the constitution of india - mpgk

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£ÉÉ®iÉ BÉEÉ ºÉÆÉÊ´ÉvÉÉxÉ [1 अैल, 2019 को यथा�वमान] The Constitution of India [As on 1st April, 2019]

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Page 1: The Constitution of India - Mpgk

poundEacuteEacuteregiEacute BEacuteEEacute ordmEacuteAEligEacuteEcircacuteEacutevEacuteEacutexEacute [1 अपरल 2019 को यथावदयमान]

The Constitution of India [As on 1st April 2019]

पराककथन

भारत क सिवधान का यह स करण सस दवारा समय-समय पर यथा सशोिधत भारत क सिवधान क पाठ को उदधत करता ह सस दवारा सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 तक और उसको सि मिलत करत हए िकए गए सभी सशोधन इस स करण म सि मिलत िकए गए ह पाठ क नीच िदए गए पाद िट पण सिवधान सशोधन अिधिनयम िजसक दवारा ऐस सशोधन िकए गए ह को उपदिशरत करता ह

सिवधान ज म-क मीर रा य को अन छद 370 और सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 म यथा उपबिधत कछ अपवाद और उपातरण क साथ लाग होता ह यह आदश िनदश की सिवधा क िलए पिरिश 1 म सि मिलत िकया गया ह अपवाद और उपातरण का पनकर थन पिरिश 2 म अतिवर िकया गया ह

सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 भारत सरकार और बागला दश क म य अिजरत िकए गए और अतिरत िकए गए रा यकषतर क यौर अतिवर करत हए पिरिश 5 म सि मिलत िकया गया ह

सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 और सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 स सबिधत सवधािनक सशोधन क पाठ को जो अभी तक परव नही हए ह पाठ म समिचत थान पर जहा सभव हो या अ यथा पाद िट पण म उपबिधत िकया गया ह

डा जी नारायण राजसिचव भारत सरकार

नई िद ली 1 अपरल 2019

सकषपाकषर की सची

का0आ0 काननी आदश

का0िन0आ0 काननी िनयम और आदश

प0 प

स0 सखयाक (न बर)

स0आ0 सिवधान आदश

भारत का सिवधान

िवषय सची उ िशका

अन छद प भाग 1

सघ और उसका रा यकषतर1 सघ का नाम और रा यकषतर 2 2 नए रा य का परवश या थापना 2

[2क िसिककम का सघ क साथ सहयकत िकया जाना ndash िनरिसत ]hellip 2 3 नए रा य का िनमारण और वतरमान रा य क कषतर सीमाओ या नाम

म पिरवतरन 2 4 पहली अनसची और चौथी अनसची क सशोधन तथा अनपरक

आनषिगक और पािरणािमक िवषय का उपबध करन क िलए अन छद2 और अन छद 3 क अधीन बनाई गई िविधया helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 3

भाग 2नागिरकता

5 सिवधान क परारभ पर नागिरकता 4 6 पािक तान स भारत को पर जन करन वाल कछ यिकतय क

नागिरकता क अिधकार 4 7 पािक तान को पर जन करन वाल कछ यिकतय क नागिरकता क

अिधकार 5 8 भारत क बाहर रहन वाल भारतीय उदभव क कछ यिकतय क

नागिरकता क अिधकार 5 9 िवदशी रा य की नागिरकता व छा स अिजरत करन वाल यिकतय का

नागिरक न होना 5 10 नागिरकता क अिधकार का बना रहना 5 11 सस दवारा नागिरकता क अिधकार का िविध दवारा िविनयमन िकया जाना 5

िवषय सची अन छद प

(ii)

भाग 3

मल अिधकार

साधारण

12 पिरभाषा 6 13 मल अिधकार स असगत या उनका अ पीकरण करन वाली िविधयाhellip 6

समता का अिधकार

14 िविध क समकष समता 6 15 धमर मलवश जाित िलग या ज म थान क आधार पर िवभद का परितषध 6 16 लोक िनयोजन क िवषय म अवसर की समता 7 17 अ प यता का अत 8 18 उपािधय का अत 8

वात य-अिधकार

19 वाक- वात य आिद िवषयक कछ अिधकार का सरकषण 8 20 अपराध क िलए दोषिसिदध क सबध म सरकषण 10 21 पराण और दिहक वततरता का सरकषण 10 21क िशकषा का अिधकार 10 22 कछ दशाओ म िगर तारी और िनरोध स सरकषण 10

शोषण क िव दध अिधकार

23 मानव क द यारपार और बला म का परितषध 11 24 कारखान आिद म बालक क िनयोजन का परितषध 12

धमर की वततरता का अिधकार

25 अतःकरण की और धमर क अबाध प स मानन आचरण और परचार करन की वततरता helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

12

26 धािमरक काय क परबध की वततरता 12 27 िकसी िविश धमर की अिभविदध क िलए कर क सदाय क बार म

वततरता

13 28 कछ िशकषा स थाओ म धािमरक िशकषा या धािमरक उपासना म उपि थत

होन क बार म वततरता

13

िवषय सची अन छद प

(iii)

स कित और िशकषा सबधी अिधकार

29 अ पसखयक-वग क िहत का सरकषण 13 30 िशकषा स थाओ की थापना और परशासन करन का अ पसखयक-वग

का अिधकारhelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

13 [31 सपि का अिनवायर अजरन ndash िनरिसत ] 14

कछ िविधय की यावि

31क सपदाओ आिद क अजरन क िलए उपबध करन वाली िविधय की यावि

14

31ख कछ अिधिनयम और िविनयम का िविधमा यकरण helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 15 31ग कछ िनदशक त व को परभावी करन वाली िविधय की यावि helliphelliphelliphelliphellip 16 [31घ रा िवरोधी िकरयाकलाप क सबध म िविधय की यावि ndash िनरिसत ] 16

सािवधािनक उपचार का अिधकार

32 इस भाग दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए उपचार helliphellip 16 [32क रा य िविधय की सािवधािनक वधता पर अन छद 32 क अधीन

कायरवािहय म िवचार न िकया जाना ndash िनरिसत ] helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 16

33 इस भाग दवारा परद अिधकार का बल आिद को लाग होन म उपातरण करन की सस की शिकत

17

34 जब िकसी कषतर म सना िविध परव ह तब इस भाग दवारा परद अिधकार पर िनबर धन

17

35 इस भाग क उपबध को परभावी करन क िलए िवधान helliphellip 17 भाग 4

रा य की नीित क िनदशक त व

36 पिरभाषा 19 37 इस भाग म अतिवर त व का लाग होना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 19 38 रा य लोक क याण की अिभविदध क िलए सामािजक यव था बनाएगा

19

39 रा य दवारा अनसरणीय कछ नीित त व 19 39क समान याय और िनःश क िविधक सहायता 20

िवषय सची अन छद प

(iv)

40 गराम पचायत का सगठन 20 41 कछ दशाओ म काम िशकषा और लोक सहायता पान का अिधकारhelliphellip 20 42 काम की यायसगत और मानवोिचत दशाओ का तथा परसित सहायता

का उपबध

20 43 कमरकार क िलए िनवारह मजदरी आिद 20 43क उदयोग क परबध म कमरकार का भाग लना 20 43ख सहकारी सोसाइिटय का सवधरन 20 44 नागिरक क िलए एक समान िसिवल सिहता 20 45 छह वषर स कम आय क बालक क िलए परारिभक बा याव था दख-रख

और िशकषा का उपबध

20 46 अनसिचत जाितय अनसिचत जनजाितय और अ य दबरल वग क

िशकषा और अथर सबधी िहत की अिभविदध 21

47 पोषाहार तर और जीवन तर को ऊचा करन तथा लोक वा य का सधार करन का रा य का कतर य

21

48 किष और पशपालन का सगठन 21 48क पयारवरण का सरकषण तथा सवधरन और वन तथा व य जीव की रकषाhelliphellip 21 49 रा ीय मह व क स मारक थान और व तओ का सरकषण 21 50 कायरपािलका स यायपािलका का पथककरण 21 51 अतररा ीय शाित और सरकषा की अिभविदध 21

भाग 4क मल कतर य

51क मल कतर य 22 भाग 5 सघ

अ याय 1--कायरपािलका रा पित और उपरा पित

52 भारत का रा पित 23 53 सघ की कायरपािलका शिकत 23 54 रा पित का िनवारचन 23

िवषय सची अन छद प

(v)

55 रा पित क िनवारचन की रीित 23 56 रा पित की पदाविध 24 57 पनिनरवारचन क िलए पातरता 24 58 रा पित िनवारिचत होन क िलए अहरताए 25 59 रा पित क पद क िलए शत 25 60 रा पित दवारा शपथ या परितजञान 25 61 रा पित पर महािभयोग चलान की परिकरया 26 62 रा पित क पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन करन का समय और

आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत की पदाविधhellip

26 63 भारत का उपरा पित 26 64 उपरा पित का रा य सभा का पदन सभापित होना 26 65 रा पित क पद म आकि मक िरिकत क दौरान या उसकी अनपि थित म

उपरा पित का रा पित क प म कायर करना या उसक क य का िनवरहन

27 66 उपरा पित का िनवारचन 27 67 उपरा पित की पदाविध 28 68 उपरा पित क पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन करन का समय

और आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत की पदाविध hellip

28 69 उपरा पित दवारा शपथ या परितजञान 28 70 अ य आकि मकताओ म रा पित क क य का िनवरहन 29 71 रा पित या उपरा पित क िनवारचन स सबिधत या ससकत िवषय 29 72 कषमा आिद की और कछ मामल म दडादश क िनलबन पिरहार या

लघकरण की रा पित की शिकत

29 73 सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार 30

मितर-पिरष

74 रा पित को सहायता और सलाह दन क िलए मितर-पिरष 30 75 मितरय क बार म अ य उपबध 30

भारत का महा यायवादी

76 भारत का महा यायवादी 31

िवषय सची अन छद प

(vi)

सरकारी कायर का सचालन

77 भारत सरकार क कायर का सचालन 31 78 रा पित को जानकारी दन आिद क सबध म परधान मतरी क कतर य 32

अ याय 2--सस

साधारण

79 सस का गठन 32 80 रा य सभा की सरचना 32 81 लोक सभा की सरचना 33 82 पर यक जनगणना क प ात पनःसमायोजन helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 34 83 सस क सदन की अविध 34 84 सस की सद यता क िलए अहरता 35 85 सस क सतर सतरावसान और िवघटन 35 86 सदन म अिभभाषण का और उनको सदश भजन का रा पित का

अिधकार helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

35 87 रा पित का िवशष अिभभाषण 36 88 सदन क बार म मितरय और महा यायवादी क अिधकार 36

सस क अिधकारी

89 रा य सभा का सभापित और उपसभापित 36 90 उपसभापित का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाhellip 36 91 सभापित क पद क कतर य का पालन करन या सभापित क प म

कायर करन की उपसभापित या अ य यिकत की शिकतhelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

37 92 जब सभापित या उपसभापित को पद स हटान का कोई सक प

िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होना 37

93 लोक सभा का अ यकष और उपा यकष 37 94 अ यकष और उपा यकष का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया

जाना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

37

95 अ यकष क पद क कतर य का पालन करन या अ यकष क प म कायर करन की उपा यकष या अ य यिकत की शिकत helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

38

िवषय सची अन छद प

(vii)

96 जब अ यकष या उपा यकष को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

38

97 सभापित और उपसभापित तथा अ यकष और उपा यकष क वतन और भ 38 98 सस का सिचवालय 39

कायर सचालन

99 सद य दवारा शपथ या परितजञान helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 39 100 सदन म मतदान िरिकतय क होत हए भी सदन की कायर करन की

शिकत और गणपित र helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

39

सद य की िनरहरताए

101 थान का िरकत होना 40 102 सद यता क िलए िनरहरताए 40 103 सद य की िनरहरताओ स सबिधत पर पर िविन य helliphelliphelliphelliphelliphellip 41 104 अन छद 99 क अधीन शपथ लन या परितजञान करन स पहल या अिहरत

न होत हए या िनरिहरत िकए जान पर बठन और मत दन क िलए शाि त

41 सस और उसक सद य की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया

105 सस क सदन की तथा उनक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार आिद helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

41

106 सद य क वतन और भ 42 िवधायी परिकरया

107 िवधयक क परः थापन और पािरत िकए जान क सबध म उपबध hellip 42 108 कछ दशाओ म दोन सदन की सयकत बठक helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 43 109 धन िवधयक क सबध म िवशष परिकरया 44 110 ldquoधन िवधयकrdquo की पिरभाषा 44 111 िवधयक पर अनमित 45

िव ीय िवषय क सबध म परिकरया 112 वािषरक िव ीय िववरण 46 113 सस म पराककलन क सबध म परिकरया 47 114 िविनयोग िवधयक 47

िवषय सची अन छद प

(viii)

115 अनपरक अितिरकत या अिधक अनदान 48 116 लखानदान पर ययानदान और अपवादानदान 48 117 िव िवधयक क बार म िवशष उपबध 49

साधारणतया परिकरया 118 परिकरया क िनयम 49 119 सस म िव ीय कायर सबधी परिकरया का िविध दवारा िविनयमन 50 120 सस म परयोग की जान वाली भाषा 50 121 सस म चचार पर िनबर धन 50 122 यायालय दवारा सस की कायरवािहय की जाच न िकया जाना helliphelliphellip 50

अ याय 3--रा पित की िवधायी शिकतया 123 सस क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की रा पित की शिकत

helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

51

अ याय 4--सघ की यायपािलका 124 उ चतम यायालय की थापना और गठन 51 124क रा ीय याियक िनयिकत आयोग 53 124ख आयोग क क य 54 124ग िविध बनान की सस की शिकत 54 125 यायाधीश क वतन आिद 54 126 कायरकारी मखय यायमितर की िनयिकत 54 127 तदथर यायाधीश की िनयिकत 54 128 उ चतम यायालय की बठक म सवािनव यायाधीश की उपि थित 55 129 उ चतम यायालय का अिभलख यायालय होना 55 130 उ चतम यायालय का थान 55 131 उ चतम यायालय की आरिभक अिधकािरता helliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 55

[131क क दरीय िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क बार म उ चतम यायालय की अन य अिधकािरता ndash िनरिसत ] helliphelliphelliphelliphellip

56

132 कछ मामल म उ च यायालय स अपील म उ चतम यायालय की अपीलीय अिधकािरता

56

133 उ च यायालय स िसिवल िवषय स सबिधत अपील म उ चतम यायालय की अपीलीय अिधकािरता

56

134 दािडक िवषय म उ चतम यायालय की अपीली अिधकािरता helliphelliphellip 57

िवषय सची अन छद प

(ix)

134क उ चतम यायालय म अपील क िलए परमाणपतर helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 57 135 िवदयमान िविध क अधीन फडरल यायालय की अिधकािरता और शिकतय

का उ चतम यायालय दवारा परयोकत य होना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

57 136 अपील क िलए उ चतम यायालय की िवशष इजाजत helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 58 137 िनणरय या आदश का उ चतम यायालय दवारा पनिवरलोकन helliphelliphelliphelliphelliphellip 58 138 उ चतम यायालय की अिधकािरता की विदध helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 58 139 कछ िरट िनकालन की शिकतय का उ चतम यायालय को परद िकया जाना

58 139क कछ मामल का अतरण 58 140 उ चतम यायालय की आनषिगक शिकतया 59 141 उ चतम यायालय दवारा घोिषत िविध का सभी यायालय पर आबदधकर

होना

59 142 उ चतम यायालय की िडिकरय और आदश का परवतरन और परकटीकरण

आिद क बार म आदश

59 143 उ चतम यायालय स परामशर करन की रा पित की शिकत helliphelliphelliphellip 59 144 िसिवल और याियक परािधकािरय दवारा उ चतम यायालय की सहायता

म कायर िकया जाना

59 [144क िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क िनपटार क बार म

िवशष उपबध ndashिनरिसत ] 59

145 यायालय क िनयम आिद 59 146 उ चतम यायालय क अिधकारी और सवक तथा यय 61 147 िनवरचन 61

अ याय 5--भारत का िनयतरक-महालखापरीकषक 148 भारत का िनयतरक-महालखापरीकषक 61 149 िनयतरक-महालखापरीकषक क कतर य और शिकतया 62 150 सघ क और रा य क लखाओ का पर प 62 151 सपरीकषा परितवदन 63

भाग 6

रा य

अ याय 1--साधारण

152 पिरभाषा 64

िवषय सची अन छद प

(x)

अ याय 2--कायरपािलका रा यपाल

153 रा य क रा यपाल 64 154 रा य की कायरपािलका शिकत 64 155 रा यपाल की िनयिकत 64 156 रा यपाल की पदाविध 65 157 रा यपाल िनयकत होन क िलए अहरताए 65 158 रा यपाल क पद क िलए शत 65 159 रा यपाल दवारा शपथ या परितजञान 65 160 कछ आकि मकताओ म रा यपाल क क य का िनवरहन 65 161 कषमा आिद की और कछ मामल म दडादश क िनलबन पिरहार या

लघकरण की रा यपाल की शिकत

66 162 रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार 66

मितर-पिरष

163 रा यपाल को सहायता और सलाह दन क िलए मितर-पिरष helliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 66 164 मितरय क बार म अ य उपबध 66

रा य का महािधवकता

165 रा य का महािधवकता helliphelliphelliphelliphellip 67 सरकारी कायर का सचालन

166 रा य की सरकार क कायर का सचालन 68 167 रा यपाल को जानकारी दन आिद क सबध म मखयमतरी क कतर य hellip 68

अ याय 3--रा य का िवधान-मडल

साधारण

168 रा य क िवधान-मडल का गठन 69 169 रा य म िवधान पिरषद का उ सादन या सजन helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 69 170 िवधान सभाओ की सरचना 69

िवषय सची अन छद प

(xi)

171 िवधान पिरषद की सरचना 70 172 रा य क िवधान-मडल की अविध 72 173 रा य क िवधान-मडल की सद यता क िलए अहरता helliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 72 174 रा य क िवधान-मडल क सतर सतरावसान और िवघटन helliphelliphelliphelliphelliphellip 72 175 सदन या सदन म अिभभाषण का और उनको सदश भजन का

रा यपाल का अिधकार helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

73

176 रा यपाल का िवशष अिभभाषण 73 177 सदन क बार म मितरय और महािधवकता क अिधकार helliphelliphelliphelliphelliphellip 73

रा य क िवधान-मडल क अिधकारी

178 िवधान सभा का अ यकष और उपा यकष 73 179 अ यकष और उपा यकष का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जाना

helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

73 180 अ यकष क पद क कतर य का पालन करन या अ यकष क प म कायर

करन की उपा यकष या अ य यिकत की शिकत helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

74 181 जब अ यकष या उपा यकष को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन

ह तब उसका पीठासीन न होना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

74 182 िवधान पिरष का सभापित और उपसभापित 74 183 सभापित और उपसभापित का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया

जाना

75 184 सभापित क पद क कतर य का पालन करन या सभापित क प म

कायर करन की उपसभापित या अ य यिकत की शिकत

75 185 जब सभापित या उपसभापित को पद स हटान का कोई सक प

िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होना

75 186 अ यकष और उपा यकष तथा सभापित और उपसभापित क वतन और भ 76 187 रा य क िवधान-मडल का सिचवालय 76

कायर सचालन

188 सद य दवारा शपथ या परितजञान 76 189 सदन म मतदान िरिकतय क होत हए भी सदन की कायर करन की

शिकत और गणपित र

76 सद य की िनरहरताए

190 थान का िरकत होना 77

िवषय सची अन छद प

(xii)

191 सद यता क िलए िनरहरताए 78 192 सद य की िनरहरताओ स सबिधत पर पर िविन य 78 193 अन छद 188 क अधीन शपथ लन या परितजञान करन स पहल या

अिहरत न होत हए या िनरिहरत िकए जान पर बठन और मत दन क िलए शाि त

79 रा य क िवधान-मडल और उनक सद य की शिकतया िवशषािधकार

और उ मिकतया

194 िवधान-मडल क सदन की तथा उनक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार आिद

79

195 सद य क वतन और भ 79 िवधायी परिकरया

196 िवधयक क परः थापन और पािरत िकए जान क सबध म उपबध 80 197 धन िवधयक स िभ न िवधयक क बार म िवधान पिरष की शिकतय

पर िनबरधन

80 198 धन िवधयक क सबध म िवशष परिकरया 81 199 ldquoधन िवधयकrdquo की पिरभाषा 81 200 िवधयक पर अनमित 82 201 िवचार क िलए आरिकषत िवधयक 83

िव ीय िवषय क सबध म परिकरया

202 वािषरक िव ीय िववरण 83 203 िवधान-मडल म पराककलन क सबध म परिकरया helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 84 204 िविनयोग िवधयक 84 205 अनपरक अितिरकत या अिधक अनदान 85 206 लखानदान पर ययानदान और अपवादानदान 86 207 िव िवधयक क बार म िवशष उपबध 86

साधारणतया परिकरया

208 परिकरया क िनयम 87 209 रा य क िवधान-मडल म िव ीय कायर सबधी परिकरया का िविध दवारा

िविनयमन

87

िवषय सची अन छद प

(xiii)

210 िवधान-मडल म परयोग की जान वाली भाषा 87 211 िवधान-मडल म चचार पर िनबरधन 88 212 यायालय दवारा िवधान-मडल की कायरवािहय की जाच न िकया जानाhellip 88

अ याय 4--रा यपाल की िवधायी शिकत

213 िवधान-मडल क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की रा यपाल की शिकत

88

अ याय 5--रा य क उ च यायालय

214 रा य क िलए उ च यायालय 89 215 उ च यायालय का अिभलख यायालय होना 90 216 उ च यायालय का गठन 90 217 उ च यायालय क यायाधीश की िनयिकत और उसक पद की शत hellip 90 218 उ चतम यायालय स सबिधत कछ उपबध का उ च यायालय को

लाग होना

91 219 उ च यायालय क यायाधीश दवारा शपथ या परितजञानhellip 91 220 थायी यायाधीश रहन क प ात िविध- यवसाय पर िनबरधन 92 221 यायाधीश क वतन आिद 92 222 िकसी यायाधीश का एक उ च यायालय स दसर उ च यायालय को

अतरण

92 223 कायरकारी मखय यायमितर की िनयिकत 92 224 अपर और कायरकारी यायाधीश की िनयिकत 93 224क उ च यायालय की बठक म सवािनव यायाधीश की िनयिकत helliphellip 93 225 िवदयमान उ च यायालय की अिधकािरता 94 226 कछ िरट िनकालन की उ च यायालय की शिकत 94

[226क अन छद 226 क अधीन कायरवािहय म क दरीय िविधय की सािवधािनक वधता पर िवचार न िकया जाना ndash िनरिसत ]

95

227 सभी यायालय क अधीकषण की उ च यायालय की शिकत 95 228 कछ मामल का उ च यायालय को अतरण 96

[228क रा य िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क िनपटार क बार म िवशष उपबध ndash िनरिसत ]

96

िवषय सची अन छद प

(xiv)

229 उ च यायालय क अिधकारी और सवक तथा यय 96 230 उ च यायालय की अिधकािरता का सघ रा यकषतर पर िव तारhelliphelliphellip 97 231 दो या अिधक रा य क िलए एक ही उ च यायालय की थापना hellip 97

अ याय 6--अधीन थ यायालय

233 िजला यायाधीश की िनयिकत 98 233क कछ िजला यायाधीश की िनयिकतय का और उनक दवारा िकए गए

िनणरय आिद का िविधमा यकरण

98 234 याियक सवा म िजला यायाधीश स िभ न यिकतय की भतीर 99 235 अधीन थ यायालय पर िनयतरण 99 236 िनवरचन helliphelliphellip 99 237 कछ वगर या वग क मिज टरट पर इस अ याय क उपबध का लाग

होना 99

भाग 7

पहली अनसची क भाग ख क रा य

[238 पहली अनसची क भाग ख क रा य ndash िनरिसत ] 100 भाग 8

सघ रा यकषतर

239 सघ रा यकषतर का परशासन 101 239क कछ सघ रा यकषतर क िलए थानीय िवधान-मडल या मितर-पिरषद का

या दोन का सजन

101 239कक िद ली क सबध म िवशष उपबध 101 239कख सािवधािनक ततर क िवफल हो जान की दशा म उपबध 103 239ख िवधान-मडल क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की परशासक

की शिकत

104 240 कछ सघ रा यकषतर क िलए िविनयम बनान की रा पित की शिकतhelliphellip 105 241 सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालय 105 [242 कोड़ग ndash िनरिसत ] 106

भाग 9 पचायत

243 पिरभाषाए 107

िवषय सची अन छद प

(xv)

243क गराम सभा 107 243ख पचायत का गठन 107 243ग पचायत की सरचना 107 243घ थान का आरकषण 108 243ङ पचायत की अविध आिद 110 243च सद यता क िलए िनरहरताए 110 243छ पचायत की शिकतया परािधकार और उ रदािय व 111 243ज पचायत दवारा कर अिधरोिपत करन की शिकतया और उनकी िनिधयाhellip 111 243झ िव ीय ि थित क पनिवरलोकन क िलए िव आयोग का गठन helliphelliphelliphelliphelliphellip 111 243ञ पचायत क लखाओ की सपरीकषा 112 243ट पचायत क िलए िनवारचन 112 243ठ सघ रा यकषतर को लाग होना 113 243ड इस भाग का कितपय कषतर को लाग न होना 113 243ढ िवदयमान िविधय और पचायत का बना रहना 114 243ण िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरनhelliphelliphelliphellip 114

भाग 9क नगरपािलकाए

243त पिरभाषाए 115 243थ नगरपािलकाओ का गठन 115 243द नगरपािलकाओ की सरचना 116 243ध वाडर सिमितय आिद का गठन और सरचना 117 243न थान का आरकषण 117 243प नगरपािलकाओ की अविध आिद 118 243फ सद यता क िलए िनरहरताए 119 243ब नगरपािलकाओ आिद की शिकतया परािधकार और उ रदािय व 119 243भ नगरपािलकाओ दवारा कर अिधरोिपत करन की शिकत और उनकी िनिधया

119 243म िव आयोग 120

िवषय सची अन छद प

(xvi)

243य नगरपािलकाओ क लखाओ की सपरीकषा 120 243यक नगरपािलकाओ क िलए िनवारचन 120 243यख सघ रा यकषतर को लाग होना 121 243यग इस भाग का कितपय कषतर को लाग न होना 121 243यघ िजला योजना क िलए सिमित 121 243यङ महानगर योजना क िलए सिमित 122 243यच िवदयमान िविधय और नगरपािलकाओ का बना रहना 123 243यछ िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरन 124

भाग 9ख सहकारी सोसाइिटया

243यज पिरभाषाए 125 243यझ सहकारी सोसाइिटय का िनगमन 125 243यञ बोडर क सद य और उसक पदािधकािरय की सखया और पदाविध helliphelliphellip 126 243यट बोडर क सद य का िनवारचन 127 243यठ बोडर का अिधकरमण और िनलबन तथा अ तिरम परबध helliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 127 243यड सहकारी सोसाइिटय क लखाओ की सपरीकषा 128 243यढ साधारण िनकाय की बठक सयोिजत करना 128 243यण सचना परा करन का सद य का अिधकार 129 243यत िववरिणया 129 243यथ अपराध और शाि तया 129 243यद बहरा य सहकारी सोसाइिटय को लाग होना 130 243यध सघ रा यकषतर को लाग होना 130 243यन िवदयमान िविधय का जारी रहना 130

भाग 10 अनसिचत और जनजाित कषतर

244 अनसिचत कषतर और जनजाित कषतर का परशासन 131 244क असम क कछ जनजाित कषतर को समािव करन वाला एक वशासी रा य

बनाना और उसक िलए थानीय िवधान-मडल या मितर-पिरष का या दोन का सजन

131

िवषय सची अन छद प

(xvii)

भाग 11

सघ और रा य क बीच सबध

अ याय 1--िवधायी सबध

िवधायी शिकतय का िवतरण

245 सस दवारा और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय का िव तार

133

246 सस दवारा और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय की िवषय-व त

133

246क माल और सवा कर क सबध म िवशष उपबध 134 247 कछ अितिरकत यायालय की थापना का उपबध करन की सस की शिकत

134 248 अविश िवधायी शिकतया 134 249 रा य सची म क िवषय क सबध म रा ीय िहत म िविध बनान की सस

की शिकत

134 250 यिद आपात की उदघोषणा परवतरन म हो तो रा य सची म क िवषय क

सबध म िविध बनान की सस की शिकत helliphellip

135 251 सस दवारा अन छद 249 और अन छद 250 क अधीन बनाई गई िविधय

और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय म असगित

135 252 दो या अिधक रा य क िलए उनकी सहमित स िविध बनान की सस की

शिकत और ऐसी िविध का िकसी अ य रा य दवारा अगीकार िकया जानाhellip

136 253 अतररा ीय करार को परभावी करन क िलए िवधान 136 254 सस दवारा बनाई गई िविधय और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई

िविधय म असगित

136 255 िसफािरश और पवर मजरी क बार म अपकषाओ को कवल परिकरया क िवषय

मानना

137 अ याय 2--परशासिनक सबध

साधारण

256 रा य की और सघ की बा यता 137 257 कछ दशाओ म रा य पर सघ का िनयतरण 137

[257क सघ क सश बल या अ य बल क अिभिनयोजन दवारा रा य की सहायता ndash िनरिसत ]

138

258 कछ दशाओ म रा य को शिकत परदान करन आिद की सघ की शिकतhellip 138

िवषय सची अन छद प

(xviii)

258क सघ को क य स पन की रा य की शिकत 139 [259 पहली अनसची क भाग ख क रा य क सश बल ndash िनरिसत ]helliphelliphelliphellip 139 260 भारत क बाहर क रा यकषतर क सबध म सघ की अिधकािरता 139 261 सावरजिनक कायर अिभलख और याियक कायरवािहया 139

जल सबधी िववाद

262 अतरराि यक निदय या नदी-दन क जल सबधी िववाद का यायिनणरयनhellip 139 रा य क बीच सम वय

263 अतर-रा य पिरष क सबध म उपबध 140 भाग 12

िव सपि सिवदाए और वाद

अ याय 1--िव

साधारण

264 िनवरचन 141 265 िविध क परािधकार क िबना कर का अिधरोपण न िकया जाना 141 266 भारत और रा य की सिचत िनिधया और लोक लख 141 267 आकि मकता िनिध 141

सघ और रा य क बीच राज व का िवतरण

268 सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाल िकत रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकए जान वाल श क

142

[268क सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाला और सघ तथा रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकया जान वाला सवा-कर -- िनरिसत ]

269 सघ दवारा उदगहीत और सगहीत िकत रा य को स प जान वाल कर 142 269क अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म माल और सवा कर का

उ गरहण और सगरहण

143 270 उदगहीत कर और उनका सघ तथा रा य क बीच िवतरण 144 271 कछ श क और कर पर सघ क परयोजन क िलए अिधभार 145 [272 कर जो सघ दवारा उदगहीत और सगहीत िकए जात ह तथा जो सघ और

रा य क बीच िवतिरत िकए जा सकग ndash िनरिसत ]

145 273 जट पर और जट उ पाद पर िनयारत श क क थान पर अनदान 145 274 ऐस कराधान पर िजसम रा य िहतबदध ह परभाव डालन वाल िवधयक क

िलए रा पित की पवर िसफािरश की अपकषा

145

िवषय सची अन छद प

(xix)

275 कछ रा य को सघ स अनदान 146 276 वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर 147 277 यावि 147 [278 कछ िव ीय िवषय क सबध म पहली अनसची क भाग ख क रा य स

करार ndash िनरिसत ]

148 279 ldquoशदध आगमrdquo आिद की गणना 148 279क माल और सवा कर पिरष 148 280 िव आयोग 150 281 िव आयोग की िसफािरश 151

परकीणर िव ीय उपबध

282 सघ या रा य दवारा अपन राज व स िकए जान वाल यय 151 283 सिचत िनिधय आकि मकता िनिधय और लोक लखाओ म जमा

धनरािशय की अिभरकषा आिद

151 284 लोक सवक और यायालय दवारा परा वादकतारओ की जमा रािशय और

अ य धनरािशय की अिभरकषा

152 285 सघ की सपि को रा य क कराधान स छट 152 286 माल क करय या िवकरय पर कर क अिधरोपण क बार म िनबरधन 152 287 िवदयत पर कर स छट 153 288 जल या िवदयत क सबध म रा य दवारा कराधान स कछ दशाओ म छट 154 289 रा य की सपि और आय को सघ क कराधान स छट 154 290 कछ यय और पशन क सबध म समायोजन 155 290क कछ दव वम िनिधय को वािषरक सदाय 155 [291 शासक की िनजी थली की रािश ndash िनरिसत ] 155

अ याय 2--उधार लना

292 भारत सरकार दवारा उधार लना 155 293 रा य दवारा उधार लना 155

िवषय सची अन छद प

(xx)

अ याय 3--सपि सिवदाए अिधकार दािय व बा यताए और वाद

294 कछ दशाओ म सपि आि तय अिधकार दािय व और बा यताओ का उ रािधकार 156

295 अ य दशाओ म सपि आि तय अिधकार दािय व और बा यताओ का उ रािधकार

156

296 राजगामी या यपगत या वामीिवहीन होन स परोदभत सपि 157 297 रा यकषतरीय सागर-खड या महादवीपीय मगनतट भिम म ि थत म यवान

चीज और अन य आिथरक कषतर क सपि ोत का सघ म िनिहत होनाhelliphellip

157 298 यापार करन आिद की शिकत 158 299 सिवदाए 158 300 वाद और कायरवािहया 158

अ याय 4--सपि का अिधकार

300क िविध क परािधकार क िबना यिकतय को सपि स विचत न िकया जानाhellip 159 भाग 13

भारत क रा यकषतर क भीतर यापार वािण य और समागम

301 यापार वािण य और समागम की वततरता 160 302 यापार वािण य और समागम पर िनबरधन अिधरोिपत करन की सस की

शिकत

160 303 यापार और वािण य क सबध म सघ और रा य की िवधायी शिकतय पर

िनबरधन

160 304 रा य क बीच यापार वािण य और समागम पर िनबरधन 160 305 िवदयमान िविधय और रा य क एकािधकार का उपबध करन वाली िविधय

की यावि

161 [306 पहली अनसची क भाग ख क कछ रा य की यापार और वािण य पर

िनबरधन क अिधरोपण की शिकत ndash िनरिसत ] 161

307 अन छद 301 स अन छद 304 क परयोजन को कायारि वत करन क िलए परािधकारी की िनयिकत

161

भाग 14 सघ और रा य क अधीन सवाए

अ याय 1--सवाए

308 िनवरचन 162

िवषय सची अन छद प

(xxi)

309 सघ या रा य की सवा करन वाल यिकतय की भतीर और सवा की शत 162 310 सघ या रा य की सवा करन वाल यिकतय की पदाविध 162 311 सघ या रा य क अधीन िसिवल हिसयत म िनयोिजत यिकतय का पद यत

िकया जाना पद स हटाया जाना या पिकत म अवनत िकया जाना hellip

163 312 अिखल भारतीय सवाए 163

312क कछ सवाओ क अिधकािरय की सवा की शत म पिरवतरन करन या उ ह परितस त करन की सस की शिकत

164

313 सकरमणकालीन उपबध 165 [314 कछ सवाओ क िवदयमान अिधकािरय क सरकषण क िलए उपबध ndash

िनरिसत ]

165

अ याय 2--लोक सवा आयोग

315 सघ और रा य क िलए लोक सवा आयोग 165 316 सद य की िनयिकत और पदाविध 166 317 लोक सवा आयोग क िकसी सद य का हटाया जाना और िनलिबत िकया

जाना

167 318 आयोग क सद य और कमरचािरवद की सवा की शत क बार म िविनयम

बनान की शिकत 168

319 आयोग क सद य दवारा ऐस सद य न रहन पर पद धारण करन क सबध म परितषध

168

320 लोक सवा आयोग क क य 168 321 लोक सवा आयोग क क य का िव तार करन की शिकत 170 322 लोक सवा आयोग क यय 170 323 लोक सवा आयोग क परितवदन 170

भाग 14क

अिधकरण

323क परशासिनक अिधकरण 171 323ख अ य िवषय क िलए अिधकरण 172

िवषय सची अन छद प

(xxii)

भाग 15

िनवारचन

324 िनवारचन क अधीकषण िनदशन और िनयतरण का िनवारचन आयोग म िनिहत होना

174

325 धमर मलवश जाित या िलग क आधार पर िकसी यिकत का िनवारचक-नामावली म सि मिलत िकए जान क िलए अपातर न होना और उसक दवारा िकसी िवशष िनवारचक-नामावली म सि मिलत िकए जान का दावा न िकया जाना

175

326 लोक सभा और रा य की िवधान सभाओ क िलए िनवारचन का वय क मतािधकार क आधार पर होना

175

327 िवधान-मडल क िलए िनवारचन क सबध म उपबध करन की सस की शिकत

175

328 िकसी रा य क िवधान-मडल क िलए िनवारचन क सबध म उपबध करन की उस िवधान-मडल की शिकत

175

329 िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरन 176 [329क परधान मतरी और अ यकष क मामल म सस क िलए िनवारचन क बार म

िवशष उपबध --िनरिसत ]

176 भाग 16

कछ वग क सबध म िवशष उपबध

330 लोक सभा म अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए थान का आरकषण

177

331 लोक सभा म आगल-भारतीय समदाय का परितिनिध व 177 332 रा य की िवधान सभाओ म अनसिचत जाितय और अनसिचत

जनजाितय क िलए थान का आरकषण

178 333 रा य की िवधान सभाओ म आगल-भारतीय समदाय का परितिनिध व 179 334 थान क आरकषण और िवशष परितिनिध व का स र वषर क प ात न रहना 179 335 सवाओ और पद क िलए अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय

क दाव

179 336 कछ सवाओ म आगल-भारतीय समदाय क िलए िवशष उपबध 180 337 आगल-भारतीय समदाय क फायद क िलए शिकषक अनदान क िलए िवशष

उपबध

180

िवषय सची अन छद प

(xxiii)

338 रा ीय अनसिचत जाित आयोग 181 338क रा ीय अनसिचत जनजाित आयोग 182 338ख िपछड़ वग क िलए रा ीय आयोग 196 339 अनसिचत कषतर क परशासन और अनसिचत जनजाितय क क याण क बार

म सघ का िनयतरण

184 340 िपछड़ वग की दशाओ क अ वषण क िलए आयोग की िनयिकत helliphelliphellip 184 341 अनसिचत जाितया 185 342 अनसिचत जनजाितया 196 342क सामािजक और शिकषक ि स िपछड़ वगर 200

भाग 17

राजभाषा

अ याय 1--सघ की भाषा

343 सघ की राजभाषा 186 344 राजभाषा क सबध म आयोग और सस की सिमित 186

अ याय 2--परादिशक भाषाए

345 रा य की राजभाषा या राजभाषाए 187 346 एक रा य और दसर रा य क बीच या िकसी रा य और सघ क बीच

पतरािद की राजभाषा

187 347 िकसी रा य की जनसखया क िकसी अनभाग दवारा बोली जान वाली भाषा

क सबध म िवशष उपबध

188 अ याय 3ndashउ चतम यायालय उ च यायालय आिद की भाषा

348 उ चतम यायालय और उ च यायालय म और अिधिनयम िवधयक आिद क िलए परयोग की जान वाली भाषा

188

349 भाषा स सबिधत कछ िविधया अिधिनयिमत करन क िलए िवशष परिकरया 189 अ याय 4--िवशष िनदश

350 यथा क िनवारण क िलए अ यावदन म परयोग की जान वाली भाषा 189 350क पराथिमक तर पर मातभाषा म िशकषा की सिवधाए 189

िवषय सची अन छद प

(xxiv)

350ख भाषाई अ पसखयक-वग क िलए िवशष अिधकार 189 351 िह दी भाषा क िवकास क िलए िनदश 190

भाग 18 आपात उपबध

352 आपात की उदघोषणा 191 353 आपात की उदघोषणा का परभाव 193 354 जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब राज व क िवतरण सबधी

उपबध का लाग होना

193 355 बा आकरमण और आतिरक अशाित स रा य की सरकषा करन का सघ का

कतर य

194 356 रा य म सािवधािनक ततर क िवफल हो जान की दशा म उपबध 194 357 अन छद 356 क अधीन की गई उदघोषणा क अधीन िवधायी शिकतय का

परयोग

196 358 आपात क दौरान अन छद 19 क उपबध का िनलबन 197 359 आपात क दौरान भाग 3 दवारा परद अिधकार क परवतरन का िनलबन 198

[359क इस भाग का पजाब रा य को लाग होना ndash िनरिसत ] 199 360 िव ीय आपात क बार म उपबध 199

भाग 19

परकीणर

361 रा पित और रा यपाल और राजपरमख का सरकषण 201 361क सस और रा य क िवधान-मडल की कायरवािहय क परकाशन का सरकषण 201 361ख लाभपरद राजनीितक पद पर िनयिकत क िलए िनरहरता 202 [362 दशी रा य क शासक क अिधकार और िवशषािधकार ndash िनरिसत ] 202 363 कछ सिधय करार आिद स उ प न िववाद म यायालय क ह तकषप का

वजरन

203 363क दशी रा य क शासक को दी गई मा यता की समाि और िनजी थिलय

का अत

203 364 महाप न और िवमानकषतर क बार म िवशष उपबध 204 365 सघ दवारा िदए गए िनदश का अनपालन करन म या उनको परभावी करन

म असफलता का परभाव helliphellip

204

िवषय सची अन छद प

(xxv)

366 पिरभाषाए 204 367 िनवरचन 209

भाग 20

सिवधान का सशोधन

368 सिवधान का सशोधन करन की सस की शिकत और उसक िलए परिकरया 210 भाग 21

अ थायी सकरमणकालीन और िवशष उपबध

369 रा य सची क कछ िवषय क सबध म िविध बनान की सस की इस परकार अ थायी शिकत मानो व समवतीर सची क िवषय ह

211

370 ज म-क मीर रा य क सबध म अ थायी उपबध 211 371 महारा और गजरात रा य क सबध म िवशष उपबध helliphelliphellip 213 371क नागालड रा य क सबध म िवशष उपबध 213 371ख असम रा य क सबध म िवशष उपबध 216 371ग मिणपर रा य क सबध म िवशष उपबध 217 371घ आधर परदश रा य या तलगाना रा य क सबध म िवशष उपबध 217 371ङ आधर परदश म कदरीय िव िवदयालय की थापना 220 371च िसिककम रा य क सबध म िवशष उपबध 220 371छ िमजोरम रा य क सबध म िवशष उपबध 223 371ज अ णाचल परदश रा य क सबध म िवशष उपबध 224 371झ गोवा रा य क सबध म िवशष उपबध 224 371ञ कनारटक रा य क सबध म िवशष उपबध 224 372 िवदयमान िविधय का परव बन रहना और उनका अनकलन 225 372क िविधय का अनकलन करन की रा पित की शिकत 226 373 िनवारक िनरोध म रख गए यिकतय क सबध म कछ दशाओ म आदश

करन की रा पित की शिकत

226 374 फडरल यायालय क यायाधीश और फडरल यायालय म या सपिरष

िहज मज टी क समकष लिबत कायरवािहय क बार म उपबध

227

िवषय सची अन छद प

(xxvi)

375 सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए यायालय परािधकािरय और अिधकािरय का क य करत रहना

227

376 उ च यायालय क यायाधीश क बार म उपबध 227 377 भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक क बार म उपबध 228 378 लोक सवा आयोग क बार म उपबध 228 378क आधर परदश िवधान सभा की अविध क बार म िवशष उपबध 229 [379 अ तकारलीन सस तथा उसक अ यकष और उपा यकष क बार म उपबध -

िनरिसत ]

[380 रा पित क बार म उपबध -- िनरिसत ]

[381 रा पित की मितर-पिरष -- िनरिसत ]

[382 पहली अनसची क भाग क म क रा य क अ तकारलीन िवधान-मडल क बार म उपबध --िनरिसत ]

[383 परा त क रा यपाल क बार म उपबध -- िनरिसत ]

[384 रा यपाल की मितर-पिरष -- िनरिसत ]

[385 पहली अनसची क भाग ख म क रा य क अ तकारलीन िवधान-मडल क बार म उपबध --िनरिसत ]

[386 पहली अनसची क भाग ख म क रा य की मितर-पिरष -- िनरिसत ]hellip

[387 कछ िनवारचन क पिरयोजन क िलए जनसखया क िनधाररण क बार म िवशष उपबध --िनरिसत ]

[388 अ तकारलीन सस तथा रा य क अ तकारलीन िवधान-मडल म आकि मक िरिकतय क बार म उपबध -- िनरिसत ]

[389 डोमीिनयन िवधान-मडल तथा परा त और दशी रा य क िवधान-मडल म लिबत िवधयक क बार म उपबध -- िनरिसत ]

[390 इस सिवधान क परारभ और 1950 क 31 माचर क बीच परा या उ थापत या यय िकया हआ धन -- िनरिसत ]

िवषय सची अन छद प

(xxvii)

[391 कछ आकि मकताओ म पहली और चौथी अनसची का सशोधन करन की रा पित की शिकत -- िनरिसत ]

392 किठनाइय को दर करन की रा पित की शिकत 229 भाग 22

सिकष नाम परारभ िहदी म परािधकत पाठ और िनरसन

393 सिकष नाम 230 394 परारभ 230 394क िहदी भाषा म परािधकत पाठ 230 395 िनरसन 230

अनसिचया

पहली अनसची 231 1 रा य

2 सघ रा यकषतर

दसरी अनसची 237 भाग क -- रा पित और रा य क रा यपाल क बार म उपबध helliphelliphelliphelliphelliphellip

भाग ख -- [िनरिसत ]

भाग ग -- लोक सभा क अ यकष और उपा यकष क तथा रा य सभा क सभापित और उपसभापित क तथा रा य की िवधान सभा क अ यकष और उपा यकष क तथा िवधान पिरष क सभापित और उपसभापित क बार म उपबध

भाग घ -- उ चतम यायालय और उ च यायालय क यायाधीश क बार म उपबध

भाग ङ -- भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक क बार म उपबध

तीसरी अनसची--शपथ या परितजञान क पर प 242 चौथी अनसची--रा य सभा म थान का आबटन 246

िवषय सची अन छद प

(xxviii)

पाचवी अनसची--अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय क परशासन और िनयतरण क बार म उपबध

248

भाग क -- साधारण

भाग ख -- अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय का परशासन और िनयतरण

भाग ग -- अनसिचत कषतर

भाग घ -- अनसची का सशोधन

छठी अनसची-- असम मघालय ितरपरा और िमजोरम रा य क जनजाित कषतर क परशासन क बार म उपबध

252

सातवी अनसची 277 सची 1 -- सघ सची

सची 2 -- रा य सची

सची 3 -- समवतीर सची

आठवी अनसची -- भाषाए 291 नवी अनसची--कछ अिधिनयम और िविनयम का िविधमा यकरण 292 दसवी अनसची--दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म उपबध 309 गयारहवी अनसची--पचायत की शिकतया परािधकार और उ रदािय व 313 बारहवी अनसची--नगरपािलकाओ आिद की शिकतया परािधकार और उ रदािय व helliphellip 314

पिरिश

पिरिश 1-- सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 315 पिरिश 2-- सिवधान क उन अपवाद और उपातरण क िजनक अधीन सिवधान ज म-क मीर रा य को लाग होता ह वतरमान पाठ क परित िनदश स पनकर थन

332

पिरिश 3 ndash सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 स उदधरण 355 पिरिश 4 ndash सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 357 पिरिश 5 ndash सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 358 उपाबध ndash सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 िजसम भारत सरकार और

बागलादश सरकार क बीच अिजरत और अतिरत रा यकषतर क यौर अ तिवर ह

िवषय सची अन छद प

(xxix)

भारत का सविधान उददशिका

हम भारत क लोग भारत को एक 1[सपरण परभति-सपनन समाजिादी पथननरपकष लोकततरातमक गरराजय] बनान क शलए तथा उसक समसत नागररको को

सामाजजक आरथणक और राजननतक नयाय विचार अशभवयकति विशवास धमण

और उपासना की सिततरता परनतषठा और अिसर की समता

परापत करान क शलए तथा उन सब म

वयकति की गररमा और 2[राषटर की एकता और अखडता] सननजित करन िाली बधता

बढान क शलए दढसकलप होकर अपनी इस सविधान सभा म आज तारीख 26 निमबर 1949 ई0 (शमनत मागणिीरण िकला सपतमी सित दो हजार छह विकरमी) को एतददवारा इस सविधान को अगीकत अरधननयशमत और आतमावपणत करत ह

1 सविधान (बयालीसिा सिोधन) अरधननयम 1976 की धारा 2 वारा (3-1-1977 स)

ldquoपरभति-सपनन लोकततरातमक गरराजयrdquo क सथान पर परनतसथावपत 2 सविधान (बयालीसिा सिोधन) अरधननयम 1976 की धारा 2 वारा (3-1-1977 स)

ldquoराषटर की एकताrdquo क सथान पर परनतसथावपत

2

भाग 1 सघ और उसका रा यकषतर

1 सघ का नाम और रा यकषतरndash(1) भारत अथारत इिडया रा य का सघ होगा 1[(2) रा य और उनक रा यकषतर व ह ग जो पहली अनसची म िविनिदर ह ] (3) भारत क रा यकषतर मndash

(क) रा य क रा यकषतर 2[(ख) पहली अनसची म िविनिदर सघ रा यकषतर और] (ग) ऐस अ य रा यकषतर जो अिजरत िकए जाए

समािव ह ग 2 नए रा य का परवश या थापनाndashसस िविध दवारा ऐस िनबधन और शत

पर जो वह ठीक समझ सघ म नए रा य का परवश या उनकी थापना कर सकगी 3[2क िसिककम का सघ क साथ सहयकत िकया जानाndashसिवधान (छ ीसवा

सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (26-4-1975 स) िनरिसत ] 3 नए रा य का िनमारण और वतरमान रा य क कषतर सीमाओ या नाम म

पिरवतरनndashसस िविध दवाराndash (क) िकसी रा य म स उसका रा यकषतर अलग करक अथवा दो या अिधक

रा य को या रा य क भाग को िमलाकर अथवा िकसी रा यकषतर को िकसी रा य क भाग क साथ िमलाकर नए रा य का िनमारण कर सकगी

(ख) िकसी रा य का कषतर बढ़ा सकगी (ग) िकसी रा य का कषतर घटा सकगी (घ) िकसी रा य की सीमाओ म पिरवतरन कर सकगी (ङ) िकसी रा य क नाम म पिरवतरन कर सकगी

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 2 दवारा खड (2) क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 2 दवारा उपखड (ख) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (पतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 2 दवारा (1-3-1975 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

3

1[परत इस परयोजन क िलए कोई िवधयक रा पित की िसफािरश क िबना और जहा िवधयक म अतिवर पर थापना का परभाव 2रा य म स िकसी क कषतर सीमाओ या नाम पर पड़ता ह वहा जब तक उस रा य क िवधान-मडल दवारा उस पर अपन िवचार ऐसी अविध क भीतर जो िनदश म िविनिदर की जाए या ऐसी अितिरकत अविध क भीतर जो रा पित दवारा अनजञात की जाए परकट िकए जान क िलए वह िवधयक रा पित दवारा उस िनदिशत नही कर िदया गया ह और इस परकार िविनिदर या अनजञात अविध समा नही हो गई ह सस क िकसी सदन म परः थािपत नही िकया जाएगा ]

3[ प ीकरण 1ndashइस अन छद क खड (क) स खड (ङ) म ldquoरा यrdquo क अतगरत सघ रा यकषतर ह िकत परतक म ldquoरा यrdquo क अतगरत सघ रा यकषतर नही ह

प ीकरण 2ndashखड (क) दवारा सस को परद शिकत क अतगरत िकसी रा य या सघ रा यकषतर क िकसी भाग को िकसी अ य रा य या सघ रा यकषतर क साथ िमलाकर नए रा य या सघ रा यकषतर का िनमारण करना ह ]

4 पहली अनसची और चौथी अनसची क सशोधन तथा अनपरक आनषिगक और पािरणािमक िवषय का उपबध करन क िलए अन छद 2 और अन छद 3 क अधीन बनाई गई िविधयाndash(1) अन छद 2 या अन छद 3 म िनिदर िकसी िविध म पहली अनसची और चौथी अनसची क सशोधन क िलए ऐस उपबध अतिवर ह ग जो उस िविध क उपबध को परभावी करन क िलए आव यक ह तथा ऐस अनपरक आनषिगक और पािरणािमक उपबध भी (िजनक अतगरत ऐसी िविध स परभािवत रा य या रा य क सस म और िवधान-मडल या िवधान-मडल म परितिनिध व क बार म उपबध ह) अतिवर हो सकग िज ह सस आव यक समझ

(2) पव कत परकार की कोई िविध अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी

1 सिवधान (पाचवा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 2 दवारा परतक क थान पर (24-12-1955 स) परित थािपत

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

3 सिवधान (अठारहवा सशोधन) अिधिनयम 1966 की धारा 2 दवारा (27-8-1966 स) अतः थािपत

4

भाग 2 नागिरकता

5 सिवधान क परारभ पर नागिरकताndashइस सिवधान क परारभ पर पर यक यिकत िजसका भारत क रा यकषतर म अिधवास ह औरndash

(क) जो भारत क रा यकषतर म ज मा था या (ख) िजसक माता या िपता म स कोई भारत क रा यकषतर म ज मा था या (ग) जो ऐस परारभ स ठीक पहल कम स कम पाच वषर तक भारत क रा यकषतर

म मामली तौर स िनवासी रहा ह भारत का नागिरक होगा

6 पािक तान स भारत को पर जन करन वाल कछ यिकतय क नागिरकता क अिधकारndashअन छद 5 म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत िजसन ऐस रा यकषतर स जो इस समय पािक तान क अतगरत ह भारत क रा यकषतर को पर जन िकया ह इस सिवधान क परारभ पर भारत का नागिरक समझा जाएगाndash

(क) यिद वह अथवा उसक माता या िपता म स कोई अथवा उसक िपतामह या िपतामही या मातामह या मातामही म स कोई (मल प म यथा अिधिनयिमत) भारत शासन अिधिनयम 1935 म पिरभािषत भारत म ज मा था और

(ख) (i) जबिक वह यिकत ऐसा ह िजसन 19 जलाई 1948 स पहल इस परकार पर जन िकया ह तब यिद वह अपन पर जन की तारीख स भारत क रा यकषतर म मामली तौर स िनवासी रहा ह या

(ii) जबिक वह यिकत ऐसा ह िजसन 19 जलाई 1948 को या उसक प ात इस परकार पर जन िकया ह तब यिद वह नागिरकता पराि क िलए भारत डोिमिनयन की सरकार दवारा िविहत पर प म और रीित स उसक दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल ऐस अिधकारी को िजस उस सरकार न इस परयोजन क िलए िनयकत िकया ह आवदन िकए जान पर उस अिधकारी दवारा भारत का नागिरक रिज टरीकत कर िलया गया ह परत यिद कोई यिकत अपन आवदन की तारीख स ठीक पहल कम स कम छह मास

भारत क रा यकषतर म िनवासी नही रहा ह तो वह इस परकार रिज टरीकत नही िकया जाएगा 7 पािक तान को पर जन करन वाल कछ यिकतय क नागिरकता क अिधकारndash

अन छद 5 और अन छद 6 म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत िजसन 1 माचर 1947 क प ात भारत क रा यकषतर स ऐस रा यकषतर को जो इस समय पािक तान क अतगरत ह पर जन िकया ह भारत का नागिरक नही समझा जाएगा

परत इस अन छद की कोई बात ऐस यिकत को लाग नही होगी जो ऐस रा यकषतर को

भारत का सिवधान

5

जो इस समय पािक तान क अतगरत ह पर जन करन क प ात भारत क रा यकषतर को ऐसी अनजञा क अधीन लौट आया ह जो पनवारस क िलए या थायी प स लौटन क िलए िकसी िविध क परािधकार दवारा या उसक अधीन दी गई ह और पर यक ऐस यिकत क बार म अन छद 6 क खड (ख) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक उसन भारत क रा यकषतर को 19 जलाई 1948 क प ात पर जन िकया ह

8 भारत क बाहर रहन वाल भारतीय उदभव क कछ यिकतय क नागिरकता क अिधकारndashअन छद 5 म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत जो या िजसक माता या िपता म स कोई अथवा िपतामह या िपतामही या मातामह या मातामही म स कोई (मल प म यथा अिधिनयिमत) भारत शासन अिधिनयम 1935 म पिरभािषत भारत म ज मा था और जो इस परकार पिरभािषत भारत क बाहर िकसी दश म मामली तौर स िनवास कर रहा ह भारत का नागिरक समझा जाएगा यिद वह नागिरकता पराि क िलए भारत डोिमिनयन की सरकार दवारा या भारत सरकार दवारा िविहत पर प म और रीित स अपन दवारा उस दश म जहा वह त समय िनवास कर रहा ह भारत क राजनियक या क सलीय परितिनिध को इस सिवधान क परारभ स पहल या उसक प ात आवदन िकए जान पर ऐस राजनियक या क सलीय परितिनिध दवारा भारत का नागिरक रिज टरीकत कर िलया गया ह

9 िवदशी रा य की नागिरकता व छा स अिजरत करन वाल यिकतय का नागिरक न होनाndashयिद िकसी यिकत न िकसी िवदशी रा य की नागिरकता व छा स अिजरत कर ली ह तो वह अन छद 5 क आधार पर भारत का नागिरक नही होगा अथवा अन छद 6 या अन छद 8 क आधार पर भारत का नागिरक नही समझा जाएगा

10 नागिरकता क अिधकार का बना रहनाndashपर यक यिकत जो इस भाग क पवरगामी उपबध म स िकसी क अधीन भारत का नागिरक ह या समझा जाता ह ऐसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए जो सस दवारा बनाई जाए भारत का नागिरक बना रहगा

11 सस दवारा नागिरकता क अिधकार का िविध दवारा िविनयमन िकया जानाndashइस भाग क पवरगामी उपबध की कोई बात नागिरकता क अजरन और समाि क तथा नागिरकता स सबिधत अ य सभी िवषय क सबध म उपबध करन की सस की शिकत का अ पीकरण नही करगी

6

भाग 3 मल अिधकार

साधारण 12 पिरभाषाndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo क

अतगरत भारत की सरकार और सस तथा रा य म स पर यक रा य की सरकार और िवधान-मडल तथा भारत क रा यकषतर क भीतर या भारत सरकार क िनयतरण क अधीन सभी थानीय और अ य परािधकारी ह

13 मल अिधकार स असगत या उनका अ पीकरण करन वाली िविधयाndash(1) इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल भारत क रा यकषतर म परव सभी िविधया उस मातरा तक श य ह गी िजस तक व इस भाग क उपबध स असगत ह

(2) रा य ऐसी कोई िविध नही बनाएगा जो इस भाग दवारा परद अिधकार को छीनती ह या यन करती ह और इस खड क उ लघन म बनाई गई पर यक िविध उ लघन की मातरा तक श य होगी

(3) इस अन छद म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो-- (क) ldquoिविधrdquo क अतगरत भारत क रा यकषतर म िविध का बल रखन वाला कोई

अ यादश आदश उपिविध िनयम िविनयम अिधसचना िढ़ या परथा ह (ख) ldquoपरव िविधrdquo क अतगरत भारत क रा यकषतर म िकसी िवधान-मडल या

अ य सकषम परािधकारी दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल पािरत या बनाई गई िविध ह जो पहल ही िनरिसत नही कर दी गई ह चाह ऐसी कोई िविध या उसका कोई भाग उस समय पणरतया या िविश कषतर म परवतरन म नही ह 1[(4) इस अन छद की कोई बात अन छद 368 क अधीन िकए गए इस सिवधान क

िकसी सशोधन को लाग नही होगी ] समता का अिधकार

14 िविध क समकष समताndashरा य भारत क रा यकषतर म िकसी यिकत को िविध क समकष समता स या िविधय क समान सरकषण स विचत नही करगा

15 धमर मलवश जाित िलग या ज म थान क आधार पर िवभद का परितषधndash(1) रा य िकसी नागिरक क िव दध कवल धमर मलवश जाित िलग ज म थान या इनम स िकसी क आधार पर कोई िवभद नही करगा

(2) कोई नागिरक कवल धमर मलवश जाित िलग ज म थान या इनम स िकसी क आधार परndash 1 सिवधान (चौबीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 2 दवारा (5-11-1971 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 7

(क) दकान सावरजिनक भोजनालय होटल और सावरजिनक मनोरजन क थान म परवश या

(ख) पणरतः या भागतः रा य-िनिध स पोिषत या साधारण जनता क परयोग क िलए समिपरत कओ तालाब नानघाट सड़क और सावरजिनक समागम क थान क उपयोग

क सबध म िकसी भी िनय गयता दािय व िनबर धन या शतर क अधीन नही होगा (3) इस अन छद की कोई बात रा य को ि य और बालक क िलए कोई िवशष

उपबध करन स िनवािरत नही करगी 1[(4) इस अन छद की या अन छद 29 क खड (2) की कोई बात रा य को सामािजक

और शिकषक ि स िपछड़ हए नागिरक क िक ही वग की उ नित क िलए या अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए कोई िवशष उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

2[(5) इस अन छद या अन छद 19 क खड (1) क उपखड (छ) की कोई बात रा य को सामािजक और शिकषक ि स िपछड़ हए नागिरक क िक ही वग की उ नित क िलए या अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय क िलए िविध दवारा कोई िवशष उपबध करन स िनवािरत नही करगी जहा तक ऐस िवशष उपबध अन छद 30 क खड (1) म िनिदर अ पसखयक िशकषा स थाओ स िभ न िशकषा स थाओ म िजनक अतगरत पराइवट िशकषा स थाए भी ह चाह व रा य स सहायता परा ह या नही परवश स सबिधत ह ]

3[(6) इस अन छद या अन छद 19 क खड (1) क उपखड (छ) या अन छद 29 क खड (2) की कोई बात रा य को--

(क) खड (4) और खड (5) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक प स दबरल िक ही वग की उ नित क िलए कोई भी िवशष उपबध करन स िनवािरत

नही करगी और (ख) खड (4) और खड (5) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक

प स दबरल िक ही वग की उ नित क िलए कोई भी िवशष उपबध करन स वहा िनवािरत नही करगी जहा तक ऐस उपबध ऐसी शकषिणक स थाओ म िजनक अतगरत अन छद 30 क खड (1) म िनिदर ट अ पसख यक शकषिणक स थाओ स िभ न पराइवट शकषिणक स थाए भी ह चाह व रा य दवारा सहायता पान वाली ह या सहायता न पान वाली ह परवश स सबिधत ह जो आरकषण की दशा म िवदयमान आरकषण क अितिरक त तथा पर यक परवगर म कल थान क अिधकतम दस परितशत क अ यधीन ह ग प टीकरण--इस अन छद और अन छद 16 क परयोजन क िलए आिथरक प स

1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 2 दवारा (18-6-1951 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (ितरानववा सशोधन) अिधिनयम 2005 की धारा 2 दवारा (20-1-2006 स) अ तः थािपत 3 सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 की धारा 2 दवारा (14-1-2019 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 8

दबरल वगर व ह ग जो रा य दवारा कटब की आय और आिथरक अलाभ क अ य सचक क आधार पर समय-समय पर अिधसिचत िकए जाए ]

16 लोक िनयोजन क िवषय म अवसर की समताndash(1) रा य क अधीन िकसी पद पर िनयोजन या िनयिकत स सबिधत िवषय म सभी नागिरक क िलए अवसर की समता होगी

(2) रा य क अधीन िकसी िनयोजन या पद क सबध म कवल धमर मलवश जाित िलग उदभव ज म थान िनवास या इनम स िकसी क आधार पर न तो कोई नागिरक अपातर होगा और न उसस िवभद िकया जाएगा

(3) इस अन छद की कोई बात सस को कोई ऐसी िविध बनान स िनवािरत नही करगी जो 1[िकसी रा य या सघ रा यकषतर की सरकार क या उसम क िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन वाल िकसी वगर या वग क पद पर िनयोजन या िनयिकत क सबध म ऐस िनयोजन या िनयिकत स पहल उस रा य या सघ रा यकषतर क भीतर िनवास िवषयक कोई अपकषा िविहत करती ह ]

(4) इस अन छद की कोई बात रा य को िपछड़ हए नागिरक क िकसी वगर क पकष म िजनका परितिनिध व रा य की राय म रा य क अधीन सवाओ म पयार नही ह िनयिकतय या पद क आरकषण क िलए उपबध करन स िनवािरत नही करगी

2[(4क) इस अन छद की कोई बात रा य को अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क पकष म िजनका परितिनिध व रा य की राय म रा य क अधीन सवाओ म पयार नही ह रा य क अधीन सवाओ म 3[िकसी वगर या वग क पद पर पािरणािमक य ता सिहत परो नित क मामल म] आरकषण क िलए उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

4[(4ख) इस अन छद की कोई बात रा य को िकसी वषर म िक ही न भरी गई ऐसी िरिकतय को जो खड (4) या खड (4क) क अधीन िकए गए आरकषण क िलए िकसी उपबध क अनसार उस वषर म भरी जान क िलए आरिकषत ह िकसी उ रवतीर वषर या वष म भर जान क िलए पथक वगर की िरिकतय क प म िवचार करन स िनवािरत नही करगी और ऐस वगर की िरिकतय पर उस वषर की िरिकतय क साथ िजसम व भरी जा रही ह उस वषर की िरिकतय की कल सखया क सबध म पचास परितशत आरकषण की अिधकतम सीमा का अवधारण करन क िलए िवचार नही िकया जाएगा ]

(5) इस अन छद की कोई बात िकसी ऐसी िविध क परवतरन पर परभाव नही डालगी जो यह उपबध करती ह िक िकसी धािमरक या सापरदाियक स था क कायरकलाप स सबिधत कोई

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य क या उसक कषतर म िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन उस रा य क भीतर िनवास िवषयक कोई अपकषा िविहत करती होrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

2 सिवधान (सतह रवा सशोधन) अिधिनयम 1995 की धारा 2 दवारा (17-6-1995 स) अतः थािपत 3 सिवधान (पचासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 2 दवारा भतलकषी परभाव स (17-6-1995 स) कितपय

श द क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (इकयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 2 दवारा (9-6-2000 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 9

पदधारी या उसक शासी िनकाय का कोई सद य िकसी िविश धमर का मानन वाला या िविश सपरदाय का ही हो

1[(6) इस अन छद की कोई बात रा य को िवदयमान आरकषण क अितिरक त तथा पर यक परवगर म पद क अिधकतम दस परितशत क अ यधीन खड (4) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक प स दबरल िक ही वग क पकष म िनयिक तय और पद क आरकषण क िलए कोई भी उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

17 अ प यता का अतndashldquoअ प यताrdquo का अत िकया जाता ह और उसका िकसी भी प म आचरण िनिषदध िकया जाता ह ldquoअ प यताrdquo स उपजी िकसी िनय गयता को लाग करना अपराध होगा जो िविध क अनसार दडनीय होगा

18 उपािधय का अतndash(1) रा य सना या िवदया सबधी स मान क िसवाय और कोई उपािध परदान नही करगा

(2) भारत का कोई नागिरक िकसी िवदशी रा य स कोई उपािध वीकार नही करगा (3) कोई यिकत जो भारत का नागिरक नही ह रा य क अधीन लाभ या िव ास क

िकसी पद को धारण करत हए िकसी िवदशी रा य स कोई उपािध रा पित की सहमित क िबना वीकार नही करगा

(4) रा य क अधीन लाभ या िव ास का पद धारण करन वाला कोई यिकत िकसी िवदशी रा य स या उसक अधीन िकसी प म कोई भट उपलि ध या पद रा पित की सहमित क िबना वीकार नही करगा

वात य-अिधकार 19 वाक- वात य आिद िवषयक कछ अिधकार का सरकषणndash(1) सभी नागिरक कोndash

(क) वाक- वात य और अिभ यिकत- वात य का (ख) शाितपवरक और िनरायध स मलन का (ग) सगम या सघ 2[या सहकारी सोसाइटी] बनान का (घ) भारत क रा यकषतर म सवरतर अबाध सचरण का (ङ) भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म िनवास करन और बस जान का

1 सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 की धारा 3 दवारा (14-1-2019 स) अतः थािपत 2 सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 2 दवारा (8-2-2012 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 10

1[और] 2(च) (छ) कोई वि उपजीिवका यापार या कारबार करन का

अिधकार होगा 3[(2) खड (1) क उपखड (क) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क

परयोग पर 4[भारत की परभता और अखडता] रा य की सरकषा िवदशी रा य क साथ मतरीपणर सबध लोक यव था िश ाचार या सदाचार क िहत म अथवा यायालय-अवमान मानहािन या अपराध-उ ीपन क सबध म यिकतयकत िनबरधन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबरधन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी ]

(3) उकत खड क उपखड (ख) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर 5[भारत की परभता और अखडता या] लोक यव था क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(4) उकत खड क उपखड (ग) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर 5[भारत की परभता और अखडता या] लोक यव था या सदाचार क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(5) उकत खड क 6[उपखड (घ) और उपखड (ङ)] की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर साधारण जनता क िहत म या िकसी अनसिचत जनजाित क िहत क सरकषण क िलए यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(6) उकत खड क उपखड (छ) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर साधारण जनता क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) उपखड (च) का लोप िकया

गया 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) खड (2) क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 5 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 6 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) ldquoउपखड (घ) उपखड (ङ) और

उपखड (च)rdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान 11

करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी और िविश तया 1[उकत उपखड की कोई बातndash

(i) कोई वि उपजीिवका यापार या कारबार करन क िलए आव यक वि क या तकनीकी अहरताओ स या

(ii) रा य दवारा या रा य क वािम व या िनयतरण म िकसी िनगम दवारा कोई यापार कारबार उदयोग या सवा नागिरक का पणरतः या भागतः अपवजरन करक या अ यथा चलाए जान स

जहा तक कोई िवदयमान िविध सबध रखती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या इस परकार सबध रखन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी ]

20 अपराध क िलए दोषिसिदध क सबध म सरकषणndash(1) कोई यिकत िकसी अपराध क िलए तब तक िसदधदोष नही ठहराया जाएगा जब तक िक उसन ऐसा कोई कायर करन क समय जो अपराध क प म आरोिपत ह िकसी परव िविध का अितकरमण नही िकया ह या उसस अिधक शाि त का भागी नही होगा जो उस अपराध क िकए जान क समय परव िविध क अधीन अिधरोिपत की जा सकती थी

(2) िकसी यिकत को एक ही अपराध क िलए एक बार स अिधक अिभयोिजत और दिडत नही िकया जाएगा

(3) िकसी अपराध क िलए अिभयकत िकसी यिकत को वय अपन िव दध साकषी होन क िलए बा य नही िकया जाएगा

21 पराण और दिहक वततरता का सरकषणndashिकसी यिकत को उसक पराण या दिहक वततरता स िविध दवारा थािपत परिकरया क अनसार ही विचत िकया जाएगा अ यथा नही

2[21क िशकषा का अिधकारndashरा य छह वषर स चौदह वषर तक की आय वाल सभी बालक क िलए नःश क और अिनवायर िशकषा दन का ऐसी रीित म जो रा य िविध दवारा अवधािरत कर उपबध करगा ]

22 कछ दशाओ म िगर तारी और िनरोध स सरकषणndash(1) िकसी यिकत को जो िगर तार िकया गया ह ऐसी िगर तारी क कारण स यथाशीघर अवगत कराए िबना अिभरकषा म िन दध नही रखा जाएगा या अपनी िच क िविध यवसायी स परामशर करन और परितरकषा करान क अिधकार स विचत नही रखा जाएगा

(2) पर यक यिकत को जो िगर तार िकया गया ह और अिभरकषा म िन दध रखा गया ह िगर तारी क थान स मिज टरट क यायालय तक यातरा क िलए आव यक समय को छोड़कर ऐसी िगर तारी स चौबीस घट की अविध म िनकटतम मिज टरट क समकष पश िकया 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 3 दवारा कितपय श द क थान पर (18-6-1951 स)

परित थािपत 2 सिवधान (िछयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2002 की धारा 2 दवारा (1-4-2010 स) अ तः थािपत

भारत का सिवधान 12

जाएगा और ऐस िकसी यिकत को मिज टरट क परािधकार क िबना उकत अविध स अिधक अविध क िलए अिभरकषा म िन दध नही रखा जाएगा

(3) खड (1) और खड (2) की कोई बात िकसी ऐस यिकत को लाग नही होगी जोndash (क) त समय शतर अ यदशीय ह या (ख) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िगर तार या

िन दध िकया गया ह (4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का तीन मास स

अिधक अविध क िलए तब तक िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िकndash (क) ऐस यिकतय स जो उ च यायालय क यायाधीश ह या यायाधीश रह

ह या यायाधीश िनयकत होन क िलए अिहरत ह िमलकर बन सलाहकार बोडर न तीन मास की उकत अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत इस उपखड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध स अिधक अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (ख) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की गई ह या

सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स

जो िक अिधसिचत नही हई ह) खड (4) क थान पर िन निलिखत परित थािपत िकया जाएगा-- (4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का दो मास स अिधक की

अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िक समिचत उ च यायालय क मखय यायमितर की िसफािरश क अनसार गिठत सलाहकार बोडर न उकत दो मास की अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत सलाहकार बोडर एक अ यकष और कम स कम दो अ य सद य स िमलकर बनगा और अ यकष समिचत उ च यायालय का सवारत यायाधीश होगा और अ य सद य िकसी उ च यायालय क सवारत या सवािनव यायाधीश ह ग

परत यह और िक इस खड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (क) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की जाए

प ीकरण--इस खड म ldquoसमिचत उ च यायालयrdquo स अिभपरत ह-- (i) भारत सरकार या उस सरकार क अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी दवारा िकए गए िनरोध

आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म िद ली सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालय (ii) (सघ रा यकषतर स िभ न) िकसी रा य सरकार दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म

िन दध यिकत की दशा म उस रा य क िलए उ च यायालय और (iii) िकसी सघ रा यकषतर क परशासक या ऐस परशासक क अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी

दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म वह उ च यायालय जो सस दवारा इस िनिम बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविनिदर िकया जाए

भारत का सिवधान 13

(ख) ऐस यिकत को खड (7) क उपखड (क) और उपखड (ख) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध क उपबध क अनसार िन दध नही िकया जाता ह (5) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िकए गए आदश क

अनसरण म जब िकसी यिकत को िन दध िकया जाता ह तब आदश करन वाला परािधकारी यथाशकय शीघर उस यिकत को यह ससिचत करगा िक वह आदश िकन आधार पर िकया गया ह और उस आदश क िव दध अ यावदन करन क िलए उस शीघराितशीघर अवसर दगा

(6) खड (5) की िकसी बात स ऐसा आदश जो उस खड म िनिदर ह करन वाल परािधकारी क िलए ऐस त य को परकट करना आव यक नही होगा िज ह परकट करना ऐसा परािधकारी लोकिहत क िव दध समझता ह

(7) सस िविध दवारा िविहत कर सकगी िकndash (क) िकन पिरि थितय क अधीन और िकस वगर या वग क मामल म िकसी

यिकत को िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन तीन मास स अिधक अविध क िलए खड (4) क उपखड (क) क उपबध क अनसार सलाहकार बोडर की राय परा िकए िबना िन दध िकया जा सकगा

(ख) िकसी वगर या वग क मामल म िकतनी अिधकतम अविध क िलए िकसी यिकत को िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िन दध िकया जा सकगा और

(ग) [खड (4) क उपखड (क)] क अधीन की जान वाली जाच म सलाहकार बोडर दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया कया होगी

शोषण क िव दध अिधकार 23 मानव क द यारपार और बला म का परितषधndash(1) मानव का द यारपार और बगार

तथा इसी परकार का अ य बला म परितिषदध िकया जाता ह और इस उपबध का कोई भी सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (क) का लोप िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (ख) को उपखड (क) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (ग) को उपखड (ख) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक

अिधसिचत नही हई ह) बड़ी को क म क श द क थान पर ldquoखड (4)rdquo श द को क और अक रख जाएग

भारत का सिवधान 14

उ लघन अपराध होगा जो िविध क अनसार दडनीय होगा (2) इस अन छद की कोई बात रा य को सावरजिनक परयोजन क िलए अिनवायर सवा

अिधरोिपत करन स िनवािरत नही करगी ऐसी सवा अिधरोिपत करन म रा य कवल धमर मलवश जाित या वगर या इनम स िकसी क आधार पर कोई िवभद नही करगा

24 कारखान आिद म बालक क िनयोजन का परितषधndashचौदह वषर स कम आय क िकसी बालक को िकसी कारखान या खान म काम करन क िलए िनयोिजत नही िकया जाएगा या िकसी अ य पिरसकटमय िनयोजन म नही लगाया जाएगा

धमर की वततरता का अिधकार 25 अतःकरण की और धमर क अबाध प स मानन आचरण और परचार करन की

वततरताndash(1) लोक यव था सदाचार और वा य तथा इस भाग क अ य उपबध क अधीन रहत हए सभी यिकतय को अतःकरण की वततरता का और धमर क अबाध प स मानन आचरण करन और परचार करन का समान हक होगा

(2) इस अन छद की कोई बात िकसी ऐसी िवदयमान िविध क परवतरन पर परभाव नही डालगी या रा य को कोई ऐसी िविध बनान स िनवािरत नही करगी जोndash

(क) धािमरक आचरण स सबदध िकसी आिथरक िव ीय राजनितक या अ य लौिकक िकरयाकलाप का िविनयमन या िनबर धन करती ह

(ख) सामािजक क याण और सधार क िलए या सावरजिनक परकार की िहदओ की धािमरक स थाओ को िहदओ क सभी वग और अनभाग क िलए खोलन का उपबध करती ह प ीकरण 1ndashकपाण धारण करना और लकर चलना िसकख धमर क मानन का अग

समझा जाएगा प ीकरण 2ndashखड (2) क उपखड (ख) म िहदओ क परित िनदश का यह अथर लगाया

जाएगा िक उसक अतगरत िसकख जन या बौदध धमर क मानन वाल यिकतय क परित िनदश ह और िहदओ की धािमरक स थाओ क परित िनदश का अथर तदनसार लगाया जाएगा

26 धािमरक काय क परबध की वततरताndashलोक यव था सदाचार और वा य क अधीन रहत हए पर यक धािमरक सपरदाय या उसक िकसी अनभाग कोndash

(क) धािमरक और पतर परयोजन क िलए स थाओ की थापना और पोषण का (ख) अपन धमर िवषयक काय का परबध करन का (ग) जगम और थावर सपि क अजरन और वािम व का और (घ) ऐसी सपि का िविध क अनसार परशासन करन का

भारत का सिवधान 15

अिधकार होगा 27 िकसी िविश धमर की अिभविदध क िलए कर क सदाय क बार म वततरताndashिकसी

भी यिकत को ऐस कर का सदाय करन क िलए बा य नही िकया जाएगा िजनक आगम िकसी िविश धमर या धािमरक सपरदाय की अिभविदध या पोषण म यय करन क िलए िविनिदर प स िविनयोिजत िकए जात ह

28 कछ िशकषा स थाओ म धािमरक िशकषा या धािमरक उपासना म उपि थत होन क बार म वततरताndash(1) रा य-िनिध स पणरतः पोिषत िकसी िशकषा स था म कोई धािमरक िशकषा नही दी जाएगी

(2) खड (1) की कोई बात ऐसी िशकषा स था को लाग नही होगी िजसका परशासन रा य करता ह िकत जो िकसी ऐस िव यास या यास क अधीन थािपत हई ह िजसक अनसार उस स था म धािमरक िशकषा दना आव यक ह

(3) रा य स मा यतापरा या रा य-िनिध स सहायता पान वाली िशकषा स था म उपि थत होन वाल िकसी यिकत को ऐसी स था म दी जान वाली धािमरक िशकषा म भाग लन क िलए या ऐसी स था म या उसस सलगन थान म की जान वाली धािमरक उपासना म उपि थत होन क िलए तब तक बा य नही िकया जाएगा जब तक िक उस यिकत न या यिद वह अवय क ह तो उसक सरकषक न इसक िलए अपनी सहमित नही द दी ह

स कित और िशकषा सबधी अिधकार 29 अ पसखयक-वग क िहत का सरकषणndash(1) भारत क रा यकषतर या उसक िकसी

भाग क िनवासी नागिरक क िकसी अनभाग को िजसकी अपनी िवशष भाषा िलिप या स कित ह उस बनाए रखन का अिधकार होगा

(2) रा य दवारा पोिषत या रा य-िनिध स सहायता पान वाली िकसी िशकषा स था म परवश स िकसी भी नागिरक को कवल धमर मलवश जाित भाषा या इनम स िकसी क आधार पर विचत नही िकया जाएगा

30 िशकषा स थाओ की थापना और परशासन करन का अ पसखयक-वग का अिधकारndash(1) धमर या भाषा पर आधािरत सभी अ पसखयक-वग को अपनी िच की िशकषा स थाओ की थापना और परशासन का अिधकार होगा

1[(1क) खड (1) म िनिदर िकसी अ पसखयक-वगर दवारा थािपत और परशािसत िशकषा स था की सपि क अिनवायर अजरन क िलए उपबध करन वाली िविध बनात समय रा य यह सिनि त करगा िक ऐसी सपि क अजरन क िलए ऐसी िविध दवारा िनयत या उसक अधीन 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 4 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 16

अवधािरत रकम इतनी हो िक उस खड क अधीन पर याभत अिधकार िनबरि धत या िनराकत न हो जाए ]

(2) िशकषा स थाओ को सहायता दन म रा य िकसी िशकषा स था क िव दध इस आधार पर िवभद नही करगा िक वह धमर या भाषा पर आधािरत िकसी अ पसखयक-वगर क परबध म ह

1 31 [सपि का अिनवायर अजरन ]ndashसिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978

की धारा 6 दवारा (20-6-1979 स) िनरिसत 2[कछ िविधय की यावि ]

3[31क सपदाओ आिद क अजरन क िलए उपबध करन वाली िविधय की यावि ndash 4[(1) अन छद 13 म अतिवर िकसी बात क होत हए भीndash

(क) िकसी सपदा क या उसम िक ही अिधकार क रा य दवारा अजरन क िलए या िक ही ऐस अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या

(ख) िकसी सपि का परबध लोकिहत म या उस सपि का उिचत परबध सिनि त करन क उ य स पिरसीिमत अविध क िलए रा य दवारा ल िलए जान क िलए या

(ग) दो या अिधक िनगम को लोकिहत म या उन िनगम म स िकसी का उिचत परबध सिनि त करन क उ य स समामिलत करन क िलए या

(घ) िनगम क परबध अिभकतारओ सिचव और कोषा यकष परबध िनदशक िनदशक या परबधक क िक ही अिधकार या उनक शयरधारक क मत दन क िक ही अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या

(ङ) िकसी खिनज या खिनज तल की खोज करन या उस परा करन क परयोजन क िलए िकसी करार पटट या अनजञि क आधार पर परोदभत होन वाल िक ही अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या िकसी ऐस करार पटट या अनजञि को समय स पहल समा करन या र करन क िलए

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 5 दवारा (20-6-1979 स) उपशीषर सपि का अिधकार

का लोप िकया गया 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 3 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 4 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत 4 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान 17

उपबध करन वाली िविध इस आधार पर श य नही समझी जाएगी िक वह 1[अन छद 14 या अन छद 19] दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनती ह या यन करती ह

परत जहा ऐसी िविध िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध ह वहा इस अन छद क उपबध उस िविध को तब तक लाग नही ह ग जब तक ऐसी िविध को जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखी गई ह उसकी अनमित परा नही हो गई ह ]

2[परत यह और िक जहा िकसी िविध म िकसी सपदा क रा य दवारा अजरन क िलए कोई उपबध िकया गया ह और जहा उसम समािव कोई भिम िकसी यिकत की अपनी जोत म ह वहा रा य क िलए ऐसी भिम क ऐस भाग को जो िकसी त समय परव िविध क अधीन उसको लाग अिधकतम सीमा क भीतर ह या उस पर िनिमरत या उसस अनलगन िकसी भवन या सरचना को अिजरत करना उस दशा क िसवाय िविधपणर नही होगा िजस दशा म ऐसी भिम भवन या सरचना क अजरन स सबिधत िविध उस दर स परितकर क सदाय क िलए उपबध करती ह जो उसक बाजार-म य स कम नही होगी ]

(2) इस अन छद मndash 3[(क) ldquoसपदाrdquo पद का िकसी थानीय कषतर क सबध म वही अथर ह जो उस

पद का या उसक समत य थानीय पद का उस कषतर म परव भ-धितय स सबिधत िवदयमान िविध म ह और इसक अतगरतndash

(i) कोई जागीर इनाम या मआफी अथवा वसा ही अ य अनदान और 4[तिमलनाड] और करल रा य म कोई ज मम अिधकार भी होगा

(ii) रयतबाड़ी बदोब त क अधीन धत कोई भिम भी होगी (iii) किष क परयोजन क िलए या उसक सहायक परयोजन क िलए धत

या पटट पर दी गई कोई भिम भी होगी िजसक अतगरत बजर भिम वन भिम चरागाह या भिम क कषक किष िमक और गरामीण कारीगर क अिधभोग म भवन और अ य सरचनाओ क थल ह ] (ख) ldquoअिधकारrdquo पद क अतगरत िकसी सपदा क सबध म िकसी व वधारी

उप- व वधारी अवर व वधारी भ-धितधारक 5[रयत अवर रयत] या अ य म यवतीर म िनिहत कोई अिधकार और भ-राज व क सबध म कोई अिधकार या िवशषािधकार ह ग ]

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 7 दवारा (20-6-1979 स) ldquoअन छद 14 अन छद 19

या अन छद 31rdquo क थान पर परित थािपत 2 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 2 दवारा (20-6-1964 स) अतः थािपत 3 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 2 दवारा भतलकषी परभाव स उपखड (क) क थान पर परित थािपत

4 मदरास रा य (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1968 (1968 का 53) की धारा 4 दवारा (14-1-1969 स) ldquoमदरासrdquo क थान पर परित थािपत

5 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 18

1[31ख कछ अिधिनयम और िविनयम का िविधमा यकरणndashअन छद 31क म अतिवर उपबध की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना नवी अनसची म िविनिदर अिधिनयम और िविनयम म स और उनक उपबध म स कोई इस आधार पर श य या कभी श य हआ नही समझा जाएगा िक वह अिधिनयम िविनयम या उपबध इस भाग क िक ही उपबध दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनता ह या यन करता ह और िकसी यायालय या अिधकरण क िकसी परितकल िनणरय िडकरी या आदश क होत हए भी उकत अिधिनयम और िविनयम म स पर यक उस िनरिसत या सशोिधत करन की िकसी सकषम िवधान-मडल की शिकत क अधीन रहत हए परव बना रहगा ]

2[31ग कछ िनदशक त व को परभावी करन वाली िविधय की यावि ndashअन छद 13 म िकसी बात क होत हए भी कोई िविध जो 3[भाग 4 म अिधकिथत सभी या िक ही त व ] को सिनि त करन क िलए रा य की नीित को परभावी करन वाली ह इस आधार पर श य नही समझी जाएगी िक वह 4[अन छद 14 या अन छद 19] दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनती ह या यन करती ह 5[और कोई िविध िजसम यह घोषणा ह िक वह ऐसी नीित को परभावी करन क िलए ह िकसी यायालय म इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक वह ऐसी नीित को परभावी नही करती ह]

परत जहा ऐसी िविध िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई जाती ह वहा इस अन छद क उपबध उस िविध को तब तक लाग नही ह ग जब तक ऐसी िविध को जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखी गई ह उसकी अनमित परा नही हो गई ह

631घ [रा िवरोधी िकरयाकलाप क सबध म िविधय की यावि ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 2 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

सािवधािनक उपचार का अिधकार 32 इस भाग दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए उपचारndash(1) इस भाग

दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए समिचत कायरवािहय दवारा उ चतम यायालय म समावदन करन का अिधकार पर याभत िकया जाता ह

(2) इस भाग दवारा परद अिधकार म स िकसी को परवितरत करान क िलए उ चतम 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 5 दवारा (18-6-1951 स) अतः थािपत 2 सिवधान (प चीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 3 दवारा (20-4-1972 स) अतः थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 4 दवारा (3-1-1977 स) ldquoअन छद 39 क खड (ख) या खड (ग) म िविनिदर िसदधात rdquo क थान पर परित थािपत धारा 4 को उ चतम यायालय दवारा िमनवार िम स िल0 और अ य बनाम भारत सघ और अ य एआईआर 1980 एस0सी0 1789 म अिविधमा य घोिषत कर िदया गया

4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 8 दवारा (20-6-1979 स) ldquoअन छद 14 अन छद 19 या अन छद 31rdquo क थान पर परित थािपत

5 उ चतम यायालय न कशवानद भारती बनाम करल रा य एआईआर 1973 एस0सी0 1461 म ितरछ टाइप म िदए गए उपबध को अिविधमा य घोिषत कर िदया ह

6 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 5 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 19

यायालय को ऐस िनदश या आदश या िरट िजनक अतगरत बदी पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार-प छा और उपरषण िरट ह जो भी समिचत हो िनकालन की शिकत होगी

(3) उ चतम यायालय को खड (1) और खड (2) दवारा परद शिकतय पर परितकल परभाव डाल िबना सस उ चतम यायालय दवारा खड (2) क अधीन परयोकत य िक ही या सभी शिकतय का िकसी अ य यायालय को अपनी अिधकािरता की थानीय सीमाओ क भीतर परयोग करन क िलए िविध दवारा सशकत कर सकगी

(4) इस सिवधान दवारा अ यथा उपबिधत क िसवाय इस अन छद दवारा पर याभत अिधकार िनलिबत नही िकया जाएगा

132क [रा य िविधय की सािवधािनक वधता पर अन छद 32 क अधीन कायरवािहय म िवचार न िकया जाना ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 3 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

2[33 इस भाग दवारा परद अिधकार का बल आिद को लाग होन म उपातरण करन की सस की शिकतndashसस िविध दवारा अवधारण कर सकगी िक इस भाग दवारा परद अिधकार म स कोईndash

(क) सश बल क सद य को या (ख) लोक यव था बनाए रखन का भारसाधन करन वाल बल क सद य को या (ग) आसचना या परित आसचना क परयोजन क िलए रा य दवारा थािपत

िकसी यरो या अ य सगठन म िनयोिजत यिकतय को या (घ) खड (क) स खड (ग) म िनिदर िकसी बल यरो या सगठन क परयोजन क

िलए थािपत दरसचार परणाली म या उसक सबध म िनयोिजत यिकतय को लाग होन म िकस िव तार तक िनबरि धत या िनराकत िकया जाए िजसस उनक कतर य का उिचत पालन और उनम अनशासन बना रहना सिनि त रह ]

34 जब िकसी कषतर म सना िविध परव ह तब इस भाग दवारा परद अिधकार पर िनबर धनndashइस भाग क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा सघ या िकसी रा य की सवा म िकसी यिकत की या िकसी अ य यिकत की िकसी ऐस कायर क सबध म कषितपित र कर सकगी जो उसन भारत क रा यकषतर क भीतर िकसी ऐस कषतर म जहा सना िविध परव थी यव था क बनाए रखन या पनः थापन क सबध म िकया ह या ऐस कषतर म सना िविध क अधीन पािरत दडादश िदए गए दड आिद समपहरण या िकए गए 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 6 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (पचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 2 दवारा अन छद 33 क थान पर (11-9-1984 स) परित थािपत

भारत का सिवधान 20

अ य कायर को िविधमा य कर सकगी 35 इस भाग क उपबध को परभावी करन क िलए िवधानndashइस सिवधान म िकसी बात

क होत हए भीndash (क) सस को शिकत होगी और िकसी रा य क िवधान-मडल को शिकत नही

होगी िक वहndash (i) िजन िवषय क िलए अन छद 16 क खड (3) अन छद 32 क

खड (3) अन छद 33 और अन छद 34 क अधीन सस िविध दवारा उपबध कर सकगी उनम स िकसी क िलए और

(ii) ऐस काय क िलए जो इस भाग क अधीन अपराध घोिषत िकए गए ह दड िविहत करन क िलए

िविध बनाए और सस इस सिवधान क परारभ क प ात यथाशकय शीघर ऐस काय क िलए जो उपखड (ii) म िनिदर ह दड िविहत करन क िलए िविध बनाएगी

(ख) खड (क) क उपखड (i) म िनिदर िवषय म स िकसी स सबिधत या उस खड क उपखड (ii) म िनिदर िकसी कायर क िलए दड का उपबध करन वाली कोई परव िविध जो भारत क रा यकषतर म इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल परव थी उसक िनबधन क और अन छद 372 क अधीन उसम िकए गए िक ही अनकलन और उपातरण क अधीन रहत हए तब तक परव रहगी जब तक उसका सस दवारा पिरवतरन या िनरसन या सशोधन नही कर िदया जाता ह प ीकरणndashइस अन छद म ldquoपरव िविधrdquo पद का वही अथर ह जो अन छद 372 म ह

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भाग 4 रा य की नीित क िनदशक त व

36 पिरभाषाndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo का वही अथर ह जो भाग 3 म ह

37 इस भाग म अतिवर त व का लाग होनाndashइस भाग म अतिवर उपबध िकसी यायालय दवारा परवतरनीय नही ह ग िकत िफर भी इनम अिधकिथत त व दश क शासन म मलभत ह और िविध बनान म इन त व को लाग करना रा य का कतर य होगा

38 रा य लोक क याण की अिभविदध क िलए सामािजक यव था बनाएगाndash 1[(1)] रा य ऐसी सामािजक यव था की िजसम सामािजक आिथरक और राजनितक याय रा ीय जीवन की सभी स थाओ को अनपरािणत कर भरसक परभावी प म थापना और सरकषण करक लोक क याण की अिभविदध का परयास करगा

2[(2) रा य िविश तया आय की असमानताओ को कम करन का परयास करगा और न कवल यि य क बीच बि क िविभ न कषतर म रहन वाल और िविभ न यवसाय म लग हए लोग क समह क बीच भी परित ा सिवधाओ और अवसर की असमानता समा करन का परयास करगा ]

39 रा य दवारा अनसरणीय कछ नीित त वndashरा य अपनी नीित का िविश तया इस परकार सचालन करगा िक सिनि त प सndash

(क) प ष और ी सभी नागिरक को समान प स जीिवका क पयार साधन परा करन का अिधकार हो

(ख) समदाय क भौितक ससाधन का वािम व और िनयतरण इस परकार बटा हो िजसस सामिहक िहत का सव म प स साधन हो

(ग) आिथरक यव था इस परकार चल िजसस धन और उ पादन-साधन का सवरसाधारण क िलए अिहतकारी सकरदरण न हो

(घ) प ष और ि य दोन का समान कायर क िलए समान वतन हो

(ङ) प ष और ी कमरकार क वा य और शिकत का तथा बालक की सकमार अव था का द पयोग न हो और आिथरक आव यकता स िववश होकर नागिरक को ऐस रोजगार म न जाना पड़ जो उनकी आय या शिकत क अनकल न ह

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 9 दवारा (20-6-1979 स) अन छद 38 को

उसक खड (1) क प म पनःसखयािकत िकया गया 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 9 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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1[(च) बालक को वततर और गिरमामय वातावरण म व थ िवकास क अवसर और सिवधाए दी जाए और बालक और अ पवय यिकतय की शोषण स तथा नितक और आिथरक पिर याग स रकषा की जाए ] 2[39क समान याय और िनःश क िविधक सहायताndashरा य यह सिनि त

करगा िक िविधक ततर इस परकार काम कर िक समान अवसर क आधार पर याय सलभ हो और वह िविश तया यह सिनि त करन क िलए िक आिथरक या िकसी अ य िनय गयता क कारण कोई नागिरक याय परा करन क अवसर स विचत न रह जाए उपयकत िवधान या कीम दवारा या िकसी अ य रीित स नःश क िविधक सहायता की यव था करगा ]

40 गराम पचायत का सगठनndashरा य गराम पचायत का सगठन करन क िलए कदम उठाएगा और उनको ऐसी शिकतया और परािधकार परदान करगा जो उ ह वाय शासन की इकाइय क प म कायर करन योगय बनान क िलए आव यक ह

41 कछ दशाओ म काम िशकषा और लोक सहायता पान का अिधकारndashरा य अपनी आिथरक साम यर और िवकास की सीमाओ क भीतर काम पान क िशकषा पान क और बकारी बढ़ापा बीमारी और नःशकतता तथा अ य अनहर अभाव की दशाओ म लोक सहायता पान क अिधकार को परा करान का परभावी उपबध करगा

42 काम की यायसगत और मानवोिचत दशाओ का तथा परसित सहायता का उपबधndashरा य काम की यायसगत और मानवोिचत दशाओ को सिनि त करन क िलए और परसित सहायता क िलए उपबध करगा

43 कमरकार क िलए िनवारह मजदरी आिदndashरा य उपयकत िवधान या आिथरक सगठन दवारा या िकसी अ य रीित स किष क उदयोग क या अ य परकार क सभी कमरकार को काम िनवारह मजदरी िश जीवन तर और अवकाश का सपणर उपभोग सिनि त करन वाली काम की दशाए तथा सामािजक और सा कितक अवसर परा करान का परयास करगा और िविश तया गराम म कटीर उदयोग को वयिकतक या सहकारी आधार पर बढ़ान का परयास करगा

3[43क उदयोग क परबध म कमरकार का भाग लनाndashरा य िकसी उदयोग म लग हए उपकरम थापन या अ य सगठन क परबध म कमरकार का भाग लना सिनि त करन क िलए उपयकत िवधान दवारा या िकसी अ य रीित स कदम उठाएगा ]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 7 दवारा (3-1-1977 स) परित थािपत 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 8 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 9 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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1[43ख सहकारी सोसाइिटय का सवधरनndashरा य सहकारी सोसाइिटय की वि छक िवरचना उनक वशासी कायरकरण लोकताितरक िनयतरण और वि क परबधन का सवधरन करन का परयास करगा ]

44 नागिरक क िलए एक समान िसिवल सिहताndashरा य भारत क सम त रा यकषतर म नागिरक क िलए एक समान िसिवल सिहता परा करान का परयास करगा

2[45 छह वषर स कम आय क बालक क िलए परारिभक बा याव था दख-रख और िशकषा का उपबधndashरा य सभी बालक क िलए छह वषर की आय परी करन तक परारिभक बा याव था दख-रख और िशकषा दन क िलए उपबध करन का परयास करगा ]

46 अनसिचत जाितय अनसिचत जनजाितय और अ य दबरल वग क िशकषा और अथर सबधी िहत की अिभविदधndashरा य जनता क दबरल वग क िविश तया अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िशकषा और अथर सबधी िहत की िवशष सावधानी स अिभविदध करगा और सामािजक अ याय और सभी परकार क शोषण स उनकी सरकषा करगा

47 पोषाहार तर और जीवन तर को ऊचा करन तथा लोक वा य का सधार करन का रा य का कतर यndashरा य अपन लोग क पोषाहार तर और जीवन तर को ऊचा करन और लोक वा य क सधार को अपन पराथिमक कतर य म मानगा और रा य िविश तया मादक पय और वा य क िलए हािनकर ओषिधय क औषधीय परयोजन स िभ न उपभोग का परितषध करन का परयास करगा

48 किष और पशपालन का सगठनndashरा य किष और पशपालन को आधिनक और वजञािनक परणािलय स सगिठत करन का परयास करगा और िविश तया गाय और बछड़ तथा अ य दधा और वाहक पशओ की न ल क पिररकषण और सधार क िलए और उनक वध का परितषध करन क िलए कदम उठाएगा

3[48क पयारवरण का सरकषण तथा सवधरन और वन तथा व य जीव की रकषाndashरा य दश क पयारवरण क सरकषण तथा सवधरन का और वन तथा व य जीव की रकषा करन का परयास करगा ]

1 सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 3 दवारा (15-2-2012 स) अतः थािपत 2 सिवधान (िछयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2002 की धारा 3 दवारा (1-4-2010 स) ldquoअन छद 45rdquo क

थान पर परित थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 10 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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49 रा ीय मह व क स मारक थान और व तओ का सरकषणndash1[सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन] रा ीय मह व वाल 2[घोिषत िकए गए] कला मक या ऐितहािसक अिभ िच वाल पर यक स मारक या थान या व त का यथाि थित लठन िव पण िवनाश अपसारण ययन या िनयारत स सरकषण करना रा य की बा यता होगी

50 कायरपािलका स यायपािलका का पथककरणndashरा य की लोक सवाओ म यायपािलका को कायरपािलका स पथकत करन क िलए रा य कदम उठाएगा

51 अतररा ीय शाित और सरकषा की अिभविदधndashरा यndash (क) अतररा ीय शाित और सरकषा की अिभविदध का (ख) रा क बीच यायसगत और स मानपणर सबध को बनाए रखन

का (ग) सगिठत लोग क एक दसर स यवहार म अतररा ीय िविध और

सिध-बा यताओ क परित आदर बढ़ान का और (घ) अतररा ीय िववाद क मा य थम दवारा िनपटार क िलए परो साहन

दन का परयास करगा

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 27 दवारा ldquoसस दवारा िविध दवारा घोिषतrdquo क थान

पर (1-11-1956 स) परित थािपत

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1[भाग 4क मल कतर य

51क मल कतर यndashभारत क पर यक नागिरक का यह कतर य होगा िक वहndash (क) सिवधान का पालन कर और उसक आदश स थाओ रा वज और

रा गान का आदर कर (ख) वततरता क िलए हमार रा ीय आदोलन को परिरत करन वाल उ च

आदश को दय म सजोए रख और उनका पालन कर (ग) भारत की परभता एकता और अखडता की रकषा कर और उस अकष ण

रख (घ) दश की रकषा कर और आ ान िकए जान पर रा की सवा कर (ङ) भारत क सभी लोग म समरसता और समान भरात व की भावना का

िनमारण कर जो धमर भाषा और परदश या वगर पर आधािरत सभी भदभाव स पर हो ऐसी परथाओ का याग कर जो ि य क स मान क िव दध ह

(च) हमारी सामािसक स कित की गौरवशाली परपरा का मह व समझ और उसका पिररकषण कर

(छ) पराकितक पयारवरण की िजसक अतगरत वन झील नदी और व य जीव ह रकषा कर और उसका सवधरन कर तथा परािण मातर क परित दयाभाव रख

(ज) वजञािनक ि कोण मानववाद और जञानाजरन तथा सधार की भावना का िवकास कर

(झ) सावरजिनक सपि को सरिकषत रख और िहसा स दर रह (ञ) यिकतगत और सामिहक गितिविधय क सभी कषतर म उ कषर की ओर

बढ़न का सतत परयास कर िजसस रा िनरतर बढ़त हए परय और उपलि ध की नई ऊचाइय को छ ल ]

2[(ट) यिद माता-िपता या सरकषक ह छह वषर स चौदह वषर तक की आय वाल अपन यथाि थित बालक या परितपा य क िलए िशकषा क अवसर परदान कर ]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 11 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (िछयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2002 की धारा 4 दवारा (1-4-2010 स) अतः थािपत

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भाग 5 सघ

अ याय 1ndashकायरपािलका रा पित और उपरा पित

52 भारत का रा पितndashभारत का एक रा पित होगा 53 सघ की कायरपािलका शिकतndash(1) सघ की कायरपािलका शिकत रा पित म िनिहत

होगी और वह इसका परयोग इस सिवधान क अनसार वय या अपन अधीन थ अिधकािरय क दवारा करगा

(2) पवरगामी उपबध की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना सघ क रकषा बल का सव च समादश रा पित म िनिहत होगा और उसका परयोग िविध दवारा िविनयिमत होगा

(3) इस अन छद की कोई बातndash (क) िकसी िवदयमान िविध दवारा िकसी रा य की सरकार या अ य

परािधकारी को परदान िकए गए क य रा पित को अतिरत करन वाली नही समझी जाएगी या

(ख) रा पित स िभ न अ य परािधकािरय को िविध दवारा क य परदान करन स सस को िनवािरत नही करगी 54 रा पित का िनवारचनndashरा पित का िनवारचन ऐस िनवारचकगण क सद य करग

िजसमndash (क) सस क दोन सदन क िनवारिचत सद य और (ख) रा य की िवधान सभाओ क िनवारिचत सद य

ह ग 1[ प ीकरणndashइस अन छद और अन छद 55 म ldquoरा यrdquo क अतगरत िद ली

रा ीय राजधानी रा यकषतर और पािडचरी सघ रा यकषतर ह ] 55 रा पित क िनवारचन की रीितndash(1) जहा तक सा य हो रा पित क िनवारचन

म िभ न-िभ न रा य क परितिनिध व क मापमान म एक पता होगी (2) रा य म आपस म ऐसी एक पता तथा सम त रा य और सघ म समत यता

परा करान क िलए सस और पर यक रा य की िवधान सभा का पर यक िनवारिचत सद य ऐस िनवारचन म िजतन मत दन का हकदार ह उनकी सखया िन निलिखत रीित स अवधािरत की जाएगी अथारत ndash

(क) िकसी रा य की िवधान सभा क पर यक िनवारिचत सद य क उतन मत ह ग िजतन िक एक हजार क गिणत उस भागफल म ह जो रा य की जनसखया को उस िवधान सभा क िनवारिचत सद य की कल सखया स भाग दन पर आए

1 सिवधान (स रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 2 दवारा (1-6-1995 स) अतः थािपत पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 3 दवारा (1-10-2006 स) अब यह पडचरी ह

भारत का सिवधान

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(ख) यिद एक हजार क उकत गिणत को लन क बाद शष पाच सौ स कम नही ह तो उपखड (क) म िनिदर पर यक सद य क मत की सखया म एक और जोड़ िदया जाएगा

(ग) सस क पर यक सदन क पर यक िनवारिचत सद य क मत की सखया वह होगी जो उपखड (क) और उपखड (ख) क अधीन रा य की िवधान सभाओ क सद य क िलए िनयत कल मत की सखया को सस क दोन सदन क िनवारिचत सद य की कल सखया स भाग दन पर आए िजसम आध स अिधक िभ न को एक िगना जाएगा और अ य िभ न की उपकषा की जाएगी (3) रा पित का िनवारचन आनपाितक परितिनिध व पदधित क अनसार एकल

सकरमणीय मत दवारा होगा और ऐस िनवारचन म मतदान ग होगा 1[ प ीकरणndashइस अन छद म ldquoजनसखयाrdquo पद स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म

अिभिनि त की गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह परत इस प ीकरण म अितम पवरवतीर जनगणना क परित िजसक ससगत आकड़

परकािशत हो गए ह िनदश का जब तक सन 2[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह यह अथर लगाया जाएगा िक वह 1971 की जनगणना क परित िनदश ह ]

56 रा पित की पदाविधndash(1) रा पित अपन पद गरहण की तारीख स पाच वषर की अविध तक पद धारण करगा

परतndash (क) रा पित उपरा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा

अपना पद याग सकगा (ख) सिवधान का अितकरमण करन पर रा पित को अन छद 61 म

उपबिधत रीित स चलाए गए महािभयोग दवारा पद स हटाया जा सकगा (ग) रा पित अपन पद की अविध समा हो जान पर भी तब तक पद

धारण करता रहगा जब तक उसका उ रािधकारी अपना पद गरहण नही कर लता ह (2) खड (1) क परतक क खड (क) क अधीन उपरा पित को सबोिधत यागपतर

की सचना उसक दवारा लोक सभा क अ यकष को तर त दी जाएगी 57 पनिनरवारचन क िलए पातरताndashकोई यिकत जो रा पित क प म पद धारण

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 12 दवारा (3-1-1977 स) प ीकरण क थान पर परित थािपत

2 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 2 दवारा ldquo2000rdquo क थान पर (21-2-2002 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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करता ह या कर चका ह इस सिवधान क अ य उपबध क अधीन रहत हए उस पद क िलए पनिनरवारचन का पातर होगा

58 रा पित िनवारिचत होन क िलए अहरताएndash(1) कोई यिकत रा पित िनवारिचत होन का पातर तभी होगा जब वहndash

(क) भारत का नागिरक ह (ख) पतीस वषर की आय परी कर चका ह और (ग) लोक सभा का सद य िनवारिचत होन क िलए अिहरत ह

(2) कोई यिकत जो भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन अथवा उकत सरकार म स िकसी क िनयतरण म िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन कोई लाभ का पद धारण करता ह रा पित िनवारिचत होन का पातर नही होगा

प ीकरणndashइस अन छद क परयोजन क िलए कोई यिकत कवल इस कारण कोई लाभ का पद धारण करन वाला नही समझा जाएगा िक वह सघ का रा पित या उपरा पित या िकसी रा य का रा यपाल ह 1 अथवा सघ का या िकसी रा य का मतरी ह

59 रा पित क पद क िलए शतndash(1) रा पित सस क िकसी सदन का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद य नही होगा और यिद सस क िकसी सदन का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का कोई सद य रा पित िनवारिचत हो जाता ह तो यह समझा जाएगा िक उसन उस सदन म अपना थान रा पित क प म अपन पद गरहण की तारीख स िरकत कर िदया ह

(2) रा पित अ य कोई लाभ का पद धारण नही करगा (3) रा पित िबना िकराया िदए अपन शासकीय िनवास क उपयोग का हकदार

होगा और ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का भी जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

(4) रा पित की उपलि धया और भ उसकी पदाविध क दौरान कम नही िकए जाएग

60 रा पित दवारा शपथ या परितजञानndashपर यक रा पित और पर यक यिकत जो रा पित क प म कायर कर रहा ह या उसक क य का िनवरहन कर रहा ह अपना पद गरहण करन स पहल भारत क मखय यायमितर या उसकी अनपि थित म उ चतम यायालय क उपल ध य तम यायाधीश क समकष िन निलिखत पर प म शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा अथारत ndash

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमख या उप-राजपरमखrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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ई र की शपथ लता ह ldquoम अमक ---------------------------िक म दधापवरक भारत क रा पित स यिन ा स परितजञान करता ह

क पद का कायरपालन (अथवा रा पित क क य का िनवरहन) क गा तथा अपनी परी योगयता स सिवधान और िविध का पिररकषण सरकषण और परितरकषण क गा और म भारत की जनता की सवा और क याण म िनरत रहगा rdquo 61 रा पित पर महािभयोग चलान की परिकरयाndash(1) जब सिवधान क अितकरमण

क िलए रा पित पर महािभयोग चलाना हो तब सस का कोई सदन आरोप लगाएगा (2) ऐसा कोई आरोप तब तक नही लगाया जाएगा जब तक िकndash

(क) ऐसा आरोप लगान की पर थापना िकसी ऐस सक प म अतिवर नही ह जो कम स कम चौदह िदन की ऐसी िलिखत सचना क िदए जान क प ात पर तािवत िकया गया ह िजस पर उस सदन की कल सद य सखया क कम स कम एक-चौथाई सद य न ह ताकषर करक उस सक प को पर तािवत करन का अपना आशय परकट िकया ह और

(ख) उस सदन की कल सद य सखया क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा ऐसा सक प पािरत नही िकया गया ह (3) जब आरोप सस क िकसी सदन दवारा इस परकार लगाया गया ह तब दसरा

सदन उस आरोप का अ वषण करगा या कराएगा और ऐस अ वषण म उपि थत होन का तथा अपना परितिनिध व करान का रा पित को अिधकार होगा

(4) यिद अ वषण क पिरणाम व प यह घोिषत करन वाला सक प िक रा पित क िव दध लगाया गया आरोप िसदध हो गया ह आरोप का अ वषण करन या करान वाल सदन की कल सद य सखया क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा पािरत कर िदया जाता ह तो ऐस सक प का परभाव उसक इस परकार पािरत िकए जान की तारीख स रा पित को उसक पद स हटाना होगा

62 रा पित क पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन करन का समय और आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत की पदाविधndash(1) रा पित की पदाविध की समाि स हई िरिकत को भरन क िलए िनवारचन पदाविध की समाि स पहल ही पणर कर िलया जाएगा

(2) रा पित की म य पद याग या पद स हटाए जान या अ य कारण स हई उसक पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन िरिकत होन की तारीख क प ात यथाशीघर और पर यक दशा म छह मास बीतन स पहल िकया जाएगा और िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत अन छद 56 क उपबध क अधीन रहत हए अपन पद गरहण की तारीख स पाच वषर की परी अविध तक पद धारण करन का हकदार होगा

63 भारत का उपरा पितndashभारत का एक उपरा पित होगा 64 उपरा पित का रा य सभा का पदन सभापित होनाndashउपरा पित रा य सभा

का पदन सभापित होगा और अ य कोई लाभ का पद धारण नही करगा

भारत का सिवधान

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परत िजस िकसी अविध क दौरान उपरा पित अन छद 65 क अधीन रा पित क प म कायर करता ह या रा पित क क य का िनवरहन करता ह उस अविध क दौरान

वह रा य सभा क सभापित क पद क कतर य का पालन नही करगा और वह अन छद 97 क अधीन रा य सभा क सभापित को सदय वतन या भ का हकदार नही होगा

65 रा पित क पद म आकि मक िरिकत क दौरान या उसकी अनपि थित म उपरा पित का रा पित क प म कायर करना या उसक क य का िनवरहनndash(1) रा पित की म य पद याग या पद स हटाए जान या अ य कारण स उसक पद म हई िरिकत की दशा म उपरा पित उस तारीख तक रा पित क प म कायर करगा िजस तारीख को ऐसी िरिकत को भरन क िलए इस अ याय क उपबध क अनसार िनवारिचत नया रा पित अपना पद गरहण करता ह

(2) जब रा पित अनपि थित बीमारी या अ य िकसी कारण स अपन क य का िनवरहन करन म असमथर ह तब उपरा पित उस तारीख तक उसक क य का िनवरहन करगा िजस तारीख को रा पित अपन कतर य को िफर स सभालता ह

(3) उपरा पित को उस अविध क दौरान और उस अविध क सबध म जब वह रा पित क प म इस परकार कायर कर रहा ह या उसक क य का िनवरहन कर रहा ह रा पित की सभी शिकतया और उ मिकतया ह गी तथा वह ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

66 उपरा पित का िनवारचनndash(1) उपरा पित का िनवारचन 1[सस क दोन सदन क सद य स िमलकर बनन वाल िनवारचकगण क सद य ] दवारा आनपाितक परितिनिध व पदधित क अनसार एकल सकरमणीय मत दवारा होगा और ऐस िनवारचन म मतदान ग होगा

(2) उपरा पित सस क िकसी सदन का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद य नही होगा और यिद सस क िकसी सदन का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का कोई सद य उपरा पित िनवारिचत हो जाता ह तो यह समझा जाएगा िक उसन उस सदन म अपना थान उपरा पित क प म अपन पद गरहण की तारीख स िरकत कर िदया ह

(3) कोई यिकत उपरा पित िनवारिचत होन का पातर तभी होगा जब वहndash (क) भारत का नागिरक ह (ख) पतीस वषर की आय परी कर चका ह और (ग) रा य सभा का सद य िनवारिचत होन क िलए अिहरत ह

1 सिवधान (गयारहवा सशोधन) अिधिनयम 1961 की धारा 2 दवारा ldquoसयकत अिधवशन म समवत सस क दोन सदन क सद य rdquo क थान पर (19-12-1961 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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(4) कोई यिकत जो भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन अथवा उकत सरकार म स िकसी क िनयतरण म िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन कोई लाभ का पद धारण करता ह उपरा पित िनवारिचत होन का पातर नही होगा

प ीकरणndashइस अन छद क परयोजन क िलए कोई यिकत कवल इस कारण कोई लाभ का पद धारण करन वाला नही समझा जाएगा िक वह सघ का रा पित या उपरा पित या िकसी रा य का रा यपाल ह 1 अथवा सघ का या िकसी रा य का मतरी ह

67 उपरा पित की पदाविधndashउपरा पित अपन पद गरहण की तारीख स पाच वषर की अविध तक पद धारण करगा

परतndash (क) उपरा पित रा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा

अपना पद याग सकगा (ख) उपरा पित रा य सभा क ऐस सक प दवारा अपन पद स हटाया जा

सकगा िजस रा य सभा क त कालीन सम त सद य क बहमत न पािरत िकया ह और िजसस लोक सभा सहमत ह िकत इस खड क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

(ग) उपरा पित अपन पद की अविध समा हो जान पर भी तब तक पद धारण करता रहगा जब तक उसका उ रािधकारी अपना पद गरहण नही कर लता ह 68 उपरा पित क पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन करन का समय और

आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत की पदाविधndash(1) उपरा पित की पदाविध की समाि स हई िरिकत को भरन क िलए िनवारचन पदाविध की समाि स पहल ही पणर कर िलया जाएगा

(2) उपरा पित की म य पद याग या पद स हटाए जान या अ य कारण स हई उसक पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन िरिकत होन क प ात यथाशीघर िकया जाएगा और िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत अन छद 67 क उपबध क अधीन रहत हए अपन पद गरहण की तारीख स पाच वषर की परी अविध तक पद धारण करन का हकदार होगा

69 उपरा पित दवारा शपथ या परितजञानndashपर यक उपरा पित अपना पद गरहण करन स पहल रा पित अथवा उसक दवारा इस िनिम िनयकत िकसी यिकत क समकष िन निलिखत पर प म शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमख या उप-राजपरमखrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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करगा अथारत ndash ई र की शपथ लता ह

ldquoम अमक --------------------------------िक म िविध दवारा थािपत भारत स यिन ा स परितजञान करता ह

क सिवधान क परित स ची दधा और िन ा रखगा तथा िजस पद को म गरहण करन वाला ह उसक कतर य का दधापवरक िनवरहन क गा rdquo 70 अ य आकि मकताओ म रा पित क क य का िनवरहनndashसस ऐसी िकसी

आकि मकता म जो इस अ याय म उपबिधत नही ह रा पित क क य क िनवरहन क िलए ऐसा उपबध कर सकगी जो वह ठीक समझ

1[71 रा पित या उपरा पित क िनवारचन स सबिधत या ससकत िवषयndash(1) रा पित या उपरा पित क िनवारचन स उ प न या ससकत सभी शकाओ और िववाद की जाच और िविन य उ चतम यायालय दवारा िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा

(2) यिद उ चतम यायालय दवारा िकसी यिकत क रा पित या उपरा पित क प म िनवारचन को श य घोिषत कर िदया जाता ह तो उसक दवारा यथाि थित रा पित या उपरा पित क पद की शिकतय क परयोग और कतर य क पालन म उ चतम यायालय क िविन य की तारीख को या उसस पहल िकए गए कायर उस घोषणा क कारण अिविधमा य नही ह ग

(3) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए रा पित या उपरा पित क िनवारचन स सबिधत या ससकत िकसी िवषय का िविनयमन सस िविध दवारा कर सकगी

(4) रा पित या उपरा पित क प म िकसी यिकत क िनवारचन को उस िनवारिचत करन वाल िनवारचकगण क सद य म िकसी भी कारण स िवदयमान िकसी िरिकत क आधार पर पर गत नही िकया जाएगा ]

72 कषमा आिद की और कछ मामल म दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण की रा पित की शिकतndash(1) रा पित को िकसी अपराध क िलए िसदधदोष ठहराए गए िकसी यिकत क दड को कषमा उसका परिवलबन िवराम या पिरहार करन की अथवा दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण कीndash

(क) उन सभी मामल म िजनम दड या दडादश सना यायालय न िदया ह

(ख) उन सभी मामल म िजनम दड या दडादश ऐस िवषय सबधी िकसी

1 अन छद 71 सिवधान (उनतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 2 दवारा (10-8-1975 स) और त प ात सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 10 दवारा (20-6-1979 स) सशोिधत होकर उपरोकत प म आया

भारत का सिवधान

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िविध क िव दध अपराध क िलए िदया गया ह िजस िवषय तक सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार ह

(ग) उन सभी मामल म िजनम दडादश म य दडादश ह शिकत होगी

(2) खड (1) क उपखड (क) की कोई बात सघ क सश बल क िकसी आिफसर की सना यायालय दवारा पािरत दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण की िविध दवारा परद शिकत पर परभाव नही डालगी

(3) खड (1) क उपखड (ग) की कोई बात त समय परव िकसी िविध क अधीन िकसी रा य क रा यपाल 1 दवारा परयोकत य म य दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण की शिकत पर परभाव नही डालगी

73 सघ की कायरपािलका शिकत का िव तारndash(1) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए सघ की कायरपािलका शिकत का िव तारndash

(क) िजन िवषय क सबध म सस को िविध बनान की शिकत ह उन तक और

(ख) िकसी सिध या करार क आधार पर भारत सरकार दवारा परयोकत य अिधकार परािधकार और अिधकािरता क परयोग तक

होगा परत इस सिवधान म या सस दवारा बनाई गई िकसी िविध म अिभ यकत प स

यथा उपबिधत क िसवाय उपखड (क) म िनिदर कायरपािलका शिकत का िव तार िकसी 2 रा य म ऐस िवषय तक नही होगा िजनक सबध म उस रा य क िवधान-मडल को भी िविध बनान की शिकत ह

(2) जब तक सस अ यथा उपबध न कर तब तक इस अन छद म िकसी बात क होत हए भी कोई रा य और रा य का कोई अिधकारी या परािधकारी उन िवषय म िजनक सबध म सस को उस रा य क िलए िविध बनान की शिकत ह ऐसी कायरपािलका शिकत का या क य का परयोग कर सकगा िजनका परयोग वह रा य या उसका अिधकारी या परािधकारी इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल कर सकता था

मितर-पिरष 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का (1-

11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क और भाग ख म उि लिखतrdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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74 रा पित को सहायता और सलाह दन क िलए मितर-पिरष ndash1[(1) रा पित को सहायता और सलाह दन क िलए एक मितर-पिरष होगी िजसका परधान परधान मतरी होगा और रा पित अपन क य का परयोग करन म ऐसी सलाह क अनसार कायर करगा ]

2[परत रा पित मितर-पिरष स ऐसी सलाह पर साधारणतया या अ यथा पनिवरचार करन की अपकषा कर सकगा और रा पित ऐस पनिवरचार क प ात दी गई सलाह क अनसार कायर करगा ]

(2) इस पर की िकसी यायालय म जाच नही की जाएगी िक कया मितरय न रा पित को कोई सलाह दी और यिद दी तो कया दी

75 मितरय क बार म अ य उपबधndash(1) परधान मतरी की िनयिकत रा पित करगा और अ य मितरय की िनयिकत रा पित परधान मतरी की सलाह पर करगा

3[(1क) मितर-पिरष म परधान मतरी सिहत मितरय की कल सखया लोक सभा क सद य की कल सखया क प दरह परितशत स अिधक नही होगी

(1ख) िकसी राजनीितक दल का सस क िकसी सदन का कोई सद य जो दसवी अनसची क परा 2 क अधीन उस सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत ह अपनी िनरहरता की तारीख स परारभ होन वाली और उस तारीख तक िजसको ऐस सद य क प म उसकी पदाविध समा होगी या जहा वह ऐसी अविध की समाि क पवर सस क िकसी सदन क िलए िनवारचन लड़ता ह उस तारीख तक िजसको वह िनवारिचत घोिषत िकया जाता ह इनम स जो भी पवरतर हो की अविध क दौरान खड (1) क अधीन मतरी क प म िनयकत िकए जान क िलए भी िनरिहरत होगा ]

(2) मतरी रा पित क परसादपयरत अपन पद धारण करग (3) मितर-पिरष लोक सभा क परित सामिहक प स उ रदायी होगी (4) िकसी मतरी दवारा अपना पद गरहण करन स पहल रा पित तीसरी अनसची म

इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार उसको पद की और गोपनीयता की शपथ िदलाएगा

(5) कोई मतरी जो िनरतर छह मास की िकसी अविध तक सस क िकसी सदन

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 13 दवारा (3-1-1977 स) खड (1) क थान पर परित थािपत

2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 11 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत 3 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (1-1-2004 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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का सद य नही ह उस अविध की समाि पर मतरी नही रहगा (6) मितरय क वतन और भ ऐस ह ग जो सस िविध दवारा समय-समय पर

अवधािरत कर और जब तक सस इस परकार अवधािरत नही करती ह तब तक ऐस ह ग जो दसरी अनसची म िविनिदर ह

भारत का महा यायवादी 76 भारत का महा यायवादीndash(1) रा पित उ चतम यायालय का यायाधीश

िनयकत होन क िलए अिहरत िकसी यिकत को भारत का महा यायवादी िनयकत करगा (2) महा यायवादी का यह कतर य होगा िक वह भारत सरकार को िविध सबधी

ऐस िवषय पर सलाह द और िविधक व प क ऐस अ य कतर य का पालन कर जो रा पित उसको समय-समय पर िनदिशत कर या स प और उन क य का िनवरहन कर जो उसको इस सिवधान अथवा त समय परव िकसी अ य िविध दवारा या उसक अधीन परदान िकए गए ह

(3) महा यायवादी को अपन कतर य क पालन म भारत क रा यकषतर म सभी यायालय म सनवाई का अिधकार होगा

(4) महा यायवादी रा पित क परसादपयरत पद धारण करगा और ऐसा पािर िमक परा करगा जो रा पित अवधािरत कर

सरकारी कायर का सचालन 77 भारत सरकार क कायर का सचालनndash(1) भारत सरकार की सम त

कायरपािलका काररवाई रा पित क नाम स की हई कही जाएगी (2) रा पित क नाम स िकए गए और िन पािदत आदश और अ य िलखत को

ऐसी रीित स अिधपरमािणत िकया जाएगा जो रा पित दवारा बनाए जान वाल िनयम 1 म िविनिदर की जाए और इस परकार अिधपरमािणत आदश या िलखत की िविधमा यता इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक वह रा पित दवारा िकया गया या िन पािदत आदश या िलखत नही ह

(3) रा पित भारत सरकार का कायर अिधक सिवधापवरक िकए जान क िलए और मितरय म उकत कायर क आबटन क िलए िनयम बनाएगा

2(4) 78 रा पित को जानकारी दन आिद क सबध म परधान मतरी क कतर यndashपरधान

1 दिखए समय-समय पर यथा सशोिधत अिधसचना स काआ2297 तारीख 3 नवबर 1958 भारत का राजपतर

असाधारण 1958 भाग 2 अनभाग 3(ii) प 1315

2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 14 दवारा (3-1-1977 स) खड (4) अतः थािपत िकया गया था और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 12 दवारा (20-6-1979 स) उसका लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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मतरी का यह कतर य होगा िक वहndash (क) सघ क कायरकलाप क परशासन सबधी और िवधान िवषयक

पर थापनाओ सबधी मितर-पिरष क सभी िविन य रा पित को ससिचत कर (ख) सघ क कायरकलाप क परशासन सबधी और िवधान िवषयक

पर थापनाओ सबधी जो जानकारी रा पित माग वह द और (ग) िकसी िवषय को िजस पर िकसी मतरी न िविन य कर िदया ह

िक त मितर-पिरष न िवचार नही िकया ह रा पित दवारा अपकषा िकए जान पर पिरष क समकष िवचार क िलए रख

अ याय 2ndashसस साधारण

79 सस का गठनndashसघ क िलए एक सस होगी जो रा पित और दो सदन स िमलकर बनगी िजनक नाम रा य सभा और लोक सभा ह ग

80 रा य सभा की सरचनाndash(1) 1[2 रा य सभा]ndash (क) रा पित दवारा खड (3) क उपबध क अनसार नामिनदिशत िकए जान

वाल बारह सद य और (ख) रा य क 3[और सघ रा यकषतर क] दो सौ अड़तीस स अनिधक

परितिनिधय स िमलकर बनगी

(2) रा य सभा म रा य क और 4[और सघ रा यकषतर क] परितिनिधय दवारा भर जान वाल थान का आबटन चौथी अनसची म इस िनिम अतिवर उपबध क अनसार होगा

(3) रा पित दवारा खड (1) क उपखड (क) क अधीन नामिनदिशत िकए जान वाल सद य ऐस यिकत ह ग िज ह िन निलिखत िवषय क सबध म िवशष जञान या यावहािरक अनभव ह अथारत ndash

सािह य िवजञान कला और समाज सवा

1 सिवधान (पतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 3 दवारा (1-3-1975 स) ldquoरा य सभाrdquo क थान पर

परित थािपत 2 सिवधान (छ ीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (26-4-1975 स) ldquoदसवी अनसची क परा 4 क

उपबध क अधीन रहत हएrdquo श द का लोप िकया गया 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा (1-11-1956 स) जोड़ा गया 4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(4) रा य सभा म पर यक 1 रा य क परितिनिधय का िनवारचन उस रा य की िवधान सभा क िनवारिचत सद य दवारा आनपाितक परितिनिध व पदधित क अनसार एकल सकरमणीय मत दवारा िकया जाएगा

(5) रा य सभा म 2[सघ रा यकषतर ] क परितिनिध ऐसी रीित स चन जाएग जो सस िविध दवारा िविहत कर

3[81 लोक सभा की सरचनाndash(1) 4[अन छद 331 क उपबध क अधीन रहत हए 5] लोक सभाndash

(क) रा य म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन गए 6[पाच सौ तीस] स अनिधक 6[सद य ] और

(ख) सघ रा यकषतर का परितिनिध व करन क िलए ऐसी रीित स जो सस िविध दवारा उपबिधत कर चन हए 7[बीस] स अनिधक 7[सद य ]

स िमलकर बनगी (2) खड (1) क उपखड (क) क परयोजन क िलएndash

(क) पर यक रा य को लोक सभा म थान का आबटन ऐसी रीित स िकया जाएगा िक थान की सखया स उस रा य की जनसखया का अनपात सभी रा य क िलए यथासा य एक ही हो और

(ख) पर यक रा य को परादिशक िनवारचन-कषतर म ऐसी रीित स िवभािजत िकया जाएगा िक पर यक िनवारचन-कषतर की जनसखया का उसको आबिटत थान की सखया स अनपात सम त रा य म यथासा य एक ही हो 8[पर त इस खड क उपखड (क) क उपबध िकसी रा य को लोक सभा म थान

क आबटन क परयोजन क िलए तब तक लाग नही ह ग जब तक उस रा य की जनसखया साठ लाख स अिधक नही हो जाती ह ]

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा ldquoपहली अनसची क भाग ग म िविनिदर रा य rdquo क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 4 दवारा अन छद 81 और अन छद 82 क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (पतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 4 दवारा (1-3-1975 स) ldquoअन छद 331 क उपबध क अधीन रहत हएrdquo क थान पर परित थािपत

5 सिवधान (छ ीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (26-4-1975 स) ldquoऔर दसवी अनसची क परा 4rdquo श द और अकषर का लोप िकया गया

6 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) पाच सौ प चीस सद य क थान पर परित थािपत

7 सिवधान (इकतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1973 की धारा 2 दवारा ldquoप चीस सद य rdquo क थान पर (17-10-1973 स) परित थािपत

8 सिवधान (इकतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1973 की धारा 2 दवारा (17-10-1973 स) प चीस सद य क थान पर अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(3) इस अन छद म ldquoजनसखयाrdquo पद स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म अिभिनि त की गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह

1[पर त इस खड म अितम पवरवतीर जनगणना क परित िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह िनदश का जब तक सन 2[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह 3[यह अथर लगाया जाएगा िक वहndash

(i) खड (2) क उपखड (क) और उस खड क पर तक क परयोजन क िलए 1971 की जनगणना क परित िनदश ह और

(ii) खड (2) क उपखड (ख) क परयोजन क िलए 4[2001] की जनगणना क परित िनदश ह ]] 82 पर यक जनगणना क प ात पनः समायोजनndashपर यक जनगणना की समाि

पर रा य को लोक सभा म थान क आबटन और पर यक रा य क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन का ऐस परािधकारी दवारा और ऐसी रीित स पनः समायोजन िकया जाएगा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर

पर त ऐस पनः समायोजन स लोक सभा म परितिनिध व पर तब तक कोई परभाव नही पड़गा जब तक उस समय िवदयमान लोक सभा का िवघटन नही हो जाता ह

5[पर त यह और िक ऐसा पनः समायोजन उस तारीख स परभावी होगा जो रा पित आदश दवारा िविनिदर कर और ऐस पनः समायोजन क परभावी होन तक लोक सभा क िलए कोई िनवारचन उन परादिशक िनवारचन-कषतर क आधार पर हो सकगा जो ऐस पनः समायोजन क पहल िवदयमान ह

पर त यह और भी िक जब तक सन 6[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह तब तक 7[इस अन छद क अधीनndash

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 15 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 3 दवारा ldquo2000rdquo क थान पर (21-2-2002 स)

परित थािपत 3 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 3 दवारा कितपय श द क थान पर (21-2-2002 स)

परित थािपत 4 सिवधान (सतासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा 1991 क थान पर (22-6-2003 स

परित थािपत 5 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 16 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 6 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 4 दवारा 2000 (21-2-2002 स) परित थािपत

7 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 4 दवारा कितपय श द क थान पर (21-2-2002 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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(i) रा य को लोक सभा म 1971 की जनगणना क आधार पर पनः समायोिजत थान क आबटन का और

(ii) पर यक रा य क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन का जो 1[2001] की जनगणना क आधार पर पनः समायोिजत िकए जाए

पनः समायोजन आव यक नही होगा ]] 83 सस क सदन की अविधndash(1) रा य सभा का िवघटन नही होगा िक त

उसक सद य म स यथा सभव िनकटतम एक-ितहाई सद य सस दवारा िविध दवारा इस िनिम िकए गए उपबध क अनसार पर यक िदवतीय वषर की समाि पर यथाशकय शीघर िनव हो जाएग

(2) लोक सभा यिद पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपन परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स 2[पाच वषर] तक बनी रहगी इसस अिधक नही और 2[पाच वषर] की उकत अविध की समाि का पिरणाम लोक सभा का िवघटन होगा

पर त उकत अविध को जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब सस िविध दवारा ऐसी अविध क िलए बढ़ा सकगी जो एक बार म एक वषर स अिधक नही होगी और उदघोषणा क परवतरन म न रह जान क प ात उसका िव तार िकसी भी दशा म छह मास की अविध स अिधक नही होगा

84 सस की सद यता क िलए अहरताndashकोई यिकत सस क िकसी थान को भरन क िलए चन जान क िलए अिहरत तभी होगा जबndash

3[(क) वह भारत का नागिरक ह और िनवारचन आयोग दवारा इस िनिम परािधकत िकसी यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लता ह या परितजञान करता ह और उस पर अपन ह ताकषर करता ह ]

(ख) वह रा य सभा म थान क िलए कम स कम तीस वषर की आय का और लोक सभा म थान क िलए कम स कम प चीस वषर की आय का ह और

1 सिवधान (सतासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 3 दवारा 1991 क थान पर (22-6-2003 स)

परित थािपत

2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 13 दवारा (20-6-1979 स) ldquoछह वषरrdquo श द क थान पर परित थािपत सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 17 दवारा (3-1-1977 स) ldquoपाच वषरrdquo मल श द क थान पर ldquoछह वषरrdquo श द परित थािपत िकए गए थ

3 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 3 दवारा (5-10-1963 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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(ग) उसक पास ऐसी अ य अहरताए ह जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस िनिम िविहत की जाए 1[85 सस क सतर सतरावसान और िवघटनmdash(1) रा पित समय-समय पर सस

क पर यक सदन को ऐस समय और थान पर जो वह ठीक समझ अिधवशन क िलए आहत करगा िक त उसक एक सतर की अितम बठक और आगामी सतर की परथम बठक क िलए िनयत तारीख क बीच छह मास का अतर नही होगा ]

(2) रा पित समय-समय परndash (क) सदन का या िकसी सदन का सतरावसान कर सकगा (ख) लोक सभा का िवघटन कर सकगा

86 सदन म अिभभाषण का और उनको सदश भजन का रा पित का अिधकारndash (1) रा पित सस क िकसी एक सदन म या एक साथ समवत दोन सदन म अिभभाषण कर सकगा और इस परयोजन क िलए सद य की उपि थित की अपकषा कर सकगा

(2) रा पित सस म उस समय लिबत िकसी िवधयक क सबध म सदश या कोई अ य सदश सस क िकसी सदन को भज सकगा और िजस सदन को कोई सदश इस परकार भजा गया ह वह सदन उस सदश दवारा िवचार करन क िलए अपिकषत िवषय पर सिवधानसार शीघरता स िवचार करगा

87 रा पित का िवशष अिभभाषणndash(1) रा पित 2[लोक सभा क िलए पर यक साधारण िनवारचन क प ात परथम सतर क आरभ म और पर यक वषर क परथम सतर क आरभ म] एक साथ समवत सस क दोन सदन म अिभभाषण करगा और सस को उसक आ ान क कारण बताएगा

(2) पर यक सदन की परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम दवारा ऐस अिभभाषण म िनिदर िवषय की चचार क िलए समय िनयत करन क िलए 3 उपबध िकया जाएगा

88 सदन क बार म मितरय और महा यायवादी क अिधकारndashपर यक मतरी और भारत क महा यायवादी को यह अिधकार होगा िक वह िकसी भी सदन म सदन की िकसी सयकत बठक म और सस की िकसी सिमित म िजसम उसका नाम सद य क प म िदया गया ह बोल और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग ल िक त इस

अन छद क आधार पर वह मत दन का हकदार नही होगा

1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 6 दवारा (18-6-1951 स) परित थािपत 2 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 7 दवारा ldquoपर यक सतरrdquo क थान पर (18-6-1951 स)

परित थािपत 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 7 दवारा ldquoऔर सदन क अ य कायर पर इस चचार को अगरता

दन क िलएrdquo श द का (18-6-1951 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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सस क अिधकारी 89 रा य सभा का सभापित और उपसभापितndash(1) भारत का उपरा पित रा य

सभा का पदन सभापित होगा (2) रा य सभा यथाशकय शीघर अपन िकसी सद य को अपना उपसभापित चनगी

और जब-जब उपसभापित का पद िरकत होता ह तब-तब रा य सभा िकसी अ य सद य को अपना उपसभापित चनगी

90 उपसभापित का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाndashरा य सभा क उपसभापित क प म पद धारण करन वाला सद यndash

(क) यिद रा य सभा का सद य नही रहता ह तो अपना पद िरकत कर दगा

(ख) िकसी भी समय सभापित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा और

(ग) रा य सभा क त कालीन सम त सद य क बहमत स पािरत सक प दवारा अपन पद स हटाया जा सकगा पर त खड (ग) क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया

जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

91 सभापित क पद क कतर य का पालन करन या सभापित क प म कायर करन की उपसभापित या अ य यिकत की शिकतndash(1) जब सभापित का पद िरकत ह या ऐसी अविध म जब उपरा पित रा पित क प म कायर कर रहा ह या उसक क य का िनवरहन कर रहा ह तब उपसभापित या यिद उपसभापित का पद भी िरकत ह तो रा य सभा का ऐसा सद य िजसको रा पित इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

(2) रा य सभा की िकसी बठक स सभापित की अनपि थित म उपसभापित या यिद वह भी अनपि थत ह तो ऐसा यिकत जो रा य सभा की परिकरया क िनयम दवारा अवधािरत िकया जाए या यिद ऐसा कोई यिकत उपि थत नही ह तो ऐसा अ य यिकत जो रा य सभा दवारा अवधािरत िकया जाए सभापित क प म कायर करगा

92 जब सभापित या उपसभापित को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होनाndash(1) रा य सभा की िकसी बठक म जब उपरा पित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब सभापित या जब उपसभापित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उपसभापित उपि थत रहन पर भी पीठासीन नही होगा और अन छद 91 क खड (2) क उपबध ऐसी पर यक बठक क सबध म वस ही लाग ह ग जस व उस बठक क सबध म लाग होत ह िजसस यथाि थित सभापित या उपसभापित अनपि थत ह

भारत का सिवधान

42

(2) जब उपरा पित को उसक पद स हटान का कोई सक प रा य सभा म िवचाराधीन ह तब सभापित को रा य सभा म बोलन और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार होगा िक त वह अन छद 100 म िकसी बात क होत हए भी ऐस सक प पर या ऐसी कायरवािहय क दौरान िकसी अ य िवषय पर मत दन का िब कल हकदार नही होगा

93 लोक सभा का अ यकष और उपा यकषndashलोक सभा यथाशकय शीघर अपन दो सद य को अपना अ यकष और उपा यकष चनगी और जब-जब अ यकष या उपा यकष का पद िरकत होता ह तब-तब लोक सभा िकसी अ य सद य को यथाि थित अ यकष या उपा यकष चनगी

94 अ यकष और उपा यकष का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाndashलोक सभा क अ यकष या उपा यकष क प म पद धारण करन वाला सद यndash

(क) यिद लोक सभा का सद य नही रहता ह तो अपना पद िरकत कर दगा

(ख) िकसी भी समय यिद वह सद य अ यकष ह तो उपा यकष को सबोिधत और यिद वह सद य उपा यकष ह तो अ यकष को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा और

(ग) लोक सभा क त कालीन सम त सद य क बहमत स पािरत सक प दवारा अपन पद स हटाया जा सकगा पर त खड (ग) क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया

जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

पर त यह और िक जब कभी लोक सभा का िवघटन िकया जाता ह तो िवघटन क प ात होन वाल लोक सभा क परथम अिधवशन क ठीक पहल तक अ यकष अपन पद को िरकत नही करगा

95 अ यकष क पद क कतर य का पालन करन या अ यकष क प म कायर करन की उपा यकष या अ य यिकत की शिकतndash(1) जब अ यकष का पद िरकत ह तब उपा यकष या यिद उपा यकष का पद भी िरकत ह तो लोक सभा का ऐसा सद य िजसको रा पित इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

(2) लोक सभा की िकसी बठक स अ यकष की अनपि थित म उपा यकष या यिद वह भी अनपि थत ह तो ऐसा यिकत जो लोक सभा की परिकरया क िनयम दवारा अवधािरत िकया जाए या यिद ऐसा कोई यिकत उपि थत नही ह तो ऐसा अ य यिकत जो लोक सभा दवारा अवधािरत िकया जाए अ यकष क प म कायर करगा

भारत का सिवधान

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96 जब अ यकष या उपा यकष को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होनाndash(1) लोक सभा की िकसी बठक म जब अ यकष को उसक पद स हटान का सक प िवचाराधीन ह तब अ यकष या जब उपा यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उपा यकष उपि थत रहन पर भी पीठासीन नही होगा और अन छद 95 क खड (2) क उपबध ऐसी पर यक बठक क सबध म वस ही लाग ह ग जस व उस बठक क सबध म लाग होत ह िजसस यथाि थित अ यकष या उपा यकष अनपि थत ह

(2) जब अ यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प लोक सभा म िवचाराधीन ह तब उसको लोक सभा म बोलन और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार होगा और वह अन छद 100 म िकसी बात क होत हए भी ऐस सक प पर या ऐसी कायरवािहय क दौरान िकसी अ य िवषय पर परथमतः ही मत दन का हकदार होगा िक त मत बराबर होन की दशा म मत दन का हकदार नही होगा

97 सभापित और उपसभापित तथा अ यकष और उपा यकष क वतन और भ ndash रा य सभा क सभापित और उपसभापित को तथा लोक सभा क अ यकष और उपा यकष को ऐस वतन और भ का जो सस िविध दवारा िनयत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन और भ का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह सदाय िकया जाएगा

98 सस का सिचवालयndash(1) सस क पर यक सदन का पथक सिचवीय कमरचािरवद होगा

पर त इस खड की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह सस क दोन सदन क िलए सि मिलत पद क सजन को िनवािरत करती ह

(2) सस िविध दवारा सस क पर यक सदन क सिचवीय कमरचािरवद म भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन कर सकगी

(3) जब तक सस खड (2) क अधीन उपबध नही करती ह तब तक रा पित यथाि थित लोक सभा क अ यकष या रा य सभा क सभापित स परामशर करन क प ात लोक सभा क या रा य सभा क सिचवीय कमरचािरवद म भतीर क और िनयकत यिकतय की सवा की शत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा और इस परकार बनाए गए िनयम उकत खड क अधीन बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए परभावी ह ग

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कायर सचालन 99 सद य दवारा शपथ या परितजञानndashसस क पर यक सदन का पर यक सद य

अपना थान गरहण करन स पहल रा पित या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

100 सदन म मतदान िरिकतय क होत हए भी सदन की कायर करन की शिकत और गणपितरndash(1) इस सिवधान म यथा अ यथा उपबिधत क िसवाय पर यक सदन की बठक म या सदन की सयकत बठक म सभी पर का अवधारण अ यकष को अथवा सभापित या अ यकष क प म कायर करन वाल यिकत को छोड़कर उपि थत और मत दन वाल सद य क बहमत स िकया जाएगा

सभापित या अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत परथमतः मत नही दगा िक त मत बराबर होन की दशा म उसका िनणारयक मत होगा और वह उसका परयोग करगा

(2) सस क िकसी सदन की सद यता म कोई िरिकत होन पर भी उस सदन को कायर करन की शिकत होगी और यिद बाद म यह पता चलता ह िक कोई यिकत जो ऐसा करन का हकदार नही था कायरवािहय म उपि थत रहा ह या उसन मत िदया ह या अ यथा भाग िलया ह तो भी सस की कोई कायरवाही िविधमा य होगी

1[(3) जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक सस क पर यक सदन का अिधवशन गिठत करन क िलए गणपितर सदन क सद य की कल सखया का दसवा भाग होगी

(4) यिद सदन क अिधवशन म िकसी समय गणपितर नही ह तो सभापित या अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाल यिकत का यह कतर य होगा िक वह सदन को थिगत कर द या अिधवशन को तब तक क िलए िनलिबत कर द जब तक गणपितर नही हो जाती ह ]

सद य की िनरहरताए 101 थान का िरकत होनाndash(1) कोई यिकत सस क दोन सदन का सद य नही

होगा और जो यिकत दोन सदन का सद य चन िलया जाता ह उसक एक या दसर सदन क थान को िरकत करन क िलए सस िविध दवारा उपबध करगी

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 18 दवारा (तारीख अिधसिचत नही हई थी) खड (3) और

खड (4) को लोप िकया गया गया िक त सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1978 स) उकत सशोधन को िनरिसत कर िदया गया

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(2) कोई यिकत सस और िकसी 1 रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन दोन का सद य नही होगा और यिद कोई यिकत सस और 2[िकसी रा य] क िवधान-मडल क िकसी सदन दोन का सद य चन िलया जाता ह तो ऐसी अविध की समाि क प ात जो रा पित दवारा बनाए गए िनयम 3 म िविनिदर की जाए सस म ऐस यिकत का थान िरकत हो जाएगा यिद उसन रा य क िवधान-मडल म अपन थान को पहल ही नही याग िदया ह

(3) यिद सस क िकसी सदन का सद यndash (क) 4[अन छद 102 क खड (1) या खड (2)] म विणरत िकसी िनरहरता

स गर त हो जाता ह या 5[(ख) यथाि थित सभापित या अ यकष को सबोिधत अपन ह ताकषर

सिहत लख दवारा अपन थान का याग कर दता ह और उसका यागपतर यथाि थित सभापित या अ यकष दवारा वीकार कर िलया जाता ह]

तो ऐसा होन पर उसका थान िरकत हो जाएगा 6[पर त उपखड (ख) म िनिदर यागपतर की दशा म यिद परा जानकारी स या

अ यथा और ऐसी जाच करन क प ात जो वह ठीक समझ यथाि थित सभापित या अ यकष का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसा यागपतर वि छक या असली नही ह तो वह ऐस यागपतर को वीकर नही करगा ]

(4) यिद सस क िकसी सदन का कोई सद य साठ िदन की अविध तक सदन की अनजञा क िबना उसक सभी अिधवशन स अनपि थत रहता ह तो सदन उसक थान को िरकत घोिषत कर सकगा

पर त साठ िदन की उकत अविध की सगणना करन म िकसी ऐसी अविध को िहसाब म नही िलया जाएगा िजसक दौरान सदन सतराविसत या िनरतर चार स अिधक िदन क िलए थिगत रहता ह

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoऐस िकसी रा यrdquo क थान पर

परित थािपत 3 दिखए िविध मतरालय की अिधसचना सखया एफ4650-सी तारीख 26 जनवरी 1950 भारत का राजपतर

असाधारण प 678 म परकािशत समसामियक सद यता परितषध िनयम1950 4 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 2 दवारा (1-3-1985 स) ldquoअन छद 102 क खड (1)rdquo क

थान पर परित थािपत 5 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 2 दवारा (19-5-1974 स) परित थािपत 6 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 2 दवारा (19-5-1974 स) अतः थािपत

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102 सद यता क िलए िनरहरताएndash(1) कोई यिकत सस क िकसी सदन का सद य चन जान क िलए और सद य होन क िलए िनरिहरत होगाndash

1[(क) यिद वह भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन ऐस पद को छोड़कर िजसको धारण करन वाल का िनरिहरत न होना सस न िविध दवारा घोिषत िकया ह कोई लाभ का पद धारण करता ह ]

(ख) यिद वह िवकतिच ह और सकषम यायालय की ऐसी घोषणा िवदयमान ह

(ग) यिद वह अन मोिचत िदवािलया ह (घ) यिद वह भारत का नागिरक नही ह या उसन िकसी िवदशी रा य की

नागिरकता व छा स अिजरत कर ली ह या वह िकसी िवदशी रा य क परित िन ा या अनषिकत को अिभ वीकार िकए हए ह

(ङ) यिद वह सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह 2[ प ीकरणndashइस खड क परयोजन क िलए] कोई यिकत कवल इस कारण भारत

सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन लाभ का पद धारण करन वाला नही समझा जाएगा िक वह सघ का या ऐस रा य का मतरी ह

3[(2) कोई यिकत सस क िकसी सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह दसवी अनसची क अधीन इस परकार िनरिहरत हो जाता ह ]

4[103 सद य की िनरहरताओ स सबिधत पर पर िविन यndash(1) यिद यह पर उठता ह िक सस क िकसी सदन का कोई सद य अन छद 102 क खड (1) म विणरत िकसी िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर रा पित को िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 19 दवारा खड (1) क उपखड (क) को (तारीख

अिधसिचत नही की गई) स परित थािपत िकया गया इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

2 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 3 दवारा (1-3-1985 स) ldquo(2) इस अन छद क परयोजन क िलएrdquo क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 3 दवारा (1-3-1985 स) अतः थािपत 4 अन छद 103 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 20 दवारा (3-1-1977 स) परित थािपत

और त प ात सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 14 दवारा (20-6-1979 स) सशोिधत होकर उपरोकत प म पिठत

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(2) ऐस िकसी पर पर िविन य करन क पहल रा पित िनवारचन आयोग की राय लगा और ऐसी राय क अनसार कायर करगा ]

104 अन छद 99 क अधीन शपथ लन या परितजञान करन स पहल या अिहरत न होत हए या िनरिहरत िकए जान पर बठन और मत दन क िलए शाि तndashयिद सस क िकसी सदन म कोई यिकत अन छद 99 की अपकषाओ का अनपालन करन स पहल या वह जानत हए िक म उसकी सद यता क िलए अिहरत नही ह या िनरिहरत कर िदया गया ह या सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध दवारा ऐसा करन स परितिषदध कर िदया गया ह सद य क प म बठता ह या मत दता ह तो वह पर यक िदन क िलए जब वह इस परकार बठता ह या मत दता ह पाच सौ पए की शाि त का भागी होगा जो सघ को दय ऋण क प म वसल की जाएगी

सस और उसक सद य की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया

105 सस क सदन की तथा उनक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार आिदndash(1) इस सिवधान क उपबध और सस की परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम और थायी आदश क अधीन रहत हए सस म वाकत- वात य होगा

(2) सस म या उसकी िकसी सिमित म सस क िकसी सद य दवारा कही गई िकसी बात या िदए गए िकसी मत क सबध म उसक िव दध िकसी यायालय म कोई कायरवाही नही की जाएगी और िकसी यिकत क िव दध सस क िकसी सदन क परािधकार दवारा या उसक अधीन िकसी परितवदन पतर मत या कायरवािहय क परकाशन क सबध म इस परकार की कोई कायरवाही नही की जाएगी

1[(3) अ य बात म सस क पर यक सदन की और पर यक सदन क सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया ऐसी ह गी जो सस समय-समय पर िविध दवारा पिरिनि त कर और जब तक व इस परकार पिरिनि त नही की जाती ह तब तक 2[वही ह गी जो सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 15 क परव होन स ठीक पहल उस सदन की और उसक सद य और सिमितय की थी ]]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 21 दवारा कितपय श द को तारीख अिधसिचत नही की

गई) परित थािपत नही िकया गया इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 15 दवारा (20-6-1979 स) कितपय श द क थान पर परित थािपत

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(4) िजन यिकतय को इस सिवधान क आधार पर सस क िकसी सदन या उसकी िकसी सिमित म बोलन का और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार ह उनक सबध म खड (1) खड (2) और खड (3) क उपबध उसी परकार लाग ह ग िजस परकार व सस क सद य क सबध म लाग होत ह

106 सद य क वतन और भ ndashसस क पर यक सदन क सद य ऐस वतन और भ िज ह सस समय-समय पर िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस सबध म इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस भ ऐसी दर स और ऐसी शत पर जो भारत डोिमिनयन की सिवधान सभा क सद य को इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल लाग थी परा करन क हकदार ह ग

िवधायी परिकरया 107 िवधयक क परः थापन और पािरत िकए जान क सबध म उपबधndash(1) धन

िवधयक और अ य िव िवधयक क सबध म अन छद 109 और अन छद 117 क उपबध क अधीन रहत हए कोई िवधयक सस क िकसी भी सदन म आरभ हो सकगा

(2) अन छद 108 और अन छद 109 क उपबध क अधीन रहत हए कोई िवधयक सस क सदन दवारा तब तक पािरत िकया गया नही समझा जाएगा जब तक सशोधन क िबना या कवल ऐस सशोधन सिहत िजन पर दोन सदन सहमत हो गए ह उस पर दोन सदन सहमत नही हो जात ह

(3) सस म लिबत िवधयक सदन क सतरावसान क कारण यपगत नही होगा (4) रा य सभा म लिबत िवधयक िजसको लोक सभा न पािरत नही िकया ह

लोक सभा क िवघटन पर यपगत नही होगा (5) कोई िवधयक जो लोक सभा म लिबत ह या जो लोक सभा दवारा पािरत कर

िदया गया ह और रा य सभा म लिबत ह अन छद 108 क उपबध क अधीन रहत हए लोक सभा क िवघटन पर यपगत हो जाएगा

108 कछ दशाओ म दोन सदन की सयकत बठकndash(1) यिद िकसी िवधयक क एक सदन दवारा पािरत िकए जान और दसर सदन को पारिषत िकए जान क प ातndash

(क) दसर सदन दवारा िवधयक अ वीकर कर िदया गया ह या (ख) िवधयक म िकए जान वाल सशोधन क बार म दोन सदन अितम

प स असहमत हो गए ह या (ग) दसर सदन को िवधयक परा होन की तारीख स उसक दवारा िवधयक

पािरत िकए िबना छह मास स अिधक बीत गए ह

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तो उस दशा क िसवाय िजसम लोक सभा का िवघटन होन क कारण िवधयक यपगत हो गया ह रा पित िवधयक पर िवचार-िवमशर करन और मत दन क परयोजन क िलए सदन को सयकत बठक म अिधविशत होन क िलए आहत करन क अपन आशय की सचना यिद व बठक म ह तो सदश दवारा या यिद व बठक म नही ह तो लोक अिधसचना दवारा दगा

पर त इस खड की कोई बात धन िवधयक को लाग नही होगी (2) छह मास की ऐसी अविध की गणना करन म जो खड (1) म िनिदर ह

िकसी ऐसी अविध को िहसाब म नही िलया जाएगा िजसम उकत खड क उपखड (ग) म िनिदर सदन सतराविसत या िनरतर चार स अिधक िदन क िलए थिगत कर िदया जाता ह

(3) यिद रा पित न खड (1) क अधीन सदन को सयकत बठक म अिधविशत होन क िलए आहत करन क अपन आशय की सचना द दी ह तो कोई भी सदन िवधयक पर आग कायरवाही नही करगा िक त रा पित अपनी अिधसचना की तारीख क प ात िकसी समय सदन को अिधसचना म िविनिदर परयोजन क िलए सयकत बठक म अिधविशत होन क िलए आहत कर सकगा और यिद वह ऐसा करता ह तो सदन तदनसार अिधविशत ह ग

(4) यिद सदन की सयकत बठक म िवधयक ऐस सशोधन सिहत यिद कोई ह िजन पर सयकत बठक म सहमित हो जाती ह दोन सदन क उपि थत और मत दन वाल सद य की कल सखया क बहमत दवारा पािरत हो जाता ह तो इस सिवधान क परयोजन क िलए वह दोन सदन दवारा पािरत िकया गया समझा जाएगा

पर त सयकत बठक मndash (क) यिद िवधयक एक सदन स पािरत िकए जान पर दसर सदन दवारा

सशोधन सिहत पािरत नही कर िदया गया ह और उस सदन को िजसम उसका आरभ हआ था लौटा नही िदया गया ह तो ऐस सशोधन स िभ न (यिद कोई ह ) जो िवधयक क पािरत होन म दरी क कारण आव यक हो गए ह िवधयक म कोई और सशोधन पर थािपत नही िकया जाएगा

(ख) यिद िवधयक इस परकार पािरत कर िदया गया ह और लौटा िदया गया ह तो िवधयक म कवल पव कत सशोधन और ऐस अ य सशोधन जो उन िवषय स ससगत ह िजन पर सदन म सहमित नही हई ह पर थािपत िकए जाएग

और पीठासीन यिकत का इस बार म िविन य अितम होगा िक कौन स सशोधन इस खड क अधीन गरा ह

(5) सदन की सयकत बठक म अिधविशत होन क िलए आहत करन क अपन आशय की रा पित की सचना क प ात लोक सभा का िवघटन बीच म हो जान पर भी इस अन छद क अधीन सयकत बठक हो सकगी और उसम िवधयक पािरत हो सकगा

109 धन िवधयक क सबध म िवशष परिकरयाndash(1) धन िवधयक रा य सभा म परः थािपत नही िकया जाएगा

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(2) धन िवधयक लोक सभा दवारा पािरत िकए जान क प ात रा य सभा को उसकी िसफािरश क िलए पारिषत िकया जाएगा और रा य सभा िवधयक की पराि की तारीख स चौदह िदन की अविध क भीतर िवधयक को अपनी िसफािरश सिहत लोक सभा को लौटा दगी और ऐसा होन पर लोक सभा रा य सभा की सभी या िक ही िसफािरश को वीकर या अ वीकार कर सकगी

(3) यिद लोक सभा रा य सभा की िकसी िसफािरश को वीकार कर लती ह तो धन िवधयक रा य सभा दवारा िसफािरश िकए गए और लोक सभा दवारा वीकार िकए गए सशोधन सिहत दोन सदन दवारा पािरत िकया गया समझा जाएगा

(4) यिद लोक सभा रा य सभा की िकसी भी िसफािरश को वीकार नही करती ह तो धन िवधयक रा य सभा दवारा िसफािरश िकए गए िकसी सशोधन क िबना दोन सदन दवारा उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह लोक सभा दवारा पािरत िकया गया था

(5) यिद लोक सभा दवारा पािरत और रा य सभा को उसकी िसफािरश क िलए पारिषत धन िवधयक उकत चौदह िदन की अविध क भीतर लोक सभा को नही लौटाया जाता ह तो उकत अविध की समाि पर वह दोन सदन दवारा उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह लोक सभा दवारा पािरत िकया गया था

110 ldquoधन िवधयकrdquo की पिरभाषाndash(1) इस अ याय क परयोजन क िलए कोई िवधयक धन िवधयक समझा जाएगा यिद उसम कवल िन निलिखत सभी या िक ही िवषय स सबिधत उपबध ह अथारत ndash

(क) िकसी कर का अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन

(ख) भारत सरकार दवारा धन उधार लन का या कोई पर याभित दन का िविनयमन अथवा भारत सरकार दवारा अपन ऊपर ली गई या ली जान वाली िक ही िव ीय बा यताओ स सबिधत िविध का सशोधन

(ग) भारत की सिचत िनिध या आकि मकता िनिध की अिभरकषा ऐसी िकसी िनिध म धन जमा करना या उसम स धन िनकालना

(घ) भारत की सिचत िनिध म स धन का िविनयोग (ङ) िकसी यय को भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय घोिषत करना

या ऐस िकसी यय की रकम को बढ़ाना या

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(च) भारत की सिचत िनिध या भारत क लोक लख मदध धन परा करना अथवा ऐस धन की अिभरकषा या उसका िनगरमन अथवा सघ या रा य क लखाओ की सपरीकषा या

(छ) उपखड (क) स उपखड (च) म िविनिदर िकसी िवषय का आनषिगक कोई िवषय (2) कोई िवधयक कवल इस कारण धन िवधयक नही समझा जाएगा िक वह

जमारन या अ य धनीय शाि तय क अिधरोपण का अथवा अनजञि य क िलए फीस की या की गई सवाओ क िलए फीस की माग का या उनक सदाय का उपबध करता ह अथवा इस कारण धन िवधयक नही समझा जाएगा िक वह िकसी थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा थानीय परयोजन क िलए िकसी कर क अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन का उपबध करता ह

(3) यिद यह पर उठता ह िक कोई िवधयक धन िवधयक ह या नही तो उस पर लोक सभा क अ यकष का िविन य अितम होगा

(4) जब धन िवधयक अन छद 109 क अधीन रा य सभा को पारिषत िकया जाता ह और जब वह अन छद 111 क अधीन अनमित क िलए रा पित क समकष पर तत िकया जाता ह तब पर यक धन िवधयक पर लोक सभा क अ यकष क ह ताकषर सिहत यह परमाण प ािकत िकया जाएगा िक वह धन िवधयक ह

111 िवधयक पर अनमितndashजब कोई िवधयक सस क सदन दवारा पािरत कर िदया गया ह तब वह रा पित क समकष पर तत िकया जाएगा और रा पित घोिषत करगा िक वह िवधयक पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह

पर त रा पित अनमित क िलए अपन समकष िवधयक पर तत िकए जान क प ात यथाशीघर उस िवधयक को यिद वह धन िवधयक नही ह तो सदन को इस सदश क साथ लौटा सकगा िक व िवधयक पर या उसक िक ही िविनिदर उपबध पर पनिवरचार कर और िविश तया िक ही ऐस सशोधन क परः थापन की वाछनीयता पर िवचार कर िजनकी उसन अपन सदश म िसफािरश की ह और जब िवधयक इस परकार लौटा िदया जाता ह तब सदन िवधयक पर तदनसार पनिवरचार करग और यिद िवधयक सदन दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर िदया जाता ह और रा पित क समकष अनमित क िलए पर तत िकया जाता ह तो रा पित उस पर अनमित नही रोकगा

िव ीय िवषय क सबध म परिकरया 112 वािषरक िव ीय िववरणndash(1) रा पित पर यक िव ीय वषर क सबध म सस

क दोन सदन क समकष भारत सरकार की उस वषर क िलए पराककिलत पराि य और यय का िववरण रखवाएगा िजस इस भाग म ldquoवािषरक िव ीय िववरणrdquo कहा गया ह

(2) वािषरक िव ीय िववरण म िदए हए यय क पराककलन मndash

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(क) इस सिवधान म भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय क प म विणरत यय की पितर क िलए अपिकषत रािशया और

(ख) भारत की सिचत िनिध म स िकए जान क िलए पर थािपत अ य यय की पितर क िलए अपिकषत रािशया

पथक-पथक िदखाई जाएगी और राज व लख होन वाल यय का अ य यय स भद िकया जाएगा

(3) िन निलिखत यय भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय होगा अथारत ndash (क) रा पित की उपलि धया और भ तथा उसक पद स सबिधत अ य

यय (ख) रा य सभा क सभापित और उपसभापित क तथा लोक सभा क

अ यकष और उपा यकष क वतन और भ (ग) ऐस ऋण भार िजनका दािय व भारत सरकार पर ह िजनक अतगरत

याज िनकषप िनिध भार और मोचन भार तथा उधार लन और ऋण सवा और ऋण मोचन स सबिधत अ य यय ह

(घ) (i) उ चतम यायालय क यायाधीश को या उनक सबध म सदय वतन भ और पशन

(ii) फडरल यायालय क यायाधीश को या उनक सबध म सदय पशन (iii) उस उ च यायालय क यायाधीश को या उनक सबध म दी जान

वाली पशन जो भारत क रा यकषतर क अतगरत िकसी कषतर क सबध म अिधकािरता का परयोग करता ह या जो 1[भारत डोिमिनयन क रा यपाल वाल परात] क अतगरत िकसी कषतर क सबध म इस सिवधान क परारभ स पहल िकसी भी समय अिधकािरता का परयोग करता था

(ङ) भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक को या उसक सबध म सदय वतन भ और पशन

(च) िकसी यायालय या मा य थम अिधकरण क िनणरय िडकरी या पचाट की ति क िलए अपिकषत रािशया

(छ) कोई अ य यय जो इस सिवधान दवारा या सस दवारा िविध दवारा इस परकार भािरत घोिषत िकया जाता ह 113 सस म पराककलन क सबध म परिकरयाndash(1) पराककलन म स िजतन

पराककलन भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय स सबिधत ह व सस म मतदान क िलए नही रख जाएग िक त इस खड की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह सस क िकसी सदन म उन पराककलन म स िकसी पराककलन पर चचार को िनवािरत करती ह

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क म

िविनिदर रा य क त थानी परातrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

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(2) उकत पराककलन म स िजतन पराककलन अ य यय स सबिधत ह व लोक सभा क समकष अनदान की माग क प म रख जाएग और लोक सभा को शिकत होगी िक वह िकसी माग को अनमित द या अनमित दन स इकार कर द अथवा िकसी माग को उसम िविनिदर रकम को कम करक अनमित द

(3) िकसी अनदान की माग रा पित की िसफािरश पर ही की जाएगी अ यथा नही

114 िविनयोग िवधयकndash(1) लोक सभा दवारा अन छद 113 क अधीन अनदान िकए जान क प ात यथाशकय शीघर भारत की सिचत िनिध म सndash

(क) लोक सभा दवारा इस परकार िकए गए अनदान की और (ख) भारत की सिचत िनिध पर भािरत िक त सस क समकष पहल रख

गए िववरण म दिशरत रकम स िकसी भी दशा म अनिधक यय की पितर क िलए अपिकषत सभी धनरािशय क िविनयोग का उपबध करन क िलए िवधयक परः थािपत िकया जाएगा

(2) इस परकार िकए गए िकसी अनदान की रकम म पिरवतरन करन या अनदान क ल य को बदलन अथवा भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय की रकम म पिरवतरन करन का परभाव रखन वाला कोई सशोधन ऐस िकसी िवधयक म सस क िकसी सदन म पर थािपत नही िकया जाएगा और पीठासीन यिकत का इस बार म िविन य अितम होगा िक कोई सशोधन इस खड क अधीन अगरा ह या नही

(3) अन छद 115 और अन छद 116 क उपबध क अधीन रहत हए भारत की सिचत िनिध म स इस अन छद क उपबध क अनसार पािरत िविध दवारा िकए गए िविनयोग क अधीन ही कोई धन िनकाला जाएगा अ यथा नही

115 अनपरक अितिरकत या अिधक अनदानndash(1) यिदndash (क) अन छद 114 क उपबध क अनसार बनाई गई िकसी िविध दवारा

िकसी िविश सवा पर चाल िव ीय वषर क िलए यय िकए जान क िलए परािधकत कोई रकम उस वषर क परयोजन क िलए अपयार पाई जाती ह या उस वषर क वािषरक िव ीय िववरण म अन यात न की गई िकसी नई सवा पर अनपरक या अितिरकत यय की चाल िव ीय वषर क दौरान आव यकता पदा हो गई ह या

(ख) िकसी िव ीय वषर क दौरान िकसी सवा पर उस वषर और उस सवा क िलए अनदान की गई रकम स अिधक कोई धन यय हो गया ह

तो रा पित यथाि थित सस क दोन सदन क समकष उस यय की पराककिलत रकम को दिशरत करन वाला दसरा िववरण रखवाएगा या लोक सभा म ऐस आिधकय क िलए माग पर तत करवाएगा

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(2) ऐस िकसी िववरण और यय या माग क सबध म तथा भारत की सिचत िनिध म स ऐस यय या ऐसी माग स सबिधत अनदान की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िकसी िविध क सबध म भी अन छद 112 अन छद 113 और अन छद 114 क उपबध वस ही परभावी ह ग जस व वािषरक िव ीय िववरण और उसम विणरत यय या िकसी अनदान की िकसी माग क सबध म और भारत की सिचत िनिध म स ऐस यय या अनदान की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िविध क सबध म परभावी ह

116 लखानदान पर ययानदान और अपवादानदानndash(1) इस अ याय क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी लोक सभा कोndash

(क) िकसी िव ीय वषर क भाग क िलए पराककिलत यय क सबध म कोई अनदान उस अनदान क िलए मतदान करन क िलए अन छद 113 म िविहत परिकरया क परा होन तक और उस यय क सबध म अन छद 114 क उपबध क अनसार िविध क पािरत होन तक अिगरम दन की

(ख) जब िकसी सवा की मह ा या उसक अिनि त प क कारण माग ऐस यौर क साथ विणरत नही की जा सकती ह जो वािषरक िव ीय िववरण म सामा यतया िदया जाता ह तब भारत क सपि ोत पर अपर यािशत माग की पितर क िलए अनदान करन की

(ग) िकसी िव ीय वषर की चाल सवा का जो अनदान भाग नही ह ऐसा कोई अपवादानदान करन की

शिकत होगी और िजन परयोजन क िलए उकत अनदान िकए गए ह उनक िलए भारत की सिचत िनिध म स धन िनकालना िविध दवारा परािधकत करन की सस को शिकत होगी

(2) खड (1) क अधीन िकए जान वाल िकसी अनदान और उस खड क अधीन बनाई जान वाली िकसी िविध क सबध म अन छद 113 और अन छद 114 क उपबध वस ही परभावी ह ग जस व वािषरक िव ीय िववरण म विणरत िकसी यय क बार म कोई अनदान करन क सबध म और भारत की सिचत िनिध म स ऐस यय की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िविध क सबध म परभावी ह

117 िव िवधयक क बार म िवशष उपबधndash(1) अन छद 110 क खड (1) क उपखड (क) स उपखड (च) म िविनिदर िकसी िवषय क िलए उपबध करन वाला िवधयक या सशोधन रा पित की िसफािरश स ही परः थािपत या पर तािवत िकया जाएगा अ यथा नही और ऐसा उपबध करन वाला िवधयक रा य सभा म परः थािपत नही िकया जाएगा

पर त िकसी कर क घटान या उ सादन क िलए उपबध करन वाल िकसी सशोधन क पर ताव क िलए इस खड क अधीन िसफािरश की अपकषा नही होगी

(2) कोई िवधयक या सशोधन उकत िवषय म स िकसी क िलए उपबध करन

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वाला कवल इस कारण नही समझा जाएगा िक वह जमारन या अ य धनीय शाि तय क अिधरोपण का अथवा अनजञि य क िलए फीस की या की गई सवाओ क िलए फीस की माग का या उनक सदाय का उपबध करता ह अथवा इस कारण नही समझा जाएगा िक वह िकसी थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा थानीय परयोजन क िलए िकसी कर क अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन का उपबध करता ह

(3) िजस िवधयक को अिधिनयिमत और परवितरत िकए जान पर भारत की सिचत िनिध म स यय करना पड़गा वह िवधयक सस क िकसी सदन दवारा तब तक पािरत नही िकया जाएगा जब तक ऐस िवधयक पर िवचार करन क िलए उस सदन स रा पित न िसफािरश नही की ह

साधारणतया परिकरया 118 परिकरया क िनयमndash(1) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए सस

का पर यक सदन अपनी परिकरया और अपन कायर सचालन क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा

(2) जब तक खड (1) क अधीन िनयम नही बनाए जात ह तब तक इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल भारत डोिमिनयन क िवधान-मडल क सबध म जो परिकरया क िनयम और थायी आदश परव थ व ऐस उपातरण और अनकलन क अधीन रहत हए सस क सबध म परभावी ह ग िज ह यथाि थित रा य सभा का सभापित या लोक सभा का अ यकष उनम कर

(3) रा पित रा य सभा क सभापित और लोक सभा क अ यकष स परामशर करन क प ात दोन सदन की सयकत बठक स सबिधत और उनम पर पर सचार स सबिधत परिकरया क िनयम बना सकगा

(4) दोन सदन की सयकत बठक म लोक सभा का अ यकष या उसकी अनपि थित म ऐसा यिकत पीठासीन होगा िजसका खड (3) क अधीन बनाई गई परिकरया क िनयम क अनसार अवधारण िकया जाए

119 सस म िव ीय कायर सबधी परिकरया का िविध दवारा िविनयमनndashसस िव ीय कायर को समय क भीतर परा करन क परयोजन क िलए िकसी िव ीय िवषय स सबिधत या भारत की सिचत िनिध म स धन का िविनयोग करन क िलए िकसी िवधयक स सबिधत सस क पर यक सदन की परिकरया और कायर सचालन का िविनयमन िविध दवारा कर सकगी तथा यिद और जहा तक इस परकार बनाई गई िकसी िविध का कोई उपबध अन छद 118 क खड (1) क अधीन सस क िकसी सदन दवारा बनाए गए िनयम स या उस अन छद क खड (2) क अधीन सस क सबध म परभावी िकसी िनयम या थायी आदश स असगत ह तो और वहा तक ऐसा उपबध अिभभावी होगा

120 सस म परयोग की जान वाली भाषाndash(1) भाग 17 म िकसी बात क होत हए

सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 22 दवारा (िजसक अ तगरत सदन की बठक का गठन

करन क िलए गणपित र सि मिलत ह) श द और को क (तारीख अिधसिचत नही की गई) स अत थािपत इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

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भी िक त अन छद 348 क उपबध क अधीन रहत हए सस म कायर िह दी म या अगरजी म िकया जाएगा

पर त यथाि थित रा य सभा का सभापित या लोक सभा का अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत िकसी सद य को जो िह दी म या अगरजी म अपनी पयार

अिभ यिकत नही कर सकता ह अपनी मातभाषा म सदन को सबोिधत करन की अनजञा द सकगा

(2) जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक इस सिवधान क परारभ स पदरह वषर की अविध की समाि क प ात यह अन छद ऐस परभावी होगा मानो ldquoया अगरजी मrdquo श द का उसम स लोप कर िदया गया हो

121 सस म चचार पर िनबर धनndashउ चतम यायालय या िकसी उ च यायालय क िकसी यायाधीश क अपन कतर य क िनवरहन म िकए गए आचरण क िवषय म सस म कोई चचार इसम इसक प ात उपबिधत रीित स उस यायाधीश को हटान की पराथरना करन वाल समावदन को रा पित क समकष पर तत करन क पर ताव पर ही होगी अ यथा नही

122 यायालय दवारा सस की कायरवािहय की जाच न िकया जानाndash(1) सस की िकसी कायरवाही की िविधमा यता को परिकरया की िकसी अिभकिथत अिनयिमतता क आधार पर पर गत नही िकया जाएगा

(2) सस का कोई अिधकारी या सद य िजसम इस सिवधान दवारा या इसक अधीन सस म परिकरया या कायर सचालन का िविनयमन करन की अथवा यव था बनाए रखन की शिकतया िनिहत ह उन शिकतय क अपन दवारा परयोग क िवषय म िकसी यायालय की अिधकािरता क अधीन नही होगा

अ याय 3ndashरा पित की िवधायी शिकतया 123 सस क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की रा पित की शिकतndash

(1) उस समय को छोड़कर जब सस क दोन सदन सतर म ह यिद िकसी समय रा पित का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसी पिरि थितया िवदयमान ह िजनक कारण तर त काररवाई करना उसक िलए आव यक हो गया ह तो वह ऐस अ यादश परखयािपत कर सकगा जो उस उन पिरि थितय म अपिकषत परतीत ह

(2) इस अन छद क अधीन परखयािपत अ यादश का वही बल और परभाव होगा जो सस क अिधिनयम का होता ह िक त पर यक ऐसा अ यादशndash

(क) सस क दोन सदन क समकष रखा जाएगा और सस क पनः समवत होन स छह स ाह की समाि पर या यिद उस अविध की समाि स पहल दोन सदन उसक अननमोदन का सक प पािरत कर दत ह तो इनम स दसर सक प क पािरत होन पर परवतरन म नही रहगा और

(ख) रा पित दवारा िकसी भी समय वापस िलया जा सकगा

भारत का सिवधान

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प ीकरणndashजहा सस क सदन िभ न-िभ न तारीख को पनः समवत होन क िलए आहत िकए जात ह वहा इस खड क परयोजन क िलए छह स ाह की अविध की गणना उन तारीख म स प ातवतीर तारीख स की जाएगी

(3) यिद और जहा तक इस अन छद क अधीन अ यादश कोई ऐसा उपबध करता ह िजस अिधिनयिमत करन क िलए सस इस सिवधान क अधीन सकषम नही ह तो और वहा तक वह अ यादश श य होगा

1(4) अ याय 4ndashसघ की यायपािलका

124 उ चतम यायालय की थापना और गठनndash(1) भारत का एक उ चतम यायालय होगा जो भारत क मखय यायमितर और जब तक सस िविध दवारा अिधक सखया िविहत नही करती ह तब तक [तीस]2 स अनिधक अ य यायाधीश स िमलकर बनगा

(2) 3[अन छद 124क म िनिदर रा ीय याियक िनयिकत आयोग की िसफािरश पर] रा पित अपन ह ताकषर और मदरा सिहत अिधपतर दवारा उ चतम यायालय क पर यक यायाधीश को िनयकत करगा और वह यायाधीश तब तक पद धारण करगा जब तक वह पसठ वषर की आय परा नही कर लता ह

4[ ] 5[पर त]ndash

(क) कोई यायाधीश रा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा (ख) िकसी यायाधीश को खड (4) म उपबिधत रीित स उसक पद स हटाया जा सकगा

1[(2क) उ चतम यायालय क यायाधीश की आय ऐस परािधकारी दवारा और ऐसी

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 16 दवारा (20-6-1979 स) खड (4) का लोप िकया

गया इसस पवर यह खड सिवधान (अड़तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 2 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत िकया गया था

2 उ चतम यायालय ( यायाधीश सखया) सशोधन अिधिनयम 2008 (2009 का 11) की धारा 2 सात क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 2 दवारा (13-4-2015 स) उ चतम यायालय क और रा य क उ च यायालय क ऐस यायाधीश स परामशर करन क प ात िजनस रा पित इस परयोजन क िलए परामशर करना आव यक समझ श द क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

4 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 2 दवारा (13-4-2015 स) पहल पर तक का लोप िकया गया यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह सशोधन क पवर यह िन नानसार था--

ldquoपर त मखय यायमितर स िभ न िकसी यायाधीश की िनयिकत की दशा म भारत क मखय यायमितर स सदव परामशर िकया जाएगा rdquo

5 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 2 दवारा (13-4-2015 स) ldquoपर त यह और िकrdquo श द क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

भारत का सिवधान

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रीित स अवधािरत की जाएगी िजसका सस िविध दवारा उपबध कर ] (3) कोई यिकत उ चतम यायालय क यायाधीश क प म िनयिकत क िलए

तभी अिहरत होगा जब वह भारत का नागिरक ह औरndash (क) िकसी उ च यायालय का या ऐस दो या अिधक यायालय का लगातार

कम स कम पाच वषर तक यायाधीश रहा ह या (ख) िकसी उ च यायालय का या ऐस दो या अिधक यायालय का लगातार

कम स कम दस वषर तक अिधवकता रहा ह या (ग) रा पित की राय म पारगत िविधव ा ह

प ीकरण 1ndashइस खड म ldquoउ च यायालयrdquo स वह उ च यायालय अिभपरत ह जो भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म अिधकािरता का परयोग करता ह या इस सिवधान क परारभ स पहल िकसी भी समय परयोग करता था

प ीकरण 2ndashइस खड क परयोजन क िलए िकसी यिकत क अिधवकता रहन की अविध की सगणना करन म वह अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान िकसी यिकत न अिधवकता होन क प ात ऐसा याियक पद धारण िकया ह जो िजला यायाधीश क पद स अवर नही ह

(4) उ चतम यायालय क िकसी यायाधीश को उसक पद स तब तक नही हटाया जाएगा जब तक सािबत कदाचार या असमथरता क आधार पर ऐस हटाए जान क िलए सस क पर यक सदन दवारा अपनी कल सद य सखया क बहमत दवारा तथा उपि थत और मत दन वाल सद य क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा समिथरत समावदन रा पित क समकष उसी सतर म रख जान पर रा पित न आदश नही द िदया ह

(5) सस खड (4) क अधीन िकसी समावदन क रख जान की तथा यायाधीश क कदाचार या असमथरता क अ वषण और सािबत करन की परिकरया का िविध दवारा िविनयमन कर सकगी

(6) उ चतम यायालय का यायाधीश होन क िलए िनयकत पर यक यिकत अपना पद गरहण करन क पहल रा पित या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

(7) कोई यिकत िजसन उ चतम यायालय क यायाधीश क प म पद धारण िकया ह भारत क रा यकषतर क भीतर िकसी यायालय म या िकसी परािधकारी क समकष अिभवचन या कायर नही करगा

2[124क रा ीय याियक िनयिकत आयोग--(1) रा ीय याियक िनयिकत आयोग नामक एक आयोग होगा जो िन निलिखत स िमलकर बनगा अथारत --

(क) भारत का मखय यायमितर -- अ यकष पदन 1 सिवधान (प दरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 2 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 3 दवारा (13-4-2015 स) अ तः थािपत यह सशोधन

सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

भारत का सिवधान

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(ख) भारत क मखय यायमितर स ठीक नीच क उ चतम यायालय क दो अ य य यायाधीश -- सद य पदन

(ग) सघ का िविध और याय का भारसाधक मतरी -- सद य पदन (घ) परधान मतरी भारत क मखय यायमितर और लोक सभा म िवपकष क

नता या जहा ऐसा कोई िवपकष का नता नही ह वहा लोक सभा म सबस बड़ एकल िवपकषी दल क नता स िमलकर बनन वाली सिमित दवारा नामिनिदर िकए जान वाल दो िवखयात यिकत -- सद य

परत िवखयात यिकतय म स एक िवखयात यिकत अनसिचत जाित अनसिचत जनजाित अ य िपछड़ वगर अ पसखयक वगर क यिकतय अथवा ि य म स नामिनिदर िकया जाएगा

परत यह और िक िवखयात यिकत तीन वषर की अविध क िलए नामिनिदर िकया जाएगा और पनःनामिनदशन का पातर नही होगा

(2) रा ीय याियक िनयिकत आयोग का कोई कायर या कायरवािहया कवल इस आधार पर पर गत नही की जाएगी या अिविधमा य नही ह गी िक आयोग म कोई िरिकत ह या उसक गठन म कोई तरिट ह

124ख आयोग क क य--रा ीय याियक िनयिकत आयोग क िन निलिखत कतर य ह ग--

(क) भारत क मखय यायमितर उ चतम यायालय क यायाधीश उ च यायालय क मखय यायमितरय तथा उ च यायालय क अ य यायाधीश क प म िनयिकत क िलए यिकतय की िसफािरश करना

(ख) उ च यायालय क मखय यायमितरय और अ य यायाधीश का एक उ च यायालय स िकसी अ य उ च यायालय म थानातरण करन की िसफािरश करना और

(ग) यह सिनि त करना िक वह यिकत िजसकी िसफािरश की गई ह सकषम और स यिन ह 124ग िविध बनान की सस की शिकत--सस िविध दवारा भारत क मखय

यायमितर और उ चतम यायालय क अ य यायाधीश तथा उ च यायालय क मखय यायमितरय और अ य यायाधीश की िनयिकत की परिकरया िविनयिमत कर सकगी तथा आयोग को िविनयम दवारा उसक क य क िनवरहन िनयिकत क िलए यिकतय क चयन की रीित और ऐस अ य िवषय क िलए जो उसक दवारा आव यक समझ जाए परिकरया अिधकिथत करन क िलए सशकत कर सकगी ]

125 यायाधीश क वतन आिदndash1[(1) उ चतम यायालय क यायाधीश को ऐस वतन का सदाय िकया जाएगा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन का सदाय िकया जाएगा जो दसरी अनसची म िविनिदर ह ]

(2) पर यक यायाधीश ऐस िवशषािधकार और भ का तथा अनपि थित छटटी और पशन क सबध म ऐस अिधकार का जो सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन समय-समय पर अवधािरत िकए जाए और जब तक इस परकार अवधािरत नही िकए जात ह तब तक ऐस िवशषािधकार भ और अिधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

पर त िकसी यायाधीश क िवशषािधकार और भ म तथा अनपि थित छटटी या 1 सिवधान (चौवनवा सशोधन) अिधिनयम 1986 की धारा 2 दवारा (1-4-1986 स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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पशन क सबध म उसक अिधकार म उसकी िनयिकत क प ात उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा

126 कायरकारी मखय यायमितर की िनयिकतndashजब भारत क मखय यायमितर का पद िरकत ह या जब मखय यायमितर अनपि थित क कारण या अ यथा अपन पद क कतर य का पालन करन म असमथर ह तब यायालय क अ य यायाधीश म स ऐसा एक यायाधीश िजस रा पित इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

127 तदथर यायाधीश की िनयिकतndash(1) यिद िकसी समय उ चतम यायालय क सतर को आयोिजत करन या चाल रखन क िलए उस यायालय क यायाधीश की गणपितर परा न हो तो 1[रा ीय याियक िनयिकत आयोग भारत क मखय यायमितर दवारा उस िकए गए िकसी िनदश पर रा पित की पवर सहमित स] और सबिधत उ च यायालय क मखय यायमितर स परामशर करन क प ात िकसी उ च यायालय क िकसी ऐस यायाधीश स जो उ चतम यायालय का यायाधीश िनयकत होन क िलए स यकत प स अिहरत ह और िजस भारत का मखय यायमितर नामोिद कर यायालय की बठक म उतनी अविध क िलए िजतनी आव यक हो त रथ यायाधीश क प म उपि थत रहन क िलए िलिखत प म अनरोध कर सकगा

(2) इस परकार नामोिद यायाधीश का कतर य होगा िक वह अपन पद क अ य कतर य पर पिवरकता दकर उस समय और उस अविध क िलए िजसक िलए उसकी उपि थित अपिकषत ह उ चतम यायालय की बठक म उपि थत हो और जब वह इस परकार उपि थत होता ह तब उसको उ चतम यायालय क यायाधीश की सभी अिधकािरता शिकतया और िवशषािधकार ह ग और वह उकत यायाधीश क कतर य का िनवरहन करगा

128 उ चतम यायालय की बठक म सवािनव यायाधीश की उपि थितndashइस अ याय म िकसी बात क होत हए भी 2[रा ीय याियक िनयिकत आयोग] िकसी भी समय रा पित की पवर सहमित स िकसी यिकत स जो उ चतम यायालय या फडरल यायालय क यायाधीश का पद धारण कर चका ह 3[या जो उ च यायालय क यायाधीश का पद धारण कर चका ह और उ चतम यायालय का यायाधीश िनयकत होन क िलए स यकत प स अिहरत ह] उ चतम यायालय क यायाधीश क प म बठन और कायर करन का अनरोध कर सकगा और पर यक ऐसा यिकत िजसस इस परकार अनरोध िकया जाता ह इस परकार बठन और कायर करन क दौरान ऐस भ का हकदार होगा जो रा पित आदश दवारा अवधािरत कर और उसको उस यायालय क यायाधीश की सभी अिधकािरता शिकतया और िवशषािधकार ह ग िक त उस अ यथा उस यायालय का यायाधीश नही समझा जाएगा

पर त जब तक यथापव कत यिकत उस यायालय क यायाधीश क प म बठन 1 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 4 दवारा (13-4-2015 स) ldquoभारत का मखय यायमितर

रा पित की पवर सहमित सrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

2 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 5 दवारा (13-4-2015 स) ldquoभारत का मखय यायमितरrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

3 सिवधान (प दरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 3 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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और कायर करन की सहमित नही द दता ह तब तक इस अन छद की कोई बात उसस ऐसा करन की अपकषा करन वाली नही समझी जाएगी

129 उ चतम यायालय का अिभलख यायालय होनाndashउ चतम यायालय अिभलख यायालय होगा और उसको अपन अवमान क िलए दड दन की शिकत सिहत ऐस यायालय की सभी शिकतया ह गी

130 उ चतम यायालय का थानndashउ चतम यायालय िद ली म अथवा ऐस अ य थान या थान म अिधिव होगा िज ह भारत का मखय यायमितर रा पित क अनमोदन स समय-समय पर िनयत कर

131 उ चतम यायालय की आरिभक अिधकािरताndashइस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हएndash

(क) भारत सरकार और एक या अिधक रा य क बीच या (ख) एक ओर भारत सरकार और िकसी रा य या रा य और दसरी ओर एक

या अिधक अ य रा य क बीच या (ग) दो या अिधक रा य क बीच

िकसी िववाद म यिद और जहा तक उस िववाद म (िविध का या त य का) ऐसा कोई पर अतवरिलत ह िजस पर िकसी िविधक अिधकार का अि त व या िव तार िनभरर ह तो और वहा तक अ य यायालय का अपवजरन करक उ चतम यायालय को आरिभक अिधकािरता होगी

1[पर त उकत अिधकािरता का िव तार उस िववाद पर नही होगा जो िकसी ऐसी सिध करार परसिवदा वचनबध सनद या वसी ही अ य िलखत स उ प न हआ ह जो इस सिवधान क परारभ स पहल की गई थी या िन पािदत की गई थी और ऐस परारभ क प ात परवतरन म ह या जो यह उपबध करती ह िक उकत अिधकािरता का िव तार ऐस िववाद पर नही होगा ]

2[131क [क दरीय िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क बार म उ चतम यायालय की अन य अिधकािरता ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 4 दवारा (13-4-1978) स िनरिसत

132 कछ मामल म उ च यायालय स अपील म उ चतम यायालय की अपीली अिधकािरताndash(1) भारत क रा यकषतर म िकसी उ च यायालय की िसिवल दािडक या अ य कायरवाही म िदए गए िकसी िनणरय िडकरी या अितम आदश की अपील उ चतम यायालय म होगी 3[यिद वह उ च यायालय अन छद 134क क अधीन परमािणत कर दता ह] िक उस मामल म इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध का कोई सारवान पर अतवरिलत ह

4(2) 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 5 दवारा पर तक क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 23 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 17 दवारा (1-8-1979 स) ldquoयिद उ च यायालय

परमािणत कर दrdquo क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 17 दवारा (1-8-1979 स) खड (2) का लोप िकया गया

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(3) जहा ऐसा परमाणपतर द िदया गया ह 1 वहा उस मामल म कोई पकषकार इस आधार पर उ चतम यायालय म अपील कर सकगा िक पव कत िकसी पर का िविन य गलत िकया गया ह 4

प ीकरणndashइस अन छद क परयोजन क िलए ldquoअितम आदशrdquo पद क अतगरत ऐस िववादयक का िविन य करन वाला आदश ह जो यिद अपीलाथीर क पकष म िविनि त िकया जाता ह तो उस मामल क अितम िनपटार क िलए पयार होगा

133 उ च यायालय स िसिवल िवषय स सबिधत अपील म उ चतम यायालय की अपीली अिधकािरताndash2[(1) भारत क रा यकषतर म िकसी उ च यायालय की िसिवल कायरवाही म िदए गए िकसी िनणरय िडकरी या अितम आदश की अपील उ चतम यायालय म होगी 3[यिद उ च यायालय अन छद 134क क अधीन परमािणत कर दता ह िक]ndash

(क) उस मामल म िविध का यापक मह व का कोई सारवान पर अतवरिलत ह और

(ख) उ च यायालय की राय म उस पर का उ चतम यायालय दवारा िविन य आव यक ह ] (2) अन छद 132 म िकसी बात क होत हए भी उ चतम यायालय म खड (1) क

अधीन अपील करन वाला कोई पकषकार ऐसी अपील क आधार म यह आधार भी बता सकगा िक इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध क िकसी सारवान पर का िविन य गलत िकया गया ह

(3) इस अन छद म िकसी बात क होत हए भी उ च यायालय क एक यायाधीश क िनणरय िडकरी या अितम आदश की अपील उ चतम यायालय म तब तक नही होगी जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर

134 दािडक िवषय म उ चतम यायालय की अपीली अिधकािरताndash(1) भारत क रा यकषतर म िकसी उ च यायालय की दािडक कायरवाही म िदए गए िकसी िनणरय अितम आदश या दडादश की अपील उ चतम यायालय म होगी यिदndash

(क) उस उ च यायालय न अपील म िकसी अिभयकत यिकत की दोषमिकत क आदश को उलट िदया ह और उसको म य दडादश िदया ह या

(ख) उस उ च यायालय न अपन परािधकार क अधीन थ िकसी यायालय स िकसी मामल को िवचारण क िलए अपन पास मगा िलया ह और ऐस िवचारण म अिभयकत यिकत को िसदधदोष ठहराया ह और उसको म य दडादश िदया ह या

(ग) वह उ च यायालय 4[अन छद 134क क अधीन परमािणत कर दता ह] िक मामला उ चतम यायालय म अपील िकए जान योगय ह पर त उपखड (ग) क अधीन अपील ऐस उपबध क अधीन रहत हए होगी जो

अन छद 145 क खड (1) क अधीन इस िनिम बनाए जाए और ऐसी शत क अधीन रहत हए होगी जो उ च यायालय िनयत या अपिकषत कर 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 17 दवारा (1-8-1979 स) कितपय श द का लोप िकया

गया 2 सिवधान (तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 2 दवारा (27-2-1973 स) खड (1) क थान पर

परित थािपत 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 18 दवारा (1-8-1979 स) ldquoयिद उ च यायालय

परमािणत करrdquo क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 19 दवारा (1-8-1979 स) ldquoपरमािणत करता हrdquo क थान

पर परित थािपत

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(2) सस िविध दवारा उ चतम यायालय को भारत क रा यकषतर म िकसी उ च यायालय की दािडक कायरवाही म िदए गए िकसी िनणरय अितम आदश या दडादश की अपील ऐसी शत और पिरसीमाओ क अधीन रहत हए जो ऐसी िविध म िविनिदर की जाए गरहण करन और सनन की अितिरकत शिकत द सकगी

1[134क उ चतम यायालय म अपील क िलए परमाणपतरndashपर यक उ च यायालय जो अन छद 132 क खड (1) या अन छद 133 क खड (1) या अन छद 134 क खड (1) म िनिदर िनणरय िडकरी अितम आदश या दडादश पािरत करता ह या दता ह इस परकार पािरत िकए जान या िदए जान क प ात यथाशकय शीघर इस पर का अवधारण िक उस मामल क सबध म यथाि थित अन छद 132 क खड (1) या अन छद 133 क खड (1) या अन छद 134 क खड (1) क उपखड (ग) म िनिदर परकित का परमाणपतर िदया जाए या नहीndash

(क) यिद वह ऐसा करना ठीक समझता ह तो वपररणा स कर सकगा और (ख) यिद ऐसा िनणरय िडकरी अितम आदश या दडादश पािरत िकए जान या

िदए जान क ठीक प ात यिथत पकषकार दवारा या उसकी ओर स मौिखक आवदन िकया जाता ह तो करगा ] 135 िवदयमान िविध क अधीन फडरल यायालय की अिधकािरता और शिकतय का

उ चतम यायालय दवारा परयोकत य होनाndashजब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक उ चतम यायालय को भी िकसी ऐस िवषय क सबध म िजसको अन छद 133 या अन छद 134 क उपबध लाग नही होत ह अिधकािरता और शिकतया ह गी यिद उस िवषय क सबध म इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल िकसी िवदयमान िविध क अधीन अिधकािरता और शिकतया फडरल यायालय दवारा परयोकत य थी

136 अपील क िलए उ चतम यायालय की िवशष इजाजतndash(1) इस अ याय म िकसी बात क होत हए भी उ चतम यायालय अपन िववकानसार भारत क रा यकषतर म िकसी यायालय या अिधकरण दवारा िकसी वाद या मामल म पािरत िकए गए या िदए गए िकसी िनणरय िडकरी अवधारण दडादश या आदश की अपील क िलए िवशष इजाजत द सकगा

(2) खड (1) की कोई बात सश बल स सबिधत िकसी िविध दवारा या उसक अधीन गिठत िकसी यायालय या अिधकरण दवारा पािरत िकए गए या िदए गए िकसी िनणरय अवधारण दडादश या आदश को लाग नही होगी

137 िनणरय या आदश का उ चतम यायालय दवारा पनिवरलोकनndashसस दवारा बनाई गई िकसी िविध क या अन छद 145 क अधीन बनाए गए िनयम क उपबध क अधीन रहत हए उ चतम यायालय को अपन दवारा सनाए गए िनणरय या िदए गए आदश का पनिवरलोकन करन की शिकत होगी

138 उ चतम यायालय की अिधकािरता की विदधndash(1) उ चतम यायालय को सघ सची क िवषय म स िकसी क सबध म ऐसी अितिरकत अिधकािरता और शिकतया ह गी जो सस िविध दवारा परदान कर

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 20 दवारा (1-8-1979 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(2) यिद सस िविध दवारा उ चतम यायालय दवारा ऐसी अिधकािरता और शिकतय क परयोग का उपबध करती ह तो उ चतम यायालय को िकसी िवषय क सबध म ऐसी अितिरकत अिधकािरता और शिकतया ह गी जो भारत सरकार और िकसी रा य की सरकार िवशष करार दवारा परदान कर

139 कछ िरट िनकालन की शिकतय का उ चतम यायालय को परद िकया जानाndashसस िविध दवारा उ चतम यायालय को अन छद 32 क खड (2) म विणरत परयोजन स िभ न िक ही परयोजन क िलए ऐस िनदश आदश या िरट िजनक अतगरत बदी पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार प छा और उपरषण िरट ह या उनम स कोई िनकालन की शिकत परदान कर सकगी

1[139क कछ मामल का अतरणndash2[(1) यिद ऐस मामल िजनम िविध क समान या सारतः समान पर अतवरिलत ह उ चतम यायालय क और एक या अिधक उ च यायालय क अथवा दो या अिधक उ च यायालय क समकष लिबत ह और उ चतम यायालय का वपररणा स अथवा भारत क महा यायवादी दवारा या ऐस िकसी मामल क िकसी पकषकार दवारा िकए गए आवदन पर यह समाधान हो जाता ह िक ऐस पर यापक मह व क सारवान पर ह तो उ चतम यायालय उस उ च यायालय या उन उ च यायालय क समकष लिबत मामल या मामल को अपन पास मगा सकगा और उन सभी मामल को वय िनपटा सकगा

पर त उ चतम यायालय इस परकार मगाए गए मामल को उकत िविध क पर का अवधारण करन क प ात ऐस पर पर अपन िनणरय की परितिलिप सिहत उस उ च यायालय को िजसस मामला मगा िलया गया ह लौटा सकगा और वह उ च यायालय उसक परा होन पर उस मामल को ऐस िनणरय क अन प िनपटान क िलए आग कायरवाही करगा ]

(2) यिद उ चतम यायालय याय क उ य की पितर क िलए ऐसा करना समीचीन समझता ह तो वह िकसी उ च यायालय क समकष लिबत िकसी मामल अपील या अ य कायरवाही का अतरण िकसी अ य उ च यायालय को कर सकगा ]

140 उ चतम यायालय की आनषिगक शिकतयाndashसस िविध दवारा उ चतम यायालय को ऐसी अनपरक शिकतया परदान करन क िलए उपबध कर सकगी जो इस सिवधान क उपबध म स िकसी स असगत न ह और जो उस यायालय को इस सिवधान दवारा या इसक अधीन परद अिधकािरता का अिधक परभावी प स परयोग करन क योगय बनान क िलए आव यक या वाछनीय परतीत ह

141 उ चतम यायालय दवारा घोिषत िविध का सभी यायालय पर आबदधकर होनाndashउ चतम यायालय दवारा घोिषत िविध भारत क रा यकषतर क भीतर सभी यायालय पर आबदधकर होगी

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 24 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 21 दवारा (1-8-1979 स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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142 उ चतम यायालय की िडिकरय और आदश का परवतरन और परकटीकरण आिद क बार म आदशndash(1) उ चतम यायालय अपनी अिधकािरता का परयोग करत हए ऐसी िडकरी पािरत कर सकगा या ऐसा आदश कर सकगा जो उसक समकष लिबत िकसी वाद या िवषय म पणर याय करन क िलए आव यक हो और इस परकार पािरत िडकरी या िकया गया आदश भारत क रा यकषतर म सवरतर ऐसी रीित स जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन िविहत की जाए और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी रीित स जो रा पित आदश1 दवारा िविहत कर परवतरनीय होगा

(2) सस दवारा इस िनिम बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए उ चतम यायालय को भारत क सपणर रा यकषतर क बार म िकसी यिकत को हािजर करान क िक ही द तावज क परकटीकरण या पश करान क अथवा अपन िकसी अवमान का अ वषण करन या दड दन क परयोजन क िलए कोई आदश करन की सम त और पर यक शिकत होगी

143 उ चतम यायालय स परामशर करन की रा पित की शिकतndash(1) यिद िकसी समय रा पित को परतीत होता ह िक िविध या त य का कोई ऐसा पर उ प न हआ ह या उ प न होन की सभावना ह जो ऐसी परकित का और ऐस यापक मह व का ह िक उस पर उ चतम यायालय की राय परा करना समीचीन ह तो वह उस पर को िवचार करन क िलए उस यायालय को िनदिशत कर सकगा और वह यायालय ऐसी सनवाई क प ात जो वह ठीक समझता ह रा पित को उस पर अपनी राय परितविदत कर सकगा

(2) रा पित अन छद 131 2 क पर तक म िकसी बात क होत हए भी इस परकार क िववाद को जो 3[उकत पर तक] म विणरत ह राय दन क िलए उ चतम यायालय को िनदिशत कर सकगा और उ चतम यायालय ऐसी सनवाई क प ात जो वह ठीक समझता ह रा पित को उस पर अपनी राय परितविदत करगा

144 िसिवल और याियक परािधकािरय दवारा उ चतम यायालय की सहायता म कायर िकया जानाndashभारत क रा यकषतर क सभी िसिवल और याियक परािधकारी उ चतम यायालय की सहायता म कायर करग

4144क [िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क िनपटार क बार म िवशष उपबध ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 5 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

145 यायालय क िनयम आिदndash(1) सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए उ चतम यायालय समय-समय पर रा पित क अनमोदन स यायालय की पदधित और परिकरया क साधारणतया िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा िजसक अतगरत िन निलिखत भी ह अथारत ndash

(क) उस यायालय म िविध- यवसाय करन वाल यिकतय क बार म िनयम

(ख) अपील सनन क िलए परिकरया क बार म और अपील सबधी अ य िवषय क बार म िजनक अतगरत वह समय भी ह िजसक भीतर अपील उस यायालय म गरहण की जानी ह िनयम

1 उ चतम यायालय (िडकरी और आदश) परवतरन आदश 1954 (सआ47) दिखए 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoक खड (i)rdquo श द को क और

अक का (1-11-1956 स) लोप िकया गया 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoउकत खडrdquo क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 25 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(ग) भाग 3 दवारा परद अिधकार म स िकसी का परवतरन करान क िलए उस यायालय म कायरवािहय क बार म िनयम

1[(गग) 2[अन छद 139क] क अधीन उस यायालय म कायरवािहय क बार म िनयम ]

(घ) अन छद 134 क खड (1) क उपखड (ग) क अधीन अपील को गरहण िकए जान क बार म िनयम

(ङ) उस यायालय दवारा सनाए गए िकसी िनणरय या िकए गए आदश का िजन शत क अधीन रहत हए पनिवरलोकन िकया जा सकगा उनक बार म और ऐस पनिवरलोकन क िलए परिकरया क बार म िजसक अतगरत वह समय भी ह िजसक भीतर ऐस पनिवरलोकन क िलए आवदन उस यायालय म गरहण िकए जान ह िनयम

(च) उस यायालय म िक ही कायरवािहय क और उनक आनषिगक खच क बार म तथा उसम कायरवािहय क सबध म परभािरत की जान वाली फीस क बार म िनयम

(छ) जमानत मजर करन क बार म िनयम (ज) कायरवािहय को रोकन क बार म िनयम (झ) िजस अपील क बार म उस यायालय को यह परतीत होता ह िक वह

त छ या तग करन वाली ह अथवा िवलब करन क परयोजन स की गई ह उसक सिकष अवधारण क िलए उपबध करन वाल िनयम

(ञ) अन छद 317 क खड (1) म िनिदर जाच क िलए परिकरया क बार म िनयम (2) 3[4 खड (3) क उपबध ] क अधीन रहत हए इस अन छद क अधीन बनाए

गए िनयम उन यायाधीश की यनतम सखया िनयत कर सकग जो िकसी परयोजन क िलए बठग तथा एकल यायाधीश और खड यायालय की शिकत क िलए उपबध कर सकग

(3) िजस मामल म इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध का कोई सारवान पर अतवरिलत ह उसका िविन य करन क परयोजन क िलए या इस सिवधान क अन छद 143 क अधीन िनदश की सनवाई करन क परयोजन क िलए बठन वाल यायाधीश की 5[4 यनतम सखया] पाच होगी

पर त जहा अन छद 132 स िभ न इस अ याय क उपबध क अधीन अपील की सनवाई करन वाला यायालय पाच स कम यायाधीश स िमलकर बना ह और अपील

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 26 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 6 दवारा (13-4-1978 स) ldquoअन छद 131क और अन छद

139कrdquo क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 26 दवारा (1-2-1977 स) ldquoखड (3) क उपबध rdquo क

थान पर परित थािपत 4 सिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 6 दवारा (13-4-1978 स) कितपय श द अक और

अकषर का लोप िकया गया 5 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 26 दवारा (1-2-1977 स) ldquo यनतम सखयाrdquo क थान

पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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की सनवाई क दौरान उस यायालय का समाधान हो जाता ह िक अपील म सिवधान क िनवरचन क बार म िविध का ऐसा सारवान पर अतवरिलत ह िजसका अवधारण अपील क िनपटार क िलए आव यक ह वहा वह यायालय ऐस पर को उस यायालय को जो ऐस पर को अतवरिलत करन वाल िकसी मामल क िविन य क िलए इस खड की अपकषानसार गिठत िकया जाता ह उसकी राय क िलए िनदिशत करगा और ऐसी राय की पराि पर उस अपील को उस राय क अन प िनपटाएगा

(4) उ चतम यायालय पर यक िनणरय खल यायालय म ही सनाएगा अ यथा नही और अन छद 143 क अधीन पर यक परितवदन खल यायालय म सनाई गई राय क अनसार ही िदया जाएगा अ यथा नही

(5) उ चतम यायालय दवारा पर यक िनणरय और ऐसी पर यक राय मामल की सनवाई म उपि थत यायाधीश की बहसखया की सहमित स ही दी जाएगी अ यथा नही िक त इस खड की कोई बात िकसी ऐस यायाधीश को जो सहमत नही ह अपना िवस मत िनणरय या राय दन स िनवािरत नही करगी

146 उ चतम यायालय क अिधकारी और सवक तथा ययndash(1) उ चतम यायालय क अिधकािरय और सवक की िनयिकतया भारत का मखय यायमितर करगा या उस यायालय का ऐसा अ य यायाधीश या अिधकारी करगा िजस वह िनिद कर

पर त रा पित िनयम दवारा यह अपकषा कर सकगा िक ऐसी िक ही दशाओ म जो िनयम म िविनिदर की जाए िकसी ऐस यिकत को जो पहल स ही यायालय स सलगन नही ह यायालय स सबिधत िकसी पद पर सघ लोक सवा आयोग स परामशर करक ही िनयकत िकया जाएगा अ यथा नही

(2) सस दवारा बनाई गई िविध क उपबध क अधीन रहत हए उ चतम यायालय क अिधकािरय और सवक की सवा की शत ऐसी ह गी जो भारत क मखय यायमितर या उस यायालय क ऐस अ य यायाधीश या अिधकारी दवारा िजस भारत क मखय यायमितर न इस परयोजन क िलए िनयम बनान क िलए परािधकत िकया ह बनाए गए िनयम दवारा िविहत की जाए

पर त इस खड क अधीन बनाए गए िनयम क िलए जहा तक व वतन भ छटटी या पशन स सबिधत ह रा पित क अनमोदन की अपकषा होगी

(3) उ चतम यायालय क परशासिनक यय िजनक अतगरत उस यायालय क अिधकािरय और सवक को या उनक सबध म सदय सभी वतन भ और पशन ह भारत की सिचत िनिध पर भािरत ह ग और उस यायालय दवारा ली गई फीस और अ य धनरािशया उस िनिध का भाग ह गी

147 िनवरचनndashइस अ याय म और भाग 6 क अ याय 5 म इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध क िकसी सारवान पर क परित िनदश का यह अथर लगाया

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जाएगा िक उनक अतगरत भारत शासन अिधिनयम 1935 क (िजसक अतगरत उस अिधिनयम की सशोधक या अनपरक कोई अिधिनयिमित ह) अथवा िकसी सपिरष आदश या उसक अधीन बनाए गए िकसी आदश क अथवा भारतीय वततरता अिधिनयम 1947 क या उसक अधीन बनाए गए िकसी आदश क िनवरचन क बार म िविध क िकसी सारवान पर क परित िनदश ह

अ याय 5ndashभारत का िनयतरक-महालखापरीकषक 148 भारत का िनयतरक-महालखापरीकषकndash(1) भारत का एक िनयतरक-

महालखापरीकषक होगा िजसको रा पित अपन ह ताकषर और मदरा सिहत अिधपतर दवारा िनयकत करगा और उस उसक पद स कवल उसी रीित स और उ ही आधार पर हटाया जाएगा िजस रीित स और िजन आधार पर उ चतम यायालय क यायाधीश को हटाया जाता ह

(2) पर यक यिकत जो भारत का िनयतरक-महालखापरीकषक िनयकत िकया जाता ह अपना पद गरहण करन स पहल रा पित या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

(3) िनयतरक-महालखापरीकषक का वतन और सवा की अ य शत ऐसी ह गी जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक व इस परकार अवधािरत नही की जाती ह तब तक ऐसी ह गी जो दसरी अनसची म िविनिदर ह

पर त िनयतरक-महालखापरीकषक क वतन म और अनपि थित छटटी पशन या िनवि की आय क सबध म उसक अिधकार म उसकी िनयिकत क प ात उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा

(4) िनयतरक-महालखापरीकषक अपन पद पर न रह जान क प ात भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी और पद का पातर नही होगा

(5) इस सिवधान क और सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए भारतीय लखापरीकषा और लखा िवभाग म सवा करन वाल यिकतय की सवा की शत और िनयतरक-महालखापरीकषक की परशासिनक शिकतया ऐसी ह गी जो िनयतरक-महालखापरीकषक स परामशर करन क प ात रा पित दवारा बनाए गए िनयम दवारा िविहत की जाए

(6) िनयतरक-महालखापरीकषक क कायारलय क परशासिनक यय िजनक अतगरत उस कायारलय म सवा करन वाल यिकतय को या उनक सबध म सदय सभी वतन भ और पशन ह भारत की सिचत िनिध पर भािरत ह ग

149 िनयतरक-महालखापरीकषक क कतर य और शिकतयाndashिनयतरक-महालखापरीकषक सघ क और रा य क तथा िकसी अ य परािधकारी या िनकाय क लखाओ क सबध म ऐस

भारत का सिवधान

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कतर य का पालन और ऐसी शिकतय का परयोग करगा िज ह सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविहत िकया जाए और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक सघ क और रा य क लखाओ क सबध म ऐस कतर य का पालन और ऐसी शिकतय का परयोग करगा जो इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल करमशः भारत डोिमिनयन क और परात क लखाओ क सबध म भारत क महालखापरीकषक को परद थी या उसक दवारा परयोकत य थी

1[150 सघ क और रा य क लखाओ का पर पndashसघ क और रा य क लखाओ को ऐस पर प म रखा जाएगा जो रा पित भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक 2[की सलाह पर] िविहत कर ]

151 सपरीकषा परितवदनndash(1) भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक क सघ क लखाओ सबधी परितवदन को रा पित क समकष पर तत िकया जाएगा जो उनको सस क पर यक सदन क समकष रखवाएगा

(2) भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक क िकसी रा य क लखाओ सबधी परितवदन को उस रा य क रा यपाल 3 क समकष पर तत िकया जाएगा जो उनको रा य क िवधान-मडल क समकष रखवाएगा

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 27 दवारा (1-4-1977 स) परित थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 22 दवारा (20-6-1979 स) ldquoस परामशर क प ातrdquo क

थान पर परित थािपत 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का (1-

11-1956 स) लोप िकया गया

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भाग 6 1 रा य

अ याय 1ndashसाधारण

152 पिरभाषाndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo पद 2[क अतगरत ज म-क मीर रा य नही ह]

अ याय 2ndashकायरपािलका रा यपाल

153 रा य क रा यपालndashपर यक रा य क िलए एक रा यपाल होगा 3[पर त इस अन छद की कोई बात एक ही यिकत को दो या अिधक रा य क

िलए रा यपाल िनयकत िकए जान स िनवािरत नही करगी ] 154 रा य की कायरपािलका शिकतndash(1) रा य की कायरपािलका शिकत रा यपाल म

िनिहत होगी और वह इसका परयोग इस सिवधान क अनसार वय या अपन अधीन थ अिधकािरय क दवारा करगा

(2) इस अन छद की कोई बातndash (क) िकसी िवदयमान िविध दवारा िकसी अ य परािधकारी को परदान िकए गए

क य रा यपाल को अतिरत करन वाली नही समझी जाएगी या (ख) रा यपाल क अधीन थ िकसी परािधकारी को िविध दवारा क य परदान

करन स सस या रा य क िवधान-मडल को िनवािरत नही करगी 155 रा यपाल की िनयिकतndashरा य क रा यपाल को रा पित अपन ह ताकषर और

मदरा सिहत अिधपतर दवारा िनयकत करगा 156 रा यपाल की पदाविधndash(1) रा यपाल रा पित क परसादपयरत पद धारण

करगा (2) रा यपाल रा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद

याग सकगा (3) इस अन छद क पवरगामी उपबध क अधीन रहत हए रा यपाल अपन

पदगरहण की तारीख स पाच वषर की अविध तक पद धारण करगा

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची क

भाग क म कrdquo श द का लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoका अथर पहली अनसची क भाग

क म उि लिखत रा य हrdquo क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 6 दवारा जोड़ा गया

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पर त रा यपाल अपन पद की अविध समा हो जान पर भी तब तक पद धारण करता रहगा जब तक उसका उ रािधकारी अपना पदगरहण नही कर लता ह

157 रा यपाल िनयकत होन क िलए अहरताएndashकोई यिकत रा यपाल िनयकत होन का पातर तभी होगा जब वह भारत का नागिरक ह और पतीस वषर की आय परी कर चका ह

158 रा यपाल क पद क िलए शतndash(1) रा यपाल सस क िकसी सदन का या पहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद य नही होगा और यिद सस क िकसी सदन का या ऐस िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का कोई सद य रा यपाल िनयकत हो जाता ह तो यह समझा जाएगा िक उसन उस सदन म अपना थान रा यपाल क प म अपन पदगरहण की तारीख स िरकत कर िदया ह

(2) रा यपाल अ य कोई लाभ का पद धारण नही करगा (3) रा यपाल िबना िकराया िदए अपन शासकीय िनवास क उपयोग का हकदार

होगा और ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का भी जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

1[(3क) जहा एक ही यिकत को दो या अिधक रा य का रा यपाल िनयकत िकया जाता ह वहा उस रा यपाल को सदय उपलि धया और भ उन रा य क बीच ऐस अनपात म आबिटत िकए जाएग जो रा पित आदश दवारा अवधािरत कर ]

(4) रा यपाल की उपलि धया और भ उसकी पदाविध क दौरान कम नही िकए जाएग

159 रा यपाल दवारा शपथ या परितजञानndashपर यक रा यपाल और पर यक यिकत जो रा यपाल क क य का िनवरहन कर रहा ह अपना पदगरहण करन स पहल उस रा य क सबध म अिधकािरता का परयोग करन वाल उ च यायालय क मखय यायमितर या उसकी अनपि थित म उस यायालय क उपल ध य तम यायाधीश क समकष िन निलिखत पर प म शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा अथारत ndash

ई र की शपथ लता ह ldquoम अमक------------------------------ िक म दधापवरक स यिन ा स परितजञान करता ह

(रा य का नाम) क रा यपाल क पद का कायरपालन (अथवा रा यपाल क क य का िनवरहन) क गा तथा अपनी परी योगयता स सिवधान और िविध का पिररकषण सरकषण और परितरकषण क गा और म (रा य का नाम) की जनता की सवा और क याण म िनरत रहगा rdquo

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 7 दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत

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160 कछ आकि मकताओ म रा यपाल क क य का िनवरहनndashरा पित ऐसी िकसी आकि मकता म जो इस अ याय म उपबिधत नही ह रा य क रा यपाल क क य क िनवरहन क िलए ऐसा उपबध कर सकगा जो वह ठीक समझता ह

161 कषमा आिद की और कछ मामल म दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण की रा यपाल की शिकतndashिकसी रा य क रा यपाल को उस िवषय सबधी िजस िवषय पर उस रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार ह िकसी िविध क िव दध िकसी अपराध क िलए िसदधदोष ठहराए गए िकसी यिकत क दड को कषमा उसका परिवलबन िवराम या पिरहार करन की अथवा दडादश म िनलबन पिरहार या लघकरण की शिकत होगी

162 रा य की कायरपािलका शिकत का िव तारndashइस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार उन िवषय पर होगा िजनक सबध म उस रा य क िवधान-मडल को िविध बनान की शिकत ह

परत िजस िवषय क सबध म रा य क िवधान-मडल और सस को िविध बनान की शिकत ह उसम रा य की कायरपािलका शिकत इस सिवधान दवारा या सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा सघ या उसक परािधकािरय को अिभ यकत प स परद कायरपािलका शिकत क अधीन और उसस पिरसीिमत होगी

मितर-पिरष 163 रा यपाल को सहायता और सलाह दन क िलए मितर-पिरष ndash(1) िजन बात

म इस सिवधान दवारा या इसक अधीन रा यपाल स यह अपिकषत ह िक वह अपन क य या उनम स िकसी को अपन िववकानसार कर उन बात को छोड़कर रा यपाल को अपन क य का परयोग करन म सहायता और सलाह दन क िलए एक मितर-पिरष होगी िजसका परधान मखयमतरी होगा

(2) यिद कोई पर उठता ह िक कोई िवषय ऐसा ह या नही िजसक सबध म इस सिवधान दवारा या इसक अधीन रा यपाल स यह अपिकषत ह िक वह अपन िववकानसार कायर कर तो रा यपाल का अपन िववकानसार िकया गया िविन य अितम होगा और रा यपाल दवारा की गई िकसी बात की िविधमा यता इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक उस अपन िववकानसार कायर करना चािहए था या नही

(3) इस पर की िकसी यायालय म जाच नही की जाएगी िक कया मितरय न रा यपाल को कोई सलाह दी और यिद दी तो कया दी

164 मितरय क बार म अ य उपबधndash(1) मखयमतरी की िनयिकत रा यपाल करगा और अ य मितरय की िनयिकत रा यपाल मखयमतरी की सलाह पर करगा तथा मतरी रा यपाल क परसादपयरत अपन पद धारण करग

भारत का सिवधान

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परत 1[छ ीसगढ़ झारखड] म य परदश और 2[ओिडशा] रा य म जनजाितय क क याण का भारसाधक एक मतरी होगा जो साथ ही अनसिचत जाितय और िपछड़ वग क क याण का या िकसी अ य कायर का भी भारसाधक हो सकगा

3[(1क) िकसी रा य की मितर-पिरष म मखयमतरी सिहत मितरय की कल सखया उस रा य की िवधान सभा क सद य की कल सखया क पदरह परितशत स अिधक नही होगी

परत िकसी रा य म मखयमतरी सिहत मितरय की सखया बारह स कम नही होगी

परत यह और िक जहा सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 क परारभ पर िकसी रा य की मितर-पिरष म मखयमतरी सिहत मितरय की कल सखया यथाि थित उकत पदरह परितशत या पहल परतक म िविनिदर सखया स अिधक ह वहा उस रा य म मितरय की कल सखया ऐसी तारीख4 स जो रा पित लोक अिधसचना दवारा िनयत कर छह मास क भीतर इस खड क उपबध क अन प लाई जाएगी

(1ख) िकसी राजनीितक दल का िकसी रा य की िवधान सभा का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का िजसम िवधान पिरष ह कोई सद य जो दसवी अनसची क परा 2 क अधीन उस सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत ह अपनी िनरहरता की तारीख स परारभ होन वाली और उस तारीख तक िजसको ऐस सद य क प म उसकी पदाविध समा होगी या जहा वह ऐसी अविध की समाि क पवर यथाि थित िकसी रा य की िवधान सभा क िलए या िवधान पिरष वाल िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन क िलए कोई िनवारचन लड़ता ह उस तारीख तक िजसको वह िनवारिचत घोिषत िकया जाता ह इनम स जो भी पवरतर हो की अविध क दौरान खड (1) क अधीन मतरी क प म िनयकत िकए जान क िलए भी िनरिहरत होगा ]

(2) मितर-पिरष रा य की िवधान सभा क परित सामिहक प स उ रदायी होगी (3) िकसी मतरी दवारा अपना पदगरहण करन स पहल रा यपाल तीसरी अनसची म

इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार उसको पद की और गोपनीयता की शपथ िदलाएगा 1 सिवधान (चौरानववा सशोधन) अिधिनयम 2006 की धारा 2 दवारा (12-6-2006 स) ldquoिबहारrdquo क थान पर

परित थािपत 2 उड़ीसा (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2011 (2011 का 15) की धारा 4 दवारा (1-11-2011 स) ldquoउड़ीसाrdquo क थान पर

परित थािपत 3 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 3 दवारा (1-1-2004 स) अतः थािपत 4 दिखए अिधसचना स काआ 21(अ) तारीख 7-1-2004

भारत का सिवधान

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(4) कोई मतरी जो िनरतर छह मास की िकसी अविध तक रा य क िवधान-मडल का सद य नही ह उस अविध की समाि पर मतरी नही रहगा

(5) मितरय क वतन और भ ऐस ह ग जो उस रा य का िवधान-मडल िविध दवारा समय-समय पर अवधािरत कर और जब तक उस रा य का िवधान-मडल इस परकार अवधािरत नही करता ह तब तक ऐस ह ग जो दसरी अनसची म िविनिदर ह

रा य का महािधवकता 165 रा य का महािधवकताndash(1) पर यक रा य का रा यपाल उ च यायालय का

यायाधीश िनयकत होन क िलए अिहरत िकसी यिकत को रा य का महािधवकता िनयकत करगा

(2) महािधवकता का यह कतर य होगा िक वह उस रा य की सरकार को िविध सबधी ऐस िवषय पर सलाह द और िविधक व प क ऐस अ य कतर य का पालन कर जो रा यपाल उसको समय-समय पर िनदिशत कर या स प और उन क य का िनवरहन कर जो उसको इस सिवधान अथवा त समय परव िकसी अ य िविध दवारा या उसक अधीन परदान िकए गए ह

(3) महािधवकता रा यपाल क परसादपयरत पद धारण करगा और ऐसा पािर िमक परा करगा जो रा यपाल अवधािरत कर

सरकारी कायर का सचालन 166 रा य की सरकार क कायर का सचालनndash(1) िकसी रा य की सरकार की

सम त कायरपािलका काररवाई रा यपाल क नाम स की हई कही जाएगी (2) रा यपाल क नाम स िकए गए और िन पािदत आदश और अ य िलखत को

ऐसी रीित स अिधपरमािणत िकया जाएगा जो रा यपाल दवारा बनाए जान वाल िनयम म िविनिदर की जाए और इस परकार अिधपरमािणत आदश या िलखत की िविधमा यता इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक वह रा यपाल दवारा िकया गया या िन पािदत आदश या िलखत नही ह

(3) रा यपाल रा य की सरकार का कायर अिधक सिवधापवरक िकए जान क िलए और जहा तक वह कायर ऐसा कायर नही ह िजसक िवषय म इस सिवधान दवारा या इसक अधीन रा यपाल स यह अपिकषत ह िक वह अपन िववकानसार कायर कर वहा तक मितरय म उकत कायर क आबटन क िलए िनयम बनाएगा

1(4)

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 28 दवारा (3-1-1977 स) खड 4 अतः थािपत िकया

गया था और उसका सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 23 दवारा (20-6-1979 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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167 रा यपाल को जानकारी दन आिद क सबध म मखयमतरी क कतर यndashपर यक रा य क मखयमतरी का यह कतर य होगा िक वहndash

(क) रा य क काय क परशासन सबधी और िवधान िवषयक पर थापनाओ सबधी मितर-पिरष क सभी िविन य रा यपाल को ससिचत कर

(ख) रा य क काय क परशासन सबधी और िवधान िवषयक पर थापनाओ सबधी जो जानकारी रा यपाल माग वह द और

(ग) िकसी िवषय को िजस पर िकसी मतरी न िविन य कर िदया ह िकत मितर-पिरष न िवचार नही िकया ह रा यपाल दवारा अपकषा िकए जान पर पिरष क समकष िवचार क िलए रख

अ याय 3ndashरा य का िवधान-मडल साधारण

168 रा य क िवधान-मडल का गठनndash(1) पर यक रा य क िलए एक िवधान-मडल होगा जो रा यपाल औरndash

(क) 1 2[आधर परदश] िबहार 3 4[म य परदश] 5 6[महारा ] 7[कनारटक] 8 9 [10[तिमलनाड तलगाना] 11[और उ र परदश] रा य म दो सदन स

1 ldquoआधर परदशrdquo श द का आधर परदश िवधान पिरष (उ सादन) अिधिनयम 1985 (1985 का 34) की धारा 4 दवारा

(1-6-1985 स) लोप िकया गया 2 आधर परदश िवधान पिरष अिधिनयम 2005 (2006 का 1) की धारा 3 दवारा (30-3-2007 स) अतः थािपत 3 मबई पनगरठन अिधिनयम 1960 (1960 का 11) की धारा 20 दवारा (1-5-1960 स) ldquoमबईrdquo श द का लोप िकया

गया 4 इस उपखड म ldquoम य परदशrdquo श द क अतः थापन क िलए सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा

8(2) क अधीन कोई तारीख िनयत नही की गई ह 5 तिमलनाड िवधान पिरष (उ सादन) अिधिनयम 1986 (1986 का 40) की धारा 4 दवारा (1-11-1986 स)

ldquoतिमलनाडrdquo श द का लोप िकया गया 6 मबई पनगरठन अिधिनयम 1960 (1960 का 11) की धारा 20 दवारा (1-5-1960 स) अतः थािपत

7 मसर रा य (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1973 (1973 का 31) की धारा 4 दवारा (1-11-1973 स) ldquoमसरrdquo क थान पर परित थािपत िजस सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 8(1) दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत िकया गया था

8 पजाब िवधान पिरष (उ सादन) अिधिनयम 1969 (1969 का 46) की धारा 4 दवारा (7-1-1970 स) ldquoपजाबrdquo श द का लोप िकया गया

9 तिमलनाड िवधान पिरष अिधिनयम 2010 (2010 का 16) की धारा 3 दवारा (तारीख बाद म अिधसिचत की जाएगी) अतः थािपत

10 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 (2014 का 6) की धारा 96 दवारा (1-6-2014 स) तिमलनाड क थान पर परित थािपत

11 बगाल िवधान पिरष (उ सादन) अिधिनयम 1969 (1969 का 20) की धारा 4 दवारा (1-8-1969 स) ldquoउ र परदश और पि मी बगालrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(ख) अ य रा य म एक सदन स िमलकर बनगा

(2) जहा िकसी रा य क िवधान-मडल क दो सदन ह वहा एक का नाम िवधान पिरष और दसर का नाम िवधान सभा होगा और जहा कवल एक सदन ह वहा उसका नाम िवधान सभा होगा ]

169 रा य म िवधान पिरषद का उ सादन या सजनndash(1) अन छद 168 म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा िकसी िवधान पिरष वाल रा य म िवधान पिरष क उ सादन क िलए या ऐस रा य म िजसम िवधान पिरष नही ह िवधान पिरष क सजन क िलए उपबध कर सकगी यिद उस रा य की िवधान सभा न इस आशय का सक प िवधान सभा की कल सद य सखया क बहमत दवारा तथा उपि थत और मत दन वाल सद य की सखया क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा पािरत कर िदया ह

(2) खड (1) म िविनिदर िकसी िविध म इस सिवधान क सशोधन क िलए ऐस उपबध अतिवर ह ग जो उस िविध क उपबध को परभावी करन क िलए आव यक ह तथा ऐस अनपरक आनषिगक और पािरणािमक उपबध भी अतिवर हो सकग िज ह सस आव यक समझ

(3) पव कत परकार की कोई िविध अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी

1[170 िवधान सभाओ की सरचनाndash(1) अन छद 333 क उपबध क अधीन रहत हए पर यक रा य की िवधान सभा उस रा य म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन हए पाच सौ स अनिधक और साठ स अ यन सद य स िमलकर बनगी

(2) खड (1) क परयोजन क िलए पर यक रा य को परादिशक िनवारचन-कषतर म ऐसी रीित स िवभािजत िकया जाएगा िक पर यक िनवारचन-कषतर की जनसखया का उसको आबिटत थान की सखया स अनपात सम त रा य म यथासा य एक ही हो

2[ प ीकरणndashइस खड म ldquoजनसखयाrdquo पद स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म अिभिनि त की गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 9 दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 29 दवारा (3-1-1977 स) प ीकरण क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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परत इस प ीकरण म अितम पवरवतीर जनगणना क परित िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह िनदश का जब तक सन 1[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह यह अथर लगाया जाएगा िक वह 2[2001] की जनगणना क परितिनदश ह ]

(3) पर यक जनगणना की समाि पर पर यक रा य की िवधान सभा म थान की कल सखया और पर यक रा य क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन का ऐस परािधकारी दवारा और ऐसी रीित स पनःसमायोजन िकया जाएगा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर

परत ऐस पन समायोजन स िवधान सभा म परितिनिध व पद पर तब तक कोई परभाव नही पड़गा जब तक उस समय िवदयमान िवधान सभा का िवघटन नही हो जाता ह

3[परत यह और िक ऐसा पन समायोजन उस तारीख स परभावी होगा जो रा पित आदश दवारा िविनिदर कर और ऐस पन समायोजन क परभावी होन तक िवधान सभा क िलए कोई िनवारचन उन परादिशक िनवारचन-कषतर क आधार पर हो सकगा जो ऐस पन समायोजन क पहल िवदयमान ह

परत यह और भी िक जब तक सन 1[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह तब तक इस खड क अधीनndash

(i) पर यक रा य की िवधान सभा म 1971 की जनगणना क आधार पर पन समायोिजत थान की कल सखया का और

(ii) ऐस रा य क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन का जो 2[2001] की जनगणना क आधार पर पन समायोिजत िकए जाए

4[पन समायोजन आव यक नही होगा ] 171 िवधान पिरषद की सरचनाndash(1) िवधान पिरष वाल रा य की िवधान

पिरष क सद य की कल सखया उस रा य की िवधान सभा क सद य की कल सखया क 5[एक-ितहाई] स अिधक नही होगी

1 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 5 दवारा (21-2-2002 स) ldquo2000rdquo क थान पर

परित थािपत 2 सिवधान (सतासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 4 दवारा (22-6-2003 स) ldquo1991rdquo क थान पर

परित थािपत सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 5 दवारा (21-2-2002 स) मल अक 1971 क थान पर 1991 अक परित थािपत िकए गए थ

3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 29 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 4 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 5 दवारा (21-2-2002 स) 2000 अक क थान पर

परित थािपत 5 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 10 दवारा (1-11-1956 स) ldquoएक चौथाईrdquo क थान पर

परित थािपत

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परत िकसी रा य की िवधान पिरष क सद य की कल सखया िकसी भी दशा म चालीस स कम नही होगी

(2) जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक िकसी रा य की िवधान पिरष की सरचना खड (3) म उपबिधत रीित स होगी

(3) िकसी रा य की िवधान पिरष क सद य की कल सखया काndash (क) यथाशकय िनकटतम एक-ितहाई भाग उस रा य की नगरपािलकाओ

िजला बोड और अ य ऐस थानीय परािधकािरय क जो सस िविध दवारा िविनिदर कर सद य स िमलकर बनन वाल िनवारचक-मडल दवारा िनवारिचत होगा

(ख) यथाशकय िनकटतम बारहवा भाग उस रा य म िनवास करन वाल ऐस यिकतय स िमलकर बनन वाल िनवारचक-मडल दवारा िनवारिचत होगा जो भारत क रा यकषतर म िकसी िव िवदयालय क कम स कम तीन वषर स नातक ह या िजनक पास कम स कम तीन वषर स ऐसी अहरताए ह जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध या उसक अधीन ऐस िकसी िव िवदयालय क नातक की अहरताओ क समत य िविहत की गई ह

(ग) यथाशकय िनकटतम बारहवा भाग ऐस यिकतय स िमलकर बनन वाल िनवारचक-मडल दवारा िनवारिचत होगा जो रा य क भीतर मा यिमक पाठशालाओ स अिन न तर की ऐसी िशकषा स थाओ म जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन िविहत की जाए पढ़ान क काम म कम स कम तीन वषर स लग हए ह

(घ) यथाशकय िनकटतम एक-ितहाई भाग रा य की िवधान सभा क सद य दवारा ऐस यिकतय म स िनवारिचत होगा जो िवधान सभा क सद य नही ह

(ङ) शष सद य रा यपाल दवारा खड (5) क उपबध क अनसार नामिनदिशत िकए जाएग (4) खड (3) क उपखड (क) उपखड (ख) और उपखड (ग) क अधीन िनवारिचत

होन वाल सद य ऐस परादिशक िनवारचन-कषतर म चन जाएग जो सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविहत िकए जाए तथा उकत उपखड क और उकत खड क उपखड (घ) क अधीन िनवारचन आनपाितक परितिनिध व पदधित क अनसार एकल सकरमणीय मत दवारा ह ग

(5) रा यपाल दवारा खड (3) क उपखड (ङ) क अधीन नामिनदिशत िकए जान वाल सद य ऐस यिकत ह ग िज ह िन निलिखत िवषय क सबध म िवशष जञान या यावहािरक अनभव ह अथारत ndash

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सािह य िवजञान कला सहकारी आदोलन और समाज सवा 172 रा य क िवधान-मडल की अविधndash(1) पर यक रा य की पर यक िवधान

सभा यिद पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपन परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स 1[पाच वषर] तक बनी रहगी इसस अिधक नही और 1[पाच वषर] की उकत अविध की समाि का पिरणाम िवधान सभा का िवघटन होगा

परत उकत अविध को जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब सस िविध दवारा ऐसी अविध क िलए बढ़ा सकगी जो एक बार म एक वषर स अिधक नही होगी और उदघोषणा क परवतरन म न रह जान क प ात िकसी भी दशा म उसका िव तार छह मास की अविध स अिधक नही होगा

(2) रा य की िवधान पिरष का िवघटन नही होगा िकत उसक सद य म स यथासभव िनकटतम एक-ितहाई सद य सस दवारा िविध दवारा इस िनिम बनाए गए उपबध क अनसार पर यक िदवतीय वषर की समाि पर यथाशकय शीघर िनव हो जाएग

173 रा य क िवधान-मडल की सद यता क िलए अहरताndashकोई यिकत िकसी रा य म िवधान-मडल क िकसी थान को भरन क िलए चन जान क िलए अिहरत तभी होगा जबndash

2[(क) वह भारत का नागिरक ह और िनवारचन आयोग दवारा इस िनिम परािधकत िकसी यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लता ह या परितजञान करता ह और उस पर अपन ह ताकषर करता ह ]

(ख) वह िवधान सभा क थान क िलए कम स कम प चीस वषर की आय का और िवधान पिरष क थान क िलए कम स कम तीस वषर की आय का ह और

(ग) उसक पास ऐसी अ य अहरताए ह जो इस िनिम सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन िविहत की जाए

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 24 दवारा (6-9-1979 स) ldquoछह वषरrdquo क थान पर

परित थािपत सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 30 दवारा (3-1-1977 स) मल श द ldquoपाच वषरrdquo क थान पर ldquoछह वषरrdquo परित थािपत िकए गए थ

2 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 4 दवारा (5-10-1963 स) खड (क) क थान पर परित थािपत

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1[174 रा य क िवधान-मडल क सतर सतरावसान और िवघटनndash(1) रा यपाल समय-समय पर रा य क िवधान-मडल क सदन या पर यक सदन को ऐस समय और थान पर जो वह ठीक समझ अिधवशन क िलए आहत करगा िकत उसक एक सतर की अितम बठक और आगामी सतर की परथम बठक क िलए िनयत तारीख क बीच छह मास का अतर नही होगा

(2) रा यपाल समय-समय परndash (क) सदन का या िकसी सदन का सतरावसान कर सकगा (ख) िवधान सभा का िवघटन कर सकगा ]

175 सदन या सदन म अिभभाषण का और उनको सदश भजन का रा यपाल का अिधकारndash(1) रा यपाल िवधान सभा म या िवधान पिरष वाल रा य की दशा म उस रा य क िवधान-मडल क िकसी एक सदन म या एक साथ समवत दोन सदन म अिभभाषण कर सकगा और इस परयोजन क िलए सद य की उपि थित की अपकषा कर सकगा

(2) रा यपाल रा य क िवधान-मडल म उस समय लिबत िकसी िवधयक क सबध म सदश या कोई अ य सदश उस रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन को भज सकगा और िजस सदन को कोई सदश इस परकार भजा गया ह वह सदन उस सदश दवारा िवचार करन क िलए अपिकषत िवषय पर सिवधानसार शीघरता स िवचार करगा

176 रा यपाल का िवशष अिभभाषणndash(1) रा यपाल 2[िवधान सभा क िलए पर यक साधारण िनवारचन क प ात परथम सतर क आरभ म] और पर यक वषर क परथम सतर क आरभ म िवधान सभा म या िवधान पिरष वाल रा य की दशा म एक साथ समवत दोन सदन म अिभभाषण करगा और िवधान-मडल को उसक आ ान क कारण बताएगा

(2) सदन या पर यक सदन की परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम दवारा ऐस अिभभाषण म िनिदर िवषय की चचार क िलए समय िनयत करन क िलए 3 उपबध िकया जाएगा

177 सदन क बार म मितरय और महािधवकता क अिधकारndashपर यक मतरी और रा य क महािधवकता को यह अिधकार होगा िक वह उस रा य की िवधान सभा म या िवधान पिरष वाल रा य की दशा म दोन सदन म बोल और उनकी कायरवािहय म अ यथा भाग ल और िवधान-मडल की िकसी सिमित म िजसम उसका नाम सद य क प म िदया गया ह बोल और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग ल िक त इस

अन छद क आधार पर वह मत दन का हकदार नही होगा

1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 8 दवारा (18-6-1951 स) परित थािपत 2 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 9 दवारा ldquoपर यक सतरrdquo क थान पर (18-6-1951 स)

परित थािपत

3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 9 दवारा ldquoतथा सदन क अ य कायर पर इस चचार को अगरता दन क िलएrdquo श द का लोप िकया गया

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रा य क िवधान-मडल क अिधकारी 178 िवधान सभा का अ यकष और उपा यकषndashपर यक रा य की िवधान सभा

यथाशकय शीघर अपन दो सद य को अपना अ यकष और उपा यकष चनगी और जब-जब अ यकष या उपा यकष का पद िरकत होता ह तब-तब िवधान सभा िकसी अ य सद य को यथाि थित अ यकष या उपा यकष चनगी

179 अ यकष और उपा यकष का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाndashिवधान सभा क अ यकष या उपा यकष क प म पद धारण करन वाला सद यndash

(क) यिद िवधान सभा का सद य नही रहता ह तो अपना पद िरकत कर दगा

(ख) िकसी भी समय यिद वह सद य अ यकष ह तो उपा यकष को सबोिधत और यिद वह सद य उपा यकष ह तो अ यकष को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा और

(ग) िवधान सभा क त कालीन सम त सद य क बहमत स पािरत सक प दवारा अपन पद स हटाया जा सकगा परत खड (ग) क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया

जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

परत यह और िक जब कभी िवधान सभा का िवघटन िकया जाता ह तो िवघटन क प ात होन वाल िवधान सभा क परथम अिधवशन क ठीक पहल तक अ यकष अपन पद को िरकत नही करगा

180 अ यकष क पद क कतर य का पालन करन या अ यकष क प म कायर करन की उपा यकष या अ य यिकत की शिकतndash(1) जब अ यकष का पद िरकत ह तो उपा यकष या यिद उपा यकष का पद भी िरकत ह तो िवधान सभा का ऐसा सद य िजसको रा यपाल इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

(2) िवधान सभा की िकसी बठक स अ यकष की अनपि थित म उपा यकष या यिद वह भी अनपि थत ह तो ऐसा यिकत जो िवधान सभा की परिकरया क िनयम दवारा अवधािरत िकया जाए या यिद ऐसा कोई यिकत उपि थत नही ह तो ऐसा अ य यिकत जो िवधान सभा दवारा अवधािरत िकया जाए अ यकष क प म कायर करगा

181 जब अ यकष या उपा यकष को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होनाndash(1) िवधान सभा की िकसी बठक म जब अ यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब अ यकष या जब उपा यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उपा यकष उपि थत रहन पर भी पीठासीन नही होगा और अन छद 180 क खड (2) क उपबध ऐसी पर यक बठक क सबध म वस ही लाग ह ग जस वह उस बठक क सबध म लाग होत ह िजसस यथाि थित अ यकष या उपा यकष अनपि थत ह

भारत का सिवधान

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(2) जब अ यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प िवधान सभा म िवचाराधीन ह तब उसको िवधान सभा म बोलन और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार होगा और वह अन छद 189 म िकसी बात क होत हए भी ऐस सक प पर या ऐसी कायरवािहय क दौरान िकसी अ य िवषय पर परथमत ही मत दन का हकदार होगा िकत मत बराबर होन की दशा म मत दन का हकदार नही होगा

182 िवधान पिरष का सभापित और उपसभापितndashिवधान पिरष वाल पर यक रा य की िवधान पिरष यथाशीघर अपन दो सद य को अपना सभापित और उपसभापित चनगी और जब-जब सभापित या उपसभापित का पद िरकत होता ह तब-तब पिरष िकसी अ य सद य को यथाि थित सभापित या उपसभापित चनगी

183 सभापित और उपसभापित का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाndashिवधान पिरष क सभापित या उपसभापित क प म पद धारण करन वाला सद यndash

(क) यिद िवधान पिरष का सद य नही रहता ह तो अपना पद िरकत कर दगा

(ख) िकसी भी समय यिद वह सद य सभापित ह तो उपसभापित को सबोिधत और यिद वह सद य उपसभापित ह तो सभापित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा और

(ग) िवधान पिरष क त कालीन सम त सद य क बहमत स पािरत सक प दवारा अपन पद स हटाया जा सकगा परत खड (ग) क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया

जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

184 सभापित क पद क कतर य का पालन करन या सभापित क प म कायर करन की उपसभापित या अ य यिकत की शिकतndash(1) जब सभापित का पद िरकत ह तब उपसभापित यिद उपसभापित का पद भी िरकत ह तो िवधान पिरष का ऐसा सद य िजसको रा यपाल इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

(2) िवधान पिरष की िकसी बठक स सभापित की अनपि थित म उपसभापित या यिद वह भी अनपि थत ह तो ऐसा यिकत जो िवधान पिरष की परिकरया क िनयम दवारा अवधािरत िकया जाए या यिद ऐसा कोई यिकत उपि थत नही ह तो ऐसा अ य यिकत जो िवधान पिरष दवारा अवधािरत िकया जाए सभापित क प म कायर करगा

185 जब सभापित या उपसभापित को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन

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ह तब उसका पीठासीन न होनाndash(1) िवधान पिरष की िकसी बठक म जब सभापित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब सभापित या जब उपसभापित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उपसभापित उपि थत रहन पर भी पीठासीन नही होगा और अन छद 184 क खड (2) क उपबध ऐसी पर यक बठक क सबध म वस ही लाग ह ग जस व उस बठक क सबध म लाग होत ह िजसस यथाि थित सभापित या उपसभापित अनपि थत ह

(2) जब सभापित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवधान पिरष म िवचाराधीन ह तब उसको िवधान पिरष म बोलन और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार होगा और वह अन छद 189 म िकसी बात क होत हए भी ऐस सक प पर या ऐसी कायरवािहय क दौरान िकसी अ य िवषय पर परथमत ही मत दन का हकदार होगा िकत मत बराबर होन की दशा म मत दन का हकदार नही होगा

186 अ यकष और उपा यकष तथा सभापित और उपसभापित क वतन और भ ndashिवधान सभा क अ यकष और उपा यकष को तथा िवधान पिरष क सभापित और उपसभापित को ऐस वतन और भ का जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा िनयत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन और भ का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह सदाय िकया जाएगा

187 रा य क िवधान-मडल का सिचवालयndash(1) रा य क िवधान-मडल क सदन का या पर यक सदन का पथक सिचवीय कमरचािरव द होगा

