप वसह बचचोिाल सवहत सीिद ऐिक कामागािामार यादगारी कमिी क नताओ न समबोवधत वकया सती मजददर सगठन की नता बलजीत कारखाना मजददर यदवनयन क नता गरजीत (समर) प द मजददर यदवनयन (मशाल) क नता सखदि भददडी जनसघिथि मच (हररयाणा) की नता कविता आवद न सावथयो सवहत परदशथिन म शावमल होकर मारवत-सजकी मजददरो क अवधकारपदणथि सघिथि का समथथिन वकया

ndash सबगल िवाददाता

मारति-सजकी क बरनाह मजदरो को उमरकद व अनय सजाओ क खखलाफ लसधयाना म जोरदार पदिगन

सघरगिरील मजदरो की नाजायज सजाए िरनत रद करन की मार

ndash सवजय परिाश सिहनरनदर मोदी क नतति िाली कनदर

की भाजपा सरकार न भारतीय रल क वनजीकरण का मन बना वलया ह और रिवमक ढग स यह वसलवसला चालद भी कर वदया ह अभी हाल ही म मधयपरदश की राजधानी भोपाल स लग जडिा शहर हबीबगज का रल िशन मपर की वनजी कमपनी बसल पाथि क हिाल कर वदया गया ह यह कमपनी न वसफथि इस िशन का सचालन करगी बवलक रलगावडयो क आिागमन का भी वनयनतण करगी जलाई 2016 म कमपनी क साथ वकय गय करार क अनतगथित कमपनी हिाई अो क तजथि पर रलि िशन की इमारत का वनमाथिण करगी और िशन की पावकि ग खान-पान सब उसक अधीन होगा और उसस होन िाली आमदनी भी उसकी होगी

इस िशन क वनजीकरण स रल विभाग को सालाना दो करोड रपय क राजि का नकसान होगा मगर रल विभाग क इस कदम को सरकार और उसका चािकार मीवया विकास क परतीक क रप म पश करन की भरपदर कोवशश कर रहा ह

परधानमनती नरनदर मोदी न निमबर 2016 म गिाहािी म पदिवोततर राजयो तक जान िाली पहली टरन को हरी झणडी वदखाकर उसका लोकापथिण करत हए पष रप स इसका इशारा वकया था उनहोन रल िशनो क वनजीकरण की िकालत करत हए कहा था वक शरआती चरण म 10-12 िशनो का आधवनकीकरण और वयिसायीकरण वकया जायगा इसस पहल नीवत आयोग क सदय वबबक दबरॉय की अधयकता िाल एक सरकारी पनल न रलि क सचालन और मिनस क वलए पराइिि कपवनयो को लाय जान की बात कही थी

नरनदर मोदी का कहना ह वक अचल समपवततयो की असमान द ती महगाई क इस दौर म भारतीय रल को अपनी भदसमपवतत और अपनी अिसरचना का लाभ उठाना चावहए और आरामदह होिल और रतरा जसी ददसरी

सविधाओ क विकास क वलए उनह वनजी पको क हिाल करना चावहए उनहोन अपन भािण म यहा तक कहा था वक रल िशनो क आधवनकीकरण क वलए शतपरवतशत परतयक विदशी वनिश की नीवत पहल स ही मौजदद ह कहन का आशय यह वक वसलवसलिार ढग स दशभर क रल िशन दशी-विदशी पदजीपवतयो क हिाल करन का पदरा इनतजाम कर वलया गया ह

महज रल िशनो क ही नही बवलक समदची रल परणाली क वनजीकरण की परवरिया पर अमल जारी ह रल बजि को रद करक उस आम बजि का वहसा बनान क पी का कचरि रल विभाग की आवथथिक विततीय िायततता ीनन क वलए ही रचा गया ह रल िशनो क वनजीकरण की मशा भाजपा सरकार क मवखया न कम-स-कम सािथिजवनक तो की लवकन गपचप तरीक स भारतीय रल परणाली को दशी-विदशी पदजी क हिाल करन का काम लमब अरस स वकया जा रहा ह

ममबई स परकावशत एक राषटरीय वहनदी दवनक न महीनो पहल एक खबर ापकर बताया था वक भारतीय रल क परशासवनक कामकाज का परचालन िािा समदह को सौप वदया गया ह और परशासवनक कायगो म लापरिाही वढलाई बरतन या वनषपादन खराब पाय जान पर मणल रल परबनधक (ीआरएम) तक क वखलाफ अनशासवनक और दणातमक कारथििाई करन का अवधकार िािा क अवधकाररयो को परदान वकया गया ह उस खबर म बताया गया ह वक खराब वनषपादन क वलए िािा न इिारसी और भोपाल मणल क मणल परबनधको को वनलवमबत कर वदया ह इसका कया अथथि वनकलता ह इस समझना वकसी क वलए कवठन काम नही ह इसी तरह रल यातायात और पररिहन परचालन क कई काम मोदी सरकार न अपन दो सबस चहत उदोगपवतयो अमबानी और अानी क हिाल कर वदय ह

एयर इवणया इवणयन एयरलाइस सल भल आईिीपीसी कोल इवणया बीएसएनएल और ओएनजीसी क

विवनिश का नतीजा हम दख चक ह अभी दस-बारह साल पहल वबडला-अमबानी जस औदोवगक समदह ददरसचार क कारोबार म वहसदारी क वलए आपस म होड लगा रह थ और ररलायस न बलदएलएल (िायरलस इन लोकल लदप) क जररय लोकल और एसिीी ददरसचार सिाए शर की थी और बीएसएनएल जो इस दश का ददरसचार का वपत सथान था और सार परवतपवधथियो को िकटरम बच रहा था आज इस हालत म पहच गया ह वक उसकी अपनी फोन और इणिरनि सिाए ररलायस क पकटरम पर चला करगी

यही हाल ओएनजीसी का भी ह अमबानी क चहत परधानमनती न ऐस हालात पदा कर वदय ह वक ओएनजीसी क वलए अपना कारोबार चला पाना मवकल हो जायगा कयोवक ीजल क उसक सबस बड गाहक भारतीय रल को ीजल आपदवतथि अब ररलायस करन िाली ह ओएनजीसी क तल कत स ररलायस दारा माहिार अरबो की गस चोरी वकसी स वपी नही ह इस दश क परभ िगगो को हिाई याता की सविधा महया करन क वलए भारतीय राजय न इवणयन एयरलाइस और एयर इवणया नामी जो वनकाय सािथिजवनक धन स खड वकय थ उनको वसलवसलिार ढग स सफद हाथी सावबत करक पहल ही पदजीपवतयो क हिाल वकया जा चका ह

भारतीय रल दश का सबस बडा सािथिजवनक उपरिम ही नही बवलक सगवठत कत का सबस बडा वनयोतिा भी ह भारतीय रल 13 लाख लोगो को रोजगार दता ह (हालावक क ििथि पहल रल कमथिचाररयो की सखया 18 करोड थी रल बो थि क चयरमन क अनसार भारतीय रल दश क कल रोजगार का 6 परवतशत रोजगार महया कराती ह और अपनी अनय आवशत सथाओ की माफथि त िह 25 अवतररति रोजगार का भी सजन करता ह दश क सकल राषटरीय उतपाद म उसका योगदान एक परवतशत का ह यानी दश क सकल राषटरीय उतपाद क हर सौ रपय म स एक रपया भारतीय रल स आता ह

बोगाई और चौधरी (2013) न lsquoविकास क अवभयनता उतपादकता की परगवतrsquo शीिथिक अपनी ररपोिथि म कहा ह वक 2013 म भारतीय रल की विकास दर विकवसत और विकासशील दशो म सबस अवधक रही ह अपनी तमाम अवयिथाओ लिलतीवफयो क साथ भारतीय रल दवनया म सबस सता माल और याती पररिहन सिा उपलबध कराती ह अपन 105000 वकमी लमब सजाल क साथ भारतीय हर वदन 2 करोड याती और 28 लाख िन माल ढोती ह जबवक अमरीका जस विकवसत दश की रल परणाली एमटरक सालान तीन करोड याती ढोती ह और अमरीका की समदची िाय पररिहन परणाली कल वमलाकर रोजाना 10 लाख याती ढोती ह

भारतीय जनता की गाढी कमाई स खड वकय इस विशाल उपरिम का भरपदर फायदा पहल अगजो न और वफर दशी पदजीपवतयो न उठाया रलि उनक मालो की सती ढलाई और उनक दफ़तरो- कारखानो म काम करन िाल लोगो को लान-ल जान की सती सिारी महया कराता रहा और िह भी जनता क िकसो क दम पर अब इस भी कमाई का जररया बनान क वलए पदजीपवतयो की जीभ लपलपा रही ह और वपल दो दशको स इस िकड-िकड म वनजी हाथो म दन का वसलवसला जारी ह

दश की जमीनी समपवतत का बा वहसा रल विभाग क वनयनतण म ह ऊपर स भारतीय रलो क माधयम स लोगो की भारी आिाजाही दश क लाखो लोगो को आजीविका क अिसर दती ह िशनो पर और उनक आस-पास खान-पीन की चीजो की रहडी-ठल लगाकर लाखो पररिार अपनी आजीविका कमात ह िशनो को पदजीपवतयो क हिाल करन स उनकी आजीविका वनगी और बकारो की फौज म बढोततरी होगी कॉमसम जसी कमपवनयो को बड िशनो पर खान-पीन का ठका दकर आम लोगो को सत म खाना महया करान िाल बहतर ढाब आवद तो पहल ही बनद कराय जा चक

हरल विभाग भारत सरकार का सबस

कमाऊ विभाग ह वितत ििथि 2015-16 म उसकी आय 168 लाख करोड थी रल बजि को रद करक मोदी सरकार न ऐसा इनतजाम वकया ह वजसस उसकी विततीय िायततता वन जायगी और िह भी ददसर विभागो की तरह बजिीय परबनधन अवधवनयम और अनय वनयामक यावनतवकयो स सचावलत होन लगगा उस पदजीपवतयो क वहत म तोडना-मरोडना सरकार क वल ए जयादा आसान हो जायगा

नीवत आयोग अपन गठन क समय स ही भारतीय रल क पी पडा हआ ह इसका अनदाजा रल विभाग क िररषठ अवधकाररयो स तयार करायी नीवत आयोग की सामावजक सिा दावयति क परभाि की समीका शीिथिक ररपोिथि स लग जाता ह उस ररपोिथि म कहा गया ह वक भारतीय रल को अपन याती पररिहन वयापार स लगातार घािा होता आया ह अतीत म ऐस तकथि वदय जात रह ह वक याती पररिहन वयापार क परवत रलि क कलयाणकारी रझान स उसक कारोबार पर बरा असर पडता ह नीवत आयोग इसी तकथि को हिा द रहा ह

उदारीकरण-वनजीकरण की नीवतयो क परभाि म वशका-िाथय-वबजली-पानी-पररिहन जसी बवनयादी सविधाओ स सवबसी खतम करक उनह पदरी तरह बाजार और मनाफ की शवतियो क हिाल वकया जा रहा ह अब दशी-विदशी पदजीपवतयो की वगददवष भारतीय रल पर लगी ह और उनका चाकर परधानमनती अपन पदजीपवत आकाओ की इचापदवतथि करन क वलए कमर कसकर तयार ह कहन की जररत नही वक वनजीकरण क साथ ही रलि म ठकाकरण और मजददरो-कमथिचाररयो क शोिण म और बढोततरी होगी रलि क कई बड िकथि शॉप बनद हो चक ह नई भवतथिया नही क बराबर ह और वकतो म िनी जारी ह मगर रलि की सारी बडी-बडी यदवनयनो क नता अफसरो स वमलन िाली मोिी मलाई खाकर मत पड ह

रलव का ककशो म और रपचप तनजरीकरर जाररी

मजदर तबरल अपल 2017 7

राहल साितयायन पर कचार रोषरी

राहल फाउणशन और नौजिान भारत सभा क सयति ततिाधान म राहल साकतयायन क मवतवदिस 14 अपरल क अिसर पर पचायती हॉल दशथिनलाल चौक दहराददन म विचार-गोषठी का आयोजन वकया गया गोषठी म तमाम ितिाओ न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन कवतति वयवतिति पर वितार स बात रखी और आज क दौर म राहल साकतयायन को याद करन की जररत पर बल दत हए कहा वक आज पदजीिादी वयिथा चौतरफा सकिो स वघर चकी ह इस सकि स धयान भिकान क वलए और इस सडी हई वयिथा को बचाए रखन क वलए तमाम परवतवरियािादी फावसि ताकत जनता को धावमथिक अनधविशवास कद पमण दकता रवढयो पाखणो की वदमागी गलामी की जजीरो म बाध दना चाहती ह और एक हद तक ि अपन इस काम म सफल भी हए ह ऐस म परगवतशील रिावनतकारी ताकतो को राहल साकतयायन की तरह ही िचाररक साकवतक आनदोलनो को जनता क बीच म खडा करना पडगा

सावहतयकार तपन वसह चौहान न कहा वक राहल न अपनी परमपरा स अपन वसदानत और वयिहार की एकता स हम लखको सावहतयकारो को भी परभावित वकया और हम अपनी लखनी क साथ ही जनता क साथ सडको पर उतरकर आनदोलन करन को परररत वकया

ीएन वतिारी न कहा वक राहल न भारत क दशथिन की भौवतकिादी धारा स आम जनता का पररचय कराया उनहोन तमाम धावमथिक पाखणो मदलयो पर चोि की उनहोन कहा वक भारत क 84 वसद नावतक थ नाथ समपरदाय म बडा वहसा मसलमानो का शावमल था वजनको आज कोई नही जानता

गोषठी म गीता गरोला न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन पर बात रखत हए कहा वक राहल न अपन लखन म पहाड की सकवत को बहत ही कलातमक भािा म उकरा

राजनदर राित न राहल साकतयायन क लखन पर बात रखत हए कहा वक राहल न भारतीय भौवतकिाद की महतता समझी और सरल भािा म कहावनयो उपनयासो जीिन ितत समरणो क दारा जनता क बीच इवतहास और दशथिन की िातविक सचचाई को जनता क सामन लाय

लोक दतक क अवशवनी तयागी न कहा वक आज क दौर म जब हर जगह अनधविशवास कतकथि को बढािा वदया जा रहा ह और फासीिादी शवतिया लगातार जनता को बािकर पदर समाज म सामपरदावयक धिीकरण करन की तयारी कर रही ह ऐस म राहल साकतयायन को नौजिान पीढी म वफर स थावपत करना होगा

नौजिान भारत सभा क अपदिथि न कहा वक राहल न वजस साकवतक िचाररक रिावनत को आग बढाया आज क दौर म वफर स उसी साकवतक िचाररक रिावनत की जररत ह

गोषठी का सचालन राहल फाउणशन की कविता कषणपललिी न वकया और कहा वक राहल को याद करना वसफथि एक रमी किायद नही ह बवलक आज धावमथिक पाखण कद पमण दकता अनधविशवास गवतहीनता अतकथि परकता को खतम करन क वलए राहल का लखन उनका वयवतिति उनक वसदानत और वयिहार की एकता आज हम पररणा द रह ह राहल क योगदानो को कभी भी भलाया या वमिाया नही जा सकता

गोषठी म ॉ बथथििाल अजथिन वसह राजीि कोठारी आवद न भी अपनी बात रखी गोषठी म मखय रप स विजय भटट गीता गरोला अवशवनी तयागी आयिी तपन वसह चौहान ॉ वजतनदर भारती ीएन वतिारी शमीम अहमद राजीि कोठारी समदशती बथथििाल सौरभ शभम पणीर जयदीप सकलानी आवद उपवथत रह

बीत 26 माचथि को लवधयाना म मजददर प तकालय ईबलयदएस कालोनी (ताजपर रो) पर शहीद भगत वसह सखदि ि राजगर की याद म शहादत की 86िी ििथिगाठ को समवपथित रिावनतकारी साकवतक कायथिरिम का आयोजन वकया गया यह कायथिरिम कारखाना मजददर यदवनयन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन सती मजददर सगठन ि नौजिान भारत सभा दारा सयति रप स आयोवजत वकया गया सगठनो दारा शहादत वदिस क समबनध म लवधयाना की मजददर आबादी म एक सपताह तक सघन परचार अवभयान चलाया गया था वयापक पचाथि वितरण नककड नािको की पशकारी और नककड सभाओ आवद माधयमो क

जररय लोगो तक रिावनतकारी शहीदो का सनदश पहचाया गया

26 माचथि क कायथिरिम की शरआत शहीदो की याद म दो वमनि क मौन स की गयी इस अिसर पर इकलाब वजनदाबाद इस समाज को बदल दो और एक मजददर की मौत नािको का मचन वकया गया अनको रिावनतकारी-जझार गीत पश वकय गय कायथिरिम को लोगो न खदब सराहा कारखाना मजददर यदवनयन क राजविनदर और सती मजददर सगठन की बलजीत न शहीदो क जीिन विचारो और मौजददा पररवथवतयो चनौवतयो कायथिभारो की चचाथि की मच सचालन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन क लखविनदर न वकया

ितिाओ न कहा वक शहीद

भगतवसह और उनक सावथयो न वजस शोिण रवहत समाज क वनमाथिण क वलए वजनदगी-भर सघिथि सघिथि वकया और कबाथिवनया की िह समाज नही बन सका ह उनकी लडाई वसफथि लिर अगज हकमरानो क वखलाफ नही थी बवलक हर तरह क शोिको क वखलाफ थी चाह ि शोिक अगज हो भारतीय हो और चाह कोई ओर हो भगतवसह न कहा था वक जब तक इसान क हाथो इसान की लदि खतम नही होती यह जग जारी रहगी अगजी गलामी स मवति का मीठा फल भारत क धननासठो न चखा ह महनतकश जनता तो आज भी लदि शोिण अनयाय की चककी म वपस रही ह मजददरो को वबना शम अवधकारो क 12-14 घणि खिना पडता ह मवहलाओ

की हालत बद स बदतर हो चकी ह नौजिान गरीबी-बरोजगारी की चककी म वपस रह ह भाजपा की मोदी सरकार कागस दारा शर की गयी उदारीकरण-वनजीकरण-भदमणलीकरण की नीवतयो को और भी जोर-शोर स लागद कर रही ह वहनदतििादी फासीिादी भाजपा का राजयसभा म भी बहमत हो गया ह शम कानदनो म मजददर विरोधी बदलािो तथा अनय जन विरोधी कानदन पाररत करन की परवरिया को अब और भी तजी स आग बढाया जायगा लोगो क विचारो की अवभवयवति की आजादी खान-पीन पहनन परम करन शादी करन आवद तमाम जनिादी अवधकारो पर बड हमल हो रह ह

भगतवसह न जावत-धमथि क नाम पर

लोगो को बािन की सावज शो स दश क लोगो को आगाह वकया था और िगतीय एकता कायम करन पर जोर वदया था

ितिाओ न कहा वक रिावनतकारी शहीदो को रम अदायगी क तौर पर याद करन का कोई मतलब नही ह आज जररत ह वक रिावनतकारी शहीदो क जीिन ि विचारो को जन-जन तक पहचाया जाय लोगो को मौजददा समय की चनौवतयो स पररवचत कराया जाय सगवठत वकया जाय और इस तरह शहीदो क सपनो क समाज क वनमाथिण क वलए आग बढा जाय यही रिावनतकारी शहीदो को एक सचची शदाजवल हो सकती ह

भगतवसह राजगर ि सखदि क शहादत वदिस क अिसर पर नौजिान भारत सभा दारा ममबई ि अहमदनगर म 15 वदिसीय शहीद यादगारी अवभयान चलाया गया इस अवभयान क अनतगथित वहनदी ि मराठी म हजारो पचद वितररत वकय गय विचार गोवषठया प तक परदशथिनी आयोवजत की गयी ि गौहर रजा की इकलाब ॉकयदमणटरी की रिीवनग भी की गयी अवनतम वदन यानी 3 अपरल को अहमदनगर क रहमत सलतान फाउणशन सभागह म फासीिाद क मौजददा दौर म भगतवसह की परासवगकता वििय पर पररसिाद रखा गया ि साथ ही दो प तको का लोकापथिण वकया गया पररसिाद का मखय ितिवय कामगार वबगल क समपादक सोमनाथ क जळ न रखा ि उसक बाद सभी शोताओ न भी पररसिाद म भागीदारी की भारत क रिावनतकारी आनदोलन क धावमथिक पनरतथानिाद स िजावनक समाजिाद तक की याता पर सोमनाथ न वितत बातचीत रखी भगतवसह क वलए ितनतता क असली मायन कया थ राजनीवतक जीिन म धमथि क हतकप क बार म भगतवसह कया सोचत थ अप यता समया को वकस तरह दखत थ ि भारत की जनता क वलए वकस तरह िो वसफथि मजददर रिावनत का सपना दखत थ इस पर सोमनाथ न रोचक ढग स परकाश ाला उसक बाद फासीिाद क बार म बात रखत हए उनहोन कहा वक यदवप भगतवसह क समय म वहिलर ि मसोवलनी का बबथिर चहरा पदरी तरह सामन नही आया था पर वफर भी भगतवसह समझत थ वक वकस तरह जब पदजीपवत िगथि जनता को लदिन म असहाय होन लगता ह तो िो लोगो को आपस म लडिाता ह उनहोन भगतवसह क लख सामपरदावयक दग और उनका इलाज ि धमथि ि हमारा ितनतता सगाम का सनदभथि दत हए बताया वक

भगतवसह सामपरदावयक झगडो क पी क असली कारण यानी आवथथिक कारण को समझत थ और इसीवलए ऐस झगडो का सामना करन क वलए िगतीय एकता पर जोर दत थ उनहोन अनत म कहा वक आज क समय म नौजिानो को भगतवसह क रात को ही आग बढाना होगा दश क मजददर िगथि को एकजि करक फासीिाद को मात दनी होगी तभी भगतवसह का इकलाब वजनदाबाद का सपना साकार होगा

इस मखय ितिवय क बाद कई अनय शोताओ न भी बात रखी और भगतवसह क विचारो को जन-जन तक पहचान की बात पर बल वदया

कायथिरिम का ददसरा वहसा दो मराठी पवतकाओ (कोळी ि माशी - विलहलम वलबकनखत तरणाना आिाहन - पीिर रिोपोतवकन) का लोकापथिण था लोकापथिण की शरआत म जनचतना क महाराषटर परभारी नागश धिद न िकवलपक मीवया अवभयान का पररचय वदया ि दोनो पवतकाओ क बार म भी बताया उनहोन कहा वक आज पदजीपवत िगथि अपन सचार माधयमो स जनता पर लगातार िचाररक हमला कर रहा ह पररितथिन की वकसी भी लडाई क परवत लोगो को सशयकारी बना रहा ह घविया दजद क नािको वफलमो अखबारो िीिी चनलो आवद क माधयम स मवहला विरोधी अपराधो को बढािा द रहा ह इसक बरकस मजददर िगथि को अपना िकवलपक मीवया खडा करना होगा जनचतना एक ऐसा ही परयास ह जनचतना वहनदी अगजी पजाबी ि मराठी भािाओ क परगवतशील सावहतय का वितरण करती ह आन िाल समय म हमारा परयास रहगा वक दश की हर भािा म परगवतशील रिावनतकारी िजावनक ि मानिीय मलयो क सावहतय को अपन सहयोगी परकाशन सथानो क सहयोग स पहचाया जा सक जनचतना का

परयास रहगा वक वसफथि वकताब ही नही बवलक िततवचतो लघ वफलमो ि वफलमो क माधयम स भी मजददर िगथि की आिाज को बलनद वकया जा सक

उनहोन कहा वक 28 वसतमबर 2016 को शर हआ ऐरण परकाशन भी जनचतना का सहयोगी परकाशन सथान ह इसका उद य मराठी भािा म रिावनतकारी ि माकसथििादी सावहतय को परकावशत करना ह इस अिसर पर लोकावपथित की गयी दो ोिी पवतकाओ का ऐवतहावसक महति भी उनहोन बताया उनहोन बताया वक कोळी आवण माशी नामक ोिी सी पवतका दवनयाभर क मजददरो क बीच लोकवपरय ह जो बताती ह वक वकस तरह पदजीपवत िगथि मजददर िगथि का शोिण करक अपनी अययावशयो क महल खड करता ह यह पवतका मजददर िगथि को इस अनयाय क वखलाफ खड होन क वलए ललकारती ह उनहोन बताया वक ददसरी पवतका तरणाना आिाहन रस क परवसद अराजकतािादी रिावनतकारी वपरस पीिर रिोपोतवकन दारा वलखी गयी थी उनका यह परवसद लख अपन पशो म शावमल होन क वलए तयार यिको-यिवतयो को समबोवधत था और सबस पहल रिोपोिवकन क अखबार ला ररिोलि म 1880 म परकावशत हआ था उसक बाद स दवनयाभर म एक पमफलि क रप म यह बार-बार पता रहा ह और आज भी इसकी अपील उतनी ही परभािी और झकझोर दन िाली ह इसक बाद दोनो पवतकाओ का लोकापथिण शभम ि अलका माळी क हाथो वकया गया कायथिरिम क दौरान कई रिावनतकारी गीत भी पश वकय गय शहीद भगतवसह राजगर सखदि जस तमाम शहीदो क सपनो को साकार करन क सकलप क साथ कायथिरिम का समापन हआ

भरिकसह सखद राजरर िी याद म काकििाररी सासिकिि िायजकम िा आयोजन

सकडो लोरो न दरी महान काननतकाररी िहरीदो को भावभरीनरी शरदाजलल

भरिससह राजरर व सखदव क िहादि ददवस पर ममबई व अहमदनरर म चला 15 ददवसरीय

िहरीद यादराररी अजभयान

8 मजदर तबरल अपल 2017

वक नि-उदारिादी नीवतयो न वजस तरह महगाई लगातार कम होती मजददररया बरोजगारी और भखमरी क दानि को खला ोड वदया ह उसस तत जनता एक न एक वदन जरर ही सगवठत होकर मदान म खडी हो जायगी इसी वलए सामपरदावयक फासीिादी ताकत दशभर म सीवमत पमान क ोि-ब दग करिा रही ह फासीिाद जनता क सामन हमशा एक झदठा द मन खडा करता ह तावक अपनी बदहाली स परशान जनता क ग स को उस झदठ द मन क विरद मोडकर असली कारणो स बहकाया जा सक धावमथिक अलपसखयको क साथ ही परगवतशील ताकत हमशा उसक वनशान पर रहती ह अनधराषटरिाद का हवथयार उसक बड काम आता ह

lsquoविकासrsquorsquo की सचचाई यह ह वक दश की ऊपर की 1 फीसदी आबादी क पास दश की कल समपदा का 584 फीसदी वहसा इकटा हो चका ह और अगर ऊपर की 10 फीसदी आबादी को ल तो यह आकडा 807 फीसदी तक पहच जाता ह ददसरी ओर नीच की 50 फीसदी आबादी क पास कल समपदा का महज 1 फीसदी ह दश क गोदामो म अनाज सडन क बािजदद परवतवदन लगभग 9000 बचच कपोिण ि िाथय समबनधी समयाओ स मर जात ह यदनीसफ की ररपोिथि क मतावबक कपोिण का वशकार दवनया का हर तीसरा बचचा भारत का ह 50 परवतशत औरत खदन की कमी की वशकार ह सरकारी नीवतयो क कारण होन िाली मौत आतकी घिनाओ स होन िाली मौतो की तलना म कई हजार गना ह लवकन इन मौतो पर नताओ ि मीवया दारा सावजशाना चपपी बनी रहती ह 1 फरिरी को बजि पश होन स पहल आवथथिक सिद की ररपोिथि म यह बताया गया ह वक हर साल औसतन 90 लाख लोग रोजी-रोिी की तलाश म अपना घर ोडकर परिासी बन जात ह वजनम स जयादातर ममबई वतरपर वदलली बगलदर लवधयाना आवद की गनदी और बीमारी स भरी झोपडपरटटयो म समा जात ह आकडो क मतावबक दश की लगभग 36 करोड आबादी झगगी-झोपवडयो और फिपाथ पर रहन क वलए मजबदर ह मोदी सरकार न जदन 2015 म 2022 तक 2 करोड मकान बनिान की बात की थी यावन हर साल लगभग 30 लाख मकान लवकन जलाई 2016 म पता चला वक 1 साल म किल 19255 मकान बन

इसी तरह हर ििथि 2 करोड नय रोजगार पदा करन क दाि की सचचाई इसी स सामन आ जाती ह वक बरोजगारी की दर वपल कई ििगो स लगातार बढत हए 2015-16 म 73 परवतशत तक पहच गई दश क लगभग 30 करोड लोग बरोजगारी म धकक खा रह ह जनता की सविधाओ म लगातार किौती की जा रही ह और अमीरजादो क अरबो रपय क कजथि बटट खात म ाल