परत िवधान पिरष वाल रा य क िवधान-मडल की दशा म इस खड की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह ऐस िवधान-मडल क दोन सदन क िलए सि मिलत पद क सजन को िनवािरत करती ह

(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन क सिचवीय कमरचािरवद म भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन कर सकगा

(3) जब तक रा य का िवधान-मडल खड (2) क अधीन उपबध नही करता ह तब तक रा यपाल यथाि थित िवधान सभा क अ यकष या िवधान पिरष क सभापित स परामशर करन क प ात िवधान सभा क या िवधान पिरष क सिचवीय कमरचािरवद म भतीर क और िनयकत यिकतय की सवा की शत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा और इस परकार बनाए गए िनयम उकत खड क अधीन बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए परभावी ह ग

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कायर सचालन 188 सद य दवारा शपथ या परितजञानndashरा य की िवधान सभा या िवधान पिरष

का पर यक सद य अपना थान गरहण करन स पहल रा यपाल या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

189 सदन म मतदान िरिकतय क होत हए भी सदन की कायर करन की शिकत और गणपितरndash(1) इस सिवधान म यथा अ यथा उपबिधत क िसवाय िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन की बठक म सभी पर का अवधारण अ यकष या सभापित को अथवा उस प म कायर करन वाल यिकत को छोड़कर उपि थत और मत दन वाल सद य क बहमत स िकया जाएगा

अ यकष या सभापित अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत परथमत मत नही दगा िकत मत बराबर होन की दशा म उसका िनणारयक मत होगा और वह उसका परयोग करगा

(2) रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन की सद यता म कोई िरिकत होन पर भी उस सदन को कायर करन की शिकत होगी और यिद बाद म यह पता चलता ह िक कोई यिकत जो ऐसा करन का हकदार नही था कायरवािहय म उपि थत रहा ह या उसन मत िदया ह या अ यथा भाग िलया ह तो भी रा य क िवधान-मडल की कायरवाही िविधमा य होगी

1[(3) जब तक रा य का िवधान-मडल िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का अिधवशन गिठत करन क िलए गणपितर दस सद य या सदन क सद य की कल सखया का दसवा भाग इसम स जो भी अिधक हो होगी

(4) यिद रा य की िवधान सभा या िवधान पिरष क अिधवशन म िकसी समय गणपितर नही ह तो अ यकष या सभापित अथवा उस प म कायर करन वाल यिकत का यह कतर य होगा िक वह सदन को थिगत कर द या अिधवशन को तब तक क िलए िनलिबत कर द जब तक गणपितर नही हो जाती ह ]

सद य की िनरहरताए 190 थान का िरकत होनाndash(1) कोई यिकत रा य क िवधान-मडल क दोन सदन

का सद य नही होगा और जो यिकत दोन सदन का सद य चन िलया जाता ह उसक एक या दसर सदन क थान को िरकत करन क िलए उस रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबध करगा

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 31 दवारा कितपय श द को तारीख अिधसिचत नही की

गई) परित थािपत नही िकया गया इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

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(2) कोई यिकत पहली अनसची म िविनिदर दो या अिधक रा य क िवधान-मडल का सद य नही होगा और यिद कोई यिकत दो या अिधक ऐस रा य क िवधान-मडल का सद य चन िलया जाता ह तो ऐसी अविध की समाि क प ात जो रा पित दवारा बनाए गए िनयम 1 म िविनिदर की जाए ऐस सभी रा य क िवधान-मडल म ऐस यिकत का थान िरकत हो जाएगा यिद उसन एक रा य को छोड़कर अ य रा य क िवधान-मडल म अपन थान को पहल ही नही याग िदया ह

(3) यिद रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद यndash (क) 2[अन छद 191 क खड (2)] म विणरत िकसी िनरहरता स गर त हो

जाता ह या 3[(ख) यथाि थित अ यकष या सभापित को सबोिधत अपन ह ताकषर

सिहत लख दवारा अपन थान का याग कर दता ह और उसका यागपतर यथाि थित अ यकष या सभापित दवारा वीकार कर िलया जाता ह]

तो ऐसा होन पर उसका थान िरकत हो जाएगा 4[परत उपखड (ख) म िनिदर यागपतर की दशा म यिद परा जानकारी स या

अ यथा और ऐसी जाच करन क प ात जो वह ठीक समझ यथाि थित अ यकष या सभापित का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसा यागपतर वि छक या असली नही ह तो वह ऐस यागपतर को वीकार नही करगा ]

(4) यिद िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद य साठ िदन की अविध तक सदन की अनजञा क िबना उसक सभी अिधवशन स अनपि थत रहता ह तो सदन उसक थान को िरकत घोिषत कर सकगा

परत साठ िदन की उकत अविध की सगणना करन म िकसी ऐसी अविध को िहसाब म नही िलया जाएगा िजसक दौरान सदन सतराविसत या िनरतर चार स अिधक िदन क िलए थिगत रहता ह

191 सद यता क िलए िनरहरताएndash(1) कोई यिकत िकसी रा य की िवधान सभा या िवधान पिरष का सद य चन जान क िलए और सद य होन क िलए िनरिहरत होगाndash 1 दिखए िविध मतरालय की अिधसचना स0 एफ0 4650-सी िदनाक 26 जनवरी 1950 भारत का राजपतर

असाधारण प 678 म परकािशत समसामियक सद यता परितषध िनयम 1950 2 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 4 दवारा (1-3-1985 स) ldquoअन छद 191 क खड (1)rdquo क

थान पर परित थािपत 3 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 4 दवारा (19-5-1974 स) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 3 दवारा (19-5-1974 स) अतः थािपत

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1[(क) यिद वह भारत सरकार क या पहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य की सरकार क अधीन ऐस पद को छोड़कर िजसको धारण करन वाल का िनरिहरत न होना रा य क िवधान-मडल न िविध दवारा घोिषत िकया ह कोई लाभ का पद धारण करता ह ]

(ख) यिद वह िवकतिच ह और सकषम यायालय की ऐसी घोषणा िवदयमान ह

(ग) यिद वह अन मोिचत िदवािलया ह (घ) यिद वह भारत का नागिरक नही ह या उसन िकसी िवदशी रा य की

नागिरकता व छा स अिजरत कर ली ह या वह िकसी िवदशी रा य क परित िन ा या अनषिकत को अिभ वीकार िकए हए ह

(ङ) यिद वह सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह 2[ प ीकरणndashइस खड क परयोजन क िलए] कोई यिकत कवल इस कारण भारत

सरकार क या पहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य की सरकार क अधीन लाभ का पद धारण करन वाला नही समझा जाएगा िक वह सघ का या ऐस रा य का मतरी ह

3[(2) कोई यिकत िकसी रा य की िवधान सभा या िवधान पिरष का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह दसवी अनसची क अधीन इस परकार िनरिहरत हो जाता ह ]

4[192 सद य की िनरहरताओ स सबिधत पर पर िविन यndash(1) यिद यह पर उठता ह िक िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का कोई सद य अन छद 191 क खड (1) म विणरत िकसी िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर रा यपाल को िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा

(2) ऐस िकसी पर पर िविन य करन स पहल रा यपाल िनवारचन आयोग की राय लगा और ऐसी राय क अनसार कायर करगा ]

193 अन छद 188 क अधीन शपथ लन या परितजञान करन स पहल या अिहरत 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 31 दवारा (िजसक अ तगरत सदन की बठक का गठन

करन क िलए गणपित र सि मिलत ह) श द और को क (तारीख अिधसिचत नही की गई) स अत थािपत इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

2 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 5 दवारा (1-3-1985 स) ldquo(2) इस अन छद क परयोजन क िलएrdquo क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 5 दवारा (1-3-1985 स) अतः थािपत 4 अन छद 192 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 33 दवारा (3-1-1977 स) और त प ात

सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 25 दवारा (20-6-1979 स) सशोिधत होकर उपरोकत प म आया

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न होत हए या िनरिहरत िकए जान पर बठन और मत दन क िलए शाि तndashयिद िकसी रा य की िवधान सभा या िवधान पिरष म कोई यिकत अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन स पहल या यह जानत हए िक म उसकी सद यता क िलए अिहरत नही ह या िनरिहरत कर िदया गया ह या सस या रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध दवारा ऐसा करन स परितिषदध कर िदया गया ह सद य क प म बठता ह या मत दता ह तो वह पर यक िदन क िलए जब वह इस परकार बठता ह या मत दता ह पाच सौ पए की शाि त का भागी होगा जो रा य को दय ऋण क प म वसल की जाएगी

रा य क िवधान-मडल और उनक सद य की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया

194 िवधान-मडल क सदन की तथा उनक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार आिदndash(1) इस सिवधान क उपबध क और िवधान-मडल की परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम और थायी आदश क अधीन रहत हए पर यक रा य क िवधान-मडल म वाक- वात य होगा

(2) रा य क िवधान-मडल म या उसकी िकसी सिमित म िवधान-मडल क िकसी सद य दवारा कही गई िकसी बात या िदए गए िकसी मत क सबध म उसक िव दध िकसी यायालय म कोई कायरवाही नही की जाएगी और िकसी यिकत क िव दध ऐस िवधान-मडल क िकसी सदन क परािधकार दवारा या उसक अधीन िकसी परितवदन पतर मत या कायरवािहय क परकाशन क सबध म इस परकार की कोई कायरवाही नही की जाएगी

1[(3) अ य बात म रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन की और ऐस िवधान-मडल क िकसी सदन क सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया ऐसी ह गी जो वह िवधान-मडल समय-समय पर िविध दवारा पिरिनि त कर और जब तक व इस परकार पिरिनि त नही की जाती ह तब तक 2[वही ह गी जो सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 26 क परव होन स ठीक पहल उस सदन की और उसक सद य और सिमितय की थी ]

(4) िजन यिकतय को इस सिवधान क आधार पर रा य क िवधान-मडल क

1 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 26 दवारा (20-6-1979 स) कितपय श द क थान पर

परित थािपत

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िकसी सदन या उसकी िकसी सिमित म बोलन का और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार ह उनक सबध म खड (1) खड (2) और खड (3) क उपबध उसी परकार लाग ह ग िजस परकार व उस िवधान-मडल क सद य क सबध म लाग होत ह

195 सद य क वतन और भ ndashरा य की िवधान सभा और िवधान पिरष क सद य ऐस वतन और भ िज ह उस रा य का िवधान-मडल समय-समय पर िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस सबध म इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन और भ ऐसी दर स और ऐसी शत पर जो त थानी परात की िवधान सभा क सद य को इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल लाग थी परा करन क हकदार ह ग

िवधायी परिकरया 196 िवधयक क परः थापन और पािरत िकए जान क सबध म उपबधndash(1) धन

िवधयक और अ य िव िवधयक क सबध म अन छद 198 और अन छद 207 क उपबध क अधीन रहत हए कोई िवधयक िवधान पिरष वाल रा य क िवधान-मडल क िकसी भी सदन म आरभ हो सकगा

(2) अन छद 197 और अन छद 198 क उपबध क अधीन रहत हए कोई िवधयक िवधान पिरष वाल रा य क िवधान-मडल क सदन दवारा तब तक पािरत िकया गया नही समझा जाएगा जब तक सशोधन क िबना या कवल ऐस सशोधन सिहत िजन पर दोन सदन सहमत हो गए ह उस पर दोन सदन सहमत नही हो जात ह

(3) िकसी रा य क िवधान-मडल म लिबत िवधयक उसक सदन या सदन क सतरावसान क कारण यपगत नही होगा

(4) िकसी रा य की िवधान पिरष म लिबत िवधयक िजसको िवधान सभा न पािरत नही िकया ह िवधान सभा क िवघटन पर यपगत नही होगा

(5) कोई िवधयक जो िकसी रा य की िवधान सभा म लिबत ह या जो िवधान सभा दवारा पािरत कर िदया गया ह और िवधान पिरष म लिबत ह िवधान सभा क िवघटन पर यपगत हो जाएगा

197 धन िवधयक स िभ न िवधयक क बार म िवधान पिरष की शिकतय पर िनबरधनndash(1) यिद िवधान पिरष वाल रा य की िवधान सभा दवारा िकसी िवधयक क पािरत िकए जान और िवधान पिरष को पारिषत िकए जान क प ातndash

(क) िवधान पिरष दवारा िवधयक अ वीकार कर िदया जाता ह या (ख) िवधान पिरष क समकष िवधयक रख जान की तारीख स उसक दवारा

िवधयक पािरत िकए िबना तीन मास स अिधक बीत गए ह या (ग) िवधान पिरष दवारा िवधयक ऐस सशोधन सिहत पािरत िकया जाता

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ह िजनस िवधान सभा सहमत नही होती ह तो िवधान सभा िवधयक को अपनी परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम क अधीन रहत हए उसी या िकसी प ातवतीर सतर म ऐस सशोधन सिहत या उसक िबना यिद कोई ह जो िवधान पिरष न िकए ह सझाए ह या िजनस िवधान पिरष सहमत ह पनःपािरत कर सकगी और तब इस परकार पािरत िवधयक को िवधान पिरष को पारिषत कर सकगी

(2) यिद िवधान सभा दवारा िवधयक इस परकार दबारा पािरत कर िदए जान और िवधान पिरष को पारिषत िकए जान क प ातndash

(क) िवधान पिरष दवारा िवधयक अ वीकार कर िदया जाता ह या (ख) िवधान पिरष क समकष िवधयक रख जान की तारीख स उसक दवारा

िवधयक पािरत िकए िबना एक मास स अिधक बीत गया ह या (ग) िवधान पिरष दवारा िवधयक ऐस सशोधन सिहत पािरत िकया जाता

ह िजनस िवधान सभा सहमत नही होती ह तो िवधयक रा य क िवधान-मडल क सदन दवारा ऐस सशोधन सिहत यिद कोई ह जो िवधान पिरष न िकए ह या सझाए ह और िजनस िवधान सभा सहमत ह उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह िवधान सभा दवारा दबारा पािरत िकया गया था

(3) इस अन छद की कोई बात धन िवधयक को लाग नही होगी 198 धन िवधयक क सबध म िवशष परिकरयाndash(1) धन िवधयक िवधान पिरष

म परः थािपत नही िकया जाएगा (2) धन िवधयक िवधान पिरष वाल रा य की िवधान सभा दवारा पािरत िकए

जान क प ात िवधान पिरष को उसकी िसफािरश क िलए पारिषत िकया जाएगा और िवधान पिरष िवधयक की पराि की तारीख स चौदह िदन की अविध क भीतर िवधयक को अपनी िसफािरश सिहत िवधान सभा को लौटा दगी और ऐसा होन पर िवधान सभा िवधान पिरष की सभी या िक ही िसफािरश को वीकार या अ वीकार कर सकगी

(3) यिद िवधान सभा िवधान पिरष की िकसी िसफािरश को वीकार कर लती ह तो धन िवधयक िवधान पिरष दवारा िसफािरश िकए गए और िवधान सभा दवारा वीकार िकए गए सशोधन सिहत दोन सदन दवारा पािरत िकया गया समझा जाएगा

(4) यिद िवधान सभा िवधान पिरष की िकसी भी िसफािरश को वीकार नही करती ह तो धन िवधयक िवधान पिरष दवारा िसफािरश िकए गए िकसी सशोधन क िबना दोन सदन दवारा उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह िवधान सभा दवारा पािरत िकया गया था

(5) यिद िवधान सभा दवारा पािरत और िवधान पिरष को उसकी िसफािरश क

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िलए पारिषत धन िवधयक उकत चौदह िदन की अविध क भीतर िवधान सभा को नही लौटाया जाता ह तो उकत अविध की समाि पर वह दोन सदन दवारा उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह िवधान सभा दवारा पािरत िकया गया था

199 ldquoधन िवधयकrdquo की पिरभाषाndash(1) इस अ याय क परयोजन क िलए कोई िवधयक धन िवधयक समझा जाएगा यिद उसम कवल िन निलिखत सभी या िक ही िवषय स सबिधत उपबध ह अथारत ndash

(क) िकसी कर का अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन

(ख) रा य दवारा धन उधार लन का या कोई पर याभित दन का िविनयमन अथवा रा य दवारा अपन ऊपर ली गई या ली जान वाली िक ही िव ीय बा यताओ स सबिधत िविध का सशोधन

(ग) रा य की सिचत िनिध या आकि मकता िनिध की अिभरकषा ऐसी िकसी िनिध म धन जमा करना या उसम स धन िनकालना

(घ) रा य की सिचत िनिध म स धन का िविनयोग (ङ) िकसी यय को रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय घोिषत करना

या ऐस िकसी यय की रकम को बढ़ाना (च) रा य की सिचत िनिध या रा य क लोक लख मदध धन परा करना

अथवा ऐस धन की अिभरकषा या उसका िनगरमन या (छ) उपखड (क) स उपखड (च) म िविनिदर िकसी िवषय का आनषिगक

कोई िवषय (2) कोई िवधयक कवल इस कारण धन िवधयक नही समझा जाएगा िक वह

जमारन या अ य धनीय शाि तय क अिधरोपण का अथवा अनजञि य क िलए फीस की या की गई सवाओ क िलए फीस की माग का या उनक सदाय का उपबध करता ह अथवा इस कारण धन िवधयक नही समझा जाएगा िक वह िकसी थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा थानीय परयोजन क िलए िकसी कर क अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन का उपबध करता ह

(3) यिद यह पर उठता ह िक िवधान पिरष वाल िकसी रा य क िवधान-मडल म परः थािपत कोई िवधयक धन िवधयक ह या नही तो उस पर उस रा य की िवधान सभा क अ यकष का िविन य अितम होगा

(4) जब धन िवधयक अन छद 198 क अधीन िवधान पिरष को पारिषत िकया

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जाता ह और जब वह अन छद 200 क अधीन अनमित क िलए रा यपाल क समकष पर तत िकया जाता ह तब पर यक धन िवधयक पर िवधान सभा क अ यकष क ह ताकषर सिहत यह परमाण प ािकत िकया जाएगा िक वह धन िवधयक ह

200 िवधयक पर अनमितndashजब कोई िवधयक रा य की िवधान सभा दवारा या िवधान पिरष वाल रा य म िवधान-मडल क दोन सदन दवारा पािरत कर िदया गया ह तब वह रा यपाल क समकष पर तत िकया जाएगा और रा यपाल घोिषत करगा िक वह िवधयक पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह अथवा वह िवधयक को रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखता ह

परत रा यपाल अनमित क िलए अपन समकष िवधयक पर तत िकए जान क प ात यथाशीघर उस िवधयक को यिद वह धन िवधयक नही ह तो सदन या सदन को इस सदश क साथ लौटा सकगा िक सदन या दोन सदन िवधयक पर या उसक िक ही िविनिदर उपबध पर पनिवरचार कर और िविश तया िक ही ऐस सशोधन क परः थापन की वाछनीयता पर िवचार कर िजनकी उसन अपन सदश म िसफािरश की ह और जब िवधयक इस परकार लौटा िदया जाता ह तब सदन या दोन सदन िवधयक पर तदनसार पनिवरचार करग और यिद िवधयक सदन या सदन दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर िदया जाता ह और रा यपाल क समकष अनमित क िलए पर तत िकया जाता ह तो रा यपाल उस पर अनमित नही रोकगा

परत यह और िक िजस िवधयक स उसक िविध बन जान पर रा यपाल की राय म उ च यायालय की शिकतय का ऐसा अ पीकरण होगा िक वह थान िजसकी पितर क िलए वह यायालय इस सिवधान दवारा पिरकि पत ह सकटाप न हो जाएगा उस िवधयक पर रा यपाल अनमित नही दगा िकत उस रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखगा

201 िवचार क िलए आरिकषत िवधयकndashजब कोई िवधयक रा यपाल दवारा रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख िलया जाता ह तब रा पित घोिषत करगा िक वह िवधयक पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह

परत जहा िवधयक धन िवधयक नही ह वहा रा पित रा यपाल को यह िनदश द सकगा िक वह िवधयक को यथाि थित रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन को ऐस सदश क साथ जो अन छद 200 क पहल परतक म विणरत ह लौटा द और जब कोई िवधयक इस परकार लौटा िदया जाता ह तब ऐसा सदश िमलन की तारीख स छह मास की अविध क भीतर सदन या सदन दवारा उस पर तदनसार पनिवरचार िकया जाएगा और यिद वह सदन या सदन दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर िदया जाता ह तो उस रा पित क समकष उसक िवचार क िलए िफर स पर तत िकया जाएगा

िव ीय िवषय क सबध म परिकरया

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202 वािषरक िव ीय िववरणndash(1) रा यपाल पर यक िव ीय वषर क सबध म रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन क समकष उस रा य की उस वषर क िलए पराककिलत पराि य और यय का िववरण रखवाएगा िजस इस भाग म ldquoवािषरक िव ीय िववरणrdquo कहा गया ह

(2) वािषरक िव ीय िववरण म िदए हए यय क पराककलन मndash (क) इस सिवधान म रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय क प म

विणरत यय की पितर क िलए अपिकषत रािशया और (ख) रा य की सिचत िनिध म स िकए जान क िलए पर थािपत अ य

यय की पितर क िलए अपिकषत रािशया पथक-पथक िदखाई जाएगी और राज व लख होन वाल यय का अ य यय स भद िकया जाएगा

(3) िन निलिखत यय पर यक रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय होगा अथारत ndash

(क) रा यपाल की उपलि धया और भ तथा उसक पद स सबिधत अ य यय

(ख) िवधान सभा क अ यकष और उपा यकष क तथा िवधान पिरष वाल रा य की दशा म िवधान पिरष क सभापित और उपसभापित क भी वतन और भ

(ग) ऐस ऋण भार िजनका दािय व रा य पर ह िजनक अतगरत याज िनकषप िनिध भार और मोचन भार तथा उधार लन और ऋण सवा और ऋण मोचन स सबिधत अ य यय ह

(घ) िकसी उ च यायालय क यायाधीश क वतन और भ क सबध म यय

(ङ) िकसी यायालय या मा य थम अिधकरण क िनणरय िडकरी या पचाट की ति क िलए अपिकषत रािशया

(च) कोई अ य यय जो इस सिवधान दवारा या रा य क िवधान-मडल दवारा िविध दवारा इस परकार भािरत घोिषत िकया जाता ह 203 िवधान-मडल म पराककलन क सबध म परिकरयाndash(1) पराककलन म स िजतन

पराककलन रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय स सबिधत ह व िवधान सभा म मतदान क िलए नही रख जाएग िक त इस खड की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह िवधान-मडल म उन पराककलन म स िकसी पराककलन पर चचार को िनवािरत करती ह

(2) उकत पराककलन म स िजतन पराककलन अ य यय स सबिधत ह व िवधान सभा क समकष अनदान की माग क प म रख जाएग और िवधान सभा को शिकत होगी

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िक वह िकसी माग को अनमित द या अनमित दन स इकार कर द अथवा िकसी माग को उसम िविनिदर रकम को कम करक अनमित द

(3) िकसी अनदान की माग रा यपाल की िसफािरश पर ही की जाएगी अ यथा नही

204 िविनयोग िवधयकndash(1) िवधान सभा दवारा अन छद 203 क अधीन अनदान िकए जान क प ात यथाशकय शीघर रा य की सिचत िनिध म सndash

(क) िवधान सभा दवारा इस परकार िकए गए अनदान की और (ख) रा य की सिचत िनिध पर भािरत िक त सदन या सदन क समकष

पहल रख गए िववरण म दिशरत रकम स िकसी भी दशा म अनिधक यय की पितर क िलए अपिकषत सभी धनरािशय क िविनयोग का उपबध करन क िलए िवधयक परः थािपत िकया जाएगा

(2) इस परकार िकए गए िकसी अनदान की रकम म पिरवतरन करन या अनदान क ल य को बदलन अथवा रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय की रकम म पिरवतरन करन का परभाव रखन वाला कोई सशोधन ऐस िकसी िवधयक म रा य क िवधान-मडल क सदन म या िकसी सदन म पर थािपत नही िकया जाएगा और पीठासीन यिकत का इस बार म िविन य अितम होगा िक कोई सशोधन इस खड क अधीन अगरा ह या नही

(3) अन छद 205 और अन छद 206 क उपबध क अधीन रहत हए रा य की सिचत िनिध म स इस अन छद क उपबध क अनसार पािरत िविध दवारा िकए गए िविनयोग क अधीन ही कोई धन िनकाला जाएगा अ यथा नही

205 अनपरक अितिरकत या अिधक अनदानndash(1) यिदndash (क) अन छद 204 क उपबध क अनसार बनाई गई िकसी िविध दवारा

िकसी िविश सवा पर चाल िव ीय वषर क िलए यय िकए जान क िलए परािधकत कोई रकम उस वषर क परयोजन क िलए अपयार पाई जाती ह या उस वषर क वािषरक िव ीय िववरण म अन यात न की गई िकसी नई सवा पर अनपरक या अितिरकत यय की चाल िव ीय वषर क दौरान आव यकता पदा हो गई ह या

(ख) िकसी िव ीय वषर क दौरान िकसी सवा पर उस वषर और उस सवा क िलए अनदान की गई रकम स अिधक कोई धन यय हो गया ह

तो रा यपाल यथाि थित रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन क समकष उस यय की पराककिलत रकम को दिशरत करन वाला दसरा िववरण रखवाएगा या रा य की िवधान

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सभा म ऐस आिधकय क िलए माग पर तत करवाएगा (2) ऐस िकसी िववरण और यय या माग क सबध म तथा रा य की सिचत

िनिध म स ऐस यय या ऐसी माग स सबिधत अनदान की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िकसी िविध क सबध म भी अन छद 202 अन छद 203 और अन छद 204 क उपबध वस ही परभावी ह ग जस व वािषरक िव ीय िववरण और उसम विणरत यय क सबध म या िकसी अनदान की िकसी माग क सबध म और रा य की सिचत िनिध म स ऐस यय या अनदान की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िविध क सबध म परभावी ह

206 लखानदान पर ययानदान और अपवादानदानndash(1) इस अ याय क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी िकसी रा य की िवधान सभा कोndash

(क) िकसी िव ीय वषर क भाग क िलए पराककिलत यय क सबध म कोई अनदान उस अनदान क िलए मतदान करन क िलए अन छद 203 म िविहत परिकरया क परा होन तक और उस यय क सबध म अन छद 204 क उपबध क अनसार िविध क पािरत होन तक अिगरम दन की

(ख) जब िकसी सवा की मह ा या उसक अिनि त प क कारण माग ऐस यौर क साथ विणरत नही की जा सकती ह जो वािषरक िव ीय िववरण म सामा यतया िदया जाता ह तब रा य क सपि ोत पर अपर यािशत माग की पितर क िलए अनदान करन की

(ग) िकसी िव ीय वषर की चाल सवा का जो अनदान भाग नही ह ऐसा कोई अपवादानदान करन की

शिकत होगी और िजन परयोजन क िलए उकत अनदान िकए गए ह उनक िलए रा य की सिचत िनिध म स धन िनकालना िविध दवारा परािधकत करन की रा य क िवधान-मडल को शिकत होगी

(2) खड (1) क अधीन िकए जान वाल िकसी अनदान और उस खड क अधीन बनाई जान वाली िकसी िविध क सबध म अन छद 203 और अन छद 204 क उपबध वस ही परभावी ह ग जस व वािषरक िव ीय िववरण म विणरत िकसी यय क बार म कोई अनदान करन क सबध म और रा य की सिचत िनिध म स ऐस यय की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िविध क सबध म परभावी ह

207 िव िवधयक क बार म िवशष उपबधndash(1) अन छद 199 क खड (1) क उपखड (क) स उपखड (च) म िविनिदर िकसी िवषय क िलए उपबध करन वाला िवधयक

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या सशोधन रा यपाल की िसफािरश स ही परः थािपत या पर तािवत िकया जाएगा अ यथा नही और ऐसा उपबध करन वाला िवधयक िवधान पिरष म परः थािपत नही िकया जाएगा

परत िकसी कर क घटान या उ सादन क िलए उपबध करन वाल िकसी सशोधन क पर ताव क िलए इस खड क अधीन िसफािरश की अपकषा नही होगी

(2) कोई िवधयक या सशोधन उकत िवषय म स िकसी िवषय क िलए उपबध करन वाला कवल इस कारण नही समझा जाएगा िक वह जमारन या अ य धनीय शाि तय क अिधरोपण का अथवा अनजञि य क िलए फीस की या की गई सवाओ क िलए फीस की माग का या उनक सदाय का उपबध करता ह अथवा इस कारण नही समझा जाएगा िक वह िकसी थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा थानीय परयोजन क िलए िकसी कर क अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन का उपबध करता ह

(3) िजस िवधयक को अिधिनयिमत और परवितरत िकए जान पर रा य की सिचत िनिध म स यय करना पड़गा वह िवधयक रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन दवारा तब तक पािरत नही िकया जाएगा जब तक ऐस िवधयक पर िवचार करन क िलए उस सदन स रा यपाल न िसफािरश नही की ह

साधारणतया परिकरया 208 परिकरया क िनयमndash(1) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए रा य

क िवधान-मडल का कोई सदन अपनी परिकरया और अपन कायर सचालन क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा

(2) जब तक खड (1) क अधीन िनयम नही बनाए जात ह तब तक इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल त थानी परात क िवधान-मडल क सबध म जो परिकरया क िनयम और थायी आदश परव थ व ऐस उपातरण और अनकलन क अधीन रहत हए उस रा य क िवधान-मडल क सबध म परभावी ह ग िज ह यथाि थित िवधान सभा का अ यकष या िवधान पिरष का सभापित उनम कर

(3) रा यपाल िवधान पिरष वाल रा य म िवधान सभा क अ यकष और िवधान पिरष क सभापित स परामशर करन क प ात दोन सदन म पर पर सचार स सबिधत परिकरया क िनयम बना सकगा

209 रा य क िवधान-मडल म िव ीय कायर सबधी परिकरया का िविध दवारा िविनयमनndashिकसी रा य का िवधान-मडल िव ीय कायर को समय क भीतर परा करन क

सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 22 दवारा (िजसक अ तगरत सदन की बठक का गठन करन क िलए गणपित र सि मिलत ह) श द और को क (तारीख अिधसिचत नही की गई) स अत थािपत इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

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परयोजन क िलए िकसी िव ीय िवषय स सबिधत या रा य की सिचत िनिध म स धन का िविनयोग करन क िलए िकसी िवधयक स सबिधत रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन की परिकरया और कायर सचालन का िविनयमन िविध दवारा कर सकगा तथा यिद और जहा तक इस परकार बनाई गई िकसी िविध का कोई उपबध अन छद 208 क खड (1) क अधीन रा य क िवधान-मडल क सदन या िकसी सदन दवारा बनाए गए िनयम स या उस अन छद क खड (2) क अधीन रा य िवधान-मडल क सबध म परभावी िकसी िनयम या थायी आदश स असगत ह तो और वहा तक ऐसा उपबध अिभभावी होगा

210 िवधान-मडल म परयोग की जान वाली भाषाndash(1) भाग 17 म िकसी बात क होत हए भी िक त अन छद 348 क उपबध क अधीन रहत हए रा य क िवधान-मडल म कायर रा य की राजभाषा या राजभाषाओ म या िहदी म या अगरजी म िकया जाएगा

परत यथाि थित िवधान सभा का अ यकष या िवधान पिरष का सभापित अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत िकसी सद य को जो पव कत भाषाओ म स िकसी भाषा म अपनी पयार अिभ यिकत नही कर सकता ह अपनी मातभाषा म सदन को सबोिधत करन की अनजञा द सकगा

(2) जब तक रा य का िवधान-मडल िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक इस सिवधान क परारभ स पदरह वषर की अविध की समाि क प ात यह अन छद ऐस परभावी होगा मानो ldquoया अगरजी मrdquo श द का उसम स लोप कर िदया गया हो

1[परत 2[िहमाचल परदश मिणपर मघालय और ितरपरा रा य क िवधान-मडल ] क सबध म यह खड इस परकार परभावी होगा मानो इसम आन वाल ldquoपदरह वषरrdquo श द क थान पर ldquoप चीस वषरrdquo श द रख िदए गए ह ]

3[परत यह और िक 4-5[अ णाचल परदश गोवा और िमजोरम रा य क िवधान-मडल ]] क सबध म यह खड इस परकार परभावी होगा मानो इसम आन वाल ldquoपदरह वषरrdquo श द क थान पर ldquoचालीस वषरrdquo श द रख िदए गए ह ]

211 िवधान-मडल म चचार पर िनबरधनndashउ चतम यायालय या िकसी उ च यायालय क िकसी यायाधीश क अपन कतर य क िनवरहन म िकए गए आचरण क

1 िहमाचल परदश रा य अिधिनयम 1970 (1970 का 53) की धारा 46 दवारा (25-1-1971 स ) अतः थािपत 2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoिहमाचल परदश

रा य क िवधान-मडलrdquo क थान पर परित थािपत 3 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) अतः थािपत 4 अ णाचल परदश रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 69) की धारा 42 दवारा (30-5-1987 स) ldquoिमजोरम रा य क

िवधान-मडलrdquo क थान पर परित थािपत 5 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) ldquoअ णाचल

परदश और िमजोरमrdquo क थान पर परित थािपत

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िवषय म रा य क िवधान-मडल म कोई चचार नही होगी 212 यायालय दवारा िवधान-मडल की कायरवािहय की जाच न िकया जानाndash(1)

रा य क िवधान-मडल की िकसी कायरवाही की िविधमा यता को परिकरया की िकसी अिभकिथत अिनयिमतता क आधार पर पर गत नही िकया जाएगा

(2) रा य क िवधान-मडल का कोई अिधकारी या सद य िजसम इस सिवधान दवारा या इसक अधीन उस िवधान-मडल म परिकरया या कायर सचालन का िविनयमन करन की अथवा यव था बनाए रखन की शिकतया िनिहत ह उन शिकतय क अपन दवारा परयोग क िवषय म िकसी यायालय की अिधकािरता क अधीन नही होगा

अ याय 4 - रा यपाल की िवधायी शिकत 213 िवधान-मडल क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की रा यपाल

की शिकतndash(1) उस समय को छोड़कर जब िकसी रा य की िवधान सभा सतर म ह या िवधान पिरष वाल रा य म िवधान-मडल क दोन सदन सतर म ह यिद िकसी समय रा यपाल का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसी पिरि थितया िवदयमान ह िजनक कारण तर त काररवाई करना उसक िलए आव यक हो गया ह तो वह ऐस अ यादश परखयािपत कर सकगा जो उस उन पिरि थितय म अपिकषत परतीत ह

परत रा यपाल रा पित क अनदश क िबना कोई ऐसा अ यादश परखयािपत नही करगा यिदndash

(क) वस ही उपबध अतिवर करन वाल िवधयक को िवधान-मडल म पर थािपत िकए जान क िलए रा पित की पवर मजरी की अपकषा इस सिवधान क अधीन होती या

(ख) वह वस ही उपबध अतिवर करन वाल िवधयक को रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखना आव यक समझता या

(ग) वस हर उपबध अतिवर करन वाला रा य क िवधान-मडल का अिधिनयम इस सिवधान क अधीन तब तक अिविधमा य होता जब तक रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख जान पर उस रा पित की अनमित परा नही हो गई होती (2) इस अन छद क अधीन परखयािपत अ यादश का वही बल और परभाव होगा

जो रा य क िवधान-मडल क ऐस अिधिनयम का होता ह िजस रा यपाल न अनमित द दी ह िकत पर यक ऐसा अ यादशndash

(क) रा य की िवधान सभा क समकष और िवधान पिरष वाल रा य म दोन सदन क समकष रखा जाएगा तथा िवधान-मडल क पन समवत होन स

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छह स ाह की समाि पर या यिद उस अविध की समाि स पहल िवधान सभा उसक अननमोदन का सक प पािरत कर दती ह और यिद िवधान पिरष ह तो वह उसस सहमत हो जाती ह तो यथाि थित सक प क पािरत होन पर या िवधान पिरष दवारा सक प स सहमत होन पर परवतरन म नही रहगा और

(ख) रा यपाल दवारा िकसी भी समय वापस िलया जा सकगा प ीकरणndashजहा िवधान पिरष वाल रा य क िवधान-मडल क सदन िभ न-िभ न

तारीख को पन समवत होन क िलए आहत िकए जात ह वहा इस खड क परयोजन क िलए छह स ाह की अविध की गणना उन तारीख म स प ा वतीर तारीख स की जाएगी

(3) यिद और जहा तक इस अन छद क अधीन अ यादश कोई ऐसा उपबध करता ह जो रा य क िवधान-मडल क ऐस अिधिनयम म िजस रा यपाल न अनमित द दी ह अिधिनयिमत िकए जान पर िविधमा य नही होता तो और वहा तक वह अ यादश श य होगा

परत रा य क िवधान-मडल क ऐस अिधिनयम क जो समवतीर सची म परगिणत िकसी िवषय क बार म सस क िकसी अिधिनयम या िकसी िवदयमान िविध क िव दध ह परभाव स सबिधत इस सिवधान क उपबध क परयोजन क िलए यह ह िक कोई अ यादश जो रा पित क अनदश क अनसरण म इस अन छद क अधीन परखयािपत िकया जाता ह रा य क िवधान-मडल का ऐसा अिधिनयम समझा जाएगा जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखा गया था और िजस उसन अनमित द दी ह

1(4) अ याय 5ndashरा य क उ च यायालय

214 रा य क िलए उ च यायालयndash2 पर यक रा य क िलए एक उ च यायालय होगा

3(2) 3(3)

215 उ च यायालय का अिभलख यायालय होनाndashपर यक उ च यायालय अिभलख यायालय होगा और उसको अपन अवमान क िलए दड दन की शिकत सिहत ऐस यायालय की सभी शिकतया ह गी

216 उ च यायालय का गठनndashपर यक उ च यायालय मखय यायमितर और ऐस अ य यायाधीश स िमलकर बनगा िज ह रा पित समय-समय पर िनयकत करना 1 सिवधान (अड़तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 3 दवारा (11-8-1975 स) खड (4) अतः थािपत िकया

गया था और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 27 दवारा (20-6-1979 स) लोप िकया गया

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा को क और अक ldquo(1)rdquo का लोप िकया गया

3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 दवारा (1-11-1956 स) खड (2) और खड (3) का लोप िकया गया

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आव यक समझ 1 217 उ च यायालय क यायाधीश की िनयिकत और उसक पद की शतndash(1)

2[अन छद 124क म िनिदर रा ीय याियक िनयिकत आयोग की िसफािरश पर रा पित] अपन ह ताकषर और मदरा सिहत अिधपतर दवारा उ च यायालय क पर यक यायाधीश को िनयकत करगा और वह यायाधीश 3[अपर या कायरकारी यायाधीश की दशा म अन छद 224 म उपबिधत प म पद धारण करगा और िकसी अ य दशा म तब तक पद धारण करगा जब तक वह 4[बासठ वषर] की आय परा नही कर लता ह ]]

परतndash (क) कोई यायाधीश रा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा

अपना पद याग सकगा (ख) िकसी यायाधीश को उ चतम यायालय क यायाधीश को हटान क

िलए अन छद 124 क खड (4) म उपबिधत रीित स उसक पद स रा पित दवारा हटाया जा सकगा

(ग) िकसी यायाधीश का पद रा पित दवारा उस उ चतम यायालय का यायाधीश िनयकत िकए जान पर या रा पित दवारा उस भारत क रा यकषतर म िकसी अ य उ च यायालय को अतिरत िकए जान पर िरकत हो जाएगा (2) कोई यिकत िकसी उ च यायालय क यायाधीश क प म िनयिकत क िलए

तभी अिहरत होगा जब वह भारत का नागिरक ह औरndash (क) भारत क रा यकषतर म कम स कम दस वषर तक याियक पद धारण

कर चका ह या (ख) िकसी 5 उ च यायालय का या ऐस दो या अिधक यायालय का

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 11 दवारा (1-11-1956 स) पर तक का लोप िकया गया 2 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 6 दवारा (13-4-2015 स) ldquoभारत क मखय यायमितर

स उस रा य क रा यपाल स और मखय यायमितर स िभ न िकसी यायाधीश की िनयिकत की दशा म उस उ च यायालय क मखय यायमितर स परामशर करन क प ात रा पितrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 12 दवारा ldquoतब तक पद धारण करगा जब तक िक वह साठ वषर की आय परा न कर लrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

4 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 4 दवारा ldquoसाठ वषरrdquo क थान पर (5-10-1963 स) परित थािपत

5 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य म कrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

100

लगातार कम स कम दस वषर तक अिधवकता रहा ह 2 1(ग)

प ीकरण ndash इस खड क परयोजन क िलएndash 2[(क) भारत क रा यकषतर म याियक पद धारण करन की अविध

की सगणना करन म वह अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान कोई यिकत याियक पद धारण करन क प ात िकसी उ च यायालय का अिधवकता रहा ह या उसन िकसी अिधकरण क सद य का पद धारण िकया ह अथवा सघ या रा य क अधीन कोई ऐसा पद धारण िकया ह िजसक िलए िविध का िवशष जञान अपिकषत ह ]

3[(कक) िकसी उ च यायालय का अिधवकता रहन की अविध की सगणना करन म वह अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान िकसी यिकत न अिधवकता होन क प ात 4[ याियक पद धारण िकया ह या िकसी अिधकरण क सद य का पद धारण िकया ह अथवा सघ या रा य क अधीन कोई ऐसा पद धारण िकया ह िजसक िलए िविध का िवशष जञान अपिकषत ह ]

(ख) भारत क रा यकषतर म याियक पद धारण करन या िकसी उ च यायालय का अिधवकता रहन की अविध की सगणना करन म इस सिवधान क परारभ स पहल की वह अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान िकसी यिकत न यथाि थित ऐस कषतर म जो 15 अग त 1947 स पहल भारत शासन अिधिनयम 1935 म पिरभािषत भारत म समािव था याियक पद धारण िकया ह या वह ऐस िकसी कषतर म िकसी उ च यायालय का अिधवकता रहा ह

5[(3) यिद उ च यायालय क िकसी यायाधीश की आय क बार म कोई पर उठता ह तो उस पर का िविन य भारत क मखय यायमितर स परामशर करन क प ात रा पित दवारा िकया जाएगा और रा पित का िविन य अितम होगा ]

218 उ चतम यायालय स सबिधत कछ उपबध का उ च यायालय को लाग होनाndashअन छद 124 क खड (4) और खड (5) क उपबध जहा-जहा उनम उ चतम यायालय क परित िनदश ह वहा-वहा उ च यायालय क परित िनदश परित थािपत करक

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 36 दवारा (3-1-1977 स) श द ldquoयाrdquo और उपखड (ग)

अतः थािपत िकए गए और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 28 दवारा (20-6-1979 स) उनका लोप िकया गया

2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 28 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 28 दवारा (20-6-1979 स) खड (क) को खड (कक) क

प म पनःअकषरािकत िकया गया 4 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 36 दवारा (3-1-1977 स) ldquo यािययक पद धारण िकया

होrdquo क थान पर परित थािपत 5 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 4 दवारा (भतलकषी परभाव स ) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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उ च यायालय क सबध म वस ही लाग ह ग जस व उ चतम यायालय क सबध म लाग होत ह

219 उ च यायालय क यायाधीश दवारा शपथ या परितजञानndash1 उ च यायालय का यायाधीश होन क िलए िनयकत पर यक यिकत अपना पदगरहण करन स पहल उस रा य क रा यपाल या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

2[220 थायी यायाधीश रहन क प ात िविध- यवसाय पर िनबरधनndashकोई यिकत िजसन इस सिवधान क परारभ क प ात िकसी उ च यायालय क थायी यायाधीश क प म पद धारण िकया ह उ चतम यायालय और अ य उ च यायालय क िसवाय

भारत म िकसी यायालय या िकसी परािधकारी क समकष अिभवचन या कायर नही करगा

प ीकरणndashइस अन छद म ldquoउ च यायालयrdquo पद क अतगरत सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 क परारभ3 स पहल िवदयमान पहली अनसची क भाग ख म िविनिदर रा य का उ च यायालय नही ह ]

221 यायाधीश क वतन आिदndash 4[(1) पर यक उ च यायालय क यायाधीश को ऐस वतन का सदाय िकया जाएगा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन का सदाय िकया जाएगा जो दसरी अनसची म िविनिदर ह ]

(2) पर यक यायाधीश ऐस भ का तथा अनपि थित छटटी और पशन क सबध म ऐस अिधकार का जो सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन समय-समय पर अवधािरत िकए जाए और जब तक इस परकार अवधािरत नही िकए जात ह तब तक ऐस भ और अिधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

परत िकसी यायाधीश क भ म और अनपि थित छटटी या पशन क सबध म उसक अिधकार म उसकी िनयिकत क प ात उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा

222 िकसी यायाधीश का एक उ च यायालय स दसर उ च यायालय को

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoिकसी रा य मrdquo श द का (1-11-

1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 13 दवारा परित थािपत 3 1 नव बर 1956 4 सिवधान (चौवनवा सशोधन) अिधिनयम 1986 की धारा 3 दवारा (1-4-1986 स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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अतरणndash(1) रा पित 1[अऩ छद 124क म िनिदर रा ीय याियक िनयिकत आयोग की िसफािरश पर] 2 िकसी यायाधीश का एक उ च यायालय स दसर उ च यायालय को अतरण कर सकगा

3[(2) जब कोई यायाधीश इस परकार अतिरत िकया गया ह या िकया जाता ह तब वह उस अविध क दौरान िजसक दौरान वह सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 क परारभ क प ात दसर उ च यायालय क यायाधीश क प म सवा करता ह अपन वतन क अितिरकत ऐसा परितकरा मक भ ा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस परकार अवधािरत नही िकया जाता ह तब तक ऐसा परितकरा मक भ ा जो रा पित आदश दवारा िनयत कर परा करन का हकदार होगा ]

223 कायरकारी मखय यायमितर की िनयिकतndashजब िकसी उ च यायालय क मखय यायमितर का पद िरकत ह या जब ऐसा मखय यायमितर अनपि थित क कारण या अ यथा अपन पद क कतर य का पालन करन म असमथर ह तब यायालय क अ य यायाधीश म स ऐसा एक यायाधीश िजस रा पित इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

4[224 अपर और कायरकारी यायाधीश की िनयिकतndash(1) यिद िकसी उ च यायालय क कायर म िकसी अ थायी विदध क कारण या उसम कायर की बकाया क कारण रा पित को यह परतीत होता ह िक उस यायालय क यायाधीश की सखया को त समय बढ़ा दना चािहए 5[तो रा पित रा ीय याियक िनयिकत आयोग क परामशर स स यक प स] अिहरत यिकतय को दो वषर स अनिधक की ऐसी अविध क िलए जो वह िविनिदर

कर उस यायालय क अपर यायाधीश िनयकत कर सकगा (2) जब िकसी उ च यायालय का मखय यायमितर स िभ न कोई यायाधीश

अनपि थित क कारण या अ य कारण स अपन पद क कतर य का पालन करन म

1 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 7 दवारा (13-4-2015 स) ldquoभारत क मखय यायमितर

स परामशर करन क प ातrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 14 दवारा ldquoभारत क रा यकषतर म कrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

3 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 5 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 14 दवारा मल खड (2) का लोप (1-11-1956 स) िकया गया

4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 15 दवारा अन छद 224 क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

5 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 8 दवारा (13-4-2015 स) ldquoतो रा पित स यकत प सrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

भारत का सिवधान

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असमथर ह या मखय यायमितर क प म अ थायी प स कायर करन क िलए िनयकत िकया जाता ह 1[तो रा पित रा ीय याियक िनयिकत आयोग क परामशर स स यक प स] अिहरत िकसी यिकत को तब तक क िलए उस यायालय क यायाधीश क प म कायर करन क िलए िनयकत कर सकगा जब तक थायी यायाधीश अपन कतर य को िफर स नही सभाल लता ह

(3) उ च यायालय क अपर या कायरकारी यायाधीश क प म िनयकत कोई यिकत 2[बासठ वषर] की आय परा कर लन क प ात पद धारण नही करगा

3[224क उ च यायालय की बठक म सवािनव यायाधीश की िनयिकतndashइस अ याय म िकसी बात क होत हए भी 4[रा ीय याियक िनयिकत आयोग िकसी रा य क उ च यायालय क मखय यायमितर दवारा उस िकए गए िकसी िनदश पर रा पित की पवर सहमित स] िकसी यिकत स जो उस उ च यायालय या िकसी अ य उ च यायालय क यायाधीश का पद धारण कर चका ह उस रा य क उ च यायालय क यायाधीश क प म बठन और कायर करन का अनरोध कर सकगा और पर यक ऐसा यिकत िजसस इस परकार अनरोध िकया जाता ह इस परकार बठन और कायर करन क दौरान ऐस भ का हकदार होगा जो रा पित आदश दवारा अवधािरत कर और उसको उस उ च यायालय क यायाधीश की सभी अिधकािरता शिकतया और िवशषािधकार ह ग िकत उस अ यथा उस उ च यायालय का यायाधीश नही समझा जाएगा

परत जब तक यथापव कत यिकत उस उ च यायालय क यायाधीश क प म बठन और कायर करन की सहमित नही द दता ह तब तक इस अन छद की कोई बात उसस ऐसा करन की अपकषा करन वाली नही समझी जाएगी ]

225 िवदयमान उ च यायालय की अिधकािरताndashइस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए और इस सिवधान दवारा समिचत िवधान-मडल को परद शिकतय क आधार पर उस िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए िकसी िवदयमान उ च यायालय की अिधकािरता और उसम परशािसत िविध तथा उस यायालय म याय परशासन क सबध म उसक यायाधीश की अपनी-अपनी शिकतया िजनक अतगरत यायालय क िनयम बनान की शिकत तथा उस यायालय और उसक सद य की बठक का चाह व अकल बठ या खड यायालय म बठ िविनयमन करन की शिकत ह वही ह गी जो इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल थी

1 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 8 दवारा (13-4-2015 स) ldquoतब रा पित स यक प सrdquo

क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

2 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 6 दवारा ldquoसाठ वषरrdquo क थान पर (5-10-1963 स) परित थािपत

3 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 7 दवारा अतः थािपत 4 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 9 दवारा (13-4-2015 स) ldquoिकसी रा य क उ च

यायालय का मखय यायमितर िकसी भी समय रा पित की पवर सहमित सrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

भारत का सिवधान

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1[परत राज व सबधी अथवा उसका सगरहण करन म आिद या िकए गए िकसी कायर सबधी िवषय की बाबत उ च यायालय म स िकसी की आरिभक अिधकािरता का परयोग इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल िजस िकसी िनबरधन क अधीन था वह िनबरधन ऐसी अिधकािरता क परयोग को ऐस परारभ क प ात लाग नही होगा ]

2[226 कछ िरट िनकालन की उ च यायालय की शिकत ndash (1) अन छद 32 म िकसी बात क होत हए भी 3 पर यक उ च यायालय को उन रा यकषतर म सवरतर िजनक सबध म वह अपनी अिधकािरता का परयोग करता ह 3[भाग 3 दवारा परद अिधकार म स िकसी को परवितरत करान क िलए और िकसी अ य परयोजन क िलए] उन रा यकषतर क भीतर िकसी यिकत या परािधकारी को या समिचत मामल म िकसी सरकार को ऐस िनदश आदश या िरट िजनक अतगरत 4[बदी पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार-प छा और उ परषण िरट ह या उनम स कोई] िनकालन की शिकत होगी ]

(2) िकसी सरकार परािधकारी या यिकत को िनदश आदश या िरट िनकालन की खड (1) दवारा परद शिकत का परयोग उन रा यकषतर क सबध म िजनक भीतर ऐसी शिकत क परयोग क िलए वादहतक पणरत या भागत उ प न होता ह अिधकािरता का परयोग करन वाल िकसी उ च यायालय दवारा भी इस बात क होत हए भी िकया जा सकगा िक ऐसी सरकार या परािधकारी का थान या ऐस यिकत का िनवास- थान उन रा यकषतर क भीतर नही ह

5[(3) जहा कोई पकषकार िजसक िव दध खड (1) क अधीन िकसी यािचका पर या उसस सबिधत िकसी कायरवाही म यादश क प म या रोक क प म या िकसी अ य रीित स कोई अतिरम आदशndash

(क) ऐस पकषकार को ऐसी यािचका की और ऐस अतिरम आदश क िलए अिभवाक क समथरन म सभी द तावज की परितिलिपया और

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 29 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत सिवधान

(बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 37 दवारा (1-2-1977 स) मल परतक का लोप िकया गया था 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 38 दवारा (1-2-1977 स) अन छद 226 क थान पर

परित थािपत 3 सिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 7 दवारा (13-4-1978 स) ldquoिकत अन छद 131क और

अन छद 226क क उपबध क अधीन रहत हएrdquo श द अक और अकषर का लोप िकया गया 4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 30 दवारा (1-8-1979 स) ldquoिजनक अतगरत बदी

पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार-प छा और उ परषण क परकार क लख भी ह अथवा उनम स िकसी कोrdquo श द स आरभ होकर ldquo याय की सारवान िन फलता हई ह िकसी कषित क परिततोष क िलएrdquo श द क साथ समा होन वाल भाग क थान पर परित थािपत

5 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 30 दवारा (1-8-1979 स) खड (3) खड (4) खड (5) और खड (6) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(ख) ऐस पकषकार को सनवाई का अवसर िदए िबना िकया गया ह ऐस आदश को र करान क िलए उ च यायालय को आवदन करता ह और ऐस आवदन की एक परितिलिप उस पकषकार को िजसक पकष म ऐसा आदश िकया गया ह या उसक काउसल को दता ह वहा उ च यायालय उसकी पराि की तारीख स या ऐस आवदन की परितिलिप इस परकार िदए जान की तारीख स दो स ाह की अविध क भीतर इनम स जो भी प ा वतीर हो या जहा उ च यायालय उस अविध क अितम िदन बद ह वहा उसक ठीक बाद वाल िदन की समाि स पहल िजस िदन उ च यायालय खला ह आवदन को िनपटाएगा और यिद आवदन इस परकार नही िनपटाया जाता ह तो अतिरम आदश यथाि थित उकत अविध की या उकत ठीक बाद वाल िदन की समाि पर र हो जाएगा ]

1[(4) इस अन छद दवारा उ च यायालय को परद शिकत स अन छद 32 क खड (2) दवारा उ चतम यायालय को परद शिकत का अ पीकरण नही होगा ]

2[226क अन छद 226 क अधीन कायरवािहय म क दरीय िविधय की सािवधािनक वधता पर िवचार न िकया जाना ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 8 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

227 सभी यायालय क अधीकषण की उ च यायालय की शिकतndash3[(1) पर यक उ च यायालय उन रा यकषतर म सवरतर िजनक सबध म वह अपनी अिधकािरता का परयोग करता ह सभी यायालय और अिधकरण का अधीकषण करगा ]

(2) पवरगामी उपबध की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना उ च यायालयndash

(क) ऐस यायालय स िववरणी मगा सकगा (ख) ऐस यायालय की पदधित और कायरवािहय क िविनयमन क िलए

साधारण िनयम और पर प बना सकगा और िनकाल सकगा तथा िविहत कर सकगा और

(ग) िक ही ऐस यायालय क अिधकािरय दवारा रखी जान वाली प तक परिवि य और लखाओ क पर प िविहत कर सकगा (3) उ च यायालय उन फीस की सारिणया भी ि थर कर सकगा जो ऐस

यायालय क शिरफ को तथा सभी िलिपक और अिधकािरय को तथा उनम िविध-यावसाय करन वाल अटिनरय अिधवकताओ और लीडर को अनजञय ह गी

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 30 दवारा (1-8-1979 स) खड (7) को खड (4) क प

म पनःसखयािकत िकया गया 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 39 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 40 दवारा (1-2-1977 स) और त प ात सिवधान

(चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 31 दवारा (20-6-1979 स) परित थािपत होकर उपरोकत खड (1) प म आया

भारत का सिवधान

106

परत खड (2) या खड (3) क अधीन बनाए गए कोई िनयम िविहत िकए गए कोई पर प या ि थर की गई कोई सारणी त समय परव िकसी िविध क उपबध स असगत नही होगी और इनक िलए रा यपाल क पवर अनमोदन की अपकषा होगी

(4) इस अन छद की कोई बात उ च यायालय को सश बल स सबिधत िकसी िविध दवारा या उसक अधीन गिठत िकसी यायालय या अिधकरण पर अधीकषण की शिकतया दन वाली नही समझी जाएगी

1(5) 228 कछ मामल का उ च यायालय को अतरणndashयिद उ च यायालय का यह

समाधान हो जाता ह िक उसक अधीन थ िकसी यायालय म लिबत िकसी मामल म इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध का कोई सारवान पर अतवरिलत ह िजसका अवधारण मामल क िनपटार क िलए आव यक ह 2[तो वह 3उस मामल को अपन पास मगा लगा औरndash]

(क) मामल को वय िनपटा सकगा या (ख) उकत िविध क पर का अवधारण कर सकगा और उस मामल को ऐस

पर पर िनणरय की परितिलिप सिहत उस यायालय को िजसस मामला इस परकार मगा िलया गया ह लौटा सकगा और उकत यायालय उसक परा होन पर उस मामल को ऐस िनणरय क अन प िनपटान क िलए आग कायरवाही करगा 4[228क रा य िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क िनपटार क

बार म िवशष उपबध ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 10 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

229 उ च यायालय क अिधकारी और सवक तथा ययndash(1) िकसी उ च यायालय क अिधकािरय और सवक की िनयिकतया उस यायालय का मखय यायमितर करगा या उस यायालय का ऐसा अ य यायाधीश या अिधकारी करगा िजस वह िनिद कर

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 40 दवारा (1-2-1977 स ) खड (5) अतः थािपत िकया

गया और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 31 दवारा (20-6-1979 स) उसका लोप िकया गया

2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 41 दवारा (1-2-1977 स) ldquoतो वह उस मामल को अपन पास मगा लगा तथा --rdquo क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 9 दवारा (13-4-1978 स) ldquoअन छद 131क क उपबध क अधीन रहत हएrdquo श द अक और अकषर का लोप िकया गया

4 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 42 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

107

परत उस रा य का रा यपाल 1 िनयम दवारा यह अपकषा कर सकगा िक ऐसी िक ही दशाओ म जो िनयम म िविनिदर की जाए िकसी ऐस यिकत को जो पहल स ही यायालय स सलगन नही ह यायालय स सबिधत िकसी पद पर रा य लोक सवा आयोग स परामशर करक ही िनयकत िकया जाएगा अ यथा नही

(2) रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध क उपबध क अधीन रहत हए उ च यायालय क अिधकािरय और सवक की सवा की शत ऐसी ह गी जो उस यायालय क मखय यायमितर या उस यायालय क ऐस अ य यायाधीश या अिधकारी दवारा िजस मखय यायमितर न इस परयोजन क िलए िनयम बनान क िलए परािधकत िकया ह बनाए गए िनयम दवारा िविहत की जाए

परत इस खड क अधीन बनाए गए िनयम क िलए जहा तक व वतन भ छटटी या पशन स सबिधत ह उस रा य क रा यपाल क 1 अनमोदन की अपकषा होगी

(3) उ च यायालय क परशासिनक यय िजनक अतगरत उस यायालय क अिधकािरय और सवक को या उनक सबध म सदय सभी वतन भ और पशन ह रा य की सिचत िनिध पर भािरत ह ग और उस यायालय दवारा ली गई फीस और अ य धनरािशया उस िनिध का भाग ह गी

2[230 उ च यायालय की अिधकािरता का सघ रा यकषतर पर िव तारndash(1) सस िविध दवारा िकसी सघ रा यकषतर पर िकसी उ च यायालय की अिधकािरता का िव तार कर सकगी या िकसी सघ रा यकषतर स िकसी उ च यायालय की अिधकािरता का अपवजरन कर सकगी

(2) जहा िकसी रा य का उ च यायालय िकसी सघ रा यकषतर क सबध म अिधकािरता का परयोग करता ह वहाndash

(क) इस सिवधान की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह उस रा य क िवधान-मडल को उस अिधकािरता म विदध उसका िनबरधन या उ सादन करन क िलए सशकत करती ह और

(ख) उस रा यकषतर म अधीन थ यायालय क िलए िक ही िनयम पर प या सारिणय क सबध म अन छद 227 म रा यपाल क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह रा पित क परित िनदश ह 231 दो या अिधक रा य क िलए एक ही उ च यायालय की थापनाndash(1) इस

अ याय क पवरवतीर उपबध म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा दो या अिधक रा य क िलए अथवा दो या अिधक रा य और िकसी सघ रा यकषतर क िलए एक ही उ च यायालय थािपत कर सकगी

(2) िकसी ऐस उ च यायालय क सबध मndash

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoिजसम उ च यायालय का मखय

थान हrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 16 दवारा (1-11-1956 स) अन छद 230 231 और 232

क थान पर अन छद 230 और 231 परित थािपत

भारत का सिवधान

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1(क) (ख) अधीन थ यायालय क िलए िक ही िनयम पर प या सारिणय क

सबध म अन छद 227 म रा यपाल क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह उस रा य क रा यपाल क परित िनदश ह िजसम व अधीन थ यायालय ि थत ह और

(ग) अन छद 219 और अन छद 229 म रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व उस रा य क परित िनदश ह िजसम उस उ च यायालय का मखय थान ह परत यिद ऐसा मखय थान िकसी सघ रा यकषतर म ह तो अन छद 219 और

अन छद 229 म रा य क रा यपाल लोक सवा आयोग िवधान-मडल और सिचत िनिध क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व करमश रा पित सघ लोक सवा आयोग सस और भारत की सिचत िनिध क परित िनदश ह ]

232 िनवरचन ndash [सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 6 दवारा (1-11-1956 स) अन छद 230 231 और 232 क थान पर अन छद 230 और 231 को परित थािपत िकया गया]

अ याय 6ndashअधीन थ यायालय 233 िजला यायाधीश की िनयिकतndash(1) िकसी रा य म िजला यायाधीश िनयकत

होन वाल यिकतय की िनयिकत तथा िजला यायाधीश की पद थापना और परो नित उस रा य का रा यपाल ऐस रा य क सबध म अिधकािरता का परयोग करन वाल उ च यायालय स परामशर करक करगा

(2) वह यिकत जो सघ की या रा य की सवा म पहल स ही नही ह िजला यायाधीश िनयकत होन क िलए कवल तभी पातर होगा जब वह कम स कम सात वषर तक अिधवकता या लीडर रहा ह और उसकी िनयिकत क िलए उ च यायालय न िसफािरश की ह 1 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 10 दवारा (13-4-2015 स) खड (क) का लोप िकया

गया यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16-10-2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह सशोधन क पवर खड (क) िन नानसार था --

ldquo(क) अन छद 217 म उस रा य क रा यपाल क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह उन सभी रा य क रा यपाल क परित िनदश ह िजनक सबध म वह उ च यायालय अिधकािरता का परयोग करता ह rdquo

भारत का सिवधान

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1[233क कछ िजला यायाधीश की िनयिकतय का और उनक दवारा िकए गए िनणरय आिद का िविधमा यकरणndashिकसी यायालय का कोई िनणरय िडकरी या आदश होत हए भी ndash

(क) (i) उस यिकत की जो रा य की याियक सवा म पहल स ही ह या उस यिकत की जो कम स कम सात वषर तक अिधवकता या लीडर रहा ह उस रा य म िजला यायाधीश क प म िनयिकत की बाबत और

(ii) ऐस यिकत की िजला यायाधीश क प म पद थापना परो नित या अतरण की बाबत जो सिवधान (बीसवा सशोधन) अिधिनयम 1966 क परारभ स पहल िकसी समय अन छद 233 या अन छद 235 क उपबध क अनसार न करक अ यथा िकया गया ह कवल इस त य क कारण िक ऐसी िनयिकत पद थापना परो नित या अतरण उकत उपबध क अनसार नही िकया गया था यह नही समझा जाएगा िक वह अवध या श य ह या कभी भी अवध या श य रहा था

(ख) िकसी रा य म िजला यायाधीश क प म अन छद 233 या अन छद 235 क उपबध क अनसार न करक अ यथा िनयकत पद थािपत परो नत या अतिरत िकसी यिकत दवारा या उसक समकष सिवधान (बीसवा सशोधन) अिधिनयम 1966 क परारभ स पहल परयकत अिधकािरता की पािरत िकए गए या िदए गए िनणरय िडकरी दडादश या आदश की और िकए गए अ य कायर या कायरवाही की बाबत कवल इस त य क कारण िक ऐसी िनयिकत पद थापना परो नित या अतरण उकत उपबध क अनसार नही िकया गया था यह नही समझा जाएगा िक वह अवध या अिविधमा य ह या कभी भी अवध या अिविधमा य रहा था ] 234 याियक सवा म िजला यायाधीश स िभ न यिकतय की भतीरndashिजला

यायाधीश स िभ न यिकतय की िकसी रा य की याियक सवा म िनयिकत उस रा य क रा यपाल दवारा रा य लोक सवा आयोग स और ऐस रा य क सबध म अिधकािरता का परयोग करन वाल उ च यायालय स परामशर करन क प ात और रा यपाल दवारा इस िनिम बनाए गए िनयम क अनसार की जाएगी

235 अधीन थ यायालय पर िनयतरणndashिजला यायालय और उनक अधीन थ यायालय का िनयतरण िजसक अतगरत रा य की याियक सवा क यिकतय और िजला यायाधीश क पद स अवर िकसी पद को धारण करन वाल यिकतय की पद थापना परो नित और उनको छटटी दना ह उ च यायालय म िनिहत होगा िकत इस अन छद की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह ऐस िकसी यिकत स उसक अपील क अिधकार को छीनती ह जो उसकी सवा की शत का िविनयमन करन वाली िविध क अधीन उस ह या उ च यायालय को इस बात क िलए परािधकत करती ह िक वह उसस ऐसी िविध क अधीन िविहत उसकी सवा की शत क अनसार यवहार न करक अ यथा यवहार कर 1 सिवधान (बीसवा सशोधन) अिधिनयम 1966 की धारा 2 दवारा (22-12-1966 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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236 िनवरचनndashइस अ याय म ndash (क) ldquoिजला यायाधीशrdquo पद क अतगरत नगर िसिवल यायालय का

यायाधीश अपर िजला यायाधीश सयकत िजला यायाधीश सहायक िजला यायाधीश लघवाद यायालय का मखय यायाधीश मखय परिसडसी मिज टरट अपर मखय परिसडसी मिज टरट सशन यायाधीश अपर सशन यायाधीश और सहायक सशन यायाधीश ह

(ख) ldquo याियक सवाrdquo पद स ऐसी सवा अिभपरत ह जो अन यतः ऐस यिकतय स िमलकर बनी ह िजनक दवारा िजला यायाधीश क पद का और िजला यायाधीश क पद स अवर अ य िसिवल याियक पद का भरा जाना आशियत ह 237 कछ वगर या वग क मिज टरट पर इस अ याय क उपबध का लाग होनाndash

रा यपाल लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक इस अ याय क पवरगामी उपबध और उनक अधीन बनाए गए िनयम ऐसी तारीख स जो वह इस िनिम िनयत कर ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए जो ऐसी अिधसचना म िविनिदर िकए जाए रा य म िकसी वगर या वग क मिज टरट क सबध म वस ही लाग ह ग जस व रा य की याियक सवा म िनयकत यिकतय क सबध म लाग होत ह

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भाग 7

[पहली अनसची क भाग ख क रा य ]mdashसिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) िनरिसत

238 [पहली अनसची क भाग ख क रा य ] mdash सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) िनरिसत

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भाग 8 1[सघ रा यकषतर]

2[239 सघ रा यकषतर का परशासनndash(1) सस दवारा बनाई गई िविध दवारा यथा अ यथा उपबिधत क िसवाय पर यक सघ रा यकषतर का परशासन रा पित दवारा िकया जाएगा और वह अपन दवारा ऐस पदािभधान सिहत जो वह िविनिदर कर िनयकत िकए गए परशासक क मा यम स उस मातरा तक कायर करगा िजतनी वह ठीक समझता ह

(2) भाग 6 म िकसी बात क होत हए भी रा पित िकसी रा य क रा यपाल को िकसी िनकटवतीर सघ रा यकषतर का परशासक िनयकत कर सकगा और जहा कोई रा यपाल इस परकार िनयकत िकया जाता ह वहा वह ऐस परशासक क प म अपन क य का परयोग अपनी मितर-पिरष स वततर प स करगा

3[239क कछ सघ रा यकषतर क िलए थानीय िवधान-मडल या मितर-पिरषद का या दोन का सजनndash(1) सस िविध दवारा 4[5[पडचरी]] सघ रा यकषतर क िलए] ndash

(क) उस सघ रा यकषतर क िवधान-मडल क प म कायर करन क िलए िनवारिचत या भागतः नामिनदिशत और भागतः िनवारिचत िनकाय का या

(ख) मितर-पिरष का या दोन का सजन कर सकगी िजनम स पर यक का गठन शिकतया और क य व ह ग जो उस िविध म िविनिदर िकए जाए

(2) खड (1) म िनिदर िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन इस बात क होत हए भी नही समझा जाएगा िक उसम कोई ऐसा उपबध अतिवर ह जो इस सिवधान का सशोधन करता ह या सशोधन करन का परभाव रखता ह ]

6[239कक िद ली क सबध म िवशष उपबधndash(1) सिवधान (उनह रवा सशोधन)

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 17 दवारा ldquoपहली अनसची क भाग ग म क रा यrdquo शीषरक क

थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 17 दवारा अन छद 239 और अन छद 240 क थान पर

परित थािपत 3 सिवधान (चौदहवा सशोधन) अिधिनयम 1962 की धारा 4 दवारा (28-12-1962 स) अतः थािपत 4 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) ldquoगोवा

दमण और दीव और पािडचरी सघ रा यकषतर म स िकसी क िलएrdquo श द क थान पर परित थािपत 5 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) ldquoपािडचरीrdquo क थान

पर परित थािपत 6 सिवधान (उनहतरवा सशोधन) अिधिनयम 1991 की धारा 2 दवारा (1-2-1992 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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अिधिनयम 1991 क परारभ स िद ली सघ रा यकषतर को िद ली रा ीय राजधानी रा यकषतर (िजस इस भाग म इसक प ात रा ीय राजधानी रा यकषतर कहा गया ह) कहा जाएगा और अन छद 239 क अधीन िनयकत उसक परशासक का पदािभधान उप-रा यपाल होगा

(2)(क) रा ीय राजधानी रा यकषतर क िलए एक िवधान सभा होगी और ऐसी िवधान सभा म थान रा ीय राजधानी रा यकषतर म परादिशक िनवारचन-कषतर म स पर यकष िनवारचन दवारा चन हए सद य स भर जाएग

(ख) िवधान सभा म थान की कल सखया अनसिचत जाितय क िलए आरिकषत थान की सखया रा ीय राजधानी रा यकषतर क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन

(िजसक अतगरत ऐस िवभाजन का आधार ह) तथा िवधान सभा क कायरकरण स सबिधत सभी अ य िवषय का िविनयमन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िकया जाएगा

(ग) अन छद 324 स अन छद 327 और अन छद 329 क उपबध रा ीय राजधानी रा यकषतर रा ीय राजधानी रा यकषतर की िवधान सभा और उसक सद य क सबध म वस ही लाग ह ग जस व िकसी रा य िकसी रा य की िवधान सभा और उसक सद य क सबध म लाग होत ह तथा अन छद 326 और अन छद 329 म ldquoसमिचत िवधान-मडलrdquo क परित िनदश क बार म यह समझा जाएगा िक वह सस क परित िनदश ह

(3)(क) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िवधान सभा को रा य सची की परिवि 1 परिवि 2 और परिवि 18 स तथा उस सची की परिवि 64 परिवि 65 और परिवि 66 स जहा तक उनका सबध उकत परिवि 1 परिवि 2 और परिवि 18 स ह सबिधत िवषय स िभ न रा य सची म या समवतीर सची म परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म जहा तक ऐसा कोई िवषय सघ रा यकषतर को लाग ह सपणर रा ीय राजधानी रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनान की शिकत होगी

(ख) उपखड (क) की िकसी बात स सघ रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िकसी भी िवषय क सबध म इस सिवधान क अधीन िविध बनान की सस की शिकत का अ पीकरण नही होगा

(ग) यिद िवधान सभा दवारा िकसी िवषय क सबध म बनाई गई िविध का कोई उपबध सस दवारा उस िवषय क सबध म बनाई गई िविध क चाह वह िवधान सभा दवारा

भारत का सिवधान

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बनाई गई िविध स पहल या उसक बाद म पािरत की गई हो या िकसी पवरतर िविध क जो िवधान सभा दवारा बनाई गई िविध स िभ न ह िकसी उपबध क िव दध ह तो दोन दशाओ म यथाि थित सस दवारा बनाई गई िविध या ऐसी पवरतर िविध अिभभावी होगी और िवधान सभा दवारा बनाई गई िविध उस िवरोध की मातरा तक श य होगी

परत यिद िवधान सभा दवारा बनाई गई िकसी ऐसी िविध को रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखा गया ह और उस पर उसकी अनमित िमल गई ह तो ऐसी िविध रा ीय राजधानी रा यकषतर म अिभभावी होगी

परत यह और िक इस उपखड की कोई बात सस को उसी िवषय क सबध म कोई िविध िजसक अतगरत ऐसी िविध ह जो िवधान सभा दवारा इस परकार बनाई गई िविध का पिरवधरन सशोधन पिरवतरन या िनरसन करती ह िकसी भी समय अिधिनयिमत करन स िनवािरत नही करगी

(4) िजन बात म िकसी िविध दवारा या उसक अधीन उप-रा यपाल स यह अपिकषत ह िक वह अपन िववकानसार कायर कर उन बात को छोड़कर उप-रा यपाल की उन िवषय क सबध म िजनकी बाबत िवधान सभा को िविध बनान की शिकत ह अपन क य का परयोग करन म सहायता और सलाह दन क िलए एक मितर-पिरष होगी जो िवधान सभा की कल सद य सखया क दस परितशत स अनिधक सद य स िमलकर बनगी िजसका परधान मखयमतरी होगा

परत उप-रा यपाल और उसक मितरय क बीच िकसी िवषय पर मतभद की दशा म उप-रा यपाल उस रा पित को िविन य क िलए िनदिशत करगा और रा पित दवारा उस पर िकए गए िविन य क अनसार कायर करगा तथा ऐसा िविन य होन तक उप-रा यपाल िकसी ऐस मामल म जहा वह िवषय उसकी राय म इतना आव यक ह िजसक कारण तर त काररवाई करना उसक िलए आव यक ह वहा उस िवषय म ऐसी काररवाई करन या ऐसा िनदश दन क िलए जो वह आव यक समझ सकषम होगा

(5) मखयमतरी की िनयिकत रा पित करगा और अ य मितरय की िनयिकत रा पित मखयमतरी की सलाह पर करगा तथा मतरी रा पित क परसादपयर त अपन पद धारण करग

(6) मितर-पिरष िवधान सभा क परित सामिहक प स उ रदायी होगी 1[(7)(क)] सस पवरगामी खड को परभावी करन क िलए या उनम अतिवर

उपबध की अनपितर क िलए और उनक आनषिगक या पािरणािमक सभी िवषय क िलए 1 सिवधान (स रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (21-12-1991 स) ldquo(7)rdquo क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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िविध दवारा उपबध कर सकगी 1[(ख) उपखड (क) म िनिदर िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस

सिवधान का सशोधन इस बात क होत हए भी नही समझा जाएगा िक उसम कोई ऐसा उपबध अतिवर ह जो इस सिवधान का सशोधन करता ह या सशोधन करन का परभाव रखता ह ]

(8) अन छद 239ख क उपबध जहा तक हो सक रा ीय राजधानी रा यकषतर उप-रा यपाल और िवधान सभा क सबध म वस ही लाग ह ग जस व 2[पडचरी] सघ रा यकषतर परशासक और उसक िवधान-मडल क सबध म लाग होत ह और उस अन छद म ldquoअन छद 239क क खड (1)rdquo क परित िनदश क बार म यह समझा जाएगा िक वह यथाि थित इस अन छद या अन छद 239कख क परित िनदश ह

239कख सािवधािनक ततर क िवफल हो जान की दशा म उपबधndashयिद रा पित का उप-रा यपाल स परितवदन िमलन पर या अ यथा यह समाधान हो जाता ह िकndash

(क) ऐसी ि थित उ प न हो गई ह िजसम रा ीय राजधानी रा यकषतर का परशासन अन छद 239कक या उस अन छद क अनसरण म बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अनसार नही चलाया जा सकता ह या

(ख) रा ीय राजधानी रा यकषतर क उिचत परशासन क िलए ऐसा करना आव यक या समीचीन ह

तो रा पित आदश दवारा अन छद 239कक क िकसी उपबध क अथवा उस अन छद क अनसरण म बनाई गई िकसी िविध क सभी या िक ही उपबध क परवतरन को ऐसी अविध क िलए और ऐसी शत क अधीन रहत हए जो ऐसी िविध म िविनिदर की जाए िनलिबत कर सकगा तथा ऐस आनषिगक और पािरणािमक उपबध कर सकगा जो अन छद 239 और अन छद 239कक क उपबध क अनसार रा ीय राजधानी रा यकषतर क परशासन क िलए उस आव यक या समीचीन परतीत ह ]

3[239ख िवधान-मडल क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की परशासक की शिकतndash(1) उस समय को छोड़कर जब 4[1[पडचरी] सघ रा यकषतर] का

1 सिवधान (स रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (21-12-1991 स) अतः थािपत 2 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) ldquoपािडचरीrdquo क थान

पर परित थािपत

3 सिवधान (सताईसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 3 दवारा (30-12-1971 स) अतः थािपत 4 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) ldquoअन छद

239क क खड (1) म िनिदर सघ रा यकषतर rdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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िवधान-मडल सतर म ह यिद िकसी समय उसक परशासक का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसी पिरि थितया िवदयमान ह िजनक कारण तर त काररवाई करना उसक िलए आव यक हो गया ह तो वह ऐस अ यादश परखयािपत कर सकगा जो उस उन पिरि थितय म अपिकषत परतीत ह

परत परशासक कोई ऐसा अ यादश रा पित स इस िनिम अनदश अिभपरा करन क प ात ही परखयािपत करगा अ यथा नही

परत यह और िक जब कभी उकत िवधान-मडल का िवघटन कर िदया जाता ह या अन छद 239क क खड (1) म िनिदर िविध क अधीन की गई िकसी काररवाई क कारण उसका कायरकरण िनलिबत रहता ह तब परशासक ऐस िवघटन या िनलबन की अविध क दौरान कोई अ यादश परखयािपत नही करगा

(2) रा पित क अनदश क अनसरण म इस अन छद क अधीन परखयािपत अ यादश सघ रा यकषतर क िवधान-मडल का ऐसा अिधिनयम समझा जाएगा जो अन छद 239क क खड (1) म िनिदर िविध म उस िनिम अतिवर उपबध का अनपालन करन क प ात स यक प स अिधिनयिमत िकया गया ह िकत पर यक ऐसा अ यादशmdash

(क) सघ रा यकषतर क िवधान-मडल क समकष रखा जाएगा और िवधान-मडल क पनः समवत होन स छह स ाह की समाि पर या यिद उस अविध की समाि स पहल िवधान-मडल उसक अननमोदन का सक प पािरत कर दता ह तो सक प क पािरत होन पर परवतरन म नही रहगा और

(ख) रा पित स इस िनिम अनदश अिभपरा करन क प ात परशासक दवारा िकसी भी समय वापस िलया जा सकगा (3) यिद और जहा तक इस अन छद क अधीन अ यादश कोई ऐसा उपबध करता

ह जो सघ रा यकषतर क िवधान-मडल क ऐस अिधिनयम म िजस अन छद 239क क खड (1) म िनिदर िविध म इस िनिम अतिवर उपबध का अनपालन करन क प ात बनाया गया ह अिधिनयिमत िकए जान पर िविधमा य नही होता तो और वहा तक वह अ यादश श य होगा ]

2(4) 240 कछ सघ रा यकषतर क िलए िविनयम बनान की रा पित की शिकतndash(1)

रा पितndash (क) अदमान और िनकोबार दवीप 1[(ख) लकषदवीप ]

1 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) पािडचरी क

थान पर परित थािपत 2 खड (4) सिवधान (अड़तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (भतलकषी प स) अतः थािपत िकया

गया था और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 32 दवारा (20-6-1979 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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2[(ग) दादरा और नागर हवली ] 3[(घ) दमण और दीव ] 4[(ङ) 5[पडचरी] ] 6(च) 7(छ)

सघ रा यकषतर की शाित परगित और सशासन क िलए िविनयम बना सकगा 8[परत जब 9[पडचरी] 5[सघ रा यकषतर] क िलए िवधान-मडल क प म कायर करन

क िलए अन छद 239क क अधीन िकसी िनकाय का सजन िकया जाता ह तब रा पित िवधान-मडल क परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स उस सघ रा यकषतर की शाित परगित और सशासन क िलए िविनयम नही बनाएगा ]

10[परत यह और िक जब कभी 11[पडचरी]] सघ रा यकषतर क िवधान-मडल क प म कायर करन वाल िनकाय का िवघटन कर िदया जाता ह या उस िनकाय का ऐस िवधान-मडल क प म कायरकरण अन छद 239क क खड (1) म िनिदर िविध क अधीन की गई काररवाई क कारण िनलिबत रहता ह तब रा पित ऐस िवघटन या िनलबन की अविध क दौरान उस सघ रा यकषतर की शाित परगित और सशासन क िलए िविनयम 1 लककादीव िमिनकोय और अमीनदीवी दवीप (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1973 (1973 का 34) की धारा 4 दवारा

(1-11-1973 स) परिवि (ख) क थान पर परित थािपत 2 सिवधान (दसवा सशोधन) अिधिनयम 1961 की धारा 3 दवारा अतः थािपत 3 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) परिवि (घ)

क थान पर परित थािपत सिवधान (बारहवा सशोधन) अिधिनयम 1962 की धारा 3 दवारा (20-12-1961 स) परिवि (घ) अतः थािपत की गई थी

4 सिवधान (चौदहवा सशोधन) अिधिनयम 1962 की धारा 5 और धारा 7 दवारा (16-8-1962 स) अतः थािपत 5 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) ldquoपािडचरीrdquo क थान

पर परित थािपत

6 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) िमजोरम सबधी परिवि (च) का लोप िकया गया

7 अ णाचल परदश रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 69) की धारा 42 दवारा (20-2-1987 स) अ णाचल परदश सबधी परिवि (छ) का लोप िकया गया

8 सिवधान (चौदहवा सशोधन) अिधिनयम 1962 की धारा 5 दवारा (28-12-1962 स) अतः थािपत 9 सिवधान (स ाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 4 दवारा (15-2-1972 स) ldquoगोवा दमण और दीव या

पािडचरी सघ रा यकषतरrdquo श द क थान पर परित थािपत 10 सिवधान (स ाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 4 दवारा (15-2-1972 स) अतः थािपत 11 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) पािडचरी क

थान पर परित थािपत

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बना सकगा ] (2) इस परकार बनाया गया कोई िविनयम सस दवारा बनाए गए िकसी अिधिनयम

या 1[िकसी अ य िविध] का जो उस सघ रा यकषतर को त समय लाग ह िनरसन या सशोधन कर सकगा और रा पित दवारा परखयािपत िकए जान पर उसका वही बल और परभाव होगा जो सस क िकसी ऐस अिधिनयम का ह जो उस रा यकषतर को लाग होता ह ]

241 सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालयndash(1) सस िविध दवारा िकसी 2[सघ रा यकषतर] क िलए उ च यायालय गिठत कर सकगी या 3[ऐस रा यकषतर] म िकसी यायालय को इस सिवधान क सभी या िक ही परयोजन क िलए उ च यायालय घोिषत कर सकगी

(2) भाग 6 क अ याय 5 क उपबध ऐस उपातरण या अपवाद क अधीन रहत हए जो सस िविध दवारा उपबिधत कर खड (1) म िनिदर पर यक उ च यायालय क सबध म वस ही लाग ह ग जस व अन छद 214 म िनिदर िकसी उ च यायालय क सबध म लाग होत ह

4[(3) इस सिवधान क उपबध क और इस सिवधान दवारा या इसक अधीन समिचत िवधान-मडल को परद शिकतय क आधार पर बनाई गई उस िवधान-मडल की िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए पर यक उ च यायालय जो सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 क परारभ स ठीक पहल िकसी सघ रा यकषतर क सबध म अिधकािरता का परयोग करता था ऐस परारभ क प ात उस रा यकषतर क सबध म उस अिधकािरता का परयोग करता रहगा

(4) इस अन छद की िकसी बात स िकसी रा य क उ च यायालय की अिधकािरता का िकसी सघ रा यकषतर या उसक भाग पर िव तार करन या उसस अपवजरन करन की सस की शिकत का अ पीकरण नही होगा ]

242 [कगर ]ndashसिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा िनरिसत

1 सिवधान (स ाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 4 दवारा (15-2-1972 स) ldquoिकसी िवदयमान िविधrdquo श द

क थान पर परित थािपत

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची क भाग ग म िविनिदर रा यrdquo श द क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoऐसा रा यrdquo श द क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) खड (3) और खड (4) क थान पर परित थािपत

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1[भाग 9 पचायत

243 पिरभाषाएndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न होndash (क) ldquoिजलाrdquo स िकसी रा य का िजला अिभपरत ह (ख) ldquoगराम सभाrdquo स गराम तर पर पचायत क कषतर क भीतर समािव

िकसी गराम स सबिधत िनवारचक नामावली म रिज टरीकत यिकतय स िमलकर बना िनकाय अिभपरत ह

(ग) ldquoम यवतीर तरrdquo स गराम और िजला तर क बीच का ऐसा तर अिभपरत ह िजस िकसी रा य का रा यपाल इस भाग क परयोजन क िलए लोक अिधसचना दवारा म यवतीर तर क प म िविनिदर कर

(घ) ldquoपचायतrdquo स गरामीण कषतर क िलए अन छद 243ख क अधीन गिठत वाय शासन की कोई स था (चाह वह िकसी भी नाम स जञात हो) अिभपरत ह

(ङ) ldquoपचायत कषतरrdquo स पचायत का परादिशक कषतर अिभपरत ह (च) ldquoजनसखयाrdquo स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म अिभिनि त की

गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह (छ) ldquoगरामrdquo स रा यपाल दवारा इस भाग क परयोजन क िलए लोक

अिधसचना दवारा गराम क प म िविनिदर गराम अिभपरत ह और इसक अतगरत इस परकार िविनिदर गराम का समह भी ह 243क गराम सभाndashगराम सभा गराम तर पर ऐसी शिकतय का परयोग और ऐस

क य का पालन कर सकगी जो िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत िकए जाए

243ख पचायत का गठनndash(1) पर यक रा य म गराम म यवतीर और िजला तर पर इस भाग क उपबध क अनसार पचायत का गठन िकया जाएगा

(2) खड (1) म िकसी बात क होत हए भी म यवतीर तर पर पचायत का उस रा य म गठन नही िकया जा सकगा िजसकी जनसखया बीस लाख स अनिधक ह

243ग पचायत की सरचनाndash(1) इस भाग क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा पचायत की सरचना की बाबत उपबध कर सकगा

1ordmEacuteAEligEacuteEcircEacutevEacuteEacutexEacute (EacuteEcirciEacuteckEacuteregEacuteEacuteAElig ordmEacuteAEligparaEacuteEacuteaumlvEacutexEacute) +EacuteEacuteEcircvEacuteEacuteEcircxEacuteordfEacuteagraveEacute 1992 BEacuteEEacuteOgrave vEacuteEacuteregEacute 2 uEacuteregEacute (24-4-1993 ordmEacuteauml) +EacuteAEligiEacuteampordmlEacuteEacuteEacuteEcircEacuteiEacute agraveEacuteUacuteatildeEacute poundEacuteEacuteMEacute 9 BEacuteEEacute ordmEacuteAEligEacuteEcircEacutevEacuteEacutexEacute (ordmEacuteEacuteiEacuteEacuteEacuteAElig ordmEacuteAEligparaEacuteEacuteaumlvEacutexEacute) +EacuteEacuteEcircvEacuteEacuteEcircxEacuteordfEacuteagraveEacute 1956 BEacuteEEacuteOgrave vEacuteEacuteregEacute 29 +EacuteEacuteegravereg +EacutexEacuteOumlordmEacuteUacuteSEacuteEacuteOgrave uEacuteregEacute (1-11-1995 ordmEacuteauml) atildeEacuteEacuteaumlEacute EacuteEcircBEacuteEordfEacuteEacute MEacuteordfEacuteEacute lEacuteEacute

भारत का सिवधान

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परत िकसी भी तर पर पचायत क परादिशक कषतर की जनसखया का ऐसी पचायत म िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की सखया स अनपात सम त रा य म यथासा य एक ही हो

(2) िकसी पचायत क सभी थान पचायत कषतर म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन हए यिकतय स भर जाएग और इस परयोजन क िलए पर यक पचायत कषतर को परादिशक िनवारचन-कषतर म ऐसी रीित स िवभािजत िकया जाएगा िक पर यक िनवारचन-कषतर की जनसखया का उसको आबिटत थान की सखया स अनपात सम त पचायत कषतर म यथासा य एक ही हो

(3) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवाराndash (क) गराम तर पर पचायत क अ यकष का म यवतीर तर पर पचायत

म या ऐस रा य की दशा म जहा म यवतीर तर पर पचायत नही ह िजला तर पर पचायत म

(ख) म यवतीर तर पर पचायत क अ यकष का िजला तर पर पचायत म

(ग) लोक सभा क ऐस सद य का और रा य की िवधान सभा क ऐस सद य का जो उन िनवारचन-कषतर का परितिनिध व करत ह िजनम गराम तर स िभ न तर पर कोई पचायत कषतर पणरतः या भागतः समािव ह ऐसी पचायत म

(घ) रा य सभा क सद य का और रा य की िवधान पिरष क सद य का जहा वndash

(i) म यवतीर तर पर िकसी पचायत कषतर क भीतर िनवारचक क प म रिज टरीकत ह म यवतीर तर पर पचायत म

(ii) िजला तर पर िकसी पचायत कषतर क भीतर िनवारचक क प म रिज टरीकत ह िजला तर पर पचायत म

परितिनिध व करन क िलए उपबध कर सकगा (4) िकसी पचायत क अ यकष और िकसी पचायत क ऐस अ य सद य को चाह

व पचायत कषतर म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन गए ह या नही पचायत क अिधवशन म मत दन का अिधकार होगा

(5)(क) गराम तर पर िकसी पचायत क अ यकष का िनवारचन ऐसी रीित स जो रा य क िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत की जाए िकया जाएगा और

(ख) म यवतीर तर या िजला तर पर िकसी पचायत क अ यकष का िनवारचन उसक िनवारिचत सद य दवारा अपन म स िकया जाएगा

भारत का सिवधान

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243घ थान का आरकषण ndash (1) पर यक पचायत मndash (क) अनसिचत जाितय और (ख) अनसिचत जनजाितय

क िलए थान आरिकषत रहग और इस परकार आरिकषत थान की सखया का अनपात उस पचायत म पर यकष िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो उस पचायत कषतर म अनसिचत जाितय की अथवा उस पचायत कषतर म अनसिचत जनजाितय की जनसखया का अनपात उस कषतर की कल जनसखया स ह और ऐस थान िकसी पचायत म िभ न-िभ न िनवारचन कषतर को चकरानकरम स आबिटत िकए जा सकग

(2) खड (1) क अधीन आरिकषत थान की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई थान यथाि थित अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय की ि य क िलए आरिकषत रहग

(3) पर यक पचायत म पर यकष िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई थान (िजनक अतगरत अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय की ि य क िलए आरिकषत थान की सखया भी ह) ि य क िलए आरिकषत रहग और ऐस थान िकसी पचायत म िभ न-िभ न िनवारचन-कषतर को चकरानकरम स आबिटत िकए जा सकग

(4) गराम या िकसी अ य तर पर पचायत म अ यकष क पद अनसिचत जाितय अनसिचत जनजाितय और ि य क िलए ऐसी रीित स आरिकषत रहग जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबिधत कर

परत िकसी रा य म पर यक तर पर पचायत म अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए आरिकषत अ यकष क पद की सखया का अनपात पर यक तर पर उन पचायत म ऐस पद की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो उस रा य म अनसिचत जाितय की अथवा उस रा य म अनसिचत जनजाितय की जनसखया का अनपात उस रा य की कल जनसखया स ह

परत यह और िक पर यक तर पर पचायत म अ यकष क पद की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई पद ि य क िलए आरिकषत रहग

परत यह भी िक इस खड क अधीन आरिकषत पद की सखया पर यक तर पर िभ न-िभ न पचायत को चकरानकरम स आबिटत की जाएगी

(5) खड (1) और खड (2) क अधीन थान का आरकषण और खड (4) क अधीन अ यकष क पद का आरकषण (जो ि य क िलए आरकषण स िभ न ह) अन छद 334 म िविनिदर अविध की समाि पर परभावी नही रहगा

(6) इस भाग की कोई बात िकसी रा य क िवधान-मडल को िपछड़ हए नागिरक क िकसी वगर क पकष म िकसी तर पर िकसी पचायत म थान क या पचायत म अ यकष क पद क आरकषण क िलए कोई उपबध करन स िनवािरत नही करगी

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243ङ पचायत की अविध आिदndash(1) पर यक पचायत यिद त समय परव िकसी िविध क अधीन पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपन परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स पाच वषर तक बनी रहगी इसस अिधक नही

(2) त समय परव िकसी िविध क िकसी सशोधन स िकसी तर पर ऐसी पचायत का जो ऐस सशोधन क ठीक पवर कायर कर रही ह तब तक िवघटन नही होगा जब तक खड (1) म िविनिदर उसकी अविध समा नही हो जाती

(3) िकसी पचायत का गठन करन क िलए िनवारचनndash (क) खड (1) म िविनिदर उसकी अविध की समाि क पवर (ख) उसक िवघटन की तारीख स छह मास की अविध की समाि क पवर

परा िकया जाएगा परत जहा वह शष अविध िजसक िलए कोई िवघिटत पचायत बनी रहती छह

मास स कम ह वहा ऐसी अविध क िलए उस पचायत का गठन करन क िलए इस खड क अधीन कोई िनवारचन कराना आव यक नही होगा

(4) िकसी पचायत की अविध की समाि क पवर उस पचायत क िवघटन पर गिठत की गई कोई पचायत उस अविध क कवल शष भाग क िलए बनी रहगी िजसक िलए िवघिटत पचायत खड (1) क अधीन बनी रहती यिद वह इस परकार िवघिटत नही की जाती

243च सद यता क िलए िनरहरताएndash(1) कोई यिकत िकसी पचायत का सद य चन जान क िलए और सद य होन क िलए िनरिहरत होगा ndash

(क) यिद वह सबिधत रा य क िवधान-मडल क िनवारचन क परयोजन क िलए त समय परव िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह

परत कोई यिकत इस आधार पर िनरिहरत नही होगा िक उसकी आय प चीस वषर स कम ह यिद उसन इककीस वषर की आय परा कर ली ह

(ख) यिद वह रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह (2) यिद यह पर उठता ह िक िकसी पचायत का कोई सद य खड (1) म विणरत

िकसी िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर ऐस परािधकारी को और ऐसी रीित स जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबिधत कर िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा

भारत का सिवधान

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243छ पचायत की शिकतया परािधकार और उ रदािय व ndash सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा पचायत को ऐसी शिकतया और परािधकार परदान कर सकगा जो उ ह वाय शासन की स थाओ क प म कायर करन म समथर बनान क िलए आव यक ह और ऐसी िविध म पचायत को उपयकत तर पर ऐसी शत क अधीन रहत हए जो उसम िविनिदर की जाए िन निलिखत क सबध म शिकतया और उ रदािय व यागत करन क िलए उपबध िकए जा सकग अथारत ndash

(क) आिथरक िवकास और सामािजक याय क िलए योजनाए तयार करना

(ख) आिथरक िवकास और सामािजक याय की ऐसी कीम को जो उ ह स पी जाए िजनक अतगरत व कीम भी ह जो गयारहवी अनसची म सचीबदध िवषय क सबध म ह कायारि वत करना 243ज पचायत दवारा कर अिधरोिपत करन की शिकतया और उनकी िनिधयाndash

िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवाराndash (क) ऐस कर श क पथकर और फीस उदगहीत सगहीत और िविनयोिजत

करन क िलए िकसी पचायत को ऐसी परिकरया क अनसार और ऐस िनबरधन क अधीन रहत हए परािधकत कर सकगा

(ख) रा य सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत ऐस कर श क पथकर और फीस िकसी पचायत को ऐस परयोजन क िलए तथा ऐसी शत और िनबरधन क अधीन रहत हए समनिद कर सकगा

(ग) रा य की सिचत िनिध म स पचायत क िलए ऐस सहायता-अनदान दन क िलए उपबध कर सकगा और

(घ) पचायत दवारा या उनकी ओर स करमशः परा िकए गए सभी धन को जमा करन क िलए ऐसी िनिधय का गठन करन और उन िनिधय म स ऐस धन को िनकालन क िलए भी उपबध कर सकगा

जो िविध म िविनिदर िकए जाए 243झ िव ीय ि थित क पनिवरलोकन क िलए िव आयोग का गठनndash(1) रा य

का रा यपाल सिवधान (ितह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 क परारभ स एक वषर क भीतर यथाशीघर और त प ात पर यक पाचव वषर की समाि पर िव आयोग का गठन करगा जो पचायत की िव ीय ि थित का पनिवरलोकन करगा और जोndash

(क)(i) रा य दवारा उदगहीत कर श क पथकर और फीस क ऐस शदध आगम क रा य और पचायत क बीच जो इस भाग क अधीन उनम िवभािजत िकए जाए िवतरण को और सभी तर पर पचायत क बीच ऐस आगम क त सबधी भाग क आबटन को

भारत का सिवधान

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(ii) ऐस कर श क पथकर और फीस क अवधारण को जो पचायत को समनिद की जा सकगी या उनक दवारा िविनयोिजत की जा सकगी

(iii) रा य की सिचत िनिध म स पचायत क िलए सहायता अनदान को शािसत करन वाल िसदधात क बार म

(ख) पचायत की िव ीय ि थित को सधारन क िलए आव यक अ यपाय क बार म

(ग) पचायत क स ढ़ िव क िहत म रा यपाल दवारा िव आयोग को िनिदर िकए गए िकसी अ य िवषय क बार म

रा यपाल को िसफािरश करगा (2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा आयोग की सरचना का उन अहरताओ

का जो आयोग क सद य क प म िनयिकत क िलए अपिकषत ह गी और उस रीित का िजसस उनका चयन िकया जाएगा उपबध कर सकगा

(3) आयोग अपनी परिकरया अवधािरत करगा और उस अपन क य क पालन म ऐसी शिकतया ह गी जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उस परदान कर

(4) रा यपाल इस अन छद क अधीन आयोग दवारा की गई पर यक िसफािरश को उस पर की गई काररवाई क प ीकारक जञापन सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखवाएगा

243ञ पचायत क लखाओ की सपरीकषाndashिकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा पचायत दवारा लख रख जान और ऐस लखाओ की सपरीकषा करन क बार म उपबध कर सकगा

243ट पचायत क िलए िनवारचनndash(1) पचायत क िलए कराए जान वाल सभी िनवारचन क िलए िनवारचक नामावली तयार करान का और उन सभी िनवारचन क सचालन का अधीकषण िनदशन और िनयतरण एक रा य िनवारचन आयोग म िनिहत होगा िजसम एक रा य िनवारचन आयकत होगा जो रा यपाल दवारा िनयकत िकया जाएगा

(2) िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए रा य िनवारचन आयकत की सवा की शत और पदाविध ऐसी ह गी जो रा यपाल िनयम दवारा अवधािरत कर

परत रा य िनवारचन आयकत को उसक पद स उसी रीित स और उ ही आधार पर ही हटाया जाएगा िजस रीित स और िजन आधार पर उ च यायालय क यायाधीश को हटाया जाता ह अ यथा नही और रा य िनवारचन आयकत की सवा की शत म उसकी िनयिकत क प ात उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा

भारत का सिवधान

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(3) जब रा य िनवारचन आयोग ऐसा अनरोध कर तब िकसी रा य का रा यपाल रा य िनवारचन आयोग को उतन कमरचािरवद उपल ध कराएगा िजतन खड (1) दवारा रा य िनवारचन आयोग को उस स प गए क य क िनवरहन क िलए आव यक ह

(4) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा पचायत क िनवारचन स सबिधत या ससकत सभी िवषय क सबध म उपबध कर सकगा

243ठ सघ रा यकषतर को लाग होनाndashइस भाग क उपबध सघ रा यकषतर को लाग ह ग और िकसी सघ रा यकषतर को उनक लाग होन म इस परकार परभावी ह ग मानो िकसी रा य क रा यपाल क परित िनदश अन छद 239 क अधीन िनयकत सघ रा यकषतर क परशासक क परित िनदश ह और िकसी रा य क िवधान-मडल या िवधान सभा क परित िनदश िकसी ऐस सघ रा यकषतर क सबध म िजसम िवधान सभा ह उस िवधान सभा क परित िनदश ह

परत रा पित लोक अिधसचना दवारा यह िनदश द सकगा िक इस भाग क उपबध िकसी सघ रा यकषतर या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए लाग ह ग जो वह अिधसचना म िविनिदर कर

243ड इस भाग का कितपय कषतर को लाग न होनाndash(1) इस भाग की कोई बात अन छद 244 क खड (1) म िनिदर अनसिचत कषतर और उसक खड (2) म िनिदर जनजाित कषतर को लाग नही होगी

(2) इस भाग की कोई बात िन निलिखत को लाग नही होगी अथारत ndash (क) नागालड मघालय और िमजोरम रा य (ख) मिणपर रा य म ऐस पवरतीय कषतर िजनक िलए त समय परव िकसी

िविध क अधीन िजला पिरषद िवदयमान ह (3) इस भाग की ndash

(क) कोई बात िजला तर पर पचायत क सबध म पि मी बगाल रा य क दािजरिलग िजल क ऐस पवरतीय कषतर को लाग नही होगी िजनक िलए त समय परव िकसी िविध क अधीन दािजरिलग गोरखा पवरतीय पिरष िवदयमान ह

(ख) िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह ऐसी िविध क अधीन गिठत दािजरिलग गोरखा पवरतीय पिरष क क य और शिकतय पर परभाव डालती ह

भारत का सिवधान

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1[(3क) अनसिचत जाितय क िलए थान क आरकषण स सबिधत अन छद 243घ की कोई बात अ णाचल परदश रा य को लाग नही होगी ]

(4) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash (क) खड (2) क उपखड (क) म िनिदर िकसी रा य का िवधान-मडल

िविध दवारा इस भाग का िव तार खड (1) म िनिदर कषतर क िसवाय यिद कोई ह उस रा य पर उस दशा म कर सकगा जब उस रा य की िवधान सभा इस आशय का एक सक प उस सदन की कल सद य सखया क बहमत दवारा तथा उस सदन क उपि थत और मत दन वाल सद य क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा पािरत कर दती ह

(ख) सस िविध दवारा इस भाग क उपबध का िव तार खड (1) म िनिदर अनसिचत कषतर और जनजाित कषतर पर ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए कर सकगी जो ऐसी िविध म िविनिदर िकए जाए और ऐसी िकसी िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझा जाएगा 243ढ िवदयमान िविधय और पचायत का बना रहना ndash इस भाग म िकसी बात

क होत हए भी सिवधान (ितह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 क परारभ क ठीक पवर िकसी रा य म परव पचायत स सबिधत िकसी िविध का कोई उपबध जो इस भाग क उपबध स असगत ह जब तक सकषम िवधान-मडल दवारा या अ य सकषम परािधकारी दवारा उस सशोिधत या िनरिसत नही कर िदया जाता ह या जब तक ऐस परारभ स एक वषर समा नही हो जाता ह इनम स जो भी पहल हो तब तक परव बना रहगा

परत ऐस परारभ क ठीक पवर िवदयमान सभी पचायत यिद उस रा य की िवधान सभा दवारा या ऐस रा य की दशा म िजसम िवधान पिरष ह उस रा य क िवधान-मडल क पर यक सदन दवारा पािरत इस आशय क सक प दवारा पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपनी अविध की समाि तक बनी रहगी

243ण िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरन ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

(क) अन छद 243ट क अधीन बनाई गई या बनाई जान क िलए ता पियरत िकसी ऐसी िविध की िविधमा यता जो िनवारचन-कषतर क पिरसीमन या ऐस िनवारचन-कषतर को थान क आबटन स सबिधत ह िकसी यायालय म पर गत नही की जाएगी

(ख) िकसी पचायत क िलए कोई िनवारचन ऐसी िनवारचन अजीर पर ही पर गत िकया जाएगा जो ऐस परािधकारी को और ऐसी रीित स पर तत की गई ह िजसका िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन उपबध िकया जाए अ यथा नही ]

1 सिवधान (ितरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 2 दवारा (8-9-2000 स) अतः थािपत

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1[भाग 9क नगरपािलकाए

243त पिरभाषाए ndash इस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ndash

(क) ldquoसिमितrdquo स अन छद 243ध क अधीन गिठत सिमित अिभपरत ह (ख) ldquoिजलाrdquo स िकसी रा य का िजला अिभपरत ह (ग) ldquoमहानगर कषतरrdquo स दस लाख या उसस अिधक जनसखया वाला ऐसा

कषतर अिभपरत ह िजसम एक या अिधक िजल समािव ह और जो दो या अिधक नगरपािलकाओ या पचायत या अ य सलगन कषतर स िमलकर बनता ह तथा िजस रा यपाल इस भाग क परयोजन क िलए लोक अिधसचना दवारा महानगर कषतर क प म िविनिदर कर

(घ) ldquoनगरपािलका कषतरrdquo स रा यपाल दवारा अिधसिचत िकसी नगरपािलका का परादिशक कषतर अिभपरत ह

(ङ) ldquoनगरपािलकाrdquo स अन छद 243थ क अधीन गिठत वाय शासन की कोई स था अिभपरत ह

(च) ldquoपचायतrdquo स अन छद 243ख क अधीन गिठत कोई पचायत अिभपरत ह

(छ) ldquoजनसखयाrdquo स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म अिभिनि त की गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह 243थ नगरपािलकाओ का गठन ndash (1) पर यक रा य म इस भाग क उपबध क

अनसारndash (क) िकसी सकरमणशील कषतर क िलए अथारत गरामीण कषतर स नगरीय कषतर

म सकरमणगत कषतर क िलए कोई नगर पचायत का (चाह वह िकसी भी नाम स जञात हो)

(ख) िकसी लघतर नगरीय कषतर क िलए नगरपािलका पिरष का और (ग) िकसी वह र नगरीय कषतर क िलए नगर िनगम का

गठन िकया जाएगा

1 सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 2 दवारा (1-6-1993 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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परत इस खड क अधीन कोई नगरपािलका ऐस नगरीय कषतर या उसक िकसी भाग म गिठत नही की जा सकगी िजस रा यपाल कषतर क आकार और उस कषतर म िकसी औदयोिगक थापन दवारा दी जा रही या िदए जान क िलए पर तािवत नगरपािलक सवाओ और ऐसी अ य बात को जो वह ठीक समझ यान म रखत हए लोक अिधसचना दवारा औदयोिगक नगरी क प म िविनिदर कर

(2) इस अन छद म ldquoसकरमणशील कषतरrdquo ldquoलघतर नगरीय कषतरrdquo या ldquoवह र नगरीय कषतरrdquo स ऐसा कषतर अिभपरत ह िजस रा यपाल इस भाग क परयोजन क िलए उस कषतर की जनसखया उसम जनसखया की सघनता थानीय परशासन क िलए उ प न राज व किष स िभ न िकरयाकलाप म िनयोजन की परितशतता आिथरक मह व या ऐसी अ य बात को जो वह ठीक समझ यान म रखत हए लोक अिधसचना दवारा िविनिदर कर

243द नगरपािलकाओ की सरचना ndash (1) खड (2) म जसा उपबिधत ह उसक िसवाय िकसी नगरपािलका क सभी थान नगरपािलका कषतर म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन हए यिकतय दवारा भर जाएग और इस परयोजन क िलए पर यक नगरपािलका कषतर को परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभािजत िकया जाएगा जो वाडर क नाम स जञात ह ग

(2) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ndash (क) नगरपािलका म ndash

(i) नगरपािलका परशासन का िवशष जञान या अनभव रखन वाल यिकतय का

(ii) लोक सभा क ऐस सद य का और रा य की िवधान सभा क ऐस सद य का जो उन िनवारचन-कषतर का परितिनिध व करत ह िजनम कोई नगरपािलका कषतर पणरतः या भागतः समािव ह

(iii) रा य सभा क ऐस सद य का और रा य की िवधान पिरष क ऐस सद य का जो नगरपािलका कषतर क भीतर िनवारचक क प म रिज टरीकत ह

(iv) अन छद 243ध क खड (5) क अधीन गिठत सिमितय क अ यकष का

परितिनिध व करन क िलए उपबध कर सकगा परत परा (i) म िनिदर यिकतय को नगरपािलका क अिधवशन म मत दन

का अिधकार नही होगा (ख) िकसी नगरपािलका क अ यकष क िनवारचन की रीित का उपबध कर

सकगा

भारत का सिवधान

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243ध वाडर सिमितय आिद का गठन और सरचना ndash (1) ऐसी नगरपािलका क िजसकी जनसखया तीन लाख या उसस अिधक ह परादिशक कषतर क भीतर वाडर सिमितय का गठन िकया जाएगा जो एक या अिधक वाड स िमलकर बनगी

(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ndash (क) वाडर सिमित की सरचना और उसक परादिशक कषतर की बाबत (ख) उस रीित की बाबत िजसस िकसी वाडर सिमित म थान भर जाएग

उपबध कर सकगा (3) वाडर सिमित क परादिशक कषतर क भीतर िकसी वाडर का परितिनिध व करन वाला

िकसी नगरपािलका का सद य उस सिमित का सद य होगा (4) जहा कोई वाडर सिमित ndash

(क) एक वाडर स िमलकर बनती ह वहा नगरपािलका म उस वाडर का परितिनिध व करन वाला सद य या

(ख) दो या अिधक वाड स िमलकर बनती ह वहा नगरपािलका म ऐस वाड का परितिनिध व करन वाल सद य म स एक सद य जो उस वाडर सिमित क सद य दवारा िनवारिचत िकया जाएगा

उस सिमित का अ यकष होगा (5) इस अन छद की िकसी बात स यह नही समझा जाएगा िक वह िकसी रा य

क िवधान-मडल को वाडर सिमितय क अितिरकत सिमितय का गठन करन क िलए कोई उपबध करन स िनवािरत करती ह

243न थान का आरकषण ndash (1) पर यक नगरपािलका म अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए थान आरिकषत रहग और इस परकार आरिकषत थान की सखया का अनपात उस नगरपािलका म पर यकष िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो उस नगरपािलका कषतर म अनसिचत जाितय की अथवा उस नगरपािलका कषतर म अनसिचत जनजाितय की जनसखया का अनपात उस कषतर की कल जनसखया स ह और ऐस थान िकसी नगरपािलका क िभ न-िभ न िनवारचन-कषतर को चकरानकरम स आबिटत िकए जा सकग

(2) खड (1) क अधीन आरिकषत थान की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई थान यथाि थित अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय की ि य क िलए आरिकषत रहग

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(3) पर यक नगरपािलका म पर यकष िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई थान (िजनक अतगरत अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय की ि य क िलए आरिकषत थान की सखया भी ह) ि य क िलए आरिकषत रहग और ऐस थान िकसी नगरपािलका क िभ न-िभ न िनवारचन-कषतर को चकरानकरम स आबिटत िकए जा सकग

(4) नगरपािलकाओ म अ यकष क पद अनसिचत जाितय अनसिचत जनजाितय और ि य क िलए ऐसी रीित स आरिकषत रहग जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबिधत कर

(5) खड (1) और खड (2) क अधीन थान का आरकषण और खड (4) क अधीन अ यकष क पद का आरकषण (जो ि य क िलए आरकषण स िभ न ह) अन छद 334 म िविनिदर अविध की समाि पर परभावी नही रहगा

(6) इस भाग की कोई बात िकसी रा य क िवधान-मडल को िपछड़ हए नागिरक क िकसी वगर क पकष म िकसी नगरपािलका म थान क या नगरपािलकाओ म अ यकष क पद क आरकषण क िलए कोई उपबध करन स िनवािरत नही करगी

243प नगरपािलकाओ की अविध आिद ndash (1) पर यक नगरपािलका यिद त समय परव िकसी िविध क अधीन पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपन परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स पाच वषर तक बनी रहगी इसस अिधक नही

परत िकसी नगरपािलका का िवघटन करन क पवर उस सनवाई का उिचत अवसर िदया जाएगा

(2) त समय परव िकसी िविध क िकसी सशोधन स िकसी तर पर ऐसी नगरपािलका का जो ऐस सशोधन क ठीक पवर कायर कर रही ह तब तक िवघटन नही होगा जब तक खड (1) म िविनिदर उसकी अविध समा नही हो जाती

(3) िकसी नगरपािलका का गठन करन क िलए िनवारचन ndash (क) खड (1) म िविनिदर उसकी अविध की समाि क पवर (ख) उसक िवघटन की तारीख स छह मास की अविध की समाि क पवर

परा िकया जाएगा परत जहा वह शष अविध िजसक िलए कोई िवघिटत नगरपािलका बनी रहती

छह मास स कम ह वहा ऐसी अविध क िलए उस नगरपािलका का गठन करन क िलए इस खड क अधीन कोई िनवारचन कराना आव यक नही होगा

(4) िकसी नगरपािलका की अविध की समाि क पवर उस नगरपािलका क िवघटन पर गिठत की गई कोई नगरपािलका उस अविध क कवल शष भाग क िलए बनी रहगी िजसक िलए िवघिटत नगरपािलका खड (1) क अधीन बनी रहती यिद वह इस परकार िवघिटत नही की जाती

243फ सद यता क िलए िनरहरताए ndash (1) कोई यिकत िकसी नगरपािलका का

भारत का सिवधान

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सद य चन जान क िलए और सद य होन क िलए िनरिहरत होगा ndash (क) यिद वह सबिधत रा य क िवधान-मडल क िनवारचन क परयोजन क

िलए त समय परव िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह

परत कोई यिकत इस आधार पर िनरिहरत नही होगा िक उसकी आय प चीस वषर स कम ह यिद उसन इककीस वषर की आय परा कर ली ह

(ख) यिद वह रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह (2) यिद यह पर उठता ह िक िकसी नगरपािलका का कोई सद य खड (1) म

विणरत िकसी िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर ऐस परािधकारी को और ऐसी रीित स जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबिधत कर िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा

243ब नगरपािलकाओ आिद की शिकतया परािधकार और उ रदािय व ndash इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ndash

(क) नगरपािलकाओ को ऐसी शिकतया और परािधकार परदान कर सकगा जो उ ह वाय शासन की स थाओ क प म कायर करन म समथर बनान क िलए आव यक ह और ऐसी िविध म नगरपािलकाओ को ऐसी शत क अधीन रहत हए जो उसम िविनिदर की जाए िन निलिखत क सबध म शिकतया और उ रदािय व यागत करन क िलए उपबध िकए जा सकग अथारत ndash

(i) आिथरक िवकास और सामािजक याय क िलए योजनाए तयार करना

(ii) ऐस क य का पालन करना और ऐसी कीम को जो उ ह स पी जाए िजनक अतगरत व कीम भी ह जो बारहवी अनसची म सचीबदध िवषय क सबध म ह कायारि वत करना (ख) सिमितय को ऐसी शिकतया और परािधकार परदान कर सकगा जो उ ह

अपन को परद उ रदािय व को िजनक अ तगरत व उ रदािय व भी ह जो बारहवी अनसची म सचीबदध िवषय क सबध म ह कायारि वत करन म समथर बनान क िलए आव यक ह 243भ नगरपािलकाओ दवारा कर अिधरोिपत करन की शिकत और उनकी िनिधया

ndash िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ndash (क) ऐस कर श क पथकर और फीस उदगहीत सगहीत और िविनयोिजत

करन क िलए िकसी नगरपािलका को ऐसी परिकरया क अनसार और ऐस िनबरधन क अधीन रहत हए परािधकत कर सकगा

(ख) रा य सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत ऐस कर श क पथकर और

भारत का सिवधान

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फीस िकसी नगरपािलका को ऐस परयोजन क िलए तथा ऐसी शत और िनबरधन क अधीन रहत हए समनिद कर सकगा

(ग) रा य की सिचत िनिध म स नगरपािलकाओ क िलए ऐस सहायता-अनदान दन क िलए उपबध कर सकगा और

(घ) नगरपािलकाओ दवारा या उनकी ओर स करमशः परा िकए गए सभी धन को जमा करन क िलए ऐसी िनिधय का गठन करन और उन िनिधय म स ऐस धन को िनकालन क िलए भी उपबध कर सकगा

जो िविध म िविनिदर िकए जाए 243म िव आयोग ndash (1) अन छद 243झ क अधीन गिठत िव आयोग

नगरपािलकाओ की िव ीय ि थित का भी पनिवरलोकन करगा और जोndash (क)(i) रा य दवारा उ गरहणीय ऐस कर श क पथकर और फीस क ऐस

शदध आगम क रा य और नगरपािलकाओ क बीच जो इस भाग क अधीन उनम िवभािजत िकए जाए िवतरण को और सभी तर पर नगरपािलकाओ क बीच ऐस आगम क त सबधी भाग क आबटन को

(ii) ऐस कर श क पथकर और फीस क अवधारण को जो नगरपािलकाओ को समनिद की जा सकगी या उनक दवारा िविनयोिजत की जा सकगी

(iii) रा य की सिचत िनिध म स नगरपािलकाओ क िलए सहायता अनदान को शािसत करन वाल िसदधात क बार म

(ख) नगरपािलकाओ की िव ीय ि थित को सधारन क िलए आव यक अ यपाय क बार म

(ग) नगरपािलकाओ क स ढ़ िव क िहत म रा यपाल दवारा िव आयोग को िनिदर िकए गए िकसी अ य िवषय क बार म

रा यपाल को िसफािरश करगा (2) रा यपाल इस अन छद क अधीन आयोग दवारा की गई पर यक िसफािरश को

उस पर की गई काररवाई क प ीकारक जञापन सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखवाएगा

243य नगरपािलकाओ क लखाओ की सपरीकषा ndash िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा नगरपािलकाओ दवारा लख रख जान और ऐस लखाओ की सपरीकषा करन क बार म उपबध कर सकगा

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243यक नगरपािलकाओ क िलए िनवारचन ndash (1) नगरपािलकाओ क िलए कराए जान वाल सभी िनवारचन क िलए िनवारचक नामावली तयार करान का और उन सभी िनवारचन क सचालन का अधीकषण िनदशन और िनयतरण अन छद 243ट म िनिदर रा य िनवारचन आयोग म िनिहत होगा

(2) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा नगरपािलकाओ क िनवारचन स सबिधत या ससकत सभी िवषय क सबध म उपबध कर सकगा

243यख सघ रा यकषतर को लाग होना ndash इस भाग क उपबध सघ रा यकषतर को लाग ह ग और िकसी सघ रा यकषतर को उनक लाग होन म इस परकार परभावी ह ग मानो िकसी रा य क रा यपाल क परित िनदश अन छद 239 क अधीन िनयकत सघ रा यकषतर क परशासक क परित िनदश ह और िकसी रा य क िवधान-मडल या िवधान सभा क परित िनदश िकसी ऐस सघ रा यकषतर क सबध म िजसम िवधान सभा ह उस िवधान सभा क परित िनदश ह

परत रा पित लोक अिधसचना दवारा यह िनदश द सकगा िक इस भाग क उपबध िकसी सघ रा यकषतर या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए लाग ह ग जो वह अिधसचना म िविनिदर कर

243यग इस भाग का कितपय कषतर को लाग न होना ndash (1) इस भाग की कोई बात अन छद 244 क खड (1) म िनिदर अनसिचत कषतर और इसक खड (2) म िनिदर जनजाित कषतर को लाग नही होगी

(2) इस भाग की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह पि मी बगाल रा य क दािजरिलग िजल क पवरतीय कषतर क िलए त समय परव िकसी िविध क अधीन गिठत दािजरिलग गोरखा पवरतीय पिरष क क य और शिकतय पर परभाव डालती ह

(3) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा इस भाग क उपबध का िव तार खड (1) म िनिदर अनसिचत कषतर और जनजाित कषतर पर ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए कर सकगी जो ऐसी िविध म िविनिदर िकए जाए और ऐसी िकसी िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझा जाएगा

243यघ िजला योजना क िलए सिमित ndash (1) पर यक रा य म िजला तर पर िजल म पचायत और नगरपािलकाओ दवारा तयार की गई योजनाओ का समकन करन और सपणर िजल क िलए एक िवकास योजना परा प तयार करन क िलए एक िजला योजना सिमित का गठन िकया जाएगा

(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा िन निलिखत की बाबत उपबध कर सकगा अथारत ndash

भारत का सिवधान

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(क) िजला योजना सिमितय की सरचना (ख) वह रीित िजसस ऐसी सिमितय म थान भर जाएग परत ऐसी सिमित की कल सद य सखया क कम स कम चार बटा पाच

सद य िजला तर पर पचायत क और िजल म नगरपािलकाओ क िनवारिचत सद य दवारा अपन म स िजल म गरामीण कषतर की और नगरीय कषतर की जनसखया क अनपात क अनसार िनवारिचत िकए जाएग

(ग) िजला योजना स सबिधत ऐस क य जो ऐसी सिमितय को समनिद िकए जाए

(घ) वह रीित िजसस ऐसी सिमितय क अ यकष चन जाएग (3) पर यक िजला योजना सिमित िवकास योजना परा प तयार करन मndash

(क) िन निलिखत का यान रखगी अथारत ndash (i) पचायत और नगरपािलकाओ क सामा य िहत क िवषय

िजनक अतगरत थािनक योजना जल तथा अ य भौितक और पराकितक ससाधन म िह सा बटाना अवसरचना का एकीकत िवकास और पयारवरण सरकषण ह

(ii) उपल ध िव ीय या अ य ससाधन की मातरा और परकार (ख) ऐसी स थाओ और सगठन स परामशर करगी िज ह रा यपाल

आदश दवारा िविनिदर कर (4) पर यक िजला योजना सिमित का अ यकष वह िवकास योजना िजसकी ऐसी

सिमित दवारा िसफािरश की जाती ह रा य सरकार को भजगा 243यङ महानगर योजना क िलए सिमित ndash (1) पर यक महानगर कषतर म सपणर

महानगर कषतर क िलए िवकास योजना परा प तयार करन क िलए एक महानगर योजना सिमित का गठन िकया जाएगा

(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा िन निलिखत की बाबत उपबध कर सकगा अथारत ndash

(क) महानगर योजना सिमितय की सरचना (ख) वह रीित िजसस ऐसी सिमितय म थान भर जाएग

भारत का सिवधान

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परत ऐसी सिमित क कम स कम दो-ितहाई सद य महानगर कषतर म नगरपािलकाओ क िनवारिचत सद य और पचायत क अ यकष दवारा अपन म स उस कषतर म नगरपािलकाओ की और पचायत की जनसखया क अनपात क अनसार िनवारिचत िकए जाएग

(ग) ऐसी सिमितय म भारत सरकार और रा य सरकार का तथा ऐस सगठन और स थाओ का परितिनिध व जो ऐसी सिमितय को समनिद क य को कायारि वत करन क िलए आव यक समझ जाए

(घ) महानगर कषतर क िलए योजना और सम वय स सबिधत ऐस क य जो ऐसी सिमितय को समनिद िकए जाए

(ङ) वह रीित िजसस ऐसी सिमितय क अ यकष चन जाएग (3) पर यक महानगर योजना सिमित िवकास योजना परा प तयार करन म ndash

(क) िन निलिखत का यान रखगी अथारत ndash (i) महानगर कषतर म नगरपािलकाओ और पचायत दवारा तयार की

गई योजनाए (ii) नगरपािलकाओ और पचायत क सामा य िहत क िवषय

िजनक अतगरत उस कषतर की समि वत थािनक योजना जल तथा अ य भौितक और पराकितक ससाधन म िह सा बटाना अवसरचना का एकीकत िवकास और पयारवरण सरकषण ह

(iii) भारत सरकार और रा य सरकार दवारा िनि त सम त उ य और पिवरकताए

(iv) उन िविनधान की मातरा और परकित जो भारत सरकार और रा य सरकार क अिभकरण दवारा महानगर कषतर म िकए जान सभा य ह तथा अ य उपल ध िव ीय या अ य ससाधन (ख) ऐसी स थाओ और सगठन स परामशर करगी िज ह रा यपाल

आदश दवारा िविनिदर कर (4) पर यक महानगर योजना सिमित का अ यकष वह िवकास योजना िजसकी

ऐसी सिमित दवारा िसफािरश की जाती ह रा य सरकार को भजगा

भारत का सिवधान

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243यच िवदयमान िविधय और नगरपािलकाओ का बना रहना ndash इस भाग म िकसी बात क होत हए भी सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 क परारभ क ठीक पवर िकसी रा य म परव नगरपािलकाओ स सबिधत िकसी िविध का कोई उपबध जो इस भाग क उपबध स असगत ह जब तक सकषम िवधान-मडल दवारा या अ य सकषम परािधकारी दवारा उस सशोिधत या िनरिसत नही कर िदया जाता ह या जब तक ऐस परारभ स एक वषर समा नही हो जाता ह इनम स जो भी पहल हो तब तक परव बना रहगा

परत ऐस परारभ क ठीक पवर िवदयमान सभी नगरपािलकाए यिद उस रा य की िवधान सभा दवारा या ऐस रा य की दशा म िजसम िवधान पिरष ह उस रा य क िवधान-मडल क पर यक सदन दवारा पािरत इस आशय क सक प दवारा पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपनी अविध की समाि तक बनी रहगी

243यछ िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरन ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

(क) अन छद 243यक क अधीन बनाई गई या बनाई जान क िलए ता पियरत िकसी ऐसी िविध की िविधमा यता जो िनवारचन-कषतर क पिरसीमन या ऐस िनवारचन-कषतर को थान क आबटन स सबिधत ह िकसी यायालय म पर गत नही की जाएगी

(ख) िकसी नगरपािलका क िलए कोई िनवारचन ऐसी िनवारचन अजीर पर ही पर गत िकया जाएगा जो ऐस परािधकारी को और ऐसी रीित स पर तत की गई ह िजसका िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन उपबध िकया जाए अ यथा नही ]

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1[भाग 9ख सहकारी सोसाइिटया

243यज पिरभाषाए--इस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो-- (क) ldquoपरािधकत यिकतrdquo स अन छद 243यथ म उस प म िनिदर कोई यिकत

अिभपरत ह (ख) ldquoबोडरrdquo स िकसी सहकारी सोसाइटी का िनदशक बोडर या शासी िनकाय

चाह िकसी भी नाम स जञात हो िजसको िकसी सोसाइटी क कायरकलाप क परबध का िनदशन और िनयतरण स पा गया हो अिभपरत ह

(ग) ldquoसहकारी सोसाइटीrdquo स ऐसी सोसाइटी अिभपरत ह जो िकसी रा य म त समय परव सहकारी सोसाइिटय स सबिधत िकसी िविध क अधीन रिज टरीकत ह या रिज टरीकत समझी गई ह

(घ) ldquoबहरा य सहकारी सोसाइटीrdquo स ऐसी सोसाइटी अिभपरत ह िजसक उ य एक रा य तक सीिमत नही ह और जो ऐसी सहकारी सोसाइिटय स सबिधत त समय परव िकसी िविध क अधीन रिज टरीकत ह या रिज टरीकत समझी गई ह

(ङ) ldquoपदािधकारीrdquo स िकसी सहकारी सोसाइटी का अ यकष उपा यकष सभापित उपसभापित सिचव या कोषा यकष अिभपरत ह और िजनम िकसी सहकारी सोसाइटी क बोडर दवारा िनवारिचत िकया जान वाला कोई अ य यिकत भी सि मिलत ह

(च) ldquoरिज टरारrdquo स बहरा य सहकारी सोसाइिटय क सबध म क दरीय सरकार दवारा िनयकत क दरीय रिज टरार और सहकारी सोसाइिटय क सबध म िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध क अधीन रा य सरकार दवारा िनयकत सहकारी सोसाइिटय का रिज टरार अिभपरत ह

(छ) ldquoरा य अिधिनयमrdquo स िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई कोई िविध अिभपरत ह

(ज) ldquoरा य तरीय सहकारी सोसाइटीrdquo स ऐसी सहकारी सोसाइटी अिभपरत ह िजसका स पणर रा य पर िव तािरत अपना परचालन कषतर ह और िजसको िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध म उस प म पिरभािषत िकया गया ह 243यझ सहकारी सोसाइिटय का िनगमन -- इस भाग क उपबध क अधीन रहत हए

िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा वि छक िवरचना लोकताितरक सद य-िनयतरण सद य-आिथरक भागीदारी और वशासी कायरकरण क िसदधात पर आधािरत सहकारी सोसाइिटय क िनगमन िविनयमन और पिरसमापन क सबध म उपबध कर सकगा

1 सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 4 दवारा (15-2-2012 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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243यञ बोडर क सद य और उसक पदािधकािरय की सखया और पदाविध -- (1) बोडर म उतनी सखया म िनदशक ह ग िजतन रा य िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत िकए जाए

परत सहकारी सोसाइटी क िनदशक की अिधकतम सखया इककीस स अिधक नही होगी

परत यह और िक िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ऐसी पर यक सहकारी सोसाइटी क बोडर म जो सद य क प म यि य स िमलकर बनी हो और उसम अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय अथवा ि य क वगर या परवगर स सद य ह एक थान अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय और दो थान ि य क िलए आरिकषत करगा

(2) बोडर क िनवारिचत सद य तथा उसक पदािधकािरय की पदाविध िनवारचन की तारीख स पाच वषर की होगी और पदािधकािरय की पदाविध बोडर की अविध क साथ सहावसानी होगी

परत बोडर बोडर की आकि मक िरिकत को नामिनदशन दवारा उसी वगर क सद य म स िजसक सबध म आकि मक िरिकत हई ह भर सकगा यिद बोडर की पदाविध उसकी मल पदाविध क आध स कम ह

(3) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ऐसी सोसाइटी क बोडर क सद य क प म बककारी परबधन िव क कषतर म अनभव रखन वाल या सहकारी सोसाइटी क उ य और उसक दवारा िकए जान वाल िकरयाकलाप स सबिधत िकसी अ य कषतर म िवशषजञता रखन वाल बोडर क सद य होन वाल यिकतय को सहयोिजत करन क िलए उपबध कर सकगा

परत ऐस सहयोिजत सद य खड (1) क पहल परतक म िविनिदर इककीस िनदशक क अितिरकत दो स अिधक नही ह ग

परत यह और िक ऐस सहयोिजत सद य को ऐस सद य क प म उनकी हिसयत म सहकारी सोसाइटी क िकसी िनवारचन म मतदान करन का या बोडर क पदािधकािरय क प म िनवारिचत होन क िलए पातर होन का अिधकार नही होगा

परत यह भी िक िकसी सहकारी सोसाइटी क क यकारी िनदशक बोडर क सद य भी ह ग और ऐस सद य को खड (1) क पहल परतक म िविनिदर कल िनदशक की कल सखया की गणना करन क परयोजन क िलए अपविजरत िकया जाएगा

भारत का सिवधान

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243यट बोडर क सद य का िनवारचन -- (1) िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध म िकसी बात क होत हए भी बोडर का िनवारचन बोडर की अविध क अवसान स पवर सचािलत िकया जाएगा िजसस यह सिनि त िकया जा सक िक नविनवारिचत बोडर क सद य पदावरोही बोडर क सद य की पदाविध क अवसान होत ही पद गरहण कर ल

(2) िकसी सहकारी सोसाइटी क सभी िनवारचन क िलए िनवारचक नामाविलया तयार करन का और उन सभी िनवारचन क सचालन का अधीकषण िनदशन और िनयतरण ऐस परािधकारी या िनकाय म जो रा य िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत िकया जाए िनिहत होगा

परत िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ऐस िनवारचन क सचालन क िलए परिकरया और मागरदशरक िसदधा त का उपबध कर सकगा

243यठ बोडर का अिधकरमण और िनलबन तथा अ तिरम परबध -- (1) त समय परव िकसी िविध म िकसी बात क होत हए भी कोई बोडर छह मास स अिधक की अविध क िलए अिति त नही िकया जाएगा या िनलबनाधीन नही रखा जाएगा

परत बोडर को-- (i) उसक लगातार यितकरम की दशा म या (ii) अपन कतर य क अनपालन म उपकषा करन की दशा म या (iii) बोडर दवारा सहकारी सोसाइटी या उसक सद य क िहत क परितकल कोई

कायर करन की दशा म या (iv) बोडर क गठन या उसक क य म कोई गितरोध उ प न होन की दशा म

या (v) रा य िवधान-मडल दवारा िविध दवारा अन छद 243यट क खड (2) क

अधीन यथा उपबिधत परािधकारी या िनकाय क रा य अिधिनयम क उपबध क अनसार िनवारचन करान म असफल रहन की दशा म

अिति त िकया जा सकगा या िनलबनाधीन रखा जा सकगा परत यह और िक जहा कोई सरकारी शयर धारण या सरकार दवारा कोई उधार या

िव ीय सहायता या पर याभित नही ह वहा ऐसी िकसी सहकारी सोसाइटी क बोडर को अिति त नही िकया जाएगा या िनलबनाधीन नही रखा जाएगा

परत यह भी िक बककारी कारबार करन वाली िकसी सहकारी सोसाइटी की दशा म बककारी िविनयमन अिधिनयम 1949 क उपबध भी लाग ह ग

भारत का सिवधान

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पर त यह भी िक बहरा य सहकारी सोसाइटी स िभ न बककारी कारबार करन वाली िकसी सहकारी सोसाइटी की दशा म इस खड क उपबध वस ही परभावी ह ग मानो ldquoछह मासrdquo श द क थान पर ldquoएक वषरrdquo श द रख गए थ

(2) बोडर क अिधकरमण की दशा म ऐसी सहकारी सोसाइटी क कायरकलाप का परबध करन क िलए िनयकत परशासक खड (1) म िविनिदर अविध क भीतर िनवारचन क सचालन क िलए यव था करगा और उसका परबध िनवारिचत बोडर को स पगा

(3) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा परशासक की सवा की शत क िलए उपबध कर सकगा

243यड सहकारी सोसाइिटय क लखाओ की सपरीकषा -- (1) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा सहकारी सोसाइिटय दवारा लखाओ क रख जान और ऐस लखाओ की पर यक िव ीय वषर म कम स कम एक बार सपरीकषा िकए जान क सबध म उपबध कर सकगा

(2) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ऐस सपरीकषक और सपरीकषा करन वाली ऐसी फम की जो सहकारी सोसाइिटय क लखाओ की सपरीकषा करन क िलए पातर ह गी यनतम अहरताए और अनभव अिधकिथत करगा

(3) पर यक सहकारी सोसाइटी सहकारी सोसाइटी क साधारण िनकाय दवारा िनयकत खड (2) म िनिदर िकसी सपरीकषक या सपरीकषा करन वाली फम दवारा सपरीकषा करवाएगी

परत ऐस सपरीकषक या सपरीकषा करन वाली फम को रा य सरकार दवारा या रा य सरकार दवारा इस िनिम परािधकत िकसी परािधकारी दवारा अनमोिदत पनल म स िनयकत िकया जाएगा

(4) पर यक सहकारी सोसाइटी क लखाओ की सपरीकषा उस िव ीय वषर की िजसस ऐस लख सबिधत ह समाि क छह मास क भीतर की जाएगी

(5) रा य अिधिनयम दवारा यथा पिरभािषत िकसी सव च सहकारी सोसाइटी क लखाओ की सपरीकषा िरपोटर रा य िवधान-मडल क समकष ऐसी रीित स रखी जाएगी जो रा य िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत की जाए

243यढ साधारण िनकाय की बठक सयोिजत करना -- िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा यह उपबध कर सकगा िक पर यक सहकारी सोसाइटी क साधारण िनकाय की वािषरक बठक ऐस कारबार का स यवहार करन क जो ऐसी िविध म उपबिधत िकया जाए िव ीय वषर की समाि क छह मास की अविध क भीतर सयोिजत की जाएगी

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243यण सचना परा करन का सद य का अिधकार -- (1) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा सहकारी सोसाइटी क पर यक सद य की सहकारी सोसाइटी की ऐसी बिहय सचना और लखाओ तक जो ऐस सद य क साथ उसक कारबार क िनयिमत स यवहार म रख गए ह पहच क िलए उपबध कर सकगा

(2) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा सहकारी सोसाइटी क परबधन म सद य की भागीदारी सिनि त करन क िलए सद य दवारा बठक म उपि थित की ऐसी यनतम अपकषा का उपबध करत हए और सवाओ क ऐस यनतम तर का उपयोग करत हए जो ऐसी िविध म उपबध िकया जाए उपबध कर सकगा

(3) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा अपन सद य क िलए सहकारी िशकषा और परिशकषण का उपबध कर सकगा

243यत िववरिणया -- पर यक सहकारी सोसाइटी पर यक िव ीय वषर की समाि क छह मास क भीतर रा य सरकार दवारा अिभिहत परािधकारी को ऐसी िववरिणया फाइल करगी िजनम िन निलिखत बात सि मिलत ह गी अथारत --

(क) उसक िकरयाकलाप की वािषरक िरपोटर (ख) उसक लखाओ का सपरीिकषत िववरण (ग) अिधशष क ययन की योजना जो सहकारी सोसाइटी क साधारण िनकाय

दवारा यथा अनमोिदत हो (घ) सहकारी सोसाइटी की उपिविधय क सशोधन यिद कोई ह की सची (ङ) उसक साधारण िनकाय की बठक आयोिजत करन की तारीख और

िनवारचन का जब िनयत ह सचालन करन क सबध म घोषणा और (च) रा य अिधिनयम क िक ही उपबध क अनसरण म रिज टरार दवारा

अपिकषत कोई अ य जानकारी 243यथ अपराध और शाि तया -- (1) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा

सहकारी सोसाइिटय स सबिधत अपराध और ऐस अपराध क िलए शाि तय स सबिधत उपबध कर सकगा

(2) खड (1) क अधीन िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध म िन निलिखत कायर करना या उसका लोप करना अपराध क प म सि मिलत होगा अथारत --

(क) कोई सहकारी सोसाइटी या उसका कोई अिधकारी या सद य जानबझकर िम या िववरणी बनाता ह या िम या जानकारी दता ह अथवा कोई यिकत जानबझकर ऐसी जानकारी नही दता ह जो इस िनिम रा य अिधिनयम क उपबध क अधीन परािधकत यिकत दवारा उसस अपिकषत की गई हो

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(ख) कोई यिकत जानबझकर या िकसी यिकतयकत कारण क िबना रा य अिधिनयम क उपबध क अधीन जारी िकए गए िकसी समन अ यपकषा या िविधपणर िलिखत आदश की अवजञा करता ह

(ग) कोई िनयोजक जो पयार कारण क िबना उसक दवारा उसक कमरचारी स काटी गई रकम का उस तारीख स िजसको ऐसी कटौती की गई ह चौदह िदन की अविध क भीतर सहकारी सोसाइटी को सदाय करन म असफल रहता ह

(घ) ऐसा कोई अिधकारी या अिभरकषक जो ऐसी िकसी सहकारी सोसाइटी की िजसका वह अिधकारी या अिभरकषक ह बिहय लखाओ द तावज अिभलख रोकड़ परितभित या अ य सपि की अिभरकषा िकसी परािधकत यिकत को स पन म असफल रहता ह और

(ङ) जो कोई बोडर क सद य या पदािधकािरय क िनवारचन स पहल उसक दौरान या प ात कोई भर आचरण अपनाता ह 243यद बहरा य सहकारी सोसाइिटय को लाग होना -- इस भाग क उपबध बहरा य

सहकारी सोसाइिटय को इस उपातरण क अधीन रहत हए लाग ह ग िक ldquoरा य का िवधान-मडलrdquo ldquoरा य अिधिनयमrdquo या ldquoरा य सरकारrdquo क परित िकसी िनदश का वही अथर लगाया जाएगा जो करमशः ldquoसस rdquo ldquoक दरीय अिधिनयमrdquo या ldquoक दरीय सरकारrdquo का ह

243यध सघ रा यकषतर को लाग होना -- इस भाग क उपबध सघ रा यकषतर को लाग ह ग और ऐस सघ रा यकषतर को िजसकी कोई िवधान सभा नही ह उसी परकार लाग ह ग मानो िकसी रा य क िवधान-मडल क परितिनदश अन छद 239 क अधीन िनयकत उसक परशासक क परित और ऐस सघ रा यकषतर क सबध म िजसकी कोई िवधान सभा ह उस िवधान सभा क परितिनदश ह

परत रा पित राजपतर म अिधसचना दवारा यह िनदश द सकगा िक इस भाग क उपबध ऐस िकसी सघ रा यकषतर या उसक भाग को िजस वह अिधसचना म िविनिदर कर लाग नही ह ग

243यन िवदयमान िविधय का जारी रहना -- इस भाग म िकसी बात क होत हए भी सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 क परारभ स ठीक पवर िकसी रा य म परव सहकारी सोसाइिटय स सबिधत िकसी िविध का कोई उपबध जो इस भाग क उपबध स असगत ह उस सकषम िवधान-मडल या अ य सकषम परािधकारी दवारा सशोिधत या िनरिसत िकए जान तक या ऐस परारभ स एक वषर क समा होन तक इनम स जो भी कम हो परव बना रहगा ]

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भाग 10 अनसिचत और जनजाित कषतर

244 अनसिचत कषतर और जनजाित कषतर का परशासन ndash (1) पाचवी अनसची क उपबध 1[असम 2[3[मघालय ितरपरा और िमजोरम]] रा य ] स िभ न 4 िकसी रा य क अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय क परशासन और िनयतरण क िलए लाग ह ग

(2) छठी अनसची क उपबध 1[असम 2[5[मघालय] ितरपरा] और िमजोरम रा य ] क] जनजाित कषतर क परशासन क िलए लाग ह ग

6[244क असम क कछ जनजाित कषतर को समािव करन वाला एक वशासी रा य बनाना और उसक िलए थानीय िवधान-मडल या मितर-पिरष का या दोन का सजन ndash (1) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा असम रा य क भीतर एक वशासी रा य बना सकगी िजसम छठी अनसची क परा 20 स सलगन सारणी क 7[भाग 1] म िविनिदर सभी या कोई जनजाित कषतर (पणरतः या भागतः) समािव ह ग और उसक िलए ndash

(क) उस वशासी रा य क िवधान-मडल क प म कायर करन क िलए िनवारिचत या भागतः नामिनदिशत और भागतः िनवारिचत िनकाय का या

(ख) मितर-पिरष का या दोन का सजन कर सकगी िजनम स पर यक का गठन शिकतया और क य व ह ग जो उस िविध म िविनिदर िकए जाए

(2) खड (1) म िनिदर िविध िविश तया ndash 1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoअसम रा यrdquo क

थान पर परित थािपत 2 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) ldquoमघालय और ितरपराrdquo श द

क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 2 दवारा ldquoऔर मघालयrdquo श द क थान पर (1-4-1985

स) परित थािपत 4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का लोप िकया गया 5 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) ldquoमघालय और ितरपरा रा य

और िमजोरम सघ रा यकषतरrdquo श द क थान पर परित थािपत 6 सिवधान (बाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1969 की धारा 2 दवारा (25-9-1969 स) अतः थािपत 7 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoभाग कrdquo क थान

पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(क) रा य सची या समवतीर सची म परगिणत व िवषय िविनिदर कर सकगी िजनक सबध म वशासी रा य क िवधान-मडल को सपणर वशासी रा य क िलए या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनान की शिकत असम रा य क िवधान-मडल का अपवजरन करक या अ यथा होगी

(ख) व िवषय पिरिनि त कर सकगी िजन पर उस वशासी रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार होगा

(ग) यह उपबध कर सकगी िक असम रा य दवारा उदगहीत कोई कर वशासी रा य को वहा तक स पा जाएगा जहा तक उसक आगम वशासी रा य स परा हए मान जा सकत ह

(घ) यह उपबध कर सकगी िक इस सिवधान क िकसी अन छद म रा य क परित िकसी िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उसक अतगरत वशासी रा य क परित िनदश ह और

(ङ) ऐस अनपरक आनषिगक या पािरणािमक उपबध कर सकगी जो आव यक समझ जाए (3) पव कत परकार की िकसी िविध का कोई सशोधन जहा तक वह सशोधन खड

(2) क उपखड (क) या उपखड (ख) म िविनिदर िवषय म स िकसी स सबिधत ह तब तक परभावी नही होगा जब तक वह सशोधन सस क पर यक सदन म उपि थत और मत दन वाल कम स कम दो-ितहाई सद य दवारा पािरत नही कर िदया जाता ह

(4) इस अन छद म िनिदर िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन इस बात क होत हए भी नही समझा जाएगा िक उसम कोई ऐसा उपबध अतिवर ह जो इस सिवधान का सशोधन करता ह या सशोधन करन का परभाव रखता ह ]

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भाग 11 सघ और रा य क बीच सबध

अ याय 1 ndash िवधायी सबध िवधायी शिकतय का िवतरण

245 सस दवारा और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय का िव तारndash(1) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए सस भारत क सपणर रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िविध बना सकगी और िकसी रा य का िवधान-मडल सपणर रा य या उसक िकसी भाग क िलए िविध बना सकगा

(2) सस दवारा बनाई गई कोई िविध इस आधार पर अिविधमा य नही समझी जाएगी िक उसका रा यकषतरातीत परवतरन होगा

246 सस दवारा और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय की िवषय-व तndash(1) खड (2) और खड (3) म िकसी बात क होत हए भी सस को सातवी अनसची की सची 1 म (िजस इस सिवधान म ldquoसघ सचीrdquo कहा गया ह) परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म िविध बनान की अन य शिकत ह

(2) खड (3) म िकसी बात क होत हए भी सस को और खड (1) क अधीन रहत हए 1 िकसी रा य क िवधान-मडल को भी सातवी अनसची की सची 3 म (िजस इस सिवधान म ldquoसमवतीर सचीrdquo कहा गया ह) परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म िविध बनान की शिकत ह

(3) खड (1) और खड (2) क अधीन रहत हए 1 िकसी रा य क िवधान-मडल को सातवी अनसची की सची 2 म (िजस इस सिवधान म ldquoरा य सचीrdquo कहा गया ह) परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म उस रा य या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनान की अन य शिकत ह

(4) सस को भारत क रा यकषतर क ऐस भाग क िलए 2[जो िकसी रा य] क अतगरत नही ह िकसी भी िवषय क सबध म िविध बनान की शिकत ह चाह वह िवषय रा य सची म परगिणत िवषय ही कय न हो

3[246क माल और सवा कर क सबध म िवशष उपबध--(1) अन छद 246 और अन छद 254 म िकसी बात क होत हए भी सस को और खड (2) क अधीन रहत हए पर यक रा य क िवधान-मडल को सघ दवारा या उस रा य दवारा अिधरोिपत माल और सवा कर क सबध म िविधया बनान की शिकत होगी

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख मrdquo श द क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 2 दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(2) जहा माल का या सवाओ का अथवा दोन का परदाय अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म होता ह वहा सस को माल और सवा कर क सबध म िविधया बनान की अन य शिकत परा ह

प ीकरण--इस अन छद क उपबध अन छद 279क क खड (5) म िनिदर माल और सवा कर क सबध म माल और सवा कर पिरष दवारा िसफािरश की गई तारीख स परभावी ह ग ]

247 कछ अितिरकत यायालय की थापना का उपबध करन की सस की शिकतndash इस अ याय म िकसी बात क होत हए भी सस अपन दवारा बनाई गई िविधय क या िकसी िवदयमान िविध क जो सघ सची म परगिणत िवषय क सबध म ह अिधक अ छ परशासन क िलए अितिरकत यायालय की थापना का िविध दवारा उपबध कर सकगी

248 अविश िवधायी शिकतयाndash(1) 1[अन छद 246क क अधीन रहत हए सस ] को िकसी ऐस िवषय क सबध म जो समवतीर सची या रा य सची म परगिणत नही ह िविध बनान की अन य शिकत ह

(2) ऐसी शिकत क अतगरत ऐस कर क अिधरोपण क िलए जो उन सिचय म स िकसी म विणरत नही ह िविध बनान की शिकत ह

249 रा य सची म क िवषय क सबध म रा ीय िहत म िविध बनान की सस की शिकतndash(1) इस अ याय क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी यिद रा य सभा न उपि थत और मत दन वाल सद य म स कम स कम दो-ितहाई सद य दवारा समिथरत सक प दवारा घोिषत िकया ह िक रा ीय िहत म यह आव यक या समीचीन ह िक सस 2[अन छद 246क क अधीन उपबिधत माल और सवा कर या] रा य सची म परगिणत ऐस िवषय क सबध म जो उस सक प म िविनिदर ह िविध बनाए तो जब तक वह सक प परव ह सस क िलए उस िवषय क सबध म भारत क सपणर रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनाना िविधपणर होगा

(2) खड (1) क अधीन पािरत सक प एक वषर स अनिधक ऐसी अविध क िलए परव रहगा जो उसम िविनिदर की जाए

परत यिद और िजतनी बार िकसी ऐस सक प को परव बनाए रखन का अनमोदन करन वाला सक प खड (1) म उपबिधत रीित स पािरत हो जाता ह तो और उतनी बार ऐसा सक प उस तारीख स िजसको वह इस खड क अधीन अ यथा परव नही रहता एक वषर की और अविध तक परव रहगा

(3) सस दवारा बनाई गई कोई िविध िजस सस खड (1) क अधीन सक प क पािरत होन क अभाव म बनान क िलए सकषम नही होती सक प क परव न रहन क प ात छह मास की अविध की समाि पर अकषमता की मातरा तक उन बात क िसवाय परभावी नही रहगी िज ह उकत अविध की समाि स पहल िकया गया ह या करन का लोप िकया गया ह

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 3 दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 4 दवारा ldquoसस rdquo क थान पर (16-9-2016 स)

अतः थािपत

भारत का सिवधान

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250 यिद आपात की उदघोषणा परवतरन म हो तो रा य सची म क िवषय क सबध म िविध बनान की सस की शिकत ndash (1) इस अ याय म िकसी बात क होत हए भी सस को जब तक आपात की उदघोषणा परवतरन म ह 1[अन छद 246क क अधीन उपबिधत माल या सवा कर या] रा य सची म परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म भारत क सपणर रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनान की शिकत होगी

(2) सस दवारा बनाई गई कोई िविध िजस सस आपात की उदघोषणा क अभाव म बनान क िलए सकषम नही होती उदघोषणा क परवतरन म न रहन क प ात छह मास की अविध की समाि पर अकषमता की मातरा तक उन बात क िसवाय परभावी नही रहगी िज ह उकत अविध की समाि स पहल िकया गया ह या करन का लोप िकया गया ह

251 सस दवारा अन छद 249 और अन छद 250 क अधीन बनाई गई िविधय और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय म असगित ndash अन छद 249 और अन छद 250 की कोई बात िकसी रा य क िवधान-मडल की ऐसी िविध बनान की शिकत को िजस इस सिवधान क अधीन बनान की शिकत उसको ह िनबरिधत नही करगी िकत यिद िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध का कोई उपबध सस दवारा बनाई गई िविध क िजस उकत अन छद म स िकसी अन छद क अधीन बनान की शिकत सस को ह िकसी उपबध क िव दध ह तो सस दवारा बनाई गई िविध अिभभावी होगी चाह वह रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध स पहल या उसक बाद म पािरत की गई हो और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध उस िवरोध की मातरा तक अपरवतरनीय होगी िकत ऐसा तभी तक होगा जब तक सस दवारा बनाई गई िविध परभावी रहती ह

252 दो या अिधक रा य क िलए उनकी सहमित स िविध बनान की सस की शिकत और ऐसी िविध का िकसी अ य रा य दवारा अगीकार िकया जाना ndash (1) यिद िक ही दो या अिधक रा य क िवधान-मडल को यह वाछनीय परतीत होता ह िक उन िवषय म स िजनक सबध म सस को अन छद 249 और अन छद 250 म यथा उपबिधत क िसवाय रा य क िलए िविध बनान की शिकत नही ह िकसी िवषय का िविनयमन ऐस रा य म सस िविध दवारा कर और यिद उन रा य क िवधान-मडल क सभी सदन उस आशय क सक प पािरत करत ह तो उस िवषय का तदनसार िविनयमन करन क िलए कोई अिधिनयम पािरत करना सस क िलए िविधपणर होगा और इस परकार पािरत अिधिनयम ऐस रा य को लाग होगा और ऐस अ य रा य को लाग होगा जो त प ात अपन िवधान-मडल क सदन दवारा या जहा दो सदन ह वहा दोन सदन म स पर यक सदन इस िनिम पािरत सक प दवारा उसको अगीकार कर लता ह

(2) सस दवारा इस परकार पािरत िकसी अिधिनयम का सशोधन या िनरसन इसी रीित स पािरत या अगीकत सस क अिधिनयम दवारा िकया जा सकगा िकत उसका उस

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 5 दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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रा य क सबध म सशोधन या िनरसन िजसको वह लाग होता ह उस रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम दवारा नही िकया जाएगा

253 अतररा ीय करार को परभावी करन क िलए िवधान ndash इस अ याय क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी सस को िकसी अ य दश या दश क साथ की गई िकसी सिध करार या अिभसमय अथवा िकसी अतररा ीय स मलन सगम या अ य िनकाय म िकए गए िकसी िविन य क कायार वयन क िलए भारत क सपणर रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए कोई िविध बनान की शिकत ह

254 सस दवारा बनाई गई िविधय और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय म असगित ndash (1) यिद िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध का कोई उपबध सस दवारा बनाई गई िविध क िजस अिधिनयिमत करन क िलए सस सकषम ह िकसी उपबध क या समवतीर सची म परगिणत िकसी िवषय क सबध म िवदयमान िविध क िकसी उपबध क िव दध ह तो खड (2) क उपबध क अधीन रहत हए यथाि थित सस दवारा बनाई गई िविध चाह वह ऐस रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध स पहल या उसक बाद म पािरत की गई हो या िवदयमान िविध अिभभावी होगी और उस रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध उस िवरोध की मातरा तक श य होगी

(2) जहा 1 रा य क िवधान-मडल दवारा समवतीर सची म परगिणत िकसी िवषय क सबध म बनाई गई िविध म कोई ऐसा उपबध अतिवर ह जो सस दवारा पहल बनाई गई िविध क या उस िवषय क सबध म िकसी िवदयमान िविध क उपबध क िव दध ह तो यिद ऐस रा य क िवधान-मडल दवारा इस परकार बनाई गई िविध को रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखा गया ह और उस पर उसकी अनमित िमल गई ह तो वह िविध उस रा य म अिभभावी होगी

परत इस खड की कोई बात सस को उसी िवषय क सबध म कोई िविध िजसक अतगरत ऐसी िविध ह जो रा य क िवधान-मडल दवारा इस परकार बनाई गई िविध का पिरवधरन सशोधन पिरवतरन या िनरसन करती ह िकसी भी समय अिधिनयिमत करन स िनवािरत नही करगी

255 िसफािरश और पवर मजरी क बार म अपकषाओ को कवल परिकरया क िवषय मानना ndash यिद सस क या 1 िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी अिधिनयम को ndash

(क) जहा रा यपाल की िसफािरश अपिकषत थी वहा रा यपाल या रा पित न (ख) जहा राजपरमख की िसफािरश अपिकषत थी वहा राजपरमख या रा पित न

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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(ग) जहा रा पित की िसफािरश या पवर मजरी अपिकषत थी वहा रा पित न अनमित द दी ह तो ऐसा अिधिनयम और ऐस अिधिनयम का कोई उपबध कवल इस कारण अिविधमा य नही होगा िक इस सिवधान दवारा अपिकषत कोई िसफािरश नही की गई थी या पवर मजरी नही दी गई थी

अ याय 2 ndash परशासिनक सबध साधारण

256 रा य की और सघ की बा यता ndash पर यक रा य की कायरपािलका शिकत का इस परकार परयोग िकया जाएगा िजसस सस दवारा बनाई गई िविधय का और ऐसी िवदयमान िविधय का जो उस रा य म लाग ह अनपालन सिनि त रह और सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार िकसी रा य को ऐस िनदश दन तक होगा जो भारत सरकार को उस परयोजन क िलए आव यक परतीत ह

257 कछ दशाओ म रा य पर सघ का िनयतरण ndash (1) पर यक रा य की कायरपािलका शिकत का इस परकार परयोग िकया जाएगा िजसस सघ की कायरपािलका शिकत क परयोग म कोई अड़चन न हो या उस पर कोई परितकल परभाव न पड़ और सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार िकसी रा य को ऐस िनदश दन तक होगा जो भारत सरकार को इस परयोजन क िलए आव यक परतीत ह

(2) सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार रा य को ऐस सचार साधन क िनमारण और बनाए रखन क बार म िनदश दन तक भी होगा िजनका रा ीय या सिनक मह व का होना उस िनदश म घोिषत िकया गया ह

परत इस खड की कोई बात िकसी राजमागर या जलमागर को रा ीय राजमागर या रा ीय जलमागर घोिषत करन की सस की शिकत को अथवा इस परकार घोिषत राजमागर या जलमागर क बार म सघ की शिकत को अथवा सना नौसना और वायसना सकमर िवषयक अपन क य क भाग प सचार साधन क िनमारण और बनाए रखन की सघ की शिकत को िनबरिधत करन वाली नही मानी जाएगी

(3) सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार िकसी रा य म रल क सरकषण क िलए िकए जान वाल उपाय क बार म उस रा य को िनदश दन तक भी होगा

(4) जहा खड (2) क अधीन सचार साधन क िनमारण या बनाए रखन क बार म अथवा खड (3) क अधीन िकसी रल क सरकषण क िलए िकए जान वाल उपाय क बार म िकसी रा य को िदए गए िकसी िनदश क पालन म उस खचर स अिधक खचर हो गया ह जो यिद ऐसा िनदश नही िदया गया होता तो रा य क परसामा य कतर य क िनवरहन म खचर होता वहा उस रा य दवारा इस परकार िकए गए अितिरकत खच क सबध म भारत सरकार दवारा उस रा य को ऐसी रािश का जो करार पाई जाए या करार क अभाव म ऐसी रािश का िजस भारत क मखय यायमितर दवारा िनयकत म य थ अवधािरत कर सदाय िकया जाएगा

1[257क [सघ क सश बल या अ य बल क अिभिनयोजन दवारा रा य की 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 43 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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सहायता ]ndashसिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 33 दवारा (20-6-1979 स) िनरिसत

258 कछ दशाओ म रा य को शिकत परदान करन आिद की सघ की शिकत ndash (1) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी रा पित िकसी रा य की सरकार की सहमित स उस सरकार को या उसक अिधकािरय को ऐस िकसी िवषय स सबिधत क य िजन पर सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार ह सशतर या िबना शतर स प सकगा

(2) सस दवारा बनाई गई िविध जो िकसी रा य को लाग होती ह ऐस िवषय स सबिधत होन पर भी िजसक सबध म रा य क िवधान-मडल को िविध बनान की शिकत नही ह उस रा य या उसक अिधकािरय और परािधकािरय को शिकत परदान कर सकगी और उन पर कतर य अिधरोिपत कर सकगी या शिकतय का परदान िकया जाना और कतर य का अिधरोिपत िकया जाना परािधकत कर सकगी

(3) जहा इस अन छद क आधार पर िकसी रा य अथवा उसक अिधकािरय या परािधकािरय को शिकतया परदान की गई ह या उन पर कतर य अिधरोिपत िकए गए ह वहा उन शिकतय और कतर य क परयोग क सबध म रा य दवारा परशासन म िकए गए अितिरकत खच क सबध म भारत सरकार दवारा उस रा य को ऐसी रािश का जो करार पाई जाए या करार क अभाव म ऐसी रािश का िजस भारत क मखय यायमितर दवारा िनयकत म य थ अवधािरत कर सदाय िकया जाएगा

1[258क सघ को क य स पन की रा य की शिकत ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी िकसी रा य का रा यपाल भारत सरकार की सहमित स उस सरकार को या उसक अिधकािरय को ऐस िकसी िवषय स सबिधत क य िजन पर उस रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार ह सशतर या िबना शतर स प सकगा ]

259 [पहली अनसची क भाग ख क रा य क सश बल ] ndash सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा िनरिसत

260 भारत क बाहर क रा यकषतर क सबध म सघ की अिधकािरता ndash भारत सरकार िकसी ऐस रा यकषतर की सरकार स जो भारत क रा यकषतर का भाग नही ह करार करक ऐस रा यकषतर की सरकार म िनिहत िक ही कायरपालक िवधायी या याियक क य का भार अपन ऊपर ल सकगी िक त पर यक ऐसा करार िवदशी अिधकािरता क परयोग स सबिधत त समय परव िकसी िविध क अधीन होगा और उसस शािसत होगा

261 सावरजिनक कायर अिभलख और याियक कायरवािहया ndash (1) भारत क रा यकषतर म सवरतर सघ क और पर यक रा य क सावरजिनक काय अिभलख और 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 18 दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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याियक कायरवािहय को परा िव ास और परी मा यता दी जाएगी (2) खड (1) म िनिदर काय अिभलख और कायरवािहय को सािबत करन की

रीित और शत तथा उनक परभाव का अवधारण सस दवारा बनाई गई िविध दवारा उपबिधत रीित क अनसार िकया जाएगा

(3) भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म िसिवल यायालय दवारा िदए गए अितम िनणरय या आदश का उस रा यकषतर क भीतर कही भी िविध क अनसार िन पादन िकया जा सकगा

जल सबधी िववाद 262 अतरराि यक निदय या नदी-दन क जल सबधी िववाद का

यायिनणरयन ndash (1) सस िविध दवारा िकसी अतरराि यक नदी या नदी-दन क या उसम जल क परयोग िवतरण या िनयतरण क सबध म िकसी िववाद या पिरवाद क यायिनणरयन क िलए उपबध कर सकगी

(2) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा उपबध कर सकगी िक उ चतम यायालय या कोई अ य यायालय खड (1) म िनिदर िकसी िववाद या पिरवाद क सबध म अिधकािरता का परयोग नही करगा

रा य क बीच सम वय 263 अतररा य पिरष क सबध म उपबध ndash यिद िकसी समय रा पित को यह

परतीत होता ह िक ऐसी पिरष की थापना स लोक िहत की िसिदध होगी िजस ndash (क) रा य क बीच जो िववाद उ प न हो गए ह उनकी जाच करन और

उन पर सलाह दन (ख) कछ या सभी रा य क अथवा सघ और एक या अिधक रा य क

सामा य िहत स सबिधत िवषय क अ वषण और उन पर िवचार-िवमशर करन या

(ग) ऐस िकसी िवषय पर िसफािरश करन और िविश तया उस िवषय क सबध म नीित और काररवाई क अिधक अ छ सम वय क िलए िसफािरश करन

क कतर य का भार स पा जाए तो रा पित क िलए यह िविधपणर होगा िक वह आदश दवारा ऐसी पिरष की थापना कर और उस पिरष दवारा िकए जान वाल कतर य की परकित को तथा उसक सगठन और परिकरया को पिरिनि त कर

152

भाग 12 िव सपि सिवदाए और वाद

अ याय 1 ndash िव साधारण

1[264 िनवरचन ndash इस भाग म ldquoिव आयोगrdquo स अन छद 280 क अधीन गिठत िव आयोग अिभपरत ह ]

265 िविध क परािधकार क िबना कर का अिधरोपण न िकया जाना ndash कोई कर िविध क परािधकार स ही अिधरोिपत या सगहीत िकया जाएगा अ यथा नही

266 भारत और रा य की सिचत िनिधया और लोक लख ndash (1) अन छद 267 क उपबध क तथा कछ कर और श क क शदध आगम पणरतः या भागतः रा य को स प िदए जान क सबध म इस अ याय क उपबध क अधीन रहत हए भारत सरकार को परा सभी राज व उस सरकार दवारा राज हिडया िनगरिमत करक उधार दवारा या अथ पाय अिगरम दवारा िलए गए सभी उधार और उधार क परितसदाय म उस सरकार को परा सभी धनरािशय की एक सिचत िनिध बनगी जो ldquoभारत की सिचत िनिधrdquo क नाम स जञात होगी तथा िकसी रा य सरकार को परा सभी राज व उस सरकार दवारा राज हिडया िनगरिमत करक उधार दवारा या अथ पाय अिगरम दवारा िलए गए सभी उधार और उधार क परितसदाय म उस सरकार को परा सभी धनरािशय की एक सिचत िनिध बनगी जो ldquoरा य की सिचत िनिधrdquo क नाम स जञात होगी

(2) भारत सरकार या िकसी रा य सरकार दवारा या उसकी ओर स परा सभी अ य लोक धनरािशया यथाि थित भारत क लोक लख म या रा य क लोक लख म जमा की जाएगी

(3) भारत की सिचत िनिध या रा य की सिचत िनिध म स कोई धनरािशया िविध क अनसार तथा इस सिवधान म उपबिधत परयोजन क िलए और रीित स ही िविनयोिजत की जाएगी अ यथा नही

267 आकि मकता िनिध ndash (1) सस िविध दवारा अगरदाय क व प की एक आकि मकता िनिध की थापना कर सकगी जो ldquoभारत की आकि मकता िनिधrdquo क नाम स जञात होगी िजसम ऐसी िविध दवारा अवधािरत रािशया समय-समय पर जमा की जाएगी और अनविकषत यय का अन छद 115 या अन छद 116 क अधीन सस दवारा िविध दवारा परािधकत िकया जाना लिबत रहन तक ऐसी िनिध म स ऐस यय की पितर क िलए अिगरम धन दन क िलए रा पित को समथर बनान क िलए उकत िनिध रा पित क ययनाधीन रखी जाएगी

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा अगरदाय क व प की एक आकि मकता िनिध की थापना कर सकगा जो ldquoरा य की आकि मकता िनिधrdquo क नाम स जञात होगी िजसम ऐसी िविध दवारा अवधािरत रािशया समय-समय पर जमा की जाएगी और अनविकषत यय का अन छद 205 या अन छद 206 क अधीन रा य क िवधान-मडल दवारा िविध दवारा परािधकत िकया जाना लिबत रहन तक ऐसी िनिध म स ऐस यय की पितर क िलए अिगरम धन दन क िलए रा यपाल को समथर बनान क िलए उकत िनिध रा य क रा यपाल 1 क ययनाधीन रखी जाएगी

सघ और रा य क बीच राज व का िवतरण 268 सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाल िकत रा य दवारा सगहीत और

िविनयोिजत िकए जान वाल श क ndash (1) ऐस टाप-श क 2 जो सघ सची म विणरत ह भारत सरकार दवारा उदगहीत िकए जाएग िकत ndash

(क) उस दशा म िजसम ऐस श क 3[सघ रा यकषतर] क भीतर उ गरहणीय ह भारत सरकार दवारा और

(ख) अ य दशाओ म िजन-िजन रा य क भीतर ऐस श क उ गरहणीय ह उन-उन रा य दवारा

सगहीत िकए जाएग (2) िकसी रा य क भीतर उ गरहणीय िकसी ऐस श क क िकसी िव ीय वषर म

आगम भारत की सिचत िनिध क भाग नही ह ग िक त उस रा य को स प िदए जाएग

4268क [सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाला और सघ तथा रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकया जान वाला सवा-कर ]ndashसिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 7 दवारा (16-9-2016 स) लोप िकया गया

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 6 दवारा (16-9-2016 स) तथा औषधीय और परसाधन

िनिमरितय पर ऐस उ पाद-श क श द का लोप िकया गया 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग ग म

िविनिदर रा यrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत 4 सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा अतः थािपत (परव नही हआ ह)

भारत का सिवधान

154

269 सघ दवारा उदगहीत और सगहीत िकत रा य को स प जान वाल करndash1[(1) 2[अन छद 269क म यथा उपबिधत क िसवाय] माल क करय] या िवकरय पर कर और माल क परषण पर कर भारत सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत िकए जाएग िक त खड (2) म उपबिधत रीित स रा य को 1 अपरल 1996 को या उसक प ात स प िदए जाएग या स प िदए गए समझ जाएग

प ीकरण ndash इस खड क परयोजन क िलए ndash (क) ldquoमाल क करय या िवकरय पर करrdquo पद स समाचारपतर स िभ न माल

क करय या िवकरय पर उस दशा म कर अिभपरत ह िजसम ऐसा करय या िवकरय अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह

(ख) ldquoमाल क परषण पर करrdquo पद स माल क परषण पर (चाह परषण उसक करन वाल यिकत को या िकसी अ य यिकत को िकया गया हो) उस दशा म कर अिभपरत ह िजसम ऐसा परषण अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह (2) िकसी िव ीय वषर म िकसी ऐस कर क शदध आगम वहा तक क िसवाय जहा

तक व आगम सघ रा यकषतर स परा हए आगम मान जा सकत ह भारत की सिचत िनिध क भाग नही ह ग िकत उन रा य को स प िदए जाएग िजनक भीतर वह कर उस वषर म उ गरहणीय ह और िवतरण क ऐस िसदधात क अनसार जो सस िविध दवारा बनाए उन रा य क बीच िवतिरत िकए जाएग ]

3[(3) सस यह अवधािरत करन क िलए िक 4[माल का करय या िवकरय या परषण] कब अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह िविध दवारा िसदधात बना सकगी ]

5[269क अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म माल और सवा कर का उ गरहण और सगरहण--(1) अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म परदाय पर माल और सवा कर भारत सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत िकया जाएगा तथा ऐसा कर उस रीित म जो सस दवारा िविध दवारा माल और सवा कर पिरष की िसफािरश पर उपबिधत की जाए सघ और रा य क बीच परभािजत िकया जाएगा

1 सिवधान (अठारहवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 2 खड (1) और खड (2) क थान पर (9-6-2000 स)

परित थािपत 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 8 दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत 3 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा (11-9-1956 स) अतः थािपत 4 सिवधान (िछयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1982 की धारा 2 दवारा (2-2-1983 स) ldquoमाल का करय या िवकरयrdquo

श द क थान पर परित थािपत 5 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 9 दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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प ीकरण--इस खड क परयोजन क िलए भारत क रा यकषतर म आयात क अनकरम म माल क या सवाओ क या दोन क परदाय को अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म माल का या सवाओ का या दोन का परदाय समझा जाएगा

(2) खड (1) क अधीन िकसी रा य को परभािजत रकम भारत की सिचत िनिध का भाग नही होगी

(3) जहा खड (1) क अधीन उदगहीत कर क प म सगहीत रकम का उपयोग अन छद 246क क अधीन िकसी रा य दवारा उदगहीत कर का सदाय करन क िलए िकया गया ह वहा ऐसी रकम भारत की सिचत िनिध का भाग नही होगी

(4) जहा अन छद 246क क अधीन िकसी रा य दवारा उदगहीत कर क प म सगहीत रकम का उपयोग खड (1) क अधीन उदगहीत कर का सदाय करन क िलए िकया गया ह वहा ऐसी रकम रा य की सिचत िनिध का भाग नही होगी

(5) सस िविध दवारा परदाय क थान का और इस बात का िक माल का या सवाओ का अथवा दोन का परदाय अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म कब होता ह अवधारण करन सबधी िसदधात बना सकगी ]

1[270 उदगहीत कर और उनका सघ तथा रा य क बीच िवतरणndash(1) करमशः 2[अन छद 268 अन छद 269 और अन छद 269क] म िनिदर श क और कर क िसवाय सघ सची म िनिदर सभी कर और श क अन छद 271 म िनिदर कर और श क पर अिधभार और सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क अधीन िविनिदर परयोजन क िलए उदगहीत कोई उपकर भारत सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत िकए जाएग तथा खड (2) म उपबिधत रीित स सघ और रा य क बीच िवतिरत िकए जाएग

3[(1क) अन छद 246क क खड (1) क अधीन सघ दवारा सगहीत कर भी सघ और रा य क बीच खड (2) म उपबिधत रीित म िवतिरत िकया जाएगा

(1ख) अन छद 246क क खड (2) और अन छद 269क क अधीन सघ दवारा उदगहीत और सगहीत ऐसा कर िजसका उपयोग अन छद 246क क खड (1) क अधीन सघ दवारा उदगहीत कर का सदाय करन क िलए िकया गया ह और अन छद 269क क खड (1) क अधीन सघ को परभािजत रकम भी सघ और रा य क बीच खड (2) म उपबिधत रीित म िवतिरत की जाएगी ]

(2) िकसी िव ीय वषर म िकसी ऐस कर या श क क शदध आगम का ऐसा 1 सिवधान (अ सीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 3 दवारा (9-6-2000 स) परित थािपत 2 सिवधान (अटठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 3 दवारा (परव नही हआ और पनः परित थािपत होन पर)

अन छद 268 और अन छद 269 श द क थान पर अन छद 268 अन छद 268क और अन छद 269 परित थािपत िकए जाएग

3 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 10 दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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परितशत जो िविहत िकया जाए भारत की सिचत िनिध का भाग नही होगा िक त उन रा य को स प िदया जाएगा िजनक भीतर वह कर या श क उस वषर म उ गरहणीय ह और ऐसी रीित स और ऐस समय स जो खड (3) म उपबिधत रीित स िविहत िकया जाए उन रा य क बीच िवतिरत िकया जाएगा

(3) इस अन छद म ldquoिविहतrdquo स अिभपरत ह ndash (i) जब तक िव आयोग का गठन नही िकया जाता ह तब तक रा पित

दवारा आदश दवारा िविहत और (ii) िव आयोग का गठन िकए जान क प ात िव आयोग की िसफािरश

पर िवचार करन क प ात रा पित दवारा आदश दवारा िविहत ] 271 कछ श क और कर पर सघ क परयोजन क िलए अिधभार ndash अन छद

269 और अन छद 270 म िकसी बात क होत हए भी सस 1[अन छद 246क क अधीन माल और सवा कर क िसवाय] उन अन छद म िनिदर श क या कर म स िकसी म िकसी भी समय सघ क परयोजन क िलए अिधभार दवारा विदध कर सकगी और िकसी ऐस अिधभार क सपणर आगम भारत की सिचत िनिध क भाग ह ग

272 [कर जो सघ दवारा उदगहीत और सगहीत िकए जात ह तथा जो सघ और रा य क बीच िवतिरत िकए जा सकग ] ndashसिवधान (अ सीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 4 दवारा (9-6-2000 स) लोप िकया गया

273 जट पर और जट उ पाद पर िनयारत श क क थान पर अनदान ndash (1) जट पर और जट उ पाद पर िनयारत श क क पर यक वषर क शदध आगम का कोई भाग असम िबहार 2[ओिड़शा] और पि मी बगाल रा य को स प िदए जान क थान पर उन रा य क राज व म सहायता अनदान क प म पर यक वषर भारत की सिचत िनिध पर ऐसी रािशया भािरत की जाएगी जो िविहत की जाए

(2) जट पर और जट उ पाद पर जब तक भारत सरकार कोई िनयारत श क उदगहीत करती रहती ह तब तक या इस सिवधान क परारभ स दस वषर की समाि तक इन दोन म स जो भी पहल हो इस परकार िविहत रािशया भारत की सिचत िनिध पर भािरत बनी रहगी

(3) इस अन छद म ldquoिविहतrdquo पद का वही अथर ह जो अन छद 270 म ह

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 11 (16-9-2016 स) अतः थािपत 2 उड़ीसा (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2011 (2011 का 15) की धारा 5 दवारा (1-11-2011 स) ldquoउड़ीसाrdquo क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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274 ऐस कराधान पर िजसम रा य िहतबदध ह परभाव डालन वाल िवधयक क िलए रा पित की पवर िसफािरश की अपकषा ndash (1) कोई िवधयक या सशोधन जो ऐसा कर या श क िजसम रा य िहतबदध ह अिधरोिपत करता ह या उसम पिरवतरन करता ह अथवा जो भारतीय आय-कर स सबिधत अिधिनयिमितय क परयोजन क िलए पिरभािषत ldquoकिष-आयrdquo पद क अथर म पिरवतरन करता ह अथवा जो उन िसदधात को परभािवत करता ह िजनस इस अ याय क पवरगामी उपबध म स िकसी उपबध क अधीन रा य को धनरािशया िवतरणीय ह या हो सकगी अथवा जो सघ क परयोजन क िलए कोई ऐसा अिधभार अिधरोिपत करता ह जो इस अ याय क पवरगामी उपबध म विणरत ह सस क िकसी सदन म रा पित की िसफािरश पर ही परः थािपत या पर तािवत िकया जाएगा अ यथा नही

(2) इस अन छद म ldquoऐसा कर या श क िजसम रा य िहतबदध हrdquo पद स ऐसा कोई कर या श क अिभपरत ह ndash

(क) िजसक शदध आगम पणरतः या भागतः िकसी रा य को स प िदए जात ह या

(ख) िजसक शदध आगम क परित िनदश स भारत की सिचत िनिध म स िकसी रा य को रािशया त समय सदय ह 275 कछ रा य को सघ स अनदान ndash (1) ऐसी रािशया िजनका सस िविध

दवारा उपबध कर उन रा य क राज व म सहायता अनदान क प म पर यक वषर भारत की सिचत िनिध पर भािरत ह गी िजन रा य क िवषय म सस यह अवधािरत कर िक उ ह सहायता की आव यकता ह और िभ न-िभ न रा य क िलए िभ न-िभ न रािशया िनयत की जा सकगी

परत िकसी रा य क राज व म सहायता अनदान क प म भारत की सिचत िनिध म स ऐसी पजी और आवतीर रािशया सद की जाएगी जो उस रा य को उन िवकास कीम क खच को परा करन म समथर बनान क िलए आव यक ह िज ह उस रा य म अनसिचत जनजाितय क क याण की अिभविदध करन या उस रा य म अनसिचत कषतर क परशासन तर को उस रा य क शष कषतर क परशासन तर तक उ नत करन क परयोजन क िलए उस रा य दवारा भारत सरकार क अनमोदन स हाथ म िलया जाए

परत यह और िक असम रा य क राज व म सहायता अनदान क प म भारत की सिचत िनिध म स ऐसी पजी और आवतीर रािशया सद की जाएगी ndash

भारत का सिवधान

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(क) जो छठी अनसची क परा 20 स सलगन सारणी क 1[भाग 1] म िविनिदर जनजाित कषतर क परशासन क सबध म इस सिवधान क परारभ स ठीक पवरवतीर दो वषर क दौरान औसत यय राज व स िजतना अिधक ह उसक बराबर ह और

(ख) जो उन िवकास कीम क खच क बराबर ह िज ह उकत कषतर क परशासन तर को उस रा य क शष कषतर क परशासन तर तक उ नत करन क परयोजन क िलए उस रा य दवारा भारत सरकार क अनमोदन स हाथ म िलया जाए 2[(1क) अन छद 244क क अधीन वशासी रा य क बनाए जान की तारीख को

और स ndash (i) खड (1) क दसर परतक क खड (क) क अधीन सदय कोई रािशया

वशासी रा य को उस दशा म सद की जाएगी जब उसम िनिदर सभी जनजाित कषतर उस वशासी रा य म समािव ह और यिद वशासी रा य म उन जनजाित कषतर म स कवल कछ ही समािव ह तो व रािशया असम रा य और वशासी रा य क बीच ऐस परभािजत की जाएगी जो रा पित आदश दवारा िविनिदर कर

(ii) वशासी रा य क राज व म सहायता अनदान क प म भारत की सिचत िनिध म स ऐसी पजी और आवतीर रािशया सद की जाएगी जो उन िवकास कीम क खच क बराबर ह िज ह वशासी रा य क परशासन तर को शष असम रा य क परशासन तर तक उ नत करन क परयोजन क िलए वशासी रा य दवारा भारत सरकार क अनमोदन स हाथ म िलया जाए ] (2) जब तक सस खड (1) क अधीन उपबध नही करती ह तब तक उस खड क

अधीन सस को परद शिकतया रा पित दवारा आदश दवारा परयोकत य ह गी और रा पित दवारा इस खड क अधीन िकया गया कोई आदश सस दवारा इस परकार िकए गए िकसी उपबध क अधीन रहत हए परभावी होगा

परत िव आयोग का गठन िकए जान क प ात रा पित दवारा इस खड क अधीन कोई आदश िव आयोग की िसफािरश पर िवचार करन क प ात ही िकया जाएगा अ यथा नही

276 वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर ndash (1) अन छद 246 म िकसी बात क होत हए भी िकसी रा य क िवधान-मडल की ऐस कर स सबिधत कोई िविध जो उस रा य क या उसम िकसी नगरपािलका िजला बोडर थानीय बोडर या अ य थानीय परािधकारी क फायद क िलए वि य यापार आजीिवकाओ या िनयोजन क सबध म ह इस आधार पर अिविधमा य नही होगी िक वह आय पर कर स सबिधत ह

(2) रा य को या उस रा य म िकसी एक नगरपािलका िजला बोडर थानीय बोडर 1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoभाग कrdquo क थान

पर परित थािपत 2 सिवधान (बाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1969 की धारा 3 दवारा (25-9-1969 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

159

या अ य थानीय परािधकारी को िकसी एक यिकत क बार म वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर क प म सदय कल रकम 1[दो हजार पाच सौ पए] परित वषर स अिधक नही होगी

2 (3) वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर क सबध म पव कत

प म िविधया बनान की रा य क िवधान-मडल की शिकत का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन स परोदभत या उदभत आय पर कर क सबध म िविधया बनान की सस की शिकत को िकसी परकार सीिमत करती ह

277 यावि ndash ऐस कर श क उपकर या फीस जो इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल िकसी रा य की सरकार दवारा अथवा िकसी नगरपािलका या अ य थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा उस रा य नगरपािलका िजला या अ य थानीय कषतर क परयोजन क िलए िविधपवरक उदगहीत की जा रही थी इस बात क होत हए भी िक व कर श क उपकर या फीस सघ सची म विणरत ह तब तक उदगहीत की जाती रहगी और उ ही परयोजन क िलए उपयोिजत की जाती रहगी जब तक सस िविध दवारा इसक परितकल उपबध नही करती ह

278 [कछ िव ीय िवषय क सबध म पहली अनसची क भाग ख क रा य स करार ] ndash सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) िनरिसत

279 ldquoशदध आगमrdquo आिद की गणना ndash (1) इस अ याय क पवरगामी उपबध म ldquoशदध आगमrdquo स िकसी कर या श क क सबध म उसका वह आगम अिभपरत ह जो उसक सगरहण क खच को घटाकर आए और उन उपबध क परयोजन क िलए िकसी कषतर म या उसस परा हए मान जा सकन वाल िकसी कर या श क का अथवा िकसी कर या श क क िकसी भाग का शदध आगम भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक दवारा अिभिनि त और परमािणत िकया जाएगा और उसका परमाणपतर अितम होगा

(2) जसा ऊपर कहा गया ह उसक और इस अ याय क िकसी अ य अिभ यकत उपबध क अधीन रहत हए िकसी ऐसी दशा म िजसम इस भाग क अधीन िकसी श क या कर का आगम िकसी रा य को स प िदया जाता ह या स प िदया जाए सस दवारा बनाई गई िविध या रा पित का कोई आदश उस रीित का िजसस आगम की गणना की जानी ह उस समय का िजसस या िजसम और उस रीित का िजसस कोई सदाय िकए जान ह एक िव ीय वषर और दसर िव ीय वषर म समायोजन करन का और अ य आनषिगक या सहायक िवषय का उपबध कर सकगा

1 सिवधान (साठवा सशोधन) अिधिनयम 1988 की धारा 2 दवारा ldquoदो सौ पचास पएrdquo श द क थान पर (20-

12-1988 स) परित थािपत 2 सिवधान (साठवा सशोधन) अिधिनयम 1988 की धारा 2 दवारा पर तक का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

160

1[279क माल और सवा कर पिरष ndash(1) रा पित सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 क परारभ की तारीख स साठ िदन क भीतर आदश दवारा माल और सवा कर पिरष क नाम स जञात एक पिरष का गठन करगा

(2) माल और सवा कर पिरष िन निलिखत सद य स िमलकर बनगी अथारत --

(क) सघ का िव मतरी -- अ यकष (ख) सघ का राज व या िव का भारसाधक रा यमतरी -- सद य (ग) पर यक रा य सरकार दवारा नामिनिदर िव या कराधान का भारसाधक

मतरी या कोई अ य मतरी -- सद य (3) खड (2) क उपखड (ग) म िनिदर माल और सवा कर पिरष क सद य

यथाशीघर अपन म स एक सद य को ऐसी अविध क िलए जो व िविनि त कर पिरष का उपा यकष चनग

(4) माल और सवा कर पिरष िन निलिखत क सबध म सघ और रा य को िसफािरश करगी--

(क) सघ रा य और थानीय िनकाय दवारा उदगहीत कर उपकर और अिधभार जो माल और सवा कर म सि मिलत िकए जा सकग

(ख) माल और सवाए जो माल और सवा कर क अ यधीन हो सकगी या िज ह माल और सवा कर स छट परा हो सकगी

(ग) आदशर माल और सवा कर िविधया अन छद 269क क अधीन अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म परदाय माल पर उदगहीत माल और सवा कर क उ गरहण परभाजन क िसदधात तथा व िसदधात जो परदाय क थान को शािसत करत ह

(घ) आवतर की वह अवसीमा िजसक नीच माल और सवाओ को माल और सवा कर स छट परदान की जा सकगी

(ङ) माल और सवा कर क समह क साथ दर िजनक अतगरत यनतम दर भी ह

(च) िकसी पराकितक िवपि या आपदा क दौरान अितिरकत ससाधन जटान क िलए िकसी िविनिदर अविध क िलए कोई िवशष दर या दर

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 12 दवारा (12-9-2016 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(छ) अ णाचल परदश असम ज म-क मीर मिणपर मघालय िमजोरम नागालड िसिककम ितरपरा िहमाचल परदश और उ राखड रा य क सबध म िवशष उपबध और

(ज) माल और सवा कर स सबिधत कोई अ य िवषय जो पिरष दवारा िविनि त िकया जाए (5) माल और सवा कर पिरष उस तारीख की िसफािरश करगी िजसको

अपिर कत पटरोिलयम उ च गित डीजल मोटर ि पिरट (सामा यतया पटरोल क प म जञात) पराकितक गस और िवमानन टरबाइन ईधन पर माल और सवा कर उदगहीत िकया जाए

(6) इस अन छद दवारा परद क य का िनवरहन करत समय माल और सवा कर पिरष माल और सवा कर की सामज यपणर सरचना और माल और सवाओ क िलए स यवि थत रा ीय बाजार क िवकास की आव यकता दवारा मागरदिशरत होगी

(7) माल और सवा कर पिरष की उसकी बठक म गणपितर पिरष क कल सद य क आध सद य स िमलकर होगी

(8) माल और सवा कर पिरष अपन क य क पालन क िलए परिकरया अवधािरत करगी

(9) माल और सवा कर पिरष का पर यक िविन य बठक म उपि थत और मत दन वाल सद य क अिधमानपरा मत क कम स कम तीन-चौथाई क बहमत दवारा िन निलिखत िसदधात क अनसार िकया जाएगा अथारत --

उस बठक म-- (क) क दरीय सरकार क मत को डाल गए कल मत क एक-ितहाई

का अिधमान परा होगा और (ख) सभी रा य सरकार क मत को एक साथ लन पर डाल गए

कल मत क दो-ितहाई का अिधमान परा होगा (10) माल और सवा कर पिरष का कोई भी कायर या कायरवािहया कवल इस

कारण स अिविधमा य नही ह गी िक-- (क) पिरष म कोई िरिकत ह या उसक गठन म कोई तरिट ह या (ख) पिरष क िकसी सद य क प म िकसी यिकत की िनयिकत म कोई

तरिट ह या (ग) पिरष की परिकरया म कोई अिनयिमतता ह जो मामल क गणावगण

को परभािवत नही करती ह (11) माल और सवा कर पिरष --

भारत का सिवधान

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(क) भारत सरकार और एक या अिधक रा य क बीच या (ख) एक ओर भारत सरकार और िकसी रा य या रा य तथा दसरी ओर

एक या अिधक अ य रा य क बीच या (ग) दो या अिधक रा य क बीच

पिरष की िसफािरश या उनक कायार वयन स उदभत िकसी िववाद क यायिनणरयन क िलए एक ततर की थापना करगी ]

280 िव आयोग ndash (1) रा पित इस सिवधान क परारभ स दो वषर क भीतर और त प ात पर यक पाचव वषर की समाि पर या ऐस पवरतर समय पर िजस रा पित आव यक समझता ह आदश दवारा िव आयोग का गठन करगा जो रा पित दवारा िनयकत िकए जान वाल एक अ यकष और चार अ य सद य स िमलकर बनगा

(2) सस िविध दवारा उन अहरताओ का जो आयोग क सद य क प म िनयिकत क िलए अपिकषत ह गी और उस रीित का िजसस उनका चयन िकया जाएगा अवधारण कर सकगी

(3) आयोग का यह कतर य होगा िक वह ndash (क) सघ और रा य क बीच कर क शदध आगम क जो इस अ याय क

अधीन उनम िवभािजत िकए जान ह या िकए जाए िवतरण क बार म और रा य क बीच ऐस आगम क त सबधी भाग क आबटन क बार म

(ख) भारत की सिचत िनिध म स रा य क राज व म सहायता अनदान को शािसत करन वाल िसदधात क बार म

1[(खख) रा य क िव आयोग दवारा की गई िसफािरश क आधार पर रा य म पचायत क ससाधन की अनपितर क िलए िकसी रा य की सिचत िनिध क सवधरन क िलए आव यक अ यपाय क बार म ]

2[(ग) रा य क िव आयोग दवारा की गई िसफािरश क आधार पर रा य म नगरपािलकाओ क ससाधन की अनपितर क िलए िकसी रा य की सिचत िनिध क सवधरन क िलए आव यक अ यपाय क बार म ]

3[(घ)] स ढ़ िव क िहत म रा पित दवारा आयोग को िनिदर िकए गए िकसी अ य िवषय क बार म

रा पित को िसफािरश कर (4) आयोग अपनी परिकरया अवधािरत करगा और अपन क य क पालन म उस

ऐसी शिकतया ह गी जो सस िविध दवारा उस परदान कर 1 सिवधान (ितह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (24-4-1993 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (1-6-1993 स) अतः थािपत 3 सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (1-6-1993 स) उपखड (ग) को उपखड (घ) क

प म पनःअकषरािकत िकया गया

भारत का सिवधान

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281 िव आयोग की िसफािरश ndash रा पित इस सिवधान क उपबध क अधीन िव आयोग दवारा की गई पर यक िसफािरश को उस पर की गई काररवाई क प ीकारक जञापन सिहत सस क पर यक सदन क समकष रखवाएगा

परकीणर िव ीय उपबध 282 सघ या रा य दवारा अपन राज व स िकए जान वाल यय ndash सघ या रा य

िकसी लोक परयोजन क िलए कोई अनदान इस बात क होत हए भी द सकगा िक वह परयोजन ऐसा नही ह िजसक सबध म यथाि थित सस या उस रा य का िवधान-मडल िविध बना सकता ह

283 सिचत िनिधय आकि मकता िनिधय और लोक लखाओ म जमा धनरािशय की अिभरकषा आिद ndash (1) भारत की सिचत िनिध और भारत की आकि मकता िनिध की अिभरकषा ऐसी िनिधय म धनरािशय क सदाय उनस धनरािशय क िनकाल जान ऐसी िनिधय म जमा धनरािशय स िभ न भारत सरकार दवारा या उसकी ओर स परा लोक धनरािशय की अिभरकषा भारत क लोक लख म उनक सदाय और ऐस लख स धनरािशय क िनकाल जान का तथा पव कत िवषय स सबिधत या उनक आनषिगक अ य सभी िवषय का िविनयमन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िकया जाएगा और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक रा पित दवारा बनाए गए िनयम दवारा िकया जाएगा

(2) रा य की सिचत िनिध और रा य की आकि मकता िनिध की अिभरकषा ऐसी िनिधय म धनरािशय क सदाय उनस धनरािशय क िनकाल जान ऐसी िनिधय म जमा धनरािशय स िभ न रा य की सरकार दवारा या उसकी ओर स परा लोक धनरािशय की अिभरकषा रा य क लोक लख म उनक सदाय और ऐस लख स धनरािशय क िनकाल जान का तथा पव कत िवषय स सबिधत या उनक आनषिगक अ य सभी िवषय का िविनयमन रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध दवारा िकया जाएगा और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक रा य क रा यपाल 1 दवारा बनाए गए िनयम दवारा िकया जाएगा

284 लोक सवक और यायालय दवारा परा वादकतारओ की जमा रािशय और अ य धनरािशय की अिभरकषा ndash ऐसी सभी धनरािशया जो ndash

(क) यथाि थित भारत सरकार या रा य की सरकार दवारा जटाए गए या परा राज व या लोक धनरािशय स िभ न ह और सघ या िकसी रा य क कायरकलाप क सबध म िनयोिजत िकसी अिधकारी को उसकी उस हिसयत म या

(ख) िकसी वाद िवषय लख या यिकतय क नाम म जमा भारत क रा यकषतर क भीतर िकसी यायालय को

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का (1-

11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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परा होती ह या उसक पास िनिकष की जाती ह यथाि थित भारत क लोक लख म या रा य क लोक लख म जमा की जाएगी

285 सघ की सपि को रा य क कराधान स छट ndash (1) वहा तक क िसवाय जहा तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध कर िकसी रा य दवारा या रा य क भीतर िकसी परािधकारी दवारा अिधरोिपत सभी कर स सघ की सपि को छट होगी

(2) जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक खड (1) की कोई बात िकसी रा य क भीतर िकसी परािधकारी को सघ की िकसी सपि पर कोई ऐसा कर िजसका दािय व इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल ऐसी सपि पर था या माना जाता था उदगहीत करन स तब तक नही रोकगी जब तक वह कर उस रा य म उदगहीत होता रहता ह

286 माल क करय या िवकरय पर कर क अिधरोपण क बार म िनबरधन ndash (1) रा य की कोई िविध 1[माल क या सवाओ क या दोन क परदाय पर जहा ऐसा परदाय]ndash

(क) रा य क बाहर या (ख) भारत क रा यकषतर म 2[माल क या सवाओ क या दोन क आयात

अथवा माल क या सवाओ क या दोन क] बाहर िनयारत क दौरान होता ह वहा कोई कर अिधरोिपत नही करगी या अिधरोिपत करना परािधकत नही करगी

3[ ] 4[(2) सस यह अवधािरत करन क िलए िक 5[माल का या सवाओ का या दोन

का परदाय] खड (1) म विणरत रीितय म स िकसी रीित स कब होता ह िविध दवारा िसदधात बना सकगी

6[(3) ] 287 िवदयत पर कर स छट ndash वहा तक क िसवाय जहा तक सस िविध दवारा

अ यथा उपबध कर िकसी रा य की कोई िविध (िकसी सरकार दवारा या अ य यिकतय दवारा उ पािदत) िवदयत क उपभोग या िवकरय पर िजसका ndash 1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 13 (i) दवारा (16-9-2016 स) माल क करय या

िवकरय पर जहा ऐसा करय या िवकरय श द क थान पर परित थािपत 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 13(ii)(आ) दवारा (16-9-2016 स) माल क आयात

या उसक श द क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 4 दवारा (11-9-1956 स) खड (1) क प ीकरण का लोप

िकया गया 4 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 4 दवारा (11-9-1956 स) खड (2) और खड (3) क थान पर

परित थािपत 5 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 13(ii) दवारा (16-9-2016 स) माल का करय या

िवकरय श द क थान पर परित थािपत 6 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 13(iii) दवारा (16-9-2016 स) खड (3) का लोप

िकया गया

भारत का सिवधान

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(क) भारत सरकार दवारा उपभोग िकया जाता ह या भारत सरकार दवारा उपभोग िकए जान क िलए उस सरकार को िवकरय िकया जाता ह या

(ख) िकसी रल क िनमारण बनाए रखन या चलान म भारत सरकार या िकसी रल कपनी दवारा जो उस रल को चलाती ह उपभोग िकया जाता ह अथवा िकसी रल क िनमारण बनाए रखन या चलान म उपभोग क िलए उस सरकार या िकसी ऐसी रल कपनी को िवकरय िकया जाता ह

कोई कर अिधरोिपत नही करगी या कर का अिधरोपण परािधकत नही करगी और िवदयत क िवकरय पर कोई कर अिधरोिपत करन या कर का अिधरोपण परािधकत करन वाली कोई ऐसी िविध यह सिनि त करगी िक भारत सरकार दवारा उपभोग िकए जान क िलए उस सरकार को या िकसी रल क िनमारण बनाए रखन या चलान म उपभोग क िलए यथापव कत िकसी रल कपनी को िवकरय की गई िवदयत की कीमत उस कीमत स जो िवदयत का परचर मातरा म उपभोग करन वाल अ य उपभोकताओ स ली जाती ह उतनी कम होगी िजतनी कर की रकम ह

288 जल या िवदयत क सबध म रा य दवारा कराधान स कछ दशाओ म छट ndash (1) वहा तक क िसवाय जहा तक रा पित आदश दवारा अ यथा उपबध कर इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल िकसी रा य की कोई परव िविध िकसी जल या िवदयत क सबध म जो िकसी अतरराि यक नदी या नदी-दन क िविनयमन या िवकास क िलए िकसी िवदयमान िविध दवारा या सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा थािपत िकसी परािधकारी दवारा सिचत उ पािदत उपभकत िवतिरत या िवकरीत की जाती ह कोई कर अिधरोिपत नही करगी या कर का अिधरोपण परािधकत नही करगी

प ीकरण ndash इस खड म ldquoिकसी रा य की कोई परव िविधrdquo पद क अतगरत िकसी रा य की ऐसी िविध होगी जो इस सिवधान क परारभ स पहल पािरत या बनाई गई ह और जो पहल ही िनरिसत नही कर दी गई ह चाह वह या उसक कोई भाग उस समय िब कल या िविश कषतर म परवतरन म न ह

(2) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा खड (1) म विणरत कोई कर अिधरोिपत कर सकगा या ऐस कर का अिधरोपण परािधकत कर सकगा िक त ऐसी िकसी िविध का तब तक कोई परभाव नही होगा जब तक उस रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख जान क प ात उसकी अनमित न िमल गई हो और यिद ऐसी कोई िविध ऐस कर की दर और अ य परसगितय को िकसी परािधकारी दवारा उस िविध क अधीन बनाए जान वाल िनयम या आदश दवारा िनयत िकए जान का उपबध करती ह तो वह िविध ऐस िकसी िनयम या आदश क बनान क िलए रा पित की पवर सहमित अिभपरा िकए जान का उपबध करगी

289 रा य की सपि और आय को सघ क कराधान स छट ndash (1) िकसी रा य की सपि और आय को सघ क कर स छट होगी

भारत का सिवधान

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(2) खड (1) की कोई बात सघ को िकसी रा य की सरकार दवारा या उसकी ओर स िकए जान वाल िकसी परकार क यापार या कारबार क सबध म अथवा उसस सबिधत िक ही िकरयाओ क सबध म अथवा ऐस यापार या कारबार क परयोजन क िलए परयकत या अिधभकत िकसी सपि क सबध म अथवा उसक सबध म परोदभत या उदभत िकसी आय क बार म िकसी कर को ऐसी मातरा तक यिद कोई हो िजसका सस िविध दवारा उपबध कर अिधरोिपत करन या कर का अिधरोपण परािधकत करन स नही रोकगी

(3) खड (2) की कोई बात िकसी ऐस यापार या कारबार अथवा यापार या कारबार क िकसी ऐस वगर को लाग नही होगी िजसक बार म सस िविध दवारा घोषणा कर िक वह सरकार क मामली क य का आनषिगक ह

290 कछ यय और पशन क सबध म समायोजन ndash जहा इस सिवधान क उपबध क अधीन िकसी यायालय या आयोग क यय अथवा िकसी यिकत को या उसक सबध म िजसन इस सिवधान क परारभ स पहल भारत म कराउन क अधीन अथवा ऐस परारभ क प ात सघ क या िकसी रा य क कायरकलाप क सबध म सवा की ह सदय पशन भारत की सिचत िनिध या िकसी रा य की सिचत िनिध पर भािरत ह वहा यिद ndash

(क) भारत की सिचत िनिध पर भािरत होन की दशा म वह यायालय या आयोग िकसी रा य की पथक आव यकताओ म स िकसी की पितर करता ह या उस यिकत न िकसी रा य क कायरकलाप क सबध म पणरतः या भागतः सवा की ह या

(ख) िकसी रा य की सिचत िनिध पर भािरत होन की दशा म वह यायालय या आयोग सघ की या अ य रा य की पथक आव यकताओ म स िकसी की पितर करता ह या उस यिकत न सघ या अ य रा य क कायरकलाप क सबध म पणरतः या भागतः सवा की ह

तो यथाि थित उस रा य की सिचत िनिध पर अथवा भारत की सिचत िनिध अथवा अ य रा य की सिचत िनिध पर यय या पशन क सबध म उतना अशदान िजतना करार पाया जाए या करार क अभाव म िजतना भारत क मखय यायमितर दवारा िनयकत म य थ अवधािरत कर भािरत िकया जाएगा और उसका उस िनिध म स सदाय िकया जाएगा

1[290क कछ दव वम िनिधय को वािषरक सदाय ndash पर यक वषर िछयालीस लाख पचास हजार पए की रािश करल रा य की सिचत िनिध पर भािरत की जाएगी और उस िनिध म स ित वाकर दव वम िनिध को सद की जाएगी और पर यक वषर तरह लाख पचास हजार पए की रािश 2[तिमलनाड] रा य की सिचत िनिध पर भािरत की जाएगी और उस िनिध म स 1 नवबर 1956 को उस रा य को ित वाकर-कोचीन रा य स अतिरत रा यकषतर क िहद मिदर और पिवतर थान क अनरकषण क िलए उस रा य म थािपत दव वम िनिध को सद की जाएगी ]

291 [शासक की िनजी थली की रािश ] ndash सिवधान (छ बीसवा सशोधन) 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 19 दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत 2 मदरास रा य (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1968 (1968 का 53) की धारा 4 दवारा (14-1-1969 स) ldquoमदरासrdquo क

थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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अिधिनयम 1971 की धारा 2 दवारा (1-11-1956 स) िनरिसत अ याय 2 ndash उधार लना

292 भारत सरकार दवारा उधार लना ndash सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार भारत की सिचत िनिध की परितभित पर ऐसी सीमाओ क भीतर यिद कोई ह िज ह सस समय-समय पर िविध दवारा िनयत कर उधार लन तक और ऐसी सीमाओ क भीतर यिद कोई ह िज ह इस परकार िनयत िकया जाए पर याभित दन तक ह

293 रा य दवारा उधार लना ndash (1) इस अन छद क उपबध क अधीन रहत हए रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार उस रा य की सिचत िनिध की परितभित पर ऐसी सीमाओ क भीतर यिद कोई ह िज ह ऐस रा य का िवधान-मडल समय-समय पर िविध दवारा िनयत कर भारत क रा यकषतर क भीतर उधार लन तक और ऐसी सीमाओ क भीतर यिद कोई ह िज ह इस परकार िनयत िकया जाए पर याभित दन तक ह

(2) भारत सरकार ऐसी शत क अधीन रहत हए जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन अिधकिथत की जाए िकसी रा य को उधार द सकगी या जहा तक अन छद 292 क अधीन िनयत िक ही सीमाओ का उ लघन नही होता ह वहा तक िकसी ऐस रा य दवारा िलए गए उधार क सबध म पर याभित द सकगी और ऐस उधार दन क परयोजन क िलए अपिकषत रािशया भारत की सिचत िनिध पर भािरत की जाएगी

(3) यिद िकसी ऐस उधार का जो भारत सरकार न या उसकी पवरवतीर सरकार न उस रा य को िदया था अथवा िजसक सबध म भारत सरकार न या उसकी पवरवतीर सरकार न पर याभित दी थी कोई भाग अभी भी बकाया ह तो वह रा य भारत सरकार की सहमित क िबना कोई उधार नही ल सकगा

(4) खड (3) क अधीन सहमित उन शत क अधीन यिद कोई ह दी जा सकगी िज ह भारत सरकार अिधरोिपत करना ठीक समझ

अ याय 3 ndash सपि सिवदाए अिधकार दािय व बा यताए और वाद 294 कछ दशाओ म सपि आि तय अिधकार दािय व और बा यताओ का

उ रािधकार ndash इस सिवधान क परारभ स हीndash (क) जो सपि और आि तया ऐस परारभ स ठीक पहल भारत डोिमिनयन

की सरकार क परयोजन क िलए िहज मज टी म िनिहत थी और जो सपि और आि तया ऐस परारभ स ठीक पहल पर यक रा यपाल वाल परात की सरकार क परयोजन क िलए िहज मज टी म िनिहत थी व सभी इस सिवधान क परारभ स पहल पािक तान डोिमिनयन क या पि मी बगाल पवीर बगाल पि मी पजाब और पवीर पजाब परात क सजन क कारण िकए गए या िकए जान वाल िकसी समायोजन क अधीन रहत हए करमशः सघ और त थानी रा य म िनिहत ह गी और

भारत का सिवधान

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(ख) जो अिधकार दािय व और बा यताए भारत डोिमिनयन की सरकार की और पर यक रा यपाल वाल परात की सरकार की थी चाह व िकसी सिवदा स या अ यथा उदभत हई ह व सभी इस सिवधान क परारभ स पहल पािक तान डोिमिनयन क या पि मी बगाल पवीर बगाल पि मी पजाब और पवीर पजाब परात क सजन क कारण िकए गए या िकए जान वाल िकसी समायोजन क अधीन रहत हए करमशः भारत सरकार और पर यक त थानी रा य की सरकार क अिधकार दािय व और बा यताए ह गी 295 अ य दशाओ म सपि आि तय अिधकार दािय व और बा यताओ का

उ रािधकार ndash (1) इस सिवधान क परारभ स ही ndash (क) जो सपि और आि तया ऐस परारभ स ठीक पहल पहली अनसची क

भाग ख म िविनिदर रा य क त थानी िकसी दशी रा य म िनिहत थी व सभी ऐस करार क अधीन रहत हए जो भारत सरकार इस िनिम उस रा य की सरकार स कर सघ म िनिहत ह गी यिद व परयोजन िजनक िलए ऐस परारभ स ठीक पहल ऐसी सपि और आि तया धािरत थी त प ात सघ सची म परगिणत िकसी िवषय स सबिधत सघ क परयोजन ह और

(ख) जो अिधकार दािय व और बा यताए पहली अनसची क भाग ख म िविनिदर रा य क त थानी िकसी दशी रा य की सरकार की थी चाह व िकसी सिवदा स या अ यथा उदभत हई ह व सभी ऐस करार क अधीन रहत हए जो भारत सरकार इस िनिम उस रा य की सरकार स कर भारत सरकार क अिधकार दािय व और बा यताए ह गी यिद व परयोजन िजनक िलए ऐस परारभ स ठीक पहल ऐस अिधकार अिजरत िकए गए थ अथवा ऐस दािय व या बा यताए उपगत की गई थी त प ात सघ सची म परगिणत िकसी िवषय स सबिधत भारत सरकार क परयोजन ह (2) जसा ऊपर कहा गया ह उसक अधीन रहत हए पहली अनसची क भाग ख

म िविनिदर पर यक रा य की सरकार उन सभी सपि और आि तय तथा उन सभी अिधकार दािय व और बा यताओ क सबध म चाह व िकसी सिवदा स या अ यथा उदभत हई ह जो खड (1) म िनिदर स िभ न ह इस सिवधान क परारभ स ही त थानी दशी रा य की सरकार की उ रािधकारी होगी

296 राजगामी या यपगत या वामीिवहीन होन स परोदभत सपि ndash इसम इसक प ात यथा उपबिधत क अधीन रहत हए भारत क रा यकषतर म कोई सपि जो यिद यह सिवधान परवतरन म नही आया होता तो राजगामी या यपगत होन स या अिधकारवान वामी क अभाव म वामीिवहीन होन स यथाि थित िहज मज टी को या िकसी दशी रा य क शासक को परोदभत हई होती यिद वह सपि िकसी रा य म ि थत ह तो ऐस रा य म और िकसी अ य दशा म सघ म िनिहत होगी

भारत का सिवधान

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परत कोई सपि जो उस तारीख को जब वह इस परकार िहज मज टी को या दशी रा य क शासक को परोदभत हई होती भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क क ज या िनयतरण म थी तब यिद व परयोजन िजनक िलए वह उस समय परयकत या धािरत थी सघ क थ तो वह सघ म या िकसी रा य क थ तो वह उस रा य म िनिहत होगी

प ीकरण ndash इस अन छद म ldquoशासकrdquo और ldquoदशी रा यrdquo पद क वही अथर ह जो अन छद 363 म ह

1[297 रा यकषतरीय सागर-खड या महादवीपीय मगनतट भिम म ि थत म यवान चीज और अन य आिथरक कषतर क सपि ोत का सघ म िनिहत होना ndash (1) भारत क रा यकषतरीय सागर-खड या महादवीपीय मगनतट भिम या अन य आिथरक कषतर म समदर क नीच की सभी भिम खिनज और अ य म यवान चीज सघ म िनिहत ह गी और सघ क परयोजन क िलए धारण की जाएगी

(2) भारत क अन य आिथरक कषतर क अ य सभी सपि ोत भी सघ म िनिहत ह ग और सघ क परयोजन क िलए धारण िकए जाएग

(3) भारत क रा यकषतरीय सागर-खड महादवीपीय मगनतट भिम अन य आिथरक कषतर और अ य सामिदरक कषतर की सीमाए व ह गी जो सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन समय-समय पर िविनिदर की जाए ]

2[298 यापार करन आिद की शिकत ndash सघ की और पर यक रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार यापार या कारबार करन और िकसी परयोजन क िलए सपि का अजरन धारण और ययन तथा सिवदा करन पर भी होगा

परत ndash (क) जहा तक ऐसा यापार या कारबार या ऐसा परयोजन वह नही ह

िजसक सबध म सस िविध बना सकती ह वहा तक सघ की उकत कायरपािलका शिकत पर यक रा य म उस रा य क िवधान क अधीन होगी और

(ख) जहा तक ऐसा यापार या कारबार या ऐसा परयोजन वह नही ह िजसक सबध म रा य का िवधान-मडल िविध बना सकता ह वहा तक पर यक रा य की उकत कायरपािलका शिकत सस क िवधान क अधीन होगी ]

1 सिवधान (चालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 2 दवारा (27-5-1976 स परित थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 20 दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

170

299 सिवदाए ndash (1) सघ की या रा य की कायरपािलका शिकत का परयोग करत हए की गई सभी सिवदाए यथाि थित रा पित दवारा या उस रा य क रा यपाल 1 दवारा की गई कही जाएगी और व सभी सिवदाए और सपि सबधी ह तातरण-पतर जो उस शिकत का परयोग करत हए िकए जाए रा पित या रा यपाल 1 की ओर स ऐस यिकतय दवारा और रीित स िन पािदत िकए जाएग िजस वह िनिदर या परािधकत कर

(2) रा पित या िकसी रा य का रा यपाल 2 इस सिवधान क परयोजन क िलए या भारत सरकार क सबध म इसस पवर परव िकसी अिधिनयिमित क परयोजन क िलए की गई या िन पािदत की गई िकसी सिवदा या ह तातरण-पतर क सबध म वयिकतक प स दायी नही होगा या उनम स िकसी की ओर स ऐसी सिवदा या ह तातरण-पतर

करन या िन पािदत करन वाला यिकत उसक सबध म वयिकतक प स दायी नही होगा 300 वाद और कायरवािहया ndash (1) भारत सरकार भारत सघ क नाम स वाद ला

सकगी या उस पर वाद लाया जा सकगा और िकसी रा य की सरकार उस रा य क नाम स वाद ला सकगी या उस पर वाद लाया जा सकगा और ऐस उपबध क अधीन रहत हए जो इस सिवधान दवारा परद शिकतय क आधार पर अिधिनयिमत सस क या ऐस रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम दवारा िकए जाए व अपन-अपन कायरकलाप क सबध म उसी परकार वाद ला सकग या उन पर उसी परकार वाद लाया जा सकगा िजस परकार यिद यह सिवधान अिधिनयिमत नही िकया गया होता तो भारत डोिमिनयन और त थानी परात या त थानी दशी रा य वाद ला सकत थ या उन पर वाद लाया जा सकता था

(2) यिद इस सिवधान क परारभ परndash (क) कोई ऐसी िविधक कायरवािहया लिबत ह िजनम भारत डोिमिनयन एक

पकषकार ह तो उन कायरवािहय म उस डोिमिनयन क थान पर भारत सघ परित थािपत िकया गया समझा जाएगा और

(ख) कोई ऐसी िविधक कायरवािहया लिबत ह िजनम कोई परात या कोई दशी रा य एक पकषकार ह तो उन कायरवािहय म उस परात या दशी रा य क थान पर त थानी रा य परित थािपत िकया गया समझा जाएगा

3[अ याय 4 ndash सपि का अिधकार 300क िविध क परािधकार क िबना यिकतय को सपि स विचत न िकया जाना

ndash िकसी यिकत को उसकी सपि स िविध क परािधकार स ही विचत िकया जाएगा अ यथा नही ]

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

श द का लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 34 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत

171

भाग 13 भारत क रा यकषतर क भीतर यापार वािण य और समागम 301 यापार वािण य और समागम की वततरता ndash इस भाग क अ य उपबध

क अधीन रहत हए भारत क रा यकषतर म सवरतर यापार वािण य और समागम अबाध होगा

302 यापार वािण य और समागम पर िनबरधन अिधरोिपत करन की सस की शिकत ndash सस िविध दवारा एक रा य और दसर रा य क बीच या भारत क रा यकषतर क िकसी भाग क भीतर यापार वािण य या समागम की वततरता पर ऐस िनबरधन अिधरोिपत कर सकगी जो लोक िहत म अपिकषत ह

303 यापार और वािण य क सबध म सघ और रा य की िवधायी शिकतय पर िनबरधन ndash (1) अन छद 302 म िकसी बात क होत हए भी सातवी अनसची की सिचय म स िकसी म यापार और वािण य सबधी िकसी परिवि क आधार पर सस को या रा य क िवधान-मडल को कोई ऐसी िविध बनान की शिकत नही होगी जो एक रा य को दसर रा य स अिधमान दती ह या िदया जाना परािधकत करती ह अथवा एक रा य और दसर रा य क बीच कोई िवभद करती ह या िकया जाना परािधकत करती ह

(2) खड (1) की कोई बात सस को कोई ऐसी िविध बनान स नही रोकगी जो कोई ऐसा अिधमान दती ह या िदया जाना परािधकत करती ह अथवा कोई ऐसा िवभद करती ह या िकया जाना परािधकत करती ह यिद ऐसी िविध दवारा यह घोिषत िकया जाता ह िक भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म माल की कमी स उ प न िकसी ि थित स िनपटन क परयोजन क िलए ऐसा करना आव यक ह

304 रा य क बीच यापार वािण य और समागम पर िनबरधन ndash अन छद 301 या अन छद 303 म िकसी बात क होत हए भी िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवाराndash

(क) अ य रा य 1[या सघ रा यकषतर ] स आयात िकए गए माल पर कोई ऐसा कर अिधरोिपत कर सकगा जो उस रा य म िविनिमरत या उ पािदत वस ही माल पर लगता ह िक त इस परकार िक उसस इस तरह आयात िकए गए माल और ऐस िविनिमरत या उ पािदत माल क बीच कोई िवभद न हो या

(ख) उस रा य क साथ या उसक भीतर यापार वािण य और समागम की वततरता पर ऐस यिकतयकत िनबरधन अिधरोिपत कर सकगा जो लोक िहत म अपिकषत ह

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

172

परत खड (ख) क परयोजन क िलए कोई िवधयक या सशोधन रा पित की पवर मजरी क िबना िकसी रा य क िवधान-मडल म परः थािपत या पर तािवत नही िकया जाएगा

1[305 िवदयमान िविधय और रा य क एकािधकार का उपबध करन वाली िविधय की यावि ndash वहा तक क िसवाय जहा तक रा पित आदश दवारा अ यथा िनदश द अन छद 301 और अन छद 303 की कोई बात िकसी िवदयमान िविध क उपबध पर कोई परभाव नही डालगी और अन छद 301 की कोई बात सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 क परारभ स पहल बनाई गई िकसी िविध क परवतरन पर वहा तक कोई परभाव नही डालगी जहा तक वह िविध िकसी ऐस िवषय स सबिधत ह जो अन छद 19 क खड (6) क उपखड (ii) म िनिदर ह या वह िविध ऐस िकसी िवषय क सबध म जो अन छद 19 क खड (6) क उपखड (ii) म िनिदर ह िविध बनान स सस या िकसी रा य क िवधान-मडल को नही रोकगी ]

306 [पहली अनसची क भाग ख क कछ रा य की यापार और वािण य पर िनबरधन क अिधरोपण की शिकत ] ndash सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा िनरिसत

307 अन छद 301 स अन छद 304 क परयोजन को कायारि वत करन क िलए परािधकारी की िनयिकत ndash सस िविध दवारा ऐस परािधकारी की िनयिकत कर सकगी जो वह अन छद 301 अन छद 302 अन छद 303 और अन छद 304 क परयोजन को कायारि वत करन क िलए समिचत समझ और इस परकार िनयकत परािधकारी को ऐसी शिकतया परदान कर सकगी और ऐस कतर य स प सकगी जो वह आव यक समझ

1 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 4 दवारा (27-4-1955 स) परित थािपत

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भाग 14 सघ और रा य क अधीन सवाए

अ याय 1 ndash सवाए 308 िनवरचन ndash इस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो

ldquoरा यrdquo पद 1[क अतगरत ज म-क मीर रा य नही ह ] 309 सघ या रा य की सवा करन वाल यिकतय की भतीर और सवा की शत ndash

इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए समिचत िवधान-मडल क अिधिनयम सघ या िकसी रा य क कायरकलाप स सबिधत लोक सवाओ और पद क िलए भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन कर सकग

परत जब तक इस अन छद क अधीन समिचत िवधान-मडल क अिधिनयम दवारा या उसक अधीन इस िनिम उपबध नही िकया जाता ह तब तक यथाि थित सघ क कायरकलाप स सबिधत सवाओ और पद की दशा म रा पित या ऐसा यिकत िजस वह िनिद कर और रा य क कायरकलाप स सबिधत सवाओ और पद की दशा म रा य का रा यपाल 2 या ऐसा यिकत िजस वह िनिद कर ऐसी सवाओ और पद क िलए भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन करन वाल िनयम बनान क िलए सकषम होगा और इस परकार बनाए गए िनयम िकसी ऐस अिधिनयम क उपबध क अधीन रहत हए परभावी ह ग

310 सघ या रा य की सवा करन वाल यिकतय की पदाविध ndash (1) इस सिवधान दवारा अिभ यकत प स यथा उपबिधत क िसवाय पर यक यिकत जो रकषा सवा का या सघ की िसिवल सवा का या अिखल भारतीय सवा का सद य ह अथवा रकषा स सबिधत कोई पद या सघ क अधीन कोई िसिवल पद धारण करता ह रा पित क परसादपयरत पद धारण करता ह और पर यक यिकत जो िकसी रा य की िसिवल सवा का सद य ह या रा य क अधीन कोई िसिवल पद धारण करता ह उस रा य क रा यपाल 3 क परसादपयरत पद धारण करता ह

(2) इस बात क होत हए भी िक सघ या िकसी रा य क अधीन िसिवल पद धारण करन वाला यिकत यथाि थित रा पित या रा य क रा यपाल 2 क परसादपयरत पद धारण करता ह कोई सिवदा िजसक अधीन कोई यिकत जो रकषा सवा का या अिखल भारतीय सवा का या सघ या रा य की िसिवल सवा का सद य नही ह ऐस िकसी पद को धारण करन क िलए इस सिवधान क अधीन िनयकत िकया जाता ह उस दशा म िजसम यथाि थित रा पित या रा यपाल 4 िवशष अहरताओ वाल िकसी यिकत की सवाए परा 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपरथम अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर रा य अिभपरत हrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का लोप िकया

गया 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoयथाि थित उस रा य क रा यपाल

या राजपरमखrdquo क थान पर उपरोकत प म रखा गया 4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का लोप िकया

गया

भारत का सिवधान

174

करन क िलए आव यक समझता ह यह उपबध कर सकगी िक यिद करार की गई अविध की समाि स पहल वह पद समा कर िदया जाता ह या ऐस कारण स जो उसक िकसी अवचार स सबिधत नही ह उसस वह पद िरकत करन की अपकषा की जाती ह तो उस परितकर िदया जाएगा

311 सघ या रा य क अधीन िसिवल हिसयत म िनयोिजत यिकतय का पद यत िकया जाना पद स हटाया जाना या पिकत म अवनत िकया जाना ndash (1) िकसी यिकत को जो सघ की िसिवल सवा का या अिखल भारतीय सवा का या रा य की िसिवल सवा का सद य ह अथवा सघ या रा य क अधीन कोई िसिवल पद धारण करता ह उसकी िनयिकत करन वाल परािधकारी क अधीन थ िकसी परािधकारी दवारा पद यत नही िकया जाएगा या पद स नही हटाया जाएगा

1[(2) यथापव कत िकसी यिकत को ऐसी जाच क प ात ही िजसम उस अपन िव दध आरोप की सचना द दी गई ह और उन आरोप क सबध म 2 सनवाई का यिकतयकत अवसर द िदया गया ह पद यत िकया जाएगा या पद स हटाया जाएगा या पिकत म अवनत िकया जाएगा अ यथा नही

3[परत जहा ऐसी जाच क प ात उस पर ऐसी कोई शाि त अिधरोिपत करन की पर थापना ह वहा ऐसी शाि त ऐसी जाच क दौरान िदए गए सा य क आधार पर अिधरोिपत की जा सकगी और ऐस यिकत को पर थािपत शाि त क िवषय म अ यावदन करन का अवसर दना आव यक नही होगा

परत यह और िक यह खड वहा लाग नही होगा ndash] (क) जहा िकसी यिकत को ऐस आचरण क आधार पर पद यत िकया

जाता ह या पद स हटाया जाता ह या पिकत म अवनत िकया जाता ह िजसक िलए आपरािधक आरोप पर उस िसदधदोष ठहराया गया ह या

(ख) जहा िकसी यिकत को पद यत करन या पद स हटान या पिकत म अवनत करन क िलए सशकत परािधकारी का यह समाधान हो जाता ह िक िकसी कारण स जो उस परािधकारी दवारा लखबदध िकया जाएगा यह यिकतयकत प स सा य नही ह िक ऐसी जाच की जाए या

(ग) जहा यथाि थित रा पित या रा यपाल का यह समाधान हो जाता ह िक रा य की सरकषा क िहत म यह समीचीन नही ह िक ऐसी जाच की जाए (3) यिद यथापव कत िकसी यिकत क सबध म यह पर उठता ह िक खड (2) म

िनिदर जाच करना यिकतयकत प स सा य ह या नही तो उस यिकत को पद यत करन या पद स हटान या पिकत म अवनत करन क िलए सशकत परािधकारी का उस पर िविन य अितम होगा ]

1 सिवधान (प दरहवा सशोधऩ) अिधिनयम 1963 की धारा 10 दवारा खड (2) और खड (3) क थान पर परित थािपत

2 सिवधान (बयालीसवा सशोधऩ) अिधिनयम 1976 की धारा 44 दवारा (3-1-1977 स) कछ श द का लोप िकया

गया 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 44 दवारा (3-1-1977 स) कछ श द क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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312 अिखल भारतीय सवाए ndash (1) 1[भाग 6 क अ याय 6 या भाग 11] म िकसी बात क होत हए भी यिद रा य सभा न उपि थत और मत दन वाल सद य म स कम स कम दो-ितहाई सद य दवारा समिथरत सक प दवारा यह घोिषत िकया ह िक रा ीय िहत म ऐसा करना आव यक या समीचीन ह तो सस िविध दवारा सघ और रा य क िलए सि मिलत एक या अिधक अिखल भारतीय सवाओ क 2[(िजनक अतगरत अिखल भारतीय याियक सवा ह)] सजन क िलए उपबध कर सकगी और इस अ याय क अ य उपबध क अधीन रहत हए िकसी ऐसी सवा क िलए भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन कर सकगी

(2) इस सिवधान क परारभ पर भारतीय परशासिनक सवा और भारतीय पिलस सवा क नाम स जञात सवाए इस अन छद क अधीन सस दवारा सिजत सवाए समझी जाएगी

2[(3) खड (1) म िनिदर अिखल भारतीय याियक सवा क अतगरत अन छद 236 म पिरभािषत िजला यायाधीश क पद स अवर कोई पद नही होगा

(4) पव कत अिखल भारतीय याियक सवा क सजन क िलए उपबध करन वाली िविध म भाग 6 क अ याय 6 क सशोधन क िलए ऐस उपबध अतिवर हो सकग जो उस िविध क उपबध को कायारि वत करन क िलए आव यक ह और ऐसी कोई िविध अन छद 368 क परयोजन क िलए सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी ]

3[312क कछ सवाओ क अिधकािरय की सवा की शत म पिरवतरन करन या उ ह परितस त करन की सस की शिकत ndash (1) सस िविध दवारा ndash

(क) उन यिकतय की जो सकरटरी आफ टट दवारा या सकरटरी आफ टट इन क िसल दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल भारत म कराउन की िकसी िसिवल सवा म िनयकत िकए गए थ और जो सिवधान (अटठाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 क परारभ पर और उसक प ात भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी सवा या पद पर बन रहत ह पािर िमक छटटी और पशन सबधी सवा की शत तथा अनशासिनक िवषय सबधी अिधकार भिव यलकषी या भतलकषी प स पिरवितरत कर सकगी या परितस त कर सकगी

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 45 दवारा (3-1-1977 स) ldquoभाग 11rdquo क थान पर

परित थािपत 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 45 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (अटठाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 2 दवारा (29-8-1972 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(ख) उन यिकतय की जो सकरटरी आफ टट दवारा या सकरटरी आफ टट इन क िसल दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल भारत म कराउन की िकसी िसिवल सवा म िनयकत िकए गए थ और जो सिवधान (अटठाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 क परारभ स पहल िकसी समय सवा स िनव हो गए ह या अ यथा सवा म नही रह ह पशन सबधी सवा की शत भिव यलकषी या भतलकषी प स पिरवितरत कर सकगी या परितस त कर सकगी

परत िकसी ऐस यिकत की दशा म जो उ चतम यायालय या िकसी उ च यायालय क मखय यायमितर या अ य यायाधीश भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक सघ या िकसी रा य क लोक सवा आयोग क अ यकष या अ य सद य अथवा मखय िनवारचन आयकत का पद धारण कर रहा ह या कर चका ह उपखड (क) या उपखड (ख) की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह सस को उस यिकत की उकत पद पर िनयिकत क प ात उसकी सवा की शत म वहा तक क िसवाय जहा तक ऐसी सवा की शत उस सकरटरी आफ टट दवारा या सकरटरी आफ टट इन क िसल दवारा भारत म कराउन की िकसी िसिवल सवा म िनयकत िकया गया यिकत होन क कारण लाग ह उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन करन क िलए या उ ह परितस त करन क िलए सशकत करती ह

(2) वहा तक क िसवाय जहा तक सस िविध दवारा इस अन छद क अधीन उपबध कर इस अन छद की कोई बात खड (1) म िनिदर यिकतय की सवा की शत का िविनयमन करन की इस सिवधान क िकसी अ य उपबध क अधीन िकसी िवधान-मडल या अ य परािधकारी की शिकत पर परभाव नही डालगी

(3) उ चतम यायालय को या िकसी अ य यायालय को िन निलिखत िववाद म कोई अिधकािरता नही होगी अथारत ndash

(क) िकसी परसिवदा करार या अ य ऐसी ही िलखत क िजस खड (1) म िनिदर िकसी यिकत न िकया ह या िन पािदत िकया ह िकसी उपबध स या उस पर िकए गए िकसी प ाकन स उ प न कोई िववाद अथवा ऐस यिकत को भारत म कराउन की िकसी िसिवल सवा म उसकी िनयिकत या भारत डोिमिनयन की या उसक िकसी परात की सरकार क अधीन सवा म उसक बन रहन क सबध म भज गए िकसी पतर क आधार पर उ प न कोई िववाद

(ख) मल प म यथा अिधिनयिमत अन छद 314 क अधीन िकसी अिधकार दािय व या बा यता क सबध म कोई िववाद (4) इस अन छद क उपबध मल प म यथा अिधिनयिमत अन छद 314 म या

इस सिवधान क िकसी अ य उपबध म िकसी बात क होत हए भी परभावी ह ग ]

भारत का सिवधान

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313 सकरमणकालीन उपबध ndash जब तक इस सिवधान क अधीन इस िनिम अ य उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी सभी िविधया जो इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल परव ह और िकसी ऐसी लोक सवा या िकसी ऐस पद को जो इस सिवधान क परारभ क प ात अिखल भारतीय सवा क अथवा सघ या िकसी रा य क अधीन सवा या पद क प म बना रहता ह लाग ह वहा तक परव बनी रहगी जहा तक व इस सिवधान क उपबध स सगत ह

314 [कछ सवाओ क िवदयमान अिधकािरय क सरकषण क िलए उपबध ] सिवधान (अटठाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 3 दवारा (29-8-1972 स) िनरिसत

अ याय 2 ndash लोक सवा आयोग 315 सघ और रा य क िलए लोक सवा आयोग ndash (1) इस अन छद क उपबध

क अधीन रहत हए सघ क िलए एक लोक सवा आयोग और पर यक रा य क िलए एक लोक सवा आयोग होगा

(2) दो या अिधक रा य यह करार कर सकग िक रा य क उस समह क िलए एक ही लोक सवा आयोग होगा और यिद इस आशय का सक प उन रा य म स पर यक रा य क िवधान-मडल क सदन दवारा या जहा दो सदन ह वहा पर यक सदन दवारा पािरत कर िदया जाता ह तो सस उन रा य की आव यकताओ की पितर करन क िलए िविध दवारा सयकत रा य लोक सवा आयोग की (िजस इस अ याय म ldquoसयकत आयोगrdquo कहा गया ह) िनयिकत का उपबध कर सकगी

(3) पव कत परकार की िकसी िविध म ऐस आनषिगक और पािरणािमक उपबध हो सकग जो उस िविध क परयोजन को परभावी करन क िलए आव यक या वाछनीय ह

(4) यिद िकसी रा य का रा यपाल 1 सघ लोक सवा आयोग स ऐसा करन का अनरोध करता ह तो वह रा पित क अनमोदन स उस रा य की सभी या िक ही आव यकताओ की पितर करन क िलए सहमत हो सकगा

(5) इस सिवधान म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो सघ लोक सवा आयोग या िकसी रा य लोक सवा आयोग क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व ऐस आयोग क परित िनदश ह जो पर गत िकसी िविश िवषय क सबध म यथाि थित सघ की या रा य की आव यकताओ की पितर करता ह

316 सद य की िनयिकत और पदाविध ndash (1) लोक सवा आयोग क अ यकष और अ य सद य की िनयिकत यिद वह सघ आयोग या सयकत आयोग ह तो रा पित दवारा और यिद वह रा य आयोग ह तो रा य क रा यपाल 1 दवारा की जाएगी

परत पर यक लोक सवा आयोग क सद य म स यथाशकय िनकटतम आध ऐस

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

178

यिकत ह ग जो अपनी-अपनी िनयिकत की तारीख पर भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन कम स कम दस वषर तक पद धारण कर चक ह और उकत दस वषर की अविध की सगणना करन म इस सिवधान क परारभ स पहल की ऐसी अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान िकसी यिकत न भारत म कराउन क अधीन या िकसी दशी रा य की सरकार क अधीन पद धारण िकया ह

1[(1क) यिद आयोग क अ यकष का पद िरकत हो जाता ह या यिद कोई ऐसा अ यकष अनपि थित क कारण या अ य कारण स अपन पद क कतर य का पालन करन म असमथर ह तो यथाि थित जब तक िरकत पद पर खड (1) क अधीन िनयकत कोई यिकत उस पद का कतर य भार गरहण नही कर लता ह या जब तक अ यकष अपन कतर य को िफर स नही सभाल लता ह तब तक आयोग क अ य सद य म स ऐसा एक सद य िजस सघ आयोग या सयकत आयोग की दशा म रा पित और रा य आयोग की दशा म उस रा य का रा यपाल इस परयोजन क िलए िनयकत कर उन कतर य का पालन करगा ]

(2) लोक सवा आयोग का सद य अपन पद गरहण की तारीख स छह वषर की अविध तक या सघ आयोग की दशा म पसठ वषर की आय परा कर लन तक और रा य आयोग या सयकत आयोग की दशा म 2[बासठ वषर] की आय परा कर लन तक इनम स जो भी पहल हो अपना पद धारण करगा

परत ndash (क) लोक सवा आयोग का कोई सद य सघ आयोग या सयकत आयोग की

दशा म रा पित को और रा य आयोग की दशा म रा य क रा यपाल 3 को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा

(ख) लोक सवा आयोग क िकसी सद य को अन छद 317 क खड (1) या खड (3) म उपबिधत रीित स उसक पद स हटाया जा सकगा (3) कोई यिकत जो लोक सवा आयोग क सद य क प म पद धारण करता ह

अपनी पदाविध की समाि पर उस पद पर पनिनरयिकत का पातर नही होगा 317 लोक सवा आयोग क िकसी सद य का हटाया जाना और िनलिबत िकया

1 सिवधान (प दरहवा सशोधऩ) अिधिनयम 1963 की धारा 11 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 2 सिवधान (इकतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 2 दवारा ldquoसाठ वषरrdquo क थान पर (7-9-1976 स)

परित थािपत 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

179

जाना ndash (1) खड (3) क उपबध क अधीन रहत हए लोक सवा आयोग क अ यकष या िकसी अ य सद य को कवल कदाचार क आधार पर िकए गए रा पित क ऐस आदश स उसक पद स हटाया जाएगा जो उ चतम यायालय को रा पित दवारा िनदश िकए जान पर उस यायालय दवारा अन छद 145 क अधीन इस िनिम िविहत परिकरया क अनसार की गई जाच पर यह परितवदन िकए जान क प ात िकया गया ह िक यथाि थित अ यकष या ऐस िकसी सद य को ऐस िकसी आधार पर हटा िदया जाए

(2) आयोग क अ यकष या िकसी अ य सद य को िजसक सबध म खड (1) क अधीन उ चतम यायालय को िनदश िकया गया ह 1 सघ आयोग या सयकत आयोग की दशा म रा पित और रा य आयोग की दशा म रा यपाल उसक पद स तब तक क िलए िनलिबत कर सकगा जब तक रा पित ऐस िनदश पर उ चतम यायालय का परितवदन िमलन पर अपना आदश पािरत नही कर दता ह

(3) खड (1) म िकसी बात क होत हए भी यिद लोक सवा आयोग का यथाि थित अ यकष या कोई अ य सद य ndash

(क) िदवािलया यायिनणीरत िकया जाता ह या (ख) अपनी पदाविध म अपन पद क कतर य क बाहर िकसी सवतन

िनयोजन म लगता ह या (ग) रा पित की राय म मानिसक या शारीिरक शिथ य क कारण अपन

पद पर बन रहन क िलए अयोगय ह तो रा पित अ यकष या ऐस अ य सद य को आदश दवारा पद स हटा सकगा

(4) यिद लोक सवा आयोग का अ यकष या कोई अ य सद य िनगिमत कपनी क सद य क प म और कपनी क अ य सद य क साथ सि मिलत प स अ यथा उस सिवदा या करार स जो भारत सरकार या रा य सरकार क दवारा या िनिम की गई या िकया गया ह िकसी परकार स सपकत या िहतबदध ह या हो जाता ह या उसक लाभ या उसस उदभत िकसी फायद या उपलि ध म भाग लता ह तो वह खड (1) क परयोजन क िलए कदाचार का दोषी समझा जाएगा

318 आयोग क सद य और कमरचािरवद की सवा की शत क बार म िविनयम बनान की शिकत ndash सघ आयोग या सयकत आयोग की दशा म रा पित और रा य आयोग की दशा म उस रा य का रा यपाल 1 िविनयम दवारा ndash

(क) आयोग क सद य की सखया और उनकी सवा की शत का अवधारण

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

180

कर सकगा और (ख) आयोग क कमरचािरवद क सद य की सखया और उनकी सवा की

शत क सबध म उपबध कर सकगा परत लोक सवा आयोग क सद य की सवा की शत म उसकी िनयिकत क प ात

उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा 319 आयोग क सद य दवारा ऐस सद य न रहन पर पद धारण करन क सबध

म परितषध ndash पद पर न रह जान पर ndash (क) सघ लोक सवा आयोग का अ यकष भारत सरकार या िकसी रा य की

सरकार क अधीन िकसी भी और िनयोजन का पातर नही होगा (ख) िकसी रा य लोक सवा आयोग का अ यकष सघ लोक सवा आयोग क

अ यकष या अ य सद य क प म अथवा िकसी अ य रा य लोक सवा आयोग क अ यकष क प म िनयकत होन का पातर होगा िक त भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी अ य िनयोजन का पातर नही होगा

(ग) सघ लोक सवा आयोग क अ यकष स िभ न कोई अ य सद य सघ लोक सवा आयोग क अ यकष क प म या िकसी रा य लोक सवा आयोग क अ यकष क प म िनयकत होन का पातर होगा िक त भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी अ य िनयोजन का पातर नही होगा

(घ) िकसी रा य लोक सवा आयोग क अ यकष स िभ न कोई अ य सद य सघ लोक सवा आयोग क अ यकष या िकसी अ य सद य क प म अथवा उसी या िकसी अ य रा य लोक सवा आयोग क अ यकष क प म िनयकत होन का पातर होगा िक त भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी अ य िनयोजन का पातर नही होगा 320 लोक सवा आयोग क क य ndash (1) सघ और रा य लोक सवा आयोग का

यह कतर य होगा िक व करमशः सघ की सवाओ और रा य की सवाओ म िनयिकतय क िलए परीकषाओ का सचालन कर

(2) यिद सघ लोक सवा आयोग स कोई दो या अिधक रा य ऐसा करन का अनरोध करत ह तो उसका यह भी कतर य होगा िक वह ऐसी िक ही सवाओ क िलए िजनक िलए िवशष अहरताओ वाल अ यथीर अपिकषत ह सयकत भतीर की कीम बनान और उनका परवतरन करन म उन रा य की सहायता कर

(3) यथाि थित सघ लोक सवा आयोग या रा य लोक सवा आयोग स ndash (क) िसिवल सवाओ म और िसिवल पद क िलए भतीर की पदधितय स

भारत का सिवधान

181

सबिधत सभी िवषय पर (ख) िसिवल सवाओ और पद पर िनयिकत करन म तथा एक सवा स

दसरी सवा म परो नित और अतरण करन म अनसरण िकए जान वाल िसदधात पर और ऐसी िनयिकत परो नित या अतरण क िलए अ यिथरय की उपयकतता पर

(ग) ऐस यिकत पर जो भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार की िसिवल हिसयत म सवा कर रहा ह परभाव डालन वाल सभी अनशासिनक िवषय पर िजनक अतगरत ऐस िवषय स सबिधत अ यावदन या यािचकाए ह

(घ) ऐस यिकत दवारा या उसक सबध म जो भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन या भारत म कराउन क अधीन या िकसी दशी रा य की सरकार क अधीन िसिवल हिसयत म सवा कर रहा ह या कर चका ह इस दाव पर िक अपन कतर य क िन पादन म िकए गए या िकए जान क िलए ता पियरत काय क सबध म उसक िव दध सि थत िविधक कायरवािहय की परितरकषा म उसक दवारा उपगत खचर का यथाि थित भारत की सिचत िनिध म स या रा य की सिचत िनिध म स सदाय िकया जाना चािहए

(ङ) भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार या भारत म कराउन क अधीन या िकसी दशी रा य की सरकार क अधीन िसिवल हिसयत म सवा करत समय िकसी यिकत को हई कषितय क बार म पशन अिधिनणीरत िकए जान क िलए िकसी दाव पर और ऐस अिधिनणरय की रकम िवषयक पर पर

परामशर िकया जाएगा और इस परकार उस िनदिशत िकए गए िकसी िवषय पर तथा ऐस िकसी अ य िवषय पर िजस यथाि थित रा पित या उस रा य का रा यपाल 1 उस िनदिशत कर परामशर दन का लोक सवा आयोग का कतर य होगा

परत अिखल भारतीय सवाओ क सबध म तथा सघ क कायरकलाप स सबिधत अ य सवाओ और पद क सबध म भी रा पित तथा रा य क कायरकलाप स सबिधत अ य सवाओ और पद क सबध म रा यपाल 2 उन िवषय को िविनिदर करन वाल िविनयम बना सकगा िजनम साधारणतया या िकसी िविश वगर क मामल म या िक ही िविश पिरि थितय म लोक सवा आयोग स परामशर िकया जाना आव यक नही होगा

(4) खड (3) की िकसी बात स यह अपकषा नही होगी िक लोक सवा आयोग स उस रीित क सबध म िजसस अन छद 16 क खड (4) म िनिदर कोई उपबध िकया जाना ह या उस रीित क सबध म िजसस अन छद 335 क उपबध को परभावी िकया जाना ह परामशर िकया जाए

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoयथाि थित रा यपाल या

राजपरमखrdquo श द क थान पर उपरोकत प स रखा गया

भारत का सिवधान

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(5) रा पित या िकसी रा य क रा यपाल 1 दवारा खड (3) क परतक क अधीन बनाए गए सभी िविनयम बनाए जान क प ात यथाशीघर यथाि थित सस क पर यक सदन या रा य क िवधान-मडल क सदन या पर यक सदन क समकष कम स कम चौदह िदन क िलए रख जाएग और िनरसन या सशोधन दवारा िकए गए ऐस उपातरण क अधीन ह ग जो सस क दोन सदन या उस रा य क िवधान-मडल का सदन या दोन सदन उस सतर म कर िजसम व इस परकार रख गए ह

321 लोक सवा आयोग क क य का िव तार करन की शिकत ndash यथाि थित सस दवारा या िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाया गया कोई अिधिनयम सघ लोक सवा आयोग या रा य लोक सवा आयोग दवारा सघ की या रा य की सवाओ क सबध म और िकसी थानीय परािधकारी या िविध दवारा गिठत अ य िनगिमत िनकाय या िकसी लोक स था की सवाओ क सबध म भी अितिरकत क य क परयोग क िलए उपबध कर सकगा

322 लोक सवा आयोग क यय ndash सघ या रा य लोक सवा आयोग क यय िजनक अतगरत आयोग क सद य या कमरचािरवद को या उनक सबध म सदय कोई वतन भ और पशन ह यथाि थित भारत की सिचत िनिध या रा य की सिचत िनिध पर भािरत ह ग

323 लोक सवा आयोग क परितवदन ndash (1) सघ आयोग का यह कतर य होगा िक वह रा पित को आयोग दवारा िकए गए कायर क बार म परितवषर परितवदन द और रा पित ऐसा परितवदन परा होन पर उन मामल क सबध म यिद कोई ह िजनम आयोग की सलाह वीकार नही की गई थी ऐसी अ वीकित क कारण को प करन वाल जञापन सिहत उस परितवदन की परित सस क पर यक सदन क समकष रखवाएगा

(2) रा य आयोग का यह कतर य होगा िक वह रा य क रा यपाल 1 को आयोग दवारा िकए गए कायर क बार म परितवषर परितवदन द और सयकत आयोग का यह कतर य होगा िक ऐस रा य म स पर यक क िजनकी आव यकताओ की पितर सयकत आयोग दवारा की जाती ह रा यपाल 1 को उस रा य क सबध म आयोग दवारा िकए गए कायर क बार म परितवषर परितवदन द और दोन म स पर यक दशा म ऐसा परितवदन परा होन पर रा यपाल 2 उन मामल क सबध म यिद कोई ह िजनम आयोग की सलाह वीकार नही की गई थी ऐसी अ वीकित क कारण को प करन वाल जञापन सिहत उस परितवदन की परित रा य क िवधान-मडल क समकष रखवाएगा

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoयथाि थित रा यपाल या या

राजपरमखrdquo श द क थान पर उपरोकत प स रखा गया

186

भाग 15 निरााचि

324 निरााचिो क अधीकषण निदशि और नियतरण का निरााचि आयोग म निहित िोिा--(1) इस सवरधाि क अधीि ससद और परतयक राजय क वरधाि-मडल क ललए कराए जाि राल सभी निरााचिो क ललए तथा राषटरपनत और उपराषटरपनत क पदो क ललए निरााचिो क ललए निरााचक-िामारली तयार कराि का और उि सभी निरााचिो क सचालि का अधीकषण निदशि और नियतरण 1 एक आयोग म निहित िोगा (जजस इस सवरधाि म निरााचि आयोग किा गया ि)

(2) निरााचि आयोग मखय निरााचि आयकत और उति अनय निरााचि आयकतो स यहद कोई िो जजति राषटरपनत समय-समय पर नियत कर लमलकर बिगा तथा मखय निरााचि आयकत और अनय निरााचि आयकतो की नियकतकत ससद दवारा इस निलमतत बिाई गई वरधध क उपबधो क अधीि रित िए राषटरपनत दवारा की जाएगी

(3) जब कोई अनय निरााचि आयकत इस परकार नियकत ककया जाता ि तब मखय निरााचि आयकत निरााचि आयोग क अधयकष क रप म काया करगा

(4) लोक सभा क और परतयक राजय की वरधाि सभा क परतयक साधारण निरााचि स पिल तथा वरधाि पररषद राल परतयक राजय की वरधाि पररषद क ललए परथम साधारण निरााचि स पिल और उसक पशचात परतयक हदवरावषाक निरााचि स पिल राषटरपनत निरााचि आयोग स परामशा करि क पशचात खड (1) दवारा निरााचि आयोग को सौप गए कतयो क पालि म आयोग की सिायता क ललए उति परादलशक आयकतो की भी नियकतकत कर सकगा जजति रि आरशयक समझ

(5) ससद दवारा बिाई गई ककसी वरधध क उपबधो क अधीि रित िए निरााचि आयकतो और परादलशक आयकतो की सरा की शत और पदारधध ऐसी िोगी जो राषटरपनत नियम दवारा अरधाररत कर

परनत मखय निरााचि आयकत को उसक पद स उसी रीनत स और उनिी आधारो पर िी िटाया जाएगा जजस रीनत स और जजि आधारो पर उचचतम नयायालय क नयायाधीश को िटाया जाता ि अनयथा ििी और मखय निरााचि आयकत की सरा की शतो म उसकी नियकतकत क पशचात उसक ललए अलाभकारी परररताि ििी ककया जाएगा

1 सवरधाि (उनिीसरा सशोधि) अधधनियम 1966 की धारा 2 दवारा ldquoजजसक अतगात ससद क और राजय क वरधाि-

मडलो क निरााचिो स उदभत या ससकत सदिो और वरराद क निणाय क ललए निरााचि नयायाधधकरण की नियकतकत भी िrdquo शबदो का (11-12-1966 स) लोप ककया गया

भारत का सवरधाि

187

परनत यि और कक ककसी अनय निरााचि आयकत या परादलशक आयकत को मखय निरााचि आयकत की लसफाररश पर िी पद स िटाया जाएगा अनयथा ििी

(6) जब निरााचि आयोग ऐसा अिरोध कर तब राषटरपनत या ककसी राजय का राजयपाल 1 निरााचि आयोग या परादलशक आयकत को उति कमाचारररनद उपलबध कराएगा जजति खड (1) दवारा निरााचि आयोग को सौप गए कतयो क निरािि क ललए आरशयक िो

325 धमा मलरश जानत या ललग क आधार पर ककसी वयकतकत का निरााचक-िामारली म सजममललत ककए जाि क ललए अपातर ि िोिा और उसक दवारा ककसी वरशष निरााचक-िामारली म सजममललत ककए जाि का दारा ि ककया जािाndashससद क परतयक सदि या ककसी राजय क वरधाि-मडल क सदि या परतयक सदि क ललए निरााचि क ललए परतयक परादलशक निरााचि-कषतर क ललए एक साधारण निरााचक-िामारली िोगी और करल धमा मलरश जानत ललग या इिम स ककसी क आधार पर कोई वयकतकत ऐसी ककसी िामारली म सजममललत ककए जाि क ललए अपातर ििी िोगा या ऐस ककसी निरााचि-कषतर क ललए ककसी वरशष निरााचक-िामारली म सजममललत ककए जाि का दारा ििी करगा

326 लोक सभा और राजयो की वरधाि सभाओ क ललए निरााचिो का रयसक मताधधकार क आधार पर िोिाndashलोक सभा और परतयक राजय की वरधाि सभा क ललए निरााचि रयसक मताधधकार क आधार पर िोग अथाात परतयक वयकतकत जो भारत का िागररक ि और ऐसी तारीख को जो समधचत वरधाि-मडल दवारा बिाई गई ककसी वरधध दवारा या उसक अधीि इस निलमतत नियत की जाए कम स कम 2[अठारि रषा] की आय का ि और इस सवरधाि या समधचत वरधाि-मडल दवारा बिाई गई ककसी वरधध क अधीि अनिरास धचततवरकनत अपराध या भरषट या अरध आचरण क आधार पर अनयथा निरहिात ििी कर हदया जाता ि ऐस ककसी निरााचि म मतदाता क रप म रजजसरीकत िोि का िकदार िोगा

327 वरधाि-मडलो क ललए निरााचिो क सबध म उपबध करि की ससद की शकतकतndash इस सवरधाि क उपबधो क अधीि रित िए ससद समय-समय पर वरधध दवारा ससद क परतयक सदि या ककसी राजय क वरधाि-मडल क सदि या परतयक सदि क ललए निरााचिो स सबधधत या ससकत सभी वरषयो क सबध म जजिक अतगात निरााचक-िामारली तयार करािा निरााचि-कषतरो का पररसीमि और ऐस सदि या सदिो का समयक गठि सनिजशचत करि क ललए अनय सभी आरशयक वरषय ि उपबध कर सकगी

1 सवरधाि (सातरा सशोधि) अधधनियम 1956 की धारा 29 और अिसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का लोप ककया गया 2 सवरधाि (इकसठरा सशोधि) अधधनियम 1988 की धारा 2 दवारा ldquoइककीस रषाrdquo क सथाि पर (28-3-1989 स)

परनतसथावपत

भारत का सवरधाि

188

328 ककसी राजय क वरधाि-मडल क ललए निरााचिो क सबध म उपबध करि की उस वरधाि-मडल की शकतकतndashइस सवरधाि क उपबधो क अधीि रित िए और जिा तक ससद इस निलमतत उपबध ििी करती ि रिा तक ककसी राजय का वरधाि-मडल समय-समय पर वरधध दवारा उस राजय क वरधाि-मडल क सदि या परतयक सदि क ललए निरााचिो स सबधधत या ससकत सभी वरषयो क सबध म जजिक अतगात निरााचक-िामारली तयार करािा और ऐस सदि या सदिो का समयक गठि सनिजशचत करि क ललए अनय सभी आरशयक वरषय ि उपबध कर सकगा

329 निरााचि सबधी मामलो म नयायालयो क िसतकषप का रजािndash1[इस सवरधाि म ककसी बात क िोत िए भी 2--]

(क) अिचछद 327 या अिचछद 328 क अधीि बिाई गई या बिाई जाि क ललए तातपनयात ककसी ऐसी वरधध की वरधधमानयता जो निरााचि-कषतरो क पररसीमि या ऐस निरााचि-कषतरो को सथािो क आबटि स सबधधत ि ककसी नयायालय म परशनगत ििी की जाएगी

(ख) ससद क परतयक सदि या ककसी राजय क वरधाि-मडल क सदि या परतयक सदि क ललए कोई निरााचि ऐसी निरााचि अजी पर िी परशनगत ककया जाएगा जो ऐस पराधधकारी को और ऐसी रीनत स परसतत की गई ि जजसका समधचत वरधाि-मडल दवारा बिाई गई वरधध दवारा या उसक अधीि उपबध ककया जाए अनयथा ििी 3329क [परधाि मतरी और अधयकष क मामल म ससद क ललए निरााचिो क बार

म वरशष उपबध ]--सवरधाि (चरालीसरा सशोधि) अधधनियम 1978 की धारा 36 दवारा (20-6-1979 स) निरलसत

1 सवरधाि (उितालीसरा सशोधि) अधधनियम 1975 की धारा 3 दवारा कछ शबदो क सथाि पर (10-8-1975 स)

परनतसथावपत 2 सवरधाि (चरालीसरा सशोधि) अधधनियम 1978 की धारा 35 दवारा (20-6-1979 स) ldquoपरनत अिचछद 329क क

उपबधो क अधीि रित िएrdquo शबदो अको और अकषर का लोप ककया गया 3 सवरधाि (उितालीसरा सशोधि) अधधनियम 1975 की धारा 4 दवारा (10-8-1975 स) अतःसथावपत

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भाग 16 कछ वगो क सबध म ववशष उपबध

330 लोक सभा म अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क ललए सथानो का आरकषणndash(1) लोक सभा म ndash

(क) अनसचित जाततयो क ललए 1[(ख) असम क सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो को छोडकर

अनय अनसचित जनजाततयो क ललए और] (ग) असम क सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो क ललए

सथान आरकषकषत रहग (2) खड (1) क अधीन ककसी राजय 2[या सघ राजयकषतर] म अनसचित जाततयो

या अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत सथानो की सखया का अनपात लोक सभा म उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] को आबटित सथानो की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो यथाजसथतत उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] की अनसचित जाततयो की अथवा उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] की या उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] क भाग की अनसचित जनजाततयो की जजनक सबध म सथान इस परकार आरकषकषत ह जनसखया का अनपात उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] की कल जनसखया स ह

3[(3) खड (2) म ककसी बात क होत हए भी लोक सभा म असम क सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत सथानो की सखया का अनपात उस राजय को आबटित सथानो की कल सखया क उस अनपात स कम नही होगा जो उकत सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो की जनसखया का अनपात उस राजय की कल जनसखया स ह ]

4[सपषटीकरणndashइस अनचछद म और अनचछद 332 म ldquoजनसखयाrdquo पद स ऐसी अततम पवववती जनगणना म अलभतनजित की गई जनसखया अलभपरत ह जजसक ससगत आकड परकालशत हो गए ह

परनत इस सपषटीकरण म अततम पवववती जनगणना क परतत जजसक ससगत आकड परकालशत हो गए ह तनदश का जब तक सन 5[2026] क पिात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड परकालशत नही हो जात ह यह अथव लगाया जाएगा कक वह 6[2001] की जनगणना क परतत तनदश ह ]

1 सववधान (इकयावनवा सशोधन) अचधतनयम 1984 की धारा 2 दवारा (16-6-1986 स) उपखड (ख) क सथान पर

परततसथावपत 2 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा (1-11-1956 स) अतःसथावपत 3 सववधान (इकतीसवा सशोधन) अचधतनयम 1973 की धारा 3 दवारा (17-10-1973 स) अतःसथावपत 4 सववधान (बयालीसवा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 47 दवारा (3-1-1977 स) अतःसथावपत 5 सववधान (िौरासीवा सशोधन) अचधतनयम 2001 की धारा 6 दवारा ldquo2000rdquo क सथान पर (21-2-2002 स)

परततसथावपत 6 सववधान (सतासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 5 दवारा ldquo1991rdquo क सथान पर (22-6-2003 स)

परततसथावपत

भारत का सववधान

190

331 लोक सभा म आगल-भारतीय समदाय का परतततनचधतवndashअनचछद 81 म ककसी बात क होत हए भी यटद राषटरपतत की यह राय ह कक लोक सभा म आगल-भारतीय समदाय का परतततनचधतव पयावपत नही ह तो वह लोक सभा म उस समदाय क दो स अनचधक सदसय नामतनदलशत कर सकगा

332 राजयो की ववधान सभाओ म अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क ललए सथानो का आरकषणndash(1) 1 परतयक राजय की ववधान सभा म अनसचित जाततयो क ललए और 2[असम क सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो को छोडकर] अनय अनसचित जनजाततयो क ललए सथान आरकषकषत रहग

(2) असम राजय की ववधान सभा म सवशासी जजलो क ललए भी सथान आरकषकषत रहग

(3) खड (1) क अधीन ककसी राजय की ववधान सभा म अनसचित जाततयो या अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत सथानो की सखया का अनपात उस ववधान सभा म सथानो की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो यथाजसथतत उस राजय की अनसचित जाततयो की अथवा उस राजय की या उस राजय क भाग की अनसचित जनजाततयो की जजनक सबध म सथान इस परकार आरकषकषत ह जनसखया का अनपात उस राजय की कल जनसखया स ह

3[(3क) खड (3) म ककसी बात क होत हए भी सन 4[2026] क पिात की गई पहली जनगणना क आधार पर अरणािल परदश मघालय लमजोरम और नागालड राजयो की ववधान सभाओ म सथानो की सखया क अनचछद 170 क अधीन पनःसमायोजन क परभावी होन तक जो सथान ऐस ककसी राजय की ववधान सभा म अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत ककए जाएग वndash

(क) यटद सववधान (सततावनवा सशोधन) अचधतनयम 1987 क परवतत होन की तारीख को ऐस राजय की ववदयमान ववधान सभा म (जजस इस खड म इसक पिात ववदयमान ववधान सभा कहा गया ह) सभी सथान अनसचित जनजाततयो क सदसयो दवारा धाररत ह तो एक सथान को छोडकर सभी सथान होग और

(ख) ककसी अनय दशा म उतन सथान होग जजनकी सखया का अनपात सथानो की कल सखया क उस अनपात स कम नही होगा जो ववदयमान ववधान सभा म अनसचित जनजाततयो क सदसयो की (उकत तारीख को यथाववदयमान) सखया का अनपात ववदयमान ववधान सभा म सथानो की कल सखया स ह ]

1 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसिी क

भाग क या भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो का लोप ककया गया 2 सववधान (इकयावनवा सशोधन) अचधतनयम 1984 की धारा 3 दवारा (16-6-1986 स) परततसथावपत 3 सववधान (सततावनवा सशोधन) अचधतनयम 1987 की धारा 2 दवारा (21-9-1987 स) अतःसथावपत 4 सववधान (िौरासीवा सशोधन) अचधतनयम 2001 की धारा 6 दवारा ldquo2000rdquo क सथान पर (21-2-2002 स)

परततसथावपत

भारत का सववधान

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1[(3ख) खड (3) म ककसी बात क होत हए भी सन 2[2026] क पिात की गई पहली जनगणना क आधार पर तरतरपरा राजय की ववधान सभा म सथानो की सखया क अनचछद 170 क अधीन पनःसमायोजन क परभावी होन तक जो सथान उस ववधान सभा म अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत ककए जाएग व उतन सथान होग जजनकी सखया का अनपात सथानो की कल सखया क उस अनपात स कम नही होगा जो ववदयमान ववधान सभा म अनसचित जनजाततयो क सदसयो की सववधान (बहततरवा सशोधन) अचधतनयम 1992 क परवतत होन की तारीख को यथाववदयमान सखया का अनपात उकत तारीख को उस ववधान सभा म सथानो की कल सखया स ह ]

(4) असम राजय की ववधान सभा म ककसी सवशासी जजल क ललए आरकषकषत सथानो की सखया का अनपात उस ववधान सभा म सथानो की कल सखया क उस अनपात स कम नही होगा जो उस जजल की जनसखया का अनपात उस राजय की कल जनसखया स ह

(5) 3 असम क ककसी सवशासी जजल क ललए आरकषकषत सथानो क तनवाविन-कषतरो म उस जजल क बाहर का कोई कषतर समाववषट नही होगा

(6) कोई वयकतकत जो असम राजय क ककसी सवशासी जजल की अनसचित जनजातत का सदसय नही ह उस राजय की ववधान सभा क ललए उस जजल क ककसी तनवाविन-कषतर स तनवावचित होन का पातर नही होगा

4[परत असम राजय की ववधान सभा क तनवाविनो क ललए बोडोलड परादलशक पररषद कषतर जजला म सजममललत तनवाविन-कषतरो म अनसचित जनजाततयो और गर-अनसचित जनजाततयो का परतततनचधतव जो उस परकार अचधसचित ककया गया था और बोडोलड परादलशक कषतर जजला क गठन स पवव ववदयमान था बनाए रखा जाएगा ]

333 राजयो की ववधान सभाओ म आगल-भारतीय समदाय का परतततनचधतवndashअनचछद 170 म ककसी बात क होत हए भी यटद ककसी राजय क राजयपाल 5 की यह राय ह कक उस राजय की ववधान सभा म आगल-भारतीय समदाय का परतततनचधतव आवशयक ह और उसम उसका परतततनचधतव पयावपत नही ह तो वह उस ववधान सभा म 6[उस समदाय का एक सदसय नामतनदलशत कर सकगा]

1 सववधान (बहततरवा सशोधन) अचधतनयम 1992 की धारा 2 दवारा (5-12-1992 स) अतःसथावपत 2 सववधान (िौरासीवा सशोधन) अचधतनयम 2001 की धारा 7 दवारा (21-2-2002 स) ldquo2000rdquo क सथान पर

परततसथावपत 3 पवोततर कषतर (पनगवठन) अचधतनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) कततपय शबदो का

लोप ककया गया 4 सववधान (नबबवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (28-9-2003 स) अतःसथावपत 5 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का लोप ककया गया 6 सववधान (तईसवा सशोधन) अचधतनयम 1969 की धारा 4 दवारा ldquoउस ववधान सभा म उस समदाय क जजतन सदसय

वह समचित समझ नामतनदलशत कर सकगाrdquo क सथान पर (23-1-1970 स) परततसथावपत

भारत का सववधान

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334 सथानो क आरकषण और ववशष परतततनचधतव का 1[सततर वषव] क पिात न रहनाndashइस भाग क पववगामी उपबधो म ककसी बात क होत हए भीndash

(क) लोक सभा म और राजयो की ववधान सभाओ म अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क ललए सथानो क आरकषण सबधी और

(ख) लोक सभा म और राजयो की ववधान सभाओ म नामतनदशन दवारा आगल-भारतीय समदाय क परतततनचधतव सबधी

इस सववधान क उपबध इस सववधान क परारभ स 5[सततर वषव] की अवचध की समातपत पर परभावी नही रहग

परनत इस अनचछद की ककसी बात स लोक सभा म या ककसी राजय की ववधान सभा म ककसी परतततनचधतव पर तब तक कोई परभाव नही पडगा जब तक यथाजसथतत उस समय ववदयमान लोक सभा या ववधान सभा का ववघिन नही हो जाता ह

335 सवाओ और पदो क ललए अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क दावndashसघ या ककसी राजय क कायवकलाप स सबचधत सवाओ और पदो क ललए तनयकतकतया करन म अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क सदसयो क दावो का परशासन की दकषता बनाए रखन की सगतत क अनसार धयान रखा जाएगा

2[परनत इस अनचछद की कोई बात अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क सदसयो क पकष म सघ या ककसी राजय क कायवकलाप स सबचधत सवाओ क ककसी वगव या वगो म या पदो पर परोननतत क मामलो म आरकषण क ललए ककसी परीकषा म अहवक अको म छि दन या मलयाकन क मानको को घिान क ललए उपबध करन स तनवाररत नही करगी ]

336 कछ सवाओ म आगल-भारतीय समदाय क ललए ववशष उपबधndash(1) इस सववधान क परारभ क पिात परथम दो वषव क दौरान सघ की रल सीमाशलक डाक और तार सबधी सवाओ म पदो क ललए आगल-भारतीय समदाय क सदसयो की तनयकतकतया उसी आधार पर की जाएगी जजस आधार पर 15 अगसत 1947 स ठीक पहल की जाती थी

परतयक उततरवती दो वषव की अवचध क दौरान उकत समदाय क सदसयो क ललए उकत सवाओ म आरकषकषत पदो की सखया ठीक पवववती दो वषव की अवचध क दौरान इस परकार आरकषकषत सखया स यथासभव तनकितम दस परततशत कम होगी

परनत इस सववधान क परारभ स दस वषव क अत म ऐस सभी आरकषण समापत हो जाएग

1 सववधान (पिानववा सशोधन) अचधतनयम 2009 की धारा 2 दवारा (25-1-2010 स) ldquoसाठ वषवrdquo क सथान पर

परततसथावपत 2 सववधान (बयासीवा सशोधन) अचधतनयम 2000 की धारा 2 दवारा (6-9-2000 स) अतःसथावपत

भारत का सववधान

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(2) यटद आगल-भारतीय समदाय क सदसय अनय समदायो क सदसयो की तलना म गणागण क आधार पर तनयकतकत क ललए अटहवत पाए जाए तो खड (1) क अधीन उस समदाय क ललए आरकषकषत पदो स लभनन या उनक अततररकत पदो पर आगल-भारतीय समदाय क सदसयो की तनयकतकत को उस खड की कोई बात वजजवत नही करगी

337 आगल-भारतीय समदाय क फायद क ललए शकषकषक अनदान क ललए ववशष उपबधndashइस सववधान क परारभ क पिात परथम तीन ववततीय वषो क दौरान आगल-भारतीय समदाय क फायद क ललए लशकषा क सबध म सघ और 1 परतयक राजय दवारा वही अनदान यटद कोई हो टदए जाएग जो 31 मािव 1948 को समापत होन वाल ववततीय वषव म टदए गए थ

परतयक उततरवती तीन वषव की अवचध क दौरान अनदान ठीक पवववती तीन वषव की अवचध की अपकषा दस परततशत कम हो सक ग

परनत इस सववधान क परारभ स दस वषव क अत म ऐस अनदान जजस मातरा तक व आगल-भारतीय समदाय क ललए ववशष ररयायत ह उस मातरा तक समापत हो जाएग

परनत यह और कक कोई लशकषा ससथा इस अनचछद क अधीन अनदान परापत करन की तब तक हकदार नही होगी जब तक उसक वावषवक परवशो म कम स कम िालीस परततशत परवश आगल-भारतीय समदाय स लभनन समदायो क सदसयो क ललए उपलबध नही ककए जात ह

338 2[राषटरीय अनसचित जातत आयोग]ndash 3[4[(1) अनसचित जाततयो क ललए एक आयोग होगा जो राषटरीय अनसचित जातत आयोग क नाम स जञात होगा

(2) ससद दवारा इस तनलमतत बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए आयोग एक अधयकष एक उपाधयकष और तीन अनय सदसयो स लमलकर बनगा और इस परकार तनयकत ककए गए अधयकष उपाधयकष और अनय सदसयो की सवा की शत और पदावचध ऐसी होगी जो राषटरपतत तनयम दवारा अवधाररत कर ]

(3) राषटरपतत अपन हसताकषर और मदरा सटहत अचधपतर दवारा आयोग क अधयकष उपाधयकष और अनय सदसयो को तनयकत करगा 1 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoपहली अनसिी क भाग क या

भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो और अकषरो का (1-11-1956 स) लोप ककया गया 2 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (19-2-2004 स) पारशव शीषव क सथान पर

परततसथावपत 3 सववधान (पसठवा सशोधन) अचधतनयम 1990 की धारा 2 दवारा (12-3-1992 स) खड (1) और खड (2) क सथान

पर खड (1) स खड (9) तक परततसथावपत ककए गए 4 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (19-2-2004 स) खड (1) और (2) क सथान

पर परततसथावपत

भारत का सववधान

194

(4) आयोग को अपनी परकिया सवय ववतनयलमत करन की शकतकत होगी (5) आयोग का यह कतववय होगा कक वहndash

(क) अनसचित जाततयो 1 क ललए इस सववधान या ततसमय परवतत ककसी अनय ववचध या सरकार क ककसी आदश क अधीन उपबचधत रकषोपायो स सबचधत सभी ववषयो का अनवषण कर और उन पर तनगरानी रख तथा ऐस रकषोपायो क कायवकरण का मलयाकन कर

(ख) अनसचित जाततयो 1 को उनक अचधकारो और रकषोपायो स वचित करन की बाबत ववतनटदवषट लशकायतो की जाि कर

(ग) अनसचित जाततयो 1 क सामाजजक-आचथवक ववकास की योजना परकिया म भाग ल और उन पर सलाह द तथा सघ और ककसी राजय क अधीन उनक ववकास की परगतत का मलयाकन कर

(घ) उन रकषोपायो क कायवकरण क बार म परततवषव और ऐस अनय समयो पर जो आयोग ठीक समझ राषटरपतत को परततवदन द

(ङ) ऐस परततवदनो म उन उपायो क बार म जो उन रकषोपायो क परभावपणव कायावनवयन क ललए सघ या ककसी राजय दवारा ककए जान िाटहए तथा अनसचित जाततयो 1 क सरकषण कलयाण और सामाजजक-आचथवक ववकास क ललए अनय उपायो क बार म लसफाररश कर

(ि) अनसचित जाततयो 1 क सरकषण कलयाण ववकास तथा उननयन क सबध म ऐस अनय कतयो का तनववहन कर जो राषटरपतत ससद दवारा बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए तनयम दवारा ववतनटदवषट कर (6) राषटरपतत ऐस सभी परततवदनो को ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा

और उसक साथ सघ स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

(7) जहा कोई ऐसा परततवदन या उसका कोई भाग ककसी ऐस ववषय स सबचधत ह जजसका ककसी राजय सरकार स सबध ह तो ऐस परततवदन की एक परतत उस राजय क राजयपाल को भजी जाएगी जो उस राजय क ववधान-मडल क समकष रखवाएगा और उसक साथ राजय स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

1 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (19-2-2004 स) ldquoऔर अनसचित जनजाततयोrdquo

शबदो का लोप ककया गया

भारत का सववधान

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(8) आयोग को खड (5) क उपखड (क) म तनटदवषट ककसी ववषय का अनवषण करत समय या उपखड (ख) म तनटदवषट ककसी पररवाद क बार म जाि करत समय ववलशषटतया तनमनललखखत ववषयो क सबध म व सभी शकतकतया होगी जो वाद का वविारण करत समय लसववल नयायालय को ह अथावत ndash

(क) भारत क ककसी भी भाग स ककसी वयकतकत को समन करना और हाजजर कराना तथा शपथ पर उसकी परीकषा करना

(ख) ककसी दसतावज को परकि और पश करन की अपकषा करना (ग) शपथपतरो पर साकषय गरहण करना (घ) ककसी नयायालय या कायावलय स ककसी लोक अलभलख या उसकी परतत

की अपकषा करना (ङ) साकषकषयो और दसतावजो की परीकषा क ललए कमीशन तनकालना (ि) कोई अनय ववषय जो राषटरपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

(9) सघ और परतयक राजय सरकार अनसचित जाततयो 1 को परभाववत करन वाल सभी महतवपणव नीततगत ववषयो पर आयोग स परामशव करगी ]

2[(10)] इस अनचछद म अनसचित जाततयो 1 क परतत तनदश का यह अथव लगाया जाएगा कक इसक अतगवत 3 आगल-भारतीय समदाय क परतत तनदश भी ह

4[338क राषटरीय अनसचित जनजातत आयोगndash(1) अनसचित जनजाततयो क ललए एक आयोग होगा जो राषटरीय अनसचित जनजातत आयोग क नाम स जञात होगा

(2) ससद दवारा इस तनलमतत बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए आयोग एक अधयकष उपाधयकष और तीन अनय सदसयो स लमलकर बनगा और इस परकार तनयकत ककए गए अधयकष उपाधयकष और अनय सदसयो की सवा की शत और पदावचध ऐसी होगी जो राषटरपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

1 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (19-2-2004 स) ldquoऔर अनसचित जनजाततयोrdquo

शबदो का लोप ककया गया 2 सववधान (पसठवा सशोधन) अचधतनयम1990 की धारा 2 दवारा (12-3-1992 स) खड (3) को खड (10) क रप म

पनःसखयाककत ककया गया 3 सववधान (एक सौ दोवा सशोधन) अचधतनयम 2018 की धारा 2 दवारा (11-8-2018 स) ऐस अनय वपछड वगो क

परतत तनदश जजनको राषटरपतत अनचछद 340 क खड (1) क अधीन तनयकत आयोग क परततवदन की परातपत पर आदश दवारा ववतनटदवषट कर और आगल-भारतीय समदाय परतत तनदश भी ह शबदो अको और कोषठको क सथान पर परततसथावपत

4 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 3 दवारा (19-2-2004 स) अतःसथावपत

भारत का सववधान

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(3) राषटरपतत अपन हसताकषर और मदरा सटहत अचधपतर दवारा आयोग क अधयकष उपाधयकष और अनय सदसयो को तनयकत करगा

(4) आयोग को अपनी परकिया सवय ववतनयलमत करन की शकतकत होगी (5) आयोग का यह कतववय होगा कक वहndash

(क) अनसचित जनजाततयो क ललए इस सववधान या ततसमय परवतत ककसी अनय ववचध या सरकार क ककसी आदश क अधीन उपबचधत रकषोपायो स सबचधत सभी ववषयो का अनवषण कर और उन पर तनगरानी रख तथा ऐस रकषोपायो क कायवकरण का मलयाकन कर

(ख) अनसचित जनजाततयो को उनक अचधकारो और रकषोपायो स वचित करन क समबनध म ववतनटदवषट लशकायतो की जाि कर

(ग) अनसचित जनजाततयो क सामाजजक-आचथवक ववकास की योजना परकिया म भाग ल और उन पर सलाह द तथा सघ और ककसी राजय क अधीन उनक ववकास की परगतत का मलयाकन कर

(घ) उन रकषोपायो क कायवकरण क बार म परततवषव और ऐस अनय समयो पर जो आयोग ठीक समझ राषटरपतत को ररपोिव परसतत कर

(ङ) ऐसी ररपोिो म उन उपायो क बार म जो उन रकषोपायो क परभावपणव कायावनवयन क ललए सघ या ककसी राजय दवारा ककए जान िाटहए तथा अनसचित जनजाततयो क सरकषण कलयाण और सामाजजक-आचथवक ववकास क ललए अनय उपायो क बार म लसफाररश कर और

(ि) अनसचित जनजाततयो क सरकषण कलयाण और ववकास तथा उननयन क सबध म ऐस अनय कतयो का तनववहन कर जो राषटरपतत ससद दवारा बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए तनयम दवारा ववतनटदवषट कर (6) राषटरपतत ऐसी सभी ररपोिो को ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा

और उनक साथ सघ स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

(7) जहा कोई ऐसी ररपोिव या उसका कोई भाग ककसी ऐस ववषय स सबचधत ह जजसका ककसी राजय सरकार स सबध ह तो ऐसी ररपोिव की एक परतत उस राजय क राजयपाल को भजी जाएगी जो उस राजय क ववधान-मडल क समकष रखवाएगा और उसक साथ राजय स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

भारत का सववधान

197

(8) आयोग को खड (5) क उपखड (क) म तनटदवषट ककसी ववषय का अनवषण करत समय या उपखड (ख) म तनटदवषट ककसी पररवाद क बार म जाि करत समय ववलशषटतया तनमनललखखत ववषयो क सबध म व सभी शकतकतया होगी जो वाद का वविारण करत समय लसववल नयायालय को ह अथावत ndash

(क) भारत क ककसी भी भाग स ककसी वयकतकत को समन करना और हाजजर कराना तथा शपथ पर उसकी परीकषा करना

(ख) ककसी दसतावज को परकि और पश करन की अपकषा करना (ग) शपथपतरो पर साकषय गरहण करना (घ) ककसी नयायालय या कायावलय स ककसी लोक अलभलख या उसकी परतत

की अधयपकषा करना (ङ) साकषकषयो और दसतावजो की परीकषा क ललए कमीशन तनकालना (ि) कोई अनय ववषय जो राषटरपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

(9) सघ और परतयक राजय सरकार अनसचित जनजाततयो को परभाववत करन वाल सभी महतवपणव नीततगत ववषयो पर आयोग स परामशव करगी ]

1[338ख वपछड वगो क ललए राषzwjट रीय आयोगndash(1) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क ललए एक आयोग होगा जो राषzwjट रीय वपछडा वगव आयोग क नाम स जञात होगा

(2) ससद दवारा इस तनलमतत बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए आयोग एक अध यकष उपाध यकष और तीन अन य सदस यो स लमलकर बनगा और इस परकार तनयक त ककए गए अध यकष उपाध यकष और अन य सदस यो की सवा की शत और पदावचध ऐसी होगी जो राषzwjट रपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

(3) राषzwjट रपतत अपन हस ताकषर और मदरा सटहत अचधपतर दवारा आयोग क अध यकष उपाध यकष और अन य सदस यो को तनयक त करगा

(4) आयोग को अपनी परकिया स वय ववतनयलमत करन की शजक त होगी (5) आयोग का यह कतवव य होगा कक वहmdash

(क) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क ललए इस सववधान या तत समय परवतत ककसी अन य ववचध या सरकार क ककसी आदश क अधीन उपबचधत रकषोपायो स सबचधत सभी ववषयो का अन वषण कर और उन पर तनगरानी रख तथा ऐस रकषोपायो क कायवकरण का मलयाकन कर

(ख) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो को उनक अचधकारो और रकषोपायो स वचित करन क सबध म ववतनटदवषzwjट ि लशकायतो की जाि कर

1 सववधान (एक सौ दोवा सशोधन) अचधतनयम 2018 की धारा 3 दवारा (11-8-2018 स) अतःसथावपत

भारत का सववधान

198

(ग) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क सामाजजक- आचथवक ववकास क सबध म भाग ल और उन पर सलाह द तथा सघ और ककसी राज य क अधीन उनक ववकास की परगतत का मल याकन कर

(घ) उन रकषोपायो क कायवकरण क बार म परततवषव और ऐस अन य समयो पर जो आयोग ठीक समझ राषzwjट रपतत को ररपोिव परस तत कर

(ङ) ऐसी ररपोिो म उन उपायो क बार म जो उन रकषोपायो क परभावपणव कायावनवयन क ललए सघ या ककसी राज य दवारा ककए जान िाटहए तथा सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क सरकषण कल याण और सामाजजक-आचथवक ववकास क ललए अन य उपायो क बार म लसफाररश कर और

(ि) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क सरकषण कल याण और ववकास तथा उननयन क सबध म ऐस अन य कत यो का तनववहन कर जो राषzwjट रपतत ससद दवारा बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए तनयम दवारा ववतनटदवषzwjट ि कर (6) राषzwjट रपतत ऐसी सभी ररपोिो को ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा

और उनक साथ सघ स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

(7) जहा कोई ऐसी ररपोिव या उसका कोई भाग ककसी ऐस ववषय स सबचधत ह जजसका राज य सरकार स सबध ह तो ऐसी ररपोिव की एक परतत उस राज य सरकार को भजी जाएगी जो उस राजय क ववधान-मडल क समकष रखवाएगी और उसक साथ राज य स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो अस वीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

(8) आयोग को खड (5) क उपखड (क) म तनटदवषzwjट ि ककसी ववषय का अन वषण करत समय या उपखड (ख) म तनटदवषzwjट ि ककसी पररवाद क बार म जाि करत समय ववलशषzwjट ितया तनम नललखखत ववषयो क सबध म व सभी शजक तया होगी जो वाद का वविारण करत समय लसववल नयायालय को ह अथावत --

(क) भारत क ककसी भी भाग स ककसी व यजक त को समन करना और हाजजर कराना तथा शपथ पर उसकी परीकषा करना

(ख) ककसी दस तावज को परकि और पश करन की अपकषा करना (ग) शपथपतरो पर साकष य गरहण करना (घ) ककसी न यायालय या कायावलय स ककसी लोक अलभलख या उसकी परतत

की अधयपकषा करना (ङ) साकषकषयो और दस तावजो की परीकषा क ललए कमीशन तनकालना (ि) कोई अन य ववषय जो राषzwjट रपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

भारत का सववधान

199

(9) सघ और परत यक राज य सरकार सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो को परभाववत करन वाल सभी महतवपणव नीततगत ववषयो पर आयोग स परामशव करगी ]

339 अनसचित कषतरो क परशासन और अनसचित जनजाततयो क कलयाण क बार म सघ का तनयतरणndash(1) राषटरपतत 1 राजयो क अनसचित कषतरो क परशासन और अनसचित जनजाततयो क कलयाण क बार म परततवदन दन क ललए आयोग की तनयकतकत आदश दवारा ककसी भी समय कर सकगा और इस सववधान क परारभ स दस वषव की समातपत पर करगा

आदश म आयोग की सरिना शकतकतया और परकिया पररतनजित की जा सक गी और उसम ऐस आनषचगक या सहायक उपबध समाववषट हो सक ग जजनह राषटरपतत आवशयक या वाछनीय समझ

(2) सघ की कायवपाललका शकतकत का ववसतार 2[ककसी राजय] को ऐस तनदश दन तक होगा जो उस राजय की अनसचित जनजाततयो क कलयाण क ललए तनदश म आवशयक बताई गई सकीमो क बनान और तनषzwjटपादन क बार म ह

340 वपछड वगो की दशाओ क अनवषण क ललए आयोग की तनयकतकतndash (1) राषटरपतत भारत क राजयकषतर क भीतर सामाजजक और शकषकषक दवषट स वपछड वगो की दशाओ क और जजन कटठनाइयो को व झल रह ह उनक अनवषण क ललए और उन कटठनाइयो को दर करन और उनकी दशा को सधारन क ललए सघ या ककसी राजय दवारा जो उपाय ककए जान िाटहए उनक बार म और उस परयोजन क ललए सघ या ककसी राजय दवारा जो अनदान ककए जान िाटहए और जजन शतो क अधीन व अनदान ककए जान िाटहए उनक बार म लसफाररश करन क ललए आदश दवारा एक आयोग तनयकत कर सकगा जो ऐस वयकतकतयो स लमलकर बनगा जो वह ठीक समझ और ऐस आयोग को तनयकत करन वाल आदश म आयोग दवारा अनसरण की जान वाली परकिया पररतनजित की जाएगी

(2) इस परकार तनयकत आयोग अपन को तनदलशत ववषयो का अनवषण करगा और राषटरपतत को परततवदन दगा जजसम उसक दवारा पाए गए तथय उपवखणवत ककए जाएग और जजसम ऐसी लसफाररश की जाएगी जजनह आयोग उचित समझ

(3) राषटरपतत इस परकार टदए गए परततवदन की एक परतत उस पर की गई कारववाई को सपषट करन वाल जञापन सटहत ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा

1 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoपहली अनसिी क भाग क और

भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो और अकषरो का (1-11-1956 स) लोप ककया गया

2 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoककसी ऐस राजयrdquo क सथान पर (1-11-1956 स) परततसथावपत

भारत का सववधान

200

341 अनसचित जाततयाndash(1) राषटरपतत 1[ककसी राजय 2[या सघ राजयकषतर] क सबध म और जहा वह 3 राजय ह वहा उसक राजयपाल 4 स परामशव करन क पिात] लोक अचधसिना5 दवारा उन जाततयो मलवशो या जनजाततयो अथवा जाततयो मलवशो या जनजाततयो क भागो या उनम क यथो को ववतनटदवषट कर सकगा जजनह इस सववधान क परयोजनो क ललए 2[यथाजसथतत] उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] क सबध म अनसचित जाततया समझा जाएगा

(2) ससद ववचध दवारा ककसी जातत मलवश या जनजातत को अथवा जातत मलवश या जनजातत क भाग या उसम क यथ को खड (1) क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ववतनटदवषट अनसचित जाततयो की सिी म सजममललत कर सकगी या उसम स अपवजजवत कर सकगी ककनत जसा ऊपर कहा गया ह उसक लसवाय उकत खड क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ककसी पिातवती अचधसिना दवारा पररवतवन नही ककया जाएगा

342 अनसचित जनजाततयाndash(1) राषटरपतत 6[ककसी राजय 2[या सघ राजयकषतर] क सबध म और जहा वह 7 राजय ह वहा उसक राजयपाल 4 स परामशव करन क पिात] लोक अचधसिना5 दवारा उन जनजाततयो या जनजातत समदायो अथवा जनजाततयो या जनजातत समदायो क भागो या उनम क यथो को ववतनटदवषट कर सकगा जजनह इस सववधान क परयोजनो क ललए 8[यथाजसथतत] उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] क सबध म अनसचित जनजाततया समझा जाएगा

1 सववधान (पहला सशोधन) अचधतनयम 1951 की धारा 10 दवारा ldquoराजय क राजयपाल या राजपरमख स परामशव

करन क पिातrdquo क सथान पर (18-6-1951 स) परततसथावपत 2 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा (1-11-1956 स) अतःसथावपत 3 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoपहली अनसिी क भाग क या

भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो और अकषरो का लोप ककया गया

4 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoया राजपरमखrdquo शबदो का लोप ककया गया

5 सववधान (अनसचित जाततया) आदश 1950 (सआ 19) सववधान (अनसचित जाततया) (सघ राजयकषतर) आदश 1951 (सआ 32) सववधान (जमम-कशमीर) अनसचित जाततया आदश 1956 (सआ 52) सववधान (दादरा और नागर हवली) अनसचित जाततया आदश 1962 (सआ 64) सववधान (पाकतडिरी) अनसचित जाततया आदश 1964 (सआ 68) सववधान (गोवा दमण और दीव) अनसचित जाततया आदश 1968 (सआ 81) और सववधान (लसजककम) अनसचित जाततया आदश 1978 (सआ 110) दखखए

6 सववधान (पहला सशोधन) अचधतनयम 1951 की धारा 11 दवारा ldquoराजय क राजयपाल या राजपरमख स परामशव करन क पिातrdquo क सथान पर (18-6-1951 स) परततसथावपत

7 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoपहली अनसिी क भाग क या भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो और अकषरो का (1-11-1956 स) लोप ककया गया

8 सववधान (अनसचित जनजाततया) आदश 1950 (सआ 22) सववधान (अनसचित जनजाततया) (सघ राजयकषतर) आदश 1951 (सआ 33) सववधान (अडमान और तनकोबार दवीप) अनसचित जनजाततया आदश 1959 (सआ 58) सववधान (दादरा और नागर हवली) अनसचित जनजाततया आदश 1962 (सआ 65) सववधान (अनसचित जनजाततया) (उततर परदश) आदश 1967 (सआ 78) सववधान (गोवा दमण और दीव) अनसचित जनजाततया आदश 1968 (सआ 82) सववधान (नागालड) अनसचित जनजाततया आदश 1970 (सआ 88) और सववधान (लसजककम) अनसचित जनजाततया आदश 1978 (सआ 111) दखखए

भारत का सववधान

201

(2) ससद ववचध दवारा ककसी जनजातत या जनजातत समदाय को अथवा ककसी जनजातत या जनजातत समदाय क भाग या उसम क यथ को खड (1) क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ववतनटदवषट अनसचित जनजाततय की सिी म सजममललत कर सकगी या उसम स

अपवजजवत कर सकगी ककनत जसा ऊपर कहा गया ह उसक लसवाय उकत खड क अधीन

तनकाली गई अचधसिना म ककसी पिातवती अचधसिना दवारा पररवतवन नही ककया जाएगा 1[342क सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगवndash(1) राषzwjट रपतत ककसी राज य

या सघ राज यकषतर क सबध म और जहा वह राज य ह वहा उसक राज यपाल स परामशव करन क पश िात लोक अचधसिना दवारा सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स ऐस वपछड वगो को ववतनटदवषzwjट ि कर सकगा जजनह इस सववधान क परयोजनो क ललए यथाजस थतत उस राज य या सघ राज यकषतर क सबध म सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछडा वगव समझा जाएगा

(2) ससद ववचध दवारा ककसी सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगव को खड (1) क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ववतनटदवषzwjट ि सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो की कनदरीय सिी म सजममललत कर सकगी या उसम स अपवजजवत कर सकगी ककन त जसा ऊपर कहा गया ह उसक लसवाय उक त खड क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ककसी पश िातवती अचधसिना दवारा पररवतवन नही ककया जाएगा ]

1 सववधान (एक सौ दोवा सशोधन) अचधतनयम 2018 की धारा 4 दवारा (11-8-2018 स) परततसथावपत

202

भाग 17 राजभाषा

अधयाय 1 ndash सघ की भाषा 343 सघ की राजभाषा ndash (1) सघ की राजभाषा हिनदी और लिपि दवनागरी

िोगी सघ क शासकीय परयोजनो क लिए परयोग िोन वाि अको का रि भारतीय अको

का अतरराषटरीय रि िोगा (2) खड (1) म ककसी बात क िोत िए भी इस सपवधान क परारभ स िनरि वषष

की अवधध तक सघ क उन सभी शासकीय परयोजनो क लिए अगरजी भाषा का परयोग ककया जाता रिगा जजनक लिए उसका ऐस परारभ स ठीक ििि परयोग ककया जा रिा था

िरनत राषटरितत उकत अवधध क दौरान आदश1 दवारा सघ क शासकीय परयोजनो म स ककसी क लिए अगरजी भाषा क अततररकत हिनदी भाषा का और भारतीय अको क अतरराषटरीय रि क अततररकत दवनागरी रि का परयोग पराधधकत कर सकगा

(3) इस अनचछद म ककसी बात क िोत िए भी ससद उकत िनरि वषष की अवधध क िशचात पवधध दवारा ndash

(क) अगरजी भाषा का या (ख) अको क दवनागरी रि का

ऐस परयोजनो क लिए परयोग उिबधधत कर सकगी जो ऐसी पवधध म पवतनहदषषट ककए जाए

344 राजभाषा क सबध म आयोग और ससद की सलमतत ndash (1) राषटरितत इस सपवधान क परारभ स िाच वषष की समाति िर और ततिशचात ऐस परारभ स दस वषष की समाति िर आदश दवारा एक आयोग गहठत करगा जो एक अधयकष और आठवी अनसची म पवतनहदषषट पवलभनन भाषाओ का परतततनधधतव करन वाि ऐस अनय सदसयो स लमिकर बनगा जजनको राषटरितत तनयकत कर और आदश म आयोग दवारा अनसरण की जान वािी परकिया िररतनजशचत की जाएगी

(2) आयोग का यि कतषवय िोगा कक वि राषटरितत को ndash (क) सघ क शासकीय परयोजनो क लिए हिनदी भाषा क अधधकाधधक

परयोग (ख) सघ क सभी या ककनिी शासकीय परयोजनो क लिए अगरजी भाषा क

परयोग िर तनबधनो (ग) अनचछद 348 म उजलिखखत सभी या ककनिी परयोजनो क लिए परयोग

की जान वािी भाषा 1 सआ 41 दखखए

भारत का सपवधान

203

(घ) सघ क ककसी एक या अधधक पवतनहदषषट परयोजनो क लिए परयोग ककए जान वाि अको क रि

(ङ) सघ की राजभाषा तथा सघ और ककसी राजय क बीच या एक राजय और दसर राजय क बीच ितराहद की भाषा और उनक परयोग क सबध म राषटरितत दवारा आयोग को तनदलशत ककए गए ककसी अनय पवषय

क बार म लसफाररश कर (3) खड (2) क अधीन अिनी लसफाररश करन म आयोग भारत की औदयोधगक

सासकततक और वजञातनक उननतत का और िोक सवाओ क सबध म अहिनदी भाषी कषतरो क वयकतकतयो क नयायसगत दावो और हितो का समयक धयान रखगा

(4) एक सलमतत गहठत की जाएगी जो तीस सदसयो स लमिकर बनगी जजनम स बीस िोक सभा क सदसय िोग और दस राजय सभा क सदसय िोग जो िमशः िोक सभा क सदसयो और राजय सभा क सदसयो दवारा आनिाततक परतततनधधतव िदधतत क अनसार एकि सिमणीय मत दवारा तनवाषधचत िोग

(5) सलमतत का यि कतषवय िोगा कक वि खड (1) क अधीन गहठत आयोग की लसफाररशो की िरीकषा कर और राषटरितत को उन िर अिनी राय क बार म परततवदन द

(6) अनचछद 343 म ककसी बात क िोत िए भी राषटरितत खड (5) म तनहदषषट परततवदन िर पवचार करन क िशचात उस सिणष परततवदन क या उसक ककसी भाग क अनसार तनदश द सकगा

अधयाय 2 ndash परादलशक भाषाए 345 राजय की राजभाषा या राजभाषाए ndash अनचछद 346 और अनचछद 347 क

उिबधो क अधीन रित िए ककसी राजय का पवधान-मडि पवधध दवारा उस राजय म परयोग िोन वािी भाषाओ म स ककसी एक या अधधक भाषाओ को या हिनदी को उस राजय क सभी या ककनिी शासकीय परयोजनो क लिए परयोग की जान वािी भाषा या भाषाओ क रि म अगीकार कर सकगा

िरनत जब तक राजय का पवधान-मडि पवधध दवारा अनयथा उिबध न कर तब तक राजय क भीतर उन शासकीय परयोजनो क लिए अगरजी भाषा का परयोग ककया जाता रिगा जजनक लिए उसका इस सपवधान क परारभ स ठीक ििि परयोग ककया जा रिा था

346 एक राजय और दसर राजय क बीच या ककसी राजय और सघ क बीच ितराहद की राजभाषा ndash सघ म शासकीय परयोजनो क लिए परयोग ककए जान क लिए ततसमय पराधधकत भाषा एक राजय और दसर राजय क बीच तथा ककसी राजय और सघ क बीच ितराहद की राजभाषा िोगी

भारत का सपवधान

204

िरनत यहद दो या अधधक राजय यि करार करत ि कक उन राजयो क बीच ितराहद की राजभाषा हिनदी भाषा िोगी तो ऐस ितराहद क लिए उस भाषा का परयोग ककया जा सकगा

347 ककसी राजय की जनसखया क ककसी अनभाग दवारा बोिी जान वािी भाषा क सबध म पवशष उिबध ndash यहद इस तनलमतत माग ककए जान िर राषटरितत का यि समाधान िो जाता ि कक ककसी राजय की जनसखया का ियाषि भाग यि चािता ि कक उसक दवारा बोिी जान वािी भाषा को राजय दवारा मानयता दी जाए तो वि तनदश द सकगा कक ऐसी भाषा को भी उस राजय म सवषतर या उसक ककसी भाग म ऐस परयोजन क लिए जो वि पवतनहदषषट कर शासकीय मानयता दी जाए

अधयाय 3 ndash उचचतम नयायािय उचच नयायाियो आहद की भाषा 348 उचचतम नयायािय और उचच नयायाियो म और अधधतनयमो पवधयको

आहद क लिए परयोग की जान वािी भाषा ndash (1) इस भाग क िवषगामी उिबधो म ककसी बात क िोत िए भी जब तक ससद पवधध दवारा अनयथा उिबध न कर तब तक ndash

(क) उचचतम नयायािय और परतयक उचच नयायािय म सभी कायषवाहिया अगरजी भाषा म िोगी

(ख) (i) ससद क परतयक सदन या ककसी राजय क पवधान-मडि क सदन या परतयक सदन म िरःसथापित ककए जान वाि सभी पवधयको या परसतापवत ककए जान वाि उनक सशोधनो क

(ii) ससद या ककसी राजय क पवधान-मडि दवारा िाररत सभी अधधतनयमो क और राषटरितत या ककसी राजय क राजयिाि 1 दवारा परखयापित सभी अधयादशो क और

(iii) इस सपवधान क अधीन अथवा ससद या ककसी राजय क पवधान-मडि दवारा बनाई गई ककसी पवधध क अधीन तनकाि गए या बनाए गए सभी आदशो तनयमो पवतनयमो और उिपवधधयो क

पराधधकत िाठ अगरजी भाषा म िोग (2) खड (1) क उिखड (क) म ककसी बात क िोत िए भी ककसी राजय का

राजयिाि 1 राषटरितत की िवष सिमतत स उस उचच नयायािय की कायषवाहियो म जजसका मखय सथान उस राजय म ि हिनदी भाषा का या उस राजय क शासकीय परयोजनो क लिए परयोग िोन वािी ककसी अनय भाषा का परयोग पराधधकत कर सकगा

1 सपवधान (सातवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का िोि ककया गया

भारत का सपवधान

205

िरनत इस खड की कोई बात ऐस उचच नयायािय दवारा हदए गए ककसी तनणषय कतडिी या आदश को िाग निी िोगी

(3) खड (1) क उिखड (ख) म ककसी बात क िोत िए भी जिा ककसी राजय क पवधान-मडि न उस पवधान-मडि म िरःसथापित पवधयको म या उसक दवारा िाररत अधधतनयमो म अथवा उस राजय क राजयिाि 1 दवारा परखयापित अधयादशो म अथवा उस उिखड क िरा (iii) म तनहदषषट ककसी आदश तनयम पवतनयम या उिपवधध म परयोग क लिए अगरजी भाषा स लभनन कोई भाषा पवहित की ि विा उस राजय क राजितर म उस राजय क राजयिाि 1 क पराधधकार स परकालशत अगरजी भाषा म उसका अनवाद इस अनचछद क अधीन उसका अगरजी भाषा म पराधधकत िाठ समझा जाएगा

349 भाषा स सबधधत कछ पवधधया अधधतनयलमत करन क लिए पवशष परकिया ndash इस सपवधान क परारभ स िनरि वषष की अवधध क दौरान अनचछद 348 क खड (1) म उजलिखखत ककसी परयोजन क लिए परयोग की जान वािी भाषा क लिए उिबध करन वािा कोई पवधयक या सशोधन ससद क ककसी सदन म राषटरितत की िवष मजरी क बबना िरःसथापित या परसतापवत निी ककया जाएगा और राषटरितत ककसी ऐस पवधयक को िरःसथापित या ककसी ऐस सशोधन को परसतापवत ककए जान की मजरी अनचछद 344 क खड (1) क अधीन गहठत आयोग की लसफाररशो िर और उस अनचछद क खड (4) क अधीन गहठत सलमतत क परततवदन िर पवचार करन क िशचात िी दगा अनयथा निी

अधयाय 4 ndash पवशष तनदश 350 वयथा क तनवारण क लिए अभयावदन म परयोग की जान वािी भाषा ndash

परतयक वयकतकत ककसी वयथा क तनवारण क लिए सघ या राजय क ककसी अधधकारी या पराधधकारी को यथाजसथतत सघ म या राजय म परयोग िोन वािी ककसी भाषा म अभयावदन दन का िकदार िोगा

2[350क पराथलमक सतर िर मातभाषा म लशकषा की सपवधाए ndash परतयक राजय और राजय क भीतर परतयक सथानीय पराधधकारी भाषाई अलिसखयक वगो क बािको को लशकषा क पराथलमक सतर िर मातभाषा म लशकषा की ियाषि सपवधाओ की वयवसथा करन का परयास करगा और राषटरितत ककसी राजय को ऐस तनदश द सकगा जो वि ऐसी सपवधाओ का उिबध सतनजशचत करान क लिए आवशयक या उधचत समझता ि

1 सपवधान (सातवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का िोि ककया गया 2 सपवधान (सातवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 21 दवारा (1-11-1956 स) अतःसथापित

भारत का सपवधान

206

350ख भाषाई अलिसखयक-वगो क लिए पवशष अधधकारी ndash (1) भाषाई अलिसखयक-वगो क लिए एक पवशष अधधकारी िोगा जजस राषटरितत तनयकत करगा

(2) पवशष अधधकारी का यि कतषवय िोगा कक वि इस सपवधान क अधीन भाषाई अलिसखयक-वगो क लिए उिबधधत रकषोिायो स सबधधत सभी पवषयो का अनवषण कर और उन पवषयो क सबध म ऐस अतरािो िर जो राषटरितत तनहदषषट कर राषटरितत को परततवदन द और राषटरितत ऐस सभी परततवदनो को ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा और सबधधत राजयो की सरकारो को लभजवाएगा ]

351 हिनदी भाषा क पवकास क लिए तनदश ndash सघ का यि कतषवय िोगा कक वि हिनदी भाषा का परसार बढाए उसका पवकास कर जजसस वि भारत की सामालसक ससकतत क सभी ततवो की अलभवयकतकत का माधयम बन सक और उसकी परकतत म िसतकषि ककए बबना हिनदसतानी म और आठवी अनसची म पवतनहदषषट भारत की अनय भाषाओ म परयकत रि शिी और िदो को आतमसात करत िए और जिा आवशयक या वाछनीय िो विा उसक शबद-भडार क लिए मखयतः ससकत स और गौणतः अनय भाषाओ स शबद गरिण करत िए उसकी समपदध सतनजशचत कर

207

भाग 18 आपात उपबध

352 आपात की उदघोषणा ndash (1) यदि राषटरपतत का यह समाधान हो जाता ह कक गभीर आपात विदयमान ह जजसस यदध या बाहय आकरमण या 1[सशसतर विदरोह] क कारण भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा सकट म ह तो िह उदघोषणा दवारा 2[सपणण भारत या उसक राजयकषतर क ऐस भाग क सबध म जो उदघोषणा म वितनदिणषट ककया जाए] इस आशय की घोषणा कर सकगा

3[सपषटीकरण ndash यदि राषटरपतत का यह समाधान हो जाता ह कक यदध या बाहय आकरमण या सशसतर विदरोह का सकट सजननकट ह तो यह घोवषत करन िाली आपात की उदघोषणा कक यदध या बाहय आकरमण या सशसतर विदरोह स भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा सकट म ह यदध या ऐस ककसी आकरमण या विदरोह क िासति म होन स पहल भी की जा सकगी ]

4[(2) खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा म ककसी पशचातिती उदघोषणा दवारा पररितणन ककया जा सकगा या उसको िापस ललया जा सकगा

(3) राषटरपतत खड (1) क अधीन उदघोषणा या ऐसी उदघोषणा म पररितणन करन िाली उदघोषणा तब तक नही करगा जब तक सघ क मतरतरमडल का (अराणत उस पररषद का जो अनचछि 75 क अधीन परधान मतरी और मतरतरमडल सतर क अनय मतरतरयो स लमलकर बनती ह) यह वितनशचय कक ऐसी उदघोषणा की जाए उस ललखखत रप म ससचित नही ककया जाता ह

(4) इस अनचछि क अधीन की गई परतयक उदघोषणा ससद क परतयक सिन क समकष रखी जाएगी और जहा िह पिणिती उदघोषणा को िापस लन िाली उदघोषणा नही ह िहा िह एक मास की समाति पर यदि उस अिचध की समाति स पहल ससद क िोनो सिनो क सकलपो दवारा उसका अनमोिन नही कर दिया जाता ह तो परितणन म नही रहगी

1 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) ldquoआभयतररक अशाजनतrdquo क

सरान पर परततसरावपत 2 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 48 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत 3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) अतःसरावपत 4 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) खड (2) खड (2क) और

खड (3) क सरान पर खड (2) स खड (8) परततसरावपत ककए गए

भारत का सविधान

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परनत यदि ऐसी कोई उदघोषणा (जो पिणिती उदघोषणा को िापस लन िाली उदघोषणा नही ह) उस समय की जाती ह जब लोक सभा का विघटन हो गया ह या लोक सभा का विघटन इस खड म तनदिणषट एक मास की अिचध क िौरान हो जाता ह और यदि उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उस अिचध की समाति स पहल पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह

(5) इस परकार अनमोदित उदघोषणा यदि िापस नही ली जाती ह तो खड (4) क अधीन उदघोषणा का अनमोिन करन िाल सकलपो म स िसर सकलप क पाररत ककए जान की तारीख स छह मास की अिचध की समाति पर परितणन म नही रहगी

परनत यदि और जजतनी बार ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप ससद क िोनो सिनो दवारा पाररत कर दिया जाता ह तो और उतनी बार िह उदघोषणा यदि िापस नही ली जाती ह तो उस तारीख स जजसको िह इस खड क अधीन अनयरा परितणन म नही रहती छह मास की और अिचध तक परितत बनी रहगी

परनत यह और कक यदि लोक सभा का विघटन छह मास की ऐसी अिचध क िौरान हो जाता ह और ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उकत अिचध क िौरान पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह

(6) खड (4) और खड (5) क परयोजनो क ललए सकलप ससद क ककसी सिन दवारा उस सिन की कल सिसय सखया क बहमत दवारा तरा उस सिन क उपजसरत और मत िन िाल सिसयो म स कम स कम िो-ततहाई बहमत दवारा ही पाररत ककया जा सकगा

(7) पिणगामी खडो म ककसी बात क होत हए भी यदि लोक सभा खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा या ऐसी उदघोषणा म पररितणन करन िाली उदघोषणा का यराजसरतत अननमोिन या उस परितत बनाए रखन का अननमोिन करन िाला सकलप पाररत कर िती ह तो राषटरपतत ऐसी उदघोषणा को िापस ल लगा

भारत का सविधान

209

(8) जहा खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा या ऐसी उदघोषणा म पररितणन करन िाली उदघोषणा का यराजसरतत अननमोिन या उसको परितत बनाए रखन का अननमोिन करन िाल सकलप को परसतावित करन क अपन आशय की सिना लोक सभा की कल सिसय सखया क कम स कम िसि भाग दवारा हसताकषर करक ललखखत रप मndash

(क) यदि लोक सभा सतर म ह तो अधयकष को या (ख) यदि लोक सभा सतर म नही ह तो राषटरपतत को

िी गई ह िहा ऐस सकलप पर वििार करन क परयोजन क ललए लोक सभा की विशष बठक यराजसरतत अधयकष या राषटरपतत को ऐसी सिना पराि होन की तारीख स िौिह दिन क भीतर की जाएगी ]

1[2[(9)] इस अनचछि दवारा राषटरपतत को परितत शकतकत क अतगणत यदध या बाहय आकरमण या 2[सशसतर विदरोह] क अरिा यदध या बाहय आकरमण या 3[सशसतर विदरोह] का सकट सजननकट होन क विलभनन आधारो पर विलभनन उदघोषणाए करन की शकतकत होगी िाह राषटरपतत न खड (1) क अधीन पहल ही कोई उदघोषणा की ह या नही और ऐसी उदघोषणा परितणन म ह या नही

4[ ] 353 आपात की उदघोषणा का परभाि ndash जब आपात की उदघोषणा परितणन म ह तब

ndash (क) सविधान म ककसी बात क होत हए भी सघ की कायणपाललका शकतकत

का विसतार ककसी राजय को इस बार म तनिश िन तक होगा कक िह राजय अपनी कायणपाललका शकतकत का ककस रीतत स परयोग कर

(ख) ककसी विषय क सबध म विचधया बनान की ससद की शकतकत क अतगणत इस बात क होत हए भी कक िह सघ सिी म परगखणत विषय नही ह ऐसी विचधया बनान की शकतकत होगी जो उस विषय क सबध म सघ को या सघ क अचधकाररयो और पराचधकाररयो को शकतकतया परिान करती ह और उन पर कतणवय अचधरोवपत करती ह या शकतकतयो का परिान ककया जाना और कतणवयो का अचधरोवपत ककया जाना पराचधकत करती ह 1[परनत जहा आपात की उदघोषणा भारत क राजयकषतर क किल ककसी भाग म

1 सविधान (अडतीसिा सशोधन) अचधतनयम 1975 की धारा 5 दवारा (भतलकषी परभाि स) अतःसरावपत

2 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) ldquoआभयतररक अशाजनतrdquo क सरान पर परततसरावपत

3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) खड (4) को खड (9) क रप म पनःसखयाककत ककया गया

4 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) खड (5) का लोप ककया गया

भारत का सविधान

210

परितणन म ह िहा यदि और जहा तक भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा भारत क राजयकषतर क उस भाग म या उसक सबध म जजसम आपात की उदघोषणा परितणन म ह होन िाल ककरयाकलाप क कारण सकट म ह तो और िहा तकndash

(i) खड (क) क अधीन तनिश िन की सघ की कायणपाललका शकतकत का और (ii) खड (ख) क अधीन विचध बनान की ससद की शकतकत का

विसतार ककसी ऐस राजय पर भी होगा जो उस राजय स लभनन ह जजसम या जजसक ककसी भाग म आपात की उदघोषणा परितणन म ह ]

354 जब आपात की उदघोषणा परितणन म ह तब राजसिो क वितरण सबधी उपबधो का लाग होना ndash (1) जब आपात की उदघोषणा परितणन म ह तब राषटरपतत आिश दवारा यह तनिश ि सकगा कक इस सविधान क अनचछि 268 स अनचछि 279 क सभी या कोई उपबध ऐसी ककसी अिचध क ललए जो उस आिश म वितनदिणषट की जाए और जो ककसी भी िशा म उस विततीय िषण की समाति स आग नही बढगी जजसम ऐसी उदघोषणा परितणन म नही रहती ह ऐस अपिािो या उपानतरणो क अधीन रहत हए परभािी होग जो िह ठीक समझ

(2) खड (1) क अधीन ककया गया परतयक आिश ककए जान क पशचात यराशकय शीधर ससद क परतयक सिन क समकष रखा जाएगा

355 बाहय आकरमण और आतररक अशातत स राजय की सरकषा करन का सघ का कतणवय ndash सघ का यह कतणवय होगा कक िह बाहय आकरमण और आतररक अशाजनत स परतयक राजय की सरकषा कर और परतयक राजय की सरकार का इस सविधान क उपबधो क अनसार िलाया जाना सतनजशचत कर

356 राजयो म साविधातनक ततर क विफल हो जान की िशा म उपबध ndash (1) यदि राषटरपतत का ककसी राजय क राजयपाल 2 स परततििन लमलन पर या अनयरा यह समाधान हो जाता ह कक ऐसी जसरतत उतपनन हो गई ह जजसम उस राजय का शासन इस सविधान क उपबधो क अनसार नही िलाया जा सकता ह तो राषटरपतत उदघोषणा दवारा ndash

(क) उस राजय की सरकार क सभी या कोई कतय और 3[राजयपाल] म या राजय क विधान-मडल स लभनन राजय क ककसी तनकाय या पराचधकारी म तनदहत या उसक दवारा परयोकतवय सभी या कोई शकतकतया अपन हार म ल सकगा

1 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 49 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत 2 सविधान (सातिा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoया राजपरमखrdquo शबिो का (1-

11-1956 स) लोप ककया गया 3 सविधान (सातिा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoयराजसरतत या राजपरमखrdquo शबिो क

सरान पर परततसरावपत

भारत का सविधान

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(ख) यह घोषणा कर सकगा कक राजय क विधान-मडल की शकतकतया ससद दवारा या उसक पराचधकार क अधीन परयोकतवय होगी

(ग) राजय क ककसी तनकाय या पराचधकारी स सबचधत इस सविधान क ककनही उपबधो क परितणन को पणणतः या भागतः तनलतरबत करन क ललए उपबधो सदहत ऐस आनषचगक और पाररणालमक उपबध कर सकगा जो उदघोषणा क उददशयो को परभािी करन क ललए राषटरपतत को आिशयक या िाछनीय परतीत हो परनत इस खड की कोई बात राषटरपतत को उचि नयायालय म तनदहत या उसक

दवारा परयोकतवय ककसी शकतकत को अपन हार म लन या उचि नयायालयो स सबचधत इस सविधान क ककसी उपबध क परितणन को पणणतः या भागतः तनलतरबत करन क ललए पराचधकत नही करगी

(2) ऐसी कोई उदघोषणा ककसी पशचातिती उदघोषणा दवारा िापस ली जा सकगी या उसम पररितणन ककया जा सकगा

(3) इस अनचछि क अधीन की गई परतयक उदघोषणा ससद क परतयक सिन क समकष रखी जाएगी और जहा िह पिणिती उदघोषणा को िापस लन िाली उदघोषणा नही ह िहा िह िो मास की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उस अिचध की समाति स पहल ससद क िोनो सिनो क सकलपो दवारा उसका अनमोिन नही कर दिया जाता ह

परनत यदि ऐसी कोई उदघोषणा (जो पिणिती उदघोषणा को िापस लन िाली उदघोषणा नही ह) उस समय की जाती ह जब लोक सभा का विघटन हो गया ह या लोक सभा का विघटन इस खड म तनदिणषट िो मास की अिचध क िौरान हो जाता ह और यदि उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उस अिचध की समाति स पहल पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह

(4) इस परकार अनमोदित उदघोषणा यदि िापस नही ली जाती ह तो 1[ऐसी उदघोषणा क ककए जान की तारीख स छह मास] की अिचध की समाति पर परितणन म नही रहगी

1 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 38 दवारा (20-6-1979 स) खड (3) क अधीन उदघोषणा

का अनमोिन करन िाल सकलपो म स िसर क पाररत हो जान की तारीख स एक िषण क सरान पर परततसरावपत सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 50 दवारा (3-1-1977 स) मल शबि छह मास क सरान पर एक िषण शबि परततसरावपत ककए गए र

भारत का सविधान

212

परनत यदि और जजतनी बार ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप ससद क िोनो सिनो दवारा पाररत कर दिया जाता ह तो और उतनी बार िह उदघोषणा यदि िापस नही ली जाती ह तो उस तारीख स जजसको िह इस खड क अधीन अनयरा परितणन म नही रहती 1[छह मास] की अिचध तक परितत बनी रहगी ककनत ऐसी उदघोषणा ककसी भी िशा म तीन िषण स अचधक परितत नही रहगी

परनत यह और कक यदि लोक सभा का विघटन 2[छह मास] की ऐसी अिचध क िौरान हो जाता ह और ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उकत अिचध क िौरान पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह

2[परनत यह भी कक पजाब राजय की बाबत 11 मई 1987 को खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा की िशा म इस खड क पहल परनतक म ldquoतीन िषणrdquo क परतत तनिश का इस परकार अरण लगाया जाएगा मानो िह 3[ldquoपाि िषणrdquo] क परतत तनिश हो ]

4[(5) खड (4) म ककसी बात क होत हए भी खड (3) क अधीन अनमोदित उदघोषणा क ककए जान की तारीख स एक िषण की समाति स आग ककसी अिचध क ललए ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन क सबध म कोई सकलप ससद क ककसी सिन दवारा तभी पाररत ककया जाएगा जबndash

(क) ऐस सकलप क पाररत ककए जान क समय आपात की उदघोषणा यराजसरतत सपणण भारत म अरिा सपणण राजय या उसक ककसी भाग म परितणन म ह और

1 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 38 दवारा (20-6-1979 स) एक िषण क सरान पर

परततसरावपत सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 50 दवारा (3-1-1977 स) छह मास मल शबिो क सरान पर एक िषण शबि परततसरावपत ककए गए र

2 सविधान (िौसठिा सशोधन) अचधतनयम 1990 की धारा 2 दवारा (16-4-1990 स) अतःसरावपत 3 सविधान (सडसठिा सशोधन) अचधतनयम 1990 की धारा 2 दवारा (4-10-1990 स) परततसरावपत और ततपशचात

सविधान (अडसठिा सशोधन) अचधतनयम 1991 की धारा 2 दवारा (12-3-1991 स) सशोचधत होकर ितणमान रप म आया

4 सविधान (अडतीसिा सशोधन) अचधतनयम 1975 की धारा 6 दवारा (भतलकषी परभाि स) खड (5) अतःसरावपत और ततपशचात सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 38 दवारा (20-6-1979 स) खड 5 क सरान पर परततसरावपत

भारत का सविधान

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(ख) तनिाणिन आयोग यह परमाखणत कर िता ह कक ऐस सकलप म वितनदिणषट अिचध क िौरान खड (3) क अधीन अनमोदित उदघोषणा को परितत बनाए रखना सबचधत राजय की विधान सभा क साधारण तनिाणिन करान म कदठनाइयो क कारण आिशयक ह ] 1[परनत इस खड की कोई बात पजाब राजय की बाबत 11 मई 1987 को खड

(1) क अधीन की गई उदघोषणा को लाग नही होगी ] 357 अनचछि 356 क अधीन की गई उदघोषणा क अधीन विधायी शकतकतयो का

परयोग ndash (1) जहा अनचछि 356 क खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा दवारा यह घोषणा की गई ह कक राजय क विधान-मडल की शकतकतया ससद दवारा या उसक पराचधकार क अधीन परयोकतवय होगी िहाndash

(क) राजय क विधान-मडल की विचध बनान की शकतकत राषटरपतत को परिान करन की और इस परकार परितत शकतकत का ककसी अनय पराचधकारी को जजस राषटरपतत इस तनलमतत वितनदिणषट कर ऐसी शतो क अधीन जजनह राषटरपतत अचधरोवपत करना ठीक समझ परतयायोजन करन क ललए राषटरपतत को पराचधकत करन की ससद को

(ख) सघ या उसक अचधकाररयो और पराचधकाररयो को शकतकतया परिान करन या उन पर कतणवय अचधरोवपत करन क ललए अरिा शकतकतयो का परिान ककया जाना या कतणवयो का अचधरोवपत ककया जाना पराचधकत करन क ललए विचध बनान की ससद को अरिा राषटरपतत को या ऐस अनय पराचधकारी को जजसम ऐसी विचध बनान की शकतकत उपखड (क) क अधीन तनदहत ह

(ग) जब लोक सभा सतर म नही ह तब राजय की सचित तनचध म स वयय क ललए ससद की मजरी लतरबत रहन तक ऐस वयय को पराचधकत करन की राषटरपतत को

कषमता होगी 2[(2) राजय क विधान-मडल की शकतकत का परयोग करत हए ससद दवारा अरिा

राषटरपतत या खड (1) क उपखड (क) म तनदिणषट अनय पराचधकारी दवारा बनाई गई ऐसी विचध जजस ससद अरिा राषटरपतत या ऐसा अनय पराचधकारी अनचछि 356 क अधीन की गई उदघोषणा क अभाि म बनान क ललए सकषम नही होता उदघोषणा क परितणन म न रहन क पशचात तब तक परितत बनी रहगी जब तक सकषम विधान-मडल या अनय पराचधकारी दवारा उसका पररितणन या तनरसन या सशोधन नही कर दिया जाता ह ]

358 आपात क िौरान अनचछि 19 क उपबधो का तनलबन ndash3[(1)] 1[जब यदध

1 सविधान (ततरसठिा सशोधन) अचधतनयम 1989 की धारा 2 दवारा (6-1-1990 स) लोप ककया गया जजस सविधान

(िौसठिा सशोधन) अचधतनयम 1990 की धारा 2 दवारा (16-4-1990 स) अतःसरावपत ककया गया रा 2 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 51 दवारा (3-1-1977 स) परततसरावपत 3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 39 दवारा (20-6-1979 स) अनचछि 358 को उसक

खड (1) क रप म पनःसखयाककत ककया गया

भारत का सविधान

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या बाहय आकरमण क कारण भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा क सकट म होन की घोषणा करन िाली आपात की उदघोषणा परितणन म ह] तब अनचछि 19 की कोई बात भाग 3 म यरा पररभावषत राजय की कोई ऐसी विचध बनान की या कोई ऐसी कायणपाललका कारणिाई करन की शकतकत को जजस िह राजय उस भाग म अतविणषट उपबधो क अभाि म बनान या करन क ललए सकषम होता तनबचधत नही करगी ककनत इस परकार बनाई गई कोई विचध उदघोषणा क परितणन म न रहन पर अकषमता की मातरा तक उन बातो क लसिाय तरनत परभािहीन हो जाएगी जजनह विचध क इस परकार परभािहीन होन क पहल ककया गया ह या करन का लोप ककया गया ह

2[परनत 3[जहा आपात की ऐसी उदघोषणा] भारत क राजयकषतर क किल ककसी भाग म परितणन म ह िहा यदि और जहा तक भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा भारत क राजयकषतर क उस भाग म या उसक सबध म जजसम आपात की उदघोषणा परितणन म ह होन िाल ककरयाकलाप क कारण सकट म ह तो और िहा तक ऐस राजय या सघ राजयकषतर म या उसक सबध म जजसम या जजसक ककसी भाग म आपात की उदघोषणा परितणन म नही ह इस अनचछि क अधीन ऐसी कोई विचध बनाई जा सकगी या ऐसी कोई कायणपाललका कारणिाई की जा सकगी ]

4[(2) खड (1) की कोई बातndash (क) ककसी ऐसी विचध को लाग नही होगी जजसम इस आशय का उललख

अतविणषट नही ह कक ऐसी विचध उसक बनाए जान क समय परितत आपात की उदघोषणा क सबध म ह या

(ख) ककसी ऐसी कायणपाललका कारणिाई को लाग नही होगी जो ऐसा उललख अतविणषट करन िाली विचध क अधीन न करक अनयरा की गई ह 359 आपात क िौरान भाग 3 दवारा परितत अचधकारो क परितणन का तनलबन ndash (1)

जहा आपात की उदघोषणा परितणन म ह िहा राषटरपतत आिश दवारा यह घोषणा कर सकगा कक 5[(अनचछि 20 और अनचछि 21 को छोडकर) भाग 3 दवारा परितत ऐस अचधकारो] को परिततणत करान क ललए जो उस आिश म उजललखखत ककए जाए ककसी नयायालय को 1 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 39 दवारा (20-6-1979 स) ldquoजब आपात की उदघोषणा

परितणन म हrdquo शबिो क सरान पर परततसरावपत 2 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 52 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत 3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 39 दवारा (20-6-1979 स) ldquoजब आपात की उदघोषणाrdquo

शबिो क सरान पर परततसरावपत 4 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 39 दवारा (20-6-1979 स) अतःसरावपत 5 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 40 दवारा (20-6-1979 स) ldquoभाग 3 दवारा परितत

अचधकारोrdquo क सरान पर परततसरावपत

भारत का सविधान

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समाििन करन का अचधकार और इस परकार उजललखखत अचधकारो को परिततणत करान क ललए ककसी नयायालय म लतरबत सभी कायणिादहया उस अिचध क ललए जजसक िौरान उदघोषणा परितत रहती ह या उसस लघतर ऐसी अिचध क ललए जो आिश म वितनदिणषट की जाए तनलतरबत रहगी

1[(1क) जब 2[(अनचछि 20 और अनचछि 21 को छोडकर) भाग 3 दवारा परितत ककनही अचधकारो] को उजललखखत करन िाला खड (1) क अधीन ककया गया आिश परितणन म ह तब उस भाग म उन अचधकारो को परिान करन िाली कोई बात उस भाग म यरापररभावषत राजय की कोई ऐसी विचध बनान की या कोई ऐसी कायणपाललका कारणिाई करन की शकतकत को जजस िह राजय उस भाग म अतविणषट उपबधो क अभाि म बनान या करन क ललए सकषम होता तनबचधत नही करगी ककनत इस परकार बनाई गई कोई विचध पिोकत आिश क परितणन म न रहन पर अकषमता की मातरा तक उन बातो क लसिाय तरनत परभािहीन हो जाएगी जजनह विचध क इस परकार परभािहीन होन क पहल ककया गया ह या करन का लोप ककया गया ह ]

2[परनत जहा आपात की उदघोषणा भारत क राजयकषतर क किल ककसी भाग म परितणन म ह िहा यदि और जहा तक भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा भारत क राजयकषतर क उस भाग म या उसक सबध म जजसम आपात की उदघोषणा परितणन म ह होन िाल ककरयाकलाप क कारण सकट म ह तो और िहा तक ऐस राजय या सघ राजयकषतर म या उसक सबध म जजसम या जजसक ककसी भाग म आपात की उदघोषणा परितणन म नही ह इस अनचछि क अधीन ऐसी कोई विचध बनाई जा सकगी या ऐसी कोई कायणपाललका कारणिाई की जा सकगी ]

3[(1ख) खड (1क) की कोई बात ndash (क) ककसी ऐसी विचध को लाग नही होगी जजसम इस आशय का उललख

अतविणषट नही ह कक ऐसी विचध उसक बनाए जान क समय परितत आपात की उदघोषणा क सबध म ह या

(ख) ककसी ऐसी कायणपाललका कारणिाई को लाग नही होगी जो ऐसा उललख अतविणषट करन िाली विचध क अधीन न करक अनयरा की गई ह ] (2) पिोकत रप म ककए गए आिश का विसतार भारत क सपणण राजयकषतर या

उसक ककसी भाग पर हो सकगा 4[परनत जहा आपात की उदघोषणा भारत क राजयकषतर क किल ककसी भाग म

1 सविधान (अडतीसिा सशोधन) अचधतनयम 1975 की धारा 7 दवारा (भतलकषी परभाि स) अतःसरावपत 2 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 53 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत 3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 40 दवारा (20-6-1979 स) अतःसरावपत 4 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 53 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत

भारत का सविधान

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परितणन म ह िहा ककसी ऐस आिश का विसतार भारत क राजयकषतर क ककसी अनय भाग पर तभी होगा जब राषटरपतत यह समाधान हो जान पर कक भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा भारत क राजयकषतर क उस भाग म या उसक सबध म जजसम आपात की उदघोषणा परितणन म ह होन िाल ककरयाकलाप क कारण सकट म ह ऐसा विसतार आिशयक समझता ह ]

(3) खड (1) क अधीन ककया गया परतयक आिश ककए जान क पशचात यराशकय शीघर ससद क परतयक सिन क समकष रखा जाएगा

1359क [इस भाग का पजाब राजय को लाग होना ] ndash सविधान (ततरसठिा सशोधन) अचधतनयम 1989 की धारा 3 दवारा (6-1-1990 स) तनरलसत

360 विततीय आपात क बार म उपबध ndash (1) यदि राषटरपतत का यह समाधान हो जाता ह कक ऐसी जसरतत उतपनन हो गई ह जजसस भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग का विततीय सरातयति या परतयय सकट म ह तो िह उदघोषणा दवारा इस आशय की घोषणा कर सकगा

2[(2) खड (1) क अधीन की गई उदघोषणाndash (क) ककसी पशचातिती उदघोषणा दवारा िापस ली जा सकगी या पररिततणत की

जा सकगी (ख) ससद क परतयक सिन क समकष रखी जाएगी (ग) िो मास की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उस अिचध की

समाति स पहल ससद क िोनो सिनो क सकलपो दवारा उसका अनमोिन नही कर दिया जाता ह परनत यदि ऐसी कोई उदघोषणा उस समय की जाती ह जब लोक सभा का विघटन

हो गया ह या लोक सभा का विघटन उपखड (ग) म तनदिणषट िो मास की अिचध क िौरान हो जाता ह और यदि उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उस अिचध की समाति स पहल पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह ]

(3) उस अिचध क िौरान जजसम खड (1) म उजललखखत उदघोषणा परितत रहती ह

1 सविधान (उनसठिा सशोधन) अचधतनयम 1988 की धारा 3 दवारा (30-3-1988 स) अतःसरावपत यह इस

अचधतनयम क परारभ स अराणत 1988 क मािण क तीसि दिन स िो िषण की अिचध की समाति क पशचात परितत नही रहगी

2 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 41 दवारा (20-6-1979 स) परततसरावपत

भारत का सविधान

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सघ की कायणपाललका शकतकत का विसतार ककसी राजय को विततीय औचितय सबधी ऐस लसदधातो का पालन करन क ललए तनिश िन तक जो तनिशो म वितनदिणषट ककए जाए और ऐस अनय तनिश िन तक होगा जजनह राषटरपतत उस परयोजन क ललए िना आिशयक और पयाणि समझ

(4) इस सविधान म ककसी बात क होत हए भी ndash (क) ऐस ककसी तनिश क अतगणतndash

(i) ककसी राजय क कायणकलाप क सबध म सिा करन िाल सभी या ककसी िगण क वयकतकतयो क ितनो और भततो म कमी की अपकषा करन िाला उपबध

(ii) धन विधयको या अनय ऐस विधयको को जजनको अनचछि 207 क उपबध लाग होत ह राजय क विधान-मडल दवारा पाररत ककए जान क पशचात राषटरपतत क वििार क ललए आरकषकषत रखन क ललए उपबध

हो सक ग (ख) राषटरपतत उस अिचध क िौरान जजसम इस अनचछि क अधीन की

गई उदघोषणा परितत रहती ह सघ क कायणकलाप क सबध म सिा करन िाल सभी या ककसी िगण क वयकतकतयो क जजनक अतगणत उचितम नयायालय और उचि नयायालयो क नयायाधीश ह ितनो और भततो म कमी करन क ललए तनिश िन क ललए सकषम होगा 1(5)

1 सविधान (अडतीसिा सशोधन) अचधतनयम 1975 की धारा 8 दवारा (भतलकषी परभाि स) खड (5) अतःसरावपत ककया

गया रा और उसका सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 41 दवारा (20-6-1979 स) लोप ककया गया

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भाग 19 परकीरण

361 राषटरपति और राजयपालो और राजपरमखो का सरकषर ndash (1) राषटरपति अथवा राजय का राजयपाल या राजपरमख अपन पद की शकतियो क परयोग और किणवयो क पालन क ललए या उन शकतियो का परयोग और किणवयो का पालन करि हए अपन दवारा ककए गए या ककए जान क ललए िातपतयणि ककसी कायण क ललए ककसी नयायालय को उततरदायी नह होगा

परनि अनचछद 61 क अधीन आरोप क अनवषर क ललए ससद क ककसी सदन दवारा तनयि या अलभहहि ककसी नयायालय अधधकरर या तनकाय दवारा राषटरपति क आचरर का पनरवणलोकन ककया जा सकगा

परनि यह और कक इस खड की ककसी बाि का यह अथण नह लगाया जाएगा कक वह भारि सरकार या ककसी राजय की सरकार क रवरदध समधचि कायणवाहहया चलान क ककसी वयकति क अधधकार को तनबधधि करिी ह

(2) राषटरपति या ककसी राजय क राजयपाल 1 क रवरदध उसकी पदावधध क दौरान ककसी नयायालय म ककसी भी परकार की दाकतडक कायणवाह ससथथि नह की जाएगी या चाल नह रखी जाएगी

(3) राषटरपति या ककसी राजय क राजयपाल 1 की पदावधध क दौरान उसकी धगरफिार या कारावास क ललए ककसी नयायालय स कोई आदलशका तनकाल नह जाएगी

(4) राषटरपति या ककसी राजय क राजयपाल 1 क रप म अपना पद गरहर करन स पहल या उसक पशचाि उसक दवारा अपनी वयकतिक हलसयि म ककए गए या ककए जान क ललए िातपतयणि ककसी कायण क सबध म कोई लसरवल कायणवाहहया सजनम राषटरपति या ऐस राजय क राजयपाल 1 क रवरदध अनिोष का दावा ककया जािा ह उसकी पदावधध क दौरान ककसी नयायालय म िब िक ससथथि नह की जाएगी जब िक कायणवाहहयो की परकति उनक ललए वाद हिक ऐसी कायणवाहहयो को ससथथि करन वाल पकषकार का नाम वरणन तनवास-थथान और उस अनिोष का सजसका वह दावा करिा ह कथन करन वाल ललखखि सचना यथासथथति राषटरपति या राजयपाल 2 को पररदतत ककए जान या उसक कायाणलय म छोड जान क पशचाि दो मास का समय समापत नह हो गया ह

1 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का लोप ककया गया 2 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का लोप ककया गया

भारि का सरवधान

219

1[361क ससद और राजयो क रवधान-मडलो की कायणवाहहयो क परकाशन का सरकषरndash(1) कोई वयकति ससद क ककसी सदन या यथासथथति ककसी राजय की रवधान सभा या ककसी राजय क रवधान-मडल क ककसी सदन की ककनह कायणवाहहयो क सारिः सह रववरर क ककसी समाचारपतर म परकाशन क सबध म ककसी नयायालय म ककसी भी परकार की लसरवल या दाकतडक कायणवाह का िब िक भागी नह होगा जब िक यह साबबि नह कर हदया जािा ह कक परकाशन रवदवषपवणक ककया गया ह

परनि इस खड की कोई बाि ससद क ककसी सदन या यथासथथति ककसी राजय की रवधान सभा या ककसी राजय क रवधान-मडल क ककसी सदन की गपत बठक की कायणवाहहयो क रववरर क परकाशन को लाग नह होगी

(2) खड (1) ककसी परसारर कनर क माधयम स उपलबध ककसी कायणकरम या सवा क भागरप बिार िारयाबतरकी क माधयम स परसाररि ररपोरटो या सामगरी क सबध म उसी परकार लाग होगा सजस परकार वह ककसी समाचारपतर म परकालशि ररपोरटो या सामगरी क सबध म लाग होिा ह

थपषटीकरर ndash इस अनचछद म ldquoसमाचारपतरrdquo क अिगणि समाचार एजसी की ऐसी ररपोरटण ह सजसम ककसी समाचारपतर म परकाशन क ललए सामगरी अिरवणषट ह ]

2[361ख लाभपरद राजनीतिक पद पर तनयकति क ललए तनरहणिा ndash ककसी राजनीतिक दल का ककसी सदन का कोई सदथय जो दसवी अनसची क परा 2 क अधीन सदन का सदथय होन क ललए तनरहहणि ह अपनी तनरहणिा की िार ख स परारभ होन वाल और उस िार ख िक सजसको ऐस सदथय क रप म उसकी पदावधध समापत होगी या उस िार ख िक सजसको वह ककसी सदन क ललए कोई तनवाणचन लडिा ह और तनवाणधचि घोरषि ककया जािा ह इनम स जो भी पवणिर हो की अवधध क दौरान कोई लाभपरद राजनीतिक पद धारर करन क ललए भी तनरहहणि होगा

थपषटीकरर ndash इस अनचछद क परयोजनो क ललए ndash (क) ldquoसदनrdquo पद का वह अथण ह जो उसका दसवी अनसची क परा 1 क

खड (क) म ह (ख) ldquoलाभपरद राजनीतिक पदrdquo अलभवयकति स अलभपरि ह ndash

(i) भारि सरकार या ककसी राजय सरकार क अधीन कोई पद जहा ऐस पद क ललए विन या पाररशरलमक का सदाय यथासथथति भारि सरकार या राजय सरकार क लोक राजथव स ककया जािा ह या

1 सरवधान (चवाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1978 की धारा 42 दवारा (20-6-1979 स) अिःथथारपि

2 सरवधान (इकयानववा सशोधन) अधधतनयम 2003 की धारा 4 दवारा (1-1-2004 स) अिःथथारपि

भारि का सरवधान

220

(ii) ककसी तनकाय क अधीन चाह तनगलमि हो या नह जो भारि सरकार या ककसी राजय सरकार क परणिः या भागिः थवालमतवाधीन ह कोई पद और ऐस पद क ललए विन या पाररशरलमक का सदाय ऐस तनकाय स ककया जािा ह

लसवाय वहा क जहा सदतत ऐसा विन या पाररशरलमक परतिकरातमक थवरप का ह ] 362 [दशी राजयो क शासको क अधधकार और रवशषाधधकार ] ndash सरवधान

(छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 की धारा 2 दवारा (28-12-1971 स) तनरलसि 363 कछ सधधयो करारो आहद स उतपनन रववादो म नयायालयो क हथिकषप का

वजणन ndash (1) इस सरवधान म ककसी बाि क होि हए भी ककनि अनचछद 143 क उपबधो क अधीन रहि हए उचचिम नयायालय या ककसी अनय नयायालय को ककसी ऐसी सधध करार परसरवदा वचनबध सनद या वसी ह अनय ललखि क ककसी उपबध स जो इस सरवधान क परारभ स पहल ककसी दशी राजय क शासक दवारा की गई थी या तनषपाहदि की गई थी और सजसम भारि डोलमतनयन की सरकार या उसकी पवणविी कोई सरकार और सजसम भारि डोलमतनयन की सरकार या उसकी पवणविी कोई सरकार एक पकषकार थी और जो ऐस परारभ क पशचाि परविणन म ह या परविणन म बनी रह ह उतपनन ककसी रववाद म या ऐसी सधध करार परसरवदा वचनबध सनद या वसी ह अनय ललखि स सबधधि इस सरवधान क ककसी उपबध क अधीन परोदभि ककसी अधधकार या उसस उदभि ककसी दातयतव या बाधयिा क सबध म ककसी रववाद म अधधकाररिा नह होगी

(2) इस अनचछद म ndash (क) ldquoदशी राजयrdquo स ऐसा राजयकषतर अलभपरि ह सजस हहज मजथरट स या

भारि डोलमतनयन की सरकार स इस सरवधान क परारभ स पहल ऐस राजय क रप म मानयिा परापत थी और

(ख) ldquoशासकrdquo क अिगणि ऐसा राजा परमख या अनय वयकति ह सजस हहज मजथरट स या भारि डोलमतनयन की सरकार स ऐस परारभ स पहल ककसी दशी राजय क शासक क रप म मानयिा परापत थी 1[363क दशी राजयो क शासको को द गई मानयिा की समातपत और तनजी

थललयो का अि ndash इस सरवधान या ितसमय परवतत ककसी रवधध म ककसी बाि क होि हए भी ndash

(क) ऐसा राजा परमख या अनय वयकति सजस सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 क परारभ स पहल ककसी समय राषटरपति स ककसी दशी राजय क शासक क रप म मानयिा परापत थी या ऐसा वयकति सजस ऐस परारभ स पहल ककसी समय राषटरपति स ऐस शासक क उततराधधकार क रप म मानयिा परापत थी ऐस परारभ को और स ऐस शासक या ऐस शासक क उततराधधकार क रप म मानयिा परापत नह रह जाएगा

(ख) सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 क परारभ को और स 1 सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 की धारा 3 दवारा (28-12-1971 स) अिःथथारपि

भारि का सरवधान

221

तनजी थल का अि ककया जािा ह और तनजी थल की बाबि सभी अधधकार दातयतव और बाधयिाए तनवाणरपि की जािी ह और िदनसार खड (क) म तनहदणषट यथासथथति शासक या ऐस शासक क उततराधधकार को या अनय वयकति को ककसी रालश का तनजी थल क रप म सदाय नह ककया जाएगा ] 364 महापततनो और रवमानकषतरो क बार म रवशष उपबध ndash (1) इस सरवधान म

ककसी बाि क होि हए भी राषटरपति लोक अधधसचना दवारा तनदश द सकगा कक ऐसी िार ख स जो उस अधधसचना म रवतनहदणषट की जाएndash

(क) ससद या ककसी राजय क रवधान-मडल दवारा बनाई गई कोई रवधध ककसी महापततन या रवमानकषतर को लाग नह होगी अथवा ऐस अपवादो या उपािररो क अधीन रहि हए लाग होगी जो उस अधधसचना म रवतनहदणषट ककए जाए या

(ख) कोई रवदयमान रवधध ककसी महापततन या रवमानकषतर म उन बािो क लसवाय परभावी नह रहगी सजनह उि िार ख स पहल ककया गया ह या करन का लोप ककया गया ह अथवा ऐस पततन या रवमानकषतर को लाग होन म ऐस अपवादो या उपािररो क अधीन रहि हए परभावी होगी जो उस अधधसचना म रवतनहदणषट ककए जाए (2) इस अनचछद मndash

(क) ldquoमहापततनrdquo स ऐसा पततन अलभपरि ह सजस ससद दवारा बनाई गई ककसी रवधध या ककसी रवदयमान रवधध दवारा या उसक अधीन महापततन घोरषि ककया गया ह और इसक अिगणि ऐस सभी कषतर ह जो उस समय ऐस पततन की सीमाओ क भीिर ह

(ख) ldquoरवमानकषतरrdquo स वाय मागो वाययानो और रवमान चालन स सबधधि अधधतनयलमतियो क परयोजनो क ललए यथा पररभारषि रवमानकषतर अलभपरि ह 365 सघ दवारा हदए गए तनदशो का अनपालन करन म या उनको परभावी करन म

असफलिा का परभाव ndash जहा इस सरवधान क ककसी उपबध क अधीन सघ की कायणपाललका शकति का परयोग करि हए हदए गए ककनह तनदशो का अनपालन करन म या उनको परभावी करन म कोई राजय असफल रहिा ह वहा राषटरपति क ललए यह मानना रवधधपरण होगा कक ऐसी सथथति उतपनन हो गई ह सजसम उस राजय का शासन इस सरवधान क उपबधो क अनसार नह चलाया जा सकिा ह

366 पररभाषाए ndash इस सरवधान म जब िक कक सदभण स अनयथा अपकषकषि न हो तनमनललखखि पदो क तनमनललखखि अथण ह अथाणि ndash

(1) ldquoकरष-आयrdquo स भारिीय आय-कर स सबधधि अधधतनयलमतियो क परयोजनो क ललए यथा पररभारषि करष-आय अलभपरि ह

(2) ldquoआगल-भारिीयrdquo स ऐसा वयकति अलभपरि ह सजसका रपिा या रपि-

भारि का सरवधान

222

परपरा म कोई अनय परष जनक यरोपीय उदभव का ह या था ककनि जो भारि क राजयकषतर म अधधवासी ह और जो ऐस राजयकषतर म ऐस मािा-रपिा स जनमा ह या जनमा था जो वहा साधाररिया तनवासी रह ह और कवल अथथायी परयोजनो क ललए वास नह कर रह ह

(3) ldquoअनचछदrdquo स इस सरवधान का अनचछद अलभपरि ह (4) ldquoउधार लनाrdquo क अिगणि वारषणककया दकर धन लना ह और ldquoउधारrdquo का

िदनसार अथण लगाया जाएगा 1[(4क) ] (5) ldquoखडrdquo स उस अनचछद का खड अलभपरि ह सजसम वह पद आिा ह (6) ldquoतनगम करrdquo स कोई आय पर कर अलभपरि ह जहा िक वह कर

कपतनयो दवारा सदय ह और ऐसा कर ह सजसक सबध म तनमनललखखि शि पर होिी ह अथाणि ndash

(क) वह करष-आय क सबध म परभायण नह ह (ख) कपतनयो दवारा सदतत कर क सबध म कपतनयो दवारा वयरषटयो

को सदय लाभाशो म स ककसी करटौिी का ककया जाना उस कर को लाग अधधतनयलमतियो दवारा पराधधकि नह ह

(ग) ऐस लाभाश परापत करन वाल वयरषटयो की कल आय की भारिीय आय-कर क परयोजनो क ललए गरना करन म अथवा ऐस वयरषटयो दवारा सदय या उनको परतिदय भारिीय आय-कर की गरना करन म इस परकार सदतत कर को हहसाब म लन क ललए कोई उपबध रवदयमान नह ह (7) शका की दशा म ldquoितथथानी परािrdquo ldquoितथथानी दशी राजयrdquo या

ldquoितथथानी राजयrdquo स ऐसा पराि दशी राजय या राजय अलभपरि ह सजस राषटरपति परशनगि ककसी रवलशषट परयोजन क ललए यथासथथति ितथथानी पराि ितथथानी दशी राजय या ितथथानी राजय अवधाररि कर

(8) ldquoऋरrdquo क अिगणि वारषणककयो क रप म मलधन क परतिसदाय की 1 सरवधान (बयाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1976 की धारा 54 दवारा (1-2-1977 स) खड (4क) अनिःथथारपि

ककया गया और उसका सरवधान (ििाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1977 की धारा 11 दवारा (13-4-1978 स) लोप ककया गया

भारि का सरवधान

223

ककसी बाधयिा क सबध म कोई दातयतव और ककसी परतयाभति क अधीन कोई दातयतव ह और ldquoऋरभारrdquo का िदनसार अथण लगाया जाएगा

(9) ldquoसपदा शलकrdquo स वह शलक अलभपरि ह जो ऐस तनयमो क अनसार जो ससद या ककसी राजय क रवधान-मडल दवारा ऐस शलक क सबध म बनाई गई रवधधयो दवारा या उनक अधीन रवहहि ककए जाए मतय पर सकराि होन वाल या उि रवधधयो क उपबधो क अधीन इस परकार सकराि हई समझी गई सभी सपरतत क मल मलय पर या उसक परति तनदश स तनधाणररि ककया जाए

(10) ldquoरवदयमान रवधधrdquo स ऐसी रवधध अधयादश आदश उपरवधध तनयम या रवतनयम अलभपरि ह जो इस सरवधान क परारभ स पहल ऐसी रवधध अधयादश आदश उपरवधध तनयम या रवतनयम बनान की शकति रखन वाल ककसी रवधान-मडल पराधधकार या वयकति दवारा पाररि ककया गया ह या बनाया गया ह

(11) ldquoफडरल नयायालयrdquo स भारि शासन अधधतनयम 1935 क अधीन गहठि फडरल नयायालय अलभपरि ह

(12) ldquoमालrdquo क अिगणि सभी सामगरी वाखरजया और वथिए ह 1[(12क) ldquoमाल और सवा करrdquo स मानवीय उपभोग क ललए एलकोहाल

ललकर क परदाय पर कर क लसवाय माल या सवाओ अथवा दोनो क परदाय पर कोई कर अलभपरि ह ]

(13) ldquoपरतयाभतिrdquo क अिगणि ऐसी बाधयिा ह सजसका ककसी उपकरम क लाभो क ककसी रवतनहदणषट रकम स कम होन की दशा म सदाय करन का वचनबध इस सरवधान क परारभ स पहल ककया गया ह

(14) ldquoउचच नयायालयrdquo स ऐसा नयायालय अलभपरि ह जो इस सरवधान क परयोजनो क ललए ककसी राजय क ललए उचच नयायालय समझा जािा ह और इसक अिगणि ndash

(क) भारि क राजयकषतर म इस सरवधान क अधीन उचच नयायालय क रप म गहठि या पनगणहठि कोई नयायालय ह और

(ख) भारि क राजयकषतर म ससद दवारा रवधध दवारा इस सरवधान क सभी या ककनह परयोजनो क ललए उचच नयायालय क रप म घोरषि कोई अनय नयायालय ह

(15) ldquoदशी राजयrdquo स ऐसा राजयकषतर अलभपरि ह सजस भारि डोलमतनयन की सरकार स ऐस राजय क रप म मानयिा परापत थी

(16) ldquoभागrdquo स इस सरवधान का भाग अलभपरि ह (17) ldquoपशनrdquo स ककसी वयकति को या उसक सबध म सदय ककसी परकार की

1 सरवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अधधतनयम 2016 की धारा 14(i) दवारा (16-9-2016 स) अिःथथारपि

भारि का सरवधान

224

पशन अलभपरि ह चाह वह अलभदायी ह या नह ह और इसक अिगणि इस परकार सदय सवातनवरतत विन इस परकार सदय उपदान और ककसी भरवषय तनधध क अलभदानो की उन पर बयाज या उनम अनय पररवधणन सहहि या उसक बबना वापसी क रप म इस परकार सदय कोई रालश या रालशया ह

(18) ldquoआपाि की उदघोषराrdquo स अनचछद 352 क खड (1) क अधीन की गई उदघोषरा अलभपरि ह

(19) ldquoलोक अधधसचनाrdquo स यथासथथति भारि क राजपतर म या ककसी राजय क राजपतर म अधधसचना अलभपरि ह

(20) ldquoरलrdquo क अिगणिndash (क) ककसी नगरपाललक कषतर म परणिया सथथि टराम नह ह या (ख) ककसी राजय म परणिया सथथि सचार की ऐसी अनय लाइन

नह ह सजसकी बाबि ससद न रवधध दवारा घोरषि ककया ह कक वह रल नह ह 1(21) 2[(22) ldquoशासकrdquo स ऐसा राजा परमख या अनय वयकति अलभपरि ह सजस

सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 क परारभ स पहल ककसी समय राषटरपति स ककसी दशी राजय क शासक क रप म मानयिा परापत थी या ऐसा वयकति अलभपरि ह सजस ऐस परारभ स पहल ककसी समय राषटरपति स ऐस शासक क उततराधधकार क रप म मानयिा परापत थी ]

(23) ldquoअनसचीrdquo स इस सरवधान की अनसची अलभपरि ह (24) ldquoअनसधचि जातियोrdquo स ऐसी जातिया मलवश या जनजातिया

अथवा ऐसी जातियो मलवशो या जनजातियो क भाग या उनम क यथ अलभपरि ह सजनह इस सरवधान क परयोजनो क ललए अनचछद 341 क अधीन अनसधचि जातिया समझा जािा ह

(25) ldquoअनसधचि जनजातियोrdquo स ऐसी जनजातिया या जनजाति समदाय अथवा ऐसी जनजातियो या जनजाति समदायो क भाग या उनम क यथ अलभपरि ह सजनह इस सरवधान क परयोजनो क ललए अनचछद 342 क अधीन अनसधचि जनजातिया समझा जािा ह

(26) ldquoपरतिभतियोrdquo क अिगणि थरटाक ह

1 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) खड (21) का

लोप ककया गया 2 सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 की धारा 4 दवारा (28-12-1971 स) परतिथथारपि

भारि का सरवधान

225

1[(26क) ldquoसवाओrdquo स माल स लभनन कछ भी अलभपरि ह (26ख) ldquoराजयrdquo क अिगणि अनचछद 246क अनचछद 268 अनचछद

269 अनचछद 269क और अनचछद 279क क सदभण म रवधान-मडल वाला कोई सघ राजयकषतर भी आिा ह ]

2[(26ग) lsquolsquoसामासजक और शकषकषक दसष रट स रपछड वगोrsquorsquo स ऐस रपछड वगण अलभपरि ह सजन ह इस सरवधान क परयोजनो क ललए अनच छद 342क क अधीन ऐसा समझा गया ह ]

(27) ldquoउपखडrdquo स उस खड का उपखड अलभपरि ह सजसम वह पद आिा ह

(28) ldquoकराधानrdquo क अिगणि ककसी कर या लाग का अधधरोपर ह चाह वह साधारर या थथानीय या रवशष ह और ldquoकरrdquo का िदनसार अथण लगाया जाएगा

(29) ldquoआय पर करrdquo क अिगणि अतिलाभ-कर की परकति का कर ह 3[(29क) ldquoमाल क करय या रवकरय पर करrdquo क अिगणिndash

(क) वह कर ह जो नकद आथथधगि सदाय या अनय मलयवान परतिफल क ललए ककसी माल म सपरतत क ऐस अिरर पर ह जो ककसी सरवदा क अनसरर म न करक अनयथा ककया गया ह

(ख) वह कर ह जो माल म सपरतत क (चाह वह माल क रप म हो या ककसी अनय रप म) ऐस अिरर पर ह जो ककसी सकमण सरवदा क तनषपादन म अिवणललि ह

(ग) वह कर ह जो अवकरय या ककथिो म सदाय की पदधति स माल क पररदान पर ह

(घ) वह कर ह जो नकद आथथधगि सदाय या अनय मलयवान परतिफल क ललए ककसी माल का ककसी परयोजन क ललए उपयोग करन क अधधकार क (चाह वह रवतनहदणषट अवधध क ललए हो या नह ) अिरर पर ह

(ङ) वह कर ह जो नकद आथथधगि सदाय या अनय मलयवान

1 सरवधान (बयाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1976 की धारा 54 दवारा (1-2-1977 स) खड (26क) अिःथथारपि

ककया गया था और उसका सरवधान (ििाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1977 की धारा 11 दवारा (13-4-1978 स) लोप ककया गया और सरवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अधधतनयम 2016 की धारा 14(ii) दवारा (16-9-2016 स) अिःथथारपि

2 सरवधान (एक सौ दोवा सशोधन) अधधतनयम 2018 की धारा 5 दवारा (11-8-2018 स) अिःथथारपि

3 सरवधान (तछयाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1982 की धारा 4 दवारा (2-2-1983 स) अिःथथारपि

भारि का सरवधान

226

परतिफल क ललए ककसी माल क परदाय पर ह जो ककसी अतनगलमि सगम या वयकति-तनकाय दवारा अपन ककसी सदथय को ककया गया ह

(च) वह कर ह जो ऐस माल क जो खादय या मानव उपभोग क ललए कोई अनय पदाथण या कोई पय ह (चाह वह मादक हो या नह ) ऐस परदाय पर ह जो ककसी सवा क रप म या सवा क भाग क रप म या ककसी भी अनय र ति स ककया गया ह और ऐसा परदाय या सवा नकद आथथधगि सदाय या अनय मलयवान परतिफल क ललए की गई ह

और माल क ऐस अिरर पररदान या परदाय क बार म यह समझा जाएगा कक वह उस वयकति दवारा जो ऐसा अिरर पररदान या परदाय कर रहा ह उस माल का रवकरय ह और उस वयकति दवारा सजसको ऐसा अिरर पररदान या परदाय ककया जािा ह उस माल का करय ह ]

1[(30) ldquoसघ राजयकषतरrdquo स पहल अनसची म रवतनहदणषट कोई सघ राजयकषतर अलभपरि ह और इसक अिगणि ऐसा अनय राजयकषतर ह जो भारि क राजयकषतर म समारवषट ह ककि उस अनसची म रवतनहदणषट नह ह ] 367 तनवणचन ndash (1) जब िक कक सदभण स अनयथा अपकषकषि न हो इस

सरवधान क तनवणचन क ललए साधारर खड अधधतनयम 1897 ऐस अनकलनो और उपािररो क अधीन रहि हए जो अनचछद 372 क अधीन उसम ककए जाए वस ह लाग होगा जस वह भारि डोलमतनयन क रवधान-मडल क ककसी अधधतनयम क तनवणचन क ललए लाग होिा ह

(2) इस सरवधान म ससद क या उसक दवारा बनाए गए अधधतनयमो या रवधधयो क परति ककसी तनदश का अथवा 2 ककसी राजय क रवधान-मडल क या उसक दवारा बनाए गए अधधतनयमो या रवधधयो क परति ककसी तनदश का यह अथण लगाया जाएगा कक उसक अिगणि यथासथथति राषटरपति दवारा तनलमणि अधयादश या ककसी राजयपाल 3 दवारा तनलमणि अधयादश क परति तनदश ह

(3) इस सरवधान क परयोजनो क ललए ldquoरवदशी राजयrdquo स भारि स लभनन कोई राजय अलभपरि ह

परि ससद दवारा बनाई गई ककसी रवधध क उपबधो क अधीन रहि हए राषटरपति आदश दवारा यह घोषरा कर सकगा कक कोई राजय उन परयोजनो क ललए जो उस आदश4 म रवतनहदणषट ककए जाए रवदशी राजय नह ह

1 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा खड (30) क थथान पर (1-

11-1956 स) परतिथथारपि

2 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहल अनसची क भाग क या भाग ख म रवतनहदणषटrdquo शबदो और अकषरो का लोप ककया गया

3 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo शबदो का लोप ककया गया

4 सरवधान (रवदशी राजयो क बार म घोषरा) आदश 1950 (स आ 2) दखखए

227

भाग 20 सविधान का सशोधन

368 1[सविधान का सशोधन करन की ससद की शकति और उसक लिए परकरिया] ndash 2[(1) इस सविधान म करकसी बात क होत हए भी ससद अपनी सविधायी शकति का परयोग करत हए इस सविधान क करकसी उपबध का पररिधधन पररितधन या ननरसन क रप म सशोधन इस अनचछद म अधधकधित परकरिया क अनसार कर सकगी ]

3[(2)] इस सविधान क सशोधन का आरभ ससद क करकसी सदन म इस परयोजन क लिए विधयक परःसिावपत करक ही करकया जा सकगा और जब िह विधयक परतयक सदन म उस सदन की कि सदसय सखया क बहमत दवारा तिा उस सदन क उपससित और मत दन िाि सदसयो क कम स कम दो-नतहाई बहमत दवारा पाररत कर ददया जाता ह तब 4[िह राषटरपनत क समकष परसतत करकया जाएगा जो विधयक को अपनी अनमनत दगा और तब] सविधान उस विधयक क ननबधनो क अनसार सशोधधत हो जाएगा

परत यदद ऐसा सशोधन ndash (क) अनचछद 54 अनचछद 55 अनचछद 73 5[अनचछद 162 अनचछद

241 या अनचछद 279क] म या (ख) भाग 5 क अधयाय 4 भाग 6 क अधयाय 5 या भाग 11 क अधयाय 1

म या (ग) सातिी अनसची की करकसी सची म या (घ) ससद म राजयो क परनतननधधति म या (ङ) इस अनचछद क उपबधो म

कोई पररितधन करन क लिए ह तो ऐस सशोधन क लिए उपबध करन िािा विधयक राषटरपनत क समकष अनमनत क लिए परसतत करकए जान स पहि उस सशोधन क लिए

1 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा सविधान म सशोधन करन की परकरिया क

सिान पर (5-11-1971 स) परनतसिावपत 2 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा (5-11-1971 स) अतःसिावपत 3 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा अनचछद 368 को खड (2) क रप म

पनःसखयाकरकत करकया गया 4 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा ldquoतब िह राषटरपनत क समकष उसकी अनमनत क

लिए रखा जाएगा तिा विधयक को ऐसी अनमनत दी जान क पशचातrdquo क सिान पर परनतसिावपत 5 सविधान (एक सौ एकिा सशोधन) अधधननयम 2016 की धारा 15 दवारा (16-9-2016 स) अनचछद 162 या

अनचछद 241 क सिान पर परनतसिावपत

भारत का सविधान

228

1 कम स कम आध राजयो क विधान-मडिो दवारा पाररत इस आशय क सकलपो दवारा उन विधान-मडिो का अनसमिधन भी अपकषकषत होगा

2[(3) अनचछद 13 की कोई बात इस अनचछद क अधीन करकए गए करकसी सशोधन को िाग नही होगी ]

3[(4) इस सविधान का (सजसक अतगधत भाग 3 क उपबध ह) इस अनचछद क अधीन सविधान (बयािीसिा सशोधन) अधधननयम 1976 की धारा 55 क परारभ स पहि या उसक पशचात करकया गया या करकया गया तातपनयधत कोई सशोधन करकसी नयायािय म करकसी भी आधार पर परशनगत नही करकया जाएगा

(5) शकाओ को दर करन क लिए यह घोवित करकया जाता ह करक इस अनचछद क अधीन इस सविधान क उपबधो का पररिधधन पररितधन या ननरसन क रप म सशोधन करन क लिए ससद की सविधायी शकति पर करकसी परकार का ननबधनधन नही होगा ]

1 सविधान (सातिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहिी अनसची

क भाग क और भाग ख म विननददधषटrdquo शबदो और अकषरो का िोप करकया गया 2 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा (5-11-1971 स) अतःसिावपत 3 अनचछद 368 म खड (4) और खड (5) सविधान (बयािीसिा सशोधन) अधधननयम 1976 की धारा 55 दवारा (3-

1-1977 स) अतःसिावपत करकए गए ि उचचतम नयायािय न लमनिाध लमलस लिलमटड और अनय बनाम भारत सघ और अनय एआईआर 1980 एससी 1789 क मामि म इस धारा को अविधधमानय घोवित करकया ह

229

भाग 21 1[असथायी सकरमणकालीन और विशष उपबध]

369 राजय सची क कछ विषयो क सबध म विधध बनान की ससद की इस परकार असथायी शकति मानो ि समिरती सची क विषय हो ndash इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी ससद को इस सविधान क परारभ स पाच िषष की अिधध क दौरान ननमनललखिरत विषयो क बार म विधध बनान की इस परकार शकति होगी मानो ि विषय समिरती सची म परगखणरत हो अथाषरत ndash

(क) सरती और ऊनी िसतरो कचची कपास (जिसक अरतगषरत ओटी हई रई और बबना ओटी रई या कपास ह) बबनौल कागि (जिसक अरतगषरत अिबारी कागि ह) िादय पदाथष (जिसक अरतगषरत िादय नरतलहन और रतल ह) पशओ क चार (जिसक अरतगषरत िली और अनय सारकरत चार ह) कोयल (जिसक अरतगषरत कोक और कोयल क वयतपाद ह) लोह इसपारत और अभरक का ककसी राजय क भीरतर वयापार और िाखणजय रतथा उनका उतपादन परदाय और विरतरण

(ि) िड (क) म िखणषरत विषयो म स ककसी विषय स सबधधरत विधधयो क विरदध अपराध उन विषयो म स ककसी क सबध म उचचरतम नयायालय स लभनन सभी नयायालयो की अधधकारररता और शकतिया रतथा उन विषयो म स ककसी क सबध म फीस ककरत इसक अरतगषरत ककसी नयायालय म ली िान िाली फीस नही ह

ककरत ससद दवारा बनाई गई कोई विधध जिस ससद इस अनचछद क उपबधो क अभाि म बनान क ललए सकषम नही होरती उि अिधध की समानि पर अकषमरता की मातरा रतक उन बारतो क लसिाय परभािी नही रहगी जिनह उस अिधध की समानि क पहल ककया गया ह या करन का लोप ककया गया ह

2370 िमम-कशमीर राजय क सबध म असथायी उपबध ndash (1) इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी ndash

1 सविधान (रतरहिा सशोधन) अधधननयम 1962 की धारा 2 दवारा (1-12-1963 स) ldquoअसथायी रतथा अरतःकालीन

उपबधrdquo क सथान पर परनरतसथावपरत 2 इस अनचछद दवारा परदतत शकतियो का परयोग कररत हए राषटरपनरत न िमम और कशमीर राजय की सविधान सभा की

लसफाररश पर यह घोषणा की कक 17 निबर 1952 स उि अनचछद 370 इस उपारतरण क साथ परिरतषनीय होगा कक उसक िड (1) म सपषटीकरण क सथान पर ननमनललखिरत सपषटीकरण रि ददया गया ह अथाषरत ndash

ldquoसपषटीकरण ndash इस अनचछद क परयोिनो क ललए राजय की सरकार स िह वयकति अलभपररत ह जिस राजय की विधान सभा की लसफाररश पर राषटरपनरत न राजय की रततसमय पदारढ मबतर-पररषद की सलाह पर कायष करन िाल िमम-कशमीर क सदर ररयासरत क रप म मानयरता परदान की हो rdquo

अब ldquoराजयपालrdquo (विधध मतरालय आदश स0 सआ 44 ददनाक 15 निबर 1952)

भाररत का सविधान 230

(क) अनचछद 238 क उपबध िमम-कशमीर राजय क सबध म लाग नही होग

(ि) उि राजय क ललए विधध बनान की ससद की शकतिndash (i) सघ सची और समिरती सची क उन विषयो रतक सीलमरत होगी

जिनको राषटरपनरत उस राजय की सरकार स परामशष करक उन विषयो क रततसथानी विषय घोवषरत कर द िो भाररत डोलमननयन म उस राजय क अधधलमलन को शालसरत करन िाल अधधलमलन पतर म ऐस विषयो क रप म विननददषषट ह जिनक सबध म डोलमननयन विधान-मडल उस राजय क ललए विधध बना सकरता ह और

(ii) उि सधचयो क उन अनय विषयो रतक सीलमरत होगी िो राषटरपनरत उस राजय की सरकार की सहमनरत स आदश दवारा विननददषषट कर सपषटीकरण ndash इस अनचछद क परयोिनो क ललए उस राजय की सरकार स

िह वयकति अलभपररत ह जिस राषटरपनरत स िमम-कशमीर क महारािा की 5 माचष 1948 की उदघोषणा क अधीन रततसमय पदसथ मबतर-पररषद की सलाह पर कायष करन िाल िमम-कशमीर क महारािा क रप म रततसमय मानयरता पराि थी

(ग) अनचछद 1 और इस अनचछद क उपबध उस राजय क सबध म लाग होग

(घ) इस सविधान क ऐस अनय उपबध ऐस अपिादो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए िो राषटरपनरत आदश1 दवारा विननददषषट कर उस राजय क सबध म लाग होग पररत ऐसा कोई आदश िो उपिड (ि) क परा (i) म ननददषषट राजय क

अधधलमलन पतर म विननददषषट विषयो स सबधधरत ह उस राजय की सरकार स परामशष करक ही ककया िाएगा अनयथा नही

पररत यह और कक ऐसा कोई आदश िो अनरतम पिषिरती पररतक म ननददषषट विषयो स लभनन विषयो स सबधधरत ह उस सरकार की सहमनरत स ही ककया िाएगा अनयथा नही

(2) यदद िड (1) क उपिड (ि) क परा (ii) म या उस िड क उपिड (घ) क दसर पररतक म ननददषषट उस राजय की सरकार की सहमनरत उस राजय का सविधान बनान क परयोिन क ललए सविधान सभा क बलाए िान स पहल दी िाए रतो उस ऐसी सविधान सभा क समकष ऐस विननशचय क ललए रिा िाएगा िो िह उस पर कर

(3) इस अनचछद क पिषगामी उपबधो म ककसी बारत क होरत हए भी राषटरपनरत

1 समय-समय पर यथासशोधधरत सविधान (िमम और कशमीर राजय को लाग होना) आदश 1954 (स आ 48)

पररलशषट 1 म दखिए

भाररत का सविधान 231

लोक अधधसचना दवारा घोषणा कर सकगा कक यह अनचछद परिरतषन म नही रहगा या ऐस अपिादो और उपारतरणो सदहरत ही और ऐसी रतारीि स परिरतषन म रहगा िो िह विननददषषट कर

पररत राषटरपनरत दवारा ऐसी अधधसचना ननकाल िान स पहल िड (2) म ननददषषट उस राजय की सविधान सभा की लसफाररश आिशयक होगी

1[371 2 महाराषटर और गिरारत राजयो क सबध म विशष उपबध ndash 3 (2) इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी राषटरपनरत 4[महाराषटर या गिरारत

राजय] क सबध म ककए गए आदश दवारा ndash (क) यथाजसथनरत विदभष मराठिाडा 5[और शष महाराषटर या] सौराषटर कचछ

और शष गिरारत क ललए पथक विकास बोडो की सथापना क ललए इस उपबध सदहरत कक इन बोडो म स परतयक क कायषकरण पर एक परनरतिदन राजय विधान सभा क समकष परनरतिषष रिा िाएगा

(ि) समसरत राजय की आिशयकरताओ का धयान रिरत हए उि कषतरो क विकास वयय क ललए ननधधयो क सामयापणष आबटन क ललए और

(ग) समसरत राजय की आिशयकरताओ का धयान रिरत हए उि सभी कषतरो क सबध म रतकनीकी लशकषा और वयािसानयक परलशकषण क ललए पयाषि सविधाओ की और राजय सरकार क ननयतरण क अधीन सिाओ म ननयोिन क ललए पयाषि अिसरो की वयिसथा करन िाली सामयापणष वयिसथा करन क ललए

राजयपाल क ककसी विशष उततरदानयति क ललए उपबध कर सकगा ] 6[371क नागालड राजय क सबध म विशष उपबध ndash (1) इस सविधान म ककसी

बारत क होरत हए भी ndash (क) ननमनललखिरत क सबध म ससद का कोई अधधननयम नागालड राजय

को रतब रतक लाग नही होगा िब रतक नागालड की विधान सभा सकलप दवारा ऐसा विननशचय नही कररती ह अथाषरतndash

(i) नागाओ की धालमषक या सामाजिक परथाए

1 सविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 22 दवारा (1-11-1956 स) परनरतसथावपरत 2 सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 की धारा 2 दवारा (1-7-1974 स) ldquoआधर परदशrdquo शबदो का लोप

ककया गया 3 सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 की धारा 2 दवारा (1-7-1974 स) िड (1) का लोप ककया गया 4 मबई पनगषठन अधधननयम 1960 (1960 का 11) की धारा 85 दवारा (1-5-1960 स) ldquoमबई राजयrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत 5 मबई पनगषठन अधधननयम 1960 (1960 का 11) की धारा 85 दवारा (1-5-1960 स) ldquoशष महाराषटरrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत 6 सविधान (रतरहिा सशोधन) अधधननयम 1962 की धारा 2 दवारा (1-12-1963 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 232

(ii) नागा रदढिनय विधध और परककरया (iii) लसविल और दाकतडक नयाय परशासन िहा विननशचय नागा

रदढिनय विधध क अनसार होन ह (iv) भलम और उसक सपवतत सरोरतो का सिालमति और अरतरण

(ि) नागालड क राजयपाल का नागालड राजय म विधध और वयिसथा क सबध म रतब रतक विशष उततरदानयति रहगा िब रतक उस राजय क ननमाषण क ठीक पहल नागा पहाडी तयएनसाग कषतर म विदयमान आरतररक अशानरत उसकी राय म उसम या उसक ककसी भाग म बनी रहरती ह और राजयपाल उस सबध म अपन कतयो का ननिषहन करन म की िान िाली कारषिाई क बार म अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग मबतर-पररषद स परामशष करन क पशचारत करगा

पररत यदद यह परशन उठरता ह कक कोई मामला ऐसा मामला ह या नही जिसक सबध म राजयपाल स इस उपिड क अधीन अपकषा की गई ह कक िह अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग करक कायष कर रतो राजयपाल का अपन वििक स ककया गया विननशचय अनरतम होगा और राजयपाल दवारा की गई ककसी बारत की विधधमानयरता इस आधार पर परशनगरत नही की िाएगी कक उस अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग करक कायष करना चादहए था या नही

पररत यह और कक यदद राजयपाल स परनरतिदन लमलन पर या अनयथा राषटरपनरत का यह समाधान हो िारता ह कक अब यह आिशयक नही ह कक नागालड राजय म विधध और वयिसथा क सबध म राजयपाल का विशष उततरदानयति रह रतो िह आदश दवारा ननदश द सकगा कक राजयपाल का ऐसा उततरदानयति उस रतारीि स नही रहगा िो आदश म विननददषषट की िाए

(ग) अनदान की ककसी माग क सबध म अपनी लसफाररश करन म नागालड का राजयपाल यह सननजशचरत करगा कक ककसी विननददषषट सिा या परयोिन क ललए भाररत की सधचरत ननधध म स भाररत सरकार दवारा ददया गया कोई धन उस सिा या परयोिन स सबधधरत अनदान की माग म न कक ककसी अनय माग म सजममललरत ककया िाए

(घ) उस रतारीि स जिस नागालड का राजयपाल इस ननलमतत लोक अधधसचना दवारा विननददषषट कर तयएनसाग जिल क ललए एक परादलशक पररषद सथावपरत की िाएगी िो परतीस सदसयो स लमलकर बनगी और राजयपाल ननमनललखिरत बारतो का उपबध करन क ललए ननयम अपन वििक स बनाएगा अथाषरत ndash

(i) परादलशक पररषद की सरचना और िह रीनरत जिसस परादलशक

भाररत का सविधान 233

पररषद क सदसय चन िाएग पररत तयएनसाग जिल का उपायि परादलशक पररषद का पदन

अधयकष होगा और परादलशक पररषद का उपाधयकष उसक सदसयो दवारा अपन म स ननिाषधचरत ककया िाएगा

(ii) परादलशक पररषद क सदसय चन िान क ललए और सदसय होन क ललए अहषरताए

(iii) परादलशक पररषद क सदसयो की पदािधध और उनको ददए िान िाल िरतन और भतत यदद कोई हो

(iv) परादलशक पररषद की परककरया और कायष सचालन (v) परादलशक पररषद क अधधकाररयो और कमषचाररिद की ननयकति

और उनकी सिा की शरत और (vi) कोई अनय विषय जिसक सबध म परादलशक पररषद क गठन

और उसक उधचरत कायषकरण क ललए ननयम बनान आिशयक ह (2) इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी नागालड राजय क ननमाषण की

रतारीि स दस िषष की अिधध रतक या ऐसी अनरतररि अिधध क ललए जिस राजयपाल परादलशक पररषद की लसफाररश पर लोक अधधसचना दवारा इस ननलमतत विननददषषट करndash

(क) तयएनसाग जिल का परशासन राजयपाल दवारा चलाया िाएगा (ि) िहा भाररत सरकार दवारा नागालड सरकार को सपणष नागालड राजय

की आिशयकरताओ की पनरत ष क ललए कोई धन ददया िारता ह िहा राजयपाल अपन वििक स तयएनसाग जिल और शष राजय क बीच उस धन क सामयापणष आबटन क ललए परबध करगा

(ग) नागालड विधान-मडल का कोई अधधननयम तयएनसाग जिल को रतब रतक लाग नही होगा िब रतक राजयपाल परादलशक पररषद की लसफाररश पर लोक अधधसचना दवारा इस परकार ननदश नही दरता ह और ऐस ककसी अधधननयम क सबध म ऐसा ननदश दरत हए राजयपाल यह ननददषट कर सकगा कक िह अधधननयम तयएनसाग जिल या उसक ककसी भाग को लाग होन म ऐस अपिादो या उपारतरणो क अधीन रहरत हए परभािी होगा जिनह राजयपाल परादलशक पररषद की लसफाररश पर विननददषषट कर

पररत इस उपिड क अधीन ददया गया कोई ननदश इस परकार ददया िा सकगा कक उसका भरतलकषी परभाि हो

(घ) राजयपाल तयएनसाग जिल की शानरत उनननरत और सशासन क ललए

भाररत का सविधान 234

विननयम बना सकगा और इस परकार बनाए गए विननयम उस जिल को रततसमय लाग ससद क ककसी अधधननयम या ककसी अनय विधध का यदद आिशयक हो रतो भरतलकषी परभाि स ननरसन या सशोधन कर सक ग

(ङ) (i) नागालड विधान सभा म तयएनसाग जिल का परनरतननधधति करन िाल सदसयो म स एक सदसय को राजयपाल मखयमतरी की सलाह पर तयएनसाग कायष मतरी ननयि करगा और मखयमतरी अपनी सलाह दन म पिोि1 सदसयो की बहसखया की लसफाररश पर कायष करगा

(ii) तयएनसाग कायष मतरी तयएनसाग जिल स सबधधरत सभी विषयो की बाबरत कायष करगा और उनक सबध म राजयपाल क पास उसकी सीधी पहच होगी ककरत िह उनक सबध म मखयमतरी को िानकारी दरता रहगा

(च) इस िड क पिषगामी उपबधो म ककसी बारत क होरत हए भी तयएनसाग जिल स सबधधरत सभी विषयो पर अनरतम विननशचय राजयपाल अपन वििक स करगा

(छ) अनचछद 54 और अनचछद 55 म रतथा अनचछद 80 क िड (4) म राजय की विधान सभा क ननिाषधचरत सदसयो क या ऐस परतयक सदसय क परनरत ननदशो क अरतगषरत इस अनचछद क अधीन सथावपरत परादलशक पररषद दवारा ननिाषधचरत नागालड विधान सभा क सदसयो या सदसय क परनरत ननदश होग

(ि) अनचछद 170 म ndash (i) िड (1) नागालड विधान सभा क सबध म इस परकार परभािी

होगा मानो ldquoसाठrdquo शबद क सथान पर ldquoनछयालीसrdquo शबद रि ददया गया हो

(ii) उि िड म उस राजय म परादलशक ननिाषचन-कषतरो स परतयकष ननिाषचन क परनरत ननदश क अरतगषरत इस अनचछद क अधीन सथावपरत परादलशक पररषद क सदसयो दवारा ननिाषचन होगा

(iii) िड (2) और िड (3) म परादलशक ननिाषचन-कषतरो क परनरत

1 सविधान (कदठनाइयो का ननराकरण) आदश स0 10 क परा 2 म यह उपबध ह कक भाररत क सविधान का अनचछद 371क इस परकार परभािी होगा मानो उसक िड (2) क उपिड (ङ) क परा (i) म ननमनललखिरत पररतक (1-12-1963) स िोड ददया गया हो अथाषरत --

ldquoपररत राजयपाल मखयमतरी की सलाह पर ककसी वयकति को तयएनसाग कायष मतरी क रप म ऐस समय रतक क ललए ननयि कर सकगा िब रतक कक नागालड की विधान सभा म तयएनसाग जिल क ललए आबदटरत सथानो को भरन क ललए विधध क अनसार वयकतियो को चन नही ललया िारता हrdquo

भाररत का सविधान 235

ननदश स कोदहमा और मोकोकचग जिलो म परादलशक ननिाषचन-कषतरो क परनरत ननदश अलभपररत होग

(3) यदद इस अनचछद क पिषगामी उपबधो म स ककसी उपबध को परभािी करन म कोई कदठनाई उतपनन होरती ह रतो राषटरपनरत आदश दवारा कोई ऐसी बारत (जिसक अरतगषरत ककसी अनय अनचछद का कोई अनकलन या उपारतरण ह) कर सकगा िो उस कदठनाई को दर करन क परयोिन क ललए उस आिशयक पररतीरत होरती ह

पररत ऐसा कोई आदश नागालड राजय क ननमाषण की रतारीि स रतीन िषष की समानि क पशचारत नही ककया िाएगा

सपषटीकरण ndash इस अनचछद म कोदहमा मोकोकचग और तयएनसाग जिलो का िही अथष ह िो नागालड राजय अधधननयम 1962 म ह ]

1[371ि असम राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी राषटरपनरत असम राजय क सबध म ककए गए आदश दवारा उस राजय की विधान सभा की एक सलमनरत क गठन और कतयो क ललए िो सलमनरत छठी अनसची क परा 20 स सलगन सारणी क 2[भाग 1] म विननददषषट िनिानरत कषतरो स ननिाषधचरत उस विधान सभा क सदसयो स और उस विधान सभा क उरतन अनय सदसयो स लमलकर बनगी जिरतन आदश म विननददषषट ककए िाए रतथा ऐसी सलमनरत क गठन और उसक उधचरत कायषकरण क ललए उस विधान सभा की परककरया क ननयमो म ककए िान िाल उपारतरणो क ललए उपबध कर सकगा ]

3[371ग मखणपर राजय क सबध म विशष उपबध ndash (1) इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी राषटरपनरत मखणपर राजय क सबध म ककए गए आदश दवारा उस राजय की विधान सभा की एक सलमनरत क गठन और कतयो क ललए िो सलमनरत उस राजय क पहाडी कषतरो स ननिाषधचरत उस विधान सभा क सदसयो स लमलकर बनगी राजय की सरकार क कामकाि क ननयमो म और राजय की विधान सभा की परककरया क ननयमो म ककए िान िाल उपारतरणो क ललए और ऐसी सलमनरत का उधचरत कायषकरण सननजशचरत करन क उददशय स राजयपाल क ककसी विशष उततरदानयति क ललए उपबध कर सकगा

(2) राजयपाल परनरतिषष या िब कभी राषटरपनरत ऐसी अपकषा कर मखणपर राजय क

1 सविधान (बाईसिा सशोधन) अधधननयम 1969 की धारा 4 दवारा (25-9-1969 स) अरतःसथावपरत 2 पिोततर कषतर (पनगषठन) अधधननयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoभाग कrdquo क सथान

पर परनरतसथावपरत 3 सविधान (सतताईसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 5 दवारा (15-2-1972 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 236

पहाडी कषतरो क परशासन क सबध म राषटरपनरत को परनरतिदन दगा और सघ की कायषपाललका शकति का विसरतार उि कषतरो क परशासन क बार म राजय को ननदश दन रतक होगा

सपषटीकरण ndash इस अनचछद म ldquoपहाडी कषतरोrdquo स ऐस कषतर अलभपररत ह जिनह राषटरपनरत आदश दवारा पहाडी कषतर घोवषरत कर ]

1[371घ 2[आधर परदश राजय या रतलगाना राजय] क सबध म विशष उपबध ndash 3[(1) राषटरपनरत आधर परदश राजय या रतलगाना राजय क सबध म ककए गए आदश दवारा परतयक राजय की आिशयकरताओ को धयान म रिरत हए दोनो राजयो क विलभनन भागो क लोगो क ललए लोक ननयोिन क विषय म और लशकषा क विषय म सामयापणष अिसरो और सविधाओ का उपबध कर सकगा और दोनो राजयो क विलभनन भागो क ललए लभनन-लभनन उपबध ककए िा सक ग ]

(2) िड (1) क अधीन ककया गया आदश विलशषटरतया ndash (क) राजय सरकार स यह अपकषा कर सकगा कक िह राजय की लसविल

सिा म पदो क ककसी िगष या िगो का अथिा राजय क अधीन लसविल पदो क ककसी िगष या िगो का राजय क लभनन भागो क ललए लभनन सथानीय काडरो म गठन कर और ऐस लसदधारतो और परककरया क अनसार िो आदश म विननददषषट की िाए ऐस पदो को धारण करन िाल वयकतियो का इस परकार गदठरत सथानीय काडरो म आबटन कर

(ि) राजय क ऐस भाग या भागो को विननददषषट कर सकगा िोndash (i) राजय सरकार क अधीन ककसी सथानीय काडर म (चाह उसका

गठन इस अनचछद क अधीन आदश क अनसरण म या अनयथा ककया गया ह) पदो क ललए सीधी भरती क ललए

(ii) राजय क भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क अधीन ककसी काडर म पदो क ललए सीधी भरती क ललए और

(iii) राजय क भीरतर ककसी विशवविदयालय म या राजय सरकार क ननयतरण क अधीन ककसी अनय लशकषा ससथा म परिश क परयोिन क ललए

सथानीय कषतर समझ िाएग (ग) िह विसरतार विननददषषट कर सकगा जिस रतक िह रीनरत विननददषषट कर

सकगा जिसस और ि शरत विननददषषट कर सकगा जिनक अधीन यथाजसथनरत ऐस काडर विशवविदयालय या अनय लशकषा ससथा क सबध म ऐस अभयधथषयो को जिनहोन आदश म विननददषषट ककसी अिधध क ललए सथानीय कषतर म ननिास या अधययन ककया ह ndash

(i) उपिड (ि) म ननददषषट ऐस काडर म िो इस ननलमतत आदश म विननददषषट ककया िाए पदो क ललए सीधी भरती क विषय म

1 सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 की धारा 3 दवारा (1-7-1974 स) अरतःसथावपरत 2 आधर परदश पनगषठन अधधननयम 2014 की धारा 97 दवारा (2-6-2014 स) ldquoआधर परदश राजयrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत 3 आधर परदश पनगषठन अधधननयम 2014 की धारा 97 दवारा (2-6-2014 स) परनरतसथावपरत

भाररत का सविधान 237

(ii) उपिड (ि) म ननददषषट ऐस विशवविदयालय या अनय लशकषा ससथा म िो इस ननलमतत आदश म विननददषषट की िाए परिश क विषय म

अधधमान ददया िाएगा या उनक ललए आरकषण ककया िाएगा (3) राषटरपनरत आदश दवारा 1[आधर परदश राजय क ललए और रतलगाना राजय क

ललए] एक परशासननक अधधकरण क गठन क ललए उपबध कर सकगा िो अधधकरण ननमनललखिरत विषयो की बाबरत ऐसी अधधकारररता शकति और पराधधकार का जिसक अरतगषरत िह अधधकारररता शकति या पराधधकार ह िो सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 क परारभ स ठीक पहल (उचचरतम नयायालय स लभनन) ककसी नयायालय दवारा अथिा ककसी अधधकरण या अनय पराधधकारी दवारा परयोिवय था परयोग करगा िो आदश म विननददषषट ककया िाए अथाषरत ndash

(क) राजय की लसविल सिा म ऐस िगष या िगो क पदो पर अथिा राजय क अधीन ऐस िगष या िगो क लसविल पदो पर अथिा राजय क भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क ननयतरण क अधीन ऐस िगष या िगो क पदो पर िो आदश म विननददषषट ककए िाए ननयकति आबटन या परोनननरत

(ि) राजय की लसविल सिा म ऐस िगष या िगो क पदो पर अथिा राजय क अधीन ऐस िगष या िगो क लसविल पदो पर अथिा राजय क भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क ननयतरण क अधीन ऐस िगष या िगो क पदो पर िो आदश म विननददषषट ककए िाए ननयि आबदटरत या परोननरत वयकतियो की जयषठरता

(ग) राजय की लसविल सिा म ऐस िगष या िगो क पदो पर अथिा राजय क अधीन ऐस िगष या िगो क लसविल पदो पर अथिा राजय क भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क ननयतरण क अधीन ऐस िगष या िगो क पदो पर ननयि आबदटरत या परोननरत वयकतियो की सिा की ऐसी अनय शरत िो आदश म विननददषषट की िाए (4) िड (3) क अधीन ककया गया आदशndash

(क) परशासननक अधधकरण को उसकी अधधकारररता क भीरतर ककसी विषय स सबधधरत वयथाओ क ननिारण क ललए ऐस अभयािदन पराि करन क ललए िो राषटरपनरत आदश म विननददषषट कर और उस पर ऐस आदश करन क ललए िो िह परशासननक अधधकरण ठीक समझरता ह पराधधकरत कर सकगा

1 आधर परदश पनगषठन अधधननयम 2014 की धारा 97 दवारा (2-6-2014 स) ldquoआधर परदश राजय क ललएrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत

भाररत का सविधान 238

(ि) परशासननक अधधकरण की शकतियो और पराधधकारो और परककरया क सबध म ऐस उपबध (जिनक अरतगषरत परशासननक अधधकरण की अपन अिमान क ललए दड दन की शकति क सबध म उपबध ह) अरतविषषट कर सकगा िो राषटरपनरत आिशयक समझ

(ग) परशासननक अधधकरण को उसकी अधधकारररता क भीरतर आन िाल विषयो स सबधधरत और उस आदश क परारभ स ठीक पहल (उचचरतम नयायालय स लभनन) ककसी नयायालय अथिा ककसी अधधकरण या अनय पराधधकारी क समकष लबबरत कायषिादहयो क ऐस िगो क िो आदश म विननददषषट ककए िाए अरतरण क ललए उपबध कर सकगा

(घ) ऐस अनपरक आनषधगक और पाररणालमक उपबध (जिनक अरतगषरत फीस क बार म और पररसीमा साकषय क बार म या रततसमय परितत ककसी विधध को ककनही अपिादो या उपारतरणो क अधीन रहरत हए लाग करन क ललए उपबध ह) अरतविषषट कर सकगा िो राषटरपनरत आिशयक समझ (5) परशासननक अधधकरण का ककसी मामल को अनरतम रप स ननपटान िाला

आदश राजय सरकार दवारा उसकी पवषट ककए िान पर या आदश ककए िान की रतारीि स रतीन मास की समानि पर इनम स िो भी पहल हो परभािी हो िाएगा

पररत राजय सरकार विशष आदश दवारा िो ललखिरत रप म ककया िाएगा और जिसम उसक कारण विननददषषट ककए िाएग परशासननक अधधकरण क ककसी आदश को उसक परभािी होन क पहल उपारतरररत या रदद कर सकगी और ऐस मामल म परशासननक अधधकरण का आदश यथाजसथनरत ऐस उपारतरररत रप म ही परभािी होगा या िह ननषपपरभाि हो िाएगा

(6) राजय सरकार दवारा िड (5) क पररतक क अधीन ककया गया परतयक विशष आदश ककए िान क पशचारत यथाशकय शीघर राजय विधान-मडल क दोनो सदनो क समकष रिा िाएगा

(7) राजय क उचच नयायालय को परशासननक अधधकरण पर अधीकषण की शकति नही होगी और (उचचरतम नयायालय स लभनन) कोई नयायालय अथिा कोई अधधकरण परशासननक अधधकरण की या उसक सबध म अधधकारररता शकति या पराधधकार क अधीन ककसी विषय की बाबरत ककसी अधधकारररता शकति या पराधधकार का परयोग नही करगा

(8) यदद राषटरपनरत का यह समाधान हो िारता ह कक परशासननक अधधकरण का उचचरतम नयायालय न पी साबमनरत ष और अनय बनाम आधर परदश राजय और एक अनय 1987 (1) एआईआर

1987 एससी प 663 म अनचछद 371घ क िड (5) और उसक पररतक को असिधाननक और शनय घोवषरत ककया

भाररत का सविधान 239

ननररतर बन रहना आिशयक नही ह रतो राषटरपनरत आदश दवारा परशासननक अधधकरण का उतसादन कर सकगा और ऐस उतसादन स ठीक पहल अधधकरण क समकष लबबरत मामलो क अरतरण और ननपटार क ललए ऐस आदश म ऐस उपबध कर सकगा िो िह ठीक समझ

(9) ककसी नयायालय अधधकरण या अनय पराधधकारी क ककसी ननणषय कतडकरी या आदश क होरत हए भीndash

(क) ककसी वयकति की कोई ननयकति पदसथापना परोनननरत या अरतरण की बाबरत िोndash

(i) 1 निबर 1956 स पहल यथाविदयमान हदराबाद राजय की सरकार क या उसक भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क अधीन उस रतारीि स पहल ककसी पद पर ककया गया था या

(ii) सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 क परारभ स पहल आधर परदश राजय की सरकार क अधीन या उस राजय क भीरतर ककसी सथानीय या अनय पराधधकारी क अधीन ककसी पद पर ककया गया था और (ि) उपिड (क) म ननददषषट ककसी वयकति दवारा या उसक समकष की गई

ककसी कारषिाई या बारत की बाबरत किल इस आधार पर कक ऐस वयकति की ननयकति पदसथापना परोनननरत या अरतरण ऐसी ननयकति पदसथापना परोनननरत या अरतरण की बाबरत यथाजसथनरत हदराबाद राजय क भीरतर या आधर परदश राजय क ककसी भाग क भीरतर ननिास क बार म ककसी अपकषा का उपबध करन िाली रततसमय परितत विधध क अनसार नही ककया गया था यह नही समझा िाएगा कक िह अिध या शनय ह या कभी भी अिध या शनय रहा था

(10) इस अनचछद क और राषटरपनरत दवारा इसक अधीन ककए गए ककसी आदश क उपबध इस सविधान क ककसी अनय उपबध म या रततसमय परितत ककसी अनय विधध म ककसी बारत क होरत हए भी परभािी होग

371ङ आधर परदश म क दरीय विशवविदयालय की सथापना ndash ससद विधध दवारा आधर परदश राजय म एक विशवविदयालय की सथापना क ललए उपबध कर सकगी ]

1[371च लसजककम राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी ndash

(क) लसजककम राजय की विधान सभा कम स कम रतीस सदसयो स लमलकर बनगी

1 सविधान (छततीसिा सशोधन) अधधननयम 1975 की धारा 3 दवारा (26-4-1975 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 240

(ि) सविधान (छततीसिा सशोधन) अधधननयम 1975 क परारभ की रतारीि स (जिस इस अनचछद म इसक पशचारत ननयरत ददन कहा गया ह) ndash

(i) लसजककम की विधान सभा िो अपरल 1974 म लसजककम म हए ननिाषचनो क पररणामसिरप उि ननिाषचनो म ननिाषधचरत बततीस सदसयो स (जिनह इसम इसक पशचारत आसीन सदसय कहा गया ह) लमलकर बनी ह इस सविधान क अधीन समयक रप स गदठरत लसजककम राजय की विधान सभा समझी िाएगी

(ii) आसीन सदसय इस सविधान क अधीन समयक रप स ननिाषधचरत लसजककम राजय की विधान सभा क सदसय समझ िाएग और

(iii) लसजककम राजय की उि विधान सभा इस सविधान क अधीन राजय की विधान सभा की शकतियो का परयोग और कतयो का पालन करगी (ग) िड (ि) क अधीन लसजककम राजय की विधान सभा समझी गई

विधान सभा की दशा म अनचछद 172 क िड (1) म 1[पाच िषष] की अिधध क परनरत ननदशो का यह अथष लगाया िाएगा कक ि 2[चार िषष] की अिधध क परनरत ननदश ह और 2[चार िषष] की उि अिधध ननयरत ददन स परारभ हई समझी िाएगी

(घ) िब रतक ससद विधध दवारा अनय उपबध नही कररती ह रतब रतक लसजककम राजय को लोक सभा म एक सथान आबदटरत ककया िाएगा और लसजककम राजय एक ससदीय ननिाषचन-कषतर होगा जिसका नाम लसजककम ससदीय ननिाषचन-कषतर होगा

(ङ) ननयरत ददन को विदयमान लोक सभा म लसजककम राजय का परनरतननधध लसजककम राजय की विधान सभा क सदसयो दवारा ननिाषधचरत ककया िाएगा

(च) ससद लसजककम की िनरता क विलभनन अनभागो क अधधकारो और दहरतो की सरकषा करन क परयोिन क ललए लसजककम राजय की विधान सभा म उन

1 सविधान (चिालीसिा सशोधन) अधधननयम 1978 की धारा 43 दवारा (6-9-1979 स) ldquoछह िषषrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत सविधान (बयालीसिा सशोधन) अधधननयम 1976 की धारा 56 दवारा (3-1-1977 स) ldquoपाच िषषrdquo मल शबदो क सथान पर ldquoछह िषषrdquo शबद परनरतसथावपरत ककए गए थ

2 सविधान (चिालीसिा सशोधन) अधधननयम 1978 की धारा 43 दवारा (6-9-1979 स) ldquoपाच िषषrdquo क सथान पर परनरतसथावपरत सविधान (बयालीसिा सशोधन) अधधननयम 1976 की धारा 56 दवारा (3-1-1977 स) ldquoचार िषषrdquo मल शबदो क सथान पर ldquoपाच िषषrdquo शबद परनरतसथावपरत ककए गए थ

भाररत का सविधान 241

सथानो की सखया क ललए िो ऐस अनभागो क अभयधथषयो दवारा भर िा सक ग और ऐस सभा ननिाषचन-कषतरो क पररसीमन क ललए जिनस किल ऐस अनभागो क अभयथी ही लसजककम राजय की विधान सभा क ननिाषचन क ललए िड हो सक ग उपबध कर सकगी

(छ) लसजककम क राजयपाल का शानरत क ललए और लसजककम की िनरता क विलभनन अनभागो की सामाजिक और आधथषक उनननरत सननजशचरत करन क ललए सामयापणष वयिसथा करन क ललए विशष उततरदानयति होगा और इस िड क अधीन अपन विशष उततरदानयति का ननिषहन करन म लसजककम का राजयपाल ऐस ननदशो क अधीन रहरत हए िो राषटरपनरत समय-समय पर दना ठीक समझ अपन वििक स कायष करगा

(ि) सभी सपवतत और आजसरतया (चाह ि लसजककम राजय म समाविषट राजयकषतरो क भीरतर हो या बाहर) िो ननयरत ददन स ठीक पहल लसजककम सरकार म या लसजककम सरकार क परयोिनो क ललए ककसी अनय पराधधकारी या वयकति म ननदहरत थी ननयरत ददन स लसजककम राजय की सरकार म ननदहरत हो िाएगी

(झ) लसजककम राजय म समाविषट राजयकषतरो म ननयरत ददन स ठीक पहल उचच नयायालय क रप म कायषररत उचच नयायालय ननयरत ददन को और स लसजककम राजय का उचच नयायालय समझा िाएगा

(ञ) लसजककम राजय क राजयकषतर म सिषतर लसविल दाकतडक और रािसि अधधकारररता िाल सभी नयायालय रतथा सभी नयानयक कायषपालक और अनसधचिीय पराधधकारी और अधधकारी ननयरत ददन को और स अपन-अपन कतयो को इस सविधान क उपबधो क अधीन रहरत हए कररत रहग

(ट) लसजककम राजय म समाविषट राजयकषतर म या उसक ककसी भाग म ननयरत ददन स ठीक पहल परितत सभी विधधया िहा रतब रतक परितत बनी रहगी िब रतक ककसी सकषम विधान-मडल या अनय सकषम पराधधकारी दवारा उनका सशोधन या ननरसन नही कर ददया िारता ह

(ठ) लसजककम राजय क परशासन क सबध म ककसी ऐसी विधध को िो िड (ट) म ननददषषट ह लाग ककए िान को सकर बनान क परयोिन क ललए और ककसी ऐसी विधध क उपबधो को इस सविधान क उपबधो क अनरप बनान क परयोिन क ललए राषटरपनरत ननयरत ददन स दो िषष क भीरतर आदश दवारा ऐसी विधध म ननरसन क रप म या सशोधन क रप म ऐस अनकलन और उपारतरण

भाररत का सविधान 242

कर सकगा िो आिशयक या समीचीन हो और रतब परतयक ऐसी विधध इस परकार ककए गए अनकलनो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए परभािी होगी और ककसी ऐस अनकलन या उपारतरण को ककसी नयायालय म परशनगरत नही ककया िाएगा

(ड) उचचरतम नयायालय या ककसी अनय नयायालय को लसजककम क सबध म ककसी ऐसी सधध करार िचनबध या िसी ही अनय ललिरत स िो ननयरत ददन स पहल की गई थी या ननषपपाददरत की गई थी और जिसम भाररत सरकार या उसकी पिषिरती कोई सरकार पकषकार थी उतपनन ककसी वििाद या अनय विषय क सबध म अधधकारररता नही होगी ककरत इस िड की ककसी बारत का यह अथष नही लगाया िाएगा कक िह अनचछद 143 क उपबधो का अलपीकरण कररती ह

(ढ) राषटरपनरत लोक अधधसचना दवारा ककसी ऐसी अधधननयलमनरत का विसरतार िो उस अधधसचना की रतारीि को भाररत क ककसी राजय म परितत ह ऐस ननबषनधनो या उपारतरणो सदहरत िो िह ठीक समझरता ह लसजककम राजय पर कर सकगा

(ण) यदद इस अनचछद क पिषगामी उपबधो म स ककसी उपबध को परभािी करन म कोई कदठनाई उतपनन होरती ह रतो राषटरपनरत आदश1 दवारा कोई ऐसी बारत (जिसक अरतगषरत ककसी अनय अनचछद का कोई अनकलन या उपारतरण ह) कर सकगा िो उस कदठनाई को दर करन क परयोिन क ललए उस आिशयक पररतीरत होरती ह

पररत ऐसा कोई आदश ननयरत ददन स दो िषष की समानि क पशचारत नही ककया िाएगा

(रत) लसजककम राजय या उसम समाविषट राजयकषतरो म या उनक सबध म ननयरत ददन को परारभ होन िाली और उस रतारीि स जिसको सविधान (छततीसिा सशोधन) अधधननयम 1975 राषटरपनरत की अनमनरत पराि कररता ह ठीक पहल समाि होन िाली अिधध क दौरान की गई सभी बारत और कारषिाइया िहा रतक ि सविधान (छततीसिा सशोधन) अधधननयम 1975 दवारा यथासशोधधरत इस सविधान क उपबधो क अनरप ह सभी परयोिनो क ललए इस परकार यथासशोधधरत इस सविधान क अधीन विधधमानयरतः की गई समझी िाएगी ] 2[371छ लमिोरम राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म ककसी

बारत क होरत हए भीndash (क) ननमनललखिरत क सबध म ससद का कोई अधधननयम लमिोरम राजय

को रतब रतक लाग नही होगा िब रतक लमिोरम राजय की विधान सभा सकलप 1 सविधान (कदठनाइयो का ननराकरण) आदश स0 11 (स0 आ0 99) दखिए 2 सविधान (नरतरपनिा सशोधन) अधधननयम 1986 की धारा 2 दवारा (20-2-1987 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 243

दवारा ऐसा विननशचय नही कररती ह अथाषरत ndash (i) लमिो लोगो की धालमषक या सामाजिक परथाए (ii) लमिो रदढिनय विधध और परककरया (iii) लसविल और दाकतडक नयाय परशासन िहा विननशचय लमिो

रदढिनय विधध क अनसार होन ह (iv) भलम का सिालमति और अरतरण

पररत इस िड की कोई बारत सविधान (नरतरपनिा सशोधन) अधधननयम 1986 क परारभ स ठीक पहल लमिोरम सघ राजयकषतर म परितत ककसी क दरीय अधधननयम को लाग नही होगी

(ि) लमिोरम राजय की विधान सभा कम स कम चालीस सदसयो स लमलकर बनगी ] 1[371ि अरणाचल परदश राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म

ककसी बारत क होरत हए भीndash (क) अरणाचल परदश क राजयपाल का अरणाचल परदश राजय म विधध

और वयिसथा क सबध म विशष उततरदानयति रहगा और राजयपाल उस सबध म अपन कतयो का ननिषहन करन म की िान िाली कारषिाई क बार म अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग मबतर-पररषद स परामशष करन क पशचारत करगा

पररत यदद यह परशन उठरता ह कक कोई मामला ऐसा मामला ह या नही जिसक सबध म राजयपाल स इस िड क अधीन अपकषा की गई ह कक िह अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग करक कायष कर रतो राजयपाल का अपन वििक स ककया गया विननशचय अनरतम होगा और राजयपाल दवारा की गई ककसी बारत की विधधमानयरता इस आधार पर परशनगरत नही की िाएगी कक उस अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग करक कायष करना चादहए था या नही

पररत यह और कक यदद राजयपाल स परनरतिदन लमलन पर या अनयथा राषटरपनरत का यह समाधान हो िारता ह कक अब यह आिशयक नही ह कक अरणाचल परदश राजय म विधध और वयिसथा क सबध म राजयपाल का विशष उततरदानयति रह रतो िह आदश दवारा ननदश द सकगा कक राजयपाल का ऐसा उततरदानयति उस रतारीि स नही रहगा िो आदश म विननददषषट की िाए

1 सविधान (पचपनिा सशोधन) अधधननयम 1986 की धारा 2 दवारा (20-2-1987 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 244

(ि) अरणाचल परदश राजय की विधान सभा कम स कम रतीस सदसयो स लमलकर बनगी ] 1[371झ गोिा राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म ककसी बारत क

होरत हए भी गोिा राजय की विधान सभा कम स कम रतीस सदसयो स लमलकर बनगी ]

2[371ञ कनाषटक राजय क सबध म विशष उपबध -- (1) राषटरपनरत कनाषटक राजय क सबध म ककए गए आदश दवाराndash

(क) हदराबाद-कनाषटक कषतर क ललए एक पथक विकास बोडष की सथापना क ललए इस उपबध सदहरत कक इस बोडष क कायषकरण पर एक परनरतिदन परतयक िषष राजय विधान सभा क समकष रिा िाएगा

(ि) समसरत राजय की आिशयकरताओ को धयान म रिरत हए उि कषतर क विकास वयय क ललए ननधधयो क सामयापणष आबटन क ललए और

(ग) समसरत राजय की आिशयकरताओ को धयान म रिरत हए उि कषतर स सबधधरत लोगो क ललए लोक ननयोिन लशकषा और वयािसानयक परलशकषण क विषयो म सामयापणष अिसर और सविधाओ क ललए

राजयपाल क ककसी विशष उततरदानयति क ललए उपबध कर सकगा (2) िड (1) क उपिड (ग) क अधीन ककए गए आदश दवाराndash

(क) हदराबाद-कनाषटक कषतर म शकषखणक और वयािसानयक परलशकषण ससथाओ म ऐस छातरो क ललए िो िनम स या अधधिास दवारा उस कषतर क ह सथानो क आनपानरतक आरकषण क ललए उपबध ककया िा सकगा और

(ि) हदराबाद-कनाषटक कषतर म राजय सरकार क अधीन और राजय सरकार क ननयतरणाधीन ककसी ननकाय या सगठन म पदो या पदो क िगो की पहचान क ललए और उन वयकतियो क ललए िो िनम स या अधधिास दवारा उस कषतर क ह ऐस पदो क आनपानरतक आरकषण क ललए और उन पदो पर सीध भरती दवारा या परोनननरत दवारा अथिा ऐसी ककसी अनय रीनरत म िो आदश दवारा विननददषषट की िाए ननयकति क ललए उपबध ककया िा सकगा ] 372 विदयमान विधधयो का परितत बन रहना और उनका अनकलन ndash (1) अनचछद

395 म ननददषषट अधधननयलमनरतयो का इस सविधान दवारा ननरसन होन पर भी ककरत इस सविधान क अनय उपबधो क अधीन रहरत हए इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भाररत क राजयकषतर म सभी परितत विधध िहा रतब रतक परितत बनी रहगी िब रतक ककसी सकषम विधान-मडल या अनय सकषम पराधधकारी दवारा उस पररिनरतषरत या ननरलसरत या सशोधधरत नही 1 सविधान (छपपनिा सशोधन) अधधननयम 1987 की धारा 2 दवारा (30-5-1987 स) अरतःसथावपरत 2 सविधान (अठानििा सशोधन) अधधननयम 2012 की धारा 2 दवारा (1-10-2013 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 245

कर ददया िारता ह (2) भाररत क राजयकषतर म ककसी परितत विधध क उपबधो को इस सविधान क

उपबधो क अनरप बनान क परयोिन क ललए राषटरपनरत आदश1 दवारा ऐसी विधध म ननरसन क रप म या सशोधन क रप म ऐस अनकलन और उपारतरण कर सकगा िो आिशयक या समीचीन हो और यह उपबध कर सकगा कक िह विधध ऐसी रतारीि स िो आदश म विननददषषट की िाए इस परकार ककए गए अनकलनो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए परभािी होगी और ककसी ऐस अनकलन या उपारतरण को ककसी नयायालय म परशनगरत नही ककया िाएगा

(3) िड (2) की कोई बारतndash (क) राषटरपनरत को इस सविधान क परारभ स 2[रतीन िषष] की समानि क

पशचारत ककसी विधध का कोई अनकलन या उपारतरण करन क ललए सशि करन िाली या

(ि) ककसी सकषम विधान-मडल या अनय सकषम पराधधकारी को राषटरपनरत दवारा उि िड क अधीन अनकललरत या उपारतरररत ककसी विधध का ननरसन या सशोधन करन स रोकन िाली

नही समझी िाएगी सपषटीकरण 1 ndash इस अनचछद म ldquoपरितत विधधrdquo पद क अरतगषरत ऐसी विधध ह िो

इस सविधान क परारभ स पहल भाररत क राजयकषतर म ककसी विधान-मडल दवारा या अनय सकषम पराधधकारी दवारा पारररत की गई ह या बनाई गई ह और पहल ही ननरलसरत नही कर दी गई ह भल ही िह या उसक कोई भाग रतब पणषरतः या ककनही विलशषट कषतरो म परिरतषन म न हो

सपषटीकरण 2 ndash भाररत क राजयकषतर म ककसी विधान-मडल दवारा या अनय सकषम पराधधकारी दवारा पारररत की गई या बनाई गई ऐसी विधध का जिसका इस सविधान क परारभ स ठीक पहल राजयकषतरारतीरत परभाि था और भाररत क राजयकषतर म भी परभाि था यथापिोि ककनही अनकलनो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए ऐसा राजयकषतरारतीरत

1 दखिए अधधसचना स0 का0नन0आ0 115 रतारीि 5 िन 1950 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग

3 प0 51 अधधसचना स0 का0नन0आ0 870 रतारीि 4 निबर 1950 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग 3 प0 903 अधधसचना स0 का0नन0आ0 508 रतारीि 4 अपरल 1951 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग 3 प0 287 अधधसचना स0 का0नन0आ0 1140ि रतारीि 2 िलाई 1952 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग 3 प0 616I और तरािणकोर-कोचीन भलम अिषन विधध अनकलन आदश 1952 रतारीि 20 निबर 1952 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग 3 प0 923 दवारा यथासशोधधरत विधध अनकलन आदश 1950 रतारीि 26 िनिरी 1950 भाररत का रािपतर असाधारण प0 449

2 सविधान (पहला सशोधन) अधधननयम 1951 की धारा 12 दवारा (18-6-1951 स) ldquoदो िषषrdquo क सथान पर परनरतसथावपरत

भाररत का सविधान 246

परभाि बना रहगा सपषटीकरण 3 ndash इस अनचछद की ककसी बारत का यह अथष नही लगाया िाएगा

कक िह ककसी असथायी परितत विधध को उसकी समानि क ललए ननयरत रतारीि स या उस रतारीि स जिसको यदद िह सविधान परितत न हआ होरता रतो िह समाि हो िारती आग परितत बनाए रिरती ह

सपषटीकरण 4 ndash ककसी परारत क राजयपाल दवारा भाररत शासन अधधननयम 1935 की धारा 88 क अधीन परखयावपरत और इस सविधान क परारभ स ठीक पहल परितत अधयादश यदद रततसथानी राजय क राजयपाल दवारा पहल ही िापस नही ल ललया गया ह रतो ऐस परारभ क पशचारत अनचछद 382 क िड (1) क अधीन कायषररत उस राजय की विधान सभा क परथम अधधिशन स छह सिाह की समानि पर परिरतषन म नही रहगा और इस अनचछद की ककसी बारत का यह अथष नही लगाया िाएगा कक िह ऐस ककसी अधयादश को उि अिधध स आग परितत बनाए रिरती ह

1[372क विधधयो का अनकलन करन की राषटरपनरत की शकति ndash (1) सविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 क परारभ स ठीक पहल भाररत म या उसक ककसी भाग म परितत ककसी विधध क उपबधो को उस अधधननयम दवारा यथासशोधधरत इस सविधान क उपबधो क अनरप बनान क परयोिनो क ललए राषटरपनरत 1 निबर 1957 स पहल ककए गए आदश2 दवारा ऐसी विधध म ननरसन क रप म या सशोधन क रप म ऐस अनकलन और उपारतरण कर सकगा िो आिशयक या समीचीन हो और यह उपबध कर सकगा कक िह विधध ऐसी रतारीि स िो आदश म विननददषषट की िाए इस परकार ककए गए अनकलनो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए परभािी होगी और ककसी ऐस अनकलन या उपारतरण को ककसी नयायालय म परशनगरत नही ककया िाएगा

(2) िड (1) की कोई बारत ककसी सकषम विधान-मडल या अनय सकषम पराधधकारी को राषटरपनरत दवारा उि िड क अधीन अनकललरत या उपारतरररत ककसी विधध का ननरसन या सशोधन करन स रोकन िाली नही समझी िाएगी ]

373 ननिारक ननरोध म रि गए वयकतियो क सबध म कछ दशाओ म आदश करन की राषटरपनरत की शकति ndash िब रतक अनचछद 22 क िड (7) क अधीन ससद उपबध नही कररती ह या िब रतक इस सविधान क परारभ स एक िषष समाि नही हो िारता ह इनम स िो भी पहल हो रतब रतक उि अनचछद ऐस परभािी होगा मानो उसक िड (4) और िड (7) म ससद क परनरत ककसी ननदश क सथान पर राषटरपनरत क परनरत ननदश और

1 सविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 23 दवारा (1-11-1956 स) अरतःसथावपरत 2 दखिए 1956 और 1957 क विधध अनकलन आदश

भाररत का सविधान 247

उन िडो म ससद दवारा बनाई गई विधध क परनरत ननदश क सथान पर राषटरपनरत दवारा ककए गए आदश क परनरत ननदश रि ददया गया हो

374 फडरल नयायालय क नयायाधीशो और फडरल नयायालय म या सपररषद दहि मिसटी क समकष लबबरत कायषिादहयो क बार म उपबध--(1) इस सविधान क परारभ स ठीक पहल फडरल नयायालय क पद धारण करन िाल नयायाधीश यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर उचचरतम नयायालय क नयायाधीश हो िाएग और रतब ऐस िरतनो और भततो रतथा अनपजसथनरत छटटी और पशन क सबध म ऐस अधधकारो क हकदार होग िो उचचरतम नयायालय क नयायाधीशो क सबध म अनचछद 125 क अधीन उपबधधरत ह

(2) इस सविधान क परारभ पर फडरल नयायालय म लबबरत सभी लसविल या दाकतडक िाद अपील और कायषिादहया उचचरतम नयायालय को अरतरररत हो िाएगी और उचचरतम नयायालय को उनको सनन और उनका अिधारण करन की अधधकारररता होगी और फडरल नयायालय दवारा इस सविधान क परारभ स पहल सनाए गए या ददए गए ननणषयो और आदशो का िही बल और परभाि होगा मानो ि उचचरतम नयायालय दवारा सनाए गए हो या ददए गए हो

(3) इस सविधान की कोई बारत भाररत क राजयकषतर क भीरतर ककसी नयायालय क ककसी ननणषय कतडकरी या आदश की या उसक सबध म अपीलो और याधचकाओ को ननपटान क ललए सवपरषद दहि मिसटी दवारा अधधकारररता क परयोग को िहा रतक अविधधमानय नही करगी िहा रतक ऐसी अधधकारररता का परयोग विधध दवारा पराधधकरत ह और ऐसी अपील या याधचका पर इस सविधान क परारभ क पशचारत ककया गया सपररषद दहि मिसटी का कोई आदश सभी परयोिनो क ललए ऐस परभािी होगा मानो िह उचचरतम नयायालय दवारा उस अधधकारररता क परयोग म िो ऐस नयायालय को इस सविधान दवारा परदान की गई ह ककया गया कोई आदश या कतडकरी हो

(4) इस सविधान क परारभ स ही पहली अनसची क भाग ि म विननददषषट ककसी राजय म वपरिी कौलसल क रप म कायषररत पराधधकारी की उस राजय क भीरतर ककसी नयायालय क ककसी ननणषय कतडकरी या आदश की या उसक सबध म अपीलो और याधचकाओ को गरहण करन या ननपटान की अधधकारररता समाि हो िाएगी और उि पराधधकारी क समकष ऐस परारभ पर लबबरत सभी अपील और अनय कायषिादहया उचचरतम नयायालय को अरतरररत कर दी िाएगी और उसक दवारा ननपटाई िाएगी

(5) इस अनचछद क उपबधो को परभािी करन क ललए ससद विधध दवारा और उपबध कर सकगी

375 सविधान क उपबधो क अधीन रहरत हए नयायालयो पराधधकाररयो और अधधकाररयो का कतय कररत रहना ndash भाररत क राजयकषतर म सिषतर लसविल दाकतडक और रािसि अधधकारररता िाल सभी नयायालय और सभी नयानयक कायषपालक और अनसधचिीय पराधधकारी और अधधकारी अपन-अपन कतयो को इस सविधान क उपबधो क अधीन रहरत हए कररत रहग

भाररत का सविधान 248

376 उचच नयायालयो क नयायाधीशो क बार म उपबधndash(1) अनचछद 217 क िड (2) म ककसी बारत क होरत हए भी इस सविधान क परारभ स ठीक पहल ककसी परारत क उचच नयायालय क पद धारण करन िाल नयायाधीश यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर रततसथानी राजय क उचच नयायालय क नयायाधीश हो िाएग और रतब ऐस िरतनो और भततो रतथा अनपजसथनरत छटटी और पशन क सबध म ऐस अधधकारो क हकदार होग िो ऐस उचच नयायालय क नयायाधीशो क सबध म अनचछद 221 क अधीन उपबधधरत ह 1[ऐसा नयायाधीश इस बारत क होरत हए भी कक िह भाररत का नागररक नही ह ऐस उचच नयायालय का मखय नयायमनरत ष अथिा ककसी अनय उचच नयायालय का मखय नयायमनरत ष या अनय नयायाधीश ननयि होन का पातर होगा ]

(2) इस सविधान क परारभ स ठीक पहल पहली अनसची क भाग ि म विननददषषट ककसी राजय क रततसथानी ककसी दशी राजय क उचच नयायालय क पद धारण करन िाल नयायाधीश यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर इस परकार विननददषषट राजय क उचच नयायालय क नयायाधीश हो िाएग और अनचछद 217 क िड (1) और िड (2) म ककसी बारत क होरत हए भी ककरत उस अनचछद क िड (1) क पररतक क अधीन रहरत हए ऐसी अिधध की समानि रतक पद धारण कररत रहग िो राषटरपनरत आदश दवारा अिधारररत कर

(3) इस अनचछद म ldquoनयायाधीशrdquo पद क अरतगषरत कायषकारी नयायाधीश या अपर नयायाधीश नही ह

377 भाररत क ननयतरक-महालिापरीकषक क बार म उपबध ndash इस सविधान क परारभ स ठीक पहल पद धारण करन िाला भाररत का महालिापरीकषक यदद िह अनयथा ननिाषचन न कर चका हो रतो ऐस परारभ पर भाररत का ननयतरक-महालिापरीकषक हो िाएगा और रतब ऐस िरतनो रतथा अनपजसथनरत छटटी और पशन क सबध म ऐस अधधकारो का हकदार होगा िो भाररत क ननयतरक-महालिापरीकषक क सबध म अनचछद 148 क िड (3) क अधीन उपबधधरत ह और अपनी उस पदािधध की समानि रतक पद धारण करन का हकदार होगा िो ऐस परारभ स ठीक पहल उस लाग होन िाल उपबधो क अधीन अिधारररत की िाए

378 लोक सिा आयोगो क बार म उपबधndash(1) इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भाररत डोलमननयन क लोक सिा आयोग क पद धारण करन िाल सदसय यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर सघ क लोक सिा आयोग क सदसय हो िाएग और अनचछद 316 क िड (1) और िड (2) म ककसी बारत क होरत हए भी ककरत उस अनचछद क िड (2) क पररतक क अधीन रहरत हए अपनी उस पदािधध की समानि रतक पद धारण कररत रहग िो ऐस परारभ स ठीक पहल ऐस सदसयो को लाग 1 सविधान (पहला सशोधन) अधधननयम 1951 की धारा 13 दवारा (18-6-1951 स) िोडा गया

भाररत का सविधान 249

ननयमो क अधीन अिधारररत ह (2) इस सविधान क परारभ स ठीक पहल ककसी परारत क लोक सिा आयोग क या

परारतो क समह की आिशयकरताओ की पनरत ष करन िाल ककसी लोक सिा आयोग क पद धारण करन िाल सदसय यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर यथाजसथनरत रततसथानी राजय क लोक सिा आयोग क सदसय या रततसथानी राजयो की आिशयकरताओ की पनरत ष करन िाल सयि राजय लोक सिा आयोग क सदसय हो िाएग और अनचछद 316 क िड (1) और िड (2) म ककसी बारत क होरत हए भी ककरत उस अनचछद क िड (2) क पररतक क अधीन रहरत हए अपनी उस पदािधध की समानि रतक पद धारण कररत रहग िो ऐस परारभ स ठीक पहल ऐस सदसयो को लाग ननयमो क अधीन अिधारररत ह

1[378क आधर परदश विधान सभा की अिधध क बार म विशष उपबध ndash अनचछद 172 म ककसी बारत क होरत हए भी राजय पनगषठन अधधननयम 1956 की धारा 28 और धारा 29 क उपबधो क अधीन गदठरत आधर परदश राजय की विधान सभा यदद पहल ही विघदटरत नही कर दी िारती ह रतो उि धारा 29 म ननददषषट रतारीि स पाच िषष की अिधध रतक बनी रहगी इसस अधधक नही और उि अिधध की समानि का पररणाम उस विधान सभा का विघटन होगा ]

379 [अनरतकाषलीन ससद रतथा उसक अधयकष और उपाधयकष क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

380 [राषटरपनरत क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

381 [राषटरपनरत की मबतर-पररषद ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

382 [पहली अनसची क भाग क म क राजयो क अनरतकाषलीन विधान-मडलो क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

383 [परानरतो क राजयपालो क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

384 [राजयपालो की मबतर-पररषद ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

385 [पहली अनसची क भाग ि म क राजयो क अनरतकाषलीन विधान-मडलो क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

1 सविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 24 दवारा (1-11-1956 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 250

386 [पहली अनसची क भाग ि म क राजयो की मबतर-पररषद ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

387 [कछ ननिाषचनो क पररयोिनो क ललए िनसखया क ननधाषरण क बार म विशष उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

388 [अनरतकाषलीन ससद रतथा राजयो क अनरतकाषलीन विधान-मडलो म आकजसमक ररकतियो क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

389 [डोमीननयन विधान-मडल रतथा परानरतो और दशी राजयो क विधान-मडलो म लबबरत विधयको क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

390 [इस सविधान क परारभ और 1950 क 31 माचष क बीच पराि या उतथापरत या वयय ककया हआ धन ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

391 [कछ आकजसमकरताओ म पहली और चौथी अनसची का सशोधन करन की राषटरपनरत की शकति ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

392 कदठनाइयो को दर करन की राषटरपनरत की शकतिndash(1) राषटरपनरत ककनही ऐसी कदठनाइयो को िो विलशषटरतया भाररत शासन अधधननयम 1935 क उपबधो स इस सविधान क उपबधो को सकरमण क सबध म हो दर करन क परयोिन क ललए आदश दवारा ननदश द सकगा कक यह सविधान उस आदश म विननददषषट अिधध क दौरान उपारतरण पररिधषन या लोप क रप म ऐस अनकलनो क अधीन रहरत हए परभािी होगा िो िह आिशयक या समीचीन समझ

पररत ऐसा कोई आदश भाग 5 क अधयाय 2 क अधीन समयक रप स गदठरत ससद क परथम अधधिशन क पशचारत नही ककया िाएगा

(2) िड (1) क अधीन ककया गया परतयक आदश ससद क समकष रिा िाएगा (3) इस अनचछद अनचछद 324 अनचछद 367 क िड (3) और अनचछद 391

दवारा राषटरपनरत को परदतत शकतिया इस सविधान क परारभ स पहल भाररत डोलमननयन क गिनषर िनरल दवारा परयोिवय होगी

251

भाग 22 सकषिपत नाम परारभ 1[ह दी म पराधिकत पाठ] और ननरसन

393 सकषिपत नाम ndash इस सवििान का सकषिपत नाम भारत का सवििान 394 परारभ ndash य अनचछद और अनचछद 5 6 7 8 9 60 324 366 367

379 380 388 391 392 और 393 तरनत परितत ोग और इस सवििान क शष उपबि 26 जनिरी 1950 को परितत ोग जो हदन इस सवििान म इस सवििान क परारभ क रप म ननहदिषट ककया गया

2[394क ह दी भाषा म पराधिकत पाठndash(1) राषटरपनतmdash

(क) इस सवििान क ह दी भाषा म अनिाद को जजस पर सवििान सभा क सदसयो न सतािर ककए थ ऐस उपातरणो क साथ जो उस क दरीय अधिननयमो क ह दी भाषा म पराधिकत पाठो म अपनाई गई भाषा शली और शबदािली क अनरप बनान क ललए आिशयक और ऐस परकाशन क पिि ककए गए इस सवििान क ऐस सभी सशोिनो को उसम सजममललत करत ए तथा

(ख) अगरजी भाषा म ककए गए इस सवििान क परतयक सशोिन क ह दी भाषा म अनिाद को

अपन पराधिकार स परकालशत कराएगा (2) खड (1) क अिीन परकालशत इस सवििान और इसक परतयक सशोिन क अनिाद

का ि ी अथि लगाया जाएगा जो उसक मल का और यहद ऐस अनिाद क ककसी भाग का इस परकार अथि लगान म कोई कहठनाई उतपनन ोती तो राषटरपनत उसका उपयकत पनरीिण कराएगा

(3) इस सवििान का और इसक परतयक सशोिन का इस अनचछद क अिीन परकालशत अनिाद सभी परयोजनो क ललए उसका ह दी भाषा म पराधिकत पाठ समझा जाएगा

395 ननरसन ndash भारत सिततरता अधिननयम 1947 और भारत शासन अधिननयम 1935 का पशचात कधथत अधिननयम की सशोिक या अनपरक सभी अधिननयलमनतयो क साथ जजनक अतगित वपरिी कौलसल अधिकाररता उतसादन अधिननयम 1949 न ी इसक दवारा ननरसन ककया जाता

1 सवििान (अठािनिा सशोिन) अधिननयम 1987 की िारा 2 दवारा (9-12-1987 स) अतःसथावपत 2 सवििान (अठािनिा सशोिन) अधिननयम 1987 की िारा 3 दवारा (9-12-1987 स) अतःसथावपत

252

1[पहली अनसची (अनचछद 1 और अनचछद 4)

1 राजय नाम राजयकषतर 1 आधर परदश

2[व राजयकषतर जो आधर राजय अधिननयम 1953 की िारा 3 की उपिारा (1) म राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 3 की उपिारा (1) म आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 की परथम अनसची म और आधर परदश और मसर (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1968 की अनसची म ववननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 की रिरीय अनसची म 3[रथा आधर परदश पनरगठन अधिननयम 2014 की िारा 3 म] ववननरदगषट ह ]

2 असम व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल असम परार खासी राजयो और असम जनजानर कषतरो म समाववषट थ ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो असम (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1951 की अनसची म ववननरदगषट ह 4[और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो नारालड राजय अधिननयम 1962 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह] 4[और व राजयकषतर] भी इसक अररगर नही ह 5[जो पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 की िारा 5 िारा 6 और िारा 7 म ववननरदगषट ह 6[और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह] जो सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की िारा 3 क खड (क) म अरववगषट ककसी बार क होर हए भी जहा रक उसका सबि सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की दसरी अनसची क भार 1 म ननरदगषट राजयकषतरो स ह सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की दसरी अनसची क भार 1 म ननरदगषट ह ]

1 सवविान (सारवा सशोिन) अधिननयम 1956 की िारा 2 िारा पहली अनसची क सथान पर (1-11-1956 स)

परनरसथावपर 2 आधर परदश और मसर (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1968 (1968 का 36) की िारा 4 िारा (1-10-1968 स)

पवगवरी परवववषट क सथान पर परनरसथावपर 3 आधर परदश पनरगठन अधिननयम 2014 (2014 का 6) की िारा 10 िारा (2-6-2014 स) अरःसथावपर 4 नारालड राजय अधिननयम 1962 (1962 का 27) की िारा 4 िारा (1-12-1963 स) जोडा रया 5 पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) जोडा रया 6 सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की िारा 3 िारा (31-7-2015 स) अरःसथावपर

भारर का सवविान 253

नाम राजयकषतर

3 बबहार 1[व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल या रो बबहार परार म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो और व राजयकषतर जो बबहार और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1968 की िारा 3 की उपिारा (1) क खड (क) म ववननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो बबहार और पशचिमी बराल (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1956 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो परथम वरणगर अधिननयम की िारा 3 की उपिारा (1) क खड (ख) म ववननरदगषट ह 2[और व राजयकषतर जो बबहार पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]]

3[4 रजरार व राजयकषतर जो मबई पनरगठन अधिननयम 1960 की िारा 3 की उपिारा (1) म ननरदगषट ह ]

5 करल व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 5 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह

6 मधय परदश व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 9 की उपिारा (1) म 4[रथा राजसथान और मधय परदश (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1959 की परथम अनसची म ववननरदगषट ह 5[ककनर इनक अररगर मधय परदश पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट राजयकषतर नही ह]]

1 बबहार और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1968 (1968 का 24) की िारा 4 िारा (10-6-1970 स)

पवगवरी परवववषट क सथान पर परनरसथावपर 2 बबहार पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 30) की िारा 5 िारा (15-11-2000 स) जोडा रया 3 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 4 क सथान पर

परनरसथावपर 4 राजसथान और मधय परदश (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1959 (1959 का 47) की िारा 4 िारा

(1-10-1959 स) अरःसथावपर

5 मधय परदश पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 28) की िारा 5 िारा (1-11-2000 स) जोडा रया

भारर का सवविान 254

नाम राजयकषतर 1[7 रसमलनाड] व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल या रो मदरास परार

म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो और व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 4 म 2[रथा आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 की रिरीय अनसची म] ववननरदगषट ह] ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो आधर राजय अधिननयम 1953 की िारा 3 की उपिारा (1) और िारा 4 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह और 3[व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 5 की उपिारा (1) क खड (ख) िारा 6 और िारा 7 की उपिारा (1) क खड (घ) म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 की परथम अनसची म ववननरदगषट ह ]

4[8 महाराषटर व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 8 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह ककनर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो मबई पनरगठन अधिननयम 1960 की िारा 3 की उपिारा (1) म ननरदगषट ह ]

5[6[9] कनागटक] व राजयकषतर जो राजय पनरठगन अधिननयम 1956 की िारा 7 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह 7[ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो आधर परदश और मसर (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1968 की अनसची म ववननरदगषट ह ]

1 मदरास राजय (नाम-पररवरगन) अधिननयम 1968 (1968 का 53) की िारा 5 िारा (14-1-1969 स) ldquo7 मदरासrdquo क

सथान पर परनरसथावपर 2 आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 (1959 का 56 ) की िारा 6 िारा (1-4-1960 स)

अरःसथावपर 3 आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 (1959 का 56) की िारा 6 िारा (1-4-1960 स)

कनरपय शबदो क सथान पर परनरसथावपर 4 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) अरःसथावपर 5 मसर राजय (नाम-पररवरगन) अधिननयम 1973 (1973 का 31) की िारा 5 िारा (1-11-1973 स) ldquo9 मसरrdquo क

सथान पर परनरसथावपर 6 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 8 स 14 रक को

परवववषट 9 स 15 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 7 आधर परदश और मसर (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1968 (1968 का 36) की िारा 4 िारा (1-10-1968 स)

अरःसथावपर

भारर का सवविान 255

नाम राजयकषतर 1[10] 2[ओडडशा] व राजयकषतर जो इस सवविान क परारमभ स ठीक पहल या रो उडीसा परार

म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो

1[11] पजाब व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 11 म ववननरदगषट ह 3[और व राजयकषतर जो अशचजगर राजयकषतर (ववलयन) अधिननयम 1960 की परथम अनसची क भार 2 म ननरदगषट ह] 4[ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की पहली अनसची क भार 2 म ननरदगषट ह] 5[और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 की िारा 3 की उपिारा (1) िारा 4 और िारा 5 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह ]

3[12] राजसथान व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 10 म ववननरदगषट ह 6[ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो राजसथान और मधय परदश (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1959 की परथम अनसची म ववननरदगषट ह ]

1 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 8 स 14 रक को

परवववषट 9 स 15 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 2 उडीसा (नाम पररवरगन) अधिननयम 2011 की िारा 6 िारा (1-11-2011 स) ldquoउडीसाrdquo क सथान पर परनरसथावपर 3 अशचजगर राजयकषतर (ववलयन) अधिननयम 1960 (1960 का 64) की िारा 4 िारा (17-1-1961 स) अरःसथावपर 4 सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की िारा 3 िारा (17-1-1961 स) जोडा रया 5 पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 (1966 का 31) की िारा 7 िारा (1-11-1966 स) अरःसथावपर 6 राजसथान और मधय परदश (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1959 (1959 का 47) की िारा 4 िारा (1-

10-1959 स) अरःसथावपर

भारर का सवविान 256

नाम राजयकषतर 1[13] उततर परदश

2[व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल या रो सयकत परार नाम स जञार परार म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो व राजयकषतर जो बबहार और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1968 की िारा 3 की उपिारा (1) क खड (ख) म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर जो हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1979 की िारा 4 की उपिारा (1) क खड (ख) म ववननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो बबहार और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1968 की िारा 3 की उपिारा (1) क खड (क) 3[रथा उततर परदश पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3] म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1979 की िारा 4 की उपिारा (1) क खड (क) म ववननरदगषट ह ]

1[14] पशचिमी बराल

व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल या रो पशचिमी बराल परार म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो और चदरनरर (ववलयन) अधिननयम 1954 की िारा 2 क खड (र) म यथा पररभाविर चदरनरर का राजयकषतर और व राजयकषतर भी जो बबहार और पशचिमी बराल (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1956 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह 4[और व राजयकषतर भी जो पहली अनसची क भार 3 म ननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की िारा 3 क खड (र) म अरववगषट ककसी बार क होर हए भी जहा रक उसका सबि सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की पहली अनसची क भार 3 म ननरदगषट राजयकषतरो और दसरी अनसची क भार 3 म ननरदगषट राजयकषतरो स ह सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की दसरी अनसची क भार 3 म ननरदगषट ह ]

1 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 8 स 14 रक को

परवववषट 9 स 15 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 2 हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1979 (1979 का 31) की िारा 5 िारा (15-9-1983 स)

ldquo13 उततर परदशrdquo क सामन की परवववषट क सथान पर परनरसथावपर

3 उततर परदश पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 29) की िारा 5 िारा (9-11-2000 स) अरःसथावपर 4 सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की िारा 3 िारा (31-7-2015 स) जोडा रया

भारर का सवविान 257

नाम राजयकषतर

1[15] जमम-कशमीर वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल जमम-कशमीर दशी राजय म समाववषट था

2[16 नारालड व राजयकषतर जो नारालड राजय अधिननयम 1962 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह ]

3[17 हररयाणा 4[व राजयकषतर जो पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर जो हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम1979 की िारा 4 की उपिारा (1) क खड (क) म ववननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो उस अधिननयम की िारा 4 की उपिारा (1) क खड (ख) म ववननरदगषट ह ]]

5[18 रहमाचल परदश व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल इस परकार परशाससर थ मानो व रहमाचल परदश और बबलासपर क नाम स जञार मखय आयकत वाल परार रह हो और व राजयकषतर जो पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 की िारा 5 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह ]

6[19 मरणपर वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल इस परकार परशाससर था मानो वह मरणपर क नाम स जञार मखय आयकत वाला परार रहा हो ]

1 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 8 स 14 रक को

परवववषट 9 स 15 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 2 नारालड राजय अधिननयम 1962 (1962 का 27) की िारा 4 िारा (1-12-1963 स) अरःसथावपर 3 पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 (1966 का 31) की िारा 7 िारा (1-11-1966 स) अरःसथावपर और रतपिार

हररयाणा और उततरपरदश (सीमा पररवरगन) अधिननयम 1979 (1979 का 31) की िारा 5 िारा (15-9-1983 स) परवववषट को सशोधिर ककया रया

4 हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1979 (1979 का 31) की िारा 5 िारा (15-9-1983 स) ldquo17 हररयाणाrdquo क सामन की परवववषट क सथान पर परनरसथावपर

5 रहमाचल परदश राजय अधिननयम 1970 (1970 का 53) की िारा 4 िारा (25-1-1971 स) अरःसथावपर 6 पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) अरःसथावपर

भारर का सवविान 258

नाम राजयकषतर 20 बतरपरा वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल इस परकार

परशाससर था मानो वह बतरपरा क नाम स जञार मखय आयकत वाला परार रहा हो 1[और व राजयकषतर जो सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की िारा 3 क खड (घ) म अरववगषट ककसी बार क होर हए भी जहा रक उनका सबि सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की पहली अनसची क भार 2 म ननरदगषट राजयकषतरो स ह सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की पहली अनसची क भार 2 म ननरदगषट ह ]

21 मघालय व राजयकषतर जो पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 की िारा 5 म ववननरदगषट ह 1[और व राजयकषतर जो पहली अनसची क भार 1 म ननरदगषट ह ककनर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की दसरी अनसची क भार 2 म ननरदगषट ह ]

2[22 ससशचककम व राजयकषतर जो सवविान (छततीसवा सशोिन) अधिननयम 1975 क परारभ स ठीक पहल ससशचककम म समाववषट थ ]

3[23 समजोरम व राजयकषतर जो पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 की िारा 6 म ववननरदगषट ह ]

4[24 अरणाचल परदश

व राजयकषतर जो पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 की िारा 7 म ववननरदगषट ह ]

5[25 रोवा व राजयकषतर जो रोवा दमण और दीव पनरगठन अधिननयम 1987 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]

1 सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की िारा 3 िारा (31-7-2015 स) अरःसथावपर 2 सवविान (छततीसवा सशोिन) अधिननयम 1975 की िारा 2 िारा (26-4-1975 स) अरःसथावपर 3 समजोरम राजय अधिननयम 1986 (1986 का 34) की िारा 4 िारा (20-2-1987 स) अरःसथावपर 4 अरणाचल परदश राजय अधिननयम 1986 (1986 का 69) की िारा 4 िारा (20-2-1987 स) अरःसथावपर 5 रोवा दमण और दीव पनरगठन अधिननयम 1987 (1987 का 18) की िारा 5 िारा (30-5-1987 स) अरःसथावपर

भारर का सवविान 259

नाम राजयकषतर

1[26 छततीसरढ मधय परदश पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट राजयकषतर ]

2[27 3[उततराखड] व राजयकषतर जो उततर परदश पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]

4[28 झारखड व राजयकषतर जो बबहार पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]

5[29 रलराना व राजयकषतर जो आधर परदश पनरगठन अधिननयम 2014 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]

2 सघ राजयकषतर

नाम ववसरार

1 रदलली वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल रदलली क मखय आयकत वाल परार म समाववषट था

6

7[2] अदमान और ननकोबार िीप

वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल अदमान और ननकोबार िीप क मखय आयकत वाल परार म समाववषट था

1 मधय परदश पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 28) की िारा 5 िारा (1-11-2000 स) अरःसथावपर 2 उततर परदश पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 29) की िारा 5 िारा (9-11-2000 स) अरःसथावपर 3 उततराचल (नाम पररवरगन) अधिननयम 2006 (2006 का 52) की िारा 4 िारा (1-1-2007 स) ldquoउततराचलrdquo शबद क

सथान पर परनरसथावपर 4 बबहार पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 30) की िारा 5 िारा (15-11-2000 स) अरःसथावपर 5 आधर परदश पनरगठन अधिननयम 2014 (2014 का 6) की िारा 10 िारा (2-6-2014 स) अरःसथावपर 6 रहमाचल परदश राजय अधिननयम 1970 (1970 का 53) की िारा 4 िारा (25-1-1971 स) ldquoरहमाचल परदशrdquo स

सबधिर परवववषट 2 का लोप ककया रया और पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) मरणपर और बतरपरा स सबधिर परवववषटयो का लोप ककया रया

7 पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) परवववषट 2 और 3 लोप ककया रया और परवववषट 4 स 9 रक को परवववषट 2 स 7 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया

भारर का सवविान 260

नाम ववसरार 1[3] 2[लकषिीप] वह राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 6 म

ववननरदगषट ह 3[1[4] दादरा और नारर

हवली वह राजयकषतर जो 11 अरसर 1961 स ठीक पहल सवरतर दादरा और नारर हवली म समाववषट था ]

4[1[5] दमण और दीव व राजयकषतर जो रोवा दमण और दीव पनरगठन अधिननयम 1987 की िारा 4 म ववननरदगषट ह ]

5[1[6] 6[पडचरी] व राजयकषतर जो 16 अरसर 1962 स ठीक पहल भारर म पाडडचरी काररकल माही और यनम क नाम स जञार फासीसी बशचसरयो म समाववषट थ ]

7[1[7] चडीरढ व राजयकषतर जो पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 की िारा 4 म ववननरदगषट ह ]

8[1[

1 पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) करमशः परवववषट 4 स 9

रक को परवववषट 2 स 7 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 2 लककादीव समननकोय और अमीनदीवी िीप (नाम-पररवरगन) अधिननयम 1973 (1973 का 34) की िारा 5 िारा (1-

11-1973 स) ldquoलककादीव समननकोय अमीनदीवी िीपrdquo क सथान पर परनरसथावपर 3 सवविान (दसवा सशोिन) अधिननयम 1961 की िारा 2 िारा (11-8-1961 स) अरःसथावपर 4 रोवा दमण और दीव पनरगठन अधिननयम 1987 (1987 का 18) की िारा 5 िारा (30-5-1987 स) परवववषट 5 क

सथान पर परनरसथावपर 5 सवविान (चौदहवा सशोिन) अधिननयम 1962 की िारा 3 िारा (16-8-1962 स) अरःसथावपर 6 पाडडचरी (नाम पररवरगन) अधिननयम 2006 (2006 का 44) की िारा 5 िारा (1-10-2006 स) ldquoपाडडचरीrdquo शबद क

सथान पर परनरसथावपर 7 पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 (1966 का 31) की िारा 7 िारा (1-11-1966 स) अरःसथावपर 8 समजोरम राजय अधिननयम 1986 (1986 का 34) की िारा 4 िारा (20-2-1987 स) समजोरम सबिी परवववषट 8 का

लोप ककया रया और अरणाचल परदश सबिी परवववषट 9 को परवववषट 8 क रप म पनःसखयाककर ककया रया और अरणाचल परदश सबिी परवववषट 8 का अरणाचल परदश अधिननयम 1986 (1986 का 69) की िारा 4 का (20-2-1987 स) लोप ककया रया

poundEacuteEacuteregiEacute BEacuteEEacute ordmEacuteAEligEacuteEcircacuteEacutevEacuteEacutexEacute

223

xEacuteEacuteagraveEacute EacuteEcircacuteEacuteordmiEacuteEacutereg

6 EacuteOumlbOumlSEacuteaumlregEacuteOgrave acuteEacuteauml regEacuteVordfEacuteFEacuteaumljEacute VEacuteEacuteauml 16 +EacuteMEacuteordmiEacute 1962 ordmEacuteauml ~EacuteOgraveBEacuteE EacutecatildeEacuteauml poundEacuteEacuteregiEacute agraveEacutearing

EacuteEacuteAEligEacuteEcircbSEacuteaumlregEacuteOgrave BEacuteEEacuteEacuteEcircregBEacuteEatildeEacute agraveEacuteEacutecEacuteOgrave +EacuteEacuteegravereg ordfEacutexEacuteagraveEacute BEacuteEauml xEacuteEacuteagraveEacute ordmEacuteauml YEacuteEacuteiEacute

|EacuteEEacuteAEligordmEacuteEacuteOgraveordmEacuteEacuteOgrave currenEacuteEacuteIcircordmiEacuteordfEacuteEacutearing agraveEacutearing ordmEacuteagraveEacuteEacuteEacuteEcircacuteEacuteshy] lEacuteauml

7 SEacuteAEligbEacuteOgraveMEacutefAtilde acuteEacuteauml regEacuteVordfEacuteFEacuteaumljEacute VEacuteEacuteauml EacuteAEligVEacuteEacutecurrenEacute EacuteOumlxEacuteMEacuteCcedil~xEacute +EacuteEacuteEcircvEacuteEacuteEcircxEacuteordfEacuteagraveEacute 1966 BEacuteEEacuteOgrave vEacuteEacuteregEacute 4

agraveEacutearing EacuteEcirc EacuteEacuteEcircxEacuteEacuteIgravenshy] ceacute

261

दसरी अनसची [अनचछद 59(3) 65(3) 75(6) 97 125 148(3) 158(3) 164(5) 186 और 221]

भाग क

राषटरपति और 1 राजयो क राजयपालो क बार म उपबध

1 राषटरपति और 1 राजयो क राजयपालो को परति मास तनमनललखिि उपलबधधयो का सदाय ककया जाएगा अरााि ndash

राषटरपति 10000 रपए

राजय का राजयपाल 5500 रपए

2 राषटरपति और 2 राजयो क राजयपालो को ऐस भततो का भी सदाय ककया जाएगा जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल करमशः भारि डोलमतनयन क गिनार जनरल को िरा ितसरानी परािो क गिनारो को सदय र

3 राषटरपति और 3[राजयो] क राजयपाल अपनी-अपनी सपरा पदािधध म ऐस विशषाधधकारो क हकदार होग बजनक इस सविधान क परारभ स ठीक पहल करमशः गिनार जनरल और ितसरानी परािो क गिनार हकदार र

4 जब उपराषटरपति या कोई अनय वयकति राषटरपति क कतसयो का तनिाहन कर रहा ह या उसक रप म काया कर रहा ह या कोई वयकति राजयपाल क कतसयो का तनिाहन कर रहा ह िब िह ऐसी उपलबधधयो भततो और विशषाधधकारो का हकदार होगा बजनका यराबरति िह राषटरपति या राजयपाल हकदार ह बजसक कतसयो का िह तनिाहन करिा ह या यराबरति बजसक रप म िह काया करिा ह

4

1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची

क भाग क म वितनरदाषटrdquo शधदो और अकषर का लोप ककया गया वितत अधधतनयम 2018 (2018 का 13) की धारा 137 दवारा (1-1-2016 स) अब यह ldquoपाच लाि रपएrdquo ह वितत अधधतनयम 2018 (2018 का 13) की धारा 137 दवारा (1-1-2016 स) अब यह ldquoिीन लाि पचास हजार

रपएrdquo ह 2 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoऐस वितनरदाषटrdquo शधदो का लोप (1-

11-1956 स) ककया गया 3 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 दवारा ldquoऐस राजयोrdquo क रान पर (1-11-1956 स) परतिरावपि 4 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 दवारा भाग ि का (1-11-1956 स) लोप ककया गया

भारि का सविधान

262

भाग ग

लोक सभा क अधयकष और उपाधयकष क िरा राजय सभा क सभापति और उपसभापति क िरा 1 2[राजय] की विधान सभा क अधयकष और उपाधयकष क िरा विधान

पररषद क सभापति और उपसभापति क बार म उपबध

7 लोक सभा क अधयकष और राजय सभा क सभापति को ऐस ििन और भततो का सदाय ककया जाएगा जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भारि डोलमतनयन की सविधान सभा क अधयकष को सदय र िरा लोक सभा क उपाधयकष को और राजय सभा क उपसभापति को ऐस ििन और भततो का सदाय ककया जाएगा जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भारि डोलमतनयन की सविधान सभा क उपाधयकष को सदय र

8 3 राजय की विधान सभा क अधयकष और उपाधयकष को िरा 4[राजय] की विधान पररषद क सभापति और उपसभापति को ऐस ििन और भततो का सदाय ककया जाएगा जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल करमशः ितसरानी पराि की विधान सभा क अधयकष और उपाधयकष को िरा विधान पररषद क सभापति और उपसभापति को सदय र और जहा ऐस परारभ स ठीक पहल ितसरानी पराि की कोई विधान पररषद नही री िहा उस राजय की विधान पररषद क सभापति और उपसभापति को ऐस ििन और भततो का सदाय ककया जाएगा जो उस राजय का राजयपाल अिधाररि कर

1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची

क भाग क म क ककसी राजय काrdquo शधदो और अकषर का लोप ककया गया 2 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoककसी ऐस राजयrdquo क रान पर

(1-11-1956 स) परतिरावपि

3 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क म वितनरदाषट ककसी राजय काrdquo शधदो और अकषर का (1-11-1956 स) लोप ककया गया

4 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoकोई ऐसा राजयrdquo क रान पर (1-11-1956 स) परतिरावपि

भारि का सविधान

263

भाग घ उचचिम नयायालय और 1 उचच नयायालयो क नयायाधीशो क बार म उपबध

9 2[(1) उचचिम नयायालय क नयायाधीशो को िािविक सिा म बबिाए समय क ललए परति मास तनमनललखिि दर स ििन का सदाय ककया जाएगा अरााि ndash

मखय नयायमति ा 3[10000 रपए] कोई अनय नयायाधीश 4[9000 रपए]

परि यरद उचचिम नयायालय का कोई नयायाधीश अपनी तनयकति क समय भारि सरकार की या उसकी पिाििी सरकारो म स ककसी की अरिा राजय की सरकार की या उसकी पिाििी सरकारो म स ककसी की पिा सिा क सबध म (तनःशििा या कषति पशन स लभनन) कोई पशन परापत कर रहा ह िो उचचिम नयायालय म सिा क ललए उसक ििन म स 5[तनमनललखिि को घटा रदया जाएगा अरााि ndash

(क) उस पशन की रकम और (ि) यरद उसन ऐसी तनयकति स पहल ऐसी पिा सिा क सबध म अपन

को दय पशन क एक भाग क बदल उसका सरालशि मलय परापत ककया ह िो पशन क उस भाग की रकम और

(ग) यरद उसन ऐसी तनयकति स पहल ऐसी पिा सिा क सबध म तनिवतत-उपदान परापत ककया ह िो उस उपदान क समिलय पशन (2) उचचिम नयायालय का परतसयक नयायाधीश बबना ककराया रदए शासकीय

तनिास क उपयोग का हकदार होगा (3) इस परा क उपपरा (2) की कोई बाि उस नयायाधीश को जो इस सविधान

क परारभ स ठीक पहलndash

1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क म क

राजयो मrdquo शधदो और अकषर का (1-11-1956 स) लोप ककया गया 2 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 25 दवारा ldquoउपपरा (1)rdquo क रान पर (1-11-1956 स)

परतिरावपि 3 सविधान (चौिनिा सशोधन) अधधतनयम 1986 की धारा 4 दवारा (1-4-1986 स) ldquo5000 रपएrdquo क रान पर

परतिरावपि उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का

10) की धारा 6 क अनसार (1-11-1956 स) अब यह ldquo280000 रपएrdquo ह 4 सविधान (चौिनिा सशोधन) अधधतनयम 1986 की धारा 4 दवारा (1-4-1986 स) ldquo4000 रपएrdquo क रान पर

परतिरावपि

उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का 10) की धारा 6 क अनसार (1-11-1956 स) अब यह ldquo250000 रपएrdquo ह

5 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 25 दवारा ldquoउस पशन की रालश घटा दी जाएगीrdquo क रान पर (1-11-1956 स) परतिरावपि

भारि का सविधान

264

(क) फडरल नयायालय क मखय नयायमति ा क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर अनचछद 374 क िड (1) क अधीन उचचिम नयायालय का मखय नयायमति ा बन गया ह या

(ि) फडरल नयायालय क ककसी अनय नयायाधीश क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर उि िड क अधीन उचचिम नयायालय का (मखय नयायमति ा स लभनन) नयायाधीश बन गया ह

उस अिधध म बजसम िह ऐस मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश क रप म पद धारर करिा ह लाग नही होगी और ऐसा परतसयक नयायाधीश जो इस परकार उचचिम नयायालय का मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश बन जािा ह यराबरति ऐस मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश क जो इस परकार उचचिम नयायालय का मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश बन जािा ह यराबरति ऐस मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश क रप म िािविक सिा म बबिाए समय क ललए इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट ििन क अतिररि विशष ििन क रप म ऐसी रकम परापत करन का हकदार होगा जो इस परकार वितनरदाषट ििन और ऐस ििन क अिर क बराबर ह जो िह ऐस परारभ स ठीक पहल परापत कर रहा रा

(4) उचचिम नयायालय का परतसयक नयायाधीश भारि क राजयकषतर क भीिर अपन किावय पालन म की गई यातरा म उपगि वयय की परतिपति ा क ललए ऐस यकतियि भतत परापत करगा और यातरा सबधी उस ऐसी यकतियि सविधाए दी जाएगी जो राषटरपति समय-समय पर विरहि कर

(5) उचचिम नयायालय क नयायाधीशो की अनपबरति छटटी क (बजसक अिगाि छटटी भतत ह) और पशन क सबध म अधधकार उन उपबधो स शालसि होग जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल फडरल नयायालय क नयायाधीशो को लाग र

10 1[(1) उचच नयायालय क नयायाधीशो को िािविक सिा म बबिाए समय क ललए परति मास तनमनललखिि दर स ििन का सदाय ककया जाएगा अरााि ndash

मखय नयायमति ा 2[9000 रपए] कोई अनय नयायाधीश 3[8000 रपए ]

1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 25 दवारा उपपरा (1) क रान पर (1-11-1956 स)

परतिरावपि 2 सविधान (चौिनिा सशोधन) अधधतनयम 1986 की धारा 2 दवारा (1-4-1986 स) ldquo4000 रपएrdquo क रान पर

परतिरावपि उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का

10) की धारा 2 क अनसार (1-11-1956 स) अब यह ldquoदो लाि पचास हजार रपएrdquo ह 3 सविधान (चौिनिा सशोधन) अधधतनयम 1986 की धारा 2 दवारा (1-4-1986 स) ldquo3500 रपएrdquo क रान पर

परतिरावपि उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का

10) की धारा 2 क अनसार (1-11-1956 स) अब यह ldquoदो लाि पचचीस हजार रपएrdquo ह

भारि का सविधान

265

परि यरद ककसी उचच नयायालय का कोई नयायाधीश अपनी तनयकति क समय भारि सरकार की या उसकी पिाििी सरकारो म स ककसी की अरिा राजय की सरकार की या उसकी पिाििी सरकारो म स ककसी की पिा सिा क सबध म (नःशििा या कषति पशन स लभनन) कोई पशन परापत कर रहा ह िो उचच नयायालय म सिा क ललए उसक ििन म स तनमनललखिि को घटा रदया जाएगा अरााि ndash

(क) उस पशन की रकम और (ि) यरद उसन ऐसी तनयकति स पहल ऐसी पिा सिा क सबध म अपन

को दय पशन क एक भाग क बदल म उसका सरालशि मलय परापत ककया ह िो पशन क उस भाग की रकम और

(ग) यरद उसन ऐसी तनयकति स पहल ऐसी पिा सिा क सबध म तनिवतत-उपदान परापत ककया ह िो उस उपदान क समिलय पशन ] (2) ऐसा परतसयक वयकति जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहलndash

(क) ककसी पराि क उचच नयायालय क मखय नयायमति ा क रप म पद धारर कर रहा रा और ऐस परारभ पर अनचछद 376 क िड (1) क अधीन ितसरानी राजय क उचच नयायालय का मखय नयायमति ा बन गया ह या

(ि) ककसी पराि क उचच नयायालय क ककसी अनय नयायाधीश क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर उि िड क अधीन ितसरानी राजय क उचच नयायालय का (मखय नयायमति ा स लभनन) नयायाधीश बन गया ह

यरद िह ऐस परारभ स ठीक पहल इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट दर स उचचिर दर पर ििन परापत कर रहा रा िो यराबरति ऐस मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश क रप म िािविक सिा म बबिाए समय क ललए इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट ििन क अतिररि विशष ििन क रप म ऐसी रकम परापत करन का हकदार होगा जो इस परकार वितनरदाषट ििन और ऐस ििन क अिर क बराबर ह जो िह ऐस परारभ स ठीक पहल परापत कर रहा रा

1[(3) ऐसा कोई वयकति जो सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 क परारभ स ठीक पहल पहली अनसची क भाग ि म वितनरदाषट ककसी राजय क उचच नयायालय क मखय नयायमति ा क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर उि अधधतनयम दवारा यरासशोधधि उि अनसची म वितनरदाषट ककसी राजय क उचच नयायालय का मखय नयायमति ा बन गया ह यरद िह ऐस परारभ स ठीक पहल अपन ििन क अतिररि भतत क रप म कोई रकम परापत कर रहा रा िो ऐस मखय नयायमति ा क रप म िा िविक सिा म बबिाए समय क ललए इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट ििन क अतिररि भतत क रप म िही रकम परापत करन का हकदार होगा 1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 25 दवारा उपपरा (3) और उपपरा (4) क रान पर (1-

11-1956 स) परतिरावपि

भारि का सविधान

266

11 इस भाग म जब िक कक सदभा स अनयरा अपकषकषि न होndash (क) ldquoमखय नयायमति ाrdquo पद क अिगाि कायाकारी मखय नयायमति ा ह और

ldquoनयायाधीशrdquo पद क अिगाि िदार नयायाधीश ह (ि) ldquoिािविक सिाrdquo क अिगािndash

(i) नयायाधीश दवारा नयायाधीश क रप म किावय पालन म या ऐस अनय कतसयो क पालन म बजनका राषटरपति क अनरोध पर उसन तनिाहन करन का भार अपन ऊपर ललया ह बबिाया गया समय ह

(ii) उस समय को छोडकर बजसम नयायाधीश छटटी लकर अनपबरि ह दीघाािकाश ह और

(iii) उचच नयायालय स उचचिम नयायालय को या एक उचच नयायालय स दसर उचच नयायालय को अिरर पर जान पर पदगरहर-काल ह

भाग ङ भारि क तनयतरक-महालिापरीकषक क बार म उपबध

12 (1) भारि क तनयतरक-महालिापरीकषक को चार हजार रपए परतिमास की दर स ििन का सदाय ककया जाएगा

(2) ऐसा कोई वयकति जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भारि क महालिापरीकषक क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर अनचछद 377 क अधीन भारि का तनयतरक-महालिापरीकषक बन गया ह इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट ििन क अतिररि विशष ििन क रप म ऐसी रकम परापत करन का हकदार होगा जो इस परकार वितनरदाषट ििन और ऐस ििन क अिर क बराबर ह जो िह ऐस परारभ स ठीक पहल भारि क महालिापरीकषक क रप म परापत कर रहा रा

(3) भारि क तनयतरक-महालिापरीकषक की अनपबरति छटटी और पशन िरा अनय सिा-शिो क सबध म अधधकार उन उपबधो स यराबरति शालसि होग या शालसि होि रहग जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भारि क महालिापरीकषक को लाग र और उन उपबधो म गिनार जनरल क परति सभी तनदशो का यह अरा लगाया जाएगा कक ि राषटरपति क परति तनदश ह

तनयतरक-महालिापरीकषक (किावय शकतिया िरा सिा की शि) अधधतनयम 1971 (1971 का 56) की धारा 3 दवारा

भारि क तनयतरक-महालिापरीकषक को उचचिम नयायालय क नयायाधीशो क बराबर ििन का सदाय ककया जाएगा उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का 10) की धारा 6 दवारा (1-11-1956 स) उचचिम नयायालय क नयायाधीशो का ििन ldquoदो लाि पचास हजार रपएrdquo परति मास िक बढा रदया गया ह

6

भाग 3 मल अिधकार

साधारण 12 पिरभाषाndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo क

अतगरत भारत की सरकार और सस तथा रा य म स पर यक रा य की सरकार और िवधान-मडल तथा भारत क रा यकषतर क भीतर या भारत सरकार क िनयतरण क अधीन सभी थानीय और अ य परािधकारी ह

13 मल अिधकार स असगत या उनका अ पीकरण करन वाली िविधयाndash(1) इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल भारत क रा यकषतर म परव सभी िविधया उस मातरा तक श य ह गी िजस तक व इस भाग क उपबध स असगत ह

(2) रा य ऐसी कोई िविध नही बनाएगा जो इस भाग दवारा परद अिधकार को छीनती ह या यन करती ह और इस खड क उ लघन म बनाई गई पर यक िविध उ लघन की मातरा तक श य होगी

(3) इस अन छद म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो-- (क) ldquoिविधrdquo क अतगरत भारत क रा यकषतर म िविध का बल रखन वाला कोई

अ यादश आदश उपिविध िनयम िविनयम अिधसचना िढ़ या परथा ह (ख) ldquoपरव िविधrdquo क अतगरत भारत क रा यकषतर म िकसी िवधान-मडल या

अ य सकषम परािधकारी दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल पािरत या बनाई गई िविध ह जो पहल ही िनरिसत नही कर दी गई ह चाह ऐसी कोई िविध या उसका कोई भाग उस समय पणरतया या िविश कषतर म परवतरन म नही ह 1[(4) इस अन छद की कोई बात अन छद 368 क अधीन िकए गए इस सिवधान क

िकसी सशोधन को लाग नही होगी ] समता का अिधकार

14 िविध क समकष समताndashरा य भारत क रा यकषतर म िकसी यिकत को िविध क समकष समता स या िविधय क समान सरकषण स विचत नही करगा

15 धमर मलवश जाित िलग या ज म थान क आधार पर िवभद का परितषधndash(1) रा य िकसी नागिरक क िव दध कवल धमर मलवश जाित िलग ज म थान या इनम स िकसी क आधार पर कोई िवभद नही करगा

(2) कोई नागिरक कवल धमर मलवश जाित िलग ज म थान या इनम स िकसी क आधार परndash 1 सिवधान (चौबीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 2 दवारा (5-11-1971 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 7

(क) दकान सावरजिनक भोजनालय होटल और सावरजिनक मनोरजन क थान म परवश या

(ख) पणरतः या भागतः रा य-िनिध स पोिषत या साधारण जनता क परयोग क िलए समिपरत कओ तालाब नानघाट सड़क और सावरजिनक समागम क थान क उपयोग

क सबध म िकसी भी िनय गयता दािय व िनबर धन या शतर क अधीन नही होगा (3) इस अन छद की कोई बात रा य को ि य और बालक क िलए कोई िवशष

उपबध करन स िनवािरत नही करगी 1[(4) इस अन छद की या अन छद 29 क खड (2) की कोई बात रा य को सामािजक

और शिकषक ि स िपछड़ हए नागिरक क िक ही वग की उ नित क िलए या अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए कोई िवशष उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

2[(5) इस अन छद या अन छद 19 क खड (1) क उपखड (छ) की कोई बात रा य को सामािजक और शिकषक ि स िपछड़ हए नागिरक क िक ही वग की उ नित क िलए या अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय क िलए िविध दवारा कोई िवशष उपबध करन स िनवािरत नही करगी जहा तक ऐस िवशष उपबध अन छद 30 क खड (1) म िनिदर अ पसखयक िशकषा स थाओ स िभ न िशकषा स थाओ म िजनक अतगरत पराइवट िशकषा स थाए भी ह चाह व रा य स सहायता परा ह या नही परवश स सबिधत ह ]

3[(6) इस अन छद या अन छद 19 क खड (1) क उपखड (छ) या अन छद 29 क खड (2) की कोई बात रा य को--

(क) खड (4) और खड (5) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक प स दबरल िक ही वग की उ नित क िलए कोई भी िवशष उपबध करन स िनवािरत

नही करगी और (ख) खड (4) और खड (5) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक

प स दबरल िक ही वग की उ नित क िलए कोई भी िवशष उपबध करन स वहा िनवािरत नही करगी जहा तक ऐस उपबध ऐसी शकषिणक स थाओ म िजनक अतगरत अन छद 30 क खड (1) म िनिदर ट अ पसख यक शकषिणक स थाओ स िभ न पराइवट शकषिणक स थाए भी ह चाह व रा य दवारा सहायता पान वाली ह या सहायता न पान वाली ह परवश स सबिधत ह जो आरकषण की दशा म िवदयमान आरकषण क अितिरक त तथा पर यक परवगर म कल थान क अिधकतम दस परितशत क अ यधीन ह ग प टीकरण--इस अन छद और अन छद 16 क परयोजन क िलए आिथरक प स

1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 2 दवारा (18-6-1951 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (ितरानववा सशोधन) अिधिनयम 2005 की धारा 2 दवारा (20-1-2006 स) अ तः थािपत 3 सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 की धारा 2 दवारा (14-1-2019 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 8

दबरल वगर व ह ग जो रा य दवारा कटब की आय और आिथरक अलाभ क अ य सचक क आधार पर समय-समय पर अिधसिचत िकए जाए ]

16 लोक िनयोजन क िवषय म अवसर की समताndash(1) रा य क अधीन िकसी पद पर िनयोजन या िनयिकत स सबिधत िवषय म सभी नागिरक क िलए अवसर की समता होगी

(2) रा य क अधीन िकसी िनयोजन या पद क सबध म कवल धमर मलवश जाित िलग उदभव ज म थान िनवास या इनम स िकसी क आधार पर न तो कोई नागिरक अपातर होगा और न उसस िवभद िकया जाएगा

(3) इस अन छद की कोई बात सस को कोई ऐसी िविध बनान स िनवािरत नही करगी जो 1[िकसी रा य या सघ रा यकषतर की सरकार क या उसम क िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन वाल िकसी वगर या वग क पद पर िनयोजन या िनयिकत क सबध म ऐस िनयोजन या िनयिकत स पहल उस रा य या सघ रा यकषतर क भीतर िनवास िवषयक कोई अपकषा िविहत करती ह ]

(4) इस अन छद की कोई बात रा य को िपछड़ हए नागिरक क िकसी वगर क पकष म िजनका परितिनिध व रा य की राय म रा य क अधीन सवाओ म पयार नही ह िनयिकतय या पद क आरकषण क िलए उपबध करन स िनवािरत नही करगी

2[(4क) इस अन छद की कोई बात रा य को अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क पकष म िजनका परितिनिध व रा य की राय म रा य क अधीन सवाओ म पयार नही ह रा य क अधीन सवाओ म 3[िकसी वगर या वग क पद पर पािरणािमक य ता सिहत परो नित क मामल म] आरकषण क िलए उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

4[(4ख) इस अन छद की कोई बात रा य को िकसी वषर म िक ही न भरी गई ऐसी िरिकतय को जो खड (4) या खड (4क) क अधीन िकए गए आरकषण क िलए िकसी उपबध क अनसार उस वषर म भरी जान क िलए आरिकषत ह िकसी उ रवतीर वषर या वष म भर जान क िलए पथक वगर की िरिकतय क प म िवचार करन स िनवािरत नही करगी और ऐस वगर की िरिकतय पर उस वषर की िरिकतय क साथ िजसम व भरी जा रही ह उस वषर की िरिकतय की कल सखया क सबध म पचास परितशत आरकषण की अिधकतम सीमा का अवधारण करन क िलए िवचार नही िकया जाएगा ]

(5) इस अन छद की कोई बात िकसी ऐसी िविध क परवतरन पर परभाव नही डालगी जो यह उपबध करती ह िक िकसी धािमरक या सापरदाियक स था क कायरकलाप स सबिधत कोई

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य क या उसक कषतर म िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन उस रा य क भीतर िनवास िवषयक कोई अपकषा िविहत करती होrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

2 सिवधान (सतह रवा सशोधन) अिधिनयम 1995 की धारा 2 दवारा (17-6-1995 स) अतः थािपत 3 सिवधान (पचासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 2 दवारा भतलकषी परभाव स (17-6-1995 स) कितपय

श द क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (इकयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 2 दवारा (9-6-2000 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 9

पदधारी या उसक शासी िनकाय का कोई सद य िकसी िविश धमर का मानन वाला या िविश सपरदाय का ही हो

1[(6) इस अन छद की कोई बात रा य को िवदयमान आरकषण क अितिरक त तथा पर यक परवगर म पद क अिधकतम दस परितशत क अ यधीन खड (4) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक प स दबरल िक ही वग क पकष म िनयिक तय और पद क आरकषण क िलए कोई भी उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

17 अ प यता का अतndashldquoअ प यताrdquo का अत िकया जाता ह और उसका िकसी भी प म आचरण िनिषदध िकया जाता ह ldquoअ प यताrdquo स उपजी िकसी िनय गयता को लाग करना अपराध होगा जो िविध क अनसार दडनीय होगा

18 उपािधय का अतndash(1) रा य सना या िवदया सबधी स मान क िसवाय और कोई उपािध परदान नही करगा

(2) भारत का कोई नागिरक िकसी िवदशी रा य स कोई उपािध वीकार नही करगा (3) कोई यिकत जो भारत का नागिरक नही ह रा य क अधीन लाभ या िव ास क

िकसी पद को धारण करत हए िकसी िवदशी रा य स कोई उपािध रा पित की सहमित क िबना वीकार नही करगा

(4) रा य क अधीन लाभ या िव ास का पद धारण करन वाला कोई यिकत िकसी िवदशी रा य स या उसक अधीन िकसी प म कोई भट उपलि ध या पद रा पित की सहमित क िबना वीकार नही करगा

वात य-अिधकार 19 वाक- वात य आिद िवषयक कछ अिधकार का सरकषणndash(1) सभी नागिरक कोndash

(क) वाक- वात य और अिभ यिकत- वात य का (ख) शाितपवरक और िनरायध स मलन का (ग) सगम या सघ 2[या सहकारी सोसाइटी] बनान का (घ) भारत क रा यकषतर म सवरतर अबाध सचरण का (ङ) भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म िनवास करन और बस जान का

1 सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 की धारा 3 दवारा (14-1-2019 स) अतः थािपत 2 सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 2 दवारा (8-2-2012 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 10

1[और] 2(च) (छ) कोई वि उपजीिवका यापार या कारबार करन का

अिधकार होगा 3[(2) खड (1) क उपखड (क) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क

परयोग पर 4[भारत की परभता और अखडता] रा य की सरकषा िवदशी रा य क साथ मतरीपणर सबध लोक यव था िश ाचार या सदाचार क िहत म अथवा यायालय-अवमान मानहािन या अपराध-उ ीपन क सबध म यिकतयकत िनबरधन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबरधन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी ]

(3) उकत खड क उपखड (ख) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर 5[भारत की परभता और अखडता या] लोक यव था क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(4) उकत खड क उपखड (ग) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर 5[भारत की परभता और अखडता या] लोक यव था या सदाचार क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(5) उकत खड क 6[उपखड (घ) और उपखड (ङ)] की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर साधारण जनता क िहत म या िकसी अनसिचत जनजाित क िहत क सरकषण क िलए यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(6) उकत खड क उपखड (छ) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर साधारण जनता क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) उपखड (च) का लोप िकया

गया 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) खड (2) क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 5 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 6 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) ldquoउपखड (घ) उपखड (ङ) और

उपखड (च)rdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान 11

करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी और िविश तया 1[उकत उपखड की कोई बातndash

(i) कोई वि उपजीिवका यापार या कारबार करन क िलए आव यक वि क या तकनीकी अहरताओ स या

(ii) रा य दवारा या रा य क वािम व या िनयतरण म िकसी िनगम दवारा कोई यापार कारबार उदयोग या सवा नागिरक का पणरतः या भागतः अपवजरन करक या अ यथा चलाए जान स

जहा तक कोई िवदयमान िविध सबध रखती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या इस परकार सबध रखन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी ]

20 अपराध क िलए दोषिसिदध क सबध म सरकषणndash(1) कोई यिकत िकसी अपराध क िलए तब तक िसदधदोष नही ठहराया जाएगा जब तक िक उसन ऐसा कोई कायर करन क समय जो अपराध क प म आरोिपत ह िकसी परव िविध का अितकरमण नही िकया ह या उसस अिधक शाि त का भागी नही होगा जो उस अपराध क िकए जान क समय परव िविध क अधीन अिधरोिपत की जा सकती थी

(2) िकसी यिकत को एक ही अपराध क िलए एक बार स अिधक अिभयोिजत और दिडत नही िकया जाएगा

(3) िकसी अपराध क िलए अिभयकत िकसी यिकत को वय अपन िव दध साकषी होन क िलए बा य नही िकया जाएगा

21 पराण और दिहक वततरता का सरकषणndashिकसी यिकत को उसक पराण या दिहक वततरता स िविध दवारा थािपत परिकरया क अनसार ही विचत िकया जाएगा अ यथा नही

2[21क िशकषा का अिधकारndashरा य छह वषर स चौदह वषर तक की आय वाल सभी बालक क िलए नःश क और अिनवायर िशकषा दन का ऐसी रीित म जो रा य िविध दवारा अवधािरत कर उपबध करगा ]

22 कछ दशाओ म िगर तारी और िनरोध स सरकषणndash(1) िकसी यिकत को जो िगर तार िकया गया ह ऐसी िगर तारी क कारण स यथाशीघर अवगत कराए िबना अिभरकषा म िन दध नही रखा जाएगा या अपनी िच क िविध यवसायी स परामशर करन और परितरकषा करान क अिधकार स विचत नही रखा जाएगा

(2) पर यक यिकत को जो िगर तार िकया गया ह और अिभरकषा म िन दध रखा गया ह िगर तारी क थान स मिज टरट क यायालय तक यातरा क िलए आव यक समय को छोड़कर ऐसी िगर तारी स चौबीस घट की अविध म िनकटतम मिज टरट क समकष पश िकया 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 3 दवारा कितपय श द क थान पर (18-6-1951 स)

परित थािपत 2 सिवधान (िछयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2002 की धारा 2 दवारा (1-4-2010 स) अ तः थािपत

भारत का सिवधान 12

जाएगा और ऐस िकसी यिकत को मिज टरट क परािधकार क िबना उकत अविध स अिधक अविध क िलए अिभरकषा म िन दध नही रखा जाएगा

(3) खड (1) और खड (2) की कोई बात िकसी ऐस यिकत को लाग नही होगी जोndash (क) त समय शतर अ यदशीय ह या (ख) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िगर तार या

िन दध िकया गया ह (4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का तीन मास स

अिधक अविध क िलए तब तक िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िकndash (क) ऐस यिकतय स जो उ च यायालय क यायाधीश ह या यायाधीश रह

ह या यायाधीश िनयकत होन क िलए अिहरत ह िमलकर बन सलाहकार बोडर न तीन मास की उकत अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत इस उपखड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध स अिधक अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (ख) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की गई ह या

सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स

जो िक अिधसिचत नही हई ह) खड (4) क थान पर िन निलिखत परित थािपत िकया जाएगा-- (4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का दो मास स अिधक की

अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िक समिचत उ च यायालय क मखय यायमितर की िसफािरश क अनसार गिठत सलाहकार बोडर न उकत दो मास की अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत सलाहकार बोडर एक अ यकष और कम स कम दो अ य सद य स िमलकर बनगा और अ यकष समिचत उ च यायालय का सवारत यायाधीश होगा और अ य सद य िकसी उ च यायालय क सवारत या सवािनव यायाधीश ह ग

परत यह और िक इस खड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (क) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की जाए

प ीकरण--इस खड म ldquoसमिचत उ च यायालयrdquo स अिभपरत ह-- (i) भारत सरकार या उस सरकार क अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी दवारा िकए गए िनरोध

आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म िद ली सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालय (ii) (सघ रा यकषतर स िभ न) िकसी रा य सरकार दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म

िन दध यिकत की दशा म उस रा य क िलए उ च यायालय और (iii) िकसी सघ रा यकषतर क परशासक या ऐस परशासक क अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी

दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म वह उ च यायालय जो सस दवारा इस िनिम बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविनिदर िकया जाए

भारत का सिवधान 13

(ख) ऐस यिकत को खड (7) क उपखड (क) और उपखड (ख) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध क उपबध क अनसार िन दध नही िकया जाता ह (5) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िकए गए आदश क

अनसरण म जब िकसी यिकत को िन दध िकया जाता ह तब आदश करन वाला परािधकारी यथाशकय शीघर उस यिकत को यह ससिचत करगा िक वह आदश िकन आधार पर िकया गया ह और उस आदश क िव दध अ यावदन करन क िलए उस शीघराितशीघर अवसर दगा

(6) खड (5) की िकसी बात स ऐसा आदश जो उस खड म िनिदर ह करन वाल परािधकारी क िलए ऐस त य को परकट करना आव यक नही होगा िज ह परकट करना ऐसा परािधकारी लोकिहत क िव दध समझता ह

(7) सस िविध दवारा िविहत कर सकगी िकndash (क) िकन पिरि थितय क अधीन और िकस वगर या वग क मामल म िकसी

यिकत को िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन तीन मास स अिधक अविध क िलए खड (4) क उपखड (क) क उपबध क अनसार सलाहकार बोडर की राय परा िकए िबना िन दध िकया जा सकगा

(ख) िकसी वगर या वग क मामल म िकतनी अिधकतम अविध क िलए िकसी यिकत को िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िन दध िकया जा सकगा और

(ग) [खड (4) क उपखड (क)] क अधीन की जान वाली जाच म सलाहकार बोडर दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया कया होगी

शोषण क िव दध अिधकार 23 मानव क द यारपार और बला म का परितषधndash(1) मानव का द यारपार और बगार

तथा इसी परकार का अ य बला म परितिषदध िकया जाता ह और इस उपबध का कोई भी सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (क) का लोप िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (ख) को उपखड (क) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (ग) को उपखड (ख) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक

अिधसिचत नही हई ह) बड़ी को क म क श द क थान पर ldquoखड (4)rdquo श द को क और अक रख जाएग

भारत का सिवधान 14

उ लघन अपराध होगा जो िविध क अनसार दडनीय होगा (2) इस अन छद की कोई बात रा य को सावरजिनक परयोजन क िलए अिनवायर सवा

अिधरोिपत करन स िनवािरत नही करगी ऐसी सवा अिधरोिपत करन म रा य कवल धमर मलवश जाित या वगर या इनम स िकसी क आधार पर कोई िवभद नही करगा

24 कारखान आिद म बालक क िनयोजन का परितषधndashचौदह वषर स कम आय क िकसी बालक को िकसी कारखान या खान म काम करन क िलए िनयोिजत नही िकया जाएगा या िकसी अ य पिरसकटमय िनयोजन म नही लगाया जाएगा

धमर की वततरता का अिधकार 25 अतःकरण की और धमर क अबाध प स मानन आचरण और परचार करन की

वततरताndash(1) लोक यव था सदाचार और वा य तथा इस भाग क अ य उपबध क अधीन रहत हए सभी यिकतय को अतःकरण की वततरता का और धमर क अबाध प स मानन आचरण करन और परचार करन का समान हक होगा

(2) इस अन छद की कोई बात िकसी ऐसी िवदयमान िविध क परवतरन पर परभाव नही डालगी या रा य को कोई ऐसी िविध बनान स िनवािरत नही करगी जोndash

(क) धािमरक आचरण स सबदध िकसी आिथरक िव ीय राजनितक या अ य लौिकक िकरयाकलाप का िविनयमन या िनबर धन करती ह

(ख) सामािजक क याण और सधार क िलए या सावरजिनक परकार की िहदओ की धािमरक स थाओ को िहदओ क सभी वग और अनभाग क िलए खोलन का उपबध करती ह प ीकरण 1ndashकपाण धारण करना और लकर चलना िसकख धमर क मानन का अग

समझा जाएगा प ीकरण 2ndashखड (2) क उपखड (ख) म िहदओ क परित िनदश का यह अथर लगाया

जाएगा िक उसक अतगरत िसकख जन या बौदध धमर क मानन वाल यिकतय क परित िनदश ह और िहदओ की धािमरक स थाओ क परित िनदश का अथर तदनसार लगाया जाएगा

26 धािमरक काय क परबध की वततरताndashलोक यव था सदाचार और वा य क अधीन रहत हए पर यक धािमरक सपरदाय या उसक िकसी अनभाग कोndash

(क) धािमरक और पतर परयोजन क िलए स थाओ की थापना और पोषण का (ख) अपन धमर िवषयक काय का परबध करन का (ग) जगम और थावर सपि क अजरन और वािम व का और (घ) ऐसी सपि का िविध क अनसार परशासन करन का

भारत का सिवधान 15

अिधकार होगा 27 िकसी िविश धमर की अिभविदध क िलए कर क सदाय क बार म वततरताndashिकसी

भी यिकत को ऐस कर का सदाय करन क िलए बा य नही िकया जाएगा िजनक आगम िकसी िविश धमर या धािमरक सपरदाय की अिभविदध या पोषण म यय करन क िलए िविनिदर प स िविनयोिजत िकए जात ह

28 कछ िशकषा स थाओ म धािमरक िशकषा या धािमरक उपासना म उपि थत होन क बार म वततरताndash(1) रा य-िनिध स पणरतः पोिषत िकसी िशकषा स था म कोई धािमरक िशकषा नही दी जाएगी

(2) खड (1) की कोई बात ऐसी िशकषा स था को लाग नही होगी िजसका परशासन रा य करता ह िकत जो िकसी ऐस िव यास या यास क अधीन थािपत हई ह िजसक अनसार उस स था म धािमरक िशकषा दना आव यक ह

(3) रा य स मा यतापरा या रा य-िनिध स सहायता पान वाली िशकषा स था म उपि थत होन वाल िकसी यिकत को ऐसी स था म दी जान वाली धािमरक िशकषा म भाग लन क िलए या ऐसी स था म या उसस सलगन थान म की जान वाली धािमरक उपासना म उपि थत होन क िलए तब तक बा य नही िकया जाएगा जब तक िक उस यिकत न या यिद वह अवय क ह तो उसक सरकषक न इसक िलए अपनी सहमित नही द दी ह

स कित और िशकषा सबधी अिधकार 29 अ पसखयक-वग क िहत का सरकषणndash(1) भारत क रा यकषतर या उसक िकसी

भाग क िनवासी नागिरक क िकसी अनभाग को िजसकी अपनी िवशष भाषा िलिप या स कित ह उस बनाए रखन का अिधकार होगा

(2) रा य दवारा पोिषत या रा य-िनिध स सहायता पान वाली िकसी िशकषा स था म परवश स िकसी भी नागिरक को कवल धमर मलवश जाित भाषा या इनम स िकसी क आधार पर विचत नही िकया जाएगा

30 िशकषा स थाओ की थापना और परशासन करन का अ पसखयक-वग का अिधकारndash(1) धमर या भाषा पर आधािरत सभी अ पसखयक-वग को अपनी िच की िशकषा स थाओ की थापना और परशासन का अिधकार होगा

1[(1क) खड (1) म िनिदर िकसी अ पसखयक-वगर दवारा थािपत और परशािसत िशकषा स था की सपि क अिनवायर अजरन क िलए उपबध करन वाली िविध बनात समय रा य यह सिनि त करगा िक ऐसी सपि क अजरन क िलए ऐसी िविध दवारा िनयत या उसक अधीन 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 4 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 16

अवधािरत रकम इतनी हो िक उस खड क अधीन पर याभत अिधकार िनबरि धत या िनराकत न हो जाए ]

(2) िशकषा स थाओ को सहायता दन म रा य िकसी िशकषा स था क िव दध इस आधार पर िवभद नही करगा िक वह धमर या भाषा पर आधािरत िकसी अ पसखयक-वगर क परबध म ह

1 31 [सपि का अिनवायर अजरन ]ndashसिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978

की धारा 6 दवारा (20-6-1979 स) िनरिसत 2[कछ िविधय की यावि ]

3[31क सपदाओ आिद क अजरन क िलए उपबध करन वाली िविधय की यावि ndash 4[(1) अन छद 13 म अतिवर िकसी बात क होत हए भीndash

(क) िकसी सपदा क या उसम िक ही अिधकार क रा य दवारा अजरन क िलए या िक ही ऐस अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या

(ख) िकसी सपि का परबध लोकिहत म या उस सपि का उिचत परबध सिनि त करन क उ य स पिरसीिमत अविध क िलए रा य दवारा ल िलए जान क िलए या

(ग) दो या अिधक िनगम को लोकिहत म या उन िनगम म स िकसी का उिचत परबध सिनि त करन क उ य स समामिलत करन क िलए या

(घ) िनगम क परबध अिभकतारओ सिचव और कोषा यकष परबध िनदशक िनदशक या परबधक क िक ही अिधकार या उनक शयरधारक क मत दन क िक ही अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या

(ङ) िकसी खिनज या खिनज तल की खोज करन या उस परा करन क परयोजन क िलए िकसी करार पटट या अनजञि क आधार पर परोदभत होन वाल िक ही अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या िकसी ऐस करार पटट या अनजञि को समय स पहल समा करन या र करन क िलए

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 5 दवारा (20-6-1979 स) उपशीषर सपि का अिधकार

का लोप िकया गया 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 3 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 4 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत 4 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान 17

उपबध करन वाली िविध इस आधार पर श य नही समझी जाएगी िक वह 1[अन छद 14 या अन छद 19] दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनती ह या यन करती ह

परत जहा ऐसी िविध िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध ह वहा इस अन छद क उपबध उस िविध को तब तक लाग नही ह ग जब तक ऐसी िविध को जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखी गई ह उसकी अनमित परा नही हो गई ह ]

2[परत यह और िक जहा िकसी िविध म िकसी सपदा क रा य दवारा अजरन क िलए कोई उपबध िकया गया ह और जहा उसम समािव कोई भिम िकसी यिकत की अपनी जोत म ह वहा रा य क िलए ऐसी भिम क ऐस भाग को जो िकसी त समय परव िविध क अधीन उसको लाग अिधकतम सीमा क भीतर ह या उस पर िनिमरत या उसस अनलगन िकसी भवन या सरचना को अिजरत करना उस दशा क िसवाय िविधपणर नही होगा िजस दशा म ऐसी भिम भवन या सरचना क अजरन स सबिधत िविध उस दर स परितकर क सदाय क िलए उपबध करती ह जो उसक बाजार-म य स कम नही होगी ]

(2) इस अन छद मndash 3[(क) ldquoसपदाrdquo पद का िकसी थानीय कषतर क सबध म वही अथर ह जो उस

पद का या उसक समत य थानीय पद का उस कषतर म परव भ-धितय स सबिधत िवदयमान िविध म ह और इसक अतगरतndash

(i) कोई जागीर इनाम या मआफी अथवा वसा ही अ य अनदान और 4[तिमलनाड] और करल रा य म कोई ज मम अिधकार भी होगा

(ii) रयतबाड़ी बदोब त क अधीन धत कोई भिम भी होगी (iii) किष क परयोजन क िलए या उसक सहायक परयोजन क िलए धत

या पटट पर दी गई कोई भिम भी होगी िजसक अतगरत बजर भिम वन भिम चरागाह या भिम क कषक किष िमक और गरामीण कारीगर क अिधभोग म भवन और अ य सरचनाओ क थल ह ] (ख) ldquoअिधकारrdquo पद क अतगरत िकसी सपदा क सबध म िकसी व वधारी

उप- व वधारी अवर व वधारी भ-धितधारक 5[रयत अवर रयत] या अ य म यवतीर म िनिहत कोई अिधकार और भ-राज व क सबध म कोई अिधकार या िवशषािधकार ह ग ]

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 7 दवारा (20-6-1979 स) ldquoअन छद 14 अन छद 19

या अन छद 31rdquo क थान पर परित थािपत 2 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 2 दवारा (20-6-1964 स) अतः थािपत 3 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 2 दवारा भतलकषी परभाव स उपखड (क) क थान पर परित थािपत

4 मदरास रा य (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1968 (1968 का 53) की धारा 4 दवारा (14-1-1969 स) ldquoमदरासrdquo क थान पर परित थािपत

5 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 18

1[31ख कछ अिधिनयम और िविनयम का िविधमा यकरणndashअन छद 31क म अतिवर उपबध की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना नवी अनसची म िविनिदर अिधिनयम और िविनयम म स और उनक उपबध म स कोई इस आधार पर श य या कभी श य हआ नही समझा जाएगा िक वह अिधिनयम िविनयम या उपबध इस भाग क िक ही उपबध दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनता ह या यन करता ह और िकसी यायालय या अिधकरण क िकसी परितकल िनणरय िडकरी या आदश क होत हए भी उकत अिधिनयम और िविनयम म स पर यक उस िनरिसत या सशोिधत करन की िकसी सकषम िवधान-मडल की शिकत क अधीन रहत हए परव बना रहगा ]

2[31ग कछ िनदशक त व को परभावी करन वाली िविधय की यावि ndashअन छद 13 म िकसी बात क होत हए भी कोई िविध जो 3[भाग 4 म अिधकिथत सभी या िक ही त व ] को सिनि त करन क िलए रा य की नीित को परभावी करन वाली ह इस आधार पर श य नही समझी जाएगी िक वह 4[अन छद 14 या अन छद 19] दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनती ह या यन करती ह 5[और कोई िविध िजसम यह घोषणा ह िक वह ऐसी नीित को परभावी करन क िलए ह िकसी यायालय म इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक वह ऐसी नीित को परभावी नही करती ह]

परत जहा ऐसी िविध िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई जाती ह वहा इस अन छद क उपबध उस िविध को तब तक लाग नही ह ग जब तक ऐसी िविध को जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखी गई ह उसकी अनमित परा नही हो गई ह

631घ [रा िवरोधी िकरयाकलाप क सबध म िविधय की यावि ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 2 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

सािवधािनक उपचार का अिधकार 32 इस भाग दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए उपचारndash(1) इस भाग

दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए समिचत कायरवािहय दवारा उ चतम यायालय म समावदन करन का अिधकार पर याभत िकया जाता ह

(2) इस भाग दवारा परद अिधकार म स िकसी को परवितरत करान क िलए उ चतम 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 5 दवारा (18-6-1951 स) अतः थािपत 2 सिवधान (प चीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 3 दवारा (20-4-1972 स) अतः थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 4 दवारा (3-1-1977 स) ldquoअन छद 39 क खड (ख) या खड (ग) म िविनिदर िसदधात rdquo क थान पर परित थािपत धारा 4 को उ चतम यायालय दवारा िमनवार िम स िल0 और अ य बनाम भारत सघ और अ य एआईआर 1980 एस0सी0 1789 म अिविधमा य घोिषत कर िदया गया

4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 8 दवारा (20-6-1979 स) ldquoअन छद 14 अन छद 19 या अन छद 31rdquo क थान पर परित थािपत

5 उ चतम यायालय न कशवानद भारती बनाम करल रा य एआईआर 1973 एस0सी0 1461 म ितरछ टाइप म िदए गए उपबध को अिविधमा य घोिषत कर िदया ह

6 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 5 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 19

यायालय को ऐस िनदश या आदश या िरट िजनक अतगरत बदी पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार-प छा और उपरषण िरट ह जो भी समिचत हो िनकालन की शिकत होगी

(3) उ चतम यायालय को खड (1) और खड (2) दवारा परद शिकतय पर परितकल परभाव डाल िबना सस उ चतम यायालय दवारा खड (2) क अधीन परयोकत य िक ही या सभी शिकतय का िकसी अ य यायालय को अपनी अिधकािरता की थानीय सीमाओ क भीतर परयोग करन क िलए िविध दवारा सशकत कर सकगी

(4) इस सिवधान दवारा अ यथा उपबिधत क िसवाय इस अन छद दवारा पर याभत अिधकार िनलिबत नही िकया जाएगा

132क [रा य िविधय की सािवधािनक वधता पर अन छद 32 क अधीन कायरवािहय म िवचार न िकया जाना ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 3 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

2[33 इस भाग दवारा परद अिधकार का बल आिद को लाग होन म उपातरण करन की सस की शिकतndashसस िविध दवारा अवधारण कर सकगी िक इस भाग दवारा परद अिधकार म स कोईndash

(क) सश बल क सद य को या (ख) लोक यव था बनाए रखन का भारसाधन करन वाल बल क सद य को या (ग) आसचना या परित आसचना क परयोजन क िलए रा य दवारा थािपत

िकसी यरो या अ य सगठन म िनयोिजत यिकतय को या (घ) खड (क) स खड (ग) म िनिदर िकसी बल यरो या सगठन क परयोजन क

िलए थािपत दरसचार परणाली म या उसक सबध म िनयोिजत यिकतय को लाग होन म िकस िव तार तक िनबरि धत या िनराकत िकया जाए िजसस उनक कतर य का उिचत पालन और उनम अनशासन बना रहना सिनि त रह ]

34 जब िकसी कषतर म सना िविध परव ह तब इस भाग दवारा परद अिधकार पर िनबर धनndashइस भाग क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा सघ या िकसी रा य की सवा म िकसी यिकत की या िकसी अ य यिकत की िकसी ऐस कायर क सबध म कषितपित र कर सकगी जो उसन भारत क रा यकषतर क भीतर िकसी ऐस कषतर म जहा सना िविध परव थी यव था क बनाए रखन या पनः थापन क सबध म िकया ह या ऐस कषतर म सना िविध क अधीन पािरत दडादश िदए गए दड आिद समपहरण या िकए गए 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 6 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (पचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 2 दवारा अन छद 33 क थान पर (11-9-1984 स) परित थािपत

भारत का सिवधान 20

अ य कायर को िविधमा य कर सकगी 35 इस भाग क उपबध को परभावी करन क िलए िवधानndashइस सिवधान म िकसी बात

क होत हए भीndash (क) सस को शिकत होगी और िकसी रा य क िवधान-मडल को शिकत नही

होगी िक वहndash (i) िजन िवषय क िलए अन छद 16 क खड (3) अन छद 32 क

खड (3) अन छद 33 और अन छद 34 क अधीन सस िविध दवारा उपबध कर सकगी उनम स िकसी क िलए और

(ii) ऐस काय क िलए जो इस भाग क अधीन अपराध घोिषत िकए गए ह दड िविहत करन क िलए

िविध बनाए और सस इस सिवधान क परारभ क प ात यथाशकय शीघर ऐस काय क िलए जो उपखड (ii) म िनिदर ह दड िविहत करन क िलए िविध बनाएगी

(ख) खड (क) क उपखड (i) म िनिदर िवषय म स िकसी स सबिधत या उस खड क उपखड (ii) म िनिदर िकसी कायर क िलए दड का उपबध करन वाली कोई परव िविध जो भारत क रा यकषतर म इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल परव थी उसक िनबधन क और अन छद 372 क अधीन उसम िकए गए िक ही अनकलन और उपातरण क अधीन रहत हए तब तक परव रहगी जब तक उसका सस दवारा पिरवतरन या िनरसन या सशोधन नही कर िदया जाता ह प ीकरणndashइस अन छद म ldquoपरव िविधrdquo पद का वही अथर ह जो अन छद 372 म ह

271

1[चौथी अनसची [अन छद 4(1) और अन छद 80(2)]

रा य सभा म थान का आबटन िन निलिखत सारणी क पहल तभ म िविनिदर पर यक रा य या सघ रा यकषतर

को उतन थान आबिटत िकए जाएग िजतन उसक दसर तभ म यथाि थित उस रा य या उस सघ रा यकषतर क सामन िविनिदर ह