(िाति म माफ वकय) जा रह ह िशन पर चाय बचन का ढोग रचत हए अब िशन को ही वनजी हाथो म बचा जा रहा ह इसकी शरआत हबीबगज रलि िशन (मधयपरदश) स कर वदया गया ह आग करीब 400 रलि िशनो को पीपीपी (पराइिि पवबलक पािथिनरवशप) क हिाल करन की योजना ह कॉलजो-विशवविदालयो की फीस बढायी जा रही ह सीि घिायी जा रही ह वशका म सरकारी खचथि घिाया जा रहा ह तावक उसकी वथवत लचर हो और वशका को पदरी तरह बाजार क हिाल वकया जा सक इनक वखलाफ खड होन िाल ातो-सगठनो क आनदोलनो को कचला जा रहा ह अभी-अभी पजाब विशवविदालय म 11 गना फीस बढान क वखलाफ जब ातो न आनदोलन चलाया तो न किल उन पर बबथिर लाठी चाजथि वकया गया बवलक 58 ात-ाताओ पर राषटरदोह का मकदमा लाद वदया बाद म ातो की एकजिता दख राषटरदोह का मकदमा हिा वदया लवकन िहा दमनचरि जारी ह

आज दश ही नही पदरी दवनया म फावसस ि ताकत वसर उठा रही ह अमररका क इवतहास म पहली बार ोनाल टरमप जसा वयवति राषटरपवत बन गया ह जो साधिी पराची और आवदतयनाथ जस लोगो की भािा म बयानबावज या करता रहा ह भारत म भी इसका सीधा समबनध पदजीिाद क गहरात सकि स ह नि-उदारिादी आवथथिक नीवतयो को वजतन नगई और कशलता क साथ मोदी न लागद करना शर वकया उसक कारण बड-बड पदजीपवत घरान बको क मावलक हवथयारो क सौदागर दश क तल और गस पर कबजा जमाय अमबानी जस धनपश वफककी एसोचम जसी सथाय तथा मधय िगथि क लोग मोदी की शान म कसीद पढ रह थ मगर सकि की चपि ऐसी ह वक जनता को बरी तरह वनचोडकर भी मोदी सरकार अपन आकाओ क घित मनाफ को बढा नही पा रही ह ऐस म कई पदजीपवत घरानो का धयथि भी जिाब द रहा ह ददसरी ओर बढती महगाई बरोजगारी स तबाह आम जनता ठगी महसदस कर रही ह और चारो ओर स विरोध क स िर उठ रह ह ऐस म आन िाल वदनो म सरकारी दमन और सडको पर सघी गणा वगरोहो का उतपात बढता ही जायगा

वनचिय ही फासीिादी माहौल म रिावनतकारी शवतियो क परचार एि सगठन क कामो का बजथिआ जनिादी पस और भी वसकड जायगा लवकन इसका ददसरा पक यह होगा वक निउदारिादी नीवतयो क बरोकिोक और तज अमल तथा हर परवतरोध को कचलन की कोवशशो क चलत पदजीिादी ढाच क सभी अनतरविरोध उग स उगतर होत चल जायग मजददर िगथि और समदची महनतकश जनता रीढविहीन गलामो की तरह सबक झलती नही रहगी दश क ात-

नौजिान चपचाप सहत नही रहग आन िाल वदनो म वयापक मजददर उभारो की पररवथवतया तयार होगी ातो-नौजिानो को भी यह समझना होगा वक उनकी लडाई महनतकशो को अपन साथ वलय वबना आग नही बढ सकती उन ह फावसिो का भणाफोड करन और उनक मजददर-विरोधी चररत क बार म महनतकश जनता को जागरक करन क वलए उनक बीच जाना होगा यवद इनह नतति दन िाली रिावनतकारी शवतिया तयार रहगी और साहस क साथ ऐस उभारो म शावमल होकर उनकी अगिाई अपन हाथ म लगी तो रिावनतकारी सकि की उन समभावित पररवथवतयो म बहतर स बहतर इतमाल करक सघिथि को वयापक बनान और सही वदशा दन का काम वकया जा सकगा अपन दश म और और पदरी दवनया म बजथिआ जनिाद का करण और नि फासीिादी ताकतो का उभार ददरगामी तौर पर नयी रिावनतकारी समभािनाओ क विफोि की वदशा म भी सकत कर रहा ह

मजददरो और महनतकशो को यह बात अची तरह समझ लनी होगी वक फासीिाद पदजीपवत िगथि की सिा करता ह सामपरदावयक फासीिाद की राजनीवत झदठा परचार या दषपरचार करक सबस पहल एक नकली द मन को खडा करती ह तावक मजददरो-महनकशो का शोिण करन िाल असली द मन यानी पदजीपवत िगथि को जनता क ग स स बचाया जा सक य लोग न वसफथि मजददरो क द मन ह बवलक आम तौर पर दखा जाय तो य पदर समाज क भी द मन ह इनका मकाबला करन क वलए महनतकश िगगो को न वसफथि अपन िगथि वहतो की रका क वलए एकजि होकर पदजीपवत िगथि क वखलाफ एक सवनयोवजत लबी लडाई लडन की शरआत करनी होगी बवलक साथ ही साथ महगाई बरोजगारी मवहलाओ की बराबरी तथा जावत और धमथि की कटटरता क वखलाफ भी जनता को जागरक करना होगा

आन िाला समय महनतकश जनता और रिावनतकारी शवतियो क वलए कवठन और चनौतीपदणथि ह हम राजयसतता क दमन का ही नही सडको पर फासीिादी गणा वगरोहो का भी सामना करन क वलए तयार रहना पडगा राता वसफथि एक ह हम जमीनी तर पर गरीबो और मजददरो क बीच अपना आधार मजबदत बनाना होगा वबखरी हई मजददर आबादी को जझार यदवनयनो म सगवठत करन क अवतररति उनक विवभनन परकार क जनसगठन मच जझार ियसिक दत चकसी दत आवद तयार करन होग आज जो भी िाम जनिादी शवतिया िाति म फासीिादी चनौती स जदझन का जजबा और दमखम रखती ह उनह ोि-ोि मतभद भलाकर एकजि हो जाना चावहए हम भदलना नही चावहए वक इवतहास म मजददर िगथि की फौलादी मटी न हमशा ही फासीिाद को चकनाचदर

वकया ह आन िाला समय भी इसका अपिाद नही होगा हम अपनी भरपदर ताकत क साथ इसकी तयारी म जि जाना चावहए

यह पदजीिादी वयिथा अनदर स सड चकी ह और इसी सडाध स पदरी दवनया क पदजीिादी समाजो म वहिलर-मसोवलनी क ि िाररस पदा हो रह ह वजनह फावसि कहा जाता ह फावसि पदजीिादी लोकतत तक को नही मानत और उस पदरी तरह रमी बना दत ह और िाति म पदजी की नगी खली तानाशाही थावपत कर दत ह फावसि धमथि या नल क आधार पर आम जनता को बाि दत ह ि नकली राषटरभवति क उनमादी जनदन म हक की लडाई की हर आिाज को दबा दत ह ि धावमथिक या नली अलपसखयको को वनशाना बनाकर एक नकली लडाई स असली लडाई को पी कर दत ह पदर दश म दगो और खदन-खराबो का विनाशकारी खल शर कर दत ह पदजीपवत िगथि अपन सकिो स वनजात पान क वलए फावसजम को सगवठत करता ह और जजीर स बध कतत की तरह उसका इतमाल करना चाहता ह लवकन जब तब यह कतता अपनी जजीर डा भी लता ह और तब समाज म भयकर खदनी उतपात मचाता ह हमार दश म वपल पचचीस बबीस ििगो स कभी मवदर-वनमाथिण कभी लि-जहाद कभी गाय तो कभी तथाकवथत दशदरोह बनाम दशपरम क नाम पर जारी यह उनपाद बढता हआ पदर दश को एक खदनी दलदल की ओर धकलता जा रहा ह धमथि नकली दशपरम और तमाम फजती मकदमो को उभाडकर पदजीिादी लदि पवलवसया दमन बदखली बरोजगारी महगाई आवद नबब फीसदी लोगो की वजदगी क बवनयादी मदो को तथा सरकार की िायदा-वखलावफयो पर परदा ाल वदया गया ह वजनह वमलकर दस फीसदी लिरो स लडना ह ि आपस म ही एक-ददसर क खदन क पयास हो रह ह

आवखर मलक को इस अधरी सरग स बाहर वनकालन का कोई राता ह कया रोशनी की कोई लकीर कही दीख रही ह - हा वबलकल इस अधर स बाहर वनकलन का एक ही राता ह - शहीदआजम भगतवसह का राता नाउममीदो की एक ही उममीद बची ह - रिावत हम अपन महान शहीदो दारा डी गयी अधदरी लडाई को अजाम तक पहचाना होगा महनतकश जनता क बहादर सपदतो को भगतवसह क विचारो का परचम ऊचा उठाना होगा आम जनता क इकलाबी जनसगठन बनान होग तथा दशी-विदशी लदि और जनतत नामधारी धनतत की करि खोदन की तयारी करनी होगी तभी जाकर ऐसा समाज बनगा वजसम उतपादन राजकाज और समाज पर उतपादन करन िाल कावबज होग फसल की ताकत उनक हाथो म होगी भगतवसह न ऐसी ही आजादी का सपना दखा था वजसम सतता महनतकश क हाथो म हो न वक

हर पाच साल पर होन िाल चनािी डराम का वजसम लोकतत क नाम पर किल पदजी क घोडो पर सटटा लगता हो

आज जगह-जगह अनयाय क वखलाफ यिा सडको पर उतर रह ह लवकन सिाल य ह वक यिाओ की बडी तादाद अभी भी इन सघिगो म शावमल कयो नही ह जनता की बडी आबादी की वनवषरियता कयो ह इसका सबस बडा कारण यह ह वक बहत बडी आबादी अपनी वजनदगी की तबाही-बबाथिदी क कारणो स पररवचत नही ह लोगो क इस वपडपन का फायदा शासक िगथि उठात ह िो लोगो की समयाओ का कारण वकसी अनय धमथि क लोगो या जावत दश आवद स जोड दत ह दग-फसाद करिात ह लोगो की एकता िदि जाती ह और िो आपस म ही लडन पर आमादा हो जात ह आवथथिक सकि क आज क दौर म धमथि-जावत क नाम पर झगड किल चनािी राजनीवत का मसला नही ह उसस आग बढकर सघ पररिार की फासीिादी राजनीवत पदर दश म बड पमान पर पाि पसारती जा रही ह फासीिादी जहा एक ओर महगाई बढाकर जनता को वमलन िाली द िो म किौती करक बड-बड उदोगपवतयो क मनाफ की दर को वथर रखत ह या बढात ह िही ददसरी ओर इसस असतष होकर जनता सडको पर न उतर पड इसक वलए लोगो म नकली राषटरिाद मवनदर-मवजद धावमथिक झगड सकवत क नाम पर झगड आवद भडकात ह उनक गणा वगरोह जनता क वलए लडन िाल लोगो की रिद र हतयाय करत रहत ह और ि शासन-परशासन को भी अपन हाथ म ल लत ह इन फासीिादी ताकतो का विरोध करन िाल लोगो को दशदरोही ठहरा वदया जाता ह यावन वक एक वनरकश तानाशाही जनता पर थोप दी जाती ह अतीत म वहिलर और मसोवलनी की सतता इसकी वमसाल ह और ितथिमान समय म भारत म सघ पररिार

हम भी इन झगडो क कारणो को समझना होगा इन झगडो का पररणाम किल आम जनता की तबाही होती ह जबवक दोनो धमगो क धवनको को कोई नकसान नही होता यिाओ को िीिी चनलो धमथि क ठकदारो नताओ-मवनतयो क भरमजाल स बाहर आना होगा वशका रोजगार जस िातविक मदो पर सघिथि सगवठत करना होगा नताओ को घरना होगा वक जो िायद िो चनाि म करत ह उस पदरा कर जावतिाद-भदभाि की दीिार वगरानी होगी धावमथिक कटटरपवथयो चाह िो वहनदद हो या मवलम वसख या ईसाई क वखलाफ हलला बोलना होगा अनधविशवास रवढयो क विरद िचावनक चतना का परचार-परसार करना होगा हम महनतकश जनता क िातविक मदो पर सघिगो स इस लडाई को जोडना होगा

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lhfjk 2013 ls vc rd---(सबगल सि)

vesfjdk gS nqfuk dk lcls cM+k vkradoknhHkweMyh vkradoknh ds pqfuUnk vijkegravek

10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 6: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

6 मजदर तबरल अपल 2017

4 और 5 अपरल को मारवत-सजकी क 13 नताओ को उमरकद की सजा दन क वखलाफ और सभी मजददरो को वबना शतथि ररहा करिान सभी मजददरो को काम पर िावपस लन जलो म नाजायज बनद रखन क वलए मआिजा ठकदारी वयिथा बनद करिान आवद मागो क तहत दशवयापी परदशथिनो का आहान वकया गया था इसक तहत लवधयाना म 5 अपरल को मजददर मलावजम नौजिान ात जनिादी सगठनो दारा सकडो की सखया म एकजि होकर रोि परदशथिन वकया ीसी कायाथिलय पर भारत क राषटरपवत क नाम मागपत सौपा गया

विवभनन सगठनो की सभा को समबोवधत करत हए विवभनन ितिाओ न कहा वक एक बहत बडी सावजश क तहत

कतल इरादा कतल जस पदरी तरह झदठ कसो म फसाकर पहल तो 148 मजददरो को चार ििथि स अवधक समय तक वबना जमानत वदय जल म बनद रखा गया और अब गडगाि की अदालत न नाजायज ढग स 13 मजददरो को उमरकद और चार को 5-5 ििथि की कद की कठोर सजा सनाई ह 14 अनय मजददरो को चार-चार साल की सजा सनाई गयी ह लवकन चदवक ि पहल ही लगभग साढ चार ििथि जल म रह चक ह इसवलए उनह ररहा कर वदया गया ह 117 मजददरो को वजनह बाकी मजददरो क साथ इतन सालो तक जलो म ठद सकर रखा गया उनह बरी करना पडा ह सबदत तो बाकी मजददरो क वखलाफ भी नही ह लवकन वफर भी उनह जल म बनद रखन का बबथिर हकम सनाया गया ह

ितिाओ न कहा वक यह फसला पदरी तरफ बइसाफी भरा ह बहत सार तथय पष तौर पर मजददरो का बगनाह होना सावबत कर रह थ लवकन इनह अदालत न नजरअनदाज कर मजददरो को ही दोिी करार द वदया कयोवक पदजी वनिश को बढािा जो दना ह िाति म मारवत-सजकी घिनारिम क जररय लिर हकमरानो न ऐलान वकया ह जो भी आिाज लदि-शोिण क वखलाफ उठगी िो कचल दी जायगी

ितिाओ न कहा वक आज दसी-विदशी कमपवनयो क वहतो म शम कानदनो म सशोधनो काल कानदन बनान सघिथिशील लोगो की आिाज कचलन जनिादी अवधकार ीनन जसी नीवतयो को भारतीय हकमरान धडाधड अजाम द

रह ह जनपकधर बवदजीवियो पतकारो कलाकारो तक का दमन हो रहा ह उनह जलो म ठद सा जा रहा ह जनएकजिता को तोडन क वलए धमथि जावत कत क नाम पर बािन की सावजश पहल वकसी भी समय स कही अवधक तज हो चकी ह जहा जनता को बािा न जा सक जहा लोगो का धयान असल मदो स भिकाया न जा सक िहा जल लाठी गोली स कचला जा रहा ह यही मारवत-सजकी मजददरो क साथ हआ ह लवकन जलमो-वसतम स न कभी जनआिाज दबाई जा सकी ह न कभी दबाई जा सकगी

परदशथिन को िकसिाईल-हौजरी कामगार यदवनयन क नता राजविनदर नौजिान भारत सभा क नता ऋवि मोलर एण िील िकथि जथि यदवनयनो क नता

हरवजनदर वसह और विजय नारायण मजददर सघिथि अवभयान क किलजीत खनना जनिादी अवधकार सभा क नता हरपरीत वसह जीरख पजाब िद िस यदवनयन क नता कमथिजीत ठका मलावजम सघिथि मोचाथि क नता कलदीप वसह बचचोिाल सवहत सीिद ऐिक कामागािामार यादगारी कमिी क नताओ न समबोवधत वकया सती मजददर सगठन की नता बलजीत कारखाना मजददर यदवनयन क नता गरजीत (समर) प द मजददर यदवनयन (मशाल) क नता सखदि भददडी जनसघिथि मच (हररयाणा) की नता कविता आवद न सावथयो सवहत परदशथिन म शावमल होकर मारवत-सजकी मजददरो क अवधकारपदणथि सघिथि का समथथिन वकया

ndash सबगल िवाददाता

मारति-सजकी क बरनाह मजदरो को उमरकद व अनय सजाओ क खखलाफ लसधयाना म जोरदार पदिगन

सघरगिरील मजदरो की नाजायज सजाए िरनत रद करन की मार

ndash सवजय परिाश सिहनरनदर मोदी क नतति िाली कनदर

की भाजपा सरकार न भारतीय रल क वनजीकरण का मन बना वलया ह और रिवमक ढग स यह वसलवसला चालद भी कर वदया ह अभी हाल ही म मधयपरदश की राजधानी भोपाल स लग जडिा शहर हबीबगज का रल िशन मपर की वनजी कमपनी बसल पाथि क हिाल कर वदया गया ह यह कमपनी न वसफथि इस िशन का सचालन करगी बवलक रलगावडयो क आिागमन का भी वनयनतण करगी जलाई 2016 म कमपनी क साथ वकय गय करार क अनतगथित कमपनी हिाई अो क तजथि पर रलि िशन की इमारत का वनमाथिण करगी और िशन की पावकि ग खान-पान सब उसक अधीन होगा और उसस होन िाली आमदनी भी उसकी होगी

इस िशन क वनजीकरण स रल विभाग को सालाना दो करोड रपय क राजि का नकसान होगा मगर रल विभाग क इस कदम को सरकार और उसका चािकार मीवया विकास क परतीक क रप म पश करन की भरपदर कोवशश कर रहा ह

परधानमनती नरनदर मोदी न निमबर 2016 म गिाहािी म पदिवोततर राजयो तक जान िाली पहली टरन को हरी झणडी वदखाकर उसका लोकापथिण करत हए पष रप स इसका इशारा वकया था उनहोन रल िशनो क वनजीकरण की िकालत करत हए कहा था वक शरआती चरण म 10-12 िशनो का आधवनकीकरण और वयिसायीकरण वकया जायगा इसस पहल नीवत आयोग क सदय वबबक दबरॉय की अधयकता िाल एक सरकारी पनल न रलि क सचालन और मिनस क वलए पराइिि कपवनयो को लाय जान की बात कही थी

नरनदर मोदी का कहना ह वक अचल समपवततयो की असमान द ती महगाई क इस दौर म भारतीय रल को अपनी भदसमपवतत और अपनी अिसरचना का लाभ उठाना चावहए और आरामदह होिल और रतरा जसी ददसरी

सविधाओ क विकास क वलए उनह वनजी पको क हिाल करना चावहए उनहोन अपन भािण म यहा तक कहा था वक रल िशनो क आधवनकीकरण क वलए शतपरवतशत परतयक विदशी वनिश की नीवत पहल स ही मौजदद ह कहन का आशय यह वक वसलवसलिार ढग स दशभर क रल िशन दशी-विदशी पदजीपवतयो क हिाल करन का पदरा इनतजाम कर वलया गया ह

महज रल िशनो क ही नही बवलक समदची रल परणाली क वनजीकरण की परवरिया पर अमल जारी ह रल बजि को रद करक उस आम बजि का वहसा बनान क पी का कचरि रल विभाग की आवथथिक विततीय िायततता ीनन क वलए ही रचा गया ह रल िशनो क वनजीकरण की मशा भाजपा सरकार क मवखया न कम-स-कम सािथिजवनक तो की लवकन गपचप तरीक स भारतीय रल परणाली को दशी-विदशी पदजी क हिाल करन का काम लमब अरस स वकया जा रहा ह

ममबई स परकावशत एक राषटरीय वहनदी दवनक न महीनो पहल एक खबर ापकर बताया था वक भारतीय रल क परशासवनक कामकाज का परचालन िािा समदह को सौप वदया गया ह और परशासवनक कायगो म लापरिाही वढलाई बरतन या वनषपादन खराब पाय जान पर मणल रल परबनधक (ीआरएम) तक क वखलाफ अनशासवनक और दणातमक कारथििाई करन का अवधकार िािा क अवधकाररयो को परदान वकया गया ह उस खबर म बताया गया ह वक खराब वनषपादन क वलए िािा न इिारसी और भोपाल मणल क मणल परबनधको को वनलवमबत कर वदया ह इसका कया अथथि वनकलता ह इस समझना वकसी क वलए कवठन काम नही ह इसी तरह रल यातायात और पररिहन परचालन क कई काम मोदी सरकार न अपन दो सबस चहत उदोगपवतयो अमबानी और अानी क हिाल कर वदय ह

एयर इवणया इवणयन एयरलाइस सल भल आईिीपीसी कोल इवणया बीएसएनएल और ओएनजीसी क

विवनिश का नतीजा हम दख चक ह अभी दस-बारह साल पहल वबडला-अमबानी जस औदोवगक समदह ददरसचार क कारोबार म वहसदारी क वलए आपस म होड लगा रह थ और ररलायस न बलदएलएल (िायरलस इन लोकल लदप) क जररय लोकल और एसिीी ददरसचार सिाए शर की थी और बीएसएनएल जो इस दश का ददरसचार का वपत सथान था और सार परवतपवधथियो को िकटरम बच रहा था आज इस हालत म पहच गया ह वक उसकी अपनी फोन और इणिरनि सिाए ररलायस क पकटरम पर चला करगी

यही हाल ओएनजीसी का भी ह अमबानी क चहत परधानमनती न ऐस हालात पदा कर वदय ह वक ओएनजीसी क वलए अपना कारोबार चला पाना मवकल हो जायगा कयोवक ीजल क उसक सबस बड गाहक भारतीय रल को ीजल आपदवतथि अब ररलायस करन िाली ह ओएनजीसी क तल कत स ररलायस दारा माहिार अरबो की गस चोरी वकसी स वपी नही ह इस दश क परभ िगगो को हिाई याता की सविधा महया करन क वलए भारतीय राजय न इवणयन एयरलाइस और एयर इवणया नामी जो वनकाय सािथिजवनक धन स खड वकय थ उनको वसलवसलिार ढग स सफद हाथी सावबत करक पहल ही पदजीपवतयो क हिाल वकया जा चका ह

भारतीय रल दश का सबस बडा सािथिजवनक उपरिम ही नही बवलक सगवठत कत का सबस बडा वनयोतिा भी ह भारतीय रल 13 लाख लोगो को रोजगार दता ह (हालावक क ििथि पहल रल कमथिचाररयो की सखया 18 करोड थी रल बो थि क चयरमन क अनसार भारतीय रल दश क कल रोजगार का 6 परवतशत रोजगार महया कराती ह और अपनी अनय आवशत सथाओ की माफथि त िह 25 अवतररति रोजगार का भी सजन करता ह दश क सकल राषटरीय उतपाद म उसका योगदान एक परवतशत का ह यानी दश क सकल राषटरीय उतपाद क हर सौ रपय म स एक रपया भारतीय रल स आता ह

बोगाई और चौधरी (2013) न lsquoविकास क अवभयनता उतपादकता की परगवतrsquo शीिथिक अपनी ररपोिथि म कहा ह वक 2013 म भारतीय रल की विकास दर विकवसत और विकासशील दशो म सबस अवधक रही ह अपनी तमाम अवयिथाओ लिलतीवफयो क साथ भारतीय रल दवनया म सबस सता माल और याती पररिहन सिा उपलबध कराती ह अपन 105000 वकमी लमब सजाल क साथ भारतीय हर वदन 2 करोड याती और 28 लाख िन माल ढोती ह जबवक अमरीका जस विकवसत दश की रल परणाली एमटरक सालान तीन करोड याती ढोती ह और अमरीका की समदची िाय पररिहन परणाली कल वमलाकर रोजाना 10 लाख याती ढोती ह

भारतीय जनता की गाढी कमाई स खड वकय इस विशाल उपरिम का भरपदर फायदा पहल अगजो न और वफर दशी पदजीपवतयो न उठाया रलि उनक मालो की सती ढलाई और उनक दफ़तरो- कारखानो म काम करन िाल लोगो को लान-ल जान की सती सिारी महया कराता रहा और िह भी जनता क िकसो क दम पर अब इस भी कमाई का जररया बनान क वलए पदजीपवतयो की जीभ लपलपा रही ह और वपल दो दशको स इस िकड-िकड म वनजी हाथो म दन का वसलवसला जारी ह

दश की जमीनी समपवतत का बा वहसा रल विभाग क वनयनतण म ह ऊपर स भारतीय रलो क माधयम स लोगो की भारी आिाजाही दश क लाखो लोगो को आजीविका क अिसर दती ह िशनो पर और उनक आस-पास खान-पीन की चीजो की रहडी-ठल लगाकर लाखो पररिार अपनी आजीविका कमात ह िशनो को पदजीपवतयो क हिाल करन स उनकी आजीविका वनगी और बकारो की फौज म बढोततरी होगी कॉमसम जसी कमपवनयो को बड िशनो पर खान-पीन का ठका दकर आम लोगो को सत म खाना महया करान िाल बहतर ढाब आवद तो पहल ही बनद कराय जा चक

हरल विभाग भारत सरकार का सबस

कमाऊ विभाग ह वितत ििथि 2015-16 म उसकी आय 168 लाख करोड थी रल बजि को रद करक मोदी सरकार न ऐसा इनतजाम वकया ह वजसस उसकी विततीय िायततता वन जायगी और िह भी ददसर विभागो की तरह बजिीय परबनधन अवधवनयम और अनय वनयामक यावनतवकयो स सचावलत होन लगगा उस पदजीपवतयो क वहत म तोडना-मरोडना सरकार क वल ए जयादा आसान हो जायगा

नीवत आयोग अपन गठन क समय स ही भारतीय रल क पी पडा हआ ह इसका अनदाजा रल विभाग क िररषठ अवधकाररयो स तयार करायी नीवत आयोग की सामावजक सिा दावयति क परभाि की समीका शीिथिक ररपोिथि स लग जाता ह उस ररपोिथि म कहा गया ह वक भारतीय रल को अपन याती पररिहन वयापार स लगातार घािा होता आया ह अतीत म ऐस तकथि वदय जात रह ह वक याती पररिहन वयापार क परवत रलि क कलयाणकारी रझान स उसक कारोबार पर बरा असर पडता ह नीवत आयोग इसी तकथि को हिा द रहा ह

उदारीकरण-वनजीकरण की नीवतयो क परभाि म वशका-िाथय-वबजली-पानी-पररिहन जसी बवनयादी सविधाओ स सवबसी खतम करक उनह पदरी तरह बाजार और मनाफ की शवतियो क हिाल वकया जा रहा ह अब दशी-विदशी पदजीपवतयो की वगददवष भारतीय रल पर लगी ह और उनका चाकर परधानमनती अपन पदजीपवत आकाओ की इचापदवतथि करन क वलए कमर कसकर तयार ह कहन की जररत नही वक वनजीकरण क साथ ही रलि म ठकाकरण और मजददरो-कमथिचाररयो क शोिण म और बढोततरी होगी रलि क कई बड िकथि शॉप बनद हो चक ह नई भवतथिया नही क बराबर ह और वकतो म िनी जारी ह मगर रलि की सारी बडी-बडी यदवनयनो क नता अफसरो स वमलन िाली मोिी मलाई खाकर मत पड ह

रलव का ककशो म और रपचप तनजरीकरर जाररी

मजदर तबरल अपल 2017 7

राहल साितयायन पर कचार रोषरी

राहल फाउणशन और नौजिान भारत सभा क सयति ततिाधान म राहल साकतयायन क मवतवदिस 14 अपरल क अिसर पर पचायती हॉल दशथिनलाल चौक दहराददन म विचार-गोषठी का आयोजन वकया गया गोषठी म तमाम ितिाओ न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन कवतति वयवतिति पर वितार स बात रखी और आज क दौर म राहल साकतयायन को याद करन की जररत पर बल दत हए कहा वक आज पदजीिादी वयिथा चौतरफा सकिो स वघर चकी ह इस सकि स धयान भिकान क वलए और इस सडी हई वयिथा को बचाए रखन क वलए तमाम परवतवरियािादी फावसि ताकत जनता को धावमथिक अनधविशवास कद पमण दकता रवढयो पाखणो की वदमागी गलामी की जजीरो म बाध दना चाहती ह और एक हद तक ि अपन इस काम म सफल भी हए ह ऐस म परगवतशील रिावनतकारी ताकतो को राहल साकतयायन की तरह ही िचाररक साकवतक आनदोलनो को जनता क बीच म खडा करना पडगा

सावहतयकार तपन वसह चौहान न कहा वक राहल न अपनी परमपरा स अपन वसदानत और वयिहार की एकता स हम लखको सावहतयकारो को भी परभावित वकया और हम अपनी लखनी क साथ ही जनता क साथ सडको पर उतरकर आनदोलन करन को परररत वकया

ीएन वतिारी न कहा वक राहल न भारत क दशथिन की भौवतकिादी धारा स आम जनता का पररचय कराया उनहोन तमाम धावमथिक पाखणो मदलयो पर चोि की उनहोन कहा वक भारत क 84 वसद नावतक थ नाथ समपरदाय म बडा वहसा मसलमानो का शावमल था वजनको आज कोई नही जानता

गोषठी म गीता गरोला न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन पर बात रखत हए कहा वक राहल न अपन लखन म पहाड की सकवत को बहत ही कलातमक भािा म उकरा

राजनदर राित न राहल साकतयायन क लखन पर बात रखत हए कहा वक राहल न भारतीय भौवतकिाद की महतता समझी और सरल भािा म कहावनयो उपनयासो जीिन ितत समरणो क दारा जनता क बीच इवतहास और दशथिन की िातविक सचचाई को जनता क सामन लाय

लोक दतक क अवशवनी तयागी न कहा वक आज क दौर म जब हर जगह अनधविशवास कतकथि को बढािा वदया जा रहा ह और फासीिादी शवतिया लगातार जनता को बािकर पदर समाज म सामपरदावयक धिीकरण करन की तयारी कर रही ह ऐस म राहल साकतयायन को नौजिान पीढी म वफर स थावपत करना होगा

नौजिान भारत सभा क अपदिथि न कहा वक राहल न वजस साकवतक िचाररक रिावनत को आग बढाया आज क दौर म वफर स उसी साकवतक िचाररक रिावनत की जररत ह

गोषठी का सचालन राहल फाउणशन की कविता कषणपललिी न वकया और कहा वक राहल को याद करना वसफथि एक रमी किायद नही ह बवलक आज धावमथिक पाखण कद पमण दकता अनधविशवास गवतहीनता अतकथि परकता को खतम करन क वलए राहल का लखन उनका वयवतिति उनक वसदानत और वयिहार की एकता आज हम पररणा द रह ह राहल क योगदानो को कभी भी भलाया या वमिाया नही जा सकता

गोषठी म ॉ बथथििाल अजथिन वसह राजीि कोठारी आवद न भी अपनी बात रखी गोषठी म मखय रप स विजय भटट गीता गरोला अवशवनी तयागी आयिी तपन वसह चौहान ॉ वजतनदर भारती ीएन वतिारी शमीम अहमद राजीि कोठारी समदशती बथथििाल सौरभ शभम पणीर जयदीप सकलानी आवद उपवथत रह

बीत 26 माचथि को लवधयाना म मजददर प तकालय ईबलयदएस कालोनी (ताजपर रो) पर शहीद भगत वसह सखदि ि राजगर की याद म शहादत की 86िी ििथिगाठ को समवपथित रिावनतकारी साकवतक कायथिरिम का आयोजन वकया गया यह कायथिरिम कारखाना मजददर यदवनयन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन सती मजददर सगठन ि नौजिान भारत सभा दारा सयति रप स आयोवजत वकया गया सगठनो दारा शहादत वदिस क समबनध म लवधयाना की मजददर आबादी म एक सपताह तक सघन परचार अवभयान चलाया गया था वयापक पचाथि वितरण नककड नािको की पशकारी और नककड सभाओ आवद माधयमो क

जररय लोगो तक रिावनतकारी शहीदो का सनदश पहचाया गया

26 माचथि क कायथिरिम की शरआत शहीदो की याद म दो वमनि क मौन स की गयी इस अिसर पर इकलाब वजनदाबाद इस समाज को बदल दो और एक मजददर की मौत नािको का मचन वकया गया अनको रिावनतकारी-जझार गीत पश वकय गय कायथिरिम को लोगो न खदब सराहा कारखाना मजददर यदवनयन क राजविनदर और सती मजददर सगठन की बलजीत न शहीदो क जीिन विचारो और मौजददा पररवथवतयो चनौवतयो कायथिभारो की चचाथि की मच सचालन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन क लखविनदर न वकया

ितिाओ न कहा वक शहीद

भगतवसह और उनक सावथयो न वजस शोिण रवहत समाज क वनमाथिण क वलए वजनदगी-भर सघिथि सघिथि वकया और कबाथिवनया की िह समाज नही बन सका ह उनकी लडाई वसफथि लिर अगज हकमरानो क वखलाफ नही थी बवलक हर तरह क शोिको क वखलाफ थी चाह ि शोिक अगज हो भारतीय हो और चाह कोई ओर हो भगतवसह न कहा था वक जब तक इसान क हाथो इसान की लदि खतम नही होती यह जग जारी रहगी अगजी गलामी स मवति का मीठा फल भारत क धननासठो न चखा ह महनतकश जनता तो आज भी लदि शोिण अनयाय की चककी म वपस रही ह मजददरो को वबना शम अवधकारो क 12-14 घणि खिना पडता ह मवहलाओ

की हालत बद स बदतर हो चकी ह नौजिान गरीबी-बरोजगारी की चककी म वपस रह ह भाजपा की मोदी सरकार कागस दारा शर की गयी उदारीकरण-वनजीकरण-भदमणलीकरण की नीवतयो को और भी जोर-शोर स लागद कर रही ह वहनदतििादी फासीिादी भाजपा का राजयसभा म भी बहमत हो गया ह शम कानदनो म मजददर विरोधी बदलािो तथा अनय जन विरोधी कानदन पाररत करन की परवरिया को अब और भी तजी स आग बढाया जायगा लोगो क विचारो की अवभवयवति की आजादी खान-पीन पहनन परम करन शादी करन आवद तमाम जनिादी अवधकारो पर बड हमल हो रह ह

भगतवसह न जावत-धमथि क नाम पर

लोगो को बािन की सावज शो स दश क लोगो को आगाह वकया था और िगतीय एकता कायम करन पर जोर वदया था

ितिाओ न कहा वक रिावनतकारी शहीदो को रम अदायगी क तौर पर याद करन का कोई मतलब नही ह आज जररत ह वक रिावनतकारी शहीदो क जीिन ि विचारो को जन-जन तक पहचाया जाय लोगो को मौजददा समय की चनौवतयो स पररवचत कराया जाय सगवठत वकया जाय और इस तरह शहीदो क सपनो क समाज क वनमाथिण क वलए आग बढा जाय यही रिावनतकारी शहीदो को एक सचची शदाजवल हो सकती ह

भगतवसह राजगर ि सखदि क शहादत वदिस क अिसर पर नौजिान भारत सभा दारा ममबई ि अहमदनगर म 15 वदिसीय शहीद यादगारी अवभयान चलाया गया इस अवभयान क अनतगथित वहनदी ि मराठी म हजारो पचद वितररत वकय गय विचार गोवषठया प तक परदशथिनी आयोवजत की गयी ि गौहर रजा की इकलाब ॉकयदमणटरी की रिीवनग भी की गयी अवनतम वदन यानी 3 अपरल को अहमदनगर क रहमत सलतान फाउणशन सभागह म फासीिाद क मौजददा दौर म भगतवसह की परासवगकता वििय पर पररसिाद रखा गया ि साथ ही दो प तको का लोकापथिण वकया गया पररसिाद का मखय ितिवय कामगार वबगल क समपादक सोमनाथ क जळ न रखा ि उसक बाद सभी शोताओ न भी पररसिाद म भागीदारी की भारत क रिावनतकारी आनदोलन क धावमथिक पनरतथानिाद स िजावनक समाजिाद तक की याता पर सोमनाथ न वितत बातचीत रखी भगतवसह क वलए ितनतता क असली मायन कया थ राजनीवतक जीिन म धमथि क हतकप क बार म भगतवसह कया सोचत थ अप यता समया को वकस तरह दखत थ ि भारत की जनता क वलए वकस तरह िो वसफथि मजददर रिावनत का सपना दखत थ इस पर सोमनाथ न रोचक ढग स परकाश ाला उसक बाद फासीिाद क बार म बात रखत हए उनहोन कहा वक यदवप भगतवसह क समय म वहिलर ि मसोवलनी का बबथिर चहरा पदरी तरह सामन नही आया था पर वफर भी भगतवसह समझत थ वक वकस तरह जब पदजीपवत िगथि जनता को लदिन म असहाय होन लगता ह तो िो लोगो को आपस म लडिाता ह उनहोन भगतवसह क लख सामपरदावयक दग और उनका इलाज ि धमथि ि हमारा ितनतता सगाम का सनदभथि दत हए बताया वक

भगतवसह सामपरदावयक झगडो क पी क असली कारण यानी आवथथिक कारण को समझत थ और इसीवलए ऐस झगडो का सामना करन क वलए िगतीय एकता पर जोर दत थ उनहोन अनत म कहा वक आज क समय म नौजिानो को भगतवसह क रात को ही आग बढाना होगा दश क मजददर िगथि को एकजि करक फासीिाद को मात दनी होगी तभी भगतवसह का इकलाब वजनदाबाद का सपना साकार होगा

इस मखय ितिवय क बाद कई अनय शोताओ न भी बात रखी और भगतवसह क विचारो को जन-जन तक पहचान की बात पर बल वदया

कायथिरिम का ददसरा वहसा दो मराठी पवतकाओ (कोळी ि माशी - विलहलम वलबकनखत तरणाना आिाहन - पीिर रिोपोतवकन) का लोकापथिण था लोकापथिण की शरआत म जनचतना क महाराषटर परभारी नागश धिद न िकवलपक मीवया अवभयान का पररचय वदया ि दोनो पवतकाओ क बार म भी बताया उनहोन कहा वक आज पदजीपवत िगथि अपन सचार माधयमो स जनता पर लगातार िचाररक हमला कर रहा ह पररितथिन की वकसी भी लडाई क परवत लोगो को सशयकारी बना रहा ह घविया दजद क नािको वफलमो अखबारो िीिी चनलो आवद क माधयम स मवहला विरोधी अपराधो को बढािा द रहा ह इसक बरकस मजददर िगथि को अपना िकवलपक मीवया खडा करना होगा जनचतना एक ऐसा ही परयास ह जनचतना वहनदी अगजी पजाबी ि मराठी भािाओ क परगवतशील सावहतय का वितरण करती ह आन िाल समय म हमारा परयास रहगा वक दश की हर भािा म परगवतशील रिावनतकारी िजावनक ि मानिीय मलयो क सावहतय को अपन सहयोगी परकाशन सथानो क सहयोग स पहचाया जा सक जनचतना का

परयास रहगा वक वसफथि वकताब ही नही बवलक िततवचतो लघ वफलमो ि वफलमो क माधयम स भी मजददर िगथि की आिाज को बलनद वकया जा सक

उनहोन कहा वक 28 वसतमबर 2016 को शर हआ ऐरण परकाशन भी जनचतना का सहयोगी परकाशन सथान ह इसका उद य मराठी भािा म रिावनतकारी ि माकसथििादी सावहतय को परकावशत करना ह इस अिसर पर लोकावपथित की गयी दो ोिी पवतकाओ का ऐवतहावसक महति भी उनहोन बताया उनहोन बताया वक कोळी आवण माशी नामक ोिी सी पवतका दवनयाभर क मजददरो क बीच लोकवपरय ह जो बताती ह वक वकस तरह पदजीपवत िगथि मजददर िगथि का शोिण करक अपनी अययावशयो क महल खड करता ह यह पवतका मजददर िगथि को इस अनयाय क वखलाफ खड होन क वलए ललकारती ह उनहोन बताया वक ददसरी पवतका तरणाना आिाहन रस क परवसद अराजकतािादी रिावनतकारी वपरस पीिर रिोपोतवकन दारा वलखी गयी थी उनका यह परवसद लख अपन पशो म शावमल होन क वलए तयार यिको-यिवतयो को समबोवधत था और सबस पहल रिोपोिवकन क अखबार ला ररिोलि म 1880 म परकावशत हआ था उसक बाद स दवनयाभर म एक पमफलि क रप म यह बार-बार पता रहा ह और आज भी इसकी अपील उतनी ही परभािी और झकझोर दन िाली ह इसक बाद दोनो पवतकाओ का लोकापथिण शभम ि अलका माळी क हाथो वकया गया कायथिरिम क दौरान कई रिावनतकारी गीत भी पश वकय गय शहीद भगतवसह राजगर सखदि जस तमाम शहीदो क सपनो को साकार करन क सकलप क साथ कायथिरिम का समापन हआ

भरिकसह सखद राजरर िी याद म काकििाररी सासिकिि िायजकम िा आयोजन

सकडो लोरो न दरी महान काननतकाररी िहरीदो को भावभरीनरी शरदाजलल

भरिससह राजरर व सखदव क िहादि ददवस पर ममबई व अहमदनरर म चला 15 ददवसरीय

िहरीद यादराररी अजभयान

8 मजदर तबरल अपल 2017

वक नि-उदारिादी नीवतयो न वजस तरह महगाई लगातार कम होती मजददररया बरोजगारी और भखमरी क दानि को खला ोड वदया ह उसस तत जनता एक न एक वदन जरर ही सगवठत होकर मदान म खडी हो जायगी इसी वलए सामपरदावयक फासीिादी ताकत दशभर म सीवमत पमान क ोि-ब दग करिा रही ह फासीिाद जनता क सामन हमशा एक झदठा द मन खडा करता ह तावक अपनी बदहाली स परशान जनता क ग स को उस झदठ द मन क विरद मोडकर असली कारणो स बहकाया जा सक धावमथिक अलपसखयको क साथ ही परगवतशील ताकत हमशा उसक वनशान पर रहती ह अनधराषटरिाद का हवथयार उसक बड काम आता ह

lsquoविकासrsquorsquo की सचचाई यह ह वक दश की ऊपर की 1 फीसदी आबादी क पास दश की कल समपदा का 584 फीसदी वहसा इकटा हो चका ह और अगर ऊपर की 10 फीसदी आबादी को ल तो यह आकडा 807 फीसदी तक पहच जाता ह ददसरी ओर नीच की 50 फीसदी आबादी क पास कल समपदा का महज 1 फीसदी ह दश क गोदामो म अनाज सडन क बािजदद परवतवदन लगभग 9000 बचच कपोिण ि िाथय समबनधी समयाओ स मर जात ह यदनीसफ की ररपोिथि क मतावबक कपोिण का वशकार दवनया का हर तीसरा बचचा भारत का ह 50 परवतशत औरत खदन की कमी की वशकार ह सरकारी नीवतयो क कारण होन िाली मौत आतकी घिनाओ स होन िाली मौतो की तलना म कई हजार गना ह लवकन इन मौतो पर नताओ ि मीवया दारा सावजशाना चपपी बनी रहती ह 1 फरिरी को बजि पश होन स पहल आवथथिक सिद की ररपोिथि म यह बताया गया ह वक हर साल औसतन 90 लाख लोग रोजी-रोिी की तलाश म अपना घर ोडकर परिासी बन जात ह वजनम स जयादातर ममबई वतरपर वदलली बगलदर लवधयाना आवद की गनदी और बीमारी स भरी झोपडपरटटयो म समा जात ह आकडो क मतावबक दश की लगभग 36 करोड आबादी झगगी-झोपवडयो और फिपाथ पर रहन क वलए मजबदर ह मोदी सरकार न जदन 2015 म 2022 तक 2 करोड मकान बनिान की बात की थी यावन हर साल लगभग 30 लाख मकान लवकन जलाई 2016 म पता चला वक 1 साल म किल 19255 मकान बन

इसी तरह हर ििथि 2 करोड नय रोजगार पदा करन क दाि की सचचाई इसी स सामन आ जाती ह वक बरोजगारी की दर वपल कई ििगो स लगातार बढत हए 2015-16 म 73 परवतशत तक पहच गई दश क लगभग 30 करोड लोग बरोजगारी म धकक खा रह ह जनता की सविधाओ म लगातार किौती की जा रही ह और अमीरजादो क अरबो रपय क कजथि बटट खात म ाल

(िाति म माफ वकय) जा रह ह िशन पर चाय बचन का ढोग रचत हए अब िशन को ही वनजी हाथो म बचा जा रहा ह इसकी शरआत हबीबगज रलि िशन (मधयपरदश) स कर वदया गया ह आग करीब 400 रलि िशनो को पीपीपी (पराइिि पवबलक पािथिनरवशप) क हिाल करन की योजना ह कॉलजो-विशवविदालयो की फीस बढायी जा रही ह सीि घिायी जा रही ह वशका म सरकारी खचथि घिाया जा रहा ह तावक उसकी वथवत लचर हो और वशका को पदरी तरह बाजार क हिाल वकया जा सक इनक वखलाफ खड होन िाल ातो-सगठनो क आनदोलनो को कचला जा रहा ह अभी-अभी पजाब विशवविदालय म 11 गना फीस बढान क वखलाफ जब ातो न आनदोलन चलाया तो न किल उन पर बबथिर लाठी चाजथि वकया गया बवलक 58 ात-ाताओ पर राषटरदोह का मकदमा लाद वदया बाद म ातो की एकजिता दख राषटरदोह का मकदमा हिा वदया लवकन िहा दमनचरि जारी ह

आज दश ही नही पदरी दवनया म फावसस ि ताकत वसर उठा रही ह अमररका क इवतहास म पहली बार ोनाल टरमप जसा वयवति राषटरपवत बन गया ह जो साधिी पराची और आवदतयनाथ जस लोगो की भािा म बयानबावज या करता रहा ह भारत म भी इसका सीधा समबनध पदजीिाद क गहरात सकि स ह नि-उदारिादी आवथथिक नीवतयो को वजतन नगई और कशलता क साथ मोदी न लागद करना शर वकया उसक कारण बड-बड पदजीपवत घरान बको क मावलक हवथयारो क सौदागर दश क तल और गस पर कबजा जमाय अमबानी जस धनपश वफककी एसोचम जसी सथाय तथा मधय िगथि क लोग मोदी की शान म कसीद पढ रह थ मगर सकि की चपि ऐसी ह वक जनता को बरी तरह वनचोडकर भी मोदी सरकार अपन आकाओ क घित मनाफ को बढा नही पा रही ह ऐस म कई पदजीपवत घरानो का धयथि भी जिाब द रहा ह ददसरी ओर बढती महगाई बरोजगारी स तबाह आम जनता ठगी महसदस कर रही ह और चारो ओर स विरोध क स िर उठ रह ह ऐस म आन िाल वदनो म सरकारी दमन और सडको पर सघी गणा वगरोहो का उतपात बढता ही जायगा

वनचिय ही फासीिादी माहौल म रिावनतकारी शवतियो क परचार एि सगठन क कामो का बजथिआ जनिादी पस और भी वसकड जायगा लवकन इसका ददसरा पक यह होगा वक निउदारिादी नीवतयो क बरोकिोक और तज अमल तथा हर परवतरोध को कचलन की कोवशशो क चलत पदजीिादी ढाच क सभी अनतरविरोध उग स उगतर होत चल जायग मजददर िगथि और समदची महनतकश जनता रीढविहीन गलामो की तरह सबक झलती नही रहगी दश क ात-

नौजिान चपचाप सहत नही रहग आन िाल वदनो म वयापक मजददर उभारो की पररवथवतया तयार होगी ातो-नौजिानो को भी यह समझना होगा वक उनकी लडाई महनतकशो को अपन साथ वलय वबना आग नही बढ सकती उन ह फावसिो का भणाफोड करन और उनक मजददर-विरोधी चररत क बार म महनतकश जनता को जागरक करन क वलए उनक बीच जाना होगा यवद इनह नतति दन िाली रिावनतकारी शवतिया तयार रहगी और साहस क साथ ऐस उभारो म शावमल होकर उनकी अगिाई अपन हाथ म लगी तो रिावनतकारी सकि की उन समभावित पररवथवतयो म बहतर स बहतर इतमाल करक सघिथि को वयापक बनान और सही वदशा दन का काम वकया जा सकगा अपन दश म और और पदरी दवनया म बजथिआ जनिाद का करण और नि फासीिादी ताकतो का उभार ददरगामी तौर पर नयी रिावनतकारी समभािनाओ क विफोि की वदशा म भी सकत कर रहा ह

मजददरो और महनतकशो को यह बात अची तरह समझ लनी होगी वक फासीिाद पदजीपवत िगथि की सिा करता ह सामपरदावयक फासीिाद की राजनीवत झदठा परचार या दषपरचार करक सबस पहल एक नकली द मन को खडा करती ह तावक मजददरो-महनकशो का शोिण करन िाल असली द मन यानी पदजीपवत िगथि को जनता क ग स स बचाया जा सक य लोग न वसफथि मजददरो क द मन ह बवलक आम तौर पर दखा जाय तो य पदर समाज क भी द मन ह इनका मकाबला करन क वलए महनतकश िगगो को न वसफथि अपन िगथि वहतो की रका क वलए एकजि होकर पदजीपवत िगथि क वखलाफ एक सवनयोवजत लबी लडाई लडन की शरआत करनी होगी बवलक साथ ही साथ महगाई बरोजगारी मवहलाओ की बराबरी तथा जावत और धमथि की कटटरता क वखलाफ भी जनता को जागरक करना होगा

आन िाला समय महनतकश जनता और रिावनतकारी शवतियो क वलए कवठन और चनौतीपदणथि ह हम राजयसतता क दमन का ही नही सडको पर फासीिादी गणा वगरोहो का भी सामना करन क वलए तयार रहना पडगा राता वसफथि एक ह हम जमीनी तर पर गरीबो और मजददरो क बीच अपना आधार मजबदत बनाना होगा वबखरी हई मजददर आबादी को जझार यदवनयनो म सगवठत करन क अवतररति उनक विवभनन परकार क जनसगठन मच जझार ियसिक दत चकसी दत आवद तयार करन होग आज जो भी िाम जनिादी शवतिया िाति म फासीिादी चनौती स जदझन का जजबा और दमखम रखती ह उनह ोि-ोि मतभद भलाकर एकजि हो जाना चावहए हम भदलना नही चावहए वक इवतहास म मजददर िगथि की फौलादी मटी न हमशा ही फासीिाद को चकनाचदर

वकया ह आन िाला समय भी इसका अपिाद नही होगा हम अपनी भरपदर ताकत क साथ इसकी तयारी म जि जाना चावहए

यह पदजीिादी वयिथा अनदर स सड चकी ह और इसी सडाध स पदरी दवनया क पदजीिादी समाजो म वहिलर-मसोवलनी क ि िाररस पदा हो रह ह वजनह फावसि कहा जाता ह फावसि पदजीिादी लोकतत तक को नही मानत और उस पदरी तरह रमी बना दत ह और िाति म पदजी की नगी खली तानाशाही थावपत कर दत ह फावसि धमथि या नल क आधार पर आम जनता को बाि दत ह ि नकली राषटरभवति क उनमादी जनदन म हक की लडाई की हर आिाज को दबा दत ह ि धावमथिक या नली अलपसखयको को वनशाना बनाकर एक नकली लडाई स असली लडाई को पी कर दत ह पदर दश म दगो और खदन-खराबो का विनाशकारी खल शर कर दत ह पदजीपवत िगथि अपन सकिो स वनजात पान क वलए फावसजम को सगवठत करता ह और जजीर स बध कतत की तरह उसका इतमाल करना चाहता ह लवकन जब तब यह कतता अपनी जजीर डा भी लता ह और तब समाज म भयकर खदनी उतपात मचाता ह हमार दश म वपल पचचीस बबीस ििगो स कभी मवदर-वनमाथिण कभी लि-जहाद कभी गाय तो कभी तथाकवथत दशदरोह बनाम दशपरम क नाम पर जारी यह उनपाद बढता हआ पदर दश को एक खदनी दलदल की ओर धकलता जा रहा ह धमथि नकली दशपरम और तमाम फजती मकदमो को उभाडकर पदजीिादी लदि पवलवसया दमन बदखली बरोजगारी महगाई आवद नबब फीसदी लोगो की वजदगी क बवनयादी मदो को तथा सरकार की िायदा-वखलावफयो पर परदा ाल वदया गया ह वजनह वमलकर दस फीसदी लिरो स लडना ह ि आपस म ही एक-ददसर क खदन क पयास हो रह ह

आवखर मलक को इस अधरी सरग स बाहर वनकालन का कोई राता ह कया रोशनी की कोई लकीर कही दीख रही ह - हा वबलकल इस अधर स बाहर वनकलन का एक ही राता ह - शहीदआजम भगतवसह का राता नाउममीदो की एक ही उममीद बची ह - रिावत हम अपन महान शहीदो दारा डी गयी अधदरी लडाई को अजाम तक पहचाना होगा महनतकश जनता क बहादर सपदतो को भगतवसह क विचारो का परचम ऊचा उठाना होगा आम जनता क इकलाबी जनसगठन बनान होग तथा दशी-विदशी लदि और जनतत नामधारी धनतत की करि खोदन की तयारी करनी होगी तभी जाकर ऐसा समाज बनगा वजसम उतपादन राजकाज और समाज पर उतपादन करन िाल कावबज होग फसल की ताकत उनक हाथो म होगी भगतवसह न ऐसी ही आजादी का सपना दखा था वजसम सतता महनतकश क हाथो म हो न वक

हर पाच साल पर होन िाल चनािी डराम का वजसम लोकतत क नाम पर किल पदजी क घोडो पर सटटा लगता हो

आज जगह-जगह अनयाय क वखलाफ यिा सडको पर उतर रह ह लवकन सिाल य ह वक यिाओ की बडी तादाद अभी भी इन सघिगो म शावमल कयो नही ह जनता की बडी आबादी की वनवषरियता कयो ह इसका सबस बडा कारण यह ह वक बहत बडी आबादी अपनी वजनदगी की तबाही-बबाथिदी क कारणो स पररवचत नही ह लोगो क इस वपडपन का फायदा शासक िगथि उठात ह िो लोगो की समयाओ का कारण वकसी अनय धमथि क लोगो या जावत दश आवद स जोड दत ह दग-फसाद करिात ह लोगो की एकता िदि जाती ह और िो आपस म ही लडन पर आमादा हो जात ह आवथथिक सकि क आज क दौर म धमथि-जावत क नाम पर झगड किल चनािी राजनीवत का मसला नही ह उसस आग बढकर सघ पररिार की फासीिादी राजनीवत पदर दश म बड पमान पर पाि पसारती जा रही ह फासीिादी जहा एक ओर महगाई बढाकर जनता को वमलन िाली द िो म किौती करक बड-बड उदोगपवतयो क मनाफ की दर को वथर रखत ह या बढात ह िही ददसरी ओर इसस असतष होकर जनता सडको पर न उतर पड इसक वलए लोगो म नकली राषटरिाद मवनदर-मवजद धावमथिक झगड सकवत क नाम पर झगड आवद भडकात ह उनक गणा वगरोह जनता क वलए लडन िाल लोगो की रिद र हतयाय करत रहत ह और ि शासन-परशासन को भी अपन हाथ म ल लत ह इन फासीिादी ताकतो का विरोध करन िाल लोगो को दशदरोही ठहरा वदया जाता ह यावन वक एक वनरकश तानाशाही जनता पर थोप दी जाती ह अतीत म वहिलर और मसोवलनी की सतता इसकी वमसाल ह और ितथिमान समय म भारत म सघ पररिार

हम भी इन झगडो क कारणो को समझना होगा इन झगडो का पररणाम किल आम जनता की तबाही होती ह जबवक दोनो धमगो क धवनको को कोई नकसान नही होता यिाओ को िीिी चनलो धमथि क ठकदारो नताओ-मवनतयो क भरमजाल स बाहर आना होगा वशका रोजगार जस िातविक मदो पर सघिथि सगवठत करना होगा नताओ को घरना होगा वक जो िायद िो चनाि म करत ह उस पदरा कर जावतिाद-भदभाि की दीिार वगरानी होगी धावमथिक कटटरपवथयो चाह िो वहनदद हो या मवलम वसख या ईसाई क वखलाफ हलला बोलना होगा अनधविशवास रवढयो क विरद िचावनक चतना का परचार-परसार करना होगा हम महनतकश जनता क िातविक मदो पर सघिगो स इस लडाई को जोडना होगा

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lhfjk 2013 ls vc rd---(सबगल सि)

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10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 7: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

मजदर तबरल अपल 2017 7

राहल साितयायन पर कचार रोषरी

राहल फाउणशन और नौजिान भारत सभा क सयति ततिाधान म राहल साकतयायन क मवतवदिस 14 अपरल क अिसर पर पचायती हॉल दशथिनलाल चौक दहराददन म विचार-गोषठी का आयोजन वकया गया गोषठी म तमाम ितिाओ न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन कवतति वयवतिति पर वितार स बात रखी और आज क दौर म राहल साकतयायन को याद करन की जररत पर बल दत हए कहा वक आज पदजीिादी वयिथा चौतरफा सकिो स वघर चकी ह इस सकि स धयान भिकान क वलए और इस सडी हई वयिथा को बचाए रखन क वलए तमाम परवतवरियािादी फावसि ताकत जनता को धावमथिक अनधविशवास कद पमण दकता रवढयो पाखणो की वदमागी गलामी की जजीरो म बाध दना चाहती ह और एक हद तक ि अपन इस काम म सफल भी हए ह ऐस म परगवतशील रिावनतकारी ताकतो को राहल साकतयायन की तरह ही िचाररक साकवतक आनदोलनो को जनता क बीच म खडा करना पडगा