सारणी 1 आधर परदश 2[11] 3[2 तलगाना 7] 4[3] असम 7 4[4] िबहार 5[16] 6[4[5] झारखड 6] 7[8[4[6]] गोवा 1] 9[6[8[7]] गजरात 11] 10[8[4[8] हिरयाणा 5]

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा (1-11-1965 स) चौथी अनसची क थान पर

परित थािपत 2 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) ldquo18rdquo क थान पर परित थािपत 3 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) अ तः थािपत 4 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) 2 स 30 तक की परिवि य को करमशः 3

स 31 तक की परिवि य क प म पनःसखयािकत िकया गया 5 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) ldquo22rdquo क थान पर

परित थािपत 6 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) अतः थािपत 7 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 6 दवारा (30-5-1987 स) अतः थािपत 8 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) परिवि 4 स 29 को करमशः

परिवि 5 स 30 क प म पनःसखयािकत िकया गया 9 मबई पनगरठन अिधिनयम 1960 (1960 का 11) की धारा 6 दवारा (1-5-1960 स) परिवि 4 (परिवि 6 क प म

पनःसखयािकत) क थान पर परित थािपत 10 पजाब पनगरठन अिधिनयम 1966 (1966 का 31) की धारा 9 दवारा (1-11-1966 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

272

1[2[9] करल 9] 1[2[10] म य परदश 3[11] 4[1[2[11]] छ ीसगढ़ 5] 5[1[2[12] तिमलनाड़ 6[18]] 7[1[2[13] महारा 19] 8[1[2[14] कनारटक] 12 1[2[15] 9[ओिडशा] 10 1[2[16] पजाब 10[7] 1[2[17]] राज थान 10 1[2[18]] उ र परदश 11[31] 12[1[2[19]] 13[उ राखड 3] 1[2[20]] पि मी बगाल 16 1[2[21]] ज म-क मीर 4 14[1[2[22]] नागालड 1]

1 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) परिवि 4 स 29 को करमशः

परिवि 5 स 30 क प म पनःसखयािकत िकया गया 2 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) 2 स 30 तक की परिवि य को करमशः

3 स 31 तक की परिवि य क प म पनःसखयािकत िकया गया 3 म य परदश पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 28) की धारा 7 दवारा (1-11-2000 स) ldquo16rdquo क थान पर

परित थािपत 4 म य परदश पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 28) की धारा 7 दवारा (1-11-2000 स) अतः थािपत 5 मदरास रा य (नाम-पिरवतरन) अिधिनयम 1968 (1968 का 53) की धारा 5 दवारा (14-1-1969 स) ldquo8 मदरासrdquo (ldquo11rdquo

क प म पनःसखयािकत) क थान पर परित थािपत 6 आधर परदश और मदरास (सीमा-पिरवतरन) अिधिनयम 1959 (1959 का 56) की धारा 8 दवारा (1-4-1960 स) ldquo17rdquo क

थान पर परित थािपत 7 मबई पनगरठन अिधिनयम 1960 (1960 का 11) की धारा 6 दवारा (1-5-1960 स) अतः थािपत 8 मसर रा य (नाम-पिरवतरन) अिधिनयम 1973 (1973 का 31) की धारा 5 दवारा (1-11-1973 स) ldquo10 मसरrdquo (ldquo13rdquo

क प म पनःसखयािकत) क थान पर परित थािपत 9 उड़ीसा (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2011 की धारा 7 दवारा (1-11-2011 स) ldquoउड़ीसाrdquo क थान पर परित थािपत 10 पजाब पनगरठन अिधिनयम 1966 (1966 का 31) की धारा 9 दवारा (1-11-1966 स) ldquo11rdquo क थान पर

परित थािपत 11 उ र परदश पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 29) की धारा 7 दवारा (9-11-2000 स) ldquo34rdquo क थान पर

परित थािपत 12 उ र परदश पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 29) की धारा 7 दवारा (9-11-2000 स) ldquo34rdquo क थान पर

अतः थािपत 13 उ राचल (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 52) की धारा 41 दवारा (1-1-2007 स) ldquoउ राचलrdquo क

थान पर परित थािपत 14 नागालड रा य अिधिनयम 1962 (1962 का 27) की धारा 6 दवारा (1-12-1963 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

273

1[2[3[23]] िहमाचल परदश 3] 3[2[24]] मिणपर 1 3[2[25]] ितरपरा 1 3[2[26]] मघालय 1 4[3[2[27]] िसिककम 1] 5[3[2[28]] िमजोरम 1] 6[1[3[29]] अ णाचल परदश 1] 3[2[30]] िद ली 3 3[2[31] 7[पडचरी 1

योग ndash 8[233]]

1 िहमाचल परदश रा य अिधिनयम 1970 (1970 का 53) की धारा 5 दवारा (25-1-1971 स) अतः थािपत 2 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) परिवि 4 स 29 को करमशः

परिवि 5 स 30 क प म पनःसखयािकत िकया गया 3 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 (2014 का 16) की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) 2 स 30 तक की

परिवि य को करमशः 3 स 31 तक की परिवि य क प म पनःसखयािकत िकया गया 4 सिवधान (छ ीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 4 दवारा (26-4-1975 स) अतः थािपत 5 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 5 दवारा (20-2-1987 स) अतः थािपत 6 अ णाचल परदश रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 69) की धारा 5 दवारा (20-2-1987 स) अतः थािपत 7 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) ldquoपािडचरीrdquo क थान

पर परित थािपत 8 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 6 दवारा (30-5-1987 स) ldquo232rdquo क

थान पर परित थािपत

274

पाचवी अनसची [अन छद 244 (1)]

अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय क परशासन और िनयतरण क बार म उपबध भाग क साधारण

1 िनवरचन ndash इस अनसची म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo पद क अतगरत 1 2[असम 3[4[मघालय ितरपरा और िमजोरम]] रा य] नही ह

2 अनसिचत कषतर म िकसी रा य की कायरपािलका शिकत ndash इस अनसची क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार उसक अनसिचत कषतर पर ह

3 अनसिचत कषतर क परशासन क सबध म रा पित को रा यपाल 5 दवारा परितवदन ndash ऐस पर यक रा य का रा यपाल 5 िजसम अनसिचत कषतर ह परितवषर या जब भी रा पित इस परकार अपकषा कर उस रा य क अनसिचत कषतर क परशासन क सबध म रा पित को परितवदन दगा और सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार रा य को उकत कषतर क परशासन क बार म िनदश दन तक होगा

भाग ख अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय का परशासन और िनयतरण

4 जनजाित सलाहकार पिरष ndash (1) ऐस पर यक रा य म िजसम अनसिचत कषतर ह और यिद रा पित ऐसा िनदश द तो िकसी ऐस रा य म भी िजसम अनसिचत जनजाितया ह िकत अनसिचत कषतर नही ह एक जनजाित सलाहकार पिरष थािपत की जाएगी जो बीस स अनिधक सद य स िमलकर बनगी िजनम स यथाशकय िनकटतम तीन-चौथाई उस रा य की िवधान सभा म अनसिचत जनजाितय क परितिनिध ह ग

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची क

भाग क या भाग ख म िविनिदर रा य अिभपरत ह परतrdquo श द और अकषर का लोप िकया गया 2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoअसम रा यrdquo क

थान पर परित थािपत 3 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 3 दवारा (1-4-1985 स) ldquoऔर मघालयrdquo क थान पर

परित थािपत 4 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) ldquoमघालय और ितरपराrdquo क

थान पर परित थािपत 5 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

श द का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

275

परत यिद उस रा य की िवधान सभा म अनसिचत जनजाितय क परितिनिधय की सखया जनजाित सलाहकार पिरष म ऐस परितिनिधय स भर जान वाल थान की सखया स कम ह तो शष थान उन जनजाितय क अ य सद य स भर जाएग

(2) जनजाित सलाहकार पिरष का यह कतर य होगा िक वह उस रा य की अनसिचत जनजाितय क क याण और उ नित स सबिधत ऐस िवषय पर सलाह द जो उसको रा यपाल 1 दवारा िनिदर िकए जाए

(3) रा यपाल 2ndash (क) पिरष क सद य की सखया को उनकी िनयिकत की और पिरष क

अ यकष तथा उसक अिधकािरय और सवक की िनयिकत की रीित को (ख) उसक अिधवशन क सचालन तथा साधारणतया उसकी परिकरया को

और (ग) अ य सभी आनषिगक िवषय को

यथाि थित िविहत या िविनयिमत करन क िलए िनयम बना सकगा 5 अनसिचत कषतर को लाग िविध ndash (1) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए

भी रा यपाल 1 लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक सस का या उस रा य क िवधान-मडल का कोई िविश अिधिनयम उस रा य क अनसिचत कषतर या उसक िकसी भाग को लाग नही होगा अथवा उस रा य क अनसिचत कषतर या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह अिधसचना म िविनिदर कर और इस उपपरा क अधीन िदया गया कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो

(2) रा यपाल 1 िकसी रा य म िकसी ऐस कषतर की शाित और सशासन क िलए िविनयम बना सकगा जो त समय अनसिचत कषतर ह

िविश तया और पवरगामी शिकत की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना ऐस िविनयमndash

(क) ऐस कषतर की अनसिचत जनजाितय क सद य दवारा या उनम भिम क अतरण का परितषध या िनबरधन कर सकग

(ख) ऐस कषतर की जनजाितय क सद य को भिम क आबटन का िविनयमन कर सकग

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoयथाि थित

रा यपाल या राजपरमखrdquo श द का लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का (1-

11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

276

(ग) ऐस यिकतय दवारा जो ऐस कषतर की अनसिचत जनजाितय क सद य को धन उधार दत ह साहकार क प म कारबार करन का िविनयमन कर सकग (3) ऐस िकसी िविनयम को बनान म जो इस परा क उपपरा (2) म िनिदर ह

रा यपाल 1 सस क या उस रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम का या िकसी िवदयमान िविध का जो पर गत कषतर म त समय लाग ह िनरसन या सशोधन कर सकगा

(4) इस परा क अधीन बनाए गए सभी िविनयम रा पित क समकष तर त पर तत िकए जाएग और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक उनका कोई परभाव नही होगा

(5) इस परा क अधीन कोई िविनयम तब तक नही बनाया जाएगा जब तक िविनयम बनान वाल रा यपाल 1 न जनजाित सलाहकार पिरष वाल रा य की दशा म ऐसी पिरष स परामशर नही कर िलया ह

भाग ग अनसिचत कषतर

6 अनसिचत कषतर ndash (1) इस सिवधान म ldquoअनसिचत कषतरrdquo पद स ऐस कषतर अिभपरत ह िज ह रा पित आदश2 दवारा अनसिचत कषतर घोिषत कर

(2) रा पित िकसी भी समय आदश3 दवारा ndash (क) िनदश द सकगा िक कोई सपणर अनसिचत कषतर या उसका कोई

िविनिदर भाग अनसिचत कषतर या ऐस कषतर का भाग नही रहगा 4[(कक) िकसी रा य क िकसी अनसिचत कषतर क कषतर को उस रा य क

रा यपाल स परामशर करन क प ात बढ़ा सकगा] (ख) िकसी अनसिचत कषतर म कवल सीमाओ का पिरशोधन करक ही

पिरवतरन कर सकगा

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का लोप (1-

11-1956 स) िकया गया 2 अनसिचत कषतर (भाग क रा य) आदश 1950 (सआ 9) अनसिचत कषतर (भाग ख रा य) आदश 1950 (सआ

26) अनसिचत कषतर (िहमाचल परदश) आदश 1975 (सआ 102) और अनसिचत कषतर (िबहार गजरात म य परदश और उड़ीसा रा य) आदश 1977 (सआ 109) दिखए

3 मदरास अनसिचत कषतर (समाि ) आदश 1950 (सआ 30) और आधर अनसिचत कषतर (समाि ) आदश 1955 (सआ 50) दिखए

4 सिवधान पाचवी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का 101) की धारा 2 दवारा (7-9-1976 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

277

(ग) िकसी रा य की सीमाओ क िकसी पिरवतरन पर या सघ म िकसी नए रा य क परवश पर या नए रा य की थापना पर ऐस िकसी कषतर को जो पहल स िकसी रा य म सि मिलत नही ह अनसिचत कषतर या उसका भाग घोिषत कर सकगा

1[(घ) िकसी रा य या रा य क सबध म इस परा क अधीन िकए गए आदश या आदश को िवखिडत कर सकगा और सबिधत रा य क रा यपाल स परामशर करक उन कषतर को जो अनसिचत कषतर ह ग पनः पिरिनि त करन क िलए नए आदश कर सकगा]

और ऐस िकसी आदश म ऐस आनषािगक और पािरणािमक उपबध हो सकग जो रा पित को आव यक और उिचत परतीत ह िकत जसा ऊपर कहा गया ह उसक िसवाय इस परा क उपपरा (1) क अधीन िकए गए आदश म िकसी प ातवतीर आदश दवारा पिरवतरन नही िकया जाएगा

भाग घ अनसची का सशोधन

7 अनसची का सशोधन ndash (1) सस समय-समय पर िविध दवारा इस अनसची क उपबध म स िकसी का पिरवधरन पिरवतरन या िनरसन क प म सशोधन कर सकगी और जब अनसची का इस परकार सशोधन िकया जाता ह तब इस सिवधान म इस अनसची क परित िकसी िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह इस परकार सशोिधत ऐसी अनसची क परित िनदश ह

(2) ऐसी कोई िविध जो इस परा क उपपरा (1) म उि लिखत ह इस सिवधान क अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी

1 सिवधान पाचवी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का 101) की धारा 2 दवारा (7-9-1976 स)

अतः थािपत

278

छठी अनसची [अन छद 244(2) और अन छद 275(1)]

1[असम मघालय ितरपरा और िमजोरम रा य ] क जनजाित कषतर क परशासन क बार म उपबध

21 वशासी िजल और वशासी परदश ndash (1) इस परा क उपबध क अधीन रहत हए इस अनसची क परा 20 स सलगन सारणी क 3[4[भाग 1 भाग 2 और भाग 2क] की पर यक मद क और भाग 3] क जनजाित कषतर का एक वशासी िजला होगा

(2) यिद िकसी वशासी िजल म िभ न-िभ न अनसिचत जनजाितया ह तो रा यपाल लोक अिधसचना दवारा ऐस कषतर या कषतर को िजनम व बस हए ह वशासी परदश म िवभािजत कर सकगा

(3) रा यपाल लोक अिधसचना दवारा ndash (क) उकत सारणी क 3[िकसी भाग] म िकसी कषतर को सि मिलत कर

सकगा (ख) उकत सारणी क 3[िकसी भाग] म िकसी कषतर को अपविजरत कर

सकगा (ग) नया वशासी िजला बना सकगा (घ) िकसी वशासी िजल का कषतर बढ़ा सकगा (ङ) िकसी वशासी िजल का कषतर घटा सकगा (च) दो या अिधक वशासी िजल या उनक भाग को िमला सकगा

िजसस एक वशासी िजला बन सक 5[(चच) िकसी वशासी िजल क नाम म पिरवतरन कर सकगा ] (छ) िकसी वशासी िजल की सीमाए पिरिनि त कर सकगा

1 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) कितपय श द क थान पर

परित थािपत 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा आसाम म लाग होन क

िलए परा 1 म उप-परा (2) क प ात िन निलिखत परतक अतः थािपत कर सशोिधत िकया गया अथारत -- ldquoपर त इस उप-परा की कोई बात बोडोलड परादिशक कषतर िजल को (7-9-2003 स) लाग नही होगी rdquo

3 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) भाग क क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) भाग 1 और भाग 2 क थान पर परित थािपत

5 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

279

परत रा यपाल इस उप-परा क खड (ग) खड (घ) खड (ङ) और खड (च) क अधीन कोई आदश इस अनसची क परा 14 क उप-परा (1) क अधीन िनयकत आयोग क परितवदन पर िवचार करन क प ात ही करगा अ यथा नही

1परत यह और िक रा यपाल दवारा इस उप-परा क अधीन िकए गए आदश म ऐस आनषिगक और पािरणािमक उपबध (िजनक अतगरत परा 20 का और उकत सारणी क िकसी भाग की िकसी मद का कोई सशोधन ह) अतिवर हो सकग जो रा यपाल को उस आदश क उपबध को परभावी करन क िलए आव यक परतीत ह

2-3-42 िजला पिरषद और परादिशक पिरषद का गठन ndash5[(1) पर यक वशासी िजल क िलए एक िजला पिरष होगी जो तीस स अनिधक सद य स िमलकर बनगी िजनम स चार स अनिधक यिकत रा यपाल दवारा नामिनदिशत िकए जाएग और शष वय क मतािधकार क आधार पर िनवारिचत िकए जाएग

1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972

स) अतः थािपत 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा आसाम म लाग होन क िलए

परा 2 म उप-परा (1) क प ात िन निलिखत परतक अतः थािपत िकया गया अथारत -- ldquoपरत यह िक बोडोलड परादिशक पिरष िछयालीस स अनिधक सद य स िमलकर बनगी िजनम स

चालीस सद य को वय क मतािधकार क आधार पर िनवारिचत िकया जाएगा िजनम स तीस अनसिचत जनजाितय क िलए पाच गर जनजातीय समदाय क िलए पाच सभी समदाय क िलए आरिकषत ह ग तथा शष छह रा यपाल दवारा नामिनदिशत िकए जाएग िजनक अिधकार और िवशषािधकार िजनक अतगरत मत दन क अिधकार भी ह वही ह ग जो अ य सद य क ह बोडोलड परादिशक कषतर िजल क उन समदाय म स िजनका परितिनिध व नही ह कम स कम दो मिहलाए ह गी rdquo

3 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा आसाम म लाग होन क िलए परा 2 म उप-परा (3) क प ात िन निलिखत परतक अतः थािपत िकया गया अथारत --

ldquoपरत उ री कछार पहाड़ी िजल क िलए गिठत िजला पिरष उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष कहलाएगी और काबीर आगलाग िजल क िलए गिठत िजला पिरष काबीर आगलाग वशासी पिरष कहलाएगी rdquo

4 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा आसाम म लाग होन क िलए परा 2 क उप-परा (3) म पर तक क प ात िन निलिखत परतक अतः थािपत िकया गया अथारत --

ldquoपरत यह और िक बोडोलड परादिशक कषतर िजल क िलए गिठत िजला पिरष बोडोलड परादिशक पिरष कहलाएगी rdquo

5 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970 स) उप-परा (1) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

280

(2) इस अनसची क परा 1 क उप-परा (2) क अधीन वशासी परदश क प म गिठत पर यक कषतर क िलए पथक परादिशक पिरष होगी

(3) पर यक िजला पिरष और पर यक परादिशक पिरष करमशः ldquo(िजल का नाम) की िजला पिरष rdquo और ldquo(परदश का नाम) की परादिशक पिरष rdquo नामक िनगिमत िनकाय होगी उसका शा त उ रािधकार होगा और उसकी सामा य मदरा होगी और उकत नाम स वह वाद लाएगी और उस पर वाद लाया जाएगा

(4) इस अनसची क उपबध क अधीन रहत हए वशासी िजल का परशासन ऐस िजल की िजला पिरष म वहा तक िनिहत होगा जहा तक वह इस अनसची क अधीन ऐस िजल क भीतर िकसी परादिशक पिरष म िनिहत नही ह और वशासी परदश का परशासन ऐस परदश की परादिशक पिरष म िनिहत होगा

(5) परादिशक पिरष वाल वशासी िजल म परादिशक पिरष क परािधकारी क अधीन कषतर क सबध म िजला पिरष को इस अनसची दवारा ऐस कषतर क सबध म परद शिकतय क अितिरकत कवल ऐसी शिकतया ह गी जो उस परादिशक पिरष दवारा पर यायोिजत की जाए

(6) रा यपाल सबिधत वशासी िजल या परदश क भीतर िवदयमान जनजाित पिरषद या अ य परितिनिध जनजाित सगठन स परामशर करक िजला पिरषद और परादिशक पिरषद क परथम गठन क िलए िनयम बनाएगा और ऐस िनयम म िन निलिखत क िलए उपबध िकए जाएग अथारत ndash

(क) िजला पिरषद और परादिशक पिरषद की सरचना तथा उनम थान का आबटन

(ख) उन पिरषद क िलए िनवारचन क परयोजन क िलए परादिशक िनवारचन-कषतर का पिरसीमन

(ग) ऐस िनवारचन म मतदान क िलए अहरताए और उनक िलए िनवारचक नामाविलय की तयारी

(घ) ऐस िनवारचन म ऐसी पिरषद क सद य िनवारिचत होन क िलए अहरताए

(ङ) 1[परादिशक पिरषद ] क सद य की पदाविध

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) ऐसी पिरषद क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

281

(च) ऐसी पिरषद क िलए िनवारचन या नामिनदशन स सबिधत या ससकत कोई अ य िवषय

(छ) िजला पिरषद और परादिशक पिरषद की परिकरया और उनका कायर सचालन 1[(िजसक अतगरत िकसी िरिकत क होत हए भी कायर करन की शिकत ह)]

(ज) िजला और परादिशक पिरषद क अिधकािरय और कमरचािरवद की िनयिकत 1[(6क) िजला पिरष क िनवारिचत सद य यिद िजला पिरष परा 16 क अधीन

पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो पिरष क िलए साधारण िनवारचन क प ात पिरष क परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स पाच वषर की अविध तक पद धारण करग और नामिनदिशत सद य रा यपाल क परसादपयरत पद धारण करगा

परत पाच वषर की उकत अविध को जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब या यिद ऐसी पिरि थितया िवदयमान ह िजनक कारण िनवारचन कराना रा यपाल की राय म असा य ह तो रा यपाल ऐसी अविध क िलए बढ़ा सकगा जो एक बार म एक वषर स अिधक नही होगी और जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब उदघोषणा क परव न रह जान क प ात िकसी भी दशा म उसका िव तार छह मास की अविध स अिधक नही होगा

परत यह और िक आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत सद य उस सद य की िजसका थान वह लता ह शष पदाविध क िलए पद धारण करगा ]

(7) िजला पिरष या परादिशक पिरष अपन परथम गठन क प ात 2[रा यपाल क अनमोदन स] इस परा क उप-परा (6) म िविनिदर िवषय क िलए िनयम बना सकगी और 2[वस ही अनमोदन स] ndash

(क) अधीन थ थानीय पिरषद या बोड क बनाए जान तथा उनकी परिकरया और उनक कायर सचालन का और

(ख) यथाि थित िजल या परदश क परशासन िवषयक कायर करन स सबिधत साधारणतया सभी िवषय का

िविनयमन करन वाल िनयम भी बना सकगी 1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970

स) अतः थािपत 2 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970

स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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परत जब तक िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा इस उप-परा क अधीन िनयम नही बनाए जात ह तब तक रा यपाल दवारा इस परा क उप-परा (6) क अधीन बनाए गए िनयम पर यक ऐसी पिरष क िलए िनवारचन उसक अिधकािरय और कमरचािरय तथा उसकी परिकरया और उसक कायर सचालन क सबध म परभावी ह ग

1 2-3-43 िविध बनान की िजला पिरषद और परादिशक पिरषद की शिकत ndash (1) वशासी परदश की

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970

स) िदवतीय पर तक का लोप िकया गया 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा (7-9-2003 स) परा 3

आसाम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसस उप-परा (3) िन निलिखत प स परित थािपत हो सक अथारत --

ldquo(3) परा 3क क उप-परा (2) या परा 3ख क उप-परा (2) म जसा अ यथा उपबिधत ह उसक िसवाय इस परा या परा 3क क उप-परा (1) या परा 3ख क उप-परा (1) क अधीन बनाई गई सभी िविधया रा यपाल क समकष तर त पर तत की जाएगी और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक परभावी नही ह गी rdquo

3 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा आसाम रा य को लाग होन क िलए परा 3 क प ात अतः थािपत िकया गया अथारत --

ldquo3क उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष और काबीर आगलाग वशासी पिरष की िविध बनान की अितिरकत शिकतया--(1) परा 3 क उपबध पर परितकल परभाव डाल िबना उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष और काबीर आगलाग वशासी पिरष को सबिधत िजल क भीतर िन निलिखत की बाबत िविधया बनान की शिकत होगी अथारत --

(क) सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 7 और परिवि 52 क उपबध क अधीन रहत हए उदयोग (ख) सचार अथारत सड़क पल फरी और अ य सचार साधन जो सातवी अनसची की सची 1 म

िविनिदर नही ह नगरपािलक टराम र जमागर अतदशीय जलमाग क सबध म सातवी अनसची की सची 1 और सची 3 क उपबध क अधीन रहत हए अतदशीय जलमागर और उन पर यातायात यतर नोिदत यान स िभ न यान

(ग) पशधन का पिररकषण सरकषण और सधार तथा जीवजतओ क रोग का िनवारण पश िचिक सा परिशकषण और यवसाय काजी हाउस

(घ) पराथिमक और मा यिमक िशकषा (ङ) किष िजसक अतगरत किष िशकषा और अनसधान नाशक जीव स सरकषण और पादप रोग का

िनवारण ह (च) म य उदयोग

(छ) सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 56 क उपबध क अधीन रहत हए जल अथारत जल परदाय

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िसचाई और नहर जल िनकासी और तटबध जल भडारण और जल शिकत

(ज) सामािजक सरकषा और सामािजक बीमा िनयोजन और बकारी (झ) गराम धान क खत बाजार शहर आिद क सरकषण क िलए बाढ़ िनयतरण कीम (जो तकनीकी

परकित की न ह ) (ञ) ना यशाला और ना य परदशरन सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 60 क उपबध क अधीन

रहत हए िसनमा खल-कद मनोरजन और आमोद (ट) लोक वा य और व छता अ पताल और औषधालय (ठ) लघ िसचाई (ड) खादय पदाथर पशओ क चार क ची कपास और क च जट का यापार और वािण य तथा उनका

उ पादन परदाय और िवतरण (ढ) रा य दवारा िनयितरत या िव पोिषत प तकालय सगरहालय और वसी ही अ य स थाए सस दवारा

बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन रा ीय मह व क घोिषत िकए गए पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख स िभ न पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख और

(ण) भिम का अ य सकरामण (2) परा 3 क अधीन या इस परा क अधीन उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष और काबीर आगलाग

वशासी पिरष दवारा बनाई गई सभी िविधया जहा तक उनका सबध सातवी अनसची की सची 3 म िविनिदर िवषय स ह रा यपाल क समकष तर त पर तत की जाएगी जो उ ह रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखगा

(3) जब कोई िविध रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख ली जाती ह तब रा पित घोिषत करगा िक वह उकत िविध पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह

परत रा पित रा यपाल को यह िनदश द सकगा िक वह िविध को यथाि थित उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष या काबीर आगलाग वशासी पिरष को ऐस सदश क साथ यह अनरोध करत हए लौटा द िक उकत पिरष िविध या उसक िक ही िविनिदर उपबध पर पनिवरचार कर और िविश तया िक ही ऐस सशोधन पर परः थापन की वाछनीयता पर िवचार कर िजनकी उसन अपन सदश म िसफािरश की ह और जब िविध इस परकार लौटा दी जाती ह तब ऐसा सदश िमलन की तारीख स छह मास की अविध क भीतर पिरष ऐसी िविध पर तदनसार िवचार करगी और यिद िविध उकत पिरष दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर दी जाती ह तो उस रा पित क समकष उसक िवचार क िलए िफर स पर तत िकया जाएगा

4 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा परा 3क क प ात करमशः िन निलिखत अतः थािपत िकया गया अथारत --

3ख बोडोलड परादिशक पिरष की िविधया बनान की अितिरकत शिकतया -- (1) परा 3 क उपबध पर परितकल परभाव डाल िबना बोडोलड परादिशक पिरष को अपन कषतर म िन निलिखत क सबध म िविधया बनान की शिकत होगी अथारत --

(i) किष िजसक अतगरत किष िशकषा और अनसधान नाशक जीव स सरकषण और पादप रोग का िनवारण ह (ii) पशपालन और पश िचिक सा अथारत पशधन का पिररकषण सरकषण और सधार तथा जीव जतओ क रोग का िनवारण पश िचिक सा परिशकषण और यवसाय काजी हाऊस (iii) सहकािरता (iv) सा कितक कायर (v) िशकषा अथारत पराइमरी िशकषा उ चतर मा यिमक िशकषा िजसम वि क परिशकषण परौढ़ िशकषा महािवदयालय िशकषा (साधारण) भी ह (vi) म य उदयोग (vii) गराम धान क खत बाजार और शहर क सरकषण क िलए बाढ़ िनयतरण (जो तकनीकी परकित का न हो) (viii) खादय और िसिवल आपितर (ix) वन (आरिकषत वन को छोड़कर) (x) हथकरघा और व (xi) वा य और पिरवार क याण (xii) सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 84 क

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परादिशक पिरष को ऐस परदश क भीतर क सभी कषतर क सबध म और वशासी िजल

उपबध क अधीन रहत हए मादक िलकर अफीम और य प न (xiii) िसचाई (xiv) म और रोजगार (xv) भिम और राज व (xvi) प तकालय सवाए (रा य सरकार दवारा िव पोिषत और िनयितरत) (xvii) लाटरी (सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 40 क उपबध क अधीन रहत हए) ना यशाला ना य परदशरन और िसनमा (सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 60 क उपबध क अधीन रहत हए) (xviii) बाजार और मल (xix) नगर िनगम सधार यास िजला बोडर और अ य थानीय परािधकारी (xx) रा य दवारा िनयितरत या िव पोिषत सगरहालय और परात व िवजञान स थान सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक रा ीय मह व क घोिषत िकए गए पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख स िभ न पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख (xxi) पचायत और गरामीण िवकास (xxii) योजना और िवकास (xxiii) मदरण और लखन सामगरी (xxiv) लोक वा य इजीिनयरी (xxv) लोक िनमारण िवभाग (xxvi) परचार और लोक सपकर (xxvii) ज म और म य का रिज टरीकरण (xxviii) सहायता और पनवारस (xxix) रशम उ पादन (xxx) सातवी अऩसची की सची 1 की परिवि 7 और परिवि 52 क उपबध क अधीन रहत हए लघ कटीर और गरामीण उदयोग (xxxi) समाज क याण (xxxii) मदा सरकषण (xxxiii) खलकद और यवा क याण (xxxiv) सािखयकी (xxxv) पयरटन (xxxvi) पिरवहन (सड़क पल फरी और अ य सचार साधन जो सातवी अनसची की सची 1 म िविनिदर नही ह नगरपािलका टराम र जमागर अ तदशीय जलमाग क सबध म सातवी अनसची की सची 1 और सची 3 क उपबध क अधीन रहत हए अ तदशीय जलमागर और उन पर यातायात यतर नोिदत यान स िभ न यान) (xxxvii) रा य सरकार दवारा िनयितरत और िव पोिषत जनजाित अनसधान स थान (xxxviii) शहरी िवकास-नगर और गरामीण योजना) (xxxix) सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 50 क उपबध क अधीन रहत हए बाट और माप और (xl) मदानी जनजाितय और िपछड़ वग का क याण

परत ऐसी िविधय की कोई बात -- (क) इस अिधिनयम क परारभ की तारीख पर िकसी नागिरक क उसकी भिम क सबध म िवदयमान

अिधकार और िवशषािधकार को समा या उपातिरत नही करगी और (ख) िकसी नागिरक को िवरासत आबटन यव थापन क प म या अतरण की िकसी अ य रीित

स भिम अिजरत करन स अनजञात नही करगी यिद ऐसा नागिरक बोडोलड परादिशक कषतर िजल क भीतर भिम क ऐस अजरन क िलए अ यथा पातर ह

(2) परा 3 क अधीन या इस परा क अधीन बनाई गई सभी िविधया जहा तक उनका सबध सातवी अनसची की सची 3 म िविनिदर िवषय स ह रा यपाल क समकष तर त पर तत की जाएगी जो उ ह रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखगा

(3) जब कोई िविध रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख ली जाती ह तब रा पित घोिषत करगा िक वह उकत िविध पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह

परत रा पित रा यपाल को यह सदश द सकगा िक वह िविध को बोडोलड परादिशक पिरष को ऐस सदश क साथ यह अनरोध करत हए लौटा द िक उकत पिरष िविध या उसक िक ही िविनिदर उपबध पर पनिवरचार कर और िविश तया िक ही ऐस सशोधन को परः थािपत करन की वाछनीयता पर िवचार कर िजनकी उसन अपन सदश म िसफािरश की ह और जब िविध इस परकार लौटा दी जाती ह तब उकत पिरष ऐस सदश की पराि की तारीख स छह मास की अविध क भीतर ऐसी िविध पर तदनसार िवचार करगी और यिद िविध उकत पिरष दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर दी जाती ह तो उस रा पित क समकष उसक िवचार क िलए िफर स पर तत िकया जाएगा rdquo

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की िजला पिरष को ऐस कषतर को छोड़कर जो उस िजल क भीतर की परादिशक पिरषद क यिद कोई ह परािधकार क अधीन ह उस िजल क भीतर क अ य सभी कषतर क सबध म िन निलिखत िवषय क िलए िविध बनान की शिकत होगी अथारत ndash

(क) िकसी आरिकषत वन की भिम स िभ न अ य भिम का किष या चराई क परयोजन क िलए अथवा िनवास क या किष स िभ न अ य परयोजन क िलए अथवा िकसी ऐस अ य परयोजन क िलए िजसस िकसी गराम या नगर क िनवािसय क िहत की अिभविदध सभा य ह आबटन अिधभोग या उपयोग अथवा अलग रखा जाना

परत ऐसी िविधय की कोई बात 1[सबिधत रा य की सरकार को] अिनवायर अजरन परािधकत करन वाली त समय परव िविध क अनसार िकसी भिम का चाह वह अिधभोग म हो या नही लोक परयोजन क िलए अिनवायर अजरन करन स िनवािरत नही करगी

(ख) िकसी ऐस वन का परबध जो आरिकषत वन नही ह (ग) किष क परयोजन क िलए िकसी नहर या जलसरणी का उपयोग (घ) झम की पदधित का या पिरवतीर खती की अ य पदधितय का

िविनयमन (ङ) गराम या नगर सिमितय या पिरषद की थापना और उनकी शिकतया

(च) गराम या नगर परशासन स सबिधत कोई अ य िवषय िजसक अतगरत

गराम या नगर पिलस और लोक वा य और व छता ह (छ) परमख या मिखय की िनयिकत या उ रािधकार (ज) सपि की िवरासत 2[(झ) िववाह और िववाह-िव छद ] (ञ) सामािजक िढ़या

(2) इस परा म ldquoआरिकषत वनrdquo स ऐसा कषतर अिभपरत ह जो असम वन िविनयम 1891 क अधीन या पर गत कषतर म त समय परव िकसी अ य िविध क अधीन आरिकषत वन ह

(3) इस परा क अधीन बनाई गई सभी िविधया रा यपाल क समकष तर त पर तत 1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) कितपय श द क थान पर परित थािपत 2 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) खड झ क थान पर परित थािपत

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की जाएगी और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक परभावी नही ह गी

14 वशासी िजल और वशासी परदश म याय परशासन ndash (1) वशासी परदश की परादिशक पिरष ऐस परदश क भीतर क कषतर क सबध म और वशासी िजल की िजला पिरष ऐस कषतर स िभ न जो उस िजल क भीतर की परादिशक पिरषद क यिद कोई ह परािधकार क अधीन ह उस िजल क भीतर क अ य कषतर क सबध म ऐस वाद और मामल क िवचारण क िलए जो ऐस पकषकार क बीच ह िजनम स सभी पकषकार ऐस कषतर क भीतर की अनसिचत जनजाितय क ह तथा जो उन वाद और मामल स िभ न ह िजनको इस अनसची क परा 5 क उप-परा (1) क उपबध लाग होत ह उस रा य क िकसी यायालय का अपवजरन करक गराम पिरषद या यायालय का गठन कर सकगी और उपयकत यिकतय को ऐसी गराम पिरष क सद य या ऐस यायालय क पीठासीन अिधकारी िनयकत कर सकगी और ऐस अिधकारी भी िनयकत कर सकगी जो इस अनसची क परा 3 क अधीन बनाई गई िविधय क परशासन क िलए आव यक ह

(2) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी वशासी परदश की परादिशक पिरष या उस परादिशक पिरष दवारा इस िनिम गिठत कोई यायालय या यिद िकसी वशासी िजल क भीतर क िकसी कषतर क िलए कोई परादिशक पिरष नही ह तो ऐस िजल की िजला पिरष या उस िजला पिरष दवारा इस िनिम गिठत कोई यायालय ऐस सभी वाद और मामल क सबध म जो यथाि थित ऐस परदश या कषतर क भीतर इस परा क उप-परा (1) क अधीन गिठत िकसी गराम पिरष या यायालय दवारा िवचारणीय ह तथा जो उन वाद और मामल स िभ न ह िजनको इस अनसची क परा 5 क उप-परा (1) क उपबध लाग होत ह अपील यायालय की शिकतय का परयोग करगा तथा उ च यायालय और उ चतम यायालय स िभ न िकसी अ य यायालय को ऐस वाद या मामल म अिधकािरता नही होगी

(3) उ च यायालय 2 को उन वाद और मामल म िजनको इस परा क उप-परा (2) क उपबध लाग होत ह ऐसी अिधकािरता होगी और वह उसका परयोग करगा जो रा यपाल समय-समय पर आदश दवारा िविनिदर कर

(4) यथाि थित परादिशक पिरष या िजला पिरष रा यपाल क पवर अनमोदन स

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा (7-9-2003 स) परा 4

आसाम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसस उप-परा (5) क प ात िन निलिखत अतः थािपत िकया जा सक अथारत --

ldquo(6) इस परा की कोई बात इस अनसची क परा 2 क उप-परा (3) क परतक क अधीन गिठत बोडोलड परादिशक पिरष को लाग नही होगी rdquo

2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) आसाम क श द का लोप िकया गया

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िन निलिखत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगी अथारत ndash (क) गराम पिरषद और यायालय का गठन और इस परा क अधीन उनक

दवारा परयोकत य शिकतया (ख) इस परा क उप-परा (1) क अधीन वाद और मामल क िवचारण म

गराम पिरषद या यायालय दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया (ग) इस परा क उप-परा (2) क अधीन अपील और अ य कायरवािहय म

परादिशक पिरष या िजला पिरष अथवा ऐसी पिरष दवारा गिठत िकसी यायालय दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया

(घ) ऐसी पिरषद और यायालय क िविन य और आदश का परवतरन (ङ) इस परा क उप-परा (1) और उप-परा (2) क उपबध को कायारि वत

करन क िलए अ य सभी आनषिगक िवषय 1[(5) उस तारीख को और स जो रा पित 2[सबिधत रा य की सरकार स परामशर

करन क प ात] अिधसचना दवारा इस िनिम िनयत कर यह परा ऐस वशासी िजल या वशासी परदश क सबध म जो उस अिधसचना म िविनिदर िकया जाए इस परकार परभावी होगा मानो ndash

(i) उप-परा (1) म ldquoजो ऐस पकषकार क बीच ह िजनम स सभी पकषकार ऐस कषतर क भीतर की अनसिचत जनजाितय क ह तथा जो उन वाद और मामल स िभ न ह िजनको इस अनसची क परा 5 क उप-परा (1) क उपबध लाग होत हrdquo श द क थान पर ldquoजो इस अनसची क परा 5 क उप-परा (1) म िनिदर परकित क ऐस वाद और मामल नही ह िज ह रा यपाल इस िनिम िविनिदर करrdquo श द रख िदए गए ह

(ii) उप-परा (2) और उप-परा (3) का लोप कर िदया गया हो (iii) उप-परा (4) मndash

(क) ldquoयथाि थित परादिशक पिरष या िजला पिरष रा यपाल क पवर अनमोदन स िन निलिखत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगी अथारत ndashrdquo श द क थान पर ldquoरा यपाल िन निलिखत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा अथारत ndashrdquo श द रख िदए गए ह और

(ख) खड (क) क थान पर िन निलिखत खड रख िदया गया हो अथारत ndash

ldquo(क) गराम पिरषद और यायालय का गठन इस परा क

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) अतः थािपत

2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) कितपय श द क थान पर परित थािपत

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अधीन उनक दवारा परयोकत य शिकतया और व यायालय िजनको गराम पिरषद और यायालय क िविन य स अपील हो सकगी rdquo (ग) खड (ग) क थान पर िन निलिखत खड रख िदया गया हो

अथारत ndash ldquo(ग) परादिशक पिरष या िजला पिरष अथवा ऐसी पिरष

दवारा गिठत िकसी यायालय क समकष उप-परा (5) क अधीन रा-पित दवारा िनयत तारीख स ठीक पहल लिबत अपील और अ य कायरवािहय का अतरणrdquo और (घ) खड (ङ) म ldquoउप-परा (1) और उप-परा (2)rdquo श द को क और

अक क थान पर ldquoउप-परा (1)rdquo श द को क और अक रख िदए गए ह ]

5 कछ वाद मामल और अपराध क िवचारण क िलए परादिशक पिरषद और िजला पिरषद को तथा िक ही यायालय और अिधकािरय को िसिवल परिकरया सिहता 1908 और दड परिकरया सिहता 18981 क अधीन शिकतय का परदान िकया जाना ndash (1) रा यपाल िकसी वशासी िजल या वशासी परदश म िकसी ऐसी परव िविध स जो ऐसी िविध ह िजस रा यपाल इस िनिम िविनिदर कर उदभत वाद या मामल क िवचारण क िलए अथवा भारतीय दड सिहता क अधीन या ऐस िजल या परदश म त समय लाग िकसी अ य िविध क अधीन म य स आजीवन िनवारसन स या पाच वषर स अ यन अविध क िलए कारावास स दडनीय अपराध क िवचारण क िलए ऐस िजल या परदश पर परािधकार रखन वाली िजला पिरष या परादिशक पिरष को अथवा ऐसी िजला पिरष दवारा गिठत यायालय को अथवा रा यपाल दवारा इस िनिम िनयकत िकसी अिधकारी को यथाि थित िसिवल परिकरया सिहता 1908 या दड परिकरया सिहता 18981 क अधीन ऐसी शिकतया परदान कर सकगा जो वह समिचत समझ और तब उकत पिरष यायालय या अिधकारी इस परकार परद शिकतय का परयोग करत हए वाद मामल या अपराध का िवचारण करगा

(2) रा यपाल इस परा क उप-परा (1) क अधीन िकसी िजला पिरष परादिशक पिरष यायालय या अिधकारी को परद शिकतय म स िकसी शिकत को वापस ल सकगा या उपातिरत कर सकगा

(3) इस परा म अिभ यकत प स यथा उपबिधत क िसवाय िसिवल परिकरया सिहता 1908 और दड परिकरया सिहता 18981 िकसी वशासी िजल म या िकसी वशासी परदश म िजसको इस परा क उपबध लाग होत ह िक ही वाद मामल या अपराध क िवचारण को लाग नही होगी

1 दड परिकरया सिहता 1973 (1974 का 2) दख

भारत का सिवधान

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1[(4) रा पित दवारा िकसी वशासी िजल या वशासी परदश क सबध म परा 4 क उप-परा (5) क अधीन िनयत तारीख को और स उस िजल या परदश को लाग होन म इस परा की िकसी बात क बार म यह नही समझा जाएगा िक वह िकसी िजला पिरष या परादिशक पिरष को या िजला पिरष दवारा गिठत यायालय को इस परा क उप-परा (1) म िनिदर शिकतय म स कोई शिकत परदान करन क िलए रा यपाल को परािधकत करती ह ]

2[6 पराथिमक िवदयालय आिद थािपत करन की िजला पिरष की शिकत ndash (1) वशासी िजल की िजला पिरष िजल म पराथिमक िवदयालय औषधालय बाजार

3[काजी हाउस ] फरी मीनकषतर सड़क सड़क पिरवहन और जलमाग की थापना िनमारण और परबध कर सकगी तथा रा यपाल क पवर अनमोदन स उनक िविनयमन और िनयतरण क िलए िविनयम बना सकगी और िविश तया वह भाषा और वह रीित िविहत कर सकगी िजसस िजल क पराथिमक िवदयालय म पराथिमक िशकषा दी जाएगी

(2) रा यपाल िजला पिरष की सहमित स उस पिरष को या उसक अिधकािरय को किष पशपालन सामदाियक पिरयोजनाओ सहकारी सोसाइिटय समाज क याण गराम योजना या िकसी अ य ऐस िवषय क सबध म िजस पर 4 रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार ह क य सशतर या िबना शतर स प सकगा

7 िजला और परादिशक िनिधया ndash (1) पर यक वशासी िजल क िलए एक िजला िनिध और पर यक वशासी परदश क िलए एक परादिशक िनिध गिठत की जाएगी िजसम करमशः उस िजल की िजला पिरष दवारा और उस परदश की परादिशक पिरष दवारा इस सिवधान क उपबध क अनसार यथाि थित उस िजल या परदश क परशासन क अनकरम म परा सभी धनरािशया जमा की जाएगी

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) अतः थािपत 2 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) परा 6 क थान पर परित थािपत 3 िनरसन और सशोधन अिधिनयम 1974 (1974 का 56) की धारा 4 दवारा काजी हाउस क थान पर परित थािपत

4 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) यथाि थित आसाम या मघालय श द का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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1[(2) रा यपाल यथाि थित िजला िनिध या परादिशक िनिध क परबध क िलए और उकत िनिध म धन जमा करन उसम स धनरािशया िनकालन उसक धन की अिभरकषा और पव कत िवषय स सबिधत या आनषिगक िकसी अ य िवषय क सबध म अनसरण की जान वाली परिकरया क िलए िनयम बना सकगा

(3) यथाि थित िजला पिरष या परादिशक पिरष क लख ऐस पर प म रख जाएग जो भारत का िनयतरक-महालखापरीकषक रा पित क अनमोदन स िविहत कर

(4) िनयतरक-महालखापरीकषक िजला पिरषद और परादिशक पिरषद क लखाओ की सपरीकषा ऐसी रीित स कराएगा जो वह ठीक समझ और िनयतरक-महालखापरीकषक क ऐस लखाओ स सबिधत परितवदन रा यपाल क समकष पर तत िकए जाएग जो उ ह पिरष क समकष रखवाएगा ]

8 भ-राज व का िनधाररण और सगरहण करन तथा कर का अिधरोपण करन की शिकतयाndash(1) वशासी परदश क भीतर की सभी भिमय क सबध म ऐस परदश की परादिशक पिरष को और यिद िजल म कोई परादिशक पिरष ह तो उनक परािधकार क अधीन आन वाल कषतर म ि थत भिमय को छोड़कर िजल क भीतर की सभी भिमय क सबध म वशासी िजल की िजला पिरष को ऐसी भिमय की बाबत उन िसदधात क अनसार राज व का िनधाररण और सगरहण करन की शिकत होगी िजनका 2[साधारणतया रा य म भ-राज व क परयोजन क िलए भिम क िनधाररण म रा य की सरकार दवारा त समय अनसरण िकया जाता ह ]

(2) वशासी परदश क भीतर क कषतर क सबध म ऐस परदश की परादिशक पिरष को और यिद िजल म कोई परादिशक पिरष ह तो उनक परािधकार क अधीन आन वाल कषतर को छोड़कर िजल क भीतर क सभी कषतर क सबध म वशासी िजल की िजला पिरष को भिम और भवन पर कर का तथा ऐस कषतर म िनवासी यिकतय पर पथकर का उ गरहण और सगरहण करन की शिकत होगी

(3) वशासी िजल की िजला पिरष को ऐस िजल क भीतर िन निलिखत सभी या िक ही कर का उ गरहण और सगरहण करन की शिकत होगी अथारत ndash

(क) वि यापार आजीिवका और िनयोजन पर कर (ख) जीवजतओ यान और नौकाओ पर कर

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) उप-परा (2) क थान पर परित थािपत 2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) कितपय श द क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(ग) िकसी बाजार म िवकरय क िलए माल क परवश पर कर और फरी स ल जाए जान वाल याितरय और माल पर पथकर 1

(घ) िवदयालय औषधालय या सड़क को बनाए रखन क िलए कर 2[और] 3[(ङ) मनोरजन और आमोद-परमोद पर कर ]

(4) इस परा क उप-परा (2) और उप-परा (3) म िविनिदर कर म स िकसी कर क उ गरहण और सगरहण का उपबध करन क िलए यथाि थित परादिशक पिरष या िजला पिरष िविनयम बना सकगी 4[और ऐसा पर यक िविनयम रा यपाल क समकष तर त पर तत िकया जाएगा और जब तक वह उस पर अनमित नही द दता ह तब तक उसका कोई परभाव नही होगा]

59 खिनज क पवकषण या िन कषरण क परयोजन क िलए अनजञि या या पटट ndash (1) िकसी वशासी िजल क भीतर क िकसी कषतर क सबध म 6[रा य की सरकार] दवारा खिनज क पवकषण या िन कषरण क परयोजन क िलए दी गई अनजञि य या पटट स पर यक वषर परोदभत होन वाल वािम व का ऐसा अश िजला पिरष को िदया जाएगा जो उस 3[रा य की सरकार] और ऐस िजल की िजला पिरष क बीच करार पाया जाए

(2) यिद िजला पिरष को िदए जान वाल ऐस वािम व क अश क बार म कोई िववाद उ प न होता ह तो वह रा यपाल को अवधारण क िलए िनदिशत िकया जाएगा और रा यपाल दवारा अपन िववक क अनसार अवधािरत रकम इस परा क उप-परा (1) क अधीन िजला पिरष को सदय रकम समझी जाएगी और रा यपाल का िविन य अितम होगा

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 16(i) दवारा (16-9-2016 स) और श द का लोप

िकया गया 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 16(ii) दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत 3 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 16(iii) दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत 4 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) अतः थािपत

5 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा परा 9 ितरपरा और िमजोरम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसस उप-परा (2) क प ात िन निलिखत उप-परा अतः थािपत िकया जा सक अथारत --

ldquo(3) रा यपाल आदश दवारा यह िनदश द सकगा िक इस परा क अधीन िजला पिरष को िदया जान वाला वािम व का अश उस पिरष को यथाि थित उप-परा (1) क अधीन िकसी करार या उप-परा (2) क अधीन िकसी अवधारण की तारीख स एक वषर की अविध क भीतर िकया जाएगा rdquo

6 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) आसाम सरकार क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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1[(3) रा यपाल आदश दवारा यह िनदश द सकगा िक इस परा क अधीन िजला पिरष को िदया जान वाला वािम व का अश उस पिरष को यथाि थित उप-परा (1) क अधीन िकसी करार या उप-परा (2) क अधीन िकसी अवधारण की तारीख स एक वषर की अविध क भीतर िदया जाएगा ]

210 जनजाितय स िभ न यिकतय की साहकारी और यापार क िनयतरण क िलए िविनयम बनान की िजला पिरष की शिकत ndash (1) वशासी िजल की िजला पिरष उस िजल म िनवासी जनजाितय स िभ न यिकतय की उस िजल क भीतर साहकारी या यापार क िविनयमन और िनयतरण क िलए िविनयम बना सकगी

(2) िविश तया और पवरगामी शिकत की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना ऐस िविनयमndash

(क) िविहत कर सकग िक उस िनिम दी गई अनजञि क धारक क अितिरकत और कोई साहकारी का कारोबार नही करगा

(ख) साहकार दवारा परभािरत या वसल िकए जान वाल याज की अिधकतम दर िविहत कर सकग

(ग) साहकार दवारा लख रख जान का और िजला पिरषद दवारा इस िनिम िनयकत अिधकािरय दवारा ऐस लखाओ क िनरीकषण का उपबध कर सकग

(घ) िविहत कर सकग िक कोई यिकत जो िजल म िनवासी अनसिचत जनजाितय का सद य नही ह िजला पिरष दवारा इस िनिम दी गई अनजञि क अधीन ही िकसी व त का थोक या फटकर कारबार करगा अ यथा नही परत इस परा क अधीन ऐस िविनयम तब तक नही बनाए जा सकग जब तक व

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा परा 9 ितरपरा और िमजोरम

रा य को लाग करन म सशोिधत िकया गया यथा सशोिधत उप-परा (2) क प ात उप-परा (3) अतः थािपत िकया गया

2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा परा 10 ितरपरा और िमजोरम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया --

(क) शीषरक म स ldquoजनजाितय स िभ न यिकतय कीrdquo श द का लोप िकया जाएगा (ख) उप-परा (1) म स ldquoजनजाितय स िभ नrdquo श द का लोप िकया जाएगा (ग) उप-परा (2) म खड (घ) क थान पर िन निलिखत खड रखा जाएगा अथारत --

ldquo(घ) िविहत कर सकग िक कोई यिकत जो िजल म िनवासी ह िजला पिरष दवारा इस िनिम दी गई अनजञि क अधीन कोई थोक या फटकर यापार करगा अ यथा नही rdquo

भारत का सिवधान

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िजला पिरष की कल सद य सखया क कम स कम तीन चौथाई बहमत दवारा पािरत नही कर िदए जात ह

परत यह और िक ऐस िक ही िविनयम क अधीन िकसी ऐस साहकार या यापारी को जो ऐस िविनयम क बनाए जान क पहल स उस िजल क भीतर कारबार करता रहा ह अनजञि दन स इकार करना सकषम नही होगा

1[(3) इस परा क अधीन बनाए गए सभी िविनयम रा यपाल क समकष तर त पर तत िकए जाएग और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक उनका कोई परभाव नही होगा ]

(4) इस परा की कोई बात इस अनसची क परा 2 क उप-परा (3) क पर तक क अधीन गिठत बोडोलड परादिशक पिरष को लाग नही होगी

11 अनसची क अधीन बनाई गई िविधय िनयम और िविनयम का परकाशन ndash िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा इस अनसची क अधीन बनाई गई सभी िविधया िनयम और िविनयम रा य क राजपतर म तर त परकािशत िकए जाएग और ऐस परकाशन पर िविध का बल रखग

2-312 4[असम रा य म वशासी िजल और वशासी परदश को सस क और असम रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम का लाग होना] ndash(1) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा परा 10 आसाम रा य को

लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसम उप-परा (3) क प ात िन निलिखत अतः थािपत िकया गया --

(4) इस परा की कोई बात इस अनसची क परा 2 क उप-परा (3) क पर तक क अधीन गिठत बोडोलड परादिशक पिरष

को लाग नही होगी 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा परा 12 आसाम रा य को

लाग करन क िलए िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया अथारत -- परा 12 क उप-परा (1) क खड (क) म ldquoइस अनसची क परा 3 या परा 3क म ऐस िवषय क प म

िविनिदर िकया गया हrdquo श द अक और अकषर क थान पर ldquoइस अनसची क परा 3 या परा 3क या परा 3ख म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया हrdquo श द अक और अकषर रख जाएग

3 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा परा 12 आसाम रा य को लाग करन क िलए िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया अथारत --

परा 12 क उप-परा (1) क खड (क) म ldquo इस अनसची क परा 3 या परा 3क म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया हrdquo श द अक और अकषर क थान पर ldquoइस अनसची क परा 3क या परा 3ख म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया हrdquo श द अक और अकषर रख जाएग

4 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) शीषरक क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(क) 1[असम रा य क िवधान-मडल] का कोई अिधिनयम जो ऐस िवषय म स िकसी िवषय क सबध म ह िजनको इस अनसची क परा 3 म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया ह िजनक सबध म िजला पिरष या परादिशक पिरष

िविधया बना सकगी और 1[असम रा य क िवधान-मडल] का कोई अिधिनयम जो िकसी अनासत ऐ कोहाली िलकर क उपभोग को परितिषदध या िनबरिधत करता ह 2[उस रा य म] िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को तब तक लाग नही होगा जब तक दोन दशाओ म स हर एक म ऐस िजल की िजला पिरष या ऐस परदश पर अिधकािरता रखन वाली िजला पिरष लोक अिधसचना दवारा इस परकार िनदश नही द दती ह और िजला पिरष िकसी अिधिनयम क सबध म ऐसा िनदश दत समय यह िनदश द सकगी िक वह अिधिनयम ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को लाग होन म ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए परभावी होगा जो वह ठीक समझती ह

(ख) रा यपाल लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक सस का या 1[असम रा य क िवधान-मडल] का कोई अिधिनयम िजस इस उप-परा क खड (क) क उपबध लाग नही होत ह 2[उस रा य म] िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह उस अिधसचना म िविनिदर कर (2) इस परा क उप-परा (1) क अधीन िदया गया कोई िनदश इस परकार िदया

जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो 3[12क मघालय रा य म वशासी िजल और वशासी परदश को सस क और

मघालय रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम का लाग होना ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) रा य का िवधान-मडल क थान पर परित थािपत 2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) अतः थािपत 3 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) परा 12क क थान पर परा 12क और परा 12ख परित थािपत

भारत का सिवधान

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(क) यिद इस अनसची क परा 3 क उप-परा (1) म िविनिदर िवषय म स िकसी िवषय क सबध म मघालय रा य म िकसी िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा बनाई गई िकसी िविध का कोई उपबध या यिद इस अनसची क परा 8 या परा 10 क अधीन उस रा य म िकसी िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा बनाए गए िकसी िविनयम का कोई उपबध मघालय रा य क िवधान-मडल दवारा उस िवषय क सबध म बनाई गई िकसी िविध क िकसी उपबध क िव दध ह तो यथाि थित उस िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा बनाई गई िविध या बनाया गया िविनयम चाह व मघालय रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध स पहल बनाया गया हो या उसक प ात उस िवरोध की मातरा तक श य होगा और मघालय रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध अिभभावी होगी

(ख) रा पित सस क िकसी अिधिनयम क सबध म अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक वह मघालय रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह अिधसचना म िविनिदर कर और ऐसा कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो ] 1[12कक ितरपरा रा य म वशासी िजल और वशासी परदश को सस क और

ितरपरा रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम का लाग होना ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

(क) ितरपरा रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम जो ऐस िवषय म स िकसी िवषय क सबध म ह िजनको इस अनसची क परा 3 म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया ह िजनक सबध म िजला पिरष या परादिशक पिरष

िविधया बना सकगी और ितरपरा रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम जो िकसी अनासत ऐ कोहािलक िलकर क उपभोग को परितिषदध या िनबरिधत करता ह उस रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को तब तक लाग नही होगा जब तक दोन दशाओ म स हर एक म उस िजल की िजला पिरष या ऐस परदश पर अिधकािरता रखन वाली िजला पिरष लोक अिधसचना दवारा इस परकार िनदश नही द दती ह और िजला पिरष िकसी अिधिनयम क सबध म ऐसा िनदश दत समय यह िनदश द सकगी िक वह अिधिनयम उस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को लाग होन म ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए परभावी होगा जो वह ठीक समझती ह

(ख) रा यपाल लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक ितरपरा रा य

1 परा 12कक सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) अतः थािपत िकया

गया त प ात सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा (16-12-1988 स) परा 12कक और 12ख क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम िजस इस उप-परा क खड (क) क उपबध लाग नही होत ह उस रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह उस अिधसचना म िविनिदर कर

(ग) रा पित सस क िकसी अिधिनयम क सबध म अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक वह ितरपरा रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह अिधसचना म िविनिदर कर और ऐसा कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो 12ख िमजोरम रा य म वशासी िजल और वशासी परदश को सस क और

िमजोरम रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम को लाग होना ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

(क) िमजोरम रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम जो ऐस िवषय म स िकसी िवषय क सबध म ह िजनको इस अनसची क परा 3 म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया ह िजनक सबध म िजला पिरष या परादिशक पिरष

िविधया बना सकगी और िमजोरम रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम जो िकसी अनासत ऐ कोहािलक िलकर क उपभोग को परितिषदध या िनबरिधत करता ह उस रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को तब तक लाग नही होगा जब तक दोन दशाओ म स हर एक म उस िजल की िजला पिरष या ऐस परदश पर अिधकािरता रखन वाली िजला पिरष लोक अिधसचना दवारा इस परकार िनदश नही द दती ह और िजला पिरष िकसी अिधिनयम क सबध म ऐसा िनदश दत समय यह िनदश द सकगी िक वह अिधिनयम उस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को लाग होन म ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए परभावी होगा जो वह ठीक समझती ह

(ख) रा यपाल लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक िमजोरम रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम िजस इस उप-परा क खड (क) क उपबध लाग नही होत ह उस रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह उस अिधसचना म िविनिदर कर

(ग) रा पित सस क िकसी अिधिनयम क सबध म अिधसचना दवारा

भारत का सिवधान

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िनदश द सकगा िक वह िमजोरम रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह अिधसचना म िविनिदर कर और ऐसा कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो ] 13 वशासी िजल स सबिधत पराककिलत पराि य और यय का वािषरक िव ीय

िववरण म पथक प स िदखाया जाना ndash िकसी वशासी िजल स सबिधत पराककिलत पराि या और यय जो 1 रा य की सिचत िनिध म जमा होनी ह या उसम स िकए जान ह पहल िजला पिरष क समकष िवचार-िवमशर क िलए रख जाएग और िफर ऐस िवचार-िवमशर क प ात अन छद 202 क अधीन रा य क िवधान-मडल क समकष रख जान वाल वािषरक िव ीय िववरण म पथक प स िदखाए जाएग

214 वशासी िजल और वशासी परदश क परशासन की जाच करन और उस पर परितवदन दन क िलए आयोग की िनयिकत ndash (1) रा यपाल रा य म वशासी िजल और वशासी परदश क परशासन क सबध म अपन दवारा िविनिदर िकसी िवषय की िजसक अतगरत इस अनसची क परा 1 क उप-परा (3) क खड (ग) खड (घ) खड (ङ) और खड (च) म िविनिदर िवषय ह जाच करन और उस पर परितवदन दन क िलए िकसी भी समय आयोग िनयकत कर सकगा या रा य म वशासी िजल और वशासी परदश क साधारणतया परशासन की और िविश तयाndash

(क) ऐस िजल और परदश म िशकषा और िचिक सा की सिवधाओ की और सचार की यव था की

(ख) ऐस िजल और परदश क सबध म िकसी नए या िवशष िवधान की आव यकता थी और

(ग) िजला पिरषद और परादिशक पिरषद दवारा बनाई गई िविधय िनयम और िविनयम क परशासन की

समय-समय पर जाच करन और उस पर परितवदन दन क िलए आयोग िनयकत कर सकगा और ऐस आयोग दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया पिरिनि त कर सकगा

(2) सबिधत मतरी पर यक ऐस आयोग क परितवदन को रा यपाल की उसस

1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) आसाम श द का लोप िकया गया 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा परा 14 आसाम रा य म

लाग होन क िलए िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया अथारत -- परा 14 क उप-परा (2) म ldquoरा यपाल की उसस सबिधत िसफािरश क साथrdquo श द का लोप िकया जाएगा

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सबिधत िसफािरश क साथ उस पर 1[रा य की सरकार] दवारा की जान क िलए पर तािवत काररवाई क सबध म प ीकारक जञापन सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखगा

(3) रा यपाल रा य की सरकार क कायर का अपन मितरय म आबटन करत समय अपन मितरय म स एक मतरी को रा य क वशासी िजल और वशासी परदश क क याण का िवशषतया भारसाधक बना सकगा

215 िजला पिरषद और परादिशक पिरषद क काय और सक प का िनपरभाव या िनलिबत िकया जाना ndash (1) यिद रा यपाल का िकसी समय यह समाधान हो जाता ह िक िजला पिरष या परादिशक पिरष क िकसी कायर या सक प स भारत की सरकषा का सकटाप न होना सभा य ह 3[या लोक यव था पर परितकल परभाव पड़ना सभा य ह] तो वह ऐस कायर या सक प को िनपरभाव या िनलिबत कर सकगा और ऐसी काररवाई (िजसक अतगरत पिरष का िनलबन और पिरष म िनिहत या उसक दवारा परयोकत य सभी या िक ही शिकतय को अपन हाथ म ल लना ह) कर सकगा जो वह ऐस कायर को िकए जान या उसक चाल रख जान का अथवा ऐस सक प को परभावी िकए जान का िनवारण करन क िलए आव यक समझ

(2) रा यपाल दवारा इस परा क उप-परा (1) क अधीन िकया गया आदश उसक िलए जो कारण ह उनक सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष यथासभवशीघर रखा जाएगा और यिद वह आदश रा य क िवधान-मडल दवारा परितस त नही कर िदया जाता ह तो वह उस तारीख स िजसको वह इस परकार िकया गया था बारह मास की अविध तक परव बना रहगा

पर त यिद और िजतनी बार ऐस आदश को परव बनाए रखन का अनमोदन करन वाला सक प रा य क िवधान-मडल दवारा पािरत कर िदया जाता ह तो और उतनी बार वह आदश यिद रा यपाल दवारा र नही कर िदया जाता ह तो उस तारीख स िजसको वह इस परा क अधीन अ यथा परवतरन म नही रहता बारह मास की और अविध तक परव बना रहगा

416 िजला पिरष या परादिशक पिरष का िवघटन ndash 1[(1) रा यपाल इस 1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972

स) आसाम सरकार क थान पर परित थािपत 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा परा 15 ितरपरा और िमजोरम

रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया ह -- (क) आरिभक भाग म ldquoरा य क िवधान-मडल दवाराrdquo श द क थान पर ldquoरा यपाल दवाराrdquo श द रख जाएग

(ख) पर तक का लोप िकया जाएगा

3 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970 स) अतः थािपत

4 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा (16-12-1988 स) परा 16

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अनसची क परा 14 क अधीन िनयकत आयोग की िसफािरश पर लोक अिधसचना दवारा िकसी िजला पिरष या परादिशक पिरष का िवघटन कर सकगा औरndash

(क) िनदश द सकगा िक पिरष क पनगरठन क िलए नया साधारण िनवारचन तर त कराया जाए या

(ख) रा य क िवधान-मडल क पवर अनमोदन स ऐसी पिरष क परािधकार क अधीन आन वाल कषतर का परशासन बारह मास स अनिधक अविध क िलए अपन हाथ म ल सकगा अथवा ऐस कषतर का परशासन ऐस आयोग को िजस उकत परा क अधीन िनयकत िकया गया ह या अ य ऐस िकसी िनकाय को िजस वह उपयकत समझता ह उकत अविध क िलए द सकगा

पर त जब इस परा क खड (क) क अधीन कोई आदश िकया गया ह तब रा यपाल पर गत कषतर क परशासन क सबध म नया साधारण िनवारचन होन पर पिरष क पनगरठन क लिबत रहन तक इस परा क खड (ख) म िनिदर काररवाई कर सकगा

पर त यह और िक यथाि थित िजला पिरष या परादिशक पिरष को रा य क िवधान-मडल क समकष अपन िवचार को रखन का अवसर िदए िबना उस परा क खड (ख) क अधीन कोई काररवाई नही की जाएगी

2[(2) यिद रा यपाल का िकसी समय यह समाधान हो जाता ह िक ऐसी ि थित उ प न हो गई ह िजसम वशासी िजल या वशासी परदश का परशासन इस अनसची क

ितरपरा और िमजोरम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया ह -- (क) उप-परा (1) क खड (ख) म आन वाल ldquoरा य क िवधान-मडल क पवर अनमोदन सrdquo श द और

दसर पर तक का लोप िकया जाएगा (ख) उप-परा (3) क थान पर िन निलिखत उप-परा रखा जाएगा अथारत -- ldquo(3) इस परा क उप-परा (1) या उप-परा (2) क अधीन िकया गया पर यक आदश उसक िलए जो कारण

ह उनक सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखा जाएगा rdquo 1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) परा 16 का उप-परा (1) क प म पनसरखयािकत िकया गया 2 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) अतः थािपत

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उपबध क अनसार नही चलाया जा सकता ह तो वह यथाि थित िजला पिरष या परादिशक पिरष म िनिहत या उसक दवारा परयोकत य सभी या कोई क य या शिकतया लोक अिधसचना दवारा छह मास स अनिधक अविध क िलए अपन हाथ म ल सकगा और यह घोषणा कर सकगा िक ऐस क य या शिकतया उकत अविध क दौरान ऐस यिकत या परािधकारी दवारा परयोकत य ह गी िजस वह इस िनिम िविनिदर कर

पर त रा यपाल आरिभक आदश का परवतरन अितिरकत आदश या आदश दवारा एक बार म छह मास स अनिधक अविध क िलए बढ़ा सकगा

(3) इस परा क उप-परा (2) क अधीन िकया गया पर यक आदश उसक िलए जो कारण ह उनक सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखा जाएगा और वह आदश उस तारीख स िजसको रा य िवधान-मडल उस आदश क िकए जान क प ात परथम बार बठता ह तीस िदन की समाि पर परवतरन म नही रहगा यिद उस अविध की समाि स पहल रा य िवधान-मडल दवारा उसका अनमोदन नही कर िदया जाता ह ]

117 वशासी िजल म िनवारचन-कषतर क बनान म ऐस िजल स कषतर का अपवजरन ndash रा यपाल 2[असम या मघालय 3[या ितरपरा 4[या िमजोरम]] की िवधान सभा] क िनवारचन क परयोजन क िलए आदश दवारा यह घोषणा कर सकगा िक 5[यथाि थित असम या मघालय 3[या ितरपरा 4[या िमजोरम]] रा य म] िकसी वशासी िजल क भीतर का कोई कषतर ऐस िकसी िजल क िलए िवधान सभा म आरिकषत थान या थान को भरन क िलए िकसी िनवारचन-कषतर का भाग नही होगा िक त िवधान सभा म इस परकार आरिकषत न िकए गए ऐस थान या थान को भरन क िलए आदश म िविनिदर िनवारचन-कषतर का भाग होगा

6[18 ]

719 सकरमणकालीन उपबध ndash (1) रा यपाल इस सिवधान क परारभ क प ात

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा परा 17 आसाम रा य को

लाग करन म िन निलिखत पर तक अतः थािपत िकया गया अथारत -- ldquoपर त इस परा की कोई बात बोडोलड परादिशक कषतर िजला को लाग नही होगी rdquo

2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) आसाम की िवधान सभा क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) अतः थािपत 4 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) अतः थािपत 5 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) आसाम की िवधान सभा क थान पर अतः थािपत 6 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) परा 18 का लोप िकया गया 7 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा (7-9-2003 स) परा 19

आसाम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसस उप-परा (3) क प ात िन निलिखत अतः थािपत िकया गया अथारत --

भारत का सिवधान

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यथासभव शीघर इस अनसची क अधीन रा य म पर यक वशासी िजल क िलए िजला पिरष क गठन क िलए काररवाई करगा और जब तक िकसी वशासी िजल क िलए िजला पिरष इस परकार गिठत नही की जाती ह तब तक ऐस िजल का परशासन रा यपाल म िनिहत होगा और ऐस िजल क भीतर क कषतर क परशासन को इस अनसची क पवरगामी उपबध क थान पर िन निलिखत उपबध लाग ह ग अथारत ndash

(क) सस का या उस रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम ऐस कषतर को तब तक लाग नही होगा जब तक रा यपाल लोक अिधसचना दवारा इस परकार िनदश नही द दता ह और रा यपाल िकसी अिधिनयम क सबध म ऐसा िनदश दत समय यह िनदश द सकगा िक वह अिधिनयम ऐस कषतर या उसक िकसी िविनिदर भाग को लाग होन म ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए परभावी होगा जो वह ठीक समझता ह

(ख) रा यपाल ऐस िकसी कषतर की शाित और सशासन क िलए िविनयम बना सकगा और इस परकार बनाए गए िविनयम सस क या उस रा य क िवधान-मडल क िकसी अिधिनयम का या िकसी िवदयमान िविध का जो ऐस कषतर को त समय लाग ह िनरसन या सशोधन कर सकग

(2) रा यपाल दवारा इस परा क उप-परा (1) क खड (क) क अधीन िदया गया कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो

(3) इस परा क उप-परा (1) क खड (ख) क अधीन बनाए गए सभी िविनयम रा पित क समकष तर त पर तत िकए जाएग और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक उनका कोई परभाव नही होगा

(4) इस अिधिनयम क परारभ क प ात यथाशीघर आसाम म बोडोलड परादिशक कषतर िजल क िलए एक अतिरम कायरपालक पिरष रा यपाल दवारा बोडो आ दोलन क नताओ म स िजनक अतगरत समझौत क जञापन क ह ताकषरकतार भी ह बनाई जाएगी और उसम उस कषतर क गर जनजातीय समदाय को भी पयार परितिनिध व िदया जाएगा

परत अ तिरम पिरष छह मास की अविध क िलए होगी िजसक दौरान पिरष का िनवारचन करान का परयास िकया जाएगा

प ीकरण--इस उप-परा क परयोजन क िलए ldquoसमझौत का जञापनrdquo पद स भारत सरकार आसाम सरकार और बोडो िलबरशन टाइगसर क बीच 10 फरवरी 2003 को ह ताकषिरत जञापन अिभपरत ह

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1[20 जनजाित कषतर ndash (1) नीच दी गई सारणी क भाग 1 भाग 2 2[भाग 2क] और भाग 3 म िविनिदर कषतर करमशः असम रा य मघालय रा य 2[ितरपरा रा य] और िमजोरम 3[रा य] क जनजाित कषतर ह ग

(2) 4[नीच दी गई सारणी क भाग 1 भाग 2 या भाग 3 म] िकसी िजल क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 की धारा 2 क खड (ख) क अधीन िनयत िकए गए िदन स ठीक पहल िवदयमान उस नाम क वशासी िजल म समािव रा यकषतर क परित िनदश ह

पर त इस अनसची क परा 3 क उप-परा (1) क खड (ङ) और खड (च) परा 4 परा 5 परा 6 परा 8 क उप-परा (2) उप-परा (3) क खड (क) खड (ख) और खड (घ) और उप-परा (4) तथा परा 10 क उप-परा (2) क खड (घ) क परयोजन क िलए िशलाग नगरपािलका म समािव कषतर क िकसी भाग क बार म यह नही समझा जाएगा िक वह 5[खासी पहाड़ी िजल] क भीतर ह

2[(3) नीच दी गई सारणी क भाग 2क म ldquoितरपरा जनजाित कषतर िजलाrdquo क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह ितरपरा जनजाित कषतर वशासी िजला पिरष अिधिनयम 1979 की पहली अनसची म िविनिदर जनजाित कषतर म समािव रा यकषतर क परित िनदश ह ]

सारणी भाग 1

1 उ री कछार पहाड़ी िजला

1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा (21-

1-1972 स) परा 20 और 20क क थान पर परित थािपत परा 21क को त प ात भारत सघ रा यकषतर (सशोधन) अिधिनयम 1971 (1971 का 83) की धारा 13 दवारा (29-4-1972 स) परित थािपत िकया गया था

2 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) अतः थािपत 3 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) सघ रा यकषतर क थान

पर परित थािपत 4 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) परित थािपत 5 मघालय सरकार की अिधसचना स डीसीए 317211 तारीख 14 जन 1973 मघालय का राजपतर भाग 5क

तारीख 23-6-1973 प 200 दवारा परित थािपत

भारत का सिवधान

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2 1[काबीर आगलाग िजला ] 2[3 बोडोलड परादिशक कषतर िजला ]

भाग 2 3[1 खासी पहाड़ी िजला 2 जयितया पहाड़ी िजला ] 3 गारो पहाड़ी िजला

4[भाग 2क ितरपरा जनजाित कषतर िजला ]

भाग 3 5

6[1 चकमा िजला 7[2 मारा िजला 3 लई िजला ]]

8[20क िमजो िजला पिरष का िवघटन ndash (1) इस अनसची म िकसी बात क होत हए भी िविहत तारीख स ठीक पहल िवदयमान िमजो िजल की िजला पिरष (िजस इसम इसक प ात िमजो िजला पिरष कहा गया ह) िवघिटत हो जाएगी और िवदयमान नही रह जाएगी

(2) िमजोरम सघ रा यकषतर का परशासक एक या अिधक आदश दवारा िन निलिखत सभी या िक ही िवषय क िलए उपबध कर सकगा अथारत ndash

(क) िमजो िजला पिरष की आि तय अिधकार और दािय व का

1 आसाम सरकार दवारा तारीख 14-10-1976 की अिधसचना स टीएडीआर 1157447 दवारा िमकीर पहाड़ी िजला

क थान पर परित थािपत 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा अतः थािपत 3 मघालय सरकार की अिधसचना स डीसीए 317211 तारीख 14 जन 1973 मघालय का राजपतर भाग 5क

तारीख 23-6-1973 प 200 दवारा परित थािपत 4 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) अतः थािपत 5 सघ रा यकषतर शासन (सशोधन) अिधिनयम 1971 (1971 का 83) की धारा 13 दवारा (29-4-1972 स) िमजो

िजला श द का लोप िकया गया 6 िमजोरम का राजपतर 1972 तारीख 5 मई 1972 िज द 1 भाग 2 प 17 म परकािशत िमजोरम िजला पिरष

(परकीणर उपबध) आदश 1972 दवारा (29-4-1972 स) अतः थािपत 7 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा (16-12-1988 स) करम स0

2 और 3 तथा उनस सबिधत परिवि य क थान पर परित थािपत 8 सघ रा यकषतर शासन (सशोधन) अिधिनयम 1971 (1971 का 83) की धारा 13 दवारा (29-4-1972 स) परा 20क

क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(िजनक अतगरत उसक दवारा की गई िकसी सिवदा क अधीन अिधकार और दािय व ह) पणरतः या भागतः सघ को या िकसी अ य परािधकारी को अतरण

(ख) िक ही ऐसी िविधक कायरवािहय म िजनम िमजो िजला पिरष एक पकषकार ह िमजो िजला पिरष क थान पर सघ का या िकसी अ य परािधकारी का पकषकार क प म रखा जाना अथवा सघ का या िकसी अ य परािधकारी का पकषकार क प म जोड़ा जाना

(ग) िमजो िजला पिरष क िक ही कमरचािरय का सघ को या िकसी अ य परािधकारी को अथवा उसक दवारा अतरण या पनिनरयोजन ऐस अतरण या पनिनरयोजन क प ात उन कमरचािरय को लाग होन वाल सवा क िनबधन और शत

(घ) िमजो िजला पिरष दवारा बनाई गई और उसक िवघटन स ठीक पहल परव िक ही िविधय का ऐस अनकलन और उपातरण क चाह व िनरसन क प म ह या सशोधन क प म अधीन रहत हए जो परशासक दवारा इस िनिम

िकए जाए तब तक परव बना रहना जब तक िकसी सकषम िवधान-मडल दवारा या अ य सकषम परािधकारी दवारा ऐसी िविधय म पिरवतरन िनरसन या सशोधन नही कर िदया जाता ह

(ङ) ऐस आनषिगक पािरणािमक और अनपरक िवषय जो परशासक आव यक समझ प ीकरण ndash इस परा म और इस अनसची क परा 20ख म ldquoिविहत तारीखrdquo पद

स वह तारीख अिभपरत ह िजसको िमजोरम सघ रा यकषतर की िवधान सभा का सघ रा यकषतर शासन अिधिनयम 1963 क उपबध क अधीन और उनक अनसार स यक प स गठन होता ह

20ख िमजोरम सघ रा यकषतर म वशासी परदश का वशासी िजल होना और उसक पािरणािमक सकरमणकालीन उपबध ndash (1) इस अनसची म िकसी बात क होत हए भीndash

(क) िमजोरम सघ रा यकषतर म िविहत तारीख स ठीक पहल िवदयमान पर यक वशासी परदश उस तारीख को और स उस सघ रा यकषतर का वशासी िजला (िजस इसम इसक प ात त थानी नया िजला कहा गया ह) हो जाएगा और उसका परशासक एक या अिधक आदश दवारा िनदश द सकगा िक इस अनसची क परा 20 म (िजसक अतगरत उस परा स सलगन सारणी का भाग 3 ह) ऐस पािरणािमक सशोधन िकए जाएग जो इस खड क उपबध को परभावी करन क िलए आव यक ह और तब उकत परा और उकत भाग 3 क बार म यह समझा जाएगा िक उनका तदनसार सशोधन कर िदया गया ह

(ख) िमजोरम सघ रा यकषतर म िविहत तारीख स ठीक पहल िवदयमान वशासी परदश की पर यक परादिशक पिरष (िजस इसम इसक प ात िवदयमान परादिशक पिरष कहा गया ह) उस तारीख को और स और जब तक त थानी नए

भारत का सिवधान

305

िजल क िलए पिरष का स यक प स गठन नही होता ह तब तक उस िजल की िजला पिरष (िजस इसम इसक प ात त थानी नई िजला पिरष कहा गया ह) समझी जाएगी

(2) िवदयमान परादिशक पिरष का पर यक िनवारिचत या नामिनदिशत सद य त थानी नई िजला पिरष क िलए यथाि थित िनवारिचत या नामिनदिशत समझा जाएगा और तब तक पद धारण करगा जब तक इस अनसची क अधीन त थानी नए िजल क िलए िजला पिरष का स यक प स गठन नही होता ह

(3) जब तक त थानी नई िजला पिरष दवारा इस अनसची क परा 2 क उप-परा (7) और परा 4 क उप-परा (4) क अधीन िनयम नही बनाए जात ह तब तक िवदयमान परादिशक पिरष दवारा उकत उपबध क अधीन बनाए गए िनयम जो िविहत तारीख स ठीक पहल परव ह त थानी नई िजला पिरष क सबध म ऐस अनकलन और उपातरण क अधीन रहत हए परभावी ह ग जो िमजोरम सघ रा यकषतर क परशासक दवारा उनम िकए जाए

(4) िमजोरम सघ रा यकषतर का परशासक एक या अिधक आदश दवारा िन निलिखत सभी या िक ही िवषय क िलए उपबध कर सकगा अथारत ndash

(क) िवदयमान परादिशक पिरष की आि तय अिधकार और दािय व का (िजनक अतगरत उसक दवारा की गई िकसी सिवदा क अधीन अिधकार और दािय व ह) पणरतः या भागतः त थानी नई िजला पिरष को अतरण

(ख) िक ही ऐसी िविधक कायरवािहय म िजनम िवदयमान परादिशक पिरष एक पकषकार ह िवदयमान परादिशक पिरष क थान पर त थानी नई िजला पिरष का पकषकार क प म रखा जाना

(ग) िवदयमान परादिशक पिरष क िक ही कमरचािरय का त थानी नई िजला पिरष को अथवा उसक दवारा अतरण या पनिनरयोजन ऐस अतरण या पनिनरयोजन क प ात उन कमरचािरय को लाग होन वाल सवा क िनबधन और शत

(घ) िवदयमान परादिशक पिरष दवारा बनाई गई और िविहत तारीख स ठीक पहल परव िक ही िविधय का ऐस अनकलन और उपातरण क चाह व िनरसन क प म ह या सशोधन क प म अधीन रहत हए जो परशासक दवारा इस

भारत का सिवधान

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िनिम िकए जाए तब तक परव बना रहना जब तक सकषम िवधान-मडल दवारा या अ य सकषम परािधकारी दवारा ऐसी िविधय म पिरवतरन िनरसन या सशोधन नही कर िदया जाता ह

(ङ) ऐस आनषिगक पािरणािमक और अनपरक िवषय जो परशासक आव यक समझ 1[20खक रा यपाल दवारा अपन क य क िनवरहन म वविकक शिकतय का परयोग -

- रा यपाल इस अनसची क परा 1 क उप-परा (2) और उप-परा (3) परा 2 क उप-परा (1) उप-परा (6) उप-परा (6क) क पहल पर तक को छोड़कर और उप-परा (7) परा 3 क उप-परा (3) परा 4 क उप-परा (4) परा 5 परा 6 क उप-परा (1) परा 7 क उप-परा (2) परा 8 क उप-परा (4) परा 9 क उप-परा (3) परा 10 क उप-परा (3) परा 14 क उप-परा (1) परा 15 क उप-परा (1) और परा 16 क उप-परा (1) और उप-परा (2) क अधीन अपन क य क िनवरहन म मितर-पिरष और यथाि थित उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष या काबीर आगलाग पहाड़ी वशासी पिरष स परामशर करन क प ात ऐसी काररवाई करगा जो वह विववकानसार आव यक मानता ह ]

2[20खख रा यपाल दवारा अपन क य क िनवरहन म वविकक शिकतय का परयोग -- रा यपाल इस अनसची क परा 1 क उप-परा (2) और उप-परा (3) परा 2 क उप-परा (1) और उप-परा (7) परा 3 का उप-परा (3) परा 4 का उप-परा (4) परा 5 परा 6 का उप-परा (1) परा 7 का उप-परा (2) परा 9 का उप-परा (3) परा 14 का उप-परा (1) परा 15 का उप-परा (1) और परा 16 का उप-परा (1) और उप-परा (2) क अधीन अपन क य क िनवरहन म मितर-पिरष स और यिद वह आव यक समझ तो सबिधत िजला पिरष या परादिशक पिरष स परामशर करन क प ात ऐसी काररवाई करगा जो वह विववकानसार आव यक समझ ]

20ग िनवरचन ndash इस िनिम बनाए गए िकसी उपबध क अधीन रहत हए इस अनसची क उपबध िमजोरम सघ रा यकषतर को उनक लाग होन म इस परकार परभावी ह ग ndash

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा (12-9-1995 स) आसाम म

लाग होन क िलए परा 20खक अतः थािपत िकया गया 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा (16-12-1988 स) ितरपरा

और िमजोरम रा य को लाग करन म परा 20ख क प ात िन निलिखत परा अतः थािपत िकया गया

भारत का सिवधान

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(1) मानो रा य क रा यपाल और रा य की सरकार क परित िनदश अन छद 239 क अधीन िनयकत सघ रा यकषतर क परशासक क परित िनदश ह (ldquoरा य की सरकारrdquo पद क िसवाय) रा य क परित िनदश िमजोरम सघ रा यकषतर क परित िनदश ह और रा य िवधान-मडल क परित िनदश िमजोरम सघ रा यकषतर की िवधान सभा क परित िनदश ह

(2) मानोndash (क) परा 4 क उप-परा (5) म सबिधत रा य की सरकार स

परामशर करन क उपबध का लोप कर िदया गया हो (ख) परा 6 क उप-परा (2) म ldquoिजस पर रा य की कायरपािलका

शिकत का िव तार हrdquo श द क थान पर ldquoिजसक सबध म िमजोरम सघ रा यकषतर की िवधान सभा को िविधया बनान की शिकत हrdquo श द रख िदए गए ह

(ग) परा 13 म ldquoअन छद 202 क अधीनrdquo श द और अक का लोप कर िदया गया हो

21 अनसची का सशोधन ndash (1) सस समय-समय पर िविध दवारा इस अनसची क उपबध म स िकसी का पिरवधरन पिरवतरन या िनरसन क प म सशोधन कर सकगी और जब अनसची का इस परकार सशोधन िकया जाता ह तब इस सिवधान म इस अनसची क परित िकसी िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह इस परकार सशोिधत ऐसी अनसची क परित िनदश ह

(2) ऐसी कोई िविध जो इस परा क उप-परा (1) म उि लिखत ह इस सिवधान क अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी

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सातवी अनसची (अऩ छद 246)

सची 1 ndash सघ सची 1 भारत की और उसक पर यक भाग की रकषा िजसक अतगरत रकषा क िलए

तयारी और ऐस सभी कायर ह जो यदध क समय यदध क सचालन और उसकी समाि क प ात परभावी स यिवयोजन म सहायक ह

2 नौसना सना और वायसना सघ क अ य सश बल 1[2क सघ क िकसी सश बल या सघ क िनयतरण क अधीन िकसी अ य बल

का या उसकी िकसी टकड़ी या यिनट का िकसी रा य म िसिवल शिकत की सहायता म अिभिनयोजन ऐस अिभिनयोजन क समय ऐस बल क सद य की शिकतया अिधकािरता िवशषािधकार और दािय व ]

3 छावनी कषतर का पिरसीमन ऐस कषतर म थानीय वशासन ऐस कषतर क भीतर छावनी परािधकािरय का गठन और उनकी शिकतया तथा ऐस कषतर म गह वास-सिवधा का िविनयमन (िजसक अतगरत भाटक का िनयतरण ह)

4 नौसना सना और वायसना सकमर 5 आयध अग यायध गोलाबा द और िव फोटक 6 परमाण ऊजार और उसक उ पादन क िलए आव यक खिनज सपि ोत 7 सस दवारा िविध दवारा रकषा क परयोजन क िलए या यदध क सचालन क िलए

आव यक घोिषत िकए गए उदयोग 8 क दरीय आसचना और अ वषण यरो 9 रकषा िवदश कायर या भारत की सरकषा सबधी कारण स िनवारक िनरोध इस

परकार िनरोध म रख गए यिकत 10 िवदश कायर सभी िवषय िजनक दवारा सघ का िकसी िवदश स सबध होता ह

11 राजनियक क सलीय और यापािरक परितिनिध व 12 सयकत रा सघ 13 अतररा ीय स मलन सगम और अ य िनकाय म भाग लना और उनम

िकए गए िविन य का कायार वयन 14 िवदश स सिध और करार करना और िवदश स की गई सिधय करार और

अिभसमय का कायार वयन

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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15 यदध और शाित

16 वदिशक अिधकािरता 17 नागिरकता दशीयकरण और अ यदशीय 18 पर यपरण 19 भारत म परवश और उसम स उ परवास और िन कासन पासपोटर और वीजा 20 भारत स बाहर क थान की तीथरयातराए 21 खल समदर या आकाश म की गई द यता और अपराध थल या खल समदर

या आकाश म रा की िविध क िव दध िकए गए अपराध 22 रल 23 ऐस राजमागर िज ह सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन रा ीय

राजमागर घोिषत िकया गया ह 24 यतर नोिदत जलयान क सबध म ऐस अतदशीय जलमाग पर पोत पिरवहन

और नौ पिरवहन जो सस दवारा िविध दवारा रा ीय जलमागर घोिषत िकए गए ह ऐस जलमाग पर मागर का िनयम

25समदरी पोत पिरवहन और नौ पिरवहन िजसक अतगरत वारीय जल म पोत- पिरवहन और नौ पिरवहन ह वािणि यक समदरी बड़ क िलए िशकषा और परिशकषण की यव था तथा रा य और अ य अिभकरण दवारा दी जान वाली ऐसी िशकषा और परिशकषण का िविनयमन

26 परकाश तभ िजनक अतगरत परकाशपोत बीकन तथा पोत पिरवहन और वाययान की सरकषा क िलए अ य यव था ह

27 ऐस प न िज ह सस दवारा बनाई गई िविध या िवदयमान िविध दवारा या उसक अधीन महाप न घोिषत िकया जाता ह िजसक अतगरत उनका पिरसीमन और उनम प न परािधकािरय का गठन और उनकी शिकतया ह

28 प न करतीन िजसक अतगरत उसस सबदध अ पताल ह नािवक और समदरीय अ पताल

29 वायमागर वाययान और िवमान चालन िवमानकषतर की यव था िवमान यातायात और िवमानकषतर का िविनयमन और सगठन वमािनक िशकषा और परिशकषण क िलए यव था तथा रा य और अ य अिभकरण दवारा दी जान वाली ऐसी िशकषा और परिशकषण का िविनयमन

30 रल समदर या वाय मागर दवारा अथवा यतर नोिदत जलयान म रा ीय जलमाग दवारा याितरय और माल का वहन

भारत का सिवधान

310

31 डाक-तार टलीफोन बतार परसारण और वस ही अ य सचार साधन

32 सघ की सपि और उसस राज व िकत िकसी 1 रा य म ि थत सपि क सबध म वहा तक क िसवाय जहा तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध कर उस रा य क िवधान क अधीन रहत हए

233 34 दशी रा य क शासक की सपदा क िलए परितपा य अिधकरण 35 सघ का लोक ऋण 36 करसी िसकका िनमारण और वध िनिवदा िवदशी मदरा 37 िवदशी ऋण 38 भारतीय िरजवर बक 39 डाकघर बचत बक 40 भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार दवारा सचािलत लाटरी 41 िवदश क साथ यापार और वािण य सीमाश क सीमात क आर-पार

आयात और िनयारत सीमाश क सीमात का पिरिन य 42 अतरराि यक यापार और वािण य 43 यापार िनगम का िजनक अतगरत बककारी बीमा और िव ीय िनगम ह

िकत सहकारी सोसाइटी नही ह िनगमन िविनयमन और पिरसमापन 44 िव िवदयालय को छोड़कर ऐस िनगम का चाह व यापार िनगम ह या

नही िजनक उ य एक रा य तक सीिमत नही ह िनगमन िविनयमन और पिरसमापन

45 बककारी 46 िविनमय-पतर चक बचत पतर और वसी ही अ य िलखत 47 बीमा 48 टाक एकसचज और वायदा बाजार 49 पटट आिव कार और िडजाइन परितिल यिधकार यापार िच और प य

व त िच

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) पहली अनसची

या भाग क या भाग ख म िविनिदर श द और अकषर का लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 26 दवारा परिवि 33 का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

311

50 बाट और माप क मानक िनयत करना

51 भारत स बाहर िनयारत िकए जान वाल या एक रा य स दसर रा य को पिरवहन िकए जान वाल माल की कवािलटी क मानक िनयत करना

52 व उदयोग िजनक सबध म सस न िविध दवारा घोषणा की ह िक उन पर सघ का िनयतरण लोकिहत म समीचीन ह

53 तलकषतर और खिनज तल सपि ोत का िविनयमन और िवकास पटरोिलयम और पटरोिलयम उ पाद अ य दरव और पदाथर िजनक िवषय म सस न िविध दवारा घोषणा की ह िक व खतरनाक प स वलनशील ह

54 उस सीमा तक खान का िविनयमन और खिनज का िवकास िजस तक सघ क िनयतरण क अधीन ऐस िविनयमन और िवकास को सस िविध दवारा लोक िहत म समीचीन घोिषत कर

55 खान और तलकषतर म म और सरकषा का िविनयमन 56 उस सीमा तक अतरराि यक निदय और नदी दन का िविनयमन और

िवकास िजस तक सघ क िनयतरण क अधीन ऐस िविनयमन और िवकास को सस िविध दवारा लोकिहत म समीचीन घोिषत कर

57 रा यकषतरीय सागरखड स पर मछली पकड़ना और मीन कषतर 58 सघ क अिभकरण दवारा नमक का िविनमारण परदाय और िवतरण अ य

अिभकरण दवारा िकए गए नमक क िविनमारण परदाय और िवतरण का िविनयमन और िनयतरण

59 अफीम की खती उसका िविनमारण और िनयारत क िलए िवकरय 60 परदशरन क िलए चलिचतर िफ म की मजरी 61 सघ क कमरचािरय स सबिधत औदयोिगक िववाद 62 इस सिवधान क परारभ पर रा ीय प तकालय भारतीय सगरहालय इपीिरयल

यदध सगरहालय िवकटोिरया मारक और भारतीय यदध मारक नाम स जञात स थाए और भारत सरकार दवारा पणरतः या भागतः िव पोिषत और सस दवारा िविध दवारा रा ीय मह व की घोिषत वसी ही कोई अ य स था

63 इस सिवधान क परारभ पर काशी िह द िव िवदयालय अलीगढ़ मि लम िव िवदयालय और 1[िद ली िव िवदयालय] नाम स जञात स थाए 1[अन छद 371ङ क अनसरण म थािपत िव िवदयालय ] सस दवारा िविध दवारा रा ीय मह व की घोिषत कोई अ य स था

1 सिवधान (ब ीसवा सशोधन) अिधिनयम 1973 की धारा 4 दवारा (1-7-1974 स) िद ली िव िवदयालय और क

थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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64 भारत सरकार दवारा पणरतः या भागतः िव पोिषत और सस दवारा िविध

दवारा रा ीय मह व की घोिषत वजञािनक या तकनीकी िशकषा स थाए 65 सघ क अिभकरण और स थाए जोndash

(क) वि क यावसाियक या तकनीकी परिशकषण क िलए ह िजसक अतगरत पिलस अिधकािरय का परिशकषण ह या

(ख) िवशष अ ययन या अनसधान की अिभविदध क िलए ह या (ग) अपराध क अ वषण या पता चलान म वजञािनक या तकनीकी

सहायता क िलए ह 66 उ चतर िशकषा या अनसधान स थाओ म तथा वजञािनक और तकनीकी

स थाओ म मानक का सम वय और अवधारण 67 1[सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन] रा ीय मह व क

1[घोिषत] पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख तथा परात वीय थल और अवशष

68 भारतीय सवकषण भारतीय भ-वजञािनक वन पित िवजञान पराणी िवजञान और मानव शा सवकषण मौसम िवजञान सगठन

69 जनगणना 70 सघ लोक सवाए अिखल भारतीय सवाए सघ लोक सवा आयोग 71 सघ की पशन अथारत भारत सरकार दवारा या भारत की सिचत िनिध म स

सदय पशन 72 सस क िलए रा य क िवधान-मडल क िलए तथा रा पित और उपरा पित

क पद क िलए िनवारचन िनवारचन आयोग 73 सस सद य क रा य सभा क सभापित और उपसभापित क तथा लोक

सभा क अ यकष और उपा यकष क वतन और भ 74 सस क पर यक सदन की और पर यक सदन क सद य और सिमितय की

शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया सस की सिमितय या सस दवारा िनयकत आयोग क समकष सा य दन या द तावज पश करन क िलए यिकतय को हािजर कराना

75 रा पित और रा यपाल की उपलि धया भ िवशषािधकार और अनपि थित छटटी क सबध म अिधकार सघ क मितरय क वतन और भ िनयतरक-महालखापरीकषक क वतन भ और अनपि थित छटटी क सबध म अिधकार और सवा की अ य शत

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 27 दवारा सस दवारा िविध दवारा घोिषत क थान पर (1-

11-1956 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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76 सघ क और रा य क लखाओ की सपरीकषा

77 उ चतम यायालय का गठन सगठन अिधकािरता और शिकतया (िजनक अतगरत उस यायालय का अवमान ह) और उसम ली जान वाली फीस उ चतम यायालय क समकष िविध- यवसाय करन क हकदार यिकत

78 उ च यायालय क अिधकािरय और सवक क बार म उपबध को छोड़कर उ च यायालय का गठन और सगठन 1[(िजसक अतगरत दीघारवकाश ह)] उ च यायालय क समकष िविध- यवसाय करन क हकदार यिकत

2[79 िकसी उ च यायालय की अिधकािरता का िकसी सघ रा यकषतर पर िव तारण और उसस अपवजरन ]

80 िकसी रा य क पिलस बल क सद य की शिकतय और अिधकािरता का उस रा य स बाहर िकसी कषतर पर िव तारण िक त इस परकार नही िक एक रा य की पिलस उस रा य स बाहर िकसी कषतर म उस रा य की सरकार की सहमित क िबना िजसम ऐसा कषतर ि थत ह शिकतय और अिधकािरता का परयोग करन म समथर हो सक िकसी रा य क पिलस बल क सद य की शिकतय और अिधकािरता का उस रा य स बाहर रल कषतर पर िव तारण

81 अतरराि यक पर जन अतरराि यक करतीन 82 किष-आय स िभ न आय पर कर 83 सीमाश क िजसक अतगरत िनयारत श क ह 3[84 भारत म िविनिमरत या उ पािदत िन निलिखत माल पर उ पाद-श क--

(क) अपिर कत पटरोिलयम (ख) उ च गित डीजल (ग) मोटर ि पिरट (सामा य प स पटरोल क प म जञात) (घ) पराकितक गस (ङ) िवमानन टबारइन ईधन और (च) तबाक और तबाक उ पाद ]

85 िनगम कर 1 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 12 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत 3 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(क)(ii) दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

314

86 यि य और कपिनय की आि तय क िजनक अतगरत किष भिम नही

ह पजी म य पर कर कपिनय की पजी पर कर 87 किष भिम स िभ न सपि क सबध म सपदा श क 88 किष भिम स िभ न सपि क उ रािधकार क सबध म श क 89 रल समदर या वायमागर दवारा ल जाए जान वाल माल या याितरय पर सीमा

कर रल भाड़ और माल भाड़ पर कर 90 टाक एकसचज और वायदा बाजार क स यवहार पर टाप-श क स िभ न

कर 91 िविनमय-पतर चक वचनपतर वहनपतर पर ययपतर बीमा पािलिसय शयर

क अतरण िडबचर परोिकषय और पराि य क सबध म टाप-श क की दर 1[92 ] 2[92क समाचारपतर स िभ न माल क करय या िवकरय पर उस दशा म कर

िजसम ऐसा करय या िवकरय अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह ] 3[92ख माल क परषण पर (चाह परषण उसक करन वाल यिकत को या िकसी

अ य यिकत को िकया गया ह) उस दशा म कर िजसम ऐसा परषण अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह ]

4[92ग ] 93 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय स सबिधत िविधय क िव दध अपराध

94 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क परयोजन क िलए जाच सवकषण

और आकड़ 95 उ चतम यायालय स िभ न सभी यायालय की इस सची क िवषय म स

िकसी िवषय क सबध म अिधकािरता और शिकतया नाविधकरण िवषयक अिधकािरता 96 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म फीस िक त इसक

अतगरत िकसी यायालय म ली जान वाली फीस नही ह 97 कोई अ य िवषय जो सची 2 या सची 3 म परगिणत नही ह और िजसक

अतगरत कोई ऐसा कर ह जो उन सिचय म स िकसी सची म उि लिखत नही ह

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(क)(ii) दवारा (16-9-2016 स) परिवि 92 का

लोप िकया गया 2 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 2 दवारा (11-9-1956 स) अतः थािपत 3 सिवधान (िछयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1982 की धारा 5 दवारा (2-2-1983 स) अतः थािपत 4 परिवि 92ग सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 4 दवारा (जो परव नही हई) अतः थािपत की

गई थी उसका सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(क)(ii) दवारा (16-9-2016 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

315

सची 2 ndash रा य सची

1 लोक यव था (िकत इसक अतगरत िसिवल शिकत की सहायता क िलए 1[नौसना सना या वाय सना या सघ क िकसी अ य सश बल का या सघ क िनयतरण क अधीन िकसी अ य बल का या उसकी िकसी टकड़ी या यिनट का परयोग] नही ह)

2[2 सची 1 की परिवि 2क क उपबध क अधीन रहत हए पिलस (िजसक अतगरत रल और गराम पिलस ह)]

3 3 उ च यायालय क अिधकारी और सवक भाटक और राज व यायालय की परिकरया उ चतम यायालय स िभ न सभी यायालय म ली जान वाली फीस

4 कारागार सधारालय बौ टरल स थाए और उसी परकार की अ य स थाए और उनम िन दध यिकत कारागार और अ य स थाओ क उपयोग क िलए अ य रा य स ठहराव

5 थानीय शासन अथारत नगर िनगम सधार यास िजला बोड खनन-ब ती परािधकािरय और थानीय वशासन या गराम परशासन क परयोजन क िलए अ य थानीय परािधकािरय का गठन और शिकतया

6 लोक वा य और व छता अ पताल और औषधालय 7 भारत स बाहर क थान की तीथरयातराओ स िभ न तीथरयातराए 8 मादक िलकर अथारत मादक िलकर का उ पादन िविनमारण क जा पिरवहन

करय और िवकरय 9 िनःशकत और िनयोजन क िलए अयोगय यिकतय की सहायता 10 शव गाड़ना और किबर तान शव-दाह और मशान 411 12 रा य दवारा िनयितरत या िव पोिषत प तकालय सगरहालय या वसी ही अ य

स थाए 5[सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन] रा ीय मह व क 5[घोिषत] िकए गए पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख स िभ न पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा कितपय श द क थान पर (3-1-1977 स)

परित थािपत 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा परिवि 2 क थान पर (3-1-1977 स)

परित थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) कितपय श द का लोप िकया

गया 4 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) परिवि 11 का लोप िकया

गया 5 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 27 दवारा (1-11-1956 स) सस दवारा िविध दवारा घोिषत

परित थािपत

भारत का सिवधान

316

13 सचार अथारत सड़क पल फरी और अ य सचार साधन जो सची 1 म

िविनिदर नही ह नगरपािलक टराम र जमागर अतदशीय जलमाग क सबध म सची 1 और सची 3 क उपबध क अधीन रहत हए अतदशीय जलमागर और उन पर यातायात यतर-नोिदत यान स िभ न यान

14 किष िजसक अतगरत किष िशकषा और अनसधान नाशक जीव स सरकषण और पादप रोग का िनवारण ह

15 पशधन का पिररकषण सरकषण और सधार तथा जीवजतओ क रोग का िनवारण पशिचिक सा परिशकषण और यवसाय

16 काजी हाउस और पश अितचार का िनवारण 17 सची 1 की परिवि 56 क उपबध क अधीन रहत हए जल अथारत जल

परदाय िसचाई और नहर जल िनकास और तटबध जल भडारकरण और जल शिकत 18 भिम अथारत भिम म या उस पर अिधकार भधित िजसक अतगरत भ वामी

और अिभधारी का सबध ह और भाटक का सगरहण किष भिम का अतरण और अ य सकरामण भिम िवकास और किष उधार उपिनवशन

1[19 20 ] 21 मि यकी 22 सची 1 की परिवि 34 क उपबध क अधीन रहत हए परितपा य-अिधकरण

िव लगिमत और ककर की गई सपदा 23 सघ क िनयतरण क अधीन िविनयमन और िवकास क सबध म सची 1 क

उपबध क अधीन रहत हए खान का िविनयमन और खिनज िवकास 24 सची 1 की 2[परिवि 7 और परिवि 52] क उपबध क अधीन रहत हए उदयोग

25 गस और गस-सकमर 26 सची 3 की परिवि 33 क उपबध क अधीन रहत हए रा य क भीतर

यापार और वािण य 27 सची 3 की परिवि 33 क उपबध क अधीन रहत हए माल का उ पादन

परदाय और िवतरण 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) परिवि 19 और 20 का लोप

िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 28 दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

317

28 बाजार और मल

129 30 साहकारी और साहकार किष ऋिणता स मिकत 31 पाथशाला और पाथशालापाल 32 ऐस िनगम का जो सची 1 म िविनिदर िनगम स िभ न ह और

िव िवदयालय का िनगमन िविनयमन और पिरसमापन अिनगिमत यापािरक सािहि यक वजञािनक धािमरक और अ य सोसाइिटया और सगम सहकारी सोसाइिटया

33 नाटय़शाला और ना यपरदशरन सची 1 की परिवि 60 क उपबध क अधीन रहत हए िसनमा खलकद मनोरजन और आमोद

34 दाव और दयत 35 रा य म िनिहत या उसक क ज क सकमर भिम और भवन 236 37 सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए रा य क

िवधान-मडल क िलए िनवारचन 38 रा य क िवधान-मडल क सद य क िवधान सभा क अ यकष और उपा यकष

क और यिद िवधान पिरष ह तो उसक सभापित और उपसभापित क वतन और भ 39 िवधान सभा की और उसक सद य और सिमितय की तथा यिद िवधान

पिरष ह तो उस िवधान पिरष की और उसक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया रा य क िवधान-मडल की सिमितय क समकष सा य दन या द तावज पश करन क िलए यिकतय को हािजर कराना

40 रा य क मितरय क वतन और भ 41 रा य लोक सवाए रा य लोक सवा आयोग 42 रा य की पशन अथारत रा य दवारा या रा य की सिचत िनिध म स सदय

पशन 43 रा य का लोक ऋण 44 िनखात िनिध

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) परिवि 29 का लोप िकया गया

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 26 दवारा (1-11-1956 स) परिवि 36 का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

318

45 भ-राज व िजसक अतगरत राज व का िनधाररण और सगरहण भ-अिभलख रखना

राज व क परयोजन क िलए और अिधकार क अिभलख क िलए सवकषण और राज व का अ य सकरामण ह

46 किष आय पर कर 47 किष भिम क उ रािधकार क सबध म श क 48 किष भिम क सबध म सपदा-श क 49 भिम और भवन पर कर 50 सस दवारा िविध दवारा खिनज िवकास क सबध म अिधरोिपत िनबर धन क

अधीन रहत हए खिनज सबधी अिधकार पर कर 51 रा य म िविनिमरत या उ पािदत िन निलिखत माल पर उ पाद-श क और

भारत म अ यतर िविनिमरत या उ पािदत वस ही माल पर उसी दर या िन नतर दर स परितश कndash

(क) मानवीय उपभोग क िलए ऐ कोहाली िलकर (ख) अफीम इिडयन हप और अ य वापक ओषिधया तथा वापक

पदाथर िक त िजसक अतगरत ऐसी ओषिधया और परसाधन िनिमरितया नही ह िजनम ऐ कोहाल या इस परिवि क उपपरा (ख) का कोई पदाथर अतिवर ह

1[52 ] 53 िवदयत क उपभोग या िवकरय पर कर 2[54 अपिर कत पटरोिलयम उ च गित डीजल मोटर ि पिरट (सामा य प स

पटरोल क प म जञात) पराकितक गस िवमानन टबारइन ईधन और मानवीय उपभोग क िलए ए कोहाली िलकर क िवकरय पर कर िकत इसक अतगरत ऐस माल का अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म िवकरय या अ तररा ीय यापार या वािण य क दौरान िवकरय नही आता ह ]

3[55 ] 56 सड़क या अ तदशीय जलमाग दवारा ल जाए जान वाल माल और याितरय पर

कर

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(ख)(i) दवारा (16-9-2016 स) परिवि 52 का लोप

िकया गया 2 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 2 दवारा (11-9-1956 स) परित थािपत तथा पनः सिवधान

(एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(ख)(iii) दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-2-1977 स) अतः थािपत और सिवधान

(एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(ख)(iii) दवारा (16-9-2016 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

319

57 सची 3 की परिवि 35 क उपबध क अधीन रहत हए सड़क पर उपयोग

क योगय यान पर कर चाह व यतर नोिदत ह या नही िजनक अतगरत टरामकार ह 58 जीवजतओ और नौकाओ पर कर 59 पथकर 60 वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर 61 परित यिकत कर 1[62 मनोरजन और आमोद-परमोद पर उस सीमा तक कर जो िकसी पचायत या

िकसी नगरपािलका या िकसी परादिशक पिरष या िकसी िजला पिरष दवारा उदगहीत और सगहीत िकया जाए ]

63 टाप-श क की दर क सबध म सची 1 क उपबध म िविनिदर द तावज स िभ न द तावज क सबध म टाप-श क की दर

64 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय स सबिधत िविधय क िव दध अपराध

65 उ चतम यायालय स िभ न सभी यायालय की इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म अिधकािरता और शिकतया

66 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म फीस िक त इसक अतगरत िकसी यायालय म ली जान वाली फीस नही ह

सची 3 ndash समवतीर सची 1 दड िविध िजसक अतगरत ऐस सभी िवषय ह जो इस सिवधान क परारभ पर

भारतीय दड सिहता क अतगरत आत ह िक त इसक अतगरत सची 1 या सची 2 म िविनिदर िवषय म स िकसी िवषय स सबिधत िविधय क िव दध अपराध और िसिवल शिकत की सहायता क िलए नौसना सना या वायसना अथवा सघ क िकसी अ य सश बल का परयोग नही ह

2 दड परिकरया िजसक अतगरत ऐस सभी िवषय ह जो इस सिवधान क परारभ पर दड परिकरया सिहता क अतगरत ह

3 िकसी रा य की सरकषा लोक यव था बनाए रखन या समदाय क िलए आव यक परदाय और सवाओ को बनाए रखन सबधी कारण स िनवारक िनरोध इस परकार िनरोध म रख गए यिकत

4 बिदय अिभयकत यिकतय और इस सची की परिवि 3 म िविनिदर कारण स िनवारक िनरोध म रख गए यिकतय का एक रा य स दसर रा य को हटाया जाना

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(ख)(iv) दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

320

5 िववाह और िववाह-िव छद िशश और अवय क द क- गरहण िवल िनवरसीयतता

और उ रािधकार अिवभकत कट ब और िवभाजन व सभी िवषय िजनक सबध म याियक कायरवािहय म पकषकार इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल अपनी वीय िविध क अधीन थ

6 किष भिम स िभ न सपि का अतरण िवलख और द तावज का रिज टरीकरण

7 सिवदाए िजनक अतगरत भागीदारी अिभकरण वहन की सिवदाए और अ य िवशष परकार की सिवदाए ह िक त किष भिम सबधी सिवदाए नही ह

8 अनयो य दोष 9 शोधन अकषमता और िदवाला 10 यास और यासी 11 महापरशासक और शासकीय यासी 1[11क याय परशासन उ चतम यायालय और उ च यायालय स िभ न सभी

यायालय का गठन और सगठन ] 12 सा य और शपथ िविधय लोक काय और अिभलख और याियक

कायरवािहय को मा यता 13 िसिवल परिकरया िजसक अतगरत ऐस सभी िवषय ह जो इस सिवधान क परारभ

पर िसिवल परिकरया सिहता क अतगरत आत ह पिरसीमा और मा य थम 14 यायालय का अवमान िक त इसक अतगरत उ चतम यायालय का अवमान

नही ह 15 आिहडन यायावरी और पर ाजी जनजाितया 16 पागलपन और मनोवक य िजसक अतगरत पागल और मनोिवकल यिकतय

को गरहण करन या उनका उपचार करन क थान ह 17 पशओ क परित कररता का िनवारण 1[17क वन 17ख व य जीवजतओ और पिकषय का सरकषण ] 18 खादय पदाथ और अ य माल का अपिम ण 19 अफीम क सबध म सची 1 की परिवि 59 क उपबध क अधीन रहत हए

मादक दर य और िवष 20 आिथरक और सामािजक योजना 1[20क जनसखया िनयतरण और पिरवार िनयोजन ]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

321

21 वािणि यक और औदयोिगक एकािधकार गट और यास

22 यापार सघ औदयोिगक और म िववाद 23 सामािजक सरकषा और सामािजक बीमा िनयोजन और बकारी 24 िमक का क याण िजसक अतगरत कायर की दशाए भिव य िनिध िनयोजक

का दािय व कमरकार परितकर अशकतता और वाधरकय पशन तथा परसित सिवधाए ह 1[25 सची 1 की परिवि 63 64 65 और 66 क उपबध क अधीन रहत हए

िशकषा िजसक अतगरत तकनीकी िशकषा आयिवरजञान िशकषा और िव िवदयालय ह िमक का यावसाियक और तकनीकी परिशकषण ]

26 िविध वि िचिक सा वि और अ य वि या 27 भारत और पािक तान डोिमिनयन क थािपत होन क कारण अपन मल

िनवास- थान स िव थािपत यिकतय की सहायता और पनवारस 28 पतर कायर और पतर स थाए पतर और धािमरक िव यास और धािमरक स थाए 29 मानव जीव-जतओ या पौध पर परभाव डालन वाल सकरामक या सासिगरक

रोग अथवा नाशकजीव क एक रा य स दसर रा य म फलन का िनवारण 30 ज म-मरण सािखयकी िजसक अतगरत ज म और म य रिज टरीकरण ह 31 सस दवारा बनाई गई िविध या िवदयमान िविध दवारा या उसक अधीन

महाप न घोिषत प न स िभ न प न 32 रा ीय जलमाग क सबध म सची 1 क उपबध क अधीन रहत हए

अतदशीय जलमाग पर यतर नोिदत जलयान क सबध म पोत पिरवहन और नौ पिरवहन तथा ऐस जलमाग पर मागर का िनयम और अतदशीय जलमाग दवारा याितरय और माल का वहन

2[33 (क) जहा सस दवारा िविध दवारा िकसी उदयोग का सघ दवारा िनयतरण लोकिहत म समीचीन घोिषत िकया जाता ह वहा उस उदयोग क उ पाद का और उसी परकार क आयात िकए गए माल का ऐस उ पाद क प म

(ख) खादय पदाथ का िजनक अतगरत खादय ितलहन और तल ह (ग) पशओ क चार का िजसक अतगरत खली और अ य सारकत चार ह (घ) क ची कपास का चाह वह ओटी हई हो या िबना ओटी हो और िबनौल का

और (ङ) क च जट का

यापार और वािण य तथा उनका उ पादन परदाय और िवतरण ]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) परित थािपत 2 सिवधान (तीसरा सशोधन) अिधिनयम 1954 की धारा 2 दवारा (22-2-1955 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

322

1[33क बाट और माप िजनक अतगरत मानक का िनयत िकया जाना नही

ह ] 34 कीमत िनयतरण 35 यतर नोिदत यान िजसक अतगरत व िसदधा त ह िजनक अनसार ऐस यान पर

कर उदगहीत िकया जाना ह 36 कारखान 37 बायलर 38 िवदयत 39 समाचारपतर प तक और मदरणालय 40 2[सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन] रा ीय मह व क

2[घोिषत] परात वीय थल और अवशष स िभ न परात वीय थल और अवशष 41 ऐसी सपि की (िजसक अतगरत किष भिम ह) अिभरकषा परबध और ययन

जो िविध दवारा िन करात सपि घोिषत की जाए 3[42 सपि का अजरन और अिधगरहण ] 43 िकसी रा य म उस रा य स बाहर उदभत कर स सबिधत दाव और अ य

लोक माग की वसली िजनक अतगरत भ-राज व की बकाया और ऐसी बकाया क प म वसल की जा सकन वाली रािशया ह

44 याियक टाप क दवारा सगहीत श क या फीस स िभ न टाप-श क िक त इसक अतगरत टाप-श क की दर नही ह

45 सची 2 या सची 3 म िविनिदर िवषय म स िकसी िवषय़ क परयोजन क िलए जाच और आकड़

46 उ चतम यायालय स िभ न सभी यायालय की इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म अिधकािरता और शिकतया

47 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म फीस िक त इसक अतगरत िकसी यायालय म ली जान वाली फीस नही ह

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 27 दवारा सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन

घोिषत क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 26 दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत

323

आठवी अनसची [अन छद 344(1) और अन छद 351]

भाषाए 1 असिमया 2 बगला 1[3 बोडो 4 डोगरी ] 2[5] गजराती 3[6] िह दी 3[7] क नड 3[8] क मीरी 4[3[9] क कणी ] 1[10 मिथली ] 5[11] मलयालम 4[6[12] मिणपरी ] 6[13] मराठी 4[6[14] नपाली ] 6[15] 7[ओिडया] 6[16] पजाबी 6[17] स कत

1 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) अ तः थािपत 2 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 3 को परिवि 5 क प म

पनःसखयािकत िकया गया 3 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 4 स 7 को परिवि 6 स

परिवि 9 क प म पनःसखयािकत िकया गया 4 सिवधान (इकह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 2 दवारा (31-8-1992 स) अ तः थािपत 5 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 8 को परिवि 11 क प म

पनःसखयािकत िकया गया 6 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा परिवि 9 स परिवि 14 को परिवि 12 स परिवि

17 क प म पनःसखयािकत (7-1-2004 स) िकया गया 7 सिवधान (िछयानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 2 दवारा ldquoउिड़याrdquo क थान पर (23-9-2011 स)

परित थािपत

भारत का सिवधान

324

1[18 सथाली ] 2[3[19] िसधी ] 4[20] तिमल 5[21] तलग 5[22] उदर

1 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) अ तः थािपत 2 सिवधान (इककीसवा सशोधन) अिधिनयम 1967 की धारा 2 दवारा (10-4-1967 स) जोड़ा गया 3 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 15 को परिवि 19 क प

म पनःसखयािकत िकया गया 4 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 16 स परिवि 18 को

परिवि 20 स परिवि 22 क प म पनःसखयािकत िकया गया

325

1[नवी अनसची [अन छद 31ख]

1 िबहार भिम सधार अिधिनयम 1950 (1950 का िबहार अिधिनयम 30) 2 मबई अिभधित और किष भिम अिधिनयम 1948 (1948 का मबई अिधिनयम

67) 3 मबई मािलकी भधित उ सादन अिधिनयम 1949 (1949 का मबई अिधिनयम

61) 4 मबई तालकदारी भधित उ सादन अिधिनयम 1949 (1949 का मबई

अिधिनयम 62) 5 पच महल महवासी भधित उ सादन अिधिनयम 1949 (1949 का मबई

अिधिनयम 63) 6 मबई खती उ सादन अिधिनयम 1950 (1950 का मबई अिधिनयम 6) 7 मबई परगना और कलकणीर वतन उ सादन अिधिनयम 1950 (1950 का

मबई अिधिनयम 60) 8 म य परदश सापि क अिधकार (सपदा महल अ य सकरात भिम) उ सादन

अिधिनयम 1950 (म य परदश अिधिनयम करमाक 1 सन 1951) 9 मदरास सपदा (उ सादन और र यतवाड़ी म सपिरवतरन) अिधिनयम 1948

(1948 का मदरास अिधिनयम 26) 10 मदरास सपदा (उ सादन और र यतवाड़ी म सपिरवतरन) सशोधन अिधिनयम

1950 (1950 का मदरास अिधिनयम 1) 11 1950 ई0 का उ र परदश जमीदारी िवनाश और भिम- यव था अिधिनयम

(उ र परदश अिधिनयम सखया 1 1951) 12 हदराबाद (जागीर उ सादन) िविनयम 1358फ (1358 फसली का स0 69) 13 हदराबाद जागीर (पिरवतरन) िविनयम 1359फ (1359 फसली का स0 25) 2[14 िबहार िव थािपत यिकत पनवारस (भिम अजरन) अिधिनयम 1950 (1950

का िबहार अिधिनयम 38) 15 सयकत परात क शरणािथरय को बसान क िलए भिम परा करन का ऐकट 1948

ई0 (सयकत परातीय ऐकट सखया 26 1948) 16 िव थािपत यिकत पनवारस (भिम अजरन) अिधिनयम 1948 (1948 का

अिधिनयम 60) 17 बीमा (सशोधन) अिधिनयम 1950 (1950 का अिधिनयम 47) की धारा 42

दवारा य़था अतः थािपत बीमा अिधिनयम 1938 (1938 का अिधिनयम 4) की धारा 52क स धारा 52छ

18 रल कपनी (आपात उपबध) अिधिनयम 1951 (1951 का अिधिनयम 51) 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 14 दवारा (18-6-1951 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 5 दवारा (27-4-1955 स) जोड़ा गया

भारत का सिवधान

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19 उदयोग (िवकास और िविनयमन) सशोधन अिधिनयम 1953 (1953 का अिधिनयम 26) की धारा 13 दवारा यथा अतः थािपत उदयोग (िवकास और िविनयमन) अिधिनयम 1951 (1951 का अिधिनयम 65) का अ याय 3क

20 1951 क पि मी बगाल अिधिनयम 29 दवारा यथा सशोिधत पि मी बगाल भिम िवकास और योजना अिधिनयम 1948 (1948 का पि मी बगाल अिधिनयम 21) ]

1[21 आधर परदश अिधकतम किष जोत सीमा अिधिनयम 1961 (1961 का आधर परदश अिधिनयम 10)

22 आधर परदश (तलगाना कषतर) अिभधित और किष भिम (िविधमा यकरण) अिधिनयम 1961 (1961 का आधर परदश अिधिनयम 21)

23 आधर परदश (तलगाना कषतर) इजारा और कौली भिम अिनयिमत पटटा र करण और िरयायती िनधाररण उ सादन अिधिनयम 1961 (1961 का आधर परदश अिधिनयम 36)

24 असम रा य लोक परकित की धािमरक या पतर स था भिम अजरन अिधिनयम 1959 (1961 का असम अिधिनयम 9)

25 िबहार भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1953 (1954 का िबहार अिधिनयम 20)

26 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) अिधिनयम 1961 (1962 का िबहार अिधिनयम स0 12) िजसक अतगरत इस अिधिनयम की धारा 28 नही ह

27 मबई तालकदारी भधित उ सादन (सशोधन) अिधिनयम 1954 (1955 का मबई अिधिनयम 1)

28 मबई तालकदारी भधित उ सादन (सशोधन) अिधिनयम 1957 (1958 का मबई अिधिनयम 18)

29 मबई इनाम (क छ कषतर) उ सादन अिधिनयम 1958 (1958 का मबई अिधिनयम 98)

30 मबई अिभधित और किष भिम (गजरात सशोधन) अिधिनयम 1960 (1960 का गजरात अिधिनयम 16)

31 गजरात किष भिम अिधकतम सीमा अिधिनयम 1960 (1961 का गजरात अिधिनयम 26)

32 सगबारा और महवासी सपदा (सापि क अिधकार उ सादन आिद) िविनयम 1962 (1962 का गजरात िविनयम 1)

1 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 3 दवारा (20-6-1964 स) जोड़ा गया

भारत का सिवधान

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33 गजरात शष अ य सकरामण उ सादन अिधिनयम 1963 (1963 का गजरात अिधिनयम 33) वहा तक क िसवाय जहा तक यह अिधिनयम इसकी धारा 2 क खड (3) क उपखड (घ) म िनिदर अ य सकरामण क सबध म ह

34 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) अिधिनयम 1961 (1961 का महारा अिधिनयम 27)

35 हदाराबाद अिभधित और किष भिम (पनःअिधिनयमन िविधमा यकरण और अितिरकत सशोधन) अिधिनयम 1961 (1961 का महारा अिधिनयम 45)

36 हदराबाद अिभधित और किष भिम अिधिनयम 1950 (1950 का हदराबाद अिधिनयम 21)

37 ज मीकरम सदाय (उ सादन) अिधिनयम 1960 (1961 का करल अिधिनयम 3)

38 करल भिम-कर अिधिनयम 1961 (1961 का करल अिधिनयम 13) 39 करल भिम सधार अिधिनयम 1963 (1964 का करल अिधिनयम 1) 40 म य परदश भ-राज व सिहता 1959 (म य परदश अिधिनयम करमाक 20 सन

1959) 41 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा अिधिनयम 1960 (म य परदश

अिधिनयम करमाक 20 सन 1960) 42 मदरास खितहर अिभधारी सरकषण अिधिनयम 1955 (1955 का मदरास

अिधिनयम 25) 43 मदरास खितहर अिभधारी (उिचत लगान सदाय) अिधिनयम 1956 (1956

का मदरास अिधिनयम 24) 44 मदरास कडीइ प अिधभोगी (बदखली स सरकषण) अिधिनयम 1961 (1961

का मदरास अिधिनयम 38) 45 मदरास लोक यास (किष भिम परशासन िविनयमन) अिधिनयम 1961

(1961 का मदरास अिधिनयम 57) 46 मदरास भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) अिधिनयम 1961

(1961 का मदरास अिधिनयम 58) 47 मसर अिभधित अिधिनयम 1952 (1952 का मसर अिधिनयम 13) 48 कोड़ग अिभधारी अिधिनयम 1957 (1957 का मसर अिधिनयम 14) 49 मसर गराम-पद उ सादन अिधिनयम 1961 (1961 का मसर अिधिनयम

14) 50 हदराबाद अिभधित और किष भिम (िविधमा यकरण) अिधिनयम 1961

(1961 का मसर अिधिनयम 36) 51 मसर भिम सधार अिधिनयम 1961 (1962 का मसर अिधिनयम 10)

भारत का सिवधान

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52 उड़ीसा भिम सधार अिधिनयम 1960 (1960 का उड़ीसा अिधिनयम 16) 53 उड़ीसा िवलीन रा यकषतर (गराम-पद उ सादन) अिधिनयम 1963 (1963 का

उड़ीसा अिधिनयम 10) 54 पजाब भ-धित सरकषा अिधिनयम 1953 (1953 का पजाब अिधिनयम

10) 55 राज थान अिभधित अिधिनयम 1955 (1955 का राज थान अिधिनयम

3) 56 राज थान जमीदारी और िब वदारी उ सादन अिधिनयम 1959 (1959 का

राज थान अिधिनयम 8) 57 कमाय तथा उ राखड जमीदारी िवनाश तथा भिम- यव था अिधिनयम

1960 (उ र परदश अिधिनयम 17 1960) 58 उ र परदश अिधकतम जोत-सीमा आरोपण अिधिनयम 1960 (उ र परदश

अिधिनयम सखया 1 1961) 59 पि मी बगाल सपदा अजरन अिधिनयम 1953 (1954 का पि मी बगाल

अिधिनयम 1) 60 पि मी बगाल भिम सधार अिधिनयम 1955 (1956 का पि मी बगाल

अिधिनयम 10) 61 िद ली भिम सधार अिधिनयम 1954 (1954 का िद ली अिधिनयम 8) 62 िद ली भिम जोत (अिधकतम सीमा) अिधिनयम 1960 (1960 का क दरीय

अिधिनयम 24) 63 मिणपर भ-राज व और भिम सधार अिधिनयम 1960 (1960 का क दरीय

अिधिनयम 33) 64 ितरपरा भ-राज व और भिम सधार अिधिनयम 1960 (1960 का क दरीय

अिधिनयम 43) 1[65 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का करल अिधिनयम

35) 66 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1971 (1971 का करल अिधिनयम

25) ] 2[67 आधर परदश भिम सधार (अिधकतम किष जोत सीमा) अिधिनयम 1973

(1973 का आधर परदश अिधिनयम 1) 68 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन)

(सशोधन) अिधिनयम 1972 (1973 का िबहार अिधिनयम 1)

1 सिवधान (उनतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 2 दवारा (9-6-1972 स) अतः थािपत 2 सिवधान (च तीस सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 4 दवारा (7-9-1974 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

329

69 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) अिधिनयम 1973 (1973 का िबहार अिधिनयम 9)

70 िबहार भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का िबहार अिधिनयम स0 5)

71 गजरात अिधकतम किष भिम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1974 का गजरात अिधिनयम 2)

72 हिरयाणा भिम जोत की अिधकतम सीमा अिधिनयम 1972 (1972 का हिरयाणा अिधिनयम 26)

73 िहमाचल परदश अिधकतम भिम जोत सीमा अिधिनयम 1972 (1973 का िहमाचल परदश अिधिनयम 19)

74 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का करल अिधिनयम 17)

75 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1972 (म य परदश अिधिनयम करमाक 12 सन 1974)

76 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (िदवतीय सशोधन) अिधिनयम 1972 (म य परदश अिधिनयम करमाक 13 सन 1974)

77 मसर भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1973 (1974 का कनारटक अिधिनयम 1)

78 पजाब भिम सधार अिधिनयम 1972 (1973 का पजाब अिधिनयम 10) 79 राज थान किष जोत पर अिधकतम सीमा अिधरोपण अिधिनयम 1973

(1973 का राज थान अिधिनयम 11) 80 गडलर ज मम सपदा (उ सादन और र यतवाड़ी म सपिरवतरन) अिधिनयम

1969 (1969 का तिमलनाड़ अिधिनयम 24) 81 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का पि मी

बगाल अिधिनयम 12) 82 पि मी बगाल सपदा अजरन (सशोधन) अिधिनयम 1964 (1964 का पि मी

बगाल अिधिनयम 22) 83 पि मी बगाल सपदा अजरन (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1973 (1973 का

पि मी बगाल अिधिनयम 33) 84 मबई अिभधित और किष भिम (गजरात सशोधन) अिधिनयम 1972 (1973

का गजरात अिधिनयम 5) 85 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1974 (1974 का उड़ीसा

अिधिनयम 9) 86 ितरपरा भ-राज व और भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1974

(1974 का ितरपरा अिधिनयम 7) ]

भारत का सिवधान

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1-2[87 ] 88 उदयोग (िवकास और िविनयमन) अिधिनयम 1951 (1951 का क दरीय

अिधिनयम 65) 89 थावर सपि अिधगरहण और अजरन अिधिनयम 1952 (1952 का क दरीय

अिधिनयम 30) 90 खान और खिनज (िविनयमन और िवकास) अिधिनयम 1957 (1957 का

क दरीय अिधिनयम 67) 91 एकािधकार तथा अवरोधक यापािरक यवहार अिधिनयम 1969 (1969 का

क दरीय अिधिनयम 54) 3[92 ] 93 कोककारी कोयला खान (आपात उपबध) अिधिनयम 1971 (1971 का

क दरीय अिधिनयम 64) 94 कोककारी कोयला खान (रा ीयकरण) अिधिनयम 1972 (1972 का क दरीय

अिधिनयम 36) 95 साधारण बीमा कारबार (रा ीयकरण) अिधिनयम 1972 (1972 का क दरीय

अिधिनयम 57) 96 इिडयन कॉपर कारपोरशन (उपकरम का अजरन) अिधिनयम 1972 (1972 का

क दरीय अिधिनयम 58) 97 गण कपड़ा उपकरम (परबध गरहण) अिधिनयम 1972 (1972 का क दरीय

अिधिनयम 72) 98 कोयला खान (परबध गरहण) अिधिनयम 1973 (1973 का क दरीय

अिधिनयम 15) 99 कोयला खान (रा ीयकरण) अिधिनयम 1973 (1973 का क दरीय

अिधिनयम 26) 100 िवदशी मदरा िविनयमन अिधिनयम 1973 (1973 का क दरीय

अिधिनयम 46)

1 सिवधान (उनतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (10-8-1975 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 44 दवारा (20-6-1979 स) परिवि 87 का लोप िकया

गया परित पधार अिधिनयम 2002 (2003 का 12) की धारा 66 दवारा (1-9-2009 स) िनरिसत 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 44 दवारा (20-6-1979 स) परिवि 92 का लोप िकया

गया िवदशी मदरा परबध अिधिनयम 1999 (1999 का 42) की धारा 49 दवारा (1-6-2000 स) िनरिसत

भारत का सिवधान

331

101 एलकाक एशडाउन कपनी िलिमटड (उपकरम का अजरन) अिधिनयम 1973 (1973 का क दरीय अिधिनयम 56)

102 कोयला खान (सरकषण और िवकास) अिधिनयम 1974 (1974 का क दरीय अिधिनयम 28)

103 अितिरकत उपलि धया (अिनवायर िनकषप) अिधिनयम 1974 (1974 का क दरीय अिधिनयम 37)

104 िवदशी मदरा सरकषण और त करी िनवारण अिधिनयम 1974 (1974 का क दरीय अिधिनयम 52)

105 गण कपड़ा उपकरम (रा ीयकरण) अिधिनयम 1974 (1974 का क दरीय अिधिनयम 57)

106 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1964 (1965 का महारा अिधिनयम 16)

107 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1965 (1965 का महारा अिधिनयम 32)

108 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1968 (1968 का महारा अिधिनयम 16)

109 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1968 (1968 का महारा अिधिनयम 33)

110 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का महारा अिधिनयम 37)

111 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का महारा अिधिनयम 38)

112 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1970 (1970 का महारा अिधिनयम 27)

113 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का महारा अिधिनयम 13)

114 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1973 (1973 का महारा अिधिनयम 50)

115 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1965 (1965 का उड़ीसा अिधिनयम 13)

भारत का सिवधान

332

116 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1966 (1967 का उड़ीसा अिधिनयम 8)

117 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1967 (1967 का उड़ीसा अिधिनयम 13)

118 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का उड़ीसा अिधिनयम 13)

119 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1970 (1970 का उड़ीसा अिधिनयम 18)

120 उ र परदश अिधकतम जोत सीमा आरोपण (सशोधन) अिधिनयम 1972 (उ र परदश अिधिनयम 18 1973)

121 उ र परदश अिधकतम जोत सीमा आरोपण (सशोधन) अिधिनयम 1974 (उ र परदश अिधिनयम 2 1975)

122 ितरपरा भ-राज व और भिम सधार (तीसरा सशोधन) अिधिनयम 1975 (1975 का ितरपरा अिधिनयम 3)

123 दादरा और नागर हवली भिम सधार िविनयम 1971 (1971 का 3) 124 दादरा और नागर हवली भिम सधार (सशोधन) िविनयम 1973

(1973 का 5) 1[125 मोटर यान अिधिनयम 1939 (1939 का क दरीय अिधिनयम 4) की

धारा 66क और अ याय 4क 126 आव यक व त अिधिनयम 1955 (1955 का क दरीय अिधिनयम 10) 127 त कर और िवदशी मदरा छलसाधक (सपि समपहरण) अिधिनयम 1976

(1976 का क दरीय अिधिनयम 13) 128 बिधत म पदधित (उ सादन) अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय

अिधिनयम 19) 129 िवदशी मदरा सरकषण और त करी िनवारण (सशोधन) अिधिनयम 1976

(1976 का क दरीय अिधिनयम 20) 2[130 ]

1 सिवधान (चालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 3 दवारा (27-5-1978 स) परिवि 125 स परिवि 188 तक

अतः थािपत अब मोटर यान अिधिनयम 1988 (1988 का 59) क ससगत उपबध दख 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 44 दवारा (20-6-1979 स) परिवि 130 का लोप िकया

गया

भारत का सिवधान

333

131 लवी चीनी समान कीमत िनिध अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय अिधिनयम 31)

132 नगर-भिम (अिधकतम सीमा और िविनयमन) अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय अिधिनयम 33)

133 सघ लखा िवभागीकरण (कािमरक अतरण) अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय अिधिनयम 59)

134 असम अिधकतम भिम जोत सीमा िनयतन अिधिनयम 1956 (1957 का असम अिधिनयम 1)

135 मबई अिभधित और किष भिम (िवदभर कषतर) अिधिनयम 1958 (1958 का मबई अिधिनयम 99)

136 गजरात पराइवट वन (अजरन) अिधिनयम 1972 (1973 का गजरात अिधिनयम 14)

137 हिरयाणा भिम-जोत की अिधकतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का हिरयाणा अिधिनयम 17)

138 िहमाचल परदश अिभधित और भिम सधार अिधिनयम 1972 (1974 का िहमाचल परदश अिधिनयम 8)

139 िहमाचल परदश गराम शािमलाती भिम िनधान और उपयोजन अिधिनयम 1974 (1974 का िहमाचल परदश अिधिनयम 18)

140 कनारटक भिम सधार (दसरा सशोधन और परकीणर उपबध) अिधिनयम 1974 (1974 का कनारटक अिधिनयम 31)

141 कनारटक भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का कनारटक अिधिनयम 27)

142 करल बदखली िनवारण अिधिनयम 1966 (1966 का करल अिधिनयम 12)

143 ित पवारम सदाय (उ सादन) अिधिनयम 1969 (1969 का करल अिधिनयम 19)

144 ी पादम भिम िवमिकत अिधिनयम 1969 (1969 का करल अिधिनयम 20)

145 ीपणडारवका भिम (िनधान और िवमिकत) अिधिनयम 1971 (1971 का करल अिधिनयम 20)

146 करल पराइवट वन (िनधान और समनदशन) अिधिनयम 1971 (1971 का करल अिधिनयम 26)

147 करल किष कमरकार अिधिनयम 1974 (1974 का करल अिधिनयम 18) 148 करल काज कारखाना (अजरन) अिधिनयम 1974 (1974 का करल

अिधिनयम 29)

भारत का सिवधान

334

149 करल िचटटी अिधिनयम 1975 (1975 का करल अिधिनयम 23) 150 करल अनसिचत जनजाित (भिम क अतरण पर िनबरधन और अ य सकरात

भिम का पर यावतरन) अिधिनयम 1975 (1975 का करल अिधिनयम 31) 151 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का करल

अिधिनयम 15) 152 काणम अिभधित उ सादन अिधिनयम 1976 (1976 का करल

अिधिनयम 16) 153 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1974

(म य परदश अिधिनयम करमाक 20 सन 1974) 154 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1975

(म य परदश अिधिनयम करमाक 2 सन 1976) 155 पि मी खानदश महवासी सपदा (सापि क अिधकार उ सादन आिद)

िविनयम 1961 (1962 का महारा िविनयम 1) 156 महारा अनसिचत जनजाितय को भिम का पर यावतरन अिधिनयम 1974

(1975 का महारा अिधिनयम 14) 157 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा घटाना) और (सशोधन) अिधिनयम

1972 (1975 का महारा अिधिनयम 21) 158 महारा पराइवट वन (अजरन) अिधिनयम 1975 (1975 का महारा अिधिनयम

29) 159 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा घटाना) और (सशोधन) सशोधन

अिधिनयम 1975 (1975 का महारा अिधिनयम 47) 160 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1975

(1976 का महारा अिधिनयम 2) 161 उड़ीसा सपदा उ सादन अिधिनयम 1951 (1952 का उड़ीसा

अिधिनयम 1) 162 राज थान उपिनवशन अिधिनयम 1954 (1954 का राज थान

अिधिनयम 27) 163 राज थान भिम सधार तथा भ- वािमय की सपदा का अजरन अिधिनयम

1963 (1964 का राज थान अिधिनयम स0 11) 164 राज थान किष जोत पर अिधकतम सीमा अिधरोपण (सशोधन) अिधिनयम

1976 (1976 का राज थान अिधिनयम स0 8) 165 राज थान अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का राज थान

अिधिनयम स0 12) 166 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा घटाना) अिधिनयम 1970

(1970 का तिमलनाड अिधिनयम 17)

भारत का सिवधान

335

167 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1971 (1971 का तिमलनाड अिधिनयम 41)

168 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1972 (1972 का तिमलनाड अिधिनयम 10)

169 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1972 (1972 का तिमलनाड अिधिनयम 20)

170 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) तीसरा सशोधन अिधिनयम 1972 (1972 का तिमलनाड अिधिनयम 37)

171 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) चौथा सशोधन अिधिनयम 1972 (1972 का तिमलनाड अिधिनयम 39)

172 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) छठा सशोधन अिधिनयम 1972 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 7)

173 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) पाचवा सशोधन अिधिनयम 1972 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 10)

174 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1974 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 15)

175 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) तीसरा सशोधन अिधिनयम 1974 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 30)

176 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1974 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 32)

177 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1975 (1975 का तिमलनाड अिधिनयम 11)

178 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1975 (1975 का तिमलनाड अिधिनयम 21)

179 उ र परदश भिम-िविध (सशोधन) अिधिनयम 1971 (उ र परदश अिधिनयम सखया 211971) तथा उ र परदश भिम-िविध (सशोधन) अिधिनयम 1974 (उ र परदश अिधिनयम सखया 341974) दवारा 1950 ई0 का उ र परदश जमीदारी िवनाश और भिम-यव था अिधिनयम (उ र परदश अिधिनयम सखया 11951) म िकए गए सशोधन

180 उ र परदश अिधकतम जोत-सीमा आरोपण (सशोधन) अिधिनयम 1976 (उ र परदश अिधिनयम सखया 201976)

181 पि मी बगाल भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का पि मी बगाल अिधिनयम 28)

182 पि मी बगाल अ य सकरात भिम का पर यावतरन अिधिनयम 1973 (1973 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

भारत का सिवधान

336

183 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1974 (1974 का पि मी बगाल अिधिनयम 33)

184 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1975 (1975 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

185 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का पि मी बगाल अिधिनयम 12)

186 िद ली भिम जोत (अिधकतम सीमा) सशोधन अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय अिधिनयम 15)

187 गोवा दमण और दीव मडकार (बदखली स सरकषण) अिधिनयम 1975 (1976 का गोवा दमण और दीव अिधिनयम 1)

188 पािडचरी भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) अिधिनयम 1973 (1974 का पािडचरी अिधिनयम 9)

1[189 असम (अ थायी प स यव थािपत कषतर) अिभधित अिधिनयम 1971 (1971 का असम अिधिनयम 23)

190 असम (अ थायी प स यव थािपत कषतर) अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1974 (1974 का असम अिधिनयम 18)

191 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) सशोधी अिधिनयम 1974 (1975 का िबहार अिधिनयम 13)

192 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का िबहार अिधिनयम 22)

193 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) अिधिनयम 1978 (1978 का िबहार अिधिनयम 7)

194 भिम अजरन (िबहार सशोधन) अिधिनयम 1979 (1980 का िबहार अिधिनयम 2) 195 हिरयाणा (भिम-जोत की अिधकतम सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1977

(1977 का हिरयाणा अिधिनयम 14) 196 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम

1978 (1978 का तिमलनाड अिधिनयम 25) 197 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम

1979 (1979 का तिमलनाड अिधिनयम 11)

1 सिवधान (सतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 2 दवारा परिवि 189 स परिवि 202 तक (26-8-

1984 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

337

198 उ र परदश जमीदारी िवनाश िविध (सशोधन) अिधिनयम 1978 (1978 का उ र परदश अिधिनयम 15)

199 पि मी बगाल अ य सकरात भिम का पर यावतरन (सशोधन) अिधिनयम 1978 (1978 का पि मी बगाल अिधिनयम 24)

200 पि मी बगाल अ य सकरात भिम का पर यावतरन (सशोधन) अिधिनयम 1980 (1980 का पि मी बगाल अिधिनयम 56)

201 गोवा दमण और दीव किष अिभधित अिधिनयम 1964 (1964 का गोवा दमण और दीव अिधिनयम 7)

202 गोवा दमण और दीव किष अिभधित (पाचवा सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का गोवा दमण और दीव अिधिनयम 17) ]

1[203 आधर परदश अनसिचत कषतर भिम अतरण िविनयम 1959 (1959 का आधर परदश िविनयम 1)

204 आधर परदश अनसिचत कषतर िविध (िव तारण और सशोधन) िविनयम 1963 (1963 का आधर परदश िविनयम 2)

205 आधर परदश अनसिचत कषतर भिम अतरण (सशोधन) िविनयम 1970 (1970 का आधर परदश िविनयम 1)

206 आधर परदश अनसिचत कषतर भिम अतरण (सशोधन) िविनयम 1971 (1971 का आधर परदश िविनयम 1)

207 आधर परदश अनसिचत कषतर भिम अतरण (सशोधन) िविनयम 1978 (1978 का आधर परदश िविनयम 1)

208 िबहार का तकारी अिधिनयम 1885 (1885 का िबहार अिधिनयम 8) 209 छोटा नागपर का तकारी अिधिनयम 1908 (1908 का बगाल अिधिनयम 6)

(अ याय 8--धारा 46 धारा 47 धारा 48 धारा 48क और धारा 49 अ याय 10 -- धारा 71 धारा 71क और धारा 71ख और अ याय 18--धारा 240 धारा 241 धारा 242)

210 सथाल परगना का तकारी (परक परावधान) अिधिनयम 1949 (1949 का िबहार अिधिनयम 14) धारा 53 को छोड़कर

211 िबहार अनसिचत कषतर िविनयम 1969 (1969 का िबहार िविनयम 1) 212 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन)

(सशोधन) अिधिनयम 1982 (1982 का िबहार अिधिनयम 55)

1 सिवधान (िछयासठवा सशोधन) अिधिनयम 1990 की धारा 2 दवारा परिवि 203 स 257 तक (7-6-1990 स)

अतः थािपत

भारत का सिवधान

338

213 गजरात दव थान इनाम उ सादन अिधिनयम 1969 (1969 का गजरात अिधिनयम 16)

214 गजरात अिभधित िविध (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का गजरात अिधिनयम 37)

215 गजरात अिधकतम किष भिम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का रा पित अिधिनयम 43)

216 गजरात दव थान इनाम उ सादन (सशोधन) अिधिनयम 1977 (1977 का गजरात अिधिनयम 27)

217 गजरात अिभधित िविध (सशोधन) अिधिनयम 1977 (1977 का गजरात अिधिनयम 30)

218 म बई भ-राज व (गजरात दसरा सशोधन) अिधिनयम 1980 (1980 का गजरात अिधिनयम 37)

219 म बई भ-राज व सिहता और भधित उ सादन िविध (गजरात सशोधन) अिधिनयम 1982 (1982 का गजरात अिधिनयम 8)

220 िहमाचल परदश भिम अतरण (िविनयमन) अिधिनयम 1968 (1969 का िहमाचल परदश अिधिनयम 15)

221 िहमाचल परदश भिम अतरण (िविनयमन) (सशोधन) अिधिनयम 1986 (1986 का िहमाचल परदश अिधिनयम 16)

222 कनारटक अनसिचत जाित और अनसिचत जनजाित (कितपय भिम अतरण परितषध) अिधिनयम 1978 (1979 का कनारटक अिधिनयम 2)

223 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1978 (1978 का करल अिधिनयम 13)

224 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1981 (1981 का करल अिधिनयम 19)

225 म य परदश भ-राज व सिहता (ततीय सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का म य परदश अिधिनयम 61)

226 म य परदश भ-राज व सिहता (सशोधन) अिधिनयम 1980 (1980 का म य परदश अिधिनयम 15)

227 म य परदश अकिषक जोत उ चतम सीमा अिधिनयम 1981 (1981 का म य परदश अिधिनयम 11)

228 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (िदवतीय सशोधन) अिधिनयम 1976 (1984 का म य परदश अिधिनयम 1)

229 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का म य परदश अिधिनयम 14)

भारत का सिवधान

339

230 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का म य परदश अिधिनयम 8)

231 महारा भ-राज व सिहता 1966 (1966 का महारा अिधिनयम 41) धारा 36 धारा 36क और धारा 36ख

232 महारा भ-राज व सिहता और महारा अनसिचत जनजाित भिम पर यावतरन (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1976 (1977 का महारा अिधिनयम 30)

233 महारा कितपय भिम म खान और खिनज क िवदयमान सापि क अिधकार का उ सादन अिधिनयम 1985 (1985 का महारा अिधिनयम 16)

234 उड़ीसा अनसिचत कषतर (अनसिचत जनजाितय दवारा) थावर सपि अतरण िविनयम 1956 (1956 का उड़ीसा िविनयम 2)

235 उड़ीसा भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1975 (1976 का उड़ीसा अिधिनयम 29)

236 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का उड़ीसा अिधिनयम 30)

237 उड़ीसा भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का उड़ीसा अिधिनयम 44)

238 राज थान उपिनवशन (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का राज थान अिधिनयम 12)

239 राज थान अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का राज थान अिधिनयम 13)

240 राज थान अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1987 (1987 का राज थान अिधिनयम 21)

241 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1979 (1980 का तिमलनाड अिधिनयम 8)

242 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1980 (1980 का तिमलनाड अिधिनयम 21)

243 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1981 (1981 का तिमलनाड अिधिनयम 59)

244 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1983 (1984 का तिमलनाड अिधिनयम 2)

245 उ र परदश भिम िविध (सशोधन) अिधिनयम 1982 (1982 का उ र परदश अिधिनयम 20)

भारत का सिवधान

340

246 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1965 (1965 का पि मी बगाल अिधिनयम 18)

247 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1966 (1966 का पि मी बगाल अिधिनयम 11)

248 पि मी बगाल भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

249 पि मी बगाल सपदा अजरन (सशोधन) अिधिनयम 1977 (1977 का पि मी बगाल अिधिनयम 36)

250 पि मी बगाल भिम जोत राज व अिधिनयम 1979 (1979 का पि मी बगाल अिधिनयम 44)

251 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1980 (1980 का पि मी बगाल अिधिनयम 41)

252 पि मी बगाल भिम जोत राज व (सशोधन) अिधिनयम 1981 (1981 का पि मी बगाल अिधिनयम 33)

253 कलक ा ठका अिभधित (अजरन और िविनयमन) अिधिनयम 1981 (1981 का पि मी बगाल अिधिनयम 37)

254 पि मी बगाल भिम जोत राज व (सशोधन) अिधिनयम 1982 (1982 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

255 कलक ा ठका अिभधित (अजरन और िविनयमन) (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का पि मी बगाल अिधिनयम 41)

256 माह भिम सधार अिधिनयम 1968 (1968 का पािडचरी अिधिनयम 1) 257 माह भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1980 (1981 का पािडचरी

अिधिनयम 1) ] 1[257क तिमलनाड िपछड़ा वगर अनसिचत जाित और अनसिचत जनजाित (रा य

क अधीन िशकषा स थाओ म थान और सवाओ म िनयिकतय या पद का आरकषण) अिधिनयम 1993 (1994 का तिमलनाड अिधिनयम 45)]

1[258 िबहार िवशषािधकार परा यिकत वासभिम अिभधित अिधिनयम 1947 (1948 का िबहार अिधिनयम 4)

1 सिवधान (िछह रवा सशोधन) अिधिनयम 1994 की धारा 2 दवारा (31-8-1994 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

341

259 िबहार चकबदी और खडकरण िनवारण अिधिनयम 1956 (1956 का िबहार अिधिनयम 22)

260 िबहार चकबदी और खडकरण िनवारण अिधिनयम 1970 (1970 का िबहार अिधिनयम 7)

261 िबहार िवशषािधकार परा यिकत वासभिम अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1970 (1970 का िबहार अिधिनयम 9)

262 िबहार चकबदी और खडकरण िनवारण (सशोधन) अिधिनयम 1973 (1975 का िबहार अिधिनयम 27)

263 िबहार चकबदी और खडकरण िनवारण (सशोधन) अिधिनयम 1981 (1982 का िबहार अिधिनयम 35)

264 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) अिधिनयम 1987 (1987 का िबहार अिधिनयम 21)

265 िबहार िवशषािधकार परा यिकत वासभिम अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का िबहार अिधिनयम 11)

266 िबहार भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1990 का िबहार अिधिनयम 11)

267 कनारटक अनसिचत जाित और अनसिचत जनजाित (कितपय भिम अतरण परितषध) (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का कनारटक अिधिनयम 3)

268 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का करल अिधिनयम 16)

269 करल भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1989 (1990 का करल अिधिनयम 2)

270 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1990 का उड़ीसा अिधिनयम 9)

271 राज थान अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1979 (1979 का राज थान अिधिनयम 16)

272 राज थान उपिनवशन (सशोधन) अिधिनयम 1987 (1987 का राज थान अिधिनयम 2)

273 राज थान उपिनवशन (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का राज थान अिधिनयम 12)

274 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1983 (1984 का तिमलनाड अिधिनयम 3)

1 सिवधान (अठहतरवा सशोधन) अिधिनयम 1995 की धारा 2 दवारा (30-8-1995 स) परिवि 258 स परिवि 284

तक अतः थािपत

भारत का सिवधान

342

275 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1986 (1986 का तिमलनाड अिधिनयम 57)

276 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1987 (1988 का तिमलनाड अिधिनयम 4)

277 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का तिमलनाड अिधिनयम 30)

278 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1981 (1981 का पि मी बगाल अिधिनयम 50)

279 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1986 (1986 का पि मी बगाल अिधिनयम 5)

280 पि मी बगाल भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1986 (1986 का पि मी बगाल अिधिनयम 19)

281 पि मी बगाल भिम सधार (तीसरा सशोधन) अिधिनयम 1986 (1986 का पि मी बगाल अिधिनयम 35)

282 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

283 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1990 (1990 का पि मी बगाल अिधिनयम 24)

284 पि मी बगाल भिम सधार अिधकरण अिधिनयम 1991 (1991 का पि मी बगाल अिधिनयम 12) ]

प ीकरण--राज थान अिभधित अिधिनयम 1955 (1955 का राज थान अिधिनयम स0 3) क अधीन अन छद 31क क खड (1) क दसर परतक क उ लघन म िकया गया अजरन उस उ लघन की मातरा तक श य होगा ]

343

1[दसवी अनसची [अन छद 102(2) और अन छद 191(2)]

दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म उपबध 1 िनवरचन ndash इस अनसची म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न होmdash

(क) ldquoसदनrdquo स सस का कोई सदन या िकसी रा य की यथाि थित िवधान सभा या िवधान-मडल का कोई सदन अिभपरत ह

(ख) सदन क िकसी ऐस सद य क सबध म जो यथाि थित परा 2 या 2 परा 4 क उपबध क अनसार िकसी राजनीितक दल का सद य ह ldquoिवधान-दलrdquo स उस सदन क ऐस सभी सद य का समह अिभपरत ह जो उकत उपबध क अनसार त समय उस राजनीितक दल क सद य ह

(ग) सदन क िकसी सद य क सबध म ldquoमल राजनीितक दलrdquo स ऐसा राजनीितक दल अिभपरत ह िजसका वह परा 2 क उप-परा (1) क परयोजन क िलए सद य ह

(घ) ldquoपराrdquo स इस अनसची का परा अिभपरत ह 2 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता ndash (1) 3[परा 4 और परा 5] क उपबध

क अधीन रहत हए सदन का कोई सद य जो िकसी राजनीितक दल का सद य ह सदन का सद य होन क िलए उस दशा म िनरिहरत होगा िजसमndash

(क) उसन ऐस राजनीितक दल की अपनी सद यता व छा स छोड़ दी ह या

(ख) वह ऐस राजनीितक दल दवारा िजसका वह सद य ह अथवा उसक दवारा इस िनिम परािधकत िकसी यिकत या परािधकारी दवारा िदए गए िकसी िनदश क िव दध ऐस राजनीितक दल यिकत या परािधकारी की पवर अनजञा क िबना ऐस सदन म मतदान करता ह या मतदान करन स िवरत रहता ह और ऐस मतदान या मतदान करन स िवरत रहन को ऐस राजनीितक दल यिकत या परािधकारी न ऐस मतदान या मतदान करन स िवरत रहन की तारीख स पदरह िदन क भीतर माफ नही िकया ह प ीकरण ndash इस उप-परा क परयोजन क िलए ndash

(क) सदन क िकसी िनवारिचत सद य क बार म यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल का यिद कोई हो सद य ह िजसन उस ऐस सद य क प म िनवारचन क िलए अ यथीर क प म खड़ा िकया था

(ख) सदन क िकसी नामिनदिशत सद य क बार म ndash

1 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 6 दवारा (1-3-1985 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा (1-1-2004 स) कितपय श द का लोप िकया

गया 3 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा परा 3 4 और 5 क थान परित थािपत

भारत का सिवधान

344

(i) उस दशा म िजसम वह ऐस सद य क प म अपन नामिनदशन की तारीख को िकसी राजनीितक दल का सद य ह यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल का सद य ह

(ii) िकसी अ य दशा म यह समझा जाएगा िक वह उस राजनीितक दल का सद य ह िजसका यथाि थित अन छद 99 या अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन क प ात अपना थान गरहण करन की तारीख स छह मास की समाि क पवर वह यथाि थित सद य बनता ह या पहली बार बनता ह

(2) सदन का कोई िनवारिचत सद य जो िकसी राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर स िभ न प म सद य िनवारिचत हआ ह सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह ऐस िनवारचन क प ात िकसी राजनीितक दल म सि मिलत हो जाता ह

(3) सदन का कोई नामिनदिशत सद य सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह यथाि थित अन छद 99 या अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन क प ात अपना थान गरहण करन की तारीख स छह मास की समाि क प ात िकसी राजनीितक दल म सि मिलत हो जाता ह

(4) इस परा क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी िकसी ऐस यिकत क बार म जो सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 क परारभ पर सदन का सद य ह (चाह वह िनवारिचत सद य हो या नामिनदिशत) ndash

(i) उस दशा म िजसम वह ऐस परारभ स ठीक पहल िकसी राजनीितक दल का सद य था वहा इस परा क उप-परा (1) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर क प म ऐस सदन का सद य िनवारिचत हआ ह

(ii) िकसी अ य दशा म यथाि थित इस परा क उप-परा (2) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह सदन का ऐसा िनवारिचत सद य ह जो िकसी राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर स िभ न प म सद य िनवारिचत हआ ह या इस परा क उप-परा (3) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह सदन का नामिनदिशत सद य ह 13 4 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता का िवलय की दशा म लाग न होना ndash

(1) सदन का कोई सद य परा 2 क उप-परा (1) क अधीन िनरिहरत नही होगा यिद उसक मल राजनीितक दल का िकसी अ य राजनीितक दल म िवलय हो जाता ह और वह यह दावा करता ह िक वह और उसक मल राजनीितक दल क अ य सद य ndash

(क) यथाि थित ऐस अ य राजनीितक दल क या ऐस िवलय स बन नए राजनीितक दल क सद य बन गए ह या

(ख) उ ह न िवलय वीकार नही िकया ह और एक पथक समह क प म कायर करन का िविन य िकया ह

1 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा (1-1-2004 स) परा 3 का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

345

और ऐस िवलय क समय स यथाि थित ऐस अ य राजनीितक दल या नए राजनीितक दल या समह क बार म यह समझा जाएगा िक वह परा 2 क उप-परा (1) क परयोजन क िलए ऐसा राजनीितक दल ह िजसका वह सद य ह और वह इस उप-परा क परयोजन क िलए उसका मल राजनीितक दल ह

(2) इस परा क उप-परा (1) क परयोजन क िलए सदन क िकसी सद य क मल राजनीितक दल का िवलय हआ तभी समझा जाएगा जब सबिधत िवधान-दल क कम स कम दो-ितहाई सद य ऐस िवलय क िलए सहमत हो गए ह

5 छट ndash इस अनसची म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत जो लोक सभा क अ यकष या उपा यकष अथवा रा य सभा क उपसभापित अथवा िकसी रा य की िवधान पिरष क सभापित या उपसभापित अथवा िकसी रा य की िवधान सभा क अ यकष या उपा यकष क पद पर िनवारिचत हआ ह इस अनसची क अधीन िनरिहरत नही होगा ndash

(क) यिद वह ऐस पद पर अपन िनवारचन क कारण ऐस राजनीितक दल की िजसका वह ऐस िनवारचन स ठीक पहल सद य था अपनी सद यता व छा स छोड़ दता ह और उसक प ात जब तक वह पद धारण िकए रहता ह तब तक उस राजनीितक दल म पनः सि मिलत नही होता ह या िकसी दसर राजनीितक दल का सद य नही बनता ह या

(ख) यिद वह ऐस पद पर अपन िनवारचन क कारण ऐस राजनीितक दल की िजसका वह ऐस िनवारचन स ठीक पहल सद य था अपनी सद यता छोड़ दता ह और ऐस पद पर न रह जान क प ात ऐस राजनीितक दल म पनः सि मिलत हो जाता ह 6 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म पर का िविन य ndash (1) यिद

यह पर उठता ह िक सदन का कोई सद य इस अनसची क अधीन िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर ऐस सदन क यथाि थित सभापित या अ यकष क िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा

परत जहा यह पर उठता ह िक सदन का सभापित या अ यकष िनरहरता स गर त हो गया ह या नही वहा वह पर सदन क ऐस सद य क िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा िजस वह सदन इस िनिम िनवारिचत कर और उसका िविन य अितम होगा

(2) इस अनसची क अधीन सदन क िकसी सद य की िनरहरता क बार म िकसी पर क सबध म इस परा क उप-परा (1) क अधीन सभी कायरवािहय क बार म यह समझा जाएगा िक व यथाि थित अन छद 122 क अथर म सस की कायरवािहया ह या अन छद 212 क अथर म रा य क िवधान-मडल की कायरवािहया ह

भारत का सिवधान

346

7 यायालय की अिधकािरता का वजरन ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी िकसी यायालय को इस अनसची क अधीन सदन क िकसी सद य की िनरहरता स सबिधत िकसी िवषय क बार म कोई अिधकािरता नही होगी

8 िनयम ndash (1) इस परा क उप-परा (2) क उपबध क अधीन रहत हए सदन का सभापित या अ यकष इस अनसची क उपबध को कायारि वत करन क िलए िनयम बना सकगा तथा िविश तया और पवरगामी शिकत की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना ऐस िनयम म िन निलिखत क िलए उपबध िकया जा सकगा अथारत ndash

(क) सदन क िविभ न सद य िजन राजनीितक दल क सद य ह उनक बार म रिज टर या अ य अिभलख रखना

(ख) ऐसा परितवदन जो सदन क िकसी सद य क सबध म िवधान-दल का नता उस सद य की बाबत परा 2 क उप-परा (1) क खड (ख) म िनिदर परकित की माफी क सबध म दगा वह समय िजसक भीतर और वह परािधकारी िजसको ऐसा परितवदन िदया जाएगा

(ग) ऐस परितवदन िज ह कोई राजनीितक दल सदन क िकसी सद य को ऐस राजनीितक दल म परिव करन क सबध म दगा और सदन का ऐसा अिधकारी िजसको ऐस परितवदन िदए जाएग और

(घ) परा 6 क उप-परा (1) म िनिदर िकसी पर का िविन य करन की परिकरया िजसक अतगरत ऐसी जाच की परिकरया ह जो ऐस पर का िविन य करन क परयोजन क िलए की जाए (2) सदन क सभापित या अ यकष दवारा इस परा क उप-परा (1) क अधीन बनाए

गए िनयम बनाए जान क प ात यथाशीघर सदन क समकष कल तीस िदन की अविध क िलए रख जाएग यह अविध एक सतर म अथवा दो या अिधक आनकरिमक सतर म परी हो सकगी व िनयम तीस िदन की उकत अविध की समाि पर परभावी ह ग जब तक िक उनका सदन दवारा पिरवतरन सिहत या उनक िबना पहल ही अनमोदन या अननमोदन नही कर िदया जाता ह यिद व िनयम इस परकार अनमोिदत कर िदए जात ह तो व यथाि थित ऐस प म िजसम व रख गए थ या ऐस पिरवितरत प म ही परभावी ह ग यिद िनयम इस परकार अननमोिदत कर िदए जात ह तो व िन परभाव हो जाएग

(3) सदन का सभापित या अ यकष यथाि थित अन छद 105 या अन छद 194 क उपबध पर और िकसी ऐसी अ य शिकत पर जो उस इस सिवधान क अधीन परा ह परितकल परभाव डाल िबना यह िनदश द सकगा िक इस परा क अधीन बनाए गए िनयम क िकसी यिकत दवारा जानबझकर िकए गए िकसी उ लघन क बार म उसी रीित स काररवाई की जाए िजस रीित स सदन क िवशषािधकार क भग क बार म की जाती ह ]

परा 7 को िकहोतो होलोहन बनाम जिच ह और अ य एआईआर 1993 एससी 412 म बहमत की राय क अनसार

अन छद 368 क खड (2) क परतक क अनसार अनसमथरन क अभाव म अिविधमा य घोिषत िकया गया

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1[दसवी अनसची [अन छद 102(2) और अन छद 191(2)]

दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म उपबध 1 िनवरचन ndash इस अनसची म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न होmdash

(क) ldquoसदनrdquo स सस का कोई सदन या िकसी रा य की यथाि थित िवधान सभा या िवधान-मडल का कोई सदन अिभपरत ह

(ख) सदन क िकसी ऐस सद य क सबध म जो यथाि थित परा 2 या 2 परा 4 क उपबध क अनसार िकसी राजनीितक दल का सद य ह ldquoिवधान-दलrdquo स उस सदन क ऐस सभी सद य का समह अिभपरत ह जो उकत उपबध क अनसार त समय उस राजनीितक दल क सद य ह

(ग) सदन क िकसी सद य क सबध म ldquoमल राजनीितक दलrdquo स ऐसा राजनीितक दल अिभपरत ह िजसका वह परा 2 क उप-परा (1) क परयोजन क िलए सद य ह

(घ) ldquoपराrdquo स इस अनसची का परा अिभपरत ह 2 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता ndash (1) 3[परा 4 और परा 5] क उपबध

क अधीन रहत हए सदन का कोई सद य जो िकसी राजनीितक दल का सद य ह सदन का सद य होन क िलए उस दशा म िनरिहरत होगा िजसमndash

(क) उसन ऐस राजनीितक दल की अपनी सद यता व छा स छोड़ दी ह या

(ख) वह ऐस राजनीितक दल दवारा िजसका वह सद य ह अथवा उसक दवारा इस िनिम परािधकत िकसी यिकत या परािधकारी दवारा िदए गए िकसी िनदश क िव दध ऐस राजनीितक दल यिकत या परािधकारी की पवर अनजञा क िबना ऐस सदन म मतदान करता ह या मतदान करन स िवरत रहता ह और ऐस मतदान या मतदान करन स िवरत रहन को ऐस राजनीितक दल यिकत या परािधकारी न ऐस मतदान या मतदान करन स िवरत रहन की तारीख स पदरह िदन क भीतर माफ नही िकया ह प ीकरण ndash इस उप-परा क परयोजन क िलए ndash

(क) सदन क िकसी िनवारिचत सद य क बार म यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल का यिद कोई हो सद य ह िजसन उस ऐस सद य क प म िनवारचन क िलए अ यथीर क प म खड़ा िकया था

(ख) सदन क िकसी नामिनदिशत सद य क बार म ndash

1 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 6 दवारा (1-3-1985 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा (1-1-2004 स) कितपय श द का लोप िकया

गया 3 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा परा 3 4 और 5 क थान परित थािपत

भारत का सिवधान

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(i) उस दशा म िजसम वह ऐस सद य क प म अपन नामिनदशन की तारीख को िकसी राजनीितक दल का सद य ह यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल का सद य ह

(ii) िकसी अ य दशा म यह समझा जाएगा िक वह उस राजनीितक दल का सद य ह िजसका यथाि थित अन छद 99 या अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन क प ात अपना थान गरहण करन की तारीख स छह मास की समाि क पवर वह यथाि थित सद य बनता ह या पहली बार बनता ह

(2) सदन का कोई िनवारिचत सद य जो िकसी राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर स िभ न प म सद य िनवारिचत हआ ह सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह ऐस िनवारचन क प ात िकसी राजनीितक दल म सि मिलत हो जाता ह

(3) सदन का कोई नामिनदिशत सद य सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह यथाि थित अन छद 99 या अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन क प ात अपना थान गरहण करन की तारीख स छह मास की समाि क प ात िकसी राजनीितक दल म सि मिलत हो जाता ह

(4) इस परा क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी िकसी ऐस यिकत क बार म जो सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 क परारभ पर सदन का सद य ह (चाह वह िनवारिचत सद य हो या नामिनदिशत) ndash

(i) उस दशा म िजसम वह ऐस परारभ स ठीक पहल िकसी राजनीितक दल का सद य था वहा इस परा क उप-परा (1) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर क प म ऐस सदन का सद य िनवारिचत हआ ह

(ii) िकसी अ य दशा म यथाि थित इस परा क उप-परा (2) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह सदन का ऐसा िनवारिचत सद य ह जो िकसी राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर स िभ न प म सद य िनवारिचत हआ ह या इस परा क उप-परा (3) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह सदन का नामिनदिशत सद य ह 13 4 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता का िवलय की दशा म लाग न होना ndash

(1) सदन का कोई सद य परा 2 क उप-परा (1) क अधीन िनरिहरत नही होगा यिद उसक मल राजनीितक दल का िकसी अ य राजनीितक दल म िवलय हो जाता ह और वह यह दावा करता ह िक वह और उसक मल राजनीितक दल क अ य सद य ndash

(क) यथाि थित ऐस अ य राजनीितक दल क या ऐस िवलय स बन नए राजनीितक दल क सद य बन गए ह या

(ख) उ ह न िवलय वीकार नही िकया ह और एक पथक समह क प म कायर करन का िविन य िकया ह

1 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा (1-1-2004 स) परा 3 का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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और ऐस िवलय क समय स यथाि थित ऐस अ य राजनीितक दल या नए राजनीितक दल या समह क बार म यह समझा जाएगा िक वह परा 2 क उप-परा (1) क परयोजन क िलए ऐसा राजनीितक दल ह िजसका वह सद य ह और वह इस उप-परा क परयोजन क िलए उसका मल राजनीितक दल ह

(2) इस परा क उप-परा (1) क परयोजन क िलए सदन क िकसी सद य क मल राजनीितक दल का िवलय हआ तभी समझा जाएगा जब सबिधत िवधान-दल क कम स कम दो-ितहाई सद य ऐस िवलय क िलए सहमत हो गए ह

5 छट ndash इस अनसची म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत जो लोक सभा क अ यकष या उपा यकष अथवा रा य सभा क उपसभापित अथवा िकसी रा य की िवधान पिरष क सभापित या उपसभापित अथवा िकसी रा य की िवधान सभा क अ यकष या उपा यकष क पद पर िनवारिचत हआ ह इस अनसची क अधीन िनरिहरत नही होगा ndash

(क) यिद वह ऐस पद पर अपन िनवारचन क कारण ऐस राजनीितक दल की िजसका वह ऐस िनवारचन स ठीक पहल सद य था अपनी सद यता व छा स छोड़ दता ह और उसक प ात जब तक वह पद धारण िकए रहता ह तब तक उस राजनीितक दल म पनः सि मिलत नही होता ह या िकसी दसर राजनीितक दल का सद य नही बनता ह या

(ख) यिद वह ऐस पद पर अपन िनवारचन क कारण ऐस राजनीितक दल की िजसका वह ऐस िनवारचन स ठीक पहल सद य था अपनी सद यता छोड़ दता ह और ऐस पद पर न रह जान क प ात ऐस राजनीितक दल म पनः सि मिलत हो जाता ह 6 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म पर का िविन य ndash (1) यिद

यह पर उठता ह िक सदन का कोई सद य इस अनसची क अधीन िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर ऐस सदन क यथाि थित सभापित या अ यकष क िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा

परत जहा यह पर उठता ह िक सदन का सभापित या अ यकष िनरहरता स गर त हो गया ह या नही वहा वह पर सदन क ऐस सद य क िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा िजस वह सदन इस िनिम िनवारिचत कर और उसका िविन य अितम होगा

(2) इस अनसची क अधीन सदन क िकसी सद य की िनरहरता क बार म िकसी पर क सबध म इस परा क उप-परा (1) क अधीन सभी कायरवािहय क बार म यह समझा जाएगा िक व यथाि थित अन छद 122 क अथर म सस की कायरवािहया ह या अन छद 212 क अथर म रा य क िवधान-मडल की कायरवािहया ह

भारत का सिवधान

346

7 यायालय की अिधकािरता का वजरन ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी िकसी यायालय को इस अनसची क अधीन सदन क िकसी सद य की िनरहरता स सबिधत िकसी िवषय क बार म कोई अिधकािरता नही होगी

8 िनयम ndash (1) इस परा क उप-परा (2) क उपबध क अधीन रहत हए सदन का सभापित या अ यकष इस अनसची क उपबध को कायारि वत करन क िलए िनयम बना सकगा तथा िविश तया और पवरगामी शिकत की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना ऐस िनयम म िन निलिखत क िलए उपबध िकया जा सकगा अथारत ndash

(क) सदन क िविभ न सद य िजन राजनीितक दल क सद य ह उनक बार म रिज टर या अ य अिभलख रखना

(ख) ऐसा परितवदन जो सदन क िकसी सद य क सबध म िवधान-दल का नता उस सद य की बाबत परा 2 क उप-परा (1) क खड (ख) म िनिदर परकित की माफी क सबध म दगा वह समय िजसक भीतर और वह परािधकारी िजसको ऐसा परितवदन िदया जाएगा

(ग) ऐस परितवदन िज ह कोई राजनीितक दल सदन क िकसी सद य को ऐस राजनीितक दल म परिव करन क सबध म दगा और सदन का ऐसा अिधकारी िजसको ऐस परितवदन िदए जाएग और

(घ) परा 6 क उप-परा (1) म िनिदर िकसी पर का िविन य करन की परिकरया िजसक अतगरत ऐसी जाच की परिकरया ह जो ऐस पर का िविन य करन क परयोजन क िलए की जाए (2) सदन क सभापित या अ यकष दवारा इस परा क उप-परा (1) क अधीन बनाए

गए िनयम बनाए जान क प ात यथाशीघर सदन क समकष कल तीस िदन की अविध क िलए रख जाएग यह अविध एक सतर म अथवा दो या अिधक आनकरिमक सतर म परी हो सकगी व िनयम तीस िदन की उकत अविध की समाि पर परभावी ह ग जब तक िक उनका सदन दवारा पिरवतरन सिहत या उनक िबना पहल ही अनमोदन या अननमोदन नही कर िदया जाता ह यिद व िनयम इस परकार अनमोिदत कर िदए जात ह तो व यथाि थित ऐस प म िजसम व रख गए थ या ऐस पिरवितरत प म ही परभावी ह ग यिद िनयम इस परकार अननमोिदत कर िदए जात ह तो व िन परभाव हो जाएग

(3) सदन का सभापित या अ यकष यथाि थित अन छद 105 या अन छद 194 क उपबध पर और िकसी ऐसी अ य शिकत पर जो उस इस सिवधान क अधीन परा ह परितकल परभाव डाल िबना यह िनदश द सकगा िक इस परा क अधीन बनाए गए िनयम क िकसी यिकत दवारा जानबझकर िकए गए िकसी उ लघन क बार म उसी रीित स काररवाई की जाए िजस रीित स सदन क िवशषािधकार क भग क बार म की जाती ह ]

परा 7 को िकहोतो होलोहन बनाम जिच ह और अ य एआईआर 1993 एससी 412 म बहमत की राय क अनसार

अन छद 368 क खड (2) क परतक क अनसार अनसमथरन क अभाव म अिविधमा य घोिषत िकया गया

347

1[गयारहवी अनसची (अन छद 243छ)

1 किष िजसक अतगरत किष-िव तार ह 2 भिम िवकास भिम सधार का कायार वयन चकबदी और भिम सरकषण 3 लघ िसचाई जल परबध और जलिवभाजक कषतर का िवकास 4 पशपालन डरी उदयोग और कककट-पालन 5 म य उदयोग 6 सामािजक वािनकी और फामर वािनकी 7 लघ वन उपज 8 लघ उदयोग िजनक अतगरत खादय परस करण उदयोग भी ह 9 खादी गरामोदयोग और कटीर उदयोग 10 गरामीण आवासन 11 पय जल 12 ईधन और चारा 13 सड़क पिलया पल फरी जलमागर और अ य सचार साधन 14 गरामीण िवदयतीकरण िजसक अतगरत िवदयत का िवतरण ह 15 अपारपिरक ऊजार ोत 16 गरीबी उ मलन कायरकरम 17 िशकषा िजसक अतगरत पराथिमक और मा यिमक िवदयालय भी ह 18 तकनीकी परिशकषण और यावसाियक िशकषा 19 परौढ़ और अनौपचािरक िशकषा 20 प तकालय 21 सा कितक िकरयाकलाप 22 बाजार और मल 23 वा य और व छता िजनक अतगरत अ पताल पराथिमक वा य क दर

और औषधालय भी ह 24 पिरवार क याण 25 मिहला और बाल िवकास 26 समाज क याण िजसक अतगरत िवकलाग और मानिसक प स मद

यिकतय का क याण भी ह 27 दबरल वग का और िविश तया अनसिचत जाितय और अनसिचत

जनजाितय का क याण 28 सावरजिनक िवतरण परणाली 29 सामदाियक आि तय का अनरकषण ]

1 सिवधान (ितह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 4 दवारा (24-4-1993 स) जोड़ा गया

348

1[बारहवी अनसची (अन छद 243ब)

1 नगरीय योजना िजसक अतगरत नगर योजना भी ह 2 भिम उपयोग का िविनयमन और भवन का िनमारण 3 आिथरक और सामािजक िवकास योजना 4 सङक और पल 5 घरल औदयोिगक और वािणि यक परयोजन क िलए जल परदाय 6 लोक वा य व छता सफाई और कड़ा-करकट परबध 7 अिगनशमन सवाए 8 नगरीय वािनकी पयारवरण का सरकषण और पािर थितकी आयाम की अिभविदध

9 समाज क दबरल वग क िजनक अतगरत िवकलाग और मानिसक प स मद

यिकत भी ह िहत की रकषा 10 गदी-ब ती सधार और परो नयन 11 नगरीय िनधरनता उ मलन 12 नगरीय सख-सिवधाओ और सिवधाओ जस पाकर उदयान खल क मदान की

यव था 13 सा कितक शकषिणक और स दयरपरक आयाम की अिभविदध 14 शव गाड़ना और किबर तान शवदाह और मशान और िवदयत शवदाह गह 15 काजी हाउस पशओ क परित कररता का िनवारण 16 ज म-मरण सािखयकी िजसक अतगरत ज म और म य रिज टरीकरण भी

ह 17 सावरजिनक सख-सिवधाए िजनक अतगरत सड़क पर परकाश पािकर ग थल

बस टाप और जन सिवधाए भी ह 18 वधशालाओ और चमरशोधनशालाओ का िविनयमन ]

1 सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 4 दवारा (1-6-1993 स) जोड़ा गया

349

पिरिश 1 1सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954

सआ 48 रा पित सिवधान क अन छद 370 क खड (1) दवारा परद शिकतय का परयोग

करत हए ज म-क मीर रा य की सरकार की सहमित स िन निलिखत आदश करत ह ndash

1 (1) इस आदश का सिकष नाम सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 ह

(2) यह 14 मई 1954 को परव होगा और ऐसा होन पर सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1950 को अिधकरात कर दगा

2 2[सिवधान क अन छद 1 तथा अन छद 370 क अितिरकत उसक 20 जन 1964 को यथा परव और सिवधान (उ नीसवा सशोधन) अिधिनयम 1966 सिवधान (इककीसवा सशोधन) अिधिनयम 1967 सिवधान (तईसवा सशोधन) अिधिनयम 1969 की धारा 5 सिवधान (चौबीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 सिवधान (प चीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 2 सिवधान (छ बीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 सिवधान (तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 सिवधान (इकतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1973 की धारा 2 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 2 सिवधान (अड़तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 2 5 6 और 7 सिवधान (उनतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 सिवधान (चालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 2 3 और 6 और सिवधान (इकसठवा सशोधन) अिधिनयम 1988 दवारा यथासशोिधत जो उपबध ज म-क मीर रा य क सबध म लाग ह ग और व अपवाद और उपातरण िजनक अधीन व इस परकार लाग ह ग िन निलिखत ह ग ndash]

(1) उ िशका

1 िविध मतरालय की अिधसचना स0 का0िन0आ0 1610 तारीख 14 मई 1954 भारत का राजपतर असाधारण भाग

2 धारा 3 प0 821 म परकािशत 2 परारभ म आन वाल श द सिवधान आदश 56 सिवधान आदश 74 सिवधान आदश 76 सिवधान आदश 79

सिवधान आदश 89 सिवधान आदश 91 सिवधान आदश 94 सिवधान आदश 98 सिवधान आदश 104 सिवधान आदश 105 सिवधान आदश 108सिवधान आदश 136 और त प ात सिवधान आदश 141 दवारा सशोिधत होकर उपरोकत प म आए

भारत का सिवधान

350

(2) भाग 1 अन छद 3 म िन निलिखत और परतक जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquoपरत यह और िक ज म-क मीर रा य क कषतर को बढ़ान या घटान या उस रा य क नाम या उसकी सीमा म पिरवतरन करन का उपबध करन वाला कोई िवधयक उस रा य क िवधान-मडल की सहमित क िबना सस म परः थािपत नही िकया जाएगा rdquo

(3) भाग 2 (क) यह भाग ज म-क मीर रा य क सबध म 26 जनवरी 1950 स

लाग समझा जाएगा (ख) अन छद 7 म िन निलिखत और परतक जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquoपरत यह और िक इस अन छद की कोई बात ज म-क मीर रा य क ऐस थायी िनवासी को लाग नही होगी जो ऐस रा यकषतर को जो इस समय पािक तान क अतगरत ह पर जन करन क प ात उस रा य क कषतर को ऐसी अनजञा क अधीन लौट आया ह जो उस रा य म पनवारस क िलए या थायी प स लौटन क िलए उस रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध क परािधकार दवारा या उसक अधीन दी गई ह तथा ऐसा पर यक यिकत भारत का नागिरक समझा जाएगा rdquo

(4) भाग 3 (क) अन छद 13 म सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर

लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह 1(ख) (ग) अन छद 16 क खड (3) म रा य क परित िनदश का यह अथर

लगाया जाएगा िक उसक अतगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश नही ह (घ) अन छद 19 म इस आदश क परारभ स 2[3[प चीस] वषर] की अविध

क िलएndash (i) खड (3) और (4) म ldquoअिधकार क परयोग परrdquo श द क प ात

ldquoरा य की सरकषा याrdquo श द अतः थािपत िकए जाएग

1 सिवधान आदश 124 दवारा (4-2-1985 स) खड (ख) का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 69 दवारा ldquoदस वषरrdquo क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 97 दवारा ldquoबीसrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

351

(ii) खड (5) म ldquoया िकसी अनसिचत जनजाित क िहत क सरकषण क िलएrdquo श द क थान पर ldquoअथवा रा य की सरकषा क िहत क िलएrdquo श द रख जाएग और

(iii) िन निलिखत नया खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash lsquo(7) खड (2) (3) (4) और (5) म आन वाल ldquoयिकतयकत

िनबरधनrdquo श द का यह अथर लगाया जाएगा िक व िनबरधन ऐस ह िज ह समिचत िवधान-मडल यिकतयकत समझता ह rsquo

(ङ) अन छद 22 क खड (4) म ldquoसस rdquo श द क थान पर ldquoरा य िवधान-मडलrdquo श द रख जाएग और खड (7) म ldquoसस िविध दवारा िविहत कर सकगीrdquo श द क थान पर ldquoरा य िवधान-मडल िविध दवारा िविहत कर सकगाrdquo श द रख जाएग

(च) अन छद 31 म खड (3) (4) और (6) का लोप िकया जाएगा और खड (5) क थान पर िन निलिखत खड रखा जाएगा अथारत ndash

ldquo(5) खड (2) की कोई बातndash (क) िकसी वतरमान िविध क उपबध पर अथवा (ख) िकसी ऐसी िविध क उपबध पर िजस रा य इसक

प ातndash (i) िकसी कर या शाि त क अिधरोपण या उ गरहण

क परयोजन क िलए अथवा (ii) सावरजिनक वा य की अिभविदध या पराण या

सपि क सकट-िनवारण क िलए अथवा (iii) ऐसी सपि की बाबत जो िविध दवारा िन करात

सपि घोिषत की गई ह बनाए

कोई परभाव नही डालगी rdquo (छ) अन छद 31क म खड (1) क पर तक का लोप िकया जाएगा

और खड (2) क उपखड (क) क थान पर िन निलिखत उपखड रखा जाएगा अथारत ndash

lsquo(क) ldquoसपदाrdquo स ऐसी भिम अिभपरत होगी जो किष क परयोजन क िलए या किष क सहायक परयोजन क िलए या चरागाह क िलए अिधभोग म ह या पटट पर दी गई ह और इसक अतगरत िन निलिखत भी ह अथारत ndash

(i) ऐसी भिम पर भवन क थल और अ य सरचनाए (ii) ऐसी भिम पर खड़ वकष

भारत का सिवधान

352

(iii) वन भिम और व य बजर भिम (iv) जल स ढक कषतर और जल पर तरत हए खत (v) जदर और घऱाट थल (vi) कोई जागीर इनाम मआफी या मकरररी या इसी परकार

का अ य अनदान िक त इसक अतगरत िन निलिखत नही ह mdash

(i) िकसी नगर या नगरकषतर या गराम आबादी म कोई भवन- थल या िकसी ऐस भवन या थल स अनलगन कोई भिम

(ii) कोई भिम जो िकसी नगर या गराम क थल क प म अिधभोग म ह या

(iii) िकसी नगरपािलका या अिधसिचत कषतर या छावनी या नगरकषतर म या िकसी कषतर म िजसक िलए कोई नगर योजना कीम मजर की गई ह भवन िनमारण क परयोजन क िलए आरिकषत कोई भिम rsquo

1[(ज) अन छद 32 म खड (3) का लोप िकया जाएगा ] (झ) अन छद 35 म ndash

(i) सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह

(ii) खड (क) (i) म ldquoअन छद 16 क खड (3) अन छद 32 क खड (3)rdquo श द अक और को क का लोप िकया जाएगा और

(iii) खड (ख) क प ात िन निलिखत खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquo(ग) सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 क परारभ क पवर या प ात िनवारक िनरोध की बाबत ज म-क मीर रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई कोई िविध इस आधार पर श य नही होगी िक वह इस भाग क उपबध म स िकसी स असगत ह िक त ऐसी कोई िविध उकत आदश क परारभ स 2[3[प चीस] वषर] क अवसान पर ऐसी असगित की मातरा तक उन बात क िसवाय परभावहीन हो जाएगी िज ह उनक अवसान क पवर िकया गया ह या करन का लोप िकया गया ह rdquo

1 सिवधान आदश 89 दवारा परित थािपत 2 सिवधान आदश 69 दवारा ldquoदस वषरrdquo क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 97 दवारा ldquoबीसrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(ञ) अन छद 35 क प ात िन निलिखत नया अन छद जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquo35क थायी िनवािसय और उनक अिधकार की बाबत िविधय की यावि ndash इस सिवधान म अतिवर िकसी बात क होत हए भी ज म-क मीर रा य म परव ऐसी कोई िवदयमान िविध और इसक प ात रा य क िवधान-मडल दवारा अिधिनयिमत ऐसी कोई िविधndash

(क) जो उन यिकतय क वग को पिरभािषत करती ह जो ज म-क मीर रा य क थायी िनवासी ह या ह ग या

(ख) जोndash (i) रा य सरकार क अधीन िनयोजन (ii) रा य म थावर सपि क अजरन (iii) रा य म बस जान या (iv) छातरवि य क या ऐसी अ य परकार की

सहायता क जो रा य सरकार परदान कर अिधकार की बाबत ऐस थायी िनवािसय को कोई िवशष अिधकार और िवशषािधकार परद करती ह या अ य यिकतय पर कोई िनबरधन अिधरोिपत करती ह इस आधार पर श य नही होगी िक वह इस भाग क िकसी उपबध दवारा भारत क अ य नागिरक को परद िक ही अिधकार स असगत ह या उनको छीनती या यन करती ह rdquo

(5) भाग 5 1[(क) अन छद 55 क परयोजन क िलए ज म-क मीर रा य की

जनसखया ितरसठ लाख समझी जाएगी (ख) अन छद 81 म खड (2) और (3) क थान पर िन निलिखत खड

रख जाएग अथारत ndash ldquo(2) खड (1) क उपखड (क) क परयोजन क िलए ndash

(क) लोक सभा म रा य को छह थान आबिटत िकए जाएग

1 सिवधान आदश 98 दवारा खड (क) और खड (ख) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

354

(ख) पिरसीमन अिधिनयम 1972 क अधीन गिठत पिरसीमन आयोग दवारा रा य को ऐसी परिकरया क अनसार जो आयोग उिचत समझ एक सद यीय परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभािजत िकया जाएगा

(ग) िनवारचन-कषतर म यथासा य भौगोिलक प स सहत कषतर ह ग और उनका पिरसीमन करत समय पराकितक िवशषताओ परशासिनक इकाइय की िवदयमान सीमाओ सचार की सिवधाओ और लोक सिवधा को यान म रखा जाएगा

(घ) उन िनवारचन-कषतर म िजनम रा य िवभािजत िकया जाए पािक तान अिधकत कषतर समािव नही ह ग (3) खड (2) की कोई बात लोक सभा म रा य क परितिनिध व पर

तब तक परभाव नही डालगी जब तक पिरसीमन अिधिनयम 1972 क अधीन ससदीय िनवारचन-कषतर क पिरसीमन स सबिधत पिरसीमन आयोग क अितम आदश या आदश क भारत क राजपतर म परकाशन की तारीख को िवदयमान सदन का िवघटन न हो जाए

(4) (क) पिरसीमन आयोग रा य की बाबत अपन कतर य म अपनी सहायता करन क परयोजन क िलए अपन साथ पाच यिकतय को सहयोिजत करगा जो रा य का परितिनिध व करन वाल लोक सभा क सद य ह ग

(ख) रा य स इस परकार सहयोिजत िकए जान वाल यिकत सदन की सरचना का स यक यान रखत हए लोक सभा क अ यकष दवारा नामिनिदर िकए जाएग

(ग) उपखड (ख) क अधीन िकए जान वाल परथम नामिनदशन लोक सभा क अ यकष दवारा सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) दसरा सशोधन आदश 1974 क परारभ स दो मास क भीतर िकए जाएग

(घ) िकसी भी सहयोिजत सद य को पिरसीमन आयोग क िकसी िविन य पर मत दन या ह ताकषर करन का अिधकार नही होगा

(ङ) यिद म य या पद याग क कारण िकसी सहयोिजत सद य का पद िरकत हो जाता ह तो उस लोक सभा क अ यकष दवारा और उपखड (क) और (ख) क उपबध क अनसार यथाशकय शीघर भरा जाएगा rdquo]

भारत का सिवधान

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1[(ग) अन छद 133 म खड (1) क प ात िन निलिखत खड अतः थािपत िकया जाएगा अथारत ndash

lsquo(1क) सिवधान (तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 3 क उपबध ज म-क मीर रा य क सबध म इस उपातरण क अधीन लाग ह ग िक उसम ldquoइस अिधिनयमrdquo ldquoइस अिधिनयम क परारभrdquo ldquoयह अिधिनयम पािरत नही िकया गया होrdquo और ldquoइस अिधिनयम दवारा यथा सशोिधत उस खड क उपबध कीrdquo क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व करमशः ldquoसिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) दसरा सशोधन आदश 1974rdquo ldquoउकत आदश क परारभrdquo ldquoउकत आदश पािरत नही िकया गया होrdquo और ldquoउकत खड क उपबध जस िक व उकत आदश क परारभ क प ात ह rdquo क परित िनदश हrsquo ] 2[(घ)] अन छद 134 क खड (2) म ldquoसस rdquo श द क प ात ldquoरा य क

िवधान-मडल क अनरोध परrdquo श द अतः थािपत िकए जाएग 2[(ङ)] अन छद 135 3 और 139 का लोप िकया जाएगा 4(च) 4(छ)

5[(5क) भाग 6 6[(क) अन छद 153 स 217 तक अन छद 219 अन छद 221

अन छद 223 224 224क और 225 तथा अन छद 227 स 237 तक का लोप िकया जाएगा ]

(ख) अन छद 220 म सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) सशोधन आदश 1960 क परित िनदश ह

7[(ग) अन छद 222 म खड (1) क प ात िन निलिखत नया खड अतः थािपत िकया जाएगा अथारत ndash

ldquo(1क) पर यक ऐसा अतरण जो ज म-क मीर क उ च यायालय स अथवा उस उ च यायालय को हो रा यपाल क परामशर क प ात िकया जाएगा rdquo]

1 सिवधान आदश 98 दवारा अतः थािपत 2 सिवधान आदश 98 दवारा खड (ग) और खड (घ) को खड (घ) और खड (ङ) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 3 सिवधान आदश 60 दवारा अक ldquo136rdquo का लोप िकया गया 4 सिवधान आदश 56 दवारा खड (च) और खड (छ) का लोप िकया गया 5 सिवधान आदश 60 दवारा (26-1-1960 स) अतः थािपत 6 सिवधान आदश 89 दवारा खड (क) क थान पर परित थािपत 7 सिवधान आदश 74 दवारा (24-11-1965 स) खड (ग) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

356

(6) भाग 11 1[(क) अन छद 246 क खड (1) म आन वाल ldquoखड (2) और खड (3)rdquo

श द को क और अक क थान पर ldquoखड (2)rdquo श द को क और अक रख जाएग और खड (2) म आन वाल ldquoखड (3) म िकसी बात क होत हए भीrdquo श द को क और अक का तथा सपणर खड (3) और खड (4) का लोप िकया जाएगा ]

2[3[(ख) अन छद 248 क थान पर िन निलिखत अन छद रखा जाएगा अथारत ndash

ldquo248 अविश िवधायी शिकतया ndash सस कोndash 4[(क) िविध दवारा थािपत सरकार को आतिकत करन या

जनता या जनता क िकसी अनभाग म आतक उ प न करन या जनता क िकसी अनभाग को पथक करन या जनता क िविभ न अनभाग क बीच समरसता पर परितकल परभाव डालन वाल आतकवादी काय को अतवरिलत करन वाल िकरयाकलाप को रोकन क सबध म ]

5[(कक)] भारत की परभता तथा परादिशक अखडता को अनअगीकत पर गत या िवि छ न करन अथवा भारत रा यकषतर क िकसी भाग का अ यपरण करान अथवा भारत रा यकषतर क िकसी भाग को सघ स िवलग करान वाल अथवा भारत क रा ीय वज भारतीय रा गान और इस सिवधान का अपमान करन वाल 6[अ य िकरयाकलाप को रोकन] क सबध म और

(ख) (i) समदर या वाय दवारा िवदश यातरा पर (ii) अतदशीय िवमान यातरा पर (iii) मनीआडरर फोनतार और तार को सि मिलत करत हए

डाक व तओ पर कर लगान क सबध म िविध बनान की अन य शिकत ह rdquo]]

1 सिवधान आदश 66 दवारा परित थािपत 2 सिवधान आदश 85 दवारा खड (ख) और खड (खख) मल खड (ख) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 93 दवारा खड (ख) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान आदश 122 दवारा अतः थािपत 5 सिवधान आदश 122 दवारा खड (क) को खड (कक) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 6 सिवधान आदश 122 दवारा ldquoिकरयाकलाप को रोकनrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

357

1[ प ीकरणndashइस अन छद म ldquoआतकवादी कायरrdquo स बम डायनामाइट या अ य िव फोटक पदाथ या वलनशील पदाथ या अग यायध या अ य पराणहर आयध या िवष का या अपायकर गस या अ य रसायन या पिरसकटमय परकित क िक ही अ य पदाथ का (चाह व जव ह या अ य) उपयोग करक िकया गया कोई कायर या बात अिभपरत ह ]

2[(खख) अन छद 249 क खड (1) म ldquoरा य सची म परगिणत ऐस िवषय क सबध म जो उस सक प म िविनिदर हrdquo श द क थान पर ldquoउस सक प म िविनिदर ऐस िवषय क सबध म जो सघ सची या समवतीर सची म परगिणत िवषय नही हrdquo श द रख जाएग ]

(ग) अन छद 250 म ldquoरा य-सची म परगिणत िकसी भी िवषय क सबध मrdquo श द क थान पर ldquoसघ-सची म परगिणत न िकए गए िवषय क सबध म भीrdquo श द रख जाएग

3(घ)

(ङ) अन छद 253 म िन निलिखत पर तक जोड़ा जाएगा अथारत mdash

ldquoपर त सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 क परारभ क प ात ज म-क मीर रा य क सबध म यव था को परभािवत करन वाला कोई िविन य भारत सरकार दवारा उस रा य की सरकार की सहमित स ही िकया जाएगा rdquo 4(च)

5[(च)] अऩ छद 255 का लोप िकया जाएगा

5[(छ)] अन छद 256 को उसक खड (1) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा और उसम िन निलिखत नया खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash

1 सिवधान आदश 122 दवारा अतः थािपत 2 सिवधान आदश 129 दवारा खड (खख) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 129 दवारा खड (घ) का लोप िकया गया 4 सिवधान आदश 66 दवारा खड (च) का लोप िकया गया 5 सिवधान आदश 66 दवारा खड (छ) और खड (ज) को खड (च) और खड (छ) क प म पनःअकषरािकत िकया गया

भारत का सिवधान

358

ldquo(2) ज म-क मीर रा य अपनी कायरपािलका शिकत का इस परकार परयोग करगा िजसस उस रा य क सबध म सिवधान क अधीन सघ क कतर य और उ रदािय व का सघ दवारा िनवरहन सगम हो और िविश तया उकत रा य यिद सघ वसी अपकषा कर सघ की ओर स और उसक यय पर सपि का अजरन या अिधगरहण करगा अथवा यिद सपि उस रा य की हो तो ऐस िनबधन पर जो करार पाए जाए या करार क अभाव म जो भारत क मखय यायमितर दवारा िनयकत म य थ दवारा अवधािरत िकए जाए उस सघ को अतिरत करगा rdquo 1 2[(ज)] अन छद 261 क खड (2) म ldquoसस दवारा बनाई गईrdquo श द का

लोप िकया जाएगा (7) भाग 12

3 4[(क)] अन छद 267 क खड (2) अन छद 273 अन छद 283 क खड

(2) 5[और अन छद 290] का लोप िकया गया 4[(ख)] अन छद 266 282 284 298 299 और 300 म रा य या

रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अतगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश नही ह

4[(ग)] अन छद 277 और 295 म सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह (8) भाग 13

6 अन छद 303 क खड (1) म ldquoसातवी अनसची की सिचय म स िकसी म यापार और वािण य सबधी िकसी परिवि क आधार परrdquo श द का लोप िकया जाएगा

6

1 सिवधान आदश 56 दवारा खड (झ) का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 56 दवारा खड (ञ) को खड (झ) क प म पनःअकषरािकत िकया गया और त प ात सिवधान आदश

66 दवारा उस खड (ज) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 3 सिवधान आदश 55 दवारा अतः थािपत खड (क) और खड (ख) का सिवधान आदश 56 दवारा लोप िकया गया 4 खड (क) खड (ख) और खड (ग) [सिवधान आदश 55 दवारा करमशः खड (ग) खड (घ) और खड (ङ) क प म पनःअकषरािकत िकए गए] त प ात पनः सिवधान आदश 56 दवारा उ ह करमशः खड (क) खड (ख) और खड (ग) क प म पनःअकषरािकत िकए गए

5 सिवधान आदश 94 दवारा ldquoअन छद 290 और अन छद 291rdquo क थान पर परित थािपत 6 सिवधान आदश 56 दवारा को क और अकषर ldquo(क)rdquo तथा खड (ख) का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

359

(9) भाग 14 1[अन छद 312 म ldquoरा य कrdquo श द क प ात ldquo(िजनक अतगरत ज म-

क मीर रा य भी ह)rdquo को क और श द अतः थािपत िकए जाएग ] 2[(10) भाग 15

(क) अन छद 324 क खड (1) म ज म-क मीर क िवधान-मडल क दोन सदन म स िकसी सदन क िनवारचन क बार म सिवधान क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह ज म-क मीर क सिवधान क परित िनदश ह

3[(ख) अन छद 325 326 327 और 329 म रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उसक अतगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश नही ह

(ग) अन छद 328 का लोप िकया जाएगा ] (घ) अन छद 329 म ldquoया अन छद 328rdquo श द और अक का लोप िकया

जाएगा ]] 4[(ङ) अन छद 329क म खड (4) और (5) का लोप िकया जाएगा ]

(11) भाग 16 5 6[(क)] अन छद 331 332 333 7[336 और 337] का लोप िकया

जाएगा 6[(ख)] अन छद 334 और 335 म रा य या रा य क परित िनदश का

यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अ तगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश नही ह

8[(ग)] अन छद 339 क खड (1) म ldquoरा य क अनसिचत कषतर क परशासन और अनसिचत जनजाितय rdquo श द क थान पर ldquoरा य की अनसिचत जनजाितय rdquo श द रख जाएग

1 सिवधान आदश 56 दवारा पवरवतीर उपातरण क थान पर परित थािपत 2 सिवधान आदश 60 दवारा (26-1-1960 स) उपपरा (10) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 75 दवारा खड (ख) और खड (ग) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान आदश 105 दवारा अतः थािपत 5 सिवधान आदश 124 दवारा (4-12-1985 स) खड (क) का लोप िकया गया 6 सिवधान आदश 124 दवारा (4-12-1985 स) खड (ख) और खड (ग) को खड (क) और खड (ख) क प म

पनःअकषरािकत िकया गया 7 सिवधान आदश 124 दवारा (4-12-1985 स) खड ldquo336 337 339 और 342rdquo क थान पर परित थािपत 8 सिवधान आदश 124 दवारा (4-12-1985 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

360

(12) भाग 17 इस भाग क उपबध कवल वही तक लाग ह ग जहा तक वndash

(i) सघ की राजभाषा (ii) एक रा य और दसर रा य क बीच अथवा िकसी रा य और

सघ क बीच पतरािद की राजभाषा और (iii) उ चतम यायालय म कायरवािहय की भाषा

स सबिधत ह (13) भाग 18

(क) अन छद 352 म िन निलिखत नया खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash ldquo1[(6)] कवल आतिरक अशाित या उसका सकट सि नकट होन क

आधार पर की गई आपात की उदघोषणा (अन छद 354 की बाबत लाग होन क िसवाय) ज म-क मीर रा य क सबध म तभी लाग होगी 2[जब वहndash

(क) उस रा य की सरकार क अनरोध पर या उसकी सहमित स की गई ह या

(ख) जहा वह इस परकार नही की गई ह वहा वह उस रा य की सरकार क अनरोध पर या उसकी सहमित स रा पित दवारा बाद म लाग की गई ह rdquo

3[(ख) अन छद 356 क खड (1) म इस सिवधान क उपबध या उपबध क परित िनदश का ज म-क मीर रा य क सबध म यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अतगरत ज म-क मीर क सिवधान क उपबध या उपबध क परित िनदश ह

4[(खख) अन छद 356 क खड (4) म दसर पर तक क प ात िन निलिखत पर तक अतः थािपत िकया जाएगा अथारत ndash

1 सिवधान आदश 104 दवारा ldquo(4)rdquo क थान पर परित थािपत 2 सिवधान आदश 100 दवारा कितपय श द क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 71 दवारा परित थािपत 4 सिवधान आदश 151 दवारा जोड़ा गया

भारत का सिवधान

361

lsquoपर त यह भी िक ज म-क मीर रा य क बार म 18 जलाई 1990 को खड (1) क अधीन जारी की गई उदघोषणा क मामल म इस खड क पहल पर तक म ldquoतीन वषरrdquo क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह 1[ldquoसात वषरrdquo] क परित िनदश ह rsquo (ग) अन छद 360 का लोप िकया जाएगा

(14) भाग 19 2 3[(क)] 4[अन छद 365] का लोप िकया जाएगा 5 3[(ख)] अन छद 367 म िन निलिखत खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquo(4) इस सिवधान क जसा िक वह ज म-क मीर रा य क सबध म लाग होता ह परयोजन क िलएndash

(क) इस सिवधान या उसक उपबध क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व उकत रा य क सबध म लाग सिवधान क या उसक उपबध क परित िनदश भी ह

6[(कक) रा य की िवधान सभा की िसफािरश पर रा पित दवारा ज म-क मीर क सदर-िरयासत क प म त समय मा यतापरा तथा त समय पद थ रा य मितर-पिरष की सलाह पर कायर करन वाल यिकत क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व ज म-क मीर क रा यपाल क परित िनदश ह

(ख) उस रा य की सरकार क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अतगरत अपनी मितर-पिरष की सलाह पर कायर कर रह ज म-क मीर क रा यपाल क परित िनदश ह

पर त 10 अपरल 1965 स पवर की िकसी अविध की बाबत ऐस िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अतगरत अपनी मितर-पिरष की सलाह स कायर कर रह सदर-िरयासत क परित िनदश ह ]

1 सिवधान आदश 162 दवारा ldquoछह वषरrdquo क थान पर परित थािपत 2 सिवधान आदश 74 दवारा खड (क) का लोप िकया गया 3 सिवधान आदश 74 दवारा खड (ख) और खड (ग) को खड (क) और खड (ख) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 4 सिवधान आदश 94 दवारा ldquoअन छद 362 और अन छद 365rdquo क थान पर परित थािपत 5 सिवधान आदश 56 दवारा मल खड (ग) का लोप िकया गया 6 सिवधान आदश 74 दवारा खड (ख) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

362

(ग) उ च यायालय क परित िनदश क अतगरत ज म-क मीर रा य क उ च यायालय क परित िनदश ह 1

2[(घ)] उकत रा य क थायी िनवािसय क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उनस ऐस यिकत अिभपरत ह िज ह रा य म परव िविधय क अधीन रा य की परजा क प म सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 क परारभ स पवर मा यतापरा थी या िज ह रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा रा य क थायी िनवािसय क प म मा यतापरा ह और

3[(ङ) रा यपाल क परित िनदश क अतगरत ज म-क मीर क रा यपाल क परित िनदश ह

पर त 10 अपरल 1965 स पवर की िकसी अविध की बाबत ऐस िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व रा पित दवारा ज म-क मीर क सदर-िरयासत क प म मा यतापरा यिकत क परित िनदश ह और उनक अतगरत रा पित दवारा सदर-िरयासत की शिकतय का परयोग करन क िलए सकषम यिकत क प म मा यतापरा िकसी यिकत क परित िनदश भी ह rdquo]

(15) भाग 20 4[(क)] 5[अन छद 368 क खड (2) म] िन निलिखत पर तक जोड़ा जाएगा

अथारत ndash ldquoपर त यह और िक कोई सशोधन ज म-क मीर रा य क सबध म

तभी परभावी होगा जब वह अन छद 370 क खड (1) क अधीन रा पित क आदश दवारा लाग िकया गया हो rdquo 6[(ख) अन छद 368 क खड (3) क प ात िन निलिखत खड जोड़ा

जाएगा अथारत ndash

1 सिवधान आदश 56 दवारा खड (घ) का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 56 दवारा खड (ङ) को खड (घ) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 3 सिवधान आदश 74 दवारा खड (ङ) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान आदश 101 दवारा खड (क) क प म सखयािकत 5 सिवधान आदश 91 दवारा ldquoअन छद 368 मrdquo क थान पर परित थािपत 6 सिवधान आदश 101 दवारा अतः थािपत

भारत का सिवधान

363

ldquo(4) ज म-क मीर सिवधान कndash (क) रा यपाल की िनयिकत शिकतय क य कतर य

उपलि धय भ िवशषािधकार या उ मिकतय या (ख) भारत क िनवारचन आयोग दवारा िनवारचन क अधीकषण

िनदशन और िनयतरण िवभद क िबना िनवारचन नामाविल म सि मिलत िकए जान की पातरता वय क मतािधकार और िवधान पिरष क गठन जो ज म-क मीर सिवधान की धारा 138 139 140 और 150 म िविनिदर िवषय ह

स सबिधत िकसी उपबध म या उसक परभाव म कोई पिरवतरन करन क िलए ज म-क मीर रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध का कोई परभाव तभी होगा जब ऐसी िविध रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखन क प ात उनकी अनमित परा कर लती ह rdquo]

(16) भाग 21 (क) अन छद 369 371 1[371क] 2[372क] 373 अन छद 374 क

खड (1) (2) (3) और (5) और 3[अन छद 376 स 378क तक का और अन छद 392] का लोप िकया जाएगा

(ख) अन छद 372 मndash (i) खड (2) और (3) का लोप िकया जाएगा (ii) भारत क रा यकषतर म परव िविध क परित िनदश क अतगरत

ज म-क मीर रा य क रा यकषतर म िविध का बल रखन वाली िहदायत ऐलान इि तहार पिरपतर रोबकार इरशाद याददा त रा य पिरष क सक प सिवधान सभा क सक प और अ य िलखत क परित िनदश भी ह ग और

(iii) सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह (ग) अन छद 374 क खड (4) म रा य म िपरवी क िसल क प म

कायररत परािधकारी क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह ज म-क मीर सिवधान अिधिनयम 1996 क अधीन गिठत सलाहकार बोडर क परित िनदश ह और सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह

1 सिवधान आदश 74 दवारा अतः थािपत 2 सिवधान आदश 56 दवारा अतः थािपत 3 सिवधान आदश 56 दवारा ldquoअन छद 376 स अन छद 392 तकrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

364

(17) भाग 22 अन छद 394 और 395 का लोप िकया जाएगा

(18) पहली अनसची (19) दसरी अनसची 1 (20) तीसरी अनसची

पर प 5 6 7 और 8 का लोप िकया जाएगा (21) चौथी अनसची 2[(22) सातवी अनसची

(क) सघ-सची मndash (i) परिवि 3 क थान पर ldquo3 छाविनय का परशासनrdquo परिवि रखी

जाएगी 3[(ii) परिवि 8 9 4[और 34] परिवि 5 79 और परिवि 81

म ldquoअतररा यीय पर जनrdquo श द का लोप िकया जाएगा 6 7[(iii) परिवि 72 मndash

(क) िकसी ऐसी िनवारचन यािचका म िजसक दवारा उस रा य क िवधान-मडल क दोन सदन म स िकसी सदन क िलए िनवारचन पर गत ह ज म-क मीर रा य क उ च यायालय दवारा िकए गए िकसी िविन य या आदश क िव दध उ चतम यायालय को अपील क सबध म रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उसक अतगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश ह

(ख) अ य मामल क सबध म रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उसक अतगरत उस रा य क परित िनदश नही ह 8[और]

1 सिवधान आदश 56 दवारा परा 6 स सबिधत उपातरण का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 66 दवारा उपपरा (22) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 85 दवारा मद (ii) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान आदश 92 दवारा ldquo34 और 60rdquo क थान पर परित थािपत 5 सिवधान आदश 95 दवारा lsquoपरिवि 67 म ldquoऔर अिभलखrdquo श द और अक का लोप िकया गया 6 सिवधान आदश 74 दवारा मल मद (iii) का लोप िकया गया 7 सिवधान आदश 83 दवारा मद (iii) क थान पर परित थािपत 8 सिवधान आदश 85 दवारा अतः थािपत

भारत का सिवधान

365

1[(iv) परिवि 97 क थान पर िन निलिखत परिवि रखी जाएगी अथारत ndash

ldquo2[97 (क) िविध दवारा थािपत सरकार को आतिकत करन या लोग या लोग क िकसी अनभाग म आतक उ प न करन या लोग क िकसी अनभाग को पथक करन या लोग क िविभ न अनभाग क बीच समरसता पर परितकल परभाव डालन वाल आतकवादी काय को अतवरिलत करन वाल

(ख) भारत की परभता तथा परादिशक अखडता को अनअगीकत पर गत या िवि छ न करन अथवा भारत रा यकषतर क िकसी भाग का अ यपरण करान अथवा भारत रा यकषतर क भाग को सघ स िवलग करान अथवा भारत क रा ीय वज भारतीय रा गान और इस सिवधान का अपमान करन वाल िकरयाकलाप को रोकना

समदर या वाय दवारा िवदश यातरा अतदशीय िवमान यातरा और डाक व तओ पर िजनक अतगरत मनीआडरर फोनतार और तार ह कर

प ीकरण ndash इस परिवि म ldquoआतकवादी कायरrdquo का वही अथर ह जो अन छद 248 क प ीकरण म ह rdquo]] (ख) रा य सची का लोप िकया जाएगा 3[(ग) समवतीर सची मndash

4[(i) परिवि 1 क थान पर िन निलिखत परिवि रखी जाएगी अथारत ndash

ldquo1 दड िविध (िजसक अतगरत सची 1 म िविनिदर िवषय़ म स िकसी िवषय स सबिधत िविधय क िव दध अपराध और िसिवल शिकत की सहायता क िलए नौ सना वाय सना या सघ क िक ही अ य सश बल क परयोग नही ह) जहा तक ऐसी दड िविध इस अनसची म िविनिदर िवषय म स िकसी िवषय म स िकसी िवषय स सबिधत िविध क िव दध अपराध स सबिधत ह rdquo 5[6[(iक) परिवि 2 क थान पर िन निलिखत परिवि रखी जाएगी

अथारत ndash ldquo2 दड परिकरया (िजसक अतगरत अपराध को रोकना तथा

1 सिवधान आदश 93 दवारा मद (iv) क थान पर परित थािपत 2 सिवधान आदश 122 दवारा परिवि 97 क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 69 दवारा परित थािपत 4 सिवधान आदश 70 दवारा मद (i) क थान पर परित थािपत 5 सिवधान आदश 94 दवारा अतः थािपत 6 सिवधान आदश 122 दवारा दवारा (4-6-1985 स) उपखड (iक) और उपखड (iख) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

366

दड यायालय का िजनक अतगरत उ चतम यायालय और उ च यायालय नही ह गठन और सगठन ह) जहा तक उसका सबधndash

(i) िक ही ऐस िवषय स जो ऐस िवषय ह िजनक सबध म सस को िविधया बनान की शिकत ह सबिधत िविधय क िव दध अपराध स ह और

(ii) िकसी िवदश म राजनियक और क सलीय अिधकािरय दवारा शपथ िदलाए जान तथा शपथपतर िलए जान स ह rdquo]

(iख) परिवि 12 क थान पर िन निलिखत परिवि रखी जाएगी अथारत ndash

ldquo12 सा य तथा शपथ जहा तक उनका सबधndash (i) िकसी िवदश म राजनियक और क सलीय

अिधकािरय दवारा शपथ िदलाए जान तथा शपथपतर िलए जान स ह और

(ii) िक ही ऐस अ य िवषय स ह जो ऐस िवषय ह िजनक सबध म सस को िविधया बनान की शिकत ह rdquo

(iग) परिवि 13 क थान पर ldquo13 िसिवल परिकरया जहा तक उसका सबध िकसी िवदश म राजनियक तथा क सलीय अिधकािरय दवारा शपथ िदलाए जान तथा शपथपतर िलए जान स हrdquo परिवि रखी जाएगी ]

1 2[3[(ii) परिवि 30 क थान पर ldquo30 ज म-मरण सािखयकी जहा

तक उसका सबध ज म तथा म य स ह िजसक अतगरत ज म और म य रिज टरीकरण हrdquo परिवि रखी जाएगी

4 5[(iii) परिवि 3 परिवि 5 स 10 तक (िजसम य दोन सि मिलत

ह) परिवि 1415 17 20 21 27 28 29 31 32 37 38 41 तथा 44 का लोप िकया जाएगा

(iiiक) परिवि 42 क थान पर ldquo42 सपि का अजरन और अिधगरहण जहा तक उसका सबध सची 1 की परिवि 67 या सची 3 की परिवि 40 क अतगरत आन वाली सपि क या िकसी ऐसी मानवीय कलाकित क िजसका कला मक या स दयार मक म य ह अजरन स हrdquo परिवि रखी जाएगी और]

1 सिवधान आदश 74 दवारा मद (ii) और (iii) का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 70 दवारा अतः थािपत 3 सिवधान आदश 74 दवारा मद (iv) को मद (ii) क प म पनःसखयािकत िकया गया 4 सिवधान आदश 72 दवारा मद (v) और (vi) का लोप िकया गया 5 सिवधान आदश 95 दवारा मद (iii) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

367

1[(iv) परिवि 45 म ldquoसची 2 या सची 3rdquo क थान पर ldquoइस सचीrdquo श द रख जाएग ]

(23) आठवी अनसची 2[(24) नवी अनसची

3[(क) परिवि 64 क प ात िन निलिखत परिवि या जोड़ी जाएगी अथारत ndash

4[64क] ज म-क मीर रा य कठ अिधिनयम (सवत 1978 का स0 1)

4[64ख] ज म-क मीर अिभधित अिधिनयम (सवत 1980 का स0 2)

4[64ग] ज म-क मीर भिम अ यसकरामण अिधिनयम (सवत 1995 का स0 5)

5 6[64घ] ज म-क मीर बह भ-सपदा उ सादन अिधिनयम (सवत

2007 का स0 17) 7[64ङ] जागीर और भ-राज व क अ य समनदशन आिद क

पनगररहण क बार म 1951 का आदश स 6-एच तारीख 10 माचर 1951 8[64च] ज म-क मीर बधक सपि की वापसी अिधिनयम 1976

(1976 का अिधिनयम 14) 64छ ज म-क मीर ऋणी राहत अिधिनयम 1976 (1976 का

अिधिनयम 15) 9[(ख) सिवधान (उनतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 दवारा अतः थािपत

परिवि 87 स 124 तक को करमशः परिवि 65 स 102 क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा ]

1 सिवधान आदश 74 दवारा मद (vi) को मद (iv) क प म पनःसखयािकत िकया गया 2 सिवधान आदश 74 दवारा उपपरा (24) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 105 दवारा सखयािकत 4 सिवधान आदश 98 दवारा पनःसखयािकत 5 सिवधान आदश 106 दवारा लोप िकया गया 6 सिवधान आदश 106 दवारा पनःसखयािकत 7 सिवधान आदश 105 दवारा अतः थािपत 8 सिवधान आदश 106 दवारा अतः थािपत 9 सिवधान आदश 105 दवारा अतः थािपत

भारत का सिवधान

368

1[(ग) परिवि 125 स 188 तक को करमशः परिवि 103 स 166 क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा ] 2[(25) दसवी अनसची

(क) ldquoअन छद 102(2) और अन छद 191(2)rdquo श द को क और अक क थान पर ldquoअन छद 102(2)rdquo को क श द और अक रख जाएग

(ख) परा 1 क खड (क) म ldquoया िकसी रा य की यथाि थित िवधान सभा या िवधान-मडल का कोई सदनrdquo श द का लोप िकया जाएगा

(ग) परा 2 म ndash (i) उपपरा (1) म प ीकरण क खड (ख) क उपखड (ii) म

ldquoयथाि थित अन छद 99 या अन छद 188rdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 99rdquo श द और अक रख जाएग

(ii) उपपरा (3) म ldquoयथाि थित अन छद 99 या अन छद 188rdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 99rdquo श द और अक रख जाएग

(iii) उपपरा (4) म सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) सशोधन आदश 1989 क परारभ क परित िनदश ह

(घ) परा 5 म ldquoअथवा िकसी रा य की िवधान पिरष क सभापित या उप सभापित अथवा िकसी रा य की िवधान सभा क अ यकष या उपा यकषrdquo श द का लोप िकया जाएगा

(ङ) परा 6 क उपपरा (2) म ldquoयथाि थित अन छद 122 क अथर म सस की कायरवािहया ह या अन छद 212 क अथर म रा य क िवधान-मडल की कायरवािहया हrdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 122 क अथर म सस की कायरवािहया हrdquo श द और अक रख जाएग

(च) परा 8 क उपपरा (3) म ldquoयथाि थित अन छद 105 या अन छद 194rdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 105rdquo श द और अक रख जाएग

1 सिवधान आदश 108 दवारा (31-12-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान आदश 136 दवारा अतः थािपत

392

पिरिश 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 स उदधरण

1 सिकष नाम और परारभ ndash (1)

(2) यह उस तारीख को परव होगा जो कदरीय सरकार राजपतर म अिधसचना दवारा िनयत कर और इस अिधिनयम क िविभ न उपबध क िलए िविभ न तारीख िनयत की जा सकगी

3 अन छद 22 का सशोधन ndash सिवधान क अन छद 22 मndash (क) खड (4) क थान पर िन निलिखत खड रखा जाएगा अथारत ndash

lsquo(4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का दो मास स अिधक की अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िक समिचत उ च यायालय क मखय यायमितर की िसफािरश क अनसार गिठत सलाहकार बोडर न उकत दो मास की अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत सलाहकार बोडर एक अ यकष और कम स कम दो अ य सद य स िमलकर बनगा और अ यकष समिचत उ च यायालय का सवारत यायाधीश होगा और अ य सद य िकसी उ च यायालय क सवारत या सवािनव यायाधीश ह ग

परत यह और िक इस खड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (क) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की जाए

प ीकरणndashइस खड म ldquoसमिचत उ च यायालयrdquo स अिभपरत हndash (i) भारत सरकार या उस सरकार क अधीन थ िकसी

अिधकारी या परािधकारी दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म िद ली सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालय

(ii) (सघ रा यकषतर स िभ न) िकसी रा य सरकार दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म उस रा य क िलए उ च यायालय और

(iii) िकसी सघ रा यकषतर क परशासक या ऐस परशासक क

भारत का सिवधान

393

अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म वह उ च यायालय जो सस दवारा इस िनिम बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविनिदर िकया जाए rsquo

(ख) खड (7) मndash (i) उपखड (क) का लोप िकया जाएगा (ii) उपखड (ख) को उपखड (क) क प म पनः अकषरािकत िकया

जाएगा और (iii) उपखड (ग) को उपखड (ख) क प म पनः अकषरािकत िकया

जाएगा और इस परकार पनः अकषरािकत उपखड म ldquoखड (4) क उपखड (क)rdquo श द को क अक और अकषर क थान पर ldquoखड (4)rdquo श द को क और अक रख जाएग

394

पिरिश 4 सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003

[15 जनवरी 2004] भारत क सिवधान का और सशोधन

करन क िलए अिधिनयम

भारत गणरा य क चौवनव वषर म सस दवारा िन निलिखत प म यह अिधिनयिमत हो ndash

1 सिकष नाम और परारभndash(1) इस अिधिनयम का सिकष नाम सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 ह

(2) यह उस तारीख को परव होगा िजस क दरीय सरकार राजपतर म अिधसचना दवारा िनयत कर

2 नए अन छद 268क का अतः थापनndashसिवधान क अन छद 268 क प ात िन निलिखत अन छद अतः थािपत िकया जाएगा अथारत ndash

ldquo268क सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाला और सघ तथा रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकया जान वाला सवा करndash(1) सवाओ पर कर भारत सरकार दवारा उदगहीत िकए जाएग और ऐसा कर खड (2) म उपबिधत रीित स भारत सरकार तथा रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकया जाएगा

(2) िकसी िव ीय वषर म खड (1) क उपबध क अनसार उदगहीत ऐस िकसी कर क आगम काndash

(क) भारत सरकार और रा य दवारा सगरहण (ख) भारत सरकार और रा य दवारा िविनयोजन

सगरहण और िविनयोजन क ऐस िसदधात क अनसार िकया जाएगा िज ह सस िविध दवारा बनाए rdquo 3 अन छद 270 का सशोधनndashसिवधान क अन छद 270 क खड (1) म

ldquoअन छद 268 और अन छद 269rdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 268 अन छद 268क और अन छद 269rdquo श द अक और अकषर रख जाएग

4 सातवी अनसची का सशोधनndashसिवधान की सातवी अनसची म सची 1ndashसघ सची म परिवि 92ख क प ात िन निलिखत परिवि अतः थािपत की जाएगी अथारत ndash

ldquo92ग सवाओ पर कर rdquo

तारीख अिधसिचत की जानी ह

395

पिरिश 5 सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015

[28 मई 2015] भारत सरकार और बागलादश सरकार क बीच िकए गए करार और उसक परोटोकाल क अनसरण म रा यकषतर का भारत दवारा अजरन िकए जान

और कितपय रा यकषतर का बागलादश को अतरण िकए जान को परभावी करन क िलए भारत क सिवधान

का और सशोधन करन क िलए अिधिनयम

भारत गणरा य क िछयासठव वषर म सस दवारा िन निलिखत प म यह अिधिनयिमत हो --

1 सिकष नाम--इस अिधिनयम का सिकष नाम सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 ह

2 पिरभाषाए--इस अिधिनयम म-- (क) ldquoअिजरत रा यकषतरrdquo स भारत-बागलादश करार और उसक परोटोकाल म

समािव तथा पहली अनसची म िनिदर उतन रा यकषतर अिभपरत ह िजनका खड (ग) म िनिदर करार और उसक परोटोकाल क अनसरण म भारत दवारा बागलादश स अजरन िकए जान क परयोजन क िलए अ यकन िकया गया ह

(ख) ldquoिनयत िदनrdquo स ऐसी तारीख अिभपरत ह जो कदरीय सरकार राजपतर म अिधसचना दवारा भारत-बागलादश करार तथा उसक परोटोकाल क अनसरण म पहली अनसची और दसरी अनसची म यथािनिदर कछ रा यकषतर का िजनका इस परकार अजरन और अतरण कराए जान और उस परयोजन क िलए अ यकन कराए जान क प ात बागलादश स रा यकषतर क अजरन और बागलादश को रा यकषतर क अतरण क िलए तारीख िनयत कर

(ग) ldquoभारत-बागलादश करारrdquo स भारत और बागलादश क बीच भिम सीमा क अ यकन और सबदध िवषय क सबध म भारत गणरा य की सरकार और बागलादश जनवादी गणरा य की सरकार क बीच तारीख 16 मई 1974 को हआ करार तारीख 26 िदस बर 1974 तारीख 30 िदस बर 1974 तारीख 7 अकतबर 1982 और तारीख 26 माचर 1992 का पतर िविनमय तथा भारत सरकार और बागलादश सरकार क बीच हए तारीख 6 िसत बर 2011 क उकत करार का परोटोकाल अिभपरत ह िजसक ससगत उदधरण तीसरी अनसची म िदए गए ह

भारत का सिवधान

396

(घ) ldquoअतिरत रा यकषतरrdquo स भारत-बागलादश करार और उसक परोटोकाल म समािव तथा दसरी अनसची म िनिदर उतन रा यकषतर अिभपरत ह िजनका खड (ग) म िनिदर करार और उसक परोटोकाल क अनसरण म भारत दवारा बागलादश को अतिरत िकए जान क परयोजन क िलए अ यकन िकया गया ह 3 सिवधान की पहली अनसची का सशोधन--सिवधान की पहली अनसची म

िनयत िदन स ही-- (क) असम रा य क रा यकषतर स सबिधत परा म ldquoऔर व रा यकषतर भी

इसक अतगरत नही ह जो सिवधान (नवा सशोधन) अिधिनयम 1960 की धारा 3 क खड (क) म अतिवर िकसी बात क होत हए भी जहा तक उसका सबध सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की दसरी अनसची क भाग 1 म िनिदर रा यकषतर स ह सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की दसरी अनसची क भाग 1 म िनिदर हrdquo श द को क अक और अकषर अत म जोड़ जाएग

(ख) पि मी बगाल रा य क रा यकषतर स सबिधत परा म ldquoऔर व रा यकषतर भी जो पहली अनसची क भाग 3 म िनिदर ह िकत व रा यकषतर इसक अतगरत नही ह जो सिवधान (नवा सशोधन) अिधिनयम 1960 की धारा 3 क खड (ग) म अतिवर िकसी बात क होत हए भी जहा तक उसका सबध सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की पहली अनसची क भाग 3 म िनिदर रा यकषतर और दसरी अनसची क भाग 3 म िनिदर रा यकषतर स ह सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की दसरी अनसची क भाग 3 म िनिदर हrdquo श द अक को क और अकषर अत म जोड़ जाएग

(ग) मघालय रा य क रा यकषतर स सबिधत परा म ldquoऔर व रा यकषतर जो पहली अनसची क भाग 1 म िनिदर ह िक त व रा यकषतर इसक अतगरत नही ह जो सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की दसरी अनसची क भाग 2 म िनिदर हrdquo श द अक और को क अत म जोड़ जाएग

(घ) ितरपरा रा य क रा यकषतर स सबिधत परा म ldquoऔर व रा यकषतर जो सिवधान (नवा सशोधन) अिधिनयम 1960 की धारा 3 क खड (घ) म अतिवर िकसी बात क होत हए भी जहा तक उनका सबध सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की पहली अनसची क भाग 2 म िनिदर रा यकषतर स ह सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की पहली अनसची क भाग 2 म िनिदर हrdquo श द को क अक और अकषर अत म जोड़ जाएग

भारत का सिवधान

397

पहली अनसची [धारा 2(क) धारा 2(ख) और धारा 3 दिखए]

भाग 1 तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 2 और तारीख 6 िसत बर 2011

क परोटोकाल क अन छद 3(I)(ख)(ii)(iii)(iv)( v) क सबध म अिजरत रा यकषतर भाग 2

तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 2 और तारीख 6 िसत बर 2011 क परोटोकाल क अन छद 3(I)(ग)(i) क सबध म अिजरत रा यकषतर

भाग 3 तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 1(12) और अन छद 2 तथा तारीख

6 िसत बर 2011 क परोटोकाल क अन छद 2(II) 3(I)(क)(iii)(iv)(v)(vi) क सबध म अिजरत रा यकषतर

दसरी अनसची [धारा 2(ख) धारा 2(घ) और धारा 3 दिखए]

भाग 1 तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 2 और तारीख 6 िसत बर 2011

क परोटोकाल क अन छद 3(I)(घ)(i)(ii) क सबध म अ तिरत रा यकषतर भाग 2

तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 2 और तारीख 6 िसत बर 2011 क परोटोकाल क अन छद 3(I)(ख)(i) क सबध म अ तिरत रा यकषतर

भाग 3 तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 1(12) और अन छद 2 तथा तारीख

6 िसत बर 2011 क परोटोकाल क अन छद 2(II) 3(I)(क)(i)(ii)(vi) क सबध म अ तिरत रा यकषतर

भारत का सिवधान

398

तीसरी अनसची [धारा 2(ग) दिखए]

I भारत गणरा य की सरकार और बागलादश जनवादी गणरा य की सरकार क बीच भारत और बागलादश क बीच भिम सीमा क अ यकन तथा सबिधत िवषय क सबध म

तारीख 16 मई 1974 को हए करार स उदधरण अन छद 1(12) िवदशी अतःकषतर (ए कलव)

बागलादश ि थत भारतीय ए कलव और भारत ि थत बागलादश ए कलव का परा 14 म उि लिखत ए कलव को छोड़कर बागलादश म जान वाल अितिरकत कषतर क िलए परितकर का दावा िकए िबना शीघरितशीघर आदान-परदान िकया जाना चािहए अन छद 2

भारत और बागलादश की सरकार इस बात क िलए सहमत ह िक पहल स अ यिकत कषतर म परितकल क ज वाल रा यकषतर िजनक सबध म सीमा पटटी मानिचतर पहल स तयार ह पणारिधकािरय दवारा सीमा पटटी मानिचतर पर ह ताकषर िकए जान क छह मास क भीतर आदान-परदान िकए जाएग व ससगत मानिचतर पर यथासभवशीघर और िकसी भी दशा म 31 िदस बर 1974 क अप ात ह ताकषर कर सकत ह ऐस अ य कषतर क िजनकी बाबत अ यकन पहल ही िकया जा चका ह मानिचतर क मदरण हत शीघर उपाय िकए जाए इ ह 31 मई 1975 तक मिदरत करा िलया जाना चािहए और त प ात उन पर पणारिधकािरय दवारा ह ताकषर करवा िलए जान चािहए िजसस िक इन कषतर म परितकलतः धािरत क ज का आदान-परदान 31 िदस बर 1975 तक िकया जा सक िजन सकटर का अभी भी अ यकन िकया जाना ह उनम रा यकषतरीय अिधकािरता का अ तरण सबिधत सीमा पटटी मानिचतर पर पणारिधकािरय दवारा ह ताकषर िकए जान क छह मास क भीतर हो सकता ह II भारत गणरा य की सरकार और बागलादश जनवादी गणरा य की सरकार क बीच भारत और बागलादश क बीच भिम सीमा क अ यकन तथा सबिधत िवषय क सबध म तारीख 6 िसत बर 2011 को हए करार क परोटोकाल स उदधरण

अन छद 2 (II) 1974 क करार क अन छद 1 खड 12 को कायारि वत िन नानसार

िकया जाएगा

भारत का सिवधान

399

ए कलव सयकत प स स यािपत और डीजीएलआरएड एस बागलादश तथा

डीएलआरएड एस पि मी बगाल (भारत) क तर पर अपरल 1997 म ह ताकषर िकए गए भ-कर ए कलव मानिचतर क अनसार बागलादश म क 111 भारतीय ए कलव और भारत म क 51 बागलादश ए कलव का बागलादश म जान वाल अितिरकत कषतर क िलए परितकर का दावा िकए िबना आदान-परदान िकया जाएगा अन छद 3

(I) 1974 क करार क अन छद 2 को िन नानसार कायारि वत िकया जाएगा

भारत सरकार और बागलादश सरकार क बीच यह करार हआ ह िक परितकल क ज म धािरत रा यकषतर क िलए जसा िक सयकत सवकषण क मा यम स अवधािरत िकया गया था और अपन-अपन परितकल क जा भ-कषतर सचक मानिचतर (एपीएल मानिचतर) म िजस िदस बर 2010 और अग त 2011 क बीच दोन दश क भ-अिभलख और सवकषण िवभाग दवारा अितम प िदया गया ह पणरतया िचितरत िकया गया था िजनका पणरतया वणरन नीच खड (क) स खड (घ) म िकया गया ह एक िनयत सीमा क प म सीमा रखा खीची जाएगी

ससगत सीमा पटटी स मानिचतर को मिदरत िकया जाएगा और उन पर पणारिधकािरय दवारा ह ताकषर िकए जाएग और रा यकषतरीय अिधकािरता का अ तरण ए कलव क आदान-परदान क साथ-साथ पणर िकया जाएगा ऊपर विणरत सचक मानिचतर म यथा िचितरत सीमा का अ यकन िन नानसार होगा

(क) पि मी बगाल सकटर (i) बौसमारी-मधगरी (कि तया-नािडया) कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 1545-एस स 1571-एस स होत हए मथबगा नदी क परान बहाव मागर क म य तक जसा िक 1962 क चकबदी मानिचतर म िचितरत ह एक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी (ii) अधारकोटा (कि तया-नािडया) कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 1525-एस स सीमा तभ स0 1531-एस स होत हए िवदयमान मथबगा नदी क िकनार तक एक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी

भारत का सिवधान

400

(iii) पकिरया (कि तया-नािडया) कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 1511-एस स सीमा तभ

स0 1522-एस स होत हए मथबगा नदी क िकनार तक एक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी (iv) चार मिह कडी (कि तया-नािडया) कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 1531-एस स सीमा तभ स0 1539-एस स होत हए मथबगा नदी क िकनार तक एक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी (v) हिरपालखतादाहबटोलीसपामरीएलएन पर (पटारी)

(नौगाव-मालदा) कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 242एस13 स सीमा

तभ स0 2437-एस5 को जोड़न वाली रखा क प म सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी

(vi) ब बाडी (पचगढ़-जलपाईगड़ी) कषतर बागलादशी दवारा परितकलतः धािरत ब बाडी कषतर

(पचगढ़-जलपाईगड़ी) और भारत दवारा परितकलतः धािरत ब बाडी और िसघपारा-खडीपारा (पचगढ़-जलपाईगड़ी) म सीमा रखा 1996-1998 क दौरान सयकत प स िकए गए अ यकन क अनसार खीची जाएगी

(ख) मघालय सकटर (i) लोबाचरा-ननचरा

लईलाग-बिलचरा म िवदयमान सीमा तभ स0 13154-एस स सीमा तभ स0 131515-एस तक लईलाग-ननचरा म सीमा तभ स0 13161-एस स सीमा तभ स0 131611-एस तक लईलाग-लिहिलग म सीमा तभ स0 1317 स सीमा तभ स0 131713-एस तक और लईलाग-लभाचरा म सीमा तभ स0 13181-एस स सीमा तभ स0 13182-एस स होत हए चाय बागान क िकनार तक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक िदस बर 2010 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी

भारत का सिवधान

401

(ii) िपरडीवाहपडआ कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 12701-एस स सीमा

तभ स0 12711-टी तक सयकत प स िकए गए सवकषण और पर पर सहमित अनसार सीमा रखा खीची जाएगी पकषकार क बीच सहमित हई ह िक िपरडीवाह गाव स भारतीय राि क को उस मानिचतर क िजस पर सहमित हई ह िब द स0 6 क िनकट िपयाग नदी स पानी लन की अनमित दी जाएगी (iii) िलगखाट कषतर

(कक) िलगखाट-Iकलमचरा और िलगखाट-IIकलमचरा

िवदयमान सीमा तभ स0 12644-एस स सीमा तभ स0 1265 और सीमा तभ स0 12656-एस स सीमा तभ स0 12659-एस तक उस रखा क अनसार सीमा रखा खीची जाएगी जसािक सयकत प स सवकषण िकया गया था और पर पर सहमित हई थी (कख) िलगखाट-IIIसोनारहाट

िवदयमान सीमा तभ स0 126613-एस स दिकषण िदशा क नाल क साथ-साथ वहा तक सीमा रखा जहा तक वह पवर-पि म िदशा म दसर नाल स िमलती ह खीची जाएगी उसक प ात यह पवर िदशा म नाल क उ री िकनार स होत हए वहा तक चलगी जहा तक वह सदभर तभ स0 12674-आर बी और 12673-आर आई क उ र म िवदयमान अ तररा ीय सीमा स िमलती ह

(iv) दावकीतमािबल कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 12751-एस स सीमा

तभ स0 12757-एस को जोड़न वाली एक सीधी रखा स सीमा रखा खीची जाएगी पकषकार इस कषतर म ldquoश य रखाrdquo पर बाड़ लगान पर सहमत ह

भारत का सिवधान

402

(v) नलजरी ीपर कषतर (कक) नलजरी-I

सीमा रखा दिकषण िदशा म िवदयमान सीमा तभ स0 12772-एस स पटटी मानिचतर स0 166 म यथा दिशरत तीन भ-खड तक वहा तक की एक ऐसी रखा होगी जहा तक वह सीमा तभ स0 12775-टी स बहन वाल नाल स िमलती ह त प ात वह दिकषण िदशा म नाल क पि मी िकनार क साथ-साथ बागलादश की ओर क दो भ-खड तक चलगी त प ात वह पवर की ओर वहा तक चलगी जहा तक सीमा तभ स0 12774-एस स दिकषण िदशा म खीची गई रखा स िमलती ह (कख) नलजरी-III

िवदयमान सीमा तभ स0 12782-एस स सीमा तभ स0 12793-एस तक सीमा रखा एक सीधी रखा क प म खीची जाएगी

(vi) मकतापरिडिबर हावोर कषतर पकषकार इस बात स सहमत ह िक भारतीय राि क

को काली मिदर जान की अनमित दी जाएगी और उ ह मकतापर की ओर क तट स मकतापरिडिबर हावोर कषतर म ि थत जलाशय स पानी लन और मछली पकड़न क अिधकार का परयोग करन की भी अनजञा दी जाएगी

(ग) ितरपरा सकटर (i) ितरपरामौलवी बाजार सकटर म च दन नगर-चपाराई

चाय बागान कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 1904 स सीमा तभ स0

1905 तक सोनार चरी नदी क साथ सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जलाई 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी

भारत का सिवधान

403

(घ) असम सकटर (i) असम सकटर म कालाबाड़ी (बोरोईबारी) कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 106624-टी स सीमा तभ स0 106716-टी तक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक अग त 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी (ii) असम सकटर म प लाथाल कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 13703-एस स सीमा तभ स0 13716-एस स होत हए चाय बागान क बाहरी िकनार स होत हए पान बागान कषतर क बाहरी िकनार क साथ-साथ सीमा तभ स0 1372 स 13732-एस तक सीमा रखा खीची जाएगी

III तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 1(12) और तारीख 6 िसत बर 2011 क करार क परोटोकाल क अनसरण म भारत और बागलादश क बीच

ए कलव क आदान-परदान की सची अ बागलादश म क आदान-परदान योगय भारतीय ए कलव कषतरफल सिहत

करम स0

िछट का नाम िछट स0 बागलादश क पिलस टशन क भीतर ि थत

पि मी बगाल क पिलस टशन क भीतर ि थत

कषतरफल एकड़ म

1 2 3 4 5 6 क वततर िछट वाल ए कलव

1 गराटी 75 पोचागर ह दीबाड़ी 5823 2 गराटी 76 पोचागर ह दीबाड़ी 079 3 गराटी 77 पोचागर ह दीबाड़ी 18 4 गराटी 78 पोचागर ह दीबाड़ी 95866 5 गराटी 79 पोचागर ह दीबाड़ी 174 6 गराटी 80 पोचागर ह दीबाड़ी 7375 7 िबगीमारी भाग-I 73 पोचागर ह दीबाड़ी 607

भारत का सिवधान

404

1 2 3 4 5 6 8 नजीरगज 41 बोडा ह दीबाड़ी 5832 9 नजीरगज 42 बोडा ह दीबाड़ी 43429 10 नजीरगज 44 बोडा ह दीबाड़ी 5347 11 नजीरगज 45 बोडा ह दीबाड़ी 107 12 नजीरगज 46 बोडा ह दीबाड़ी 1795 13 नजीरगज 47 बोडा ह दीबाड़ी 389 14 नजीरगज 48 बोडा ह दीबाड़ी 7327 15 नजीरगज 49 बोडा ह दीबाड़ी 4905 16 नजीरगज 50 बोडा ह दीबाड़ी 505 17 नजीरगज 51 बोडा ह दीबाड़ी 077 18 नजीरगज 52 बोडा ह दीबाड़ी 104 19 नजीरगज 53 बोडा ह दीबाड़ी 102 20 नजीरगज 54 बोडा ह दीबाड़ी 387 21 नजीरगज 55 बोडा ह दीबाड़ी 1218 22 नजीरगज 56 बोडा ह दीबाड़ी 5404 23 नजीरगज 57 बोडा ह दीबाड़ी 827 24 नजीरगज 58 बोडा ह दीबाड़ी 1422 25 नजीरगज 60 बोडा ह दीबाड़ी 052 26 पटीमारी 59 बोडा ह दीबाड़ी 1228 27 दखाता छट 38 बोडा ह दीबाड़ी 49921 28 स बरी 37 बोडा ह दीबाड़ी 118893 29 काजल िदघी 36 बोडा ह दीबाड़ी 77144 30 नटकटोका 32 बोडा ह दीबाड़ी 16226 31 नटकटोका 33 बोडा ह दीबाड़ी 026 32 बउलाडागा छट 35 बोडा ह दीबाड़ी 083 33 बलापारा इगराबार 3 दबीगज ह दीबाड़ी 175244 34 बला खनिकखरीजा

िसतलदहा 30 िडमला ह दीबाड़ी 771

भारत का सिवधान

405

1 2 3 4 5 6 35 बला खनिकखरीजा

िसतलदहा 29 िडमला ह दीबाड़ी 3683

36 बराखनगीर 28 िडमला ह दीबाड़ी 3053 37 नगरजीकोबरी 31 िडमला ह दीबाड़ी 3341 38 कचलीबारी 26 पटगराम मकलीगज 578 39 कचलीबारी 27 पटगराम मकलीगज 204 40 बरा कचलीबारी थाना

मकलीगज क ज0एल0 107 का अपखड

पटगराम मकलीगज 435

41 जमालोहा-बलापखारी

6 पटगराम मकलीगज 524

42 उपनचौकी कचलीबारी

1152 पटगराम मकलीगज 032

43 उपनचौकी कचलीबारी

7 पटगराम मकलीगज 4404

44 भोथनरी 11 पटगराम मकलीगज 3683 45 बालापखारी 5 पटगराम मकलीगज 5591 46 बाराखानगीर 4 पटगराम मकलीगज 5051 47 बाराखानगीर 9 पटगराम मकलीगज 8742 48 छठ बोगडोकरा 10 पटगराम मकलीगज 417 49 रतनपर 11 पटगराम मकलीगज 5891 50 बोगडोकरा 12 पटगराम मकलीगज 2549 51 पलकर डाबरी थाना

मकलीगज क ज0एल0 107 का अपखड

पटगराम मकलीगज 088

भारत का सिवधान

406

1 2 3 4 5 6 52 खरखरीया 15 पटगराम मकलीगज 6074 53 खरखरीया 13 पटगराम मकलीगज 5162 54 लोटामारी 14 पटगराम मकलीगज 11092 55 भतबारी 16 पटगराम मकलीगज 20546 56 कोमट चागरबधा 16ए पटगराम मकलीगज 428 57 कोमट चागरबधा 17ए पटगराम मकलीगज 1601 58 पनीसाला 17 पटगराम मकलीगज 13766 59 दवािरकामारी

खासबाश 18 पटगराम मकलीगज 365

60 पनीसाला 153पी पटगराम मकलीगज 027 61 पनीसाला 153ओ पटगराम मकलीगज 1801 62 पनीसाला 19 पटगराम मकलीगज 6463 63 पनीसाला 21 पटगराम मकलीगज 514 64 लोटामारी 20 पटगराम मकलीगज 28353 65 लोटामारी 22 पटगराम मकलीगज 9885 66 दवािरकामारी 23 पटगराम मकलीगज 3952 67 दवािरकामारी 25 पटगराम मकलीगज 4573 68 छट भोथाट 24 पटगराम मकलीगज 5611 69 बाकाटा 131 पटगराम हथभगा 2235 70 बाकाटा 132 पटगराम हथभगा 1196 71 बाकाटा 130 पटगराम हथभगा 2048 72 भोगरामगरी 133 पटगराम हथभगा 144 73 चनाकाटा 134 पटगराम मकलीगज 781 74 बासकाटा 119 पटगराम मथबगा 41381 75 बासकाटा 120 पटगराम मथबगा 3075 76 बासकाटा 121 पटगराम मथबगा 1215 77 बासकाटा 113 पटगराम मथबगा 5786 78 बासकाटा 112 पटगराम मथबगा 31504 79 बासकाटा 114 पटगराम मथबगा 077

भारत का सिवधान

407

1 2 3 4 5 6 80 बासकाटा 115 पटगराम मथबगा 292 81 बासकाटा 122 पटगराम मथबगा 3322 82 बासकाटा 127 पटगराम मथबगा 1272 83 बासकाटा 128 पटगराम मथबगा 233 84 बासकाटा 117 पटगराम मथबगा 255 85 बासकाटा 118 पटगराम मथबगा 3098 86 बासकाटा 125 पटगराम मथबगा 064 87 बासकाटा 126 पटगराम मथबगा 139 88 बासकाटा 129 पटगराम मथबगा 137 89 बासकाटा 116 पटगराम मथबगा 1696 90 बासकाटा 123 पटगराम मथबगा 2437 91 बासकाटा 124 पटगराम मथबगा 028 92 गोटामारी िछट 135 हाितबधा िसतलकची 12659 93 गोटामारी िछट 136 हाितबधा िसतलकची 2002 94 बनापचाई 151 लालमोिनरहाट िदनहाटा 21729 95 बनापचाई

भीतरकथी 152 लालमोिनरहाट िदनहाटा 8171

96 दिसआर छारा 150 फलबारी िदनहाटा 164344 97 दकरहाट-

दिकिनरकथी 156 करीगराम िदनहाटा 1427

98 कलामती 141 भगामारी िदनहाटा 2121 99 भाहोबगज 153 भगामारी िदनहाटा 3158 100 बाओितकरसा 142 भगामारी िदनहाटा 4563 101 बरा कोआच का 143 भगामारी िदनहाटा 3999 102 गावच का II 147 भगामारी िदनहाटा 09 103 गावच का I 146 भगामारी िदनहाटा 892 104 िदघालतरी II 145 भगामारी िदनहाटा 881 105 िदघालतरी I 144 भगामारी िदनहाटा 1231 106 छोटगरलझोरा II 149 भगामारी िदनहाटा 1785

भारत का सिवधान

408

1 2 3 4 5 6 107 छोट गरलझोरा I 148 भगामारी िदनहाटा 3574 108 ज0एल0स0 38

क दिकषणी छोर और ज0एल0स0 39 क दिकषणी छोर पर िबना नाम और ज0एल0स0 का 1 िछट ( थानीय प स

अशोकाबाड़ी क प म जञात)

157 पटगराम मथभगा 35

ख अपखड िछट वाल ए कलव 109 (i) बवलाडागा 34 ह दीबाड़ी बोडा 86246 (ii) बवलाडागा अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

110 (i) कोतभाजनी 2 ह दीबाड़ी दबीगज 201227 (ii) कोतभाजनी अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(iii) कोतभाजनी अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(iv) कोतभाजनी अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

111 (i) दहाला खागराबारी ह दीबाड़ी दबीगज 265035 (ii) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(iii) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(iv) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

29 िसत बर 2002 स 2 अकतबर 2002 तक कोलकाता म आयोिजत एक सौ पचासव (चौवनव) भारत-बागलादश

सीमा स मलन दवारा सशोिधत 18 िसत बर 2003 स 20 िसत बर 2003 तक कच िबहार (भारत) म आयोिजत एक सौ बावनव (छ पनव)

भारत-बागलादश सीमा स मलन दवारा सशोिधत

भारत का सिवधान

409

1 2 3 4 5 6 (v) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(vi) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

1716063

ए कलव क उपरोकत यौर का 9 अकतबर 1996 स 12 अकतबर 1996 क दौरान कलक ा म आयोिजत भारत-बागलादश स मलन क दौरान और साथ ही 21 नव बर 1996 स 24 नव बर 1996 क दौरान जलपाईगड़ी (पि मी बगाल)-पाचागढ़ (बागलादश) सकटर म सयकत कषतर िनरीकषण क दौरान भी भारत और बागलादश दवारा धािरत अिभलख स सयकत प स िमलान िकया गया ह और उ ह समाधानपरद बनाया गया ह िट पण कषतर सीमन काल 1996-97 क दौरान सयकत भिम स यापन दवारा उपयरकत करम स0 108 क ए कलव क नाम की अशोकाबाड़ी ए कलव क प म पहचान की गई िबगरिडयर ज0आर0 पीटर िनदशक भ-अिभलख और सवकषण (पदन) पि मी बगाल भारत और िनदशक पवीर कषतर भारतीय सवकषण कलक ा

मो0 शफी उ ीन

महािनदशक भ-अिभलख और सवकषण बागलादश

आ भारत म क आदान-परदान योगय बागलादश ए कलव कषतरफल सिहत

करम स0

िछट का नाम पि मी बगाल क पिलस टशन क भीतर ि थत

बागलादश क पिलस टशन क भीतर ि थत

ज0एल0 स0

कषतरफल एकड़ म

1 2 3 4 5 6 क वततर िछट वाल ए कलव

1 िछट कचलीबारी मकलीगज पटगराम 22 37064 2 कचलीबारी की िछट

भिम मकलीगज पटगराम 24 183

3 बालापखारी मकलीगज पटगराम 21 33164 4 पनबारी स0 2 की

िछट भिम मकलीगज पटगराम 20 113

1 2 3 4 5 6

भारत का सिवधान

410

5 िछट पनबारी मकलीगज पटगराम 18 10859 6 धाबलसाती िमगीरपर मकलीगज पटगराम 15 17388 7 बामनदल मकलीगज पटगराम 11 224 8 िछट धाबलसाती मकलीगज पटगराम 14 6658 9 धाबलसाती मकलीगज पटगराम 13 6045 10 ीरामपर मकलीगज पटगराम 8 105 11 जोत िन जमा मकलीगज पटगराम 3 8754 12 जगतबर स0 3 की

िछट भिम मथबगा पटगराम 37 6984

13 जगतबर स0 1 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 35 3066

14 जगतबर स0 2 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 36 2709

15 िछट कोकोआबारी मथबगा पटगराम 47 2949 16 िछट भदारदाहा मथबगा पटगराम 67 3996 17 धाबलगड़ी मथबगा पटगराम 52 125 18 िछट धाबलगड़ी मथबगा पटगराम 53 2231 19 धाबलगड़ी स0 3 की

िछट भिम मथबगा पटगराम 70 133

20 धाबलगड़ी स0 4 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 71 455

21 धाबलगड़ी स0 5 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 72 412

22 धाबलगड़ी स0 1 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 68 2683

23 धाबलगड़ी स0 2 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 69 1395

24 मिहशमारी िसतलकची पटगराम 54 12277 25 बरा सराडबी िसतलकची हाितबधा 13 3496 1 2 3 4 5 6

भारत का सिवधान

411

26 फलनापर िसतलकची पटगराम 64 50656 27 अमझोल िसतलकची हाितबधा 57 125 28 िकसमत भातरीगाछ िदनहाटा कालीगज 82 20995 29 दगारपर िदनहाटा कालीगज 83 2096 30 बसआ खामर

िगतालदाहा िदनहाटा लालमोिनरहाट 1 2454

31 पाओतकथी िदनहाटा लालमोिनरहाट 37 58994 32 पि म बाकालीर छरा िदनहाटा भगामारी 38 15198 33 म य बाकालीर छरा िदनहाटा भगामारी 39 3272 34 परबा बाकालीर छरा िदनहाटा भगामारी 40 1223 35 म य मसालडागा िदनहाटा भगामारी 3 13666 36 म य िछट

मसालडागा िदनहाटा भगामारी 8 1187

37 पि म िछट मसालडागा

िदनहाटा भगामारी 7 76

38 उ र मसालडागा िदनहाटा भगामारी 2 2729 39 कचआ िदनहाटा भगामारी 5 11974 40 उ र बसजानी तफानगज भगामारी 1 4717 41 छत ितलाई तफानगज भगामारी 17 8156

ख अपखड िछट वाल ए कलव 42 (i) नलगराम िसतलकची पटगराम 65 139734 (ii) नलगराम

(अपखड) िसतलकची पटगराम 65

(iii) नलगराम (अपखड)

िसतलकची पटगराम 65

1 2 3 4 5 6

भारत का सिवधान

412

43 (i) िछट नलगराम िसतलकची पटगराम 66 495 (ii) िछट नलगराम

(अपखड) िसतलकची पटगराम 66

44 (i) बतरीगाछ िदनहाटा कालीगज 81 57737 (ii) बतरीगाछ

(अपखड) िदनहाटा कालीगज 81

(iii) बतरीगाछ (अपखड)

िदनहाटा फलबारी 9

45 (i) कराला िदनहाटा फलबारी 9 26991 (ii) कराला (अपखड) िदनहाटा फलबारी 9

(iii) कराला (अपखड) िदनहाटा फलबारी 8

46 (i) िसबपरसाद म तती िदनहाटा फलबारी 8 3732 (ii) िसबपरसाद

म तती (अपखड) िदनहाटा फलबारी 6

47 (i) दिकषण मसालडागा िदनहाटा भगामारी 6 57138 (ii) दिकषण

मसालडागा (अपखड) िदनहाटा भगामारी 6

(iii) दिकषण मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 6

(iv) दिकषण मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 6

(v) दिकषण मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 6

(vi) दिकषण मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 6

1 2 3 4 5 6

भारत का सिवधान

413

48 (i) पि म मसालडागा िदनहाटा भगामारी 4 2949 (ii) पि म

मसालडागा (अपखड) िदनहाटा भगामारी 4

49 (i) परबा िछट मसालडागा

िदनहाटा भगामारी 10 3501

(ii) परबा िछट मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 10

50 (i) परबा मसालडागा िदनहाटा भगामारी 11 15389 (ii) परबा मसालडागा

(अपखड) िदनहाटा भगामारी 11

51 (i) उ र धालडागा तफानगज भगामारी 14 2498 (ii) उ र धालडागा

(अपखड) तफानगज भगामारी 14

(iii) उ र धालडागा (अपखड)

तफानगज भगामारी 14

कल कषतर 711002

ए कलव क उपरोकत यौर का 9 अकतबर 1996 स 12 अकतबर 1996 क दौरान कलक ा म आयोिजत भारत-बागलादश स मलन क दौरान और साथ ही 21 नव बर 1996 स 24 नव बर 1996 क दौरान जलपाईगड़ी (पि मी बगाल)-पाचागढ़ (बागलादश) सकटर म सयकत कषतर िनरीकषण क दौरान भी भारत और बागलादश दवारा धािरत अिभलख स सयकत प स िमलान िकया गया ह और उ ह समाधानपरद बनाया गया ह

िबगरिडयर ज0आर0 पीटर िनदशक भ-अिभलख और सवकषण (पदन) पि मी बगाल भारत और िनदशक पवीर कषतर भारतीय सवकषण कलक ा

मो0 शफी उ ीन महािनदशक भ-अिभलख और सवकषण बागलादश

  • poundEacuteEacuteregiEacute BEacuteEEacute ordmEacuteAEligEacuteEcircacuteEacutevEacuteEacutexEacute
  • [1 अपरल 2019 को यथाविदयमान]
    • The Constitution of India
Page 2: The Constitution of India - Mpgk

पराककथन

भारत क सिवधान का यह स करण सस दवारा समय-समय पर यथा सशोिधत भारत क सिवधान क पाठ को उदधत करता ह सस दवारा सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 तक और उसको सि मिलत करत हए िकए गए सभी सशोधन इस स करण म सि मिलत िकए गए ह पाठ क नीच िदए गए पाद िट पण सिवधान सशोधन अिधिनयम िजसक दवारा ऐस सशोधन िकए गए ह को उपदिशरत करता ह

सिवधान ज म-क मीर रा य को अन छद 370 और सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 म यथा उपबिधत कछ अपवाद और उपातरण क साथ लाग होता ह यह आदश िनदश की सिवधा क िलए पिरिश 1 म सि मिलत िकया गया ह अपवाद और उपातरण का पनकर थन पिरिश 2 म अतिवर िकया गया ह

सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 भारत सरकार और बागला दश क म य अिजरत िकए गए और अतिरत िकए गए रा यकषतर क यौर अतिवर करत हए पिरिश 5 म सि मिलत िकया गया ह

सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 और सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 स सबिधत सवधािनक सशोधन क पाठ को जो अभी तक परव नही हए ह पाठ म समिचत थान पर जहा सभव हो या अ यथा पाद िट पण म उपबिधत िकया गया ह

डा जी नारायण राजसिचव भारत सरकार

नई िद ली 1 अपरल 2019

सकषपाकषर की सची

का0आ0 काननी आदश

का0िन0आ0 काननी िनयम और आदश

प0 प

स0 सखयाक (न बर)

स0आ0 सिवधान आदश

भारत का सिवधान

िवषय सची उ िशका

अन छद प भाग 1

सघ और उसका रा यकषतर1 सघ का नाम और रा यकषतर 2 2 नए रा य का परवश या थापना 2

[2क िसिककम का सघ क साथ सहयकत िकया जाना ndash िनरिसत ]hellip 2 3 नए रा य का िनमारण और वतरमान रा य क कषतर सीमाओ या नाम

म पिरवतरन 2 4 पहली अनसची और चौथी अनसची क सशोधन तथा अनपरक

आनषिगक और पािरणािमक िवषय का उपबध करन क िलए अन छद2 और अन छद 3 क अधीन बनाई गई िविधया helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 3

भाग 2नागिरकता

5 सिवधान क परारभ पर नागिरकता 4 6 पािक तान स भारत को पर जन करन वाल कछ यिकतय क

नागिरकता क अिधकार 4 7 पािक तान को पर जन करन वाल कछ यिकतय क नागिरकता क

अिधकार 5 8 भारत क बाहर रहन वाल भारतीय उदभव क कछ यिकतय क

नागिरकता क अिधकार 5 9 िवदशी रा य की नागिरकता व छा स अिजरत करन वाल यिकतय का

नागिरक न होना 5 10 नागिरकता क अिधकार का बना रहना 5 11 सस दवारा नागिरकता क अिधकार का िविध दवारा िविनयमन िकया जाना 5

िवषय सची अन छद प

(ii)

भाग 3

मल अिधकार

साधारण

12 पिरभाषा 6 13 मल अिधकार स असगत या उनका अ पीकरण करन वाली िविधयाhellip 6

समता का अिधकार

14 िविध क समकष समता 6 15 धमर मलवश जाित िलग या ज म थान क आधार पर िवभद का परितषध 6 16 लोक िनयोजन क िवषय म अवसर की समता 7 17 अ प यता का अत 8 18 उपािधय का अत 8

वात य-अिधकार

19 वाक- वात य आिद िवषयक कछ अिधकार का सरकषण 8 20 अपराध क िलए दोषिसिदध क सबध म सरकषण 10 21 पराण और दिहक वततरता का सरकषण 10 21क िशकषा का अिधकार 10 22 कछ दशाओ म िगर तारी और िनरोध स सरकषण 10

शोषण क िव दध अिधकार

23 मानव क द यारपार और बला म का परितषध 11 24 कारखान आिद म बालक क िनयोजन का परितषध 12

धमर की वततरता का अिधकार

25 अतःकरण की और धमर क अबाध प स मानन आचरण और परचार करन की वततरता helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

12

26 धािमरक काय क परबध की वततरता 12 27 िकसी िविश धमर की अिभविदध क िलए कर क सदाय क बार म

वततरता

13 28 कछ िशकषा स थाओ म धािमरक िशकषा या धािमरक उपासना म उपि थत

होन क बार म वततरता

13

िवषय सची अन छद प

(iii)

स कित और िशकषा सबधी अिधकार

29 अ पसखयक-वग क िहत का सरकषण 13 30 िशकषा स थाओ की थापना और परशासन करन का अ पसखयक-वग

का अिधकारhelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

13 [31 सपि का अिनवायर अजरन ndash िनरिसत ] 14

कछ िविधय की यावि

31क सपदाओ आिद क अजरन क िलए उपबध करन वाली िविधय की यावि

14

31ख कछ अिधिनयम और िविनयम का िविधमा यकरण helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 15 31ग कछ िनदशक त व को परभावी करन वाली िविधय की यावि helliphelliphelliphelliphellip 16 [31घ रा िवरोधी िकरयाकलाप क सबध म िविधय की यावि ndash िनरिसत ] 16

सािवधािनक उपचार का अिधकार

32 इस भाग दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए उपचार helliphellip 16 [32क रा य िविधय की सािवधािनक वधता पर अन छद 32 क अधीन

कायरवािहय म िवचार न िकया जाना ndash िनरिसत ] helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 16

33 इस भाग दवारा परद अिधकार का बल आिद को लाग होन म उपातरण करन की सस की शिकत

17

34 जब िकसी कषतर म सना िविध परव ह तब इस भाग दवारा परद अिधकार पर िनबर धन

17

35 इस भाग क उपबध को परभावी करन क िलए िवधान helliphellip 17 भाग 4

रा य की नीित क िनदशक त व

36 पिरभाषा 19 37 इस भाग म अतिवर त व का लाग होना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 19 38 रा य लोक क याण की अिभविदध क िलए सामािजक यव था बनाएगा

19

39 रा य दवारा अनसरणीय कछ नीित त व 19 39क समान याय और िनःश क िविधक सहायता 20

िवषय सची अन छद प

(iv)

40 गराम पचायत का सगठन 20 41 कछ दशाओ म काम िशकषा और लोक सहायता पान का अिधकारhelliphellip 20 42 काम की यायसगत और मानवोिचत दशाओ का तथा परसित सहायता

का उपबध

20 43 कमरकार क िलए िनवारह मजदरी आिद 20 43क उदयोग क परबध म कमरकार का भाग लना 20 43ख सहकारी सोसाइिटय का सवधरन 20 44 नागिरक क िलए एक समान िसिवल सिहता 20 45 छह वषर स कम आय क बालक क िलए परारिभक बा याव था दख-रख

और िशकषा का उपबध

20 46 अनसिचत जाितय अनसिचत जनजाितय और अ य दबरल वग क

िशकषा और अथर सबधी िहत की अिभविदध 21

47 पोषाहार तर और जीवन तर को ऊचा करन तथा लोक वा य का सधार करन का रा य का कतर य

21

48 किष और पशपालन का सगठन 21 48क पयारवरण का सरकषण तथा सवधरन और वन तथा व य जीव की रकषाhelliphellip 21 49 रा ीय मह व क स मारक थान और व तओ का सरकषण 21 50 कायरपािलका स यायपािलका का पथककरण 21 51 अतररा ीय शाित और सरकषा की अिभविदध 21

भाग 4क मल कतर य

51क मल कतर य 22 भाग 5 सघ

अ याय 1--कायरपािलका रा पित और उपरा पित

52 भारत का रा पित 23 53 सघ की कायरपािलका शिकत 23 54 रा पित का िनवारचन 23

िवषय सची अन छद प

(v)

55 रा पित क िनवारचन की रीित 23 56 रा पित की पदाविध 24 57 पनिनरवारचन क िलए पातरता 24 58 रा पित िनवारिचत होन क िलए अहरताए 25 59 रा पित क पद क िलए शत 25 60 रा पित दवारा शपथ या परितजञान 25 61 रा पित पर महािभयोग चलान की परिकरया 26 62 रा पित क पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन करन का समय और

आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत की पदाविधhellip

26 63 भारत का उपरा पित 26 64 उपरा पित का रा य सभा का पदन सभापित होना 26 65 रा पित क पद म आकि मक िरिकत क दौरान या उसकी अनपि थित म

उपरा पित का रा पित क प म कायर करना या उसक क य का िनवरहन

27 66 उपरा पित का िनवारचन 27 67 उपरा पित की पदाविध 28 68 उपरा पित क पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन करन का समय

और आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत की पदाविध hellip

28 69 उपरा पित दवारा शपथ या परितजञान 28 70 अ य आकि मकताओ म रा पित क क य का िनवरहन 29 71 रा पित या उपरा पित क िनवारचन स सबिधत या ससकत िवषय 29 72 कषमा आिद की और कछ मामल म दडादश क िनलबन पिरहार या

लघकरण की रा पित की शिकत

29 73 सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार 30

मितर-पिरष

74 रा पित को सहायता और सलाह दन क िलए मितर-पिरष 30 75 मितरय क बार म अ य उपबध 30

भारत का महा यायवादी

76 भारत का महा यायवादी 31

िवषय सची अन छद प

(vi)

सरकारी कायर का सचालन

77 भारत सरकार क कायर का सचालन 31 78 रा पित को जानकारी दन आिद क सबध म परधान मतरी क कतर य 32

अ याय 2--सस

साधारण

79 सस का गठन 32 80 रा य सभा की सरचना 32 81 लोक सभा की सरचना 33 82 पर यक जनगणना क प ात पनःसमायोजन helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 34 83 सस क सदन की अविध 34 84 सस की सद यता क िलए अहरता 35 85 सस क सतर सतरावसान और िवघटन 35 86 सदन म अिभभाषण का और उनको सदश भजन का रा पित का

अिधकार helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

35 87 रा पित का िवशष अिभभाषण 36 88 सदन क बार म मितरय और महा यायवादी क अिधकार 36

सस क अिधकारी

89 रा य सभा का सभापित और उपसभापित 36 90 उपसभापित का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाhellip 36 91 सभापित क पद क कतर य का पालन करन या सभापित क प म

कायर करन की उपसभापित या अ य यिकत की शिकतhelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

37 92 जब सभापित या उपसभापित को पद स हटान का कोई सक प

िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होना 37

93 लोक सभा का अ यकष और उपा यकष 37 94 अ यकष और उपा यकष का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया

जाना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

37

95 अ यकष क पद क कतर य का पालन करन या अ यकष क प म कायर करन की उपा यकष या अ य यिकत की शिकत helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

38

िवषय सची अन छद प

(vii)

96 जब अ यकष या उपा यकष को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

38

97 सभापित और उपसभापित तथा अ यकष और उपा यकष क वतन और भ 38 98 सस का सिचवालय 39

कायर सचालन

99 सद य दवारा शपथ या परितजञान helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 39 100 सदन म मतदान िरिकतय क होत हए भी सदन की कायर करन की

शिकत और गणपित र helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

39

सद य की िनरहरताए

101 थान का िरकत होना 40 102 सद यता क िलए िनरहरताए 40 103 सद य की िनरहरताओ स सबिधत पर पर िविन य helliphelliphelliphelliphelliphellip 41 104 अन छद 99 क अधीन शपथ लन या परितजञान करन स पहल या अिहरत

न होत हए या िनरिहरत िकए जान पर बठन और मत दन क िलए शाि त

41 सस और उसक सद य की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया

105 सस क सदन की तथा उनक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार आिद helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

41

106 सद य क वतन और भ 42 िवधायी परिकरया

107 िवधयक क परः थापन और पािरत िकए जान क सबध म उपबध hellip 42 108 कछ दशाओ म दोन सदन की सयकत बठक helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 43 109 धन िवधयक क सबध म िवशष परिकरया 44 110 ldquoधन िवधयकrdquo की पिरभाषा 44 111 िवधयक पर अनमित 45

िव ीय िवषय क सबध म परिकरया 112 वािषरक िव ीय िववरण 46 113 सस म पराककलन क सबध म परिकरया 47 114 िविनयोग िवधयक 47

िवषय सची अन छद प

(viii)

115 अनपरक अितिरकत या अिधक अनदान 48 116 लखानदान पर ययानदान और अपवादानदान 48 117 िव िवधयक क बार म िवशष उपबध 49

साधारणतया परिकरया 118 परिकरया क िनयम 49 119 सस म िव ीय कायर सबधी परिकरया का िविध दवारा िविनयमन 50 120 सस म परयोग की जान वाली भाषा 50 121 सस म चचार पर िनबर धन 50 122 यायालय दवारा सस की कायरवािहय की जाच न िकया जाना helliphelliphellip 50

अ याय 3--रा पित की िवधायी शिकतया 123 सस क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की रा पित की शिकत

helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

51

अ याय 4--सघ की यायपािलका 124 उ चतम यायालय की थापना और गठन 51 124क रा ीय याियक िनयिकत आयोग 53 124ख आयोग क क य 54 124ग िविध बनान की सस की शिकत 54 125 यायाधीश क वतन आिद 54 126 कायरकारी मखय यायमितर की िनयिकत 54 127 तदथर यायाधीश की िनयिकत 54 128 उ चतम यायालय की बठक म सवािनव यायाधीश की उपि थित 55 129 उ चतम यायालय का अिभलख यायालय होना 55 130 उ चतम यायालय का थान 55 131 उ चतम यायालय की आरिभक अिधकािरता helliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 55

[131क क दरीय िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क बार म उ चतम यायालय की अन य अिधकािरता ndash िनरिसत ] helliphelliphelliphelliphellip

56

132 कछ मामल म उ च यायालय स अपील म उ चतम यायालय की अपीलीय अिधकािरता

56

133 उ च यायालय स िसिवल िवषय स सबिधत अपील म उ चतम यायालय की अपीलीय अिधकािरता

56

134 दािडक िवषय म उ चतम यायालय की अपीली अिधकािरता helliphelliphellip 57

िवषय सची अन छद प

(ix)

134क उ चतम यायालय म अपील क िलए परमाणपतर helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 57 135 िवदयमान िविध क अधीन फडरल यायालय की अिधकािरता और शिकतय

का उ चतम यायालय दवारा परयोकत य होना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

57 136 अपील क िलए उ चतम यायालय की िवशष इजाजत helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 58 137 िनणरय या आदश का उ चतम यायालय दवारा पनिवरलोकन helliphelliphelliphelliphelliphellip 58 138 उ चतम यायालय की अिधकािरता की विदध helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 58 139 कछ िरट िनकालन की शिकतय का उ चतम यायालय को परद िकया जाना

58 139क कछ मामल का अतरण 58 140 उ चतम यायालय की आनषिगक शिकतया 59 141 उ चतम यायालय दवारा घोिषत िविध का सभी यायालय पर आबदधकर

होना

59 142 उ चतम यायालय की िडिकरय और आदश का परवतरन और परकटीकरण

आिद क बार म आदश

59 143 उ चतम यायालय स परामशर करन की रा पित की शिकत helliphelliphelliphellip 59 144 िसिवल और याियक परािधकािरय दवारा उ चतम यायालय की सहायता

म कायर िकया जाना

59 [144क िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क िनपटार क बार म

िवशष उपबध ndashिनरिसत ] 59

145 यायालय क िनयम आिद 59 146 उ चतम यायालय क अिधकारी और सवक तथा यय 61 147 िनवरचन 61

अ याय 5--भारत का िनयतरक-महालखापरीकषक 148 भारत का िनयतरक-महालखापरीकषक 61 149 िनयतरक-महालखापरीकषक क कतर य और शिकतया 62 150 सघ क और रा य क लखाओ का पर प 62 151 सपरीकषा परितवदन 63

भाग 6

रा य

अ याय 1--साधारण

152 पिरभाषा 64

िवषय सची अन छद प

(x)

अ याय 2--कायरपािलका रा यपाल

153 रा य क रा यपाल 64 154 रा य की कायरपािलका शिकत 64 155 रा यपाल की िनयिकत 64 156 रा यपाल की पदाविध 65 157 रा यपाल िनयकत होन क िलए अहरताए 65 158 रा यपाल क पद क िलए शत 65 159 रा यपाल दवारा शपथ या परितजञान 65 160 कछ आकि मकताओ म रा यपाल क क य का िनवरहन 65 161 कषमा आिद की और कछ मामल म दडादश क िनलबन पिरहार या

लघकरण की रा यपाल की शिकत

66 162 रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार 66

मितर-पिरष

163 रा यपाल को सहायता और सलाह दन क िलए मितर-पिरष helliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 66 164 मितरय क बार म अ य उपबध 66

रा य का महािधवकता

165 रा य का महािधवकता helliphelliphelliphelliphellip 67 सरकारी कायर का सचालन

166 रा य की सरकार क कायर का सचालन 68 167 रा यपाल को जानकारी दन आिद क सबध म मखयमतरी क कतर य hellip 68

अ याय 3--रा य का िवधान-मडल

साधारण

168 रा य क िवधान-मडल का गठन 69 169 रा य म िवधान पिरषद का उ सादन या सजन helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 69 170 िवधान सभाओ की सरचना 69

िवषय सची अन छद प

(xi)

171 िवधान पिरषद की सरचना 70 172 रा य क िवधान-मडल की अविध 72 173 रा य क िवधान-मडल की सद यता क िलए अहरता helliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 72 174 रा य क िवधान-मडल क सतर सतरावसान और िवघटन helliphelliphelliphelliphelliphellip 72 175 सदन या सदन म अिभभाषण का और उनको सदश भजन का

रा यपाल का अिधकार helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

73

176 रा यपाल का िवशष अिभभाषण 73 177 सदन क बार म मितरय और महािधवकता क अिधकार helliphelliphelliphelliphelliphellip 73

रा य क िवधान-मडल क अिधकारी

178 िवधान सभा का अ यकष और उपा यकष 73 179 अ यकष और उपा यकष का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जाना

helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

73 180 अ यकष क पद क कतर य का पालन करन या अ यकष क प म कायर

करन की उपा यकष या अ य यिकत की शिकत helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

74 181 जब अ यकष या उपा यकष को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन

ह तब उसका पीठासीन न होना helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

74 182 िवधान पिरष का सभापित और उपसभापित 74 183 सभापित और उपसभापित का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया

जाना

75 184 सभापित क पद क कतर य का पालन करन या सभापित क प म

कायर करन की उपसभापित या अ य यिकत की शिकत

75 185 जब सभापित या उपसभापित को पद स हटान का कोई सक प

िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होना

75 186 अ यकष और उपा यकष तथा सभापित और उपसभापित क वतन और भ 76 187 रा य क िवधान-मडल का सिचवालय 76

कायर सचालन

188 सद य दवारा शपथ या परितजञान 76 189 सदन म मतदान िरिकतय क होत हए भी सदन की कायर करन की

शिकत और गणपित र

76 सद य की िनरहरताए

190 थान का िरकत होना 77

िवषय सची अन छद प

(xii)

191 सद यता क िलए िनरहरताए 78 192 सद य की िनरहरताओ स सबिधत पर पर िविन य 78 193 अन छद 188 क अधीन शपथ लन या परितजञान करन स पहल या

अिहरत न होत हए या िनरिहरत िकए जान पर बठन और मत दन क िलए शाि त

79 रा य क िवधान-मडल और उनक सद य की शिकतया िवशषािधकार

और उ मिकतया

194 िवधान-मडल क सदन की तथा उनक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार आिद

79

195 सद य क वतन और भ 79 िवधायी परिकरया

196 िवधयक क परः थापन और पािरत िकए जान क सबध म उपबध 80 197 धन िवधयक स िभ न िवधयक क बार म िवधान पिरष की शिकतय

पर िनबरधन

80 198 धन िवधयक क सबध म िवशष परिकरया 81 199 ldquoधन िवधयकrdquo की पिरभाषा 81 200 िवधयक पर अनमित 82 201 िवचार क िलए आरिकषत िवधयक 83

िव ीय िवषय क सबध म परिकरया

202 वािषरक िव ीय िववरण 83 203 िवधान-मडल म पराककलन क सबध म परिकरया helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 84 204 िविनयोग िवधयक 84 205 अनपरक अितिरकत या अिधक अनदान 85 206 लखानदान पर ययानदान और अपवादानदान 86 207 िव िवधयक क बार म िवशष उपबध 86

साधारणतया परिकरया

208 परिकरया क िनयम 87 209 रा य क िवधान-मडल म िव ीय कायर सबधी परिकरया का िविध दवारा

िविनयमन

87

िवषय सची अन छद प

(xiii)

210 िवधान-मडल म परयोग की जान वाली भाषा 87 211 िवधान-मडल म चचार पर िनबरधन 88 212 यायालय दवारा िवधान-मडल की कायरवािहय की जाच न िकया जानाhellip 88

अ याय 4--रा यपाल की िवधायी शिकत

213 िवधान-मडल क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की रा यपाल की शिकत

88

अ याय 5--रा य क उ च यायालय

214 रा य क िलए उ च यायालय 89 215 उ च यायालय का अिभलख यायालय होना 90 216 उ च यायालय का गठन 90 217 उ च यायालय क यायाधीश की िनयिकत और उसक पद की शत hellip 90 218 उ चतम यायालय स सबिधत कछ उपबध का उ च यायालय को

लाग होना

91 219 उ च यायालय क यायाधीश दवारा शपथ या परितजञानhellip 91 220 थायी यायाधीश रहन क प ात िविध- यवसाय पर िनबरधन 92 221 यायाधीश क वतन आिद 92 222 िकसी यायाधीश का एक उ च यायालय स दसर उ च यायालय को

अतरण

92 223 कायरकारी मखय यायमितर की िनयिकत 92 224 अपर और कायरकारी यायाधीश की िनयिकत 93 224क उ च यायालय की बठक म सवािनव यायाधीश की िनयिकत helliphellip 93 225 िवदयमान उ च यायालय की अिधकािरता 94 226 कछ िरट िनकालन की उ च यायालय की शिकत 94

[226क अन छद 226 क अधीन कायरवािहय म क दरीय िविधय की सािवधािनक वधता पर िवचार न िकया जाना ndash िनरिसत ]

95

227 सभी यायालय क अधीकषण की उ च यायालय की शिकत 95 228 कछ मामल का उ च यायालय को अतरण 96

[228क रा य िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क िनपटार क बार म िवशष उपबध ndash िनरिसत ]

96

िवषय सची अन छद प

(xiv)

229 उ च यायालय क अिधकारी और सवक तथा यय 96 230 उ च यायालय की अिधकािरता का सघ रा यकषतर पर िव तारhelliphelliphellip 97 231 दो या अिधक रा य क िलए एक ही उ च यायालय की थापना hellip 97

अ याय 6--अधीन थ यायालय

233 िजला यायाधीश की िनयिकत 98 233क कछ िजला यायाधीश की िनयिकतय का और उनक दवारा िकए गए

िनणरय आिद का िविधमा यकरण

98 234 याियक सवा म िजला यायाधीश स िभ न यिकतय की भतीर 99 235 अधीन थ यायालय पर िनयतरण 99 236 िनवरचन helliphelliphellip 99 237 कछ वगर या वग क मिज टरट पर इस अ याय क उपबध का लाग

होना 99

भाग 7

पहली अनसची क भाग ख क रा य

[238 पहली अनसची क भाग ख क रा य ndash िनरिसत ] 100 भाग 8

सघ रा यकषतर

239 सघ रा यकषतर का परशासन 101 239क कछ सघ रा यकषतर क िलए थानीय िवधान-मडल या मितर-पिरषद का

या दोन का सजन

101 239कक िद ली क सबध म िवशष उपबध 101 239कख सािवधािनक ततर क िवफल हो जान की दशा म उपबध 103 239ख िवधान-मडल क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की परशासक

की शिकत

104 240 कछ सघ रा यकषतर क िलए िविनयम बनान की रा पित की शिकतhelliphellip 105 241 सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालय 105 [242 कोड़ग ndash िनरिसत ] 106

भाग 9 पचायत

243 पिरभाषाए 107

िवषय सची अन छद प

(xv)

243क गराम सभा 107 243ख पचायत का गठन 107 243ग पचायत की सरचना 107 243घ थान का आरकषण 108 243ङ पचायत की अविध आिद 110 243च सद यता क िलए िनरहरताए 110 243छ पचायत की शिकतया परािधकार और उ रदािय व 111 243ज पचायत दवारा कर अिधरोिपत करन की शिकतया और उनकी िनिधयाhellip 111 243झ िव ीय ि थित क पनिवरलोकन क िलए िव आयोग का गठन helliphelliphelliphelliphelliphellip 111 243ञ पचायत क लखाओ की सपरीकषा 112 243ट पचायत क िलए िनवारचन 112 243ठ सघ रा यकषतर को लाग होना 113 243ड इस भाग का कितपय कषतर को लाग न होना 113 243ढ िवदयमान िविधय और पचायत का बना रहना 114 243ण िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरनhelliphelliphelliphellip 114

भाग 9क नगरपािलकाए

243त पिरभाषाए 115 243थ नगरपािलकाओ का गठन 115 243द नगरपािलकाओ की सरचना 116 243ध वाडर सिमितय आिद का गठन और सरचना 117 243न थान का आरकषण 117 243प नगरपािलकाओ की अविध आिद 118 243फ सद यता क िलए िनरहरताए 119 243ब नगरपािलकाओ आिद की शिकतया परािधकार और उ रदािय व 119 243भ नगरपािलकाओ दवारा कर अिधरोिपत करन की शिकत और उनकी िनिधया

119 243म िव आयोग 120

िवषय सची अन छद प

(xvi)

243य नगरपािलकाओ क लखाओ की सपरीकषा 120 243यक नगरपािलकाओ क िलए िनवारचन 120 243यख सघ रा यकषतर को लाग होना 121 243यग इस भाग का कितपय कषतर को लाग न होना 121 243यघ िजला योजना क िलए सिमित 121 243यङ महानगर योजना क िलए सिमित 122 243यच िवदयमान िविधय और नगरपािलकाओ का बना रहना 123 243यछ िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरन 124

भाग 9ख सहकारी सोसाइिटया

243यज पिरभाषाए 125 243यझ सहकारी सोसाइिटय का िनगमन 125 243यञ बोडर क सद य और उसक पदािधकािरय की सखया और पदाविध helliphelliphellip 126 243यट बोडर क सद य का िनवारचन 127 243यठ बोडर का अिधकरमण और िनलबन तथा अ तिरम परबध helliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 127 243यड सहकारी सोसाइिटय क लखाओ की सपरीकषा 128 243यढ साधारण िनकाय की बठक सयोिजत करना 128 243यण सचना परा करन का सद य का अिधकार 129 243यत िववरिणया 129 243यथ अपराध और शाि तया 129 243यद बहरा य सहकारी सोसाइिटय को लाग होना 130 243यध सघ रा यकषतर को लाग होना 130 243यन िवदयमान िविधय का जारी रहना 130

भाग 10 अनसिचत और जनजाित कषतर

244 अनसिचत कषतर और जनजाित कषतर का परशासन 131 244क असम क कछ जनजाित कषतर को समािव करन वाला एक वशासी रा य

बनाना और उसक िलए थानीय िवधान-मडल या मितर-पिरष का या दोन का सजन

131

िवषय सची अन छद प

(xvii)

भाग 11

सघ और रा य क बीच सबध

अ याय 1--िवधायी सबध

िवधायी शिकतय का िवतरण

245 सस दवारा और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय का िव तार

133

246 सस दवारा और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय की िवषय-व त

133

246क माल और सवा कर क सबध म िवशष उपबध 134 247 कछ अितिरकत यायालय की थापना का उपबध करन की सस की शिकत

134 248 अविश िवधायी शिकतया 134 249 रा य सची म क िवषय क सबध म रा ीय िहत म िविध बनान की सस

की शिकत

134 250 यिद आपात की उदघोषणा परवतरन म हो तो रा य सची म क िवषय क

सबध म िविध बनान की सस की शिकत helliphellip

135 251 सस दवारा अन छद 249 और अन छद 250 क अधीन बनाई गई िविधय

और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय म असगित

135 252 दो या अिधक रा य क िलए उनकी सहमित स िविध बनान की सस की

शिकत और ऐसी िविध का िकसी अ य रा य दवारा अगीकार िकया जानाhellip

136 253 अतररा ीय करार को परभावी करन क िलए िवधान 136 254 सस दवारा बनाई गई िविधय और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई

िविधय म असगित

136 255 िसफािरश और पवर मजरी क बार म अपकषाओ को कवल परिकरया क िवषय

मानना

137 अ याय 2--परशासिनक सबध

साधारण

256 रा य की और सघ की बा यता 137 257 कछ दशाओ म रा य पर सघ का िनयतरण 137

[257क सघ क सश बल या अ य बल क अिभिनयोजन दवारा रा य की सहायता ndash िनरिसत ]

138

258 कछ दशाओ म रा य को शिकत परदान करन आिद की सघ की शिकतhellip 138

िवषय सची अन छद प

(xviii)

258क सघ को क य स पन की रा य की शिकत 139 [259 पहली अनसची क भाग ख क रा य क सश बल ndash िनरिसत ]helliphelliphelliphellip 139 260 भारत क बाहर क रा यकषतर क सबध म सघ की अिधकािरता 139 261 सावरजिनक कायर अिभलख और याियक कायरवािहया 139

जल सबधी िववाद

262 अतरराि यक निदय या नदी-दन क जल सबधी िववाद का यायिनणरयनhellip 139 रा य क बीच सम वय

263 अतर-रा य पिरष क सबध म उपबध 140 भाग 12

िव सपि सिवदाए और वाद

अ याय 1--िव

साधारण

264 िनवरचन 141 265 िविध क परािधकार क िबना कर का अिधरोपण न िकया जाना 141 266 भारत और रा य की सिचत िनिधया और लोक लख 141 267 आकि मकता िनिध 141

सघ और रा य क बीच राज व का िवतरण

268 सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाल िकत रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकए जान वाल श क

142

[268क सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाला और सघ तथा रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकया जान वाला सवा-कर -- िनरिसत ]

269 सघ दवारा उदगहीत और सगहीत िकत रा य को स प जान वाल कर 142 269क अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म माल और सवा कर का

उ गरहण और सगरहण

143 270 उदगहीत कर और उनका सघ तथा रा य क बीच िवतरण 144 271 कछ श क और कर पर सघ क परयोजन क िलए अिधभार 145 [272 कर जो सघ दवारा उदगहीत और सगहीत िकए जात ह तथा जो सघ और

रा य क बीच िवतिरत िकए जा सकग ndash िनरिसत ]

145 273 जट पर और जट उ पाद पर िनयारत श क क थान पर अनदान 145 274 ऐस कराधान पर िजसम रा य िहतबदध ह परभाव डालन वाल िवधयक क

िलए रा पित की पवर िसफािरश की अपकषा

145

िवषय सची अन छद प

(xix)

275 कछ रा य को सघ स अनदान 146 276 वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर 147 277 यावि 147 [278 कछ िव ीय िवषय क सबध म पहली अनसची क भाग ख क रा य स

करार ndash िनरिसत ]

148 279 ldquoशदध आगमrdquo आिद की गणना 148 279क माल और सवा कर पिरष 148 280 िव आयोग 150 281 िव आयोग की िसफािरश 151

परकीणर िव ीय उपबध

282 सघ या रा य दवारा अपन राज व स िकए जान वाल यय 151 283 सिचत िनिधय आकि मकता िनिधय और लोक लखाओ म जमा

धनरािशय की अिभरकषा आिद

151 284 लोक सवक और यायालय दवारा परा वादकतारओ की जमा रािशय और

अ य धनरािशय की अिभरकषा

152 285 सघ की सपि को रा य क कराधान स छट 152 286 माल क करय या िवकरय पर कर क अिधरोपण क बार म िनबरधन 152 287 िवदयत पर कर स छट 153 288 जल या िवदयत क सबध म रा य दवारा कराधान स कछ दशाओ म छट 154 289 रा य की सपि और आय को सघ क कराधान स छट 154 290 कछ यय और पशन क सबध म समायोजन 155 290क कछ दव वम िनिधय को वािषरक सदाय 155 [291 शासक की िनजी थली की रािश ndash िनरिसत ] 155

अ याय 2--उधार लना

292 भारत सरकार दवारा उधार लना 155 293 रा य दवारा उधार लना 155

िवषय सची अन छद प

(xx)

अ याय 3--सपि सिवदाए अिधकार दािय व बा यताए और वाद

294 कछ दशाओ म सपि आि तय अिधकार दािय व और बा यताओ का उ रािधकार 156

295 अ य दशाओ म सपि आि तय अिधकार दािय व और बा यताओ का उ रािधकार

156

296 राजगामी या यपगत या वामीिवहीन होन स परोदभत सपि 157 297 रा यकषतरीय सागर-खड या महादवीपीय मगनतट भिम म ि थत म यवान

चीज और अन य आिथरक कषतर क सपि ोत का सघ म िनिहत होनाhelliphellip

157 298 यापार करन आिद की शिकत 158 299 सिवदाए 158 300 वाद और कायरवािहया 158

अ याय 4--सपि का अिधकार

300क िविध क परािधकार क िबना यिकतय को सपि स विचत न िकया जानाhellip 159 भाग 13

भारत क रा यकषतर क भीतर यापार वािण य और समागम

301 यापार वािण य और समागम की वततरता 160 302 यापार वािण य और समागम पर िनबरधन अिधरोिपत करन की सस की

शिकत

160 303 यापार और वािण य क सबध म सघ और रा य की िवधायी शिकतय पर

िनबरधन

160 304 रा य क बीच यापार वािण य और समागम पर िनबरधन 160 305 िवदयमान िविधय और रा य क एकािधकार का उपबध करन वाली िविधय

की यावि

161 [306 पहली अनसची क भाग ख क कछ रा य की यापार और वािण य पर

िनबरधन क अिधरोपण की शिकत ndash िनरिसत ] 161

307 अन छद 301 स अन छद 304 क परयोजन को कायारि वत करन क िलए परािधकारी की िनयिकत

161

भाग 14 सघ और रा य क अधीन सवाए

अ याय 1--सवाए

308 िनवरचन 162

िवषय सची अन छद प

(xxi)

309 सघ या रा य की सवा करन वाल यिकतय की भतीर और सवा की शत 162 310 सघ या रा य की सवा करन वाल यिकतय की पदाविध 162 311 सघ या रा य क अधीन िसिवल हिसयत म िनयोिजत यिकतय का पद यत

िकया जाना पद स हटाया जाना या पिकत म अवनत िकया जाना hellip

163 312 अिखल भारतीय सवाए 163

312क कछ सवाओ क अिधकािरय की सवा की शत म पिरवतरन करन या उ ह परितस त करन की सस की शिकत

164

313 सकरमणकालीन उपबध 165 [314 कछ सवाओ क िवदयमान अिधकािरय क सरकषण क िलए उपबध ndash

िनरिसत ]

165

अ याय 2--लोक सवा आयोग

315 सघ और रा य क िलए लोक सवा आयोग 165 316 सद य की िनयिकत और पदाविध 166 317 लोक सवा आयोग क िकसी सद य का हटाया जाना और िनलिबत िकया

जाना

167 318 आयोग क सद य और कमरचािरवद की सवा की शत क बार म िविनयम

बनान की शिकत 168

319 आयोग क सद य दवारा ऐस सद य न रहन पर पद धारण करन क सबध म परितषध

168

320 लोक सवा आयोग क क य 168 321 लोक सवा आयोग क क य का िव तार करन की शिकत 170 322 लोक सवा आयोग क यय 170 323 लोक सवा आयोग क परितवदन 170

भाग 14क

अिधकरण

323क परशासिनक अिधकरण 171 323ख अ य िवषय क िलए अिधकरण 172

िवषय सची अन छद प

(xxii)

भाग 15

िनवारचन

324 िनवारचन क अधीकषण िनदशन और िनयतरण का िनवारचन आयोग म िनिहत होना

174

325 धमर मलवश जाित या िलग क आधार पर िकसी यिकत का िनवारचक-नामावली म सि मिलत िकए जान क िलए अपातर न होना और उसक दवारा िकसी िवशष िनवारचक-नामावली म सि मिलत िकए जान का दावा न िकया जाना

175

326 लोक सभा और रा य की िवधान सभाओ क िलए िनवारचन का वय क मतािधकार क आधार पर होना

175

327 िवधान-मडल क िलए िनवारचन क सबध म उपबध करन की सस की शिकत

175

328 िकसी रा य क िवधान-मडल क िलए िनवारचन क सबध म उपबध करन की उस िवधान-मडल की शिकत

175

329 िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरन 176 [329क परधान मतरी और अ यकष क मामल म सस क िलए िनवारचन क बार म

िवशष उपबध --िनरिसत ]

176 भाग 16

कछ वग क सबध म िवशष उपबध

330 लोक सभा म अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए थान का आरकषण

177

331 लोक सभा म आगल-भारतीय समदाय का परितिनिध व 177 332 रा य की िवधान सभाओ म अनसिचत जाितय और अनसिचत

जनजाितय क िलए थान का आरकषण

178 333 रा य की िवधान सभाओ म आगल-भारतीय समदाय का परितिनिध व 179 334 थान क आरकषण और िवशष परितिनिध व का स र वषर क प ात न रहना 179 335 सवाओ और पद क िलए अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय

क दाव

179 336 कछ सवाओ म आगल-भारतीय समदाय क िलए िवशष उपबध 180 337 आगल-भारतीय समदाय क फायद क िलए शिकषक अनदान क िलए िवशष

उपबध

180

िवषय सची अन छद प

(xxiii)

338 रा ीय अनसिचत जाित आयोग 181 338क रा ीय अनसिचत जनजाित आयोग 182 338ख िपछड़ वग क िलए रा ीय आयोग 196 339 अनसिचत कषतर क परशासन और अनसिचत जनजाितय क क याण क बार

म सघ का िनयतरण

184 340 िपछड़ वग की दशाओ क अ वषण क िलए आयोग की िनयिकत helliphelliphellip 184 341 अनसिचत जाितया 185 342 अनसिचत जनजाितया 196 342क सामािजक और शिकषक ि स िपछड़ वगर 200

भाग 17

राजभाषा

अ याय 1--सघ की भाषा

343 सघ की राजभाषा 186 344 राजभाषा क सबध म आयोग और सस की सिमित 186

अ याय 2--परादिशक भाषाए

345 रा य की राजभाषा या राजभाषाए 187 346 एक रा य और दसर रा य क बीच या िकसी रा य और सघ क बीच

पतरािद की राजभाषा

187 347 िकसी रा य की जनसखया क िकसी अनभाग दवारा बोली जान वाली भाषा

क सबध म िवशष उपबध

188 अ याय 3ndashउ चतम यायालय उ च यायालय आिद की भाषा

348 उ चतम यायालय और उ च यायालय म और अिधिनयम िवधयक आिद क िलए परयोग की जान वाली भाषा

188

349 भाषा स सबिधत कछ िविधया अिधिनयिमत करन क िलए िवशष परिकरया 189 अ याय 4--िवशष िनदश

350 यथा क िनवारण क िलए अ यावदन म परयोग की जान वाली भाषा 189 350क पराथिमक तर पर मातभाषा म िशकषा की सिवधाए 189

िवषय सची अन छद प

(xxiv)

350ख भाषाई अ पसखयक-वग क िलए िवशष अिधकार 189 351 िह दी भाषा क िवकास क िलए िनदश 190

भाग 18 आपात उपबध

352 आपात की उदघोषणा 191 353 आपात की उदघोषणा का परभाव 193 354 जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब राज व क िवतरण सबधी

उपबध का लाग होना

193 355 बा आकरमण और आतिरक अशाित स रा य की सरकषा करन का सघ का

कतर य

194 356 रा य म सािवधािनक ततर क िवफल हो जान की दशा म उपबध 194 357 अन छद 356 क अधीन की गई उदघोषणा क अधीन िवधायी शिकतय का

परयोग

196 358 आपात क दौरान अन छद 19 क उपबध का िनलबन 197 359 आपात क दौरान भाग 3 दवारा परद अिधकार क परवतरन का िनलबन 198

[359क इस भाग का पजाब रा य को लाग होना ndash िनरिसत ] 199 360 िव ीय आपात क बार म उपबध 199

भाग 19

परकीणर

361 रा पित और रा यपाल और राजपरमख का सरकषण 201 361क सस और रा य क िवधान-मडल की कायरवािहय क परकाशन का सरकषण 201 361ख लाभपरद राजनीितक पद पर िनयिकत क िलए िनरहरता 202 [362 दशी रा य क शासक क अिधकार और िवशषािधकार ndash िनरिसत ] 202 363 कछ सिधय करार आिद स उ प न िववाद म यायालय क ह तकषप का

वजरन

203 363क दशी रा य क शासक को दी गई मा यता की समाि और िनजी थिलय

का अत

203 364 महाप न और िवमानकषतर क बार म िवशष उपबध 204 365 सघ दवारा िदए गए िनदश का अनपालन करन म या उनको परभावी करन

म असफलता का परभाव helliphellip

204

िवषय सची अन छद प

(xxv)

366 पिरभाषाए 204 367 िनवरचन 209

भाग 20

सिवधान का सशोधन

368 सिवधान का सशोधन करन की सस की शिकत और उसक िलए परिकरया 210 भाग 21

अ थायी सकरमणकालीन और िवशष उपबध

369 रा य सची क कछ िवषय क सबध म िविध बनान की सस की इस परकार अ थायी शिकत मानो व समवतीर सची क िवषय ह

211

370 ज म-क मीर रा य क सबध म अ थायी उपबध 211 371 महारा और गजरात रा य क सबध म िवशष उपबध helliphelliphellip 213 371क नागालड रा य क सबध म िवशष उपबध 213 371ख असम रा य क सबध म िवशष उपबध 216 371ग मिणपर रा य क सबध म िवशष उपबध 217 371घ आधर परदश रा य या तलगाना रा य क सबध म िवशष उपबध 217 371ङ आधर परदश म कदरीय िव िवदयालय की थापना 220 371च िसिककम रा य क सबध म िवशष उपबध 220 371छ िमजोरम रा य क सबध म िवशष उपबध 223 371ज अ णाचल परदश रा य क सबध म िवशष उपबध 224 371झ गोवा रा य क सबध म िवशष उपबध 224 371ञ कनारटक रा य क सबध म िवशष उपबध 224 372 िवदयमान िविधय का परव बन रहना और उनका अनकलन 225 372क िविधय का अनकलन करन की रा पित की शिकत 226 373 िनवारक िनरोध म रख गए यिकतय क सबध म कछ दशाओ म आदश

करन की रा पित की शिकत

226 374 फडरल यायालय क यायाधीश और फडरल यायालय म या सपिरष

िहज मज टी क समकष लिबत कायरवािहय क बार म उपबध

227

िवषय सची अन छद प

(xxvi)

375 सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए यायालय परािधकािरय और अिधकािरय का क य करत रहना

227

376 उ च यायालय क यायाधीश क बार म उपबध 227 377 भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक क बार म उपबध 228 378 लोक सवा आयोग क बार म उपबध 228 378क आधर परदश िवधान सभा की अविध क बार म िवशष उपबध 229 [379 अ तकारलीन सस तथा उसक अ यकष और उपा यकष क बार म उपबध -

िनरिसत ]

[380 रा पित क बार म उपबध -- िनरिसत ]

[381 रा पित की मितर-पिरष -- िनरिसत ]

[382 पहली अनसची क भाग क म क रा य क अ तकारलीन िवधान-मडल क बार म उपबध --िनरिसत ]

[383 परा त क रा यपाल क बार म उपबध -- िनरिसत ]

[384 रा यपाल की मितर-पिरष -- िनरिसत ]

[385 पहली अनसची क भाग ख म क रा य क अ तकारलीन िवधान-मडल क बार म उपबध --िनरिसत ]

[386 पहली अनसची क भाग ख म क रा य की मितर-पिरष -- िनरिसत ]hellip

[387 कछ िनवारचन क पिरयोजन क िलए जनसखया क िनधाररण क बार म िवशष उपबध --िनरिसत ]

[388 अ तकारलीन सस तथा रा य क अ तकारलीन िवधान-मडल म आकि मक िरिकतय क बार म उपबध -- िनरिसत ]

[389 डोमीिनयन िवधान-मडल तथा परा त और दशी रा य क िवधान-मडल म लिबत िवधयक क बार म उपबध -- िनरिसत ]

[390 इस सिवधान क परारभ और 1950 क 31 माचर क बीच परा या उ थापत या यय िकया हआ धन -- िनरिसत ]

िवषय सची अन छद प

(xxvii)

[391 कछ आकि मकताओ म पहली और चौथी अनसची का सशोधन करन की रा पित की शिकत -- िनरिसत ]

392 किठनाइय को दर करन की रा पित की शिकत 229 भाग 22

सिकष नाम परारभ िहदी म परािधकत पाठ और िनरसन

393 सिकष नाम 230 394 परारभ 230 394क िहदी भाषा म परािधकत पाठ 230 395 िनरसन 230

अनसिचया

पहली अनसची 231 1 रा य

2 सघ रा यकषतर

दसरी अनसची 237 भाग क -- रा पित और रा य क रा यपाल क बार म उपबध helliphelliphelliphelliphelliphellip

भाग ख -- [िनरिसत ]

भाग ग -- लोक सभा क अ यकष और उपा यकष क तथा रा य सभा क सभापित और उपसभापित क तथा रा य की िवधान सभा क अ यकष और उपा यकष क तथा िवधान पिरष क सभापित और उपसभापित क बार म उपबध

भाग घ -- उ चतम यायालय और उ च यायालय क यायाधीश क बार म उपबध

भाग ङ -- भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक क बार म उपबध

तीसरी अनसची--शपथ या परितजञान क पर प 242 चौथी अनसची--रा य सभा म थान का आबटन 246

िवषय सची अन छद प

(xxviii)

पाचवी अनसची--अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय क परशासन और िनयतरण क बार म उपबध

248

भाग क -- साधारण

भाग ख -- अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय का परशासन और िनयतरण

भाग ग -- अनसिचत कषतर

भाग घ -- अनसची का सशोधन

छठी अनसची-- असम मघालय ितरपरा और िमजोरम रा य क जनजाित कषतर क परशासन क बार म उपबध

252

सातवी अनसची 277 सची 1 -- सघ सची

सची 2 -- रा य सची

सची 3 -- समवतीर सची

आठवी अनसची -- भाषाए 291 नवी अनसची--कछ अिधिनयम और िविनयम का िविधमा यकरण 292 दसवी अनसची--दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म उपबध 309 गयारहवी अनसची--पचायत की शिकतया परािधकार और उ रदािय व 313 बारहवी अनसची--नगरपािलकाओ आिद की शिकतया परािधकार और उ रदािय व helliphellip 314

पिरिश

पिरिश 1-- सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 315 पिरिश 2-- सिवधान क उन अपवाद और उपातरण क िजनक अधीन सिवधान ज म-क मीर रा य को लाग होता ह वतरमान पाठ क परित िनदश स पनकर थन

332

पिरिश 3 ndash सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 स उदधरण 355 पिरिश 4 ndash सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 357 पिरिश 5 ndash सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 358 उपाबध ndash सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 िजसम भारत सरकार और

बागलादश सरकार क बीच अिजरत और अतिरत रा यकषतर क यौर अ तिवर ह

िवषय सची अन छद प

(xxix)

भारत का सविधान उददशिका

हम भारत क लोग भारत को एक 1[सपरण परभति-सपनन समाजिादी पथननरपकष लोकततरातमक गरराजय] बनान क शलए तथा उसक समसत नागररको को

सामाजजक आरथणक और राजननतक नयाय विचार अशभवयकति विशवास धमण

और उपासना की सिततरता परनतषठा और अिसर की समता

परापत करान क शलए तथा उन सब म

वयकति की गररमा और 2[राषटर की एकता और अखडता] सननजित करन िाली बधता

बढान क शलए दढसकलप होकर अपनी इस सविधान सभा म आज तारीख 26 निमबर 1949 ई0 (शमनत मागणिीरण िकला सपतमी सित दो हजार छह विकरमी) को एतददवारा इस सविधान को अगीकत अरधननयशमत और आतमावपणत करत ह

1 सविधान (बयालीसिा सिोधन) अरधननयम 1976 की धारा 2 वारा (3-1-1977 स)

ldquoपरभति-सपनन लोकततरातमक गरराजयrdquo क सथान पर परनतसथावपत 2 सविधान (बयालीसिा सिोधन) अरधननयम 1976 की धारा 2 वारा (3-1-1977 स)

ldquoराषटर की एकताrdquo क सथान पर परनतसथावपत

2

भाग 1 सघ और उसका रा यकषतर

1 सघ का नाम और रा यकषतरndash(1) भारत अथारत इिडया रा य का सघ होगा 1[(2) रा य और उनक रा यकषतर व ह ग जो पहली अनसची म िविनिदर ह ] (3) भारत क रा यकषतर मndash

(क) रा य क रा यकषतर 2[(ख) पहली अनसची म िविनिदर सघ रा यकषतर और] (ग) ऐस अ य रा यकषतर जो अिजरत िकए जाए

समािव ह ग 2 नए रा य का परवश या थापनाndashसस िविध दवारा ऐस िनबधन और शत

पर जो वह ठीक समझ सघ म नए रा य का परवश या उनकी थापना कर सकगी 3[2क िसिककम का सघ क साथ सहयकत िकया जानाndashसिवधान (छ ीसवा

सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (26-4-1975 स) िनरिसत ] 3 नए रा य का िनमारण और वतरमान रा य क कषतर सीमाओ या नाम म

पिरवतरनndashसस िविध दवाराndash (क) िकसी रा य म स उसका रा यकषतर अलग करक अथवा दो या अिधक

रा य को या रा य क भाग को िमलाकर अथवा िकसी रा यकषतर को िकसी रा य क भाग क साथ िमलाकर नए रा य का िनमारण कर सकगी

(ख) िकसी रा य का कषतर बढ़ा सकगी (ग) िकसी रा य का कषतर घटा सकगी (घ) िकसी रा य की सीमाओ म पिरवतरन कर सकगी (ङ) िकसी रा य क नाम म पिरवतरन कर सकगी

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 2 दवारा खड (2) क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 2 दवारा उपखड (ख) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (पतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 2 दवारा (1-3-1975 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

3

1[परत इस परयोजन क िलए कोई िवधयक रा पित की िसफािरश क िबना और जहा िवधयक म अतिवर पर थापना का परभाव 2रा य म स िकसी क कषतर सीमाओ या नाम पर पड़ता ह वहा जब तक उस रा य क िवधान-मडल दवारा उस पर अपन िवचार ऐसी अविध क भीतर जो िनदश म िविनिदर की जाए या ऐसी अितिरकत अविध क भीतर जो रा पित दवारा अनजञात की जाए परकट िकए जान क िलए वह िवधयक रा पित दवारा उस िनदिशत नही कर िदया गया ह और इस परकार िविनिदर या अनजञात अविध समा नही हो गई ह सस क िकसी सदन म परः थािपत नही िकया जाएगा ]

3[ प ीकरण 1ndashइस अन छद क खड (क) स खड (ङ) म ldquoरा यrdquo क अतगरत सघ रा यकषतर ह िकत परतक म ldquoरा यrdquo क अतगरत सघ रा यकषतर नही ह

प ीकरण 2ndashखड (क) दवारा सस को परद शिकत क अतगरत िकसी रा य या सघ रा यकषतर क िकसी भाग को िकसी अ य रा य या सघ रा यकषतर क साथ िमलाकर नए रा य या सघ रा यकषतर का िनमारण करना ह ]

4 पहली अनसची और चौथी अनसची क सशोधन तथा अनपरक आनषिगक और पािरणािमक िवषय का उपबध करन क िलए अन छद 2 और अन छद 3 क अधीन बनाई गई िविधयाndash(1) अन छद 2 या अन छद 3 म िनिदर िकसी िविध म पहली अनसची और चौथी अनसची क सशोधन क िलए ऐस उपबध अतिवर ह ग जो उस िविध क उपबध को परभावी करन क िलए आव यक ह तथा ऐस अनपरक आनषिगक और पािरणािमक उपबध भी (िजनक अतगरत ऐसी िविध स परभािवत रा य या रा य क सस म और िवधान-मडल या िवधान-मडल म परितिनिध व क बार म उपबध ह) अतिवर हो सकग िज ह सस आव यक समझ

(2) पव कत परकार की कोई िविध अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी

1 सिवधान (पाचवा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 2 दवारा परतक क थान पर (24-12-1955 स) परित थािपत

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

3 सिवधान (अठारहवा सशोधन) अिधिनयम 1966 की धारा 2 दवारा (27-8-1966 स) अतः थािपत

4

भाग 2 नागिरकता

5 सिवधान क परारभ पर नागिरकताndashइस सिवधान क परारभ पर पर यक यिकत िजसका भारत क रा यकषतर म अिधवास ह औरndash

(क) जो भारत क रा यकषतर म ज मा था या (ख) िजसक माता या िपता म स कोई भारत क रा यकषतर म ज मा था या (ग) जो ऐस परारभ स ठीक पहल कम स कम पाच वषर तक भारत क रा यकषतर

म मामली तौर स िनवासी रहा ह भारत का नागिरक होगा

6 पािक तान स भारत को पर जन करन वाल कछ यिकतय क नागिरकता क अिधकारndashअन छद 5 म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत िजसन ऐस रा यकषतर स जो इस समय पािक तान क अतगरत ह भारत क रा यकषतर को पर जन िकया ह इस सिवधान क परारभ पर भारत का नागिरक समझा जाएगाndash

(क) यिद वह अथवा उसक माता या िपता म स कोई अथवा उसक िपतामह या िपतामही या मातामह या मातामही म स कोई (मल प म यथा अिधिनयिमत) भारत शासन अिधिनयम 1935 म पिरभािषत भारत म ज मा था और

(ख) (i) जबिक वह यिकत ऐसा ह िजसन 19 जलाई 1948 स पहल इस परकार पर जन िकया ह तब यिद वह अपन पर जन की तारीख स भारत क रा यकषतर म मामली तौर स िनवासी रहा ह या

(ii) जबिक वह यिकत ऐसा ह िजसन 19 जलाई 1948 को या उसक प ात इस परकार पर जन िकया ह तब यिद वह नागिरकता पराि क िलए भारत डोिमिनयन की सरकार दवारा िविहत पर प म और रीित स उसक दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल ऐस अिधकारी को िजस उस सरकार न इस परयोजन क िलए िनयकत िकया ह आवदन िकए जान पर उस अिधकारी दवारा भारत का नागिरक रिज टरीकत कर िलया गया ह परत यिद कोई यिकत अपन आवदन की तारीख स ठीक पहल कम स कम छह मास

भारत क रा यकषतर म िनवासी नही रहा ह तो वह इस परकार रिज टरीकत नही िकया जाएगा 7 पािक तान को पर जन करन वाल कछ यिकतय क नागिरकता क अिधकारndash

अन छद 5 और अन छद 6 म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत िजसन 1 माचर 1947 क प ात भारत क रा यकषतर स ऐस रा यकषतर को जो इस समय पािक तान क अतगरत ह पर जन िकया ह भारत का नागिरक नही समझा जाएगा

परत इस अन छद की कोई बात ऐस यिकत को लाग नही होगी जो ऐस रा यकषतर को

भारत का सिवधान

5

जो इस समय पािक तान क अतगरत ह पर जन करन क प ात भारत क रा यकषतर को ऐसी अनजञा क अधीन लौट आया ह जो पनवारस क िलए या थायी प स लौटन क िलए िकसी िविध क परािधकार दवारा या उसक अधीन दी गई ह और पर यक ऐस यिकत क बार म अन छद 6 क खड (ख) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक उसन भारत क रा यकषतर को 19 जलाई 1948 क प ात पर जन िकया ह

8 भारत क बाहर रहन वाल भारतीय उदभव क कछ यिकतय क नागिरकता क अिधकारndashअन छद 5 म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत जो या िजसक माता या िपता म स कोई अथवा िपतामह या िपतामही या मातामह या मातामही म स कोई (मल प म यथा अिधिनयिमत) भारत शासन अिधिनयम 1935 म पिरभािषत भारत म ज मा था और जो इस परकार पिरभािषत भारत क बाहर िकसी दश म मामली तौर स िनवास कर रहा ह भारत का नागिरक समझा जाएगा यिद वह नागिरकता पराि क िलए भारत डोिमिनयन की सरकार दवारा या भारत सरकार दवारा िविहत पर प म और रीित स अपन दवारा उस दश म जहा वह त समय िनवास कर रहा ह भारत क राजनियक या क सलीय परितिनिध को इस सिवधान क परारभ स पहल या उसक प ात आवदन िकए जान पर ऐस राजनियक या क सलीय परितिनिध दवारा भारत का नागिरक रिज टरीकत कर िलया गया ह

9 िवदशी रा य की नागिरकता व छा स अिजरत करन वाल यिकतय का नागिरक न होनाndashयिद िकसी यिकत न िकसी िवदशी रा य की नागिरकता व छा स अिजरत कर ली ह तो वह अन छद 5 क आधार पर भारत का नागिरक नही होगा अथवा अन छद 6 या अन छद 8 क आधार पर भारत का नागिरक नही समझा जाएगा

10 नागिरकता क अिधकार का बना रहनाndashपर यक यिकत जो इस भाग क पवरगामी उपबध म स िकसी क अधीन भारत का नागिरक ह या समझा जाता ह ऐसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए जो सस दवारा बनाई जाए भारत का नागिरक बना रहगा

11 सस दवारा नागिरकता क अिधकार का िविध दवारा िविनयमन िकया जानाndashइस भाग क पवरगामी उपबध की कोई बात नागिरकता क अजरन और समाि क तथा नागिरकता स सबिधत अ य सभी िवषय क सबध म उपबध करन की सस की शिकत का अ पीकरण नही करगी

6

भाग 3 मल अिधकार

साधारण 12 पिरभाषाndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo क

अतगरत भारत की सरकार और सस तथा रा य म स पर यक रा य की सरकार और िवधान-मडल तथा भारत क रा यकषतर क भीतर या भारत सरकार क िनयतरण क अधीन सभी थानीय और अ य परािधकारी ह

13 मल अिधकार स असगत या उनका अ पीकरण करन वाली िविधयाndash(1) इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल भारत क रा यकषतर म परव सभी िविधया उस मातरा तक श य ह गी िजस तक व इस भाग क उपबध स असगत ह

(2) रा य ऐसी कोई िविध नही बनाएगा जो इस भाग दवारा परद अिधकार को छीनती ह या यन करती ह और इस खड क उ लघन म बनाई गई पर यक िविध उ लघन की मातरा तक श य होगी

(3) इस अन छद म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो-- (क) ldquoिविधrdquo क अतगरत भारत क रा यकषतर म िविध का बल रखन वाला कोई

अ यादश आदश उपिविध िनयम िविनयम अिधसचना िढ़ या परथा ह (ख) ldquoपरव िविधrdquo क अतगरत भारत क रा यकषतर म िकसी िवधान-मडल या

अ य सकषम परािधकारी दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल पािरत या बनाई गई िविध ह जो पहल ही िनरिसत नही कर दी गई ह चाह ऐसी कोई िविध या उसका कोई भाग उस समय पणरतया या िविश कषतर म परवतरन म नही ह 1[(4) इस अन छद की कोई बात अन छद 368 क अधीन िकए गए इस सिवधान क

िकसी सशोधन को लाग नही होगी ] समता का अिधकार

14 िविध क समकष समताndashरा य भारत क रा यकषतर म िकसी यिकत को िविध क समकष समता स या िविधय क समान सरकषण स विचत नही करगा

15 धमर मलवश जाित िलग या ज म थान क आधार पर िवभद का परितषधndash(1) रा य िकसी नागिरक क िव दध कवल धमर मलवश जाित िलग ज म थान या इनम स िकसी क आधार पर कोई िवभद नही करगा

(2) कोई नागिरक कवल धमर मलवश जाित िलग ज म थान या इनम स िकसी क आधार परndash 1 सिवधान (चौबीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 2 दवारा (5-11-1971 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 7

(क) दकान सावरजिनक भोजनालय होटल और सावरजिनक मनोरजन क थान म परवश या

(ख) पणरतः या भागतः रा य-िनिध स पोिषत या साधारण जनता क परयोग क िलए समिपरत कओ तालाब नानघाट सड़क और सावरजिनक समागम क थान क उपयोग

क सबध म िकसी भी िनय गयता दािय व िनबर धन या शतर क अधीन नही होगा (3) इस अन छद की कोई बात रा य को ि य और बालक क िलए कोई िवशष

उपबध करन स िनवािरत नही करगी 1[(4) इस अन छद की या अन छद 29 क खड (2) की कोई बात रा य को सामािजक

और शिकषक ि स िपछड़ हए नागिरक क िक ही वग की उ नित क िलए या अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए कोई िवशष उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

2[(5) इस अन छद या अन छद 19 क खड (1) क उपखड (छ) की कोई बात रा य को सामािजक और शिकषक ि स िपछड़ हए नागिरक क िक ही वग की उ नित क िलए या अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय क िलए िविध दवारा कोई िवशष उपबध करन स िनवािरत नही करगी जहा तक ऐस िवशष उपबध अन छद 30 क खड (1) म िनिदर अ पसखयक िशकषा स थाओ स िभ न िशकषा स थाओ म िजनक अतगरत पराइवट िशकषा स थाए भी ह चाह व रा य स सहायता परा ह या नही परवश स सबिधत ह ]

3[(6) इस अन छद या अन छद 19 क खड (1) क उपखड (छ) या अन छद 29 क खड (2) की कोई बात रा य को--

(क) खड (4) और खड (5) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक प स दबरल िक ही वग की उ नित क िलए कोई भी िवशष उपबध करन स िनवािरत

नही करगी और (ख) खड (4) और खड (5) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक

प स दबरल िक ही वग की उ नित क िलए कोई भी िवशष उपबध करन स वहा िनवािरत नही करगी जहा तक ऐस उपबध ऐसी शकषिणक स थाओ म िजनक अतगरत अन छद 30 क खड (1) म िनिदर ट अ पसख यक शकषिणक स थाओ स िभ न पराइवट शकषिणक स थाए भी ह चाह व रा य दवारा सहायता पान वाली ह या सहायता न पान वाली ह परवश स सबिधत ह जो आरकषण की दशा म िवदयमान आरकषण क अितिरक त तथा पर यक परवगर म कल थान क अिधकतम दस परितशत क अ यधीन ह ग प टीकरण--इस अन छद और अन छद 16 क परयोजन क िलए आिथरक प स

1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 2 दवारा (18-6-1951 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (ितरानववा सशोधन) अिधिनयम 2005 की धारा 2 दवारा (20-1-2006 स) अ तः थािपत 3 सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 की धारा 2 दवारा (14-1-2019 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 8

दबरल वगर व ह ग जो रा य दवारा कटब की आय और आिथरक अलाभ क अ य सचक क आधार पर समय-समय पर अिधसिचत िकए जाए ]

16 लोक िनयोजन क िवषय म अवसर की समताndash(1) रा य क अधीन िकसी पद पर िनयोजन या िनयिकत स सबिधत िवषय म सभी नागिरक क िलए अवसर की समता होगी

(2) रा य क अधीन िकसी िनयोजन या पद क सबध म कवल धमर मलवश जाित िलग उदभव ज म थान िनवास या इनम स िकसी क आधार पर न तो कोई नागिरक अपातर होगा और न उसस िवभद िकया जाएगा

(3) इस अन छद की कोई बात सस को कोई ऐसी िविध बनान स िनवािरत नही करगी जो 1[िकसी रा य या सघ रा यकषतर की सरकार क या उसम क िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन वाल िकसी वगर या वग क पद पर िनयोजन या िनयिकत क सबध म ऐस िनयोजन या िनयिकत स पहल उस रा य या सघ रा यकषतर क भीतर िनवास िवषयक कोई अपकषा िविहत करती ह ]

(4) इस अन छद की कोई बात रा य को िपछड़ हए नागिरक क िकसी वगर क पकष म िजनका परितिनिध व रा य की राय म रा य क अधीन सवाओ म पयार नही ह िनयिकतय या पद क आरकषण क िलए उपबध करन स िनवािरत नही करगी

2[(4क) इस अन छद की कोई बात रा य को अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क पकष म िजनका परितिनिध व रा य की राय म रा य क अधीन सवाओ म पयार नही ह रा य क अधीन सवाओ म 3[िकसी वगर या वग क पद पर पािरणािमक य ता सिहत परो नित क मामल म] आरकषण क िलए उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

4[(4ख) इस अन छद की कोई बात रा य को िकसी वषर म िक ही न भरी गई ऐसी िरिकतय को जो खड (4) या खड (4क) क अधीन िकए गए आरकषण क िलए िकसी उपबध क अनसार उस वषर म भरी जान क िलए आरिकषत ह िकसी उ रवतीर वषर या वष म भर जान क िलए पथक वगर की िरिकतय क प म िवचार करन स िनवािरत नही करगी और ऐस वगर की िरिकतय पर उस वषर की िरिकतय क साथ िजसम व भरी जा रही ह उस वषर की िरिकतय की कल सखया क सबध म पचास परितशत आरकषण की अिधकतम सीमा का अवधारण करन क िलए िवचार नही िकया जाएगा ]

(5) इस अन छद की कोई बात िकसी ऐसी िविध क परवतरन पर परभाव नही डालगी जो यह उपबध करती ह िक िकसी धािमरक या सापरदाियक स था क कायरकलाप स सबिधत कोई

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य क या उसक कषतर म िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन उस रा य क भीतर िनवास िवषयक कोई अपकषा िविहत करती होrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

2 सिवधान (सतह रवा सशोधन) अिधिनयम 1995 की धारा 2 दवारा (17-6-1995 स) अतः थािपत 3 सिवधान (पचासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 2 दवारा भतलकषी परभाव स (17-6-1995 स) कितपय

श द क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (इकयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 2 दवारा (9-6-2000 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 9

पदधारी या उसक शासी िनकाय का कोई सद य िकसी िविश धमर का मानन वाला या िविश सपरदाय का ही हो

1[(6) इस अन छद की कोई बात रा य को िवदयमान आरकषण क अितिरक त तथा पर यक परवगर म पद क अिधकतम दस परितशत क अ यधीन खड (4) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक प स दबरल िक ही वग क पकष म िनयिक तय और पद क आरकषण क िलए कोई भी उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

17 अ प यता का अतndashldquoअ प यताrdquo का अत िकया जाता ह और उसका िकसी भी प म आचरण िनिषदध िकया जाता ह ldquoअ प यताrdquo स उपजी िकसी िनय गयता को लाग करना अपराध होगा जो िविध क अनसार दडनीय होगा

18 उपािधय का अतndash(1) रा य सना या िवदया सबधी स मान क िसवाय और कोई उपािध परदान नही करगा

(2) भारत का कोई नागिरक िकसी िवदशी रा य स कोई उपािध वीकार नही करगा (3) कोई यिकत जो भारत का नागिरक नही ह रा य क अधीन लाभ या िव ास क

िकसी पद को धारण करत हए िकसी िवदशी रा य स कोई उपािध रा पित की सहमित क िबना वीकार नही करगा

(4) रा य क अधीन लाभ या िव ास का पद धारण करन वाला कोई यिकत िकसी िवदशी रा य स या उसक अधीन िकसी प म कोई भट उपलि ध या पद रा पित की सहमित क िबना वीकार नही करगा

वात य-अिधकार 19 वाक- वात य आिद िवषयक कछ अिधकार का सरकषणndash(1) सभी नागिरक कोndash

(क) वाक- वात य और अिभ यिकत- वात य का (ख) शाितपवरक और िनरायध स मलन का (ग) सगम या सघ 2[या सहकारी सोसाइटी] बनान का (घ) भारत क रा यकषतर म सवरतर अबाध सचरण का (ङ) भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म िनवास करन और बस जान का

1 सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 की धारा 3 दवारा (14-1-2019 स) अतः थािपत 2 सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 2 दवारा (8-2-2012 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 10

1[और] 2(च) (छ) कोई वि उपजीिवका यापार या कारबार करन का

अिधकार होगा 3[(2) खड (1) क उपखड (क) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क

परयोग पर 4[भारत की परभता और अखडता] रा य की सरकषा िवदशी रा य क साथ मतरीपणर सबध लोक यव था िश ाचार या सदाचार क िहत म अथवा यायालय-अवमान मानहािन या अपराध-उ ीपन क सबध म यिकतयकत िनबरधन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबरधन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी ]

(3) उकत खड क उपखड (ख) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर 5[भारत की परभता और अखडता या] लोक यव था क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(4) उकत खड क उपखड (ग) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर 5[भारत की परभता और अखडता या] लोक यव था या सदाचार क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(5) उकत खड क 6[उपखड (घ) और उपखड (ङ)] की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर साधारण जनता क िहत म या िकसी अनसिचत जनजाित क िहत क सरकषण क िलए यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(6) उकत खड क उपखड (छ) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर साधारण जनता क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) उपखड (च) का लोप िकया

गया 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) खड (2) क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 5 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 6 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) ldquoउपखड (घ) उपखड (ङ) और

उपखड (च)rdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान 11

करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी और िविश तया 1[उकत उपखड की कोई बातndash

(i) कोई वि उपजीिवका यापार या कारबार करन क िलए आव यक वि क या तकनीकी अहरताओ स या

(ii) रा य दवारा या रा य क वािम व या िनयतरण म िकसी िनगम दवारा कोई यापार कारबार उदयोग या सवा नागिरक का पणरतः या भागतः अपवजरन करक या अ यथा चलाए जान स

जहा तक कोई िवदयमान िविध सबध रखती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या इस परकार सबध रखन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी ]

20 अपराध क िलए दोषिसिदध क सबध म सरकषणndash(1) कोई यिकत िकसी अपराध क िलए तब तक िसदधदोष नही ठहराया जाएगा जब तक िक उसन ऐसा कोई कायर करन क समय जो अपराध क प म आरोिपत ह िकसी परव िविध का अितकरमण नही िकया ह या उसस अिधक शाि त का भागी नही होगा जो उस अपराध क िकए जान क समय परव िविध क अधीन अिधरोिपत की जा सकती थी

(2) िकसी यिकत को एक ही अपराध क िलए एक बार स अिधक अिभयोिजत और दिडत नही िकया जाएगा

(3) िकसी अपराध क िलए अिभयकत िकसी यिकत को वय अपन िव दध साकषी होन क िलए बा य नही िकया जाएगा

21 पराण और दिहक वततरता का सरकषणndashिकसी यिकत को उसक पराण या दिहक वततरता स िविध दवारा थािपत परिकरया क अनसार ही विचत िकया जाएगा अ यथा नही

2[21क िशकषा का अिधकारndashरा य छह वषर स चौदह वषर तक की आय वाल सभी बालक क िलए नःश क और अिनवायर िशकषा दन का ऐसी रीित म जो रा य िविध दवारा अवधािरत कर उपबध करगा ]

22 कछ दशाओ म िगर तारी और िनरोध स सरकषणndash(1) िकसी यिकत को जो िगर तार िकया गया ह ऐसी िगर तारी क कारण स यथाशीघर अवगत कराए िबना अिभरकषा म िन दध नही रखा जाएगा या अपनी िच क िविध यवसायी स परामशर करन और परितरकषा करान क अिधकार स विचत नही रखा जाएगा

(2) पर यक यिकत को जो िगर तार िकया गया ह और अिभरकषा म िन दध रखा गया ह िगर तारी क थान स मिज टरट क यायालय तक यातरा क िलए आव यक समय को छोड़कर ऐसी िगर तारी स चौबीस घट की अविध म िनकटतम मिज टरट क समकष पश िकया 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 3 दवारा कितपय श द क थान पर (18-6-1951 स)

परित थािपत 2 सिवधान (िछयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2002 की धारा 2 दवारा (1-4-2010 स) अ तः थािपत

भारत का सिवधान 12

जाएगा और ऐस िकसी यिकत को मिज टरट क परािधकार क िबना उकत अविध स अिधक अविध क िलए अिभरकषा म िन दध नही रखा जाएगा

(3) खड (1) और खड (2) की कोई बात िकसी ऐस यिकत को लाग नही होगी जोndash (क) त समय शतर अ यदशीय ह या (ख) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िगर तार या

िन दध िकया गया ह (4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का तीन मास स

अिधक अविध क िलए तब तक िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िकndash (क) ऐस यिकतय स जो उ च यायालय क यायाधीश ह या यायाधीश रह

ह या यायाधीश िनयकत होन क िलए अिहरत ह िमलकर बन सलाहकार बोडर न तीन मास की उकत अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत इस उपखड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध स अिधक अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (ख) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की गई ह या

सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स

जो िक अिधसिचत नही हई ह) खड (4) क थान पर िन निलिखत परित थािपत िकया जाएगा-- (4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का दो मास स अिधक की

अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िक समिचत उ च यायालय क मखय यायमितर की िसफािरश क अनसार गिठत सलाहकार बोडर न उकत दो मास की अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत सलाहकार बोडर एक अ यकष और कम स कम दो अ य सद य स िमलकर बनगा और अ यकष समिचत उ च यायालय का सवारत यायाधीश होगा और अ य सद य िकसी उ च यायालय क सवारत या सवािनव यायाधीश ह ग

परत यह और िक इस खड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (क) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की जाए

प ीकरण--इस खड म ldquoसमिचत उ च यायालयrdquo स अिभपरत ह-- (i) भारत सरकार या उस सरकार क अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी दवारा िकए गए िनरोध

आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म िद ली सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालय (ii) (सघ रा यकषतर स िभ न) िकसी रा य सरकार दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म

िन दध यिकत की दशा म उस रा य क िलए उ च यायालय और (iii) िकसी सघ रा यकषतर क परशासक या ऐस परशासक क अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी

दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म वह उ च यायालय जो सस दवारा इस िनिम बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविनिदर िकया जाए

भारत का सिवधान 13

(ख) ऐस यिकत को खड (7) क उपखड (क) और उपखड (ख) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध क उपबध क अनसार िन दध नही िकया जाता ह (5) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िकए गए आदश क

अनसरण म जब िकसी यिकत को िन दध िकया जाता ह तब आदश करन वाला परािधकारी यथाशकय शीघर उस यिकत को यह ससिचत करगा िक वह आदश िकन आधार पर िकया गया ह और उस आदश क िव दध अ यावदन करन क िलए उस शीघराितशीघर अवसर दगा

(6) खड (5) की िकसी बात स ऐसा आदश जो उस खड म िनिदर ह करन वाल परािधकारी क िलए ऐस त य को परकट करना आव यक नही होगा िज ह परकट करना ऐसा परािधकारी लोकिहत क िव दध समझता ह

(7) सस िविध दवारा िविहत कर सकगी िकndash (क) िकन पिरि थितय क अधीन और िकस वगर या वग क मामल म िकसी

यिकत को िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन तीन मास स अिधक अविध क िलए खड (4) क उपखड (क) क उपबध क अनसार सलाहकार बोडर की राय परा िकए िबना िन दध िकया जा सकगा

(ख) िकसी वगर या वग क मामल म िकतनी अिधकतम अविध क िलए िकसी यिकत को िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िन दध िकया जा सकगा और

(ग) [खड (4) क उपखड (क)] क अधीन की जान वाली जाच म सलाहकार बोडर दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया कया होगी

शोषण क िव दध अिधकार 23 मानव क द यारपार और बला म का परितषधndash(1) मानव का द यारपार और बगार

तथा इसी परकार का अ य बला म परितिषदध िकया जाता ह और इस उपबध का कोई भी सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (क) का लोप िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (ख) को उपखड (क) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (ग) को उपखड (ख) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक

अिधसिचत नही हई ह) बड़ी को क म क श द क थान पर ldquoखड (4)rdquo श द को क और अक रख जाएग

भारत का सिवधान 14

उ लघन अपराध होगा जो िविध क अनसार दडनीय होगा (2) इस अन छद की कोई बात रा य को सावरजिनक परयोजन क िलए अिनवायर सवा

अिधरोिपत करन स िनवािरत नही करगी ऐसी सवा अिधरोिपत करन म रा य कवल धमर मलवश जाित या वगर या इनम स िकसी क आधार पर कोई िवभद नही करगा

24 कारखान आिद म बालक क िनयोजन का परितषधndashचौदह वषर स कम आय क िकसी बालक को िकसी कारखान या खान म काम करन क िलए िनयोिजत नही िकया जाएगा या िकसी अ य पिरसकटमय िनयोजन म नही लगाया जाएगा

धमर की वततरता का अिधकार 25 अतःकरण की और धमर क अबाध प स मानन आचरण और परचार करन की

वततरताndash(1) लोक यव था सदाचार और वा य तथा इस भाग क अ य उपबध क अधीन रहत हए सभी यिकतय को अतःकरण की वततरता का और धमर क अबाध प स मानन आचरण करन और परचार करन का समान हक होगा

(2) इस अन छद की कोई बात िकसी ऐसी िवदयमान िविध क परवतरन पर परभाव नही डालगी या रा य को कोई ऐसी िविध बनान स िनवािरत नही करगी जोndash

(क) धािमरक आचरण स सबदध िकसी आिथरक िव ीय राजनितक या अ य लौिकक िकरयाकलाप का िविनयमन या िनबर धन करती ह

(ख) सामािजक क याण और सधार क िलए या सावरजिनक परकार की िहदओ की धािमरक स थाओ को िहदओ क सभी वग और अनभाग क िलए खोलन का उपबध करती ह प ीकरण 1ndashकपाण धारण करना और लकर चलना िसकख धमर क मानन का अग

समझा जाएगा प ीकरण 2ndashखड (2) क उपखड (ख) म िहदओ क परित िनदश का यह अथर लगाया

जाएगा िक उसक अतगरत िसकख जन या बौदध धमर क मानन वाल यिकतय क परित िनदश ह और िहदओ की धािमरक स थाओ क परित िनदश का अथर तदनसार लगाया जाएगा

26 धािमरक काय क परबध की वततरताndashलोक यव था सदाचार और वा य क अधीन रहत हए पर यक धािमरक सपरदाय या उसक िकसी अनभाग कोndash

(क) धािमरक और पतर परयोजन क िलए स थाओ की थापना और पोषण का (ख) अपन धमर िवषयक काय का परबध करन का (ग) जगम और थावर सपि क अजरन और वािम व का और (घ) ऐसी सपि का िविध क अनसार परशासन करन का

भारत का सिवधान 15

अिधकार होगा 27 िकसी िविश धमर की अिभविदध क िलए कर क सदाय क बार म वततरताndashिकसी

भी यिकत को ऐस कर का सदाय करन क िलए बा य नही िकया जाएगा िजनक आगम िकसी िविश धमर या धािमरक सपरदाय की अिभविदध या पोषण म यय करन क िलए िविनिदर प स िविनयोिजत िकए जात ह

28 कछ िशकषा स थाओ म धािमरक िशकषा या धािमरक उपासना म उपि थत होन क बार म वततरताndash(1) रा य-िनिध स पणरतः पोिषत िकसी िशकषा स था म कोई धािमरक िशकषा नही दी जाएगी

(2) खड (1) की कोई बात ऐसी िशकषा स था को लाग नही होगी िजसका परशासन रा य करता ह िकत जो िकसी ऐस िव यास या यास क अधीन थािपत हई ह िजसक अनसार उस स था म धािमरक िशकषा दना आव यक ह

(3) रा य स मा यतापरा या रा य-िनिध स सहायता पान वाली िशकषा स था म उपि थत होन वाल िकसी यिकत को ऐसी स था म दी जान वाली धािमरक िशकषा म भाग लन क िलए या ऐसी स था म या उसस सलगन थान म की जान वाली धािमरक उपासना म उपि थत होन क िलए तब तक बा य नही िकया जाएगा जब तक िक उस यिकत न या यिद वह अवय क ह तो उसक सरकषक न इसक िलए अपनी सहमित नही द दी ह

स कित और िशकषा सबधी अिधकार 29 अ पसखयक-वग क िहत का सरकषणndash(1) भारत क रा यकषतर या उसक िकसी

भाग क िनवासी नागिरक क िकसी अनभाग को िजसकी अपनी िवशष भाषा िलिप या स कित ह उस बनाए रखन का अिधकार होगा

(2) रा य दवारा पोिषत या रा य-िनिध स सहायता पान वाली िकसी िशकषा स था म परवश स िकसी भी नागिरक को कवल धमर मलवश जाित भाषा या इनम स िकसी क आधार पर विचत नही िकया जाएगा

30 िशकषा स थाओ की थापना और परशासन करन का अ पसखयक-वग का अिधकारndash(1) धमर या भाषा पर आधािरत सभी अ पसखयक-वग को अपनी िच की िशकषा स थाओ की थापना और परशासन का अिधकार होगा

1[(1क) खड (1) म िनिदर िकसी अ पसखयक-वगर दवारा थािपत और परशािसत िशकषा स था की सपि क अिनवायर अजरन क िलए उपबध करन वाली िविध बनात समय रा य यह सिनि त करगा िक ऐसी सपि क अजरन क िलए ऐसी िविध दवारा िनयत या उसक अधीन 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 4 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 16

अवधािरत रकम इतनी हो िक उस खड क अधीन पर याभत अिधकार िनबरि धत या िनराकत न हो जाए ]

(2) िशकषा स थाओ को सहायता दन म रा य िकसी िशकषा स था क िव दध इस आधार पर िवभद नही करगा िक वह धमर या भाषा पर आधािरत िकसी अ पसखयक-वगर क परबध म ह

1 31 [सपि का अिनवायर अजरन ]ndashसिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978

की धारा 6 दवारा (20-6-1979 स) िनरिसत 2[कछ िविधय की यावि ]

3[31क सपदाओ आिद क अजरन क िलए उपबध करन वाली िविधय की यावि ndash 4[(1) अन छद 13 म अतिवर िकसी बात क होत हए भीndash

(क) िकसी सपदा क या उसम िक ही अिधकार क रा य दवारा अजरन क िलए या िक ही ऐस अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या

(ख) िकसी सपि का परबध लोकिहत म या उस सपि का उिचत परबध सिनि त करन क उ य स पिरसीिमत अविध क िलए रा य दवारा ल िलए जान क िलए या

(ग) दो या अिधक िनगम को लोकिहत म या उन िनगम म स िकसी का उिचत परबध सिनि त करन क उ य स समामिलत करन क िलए या

(घ) िनगम क परबध अिभकतारओ सिचव और कोषा यकष परबध िनदशक िनदशक या परबधक क िक ही अिधकार या उनक शयरधारक क मत दन क िक ही अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या

(ङ) िकसी खिनज या खिनज तल की खोज करन या उस परा करन क परयोजन क िलए िकसी करार पटट या अनजञि क आधार पर परोदभत होन वाल िक ही अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या िकसी ऐस करार पटट या अनजञि को समय स पहल समा करन या र करन क िलए

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 5 दवारा (20-6-1979 स) उपशीषर सपि का अिधकार

का लोप िकया गया 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 3 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 4 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत 4 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान 17

उपबध करन वाली िविध इस आधार पर श य नही समझी जाएगी िक वह 1[अन छद 14 या अन छद 19] दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनती ह या यन करती ह

परत जहा ऐसी िविध िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध ह वहा इस अन छद क उपबध उस िविध को तब तक लाग नही ह ग जब तक ऐसी िविध को जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखी गई ह उसकी अनमित परा नही हो गई ह ]

2[परत यह और िक जहा िकसी िविध म िकसी सपदा क रा य दवारा अजरन क िलए कोई उपबध िकया गया ह और जहा उसम समािव कोई भिम िकसी यिकत की अपनी जोत म ह वहा रा य क िलए ऐसी भिम क ऐस भाग को जो िकसी त समय परव िविध क अधीन उसको लाग अिधकतम सीमा क भीतर ह या उस पर िनिमरत या उसस अनलगन िकसी भवन या सरचना को अिजरत करना उस दशा क िसवाय िविधपणर नही होगा िजस दशा म ऐसी भिम भवन या सरचना क अजरन स सबिधत िविध उस दर स परितकर क सदाय क िलए उपबध करती ह जो उसक बाजार-म य स कम नही होगी ]

(2) इस अन छद मndash 3[(क) ldquoसपदाrdquo पद का िकसी थानीय कषतर क सबध म वही अथर ह जो उस

पद का या उसक समत य थानीय पद का उस कषतर म परव भ-धितय स सबिधत िवदयमान िविध म ह और इसक अतगरतndash

(i) कोई जागीर इनाम या मआफी अथवा वसा ही अ य अनदान और 4[तिमलनाड] और करल रा य म कोई ज मम अिधकार भी होगा

(ii) रयतबाड़ी बदोब त क अधीन धत कोई भिम भी होगी (iii) किष क परयोजन क िलए या उसक सहायक परयोजन क िलए धत

या पटट पर दी गई कोई भिम भी होगी िजसक अतगरत बजर भिम वन भिम चरागाह या भिम क कषक किष िमक और गरामीण कारीगर क अिधभोग म भवन और अ य सरचनाओ क थल ह ] (ख) ldquoअिधकारrdquo पद क अतगरत िकसी सपदा क सबध म िकसी व वधारी

उप- व वधारी अवर व वधारी भ-धितधारक 5[रयत अवर रयत] या अ य म यवतीर म िनिहत कोई अिधकार और भ-राज व क सबध म कोई अिधकार या िवशषािधकार ह ग ]

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 7 दवारा (20-6-1979 स) ldquoअन छद 14 अन छद 19

या अन छद 31rdquo क थान पर परित थािपत 2 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 2 दवारा (20-6-1964 स) अतः थािपत 3 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 2 दवारा भतलकषी परभाव स उपखड (क) क थान पर परित थािपत

4 मदरास रा य (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1968 (1968 का 53) की धारा 4 दवारा (14-1-1969 स) ldquoमदरासrdquo क थान पर परित थािपत

5 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 18

1[31ख कछ अिधिनयम और िविनयम का िविधमा यकरणndashअन छद 31क म अतिवर उपबध की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना नवी अनसची म िविनिदर अिधिनयम और िविनयम म स और उनक उपबध म स कोई इस आधार पर श य या कभी श य हआ नही समझा जाएगा िक वह अिधिनयम िविनयम या उपबध इस भाग क िक ही उपबध दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनता ह या यन करता ह और िकसी यायालय या अिधकरण क िकसी परितकल िनणरय िडकरी या आदश क होत हए भी उकत अिधिनयम और िविनयम म स पर यक उस िनरिसत या सशोिधत करन की िकसी सकषम िवधान-मडल की शिकत क अधीन रहत हए परव बना रहगा ]

2[31ग कछ िनदशक त व को परभावी करन वाली िविधय की यावि ndashअन छद 13 म िकसी बात क होत हए भी कोई िविध जो 3[भाग 4 म अिधकिथत सभी या िक ही त व ] को सिनि त करन क िलए रा य की नीित को परभावी करन वाली ह इस आधार पर श य नही समझी जाएगी िक वह 4[अन छद 14 या अन छद 19] दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनती ह या यन करती ह 5[और कोई िविध िजसम यह घोषणा ह िक वह ऐसी नीित को परभावी करन क िलए ह िकसी यायालय म इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक वह ऐसी नीित को परभावी नही करती ह]

परत जहा ऐसी िविध िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई जाती ह वहा इस अन छद क उपबध उस िविध को तब तक लाग नही ह ग जब तक ऐसी िविध को जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखी गई ह उसकी अनमित परा नही हो गई ह

631घ [रा िवरोधी िकरयाकलाप क सबध म िविधय की यावि ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 2 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

सािवधािनक उपचार का अिधकार 32 इस भाग दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए उपचारndash(1) इस भाग

दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए समिचत कायरवािहय दवारा उ चतम यायालय म समावदन करन का अिधकार पर याभत िकया जाता ह

(2) इस भाग दवारा परद अिधकार म स िकसी को परवितरत करान क िलए उ चतम 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 5 दवारा (18-6-1951 स) अतः थािपत 2 सिवधान (प चीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 3 दवारा (20-4-1972 स) अतः थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 4 दवारा (3-1-1977 स) ldquoअन छद 39 क खड (ख) या खड (ग) म िविनिदर िसदधात rdquo क थान पर परित थािपत धारा 4 को उ चतम यायालय दवारा िमनवार िम स िल0 और अ य बनाम भारत सघ और अ य एआईआर 1980 एस0सी0 1789 म अिविधमा य घोिषत कर िदया गया

4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 8 दवारा (20-6-1979 स) ldquoअन छद 14 अन छद 19 या अन छद 31rdquo क थान पर परित थािपत

5 उ चतम यायालय न कशवानद भारती बनाम करल रा य एआईआर 1973 एस0सी0 1461 म ितरछ टाइप म िदए गए उपबध को अिविधमा य घोिषत कर िदया ह

6 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 5 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 19

यायालय को ऐस िनदश या आदश या िरट िजनक अतगरत बदी पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार-प छा और उपरषण िरट ह जो भी समिचत हो िनकालन की शिकत होगी

(3) उ चतम यायालय को खड (1) और खड (2) दवारा परद शिकतय पर परितकल परभाव डाल िबना सस उ चतम यायालय दवारा खड (2) क अधीन परयोकत य िक ही या सभी शिकतय का िकसी अ य यायालय को अपनी अिधकािरता की थानीय सीमाओ क भीतर परयोग करन क िलए िविध दवारा सशकत कर सकगी

(4) इस सिवधान दवारा अ यथा उपबिधत क िसवाय इस अन छद दवारा पर याभत अिधकार िनलिबत नही िकया जाएगा

132क [रा य िविधय की सािवधािनक वधता पर अन छद 32 क अधीन कायरवािहय म िवचार न िकया जाना ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 3 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

2[33 इस भाग दवारा परद अिधकार का बल आिद को लाग होन म उपातरण करन की सस की शिकतndashसस िविध दवारा अवधारण कर सकगी िक इस भाग दवारा परद अिधकार म स कोईndash

(क) सश बल क सद य को या (ख) लोक यव था बनाए रखन का भारसाधन करन वाल बल क सद य को या (ग) आसचना या परित आसचना क परयोजन क िलए रा य दवारा थािपत

िकसी यरो या अ य सगठन म िनयोिजत यिकतय को या (घ) खड (क) स खड (ग) म िनिदर िकसी बल यरो या सगठन क परयोजन क

िलए थािपत दरसचार परणाली म या उसक सबध म िनयोिजत यिकतय को लाग होन म िकस िव तार तक िनबरि धत या िनराकत िकया जाए िजसस उनक कतर य का उिचत पालन और उनम अनशासन बना रहना सिनि त रह ]

34 जब िकसी कषतर म सना िविध परव ह तब इस भाग दवारा परद अिधकार पर िनबर धनndashइस भाग क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा सघ या िकसी रा य की सवा म िकसी यिकत की या िकसी अ य यिकत की िकसी ऐस कायर क सबध म कषितपित र कर सकगी जो उसन भारत क रा यकषतर क भीतर िकसी ऐस कषतर म जहा सना िविध परव थी यव था क बनाए रखन या पनः थापन क सबध म िकया ह या ऐस कषतर म सना िविध क अधीन पािरत दडादश िदए गए दड आिद समपहरण या िकए गए 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 6 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (पचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 2 दवारा अन छद 33 क थान पर (11-9-1984 स) परित थािपत

भारत का सिवधान 20

अ य कायर को िविधमा य कर सकगी 35 इस भाग क उपबध को परभावी करन क िलए िवधानndashइस सिवधान म िकसी बात

क होत हए भीndash (क) सस को शिकत होगी और िकसी रा य क िवधान-मडल को शिकत नही

होगी िक वहndash (i) िजन िवषय क िलए अन छद 16 क खड (3) अन छद 32 क

खड (3) अन छद 33 और अन छद 34 क अधीन सस िविध दवारा उपबध कर सकगी उनम स िकसी क िलए और

(ii) ऐस काय क िलए जो इस भाग क अधीन अपराध घोिषत िकए गए ह दड िविहत करन क िलए

िविध बनाए और सस इस सिवधान क परारभ क प ात यथाशकय शीघर ऐस काय क िलए जो उपखड (ii) म िनिदर ह दड िविहत करन क िलए िविध बनाएगी

(ख) खड (क) क उपखड (i) म िनिदर िवषय म स िकसी स सबिधत या उस खड क उपखड (ii) म िनिदर िकसी कायर क िलए दड का उपबध करन वाली कोई परव िविध जो भारत क रा यकषतर म इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल परव थी उसक िनबधन क और अन छद 372 क अधीन उसम िकए गए िक ही अनकलन और उपातरण क अधीन रहत हए तब तक परव रहगी जब तक उसका सस दवारा पिरवतरन या िनरसन या सशोधन नही कर िदया जाता ह प ीकरणndashइस अन छद म ldquoपरव िविधrdquo पद का वही अथर ह जो अन छद 372 म ह

21

भाग 4 रा य की नीित क िनदशक त व

36 पिरभाषाndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo का वही अथर ह जो भाग 3 म ह

37 इस भाग म अतिवर त व का लाग होनाndashइस भाग म अतिवर उपबध िकसी यायालय दवारा परवतरनीय नही ह ग िकत िफर भी इनम अिधकिथत त व दश क शासन म मलभत ह और िविध बनान म इन त व को लाग करना रा य का कतर य होगा

38 रा य लोक क याण की अिभविदध क िलए सामािजक यव था बनाएगाndash 1[(1)] रा य ऐसी सामािजक यव था की िजसम सामािजक आिथरक और राजनितक याय रा ीय जीवन की सभी स थाओ को अनपरािणत कर भरसक परभावी प म थापना और सरकषण करक लोक क याण की अिभविदध का परयास करगा

2[(2) रा य िविश तया आय की असमानताओ को कम करन का परयास करगा और न कवल यि य क बीच बि क िविभ न कषतर म रहन वाल और िविभ न यवसाय म लग हए लोग क समह क बीच भी परित ा सिवधाओ और अवसर की असमानता समा करन का परयास करगा ]

39 रा य दवारा अनसरणीय कछ नीित त वndashरा य अपनी नीित का िविश तया इस परकार सचालन करगा िक सिनि त प सndash

(क) प ष और ी सभी नागिरक को समान प स जीिवका क पयार साधन परा करन का अिधकार हो

(ख) समदाय क भौितक ससाधन का वािम व और िनयतरण इस परकार बटा हो िजसस सामिहक िहत का सव म प स साधन हो

(ग) आिथरक यव था इस परकार चल िजसस धन और उ पादन-साधन का सवरसाधारण क िलए अिहतकारी सकरदरण न हो

(घ) प ष और ि य दोन का समान कायर क िलए समान वतन हो

(ङ) प ष और ी कमरकार क वा य और शिकत का तथा बालक की सकमार अव था का द पयोग न हो और आिथरक आव यकता स िववश होकर नागिरक को ऐस रोजगार म न जाना पड़ जो उनकी आय या शिकत क अनकल न ह

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 9 दवारा (20-6-1979 स) अन छद 38 को

उसक खड (1) क प म पनःसखयािकत िकया गया 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 9 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

22

1[(च) बालक को वततर और गिरमामय वातावरण म व थ िवकास क अवसर और सिवधाए दी जाए और बालक और अ पवय यिकतय की शोषण स तथा नितक और आिथरक पिर याग स रकषा की जाए ] 2[39क समान याय और िनःश क िविधक सहायताndashरा य यह सिनि त

करगा िक िविधक ततर इस परकार काम कर िक समान अवसर क आधार पर याय सलभ हो और वह िविश तया यह सिनि त करन क िलए िक आिथरक या िकसी अ य िनय गयता क कारण कोई नागिरक याय परा करन क अवसर स विचत न रह जाए उपयकत िवधान या कीम दवारा या िकसी अ य रीित स नःश क िविधक सहायता की यव था करगा ]

40 गराम पचायत का सगठनndashरा य गराम पचायत का सगठन करन क िलए कदम उठाएगा और उनको ऐसी शिकतया और परािधकार परदान करगा जो उ ह वाय शासन की इकाइय क प म कायर करन योगय बनान क िलए आव यक ह

41 कछ दशाओ म काम िशकषा और लोक सहायता पान का अिधकारndashरा य अपनी आिथरक साम यर और िवकास की सीमाओ क भीतर काम पान क िशकषा पान क और बकारी बढ़ापा बीमारी और नःशकतता तथा अ य अनहर अभाव की दशाओ म लोक सहायता पान क अिधकार को परा करान का परभावी उपबध करगा

42 काम की यायसगत और मानवोिचत दशाओ का तथा परसित सहायता का उपबधndashरा य काम की यायसगत और मानवोिचत दशाओ को सिनि त करन क िलए और परसित सहायता क िलए उपबध करगा

43 कमरकार क िलए िनवारह मजदरी आिदndashरा य उपयकत िवधान या आिथरक सगठन दवारा या िकसी अ य रीित स किष क उदयोग क या अ य परकार क सभी कमरकार को काम िनवारह मजदरी िश जीवन तर और अवकाश का सपणर उपभोग सिनि त करन वाली काम की दशाए तथा सामािजक और सा कितक अवसर परा करान का परयास करगा और िविश तया गराम म कटीर उदयोग को वयिकतक या सहकारी आधार पर बढ़ान का परयास करगा

3[43क उदयोग क परबध म कमरकार का भाग लनाndashरा य िकसी उदयोग म लग हए उपकरम थापन या अ य सगठन क परबध म कमरकार का भाग लना सिनि त करन क िलए उपयकत िवधान दवारा या िकसी अ य रीित स कदम उठाएगा ]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 7 दवारा (3-1-1977 स) परित थािपत 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 8 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 9 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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1[43ख सहकारी सोसाइिटय का सवधरनndashरा य सहकारी सोसाइिटय की वि छक िवरचना उनक वशासी कायरकरण लोकताितरक िनयतरण और वि क परबधन का सवधरन करन का परयास करगा ]

44 नागिरक क िलए एक समान िसिवल सिहताndashरा य भारत क सम त रा यकषतर म नागिरक क िलए एक समान िसिवल सिहता परा करान का परयास करगा

2[45 छह वषर स कम आय क बालक क िलए परारिभक बा याव था दख-रख और िशकषा का उपबधndashरा य सभी बालक क िलए छह वषर की आय परी करन तक परारिभक बा याव था दख-रख और िशकषा दन क िलए उपबध करन का परयास करगा ]

46 अनसिचत जाितय अनसिचत जनजाितय और अ य दबरल वग क िशकषा और अथर सबधी िहत की अिभविदधndashरा य जनता क दबरल वग क िविश तया अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िशकषा और अथर सबधी िहत की िवशष सावधानी स अिभविदध करगा और सामािजक अ याय और सभी परकार क शोषण स उनकी सरकषा करगा

47 पोषाहार तर और जीवन तर को ऊचा करन तथा लोक वा य का सधार करन का रा य का कतर यndashरा य अपन लोग क पोषाहार तर और जीवन तर को ऊचा करन और लोक वा य क सधार को अपन पराथिमक कतर य म मानगा और रा य िविश तया मादक पय और वा य क िलए हािनकर ओषिधय क औषधीय परयोजन स िभ न उपभोग का परितषध करन का परयास करगा

48 किष और पशपालन का सगठनndashरा य किष और पशपालन को आधिनक और वजञािनक परणािलय स सगिठत करन का परयास करगा और िविश तया गाय और बछड़ तथा अ य दधा और वाहक पशओ की न ल क पिररकषण और सधार क िलए और उनक वध का परितषध करन क िलए कदम उठाएगा

3[48क पयारवरण का सरकषण तथा सवधरन और वन तथा व य जीव की रकषाndashरा य दश क पयारवरण क सरकषण तथा सवधरन का और वन तथा व य जीव की रकषा करन का परयास करगा ]

1 सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 3 दवारा (15-2-2012 स) अतः थािपत 2 सिवधान (िछयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2002 की धारा 3 दवारा (1-4-2010 स) ldquoअन छद 45rdquo क

थान पर परित थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 10 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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49 रा ीय मह व क स मारक थान और व तओ का सरकषणndash1[सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन] रा ीय मह व वाल 2[घोिषत िकए गए] कला मक या ऐितहािसक अिभ िच वाल पर यक स मारक या थान या व त का यथाि थित लठन िव पण िवनाश अपसारण ययन या िनयारत स सरकषण करना रा य की बा यता होगी

50 कायरपािलका स यायपािलका का पथककरणndashरा य की लोक सवाओ म यायपािलका को कायरपािलका स पथकत करन क िलए रा य कदम उठाएगा

51 अतररा ीय शाित और सरकषा की अिभविदधndashरा यndash (क) अतररा ीय शाित और सरकषा की अिभविदध का (ख) रा क बीच यायसगत और स मानपणर सबध को बनाए रखन

का (ग) सगिठत लोग क एक दसर स यवहार म अतररा ीय िविध और

सिध-बा यताओ क परित आदर बढ़ान का और (घ) अतररा ीय िववाद क मा य थम दवारा िनपटार क िलए परो साहन

दन का परयास करगा

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 27 दवारा ldquoसस दवारा िविध दवारा घोिषतrdquo क थान

पर (1-11-1956 स) परित थािपत

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1[भाग 4क मल कतर य

51क मल कतर यndashभारत क पर यक नागिरक का यह कतर य होगा िक वहndash (क) सिवधान का पालन कर और उसक आदश स थाओ रा वज और

रा गान का आदर कर (ख) वततरता क िलए हमार रा ीय आदोलन को परिरत करन वाल उ च

आदश को दय म सजोए रख और उनका पालन कर (ग) भारत की परभता एकता और अखडता की रकषा कर और उस अकष ण

रख (घ) दश की रकषा कर और आ ान िकए जान पर रा की सवा कर (ङ) भारत क सभी लोग म समरसता और समान भरात व की भावना का

िनमारण कर जो धमर भाषा और परदश या वगर पर आधािरत सभी भदभाव स पर हो ऐसी परथाओ का याग कर जो ि य क स मान क िव दध ह

(च) हमारी सामािसक स कित की गौरवशाली परपरा का मह व समझ और उसका पिररकषण कर

(छ) पराकितक पयारवरण की िजसक अतगरत वन झील नदी और व य जीव ह रकषा कर और उसका सवधरन कर तथा परािण मातर क परित दयाभाव रख

(ज) वजञािनक ि कोण मानववाद और जञानाजरन तथा सधार की भावना का िवकास कर

(झ) सावरजिनक सपि को सरिकषत रख और िहसा स दर रह (ञ) यिकतगत और सामिहक गितिविधय क सभी कषतर म उ कषर की ओर

बढ़न का सतत परयास कर िजसस रा िनरतर बढ़त हए परय और उपलि ध की नई ऊचाइय को छ ल ]

2[(ट) यिद माता-िपता या सरकषक ह छह वषर स चौदह वषर तक की आय वाल अपन यथाि थित बालक या परितपा य क िलए िशकषा क अवसर परदान कर ]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 11 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (िछयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2002 की धारा 4 दवारा (1-4-2010 स) अतः थािपत

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भाग 5 सघ

अ याय 1ndashकायरपािलका रा पित और उपरा पित

52 भारत का रा पितndashभारत का एक रा पित होगा 53 सघ की कायरपािलका शिकतndash(1) सघ की कायरपािलका शिकत रा पित म िनिहत

होगी और वह इसका परयोग इस सिवधान क अनसार वय या अपन अधीन थ अिधकािरय क दवारा करगा

(2) पवरगामी उपबध की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना सघ क रकषा बल का सव च समादश रा पित म िनिहत होगा और उसका परयोग िविध दवारा िविनयिमत होगा

(3) इस अन छद की कोई बातndash (क) िकसी िवदयमान िविध दवारा िकसी रा य की सरकार या अ य

परािधकारी को परदान िकए गए क य रा पित को अतिरत करन वाली नही समझी जाएगी या

(ख) रा पित स िभ न अ य परािधकािरय को िविध दवारा क य परदान करन स सस को िनवािरत नही करगी 54 रा पित का िनवारचनndashरा पित का िनवारचन ऐस िनवारचकगण क सद य करग

िजसमndash (क) सस क दोन सदन क िनवारिचत सद य और (ख) रा य की िवधान सभाओ क िनवारिचत सद य

ह ग 1[ प ीकरणndashइस अन छद और अन छद 55 म ldquoरा यrdquo क अतगरत िद ली

रा ीय राजधानी रा यकषतर और पािडचरी सघ रा यकषतर ह ] 55 रा पित क िनवारचन की रीितndash(1) जहा तक सा य हो रा पित क िनवारचन

म िभ न-िभ न रा य क परितिनिध व क मापमान म एक पता होगी (2) रा य म आपस म ऐसी एक पता तथा सम त रा य और सघ म समत यता

परा करान क िलए सस और पर यक रा य की िवधान सभा का पर यक िनवारिचत सद य ऐस िनवारचन म िजतन मत दन का हकदार ह उनकी सखया िन निलिखत रीित स अवधािरत की जाएगी अथारत ndash

(क) िकसी रा य की िवधान सभा क पर यक िनवारिचत सद य क उतन मत ह ग िजतन िक एक हजार क गिणत उस भागफल म ह जो रा य की जनसखया को उस िवधान सभा क िनवारिचत सद य की कल सखया स भाग दन पर आए

1 सिवधान (स रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 2 दवारा (1-6-1995 स) अतः थािपत पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 3 दवारा (1-10-2006 स) अब यह पडचरी ह

भारत का सिवधान

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(ख) यिद एक हजार क उकत गिणत को लन क बाद शष पाच सौ स कम नही ह तो उपखड (क) म िनिदर पर यक सद य क मत की सखया म एक और जोड़ िदया जाएगा

(ग) सस क पर यक सदन क पर यक िनवारिचत सद य क मत की सखया वह होगी जो उपखड (क) और उपखड (ख) क अधीन रा य की िवधान सभाओ क सद य क िलए िनयत कल मत की सखया को सस क दोन सदन क िनवारिचत सद य की कल सखया स भाग दन पर आए िजसम आध स अिधक िभ न को एक िगना जाएगा और अ य िभ न की उपकषा की जाएगी (3) रा पित का िनवारचन आनपाितक परितिनिध व पदधित क अनसार एकल

सकरमणीय मत दवारा होगा और ऐस िनवारचन म मतदान ग होगा 1[ प ीकरणndashइस अन छद म ldquoजनसखयाrdquo पद स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म

अिभिनि त की गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह परत इस प ीकरण म अितम पवरवतीर जनगणना क परित िजसक ससगत आकड़

परकािशत हो गए ह िनदश का जब तक सन 2[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह यह अथर लगाया जाएगा िक वह 1971 की जनगणना क परित िनदश ह ]

56 रा पित की पदाविधndash(1) रा पित अपन पद गरहण की तारीख स पाच वषर की अविध तक पद धारण करगा

परतndash (क) रा पित उपरा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा

अपना पद याग सकगा (ख) सिवधान का अितकरमण करन पर रा पित को अन छद 61 म

उपबिधत रीित स चलाए गए महािभयोग दवारा पद स हटाया जा सकगा (ग) रा पित अपन पद की अविध समा हो जान पर भी तब तक पद

धारण करता रहगा जब तक उसका उ रािधकारी अपना पद गरहण नही कर लता ह (2) खड (1) क परतक क खड (क) क अधीन उपरा पित को सबोिधत यागपतर

की सचना उसक दवारा लोक सभा क अ यकष को तर त दी जाएगी 57 पनिनरवारचन क िलए पातरताndashकोई यिकत जो रा पित क प म पद धारण

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 12 दवारा (3-1-1977 स) प ीकरण क थान पर परित थािपत

2 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 2 दवारा ldquo2000rdquo क थान पर (21-2-2002 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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करता ह या कर चका ह इस सिवधान क अ य उपबध क अधीन रहत हए उस पद क िलए पनिनरवारचन का पातर होगा

58 रा पित िनवारिचत होन क िलए अहरताएndash(1) कोई यिकत रा पित िनवारिचत होन का पातर तभी होगा जब वहndash

(क) भारत का नागिरक ह (ख) पतीस वषर की आय परी कर चका ह और (ग) लोक सभा का सद य िनवारिचत होन क िलए अिहरत ह

(2) कोई यिकत जो भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन अथवा उकत सरकार म स िकसी क िनयतरण म िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन कोई लाभ का पद धारण करता ह रा पित िनवारिचत होन का पातर नही होगा

प ीकरणndashइस अन छद क परयोजन क िलए कोई यिकत कवल इस कारण कोई लाभ का पद धारण करन वाला नही समझा जाएगा िक वह सघ का रा पित या उपरा पित या िकसी रा य का रा यपाल ह 1 अथवा सघ का या िकसी रा य का मतरी ह

59 रा पित क पद क िलए शतndash(1) रा पित सस क िकसी सदन का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद य नही होगा और यिद सस क िकसी सदन का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का कोई सद य रा पित िनवारिचत हो जाता ह तो यह समझा जाएगा िक उसन उस सदन म अपना थान रा पित क प म अपन पद गरहण की तारीख स िरकत कर िदया ह

(2) रा पित अ य कोई लाभ का पद धारण नही करगा (3) रा पित िबना िकराया िदए अपन शासकीय िनवास क उपयोग का हकदार

होगा और ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का भी जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

(4) रा पित की उपलि धया और भ उसकी पदाविध क दौरान कम नही िकए जाएग

60 रा पित दवारा शपथ या परितजञानndashपर यक रा पित और पर यक यिकत जो रा पित क प म कायर कर रहा ह या उसक क य का िनवरहन कर रहा ह अपना पद गरहण करन स पहल भारत क मखय यायमितर या उसकी अनपि थित म उ चतम यायालय क उपल ध य तम यायाधीश क समकष िन निलिखत पर प म शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा अथारत ndash

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमख या उप-राजपरमखrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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ई र की शपथ लता ह ldquoम अमक ---------------------------िक म दधापवरक भारत क रा पित स यिन ा स परितजञान करता ह

क पद का कायरपालन (अथवा रा पित क क य का िनवरहन) क गा तथा अपनी परी योगयता स सिवधान और िविध का पिररकषण सरकषण और परितरकषण क गा और म भारत की जनता की सवा और क याण म िनरत रहगा rdquo 61 रा पित पर महािभयोग चलान की परिकरयाndash(1) जब सिवधान क अितकरमण

क िलए रा पित पर महािभयोग चलाना हो तब सस का कोई सदन आरोप लगाएगा (2) ऐसा कोई आरोप तब तक नही लगाया जाएगा जब तक िकndash

(क) ऐसा आरोप लगान की पर थापना िकसी ऐस सक प म अतिवर नही ह जो कम स कम चौदह िदन की ऐसी िलिखत सचना क िदए जान क प ात पर तािवत िकया गया ह िजस पर उस सदन की कल सद य सखया क कम स कम एक-चौथाई सद य न ह ताकषर करक उस सक प को पर तािवत करन का अपना आशय परकट िकया ह और

(ख) उस सदन की कल सद य सखया क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा ऐसा सक प पािरत नही िकया गया ह (3) जब आरोप सस क िकसी सदन दवारा इस परकार लगाया गया ह तब दसरा

सदन उस आरोप का अ वषण करगा या कराएगा और ऐस अ वषण म उपि थत होन का तथा अपना परितिनिध व करान का रा पित को अिधकार होगा

(4) यिद अ वषण क पिरणाम व प यह घोिषत करन वाला सक प िक रा पित क िव दध लगाया गया आरोप िसदध हो गया ह आरोप का अ वषण करन या करान वाल सदन की कल सद य सखया क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा पािरत कर िदया जाता ह तो ऐस सक प का परभाव उसक इस परकार पािरत िकए जान की तारीख स रा पित को उसक पद स हटाना होगा

62 रा पित क पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन करन का समय और आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत की पदाविधndash(1) रा पित की पदाविध की समाि स हई िरिकत को भरन क िलए िनवारचन पदाविध की समाि स पहल ही पणर कर िलया जाएगा

(2) रा पित की म य पद याग या पद स हटाए जान या अ य कारण स हई उसक पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन िरिकत होन की तारीख क प ात यथाशीघर और पर यक दशा म छह मास बीतन स पहल िकया जाएगा और िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत अन छद 56 क उपबध क अधीन रहत हए अपन पद गरहण की तारीख स पाच वषर की परी अविध तक पद धारण करन का हकदार होगा

63 भारत का उपरा पितndashभारत का एक उपरा पित होगा 64 उपरा पित का रा य सभा का पदन सभापित होनाndashउपरा पित रा य सभा

का पदन सभापित होगा और अ य कोई लाभ का पद धारण नही करगा

भारत का सिवधान

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परत िजस िकसी अविध क दौरान उपरा पित अन छद 65 क अधीन रा पित क प म कायर करता ह या रा पित क क य का िनवरहन करता ह उस अविध क दौरान

वह रा य सभा क सभापित क पद क कतर य का पालन नही करगा और वह अन छद 97 क अधीन रा य सभा क सभापित को सदय वतन या भ का हकदार नही होगा

65 रा पित क पद म आकि मक िरिकत क दौरान या उसकी अनपि थित म उपरा पित का रा पित क प म कायर करना या उसक क य का िनवरहनndash(1) रा पित की म य पद याग या पद स हटाए जान या अ य कारण स उसक पद म हई िरिकत की दशा म उपरा पित उस तारीख तक रा पित क प म कायर करगा िजस तारीख को ऐसी िरिकत को भरन क िलए इस अ याय क उपबध क अनसार िनवारिचत नया रा पित अपना पद गरहण करता ह

(2) जब रा पित अनपि थित बीमारी या अ य िकसी कारण स अपन क य का िनवरहन करन म असमथर ह तब उपरा पित उस तारीख तक उसक क य का िनवरहन करगा िजस तारीख को रा पित अपन कतर य को िफर स सभालता ह

(3) उपरा पित को उस अविध क दौरान और उस अविध क सबध म जब वह रा पित क प म इस परकार कायर कर रहा ह या उसक क य का िनवरहन कर रहा ह रा पित की सभी शिकतया और उ मिकतया ह गी तथा वह ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

66 उपरा पित का िनवारचनndash(1) उपरा पित का िनवारचन 1[सस क दोन सदन क सद य स िमलकर बनन वाल िनवारचकगण क सद य ] दवारा आनपाितक परितिनिध व पदधित क अनसार एकल सकरमणीय मत दवारा होगा और ऐस िनवारचन म मतदान ग होगा

(2) उपरा पित सस क िकसी सदन का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद य नही होगा और यिद सस क िकसी सदन का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का कोई सद य उपरा पित िनवारिचत हो जाता ह तो यह समझा जाएगा िक उसन उस सदन म अपना थान उपरा पित क प म अपन पद गरहण की तारीख स िरकत कर िदया ह

(3) कोई यिकत उपरा पित िनवारिचत होन का पातर तभी होगा जब वहndash (क) भारत का नागिरक ह (ख) पतीस वषर की आय परी कर चका ह और (ग) रा य सभा का सद य िनवारिचत होन क िलए अिहरत ह

1 सिवधान (गयारहवा सशोधन) अिधिनयम 1961 की धारा 2 दवारा ldquoसयकत अिधवशन म समवत सस क दोन सदन क सद य rdquo क थान पर (19-12-1961 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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(4) कोई यिकत जो भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन अथवा उकत सरकार म स िकसी क िनयतरण म िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन कोई लाभ का पद धारण करता ह उपरा पित िनवारिचत होन का पातर नही होगा

प ीकरणndashइस अन छद क परयोजन क िलए कोई यिकत कवल इस कारण कोई लाभ का पद धारण करन वाला नही समझा जाएगा िक वह सघ का रा पित या उपरा पित या िकसी रा य का रा यपाल ह 1 अथवा सघ का या िकसी रा य का मतरी ह

67 उपरा पित की पदाविधndashउपरा पित अपन पद गरहण की तारीख स पाच वषर की अविध तक पद धारण करगा

परतndash (क) उपरा पित रा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा

अपना पद याग सकगा (ख) उपरा पित रा य सभा क ऐस सक प दवारा अपन पद स हटाया जा

सकगा िजस रा य सभा क त कालीन सम त सद य क बहमत न पािरत िकया ह और िजसस लोक सभा सहमत ह िकत इस खड क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

(ग) उपरा पित अपन पद की अविध समा हो जान पर भी तब तक पद धारण करता रहगा जब तक उसका उ रािधकारी अपना पद गरहण नही कर लता ह 68 उपरा पित क पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन करन का समय और

आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत की पदाविधndash(1) उपरा पित की पदाविध की समाि स हई िरिकत को भरन क िलए िनवारचन पदाविध की समाि स पहल ही पणर कर िलया जाएगा

(2) उपरा पित की म य पद याग या पद स हटाए जान या अ य कारण स हई उसक पद म िरिकत को भरन क िलए िनवारचन िरिकत होन क प ात यथाशीघर िकया जाएगा और िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत यिकत अन छद 67 क उपबध क अधीन रहत हए अपन पद गरहण की तारीख स पाच वषर की परी अविध तक पद धारण करन का हकदार होगा

69 उपरा पित दवारा शपथ या परितजञानndashपर यक उपरा पित अपना पद गरहण करन स पहल रा पित अथवा उसक दवारा इस िनिम िनयकत िकसी यिकत क समकष िन निलिखत पर प म शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमख या उप-राजपरमखrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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करगा अथारत ndash ई र की शपथ लता ह

ldquoम अमक --------------------------------िक म िविध दवारा थािपत भारत स यिन ा स परितजञान करता ह

क सिवधान क परित स ची दधा और िन ा रखगा तथा िजस पद को म गरहण करन वाला ह उसक कतर य का दधापवरक िनवरहन क गा rdquo 70 अ य आकि मकताओ म रा पित क क य का िनवरहनndashसस ऐसी िकसी

आकि मकता म जो इस अ याय म उपबिधत नही ह रा पित क क य क िनवरहन क िलए ऐसा उपबध कर सकगी जो वह ठीक समझ

1[71 रा पित या उपरा पित क िनवारचन स सबिधत या ससकत िवषयndash(1) रा पित या उपरा पित क िनवारचन स उ प न या ससकत सभी शकाओ और िववाद की जाच और िविन य उ चतम यायालय दवारा िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा

(2) यिद उ चतम यायालय दवारा िकसी यिकत क रा पित या उपरा पित क प म िनवारचन को श य घोिषत कर िदया जाता ह तो उसक दवारा यथाि थित रा पित या उपरा पित क पद की शिकतय क परयोग और कतर य क पालन म उ चतम यायालय क िविन य की तारीख को या उसस पहल िकए गए कायर उस घोषणा क कारण अिविधमा य नही ह ग

(3) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए रा पित या उपरा पित क िनवारचन स सबिधत या ससकत िकसी िवषय का िविनयमन सस िविध दवारा कर सकगी

(4) रा पित या उपरा पित क प म िकसी यिकत क िनवारचन को उस िनवारिचत करन वाल िनवारचकगण क सद य म िकसी भी कारण स िवदयमान िकसी िरिकत क आधार पर पर गत नही िकया जाएगा ]

72 कषमा आिद की और कछ मामल म दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण की रा पित की शिकतndash(1) रा पित को िकसी अपराध क िलए िसदधदोष ठहराए गए िकसी यिकत क दड को कषमा उसका परिवलबन िवराम या पिरहार करन की अथवा दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण कीndash

(क) उन सभी मामल म िजनम दड या दडादश सना यायालय न िदया ह

(ख) उन सभी मामल म िजनम दड या दडादश ऐस िवषय सबधी िकसी

1 अन छद 71 सिवधान (उनतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 2 दवारा (10-8-1975 स) और त प ात सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 10 दवारा (20-6-1979 स) सशोिधत होकर उपरोकत प म आया

भारत का सिवधान

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िविध क िव दध अपराध क िलए िदया गया ह िजस िवषय तक सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार ह

(ग) उन सभी मामल म िजनम दडादश म य दडादश ह शिकत होगी

(2) खड (1) क उपखड (क) की कोई बात सघ क सश बल क िकसी आिफसर की सना यायालय दवारा पािरत दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण की िविध दवारा परद शिकत पर परभाव नही डालगी

(3) खड (1) क उपखड (ग) की कोई बात त समय परव िकसी िविध क अधीन िकसी रा य क रा यपाल 1 दवारा परयोकत य म य दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण की शिकत पर परभाव नही डालगी

73 सघ की कायरपािलका शिकत का िव तारndash(1) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए सघ की कायरपािलका शिकत का िव तारndash

(क) िजन िवषय क सबध म सस को िविध बनान की शिकत ह उन तक और

(ख) िकसी सिध या करार क आधार पर भारत सरकार दवारा परयोकत य अिधकार परािधकार और अिधकािरता क परयोग तक

होगा परत इस सिवधान म या सस दवारा बनाई गई िकसी िविध म अिभ यकत प स

यथा उपबिधत क िसवाय उपखड (क) म िनिदर कायरपािलका शिकत का िव तार िकसी 2 रा य म ऐस िवषय तक नही होगा िजनक सबध म उस रा य क िवधान-मडल को भी िविध बनान की शिकत ह

(2) जब तक सस अ यथा उपबध न कर तब तक इस अन छद म िकसी बात क होत हए भी कोई रा य और रा य का कोई अिधकारी या परािधकारी उन िवषय म िजनक सबध म सस को उस रा य क िलए िविध बनान की शिकत ह ऐसी कायरपािलका शिकत का या क य का परयोग कर सकगा िजनका परयोग वह रा य या उसका अिधकारी या परािधकारी इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल कर सकता था

मितर-पिरष 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का (1-

11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क और भाग ख म उि लिखतrdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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74 रा पित को सहायता और सलाह दन क िलए मितर-पिरष ndash1[(1) रा पित को सहायता और सलाह दन क िलए एक मितर-पिरष होगी िजसका परधान परधान मतरी होगा और रा पित अपन क य का परयोग करन म ऐसी सलाह क अनसार कायर करगा ]

2[परत रा पित मितर-पिरष स ऐसी सलाह पर साधारणतया या अ यथा पनिवरचार करन की अपकषा कर सकगा और रा पित ऐस पनिवरचार क प ात दी गई सलाह क अनसार कायर करगा ]

(2) इस पर की िकसी यायालय म जाच नही की जाएगी िक कया मितरय न रा पित को कोई सलाह दी और यिद दी तो कया दी

75 मितरय क बार म अ य उपबधndash(1) परधान मतरी की िनयिकत रा पित करगा और अ य मितरय की िनयिकत रा पित परधान मतरी की सलाह पर करगा

3[(1क) मितर-पिरष म परधान मतरी सिहत मितरय की कल सखया लोक सभा क सद य की कल सखया क प दरह परितशत स अिधक नही होगी

(1ख) िकसी राजनीितक दल का सस क िकसी सदन का कोई सद य जो दसवी अनसची क परा 2 क अधीन उस सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत ह अपनी िनरहरता की तारीख स परारभ होन वाली और उस तारीख तक िजसको ऐस सद य क प म उसकी पदाविध समा होगी या जहा वह ऐसी अविध की समाि क पवर सस क िकसी सदन क िलए िनवारचन लड़ता ह उस तारीख तक िजसको वह िनवारिचत घोिषत िकया जाता ह इनम स जो भी पवरतर हो की अविध क दौरान खड (1) क अधीन मतरी क प म िनयकत िकए जान क िलए भी िनरिहरत होगा ]

(2) मतरी रा पित क परसादपयरत अपन पद धारण करग (3) मितर-पिरष लोक सभा क परित सामिहक प स उ रदायी होगी (4) िकसी मतरी दवारा अपना पद गरहण करन स पहल रा पित तीसरी अनसची म

इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार उसको पद की और गोपनीयता की शपथ िदलाएगा

(5) कोई मतरी जो िनरतर छह मास की िकसी अविध तक सस क िकसी सदन

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 13 दवारा (3-1-1977 स) खड (1) क थान पर परित थािपत

2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 11 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत 3 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (1-1-2004 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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का सद य नही ह उस अविध की समाि पर मतरी नही रहगा (6) मितरय क वतन और भ ऐस ह ग जो सस िविध दवारा समय-समय पर

अवधािरत कर और जब तक सस इस परकार अवधािरत नही करती ह तब तक ऐस ह ग जो दसरी अनसची म िविनिदर ह

भारत का महा यायवादी 76 भारत का महा यायवादीndash(1) रा पित उ चतम यायालय का यायाधीश

िनयकत होन क िलए अिहरत िकसी यिकत को भारत का महा यायवादी िनयकत करगा (2) महा यायवादी का यह कतर य होगा िक वह भारत सरकार को िविध सबधी

ऐस िवषय पर सलाह द और िविधक व प क ऐस अ य कतर य का पालन कर जो रा पित उसको समय-समय पर िनदिशत कर या स प और उन क य का िनवरहन कर जो उसको इस सिवधान अथवा त समय परव िकसी अ य िविध दवारा या उसक अधीन परदान िकए गए ह

(3) महा यायवादी को अपन कतर य क पालन म भारत क रा यकषतर म सभी यायालय म सनवाई का अिधकार होगा

(4) महा यायवादी रा पित क परसादपयरत पद धारण करगा और ऐसा पािर िमक परा करगा जो रा पित अवधािरत कर

सरकारी कायर का सचालन 77 भारत सरकार क कायर का सचालनndash(1) भारत सरकार की सम त

कायरपािलका काररवाई रा पित क नाम स की हई कही जाएगी (2) रा पित क नाम स िकए गए और िन पािदत आदश और अ य िलखत को

ऐसी रीित स अिधपरमािणत िकया जाएगा जो रा पित दवारा बनाए जान वाल िनयम 1 म िविनिदर की जाए और इस परकार अिधपरमािणत आदश या िलखत की िविधमा यता इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक वह रा पित दवारा िकया गया या िन पािदत आदश या िलखत नही ह

(3) रा पित भारत सरकार का कायर अिधक सिवधापवरक िकए जान क िलए और मितरय म उकत कायर क आबटन क िलए िनयम बनाएगा

2(4) 78 रा पित को जानकारी दन आिद क सबध म परधान मतरी क कतर यndashपरधान

1 दिखए समय-समय पर यथा सशोिधत अिधसचना स काआ2297 तारीख 3 नवबर 1958 भारत का राजपतर

असाधारण 1958 भाग 2 अनभाग 3(ii) प 1315

2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 14 दवारा (3-1-1977 स) खड (4) अतः थािपत िकया गया था और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 12 दवारा (20-6-1979 स) उसका लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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मतरी का यह कतर य होगा िक वहndash (क) सघ क कायरकलाप क परशासन सबधी और िवधान िवषयक

पर थापनाओ सबधी मितर-पिरष क सभी िविन य रा पित को ससिचत कर (ख) सघ क कायरकलाप क परशासन सबधी और िवधान िवषयक

पर थापनाओ सबधी जो जानकारी रा पित माग वह द और (ग) िकसी िवषय को िजस पर िकसी मतरी न िविन य कर िदया ह

िक त मितर-पिरष न िवचार नही िकया ह रा पित दवारा अपकषा िकए जान पर पिरष क समकष िवचार क िलए रख

अ याय 2ndashसस साधारण

79 सस का गठनndashसघ क िलए एक सस होगी जो रा पित और दो सदन स िमलकर बनगी िजनक नाम रा य सभा और लोक सभा ह ग

80 रा य सभा की सरचनाndash(1) 1[2 रा य सभा]ndash (क) रा पित दवारा खड (3) क उपबध क अनसार नामिनदिशत िकए जान

वाल बारह सद य और (ख) रा य क 3[और सघ रा यकषतर क] दो सौ अड़तीस स अनिधक

परितिनिधय स िमलकर बनगी

(2) रा य सभा म रा य क और 4[और सघ रा यकषतर क] परितिनिधय दवारा भर जान वाल थान का आबटन चौथी अनसची म इस िनिम अतिवर उपबध क अनसार होगा

(3) रा पित दवारा खड (1) क उपखड (क) क अधीन नामिनदिशत िकए जान वाल सद य ऐस यिकत ह ग िज ह िन निलिखत िवषय क सबध म िवशष जञान या यावहािरक अनभव ह अथारत ndash

सािह य िवजञान कला और समाज सवा

1 सिवधान (पतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 3 दवारा (1-3-1975 स) ldquoरा य सभाrdquo क थान पर

परित थािपत 2 सिवधान (छ ीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (26-4-1975 स) ldquoदसवी अनसची क परा 4 क

उपबध क अधीन रहत हएrdquo श द का लोप िकया गया 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा (1-11-1956 स) जोड़ा गया 4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(4) रा य सभा म पर यक 1 रा य क परितिनिधय का िनवारचन उस रा य की िवधान सभा क िनवारिचत सद य दवारा आनपाितक परितिनिध व पदधित क अनसार एकल सकरमणीय मत दवारा िकया जाएगा

(5) रा य सभा म 2[सघ रा यकषतर ] क परितिनिध ऐसी रीित स चन जाएग जो सस िविध दवारा िविहत कर

3[81 लोक सभा की सरचनाndash(1) 4[अन छद 331 क उपबध क अधीन रहत हए 5] लोक सभाndash

(क) रा य म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन गए 6[पाच सौ तीस] स अनिधक 6[सद य ] और

(ख) सघ रा यकषतर का परितिनिध व करन क िलए ऐसी रीित स जो सस िविध दवारा उपबिधत कर चन हए 7[बीस] स अनिधक 7[सद य ]

स िमलकर बनगी (2) खड (1) क उपखड (क) क परयोजन क िलएndash

(क) पर यक रा य को लोक सभा म थान का आबटन ऐसी रीित स िकया जाएगा िक थान की सखया स उस रा य की जनसखया का अनपात सभी रा य क िलए यथासा य एक ही हो और

(ख) पर यक रा य को परादिशक िनवारचन-कषतर म ऐसी रीित स िवभािजत िकया जाएगा िक पर यक िनवारचन-कषतर की जनसखया का उसको आबिटत थान की सखया स अनपात सम त रा य म यथासा य एक ही हो 8[पर त इस खड क उपखड (क) क उपबध िकसी रा य को लोक सभा म थान

क आबटन क परयोजन क िलए तब तक लाग नही ह ग जब तक उस रा य की जनसखया साठ लाख स अिधक नही हो जाती ह ]

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा ldquoपहली अनसची क भाग ग म िविनिदर रा य rdquo क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 4 दवारा अन छद 81 और अन छद 82 क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (पतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 4 दवारा (1-3-1975 स) ldquoअन छद 331 क उपबध क अधीन रहत हएrdquo क थान पर परित थािपत

5 सिवधान (छ ीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (26-4-1975 स) ldquoऔर दसवी अनसची क परा 4rdquo श द और अकषर का लोप िकया गया

6 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) पाच सौ प चीस सद य क थान पर परित थािपत

7 सिवधान (इकतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1973 की धारा 2 दवारा ldquoप चीस सद य rdquo क थान पर (17-10-1973 स) परित थािपत

8 सिवधान (इकतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1973 की धारा 2 दवारा (17-10-1973 स) प चीस सद य क थान पर अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(3) इस अन छद म ldquoजनसखयाrdquo पद स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म अिभिनि त की गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह

1[पर त इस खड म अितम पवरवतीर जनगणना क परित िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह िनदश का जब तक सन 2[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह 3[यह अथर लगाया जाएगा िक वहndash

(i) खड (2) क उपखड (क) और उस खड क पर तक क परयोजन क िलए 1971 की जनगणना क परित िनदश ह और

(ii) खड (2) क उपखड (ख) क परयोजन क िलए 4[2001] की जनगणना क परित िनदश ह ]] 82 पर यक जनगणना क प ात पनः समायोजनndashपर यक जनगणना की समाि

पर रा य को लोक सभा म थान क आबटन और पर यक रा य क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन का ऐस परािधकारी दवारा और ऐसी रीित स पनः समायोजन िकया जाएगा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर

पर त ऐस पनः समायोजन स लोक सभा म परितिनिध व पर तब तक कोई परभाव नही पड़गा जब तक उस समय िवदयमान लोक सभा का िवघटन नही हो जाता ह

5[पर त यह और िक ऐसा पनः समायोजन उस तारीख स परभावी होगा जो रा पित आदश दवारा िविनिदर कर और ऐस पनः समायोजन क परभावी होन तक लोक सभा क िलए कोई िनवारचन उन परादिशक िनवारचन-कषतर क आधार पर हो सकगा जो ऐस पनः समायोजन क पहल िवदयमान ह

पर त यह और भी िक जब तक सन 6[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह तब तक 7[इस अन छद क अधीनndash

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 15 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 3 दवारा ldquo2000rdquo क थान पर (21-2-2002 स)

परित थािपत 3 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 3 दवारा कितपय श द क थान पर (21-2-2002 स)

परित थािपत 4 सिवधान (सतासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा 1991 क थान पर (22-6-2003 स

परित थािपत 5 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 16 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 6 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 4 दवारा 2000 (21-2-2002 स) परित थािपत

7 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 4 दवारा कितपय श द क थान पर (21-2-2002 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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(i) रा य को लोक सभा म 1971 की जनगणना क आधार पर पनः समायोिजत थान क आबटन का और

(ii) पर यक रा य क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन का जो 1[2001] की जनगणना क आधार पर पनः समायोिजत िकए जाए

पनः समायोजन आव यक नही होगा ]] 83 सस क सदन की अविधndash(1) रा य सभा का िवघटन नही होगा िक त

उसक सद य म स यथा सभव िनकटतम एक-ितहाई सद य सस दवारा िविध दवारा इस िनिम िकए गए उपबध क अनसार पर यक िदवतीय वषर की समाि पर यथाशकय शीघर िनव हो जाएग

(2) लोक सभा यिद पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपन परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स 2[पाच वषर] तक बनी रहगी इसस अिधक नही और 2[पाच वषर] की उकत अविध की समाि का पिरणाम लोक सभा का िवघटन होगा

पर त उकत अविध को जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब सस िविध दवारा ऐसी अविध क िलए बढ़ा सकगी जो एक बार म एक वषर स अिधक नही होगी और उदघोषणा क परवतरन म न रह जान क प ात उसका िव तार िकसी भी दशा म छह मास की अविध स अिधक नही होगा

84 सस की सद यता क िलए अहरताndashकोई यिकत सस क िकसी थान को भरन क िलए चन जान क िलए अिहरत तभी होगा जबndash

3[(क) वह भारत का नागिरक ह और िनवारचन आयोग दवारा इस िनिम परािधकत िकसी यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लता ह या परितजञान करता ह और उस पर अपन ह ताकषर करता ह ]

(ख) वह रा य सभा म थान क िलए कम स कम तीस वषर की आय का और लोक सभा म थान क िलए कम स कम प चीस वषर की आय का ह और

1 सिवधान (सतासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 3 दवारा 1991 क थान पर (22-6-2003 स)

परित थािपत

2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 13 दवारा (20-6-1979 स) ldquoछह वषरrdquo श द क थान पर परित थािपत सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 17 दवारा (3-1-1977 स) ldquoपाच वषरrdquo मल श द क थान पर ldquoछह वषरrdquo श द परित थािपत िकए गए थ

3 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 3 दवारा (5-10-1963 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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(ग) उसक पास ऐसी अ य अहरताए ह जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस िनिम िविहत की जाए 1[85 सस क सतर सतरावसान और िवघटनmdash(1) रा पित समय-समय पर सस

क पर यक सदन को ऐस समय और थान पर जो वह ठीक समझ अिधवशन क िलए आहत करगा िक त उसक एक सतर की अितम बठक और आगामी सतर की परथम बठक क िलए िनयत तारीख क बीच छह मास का अतर नही होगा ]

(2) रा पित समय-समय परndash (क) सदन का या िकसी सदन का सतरावसान कर सकगा (ख) लोक सभा का िवघटन कर सकगा

86 सदन म अिभभाषण का और उनको सदश भजन का रा पित का अिधकारndash (1) रा पित सस क िकसी एक सदन म या एक साथ समवत दोन सदन म अिभभाषण कर सकगा और इस परयोजन क िलए सद य की उपि थित की अपकषा कर सकगा

(2) रा पित सस म उस समय लिबत िकसी िवधयक क सबध म सदश या कोई अ य सदश सस क िकसी सदन को भज सकगा और िजस सदन को कोई सदश इस परकार भजा गया ह वह सदन उस सदश दवारा िवचार करन क िलए अपिकषत िवषय पर सिवधानसार शीघरता स िवचार करगा

87 रा पित का िवशष अिभभाषणndash(1) रा पित 2[लोक सभा क िलए पर यक साधारण िनवारचन क प ात परथम सतर क आरभ म और पर यक वषर क परथम सतर क आरभ म] एक साथ समवत सस क दोन सदन म अिभभाषण करगा और सस को उसक आ ान क कारण बताएगा

(2) पर यक सदन की परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम दवारा ऐस अिभभाषण म िनिदर िवषय की चचार क िलए समय िनयत करन क िलए 3 उपबध िकया जाएगा

88 सदन क बार म मितरय और महा यायवादी क अिधकारndashपर यक मतरी और भारत क महा यायवादी को यह अिधकार होगा िक वह िकसी भी सदन म सदन की िकसी सयकत बठक म और सस की िकसी सिमित म िजसम उसका नाम सद य क प म िदया गया ह बोल और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग ल िक त इस

अन छद क आधार पर वह मत दन का हकदार नही होगा

1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 6 दवारा (18-6-1951 स) परित थािपत 2 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 7 दवारा ldquoपर यक सतरrdquo क थान पर (18-6-1951 स)

परित थािपत 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 7 दवारा ldquoऔर सदन क अ य कायर पर इस चचार को अगरता

दन क िलएrdquo श द का (18-6-1951 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

41

सस क अिधकारी 89 रा य सभा का सभापित और उपसभापितndash(1) भारत का उपरा पित रा य

सभा का पदन सभापित होगा (2) रा य सभा यथाशकय शीघर अपन िकसी सद य को अपना उपसभापित चनगी

और जब-जब उपसभापित का पद िरकत होता ह तब-तब रा य सभा िकसी अ य सद य को अपना उपसभापित चनगी

90 उपसभापित का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाndashरा य सभा क उपसभापित क प म पद धारण करन वाला सद यndash

(क) यिद रा य सभा का सद य नही रहता ह तो अपना पद िरकत कर दगा

(ख) िकसी भी समय सभापित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा और

(ग) रा य सभा क त कालीन सम त सद य क बहमत स पािरत सक प दवारा अपन पद स हटाया जा सकगा पर त खड (ग) क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया

जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

91 सभापित क पद क कतर य का पालन करन या सभापित क प म कायर करन की उपसभापित या अ य यिकत की शिकतndash(1) जब सभापित का पद िरकत ह या ऐसी अविध म जब उपरा पित रा पित क प म कायर कर रहा ह या उसक क य का िनवरहन कर रहा ह तब उपसभापित या यिद उपसभापित का पद भी िरकत ह तो रा य सभा का ऐसा सद य िजसको रा पित इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

(2) रा य सभा की िकसी बठक स सभापित की अनपि थित म उपसभापित या यिद वह भी अनपि थत ह तो ऐसा यिकत जो रा य सभा की परिकरया क िनयम दवारा अवधािरत िकया जाए या यिद ऐसा कोई यिकत उपि थत नही ह तो ऐसा अ य यिकत जो रा य सभा दवारा अवधािरत िकया जाए सभापित क प म कायर करगा

92 जब सभापित या उपसभापित को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होनाndash(1) रा य सभा की िकसी बठक म जब उपरा पित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब सभापित या जब उपसभापित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उपसभापित उपि थत रहन पर भी पीठासीन नही होगा और अन छद 91 क खड (2) क उपबध ऐसी पर यक बठक क सबध म वस ही लाग ह ग जस व उस बठक क सबध म लाग होत ह िजसस यथाि थित सभापित या उपसभापित अनपि थत ह

भारत का सिवधान

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(2) जब उपरा पित को उसक पद स हटान का कोई सक प रा य सभा म िवचाराधीन ह तब सभापित को रा य सभा म बोलन और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार होगा िक त वह अन छद 100 म िकसी बात क होत हए भी ऐस सक प पर या ऐसी कायरवािहय क दौरान िकसी अ य िवषय पर मत दन का िब कल हकदार नही होगा

93 लोक सभा का अ यकष और उपा यकषndashलोक सभा यथाशकय शीघर अपन दो सद य को अपना अ यकष और उपा यकष चनगी और जब-जब अ यकष या उपा यकष का पद िरकत होता ह तब-तब लोक सभा िकसी अ य सद य को यथाि थित अ यकष या उपा यकष चनगी

94 अ यकष और उपा यकष का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाndashलोक सभा क अ यकष या उपा यकष क प म पद धारण करन वाला सद यndash

(क) यिद लोक सभा का सद य नही रहता ह तो अपना पद िरकत कर दगा

(ख) िकसी भी समय यिद वह सद य अ यकष ह तो उपा यकष को सबोिधत और यिद वह सद य उपा यकष ह तो अ यकष को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा और

(ग) लोक सभा क त कालीन सम त सद य क बहमत स पािरत सक प दवारा अपन पद स हटाया जा सकगा पर त खड (ग) क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया

जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

पर त यह और िक जब कभी लोक सभा का िवघटन िकया जाता ह तो िवघटन क प ात होन वाल लोक सभा क परथम अिधवशन क ठीक पहल तक अ यकष अपन पद को िरकत नही करगा

95 अ यकष क पद क कतर य का पालन करन या अ यकष क प म कायर करन की उपा यकष या अ य यिकत की शिकतndash(1) जब अ यकष का पद िरकत ह तब उपा यकष या यिद उपा यकष का पद भी िरकत ह तो लोक सभा का ऐसा सद य िजसको रा पित इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

(2) लोक सभा की िकसी बठक स अ यकष की अनपि थित म उपा यकष या यिद वह भी अनपि थत ह तो ऐसा यिकत जो लोक सभा की परिकरया क िनयम दवारा अवधािरत िकया जाए या यिद ऐसा कोई यिकत उपि थत नही ह तो ऐसा अ य यिकत जो लोक सभा दवारा अवधािरत िकया जाए अ यकष क प म कायर करगा

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96 जब अ यकष या उपा यकष को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होनाndash(1) लोक सभा की िकसी बठक म जब अ यकष को उसक पद स हटान का सक प िवचाराधीन ह तब अ यकष या जब उपा यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उपा यकष उपि थत रहन पर भी पीठासीन नही होगा और अन छद 95 क खड (2) क उपबध ऐसी पर यक बठक क सबध म वस ही लाग ह ग जस व उस बठक क सबध म लाग होत ह िजसस यथाि थित अ यकष या उपा यकष अनपि थत ह

(2) जब अ यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प लोक सभा म िवचाराधीन ह तब उसको लोक सभा म बोलन और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार होगा और वह अन छद 100 म िकसी बात क होत हए भी ऐस सक प पर या ऐसी कायरवािहय क दौरान िकसी अ य िवषय पर परथमतः ही मत दन का हकदार होगा िक त मत बराबर होन की दशा म मत दन का हकदार नही होगा

97 सभापित और उपसभापित तथा अ यकष और उपा यकष क वतन और भ ndash रा य सभा क सभापित और उपसभापित को तथा लोक सभा क अ यकष और उपा यकष को ऐस वतन और भ का जो सस िविध दवारा िनयत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन और भ का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह सदाय िकया जाएगा

98 सस का सिचवालयndash(1) सस क पर यक सदन का पथक सिचवीय कमरचािरवद होगा

पर त इस खड की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह सस क दोन सदन क िलए सि मिलत पद क सजन को िनवािरत करती ह

(2) सस िविध दवारा सस क पर यक सदन क सिचवीय कमरचािरवद म भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन कर सकगी

(3) जब तक सस खड (2) क अधीन उपबध नही करती ह तब तक रा पित यथाि थित लोक सभा क अ यकष या रा य सभा क सभापित स परामशर करन क प ात लोक सभा क या रा य सभा क सिचवीय कमरचािरवद म भतीर क और िनयकत यिकतय की सवा की शत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा और इस परकार बनाए गए िनयम उकत खड क अधीन बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए परभावी ह ग

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कायर सचालन 99 सद य दवारा शपथ या परितजञानndashसस क पर यक सदन का पर यक सद य

अपना थान गरहण करन स पहल रा पित या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

100 सदन म मतदान िरिकतय क होत हए भी सदन की कायर करन की शिकत और गणपितरndash(1) इस सिवधान म यथा अ यथा उपबिधत क िसवाय पर यक सदन की बठक म या सदन की सयकत बठक म सभी पर का अवधारण अ यकष को अथवा सभापित या अ यकष क प म कायर करन वाल यिकत को छोड़कर उपि थत और मत दन वाल सद य क बहमत स िकया जाएगा

सभापित या अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत परथमतः मत नही दगा िक त मत बराबर होन की दशा म उसका िनणारयक मत होगा और वह उसका परयोग करगा

(2) सस क िकसी सदन की सद यता म कोई िरिकत होन पर भी उस सदन को कायर करन की शिकत होगी और यिद बाद म यह पता चलता ह िक कोई यिकत जो ऐसा करन का हकदार नही था कायरवािहय म उपि थत रहा ह या उसन मत िदया ह या अ यथा भाग िलया ह तो भी सस की कोई कायरवाही िविधमा य होगी

1[(3) जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक सस क पर यक सदन का अिधवशन गिठत करन क िलए गणपितर सदन क सद य की कल सखया का दसवा भाग होगी

(4) यिद सदन क अिधवशन म िकसी समय गणपितर नही ह तो सभापित या अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाल यिकत का यह कतर य होगा िक वह सदन को थिगत कर द या अिधवशन को तब तक क िलए िनलिबत कर द जब तक गणपितर नही हो जाती ह ]

सद य की िनरहरताए 101 थान का िरकत होनाndash(1) कोई यिकत सस क दोन सदन का सद य नही

होगा और जो यिकत दोन सदन का सद य चन िलया जाता ह उसक एक या दसर सदन क थान को िरकत करन क िलए सस िविध दवारा उपबध करगी

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 18 दवारा (तारीख अिधसिचत नही हई थी) खड (3) और

खड (4) को लोप िकया गया गया िक त सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1978 स) उकत सशोधन को िनरिसत कर िदया गया

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(2) कोई यिकत सस और िकसी 1 रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन दोन का सद य नही होगा और यिद कोई यिकत सस और 2[िकसी रा य] क िवधान-मडल क िकसी सदन दोन का सद य चन िलया जाता ह तो ऐसी अविध की समाि क प ात जो रा पित दवारा बनाए गए िनयम 3 म िविनिदर की जाए सस म ऐस यिकत का थान िरकत हो जाएगा यिद उसन रा य क िवधान-मडल म अपन थान को पहल ही नही याग िदया ह

(3) यिद सस क िकसी सदन का सद यndash (क) 4[अन छद 102 क खड (1) या खड (2)] म विणरत िकसी िनरहरता

स गर त हो जाता ह या 5[(ख) यथाि थित सभापित या अ यकष को सबोिधत अपन ह ताकषर

सिहत लख दवारा अपन थान का याग कर दता ह और उसका यागपतर यथाि थित सभापित या अ यकष दवारा वीकार कर िलया जाता ह]

तो ऐसा होन पर उसका थान िरकत हो जाएगा 6[पर त उपखड (ख) म िनिदर यागपतर की दशा म यिद परा जानकारी स या

अ यथा और ऐसी जाच करन क प ात जो वह ठीक समझ यथाि थित सभापित या अ यकष का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसा यागपतर वि छक या असली नही ह तो वह ऐस यागपतर को वीकर नही करगा ]

(4) यिद सस क िकसी सदन का कोई सद य साठ िदन की अविध तक सदन की अनजञा क िबना उसक सभी अिधवशन स अनपि थत रहता ह तो सदन उसक थान को िरकत घोिषत कर सकगा

पर त साठ िदन की उकत अविध की सगणना करन म िकसी ऐसी अविध को िहसाब म नही िलया जाएगा िजसक दौरान सदन सतराविसत या िनरतर चार स अिधक िदन क िलए थिगत रहता ह

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoऐस िकसी रा यrdquo क थान पर

परित थािपत 3 दिखए िविध मतरालय की अिधसचना सखया एफ4650-सी तारीख 26 जनवरी 1950 भारत का राजपतर

असाधारण प 678 म परकािशत समसामियक सद यता परितषध िनयम1950 4 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 2 दवारा (1-3-1985 स) ldquoअन छद 102 क खड (1)rdquo क

थान पर परित थािपत 5 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 2 दवारा (19-5-1974 स) परित थािपत 6 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 2 दवारा (19-5-1974 स) अतः थािपत

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102 सद यता क िलए िनरहरताएndash(1) कोई यिकत सस क िकसी सदन का सद य चन जान क िलए और सद य होन क िलए िनरिहरत होगाndash

1[(क) यिद वह भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन ऐस पद को छोड़कर िजसको धारण करन वाल का िनरिहरत न होना सस न िविध दवारा घोिषत िकया ह कोई लाभ का पद धारण करता ह ]

(ख) यिद वह िवकतिच ह और सकषम यायालय की ऐसी घोषणा िवदयमान ह

(ग) यिद वह अन मोिचत िदवािलया ह (घ) यिद वह भारत का नागिरक नही ह या उसन िकसी िवदशी रा य की

नागिरकता व छा स अिजरत कर ली ह या वह िकसी िवदशी रा य क परित िन ा या अनषिकत को अिभ वीकार िकए हए ह

(ङ) यिद वह सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह 2[ प ीकरणndashइस खड क परयोजन क िलए] कोई यिकत कवल इस कारण भारत

सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन लाभ का पद धारण करन वाला नही समझा जाएगा िक वह सघ का या ऐस रा य का मतरी ह

3[(2) कोई यिकत सस क िकसी सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह दसवी अनसची क अधीन इस परकार िनरिहरत हो जाता ह ]

4[103 सद य की िनरहरताओ स सबिधत पर पर िविन यndash(1) यिद यह पर उठता ह िक सस क िकसी सदन का कोई सद य अन छद 102 क खड (1) म विणरत िकसी िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर रा पित को िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 19 दवारा खड (1) क उपखड (क) को (तारीख

अिधसिचत नही की गई) स परित थािपत िकया गया इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

2 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 3 दवारा (1-3-1985 स) ldquo(2) इस अन छद क परयोजन क िलएrdquo क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 3 दवारा (1-3-1985 स) अतः थािपत 4 अन छद 103 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 20 दवारा (3-1-1977 स) परित थािपत

और त प ात सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 14 दवारा (20-6-1979 स) सशोिधत होकर उपरोकत प म पिठत

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(2) ऐस िकसी पर पर िविन य करन क पहल रा पित िनवारचन आयोग की राय लगा और ऐसी राय क अनसार कायर करगा ]

104 अन छद 99 क अधीन शपथ लन या परितजञान करन स पहल या अिहरत न होत हए या िनरिहरत िकए जान पर बठन और मत दन क िलए शाि तndashयिद सस क िकसी सदन म कोई यिकत अन छद 99 की अपकषाओ का अनपालन करन स पहल या वह जानत हए िक म उसकी सद यता क िलए अिहरत नही ह या िनरिहरत कर िदया गया ह या सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध दवारा ऐसा करन स परितिषदध कर िदया गया ह सद य क प म बठता ह या मत दता ह तो वह पर यक िदन क िलए जब वह इस परकार बठता ह या मत दता ह पाच सौ पए की शाि त का भागी होगा जो सघ को दय ऋण क प म वसल की जाएगी

सस और उसक सद य की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया

105 सस क सदन की तथा उनक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार आिदndash(1) इस सिवधान क उपबध और सस की परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम और थायी आदश क अधीन रहत हए सस म वाकत- वात य होगा

(2) सस म या उसकी िकसी सिमित म सस क िकसी सद य दवारा कही गई िकसी बात या िदए गए िकसी मत क सबध म उसक िव दध िकसी यायालय म कोई कायरवाही नही की जाएगी और िकसी यिकत क िव दध सस क िकसी सदन क परािधकार दवारा या उसक अधीन िकसी परितवदन पतर मत या कायरवािहय क परकाशन क सबध म इस परकार की कोई कायरवाही नही की जाएगी

1[(3) अ य बात म सस क पर यक सदन की और पर यक सदन क सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया ऐसी ह गी जो सस समय-समय पर िविध दवारा पिरिनि त कर और जब तक व इस परकार पिरिनि त नही की जाती ह तब तक 2[वही ह गी जो सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 15 क परव होन स ठीक पहल उस सदन की और उसक सद य और सिमितय की थी ]]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 21 दवारा कितपय श द को तारीख अिधसिचत नही की

गई) परित थािपत नही िकया गया इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 15 दवारा (20-6-1979 स) कितपय श द क थान पर परित थािपत

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(4) िजन यिकतय को इस सिवधान क आधार पर सस क िकसी सदन या उसकी िकसी सिमित म बोलन का और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार ह उनक सबध म खड (1) खड (2) और खड (3) क उपबध उसी परकार लाग ह ग िजस परकार व सस क सद य क सबध म लाग होत ह

106 सद य क वतन और भ ndashसस क पर यक सदन क सद य ऐस वतन और भ िज ह सस समय-समय पर िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस सबध म इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस भ ऐसी दर स और ऐसी शत पर जो भारत डोिमिनयन की सिवधान सभा क सद य को इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल लाग थी परा करन क हकदार ह ग

िवधायी परिकरया 107 िवधयक क परः थापन और पािरत िकए जान क सबध म उपबधndash(1) धन

िवधयक और अ य िव िवधयक क सबध म अन छद 109 और अन छद 117 क उपबध क अधीन रहत हए कोई िवधयक सस क िकसी भी सदन म आरभ हो सकगा

(2) अन छद 108 और अन छद 109 क उपबध क अधीन रहत हए कोई िवधयक सस क सदन दवारा तब तक पािरत िकया गया नही समझा जाएगा जब तक सशोधन क िबना या कवल ऐस सशोधन सिहत िजन पर दोन सदन सहमत हो गए ह उस पर दोन सदन सहमत नही हो जात ह

(3) सस म लिबत िवधयक सदन क सतरावसान क कारण यपगत नही होगा (4) रा य सभा म लिबत िवधयक िजसको लोक सभा न पािरत नही िकया ह

लोक सभा क िवघटन पर यपगत नही होगा (5) कोई िवधयक जो लोक सभा म लिबत ह या जो लोक सभा दवारा पािरत कर

िदया गया ह और रा य सभा म लिबत ह अन छद 108 क उपबध क अधीन रहत हए लोक सभा क िवघटन पर यपगत हो जाएगा

108 कछ दशाओ म दोन सदन की सयकत बठकndash(1) यिद िकसी िवधयक क एक सदन दवारा पािरत िकए जान और दसर सदन को पारिषत िकए जान क प ातndash

(क) दसर सदन दवारा िवधयक अ वीकर कर िदया गया ह या (ख) िवधयक म िकए जान वाल सशोधन क बार म दोन सदन अितम

प स असहमत हो गए ह या (ग) दसर सदन को िवधयक परा होन की तारीख स उसक दवारा िवधयक

पािरत िकए िबना छह मास स अिधक बीत गए ह

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तो उस दशा क िसवाय िजसम लोक सभा का िवघटन होन क कारण िवधयक यपगत हो गया ह रा पित िवधयक पर िवचार-िवमशर करन और मत दन क परयोजन क िलए सदन को सयकत बठक म अिधविशत होन क िलए आहत करन क अपन आशय की सचना यिद व बठक म ह तो सदश दवारा या यिद व बठक म नही ह तो लोक अिधसचना दवारा दगा

पर त इस खड की कोई बात धन िवधयक को लाग नही होगी (2) छह मास की ऐसी अविध की गणना करन म जो खड (1) म िनिदर ह

िकसी ऐसी अविध को िहसाब म नही िलया जाएगा िजसम उकत खड क उपखड (ग) म िनिदर सदन सतराविसत या िनरतर चार स अिधक िदन क िलए थिगत कर िदया जाता ह

(3) यिद रा पित न खड (1) क अधीन सदन को सयकत बठक म अिधविशत होन क िलए आहत करन क अपन आशय की सचना द दी ह तो कोई भी सदन िवधयक पर आग कायरवाही नही करगा िक त रा पित अपनी अिधसचना की तारीख क प ात िकसी समय सदन को अिधसचना म िविनिदर परयोजन क िलए सयकत बठक म अिधविशत होन क िलए आहत कर सकगा और यिद वह ऐसा करता ह तो सदन तदनसार अिधविशत ह ग

(4) यिद सदन की सयकत बठक म िवधयक ऐस सशोधन सिहत यिद कोई ह िजन पर सयकत बठक म सहमित हो जाती ह दोन सदन क उपि थत और मत दन वाल सद य की कल सखया क बहमत दवारा पािरत हो जाता ह तो इस सिवधान क परयोजन क िलए वह दोन सदन दवारा पािरत िकया गया समझा जाएगा

पर त सयकत बठक मndash (क) यिद िवधयक एक सदन स पािरत िकए जान पर दसर सदन दवारा

सशोधन सिहत पािरत नही कर िदया गया ह और उस सदन को िजसम उसका आरभ हआ था लौटा नही िदया गया ह तो ऐस सशोधन स िभ न (यिद कोई ह ) जो िवधयक क पािरत होन म दरी क कारण आव यक हो गए ह िवधयक म कोई और सशोधन पर थािपत नही िकया जाएगा

(ख) यिद िवधयक इस परकार पािरत कर िदया गया ह और लौटा िदया गया ह तो िवधयक म कवल पव कत सशोधन और ऐस अ य सशोधन जो उन िवषय स ससगत ह िजन पर सदन म सहमित नही हई ह पर थािपत िकए जाएग

और पीठासीन यिकत का इस बार म िविन य अितम होगा िक कौन स सशोधन इस खड क अधीन गरा ह

(5) सदन की सयकत बठक म अिधविशत होन क िलए आहत करन क अपन आशय की रा पित की सचना क प ात लोक सभा का िवघटन बीच म हो जान पर भी इस अन छद क अधीन सयकत बठक हो सकगी और उसम िवधयक पािरत हो सकगा

109 धन िवधयक क सबध म िवशष परिकरयाndash(1) धन िवधयक रा य सभा म परः थािपत नही िकया जाएगा

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(2) धन िवधयक लोक सभा दवारा पािरत िकए जान क प ात रा य सभा को उसकी िसफािरश क िलए पारिषत िकया जाएगा और रा य सभा िवधयक की पराि की तारीख स चौदह िदन की अविध क भीतर िवधयक को अपनी िसफािरश सिहत लोक सभा को लौटा दगी और ऐसा होन पर लोक सभा रा य सभा की सभी या िक ही िसफािरश को वीकर या अ वीकार कर सकगी

(3) यिद लोक सभा रा य सभा की िकसी िसफािरश को वीकार कर लती ह तो धन िवधयक रा य सभा दवारा िसफािरश िकए गए और लोक सभा दवारा वीकार िकए गए सशोधन सिहत दोन सदन दवारा पािरत िकया गया समझा जाएगा

(4) यिद लोक सभा रा य सभा की िकसी भी िसफािरश को वीकार नही करती ह तो धन िवधयक रा य सभा दवारा िसफािरश िकए गए िकसी सशोधन क िबना दोन सदन दवारा उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह लोक सभा दवारा पािरत िकया गया था

(5) यिद लोक सभा दवारा पािरत और रा य सभा को उसकी िसफािरश क िलए पारिषत धन िवधयक उकत चौदह िदन की अविध क भीतर लोक सभा को नही लौटाया जाता ह तो उकत अविध की समाि पर वह दोन सदन दवारा उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह लोक सभा दवारा पािरत िकया गया था

110 ldquoधन िवधयकrdquo की पिरभाषाndash(1) इस अ याय क परयोजन क िलए कोई िवधयक धन िवधयक समझा जाएगा यिद उसम कवल िन निलिखत सभी या िक ही िवषय स सबिधत उपबध ह अथारत ndash

(क) िकसी कर का अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन

(ख) भारत सरकार दवारा धन उधार लन का या कोई पर याभित दन का िविनयमन अथवा भारत सरकार दवारा अपन ऊपर ली गई या ली जान वाली िक ही िव ीय बा यताओ स सबिधत िविध का सशोधन

(ग) भारत की सिचत िनिध या आकि मकता िनिध की अिभरकषा ऐसी िकसी िनिध म धन जमा करना या उसम स धन िनकालना

(घ) भारत की सिचत िनिध म स धन का िविनयोग (ङ) िकसी यय को भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय घोिषत करना

या ऐस िकसी यय की रकम को बढ़ाना या

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(च) भारत की सिचत िनिध या भारत क लोक लख मदध धन परा करना अथवा ऐस धन की अिभरकषा या उसका िनगरमन अथवा सघ या रा य क लखाओ की सपरीकषा या

(छ) उपखड (क) स उपखड (च) म िविनिदर िकसी िवषय का आनषिगक कोई िवषय (2) कोई िवधयक कवल इस कारण धन िवधयक नही समझा जाएगा िक वह

जमारन या अ य धनीय शाि तय क अिधरोपण का अथवा अनजञि य क िलए फीस की या की गई सवाओ क िलए फीस की माग का या उनक सदाय का उपबध करता ह अथवा इस कारण धन िवधयक नही समझा जाएगा िक वह िकसी थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा थानीय परयोजन क िलए िकसी कर क अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन का उपबध करता ह

(3) यिद यह पर उठता ह िक कोई िवधयक धन िवधयक ह या नही तो उस पर लोक सभा क अ यकष का िविन य अितम होगा

(4) जब धन िवधयक अन छद 109 क अधीन रा य सभा को पारिषत िकया जाता ह और जब वह अन छद 111 क अधीन अनमित क िलए रा पित क समकष पर तत िकया जाता ह तब पर यक धन िवधयक पर लोक सभा क अ यकष क ह ताकषर सिहत यह परमाण प ािकत िकया जाएगा िक वह धन िवधयक ह

111 िवधयक पर अनमितndashजब कोई िवधयक सस क सदन दवारा पािरत कर िदया गया ह तब वह रा पित क समकष पर तत िकया जाएगा और रा पित घोिषत करगा िक वह िवधयक पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह

पर त रा पित अनमित क िलए अपन समकष िवधयक पर तत िकए जान क प ात यथाशीघर उस िवधयक को यिद वह धन िवधयक नही ह तो सदन को इस सदश क साथ लौटा सकगा िक व िवधयक पर या उसक िक ही िविनिदर उपबध पर पनिवरचार कर और िविश तया िक ही ऐस सशोधन क परः थापन की वाछनीयता पर िवचार कर िजनकी उसन अपन सदश म िसफािरश की ह और जब िवधयक इस परकार लौटा िदया जाता ह तब सदन िवधयक पर तदनसार पनिवरचार करग और यिद िवधयक सदन दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर िदया जाता ह और रा पित क समकष अनमित क िलए पर तत िकया जाता ह तो रा पित उस पर अनमित नही रोकगा

िव ीय िवषय क सबध म परिकरया 112 वािषरक िव ीय िववरणndash(1) रा पित पर यक िव ीय वषर क सबध म सस

क दोन सदन क समकष भारत सरकार की उस वषर क िलए पराककिलत पराि य और यय का िववरण रखवाएगा िजस इस भाग म ldquoवािषरक िव ीय िववरणrdquo कहा गया ह

(2) वािषरक िव ीय िववरण म िदए हए यय क पराककलन मndash

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(क) इस सिवधान म भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय क प म विणरत यय की पितर क िलए अपिकषत रािशया और

(ख) भारत की सिचत िनिध म स िकए जान क िलए पर थािपत अ य यय की पितर क िलए अपिकषत रािशया

पथक-पथक िदखाई जाएगी और राज व लख होन वाल यय का अ य यय स भद िकया जाएगा

(3) िन निलिखत यय भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय होगा अथारत ndash (क) रा पित की उपलि धया और भ तथा उसक पद स सबिधत अ य

यय (ख) रा य सभा क सभापित और उपसभापित क तथा लोक सभा क

अ यकष और उपा यकष क वतन और भ (ग) ऐस ऋण भार िजनका दािय व भारत सरकार पर ह िजनक अतगरत

याज िनकषप िनिध भार और मोचन भार तथा उधार लन और ऋण सवा और ऋण मोचन स सबिधत अ य यय ह

(घ) (i) उ चतम यायालय क यायाधीश को या उनक सबध म सदय वतन भ और पशन

(ii) फडरल यायालय क यायाधीश को या उनक सबध म सदय पशन (iii) उस उ च यायालय क यायाधीश को या उनक सबध म दी जान

वाली पशन जो भारत क रा यकषतर क अतगरत िकसी कषतर क सबध म अिधकािरता का परयोग करता ह या जो 1[भारत डोिमिनयन क रा यपाल वाल परात] क अतगरत िकसी कषतर क सबध म इस सिवधान क परारभ स पहल िकसी भी समय अिधकािरता का परयोग करता था

(ङ) भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक को या उसक सबध म सदय वतन भ और पशन

(च) िकसी यायालय या मा य थम अिधकरण क िनणरय िडकरी या पचाट की ति क िलए अपिकषत रािशया

(छ) कोई अ य यय जो इस सिवधान दवारा या सस दवारा िविध दवारा इस परकार भािरत घोिषत िकया जाता ह 113 सस म पराककलन क सबध म परिकरयाndash(1) पराककलन म स िजतन

पराककलन भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय स सबिधत ह व सस म मतदान क िलए नही रख जाएग िक त इस खड की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह सस क िकसी सदन म उन पराककलन म स िकसी पराककलन पर चचार को िनवािरत करती ह

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क म

िविनिदर रा य क त थानी परातrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

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(2) उकत पराककलन म स िजतन पराककलन अ य यय स सबिधत ह व लोक सभा क समकष अनदान की माग क प म रख जाएग और लोक सभा को शिकत होगी िक वह िकसी माग को अनमित द या अनमित दन स इकार कर द अथवा िकसी माग को उसम िविनिदर रकम को कम करक अनमित द

(3) िकसी अनदान की माग रा पित की िसफािरश पर ही की जाएगी अ यथा नही

114 िविनयोग िवधयकndash(1) लोक सभा दवारा अन छद 113 क अधीन अनदान िकए जान क प ात यथाशकय शीघर भारत की सिचत िनिध म सndash

(क) लोक सभा दवारा इस परकार िकए गए अनदान की और (ख) भारत की सिचत िनिध पर भािरत िक त सस क समकष पहल रख

गए िववरण म दिशरत रकम स िकसी भी दशा म अनिधक यय की पितर क िलए अपिकषत सभी धनरािशय क िविनयोग का उपबध करन क िलए िवधयक परः थािपत िकया जाएगा

(2) इस परकार िकए गए िकसी अनदान की रकम म पिरवतरन करन या अनदान क ल य को बदलन अथवा भारत की सिचत िनिध पर भािरत यय की रकम म पिरवतरन करन का परभाव रखन वाला कोई सशोधन ऐस िकसी िवधयक म सस क िकसी सदन म पर थािपत नही िकया जाएगा और पीठासीन यिकत का इस बार म िविन य अितम होगा िक कोई सशोधन इस खड क अधीन अगरा ह या नही

(3) अन छद 115 और अन छद 116 क उपबध क अधीन रहत हए भारत की सिचत िनिध म स इस अन छद क उपबध क अनसार पािरत िविध दवारा िकए गए िविनयोग क अधीन ही कोई धन िनकाला जाएगा अ यथा नही

115 अनपरक अितिरकत या अिधक अनदानndash(1) यिदndash (क) अन छद 114 क उपबध क अनसार बनाई गई िकसी िविध दवारा

िकसी िविश सवा पर चाल िव ीय वषर क िलए यय िकए जान क िलए परािधकत कोई रकम उस वषर क परयोजन क िलए अपयार पाई जाती ह या उस वषर क वािषरक िव ीय िववरण म अन यात न की गई िकसी नई सवा पर अनपरक या अितिरकत यय की चाल िव ीय वषर क दौरान आव यकता पदा हो गई ह या

(ख) िकसी िव ीय वषर क दौरान िकसी सवा पर उस वषर और उस सवा क िलए अनदान की गई रकम स अिधक कोई धन यय हो गया ह

तो रा पित यथाि थित सस क दोन सदन क समकष उस यय की पराककिलत रकम को दिशरत करन वाला दसरा िववरण रखवाएगा या लोक सभा म ऐस आिधकय क िलए माग पर तत करवाएगा

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(2) ऐस िकसी िववरण और यय या माग क सबध म तथा भारत की सिचत िनिध म स ऐस यय या ऐसी माग स सबिधत अनदान की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िकसी िविध क सबध म भी अन छद 112 अन छद 113 और अन छद 114 क उपबध वस ही परभावी ह ग जस व वािषरक िव ीय िववरण और उसम विणरत यय या िकसी अनदान की िकसी माग क सबध म और भारत की सिचत िनिध म स ऐस यय या अनदान की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िविध क सबध म परभावी ह

116 लखानदान पर ययानदान और अपवादानदानndash(1) इस अ याय क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी लोक सभा कोndash

(क) िकसी िव ीय वषर क भाग क िलए पराककिलत यय क सबध म कोई अनदान उस अनदान क िलए मतदान करन क िलए अन छद 113 म िविहत परिकरया क परा होन तक और उस यय क सबध म अन छद 114 क उपबध क अनसार िविध क पािरत होन तक अिगरम दन की

(ख) जब िकसी सवा की मह ा या उसक अिनि त प क कारण माग ऐस यौर क साथ विणरत नही की जा सकती ह जो वािषरक िव ीय िववरण म सामा यतया िदया जाता ह तब भारत क सपि ोत पर अपर यािशत माग की पितर क िलए अनदान करन की

(ग) िकसी िव ीय वषर की चाल सवा का जो अनदान भाग नही ह ऐसा कोई अपवादानदान करन की

शिकत होगी और िजन परयोजन क िलए उकत अनदान िकए गए ह उनक िलए भारत की सिचत िनिध म स धन िनकालना िविध दवारा परािधकत करन की सस को शिकत होगी

(2) खड (1) क अधीन िकए जान वाल िकसी अनदान और उस खड क अधीन बनाई जान वाली िकसी िविध क सबध म अन छद 113 और अन छद 114 क उपबध वस ही परभावी ह ग जस व वािषरक िव ीय िववरण म विणरत िकसी यय क बार म कोई अनदान करन क सबध म और भारत की सिचत िनिध म स ऐस यय की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िविध क सबध म परभावी ह

117 िव िवधयक क बार म िवशष उपबधndash(1) अन छद 110 क खड (1) क उपखड (क) स उपखड (च) म िविनिदर िकसी िवषय क िलए उपबध करन वाला िवधयक या सशोधन रा पित की िसफािरश स ही परः थािपत या पर तािवत िकया जाएगा अ यथा नही और ऐसा उपबध करन वाला िवधयक रा य सभा म परः थािपत नही िकया जाएगा

पर त िकसी कर क घटान या उ सादन क िलए उपबध करन वाल िकसी सशोधन क पर ताव क िलए इस खड क अधीन िसफािरश की अपकषा नही होगी

(2) कोई िवधयक या सशोधन उकत िवषय म स िकसी क िलए उपबध करन

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वाला कवल इस कारण नही समझा जाएगा िक वह जमारन या अ य धनीय शाि तय क अिधरोपण का अथवा अनजञि य क िलए फीस की या की गई सवाओ क िलए फीस की माग का या उनक सदाय का उपबध करता ह अथवा इस कारण नही समझा जाएगा िक वह िकसी थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा थानीय परयोजन क िलए िकसी कर क अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन का उपबध करता ह

(3) िजस िवधयक को अिधिनयिमत और परवितरत िकए जान पर भारत की सिचत िनिध म स यय करना पड़गा वह िवधयक सस क िकसी सदन दवारा तब तक पािरत नही िकया जाएगा जब तक ऐस िवधयक पर िवचार करन क िलए उस सदन स रा पित न िसफािरश नही की ह

साधारणतया परिकरया 118 परिकरया क िनयमndash(1) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए सस

का पर यक सदन अपनी परिकरया और अपन कायर सचालन क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा

(2) जब तक खड (1) क अधीन िनयम नही बनाए जात ह तब तक इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल भारत डोिमिनयन क िवधान-मडल क सबध म जो परिकरया क िनयम और थायी आदश परव थ व ऐस उपातरण और अनकलन क अधीन रहत हए सस क सबध म परभावी ह ग िज ह यथाि थित रा य सभा का सभापित या लोक सभा का अ यकष उनम कर

(3) रा पित रा य सभा क सभापित और लोक सभा क अ यकष स परामशर करन क प ात दोन सदन की सयकत बठक स सबिधत और उनम पर पर सचार स सबिधत परिकरया क िनयम बना सकगा

(4) दोन सदन की सयकत बठक म लोक सभा का अ यकष या उसकी अनपि थित म ऐसा यिकत पीठासीन होगा िजसका खड (3) क अधीन बनाई गई परिकरया क िनयम क अनसार अवधारण िकया जाए

119 सस म िव ीय कायर सबधी परिकरया का िविध दवारा िविनयमनndashसस िव ीय कायर को समय क भीतर परा करन क परयोजन क िलए िकसी िव ीय िवषय स सबिधत या भारत की सिचत िनिध म स धन का िविनयोग करन क िलए िकसी िवधयक स सबिधत सस क पर यक सदन की परिकरया और कायर सचालन का िविनयमन िविध दवारा कर सकगी तथा यिद और जहा तक इस परकार बनाई गई िकसी िविध का कोई उपबध अन छद 118 क खड (1) क अधीन सस क िकसी सदन दवारा बनाए गए िनयम स या उस अन छद क खड (2) क अधीन सस क सबध म परभावी िकसी िनयम या थायी आदश स असगत ह तो और वहा तक ऐसा उपबध अिभभावी होगा

120 सस म परयोग की जान वाली भाषाndash(1) भाग 17 म िकसी बात क होत हए

सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 22 दवारा (िजसक अ तगरत सदन की बठक का गठन

करन क िलए गणपित र सि मिलत ह) श द और को क (तारीख अिधसिचत नही की गई) स अत थािपत इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

भारत का सिवधान

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भी िक त अन छद 348 क उपबध क अधीन रहत हए सस म कायर िह दी म या अगरजी म िकया जाएगा

पर त यथाि थित रा य सभा का सभापित या लोक सभा का अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत िकसी सद य को जो िह दी म या अगरजी म अपनी पयार

अिभ यिकत नही कर सकता ह अपनी मातभाषा म सदन को सबोिधत करन की अनजञा द सकगा

(2) जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक इस सिवधान क परारभ स पदरह वषर की अविध की समाि क प ात यह अन छद ऐस परभावी होगा मानो ldquoया अगरजी मrdquo श द का उसम स लोप कर िदया गया हो

121 सस म चचार पर िनबर धनndashउ चतम यायालय या िकसी उ च यायालय क िकसी यायाधीश क अपन कतर य क िनवरहन म िकए गए आचरण क िवषय म सस म कोई चचार इसम इसक प ात उपबिधत रीित स उस यायाधीश को हटान की पराथरना करन वाल समावदन को रा पित क समकष पर तत करन क पर ताव पर ही होगी अ यथा नही

122 यायालय दवारा सस की कायरवािहय की जाच न िकया जानाndash(1) सस की िकसी कायरवाही की िविधमा यता को परिकरया की िकसी अिभकिथत अिनयिमतता क आधार पर पर गत नही िकया जाएगा

(2) सस का कोई अिधकारी या सद य िजसम इस सिवधान दवारा या इसक अधीन सस म परिकरया या कायर सचालन का िविनयमन करन की अथवा यव था बनाए रखन की शिकतया िनिहत ह उन शिकतय क अपन दवारा परयोग क िवषय म िकसी यायालय की अिधकािरता क अधीन नही होगा

अ याय 3ndashरा पित की िवधायी शिकतया 123 सस क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की रा पित की शिकतndash

(1) उस समय को छोड़कर जब सस क दोन सदन सतर म ह यिद िकसी समय रा पित का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसी पिरि थितया िवदयमान ह िजनक कारण तर त काररवाई करना उसक िलए आव यक हो गया ह तो वह ऐस अ यादश परखयािपत कर सकगा जो उस उन पिरि थितय म अपिकषत परतीत ह

(2) इस अन छद क अधीन परखयािपत अ यादश का वही बल और परभाव होगा जो सस क अिधिनयम का होता ह िक त पर यक ऐसा अ यादशndash

(क) सस क दोन सदन क समकष रखा जाएगा और सस क पनः समवत होन स छह स ाह की समाि पर या यिद उस अविध की समाि स पहल दोन सदन उसक अननमोदन का सक प पािरत कर दत ह तो इनम स दसर सक प क पािरत होन पर परवतरन म नही रहगा और

(ख) रा पित दवारा िकसी भी समय वापस िलया जा सकगा

भारत का सिवधान

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प ीकरणndashजहा सस क सदन िभ न-िभ न तारीख को पनः समवत होन क िलए आहत िकए जात ह वहा इस खड क परयोजन क िलए छह स ाह की अविध की गणना उन तारीख म स प ातवतीर तारीख स की जाएगी

(3) यिद और जहा तक इस अन छद क अधीन अ यादश कोई ऐसा उपबध करता ह िजस अिधिनयिमत करन क िलए सस इस सिवधान क अधीन सकषम नही ह तो और वहा तक वह अ यादश श य होगा

1(4) अ याय 4ndashसघ की यायपािलका

124 उ चतम यायालय की थापना और गठनndash(1) भारत का एक उ चतम यायालय होगा जो भारत क मखय यायमितर और जब तक सस िविध दवारा अिधक सखया िविहत नही करती ह तब तक [तीस]2 स अनिधक अ य यायाधीश स िमलकर बनगा

(2) 3[अन छद 124क म िनिदर रा ीय याियक िनयिकत आयोग की िसफािरश पर] रा पित अपन ह ताकषर और मदरा सिहत अिधपतर दवारा उ चतम यायालय क पर यक यायाधीश को िनयकत करगा और वह यायाधीश तब तक पद धारण करगा जब तक वह पसठ वषर की आय परा नही कर लता ह

4[ ] 5[पर त]ndash

(क) कोई यायाधीश रा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा (ख) िकसी यायाधीश को खड (4) म उपबिधत रीित स उसक पद स हटाया जा सकगा

1[(2क) उ चतम यायालय क यायाधीश की आय ऐस परािधकारी दवारा और ऐसी

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 16 दवारा (20-6-1979 स) खड (4) का लोप िकया

गया इसस पवर यह खड सिवधान (अड़तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 2 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत िकया गया था

2 उ चतम यायालय ( यायाधीश सखया) सशोधन अिधिनयम 2008 (2009 का 11) की धारा 2 सात क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 2 दवारा (13-4-2015 स) उ चतम यायालय क और रा य क उ च यायालय क ऐस यायाधीश स परामशर करन क प ात िजनस रा पित इस परयोजन क िलए परामशर करना आव यक समझ श द क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

4 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 2 दवारा (13-4-2015 स) पहल पर तक का लोप िकया गया यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह सशोधन क पवर यह िन नानसार था--

ldquoपर त मखय यायमितर स िभ न िकसी यायाधीश की िनयिकत की दशा म भारत क मखय यायमितर स सदव परामशर िकया जाएगा rdquo

5 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 2 दवारा (13-4-2015 स) ldquoपर त यह और िकrdquo श द क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

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रीित स अवधािरत की जाएगी िजसका सस िविध दवारा उपबध कर ] (3) कोई यिकत उ चतम यायालय क यायाधीश क प म िनयिकत क िलए

तभी अिहरत होगा जब वह भारत का नागिरक ह औरndash (क) िकसी उ च यायालय का या ऐस दो या अिधक यायालय का लगातार

कम स कम पाच वषर तक यायाधीश रहा ह या (ख) िकसी उ च यायालय का या ऐस दो या अिधक यायालय का लगातार

कम स कम दस वषर तक अिधवकता रहा ह या (ग) रा पित की राय म पारगत िविधव ा ह

प ीकरण 1ndashइस खड म ldquoउ च यायालयrdquo स वह उ च यायालय अिभपरत ह जो भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म अिधकािरता का परयोग करता ह या इस सिवधान क परारभ स पहल िकसी भी समय परयोग करता था

प ीकरण 2ndashइस खड क परयोजन क िलए िकसी यिकत क अिधवकता रहन की अविध की सगणना करन म वह अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान िकसी यिकत न अिधवकता होन क प ात ऐसा याियक पद धारण िकया ह जो िजला यायाधीश क पद स अवर नही ह

(4) उ चतम यायालय क िकसी यायाधीश को उसक पद स तब तक नही हटाया जाएगा जब तक सािबत कदाचार या असमथरता क आधार पर ऐस हटाए जान क िलए सस क पर यक सदन दवारा अपनी कल सद य सखया क बहमत दवारा तथा उपि थत और मत दन वाल सद य क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा समिथरत समावदन रा पित क समकष उसी सतर म रख जान पर रा पित न आदश नही द िदया ह

(5) सस खड (4) क अधीन िकसी समावदन क रख जान की तथा यायाधीश क कदाचार या असमथरता क अ वषण और सािबत करन की परिकरया का िविध दवारा िविनयमन कर सकगी

(6) उ चतम यायालय का यायाधीश होन क िलए िनयकत पर यक यिकत अपना पद गरहण करन क पहल रा पित या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

(7) कोई यिकत िजसन उ चतम यायालय क यायाधीश क प म पद धारण िकया ह भारत क रा यकषतर क भीतर िकसी यायालय म या िकसी परािधकारी क समकष अिभवचन या कायर नही करगा

2[124क रा ीय याियक िनयिकत आयोग--(1) रा ीय याियक िनयिकत आयोग नामक एक आयोग होगा जो िन निलिखत स िमलकर बनगा अथारत --

(क) भारत का मखय यायमितर -- अ यकष पदन 1 सिवधान (प दरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 2 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 3 दवारा (13-4-2015 स) अ तः थािपत यह सशोधन

सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

भारत का सिवधान

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(ख) भारत क मखय यायमितर स ठीक नीच क उ चतम यायालय क दो अ य य यायाधीश -- सद य पदन

(ग) सघ का िविध और याय का भारसाधक मतरी -- सद य पदन (घ) परधान मतरी भारत क मखय यायमितर और लोक सभा म िवपकष क

नता या जहा ऐसा कोई िवपकष का नता नही ह वहा लोक सभा म सबस बड़ एकल िवपकषी दल क नता स िमलकर बनन वाली सिमित दवारा नामिनिदर िकए जान वाल दो िवखयात यिकत -- सद य

परत िवखयात यिकतय म स एक िवखयात यिकत अनसिचत जाित अनसिचत जनजाित अ य िपछड़ वगर अ पसखयक वगर क यिकतय अथवा ि य म स नामिनिदर िकया जाएगा

परत यह और िक िवखयात यिकत तीन वषर की अविध क िलए नामिनिदर िकया जाएगा और पनःनामिनदशन का पातर नही होगा

(2) रा ीय याियक िनयिकत आयोग का कोई कायर या कायरवािहया कवल इस आधार पर पर गत नही की जाएगी या अिविधमा य नही ह गी िक आयोग म कोई िरिकत ह या उसक गठन म कोई तरिट ह

124ख आयोग क क य--रा ीय याियक िनयिकत आयोग क िन निलिखत कतर य ह ग--

(क) भारत क मखय यायमितर उ चतम यायालय क यायाधीश उ च यायालय क मखय यायमितरय तथा उ च यायालय क अ य यायाधीश क प म िनयिकत क िलए यिकतय की िसफािरश करना

(ख) उ च यायालय क मखय यायमितरय और अ य यायाधीश का एक उ च यायालय स िकसी अ य उ च यायालय म थानातरण करन की िसफािरश करना और

(ग) यह सिनि त करना िक वह यिकत िजसकी िसफािरश की गई ह सकषम और स यिन ह 124ग िविध बनान की सस की शिकत--सस िविध दवारा भारत क मखय

यायमितर और उ चतम यायालय क अ य यायाधीश तथा उ च यायालय क मखय यायमितरय और अ य यायाधीश की िनयिकत की परिकरया िविनयिमत कर सकगी तथा आयोग को िविनयम दवारा उसक क य क िनवरहन िनयिकत क िलए यिकतय क चयन की रीित और ऐस अ य िवषय क िलए जो उसक दवारा आव यक समझ जाए परिकरया अिधकिथत करन क िलए सशकत कर सकगी ]

125 यायाधीश क वतन आिदndash1[(1) उ चतम यायालय क यायाधीश को ऐस वतन का सदाय िकया जाएगा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन का सदाय िकया जाएगा जो दसरी अनसची म िविनिदर ह ]

(2) पर यक यायाधीश ऐस िवशषािधकार और भ का तथा अनपि थित छटटी और पशन क सबध म ऐस अिधकार का जो सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन समय-समय पर अवधािरत िकए जाए और जब तक इस परकार अवधािरत नही िकए जात ह तब तक ऐस िवशषािधकार भ और अिधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

पर त िकसी यायाधीश क िवशषािधकार और भ म तथा अनपि थित छटटी या 1 सिवधान (चौवनवा सशोधन) अिधिनयम 1986 की धारा 2 दवारा (1-4-1986 स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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पशन क सबध म उसक अिधकार म उसकी िनयिकत क प ात उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा

126 कायरकारी मखय यायमितर की िनयिकतndashजब भारत क मखय यायमितर का पद िरकत ह या जब मखय यायमितर अनपि थित क कारण या अ यथा अपन पद क कतर य का पालन करन म असमथर ह तब यायालय क अ य यायाधीश म स ऐसा एक यायाधीश िजस रा पित इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

127 तदथर यायाधीश की िनयिकतndash(1) यिद िकसी समय उ चतम यायालय क सतर को आयोिजत करन या चाल रखन क िलए उस यायालय क यायाधीश की गणपितर परा न हो तो 1[रा ीय याियक िनयिकत आयोग भारत क मखय यायमितर दवारा उस िकए गए िकसी िनदश पर रा पित की पवर सहमित स] और सबिधत उ च यायालय क मखय यायमितर स परामशर करन क प ात िकसी उ च यायालय क िकसी ऐस यायाधीश स जो उ चतम यायालय का यायाधीश िनयकत होन क िलए स यकत प स अिहरत ह और िजस भारत का मखय यायमितर नामोिद कर यायालय की बठक म उतनी अविध क िलए िजतनी आव यक हो त रथ यायाधीश क प म उपि थत रहन क िलए िलिखत प म अनरोध कर सकगा

(2) इस परकार नामोिद यायाधीश का कतर य होगा िक वह अपन पद क अ य कतर य पर पिवरकता दकर उस समय और उस अविध क िलए िजसक िलए उसकी उपि थित अपिकषत ह उ चतम यायालय की बठक म उपि थत हो और जब वह इस परकार उपि थत होता ह तब उसको उ चतम यायालय क यायाधीश की सभी अिधकािरता शिकतया और िवशषािधकार ह ग और वह उकत यायाधीश क कतर य का िनवरहन करगा

128 उ चतम यायालय की बठक म सवािनव यायाधीश की उपि थितndashइस अ याय म िकसी बात क होत हए भी 2[रा ीय याियक िनयिकत आयोग] िकसी भी समय रा पित की पवर सहमित स िकसी यिकत स जो उ चतम यायालय या फडरल यायालय क यायाधीश का पद धारण कर चका ह 3[या जो उ च यायालय क यायाधीश का पद धारण कर चका ह और उ चतम यायालय का यायाधीश िनयकत होन क िलए स यकत प स अिहरत ह] उ चतम यायालय क यायाधीश क प म बठन और कायर करन का अनरोध कर सकगा और पर यक ऐसा यिकत िजसस इस परकार अनरोध िकया जाता ह इस परकार बठन और कायर करन क दौरान ऐस भ का हकदार होगा जो रा पित आदश दवारा अवधािरत कर और उसको उस यायालय क यायाधीश की सभी अिधकािरता शिकतया और िवशषािधकार ह ग िक त उस अ यथा उस यायालय का यायाधीश नही समझा जाएगा

पर त जब तक यथापव कत यिकत उस यायालय क यायाधीश क प म बठन 1 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 4 दवारा (13-4-2015 स) ldquoभारत का मखय यायमितर

रा पित की पवर सहमित सrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

2 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 5 दवारा (13-4-2015 स) ldquoभारत का मखय यायमितरrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

3 सिवधान (प दरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 3 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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और कायर करन की सहमित नही द दता ह तब तक इस अन छद की कोई बात उसस ऐसा करन की अपकषा करन वाली नही समझी जाएगी

129 उ चतम यायालय का अिभलख यायालय होनाndashउ चतम यायालय अिभलख यायालय होगा और उसको अपन अवमान क िलए दड दन की शिकत सिहत ऐस यायालय की सभी शिकतया ह गी

130 उ चतम यायालय का थानndashउ चतम यायालय िद ली म अथवा ऐस अ य थान या थान म अिधिव होगा िज ह भारत का मखय यायमितर रा पित क अनमोदन स समय-समय पर िनयत कर

131 उ चतम यायालय की आरिभक अिधकािरताndashइस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हएndash

(क) भारत सरकार और एक या अिधक रा य क बीच या (ख) एक ओर भारत सरकार और िकसी रा य या रा य और दसरी ओर एक

या अिधक अ य रा य क बीच या (ग) दो या अिधक रा य क बीच

िकसी िववाद म यिद और जहा तक उस िववाद म (िविध का या त य का) ऐसा कोई पर अतवरिलत ह िजस पर िकसी िविधक अिधकार का अि त व या िव तार िनभरर ह तो और वहा तक अ य यायालय का अपवजरन करक उ चतम यायालय को आरिभक अिधकािरता होगी

1[पर त उकत अिधकािरता का िव तार उस िववाद पर नही होगा जो िकसी ऐसी सिध करार परसिवदा वचनबध सनद या वसी ही अ य िलखत स उ प न हआ ह जो इस सिवधान क परारभ स पहल की गई थी या िन पािदत की गई थी और ऐस परारभ क प ात परवतरन म ह या जो यह उपबध करती ह िक उकत अिधकािरता का िव तार ऐस िववाद पर नही होगा ]

2[131क [क दरीय िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क बार म उ चतम यायालय की अन य अिधकािरता ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 4 दवारा (13-4-1978) स िनरिसत

132 कछ मामल म उ च यायालय स अपील म उ चतम यायालय की अपीली अिधकािरताndash(1) भारत क रा यकषतर म िकसी उ च यायालय की िसिवल दािडक या अ य कायरवाही म िदए गए िकसी िनणरय िडकरी या अितम आदश की अपील उ चतम यायालय म होगी 3[यिद वह उ च यायालय अन छद 134क क अधीन परमािणत कर दता ह] िक उस मामल म इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध का कोई सारवान पर अतवरिलत ह

4(2) 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 5 दवारा पर तक क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 23 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 17 दवारा (1-8-1979 स) ldquoयिद उ च यायालय

परमािणत कर दrdquo क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 17 दवारा (1-8-1979 स) खड (2) का लोप िकया गया

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(3) जहा ऐसा परमाणपतर द िदया गया ह 1 वहा उस मामल म कोई पकषकार इस आधार पर उ चतम यायालय म अपील कर सकगा िक पव कत िकसी पर का िविन य गलत िकया गया ह 4

प ीकरणndashइस अन छद क परयोजन क िलए ldquoअितम आदशrdquo पद क अतगरत ऐस िववादयक का िविन य करन वाला आदश ह जो यिद अपीलाथीर क पकष म िविनि त िकया जाता ह तो उस मामल क अितम िनपटार क िलए पयार होगा

133 उ च यायालय स िसिवल िवषय स सबिधत अपील म उ चतम यायालय की अपीली अिधकािरताndash2[(1) भारत क रा यकषतर म िकसी उ च यायालय की िसिवल कायरवाही म िदए गए िकसी िनणरय िडकरी या अितम आदश की अपील उ चतम यायालय म होगी 3[यिद उ च यायालय अन छद 134क क अधीन परमािणत कर दता ह िक]ndash

(क) उस मामल म िविध का यापक मह व का कोई सारवान पर अतवरिलत ह और

(ख) उ च यायालय की राय म उस पर का उ चतम यायालय दवारा िविन य आव यक ह ] (2) अन छद 132 म िकसी बात क होत हए भी उ चतम यायालय म खड (1) क

अधीन अपील करन वाला कोई पकषकार ऐसी अपील क आधार म यह आधार भी बता सकगा िक इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध क िकसी सारवान पर का िविन य गलत िकया गया ह

(3) इस अन छद म िकसी बात क होत हए भी उ च यायालय क एक यायाधीश क िनणरय िडकरी या अितम आदश की अपील उ चतम यायालय म तब तक नही होगी जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर

134 दािडक िवषय म उ चतम यायालय की अपीली अिधकािरताndash(1) भारत क रा यकषतर म िकसी उ च यायालय की दािडक कायरवाही म िदए गए िकसी िनणरय अितम आदश या दडादश की अपील उ चतम यायालय म होगी यिदndash

(क) उस उ च यायालय न अपील म िकसी अिभयकत यिकत की दोषमिकत क आदश को उलट िदया ह और उसको म य दडादश िदया ह या

(ख) उस उ च यायालय न अपन परािधकार क अधीन थ िकसी यायालय स िकसी मामल को िवचारण क िलए अपन पास मगा िलया ह और ऐस िवचारण म अिभयकत यिकत को िसदधदोष ठहराया ह और उसको म य दडादश िदया ह या

(ग) वह उ च यायालय 4[अन छद 134क क अधीन परमािणत कर दता ह] िक मामला उ चतम यायालय म अपील िकए जान योगय ह पर त उपखड (ग) क अधीन अपील ऐस उपबध क अधीन रहत हए होगी जो

अन छद 145 क खड (1) क अधीन इस िनिम बनाए जाए और ऐसी शत क अधीन रहत हए होगी जो उ च यायालय िनयत या अपिकषत कर 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 17 दवारा (1-8-1979 स) कितपय श द का लोप िकया

गया 2 सिवधान (तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 2 दवारा (27-2-1973 स) खड (1) क थान पर

परित थािपत 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 18 दवारा (1-8-1979 स) ldquoयिद उ च यायालय

परमािणत करrdquo क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 19 दवारा (1-8-1979 स) ldquoपरमािणत करता हrdquo क थान

पर परित थािपत

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(2) सस िविध दवारा उ चतम यायालय को भारत क रा यकषतर म िकसी उ च यायालय की दािडक कायरवाही म िदए गए िकसी िनणरय अितम आदश या दडादश की अपील ऐसी शत और पिरसीमाओ क अधीन रहत हए जो ऐसी िविध म िविनिदर की जाए गरहण करन और सनन की अितिरकत शिकत द सकगी

1[134क उ चतम यायालय म अपील क िलए परमाणपतरndashपर यक उ च यायालय जो अन छद 132 क खड (1) या अन छद 133 क खड (1) या अन छद 134 क खड (1) म िनिदर िनणरय िडकरी अितम आदश या दडादश पािरत करता ह या दता ह इस परकार पािरत िकए जान या िदए जान क प ात यथाशकय शीघर इस पर का अवधारण िक उस मामल क सबध म यथाि थित अन छद 132 क खड (1) या अन छद 133 क खड (1) या अन छद 134 क खड (1) क उपखड (ग) म िनिदर परकित का परमाणपतर िदया जाए या नहीndash

(क) यिद वह ऐसा करना ठीक समझता ह तो वपररणा स कर सकगा और (ख) यिद ऐसा िनणरय िडकरी अितम आदश या दडादश पािरत िकए जान या

िदए जान क ठीक प ात यिथत पकषकार दवारा या उसकी ओर स मौिखक आवदन िकया जाता ह तो करगा ] 135 िवदयमान िविध क अधीन फडरल यायालय की अिधकािरता और शिकतय का

उ चतम यायालय दवारा परयोकत य होनाndashजब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक उ चतम यायालय को भी िकसी ऐस िवषय क सबध म िजसको अन छद 133 या अन छद 134 क उपबध लाग नही होत ह अिधकािरता और शिकतया ह गी यिद उस िवषय क सबध म इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल िकसी िवदयमान िविध क अधीन अिधकािरता और शिकतया फडरल यायालय दवारा परयोकत य थी

136 अपील क िलए उ चतम यायालय की िवशष इजाजतndash(1) इस अ याय म िकसी बात क होत हए भी उ चतम यायालय अपन िववकानसार भारत क रा यकषतर म िकसी यायालय या अिधकरण दवारा िकसी वाद या मामल म पािरत िकए गए या िदए गए िकसी िनणरय िडकरी अवधारण दडादश या आदश की अपील क िलए िवशष इजाजत द सकगा

(2) खड (1) की कोई बात सश बल स सबिधत िकसी िविध दवारा या उसक अधीन गिठत िकसी यायालय या अिधकरण दवारा पािरत िकए गए या िदए गए िकसी िनणरय अवधारण दडादश या आदश को लाग नही होगी

137 िनणरय या आदश का उ चतम यायालय दवारा पनिवरलोकनndashसस दवारा बनाई गई िकसी िविध क या अन छद 145 क अधीन बनाए गए िनयम क उपबध क अधीन रहत हए उ चतम यायालय को अपन दवारा सनाए गए िनणरय या िदए गए आदश का पनिवरलोकन करन की शिकत होगी

138 उ चतम यायालय की अिधकािरता की विदधndash(1) उ चतम यायालय को सघ सची क िवषय म स िकसी क सबध म ऐसी अितिरकत अिधकािरता और शिकतया ह गी जो सस िविध दवारा परदान कर

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 20 दवारा (1-8-1979 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(2) यिद सस िविध दवारा उ चतम यायालय दवारा ऐसी अिधकािरता और शिकतय क परयोग का उपबध करती ह तो उ चतम यायालय को िकसी िवषय क सबध म ऐसी अितिरकत अिधकािरता और शिकतया ह गी जो भारत सरकार और िकसी रा य की सरकार िवशष करार दवारा परदान कर

139 कछ िरट िनकालन की शिकतय का उ चतम यायालय को परद िकया जानाndashसस िविध दवारा उ चतम यायालय को अन छद 32 क खड (2) म विणरत परयोजन स िभ न िक ही परयोजन क िलए ऐस िनदश आदश या िरट िजनक अतगरत बदी पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार प छा और उपरषण िरट ह या उनम स कोई िनकालन की शिकत परदान कर सकगी

1[139क कछ मामल का अतरणndash2[(1) यिद ऐस मामल िजनम िविध क समान या सारतः समान पर अतवरिलत ह उ चतम यायालय क और एक या अिधक उ च यायालय क अथवा दो या अिधक उ च यायालय क समकष लिबत ह और उ चतम यायालय का वपररणा स अथवा भारत क महा यायवादी दवारा या ऐस िकसी मामल क िकसी पकषकार दवारा िकए गए आवदन पर यह समाधान हो जाता ह िक ऐस पर यापक मह व क सारवान पर ह तो उ चतम यायालय उस उ च यायालय या उन उ च यायालय क समकष लिबत मामल या मामल को अपन पास मगा सकगा और उन सभी मामल को वय िनपटा सकगा

पर त उ चतम यायालय इस परकार मगाए गए मामल को उकत िविध क पर का अवधारण करन क प ात ऐस पर पर अपन िनणरय की परितिलिप सिहत उस उ च यायालय को िजसस मामला मगा िलया गया ह लौटा सकगा और वह उ च यायालय उसक परा होन पर उस मामल को ऐस िनणरय क अन प िनपटान क िलए आग कायरवाही करगा ]

(2) यिद उ चतम यायालय याय क उ य की पितर क िलए ऐसा करना समीचीन समझता ह तो वह िकसी उ च यायालय क समकष लिबत िकसी मामल अपील या अ य कायरवाही का अतरण िकसी अ य उ च यायालय को कर सकगा ]

140 उ चतम यायालय की आनषिगक शिकतयाndashसस िविध दवारा उ चतम यायालय को ऐसी अनपरक शिकतया परदान करन क िलए उपबध कर सकगी जो इस सिवधान क उपबध म स िकसी स असगत न ह और जो उस यायालय को इस सिवधान दवारा या इसक अधीन परद अिधकािरता का अिधक परभावी प स परयोग करन क योगय बनान क िलए आव यक या वाछनीय परतीत ह

141 उ चतम यायालय दवारा घोिषत िविध का सभी यायालय पर आबदधकर होनाndashउ चतम यायालय दवारा घोिषत िविध भारत क रा यकषतर क भीतर सभी यायालय पर आबदधकर होगी

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 24 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 21 दवारा (1-8-1979 स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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142 उ चतम यायालय की िडिकरय और आदश का परवतरन और परकटीकरण आिद क बार म आदशndash(1) उ चतम यायालय अपनी अिधकािरता का परयोग करत हए ऐसी िडकरी पािरत कर सकगा या ऐसा आदश कर सकगा जो उसक समकष लिबत िकसी वाद या िवषय म पणर याय करन क िलए आव यक हो और इस परकार पािरत िडकरी या िकया गया आदश भारत क रा यकषतर म सवरतर ऐसी रीित स जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन िविहत की जाए और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी रीित स जो रा पित आदश1 दवारा िविहत कर परवतरनीय होगा

(2) सस दवारा इस िनिम बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए उ चतम यायालय को भारत क सपणर रा यकषतर क बार म िकसी यिकत को हािजर करान क िक ही द तावज क परकटीकरण या पश करान क अथवा अपन िकसी अवमान का अ वषण करन या दड दन क परयोजन क िलए कोई आदश करन की सम त और पर यक शिकत होगी

143 उ चतम यायालय स परामशर करन की रा पित की शिकतndash(1) यिद िकसी समय रा पित को परतीत होता ह िक िविध या त य का कोई ऐसा पर उ प न हआ ह या उ प न होन की सभावना ह जो ऐसी परकित का और ऐस यापक मह व का ह िक उस पर उ चतम यायालय की राय परा करना समीचीन ह तो वह उस पर को िवचार करन क िलए उस यायालय को िनदिशत कर सकगा और वह यायालय ऐसी सनवाई क प ात जो वह ठीक समझता ह रा पित को उस पर अपनी राय परितविदत कर सकगा

(2) रा पित अन छद 131 2 क पर तक म िकसी बात क होत हए भी इस परकार क िववाद को जो 3[उकत पर तक] म विणरत ह राय दन क िलए उ चतम यायालय को िनदिशत कर सकगा और उ चतम यायालय ऐसी सनवाई क प ात जो वह ठीक समझता ह रा पित को उस पर अपनी राय परितविदत करगा

144 िसिवल और याियक परािधकािरय दवारा उ चतम यायालय की सहायता म कायर िकया जानाndashभारत क रा यकषतर क सभी िसिवल और याियक परािधकारी उ चतम यायालय की सहायता म कायर करग

4144क [िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क िनपटार क बार म िवशष उपबध ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 5 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

145 यायालय क िनयम आिदndash(1) सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए उ चतम यायालय समय-समय पर रा पित क अनमोदन स यायालय की पदधित और परिकरया क साधारणतया िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा िजसक अतगरत िन निलिखत भी ह अथारत ndash

(क) उस यायालय म िविध- यवसाय करन वाल यिकतय क बार म िनयम

(ख) अपील सनन क िलए परिकरया क बार म और अपील सबधी अ य िवषय क बार म िजनक अतगरत वह समय भी ह िजसक भीतर अपील उस यायालय म गरहण की जानी ह िनयम

1 उ चतम यायालय (िडकरी और आदश) परवतरन आदश 1954 (सआ47) दिखए 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoक खड (i)rdquo श द को क और

अक का (1-11-1956 स) लोप िकया गया 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoउकत खडrdquo क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 25 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत

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(ग) भाग 3 दवारा परद अिधकार म स िकसी का परवतरन करान क िलए उस यायालय म कायरवािहय क बार म िनयम

1[(गग) 2[अन छद 139क] क अधीन उस यायालय म कायरवािहय क बार म िनयम ]

(घ) अन छद 134 क खड (1) क उपखड (ग) क अधीन अपील को गरहण िकए जान क बार म िनयम

(ङ) उस यायालय दवारा सनाए गए िकसी िनणरय या िकए गए आदश का िजन शत क अधीन रहत हए पनिवरलोकन िकया जा सकगा उनक बार म और ऐस पनिवरलोकन क िलए परिकरया क बार म िजसक अतगरत वह समय भी ह िजसक भीतर ऐस पनिवरलोकन क िलए आवदन उस यायालय म गरहण िकए जान ह िनयम

(च) उस यायालय म िक ही कायरवािहय क और उनक आनषिगक खच क बार म तथा उसम कायरवािहय क सबध म परभािरत की जान वाली फीस क बार म िनयम

(छ) जमानत मजर करन क बार म िनयम (ज) कायरवािहय को रोकन क बार म िनयम (झ) िजस अपील क बार म उस यायालय को यह परतीत होता ह िक वह

त छ या तग करन वाली ह अथवा िवलब करन क परयोजन स की गई ह उसक सिकष अवधारण क िलए उपबध करन वाल िनयम

(ञ) अन छद 317 क खड (1) म िनिदर जाच क िलए परिकरया क बार म िनयम (2) 3[4 खड (3) क उपबध ] क अधीन रहत हए इस अन छद क अधीन बनाए

गए िनयम उन यायाधीश की यनतम सखया िनयत कर सकग जो िकसी परयोजन क िलए बठग तथा एकल यायाधीश और खड यायालय की शिकत क िलए उपबध कर सकग

(3) िजस मामल म इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध का कोई सारवान पर अतवरिलत ह उसका िविन य करन क परयोजन क िलए या इस सिवधान क अन छद 143 क अधीन िनदश की सनवाई करन क परयोजन क िलए बठन वाल यायाधीश की 5[4 यनतम सखया] पाच होगी

पर त जहा अन छद 132 स िभ न इस अ याय क उपबध क अधीन अपील की सनवाई करन वाला यायालय पाच स कम यायाधीश स िमलकर बना ह और अपील

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 26 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 6 दवारा (13-4-1978 स) ldquoअन छद 131क और अन छद

139कrdquo क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 26 दवारा (1-2-1977 स) ldquoखड (3) क उपबध rdquo क

थान पर परित थािपत 4 सिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 6 दवारा (13-4-1978 स) कितपय श द अक और

अकषर का लोप िकया गया 5 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 26 दवारा (1-2-1977 स) ldquo यनतम सखयाrdquo क थान

पर परित थािपत

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की सनवाई क दौरान उस यायालय का समाधान हो जाता ह िक अपील म सिवधान क िनवरचन क बार म िविध का ऐसा सारवान पर अतवरिलत ह िजसका अवधारण अपील क िनपटार क िलए आव यक ह वहा वह यायालय ऐस पर को उस यायालय को जो ऐस पर को अतवरिलत करन वाल िकसी मामल क िविन य क िलए इस खड की अपकषानसार गिठत िकया जाता ह उसकी राय क िलए िनदिशत करगा और ऐसी राय की पराि पर उस अपील को उस राय क अन प िनपटाएगा

(4) उ चतम यायालय पर यक िनणरय खल यायालय म ही सनाएगा अ यथा नही और अन छद 143 क अधीन पर यक परितवदन खल यायालय म सनाई गई राय क अनसार ही िदया जाएगा अ यथा नही

(5) उ चतम यायालय दवारा पर यक िनणरय और ऐसी पर यक राय मामल की सनवाई म उपि थत यायाधीश की बहसखया की सहमित स ही दी जाएगी अ यथा नही िक त इस खड की कोई बात िकसी ऐस यायाधीश को जो सहमत नही ह अपना िवस मत िनणरय या राय दन स िनवािरत नही करगी

146 उ चतम यायालय क अिधकारी और सवक तथा ययndash(1) उ चतम यायालय क अिधकािरय और सवक की िनयिकतया भारत का मखय यायमितर करगा या उस यायालय का ऐसा अ य यायाधीश या अिधकारी करगा िजस वह िनिद कर

पर त रा पित िनयम दवारा यह अपकषा कर सकगा िक ऐसी िक ही दशाओ म जो िनयम म िविनिदर की जाए िकसी ऐस यिकत को जो पहल स ही यायालय स सलगन नही ह यायालय स सबिधत िकसी पद पर सघ लोक सवा आयोग स परामशर करक ही िनयकत िकया जाएगा अ यथा नही

(2) सस दवारा बनाई गई िविध क उपबध क अधीन रहत हए उ चतम यायालय क अिधकािरय और सवक की सवा की शत ऐसी ह गी जो भारत क मखय यायमितर या उस यायालय क ऐस अ य यायाधीश या अिधकारी दवारा िजस भारत क मखय यायमितर न इस परयोजन क िलए िनयम बनान क िलए परािधकत िकया ह बनाए गए िनयम दवारा िविहत की जाए

पर त इस खड क अधीन बनाए गए िनयम क िलए जहा तक व वतन भ छटटी या पशन स सबिधत ह रा पित क अनमोदन की अपकषा होगी

(3) उ चतम यायालय क परशासिनक यय िजनक अतगरत उस यायालय क अिधकािरय और सवक को या उनक सबध म सदय सभी वतन भ और पशन ह भारत की सिचत िनिध पर भािरत ह ग और उस यायालय दवारा ली गई फीस और अ य धनरािशया उस िनिध का भाग ह गी

147 िनवरचनndashइस अ याय म और भाग 6 क अ याय 5 म इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध क िकसी सारवान पर क परित िनदश का यह अथर लगाया

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जाएगा िक उनक अतगरत भारत शासन अिधिनयम 1935 क (िजसक अतगरत उस अिधिनयम की सशोधक या अनपरक कोई अिधिनयिमित ह) अथवा िकसी सपिरष आदश या उसक अधीन बनाए गए िकसी आदश क अथवा भारतीय वततरता अिधिनयम 1947 क या उसक अधीन बनाए गए िकसी आदश क िनवरचन क बार म िविध क िकसी सारवान पर क परित िनदश ह

अ याय 5ndashभारत का िनयतरक-महालखापरीकषक 148 भारत का िनयतरक-महालखापरीकषकndash(1) भारत का एक िनयतरक-

महालखापरीकषक होगा िजसको रा पित अपन ह ताकषर और मदरा सिहत अिधपतर दवारा िनयकत करगा और उस उसक पद स कवल उसी रीित स और उ ही आधार पर हटाया जाएगा िजस रीित स और िजन आधार पर उ चतम यायालय क यायाधीश को हटाया जाता ह

(2) पर यक यिकत जो भारत का िनयतरक-महालखापरीकषक िनयकत िकया जाता ह अपना पद गरहण करन स पहल रा पित या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

(3) िनयतरक-महालखापरीकषक का वतन और सवा की अ य शत ऐसी ह गी जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक व इस परकार अवधािरत नही की जाती ह तब तक ऐसी ह गी जो दसरी अनसची म िविनिदर ह

पर त िनयतरक-महालखापरीकषक क वतन म और अनपि थित छटटी पशन या िनवि की आय क सबध म उसक अिधकार म उसकी िनयिकत क प ात उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा

(4) िनयतरक-महालखापरीकषक अपन पद पर न रह जान क प ात भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी और पद का पातर नही होगा

(5) इस सिवधान क और सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए भारतीय लखापरीकषा और लखा िवभाग म सवा करन वाल यिकतय की सवा की शत और िनयतरक-महालखापरीकषक की परशासिनक शिकतया ऐसी ह गी जो िनयतरक-महालखापरीकषक स परामशर करन क प ात रा पित दवारा बनाए गए िनयम दवारा िविहत की जाए

(6) िनयतरक-महालखापरीकषक क कायारलय क परशासिनक यय िजनक अतगरत उस कायारलय म सवा करन वाल यिकतय को या उनक सबध म सदय सभी वतन भ और पशन ह भारत की सिचत िनिध पर भािरत ह ग

149 िनयतरक-महालखापरीकषक क कतर य और शिकतयाndashिनयतरक-महालखापरीकषक सघ क और रा य क तथा िकसी अ य परािधकारी या िनकाय क लखाओ क सबध म ऐस

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कतर य का पालन और ऐसी शिकतय का परयोग करगा िज ह सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविहत िकया जाए और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक सघ क और रा य क लखाओ क सबध म ऐस कतर य का पालन और ऐसी शिकतय का परयोग करगा जो इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल करमशः भारत डोिमिनयन क और परात क लखाओ क सबध म भारत क महालखापरीकषक को परद थी या उसक दवारा परयोकत य थी

1[150 सघ क और रा य क लखाओ का पर पndashसघ क और रा य क लखाओ को ऐस पर प म रखा जाएगा जो रा पित भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक 2[की सलाह पर] िविहत कर ]

151 सपरीकषा परितवदनndash(1) भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक क सघ क लखाओ सबधी परितवदन को रा पित क समकष पर तत िकया जाएगा जो उनको सस क पर यक सदन क समकष रखवाएगा

(2) भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक क िकसी रा य क लखाओ सबधी परितवदन को उस रा य क रा यपाल 3 क समकष पर तत िकया जाएगा जो उनको रा य क िवधान-मडल क समकष रखवाएगा

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 27 दवारा (1-4-1977 स) परित थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 22 दवारा (20-6-1979 स) ldquoस परामशर क प ातrdquo क

थान पर परित थािपत 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का (1-

11-1956 स) लोप िकया गया

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भाग 6 1 रा य

अ याय 1ndashसाधारण

152 पिरभाषाndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo पद 2[क अतगरत ज म-क मीर रा य नही ह]

अ याय 2ndashकायरपािलका रा यपाल

153 रा य क रा यपालndashपर यक रा य क िलए एक रा यपाल होगा 3[पर त इस अन छद की कोई बात एक ही यिकत को दो या अिधक रा य क

िलए रा यपाल िनयकत िकए जान स िनवािरत नही करगी ] 154 रा य की कायरपािलका शिकतndash(1) रा य की कायरपािलका शिकत रा यपाल म

िनिहत होगी और वह इसका परयोग इस सिवधान क अनसार वय या अपन अधीन थ अिधकािरय क दवारा करगा

(2) इस अन छद की कोई बातndash (क) िकसी िवदयमान िविध दवारा िकसी अ य परािधकारी को परदान िकए गए

क य रा यपाल को अतिरत करन वाली नही समझी जाएगी या (ख) रा यपाल क अधीन थ िकसी परािधकारी को िविध दवारा क य परदान

करन स सस या रा य क िवधान-मडल को िनवािरत नही करगी 155 रा यपाल की िनयिकतndashरा य क रा यपाल को रा पित अपन ह ताकषर और

मदरा सिहत अिधपतर दवारा िनयकत करगा 156 रा यपाल की पदाविधndash(1) रा यपाल रा पित क परसादपयरत पद धारण

करगा (2) रा यपाल रा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद

याग सकगा (3) इस अन छद क पवरगामी उपबध क अधीन रहत हए रा यपाल अपन

पदगरहण की तारीख स पाच वषर की अविध तक पद धारण करगा

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची क

भाग क म कrdquo श द का लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoका अथर पहली अनसची क भाग

क म उि लिखत रा य हrdquo क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 6 दवारा जोड़ा गया

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पर त रा यपाल अपन पद की अविध समा हो जान पर भी तब तक पद धारण करता रहगा जब तक उसका उ रािधकारी अपना पदगरहण नही कर लता ह

157 रा यपाल िनयकत होन क िलए अहरताएndashकोई यिकत रा यपाल िनयकत होन का पातर तभी होगा जब वह भारत का नागिरक ह और पतीस वषर की आय परी कर चका ह

158 रा यपाल क पद क िलए शतndash(1) रा यपाल सस क िकसी सदन का या पहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद य नही होगा और यिद सस क िकसी सदन का या ऐस िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का कोई सद य रा यपाल िनयकत हो जाता ह तो यह समझा जाएगा िक उसन उस सदन म अपना थान रा यपाल क प म अपन पदगरहण की तारीख स िरकत कर िदया ह

(2) रा यपाल अ य कोई लाभ का पद धारण नही करगा (3) रा यपाल िबना िकराया िदए अपन शासकीय िनवास क उपयोग का हकदार

होगा और ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का भी जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी उपलि धय भ और िवशषािधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

1[(3क) जहा एक ही यिकत को दो या अिधक रा य का रा यपाल िनयकत िकया जाता ह वहा उस रा यपाल को सदय उपलि धया और भ उन रा य क बीच ऐस अनपात म आबिटत िकए जाएग जो रा पित आदश दवारा अवधािरत कर ]

(4) रा यपाल की उपलि धया और भ उसकी पदाविध क दौरान कम नही िकए जाएग

159 रा यपाल दवारा शपथ या परितजञानndashपर यक रा यपाल और पर यक यिकत जो रा यपाल क क य का िनवरहन कर रहा ह अपना पदगरहण करन स पहल उस रा य क सबध म अिधकािरता का परयोग करन वाल उ च यायालय क मखय यायमितर या उसकी अनपि थित म उस यायालय क उपल ध य तम यायाधीश क समकष िन निलिखत पर प म शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा अथारत ndash

ई र की शपथ लता ह ldquoम अमक------------------------------ िक म दधापवरक स यिन ा स परितजञान करता ह

(रा य का नाम) क रा यपाल क पद का कायरपालन (अथवा रा यपाल क क य का िनवरहन) क गा तथा अपनी परी योगयता स सिवधान और िविध का पिररकषण सरकषण और परितरकषण क गा और म (रा य का नाम) की जनता की सवा और क याण म िनरत रहगा rdquo

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 7 दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत

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160 कछ आकि मकताओ म रा यपाल क क य का िनवरहनndashरा पित ऐसी िकसी आकि मकता म जो इस अ याय म उपबिधत नही ह रा य क रा यपाल क क य क िनवरहन क िलए ऐसा उपबध कर सकगा जो वह ठीक समझता ह

161 कषमा आिद की और कछ मामल म दडादश क िनलबन पिरहार या लघकरण की रा यपाल की शिकतndashिकसी रा य क रा यपाल को उस िवषय सबधी िजस िवषय पर उस रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार ह िकसी िविध क िव दध िकसी अपराध क िलए िसदधदोष ठहराए गए िकसी यिकत क दड को कषमा उसका परिवलबन िवराम या पिरहार करन की अथवा दडादश म िनलबन पिरहार या लघकरण की शिकत होगी

162 रा य की कायरपािलका शिकत का िव तारndashइस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार उन िवषय पर होगा िजनक सबध म उस रा य क िवधान-मडल को िविध बनान की शिकत ह

परत िजस िवषय क सबध म रा य क िवधान-मडल और सस को िविध बनान की शिकत ह उसम रा य की कायरपािलका शिकत इस सिवधान दवारा या सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा सघ या उसक परािधकािरय को अिभ यकत प स परद कायरपािलका शिकत क अधीन और उसस पिरसीिमत होगी

मितर-पिरष 163 रा यपाल को सहायता और सलाह दन क िलए मितर-पिरष ndash(1) िजन बात

म इस सिवधान दवारा या इसक अधीन रा यपाल स यह अपिकषत ह िक वह अपन क य या उनम स िकसी को अपन िववकानसार कर उन बात को छोड़कर रा यपाल को अपन क य का परयोग करन म सहायता और सलाह दन क िलए एक मितर-पिरष होगी िजसका परधान मखयमतरी होगा

(2) यिद कोई पर उठता ह िक कोई िवषय ऐसा ह या नही िजसक सबध म इस सिवधान दवारा या इसक अधीन रा यपाल स यह अपिकषत ह िक वह अपन िववकानसार कायर कर तो रा यपाल का अपन िववकानसार िकया गया िविन य अितम होगा और रा यपाल दवारा की गई िकसी बात की िविधमा यता इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक उस अपन िववकानसार कायर करना चािहए था या नही

(3) इस पर की िकसी यायालय म जाच नही की जाएगी िक कया मितरय न रा यपाल को कोई सलाह दी और यिद दी तो कया दी

164 मितरय क बार म अ य उपबधndash(1) मखयमतरी की िनयिकत रा यपाल करगा और अ य मितरय की िनयिकत रा यपाल मखयमतरी की सलाह पर करगा तथा मतरी रा यपाल क परसादपयरत अपन पद धारण करग

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परत 1[छ ीसगढ़ झारखड] म य परदश और 2[ओिडशा] रा य म जनजाितय क क याण का भारसाधक एक मतरी होगा जो साथ ही अनसिचत जाितय और िपछड़ वग क क याण का या िकसी अ य कायर का भी भारसाधक हो सकगा

3[(1क) िकसी रा य की मितर-पिरष म मखयमतरी सिहत मितरय की कल सखया उस रा य की िवधान सभा क सद य की कल सखया क पदरह परितशत स अिधक नही होगी

परत िकसी रा य म मखयमतरी सिहत मितरय की सखया बारह स कम नही होगी

परत यह और िक जहा सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 क परारभ पर िकसी रा य की मितर-पिरष म मखयमतरी सिहत मितरय की कल सखया यथाि थित उकत पदरह परितशत या पहल परतक म िविनिदर सखया स अिधक ह वहा उस रा य म मितरय की कल सखया ऐसी तारीख4 स जो रा पित लोक अिधसचना दवारा िनयत कर छह मास क भीतर इस खड क उपबध क अन प लाई जाएगी

(1ख) िकसी राजनीितक दल का िकसी रा य की िवधान सभा का या िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का िजसम िवधान पिरष ह कोई सद य जो दसवी अनसची क परा 2 क अधीन उस सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत ह अपनी िनरहरता की तारीख स परारभ होन वाली और उस तारीख तक िजसको ऐस सद य क प म उसकी पदाविध समा होगी या जहा वह ऐसी अविध की समाि क पवर यथाि थित िकसी रा य की िवधान सभा क िलए या िवधान पिरष वाल िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन क िलए कोई िनवारचन लड़ता ह उस तारीख तक िजसको वह िनवारिचत घोिषत िकया जाता ह इनम स जो भी पवरतर हो की अविध क दौरान खड (1) क अधीन मतरी क प म िनयकत िकए जान क िलए भी िनरिहरत होगा ]

(2) मितर-पिरष रा य की िवधान सभा क परित सामिहक प स उ रदायी होगी (3) िकसी मतरी दवारा अपना पदगरहण करन स पहल रा यपाल तीसरी अनसची म

इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार उसको पद की और गोपनीयता की शपथ िदलाएगा 1 सिवधान (चौरानववा सशोधन) अिधिनयम 2006 की धारा 2 दवारा (12-6-2006 स) ldquoिबहारrdquo क थान पर

परित थािपत 2 उड़ीसा (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2011 (2011 का 15) की धारा 4 दवारा (1-11-2011 स) ldquoउड़ीसाrdquo क थान पर

परित थािपत 3 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 3 दवारा (1-1-2004 स) अतः थािपत 4 दिखए अिधसचना स काआ 21(अ) तारीख 7-1-2004

भारत का सिवधान

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(4) कोई मतरी जो िनरतर छह मास की िकसी अविध तक रा य क िवधान-मडल का सद य नही ह उस अविध की समाि पर मतरी नही रहगा

(5) मितरय क वतन और भ ऐस ह ग जो उस रा य का िवधान-मडल िविध दवारा समय-समय पर अवधािरत कर और जब तक उस रा य का िवधान-मडल इस परकार अवधािरत नही करता ह तब तक ऐस ह ग जो दसरी अनसची म िविनिदर ह

रा य का महािधवकता 165 रा य का महािधवकताndash(1) पर यक रा य का रा यपाल उ च यायालय का

यायाधीश िनयकत होन क िलए अिहरत िकसी यिकत को रा य का महािधवकता िनयकत करगा

(2) महािधवकता का यह कतर य होगा िक वह उस रा य की सरकार को िविध सबधी ऐस िवषय पर सलाह द और िविधक व प क ऐस अ य कतर य का पालन कर जो रा यपाल उसको समय-समय पर िनदिशत कर या स प और उन क य का िनवरहन कर जो उसको इस सिवधान अथवा त समय परव िकसी अ य िविध दवारा या उसक अधीन परदान िकए गए ह

(3) महािधवकता रा यपाल क परसादपयरत पद धारण करगा और ऐसा पािर िमक परा करगा जो रा यपाल अवधािरत कर

सरकारी कायर का सचालन 166 रा य की सरकार क कायर का सचालनndash(1) िकसी रा य की सरकार की

सम त कायरपािलका काररवाई रा यपाल क नाम स की हई कही जाएगी (2) रा यपाल क नाम स िकए गए और िन पािदत आदश और अ य िलखत को

ऐसी रीित स अिधपरमािणत िकया जाएगा जो रा यपाल दवारा बनाए जान वाल िनयम म िविनिदर की जाए और इस परकार अिधपरमािणत आदश या िलखत की िविधमा यता इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक वह रा यपाल दवारा िकया गया या िन पािदत आदश या िलखत नही ह

(3) रा यपाल रा य की सरकार का कायर अिधक सिवधापवरक िकए जान क िलए और जहा तक वह कायर ऐसा कायर नही ह िजसक िवषय म इस सिवधान दवारा या इसक अधीन रा यपाल स यह अपिकषत ह िक वह अपन िववकानसार कायर कर वहा तक मितरय म उकत कायर क आबटन क िलए िनयम बनाएगा

1(4)

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 28 दवारा (3-1-1977 स) खड 4 अतः थािपत िकया

गया था और उसका सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 23 दवारा (20-6-1979 स) लोप िकया गया

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167 रा यपाल को जानकारी दन आिद क सबध म मखयमतरी क कतर यndashपर यक रा य क मखयमतरी का यह कतर य होगा िक वहndash

(क) रा य क काय क परशासन सबधी और िवधान िवषयक पर थापनाओ सबधी मितर-पिरष क सभी िविन य रा यपाल को ससिचत कर

(ख) रा य क काय क परशासन सबधी और िवधान िवषयक पर थापनाओ सबधी जो जानकारी रा यपाल माग वह द और

(ग) िकसी िवषय को िजस पर िकसी मतरी न िविन य कर िदया ह िकत मितर-पिरष न िवचार नही िकया ह रा यपाल दवारा अपकषा िकए जान पर पिरष क समकष िवचार क िलए रख

अ याय 3ndashरा य का िवधान-मडल साधारण

168 रा य क िवधान-मडल का गठनndash(1) पर यक रा य क िलए एक िवधान-मडल होगा जो रा यपाल औरndash

(क) 1 2[आधर परदश] िबहार 3 4[म य परदश] 5 6[महारा ] 7[कनारटक] 8 9 [10[तिमलनाड तलगाना] 11[और उ र परदश] रा य म दो सदन स

1 ldquoआधर परदशrdquo श द का आधर परदश िवधान पिरष (उ सादन) अिधिनयम 1985 (1985 का 34) की धारा 4 दवारा

(1-6-1985 स) लोप िकया गया 2 आधर परदश िवधान पिरष अिधिनयम 2005 (2006 का 1) की धारा 3 दवारा (30-3-2007 स) अतः थािपत 3 मबई पनगरठन अिधिनयम 1960 (1960 का 11) की धारा 20 दवारा (1-5-1960 स) ldquoमबईrdquo श द का लोप िकया

गया 4 इस उपखड म ldquoम य परदशrdquo श द क अतः थापन क िलए सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा

8(2) क अधीन कोई तारीख िनयत नही की गई ह 5 तिमलनाड िवधान पिरष (उ सादन) अिधिनयम 1986 (1986 का 40) की धारा 4 दवारा (1-11-1986 स)

ldquoतिमलनाडrdquo श द का लोप िकया गया 6 मबई पनगरठन अिधिनयम 1960 (1960 का 11) की धारा 20 दवारा (1-5-1960 स) अतः थािपत

7 मसर रा य (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1973 (1973 का 31) की धारा 4 दवारा (1-11-1973 स) ldquoमसरrdquo क थान पर परित थािपत िजस सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 8(1) दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत िकया गया था

8 पजाब िवधान पिरष (उ सादन) अिधिनयम 1969 (1969 का 46) की धारा 4 दवारा (7-1-1970 स) ldquoपजाबrdquo श द का लोप िकया गया

9 तिमलनाड िवधान पिरष अिधिनयम 2010 (2010 का 16) की धारा 3 दवारा (तारीख बाद म अिधसिचत की जाएगी) अतः थािपत

10 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 (2014 का 6) की धारा 96 दवारा (1-6-2014 स) तिमलनाड क थान पर परित थािपत

11 बगाल िवधान पिरष (उ सादन) अिधिनयम 1969 (1969 का 20) की धारा 4 दवारा (1-8-1969 स) ldquoउ र परदश और पि मी बगालrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(ख) अ य रा य म एक सदन स िमलकर बनगा

(2) जहा िकसी रा य क िवधान-मडल क दो सदन ह वहा एक का नाम िवधान पिरष और दसर का नाम िवधान सभा होगा और जहा कवल एक सदन ह वहा उसका नाम िवधान सभा होगा ]

169 रा य म िवधान पिरषद का उ सादन या सजनndash(1) अन छद 168 म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा िकसी िवधान पिरष वाल रा य म िवधान पिरष क उ सादन क िलए या ऐस रा य म िजसम िवधान पिरष नही ह िवधान पिरष क सजन क िलए उपबध कर सकगी यिद उस रा य की िवधान सभा न इस आशय का सक प िवधान सभा की कल सद य सखया क बहमत दवारा तथा उपि थत और मत दन वाल सद य की सखया क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा पािरत कर िदया ह

(2) खड (1) म िविनिदर िकसी िविध म इस सिवधान क सशोधन क िलए ऐस उपबध अतिवर ह ग जो उस िविध क उपबध को परभावी करन क िलए आव यक ह तथा ऐस अनपरक आनषिगक और पािरणािमक उपबध भी अतिवर हो सकग िज ह सस आव यक समझ

(3) पव कत परकार की कोई िविध अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी

1[170 िवधान सभाओ की सरचनाndash(1) अन छद 333 क उपबध क अधीन रहत हए पर यक रा य की िवधान सभा उस रा य म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन हए पाच सौ स अनिधक और साठ स अ यन सद य स िमलकर बनगी

(2) खड (1) क परयोजन क िलए पर यक रा य को परादिशक िनवारचन-कषतर म ऐसी रीित स िवभािजत िकया जाएगा िक पर यक िनवारचन-कषतर की जनसखया का उसको आबिटत थान की सखया स अनपात सम त रा य म यथासा य एक ही हो

2[ प ीकरणndashइस खड म ldquoजनसखयाrdquo पद स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म अिभिनि त की गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 9 दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 29 दवारा (3-1-1977 स) प ीकरण क थान पर

परित थािपत

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परत इस प ीकरण म अितम पवरवतीर जनगणना क परित िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह िनदश का जब तक सन 1[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह यह अथर लगाया जाएगा िक वह 2[2001] की जनगणना क परितिनदश ह ]

(3) पर यक जनगणना की समाि पर पर यक रा य की िवधान सभा म थान की कल सखया और पर यक रा य क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन का ऐस परािधकारी दवारा और ऐसी रीित स पनःसमायोजन िकया जाएगा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर

परत ऐस पन समायोजन स िवधान सभा म परितिनिध व पद पर तब तक कोई परभाव नही पड़गा जब तक उस समय िवदयमान िवधान सभा का िवघटन नही हो जाता ह

3[परत यह और िक ऐसा पन समायोजन उस तारीख स परभावी होगा जो रा पित आदश दवारा िविनिदर कर और ऐस पन समायोजन क परभावी होन तक िवधान सभा क िलए कोई िनवारचन उन परादिशक िनवारचन-कषतर क आधार पर हो सकगा जो ऐस पन समायोजन क पहल िवदयमान ह

परत यह और भी िक जब तक सन 1[2026] क प ात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड़ परकािशत नही हो जात ह तब तक इस खड क अधीनndash

(i) पर यक रा य की िवधान सभा म 1971 की जनगणना क आधार पर पन समायोिजत थान की कल सखया का और

(ii) ऐस रा य क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन का जो 2[2001] की जनगणना क आधार पर पन समायोिजत िकए जाए

4[पन समायोजन आव यक नही होगा ] 171 िवधान पिरषद की सरचनाndash(1) िवधान पिरष वाल रा य की िवधान

पिरष क सद य की कल सखया उस रा य की िवधान सभा क सद य की कल सखया क 5[एक-ितहाई] स अिधक नही होगी

1 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 5 दवारा (21-2-2002 स) ldquo2000rdquo क थान पर

परित थािपत 2 सिवधान (सतासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 4 दवारा (22-6-2003 स) ldquo1991rdquo क थान पर

परित थािपत सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 5 दवारा (21-2-2002 स) मल अक 1971 क थान पर 1991 अक परित थािपत िकए गए थ

3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 29 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 4 सिवधान (चौरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 5 दवारा (21-2-2002 स) 2000 अक क थान पर

परित थािपत 5 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 10 दवारा (1-11-1956 स) ldquoएक चौथाईrdquo क थान पर

परित थािपत

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परत िकसी रा य की िवधान पिरष क सद य की कल सखया िकसी भी दशा म चालीस स कम नही होगी

(2) जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक िकसी रा य की िवधान पिरष की सरचना खड (3) म उपबिधत रीित स होगी

(3) िकसी रा य की िवधान पिरष क सद य की कल सखया काndash (क) यथाशकय िनकटतम एक-ितहाई भाग उस रा य की नगरपािलकाओ

िजला बोड और अ य ऐस थानीय परािधकािरय क जो सस िविध दवारा िविनिदर कर सद य स िमलकर बनन वाल िनवारचक-मडल दवारा िनवारिचत होगा

(ख) यथाशकय िनकटतम बारहवा भाग उस रा य म िनवास करन वाल ऐस यिकतय स िमलकर बनन वाल िनवारचक-मडल दवारा िनवारिचत होगा जो भारत क रा यकषतर म िकसी िव िवदयालय क कम स कम तीन वषर स नातक ह या िजनक पास कम स कम तीन वषर स ऐसी अहरताए ह जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध या उसक अधीन ऐस िकसी िव िवदयालय क नातक की अहरताओ क समत य िविहत की गई ह

(ग) यथाशकय िनकटतम बारहवा भाग ऐस यिकतय स िमलकर बनन वाल िनवारचक-मडल दवारा िनवारिचत होगा जो रा य क भीतर मा यिमक पाठशालाओ स अिन न तर की ऐसी िशकषा स थाओ म जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन िविहत की जाए पढ़ान क काम म कम स कम तीन वषर स लग हए ह

(घ) यथाशकय िनकटतम एक-ितहाई भाग रा य की िवधान सभा क सद य दवारा ऐस यिकतय म स िनवारिचत होगा जो िवधान सभा क सद य नही ह