सावहतयकार तपन वसह चौहान न कहा वक राहल न अपनी परमपरा स अपन वसदानत और वयिहार की एकता स हम लखको सावहतयकारो को भी परभावित वकया और हम अपनी लखनी क साथ ही जनता क साथ सडको पर उतरकर आनदोलन करन को परररत वकया

ीएन वतिारी न कहा वक राहल न भारत क दशथिन की भौवतकिादी धारा स आम जनता का पररचय कराया उनहोन तमाम धावमथिक पाखणो मदलयो पर चोि की उनहोन कहा वक भारत क 84 वसद नावतक थ नाथ समपरदाय म बडा वहसा मसलमानो का शावमल था वजनको आज कोई नही जानता

गोषठी म गीता गरोला न राहल साकतयायन क जीिन-दशथिन पर बात रखत हए कहा वक राहल न अपन लखन म पहाड की सकवत को बहत ही कलातमक भािा म उकरा

राजनदर राित न राहल साकतयायन क लखन पर बात रखत हए कहा वक राहल न भारतीय भौवतकिाद की महतता समझी और सरल भािा म कहावनयो उपनयासो जीिन ितत समरणो क दारा जनता क बीच इवतहास और दशथिन की िातविक सचचाई को जनता क सामन लाय

लोक दतक क अवशवनी तयागी न कहा वक आज क दौर म जब हर जगह अनधविशवास कतकथि को बढािा वदया जा रहा ह और फासीिादी शवतिया लगातार जनता को बािकर पदर समाज म सामपरदावयक धिीकरण करन की तयारी कर रही ह ऐस म राहल साकतयायन को नौजिान पीढी म वफर स थावपत करना होगा

नौजिान भारत सभा क अपदिथि न कहा वक राहल न वजस साकवतक िचाररक रिावनत को आग बढाया आज क दौर म वफर स उसी साकवतक िचाररक रिावनत की जररत ह

गोषठी का सचालन राहल फाउणशन की कविता कषणपललिी न वकया और कहा वक राहल को याद करना वसफथि एक रमी किायद नही ह बवलक आज धावमथिक पाखण कद पमण दकता अनधविशवास गवतहीनता अतकथि परकता को खतम करन क वलए राहल का लखन उनका वयवतिति उनक वसदानत और वयिहार की एकता आज हम पररणा द रह ह राहल क योगदानो को कभी भी भलाया या वमिाया नही जा सकता

गोषठी म ॉ बथथििाल अजथिन वसह राजीि कोठारी आवद न भी अपनी बात रखी गोषठी म मखय रप स विजय भटट गीता गरोला अवशवनी तयागी आयिी तपन वसह चौहान ॉ वजतनदर भारती ीएन वतिारी शमीम अहमद राजीि कोठारी समदशती बथथििाल सौरभ शभम पणीर जयदीप सकलानी आवद उपवथत रह

बीत 26 माचथि को लवधयाना म मजददर प तकालय ईबलयदएस कालोनी (ताजपर रो) पर शहीद भगत वसह सखदि ि राजगर की याद म शहादत की 86िी ििथिगाठ को समवपथित रिावनतकारी साकवतक कायथिरिम का आयोजन वकया गया यह कायथिरिम कारखाना मजददर यदवनयन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन सती मजददर सगठन ि नौजिान भारत सभा दारा सयति रप स आयोवजत वकया गया सगठनो दारा शहादत वदिस क समबनध म लवधयाना की मजददर आबादी म एक सपताह तक सघन परचार अवभयान चलाया गया था वयापक पचाथि वितरण नककड नािको की पशकारी और नककड सभाओ आवद माधयमो क

जररय लोगो तक रिावनतकारी शहीदो का सनदश पहचाया गया

26 माचथि क कायथिरिम की शरआत शहीदो की याद म दो वमनि क मौन स की गयी इस अिसर पर इकलाब वजनदाबाद इस समाज को बदल दो और एक मजददर की मौत नािको का मचन वकया गया अनको रिावनतकारी-जझार गीत पश वकय गय कायथिरिम को लोगो न खदब सराहा कारखाना मजददर यदवनयन क राजविनदर और सती मजददर सगठन की बलजीत न शहीदो क जीिन विचारो और मौजददा पररवथवतयो चनौवतयो कायथिभारो की चचाथि की मच सचालन िकसिाइल-हौजरी कामगार यदवनयन क लखविनदर न वकया

ितिाओ न कहा वक शहीद

भगतवसह और उनक सावथयो न वजस शोिण रवहत समाज क वनमाथिण क वलए वजनदगी-भर सघिथि सघिथि वकया और कबाथिवनया की िह समाज नही बन सका ह उनकी लडाई वसफथि लिर अगज हकमरानो क वखलाफ नही थी बवलक हर तरह क शोिको क वखलाफ थी चाह ि शोिक अगज हो भारतीय हो और चाह कोई ओर हो भगतवसह न कहा था वक जब तक इसान क हाथो इसान की लदि खतम नही होती यह जग जारी रहगी अगजी गलामी स मवति का मीठा फल भारत क धननासठो न चखा ह महनतकश जनता तो आज भी लदि शोिण अनयाय की चककी म वपस रही ह मजददरो को वबना शम अवधकारो क 12-14 घणि खिना पडता ह मवहलाओ

की हालत बद स बदतर हो चकी ह नौजिान गरीबी-बरोजगारी की चककी म वपस रह ह भाजपा की मोदी सरकार कागस दारा शर की गयी उदारीकरण-वनजीकरण-भदमणलीकरण की नीवतयो को और भी जोर-शोर स लागद कर रही ह वहनदतििादी फासीिादी भाजपा का राजयसभा म भी बहमत हो गया ह शम कानदनो म मजददर विरोधी बदलािो तथा अनय जन विरोधी कानदन पाररत करन की परवरिया को अब और भी तजी स आग बढाया जायगा लोगो क विचारो की अवभवयवति की आजादी खान-पीन पहनन परम करन शादी करन आवद तमाम जनिादी अवधकारो पर बड हमल हो रह ह

भगतवसह न जावत-धमथि क नाम पर

लोगो को बािन की सावज शो स दश क लोगो को आगाह वकया था और िगतीय एकता कायम करन पर जोर वदया था

ितिाओ न कहा वक रिावनतकारी शहीदो को रम अदायगी क तौर पर याद करन का कोई मतलब नही ह आज जररत ह वक रिावनतकारी शहीदो क जीिन ि विचारो को जन-जन तक पहचाया जाय लोगो को मौजददा समय की चनौवतयो स पररवचत कराया जाय सगवठत वकया जाय और इस तरह शहीदो क सपनो क समाज क वनमाथिण क वलए आग बढा जाय यही रिावनतकारी शहीदो को एक सचची शदाजवल हो सकती ह

भगतवसह राजगर ि सखदि क शहादत वदिस क अिसर पर नौजिान भारत सभा दारा ममबई ि अहमदनगर म 15 वदिसीय शहीद यादगारी अवभयान चलाया गया इस अवभयान क अनतगथित वहनदी ि मराठी म हजारो पचद वितररत वकय गय विचार गोवषठया प तक परदशथिनी आयोवजत की गयी ि गौहर रजा की इकलाब ॉकयदमणटरी की रिीवनग भी की गयी अवनतम वदन यानी 3 अपरल को अहमदनगर क रहमत सलतान फाउणशन सभागह म फासीिाद क मौजददा दौर म भगतवसह की परासवगकता वििय पर पररसिाद रखा गया ि साथ ही दो प तको का लोकापथिण वकया गया पररसिाद का मखय ितिवय कामगार वबगल क समपादक सोमनाथ क जळ न रखा ि उसक बाद सभी शोताओ न भी पररसिाद म भागीदारी की भारत क रिावनतकारी आनदोलन क धावमथिक पनरतथानिाद स िजावनक समाजिाद तक की याता पर सोमनाथ न वितत बातचीत रखी भगतवसह क वलए ितनतता क असली मायन कया थ राजनीवतक जीिन म धमथि क हतकप क बार म भगतवसह कया सोचत थ अप यता समया को वकस तरह दखत थ ि भारत की जनता क वलए वकस तरह िो वसफथि मजददर रिावनत का सपना दखत थ इस पर सोमनाथ न रोचक ढग स परकाश ाला उसक बाद फासीिाद क बार म बात रखत हए उनहोन कहा वक यदवप भगतवसह क समय म वहिलर ि मसोवलनी का बबथिर चहरा पदरी तरह सामन नही आया था पर वफर भी भगतवसह समझत थ वक वकस तरह जब पदजीपवत िगथि जनता को लदिन म असहाय होन लगता ह तो िो लोगो को आपस म लडिाता ह उनहोन भगतवसह क लख सामपरदावयक दग और उनका इलाज ि धमथि ि हमारा ितनतता सगाम का सनदभथि दत हए बताया वक

भगतवसह सामपरदावयक झगडो क पी क असली कारण यानी आवथथिक कारण को समझत थ और इसीवलए ऐस झगडो का सामना करन क वलए िगतीय एकता पर जोर दत थ उनहोन अनत म कहा वक आज क समय म नौजिानो को भगतवसह क रात को ही आग बढाना होगा दश क मजददर िगथि को एकजि करक फासीिाद को मात दनी होगी तभी भगतवसह का इकलाब वजनदाबाद का सपना साकार होगा

इस मखय ितिवय क बाद कई अनय शोताओ न भी बात रखी और भगतवसह क विचारो को जन-जन तक पहचान की बात पर बल वदया

कायथिरिम का ददसरा वहसा दो मराठी पवतकाओ (कोळी ि माशी - विलहलम वलबकनखत तरणाना आिाहन - पीिर रिोपोतवकन) का लोकापथिण था लोकापथिण की शरआत म जनचतना क महाराषटर परभारी नागश धिद न िकवलपक मीवया अवभयान का पररचय वदया ि दोनो पवतकाओ क बार म भी बताया उनहोन कहा वक आज पदजीपवत िगथि अपन सचार माधयमो स जनता पर लगातार िचाररक हमला कर रहा ह पररितथिन की वकसी भी लडाई क परवत लोगो को सशयकारी बना रहा ह घविया दजद क नािको वफलमो अखबारो िीिी चनलो आवद क माधयम स मवहला विरोधी अपराधो को बढािा द रहा ह इसक बरकस मजददर िगथि को अपना िकवलपक मीवया खडा करना होगा जनचतना एक ऐसा ही परयास ह जनचतना वहनदी अगजी पजाबी ि मराठी भािाओ क परगवतशील सावहतय का वितरण करती ह आन िाल समय म हमारा परयास रहगा वक दश की हर भािा म परगवतशील रिावनतकारी िजावनक ि मानिीय मलयो क सावहतय को अपन सहयोगी परकाशन सथानो क सहयोग स पहचाया जा सक जनचतना का

परयास रहगा वक वसफथि वकताब ही नही बवलक िततवचतो लघ वफलमो ि वफलमो क माधयम स भी मजददर िगथि की आिाज को बलनद वकया जा सक

उनहोन कहा वक 28 वसतमबर 2016 को शर हआ ऐरण परकाशन भी जनचतना का सहयोगी परकाशन सथान ह इसका उद य मराठी भािा म रिावनतकारी ि माकसथििादी सावहतय को परकावशत करना ह इस अिसर पर लोकावपथित की गयी दो ोिी पवतकाओ का ऐवतहावसक महति भी उनहोन बताया उनहोन बताया वक कोळी आवण माशी नामक ोिी सी पवतका दवनयाभर क मजददरो क बीच लोकवपरय ह जो बताती ह वक वकस तरह पदजीपवत िगथि मजददर िगथि का शोिण करक अपनी अययावशयो क महल खड करता ह यह पवतका मजददर िगथि को इस अनयाय क वखलाफ खड होन क वलए ललकारती ह उनहोन बताया वक ददसरी पवतका तरणाना आिाहन रस क परवसद अराजकतािादी रिावनतकारी वपरस पीिर रिोपोतवकन दारा वलखी गयी थी उनका यह परवसद लख अपन पशो म शावमल होन क वलए तयार यिको-यिवतयो को समबोवधत था और सबस पहल रिोपोिवकन क अखबार ला ररिोलि म 1880 म परकावशत हआ था उसक बाद स दवनयाभर म एक पमफलि क रप म यह बार-बार पता रहा ह और आज भी इसकी अपील उतनी ही परभािी और झकझोर दन िाली ह इसक बाद दोनो पवतकाओ का लोकापथिण शभम ि अलका माळी क हाथो वकया गया कायथिरिम क दौरान कई रिावनतकारी गीत भी पश वकय गय शहीद भगतवसह राजगर सखदि जस तमाम शहीदो क सपनो को साकार करन क सकलप क साथ कायथिरिम का समापन हआ

भरिकसह सखद राजरर िी याद म काकििाररी सासिकिि िायजकम िा आयोजन

सकडो लोरो न दरी महान काननतकाररी िहरीदो को भावभरीनरी शरदाजलल

भरिससह राजरर व सखदव क िहादि ददवस पर ममबई व अहमदनरर म चला 15 ददवसरीय

िहरीद यादराररी अजभयान

8 मजदर तबरल अपल 2017

वक नि-उदारिादी नीवतयो न वजस तरह महगाई लगातार कम होती मजददररया बरोजगारी और भखमरी क दानि को खला ोड वदया ह उसस तत जनता एक न एक वदन जरर ही सगवठत होकर मदान म खडी हो जायगी इसी वलए सामपरदावयक फासीिादी ताकत दशभर म सीवमत पमान क ोि-ब दग करिा रही ह फासीिाद जनता क सामन हमशा एक झदठा द मन खडा करता ह तावक अपनी बदहाली स परशान जनता क ग स को उस झदठ द मन क विरद मोडकर असली कारणो स बहकाया जा सक धावमथिक अलपसखयको क साथ ही परगवतशील ताकत हमशा उसक वनशान पर रहती ह अनधराषटरिाद का हवथयार उसक बड काम आता ह

lsquoविकासrsquorsquo की सचचाई यह ह वक दश की ऊपर की 1 फीसदी आबादी क पास दश की कल समपदा का 584 फीसदी वहसा इकटा हो चका ह और अगर ऊपर की 10 फीसदी आबादी को ल तो यह आकडा 807 फीसदी तक पहच जाता ह ददसरी ओर नीच की 50 फीसदी आबादी क पास कल समपदा का महज 1 फीसदी ह दश क गोदामो म अनाज सडन क बािजदद परवतवदन लगभग 9000 बचच कपोिण ि िाथय समबनधी समयाओ स मर जात ह यदनीसफ की ररपोिथि क मतावबक कपोिण का वशकार दवनया का हर तीसरा बचचा भारत का ह 50 परवतशत औरत खदन की कमी की वशकार ह सरकारी नीवतयो क कारण होन िाली मौत आतकी घिनाओ स होन िाली मौतो की तलना म कई हजार गना ह लवकन इन मौतो पर नताओ ि मीवया दारा सावजशाना चपपी बनी रहती ह 1 फरिरी को बजि पश होन स पहल आवथथिक सिद की ररपोिथि म यह बताया गया ह वक हर साल औसतन 90 लाख लोग रोजी-रोिी की तलाश म अपना घर ोडकर परिासी बन जात ह वजनम स जयादातर ममबई वतरपर वदलली बगलदर लवधयाना आवद की गनदी और बीमारी स भरी झोपडपरटटयो म समा जात ह आकडो क मतावबक दश की लगभग 36 करोड आबादी झगगी-झोपवडयो और फिपाथ पर रहन क वलए मजबदर ह मोदी सरकार न जदन 2015 म 2022 तक 2 करोड मकान बनिान की बात की थी यावन हर साल लगभग 30 लाख मकान लवकन जलाई 2016 म पता चला वक 1 साल म किल 19255 मकान बन

इसी तरह हर ििथि 2 करोड नय रोजगार पदा करन क दाि की सचचाई इसी स सामन आ जाती ह वक बरोजगारी की दर वपल कई ििगो स लगातार बढत हए 2015-16 म 73 परवतशत तक पहच गई दश क लगभग 30 करोड लोग बरोजगारी म धकक खा रह ह जनता की सविधाओ म लगातार किौती की जा रही ह और अमीरजादो क अरबो रपय क कजथि बटट खात म ाल

(िाति म माफ वकय) जा रह ह िशन पर चाय बचन का ढोग रचत हए अब िशन को ही वनजी हाथो म बचा जा रहा ह इसकी शरआत हबीबगज रलि िशन (मधयपरदश) स कर वदया गया ह आग करीब 400 रलि िशनो को पीपीपी (पराइिि पवबलक पािथिनरवशप) क हिाल करन की योजना ह कॉलजो-विशवविदालयो की फीस बढायी जा रही ह सीि घिायी जा रही ह वशका म सरकारी खचथि घिाया जा रहा ह तावक उसकी वथवत लचर हो और वशका को पदरी तरह बाजार क हिाल वकया जा सक इनक वखलाफ खड होन िाल ातो-सगठनो क आनदोलनो को कचला जा रहा ह अभी-अभी पजाब विशवविदालय म 11 गना फीस बढान क वखलाफ जब ातो न आनदोलन चलाया तो न किल उन पर बबथिर लाठी चाजथि वकया गया बवलक 58 ात-ाताओ पर राषटरदोह का मकदमा लाद वदया बाद म ातो की एकजिता दख राषटरदोह का मकदमा हिा वदया लवकन िहा दमनचरि जारी ह

आज दश ही नही पदरी दवनया म फावसस ि ताकत वसर उठा रही ह अमररका क इवतहास म पहली बार ोनाल टरमप जसा वयवति राषटरपवत बन गया ह जो साधिी पराची और आवदतयनाथ जस लोगो की भािा म बयानबावज या करता रहा ह भारत म भी इसका सीधा समबनध पदजीिाद क गहरात सकि स ह नि-उदारिादी आवथथिक नीवतयो को वजतन नगई और कशलता क साथ मोदी न लागद करना शर वकया उसक कारण बड-बड पदजीपवत घरान बको क मावलक हवथयारो क सौदागर दश क तल और गस पर कबजा जमाय अमबानी जस धनपश वफककी एसोचम जसी सथाय तथा मधय िगथि क लोग मोदी की शान म कसीद पढ रह थ मगर सकि की चपि ऐसी ह वक जनता को बरी तरह वनचोडकर भी मोदी सरकार अपन आकाओ क घित मनाफ को बढा नही पा रही ह ऐस म कई पदजीपवत घरानो का धयथि भी जिाब द रहा ह ददसरी ओर बढती महगाई बरोजगारी स तबाह आम जनता ठगी महसदस कर रही ह और चारो ओर स विरोध क स िर उठ रह ह ऐस म आन िाल वदनो म सरकारी दमन और सडको पर सघी गणा वगरोहो का उतपात बढता ही जायगा

वनचिय ही फासीिादी माहौल म रिावनतकारी शवतियो क परचार एि सगठन क कामो का बजथिआ जनिादी पस और भी वसकड जायगा लवकन इसका ददसरा पक यह होगा वक निउदारिादी नीवतयो क बरोकिोक और तज अमल तथा हर परवतरोध को कचलन की कोवशशो क चलत पदजीिादी ढाच क सभी अनतरविरोध उग स उगतर होत चल जायग मजददर िगथि और समदची महनतकश जनता रीढविहीन गलामो की तरह सबक झलती नही रहगी दश क ात-

नौजिान चपचाप सहत नही रहग आन िाल वदनो म वयापक मजददर उभारो की पररवथवतया तयार होगी ातो-नौजिानो को भी यह समझना होगा वक उनकी लडाई महनतकशो को अपन साथ वलय वबना आग नही बढ सकती उन ह फावसिो का भणाफोड करन और उनक मजददर-विरोधी चररत क बार म महनतकश जनता को जागरक करन क वलए उनक बीच जाना होगा यवद इनह नतति दन िाली रिावनतकारी शवतिया तयार रहगी और साहस क साथ ऐस उभारो म शावमल होकर उनकी अगिाई अपन हाथ म लगी तो रिावनतकारी सकि की उन समभावित पररवथवतयो म बहतर स बहतर इतमाल करक सघिथि को वयापक बनान और सही वदशा दन का काम वकया जा सकगा अपन दश म और और पदरी दवनया म बजथिआ जनिाद का करण और नि फासीिादी ताकतो का उभार ददरगामी तौर पर नयी रिावनतकारी समभािनाओ क विफोि की वदशा म भी सकत कर रहा ह

मजददरो और महनतकशो को यह बात अची तरह समझ लनी होगी वक फासीिाद पदजीपवत िगथि की सिा करता ह सामपरदावयक फासीिाद की राजनीवत झदठा परचार या दषपरचार करक सबस पहल एक नकली द मन को खडा करती ह तावक मजददरो-महनकशो का शोिण करन िाल असली द मन यानी पदजीपवत िगथि को जनता क ग स स बचाया जा सक य लोग न वसफथि मजददरो क द मन ह बवलक आम तौर पर दखा जाय तो य पदर समाज क भी द मन ह इनका मकाबला करन क वलए महनतकश िगगो को न वसफथि अपन िगथि वहतो की रका क वलए एकजि होकर पदजीपवत िगथि क वखलाफ एक सवनयोवजत लबी लडाई लडन की शरआत करनी होगी बवलक साथ ही साथ महगाई बरोजगारी मवहलाओ की बराबरी तथा जावत और धमथि की कटटरता क वखलाफ भी जनता को जागरक करना होगा

आन िाला समय महनतकश जनता और रिावनतकारी शवतियो क वलए कवठन और चनौतीपदणथि ह हम राजयसतता क दमन का ही नही सडको पर फासीिादी गणा वगरोहो का भी सामना करन क वलए तयार रहना पडगा राता वसफथि एक ह हम जमीनी तर पर गरीबो और मजददरो क बीच अपना आधार मजबदत बनाना होगा वबखरी हई मजददर आबादी को जझार यदवनयनो म सगवठत करन क अवतररति उनक विवभनन परकार क जनसगठन मच जझार ियसिक दत चकसी दत आवद तयार करन होग आज जो भी िाम जनिादी शवतिया िाति म फासीिादी चनौती स जदझन का जजबा और दमखम रखती ह उनह ोि-ोि मतभद भलाकर एकजि हो जाना चावहए हम भदलना नही चावहए वक इवतहास म मजददर िगथि की फौलादी मटी न हमशा ही फासीिाद को चकनाचदर

वकया ह आन िाला समय भी इसका अपिाद नही होगा हम अपनी भरपदर ताकत क साथ इसकी तयारी म जि जाना चावहए

यह पदजीिादी वयिथा अनदर स सड चकी ह और इसी सडाध स पदरी दवनया क पदजीिादी समाजो म वहिलर-मसोवलनी क ि िाररस पदा हो रह ह वजनह फावसि कहा जाता ह फावसि पदजीिादी लोकतत तक को नही मानत और उस पदरी तरह रमी बना दत ह और िाति म पदजी की नगी खली तानाशाही थावपत कर दत ह फावसि धमथि या नल क आधार पर आम जनता को बाि दत ह ि नकली राषटरभवति क उनमादी जनदन म हक की लडाई की हर आिाज को दबा दत ह ि धावमथिक या नली अलपसखयको को वनशाना बनाकर एक नकली लडाई स असली लडाई को पी कर दत ह पदर दश म दगो और खदन-खराबो का विनाशकारी खल शर कर दत ह पदजीपवत िगथि अपन सकिो स वनजात पान क वलए फावसजम को सगवठत करता ह और जजीर स बध कतत की तरह उसका इतमाल करना चाहता ह लवकन जब तब यह कतता अपनी जजीर डा भी लता ह और तब समाज म भयकर खदनी उतपात मचाता ह हमार दश म वपल पचचीस बबीस ििगो स कभी मवदर-वनमाथिण कभी लि-जहाद कभी गाय तो कभी तथाकवथत दशदरोह बनाम दशपरम क नाम पर जारी यह उनपाद बढता हआ पदर दश को एक खदनी दलदल की ओर धकलता जा रहा ह धमथि नकली दशपरम और तमाम फजती मकदमो को उभाडकर पदजीिादी लदि पवलवसया दमन बदखली बरोजगारी महगाई आवद नबब फीसदी लोगो की वजदगी क बवनयादी मदो को तथा सरकार की िायदा-वखलावफयो पर परदा ाल वदया गया ह वजनह वमलकर दस फीसदी लिरो स लडना ह ि आपस म ही एक-ददसर क खदन क पयास हो रह ह

आवखर मलक को इस अधरी सरग स बाहर वनकालन का कोई राता ह कया रोशनी की कोई लकीर कही दीख रही ह - हा वबलकल इस अधर स बाहर वनकलन का एक ही राता ह - शहीदआजम भगतवसह का राता नाउममीदो की एक ही उममीद बची ह - रिावत हम अपन महान शहीदो दारा डी गयी अधदरी लडाई को अजाम तक पहचाना होगा महनतकश जनता क बहादर सपदतो को भगतवसह क विचारो का परचम ऊचा उठाना होगा आम जनता क इकलाबी जनसगठन बनान होग तथा दशी-विदशी लदि और जनतत नामधारी धनतत की करि खोदन की तयारी करनी होगी तभी जाकर ऐसा समाज बनगा वजसम उतपादन राजकाज और समाज पर उतपादन करन िाल कावबज होग फसल की ताकत उनक हाथो म होगी भगतवसह न ऐसी ही आजादी का सपना दखा था वजसम सतता महनतकश क हाथो म हो न वक

हर पाच साल पर होन िाल चनािी डराम का वजसम लोकतत क नाम पर किल पदजी क घोडो पर सटटा लगता हो

आज जगह-जगह अनयाय क वखलाफ यिा सडको पर उतर रह ह लवकन सिाल य ह वक यिाओ की बडी तादाद अभी भी इन सघिगो म शावमल कयो नही ह जनता की बडी आबादी की वनवषरियता कयो ह इसका सबस बडा कारण यह ह वक बहत बडी आबादी अपनी वजनदगी की तबाही-बबाथिदी क कारणो स पररवचत नही ह लोगो क इस वपडपन का फायदा शासक िगथि उठात ह िो लोगो की समयाओ का कारण वकसी अनय धमथि क लोगो या जावत दश आवद स जोड दत ह दग-फसाद करिात ह लोगो की एकता िदि जाती ह और िो आपस म ही लडन पर आमादा हो जात ह आवथथिक सकि क आज क दौर म धमथि-जावत क नाम पर झगड किल चनािी राजनीवत का मसला नही ह उसस आग बढकर सघ पररिार की फासीिादी राजनीवत पदर दश म बड पमान पर पाि पसारती जा रही ह फासीिादी जहा एक ओर महगाई बढाकर जनता को वमलन िाली द िो म किौती करक बड-बड उदोगपवतयो क मनाफ की दर को वथर रखत ह या बढात ह िही ददसरी ओर इसस असतष होकर जनता सडको पर न उतर पड इसक वलए लोगो म नकली राषटरिाद मवनदर-मवजद धावमथिक झगड सकवत क नाम पर झगड आवद भडकात ह उनक गणा वगरोह जनता क वलए लडन िाल लोगो की रिद र हतयाय करत रहत ह और ि शासन-परशासन को भी अपन हाथ म ल लत ह इन फासीिादी ताकतो का विरोध करन िाल लोगो को दशदरोही ठहरा वदया जाता ह यावन वक एक वनरकश तानाशाही जनता पर थोप दी जाती ह अतीत म वहिलर और मसोवलनी की सतता इसकी वमसाल ह और ितथिमान समय म भारत म सघ पररिार

हम भी इन झगडो क कारणो को समझना होगा इन झगडो का पररणाम किल आम जनता की तबाही होती ह जबवक दोनो धमगो क धवनको को कोई नकसान नही होता यिाओ को िीिी चनलो धमथि क ठकदारो नताओ-मवनतयो क भरमजाल स बाहर आना होगा वशका रोजगार जस िातविक मदो पर सघिथि सगवठत करना होगा नताओ को घरना होगा वक जो िायद िो चनाि म करत ह उस पदरा कर जावतिाद-भदभाि की दीिार वगरानी होगी धावमथिक कटटरपवथयो चाह िो वहनदद हो या मवलम वसख या ईसाई क वखलाफ हलला बोलना होगा अनधविशवास रवढयो क विरद िचावनक चतना का परचार-परसार करना होगा हम महनतकश जनता क िातविक मदो पर सघिगो स इस लडाई को जोडना होगा

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lhfjk 2013 ls vc rd---(सबगल सि)

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10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 8: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

8 मजदर तबरल अपल 2017

वक नि-उदारिादी नीवतयो न वजस तरह महगाई लगातार कम होती मजददररया बरोजगारी और भखमरी क दानि को खला ोड वदया ह उसस तत जनता एक न एक वदन जरर ही सगवठत होकर मदान म खडी हो जायगी इसी वलए सामपरदावयक फासीिादी ताकत दशभर म सीवमत पमान क ोि-ब दग करिा रही ह फासीिाद जनता क सामन हमशा एक झदठा द मन खडा करता ह तावक अपनी बदहाली स परशान जनता क ग स को उस झदठ द मन क विरद मोडकर असली कारणो स बहकाया जा सक धावमथिक अलपसखयको क साथ ही परगवतशील ताकत हमशा उसक वनशान पर रहती ह अनधराषटरिाद का हवथयार उसक बड काम आता ह

lsquoविकासrsquorsquo की सचचाई यह ह वक दश की ऊपर की 1 फीसदी आबादी क पास दश की कल समपदा का 584 फीसदी वहसा इकटा हो चका ह और अगर ऊपर की 10 फीसदी आबादी को ल तो यह आकडा 807 फीसदी तक पहच जाता ह ददसरी ओर नीच की 50 फीसदी आबादी क पास कल समपदा का महज 1 फीसदी ह दश क गोदामो म अनाज सडन क बािजदद परवतवदन लगभग 9000 बचच कपोिण ि िाथय समबनधी समयाओ स मर जात ह यदनीसफ की ररपोिथि क मतावबक कपोिण का वशकार दवनया का हर तीसरा बचचा भारत का ह 50 परवतशत औरत खदन की कमी की वशकार ह सरकारी नीवतयो क कारण होन िाली मौत आतकी घिनाओ स होन िाली मौतो की तलना म कई हजार गना ह लवकन इन मौतो पर नताओ ि मीवया दारा सावजशाना चपपी बनी रहती ह 1 फरिरी को बजि पश होन स पहल आवथथिक सिद की ररपोिथि म यह बताया गया ह वक हर साल औसतन 90 लाख लोग रोजी-रोिी की तलाश म अपना घर ोडकर परिासी बन जात ह वजनम स जयादातर ममबई वतरपर वदलली बगलदर लवधयाना आवद की गनदी और बीमारी स भरी झोपडपरटटयो म समा जात ह आकडो क मतावबक दश की लगभग 36 करोड आबादी झगगी-झोपवडयो और फिपाथ पर रहन क वलए मजबदर ह मोदी सरकार न जदन 2015 म 2022 तक 2 करोड मकान बनिान की बात की थी यावन हर साल लगभग 30 लाख मकान लवकन जलाई 2016 म पता चला वक 1 साल म किल 19255 मकान बन

इसी तरह हर ििथि 2 करोड नय रोजगार पदा करन क दाि की सचचाई इसी स सामन आ जाती ह वक बरोजगारी की दर वपल कई ििगो स लगातार बढत हए 2015-16 म 73 परवतशत तक पहच गई दश क लगभग 30 करोड लोग बरोजगारी म धकक खा रह ह जनता की सविधाओ म लगातार किौती की जा रही ह और अमीरजादो क अरबो रपय क कजथि बटट खात म ाल

(िाति म माफ वकय) जा रह ह िशन पर चाय बचन का ढोग रचत हए अब िशन को ही वनजी हाथो म बचा जा रहा ह इसकी शरआत हबीबगज रलि िशन (मधयपरदश) स कर वदया गया ह आग करीब 400 रलि िशनो को पीपीपी (पराइिि पवबलक पािथिनरवशप) क हिाल करन की योजना ह कॉलजो-विशवविदालयो की फीस बढायी जा रही ह सीि घिायी जा रही ह वशका म सरकारी खचथि घिाया जा रहा ह तावक उसकी वथवत लचर हो और वशका को पदरी तरह बाजार क हिाल वकया जा सक इनक वखलाफ खड होन िाल ातो-सगठनो क आनदोलनो को कचला जा रहा ह अभी-अभी पजाब विशवविदालय म 11 गना फीस बढान क वखलाफ जब ातो न आनदोलन चलाया तो न किल उन पर बबथिर लाठी चाजथि वकया गया बवलक 58 ात-ाताओ पर राषटरदोह का मकदमा लाद वदया बाद म ातो की एकजिता दख राषटरदोह का मकदमा हिा वदया लवकन िहा दमनचरि जारी ह

आज दश ही नही पदरी दवनया म फावसस ि ताकत वसर उठा रही ह अमररका क इवतहास म पहली बार ोनाल टरमप जसा वयवति राषटरपवत बन गया ह जो साधिी पराची और आवदतयनाथ जस लोगो की भािा म बयानबावज या करता रहा ह भारत म भी इसका सीधा समबनध पदजीिाद क गहरात सकि स ह नि-उदारिादी आवथथिक नीवतयो को वजतन नगई और कशलता क साथ मोदी न लागद करना शर वकया उसक कारण बड-बड पदजीपवत घरान बको क मावलक हवथयारो क सौदागर दश क तल और गस पर कबजा जमाय अमबानी जस धनपश वफककी एसोचम जसी सथाय तथा मधय िगथि क लोग मोदी की शान म कसीद पढ रह थ मगर सकि की चपि ऐसी ह वक जनता को बरी तरह वनचोडकर भी मोदी सरकार अपन आकाओ क घित मनाफ को बढा नही पा रही ह ऐस म कई पदजीपवत घरानो का धयथि भी जिाब द रहा ह ददसरी ओर बढती महगाई बरोजगारी स तबाह आम जनता ठगी महसदस कर रही ह और चारो ओर स विरोध क स िर उठ रह ह ऐस म आन िाल वदनो म सरकारी दमन और सडको पर सघी गणा वगरोहो का उतपात बढता ही जायगा

वनचिय ही फासीिादी माहौल म रिावनतकारी शवतियो क परचार एि सगठन क कामो का बजथिआ जनिादी पस और भी वसकड जायगा लवकन इसका ददसरा पक यह होगा वक निउदारिादी नीवतयो क बरोकिोक और तज अमल तथा हर परवतरोध को कचलन की कोवशशो क चलत पदजीिादी ढाच क सभी अनतरविरोध उग स उगतर होत चल जायग मजददर िगथि और समदची महनतकश जनता रीढविहीन गलामो की तरह सबक झलती नही रहगी दश क ात-

नौजिान चपचाप सहत नही रहग आन िाल वदनो म वयापक मजददर उभारो की पररवथवतया तयार होगी ातो-नौजिानो को भी यह समझना होगा वक उनकी लडाई महनतकशो को अपन साथ वलय वबना आग नही बढ सकती उन ह फावसिो का भणाफोड करन और उनक मजददर-विरोधी चररत क बार म महनतकश जनता को जागरक करन क वलए उनक बीच जाना होगा यवद इनह नतति दन िाली रिावनतकारी शवतिया तयार रहगी और साहस क साथ ऐस उभारो म शावमल होकर उनकी अगिाई अपन हाथ म लगी तो रिावनतकारी सकि की उन समभावित पररवथवतयो म बहतर स बहतर इतमाल करक सघिथि को वयापक बनान और सही वदशा दन का काम वकया जा सकगा अपन दश म और और पदरी दवनया म बजथिआ जनिाद का करण और नि फासीिादी ताकतो का उभार ददरगामी तौर पर नयी रिावनतकारी समभािनाओ क विफोि की वदशा म भी सकत कर रहा ह

मजददरो और महनतकशो को यह बात अची तरह समझ लनी होगी वक फासीिाद पदजीपवत िगथि की सिा करता ह सामपरदावयक फासीिाद की राजनीवत झदठा परचार या दषपरचार करक सबस पहल एक नकली द मन को खडा करती ह तावक मजददरो-महनकशो का शोिण करन िाल असली द मन यानी पदजीपवत िगथि को जनता क ग स स बचाया जा सक य लोग न वसफथि मजददरो क द मन ह बवलक आम तौर पर दखा जाय तो य पदर समाज क भी द मन ह इनका मकाबला करन क वलए महनतकश िगगो को न वसफथि अपन िगथि वहतो की रका क वलए एकजि होकर पदजीपवत िगथि क वखलाफ एक सवनयोवजत लबी लडाई लडन की शरआत करनी होगी बवलक साथ ही साथ महगाई बरोजगारी मवहलाओ की बराबरी तथा जावत और धमथि की कटटरता क वखलाफ भी जनता को जागरक करना होगा

आन िाला समय महनतकश जनता और रिावनतकारी शवतियो क वलए कवठन और चनौतीपदणथि ह हम राजयसतता क दमन का ही नही सडको पर फासीिादी गणा वगरोहो का भी सामना करन क वलए तयार रहना पडगा राता वसफथि एक ह हम जमीनी तर पर गरीबो और मजददरो क बीच अपना आधार मजबदत बनाना होगा वबखरी हई मजददर आबादी को जझार यदवनयनो म सगवठत करन क अवतररति उनक विवभनन परकार क जनसगठन मच जझार ियसिक दत चकसी दत आवद तयार करन होग आज जो भी िाम जनिादी शवतिया िाति म फासीिादी चनौती स जदझन का जजबा और दमखम रखती ह उनह ोि-ोि मतभद भलाकर एकजि हो जाना चावहए हम भदलना नही चावहए वक इवतहास म मजददर िगथि की फौलादी मटी न हमशा ही फासीिाद को चकनाचदर

वकया ह आन िाला समय भी इसका अपिाद नही होगा हम अपनी भरपदर ताकत क साथ इसकी तयारी म जि जाना चावहए

यह पदजीिादी वयिथा अनदर स सड चकी ह और इसी सडाध स पदरी दवनया क पदजीिादी समाजो म वहिलर-मसोवलनी क ि िाररस पदा हो रह ह वजनह फावसि कहा जाता ह फावसि पदजीिादी लोकतत तक को नही मानत और उस पदरी तरह रमी बना दत ह और िाति म पदजी की नगी खली तानाशाही थावपत कर दत ह फावसि धमथि या नल क आधार पर आम जनता को बाि दत ह ि नकली राषटरभवति क उनमादी जनदन म हक की लडाई की हर आिाज को दबा दत ह ि धावमथिक या नली अलपसखयको को वनशाना बनाकर एक नकली लडाई स असली लडाई को पी कर दत ह पदर दश म दगो और खदन-खराबो का विनाशकारी खल शर कर दत ह पदजीपवत िगथि अपन सकिो स वनजात पान क वलए फावसजम को सगवठत करता ह और जजीर स बध कतत की तरह उसका इतमाल करना चाहता ह लवकन जब तब यह कतता अपनी जजीर डा भी लता ह और तब समाज म भयकर खदनी उतपात मचाता ह हमार दश म वपल पचचीस बबीस ििगो स कभी मवदर-वनमाथिण कभी लि-जहाद कभी गाय तो कभी तथाकवथत दशदरोह बनाम दशपरम क नाम पर जारी यह उनपाद बढता हआ पदर दश को एक खदनी दलदल की ओर धकलता जा रहा ह धमथि नकली दशपरम और तमाम फजती मकदमो को उभाडकर पदजीिादी लदि पवलवसया दमन बदखली बरोजगारी महगाई आवद नबब फीसदी लोगो की वजदगी क बवनयादी मदो को तथा सरकार की िायदा-वखलावफयो पर परदा ाल वदया गया ह वजनह वमलकर दस फीसदी लिरो स लडना ह ि आपस म ही एक-ददसर क खदन क पयास हो रह ह

आवखर मलक को इस अधरी सरग स बाहर वनकालन का कोई राता ह कया रोशनी की कोई लकीर कही दीख रही ह - हा वबलकल इस अधर स बाहर वनकलन का एक ही राता ह - शहीदआजम भगतवसह का राता नाउममीदो की एक ही उममीद बची ह - रिावत हम अपन महान शहीदो दारा डी गयी अधदरी लडाई को अजाम तक पहचाना होगा महनतकश जनता क बहादर सपदतो को भगतवसह क विचारो का परचम ऊचा उठाना होगा आम जनता क इकलाबी जनसगठन बनान होग तथा दशी-विदशी लदि और जनतत नामधारी धनतत की करि खोदन की तयारी करनी होगी तभी जाकर ऐसा समाज बनगा वजसम उतपादन राजकाज और समाज पर उतपादन करन िाल कावबज होग फसल की ताकत उनक हाथो म होगी भगतवसह न ऐसी ही आजादी का सपना दखा था वजसम सतता महनतकश क हाथो म हो न वक

हर पाच साल पर होन िाल चनािी डराम का वजसम लोकतत क नाम पर किल पदजी क घोडो पर सटटा लगता हो

आज जगह-जगह अनयाय क वखलाफ यिा सडको पर उतर रह ह लवकन सिाल य ह वक यिाओ की बडी तादाद अभी भी इन सघिगो म शावमल कयो नही ह जनता की बडी आबादी की वनवषरियता कयो ह इसका सबस बडा कारण यह ह वक बहत बडी आबादी अपनी वजनदगी की तबाही-बबाथिदी क कारणो स पररवचत नही ह लोगो क इस वपडपन का फायदा शासक िगथि उठात ह िो लोगो की समयाओ का कारण वकसी अनय धमथि क लोगो या जावत दश आवद स जोड दत ह दग-फसाद करिात ह लोगो की एकता िदि जाती ह और िो आपस म ही लडन पर आमादा हो जात ह आवथथिक सकि क आज क दौर म धमथि-जावत क नाम पर झगड किल चनािी राजनीवत का मसला नही ह उसस आग बढकर सघ पररिार की फासीिादी राजनीवत पदर दश म बड पमान पर पाि पसारती जा रही ह फासीिादी जहा एक ओर महगाई बढाकर जनता को वमलन िाली द िो म किौती करक बड-बड उदोगपवतयो क मनाफ की दर को वथर रखत ह या बढात ह िही ददसरी ओर इसस असतष होकर जनता सडको पर न उतर पड इसक वलए लोगो म नकली राषटरिाद मवनदर-मवजद धावमथिक झगड सकवत क नाम पर झगड आवद भडकात ह उनक गणा वगरोह जनता क वलए लडन िाल लोगो की रिद र हतयाय करत रहत ह और ि शासन-परशासन को भी अपन हाथ म ल लत ह इन फासीिादी ताकतो का विरोध करन िाल लोगो को दशदरोही ठहरा वदया जाता ह यावन वक एक वनरकश तानाशाही जनता पर थोप दी जाती ह अतीत म वहिलर और मसोवलनी की सतता इसकी वमसाल ह और ितथिमान समय म भारत म सघ पररिार

हम भी इन झगडो क कारणो को समझना होगा इन झगडो का पररणाम किल आम जनता की तबाही होती ह जबवक दोनो धमगो क धवनको को कोई नकसान नही होता यिाओ को िीिी चनलो धमथि क ठकदारो नताओ-मवनतयो क भरमजाल स बाहर आना होगा वशका रोजगार जस िातविक मदो पर सघिथि सगवठत करना होगा नताओ को घरना होगा वक जो िायद िो चनाि म करत ह उस पदरा कर जावतिाद-भदभाि की दीिार वगरानी होगी धावमथिक कटटरपवथयो चाह िो वहनदद हो या मवलम वसख या ईसाई क वखलाफ हलला बोलना होगा अनधविशवास रवढयो क विरद िचावनक चतना का परचार-परसार करना होगा हम महनतकश जनता क िातविक मदो पर सघिगो स इस लडाई को जोडना होगा

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मजदर तबरल अपल 2017 9

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10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 9: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

मजदर तबरल अपल 2017 9

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10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 10: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

10 मजदर तबरल अपल 2017

ितपितमाम दशी-विदशी और सरकारी

एजवसयो क आवथथिक सिदकणो की ररपोिट बताती ह वक भारत म बरोजगारी की समया विकराल रप धारण करन िाली ह हालावक परधानमनती नरनदर मोदी सवहत पदरी भाजपा-आरएसएस वरिग अच वदनो विकास-विकास और ववजिल इवणया का भजन गाकर जनता को भरमान-फसलान की कोवशशो म तन-मन-धन स लगी हई ह सन 2014 क लोकसभा चनाि म भाजपा की ओर स नरनदर मोदी न विकास और अच वदनो का सपना वदखाया था और बरोजगारो क वलए 1 करोड स भी अवधक नौकररया पदा करन का िायदा वकया था हम भदलना नही चावहए वक कागस क जमान म कागसी नता भी इसी तरह हिाई िायदो क हिाई गोल दागा करत थ मजदार बात यह ह वक उस समय भी आम जन इन हिाई दािो की हकीकत को नही समझत थ और आज भी नही समझत ह सचचाई को करीब स जानन क वलए आइए सबस पहल हम क आवथथिक सिदकणो की ररपोिगो क आकडो पर एक सरसरी नजर ाल

दश क उदोगपवतयो की शीिथि सथा एसोचम की ररपोिथि बताती ह वक 1991 म भारत म कल शवमको की सखया 337 करोड थी जो 2013 तक बढकर करीब 48 करोड हई और 2020 तक

उसक 65 करोड हो जान की समभािना ह भारत क शम मनतालय क अनसार हर माह करीब 10 लाख नय लोग शम बाजार म काम करन क वलए उतरत ह य वसफथि आक नही ह बवलक एक ठोस सचचाई ह जो बताती ह वक हमार दश म रोजगार की माग ठोस रप म वकतनी ह

अब दखत ह वक इस माग क समक कल रोजगार की आपदवतथि वकतनी ह हाल ही म भारत सरकार दारा जारी आवथथिक सिदकण 2016 को मान तो 1989-2010 क बीच 1 करोड 50 हजार रोजगार पदा हआ इनम स भी औपचाररक सकिर म मात 30 लाख 70 हजार नौकररया पदा हई हम जानत ह वक 1991-2013 क दौर म भारत म जीीपी की विकास दर लगातार उठान पर रही ह इसका मतलब ह वक दश म लगातार पदजी का विकास होता चला गया ह जबवक रोजगार का विकास ढलान पर ह यह ररपोिथि बताती ह वक 1999 स 2004-05 क बीच जहा जीीपी म हर 100 रपय की िवद क बरकस 50 नय रोजगार पदा हए िही 2004-05 स 2009-10 क बीच यह वगरकर मात 4 रोजगार तक वसमि गया था

सिाल यह ह वक रोजगार महया करान क नताओ और पाविथियो क हिाई िायदो क विपरीत िातविक दवनया म इतना कम रोजगार कयो पदा हो रहा

ह इस जानन क वलए अथथिवयिथा क एक मखय कत विवनमाथिण पर एक नजर दौडाइए वफककी की एक हावलया ररपोिथि म बताया गया ह वक ििथि 2016-17 क दौरान विवनमाथिण उदोग अपनी कमता का मात 72 परवतशत ही काम करगा इसका मतलब ह वक कारखानो म करीब 30 परवतशत मशीन बनद रहन िाली ह यही िजह ह वक नय कारखान लगन ितथिमान कारखानो क वितार या वफर नय मजददरो की भतती की ददर-ददर तक कोई समभािना नही ह बहरहाल अगर इतना ही होता तब भी गनीमत थी अवधकाश परवतषठानो न अपना मनाफा बढान क वलए मजददररयो पर होन िाल खचगो म बडी किौवतया करन की योजनाए बनायी ह और उतपादन की आधवनक तकनीको का विकास उनक मनसदबो को पदरा करन म मदद पहचा रहा ह पदजीिाद क आरमभ स ही पदजीपवत िगथि न विजान और तकनीकी पर अपनी इजारदारी कायम कर ली थी तब स लकर आज तक उतपादन की तकनीको म होन िाल हर विकास न पदजीपवतयो को पहल स अवधक ताकतिर बनाया ह और मजददरो का शोिण करन की उनकी ताकत को कई गना बढा वदया ह वपल क ििगो म आईबीएम दारा विकवसत िॉिसन परणाली और विपरो दारा एक ऐसी ही अनय परणाली होमस का विकास इसका परमाण ह इतना ही

नही वपल क ििगो म रोबोविकस क विकास न कारखानो क भीतर शम सगठन को वयापक ढग स बदल वदया ह जावहर ह वक इन तकनीको का असर आईिी सकिर सॉफिियर सिा िलीकॉम बवकग एि फाइनस पर भी पडन िाला ह आपको बता द वक जलाई-वसतमबर 2016 क दौरान इस कत स 16000 लोगो को वनकाला जा चका ह और अगल ढ ििगो म इस कत म 15 लाख नौकररया खतम होन िाली ह इसकी मार जयादातर सफदपोश मजददरो पर पगी जो आमतौर पर खद को मजददर मानत ही नही ह इसी तरह िलीकॉम सकिर म कायथिरत 22 लाख लोगो म स 33 परवतशत को वनकाल जान की तयारी हो चकी ह और यही हाल बवकग सकिर का भी ह

हमन पहल भी बताया वक ऑिोमशन की यह परवरिया विवनमाथिण उदोग तक जाती ह जो कारखानो क भीतर शम क सगठन को तजी स बदल रही ह आधवनक उदोग न बड पमान पर रोबोिस का इतमाल करना शर कर वदया ह िकसिाइल इणटरी म एक रोबोविक मशीन पर काम करन िाल मजददर स उतना उतपादन करिाया जा सकता ह वजतना पहल 100 मजददर वमलकर वकया करत थ यही कारण ह वक िकसिाइल उदोग की एक बडी कमपनी रमणस न भारत

म चलन िाल 16 कारखानो म कायथिरत 30 हजार मजददरो म स 10 हजार को वनकालन की तयाररया कर ली ह एचएफएस नाम की एक अमररकी शोध सथा क अनसार 2021 तक भारत क ोि-मझोल उदोगो म ऑिोमशन क कारण 6 लाख 40 हजार कामगार बरोजगार होग जबवक मशहर उदोगपवत मोहनदास पाई न बताया ह वक अगल 9 ििगो म ऑिोमशन की िजह स 20 करोड भारतीय यिा बरोजगार होन िाल ह विशव बक न भी एक आकलन वकया ह वक अगल 15 स 20 सालो म ऑिोमशन की लहर भारत म 69 परवतशत कामगारो को बरोजगार करगी

दोतो एक बात साफ ह वक चनािी मदाररयो क और सवनतयो-मवनतयो क दािो क विपरीत भारत म बरोजगारी भयानक रप धारण करन िाली ह जावहर ह य बरोजगार चप नही बठग और दश-दवनया का पदजीपवत िगथि भविषय क िगथि-सघिगो क तदफानो की इन समभािनाओ स बहद वचवनतत ह कही ऐसा तो नही वक सरकार भाजपा आरएसएस क लीरान वजस जावत और धावमथिक नफरत को फलान का काम कर रह ह िह सीध तौर पर िगथि सघिगो स जनता का धयान भिकान का राजनीवतक उपकरण बन चका ह और इस तरह परकारानतर स पदजीपवत िगथि की जररी सिा कर रहा ह

बरोरराररी खतम िरन ि दाो ि बरीच बढिरी बरोरराररी

कर 1642 म राजशाही क वखलाफ विदरोह कर वदया और सतता अपन हाथ म ल ली बाद म 1660 म जब बजथिआ िगथि और सामनती राजशाही क बीच समझौता हआ तो िकस लगान और खचथि क मद म आबणिन का अवधकार बजथिआ िगथि और उसकी परवतवनवध ससद क हाउस ऑफ कॉमनस क पास ही रहा हालावक बाकी सभी कानदन इस सदन और सामनतो क हाउस ऑफ लॉथिस की सहमवत स बनाना तय हआ इस तरह िकस और खचथि क आबणिन िाल मनी वबल की शरआत हई वजसको पाररत करन का अवधकार वसफथि हाउस ऑफ कॉमनस का था लॉथिस इसम वसफथि सझाि द सकत थ इसक पी क इवतहास स कोई मतलब न होत हए भी मनी वबल की इस वयिथा को भारत म भी जयो का तयो अपनाया गया और इस पास करन का अवधकार वसफथि लोकसभा क पास रहा

यहा सिाल उठ सकता ह वक वकसी भी कानदनी पररितथिन को मनी वबल या िकस स समबवनधत कहा जा सकता ह कया इसकी कोई कसौिी नही सरकार का कहना ह वक इन कानदनो म पररितथिन करन स खचथि होता ह इसवलए इनह भी मनी वबल कहा जा सकता ह पर ऐसा तो दरअसल हर कानदन म ही होता ह इसवलए सरकार हर मनचाह कानदन को इस रात स पाररत करा सकती ह

वनयम क अनसार कौन सा वबल मनी वबल ह या नही इसको तय करन का पदरा अवधकार भी लोक सभा अधयक क पास ही ह वजसको चनौती दन का कोई परािधान ही कही नही ह इस तरह दखा जा सकता ह वक खद को दवनया का सबस बडा जनतनत का दािा करन िाल दश क सिधावनक ढाच म असल म जनिाद क वलए कोई जगह ह ही नही और शासक िगथि इसक जररय जनिादी अवधकारो पर वकतना ही रिद र हमला कर सकता ह

अब नजर ालत ह क उन मखय कानदनो पर वजनम इस वबल क दारा सशोधन वकय गय एक मखय पररितथिन कारपोरि समदहो दारा राजनीवतक दलो को वदय जान िाल चनद म ह अब तक यह वनयम था वक कोई कमपनी अपन मनाफ का साढ सात परवतशत ही राजनीवतक दलो को द सकती ह तथा उस यह घोवित करना होगा वक उसन वकस दल को वकतना धन चनद म वदया अब इस रावश की यह सीमा हिा लन क साथ ही चनद की रावश और दल का नाम सािथिजवनक करन की शतथि भी हिा ली गयी ह यदवप अब तक भी ऐस वनयमो का उललघन वकया जाता था लवकन अब तो पदरा वनयम ही हिाकर दलो को कारपोरि समदहो स वकतना भी धन पदरी तरह गपत रप स लन की द ि परापत हो गयी वजस पदरी तरह कानदनी ढग स वकया जा सकगा साथ ही चनािी

बॉण जारी करन का परािधान भी इस वितत विधयक म ह वजसस कोई भी बक म धनरावश जमा कर य बॉण खरीद सकगा और इनह वकसी दल को द सकगा बक इनह खरीदन िाल का नाम जावहर नही करग इसवलए यह भी भरषाचार और अपराध स परापत धन या कारपोरि समदहो दारा लोबीइग क वलए गपत रप स राजनीवतक दलो को वदया जा सकगा वजनह इसका कोई ररकॉ थि रखन की वजममदारी भी नही होगी

इसक साथ ही 17 ऐस कानदन ह वजनक तहत बहत सार वििादो क वनपिार क वलए नयायावधकरण (वटरबयदनल) बन हए थ अब इनम स बहत सार वटरबयदनल बनद वकय गय ह या वमला वदय गय ह साथ ही इनकी वनयवति और सचालन क वनयम बदल कर इनह सपरीम कोिथि क बजाय सीध सरकारी वनयनतण म ल आया गया ह इसस आग इनक दारा अनयायपदणथि सरकारी फसलो क वखलाफ वकसी वकम क वनणथिय की ितथिमान म थोडी-बहत समभािना भी खतम हो जायगी इन वटरबयदनलो म औदोवगक वििाद बक कजथि िसदली रलि पयाथििरण समबवनधत गीन वटरबयदनल गाहक सरका वसनमा आयकर कमपनी कानदन सनय बल एयरपोिथि आवद स समबवनधत ह

आयकर कानदन म वकय गय पररितथिन स आधार को अवनिायथि

बना वदया गया ह साथ ही आयकर अवधकाररयो को वबना कारण बताय ही वकसी पर भी ापा मारन का अवधकार वदया गया ह वजसक वलए उनह बाद म वकसी अदालत म भी सफाई दन की आियकता नही होगी यह कलपना आसानी स की जा सकती ह वक अफसरशाही क पास ऐसी वनरकश शवतियो का इतमाल भी विरोवधयो क वखलाफ कस वकया जा सकता ह

पर हमारा मकसद यहा कानदनी मसलो क वितार म जाना नही बवलक यह समझना ह वक बजथिआ जनतनत म जसा परचार वकया जाता ह सारी जनता क वलए जनतनत िसा होता नही असल म तो यह महनतकश लोगो पर बजथिआ अवधनायकति ह सतताधारी पदजीपवत िगथि दारा मजददर िगथि क शोिण की वयिथा की वहफाजत का औजार ह यह पदजीपवत िगथि की जररत क मतावबक ही काम करता ह - जब जनतनत का नािक करना हो तो िह वकया जाता ह जब सकि की वथवत म जनतनत का नािक ोडकर महनतकश तबक पर फासीिाद का नगन आरिमण करना हो तो यही सिधावनक वयिथा वबना वकसी रकािि क उसकी भी पदरी इजाजत दती ह इस वयिथा क अगो दारा फासीिाद की राह म रकािि ालन की कलपना या तो वनहायत भोलपन िाल लोग कर सकत ह या जनिादी-िामपनथी चोला