(ङ) शष सद य रा यपाल दवारा खड (5) क उपबध क अनसार नामिनदिशत िकए जाएग (4) खड (3) क उपखड (क) उपखड (ख) और उपखड (ग) क अधीन िनवारिचत

होन वाल सद य ऐस परादिशक िनवारचन-कषतर म चन जाएग जो सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविहत िकए जाए तथा उकत उपखड क और उकत खड क उपखड (घ) क अधीन िनवारचन आनपाितक परितिनिध व पदधित क अनसार एकल सकरमणीय मत दवारा ह ग

(5) रा यपाल दवारा खड (3) क उपखड (ङ) क अधीन नामिनदिशत िकए जान वाल सद य ऐस यिकत ह ग िज ह िन निलिखत िवषय क सबध म िवशष जञान या यावहािरक अनभव ह अथारत ndash

भारत का सिवधान

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सािह य िवजञान कला सहकारी आदोलन और समाज सवा 172 रा य क िवधान-मडल की अविधndash(1) पर यक रा य की पर यक िवधान

सभा यिद पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपन परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स 1[पाच वषर] तक बनी रहगी इसस अिधक नही और 1[पाच वषर] की उकत अविध की समाि का पिरणाम िवधान सभा का िवघटन होगा

परत उकत अविध को जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब सस िविध दवारा ऐसी अविध क िलए बढ़ा सकगी जो एक बार म एक वषर स अिधक नही होगी और उदघोषणा क परवतरन म न रह जान क प ात िकसी भी दशा म उसका िव तार छह मास की अविध स अिधक नही होगा

(2) रा य की िवधान पिरष का िवघटन नही होगा िकत उसक सद य म स यथासभव िनकटतम एक-ितहाई सद य सस दवारा िविध दवारा इस िनिम बनाए गए उपबध क अनसार पर यक िदवतीय वषर की समाि पर यथाशकय शीघर िनव हो जाएग

173 रा य क िवधान-मडल की सद यता क िलए अहरताndashकोई यिकत िकसी रा य म िवधान-मडल क िकसी थान को भरन क िलए चन जान क िलए अिहरत तभी होगा जबndash

2[(क) वह भारत का नागिरक ह और िनवारचन आयोग दवारा इस िनिम परािधकत िकसी यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लता ह या परितजञान करता ह और उस पर अपन ह ताकषर करता ह ]

(ख) वह िवधान सभा क थान क िलए कम स कम प चीस वषर की आय का और िवधान पिरष क थान क िलए कम स कम तीस वषर की आय का ह और

(ग) उसक पास ऐसी अ य अहरताए ह जो इस िनिम सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन िविहत की जाए

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 24 दवारा (6-9-1979 स) ldquoछह वषरrdquo क थान पर

परित थािपत सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 30 दवारा (3-1-1977 स) मल श द ldquoपाच वषरrdquo क थान पर ldquoछह वषरrdquo परित थािपत िकए गए थ

2 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 4 दवारा (5-10-1963 स) खड (क) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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1[174 रा य क िवधान-मडल क सतर सतरावसान और िवघटनndash(1) रा यपाल समय-समय पर रा य क िवधान-मडल क सदन या पर यक सदन को ऐस समय और थान पर जो वह ठीक समझ अिधवशन क िलए आहत करगा िकत उसक एक सतर की अितम बठक और आगामी सतर की परथम बठक क िलए िनयत तारीख क बीच छह मास का अतर नही होगा

(2) रा यपाल समय-समय परndash (क) सदन का या िकसी सदन का सतरावसान कर सकगा (ख) िवधान सभा का िवघटन कर सकगा ]

175 सदन या सदन म अिभभाषण का और उनको सदश भजन का रा यपाल का अिधकारndash(1) रा यपाल िवधान सभा म या िवधान पिरष वाल रा य की दशा म उस रा य क िवधान-मडल क िकसी एक सदन म या एक साथ समवत दोन सदन म अिभभाषण कर सकगा और इस परयोजन क िलए सद य की उपि थित की अपकषा कर सकगा

(2) रा यपाल रा य क िवधान-मडल म उस समय लिबत िकसी िवधयक क सबध म सदश या कोई अ य सदश उस रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन को भज सकगा और िजस सदन को कोई सदश इस परकार भजा गया ह वह सदन उस सदश दवारा िवचार करन क िलए अपिकषत िवषय पर सिवधानसार शीघरता स िवचार करगा

176 रा यपाल का िवशष अिभभाषणndash(1) रा यपाल 2[िवधान सभा क िलए पर यक साधारण िनवारचन क प ात परथम सतर क आरभ म] और पर यक वषर क परथम सतर क आरभ म िवधान सभा म या िवधान पिरष वाल रा य की दशा म एक साथ समवत दोन सदन म अिभभाषण करगा और िवधान-मडल को उसक आ ान क कारण बताएगा

(2) सदन या पर यक सदन की परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम दवारा ऐस अिभभाषण म िनिदर िवषय की चचार क िलए समय िनयत करन क िलए 3 उपबध िकया जाएगा

177 सदन क बार म मितरय और महािधवकता क अिधकारndashपर यक मतरी और रा य क महािधवकता को यह अिधकार होगा िक वह उस रा य की िवधान सभा म या िवधान पिरष वाल रा य की दशा म दोन सदन म बोल और उनकी कायरवािहय म अ यथा भाग ल और िवधान-मडल की िकसी सिमित म िजसम उसका नाम सद य क प म िदया गया ह बोल और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग ल िक त इस

अन छद क आधार पर वह मत दन का हकदार नही होगा

1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 8 दवारा (18-6-1951 स) परित थािपत 2 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 9 दवारा ldquoपर यक सतरrdquo क थान पर (18-6-1951 स)

परित थािपत

3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 9 दवारा ldquoतथा सदन क अ य कायर पर इस चचार को अगरता दन क िलएrdquo श द का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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रा य क िवधान-मडल क अिधकारी 178 िवधान सभा का अ यकष और उपा यकषndashपर यक रा य की िवधान सभा

यथाशकय शीघर अपन दो सद य को अपना अ यकष और उपा यकष चनगी और जब-जब अ यकष या उपा यकष का पद िरकत होता ह तब-तब िवधान सभा िकसी अ य सद य को यथाि थित अ यकष या उपा यकष चनगी

179 अ यकष और उपा यकष का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाndashिवधान सभा क अ यकष या उपा यकष क प म पद धारण करन वाला सद यndash

(क) यिद िवधान सभा का सद य नही रहता ह तो अपना पद िरकत कर दगा

(ख) िकसी भी समय यिद वह सद य अ यकष ह तो उपा यकष को सबोिधत और यिद वह सद य उपा यकष ह तो अ यकष को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा और

(ग) िवधान सभा क त कालीन सम त सद य क बहमत स पािरत सक प दवारा अपन पद स हटाया जा सकगा परत खड (ग) क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया

जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

परत यह और िक जब कभी िवधान सभा का िवघटन िकया जाता ह तो िवघटन क प ात होन वाल िवधान सभा क परथम अिधवशन क ठीक पहल तक अ यकष अपन पद को िरकत नही करगा

180 अ यकष क पद क कतर य का पालन करन या अ यकष क प म कायर करन की उपा यकष या अ य यिकत की शिकतndash(1) जब अ यकष का पद िरकत ह तो उपा यकष या यिद उपा यकष का पद भी िरकत ह तो िवधान सभा का ऐसा सद य िजसको रा यपाल इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

(2) िवधान सभा की िकसी बठक स अ यकष की अनपि थित म उपा यकष या यिद वह भी अनपि थत ह तो ऐसा यिकत जो िवधान सभा की परिकरया क िनयम दवारा अवधािरत िकया जाए या यिद ऐसा कोई यिकत उपि थत नही ह तो ऐसा अ य यिकत जो िवधान सभा दवारा अवधािरत िकया जाए अ यकष क प म कायर करगा

181 जब अ यकष या उपा यकष को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उसका पीठासीन न होनाndash(1) िवधान सभा की िकसी बठक म जब अ यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब अ यकष या जब उपा यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उपा यकष उपि थत रहन पर भी पीठासीन नही होगा और अन छद 180 क खड (2) क उपबध ऐसी पर यक बठक क सबध म वस ही लाग ह ग जस वह उस बठक क सबध म लाग होत ह िजसस यथाि थित अ यकष या उपा यकष अनपि थत ह

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(2) जब अ यकष को उसक पद स हटान का कोई सक प िवधान सभा म िवचाराधीन ह तब उसको िवधान सभा म बोलन और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार होगा और वह अन छद 189 म िकसी बात क होत हए भी ऐस सक प पर या ऐसी कायरवािहय क दौरान िकसी अ य िवषय पर परथमत ही मत दन का हकदार होगा िकत मत बराबर होन की दशा म मत दन का हकदार नही होगा

182 िवधान पिरष का सभापित और उपसभापितndashिवधान पिरष वाल पर यक रा य की िवधान पिरष यथाशीघर अपन दो सद य को अपना सभापित और उपसभापित चनगी और जब-जब सभापित या उपसभापित का पद िरकत होता ह तब-तब पिरष िकसी अ य सद य को यथाि थित सभापित या उपसभापित चनगी

183 सभापित और उपसभापित का पद िरकत होना पद याग और पद स हटाया जानाndashिवधान पिरष क सभापित या उपसभापित क प म पद धारण करन वाला सद यndash

(क) यिद िवधान पिरष का सद य नही रहता ह तो अपना पद िरकत कर दगा

(ख) िकसी भी समय यिद वह सद य सभापित ह तो उपसभापित को सबोिधत और यिद वह सद य उपसभापित ह तो सभापित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा और

(ग) िवधान पिरष क त कालीन सम त सद य क बहमत स पािरत सक प दवारा अपन पद स हटाया जा सकगा परत खड (ग) क परयोजन क िलए कोई सक प तब तक पर तािवत नही िकया

जाएगा जब तक िक उस सक प को पर तािवत करन क आशय की कम स कम चौदह िदन की सचना न द दी गई हो

184 सभापित क पद क कतर य का पालन करन या सभापित क प म कायर करन की उपसभापित या अ य यिकत की शिकतndash(1) जब सभापित का पद िरकत ह तब उपसभापित यिद उपसभापित का पद भी िरकत ह तो िवधान पिरष का ऐसा सद य िजसको रा यपाल इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

(2) िवधान पिरष की िकसी बठक स सभापित की अनपि थित म उपसभापित या यिद वह भी अनपि थत ह तो ऐसा यिकत जो िवधान पिरष की परिकरया क िनयम दवारा अवधािरत िकया जाए या यिद ऐसा कोई यिकत उपि थत नही ह तो ऐसा अ य यिकत जो िवधान पिरष दवारा अवधािरत िकया जाए सभापित क प म कायर करगा

185 जब सभापित या उपसभापित को पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन

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ह तब उसका पीठासीन न होनाndash(1) िवधान पिरष की िकसी बठक म जब सभापित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब सभापित या जब उपसभापित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवचाराधीन ह तब उपसभापित उपि थत रहन पर भी पीठासीन नही होगा और अन छद 184 क खड (2) क उपबध ऐसी पर यक बठक क सबध म वस ही लाग ह ग जस व उस बठक क सबध म लाग होत ह िजसस यथाि थित सभापित या उपसभापित अनपि थत ह

(2) जब सभापित को उसक पद स हटान का कोई सक प िवधान पिरष म िवचाराधीन ह तब उसको िवधान पिरष म बोलन और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार होगा और वह अन छद 189 म िकसी बात क होत हए भी ऐस सक प पर या ऐसी कायरवािहय क दौरान िकसी अ य िवषय पर परथमत ही मत दन का हकदार होगा िकत मत बराबर होन की दशा म मत दन का हकदार नही होगा

186 अ यकष और उपा यकष तथा सभापित और उपसभापित क वतन और भ ndashिवधान सभा क अ यकष और उपा यकष को तथा िवधान पिरष क सभापित और उपसभापित को ऐस वतन और भ का जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा िनयत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन और भ का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह सदाय िकया जाएगा

187 रा य क िवधान-मडल का सिचवालयndash(1) रा य क िवधान-मडल क सदन का या पर यक सदन का पथक सिचवीय कमरचािरव द होगा

परत िवधान पिरष वाल रा य क िवधान-मडल की दशा म इस खड की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह ऐस िवधान-मडल क दोन सदन क िलए सि मिलत पद क सजन को िनवािरत करती ह

(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन क सिचवीय कमरचािरवद म भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन कर सकगा

(3) जब तक रा य का िवधान-मडल खड (2) क अधीन उपबध नही करता ह तब तक रा यपाल यथाि थित िवधान सभा क अ यकष या िवधान पिरष क सभापित स परामशर करन क प ात िवधान सभा क या िवधान पिरष क सिचवीय कमरचािरवद म भतीर क और िनयकत यिकतय की सवा की शत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा और इस परकार बनाए गए िनयम उकत खड क अधीन बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए परभावी ह ग

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कायर सचालन 188 सद य दवारा शपथ या परितजञानndashरा य की िवधान सभा या िवधान पिरष

का पर यक सद य अपना थान गरहण करन स पहल रा यपाल या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

189 सदन म मतदान िरिकतय क होत हए भी सदन की कायर करन की शिकत और गणपितरndash(1) इस सिवधान म यथा अ यथा उपबिधत क िसवाय िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन की बठक म सभी पर का अवधारण अ यकष या सभापित को अथवा उस प म कायर करन वाल यिकत को छोड़कर उपि थत और मत दन वाल सद य क बहमत स िकया जाएगा

अ यकष या सभापित अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत परथमत मत नही दगा िकत मत बराबर होन की दशा म उसका िनणारयक मत होगा और वह उसका परयोग करगा

(2) रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन की सद यता म कोई िरिकत होन पर भी उस सदन को कायर करन की शिकत होगी और यिद बाद म यह पता चलता ह िक कोई यिकत जो ऐसा करन का हकदार नही था कायरवािहय म उपि थत रहा ह या उसन मत िदया ह या अ यथा भाग िलया ह तो भी रा य क िवधान-मडल की कायरवाही िविधमा य होगी

1[(3) जब तक रा य का िवधान-मडल िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का अिधवशन गिठत करन क िलए गणपितर दस सद य या सदन क सद य की कल सखया का दसवा भाग इसम स जो भी अिधक हो होगी

(4) यिद रा य की िवधान सभा या िवधान पिरष क अिधवशन म िकसी समय गणपितर नही ह तो अ यकष या सभापित अथवा उस प म कायर करन वाल यिकत का यह कतर य होगा िक वह सदन को थिगत कर द या अिधवशन को तब तक क िलए िनलिबत कर द जब तक गणपितर नही हो जाती ह ]

सद य की िनरहरताए 190 थान का िरकत होनाndash(1) कोई यिकत रा य क िवधान-मडल क दोन सदन

का सद य नही होगा और जो यिकत दोन सदन का सद य चन िलया जाता ह उसक एक या दसर सदन क थान को िरकत करन क िलए उस रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबध करगा

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 31 दवारा कितपय श द को तारीख अिधसिचत नही की

गई) परित थािपत नही िकया गया इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

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(2) कोई यिकत पहली अनसची म िविनिदर दो या अिधक रा य क िवधान-मडल का सद य नही होगा और यिद कोई यिकत दो या अिधक ऐस रा य क िवधान-मडल का सद य चन िलया जाता ह तो ऐसी अविध की समाि क प ात जो रा पित दवारा बनाए गए िनयम 1 म िविनिदर की जाए ऐस सभी रा य क िवधान-मडल म ऐस यिकत का थान िरकत हो जाएगा यिद उसन एक रा य को छोड़कर अ य रा य क िवधान-मडल म अपन थान को पहल ही नही याग िदया ह

(3) यिद रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद यndash (क) 2[अन छद 191 क खड (2)] म विणरत िकसी िनरहरता स गर त हो

जाता ह या 3[(ख) यथाि थित अ यकष या सभापित को सबोिधत अपन ह ताकषर

सिहत लख दवारा अपन थान का याग कर दता ह और उसका यागपतर यथाि थित अ यकष या सभापित दवारा वीकार कर िलया जाता ह]

तो ऐसा होन पर उसका थान िरकत हो जाएगा 4[परत उपखड (ख) म िनिदर यागपतर की दशा म यिद परा जानकारी स या

अ यथा और ऐसी जाच करन क प ात जो वह ठीक समझ यथाि थित अ यकष या सभापित का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसा यागपतर वि छक या असली नही ह तो वह ऐस यागपतर को वीकार नही करगा ]

(4) यिद िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का सद य साठ िदन की अविध तक सदन की अनजञा क िबना उसक सभी अिधवशन स अनपि थत रहता ह तो सदन उसक थान को िरकत घोिषत कर सकगा

परत साठ िदन की उकत अविध की सगणना करन म िकसी ऐसी अविध को िहसाब म नही िलया जाएगा िजसक दौरान सदन सतराविसत या िनरतर चार स अिधक िदन क िलए थिगत रहता ह

191 सद यता क िलए िनरहरताएndash(1) कोई यिकत िकसी रा य की िवधान सभा या िवधान पिरष का सद य चन जान क िलए और सद य होन क िलए िनरिहरत होगाndash 1 दिखए िविध मतरालय की अिधसचना स0 एफ0 4650-सी िदनाक 26 जनवरी 1950 भारत का राजपतर

असाधारण प 678 म परकािशत समसामियक सद यता परितषध िनयम 1950 2 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 4 दवारा (1-3-1985 स) ldquoअन छद 191 क खड (1)rdquo क

थान पर परित थािपत 3 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 4 दवारा (19-5-1974 स) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 3 दवारा (19-5-1974 स) अतः थािपत

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1[(क) यिद वह भारत सरकार क या पहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य की सरकार क अधीन ऐस पद को छोड़कर िजसको धारण करन वाल का िनरिहरत न होना रा य क िवधान-मडल न िविध दवारा घोिषत िकया ह कोई लाभ का पद धारण करता ह ]

(ख) यिद वह िवकतिच ह और सकषम यायालय की ऐसी घोषणा िवदयमान ह

(ग) यिद वह अन मोिचत िदवािलया ह (घ) यिद वह भारत का नागिरक नही ह या उसन िकसी िवदशी रा य की

नागिरकता व छा स अिजरत कर ली ह या वह िकसी िवदशी रा य क परित िन ा या अनषिकत को अिभ वीकार िकए हए ह

(ङ) यिद वह सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह 2[ प ीकरणndashइस खड क परयोजन क िलए] कोई यिकत कवल इस कारण भारत

सरकार क या पहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य की सरकार क अधीन लाभ का पद धारण करन वाला नही समझा जाएगा िक वह सघ का या ऐस रा य का मतरी ह

3[(2) कोई यिकत िकसी रा य की िवधान सभा या िवधान पिरष का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह दसवी अनसची क अधीन इस परकार िनरिहरत हो जाता ह ]

4[192 सद य की िनरहरताओ स सबिधत पर पर िविन यndash(1) यिद यह पर उठता ह िक िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन का कोई सद य अन छद 191 क खड (1) म विणरत िकसी िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर रा यपाल को िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा

(2) ऐस िकसी पर पर िविन य करन स पहल रा यपाल िनवारचन आयोग की राय लगा और ऐसी राय क अनसार कायर करगा ]

193 अन छद 188 क अधीन शपथ लन या परितजञान करन स पहल या अिहरत 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 31 दवारा (िजसक अ तगरत सदन की बठक का गठन

करन क िलए गणपित र सि मिलत ह) श द और को क (तारीख अिधसिचत नही की गई) स अत थािपत इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

2 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 5 दवारा (1-3-1985 स) ldquo(2) इस अन छद क परयोजन क िलएrdquo क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 5 दवारा (1-3-1985 स) अतः थािपत 4 अन छद 192 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 33 दवारा (3-1-1977 स) और त प ात

सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 25 दवारा (20-6-1979 स) सशोिधत होकर उपरोकत प म आया

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न होत हए या िनरिहरत िकए जान पर बठन और मत दन क िलए शाि तndashयिद िकसी रा य की िवधान सभा या िवधान पिरष म कोई यिकत अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन स पहल या यह जानत हए िक म उसकी सद यता क िलए अिहरत नही ह या िनरिहरत कर िदया गया ह या सस या रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध दवारा ऐसा करन स परितिषदध कर िदया गया ह सद य क प म बठता ह या मत दता ह तो वह पर यक िदन क िलए जब वह इस परकार बठता ह या मत दता ह पाच सौ पए की शाि त का भागी होगा जो रा य को दय ऋण क प म वसल की जाएगी

रा य क िवधान-मडल और उनक सद य की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया

194 िवधान-मडल क सदन की तथा उनक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार आिदndash(1) इस सिवधान क उपबध क और िवधान-मडल की परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम और थायी आदश क अधीन रहत हए पर यक रा य क िवधान-मडल म वाक- वात य होगा

(2) रा य क िवधान-मडल म या उसकी िकसी सिमित म िवधान-मडल क िकसी सद य दवारा कही गई िकसी बात या िदए गए िकसी मत क सबध म उसक िव दध िकसी यायालय म कोई कायरवाही नही की जाएगी और िकसी यिकत क िव दध ऐस िवधान-मडल क िकसी सदन क परािधकार दवारा या उसक अधीन िकसी परितवदन पतर मत या कायरवािहय क परकाशन क सबध म इस परकार की कोई कायरवाही नही की जाएगी

1[(3) अ य बात म रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन की और ऐस िवधान-मडल क िकसी सदन क सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया ऐसी ह गी जो वह िवधान-मडल समय-समय पर िविध दवारा पिरिनि त कर और जब तक व इस परकार पिरिनि त नही की जाती ह तब तक 2[वही ह गी जो सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 26 क परव होन स ठीक पहल उस सदन की और उसक सद य और सिमितय की थी ]

(4) िजन यिकतय को इस सिवधान क आधार पर रा य क िवधान-मडल क

1 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 26 दवारा (20-6-1979 स) कितपय श द क थान पर

परित थािपत

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िकसी सदन या उसकी िकसी सिमित म बोलन का और उसकी कायरवािहय म अ यथा भाग लन का अिधकार ह उनक सबध म खड (1) खड (2) और खड (3) क उपबध उसी परकार लाग ह ग िजस परकार व उस िवधान-मडल क सद य क सबध म लाग होत ह

195 सद य क वतन और भ ndashरा य की िवधान सभा और िवधान पिरष क सद य ऐस वतन और भ िज ह उस रा य का िवधान-मडल समय-समय पर िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस सबध म इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन और भ ऐसी दर स और ऐसी शत पर जो त थानी परात की िवधान सभा क सद य को इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल लाग थी परा करन क हकदार ह ग

िवधायी परिकरया 196 िवधयक क परः थापन और पािरत िकए जान क सबध म उपबधndash(1) धन

िवधयक और अ य िव िवधयक क सबध म अन छद 198 और अन छद 207 क उपबध क अधीन रहत हए कोई िवधयक िवधान पिरष वाल रा य क िवधान-मडल क िकसी भी सदन म आरभ हो सकगा

(2) अन छद 197 और अन छद 198 क उपबध क अधीन रहत हए कोई िवधयक िवधान पिरष वाल रा य क िवधान-मडल क सदन दवारा तब तक पािरत िकया गया नही समझा जाएगा जब तक सशोधन क िबना या कवल ऐस सशोधन सिहत िजन पर दोन सदन सहमत हो गए ह उस पर दोन सदन सहमत नही हो जात ह

(3) िकसी रा य क िवधान-मडल म लिबत िवधयक उसक सदन या सदन क सतरावसान क कारण यपगत नही होगा

(4) िकसी रा य की िवधान पिरष म लिबत िवधयक िजसको िवधान सभा न पािरत नही िकया ह िवधान सभा क िवघटन पर यपगत नही होगा

(5) कोई िवधयक जो िकसी रा य की िवधान सभा म लिबत ह या जो िवधान सभा दवारा पािरत कर िदया गया ह और िवधान पिरष म लिबत ह िवधान सभा क िवघटन पर यपगत हो जाएगा

197 धन िवधयक स िभ न िवधयक क बार म िवधान पिरष की शिकतय पर िनबरधनndash(1) यिद िवधान पिरष वाल रा य की िवधान सभा दवारा िकसी िवधयक क पािरत िकए जान और िवधान पिरष को पारिषत िकए जान क प ातndash

(क) िवधान पिरष दवारा िवधयक अ वीकार कर िदया जाता ह या (ख) िवधान पिरष क समकष िवधयक रख जान की तारीख स उसक दवारा

िवधयक पािरत िकए िबना तीन मास स अिधक बीत गए ह या (ग) िवधान पिरष दवारा िवधयक ऐस सशोधन सिहत पािरत िकया जाता

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ह िजनस िवधान सभा सहमत नही होती ह तो िवधान सभा िवधयक को अपनी परिकरया का िविनयमन करन वाल िनयम क अधीन रहत हए उसी या िकसी प ातवतीर सतर म ऐस सशोधन सिहत या उसक िबना यिद कोई ह जो िवधान पिरष न िकए ह सझाए ह या िजनस िवधान पिरष सहमत ह पनःपािरत कर सकगी और तब इस परकार पािरत िवधयक को िवधान पिरष को पारिषत कर सकगी

(2) यिद िवधान सभा दवारा िवधयक इस परकार दबारा पािरत कर िदए जान और िवधान पिरष को पारिषत िकए जान क प ातndash

(क) िवधान पिरष दवारा िवधयक अ वीकार कर िदया जाता ह या (ख) िवधान पिरष क समकष िवधयक रख जान की तारीख स उसक दवारा

िवधयक पािरत िकए िबना एक मास स अिधक बीत गया ह या (ग) िवधान पिरष दवारा िवधयक ऐस सशोधन सिहत पािरत िकया जाता

ह िजनस िवधान सभा सहमत नही होती ह तो िवधयक रा य क िवधान-मडल क सदन दवारा ऐस सशोधन सिहत यिद कोई ह जो िवधान पिरष न िकए ह या सझाए ह और िजनस िवधान सभा सहमत ह उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह िवधान सभा दवारा दबारा पािरत िकया गया था

(3) इस अन छद की कोई बात धन िवधयक को लाग नही होगी 198 धन िवधयक क सबध म िवशष परिकरयाndash(1) धन िवधयक िवधान पिरष

म परः थािपत नही िकया जाएगा (2) धन िवधयक िवधान पिरष वाल रा य की िवधान सभा दवारा पािरत िकए

जान क प ात िवधान पिरष को उसकी िसफािरश क िलए पारिषत िकया जाएगा और िवधान पिरष िवधयक की पराि की तारीख स चौदह िदन की अविध क भीतर िवधयक को अपनी िसफािरश सिहत िवधान सभा को लौटा दगी और ऐसा होन पर िवधान सभा िवधान पिरष की सभी या िक ही िसफािरश को वीकार या अ वीकार कर सकगी

(3) यिद िवधान सभा िवधान पिरष की िकसी िसफािरश को वीकार कर लती ह तो धन िवधयक िवधान पिरष दवारा िसफािरश िकए गए और िवधान सभा दवारा वीकार िकए गए सशोधन सिहत दोन सदन दवारा पािरत िकया गया समझा जाएगा

(4) यिद िवधान सभा िवधान पिरष की िकसी भी िसफािरश को वीकार नही करती ह तो धन िवधयक िवधान पिरष दवारा िसफािरश िकए गए िकसी सशोधन क िबना दोन सदन दवारा उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह िवधान सभा दवारा पािरत िकया गया था

(5) यिद िवधान सभा दवारा पािरत और िवधान पिरष को उसकी िसफािरश क

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िलए पारिषत धन िवधयक उकत चौदह िदन की अविध क भीतर िवधान सभा को नही लौटाया जाता ह तो उकत अविध की समाि पर वह दोन सदन दवारा उस प म पािरत िकया गया समझा जाएगा िजसम वह िवधान सभा दवारा पािरत िकया गया था

199 ldquoधन िवधयकrdquo की पिरभाषाndash(1) इस अ याय क परयोजन क िलए कोई िवधयक धन िवधयक समझा जाएगा यिद उसम कवल िन निलिखत सभी या िक ही िवषय स सबिधत उपबध ह अथारत ndash

(क) िकसी कर का अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन

(ख) रा य दवारा धन उधार लन का या कोई पर याभित दन का िविनयमन अथवा रा य दवारा अपन ऊपर ली गई या ली जान वाली िक ही िव ीय बा यताओ स सबिधत िविध का सशोधन

(ग) रा य की सिचत िनिध या आकि मकता िनिध की अिभरकषा ऐसी िकसी िनिध म धन जमा करना या उसम स धन िनकालना

(घ) रा य की सिचत िनिध म स धन का िविनयोग (ङ) िकसी यय को रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय घोिषत करना

या ऐस िकसी यय की रकम को बढ़ाना (च) रा य की सिचत िनिध या रा य क लोक लख मदध धन परा करना

अथवा ऐस धन की अिभरकषा या उसका िनगरमन या (छ) उपखड (क) स उपखड (च) म िविनिदर िकसी िवषय का आनषिगक

कोई िवषय (2) कोई िवधयक कवल इस कारण धन िवधयक नही समझा जाएगा िक वह

जमारन या अ य धनीय शाि तय क अिधरोपण का अथवा अनजञि य क िलए फीस की या की गई सवाओ क िलए फीस की माग का या उनक सदाय का उपबध करता ह अथवा इस कारण धन िवधयक नही समझा जाएगा िक वह िकसी थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा थानीय परयोजन क िलए िकसी कर क अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन का उपबध करता ह

(3) यिद यह पर उठता ह िक िवधान पिरष वाल िकसी रा य क िवधान-मडल म परः थािपत कोई िवधयक धन िवधयक ह या नही तो उस पर उस रा य की िवधान सभा क अ यकष का िविन य अितम होगा

(4) जब धन िवधयक अन छद 198 क अधीन िवधान पिरष को पारिषत िकया

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जाता ह और जब वह अन छद 200 क अधीन अनमित क िलए रा यपाल क समकष पर तत िकया जाता ह तब पर यक धन िवधयक पर िवधान सभा क अ यकष क ह ताकषर सिहत यह परमाण प ािकत िकया जाएगा िक वह धन िवधयक ह

200 िवधयक पर अनमितndashजब कोई िवधयक रा य की िवधान सभा दवारा या िवधान पिरष वाल रा य म िवधान-मडल क दोन सदन दवारा पािरत कर िदया गया ह तब वह रा यपाल क समकष पर तत िकया जाएगा और रा यपाल घोिषत करगा िक वह िवधयक पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह अथवा वह िवधयक को रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखता ह

परत रा यपाल अनमित क िलए अपन समकष िवधयक पर तत िकए जान क प ात यथाशीघर उस िवधयक को यिद वह धन िवधयक नही ह तो सदन या सदन को इस सदश क साथ लौटा सकगा िक सदन या दोन सदन िवधयक पर या उसक िक ही िविनिदर उपबध पर पनिवरचार कर और िविश तया िक ही ऐस सशोधन क परः थापन की वाछनीयता पर िवचार कर िजनकी उसन अपन सदश म िसफािरश की ह और जब िवधयक इस परकार लौटा िदया जाता ह तब सदन या दोन सदन िवधयक पर तदनसार पनिवरचार करग और यिद िवधयक सदन या सदन दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर िदया जाता ह और रा यपाल क समकष अनमित क िलए पर तत िकया जाता ह तो रा यपाल उस पर अनमित नही रोकगा

परत यह और िक िजस िवधयक स उसक िविध बन जान पर रा यपाल की राय म उ च यायालय की शिकतय का ऐसा अ पीकरण होगा िक वह थान िजसकी पितर क िलए वह यायालय इस सिवधान दवारा पिरकि पत ह सकटाप न हो जाएगा उस िवधयक पर रा यपाल अनमित नही दगा िकत उस रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखगा

201 िवचार क िलए आरिकषत िवधयकndashजब कोई िवधयक रा यपाल दवारा रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख िलया जाता ह तब रा पित घोिषत करगा िक वह िवधयक पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह

परत जहा िवधयक धन िवधयक नही ह वहा रा पित रा यपाल को यह िनदश द सकगा िक वह िवधयक को यथाि थित रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन को ऐस सदश क साथ जो अन छद 200 क पहल परतक म विणरत ह लौटा द और जब कोई िवधयक इस परकार लौटा िदया जाता ह तब ऐसा सदश िमलन की तारीख स छह मास की अविध क भीतर सदन या सदन दवारा उस पर तदनसार पनिवरचार िकया जाएगा और यिद वह सदन या सदन दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर िदया जाता ह तो उस रा पित क समकष उसक िवचार क िलए िफर स पर तत िकया जाएगा

िव ीय िवषय क सबध म परिकरया

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202 वािषरक िव ीय िववरणndash(1) रा यपाल पर यक िव ीय वषर क सबध म रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन क समकष उस रा य की उस वषर क िलए पराककिलत पराि य और यय का िववरण रखवाएगा िजस इस भाग म ldquoवािषरक िव ीय िववरणrdquo कहा गया ह

(2) वािषरक िव ीय िववरण म िदए हए यय क पराककलन मndash (क) इस सिवधान म रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय क प म

विणरत यय की पितर क िलए अपिकषत रािशया और (ख) रा य की सिचत िनिध म स िकए जान क िलए पर थािपत अ य

यय की पितर क िलए अपिकषत रािशया पथक-पथक िदखाई जाएगी और राज व लख होन वाल यय का अ य यय स भद िकया जाएगा

(3) िन निलिखत यय पर यक रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय होगा अथारत ndash

(क) रा यपाल की उपलि धया और भ तथा उसक पद स सबिधत अ य यय

(ख) िवधान सभा क अ यकष और उपा यकष क तथा िवधान पिरष वाल रा य की दशा म िवधान पिरष क सभापित और उपसभापित क भी वतन और भ

(ग) ऐस ऋण भार िजनका दािय व रा य पर ह िजनक अतगरत याज िनकषप िनिध भार और मोचन भार तथा उधार लन और ऋण सवा और ऋण मोचन स सबिधत अ य यय ह

(घ) िकसी उ च यायालय क यायाधीश क वतन और भ क सबध म यय

(ङ) िकसी यायालय या मा य थम अिधकरण क िनणरय िडकरी या पचाट की ति क िलए अपिकषत रािशया

(च) कोई अ य यय जो इस सिवधान दवारा या रा य क िवधान-मडल दवारा िविध दवारा इस परकार भािरत घोिषत िकया जाता ह 203 िवधान-मडल म पराककलन क सबध म परिकरयाndash(1) पराककलन म स िजतन

पराककलन रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय स सबिधत ह व िवधान सभा म मतदान क िलए नही रख जाएग िक त इस खड की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह िवधान-मडल म उन पराककलन म स िकसी पराककलन पर चचार को िनवािरत करती ह

(2) उकत पराककलन म स िजतन पराककलन अ य यय स सबिधत ह व िवधान सभा क समकष अनदान की माग क प म रख जाएग और िवधान सभा को शिकत होगी

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िक वह िकसी माग को अनमित द या अनमित दन स इकार कर द अथवा िकसी माग को उसम िविनिदर रकम को कम करक अनमित द

(3) िकसी अनदान की माग रा यपाल की िसफािरश पर ही की जाएगी अ यथा नही

204 िविनयोग िवधयकndash(1) िवधान सभा दवारा अन छद 203 क अधीन अनदान िकए जान क प ात यथाशकय शीघर रा य की सिचत िनिध म सndash

(क) िवधान सभा दवारा इस परकार िकए गए अनदान की और (ख) रा य की सिचत िनिध पर भािरत िक त सदन या सदन क समकष

पहल रख गए िववरण म दिशरत रकम स िकसी भी दशा म अनिधक यय की पितर क िलए अपिकषत सभी धनरािशय क िविनयोग का उपबध करन क िलए िवधयक परः थािपत िकया जाएगा

(2) इस परकार िकए गए िकसी अनदान की रकम म पिरवतरन करन या अनदान क ल य को बदलन अथवा रा य की सिचत िनिध पर भािरत यय की रकम म पिरवतरन करन का परभाव रखन वाला कोई सशोधन ऐस िकसी िवधयक म रा य क िवधान-मडल क सदन म या िकसी सदन म पर थािपत नही िकया जाएगा और पीठासीन यिकत का इस बार म िविन य अितम होगा िक कोई सशोधन इस खड क अधीन अगरा ह या नही

(3) अन छद 205 और अन छद 206 क उपबध क अधीन रहत हए रा य की सिचत िनिध म स इस अन छद क उपबध क अनसार पािरत िविध दवारा िकए गए िविनयोग क अधीन ही कोई धन िनकाला जाएगा अ यथा नही

205 अनपरक अितिरकत या अिधक अनदानndash(1) यिदndash (क) अन छद 204 क उपबध क अनसार बनाई गई िकसी िविध दवारा

िकसी िविश सवा पर चाल िव ीय वषर क िलए यय िकए जान क िलए परािधकत कोई रकम उस वषर क परयोजन क िलए अपयार पाई जाती ह या उस वषर क वािषरक िव ीय िववरण म अन यात न की गई िकसी नई सवा पर अनपरक या अितिरकत यय की चाल िव ीय वषर क दौरान आव यकता पदा हो गई ह या

(ख) िकसी िव ीय वषर क दौरान िकसी सवा पर उस वषर और उस सवा क िलए अनदान की गई रकम स अिधक कोई धन यय हो गया ह

तो रा यपाल यथाि थित रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन क समकष उस यय की पराककिलत रकम को दिशरत करन वाला दसरा िववरण रखवाएगा या रा य की िवधान

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सभा म ऐस आिधकय क िलए माग पर तत करवाएगा (2) ऐस िकसी िववरण और यय या माग क सबध म तथा रा य की सिचत

िनिध म स ऐस यय या ऐसी माग स सबिधत अनदान की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िकसी िविध क सबध म भी अन छद 202 अन छद 203 और अन छद 204 क उपबध वस ही परभावी ह ग जस व वािषरक िव ीय िववरण और उसम विणरत यय क सबध म या िकसी अनदान की िकसी माग क सबध म और रा य की सिचत िनिध म स ऐस यय या अनदान की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िविध क सबध म परभावी ह

206 लखानदान पर ययानदान और अपवादानदानndash(1) इस अ याय क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी िकसी रा य की िवधान सभा कोndash

(क) िकसी िव ीय वषर क भाग क िलए पराककिलत यय क सबध म कोई अनदान उस अनदान क िलए मतदान करन क िलए अन छद 203 म िविहत परिकरया क परा होन तक और उस यय क सबध म अन छद 204 क उपबध क अनसार िविध क पािरत होन तक अिगरम दन की

(ख) जब िकसी सवा की मह ा या उसक अिनि त प क कारण माग ऐस यौर क साथ विणरत नही की जा सकती ह जो वािषरक िव ीय िववरण म सामा यतया िदया जाता ह तब रा य क सपि ोत पर अपर यािशत माग की पितर क िलए अनदान करन की

(ग) िकसी िव ीय वषर की चाल सवा का जो अनदान भाग नही ह ऐसा कोई अपवादानदान करन की

शिकत होगी और िजन परयोजन क िलए उकत अनदान िकए गए ह उनक िलए रा य की सिचत िनिध म स धन िनकालना िविध दवारा परािधकत करन की रा य क िवधान-मडल को शिकत होगी

(2) खड (1) क अधीन िकए जान वाल िकसी अनदान और उस खड क अधीन बनाई जान वाली िकसी िविध क सबध म अन छद 203 और अन छद 204 क उपबध वस ही परभावी ह ग जस व वािषरक िव ीय िववरण म विणरत िकसी यय क बार म कोई अनदान करन क सबध म और रा य की सिचत िनिध म स ऐस यय की पितर क िलए धन का िविनयोग परािधकत करन क िलए बनाई जान वाली िविध क सबध म परभावी ह

207 िव िवधयक क बार म िवशष उपबधndash(1) अन छद 199 क खड (1) क उपखड (क) स उपखड (च) म िविनिदर िकसी िवषय क िलए उपबध करन वाला िवधयक

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या सशोधन रा यपाल की िसफािरश स ही परः थािपत या पर तािवत िकया जाएगा अ यथा नही और ऐसा उपबध करन वाला िवधयक िवधान पिरष म परः थािपत नही िकया जाएगा

परत िकसी कर क घटान या उ सादन क िलए उपबध करन वाल िकसी सशोधन क पर ताव क िलए इस खड क अधीन िसफािरश की अपकषा नही होगी

(2) कोई िवधयक या सशोधन उकत िवषय म स िकसी िवषय क िलए उपबध करन वाला कवल इस कारण नही समझा जाएगा िक वह जमारन या अ य धनीय शाि तय क अिधरोपण का अथवा अनजञि य क िलए फीस की या की गई सवाओ क िलए फीस की माग का या उनक सदाय का उपबध करता ह अथवा इस कारण नही समझा जाएगा िक वह िकसी थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा थानीय परयोजन क िलए िकसी कर क अिधरोपण उ सादन पिरहार पिरवतरन या िविनयमन का उपबध करता ह

(3) िजस िवधयक को अिधिनयिमत और परवितरत िकए जान पर रा य की सिचत िनिध म स यय करना पड़गा वह िवधयक रा य क िवधान-मडल क िकसी सदन दवारा तब तक पािरत नही िकया जाएगा जब तक ऐस िवधयक पर िवचार करन क िलए उस सदन स रा यपाल न िसफािरश नही की ह

साधारणतया परिकरया 208 परिकरया क िनयमndash(1) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए रा य

क िवधान-मडल का कोई सदन अपनी परिकरया और अपन कायर सचालन क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा

(2) जब तक खड (1) क अधीन िनयम नही बनाए जात ह तब तक इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल त थानी परात क िवधान-मडल क सबध म जो परिकरया क िनयम और थायी आदश परव थ व ऐस उपातरण और अनकलन क अधीन रहत हए उस रा य क िवधान-मडल क सबध म परभावी ह ग िज ह यथाि थित िवधान सभा का अ यकष या िवधान पिरष का सभापित उनम कर

(3) रा यपाल िवधान पिरष वाल रा य म िवधान सभा क अ यकष और िवधान पिरष क सभापित स परामशर करन क प ात दोन सदन म पर पर सचार स सबिधत परिकरया क िनयम बना सकगा

209 रा य क िवधान-मडल म िव ीय कायर सबधी परिकरया का िविध दवारा िविनयमनndashिकसी रा य का िवधान-मडल िव ीय कायर को समय क भीतर परा करन क

सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 22 दवारा (िजसक अ तगरत सदन की बठक का गठन करन क िलए गणपित र सि मिलत ह) श द और को क (तारीख अिधसिचत नही की गई) स अत थािपत इस सशोधन का सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 45 दवारा (20-6-1979 स) लोप कर िदया गया

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परयोजन क िलए िकसी िव ीय िवषय स सबिधत या रा य की सिचत िनिध म स धन का िविनयोग करन क िलए िकसी िवधयक स सबिधत रा य क िवधान-मडल क सदन या सदन की परिकरया और कायर सचालन का िविनयमन िविध दवारा कर सकगा तथा यिद और जहा तक इस परकार बनाई गई िकसी िविध का कोई उपबध अन छद 208 क खड (1) क अधीन रा य क िवधान-मडल क सदन या िकसी सदन दवारा बनाए गए िनयम स या उस अन छद क खड (2) क अधीन रा य िवधान-मडल क सबध म परभावी िकसी िनयम या थायी आदश स असगत ह तो और वहा तक ऐसा उपबध अिभभावी होगा

210 िवधान-मडल म परयोग की जान वाली भाषाndash(1) भाग 17 म िकसी बात क होत हए भी िक त अन छद 348 क उपबध क अधीन रहत हए रा य क िवधान-मडल म कायर रा य की राजभाषा या राजभाषाओ म या िहदी म या अगरजी म िकया जाएगा

परत यथाि थित िवधान सभा का अ यकष या िवधान पिरष का सभापित अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत िकसी सद य को जो पव कत भाषाओ म स िकसी भाषा म अपनी पयार अिभ यिकत नही कर सकता ह अपनी मातभाषा म सदन को सबोिधत करन की अनजञा द सकगा

(2) जब तक रा य का िवधान-मडल िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक इस सिवधान क परारभ स पदरह वषर की अविध की समाि क प ात यह अन छद ऐस परभावी होगा मानो ldquoया अगरजी मrdquo श द का उसम स लोप कर िदया गया हो

1[परत 2[िहमाचल परदश मिणपर मघालय और ितरपरा रा य क िवधान-मडल ] क सबध म यह खड इस परकार परभावी होगा मानो इसम आन वाल ldquoपदरह वषरrdquo श द क थान पर ldquoप चीस वषरrdquo श द रख िदए गए ह ]

3[परत यह और िक 4-5[अ णाचल परदश गोवा और िमजोरम रा य क िवधान-मडल ]] क सबध म यह खड इस परकार परभावी होगा मानो इसम आन वाल ldquoपदरह वषरrdquo श द क थान पर ldquoचालीस वषरrdquo श द रख िदए गए ह ]

211 िवधान-मडल म चचार पर िनबरधनndashउ चतम यायालय या िकसी उ च यायालय क िकसी यायाधीश क अपन कतर य क िनवरहन म िकए गए आचरण क

1 िहमाचल परदश रा य अिधिनयम 1970 (1970 का 53) की धारा 46 दवारा (25-1-1971 स ) अतः थािपत 2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoिहमाचल परदश

रा य क िवधान-मडलrdquo क थान पर परित थािपत 3 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) अतः थािपत 4 अ णाचल परदश रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 69) की धारा 42 दवारा (30-5-1987 स) ldquoिमजोरम रा य क

िवधान-मडलrdquo क थान पर परित थािपत 5 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) ldquoअ णाचल

परदश और िमजोरमrdquo क थान पर परित थािपत

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िवषय म रा य क िवधान-मडल म कोई चचार नही होगी 212 यायालय दवारा िवधान-मडल की कायरवािहय की जाच न िकया जानाndash(1)

रा य क िवधान-मडल की िकसी कायरवाही की िविधमा यता को परिकरया की िकसी अिभकिथत अिनयिमतता क आधार पर पर गत नही िकया जाएगा

(2) रा य क िवधान-मडल का कोई अिधकारी या सद य िजसम इस सिवधान दवारा या इसक अधीन उस िवधान-मडल म परिकरया या कायर सचालन का िविनयमन करन की अथवा यव था बनाए रखन की शिकतया िनिहत ह उन शिकतय क अपन दवारा परयोग क िवषय म िकसी यायालय की अिधकािरता क अधीन नही होगा

अ याय 4 - रा यपाल की िवधायी शिकत 213 िवधान-मडल क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की रा यपाल

की शिकतndash(1) उस समय को छोड़कर जब िकसी रा य की िवधान सभा सतर म ह या िवधान पिरष वाल रा य म िवधान-मडल क दोन सदन सतर म ह यिद िकसी समय रा यपाल का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसी पिरि थितया िवदयमान ह िजनक कारण तर त काररवाई करना उसक िलए आव यक हो गया ह तो वह ऐस अ यादश परखयािपत कर सकगा जो उस उन पिरि थितय म अपिकषत परतीत ह

परत रा यपाल रा पित क अनदश क िबना कोई ऐसा अ यादश परखयािपत नही करगा यिदndash

(क) वस ही उपबध अतिवर करन वाल िवधयक को िवधान-मडल म पर थािपत िकए जान क िलए रा पित की पवर मजरी की अपकषा इस सिवधान क अधीन होती या

(ख) वह वस ही उपबध अतिवर करन वाल िवधयक को रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखना आव यक समझता या

(ग) वस हर उपबध अतिवर करन वाला रा य क िवधान-मडल का अिधिनयम इस सिवधान क अधीन तब तक अिविधमा य होता जब तक रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख जान पर उस रा पित की अनमित परा नही हो गई होती (2) इस अन छद क अधीन परखयािपत अ यादश का वही बल और परभाव होगा

जो रा य क िवधान-मडल क ऐस अिधिनयम का होता ह िजस रा यपाल न अनमित द दी ह िकत पर यक ऐसा अ यादशndash

(क) रा य की िवधान सभा क समकष और िवधान पिरष वाल रा य म दोन सदन क समकष रखा जाएगा तथा िवधान-मडल क पन समवत होन स

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छह स ाह की समाि पर या यिद उस अविध की समाि स पहल िवधान सभा उसक अननमोदन का सक प पािरत कर दती ह और यिद िवधान पिरष ह तो वह उसस सहमत हो जाती ह तो यथाि थित सक प क पािरत होन पर या िवधान पिरष दवारा सक प स सहमत होन पर परवतरन म नही रहगा और

(ख) रा यपाल दवारा िकसी भी समय वापस िलया जा सकगा प ीकरणndashजहा िवधान पिरष वाल रा य क िवधान-मडल क सदन िभ न-िभ न

तारीख को पन समवत होन क िलए आहत िकए जात ह वहा इस खड क परयोजन क िलए छह स ाह की अविध की गणना उन तारीख म स प ा वतीर तारीख स की जाएगी

(3) यिद और जहा तक इस अन छद क अधीन अ यादश कोई ऐसा उपबध करता ह जो रा य क िवधान-मडल क ऐस अिधिनयम म िजस रा यपाल न अनमित द दी ह अिधिनयिमत िकए जान पर िविधमा य नही होता तो और वहा तक वह अ यादश श य होगा

परत रा य क िवधान-मडल क ऐस अिधिनयम क जो समवतीर सची म परगिणत िकसी िवषय क बार म सस क िकसी अिधिनयम या िकसी िवदयमान िविध क िव दध ह परभाव स सबिधत इस सिवधान क उपबध क परयोजन क िलए यह ह िक कोई अ यादश जो रा पित क अनदश क अनसरण म इस अन छद क अधीन परखयािपत िकया जाता ह रा य क िवधान-मडल का ऐसा अिधिनयम समझा जाएगा जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखा गया था और िजस उसन अनमित द दी ह

1(4) अ याय 5ndashरा य क उ च यायालय

214 रा य क िलए उ च यायालयndash2 पर यक रा य क िलए एक उ च यायालय होगा

3(2) 3(3)

215 उ च यायालय का अिभलख यायालय होनाndashपर यक उ च यायालय अिभलख यायालय होगा और उसको अपन अवमान क िलए दड दन की शिकत सिहत ऐस यायालय की सभी शिकतया ह गी

216 उ च यायालय का गठनndashपर यक उ च यायालय मखय यायमितर और ऐस अ य यायाधीश स िमलकर बनगा िज ह रा पित समय-समय पर िनयकत करना 1 सिवधान (अड़तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 3 दवारा (11-8-1975 स) खड (4) अतः थािपत िकया

गया था और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 27 दवारा (20-6-1979 स) लोप िकया गया

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा को क और अक ldquo(1)rdquo का लोप िकया गया

3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 दवारा (1-11-1956 स) खड (2) और खड (3) का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

99

आव यक समझ 1 217 उ च यायालय क यायाधीश की िनयिकत और उसक पद की शतndash(1)

2[अन छद 124क म िनिदर रा ीय याियक िनयिकत आयोग की िसफािरश पर रा पित] अपन ह ताकषर और मदरा सिहत अिधपतर दवारा उ च यायालय क पर यक यायाधीश को िनयकत करगा और वह यायाधीश 3[अपर या कायरकारी यायाधीश की दशा म अन छद 224 म उपबिधत प म पद धारण करगा और िकसी अ य दशा म तब तक पद धारण करगा जब तक वह 4[बासठ वषर] की आय परा नही कर लता ह ]]

परतndash (क) कोई यायाधीश रा पित को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा

अपना पद याग सकगा (ख) िकसी यायाधीश को उ चतम यायालय क यायाधीश को हटान क

िलए अन छद 124 क खड (4) म उपबिधत रीित स उसक पद स रा पित दवारा हटाया जा सकगा

(ग) िकसी यायाधीश का पद रा पित दवारा उस उ चतम यायालय का यायाधीश िनयकत िकए जान पर या रा पित दवारा उस भारत क रा यकषतर म िकसी अ य उ च यायालय को अतिरत िकए जान पर िरकत हो जाएगा (2) कोई यिकत िकसी उ च यायालय क यायाधीश क प म िनयिकत क िलए

तभी अिहरत होगा जब वह भारत का नागिरक ह औरndash (क) भारत क रा यकषतर म कम स कम दस वषर तक याियक पद धारण

कर चका ह या (ख) िकसी 5 उ च यायालय का या ऐस दो या अिधक यायालय का

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 11 दवारा (1-11-1956 स) पर तक का लोप िकया गया 2 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 6 दवारा (13-4-2015 स) ldquoभारत क मखय यायमितर

स उस रा य क रा यपाल स और मखय यायमितर स िभ न िकसी यायाधीश की िनयिकत की दशा म उस उ च यायालय क मखय यायमितर स परामशर करन क प ात रा पितrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 12 दवारा ldquoतब तक पद धारण करगा जब तक िक वह साठ वषर की आय परा न कर लrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

4 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 4 दवारा ldquoसाठ वषरrdquo क थान पर (5-10-1963 स) परित थािपत

5 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य म कrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

100

लगातार कम स कम दस वषर तक अिधवकता रहा ह 2 1(ग)

प ीकरण ndash इस खड क परयोजन क िलएndash 2[(क) भारत क रा यकषतर म याियक पद धारण करन की अविध

की सगणना करन म वह अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान कोई यिकत याियक पद धारण करन क प ात िकसी उ च यायालय का अिधवकता रहा ह या उसन िकसी अिधकरण क सद य का पद धारण िकया ह अथवा सघ या रा य क अधीन कोई ऐसा पद धारण िकया ह िजसक िलए िविध का िवशष जञान अपिकषत ह ]

3[(कक) िकसी उ च यायालय का अिधवकता रहन की अविध की सगणना करन म वह अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान िकसी यिकत न अिधवकता होन क प ात 4[ याियक पद धारण िकया ह या िकसी अिधकरण क सद य का पद धारण िकया ह अथवा सघ या रा य क अधीन कोई ऐसा पद धारण िकया ह िजसक िलए िविध का िवशष जञान अपिकषत ह ]

(ख) भारत क रा यकषतर म याियक पद धारण करन या िकसी उ च यायालय का अिधवकता रहन की अविध की सगणना करन म इस सिवधान क परारभ स पहल की वह अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान िकसी यिकत न यथाि थित ऐस कषतर म जो 15 अग त 1947 स पहल भारत शासन अिधिनयम 1935 म पिरभािषत भारत म समािव था याियक पद धारण िकया ह या वह ऐस िकसी कषतर म िकसी उ च यायालय का अिधवकता रहा ह

5[(3) यिद उ च यायालय क िकसी यायाधीश की आय क बार म कोई पर उठता ह तो उस पर का िविन य भारत क मखय यायमितर स परामशर करन क प ात रा पित दवारा िकया जाएगा और रा पित का िविन य अितम होगा ]

218 उ चतम यायालय स सबिधत कछ उपबध का उ च यायालय को लाग होनाndashअन छद 124 क खड (4) और खड (5) क उपबध जहा-जहा उनम उ चतम यायालय क परित िनदश ह वहा-वहा उ च यायालय क परित िनदश परित थािपत करक

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 36 दवारा (3-1-1977 स) श द ldquoयाrdquo और उपखड (ग)

अतः थािपत िकए गए और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 28 दवारा (20-6-1979 स) उनका लोप िकया गया

2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 28 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 28 दवारा (20-6-1979 स) खड (क) को खड (कक) क

प म पनःअकषरािकत िकया गया 4 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 36 दवारा (3-1-1977 स) ldquo यािययक पद धारण िकया

होrdquo क थान पर परित थािपत 5 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 4 दवारा (भतलकषी परभाव स ) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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उ च यायालय क सबध म वस ही लाग ह ग जस व उ चतम यायालय क सबध म लाग होत ह

219 उ च यायालय क यायाधीश दवारा शपथ या परितजञानndash1 उ च यायालय का यायाधीश होन क िलए िनयकत पर यक यिकत अपना पदगरहण करन स पहल उस रा य क रा यपाल या उसक दवारा इस िनिम िनयकत यिकत क समकष तीसरी अनसची म इस परयोजन क िलए िदए गए पर प क अनसार शपथ लगा या परितजञान करगा और उस पर अपन ह ताकषर करगा

2[220 थायी यायाधीश रहन क प ात िविध- यवसाय पर िनबरधनndashकोई यिकत िजसन इस सिवधान क परारभ क प ात िकसी उ च यायालय क थायी यायाधीश क प म पद धारण िकया ह उ चतम यायालय और अ य उ च यायालय क िसवाय

भारत म िकसी यायालय या िकसी परािधकारी क समकष अिभवचन या कायर नही करगा

प ीकरणndashइस अन छद म ldquoउ च यायालयrdquo पद क अतगरत सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 क परारभ3 स पहल िवदयमान पहली अनसची क भाग ख म िविनिदर रा य का उ च यायालय नही ह ]

221 यायाधीश क वतन आिदndash 4[(1) पर यक उ च यायालय क यायाधीश को ऐस वतन का सदाय िकया जाएगा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐस वतन का सदाय िकया जाएगा जो दसरी अनसची म िविनिदर ह ]

(2) पर यक यायाधीश ऐस भ का तथा अनपि थित छटटी और पशन क सबध म ऐस अिधकार का जो सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन समय-समय पर अवधािरत िकए जाए और जब तक इस परकार अवधािरत नही िकए जात ह तब तक ऐस भ और अिधकार का जो दसरी अनसची म िविनिदर ह हकदार होगा

परत िकसी यायाधीश क भ म और अनपि थित छटटी या पशन क सबध म उसक अिधकार म उसकी िनयिकत क प ात उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा

222 िकसी यायाधीश का एक उ च यायालय स दसर उ च यायालय को

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoिकसी रा य मrdquo श द का (1-11-

1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 13 दवारा परित थािपत 3 1 नव बर 1956 4 सिवधान (चौवनवा सशोधन) अिधिनयम 1986 की धारा 3 दवारा (1-4-1986 स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

102

अतरणndash(1) रा पित 1[अऩ छद 124क म िनिदर रा ीय याियक िनयिकत आयोग की िसफािरश पर] 2 िकसी यायाधीश का एक उ च यायालय स दसर उ च यायालय को अतरण कर सकगा

3[(2) जब कोई यायाधीश इस परकार अतिरत िकया गया ह या िकया जाता ह तब वह उस अविध क दौरान िजसक दौरान वह सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 क परारभ क प ात दसर उ च यायालय क यायाधीश क प म सवा करता ह अपन वतन क अितिरकत ऐसा परितकरा मक भ ा जो सस िविध दवारा अवधािरत कर और जब तक इस परकार अवधािरत नही िकया जाता ह तब तक ऐसा परितकरा मक भ ा जो रा पित आदश दवारा िनयत कर परा करन का हकदार होगा ]

223 कायरकारी मखय यायमितर की िनयिकतndashजब िकसी उ च यायालय क मखय यायमितर का पद िरकत ह या जब ऐसा मखय यायमितर अनपि थित क कारण या अ यथा अपन पद क कतर य का पालन करन म असमथर ह तब यायालय क अ य यायाधीश म स ऐसा एक यायाधीश िजस रा पित इस परयोजन क िलए िनयकत कर उस पद क कतर य का पालन करगा

4[224 अपर और कायरकारी यायाधीश की िनयिकतndash(1) यिद िकसी उ च यायालय क कायर म िकसी अ थायी विदध क कारण या उसम कायर की बकाया क कारण रा पित को यह परतीत होता ह िक उस यायालय क यायाधीश की सखया को त समय बढ़ा दना चािहए 5[तो रा पित रा ीय याियक िनयिकत आयोग क परामशर स स यक प स] अिहरत यिकतय को दो वषर स अनिधक की ऐसी अविध क िलए जो वह िविनिदर

कर उस यायालय क अपर यायाधीश िनयकत कर सकगा (2) जब िकसी उ च यायालय का मखय यायमितर स िभ न कोई यायाधीश

अनपि थित क कारण या अ य कारण स अपन पद क कतर य का पालन करन म

1 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 7 दवारा (13-4-2015 स) ldquoभारत क मखय यायमितर

स परामशर करन क प ातrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 14 दवारा ldquoभारत क रा यकषतर म कrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

3 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 5 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 14 दवारा मल खड (2) का लोप (1-11-1956 स) िकया गया

4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 15 दवारा अन छद 224 क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

5 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 8 दवारा (13-4-2015 स) ldquoतो रा पित स यकत प सrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

भारत का सिवधान

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असमथर ह या मखय यायमितर क प म अ थायी प स कायर करन क िलए िनयकत िकया जाता ह 1[तो रा पित रा ीय याियक िनयिकत आयोग क परामशर स स यक प स] अिहरत िकसी यिकत को तब तक क िलए उस यायालय क यायाधीश क प म कायर करन क िलए िनयकत कर सकगा जब तक थायी यायाधीश अपन कतर य को िफर स नही सभाल लता ह

(3) उ च यायालय क अपर या कायरकारी यायाधीश क प म िनयकत कोई यिकत 2[बासठ वषर] की आय परा कर लन क प ात पद धारण नही करगा

3[224क उ च यायालय की बठक म सवािनव यायाधीश की िनयिकतndashइस अ याय म िकसी बात क होत हए भी 4[रा ीय याियक िनयिकत आयोग िकसी रा य क उ च यायालय क मखय यायमितर दवारा उस िकए गए िकसी िनदश पर रा पित की पवर सहमित स] िकसी यिकत स जो उस उ च यायालय या िकसी अ य उ च यायालय क यायाधीश का पद धारण कर चका ह उस रा य क उ च यायालय क यायाधीश क प म बठन और कायर करन का अनरोध कर सकगा और पर यक ऐसा यिकत िजसस इस परकार अनरोध िकया जाता ह इस परकार बठन और कायर करन क दौरान ऐस भ का हकदार होगा जो रा पित आदश दवारा अवधािरत कर और उसको उस उ च यायालय क यायाधीश की सभी अिधकािरता शिकतया और िवशषािधकार ह ग िकत उस अ यथा उस उ च यायालय का यायाधीश नही समझा जाएगा

परत जब तक यथापव कत यिकत उस उ च यायालय क यायाधीश क प म बठन और कायर करन की सहमित नही द दता ह तब तक इस अन छद की कोई बात उसस ऐसा करन की अपकषा करन वाली नही समझी जाएगी ]

225 िवदयमान उ च यायालय की अिधकािरताndashइस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए और इस सिवधान दवारा समिचत िवधान-मडल को परद शिकतय क आधार पर उस िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए िकसी िवदयमान उ च यायालय की अिधकािरता और उसम परशािसत िविध तथा उस यायालय म याय परशासन क सबध म उसक यायाधीश की अपनी-अपनी शिकतया िजनक अतगरत यायालय क िनयम बनान की शिकत तथा उस यायालय और उसक सद य की बठक का चाह व अकल बठ या खड यायालय म बठ िविनयमन करन की शिकत ह वही ह गी जो इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल थी

1 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 8 दवारा (13-4-2015 स) ldquoतब रा पित स यक प सrdquo

क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

2 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 6 दवारा ldquoसाठ वषरrdquo क थान पर (5-10-1963 स) परित थािपत

3 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 7 दवारा अतः थािपत 4 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 9 दवारा (13-4-2015 स) ldquoिकसी रा य क उ च

यायालय का मखय यायमितर िकसी भी समय रा पित की पवर सहमित सrdquo क थान पर परित थािपत यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 म उ चतम यायालय क तारीख 16 अकतबर 2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह

भारत का सिवधान

104

1[परत राज व सबधी अथवा उसका सगरहण करन म आिद या िकए गए िकसी कायर सबधी िवषय की बाबत उ च यायालय म स िकसी की आरिभक अिधकािरता का परयोग इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल िजस िकसी िनबरधन क अधीन था वह िनबरधन ऐसी अिधकािरता क परयोग को ऐस परारभ क प ात लाग नही होगा ]

2[226 कछ िरट िनकालन की उ च यायालय की शिकत ndash (1) अन छद 32 म िकसी बात क होत हए भी 3 पर यक उ च यायालय को उन रा यकषतर म सवरतर िजनक सबध म वह अपनी अिधकािरता का परयोग करता ह 3[भाग 3 दवारा परद अिधकार म स िकसी को परवितरत करान क िलए और िकसी अ य परयोजन क िलए] उन रा यकषतर क भीतर िकसी यिकत या परािधकारी को या समिचत मामल म िकसी सरकार को ऐस िनदश आदश या िरट िजनक अतगरत 4[बदी पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार-प छा और उ परषण िरट ह या उनम स कोई] िनकालन की शिकत होगी ]

(2) िकसी सरकार परािधकारी या यिकत को िनदश आदश या िरट िनकालन की खड (1) दवारा परद शिकत का परयोग उन रा यकषतर क सबध म िजनक भीतर ऐसी शिकत क परयोग क िलए वादहतक पणरत या भागत उ प न होता ह अिधकािरता का परयोग करन वाल िकसी उ च यायालय दवारा भी इस बात क होत हए भी िकया जा सकगा िक ऐसी सरकार या परािधकारी का थान या ऐस यिकत का िनवास- थान उन रा यकषतर क भीतर नही ह

5[(3) जहा कोई पकषकार िजसक िव दध खड (1) क अधीन िकसी यािचका पर या उसस सबिधत िकसी कायरवाही म यादश क प म या रोक क प म या िकसी अ य रीित स कोई अतिरम आदशndash

(क) ऐस पकषकार को ऐसी यािचका की और ऐस अतिरम आदश क िलए अिभवाक क समथरन म सभी द तावज की परितिलिपया और

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 29 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत सिवधान

(बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 37 दवारा (1-2-1977 स) मल परतक का लोप िकया गया था 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 38 दवारा (1-2-1977 स) अन छद 226 क थान पर

परित थािपत 3 सिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 7 दवारा (13-4-1978 स) ldquoिकत अन छद 131क और

अन छद 226क क उपबध क अधीन रहत हएrdquo श द अक और अकषर का लोप िकया गया 4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 30 दवारा (1-8-1979 स) ldquoिजनक अतगरत बदी

पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार-प छा और उ परषण क परकार क लख भी ह अथवा उनम स िकसी कोrdquo श द स आरभ होकर ldquo याय की सारवान िन फलता हई ह िकसी कषित क परिततोष क िलएrdquo श द क साथ समा होन वाल भाग क थान पर परित थािपत

5 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 30 दवारा (1-8-1979 स) खड (3) खड (4) खड (5) और खड (6) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

105

(ख) ऐस पकषकार को सनवाई का अवसर िदए िबना िकया गया ह ऐस आदश को र करान क िलए उ च यायालय को आवदन करता ह और ऐस आवदन की एक परितिलिप उस पकषकार को िजसक पकष म ऐसा आदश िकया गया ह या उसक काउसल को दता ह वहा उ च यायालय उसकी पराि की तारीख स या ऐस आवदन की परितिलिप इस परकार िदए जान की तारीख स दो स ाह की अविध क भीतर इनम स जो भी प ा वतीर हो या जहा उ च यायालय उस अविध क अितम िदन बद ह वहा उसक ठीक बाद वाल िदन की समाि स पहल िजस िदन उ च यायालय खला ह आवदन को िनपटाएगा और यिद आवदन इस परकार नही िनपटाया जाता ह तो अतिरम आदश यथाि थित उकत अविध की या उकत ठीक बाद वाल िदन की समाि पर र हो जाएगा ]

1[(4) इस अन छद दवारा उ च यायालय को परद शिकत स अन छद 32 क खड (2) दवारा उ चतम यायालय को परद शिकत का अ पीकरण नही होगा ]

2[226क अन छद 226 क अधीन कायरवािहय म क दरीय िविधय की सािवधािनक वधता पर िवचार न िकया जाना ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 8 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

227 सभी यायालय क अधीकषण की उ च यायालय की शिकतndash3[(1) पर यक उ च यायालय उन रा यकषतर म सवरतर िजनक सबध म वह अपनी अिधकािरता का परयोग करता ह सभी यायालय और अिधकरण का अधीकषण करगा ]

(2) पवरगामी उपबध की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना उ च यायालयndash

(क) ऐस यायालय स िववरणी मगा सकगा (ख) ऐस यायालय की पदधित और कायरवािहय क िविनयमन क िलए

साधारण िनयम और पर प बना सकगा और िनकाल सकगा तथा िविहत कर सकगा और

(ग) िक ही ऐस यायालय क अिधकािरय दवारा रखी जान वाली प तक परिवि य और लखाओ क पर प िविहत कर सकगा (3) उ च यायालय उन फीस की सारिणया भी ि थर कर सकगा जो ऐस

यायालय क शिरफ को तथा सभी िलिपक और अिधकािरय को तथा उनम िविध-यावसाय करन वाल अटिनरय अिधवकताओ और लीडर को अनजञय ह गी

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 30 दवारा (1-8-1979 स) खड (7) को खड (4) क प

म पनःसखयािकत िकया गया 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 39 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 40 दवारा (1-2-1977 स) और त प ात सिवधान

(चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 31 दवारा (20-6-1979 स) परित थािपत होकर उपरोकत खड (1) प म आया

भारत का सिवधान

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परत खड (2) या खड (3) क अधीन बनाए गए कोई िनयम िविहत िकए गए कोई पर प या ि थर की गई कोई सारणी त समय परव िकसी िविध क उपबध स असगत नही होगी और इनक िलए रा यपाल क पवर अनमोदन की अपकषा होगी

(4) इस अन छद की कोई बात उ च यायालय को सश बल स सबिधत िकसी िविध दवारा या उसक अधीन गिठत िकसी यायालय या अिधकरण पर अधीकषण की शिकतया दन वाली नही समझी जाएगी

1(5) 228 कछ मामल का उ च यायालय को अतरणndashयिद उ च यायालय का यह

समाधान हो जाता ह िक उसक अधीन थ िकसी यायालय म लिबत िकसी मामल म इस सिवधान क िनवरचन क बार म िविध का कोई सारवान पर अतवरिलत ह िजसका अवधारण मामल क िनपटार क िलए आव यक ह 2[तो वह 3उस मामल को अपन पास मगा लगा औरndash]

(क) मामल को वय िनपटा सकगा या (ख) उकत िविध क पर का अवधारण कर सकगा और उस मामल को ऐस

पर पर िनणरय की परितिलिप सिहत उस यायालय को िजसस मामला इस परकार मगा िलया गया ह लौटा सकगा और उकत यायालय उसक परा होन पर उस मामल को ऐस िनणरय क अन प िनपटान क िलए आग कायरवाही करगा 4[228क रा य िविधय की सािवधािनक वधता स सबिधत पर क िनपटार क

बार म िवशष उपबध ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 10 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

229 उ च यायालय क अिधकारी और सवक तथा ययndash(1) िकसी उ च यायालय क अिधकािरय और सवक की िनयिकतया उस यायालय का मखय यायमितर करगा या उस यायालय का ऐसा अ य यायाधीश या अिधकारी करगा िजस वह िनिद कर

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 40 दवारा (1-2-1977 स ) खड (5) अतः थािपत िकया

गया और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 31 दवारा (20-6-1979 स) उसका लोप िकया गया

2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 41 दवारा (1-2-1977 स) ldquoतो वह उस मामल को अपन पास मगा लगा तथा --rdquo क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 9 दवारा (13-4-1978 स) ldquoअन छद 131क क उपबध क अधीन रहत हएrdquo श द अक और अकषर का लोप िकया गया

4 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 42 दवारा (1-2-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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परत उस रा य का रा यपाल 1 िनयम दवारा यह अपकषा कर सकगा िक ऐसी िक ही दशाओ म जो िनयम म िविनिदर की जाए िकसी ऐस यिकत को जो पहल स ही यायालय स सलगन नही ह यायालय स सबिधत िकसी पद पर रा य लोक सवा आयोग स परामशर करक ही िनयकत िकया जाएगा अ यथा नही

(2) रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध क उपबध क अधीन रहत हए उ च यायालय क अिधकािरय और सवक की सवा की शत ऐसी ह गी जो उस यायालय क मखय यायमितर या उस यायालय क ऐस अ य यायाधीश या अिधकारी दवारा िजस मखय यायमितर न इस परयोजन क िलए िनयम बनान क िलए परािधकत िकया ह बनाए गए िनयम दवारा िविहत की जाए

परत इस खड क अधीन बनाए गए िनयम क िलए जहा तक व वतन भ छटटी या पशन स सबिधत ह उस रा य क रा यपाल क 1 अनमोदन की अपकषा होगी

(3) उ च यायालय क परशासिनक यय िजनक अतगरत उस यायालय क अिधकािरय और सवक को या उनक सबध म सदय सभी वतन भ और पशन ह रा य की सिचत िनिध पर भािरत ह ग और उस यायालय दवारा ली गई फीस और अ य धनरािशया उस िनिध का भाग ह गी

2[230 उ च यायालय की अिधकािरता का सघ रा यकषतर पर िव तारndash(1) सस िविध दवारा िकसी सघ रा यकषतर पर िकसी उ च यायालय की अिधकािरता का िव तार कर सकगी या िकसी सघ रा यकषतर स िकसी उ च यायालय की अिधकािरता का अपवजरन कर सकगी

(2) जहा िकसी रा य का उ च यायालय िकसी सघ रा यकषतर क सबध म अिधकािरता का परयोग करता ह वहाndash

(क) इस सिवधान की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह उस रा य क िवधान-मडल को उस अिधकािरता म विदध उसका िनबरधन या उ सादन करन क िलए सशकत करती ह और

(ख) उस रा यकषतर म अधीन थ यायालय क िलए िक ही िनयम पर प या सारिणय क सबध म अन छद 227 म रा यपाल क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह रा पित क परित िनदश ह 231 दो या अिधक रा य क िलए एक ही उ च यायालय की थापनाndash(1) इस

अ याय क पवरवतीर उपबध म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा दो या अिधक रा य क िलए अथवा दो या अिधक रा य और िकसी सघ रा यकषतर क िलए एक ही उ च यायालय थािपत कर सकगी

(2) िकसी ऐस उ च यायालय क सबध मndash

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoिजसम उ च यायालय का मखय

थान हrdquo श द का (1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 16 दवारा (1-11-1956 स) अन छद 230 231 और 232

क थान पर अन छद 230 और 231 परित थािपत

भारत का सिवधान

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1(क) (ख) अधीन थ यायालय क िलए िक ही िनयम पर प या सारिणय क

सबध म अन छद 227 म रा यपाल क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह उस रा य क रा यपाल क परित िनदश ह िजसम व अधीन थ यायालय ि थत ह और

(ग) अन छद 219 और अन छद 229 म रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व उस रा य क परित िनदश ह िजसम उस उ च यायालय का मखय थान ह परत यिद ऐसा मखय थान िकसी सघ रा यकषतर म ह तो अन छद 219 और

अन छद 229 म रा य क रा यपाल लोक सवा आयोग िवधान-मडल और सिचत िनिध क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व करमश रा पित सघ लोक सवा आयोग सस और भारत की सिचत िनिध क परित िनदश ह ]

232 िनवरचन ndash [सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 6 दवारा (1-11-1956 स) अन छद 230 231 और 232 क थान पर अन छद 230 और 231 को परित थािपत िकया गया]

अ याय 6ndashअधीन थ यायालय 233 िजला यायाधीश की िनयिकतndash(1) िकसी रा य म िजला यायाधीश िनयकत

होन वाल यिकतय की िनयिकत तथा िजला यायाधीश की पद थापना और परो नित उस रा य का रा यपाल ऐस रा य क सबध म अिधकािरता का परयोग करन वाल उ च यायालय स परामशर करक करगा

(2) वह यिकत जो सघ की या रा य की सवा म पहल स ही नही ह िजला यायाधीश िनयकत होन क िलए कवल तभी पातर होगा जब वह कम स कम सात वषर तक अिधवकता या लीडर रहा ह और उसकी िनयिकत क िलए उ च यायालय न िसफािरश की ह 1 सिवधान (िन यानववा सशोधन) अिधिनयम 2014 की धारा 10 दवारा (13-4-2015 स) खड (क) का लोप िकया

गया यह सशोधन सपरीम कोटर एडवोक स आन िरकाडर एसोिसएशन बनाम भारत सघ एआईआर 2016 एससी 117 वाल मामल म उ चतम यायालय क तारीख 16-10-2015 क आदश दवारा अिभखिडत कर िदया गया ह सशोधन क पवर खड (क) िन नानसार था --

ldquo(क) अन छद 217 म उस रा य क रा यपाल क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह उन सभी रा य क रा यपाल क परित िनदश ह िजनक सबध म वह उ च यायालय अिधकािरता का परयोग करता ह rdquo

भारत का सिवधान

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1[233क कछ िजला यायाधीश की िनयिकतय का और उनक दवारा िकए गए िनणरय आिद का िविधमा यकरणndashिकसी यायालय का कोई िनणरय िडकरी या आदश होत हए भी ndash

(क) (i) उस यिकत की जो रा य की याियक सवा म पहल स ही ह या उस यिकत की जो कम स कम सात वषर तक अिधवकता या लीडर रहा ह उस रा य म िजला यायाधीश क प म िनयिकत की बाबत और

(ii) ऐस यिकत की िजला यायाधीश क प म पद थापना परो नित या अतरण की बाबत जो सिवधान (बीसवा सशोधन) अिधिनयम 1966 क परारभ स पहल िकसी समय अन छद 233 या अन छद 235 क उपबध क अनसार न करक अ यथा िकया गया ह कवल इस त य क कारण िक ऐसी िनयिकत पद थापना परो नित या अतरण उकत उपबध क अनसार नही िकया गया था यह नही समझा जाएगा िक वह अवध या श य ह या कभी भी अवध या श य रहा था

(ख) िकसी रा य म िजला यायाधीश क प म अन छद 233 या अन छद 235 क उपबध क अनसार न करक अ यथा िनयकत पद थािपत परो नत या अतिरत िकसी यिकत दवारा या उसक समकष सिवधान (बीसवा सशोधन) अिधिनयम 1966 क परारभ स पहल परयकत अिधकािरता की पािरत िकए गए या िदए गए िनणरय िडकरी दडादश या आदश की और िकए गए अ य कायर या कायरवाही की बाबत कवल इस त य क कारण िक ऐसी िनयिकत पद थापना परो नित या अतरण उकत उपबध क अनसार नही िकया गया था यह नही समझा जाएगा िक वह अवध या अिविधमा य ह या कभी भी अवध या अिविधमा य रहा था ] 234 याियक सवा म िजला यायाधीश स िभ न यिकतय की भतीरndashिजला

यायाधीश स िभ न यिकतय की िकसी रा य की याियक सवा म िनयिकत उस रा य क रा यपाल दवारा रा य लोक सवा आयोग स और ऐस रा य क सबध म अिधकािरता का परयोग करन वाल उ च यायालय स परामशर करन क प ात और रा यपाल दवारा इस िनिम बनाए गए िनयम क अनसार की जाएगी

235 अधीन थ यायालय पर िनयतरणndashिजला यायालय और उनक अधीन थ यायालय का िनयतरण िजसक अतगरत रा य की याियक सवा क यिकतय और िजला यायाधीश क पद स अवर िकसी पद को धारण करन वाल यिकतय की पद थापना परो नित और उनको छटटी दना ह उ च यायालय म िनिहत होगा िकत इस अन छद की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह ऐस िकसी यिकत स उसक अपील क अिधकार को छीनती ह जो उसकी सवा की शत का िविनयमन करन वाली िविध क अधीन उस ह या उ च यायालय को इस बात क िलए परािधकत करती ह िक वह उसस ऐसी िविध क अधीन िविहत उसकी सवा की शत क अनसार यवहार न करक अ यथा यवहार कर 1 सिवधान (बीसवा सशोधन) अिधिनयम 1966 की धारा 2 दवारा (22-12-1966 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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236 िनवरचनndashइस अ याय म ndash (क) ldquoिजला यायाधीशrdquo पद क अतगरत नगर िसिवल यायालय का

यायाधीश अपर िजला यायाधीश सयकत िजला यायाधीश सहायक िजला यायाधीश लघवाद यायालय का मखय यायाधीश मखय परिसडसी मिज टरट अपर मखय परिसडसी मिज टरट सशन यायाधीश अपर सशन यायाधीश और सहायक सशन यायाधीश ह

(ख) ldquo याियक सवाrdquo पद स ऐसी सवा अिभपरत ह जो अन यतः ऐस यिकतय स िमलकर बनी ह िजनक दवारा िजला यायाधीश क पद का और िजला यायाधीश क पद स अवर अ य िसिवल याियक पद का भरा जाना आशियत ह 237 कछ वगर या वग क मिज टरट पर इस अ याय क उपबध का लाग होनाndash

रा यपाल लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक इस अ याय क पवरगामी उपबध और उनक अधीन बनाए गए िनयम ऐसी तारीख स जो वह इस िनिम िनयत कर ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए जो ऐसी अिधसचना म िविनिदर िकए जाए रा य म िकसी वगर या वग क मिज टरट क सबध म वस ही लाग ह ग जस व रा य की याियक सवा म िनयकत यिकतय क सबध म लाग होत ह

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भाग 7

[पहली अनसची क भाग ख क रा य ]mdashसिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) िनरिसत

238 [पहली अनसची क भाग ख क रा य ] mdash सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) िनरिसत

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भाग 8 1[सघ रा यकषतर]

2[239 सघ रा यकषतर का परशासनndash(1) सस दवारा बनाई गई िविध दवारा यथा अ यथा उपबिधत क िसवाय पर यक सघ रा यकषतर का परशासन रा पित दवारा िकया जाएगा और वह अपन दवारा ऐस पदािभधान सिहत जो वह िविनिदर कर िनयकत िकए गए परशासक क मा यम स उस मातरा तक कायर करगा िजतनी वह ठीक समझता ह

(2) भाग 6 म िकसी बात क होत हए भी रा पित िकसी रा य क रा यपाल को िकसी िनकटवतीर सघ रा यकषतर का परशासक िनयकत कर सकगा और जहा कोई रा यपाल इस परकार िनयकत िकया जाता ह वहा वह ऐस परशासक क प म अपन क य का परयोग अपनी मितर-पिरष स वततर प स करगा

3[239क कछ सघ रा यकषतर क िलए थानीय िवधान-मडल या मितर-पिरषद का या दोन का सजनndash(1) सस िविध दवारा 4[5[पडचरी]] सघ रा यकषतर क िलए] ndash

(क) उस सघ रा यकषतर क िवधान-मडल क प म कायर करन क िलए िनवारिचत या भागतः नामिनदिशत और भागतः िनवारिचत िनकाय का या

(ख) मितर-पिरष का या दोन का सजन कर सकगी िजनम स पर यक का गठन शिकतया और क य व ह ग जो उस िविध म िविनिदर िकए जाए

(2) खड (1) म िनिदर िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन इस बात क होत हए भी नही समझा जाएगा िक उसम कोई ऐसा उपबध अतिवर ह जो इस सिवधान का सशोधन करता ह या सशोधन करन का परभाव रखता ह ]

6[239कक िद ली क सबध म िवशष उपबधndash(1) सिवधान (उनह रवा सशोधन)

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 17 दवारा ldquoपहली अनसची क भाग ग म क रा यrdquo शीषरक क

थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 17 दवारा अन छद 239 और अन छद 240 क थान पर

परित थािपत 3 सिवधान (चौदहवा सशोधन) अिधिनयम 1962 की धारा 4 दवारा (28-12-1962 स) अतः थािपत 4 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) ldquoगोवा

दमण और दीव और पािडचरी सघ रा यकषतर म स िकसी क िलएrdquo श द क थान पर परित थािपत 5 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) ldquoपािडचरीrdquo क थान

पर परित थािपत 6 सिवधान (उनहतरवा सशोधन) अिधिनयम 1991 की धारा 2 दवारा (1-2-1992 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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अिधिनयम 1991 क परारभ स िद ली सघ रा यकषतर को िद ली रा ीय राजधानी रा यकषतर (िजस इस भाग म इसक प ात रा ीय राजधानी रा यकषतर कहा गया ह) कहा जाएगा और अन छद 239 क अधीन िनयकत उसक परशासक का पदािभधान उप-रा यपाल होगा

(2)(क) रा ीय राजधानी रा यकषतर क िलए एक िवधान सभा होगी और ऐसी िवधान सभा म थान रा ीय राजधानी रा यकषतर म परादिशक िनवारचन-कषतर म स पर यकष िनवारचन दवारा चन हए सद य स भर जाएग

(ख) िवधान सभा म थान की कल सखया अनसिचत जाितय क िलए आरिकषत थान की सखया रा ीय राजधानी रा यकषतर क परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभाजन

(िजसक अतगरत ऐस िवभाजन का आधार ह) तथा िवधान सभा क कायरकरण स सबिधत सभी अ य िवषय का िविनयमन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िकया जाएगा

(ग) अन छद 324 स अन छद 327 और अन छद 329 क उपबध रा ीय राजधानी रा यकषतर रा ीय राजधानी रा यकषतर की िवधान सभा और उसक सद य क सबध म वस ही लाग ह ग जस व िकसी रा य िकसी रा य की िवधान सभा और उसक सद य क सबध म लाग होत ह तथा अन छद 326 और अन छद 329 म ldquoसमिचत िवधान-मडलrdquo क परित िनदश क बार म यह समझा जाएगा िक वह सस क परित िनदश ह

(3)(क) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िवधान सभा को रा य सची की परिवि 1 परिवि 2 और परिवि 18 स तथा उस सची की परिवि 64 परिवि 65 और परिवि 66 स जहा तक उनका सबध उकत परिवि 1 परिवि 2 और परिवि 18 स ह सबिधत िवषय स िभ न रा य सची म या समवतीर सची म परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म जहा तक ऐसा कोई िवषय सघ रा यकषतर को लाग ह सपणर रा ीय राजधानी रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनान की शिकत होगी

(ख) उपखड (क) की िकसी बात स सघ रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िकसी भी िवषय क सबध म इस सिवधान क अधीन िविध बनान की सस की शिकत का अ पीकरण नही होगा

(ग) यिद िवधान सभा दवारा िकसी िवषय क सबध म बनाई गई िविध का कोई उपबध सस दवारा उस िवषय क सबध म बनाई गई िविध क चाह वह िवधान सभा दवारा

भारत का सिवधान

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बनाई गई िविध स पहल या उसक बाद म पािरत की गई हो या िकसी पवरतर िविध क जो िवधान सभा दवारा बनाई गई िविध स िभ न ह िकसी उपबध क िव दध ह तो दोन दशाओ म यथाि थित सस दवारा बनाई गई िविध या ऐसी पवरतर िविध अिभभावी होगी और िवधान सभा दवारा बनाई गई िविध उस िवरोध की मातरा तक श य होगी

परत यिद िवधान सभा दवारा बनाई गई िकसी ऐसी िविध को रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखा गया ह और उस पर उसकी अनमित िमल गई ह तो ऐसी िविध रा ीय राजधानी रा यकषतर म अिभभावी होगी

परत यह और िक इस उपखड की कोई बात सस को उसी िवषय क सबध म कोई िविध िजसक अतगरत ऐसी िविध ह जो िवधान सभा दवारा इस परकार बनाई गई िविध का पिरवधरन सशोधन पिरवतरन या िनरसन करती ह िकसी भी समय अिधिनयिमत करन स िनवािरत नही करगी

(4) िजन बात म िकसी िविध दवारा या उसक अधीन उप-रा यपाल स यह अपिकषत ह िक वह अपन िववकानसार कायर कर उन बात को छोड़कर उप-रा यपाल की उन िवषय क सबध म िजनकी बाबत िवधान सभा को िविध बनान की शिकत ह अपन क य का परयोग करन म सहायता और सलाह दन क िलए एक मितर-पिरष होगी जो िवधान सभा की कल सद य सखया क दस परितशत स अनिधक सद य स िमलकर बनगी िजसका परधान मखयमतरी होगा

परत उप-रा यपाल और उसक मितरय क बीच िकसी िवषय पर मतभद की दशा म उप-रा यपाल उस रा पित को िविन य क िलए िनदिशत करगा और रा पित दवारा उस पर िकए गए िविन य क अनसार कायर करगा तथा ऐसा िविन य होन तक उप-रा यपाल िकसी ऐस मामल म जहा वह िवषय उसकी राय म इतना आव यक ह िजसक कारण तर त काररवाई करना उसक िलए आव यक ह वहा उस िवषय म ऐसी काररवाई करन या ऐसा िनदश दन क िलए जो वह आव यक समझ सकषम होगा

(5) मखयमतरी की िनयिकत रा पित करगा और अ य मितरय की िनयिकत रा पित मखयमतरी की सलाह पर करगा तथा मतरी रा पित क परसादपयर त अपन पद धारण करग

(6) मितर-पिरष िवधान सभा क परित सामिहक प स उ रदायी होगी 1[(7)(क)] सस पवरगामी खड को परभावी करन क िलए या उनम अतिवर

उपबध की अनपितर क िलए और उनक आनषिगक या पािरणािमक सभी िवषय क िलए 1 सिवधान (स रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (21-12-1991 स) ldquo(7)rdquo क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

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िविध दवारा उपबध कर सकगी 1[(ख) उपखड (क) म िनिदर िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस

सिवधान का सशोधन इस बात क होत हए भी नही समझा जाएगा िक उसम कोई ऐसा उपबध अतिवर ह जो इस सिवधान का सशोधन करता ह या सशोधन करन का परभाव रखता ह ]

(8) अन छद 239ख क उपबध जहा तक हो सक रा ीय राजधानी रा यकषतर उप-रा यपाल और िवधान सभा क सबध म वस ही लाग ह ग जस व 2[पडचरी] सघ रा यकषतर परशासक और उसक िवधान-मडल क सबध म लाग होत ह और उस अन छद म ldquoअन छद 239क क खड (1)rdquo क परित िनदश क बार म यह समझा जाएगा िक वह यथाि थित इस अन छद या अन छद 239कख क परित िनदश ह

239कख सािवधािनक ततर क िवफल हो जान की दशा म उपबधndashयिद रा पित का उप-रा यपाल स परितवदन िमलन पर या अ यथा यह समाधान हो जाता ह िकndash

(क) ऐसी ि थित उ प न हो गई ह िजसम रा ीय राजधानी रा यकषतर का परशासन अन छद 239कक या उस अन छद क अनसरण म बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अनसार नही चलाया जा सकता ह या

(ख) रा ीय राजधानी रा यकषतर क उिचत परशासन क िलए ऐसा करना आव यक या समीचीन ह

तो रा पित आदश दवारा अन छद 239कक क िकसी उपबध क अथवा उस अन छद क अनसरण म बनाई गई िकसी िविध क सभी या िक ही उपबध क परवतरन को ऐसी अविध क िलए और ऐसी शत क अधीन रहत हए जो ऐसी िविध म िविनिदर की जाए िनलिबत कर सकगा तथा ऐस आनषिगक और पािरणािमक उपबध कर सकगा जो अन छद 239 और अन छद 239कक क उपबध क अनसार रा ीय राजधानी रा यकषतर क परशासन क िलए उस आव यक या समीचीन परतीत ह ]

3[239ख िवधान-मडल क िव ाितकाल म अ यादश परखयािपत करन की परशासक की शिकतndash(1) उस समय को छोड़कर जब 4[1[पडचरी] सघ रा यकषतर] का

1 सिवधान (स रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (21-12-1991 स) अतः थािपत 2 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) ldquoपािडचरीrdquo क थान

पर परित थािपत

3 सिवधान (सताईसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 3 दवारा (30-12-1971 स) अतः थािपत 4 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) ldquoअन छद

239क क खड (1) म िनिदर सघ रा यकषतर rdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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िवधान-मडल सतर म ह यिद िकसी समय उसक परशासक का यह समाधान हो जाता ह िक ऐसी पिरि थितया िवदयमान ह िजनक कारण तर त काररवाई करना उसक िलए आव यक हो गया ह तो वह ऐस अ यादश परखयािपत कर सकगा जो उस उन पिरि थितय म अपिकषत परतीत ह

परत परशासक कोई ऐसा अ यादश रा पित स इस िनिम अनदश अिभपरा करन क प ात ही परखयािपत करगा अ यथा नही

परत यह और िक जब कभी उकत िवधान-मडल का िवघटन कर िदया जाता ह या अन छद 239क क खड (1) म िनिदर िविध क अधीन की गई िकसी काररवाई क कारण उसका कायरकरण िनलिबत रहता ह तब परशासक ऐस िवघटन या िनलबन की अविध क दौरान कोई अ यादश परखयािपत नही करगा

(2) रा पित क अनदश क अनसरण म इस अन छद क अधीन परखयािपत अ यादश सघ रा यकषतर क िवधान-मडल का ऐसा अिधिनयम समझा जाएगा जो अन छद 239क क खड (1) म िनिदर िविध म उस िनिम अतिवर उपबध का अनपालन करन क प ात स यक प स अिधिनयिमत िकया गया ह िकत पर यक ऐसा अ यादशmdash

(क) सघ रा यकषतर क िवधान-मडल क समकष रखा जाएगा और िवधान-मडल क पनः समवत होन स छह स ाह की समाि पर या यिद उस अविध की समाि स पहल िवधान-मडल उसक अननमोदन का सक प पािरत कर दता ह तो सक प क पािरत होन पर परवतरन म नही रहगा और

(ख) रा पित स इस िनिम अनदश अिभपरा करन क प ात परशासक दवारा िकसी भी समय वापस िलया जा सकगा (3) यिद और जहा तक इस अन छद क अधीन अ यादश कोई ऐसा उपबध करता

ह जो सघ रा यकषतर क िवधान-मडल क ऐस अिधिनयम म िजस अन छद 239क क खड (1) म िनिदर िविध म इस िनिम अतिवर उपबध का अनपालन करन क प ात बनाया गया ह अिधिनयिमत िकए जान पर िविधमा य नही होता तो और वहा तक वह अ यादश श य होगा ]

2(4) 240 कछ सघ रा यकषतर क िलए िविनयम बनान की रा पित की शिकतndash(1)

रा पितndash (क) अदमान और िनकोबार दवीप 1[(ख) लकषदवीप ]

1 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) पािडचरी क

थान पर परित थािपत 2 खड (4) सिवधान (अड़तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (भतलकषी प स) अतः थािपत िकया

गया था और सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 32 दवारा (20-6-1979 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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2[(ग) दादरा और नागर हवली ] 3[(घ) दमण और दीव ] 4[(ङ) 5[पडचरी] ] 6(च) 7(छ)

सघ रा यकषतर की शाित परगित और सशासन क िलए िविनयम बना सकगा 8[परत जब 9[पडचरी] 5[सघ रा यकषतर] क िलए िवधान-मडल क प म कायर करन

क िलए अन छद 239क क अधीन िकसी िनकाय का सजन िकया जाता ह तब रा पित िवधान-मडल क परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स उस सघ रा यकषतर की शाित परगित और सशासन क िलए िविनयम नही बनाएगा ]

10[परत यह और िक जब कभी 11[पडचरी]] सघ रा यकषतर क िवधान-मडल क प म कायर करन वाल िनकाय का िवघटन कर िदया जाता ह या उस िनकाय का ऐस िवधान-मडल क प म कायरकरण अन छद 239क क खड (1) म िनिदर िविध क अधीन की गई काररवाई क कारण िनलिबत रहता ह तब रा पित ऐस िवघटन या िनलबन की अविध क दौरान उस सघ रा यकषतर की शाित परगित और सशासन क िलए िविनयम 1 लककादीव िमिनकोय और अमीनदीवी दवीप (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1973 (1973 का 34) की धारा 4 दवारा

(1-11-1973 स) परिवि (ख) क थान पर परित थािपत 2 सिवधान (दसवा सशोधन) अिधिनयम 1961 की धारा 3 दवारा अतः थािपत 3 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 63 दवारा (30-5-1987 स) परिवि (घ)

क थान पर परित थािपत सिवधान (बारहवा सशोधन) अिधिनयम 1962 की धारा 3 दवारा (20-12-1961 स) परिवि (घ) अतः थािपत की गई थी

4 सिवधान (चौदहवा सशोधन) अिधिनयम 1962 की धारा 5 और धारा 7 दवारा (16-8-1962 स) अतः थािपत 5 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) ldquoपािडचरीrdquo क थान

पर परित थािपत

6 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) िमजोरम सबधी परिवि (च) का लोप िकया गया

7 अ णाचल परदश रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 69) की धारा 42 दवारा (20-2-1987 स) अ णाचल परदश सबधी परिवि (छ) का लोप िकया गया

8 सिवधान (चौदहवा सशोधन) अिधिनयम 1962 की धारा 5 दवारा (28-12-1962 स) अतः थािपत 9 सिवधान (स ाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 4 दवारा (15-2-1972 स) ldquoगोवा दमण और दीव या

पािडचरी सघ रा यकषतरrdquo श द क थान पर परित थािपत 10 सिवधान (स ाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 4 दवारा (15-2-1972 स) अतः थािपत 11 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) पािडचरी क

थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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बना सकगा ] (2) इस परकार बनाया गया कोई िविनयम सस दवारा बनाए गए िकसी अिधिनयम

या 1[िकसी अ य िविध] का जो उस सघ रा यकषतर को त समय लाग ह िनरसन या सशोधन कर सकगा और रा पित दवारा परखयािपत िकए जान पर उसका वही बल और परभाव होगा जो सस क िकसी ऐस अिधिनयम का ह जो उस रा यकषतर को लाग होता ह ]

241 सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालयndash(1) सस िविध दवारा िकसी 2[सघ रा यकषतर] क िलए उ च यायालय गिठत कर सकगी या 3[ऐस रा यकषतर] म िकसी यायालय को इस सिवधान क सभी या िक ही परयोजन क िलए उ च यायालय घोिषत कर सकगी

(2) भाग 6 क अ याय 5 क उपबध ऐस उपातरण या अपवाद क अधीन रहत हए जो सस िविध दवारा उपबिधत कर खड (1) म िनिदर पर यक उ च यायालय क सबध म वस ही लाग ह ग जस व अन छद 214 म िनिदर िकसी उ च यायालय क सबध म लाग होत ह

4[(3) इस सिवधान क उपबध क और इस सिवधान दवारा या इसक अधीन समिचत िवधान-मडल को परद शिकतय क आधार पर बनाई गई उस िवधान-मडल की िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए पर यक उ च यायालय जो सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 क परारभ स ठीक पहल िकसी सघ रा यकषतर क सबध म अिधकािरता का परयोग करता था ऐस परारभ क प ात उस रा यकषतर क सबध म उस अिधकािरता का परयोग करता रहगा

(4) इस अन छद की िकसी बात स िकसी रा य क उ च यायालय की अिधकािरता का िकसी सघ रा यकषतर या उसक भाग पर िव तार करन या उसस अपवजरन करन की सस की शिकत का अ पीकरण नही होगा ]

242 [कगर ]ndashसिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा िनरिसत

1 सिवधान (स ाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 4 दवारा (15-2-1972 स) ldquoिकसी िवदयमान िविधrdquo श द

क थान पर परित थािपत

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची क भाग ग म िविनिदर रा यrdquo श द क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoऐसा रा यrdquo श द क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) खड (3) और खड (4) क थान पर परित थािपत

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1[भाग 9 पचायत

243 पिरभाषाएndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न होndash (क) ldquoिजलाrdquo स िकसी रा य का िजला अिभपरत ह (ख) ldquoगराम सभाrdquo स गराम तर पर पचायत क कषतर क भीतर समािव

िकसी गराम स सबिधत िनवारचक नामावली म रिज टरीकत यिकतय स िमलकर बना िनकाय अिभपरत ह

(ग) ldquoम यवतीर तरrdquo स गराम और िजला तर क बीच का ऐसा तर अिभपरत ह िजस िकसी रा य का रा यपाल इस भाग क परयोजन क िलए लोक अिधसचना दवारा म यवतीर तर क प म िविनिदर कर

(घ) ldquoपचायतrdquo स गरामीण कषतर क िलए अन छद 243ख क अधीन गिठत वाय शासन की कोई स था (चाह वह िकसी भी नाम स जञात हो) अिभपरत ह

(ङ) ldquoपचायत कषतरrdquo स पचायत का परादिशक कषतर अिभपरत ह (च) ldquoजनसखयाrdquo स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म अिभिनि त की

गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह (छ) ldquoगरामrdquo स रा यपाल दवारा इस भाग क परयोजन क िलए लोक

अिधसचना दवारा गराम क प म िविनिदर गराम अिभपरत ह और इसक अतगरत इस परकार िविनिदर गराम का समह भी ह 243क गराम सभाndashगराम सभा गराम तर पर ऐसी शिकतय का परयोग और ऐस

क य का पालन कर सकगी जो िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत िकए जाए

243ख पचायत का गठनndash(1) पर यक रा य म गराम म यवतीर और िजला तर पर इस भाग क उपबध क अनसार पचायत का गठन िकया जाएगा

(2) खड (1) म िकसी बात क होत हए भी म यवतीर तर पर पचायत का उस रा य म गठन नही िकया जा सकगा िजसकी जनसखया बीस लाख स अनिधक ह

243ग पचायत की सरचनाndash(1) इस भाग क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा पचायत की सरचना की बाबत उपबध कर सकगा

1ordmEacuteAEligEacuteEcircEacutevEacuteEacutexEacute (EacuteEcirciEacuteckEacuteregEacuteEacuteAElig ordmEacuteAEligparaEacuteEacuteaumlvEacutexEacute) +EacuteEacuteEcircvEacuteEacuteEcircxEacuteordfEacuteagraveEacute 1992 BEacuteEEacuteOgrave vEacuteEacuteregEacute 2 uEacuteregEacute (24-4-1993 ordmEacuteauml) +EacuteAEligiEacuteampordmlEacuteEacuteEacuteEcircEacuteiEacute agraveEacuteUacuteatildeEacute poundEacuteEacuteMEacute 9 BEacuteEEacute ordmEacuteAEligEacuteEcircEacutevEacuteEacutexEacute (ordmEacuteEacuteiEacuteEacuteEacuteAElig ordmEacuteAEligparaEacuteEacuteaumlvEacutexEacute) +EacuteEacuteEcircvEacuteEacuteEcircxEacuteordfEacuteagraveEacute 1956 BEacuteEEacuteOgrave vEacuteEacuteregEacute 29 +EacuteEacuteegravereg +EacutexEacuteOumlordmEacuteUacuteSEacuteEacuteOgrave uEacuteregEacute (1-11-1995 ordmEacuteauml) atildeEacuteEacuteaumlEacute EacuteEcircBEacuteEordfEacuteEacute MEacuteordfEacuteEacute lEacuteEacute

भारत का सिवधान

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परत िकसी भी तर पर पचायत क परादिशक कषतर की जनसखया का ऐसी पचायत म िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की सखया स अनपात सम त रा य म यथासा य एक ही हो

(2) िकसी पचायत क सभी थान पचायत कषतर म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन हए यिकतय स भर जाएग और इस परयोजन क िलए पर यक पचायत कषतर को परादिशक िनवारचन-कषतर म ऐसी रीित स िवभािजत िकया जाएगा िक पर यक िनवारचन-कषतर की जनसखया का उसको आबिटत थान की सखया स अनपात सम त पचायत कषतर म यथासा य एक ही हो

(3) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवाराndash (क) गराम तर पर पचायत क अ यकष का म यवतीर तर पर पचायत

म या ऐस रा य की दशा म जहा म यवतीर तर पर पचायत नही ह िजला तर पर पचायत म

(ख) म यवतीर तर पर पचायत क अ यकष का िजला तर पर पचायत म

(ग) लोक सभा क ऐस सद य का और रा य की िवधान सभा क ऐस सद य का जो उन िनवारचन-कषतर का परितिनिध व करत ह िजनम गराम तर स िभ न तर पर कोई पचायत कषतर पणरतः या भागतः समािव ह ऐसी पचायत म

(घ) रा य सभा क सद य का और रा य की िवधान पिरष क सद य का जहा वndash

(i) म यवतीर तर पर िकसी पचायत कषतर क भीतर िनवारचक क प म रिज टरीकत ह म यवतीर तर पर पचायत म

(ii) िजला तर पर िकसी पचायत कषतर क भीतर िनवारचक क प म रिज टरीकत ह िजला तर पर पचायत म

परितिनिध व करन क िलए उपबध कर सकगा (4) िकसी पचायत क अ यकष और िकसी पचायत क ऐस अ य सद य को चाह

व पचायत कषतर म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन गए ह या नही पचायत क अिधवशन म मत दन का अिधकार होगा

(5)(क) गराम तर पर िकसी पचायत क अ यकष का िनवारचन ऐसी रीित स जो रा य क िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत की जाए िकया जाएगा और

(ख) म यवतीर तर या िजला तर पर िकसी पचायत क अ यकष का िनवारचन उसक िनवारिचत सद य दवारा अपन म स िकया जाएगा

भारत का सिवधान

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243घ थान का आरकषण ndash (1) पर यक पचायत मndash (क) अनसिचत जाितय और (ख) अनसिचत जनजाितय

क िलए थान आरिकषत रहग और इस परकार आरिकषत थान की सखया का अनपात उस पचायत म पर यकष िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो उस पचायत कषतर म अनसिचत जाितय की अथवा उस पचायत कषतर म अनसिचत जनजाितय की जनसखया का अनपात उस कषतर की कल जनसखया स ह और ऐस थान िकसी पचायत म िभ न-िभ न िनवारचन कषतर को चकरानकरम स आबिटत िकए जा सकग

(2) खड (1) क अधीन आरिकषत थान की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई थान यथाि थित अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय की ि य क िलए आरिकषत रहग

(3) पर यक पचायत म पर यकष िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई थान (िजनक अतगरत अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय की ि य क िलए आरिकषत थान की सखया भी ह) ि य क िलए आरिकषत रहग और ऐस थान िकसी पचायत म िभ न-िभ न िनवारचन-कषतर को चकरानकरम स आबिटत िकए जा सकग

(4) गराम या िकसी अ य तर पर पचायत म अ यकष क पद अनसिचत जाितय अनसिचत जनजाितय और ि य क िलए ऐसी रीित स आरिकषत रहग जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबिधत कर

परत िकसी रा य म पर यक तर पर पचायत म अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए आरिकषत अ यकष क पद की सखया का अनपात पर यक तर पर उन पचायत म ऐस पद की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो उस रा य म अनसिचत जाितय की अथवा उस रा य म अनसिचत जनजाितय की जनसखया का अनपात उस रा य की कल जनसखया स ह

परत यह और िक पर यक तर पर पचायत म अ यकष क पद की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई पद ि य क िलए आरिकषत रहग

परत यह भी िक इस खड क अधीन आरिकषत पद की सखया पर यक तर पर िभ न-िभ न पचायत को चकरानकरम स आबिटत की जाएगी

(5) खड (1) और खड (2) क अधीन थान का आरकषण और खड (4) क अधीन अ यकष क पद का आरकषण (जो ि य क िलए आरकषण स िभ न ह) अन छद 334 म िविनिदर अविध की समाि पर परभावी नही रहगा

(6) इस भाग की कोई बात िकसी रा य क िवधान-मडल को िपछड़ हए नागिरक क िकसी वगर क पकष म िकसी तर पर िकसी पचायत म थान क या पचायत म अ यकष क पद क आरकषण क िलए कोई उपबध करन स िनवािरत नही करगी

भारत का सिवधान

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243ङ पचायत की अविध आिदndash(1) पर यक पचायत यिद त समय परव िकसी िविध क अधीन पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपन परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स पाच वषर तक बनी रहगी इसस अिधक नही

(2) त समय परव िकसी िविध क िकसी सशोधन स िकसी तर पर ऐसी पचायत का जो ऐस सशोधन क ठीक पवर कायर कर रही ह तब तक िवघटन नही होगा जब तक खड (1) म िविनिदर उसकी अविध समा नही हो जाती

(3) िकसी पचायत का गठन करन क िलए िनवारचनndash (क) खड (1) म िविनिदर उसकी अविध की समाि क पवर (ख) उसक िवघटन की तारीख स छह मास की अविध की समाि क पवर

परा िकया जाएगा परत जहा वह शष अविध िजसक िलए कोई िवघिटत पचायत बनी रहती छह

मास स कम ह वहा ऐसी अविध क िलए उस पचायत का गठन करन क िलए इस खड क अधीन कोई िनवारचन कराना आव यक नही होगा

(4) िकसी पचायत की अविध की समाि क पवर उस पचायत क िवघटन पर गिठत की गई कोई पचायत उस अविध क कवल शष भाग क िलए बनी रहगी िजसक िलए िवघिटत पचायत खड (1) क अधीन बनी रहती यिद वह इस परकार िवघिटत नही की जाती

243च सद यता क िलए िनरहरताएndash(1) कोई यिकत िकसी पचायत का सद य चन जान क िलए और सद य होन क िलए िनरिहरत होगा ndash

(क) यिद वह सबिधत रा य क िवधान-मडल क िनवारचन क परयोजन क िलए त समय परव िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह

परत कोई यिकत इस आधार पर िनरिहरत नही होगा िक उसकी आय प चीस वषर स कम ह यिद उसन इककीस वषर की आय परा कर ली ह

(ख) यिद वह रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह (2) यिद यह पर उठता ह िक िकसी पचायत का कोई सद य खड (1) म विणरत

िकसी िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर ऐस परािधकारी को और ऐसी रीित स जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबिधत कर िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा

भारत का सिवधान

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243छ पचायत की शिकतया परािधकार और उ रदािय व ndash सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा पचायत को ऐसी शिकतया और परािधकार परदान कर सकगा जो उ ह वाय शासन की स थाओ क प म कायर करन म समथर बनान क िलए आव यक ह और ऐसी िविध म पचायत को उपयकत तर पर ऐसी शत क अधीन रहत हए जो उसम िविनिदर की जाए िन निलिखत क सबध म शिकतया और उ रदािय व यागत करन क िलए उपबध िकए जा सकग अथारत ndash

(क) आिथरक िवकास और सामािजक याय क िलए योजनाए तयार करना

(ख) आिथरक िवकास और सामािजक याय की ऐसी कीम को जो उ ह स पी जाए िजनक अतगरत व कीम भी ह जो गयारहवी अनसची म सचीबदध िवषय क सबध म ह कायारि वत करना 243ज पचायत दवारा कर अिधरोिपत करन की शिकतया और उनकी िनिधयाndash

िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवाराndash (क) ऐस कर श क पथकर और फीस उदगहीत सगहीत और िविनयोिजत

करन क िलए िकसी पचायत को ऐसी परिकरया क अनसार और ऐस िनबरधन क अधीन रहत हए परािधकत कर सकगा

(ख) रा य सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत ऐस कर श क पथकर और फीस िकसी पचायत को ऐस परयोजन क िलए तथा ऐसी शत और िनबरधन क अधीन रहत हए समनिद कर सकगा

(ग) रा य की सिचत िनिध म स पचायत क िलए ऐस सहायता-अनदान दन क िलए उपबध कर सकगा और

(घ) पचायत दवारा या उनकी ओर स करमशः परा िकए गए सभी धन को जमा करन क िलए ऐसी िनिधय का गठन करन और उन िनिधय म स ऐस धन को िनकालन क िलए भी उपबध कर सकगा

जो िविध म िविनिदर िकए जाए 243झ िव ीय ि थित क पनिवरलोकन क िलए िव आयोग का गठनndash(1) रा य

का रा यपाल सिवधान (ितह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 क परारभ स एक वषर क भीतर यथाशीघर और त प ात पर यक पाचव वषर की समाि पर िव आयोग का गठन करगा जो पचायत की िव ीय ि थित का पनिवरलोकन करगा और जोndash

(क)(i) रा य दवारा उदगहीत कर श क पथकर और फीस क ऐस शदध आगम क रा य और पचायत क बीच जो इस भाग क अधीन उनम िवभािजत िकए जाए िवतरण को और सभी तर पर पचायत क बीच ऐस आगम क त सबधी भाग क आबटन को

भारत का सिवधान

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(ii) ऐस कर श क पथकर और फीस क अवधारण को जो पचायत को समनिद की जा सकगी या उनक दवारा िविनयोिजत की जा सकगी

(iii) रा य की सिचत िनिध म स पचायत क िलए सहायता अनदान को शािसत करन वाल िसदधात क बार म

(ख) पचायत की िव ीय ि थित को सधारन क िलए आव यक अ यपाय क बार म

(ग) पचायत क स ढ़ िव क िहत म रा यपाल दवारा िव आयोग को िनिदर िकए गए िकसी अ य िवषय क बार म

रा यपाल को िसफािरश करगा (2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा आयोग की सरचना का उन अहरताओ

का जो आयोग क सद य क प म िनयिकत क िलए अपिकषत ह गी और उस रीित का िजसस उनका चयन िकया जाएगा उपबध कर सकगा

(3) आयोग अपनी परिकरया अवधािरत करगा और उस अपन क य क पालन म ऐसी शिकतया ह गी जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उस परदान कर

(4) रा यपाल इस अन छद क अधीन आयोग दवारा की गई पर यक िसफािरश को उस पर की गई काररवाई क प ीकारक जञापन सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखवाएगा

243ञ पचायत क लखाओ की सपरीकषाndashिकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा पचायत दवारा लख रख जान और ऐस लखाओ की सपरीकषा करन क बार म उपबध कर सकगा

243ट पचायत क िलए िनवारचनndash(1) पचायत क िलए कराए जान वाल सभी िनवारचन क िलए िनवारचक नामावली तयार करान का और उन सभी िनवारचन क सचालन का अधीकषण िनदशन और िनयतरण एक रा य िनवारचन आयोग म िनिहत होगा िजसम एक रा य िनवारचन आयकत होगा जो रा यपाल दवारा िनयकत िकया जाएगा

(2) िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए रा य िनवारचन आयकत की सवा की शत और पदाविध ऐसी ह गी जो रा यपाल िनयम दवारा अवधािरत कर

परत रा य िनवारचन आयकत को उसक पद स उसी रीित स और उ ही आधार पर ही हटाया जाएगा िजस रीित स और िजन आधार पर उ च यायालय क यायाधीश को हटाया जाता ह अ यथा नही और रा य िनवारचन आयकत की सवा की शत म उसकी िनयिकत क प ात उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा

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(3) जब रा य िनवारचन आयोग ऐसा अनरोध कर तब िकसी रा य का रा यपाल रा य िनवारचन आयोग को उतन कमरचािरवद उपल ध कराएगा िजतन खड (1) दवारा रा य िनवारचन आयोग को उस स प गए क य क िनवरहन क िलए आव यक ह

(4) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा पचायत क िनवारचन स सबिधत या ससकत सभी िवषय क सबध म उपबध कर सकगा

243ठ सघ रा यकषतर को लाग होनाndashइस भाग क उपबध सघ रा यकषतर को लाग ह ग और िकसी सघ रा यकषतर को उनक लाग होन म इस परकार परभावी ह ग मानो िकसी रा य क रा यपाल क परित िनदश अन छद 239 क अधीन िनयकत सघ रा यकषतर क परशासक क परित िनदश ह और िकसी रा य क िवधान-मडल या िवधान सभा क परित िनदश िकसी ऐस सघ रा यकषतर क सबध म िजसम िवधान सभा ह उस िवधान सभा क परित िनदश ह

परत रा पित लोक अिधसचना दवारा यह िनदश द सकगा िक इस भाग क उपबध िकसी सघ रा यकषतर या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए लाग ह ग जो वह अिधसचना म िविनिदर कर

243ड इस भाग का कितपय कषतर को लाग न होनाndash(1) इस भाग की कोई बात अन छद 244 क खड (1) म िनिदर अनसिचत कषतर और उसक खड (2) म िनिदर जनजाित कषतर को लाग नही होगी

(2) इस भाग की कोई बात िन निलिखत को लाग नही होगी अथारत ndash (क) नागालड मघालय और िमजोरम रा य (ख) मिणपर रा य म ऐस पवरतीय कषतर िजनक िलए त समय परव िकसी

िविध क अधीन िजला पिरषद िवदयमान ह (3) इस भाग की ndash

(क) कोई बात िजला तर पर पचायत क सबध म पि मी बगाल रा य क दािजरिलग िजल क ऐस पवरतीय कषतर को लाग नही होगी िजनक िलए त समय परव िकसी िविध क अधीन दािजरिलग गोरखा पवरतीय पिरष िवदयमान ह

(ख) िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह ऐसी िविध क अधीन गिठत दािजरिलग गोरखा पवरतीय पिरष क क य और शिकतय पर परभाव डालती ह

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1[(3क) अनसिचत जाितय क िलए थान क आरकषण स सबिधत अन छद 243घ की कोई बात अ णाचल परदश रा य को लाग नही होगी ]

(4) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash (क) खड (2) क उपखड (क) म िनिदर िकसी रा य का िवधान-मडल

िविध दवारा इस भाग का िव तार खड (1) म िनिदर कषतर क िसवाय यिद कोई ह उस रा य पर उस दशा म कर सकगा जब उस रा य की िवधान सभा इस आशय का एक सक प उस सदन की कल सद य सखया क बहमत दवारा तथा उस सदन क उपि थत और मत दन वाल सद य क कम स कम दो-ितहाई बहमत दवारा पािरत कर दती ह

(ख) सस िविध दवारा इस भाग क उपबध का िव तार खड (1) म िनिदर अनसिचत कषतर और जनजाित कषतर पर ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए कर सकगी जो ऐसी िविध म िविनिदर िकए जाए और ऐसी िकसी िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझा जाएगा 243ढ िवदयमान िविधय और पचायत का बना रहना ndash इस भाग म िकसी बात

क होत हए भी सिवधान (ितह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 क परारभ क ठीक पवर िकसी रा य म परव पचायत स सबिधत िकसी िविध का कोई उपबध जो इस भाग क उपबध स असगत ह जब तक सकषम िवधान-मडल दवारा या अ य सकषम परािधकारी दवारा उस सशोिधत या िनरिसत नही कर िदया जाता ह या जब तक ऐस परारभ स एक वषर समा नही हो जाता ह इनम स जो भी पहल हो तब तक परव बना रहगा

परत ऐस परारभ क ठीक पवर िवदयमान सभी पचायत यिद उस रा य की िवधान सभा दवारा या ऐस रा य की दशा म िजसम िवधान पिरष ह उस रा य क िवधान-मडल क पर यक सदन दवारा पािरत इस आशय क सक प दवारा पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपनी अविध की समाि तक बनी रहगी

243ण िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरन ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

(क) अन छद 243ट क अधीन बनाई गई या बनाई जान क िलए ता पियरत िकसी ऐसी िविध की िविधमा यता जो िनवारचन-कषतर क पिरसीमन या ऐस िनवारचन-कषतर को थान क आबटन स सबिधत ह िकसी यायालय म पर गत नही की जाएगी

(ख) िकसी पचायत क िलए कोई िनवारचन ऐसी िनवारचन अजीर पर ही पर गत िकया जाएगा जो ऐस परािधकारी को और ऐसी रीित स पर तत की गई ह िजसका िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन उपबध िकया जाए अ यथा नही ]

1 सिवधान (ितरासीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 2 दवारा (8-9-2000 स) अतः थािपत

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1[भाग 9क नगरपािलकाए

243त पिरभाषाए ndash इस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ndash

(क) ldquoसिमितrdquo स अन छद 243ध क अधीन गिठत सिमित अिभपरत ह (ख) ldquoिजलाrdquo स िकसी रा य का िजला अिभपरत ह (ग) ldquoमहानगर कषतरrdquo स दस लाख या उसस अिधक जनसखया वाला ऐसा

कषतर अिभपरत ह िजसम एक या अिधक िजल समािव ह और जो दो या अिधक नगरपािलकाओ या पचायत या अ य सलगन कषतर स िमलकर बनता ह तथा िजस रा यपाल इस भाग क परयोजन क िलए लोक अिधसचना दवारा महानगर कषतर क प म िविनिदर कर

(घ) ldquoनगरपािलका कषतरrdquo स रा यपाल दवारा अिधसिचत िकसी नगरपािलका का परादिशक कषतर अिभपरत ह

(ङ) ldquoनगरपािलकाrdquo स अन छद 243थ क अधीन गिठत वाय शासन की कोई स था अिभपरत ह

(च) ldquoपचायतrdquo स अन छद 243ख क अधीन गिठत कोई पचायत अिभपरत ह

(छ) ldquoजनसखयाrdquo स ऐसी अितम पवरवतीर जनगणना म अिभिनि त की गई जनसखया अिभपरत ह िजसक ससगत आकड़ परकािशत हो गए ह 243थ नगरपािलकाओ का गठन ndash (1) पर यक रा य म इस भाग क उपबध क

अनसारndash (क) िकसी सकरमणशील कषतर क िलए अथारत गरामीण कषतर स नगरीय कषतर

म सकरमणगत कषतर क िलए कोई नगर पचायत का (चाह वह िकसी भी नाम स जञात हो)

(ख) िकसी लघतर नगरीय कषतर क िलए नगरपािलका पिरष का और (ग) िकसी वह र नगरीय कषतर क िलए नगर िनगम का

गठन िकया जाएगा

1 सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 2 दवारा (1-6-1993 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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परत इस खड क अधीन कोई नगरपािलका ऐस नगरीय कषतर या उसक िकसी भाग म गिठत नही की जा सकगी िजस रा यपाल कषतर क आकार और उस कषतर म िकसी औदयोिगक थापन दवारा दी जा रही या िदए जान क िलए पर तािवत नगरपािलक सवाओ और ऐसी अ य बात को जो वह ठीक समझ यान म रखत हए लोक अिधसचना दवारा औदयोिगक नगरी क प म िविनिदर कर

(2) इस अन छद म ldquoसकरमणशील कषतरrdquo ldquoलघतर नगरीय कषतरrdquo या ldquoवह र नगरीय कषतरrdquo स ऐसा कषतर अिभपरत ह िजस रा यपाल इस भाग क परयोजन क िलए उस कषतर की जनसखया उसम जनसखया की सघनता थानीय परशासन क िलए उ प न राज व किष स िभ न िकरयाकलाप म िनयोजन की परितशतता आिथरक मह व या ऐसी अ य बात को जो वह ठीक समझ यान म रखत हए लोक अिधसचना दवारा िविनिदर कर

243द नगरपािलकाओ की सरचना ndash (1) खड (2) म जसा उपबिधत ह उसक िसवाय िकसी नगरपािलका क सभी थान नगरपािलका कषतर म परादिशक िनवारचन-कषतर स पर यकष िनवारचन दवारा चन हए यिकतय दवारा भर जाएग और इस परयोजन क िलए पर यक नगरपािलका कषतर को परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभािजत िकया जाएगा जो वाडर क नाम स जञात ह ग

(2) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ndash (क) नगरपािलका म ndash

(i) नगरपािलका परशासन का िवशष जञान या अनभव रखन वाल यिकतय का

(ii) लोक सभा क ऐस सद य का और रा य की िवधान सभा क ऐस सद य का जो उन िनवारचन-कषतर का परितिनिध व करत ह िजनम कोई नगरपािलका कषतर पणरतः या भागतः समािव ह

(iii) रा य सभा क ऐस सद य का और रा य की िवधान पिरष क ऐस सद य का जो नगरपािलका कषतर क भीतर िनवारचक क प म रिज टरीकत ह

(iv) अन छद 243ध क खड (5) क अधीन गिठत सिमितय क अ यकष का

परितिनिध व करन क िलए उपबध कर सकगा परत परा (i) म िनिदर यिकतय को नगरपािलका क अिधवशन म मत दन

का अिधकार नही होगा (ख) िकसी नगरपािलका क अ यकष क िनवारचन की रीित का उपबध कर

सकगा

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243ध वाडर सिमितय आिद का गठन और सरचना ndash (1) ऐसी नगरपािलका क िजसकी जनसखया तीन लाख या उसस अिधक ह परादिशक कषतर क भीतर वाडर सिमितय का गठन िकया जाएगा जो एक या अिधक वाड स िमलकर बनगी

(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ndash (क) वाडर सिमित की सरचना और उसक परादिशक कषतर की बाबत (ख) उस रीित की बाबत िजसस िकसी वाडर सिमित म थान भर जाएग

उपबध कर सकगा (3) वाडर सिमित क परादिशक कषतर क भीतर िकसी वाडर का परितिनिध व करन वाला

िकसी नगरपािलका का सद य उस सिमित का सद य होगा (4) जहा कोई वाडर सिमित ndash

(क) एक वाडर स िमलकर बनती ह वहा नगरपािलका म उस वाडर का परितिनिध व करन वाला सद य या

(ख) दो या अिधक वाड स िमलकर बनती ह वहा नगरपािलका म ऐस वाड का परितिनिध व करन वाल सद य म स एक सद य जो उस वाडर सिमित क सद य दवारा िनवारिचत िकया जाएगा

उस सिमित का अ यकष होगा (5) इस अन छद की िकसी बात स यह नही समझा जाएगा िक वह िकसी रा य

क िवधान-मडल को वाडर सिमितय क अितिरकत सिमितय का गठन करन क िलए कोई उपबध करन स िनवािरत करती ह

243न थान का आरकषण ndash (1) पर यक नगरपािलका म अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए थान आरिकषत रहग और इस परकार आरिकषत थान की सखया का अनपात उस नगरपािलका म पर यकष िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो उस नगरपािलका कषतर म अनसिचत जाितय की अथवा उस नगरपािलका कषतर म अनसिचत जनजाितय की जनसखया का अनपात उस कषतर की कल जनसखया स ह और ऐस थान िकसी नगरपािलका क िभ न-िभ न िनवारचन-कषतर को चकरानकरम स आबिटत िकए जा सकग

(2) खड (1) क अधीन आरिकषत थान की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई थान यथाि थित अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय की ि य क िलए आरिकषत रहग

भारत का सिवधान

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(3) पर यक नगरपािलका म पर यकष िनवारचन दवारा भर जान वाल थान की कल सखया क कम स कम एक-ितहाई थान (िजनक अतगरत अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय की ि य क िलए आरिकषत थान की सखया भी ह) ि य क िलए आरिकषत रहग और ऐस थान िकसी नगरपािलका क िभ न-िभ न िनवारचन-कषतर को चकरानकरम स आबिटत िकए जा सकग

(4) नगरपािलकाओ म अ यकष क पद अनसिचत जाितय अनसिचत जनजाितय और ि य क िलए ऐसी रीित स आरिकषत रहग जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबिधत कर

(5) खड (1) और खड (2) क अधीन थान का आरकषण और खड (4) क अधीन अ यकष क पद का आरकषण (जो ि य क िलए आरकषण स िभ न ह) अन छद 334 म िविनिदर अविध की समाि पर परभावी नही रहगा

(6) इस भाग की कोई बात िकसी रा य क िवधान-मडल को िपछड़ हए नागिरक क िकसी वगर क पकष म िकसी नगरपािलका म थान क या नगरपािलकाओ म अ यकष क पद क आरकषण क िलए कोई उपबध करन स िनवािरत नही करगी

243प नगरपािलकाओ की अविध आिद ndash (1) पर यक नगरपािलका यिद त समय परव िकसी िविध क अधीन पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपन परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स पाच वषर तक बनी रहगी इसस अिधक नही

परत िकसी नगरपािलका का िवघटन करन क पवर उस सनवाई का उिचत अवसर िदया जाएगा

(2) त समय परव िकसी िविध क िकसी सशोधन स िकसी तर पर ऐसी नगरपािलका का जो ऐस सशोधन क ठीक पवर कायर कर रही ह तब तक िवघटन नही होगा जब तक खड (1) म िविनिदर उसकी अविध समा नही हो जाती

(3) िकसी नगरपािलका का गठन करन क िलए िनवारचन ndash (क) खड (1) म िविनिदर उसकी अविध की समाि क पवर (ख) उसक िवघटन की तारीख स छह मास की अविध की समाि क पवर

परा िकया जाएगा परत जहा वह शष अविध िजसक िलए कोई िवघिटत नगरपािलका बनी रहती

छह मास स कम ह वहा ऐसी अविध क िलए उस नगरपािलका का गठन करन क िलए इस खड क अधीन कोई िनवारचन कराना आव यक नही होगा

(4) िकसी नगरपािलका की अविध की समाि क पवर उस नगरपािलका क िवघटन पर गिठत की गई कोई नगरपािलका उस अविध क कवल शष भाग क िलए बनी रहगी िजसक िलए िवघिटत नगरपािलका खड (1) क अधीन बनी रहती यिद वह इस परकार िवघिटत नही की जाती

243फ सद यता क िलए िनरहरताए ndash (1) कोई यिकत िकसी नगरपािलका का

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सद य चन जान क िलए और सद य होन क िलए िनरिहरत होगा ndash (क) यिद वह सबिधत रा य क िवधान-मडल क िनवारचन क परयोजन क

िलए त समय परव िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह

परत कोई यिकत इस आधार पर िनरिहरत नही होगा िक उसकी आय प चीस वषर स कम ह यिद उसन इककीस वषर की आय परा कर ली ह

(ख) यिद वह रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन इस परकार िनरिहरत कर िदया जाता ह (2) यिद यह पर उठता ह िक िकसी नगरपािलका का कोई सद य खड (1) म

विणरत िकसी िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर ऐस परािधकारी को और ऐसी रीित स जो रा य का िवधान-मडल िविध दवारा उपबिधत कर िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा

243ब नगरपािलकाओ आिद की शिकतया परािधकार और उ रदािय व ndash इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ndash

(क) नगरपािलकाओ को ऐसी शिकतया और परािधकार परदान कर सकगा जो उ ह वाय शासन की स थाओ क प म कायर करन म समथर बनान क िलए आव यक ह और ऐसी िविध म नगरपािलकाओ को ऐसी शत क अधीन रहत हए जो उसम िविनिदर की जाए िन निलिखत क सबध म शिकतया और उ रदािय व यागत करन क िलए उपबध िकए जा सकग अथारत ndash

(i) आिथरक िवकास और सामािजक याय क िलए योजनाए तयार करना

(ii) ऐस क य का पालन करना और ऐसी कीम को जो उ ह स पी जाए िजनक अतगरत व कीम भी ह जो बारहवी अनसची म सचीबदध िवषय क सबध म ह कायारि वत करना (ख) सिमितय को ऐसी शिकतया और परािधकार परदान कर सकगा जो उ ह

अपन को परद उ रदािय व को िजनक अ तगरत व उ रदािय व भी ह जो बारहवी अनसची म सचीबदध िवषय क सबध म ह कायारि वत करन म समथर बनान क िलए आव यक ह 243भ नगरपािलकाओ दवारा कर अिधरोिपत करन की शिकत और उनकी िनिधया

ndash िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ndash (क) ऐस कर श क पथकर और फीस उदगहीत सगहीत और िविनयोिजत

करन क िलए िकसी नगरपािलका को ऐसी परिकरया क अनसार और ऐस िनबरधन क अधीन रहत हए परािधकत कर सकगा

(ख) रा य सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत ऐस कर श क पथकर और

भारत का सिवधान

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फीस िकसी नगरपािलका को ऐस परयोजन क िलए तथा ऐसी शत और िनबरधन क अधीन रहत हए समनिद कर सकगा

(ग) रा य की सिचत िनिध म स नगरपािलकाओ क िलए ऐस सहायता-अनदान दन क िलए उपबध कर सकगा और

(घ) नगरपािलकाओ दवारा या उनकी ओर स करमशः परा िकए गए सभी धन को जमा करन क िलए ऐसी िनिधय का गठन करन और उन िनिधय म स ऐस धन को िनकालन क िलए भी उपबध कर सकगा

जो िविध म िविनिदर िकए जाए 243म िव आयोग ndash (1) अन छद 243झ क अधीन गिठत िव आयोग

नगरपािलकाओ की िव ीय ि थित का भी पनिवरलोकन करगा और जोndash (क)(i) रा य दवारा उ गरहणीय ऐस कर श क पथकर और फीस क ऐस

शदध आगम क रा य और नगरपािलकाओ क बीच जो इस भाग क अधीन उनम िवभािजत िकए जाए िवतरण को और सभी तर पर नगरपािलकाओ क बीच ऐस आगम क त सबधी भाग क आबटन को

(ii) ऐस कर श क पथकर और फीस क अवधारण को जो नगरपािलकाओ को समनिद की जा सकगी या उनक दवारा िविनयोिजत की जा सकगी

(iii) रा य की सिचत िनिध म स नगरपािलकाओ क िलए सहायता अनदान को शािसत करन वाल िसदधात क बार म

(ख) नगरपािलकाओ की िव ीय ि थित को सधारन क िलए आव यक अ यपाय क बार म

(ग) नगरपािलकाओ क स ढ़ िव क िहत म रा यपाल दवारा िव आयोग को िनिदर िकए गए िकसी अ य िवषय क बार म

रा यपाल को िसफािरश करगा (2) रा यपाल इस अन छद क अधीन आयोग दवारा की गई पर यक िसफािरश को

उस पर की गई काररवाई क प ीकारक जञापन सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखवाएगा

243य नगरपािलकाओ क लखाओ की सपरीकषा ndash िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा नगरपािलकाओ दवारा लख रख जान और ऐस लखाओ की सपरीकषा करन क बार म उपबध कर सकगा

भारत का सिवधान

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243यक नगरपािलकाओ क िलए िनवारचन ndash (1) नगरपािलकाओ क िलए कराए जान वाल सभी िनवारचन क िलए िनवारचक नामावली तयार करान का और उन सभी िनवारचन क सचालन का अधीकषण िनदशन और िनयतरण अन छद 243ट म िनिदर रा य िनवारचन आयोग म िनिहत होगा

(2) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा नगरपािलकाओ क िनवारचन स सबिधत या ससकत सभी िवषय क सबध म उपबध कर सकगा

243यख सघ रा यकषतर को लाग होना ndash इस भाग क उपबध सघ रा यकषतर को लाग ह ग और िकसी सघ रा यकषतर को उनक लाग होन म इस परकार परभावी ह ग मानो िकसी रा य क रा यपाल क परित िनदश अन छद 239 क अधीन िनयकत सघ रा यकषतर क परशासक क परित िनदश ह और िकसी रा य क िवधान-मडल या िवधान सभा क परित िनदश िकसी ऐस सघ रा यकषतर क सबध म िजसम िवधान सभा ह उस िवधान सभा क परित िनदश ह

परत रा पित लोक अिधसचना दवारा यह िनदश द सकगा िक इस भाग क उपबध िकसी सघ रा यकषतर या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए लाग ह ग जो वह अिधसचना म िविनिदर कर

243यग इस भाग का कितपय कषतर को लाग न होना ndash (1) इस भाग की कोई बात अन छद 244 क खड (1) म िनिदर अनसिचत कषतर और इसक खड (2) म िनिदर जनजाित कषतर को लाग नही होगी

(2) इस भाग की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह पि मी बगाल रा य क दािजरिलग िजल क पवरतीय कषतर क िलए त समय परव िकसी िविध क अधीन गिठत दािजरिलग गोरखा पवरतीय पिरष क क य और शिकतय पर परभाव डालती ह

(3) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा इस भाग क उपबध का िव तार खड (1) म िनिदर अनसिचत कषतर और जनजाित कषतर पर ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए कर सकगी जो ऐसी िविध म िविनिदर िकए जाए और ऐसी िकसी िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझा जाएगा

243यघ िजला योजना क िलए सिमित ndash (1) पर यक रा य म िजला तर पर िजल म पचायत और नगरपािलकाओ दवारा तयार की गई योजनाओ का समकन करन और सपणर िजल क िलए एक िवकास योजना परा प तयार करन क िलए एक िजला योजना सिमित का गठन िकया जाएगा

(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा िन निलिखत की बाबत उपबध कर सकगा अथारत ndash

भारत का सिवधान

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(क) िजला योजना सिमितय की सरचना (ख) वह रीित िजसस ऐसी सिमितय म थान भर जाएग परत ऐसी सिमित की कल सद य सखया क कम स कम चार बटा पाच

सद य िजला तर पर पचायत क और िजल म नगरपािलकाओ क िनवारिचत सद य दवारा अपन म स िजल म गरामीण कषतर की और नगरीय कषतर की जनसखया क अनपात क अनसार िनवारिचत िकए जाएग

(ग) िजला योजना स सबिधत ऐस क य जो ऐसी सिमितय को समनिद िकए जाए

(घ) वह रीित िजसस ऐसी सिमितय क अ यकष चन जाएग (3) पर यक िजला योजना सिमित िवकास योजना परा प तयार करन मndash

(क) िन निलिखत का यान रखगी अथारत ndash (i) पचायत और नगरपािलकाओ क सामा य िहत क िवषय

िजनक अतगरत थािनक योजना जल तथा अ य भौितक और पराकितक ससाधन म िह सा बटाना अवसरचना का एकीकत िवकास और पयारवरण सरकषण ह

(ii) उपल ध िव ीय या अ य ससाधन की मातरा और परकार (ख) ऐसी स थाओ और सगठन स परामशर करगी िज ह रा यपाल

आदश दवारा िविनिदर कर (4) पर यक िजला योजना सिमित का अ यकष वह िवकास योजना िजसकी ऐसी

सिमित दवारा िसफािरश की जाती ह रा य सरकार को भजगा 243यङ महानगर योजना क िलए सिमित ndash (1) पर यक महानगर कषतर म सपणर

महानगर कषतर क िलए िवकास योजना परा प तयार करन क िलए एक महानगर योजना सिमित का गठन िकया जाएगा

(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा िन निलिखत की बाबत उपबध कर सकगा अथारत ndash

(क) महानगर योजना सिमितय की सरचना (ख) वह रीित िजसस ऐसी सिमितय म थान भर जाएग

भारत का सिवधान

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परत ऐसी सिमित क कम स कम दो-ितहाई सद य महानगर कषतर म नगरपािलकाओ क िनवारिचत सद य और पचायत क अ यकष दवारा अपन म स उस कषतर म नगरपािलकाओ की और पचायत की जनसखया क अनपात क अनसार िनवारिचत िकए जाएग

(ग) ऐसी सिमितय म भारत सरकार और रा य सरकार का तथा ऐस सगठन और स थाओ का परितिनिध व जो ऐसी सिमितय को समनिद क य को कायारि वत करन क िलए आव यक समझ जाए

(घ) महानगर कषतर क िलए योजना और सम वय स सबिधत ऐस क य जो ऐसी सिमितय को समनिद िकए जाए

(ङ) वह रीित िजसस ऐसी सिमितय क अ यकष चन जाएग (3) पर यक महानगर योजना सिमित िवकास योजना परा प तयार करन म ndash

(क) िन निलिखत का यान रखगी अथारत ndash (i) महानगर कषतर म नगरपािलकाओ और पचायत दवारा तयार की

गई योजनाए (ii) नगरपािलकाओ और पचायत क सामा य िहत क िवषय

िजनक अतगरत उस कषतर की समि वत थािनक योजना जल तथा अ य भौितक और पराकितक ससाधन म िह सा बटाना अवसरचना का एकीकत िवकास और पयारवरण सरकषण ह

(iii) भारत सरकार और रा य सरकार दवारा िनि त सम त उ य और पिवरकताए

(iv) उन िविनधान की मातरा और परकित जो भारत सरकार और रा य सरकार क अिभकरण दवारा महानगर कषतर म िकए जान सभा य ह तथा अ य उपल ध िव ीय या अ य ससाधन (ख) ऐसी स थाओ और सगठन स परामशर करगी िज ह रा यपाल

आदश दवारा िविनिदर कर (4) पर यक महानगर योजना सिमित का अ यकष वह िवकास योजना िजसकी

ऐसी सिमित दवारा िसफािरश की जाती ह रा य सरकार को भजगा

भारत का सिवधान

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243यच िवदयमान िविधय और नगरपािलकाओ का बना रहना ndash इस भाग म िकसी बात क होत हए भी सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 क परारभ क ठीक पवर िकसी रा य म परव नगरपािलकाओ स सबिधत िकसी िविध का कोई उपबध जो इस भाग क उपबध स असगत ह जब तक सकषम िवधान-मडल दवारा या अ य सकषम परािधकारी दवारा उस सशोिधत या िनरिसत नही कर िदया जाता ह या जब तक ऐस परारभ स एक वषर समा नही हो जाता ह इनम स जो भी पहल हो तब तक परव बना रहगा

परत ऐस परारभ क ठीक पवर िवदयमान सभी नगरपािलकाए यिद उस रा य की िवधान सभा दवारा या ऐस रा य की दशा म िजसम िवधान पिरष ह उस रा य क िवधान-मडल क पर यक सदन दवारा पािरत इस आशय क सक प दवारा पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो अपनी अविध की समाि तक बनी रहगी

243यछ िनवारचन सबधी मामल म यायालय क ह तकषप का वजरन ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

(क) अन छद 243यक क अधीन बनाई गई या बनाई जान क िलए ता पियरत िकसी ऐसी िविध की िविधमा यता जो िनवारचन-कषतर क पिरसीमन या ऐस िनवारचन-कषतर को थान क आबटन स सबिधत ह िकसी यायालय म पर गत नही की जाएगी

(ख) िकसी नगरपािलका क िलए कोई िनवारचन ऐसी िनवारचन अजीर पर ही पर गत िकया जाएगा जो ऐस परािधकारी को और ऐसी रीित स पर तत की गई ह िजसका िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन उपबध िकया जाए अ यथा नही ]

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1[भाग 9ख सहकारी सोसाइिटया

243यज पिरभाषाए--इस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो-- (क) ldquoपरािधकत यिकतrdquo स अन छद 243यथ म उस प म िनिदर कोई यिकत

अिभपरत ह (ख) ldquoबोडरrdquo स िकसी सहकारी सोसाइटी का िनदशक बोडर या शासी िनकाय

चाह िकसी भी नाम स जञात हो िजसको िकसी सोसाइटी क कायरकलाप क परबध का िनदशन और िनयतरण स पा गया हो अिभपरत ह

(ग) ldquoसहकारी सोसाइटीrdquo स ऐसी सोसाइटी अिभपरत ह जो िकसी रा य म त समय परव सहकारी सोसाइिटय स सबिधत िकसी िविध क अधीन रिज टरीकत ह या रिज टरीकत समझी गई ह

(घ) ldquoबहरा य सहकारी सोसाइटीrdquo स ऐसी सोसाइटी अिभपरत ह िजसक उ य एक रा य तक सीिमत नही ह और जो ऐसी सहकारी सोसाइिटय स सबिधत त समय परव िकसी िविध क अधीन रिज टरीकत ह या रिज टरीकत समझी गई ह

(ङ) ldquoपदािधकारीrdquo स िकसी सहकारी सोसाइटी का अ यकष उपा यकष सभापित उपसभापित सिचव या कोषा यकष अिभपरत ह और िजनम िकसी सहकारी सोसाइटी क बोडर दवारा िनवारिचत िकया जान वाला कोई अ य यिकत भी सि मिलत ह

(च) ldquoरिज टरारrdquo स बहरा य सहकारी सोसाइिटय क सबध म क दरीय सरकार दवारा िनयकत क दरीय रिज टरार और सहकारी सोसाइिटय क सबध म िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध क अधीन रा य सरकार दवारा िनयकत सहकारी सोसाइिटय का रिज टरार अिभपरत ह

(छ) ldquoरा य अिधिनयमrdquo स िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई कोई िविध अिभपरत ह

(ज) ldquoरा य तरीय सहकारी सोसाइटीrdquo स ऐसी सहकारी सोसाइटी अिभपरत ह िजसका स पणर रा य पर िव तािरत अपना परचालन कषतर ह और िजसको िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध म उस प म पिरभािषत िकया गया ह 243यझ सहकारी सोसाइिटय का िनगमन -- इस भाग क उपबध क अधीन रहत हए

िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा वि छक िवरचना लोकताितरक सद य-िनयतरण सद य-आिथरक भागीदारी और वशासी कायरकरण क िसदधात पर आधािरत सहकारी सोसाइिटय क िनगमन िविनयमन और पिरसमापन क सबध म उपबध कर सकगा

1 सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 4 दवारा (15-2-2012 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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243यञ बोडर क सद य और उसक पदािधकािरय की सखया और पदाविध -- (1) बोडर म उतनी सखया म िनदशक ह ग िजतन रा य िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत िकए जाए

परत सहकारी सोसाइटी क िनदशक की अिधकतम सखया इककीस स अिधक नही होगी

परत यह और िक िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ऐसी पर यक सहकारी सोसाइटी क बोडर म जो सद य क प म यि य स िमलकर बनी हो और उसम अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय अथवा ि य क वगर या परवगर स सद य ह एक थान अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय और दो थान ि य क िलए आरिकषत करगा

(2) बोडर क िनवारिचत सद य तथा उसक पदािधकािरय की पदाविध िनवारचन की तारीख स पाच वषर की होगी और पदािधकािरय की पदाविध बोडर की अविध क साथ सहावसानी होगी

परत बोडर बोडर की आकि मक िरिकत को नामिनदशन दवारा उसी वगर क सद य म स िजसक सबध म आकि मक िरिकत हई ह भर सकगा यिद बोडर की पदाविध उसकी मल पदाविध क आध स कम ह

(3) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ऐसी सोसाइटी क बोडर क सद य क प म बककारी परबधन िव क कषतर म अनभव रखन वाल या सहकारी सोसाइटी क उ य और उसक दवारा िकए जान वाल िकरयाकलाप स सबिधत िकसी अ य कषतर म िवशषजञता रखन वाल बोडर क सद य होन वाल यिकतय को सहयोिजत करन क िलए उपबध कर सकगा

परत ऐस सहयोिजत सद य खड (1) क पहल परतक म िविनिदर इककीस िनदशक क अितिरकत दो स अिधक नही ह ग

परत यह और िक ऐस सहयोिजत सद य को ऐस सद य क प म उनकी हिसयत म सहकारी सोसाइटी क िकसी िनवारचन म मतदान करन का या बोडर क पदािधकािरय क प म िनवारिचत होन क िलए पातर होन का अिधकार नही होगा

परत यह भी िक िकसी सहकारी सोसाइटी क क यकारी िनदशक बोडर क सद य भी ह ग और ऐस सद य को खड (1) क पहल परतक म िविनिदर कल िनदशक की कल सखया की गणना करन क परयोजन क िलए अपविजरत िकया जाएगा

भारत का सिवधान

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243यट बोडर क सद य का िनवारचन -- (1) िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध म िकसी बात क होत हए भी बोडर का िनवारचन बोडर की अविध क अवसान स पवर सचािलत िकया जाएगा िजसस यह सिनि त िकया जा सक िक नविनवारिचत बोडर क सद य पदावरोही बोडर क सद य की पदाविध क अवसान होत ही पद गरहण कर ल

(2) िकसी सहकारी सोसाइटी क सभी िनवारचन क िलए िनवारचक नामाविलया तयार करन का और उन सभी िनवारचन क सचालन का अधीकषण िनदशन और िनयतरण ऐस परािधकारी या िनकाय म जो रा य िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत िकया जाए िनिहत होगा

परत िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ऐस िनवारचन क सचालन क िलए परिकरया और मागरदशरक िसदधा त का उपबध कर सकगा

243यठ बोडर का अिधकरमण और िनलबन तथा अ तिरम परबध -- (1) त समय परव िकसी िविध म िकसी बात क होत हए भी कोई बोडर छह मास स अिधक की अविध क िलए अिति त नही िकया जाएगा या िनलबनाधीन नही रखा जाएगा

परत बोडर को-- (i) उसक लगातार यितकरम की दशा म या (ii) अपन कतर य क अनपालन म उपकषा करन की दशा म या (iii) बोडर दवारा सहकारी सोसाइटी या उसक सद य क िहत क परितकल कोई

कायर करन की दशा म या (iv) बोडर क गठन या उसक क य म कोई गितरोध उ प न होन की दशा म

या (v) रा य िवधान-मडल दवारा िविध दवारा अन छद 243यट क खड (2) क

अधीन यथा उपबिधत परािधकारी या िनकाय क रा य अिधिनयम क उपबध क अनसार िनवारचन करान म असफल रहन की दशा म

अिति त िकया जा सकगा या िनलबनाधीन रखा जा सकगा परत यह और िक जहा कोई सरकारी शयर धारण या सरकार दवारा कोई उधार या

िव ीय सहायता या पर याभित नही ह वहा ऐसी िकसी सहकारी सोसाइटी क बोडर को अिति त नही िकया जाएगा या िनलबनाधीन नही रखा जाएगा

परत यह भी िक बककारी कारबार करन वाली िकसी सहकारी सोसाइटी की दशा म बककारी िविनयमन अिधिनयम 1949 क उपबध भी लाग ह ग

भारत का सिवधान

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पर त यह भी िक बहरा य सहकारी सोसाइटी स िभ न बककारी कारबार करन वाली िकसी सहकारी सोसाइटी की दशा म इस खड क उपबध वस ही परभावी ह ग मानो ldquoछह मासrdquo श द क थान पर ldquoएक वषरrdquo श द रख गए थ

(2) बोडर क अिधकरमण की दशा म ऐसी सहकारी सोसाइटी क कायरकलाप का परबध करन क िलए िनयकत परशासक खड (1) म िविनिदर अविध क भीतर िनवारचन क सचालन क िलए यव था करगा और उसका परबध िनवारिचत बोडर को स पगा

(3) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा परशासक की सवा की शत क िलए उपबध कर सकगा

243यड सहकारी सोसाइिटय क लखाओ की सपरीकषा -- (1) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा सहकारी सोसाइिटय दवारा लखाओ क रख जान और ऐस लखाओ की पर यक िव ीय वषर म कम स कम एक बार सपरीकषा िकए जान क सबध म उपबध कर सकगा

(2) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा ऐस सपरीकषक और सपरीकषा करन वाली ऐसी फम की जो सहकारी सोसाइिटय क लखाओ की सपरीकषा करन क िलए पातर ह गी यनतम अहरताए और अनभव अिधकिथत करगा

(3) पर यक सहकारी सोसाइटी सहकारी सोसाइटी क साधारण िनकाय दवारा िनयकत खड (2) म िनिदर िकसी सपरीकषक या सपरीकषा करन वाली फम दवारा सपरीकषा करवाएगी

परत ऐस सपरीकषक या सपरीकषा करन वाली फम को रा य सरकार दवारा या रा य सरकार दवारा इस िनिम परािधकत िकसी परािधकारी दवारा अनमोिदत पनल म स िनयकत िकया जाएगा

(4) पर यक सहकारी सोसाइटी क लखाओ की सपरीकषा उस िव ीय वषर की िजसस ऐस लख सबिधत ह समाि क छह मास क भीतर की जाएगी

(5) रा य अिधिनयम दवारा यथा पिरभािषत िकसी सव च सहकारी सोसाइटी क लखाओ की सपरीकषा िरपोटर रा य िवधान-मडल क समकष ऐसी रीित स रखी जाएगी जो रा य िवधान-मडल दवारा िविध दवारा उपबिधत की जाए

243यढ साधारण िनकाय की बठक सयोिजत करना -- िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा यह उपबध कर सकगा िक पर यक सहकारी सोसाइटी क साधारण िनकाय की वािषरक बठक ऐस कारबार का स यवहार करन क जो ऐसी िविध म उपबिधत िकया जाए िव ीय वषर की समाि क छह मास की अविध क भीतर सयोिजत की जाएगी

भारत का सिवधान

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243यण सचना परा करन का सद य का अिधकार -- (1) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा सहकारी सोसाइटी क पर यक सद य की सहकारी सोसाइटी की ऐसी बिहय सचना और लखाओ तक जो ऐस सद य क साथ उसक कारबार क िनयिमत स यवहार म रख गए ह पहच क िलए उपबध कर सकगा

(2) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा सहकारी सोसाइटी क परबधन म सद य की भागीदारी सिनि त करन क िलए सद य दवारा बठक म उपि थित की ऐसी यनतम अपकषा का उपबध करत हए और सवाओ क ऐस यनतम तर का उपयोग करत हए जो ऐसी िविध म उपबध िकया जाए उपबध कर सकगा

(3) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा अपन सद य क िलए सहकारी िशकषा और परिशकषण का उपबध कर सकगा

243यत िववरिणया -- पर यक सहकारी सोसाइटी पर यक िव ीय वषर की समाि क छह मास क भीतर रा य सरकार दवारा अिभिहत परािधकारी को ऐसी िववरिणया फाइल करगी िजनम िन निलिखत बात सि मिलत ह गी अथारत --

(क) उसक िकरयाकलाप की वािषरक िरपोटर (ख) उसक लखाओ का सपरीिकषत िववरण (ग) अिधशष क ययन की योजना जो सहकारी सोसाइटी क साधारण िनकाय

दवारा यथा अनमोिदत हो (घ) सहकारी सोसाइटी की उपिविधय क सशोधन यिद कोई ह की सची (ङ) उसक साधारण िनकाय की बठक आयोिजत करन की तारीख और

िनवारचन का जब िनयत ह सचालन करन क सबध म घोषणा और (च) रा य अिधिनयम क िक ही उपबध क अनसरण म रिज टरार दवारा

अपिकषत कोई अ य जानकारी 243यथ अपराध और शाि तया -- (1) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा

सहकारी सोसाइिटय स सबिधत अपराध और ऐस अपराध क िलए शाि तय स सबिधत उपबध कर सकगा

(2) खड (1) क अधीन िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध म िन निलिखत कायर करना या उसका लोप करना अपराध क प म सि मिलत होगा अथारत --

(क) कोई सहकारी सोसाइटी या उसका कोई अिधकारी या सद य जानबझकर िम या िववरणी बनाता ह या िम या जानकारी दता ह अथवा कोई यिकत जानबझकर ऐसी जानकारी नही दता ह जो इस िनिम रा य अिधिनयम क उपबध क अधीन परािधकत यिकत दवारा उसस अपिकषत की गई हो

भारत का सिवधान

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(ख) कोई यिकत जानबझकर या िकसी यिकतयकत कारण क िबना रा य अिधिनयम क उपबध क अधीन जारी िकए गए िकसी समन अ यपकषा या िविधपणर िलिखत आदश की अवजञा करता ह

(ग) कोई िनयोजक जो पयार कारण क िबना उसक दवारा उसक कमरचारी स काटी गई रकम का उस तारीख स िजसको ऐसी कटौती की गई ह चौदह िदन की अविध क भीतर सहकारी सोसाइटी को सदाय करन म असफल रहता ह

(घ) ऐसा कोई अिधकारी या अिभरकषक जो ऐसी िकसी सहकारी सोसाइटी की िजसका वह अिधकारी या अिभरकषक ह बिहय लखाओ द तावज अिभलख रोकड़ परितभित या अ य सपि की अिभरकषा िकसी परािधकत यिकत को स पन म असफल रहता ह और

(ङ) जो कोई बोडर क सद य या पदािधकािरय क िनवारचन स पहल उसक दौरान या प ात कोई भर आचरण अपनाता ह 243यद बहरा य सहकारी सोसाइिटय को लाग होना -- इस भाग क उपबध बहरा य

सहकारी सोसाइिटय को इस उपातरण क अधीन रहत हए लाग ह ग िक ldquoरा य का िवधान-मडलrdquo ldquoरा य अिधिनयमrdquo या ldquoरा य सरकारrdquo क परित िकसी िनदश का वही अथर लगाया जाएगा जो करमशः ldquoसस rdquo ldquoक दरीय अिधिनयमrdquo या ldquoक दरीय सरकारrdquo का ह

243यध सघ रा यकषतर को लाग होना -- इस भाग क उपबध सघ रा यकषतर को लाग ह ग और ऐस सघ रा यकषतर को िजसकी कोई िवधान सभा नही ह उसी परकार लाग ह ग मानो िकसी रा य क िवधान-मडल क परितिनदश अन छद 239 क अधीन िनयकत उसक परशासक क परित और ऐस सघ रा यकषतर क सबध म िजसकी कोई िवधान सभा ह उस िवधान सभा क परितिनदश ह

परत रा पित राजपतर म अिधसचना दवारा यह िनदश द सकगा िक इस भाग क उपबध ऐस िकसी सघ रा यकषतर या उसक भाग को िजस वह अिधसचना म िविनिदर कर लाग नही ह ग

243यन िवदयमान िविधय का जारी रहना -- इस भाग म िकसी बात क होत हए भी सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 क परारभ स ठीक पवर िकसी रा य म परव सहकारी सोसाइिटय स सबिधत िकसी िविध का कोई उपबध जो इस भाग क उपबध स असगत ह उस सकषम िवधान-मडल या अ य सकषम परािधकारी दवारा सशोिधत या िनरिसत िकए जान तक या ऐस परारभ स एक वषर क समा होन तक इनम स जो भी कम हो परव बना रहगा ]

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भाग 10 अनसिचत और जनजाित कषतर

244 अनसिचत कषतर और जनजाित कषतर का परशासन ndash (1) पाचवी अनसची क उपबध 1[असम 2[3[मघालय ितरपरा और िमजोरम]] रा य ] स िभ न 4 िकसी रा य क अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय क परशासन और िनयतरण क िलए लाग ह ग

(2) छठी अनसची क उपबध 1[असम 2[5[मघालय] ितरपरा] और िमजोरम रा य ] क] जनजाित कषतर क परशासन क िलए लाग ह ग

6[244क असम क कछ जनजाित कषतर को समािव करन वाला एक वशासी रा य बनाना और उसक िलए थानीय िवधान-मडल या मितर-पिरष का या दोन का सजन ndash (1) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा असम रा य क भीतर एक वशासी रा य बना सकगी िजसम छठी अनसची क परा 20 स सलगन सारणी क 7[भाग 1] म िविनिदर सभी या कोई जनजाित कषतर (पणरतः या भागतः) समािव ह ग और उसक िलए ndash

(क) उस वशासी रा य क िवधान-मडल क प म कायर करन क िलए िनवारिचत या भागतः नामिनदिशत और भागतः िनवारिचत िनकाय का या

(ख) मितर-पिरष का या दोन का सजन कर सकगी िजनम स पर यक का गठन शिकतया और क य व ह ग जो उस िविध म िविनिदर िकए जाए

(2) खड (1) म िनिदर िविध िविश तया ndash 1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoअसम रा यrdquo क

थान पर परित थािपत 2 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) ldquoमघालय और ितरपराrdquo श द

क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 2 दवारा ldquoऔर मघालयrdquo श द क थान पर (1-4-1985

स) परित थािपत 4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का लोप िकया गया 5 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) ldquoमघालय और ितरपरा रा य

और िमजोरम सघ रा यकषतरrdquo श द क थान पर परित थािपत 6 सिवधान (बाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1969 की धारा 2 दवारा (25-9-1969 स) अतः थािपत 7 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoभाग कrdquo क थान

पर परित थािपत

भारत का सिवधान

144

(क) रा य सची या समवतीर सची म परगिणत व िवषय िविनिदर कर सकगी िजनक सबध म वशासी रा य क िवधान-मडल को सपणर वशासी रा य क िलए या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनान की शिकत असम रा य क िवधान-मडल का अपवजरन करक या अ यथा होगी

(ख) व िवषय पिरिनि त कर सकगी िजन पर उस वशासी रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार होगा

(ग) यह उपबध कर सकगी िक असम रा य दवारा उदगहीत कोई कर वशासी रा य को वहा तक स पा जाएगा जहा तक उसक आगम वशासी रा य स परा हए मान जा सकत ह

(घ) यह उपबध कर सकगी िक इस सिवधान क िकसी अन छद म रा य क परित िकसी िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उसक अतगरत वशासी रा य क परित िनदश ह और

(ङ) ऐस अनपरक आनषिगक या पािरणािमक उपबध कर सकगी जो आव यक समझ जाए (3) पव कत परकार की िकसी िविध का कोई सशोधन जहा तक वह सशोधन खड

(2) क उपखड (क) या उपखड (ख) म िविनिदर िवषय म स िकसी स सबिधत ह तब तक परभावी नही होगा जब तक वह सशोधन सस क पर यक सदन म उपि थत और मत दन वाल कम स कम दो-ितहाई सद य दवारा पािरत नही कर िदया जाता ह

(4) इस अन छद म िनिदर िविध को अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन इस बात क होत हए भी नही समझा जाएगा िक उसम कोई ऐसा उपबध अतिवर ह जो इस सिवधान का सशोधन करता ह या सशोधन करन का परभाव रखता ह ]

145

भाग 11 सघ और रा य क बीच सबध

अ याय 1 ndash िवधायी सबध िवधायी शिकतय का िवतरण

245 सस दवारा और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय का िव तारndash(1) इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए सस भारत क सपणर रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िविध बना सकगी और िकसी रा य का िवधान-मडल सपणर रा य या उसक िकसी भाग क िलए िविध बना सकगा

(2) सस दवारा बनाई गई कोई िविध इस आधार पर अिविधमा य नही समझी जाएगी िक उसका रा यकषतरातीत परवतरन होगा

246 सस दवारा और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय की िवषय-व तndash(1) खड (2) और खड (3) म िकसी बात क होत हए भी सस को सातवी अनसची की सची 1 म (िजस इस सिवधान म ldquoसघ सचीrdquo कहा गया ह) परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म िविध बनान की अन य शिकत ह

(2) खड (3) म िकसी बात क होत हए भी सस को और खड (1) क अधीन रहत हए 1 िकसी रा य क िवधान-मडल को भी सातवी अनसची की सची 3 म (िजस इस सिवधान म ldquoसमवतीर सचीrdquo कहा गया ह) परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म िविध बनान की शिकत ह

(3) खड (1) और खड (2) क अधीन रहत हए 1 िकसी रा य क िवधान-मडल को सातवी अनसची की सची 2 म (िजस इस सिवधान म ldquoरा य सचीrdquo कहा गया ह) परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म उस रा य या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनान की अन य शिकत ह

(4) सस को भारत क रा यकषतर क ऐस भाग क िलए 2[जो िकसी रा य] क अतगरत नही ह िकसी भी िवषय क सबध म िविध बनान की शिकत ह चाह वह िवषय रा य सची म परगिणत िवषय ही कय न हो

3[246क माल और सवा कर क सबध म िवशष उपबध--(1) अन छद 246 और अन छद 254 म िकसी बात क होत हए भी सस को और खड (2) क अधीन रहत हए पर यक रा य क िवधान-मडल को सघ दवारा या उस रा य दवारा अिधरोिपत माल और सवा कर क सबध म िविधया बनान की शिकत होगी

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख मrdquo श द क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 2 दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

146

(2) जहा माल का या सवाओ का अथवा दोन का परदाय अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म होता ह वहा सस को माल और सवा कर क सबध म िविधया बनान की अन य शिकत परा ह

प ीकरण--इस अन छद क उपबध अन छद 279क क खड (5) म िनिदर माल और सवा कर क सबध म माल और सवा कर पिरष दवारा िसफािरश की गई तारीख स परभावी ह ग ]

247 कछ अितिरकत यायालय की थापना का उपबध करन की सस की शिकतndash इस अ याय म िकसी बात क होत हए भी सस अपन दवारा बनाई गई िविधय क या िकसी िवदयमान िविध क जो सघ सची म परगिणत िवषय क सबध म ह अिधक अ छ परशासन क िलए अितिरकत यायालय की थापना का िविध दवारा उपबध कर सकगी

248 अविश िवधायी शिकतयाndash(1) 1[अन छद 246क क अधीन रहत हए सस ] को िकसी ऐस िवषय क सबध म जो समवतीर सची या रा य सची म परगिणत नही ह िविध बनान की अन य शिकत ह

(2) ऐसी शिकत क अतगरत ऐस कर क अिधरोपण क िलए जो उन सिचय म स िकसी म विणरत नही ह िविध बनान की शिकत ह

249 रा य सची म क िवषय क सबध म रा ीय िहत म िविध बनान की सस की शिकतndash(1) इस अ याय क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी यिद रा य सभा न उपि थत और मत दन वाल सद य म स कम स कम दो-ितहाई सद य दवारा समिथरत सक प दवारा घोिषत िकया ह िक रा ीय िहत म यह आव यक या समीचीन ह िक सस 2[अन छद 246क क अधीन उपबिधत माल और सवा कर या] रा य सची म परगिणत ऐस िवषय क सबध म जो उस सक प म िविनिदर ह िविध बनाए तो जब तक वह सक प परव ह सस क िलए उस िवषय क सबध म भारत क सपणर रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनाना िविधपणर होगा

(2) खड (1) क अधीन पािरत सक प एक वषर स अनिधक ऐसी अविध क िलए परव रहगा जो उसम िविनिदर की जाए

परत यिद और िजतनी बार िकसी ऐस सक प को परव बनाए रखन का अनमोदन करन वाला सक प खड (1) म उपबिधत रीित स पािरत हो जाता ह तो और उतनी बार ऐसा सक प उस तारीख स िजसको वह इस खड क अधीन अ यथा परव नही रहता एक वषर की और अविध तक परव रहगा

(3) सस दवारा बनाई गई कोई िविध िजस सस खड (1) क अधीन सक प क पािरत होन क अभाव म बनान क िलए सकषम नही होती सक प क परव न रहन क प ात छह मास की अविध की समाि पर अकषमता की मातरा तक उन बात क िसवाय परभावी नही रहगी िज ह उकत अविध की समाि स पहल िकया गया ह या करन का लोप िकया गया ह

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 3 दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 4 दवारा ldquoसस rdquo क थान पर (16-9-2016 स)

अतः थािपत

भारत का सिवधान

147

250 यिद आपात की उदघोषणा परवतरन म हो तो रा य सची म क िवषय क सबध म िविध बनान की सस की शिकत ndash (1) इस अ याय म िकसी बात क होत हए भी सस को जब तक आपात की उदघोषणा परवतरन म ह 1[अन छद 246क क अधीन उपबिधत माल या सवा कर या] रा य सची म परगिणत िकसी भी िवषय क सबध म भारत क सपणर रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए िविध बनान की शिकत होगी

(2) सस दवारा बनाई गई कोई िविध िजस सस आपात की उदघोषणा क अभाव म बनान क िलए सकषम नही होती उदघोषणा क परवतरन म न रहन क प ात छह मास की अविध की समाि पर अकषमता की मातरा तक उन बात क िसवाय परभावी नही रहगी िज ह उकत अविध की समाि स पहल िकया गया ह या करन का लोप िकया गया ह

251 सस दवारा अन छद 249 और अन छद 250 क अधीन बनाई गई िविधय और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय म असगित ndash अन छद 249 और अन छद 250 की कोई बात िकसी रा य क िवधान-मडल की ऐसी िविध बनान की शिकत को िजस इस सिवधान क अधीन बनान की शिकत उसको ह िनबरिधत नही करगी िकत यिद िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध का कोई उपबध सस दवारा बनाई गई िविध क िजस उकत अन छद म स िकसी अन छद क अधीन बनान की शिकत सस को ह िकसी उपबध क िव दध ह तो सस दवारा बनाई गई िविध अिभभावी होगी चाह वह रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध स पहल या उसक बाद म पािरत की गई हो और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध उस िवरोध की मातरा तक अपरवतरनीय होगी िकत ऐसा तभी तक होगा जब तक सस दवारा बनाई गई िविध परभावी रहती ह

252 दो या अिधक रा य क िलए उनकी सहमित स िविध बनान की सस की शिकत और ऐसी िविध का िकसी अ य रा य दवारा अगीकार िकया जाना ndash (1) यिद िक ही दो या अिधक रा य क िवधान-मडल को यह वाछनीय परतीत होता ह िक उन िवषय म स िजनक सबध म सस को अन छद 249 और अन छद 250 म यथा उपबिधत क िसवाय रा य क िलए िविध बनान की शिकत नही ह िकसी िवषय का िविनयमन ऐस रा य म सस िविध दवारा कर और यिद उन रा य क िवधान-मडल क सभी सदन उस आशय क सक प पािरत करत ह तो उस िवषय का तदनसार िविनयमन करन क िलए कोई अिधिनयम पािरत करना सस क िलए िविधपणर होगा और इस परकार पािरत अिधिनयम ऐस रा य को लाग होगा और ऐस अ य रा य को लाग होगा जो त प ात अपन िवधान-मडल क सदन दवारा या जहा दो सदन ह वहा दोन सदन म स पर यक सदन इस िनिम पािरत सक प दवारा उसको अगीकार कर लता ह

(2) सस दवारा इस परकार पािरत िकसी अिधिनयम का सशोधन या िनरसन इसी रीित स पािरत या अगीकत सस क अिधिनयम दवारा िकया जा सकगा िकत उसका उस

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 5 दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

148

रा य क सबध म सशोधन या िनरसन िजसको वह लाग होता ह उस रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम दवारा नही िकया जाएगा

253 अतररा ीय करार को परभावी करन क िलए िवधान ndash इस अ याय क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी सस को िकसी अ य दश या दश क साथ की गई िकसी सिध करार या अिभसमय अथवा िकसी अतररा ीय स मलन सगम या अ य िनकाय म िकए गए िकसी िविन य क कायार वयन क िलए भारत क सपणर रा यकषतर या उसक िकसी भाग क िलए कोई िविध बनान की शिकत ह

254 सस दवारा बनाई गई िविधय और रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविधय म असगित ndash (1) यिद िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध का कोई उपबध सस दवारा बनाई गई िविध क िजस अिधिनयिमत करन क िलए सस सकषम ह िकसी उपबध क या समवतीर सची म परगिणत िकसी िवषय क सबध म िवदयमान िविध क िकसी उपबध क िव दध ह तो खड (2) क उपबध क अधीन रहत हए यथाि थित सस दवारा बनाई गई िविध चाह वह ऐस रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध स पहल या उसक बाद म पािरत की गई हो या िवदयमान िविध अिभभावी होगी और उस रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध उस िवरोध की मातरा तक श य होगी

(2) जहा 1 रा य क िवधान-मडल दवारा समवतीर सची म परगिणत िकसी िवषय क सबध म बनाई गई िविध म कोई ऐसा उपबध अतिवर ह जो सस दवारा पहल बनाई गई िविध क या उस िवषय क सबध म िकसी िवदयमान िविध क उपबध क िव दध ह तो यिद ऐस रा य क िवधान-मडल दवारा इस परकार बनाई गई िविध को रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखा गया ह और उस पर उसकी अनमित िमल गई ह तो वह िविध उस रा य म अिभभावी होगी

परत इस खड की कोई बात सस को उसी िवषय क सबध म कोई िविध िजसक अतगरत ऐसी िविध ह जो रा य क िवधान-मडल दवारा इस परकार बनाई गई िविध का पिरवधरन सशोधन पिरवतरन या िनरसन करती ह िकसी भी समय अिधिनयिमत करन स िनवािरत नही करगी

255 िसफािरश और पवर मजरी क बार म अपकषाओ को कवल परिकरया क िवषय मानना ndash यिद सस क या 1 िकसी रा य क िवधान-मडल क िकसी अिधिनयम को ndash

(क) जहा रा यपाल की िसफािरश अपिकषत थी वहा रा यपाल या रा पित न (ख) जहा राजपरमख की िसफािरश अपिकषत थी वहा राजपरमख या रा पित न

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर rdquo श द और अकषर का (1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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(ग) जहा रा पित की िसफािरश या पवर मजरी अपिकषत थी वहा रा पित न अनमित द दी ह तो ऐसा अिधिनयम और ऐस अिधिनयम का कोई उपबध कवल इस कारण अिविधमा य नही होगा िक इस सिवधान दवारा अपिकषत कोई िसफािरश नही की गई थी या पवर मजरी नही दी गई थी

अ याय 2 ndash परशासिनक सबध साधारण

256 रा य की और सघ की बा यता ndash पर यक रा य की कायरपािलका शिकत का इस परकार परयोग िकया जाएगा िजसस सस दवारा बनाई गई िविधय का और ऐसी िवदयमान िविधय का जो उस रा य म लाग ह अनपालन सिनि त रह और सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार िकसी रा य को ऐस िनदश दन तक होगा जो भारत सरकार को उस परयोजन क िलए आव यक परतीत ह

257 कछ दशाओ म रा य पर सघ का िनयतरण ndash (1) पर यक रा य की कायरपािलका शिकत का इस परकार परयोग िकया जाएगा िजसस सघ की कायरपािलका शिकत क परयोग म कोई अड़चन न हो या उस पर कोई परितकल परभाव न पड़ और सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार िकसी रा य को ऐस िनदश दन तक होगा जो भारत सरकार को इस परयोजन क िलए आव यक परतीत ह

(2) सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार रा य को ऐस सचार साधन क िनमारण और बनाए रखन क बार म िनदश दन तक भी होगा िजनका रा ीय या सिनक मह व का होना उस िनदश म घोिषत िकया गया ह

परत इस खड की कोई बात िकसी राजमागर या जलमागर को रा ीय राजमागर या रा ीय जलमागर घोिषत करन की सस की शिकत को अथवा इस परकार घोिषत राजमागर या जलमागर क बार म सघ की शिकत को अथवा सना नौसना और वायसना सकमर िवषयक अपन क य क भाग प सचार साधन क िनमारण और बनाए रखन की सघ की शिकत को िनबरिधत करन वाली नही मानी जाएगी

(3) सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार िकसी रा य म रल क सरकषण क िलए िकए जान वाल उपाय क बार म उस रा य को िनदश दन तक भी होगा

(4) जहा खड (2) क अधीन सचार साधन क िनमारण या बनाए रखन क बार म अथवा खड (3) क अधीन िकसी रल क सरकषण क िलए िकए जान वाल उपाय क बार म िकसी रा य को िदए गए िकसी िनदश क पालन म उस खचर स अिधक खचर हो गया ह जो यिद ऐसा िनदश नही िदया गया होता तो रा य क परसामा य कतर य क िनवरहन म खचर होता वहा उस रा य दवारा इस परकार िकए गए अितिरकत खच क सबध म भारत सरकार दवारा उस रा य को ऐसी रािश का जो करार पाई जाए या करार क अभाव म ऐसी रािश का िजस भारत क मखय यायमितर दवारा िनयकत म य थ अवधािरत कर सदाय िकया जाएगा

1[257क [सघ क सश बल या अ य बल क अिभिनयोजन दवारा रा य की 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 43 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

150

सहायता ]ndashसिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 33 दवारा (20-6-1979 स) िनरिसत

258 कछ दशाओ म रा य को शिकत परदान करन आिद की सघ की शिकत ndash (1) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी रा पित िकसी रा य की सरकार की सहमित स उस सरकार को या उसक अिधकािरय को ऐस िकसी िवषय स सबिधत क य िजन पर सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार ह सशतर या िबना शतर स प सकगा

(2) सस दवारा बनाई गई िविध जो िकसी रा य को लाग होती ह ऐस िवषय स सबिधत होन पर भी िजसक सबध म रा य क िवधान-मडल को िविध बनान की शिकत नही ह उस रा य या उसक अिधकािरय और परािधकािरय को शिकत परदान कर सकगी और उन पर कतर य अिधरोिपत कर सकगी या शिकतय का परदान िकया जाना और कतर य का अिधरोिपत िकया जाना परािधकत कर सकगी

(3) जहा इस अन छद क आधार पर िकसी रा य अथवा उसक अिधकािरय या परािधकािरय को शिकतया परदान की गई ह या उन पर कतर य अिधरोिपत िकए गए ह वहा उन शिकतय और कतर य क परयोग क सबध म रा य दवारा परशासन म िकए गए अितिरकत खच क सबध म भारत सरकार दवारा उस रा य को ऐसी रािश का जो करार पाई जाए या करार क अभाव म ऐसी रािश का िजस भारत क मखय यायमितर दवारा िनयकत म य थ अवधािरत कर सदाय िकया जाएगा

1[258क सघ को क य स पन की रा य की शिकत ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी िकसी रा य का रा यपाल भारत सरकार की सहमित स उस सरकार को या उसक अिधकािरय को ऐस िकसी िवषय स सबिधत क य िजन पर उस रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार ह सशतर या िबना शतर स प सकगा ]

259 [पहली अनसची क भाग ख क रा य क सश बल ] ndash सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा िनरिसत

260 भारत क बाहर क रा यकषतर क सबध म सघ की अिधकािरता ndash भारत सरकार िकसी ऐस रा यकषतर की सरकार स जो भारत क रा यकषतर का भाग नही ह करार करक ऐस रा यकषतर की सरकार म िनिहत िक ही कायरपालक िवधायी या याियक क य का भार अपन ऊपर ल सकगी िक त पर यक ऐसा करार िवदशी अिधकािरता क परयोग स सबिधत त समय परव िकसी िविध क अधीन होगा और उसस शािसत होगा

261 सावरजिनक कायर अिभलख और याियक कायरवािहया ndash (1) भारत क रा यकषतर म सवरतर सघ क और पर यक रा य क सावरजिनक काय अिभलख और 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 18 दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

151

याियक कायरवािहय को परा िव ास और परी मा यता दी जाएगी (2) खड (1) म िनिदर काय अिभलख और कायरवािहय को सािबत करन की

रीित और शत तथा उनक परभाव का अवधारण सस दवारा बनाई गई िविध दवारा उपबिधत रीित क अनसार िकया जाएगा

(3) भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म िसिवल यायालय दवारा िदए गए अितम िनणरय या आदश का उस रा यकषतर क भीतर कही भी िविध क अनसार िन पादन िकया जा सकगा

जल सबधी िववाद 262 अतरराि यक निदय या नदी-दन क जल सबधी िववाद का

यायिनणरयन ndash (1) सस िविध दवारा िकसी अतरराि यक नदी या नदी-दन क या उसम जल क परयोग िवतरण या िनयतरण क सबध म िकसी िववाद या पिरवाद क यायिनणरयन क िलए उपबध कर सकगी

(2) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा उपबध कर सकगी िक उ चतम यायालय या कोई अ य यायालय खड (1) म िनिदर िकसी िववाद या पिरवाद क सबध म अिधकािरता का परयोग नही करगा

रा य क बीच सम वय 263 अतररा य पिरष क सबध म उपबध ndash यिद िकसी समय रा पित को यह

परतीत होता ह िक ऐसी पिरष की थापना स लोक िहत की िसिदध होगी िजस ndash (क) रा य क बीच जो िववाद उ प न हो गए ह उनकी जाच करन और

उन पर सलाह दन (ख) कछ या सभी रा य क अथवा सघ और एक या अिधक रा य क

सामा य िहत स सबिधत िवषय क अ वषण और उन पर िवचार-िवमशर करन या

(ग) ऐस िकसी िवषय पर िसफािरश करन और िविश तया उस िवषय क सबध म नीित और काररवाई क अिधक अ छ सम वय क िलए िसफािरश करन

क कतर य का भार स पा जाए तो रा पित क िलए यह िविधपणर होगा िक वह आदश दवारा ऐसी पिरष की थापना कर और उस पिरष दवारा िकए जान वाल कतर य की परकित को तथा उसक सगठन और परिकरया को पिरिनि त कर

152

भाग 12 िव सपि सिवदाए और वाद

अ याय 1 ndash िव साधारण

1[264 िनवरचन ndash इस भाग म ldquoिव आयोगrdquo स अन छद 280 क अधीन गिठत िव आयोग अिभपरत ह ]

265 िविध क परािधकार क िबना कर का अिधरोपण न िकया जाना ndash कोई कर िविध क परािधकार स ही अिधरोिपत या सगहीत िकया जाएगा अ यथा नही

266 भारत और रा य की सिचत िनिधया और लोक लख ndash (1) अन छद 267 क उपबध क तथा कछ कर और श क क शदध आगम पणरतः या भागतः रा य को स प िदए जान क सबध म इस अ याय क उपबध क अधीन रहत हए भारत सरकार को परा सभी राज व उस सरकार दवारा राज हिडया िनगरिमत करक उधार दवारा या अथ पाय अिगरम दवारा िलए गए सभी उधार और उधार क परितसदाय म उस सरकार को परा सभी धनरािशय की एक सिचत िनिध बनगी जो ldquoभारत की सिचत िनिधrdquo क नाम स जञात होगी तथा िकसी रा य सरकार को परा सभी राज व उस सरकार दवारा राज हिडया िनगरिमत करक उधार दवारा या अथ पाय अिगरम दवारा िलए गए सभी उधार और उधार क परितसदाय म उस सरकार को परा सभी धनरािशय की एक सिचत िनिध बनगी जो ldquoरा य की सिचत िनिधrdquo क नाम स जञात होगी

(2) भारत सरकार या िकसी रा य सरकार दवारा या उसकी ओर स परा सभी अ य लोक धनरािशया यथाि थित भारत क लोक लख म या रा य क लोक लख म जमा की जाएगी

(3) भारत की सिचत िनिध या रा य की सिचत िनिध म स कोई धनरािशया िविध क अनसार तथा इस सिवधान म उपबिधत परयोजन क िलए और रीित स ही िविनयोिजत की जाएगी अ यथा नही

267 आकि मकता िनिध ndash (1) सस िविध दवारा अगरदाय क व प की एक आकि मकता िनिध की थापना कर सकगी जो ldquoभारत की आकि मकता िनिधrdquo क नाम स जञात होगी िजसम ऐसी िविध दवारा अवधािरत रािशया समय-समय पर जमा की जाएगी और अनविकषत यय का अन छद 115 या अन छद 116 क अधीन सस दवारा िविध दवारा परािधकत िकया जाना लिबत रहन तक ऐसी िनिध म स ऐस यय की पितर क िलए अिगरम धन दन क िलए रा पित को समथर बनान क िलए उकत िनिध रा पित क ययनाधीन रखी जाएगी

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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(2) रा य का िवधान-मडल िविध दवारा अगरदाय क व प की एक आकि मकता िनिध की थापना कर सकगा जो ldquoरा य की आकि मकता िनिधrdquo क नाम स जञात होगी िजसम ऐसी िविध दवारा अवधािरत रािशया समय-समय पर जमा की जाएगी और अनविकषत यय का अन छद 205 या अन छद 206 क अधीन रा य क िवधान-मडल दवारा िविध दवारा परािधकत िकया जाना लिबत रहन तक ऐसी िनिध म स ऐस यय की पितर क िलए अिगरम धन दन क िलए रा यपाल को समथर बनान क िलए उकत िनिध रा य क रा यपाल 1 क ययनाधीन रखी जाएगी

सघ और रा य क बीच राज व का िवतरण 268 सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाल िकत रा य दवारा सगहीत और

िविनयोिजत िकए जान वाल श क ndash (1) ऐस टाप-श क 2 जो सघ सची म विणरत ह भारत सरकार दवारा उदगहीत िकए जाएग िकत ndash

(क) उस दशा म िजसम ऐस श क 3[सघ रा यकषतर] क भीतर उ गरहणीय ह भारत सरकार दवारा और

(ख) अ य दशाओ म िजन-िजन रा य क भीतर ऐस श क उ गरहणीय ह उन-उन रा य दवारा

सगहीत िकए जाएग (2) िकसी रा य क भीतर उ गरहणीय िकसी ऐस श क क िकसी िव ीय वषर म

आगम भारत की सिचत िनिध क भाग नही ह ग िक त उस रा य को स प िदए जाएग

4268क [सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाला और सघ तथा रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकया जान वाला सवा-कर ]ndashसिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 7 दवारा (16-9-2016 स) लोप िकया गया

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 6 दवारा (16-9-2016 स) तथा औषधीय और परसाधन

िनिमरितय पर ऐस उ पाद-श क श द का लोप िकया गया 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग ग म

िविनिदर रा यrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत 4 सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा अतः थािपत (परव नही हआ ह)

भारत का सिवधान

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269 सघ दवारा उदगहीत और सगहीत िकत रा य को स प जान वाल करndash1[(1) 2[अन छद 269क म यथा उपबिधत क िसवाय] माल क करय] या िवकरय पर कर और माल क परषण पर कर भारत सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत िकए जाएग िक त खड (2) म उपबिधत रीित स रा य को 1 अपरल 1996 को या उसक प ात स प िदए जाएग या स प िदए गए समझ जाएग

प ीकरण ndash इस खड क परयोजन क िलए ndash (क) ldquoमाल क करय या िवकरय पर करrdquo पद स समाचारपतर स िभ न माल

क करय या िवकरय पर उस दशा म कर अिभपरत ह िजसम ऐसा करय या िवकरय अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह

(ख) ldquoमाल क परषण पर करrdquo पद स माल क परषण पर (चाह परषण उसक करन वाल यिकत को या िकसी अ य यिकत को िकया गया हो) उस दशा म कर अिभपरत ह िजसम ऐसा परषण अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह (2) िकसी िव ीय वषर म िकसी ऐस कर क शदध आगम वहा तक क िसवाय जहा

तक व आगम सघ रा यकषतर स परा हए आगम मान जा सकत ह भारत की सिचत िनिध क भाग नही ह ग िकत उन रा य को स प िदए जाएग िजनक भीतर वह कर उस वषर म उ गरहणीय ह और िवतरण क ऐस िसदधात क अनसार जो सस िविध दवारा बनाए उन रा य क बीच िवतिरत िकए जाएग ]

3[(3) सस यह अवधािरत करन क िलए िक 4[माल का करय या िवकरय या परषण] कब अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह िविध दवारा िसदधात बना सकगी ]

5[269क अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म माल और सवा कर का उ गरहण और सगरहण--(1) अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म परदाय पर माल और सवा कर भारत सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत िकया जाएगा तथा ऐसा कर उस रीित म जो सस दवारा िविध दवारा माल और सवा कर पिरष की िसफािरश पर उपबिधत की जाए सघ और रा य क बीच परभािजत िकया जाएगा

1 सिवधान (अठारहवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 2 खड (1) और खड (2) क थान पर (9-6-2000 स)

परित थािपत 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 8 दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत 3 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा (11-9-1956 स) अतः थािपत 4 सिवधान (िछयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1982 की धारा 2 दवारा (2-2-1983 स) ldquoमाल का करय या िवकरयrdquo

श द क थान पर परित थािपत 5 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 9 दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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प ीकरण--इस खड क परयोजन क िलए भारत क रा यकषतर म आयात क अनकरम म माल क या सवाओ क या दोन क परदाय को अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म माल का या सवाओ का या दोन का परदाय समझा जाएगा

(2) खड (1) क अधीन िकसी रा य को परभािजत रकम भारत की सिचत िनिध का भाग नही होगी

(3) जहा खड (1) क अधीन उदगहीत कर क प म सगहीत रकम का उपयोग अन छद 246क क अधीन िकसी रा य दवारा उदगहीत कर का सदाय करन क िलए िकया गया ह वहा ऐसी रकम भारत की सिचत िनिध का भाग नही होगी

(4) जहा अन छद 246क क अधीन िकसी रा य दवारा उदगहीत कर क प म सगहीत रकम का उपयोग खड (1) क अधीन उदगहीत कर का सदाय करन क िलए िकया गया ह वहा ऐसी रकम रा य की सिचत िनिध का भाग नही होगी

(5) सस िविध दवारा परदाय क थान का और इस बात का िक माल का या सवाओ का अथवा दोन का परदाय अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म कब होता ह अवधारण करन सबधी िसदधात बना सकगी ]

1[270 उदगहीत कर और उनका सघ तथा रा य क बीच िवतरणndash(1) करमशः 2[अन छद 268 अन छद 269 और अन छद 269क] म िनिदर श क और कर क िसवाय सघ सची म िनिदर सभी कर और श क अन छद 271 म िनिदर कर और श क पर अिधभार और सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क अधीन िविनिदर परयोजन क िलए उदगहीत कोई उपकर भारत सरकार दवारा उदगहीत और सगहीत िकए जाएग तथा खड (2) म उपबिधत रीित स सघ और रा य क बीच िवतिरत िकए जाएग

3[(1क) अन छद 246क क खड (1) क अधीन सघ दवारा सगहीत कर भी सघ और रा य क बीच खड (2) म उपबिधत रीित म िवतिरत िकया जाएगा

(1ख) अन छद 246क क खड (2) और अन छद 269क क अधीन सघ दवारा उदगहीत और सगहीत ऐसा कर िजसका उपयोग अन छद 246क क खड (1) क अधीन सघ दवारा उदगहीत कर का सदाय करन क िलए िकया गया ह और अन छद 269क क खड (1) क अधीन सघ को परभािजत रकम भी सघ और रा य क बीच खड (2) म उपबिधत रीित म िवतिरत की जाएगी ]

(2) िकसी िव ीय वषर म िकसी ऐस कर या श क क शदध आगम का ऐसा 1 सिवधान (अ सीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 3 दवारा (9-6-2000 स) परित थािपत 2 सिवधान (अटठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 3 दवारा (परव नही हआ और पनः परित थािपत होन पर)

अन छद 268 और अन छद 269 श द क थान पर अन छद 268 अन छद 268क और अन छद 269 परित थािपत िकए जाएग

3 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 10 दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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परितशत जो िविहत िकया जाए भारत की सिचत िनिध का भाग नही होगा िक त उन रा य को स प िदया जाएगा िजनक भीतर वह कर या श क उस वषर म उ गरहणीय ह और ऐसी रीित स और ऐस समय स जो खड (3) म उपबिधत रीित स िविहत िकया जाए उन रा य क बीच िवतिरत िकया जाएगा

(3) इस अन छद म ldquoिविहतrdquo स अिभपरत ह ndash (i) जब तक िव आयोग का गठन नही िकया जाता ह तब तक रा पित

दवारा आदश दवारा िविहत और (ii) िव आयोग का गठन िकए जान क प ात िव आयोग की िसफािरश

पर िवचार करन क प ात रा पित दवारा आदश दवारा िविहत ] 271 कछ श क और कर पर सघ क परयोजन क िलए अिधभार ndash अन छद

269 और अन छद 270 म िकसी बात क होत हए भी सस 1[अन छद 246क क अधीन माल और सवा कर क िसवाय] उन अन छद म िनिदर श क या कर म स िकसी म िकसी भी समय सघ क परयोजन क िलए अिधभार दवारा विदध कर सकगी और िकसी ऐस अिधभार क सपणर आगम भारत की सिचत िनिध क भाग ह ग

272 [कर जो सघ दवारा उदगहीत और सगहीत िकए जात ह तथा जो सघ और रा य क बीच िवतिरत िकए जा सकग ] ndashसिवधान (अ सीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 4 दवारा (9-6-2000 स) लोप िकया गया

273 जट पर और जट उ पाद पर िनयारत श क क थान पर अनदान ndash (1) जट पर और जट उ पाद पर िनयारत श क क पर यक वषर क शदध आगम का कोई भाग असम िबहार 2[ओिड़शा] और पि मी बगाल रा य को स प िदए जान क थान पर उन रा य क राज व म सहायता अनदान क प म पर यक वषर भारत की सिचत िनिध पर ऐसी रािशया भािरत की जाएगी जो िविहत की जाए

(2) जट पर और जट उ पाद पर जब तक भारत सरकार कोई िनयारत श क उदगहीत करती रहती ह तब तक या इस सिवधान क परारभ स दस वषर की समाि तक इन दोन म स जो भी पहल हो इस परकार िविहत रािशया भारत की सिचत िनिध पर भािरत बनी रहगी

(3) इस अन छद म ldquoिविहतrdquo पद का वही अथर ह जो अन छद 270 म ह

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 11 (16-9-2016 स) अतः थािपत 2 उड़ीसा (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2011 (2011 का 15) की धारा 5 दवारा (1-11-2011 स) ldquoउड़ीसाrdquo क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान

157

274 ऐस कराधान पर िजसम रा य िहतबदध ह परभाव डालन वाल िवधयक क िलए रा पित की पवर िसफािरश की अपकषा ndash (1) कोई िवधयक या सशोधन जो ऐसा कर या श क िजसम रा य िहतबदध ह अिधरोिपत करता ह या उसम पिरवतरन करता ह अथवा जो भारतीय आय-कर स सबिधत अिधिनयिमितय क परयोजन क िलए पिरभािषत ldquoकिष-आयrdquo पद क अथर म पिरवतरन करता ह अथवा जो उन िसदधात को परभािवत करता ह िजनस इस अ याय क पवरगामी उपबध म स िकसी उपबध क अधीन रा य को धनरािशया िवतरणीय ह या हो सकगी अथवा जो सघ क परयोजन क िलए कोई ऐसा अिधभार अिधरोिपत करता ह जो इस अ याय क पवरगामी उपबध म विणरत ह सस क िकसी सदन म रा पित की िसफािरश पर ही परः थािपत या पर तािवत िकया जाएगा अ यथा नही

(2) इस अन छद म ldquoऐसा कर या श क िजसम रा य िहतबदध हrdquo पद स ऐसा कोई कर या श क अिभपरत ह ndash

(क) िजसक शदध आगम पणरतः या भागतः िकसी रा य को स प िदए जात ह या

(ख) िजसक शदध आगम क परित िनदश स भारत की सिचत िनिध म स िकसी रा य को रािशया त समय सदय ह 275 कछ रा य को सघ स अनदान ndash (1) ऐसी रािशया िजनका सस िविध

दवारा उपबध कर उन रा य क राज व म सहायता अनदान क प म पर यक वषर भारत की सिचत िनिध पर भािरत ह गी िजन रा य क िवषय म सस यह अवधािरत कर िक उ ह सहायता की आव यकता ह और िभ न-िभ न रा य क िलए िभ न-िभ न रािशया िनयत की जा सकगी

परत िकसी रा य क राज व म सहायता अनदान क प म भारत की सिचत िनिध म स ऐसी पजी और आवतीर रािशया सद की जाएगी जो उस रा य को उन िवकास कीम क खच को परा करन म समथर बनान क िलए आव यक ह िज ह उस रा य म अनसिचत जनजाितय क क याण की अिभविदध करन या उस रा य म अनसिचत कषतर क परशासन तर को उस रा य क शष कषतर क परशासन तर तक उ नत करन क परयोजन क िलए उस रा य दवारा भारत सरकार क अनमोदन स हाथ म िलया जाए

परत यह और िक असम रा य क राज व म सहायता अनदान क प म भारत की सिचत िनिध म स ऐसी पजी और आवतीर रािशया सद की जाएगी ndash

भारत का सिवधान

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(क) जो छठी अनसची क परा 20 स सलगन सारणी क 1[भाग 1] म िविनिदर जनजाित कषतर क परशासन क सबध म इस सिवधान क परारभ स ठीक पवरवतीर दो वषर क दौरान औसत यय राज व स िजतना अिधक ह उसक बराबर ह और

(ख) जो उन िवकास कीम क खच क बराबर ह िज ह उकत कषतर क परशासन तर को उस रा य क शष कषतर क परशासन तर तक उ नत करन क परयोजन क िलए उस रा य दवारा भारत सरकार क अनमोदन स हाथ म िलया जाए 2[(1क) अन छद 244क क अधीन वशासी रा य क बनाए जान की तारीख को

और स ndash (i) खड (1) क दसर परतक क खड (क) क अधीन सदय कोई रािशया

वशासी रा य को उस दशा म सद की जाएगी जब उसम िनिदर सभी जनजाित कषतर उस वशासी रा य म समािव ह और यिद वशासी रा य म उन जनजाित कषतर म स कवल कछ ही समािव ह तो व रािशया असम रा य और वशासी रा य क बीच ऐस परभािजत की जाएगी जो रा पित आदश दवारा िविनिदर कर

(ii) वशासी रा य क राज व म सहायता अनदान क प म भारत की सिचत िनिध म स ऐसी पजी और आवतीर रािशया सद की जाएगी जो उन िवकास कीम क खच क बराबर ह िज ह वशासी रा य क परशासन तर को शष असम रा य क परशासन तर तक उ नत करन क परयोजन क िलए वशासी रा य दवारा भारत सरकार क अनमोदन स हाथ म िलया जाए ] (2) जब तक सस खड (1) क अधीन उपबध नही करती ह तब तक उस खड क

अधीन सस को परद शिकतया रा पित दवारा आदश दवारा परयोकत य ह गी और रा पित दवारा इस खड क अधीन िकया गया कोई आदश सस दवारा इस परकार िकए गए िकसी उपबध क अधीन रहत हए परभावी होगा

परत िव आयोग का गठन िकए जान क प ात रा पित दवारा इस खड क अधीन कोई आदश िव आयोग की िसफािरश पर िवचार करन क प ात ही िकया जाएगा अ यथा नही

276 वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर ndash (1) अन छद 246 म िकसी बात क होत हए भी िकसी रा य क िवधान-मडल की ऐस कर स सबिधत कोई िविध जो उस रा य क या उसम िकसी नगरपािलका िजला बोडर थानीय बोडर या अ य थानीय परािधकारी क फायद क िलए वि य यापार आजीिवकाओ या िनयोजन क सबध म ह इस आधार पर अिविधमा य नही होगी िक वह आय पर कर स सबिधत ह

(2) रा य को या उस रा य म िकसी एक नगरपािलका िजला बोडर थानीय बोडर 1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoभाग कrdquo क थान

पर परित थािपत 2 सिवधान (बाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1969 की धारा 3 दवारा (25-9-1969 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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या अ य थानीय परािधकारी को िकसी एक यिकत क बार म वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर क प म सदय कल रकम 1[दो हजार पाच सौ पए] परित वषर स अिधक नही होगी

2 (3) वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर क सबध म पव कत

प म िविधया बनान की रा य क िवधान-मडल की शिकत का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन स परोदभत या उदभत आय पर कर क सबध म िविधया बनान की सस की शिकत को िकसी परकार सीिमत करती ह

277 यावि ndash ऐस कर श क उपकर या फीस जो इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल िकसी रा य की सरकार दवारा अथवा िकसी नगरपािलका या अ य थानीय परािधकारी या िनकाय दवारा उस रा य नगरपािलका िजला या अ य थानीय कषतर क परयोजन क िलए िविधपवरक उदगहीत की जा रही थी इस बात क होत हए भी िक व कर श क उपकर या फीस सघ सची म विणरत ह तब तक उदगहीत की जाती रहगी और उ ही परयोजन क िलए उपयोिजत की जाती रहगी जब तक सस िविध दवारा इसक परितकल उपबध नही करती ह

278 [कछ िव ीय िवषय क सबध म पहली अनसची क भाग ख क रा य स करार ] ndash सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) िनरिसत

279 ldquoशदध आगमrdquo आिद की गणना ndash (1) इस अ याय क पवरगामी उपबध म ldquoशदध आगमrdquo स िकसी कर या श क क सबध म उसका वह आगम अिभपरत ह जो उसक सगरहण क खच को घटाकर आए और उन उपबध क परयोजन क िलए िकसी कषतर म या उसस परा हए मान जा सकन वाल िकसी कर या श क का अथवा िकसी कर या श क क िकसी भाग का शदध आगम भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक दवारा अिभिनि त और परमािणत िकया जाएगा और उसका परमाणपतर अितम होगा

(2) जसा ऊपर कहा गया ह उसक और इस अ याय क िकसी अ य अिभ यकत उपबध क अधीन रहत हए िकसी ऐसी दशा म िजसम इस भाग क अधीन िकसी श क या कर का आगम िकसी रा य को स प िदया जाता ह या स प िदया जाए सस दवारा बनाई गई िविध या रा पित का कोई आदश उस रीित का िजसस आगम की गणना की जानी ह उस समय का िजसस या िजसम और उस रीित का िजसस कोई सदाय िकए जान ह एक िव ीय वषर और दसर िव ीय वषर म समायोजन करन का और अ य आनषिगक या सहायक िवषय का उपबध कर सकगा

1 सिवधान (साठवा सशोधन) अिधिनयम 1988 की धारा 2 दवारा ldquoदो सौ पचास पएrdquo श द क थान पर (20-

12-1988 स) परित थािपत 2 सिवधान (साठवा सशोधन) अिधिनयम 1988 की धारा 2 दवारा पर तक का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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1[279क माल और सवा कर पिरष ndash(1) रा पित सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 क परारभ की तारीख स साठ िदन क भीतर आदश दवारा माल और सवा कर पिरष क नाम स जञात एक पिरष का गठन करगा

(2) माल और सवा कर पिरष िन निलिखत सद य स िमलकर बनगी अथारत --

(क) सघ का िव मतरी -- अ यकष (ख) सघ का राज व या िव का भारसाधक रा यमतरी -- सद य (ग) पर यक रा य सरकार दवारा नामिनिदर िव या कराधान का भारसाधक

मतरी या कोई अ य मतरी -- सद य (3) खड (2) क उपखड (ग) म िनिदर माल और सवा कर पिरष क सद य

यथाशीघर अपन म स एक सद य को ऐसी अविध क िलए जो व िविनि त कर पिरष का उपा यकष चनग

(4) माल और सवा कर पिरष िन निलिखत क सबध म सघ और रा य को िसफािरश करगी--

(क) सघ रा य और थानीय िनकाय दवारा उदगहीत कर उपकर और अिधभार जो माल और सवा कर म सि मिलत िकए जा सकग

(ख) माल और सवाए जो माल और सवा कर क अ यधीन हो सकगी या िज ह माल और सवा कर स छट परा हो सकगी

(ग) आदशर माल और सवा कर िविधया अन छद 269क क अधीन अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म परदाय माल पर उदगहीत माल और सवा कर क उ गरहण परभाजन क िसदधात तथा व िसदधात जो परदाय क थान को शािसत करत ह

(घ) आवतर की वह अवसीमा िजसक नीच माल और सवाओ को माल और सवा कर स छट परदान की जा सकगी

(ङ) माल और सवा कर क समह क साथ दर िजनक अतगरत यनतम दर भी ह

(च) िकसी पराकितक िवपि या आपदा क दौरान अितिरकत ससाधन जटान क िलए िकसी िविनिदर अविध क िलए कोई िवशष दर या दर

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 12 दवारा (12-9-2016 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(छ) अ णाचल परदश असम ज म-क मीर मिणपर मघालय िमजोरम नागालड िसिककम ितरपरा िहमाचल परदश और उ राखड रा य क सबध म िवशष उपबध और

(ज) माल और सवा कर स सबिधत कोई अ य िवषय जो पिरष दवारा िविनि त िकया जाए (5) माल और सवा कर पिरष उस तारीख की िसफािरश करगी िजसको

अपिर कत पटरोिलयम उ च गित डीजल मोटर ि पिरट (सामा यतया पटरोल क प म जञात) पराकितक गस और िवमानन टरबाइन ईधन पर माल और सवा कर उदगहीत िकया जाए

(6) इस अन छद दवारा परद क य का िनवरहन करत समय माल और सवा कर पिरष माल और सवा कर की सामज यपणर सरचना और माल और सवाओ क िलए स यवि थत रा ीय बाजार क िवकास की आव यकता दवारा मागरदिशरत होगी

(7) माल और सवा कर पिरष की उसकी बठक म गणपितर पिरष क कल सद य क आध सद य स िमलकर होगी

(8) माल और सवा कर पिरष अपन क य क पालन क िलए परिकरया अवधािरत करगी

(9) माल और सवा कर पिरष का पर यक िविन य बठक म उपि थत और मत दन वाल सद य क अिधमानपरा मत क कम स कम तीन-चौथाई क बहमत दवारा िन निलिखत िसदधात क अनसार िकया जाएगा अथारत --

उस बठक म-- (क) क दरीय सरकार क मत को डाल गए कल मत क एक-ितहाई

का अिधमान परा होगा और (ख) सभी रा य सरकार क मत को एक साथ लन पर डाल गए

कल मत क दो-ितहाई का अिधमान परा होगा (10) माल और सवा कर पिरष का कोई भी कायर या कायरवािहया कवल इस

कारण स अिविधमा य नही ह गी िक-- (क) पिरष म कोई िरिकत ह या उसक गठन म कोई तरिट ह या (ख) पिरष क िकसी सद य क प म िकसी यिकत की िनयिकत म कोई

तरिट ह या (ग) पिरष की परिकरया म कोई अिनयिमतता ह जो मामल क गणावगण

को परभािवत नही करती ह (11) माल और सवा कर पिरष --

भारत का सिवधान

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(क) भारत सरकार और एक या अिधक रा य क बीच या (ख) एक ओर भारत सरकार और िकसी रा य या रा य तथा दसरी ओर

एक या अिधक अ य रा य क बीच या (ग) दो या अिधक रा य क बीच

पिरष की िसफािरश या उनक कायार वयन स उदभत िकसी िववाद क यायिनणरयन क िलए एक ततर की थापना करगी ]

280 िव आयोग ndash (1) रा पित इस सिवधान क परारभ स दो वषर क भीतर और त प ात पर यक पाचव वषर की समाि पर या ऐस पवरतर समय पर िजस रा पित आव यक समझता ह आदश दवारा िव आयोग का गठन करगा जो रा पित दवारा िनयकत िकए जान वाल एक अ यकष और चार अ य सद य स िमलकर बनगा

(2) सस िविध दवारा उन अहरताओ का जो आयोग क सद य क प म िनयिकत क िलए अपिकषत ह गी और उस रीित का िजसस उनका चयन िकया जाएगा अवधारण कर सकगी

(3) आयोग का यह कतर य होगा िक वह ndash (क) सघ और रा य क बीच कर क शदध आगम क जो इस अ याय क

अधीन उनम िवभािजत िकए जान ह या िकए जाए िवतरण क बार म और रा य क बीच ऐस आगम क त सबधी भाग क आबटन क बार म

(ख) भारत की सिचत िनिध म स रा य क राज व म सहायता अनदान को शािसत करन वाल िसदधात क बार म

1[(खख) रा य क िव आयोग दवारा की गई िसफािरश क आधार पर रा य म पचायत क ससाधन की अनपितर क िलए िकसी रा य की सिचत िनिध क सवधरन क िलए आव यक अ यपाय क बार म ]

2[(ग) रा य क िव आयोग दवारा की गई िसफािरश क आधार पर रा य म नगरपािलकाओ क ससाधन की अनपितर क िलए िकसी रा य की सिचत िनिध क सवधरन क िलए आव यक अ यपाय क बार म ]

3[(घ)] स ढ़ िव क िहत म रा पित दवारा आयोग को िनिदर िकए गए िकसी अ य िवषय क बार म

रा पित को िसफािरश कर (4) आयोग अपनी परिकरया अवधािरत करगा और अपन क य क पालन म उस

ऐसी शिकतया ह गी जो सस िविध दवारा उस परदान कर 1 सिवधान (ितह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (24-4-1993 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (1-6-1993 स) अतः थािपत 3 सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 3 दवारा (1-6-1993 स) उपखड (ग) को उपखड (घ) क

प म पनःअकषरािकत िकया गया

भारत का सिवधान

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281 िव आयोग की िसफािरश ndash रा पित इस सिवधान क उपबध क अधीन िव आयोग दवारा की गई पर यक िसफािरश को उस पर की गई काररवाई क प ीकारक जञापन सिहत सस क पर यक सदन क समकष रखवाएगा

परकीणर िव ीय उपबध 282 सघ या रा य दवारा अपन राज व स िकए जान वाल यय ndash सघ या रा य

िकसी लोक परयोजन क िलए कोई अनदान इस बात क होत हए भी द सकगा िक वह परयोजन ऐसा नही ह िजसक सबध म यथाि थित सस या उस रा य का िवधान-मडल िविध बना सकता ह

283 सिचत िनिधय आकि मकता िनिधय और लोक लखाओ म जमा धनरािशय की अिभरकषा आिद ndash (1) भारत की सिचत िनिध और भारत की आकि मकता िनिध की अिभरकषा ऐसी िनिधय म धनरािशय क सदाय उनस धनरािशय क िनकाल जान ऐसी िनिधय म जमा धनरािशय स िभ न भारत सरकार दवारा या उसकी ओर स परा लोक धनरािशय की अिभरकषा भारत क लोक लख म उनक सदाय और ऐस लख स धनरािशय क िनकाल जान का तथा पव कत िवषय स सबिधत या उनक आनषिगक अ य सभी िवषय का िविनयमन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िकया जाएगा और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक रा पित दवारा बनाए गए िनयम दवारा िकया जाएगा

(2) रा य की सिचत िनिध और रा य की आकि मकता िनिध की अिभरकषा ऐसी िनिधय म धनरािशय क सदाय उनस धनरािशय क िनकाल जान ऐसी िनिधय म जमा धनरािशय स िभ न रा य की सरकार दवारा या उसकी ओर स परा लोक धनरािशय की अिभरकषा रा य क लोक लख म उनक सदाय और ऐस लख स धनरािशय क िनकाल जान का तथा पव कत िवषय स सबिधत या उनक आनषिगक अ य सभी िवषय का िविनयमन रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध दवारा िकया जाएगा और जब तक इस िनिम इस परकार उपबध नही िकया जाता ह तब तक रा य क रा यपाल 1 दवारा बनाए गए िनयम दवारा िकया जाएगा

284 लोक सवक और यायालय दवारा परा वादकतारओ की जमा रािशय और अ य धनरािशय की अिभरकषा ndash ऐसी सभी धनरािशया जो ndash

(क) यथाि थित भारत सरकार या रा य की सरकार दवारा जटाए गए या परा राज व या लोक धनरािशय स िभ न ह और सघ या िकसी रा य क कायरकलाप क सबध म िनयोिजत िकसी अिधकारी को उसकी उस हिसयत म या

(ख) िकसी वाद िवषय लख या यिकतय क नाम म जमा भारत क रा यकषतर क भीतर िकसी यायालय को

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का (1-

11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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परा होती ह या उसक पास िनिकष की जाती ह यथाि थित भारत क लोक लख म या रा य क लोक लख म जमा की जाएगी

285 सघ की सपि को रा य क कराधान स छट ndash (1) वहा तक क िसवाय जहा तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध कर िकसी रा य दवारा या रा य क भीतर िकसी परािधकारी दवारा अिधरोिपत सभी कर स सघ की सपि को छट होगी

(2) जब तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध न कर तब तक खड (1) की कोई बात िकसी रा य क भीतर िकसी परािधकारी को सघ की िकसी सपि पर कोई ऐसा कर िजसका दािय व इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल ऐसी सपि पर था या माना जाता था उदगहीत करन स तब तक नही रोकगी जब तक वह कर उस रा य म उदगहीत होता रहता ह

286 माल क करय या िवकरय पर कर क अिधरोपण क बार म िनबरधन ndash (1) रा य की कोई िविध 1[माल क या सवाओ क या दोन क परदाय पर जहा ऐसा परदाय]ndash

(क) रा य क बाहर या (ख) भारत क रा यकषतर म 2[माल क या सवाओ क या दोन क आयात

अथवा माल क या सवाओ क या दोन क] बाहर िनयारत क दौरान होता ह वहा कोई कर अिधरोिपत नही करगी या अिधरोिपत करना परािधकत नही करगी

3[ ] 4[(2) सस यह अवधािरत करन क िलए िक 5[माल का या सवाओ का या दोन

का परदाय] खड (1) म विणरत रीितय म स िकसी रीित स कब होता ह िविध दवारा िसदधात बना सकगी

6[(3) ] 287 िवदयत पर कर स छट ndash वहा तक क िसवाय जहा तक सस िविध दवारा

अ यथा उपबध कर िकसी रा य की कोई िविध (िकसी सरकार दवारा या अ य यिकतय दवारा उ पािदत) िवदयत क उपभोग या िवकरय पर िजसका ndash 1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 13 (i) दवारा (16-9-2016 स) माल क करय या

िवकरय पर जहा ऐसा करय या िवकरय श द क थान पर परित थािपत 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 13(ii)(आ) दवारा (16-9-2016 स) माल क आयात

या उसक श द क थान पर परित थािपत 3 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 4 दवारा (11-9-1956 स) खड (1) क प ीकरण का लोप

िकया गया 4 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 4 दवारा (11-9-1956 स) खड (2) और खड (3) क थान पर

परित थािपत 5 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 13(ii) दवारा (16-9-2016 स) माल का करय या

िवकरय श द क थान पर परित थािपत 6 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 13(iii) दवारा (16-9-2016 स) खड (3) का लोप

िकया गया

भारत का सिवधान

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(क) भारत सरकार दवारा उपभोग िकया जाता ह या भारत सरकार दवारा उपभोग िकए जान क िलए उस सरकार को िवकरय िकया जाता ह या

(ख) िकसी रल क िनमारण बनाए रखन या चलान म भारत सरकार या िकसी रल कपनी दवारा जो उस रल को चलाती ह उपभोग िकया जाता ह अथवा िकसी रल क िनमारण बनाए रखन या चलान म उपभोग क िलए उस सरकार या िकसी ऐसी रल कपनी को िवकरय िकया जाता ह

कोई कर अिधरोिपत नही करगी या कर का अिधरोपण परािधकत नही करगी और िवदयत क िवकरय पर कोई कर अिधरोिपत करन या कर का अिधरोपण परािधकत करन वाली कोई ऐसी िविध यह सिनि त करगी िक भारत सरकार दवारा उपभोग िकए जान क िलए उस सरकार को या िकसी रल क िनमारण बनाए रखन या चलान म उपभोग क िलए यथापव कत िकसी रल कपनी को िवकरय की गई िवदयत की कीमत उस कीमत स जो िवदयत का परचर मातरा म उपभोग करन वाल अ य उपभोकताओ स ली जाती ह उतनी कम होगी िजतनी कर की रकम ह

288 जल या िवदयत क सबध म रा य दवारा कराधान स कछ दशाओ म छट ndash (1) वहा तक क िसवाय जहा तक रा पित आदश दवारा अ यथा उपबध कर इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल िकसी रा य की कोई परव िविध िकसी जल या िवदयत क सबध म जो िकसी अतरराि यक नदी या नदी-दन क िविनयमन या िवकास क िलए िकसी िवदयमान िविध दवारा या सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा थािपत िकसी परािधकारी दवारा सिचत उ पािदत उपभकत िवतिरत या िवकरीत की जाती ह कोई कर अिधरोिपत नही करगी या कर का अिधरोपण परािधकत नही करगी

प ीकरण ndash इस खड म ldquoिकसी रा य की कोई परव िविधrdquo पद क अतगरत िकसी रा य की ऐसी िविध होगी जो इस सिवधान क परारभ स पहल पािरत या बनाई गई ह और जो पहल ही िनरिसत नही कर दी गई ह चाह वह या उसक कोई भाग उस समय िब कल या िविश कषतर म परवतरन म न ह

(2) िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवारा खड (1) म विणरत कोई कर अिधरोिपत कर सकगा या ऐस कर का अिधरोपण परािधकत कर सकगा िक त ऐसी िकसी िविध का तब तक कोई परभाव नही होगा जब तक उस रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख जान क प ात उसकी अनमित न िमल गई हो और यिद ऐसी कोई िविध ऐस कर की दर और अ य परसगितय को िकसी परािधकारी दवारा उस िविध क अधीन बनाए जान वाल िनयम या आदश दवारा िनयत िकए जान का उपबध करती ह तो वह िविध ऐस िकसी िनयम या आदश क बनान क िलए रा पित की पवर सहमित अिभपरा िकए जान का उपबध करगी

289 रा य की सपि और आय को सघ क कराधान स छट ndash (1) िकसी रा य की सपि और आय को सघ क कर स छट होगी

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(2) खड (1) की कोई बात सघ को िकसी रा य की सरकार दवारा या उसकी ओर स िकए जान वाल िकसी परकार क यापार या कारबार क सबध म अथवा उसस सबिधत िक ही िकरयाओ क सबध म अथवा ऐस यापार या कारबार क परयोजन क िलए परयकत या अिधभकत िकसी सपि क सबध म अथवा उसक सबध म परोदभत या उदभत िकसी आय क बार म िकसी कर को ऐसी मातरा तक यिद कोई हो िजसका सस िविध दवारा उपबध कर अिधरोिपत करन या कर का अिधरोपण परािधकत करन स नही रोकगी

(3) खड (2) की कोई बात िकसी ऐस यापार या कारबार अथवा यापार या कारबार क िकसी ऐस वगर को लाग नही होगी िजसक बार म सस िविध दवारा घोषणा कर िक वह सरकार क मामली क य का आनषिगक ह

290 कछ यय और पशन क सबध म समायोजन ndash जहा इस सिवधान क उपबध क अधीन िकसी यायालय या आयोग क यय अथवा िकसी यिकत को या उसक सबध म िजसन इस सिवधान क परारभ स पहल भारत म कराउन क अधीन अथवा ऐस परारभ क प ात सघ क या िकसी रा य क कायरकलाप क सबध म सवा की ह सदय पशन भारत की सिचत िनिध या िकसी रा य की सिचत िनिध पर भािरत ह वहा यिद ndash

(क) भारत की सिचत िनिध पर भािरत होन की दशा म वह यायालय या आयोग िकसी रा य की पथक आव यकताओ म स िकसी की पितर करता ह या उस यिकत न िकसी रा य क कायरकलाप क सबध म पणरतः या भागतः सवा की ह या

(ख) िकसी रा य की सिचत िनिध पर भािरत होन की दशा म वह यायालय या आयोग सघ की या अ य रा य की पथक आव यकताओ म स िकसी की पितर करता ह या उस यिकत न सघ या अ य रा य क कायरकलाप क सबध म पणरतः या भागतः सवा की ह

तो यथाि थित उस रा य की सिचत िनिध पर अथवा भारत की सिचत िनिध अथवा अ य रा य की सिचत िनिध पर यय या पशन क सबध म उतना अशदान िजतना करार पाया जाए या करार क अभाव म िजतना भारत क मखय यायमितर दवारा िनयकत म य थ अवधािरत कर भािरत िकया जाएगा और उसका उस िनिध म स सदाय िकया जाएगा

1[290क कछ दव वम िनिधय को वािषरक सदाय ndash पर यक वषर िछयालीस लाख पचास हजार पए की रािश करल रा य की सिचत िनिध पर भािरत की जाएगी और उस िनिध म स ित वाकर दव वम िनिध को सद की जाएगी और पर यक वषर तरह लाख पचास हजार पए की रािश 2[तिमलनाड] रा य की सिचत िनिध पर भािरत की जाएगी और उस िनिध म स 1 नवबर 1956 को उस रा य को ित वाकर-कोचीन रा य स अतिरत रा यकषतर क िहद मिदर और पिवतर थान क अनरकषण क िलए उस रा य म थािपत दव वम िनिध को सद की जाएगी ]

291 [शासक की िनजी थली की रािश ] ndash सिवधान (छ बीसवा सशोधन) 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 19 दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत 2 मदरास रा य (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1968 (1968 का 53) की धारा 4 दवारा (14-1-1969 स) ldquoमदरासrdquo क

थान पर परित थािपत

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अिधिनयम 1971 की धारा 2 दवारा (1-11-1956 स) िनरिसत अ याय 2 ndash उधार लना

292 भारत सरकार दवारा उधार लना ndash सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार भारत की सिचत िनिध की परितभित पर ऐसी सीमाओ क भीतर यिद कोई ह िज ह सस समय-समय पर िविध दवारा िनयत कर उधार लन तक और ऐसी सीमाओ क भीतर यिद कोई ह िज ह इस परकार िनयत िकया जाए पर याभित दन तक ह

293 रा य दवारा उधार लना ndash (1) इस अन छद क उपबध क अधीन रहत हए रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार उस रा य की सिचत िनिध की परितभित पर ऐसी सीमाओ क भीतर यिद कोई ह िज ह ऐस रा य का िवधान-मडल समय-समय पर िविध दवारा िनयत कर भारत क रा यकषतर क भीतर उधार लन तक और ऐसी सीमाओ क भीतर यिद कोई ह िज ह इस परकार िनयत िकया जाए पर याभित दन तक ह

(2) भारत सरकार ऐसी शत क अधीन रहत हए जो सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक अधीन अिधकिथत की जाए िकसी रा य को उधार द सकगी या जहा तक अन छद 292 क अधीन िनयत िक ही सीमाओ का उ लघन नही होता ह वहा तक िकसी ऐस रा य दवारा िलए गए उधार क सबध म पर याभित द सकगी और ऐस उधार दन क परयोजन क िलए अपिकषत रािशया भारत की सिचत िनिध पर भािरत की जाएगी

(3) यिद िकसी ऐस उधार का जो भारत सरकार न या उसकी पवरवतीर सरकार न उस रा य को िदया था अथवा िजसक सबध म भारत सरकार न या उसकी पवरवतीर सरकार न पर याभित दी थी कोई भाग अभी भी बकाया ह तो वह रा य भारत सरकार की सहमित क िबना कोई उधार नही ल सकगा

(4) खड (3) क अधीन सहमित उन शत क अधीन यिद कोई ह दी जा सकगी िज ह भारत सरकार अिधरोिपत करना ठीक समझ

अ याय 3 ndash सपि सिवदाए अिधकार दािय व बा यताए और वाद 294 कछ दशाओ म सपि आि तय अिधकार दािय व और बा यताओ का

उ रािधकार ndash इस सिवधान क परारभ स हीndash (क) जो सपि और आि तया ऐस परारभ स ठीक पहल भारत डोिमिनयन

की सरकार क परयोजन क िलए िहज मज टी म िनिहत थी और जो सपि और आि तया ऐस परारभ स ठीक पहल पर यक रा यपाल वाल परात की सरकार क परयोजन क िलए िहज मज टी म िनिहत थी व सभी इस सिवधान क परारभ स पहल पािक तान डोिमिनयन क या पि मी बगाल पवीर बगाल पि मी पजाब और पवीर पजाब परात क सजन क कारण िकए गए या िकए जान वाल िकसी समायोजन क अधीन रहत हए करमशः सघ और त थानी रा य म िनिहत ह गी और

भारत का सिवधान

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(ख) जो अिधकार दािय व और बा यताए भारत डोिमिनयन की सरकार की और पर यक रा यपाल वाल परात की सरकार की थी चाह व िकसी सिवदा स या अ यथा उदभत हई ह व सभी इस सिवधान क परारभ स पहल पािक तान डोिमिनयन क या पि मी बगाल पवीर बगाल पि मी पजाब और पवीर पजाब परात क सजन क कारण िकए गए या िकए जान वाल िकसी समायोजन क अधीन रहत हए करमशः भारत सरकार और पर यक त थानी रा य की सरकार क अिधकार दािय व और बा यताए ह गी 295 अ य दशाओ म सपि आि तय अिधकार दािय व और बा यताओ का

उ रािधकार ndash (1) इस सिवधान क परारभ स ही ndash (क) जो सपि और आि तया ऐस परारभ स ठीक पहल पहली अनसची क

भाग ख म िविनिदर रा य क त थानी िकसी दशी रा य म िनिहत थी व सभी ऐस करार क अधीन रहत हए जो भारत सरकार इस िनिम उस रा य की सरकार स कर सघ म िनिहत ह गी यिद व परयोजन िजनक िलए ऐस परारभ स ठीक पहल ऐसी सपि और आि तया धािरत थी त प ात सघ सची म परगिणत िकसी िवषय स सबिधत सघ क परयोजन ह और

(ख) जो अिधकार दािय व और बा यताए पहली अनसची क भाग ख म िविनिदर रा य क त थानी िकसी दशी रा य की सरकार की थी चाह व िकसी सिवदा स या अ यथा उदभत हई ह व सभी ऐस करार क अधीन रहत हए जो भारत सरकार इस िनिम उस रा य की सरकार स कर भारत सरकार क अिधकार दािय व और बा यताए ह गी यिद व परयोजन िजनक िलए ऐस परारभ स ठीक पहल ऐस अिधकार अिजरत िकए गए थ अथवा ऐस दािय व या बा यताए उपगत की गई थी त प ात सघ सची म परगिणत िकसी िवषय स सबिधत भारत सरकार क परयोजन ह (2) जसा ऊपर कहा गया ह उसक अधीन रहत हए पहली अनसची क भाग ख

म िविनिदर पर यक रा य की सरकार उन सभी सपि और आि तय तथा उन सभी अिधकार दािय व और बा यताओ क सबध म चाह व िकसी सिवदा स या अ यथा उदभत हई ह जो खड (1) म िनिदर स िभ न ह इस सिवधान क परारभ स ही त थानी दशी रा य की सरकार की उ रािधकारी होगी

296 राजगामी या यपगत या वामीिवहीन होन स परोदभत सपि ndash इसम इसक प ात यथा उपबिधत क अधीन रहत हए भारत क रा यकषतर म कोई सपि जो यिद यह सिवधान परवतरन म नही आया होता तो राजगामी या यपगत होन स या अिधकारवान वामी क अभाव म वामीिवहीन होन स यथाि थित िहज मज टी को या िकसी दशी रा य क शासक को परोदभत हई होती यिद वह सपि िकसी रा य म ि थत ह तो ऐस रा य म और िकसी अ य दशा म सघ म िनिहत होगी

भारत का सिवधान

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परत कोई सपि जो उस तारीख को जब वह इस परकार िहज मज टी को या दशी रा य क शासक को परोदभत हई होती भारत सरकार क या िकसी रा य की सरकार क क ज या िनयतरण म थी तब यिद व परयोजन िजनक िलए वह उस समय परयकत या धािरत थी सघ क थ तो वह सघ म या िकसी रा य क थ तो वह उस रा य म िनिहत होगी

प ीकरण ndash इस अन छद म ldquoशासकrdquo और ldquoदशी रा यrdquo पद क वही अथर ह जो अन छद 363 म ह

1[297 रा यकषतरीय सागर-खड या महादवीपीय मगनतट भिम म ि थत म यवान चीज और अन य आिथरक कषतर क सपि ोत का सघ म िनिहत होना ndash (1) भारत क रा यकषतरीय सागर-खड या महादवीपीय मगनतट भिम या अन य आिथरक कषतर म समदर क नीच की सभी भिम खिनज और अ य म यवान चीज सघ म िनिहत ह गी और सघ क परयोजन क िलए धारण की जाएगी

(2) भारत क अन य आिथरक कषतर क अ य सभी सपि ोत भी सघ म िनिहत ह ग और सघ क परयोजन क िलए धारण िकए जाएग

(3) भारत क रा यकषतरीय सागर-खड महादवीपीय मगनतट भिम अन य आिथरक कषतर और अ य सामिदरक कषतर की सीमाए व ह गी जो सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन समय-समय पर िविनिदर की जाए ]

2[298 यापार करन आिद की शिकत ndash सघ की और पर यक रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार यापार या कारबार करन और िकसी परयोजन क िलए सपि का अजरन धारण और ययन तथा सिवदा करन पर भी होगा

परत ndash (क) जहा तक ऐसा यापार या कारबार या ऐसा परयोजन वह नही ह

िजसक सबध म सस िविध बना सकती ह वहा तक सघ की उकत कायरपािलका शिकत पर यक रा य म उस रा य क िवधान क अधीन होगी और

(ख) जहा तक ऐसा यापार या कारबार या ऐसा परयोजन वह नही ह िजसक सबध म रा य का िवधान-मडल िविध बना सकता ह वहा तक पर यक रा य की उकत कायरपािलका शिकत सस क िवधान क अधीन होगी ]

1 सिवधान (चालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 2 दवारा (27-5-1976 स परित थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 20 दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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299 सिवदाए ndash (1) सघ की या रा य की कायरपािलका शिकत का परयोग करत हए की गई सभी सिवदाए यथाि थित रा पित दवारा या उस रा य क रा यपाल 1 दवारा की गई कही जाएगी और व सभी सिवदाए और सपि सबधी ह तातरण-पतर जो उस शिकत का परयोग करत हए िकए जाए रा पित या रा यपाल 1 की ओर स ऐस यिकतय दवारा और रीित स िन पािदत िकए जाएग िजस वह िनिदर या परािधकत कर

(2) रा पित या िकसी रा य का रा यपाल 2 इस सिवधान क परयोजन क िलए या भारत सरकार क सबध म इसस पवर परव िकसी अिधिनयिमित क परयोजन क िलए की गई या िन पािदत की गई िकसी सिवदा या ह तातरण-पतर क सबध म वयिकतक प स दायी नही होगा या उनम स िकसी की ओर स ऐसी सिवदा या ह तातरण-पतर

करन या िन पािदत करन वाला यिकत उसक सबध म वयिकतक प स दायी नही होगा 300 वाद और कायरवािहया ndash (1) भारत सरकार भारत सघ क नाम स वाद ला

सकगी या उस पर वाद लाया जा सकगा और िकसी रा य की सरकार उस रा य क नाम स वाद ला सकगी या उस पर वाद लाया जा सकगा और ऐस उपबध क अधीन रहत हए जो इस सिवधान दवारा परद शिकतय क आधार पर अिधिनयिमत सस क या ऐस रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम दवारा िकए जाए व अपन-अपन कायरकलाप क सबध म उसी परकार वाद ला सकग या उन पर उसी परकार वाद लाया जा सकगा िजस परकार यिद यह सिवधान अिधिनयिमत नही िकया गया होता तो भारत डोिमिनयन और त थानी परात या त थानी दशी रा य वाद ला सकत थ या उन पर वाद लाया जा सकता था

(2) यिद इस सिवधान क परारभ परndash (क) कोई ऐसी िविधक कायरवािहया लिबत ह िजनम भारत डोिमिनयन एक

पकषकार ह तो उन कायरवािहय म उस डोिमिनयन क थान पर भारत सघ परित थािपत िकया गया समझा जाएगा और

(ख) कोई ऐसी िविधक कायरवािहया लिबत ह िजनम कोई परात या कोई दशी रा य एक पकषकार ह तो उन कायरवािहय म उस परात या दशी रा य क थान पर त थानी रा य परित थािपत िकया गया समझा जाएगा

3[अ याय 4 ndash सपि का अिधकार 300क िविध क परािधकार क िबना यिकतय को सपि स विचत न िकया जाना

ndash िकसी यिकत को उसकी सपि स िविध क परािधकार स ही विचत िकया जाएगा अ यथा नही ]

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

श द का लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 34 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत

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भाग 13 भारत क रा यकषतर क भीतर यापार वािण य और समागम 301 यापार वािण य और समागम की वततरता ndash इस भाग क अ य उपबध

क अधीन रहत हए भारत क रा यकषतर म सवरतर यापार वािण य और समागम अबाध होगा

302 यापार वािण य और समागम पर िनबरधन अिधरोिपत करन की सस की शिकत ndash सस िविध दवारा एक रा य और दसर रा य क बीच या भारत क रा यकषतर क िकसी भाग क भीतर यापार वािण य या समागम की वततरता पर ऐस िनबरधन अिधरोिपत कर सकगी जो लोक िहत म अपिकषत ह

303 यापार और वािण य क सबध म सघ और रा य की िवधायी शिकतय पर िनबरधन ndash (1) अन छद 302 म िकसी बात क होत हए भी सातवी अनसची की सिचय म स िकसी म यापार और वािण य सबधी िकसी परिवि क आधार पर सस को या रा य क िवधान-मडल को कोई ऐसी िविध बनान की शिकत नही होगी जो एक रा य को दसर रा य स अिधमान दती ह या िदया जाना परािधकत करती ह अथवा एक रा य और दसर रा य क बीच कोई िवभद करती ह या िकया जाना परािधकत करती ह

(2) खड (1) की कोई बात सस को कोई ऐसी िविध बनान स नही रोकगी जो कोई ऐसा अिधमान दती ह या िदया जाना परािधकत करती ह अथवा कोई ऐसा िवभद करती ह या िकया जाना परािधकत करती ह यिद ऐसी िविध दवारा यह घोिषत िकया जाता ह िक भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म माल की कमी स उ प न िकसी ि थित स िनपटन क परयोजन क िलए ऐसा करना आव यक ह

304 रा य क बीच यापार वािण य और समागम पर िनबरधन ndash अन छद 301 या अन छद 303 म िकसी बात क होत हए भी िकसी रा य का िवधान-मडल िविध दवाराndash

(क) अ य रा य 1[या सघ रा यकषतर ] स आयात िकए गए माल पर कोई ऐसा कर अिधरोिपत कर सकगा जो उस रा य म िविनिमरत या उ पािदत वस ही माल पर लगता ह िक त इस परकार िक उसस इस तरह आयात िकए गए माल और ऐस िविनिमरत या उ पािदत माल क बीच कोई िवभद न हो या

(ख) उस रा य क साथ या उसक भीतर यापार वािण य और समागम की वततरता पर ऐस यिकतयकत िनबरधन अिधरोिपत कर सकगा जो लोक िहत म अपिकषत ह

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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परत खड (ख) क परयोजन क िलए कोई िवधयक या सशोधन रा पित की पवर मजरी क िबना िकसी रा य क िवधान-मडल म परः थािपत या पर तािवत नही िकया जाएगा

1[305 िवदयमान िविधय और रा य क एकािधकार का उपबध करन वाली िविधय की यावि ndash वहा तक क िसवाय जहा तक रा पित आदश दवारा अ यथा िनदश द अन छद 301 और अन छद 303 की कोई बात िकसी िवदयमान िविध क उपबध पर कोई परभाव नही डालगी और अन छद 301 की कोई बात सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 क परारभ स पहल बनाई गई िकसी िविध क परवतरन पर वहा तक कोई परभाव नही डालगी जहा तक वह िविध िकसी ऐस िवषय स सबिधत ह जो अन छद 19 क खड (6) क उपखड (ii) म िनिदर ह या वह िविध ऐस िकसी िवषय क सबध म जो अन छद 19 क खड (6) क उपखड (ii) म िनिदर ह िविध बनान स सस या िकसी रा य क िवधान-मडल को नही रोकगी ]

306 [पहली अनसची क भाग ख क कछ रा य की यापार और वािण य पर िनबरधन क अिधरोपण की शिकत ] ndash सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा िनरिसत

307 अन छद 301 स अन छद 304 क परयोजन को कायारि वत करन क िलए परािधकारी की िनयिकत ndash सस िविध दवारा ऐस परािधकारी की िनयिकत कर सकगी जो वह अन छद 301 अन छद 302 अन छद 303 और अन छद 304 क परयोजन को कायारि वत करन क िलए समिचत समझ और इस परकार िनयकत परािधकारी को ऐसी शिकतया परदान कर सकगी और ऐस कतर य स प सकगी जो वह आव यक समझ

1 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 4 दवारा (27-4-1955 स) परित थािपत

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भाग 14 सघ और रा य क अधीन सवाए

अ याय 1 ndash सवाए 308 िनवरचन ndash इस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो

ldquoरा यrdquo पद 1[क अतगरत ज म-क मीर रा य नही ह ] 309 सघ या रा य की सवा करन वाल यिकतय की भतीर और सवा की शत ndash

इस सिवधान क उपबध क अधीन रहत हए समिचत िवधान-मडल क अिधिनयम सघ या िकसी रा य क कायरकलाप स सबिधत लोक सवाओ और पद क िलए भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन कर सकग

परत जब तक इस अन छद क अधीन समिचत िवधान-मडल क अिधिनयम दवारा या उसक अधीन इस िनिम उपबध नही िकया जाता ह तब तक यथाि थित सघ क कायरकलाप स सबिधत सवाओ और पद की दशा म रा पित या ऐसा यिकत िजस वह िनिद कर और रा य क कायरकलाप स सबिधत सवाओ और पद की दशा म रा य का रा यपाल 2 या ऐसा यिकत िजस वह िनिद कर ऐसी सवाओ और पद क िलए भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन करन वाल िनयम बनान क िलए सकषम होगा और इस परकार बनाए गए िनयम िकसी ऐस अिधिनयम क उपबध क अधीन रहत हए परभावी ह ग

310 सघ या रा य की सवा करन वाल यिकतय की पदाविध ndash (1) इस सिवधान दवारा अिभ यकत प स यथा उपबिधत क िसवाय पर यक यिकत जो रकषा सवा का या सघ की िसिवल सवा का या अिखल भारतीय सवा का सद य ह अथवा रकषा स सबिधत कोई पद या सघ क अधीन कोई िसिवल पद धारण करता ह रा पित क परसादपयरत पद धारण करता ह और पर यक यिकत जो िकसी रा य की िसिवल सवा का सद य ह या रा य क अधीन कोई िसिवल पद धारण करता ह उस रा य क रा यपाल 3 क परसादपयरत पद धारण करता ह

(2) इस बात क होत हए भी िक सघ या िकसी रा य क अधीन िसिवल पद धारण करन वाला यिकत यथाि थित रा पित या रा य क रा यपाल 2 क परसादपयरत पद धारण करता ह कोई सिवदा िजसक अधीन कोई यिकत जो रकषा सवा का या अिखल भारतीय सवा का या सघ या रा य की िसिवल सवा का सद य नही ह ऐस िकसी पद को धारण करन क िलए इस सिवधान क अधीन िनयकत िकया जाता ह उस दशा म िजसम यथाि थित रा पित या रा यपाल 4 िवशष अहरताओ वाल िकसी यिकत की सवाए परा 1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपरथम अनसची क भाग क या भाग

ख म िविनिदर रा य अिभपरत हrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का लोप िकया

गया 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoयथाि थित उस रा य क रा यपाल

या राजपरमखrdquo क थान पर उपरोकत प म रखा गया 4 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का लोप िकया

गया

भारत का सिवधान

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करन क िलए आव यक समझता ह यह उपबध कर सकगी िक यिद करार की गई अविध की समाि स पहल वह पद समा कर िदया जाता ह या ऐस कारण स जो उसक िकसी अवचार स सबिधत नही ह उसस वह पद िरकत करन की अपकषा की जाती ह तो उस परितकर िदया जाएगा

311 सघ या रा य क अधीन िसिवल हिसयत म िनयोिजत यिकतय का पद यत िकया जाना पद स हटाया जाना या पिकत म अवनत िकया जाना ndash (1) िकसी यिकत को जो सघ की िसिवल सवा का या अिखल भारतीय सवा का या रा य की िसिवल सवा का सद य ह अथवा सघ या रा य क अधीन कोई िसिवल पद धारण करता ह उसकी िनयिकत करन वाल परािधकारी क अधीन थ िकसी परािधकारी दवारा पद यत नही िकया जाएगा या पद स नही हटाया जाएगा

1[(2) यथापव कत िकसी यिकत को ऐसी जाच क प ात ही िजसम उस अपन िव दध आरोप की सचना द दी गई ह और उन आरोप क सबध म 2 सनवाई का यिकतयकत अवसर द िदया गया ह पद यत िकया जाएगा या पद स हटाया जाएगा या पिकत म अवनत िकया जाएगा अ यथा नही

3[परत जहा ऐसी जाच क प ात उस पर ऐसी कोई शाि त अिधरोिपत करन की पर थापना ह वहा ऐसी शाि त ऐसी जाच क दौरान िदए गए सा य क आधार पर अिधरोिपत की जा सकगी और ऐस यिकत को पर थािपत शाि त क िवषय म अ यावदन करन का अवसर दना आव यक नही होगा

परत यह और िक यह खड वहा लाग नही होगा ndash] (क) जहा िकसी यिकत को ऐस आचरण क आधार पर पद यत िकया

जाता ह या पद स हटाया जाता ह या पिकत म अवनत िकया जाता ह िजसक िलए आपरािधक आरोप पर उस िसदधदोष ठहराया गया ह या

(ख) जहा िकसी यिकत को पद यत करन या पद स हटान या पिकत म अवनत करन क िलए सशकत परािधकारी का यह समाधान हो जाता ह िक िकसी कारण स जो उस परािधकारी दवारा लखबदध िकया जाएगा यह यिकतयकत प स सा य नही ह िक ऐसी जाच की जाए या

(ग) जहा यथाि थित रा पित या रा यपाल का यह समाधान हो जाता ह िक रा य की सरकषा क िहत म यह समीचीन नही ह िक ऐसी जाच की जाए (3) यिद यथापव कत िकसी यिकत क सबध म यह पर उठता ह िक खड (2) म

िनिदर जाच करना यिकतयकत प स सा य ह या नही तो उस यिकत को पद यत करन या पद स हटान या पिकत म अवनत करन क िलए सशकत परािधकारी का उस पर िविन य अितम होगा ]

1 सिवधान (प दरहवा सशोधऩ) अिधिनयम 1963 की धारा 10 दवारा खड (2) और खड (3) क थान पर परित थािपत

2 सिवधान (बयालीसवा सशोधऩ) अिधिनयम 1976 की धारा 44 दवारा (3-1-1977 स) कछ श द का लोप िकया

गया 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 44 दवारा (3-1-1977 स) कछ श द क थान पर

परित थािपत

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312 अिखल भारतीय सवाए ndash (1) 1[भाग 6 क अ याय 6 या भाग 11] म िकसी बात क होत हए भी यिद रा य सभा न उपि थत और मत दन वाल सद य म स कम स कम दो-ितहाई सद य दवारा समिथरत सक प दवारा यह घोिषत िकया ह िक रा ीय िहत म ऐसा करना आव यक या समीचीन ह तो सस िविध दवारा सघ और रा य क िलए सि मिलत एक या अिधक अिखल भारतीय सवाओ क 2[(िजनक अतगरत अिखल भारतीय याियक सवा ह)] सजन क िलए उपबध कर सकगी और इस अ याय क अ य उपबध क अधीन रहत हए िकसी ऐसी सवा क िलए भतीर का और िनयकत यिकतय की सवा की शत का िविनयमन कर सकगी

(2) इस सिवधान क परारभ पर भारतीय परशासिनक सवा और भारतीय पिलस सवा क नाम स जञात सवाए इस अन छद क अधीन सस दवारा सिजत सवाए समझी जाएगी

2[(3) खड (1) म िनिदर अिखल भारतीय याियक सवा क अतगरत अन छद 236 म पिरभािषत िजला यायाधीश क पद स अवर कोई पद नही होगा

(4) पव कत अिखल भारतीय याियक सवा क सजन क िलए उपबध करन वाली िविध म भाग 6 क अ याय 6 क सशोधन क िलए ऐस उपबध अतिवर हो सकग जो उस िविध क उपबध को कायारि वत करन क िलए आव यक ह और ऐसी कोई िविध अन छद 368 क परयोजन क िलए सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी ]

3[312क कछ सवाओ क अिधकािरय की सवा की शत म पिरवतरन करन या उ ह परितस त करन की सस की शिकत ndash (1) सस िविध दवारा ndash

(क) उन यिकतय की जो सकरटरी आफ टट दवारा या सकरटरी आफ टट इन क िसल दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल भारत म कराउन की िकसी िसिवल सवा म िनयकत िकए गए थ और जो सिवधान (अटठाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 क परारभ पर और उसक प ात भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी सवा या पद पर बन रहत ह पािर िमक छटटी और पशन सबधी सवा की शत तथा अनशासिनक िवषय सबधी अिधकार भिव यलकषी या भतलकषी प स पिरवितरत कर सकगी या परितस त कर सकगी

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 45 दवारा (3-1-1977 स) ldquoभाग 11rdquo क थान पर

परित थािपत 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 45 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (अटठाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 2 दवारा (29-8-1972 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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(ख) उन यिकतय की जो सकरटरी आफ टट दवारा या सकरटरी आफ टट इन क िसल दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल भारत म कराउन की िकसी िसिवल सवा म िनयकत िकए गए थ और जो सिवधान (अटठाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 क परारभ स पहल िकसी समय सवा स िनव हो गए ह या अ यथा सवा म नही रह ह पशन सबधी सवा की शत भिव यलकषी या भतलकषी प स पिरवितरत कर सकगी या परितस त कर सकगी

परत िकसी ऐस यिकत की दशा म जो उ चतम यायालय या िकसी उ च यायालय क मखय यायमितर या अ य यायाधीश भारत क िनयतरक-महालखापरीकषक सघ या िकसी रा य क लोक सवा आयोग क अ यकष या अ य सद य अथवा मखय िनवारचन आयकत का पद धारण कर रहा ह या कर चका ह उपखड (क) या उपखड (ख) की िकसी बात का यह अथर नही लगाया जाएगा िक वह सस को उस यिकत की उकत पद पर िनयिकत क प ात उसकी सवा की शत म वहा तक क िसवाय जहा तक ऐसी सवा की शत उस सकरटरी आफ टट दवारा या सकरटरी आफ टट इन क िसल दवारा भारत म कराउन की िकसी िसिवल सवा म िनयकत िकया गया यिकत होन क कारण लाग ह उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन करन क िलए या उ ह परितस त करन क िलए सशकत करती ह

(2) वहा तक क िसवाय जहा तक सस िविध दवारा इस अन छद क अधीन उपबध कर इस अन छद की कोई बात खड (1) म िनिदर यिकतय की सवा की शत का िविनयमन करन की इस सिवधान क िकसी अ य उपबध क अधीन िकसी िवधान-मडल या अ य परािधकारी की शिकत पर परभाव नही डालगी

(3) उ चतम यायालय को या िकसी अ य यायालय को िन निलिखत िववाद म कोई अिधकािरता नही होगी अथारत ndash

(क) िकसी परसिवदा करार या अ य ऐसी ही िलखत क िजस खड (1) म िनिदर िकसी यिकत न िकया ह या िन पािदत िकया ह िकसी उपबध स या उस पर िकए गए िकसी प ाकन स उ प न कोई िववाद अथवा ऐस यिकत को भारत म कराउन की िकसी िसिवल सवा म उसकी िनयिकत या भारत डोिमिनयन की या उसक िकसी परात की सरकार क अधीन सवा म उसक बन रहन क सबध म भज गए िकसी पतर क आधार पर उ प न कोई िववाद

(ख) मल प म यथा अिधिनयिमत अन छद 314 क अधीन िकसी अिधकार दािय व या बा यता क सबध म कोई िववाद (4) इस अन छद क उपबध मल प म यथा अिधिनयिमत अन छद 314 म या

इस सिवधान क िकसी अ य उपबध म िकसी बात क होत हए भी परभावी ह ग ]

भारत का सिवधान

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313 सकरमणकालीन उपबध ndash जब तक इस सिवधान क अधीन इस िनिम अ य उपबध नही िकया जाता ह तब तक ऐसी सभी िविधया जो इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल परव ह और िकसी ऐसी लोक सवा या िकसी ऐस पद को जो इस सिवधान क परारभ क प ात अिखल भारतीय सवा क अथवा सघ या िकसी रा य क अधीन सवा या पद क प म बना रहता ह लाग ह वहा तक परव बनी रहगी जहा तक व इस सिवधान क उपबध स सगत ह

314 [कछ सवाओ क िवदयमान अिधकािरय क सरकषण क िलए उपबध ] सिवधान (अटठाईसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 3 दवारा (29-8-1972 स) िनरिसत

अ याय 2 ndash लोक सवा आयोग 315 सघ और रा य क िलए लोक सवा आयोग ndash (1) इस अन छद क उपबध