ओढ शावतर अिसरिादी जो जनिाद-सविधान की रका करन क दम भरत ह लवकन फासीिादी हमल क परवतरोध क एकमात उपाय जन परवतरोध को सगवठत करन का कोई इरादा नही रखत इस बार भी वितत विधयक क नाम पर यही वकया गया ह इसक पाररत हो जान क बाद य सब लोग राजयसभा म थोडी रमी गाल बजाई िाली आलोचना-वननदा कर चप हो गय ह लवकन आम महनतकश जनता क बीच फासीिादी सावजश को बनकाब कर उसक वखलाफ जन परवतरोध खडा करन की कोई पहलकदमी इन जनिादी उदारिादी या ससदीय िामपवनथयो क दारा नही की जा रही ह

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन(पज 16 स आर)

भारो मि िकग करो िकग ससद को सरीकार करो

भकति नहरी तवचार करो जडिा पर पहार करो

अधययन करो वयवहार करो जान का पसार करो

भतवषय की पकार सनो नई काति की राह चनो

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 11: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

मजदर तबरल अपल 2017 11

1894-95 ई क जाड म म वलादीवमर इवलच क और वनकि पररचय म आयी ि उस समय नवसकाया जतािा वजल म मजददरो क अधययन मणलो म भािण कर रह थ म इस वजल क मोलकाया थान पर ियको क वलए रवििारीय सानधय विदालय म तीन ििगो स अधयापक का काम कर रही थी जो मजददर वला इ लवनन क अधययन मणलो म आत थ उनम स कई मरी रवििारीय पाठशाला क विदाथती थ जस बाबवकन बोरोवकोि वगबावकन बोदरोि भाई (आसदनी और वफवलप) तथा झकोि उन वदनो रवििारीय सानधय पाठशाला शवमक िगथि की रोजमराथि की वजनदगी मजददरो क काम की वथवतयो और जनता क वमजाज का अधययन करन का अचा अिसर परदान करती थी सानधयकालीन तकनीकी ककाओ मवहलाओ की पाठशालाओ और ओबखोि पाठशालाओ को जो कद ल स जड थ ोडकर मोलकाया कद ल म ह सौ विदाथती थ मझ कहना पडगा वक मजददरो को अपनी पाठशाला की अधयावपकाओ पर पदरा विशवास था

ि मजददर जो सगठन स समबद थ लोगो को जानन और ऐस वयवतियो को जो सथा और गोवषठयो म लाय जा सकत ह चनन क वलए कद ल म जात थ ऐस मजददर कायथिकताथिओ की वनगाह म अधयावपकाए बस मवहलाओ का एक समदह मात नही थी कौन अधयावपका वकस सीमा तक राजनीवतक नजररया रखती ह यह आक लन की कमता उनम मौजदद थी यवद ि पहचान लत वक कोई अधयावपका अपनो म स एक ह तो उस वकसी शबद या िाकयाश स यह जता दत जस दतकारी उदोग पर बहस होत समय कोई मजददर कहता दतकारी मजददर बड पमान क उतपादन का मकाबला नही कर सकता या िह कोई ऐसा सिाल पद ता जस सणि पीिसथिबगथि क मजददर और आरखगलक क वकसान म कया अनतर ह और इस सिाल क बाद िह अधयावपका की ओर एक खास अनदाज म दखकर वसर वहलाता मानो कह रहा हो तम अपनो म स ही एक हो हम जानत ह

यवद थानीय रप स क वकया जा रहा था तो अधयावपका को ि इसक बार म फौरन बता दत ि जानत थ वक यह सदचना सगठन को द दी जायगी इस वििय म उन लोगो म एक तरह का अवलवखत समझौता था

म उन वदनो तारोनवकी गली क एक ऐस मकान म रहती थी वजसक आर-पार सहन था वलादीमीर इवलच अपन कत का कायथि समापत करक इतिार को िहा आत थ उनक आन पर हमारी लमबी-लमबी न खतम होन िाली बहस शर होती थी मझ पाठशाला का काम बहत रवचकर लगता था और मझ अगर कोई न िोकता तो म उस वििय पर पाठशाला पर विदावथथियो

- समयानीकोि थानथििन मकसिल पर तथा पडोस क ददसर कारखानो और वमलो पर घणिो बात कर सकती थी

वलादीवमर इवलच को उस हर ोिी बात म वदलचपी थी जो मजददरो की वजनदगी और उनक हालात की तिीर को उभारन म मदद कर सक और वजसक सहार ि रिावनतकारी परचार कायथि क वलए मजददरो स समपकथि कायम कर सक उस जमान क अवधकाश बवदजीिी मजददरो को अची तरह नही जानत थ ि वकसी अधययन मणल म आत और मजददरो क सामन एक तरह का वयाखयान पढ दत एगलस की प तक पररिार वयवतिगत समपवतत और राजय की उतपवतत का हतवलवखत अनिाद बहत वदनो तक गोवषठयो म घदमता रहा वलादीवमर इवलच मजददरो को माकसथि का गनथ पदजी पढकर सनात और उस समझात ि अपन पाठ का आधा समय मजददरो स उनक काम और मजददरी क हालात क वििय म पद न पर लगात और इस परकार उनह वदखात और बतात वक उनकी वजनदगी समाज क पदर ढाच क वलए कया महति रखती ह तथा ितथिमान वयिथा को बदलन का उपाय कया ह अधययन मणलो म वसदानत को वयिहार स इस परकार जोडना वलादीवमर इवलच क कायथि की विशिता थी धीर-धीर हमार अधययन मणलो क अनय सदयो न भी यह तरीका अपना वलया

अगल ििथि जब हकिोगाफ (साइकलोिाइल जसी मशीन) स आनदोलन क बार म नामक पररपत परकावशत हआ तो उस समय पचगो दारा आनदोलन करन की जमीन तयार की जा चकी थी बात वसफथि शर करन की थी मजददरो को रोजमराथि की जररतो को धयान म रखकर आनदोलन करन की पदवत न हमार दल क कायगो म गहरी जड जमा ली थी यह तरीका वकतना कारगर ह इस ठीक स मन क ििगो बाद उस िक़त समझा जब म फास म राजनीवतक वनषकासन का जीिन वयतीत कर रही थी मन दखा वक वकस तरह पररस क ाक कमथिचाररयो की महान हडताल क दौरान फासीसी समाजिादी पािती इसस वबलकल अलग रही उनका कहना था वक हडताल का काम दखना टर यदवनयनो का कायथि ह उनक अनसार वकसी पािती का कायथि राजनीवतक सघिथि तक ही सीवमत होता ह आवथथिक और राजनीवतक सघिथि को एक करन की आियकता की कोई पष धारणा उनक वदमाग म नही थी

पचाथि आनदोलन का परभाि दखकर उस समय सणि पीिसथिबगथि म काम करन िाल कई साथी इतन अवभभदत हो गय वक ि यह भदल गय वक जनता म काम करन का यह कई रपो म स वसफथि एक रप ह - यह नही वक और तरीक ह ही नही इन लोगो न कखयात अथथििाद का राता अपना वलया

वलादीवमर इवलच कभी नही भदल

वक काम करन क तरीक और भी ह 1895 ई म लवनन न कारखानो क मजददरो पर वकय गय जमाथिनो स समबद वनयम की एक वयाखया नामक पररचय वलखा इस पररचय क जररय उनहोन उस समय एक औसत मजददर स समपकथि थावपत करन उसकी जररतो को समझत हए उस धीर-धीर राजनीवतक सघिथि की आियकता क सिाल स पररवचत करान की विवध का एक उतकष उदाहरण पश वकया बहत स बवदजीवियो न उस पररपत को उबाऊ और अनाियक रप स वितत समझा लवकन मजददरो न उस गहरी उतसकता स पढा कयोवक पररपत स पष और उनस सपररवचत था यह नारोदनाया िोलया मदरणालय स पकर मजददरो म बिा था उन वदनो वलादीवमर इवलच न कारखाना कानदन का समयक अधययन वकया था उनका विशवास था वक कारखाना कानदन क वनयमो की वयाखया करन स मजददरो को यह समझाना वक उनकी वथवत और राजनीवतक सतता क समबनध कया ह बहत आसान हो गया उस समय इवलच न मजददरो क वलए जो कई लख और पररपत वलख उनम इस अधययन क सबदत वमलत ह विशितः नया कारखाना कानदन नामक पररपत म तथा हडताल पर और औदोवगक अदालतो पर तथा अनय लखो म

मजददरो क कतो म आत-जात रहन और काम करन का नतीजा यह हआ वक हमार ऊपर पवलस की वनगरानी बढ गयी हम लोगो म वलादीवमर इवलच काम करन क गपत तरीको म सबस जयादा अनभिी थ ि रातो को भली-भावत जानत थ और खवफया पवलस को चकमा दन म उताद थ उनहोन हम न वदखाई पडन िाली रोशनाई इतमाल करना वकताबो म सकवतक नतिो और गदढ वलवप म सनदश वलखना वसखाया तथा हर तरह क गपत नाम रख लगता था वक जस ि नारोदनाया िोलया तरीको को भलीभावत सीख चक ह परान नारोदयायी वमखालोि का वजनह लोगो न दोरवनक (रखिाला) नाम द रखा था अपन परथम कोवि क रहयमय तरीको की िजह स लवनन दारा आदर पाना सकारण उवचत था इस बीच पवलस की वनगरानी बढती जा रही थी और वलादीवमर इवलच का आगह था वक उनका कोई ऐसा उततरावधकारी वनयति वकया जाना चावहए वजसका पवलस पीा न करती हो और जो सारी वजममदाररया सभाल ल चदवक पवलस की वनगाह म म सबस जयादा पाक-साफ थी इसवलए मझ ही उततरावधकारी बनान का वनणथिय हआ ईिर इतिार को हमम स पाच-ह लोग टटी मनान अपन एक सदय वसवलिन क पास जारकोए सलो गय जो िहा परवशकक (कोच) क रप म रहता था टरन म सफर करत हए हम लोगो न एक-ददसर स अपररवचत होन का बहाना वकया

हम करीब-करीब पदर वदन उन कामो क वििय म बात करत रह वजनह चालद रहना था वलादीवमर इवलच न हम गदढ वलवप म वलखन की वशका दी और हम लोगो न करीब आधी वकताब उसम वलख ाली मझ कहत हए अफसोस होता ह वक म बाद म सामदवहक साकवतक-लख को पढन म नाकाम रही सनतोि की बात वसफथि यही थी वक उस साकवतक वलवप को पढन क समय तक अवधकाश समपकथि बच ही नही थ

वलादीवमर इवलच न सब जगह स ऐस लोगो की तलाश करक जो वकसी न वकसी रप म रिावनतकारी कायथि म सहायक हो सकत थ इन समपकगो को बनाया मझ एक ऐसी भि याद आती ह जो वलादीवमर इवलच क कहन पर हमारी िोली क परवतवनवधयो (जहा तक मझ याद ह हमार परवतवनवध वलादीवमर इवलच और रिवझझानोवकी थ) और रवििारीय कद ल की अधयावपकाओ की एक िोली क बीच हई थी इसक बाद उनम स लगभग सभी सामावजक जनिादी बन गय उनम नारोदनाया िोलया की परानी सदया वलवदया वकनपोविच थी जो सामावजक जनिादी दल म शावमल हो गयी पािती क परान सदय उनह याद करत ह ि आतमानशावसत अपन और ददसरो दोनो क वलए कायथिततपर शानदार साथी और महान रिावनतकारी आतमानशासन स यति मवहला थी लोगो को पहचान लन की उनम अदत कमता थी अपन सावथयो क परवत उनका वयिहार विनमरता और पयार स भरा हआ होता था वलवदया न वलादीवमर इवलच क रिावनतकारी रप को फौरन पहचान वलया

वलवदया न नारोदनाया िोलया मदरणालय क सार काम सभाल लन की वजममदारी ल ली ि पाई का सारा इनतजाम करती थी पाणवलवपया द आती थी प हए पररपतो को डाती थी िोकररयो म उनह वमतो क पास ल जाती थी और मजददरो क बीच सावहतय क वितरण की वयिथा करती थी मदरणालय क एक मदरक क विशवासघात करन स जब ि वगरफ़तार की गयी तो उनक विवभनन वमतो क यहा स बारह िोकरी गरकानदनी सावहतय बरामद हआ उस समय नारोदोिोलतसी लोग मजददरो क वलए पररपतो का जन-सकरण ापत थ क पररपत इस परकार थ - काम का वदन जीिन और वहत तथा वलादीवमर इवलच क पररपत जमाथिनो क बार म तथा बादशाह भदख इतयावद शपोिालोि और कतानकाया नामक दो नारोदोिोलतसी जो लाखतीनएकी पाईखान म काम करत थ अब (1930 - स) कमयवनि पािती म ह वलवदया वकनपोविच अब जीवित नही ह रिीवमया म जहा ि दो ििगो स वनिास कर रही थी उनकी मतय हो गयी उस समय रिीवमया शवत गागो क अवधकार

म था मतयशया पर भी उनका वदलो-वदमाग कमयवनिो क साथ ही था और मरत समय उनक होठो पर कमयवनि पािती का नाम था

मर खयाल स उस सममलन म शावमल होन िाल अनय लोगो म कद ली वशकक पफ कदली अइ मशचयाथिकोिा (दोनो अब पािती क ममबर ह) शावमल थ नवसकाया जातािा की अधयावपकाओ म स एक थी अलकसानदरा कालमाइकोिा ि एक बहतरीन अधयावपका थी - मजददरो क बीच राजय बजि पर वदया गया उनका भािण मझ अब तक याद ह वलविनी टरीि पर उनकी एक प तको की दकान थी उनही वदनो वलादीवमर इवलच स उनका घवनषठ पररचय हो गया सतदि उनक वशषयो म स था और उनका पराना कद ल-साथी पोतोसोि उनक यहा अकसर आया करता था बाद म अलकसानदरा कालमाइकोिा न परान इरिा की आवथथिक वजममदारी वदतीय कागस की अिवध तक सभाली सतदि क उदारिावदयो स वमल जान पर उनहोन उनका साथ नही वदया बवलक दढता स ईरिािादी दल क साथ रही उनह लोग चाची कहकर बलात थ वलादीवमर इवलच स उनकी बहत वमतता थी

वलादीवमर इवलच न 1895 का गीषम काल दश क बाहर वबताया ि क समय क वलए बवलथिन म रह जहा मजददरो की सभाओ म शावमल हए और क समय क वलए वििजरलण म रह जहा पहली बार उनकी भि पलखानोि अकसलरोद और जासवलच स हई ि अपन ऊपर बहत स नय परभाि और दो अतरो िाला एक सदिकस भरकर गरकानदनी सावहतय लकर िापस आय

वजस कण ि रस पहच पवलस न उनका पीा करना शर कर वदया पवलस की वनगाह उन पर और उनक सदिकस पर थी उस समय मरी एक चचरी बहन पता विभाग म काम करती थी उसन बताया वक वलादीवमर इवलच क आन क दो वदन बाद जब िह रात की यदिी पर थी तो एक जासदस आया और िणथिरिम क अनसार रखी हई फाइलो को यह कहत हए दख गया वक हम लोगो न राजय क एक महतिपदणथि अपराधी का पता लगा वलया ह उसका नाम उलयानोि ह इसका भाई फासी पर लिकाया गया था और यह विदश स होकर आया ह अब यह बचन नही पायगा चदवक मरी बहन जानती थी वक वलादीवमर इवलच मर पररवचत ह इसवलए इस बात की इततला उसन मझ फौरन दी जावहर ह वक वलादीवमर इवलच को मन फौरन आगाह कर वदया उस समय अतयवधक सतकथि ता की जररत थी लवकन काम तो इनतजार नही कर सकता था हम कायथि म वयत रह काम का बििारा कर वलया गया और कतो म काम बाि

सोतवयि काननत क निा लतनन क जनमददवस (22 अपल) पर उनकी जरीवनसाथिरी कपसकाया क ससमरर क अि सणट परीटसगबरग का वह कायगकाल जजसन लतनन को

महनिकि जनिा क निा क रप म ढाला

(पज 12 पर जाररी)

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 12: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

12 मजदर तबरल अपल 2017

वदया गया हमन पचद वलखन और बािन शर कर वदय मझ याद ह वक सवमयानीकोि कारखान क मजददरो क वलए वलादीवमर इवलच न पहला पचाथि वलखा था उस समय हम पाई की सविधा नही थी पचद की नकल हाथ स ापकर की जाती थी उनका वितरण बाबवकन करत थ चार कावपयो म स दो चौकीदार ल लत थ और बाकी दो हाथो हाथ बािी जाती थी पचद अनय कतो म भी बाि जात थ लाफर म तमबाकद कारखान की मवहला-शवमको क वलए एक पचाथि िावसलयिकी दीप भजा जाता था अअ याकबोिा और जप निजोरोिा (वरिवझझानोवकाया) पचगो को वितररत करन क वलए जो तरीका अपनाती थी िह इस परकार था - ि पचगो को इस ढग स लपि लत वक आसानी स एक-एक करक वनकाल

जा सक वफर सीिी बजत ही कारखान क दरिाजो म स परिाह की भावत वनकलती हई मजददरवनयो की भीड क पास तजी स पहच एक सास म हरत म पडी हई औरत क हाथ म पचाथि द दत थ य पचद अतयनत सफल सावबत हए

हमार पचगो और पररपतो न मजददरो को जगा वदया चदवक हम लोगो क पास एक गर-कानदनी ापाखाना था इसवलए यह तय वकया गया वक राबोचयदलो (मजददरो का वहत) नामक एक पवतका भी वनकाली जाय वलादीवमर इवलच न इसक वलए सारी सामगी पदणथि रप स परतत कर दी पवतका की कापी की एक-एक पवति ि दखत थ मझ अपन वनिास पर हई एक मीविग याद आती ह वजसम मोकोवकाया जातािा क पास वथत एक जदत क कारखान स पवतका क वलए क सामगी ल आन पर

जापोरोजतस खशी म मगन हो रह थ ि कह रह थ िहा (कारखान म) हर बात पर जमाथिना होता ह अगर जदत की एडी जरा-सा िढी हो जाय तो फौरन जमाथिना कर वदया जाता ह वलादीवमर इवलच हस और बोल अगर कोई एडी िढी कर दता ह तो िह जमाथिन का काम तो करता ही ह ि पदरी सामगी का सगह और उनकी जाच अतयनत सािधानी क साथ करत थ उदाहरण क वलए मझ याद ह वक थानथििन वमल क वििय म सामगी कस जिाई गयी थी मझ अपन विदाथती रिोवलकोि क पास जाकर वलादीवमर इवलच की बनायी हई योजना क अनसार सारी सदचनाए हावसल करनी थी (िह एक बार सणि पीिसथिबगथि स वनषकावसत वकया जा चका था और वमल म िाई करन का काम करता था) रिोवलकोि वकसी स मागा हआ फर का एक भडकीला कोि

पहनकर आया उसक पास एक पदरी वकताब-भर क वलख हए नोिस थ और उसन कई बात जबानी बतायी उसकी दी हई सदचनाए अतयनत महतिपदणथि थी वलादीवमर इवलच न उनह फौरन लपक वलया बाद म अअ याकद िोिा और म वमल मजददरो जसा वदखन क वलए अपन वसरो को शाल स ढककर थानथििन वमल क ररहायशी मकानो म गय हम वििावहत और अवििावहत दोनो परकार क किािथिरो म गय िहा की हालत बहत बरी थी इस परकार स परापत सचची सदचना क आधार पर ही वलादीवमर इवलच समाचार ापत और पचद वलखत थ थानथििन वमल क सती-परि कमथिचाररयो क वलए जो पचाथि उनहोन वलखा ह उस दवखए अपन वििय की वकतनी पदणथि जानकारी उसस परकि होती ह जो साथी उन वदनो काम कर रह थ ि इसस वकतन परवशवकत

होत थ यह तब हआ जब हमन सचमच तफसील पर धयान दना शर वकया उन तफसीलो का हमार वदमागो पर वकतना गहरा असर पडा ह

हमारा राबोवचए वनकल नही पाया 8 वदसमबर को मर कमर म मीविग हई वजसम परस म दी जान िाली सामगी का अवनतम रप पढा गया िानएि आवखरी बार दखन क वलए उसकी परवतवलवप अपन साथ ल गया एक परवतवलवप मर पास रह गयी ददसर वदन सबह जब म ठीक की हई कापी लन िानएि क पास गयी तो नौकर न बताया वक िह रात को ही कही चला गया ह वलादीवमर इवलच स पहल ही तय कर वलया गया था वक क गडबडी हो जाय तो मझ उनक दोत चिोतारयोि स पद ता करनी चावहए चिोतारयोि कनदरीय रलि परशासन

एक तरफ धन और ऐशो-आराम बराबर बढत जा रह ह और ददसरी तरफ करोडो-करोड आदमी जो अपनी महनत स उस सार धन को पदा करत ह वनधथिन और बघरबार बन रहत ह वकसान भदखो मरत ह मजददर बकार हो इधर-उधर भिकत ह जबवक वयापारी करोडो पदद अनाज रस स बाहर ददसर दशो म भजत ह और कारखान तथा फकिररया इसवलए बनद कर दी जाती ह वक माल बचा नही जा सकता उसक वलए बाजार नही ह

इसका कारण सबस पहल यह ह वक अवधकतर जमीन सभी कल-कारखान िकथि शाप मशीन मकान जहाज इतयावद थोड-स धनी आदवमयो की वमवलकयत ह करोडो आदमी इस जमीन इन कारखानो और िकथि शापो म काम करत ह लवकन य सब क हजार या दवसयो हजार धनी लोगो - जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको क हाथ म ह य करोडो लोग इन धनी आदवमयो क वलए मजदरी पर उजरत पर रोिी क एक िकड क िात काम करत ह जीन भर क वलए वजतना जररी ह उतना ही मजददरो को वमलता ह उसस अवधक वजतना पदा वकया जाता ह िह धनी मावलको क पास जाता ह िह उनका नफा उनकी आमदनी ह काम क तरीको म सधार स और मशीनो क इतमाल स जो क फायदा होता ह िह जमीदारो और पदजीपवतयो की जबो म चला जाता ह ि बशमार धन जमा करत ह और मजददरो को चनद िकडो क वसिा क नही वमलता काम करन क वलए मजददरो को एक थान पर इकटा कर वदया जाता ह एक बड फामथि या बड कारखान म वकतन ही हजार मजददर एक साथ काम करत ह जब इस तरह स मजददर इकटा कर वदय जात ह और जब विवभनन परकार की मशीन इतमाल की जाती ह तब काम अवधक उतपादनशील होता ह वबना मशीनो क अलग-अलग काम करक बहत-स मजददर वजतना पहल पदा करत थ उसस

कही अवधक आजकल एक अकला मजददर पदा करन लगा ह लवकन काम क अवधक उतपादनशील होन का फल सभी महनतकशो को नही वमलता िह मटी भर बड-बड जमीदारो वयापाररयो और वमल-मावलको की जबो म पहच जाता ह

अकसर लोगो को यह कहत सना जाता ह वक जमीदार या वयापारी लोगो को काम दत ह या ि गरीबो को रोजगार दत ह वमसाल क वलए कहा जाता ह वक पडोसी कारखाना या पडोस का बडा फामथि थानीय वकसानो की परवररश िरता ह लवकन असल म मजददर अपनी महनत स ही अपनी परवररश िरत ह और उन सबको वखलात ह जो खद काम नही करत लवकन जमीदार क खत म कारखान या रलि म काम करन की इजारत पान ि सलए मजददर को िह सब मफत म मावलक को द दना पडता ह जो िह पदा करता ह और उस किल नाममात की मजदरी वमलती ह इस तरह असल म न जमीदार और न वयापारी मजददरो को काम दत ह बवलक मजददर अपन शम क फल का अवधकतर वहसा मफ़त म दकर सबक भरण-पोिण का भार उठात ह

आग चवलए सभी आधवनक दशो म जनता की गरीबी इसवलए पदा होती ह वक मजददरो क शम स जो तरह-तरह की चीज पदा की जाती ह ि सब बचन क वलए मणी क वलए होती ह कारखानदार और दतकार जमीदार और धनी वकसान जो क भी पदा करिात ह जो पश पालन करिात ह या वजस अनाज की बोिाई-किाई करिात ह िह सब मणी म बचन ि सलए बचकर रपया परापत करन क वलए होता ह अब रपया ही हर जगह राज करन िाली ताकत बन गया ह मनषय की महनत स जो भी माल पदा होता ह सभी को रपय स बदला जाता ह रपय स आप जो भी चाह खरीद सकत ह रपया आदमी को भी खरीद सकता ह अथाथित वजस आदमी क पास क नही

ह रपया उस रपयिाल आदमी क यहा काम करन क वलए मजबदर कर सकता ह परान समय म भददास परथा क जमान म भदवम की परधानता थी वजसक पास भदवम थी िह ताकत और राज-काज दोनो का मावलक था अब रपय की पदजी की परधानता हो गयी ह रपय स वजतनी चाह जमीन खरीदी जा सकती ह रपय न हो तो जमीन भी वकसी काम की नही रहगी कयोवक हल अथिा अनय औजार घोड-बल खरीदन क वलए रपयो की जररत पडती ह कपड-लतत और शहर क बन ददसर आियक सामान खरीदन क वलए यहा तक वक िकस दन क वलए भी रपयो की जररत होती ह रपया लन क वलए लगभग सभी जमीदारो न बक क पास जमीन रहन रखी रपया पान क वलए सरकार धनी आदवमयो स और सारी दवनया क बक-मावलको स कजाथि लती ह और हर ििथि इन कजाि पर करोडो रपय सदद दती ह

रपय क िात आज सभी लोगो क बीच भयानक आपसी सघिथि चल रहा ह हर आदमी कोवशश करता ह वक सता खरीद और महगा बच हर आदमी होड म ददसर स आग वनकल जाना चाहता ह अपन सौद को वजतना हो सक उतना जयादा बचना और ददसर की कीमतो स कम कीमतो पर बचकर लाभिाल बाजार या लाभिाल सौद को ददसर स वपाकर रखना चाहता ह रपय क वलए सिथिता होन िाली इस हाथापाई म ोि लोग ोि दतकार या ोि वकसान ही सबस जयादा घाि म रहत ह होड म ि बड वयापाररयो या धनी वकसानो स सदा पी रह जात ह ोि आदमी क पास कभी क बचा नही होता िह आज की कमाई को आज ही खाकर जीता ह पहला ही सकि पहली ही दघथििना उस अपनी आवखरी चीज तक को वगरिी रखन क वलए या अपन पश को वमटटी क मोल बच दन क वलए लाचार कर दती

ह वकसी कलक या साहकार क हाथ म एक बार पड जान पर िह शायद ही अपन को उनक चगल स वनकाल पाय बहधा उसका सतयानाश हो जाता ह हर साल हजारो-लाखो ोि वकसान और दतकार अपन झोपडो को ोडकर अपनी जमीन को मफ़त म गाम-समदाय क हाथ म सौपकर उजरती मजददर खत-बवनहार अकशल मजददर सिथिहारा बन जात ह लवकन धन क वलए इस सघिथि म धनी का धन बढता जाता ह धनी लोग करोडो रबल बक म जमा करत जात ह अपन धन क अलािा बक म ददसर लोगो दारा जमा वकय गय धन स भी ि मनाफा कमात ह ोिा आदमी दवसयो या सकडो रबल पर वजनह िह बक या बचत-बक म जमा करता ह परवत रबल तीन या चार कोपक सालाना सदद पायगा धनी आदमी इन दवसयो रबल स करोडो बनायगा और करोडो स अपना लन-दन बढायगा तथा एक-एक रबल पर दस-बीस कोपक कमायगा

इसीवलए सामावजक-जनिादी मजददर कहत ह वक जनता की गरीबी को ददर करन का एक ही राता ह - मौजददा वयिथा को नीच स ऊपर तक सार दश म बदलकर उसक थान पर िमाजवादी वयवसथा कायम करना ददसर शबदो म बड जमीदारो स उनकी जागीर कारखानदारो स उनकी वमल और कारखान और बकपवतयो स उनकी पदजी ीन ली जाय उनक सनजी सवासमतव को खतम कर वदया जाय और उस दश-भर की समत शमजीिी जनता क हाथो म द वदया जाय ऐसा हो जान पर धनी लोग जो ददसरो क शम पर जीत ह मजददरो क शम का उपयोग नही कर पायग बवलक उसका उपयोग िय मजददर तथा उनक चन हए परवतवनवध करग ऐसा होन पर साझ शम की उपज तथा मशीनो और सभी सधारो स परापत होन िाल लाभ तमाम शमजीवियो सभी मजददरो को परापत होग धन और भी जलदी स बढना शर होगा कयोवक जब मजददर पदजीपवत क वलए नही बवलक

अपन वलए काम करग तो ि काम को और अच ढग स करग काम क घणि कम होग मजददरो का खाना-कपडा और रहन-सहन बहतर होगा उनकी गजर-बसर का ढग वबलकल बदल जायगा

लवकन सार दश क मौजददा वनजाम को बदल दना आसान काम नही ह इसक वलए बहत जयादा काम करना होगा दीघथि काल तक दढता स सघिथि करना होगा तमाम धनी सभी समपवततिान सार बजजआ अपनी सारी ताकत लगाकर अपनी धन-समपवतत की रका करग सरकारी अफसर और फौज सार धनी वगज की रका क वलए खडी होगी कयोवक सरकार खद धनी िगथि क हाथ म ह मजददरो को परायी महनत पर जीन िालो स लडन क वलए आपस म वमलकर एक होना चावहए उनह खद एक होना चावहए और सभी समपवततहीनो को एक ही मरदर वगज एक ही िवजहारा वगज क भीतर ऐकयबद करना चावहए मजददर िगथि क वलए यह लडाई कोई आसान काम नही होगी लवकन अनत म मजददरो की विजय होकर रहगी कयोवक बजथिआ िगथि - ि लोग जो परायी महनत पर जीत ह - सारी जनता म नगणय अलपसखया ह जबवक मजददर िगथि वगनती म सबस जयादा ह समपवततिानो क वखलाफ मजददरो क खड होन का अथथि ह हजारो क वखलाफ करोडो का खडा होना

---- एक पदद म 16 वकलोगाम होत ह उस समय कमयवनि सामावजक-

जनिादी कहलात थ बजथिआ का अथथि ह पदजीिादी

समपवतत का मावलक समपवतत क सभी मावलको को बजथिआ िगथि कहत ह बडा बजथिआ िह ह वजसक पास बहत समपवतत होती ह ििपवजया बजथिआ िह ह वजसक पास कम समपवतत होती ह बजथिआ तथा सिथिहारा शबदो का अथथि ह समपवतत क मावलक तथा मजददर धनी और समपवततहीन अथिा ि लोग जो अनय लोगो क शम पर जीत ह और ि लोग जो उजरत क वलए ददसरो क िात काम करत ह

(लसनन िी परसिदध पससतिा गाव ि गरीबो ि िा एि अश)

ग़ररीबरी दर करन का एक हरी रासा - समाजवादरी वयवसा

लकनन ि जमकदस पर कपसिाया िा ससमरण(पज 11 स आर)

(पज 13 पर जाररी)

- लतनन

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 13: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

मजदर तबरल अपल 2017 13

11 अपरल 2017 को जयोवतराि फल की 190िी जयनती मनाई गयी लगभग 169 ििथि पहल फल न बावलकाओ क वलए पहला विदालय खोलन का वनणथिय वलया था विधिा वििाह का समथथिन विधिाओ क बाल किन स रोकन क वलए नाइयो की हडताल बाल वििाह का वनिध विधिाओ क बचचो का पालन-पोिण ऐस अनक कदमो स जयोवतराि-सावितीबाई का सती समानता सती ितनतता का दवषकोण उदावित होता ह सती मवति ि जावत उनमदलन क सघिथि म फल का योगदान बहद महतिपदणथि ह आज हम सब जानत ह वक सती मवति ि जावत उनमदलन आपस म गथ हए ह

जावत उनमदलन क वलए अनतरजातीय वििाह होन जररी ह और िो तभी हो सकत ह जब सती मति होगी साथ ही सती भी सचच मायनो म तभी ितनत हो सकगी जब जावत खतम होगी

सामावजक पररिथितन क वलए जयोवतराि फल सरकार की बाि नही जोहत रह उपलबध साधनो स उनहोन अपन सघिथि की शरआत की सामावजक सिालो पर भी फल शिजी (वयापारी) ि भिजी (पजारी) दोनो को द मन क रप म वचवनzwjित करत थ जीिन क उततराधथि म ि वरिविश शासन ि भारतीय रिाहमणिावदयो क गठजोड को समझन लग थ इसीवलए उनहोन कहा था वक अगजी सतता म

अवधकाश अवधकारी रिाहमण ह और जो अवधकारी अगज ह उनकी ही भी रिाहमण की ही ह

आज जब सघी फासीिादी जावतपरथा ि वपतसतता क आधार पर ि सामपरदावयक धिीकरण स दवलतो वसतयो ि अलपसखयको पर हमल तीवर कर रह ह खान-पीन-जीिनसाथी चनन ि परम क अवधकार को भी ीनन की कोवशश कर रह ह तब फल को याद करन का विशि औवचतय ह रिाहमणिाद ि पदजीिाद विरोधी सघिथि तज करक ही उनको सचची शदाजवल दी जा सकती ह ि उनक सपनो का समाज बनाया जा सकता ह

जोतिराव िल - सतरी मकति क पकषधर व जाति उनमलन आनोलन क योदा

ndash ितयनारायणवपली 1 अपरल को राजथान

म एक मवलम वकसान को गौरकक गणा दलो न पीि-पीिकर मार वदया हररयाणा क मिात का य यरी वकसान पहलद खान 1 अपरल क वदन जयपर क परवसद सापतावहक हििाडा पश मल स यरी यानी ददध क कारोबार क वलए गाय खरीदकर आ रहा था य मला काफी परवसद ह और यहा जयादातर दधार पश आत ह मधयपरदश हररयाणा तक क पशपालक यहा पश खरीदत ह पहलद खान क पास गाय खरीदन की रसीद और अनय कागजात भी मौजदद थ बस उसकी एक ही गलती थी और िो थी मसलमान होना अपन आप को गौरकक कहन िाल गणो न उनकी गाडी का पीा करक पकड वलया उनहोन वपकअप िन क डराइिर (जो वक वहनदद था) को जान वदया और पहलद खान उसक बिो और दो अनय लोगो को बरी तरह मारा-पीिा इसी वपिाई स पहलद खान की मौत हो गयी और दो अनय लोग बरी तरह जखमी हए य गण इतन बखौफ थ वक बाकायदा इस िीभतस घिना का िीवयो बनाकर उस वहािसऐप आवद पर ाल वदया यह घिना ऐसी तमाम घिनाओ क वसलवसल की एक और भयानक कडी ह

पदर दश म सघ पररिार (आरएसएस) स जड सगठनो न वपल लमब समय स गौरका दल खड वकय ह वजनका एकमात उद य गाय क नाम पर जनता म सामपरदावयक भािनाए फलानी ह इनक आतक की िजह स बहत सारी जगहो पर वकसानो न गाय खरीदना ोडकर भस खरीदना शर कर वदया ह कयोवक य घर क वलए दधार गाय ल जात वकसानो को भी पकडकर मारत ह यहा तक वक मर पशओ की खाल उतारन िाल दवलतो को भी मारत ह 2 अगत 2014 को वदलली म शकर कमार को इनहोन जान

स मार वदया था शकर कमार वदलली महानगरपावलका की उस कॉणटरकिर कमपनी का कमथिचारी था वजसका काम मर हए पश उठाना था उस वदन भी िो मर हए पश अपनी गाडी म ला रहा था पर उस पर इन गौरकको का कहर बरपा ऊना गजरात म क महीन पहल चार दवलत नौजिानो की बबथिर वपिाई की घिना भी आप सबको याद ही होगी वपल ही महीन वदलली म शवमथिला नाम की एक मवहला को इन गौरकक गणो न बरी तरह मारा कयोवक जब उस मवहला की तरफ गाय भागी तो उसन बचन क वलए उसकी तरफ पतथर फ क वदया था वसतमबर 1915 म उततर परदश क दादरी म गोमास की अफिाह उडाकर अखलाक की उसक पररिार क सामन पीि-पीिकर हतया और उसक बाद भाजपा सरकार क कनदरीय मनती और विधायको दारा हतयारो का मवहमामणन करन की घिनाओ को दश भदला नही ह माचथि 2016 म झारखण क लातहार म गौ-गणो न 14 साल क एक बचच सवहत दो मवलम पश कारोबाररयो को मारकर पड पर लिका वदया था

भारत क जयादातर राजयो म गाय की हतया पर पहल स ही परवतबनध ह और बीफ क नाम पर जो मास वमलता ह िो भस का होता ह य बात हर कोई जानता ह पर नरनदर मोदी न 2014 क चनाि परचार स पहल इस बडा मदा बनाकर जनता को गमराह वकया मोदी न कहा वक गाय की हतया हो रही ह और भारत का मास वनयाथित लगातार बढ रहा ह लोगो को लग रहा था वक सतता म आत ही मोदी य मास वनयाथित रोक दग लवकन सतता म आन क बाद मोदी का असली चहरा भी सामन आ गया और उनहोन चीन को भारत स सीध बीफ खरीदन की पशकश कर दी चीन अभी तक भारत का बीफ वियतनाम क रात खरीदता रहा ह पर मोदी क ldquoकड परयासोrdquo स जनिरी

2017 यानी इसी साल क शर म चीन भारत स सीध बीफ खरीदन पर राजी हो गया ह चीन क अवधकाररयो न भारत का दौरा कर 14 पशिधगह भी तय कर वदय ह वजनस य बीफ खरीदा जायगा हाल ही म यदपी की योगी सरकार दारा अिध पशिधगहो पर लगी रोक को भी इसी रोशनी म समझा जा सकता ह जब सरकारी तौर पर अवधकत पशिधगह कम होग और सार अिध बनद हो जायग तभी तो उनको वकसानो की भस सत म वमलगी य िसा ही ह जसा ररलायस फश का िोर खलिान क वलए अिध क नाम पर सबजी की ोिी दकानो रहडी पिरी िालो को हिा वदया जाय पष ह वक य भािना भडकाकर बड पदजीपवतयो की ही सिा कर रह ह

वपल लमब समय स आरएसएस स जड सगठनो न भािनाओ को भडकाकर जगह-जगह गौरका क नाम पर गणा दल खड वकय ह इणिरनि पर य गौरका दल लोगो की बबथिर तरीक स वपिाई क िीवयो ालत ह और इनक वखलाफ कोई कारथििाई नही होती ह य िीवयो आपको इलावमक िि क आत वकयो क िीवयो जस ही लगग बशतद आपक अनदर इसावनयत बाकी हो

सिाल ह वक कया सच म इनका मकसद गाय की रका करना ह अगर दखा जाय तो वजन-वजन राजयो म गौरका क कानदन लागद हए गौरका दलो का आतक बढा िहा क वकसानो न गाय की जगह भस पालना शर कर वदया कयोवक वकसान क वलए पशपालन भािना का नही बवलक आवथथिक सहार का मसला ह हररयाणा उततरपरदश गजरात राजथान जस राजयो म भसो की तादाद गायो स कही जयादा ह महाराषटर म गौहतया पर तो पहल स ही बन था पर दिनदर फनिीस की सरकार न बलो और साणो की हतया पर भी बन लगा वदया

वजसकी िजह स गौिश का पदरा माकद ि तबाह हो गया ह वकसानो क वलए बल खरीदना नकसान का सौदा बन गया ह पदर महाराषटर म इस समय 75 लाख आिारा गौिश खल घदम रह ह और गािो-शहरो म एकसीणि करिान क साथ-साथ गािो म वकसानो की फसलो को बबाथिद कर रह ह

इन गौरकको को शहरो म कद ड क ढरो पर मह मारती हई और पॉलीथीन की थवलया खाकर हर साल हजारो की सखया म मरती हई गाय अपनी माता नही नजर आती राजथान म भाजपा शासन म वपल ििथि एक सरकारी गौशाला म गनदगी और चार की कमी स 50 स ऊपर गाय मर गयी तब इनका माता परम नही जागा

जावहर ह वक इस पदरी गणागदती क पी कही स भी गायो का भला करना नही ह बवलक समाज म लगातार बढ रही आवथथिक खाई स धयान भिकाना ह 29 माचथि को ही मोदी सरकार न लोकसभा म बताया था वक उनहोन 2013 क मकाबल 2015 म 90 परवतशत सरकारी नौकररया खतम कर दी ह बरोजगारी अपन चरम पर ह तमाम सारी पराइिि कमपवनया िनी कर रही ह िि बक ऑफ इवणया का मावसक नयदनतम बलस बढाकर पसा जमा वकया जा रहा ह तावक उदोगपवतयो को लोन वदया जा सक या वफर वफॉलिसथि क कारण पदा हए बर लोन को कम वकया जा सक रलि जस महतिपदणथि सकिर को बचन की शरआत हो चकी ह हबीबगज भोपाल का िशन बसल नाम क वयापारी को बच वदया गया ह मोदी क करीबी गौतम अानी की समपवत 2014-2015 म दोगना हो गयी थी

ऐस हालात म आवथथिक मदो स धयान हिान क वलए मोदी सरकार कभी गौरका तो कभी लिवजहाद तो कभी राममवनदर जस भािनातमक मद उठाकर जनता को गमराह कर रही ह

हम इनकी असवलयत को समझना होगा अनयथा हमारा दश भी उसी राह पर चल पडगा वजस राह पर आज अनय धावमथिक कटटरपनथी दश चल रह ह तावलबान भी जब अफगावनतान म आया था तो इसी तरह धमथि क नाम पर लोगो को बलकमल करत हए आया था और उसक बाद उसन िहा कया वकया य सबको मालदम ह पावकतान म भी 14 अपरल क वदन मरदान विशवविदालय म एक ात को हजारो की भीड न ईशवननदा क नाम पर पीि-पीिकर मार ाला जावहर ह वक अगर धमथि का सािथिजवनक जीिन म परिश होगा तो इस तरह की घिनाए ही सामन आयगी

हमार दश क महान शहीद भगतवसह न कहा था - ldquoलोगो को परपर लडन स रोकन क वलए िगथि चतना की जररत ह गरीब महनतकश ि वकसानो को पष समझा दना चावहए वक तमहार असली द मन पदजीपवत ह इसवलए तमह इनक हथकणो स बचकर रहना चावहए और इनक हतथ चढ क न करना चावहए ससार क सभी गरीबो क चाह ि वकसी भी जावत रग धमथि या राषटर क हो अवधकार एक ही ह तमहारी भलाई इसी म ह वक तम धमथि रग नल और राषटरीयता ि दश क भदभाि वमिाकर एकजि हो जाओ और सरकार की ताकत अपन हाथ म लन का यतन करोrdquo

शहीद भगतवसह की बात को धयान म रखत हए हम आज इन सघी फासीिावदयो की असवलयत समझन की जररत ह य नाम तो वहनद धमथि का लत ह पर इनका असली धमथि अानी अमबानी वजनदल वमततल का मनाफा ह जब भी य धमथि का नाम लकर हमार बीच आय तो इनकी आवथथिक नीवत पद न की जररत ह हम य धयान रखन की जररत ह वक अगर हम आज नही सभल तो हमारी आग आन िाली पीवढया इसकी कीमत चकायगी

रौरकषा क नाम पर मानव हताए जनसवा क नाम पर अरानरी-अमबानरी की सवा ndash यहरी ह िासरीवादरी सघरी सरकार का असलरी चहरा

क िाफ म मर साथ काम करता था वलादीवमर इवलच उसक यहा रोज भोजन करन जात थ चिोतारयोि अपन दफ़तर म नही था म उसक घर गयी वलादीवमर इवलच भोजन करन िहा नही पहच थ पषतः ि वगरफ़तार हो गय थ बाद म वदन म पता चला वक हमार दल क कई लोग वगरफ़तार कर वलय गय ह राबोवचए की जो परवत मर पास थी उस सरका क वलए नीनाजदथि को द वदया नीना कद ल की मरी परानी दोत थी बाद म उसकी सतदि स शादी हो गयी हमम स और लोग वगरफ़तार न कर वलय जाय इसवलए तय हआ वक राबोवचए वफलहाल न वनकाला जाय

यदवप वलादीवमर इवलच क सणि पीिसथिबगथि क इस वनिास काल का

कायथि उललखनीय या ऊपर स दखन म क खास नही ह वफर भी िातविक रप म यह काल अतयनत महतिपदणथि था खद उनहोन भी इस महतिपदणथि कहा ह यह वदखायी पडन िाला काम नही था यह िीरनायकोवचत कारनामो का नही बवलक जनता स घवनषठ समपकथि बनान उसको नजदीक स जानन और उनकी आकाकाओ का माधयम बनन उनका विशवास परापत करन की वशका लन और उनह अपन साथ लान का काम था लवकन सणि पीिसथिबगथि का यह कायथिकाल ही िह समय था वजसन वलादीवमर इवलच को महनतकश जनता क नता क रप म ढाला

(पज 12 स आर)

लकनन

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 14: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

14 मजदर तबरल अपल 2017

राहल साकतयायन वजनह गरीब वकसान और मजददर पयार स राहल बाबा बलात थ एक चोिी क विदान कई भािाओ और विियो क अदत जानकार थ चाहत तो आराम स रहत हए बडी-बडी पोवथया वलखकर शोहरत और दौलत दोनो कमा सकत थ परनत ि एक सचच कमथियोदा थ उनहोन आम जन गरीब वकसान मजददर की ददथिशा और उनक मवति क विचार को समझा उनक बीच रहत हए उनह जागत करन का काम वकया और सघिगो म उनक साथ रह ि िाति म जनता क अपन आदमी थ

उन तमाम लखको ि बवदजीवियो स अलग जो अपन एसी कमर म बठकर दवनया और उसम घिनिाली घिनाओ की तिथ वयाखया करत ह जनता की ददथिशा की और सामावजक बदलाि की बस बडी-बडी बात करत ह या पद-ओहदा-परकार की दौड म लग रहत ह राहल न अपनी परवतभा का इतमाल समाज को बदलन क वलए जनता को जगान म वकया इसक वलए उनहोन सीधी-सरल भािा म न किल अनक ोिी-ोिी प तक और सकडो लख वलख बवलक लोगो क बीच घदम-घदमकर गलामी और अनयाय क वखलाफ सघिथि क वलए उनह सगवठत भी वकया

पदिती उततर परदश क आजमगढ वजल म एक वपड गाि म जनम राहल क मन म बचपन स ही उस ठहर हए और रवढयो म जकड समाज क परवत बगाित की भािना घर कर गयी और विदरोह-िरप ि घर स भाग गय 13 साल की उमर म एक मवनदर क महनत बन वफर आयथिसमाजी बनकर समाज म रवढयो और मानवसक गलामी क वखलाफ अलख जगायी लवकन भारतीय समाज

क सवदयो परान गवतरोध अनधविशवास कद पमण दकता और जावत-पावत जसी सामावजक बराइयो को लकर उनक विदरोही मन म बचनी बढती रही और उनह लगन लगा वक आयथिसमाज इन सिालो को हल नही कर सकता उनहोन बौद धमथि अपना वलया लवकन दवनया-समाज म बराबरी और नयाय कायम करन का राता उसक पास भी नही था राहल को अपन सभी सिालो का जिाब बौद धमथि स भी न वमल पाया समानता और नयाय पर विक तथा हर परकार क शोिण और भदभाि स मति समाज बनान की राह खोजत हए ि माकसथििादी विचारधारा तक पहच उनहोन गरआ चोगा उतारकर मजददरो-वकसानो क वलए लडन और उनक वदमागो पर कसी बवडयो को तोड ालन को अपन जीिन का लकय बना वलया उनहोन समझ वलया वक - सामयिादी समाज का आवथथिक वनमाथिण नयी तरह स करना चाहत ह और िह वनमाथिण रफद या लीपापोती करक नही करना होगा एक तरह स उस नयी नीि पर दीिार खडी करक करना होगा भारत की साधारण जनता की गरीबी इतनी बढी हई ह वक उसक वलए अननत की ओर इशारा नही वकया जा सकता हम अपन काम म तरनत जि जाना चावहए

उनका पष मानना था वक - जनता क सामन वनधडक होकर अपन विचार को रखना चावहए और उसी क अनसार काम करना चावहए हो सकता ह क समय तक लोग आपक भाि न समझ सक और गलतफहमी हो लवकन अनत म आपका असली उद य वहनदद-मसलमान सभी गरीबो को आपक साथ समबद कर दगा

और आम गरीबो स अपन को

जोडन तथा रवढयो ि परमपराओ पर परचण परहार करन क वलए राहल जी न आम लोगो की बोलचाल की भािा म भागो नही दवनया को बदलो वदमागी गलामी तमहारी कय नइकी दवनया महरारन क दरदसा सामयिाद ही कयो जसी ोिी-ोिी वकताब वलखकर लोगो को जागत करन का काम शर कर वदया साथ-साथ उनहोन गाि-गाि घदमकर वकसानो और गरीबो को जगाना और अगज हकद मत तथा जमीदारो क वखलाफ लडन क वलए सगवठत करना भी शर वकया कई बार उनह जल म ाला गया लवकन िहा भी ि लगातार वलखत रह उनकी कई वकताब तो अलग-अलग जलो म ही वलखी गयी

राहल ददर तक दख सकत थ इसवलए उनहोन यह समझ वलया था वक भारतीय समाज की तकथि हीनता अनधविशवास सवदयो परान गवतरोध कद पमण दकता आवद पर करारी चोि करक ही आग बढाया जा सकता ह आजादी क आनदोलन म जब धमथि का परिश हआ था तभी राहल न इस बात को पहचान वलया था वक धावमथिक बििार पर चोि करना बहद जररी ह उनहोन सभी धमगो

म वयापत करीवतयो का ही विरोध नही वकया बवलक पष रप स बताया वक धमथि आज किल जनता को बािन और शासको की गदी सलामत रखन का औजार बन चका ह उनहोन खल शबदो म कहा - धमगो की जड म कलहाडा लग गया ह और इसवलए अब मजहबो क मल-वमलाप की बात भी कभी-कभी सनन म आती ह लवकन कया यह समभि ह मजहब नही वसखाता आपस म बर रखना - इस सफद झदठ का कया वठकाना अगर मजहब बर नही वसखलाता तो चोिी-दाढी की लडाई म हजार बरस स आजतक हमारा मलक पागल कयो ह परान इवतहास को ोड दीवजए आज भी वहनद तान क शहरो और गािो म एक मजहब िालो को ददसर मजहब िालो क खदन का पयासा कौन बना रहा ह असल बात यह ह - मजहब तो ह वसखाता आपस म बर रखना भाई को ह वसखाता भाई का खदन पीना वहनद तान की एकता मजहबो क मल पर नही होगी बवलक मजहबो की वचता पर

वकसानो की लडाई लडत हए भी राहल न इस बात को नही भलाया वक किल अगजो स आजादी और जमीन वमल जान स ही उनकी समयाओ का अनत नही हो जायगा उनहोन साफ कहा वक महनतकशो की असली आजादी सामयिाद म ही आयगी उनहोन वलखा खवतहर मजददरो को खयाल रखना चावहए वक उनकी आवथथिक मवति सामयिाद स ही हो सकती ह और जो रिावनत आज शर हई ह िह सामयिाद पर ही जाकर रहगी

ि वबना रक काम म जि रहत भारतीय समाज की हर बराई हर वकम की वदमागी गलामी हर तरह क

अनधविशवास तमाम गलत परमपराओ पर िह चोि करना चाहत थ उनक विरद जनता को वशवकत करना चाहत थ ि महनतकश लोगो स पयार करत थ और उनक वलए अपना जीिन कबाथिन कर दना चाहत थ जीिन ोिा था काम बहत अवधक था सवदयो स सोय भारतीय समाज को जगाना आसान नही था बाहरी द मन स लडना आसान था लवकन अपन समाज म बठ द मनो और खद अपन भीतर पठ हए सकारो मदलयो ररिाजो क वखलाफ लडन क वलए लोगो को तयार करना उतना ही कवठन था राहल को एक बचनी सदा घर रहती कस होगा यह सब वकतना काम पडा ह ि एक साथ दो-दो वकताब वलखन म जि जात टरन म चलत हए सभाओ क बीच वमलन िाल घणि-आध घणि क अनतराल म या सोन क समय म भी किौती करक िह वलखत रह लगातार काम करत रहन स उनका लमबा बवलषठ सनदर शरीर जजथिर हो गया पर िह रक नही यह वसलवसला तब तक चला जब तक मवतषक पर पडन िाल भीिण दबाि स उनह मवतभग नही हो गया याद न साथ ोड वदया आवथथिक परशानी न घर वलया पदरा इलाज भी नही हो सका और 14 अपरल 1963 को 70 ििथि की उमर म मजददरो-वकसानो क पयार राहल बाबा न आख मदद ली लवकन उनहोन जो मवहम चलायी उस आग बढाय वबना आज वहनद तान म इकलाब लाना ममवकन नही ह आज हमार समाज को वजस नय रिावनतकारी पनजाथिगरण और परबोधन की जररत ह उसकी तयारी क वलए राहल साकतयायन का जीिन और कमथि हम सदि परररत करता रहगा

जनमतिथथि (9 अपल) और समति ददवस (14 अपल) क अवसर पर

ग़ररीब किसानो और मरदरो ि राहल बाबा

ldquoहम अपनरी मानससक दासिा की बडरी की एक-एक कडरी को बददती क साथि िोडकर फ कन क ललए ियार रहना चाकहय बाहररी काननत स कहरी जादा जररि मानससक काननत की ह हम आर-परीछ-दाकहन-बाय दोनो हाथिो स नररी िलवार नचाि हए अपनरी सभरी रदियो को काटकर आर बिना होराrdquo

ldquoअसल बाि िो यह ह कक मजहब िो ससखािा ह आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीना कहनसातनयो की एकिा मजहब क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरीrdquo

ldquoयदद जनबल पर तवि वास ह िो हम तनराि होन की आवशयकिा नहरी ह जनिा की ददगम िकति न फाससजम की कालरी घटाओ म आिा क तवदि का सचार ककया ह वहरी अमोघ िकति हमार भतवषय की भरी रारणटरी हrdquo

ldquoरदियो को लोर रसललए मानि ह कोकक उनक सामन रदियो को िोडन वालो क उदाहरर पयागपत मातरा म नहरी हrdquo

ldquoहमार सामन जो मारग ह उसका ककिना हरी भार बरीि चका ह कछ हमार सामन ह और बहि असधक आर आन वाला ह बरीि हए स हम सहायिा लि ह आतमतवशास पापत करि ह लककन बरीि की ओर लौटना कोई परति नहरी पतिरति-परीछ लौटना होरा हम लौट िो सकि नहरी कोकक अिरीि को विगमान बनाना पकति न हमार हाथि म नहरी द रखा हrdquo

ldquoजाति-भद न कवल लोरो को टकड-टकड म बाट दिा ह बलकि साथि हरी यह सबक मन म ऊच-नरीच का भाव पदा करिा ह हमार पराभव का सारा रतिहास बिलािा ह कक हम रसरी जाति-भद क कारर रस अवसा िक पहच य साररी रनमरया उनरी लोरो की िरि स िलाई रयरी ह जो धनरी ह या धनरी होना चाहि ह सबक परीछ खाल ह धन बटोरकर रख दन या उसकी रकषा का रररीबो और अपनरी महनि की कमाई खान वालो को हरी सबस जादा नकसान ह लककन सहसाबदियो स जाि-पाि क पति जनिा क अनर जो खाल पदा ककय रय ह व उन अपनरी वासतवक ससति की ओर नजर दौडान नहरी दि साथिती निा खद रसम सबस बड बाधक हrdquo

ldquoधममो की जड म कलाडा लर रया ह और रसललए अब मजहबो क मल-ममलाप की बाि भरी कभरी-कभरी सनन म

आिरी ह लककन का यह समभव ह lsquoमजहब नहरी ससखािा आपस म बर रखनाrsquo -रस सिद झठ का का कठकाना अरर मजहब बर नहरी ससखलािा िो चोटरी-दािरी की लडाई म हजार बरस स आजिक हमारा मकि पारल को ह परान रतिहास को छोड दरीजजय आज भरी कहनसान क िहरो और रावो म एक मजहब वालो को दसर मजहब वालो का खन का पासा कौन बना रहा ह कौन राय खान वालो स रो न खान वालो को लडा रहा ह असल बाि यह ह ndash lsquoमजहब िो ह ससखािा आपस म बर रखना भाई को ह ससखािा भाई का खन परीनाrsquo कहनसान की एकिा मजहबो क मल पर नहरी होररी बलकि मजहबो की लचिा पर होररी कौव को धोकर हस नहरी बनाया जा सकिा कमलरी धोकर रर नहरी चिाया जा सकिा मजहबो की बरीमाररी साभातवक ह उसकी मौि को छोडकर रलाज नहरी हrdquo

ldquoधमग आज भरी वसा हरी हजारो मि तवशासो का पोरक और मनषय की मानससक दासिा का समथिगक ह जसा पाच हजार वरग पवग थिाhellip सभरी धमग दया का दावा करि ह लककन कहनसान क रन धारमक झरडो को दखखय िो मनषयिा पनाह मार रहरी हrdquo

महातवदोहरी जनमनरीररी राहल साकतायन क कछ उदरर

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 15: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

मजदर तबरल अपल 2017 15

तीन नता-िाइप लोग एक मजददर वदखन िाल वयवति को पीित हए मच पर आत ह एक न आप जसी िोपी पहनी ह एक क गल म भगिा गमा ह और एक क गल म वतरगा गमा ह वयवति क बचाओ-बचाओ वचललान पर क लोग उसकी मदद क वलए आत ह

जनता 1 अर-अर नताजी कयो मार रह हो बचार को

जनता 2 हा नताजी ऐसा कया कर वदया इसन य तो मजददर आदमी ह कयो मार रह हो इसको

जनता 3 य बचारा तो हर चनाि म िोि दता ह दश का ईमानदार नागररक ह आप लोग कयो मार रह हो उसको

आप इसन काम ही मार खान का वकया ह

भाजपा ऐस सिाल पद गा तो और मार खायगा दशदरोही कही का

िागि य फालतद क सिाल पद कर लोकतनत को कमजोर कर रहा था

तीनो जनता मगर य पद कया रहा था

आप अर य पद रहा था वक वपल चनाि म वकय आपक िादो का कया हआ

भाजपा पद रहा था वक चनाि जीतन क बाद स आपन हमार वलए कया वकया

िागि बताओ य भी कोई पद न की बात ह ऐसी गनदी-गनदी बात पता नही कहा स इनक वदमाग म भर जाती ह

जनता 1 मगर नता जी आपक िादो क बार म पद ना तो हमारा अवधकार ह

जनता 2 आपक नता तो कहत ह वक िाद पदर न हए तो मझ चौराह पर लिका दना लात मारकर भगा दना

जनता 3 बार-बार चनाि म िोि दकर भी हमारी वज नदगी बद स बदतर होती जाय और हम सिाल भी न पद

जनता 1 आपको अपन िाद वनभान होग

जनता 2 हम आपको आपक िादो की याद वदलात रहग

जनता 3 हम आपस जिाब तलब करन का पदरा अवधकार ह आवखर आप लोग जनता क सिक कहलात ह

तीनो एि िाथ खामोश दशदरोवहयो भागो यहा स

तीनो जनता हम नही जायग हम जिाब चावहए (नार लगात ह)

तीनो आपस म आखो-आखो म बात करत ह

सफर एि िाथ जिाब चावहए लो जिाब लाठीचाजथि

(तीनो लाठीचाजथि करत ह लोग वगरत ह फीज ददसरी ओर स एक वयवति गतत का िीिी का फम चहर क सामन वकय हए आता ह)

टीवी ढन िडा सवनए आज की सबस बडी खबर जो सबस पहल आपक वलए लकर आया ह हमारा चनल बडी खबर रिवकग नयदज सवनए जरा गौर स सवनए चनाि आयोग न राजधानी वदलली म नगर वनगम चनािो की घोिणा कर दी ह वदलली क तीनो नगर वनगमो म 22 अपरल को चनाि होग सभी बडी पाविथियो न चनाि की तयाररया तज कर दी ह और मतदाताओ को लभान क वलए

नता मदान म उतर पड ह ढन िडा (जाता ह)(फीज िदिता ह तीनो नता पहल वजस

पीि रह थ अब उस वयवति को घरकर उसक आग हाथ जोडकर लगभग दणित हो जात ह गोल घदमकर गात ह)

तीनो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया अबकी इलकशन म त पार लगाद नइया बोलो ज वोटर भइया बोलो ज वोटर मइया

मरदर ठीक-ठीक ह अभी हमको जान दो फकिरी जाना ह

जनता 1 नता जी अब तो इसक सिाल का जिाब द दो

आप (खासत हए) हम तो जिाब दन क वलए हमशा तयार रहत ह हम तो आम आदमी ह हमस तो कोई कभी भी क भी पद सकता ह

जनता 2 आपन चनाि म कहा था वक नौकररयो म ठकदारी खतम कर दग सबको पकका रोजगार दग उसका कया हआ

आप दवखय हमन इसक वलए कमिी बना दी ह सन 2027 तक कमिी सिद करक हमको बता दगी वक वदलली म कहा-कहा वकतन लोग ठक पर काम कर रह ह वफर हम 2037 तक सबको पककी नौकरी द दग

जनता 3 बहत अच तब तक हम वजनदा रह तो नौकरी पककी समझो

मरदर और कचची कालोवनयो को पकका करन क िाद का कया हआ

आप दवखय कचची पककी य तो नाम की बात ह कचची कया पककी कया क चीज कचची अची लगती ह क पककी अची लगती ह िस हमारी सरकार गरीबो क वलए बहत काम कर रही ह हमन वदलली म नयदनतम मजददरी बढाकर 13000 कर दी ह इतन पस म मजददर आदमी भी अची जगह जाकर रह सकता ह कचची कालोनी म रहन की कया जररत ह

मरदर मजददरी खाली िीिी और अखबार की खबरो म बढी ह हम आज भी इतनी ही मजदरी पर 12-12 घणि काम करत ह वजसम मवकल स दो िति की रोिी वमल पाती ह

जनता 1 हर साल मजददरी बढान की घोिणाओ का य खल हम लोग बहत साल स दख रह ह सरकार का रि अलग और मावलक का रि अलग

जनता 2 अर पहल आप अपन मवनतयो क कारखान म तो बढी मजददरी लागद करक वदखाइय आप क तमाम विधायक और एमसीी चनाि क उममीदिार खद िजीरपर स लकर पीरागढी म कारखान चलिात ह ि अपन ही इणवटरयल इलाक म सही मजददरी लागद करिा द

जनता 3 सार मावलक वमलकर मजददरी की चोरी करत ह इसम आपको भरषाचार नही वदखता

आप खो-खो खो-खो दवखए गरम मत होइए हमन 700 लीिर पानी मफ़त कर वदया ह ठणा पानी वसर पर ावलए और वदमाग ठणा कररए ठणा-ठणा कद ल-कद ल हमन तो वदलली क सरकारी कद लो म भी विवमग पदल बना वदय ह

कही दखा ह ऐसामरदर नता जी हमारी बती म तो

आज भी सरकारी नल स पानी लन क वलए लाइन लगानी पडती ह रोज झगडा होता ह

जनता 1 हजारो घरो म तो आज तक पाइप लाइन ही नही पहची ह ददसर वजस पररिार न 700 लीिर स जयादा पानी इतमाल वकया उसको पदर पानी का पहल स भी जयादा रि स पसा दना पडता ह रोज दो बालिी स जयादा मतलब 700 लीिर पार आपकी य चालाकी अब हम समझ गय ह

जनता 2 और रही बात कद ल की तो आपन 500 नय कद ल खोलन का िादा वकया था मगर परान कद लो म 4-5 नय कमर बनिाकर उसी का वढढोरा पीि रह ह

जनता 3 दो साल म एक भी नय कद ल का काम नही शर हआ ह

आप दवखए हमार पास कोई जादद की डी नही ह काम करन म समय लगता ह

मरदर अचा गरीबो और मजददरो क वलए काम करन म समय लगता ह और वयापाररयो क वलए काम करन म वबलकल समय नही लगता

जनता 1 आपकी सरकार न धनी वयापाररयो कारखानदारो और ठकदारो की चादी कर दी ह उन पर िकस और चौकसी विभाग का दबाि पदरी तरह खतम कर वदया ह तावक ि आराम स हमको लदि सक

जनता 2 इसीवलए आप कहत ह वक वयापार आपक खदन म ह

जनता 3 वयापारी ठकदार और मावलक लोग इसीवलए आपस खश ह

भाजपा (सचललािर) वबलकल सही बात ह भाइयो-बहनो य वबलकल फॉ ह

िागि य धोखबाज ह अर काम करन िाल तो हम ह तम लोगो न हम ही हिा वदया

मरदर आप लोग तो चप ही रवहए आपको भी हमन अची तरह दख वलया ह

भाजपा दवखए कनदर म हमारी सरकार ह मगर वदलली म य लोग कोई काम नही होन दत

जनता 1 आपकी सरकार क कारनाम हमन दख वलय ह तीन साल म आप लोग कौन स अच वदन लाय ह सबक सामन ह

जनता 2 महगाई न जीना हराम कर वदया ह दाल तल खान-पीन की सारी चीज हमारी पहच स बाहर होती जा रही ह रसोई गस और पटरोल क दाम बार-बार बढात रहत ह

जनता 3 बस अमबानी अानी और ददसर सठ लोगो की मौज ह सार अच वदन उनही क वलए ह

भाजपा भाइयो-बहनो दवखए हमार महान नता शवतिशाली नता चमतकारी नता वदन म 36 घणि गरीबो क बार म ही सोचत रहत ह थोडा धीरज रवखए आपकी वज नदगी बदल जायगी

मरदर िो तो हम दख ही रह ह बरोजगारी की मार स हम पहल ही बहाल

थ ऊपर स नोिबनदी करक करोडो लोगो की रोजी-रोजगार और ीन वलया

भाजपा िो तो काल धन पर सवजथिकल टराइक थी

जनता 1 कौन सा काला धन सार काल धन िाल तो मौज म ह

जनता 2 उधर मालया माल ल गया इधर अमबानी अानी और तमाम धननासठ बको क हजारो करोड रपय वबना कार क गडप कर गय

जनता 3 सबक खात म 15 लाख दन का जमला भी अब आप भदल गय ह

भाजपा तम लोगो का वदमाग वकसी न खराब कर वदया ह तम लोग दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

जनता 1 कहा हर साल दो करोड रोजगार दन का िादा था और कहा हालत य ह वक दो साल म दो करोड नय बरोजगार पदा हो गय

जनता 2 जब हम महगाई बरोजगारी की बात कर तो आप कभी गाय कभी लि वजहाद कभी मवनदर का पिाखा ोड दत हो

जनता 3 कहत थ सबका साथ सबका विकास - लवकन सबको आपस म लडान म लग हए हो

मरदर अब हम आपक चककर म नही आन िाल ह

भाजपा तम लोग सब बहकी-बहकी बात कर रह हो इस चनाि म हम िोि दो और हम वदलली को िगथि बना दग

मरदर य तो सही बात ह आप लोग हम जीत जी िगथि लोक पहचान म कोई कसर नही ोड रह हो

जनता 1 बीस साल स एमसीी पर तो आप ही लोगो का कबजा ह भरषाचार का सबस बडा अा बन गया ह एमसीी

जनता 2 गरीबो क इलाको म गनदगी और कद ड-कचर का ढर लगा रहता ह वनगम क कमथिचाररयो को कई-कई महीन तनखिाह नही वमलती

जनता 3 हमार िकस क पसो स खाली अमीरो क इलाको म साफ-सफाई और वबजली का इनतजाम होता ह

िागि इसीवलए हम कह रह ह वक हम वजताओ ऐस धोखबाजो क चककर म पडोग तो क नही वमलगा

मरदर इतन सालो स दश को लदित रह अब भी आप लोगो का पि नही भरा

िागि दवखए आप लोगो न हम बाहर करक अचा नही वकया हमार पास आपको ठगन का सॉरी मरा मतलब ह आपका विकास करन का 70 साल का एकसपीररयस ह हमारी परानी खानदानी दकानhellip सॉरी मरा मतलब ह परानी पािती को ोडकर आप लोग नय-नय फरीिालो क चककर म पड गय ह आप लोग हम सिा का एक और मौका दीवजए हम आपको वदखा दग वक हम लोगो को उललद बनान क सॉरी आग बढान क एकसपिथि ह

जनता 1 आप वकस बात क एकसपिथि ह िो हम सबन अची तरह दख वलया ह अपन 50 साल क शासन म आपन हम गरीबी भखमरी बकारी जावत-धरम की राजनीवत क अलािा और कया वदया ह

जनता 2 सार दशी-विदशी लिरो की

सिा आप लोग अची तरह स करत रह ह

जनता 3 जात-धरम की जो राजनीवत य भगिा झण िाल खलकर करत ह िही आप लोग पकर करत ह

चारो एि िाथ रोर ि अब तम लोगो की य धोखाधडी नही चलगी

आप (घबरािर) य आप लोग कया कह रह ह हम तो आप ही क ह

भाजपा तमहारी य मजाल अभी तमहार होश वठकान लगात ह

िागि (पीछ दखिर) मममी दखो य लोग कया कह रह ह

मरदर चप करो इतन साल तक हम तमहारी बकिास सनत रह

जनता 1 तमहारी वचकनी-चपडी बातो म आकर अपन परो पर कलहाडी मारत रह

जनता 2 तमहार बहकाि म आकर आपस म लडत रह

जनता 3 हम भदल गय थ वक हमार पास अपनी भी कोई आिाज ह

मरदर अब तमह हमारी वचनता करन की कोई जररत नही ह हम अपनी आिाज खद उठायग

आप अर िाह तद अपनी आिाज खद उठायगा चीिी क भी पर वनकलन लग ह

भाजपा जरा सन तो कौन ह तमहारी आिाज हम सचच दशभतिो को ोडकर तम कौन स दशदरोवहयो क चककर म पड गय हो

िागि हा-हा जरा हम भी तो सन वक तमहारी आिाज कसी ह

मरदर हमारी आिाज का नाम ह रिावनतकारी मजददर मोचाथि

जनता 1 अब बड चोर और ोि चोर क बीच स वकसी एक को चनन की कोई मजबदरी नही

जनता 2 अब हम नागनाथ और सापनाथ म स वकसी एक को नही चनग धननासठो ठकदारो वबलरो वयापाररयो की इस या उस पािती म स वकसी को नही चनग

जनता 3 अब हम अपन बीच स गरीबो और मजददरो क सचच परवतवनवधयो को चनग जो हमारी आिाज को मजबदती स नगर वनगम म उठायग

तीनो (धमिात हए) तम लोगो को पताना पडगा य हमारा खल ह इस मदान म कोई ददसरा नही घस सकता

चारो दफा हो जाओ तम सब यहा स मरदर (लोगो का आहान करत हए)

आओ सावथयो - तीनो जनता एि िाथ आओ

सावथयो - (जनता म स क लोग वनकलकर मच की ओर बढत ह तीनो नता घबराकर भागत ह)

िब समलिर गात ह हम महनतकश जगवालो स जब अपना

हहससा मागगइक खत नही इक दश नही हम सारी

दहनया मागग

(सदलली नगर सनगम चनाव म करासनतिारी मरदर मोचाज ि परतयासशयो ि िमथजन म तयार नाटि)

अब अपनरी आवाज उठाओनककड नाटक

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव

Page 16: yqVsjksa ds >wBs eqn~ns cuke turk ds okLrfod eqn~ns lkspks ... · क़ज़्ग-माफ़ी के टोटके से खे िरी-ककसानरी का संकट

ndash रवरीि कमार

आज (2 माचथि) क िाइमस ऑफ इवणया क पज नमबर 20 पर परदीप ठाकर की ररपोिथि पी ह ररपोिथिर न तो अपनी तरफ स खबर ाप दी ह मगर इस खबर क आकड बता रह ह वक सरकार रोजगार को लकर वकस तरह स खल करती ह अखबार क अनसार सरकार न इस बार क बजि म 2 लाख 80000 नौकररयो क वलए बजि का परािधान वकया ह सबस अवधक भतती आयकर विभाग म होगी वजसकी कमता को 46000 स बढाकर 80000 करन की बात ह उतपाद शलक विभाग म भी 41000 लोग रख जायग इस िक़त उतपाद ि शलक विभाग की कमता 50600 ह वजस बढाकर 91700 वकया जायगा वकस तर की नौकरी ह उनकी परकवत कया होगी यह सब साफ नही ह यह भी साफ नही ह वक वकतन वदनो म भवतथियो का काम पदरा कर वलया जायगा कया आयकरउतपाद ि शलक विभाग न एक साल क भीतर कभी भी असी हजार भवतथिया कर सका ह ररपोिथि स साफ नही ह और मझ भी नही लगता ह ऐसी ररपोिथि अखबारो म पती ह तो सखया क कारण आकिथिक लगती ह

साति ितन आयोग की ररपोिथि म कनदर सरकार क विभागो म मजदर पदो और बहाल पदो को लकर रोजगार का अचा विशिण ह आयोग न तमाम विभागो स आकड जिाकर तमाम तथय रख ह (http7cpcindiagovinpdfsevencpcreportpdf) इस वलक पर जाकर दख सकत ह इसकी एक तावलका स पता चलता ह वक राजि विभाग म 2006 स 2014 यानी आठ सालो क बीच मात 25070

बहावलया हई इसस आप अनदाजा लगा सकत ह या सिाल पद सकत ह वक राजि विभाग म असी हजार भवतथिया कब तक होगी कही 2030 तक तो नही हर विभाग म नौकररयो की वथवत का कचचा वचटा साति ितन आयोग की ररपोिथि म ह

िाइमस ऑफ इवणया की ररपोिथि म वलखा ह वक बजि क एनकसचर म रलि क मनपािर म 2015 स लकर 2018 तक कोई बदलाि नही ह यानी सरकार न मनपािर बढान का कोई लकय नही रखा ह अखबार म पी तावलका क अनसार 2015 स 18 क बीच हर साल रलि की कायथिकमता यानी मनपािर 1326437 स लकर 1331433 ही रहगा 112014 को रलि की मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी अगर िाइमस ऑफ इवणया की तावलका सही ह तो मोदी सरकार स सिाल पद ा जाना चावहए वक कया रलि की नौकररयो म भारी किौती की गयी ह यदपीए क समय स ही रलि म िनी होती आ रही ह लवकन उनक समय मजदर पदो की सखया 15 लाख थी जो अगल तीन साल क वलए करीब 13 लाख बतायी गयी ह मजदर पदो की सखया म ही दो लाख की कमी साति ितन आयोग की तावलका स पता चलता ह वक रलि म कभी भी मजदर कमता क बराबर भवतथिया नही हई ह यदपीए क समय पहली जनिरी 2014 को मजदर कमता 15 लाख 57 हजार थी तब 13 लाख 61 हजार ही लोग काम कर रह थ अब तो मजदर कमता दो लाख कम कर दी गयी ह अगर इसक नीच लोग काम करग तो रलि म नौकररयो की िातविक सखया दो लाख स भी जयादा घि जायगी

परधानमनती न यदपी की चनािी

सभा म कहा था वक रलि म एक लाख भवतथिया हई ह आप साति ितन आयोग और िाइमस ऑफ इवणया की तावलका क आधार पर परख सकत ह वक परधानमनती या तो झदठ बोल रह ह या गलत बोल रह ह िाइमस ऑफ इवणया क अनसार अनमावनत कमता म इतनी िवद नही वदखती ह 2015 क वलए रलि की अनमावनत कमता 1326437 ह 2016 क वलए 1331433 ह य बजि क आकड ह मात चार-पाच हजार की िवद वदखती ह सरकार को इस वबनद पर जिाब दना चावहए विपक कभी नही पद गा भारत क इवतहास म इसस आलसी विपक कभी नही हआ उस र लगता ह वक पद ग तो उनस भी पद ा जायगा तो पदवए वकसी यिा को नौकरी वमलनी जयादा जररी ह या पद ा-पद ी म कौन जीतगा िो जररी ह

रलि दश म सबस अवधक सरकारी रोजगार दती ह साति ितन आयोग की ररपोिथि क अनसार 2006-2010 यानी 4 साल क बीच रलि म 90629 भवतथिया ही हई 2006 स 2014 क बीच 3 लाख 30972 भवतथिया वदखायी गयी ह कनदर सरकार क तमाम विभागो म 2006 म 3701 लाख कमथिचारी थ 2014 म यह सखया बढकर 3890 लाख हई आठ साल म यदपीए सरकार का ररका थि वकतना खराब ह आप इस सखया स आसानी स समझ सकत ह इसी तरह क आकड रका मनतालय को लकर भी वदख रह ह वक िहा भी बहाली कम होती जा रही ह हर विभाग म मजदर कमता क वहसाब स दस स बीस फीसदी पद खाली ह सरकार जानबदझकर बरोजगारी पदा कर रही ह चनािी खचद म तो कोई कमी नही आती ह मगर विततीय बजि घाि को कसन क वलए तरह-तरह क कदमो

को सही ठहराया जाता रहता हभारत क सरकारी सथाओ की

हालत कयो खराब ह इसवलए नही वक िहा कोई काम नही करना चाहता बवलक िहा काम करन िाल नही ह वदलली म एक लाख की आबादी पर वनगमो क कमथिचारी की सखया 1260 ह आप सोवचए सफाई क वलए वकतन कम कमथिचारी होग जब कमथिचारी नही होग तो शहर को साफ कौन करगा इस सिाल स बचन क वलए लगातार आपक वदमाग म यह बात ठद सी जा रही ह वक लोग शहर को गनदा करत ह सरकार नही बताती ह वक िचता अवभयान क तहत वकतन कद डदान वकस शहर म रख गय और इनह साफ करन क वलए वकतन लोगो को काम वदया गया बोगस बात चारो तरफ चल रही ह हर सिाल वहनदद-मवलम और राषटरिाद जसी फिीचर बातो पर पहच जाता ह

अमरीका म एक लाख की आबादी पर िहा क कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 668 ह भारत म एक लाख की आबादी पर कनदरीय कमथिचाररयो की सखया 138 ह आबादी अमरीका स कही जयादा भारत म ह मगर कमथिचारी अमरीका म वतगन ह तो साफ-सथरा और वयिवथत कौन वदखगा भारत या अमरीका कायद स िाइमस ऑफ इवणया की ह लाइन होनी चावहए थी वक सरकार न रलि क मजदर पदो की सखया म दो लाख की किौती की मगर ह लाइन ह वक सरकार दो लाख असी हजार पदो पर भवतथिया करगी इसी ररपोिथि म अखबार यह भी वलखता ह वक कनदर सरकार को आईिी आयकर उतपाद ि शलक विभाग म एक लाख 88 हजार नय लोगो को रखना था मगर सरकार पदो को भर नही पायी तो वफर अखबार

को बताना चावहए वक 2 लाख 80 हजार क आकडो म बकलॉग वकतना ह नयी नौकररया वकतनी ह 2014-2016 क बीच जो सरकार दो लाख लोगो को नही रख सकी िो करीब तीन लाख लोगो को वकतन साल म रखगी रवकए इसी ररपोिथि म एक और आकडा ह दो साल म भवतथियो का लकय पदरा नही होन क कारण उतपाद ि शलक आईिी और आयकर विभाग म कमथिचाररयो की सखया म 21000 की कमी आ गयी इसीवलए कहता ह हम सब अखबार पढत तो ह मगर वकसी को अखबार भी पढना नही आता ह

नोि - 2017 की यदपीएससी की परीका क वलए 980 पद तय हए ह वपल पाच साल म यह सबस कम ह बाकी आप कवरितान और मशान क मसल को लकर बहस कर लीवजए इसी को ईमानदारी स कर लीवजए लोग अब नालो क वकनार अवनतम सकार करन लग ह जयादा ददर नही वदलली स वसफथि बीस वकमी आग लखनऊ रो पर बोवलए वक इसक विकलप म कोई सरकार कया करन िाली ह कवरितानो पर भदमावफयाओ क कबज ह य मावफया वहनदद भी ह और मवलम भी ह बताइए वक कया य जमीन मति हो पायगी लवकन इसम जयादा मत उलवझए नौकरी क सिाल पर विक रवहए मर गय तो कौन कस फद क ग या गाडगा यह कस पता चलगा और जानकर करना कया ह हम और आप तो जा चक होग

(लखि एनीटीवी इसया ि वररषठ पतरिार ह)

मदरि परिाशि और सवामी िातयायनी सिनहा दारा 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006 ि परिासशत और उनही ि दारा मलटीमीसयम 310 िजय गाधी परम फराबाद रो लखनऊ ि मसदरत िमपादि िखसवनदर असभनव l िमपािीय पता 69 ए-1 बाबा िा परवा पपरसमल रो सनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l April 2017 RNI No UPHIN201036551

ाि पजीयन SSPLWNP-3192017-2019परिण ािघर आरएमएि चारबाग लखनऊ

परिण सतसथ सदनाि 20 परतयि माह

(यह लख भरी दख बरोजराररी ख़तम करन क दावो क बरीच बििरी

बरोजराररी - पज 10)

कया रल म दो लाख स जयादा नौिररया िम िर दरी रयरी हhellip

ndash मिश तयागीभारत और दवनया क इवतहास

क बहतर सबको क बाद भी बहत सार लोगो खासतौर पर उदारिादी और िामपनथी बवदजीवियो को यह गलतफहमी रही ह वक पदजीिादी जनतावनतक वयिथा क सिधावनक वनयम-कायद और ससद अदालत मीवया परशासन आवद ढाचा फासीिादी ताकतो क इरादो पर लगाम लगा सकत ह इनका सोचना था वक एक बार सतता म आन पर सरकारी काम-काज क वनयम-ररिाज सरकारी सथाओ म पदथ वयवति नयायालयो की सवरियता और खासतौर पर राजयसभा म बहमत का अभाि मोदी क नतति िाली सरकार क फासीिादी राह पर बढन म रकािि ालगा और मजबदर होकर उनह क हद तक तो जनतावनतक बनना पडगा इन उदारिावदयो और ससदीय िामपवनथयो का कहना था वक राजयसभा म बहमत न वमलन तक बीजपी सरकार अपनी

मनमजती क कानदन नही बना सकगी िस तो आधार अथॉररिी क कानदन को ही मनी वबल क रप म पश करक राजयसभा म जाय बगर ही लोकसभा म पाररत करिाकर इस सरकार न अपन इराद जावहर कर वदय थ पर इस बार बजि क साथ लाय जान िाल वितत विधयक (फाइनस वबल) म रमी बहस का भी अवधकाश वहसा पदरा हो जान क बाद 30 माचथि को अचानक सशोधन क रप म लगभग 40 और कानदनो को भी लोकसभा स ही बगर वकसी बहस क ही पाररत कराकर इस सरकार न वदखा वदया ह वक ितथिमान बजथिआ जनतनत का ढाचा कभी फासीिादी ताकतो क रात की रकािि नही बन सकता इस सिधावनक ढाच म पदजीिादी शासक िगथि की हर वकम की िक़ती जररतो क वलए बहत सार परािधान ह वजनका इतमाल करक ि ओढा हआ जनिाद का मखौिा कभी भी उतारकर वबलकल कानदनी रात स ही महनतकश जनता क समत अवधकारो पर नगन हमला जारी

रख सकत हयाद रह वक 1975 म भारत म

इवनदरा गाधी की कागसी सरकार दारा लायी गयी इमरजसी भी इसी सविधान ससद और नयाय वयिथा क दारा पदरी तरह कानदनी रात ही लागद की गयी थी इिली और जमथिनी म भी फासीिादी जनतावनतक चनािो क जररय ही सतता म आय थ और उनहोन भी अपन सार भयानक अतयाचार ससद म कानदन पास करा और नयायालयो दारा वदय गय आदशो क माधयम स ही अजाम वदय थ 24 माचथि 1933 को जमथिन ससद न ही जनता और जमथिन राजय की पीडा-वनिारण कानदन नाम का कानदन पाररत कर वहिलर की नाजी पािती को िो सारी शवतिया दी थी वजनक सहार उनहोन करोडो का कतल वकया कानदन और चनाि क नाम पर तब भी तकथि वदया गया था वक आलोचना-विरोध स पहल वहिलर को एक मौका वदया जाना चावहए अपना काम परदवशथित करन का तथाकवथत वलबरलो और मजददर

आनदोलन क मौकापरतो का कहना था वक जनतावनतक वयिथा म मौका वमलन पर नावजयो का अवतिादी-उग चररत बदल जायगा

फाइनस वबल क जररय कानदनो म वकय गय पररितथिनो की चचाथि स पहल इस जनतावनतक सविधान क क परािधानो को समझ लत ह कहन क वलए भारत एक सघीय गणतनत (राजयो का सघ) ह लवकन ससद म राजयो क अवधकारो का परवतवनवधति करन िाली राजयसभा म राजयो का समान परवतवनवधति नही ह बड राजयो को ही जयादा परवतवनवधति वदया गया ह न ही इसक सदयो का चनाि आम मतदाताओ दारा वकया जाता ह राजय क विधायको दारा चनाि म राजनीवतक दलो और धनपशओ दारा जोड-तोड खरीद-फरोखत ही इस चनाि का एकमात आधार ह अब क सालो स तो राजय क परवतवनवध क वलए उस राजय का वनिासी होन की शतथि भी हिा दी गयी ह इसीवलए इसम या तो शासक

दलो क ि विशवत लोग जात ह जो तमाम धन बल क भी वकसी िजह स लोक सभा का चनाि हार जात ह या विजय मालया सभाि गोयल राजीि चनदरशखर अमर वसह आवद धनबल स सीि खरीदन िाल लोग इसवलए राजयसभा िस भी आजकल शासक और विपकी दलो क साथ ही इन सब शावतर लोगो क बीच सौदबाजी का एक अा बना हआ ह

मनी वबल कया ह इसको भी थोडा समझ लना यहा जररी ह इसका सोत इगलण म बजथिआ ससद क इवतहास म ह इगलण म ततकालीन राजशाही और उभरत बजथिआ िगथि क बीच वििाद का वििय था वक वकस पर वकतना िकस लगाया जाय और उसस एकत धन का खचथि वकन मदो म हो यह तय करन का अवधकार राजशाही का हो या िकस चकान िाल बजथिआ िगथि क परवतवनवधयो का इस वििाद म बजथिआ िगथि की परवतवनवध ससद न अपनी सना खडी

नया कतत कधयि एि खिरनाि कानन

(पज 10 पर जाररी)

सता पर पजरीपतियो की और जनिा पर सरकार की जकडबनरी और सखत करन क ललए रि दजगन काननो म बदलाव