क अधीन रहत हए सघ क िलए एक लोक सवा आयोग और पर यक रा य क िलए एक लोक सवा आयोग होगा

(2) दो या अिधक रा य यह करार कर सकग िक रा य क उस समह क िलए एक ही लोक सवा आयोग होगा और यिद इस आशय का सक प उन रा य म स पर यक रा य क िवधान-मडल क सदन दवारा या जहा दो सदन ह वहा पर यक सदन दवारा पािरत कर िदया जाता ह तो सस उन रा य की आव यकताओ की पितर करन क िलए िविध दवारा सयकत रा य लोक सवा आयोग की (िजस इस अ याय म ldquoसयकत आयोगrdquo कहा गया ह) िनयिकत का उपबध कर सकगी

(3) पव कत परकार की िकसी िविध म ऐस आनषिगक और पािरणािमक उपबध हो सकग जो उस िविध क परयोजन को परभावी करन क िलए आव यक या वाछनीय ह

(4) यिद िकसी रा य का रा यपाल 1 सघ लोक सवा आयोग स ऐसा करन का अनरोध करता ह तो वह रा पित क अनमोदन स उस रा य की सभी या िक ही आव यकताओ की पितर करन क िलए सहमत हो सकगा

(5) इस सिवधान म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो सघ लोक सवा आयोग या िकसी रा य लोक सवा आयोग क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व ऐस आयोग क परित िनदश ह जो पर गत िकसी िविश िवषय क सबध म यथाि थित सघ की या रा य की आव यकताओ की पितर करता ह

316 सद य की िनयिकत और पदाविध ndash (1) लोक सवा आयोग क अ यकष और अ य सद य की िनयिकत यिद वह सघ आयोग या सयकत आयोग ह तो रा पित दवारा और यिद वह रा य आयोग ह तो रा य क रा यपाल 1 दवारा की जाएगी

परत पर यक लोक सवा आयोग क सद य म स यथाशकय िनकटतम आध ऐस

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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यिकत ह ग जो अपनी-अपनी िनयिकत की तारीख पर भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन कम स कम दस वषर तक पद धारण कर चक ह और उकत दस वषर की अविध की सगणना करन म इस सिवधान क परारभ स पहल की ऐसी अविध भी सि मिलत की जाएगी िजसक दौरान िकसी यिकत न भारत म कराउन क अधीन या िकसी दशी रा य की सरकार क अधीन पद धारण िकया ह

1[(1क) यिद आयोग क अ यकष का पद िरकत हो जाता ह या यिद कोई ऐसा अ यकष अनपि थित क कारण या अ य कारण स अपन पद क कतर य का पालन करन म असमथर ह तो यथाि थित जब तक िरकत पद पर खड (1) क अधीन िनयकत कोई यिकत उस पद का कतर य भार गरहण नही कर लता ह या जब तक अ यकष अपन कतर य को िफर स नही सभाल लता ह तब तक आयोग क अ य सद य म स ऐसा एक सद य िजस सघ आयोग या सयकत आयोग की दशा म रा पित और रा य आयोग की दशा म उस रा य का रा यपाल इस परयोजन क िलए िनयकत कर उन कतर य का पालन करगा ]

(2) लोक सवा आयोग का सद य अपन पद गरहण की तारीख स छह वषर की अविध तक या सघ आयोग की दशा म पसठ वषर की आय परा कर लन तक और रा य आयोग या सयकत आयोग की दशा म 2[बासठ वषर] की आय परा कर लन तक इनम स जो भी पहल हो अपना पद धारण करगा

परत ndash (क) लोक सवा आयोग का कोई सद य सघ आयोग या सयकत आयोग की

दशा म रा पित को और रा य आयोग की दशा म रा य क रा यपाल 3 को सबोिधत अपन ह ताकषर सिहत लख दवारा अपना पद याग सकगा

(ख) लोक सवा आयोग क िकसी सद य को अन छद 317 क खड (1) या खड (3) म उपबिधत रीित स उसक पद स हटाया जा सकगा (3) कोई यिकत जो लोक सवा आयोग क सद य क प म पद धारण करता ह

अपनी पदाविध की समाि पर उस पद पर पनिनरयिकत का पातर नही होगा 317 लोक सवा आयोग क िकसी सद य का हटाया जाना और िनलिबत िकया

1 सिवधान (प दरहवा सशोधऩ) अिधिनयम 1963 की धारा 11 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 2 सिवधान (इकतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 2 दवारा ldquoसाठ वषरrdquo क थान पर (7-9-1976 स)

परित थािपत 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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जाना ndash (1) खड (3) क उपबध क अधीन रहत हए लोक सवा आयोग क अ यकष या िकसी अ य सद य को कवल कदाचार क आधार पर िकए गए रा पित क ऐस आदश स उसक पद स हटाया जाएगा जो उ चतम यायालय को रा पित दवारा िनदश िकए जान पर उस यायालय दवारा अन छद 145 क अधीन इस िनिम िविहत परिकरया क अनसार की गई जाच पर यह परितवदन िकए जान क प ात िकया गया ह िक यथाि थित अ यकष या ऐस िकसी सद य को ऐस िकसी आधार पर हटा िदया जाए

(2) आयोग क अ यकष या िकसी अ य सद य को िजसक सबध म खड (1) क अधीन उ चतम यायालय को िनदश िकया गया ह 1 सघ आयोग या सयकत आयोग की दशा म रा पित और रा य आयोग की दशा म रा यपाल उसक पद स तब तक क िलए िनलिबत कर सकगा जब तक रा पित ऐस िनदश पर उ चतम यायालय का परितवदन िमलन पर अपना आदश पािरत नही कर दता ह

(3) खड (1) म िकसी बात क होत हए भी यिद लोक सवा आयोग का यथाि थित अ यकष या कोई अ य सद य ndash

(क) िदवािलया यायिनणीरत िकया जाता ह या (ख) अपनी पदाविध म अपन पद क कतर य क बाहर िकसी सवतन

िनयोजन म लगता ह या (ग) रा पित की राय म मानिसक या शारीिरक शिथ य क कारण अपन

पद पर बन रहन क िलए अयोगय ह तो रा पित अ यकष या ऐस अ य सद य को आदश दवारा पद स हटा सकगा

(4) यिद लोक सवा आयोग का अ यकष या कोई अ य सद य िनगिमत कपनी क सद य क प म और कपनी क अ य सद य क साथ सि मिलत प स अ यथा उस सिवदा या करार स जो भारत सरकार या रा य सरकार क दवारा या िनिम की गई या िकया गया ह िकसी परकार स सपकत या िहतबदध ह या हो जाता ह या उसक लाभ या उसस उदभत िकसी फायद या उपलि ध म भाग लता ह तो वह खड (1) क परयोजन क िलए कदाचार का दोषी समझा जाएगा

318 आयोग क सद य और कमरचािरवद की सवा की शत क बार म िविनयम बनान की शिकत ndash सघ आयोग या सयकत आयोग की दशा म रा पित और रा य आयोग की दशा म उस रा य का रा यपाल 1 िविनयम दवारा ndash

(क) आयोग क सद य की सखया और उनकी सवा की शत का अवधारण

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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कर सकगा और (ख) आयोग क कमरचािरवद क सद य की सखया और उनकी सवा की

शत क सबध म उपबध कर सकगा परत लोक सवा आयोग क सद य की सवा की शत म उसकी िनयिकत क प ात

उसक िलए अलाभकारी पिरवतरन नही िकया जाएगा 319 आयोग क सद य दवारा ऐस सद य न रहन पर पद धारण करन क सबध

म परितषध ndash पद पर न रह जान पर ndash (क) सघ लोक सवा आयोग का अ यकष भारत सरकार या िकसी रा य की

सरकार क अधीन िकसी भी और िनयोजन का पातर नही होगा (ख) िकसी रा य लोक सवा आयोग का अ यकष सघ लोक सवा आयोग क

अ यकष या अ य सद य क प म अथवा िकसी अ य रा य लोक सवा आयोग क अ यकष क प म िनयकत होन का पातर होगा िक त भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी अ य िनयोजन का पातर नही होगा

(ग) सघ लोक सवा आयोग क अ यकष स िभ न कोई अ य सद य सघ लोक सवा आयोग क अ यकष क प म या िकसी रा य लोक सवा आयोग क अ यकष क प म िनयकत होन का पातर होगा िक त भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी अ य िनयोजन का पातर नही होगा

(घ) िकसी रा य लोक सवा आयोग क अ यकष स िभ न कोई अ य सद य सघ लोक सवा आयोग क अ यकष या िकसी अ य सद य क प म अथवा उसी या िकसी अ य रा य लोक सवा आयोग क अ यकष क प म िनयकत होन का पातर होगा िक त भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन िकसी अ य िनयोजन का पातर नही होगा 320 लोक सवा आयोग क क य ndash (1) सघ और रा य लोक सवा आयोग का

यह कतर य होगा िक व करमशः सघ की सवाओ और रा य की सवाओ म िनयिकतय क िलए परीकषाओ का सचालन कर

(2) यिद सघ लोक सवा आयोग स कोई दो या अिधक रा य ऐसा करन का अनरोध करत ह तो उसका यह भी कतर य होगा िक वह ऐसी िक ही सवाओ क िलए िजनक िलए िवशष अहरताओ वाल अ यथीर अपिकषत ह सयकत भतीर की कीम बनान और उनका परवतरन करन म उन रा य की सहायता कर

(3) यथाि थित सघ लोक सवा आयोग या रा य लोक सवा आयोग स ndash (क) िसिवल सवाओ म और िसिवल पद क िलए भतीर की पदधितय स

भारत का सिवधान

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सबिधत सभी िवषय पर (ख) िसिवल सवाओ और पद पर िनयिकत करन म तथा एक सवा स

दसरी सवा म परो नित और अतरण करन म अनसरण िकए जान वाल िसदधात पर और ऐसी िनयिकत परो नित या अतरण क िलए अ यिथरय की उपयकतता पर

(ग) ऐस यिकत पर जो भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार की िसिवल हिसयत म सवा कर रहा ह परभाव डालन वाल सभी अनशासिनक िवषय पर िजनक अतगरत ऐस िवषय स सबिधत अ यावदन या यािचकाए ह

(घ) ऐस यिकत दवारा या उसक सबध म जो भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार क अधीन या भारत म कराउन क अधीन या िकसी दशी रा य की सरकार क अधीन िसिवल हिसयत म सवा कर रहा ह या कर चका ह इस दाव पर िक अपन कतर य क िन पादन म िकए गए या िकए जान क िलए ता पियरत काय क सबध म उसक िव दध सि थत िविधक कायरवािहय की परितरकषा म उसक दवारा उपगत खचर का यथाि थित भारत की सिचत िनिध म स या रा य की सिचत िनिध म स सदाय िकया जाना चािहए

(ङ) भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार या भारत म कराउन क अधीन या िकसी दशी रा य की सरकार क अधीन िसिवल हिसयत म सवा करत समय िकसी यिकत को हई कषितय क बार म पशन अिधिनणीरत िकए जान क िलए िकसी दाव पर और ऐस अिधिनणरय की रकम िवषयक पर पर

परामशर िकया जाएगा और इस परकार उस िनदिशत िकए गए िकसी िवषय पर तथा ऐस िकसी अ य िवषय पर िजस यथाि थित रा पित या उस रा य का रा यपाल 1 उस िनदिशत कर परामशर दन का लोक सवा आयोग का कतर य होगा

परत अिखल भारतीय सवाओ क सबध म तथा सघ क कायरकलाप स सबिधत अ य सवाओ और पद क सबध म भी रा पित तथा रा य क कायरकलाप स सबिधत अ य सवाओ और पद क सबध म रा यपाल 2 उन िवषय को िविनिदर करन वाल िविनयम बना सकगा िजनम साधारणतया या िकसी िविश वगर क मामल म या िक ही िविश पिरि थितय म लोक सवा आयोग स परामशर िकया जाना आव यक नही होगा

(4) खड (3) की िकसी बात स यह अपकषा नही होगी िक लोक सवा आयोग स उस रीित क सबध म िजसस अन छद 16 क खड (4) म िनिदर कोई उपबध िकया जाना ह या उस रीित क सबध म िजसस अन छद 335 क उपबध को परभावी िकया जाना ह परामशर िकया जाए

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoयथाि थित रा यपाल या

राजपरमखrdquo श द क थान पर उपरोकत प स रखा गया

भारत का सिवधान

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(5) रा पित या िकसी रा य क रा यपाल 1 दवारा खड (3) क परतक क अधीन बनाए गए सभी िविनयम बनाए जान क प ात यथाशीघर यथाि थित सस क पर यक सदन या रा य क िवधान-मडल क सदन या पर यक सदन क समकष कम स कम चौदह िदन क िलए रख जाएग और िनरसन या सशोधन दवारा िकए गए ऐस उपातरण क अधीन ह ग जो सस क दोन सदन या उस रा य क िवधान-मडल का सदन या दोन सदन उस सतर म कर िजसम व इस परकार रख गए ह

321 लोक सवा आयोग क क य का िव तार करन की शिकत ndash यथाि थित सस दवारा या िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाया गया कोई अिधिनयम सघ लोक सवा आयोग या रा य लोक सवा आयोग दवारा सघ की या रा य की सवाओ क सबध म और िकसी थानीय परािधकारी या िविध दवारा गिठत अ य िनगिमत िनकाय या िकसी लोक स था की सवाओ क सबध म भी अितिरकत क य क परयोग क िलए उपबध कर सकगा

322 लोक सवा आयोग क यय ndash सघ या रा य लोक सवा आयोग क यय िजनक अतगरत आयोग क सद य या कमरचािरवद को या उनक सबध म सदय कोई वतन भ और पशन ह यथाि थित भारत की सिचत िनिध या रा य की सिचत िनिध पर भािरत ह ग

323 लोक सवा आयोग क परितवदन ndash (1) सघ आयोग का यह कतर य होगा िक वह रा पित को आयोग दवारा िकए गए कायर क बार म परितवषर परितवदन द और रा पित ऐसा परितवदन परा होन पर उन मामल क सबध म यिद कोई ह िजनम आयोग की सलाह वीकार नही की गई थी ऐसी अ वीकित क कारण को प करन वाल जञापन सिहत उस परितवदन की परित सस क पर यक सदन क समकष रखवाएगा

(2) रा य आयोग का यह कतर य होगा िक वह रा य क रा यपाल 1 को आयोग दवारा िकए गए कायर क बार म परितवषर परितवदन द और सयकत आयोग का यह कतर य होगा िक ऐस रा य म स पर यक क िजनकी आव यकताओ की पितर सयकत आयोग दवारा की जाती ह रा यपाल 1 को उस रा य क सबध म आयोग दवारा िकए गए कायर क बार म परितवषर परितवदन द और दोन म स पर यक दशा म ऐसा परितवदन परा होन पर रा यपाल 2 उन मामल क सबध म यिद कोई ह िजनम आयोग की सलाह वीकार नही की गई थी ऐसी अ वीकित क कारण को प करन वाल जञापन सिहत उस परितवदन की परित रा य क िवधान-मडल क समकष रखवाएगा

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का

(1-11-1956 स) लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoयथाि थित रा यपाल या या

राजपरमखrdquo श द क थान पर उपरोकत प स रखा गया

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भाग 15 निरााचि

324 निरााचिो क अधीकषण निदशि और नियतरण का निरााचि आयोग म निहित िोिा--(1) इस सवरधाि क अधीि ससद और परतयक राजय क वरधाि-मडल क ललए कराए जाि राल सभी निरााचिो क ललए तथा राषटरपनत और उपराषटरपनत क पदो क ललए निरााचिो क ललए निरााचक-िामारली तयार कराि का और उि सभी निरााचिो क सचालि का अधीकषण निदशि और नियतरण 1 एक आयोग म निहित िोगा (जजस इस सवरधाि म निरााचि आयोग किा गया ि)

(2) निरााचि आयोग मखय निरााचि आयकत और उति अनय निरााचि आयकतो स यहद कोई िो जजति राषटरपनत समय-समय पर नियत कर लमलकर बिगा तथा मखय निरााचि आयकत और अनय निरााचि आयकतो की नियकतकत ससद दवारा इस निलमतत बिाई गई वरधध क उपबधो क अधीि रित िए राषटरपनत दवारा की जाएगी

(3) जब कोई अनय निरााचि आयकत इस परकार नियकत ककया जाता ि तब मखय निरााचि आयकत निरााचि आयोग क अधयकष क रप म काया करगा

(4) लोक सभा क और परतयक राजय की वरधाि सभा क परतयक साधारण निरााचि स पिल तथा वरधाि पररषद राल परतयक राजय की वरधाि पररषद क ललए परथम साधारण निरााचि स पिल और उसक पशचात परतयक हदवरावषाक निरााचि स पिल राषटरपनत निरााचि आयोग स परामशा करि क पशचात खड (1) दवारा निरााचि आयोग को सौप गए कतयो क पालि म आयोग की सिायता क ललए उति परादलशक आयकतो की भी नियकतकत कर सकगा जजति रि आरशयक समझ

(5) ससद दवारा बिाई गई ककसी वरधध क उपबधो क अधीि रित िए निरााचि आयकतो और परादलशक आयकतो की सरा की शत और पदारधध ऐसी िोगी जो राषटरपनत नियम दवारा अरधाररत कर

परनत मखय निरााचि आयकत को उसक पद स उसी रीनत स और उनिी आधारो पर िी िटाया जाएगा जजस रीनत स और जजि आधारो पर उचचतम नयायालय क नयायाधीश को िटाया जाता ि अनयथा ििी और मखय निरााचि आयकत की सरा की शतो म उसकी नियकतकत क पशचात उसक ललए अलाभकारी परररताि ििी ककया जाएगा

1 सवरधाि (उनिीसरा सशोधि) अधधनियम 1966 की धारा 2 दवारा ldquoजजसक अतगात ससद क और राजय क वरधाि-

मडलो क निरााचिो स उदभत या ससकत सदिो और वरराद क निणाय क ललए निरााचि नयायाधधकरण की नियकतकत भी िrdquo शबदो का (11-12-1966 स) लोप ककया गया

भारत का सवरधाि

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परनत यि और कक ककसी अनय निरााचि आयकत या परादलशक आयकत को मखय निरााचि आयकत की लसफाररश पर िी पद स िटाया जाएगा अनयथा ििी

(6) जब निरााचि आयोग ऐसा अिरोध कर तब राषटरपनत या ककसी राजय का राजयपाल 1 निरााचि आयोग या परादलशक आयकत को उति कमाचारररनद उपलबध कराएगा जजति खड (1) दवारा निरााचि आयोग को सौप गए कतयो क निरािि क ललए आरशयक िो

325 धमा मलरश जानत या ललग क आधार पर ककसी वयकतकत का निरााचक-िामारली म सजममललत ककए जाि क ललए अपातर ि िोिा और उसक दवारा ककसी वरशष निरााचक-िामारली म सजममललत ककए जाि का दारा ि ककया जािाndashससद क परतयक सदि या ककसी राजय क वरधाि-मडल क सदि या परतयक सदि क ललए निरााचि क ललए परतयक परादलशक निरााचि-कषतर क ललए एक साधारण निरााचक-िामारली िोगी और करल धमा मलरश जानत ललग या इिम स ककसी क आधार पर कोई वयकतकत ऐसी ककसी िामारली म सजममललत ककए जाि क ललए अपातर ििी िोगा या ऐस ककसी निरााचि-कषतर क ललए ककसी वरशष निरााचक-िामारली म सजममललत ककए जाि का दारा ििी करगा

326 लोक सभा और राजयो की वरधाि सभाओ क ललए निरााचिो का रयसक मताधधकार क आधार पर िोिाndashलोक सभा और परतयक राजय की वरधाि सभा क ललए निरााचि रयसक मताधधकार क आधार पर िोग अथाात परतयक वयकतकत जो भारत का िागररक ि और ऐसी तारीख को जो समधचत वरधाि-मडल दवारा बिाई गई ककसी वरधध दवारा या उसक अधीि इस निलमतत नियत की जाए कम स कम 2[अठारि रषा] की आय का ि और इस सवरधाि या समधचत वरधाि-मडल दवारा बिाई गई ककसी वरधध क अधीि अनिरास धचततवरकनत अपराध या भरषट या अरध आचरण क आधार पर अनयथा निरहिात ििी कर हदया जाता ि ऐस ककसी निरााचि म मतदाता क रप म रजजसरीकत िोि का िकदार िोगा

327 वरधाि-मडलो क ललए निरााचिो क सबध म उपबध करि की ससद की शकतकतndash इस सवरधाि क उपबधो क अधीि रित िए ससद समय-समय पर वरधध दवारा ससद क परतयक सदि या ककसी राजय क वरधाि-मडल क सदि या परतयक सदि क ललए निरााचिो स सबधधत या ससकत सभी वरषयो क सबध म जजिक अतगात निरााचक-िामारली तयार करािा निरााचि-कषतरो का पररसीमि और ऐस सदि या सदिो का समयक गठि सनिजशचत करि क ललए अनय सभी आरशयक वरषय ि उपबध कर सकगी

1 सवरधाि (सातरा सशोधि) अधधनियम 1956 की धारा 29 और अिसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का लोप ककया गया 2 सवरधाि (इकसठरा सशोधि) अधधनियम 1988 की धारा 2 दवारा ldquoइककीस रषाrdquo क सथाि पर (28-3-1989 स)

परनतसथावपत

भारत का सवरधाि

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328 ककसी राजय क वरधाि-मडल क ललए निरााचिो क सबध म उपबध करि की उस वरधाि-मडल की शकतकतndashइस सवरधाि क उपबधो क अधीि रित िए और जिा तक ससद इस निलमतत उपबध ििी करती ि रिा तक ककसी राजय का वरधाि-मडल समय-समय पर वरधध दवारा उस राजय क वरधाि-मडल क सदि या परतयक सदि क ललए निरााचिो स सबधधत या ससकत सभी वरषयो क सबध म जजिक अतगात निरााचक-िामारली तयार करािा और ऐस सदि या सदिो का समयक गठि सनिजशचत करि क ललए अनय सभी आरशयक वरषय ि उपबध कर सकगा

329 निरााचि सबधी मामलो म नयायालयो क िसतकषप का रजािndash1[इस सवरधाि म ककसी बात क िोत िए भी 2--]

(क) अिचछद 327 या अिचछद 328 क अधीि बिाई गई या बिाई जाि क ललए तातपनयात ककसी ऐसी वरधध की वरधधमानयता जो निरााचि-कषतरो क पररसीमि या ऐस निरााचि-कषतरो को सथािो क आबटि स सबधधत ि ककसी नयायालय म परशनगत ििी की जाएगी

(ख) ससद क परतयक सदि या ककसी राजय क वरधाि-मडल क सदि या परतयक सदि क ललए कोई निरााचि ऐसी निरााचि अजी पर िी परशनगत ककया जाएगा जो ऐस पराधधकारी को और ऐसी रीनत स परसतत की गई ि जजसका समधचत वरधाि-मडल दवारा बिाई गई वरधध दवारा या उसक अधीि उपबध ककया जाए अनयथा ििी 3329क [परधाि मतरी और अधयकष क मामल म ससद क ललए निरााचिो क बार

म वरशष उपबध ]--सवरधाि (चरालीसरा सशोधि) अधधनियम 1978 की धारा 36 दवारा (20-6-1979 स) निरलसत

1 सवरधाि (उितालीसरा सशोधि) अधधनियम 1975 की धारा 3 दवारा कछ शबदो क सथाि पर (10-8-1975 स)

परनतसथावपत 2 सवरधाि (चरालीसरा सशोधि) अधधनियम 1978 की धारा 35 दवारा (20-6-1979 स) ldquoपरनत अिचछद 329क क

उपबधो क अधीि रित िएrdquo शबदो अको और अकषर का लोप ककया गया 3 सवरधाि (उितालीसरा सशोधि) अधधनियम 1975 की धारा 4 दवारा (10-8-1975 स) अतःसथावपत

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भाग 16 कछ वगो क सबध म ववशष उपबध

330 लोक सभा म अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क ललए सथानो का आरकषणndash(1) लोक सभा म ndash

(क) अनसचित जाततयो क ललए 1[(ख) असम क सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो को छोडकर

अनय अनसचित जनजाततयो क ललए और] (ग) असम क सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो क ललए

सथान आरकषकषत रहग (2) खड (1) क अधीन ककसी राजय 2[या सघ राजयकषतर] म अनसचित जाततयो

या अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत सथानो की सखया का अनपात लोक सभा म उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] को आबटित सथानो की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो यथाजसथतत उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] की अनसचित जाततयो की अथवा उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] की या उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] क भाग की अनसचित जनजाततयो की जजनक सबध म सथान इस परकार आरकषकषत ह जनसखया का अनपात उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] की कल जनसखया स ह

3[(3) खड (2) म ककसी बात क होत हए भी लोक सभा म असम क सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत सथानो की सखया का अनपात उस राजय को आबटित सथानो की कल सखया क उस अनपात स कम नही होगा जो उकत सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो की जनसखया का अनपात उस राजय की कल जनसखया स ह ]

4[सपषटीकरणndashइस अनचछद म और अनचछद 332 म ldquoजनसखयाrdquo पद स ऐसी अततम पवववती जनगणना म अलभतनजित की गई जनसखया अलभपरत ह जजसक ससगत आकड परकालशत हो गए ह

परनत इस सपषटीकरण म अततम पवववती जनगणना क परतत जजसक ससगत आकड परकालशत हो गए ह तनदश का जब तक सन 5[2026] क पिात की गई पहली जनगणना क ससगत आकड परकालशत नही हो जात ह यह अथव लगाया जाएगा कक वह 6[2001] की जनगणना क परतत तनदश ह ]

1 सववधान (इकयावनवा सशोधन) अचधतनयम 1984 की धारा 2 दवारा (16-6-1986 स) उपखड (ख) क सथान पर

परततसथावपत 2 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा (1-11-1956 स) अतःसथावपत 3 सववधान (इकतीसवा सशोधन) अचधतनयम 1973 की धारा 3 दवारा (17-10-1973 स) अतःसथावपत 4 सववधान (बयालीसवा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 47 दवारा (3-1-1977 स) अतःसथावपत 5 सववधान (िौरासीवा सशोधन) अचधतनयम 2001 की धारा 6 दवारा ldquo2000rdquo क सथान पर (21-2-2002 स)

परततसथावपत 6 सववधान (सतासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 5 दवारा ldquo1991rdquo क सथान पर (22-6-2003 स)

परततसथावपत

भारत का सववधान

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331 लोक सभा म आगल-भारतीय समदाय का परतततनचधतवndashअनचछद 81 म ककसी बात क होत हए भी यटद राषटरपतत की यह राय ह कक लोक सभा म आगल-भारतीय समदाय का परतततनचधतव पयावपत नही ह तो वह लोक सभा म उस समदाय क दो स अनचधक सदसय नामतनदलशत कर सकगा

332 राजयो की ववधान सभाओ म अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क ललए सथानो का आरकषणndash(1) 1 परतयक राजय की ववधान सभा म अनसचित जाततयो क ललए और 2[असम क सवशासी जजलो की अनसचित जनजाततयो को छोडकर] अनय अनसचित जनजाततयो क ललए सथान आरकषकषत रहग

(2) असम राजय की ववधान सभा म सवशासी जजलो क ललए भी सथान आरकषकषत रहग

(3) खड (1) क अधीन ककसी राजय की ववधान सभा म अनसचित जाततयो या अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत सथानो की सखया का अनपात उस ववधान सभा म सथानो की कल सखया स यथाशकय वही होगा जो यथाजसथतत उस राजय की अनसचित जाततयो की अथवा उस राजय की या उस राजय क भाग की अनसचित जनजाततयो की जजनक सबध म सथान इस परकार आरकषकषत ह जनसखया का अनपात उस राजय की कल जनसखया स ह

3[(3क) खड (3) म ककसी बात क होत हए भी सन 4[2026] क पिात की गई पहली जनगणना क आधार पर अरणािल परदश मघालय लमजोरम और नागालड राजयो की ववधान सभाओ म सथानो की सखया क अनचछद 170 क अधीन पनःसमायोजन क परभावी होन तक जो सथान ऐस ककसी राजय की ववधान सभा म अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत ककए जाएग वndash

(क) यटद सववधान (सततावनवा सशोधन) अचधतनयम 1987 क परवतत होन की तारीख को ऐस राजय की ववदयमान ववधान सभा म (जजस इस खड म इसक पिात ववदयमान ववधान सभा कहा गया ह) सभी सथान अनसचित जनजाततयो क सदसयो दवारा धाररत ह तो एक सथान को छोडकर सभी सथान होग और

(ख) ककसी अनय दशा म उतन सथान होग जजनकी सखया का अनपात सथानो की कल सखया क उस अनपात स कम नही होगा जो ववदयमान ववधान सभा म अनसचित जनजाततयो क सदसयो की (उकत तारीख को यथाववदयमान) सखया का अनपात ववदयमान ववधान सभा म सथानो की कल सखया स ह ]

1 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसिी क

भाग क या भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो का लोप ककया गया 2 सववधान (इकयावनवा सशोधन) अचधतनयम 1984 की धारा 3 दवारा (16-6-1986 स) परततसथावपत 3 सववधान (सततावनवा सशोधन) अचधतनयम 1987 की धारा 2 दवारा (21-9-1987 स) अतःसथावपत 4 सववधान (िौरासीवा सशोधन) अचधतनयम 2001 की धारा 6 दवारा ldquo2000rdquo क सथान पर (21-2-2002 स)

परततसथावपत

भारत का सववधान

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1[(3ख) खड (3) म ककसी बात क होत हए भी सन 2[2026] क पिात की गई पहली जनगणना क आधार पर तरतरपरा राजय की ववधान सभा म सथानो की सखया क अनचछद 170 क अधीन पनःसमायोजन क परभावी होन तक जो सथान उस ववधान सभा म अनसचित जनजाततयो क ललए आरकषकषत ककए जाएग व उतन सथान होग जजनकी सखया का अनपात सथानो की कल सखया क उस अनपात स कम नही होगा जो ववदयमान ववधान सभा म अनसचित जनजाततयो क सदसयो की सववधान (बहततरवा सशोधन) अचधतनयम 1992 क परवतत होन की तारीख को यथाववदयमान सखया का अनपात उकत तारीख को उस ववधान सभा म सथानो की कल सखया स ह ]

(4) असम राजय की ववधान सभा म ककसी सवशासी जजल क ललए आरकषकषत सथानो की सखया का अनपात उस ववधान सभा म सथानो की कल सखया क उस अनपात स कम नही होगा जो उस जजल की जनसखया का अनपात उस राजय की कल जनसखया स ह

(5) 3 असम क ककसी सवशासी जजल क ललए आरकषकषत सथानो क तनवाविन-कषतरो म उस जजल क बाहर का कोई कषतर समाववषट नही होगा

(6) कोई वयकतकत जो असम राजय क ककसी सवशासी जजल की अनसचित जनजातत का सदसय नही ह उस राजय की ववधान सभा क ललए उस जजल क ककसी तनवाविन-कषतर स तनवावचित होन का पातर नही होगा

4[परत असम राजय की ववधान सभा क तनवाविनो क ललए बोडोलड परादलशक पररषद कषतर जजला म सजममललत तनवाविन-कषतरो म अनसचित जनजाततयो और गर-अनसचित जनजाततयो का परतततनचधतव जो उस परकार अचधसचित ककया गया था और बोडोलड परादलशक कषतर जजला क गठन स पवव ववदयमान था बनाए रखा जाएगा ]

333 राजयो की ववधान सभाओ म आगल-भारतीय समदाय का परतततनचधतवndashअनचछद 170 म ककसी बात क होत हए भी यटद ककसी राजय क राजयपाल 5 की यह राय ह कक उस राजय की ववधान सभा म आगल-भारतीय समदाय का परतततनचधतव आवशयक ह और उसम उसका परतततनचधतव पयावपत नही ह तो वह उस ववधान सभा म 6[उस समदाय का एक सदसय नामतनदलशत कर सकगा]

1 सववधान (बहततरवा सशोधन) अचधतनयम 1992 की धारा 2 दवारा (5-12-1992 स) अतःसथावपत 2 सववधान (िौरासीवा सशोधन) अचधतनयम 2001 की धारा 7 दवारा (21-2-2002 स) ldquo2000rdquo क सथान पर

परततसथावपत 3 पवोततर कषतर (पनगवठन) अचधतनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) कततपय शबदो का

लोप ककया गया 4 सववधान (नबबवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (28-9-2003 स) अतःसथावपत 5 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का लोप ककया गया 6 सववधान (तईसवा सशोधन) अचधतनयम 1969 की धारा 4 दवारा ldquoउस ववधान सभा म उस समदाय क जजतन सदसय

वह समचित समझ नामतनदलशत कर सकगाrdquo क सथान पर (23-1-1970 स) परततसथावपत

भारत का सववधान

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334 सथानो क आरकषण और ववशष परतततनचधतव का 1[सततर वषव] क पिात न रहनाndashइस भाग क पववगामी उपबधो म ककसी बात क होत हए भीndash

(क) लोक सभा म और राजयो की ववधान सभाओ म अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क ललए सथानो क आरकषण सबधी और

(ख) लोक सभा म और राजयो की ववधान सभाओ म नामतनदशन दवारा आगल-भारतीय समदाय क परतततनचधतव सबधी

इस सववधान क उपबध इस सववधान क परारभ स 5[सततर वषव] की अवचध की समातपत पर परभावी नही रहग

परनत इस अनचछद की ककसी बात स लोक सभा म या ककसी राजय की ववधान सभा म ककसी परतततनचधतव पर तब तक कोई परभाव नही पडगा जब तक यथाजसथतत उस समय ववदयमान लोक सभा या ववधान सभा का ववघिन नही हो जाता ह

335 सवाओ और पदो क ललए अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क दावndashसघ या ककसी राजय क कायवकलाप स सबचधत सवाओ और पदो क ललए तनयकतकतया करन म अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क सदसयो क दावो का परशासन की दकषता बनाए रखन की सगतत क अनसार धयान रखा जाएगा

2[परनत इस अनचछद की कोई बात अनसचित जाततयो और अनसचित जनजाततयो क सदसयो क पकष म सघ या ककसी राजय क कायवकलाप स सबचधत सवाओ क ककसी वगव या वगो म या पदो पर परोननतत क मामलो म आरकषण क ललए ककसी परीकषा म अहवक अको म छि दन या मलयाकन क मानको को घिान क ललए उपबध करन स तनवाररत नही करगी ]

336 कछ सवाओ म आगल-भारतीय समदाय क ललए ववशष उपबधndash(1) इस सववधान क परारभ क पिात परथम दो वषव क दौरान सघ की रल सीमाशलक डाक और तार सबधी सवाओ म पदो क ललए आगल-भारतीय समदाय क सदसयो की तनयकतकतया उसी आधार पर की जाएगी जजस आधार पर 15 अगसत 1947 स ठीक पहल की जाती थी

परतयक उततरवती दो वषव की अवचध क दौरान उकत समदाय क सदसयो क ललए उकत सवाओ म आरकषकषत पदो की सखया ठीक पवववती दो वषव की अवचध क दौरान इस परकार आरकषकषत सखया स यथासभव तनकितम दस परततशत कम होगी

परनत इस सववधान क परारभ स दस वषव क अत म ऐस सभी आरकषण समापत हो जाएग

1 सववधान (पिानववा सशोधन) अचधतनयम 2009 की धारा 2 दवारा (25-1-2010 स) ldquoसाठ वषवrdquo क सथान पर

परततसथावपत 2 सववधान (बयासीवा सशोधन) अचधतनयम 2000 की धारा 2 दवारा (6-9-2000 स) अतःसथावपत

भारत का सववधान

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(2) यटद आगल-भारतीय समदाय क सदसय अनय समदायो क सदसयो की तलना म गणागण क आधार पर तनयकतकत क ललए अटहवत पाए जाए तो खड (1) क अधीन उस समदाय क ललए आरकषकषत पदो स लभनन या उनक अततररकत पदो पर आगल-भारतीय समदाय क सदसयो की तनयकतकत को उस खड की कोई बात वजजवत नही करगी

337 आगल-भारतीय समदाय क फायद क ललए शकषकषक अनदान क ललए ववशष उपबधndashइस सववधान क परारभ क पिात परथम तीन ववततीय वषो क दौरान आगल-भारतीय समदाय क फायद क ललए लशकषा क सबध म सघ और 1 परतयक राजय दवारा वही अनदान यटद कोई हो टदए जाएग जो 31 मािव 1948 को समापत होन वाल ववततीय वषव म टदए गए थ

परतयक उततरवती तीन वषव की अवचध क दौरान अनदान ठीक पवववती तीन वषव की अवचध की अपकषा दस परततशत कम हो सक ग

परनत इस सववधान क परारभ स दस वषव क अत म ऐस अनदान जजस मातरा तक व आगल-भारतीय समदाय क ललए ववशष ररयायत ह उस मातरा तक समापत हो जाएग

परनत यह और कक कोई लशकषा ससथा इस अनचछद क अधीन अनदान परापत करन की तब तक हकदार नही होगी जब तक उसक वावषवक परवशो म कम स कम िालीस परततशत परवश आगल-भारतीय समदाय स लभनन समदायो क सदसयो क ललए उपलबध नही ककए जात ह

338 2[राषटरीय अनसचित जातत आयोग]ndash 3[4[(1) अनसचित जाततयो क ललए एक आयोग होगा जो राषटरीय अनसचित जातत आयोग क नाम स जञात होगा

(2) ससद दवारा इस तनलमतत बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए आयोग एक अधयकष एक उपाधयकष और तीन अनय सदसयो स लमलकर बनगा और इस परकार तनयकत ककए गए अधयकष उपाधयकष और अनय सदसयो की सवा की शत और पदावचध ऐसी होगी जो राषटरपतत तनयम दवारा अवधाररत कर ]

(3) राषटरपतत अपन हसताकषर और मदरा सटहत अचधपतर दवारा आयोग क अधयकष उपाधयकष और अनय सदसयो को तनयकत करगा 1 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoपहली अनसिी क भाग क या

भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो और अकषरो का (1-11-1956 स) लोप ककया गया 2 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (19-2-2004 स) पारशव शीषव क सथान पर

परततसथावपत 3 सववधान (पसठवा सशोधन) अचधतनयम 1990 की धारा 2 दवारा (12-3-1992 स) खड (1) और खड (2) क सथान

पर खड (1) स खड (9) तक परततसथावपत ककए गए 4 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (19-2-2004 स) खड (1) और (2) क सथान

पर परततसथावपत

भारत का सववधान

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(4) आयोग को अपनी परकिया सवय ववतनयलमत करन की शकतकत होगी (5) आयोग का यह कतववय होगा कक वहndash

(क) अनसचित जाततयो 1 क ललए इस सववधान या ततसमय परवतत ककसी अनय ववचध या सरकार क ककसी आदश क अधीन उपबचधत रकषोपायो स सबचधत सभी ववषयो का अनवषण कर और उन पर तनगरानी रख तथा ऐस रकषोपायो क कायवकरण का मलयाकन कर

(ख) अनसचित जाततयो 1 को उनक अचधकारो और रकषोपायो स वचित करन की बाबत ववतनटदवषट लशकायतो की जाि कर

(ग) अनसचित जाततयो 1 क सामाजजक-आचथवक ववकास की योजना परकिया म भाग ल और उन पर सलाह द तथा सघ और ककसी राजय क अधीन उनक ववकास की परगतत का मलयाकन कर

(घ) उन रकषोपायो क कायवकरण क बार म परततवषव और ऐस अनय समयो पर जो आयोग ठीक समझ राषटरपतत को परततवदन द

(ङ) ऐस परततवदनो म उन उपायो क बार म जो उन रकषोपायो क परभावपणव कायावनवयन क ललए सघ या ककसी राजय दवारा ककए जान िाटहए तथा अनसचित जाततयो 1 क सरकषण कलयाण और सामाजजक-आचथवक ववकास क ललए अनय उपायो क बार म लसफाररश कर

(ि) अनसचित जाततयो 1 क सरकषण कलयाण ववकास तथा उननयन क सबध म ऐस अनय कतयो का तनववहन कर जो राषटरपतत ससद दवारा बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए तनयम दवारा ववतनटदवषट कर (6) राषटरपतत ऐस सभी परततवदनो को ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा

और उसक साथ सघ स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

(7) जहा कोई ऐसा परततवदन या उसका कोई भाग ककसी ऐस ववषय स सबचधत ह जजसका ककसी राजय सरकार स सबध ह तो ऐस परततवदन की एक परतत उस राजय क राजयपाल को भजी जाएगी जो उस राजय क ववधान-मडल क समकष रखवाएगा और उसक साथ राजय स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

1 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (19-2-2004 स) ldquoऔर अनसचित जनजाततयोrdquo

शबदो का लोप ककया गया

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(8) आयोग को खड (5) क उपखड (क) म तनटदवषट ककसी ववषय का अनवषण करत समय या उपखड (ख) म तनटदवषट ककसी पररवाद क बार म जाि करत समय ववलशषटतया तनमनललखखत ववषयो क सबध म व सभी शकतकतया होगी जो वाद का वविारण करत समय लसववल नयायालय को ह अथावत ndash

(क) भारत क ककसी भी भाग स ककसी वयकतकत को समन करना और हाजजर कराना तथा शपथ पर उसकी परीकषा करना

(ख) ककसी दसतावज को परकि और पश करन की अपकषा करना (ग) शपथपतरो पर साकषय गरहण करना (घ) ककसी नयायालय या कायावलय स ककसी लोक अलभलख या उसकी परतत

की अपकषा करना (ङ) साकषकषयो और दसतावजो की परीकषा क ललए कमीशन तनकालना (ि) कोई अनय ववषय जो राषटरपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

(9) सघ और परतयक राजय सरकार अनसचित जाततयो 1 को परभाववत करन वाल सभी महतवपणव नीततगत ववषयो पर आयोग स परामशव करगी ]

2[(10)] इस अनचछद म अनसचित जाततयो 1 क परतत तनदश का यह अथव लगाया जाएगा कक इसक अतगवत 3 आगल-भारतीय समदाय क परतत तनदश भी ह

4[338क राषटरीय अनसचित जनजातत आयोगndash(1) अनसचित जनजाततयो क ललए एक आयोग होगा जो राषटरीय अनसचित जनजातत आयोग क नाम स जञात होगा

(2) ससद दवारा इस तनलमतत बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए आयोग एक अधयकष उपाधयकष और तीन अनय सदसयो स लमलकर बनगा और इस परकार तनयकत ककए गए अधयकष उपाधयकष और अनय सदसयो की सवा की शत और पदावचध ऐसी होगी जो राषटरपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

1 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 2 दवारा (19-2-2004 स) ldquoऔर अनसचित जनजाततयोrdquo

शबदो का लोप ककया गया 2 सववधान (पसठवा सशोधन) अचधतनयम1990 की धारा 2 दवारा (12-3-1992 स) खड (3) को खड (10) क रप म

पनःसखयाककत ककया गया 3 सववधान (एक सौ दोवा सशोधन) अचधतनयम 2018 की धारा 2 दवारा (11-8-2018 स) ऐस अनय वपछड वगो क

परतत तनदश जजनको राषटरपतत अनचछद 340 क खड (1) क अधीन तनयकत आयोग क परततवदन की परातपत पर आदश दवारा ववतनटदवषट कर और आगल-भारतीय समदाय परतत तनदश भी ह शबदो अको और कोषठको क सथान पर परततसथावपत

4 सववधान (नवासीवा सशोधन) अचधतनयम 2003 की धारा 3 दवारा (19-2-2004 स) अतःसथावपत

भारत का सववधान

196

(3) राषटरपतत अपन हसताकषर और मदरा सटहत अचधपतर दवारा आयोग क अधयकष उपाधयकष और अनय सदसयो को तनयकत करगा

(4) आयोग को अपनी परकिया सवय ववतनयलमत करन की शकतकत होगी (5) आयोग का यह कतववय होगा कक वहndash

(क) अनसचित जनजाततयो क ललए इस सववधान या ततसमय परवतत ककसी अनय ववचध या सरकार क ककसी आदश क अधीन उपबचधत रकषोपायो स सबचधत सभी ववषयो का अनवषण कर और उन पर तनगरानी रख तथा ऐस रकषोपायो क कायवकरण का मलयाकन कर

(ख) अनसचित जनजाततयो को उनक अचधकारो और रकषोपायो स वचित करन क समबनध म ववतनटदवषट लशकायतो की जाि कर

(ग) अनसचित जनजाततयो क सामाजजक-आचथवक ववकास की योजना परकिया म भाग ल और उन पर सलाह द तथा सघ और ककसी राजय क अधीन उनक ववकास की परगतत का मलयाकन कर

(घ) उन रकषोपायो क कायवकरण क बार म परततवषव और ऐस अनय समयो पर जो आयोग ठीक समझ राषटरपतत को ररपोिव परसतत कर

(ङ) ऐसी ररपोिो म उन उपायो क बार म जो उन रकषोपायो क परभावपणव कायावनवयन क ललए सघ या ककसी राजय दवारा ककए जान िाटहए तथा अनसचित जनजाततयो क सरकषण कलयाण और सामाजजक-आचथवक ववकास क ललए अनय उपायो क बार म लसफाररश कर और

(ि) अनसचित जनजाततयो क सरकषण कलयाण और ववकास तथा उननयन क सबध म ऐस अनय कतयो का तनववहन कर जो राषटरपतत ससद दवारा बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए तनयम दवारा ववतनटदवषट कर (6) राषटरपतत ऐसी सभी ररपोिो को ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा

और उनक साथ सघ स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

(7) जहा कोई ऐसी ररपोिव या उसका कोई भाग ककसी ऐस ववषय स सबचधत ह जजसका ककसी राजय सरकार स सबध ह तो ऐसी ररपोिव की एक परतत उस राजय क राजयपाल को भजी जाएगी जो उस राजय क ववधान-मडल क समकष रखवाएगा और उसक साथ राजय स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

भारत का सववधान

197

(8) आयोग को खड (5) क उपखड (क) म तनटदवषट ककसी ववषय का अनवषण करत समय या उपखड (ख) म तनटदवषट ककसी पररवाद क बार म जाि करत समय ववलशषटतया तनमनललखखत ववषयो क सबध म व सभी शकतकतया होगी जो वाद का वविारण करत समय लसववल नयायालय को ह अथावत ndash

(क) भारत क ककसी भी भाग स ककसी वयकतकत को समन करना और हाजजर कराना तथा शपथ पर उसकी परीकषा करना

(ख) ककसी दसतावज को परकि और पश करन की अपकषा करना (ग) शपथपतरो पर साकषय गरहण करना (घ) ककसी नयायालय या कायावलय स ककसी लोक अलभलख या उसकी परतत

की अधयपकषा करना (ङ) साकषकषयो और दसतावजो की परीकषा क ललए कमीशन तनकालना (ि) कोई अनय ववषय जो राषटरपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

(9) सघ और परतयक राजय सरकार अनसचित जनजाततयो को परभाववत करन वाल सभी महतवपणव नीततगत ववषयो पर आयोग स परामशव करगी ]

1[338ख वपछड वगो क ललए राषzwjट रीय आयोगndash(1) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क ललए एक आयोग होगा जो राषzwjट रीय वपछडा वगव आयोग क नाम स जञात होगा

(2) ससद दवारा इस तनलमतत बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए आयोग एक अध यकष उपाध यकष और तीन अन य सदस यो स लमलकर बनगा और इस परकार तनयक त ककए गए अध यकष उपाध यकष और अन य सदस यो की सवा की शत और पदावचध ऐसी होगी जो राषzwjट रपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

(3) राषzwjट रपतत अपन हस ताकषर और मदरा सटहत अचधपतर दवारा आयोग क अध यकष उपाध यकष और अन य सदस यो को तनयक त करगा

(4) आयोग को अपनी परकिया स वय ववतनयलमत करन की शजक त होगी (5) आयोग का यह कतवव य होगा कक वहmdash

(क) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क ललए इस सववधान या तत समय परवतत ककसी अन य ववचध या सरकार क ककसी आदश क अधीन उपबचधत रकषोपायो स सबचधत सभी ववषयो का अन वषण कर और उन पर तनगरानी रख तथा ऐस रकषोपायो क कायवकरण का मलयाकन कर

(ख) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो को उनक अचधकारो और रकषोपायो स वचित करन क सबध म ववतनटदवषzwjट ि लशकायतो की जाि कर

1 सववधान (एक सौ दोवा सशोधन) अचधतनयम 2018 की धारा 3 दवारा (11-8-2018 स) अतःसथावपत

भारत का सववधान

198

(ग) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क सामाजजक- आचथवक ववकास क सबध म भाग ल और उन पर सलाह द तथा सघ और ककसी राज य क अधीन उनक ववकास की परगतत का मल याकन कर

(घ) उन रकषोपायो क कायवकरण क बार म परततवषव और ऐस अन य समयो पर जो आयोग ठीक समझ राषzwjट रपतत को ररपोिव परस तत कर

(ङ) ऐसी ररपोिो म उन उपायो क बार म जो उन रकषोपायो क परभावपणव कायावनवयन क ललए सघ या ककसी राज य दवारा ककए जान िाटहए तथा सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क सरकषण कल याण और सामाजजक-आचथवक ववकास क ललए अन य उपायो क बार म लसफाररश कर और

(ि) सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो क सरकषण कल याण और ववकास तथा उननयन क सबध म ऐस अन य कत यो का तनववहन कर जो राषzwjट रपतत ससद दवारा बनाई गई ककसी ववचध क उपबधो क अधीन रहत हए तनयम दवारा ववतनटदवषzwjट ि कर (6) राषzwjट रपतत ऐसी सभी ररपोिो को ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा

और उनक साथ सघ स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो असवीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

(7) जहा कोई ऐसी ररपोिव या उसका कोई भाग ककसी ऐस ववषय स सबचधत ह जजसका राज य सरकार स सबध ह तो ऐसी ररपोिव की एक परतत उस राज य सरकार को भजी जाएगी जो उस राजय क ववधान-मडल क समकष रखवाएगी और उसक साथ राज य स सबचधत लसफाररशो पर की गई या ककए जान क ललए परसथावपत कारववाई तथा यटद कोई ऐसी लसफाररश असवीकत की गई ह तो अस वीकतत क कारणो को सपषट करन वाला जञापन भी होगा

(8) आयोग को खड (5) क उपखड (क) म तनटदवषzwjट ि ककसी ववषय का अन वषण करत समय या उपखड (ख) म तनटदवषzwjट ि ककसी पररवाद क बार म जाि करत समय ववलशषzwjट ितया तनम नललखखत ववषयो क सबध म व सभी शजक तया होगी जो वाद का वविारण करत समय लसववल नयायालय को ह अथावत --

(क) भारत क ककसी भी भाग स ककसी व यजक त को समन करना और हाजजर कराना तथा शपथ पर उसकी परीकषा करना

(ख) ककसी दस तावज को परकि और पश करन की अपकषा करना (ग) शपथपतरो पर साकष य गरहण करना (घ) ककसी न यायालय या कायावलय स ककसी लोक अलभलख या उसकी परतत

की अधयपकषा करना (ङ) साकषकषयो और दस तावजो की परीकषा क ललए कमीशन तनकालना (ि) कोई अन य ववषय जो राषzwjट रपतत तनयम दवारा अवधाररत कर

भारत का सववधान

199

(9) सघ और परत यक राज य सरकार सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो को परभाववत करन वाल सभी महतवपणव नीततगत ववषयो पर आयोग स परामशव करगी ]

339 अनसचित कषतरो क परशासन और अनसचित जनजाततयो क कलयाण क बार म सघ का तनयतरणndash(1) राषटरपतत 1 राजयो क अनसचित कषतरो क परशासन और अनसचित जनजाततयो क कलयाण क बार म परततवदन दन क ललए आयोग की तनयकतकत आदश दवारा ककसी भी समय कर सकगा और इस सववधान क परारभ स दस वषव की समातपत पर करगा

आदश म आयोग की सरिना शकतकतया और परकिया पररतनजित की जा सक गी और उसम ऐस आनषचगक या सहायक उपबध समाववषट हो सक ग जजनह राषटरपतत आवशयक या वाछनीय समझ

(2) सघ की कायवपाललका शकतकत का ववसतार 2[ककसी राजय] को ऐस तनदश दन तक होगा जो उस राजय की अनसचित जनजाततयो क कलयाण क ललए तनदश म आवशयक बताई गई सकीमो क बनान और तनषzwjटपादन क बार म ह

340 वपछड वगो की दशाओ क अनवषण क ललए आयोग की तनयकतकतndash (1) राषटरपतत भारत क राजयकषतर क भीतर सामाजजक और शकषकषक दवषट स वपछड वगो की दशाओ क और जजन कटठनाइयो को व झल रह ह उनक अनवषण क ललए और उन कटठनाइयो को दर करन और उनकी दशा को सधारन क ललए सघ या ककसी राजय दवारा जो उपाय ककए जान िाटहए उनक बार म और उस परयोजन क ललए सघ या ककसी राजय दवारा जो अनदान ककए जान िाटहए और जजन शतो क अधीन व अनदान ककए जान िाटहए उनक बार म लसफाररश करन क ललए आदश दवारा एक आयोग तनयकत कर सकगा जो ऐस वयकतकतयो स लमलकर बनगा जो वह ठीक समझ और ऐस आयोग को तनयकत करन वाल आदश म आयोग दवारा अनसरण की जान वाली परकिया पररतनजित की जाएगी

(2) इस परकार तनयकत आयोग अपन को तनदलशत ववषयो का अनवषण करगा और राषटरपतत को परततवदन दगा जजसम उसक दवारा पाए गए तथय उपवखणवत ककए जाएग और जजसम ऐसी लसफाररश की जाएगी जजनह आयोग उचित समझ

(3) राषटरपतत इस परकार टदए गए परततवदन की एक परतत उस पर की गई कारववाई को सपषट करन वाल जञापन सटहत ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा

1 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoपहली अनसिी क भाग क और

भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो और अकषरो का (1-11-1956 स) लोप ककया गया

2 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoककसी ऐस राजयrdquo क सथान पर (1-11-1956 स) परततसथावपत

भारत का सववधान

200

341 अनसचित जाततयाndash(1) राषटरपतत 1[ककसी राजय 2[या सघ राजयकषतर] क सबध म और जहा वह 3 राजय ह वहा उसक राजयपाल 4 स परामशव करन क पिात] लोक अचधसिना5 दवारा उन जाततयो मलवशो या जनजाततयो अथवा जाततयो मलवशो या जनजाततयो क भागो या उनम क यथो को ववतनटदवषट कर सकगा जजनह इस सववधान क परयोजनो क ललए 2[यथाजसथतत] उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] क सबध म अनसचित जाततया समझा जाएगा

(2) ससद ववचध दवारा ककसी जातत मलवश या जनजातत को अथवा जातत मलवश या जनजातत क भाग या उसम क यथ को खड (1) क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ववतनटदवषट अनसचित जाततयो की सिी म सजममललत कर सकगी या उसम स अपवजजवत कर सकगी ककनत जसा ऊपर कहा गया ह उसक लसवाय उकत खड क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ककसी पिातवती अचधसिना दवारा पररवतवन नही ककया जाएगा

342 अनसचित जनजाततयाndash(1) राषटरपतत 6[ककसी राजय 2[या सघ राजयकषतर] क सबध म और जहा वह 7 राजय ह वहा उसक राजयपाल 4 स परामशव करन क पिात] लोक अचधसिना5 दवारा उन जनजाततयो या जनजातत समदायो अथवा जनजाततयो या जनजातत समदायो क भागो या उनम क यथो को ववतनटदवषट कर सकगा जजनह इस सववधान क परयोजनो क ललए 8[यथाजसथतत] उस राजय 2[या सघ राजयकषतर] क सबध म अनसचित जनजाततया समझा जाएगा

1 सववधान (पहला सशोधन) अचधतनयम 1951 की धारा 10 दवारा ldquoराजय क राजयपाल या राजपरमख स परामशव

करन क पिातrdquo क सथान पर (18-6-1951 स) परततसथावपत 2 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा (1-11-1956 स) अतःसथावपत 3 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoपहली अनसिी क भाग क या

भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो और अकषरो का लोप ककया गया

4 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoया राजपरमखrdquo शबदो का लोप ककया गया

5 सववधान (अनसचित जाततया) आदश 1950 (सआ 19) सववधान (अनसचित जाततया) (सघ राजयकषतर) आदश 1951 (सआ 32) सववधान (जमम-कशमीर) अनसचित जाततया आदश 1956 (सआ 52) सववधान (दादरा और नागर हवली) अनसचित जाततया आदश 1962 (सआ 64) सववधान (पाकतडिरी) अनसचित जाततया आदश 1964 (सआ 68) सववधान (गोवा दमण और दीव) अनसचित जाततया आदश 1968 (सआ 81) और सववधान (लसजककम) अनसचित जाततया आदश 1978 (सआ 110) दखखए

6 सववधान (पहला सशोधन) अचधतनयम 1951 की धारा 11 दवारा ldquoराजय क राजयपाल या राजपरमख स परामशव करन क पिातrdquo क सथान पर (18-6-1951 स) परततसथावपत

7 सववधान (सातवा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoपहली अनसिी क भाग क या भाग ख म ववतनटदवषटrdquo शबदो और अकषरो का (1-11-1956 स) लोप ककया गया

8 सववधान (अनसचित जनजाततया) आदश 1950 (सआ 22) सववधान (अनसचित जनजाततया) (सघ राजयकषतर) आदश 1951 (सआ 33) सववधान (अडमान और तनकोबार दवीप) अनसचित जनजाततया आदश 1959 (सआ 58) सववधान (दादरा और नागर हवली) अनसचित जनजाततया आदश 1962 (सआ 65) सववधान (अनसचित जनजाततया) (उततर परदश) आदश 1967 (सआ 78) सववधान (गोवा दमण और दीव) अनसचित जनजाततया आदश 1968 (सआ 82) सववधान (नागालड) अनसचित जनजाततया आदश 1970 (सआ 88) और सववधान (लसजककम) अनसचित जनजाततया आदश 1978 (सआ 111) दखखए

भारत का सववधान

201

(2) ससद ववचध दवारा ककसी जनजातत या जनजातत समदाय को अथवा ककसी जनजातत या जनजातत समदाय क भाग या उसम क यथ को खड (1) क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ववतनटदवषट अनसचित जनजाततय की सिी म सजममललत कर सकगी या उसम स

अपवजजवत कर सकगी ककनत जसा ऊपर कहा गया ह उसक लसवाय उकत खड क अधीन

तनकाली गई अचधसिना म ककसी पिातवती अचधसिना दवारा पररवतवन नही ककया जाएगा 1[342क सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगवndash(1) राषzwjट रपतत ककसी राज य

या सघ राज यकषतर क सबध म और जहा वह राज य ह वहा उसक राज यपाल स परामशव करन क पश िात लोक अचधसिना दवारा सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स ऐस वपछड वगो को ववतनटदवषzwjट ि कर सकगा जजनह इस सववधान क परयोजनो क ललए यथाजस थतत उस राज य या सघ राज यकषतर क सबध म सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछडा वगव समझा जाएगा

(2) ससद ववचध दवारा ककसी सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगव को खड (1) क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ववतनटदवषzwjट ि सामाजजक और शकषकषक दजषzwjट ि स वपछड वगो की कनदरीय सिी म सजममललत कर सकगी या उसम स अपवजजवत कर सकगी ककन त जसा ऊपर कहा गया ह उसक लसवाय उक त खड क अधीन तनकाली गई अचधसिना म ककसी पश िातवती अचधसिना दवारा पररवतवन नही ककया जाएगा ]

1 सववधान (एक सौ दोवा सशोधन) अचधतनयम 2018 की धारा 4 दवारा (11-8-2018 स) परततसथावपत

202

भाग 17 राजभाषा

अधयाय 1 ndash सघ की भाषा 343 सघ की राजभाषा ndash (1) सघ की राजभाषा हिनदी और लिपि दवनागरी

िोगी सघ क शासकीय परयोजनो क लिए परयोग िोन वाि अको का रि भारतीय अको

का अतरराषटरीय रि िोगा (2) खड (1) म ककसी बात क िोत िए भी इस सपवधान क परारभ स िनरि वषष

की अवधध तक सघ क उन सभी शासकीय परयोजनो क लिए अगरजी भाषा का परयोग ककया जाता रिगा जजनक लिए उसका ऐस परारभ स ठीक ििि परयोग ककया जा रिा था

िरनत राषटरितत उकत अवधध क दौरान आदश1 दवारा सघ क शासकीय परयोजनो म स ककसी क लिए अगरजी भाषा क अततररकत हिनदी भाषा का और भारतीय अको क अतरराषटरीय रि क अततररकत दवनागरी रि का परयोग पराधधकत कर सकगा

(3) इस अनचछद म ककसी बात क िोत िए भी ससद उकत िनरि वषष की अवधध क िशचात पवधध दवारा ndash

(क) अगरजी भाषा का या (ख) अको क दवनागरी रि का

ऐस परयोजनो क लिए परयोग उिबधधत कर सकगी जो ऐसी पवधध म पवतनहदषषट ककए जाए

344 राजभाषा क सबध म आयोग और ससद की सलमतत ndash (1) राषटरितत इस सपवधान क परारभ स िाच वषष की समाति िर और ततिशचात ऐस परारभ स दस वषष की समाति िर आदश दवारा एक आयोग गहठत करगा जो एक अधयकष और आठवी अनसची म पवतनहदषषट पवलभनन भाषाओ का परतततनधधतव करन वाि ऐस अनय सदसयो स लमिकर बनगा जजनको राषटरितत तनयकत कर और आदश म आयोग दवारा अनसरण की जान वािी परकिया िररतनजशचत की जाएगी

(2) आयोग का यि कतषवय िोगा कक वि राषटरितत को ndash (क) सघ क शासकीय परयोजनो क लिए हिनदी भाषा क अधधकाधधक

परयोग (ख) सघ क सभी या ककनिी शासकीय परयोजनो क लिए अगरजी भाषा क

परयोग िर तनबधनो (ग) अनचछद 348 म उजलिखखत सभी या ककनिी परयोजनो क लिए परयोग

की जान वािी भाषा 1 सआ 41 दखखए

भारत का सपवधान

203

(घ) सघ क ककसी एक या अधधक पवतनहदषषट परयोजनो क लिए परयोग ककए जान वाि अको क रि

(ङ) सघ की राजभाषा तथा सघ और ककसी राजय क बीच या एक राजय और दसर राजय क बीच ितराहद की भाषा और उनक परयोग क सबध म राषटरितत दवारा आयोग को तनदलशत ककए गए ककसी अनय पवषय

क बार म लसफाररश कर (3) खड (2) क अधीन अिनी लसफाररश करन म आयोग भारत की औदयोधगक

सासकततक और वजञातनक उननतत का और िोक सवाओ क सबध म अहिनदी भाषी कषतरो क वयकतकतयो क नयायसगत दावो और हितो का समयक धयान रखगा

(4) एक सलमतत गहठत की जाएगी जो तीस सदसयो स लमिकर बनगी जजनम स बीस िोक सभा क सदसय िोग और दस राजय सभा क सदसय िोग जो िमशः िोक सभा क सदसयो और राजय सभा क सदसयो दवारा आनिाततक परतततनधधतव िदधतत क अनसार एकि सिमणीय मत दवारा तनवाषधचत िोग

(5) सलमतत का यि कतषवय िोगा कक वि खड (1) क अधीन गहठत आयोग की लसफाररशो की िरीकषा कर और राषटरितत को उन िर अिनी राय क बार म परततवदन द

(6) अनचछद 343 म ककसी बात क िोत िए भी राषटरितत खड (5) म तनहदषषट परततवदन िर पवचार करन क िशचात उस सिणष परततवदन क या उसक ककसी भाग क अनसार तनदश द सकगा

अधयाय 2 ndash परादलशक भाषाए 345 राजय की राजभाषा या राजभाषाए ndash अनचछद 346 और अनचछद 347 क

उिबधो क अधीन रित िए ककसी राजय का पवधान-मडि पवधध दवारा उस राजय म परयोग िोन वािी भाषाओ म स ककसी एक या अधधक भाषाओ को या हिनदी को उस राजय क सभी या ककनिी शासकीय परयोजनो क लिए परयोग की जान वािी भाषा या भाषाओ क रि म अगीकार कर सकगा

िरनत जब तक राजय का पवधान-मडि पवधध दवारा अनयथा उिबध न कर तब तक राजय क भीतर उन शासकीय परयोजनो क लिए अगरजी भाषा का परयोग ककया जाता रिगा जजनक लिए उसका इस सपवधान क परारभ स ठीक ििि परयोग ककया जा रिा था

346 एक राजय और दसर राजय क बीच या ककसी राजय और सघ क बीच ितराहद की राजभाषा ndash सघ म शासकीय परयोजनो क लिए परयोग ककए जान क लिए ततसमय पराधधकत भाषा एक राजय और दसर राजय क बीच तथा ककसी राजय और सघ क बीच ितराहद की राजभाषा िोगी

भारत का सपवधान

204

िरनत यहद दो या अधधक राजय यि करार करत ि कक उन राजयो क बीच ितराहद की राजभाषा हिनदी भाषा िोगी तो ऐस ितराहद क लिए उस भाषा का परयोग ककया जा सकगा

347 ककसी राजय की जनसखया क ककसी अनभाग दवारा बोिी जान वािी भाषा क सबध म पवशष उिबध ndash यहद इस तनलमतत माग ककए जान िर राषटरितत का यि समाधान िो जाता ि कक ककसी राजय की जनसखया का ियाषि भाग यि चािता ि कक उसक दवारा बोिी जान वािी भाषा को राजय दवारा मानयता दी जाए तो वि तनदश द सकगा कक ऐसी भाषा को भी उस राजय म सवषतर या उसक ककसी भाग म ऐस परयोजन क लिए जो वि पवतनहदषषट कर शासकीय मानयता दी जाए

अधयाय 3 ndash उचचतम नयायािय उचच नयायाियो आहद की भाषा 348 उचचतम नयायािय और उचच नयायाियो म और अधधतनयमो पवधयको

आहद क लिए परयोग की जान वािी भाषा ndash (1) इस भाग क िवषगामी उिबधो म ककसी बात क िोत िए भी जब तक ससद पवधध दवारा अनयथा उिबध न कर तब तक ndash

(क) उचचतम नयायािय और परतयक उचच नयायािय म सभी कायषवाहिया अगरजी भाषा म िोगी

(ख) (i) ससद क परतयक सदन या ककसी राजय क पवधान-मडि क सदन या परतयक सदन म िरःसथापित ककए जान वाि सभी पवधयको या परसतापवत ककए जान वाि उनक सशोधनो क

(ii) ससद या ककसी राजय क पवधान-मडि दवारा िाररत सभी अधधतनयमो क और राषटरितत या ककसी राजय क राजयिाि 1 दवारा परखयापित सभी अधयादशो क और

(iii) इस सपवधान क अधीन अथवा ससद या ककसी राजय क पवधान-मडि दवारा बनाई गई ककसी पवधध क अधीन तनकाि गए या बनाए गए सभी आदशो तनयमो पवतनयमो और उिपवधधयो क

पराधधकत िाठ अगरजी भाषा म िोग (2) खड (1) क उिखड (क) म ककसी बात क िोत िए भी ककसी राजय का

राजयिाि 1 राषटरितत की िवष सिमतत स उस उचच नयायािय की कायषवाहियो म जजसका मखय सथान उस राजय म ि हिनदी भाषा का या उस राजय क शासकीय परयोजनो क लिए परयोग िोन वािी ककसी अनय भाषा का परयोग पराधधकत कर सकगा

1 सपवधान (सातवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का िोि ककया गया

भारत का सपवधान

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िरनत इस खड की कोई बात ऐस उचच नयायािय दवारा हदए गए ककसी तनणषय कतडिी या आदश को िाग निी िोगी

(3) खड (1) क उिखड (ख) म ककसी बात क िोत िए भी जिा ककसी राजय क पवधान-मडि न उस पवधान-मडि म िरःसथापित पवधयको म या उसक दवारा िाररत अधधतनयमो म अथवा उस राजय क राजयिाि 1 दवारा परखयापित अधयादशो म अथवा उस उिखड क िरा (iii) म तनहदषषट ककसी आदश तनयम पवतनयम या उिपवधध म परयोग क लिए अगरजी भाषा स लभनन कोई भाषा पवहित की ि विा उस राजय क राजितर म उस राजय क राजयिाि 1 क पराधधकार स परकालशत अगरजी भाषा म उसका अनवाद इस अनचछद क अधीन उसका अगरजी भाषा म पराधधकत िाठ समझा जाएगा

349 भाषा स सबधधत कछ पवधधया अधधतनयलमत करन क लिए पवशष परकिया ndash इस सपवधान क परारभ स िनरि वषष की अवधध क दौरान अनचछद 348 क खड (1) म उजलिखखत ककसी परयोजन क लिए परयोग की जान वािी भाषा क लिए उिबध करन वािा कोई पवधयक या सशोधन ससद क ककसी सदन म राषटरितत की िवष मजरी क बबना िरःसथापित या परसतापवत निी ककया जाएगा और राषटरितत ककसी ऐस पवधयक को िरःसथापित या ककसी ऐस सशोधन को परसतापवत ककए जान की मजरी अनचछद 344 क खड (1) क अधीन गहठत आयोग की लसफाररशो िर और उस अनचछद क खड (4) क अधीन गहठत सलमतत क परततवदन िर पवचार करन क िशचात िी दगा अनयथा निी

अधयाय 4 ndash पवशष तनदश 350 वयथा क तनवारण क लिए अभयावदन म परयोग की जान वािी भाषा ndash

परतयक वयकतकत ककसी वयथा क तनवारण क लिए सघ या राजय क ककसी अधधकारी या पराधधकारी को यथाजसथतत सघ म या राजय म परयोग िोन वािी ककसी भाषा म अभयावदन दन का िकदार िोगा

2[350क पराथलमक सतर िर मातभाषा म लशकषा की सपवधाए ndash परतयक राजय और राजय क भीतर परतयक सथानीय पराधधकारी भाषाई अलिसखयक वगो क बािको को लशकषा क पराथलमक सतर िर मातभाषा म लशकषा की ियाषि सपवधाओ की वयवसथा करन का परयास करगा और राषटरितत ककसी राजय को ऐस तनदश द सकगा जो वि ऐसी सपवधाओ का उिबध सतनजशचत करान क लिए आवशयक या उधचत समझता ि

1 सपवधान (सातवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का िोि ककया गया 2 सपवधान (सातवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 21 दवारा (1-11-1956 स) अतःसथापित

भारत का सपवधान

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350ख भाषाई अलिसखयक-वगो क लिए पवशष अधधकारी ndash (1) भाषाई अलिसखयक-वगो क लिए एक पवशष अधधकारी िोगा जजस राषटरितत तनयकत करगा

(2) पवशष अधधकारी का यि कतषवय िोगा कक वि इस सपवधान क अधीन भाषाई अलिसखयक-वगो क लिए उिबधधत रकषोिायो स सबधधत सभी पवषयो का अनवषण कर और उन पवषयो क सबध म ऐस अतरािो िर जो राषटरितत तनहदषषट कर राषटरितत को परततवदन द और राषटरितत ऐस सभी परततवदनो को ससद क परतयक सदन क समकष रखवाएगा और सबधधत राजयो की सरकारो को लभजवाएगा ]

351 हिनदी भाषा क पवकास क लिए तनदश ndash सघ का यि कतषवय िोगा कक वि हिनदी भाषा का परसार बढाए उसका पवकास कर जजसस वि भारत की सामालसक ससकतत क सभी ततवो की अलभवयकतकत का माधयम बन सक और उसकी परकतत म िसतकषि ककए बबना हिनदसतानी म और आठवी अनसची म पवतनहदषषट भारत की अनय भाषाओ म परयकत रि शिी और िदो को आतमसात करत िए और जिा आवशयक या वाछनीय िो विा उसक शबद-भडार क लिए मखयतः ससकत स और गौणतः अनय भाषाओ स शबद गरिण करत िए उसकी समपदध सतनजशचत कर

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भाग 18 आपात उपबध

352 आपात की उदघोषणा ndash (1) यदि राषटरपतत का यह समाधान हो जाता ह कक गभीर आपात विदयमान ह जजसस यदध या बाहय आकरमण या 1[सशसतर विदरोह] क कारण भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा सकट म ह तो िह उदघोषणा दवारा 2[सपणण भारत या उसक राजयकषतर क ऐस भाग क सबध म जो उदघोषणा म वितनदिणषट ककया जाए] इस आशय की घोषणा कर सकगा

3[सपषटीकरण ndash यदि राषटरपतत का यह समाधान हो जाता ह कक यदध या बाहय आकरमण या सशसतर विदरोह का सकट सजननकट ह तो यह घोवषत करन िाली आपात की उदघोषणा कक यदध या बाहय आकरमण या सशसतर विदरोह स भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा सकट म ह यदध या ऐस ककसी आकरमण या विदरोह क िासति म होन स पहल भी की जा सकगी ]

4[(2) खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा म ककसी पशचातिती उदघोषणा दवारा पररितणन ककया जा सकगा या उसको िापस ललया जा सकगा

(3) राषटरपतत खड (1) क अधीन उदघोषणा या ऐसी उदघोषणा म पररितणन करन िाली उदघोषणा तब तक नही करगा जब तक सघ क मतरतरमडल का (अराणत उस पररषद का जो अनचछि 75 क अधीन परधान मतरी और मतरतरमडल सतर क अनय मतरतरयो स लमलकर बनती ह) यह वितनशचय कक ऐसी उदघोषणा की जाए उस ललखखत रप म ससचित नही ककया जाता ह

(4) इस अनचछि क अधीन की गई परतयक उदघोषणा ससद क परतयक सिन क समकष रखी जाएगी और जहा िह पिणिती उदघोषणा को िापस लन िाली उदघोषणा नही ह िहा िह एक मास की समाति पर यदि उस अिचध की समाति स पहल ससद क िोनो सिनो क सकलपो दवारा उसका अनमोिन नही कर दिया जाता ह तो परितणन म नही रहगी

1 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) ldquoआभयतररक अशाजनतrdquo क

सरान पर परततसरावपत 2 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 48 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत 3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) अतःसरावपत 4 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) खड (2) खड (2क) और

खड (3) क सरान पर खड (2) स खड (8) परततसरावपत ककए गए

भारत का सविधान

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परनत यदि ऐसी कोई उदघोषणा (जो पिणिती उदघोषणा को िापस लन िाली उदघोषणा नही ह) उस समय की जाती ह जब लोक सभा का विघटन हो गया ह या लोक सभा का विघटन इस खड म तनदिणषट एक मास की अिचध क िौरान हो जाता ह और यदि उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उस अिचध की समाति स पहल पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह

(5) इस परकार अनमोदित उदघोषणा यदि िापस नही ली जाती ह तो खड (4) क अधीन उदघोषणा का अनमोिन करन िाल सकलपो म स िसर सकलप क पाररत ककए जान की तारीख स छह मास की अिचध की समाति पर परितणन म नही रहगी

परनत यदि और जजतनी बार ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप ससद क िोनो सिनो दवारा पाररत कर दिया जाता ह तो और उतनी बार िह उदघोषणा यदि िापस नही ली जाती ह तो उस तारीख स जजसको िह इस खड क अधीन अनयरा परितणन म नही रहती छह मास की और अिचध तक परितत बनी रहगी

परनत यह और कक यदि लोक सभा का विघटन छह मास की ऐसी अिचध क िौरान हो जाता ह और ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उकत अिचध क िौरान पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह

(6) खड (4) और खड (5) क परयोजनो क ललए सकलप ससद क ककसी सिन दवारा उस सिन की कल सिसय सखया क बहमत दवारा तरा उस सिन क उपजसरत और मत िन िाल सिसयो म स कम स कम िो-ततहाई बहमत दवारा ही पाररत ककया जा सकगा

(7) पिणगामी खडो म ककसी बात क होत हए भी यदि लोक सभा खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा या ऐसी उदघोषणा म पररितणन करन िाली उदघोषणा का यराजसरतत अननमोिन या उस परितत बनाए रखन का अननमोिन करन िाला सकलप पाररत कर िती ह तो राषटरपतत ऐसी उदघोषणा को िापस ल लगा

भारत का सविधान

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(8) जहा खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा या ऐसी उदघोषणा म पररितणन करन िाली उदघोषणा का यराजसरतत अननमोिन या उसको परितत बनाए रखन का अननमोिन करन िाल सकलप को परसतावित करन क अपन आशय की सिना लोक सभा की कल सिसय सखया क कम स कम िसि भाग दवारा हसताकषर करक ललखखत रप मndash

(क) यदि लोक सभा सतर म ह तो अधयकष को या (ख) यदि लोक सभा सतर म नही ह तो राषटरपतत को

िी गई ह िहा ऐस सकलप पर वििार करन क परयोजन क ललए लोक सभा की विशष बठक यराजसरतत अधयकष या राषटरपतत को ऐसी सिना पराि होन की तारीख स िौिह दिन क भीतर की जाएगी ]

1[2[(9)] इस अनचछि दवारा राषटरपतत को परितत शकतकत क अतगणत यदध या बाहय आकरमण या 2[सशसतर विदरोह] क अरिा यदध या बाहय आकरमण या 3[सशसतर विदरोह] का सकट सजननकट होन क विलभनन आधारो पर विलभनन उदघोषणाए करन की शकतकत होगी िाह राषटरपतत न खड (1) क अधीन पहल ही कोई उदघोषणा की ह या नही और ऐसी उदघोषणा परितणन म ह या नही

4[ ] 353 आपात की उदघोषणा का परभाि ndash जब आपात की उदघोषणा परितणन म ह तब

ndash (क) सविधान म ककसी बात क होत हए भी सघ की कायणपाललका शकतकत

का विसतार ककसी राजय को इस बार म तनिश िन तक होगा कक िह राजय अपनी कायणपाललका शकतकत का ककस रीतत स परयोग कर

(ख) ककसी विषय क सबध म विचधया बनान की ससद की शकतकत क अतगणत इस बात क होत हए भी कक िह सघ सिी म परगखणत विषय नही ह ऐसी विचधया बनान की शकतकत होगी जो उस विषय क सबध म सघ को या सघ क अचधकाररयो और पराचधकाररयो को शकतकतया परिान करती ह और उन पर कतणवय अचधरोवपत करती ह या शकतकतयो का परिान ककया जाना और कतणवयो का अचधरोवपत ककया जाना पराचधकत करती ह 1[परनत जहा आपात की उदघोषणा भारत क राजयकषतर क किल ककसी भाग म

1 सविधान (अडतीसिा सशोधन) अचधतनयम 1975 की धारा 5 दवारा (भतलकषी परभाि स) अतःसरावपत

2 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) ldquoआभयतररक अशाजनतrdquo क सरान पर परततसरावपत

3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) खड (4) को खड (9) क रप म पनःसखयाककत ककया गया

4 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 37 दवारा (20-6-1979 स) खड (5) का लोप ककया गया

भारत का सविधान

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परितणन म ह िहा यदि और जहा तक भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा भारत क राजयकषतर क उस भाग म या उसक सबध म जजसम आपात की उदघोषणा परितणन म ह होन िाल ककरयाकलाप क कारण सकट म ह तो और िहा तकndash

(i) खड (क) क अधीन तनिश िन की सघ की कायणपाललका शकतकत का और (ii) खड (ख) क अधीन विचध बनान की ससद की शकतकत का

विसतार ककसी ऐस राजय पर भी होगा जो उस राजय स लभनन ह जजसम या जजसक ककसी भाग म आपात की उदघोषणा परितणन म ह ]

354 जब आपात की उदघोषणा परितणन म ह तब राजसिो क वितरण सबधी उपबधो का लाग होना ndash (1) जब आपात की उदघोषणा परितणन म ह तब राषटरपतत आिश दवारा यह तनिश ि सकगा कक इस सविधान क अनचछि 268 स अनचछि 279 क सभी या कोई उपबध ऐसी ककसी अिचध क ललए जो उस आिश म वितनदिणषट की जाए और जो ककसी भी िशा म उस विततीय िषण की समाति स आग नही बढगी जजसम ऐसी उदघोषणा परितणन म नही रहती ह ऐस अपिािो या उपानतरणो क अधीन रहत हए परभािी होग जो िह ठीक समझ

(2) खड (1) क अधीन ककया गया परतयक आिश ककए जान क पशचात यराशकय शीधर ससद क परतयक सिन क समकष रखा जाएगा

355 बाहय आकरमण और आतररक अशातत स राजय की सरकषा करन का सघ का कतणवय ndash सघ का यह कतणवय होगा कक िह बाहय आकरमण और आतररक अशाजनत स परतयक राजय की सरकषा कर और परतयक राजय की सरकार का इस सविधान क उपबधो क अनसार िलाया जाना सतनजशचत कर

356 राजयो म साविधातनक ततर क विफल हो जान की िशा म उपबध ndash (1) यदि राषटरपतत का ककसी राजय क राजयपाल 2 स परततििन लमलन पर या अनयरा यह समाधान हो जाता ह कक ऐसी जसरतत उतपनन हो गई ह जजसम उस राजय का शासन इस सविधान क उपबधो क अनसार नही िलाया जा सकता ह तो राषटरपतत उदघोषणा दवारा ndash

(क) उस राजय की सरकार क सभी या कोई कतय और 3[राजयपाल] म या राजय क विधान-मडल स लभनन राजय क ककसी तनकाय या पराचधकारी म तनदहत या उसक दवारा परयोकतवय सभी या कोई शकतकतया अपन हार म ल सकगा

1 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 49 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत 2 सविधान (सातिा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoया राजपरमखrdquo शबिो का (1-

11-1956 स) लोप ककया गया 3 सविधान (सातिा सशोधन) अचधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसिी दवारा ldquoयराजसरतत या राजपरमखrdquo शबिो क

सरान पर परततसरावपत

भारत का सविधान

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(ख) यह घोषणा कर सकगा कक राजय क विधान-मडल की शकतकतया ससद दवारा या उसक पराचधकार क अधीन परयोकतवय होगी

(ग) राजय क ककसी तनकाय या पराचधकारी स सबचधत इस सविधान क ककनही उपबधो क परितणन को पणणतः या भागतः तनलतरबत करन क ललए उपबधो सदहत ऐस आनषचगक और पाररणालमक उपबध कर सकगा जो उदघोषणा क उददशयो को परभािी करन क ललए राषटरपतत को आिशयक या िाछनीय परतीत हो परनत इस खड की कोई बात राषटरपतत को उचि नयायालय म तनदहत या उसक

दवारा परयोकतवय ककसी शकतकत को अपन हार म लन या उचि नयायालयो स सबचधत इस सविधान क ककसी उपबध क परितणन को पणणतः या भागतः तनलतरबत करन क ललए पराचधकत नही करगी

(2) ऐसी कोई उदघोषणा ककसी पशचातिती उदघोषणा दवारा िापस ली जा सकगी या उसम पररितणन ककया जा सकगा

(3) इस अनचछि क अधीन की गई परतयक उदघोषणा ससद क परतयक सिन क समकष रखी जाएगी और जहा िह पिणिती उदघोषणा को िापस लन िाली उदघोषणा नही ह िहा िह िो मास की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उस अिचध की समाति स पहल ससद क िोनो सिनो क सकलपो दवारा उसका अनमोिन नही कर दिया जाता ह

परनत यदि ऐसी कोई उदघोषणा (जो पिणिती उदघोषणा को िापस लन िाली उदघोषणा नही ह) उस समय की जाती ह जब लोक सभा का विघटन हो गया ह या लोक सभा का विघटन इस खड म तनदिणषट िो मास की अिचध क िौरान हो जाता ह और यदि उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उस अिचध की समाति स पहल पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह

(4) इस परकार अनमोदित उदघोषणा यदि िापस नही ली जाती ह तो 1[ऐसी उदघोषणा क ककए जान की तारीख स छह मास] की अिचध की समाति पर परितणन म नही रहगी

1 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 38 दवारा (20-6-1979 स) खड (3) क अधीन उदघोषणा

का अनमोिन करन िाल सकलपो म स िसर क पाररत हो जान की तारीख स एक िषण क सरान पर परततसरावपत सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 50 दवारा (3-1-1977 स) मल शबि छह मास क सरान पर एक िषण शबि परततसरावपत ककए गए र

भारत का सविधान

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परनत यदि और जजतनी बार ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप ससद क िोनो सिनो दवारा पाररत कर दिया जाता ह तो और उतनी बार िह उदघोषणा यदि िापस नही ली जाती ह तो उस तारीख स जजसको िह इस खड क अधीन अनयरा परितणन म नही रहती 1[छह मास] की अिचध तक परितत बनी रहगी ककनत ऐसी उदघोषणा ककसी भी िशा म तीन िषण स अचधक परितत नही रहगी

परनत यह और कक यदि लोक सभा का विघटन 2[छह मास] की ऐसी अिचध क िौरान हो जाता ह और ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उकत अिचध क िौरान पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा को परितत बनाए रखन का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह

2[परनत यह भी कक पजाब राजय की बाबत 11 मई 1987 को खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा की िशा म इस खड क पहल परनतक म ldquoतीन िषणrdquo क परतत तनिश का इस परकार अरण लगाया जाएगा मानो िह 3[ldquoपाि िषणrdquo] क परतत तनिश हो ]

4[(5) खड (4) म ककसी बात क होत हए भी खड (3) क अधीन अनमोदित उदघोषणा क ककए जान की तारीख स एक िषण की समाति स आग ककसी अिचध क ललए ऐसी उदघोषणा को परितत बनाए रखन क सबध म कोई सकलप ससद क ककसी सिन दवारा तभी पाररत ककया जाएगा जबndash

(क) ऐस सकलप क पाररत ककए जान क समय आपात की उदघोषणा यराजसरतत सपणण भारत म अरिा सपणण राजय या उसक ककसी भाग म परितणन म ह और

1 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 38 दवारा (20-6-1979 स) एक िषण क सरान पर

परततसरावपत सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 50 दवारा (3-1-1977 स) छह मास मल शबिो क सरान पर एक िषण शबि परततसरावपत ककए गए र

2 सविधान (िौसठिा सशोधन) अचधतनयम 1990 की धारा 2 दवारा (16-4-1990 स) अतःसरावपत 3 सविधान (सडसठिा सशोधन) अचधतनयम 1990 की धारा 2 दवारा (4-10-1990 स) परततसरावपत और ततपशचात

सविधान (अडसठिा सशोधन) अचधतनयम 1991 की धारा 2 दवारा (12-3-1991 स) सशोचधत होकर ितणमान रप म आया

4 सविधान (अडतीसिा सशोधन) अचधतनयम 1975 की धारा 6 दवारा (भतलकषी परभाि स) खड (5) अतःसरावपत और ततपशचात सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 38 दवारा (20-6-1979 स) खड 5 क सरान पर परततसरावपत

भारत का सविधान

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(ख) तनिाणिन आयोग यह परमाखणत कर िता ह कक ऐस सकलप म वितनदिणषट अिचध क िौरान खड (3) क अधीन अनमोदित उदघोषणा को परितत बनाए रखना सबचधत राजय की विधान सभा क साधारण तनिाणिन करान म कदठनाइयो क कारण आिशयक ह ] 1[परनत इस खड की कोई बात पजाब राजय की बाबत 11 मई 1987 को खड

(1) क अधीन की गई उदघोषणा को लाग नही होगी ] 357 अनचछि 356 क अधीन की गई उदघोषणा क अधीन विधायी शकतकतयो का

परयोग ndash (1) जहा अनचछि 356 क खड (1) क अधीन की गई उदघोषणा दवारा यह घोषणा की गई ह कक राजय क विधान-मडल की शकतकतया ससद दवारा या उसक पराचधकार क अधीन परयोकतवय होगी िहाndash

(क) राजय क विधान-मडल की विचध बनान की शकतकत राषटरपतत को परिान करन की और इस परकार परितत शकतकत का ककसी अनय पराचधकारी को जजस राषटरपतत इस तनलमतत वितनदिणषट कर ऐसी शतो क अधीन जजनह राषटरपतत अचधरोवपत करना ठीक समझ परतयायोजन करन क ललए राषटरपतत को पराचधकत करन की ससद को

(ख) सघ या उसक अचधकाररयो और पराचधकाररयो को शकतकतया परिान करन या उन पर कतणवय अचधरोवपत करन क ललए अरिा शकतकतयो का परिान ककया जाना या कतणवयो का अचधरोवपत ककया जाना पराचधकत करन क ललए विचध बनान की ससद को अरिा राषटरपतत को या ऐस अनय पराचधकारी को जजसम ऐसी विचध बनान की शकतकत उपखड (क) क अधीन तनदहत ह

(ग) जब लोक सभा सतर म नही ह तब राजय की सचित तनचध म स वयय क ललए ससद की मजरी लतरबत रहन तक ऐस वयय को पराचधकत करन की राषटरपतत को

कषमता होगी 2[(2) राजय क विधान-मडल की शकतकत का परयोग करत हए ससद दवारा अरिा

राषटरपतत या खड (1) क उपखड (क) म तनदिणषट अनय पराचधकारी दवारा बनाई गई ऐसी विचध जजस ससद अरिा राषटरपतत या ऐसा अनय पराचधकारी अनचछि 356 क अधीन की गई उदघोषणा क अभाि म बनान क ललए सकषम नही होता उदघोषणा क परितणन म न रहन क पशचात तब तक परितत बनी रहगी जब तक सकषम विधान-मडल या अनय पराचधकारी दवारा उसका पररितणन या तनरसन या सशोधन नही कर दिया जाता ह ]

358 आपात क िौरान अनचछि 19 क उपबधो का तनलबन ndash3[(1)] 1[जब यदध

1 सविधान (ततरसठिा सशोधन) अचधतनयम 1989 की धारा 2 दवारा (6-1-1990 स) लोप ककया गया जजस सविधान

(िौसठिा सशोधन) अचधतनयम 1990 की धारा 2 दवारा (16-4-1990 स) अतःसरावपत ककया गया रा 2 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 51 दवारा (3-1-1977 स) परततसरावपत 3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 39 दवारा (20-6-1979 स) अनचछि 358 को उसक

खड (1) क रप म पनःसखयाककत ककया गया

भारत का सविधान

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या बाहय आकरमण क कारण भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा क सकट म होन की घोषणा करन िाली आपात की उदघोषणा परितणन म ह] तब अनचछि 19 की कोई बात भाग 3 म यरा पररभावषत राजय की कोई ऐसी विचध बनान की या कोई ऐसी कायणपाललका कारणिाई करन की शकतकत को जजस िह राजय उस भाग म अतविणषट उपबधो क अभाि म बनान या करन क ललए सकषम होता तनबचधत नही करगी ककनत इस परकार बनाई गई कोई विचध उदघोषणा क परितणन म न रहन पर अकषमता की मातरा तक उन बातो क लसिाय तरनत परभािहीन हो जाएगी जजनह विचध क इस परकार परभािहीन होन क पहल ककया गया ह या करन का लोप ककया गया ह

2[परनत 3[जहा आपात की ऐसी उदघोषणा] भारत क राजयकषतर क किल ककसी भाग म परितणन म ह िहा यदि और जहा तक भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा भारत क राजयकषतर क उस भाग म या उसक सबध म जजसम आपात की उदघोषणा परितणन म ह होन िाल ककरयाकलाप क कारण सकट म ह तो और िहा तक ऐस राजय या सघ राजयकषतर म या उसक सबध म जजसम या जजसक ककसी भाग म आपात की उदघोषणा परितणन म नही ह इस अनचछि क अधीन ऐसी कोई विचध बनाई जा सकगी या ऐसी कोई कायणपाललका कारणिाई की जा सकगी ]

4[(2) खड (1) की कोई बातndash (क) ककसी ऐसी विचध को लाग नही होगी जजसम इस आशय का उललख

अतविणषट नही ह कक ऐसी विचध उसक बनाए जान क समय परितत आपात की उदघोषणा क सबध म ह या

(ख) ककसी ऐसी कायणपाललका कारणिाई को लाग नही होगी जो ऐसा उललख अतविणषट करन िाली विचध क अधीन न करक अनयरा की गई ह 359 आपात क िौरान भाग 3 दवारा परितत अचधकारो क परितणन का तनलबन ndash (1)

जहा आपात की उदघोषणा परितणन म ह िहा राषटरपतत आिश दवारा यह घोषणा कर सकगा कक 5[(अनचछि 20 और अनचछि 21 को छोडकर) भाग 3 दवारा परितत ऐस अचधकारो] को परिततणत करान क ललए जो उस आिश म उजललखखत ककए जाए ककसी नयायालय को 1 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 39 दवारा (20-6-1979 स) ldquoजब आपात की उदघोषणा

परितणन म हrdquo शबिो क सरान पर परततसरावपत 2 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 52 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत 3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 39 दवारा (20-6-1979 स) ldquoजब आपात की उदघोषणाrdquo

शबिो क सरान पर परततसरावपत 4 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 39 दवारा (20-6-1979 स) अतःसरावपत 5 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 40 दवारा (20-6-1979 स) ldquoभाग 3 दवारा परितत

अचधकारोrdquo क सरान पर परततसरावपत

भारत का सविधान

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समाििन करन का अचधकार और इस परकार उजललखखत अचधकारो को परिततणत करान क ललए ककसी नयायालय म लतरबत सभी कायणिादहया उस अिचध क ललए जजसक िौरान उदघोषणा परितत रहती ह या उसस लघतर ऐसी अिचध क ललए जो आिश म वितनदिणषट की जाए तनलतरबत रहगी

1[(1क) जब 2[(अनचछि 20 और अनचछि 21 को छोडकर) भाग 3 दवारा परितत ककनही अचधकारो] को उजललखखत करन िाला खड (1) क अधीन ककया गया आिश परितणन म ह तब उस भाग म उन अचधकारो को परिान करन िाली कोई बात उस भाग म यरापररभावषत राजय की कोई ऐसी विचध बनान की या कोई ऐसी कायणपाललका कारणिाई करन की शकतकत को जजस िह राजय उस भाग म अतविणषट उपबधो क अभाि म बनान या करन क ललए सकषम होता तनबचधत नही करगी ककनत इस परकार बनाई गई कोई विचध पिोकत आिश क परितणन म न रहन पर अकषमता की मातरा तक उन बातो क लसिाय तरनत परभािहीन हो जाएगी जजनह विचध क इस परकार परभािहीन होन क पहल ककया गया ह या करन का लोप ककया गया ह ]

2[परनत जहा आपात की उदघोषणा भारत क राजयकषतर क किल ककसी भाग म परितणन म ह िहा यदि और जहा तक भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा भारत क राजयकषतर क उस भाग म या उसक सबध म जजसम आपात की उदघोषणा परितणन म ह होन िाल ककरयाकलाप क कारण सकट म ह तो और िहा तक ऐस राजय या सघ राजयकषतर म या उसक सबध म जजसम या जजसक ककसी भाग म आपात की उदघोषणा परितणन म नही ह इस अनचछि क अधीन ऐसी कोई विचध बनाई जा सकगी या ऐसी कोई कायणपाललका कारणिाई की जा सकगी ]

3[(1ख) खड (1क) की कोई बात ndash (क) ककसी ऐसी विचध को लाग नही होगी जजसम इस आशय का उललख

अतविणषट नही ह कक ऐसी विचध उसक बनाए जान क समय परितत आपात की उदघोषणा क सबध म ह या

(ख) ककसी ऐसी कायणपाललका कारणिाई को लाग नही होगी जो ऐसा उललख अतविणषट करन िाली विचध क अधीन न करक अनयरा की गई ह ] (2) पिोकत रप म ककए गए आिश का विसतार भारत क सपणण राजयकषतर या

उसक ककसी भाग पर हो सकगा 4[परनत जहा आपात की उदघोषणा भारत क राजयकषतर क किल ककसी भाग म

1 सविधान (अडतीसिा सशोधन) अचधतनयम 1975 की धारा 7 दवारा (भतलकषी परभाि स) अतःसरावपत 2 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 53 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत 3 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 40 दवारा (20-6-1979 स) अतःसरावपत 4 सविधान (बयालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1976 की धारा 53 दवारा (3-1-1977 स) अतःसरावपत

भारत का सविधान

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परितणन म ह िहा ककसी ऐस आिश का विसतार भारत क राजयकषतर क ककसी अनय भाग पर तभी होगा जब राषटरपतत यह समाधान हो जान पर कक भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग की सरकषा भारत क राजयकषतर क उस भाग म या उसक सबध म जजसम आपात की उदघोषणा परितणन म ह होन िाल ककरयाकलाप क कारण सकट म ह ऐसा विसतार आिशयक समझता ह ]

(3) खड (1) क अधीन ककया गया परतयक आिश ककए जान क पशचात यराशकय शीघर ससद क परतयक सिन क समकष रखा जाएगा

1359क [इस भाग का पजाब राजय को लाग होना ] ndash सविधान (ततरसठिा सशोधन) अचधतनयम 1989 की धारा 3 दवारा (6-1-1990 स) तनरलसत

360 विततीय आपात क बार म उपबध ndash (1) यदि राषटरपतत का यह समाधान हो जाता ह कक ऐसी जसरतत उतपनन हो गई ह जजसस भारत या उसक राजयकषतर क ककसी भाग का विततीय सरातयति या परतयय सकट म ह तो िह उदघोषणा दवारा इस आशय की घोषणा कर सकगा

2[(2) खड (1) क अधीन की गई उदघोषणाndash (क) ककसी पशचातिती उदघोषणा दवारा िापस ली जा सकगी या पररिततणत की

जा सकगी (ख) ससद क परतयक सिन क समकष रखी जाएगी (ग) िो मास की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उस अिचध की

समाति स पहल ससद क िोनो सिनो क सकलपो दवारा उसका अनमोिन नही कर दिया जाता ह परनत यदि ऐसी कोई उदघोषणा उस समय की जाती ह जब लोक सभा का विघटन

हो गया ह या लोक सभा का विघटन उपखड (ग) म तनदिणषट िो मास की अिचध क िौरान हो जाता ह और यदि उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप राजय सभा दवारा पाररत कर दिया गया ह ककनत ऐसी उदघोषणा क सबध म कोई सकलप लोक सभा दवारा उस अिचध की समाति स पहल पाररत नही ककया गया ह तो उदघोषणा उस तारीख स जजसको लोक सभा अपन पनगणठन क पशचात पररम बार बठती ह तीस दिन की समाति पर परितणन म नही रहगी यदि उकत तीस दिन की अिचध की समाति स पहल उदघोषणा का अनमोिन करन िाला सकलप लोक सभा दवारा भी पाररत नही कर दिया जाता ह ]

(3) उस अिचध क िौरान जजसम खड (1) म उजललखखत उदघोषणा परितत रहती ह

1 सविधान (उनसठिा सशोधन) अचधतनयम 1988 की धारा 3 दवारा (30-3-1988 स) अतःसरावपत यह इस

अचधतनयम क परारभ स अराणत 1988 क मािण क तीसि दिन स िो िषण की अिचध की समाति क पशचात परितत नही रहगी

2 सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 41 दवारा (20-6-1979 स) परततसरावपत

भारत का सविधान

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सघ की कायणपाललका शकतकत का विसतार ककसी राजय को विततीय औचितय सबधी ऐस लसदधातो का पालन करन क ललए तनिश िन तक जो तनिशो म वितनदिणषट ककए जाए और ऐस अनय तनिश िन तक होगा जजनह राषटरपतत उस परयोजन क ललए िना आिशयक और पयाणि समझ

(4) इस सविधान म ककसी बात क होत हए भी ndash (क) ऐस ककसी तनिश क अतगणतndash

(i) ककसी राजय क कायणकलाप क सबध म सिा करन िाल सभी या ककसी िगण क वयकतकतयो क ितनो और भततो म कमी की अपकषा करन िाला उपबध

(ii) धन विधयको या अनय ऐस विधयको को जजनको अनचछि 207 क उपबध लाग होत ह राजय क विधान-मडल दवारा पाररत ककए जान क पशचात राषटरपतत क वििार क ललए आरकषकषत रखन क ललए उपबध

हो सक ग (ख) राषटरपतत उस अिचध क िौरान जजसम इस अनचछि क अधीन की

गई उदघोषणा परितत रहती ह सघ क कायणकलाप क सबध म सिा करन िाल सभी या ककसी िगण क वयकतकतयो क जजनक अतगणत उचितम नयायालय और उचि नयायालयो क नयायाधीश ह ितनो और भततो म कमी करन क ललए तनिश िन क ललए सकषम होगा 1(5)

1 सविधान (अडतीसिा सशोधन) अचधतनयम 1975 की धारा 8 दवारा (भतलकषी परभाि स) खड (5) अतःसरावपत ककया

गया रा और उसका सविधान (ििालीसिा सशोधन) अचधतनयम 1978 की धारा 41 दवारा (20-6-1979 स) लोप ककया गया

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भाग 19 परकीरण

361 राषटरपति और राजयपालो और राजपरमखो का सरकषर ndash (1) राषटरपति अथवा राजय का राजयपाल या राजपरमख अपन पद की शकतियो क परयोग और किणवयो क पालन क ललए या उन शकतियो का परयोग और किणवयो का पालन करि हए अपन दवारा ककए गए या ककए जान क ललए िातपतयणि ककसी कायण क ललए ककसी नयायालय को उततरदायी नह होगा

परनि अनचछद 61 क अधीन आरोप क अनवषर क ललए ससद क ककसी सदन दवारा तनयि या अलभहहि ककसी नयायालय अधधकरर या तनकाय दवारा राषटरपति क आचरर का पनरवणलोकन ककया जा सकगा

परनि यह और कक इस खड की ककसी बाि का यह अथण नह लगाया जाएगा कक वह भारि सरकार या ककसी राजय की सरकार क रवरदध समधचि कायणवाहहया चलान क ककसी वयकति क अधधकार को तनबधधि करिी ह

(2) राषटरपति या ककसी राजय क राजयपाल 1 क रवरदध उसकी पदावधध क दौरान ककसी नयायालय म ककसी भी परकार की दाकतडक कायणवाह ससथथि नह की जाएगी या चाल नह रखी जाएगी

(3) राषटरपति या ककसी राजय क राजयपाल 1 की पदावधध क दौरान उसकी धगरफिार या कारावास क ललए ककसी नयायालय स कोई आदलशका तनकाल नह जाएगी

(4) राषटरपति या ककसी राजय क राजयपाल 1 क रप म अपना पद गरहर करन स पहल या उसक पशचाि उसक दवारा अपनी वयकतिक हलसयि म ककए गए या ककए जान क ललए िातपतयणि ककसी कायण क सबध म कोई लसरवल कायणवाहहया सजनम राषटरपति या ऐस राजय क राजयपाल 1 क रवरदध अनिोष का दावा ककया जािा ह उसकी पदावधध क दौरान ककसी नयायालय म िब िक ससथथि नह की जाएगी जब िक कायणवाहहयो की परकति उनक ललए वाद हिक ऐसी कायणवाहहयो को ससथथि करन वाल पकषकार का नाम वरणन तनवास-थथान और उस अनिोष का सजसका वह दावा करिा ह कथन करन वाल ललखखि सचना यथासथथति राषटरपति या राजयपाल 2 को पररदतत ककए जान या उसक कायाणलय म छोड जान क पशचाि दो मास का समय समापत नह हो गया ह

1 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का लोप ककया गया 2 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

शबदो का लोप ककया गया

भारि का सरवधान

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1[361क ससद और राजयो क रवधान-मडलो की कायणवाहहयो क परकाशन का सरकषरndash(1) कोई वयकति ससद क ककसी सदन या यथासथथति ककसी राजय की रवधान सभा या ककसी राजय क रवधान-मडल क ककसी सदन की ककनह कायणवाहहयो क सारिः सह रववरर क ककसी समाचारपतर म परकाशन क सबध म ककसी नयायालय म ककसी भी परकार की लसरवल या दाकतडक कायणवाह का िब िक भागी नह होगा जब िक यह साबबि नह कर हदया जािा ह कक परकाशन रवदवषपवणक ककया गया ह

परनि इस खड की कोई बाि ससद क ककसी सदन या यथासथथति ककसी राजय की रवधान सभा या ककसी राजय क रवधान-मडल क ककसी सदन की गपत बठक की कायणवाहहयो क रववरर क परकाशन को लाग नह होगी

(2) खड (1) ककसी परसारर कनर क माधयम स उपलबध ककसी कायणकरम या सवा क भागरप बिार िारयाबतरकी क माधयम स परसाररि ररपोरटो या सामगरी क सबध म उसी परकार लाग होगा सजस परकार वह ककसी समाचारपतर म परकालशि ररपोरटो या सामगरी क सबध म लाग होिा ह

थपषटीकरर ndash इस अनचछद म ldquoसमाचारपतरrdquo क अिगणि समाचार एजसी की ऐसी ररपोरटण ह सजसम ककसी समाचारपतर म परकाशन क ललए सामगरी अिरवणषट ह ]

2[361ख लाभपरद राजनीतिक पद पर तनयकति क ललए तनरहणिा ndash ककसी राजनीतिक दल का ककसी सदन का कोई सदथय जो दसवी अनसची क परा 2 क अधीन सदन का सदथय होन क ललए तनरहहणि ह अपनी तनरहणिा की िार ख स परारभ होन वाल और उस िार ख िक सजसको ऐस सदथय क रप म उसकी पदावधध समापत होगी या उस िार ख िक सजसको वह ककसी सदन क ललए कोई तनवाणचन लडिा ह और तनवाणधचि घोरषि ककया जािा ह इनम स जो भी पवणिर हो की अवधध क दौरान कोई लाभपरद राजनीतिक पद धारर करन क ललए भी तनरहहणि होगा

थपषटीकरर ndash इस अनचछद क परयोजनो क ललए ndash (क) ldquoसदनrdquo पद का वह अथण ह जो उसका दसवी अनसची क परा 1 क

खड (क) म ह (ख) ldquoलाभपरद राजनीतिक पदrdquo अलभवयकति स अलभपरि ह ndash

(i) भारि सरकार या ककसी राजय सरकार क अधीन कोई पद जहा ऐस पद क ललए विन या पाररशरलमक का सदाय यथासथथति भारि सरकार या राजय सरकार क लोक राजथव स ककया जािा ह या

1 सरवधान (चवाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1978 की धारा 42 दवारा (20-6-1979 स) अिःथथारपि

2 सरवधान (इकयानववा सशोधन) अधधतनयम 2003 की धारा 4 दवारा (1-1-2004 स) अिःथथारपि

भारि का सरवधान

220

(ii) ककसी तनकाय क अधीन चाह तनगलमि हो या नह जो भारि सरकार या ककसी राजय सरकार क परणिः या भागिः थवालमतवाधीन ह कोई पद और ऐस पद क ललए विन या पाररशरलमक का सदाय ऐस तनकाय स ककया जािा ह

लसवाय वहा क जहा सदतत ऐसा विन या पाररशरलमक परतिकरातमक थवरप का ह ] 362 [दशी राजयो क शासको क अधधकार और रवशषाधधकार ] ndash सरवधान

(छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 की धारा 2 दवारा (28-12-1971 स) तनरलसि 363 कछ सधधयो करारो आहद स उतपनन रववादो म नयायालयो क हथिकषप का

वजणन ndash (1) इस सरवधान म ककसी बाि क होि हए भी ककनि अनचछद 143 क उपबधो क अधीन रहि हए उचचिम नयायालय या ककसी अनय नयायालय को ककसी ऐसी सधध करार परसरवदा वचनबध सनद या वसी ह अनय ललखि क ककसी उपबध स जो इस सरवधान क परारभ स पहल ककसी दशी राजय क शासक दवारा की गई थी या तनषपाहदि की गई थी और सजसम भारि डोलमतनयन की सरकार या उसकी पवणविी कोई सरकार और सजसम भारि डोलमतनयन की सरकार या उसकी पवणविी कोई सरकार एक पकषकार थी और जो ऐस परारभ क पशचाि परविणन म ह या परविणन म बनी रह ह उतपनन ककसी रववाद म या ऐसी सधध करार परसरवदा वचनबध सनद या वसी ह अनय ललखि स सबधधि इस सरवधान क ककसी उपबध क अधीन परोदभि ककसी अधधकार या उसस उदभि ककसी दातयतव या बाधयिा क सबध म ककसी रववाद म अधधकाररिा नह होगी

(2) इस अनचछद म ndash (क) ldquoदशी राजयrdquo स ऐसा राजयकषतर अलभपरि ह सजस हहज मजथरट स या

भारि डोलमतनयन की सरकार स इस सरवधान क परारभ स पहल ऐस राजय क रप म मानयिा परापत थी और

(ख) ldquoशासकrdquo क अिगणि ऐसा राजा परमख या अनय वयकति ह सजस हहज मजथरट स या भारि डोलमतनयन की सरकार स ऐस परारभ स पहल ककसी दशी राजय क शासक क रप म मानयिा परापत थी 1[363क दशी राजयो क शासको को द गई मानयिा की समातपत और तनजी

थललयो का अि ndash इस सरवधान या ितसमय परवतत ककसी रवधध म ककसी बाि क होि हए भी ndash

(क) ऐसा राजा परमख या अनय वयकति सजस सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 क परारभ स पहल ककसी समय राषटरपति स ककसी दशी राजय क शासक क रप म मानयिा परापत थी या ऐसा वयकति सजस ऐस परारभ स पहल ककसी समय राषटरपति स ऐस शासक क उततराधधकार क रप म मानयिा परापत थी ऐस परारभ को और स ऐस शासक या ऐस शासक क उततराधधकार क रप म मानयिा परापत नह रह जाएगा

(ख) सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 क परारभ को और स 1 सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 की धारा 3 दवारा (28-12-1971 स) अिःथथारपि

भारि का सरवधान

221

तनजी थल का अि ककया जािा ह और तनजी थल की बाबि सभी अधधकार दातयतव और बाधयिाए तनवाणरपि की जािी ह और िदनसार खड (क) म तनहदणषट यथासथथति शासक या ऐस शासक क उततराधधकार को या अनय वयकति को ककसी रालश का तनजी थल क रप म सदाय नह ककया जाएगा ] 364 महापततनो और रवमानकषतरो क बार म रवशष उपबध ndash (1) इस सरवधान म

ककसी बाि क होि हए भी राषटरपति लोक अधधसचना दवारा तनदश द सकगा कक ऐसी िार ख स जो उस अधधसचना म रवतनहदणषट की जाएndash

(क) ससद या ककसी राजय क रवधान-मडल दवारा बनाई गई कोई रवधध ककसी महापततन या रवमानकषतर को लाग नह होगी अथवा ऐस अपवादो या उपािररो क अधीन रहि हए लाग होगी जो उस अधधसचना म रवतनहदणषट ककए जाए या

(ख) कोई रवदयमान रवधध ककसी महापततन या रवमानकषतर म उन बािो क लसवाय परभावी नह रहगी सजनह उि िार ख स पहल ककया गया ह या करन का लोप ककया गया ह अथवा ऐस पततन या रवमानकषतर को लाग होन म ऐस अपवादो या उपािररो क अधीन रहि हए परभावी होगी जो उस अधधसचना म रवतनहदणषट ककए जाए (2) इस अनचछद मndash

(क) ldquoमहापततनrdquo स ऐसा पततन अलभपरि ह सजस ससद दवारा बनाई गई ककसी रवधध या ककसी रवदयमान रवधध दवारा या उसक अधीन महापततन घोरषि ककया गया ह और इसक अिगणि ऐस सभी कषतर ह जो उस समय ऐस पततन की सीमाओ क भीिर ह

(ख) ldquoरवमानकषतरrdquo स वाय मागो वाययानो और रवमान चालन स सबधधि अधधतनयलमतियो क परयोजनो क ललए यथा पररभारषि रवमानकषतर अलभपरि ह 365 सघ दवारा हदए गए तनदशो का अनपालन करन म या उनको परभावी करन म

असफलिा का परभाव ndash जहा इस सरवधान क ककसी उपबध क अधीन सघ की कायणपाललका शकति का परयोग करि हए हदए गए ककनह तनदशो का अनपालन करन म या उनको परभावी करन म कोई राजय असफल रहिा ह वहा राषटरपति क ललए यह मानना रवधधपरण होगा कक ऐसी सथथति उतपनन हो गई ह सजसम उस राजय का शासन इस सरवधान क उपबधो क अनसार नह चलाया जा सकिा ह

366 पररभाषाए ndash इस सरवधान म जब िक कक सदभण स अनयथा अपकषकषि न हो तनमनललखखि पदो क तनमनललखखि अथण ह अथाणि ndash

(1) ldquoकरष-आयrdquo स भारिीय आय-कर स सबधधि अधधतनयलमतियो क परयोजनो क ललए यथा पररभारषि करष-आय अलभपरि ह

(2) ldquoआगल-भारिीयrdquo स ऐसा वयकति अलभपरि ह सजसका रपिा या रपि-

भारि का सरवधान

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परपरा म कोई अनय परष जनक यरोपीय उदभव का ह या था ककनि जो भारि क राजयकषतर म अधधवासी ह और जो ऐस राजयकषतर म ऐस मािा-रपिा स जनमा ह या जनमा था जो वहा साधाररिया तनवासी रह ह और कवल अथथायी परयोजनो क ललए वास नह कर रह ह

(3) ldquoअनचछदrdquo स इस सरवधान का अनचछद अलभपरि ह (4) ldquoउधार लनाrdquo क अिगणि वारषणककया दकर धन लना ह और ldquoउधारrdquo का

िदनसार अथण लगाया जाएगा 1[(4क) ] (5) ldquoखडrdquo स उस अनचछद का खड अलभपरि ह सजसम वह पद आिा ह (6) ldquoतनगम करrdquo स कोई आय पर कर अलभपरि ह जहा िक वह कर

कपतनयो दवारा सदय ह और ऐसा कर ह सजसक सबध म तनमनललखखि शि पर होिी ह अथाणि ndash

(क) वह करष-आय क सबध म परभायण नह ह (ख) कपतनयो दवारा सदतत कर क सबध म कपतनयो दवारा वयरषटयो

को सदय लाभाशो म स ककसी करटौिी का ककया जाना उस कर को लाग अधधतनयलमतियो दवारा पराधधकि नह ह

(ग) ऐस लाभाश परापत करन वाल वयरषटयो की कल आय की भारिीय आय-कर क परयोजनो क ललए गरना करन म अथवा ऐस वयरषटयो दवारा सदय या उनको परतिदय भारिीय आय-कर की गरना करन म इस परकार सदतत कर को हहसाब म लन क ललए कोई उपबध रवदयमान नह ह (7) शका की दशा म ldquoितथथानी परािrdquo ldquoितथथानी दशी राजयrdquo या

ldquoितथथानी राजयrdquo स ऐसा पराि दशी राजय या राजय अलभपरि ह सजस राषटरपति परशनगि ककसी रवलशषट परयोजन क ललए यथासथथति ितथथानी पराि ितथथानी दशी राजय या ितथथानी राजय अवधाररि कर

(8) ldquoऋरrdquo क अिगणि वारषणककयो क रप म मलधन क परतिसदाय की 1 सरवधान (बयाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1976 की धारा 54 दवारा (1-2-1977 स) खड (4क) अनिःथथारपि

ककया गया और उसका सरवधान (ििाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1977 की धारा 11 दवारा (13-4-1978 स) लोप ककया गया

भारि का सरवधान

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ककसी बाधयिा क सबध म कोई दातयतव और ककसी परतयाभति क अधीन कोई दातयतव ह और ldquoऋरभारrdquo का िदनसार अथण लगाया जाएगा

(9) ldquoसपदा शलकrdquo स वह शलक अलभपरि ह जो ऐस तनयमो क अनसार जो ससद या ककसी राजय क रवधान-मडल दवारा ऐस शलक क सबध म बनाई गई रवधधयो दवारा या उनक अधीन रवहहि ककए जाए मतय पर सकराि होन वाल या उि रवधधयो क उपबधो क अधीन इस परकार सकराि हई समझी गई सभी सपरतत क मल मलय पर या उसक परति तनदश स तनधाणररि ककया जाए

(10) ldquoरवदयमान रवधधrdquo स ऐसी रवधध अधयादश आदश उपरवधध तनयम या रवतनयम अलभपरि ह जो इस सरवधान क परारभ स पहल ऐसी रवधध अधयादश आदश उपरवधध तनयम या रवतनयम बनान की शकति रखन वाल ककसी रवधान-मडल पराधधकार या वयकति दवारा पाररि ककया गया ह या बनाया गया ह

(11) ldquoफडरल नयायालयrdquo स भारि शासन अधधतनयम 1935 क अधीन गहठि फडरल नयायालय अलभपरि ह

(12) ldquoमालrdquo क अिगणि सभी सामगरी वाखरजया और वथिए ह 1[(12क) ldquoमाल और सवा करrdquo स मानवीय उपभोग क ललए एलकोहाल

ललकर क परदाय पर कर क लसवाय माल या सवाओ अथवा दोनो क परदाय पर कोई कर अलभपरि ह ]

(13) ldquoपरतयाभतिrdquo क अिगणि ऐसी बाधयिा ह सजसका ककसी उपकरम क लाभो क ककसी रवतनहदणषट रकम स कम होन की दशा म सदाय करन का वचनबध इस सरवधान क परारभ स पहल ककया गया ह

(14) ldquoउचच नयायालयrdquo स ऐसा नयायालय अलभपरि ह जो इस सरवधान क परयोजनो क ललए ककसी राजय क ललए उचच नयायालय समझा जािा ह और इसक अिगणि ndash

(क) भारि क राजयकषतर म इस सरवधान क अधीन उचच नयायालय क रप म गहठि या पनगणहठि कोई नयायालय ह और

(ख) भारि क राजयकषतर म ससद दवारा रवधध दवारा इस सरवधान क सभी या ककनह परयोजनो क ललए उचच नयायालय क रप म घोरषि कोई अनय नयायालय ह

(15) ldquoदशी राजयrdquo स ऐसा राजयकषतर अलभपरि ह सजस भारि डोलमतनयन की सरकार स ऐस राजय क रप म मानयिा परापत थी

(16) ldquoभागrdquo स इस सरवधान का भाग अलभपरि ह (17) ldquoपशनrdquo स ककसी वयकति को या उसक सबध म सदय ककसी परकार की

1 सरवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अधधतनयम 2016 की धारा 14(i) दवारा (16-9-2016 स) अिःथथारपि

भारि का सरवधान

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पशन अलभपरि ह चाह वह अलभदायी ह या नह ह और इसक अिगणि इस परकार सदय सवातनवरतत विन इस परकार सदय उपदान और ककसी भरवषय तनधध क अलभदानो की उन पर बयाज या उनम अनय पररवधणन सहहि या उसक बबना वापसी क रप म इस परकार सदय कोई रालश या रालशया ह

(18) ldquoआपाि की उदघोषराrdquo स अनचछद 352 क खड (1) क अधीन की गई उदघोषरा अलभपरि ह

(19) ldquoलोक अधधसचनाrdquo स यथासथथति भारि क राजपतर म या ककसी राजय क राजपतर म अधधसचना अलभपरि ह

(20) ldquoरलrdquo क अिगणिndash (क) ककसी नगरपाललक कषतर म परणिया सथथि टराम नह ह या (ख) ककसी राजय म परणिया सथथि सचार की ऐसी अनय लाइन

नह ह सजसकी बाबि ससद न रवधध दवारा घोरषि ककया ह कक वह रल नह ह 1(21) 2[(22) ldquoशासकrdquo स ऐसा राजा परमख या अनय वयकति अलभपरि ह सजस

सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 क परारभ स पहल ककसी समय राषटरपति स ककसी दशी राजय क शासक क रप म मानयिा परापत थी या ऐसा वयकति अलभपरि ह सजस ऐस परारभ स पहल ककसी समय राषटरपति स ऐस शासक क उततराधधकार क रप म मानयिा परापत थी ]

(23) ldquoअनसचीrdquo स इस सरवधान की अनसची अलभपरि ह (24) ldquoअनसधचि जातियोrdquo स ऐसी जातिया मलवश या जनजातिया

अथवा ऐसी जातियो मलवशो या जनजातियो क भाग या उनम क यथ अलभपरि ह सजनह इस सरवधान क परयोजनो क ललए अनचछद 341 क अधीन अनसधचि जातिया समझा जािा ह

(25) ldquoअनसधचि जनजातियोrdquo स ऐसी जनजातिया या जनजाति समदाय अथवा ऐसी जनजातियो या जनजाति समदायो क भाग या उनम क यथ अलभपरि ह सजनह इस सरवधान क परयोजनो क ललए अनचछद 342 क अधीन अनसधचि जनजातिया समझा जािा ह

(26) ldquoपरतिभतियोrdquo क अिगणि थरटाक ह

1 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) खड (21) का

लोप ककया गया 2 सरवधान (छबबीसवा सशोधन) अधधतनयम 1971 की धारा 4 दवारा (28-12-1971 स) परतिथथारपि

भारि का सरवधान

225

1[(26क) ldquoसवाओrdquo स माल स लभनन कछ भी अलभपरि ह (26ख) ldquoराजयrdquo क अिगणि अनचछद 246क अनचछद 268 अनचछद

269 अनचछद 269क और अनचछद 279क क सदभण म रवधान-मडल वाला कोई सघ राजयकषतर भी आिा ह ]

2[(26ग) lsquolsquoसामासजक और शकषकषक दसष रट स रपछड वगोrsquorsquo स ऐस रपछड वगण अलभपरि ह सजन ह इस सरवधान क परयोजनो क ललए अनच छद 342क क अधीन ऐसा समझा गया ह ]

(27) ldquoउपखडrdquo स उस खड का उपखड अलभपरि ह सजसम वह पद आिा ह

(28) ldquoकराधानrdquo क अिगणि ककसी कर या लाग का अधधरोपर ह चाह वह साधारर या थथानीय या रवशष ह और ldquoकरrdquo का िदनसार अथण लगाया जाएगा

(29) ldquoआय पर करrdquo क अिगणि अतिलाभ-कर की परकति का कर ह 3[(29क) ldquoमाल क करय या रवकरय पर करrdquo क अिगणिndash

(क) वह कर ह जो नकद आथथधगि सदाय या अनय मलयवान परतिफल क ललए ककसी माल म सपरतत क ऐस अिरर पर ह जो ककसी सरवदा क अनसरर म न करक अनयथा ककया गया ह

(ख) वह कर ह जो माल म सपरतत क (चाह वह माल क रप म हो या ककसी अनय रप म) ऐस अिरर पर ह जो ककसी सकमण सरवदा क तनषपादन म अिवणललि ह

(ग) वह कर ह जो अवकरय या ककथिो म सदाय की पदधति स माल क पररदान पर ह

(घ) वह कर ह जो नकद आथथधगि सदाय या अनय मलयवान परतिफल क ललए ककसी माल का ककसी परयोजन क ललए उपयोग करन क अधधकार क (चाह वह रवतनहदणषट अवधध क ललए हो या नह ) अिरर पर ह

(ङ) वह कर ह जो नकद आथथधगि सदाय या अनय मलयवान

1 सरवधान (बयाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1976 की धारा 54 दवारा (1-2-1977 स) खड (26क) अिःथथारपि

ककया गया था और उसका सरवधान (ििाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1977 की धारा 11 दवारा (13-4-1978 स) लोप ककया गया और सरवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अधधतनयम 2016 की धारा 14(ii) दवारा (16-9-2016 स) अिःथथारपि

2 सरवधान (एक सौ दोवा सशोधन) अधधतनयम 2018 की धारा 5 दवारा (11-8-2018 स) अिःथथारपि

3 सरवधान (तछयाल सवा सशोधन) अधधतनयम 1982 की धारा 4 दवारा (2-2-1983 स) अिःथथारपि

भारि का सरवधान

226

परतिफल क ललए ककसी माल क परदाय पर ह जो ककसी अतनगलमि सगम या वयकति-तनकाय दवारा अपन ककसी सदथय को ककया गया ह

(च) वह कर ह जो ऐस माल क जो खादय या मानव उपभोग क ललए कोई अनय पदाथण या कोई पय ह (चाह वह मादक हो या नह ) ऐस परदाय पर ह जो ककसी सवा क रप म या सवा क भाग क रप म या ककसी भी अनय र ति स ककया गया ह और ऐसा परदाय या सवा नकद आथथधगि सदाय या अनय मलयवान परतिफल क ललए की गई ह

और माल क ऐस अिरर पररदान या परदाय क बार म यह समझा जाएगा कक वह उस वयकति दवारा जो ऐसा अिरर पररदान या परदाय कर रहा ह उस माल का रवकरय ह और उस वयकति दवारा सजसको ऐसा अिरर पररदान या परदाय ककया जािा ह उस माल का करय ह ]

1[(30) ldquoसघ राजयकषतरrdquo स पहल अनसची म रवतनहदणषट कोई सघ राजयकषतर अलभपरि ह और इसक अिगणि ऐसा अनय राजयकषतर ह जो भारि क राजयकषतर म समारवषट ह ककि उस अनसची म रवतनहदणषट नह ह ] 367 तनवणचन ndash (1) जब िक कक सदभण स अनयथा अपकषकषि न हो इस

सरवधान क तनवणचन क ललए साधारर खड अधधतनयम 1897 ऐस अनकलनो और उपािररो क अधीन रहि हए जो अनचछद 372 क अधीन उसम ककए जाए वस ह लाग होगा जस वह भारि डोलमतनयन क रवधान-मडल क ककसी अधधतनयम क तनवणचन क ललए लाग होिा ह

(2) इस सरवधान म ससद क या उसक दवारा बनाए गए अधधतनयमो या रवधधयो क परति ककसी तनदश का अथवा 2 ककसी राजय क रवधान-मडल क या उसक दवारा बनाए गए अधधतनयमो या रवधधयो क परति ककसी तनदश का यह अथण लगाया जाएगा कक उसक अिगणि यथासथथति राषटरपति दवारा तनलमणि अधयादश या ककसी राजयपाल 3 दवारा तनलमणि अधयादश क परति तनदश ह

(3) इस सरवधान क परयोजनो क ललए ldquoरवदशी राजयrdquo स भारि स लभनन कोई राजय अलभपरि ह

परि ससद दवारा बनाई गई ककसी रवधध क उपबधो क अधीन रहि हए राषटरपति आदश दवारा यह घोषरा कर सकगा कक कोई राजय उन परयोजनो क ललए जो उस आदश4 म रवतनहदणषट ककए जाए रवदशी राजय नह ह

1 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा खड (30) क थथान पर (1-

11-1956 स) परतिथथारपि

2 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहल अनसची क भाग क या भाग ख म रवतनहदणषटrdquo शबदो और अकषरो का लोप ककया गया

3 सरवधान (सािवा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo शबदो का लोप ककया गया

4 सरवधान (रवदशी राजयो क बार म घोषरा) आदश 1950 (स आ 2) दखखए

227

भाग 20 सविधान का सशोधन

368 1[सविधान का सशोधन करन की ससद की शकति और उसक लिए परकरिया] ndash 2[(1) इस सविधान म करकसी बात क होत हए भी ससद अपनी सविधायी शकति का परयोग करत हए इस सविधान क करकसी उपबध का पररिधधन पररितधन या ननरसन क रप म सशोधन इस अनचछद म अधधकधित परकरिया क अनसार कर सकगी ]

3[(2)] इस सविधान क सशोधन का आरभ ससद क करकसी सदन म इस परयोजन क लिए विधयक परःसिावपत करक ही करकया जा सकगा और जब िह विधयक परतयक सदन म उस सदन की कि सदसय सखया क बहमत दवारा तिा उस सदन क उपससित और मत दन िाि सदसयो क कम स कम दो-नतहाई बहमत दवारा पाररत कर ददया जाता ह तब 4[िह राषटरपनत क समकष परसतत करकया जाएगा जो विधयक को अपनी अनमनत दगा और तब] सविधान उस विधयक क ननबधनो क अनसार सशोधधत हो जाएगा

परत यदद ऐसा सशोधन ndash (क) अनचछद 54 अनचछद 55 अनचछद 73 5[अनचछद 162 अनचछद

241 या अनचछद 279क] म या (ख) भाग 5 क अधयाय 4 भाग 6 क अधयाय 5 या भाग 11 क अधयाय 1

म या (ग) सातिी अनसची की करकसी सची म या (घ) ससद म राजयो क परनतननधधति म या (ङ) इस अनचछद क उपबधो म

कोई पररितधन करन क लिए ह तो ऐस सशोधन क लिए उपबध करन िािा विधयक राषटरपनत क समकष अनमनत क लिए परसतत करकए जान स पहि उस सशोधन क लिए

1 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा सविधान म सशोधन करन की परकरिया क

सिान पर (5-11-1971 स) परनतसिावपत 2 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा (5-11-1971 स) अतःसिावपत 3 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा अनचछद 368 को खड (2) क रप म

पनःसखयाकरकत करकया गया 4 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा ldquoतब िह राषटरपनत क समकष उसकी अनमनत क

लिए रखा जाएगा तिा विधयक को ऐसी अनमनत दी जान क पशचातrdquo क सिान पर परनतसिावपत 5 सविधान (एक सौ एकिा सशोधन) अधधननयम 2016 की धारा 15 दवारा (16-9-2016 स) अनचछद 162 या

अनचछद 241 क सिान पर परनतसिावपत

भारत का सविधान

228

1 कम स कम आध राजयो क विधान-मडिो दवारा पाररत इस आशय क सकलपो दवारा उन विधान-मडिो का अनसमिधन भी अपकषकषत होगा

2[(3) अनचछद 13 की कोई बात इस अनचछद क अधीन करकए गए करकसी सशोधन को िाग नही होगी ]

3[(4) इस सविधान का (सजसक अतगधत भाग 3 क उपबध ह) इस अनचछद क अधीन सविधान (बयािीसिा सशोधन) अधधननयम 1976 की धारा 55 क परारभ स पहि या उसक पशचात करकया गया या करकया गया तातपनयधत कोई सशोधन करकसी नयायािय म करकसी भी आधार पर परशनगत नही करकया जाएगा

(5) शकाओ को दर करन क लिए यह घोवित करकया जाता ह करक इस अनचछद क अधीन इस सविधान क उपबधो का पररिधधन पररितधन या ननरसन क रप म सशोधन करन क लिए ससद की सविधायी शकति पर करकसी परकार का ननबधनधन नही होगा ]

1 सविधान (सातिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहिी अनसची

क भाग क और भाग ख म विननददधषटrdquo शबदो और अकषरो का िोप करकया गया 2 सविधान (चौबीसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 3 दवारा (5-11-1971 स) अतःसिावपत 3 अनचछद 368 म खड (4) और खड (5) सविधान (बयािीसिा सशोधन) अधधननयम 1976 की धारा 55 दवारा (3-

1-1977 स) अतःसिावपत करकए गए ि उचचतम नयायािय न लमनिाध लमलस लिलमटड और अनय बनाम भारत सघ और अनय एआईआर 1980 एससी 1789 क मामि म इस धारा को अविधधमानय घोवित करकया ह

229

भाग 21 1[असथायी सकरमणकालीन और विशष उपबध]

369 राजय सची क कछ विषयो क सबध म विधध बनान की ससद की इस परकार असथायी शकति मानो ि समिरती सची क विषय हो ndash इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी ससद को इस सविधान क परारभ स पाच िषष की अिधध क दौरान ननमनललखिरत विषयो क बार म विधध बनान की इस परकार शकति होगी मानो ि विषय समिरती सची म परगखणरत हो अथाषरत ndash

(क) सरती और ऊनी िसतरो कचची कपास (जिसक अरतगषरत ओटी हई रई और बबना ओटी रई या कपास ह) बबनौल कागि (जिसक अरतगषरत अिबारी कागि ह) िादय पदाथष (जिसक अरतगषरत िादय नरतलहन और रतल ह) पशओ क चार (जिसक अरतगषरत िली और अनय सारकरत चार ह) कोयल (जिसक अरतगषरत कोक और कोयल क वयतपाद ह) लोह इसपारत और अभरक का ककसी राजय क भीरतर वयापार और िाखणजय रतथा उनका उतपादन परदाय और विरतरण

(ि) िड (क) म िखणषरत विषयो म स ककसी विषय स सबधधरत विधधयो क विरदध अपराध उन विषयो म स ककसी क सबध म उचचरतम नयायालय स लभनन सभी नयायालयो की अधधकारररता और शकतिया रतथा उन विषयो म स ककसी क सबध म फीस ककरत इसक अरतगषरत ककसी नयायालय म ली िान िाली फीस नही ह

ककरत ससद दवारा बनाई गई कोई विधध जिस ससद इस अनचछद क उपबधो क अभाि म बनान क ललए सकषम नही होरती उि अिधध की समानि पर अकषमरता की मातरा रतक उन बारतो क लसिाय परभािी नही रहगी जिनह उस अिधध की समानि क पहल ककया गया ह या करन का लोप ककया गया ह

2370 िमम-कशमीर राजय क सबध म असथायी उपबध ndash (1) इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी ndash

1 सविधान (रतरहिा सशोधन) अधधननयम 1962 की धारा 2 दवारा (1-12-1963 स) ldquoअसथायी रतथा अरतःकालीन

उपबधrdquo क सथान पर परनरतसथावपरत 2 इस अनचछद दवारा परदतत शकतियो का परयोग कररत हए राषटरपनरत न िमम और कशमीर राजय की सविधान सभा की

लसफाररश पर यह घोषणा की कक 17 निबर 1952 स उि अनचछद 370 इस उपारतरण क साथ परिरतषनीय होगा कक उसक िड (1) म सपषटीकरण क सथान पर ननमनललखिरत सपषटीकरण रि ददया गया ह अथाषरत ndash

ldquoसपषटीकरण ndash इस अनचछद क परयोिनो क ललए राजय की सरकार स िह वयकति अलभपररत ह जिस राजय की विधान सभा की लसफाररश पर राषटरपनरत न राजय की रततसमय पदारढ मबतर-पररषद की सलाह पर कायष करन िाल िमम-कशमीर क सदर ररयासरत क रप म मानयरता परदान की हो rdquo

अब ldquoराजयपालrdquo (विधध मतरालय आदश स0 सआ 44 ददनाक 15 निबर 1952)

भाररत का सविधान 230

(क) अनचछद 238 क उपबध िमम-कशमीर राजय क सबध म लाग नही होग

(ि) उि राजय क ललए विधध बनान की ससद की शकतिndash (i) सघ सची और समिरती सची क उन विषयो रतक सीलमरत होगी

जिनको राषटरपनरत उस राजय की सरकार स परामशष करक उन विषयो क रततसथानी विषय घोवषरत कर द िो भाररत डोलमननयन म उस राजय क अधधलमलन को शालसरत करन िाल अधधलमलन पतर म ऐस विषयो क रप म विननददषषट ह जिनक सबध म डोलमननयन विधान-मडल उस राजय क ललए विधध बना सकरता ह और

(ii) उि सधचयो क उन अनय विषयो रतक सीलमरत होगी िो राषटरपनरत उस राजय की सरकार की सहमनरत स आदश दवारा विननददषषट कर सपषटीकरण ndash इस अनचछद क परयोिनो क ललए उस राजय की सरकार स

िह वयकति अलभपररत ह जिस राषटरपनरत स िमम-कशमीर क महारािा की 5 माचष 1948 की उदघोषणा क अधीन रततसमय पदसथ मबतर-पररषद की सलाह पर कायष करन िाल िमम-कशमीर क महारािा क रप म रततसमय मानयरता पराि थी

(ग) अनचछद 1 और इस अनचछद क उपबध उस राजय क सबध म लाग होग

(घ) इस सविधान क ऐस अनय उपबध ऐस अपिादो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए िो राषटरपनरत आदश1 दवारा विननददषषट कर उस राजय क सबध म लाग होग पररत ऐसा कोई आदश िो उपिड (ि) क परा (i) म ननददषषट राजय क

अधधलमलन पतर म विननददषषट विषयो स सबधधरत ह उस राजय की सरकार स परामशष करक ही ककया िाएगा अनयथा नही

पररत यह और कक ऐसा कोई आदश िो अनरतम पिषिरती पररतक म ननददषषट विषयो स लभनन विषयो स सबधधरत ह उस सरकार की सहमनरत स ही ककया िाएगा अनयथा नही

(2) यदद िड (1) क उपिड (ि) क परा (ii) म या उस िड क उपिड (घ) क दसर पररतक म ननददषषट उस राजय की सरकार की सहमनरत उस राजय का सविधान बनान क परयोिन क ललए सविधान सभा क बलाए िान स पहल दी िाए रतो उस ऐसी सविधान सभा क समकष ऐस विननशचय क ललए रिा िाएगा िो िह उस पर कर

(3) इस अनचछद क पिषगामी उपबधो म ककसी बारत क होरत हए भी राषटरपनरत

1 समय-समय पर यथासशोधधरत सविधान (िमम और कशमीर राजय को लाग होना) आदश 1954 (स आ 48)

पररलशषट 1 म दखिए

भाररत का सविधान 231

लोक अधधसचना दवारा घोषणा कर सकगा कक यह अनचछद परिरतषन म नही रहगा या ऐस अपिादो और उपारतरणो सदहरत ही और ऐसी रतारीि स परिरतषन म रहगा िो िह विननददषषट कर

पररत राषटरपनरत दवारा ऐसी अधधसचना ननकाल िान स पहल िड (2) म ननददषषट उस राजय की सविधान सभा की लसफाररश आिशयक होगी

1[371 2 महाराषटर और गिरारत राजयो क सबध म विशष उपबध ndash 3 (2) इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी राषटरपनरत 4[महाराषटर या गिरारत

राजय] क सबध म ककए गए आदश दवारा ndash (क) यथाजसथनरत विदभष मराठिाडा 5[और शष महाराषटर या] सौराषटर कचछ

और शष गिरारत क ललए पथक विकास बोडो की सथापना क ललए इस उपबध सदहरत कक इन बोडो म स परतयक क कायषकरण पर एक परनरतिदन राजय विधान सभा क समकष परनरतिषष रिा िाएगा

(ि) समसरत राजय की आिशयकरताओ का धयान रिरत हए उि कषतरो क विकास वयय क ललए ननधधयो क सामयापणष आबटन क ललए और

(ग) समसरत राजय की आिशयकरताओ का धयान रिरत हए उि सभी कषतरो क सबध म रतकनीकी लशकषा और वयािसानयक परलशकषण क ललए पयाषि सविधाओ की और राजय सरकार क ननयतरण क अधीन सिाओ म ननयोिन क ललए पयाषि अिसरो की वयिसथा करन िाली सामयापणष वयिसथा करन क ललए

राजयपाल क ककसी विशष उततरदानयति क ललए उपबध कर सकगा ] 6[371क नागालड राजय क सबध म विशष उपबध ndash (1) इस सविधान म ककसी

बारत क होरत हए भी ndash (क) ननमनललखिरत क सबध म ससद का कोई अधधननयम नागालड राजय

को रतब रतक लाग नही होगा िब रतक नागालड की विधान सभा सकलप दवारा ऐसा विननशचय नही कररती ह अथाषरतndash

(i) नागाओ की धालमषक या सामाजिक परथाए

1 सविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 22 दवारा (1-11-1956 स) परनरतसथावपरत 2 सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 की धारा 2 दवारा (1-7-1974 स) ldquoआधर परदशrdquo शबदो का लोप

ककया गया 3 सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 की धारा 2 दवारा (1-7-1974 स) िड (1) का लोप ककया गया 4 मबई पनगषठन अधधननयम 1960 (1960 का 11) की धारा 85 दवारा (1-5-1960 स) ldquoमबई राजयrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत 5 मबई पनगषठन अधधननयम 1960 (1960 का 11) की धारा 85 दवारा (1-5-1960 स) ldquoशष महाराषटरrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत 6 सविधान (रतरहिा सशोधन) अधधननयम 1962 की धारा 2 दवारा (1-12-1963 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 232

(ii) नागा रदढिनय विधध और परककरया (iii) लसविल और दाकतडक नयाय परशासन िहा विननशचय नागा

रदढिनय विधध क अनसार होन ह (iv) भलम और उसक सपवतत सरोरतो का सिालमति और अरतरण

(ि) नागालड क राजयपाल का नागालड राजय म विधध और वयिसथा क सबध म रतब रतक विशष उततरदानयति रहगा िब रतक उस राजय क ननमाषण क ठीक पहल नागा पहाडी तयएनसाग कषतर म विदयमान आरतररक अशानरत उसकी राय म उसम या उसक ककसी भाग म बनी रहरती ह और राजयपाल उस सबध म अपन कतयो का ननिषहन करन म की िान िाली कारषिाई क बार म अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग मबतर-पररषद स परामशष करन क पशचारत करगा

पररत यदद यह परशन उठरता ह कक कोई मामला ऐसा मामला ह या नही जिसक सबध म राजयपाल स इस उपिड क अधीन अपकषा की गई ह कक िह अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग करक कायष कर रतो राजयपाल का अपन वििक स ककया गया विननशचय अनरतम होगा और राजयपाल दवारा की गई ककसी बारत की विधधमानयरता इस आधार पर परशनगरत नही की िाएगी कक उस अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग करक कायष करना चादहए था या नही

पररत यह और कक यदद राजयपाल स परनरतिदन लमलन पर या अनयथा राषटरपनरत का यह समाधान हो िारता ह कक अब यह आिशयक नही ह कक नागालड राजय म विधध और वयिसथा क सबध म राजयपाल का विशष उततरदानयति रह रतो िह आदश दवारा ननदश द सकगा कक राजयपाल का ऐसा उततरदानयति उस रतारीि स नही रहगा िो आदश म विननददषषट की िाए

(ग) अनदान की ककसी माग क सबध म अपनी लसफाररश करन म नागालड का राजयपाल यह सननजशचरत करगा कक ककसी विननददषषट सिा या परयोिन क ललए भाररत की सधचरत ननधध म स भाररत सरकार दवारा ददया गया कोई धन उस सिा या परयोिन स सबधधरत अनदान की माग म न कक ककसी अनय माग म सजममललरत ककया िाए

(घ) उस रतारीि स जिस नागालड का राजयपाल इस ननलमतत लोक अधधसचना दवारा विननददषषट कर तयएनसाग जिल क ललए एक परादलशक पररषद सथावपरत की िाएगी िो परतीस सदसयो स लमलकर बनगी और राजयपाल ननमनललखिरत बारतो का उपबध करन क ललए ननयम अपन वििक स बनाएगा अथाषरत ndash

(i) परादलशक पररषद की सरचना और िह रीनरत जिसस परादलशक

भाररत का सविधान 233

पररषद क सदसय चन िाएग पररत तयएनसाग जिल का उपायि परादलशक पररषद का पदन

अधयकष होगा और परादलशक पररषद का उपाधयकष उसक सदसयो दवारा अपन म स ननिाषधचरत ककया िाएगा

(ii) परादलशक पररषद क सदसय चन िान क ललए और सदसय होन क ललए अहषरताए

(iii) परादलशक पररषद क सदसयो की पदािधध और उनको ददए िान िाल िरतन और भतत यदद कोई हो

(iv) परादलशक पररषद की परककरया और कायष सचालन (v) परादलशक पररषद क अधधकाररयो और कमषचाररिद की ननयकति

और उनकी सिा की शरत और (vi) कोई अनय विषय जिसक सबध म परादलशक पररषद क गठन

और उसक उधचरत कायषकरण क ललए ननयम बनान आिशयक ह (2) इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी नागालड राजय क ननमाषण की

रतारीि स दस िषष की अिधध रतक या ऐसी अनरतररि अिधध क ललए जिस राजयपाल परादलशक पररषद की लसफाररश पर लोक अधधसचना दवारा इस ननलमतत विननददषषट करndash

(क) तयएनसाग जिल का परशासन राजयपाल दवारा चलाया िाएगा (ि) िहा भाररत सरकार दवारा नागालड सरकार को सपणष नागालड राजय

की आिशयकरताओ की पनरत ष क ललए कोई धन ददया िारता ह िहा राजयपाल अपन वििक स तयएनसाग जिल और शष राजय क बीच उस धन क सामयापणष आबटन क ललए परबध करगा

(ग) नागालड विधान-मडल का कोई अधधननयम तयएनसाग जिल को रतब रतक लाग नही होगा िब रतक राजयपाल परादलशक पररषद की लसफाररश पर लोक अधधसचना दवारा इस परकार ननदश नही दरता ह और ऐस ककसी अधधननयम क सबध म ऐसा ननदश दरत हए राजयपाल यह ननददषट कर सकगा कक िह अधधननयम तयएनसाग जिल या उसक ककसी भाग को लाग होन म ऐस अपिादो या उपारतरणो क अधीन रहरत हए परभािी होगा जिनह राजयपाल परादलशक पररषद की लसफाररश पर विननददषषट कर

पररत इस उपिड क अधीन ददया गया कोई ननदश इस परकार ददया िा सकगा कक उसका भरतलकषी परभाि हो

(घ) राजयपाल तयएनसाग जिल की शानरत उनननरत और सशासन क ललए

भाररत का सविधान 234

विननयम बना सकगा और इस परकार बनाए गए विननयम उस जिल को रततसमय लाग ससद क ककसी अधधननयम या ककसी अनय विधध का यदद आिशयक हो रतो भरतलकषी परभाि स ननरसन या सशोधन कर सक ग

(ङ) (i) नागालड विधान सभा म तयएनसाग जिल का परनरतननधधति करन िाल सदसयो म स एक सदसय को राजयपाल मखयमतरी की सलाह पर तयएनसाग कायष मतरी ननयि करगा और मखयमतरी अपनी सलाह दन म पिोि1 सदसयो की बहसखया की लसफाररश पर कायष करगा

(ii) तयएनसाग कायष मतरी तयएनसाग जिल स सबधधरत सभी विषयो की बाबरत कायष करगा और उनक सबध म राजयपाल क पास उसकी सीधी पहच होगी ककरत िह उनक सबध म मखयमतरी को िानकारी दरता रहगा

(च) इस िड क पिषगामी उपबधो म ककसी बारत क होरत हए भी तयएनसाग जिल स सबधधरत सभी विषयो पर अनरतम विननशचय राजयपाल अपन वििक स करगा

(छ) अनचछद 54 और अनचछद 55 म रतथा अनचछद 80 क िड (4) म राजय की विधान सभा क ननिाषधचरत सदसयो क या ऐस परतयक सदसय क परनरत ननदशो क अरतगषरत इस अनचछद क अधीन सथावपरत परादलशक पररषद दवारा ननिाषधचरत नागालड विधान सभा क सदसयो या सदसय क परनरत ननदश होग

(ि) अनचछद 170 म ndash (i) िड (1) नागालड विधान सभा क सबध म इस परकार परभािी

होगा मानो ldquoसाठrdquo शबद क सथान पर ldquoनछयालीसrdquo शबद रि ददया गया हो

(ii) उि िड म उस राजय म परादलशक ननिाषचन-कषतरो स परतयकष ननिाषचन क परनरत ननदश क अरतगषरत इस अनचछद क अधीन सथावपरत परादलशक पररषद क सदसयो दवारा ननिाषचन होगा

(iii) िड (2) और िड (3) म परादलशक ननिाषचन-कषतरो क परनरत

1 सविधान (कदठनाइयो का ननराकरण) आदश स0 10 क परा 2 म यह उपबध ह कक भाररत क सविधान का अनचछद 371क इस परकार परभािी होगा मानो उसक िड (2) क उपिड (ङ) क परा (i) म ननमनललखिरत पररतक (1-12-1963) स िोड ददया गया हो अथाषरत --

ldquoपररत राजयपाल मखयमतरी की सलाह पर ककसी वयकति को तयएनसाग कायष मतरी क रप म ऐस समय रतक क ललए ननयि कर सकगा िब रतक कक नागालड की विधान सभा म तयएनसाग जिल क ललए आबदटरत सथानो को भरन क ललए विधध क अनसार वयकतियो को चन नही ललया िारता हrdquo

भाररत का सविधान 235

ननदश स कोदहमा और मोकोकचग जिलो म परादलशक ननिाषचन-कषतरो क परनरत ननदश अलभपररत होग

(3) यदद इस अनचछद क पिषगामी उपबधो म स ककसी उपबध को परभािी करन म कोई कदठनाई उतपनन होरती ह रतो राषटरपनरत आदश दवारा कोई ऐसी बारत (जिसक अरतगषरत ककसी अनय अनचछद का कोई अनकलन या उपारतरण ह) कर सकगा िो उस कदठनाई को दर करन क परयोिन क ललए उस आिशयक पररतीरत होरती ह

पररत ऐसा कोई आदश नागालड राजय क ननमाषण की रतारीि स रतीन िषष की समानि क पशचारत नही ककया िाएगा

सपषटीकरण ndash इस अनचछद म कोदहमा मोकोकचग और तयएनसाग जिलो का िही अथष ह िो नागालड राजय अधधननयम 1962 म ह ]

1[371ि असम राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी राषटरपनरत असम राजय क सबध म ककए गए आदश दवारा उस राजय की विधान सभा की एक सलमनरत क गठन और कतयो क ललए िो सलमनरत छठी अनसची क परा 20 स सलगन सारणी क 2[भाग 1] म विननददषषट िनिानरत कषतरो स ननिाषधचरत उस विधान सभा क सदसयो स और उस विधान सभा क उरतन अनय सदसयो स लमलकर बनगी जिरतन आदश म विननददषषट ककए िाए रतथा ऐसी सलमनरत क गठन और उसक उधचरत कायषकरण क ललए उस विधान सभा की परककरया क ननयमो म ककए िान िाल उपारतरणो क ललए उपबध कर सकगा ]

3[371ग मखणपर राजय क सबध म विशष उपबध ndash (1) इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी राषटरपनरत मखणपर राजय क सबध म ककए गए आदश दवारा उस राजय की विधान सभा की एक सलमनरत क गठन और कतयो क ललए िो सलमनरत उस राजय क पहाडी कषतरो स ननिाषधचरत उस विधान सभा क सदसयो स लमलकर बनगी राजय की सरकार क कामकाि क ननयमो म और राजय की विधान सभा की परककरया क ननयमो म ककए िान िाल उपारतरणो क ललए और ऐसी सलमनरत का उधचरत कायषकरण सननजशचरत करन क उददशय स राजयपाल क ककसी विशष उततरदानयति क ललए उपबध कर सकगा

(2) राजयपाल परनरतिषष या िब कभी राषटरपनरत ऐसी अपकषा कर मखणपर राजय क

1 सविधान (बाईसिा सशोधन) अधधननयम 1969 की धारा 4 दवारा (25-9-1969 स) अरतःसथावपरत 2 पिोततर कषतर (पनगषठन) अधधननयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoभाग कrdquo क सथान

पर परनरतसथावपरत 3 सविधान (सतताईसिा सशोधन) अधधननयम 1971 की धारा 5 दवारा (15-2-1972 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 236

पहाडी कषतरो क परशासन क सबध म राषटरपनरत को परनरतिदन दगा और सघ की कायषपाललका शकति का विसरतार उि कषतरो क परशासन क बार म राजय को ननदश दन रतक होगा

सपषटीकरण ndash इस अनचछद म ldquoपहाडी कषतरोrdquo स ऐस कषतर अलभपररत ह जिनह राषटरपनरत आदश दवारा पहाडी कषतर घोवषरत कर ]

1[371घ 2[आधर परदश राजय या रतलगाना राजय] क सबध म विशष उपबध ndash 3[(1) राषटरपनरत आधर परदश राजय या रतलगाना राजय क सबध म ककए गए आदश दवारा परतयक राजय की आिशयकरताओ को धयान म रिरत हए दोनो राजयो क विलभनन भागो क लोगो क ललए लोक ननयोिन क विषय म और लशकषा क विषय म सामयापणष अिसरो और सविधाओ का उपबध कर सकगा और दोनो राजयो क विलभनन भागो क ललए लभनन-लभनन उपबध ककए िा सक ग ]

(2) िड (1) क अधीन ककया गया आदश विलशषटरतया ndash (क) राजय सरकार स यह अपकषा कर सकगा कक िह राजय की लसविल

सिा म पदो क ककसी िगष या िगो का अथिा राजय क अधीन लसविल पदो क ककसी िगष या िगो का राजय क लभनन भागो क ललए लभनन सथानीय काडरो म गठन कर और ऐस लसदधारतो और परककरया क अनसार िो आदश म विननददषषट की िाए ऐस पदो को धारण करन िाल वयकतियो का इस परकार गदठरत सथानीय काडरो म आबटन कर

(ि) राजय क ऐस भाग या भागो को विननददषषट कर सकगा िोndash (i) राजय सरकार क अधीन ककसी सथानीय काडर म (चाह उसका

गठन इस अनचछद क अधीन आदश क अनसरण म या अनयथा ककया गया ह) पदो क ललए सीधी भरती क ललए

(ii) राजय क भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क अधीन ककसी काडर म पदो क ललए सीधी भरती क ललए और

(iii) राजय क भीरतर ककसी विशवविदयालय म या राजय सरकार क ननयतरण क अधीन ककसी अनय लशकषा ससथा म परिश क परयोिन क ललए

सथानीय कषतर समझ िाएग (ग) िह विसरतार विननददषषट कर सकगा जिस रतक िह रीनरत विननददषषट कर

सकगा जिसस और ि शरत विननददषषट कर सकगा जिनक अधीन यथाजसथनरत ऐस काडर विशवविदयालय या अनय लशकषा ससथा क सबध म ऐस अभयधथषयो को जिनहोन आदश म विननददषषट ककसी अिधध क ललए सथानीय कषतर म ननिास या अधययन ककया ह ndash

(i) उपिड (ि) म ननददषषट ऐस काडर म िो इस ननलमतत आदश म विननददषषट ककया िाए पदो क ललए सीधी भरती क विषय म

1 सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 की धारा 3 दवारा (1-7-1974 स) अरतःसथावपरत 2 आधर परदश पनगषठन अधधननयम 2014 की धारा 97 दवारा (2-6-2014 स) ldquoआधर परदश राजयrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत 3 आधर परदश पनगषठन अधधननयम 2014 की धारा 97 दवारा (2-6-2014 स) परनरतसथावपरत

भाररत का सविधान 237

(ii) उपिड (ि) म ननददषषट ऐस विशवविदयालय या अनय लशकषा ससथा म िो इस ननलमतत आदश म विननददषषट की िाए परिश क विषय म

अधधमान ददया िाएगा या उनक ललए आरकषण ककया िाएगा (3) राषटरपनरत आदश दवारा 1[आधर परदश राजय क ललए और रतलगाना राजय क

ललए] एक परशासननक अधधकरण क गठन क ललए उपबध कर सकगा िो अधधकरण ननमनललखिरत विषयो की बाबरत ऐसी अधधकारररता शकति और पराधधकार का जिसक अरतगषरत िह अधधकारररता शकति या पराधधकार ह िो सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 क परारभ स ठीक पहल (उचचरतम नयायालय स लभनन) ककसी नयायालय दवारा अथिा ककसी अधधकरण या अनय पराधधकारी दवारा परयोिवय था परयोग करगा िो आदश म विननददषषट ककया िाए अथाषरत ndash

(क) राजय की लसविल सिा म ऐस िगष या िगो क पदो पर अथिा राजय क अधीन ऐस िगष या िगो क लसविल पदो पर अथिा राजय क भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क ननयतरण क अधीन ऐस िगष या िगो क पदो पर िो आदश म विननददषषट ककए िाए ननयकति आबटन या परोनननरत

(ि) राजय की लसविल सिा म ऐस िगष या िगो क पदो पर अथिा राजय क अधीन ऐस िगष या िगो क लसविल पदो पर अथिा राजय क भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क ननयतरण क अधीन ऐस िगष या िगो क पदो पर िो आदश म विननददषषट ककए िाए ननयि आबदटरत या परोननरत वयकतियो की जयषठरता

(ग) राजय की लसविल सिा म ऐस िगष या िगो क पदो पर अथिा राजय क अधीन ऐस िगष या िगो क लसविल पदो पर अथिा राजय क भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क ननयतरण क अधीन ऐस िगष या िगो क पदो पर ननयि आबदटरत या परोननरत वयकतियो की सिा की ऐसी अनय शरत िो आदश म विननददषषट की िाए (4) िड (3) क अधीन ककया गया आदशndash

(क) परशासननक अधधकरण को उसकी अधधकारररता क भीरतर ककसी विषय स सबधधरत वयथाओ क ननिारण क ललए ऐस अभयािदन पराि करन क ललए िो राषटरपनरत आदश म विननददषषट कर और उस पर ऐस आदश करन क ललए िो िह परशासननक अधधकरण ठीक समझरता ह पराधधकरत कर सकगा

1 आधर परदश पनगषठन अधधननयम 2014 की धारा 97 दवारा (2-6-2014 स) ldquoआधर परदश राजय क ललएrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत

भाररत का सविधान 238

(ि) परशासननक अधधकरण की शकतियो और पराधधकारो और परककरया क सबध म ऐस उपबध (जिनक अरतगषरत परशासननक अधधकरण की अपन अिमान क ललए दड दन की शकति क सबध म उपबध ह) अरतविषषट कर सकगा िो राषटरपनरत आिशयक समझ

(ग) परशासननक अधधकरण को उसकी अधधकारररता क भीरतर आन िाल विषयो स सबधधरत और उस आदश क परारभ स ठीक पहल (उचचरतम नयायालय स लभनन) ककसी नयायालय अथिा ककसी अधधकरण या अनय पराधधकारी क समकष लबबरत कायषिादहयो क ऐस िगो क िो आदश म विननददषषट ककए िाए अरतरण क ललए उपबध कर सकगा

(घ) ऐस अनपरक आनषधगक और पाररणालमक उपबध (जिनक अरतगषरत फीस क बार म और पररसीमा साकषय क बार म या रततसमय परितत ककसी विधध को ककनही अपिादो या उपारतरणो क अधीन रहरत हए लाग करन क ललए उपबध ह) अरतविषषट कर सकगा िो राषटरपनरत आिशयक समझ (5) परशासननक अधधकरण का ककसी मामल को अनरतम रप स ननपटान िाला

आदश राजय सरकार दवारा उसकी पवषट ककए िान पर या आदश ककए िान की रतारीि स रतीन मास की समानि पर इनम स िो भी पहल हो परभािी हो िाएगा

पररत राजय सरकार विशष आदश दवारा िो ललखिरत रप म ककया िाएगा और जिसम उसक कारण विननददषषट ककए िाएग परशासननक अधधकरण क ककसी आदश को उसक परभािी होन क पहल उपारतरररत या रदद कर सकगी और ऐस मामल म परशासननक अधधकरण का आदश यथाजसथनरत ऐस उपारतरररत रप म ही परभािी होगा या िह ननषपपरभाि हो िाएगा

(6) राजय सरकार दवारा िड (5) क पररतक क अधीन ककया गया परतयक विशष आदश ककए िान क पशचारत यथाशकय शीघर राजय विधान-मडल क दोनो सदनो क समकष रिा िाएगा

(7) राजय क उचच नयायालय को परशासननक अधधकरण पर अधीकषण की शकति नही होगी और (उचचरतम नयायालय स लभनन) कोई नयायालय अथिा कोई अधधकरण परशासननक अधधकरण की या उसक सबध म अधधकारररता शकति या पराधधकार क अधीन ककसी विषय की बाबरत ककसी अधधकारररता शकति या पराधधकार का परयोग नही करगा

(8) यदद राषटरपनरत का यह समाधान हो िारता ह कक परशासननक अधधकरण का उचचरतम नयायालय न पी साबमनरत ष और अनय बनाम आधर परदश राजय और एक अनय 1987 (1) एआईआर

1987 एससी प 663 म अनचछद 371घ क िड (5) और उसक पररतक को असिधाननक और शनय घोवषरत ककया

भाररत का सविधान 239

ननररतर बन रहना आिशयक नही ह रतो राषटरपनरत आदश दवारा परशासननक अधधकरण का उतसादन कर सकगा और ऐस उतसादन स ठीक पहल अधधकरण क समकष लबबरत मामलो क अरतरण और ननपटार क ललए ऐस आदश म ऐस उपबध कर सकगा िो िह ठीक समझ

(9) ककसी नयायालय अधधकरण या अनय पराधधकारी क ककसी ननणषय कतडकरी या आदश क होरत हए भीndash

(क) ककसी वयकति की कोई ननयकति पदसथापना परोनननरत या अरतरण की बाबरत िोndash

(i) 1 निबर 1956 स पहल यथाविदयमान हदराबाद राजय की सरकार क या उसक भीरतर ककसी सथानीय पराधधकारी क अधीन उस रतारीि स पहल ककसी पद पर ककया गया था या

(ii) सविधान (बततीसिा सशोधन) अधधननयम 1973 क परारभ स पहल आधर परदश राजय की सरकार क अधीन या उस राजय क भीरतर ककसी सथानीय या अनय पराधधकारी क अधीन ककसी पद पर ककया गया था और (ि) उपिड (क) म ननददषषट ककसी वयकति दवारा या उसक समकष की गई

ककसी कारषिाई या बारत की बाबरत किल इस आधार पर कक ऐस वयकति की ननयकति पदसथापना परोनननरत या अरतरण ऐसी ननयकति पदसथापना परोनननरत या अरतरण की बाबरत यथाजसथनरत हदराबाद राजय क भीरतर या आधर परदश राजय क ककसी भाग क भीरतर ननिास क बार म ककसी अपकषा का उपबध करन िाली रततसमय परितत विधध क अनसार नही ककया गया था यह नही समझा िाएगा कक िह अिध या शनय ह या कभी भी अिध या शनय रहा था

(10) इस अनचछद क और राषटरपनरत दवारा इसक अधीन ककए गए ककसी आदश क उपबध इस सविधान क ककसी अनय उपबध म या रततसमय परितत ककसी अनय विधध म ककसी बारत क होरत हए भी परभािी होग

371ङ आधर परदश म क दरीय विशवविदयालय की सथापना ndash ससद विधध दवारा आधर परदश राजय म एक विशवविदयालय की सथापना क ललए उपबध कर सकगी ]

1[371च लसजककम राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म ककसी बारत क होरत हए भी ndash

(क) लसजककम राजय की विधान सभा कम स कम रतीस सदसयो स लमलकर बनगी

1 सविधान (छततीसिा सशोधन) अधधननयम 1975 की धारा 3 दवारा (26-4-1975 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 240

(ि) सविधान (छततीसिा सशोधन) अधधननयम 1975 क परारभ की रतारीि स (जिस इस अनचछद म इसक पशचारत ननयरत ददन कहा गया ह) ndash

(i) लसजककम की विधान सभा िो अपरल 1974 म लसजककम म हए ननिाषचनो क पररणामसिरप उि ननिाषचनो म ननिाषधचरत बततीस सदसयो स (जिनह इसम इसक पशचारत आसीन सदसय कहा गया ह) लमलकर बनी ह इस सविधान क अधीन समयक रप स गदठरत लसजककम राजय की विधान सभा समझी िाएगी

(ii) आसीन सदसय इस सविधान क अधीन समयक रप स ननिाषधचरत लसजककम राजय की विधान सभा क सदसय समझ िाएग और

(iii) लसजककम राजय की उि विधान सभा इस सविधान क अधीन राजय की विधान सभा की शकतियो का परयोग और कतयो का पालन करगी (ग) िड (ि) क अधीन लसजककम राजय की विधान सभा समझी गई

विधान सभा की दशा म अनचछद 172 क िड (1) म 1[पाच िषष] की अिधध क परनरत ननदशो का यह अथष लगाया िाएगा कक ि 2[चार िषष] की अिधध क परनरत ननदश ह और 2[चार िषष] की उि अिधध ननयरत ददन स परारभ हई समझी िाएगी

(घ) िब रतक ससद विधध दवारा अनय उपबध नही कररती ह रतब रतक लसजककम राजय को लोक सभा म एक सथान आबदटरत ककया िाएगा और लसजककम राजय एक ससदीय ननिाषचन-कषतर होगा जिसका नाम लसजककम ससदीय ननिाषचन-कषतर होगा

(ङ) ननयरत ददन को विदयमान लोक सभा म लसजककम राजय का परनरतननधध लसजककम राजय की विधान सभा क सदसयो दवारा ननिाषधचरत ककया िाएगा

(च) ससद लसजककम की िनरता क विलभनन अनभागो क अधधकारो और दहरतो की सरकषा करन क परयोिन क ललए लसजककम राजय की विधान सभा म उन

1 सविधान (चिालीसिा सशोधन) अधधननयम 1978 की धारा 43 दवारा (6-9-1979 स) ldquoछह िषषrdquo क सथान पर

परनरतसथावपरत सविधान (बयालीसिा सशोधन) अधधननयम 1976 की धारा 56 दवारा (3-1-1977 स) ldquoपाच िषषrdquo मल शबदो क सथान पर ldquoछह िषषrdquo शबद परनरतसथावपरत ककए गए थ

2 सविधान (चिालीसिा सशोधन) अधधननयम 1978 की धारा 43 दवारा (6-9-1979 स) ldquoपाच िषषrdquo क सथान पर परनरतसथावपरत सविधान (बयालीसिा सशोधन) अधधननयम 1976 की धारा 56 दवारा (3-1-1977 स) ldquoचार िषषrdquo मल शबदो क सथान पर ldquoपाच िषषrdquo शबद परनरतसथावपरत ककए गए थ

भाररत का सविधान 241

सथानो की सखया क ललए िो ऐस अनभागो क अभयधथषयो दवारा भर िा सक ग और ऐस सभा ननिाषचन-कषतरो क पररसीमन क ललए जिनस किल ऐस अनभागो क अभयथी ही लसजककम राजय की विधान सभा क ननिाषचन क ललए िड हो सक ग उपबध कर सकगी

(छ) लसजककम क राजयपाल का शानरत क ललए और लसजककम की िनरता क विलभनन अनभागो की सामाजिक और आधथषक उनननरत सननजशचरत करन क ललए सामयापणष वयिसथा करन क ललए विशष उततरदानयति होगा और इस िड क अधीन अपन विशष उततरदानयति का ननिषहन करन म लसजककम का राजयपाल ऐस ननदशो क अधीन रहरत हए िो राषटरपनरत समय-समय पर दना ठीक समझ अपन वििक स कायष करगा

(ि) सभी सपवतत और आजसरतया (चाह ि लसजककम राजय म समाविषट राजयकषतरो क भीरतर हो या बाहर) िो ननयरत ददन स ठीक पहल लसजककम सरकार म या लसजककम सरकार क परयोिनो क ललए ककसी अनय पराधधकारी या वयकति म ननदहरत थी ननयरत ददन स लसजककम राजय की सरकार म ननदहरत हो िाएगी

(झ) लसजककम राजय म समाविषट राजयकषतरो म ननयरत ददन स ठीक पहल उचच नयायालय क रप म कायषररत उचच नयायालय ननयरत ददन को और स लसजककम राजय का उचच नयायालय समझा िाएगा

(ञ) लसजककम राजय क राजयकषतर म सिषतर लसविल दाकतडक और रािसि अधधकारररता िाल सभी नयायालय रतथा सभी नयानयक कायषपालक और अनसधचिीय पराधधकारी और अधधकारी ननयरत ददन को और स अपन-अपन कतयो को इस सविधान क उपबधो क अधीन रहरत हए कररत रहग

(ट) लसजककम राजय म समाविषट राजयकषतर म या उसक ककसी भाग म ननयरत ददन स ठीक पहल परितत सभी विधधया िहा रतब रतक परितत बनी रहगी िब रतक ककसी सकषम विधान-मडल या अनय सकषम पराधधकारी दवारा उनका सशोधन या ननरसन नही कर ददया िारता ह

(ठ) लसजककम राजय क परशासन क सबध म ककसी ऐसी विधध को िो िड (ट) म ननददषषट ह लाग ककए िान को सकर बनान क परयोिन क ललए और ककसी ऐसी विधध क उपबधो को इस सविधान क उपबधो क अनरप बनान क परयोिन क ललए राषटरपनरत ननयरत ददन स दो िषष क भीरतर आदश दवारा ऐसी विधध म ननरसन क रप म या सशोधन क रप म ऐस अनकलन और उपारतरण

भाररत का सविधान 242

कर सकगा िो आिशयक या समीचीन हो और रतब परतयक ऐसी विधध इस परकार ककए गए अनकलनो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए परभािी होगी और ककसी ऐस अनकलन या उपारतरण को ककसी नयायालय म परशनगरत नही ककया िाएगा

(ड) उचचरतम नयायालय या ककसी अनय नयायालय को लसजककम क सबध म ककसी ऐसी सधध करार िचनबध या िसी ही अनय ललिरत स िो ननयरत ददन स पहल की गई थी या ननषपपाददरत की गई थी और जिसम भाररत सरकार या उसकी पिषिरती कोई सरकार पकषकार थी उतपनन ककसी वििाद या अनय विषय क सबध म अधधकारररता नही होगी ककरत इस िड की ककसी बारत का यह अथष नही लगाया िाएगा कक िह अनचछद 143 क उपबधो का अलपीकरण कररती ह

(ढ) राषटरपनरत लोक अधधसचना दवारा ककसी ऐसी अधधननयलमनरत का विसरतार िो उस अधधसचना की रतारीि को भाररत क ककसी राजय म परितत ह ऐस ननबषनधनो या उपारतरणो सदहरत िो िह ठीक समझरता ह लसजककम राजय पर कर सकगा

(ण) यदद इस अनचछद क पिषगामी उपबधो म स ककसी उपबध को परभािी करन म कोई कदठनाई उतपनन होरती ह रतो राषटरपनरत आदश1 दवारा कोई ऐसी बारत (जिसक अरतगषरत ककसी अनय अनचछद का कोई अनकलन या उपारतरण ह) कर सकगा िो उस कदठनाई को दर करन क परयोिन क ललए उस आिशयक पररतीरत होरती ह

पररत ऐसा कोई आदश ननयरत ददन स दो िषष की समानि क पशचारत नही ककया िाएगा

(रत) लसजककम राजय या उसम समाविषट राजयकषतरो म या उनक सबध म ननयरत ददन को परारभ होन िाली और उस रतारीि स जिसको सविधान (छततीसिा सशोधन) अधधननयम 1975 राषटरपनरत की अनमनरत पराि कररता ह ठीक पहल समाि होन िाली अिधध क दौरान की गई सभी बारत और कारषिाइया िहा रतक ि सविधान (छततीसिा सशोधन) अधधननयम 1975 दवारा यथासशोधधरत इस सविधान क उपबधो क अनरप ह सभी परयोिनो क ललए इस परकार यथासशोधधरत इस सविधान क अधीन विधधमानयरतः की गई समझी िाएगी ] 2[371छ लमिोरम राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म ककसी

बारत क होरत हए भीndash (क) ननमनललखिरत क सबध म ससद का कोई अधधननयम लमिोरम राजय

को रतब रतक लाग नही होगा िब रतक लमिोरम राजय की विधान सभा सकलप 1 सविधान (कदठनाइयो का ननराकरण) आदश स0 11 (स0 आ0 99) दखिए 2 सविधान (नरतरपनिा सशोधन) अधधननयम 1986 की धारा 2 दवारा (20-2-1987 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 243

दवारा ऐसा विननशचय नही कररती ह अथाषरत ndash (i) लमिो लोगो की धालमषक या सामाजिक परथाए (ii) लमिो रदढिनय विधध और परककरया (iii) लसविल और दाकतडक नयाय परशासन िहा विननशचय लमिो

रदढिनय विधध क अनसार होन ह (iv) भलम का सिालमति और अरतरण

पररत इस िड की कोई बारत सविधान (नरतरपनिा सशोधन) अधधननयम 1986 क परारभ स ठीक पहल लमिोरम सघ राजयकषतर म परितत ककसी क दरीय अधधननयम को लाग नही होगी

(ि) लमिोरम राजय की विधान सभा कम स कम चालीस सदसयो स लमलकर बनगी ] 1[371ि अरणाचल परदश राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म

ककसी बारत क होरत हए भीndash (क) अरणाचल परदश क राजयपाल का अरणाचल परदश राजय म विधध

और वयिसथा क सबध म विशष उततरदानयति रहगा और राजयपाल उस सबध म अपन कतयो का ननिषहन करन म की िान िाली कारषिाई क बार म अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग मबतर-पररषद स परामशष करन क पशचारत करगा

पररत यदद यह परशन उठरता ह कक कोई मामला ऐसा मामला ह या नही जिसक सबध म राजयपाल स इस िड क अधीन अपकषा की गई ह कक िह अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग करक कायष कर रतो राजयपाल का अपन वििक स ककया गया विननशचय अनरतम होगा और राजयपाल दवारा की गई ककसी बारत की विधधमानयरता इस आधार पर परशनगरत नही की िाएगी कक उस अपन वयकतिगरत ननणषय का परयोग करक कायष करना चादहए था या नही

पररत यह और कक यदद राजयपाल स परनरतिदन लमलन पर या अनयथा राषटरपनरत का यह समाधान हो िारता ह कक अब यह आिशयक नही ह कक अरणाचल परदश राजय म विधध और वयिसथा क सबध म राजयपाल का विशष उततरदानयति रह रतो िह आदश दवारा ननदश द सकगा कक राजयपाल का ऐसा उततरदानयति उस रतारीि स नही रहगा िो आदश म विननददषषट की िाए

1 सविधान (पचपनिा सशोधन) अधधननयम 1986 की धारा 2 दवारा (20-2-1987 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 244

(ि) अरणाचल परदश राजय की विधान सभा कम स कम रतीस सदसयो स लमलकर बनगी ] 1[371झ गोिा राजय क सबध म विशष उपबध ndash इस सविधान म ककसी बारत क

होरत हए भी गोिा राजय की विधान सभा कम स कम रतीस सदसयो स लमलकर बनगी ]

2[371ञ कनाषटक राजय क सबध म विशष उपबध -- (1) राषटरपनरत कनाषटक राजय क सबध म ककए गए आदश दवाराndash

(क) हदराबाद-कनाषटक कषतर क ललए एक पथक विकास बोडष की सथापना क ललए इस उपबध सदहरत कक इस बोडष क कायषकरण पर एक परनरतिदन परतयक िषष राजय विधान सभा क समकष रिा िाएगा

(ि) समसरत राजय की आिशयकरताओ को धयान म रिरत हए उि कषतर क विकास वयय क ललए ननधधयो क सामयापणष आबटन क ललए और

(ग) समसरत राजय की आिशयकरताओ को धयान म रिरत हए उि कषतर स सबधधरत लोगो क ललए लोक ननयोिन लशकषा और वयािसानयक परलशकषण क विषयो म सामयापणष अिसर और सविधाओ क ललए

राजयपाल क ककसी विशष उततरदानयति क ललए उपबध कर सकगा (2) िड (1) क उपिड (ग) क अधीन ककए गए आदश दवाराndash

(क) हदराबाद-कनाषटक कषतर म शकषखणक और वयािसानयक परलशकषण ससथाओ म ऐस छातरो क ललए िो िनम स या अधधिास दवारा उस कषतर क ह सथानो क आनपानरतक आरकषण क ललए उपबध ककया िा सकगा और

(ि) हदराबाद-कनाषटक कषतर म राजय सरकार क अधीन और राजय सरकार क ननयतरणाधीन ककसी ननकाय या सगठन म पदो या पदो क िगो की पहचान क ललए और उन वयकतियो क ललए िो िनम स या अधधिास दवारा उस कषतर क ह ऐस पदो क आनपानरतक आरकषण क ललए और उन पदो पर सीध भरती दवारा या परोनननरत दवारा अथिा ऐसी ककसी अनय रीनरत म िो आदश दवारा विननददषषट की िाए ननयकति क ललए उपबध ककया िा सकगा ] 372 विदयमान विधधयो का परितत बन रहना और उनका अनकलन ndash (1) अनचछद

395 म ननददषषट अधधननयलमनरतयो का इस सविधान दवारा ननरसन होन पर भी ककरत इस सविधान क अनय उपबधो क अधीन रहरत हए इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भाररत क राजयकषतर म सभी परितत विधध िहा रतब रतक परितत बनी रहगी िब रतक ककसी सकषम विधान-मडल या अनय सकषम पराधधकारी दवारा उस पररिनरतषरत या ननरलसरत या सशोधधरत नही 1 सविधान (छपपनिा सशोधन) अधधननयम 1987 की धारा 2 दवारा (30-5-1987 स) अरतःसथावपरत 2 सविधान (अठानििा सशोधन) अधधननयम 2012 की धारा 2 दवारा (1-10-2013 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 245

कर ददया िारता ह (2) भाररत क राजयकषतर म ककसी परितत विधध क उपबधो को इस सविधान क

उपबधो क अनरप बनान क परयोिन क ललए राषटरपनरत आदश1 दवारा ऐसी विधध म ननरसन क रप म या सशोधन क रप म ऐस अनकलन और उपारतरण कर सकगा िो आिशयक या समीचीन हो और यह उपबध कर सकगा कक िह विधध ऐसी रतारीि स िो आदश म विननददषषट की िाए इस परकार ककए गए अनकलनो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए परभािी होगी और ककसी ऐस अनकलन या उपारतरण को ककसी नयायालय म परशनगरत नही ककया िाएगा

(3) िड (2) की कोई बारतndash (क) राषटरपनरत को इस सविधान क परारभ स 2[रतीन िषष] की समानि क

पशचारत ककसी विधध का कोई अनकलन या उपारतरण करन क ललए सशि करन िाली या

(ि) ककसी सकषम विधान-मडल या अनय सकषम पराधधकारी को राषटरपनरत दवारा उि िड क अधीन अनकललरत या उपारतरररत ककसी विधध का ननरसन या सशोधन करन स रोकन िाली

नही समझी िाएगी सपषटीकरण 1 ndash इस अनचछद म ldquoपरितत विधधrdquo पद क अरतगषरत ऐसी विधध ह िो

इस सविधान क परारभ स पहल भाररत क राजयकषतर म ककसी विधान-मडल दवारा या अनय सकषम पराधधकारी दवारा पारररत की गई ह या बनाई गई ह और पहल ही ननरलसरत नही कर दी गई ह भल ही िह या उसक कोई भाग रतब पणषरतः या ककनही विलशषट कषतरो म परिरतषन म न हो

सपषटीकरण 2 ndash भाररत क राजयकषतर म ककसी विधान-मडल दवारा या अनय सकषम पराधधकारी दवारा पारररत की गई या बनाई गई ऐसी विधध का जिसका इस सविधान क परारभ स ठीक पहल राजयकषतरारतीरत परभाि था और भाररत क राजयकषतर म भी परभाि था यथापिोि ककनही अनकलनो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए ऐसा राजयकषतरारतीरत

1 दखिए अधधसचना स0 का0नन0आ0 115 रतारीि 5 िन 1950 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग

3 प0 51 अधधसचना स0 का0नन0आ0 870 रतारीि 4 निबर 1950 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग 3 प0 903 अधधसचना स0 का0नन0आ0 508 रतारीि 4 अपरल 1951 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग 3 प0 287 अधधसचना स0 का0नन0आ0 1140ि रतारीि 2 िलाई 1952 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग 3 प0 616I और तरािणकोर-कोचीन भलम अिषन विधध अनकलन आदश 1952 रतारीि 20 निबर 1952 भाररत का रािपतर असाधारण भाग 2 अनभाग 3 प0 923 दवारा यथासशोधधरत विधध अनकलन आदश 1950 रतारीि 26 िनिरी 1950 भाररत का रािपतर असाधारण प0 449

2 सविधान (पहला सशोधन) अधधननयम 1951 की धारा 12 दवारा (18-6-1951 स) ldquoदो िषषrdquo क सथान पर परनरतसथावपरत

भाररत का सविधान 246

परभाि बना रहगा सपषटीकरण 3 ndash इस अनचछद की ककसी बारत का यह अथष नही लगाया िाएगा

कक िह ककसी असथायी परितत विधध को उसकी समानि क ललए ननयरत रतारीि स या उस रतारीि स जिसको यदद िह सविधान परितत न हआ होरता रतो िह समाि हो िारती आग परितत बनाए रिरती ह

सपषटीकरण 4 ndash ककसी परारत क राजयपाल दवारा भाररत शासन अधधननयम 1935 की धारा 88 क अधीन परखयावपरत और इस सविधान क परारभ स ठीक पहल परितत अधयादश यदद रततसथानी राजय क राजयपाल दवारा पहल ही िापस नही ल ललया गया ह रतो ऐस परारभ क पशचारत अनचछद 382 क िड (1) क अधीन कायषररत उस राजय की विधान सभा क परथम अधधिशन स छह सिाह की समानि पर परिरतषन म नही रहगा और इस अनचछद की ककसी बारत का यह अथष नही लगाया िाएगा कक िह ऐस ककसी अधयादश को उि अिधध स आग परितत बनाए रिरती ह

1[372क विधधयो का अनकलन करन की राषटरपनरत की शकति ndash (1) सविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 क परारभ स ठीक पहल भाररत म या उसक ककसी भाग म परितत ककसी विधध क उपबधो को उस अधधननयम दवारा यथासशोधधरत इस सविधान क उपबधो क अनरप बनान क परयोिनो क ललए राषटरपनरत 1 निबर 1957 स पहल ककए गए आदश2 दवारा ऐसी विधध म ननरसन क रप म या सशोधन क रप म ऐस अनकलन और उपारतरण कर सकगा िो आिशयक या समीचीन हो और यह उपबध कर सकगा कक िह विधध ऐसी रतारीि स िो आदश म विननददषषट की िाए इस परकार ककए गए अनकलनो और उपारतरणो क अधीन रहरत हए परभािी होगी और ककसी ऐस अनकलन या उपारतरण को ककसी नयायालय म परशनगरत नही ककया िाएगा

(2) िड (1) की कोई बारत ककसी सकषम विधान-मडल या अनय सकषम पराधधकारी को राषटरपनरत दवारा उि िड क अधीन अनकललरत या उपारतरररत ककसी विधध का ननरसन या सशोधन करन स रोकन िाली नही समझी िाएगी ]

373 ननिारक ननरोध म रि गए वयकतियो क सबध म कछ दशाओ म आदश करन की राषटरपनरत की शकति ndash िब रतक अनचछद 22 क िड (7) क अधीन ससद उपबध नही कररती ह या िब रतक इस सविधान क परारभ स एक िषष समाि नही हो िारता ह इनम स िो भी पहल हो रतब रतक उि अनचछद ऐस परभािी होगा मानो उसक िड (4) और िड (7) म ससद क परनरत ककसी ननदश क सथान पर राषटरपनरत क परनरत ननदश और

1 सविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 23 दवारा (1-11-1956 स) अरतःसथावपरत 2 दखिए 1956 और 1957 क विधध अनकलन आदश

भाररत का सविधान 247

उन िडो म ससद दवारा बनाई गई विधध क परनरत ननदश क सथान पर राषटरपनरत दवारा ककए गए आदश क परनरत ननदश रि ददया गया हो

374 फडरल नयायालय क नयायाधीशो और फडरल नयायालय म या सपररषद दहि मिसटी क समकष लबबरत कायषिादहयो क बार म उपबध--(1) इस सविधान क परारभ स ठीक पहल फडरल नयायालय क पद धारण करन िाल नयायाधीश यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर उचचरतम नयायालय क नयायाधीश हो िाएग और रतब ऐस िरतनो और भततो रतथा अनपजसथनरत छटटी और पशन क सबध म ऐस अधधकारो क हकदार होग िो उचचरतम नयायालय क नयायाधीशो क सबध म अनचछद 125 क अधीन उपबधधरत ह

(2) इस सविधान क परारभ पर फडरल नयायालय म लबबरत सभी लसविल या दाकतडक िाद अपील और कायषिादहया उचचरतम नयायालय को अरतरररत हो िाएगी और उचचरतम नयायालय को उनको सनन और उनका अिधारण करन की अधधकारररता होगी और फडरल नयायालय दवारा इस सविधान क परारभ स पहल सनाए गए या ददए गए ननणषयो और आदशो का िही बल और परभाि होगा मानो ि उचचरतम नयायालय दवारा सनाए गए हो या ददए गए हो

(3) इस सविधान की कोई बारत भाररत क राजयकषतर क भीरतर ककसी नयायालय क ककसी ननणषय कतडकरी या आदश की या उसक सबध म अपीलो और याधचकाओ को ननपटान क ललए सवपरषद दहि मिसटी दवारा अधधकारररता क परयोग को िहा रतक अविधधमानय नही करगी िहा रतक ऐसी अधधकारररता का परयोग विधध दवारा पराधधकरत ह और ऐसी अपील या याधचका पर इस सविधान क परारभ क पशचारत ककया गया सपररषद दहि मिसटी का कोई आदश सभी परयोिनो क ललए ऐस परभािी होगा मानो िह उचचरतम नयायालय दवारा उस अधधकारररता क परयोग म िो ऐस नयायालय को इस सविधान दवारा परदान की गई ह ककया गया कोई आदश या कतडकरी हो

(4) इस सविधान क परारभ स ही पहली अनसची क भाग ि म विननददषषट ककसी राजय म वपरिी कौलसल क रप म कायषररत पराधधकारी की उस राजय क भीरतर ककसी नयायालय क ककसी ननणषय कतडकरी या आदश की या उसक सबध म अपीलो और याधचकाओ को गरहण करन या ननपटान की अधधकारररता समाि हो िाएगी और उि पराधधकारी क समकष ऐस परारभ पर लबबरत सभी अपील और अनय कायषिादहया उचचरतम नयायालय को अरतरररत कर दी िाएगी और उसक दवारा ननपटाई िाएगी

(5) इस अनचछद क उपबधो को परभािी करन क ललए ससद विधध दवारा और उपबध कर सकगी

375 सविधान क उपबधो क अधीन रहरत हए नयायालयो पराधधकाररयो और अधधकाररयो का कतय कररत रहना ndash भाररत क राजयकषतर म सिषतर लसविल दाकतडक और रािसि अधधकारररता िाल सभी नयायालय और सभी नयानयक कायषपालक और अनसधचिीय पराधधकारी और अधधकारी अपन-अपन कतयो को इस सविधान क उपबधो क अधीन रहरत हए कररत रहग

भाररत का सविधान 248

376 उचच नयायालयो क नयायाधीशो क बार म उपबधndash(1) अनचछद 217 क िड (2) म ककसी बारत क होरत हए भी इस सविधान क परारभ स ठीक पहल ककसी परारत क उचच नयायालय क पद धारण करन िाल नयायाधीश यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर रततसथानी राजय क उचच नयायालय क नयायाधीश हो िाएग और रतब ऐस िरतनो और भततो रतथा अनपजसथनरत छटटी और पशन क सबध म ऐस अधधकारो क हकदार होग िो ऐस उचच नयायालय क नयायाधीशो क सबध म अनचछद 221 क अधीन उपबधधरत ह 1[ऐसा नयायाधीश इस बारत क होरत हए भी कक िह भाररत का नागररक नही ह ऐस उचच नयायालय का मखय नयायमनरत ष अथिा ककसी अनय उचच नयायालय का मखय नयायमनरत ष या अनय नयायाधीश ननयि होन का पातर होगा ]

(2) इस सविधान क परारभ स ठीक पहल पहली अनसची क भाग ि म विननददषषट ककसी राजय क रततसथानी ककसी दशी राजय क उचच नयायालय क पद धारण करन िाल नयायाधीश यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर इस परकार विननददषषट राजय क उचच नयायालय क नयायाधीश हो िाएग और अनचछद 217 क िड (1) और िड (2) म ककसी बारत क होरत हए भी ककरत उस अनचछद क िड (1) क पररतक क अधीन रहरत हए ऐसी अिधध की समानि रतक पद धारण कररत रहग िो राषटरपनरत आदश दवारा अिधारररत कर

(3) इस अनचछद म ldquoनयायाधीशrdquo पद क अरतगषरत कायषकारी नयायाधीश या अपर नयायाधीश नही ह

377 भाररत क ननयतरक-महालिापरीकषक क बार म उपबध ndash इस सविधान क परारभ स ठीक पहल पद धारण करन िाला भाररत का महालिापरीकषक यदद िह अनयथा ननिाषचन न कर चका हो रतो ऐस परारभ पर भाररत का ननयतरक-महालिापरीकषक हो िाएगा और रतब ऐस िरतनो रतथा अनपजसथनरत छटटी और पशन क सबध म ऐस अधधकारो का हकदार होगा िो भाररत क ननयतरक-महालिापरीकषक क सबध म अनचछद 148 क िड (3) क अधीन उपबधधरत ह और अपनी उस पदािधध की समानि रतक पद धारण करन का हकदार होगा िो ऐस परारभ स ठीक पहल उस लाग होन िाल उपबधो क अधीन अिधारररत की िाए

378 लोक सिा आयोगो क बार म उपबधndash(1) इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भाररत डोलमननयन क लोक सिा आयोग क पद धारण करन िाल सदसय यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर सघ क लोक सिा आयोग क सदसय हो िाएग और अनचछद 316 क िड (1) और िड (2) म ककसी बारत क होरत हए भी ककरत उस अनचछद क िड (2) क पररतक क अधीन रहरत हए अपनी उस पदािधध की समानि रतक पद धारण कररत रहग िो ऐस परारभ स ठीक पहल ऐस सदसयो को लाग 1 सविधान (पहला सशोधन) अधधननयम 1951 की धारा 13 दवारा (18-6-1951 स) िोडा गया

भाररत का सविधान 249

ननयमो क अधीन अिधारररत ह (2) इस सविधान क परारभ स ठीक पहल ककसी परारत क लोक सिा आयोग क या

परारतो क समह की आिशयकरताओ की पनरत ष करन िाल ककसी लोक सिा आयोग क पद धारण करन िाल सदसय यदद ि अनयथा ननिाषचन न कर चक हो रतो ऐस परारभ पर यथाजसथनरत रततसथानी राजय क लोक सिा आयोग क सदसय या रततसथानी राजयो की आिशयकरताओ की पनरत ष करन िाल सयि राजय लोक सिा आयोग क सदसय हो िाएग और अनचछद 316 क िड (1) और िड (2) म ककसी बारत क होरत हए भी ककरत उस अनचछद क िड (2) क पररतक क अधीन रहरत हए अपनी उस पदािधध की समानि रतक पद धारण कररत रहग िो ऐस परारभ स ठीक पहल ऐस सदसयो को लाग ननयमो क अधीन अिधारररत ह

1[378क आधर परदश विधान सभा की अिधध क बार म विशष उपबध ndash अनचछद 172 म ककसी बारत क होरत हए भी राजय पनगषठन अधधननयम 1956 की धारा 28 और धारा 29 क उपबधो क अधीन गदठरत आधर परदश राजय की विधान सभा यदद पहल ही विघदटरत नही कर दी िारती ह रतो उि धारा 29 म ननददषषट रतारीि स पाच िषष की अिधध रतक बनी रहगी इसस अधधक नही और उि अिधध की समानि का पररणाम उस विधान सभा का विघटन होगा ]

379 [अनरतकाषलीन ससद रतथा उसक अधयकष और उपाधयकष क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

380 [राषटरपनरत क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

381 [राषटरपनरत की मबतर-पररषद ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

382 [पहली अनसची क भाग क म क राजयो क अनरतकाषलीन विधान-मडलो क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

383 [परानरतो क राजयपालो क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

384 [राजयपालो की मबतर-पररषद ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

385 [पहली अनसची क भाग ि म क राजयो क अनरतकाषलीन विधान-मडलो क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

1 सविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 24 दवारा (1-11-1956 स) अरतःसथावपरत

भाररत का सविधान 250

386 [पहली अनसची क भाग ि म क राजयो की मबतर-पररषद ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

387 [कछ ननिाषचनो क पररयोिनो क ललए िनसखया क ननधाषरण क बार म विशष उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

388 [अनरतकाषलीन ससद रतथा राजयो क अनरतकाषलीन विधान-मडलो म आकजसमक ररकतियो क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

389 [डोमीननयन विधान-मडल रतथा परानरतो और दशी राजयो क विधान-मडलो म लबबरत विधयको क बार म उपबध ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

390 [इस सविधान क परारभ और 1950 क 31 माचष क बीच पराि या उतथापरत या वयय ककया हआ धन ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

391 [कछ आकजसमकरताओ म पहली और चौथी अनसची का सशोधन करन की राषटरपनरत की शकति ]ndashसविधान (सारतिा सशोधन) अधधननयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ननरलसरत

392 कदठनाइयो को दर करन की राषटरपनरत की शकतिndash(1) राषटरपनरत ककनही ऐसी कदठनाइयो को िो विलशषटरतया भाररत शासन अधधननयम 1935 क उपबधो स इस सविधान क उपबधो को सकरमण क सबध म हो दर करन क परयोिन क ललए आदश दवारा ननदश द सकगा कक यह सविधान उस आदश म विननददषषट अिधध क दौरान उपारतरण पररिधषन या लोप क रप म ऐस अनकलनो क अधीन रहरत हए परभािी होगा िो िह आिशयक या समीचीन समझ

पररत ऐसा कोई आदश भाग 5 क अधयाय 2 क अधीन समयक रप स गदठरत ससद क परथम अधधिशन क पशचारत नही ककया िाएगा

(2) िड (1) क अधीन ककया गया परतयक आदश ससद क समकष रिा िाएगा (3) इस अनचछद अनचछद 324 अनचछद 367 क िड (3) और अनचछद 391

दवारा राषटरपनरत को परदतत शकतिया इस सविधान क परारभ स पहल भाररत डोलमननयन क गिनषर िनरल दवारा परयोिवय होगी

251

भाग 22 सकषिपत नाम परारभ 1[ह दी म पराधिकत पाठ] और ननरसन

393 सकषिपत नाम ndash इस सवििान का सकषिपत नाम भारत का सवििान 394 परारभ ndash य अनचछद और अनचछद 5 6 7 8 9 60 324 366 367

379 380 388 391 392 और 393 तरनत परितत ोग और इस सवििान क शष उपबि 26 जनिरी 1950 को परितत ोग जो हदन इस सवििान म इस सवििान क परारभ क रप म ननहदिषट ककया गया

2[394क ह दी भाषा म पराधिकत पाठndash(1) राषटरपनतmdash

(क) इस सवििान क ह दी भाषा म अनिाद को जजस पर सवििान सभा क सदसयो न सतािर ककए थ ऐस उपातरणो क साथ जो उस क दरीय अधिननयमो क ह दी भाषा म पराधिकत पाठो म अपनाई गई भाषा शली और शबदािली क अनरप बनान क ललए आिशयक और ऐस परकाशन क पिि ककए गए इस सवििान क ऐस सभी सशोिनो को उसम सजममललत करत ए तथा

(ख) अगरजी भाषा म ककए गए इस सवििान क परतयक सशोिन क ह दी भाषा म अनिाद को

अपन पराधिकार स परकालशत कराएगा (2) खड (1) क अिीन परकालशत इस सवििान और इसक परतयक सशोिन क अनिाद

का ि ी अथि लगाया जाएगा जो उसक मल का और यहद ऐस अनिाद क ककसी भाग का इस परकार अथि लगान म कोई कहठनाई उतपनन ोती तो राषटरपनत उसका उपयकत पनरीिण कराएगा

(3) इस सवििान का और इसक परतयक सशोिन का इस अनचछद क अिीन परकालशत अनिाद सभी परयोजनो क ललए उसका ह दी भाषा म पराधिकत पाठ समझा जाएगा

395 ननरसन ndash भारत सिततरता अधिननयम 1947 और भारत शासन अधिननयम 1935 का पशचात कधथत अधिननयम की सशोिक या अनपरक सभी अधिननयलमनतयो क साथ जजनक अतगित वपरिी कौलसल अधिकाररता उतसादन अधिननयम 1949 न ी इसक दवारा ननरसन ककया जाता

1 सवििान (अठािनिा सशोिन) अधिननयम 1987 की िारा 2 दवारा (9-12-1987 स) अतःसथावपत 2 सवििान (अठािनिा सशोिन) अधिननयम 1987 की िारा 3 दवारा (9-12-1987 स) अतःसथावपत

252

1[पहली अनसची (अनचछद 1 और अनचछद 4)

1 राजय नाम राजयकषतर 1 आधर परदश

2[व राजयकषतर जो आधर राजय अधिननयम 1953 की िारा 3 की उपिारा (1) म राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 3 की उपिारा (1) म आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 की परथम अनसची म और आधर परदश और मसर (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1968 की अनसची म ववननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 की रिरीय अनसची म 3[रथा आधर परदश पनरगठन अधिननयम 2014 की िारा 3 म] ववननरदगषट ह ]

2 असम व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल असम परार खासी राजयो और असम जनजानर कषतरो म समाववषट थ ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो असम (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1951 की अनसची म ववननरदगषट ह 4[और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो नारालड राजय अधिननयम 1962 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह] 4[और व राजयकषतर] भी इसक अररगर नही ह 5[जो पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 की िारा 5 िारा 6 और िारा 7 म ववननरदगषट ह 6[और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह] जो सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की िारा 3 क खड (क) म अरववगषट ककसी बार क होर हए भी जहा रक उसका सबि सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की दसरी अनसची क भार 1 म ननरदगषट राजयकषतरो स ह सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की दसरी अनसची क भार 1 म ननरदगषट ह ]

1 सवविान (सारवा सशोिन) अधिननयम 1956 की िारा 2 िारा पहली अनसची क सथान पर (1-11-1956 स)

परनरसथावपर 2 आधर परदश और मसर (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1968 (1968 का 36) की िारा 4 िारा (1-10-1968 स)

पवगवरी परवववषट क सथान पर परनरसथावपर 3 आधर परदश पनरगठन अधिननयम 2014 (2014 का 6) की िारा 10 िारा (2-6-2014 स) अरःसथावपर 4 नारालड राजय अधिननयम 1962 (1962 का 27) की िारा 4 िारा (1-12-1963 स) जोडा रया 5 पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) जोडा रया 6 सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की िारा 3 िारा (31-7-2015 स) अरःसथावपर

भारर का सवविान 253

नाम राजयकषतर

3 बबहार 1[व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल या रो बबहार परार म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो और व राजयकषतर जो बबहार और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1968 की िारा 3 की उपिारा (1) क खड (क) म ववननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो बबहार और पशचिमी बराल (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1956 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो परथम वरणगर अधिननयम की िारा 3 की उपिारा (1) क खड (ख) म ववननरदगषट ह 2[और व राजयकषतर जो बबहार पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]]

3[4 रजरार व राजयकषतर जो मबई पनरगठन अधिननयम 1960 की िारा 3 की उपिारा (1) म ननरदगषट ह ]

5 करल व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 5 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह

6 मधय परदश व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 9 की उपिारा (1) म 4[रथा राजसथान और मधय परदश (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1959 की परथम अनसची म ववननरदगषट ह 5[ककनर इनक अररगर मधय परदश पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट राजयकषतर नही ह]]

1 बबहार और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1968 (1968 का 24) की िारा 4 िारा (10-6-1970 स)

पवगवरी परवववषट क सथान पर परनरसथावपर 2 बबहार पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 30) की िारा 5 िारा (15-11-2000 स) जोडा रया 3 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 4 क सथान पर

परनरसथावपर 4 राजसथान और मधय परदश (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1959 (1959 का 47) की िारा 4 िारा

(1-10-1959 स) अरःसथावपर

5 मधय परदश पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 28) की िारा 5 िारा (1-11-2000 स) जोडा रया

भारर का सवविान 254

नाम राजयकषतर 1[7 रसमलनाड] व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल या रो मदरास परार

म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो और व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 4 म 2[रथा आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 की रिरीय अनसची म] ववननरदगषट ह] ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो आधर राजय अधिननयम 1953 की िारा 3 की उपिारा (1) और िारा 4 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह और 3[व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 5 की उपिारा (1) क खड (ख) िारा 6 और िारा 7 की उपिारा (1) क खड (घ) म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 की परथम अनसची म ववननरदगषट ह ]

4[8 महाराषटर व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 8 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह ककनर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो मबई पनरगठन अधिननयम 1960 की िारा 3 की उपिारा (1) म ननरदगषट ह ]

5[6[9] कनागटक] व राजयकषतर जो राजय पनरठगन अधिननयम 1956 की िारा 7 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह 7[ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो आधर परदश और मसर (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1968 की अनसची म ववननरदगषट ह ]

1 मदरास राजय (नाम-पररवरगन) अधिननयम 1968 (1968 का 53) की िारा 5 िारा (14-1-1969 स) ldquo7 मदरासrdquo क

सथान पर परनरसथावपर 2 आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 (1959 का 56 ) की िारा 6 िारा (1-4-1960 स)

अरःसथावपर 3 आधर परदश और मदरास (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1959 (1959 का 56) की िारा 6 िारा (1-4-1960 स)

कनरपय शबदो क सथान पर परनरसथावपर 4 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) अरःसथावपर 5 मसर राजय (नाम-पररवरगन) अधिननयम 1973 (1973 का 31) की िारा 5 िारा (1-11-1973 स) ldquo9 मसरrdquo क

सथान पर परनरसथावपर 6 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 8 स 14 रक को

परवववषट 9 स 15 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 7 आधर परदश और मसर (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1968 (1968 का 36) की िारा 4 िारा (1-10-1968 स)

अरःसथावपर

भारर का सवविान 255

नाम राजयकषतर 1[10] 2[ओडडशा] व राजयकषतर जो इस सवविान क परारमभ स ठीक पहल या रो उडीसा परार

म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो

1[11] पजाब व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 11 म ववननरदगषट ह 3[और व राजयकषतर जो अशचजगर राजयकषतर (ववलयन) अधिननयम 1960 की परथम अनसची क भार 2 म ननरदगषट ह] 4[ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की पहली अनसची क भार 2 म ननरदगषट ह] 5[और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 की िारा 3 की उपिारा (1) िारा 4 और िारा 5 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह ]

3[12] राजसथान व राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 10 म ववननरदगषट ह 6[ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो राजसथान और मधय परदश (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1959 की परथम अनसची म ववननरदगषट ह ]

1 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 8 स 14 रक को

परवववषट 9 स 15 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 2 उडीसा (नाम पररवरगन) अधिननयम 2011 की िारा 6 िारा (1-11-2011 स) ldquoउडीसाrdquo क सथान पर परनरसथावपर 3 अशचजगर राजयकषतर (ववलयन) अधिननयम 1960 (1960 का 64) की िारा 4 िारा (17-1-1961 स) अरःसथावपर 4 सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की िारा 3 िारा (17-1-1961 स) जोडा रया 5 पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 (1966 का 31) की िारा 7 िारा (1-11-1966 स) अरःसथावपर 6 राजसथान और मधय परदश (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1959 (1959 का 47) की िारा 4 िारा (1-

10-1959 स) अरःसथावपर

भारर का सवविान 256

नाम राजयकषतर 1[13] उततर परदश

2[व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल या रो सयकत परार नाम स जञार परार म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो व राजयकषतर जो बबहार और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1968 की िारा 3 की उपिारा (1) क खड (ख) म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर जो हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1979 की िारा 4 की उपिारा (1) क खड (ख) म ववननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो बबहार और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1968 की िारा 3 की उपिारा (1) क खड (क) 3[रथा उततर परदश पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3] म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर भी इसक अररगर नही ह जो हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1979 की िारा 4 की उपिारा (1) क खड (क) म ववननरदगषट ह ]

1[14] पशचिमी बराल

व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल या रो पशचिमी बराल परार म समाववषट थ या इस परकार परशाससर थ मानो व उस परार क भार रह हो और चदरनरर (ववलयन) अधिननयम 1954 की िारा 2 क खड (र) म यथा पररभाविर चदरनरर का राजयकषतर और व राजयकषतर भी जो बबहार और पशचिमी बराल (राजयकषतर अररण) अधिननयम 1956 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह 4[और व राजयकषतर भी जो पहली अनसची क भार 3 म ननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की िारा 3 क खड (र) म अरववगषट ककसी बार क होर हए भी जहा रक उसका सबि सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की पहली अनसची क भार 3 म ननरदगषट राजयकषतरो और दसरी अनसची क भार 3 म ननरदगषट राजयकषतरो स ह सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की दसरी अनसची क भार 3 म ननरदगषट ह ]

1 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 8 स 14 रक को

परवववषट 9 स 15 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 2 हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1979 (1979 का 31) की िारा 5 िारा (15-9-1983 स)

ldquo13 उततर परदशrdquo क सामन की परवववषट क सथान पर परनरसथावपर

3 उततर परदश पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 29) की िारा 5 िारा (9-11-2000 स) अरःसथावपर 4 सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की िारा 3 िारा (31-7-2015 स) जोडा रया

भारर का सवविान 257

नाम राजयकषतर

1[15] जमम-कशमीर वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल जमम-कशमीर दशी राजय म समाववषट था

2[16 नारालड व राजयकषतर जो नारालड राजय अधिननयम 1962 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह ]

3[17 हररयाणा 4[व राजयकषतर जो पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 की िारा 3 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह और व राजयकषतर जो हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम1979 की िारा 4 की उपिारा (1) क खड (क) म ववननरदगषट ह ककर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो उस अधिननयम की िारा 4 की उपिारा (1) क खड (ख) म ववननरदगषट ह ]]

5[18 रहमाचल परदश व राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल इस परकार परशाससर थ मानो व रहमाचल परदश और बबलासपर क नाम स जञार मखय आयकत वाल परार रह हो और व राजयकषतर जो पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 की िारा 5 की उपिारा (1) म ववननरदगषट ह ]

6[19 मरणपर वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल इस परकार परशाससर था मानो वह मरणपर क नाम स जञार मखय आयकत वाला परार रहा हो ]

1 मबई पनरगठन अधिननयम 1960 (1960 का 11) की िारा 4 िारा (1-5-1960 स) परवववषट 8 स 14 रक को

परवववषट 9 स 15 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 2 नारालड राजय अधिननयम 1962 (1962 का 27) की िारा 4 िारा (1-12-1963 स) अरःसथावपर 3 पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 (1966 का 31) की िारा 7 िारा (1-11-1966 स) अरःसथावपर और रतपिार

हररयाणा और उततरपरदश (सीमा पररवरगन) अधिननयम 1979 (1979 का 31) की िारा 5 िारा (15-9-1983 स) परवववषट को सशोधिर ककया रया

4 हररयाणा और उततर परदश (सीमा-पररवरगन) अधिननयम 1979 (1979 का 31) की िारा 5 िारा (15-9-1983 स) ldquo17 हररयाणाrdquo क सामन की परवववषट क सथान पर परनरसथावपर

5 रहमाचल परदश राजय अधिननयम 1970 (1970 का 53) की िारा 4 िारा (25-1-1971 स) अरःसथावपर 6 पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) अरःसथावपर

भारर का सवविान 258

नाम राजयकषतर 20 बतरपरा वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल इस परकार

परशाससर था मानो वह बतरपरा क नाम स जञार मखय आयकत वाला परार रहा हो 1[और व राजयकषतर जो सवविान (नवा सशोिन) अधिननयम 1960 की िारा 3 क खड (घ) म अरववगषट ककसी बार क होर हए भी जहा रक उनका सबि सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की पहली अनसची क भार 2 म ननरदगषट राजयकषतरो स ह सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की पहली अनसची क भार 2 म ननरदगषट ह ]

21 मघालय व राजयकषतर जो पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 की िारा 5 म ववननरदगषट ह 1[और व राजयकषतर जो पहली अनसची क भार 1 म ननरदगषट ह ककनर व राजयकषतर इसक अररगर नही ह जो सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की दसरी अनसची क भार 2 म ननरदगषट ह ]

2[22 ससशचककम व राजयकषतर जो सवविान (छततीसवा सशोिन) अधिननयम 1975 क परारभ स ठीक पहल ससशचककम म समाववषट थ ]

3[23 समजोरम व राजयकषतर जो पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 की िारा 6 म ववननरदगषट ह ]

4[24 अरणाचल परदश

व राजयकषतर जो पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 की िारा 7 म ववननरदगषट ह ]

5[25 रोवा व राजयकषतर जो रोवा दमण और दीव पनरगठन अधिननयम 1987 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]

1 सवविान (एक सौवा सशोिन) अधिननयम 2015 की िारा 3 िारा (31-7-2015 स) अरःसथावपर 2 सवविान (छततीसवा सशोिन) अधिननयम 1975 की िारा 2 िारा (26-4-1975 स) अरःसथावपर 3 समजोरम राजय अधिननयम 1986 (1986 का 34) की िारा 4 िारा (20-2-1987 स) अरःसथावपर 4 अरणाचल परदश राजय अधिननयम 1986 (1986 का 69) की िारा 4 िारा (20-2-1987 स) अरःसथावपर 5 रोवा दमण और दीव पनरगठन अधिननयम 1987 (1987 का 18) की िारा 5 िारा (30-5-1987 स) अरःसथावपर

भारर का सवविान 259

नाम राजयकषतर

1[26 छततीसरढ मधय परदश पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट राजयकषतर ]

2[27 3[उततराखड] व राजयकषतर जो उततर परदश पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]

4[28 झारखड व राजयकषतर जो बबहार पनरगठन अधिननयम 2000 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]

5[29 रलराना व राजयकषतर जो आधर परदश पनरगठन अधिननयम 2014 की िारा 3 म ववननरदगषट ह ]

2 सघ राजयकषतर

नाम ववसरार

1 रदलली वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल रदलली क मखय आयकत वाल परार म समाववषट था

6

7[2] अदमान और ननकोबार िीप

वह राजयकषतर जो इस सवविान क परारभ स ठीक पहल अदमान और ननकोबार िीप क मखय आयकत वाल परार म समाववषट था

1 मधय परदश पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 28) की िारा 5 िारा (1-11-2000 स) अरःसथावपर 2 उततर परदश पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 29) की िारा 5 िारा (9-11-2000 स) अरःसथावपर 3 उततराचल (नाम पररवरगन) अधिननयम 2006 (2006 का 52) की िारा 4 िारा (1-1-2007 स) ldquoउततराचलrdquo शबद क

सथान पर परनरसथावपर 4 बबहार पनरगठन अधिननयम 2000 (2000 का 30) की िारा 5 िारा (15-11-2000 स) अरःसथावपर 5 आधर परदश पनरगठन अधिननयम 2014 (2014 का 6) की िारा 10 िारा (2-6-2014 स) अरःसथावपर 6 रहमाचल परदश राजय अधिननयम 1970 (1970 का 53) की िारा 4 िारा (25-1-1971 स) ldquoरहमाचल परदशrdquo स

सबधिर परवववषट 2 का लोप ककया रया और पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) मरणपर और बतरपरा स सबधिर परवववषटयो का लोप ककया रया

7 पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) परवववषट 2 और 3 लोप ककया रया और परवववषट 4 स 9 रक को परवववषट 2 स 7 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया

भारर का सवविान 260

नाम ववसरार 1[3] 2[लकषिीप] वह राजयकषतर जो राजय पनरगठन अधिननयम 1956 की िारा 6 म

ववननरदगषट ह 3[1[4] दादरा और नारर

हवली वह राजयकषतर जो 11 अरसर 1961 स ठीक पहल सवरतर दादरा और नारर हवली म समाववषट था ]

4[1[5] दमण और दीव व राजयकषतर जो रोवा दमण और दीव पनरगठन अधिननयम 1987 की िारा 4 म ववननरदगषट ह ]

5[1[6] 6[पडचरी] व राजयकषतर जो 16 अरसर 1962 स ठीक पहल भारर म पाडडचरी काररकल माही और यनम क नाम स जञार फासीसी बशचसरयो म समाववषट थ ]

7[1[7] चडीरढ व राजयकषतर जो पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 की िारा 4 म ववननरदगषट ह ]

8[1[

1 पवोततर कषतर (पनरगठन) अधिननयम 1971 (1971 का 81) की िारा 9 िारा (21-1-1972 स) करमशः परवववषट 4 स 9

रक को परवववषट 2 स 7 रक क रप म पनःसखयाककर ककया रया 2 लककादीव समननकोय और अमीनदीवी िीप (नाम-पररवरगन) अधिननयम 1973 (1973 का 34) की िारा 5 िारा (1-

11-1973 स) ldquoलककादीव समननकोय अमीनदीवी िीपrdquo क सथान पर परनरसथावपर 3 सवविान (दसवा सशोिन) अधिननयम 1961 की िारा 2 िारा (11-8-1961 स) अरःसथावपर 4 रोवा दमण और दीव पनरगठन अधिननयम 1987 (1987 का 18) की िारा 5 िारा (30-5-1987 स) परवववषट 5 क

सथान पर परनरसथावपर 5 सवविान (चौदहवा सशोिन) अधिननयम 1962 की िारा 3 िारा (16-8-1962 स) अरःसथावपर 6 पाडडचरी (नाम पररवरगन) अधिननयम 2006 (2006 का 44) की िारा 5 िारा (1-10-2006 स) ldquoपाडडचरीrdquo शबद क

सथान पर परनरसथावपर 7 पजाब पनरगठन अधिननयम 1966 (1966 का 31) की िारा 7 िारा (1-11-1966 स) अरःसथावपर 8 समजोरम राजय अधिननयम 1986 (1986 का 34) की िारा 4 िारा (20-2-1987 स) समजोरम सबिी परवववषट 8 का

लोप ककया रया और अरणाचल परदश सबिी परवववषट 9 को परवववषट 8 क रप म पनःसखयाककर ककया रया और अरणाचल परदश सबिी परवववषट 8 का अरणाचल परदश अधिननयम 1986 (1986 का 69) की िारा 4 का (20-2-1987 स) लोप ककया रया

poundEacuteEacuteregiEacute BEacuteEEacute ordmEacuteAEligEacuteEcircacuteEacutevEacuteEacutexEacute

223

xEacuteEacuteagraveEacute EacuteEcircacuteEacuteordmiEacuteEacutereg

6 EacuteOumlbOumlSEacuteaumlregEacuteOgrave acuteEacuteauml regEacuteVordfEacuteFEacuteaumljEacute VEacuteEacuteauml 16 +EacuteMEacuteordmiEacute 1962 ordmEacuteauml ~EacuteOgraveBEacuteE EacutecatildeEacuteauml poundEacuteEacuteregiEacute agraveEacutearing

EacuteEacuteAEligEacuteEcircbSEacuteaumlregEacuteOgrave BEacuteEEacuteEacuteEcircregBEacuteEatildeEacute agraveEacuteEacutecEacuteOgrave +EacuteEacuteegravereg ordfEacutexEacuteagraveEacute BEacuteEauml xEacuteEacuteagraveEacute ordmEacuteauml YEacuteEacuteiEacute

|EacuteEEacuteAEligordmEacuteEacuteOgraveordmEacuteEacuteOgrave currenEacuteEacuteIcircordmiEacuteordfEacuteEacutearing agraveEacutearing ordmEacuteagraveEacuteEacuteEacuteEcircacuteEacuteshy] lEacuteauml

7 SEacuteAEligbEacuteOgraveMEacutefAtilde acuteEacuteauml regEacuteVordfEacuteFEacuteaumljEacute VEacuteEacuteauml EacuteAEligVEacuteEacutecurrenEacute EacuteOumlxEacuteMEacuteCcedil~xEacute +EacuteEacuteEcircvEacuteEacuteEcircxEacuteordfEacuteagraveEacute 1966 BEacuteEEacuteOgrave vEacuteEacuteregEacute 4

agraveEacutearing EacuteEcirc EacuteEacuteEcircxEacuteEacuteIgravenshy] ceacute

261

दसरी अनसची [अनचछद 59(3) 65(3) 75(6) 97 125 148(3) 158(3) 164(5) 186 और 221]

भाग क

राषटरपति और 1 राजयो क राजयपालो क बार म उपबध

1 राषटरपति और 1 राजयो क राजयपालो को परति मास तनमनललखिि उपलबधधयो का सदाय ककया जाएगा अरााि ndash

राषटरपति 10000 रपए

राजय का राजयपाल 5500 रपए

2 राषटरपति और 2 राजयो क राजयपालो को ऐस भततो का भी सदाय ककया जाएगा जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल करमशः भारि डोलमतनयन क गिनार जनरल को िरा ितसरानी परािो क गिनारो को सदय र

3 राषटरपति और 3[राजयो] क राजयपाल अपनी-अपनी सपरा पदािधध म ऐस विशषाधधकारो क हकदार होग बजनक इस सविधान क परारभ स ठीक पहल करमशः गिनार जनरल और ितसरानी परािो क गिनार हकदार र

4 जब उपराषटरपति या कोई अनय वयकति राषटरपति क कतसयो का तनिाहन कर रहा ह या उसक रप म काया कर रहा ह या कोई वयकति राजयपाल क कतसयो का तनिाहन कर रहा ह िब िह ऐसी उपलबधधयो भततो और विशषाधधकारो का हकदार होगा बजनका यराबरति िह राषटरपति या राजयपाल हकदार ह बजसक कतसयो का िह तनिाहन करिा ह या यराबरति बजसक रप म िह काया करिा ह

4

1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची

क भाग क म वितनरदाषटrdquo शधदो और अकषर का लोप ककया गया वितत अधधतनयम 2018 (2018 का 13) की धारा 137 दवारा (1-1-2016 स) अब यह ldquoपाच लाि रपएrdquo ह वितत अधधतनयम 2018 (2018 का 13) की धारा 137 दवारा (1-1-2016 स) अब यह ldquoिीन लाि पचास हजार

रपएrdquo ह 2 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoऐस वितनरदाषटrdquo शधदो का लोप (1-

11-1956 स) ककया गया 3 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 दवारा ldquoऐस राजयोrdquo क रान पर (1-11-1956 स) परतिरावपि 4 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 दवारा भाग ि का (1-11-1956 स) लोप ककया गया

भारि का सविधान

262

भाग ग

लोक सभा क अधयकष और उपाधयकष क िरा राजय सभा क सभापति और उपसभापति क िरा 1 2[राजय] की विधान सभा क अधयकष और उपाधयकष क िरा विधान

पररषद क सभापति और उपसभापति क बार म उपबध

7 लोक सभा क अधयकष और राजय सभा क सभापति को ऐस ििन और भततो का सदाय ककया जाएगा जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भारि डोलमतनयन की सविधान सभा क अधयकष को सदय र िरा लोक सभा क उपाधयकष को और राजय सभा क उपसभापति को ऐस ििन और भततो का सदाय ककया जाएगा जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भारि डोलमतनयन की सविधान सभा क उपाधयकष को सदय र

8 3 राजय की विधान सभा क अधयकष और उपाधयकष को िरा 4[राजय] की विधान पररषद क सभापति और उपसभापति को ऐस ििन और भततो का सदाय ककया जाएगा जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल करमशः ितसरानी पराि की विधान सभा क अधयकष और उपाधयकष को िरा विधान पररषद क सभापति और उपसभापति को सदय र और जहा ऐस परारभ स ठीक पहल ितसरानी पराि की कोई विधान पररषद नही री िहा उस राजय की विधान पररषद क सभापति और उपसभापति को ऐस ििन और भततो का सदाय ककया जाएगा जो उस राजय का राजयपाल अिधाररि कर

1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची

क भाग क म क ककसी राजय काrdquo शधदो और अकषर का लोप ककया गया 2 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoककसी ऐस राजयrdquo क रान पर

(1-11-1956 स) परतिरावपि

3 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क म वितनरदाषट ककसी राजय काrdquo शधदो और अकषर का (1-11-1956 स) लोप ककया गया

4 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoकोई ऐसा राजयrdquo क रान पर (1-11-1956 स) परतिरावपि

भारि का सविधान

263

भाग घ उचचिम नयायालय और 1 उचच नयायालयो क नयायाधीशो क बार म उपबध

9 2[(1) उचचिम नयायालय क नयायाधीशो को िािविक सिा म बबिाए समय क ललए परति मास तनमनललखिि दर स ििन का सदाय ककया जाएगा अरााि ndash

मखय नयायमति ा 3[10000 रपए] कोई अनय नयायाधीश 4[9000 रपए]

परि यरद उचचिम नयायालय का कोई नयायाधीश अपनी तनयकति क समय भारि सरकार की या उसकी पिाििी सरकारो म स ककसी की अरिा राजय की सरकार की या उसकी पिाििी सरकारो म स ककसी की पिा सिा क सबध म (तनःशििा या कषति पशन स लभनन) कोई पशन परापत कर रहा ह िो उचचिम नयायालय म सिा क ललए उसक ििन म स 5[तनमनललखिि को घटा रदया जाएगा अरााि ndash

(क) उस पशन की रकम और (ि) यरद उसन ऐसी तनयकति स पहल ऐसी पिा सिा क सबध म अपन

को दय पशन क एक भाग क बदल उसका सरालशि मलय परापत ककया ह िो पशन क उस भाग की रकम और

(ग) यरद उसन ऐसी तनयकति स पहल ऐसी पिा सिा क सबध म तनिवतत-उपदान परापत ककया ह िो उस उपदान क समिलय पशन (2) उचचिम नयायालय का परतसयक नयायाधीश बबना ककराया रदए शासकीय

तनिास क उपयोग का हकदार होगा (3) इस परा क उपपरा (2) की कोई बाि उस नयायाधीश को जो इस सविधान

क परारभ स ठीक पहलndash

1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची क भाग क म क

राजयो मrdquo शधदो और अकषर का (1-11-1956 स) लोप ककया गया 2 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 25 दवारा ldquoउपपरा (1)rdquo क रान पर (1-11-1956 स)

परतिरावपि 3 सविधान (चौिनिा सशोधन) अधधतनयम 1986 की धारा 4 दवारा (1-4-1986 स) ldquo5000 रपएrdquo क रान पर

परतिरावपि उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का

10) की धारा 6 क अनसार (1-11-1956 स) अब यह ldquo280000 रपएrdquo ह 4 सविधान (चौिनिा सशोधन) अधधतनयम 1986 की धारा 4 दवारा (1-4-1986 स) ldquo4000 रपएrdquo क रान पर

परतिरावपि

उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का 10) की धारा 6 क अनसार (1-11-1956 स) अब यह ldquo250000 रपएrdquo ह

5 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 25 दवारा ldquoउस पशन की रालश घटा दी जाएगीrdquo क रान पर (1-11-1956 स) परतिरावपि

भारि का सविधान

264

(क) फडरल नयायालय क मखय नयायमति ा क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर अनचछद 374 क िड (1) क अधीन उचचिम नयायालय का मखय नयायमति ा बन गया ह या

(ि) फडरल नयायालय क ककसी अनय नयायाधीश क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर उि िड क अधीन उचचिम नयायालय का (मखय नयायमति ा स लभनन) नयायाधीश बन गया ह

उस अिधध म बजसम िह ऐस मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश क रप म पद धारर करिा ह लाग नही होगी और ऐसा परतसयक नयायाधीश जो इस परकार उचचिम नयायालय का मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश बन जािा ह यराबरति ऐस मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश क जो इस परकार उचचिम नयायालय का मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश बन जािा ह यराबरति ऐस मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश क रप म िािविक सिा म बबिाए समय क ललए इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट ििन क अतिररि विशष ििन क रप म ऐसी रकम परापत करन का हकदार होगा जो इस परकार वितनरदाषट ििन और ऐस ििन क अिर क बराबर ह जो िह ऐस परारभ स ठीक पहल परापत कर रहा रा

(4) उचचिम नयायालय का परतसयक नयायाधीश भारि क राजयकषतर क भीिर अपन किावय पालन म की गई यातरा म उपगि वयय की परतिपति ा क ललए ऐस यकतियि भतत परापत करगा और यातरा सबधी उस ऐसी यकतियि सविधाए दी जाएगी जो राषटरपति समय-समय पर विरहि कर

(5) उचचिम नयायालय क नयायाधीशो की अनपबरति छटटी क (बजसक अिगाि छटटी भतत ह) और पशन क सबध म अधधकार उन उपबधो स शालसि होग जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल फडरल नयायालय क नयायाधीशो को लाग र

10 1[(1) उचच नयायालय क नयायाधीशो को िािविक सिा म बबिाए समय क ललए परति मास तनमनललखिि दर स ििन का सदाय ककया जाएगा अरााि ndash

मखय नयायमति ा 2[9000 रपए] कोई अनय नयायाधीश 3[8000 रपए ]

1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 25 दवारा उपपरा (1) क रान पर (1-11-1956 स)

परतिरावपि 2 सविधान (चौिनिा सशोधन) अधधतनयम 1986 की धारा 2 दवारा (1-4-1986 स) ldquo4000 रपएrdquo क रान पर

परतिरावपि उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का

10) की धारा 2 क अनसार (1-11-1956 स) अब यह ldquoदो लाि पचास हजार रपएrdquo ह 3 सविधान (चौिनिा सशोधन) अधधतनयम 1986 की धारा 2 दवारा (1-4-1986 स) ldquo3500 रपएrdquo क रान पर

परतिरावपि उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का

10) की धारा 2 क अनसार (1-11-1956 स) अब यह ldquoदो लाि पचचीस हजार रपएrdquo ह

भारि का सविधान

265

परि यरद ककसी उचच नयायालय का कोई नयायाधीश अपनी तनयकति क समय भारि सरकार की या उसकी पिाििी सरकारो म स ककसी की अरिा राजय की सरकार की या उसकी पिाििी सरकारो म स ककसी की पिा सिा क सबध म (नःशििा या कषति पशन स लभनन) कोई पशन परापत कर रहा ह िो उचच नयायालय म सिा क ललए उसक ििन म स तनमनललखिि को घटा रदया जाएगा अरााि ndash

(क) उस पशन की रकम और (ि) यरद उसन ऐसी तनयकति स पहल ऐसी पिा सिा क सबध म अपन

को दय पशन क एक भाग क बदल म उसका सरालशि मलय परापत ककया ह िो पशन क उस भाग की रकम और

(ग) यरद उसन ऐसी तनयकति स पहल ऐसी पिा सिा क सबध म तनिवतत-उपदान परापत ककया ह िो उस उपदान क समिलय पशन ] (2) ऐसा परतसयक वयकति जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहलndash

(क) ककसी पराि क उचच नयायालय क मखय नयायमति ा क रप म पद धारर कर रहा रा और ऐस परारभ पर अनचछद 376 क िड (1) क अधीन ितसरानी राजय क उचच नयायालय का मखय नयायमति ा बन गया ह या

(ि) ककसी पराि क उचच नयायालय क ककसी अनय नयायाधीश क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर उि िड क अधीन ितसरानी राजय क उचच नयायालय का (मखय नयायमति ा स लभनन) नयायाधीश बन गया ह

यरद िह ऐस परारभ स ठीक पहल इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट दर स उचचिर दर पर ििन परापत कर रहा रा िो यराबरति ऐस मखय नयायमति ा या अनय नयायाधीश क रप म िािविक सिा म बबिाए समय क ललए इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट ििन क अतिररि विशष ििन क रप म ऐसी रकम परापत करन का हकदार होगा जो इस परकार वितनरदाषट ििन और ऐस ििन क अिर क बराबर ह जो िह ऐस परारभ स ठीक पहल परापत कर रहा रा

1[(3) ऐसा कोई वयकति जो सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 क परारभ स ठीक पहल पहली अनसची क भाग ि म वितनरदाषट ककसी राजय क उचच नयायालय क मखय नयायमति ा क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर उि अधधतनयम दवारा यरासशोधधि उि अनसची म वितनरदाषट ककसी राजय क उचच नयायालय का मखय नयायमति ा बन गया ह यरद िह ऐस परारभ स ठीक पहल अपन ििन क अतिररि भतत क रप म कोई रकम परापत कर रहा रा िो ऐस मखय नयायमति ा क रप म िा िविक सिा म बबिाए समय क ललए इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट ििन क अतिररि भतत क रप म िही रकम परापत करन का हकदार होगा 1 सविधान (साििा सशोधन) अधधतनयम 1956 की धारा 25 दवारा उपपरा (3) और उपपरा (4) क रान पर (1-

11-1956 स) परतिरावपि

भारि का सविधान

266

11 इस भाग म जब िक कक सदभा स अनयरा अपकषकषि न होndash (क) ldquoमखय नयायमति ाrdquo पद क अिगाि कायाकारी मखय नयायमति ा ह और

ldquoनयायाधीशrdquo पद क अिगाि िदार नयायाधीश ह (ि) ldquoिािविक सिाrdquo क अिगािndash

(i) नयायाधीश दवारा नयायाधीश क रप म किावय पालन म या ऐस अनय कतसयो क पालन म बजनका राषटरपति क अनरोध पर उसन तनिाहन करन का भार अपन ऊपर ललया ह बबिाया गया समय ह

(ii) उस समय को छोडकर बजसम नयायाधीश छटटी लकर अनपबरि ह दीघाािकाश ह और

(iii) उचच नयायालय स उचचिम नयायालय को या एक उचच नयायालय स दसर उचच नयायालय को अिरर पर जान पर पदगरहर-काल ह

भाग ङ भारि क तनयतरक-महालिापरीकषक क बार म उपबध

12 (1) भारि क तनयतरक-महालिापरीकषक को चार हजार रपए परतिमास की दर स ििन का सदाय ककया जाएगा

(2) ऐसा कोई वयकति जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भारि क महालिापरीकषक क रप म पद धारर कर रहा रा और जो ऐस परारभ पर अनचछद 377 क अधीन भारि का तनयतरक-महालिापरीकषक बन गया ह इस परा क उपपरा (1) म वितनरदाषट ििन क अतिररि विशष ििन क रप म ऐसी रकम परापत करन का हकदार होगा जो इस परकार वितनरदाषट ििन और ऐस ििन क अिर क बराबर ह जो िह ऐस परारभ स ठीक पहल भारि क महालिापरीकषक क रप म परापत कर रहा रा

(3) भारि क तनयतरक-महालिापरीकषक की अनपबरति छटटी और पशन िरा अनय सिा-शिो क सबध म अधधकार उन उपबधो स यराबरति शालसि होग या शालसि होि रहग जो इस सविधान क परारभ स ठीक पहल भारि क महालिापरीकषक को लाग र और उन उपबधो म गिनार जनरल क परति सभी तनदशो का यह अरा लगाया जाएगा कक ि राषटरपति क परति तनदश ह

तनयतरक-महालिापरीकषक (किावय शकतिया िरा सिा की शि) अधधतनयम 1971 (1971 का 56) की धारा 3 दवारा

भारि क तनयतरक-महालिापरीकषक को उचचिम नयायालय क नयायाधीशो क बराबर ििन का सदाय ककया जाएगा उचच नयायालय और उचचिम नयायालय नयायाधीश (ििन और सिा शिा) सशोधन अधधतनयम 2018 (2018 का 10) की धारा 6 दवारा (1-11-1956 स) उचचिम नयायालय क नयायाधीशो का ििन ldquoदो लाि पचास हजार रपएrdquo परति मास िक बढा रदया गया ह

6

भाग 3 मल अिधकार

साधारण 12 पिरभाषाndashइस भाग म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo क

अतगरत भारत की सरकार और सस तथा रा य म स पर यक रा य की सरकार और िवधान-मडल तथा भारत क रा यकषतर क भीतर या भारत सरकार क िनयतरण क अधीन सभी थानीय और अ य परािधकारी ह

13 मल अिधकार स असगत या उनका अ पीकरण करन वाली िविधयाndash(1) इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल भारत क रा यकषतर म परव सभी िविधया उस मातरा तक श य ह गी िजस तक व इस भाग क उपबध स असगत ह

(2) रा य ऐसी कोई िविध नही बनाएगा जो इस भाग दवारा परद अिधकार को छीनती ह या यन करती ह और इस खड क उ लघन म बनाई गई पर यक िविध उ लघन की मातरा तक श य होगी

(3) इस अन छद म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो-- (क) ldquoिविधrdquo क अतगरत भारत क रा यकषतर म िविध का बल रखन वाला कोई

अ यादश आदश उपिविध िनयम िविनयम अिधसचना िढ़ या परथा ह (ख) ldquoपरव िविधrdquo क अतगरत भारत क रा यकषतर म िकसी िवधान-मडल या

अ य सकषम परािधकारी दवारा इस सिवधान क परारभ स पहल पािरत या बनाई गई िविध ह जो पहल ही िनरिसत नही कर दी गई ह चाह ऐसी कोई िविध या उसका कोई भाग उस समय पणरतया या िविश कषतर म परवतरन म नही ह 1[(4) इस अन छद की कोई बात अन छद 368 क अधीन िकए गए इस सिवधान क

िकसी सशोधन को लाग नही होगी ] समता का अिधकार

14 िविध क समकष समताndashरा य भारत क रा यकषतर म िकसी यिकत को िविध क समकष समता स या िविधय क समान सरकषण स विचत नही करगा

15 धमर मलवश जाित िलग या ज म थान क आधार पर िवभद का परितषधndash(1) रा य िकसी नागिरक क िव दध कवल धमर मलवश जाित िलग ज म थान या इनम स िकसी क आधार पर कोई िवभद नही करगा

(2) कोई नागिरक कवल धमर मलवश जाित िलग ज म थान या इनम स िकसी क आधार परndash 1 सिवधान (चौबीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 2 दवारा (5-11-1971 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 7

(क) दकान सावरजिनक भोजनालय होटल और सावरजिनक मनोरजन क थान म परवश या

(ख) पणरतः या भागतः रा य-िनिध स पोिषत या साधारण जनता क परयोग क िलए समिपरत कओ तालाब नानघाट सड़क और सावरजिनक समागम क थान क उपयोग

क सबध म िकसी भी िनय गयता दािय व िनबर धन या शतर क अधीन नही होगा (3) इस अन छद की कोई बात रा य को ि य और बालक क िलए कोई िवशष

उपबध करन स िनवािरत नही करगी 1[(4) इस अन छद की या अन छद 29 क खड (2) की कोई बात रा य को सामािजक

और शिकषक ि स िपछड़ हए नागिरक क िक ही वग की उ नित क िलए या अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क िलए कोई िवशष उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

2[(5) इस अन छद या अन छद 19 क खड (1) क उपखड (छ) की कोई बात रा य को सामािजक और शिकषक ि स िपछड़ हए नागिरक क िक ही वग की उ नित क िलए या अनसिचत जाितय या अनसिचत जनजाितय क िलए िविध दवारा कोई िवशष उपबध करन स िनवािरत नही करगी जहा तक ऐस िवशष उपबध अन छद 30 क खड (1) म िनिदर अ पसखयक िशकषा स थाओ स िभ न िशकषा स थाओ म िजनक अतगरत पराइवट िशकषा स थाए भी ह चाह व रा य स सहायता परा ह या नही परवश स सबिधत ह ]

3[(6) इस अन छद या अन छद 19 क खड (1) क उपखड (छ) या अन छद 29 क खड (2) की कोई बात रा य को--

(क) खड (4) और खड (5) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक प स दबरल िक ही वग की उ नित क िलए कोई भी िवशष उपबध करन स िनवािरत

नही करगी और (ख) खड (4) और खड (5) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक

प स दबरल िक ही वग की उ नित क िलए कोई भी िवशष उपबध करन स वहा िनवािरत नही करगी जहा तक ऐस उपबध ऐसी शकषिणक स थाओ म िजनक अतगरत अन छद 30 क खड (1) म िनिदर ट अ पसख यक शकषिणक स थाओ स िभ न पराइवट शकषिणक स थाए भी ह चाह व रा य दवारा सहायता पान वाली ह या सहायता न पान वाली ह परवश स सबिधत ह जो आरकषण की दशा म िवदयमान आरकषण क अितिरक त तथा पर यक परवगर म कल थान क अिधकतम दस परितशत क अ यधीन ह ग प टीकरण--इस अन छद और अन छद 16 क परयोजन क िलए आिथरक प स

1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 2 दवारा (18-6-1951 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (ितरानववा सशोधन) अिधिनयम 2005 की धारा 2 दवारा (20-1-2006 स) अ तः थािपत 3 सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 की धारा 2 दवारा (14-1-2019 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 8

दबरल वगर व ह ग जो रा य दवारा कटब की आय और आिथरक अलाभ क अ य सचक क आधार पर समय-समय पर अिधसिचत िकए जाए ]

16 लोक िनयोजन क िवषय म अवसर की समताndash(1) रा य क अधीन िकसी पद पर िनयोजन या िनयिकत स सबिधत िवषय म सभी नागिरक क िलए अवसर की समता होगी

(2) रा य क अधीन िकसी िनयोजन या पद क सबध म कवल धमर मलवश जाित िलग उदभव ज म थान िनवास या इनम स िकसी क आधार पर न तो कोई नागिरक अपातर होगा और न उसस िवभद िकया जाएगा

(3) इस अन छद की कोई बात सस को कोई ऐसी िविध बनान स िनवािरत नही करगी जो 1[िकसी रा य या सघ रा यकषतर की सरकार क या उसम क िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन वाल िकसी वगर या वग क पद पर िनयोजन या िनयिकत क सबध म ऐस िनयोजन या िनयिकत स पहल उस रा य या सघ रा यकषतर क भीतर िनवास िवषयक कोई अपकषा िविहत करती ह ]

(4) इस अन छद की कोई बात रा य को िपछड़ हए नागिरक क िकसी वगर क पकष म िजनका परितिनिध व रा य की राय म रा य क अधीन सवाओ म पयार नही ह िनयिकतय या पद क आरकषण क िलए उपबध करन स िनवािरत नही करगी

2[(4क) इस अन छद की कोई बात रा य को अनसिचत जाितय और अनसिचत जनजाितय क पकष म िजनका परितिनिध व रा य की राय म रा य क अधीन सवाओ म पयार नही ह रा य क अधीन सवाओ म 3[िकसी वगर या वग क पद पर पािरणािमक य ता सिहत परो नित क मामल म] आरकषण क िलए उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

4[(4ख) इस अन छद की कोई बात रा य को िकसी वषर म िक ही न भरी गई ऐसी िरिकतय को जो खड (4) या खड (4क) क अधीन िकए गए आरकषण क िलए िकसी उपबध क अनसार उस वषर म भरी जान क िलए आरिकषत ह िकसी उ रवतीर वषर या वष म भर जान क िलए पथक वगर की िरिकतय क प म िवचार करन स िनवािरत नही करगी और ऐस वगर की िरिकतय पर उस वषर की िरिकतय क साथ िजसम व भरी जा रही ह उस वषर की िरिकतय की कल सखया क सबध म पचास परितशत आरकषण की अिधकतम सीमा का अवधारण करन क िलए िवचार नही िकया जाएगा ]

(5) इस अन छद की कोई बात िकसी ऐसी िविध क परवतरन पर परभाव नही डालगी जो यह उपबध करती ह िक िकसी धािमरक या सापरदाियक स था क कायरकलाप स सबिधत कोई

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoपहली अनसची म िविनिदर िकसी रा य क या उसक कषतर म िकसी थानीय या अ य परािधकारी क अधीन उस रा य क भीतर िनवास िवषयक कोई अपकषा िविहत करती होrdquo क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत

2 सिवधान (सतह रवा सशोधन) अिधिनयम 1995 की धारा 2 दवारा (17-6-1995 स) अतः थािपत 3 सिवधान (पचासीवा सशोधन) अिधिनयम 2001 की धारा 2 दवारा भतलकषी परभाव स (17-6-1995 स) कितपय

श द क थान पर परित थािपत 4 सिवधान (इकयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2000 की धारा 2 दवारा (9-6-2000 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 9

पदधारी या उसक शासी िनकाय का कोई सद य िकसी िविश धमर का मानन वाला या िविश सपरदाय का ही हो

1[(6) इस अन छद की कोई बात रा य को िवदयमान आरकषण क अितिरक त तथा पर यक परवगर म पद क अिधकतम दस परितशत क अ यधीन खड (4) म उि लिखत वग स िभ न नागिरक क आिथरक प स दबरल िक ही वग क पकष म िनयिक तय और पद क आरकषण क िलए कोई भी उपबध करन स िनवािरत नही करगी ]

17 अ प यता का अतndashldquoअ प यताrdquo का अत िकया जाता ह और उसका िकसी भी प म आचरण िनिषदध िकया जाता ह ldquoअ प यताrdquo स उपजी िकसी िनय गयता को लाग करना अपराध होगा जो िविध क अनसार दडनीय होगा

18 उपािधय का अतndash(1) रा य सना या िवदया सबधी स मान क िसवाय और कोई उपािध परदान नही करगा

(2) भारत का कोई नागिरक िकसी िवदशी रा य स कोई उपािध वीकार नही करगा (3) कोई यिकत जो भारत का नागिरक नही ह रा य क अधीन लाभ या िव ास क

िकसी पद को धारण करत हए िकसी िवदशी रा य स कोई उपािध रा पित की सहमित क िबना वीकार नही करगा

(4) रा य क अधीन लाभ या िव ास का पद धारण करन वाला कोई यिकत िकसी िवदशी रा य स या उसक अधीन िकसी प म कोई भट उपलि ध या पद रा पित की सहमित क िबना वीकार नही करगा

वात य-अिधकार 19 वाक- वात य आिद िवषयक कछ अिधकार का सरकषणndash(1) सभी नागिरक कोndash

(क) वाक- वात य और अिभ यिकत- वात य का (ख) शाितपवरक और िनरायध स मलन का (ग) सगम या सघ 2[या सहकारी सोसाइटी] बनान का (घ) भारत क रा यकषतर म सवरतर अबाध सचरण का (ङ) भारत क रा यकषतर क िकसी भाग म िनवास करन और बस जान का

1 सिवधान (एक सौ तीनवा सशोधन) अिधिनयम 2019 की धारा 3 दवारा (14-1-2019 स) अतः थािपत 2 सिवधान (सतानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 2 दवारा (8-2-2012 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 10

1[और] 2(च) (छ) कोई वि उपजीिवका यापार या कारबार करन का

अिधकार होगा 3[(2) खड (1) क उपखड (क) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क

परयोग पर 4[भारत की परभता और अखडता] रा य की सरकषा िवदशी रा य क साथ मतरीपणर सबध लोक यव था िश ाचार या सदाचार क िहत म अथवा यायालय-अवमान मानहािन या अपराध-उ ीपन क सबध म यिकतयकत िनबरधन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबरधन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी ]

(3) उकत खड क उपखड (ख) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर 5[भारत की परभता और अखडता या] लोक यव था क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(4) उकत खड क उपखड (ग) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर 5[भारत की परभता और अखडता या] लोक यव था या सदाचार क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(5) उकत खड क 6[उपखड (घ) और उपखड (ङ)] की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर साधारण जनता क िहत म या िकसी अनसिचत जनजाित क िहत क सरकषण क िलए यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी

(6) उकत खड क उपखड (छ) की कोई बात उकत उपखड दवारा िदए गए अिधकार क परयोग पर साधारण जनता क िहत म यिकतयकत िनबर धन जहा तक कोई िवदयमान िविध अिधरोिपत 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) उपखड (च) का लोप िकया

गया 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) खड (2) क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 5 सिवधान (सोलहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 2 दवारा (5-10-1963 स) अतः थािपत 6 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 2 दवारा (20-6-1979 स) ldquoउपखड (घ) उपखड (ङ) और

उपखड (च)rdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान 11

करती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या वस िनबर धन अिधरोिपत करन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी और िविश तया 1[उकत उपखड की कोई बातndash

(i) कोई वि उपजीिवका यापार या कारबार करन क िलए आव यक वि क या तकनीकी अहरताओ स या

(ii) रा य दवारा या रा य क वािम व या िनयतरण म िकसी िनगम दवारा कोई यापार कारबार उदयोग या सवा नागिरक का पणरतः या भागतः अपवजरन करक या अ यथा चलाए जान स

जहा तक कोई िवदयमान िविध सबध रखती ह वहा तक उसक परवतरन पर परभाव नही डालगी या इस परकार सबध रखन वाली कोई िविध बनान स रा य को िनवािरत नही करगी ]

20 अपराध क िलए दोषिसिदध क सबध म सरकषणndash(1) कोई यिकत िकसी अपराध क िलए तब तक िसदधदोष नही ठहराया जाएगा जब तक िक उसन ऐसा कोई कायर करन क समय जो अपराध क प म आरोिपत ह िकसी परव िविध का अितकरमण नही िकया ह या उसस अिधक शाि त का भागी नही होगा जो उस अपराध क िकए जान क समय परव िविध क अधीन अिधरोिपत की जा सकती थी

(2) िकसी यिकत को एक ही अपराध क िलए एक बार स अिधक अिभयोिजत और दिडत नही िकया जाएगा

(3) िकसी अपराध क िलए अिभयकत िकसी यिकत को वय अपन िव दध साकषी होन क िलए बा य नही िकया जाएगा

21 पराण और दिहक वततरता का सरकषणndashिकसी यिकत को उसक पराण या दिहक वततरता स िविध दवारा थािपत परिकरया क अनसार ही विचत िकया जाएगा अ यथा नही

2[21क िशकषा का अिधकारndashरा य छह वषर स चौदह वषर तक की आय वाल सभी बालक क िलए नःश क और अिनवायर िशकषा दन का ऐसी रीित म जो रा य िविध दवारा अवधािरत कर उपबध करगा ]

22 कछ दशाओ म िगर तारी और िनरोध स सरकषणndash(1) िकसी यिकत को जो िगर तार िकया गया ह ऐसी िगर तारी क कारण स यथाशीघर अवगत कराए िबना अिभरकषा म िन दध नही रखा जाएगा या अपनी िच क िविध यवसायी स परामशर करन और परितरकषा करान क अिधकार स विचत नही रखा जाएगा

(2) पर यक यिकत को जो िगर तार िकया गया ह और अिभरकषा म िन दध रखा गया ह िगर तारी क थान स मिज टरट क यायालय तक यातरा क िलए आव यक समय को छोड़कर ऐसी िगर तारी स चौबीस घट की अविध म िनकटतम मिज टरट क समकष पश िकया 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 3 दवारा कितपय श द क थान पर (18-6-1951 स)

परित थािपत 2 सिवधान (िछयासीवा सशोधन) अिधिनयम 2002 की धारा 2 दवारा (1-4-2010 स) अ तः थािपत

भारत का सिवधान 12

जाएगा और ऐस िकसी यिकत को मिज टरट क परािधकार क िबना उकत अविध स अिधक अविध क िलए अिभरकषा म िन दध नही रखा जाएगा

(3) खड (1) और खड (2) की कोई बात िकसी ऐस यिकत को लाग नही होगी जोndash (क) त समय शतर अ यदशीय ह या (ख) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िगर तार या

िन दध िकया गया ह (4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का तीन मास स

अिधक अविध क िलए तब तक िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िकndash (क) ऐस यिकतय स जो उ च यायालय क यायाधीश ह या यायाधीश रह

ह या यायाधीश िनयकत होन क िलए अिहरत ह िमलकर बन सलाहकार बोडर न तीन मास की उकत अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत इस उपखड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध स अिधक अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (ख) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की गई ह या

सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स

जो िक अिधसिचत नही हई ह) खड (4) क थान पर िन निलिखत परित थािपत िकया जाएगा-- (4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का दो मास स अिधक की

अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िक समिचत उ च यायालय क मखय यायमितर की िसफािरश क अनसार गिठत सलाहकार बोडर न उकत दो मास की अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत सलाहकार बोडर एक अ यकष और कम स कम दो अ य सद य स िमलकर बनगा और अ यकष समिचत उ च यायालय का सवारत यायाधीश होगा और अ य सद य िकसी उ च यायालय क सवारत या सवािनव यायाधीश ह ग

परत यह और िक इस खड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (क) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की जाए

प ीकरण--इस खड म ldquoसमिचत उ च यायालयrdquo स अिभपरत ह-- (i) भारत सरकार या उस सरकार क अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी दवारा िकए गए िनरोध

आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म िद ली सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालय (ii) (सघ रा यकषतर स िभ न) िकसी रा य सरकार दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म

िन दध यिकत की दशा म उस रा य क िलए उ च यायालय और (iii) िकसी सघ रा यकषतर क परशासक या ऐस परशासक क अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी

दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म वह उ च यायालय जो सस दवारा इस िनिम बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविनिदर िकया जाए

भारत का सिवधान 13

(ख) ऐस यिकत को खड (7) क उपखड (क) और उपखड (ख) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध क उपबध क अनसार िन दध नही िकया जाता ह (5) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िकए गए आदश क

अनसरण म जब िकसी यिकत को िन दध िकया जाता ह तब आदश करन वाला परािधकारी यथाशकय शीघर उस यिकत को यह ससिचत करगा िक वह आदश िकन आधार पर िकया गया ह और उस आदश क िव दध अ यावदन करन क िलए उस शीघराितशीघर अवसर दगा

(6) खड (5) की िकसी बात स ऐसा आदश जो उस खड म िनिदर ह करन वाल परािधकारी क िलए ऐस त य को परकट करना आव यक नही होगा िज ह परकट करना ऐसा परािधकारी लोकिहत क िव दध समझता ह

(7) सस िविध दवारा िविहत कर सकगी िकndash (क) िकन पिरि थितय क अधीन और िकस वगर या वग क मामल म िकसी

यिकत को िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन तीन मास स अिधक अविध क िलए खड (4) क उपखड (क) क उपबध क अनसार सलाहकार बोडर की राय परा िकए िबना िन दध िकया जा सकगा

(ख) िकसी वगर या वग क मामल म िकतनी अिधकतम अविध क िलए िकसी यिकत को िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली िकसी िविध क अधीन िन दध िकया जा सकगा और

(ग) [खड (4) क उपखड (क)] क अधीन की जान वाली जाच म सलाहकार बोडर दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया कया होगी

शोषण क िव दध अिधकार 23 मानव क द यारपार और बला म का परितषधndash(1) मानव का द यारपार और बगार

तथा इसी परकार का अ य बला म परितिषदध िकया जाता ह और इस उपबध का कोई भी सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (क) का लोप िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (ख) को उपखड (क) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक अिधसिचत

नही हई ह) उपखड (ग) को उपखड (ख) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 3 दवारा (अिधसचना की तारीख स जो िक

अिधसिचत नही हई ह) बड़ी को क म क श द क थान पर ldquoखड (4)rdquo श द को क और अक रख जाएग

भारत का सिवधान 14

उ लघन अपराध होगा जो िविध क अनसार दडनीय होगा (2) इस अन छद की कोई बात रा य को सावरजिनक परयोजन क िलए अिनवायर सवा

अिधरोिपत करन स िनवािरत नही करगी ऐसी सवा अिधरोिपत करन म रा य कवल धमर मलवश जाित या वगर या इनम स िकसी क आधार पर कोई िवभद नही करगा

24 कारखान आिद म बालक क िनयोजन का परितषधndashचौदह वषर स कम आय क िकसी बालक को िकसी कारखान या खान म काम करन क िलए िनयोिजत नही िकया जाएगा या िकसी अ य पिरसकटमय िनयोजन म नही लगाया जाएगा

धमर की वततरता का अिधकार 25 अतःकरण की और धमर क अबाध प स मानन आचरण और परचार करन की

वततरताndash(1) लोक यव था सदाचार और वा य तथा इस भाग क अ य उपबध क अधीन रहत हए सभी यिकतय को अतःकरण की वततरता का और धमर क अबाध प स मानन आचरण करन और परचार करन का समान हक होगा

(2) इस अन छद की कोई बात िकसी ऐसी िवदयमान िविध क परवतरन पर परभाव नही डालगी या रा य को कोई ऐसी िविध बनान स िनवािरत नही करगी जोndash

(क) धािमरक आचरण स सबदध िकसी आिथरक िव ीय राजनितक या अ य लौिकक िकरयाकलाप का िविनयमन या िनबर धन करती ह

(ख) सामािजक क याण और सधार क िलए या सावरजिनक परकार की िहदओ की धािमरक स थाओ को िहदओ क सभी वग और अनभाग क िलए खोलन का उपबध करती ह प ीकरण 1ndashकपाण धारण करना और लकर चलना िसकख धमर क मानन का अग

समझा जाएगा प ीकरण 2ndashखड (2) क उपखड (ख) म िहदओ क परित िनदश का यह अथर लगाया

जाएगा िक उसक अतगरत िसकख जन या बौदध धमर क मानन वाल यिकतय क परित िनदश ह और िहदओ की धािमरक स थाओ क परित िनदश का अथर तदनसार लगाया जाएगा

26 धािमरक काय क परबध की वततरताndashलोक यव था सदाचार और वा य क अधीन रहत हए पर यक धािमरक सपरदाय या उसक िकसी अनभाग कोndash

(क) धािमरक और पतर परयोजन क िलए स थाओ की थापना और पोषण का (ख) अपन धमर िवषयक काय का परबध करन का (ग) जगम और थावर सपि क अजरन और वािम व का और (घ) ऐसी सपि का िविध क अनसार परशासन करन का

भारत का सिवधान 15

अिधकार होगा 27 िकसी िविश धमर की अिभविदध क िलए कर क सदाय क बार म वततरताndashिकसी

भी यिकत को ऐस कर का सदाय करन क िलए बा य नही िकया जाएगा िजनक आगम िकसी िविश धमर या धािमरक सपरदाय की अिभविदध या पोषण म यय करन क िलए िविनिदर प स िविनयोिजत िकए जात ह

28 कछ िशकषा स थाओ म धािमरक िशकषा या धािमरक उपासना म उपि थत होन क बार म वततरताndash(1) रा य-िनिध स पणरतः पोिषत िकसी िशकषा स था म कोई धािमरक िशकषा नही दी जाएगी

(2) खड (1) की कोई बात ऐसी िशकषा स था को लाग नही होगी िजसका परशासन रा य करता ह िकत जो िकसी ऐस िव यास या यास क अधीन थािपत हई ह िजसक अनसार उस स था म धािमरक िशकषा दना आव यक ह

(3) रा य स मा यतापरा या रा य-िनिध स सहायता पान वाली िशकषा स था म उपि थत होन वाल िकसी यिकत को ऐसी स था म दी जान वाली धािमरक िशकषा म भाग लन क िलए या ऐसी स था म या उसस सलगन थान म की जान वाली धािमरक उपासना म उपि थत होन क िलए तब तक बा य नही िकया जाएगा जब तक िक उस यिकत न या यिद वह अवय क ह तो उसक सरकषक न इसक िलए अपनी सहमित नही द दी ह

स कित और िशकषा सबधी अिधकार 29 अ पसखयक-वग क िहत का सरकषणndash(1) भारत क रा यकषतर या उसक िकसी

भाग क िनवासी नागिरक क िकसी अनभाग को िजसकी अपनी िवशष भाषा िलिप या स कित ह उस बनाए रखन का अिधकार होगा

(2) रा य दवारा पोिषत या रा य-िनिध स सहायता पान वाली िकसी िशकषा स था म परवश स िकसी भी नागिरक को कवल धमर मलवश जाित भाषा या इनम स िकसी क आधार पर विचत नही िकया जाएगा

30 िशकषा स थाओ की थापना और परशासन करन का अ पसखयक-वग का अिधकारndash(1) धमर या भाषा पर आधािरत सभी अ पसखयक-वग को अपनी िच की िशकषा स थाओ की थापना और परशासन का अिधकार होगा

1[(1क) खड (1) म िनिदर िकसी अ पसखयक-वगर दवारा थािपत और परशािसत िशकषा स था की सपि क अिनवायर अजरन क िलए उपबध करन वाली िविध बनात समय रा य यह सिनि त करगा िक ऐसी सपि क अजरन क िलए ऐसी िविध दवारा िनयत या उसक अधीन 1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 4 दवारा (20-6-1979 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 16

अवधािरत रकम इतनी हो िक उस खड क अधीन पर याभत अिधकार िनबरि धत या िनराकत न हो जाए ]

(2) िशकषा स थाओ को सहायता दन म रा य िकसी िशकषा स था क िव दध इस आधार पर िवभद नही करगा िक वह धमर या भाषा पर आधािरत िकसी अ पसखयक-वगर क परबध म ह

1 31 [सपि का अिनवायर अजरन ]ndashसिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978

की धारा 6 दवारा (20-6-1979 स) िनरिसत 2[कछ िविधय की यावि ]

3[31क सपदाओ आिद क अजरन क िलए उपबध करन वाली िविधय की यावि ndash 4[(1) अन छद 13 म अतिवर िकसी बात क होत हए भीndash

(क) िकसी सपदा क या उसम िक ही अिधकार क रा य दवारा अजरन क िलए या िक ही ऐस अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या

(ख) िकसी सपि का परबध लोकिहत म या उस सपि का उिचत परबध सिनि त करन क उ य स पिरसीिमत अविध क िलए रा य दवारा ल िलए जान क िलए या

(ग) दो या अिधक िनगम को लोकिहत म या उन िनगम म स िकसी का उिचत परबध सिनि त करन क उ य स समामिलत करन क िलए या

(घ) िनगम क परबध अिभकतारओ सिचव और कोषा यकष परबध िनदशक िनदशक या परबधक क िक ही अिधकार या उनक शयरधारक क मत दन क िक ही अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या

(ङ) िकसी खिनज या खिनज तल की खोज करन या उस परा करन क परयोजन क िलए िकसी करार पटट या अनजञि क आधार पर परोदभत होन वाल िक ही अिधकार क िनवारपन या उनम पिरवतरन क िलए या िकसी ऐस करार पटट या अनजञि को समय स पहल समा करन या र करन क िलए

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 5 दवारा (20-6-1979 स) उपशीषर सपि का अिधकार

का लोप िकया गया 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 3 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 3 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 4 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत 4 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) खड (1) क थान पर

परित थािपत

भारत का सिवधान 17

उपबध करन वाली िविध इस आधार पर श य नही समझी जाएगी िक वह 1[अन छद 14 या अन छद 19] दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनती ह या यन करती ह

परत जहा ऐसी िविध िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध ह वहा इस अन छद क उपबध उस िविध को तब तक लाग नही ह ग जब तक ऐसी िविध को जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखी गई ह उसकी अनमित परा नही हो गई ह ]

2[परत यह और िक जहा िकसी िविध म िकसी सपदा क रा य दवारा अजरन क िलए कोई उपबध िकया गया ह और जहा उसम समािव कोई भिम िकसी यिकत की अपनी जोत म ह वहा रा य क िलए ऐसी भिम क ऐस भाग को जो िकसी त समय परव िविध क अधीन उसको लाग अिधकतम सीमा क भीतर ह या उस पर िनिमरत या उसस अनलगन िकसी भवन या सरचना को अिजरत करना उस दशा क िसवाय िविधपणर नही होगा िजस दशा म ऐसी भिम भवन या सरचना क अजरन स सबिधत िविध उस दर स परितकर क सदाय क िलए उपबध करती ह जो उसक बाजार-म य स कम नही होगी ]

(2) इस अन छद मndash 3[(क) ldquoसपदाrdquo पद का िकसी थानीय कषतर क सबध म वही अथर ह जो उस

पद का या उसक समत य थानीय पद का उस कषतर म परव भ-धितय स सबिधत िवदयमान िविध म ह और इसक अतगरतndash

(i) कोई जागीर इनाम या मआफी अथवा वसा ही अ य अनदान और 4[तिमलनाड] और करल रा य म कोई ज मम अिधकार भी होगा

(ii) रयतबाड़ी बदोब त क अधीन धत कोई भिम भी होगी (iii) किष क परयोजन क िलए या उसक सहायक परयोजन क िलए धत

या पटट पर दी गई कोई भिम भी होगी िजसक अतगरत बजर भिम वन भिम चरागाह या भिम क कषक किष िमक और गरामीण कारीगर क अिधभोग म भवन और अ य सरचनाओ क थल ह ] (ख) ldquoअिधकारrdquo पद क अतगरत िकसी सपदा क सबध म िकसी व वधारी

उप- व वधारी अवर व वधारी भ-धितधारक 5[रयत अवर रयत] या अ य म यवतीर म िनिहत कोई अिधकार और भ-राज व क सबध म कोई अिधकार या िवशषािधकार ह ग ]

1 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 7 दवारा (20-6-1979 स) ldquoअन छद 14 अन छद 19

या अन छद 31rdquo क थान पर परित थािपत 2 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 2 दवारा (20-6-1964 स) अतः थािपत 3 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 2 दवारा भतलकषी परभाव स उपखड (क) क थान पर परित थािपत

4 मदरास रा य (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 1968 (1968 का 53) की धारा 4 दवारा (14-1-1969 स) ldquoमदरासrdquo क थान पर परित थािपत

5 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 3 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 18

1[31ख कछ अिधिनयम और िविनयम का िविधमा यकरणndashअन छद 31क म अतिवर उपबध की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना नवी अनसची म िविनिदर अिधिनयम और िविनयम म स और उनक उपबध म स कोई इस आधार पर श य या कभी श य हआ नही समझा जाएगा िक वह अिधिनयम िविनयम या उपबध इस भाग क िक ही उपबध दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनता ह या यन करता ह और िकसी यायालय या अिधकरण क िकसी परितकल िनणरय िडकरी या आदश क होत हए भी उकत अिधिनयम और िविनयम म स पर यक उस िनरिसत या सशोिधत करन की िकसी सकषम िवधान-मडल की शिकत क अधीन रहत हए परव बना रहगा ]

2[31ग कछ िनदशक त व को परभावी करन वाली िविधय की यावि ndashअन छद 13 म िकसी बात क होत हए भी कोई िविध जो 3[भाग 4 म अिधकिथत सभी या िक ही त व ] को सिनि त करन क िलए रा य की नीित को परभावी करन वाली ह इस आधार पर श य नही समझी जाएगी िक वह 4[अन छद 14 या अन छद 19] दवारा परद अिधकार म स िकसी स असगत ह या उस छीनती ह या यन करती ह 5[और कोई िविध िजसम यह घोषणा ह िक वह ऐसी नीित को परभावी करन क िलए ह िकसी यायालय म इस आधार पर पर गत नही की जाएगी िक वह ऐसी नीित को परभावी नही करती ह]

परत जहा ऐसी िविध िकसी रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई जाती ह वहा इस अन छद क उपबध उस िविध को तब तक लाग नही ह ग जब तक ऐसी िविध को जो रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखी गई ह उसकी अनमित परा नही हो गई ह

631घ [रा िवरोधी िकरयाकलाप क सबध म िविधय की यावि ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 2 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

सािवधािनक उपचार का अिधकार 32 इस भाग दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए उपचारndash(1) इस भाग

दवारा परद अिधकार को परवितरत करान क िलए समिचत कायरवािहय दवारा उ चतम यायालय म समावदन करन का अिधकार पर याभत िकया जाता ह

(2) इस भाग दवारा परद अिधकार म स िकसी को परवितरत करान क िलए उ चतम 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 5 दवारा (18-6-1951 स) अतः थािपत 2 सिवधान (प चीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 3 दवारा (20-4-1972 स) अतः थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 4 दवारा (3-1-1977 स) ldquoअन छद 39 क खड (ख) या खड (ग) म िविनिदर िसदधात rdquo क थान पर परित थािपत धारा 4 को उ चतम यायालय दवारा िमनवार िम स िल0 और अ य बनाम भारत सघ और अ य एआईआर 1980 एस0सी0 1789 म अिविधमा य घोिषत कर िदया गया

4 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 8 दवारा (20-6-1979 स) ldquoअन छद 14 अन छद 19 या अन छद 31rdquo क थान पर परित थािपत

5 उ चतम यायालय न कशवानद भारती बनाम करल रा य एआईआर 1973 एस0सी0 1461 म ितरछ टाइप म िदए गए उपबध को अिविधमा य घोिषत कर िदया ह

6 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 5 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान 19

यायालय को ऐस िनदश या आदश या िरट िजनक अतगरत बदी पर यकषीकरण परमादश परितषध अिधकार-प छा और उपरषण िरट ह जो भी समिचत हो िनकालन की शिकत होगी

(3) उ चतम यायालय को खड (1) और खड (2) दवारा परद शिकतय पर परितकल परभाव डाल िबना सस उ चतम यायालय दवारा खड (2) क अधीन परयोकत य िक ही या सभी शिकतय का िकसी अ य यायालय को अपनी अिधकािरता की थानीय सीमाओ क भीतर परयोग करन क िलए िविध दवारा सशकत कर सकगी

(4) इस सिवधान दवारा अ यथा उपबिधत क िसवाय इस अन छद दवारा पर याभत अिधकार िनलिबत नही िकया जाएगा

132क [रा य िविधय की सािवधािनक वधता पर अन छद 32 क अधीन कायरवािहय म िवचार न िकया जाना ]ndashसिवधान (ततालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1977 की धारा 3 दवारा (13-4-1978 स) िनरिसत

2[33 इस भाग दवारा परद अिधकार का बल आिद को लाग होन म उपातरण करन की सस की शिकतndashसस िविध दवारा अवधारण कर सकगी िक इस भाग दवारा परद अिधकार म स कोईndash

(क) सश बल क सद य को या (ख) लोक यव था बनाए रखन का भारसाधन करन वाल बल क सद य को या (ग) आसचना या परित आसचना क परयोजन क िलए रा य दवारा थािपत

िकसी यरो या अ य सगठन म िनयोिजत यिकतय को या (घ) खड (क) स खड (ग) म िनिदर िकसी बल यरो या सगठन क परयोजन क

िलए थािपत दरसचार परणाली म या उसक सबध म िनयोिजत यिकतय को लाग होन म िकस िव तार तक िनबरि धत या िनराकत िकया जाए िजसस उनक कतर य का उिचत पालन और उनम अनशासन बना रहना सिनि त रह ]

34 जब िकसी कषतर म सना िविध परव ह तब इस भाग दवारा परद अिधकार पर िनबर धनndashइस भाग क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी सस िविध दवारा सघ या िकसी रा य की सवा म िकसी यिकत की या िकसी अ य यिकत की िकसी ऐस कायर क सबध म कषितपित र कर सकगी जो उसन भारत क रा यकषतर क भीतर िकसी ऐस कषतर म जहा सना िविध परव थी यव था क बनाए रखन या पनः थापन क सबध म िकया ह या ऐस कषतर म सना िविध क अधीन पािरत दडादश िदए गए दड आिद समपहरण या िकए गए 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 6 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (पचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 2 दवारा अन छद 33 क थान पर (11-9-1984 स) परित थािपत

भारत का सिवधान 20

अ य कायर को िविधमा य कर सकगी 35 इस भाग क उपबध को परभावी करन क िलए िवधानndashइस सिवधान म िकसी बात

क होत हए भीndash (क) सस को शिकत होगी और िकसी रा य क िवधान-मडल को शिकत नही

होगी िक वहndash (i) िजन िवषय क िलए अन छद 16 क खड (3) अन छद 32 क

खड (3) अन छद 33 और अन छद 34 क अधीन सस िविध दवारा उपबध कर सकगी उनम स िकसी क िलए और

(ii) ऐस काय क िलए जो इस भाग क अधीन अपराध घोिषत िकए गए ह दड िविहत करन क िलए

िविध बनाए और सस इस सिवधान क परारभ क प ात यथाशकय शीघर ऐस काय क िलए जो उपखड (ii) म िनिदर ह दड िविहत करन क िलए िविध बनाएगी

(ख) खड (क) क उपखड (i) म िनिदर िवषय म स िकसी स सबिधत या उस खड क उपखड (ii) म िनिदर िकसी कायर क िलए दड का उपबध करन वाली कोई परव िविध जो भारत क रा यकषतर म इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल परव थी उसक िनबधन क और अन छद 372 क अधीन उसम िकए गए िक ही अनकलन और उपातरण क अधीन रहत हए तब तक परव रहगी जब तक उसका सस दवारा पिरवतरन या िनरसन या सशोधन नही कर िदया जाता ह प ीकरणndashइस अन छद म ldquoपरव िविधrdquo पद का वही अथर ह जो अन छद 372 म ह

271

1[चौथी अनसची [अन छद 4(1) और अन छद 80(2)]

रा य सभा म थान का आबटन िन निलिखत सारणी क पहल तभ म िविनिदर पर यक रा य या सघ रा यकषतर

को उतन थान आबिटत िकए जाएग िजतन उसक दसर तभ म यथाि थित उस रा य या उस सघ रा यकषतर क सामन िविनिदर ह

सारणी 1 आधर परदश 2[11] 3[2 तलगाना 7] 4[3] असम 7 4[4] िबहार 5[16] 6[4[5] झारखड 6] 7[8[4[6]] गोवा 1] 9[6[8[7]] गजरात 11] 10[8[4[8] हिरयाणा 5]

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 3 दवारा (1-11-1965 स) चौथी अनसची क थान पर

परित थािपत 2 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) ldquo18rdquo क थान पर परित थािपत 3 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) अ तः थािपत 4 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) 2 स 30 तक की परिवि य को करमशः 3

स 31 तक की परिवि य क प म पनःसखयािकत िकया गया 5 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) ldquo22rdquo क थान पर

परित थािपत 6 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) अतः थािपत 7 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 6 दवारा (30-5-1987 स) अतः थािपत 8 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) परिवि 4 स 29 को करमशः

परिवि 5 स 30 क प म पनःसखयािकत िकया गया 9 मबई पनगरठन अिधिनयम 1960 (1960 का 11) की धारा 6 दवारा (1-5-1960 स) परिवि 4 (परिवि 6 क प म

पनःसखयािकत) क थान पर परित थािपत 10 पजाब पनगरठन अिधिनयम 1966 (1966 का 31) की धारा 9 दवारा (1-11-1966 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

272

1[2[9] करल 9] 1[2[10] म य परदश 3[11] 4[1[2[11]] छ ीसगढ़ 5] 5[1[2[12] तिमलनाड़ 6[18]] 7[1[2[13] महारा 19] 8[1[2[14] कनारटक] 12 1[2[15] 9[ओिडशा] 10 1[2[16] पजाब 10[7] 1[2[17]] राज थान 10 1[2[18]] उ र परदश 11[31] 12[1[2[19]] 13[उ राखड 3] 1[2[20]] पि मी बगाल 16 1[2[21]] ज म-क मीर 4 14[1[2[22]] नागालड 1]

1 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) परिवि 4 स 29 को करमशः

परिवि 5 स 30 क प म पनःसखयािकत िकया गया 2 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) 2 स 30 तक की परिवि य को करमशः

3 स 31 तक की परिवि य क प म पनःसखयािकत िकया गया 3 म य परदश पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 28) की धारा 7 दवारा (1-11-2000 स) ldquo16rdquo क थान पर

परित थािपत 4 म य परदश पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 28) की धारा 7 दवारा (1-11-2000 स) अतः थािपत 5 मदरास रा य (नाम-पिरवतरन) अिधिनयम 1968 (1968 का 53) की धारा 5 दवारा (14-1-1969 स) ldquo8 मदरासrdquo (ldquo11rdquo

क प म पनःसखयािकत) क थान पर परित थािपत 6 आधर परदश और मदरास (सीमा-पिरवतरन) अिधिनयम 1959 (1959 का 56) की धारा 8 दवारा (1-4-1960 स) ldquo17rdquo क

थान पर परित थािपत 7 मबई पनगरठन अिधिनयम 1960 (1960 का 11) की धारा 6 दवारा (1-5-1960 स) अतः थािपत 8 मसर रा य (नाम-पिरवतरन) अिधिनयम 1973 (1973 का 31) की धारा 5 दवारा (1-11-1973 स) ldquo10 मसरrdquo (ldquo13rdquo

क प म पनःसखयािकत) क थान पर परित थािपत 9 उड़ीसा (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2011 की धारा 7 दवारा (1-11-2011 स) ldquoउड़ीसाrdquo क थान पर परित थािपत 10 पजाब पनगरठन अिधिनयम 1966 (1966 का 31) की धारा 9 दवारा (1-11-1966 स) ldquo11rdquo क थान पर

परित थािपत 11 उ र परदश पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 29) की धारा 7 दवारा (9-11-2000 स) ldquo34rdquo क थान पर

परित थािपत 12 उ र परदश पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 29) की धारा 7 दवारा (9-11-2000 स) ldquo34rdquo क थान पर

अतः थािपत 13 उ राचल (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 52) की धारा 41 दवारा (1-1-2007 स) ldquoउ राचलrdquo क

थान पर परित थािपत 14 नागालड रा य अिधिनयम 1962 (1962 का 27) की धारा 6 दवारा (1-12-1963 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

273

1[2[3[23]] िहमाचल परदश 3] 3[2[24]] मिणपर 1 3[2[25]] ितरपरा 1 3[2[26]] मघालय 1 4[3[2[27]] िसिककम 1] 5[3[2[28]] िमजोरम 1] 6[1[3[29]] अ णाचल परदश 1] 3[2[30]] िद ली 3 3[2[31] 7[पडचरी 1

योग ndash 8[233]]

1 िहमाचल परदश रा य अिधिनयम 1970 (1970 का 53) की धारा 5 दवारा (25-1-1971 स) अतः थािपत 2 िबहार पनगरठन अिधिनयम 2000 (2000 का 30) की धारा 7 दवारा (15-11-2000 स) परिवि 4 स 29 को करमशः

परिवि 5 स 30 क प म पनःसखयािकत िकया गया 3 आधर परदश पनगरठन अिधिनयम 2014 (2014 का 16) की धारा 12 दवारा (2-6-2014 स) 2 स 30 तक की

परिवि य को करमशः 3 स 31 तक की परिवि य क प म पनःसखयािकत िकया गया 4 सिवधान (छ ीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 4 दवारा (26-4-1975 स) अतः थािपत 5 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 5 दवारा (20-2-1987 स) अतः थािपत 6 अ णाचल परदश रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 69) की धारा 5 दवारा (20-2-1987 स) अतः थािपत 7 पािडचरी (नाम पिरवतरन) अिधिनयम 2006 (2006 का 44) की धारा 4 दवारा (1-10-2006 स) ldquoपािडचरीrdquo क थान

पर परित थािपत 8 गोवा दमण और दीव पनगरठन अिधिनयम 1987 (1987 का 18) की धारा 6 दवारा (30-5-1987 स) ldquo232rdquo क

थान पर परित थािपत

274

पाचवी अनसची [अन छद 244 (1)]

अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय क परशासन और िनयतरण क बार म उपबध भाग क साधारण

1 िनवरचन ndash इस अनसची म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न हो ldquoरा यrdquo पद क अतगरत 1 2[असम 3[4[मघालय ितरपरा और िमजोरम]] रा य] नही ह

2 अनसिचत कषतर म िकसी रा य की कायरपािलका शिकत ndash इस अनसची क उपबध क अधीन रहत हए िकसी रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार उसक अनसिचत कषतर पर ह

3 अनसिचत कषतर क परशासन क सबध म रा पित को रा यपाल 5 दवारा परितवदन ndash ऐस पर यक रा य का रा यपाल 5 िजसम अनसिचत कषतर ह परितवषर या जब भी रा पित इस परकार अपकषा कर उस रा य क अनसिचत कषतर क परशासन क सबध म रा पित को परितवदन दगा और सघ की कायरपािलका शिकत का िव तार रा य को उकत कषतर क परशासन क बार म िनदश दन तक होगा

भाग ख अनसिचत कषतर और अनसिचत जनजाितय का परशासन और िनयतरण

4 जनजाित सलाहकार पिरष ndash (1) ऐस पर यक रा य म िजसम अनसिचत कषतर ह और यिद रा पित ऐसा िनदश द तो िकसी ऐस रा य म भी िजसम अनसिचत जनजाितया ह िकत अनसिचत कषतर नही ह एक जनजाित सलाहकार पिरष थािपत की जाएगी जो बीस स अनिधक सद य स िमलकर बनगी िजनम स यथाशकय िनकटतम तीन-चौथाई उस रा य की िवधान सभा म अनसिचत जनजाितय क परितिनिध ह ग

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoपहली अनसची क

भाग क या भाग ख म िविनिदर रा य अिभपरत ह परतrdquo श द और अकषर का लोप िकया गया 2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 दवारा (21-1-1972 स) ldquoअसम रा यrdquo क

थान पर परित थािपत 3 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 3 दवारा (1-4-1985 स) ldquoऔर मघालयrdquo क थान पर

परित थािपत 4 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) ldquoमघालय और ितरपराrdquo क

थान पर परित थािपत 5 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoया राजपरमखrdquo

श द का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

275

परत यिद उस रा य की िवधान सभा म अनसिचत जनजाितय क परितिनिधय की सखया जनजाित सलाहकार पिरष म ऐस परितिनिधय स भर जान वाल थान की सखया स कम ह तो शष थान उन जनजाितय क अ य सद य स भर जाएग

(2) जनजाित सलाहकार पिरष का यह कतर य होगा िक वह उस रा य की अनसिचत जनजाितय क क याण और उ नित स सबिधत ऐस िवषय पर सलाह द जो उसको रा यपाल 1 दवारा िनिदर िकए जाए

(3) रा यपाल 2ndash (क) पिरष क सद य की सखया को उनकी िनयिकत की और पिरष क

अ यकष तथा उसक अिधकािरय और सवक की िनयिकत की रीित को (ख) उसक अिधवशन क सचालन तथा साधारणतया उसकी परिकरया को

और (ग) अ य सभी आनषिगक िवषय को

यथाि थित िविहत या िविनयिमत करन क िलए िनयम बना सकगा 5 अनसिचत कषतर को लाग िविध ndash (1) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए

भी रा यपाल 1 लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक सस का या उस रा य क िवधान-मडल का कोई िविश अिधिनयम उस रा य क अनसिचत कषतर या उसक िकसी भाग को लाग नही होगा अथवा उस रा य क अनसिचत कषतर या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद और उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह अिधसचना म िविनिदर कर और इस उपपरा क अधीन िदया गया कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो

(2) रा यपाल 1 िकसी रा य म िकसी ऐस कषतर की शाित और सशासन क िलए िविनयम बना सकगा जो त समय अनसिचत कषतर ह

िविश तया और पवरगामी शिकत की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना ऐस िविनयमndash

(क) ऐस कषतर की अनसिचत जनजाितय क सद य दवारा या उनम भिम क अतरण का परितषध या िनबरधन कर सकग

(ख) ऐस कषतर की जनजाितय क सद य को भिम क आबटन का िविनयमन कर सकग

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) ldquoयथाि थित

रा यपाल या राजपरमखrdquo श द का लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का (1-

11-1956 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

276

(ग) ऐस यिकतय दवारा जो ऐस कषतर की अनसिचत जनजाितय क सद य को धन उधार दत ह साहकार क प म कारबार करन का िविनयमन कर सकग (3) ऐस िकसी िविनयम को बनान म जो इस परा क उपपरा (2) म िनिदर ह

रा यपाल 1 सस क या उस रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम का या िकसी िवदयमान िविध का जो पर गत कषतर म त समय लाग ह िनरसन या सशोधन कर सकगा

(4) इस परा क अधीन बनाए गए सभी िविनयम रा पित क समकष तर त पर तत िकए जाएग और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक उनका कोई परभाव नही होगा

(5) इस परा क अधीन कोई िविनयम तब तक नही बनाया जाएगा जब तक िविनयम बनान वाल रा यपाल 1 न जनजाित सलाहकार पिरष वाल रा य की दशा म ऐसी पिरष स परामशर नही कर िलया ह

भाग ग अनसिचत कषतर

6 अनसिचत कषतर ndash (1) इस सिवधान म ldquoअनसिचत कषतरrdquo पद स ऐस कषतर अिभपरत ह िज ह रा पित आदश2 दवारा अनसिचत कषतर घोिषत कर

(2) रा पित िकसी भी समय आदश3 दवारा ndash (क) िनदश द सकगा िक कोई सपणर अनसिचत कषतर या उसका कोई

िविनिदर भाग अनसिचत कषतर या ऐस कषतर का भाग नही रहगा 4[(कक) िकसी रा य क िकसी अनसिचत कषतर क कषतर को उस रा य क

रा यपाल स परामशर करन क प ात बढ़ा सकगा] (ख) िकसी अनसिचत कषतर म कवल सीमाओ का पिरशोधन करक ही

पिरवतरन कर सकगा

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा ldquoया राजपरमखrdquo श द का लोप (1-

11-1956 स) िकया गया 2 अनसिचत कषतर (भाग क रा य) आदश 1950 (सआ 9) अनसिचत कषतर (भाग ख रा य) आदश 1950 (सआ

26) अनसिचत कषतर (िहमाचल परदश) आदश 1975 (सआ 102) और अनसिचत कषतर (िबहार गजरात म य परदश और उड़ीसा रा य) आदश 1977 (सआ 109) दिखए

3 मदरास अनसिचत कषतर (समाि ) आदश 1950 (सआ 30) और आधर अनसिचत कषतर (समाि ) आदश 1955 (सआ 50) दिखए

4 सिवधान पाचवी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का 101) की धारा 2 दवारा (7-9-1976 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

277

(ग) िकसी रा य की सीमाओ क िकसी पिरवतरन पर या सघ म िकसी नए रा य क परवश पर या नए रा य की थापना पर ऐस िकसी कषतर को जो पहल स िकसी रा य म सि मिलत नही ह अनसिचत कषतर या उसका भाग घोिषत कर सकगा

1[(घ) िकसी रा य या रा य क सबध म इस परा क अधीन िकए गए आदश या आदश को िवखिडत कर सकगा और सबिधत रा य क रा यपाल स परामशर करक उन कषतर को जो अनसिचत कषतर ह ग पनः पिरिनि त करन क िलए नए आदश कर सकगा]

और ऐस िकसी आदश म ऐस आनषािगक और पािरणािमक उपबध हो सकग जो रा पित को आव यक और उिचत परतीत ह िकत जसा ऊपर कहा गया ह उसक िसवाय इस परा क उपपरा (1) क अधीन िकए गए आदश म िकसी प ातवतीर आदश दवारा पिरवतरन नही िकया जाएगा

भाग घ अनसची का सशोधन

7 अनसची का सशोधन ndash (1) सस समय-समय पर िविध दवारा इस अनसची क उपबध म स िकसी का पिरवधरन पिरवतरन या िनरसन क प म सशोधन कर सकगी और जब अनसची का इस परकार सशोधन िकया जाता ह तब इस सिवधान म इस अनसची क परित िकसी िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह इस परकार सशोिधत ऐसी अनसची क परित िनदश ह

(2) ऐसी कोई िविध जो इस परा क उपपरा (1) म उि लिखत ह इस सिवधान क अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी

1 सिवधान पाचवी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का 101) की धारा 2 दवारा (7-9-1976 स)

अतः थािपत

278

छठी अनसची [अन छद 244(2) और अन छद 275(1)]

1[असम मघालय ितरपरा और िमजोरम रा य ] क जनजाित कषतर क परशासन क बार म उपबध

21 वशासी िजल और वशासी परदश ndash (1) इस परा क उपबध क अधीन रहत हए इस अनसची क परा 20 स सलगन सारणी क 3[4[भाग 1 भाग 2 और भाग 2क] की पर यक मद क और भाग 3] क जनजाित कषतर का एक वशासी िजला होगा

(2) यिद िकसी वशासी िजल म िभ न-िभ न अनसिचत जनजाितया ह तो रा यपाल लोक अिधसचना दवारा ऐस कषतर या कषतर को िजनम व बस हए ह वशासी परदश म िवभािजत कर सकगा

(3) रा यपाल लोक अिधसचना दवारा ndash (क) उकत सारणी क 3[िकसी भाग] म िकसी कषतर को सि मिलत कर

सकगा (ख) उकत सारणी क 3[िकसी भाग] म िकसी कषतर को अपविजरत कर

सकगा (ग) नया वशासी िजला बना सकगा (घ) िकसी वशासी िजल का कषतर बढ़ा सकगा (ङ) िकसी वशासी िजल का कषतर घटा सकगा (च) दो या अिधक वशासी िजल या उनक भाग को िमला सकगा

िजसस एक वशासी िजला बन सक 5[(चच) िकसी वशासी िजल क नाम म पिरवतरन कर सकगा ] (छ) िकसी वशासी िजल की सीमाए पिरिनि त कर सकगा

1 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) कितपय श द क थान पर

परित थािपत 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा आसाम म लाग होन क

िलए परा 1 म उप-परा (2) क प ात िन निलिखत परतक अतः थािपत कर सशोिधत िकया गया अथारत -- ldquoपर त इस उप-परा की कोई बात बोडोलड परादिशक कषतर िजल को (7-9-2003 स) लाग नही होगी rdquo

3 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) भाग क क थान पर परित थािपत

4 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) भाग 1 और भाग 2 क थान पर परित थािपत

5 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

279

परत रा यपाल इस उप-परा क खड (ग) खड (घ) खड (ङ) और खड (च) क अधीन कोई आदश इस अनसची क परा 14 क उप-परा (1) क अधीन िनयकत आयोग क परितवदन पर िवचार करन क प ात ही करगा अ यथा नही

1परत यह और िक रा यपाल दवारा इस उप-परा क अधीन िकए गए आदश म ऐस आनषिगक और पािरणािमक उपबध (िजनक अतगरत परा 20 का और उकत सारणी क िकसी भाग की िकसी मद का कोई सशोधन ह) अतिवर हो सकग जो रा यपाल को उस आदश क उपबध को परभावी करन क िलए आव यक परतीत ह

2-3-42 िजला पिरषद और परादिशक पिरषद का गठन ndash5[(1) पर यक वशासी िजल क िलए एक िजला पिरष होगी जो तीस स अनिधक सद य स िमलकर बनगी िजनम स चार स अनिधक यिकत रा यपाल दवारा नामिनदिशत िकए जाएग और शष वय क मतािधकार क आधार पर िनवारिचत िकए जाएग

1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972

स) अतः थािपत 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा आसाम म लाग होन क िलए

परा 2 म उप-परा (1) क प ात िन निलिखत परतक अतः थािपत िकया गया अथारत -- ldquoपरत यह िक बोडोलड परादिशक पिरष िछयालीस स अनिधक सद य स िमलकर बनगी िजनम स

चालीस सद य को वय क मतािधकार क आधार पर िनवारिचत िकया जाएगा िजनम स तीस अनसिचत जनजाितय क िलए पाच गर जनजातीय समदाय क िलए पाच सभी समदाय क िलए आरिकषत ह ग तथा शष छह रा यपाल दवारा नामिनदिशत िकए जाएग िजनक अिधकार और िवशषािधकार िजनक अतगरत मत दन क अिधकार भी ह वही ह ग जो अ य सद य क ह बोडोलड परादिशक कषतर िजल क उन समदाय म स िजनका परितिनिध व नही ह कम स कम दो मिहलाए ह गी rdquo

3 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा आसाम म लाग होन क िलए परा 2 म उप-परा (3) क प ात िन निलिखत परतक अतः थािपत िकया गया अथारत --

ldquoपरत उ री कछार पहाड़ी िजल क िलए गिठत िजला पिरष उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष कहलाएगी और काबीर आगलाग िजल क िलए गिठत िजला पिरष काबीर आगलाग वशासी पिरष कहलाएगी rdquo

4 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा आसाम म लाग होन क िलए परा 2 क उप-परा (3) म पर तक क प ात िन निलिखत परतक अतः थािपत िकया गया अथारत --

ldquoपरत यह और िक बोडोलड परादिशक कषतर िजल क िलए गिठत िजला पिरष बोडोलड परादिशक पिरष कहलाएगी rdquo

5 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970 स) उप-परा (1) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

280

(2) इस अनसची क परा 1 क उप-परा (2) क अधीन वशासी परदश क प म गिठत पर यक कषतर क िलए पथक परादिशक पिरष होगी

(3) पर यक िजला पिरष और पर यक परादिशक पिरष करमशः ldquo(िजल का नाम) की िजला पिरष rdquo और ldquo(परदश का नाम) की परादिशक पिरष rdquo नामक िनगिमत िनकाय होगी उसका शा त उ रािधकार होगा और उसकी सामा य मदरा होगी और उकत नाम स वह वाद लाएगी और उस पर वाद लाया जाएगा

(4) इस अनसची क उपबध क अधीन रहत हए वशासी िजल का परशासन ऐस िजल की िजला पिरष म वहा तक िनिहत होगा जहा तक वह इस अनसची क अधीन ऐस िजल क भीतर िकसी परादिशक पिरष म िनिहत नही ह और वशासी परदश का परशासन ऐस परदश की परादिशक पिरष म िनिहत होगा

(5) परादिशक पिरष वाल वशासी िजल म परादिशक पिरष क परािधकारी क अधीन कषतर क सबध म िजला पिरष को इस अनसची दवारा ऐस कषतर क सबध म परद शिकतय क अितिरकत कवल ऐसी शिकतया ह गी जो उस परादिशक पिरष दवारा पर यायोिजत की जाए

(6) रा यपाल सबिधत वशासी िजल या परदश क भीतर िवदयमान जनजाित पिरषद या अ य परितिनिध जनजाित सगठन स परामशर करक िजला पिरषद और परादिशक पिरषद क परथम गठन क िलए िनयम बनाएगा और ऐस िनयम म िन निलिखत क िलए उपबध िकए जाएग अथारत ndash

(क) िजला पिरषद और परादिशक पिरषद की सरचना तथा उनम थान का आबटन

(ख) उन पिरषद क िलए िनवारचन क परयोजन क िलए परादिशक िनवारचन-कषतर का पिरसीमन

(ग) ऐस िनवारचन म मतदान क िलए अहरताए और उनक िलए िनवारचक नामाविलय की तयारी

(घ) ऐस िनवारचन म ऐसी पिरषद क सद य िनवारिचत होन क िलए अहरताए

(ङ) 1[परादिशक पिरषद ] क सद य की पदाविध

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) ऐसी पिरषद क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(च) ऐसी पिरषद क िलए िनवारचन या नामिनदशन स सबिधत या ससकत कोई अ य िवषय

(छ) िजला पिरषद और परादिशक पिरषद की परिकरया और उनका कायर सचालन 1[(िजसक अतगरत िकसी िरिकत क होत हए भी कायर करन की शिकत ह)]

(ज) िजला और परादिशक पिरषद क अिधकािरय और कमरचािरवद की िनयिकत 1[(6क) िजला पिरष क िनवारिचत सद य यिद िजला पिरष परा 16 क अधीन

पहल ही िवघिटत नही कर दी जाती ह तो पिरष क िलए साधारण िनवारचन क प ात पिरष क परथम अिधवशन क िलए िनयत तारीख स पाच वषर की अविध तक पद धारण करग और नामिनदिशत सद य रा यपाल क परसादपयरत पद धारण करगा

परत पाच वषर की उकत अविध को जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब या यिद ऐसी पिरि थितया िवदयमान ह िजनक कारण िनवारचन कराना रा यपाल की राय म असा य ह तो रा यपाल ऐसी अविध क िलए बढ़ा सकगा जो एक बार म एक वषर स अिधक नही होगी और जब आपात की उदघोषणा परवतरन म ह तब उदघोषणा क परव न रह जान क प ात िकसी भी दशा म उसका िव तार छह मास की अविध स अिधक नही होगा

परत यह और िक आकि मक िरिकत को भरन क िलए िनवारिचत सद य उस सद य की िजसका थान वह लता ह शष पदाविध क िलए पद धारण करगा ]

(7) िजला पिरष या परादिशक पिरष अपन परथम गठन क प ात 2[रा यपाल क अनमोदन स] इस परा क उप-परा (6) म िविनिदर िवषय क िलए िनयम बना सकगी और 2[वस ही अनमोदन स] ndash

(क) अधीन थ थानीय पिरषद या बोड क बनाए जान तथा उनकी परिकरया और उनक कायर सचालन का और

(ख) यथाि थित िजल या परदश क परशासन िवषयक कायर करन स सबिधत साधारणतया सभी िवषय का

िविनयमन करन वाल िनयम भी बना सकगी 1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970

स) अतः थािपत 2 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970

स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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परत जब तक िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा इस उप-परा क अधीन िनयम नही बनाए जात ह तब तक रा यपाल दवारा इस परा क उप-परा (6) क अधीन बनाए गए िनयम पर यक ऐसी पिरष क िलए िनवारचन उसक अिधकािरय और कमरचािरय तथा उसकी परिकरया और उसक कायर सचालन क सबध म परभावी ह ग

1 2-3-43 िविध बनान की िजला पिरषद और परादिशक पिरषद की शिकत ndash (1) वशासी परदश की

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970

स) िदवतीय पर तक का लोप िकया गया 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा (7-9-2003 स) परा 3

आसाम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसस उप-परा (3) िन निलिखत प स परित थािपत हो सक अथारत --

ldquo(3) परा 3क क उप-परा (2) या परा 3ख क उप-परा (2) म जसा अ यथा उपबिधत ह उसक िसवाय इस परा या परा 3क क उप-परा (1) या परा 3ख क उप-परा (1) क अधीन बनाई गई सभी िविधया रा यपाल क समकष तर त पर तत की जाएगी और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक परभावी नही ह गी rdquo

3 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा आसाम रा य को लाग होन क िलए परा 3 क प ात अतः थािपत िकया गया अथारत --

ldquo3क उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष और काबीर आगलाग वशासी पिरष की िविध बनान की अितिरकत शिकतया--(1) परा 3 क उपबध पर परितकल परभाव डाल िबना उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष और काबीर आगलाग वशासी पिरष को सबिधत िजल क भीतर िन निलिखत की बाबत िविधया बनान की शिकत होगी अथारत --

(क) सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 7 और परिवि 52 क उपबध क अधीन रहत हए उदयोग (ख) सचार अथारत सड़क पल फरी और अ य सचार साधन जो सातवी अनसची की सची 1 म

िविनिदर नही ह नगरपािलक टराम र जमागर अतदशीय जलमाग क सबध म सातवी अनसची की सची 1 और सची 3 क उपबध क अधीन रहत हए अतदशीय जलमागर और उन पर यातायात यतर नोिदत यान स िभ न यान

(ग) पशधन का पिररकषण सरकषण और सधार तथा जीवजतओ क रोग का िनवारण पश िचिक सा परिशकषण और यवसाय काजी हाउस

(घ) पराथिमक और मा यिमक िशकषा (ङ) किष िजसक अतगरत किष िशकषा और अनसधान नाशक जीव स सरकषण और पादप रोग का

िनवारण ह (च) म य उदयोग

(छ) सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 56 क उपबध क अधीन रहत हए जल अथारत जल परदाय

भारत का सिवधान

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िसचाई और नहर जल िनकासी और तटबध जल भडारण और जल शिकत

(ज) सामािजक सरकषा और सामािजक बीमा िनयोजन और बकारी (झ) गराम धान क खत बाजार शहर आिद क सरकषण क िलए बाढ़ िनयतरण कीम (जो तकनीकी

परकित की न ह ) (ञ) ना यशाला और ना य परदशरन सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 60 क उपबध क अधीन

रहत हए िसनमा खल-कद मनोरजन और आमोद (ट) लोक वा य और व छता अ पताल और औषधालय (ठ) लघ िसचाई (ड) खादय पदाथर पशओ क चार क ची कपास और क च जट का यापार और वािण य तथा उनका

उ पादन परदाय और िवतरण (ढ) रा य दवारा िनयितरत या िव पोिषत प तकालय सगरहालय और वसी ही अ य स थाए सस दवारा

बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन रा ीय मह व क घोिषत िकए गए पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख स िभ न पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख और

(ण) भिम का अ य सकरामण (2) परा 3 क अधीन या इस परा क अधीन उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष और काबीर आगलाग

वशासी पिरष दवारा बनाई गई सभी िविधया जहा तक उनका सबध सातवी अनसची की सची 3 म िविनिदर िवषय स ह रा यपाल क समकष तर त पर तत की जाएगी जो उ ह रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखगा

(3) जब कोई िविध रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख ली जाती ह तब रा पित घोिषत करगा िक वह उकत िविध पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह

परत रा पित रा यपाल को यह िनदश द सकगा िक वह िविध को यथाि थित उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष या काबीर आगलाग वशासी पिरष को ऐस सदश क साथ यह अनरोध करत हए लौटा द िक उकत पिरष िविध या उसक िक ही िविनिदर उपबध पर पनिवरचार कर और िविश तया िक ही ऐस सशोधन पर परः थापन की वाछनीयता पर िवचार कर िजनकी उसन अपन सदश म िसफािरश की ह और जब िविध इस परकार लौटा दी जाती ह तब ऐसा सदश िमलन की तारीख स छह मास की अविध क भीतर पिरष ऐसी िविध पर तदनसार िवचार करगी और यिद िविध उकत पिरष दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर दी जाती ह तो उस रा पित क समकष उसक िवचार क िलए िफर स पर तत िकया जाएगा

4 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा परा 3क क प ात करमशः िन निलिखत अतः थािपत िकया गया अथारत --

3ख बोडोलड परादिशक पिरष की िविधया बनान की अितिरकत शिकतया -- (1) परा 3 क उपबध पर परितकल परभाव डाल िबना बोडोलड परादिशक पिरष को अपन कषतर म िन निलिखत क सबध म िविधया बनान की शिकत होगी अथारत --

(i) किष िजसक अतगरत किष िशकषा और अनसधान नाशक जीव स सरकषण और पादप रोग का िनवारण ह (ii) पशपालन और पश िचिक सा अथारत पशधन का पिररकषण सरकषण और सधार तथा जीव जतओ क रोग का िनवारण पश िचिक सा परिशकषण और यवसाय काजी हाऊस (iii) सहकािरता (iv) सा कितक कायर (v) िशकषा अथारत पराइमरी िशकषा उ चतर मा यिमक िशकषा िजसम वि क परिशकषण परौढ़ िशकषा महािवदयालय िशकषा (साधारण) भी ह (vi) म य उदयोग (vii) गराम धान क खत बाजार और शहर क सरकषण क िलए बाढ़ िनयतरण (जो तकनीकी परकित का न हो) (viii) खादय और िसिवल आपितर (ix) वन (आरिकषत वन को छोड़कर) (x) हथकरघा और व (xi) वा य और पिरवार क याण (xii) सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 84 क

भारत का सिवधान

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परादिशक पिरष को ऐस परदश क भीतर क सभी कषतर क सबध म और वशासी िजल

उपबध क अधीन रहत हए मादक िलकर अफीम और य प न (xiii) िसचाई (xiv) म और रोजगार (xv) भिम और राज व (xvi) प तकालय सवाए (रा य सरकार दवारा िव पोिषत और िनयितरत) (xvii) लाटरी (सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 40 क उपबध क अधीन रहत हए) ना यशाला ना य परदशरन और िसनमा (सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 60 क उपबध क अधीन रहत हए) (xviii) बाजार और मल (xix) नगर िनगम सधार यास िजला बोडर और अ य थानीय परािधकारी (xx) रा य दवारा िनयितरत या िव पोिषत सगरहालय और परात व िवजञान स थान सस दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा या उसक रा ीय मह व क घोिषत िकए गए पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख स िभ न पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख (xxi) पचायत और गरामीण िवकास (xxii) योजना और िवकास (xxiii) मदरण और लखन सामगरी (xxiv) लोक वा य इजीिनयरी (xxv) लोक िनमारण िवभाग (xxvi) परचार और लोक सपकर (xxvii) ज म और म य का रिज टरीकरण (xxviii) सहायता और पनवारस (xxix) रशम उ पादन (xxx) सातवी अऩसची की सची 1 की परिवि 7 और परिवि 52 क उपबध क अधीन रहत हए लघ कटीर और गरामीण उदयोग (xxxi) समाज क याण (xxxii) मदा सरकषण (xxxiii) खलकद और यवा क याण (xxxiv) सािखयकी (xxxv) पयरटन (xxxvi) पिरवहन (सड़क पल फरी और अ य सचार साधन जो सातवी अनसची की सची 1 म िविनिदर नही ह नगरपािलका टराम र जमागर अ तदशीय जलमाग क सबध म सातवी अनसची की सची 1 और सची 3 क उपबध क अधीन रहत हए अ तदशीय जलमागर और उन पर यातायात यतर नोिदत यान स िभ न यान) (xxxvii) रा य सरकार दवारा िनयितरत और िव पोिषत जनजाित अनसधान स थान (xxxviii) शहरी िवकास-नगर और गरामीण योजना) (xxxix) सातवी अनसची की सची 1 की परिवि 50 क उपबध क अधीन रहत हए बाट और माप और (xl) मदानी जनजाितय और िपछड़ वग का क याण

परत ऐसी िविधय की कोई बात -- (क) इस अिधिनयम क परारभ की तारीख पर िकसी नागिरक क उसकी भिम क सबध म िवदयमान

अिधकार और िवशषािधकार को समा या उपातिरत नही करगी और (ख) िकसी नागिरक को िवरासत आबटन यव थापन क प म या अतरण की िकसी अ य रीित

स भिम अिजरत करन स अनजञात नही करगी यिद ऐसा नागिरक बोडोलड परादिशक कषतर िजल क भीतर भिम क ऐस अजरन क िलए अ यथा पातर ह

(2) परा 3 क अधीन या इस परा क अधीन बनाई गई सभी िविधया जहा तक उनका सबध सातवी अनसची की सची 3 म िविनिदर िवषय स ह रा यपाल क समकष तर त पर तत की जाएगी जो उ ह रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखगा

(3) जब कोई िविध रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रख ली जाती ह तब रा पित घोिषत करगा िक वह उकत िविध पर अनमित दता ह या अनमित रोक लता ह

परत रा पित रा यपाल को यह सदश द सकगा िक वह िविध को बोडोलड परादिशक पिरष को ऐस सदश क साथ यह अनरोध करत हए लौटा द िक उकत पिरष िविध या उसक िक ही िविनिदर उपबध पर पनिवरचार कर और िविश तया िक ही ऐस सशोधन को परः थािपत करन की वाछनीयता पर िवचार कर िजनकी उसन अपन सदश म िसफािरश की ह और जब िविध इस परकार लौटा दी जाती ह तब उकत पिरष ऐस सदश की पराि की तारीख स छह मास की अविध क भीतर ऐसी िविध पर तदनसार िवचार करगी और यिद िविध उकत पिरष दवारा सशोधन सिहत या उसक िबना िफर स पािरत कर दी जाती ह तो उस रा पित क समकष उसक िवचार क िलए िफर स पर तत िकया जाएगा rdquo

भारत का सिवधान

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की िजला पिरष को ऐस कषतर को छोड़कर जो उस िजल क भीतर की परादिशक पिरषद क यिद कोई ह परािधकार क अधीन ह उस िजल क भीतर क अ य सभी कषतर क सबध म िन निलिखत िवषय क िलए िविध बनान की शिकत होगी अथारत ndash

(क) िकसी आरिकषत वन की भिम स िभ न अ य भिम का किष या चराई क परयोजन क िलए अथवा िनवास क या किष स िभ न अ य परयोजन क िलए अथवा िकसी ऐस अ य परयोजन क िलए िजसस िकसी गराम या नगर क िनवािसय क िहत की अिभविदध सभा य ह आबटन अिधभोग या उपयोग अथवा अलग रखा जाना

परत ऐसी िविधय की कोई बात 1[सबिधत रा य की सरकार को] अिनवायर अजरन परािधकत करन वाली त समय परव िविध क अनसार िकसी भिम का चाह वह अिधभोग म हो या नही लोक परयोजन क िलए अिनवायर अजरन करन स िनवािरत नही करगी

(ख) िकसी ऐस वन का परबध जो आरिकषत वन नही ह (ग) किष क परयोजन क िलए िकसी नहर या जलसरणी का उपयोग (घ) झम की पदधित का या पिरवतीर खती की अ य पदधितय का

िविनयमन (ङ) गराम या नगर सिमितय या पिरषद की थापना और उनकी शिकतया

(च) गराम या नगर परशासन स सबिधत कोई अ य िवषय िजसक अतगरत

गराम या नगर पिलस और लोक वा य और व छता ह (छ) परमख या मिखय की िनयिकत या उ रािधकार (ज) सपि की िवरासत 2[(झ) िववाह और िववाह-िव छद ] (ञ) सामािजक िढ़या

(2) इस परा म ldquoआरिकषत वनrdquo स ऐसा कषतर अिभपरत ह जो असम वन िविनयम 1891 क अधीन या पर गत कषतर म त समय परव िकसी अ य िविध क अधीन आरिकषत वन ह

(3) इस परा क अधीन बनाई गई सभी िविधया रा यपाल क समकष तर त पर तत 1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) कितपय श द क थान पर परित थािपत 2 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) खड झ क थान पर परित थािपत

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की जाएगी और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक परभावी नही ह गी

14 वशासी िजल और वशासी परदश म याय परशासन ndash (1) वशासी परदश की परादिशक पिरष ऐस परदश क भीतर क कषतर क सबध म और वशासी िजल की िजला पिरष ऐस कषतर स िभ न जो उस िजल क भीतर की परादिशक पिरषद क यिद कोई ह परािधकार क अधीन ह उस िजल क भीतर क अ य कषतर क सबध म ऐस वाद और मामल क िवचारण क िलए जो ऐस पकषकार क बीच ह िजनम स सभी पकषकार ऐस कषतर क भीतर की अनसिचत जनजाितय क ह तथा जो उन वाद और मामल स िभ न ह िजनको इस अनसची क परा 5 क उप-परा (1) क उपबध लाग होत ह उस रा य क िकसी यायालय का अपवजरन करक गराम पिरषद या यायालय का गठन कर सकगी और उपयकत यिकतय को ऐसी गराम पिरष क सद य या ऐस यायालय क पीठासीन अिधकारी िनयकत कर सकगी और ऐस अिधकारी भी िनयकत कर सकगी जो इस अनसची क परा 3 क अधीन बनाई गई िविधय क परशासन क िलए आव यक ह

(2) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी वशासी परदश की परादिशक पिरष या उस परादिशक पिरष दवारा इस िनिम गिठत कोई यायालय या यिद िकसी वशासी िजल क भीतर क िकसी कषतर क िलए कोई परादिशक पिरष नही ह तो ऐस िजल की िजला पिरष या उस िजला पिरष दवारा इस िनिम गिठत कोई यायालय ऐस सभी वाद और मामल क सबध म जो यथाि थित ऐस परदश या कषतर क भीतर इस परा क उप-परा (1) क अधीन गिठत िकसी गराम पिरष या यायालय दवारा िवचारणीय ह तथा जो उन वाद और मामल स िभ न ह िजनको इस अनसची क परा 5 क उप-परा (1) क उपबध लाग होत ह अपील यायालय की शिकतय का परयोग करगा तथा उ च यायालय और उ चतम यायालय स िभ न िकसी अ य यायालय को ऐस वाद या मामल म अिधकािरता नही होगी

(3) उ च यायालय 2 को उन वाद और मामल म िजनको इस परा क उप-परा (2) क उपबध लाग होत ह ऐसी अिधकािरता होगी और वह उसका परयोग करगा जो रा यपाल समय-समय पर आदश दवारा िविनिदर कर

(4) यथाि थित परादिशक पिरष या िजला पिरष रा यपाल क पवर अनमोदन स

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा (7-9-2003 स) परा 4

आसाम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसस उप-परा (5) क प ात िन निलिखत अतः थािपत िकया जा सक अथारत --

ldquo(6) इस परा की कोई बात इस अनसची क परा 2 क उप-परा (3) क परतक क अधीन गिठत बोडोलड परादिशक पिरष को लाग नही होगी rdquo

2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) आसाम क श द का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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िन निलिखत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगी अथारत ndash (क) गराम पिरषद और यायालय का गठन और इस परा क अधीन उनक

दवारा परयोकत य शिकतया (ख) इस परा क उप-परा (1) क अधीन वाद और मामल क िवचारण म

गराम पिरषद या यायालय दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया (ग) इस परा क उप-परा (2) क अधीन अपील और अ य कायरवािहय म

परादिशक पिरष या िजला पिरष अथवा ऐसी पिरष दवारा गिठत िकसी यायालय दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया

(घ) ऐसी पिरषद और यायालय क िविन य और आदश का परवतरन (ङ) इस परा क उप-परा (1) और उप-परा (2) क उपबध को कायारि वत

करन क िलए अ य सभी आनषिगक िवषय 1[(5) उस तारीख को और स जो रा पित 2[सबिधत रा य की सरकार स परामशर

करन क प ात] अिधसचना दवारा इस िनिम िनयत कर यह परा ऐस वशासी िजल या वशासी परदश क सबध म जो उस अिधसचना म िविनिदर िकया जाए इस परकार परभावी होगा मानो ndash

(i) उप-परा (1) म ldquoजो ऐस पकषकार क बीच ह िजनम स सभी पकषकार ऐस कषतर क भीतर की अनसिचत जनजाितय क ह तथा जो उन वाद और मामल स िभ न ह िजनको इस अनसची क परा 5 क उप-परा (1) क उपबध लाग होत हrdquo श द क थान पर ldquoजो इस अनसची क परा 5 क उप-परा (1) म िनिदर परकित क ऐस वाद और मामल नही ह िज ह रा यपाल इस िनिम िविनिदर करrdquo श द रख िदए गए ह

(ii) उप-परा (2) और उप-परा (3) का लोप कर िदया गया हो (iii) उप-परा (4) मndash

(क) ldquoयथाि थित परादिशक पिरष या िजला पिरष रा यपाल क पवर अनमोदन स िन निलिखत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगी अथारत ndashrdquo श द क थान पर ldquoरा यपाल िन निलिखत क िविनयमन क िलए िनयम बना सकगा अथारत ndashrdquo श द रख िदए गए ह और

(ख) खड (क) क थान पर िन निलिखत खड रख िदया गया हो अथारत ndash

ldquo(क) गराम पिरषद और यायालय का गठन इस परा क

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) अतः थािपत

2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) कितपय श द क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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अधीन उनक दवारा परयोकत य शिकतया और व यायालय िजनको गराम पिरषद और यायालय क िविन य स अपील हो सकगी rdquo (ग) खड (ग) क थान पर िन निलिखत खड रख िदया गया हो

अथारत ndash ldquo(ग) परादिशक पिरष या िजला पिरष अथवा ऐसी पिरष

दवारा गिठत िकसी यायालय क समकष उप-परा (5) क अधीन रा-पित दवारा िनयत तारीख स ठीक पहल लिबत अपील और अ य कायरवािहय का अतरणrdquo और (घ) खड (ङ) म ldquoउप-परा (1) और उप-परा (2)rdquo श द को क और

अक क थान पर ldquoउप-परा (1)rdquo श द को क और अक रख िदए गए ह ]

5 कछ वाद मामल और अपराध क िवचारण क िलए परादिशक पिरषद और िजला पिरषद को तथा िक ही यायालय और अिधकािरय को िसिवल परिकरया सिहता 1908 और दड परिकरया सिहता 18981 क अधीन शिकतय का परदान िकया जाना ndash (1) रा यपाल िकसी वशासी िजल या वशासी परदश म िकसी ऐसी परव िविध स जो ऐसी िविध ह िजस रा यपाल इस िनिम िविनिदर कर उदभत वाद या मामल क िवचारण क िलए अथवा भारतीय दड सिहता क अधीन या ऐस िजल या परदश म त समय लाग िकसी अ य िविध क अधीन म य स आजीवन िनवारसन स या पाच वषर स अ यन अविध क िलए कारावास स दडनीय अपराध क िवचारण क िलए ऐस िजल या परदश पर परािधकार रखन वाली िजला पिरष या परादिशक पिरष को अथवा ऐसी िजला पिरष दवारा गिठत यायालय को अथवा रा यपाल दवारा इस िनिम िनयकत िकसी अिधकारी को यथाि थित िसिवल परिकरया सिहता 1908 या दड परिकरया सिहता 18981 क अधीन ऐसी शिकतया परदान कर सकगा जो वह समिचत समझ और तब उकत पिरष यायालय या अिधकारी इस परकार परद शिकतय का परयोग करत हए वाद मामल या अपराध का िवचारण करगा

(2) रा यपाल इस परा क उप-परा (1) क अधीन िकसी िजला पिरष परादिशक पिरष यायालय या अिधकारी को परद शिकतय म स िकसी शिकत को वापस ल सकगा या उपातिरत कर सकगा

(3) इस परा म अिभ यकत प स यथा उपबिधत क िसवाय िसिवल परिकरया सिहता 1908 और दड परिकरया सिहता 18981 िकसी वशासी िजल म या िकसी वशासी परदश म िजसको इस परा क उपबध लाग होत ह िक ही वाद मामल या अपराध क िवचारण को लाग नही होगी

1 दड परिकरया सिहता 1973 (1974 का 2) दख

भारत का सिवधान

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1[(4) रा पित दवारा िकसी वशासी िजल या वशासी परदश क सबध म परा 4 क उप-परा (5) क अधीन िनयत तारीख को और स उस िजल या परदश को लाग होन म इस परा की िकसी बात क बार म यह नही समझा जाएगा िक वह िकसी िजला पिरष या परादिशक पिरष को या िजला पिरष दवारा गिठत यायालय को इस परा क उप-परा (1) म िनिदर शिकतय म स कोई शिकत परदान करन क िलए रा यपाल को परािधकत करती ह ]

2[6 पराथिमक िवदयालय आिद थािपत करन की िजला पिरष की शिकत ndash (1) वशासी िजल की िजला पिरष िजल म पराथिमक िवदयालय औषधालय बाजार

3[काजी हाउस ] फरी मीनकषतर सड़क सड़क पिरवहन और जलमाग की थापना िनमारण और परबध कर सकगी तथा रा यपाल क पवर अनमोदन स उनक िविनयमन और िनयतरण क िलए िविनयम बना सकगी और िविश तया वह भाषा और वह रीित िविहत कर सकगी िजसस िजल क पराथिमक िवदयालय म पराथिमक िशकषा दी जाएगी

(2) रा यपाल िजला पिरष की सहमित स उस पिरष को या उसक अिधकािरय को किष पशपालन सामदाियक पिरयोजनाओ सहकारी सोसाइिटय समाज क याण गराम योजना या िकसी अ य ऐस िवषय क सबध म िजस पर 4 रा य की कायरपािलका शिकत का िव तार ह क य सशतर या िबना शतर स प सकगा

7 िजला और परादिशक िनिधया ndash (1) पर यक वशासी िजल क िलए एक िजला िनिध और पर यक वशासी परदश क िलए एक परादिशक िनिध गिठत की जाएगी िजसम करमशः उस िजल की िजला पिरष दवारा और उस परदश की परादिशक पिरष दवारा इस सिवधान क उपबध क अनसार यथाि थित उस िजल या परदश क परशासन क अनकरम म परा सभी धनरािशया जमा की जाएगी

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) अतः थािपत 2 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) परा 6 क थान पर परित थािपत 3 िनरसन और सशोधन अिधिनयम 1974 (1974 का 56) की धारा 4 दवारा काजी हाउस क थान पर परित थािपत

4 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) यथाि थित आसाम या मघालय श द का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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1[(2) रा यपाल यथाि थित िजला िनिध या परादिशक िनिध क परबध क िलए और उकत िनिध म धन जमा करन उसम स धनरािशया िनकालन उसक धन की अिभरकषा और पव कत िवषय स सबिधत या आनषिगक िकसी अ य िवषय क सबध म अनसरण की जान वाली परिकरया क िलए िनयम बना सकगा

(3) यथाि थित िजला पिरष या परादिशक पिरष क लख ऐस पर प म रख जाएग जो भारत का िनयतरक-महालखापरीकषक रा पित क अनमोदन स िविहत कर

(4) िनयतरक-महालखापरीकषक िजला पिरषद और परादिशक पिरषद क लखाओ की सपरीकषा ऐसी रीित स कराएगा जो वह ठीक समझ और िनयतरक-महालखापरीकषक क ऐस लखाओ स सबिधत परितवदन रा यपाल क समकष पर तत िकए जाएग जो उ ह पिरष क समकष रखवाएगा ]

8 भ-राज व का िनधाररण और सगरहण करन तथा कर का अिधरोपण करन की शिकतयाndash(1) वशासी परदश क भीतर की सभी भिमय क सबध म ऐस परदश की परादिशक पिरष को और यिद िजल म कोई परादिशक पिरष ह तो उनक परािधकार क अधीन आन वाल कषतर म ि थत भिमय को छोड़कर िजल क भीतर की सभी भिमय क सबध म वशासी िजल की िजला पिरष को ऐसी भिमय की बाबत उन िसदधात क अनसार राज व का िनधाररण और सगरहण करन की शिकत होगी िजनका 2[साधारणतया रा य म भ-राज व क परयोजन क िलए भिम क िनधाररण म रा य की सरकार दवारा त समय अनसरण िकया जाता ह ]

(2) वशासी परदश क भीतर क कषतर क सबध म ऐस परदश की परादिशक पिरष को और यिद िजल म कोई परादिशक पिरष ह तो उनक परािधकार क अधीन आन वाल कषतर को छोड़कर िजल क भीतर क सभी कषतर क सबध म वशासी िजल की िजला पिरष को भिम और भवन पर कर का तथा ऐस कषतर म िनवासी यिकतय पर पथकर का उ गरहण और सगरहण करन की शिकत होगी

(3) वशासी िजल की िजला पिरष को ऐस िजल क भीतर िन निलिखत सभी या िक ही कर का उ गरहण और सगरहण करन की शिकत होगी अथारत ndash

(क) वि यापार आजीिवका और िनयोजन पर कर (ख) जीवजतओ यान और नौकाओ पर कर

1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) उप-परा (2) क थान पर परित थािपत 2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) कितपय श द क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(ग) िकसी बाजार म िवकरय क िलए माल क परवश पर कर और फरी स ल जाए जान वाल याितरय और माल पर पथकर 1

(घ) िवदयालय औषधालय या सड़क को बनाए रखन क िलए कर 2[और] 3[(ङ) मनोरजन और आमोद-परमोद पर कर ]

(4) इस परा क उप-परा (2) और उप-परा (3) म िविनिदर कर म स िकसी कर क उ गरहण और सगरहण का उपबध करन क िलए यथाि थित परादिशक पिरष या िजला पिरष िविनयम बना सकगी 4[और ऐसा पर यक िविनयम रा यपाल क समकष तर त पर तत िकया जाएगा और जब तक वह उस पर अनमित नही द दता ह तब तक उसका कोई परभाव नही होगा]

59 खिनज क पवकषण या िन कषरण क परयोजन क िलए अनजञि या या पटट ndash (1) िकसी वशासी िजल क भीतर क िकसी कषतर क सबध म 6[रा य की सरकार] दवारा खिनज क पवकषण या िन कषरण क परयोजन क िलए दी गई अनजञि य या पटट स पर यक वषर परोदभत होन वाल वािम व का ऐसा अश िजला पिरष को िदया जाएगा जो उस 3[रा य की सरकार] और ऐस िजल की िजला पिरष क बीच करार पाया जाए

(2) यिद िजला पिरष को िदए जान वाल ऐस वािम व क अश क बार म कोई िववाद उ प न होता ह तो वह रा यपाल को अवधारण क िलए िनदिशत िकया जाएगा और रा यपाल दवारा अपन िववक क अनसार अवधािरत रकम इस परा क उप-परा (1) क अधीन िजला पिरष को सदय रकम समझी जाएगी और रा यपाल का िविन य अितम होगा

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 16(i) दवारा (16-9-2016 स) और श द का लोप

िकया गया 2 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 16(ii) दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत 3 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 16(iii) दवारा (16-9-2016 स) अतः थािपत 4 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) अतः थािपत

5 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा परा 9 ितरपरा और िमजोरम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसस उप-परा (2) क प ात िन निलिखत उप-परा अतः थािपत िकया जा सक अथारत --

ldquo(3) रा यपाल आदश दवारा यह िनदश द सकगा िक इस परा क अधीन िजला पिरष को िदया जान वाला वािम व का अश उस पिरष को यथाि थित उप-परा (1) क अधीन िकसी करार या उप-परा (2) क अधीन िकसी अवधारण की तारीख स एक वषर की अविध क भीतर िकया जाएगा rdquo

6 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) आसाम सरकार क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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1[(3) रा यपाल आदश दवारा यह िनदश द सकगा िक इस परा क अधीन िजला पिरष को िदया जान वाला वािम व का अश उस पिरष को यथाि थित उप-परा (1) क अधीन िकसी करार या उप-परा (2) क अधीन िकसी अवधारण की तारीख स एक वषर की अविध क भीतर िदया जाएगा ]

210 जनजाितय स िभ न यिकतय की साहकारी और यापार क िनयतरण क िलए िविनयम बनान की िजला पिरष की शिकत ndash (1) वशासी िजल की िजला पिरष उस िजल म िनवासी जनजाितय स िभ न यिकतय की उस िजल क भीतर साहकारी या यापार क िविनयमन और िनयतरण क िलए िविनयम बना सकगी

(2) िविश तया और पवरगामी शिकत की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना ऐस िविनयमndash

(क) िविहत कर सकग िक उस िनिम दी गई अनजञि क धारक क अितिरकत और कोई साहकारी का कारोबार नही करगा

(ख) साहकार दवारा परभािरत या वसल िकए जान वाल याज की अिधकतम दर िविहत कर सकग

(ग) साहकार दवारा लख रख जान का और िजला पिरषद दवारा इस िनिम िनयकत अिधकािरय दवारा ऐस लखाओ क िनरीकषण का उपबध कर सकग

(घ) िविहत कर सकग िक कोई यिकत जो िजल म िनवासी अनसिचत जनजाितय का सद य नही ह िजला पिरष दवारा इस िनिम दी गई अनजञि क अधीन ही िकसी व त का थोक या फटकर कारबार करगा अ यथा नही परत इस परा क अधीन ऐस िविनयम तब तक नही बनाए जा सकग जब तक व

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा परा 9 ितरपरा और िमजोरम

रा य को लाग करन म सशोिधत िकया गया यथा सशोिधत उप-परा (2) क प ात उप-परा (3) अतः थािपत िकया गया

2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा परा 10 ितरपरा और िमजोरम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया --

(क) शीषरक म स ldquoजनजाितय स िभ न यिकतय कीrdquo श द का लोप िकया जाएगा (ख) उप-परा (1) म स ldquoजनजाितय स िभ नrdquo श द का लोप िकया जाएगा (ग) उप-परा (2) म खड (घ) क थान पर िन निलिखत खड रखा जाएगा अथारत --

ldquo(घ) िविहत कर सकग िक कोई यिकत जो िजल म िनवासी ह िजला पिरष दवारा इस िनिम दी गई अनजञि क अधीन कोई थोक या फटकर यापार करगा अ यथा नही rdquo

भारत का सिवधान

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िजला पिरष की कल सद य सखया क कम स कम तीन चौथाई बहमत दवारा पािरत नही कर िदए जात ह

परत यह और िक ऐस िक ही िविनयम क अधीन िकसी ऐस साहकार या यापारी को जो ऐस िविनयम क बनाए जान क पहल स उस िजल क भीतर कारबार करता रहा ह अनजञि दन स इकार करना सकषम नही होगा

1[(3) इस परा क अधीन बनाए गए सभी िविनयम रा यपाल क समकष तर त पर तत िकए जाएग और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक उनका कोई परभाव नही होगा ]

(4) इस परा की कोई बात इस अनसची क परा 2 क उप-परा (3) क पर तक क अधीन गिठत बोडोलड परादिशक पिरष को लाग नही होगी

11 अनसची क अधीन बनाई गई िविधय िनयम और िविनयम का परकाशन ndash िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा इस अनसची क अधीन बनाई गई सभी िविधया िनयम और िविनयम रा य क राजपतर म तर त परकािशत िकए जाएग और ऐस परकाशन पर िविध का बल रखग

2-312 4[असम रा य म वशासी िजल और वशासी परदश को सस क और असम रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम का लाग होना] ndash(1) इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा परा 10 आसाम रा य को

लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसम उप-परा (3) क प ात िन निलिखत अतः थािपत िकया गया --

(4) इस परा की कोई बात इस अनसची क परा 2 क उप-परा (3) क पर तक क अधीन गिठत बोडोलड परादिशक पिरष

को लाग नही होगी 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा परा 12 आसाम रा य को

लाग करन क िलए िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया अथारत -- परा 12 क उप-परा (1) क खड (क) म ldquoइस अनसची क परा 3 या परा 3क म ऐस िवषय क प म

िविनिदर िकया गया हrdquo श द अक और अकषर क थान पर ldquoइस अनसची क परा 3 या परा 3क या परा 3ख म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया हrdquo श द अक और अकषर रख जाएग

3 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा परा 12 आसाम रा य को लाग करन क िलए िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया अथारत --

परा 12 क उप-परा (1) क खड (क) म ldquo इस अनसची क परा 3 या परा 3क म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया हrdquo श द अक और अकषर क थान पर ldquoइस अनसची क परा 3क या परा 3ख म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया हrdquo श द अक और अकषर रख जाएग

4 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) शीषरक क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(क) 1[असम रा य क िवधान-मडल] का कोई अिधिनयम जो ऐस िवषय म स िकसी िवषय क सबध म ह िजनको इस अनसची क परा 3 म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया ह िजनक सबध म िजला पिरष या परादिशक पिरष

िविधया बना सकगी और 1[असम रा य क िवधान-मडल] का कोई अिधिनयम जो िकसी अनासत ऐ कोहाली िलकर क उपभोग को परितिषदध या िनबरिधत करता ह 2[उस रा य म] िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को तब तक लाग नही होगा जब तक दोन दशाओ म स हर एक म ऐस िजल की िजला पिरष या ऐस परदश पर अिधकािरता रखन वाली िजला पिरष लोक अिधसचना दवारा इस परकार िनदश नही द दती ह और िजला पिरष िकसी अिधिनयम क सबध म ऐसा िनदश दत समय यह िनदश द सकगी िक वह अिधिनयम ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को लाग होन म ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए परभावी होगा जो वह ठीक समझती ह

(ख) रा यपाल लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक सस का या 1[असम रा य क िवधान-मडल] का कोई अिधिनयम िजस इस उप-परा क खड (क) क उपबध लाग नही होत ह 2[उस रा य म] िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह उस अिधसचना म िविनिदर कर (2) इस परा क उप-परा (1) क अधीन िदया गया कोई िनदश इस परकार िदया

जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो 3[12क मघालय रा य म वशासी िजल और वशासी परदश को सस क और

मघालय रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम का लाग होना ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) रा य का िवधान-मडल क थान पर परित थािपत 2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) अतः थािपत 3 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) परा 12क क थान पर परा 12क और परा 12ख परित थािपत

भारत का सिवधान

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(क) यिद इस अनसची क परा 3 क उप-परा (1) म िविनिदर िवषय म स िकसी िवषय क सबध म मघालय रा य म िकसी िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा बनाई गई िकसी िविध का कोई उपबध या यिद इस अनसची क परा 8 या परा 10 क अधीन उस रा य म िकसी िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा बनाए गए िकसी िविनयम का कोई उपबध मघालय रा य क िवधान-मडल दवारा उस िवषय क सबध म बनाई गई िकसी िविध क िकसी उपबध क िव दध ह तो यथाि थित उस िजला पिरष या परादिशक पिरष दवारा बनाई गई िविध या बनाया गया िविनयम चाह व मघालय रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध स पहल बनाया गया हो या उसक प ात उस िवरोध की मातरा तक श य होगा और मघालय रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िविध अिभभावी होगी

(ख) रा पित सस क िकसी अिधिनयम क सबध म अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक वह मघालय रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह अिधसचना म िविनिदर कर और ऐसा कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो ] 1[12कक ितरपरा रा य म वशासी िजल और वशासी परदश को सस क और

ितरपरा रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम का लाग होना ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

(क) ितरपरा रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम जो ऐस िवषय म स िकसी िवषय क सबध म ह िजनको इस अनसची क परा 3 म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया ह िजनक सबध म िजला पिरष या परादिशक पिरष

िविधया बना सकगी और ितरपरा रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम जो िकसी अनासत ऐ कोहािलक िलकर क उपभोग को परितिषदध या िनबरिधत करता ह उस रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को तब तक लाग नही होगा जब तक दोन दशाओ म स हर एक म उस िजल की िजला पिरष या ऐस परदश पर अिधकािरता रखन वाली िजला पिरष लोक अिधसचना दवारा इस परकार िनदश नही द दती ह और िजला पिरष िकसी अिधिनयम क सबध म ऐसा िनदश दत समय यह िनदश द सकगी िक वह अिधिनयम उस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को लाग होन म ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए परभावी होगा जो वह ठीक समझती ह

(ख) रा यपाल लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक ितरपरा रा य

1 परा 12कक सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) अतः थािपत िकया

गया त प ात सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा (16-12-1988 स) परा 12कक और 12ख क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम िजस इस उप-परा क खड (क) क उपबध लाग नही होत ह उस रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह उस अिधसचना म िविनिदर कर

(ग) रा पित सस क िकसी अिधिनयम क सबध म अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक वह ितरपरा रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह अिधसचना म िविनिदर कर और ऐसा कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो 12ख िमजोरम रा य म वशासी िजल और वशासी परदश को सस क और

िमजोरम रा य क िवधान-मडल क अिधिनयम को लाग होना ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी ndash

(क) िमजोरम रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम जो ऐस िवषय म स िकसी िवषय क सबध म ह िजनको इस अनसची क परा 3 म ऐस िवषय क प म िविनिदर िकया गया ह िजनक सबध म िजला पिरष या परादिशक पिरष

िविधया बना सकगी और िमजोरम रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम जो िकसी अनासत ऐ कोहािलक िलकर क उपभोग को परितिषदध या िनबरिधत करता ह उस रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को तब तक लाग नही होगा जब तक दोन दशाओ म स हर एक म उस िजल की िजला पिरष या ऐस परदश पर अिधकािरता रखन वाली िजला पिरष लोक अिधसचना दवारा इस परकार िनदश नही द दती ह और िजला पिरष िकसी अिधिनयम क सबध म ऐसा िनदश दत समय यह िनदश द सकगी िक वह अिधिनयम उस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को लाग होन म ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए परभावी होगा जो वह ठीक समझती ह

(ख) रा यपाल लोक अिधसचना दवारा िनदश द सकगा िक िमजोरम रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम िजस इस उप-परा क खड (क) क उपबध लाग नही होत ह उस रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह उस अिधसचना म िविनिदर कर

(ग) रा पित सस क िकसी अिधिनयम क सबध म अिधसचना दवारा

भारत का सिवधान

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िनदश द सकगा िक वह िमजोरम रा य म िकसी वशासी िजल या वशासी परदश को लाग नही होगा अथवा ऐस िजल या परदश या उसक िकसी भाग को ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए लाग होगा जो वह अिधसचना म िविनिदर कर और ऐसा कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो ] 13 वशासी िजल स सबिधत पराककिलत पराि य और यय का वािषरक िव ीय

िववरण म पथक प स िदखाया जाना ndash िकसी वशासी िजल स सबिधत पराककिलत पराि या और यय जो 1 रा य की सिचत िनिध म जमा होनी ह या उसम स िकए जान ह पहल िजला पिरष क समकष िवचार-िवमशर क िलए रख जाएग और िफर ऐस िवचार-िवमशर क प ात अन छद 202 क अधीन रा य क िवधान-मडल क समकष रख जान वाल वािषरक िव ीय िववरण म पथक प स िदखाए जाएग

214 वशासी िजल और वशासी परदश क परशासन की जाच करन और उस पर परितवदन दन क िलए आयोग की िनयिकत ndash (1) रा यपाल रा य म वशासी िजल और वशासी परदश क परशासन क सबध म अपन दवारा िविनिदर िकसी िवषय की िजसक अतगरत इस अनसची क परा 1 क उप-परा (3) क खड (ग) खड (घ) खड (ङ) और खड (च) म िविनिदर िवषय ह जाच करन और उस पर परितवदन दन क िलए िकसी भी समय आयोग िनयकत कर सकगा या रा य म वशासी िजल और वशासी परदश क साधारणतया परशासन की और िविश तयाndash

(क) ऐस िजल और परदश म िशकषा और िचिक सा की सिवधाओ की और सचार की यव था की

(ख) ऐस िजल और परदश क सबध म िकसी नए या िवशष िवधान की आव यकता थी और

(ग) िजला पिरषद और परादिशक पिरषद दवारा बनाई गई िविधय िनयम और िविनयम क परशासन की

समय-समय पर जाच करन और उस पर परितवदन दन क िलए आयोग िनयकत कर सकगा और ऐस आयोग दवारा अनसरण की जान वाली परिकरया पिरिनि त कर सकगा

(2) सबिधत मतरी पर यक ऐस आयोग क परितवदन को रा यपाल की उसस

1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) आसाम श द का लोप िकया गया 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा परा 14 आसाम रा य म

लाग होन क िलए िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया अथारत -- परा 14 क उप-परा (2) म ldquoरा यपाल की उसस सबिधत िसफािरश क साथrdquo श द का लोप िकया जाएगा

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सबिधत िसफािरश क साथ उस पर 1[रा य की सरकार] दवारा की जान क िलए पर तािवत काररवाई क सबध म प ीकारक जञापन सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखगा

(3) रा यपाल रा य की सरकार क कायर का अपन मितरय म आबटन करत समय अपन मितरय म स एक मतरी को रा य क वशासी िजल और वशासी परदश क क याण का िवशषतया भारसाधक बना सकगा

215 िजला पिरषद और परादिशक पिरषद क काय और सक प का िनपरभाव या िनलिबत िकया जाना ndash (1) यिद रा यपाल का िकसी समय यह समाधान हो जाता ह िक िजला पिरष या परादिशक पिरष क िकसी कायर या सक प स भारत की सरकषा का सकटाप न होना सभा य ह 3[या लोक यव था पर परितकल परभाव पड़ना सभा य ह] तो वह ऐस कायर या सक प को िनपरभाव या िनलिबत कर सकगा और ऐसी काररवाई (िजसक अतगरत पिरष का िनलबन और पिरष म िनिहत या उसक दवारा परयोकत य सभी या िक ही शिकतय को अपन हाथ म ल लना ह) कर सकगा जो वह ऐस कायर को िकए जान या उसक चाल रख जान का अथवा ऐस सक प को परभावी िकए जान का िनवारण करन क िलए आव यक समझ

(2) रा यपाल दवारा इस परा क उप-परा (1) क अधीन िकया गया आदश उसक िलए जो कारण ह उनक सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष यथासभवशीघर रखा जाएगा और यिद वह आदश रा य क िवधान-मडल दवारा परितस त नही कर िदया जाता ह तो वह उस तारीख स िजसको वह इस परकार िकया गया था बारह मास की अविध तक परव बना रहगा

पर त यिद और िजतनी बार ऐस आदश को परव बनाए रखन का अनमोदन करन वाला सक प रा य क िवधान-मडल दवारा पािरत कर िदया जाता ह तो और उतनी बार वह आदश यिद रा यपाल दवारा र नही कर िदया जाता ह तो उस तारीख स िजसको वह इस परा क अधीन अ यथा परवतरन म नही रहता बारह मास की और अविध तक परव बना रहगा

416 िजला पिरष या परादिशक पिरष का िवघटन ndash 1[(1) रा यपाल इस 1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71(i) और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972

स) आसाम सरकार क थान पर परित थािपत 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा परा 15 ितरपरा और िमजोरम

रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया ह -- (क) आरिभक भाग म ldquoरा य क िवधान-मडल दवाराrdquo श द क थान पर ldquoरा यपाल दवाराrdquo श द रख जाएग

(ख) पर तक का लोप िकया जाएगा

3 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-4-1970 स) अतः थािपत

4 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा (16-12-1988 स) परा 16

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अनसची क परा 14 क अधीन िनयकत आयोग की िसफािरश पर लोक अिधसचना दवारा िकसी िजला पिरष या परादिशक पिरष का िवघटन कर सकगा औरndash

(क) िनदश द सकगा िक पिरष क पनगरठन क िलए नया साधारण िनवारचन तर त कराया जाए या

(ख) रा य क िवधान-मडल क पवर अनमोदन स ऐसी पिरष क परािधकार क अधीन आन वाल कषतर का परशासन बारह मास स अनिधक अविध क िलए अपन हाथ म ल सकगा अथवा ऐस कषतर का परशासन ऐस आयोग को िजस उकत परा क अधीन िनयकत िकया गया ह या अ य ऐस िकसी िनकाय को िजस वह उपयकत समझता ह उकत अविध क िलए द सकगा

पर त जब इस परा क खड (क) क अधीन कोई आदश िकया गया ह तब रा यपाल पर गत कषतर क परशासन क सबध म नया साधारण िनवारचन होन पर पिरष क पनगरठन क लिबत रहन तक इस परा क खड (ख) म िनिदर काररवाई कर सकगा

पर त यह और िक यथाि थित िजला पिरष या परादिशक पिरष को रा य क िवधान-मडल क समकष अपन िवचार को रखन का अवसर िदए िबना उस परा क खड (ख) क अधीन कोई काररवाई नही की जाएगी

2[(2) यिद रा यपाल का िकसी समय यह समाधान हो जाता ह िक ऐसी ि थित उ प न हो गई ह िजसम वशासी िजल या वशासी परदश का परशासन इस अनसची क

ितरपरा और िमजोरम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया ह -- (क) उप-परा (1) क खड (ख) म आन वाल ldquoरा य क िवधान-मडल क पवर अनमोदन सrdquo श द और

दसर पर तक का लोप िकया जाएगा (ख) उप-परा (3) क थान पर िन निलिखत उप-परा रखा जाएगा अथारत -- ldquo(3) इस परा क उप-परा (1) या उप-परा (2) क अधीन िकया गया पर यक आदश उसक िलए जो कारण

ह उनक सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखा जाएगा rdquo 1 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) परा 16 का उप-परा (1) क प म पनसरखयािकत िकया गया 2 आसाम पनगरठन (मघालय) अिधिनयम 1969 (1969 का 55) की धारा 74 और चौथी अनसची दवारा (2-

4-1970 स) अतः थािपत

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उपबध क अनसार नही चलाया जा सकता ह तो वह यथाि थित िजला पिरष या परादिशक पिरष म िनिहत या उसक दवारा परयोकत य सभी या कोई क य या शिकतया लोक अिधसचना दवारा छह मास स अनिधक अविध क िलए अपन हाथ म ल सकगा और यह घोषणा कर सकगा िक ऐस क य या शिकतया उकत अविध क दौरान ऐस यिकत या परािधकारी दवारा परयोकत य ह गी िजस वह इस िनिम िविनिदर कर

पर त रा यपाल आरिभक आदश का परवतरन अितिरकत आदश या आदश दवारा एक बार म छह मास स अनिधक अविध क िलए बढ़ा सकगा

(3) इस परा क उप-परा (2) क अधीन िकया गया पर यक आदश उसक िलए जो कारण ह उनक सिहत रा य क िवधान-मडल क समकष रखा जाएगा और वह आदश उस तारीख स िजसको रा य िवधान-मडल उस आदश क िकए जान क प ात परथम बार बठता ह तीस िदन की समाि पर परवतरन म नही रहगा यिद उस अविध की समाि स पहल रा य िवधान-मडल दवारा उसका अनमोदन नही कर िदया जाता ह ]

117 वशासी िजल म िनवारचन-कषतर क बनान म ऐस िजल स कषतर का अपवजरन ndash रा यपाल 2[असम या मघालय 3[या ितरपरा 4[या िमजोरम]] की िवधान सभा] क िनवारचन क परयोजन क िलए आदश दवारा यह घोषणा कर सकगा िक 5[यथाि थित असम या मघालय 3[या ितरपरा 4[या िमजोरम]] रा य म] िकसी वशासी िजल क भीतर का कोई कषतर ऐस िकसी िजल क िलए िवधान सभा म आरिकषत थान या थान को भरन क िलए िकसी िनवारचन-कषतर का भाग नही होगा िक त िवधान सभा म इस परकार आरिकषत न िकए गए ऐस थान या थान को भरन क िलए आदश म िविनिदर िनवारचन-कषतर का भाग होगा

6[18 ]

719 सकरमणकालीन उपबध ndash (1) रा यपाल इस सिवधान क परारभ क प ात

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा परा 17 आसाम रा य को

लाग करन म िन निलिखत पर तक अतः थािपत िकया गया अथारत -- ldquoपर त इस परा की कोई बात बोडोलड परादिशक कषतर िजला को लाग नही होगी rdquo

2 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा (21-1-1972 स) आसाम की िवधान सभा क थान पर परित थािपत

3 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) अतः थािपत 4 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) अतः थािपत 5 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) आसाम की िवधान सभा क थान पर अतः थािपत 6 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा

(21-1-1972 स) परा 18 का लोप िकया गया 7 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा (7-9-2003 स) परा 19

आसाम रा य को लाग करन म िन निलिखत प स सशोिधत िकया गया िजसस उप-परा (3) क प ात िन निलिखत अतः थािपत िकया गया अथारत --

भारत का सिवधान

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यथासभव शीघर इस अनसची क अधीन रा य म पर यक वशासी िजल क िलए िजला पिरष क गठन क िलए काररवाई करगा और जब तक िकसी वशासी िजल क िलए िजला पिरष इस परकार गिठत नही की जाती ह तब तक ऐस िजल का परशासन रा यपाल म िनिहत होगा और ऐस िजल क भीतर क कषतर क परशासन को इस अनसची क पवरगामी उपबध क थान पर िन निलिखत उपबध लाग ह ग अथारत ndash

(क) सस का या उस रा य क िवधान-मडल का कोई अिधिनयम ऐस कषतर को तब तक लाग नही होगा जब तक रा यपाल लोक अिधसचना दवारा इस परकार िनदश नही द दता ह और रा यपाल िकसी अिधिनयम क सबध म ऐसा िनदश दत समय यह िनदश द सकगा िक वह अिधिनयम ऐस कषतर या उसक िकसी िविनिदर भाग को लाग होन म ऐस अपवाद या उपातरण क अधीन रहत हए परभावी होगा जो वह ठीक समझता ह

(ख) रा यपाल ऐस िकसी कषतर की शाित और सशासन क िलए िविनयम बना सकगा और इस परकार बनाए गए िविनयम सस क या उस रा य क िवधान-मडल क िकसी अिधिनयम का या िकसी िवदयमान िविध का जो ऐस कषतर को त समय लाग ह िनरसन या सशोधन कर सकग

(2) रा यपाल दवारा इस परा क उप-परा (1) क खड (क) क अधीन िदया गया कोई िनदश इस परकार िदया जा सकगा िक उसका भतलकषी परभाव हो

(3) इस परा क उप-परा (1) क खड (ख) क अधीन बनाए गए सभी िविनयम रा पित क समकष तर त पर तत िकए जाएग और जब तक वह उन पर अनमित नही द दता ह तब तक उनका कोई परभाव नही होगा

(4) इस अिधिनयम क परारभ क प ात यथाशीघर आसाम म बोडोलड परादिशक कषतर िजल क िलए एक अतिरम कायरपालक पिरष रा यपाल दवारा बोडो आ दोलन क नताओ म स िजनक अतगरत समझौत क जञापन क ह ताकषरकतार भी ह बनाई जाएगी और उसम उस कषतर क गर जनजातीय समदाय को भी पयार परितिनिध व िदया जाएगा

परत अ तिरम पिरष छह मास की अविध क िलए होगी िजसक दौरान पिरष का िनवारचन करान का परयास िकया जाएगा

प ीकरण--इस उप-परा क परयोजन क िलए ldquoसमझौत का जञापनrdquo पद स भारत सरकार आसाम सरकार और बोडो िलबरशन टाइगसर क बीच 10 फरवरी 2003 को ह ताकषिरत जञापन अिभपरत ह

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1[20 जनजाित कषतर ndash (1) नीच दी गई सारणी क भाग 1 भाग 2 2[भाग 2क] और भाग 3 म िविनिदर कषतर करमशः असम रा य मघालय रा य 2[ितरपरा रा य] और िमजोरम 3[रा य] क जनजाित कषतर ह ग

(2) 4[नीच दी गई सारणी क भाग 1 भाग 2 या भाग 3 म] िकसी िजल क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 की धारा 2 क खड (ख) क अधीन िनयत िकए गए िदन स ठीक पहल िवदयमान उस नाम क वशासी िजल म समािव रा यकषतर क परित िनदश ह

पर त इस अनसची क परा 3 क उप-परा (1) क खड (ङ) और खड (च) परा 4 परा 5 परा 6 परा 8 क उप-परा (2) उप-परा (3) क खड (क) खड (ख) और खड (घ) और उप-परा (4) तथा परा 10 क उप-परा (2) क खड (घ) क परयोजन क िलए िशलाग नगरपािलका म समािव कषतर क िकसी भाग क बार म यह नही समझा जाएगा िक वह 5[खासी पहाड़ी िजल] क भीतर ह

2[(3) नीच दी गई सारणी क भाग 2क म ldquoितरपरा जनजाित कषतर िजलाrdquo क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह ितरपरा जनजाित कषतर वशासी िजला पिरष अिधिनयम 1979 की पहली अनसची म िविनिदर जनजाित कषतर म समािव रा यकषतर क परित िनदश ह ]

सारणी भाग 1

1 उ री कछार पहाड़ी िजला

1 पव र कषतर (पनगरठन) अिधिनयम 1971 (1971 का 81) की धारा 71 और आठवी अनसची दवारा (21-

1-1972 स) परा 20 और 20क क थान पर परित थािपत परा 21क को त प ात भारत सघ रा यकषतर (सशोधन) अिधिनयम 1971 (1971 का 83) की धारा 13 दवारा (29-4-1972 स) परित थािपत िकया गया था

2 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) अतः थािपत 3 िमजोरम रा य अिधिनयम 1986 (1986 का 34) की धारा 39 दवारा (20-2-1987 स) सघ रा यकषतर क थान

पर परित थािपत 4 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) परित थािपत 5 मघालय सरकार की अिधसचना स डीसीए 317211 तारीख 14 जन 1973 मघालय का राजपतर भाग 5क

तारीख 23-6-1973 प 200 दवारा परित थािपत

भारत का सिवधान

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2 1[काबीर आगलाग िजला ] 2[3 बोडोलड परादिशक कषतर िजला ]

भाग 2 3[1 खासी पहाड़ी िजला 2 जयितया पहाड़ी िजला ] 3 गारो पहाड़ी िजला

4[भाग 2क ितरपरा जनजाित कषतर िजला ]

भाग 3 5

6[1 चकमा िजला 7[2 मारा िजला 3 लई िजला ]]

8[20क िमजो िजला पिरष का िवघटन ndash (1) इस अनसची म िकसी बात क होत हए भी िविहत तारीख स ठीक पहल िवदयमान िमजो िजल की िजला पिरष (िजस इसम इसक प ात िमजो िजला पिरष कहा गया ह) िवघिटत हो जाएगी और िवदयमान नही रह जाएगी

(2) िमजोरम सघ रा यकषतर का परशासक एक या अिधक आदश दवारा िन निलिखत सभी या िक ही िवषय क िलए उपबध कर सकगा अथारत ndash

(क) िमजो िजला पिरष की आि तय अिधकार और दािय व का

1 आसाम सरकार दवारा तारीख 14-10-1976 की अिधसचना स टीएडीआर 1157447 दवारा िमकीर पहाड़ी िजला

क थान पर परित थािपत 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 2003 (2003 का 44) की धारा 2 दवारा अतः थािपत 3 मघालय सरकार की अिधसचना स डीसीए 317211 तारीख 14 जन 1973 मघालय का राजपतर भाग 5क

तारीख 23-6-1973 प 200 दवारा परित थािपत 4 सिवधान (उनचासवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 4 दवारा (1-4-1985 स) अतः थािपत 5 सघ रा यकषतर शासन (सशोधन) अिधिनयम 1971 (1971 का 83) की धारा 13 दवारा (29-4-1972 स) िमजो

िजला श द का लोप िकया गया 6 िमजोरम का राजपतर 1972 तारीख 5 मई 1972 िज द 1 भाग 2 प 17 म परकािशत िमजोरम िजला पिरष

(परकीणर उपबध) आदश 1972 दवारा (29-4-1972 स) अतः थािपत 7 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा (16-12-1988 स) करम स0

2 और 3 तथा उनस सबिधत परिवि य क थान पर परित थािपत 8 सघ रा यकषतर शासन (सशोधन) अिधिनयम 1971 (1971 का 83) की धारा 13 दवारा (29-4-1972 स) परा 20क

क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(िजनक अतगरत उसक दवारा की गई िकसी सिवदा क अधीन अिधकार और दािय व ह) पणरतः या भागतः सघ को या िकसी अ य परािधकारी को अतरण

(ख) िक ही ऐसी िविधक कायरवािहय म िजनम िमजो िजला पिरष एक पकषकार ह िमजो िजला पिरष क थान पर सघ का या िकसी अ य परािधकारी का पकषकार क प म रखा जाना अथवा सघ का या िकसी अ य परािधकारी का पकषकार क प म जोड़ा जाना

(ग) िमजो िजला पिरष क िक ही कमरचािरय का सघ को या िकसी अ य परािधकारी को अथवा उसक दवारा अतरण या पनिनरयोजन ऐस अतरण या पनिनरयोजन क प ात उन कमरचािरय को लाग होन वाल सवा क िनबधन और शत

(घ) िमजो िजला पिरष दवारा बनाई गई और उसक िवघटन स ठीक पहल परव िक ही िविधय का ऐस अनकलन और उपातरण क चाह व िनरसन क प म ह या सशोधन क प म अधीन रहत हए जो परशासक दवारा इस िनिम

िकए जाए तब तक परव बना रहना जब तक िकसी सकषम िवधान-मडल दवारा या अ य सकषम परािधकारी दवारा ऐसी िविधय म पिरवतरन िनरसन या सशोधन नही कर िदया जाता ह

(ङ) ऐस आनषिगक पािरणािमक और अनपरक िवषय जो परशासक आव यक समझ प ीकरण ndash इस परा म और इस अनसची क परा 20ख म ldquoिविहत तारीखrdquo पद

स वह तारीख अिभपरत ह िजसको िमजोरम सघ रा यकषतर की िवधान सभा का सघ रा यकषतर शासन अिधिनयम 1963 क उपबध क अधीन और उनक अनसार स यक प स गठन होता ह

20ख िमजोरम सघ रा यकषतर म वशासी परदश का वशासी िजल होना और उसक पािरणािमक सकरमणकालीन उपबध ndash (1) इस अनसची म िकसी बात क होत हए भीndash

(क) िमजोरम सघ रा यकषतर म िविहत तारीख स ठीक पहल िवदयमान पर यक वशासी परदश उस तारीख को और स उस सघ रा यकषतर का वशासी िजला (िजस इसम इसक प ात त थानी नया िजला कहा गया ह) हो जाएगा और उसका परशासक एक या अिधक आदश दवारा िनदश द सकगा िक इस अनसची क परा 20 म (िजसक अतगरत उस परा स सलगन सारणी का भाग 3 ह) ऐस पािरणािमक सशोधन िकए जाएग जो इस खड क उपबध को परभावी करन क िलए आव यक ह और तब उकत परा और उकत भाग 3 क बार म यह समझा जाएगा िक उनका तदनसार सशोधन कर िदया गया ह

(ख) िमजोरम सघ रा यकषतर म िविहत तारीख स ठीक पहल िवदयमान वशासी परदश की पर यक परादिशक पिरष (िजस इसम इसक प ात िवदयमान परादिशक पिरष कहा गया ह) उस तारीख को और स और जब तक त थानी नए

भारत का सिवधान

305

िजल क िलए पिरष का स यक प स गठन नही होता ह तब तक उस िजल की िजला पिरष (िजस इसम इसक प ात त थानी नई िजला पिरष कहा गया ह) समझी जाएगी

(2) िवदयमान परादिशक पिरष का पर यक िनवारिचत या नामिनदिशत सद य त थानी नई िजला पिरष क िलए यथाि थित िनवारिचत या नामिनदिशत समझा जाएगा और तब तक पद धारण करगा जब तक इस अनसची क अधीन त थानी नए िजल क िलए िजला पिरष का स यक प स गठन नही होता ह

(3) जब तक त थानी नई िजला पिरष दवारा इस अनसची क परा 2 क उप-परा (7) और परा 4 क उप-परा (4) क अधीन िनयम नही बनाए जात ह तब तक िवदयमान परादिशक पिरष दवारा उकत उपबध क अधीन बनाए गए िनयम जो िविहत तारीख स ठीक पहल परव ह त थानी नई िजला पिरष क सबध म ऐस अनकलन और उपातरण क अधीन रहत हए परभावी ह ग जो िमजोरम सघ रा यकषतर क परशासक दवारा उनम िकए जाए

(4) िमजोरम सघ रा यकषतर का परशासक एक या अिधक आदश दवारा िन निलिखत सभी या िक ही िवषय क िलए उपबध कर सकगा अथारत ndash

(क) िवदयमान परादिशक पिरष की आि तय अिधकार और दािय व का (िजनक अतगरत उसक दवारा की गई िकसी सिवदा क अधीन अिधकार और दािय व ह) पणरतः या भागतः त थानी नई िजला पिरष को अतरण

(ख) िक ही ऐसी िविधक कायरवािहय म िजनम िवदयमान परादिशक पिरष एक पकषकार ह िवदयमान परादिशक पिरष क थान पर त थानी नई िजला पिरष का पकषकार क प म रखा जाना

(ग) िवदयमान परादिशक पिरष क िक ही कमरचािरय का त थानी नई िजला पिरष को अथवा उसक दवारा अतरण या पनिनरयोजन ऐस अतरण या पनिनरयोजन क प ात उन कमरचािरय को लाग होन वाल सवा क िनबधन और शत

(घ) िवदयमान परादिशक पिरष दवारा बनाई गई और िविहत तारीख स ठीक पहल परव िक ही िविधय का ऐस अनकलन और उपातरण क चाह व िनरसन क प म ह या सशोधन क प म अधीन रहत हए जो परशासक दवारा इस

भारत का सिवधान

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िनिम िकए जाए तब तक परव बना रहना जब तक सकषम िवधान-मडल दवारा या अ य सकषम परािधकारी दवारा ऐसी िविधय म पिरवतरन िनरसन या सशोधन नही कर िदया जाता ह

(ङ) ऐस आनषिगक पािरणािमक और अनपरक िवषय जो परशासक आव यक समझ 1[20खक रा यपाल दवारा अपन क य क िनवरहन म वविकक शिकतय का परयोग -

- रा यपाल इस अनसची क परा 1 क उप-परा (2) और उप-परा (3) परा 2 क उप-परा (1) उप-परा (6) उप-परा (6क) क पहल पर तक को छोड़कर और उप-परा (7) परा 3 क उप-परा (3) परा 4 क उप-परा (4) परा 5 परा 6 क उप-परा (1) परा 7 क उप-परा (2) परा 8 क उप-परा (4) परा 9 क उप-परा (3) परा 10 क उप-परा (3) परा 14 क उप-परा (1) परा 15 क उप-परा (1) और परा 16 क उप-परा (1) और उप-परा (2) क अधीन अपन क य क िनवरहन म मितर-पिरष और यथाि थित उ री कछार पहाड़ी वशासी पिरष या काबीर आगलाग पहाड़ी वशासी पिरष स परामशर करन क प ात ऐसी काररवाई करगा जो वह विववकानसार आव यक मानता ह ]

2[20खख रा यपाल दवारा अपन क य क िनवरहन म वविकक शिकतय का परयोग -- रा यपाल इस अनसची क परा 1 क उप-परा (2) और उप-परा (3) परा 2 क उप-परा (1) और उप-परा (7) परा 3 का उप-परा (3) परा 4 का उप-परा (4) परा 5 परा 6 का उप-परा (1) परा 7 का उप-परा (2) परा 9 का उप-परा (3) परा 14 का उप-परा (1) परा 15 का उप-परा (1) और परा 16 का उप-परा (1) और उप-परा (2) क अधीन अपन क य क िनवरहन म मितर-पिरष स और यिद वह आव यक समझ तो सबिधत िजला पिरष या परादिशक पिरष स परामशर करन क प ात ऐसी काररवाई करगा जो वह विववकानसार आव यक समझ ]

20ग िनवरचन ndash इस िनिम बनाए गए िकसी उपबध क अधीन रहत हए इस अनसची क उपबध िमजोरम सघ रा यकषतर को उनक लाग होन म इस परकार परभावी ह ग ndash

1 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1995 (1995 का 42) की धारा 2 दवारा (12-9-1995 स) आसाम म

लाग होन क िलए परा 20खक अतः थािपत िकया गया 2 सिवधान छठी अनसची (सशोधन) अिधिनयम 1988 (1988 का 67) की धारा 2 दवारा (16-12-1988 स) ितरपरा

और िमजोरम रा य को लाग करन म परा 20ख क प ात िन निलिखत परा अतः थािपत िकया गया

भारत का सिवधान

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(1) मानो रा य क रा यपाल और रा य की सरकार क परित िनदश अन छद 239 क अधीन िनयकत सघ रा यकषतर क परशासक क परित िनदश ह (ldquoरा य की सरकारrdquo पद क िसवाय) रा य क परित िनदश िमजोरम सघ रा यकषतर क परित िनदश ह और रा य िवधान-मडल क परित िनदश िमजोरम सघ रा यकषतर की िवधान सभा क परित िनदश ह

(2) मानोndash (क) परा 4 क उप-परा (5) म सबिधत रा य की सरकार स

परामशर करन क उपबध का लोप कर िदया गया हो (ख) परा 6 क उप-परा (2) म ldquoिजस पर रा य की कायरपािलका

शिकत का िव तार हrdquo श द क थान पर ldquoिजसक सबध म िमजोरम सघ रा यकषतर की िवधान सभा को िविधया बनान की शिकत हrdquo श द रख िदए गए ह

(ग) परा 13 म ldquoअन छद 202 क अधीनrdquo श द और अक का लोप कर िदया गया हो

21 अनसची का सशोधन ndash (1) सस समय-समय पर िविध दवारा इस अनसची क उपबध म स िकसी का पिरवधरन पिरवतरन या िनरसन क प म सशोधन कर सकगी और जब अनसची का इस परकार सशोधन िकया जाता ह तब इस सिवधान म इस अनसची क परित िकसी िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह इस परकार सशोिधत ऐसी अनसची क परित िनदश ह

(2) ऐसी कोई िविध जो इस परा क उप-परा (1) म उि लिखत ह इस सिवधान क अन छद 368 क परयोजन क िलए इस सिवधान का सशोधन नही समझी जाएगी

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सातवी अनसची (अऩ छद 246)

सची 1 ndash सघ सची 1 भारत की और उसक पर यक भाग की रकषा िजसक अतगरत रकषा क िलए

तयारी और ऐस सभी कायर ह जो यदध क समय यदध क सचालन और उसकी समाि क प ात परभावी स यिवयोजन म सहायक ह

2 नौसना सना और वायसना सघ क अ य सश बल 1[2क सघ क िकसी सश बल या सघ क िनयतरण क अधीन िकसी अ य बल

का या उसकी िकसी टकड़ी या यिनट का िकसी रा य म िसिवल शिकत की सहायता म अिभिनयोजन ऐस अिभिनयोजन क समय ऐस बल क सद य की शिकतया अिधकािरता िवशषािधकार और दािय व ]

3 छावनी कषतर का पिरसीमन ऐस कषतर म थानीय वशासन ऐस कषतर क भीतर छावनी परािधकािरय का गठन और उनकी शिकतया तथा ऐस कषतर म गह वास-सिवधा का िविनयमन (िजसक अतगरत भाटक का िनयतरण ह)

4 नौसना सना और वायसना सकमर 5 आयध अग यायध गोलाबा द और िव फोटक 6 परमाण ऊजार और उसक उ पादन क िलए आव यक खिनज सपि ोत 7 सस दवारा िविध दवारा रकषा क परयोजन क िलए या यदध क सचालन क िलए

आव यक घोिषत िकए गए उदयोग 8 क दरीय आसचना और अ वषण यरो 9 रकषा िवदश कायर या भारत की सरकषा सबधी कारण स िनवारक िनरोध इस

परकार िनरोध म रख गए यिकत 10 िवदश कायर सभी िवषय िजनक दवारा सघ का िकसी िवदश स सबध होता ह

11 राजनियक क सलीय और यापािरक परितिनिध व 12 सयकत रा सघ 13 अतररा ीय स मलन सगम और अ य िनकाय म भाग लना और उनम

िकए गए िविन य का कायार वयन 14 िवदश स सिध और करार करना और िवदश स की गई सिधय करार और

अिभसमय का कायार वयन

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

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15 यदध और शाित

16 वदिशक अिधकािरता 17 नागिरकता दशीयकरण और अ यदशीय 18 पर यपरण 19 भारत म परवश और उसम स उ परवास और िन कासन पासपोटर और वीजा 20 भारत स बाहर क थान की तीथरयातराए 21 खल समदर या आकाश म की गई द यता और अपराध थल या खल समदर

या आकाश म रा की िविध क िव दध िकए गए अपराध 22 रल 23 ऐस राजमागर िज ह सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन रा ीय

राजमागर घोिषत िकया गया ह 24 यतर नोिदत जलयान क सबध म ऐस अतदशीय जलमाग पर पोत पिरवहन

और नौ पिरवहन जो सस दवारा िविध दवारा रा ीय जलमागर घोिषत िकए गए ह ऐस जलमाग पर मागर का िनयम

25समदरी पोत पिरवहन और नौ पिरवहन िजसक अतगरत वारीय जल म पोत- पिरवहन और नौ पिरवहन ह वािणि यक समदरी बड़ क िलए िशकषा और परिशकषण की यव था तथा रा य और अ य अिभकरण दवारा दी जान वाली ऐसी िशकषा और परिशकषण का िविनयमन

26 परकाश तभ िजनक अतगरत परकाशपोत बीकन तथा पोत पिरवहन और वाययान की सरकषा क िलए अ य यव था ह

27 ऐस प न िज ह सस दवारा बनाई गई िविध या िवदयमान िविध दवारा या उसक अधीन महाप न घोिषत िकया जाता ह िजसक अतगरत उनका पिरसीमन और उनम प न परािधकािरय का गठन और उनकी शिकतया ह

28 प न करतीन िजसक अतगरत उसस सबदध अ पताल ह नािवक और समदरीय अ पताल

29 वायमागर वाययान और िवमान चालन िवमानकषतर की यव था िवमान यातायात और िवमानकषतर का िविनयमन और सगठन वमािनक िशकषा और परिशकषण क िलए यव था तथा रा य और अ य अिभकरण दवारा दी जान वाली ऐसी िशकषा और परिशकषण का िविनयमन

30 रल समदर या वाय मागर दवारा अथवा यतर नोिदत जलयान म रा ीय जलमाग दवारा याितरय और माल का वहन

भारत का सिवधान

310

31 डाक-तार टलीफोन बतार परसारण और वस ही अ य सचार साधन

32 सघ की सपि और उसस राज व िकत िकसी 1 रा य म ि थत सपि क सबध म वहा तक क िसवाय जहा तक सस िविध दवारा अ यथा उपबध कर उस रा य क िवधान क अधीन रहत हए

233 34 दशी रा य क शासक की सपदा क िलए परितपा य अिधकरण 35 सघ का लोक ऋण 36 करसी िसकका िनमारण और वध िनिवदा िवदशी मदरा 37 िवदशी ऋण 38 भारतीय िरजवर बक 39 डाकघर बचत बक 40 भारत सरकार या िकसी रा य की सरकार दवारा सचािलत लाटरी 41 िवदश क साथ यापार और वािण य सीमाश क सीमात क आर-पार

आयात और िनयारत सीमाश क सीमात का पिरिन य 42 अतरराि यक यापार और वािण य 43 यापार िनगम का िजनक अतगरत बककारी बीमा और िव ीय िनगम ह

िकत सहकारी सोसाइटी नही ह िनगमन िविनयमन और पिरसमापन 44 िव िवदयालय को छोड़कर ऐस िनगम का चाह व यापार िनगम ह या

नही िजनक उ य एक रा य तक सीिमत नही ह िनगमन िविनयमन और पिरसमापन

45 बककारी 46 िविनमय-पतर चक बचत पतर और वसी ही अ य िलखत 47 बीमा 48 टाक एकसचज और वायदा बाजार 49 पटट आिव कार और िडजाइन परितिल यिधकार यापार िच और प य

व त िच

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) पहली अनसची

या भाग क या भाग ख म िविनिदर श द और अकषर का लोप िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 26 दवारा परिवि 33 का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

311

50 बाट और माप क मानक िनयत करना

51 भारत स बाहर िनयारत िकए जान वाल या एक रा य स दसर रा य को पिरवहन िकए जान वाल माल की कवािलटी क मानक िनयत करना

52 व उदयोग िजनक सबध म सस न िविध दवारा घोषणा की ह िक उन पर सघ का िनयतरण लोकिहत म समीचीन ह

53 तलकषतर और खिनज तल सपि ोत का िविनयमन और िवकास पटरोिलयम और पटरोिलयम उ पाद अ य दरव और पदाथर िजनक िवषय म सस न िविध दवारा घोषणा की ह िक व खतरनाक प स वलनशील ह

54 उस सीमा तक खान का िविनयमन और खिनज का िवकास िजस तक सघ क िनयतरण क अधीन ऐस िविनयमन और िवकास को सस िविध दवारा लोक िहत म समीचीन घोिषत कर

55 खान और तलकषतर म म और सरकषा का िविनयमन 56 उस सीमा तक अतरराि यक निदय और नदी दन का िविनयमन और

िवकास िजस तक सघ क िनयतरण क अधीन ऐस िविनयमन और िवकास को सस िविध दवारा लोकिहत म समीचीन घोिषत कर

57 रा यकषतरीय सागरखड स पर मछली पकड़ना और मीन कषतर 58 सघ क अिभकरण दवारा नमक का िविनमारण परदाय और िवतरण अ य

अिभकरण दवारा िकए गए नमक क िविनमारण परदाय और िवतरण का िविनयमन और िनयतरण

59 अफीम की खती उसका िविनमारण और िनयारत क िलए िवकरय 60 परदशरन क िलए चलिचतर िफ म की मजरी 61 सघ क कमरचािरय स सबिधत औदयोिगक िववाद 62 इस सिवधान क परारभ पर रा ीय प तकालय भारतीय सगरहालय इपीिरयल

यदध सगरहालय िवकटोिरया मारक और भारतीय यदध मारक नाम स जञात स थाए और भारत सरकार दवारा पणरतः या भागतः िव पोिषत और सस दवारा िविध दवारा रा ीय मह व की घोिषत वसी ही कोई अ य स था

63 इस सिवधान क परारभ पर काशी िह द िव िवदयालय अलीगढ़ मि लम िव िवदयालय और 1[िद ली िव िवदयालय] नाम स जञात स थाए 1[अन छद 371ङ क अनसरण म थािपत िव िवदयालय ] सस दवारा िविध दवारा रा ीय मह व की घोिषत कोई अ य स था

1 सिवधान (ब ीसवा सशोधन) अिधिनयम 1973 की धारा 4 दवारा (1-7-1974 स) िद ली िव िवदयालय और क

थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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64 भारत सरकार दवारा पणरतः या भागतः िव पोिषत और सस दवारा िविध

दवारा रा ीय मह व की घोिषत वजञािनक या तकनीकी िशकषा स थाए 65 सघ क अिभकरण और स थाए जोndash

(क) वि क यावसाियक या तकनीकी परिशकषण क िलए ह िजसक अतगरत पिलस अिधकािरय का परिशकषण ह या

(ख) िवशष अ ययन या अनसधान की अिभविदध क िलए ह या (ग) अपराध क अ वषण या पता चलान म वजञािनक या तकनीकी

सहायता क िलए ह 66 उ चतर िशकषा या अनसधान स थाओ म तथा वजञािनक और तकनीकी

स थाओ म मानक का सम वय और अवधारण 67 1[सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन] रा ीय मह व क

1[घोिषत] पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख तथा परात वीय थल और अवशष

68 भारतीय सवकषण भारतीय भ-वजञािनक वन पित िवजञान पराणी िवजञान और मानव शा सवकषण मौसम िवजञान सगठन

69 जनगणना 70 सघ लोक सवाए अिखल भारतीय सवाए सघ लोक सवा आयोग 71 सघ की पशन अथारत भारत सरकार दवारा या भारत की सिचत िनिध म स

सदय पशन 72 सस क िलए रा य क िवधान-मडल क िलए तथा रा पित और उपरा पित

क पद क िलए िनवारचन िनवारचन आयोग 73 सस सद य क रा य सभा क सभापित और उपसभापित क तथा लोक

सभा क अ यकष और उपा यकष क वतन और भ 74 सस क पर यक सदन की और पर यक सदन क सद य और सिमितय की

शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया सस की सिमितय या सस दवारा िनयकत आयोग क समकष सा य दन या द तावज पश करन क िलए यिकतय को हािजर कराना

75 रा पित और रा यपाल की उपलि धया भ िवशषािधकार और अनपि थित छटटी क सबध म अिधकार सघ क मितरय क वतन और भ िनयतरक-महालखापरीकषक क वतन भ और अनपि थित छटटी क सबध म अिधकार और सवा की अ य शत

1 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 27 दवारा सस दवारा िविध दवारा घोिषत क थान पर (1-

11-1956 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

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76 सघ क और रा य क लखाओ की सपरीकषा

77 उ चतम यायालय का गठन सगठन अिधकािरता और शिकतया (िजनक अतगरत उस यायालय का अवमान ह) और उसम ली जान वाली फीस उ चतम यायालय क समकष िविध- यवसाय करन क हकदार यिकत

78 उ च यायालय क अिधकािरय और सवक क बार म उपबध को छोड़कर उ च यायालय का गठन और सगठन 1[(िजसक अतगरत दीघारवकाश ह)] उ च यायालय क समकष िविध- यवसाय करन क हकदार यिकत

2[79 िकसी उ च यायालय की अिधकािरता का िकसी सघ रा यकषतर पर िव तारण और उसस अपवजरन ]

80 िकसी रा य क पिलस बल क सद य की शिकतय और अिधकािरता का उस रा य स बाहर िकसी कषतर पर िव तारण िक त इस परकार नही िक एक रा य की पिलस उस रा य स बाहर िकसी कषतर म उस रा य की सरकार की सहमित क िबना िजसम ऐसा कषतर ि थत ह शिकतय और अिधकािरता का परयोग करन म समथर हो सक िकसी रा य क पिलस बल क सद य की शिकतय और अिधकािरता का उस रा य स बाहर रल कषतर पर िव तारण

81 अतरराि यक पर जन अतरराि यक करतीन 82 किष-आय स िभ न आय पर कर 83 सीमाश क िजसक अतगरत िनयारत श क ह 3[84 भारत म िविनिमरत या उ पािदत िन निलिखत माल पर उ पाद-श क--

(क) अपिर कत पटरोिलयम (ख) उ च गित डीजल (ग) मोटर ि पिरट (सामा य प स पटरोल क प म जञात) (घ) पराकितक गस (ङ) िवमानन टबारइन ईधन और (च) तबाक और तबाक उ पाद ]

85 िनगम कर 1 सिवधान (पदरहवा सशोधन) अिधिनयम 1963 की धारा 12 दवारा (भतलकषी परभाव स) अतः थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 29 और अनसची दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत 3 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(क)(ii) दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

314

86 यि य और कपिनय की आि तय क िजनक अतगरत किष भिम नही

ह पजी म य पर कर कपिनय की पजी पर कर 87 किष भिम स िभ न सपि क सबध म सपदा श क 88 किष भिम स िभ न सपि क उ रािधकार क सबध म श क 89 रल समदर या वायमागर दवारा ल जाए जान वाल माल या याितरय पर सीमा

कर रल भाड़ और माल भाड़ पर कर 90 टाक एकसचज और वायदा बाजार क स यवहार पर टाप-श क स िभ न

कर 91 िविनमय-पतर चक वचनपतर वहनपतर पर ययपतर बीमा पािलिसय शयर

क अतरण िडबचर परोिकषय और पराि य क सबध म टाप-श क की दर 1[92 ] 2[92क समाचारपतर स िभ न माल क करय या िवकरय पर उस दशा म कर

िजसम ऐसा करय या िवकरय अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह ] 3[92ख माल क परषण पर (चाह परषण उसक करन वाल यिकत को या िकसी

अ य यिकत को िकया गया ह) उस दशा म कर िजसम ऐसा परषण अतरराि यक यापार या वािण य क दौरान होता ह ]

4[92ग ] 93 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय स सबिधत िविधय क िव दध अपराध

94 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क परयोजन क िलए जाच सवकषण

और आकड़ 95 उ चतम यायालय स िभ न सभी यायालय की इस सची क िवषय म स

िकसी िवषय क सबध म अिधकािरता और शिकतया नाविधकरण िवषयक अिधकािरता 96 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म फीस िक त इसक

अतगरत िकसी यायालय म ली जान वाली फीस नही ह 97 कोई अ य िवषय जो सची 2 या सची 3 म परगिणत नही ह और िजसक

अतगरत कोई ऐसा कर ह जो उन सिचय म स िकसी सची म उि लिखत नही ह

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(क)(ii) दवारा (16-9-2016 स) परिवि 92 का

लोप िकया गया 2 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 2 दवारा (11-9-1956 स) अतः थािपत 3 सिवधान (िछयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1982 की धारा 5 दवारा (2-2-1983 स) अतः थािपत 4 परिवि 92ग सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 4 दवारा (जो परव नही हई) अतः थािपत की

गई थी उसका सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(क)(ii) दवारा (16-9-2016 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

315

सची 2 ndash रा य सची

1 लोक यव था (िकत इसक अतगरत िसिवल शिकत की सहायता क िलए 1[नौसना सना या वाय सना या सघ क िकसी अ य सश बल का या सघ क िनयतरण क अधीन िकसी अ य बल का या उसकी िकसी टकड़ी या यिनट का परयोग] नही ह)

2[2 सची 1 की परिवि 2क क उपबध क अधीन रहत हए पिलस (िजसक अतगरत रल और गराम पिलस ह)]

3 3 उ च यायालय क अिधकारी और सवक भाटक और राज व यायालय की परिकरया उ चतम यायालय स िभ न सभी यायालय म ली जान वाली फीस

4 कारागार सधारालय बौ टरल स थाए और उसी परकार की अ य स थाए और उनम िन दध यिकत कारागार और अ य स थाओ क उपयोग क िलए अ य रा य स ठहराव

5 थानीय शासन अथारत नगर िनगम सधार यास िजला बोड खनन-ब ती परािधकािरय और थानीय वशासन या गराम परशासन क परयोजन क िलए अ य थानीय परािधकािरय का गठन और शिकतया

6 लोक वा य और व छता अ पताल और औषधालय 7 भारत स बाहर क थान की तीथरयातराओ स िभ न तीथरयातराए 8 मादक िलकर अथारत मादक िलकर का उ पादन िविनमारण क जा पिरवहन

करय और िवकरय 9 िनःशकत और िनयोजन क िलए अयोगय यिकतय की सहायता 10 शव गाड़ना और किबर तान शव-दाह और मशान 411 12 रा य दवारा िनयितरत या िव पोिषत प तकालय सगरहालय या वसी ही अ य

स थाए 5[सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन] रा ीय मह व क 5[घोिषत] िकए गए पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख स िभ न पराचीन और ऐितहािसक स मारक और अिभलख

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा कितपय श द क थान पर (3-1-1977 स)

परित थािपत 2 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा परिवि 2 क थान पर (3-1-1977 स)

परित थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) कितपय श द का लोप िकया

गया 4 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) परिवि 11 का लोप िकया

गया 5 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 27 दवारा (1-11-1956 स) सस दवारा िविध दवारा घोिषत

परित थािपत

भारत का सिवधान

316

13 सचार अथारत सड़क पल फरी और अ य सचार साधन जो सची 1 म

िविनिदर नही ह नगरपािलक टराम र जमागर अतदशीय जलमाग क सबध म सची 1 और सची 3 क उपबध क अधीन रहत हए अतदशीय जलमागर और उन पर यातायात यतर-नोिदत यान स िभ न यान

14 किष िजसक अतगरत किष िशकषा और अनसधान नाशक जीव स सरकषण और पादप रोग का िनवारण ह

15 पशधन का पिररकषण सरकषण और सधार तथा जीवजतओ क रोग का िनवारण पशिचिक सा परिशकषण और यवसाय

16 काजी हाउस और पश अितचार का िनवारण 17 सची 1 की परिवि 56 क उपबध क अधीन रहत हए जल अथारत जल

परदाय िसचाई और नहर जल िनकास और तटबध जल भडारकरण और जल शिकत 18 भिम अथारत भिम म या उस पर अिधकार भधित िजसक अतगरत भ वामी

और अिभधारी का सबध ह और भाटक का सगरहण किष भिम का अतरण और अ य सकरामण भिम िवकास और किष उधार उपिनवशन

1[19 20 ] 21 मि यकी 22 सची 1 की परिवि 34 क उपबध क अधीन रहत हए परितपा य-अिधकरण

िव लगिमत और ककर की गई सपदा 23 सघ क िनयतरण क अधीन िविनयमन और िवकास क सबध म सची 1 क

उपबध क अधीन रहत हए खान का िविनयमन और खिनज िवकास 24 सची 1 की 2[परिवि 7 और परिवि 52] क उपबध क अधीन रहत हए उदयोग

25 गस और गस-सकमर 26 सची 3 की परिवि 33 क उपबध क अधीन रहत हए रा य क भीतर

यापार और वािण य 27 सची 3 की परिवि 33 क उपबध क अधीन रहत हए माल का उ पादन

परदाय और िवतरण 1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) परिवि 19 और 20 का लोप

िकया गया 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 28 दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

317

28 बाजार और मल

129 30 साहकारी और साहकार किष ऋिणता स मिकत 31 पाथशाला और पाथशालापाल 32 ऐस िनगम का जो सची 1 म िविनिदर िनगम स िभ न ह और

िव िवदयालय का िनगमन िविनयमन और पिरसमापन अिनगिमत यापािरक सािहि यक वजञािनक धािमरक और अ य सोसाइिटया और सगम सहकारी सोसाइिटया

33 नाटय़शाला और ना यपरदशरन सची 1 की परिवि 60 क उपबध क अधीन रहत हए िसनमा खलकद मनोरजन और आमोद

34 दाव और दयत 35 रा य म िनिहत या उसक क ज क सकमर भिम और भवन 236 37 सस दवारा बनाई गई िकसी िविध क उपबध क अधीन रहत हए रा य क

िवधान-मडल क िलए िनवारचन 38 रा य क िवधान-मडल क सद य क िवधान सभा क अ यकष और उपा यकष

क और यिद िवधान पिरष ह तो उसक सभापित और उपसभापित क वतन और भ 39 िवधान सभा की और उसक सद य और सिमितय की तथा यिद िवधान

पिरष ह तो उस िवधान पिरष की और उसक सद य और सिमितय की शिकतया िवशषािधकार और उ मिकतया रा य क िवधान-मडल की सिमितय क समकष सा य दन या द तावज पश करन क िलए यिकतय को हािजर कराना

40 रा य क मितरय क वतन और भ 41 रा य लोक सवाए रा य लोक सवा आयोग 42 रा य की पशन अथारत रा य दवारा या रा य की सिचत िनिध म स सदय

पशन 43 रा य का लोक ऋण 44 िनखात िनिध

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) परिवि 29 का लोप िकया गया

2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 26 दवारा (1-11-1956 स) परिवि 36 का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

318

45 भ-राज व िजसक अतगरत राज व का िनधाररण और सगरहण भ-अिभलख रखना

राज व क परयोजन क िलए और अिधकार क अिभलख क िलए सवकषण और राज व का अ य सकरामण ह

46 किष आय पर कर 47 किष भिम क उ रािधकार क सबध म श क 48 किष भिम क सबध म सपदा-श क 49 भिम और भवन पर कर 50 सस दवारा िविध दवारा खिनज िवकास क सबध म अिधरोिपत िनबर धन क

अधीन रहत हए खिनज सबधी अिधकार पर कर 51 रा य म िविनिमरत या उ पािदत िन निलिखत माल पर उ पाद-श क और

भारत म अ यतर िविनिमरत या उ पािदत वस ही माल पर उसी दर या िन नतर दर स परितश कndash

(क) मानवीय उपभोग क िलए ऐ कोहाली िलकर (ख) अफीम इिडयन हप और अ य वापक ओषिधया तथा वापक

पदाथर िक त िजसक अतगरत ऐसी ओषिधया और परसाधन िनिमरितया नही ह िजनम ऐ कोहाल या इस परिवि क उपपरा (ख) का कोई पदाथर अतिवर ह

1[52 ] 53 िवदयत क उपभोग या िवकरय पर कर 2[54 अपिर कत पटरोिलयम उ च गित डीजल मोटर ि पिरट (सामा य प स

पटरोल क प म जञात) पराकितक गस िवमानन टबारइन ईधन और मानवीय उपभोग क िलए ए कोहाली िलकर क िवकरय पर कर िकत इसक अतगरत ऐस माल का अ तरराि यक यापार या वािण य क अनकरम म िवकरय या अ तररा ीय यापार या वािण य क दौरान िवकरय नही आता ह ]

3[55 ] 56 सड़क या अ तदशीय जलमाग दवारा ल जाए जान वाल माल और याितरय पर

कर

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(ख)(i) दवारा (16-9-2016 स) परिवि 52 का लोप

िकया गया 2 सिवधान (छठा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 2 दवारा (11-9-1956 स) परित थािपत तथा पनः सिवधान

(एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(ख)(iii) दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत 3 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-2-1977 स) अतः थािपत और सिवधान

(एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(ख)(iii) दवारा (16-9-2016 स) लोप िकया गया

भारत का सिवधान

319

57 सची 3 की परिवि 35 क उपबध क अधीन रहत हए सड़क पर उपयोग

क योगय यान पर कर चाह व यतर नोिदत ह या नही िजनक अतगरत टरामकार ह 58 जीवजतओ और नौकाओ पर कर 59 पथकर 60 वि य यापार आजीिवकाओ और िनयोजन पर कर 61 परित यिकत कर 1[62 मनोरजन और आमोद-परमोद पर उस सीमा तक कर जो िकसी पचायत या

िकसी नगरपािलका या िकसी परादिशक पिरष या िकसी िजला पिरष दवारा उदगहीत और सगहीत िकया जाए ]

63 टाप-श क की दर क सबध म सची 1 क उपबध म िविनिदर द तावज स िभ न द तावज क सबध म टाप-श क की दर

64 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय स सबिधत िविधय क िव दध अपराध

65 उ चतम यायालय स िभ न सभी यायालय की इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म अिधकािरता और शिकतया

66 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म फीस िक त इसक अतगरत िकसी यायालय म ली जान वाली फीस नही ह

सची 3 ndash समवतीर सची 1 दड िविध िजसक अतगरत ऐस सभी िवषय ह जो इस सिवधान क परारभ पर

भारतीय दड सिहता क अतगरत आत ह िक त इसक अतगरत सची 1 या सची 2 म िविनिदर िवषय म स िकसी िवषय स सबिधत िविधय क िव दध अपराध और िसिवल शिकत की सहायता क िलए नौसना सना या वायसना अथवा सघ क िकसी अ य सश बल का परयोग नही ह

2 दड परिकरया िजसक अतगरत ऐस सभी िवषय ह जो इस सिवधान क परारभ पर दड परिकरया सिहता क अतगरत ह

3 िकसी रा य की सरकषा लोक यव था बनाए रखन या समदाय क िलए आव यक परदाय और सवाओ को बनाए रखन सबधी कारण स िनवारक िनरोध इस परकार िनरोध म रख गए यिकत

4 बिदय अिभयकत यिकतय और इस सची की परिवि 3 म िविनिदर कारण स िनवारक िनरोध म रख गए यिकतय का एक रा य स दसर रा य को हटाया जाना

1 सिवधान (एक सौ एकवा सशोधन) अिधिनयम 2016 की धारा 17(ख)(iv) दवारा (16-9-2016 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

320

5 िववाह और िववाह-िव छद िशश और अवय क द क- गरहण िवल िनवरसीयतता

और उ रािधकार अिवभकत कट ब और िवभाजन व सभी िवषय िजनक सबध म याियक कायरवािहय म पकषकार इस सिवधान क परारभ स ठीक पहल अपनी वीय िविध क अधीन थ

6 किष भिम स िभ न सपि का अतरण िवलख और द तावज का रिज टरीकरण

7 सिवदाए िजनक अतगरत भागीदारी अिभकरण वहन की सिवदाए और अ य िवशष परकार की सिवदाए ह िक त किष भिम सबधी सिवदाए नही ह

8 अनयो य दोष 9 शोधन अकषमता और िदवाला 10 यास और यासी 11 महापरशासक और शासकीय यासी 1[11क याय परशासन उ चतम यायालय और उ च यायालय स िभ न सभी

यायालय का गठन और सगठन ] 12 सा य और शपथ िविधय लोक काय और अिभलख और याियक

कायरवािहय को मा यता 13 िसिवल परिकरया िजसक अतगरत ऐस सभी िवषय ह जो इस सिवधान क परारभ

पर िसिवल परिकरया सिहता क अतगरत आत ह पिरसीमा और मा य थम 14 यायालय का अवमान िक त इसक अतगरत उ चतम यायालय का अवमान

नही ह 15 आिहडन यायावरी और पर ाजी जनजाितया 16 पागलपन और मनोवक य िजसक अतगरत पागल और मनोिवकल यिकतय

को गरहण करन या उनका उपचार करन क थान ह 17 पशओ क परित कररता का िनवारण 1[17क वन 17ख व य जीवजतओ और पिकषय का सरकषण ] 18 खादय पदाथ और अ य माल का अपिम ण 19 अफीम क सबध म सची 1 की परिवि 59 क उपबध क अधीन रहत हए

मादक दर य और िवष 20 आिथरक और सामािजक योजना 1[20क जनसखया िनयतरण और पिरवार िनयोजन ]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

321

21 वािणि यक और औदयोिगक एकािधकार गट और यास

22 यापार सघ औदयोिगक और म िववाद 23 सामािजक सरकषा और सामािजक बीमा िनयोजन और बकारी 24 िमक का क याण िजसक अतगरत कायर की दशाए भिव य िनिध िनयोजक

का दािय व कमरकार परितकर अशकतता और वाधरकय पशन तथा परसित सिवधाए ह 1[25 सची 1 की परिवि 63 64 65 और 66 क उपबध क अधीन रहत हए

िशकषा िजसक अतगरत तकनीकी िशकषा आयिवरजञान िशकषा और िव िवदयालय ह िमक का यावसाियक और तकनीकी परिशकषण ]

26 िविध वि िचिक सा वि और अ य वि या 27 भारत और पािक तान डोिमिनयन क थािपत होन क कारण अपन मल

िनवास- थान स िव थािपत यिकतय की सहायता और पनवारस 28 पतर कायर और पतर स थाए पतर और धािमरक िव यास और धािमरक स थाए 29 मानव जीव-जतओ या पौध पर परभाव डालन वाल सकरामक या सासिगरक

रोग अथवा नाशकजीव क एक रा य स दसर रा य म फलन का िनवारण 30 ज म-मरण सािखयकी िजसक अतगरत ज म और म य रिज टरीकरण ह 31 सस दवारा बनाई गई िविध या िवदयमान िविध दवारा या उसक अधीन

महाप न घोिषत प न स िभ न प न 32 रा ीय जलमाग क सबध म सची 1 क उपबध क अधीन रहत हए

अतदशीय जलमाग पर यतर नोिदत जलयान क सबध म पोत पिरवहन और नौ पिरवहन तथा ऐस जलमाग पर मागर का िनयम और अतदशीय जलमाग दवारा याितरय और माल का वहन

2[33 (क) जहा सस दवारा िविध दवारा िकसी उदयोग का सघ दवारा िनयतरण लोकिहत म समीचीन घोिषत िकया जाता ह वहा उस उदयोग क उ पाद का और उसी परकार क आयात िकए गए माल का ऐस उ पाद क प म

(ख) खादय पदाथ का िजनक अतगरत खादय ितलहन और तल ह (ग) पशओ क चार का िजसक अतगरत खली और अ य सारकत चार ह (घ) क ची कपास का चाह वह ओटी हई हो या िबना ओटी हो और िबनौल का

और (ङ) क च जट का

यापार और वािण य तथा उनका उ पादन परदाय और िवतरण ]

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) परित थािपत 2 सिवधान (तीसरा सशोधन) अिधिनयम 1954 की धारा 2 दवारा (22-2-1955 स) परित थािपत

भारत का सिवधान

322

1[33क बाट और माप िजनक अतगरत मानक का िनयत िकया जाना नही

ह ] 34 कीमत िनयतरण 35 यतर नोिदत यान िजसक अतगरत व िसदधा त ह िजनक अनसार ऐस यान पर

कर उदगहीत िकया जाना ह 36 कारखान 37 बायलर 38 िवदयत 39 समाचारपतर प तक और मदरणालय 40 2[सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन] रा ीय मह व क

2[घोिषत] परात वीय थल और अवशष स िभ न परात वीय थल और अवशष 41 ऐसी सपि की (िजसक अतगरत किष भिम ह) अिभरकषा परबध और ययन

जो िविध दवारा िन करात सपि घोिषत की जाए 3[42 सपि का अजरन और अिधगरहण ] 43 िकसी रा य म उस रा य स बाहर उदभत कर स सबिधत दाव और अ य

लोक माग की वसली िजनक अतगरत भ-राज व की बकाया और ऐसी बकाया क प म वसल की जा सकन वाली रािशया ह

44 याियक टाप क दवारा सगहीत श क या फीस स िभ न टाप-श क िक त इसक अतगरत टाप-श क की दर नही ह

45 सची 2 या सची 3 म िविनिदर िवषय म स िकसी िवषय़ क परयोजन क िलए जाच और आकड़

46 उ चतम यायालय स िभ न सभी यायालय की इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म अिधकािरता और शिकतया

47 इस सची क िवषय म स िकसी िवषय क सबध म फीस िक त इसक अतगरत िकसी यायालय म ली जान वाली फीस नही ह

1 सिवधान (बयालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 57 दवारा (3-1-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 27 दवारा सस दवारा बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन

घोिषत क थान पर (1-11-1956 स) परित थािपत 3 सिवधान (सातवा सशोधन) अिधिनयम 1956 की धारा 26 दवारा (1-11-1956 स) परित थािपत

323

आठवी अनसची [अन छद 344(1) और अन छद 351]

भाषाए 1 असिमया 2 बगला 1[3 बोडो 4 डोगरी ] 2[5] गजराती 3[6] िह दी 3[7] क नड 3[8] क मीरी 4[3[9] क कणी ] 1[10 मिथली ] 5[11] मलयालम 4[6[12] मिणपरी ] 6[13] मराठी 4[6[14] नपाली ] 6[15] 7[ओिडया] 6[16] पजाबी 6[17] स कत

1 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) अ तः थािपत 2 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 3 को परिवि 5 क प म

पनःसखयािकत िकया गया 3 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 4 स 7 को परिवि 6 स

परिवि 9 क प म पनःसखयािकत िकया गया 4 सिवधान (इकह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 2 दवारा (31-8-1992 स) अ तः थािपत 5 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 8 को परिवि 11 क प म

पनःसखयािकत िकया गया 6 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा परिवि 9 स परिवि 14 को परिवि 12 स परिवि

17 क प म पनःसखयािकत (7-1-2004 स) िकया गया 7 सिवधान (िछयानववा सशोधन) अिधिनयम 2011 की धारा 2 दवारा ldquoउिड़याrdquo क थान पर (23-9-2011 स)

परित थािपत

भारत का सिवधान

324

1[18 सथाली ] 2[3[19] िसधी ] 4[20] तिमल 5[21] तलग 5[22] उदर

1 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) अ तः थािपत 2 सिवधान (इककीसवा सशोधन) अिधिनयम 1967 की धारा 2 दवारा (10-4-1967 स) जोड़ा गया 3 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 15 को परिवि 19 क प

म पनःसखयािकत िकया गया 4 सिवधान (बानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 2 दवारा (7-1-2004 स) परिवि 16 स परिवि 18 को

परिवि 20 स परिवि 22 क प म पनःसखयािकत िकया गया

325

1[नवी अनसची [अन छद 31ख]

1 िबहार भिम सधार अिधिनयम 1950 (1950 का िबहार अिधिनयम 30) 2 मबई अिभधित और किष भिम अिधिनयम 1948 (1948 का मबई अिधिनयम

67) 3 मबई मािलकी भधित उ सादन अिधिनयम 1949 (1949 का मबई अिधिनयम

61) 4 मबई तालकदारी भधित उ सादन अिधिनयम 1949 (1949 का मबई

अिधिनयम 62) 5 पच महल महवासी भधित उ सादन अिधिनयम 1949 (1949 का मबई

अिधिनयम 63) 6 मबई खती उ सादन अिधिनयम 1950 (1950 का मबई अिधिनयम 6) 7 मबई परगना और कलकणीर वतन उ सादन अिधिनयम 1950 (1950 का

मबई अिधिनयम 60) 8 म य परदश सापि क अिधकार (सपदा महल अ य सकरात भिम) उ सादन

अिधिनयम 1950 (म य परदश अिधिनयम करमाक 1 सन 1951) 9 मदरास सपदा (उ सादन और र यतवाड़ी म सपिरवतरन) अिधिनयम 1948

(1948 का मदरास अिधिनयम 26) 10 मदरास सपदा (उ सादन और र यतवाड़ी म सपिरवतरन) सशोधन अिधिनयम

1950 (1950 का मदरास अिधिनयम 1) 11 1950 ई0 का उ र परदश जमीदारी िवनाश और भिम- यव था अिधिनयम

(उ र परदश अिधिनयम सखया 1 1951) 12 हदराबाद (जागीर उ सादन) िविनयम 1358फ (1358 फसली का स0 69) 13 हदराबाद जागीर (पिरवतरन) िविनयम 1359फ (1359 फसली का स0 25) 2[14 िबहार िव थािपत यिकत पनवारस (भिम अजरन) अिधिनयम 1950 (1950

का िबहार अिधिनयम 38) 15 सयकत परात क शरणािथरय को बसान क िलए भिम परा करन का ऐकट 1948

ई0 (सयकत परातीय ऐकट सखया 26 1948) 16 िव थािपत यिकत पनवारस (भिम अजरन) अिधिनयम 1948 (1948 का

अिधिनयम 60) 17 बीमा (सशोधन) अिधिनयम 1950 (1950 का अिधिनयम 47) की धारा 42

दवारा य़था अतः थािपत बीमा अिधिनयम 1938 (1938 का अिधिनयम 4) की धारा 52क स धारा 52छ

18 रल कपनी (आपात उपबध) अिधिनयम 1951 (1951 का अिधिनयम 51) 1 सिवधान (पहला सशोधन) अिधिनयम 1951 की धारा 14 दवारा (18-6-1951 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (चौथा सशोधन) अिधिनयम 1955 की धारा 5 दवारा (27-4-1955 स) जोड़ा गया

भारत का सिवधान

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19 उदयोग (िवकास और िविनयमन) सशोधन अिधिनयम 1953 (1953 का अिधिनयम 26) की धारा 13 दवारा यथा अतः थािपत उदयोग (िवकास और िविनयमन) अिधिनयम 1951 (1951 का अिधिनयम 65) का अ याय 3क

20 1951 क पि मी बगाल अिधिनयम 29 दवारा यथा सशोिधत पि मी बगाल भिम िवकास और योजना अिधिनयम 1948 (1948 का पि मी बगाल अिधिनयम 21) ]

1[21 आधर परदश अिधकतम किष जोत सीमा अिधिनयम 1961 (1961 का आधर परदश अिधिनयम 10)

22 आधर परदश (तलगाना कषतर) अिभधित और किष भिम (िविधमा यकरण) अिधिनयम 1961 (1961 का आधर परदश अिधिनयम 21)

23 आधर परदश (तलगाना कषतर) इजारा और कौली भिम अिनयिमत पटटा र करण और िरयायती िनधाररण उ सादन अिधिनयम 1961 (1961 का आधर परदश अिधिनयम 36)

24 असम रा य लोक परकित की धािमरक या पतर स था भिम अजरन अिधिनयम 1959 (1961 का असम अिधिनयम 9)

25 िबहार भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1953 (1954 का िबहार अिधिनयम 20)

26 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) अिधिनयम 1961 (1962 का िबहार अिधिनयम स0 12) िजसक अतगरत इस अिधिनयम की धारा 28 नही ह

27 मबई तालकदारी भधित उ सादन (सशोधन) अिधिनयम 1954 (1955 का मबई अिधिनयम 1)

28 मबई तालकदारी भधित उ सादन (सशोधन) अिधिनयम 1957 (1958 का मबई अिधिनयम 18)

29 मबई इनाम (क छ कषतर) उ सादन अिधिनयम 1958 (1958 का मबई अिधिनयम 98)

30 मबई अिभधित और किष भिम (गजरात सशोधन) अिधिनयम 1960 (1960 का गजरात अिधिनयम 16)

31 गजरात किष भिम अिधकतम सीमा अिधिनयम 1960 (1961 का गजरात अिधिनयम 26)

32 सगबारा और महवासी सपदा (सापि क अिधकार उ सादन आिद) िविनयम 1962 (1962 का गजरात िविनयम 1)

1 सिवधान (सतरहवा सशोधन) अिधिनयम 1964 की धारा 3 दवारा (20-6-1964 स) जोड़ा गया

भारत का सिवधान

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33 गजरात शष अ य सकरामण उ सादन अिधिनयम 1963 (1963 का गजरात अिधिनयम 33) वहा तक क िसवाय जहा तक यह अिधिनयम इसकी धारा 2 क खड (3) क उपखड (घ) म िनिदर अ य सकरामण क सबध म ह

34 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) अिधिनयम 1961 (1961 का महारा अिधिनयम 27)

35 हदाराबाद अिभधित और किष भिम (पनःअिधिनयमन िविधमा यकरण और अितिरकत सशोधन) अिधिनयम 1961 (1961 का महारा अिधिनयम 45)

36 हदराबाद अिभधित और किष भिम अिधिनयम 1950 (1950 का हदराबाद अिधिनयम 21)

37 ज मीकरम सदाय (उ सादन) अिधिनयम 1960 (1961 का करल अिधिनयम 3)

38 करल भिम-कर अिधिनयम 1961 (1961 का करल अिधिनयम 13) 39 करल भिम सधार अिधिनयम 1963 (1964 का करल अिधिनयम 1) 40 म य परदश भ-राज व सिहता 1959 (म य परदश अिधिनयम करमाक 20 सन

1959) 41 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा अिधिनयम 1960 (म य परदश

अिधिनयम करमाक 20 सन 1960) 42 मदरास खितहर अिभधारी सरकषण अिधिनयम 1955 (1955 का मदरास

अिधिनयम 25) 43 मदरास खितहर अिभधारी (उिचत लगान सदाय) अिधिनयम 1956 (1956

का मदरास अिधिनयम 24) 44 मदरास कडीइ प अिधभोगी (बदखली स सरकषण) अिधिनयम 1961 (1961

का मदरास अिधिनयम 38) 45 मदरास लोक यास (किष भिम परशासन िविनयमन) अिधिनयम 1961

(1961 का मदरास अिधिनयम 57) 46 मदरास भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) अिधिनयम 1961

(1961 का मदरास अिधिनयम 58) 47 मसर अिभधित अिधिनयम 1952 (1952 का मसर अिधिनयम 13) 48 कोड़ग अिभधारी अिधिनयम 1957 (1957 का मसर अिधिनयम 14) 49 मसर गराम-पद उ सादन अिधिनयम 1961 (1961 का मसर अिधिनयम

14) 50 हदराबाद अिभधित और किष भिम (िविधमा यकरण) अिधिनयम 1961

(1961 का मसर अिधिनयम 36) 51 मसर भिम सधार अिधिनयम 1961 (1962 का मसर अिधिनयम 10)

भारत का सिवधान

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52 उड़ीसा भिम सधार अिधिनयम 1960 (1960 का उड़ीसा अिधिनयम 16) 53 उड़ीसा िवलीन रा यकषतर (गराम-पद उ सादन) अिधिनयम 1963 (1963 का

उड़ीसा अिधिनयम 10) 54 पजाब भ-धित सरकषा अिधिनयम 1953 (1953 का पजाब अिधिनयम

10) 55 राज थान अिभधित अिधिनयम 1955 (1955 का राज थान अिधिनयम

3) 56 राज थान जमीदारी और िब वदारी उ सादन अिधिनयम 1959 (1959 का

राज थान अिधिनयम 8) 57 कमाय तथा उ राखड जमीदारी िवनाश तथा भिम- यव था अिधिनयम

1960 (उ र परदश अिधिनयम 17 1960) 58 उ र परदश अिधकतम जोत-सीमा आरोपण अिधिनयम 1960 (उ र परदश

अिधिनयम सखया 1 1961) 59 पि मी बगाल सपदा अजरन अिधिनयम 1953 (1954 का पि मी बगाल

अिधिनयम 1) 60 पि मी बगाल भिम सधार अिधिनयम 1955 (1956 का पि मी बगाल

अिधिनयम 10) 61 िद ली भिम सधार अिधिनयम 1954 (1954 का िद ली अिधिनयम 8) 62 िद ली भिम जोत (अिधकतम सीमा) अिधिनयम 1960 (1960 का क दरीय

अिधिनयम 24) 63 मिणपर भ-राज व और भिम सधार अिधिनयम 1960 (1960 का क दरीय

अिधिनयम 33) 64 ितरपरा भ-राज व और भिम सधार अिधिनयम 1960 (1960 का क दरीय

अिधिनयम 43) 1[65 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का करल अिधिनयम

35) 66 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1971 (1971 का करल अिधिनयम

25) ] 2[67 आधर परदश भिम सधार (अिधकतम किष जोत सीमा) अिधिनयम 1973

(1973 का आधर परदश अिधिनयम 1) 68 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन)

(सशोधन) अिधिनयम 1972 (1973 का िबहार अिधिनयम 1)

1 सिवधान (उनतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 2 दवारा (9-6-1972 स) अतः थािपत 2 सिवधान (च तीस सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 4 दवारा (7-9-1974 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

329

69 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) अिधिनयम 1973 (1973 का िबहार अिधिनयम 9)

70 िबहार भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का िबहार अिधिनयम स0 5)

71 गजरात अिधकतम किष भिम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1974 का गजरात अिधिनयम 2)

72 हिरयाणा भिम जोत की अिधकतम सीमा अिधिनयम 1972 (1972 का हिरयाणा अिधिनयम 26)

73 िहमाचल परदश अिधकतम भिम जोत सीमा अिधिनयम 1972 (1973 का िहमाचल परदश अिधिनयम 19)

74 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का करल अिधिनयम 17)

75 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1972 (म य परदश अिधिनयम करमाक 12 सन 1974)

76 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (िदवतीय सशोधन) अिधिनयम 1972 (म य परदश अिधिनयम करमाक 13 सन 1974)

77 मसर भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1973 (1974 का कनारटक अिधिनयम 1)

78 पजाब भिम सधार अिधिनयम 1972 (1973 का पजाब अिधिनयम 10) 79 राज थान किष जोत पर अिधकतम सीमा अिधरोपण अिधिनयम 1973

(1973 का राज थान अिधिनयम 11) 80 गडलर ज मम सपदा (उ सादन और र यतवाड़ी म सपिरवतरन) अिधिनयम

1969 (1969 का तिमलनाड़ अिधिनयम 24) 81 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का पि मी

बगाल अिधिनयम 12) 82 पि मी बगाल सपदा अजरन (सशोधन) अिधिनयम 1964 (1964 का पि मी

बगाल अिधिनयम 22) 83 पि मी बगाल सपदा अजरन (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1973 (1973 का

पि मी बगाल अिधिनयम 33) 84 मबई अिभधित और किष भिम (गजरात सशोधन) अिधिनयम 1972 (1973

का गजरात अिधिनयम 5) 85 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1974 (1974 का उड़ीसा

अिधिनयम 9) 86 ितरपरा भ-राज व और भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1974

(1974 का ितरपरा अिधिनयम 7) ]

भारत का सिवधान

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1-2[87 ] 88 उदयोग (िवकास और िविनयमन) अिधिनयम 1951 (1951 का क दरीय

अिधिनयम 65) 89 थावर सपि अिधगरहण और अजरन अिधिनयम 1952 (1952 का क दरीय

अिधिनयम 30) 90 खान और खिनज (िविनयमन और िवकास) अिधिनयम 1957 (1957 का

क दरीय अिधिनयम 67) 91 एकािधकार तथा अवरोधक यापािरक यवहार अिधिनयम 1969 (1969 का

क दरीय अिधिनयम 54) 3[92 ] 93 कोककारी कोयला खान (आपात उपबध) अिधिनयम 1971 (1971 का

क दरीय अिधिनयम 64) 94 कोककारी कोयला खान (रा ीयकरण) अिधिनयम 1972 (1972 का क दरीय

अिधिनयम 36) 95 साधारण बीमा कारबार (रा ीयकरण) अिधिनयम 1972 (1972 का क दरीय

अिधिनयम 57) 96 इिडयन कॉपर कारपोरशन (उपकरम का अजरन) अिधिनयम 1972 (1972 का

क दरीय अिधिनयम 58) 97 गण कपड़ा उपकरम (परबध गरहण) अिधिनयम 1972 (1972 का क दरीय

अिधिनयम 72) 98 कोयला खान (परबध गरहण) अिधिनयम 1973 (1973 का क दरीय

अिधिनयम 15) 99 कोयला खान (रा ीयकरण) अिधिनयम 1973 (1973 का क दरीय

अिधिनयम 26) 100 िवदशी मदरा िविनयमन अिधिनयम 1973 (1973 का क दरीय

अिधिनयम 46)

1 सिवधान (उनतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 5 दवारा (10-8-1975 स) अतः थािपत 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 44 दवारा (20-6-1979 स) परिवि 87 का लोप िकया

गया परित पधार अिधिनयम 2002 (2003 का 12) की धारा 66 दवारा (1-9-2009 स) िनरिसत 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 44 दवारा (20-6-1979 स) परिवि 92 का लोप िकया

गया िवदशी मदरा परबध अिधिनयम 1999 (1999 का 42) की धारा 49 दवारा (1-6-2000 स) िनरिसत

भारत का सिवधान

331

101 एलकाक एशडाउन कपनी िलिमटड (उपकरम का अजरन) अिधिनयम 1973 (1973 का क दरीय अिधिनयम 56)

102 कोयला खान (सरकषण और िवकास) अिधिनयम 1974 (1974 का क दरीय अिधिनयम 28)

103 अितिरकत उपलि धया (अिनवायर िनकषप) अिधिनयम 1974 (1974 का क दरीय अिधिनयम 37)

104 िवदशी मदरा सरकषण और त करी िनवारण अिधिनयम 1974 (1974 का क दरीय अिधिनयम 52)

105 गण कपड़ा उपकरम (रा ीयकरण) अिधिनयम 1974 (1974 का क दरीय अिधिनयम 57)

106 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1964 (1965 का महारा अिधिनयम 16)

107 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1965 (1965 का महारा अिधिनयम 32)

108 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1968 (1968 का महारा अिधिनयम 16)

109 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1968 (1968 का महारा अिधिनयम 33)

110 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का महारा अिधिनयम 37)

111 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का महारा अिधिनयम 38)

112 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1970 (1970 का महारा अिधिनयम 27)

113 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का महारा अिधिनयम 13)

114 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1973 (1973 का महारा अिधिनयम 50)

115 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1965 (1965 का उड़ीसा अिधिनयम 13)

भारत का सिवधान

332

116 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1966 (1967 का उड़ीसा अिधिनयम 8)

117 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1967 (1967 का उड़ीसा अिधिनयम 13)

118 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का उड़ीसा अिधिनयम 13)

119 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1970 (1970 का उड़ीसा अिधिनयम 18)

120 उ र परदश अिधकतम जोत सीमा आरोपण (सशोधन) अिधिनयम 1972 (उ र परदश अिधिनयम 18 1973)

121 उ र परदश अिधकतम जोत सीमा आरोपण (सशोधन) अिधिनयम 1974 (उ र परदश अिधिनयम 2 1975)

122 ितरपरा भ-राज व और भिम सधार (तीसरा सशोधन) अिधिनयम 1975 (1975 का ितरपरा अिधिनयम 3)

123 दादरा और नागर हवली भिम सधार िविनयम 1971 (1971 का 3) 124 दादरा और नागर हवली भिम सधार (सशोधन) िविनयम 1973

(1973 का 5) 1[125 मोटर यान अिधिनयम 1939 (1939 का क दरीय अिधिनयम 4) की

धारा 66क और अ याय 4क 126 आव यक व त अिधिनयम 1955 (1955 का क दरीय अिधिनयम 10) 127 त कर और िवदशी मदरा छलसाधक (सपि समपहरण) अिधिनयम 1976

(1976 का क दरीय अिधिनयम 13) 128 बिधत म पदधित (उ सादन) अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय

अिधिनयम 19) 129 िवदशी मदरा सरकषण और त करी िनवारण (सशोधन) अिधिनयम 1976

(1976 का क दरीय अिधिनयम 20) 2[130 ]

1 सिवधान (चालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 की धारा 3 दवारा (27-5-1978 स) परिवि 125 स परिवि 188 तक

अतः थािपत अब मोटर यान अिधिनयम 1988 (1988 का 59) क ससगत उपबध दख 2 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 की धारा 44 दवारा (20-6-1979 स) परिवि 130 का लोप िकया

गया

भारत का सिवधान

333

131 लवी चीनी समान कीमत िनिध अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय अिधिनयम 31)

132 नगर-भिम (अिधकतम सीमा और िविनयमन) अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय अिधिनयम 33)

133 सघ लखा िवभागीकरण (कािमरक अतरण) अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय अिधिनयम 59)

134 असम अिधकतम भिम जोत सीमा िनयतन अिधिनयम 1956 (1957 का असम अिधिनयम 1)

135 मबई अिभधित और किष भिम (िवदभर कषतर) अिधिनयम 1958 (1958 का मबई अिधिनयम 99)

136 गजरात पराइवट वन (अजरन) अिधिनयम 1972 (1973 का गजरात अिधिनयम 14)

137 हिरयाणा भिम-जोत की अिधकतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का हिरयाणा अिधिनयम 17)

138 िहमाचल परदश अिभधित और भिम सधार अिधिनयम 1972 (1974 का िहमाचल परदश अिधिनयम 8)

139 िहमाचल परदश गराम शािमलाती भिम िनधान और उपयोजन अिधिनयम 1974 (1974 का िहमाचल परदश अिधिनयम 18)

140 कनारटक भिम सधार (दसरा सशोधन और परकीणर उपबध) अिधिनयम 1974 (1974 का कनारटक अिधिनयम 31)

141 कनारटक भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का कनारटक अिधिनयम 27)

142 करल बदखली िनवारण अिधिनयम 1966 (1966 का करल अिधिनयम 12)

143 ित पवारम सदाय (उ सादन) अिधिनयम 1969 (1969 का करल अिधिनयम 19)

144 ी पादम भिम िवमिकत अिधिनयम 1969 (1969 का करल अिधिनयम 20)

145 ीपणडारवका भिम (िनधान और िवमिकत) अिधिनयम 1971 (1971 का करल अिधिनयम 20)

146 करल पराइवट वन (िनधान और समनदशन) अिधिनयम 1971 (1971 का करल अिधिनयम 26)

147 करल किष कमरकार अिधिनयम 1974 (1974 का करल अिधिनयम 18) 148 करल काज कारखाना (अजरन) अिधिनयम 1974 (1974 का करल

अिधिनयम 29)

भारत का सिवधान

334

149 करल िचटटी अिधिनयम 1975 (1975 का करल अिधिनयम 23) 150 करल अनसिचत जनजाित (भिम क अतरण पर िनबरधन और अ य सकरात

भिम का पर यावतरन) अिधिनयम 1975 (1975 का करल अिधिनयम 31) 151 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का करल

अिधिनयम 15) 152 काणम अिभधित उ सादन अिधिनयम 1976 (1976 का करल

अिधिनयम 16) 153 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1974

(म य परदश अिधिनयम करमाक 20 सन 1974) 154 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1975

(म य परदश अिधिनयम करमाक 2 सन 1976) 155 पि मी खानदश महवासी सपदा (सापि क अिधकार उ सादन आिद)

िविनयम 1961 (1962 का महारा िविनयम 1) 156 महारा अनसिचत जनजाितय को भिम का पर यावतरन अिधिनयम 1974

(1975 का महारा अिधिनयम 14) 157 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा घटाना) और (सशोधन) अिधिनयम

1972 (1975 का महारा अिधिनयम 21) 158 महारा पराइवट वन (अजरन) अिधिनयम 1975 (1975 का महारा अिधिनयम

29) 159 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा घटाना) और (सशोधन) सशोधन

अिधिनयम 1975 (1975 का महारा अिधिनयम 47) 160 महारा किष भिम (अिधकतम जोत सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1975

(1976 का महारा अिधिनयम 2) 161 उड़ीसा सपदा उ सादन अिधिनयम 1951 (1952 का उड़ीसा

अिधिनयम 1) 162 राज थान उपिनवशन अिधिनयम 1954 (1954 का राज थान

अिधिनयम 27) 163 राज थान भिम सधार तथा भ- वािमय की सपदा का अजरन अिधिनयम

1963 (1964 का राज थान अिधिनयम स0 11) 164 राज थान किष जोत पर अिधकतम सीमा अिधरोपण (सशोधन) अिधिनयम

1976 (1976 का राज थान अिधिनयम स0 8) 165 राज थान अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का राज थान

अिधिनयम स0 12) 166 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा घटाना) अिधिनयम 1970

(1970 का तिमलनाड अिधिनयम 17)

भारत का सिवधान

335

167 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1971 (1971 का तिमलनाड अिधिनयम 41)

168 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1972 (1972 का तिमलनाड अिधिनयम 10)

169 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1972 (1972 का तिमलनाड अिधिनयम 20)

170 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) तीसरा सशोधन अिधिनयम 1972 (1972 का तिमलनाड अिधिनयम 37)

171 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) चौथा सशोधन अिधिनयम 1972 (1972 का तिमलनाड अिधिनयम 39)

172 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) छठा सशोधन अिधिनयम 1972 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 7)

173 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) पाचवा सशोधन अिधिनयम 1972 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 10)

174 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1974 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 15)

175 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) तीसरा सशोधन अिधिनयम 1974 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 30)

176 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1974 (1974 का तिमलनाड अिधिनयम 32)

177 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1975 (1975 का तिमलनाड अिधिनयम 11)

178 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1975 (1975 का तिमलनाड अिधिनयम 21)

179 उ र परदश भिम-िविध (सशोधन) अिधिनयम 1971 (उ र परदश अिधिनयम सखया 211971) तथा उ र परदश भिम-िविध (सशोधन) अिधिनयम 1974 (उ र परदश अिधिनयम सखया 341974) दवारा 1950 ई0 का उ र परदश जमीदारी िवनाश और भिम-यव था अिधिनयम (उ र परदश अिधिनयम सखया 11951) म िकए गए सशोधन

180 उ र परदश अिधकतम जोत-सीमा आरोपण (सशोधन) अिधिनयम 1976 (उ र परदश अिधिनयम सखया 201976)

181 पि मी बगाल भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1972 (1972 का पि मी बगाल अिधिनयम 28)

182 पि मी बगाल अ य सकरात भिम का पर यावतरन अिधिनयम 1973 (1973 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

भारत का सिवधान

336

183 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1974 (1974 का पि मी बगाल अिधिनयम 33)

184 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1975 (1975 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

185 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का पि मी बगाल अिधिनयम 12)

186 िद ली भिम जोत (अिधकतम सीमा) सशोधन अिधिनयम 1976 (1976 का क दरीय अिधिनयम 15)

187 गोवा दमण और दीव मडकार (बदखली स सरकषण) अिधिनयम 1975 (1976 का गोवा दमण और दीव अिधिनयम 1)

188 पािडचरी भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) अिधिनयम 1973 (1974 का पािडचरी अिधिनयम 9)

1[189 असम (अ थायी प स यव थािपत कषतर) अिभधित अिधिनयम 1971 (1971 का असम अिधिनयम 23)

190 असम (अ थायी प स यव थािपत कषतर) अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1974 (1974 का असम अिधिनयम 18)

191 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) सशोधी अिधिनयम 1974 (1975 का िबहार अिधिनयम 13)

192 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का िबहार अिधिनयम 22)

193 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) अिधिनयम 1978 (1978 का िबहार अिधिनयम 7)

194 भिम अजरन (िबहार सशोधन) अिधिनयम 1979 (1980 का िबहार अिधिनयम 2) 195 हिरयाणा (भिम-जोत की अिधकतम सीमा) (सशोधन) अिधिनयम 1977

(1977 का हिरयाणा अिधिनयम 14) 196 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम

1978 (1978 का तिमलनाड अिधिनयम 25) 197 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम

1979 (1979 का तिमलनाड अिधिनयम 11)

1 सिवधान (सतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1984 की धारा 2 दवारा परिवि 189 स परिवि 202 तक (26-8-

1984 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

337

198 उ र परदश जमीदारी िवनाश िविध (सशोधन) अिधिनयम 1978 (1978 का उ र परदश अिधिनयम 15)

199 पि मी बगाल अ य सकरात भिम का पर यावतरन (सशोधन) अिधिनयम 1978 (1978 का पि मी बगाल अिधिनयम 24)

200 पि मी बगाल अ य सकरात भिम का पर यावतरन (सशोधन) अिधिनयम 1980 (1980 का पि मी बगाल अिधिनयम 56)

201 गोवा दमण और दीव किष अिभधित अिधिनयम 1964 (1964 का गोवा दमण और दीव अिधिनयम 7)

202 गोवा दमण और दीव किष अिभधित (पाचवा सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का गोवा दमण और दीव अिधिनयम 17) ]

1[203 आधर परदश अनसिचत कषतर भिम अतरण िविनयम 1959 (1959 का आधर परदश िविनयम 1)

204 आधर परदश अनसिचत कषतर िविध (िव तारण और सशोधन) िविनयम 1963 (1963 का आधर परदश िविनयम 2)

205 आधर परदश अनसिचत कषतर भिम अतरण (सशोधन) िविनयम 1970 (1970 का आधर परदश िविनयम 1)

206 आधर परदश अनसिचत कषतर भिम अतरण (सशोधन) िविनयम 1971 (1971 का आधर परदश िविनयम 1)

207 आधर परदश अनसिचत कषतर भिम अतरण (सशोधन) िविनयम 1978 (1978 का आधर परदश िविनयम 1)

208 िबहार का तकारी अिधिनयम 1885 (1885 का िबहार अिधिनयम 8) 209 छोटा नागपर का तकारी अिधिनयम 1908 (1908 का बगाल अिधिनयम 6)

(अ याय 8--धारा 46 धारा 47 धारा 48 धारा 48क और धारा 49 अ याय 10 -- धारा 71 धारा 71क और धारा 71ख और अ याय 18--धारा 240 धारा 241 धारा 242)

210 सथाल परगना का तकारी (परक परावधान) अिधिनयम 1949 (1949 का िबहार अिधिनयम 14) धारा 53 को छोड़कर

211 िबहार अनसिचत कषतर िविनयम 1969 (1969 का िबहार िविनयम 1) 212 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन)

(सशोधन) अिधिनयम 1982 (1982 का िबहार अिधिनयम 55)

1 सिवधान (िछयासठवा सशोधन) अिधिनयम 1990 की धारा 2 दवारा परिवि 203 स 257 तक (7-6-1990 स)

अतः थािपत

भारत का सिवधान

338

213 गजरात दव थान इनाम उ सादन अिधिनयम 1969 (1969 का गजरात अिधिनयम 16)

214 गजरात अिभधित िविध (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का गजरात अिधिनयम 37)

215 गजरात अिधकतम किष भिम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का रा पित अिधिनयम 43)

216 गजरात दव थान इनाम उ सादन (सशोधन) अिधिनयम 1977 (1977 का गजरात अिधिनयम 27)

217 गजरात अिभधित िविध (सशोधन) अिधिनयम 1977 (1977 का गजरात अिधिनयम 30)

218 म बई भ-राज व (गजरात दसरा सशोधन) अिधिनयम 1980 (1980 का गजरात अिधिनयम 37)

219 म बई भ-राज व सिहता और भधित उ सादन िविध (गजरात सशोधन) अिधिनयम 1982 (1982 का गजरात अिधिनयम 8)

220 िहमाचल परदश भिम अतरण (िविनयमन) अिधिनयम 1968 (1969 का िहमाचल परदश अिधिनयम 15)

221 िहमाचल परदश भिम अतरण (िविनयमन) (सशोधन) अिधिनयम 1986 (1986 का िहमाचल परदश अिधिनयम 16)

222 कनारटक अनसिचत जाित और अनसिचत जनजाित (कितपय भिम अतरण परितषध) अिधिनयम 1978 (1979 का कनारटक अिधिनयम 2)

223 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1978 (1978 का करल अिधिनयम 13)

224 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1981 (1981 का करल अिधिनयम 19)

225 म य परदश भ-राज व सिहता (ततीय सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का म य परदश अिधिनयम 61)

226 म य परदश भ-राज व सिहता (सशोधन) अिधिनयम 1980 (1980 का म य परदश अिधिनयम 15)

227 म य परदश अकिषक जोत उ चतम सीमा अिधिनयम 1981 (1981 का म य परदश अिधिनयम 11)

228 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (िदवतीय सशोधन) अिधिनयम 1976 (1984 का म य परदश अिधिनयम 1)

229 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का म य परदश अिधिनयम 14)

भारत का सिवधान

339

230 म य परदश किषक जोत उ चतम सीमा (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का म य परदश अिधिनयम 8)

231 महारा भ-राज व सिहता 1966 (1966 का महारा अिधिनयम 41) धारा 36 धारा 36क और धारा 36ख

232 महारा भ-राज व सिहता और महारा अनसिचत जनजाित भिम पर यावतरन (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1976 (1977 का महारा अिधिनयम 30)

233 महारा कितपय भिम म खान और खिनज क िवदयमान सापि क अिधकार का उ सादन अिधिनयम 1985 (1985 का महारा अिधिनयम 16)

234 उड़ीसा अनसिचत कषतर (अनसिचत जनजाितय दवारा) थावर सपि अतरण िविनयम 1956 (1956 का उड़ीसा िविनयम 2)

235 उड़ीसा भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1975 (1976 का उड़ीसा अिधिनयम 29)

236 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का उड़ीसा अिधिनयम 30)

237 उड़ीसा भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1976 (1976 का उड़ीसा अिधिनयम 44)

238 राज थान उपिनवशन (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का राज थान अिधिनयम 12)

239 राज थान अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का राज थान अिधिनयम 13)

240 राज थान अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1987 (1987 का राज थान अिधिनयम 21)

241 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1979 (1980 का तिमलनाड अिधिनयम 8)

242 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1980 (1980 का तिमलनाड अिधिनयम 21)

243 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1981 (1981 का तिमलनाड अिधिनयम 59)

244 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1983 (1984 का तिमलनाड अिधिनयम 2)

245 उ र परदश भिम िविध (सशोधन) अिधिनयम 1982 (1982 का उ र परदश अिधिनयम 20)

भारत का सिवधान

340

246 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1965 (1965 का पि मी बगाल अिधिनयम 18)

247 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1966 (1966 का पि मी बगाल अिधिनयम 11)

248 पि मी बगाल भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1969 (1969 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

249 पि मी बगाल सपदा अजरन (सशोधन) अिधिनयम 1977 (1977 का पि मी बगाल अिधिनयम 36)

250 पि मी बगाल भिम जोत राज व अिधिनयम 1979 (1979 का पि मी बगाल अिधिनयम 44)

251 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1980 (1980 का पि मी बगाल अिधिनयम 41)

252 पि मी बगाल भिम जोत राज व (सशोधन) अिधिनयम 1981 (1981 का पि मी बगाल अिधिनयम 33)

253 कलक ा ठका अिभधित (अजरन और िविनयमन) अिधिनयम 1981 (1981 का पि मी बगाल अिधिनयम 37)

254 पि मी बगाल भिम जोत राज व (सशोधन) अिधिनयम 1982 (1982 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

255 कलक ा ठका अिभधित (अजरन और िविनयमन) (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का पि मी बगाल अिधिनयम 41)

256 माह भिम सधार अिधिनयम 1968 (1968 का पािडचरी अिधिनयम 1) 257 माह भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1980 (1981 का पािडचरी

अिधिनयम 1) ] 1[257क तिमलनाड िपछड़ा वगर अनसिचत जाित और अनसिचत जनजाित (रा य

क अधीन िशकषा स थाओ म थान और सवाओ म िनयिकतय या पद का आरकषण) अिधिनयम 1993 (1994 का तिमलनाड अिधिनयम 45)]

1[258 िबहार िवशषािधकार परा यिकत वासभिम अिभधित अिधिनयम 1947 (1948 का िबहार अिधिनयम 4)

1 सिवधान (िछह रवा सशोधन) अिधिनयम 1994 की धारा 2 दवारा (31-8-1994 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

341

259 िबहार चकबदी और खडकरण िनवारण अिधिनयम 1956 (1956 का िबहार अिधिनयम 22)

260 िबहार चकबदी और खडकरण िनवारण अिधिनयम 1970 (1970 का िबहार अिधिनयम 7)

261 िबहार िवशषािधकार परा यिकत वासभिम अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1970 (1970 का िबहार अिधिनयम 9)

262 िबहार चकबदी और खडकरण िनवारण (सशोधन) अिधिनयम 1973 (1975 का िबहार अिधिनयम 27)

263 िबहार चकबदी और खडकरण िनवारण (सशोधन) अिधिनयम 1981 (1982 का िबहार अिधिनयम 35)

264 िबहार भिम सधार (अिधकतम सीमा िनधाररण और अिधशष भिम अजरन) (सशोधन) अिधिनयम 1987 (1987 का िबहार अिधिनयम 21)

265 िबहार िवशषािधकार परा यिकत वासभिम अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का िबहार अिधिनयम 11)

266 िबहार भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1990 का िबहार अिधिनयम 11)

267 कनारटक अनसिचत जाित और अनसिचत जनजाित (कितपय भिम अतरण परितषध) (सशोधन) अिधिनयम 1984 (1984 का कनारटक अिधिनयम 3)

268 करल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का करल अिधिनयम 16)

269 करल भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1989 (1990 का करल अिधिनयम 2)

270 उड़ीसा भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1990 का उड़ीसा अिधिनयम 9)

271 राज थान अिभधित (सशोधन) अिधिनयम 1979 (1979 का राज थान अिधिनयम 16)

272 राज थान उपिनवशन (सशोधन) अिधिनयम 1987 (1987 का राज थान अिधिनयम 2)

273 राज थान उपिनवशन (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का राज थान अिधिनयम 12)

274 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1983 (1984 का तिमलनाड अिधिनयम 3)

1 सिवधान (अठहतरवा सशोधन) अिधिनयम 1995 की धारा 2 दवारा (30-8-1995 स) परिवि 258 स परिवि 284

तक अतः थािपत

भारत का सिवधान

342

275 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) सशोधन अिधिनयम 1986 (1986 का तिमलनाड अिधिनयम 57)

276 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) दसरा सशोधन अिधिनयम 1987 (1988 का तिमलनाड अिधिनयम 4)

277 तिमलनाड भिम सधार (अिधकतम भिम सीमा िनयतन) (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का तिमलनाड अिधिनयम 30)

278 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1981 (1981 का पि मी बगाल अिधिनयम 50)

279 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1986 (1986 का पि मी बगाल अिधिनयम 5)

280 पि मी बगाल भिम सधार (दसरा सशोधन) अिधिनयम 1986 (1986 का पि मी बगाल अिधिनयम 19)

281 पि मी बगाल भिम सधार (तीसरा सशोधन) अिधिनयम 1986 (1986 का पि मी बगाल अिधिनयम 35)

282 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1989 (1989 का पि मी बगाल अिधिनयम 23)

283 पि मी बगाल भिम सधार (सशोधन) अिधिनयम 1990 (1990 का पि मी बगाल अिधिनयम 24)

284 पि मी बगाल भिम सधार अिधकरण अिधिनयम 1991 (1991 का पि मी बगाल अिधिनयम 12) ]

प ीकरण--राज थान अिभधित अिधिनयम 1955 (1955 का राज थान अिधिनयम स0 3) क अधीन अन छद 31क क खड (1) क दसर परतक क उ लघन म िकया गया अजरन उस उ लघन की मातरा तक श य होगा ]

343

1[दसवी अनसची [अन छद 102(2) और अन छद 191(2)]

दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म उपबध 1 िनवरचन ndash इस अनसची म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न होmdash

(क) ldquoसदनrdquo स सस का कोई सदन या िकसी रा य की यथाि थित िवधान सभा या िवधान-मडल का कोई सदन अिभपरत ह

(ख) सदन क िकसी ऐस सद य क सबध म जो यथाि थित परा 2 या 2 परा 4 क उपबध क अनसार िकसी राजनीितक दल का सद य ह ldquoिवधान-दलrdquo स उस सदन क ऐस सभी सद य का समह अिभपरत ह जो उकत उपबध क अनसार त समय उस राजनीितक दल क सद य ह

(ग) सदन क िकसी सद य क सबध म ldquoमल राजनीितक दलrdquo स ऐसा राजनीितक दल अिभपरत ह िजसका वह परा 2 क उप-परा (1) क परयोजन क िलए सद य ह

(घ) ldquoपराrdquo स इस अनसची का परा अिभपरत ह 2 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता ndash (1) 3[परा 4 और परा 5] क उपबध

क अधीन रहत हए सदन का कोई सद य जो िकसी राजनीितक दल का सद य ह सदन का सद य होन क िलए उस दशा म िनरिहरत होगा िजसमndash

(क) उसन ऐस राजनीितक दल की अपनी सद यता व छा स छोड़ दी ह या

(ख) वह ऐस राजनीितक दल दवारा िजसका वह सद य ह अथवा उसक दवारा इस िनिम परािधकत िकसी यिकत या परािधकारी दवारा िदए गए िकसी िनदश क िव दध ऐस राजनीितक दल यिकत या परािधकारी की पवर अनजञा क िबना ऐस सदन म मतदान करता ह या मतदान करन स िवरत रहता ह और ऐस मतदान या मतदान करन स िवरत रहन को ऐस राजनीितक दल यिकत या परािधकारी न ऐस मतदान या मतदान करन स िवरत रहन की तारीख स पदरह िदन क भीतर माफ नही िकया ह प ीकरण ndash इस उप-परा क परयोजन क िलए ndash

(क) सदन क िकसी िनवारिचत सद य क बार म यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल का यिद कोई हो सद य ह िजसन उस ऐस सद य क प म िनवारचन क िलए अ यथीर क प म खड़ा िकया था

(ख) सदन क िकसी नामिनदिशत सद य क बार म ndash

1 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 6 दवारा (1-3-1985 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा (1-1-2004 स) कितपय श द का लोप िकया

गया 3 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा परा 3 4 और 5 क थान परित थािपत

भारत का सिवधान

344

(i) उस दशा म िजसम वह ऐस सद य क प म अपन नामिनदशन की तारीख को िकसी राजनीितक दल का सद य ह यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल का सद य ह

(ii) िकसी अ य दशा म यह समझा जाएगा िक वह उस राजनीितक दल का सद य ह िजसका यथाि थित अन छद 99 या अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन क प ात अपना थान गरहण करन की तारीख स छह मास की समाि क पवर वह यथाि थित सद य बनता ह या पहली बार बनता ह

(2) सदन का कोई िनवारिचत सद य जो िकसी राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर स िभ न प म सद य िनवारिचत हआ ह सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह ऐस िनवारचन क प ात िकसी राजनीितक दल म सि मिलत हो जाता ह

(3) सदन का कोई नामिनदिशत सद य सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह यथाि थित अन छद 99 या अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन क प ात अपना थान गरहण करन की तारीख स छह मास की समाि क प ात िकसी राजनीितक दल म सि मिलत हो जाता ह

(4) इस परा क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी िकसी ऐस यिकत क बार म जो सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 क परारभ पर सदन का सद य ह (चाह वह िनवारिचत सद य हो या नामिनदिशत) ndash

(i) उस दशा म िजसम वह ऐस परारभ स ठीक पहल िकसी राजनीितक दल का सद य था वहा इस परा क उप-परा (1) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर क प म ऐस सदन का सद य िनवारिचत हआ ह

(ii) िकसी अ य दशा म यथाि थित इस परा क उप-परा (2) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह सदन का ऐसा िनवारिचत सद य ह जो िकसी राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर स िभ न प म सद य िनवारिचत हआ ह या इस परा क उप-परा (3) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह सदन का नामिनदिशत सद य ह 13 4 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता का िवलय की दशा म लाग न होना ndash

(1) सदन का कोई सद य परा 2 क उप-परा (1) क अधीन िनरिहरत नही होगा यिद उसक मल राजनीितक दल का िकसी अ य राजनीितक दल म िवलय हो जाता ह और वह यह दावा करता ह िक वह और उसक मल राजनीितक दल क अ य सद य ndash

(क) यथाि थित ऐस अ य राजनीितक दल क या ऐस िवलय स बन नए राजनीितक दल क सद य बन गए ह या

(ख) उ ह न िवलय वीकार नही िकया ह और एक पथक समह क प म कायर करन का िविन य िकया ह

1 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा (1-1-2004 स) परा 3 का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

345

और ऐस िवलय क समय स यथाि थित ऐस अ य राजनीितक दल या नए राजनीितक दल या समह क बार म यह समझा जाएगा िक वह परा 2 क उप-परा (1) क परयोजन क िलए ऐसा राजनीितक दल ह िजसका वह सद य ह और वह इस उप-परा क परयोजन क िलए उसका मल राजनीितक दल ह

(2) इस परा क उप-परा (1) क परयोजन क िलए सदन क िकसी सद य क मल राजनीितक दल का िवलय हआ तभी समझा जाएगा जब सबिधत िवधान-दल क कम स कम दो-ितहाई सद य ऐस िवलय क िलए सहमत हो गए ह

5 छट ndash इस अनसची म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत जो लोक सभा क अ यकष या उपा यकष अथवा रा य सभा क उपसभापित अथवा िकसी रा य की िवधान पिरष क सभापित या उपसभापित अथवा िकसी रा य की िवधान सभा क अ यकष या उपा यकष क पद पर िनवारिचत हआ ह इस अनसची क अधीन िनरिहरत नही होगा ndash

(क) यिद वह ऐस पद पर अपन िनवारचन क कारण ऐस राजनीितक दल की िजसका वह ऐस िनवारचन स ठीक पहल सद य था अपनी सद यता व छा स छोड़ दता ह और उसक प ात जब तक वह पद धारण िकए रहता ह तब तक उस राजनीितक दल म पनः सि मिलत नही होता ह या िकसी दसर राजनीितक दल का सद य नही बनता ह या

(ख) यिद वह ऐस पद पर अपन िनवारचन क कारण ऐस राजनीितक दल की िजसका वह ऐस िनवारचन स ठीक पहल सद य था अपनी सद यता छोड़ दता ह और ऐस पद पर न रह जान क प ात ऐस राजनीितक दल म पनः सि मिलत हो जाता ह 6 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म पर का िविन य ndash (1) यिद

यह पर उठता ह िक सदन का कोई सद य इस अनसची क अधीन िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर ऐस सदन क यथाि थित सभापित या अ यकष क िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा

परत जहा यह पर उठता ह िक सदन का सभापित या अ यकष िनरहरता स गर त हो गया ह या नही वहा वह पर सदन क ऐस सद य क िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा िजस वह सदन इस िनिम िनवारिचत कर और उसका िविन य अितम होगा

(2) इस अनसची क अधीन सदन क िकसी सद य की िनरहरता क बार म िकसी पर क सबध म इस परा क उप-परा (1) क अधीन सभी कायरवािहय क बार म यह समझा जाएगा िक व यथाि थित अन छद 122 क अथर म सस की कायरवािहया ह या अन छद 212 क अथर म रा य क िवधान-मडल की कायरवािहया ह

भारत का सिवधान

346

7 यायालय की अिधकािरता का वजरन ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी िकसी यायालय को इस अनसची क अधीन सदन क िकसी सद य की िनरहरता स सबिधत िकसी िवषय क बार म कोई अिधकािरता नही होगी

8 िनयम ndash (1) इस परा क उप-परा (2) क उपबध क अधीन रहत हए सदन का सभापित या अ यकष इस अनसची क उपबध को कायारि वत करन क िलए िनयम बना सकगा तथा िविश तया और पवरगामी शिकत की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना ऐस िनयम म िन निलिखत क िलए उपबध िकया जा सकगा अथारत ndash

(क) सदन क िविभ न सद य िजन राजनीितक दल क सद य ह उनक बार म रिज टर या अ य अिभलख रखना

(ख) ऐसा परितवदन जो सदन क िकसी सद य क सबध म िवधान-दल का नता उस सद य की बाबत परा 2 क उप-परा (1) क खड (ख) म िनिदर परकित की माफी क सबध म दगा वह समय िजसक भीतर और वह परािधकारी िजसको ऐसा परितवदन िदया जाएगा

(ग) ऐस परितवदन िज ह कोई राजनीितक दल सदन क िकसी सद य को ऐस राजनीितक दल म परिव करन क सबध म दगा और सदन का ऐसा अिधकारी िजसको ऐस परितवदन िदए जाएग और

(घ) परा 6 क उप-परा (1) म िनिदर िकसी पर का िविन य करन की परिकरया िजसक अतगरत ऐसी जाच की परिकरया ह जो ऐस पर का िविन य करन क परयोजन क िलए की जाए (2) सदन क सभापित या अ यकष दवारा इस परा क उप-परा (1) क अधीन बनाए

गए िनयम बनाए जान क प ात यथाशीघर सदन क समकष कल तीस िदन की अविध क िलए रख जाएग यह अविध एक सतर म अथवा दो या अिधक आनकरिमक सतर म परी हो सकगी व िनयम तीस िदन की उकत अविध की समाि पर परभावी ह ग जब तक िक उनका सदन दवारा पिरवतरन सिहत या उनक िबना पहल ही अनमोदन या अननमोदन नही कर िदया जाता ह यिद व िनयम इस परकार अनमोिदत कर िदए जात ह तो व यथाि थित ऐस प म िजसम व रख गए थ या ऐस पिरवितरत प म ही परभावी ह ग यिद िनयम इस परकार अननमोिदत कर िदए जात ह तो व िन परभाव हो जाएग

(3) सदन का सभापित या अ यकष यथाि थित अन छद 105 या अन छद 194 क उपबध पर और िकसी ऐसी अ य शिकत पर जो उस इस सिवधान क अधीन परा ह परितकल परभाव डाल िबना यह िनदश द सकगा िक इस परा क अधीन बनाए गए िनयम क िकसी यिकत दवारा जानबझकर िकए गए िकसी उ लघन क बार म उसी रीित स काररवाई की जाए िजस रीित स सदन क िवशषािधकार क भग क बार म की जाती ह ]

परा 7 को िकहोतो होलोहन बनाम जिच ह और अ य एआईआर 1993 एससी 412 म बहमत की राय क अनसार

अन छद 368 क खड (2) क परतक क अनसार अनसमथरन क अभाव म अिविधमा य घोिषत िकया गया

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1[दसवी अनसची [अन छद 102(2) और अन छद 191(2)]

दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म उपबध 1 िनवरचन ndash इस अनसची म जब तक िक सदभर स अ यथा अपिकषत न होmdash

(क) ldquoसदनrdquo स सस का कोई सदन या िकसी रा य की यथाि थित िवधान सभा या िवधान-मडल का कोई सदन अिभपरत ह

(ख) सदन क िकसी ऐस सद य क सबध म जो यथाि थित परा 2 या 2 परा 4 क उपबध क अनसार िकसी राजनीितक दल का सद य ह ldquoिवधान-दलrdquo स उस सदन क ऐस सभी सद य का समह अिभपरत ह जो उकत उपबध क अनसार त समय उस राजनीितक दल क सद य ह

(ग) सदन क िकसी सद य क सबध म ldquoमल राजनीितक दलrdquo स ऐसा राजनीितक दल अिभपरत ह िजसका वह परा 2 क उप-परा (1) क परयोजन क िलए सद य ह

(घ) ldquoपराrdquo स इस अनसची का परा अिभपरत ह 2 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता ndash (1) 3[परा 4 और परा 5] क उपबध

क अधीन रहत हए सदन का कोई सद य जो िकसी राजनीितक दल का सद य ह सदन का सद य होन क िलए उस दशा म िनरिहरत होगा िजसमndash

(क) उसन ऐस राजनीितक दल की अपनी सद यता व छा स छोड़ दी ह या

(ख) वह ऐस राजनीितक दल दवारा िजसका वह सद य ह अथवा उसक दवारा इस िनिम परािधकत िकसी यिकत या परािधकारी दवारा िदए गए िकसी िनदश क िव दध ऐस राजनीितक दल यिकत या परािधकारी की पवर अनजञा क िबना ऐस सदन म मतदान करता ह या मतदान करन स िवरत रहता ह और ऐस मतदान या मतदान करन स िवरत रहन को ऐस राजनीितक दल यिकत या परािधकारी न ऐस मतदान या मतदान करन स िवरत रहन की तारीख स पदरह िदन क भीतर माफ नही िकया ह प ीकरण ndash इस उप-परा क परयोजन क िलए ndash

(क) सदन क िकसी िनवारिचत सद य क बार म यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल का यिद कोई हो सद य ह िजसन उस ऐस सद य क प म िनवारचन क िलए अ यथीर क प म खड़ा िकया था

(ख) सदन क िकसी नामिनदिशत सद य क बार म ndash

1 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 6 दवारा (1-3-1985 स) जोड़ा गया 2 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा (1-1-2004 स) कितपय श द का लोप िकया

गया 3 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा परा 3 4 और 5 क थान परित थािपत

भारत का सिवधान

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(i) उस दशा म िजसम वह ऐस सद य क प म अपन नामिनदशन की तारीख को िकसी राजनीितक दल का सद य ह यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल का सद य ह

(ii) िकसी अ य दशा म यह समझा जाएगा िक वह उस राजनीितक दल का सद य ह िजसका यथाि थित अन छद 99 या अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन क प ात अपना थान गरहण करन की तारीख स छह मास की समाि क पवर वह यथाि थित सद य बनता ह या पहली बार बनता ह

(2) सदन का कोई िनवारिचत सद य जो िकसी राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर स िभ न प म सद य िनवारिचत हआ ह सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह ऐस िनवारचन क प ात िकसी राजनीितक दल म सि मिलत हो जाता ह

(3) सदन का कोई नामिनदिशत सद य सदन का सद य होन क िलए िनरिहरत होगा यिद वह यथाि थित अन छद 99 या अन छद 188 की अपकषाओ का अनपालन करन क प ात अपना थान गरहण करन की तारीख स छह मास की समाि क प ात िकसी राजनीितक दल म सि मिलत हो जाता ह

(4) इस परा क पवरगामी उपबध म िकसी बात क होत हए भी िकसी ऐस यिकत क बार म जो सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 क परारभ पर सदन का सद य ह (चाह वह िनवारिचत सद य हो या नामिनदिशत) ndash

(i) उस दशा म िजसम वह ऐस परारभ स ठीक पहल िकसी राजनीितक दल का सद य था वहा इस परा क उप-परा (1) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह ऐस राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर क प म ऐस सदन का सद य िनवारिचत हआ ह

(ii) िकसी अ य दशा म यथाि थित इस परा क उप-परा (2) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह सदन का ऐसा िनवारिचत सद य ह जो िकसी राजनीितक दल दवारा खड़ िकए गए अ यथीर स िभ न प म सद य िनवारिचत हआ ह या इस परा क उप-परा (3) क परयोजन क िलए यह समझा जाएगा िक वह सदन का नामिनदिशत सद य ह 13 4 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता का िवलय की दशा म लाग न होना ndash

(1) सदन का कोई सद य परा 2 क उप-परा (1) क अधीन िनरिहरत नही होगा यिद उसक मल राजनीितक दल का िकसी अ य राजनीितक दल म िवलय हो जाता ह और वह यह दावा करता ह िक वह और उसक मल राजनीितक दल क अ य सद य ndash

(क) यथाि थित ऐस अ य राजनीितक दल क या ऐस िवलय स बन नए राजनीितक दल क सद य बन गए ह या

(ख) उ ह न िवलय वीकार नही िकया ह और एक पथक समह क प म कायर करन का िविन य िकया ह

1 सिवधान (इकयानववा सशोधन) अिधिनयम 2003 की धारा 5 दवारा (1-1-2004 स) परा 3 का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

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और ऐस िवलय क समय स यथाि थित ऐस अ य राजनीितक दल या नए राजनीितक दल या समह क बार म यह समझा जाएगा िक वह परा 2 क उप-परा (1) क परयोजन क िलए ऐसा राजनीितक दल ह िजसका वह सद य ह और वह इस उप-परा क परयोजन क िलए उसका मल राजनीितक दल ह

(2) इस परा क उप-परा (1) क परयोजन क िलए सदन क िकसी सद य क मल राजनीितक दल का िवलय हआ तभी समझा जाएगा जब सबिधत िवधान-दल क कम स कम दो-ितहाई सद य ऐस िवलय क िलए सहमत हो गए ह

5 छट ndash इस अनसची म िकसी बात क होत हए भी कोई यिकत जो लोक सभा क अ यकष या उपा यकष अथवा रा य सभा क उपसभापित अथवा िकसी रा य की िवधान पिरष क सभापित या उपसभापित अथवा िकसी रा य की िवधान सभा क अ यकष या उपा यकष क पद पर िनवारिचत हआ ह इस अनसची क अधीन िनरिहरत नही होगा ndash

(क) यिद वह ऐस पद पर अपन िनवारचन क कारण ऐस राजनीितक दल की िजसका वह ऐस िनवारचन स ठीक पहल सद य था अपनी सद यता व छा स छोड़ दता ह और उसक प ात जब तक वह पद धारण िकए रहता ह तब तक उस राजनीितक दल म पनः सि मिलत नही होता ह या िकसी दसर राजनीितक दल का सद य नही बनता ह या

(ख) यिद वह ऐस पद पर अपन िनवारचन क कारण ऐस राजनीितक दल की िजसका वह ऐस िनवारचन स ठीक पहल सद य था अपनी सद यता छोड़ दता ह और ऐस पद पर न रह जान क प ात ऐस राजनीितक दल म पनः सि मिलत हो जाता ह 6 दल पिरवतरन क आधार पर िनरहरता क बार म पर का िविन य ndash (1) यिद

यह पर उठता ह िक सदन का कोई सद य इस अनसची क अधीन िनरहरता स गर त हो गया ह या नही तो वह पर ऐस सदन क यथाि थित सभापित या अ यकष क िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा और उसका िविन य अितम होगा

परत जहा यह पर उठता ह िक सदन का सभापित या अ यकष िनरहरता स गर त हो गया ह या नही वहा वह पर सदन क ऐस सद य क िविन य क िलए िनदिशत िकया जाएगा िजस वह सदन इस िनिम िनवारिचत कर और उसका िविन य अितम होगा

(2) इस अनसची क अधीन सदन क िकसी सद य की िनरहरता क बार म िकसी पर क सबध म इस परा क उप-परा (1) क अधीन सभी कायरवािहय क बार म यह समझा जाएगा िक व यथाि थित अन छद 122 क अथर म सस की कायरवािहया ह या अन छद 212 क अथर म रा य क िवधान-मडल की कायरवािहया ह

भारत का सिवधान

346

7 यायालय की अिधकािरता का वजरन ndash इस सिवधान म िकसी बात क होत हए भी िकसी यायालय को इस अनसची क अधीन सदन क िकसी सद य की िनरहरता स सबिधत िकसी िवषय क बार म कोई अिधकािरता नही होगी

8 िनयम ndash (1) इस परा क उप-परा (2) क उपबध क अधीन रहत हए सदन का सभापित या अ यकष इस अनसची क उपबध को कायारि वत करन क िलए िनयम बना सकगा तथा िविश तया और पवरगामी शिकत की यापकता पर परितकल परभाव डाल िबना ऐस िनयम म िन निलिखत क िलए उपबध िकया जा सकगा अथारत ndash

(क) सदन क िविभ न सद य िजन राजनीितक दल क सद य ह उनक बार म रिज टर या अ य अिभलख रखना

(ख) ऐसा परितवदन जो सदन क िकसी सद य क सबध म िवधान-दल का नता उस सद य की बाबत परा 2 क उप-परा (1) क खड (ख) म िनिदर परकित की माफी क सबध म दगा वह समय िजसक भीतर और वह परािधकारी िजसको ऐसा परितवदन िदया जाएगा

(ग) ऐस परितवदन िज ह कोई राजनीितक दल सदन क िकसी सद य को ऐस राजनीितक दल म परिव करन क सबध म दगा और सदन का ऐसा अिधकारी िजसको ऐस परितवदन िदए जाएग और

(घ) परा 6 क उप-परा (1) म िनिदर िकसी पर का िविन य करन की परिकरया िजसक अतगरत ऐसी जाच की परिकरया ह जो ऐस पर का िविन य करन क परयोजन क िलए की जाए (2) सदन क सभापित या अ यकष दवारा इस परा क उप-परा (1) क अधीन बनाए

गए िनयम बनाए जान क प ात यथाशीघर सदन क समकष कल तीस िदन की अविध क िलए रख जाएग यह अविध एक सतर म अथवा दो या अिधक आनकरिमक सतर म परी हो सकगी व िनयम तीस िदन की उकत अविध की समाि पर परभावी ह ग जब तक िक उनका सदन दवारा पिरवतरन सिहत या उनक िबना पहल ही अनमोदन या अननमोदन नही कर िदया जाता ह यिद व िनयम इस परकार अनमोिदत कर िदए जात ह तो व यथाि थित ऐस प म िजसम व रख गए थ या ऐस पिरवितरत प म ही परभावी ह ग यिद िनयम इस परकार अननमोिदत कर िदए जात ह तो व िन परभाव हो जाएग

(3) सदन का सभापित या अ यकष यथाि थित अन छद 105 या अन छद 194 क उपबध पर और िकसी ऐसी अ य शिकत पर जो उस इस सिवधान क अधीन परा ह परितकल परभाव डाल िबना यह िनदश द सकगा िक इस परा क अधीन बनाए गए िनयम क िकसी यिकत दवारा जानबझकर िकए गए िकसी उ लघन क बार म उसी रीित स काररवाई की जाए िजस रीित स सदन क िवशषािधकार क भग क बार म की जाती ह ]

परा 7 को िकहोतो होलोहन बनाम जिच ह और अ य एआईआर 1993 एससी 412 म बहमत की राय क अनसार

अन छद 368 क खड (2) क परतक क अनसार अनसमथरन क अभाव म अिविधमा य घोिषत िकया गया

347

1[गयारहवी अनसची (अन छद 243छ)

1 किष िजसक अतगरत किष-िव तार ह 2 भिम िवकास भिम सधार का कायार वयन चकबदी और भिम सरकषण 3 लघ िसचाई जल परबध और जलिवभाजक कषतर का िवकास 4 पशपालन डरी उदयोग और कककट-पालन 5 म य उदयोग 6 सामािजक वािनकी और फामर वािनकी 7 लघ वन उपज 8 लघ उदयोग िजनक अतगरत खादय परस करण उदयोग भी ह 9 खादी गरामोदयोग और कटीर उदयोग 10 गरामीण आवासन 11 पय जल 12 ईधन और चारा 13 सड़क पिलया पल फरी जलमागर और अ य सचार साधन 14 गरामीण िवदयतीकरण िजसक अतगरत िवदयत का िवतरण ह 15 अपारपिरक ऊजार ोत 16 गरीबी उ मलन कायरकरम 17 िशकषा िजसक अतगरत पराथिमक और मा यिमक िवदयालय भी ह 18 तकनीकी परिशकषण और यावसाियक िशकषा 19 परौढ़ और अनौपचािरक िशकषा 20 प तकालय 21 सा कितक िकरयाकलाप 22 बाजार और मल 23 वा य और व छता िजनक अतगरत अ पताल पराथिमक वा य क दर

और औषधालय भी ह 24 पिरवार क याण 25 मिहला और बाल िवकास 26 समाज क याण िजसक अतगरत िवकलाग और मानिसक प स मद

यिकतय का क याण भी ह 27 दबरल वग का और िविश तया अनसिचत जाितय और अनसिचत

जनजाितय का क याण 28 सावरजिनक िवतरण परणाली 29 सामदाियक आि तय का अनरकषण ]

1 सिवधान (ितह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 4 दवारा (24-4-1993 स) जोड़ा गया

348

1[बारहवी अनसची (अन छद 243ब)

1 नगरीय योजना िजसक अतगरत नगर योजना भी ह 2 भिम उपयोग का िविनयमन और भवन का िनमारण 3 आिथरक और सामािजक िवकास योजना 4 सङक और पल 5 घरल औदयोिगक और वािणि यक परयोजन क िलए जल परदाय 6 लोक वा य व छता सफाई और कड़ा-करकट परबध 7 अिगनशमन सवाए 8 नगरीय वािनकी पयारवरण का सरकषण और पािर थितकी आयाम की अिभविदध

9 समाज क दबरल वग क िजनक अतगरत िवकलाग और मानिसक प स मद

यिकत भी ह िहत की रकषा 10 गदी-ब ती सधार और परो नयन 11 नगरीय िनधरनता उ मलन 12 नगरीय सख-सिवधाओ और सिवधाओ जस पाकर उदयान खल क मदान की

यव था 13 सा कितक शकषिणक और स दयरपरक आयाम की अिभविदध 14 शव गाड़ना और किबर तान शवदाह और मशान और िवदयत शवदाह गह 15 काजी हाउस पशओ क परित कररता का िनवारण 16 ज म-मरण सािखयकी िजसक अतगरत ज म और म य रिज टरीकरण भी

ह 17 सावरजिनक सख-सिवधाए िजनक अतगरत सड़क पर परकाश पािकर ग थल

बस टाप और जन सिवधाए भी ह 18 वधशालाओ और चमरशोधनशालाओ का िविनयमन ]

1 सिवधान (चौह रवा सशोधन) अिधिनयम 1992 की धारा 4 दवारा (1-6-1993 स) जोड़ा गया

349

पिरिश 1 1सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954

सआ 48 रा पित सिवधान क अन छद 370 क खड (1) दवारा परद शिकतय का परयोग

करत हए ज म-क मीर रा य की सरकार की सहमित स िन निलिखत आदश करत ह ndash

1 (1) इस आदश का सिकष नाम सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 ह

(2) यह 14 मई 1954 को परव होगा और ऐसा होन पर सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1950 को अिधकरात कर दगा

2 2[सिवधान क अन छद 1 तथा अन छद 370 क अितिरकत उसक 20 जन 1964 को यथा परव और सिवधान (उ नीसवा सशोधन) अिधिनयम 1966 सिवधान (इककीसवा सशोधन) अिधिनयम 1967 सिवधान (तईसवा सशोधन) अिधिनयम 1969 की धारा 5 सिवधान (चौबीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 सिवधान (प चीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 की धारा 2 सिवधान (छ बीसवा सशोधन) अिधिनयम 1971 सिवधान (तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 सिवधान (इकतीसवा सशोधन) अिधिनयम 1973 की धारा 2 सिवधान (ततीसवा सशोधन) अिधिनयम 1974 की धारा 2 सिवधान (अड़तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 की धारा 2 5 6 और 7 सिवधान (उनतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 सिवधान (चालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1976 सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 की धारा 2 3 और 6 और सिवधान (इकसठवा सशोधन) अिधिनयम 1988 दवारा यथासशोिधत जो उपबध ज म-क मीर रा य क सबध म लाग ह ग और व अपवाद और उपातरण िजनक अधीन व इस परकार लाग ह ग िन निलिखत ह ग ndash]

(1) उ िशका

1 िविध मतरालय की अिधसचना स0 का0िन0आ0 1610 तारीख 14 मई 1954 भारत का राजपतर असाधारण भाग

2 धारा 3 प0 821 म परकािशत 2 परारभ म आन वाल श द सिवधान आदश 56 सिवधान आदश 74 सिवधान आदश 76 सिवधान आदश 79

सिवधान आदश 89 सिवधान आदश 91 सिवधान आदश 94 सिवधान आदश 98 सिवधान आदश 104 सिवधान आदश 105 सिवधान आदश 108सिवधान आदश 136 और त प ात सिवधान आदश 141 दवारा सशोिधत होकर उपरोकत प म आए

भारत का सिवधान

350

(2) भाग 1 अन छद 3 म िन निलिखत और परतक जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquoपरत यह और िक ज म-क मीर रा य क कषतर को बढ़ान या घटान या उस रा य क नाम या उसकी सीमा म पिरवतरन करन का उपबध करन वाला कोई िवधयक उस रा य क िवधान-मडल की सहमित क िबना सस म परः थािपत नही िकया जाएगा rdquo

(3) भाग 2 (क) यह भाग ज म-क मीर रा य क सबध म 26 जनवरी 1950 स

लाग समझा जाएगा (ख) अन छद 7 म िन निलिखत और परतक जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquoपरत यह और िक इस अन छद की कोई बात ज म-क मीर रा य क ऐस थायी िनवासी को लाग नही होगी जो ऐस रा यकषतर को जो इस समय पािक तान क अतगरत ह पर जन करन क प ात उस रा य क कषतर को ऐसी अनजञा क अधीन लौट आया ह जो उस रा य म पनवारस क िलए या थायी प स लौटन क िलए उस रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध क परािधकार दवारा या उसक अधीन दी गई ह तथा ऐसा पर यक यिकत भारत का नागिरक समझा जाएगा rdquo

(4) भाग 3 (क) अन छद 13 म सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर

लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह 1(ख) (ग) अन छद 16 क खड (3) म रा य क परित िनदश का यह अथर

लगाया जाएगा िक उसक अतगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश नही ह (घ) अन छद 19 म इस आदश क परारभ स 2[3[प चीस] वषर] की अविध

क िलएndash (i) खड (3) और (4) म ldquoअिधकार क परयोग परrdquo श द क प ात

ldquoरा य की सरकषा याrdquo श द अतः थािपत िकए जाएग

1 सिवधान आदश 124 दवारा (4-2-1985 स) खड (ख) का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 69 दवारा ldquoदस वषरrdquo क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 97 दवारा ldquoबीसrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

351

(ii) खड (5) म ldquoया िकसी अनसिचत जनजाित क िहत क सरकषण क िलएrdquo श द क थान पर ldquoअथवा रा य की सरकषा क िहत क िलएrdquo श द रख जाएग और

(iii) िन निलिखत नया खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash lsquo(7) खड (2) (3) (4) और (5) म आन वाल ldquoयिकतयकत

िनबरधनrdquo श द का यह अथर लगाया जाएगा िक व िनबरधन ऐस ह िज ह समिचत िवधान-मडल यिकतयकत समझता ह rsquo

(ङ) अन छद 22 क खड (4) म ldquoसस rdquo श द क थान पर ldquoरा य िवधान-मडलrdquo श द रख जाएग और खड (7) म ldquoसस िविध दवारा िविहत कर सकगीrdquo श द क थान पर ldquoरा य िवधान-मडल िविध दवारा िविहत कर सकगाrdquo श द रख जाएग

(च) अन छद 31 म खड (3) (4) और (6) का लोप िकया जाएगा और खड (5) क थान पर िन निलिखत खड रखा जाएगा अथारत ndash

ldquo(5) खड (2) की कोई बातndash (क) िकसी वतरमान िविध क उपबध पर अथवा (ख) िकसी ऐसी िविध क उपबध पर िजस रा य इसक

प ातndash (i) िकसी कर या शाि त क अिधरोपण या उ गरहण

क परयोजन क िलए अथवा (ii) सावरजिनक वा य की अिभविदध या पराण या

सपि क सकट-िनवारण क िलए अथवा (iii) ऐसी सपि की बाबत जो िविध दवारा िन करात

सपि घोिषत की गई ह बनाए

कोई परभाव नही डालगी rdquo (छ) अन छद 31क म खड (1) क पर तक का लोप िकया जाएगा

और खड (2) क उपखड (क) क थान पर िन निलिखत उपखड रखा जाएगा अथारत ndash

lsquo(क) ldquoसपदाrdquo स ऐसी भिम अिभपरत होगी जो किष क परयोजन क िलए या किष क सहायक परयोजन क िलए या चरागाह क िलए अिधभोग म ह या पटट पर दी गई ह और इसक अतगरत िन निलिखत भी ह अथारत ndash

(i) ऐसी भिम पर भवन क थल और अ य सरचनाए (ii) ऐसी भिम पर खड़ वकष

भारत का सिवधान

352

(iii) वन भिम और व य बजर भिम (iv) जल स ढक कषतर और जल पर तरत हए खत (v) जदर और घऱाट थल (vi) कोई जागीर इनाम मआफी या मकरररी या इसी परकार

का अ य अनदान िक त इसक अतगरत िन निलिखत नही ह mdash

(i) िकसी नगर या नगरकषतर या गराम आबादी म कोई भवन- थल या िकसी ऐस भवन या थल स अनलगन कोई भिम

(ii) कोई भिम जो िकसी नगर या गराम क थल क प म अिधभोग म ह या

(iii) िकसी नगरपािलका या अिधसिचत कषतर या छावनी या नगरकषतर म या िकसी कषतर म िजसक िलए कोई नगर योजना कीम मजर की गई ह भवन िनमारण क परयोजन क िलए आरिकषत कोई भिम rsquo

1[(ज) अन छद 32 म खड (3) का लोप िकया जाएगा ] (झ) अन छद 35 म ndash

(i) सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह

(ii) खड (क) (i) म ldquoअन छद 16 क खड (3) अन छद 32 क खड (3)rdquo श द अक और को क का लोप िकया जाएगा और

(iii) खड (ख) क प ात िन निलिखत खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquo(ग) सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 क परारभ क पवर या प ात िनवारक िनरोध की बाबत ज म-क मीर रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई कोई िविध इस आधार पर श य नही होगी िक वह इस भाग क उपबध म स िकसी स असगत ह िक त ऐसी कोई िविध उकत आदश क परारभ स 2[3[प चीस] वषर] क अवसान पर ऐसी असगित की मातरा तक उन बात क िसवाय परभावहीन हो जाएगी िज ह उनक अवसान क पवर िकया गया ह या करन का लोप िकया गया ह rdquo

1 सिवधान आदश 89 दवारा परित थािपत 2 सिवधान आदश 69 दवारा ldquoदस वषरrdquo क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 97 दवारा ldquoबीसrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

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(ञ) अन छद 35 क प ात िन निलिखत नया अन छद जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquo35क थायी िनवािसय और उनक अिधकार की बाबत िविधय की यावि ndash इस सिवधान म अतिवर िकसी बात क होत हए भी ज म-क मीर रा य म परव ऐसी कोई िवदयमान िविध और इसक प ात रा य क िवधान-मडल दवारा अिधिनयिमत ऐसी कोई िविधndash

(क) जो उन यिकतय क वग को पिरभािषत करती ह जो ज म-क मीर रा य क थायी िनवासी ह या ह ग या

(ख) जोndash (i) रा य सरकार क अधीन िनयोजन (ii) रा य म थावर सपि क अजरन (iii) रा य म बस जान या (iv) छातरवि य क या ऐसी अ य परकार की

सहायता क जो रा य सरकार परदान कर अिधकार की बाबत ऐस थायी िनवािसय को कोई िवशष अिधकार और िवशषािधकार परद करती ह या अ य यिकतय पर कोई िनबरधन अिधरोिपत करती ह इस आधार पर श य नही होगी िक वह इस भाग क िकसी उपबध दवारा भारत क अ य नागिरक को परद िक ही अिधकार स असगत ह या उनको छीनती या यन करती ह rdquo

(5) भाग 5 1[(क) अन छद 55 क परयोजन क िलए ज म-क मीर रा य की

जनसखया ितरसठ लाख समझी जाएगी (ख) अन छद 81 म खड (2) और (3) क थान पर िन निलिखत खड

रख जाएग अथारत ndash ldquo(2) खड (1) क उपखड (क) क परयोजन क िलए ndash

(क) लोक सभा म रा य को छह थान आबिटत िकए जाएग

1 सिवधान आदश 98 दवारा खड (क) और खड (ख) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

354

(ख) पिरसीमन अिधिनयम 1972 क अधीन गिठत पिरसीमन आयोग दवारा रा य को ऐसी परिकरया क अनसार जो आयोग उिचत समझ एक सद यीय परादिशक िनवारचन-कषतर म िवभािजत िकया जाएगा

(ग) िनवारचन-कषतर म यथासा य भौगोिलक प स सहत कषतर ह ग और उनका पिरसीमन करत समय पराकितक िवशषताओ परशासिनक इकाइय की िवदयमान सीमाओ सचार की सिवधाओ और लोक सिवधा को यान म रखा जाएगा

(घ) उन िनवारचन-कषतर म िजनम रा य िवभािजत िकया जाए पािक तान अिधकत कषतर समािव नही ह ग (3) खड (2) की कोई बात लोक सभा म रा य क परितिनिध व पर

तब तक परभाव नही डालगी जब तक पिरसीमन अिधिनयम 1972 क अधीन ससदीय िनवारचन-कषतर क पिरसीमन स सबिधत पिरसीमन आयोग क अितम आदश या आदश क भारत क राजपतर म परकाशन की तारीख को िवदयमान सदन का िवघटन न हो जाए

(4) (क) पिरसीमन आयोग रा य की बाबत अपन कतर य म अपनी सहायता करन क परयोजन क िलए अपन साथ पाच यिकतय को सहयोिजत करगा जो रा य का परितिनिध व करन वाल लोक सभा क सद य ह ग

(ख) रा य स इस परकार सहयोिजत िकए जान वाल यिकत सदन की सरचना का स यक यान रखत हए लोक सभा क अ यकष दवारा नामिनिदर िकए जाएग

(ग) उपखड (ख) क अधीन िकए जान वाल परथम नामिनदशन लोक सभा क अ यकष दवारा सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) दसरा सशोधन आदश 1974 क परारभ स दो मास क भीतर िकए जाएग

(घ) िकसी भी सहयोिजत सद य को पिरसीमन आयोग क िकसी िविन य पर मत दन या ह ताकषर करन का अिधकार नही होगा

(ङ) यिद म य या पद याग क कारण िकसी सहयोिजत सद य का पद िरकत हो जाता ह तो उस लोक सभा क अ यकष दवारा और उपखड (क) और (ख) क उपबध क अनसार यथाशकय शीघर भरा जाएगा rdquo]

भारत का सिवधान

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1[(ग) अन छद 133 म खड (1) क प ात िन निलिखत खड अतः थािपत िकया जाएगा अथारत ndash

lsquo(1क) सिवधान (तीसवा सशोधन) अिधिनयम 1972 की धारा 3 क उपबध ज म-क मीर रा य क सबध म इस उपातरण क अधीन लाग ह ग िक उसम ldquoइस अिधिनयमrdquo ldquoइस अिधिनयम क परारभrdquo ldquoयह अिधिनयम पािरत नही िकया गया होrdquo और ldquoइस अिधिनयम दवारा यथा सशोिधत उस खड क उपबध कीrdquo क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व करमशः ldquoसिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) दसरा सशोधन आदश 1974rdquo ldquoउकत आदश क परारभrdquo ldquoउकत आदश पािरत नही िकया गया होrdquo और ldquoउकत खड क उपबध जस िक व उकत आदश क परारभ क प ात ह rdquo क परित िनदश हrsquo ] 2[(घ)] अन छद 134 क खड (2) म ldquoसस rdquo श द क प ात ldquoरा य क

िवधान-मडल क अनरोध परrdquo श द अतः थािपत िकए जाएग 2[(ङ)] अन छद 135 3 और 139 का लोप िकया जाएगा 4(च) 4(छ)

5[(5क) भाग 6 6[(क) अन छद 153 स 217 तक अन छद 219 अन छद 221

अन छद 223 224 224क और 225 तथा अन छद 227 स 237 तक का लोप िकया जाएगा ]

(ख) अन छद 220 म सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) सशोधन आदश 1960 क परित िनदश ह

7[(ग) अन छद 222 म खड (1) क प ात िन निलिखत नया खड अतः थािपत िकया जाएगा अथारत ndash

ldquo(1क) पर यक ऐसा अतरण जो ज म-क मीर क उ च यायालय स अथवा उस उ च यायालय को हो रा यपाल क परामशर क प ात िकया जाएगा rdquo]

1 सिवधान आदश 98 दवारा अतः थािपत 2 सिवधान आदश 98 दवारा खड (ग) और खड (घ) को खड (घ) और खड (ङ) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 3 सिवधान आदश 60 दवारा अक ldquo136rdquo का लोप िकया गया 4 सिवधान आदश 56 दवारा खड (च) और खड (छ) का लोप िकया गया 5 सिवधान आदश 60 दवारा (26-1-1960 स) अतः थािपत 6 सिवधान आदश 89 दवारा खड (क) क थान पर परित थािपत 7 सिवधान आदश 74 दवारा (24-11-1965 स) खड (ग) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

356

(6) भाग 11 1[(क) अन छद 246 क खड (1) म आन वाल ldquoखड (2) और खड (3)rdquo

श द को क और अक क थान पर ldquoखड (2)rdquo श द को क और अक रख जाएग और खड (2) म आन वाल ldquoखड (3) म िकसी बात क होत हए भीrdquo श द को क और अक का तथा सपणर खड (3) और खड (4) का लोप िकया जाएगा ]

2[3[(ख) अन छद 248 क थान पर िन निलिखत अन छद रखा जाएगा अथारत ndash

ldquo248 अविश िवधायी शिकतया ndash सस कोndash 4[(क) िविध दवारा थािपत सरकार को आतिकत करन या

जनता या जनता क िकसी अनभाग म आतक उ प न करन या जनता क िकसी अनभाग को पथक करन या जनता क िविभ न अनभाग क बीच समरसता पर परितकल परभाव डालन वाल आतकवादी काय को अतवरिलत करन वाल िकरयाकलाप को रोकन क सबध म ]

5[(कक)] भारत की परभता तथा परादिशक अखडता को अनअगीकत पर गत या िवि छ न करन अथवा भारत रा यकषतर क िकसी भाग का अ यपरण करान अथवा भारत रा यकषतर क िकसी भाग को सघ स िवलग करान वाल अथवा भारत क रा ीय वज भारतीय रा गान और इस सिवधान का अपमान करन वाल 6[अ य िकरयाकलाप को रोकन] क सबध म और

(ख) (i) समदर या वाय दवारा िवदश यातरा पर (ii) अतदशीय िवमान यातरा पर (iii) मनीआडरर फोनतार और तार को सि मिलत करत हए

डाक व तओ पर कर लगान क सबध म िविध बनान की अन य शिकत ह rdquo]]

1 सिवधान आदश 66 दवारा परित थािपत 2 सिवधान आदश 85 दवारा खड (ख) और खड (खख) मल खड (ख) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 93 दवारा खड (ख) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान आदश 122 दवारा अतः थािपत 5 सिवधान आदश 122 दवारा खड (क) को खड (कक) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 6 सिवधान आदश 122 दवारा ldquoिकरयाकलाप को रोकनrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

357

1[ प ीकरणndashइस अन छद म ldquoआतकवादी कायरrdquo स बम डायनामाइट या अ य िव फोटक पदाथ या वलनशील पदाथ या अग यायध या अ य पराणहर आयध या िवष का या अपायकर गस या अ य रसायन या पिरसकटमय परकित क िक ही अ य पदाथ का (चाह व जव ह या अ य) उपयोग करक िकया गया कोई कायर या बात अिभपरत ह ]

2[(खख) अन छद 249 क खड (1) म ldquoरा य सची म परगिणत ऐस िवषय क सबध म जो उस सक प म िविनिदर हrdquo श द क थान पर ldquoउस सक प म िविनिदर ऐस िवषय क सबध म जो सघ सची या समवतीर सची म परगिणत िवषय नही हrdquo श द रख जाएग ]

(ग) अन छद 250 म ldquoरा य-सची म परगिणत िकसी भी िवषय क सबध मrdquo श द क थान पर ldquoसघ-सची म परगिणत न िकए गए िवषय क सबध म भीrdquo श द रख जाएग

3(घ)

(ङ) अन छद 253 म िन निलिखत पर तक जोड़ा जाएगा अथारत mdash

ldquoपर त सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 क परारभ क प ात ज म-क मीर रा य क सबध म यव था को परभािवत करन वाला कोई िविन य भारत सरकार दवारा उस रा य की सरकार की सहमित स ही िकया जाएगा rdquo 4(च)

5[(च)] अऩ छद 255 का लोप िकया जाएगा

5[(छ)] अन छद 256 को उसक खड (1) क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा और उसम िन निलिखत नया खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash

1 सिवधान आदश 122 दवारा अतः थािपत 2 सिवधान आदश 129 दवारा खड (खख) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 129 दवारा खड (घ) का लोप िकया गया 4 सिवधान आदश 66 दवारा खड (च) का लोप िकया गया 5 सिवधान आदश 66 दवारा खड (छ) और खड (ज) को खड (च) और खड (छ) क प म पनःअकषरािकत िकया गया

भारत का सिवधान

358

ldquo(2) ज म-क मीर रा य अपनी कायरपािलका शिकत का इस परकार परयोग करगा िजसस उस रा य क सबध म सिवधान क अधीन सघ क कतर य और उ रदािय व का सघ दवारा िनवरहन सगम हो और िविश तया उकत रा य यिद सघ वसी अपकषा कर सघ की ओर स और उसक यय पर सपि का अजरन या अिधगरहण करगा अथवा यिद सपि उस रा य की हो तो ऐस िनबधन पर जो करार पाए जाए या करार क अभाव म जो भारत क मखय यायमितर दवारा िनयकत म य थ दवारा अवधािरत िकए जाए उस सघ को अतिरत करगा rdquo 1 2[(ज)] अन छद 261 क खड (2) म ldquoसस दवारा बनाई गईrdquo श द का

लोप िकया जाएगा (7) भाग 12

3 4[(क)] अन छद 267 क खड (2) अन छद 273 अन छद 283 क खड

(2) 5[और अन छद 290] का लोप िकया गया 4[(ख)] अन छद 266 282 284 298 299 और 300 म रा य या

रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अतगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश नही ह

4[(ग)] अन छद 277 और 295 म सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह (8) भाग 13

6 अन छद 303 क खड (1) म ldquoसातवी अनसची की सिचय म स िकसी म यापार और वािण य सबधी िकसी परिवि क आधार परrdquo श द का लोप िकया जाएगा

6

1 सिवधान आदश 56 दवारा खड (झ) का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 56 दवारा खड (ञ) को खड (झ) क प म पनःअकषरािकत िकया गया और त प ात सिवधान आदश

66 दवारा उस खड (ज) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 3 सिवधान आदश 55 दवारा अतः थािपत खड (क) और खड (ख) का सिवधान आदश 56 दवारा लोप िकया गया 4 खड (क) खड (ख) और खड (ग) [सिवधान आदश 55 दवारा करमशः खड (ग) खड (घ) और खड (ङ) क प म पनःअकषरािकत िकए गए] त प ात पनः सिवधान आदश 56 दवारा उ ह करमशः खड (क) खड (ख) और खड (ग) क प म पनःअकषरािकत िकए गए

5 सिवधान आदश 94 दवारा ldquoअन छद 290 और अन छद 291rdquo क थान पर परित थािपत 6 सिवधान आदश 56 दवारा को क और अकषर ldquo(क)rdquo तथा खड (ख) का लोप िकया गया

भारत का सिवधान

359

(9) भाग 14 1[अन छद 312 म ldquoरा य कrdquo श द क प ात ldquo(िजनक अतगरत ज म-

क मीर रा य भी ह)rdquo को क और श द अतः थािपत िकए जाएग ] 2[(10) भाग 15

(क) अन छद 324 क खड (1) म ज म-क मीर क िवधान-मडल क दोन सदन म स िकसी सदन क िनवारचन क बार म सिवधान क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह ज म-क मीर क सिवधान क परित िनदश ह

3[(ख) अन छद 325 326 327 और 329 म रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उसक अतगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश नही ह

(ग) अन छद 328 का लोप िकया जाएगा ] (घ) अन छद 329 म ldquoया अन छद 328rdquo श द और अक का लोप िकया

जाएगा ]] 4[(ङ) अन छद 329क म खड (4) और (5) का लोप िकया जाएगा ]

(11) भाग 16 5 6[(क)] अन छद 331 332 333 7[336 और 337] का लोप िकया

जाएगा 6[(ख)] अन छद 334 और 335 म रा य या रा य क परित िनदश का

यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अ तगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश नही ह

8[(ग)] अन छद 339 क खड (1) म ldquoरा य क अनसिचत कषतर क परशासन और अनसिचत जनजाितय rdquo श द क थान पर ldquoरा य की अनसिचत जनजाितय rdquo श द रख जाएग

1 सिवधान आदश 56 दवारा पवरवतीर उपातरण क थान पर परित थािपत 2 सिवधान आदश 60 दवारा (26-1-1960 स) उपपरा (10) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 75 दवारा खड (ख) और खड (ग) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान आदश 105 दवारा अतः थािपत 5 सिवधान आदश 124 दवारा (4-12-1985 स) खड (क) का लोप िकया गया 6 सिवधान आदश 124 दवारा (4-12-1985 स) खड (ख) और खड (ग) को खड (क) और खड (ख) क प म

पनःअकषरािकत िकया गया 7 सिवधान आदश 124 दवारा (4-12-1985 स) खड ldquo336 337 339 और 342rdquo क थान पर परित थािपत 8 सिवधान आदश 124 दवारा (4-12-1985 स) अतः थािपत

भारत का सिवधान

360

(12) भाग 17 इस भाग क उपबध कवल वही तक लाग ह ग जहा तक वndash

(i) सघ की राजभाषा (ii) एक रा य और दसर रा य क बीच अथवा िकसी रा य और

सघ क बीच पतरािद की राजभाषा और (iii) उ चतम यायालय म कायरवािहय की भाषा

स सबिधत ह (13) भाग 18

(क) अन छद 352 म िन निलिखत नया खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash ldquo1[(6)] कवल आतिरक अशाित या उसका सकट सि नकट होन क

आधार पर की गई आपात की उदघोषणा (अन छद 354 की बाबत लाग होन क िसवाय) ज म-क मीर रा य क सबध म तभी लाग होगी 2[जब वहndash

(क) उस रा य की सरकार क अनरोध पर या उसकी सहमित स की गई ह या

(ख) जहा वह इस परकार नही की गई ह वहा वह उस रा य की सरकार क अनरोध पर या उसकी सहमित स रा पित दवारा बाद म लाग की गई ह rdquo

3[(ख) अन छद 356 क खड (1) म इस सिवधान क उपबध या उपबध क परित िनदश का ज म-क मीर रा य क सबध म यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अतगरत ज म-क मीर क सिवधान क उपबध या उपबध क परित िनदश ह

4[(खख) अन छद 356 क खड (4) म दसर पर तक क प ात िन निलिखत पर तक अतः थािपत िकया जाएगा अथारत ndash

1 सिवधान आदश 104 दवारा ldquo(4)rdquo क थान पर परित थािपत 2 सिवधान आदश 100 दवारा कितपय श द क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 71 दवारा परित थािपत 4 सिवधान आदश 151 दवारा जोड़ा गया

भारत का सिवधान

361

lsquoपर त यह भी िक ज म-क मीर रा य क बार म 18 जलाई 1990 को खड (1) क अधीन जारी की गई उदघोषणा क मामल म इस खड क पहल पर तक म ldquoतीन वषरrdquo क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह 1[ldquoसात वषरrdquo] क परित िनदश ह rsquo (ग) अन छद 360 का लोप िकया जाएगा

(14) भाग 19 2 3[(क)] 4[अन छद 365] का लोप िकया जाएगा 5 3[(ख)] अन छद 367 म िन निलिखत खड जोड़ा जाएगा अथारत ndash

ldquo(4) इस सिवधान क जसा िक वह ज म-क मीर रा य क सबध म लाग होता ह परयोजन क िलएndash

(क) इस सिवधान या उसक उपबध क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व उकत रा य क सबध म लाग सिवधान क या उसक उपबध क परित िनदश भी ह

6[(कक) रा य की िवधान सभा की िसफािरश पर रा पित दवारा ज म-क मीर क सदर-िरयासत क प म त समय मा यतापरा तथा त समय पद थ रा य मितर-पिरष की सलाह पर कायर करन वाल यिकत क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व ज म-क मीर क रा यपाल क परित िनदश ह

(ख) उस रा य की सरकार क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अतगरत अपनी मितर-पिरष की सलाह पर कायर कर रह ज म-क मीर क रा यपाल क परित िनदश ह

पर त 10 अपरल 1965 स पवर की िकसी अविध की बाबत ऐस िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उनक अतगरत अपनी मितर-पिरष की सलाह स कायर कर रह सदर-िरयासत क परित िनदश ह ]

1 सिवधान आदश 162 दवारा ldquoछह वषरrdquo क थान पर परित थािपत 2 सिवधान आदश 74 दवारा खड (क) का लोप िकया गया 3 सिवधान आदश 74 दवारा खड (ख) और खड (ग) को खड (क) और खड (ख) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 4 सिवधान आदश 94 दवारा ldquoअन छद 362 और अन छद 365rdquo क थान पर परित थािपत 5 सिवधान आदश 56 दवारा मल खड (ग) का लोप िकया गया 6 सिवधान आदश 74 दवारा खड (ख) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

362

(ग) उ च यायालय क परित िनदश क अतगरत ज म-क मीर रा य क उ च यायालय क परित िनदश ह 1

2[(घ)] उकत रा य क थायी िनवािसय क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उनस ऐस यिकत अिभपरत ह िज ह रा य म परव िविधय क अधीन रा य की परजा क प म सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) आदश 1954 क परारभ स पवर मा यतापरा थी या िज ह रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध दवारा रा य क थायी िनवािसय क प म मा यतापरा ह और

3[(ङ) रा यपाल क परित िनदश क अतगरत ज म-क मीर क रा यपाल क परित िनदश ह

पर त 10 अपरल 1965 स पवर की िकसी अविध की बाबत ऐस िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व रा पित दवारा ज म-क मीर क सदर-िरयासत क प म मा यतापरा यिकत क परित िनदश ह और उनक अतगरत रा पित दवारा सदर-िरयासत की शिकतय का परयोग करन क िलए सकषम यिकत क प म मा यतापरा िकसी यिकत क परित िनदश भी ह rdquo]

(15) भाग 20 4[(क)] 5[अन छद 368 क खड (2) म] िन निलिखत पर तक जोड़ा जाएगा

अथारत ndash ldquoपर त यह और िक कोई सशोधन ज म-क मीर रा य क सबध म

तभी परभावी होगा जब वह अन छद 370 क खड (1) क अधीन रा पित क आदश दवारा लाग िकया गया हो rdquo 6[(ख) अन छद 368 क खड (3) क प ात िन निलिखत खड जोड़ा

जाएगा अथारत ndash

1 सिवधान आदश 56 दवारा खड (घ) का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 56 दवारा खड (ङ) को खड (घ) क प म पनःअकषरािकत िकया गया 3 सिवधान आदश 74 दवारा खड (ङ) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान आदश 101 दवारा खड (क) क प म सखयािकत 5 सिवधान आदश 91 दवारा ldquoअन छद 368 मrdquo क थान पर परित थािपत 6 सिवधान आदश 101 दवारा अतः थािपत

भारत का सिवधान

363

ldquo(4) ज म-क मीर सिवधान कndash (क) रा यपाल की िनयिकत शिकतय क य कतर य

उपलि धय भ िवशषािधकार या उ मिकतय या (ख) भारत क िनवारचन आयोग दवारा िनवारचन क अधीकषण

िनदशन और िनयतरण िवभद क िबना िनवारचन नामाविल म सि मिलत िकए जान की पातरता वय क मतािधकार और िवधान पिरष क गठन जो ज म-क मीर सिवधान की धारा 138 139 140 और 150 म िविनिदर िवषय ह

स सबिधत िकसी उपबध म या उसक परभाव म कोई पिरवतरन करन क िलए ज म-क मीर रा य क िवधान-मडल दवारा बनाई गई िकसी िविध का कोई परभाव तभी होगा जब ऐसी िविध रा पित क िवचार क िलए आरिकषत रखन क प ात उनकी अनमित परा कर लती ह rdquo]

(16) भाग 21 (क) अन छद 369 371 1[371क] 2[372क] 373 अन छद 374 क

खड (1) (2) (3) और (5) और 3[अन छद 376 स 378क तक का और अन छद 392] का लोप िकया जाएगा

(ख) अन छद 372 मndash (i) खड (2) और (3) का लोप िकया जाएगा (ii) भारत क रा यकषतर म परव िविध क परित िनदश क अतगरत

ज म-क मीर रा य क रा यकषतर म िविध का बल रखन वाली िहदायत ऐलान इि तहार पिरपतर रोबकार इरशाद याददा त रा य पिरष क सक प सिवधान सभा क सक प और अ य िलखत क परित िनदश भी ह ग और

(iii) सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह (ग) अन छद 374 क खड (4) म रा य म िपरवी क िसल क प म

कायररत परािधकारी क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह ज म-क मीर सिवधान अिधिनयम 1996 क अधीन गिठत सलाहकार बोडर क परित िनदश ह और सिवधान क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक व इस आदश क परारभ क परित िनदश ह

1 सिवधान आदश 74 दवारा अतः थािपत 2 सिवधान आदश 56 दवारा अतः थािपत 3 सिवधान आदश 56 दवारा ldquoअन छद 376 स अन छद 392 तकrdquo क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

364

(17) भाग 22 अन छद 394 और 395 का लोप िकया जाएगा

(18) पहली अनसची (19) दसरी अनसची 1 (20) तीसरी अनसची

पर प 5 6 7 और 8 का लोप िकया जाएगा (21) चौथी अनसची 2[(22) सातवी अनसची

(क) सघ-सची मndash (i) परिवि 3 क थान पर ldquo3 छाविनय का परशासनrdquo परिवि रखी

जाएगी 3[(ii) परिवि 8 9 4[और 34] परिवि 5 79 और परिवि 81

म ldquoअतररा यीय पर जनrdquo श द का लोप िकया जाएगा 6 7[(iii) परिवि 72 मndash

(क) िकसी ऐसी िनवारचन यािचका म िजसक दवारा उस रा य क िवधान-मडल क दोन सदन म स िकसी सदन क िलए िनवारचन पर गत ह ज म-क मीर रा य क उ च यायालय दवारा िकए गए िकसी िविन य या आदश क िव दध उ चतम यायालय को अपील क सबध म रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उसक अतगरत ज म-क मीर रा य क परित िनदश ह

(ख) अ य मामल क सबध म रा य क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक उसक अतगरत उस रा य क परित िनदश नही ह 8[और]

1 सिवधान आदश 56 दवारा परा 6 स सबिधत उपातरण का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 66 दवारा उपपरा (22) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 85 दवारा मद (ii) क थान पर परित थािपत 4 सिवधान आदश 92 दवारा ldquo34 और 60rdquo क थान पर परित थािपत 5 सिवधान आदश 95 दवारा lsquoपरिवि 67 म ldquoऔर अिभलखrdquo श द और अक का लोप िकया गया 6 सिवधान आदश 74 दवारा मल मद (iii) का लोप िकया गया 7 सिवधान आदश 83 दवारा मद (iii) क थान पर परित थािपत 8 सिवधान आदश 85 दवारा अतः थािपत

भारत का सिवधान

365

1[(iv) परिवि 97 क थान पर िन निलिखत परिवि रखी जाएगी अथारत ndash

ldquo2[97 (क) िविध दवारा थािपत सरकार को आतिकत करन या लोग या लोग क िकसी अनभाग म आतक उ प न करन या लोग क िकसी अनभाग को पथक करन या लोग क िविभ न अनभाग क बीच समरसता पर परितकल परभाव डालन वाल आतकवादी काय को अतवरिलत करन वाल

(ख) भारत की परभता तथा परादिशक अखडता को अनअगीकत पर गत या िवि छ न करन अथवा भारत रा यकषतर क िकसी भाग का अ यपरण करान अथवा भारत रा यकषतर क भाग को सघ स िवलग करान अथवा भारत क रा ीय वज भारतीय रा गान और इस सिवधान का अपमान करन वाल िकरयाकलाप को रोकना

समदर या वाय दवारा िवदश यातरा अतदशीय िवमान यातरा और डाक व तओ पर िजनक अतगरत मनीआडरर फोनतार और तार ह कर

प ीकरण ndash इस परिवि म ldquoआतकवादी कायरrdquo का वही अथर ह जो अन छद 248 क प ीकरण म ह rdquo]] (ख) रा य सची का लोप िकया जाएगा 3[(ग) समवतीर सची मndash

4[(i) परिवि 1 क थान पर िन निलिखत परिवि रखी जाएगी अथारत ndash

ldquo1 दड िविध (िजसक अतगरत सची 1 म िविनिदर िवषय़ म स िकसी िवषय स सबिधत िविधय क िव दध अपराध और िसिवल शिकत की सहायता क िलए नौ सना वाय सना या सघ क िक ही अ य सश बल क परयोग नही ह) जहा तक ऐसी दड िविध इस अनसची म िविनिदर िवषय म स िकसी िवषय म स िकसी िवषय स सबिधत िविध क िव दध अपराध स सबिधत ह rdquo 5[6[(iक) परिवि 2 क थान पर िन निलिखत परिवि रखी जाएगी

अथारत ndash ldquo2 दड परिकरया (िजसक अतगरत अपराध को रोकना तथा

1 सिवधान आदश 93 दवारा मद (iv) क थान पर परित थािपत 2 सिवधान आदश 122 दवारा परिवि 97 क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 69 दवारा परित थािपत 4 सिवधान आदश 70 दवारा मद (i) क थान पर परित थािपत 5 सिवधान आदश 94 दवारा अतः थािपत 6 सिवधान आदश 122 दवारा दवारा (4-6-1985 स) उपखड (iक) और उपखड (iख) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

366

दड यायालय का िजनक अतगरत उ चतम यायालय और उ च यायालय नही ह गठन और सगठन ह) जहा तक उसका सबधndash

(i) िक ही ऐस िवषय स जो ऐस िवषय ह िजनक सबध म सस को िविधया बनान की शिकत ह सबिधत िविधय क िव दध अपराध स ह और

(ii) िकसी िवदश म राजनियक और क सलीय अिधकािरय दवारा शपथ िदलाए जान तथा शपथपतर िलए जान स ह rdquo]

(iख) परिवि 12 क थान पर िन निलिखत परिवि रखी जाएगी अथारत ndash

ldquo12 सा य तथा शपथ जहा तक उनका सबधndash (i) िकसी िवदश म राजनियक और क सलीय

अिधकािरय दवारा शपथ िदलाए जान तथा शपथपतर िलए जान स ह और

(ii) िक ही ऐस अ य िवषय स ह जो ऐस िवषय ह िजनक सबध म सस को िविधया बनान की शिकत ह rdquo

(iग) परिवि 13 क थान पर ldquo13 िसिवल परिकरया जहा तक उसका सबध िकसी िवदश म राजनियक तथा क सलीय अिधकािरय दवारा शपथ िदलाए जान तथा शपथपतर िलए जान स हrdquo परिवि रखी जाएगी ]

1 2[3[(ii) परिवि 30 क थान पर ldquo30 ज म-मरण सािखयकी जहा

तक उसका सबध ज म तथा म य स ह िजसक अतगरत ज म और म य रिज टरीकरण हrdquo परिवि रखी जाएगी

4 5[(iii) परिवि 3 परिवि 5 स 10 तक (िजसम य दोन सि मिलत

ह) परिवि 1415 17 20 21 27 28 29 31 32 37 38 41 तथा 44 का लोप िकया जाएगा

(iiiक) परिवि 42 क थान पर ldquo42 सपि का अजरन और अिधगरहण जहा तक उसका सबध सची 1 की परिवि 67 या सची 3 की परिवि 40 क अतगरत आन वाली सपि क या िकसी ऐसी मानवीय कलाकित क िजसका कला मक या स दयार मक म य ह अजरन स हrdquo परिवि रखी जाएगी और]

1 सिवधान आदश 74 दवारा मद (ii) और (iii) का लोप िकया गया 2 सिवधान आदश 70 दवारा अतः थािपत 3 सिवधान आदश 74 दवारा मद (iv) को मद (ii) क प म पनःसखयािकत िकया गया 4 सिवधान आदश 72 दवारा मद (v) और (vi) का लोप िकया गया 5 सिवधान आदश 95 दवारा मद (iii) क थान पर परित थािपत

भारत का सिवधान

367

1[(iv) परिवि 45 म ldquoसची 2 या सची 3rdquo क थान पर ldquoइस सचीrdquo श द रख जाएग ]

(23) आठवी अनसची 2[(24) नवी अनसची

3[(क) परिवि 64 क प ात िन निलिखत परिवि या जोड़ी जाएगी अथारत ndash

4[64क] ज म-क मीर रा य कठ अिधिनयम (सवत 1978 का स0 1)

4[64ख] ज म-क मीर अिभधित अिधिनयम (सवत 1980 का स0 2)

4[64ग] ज म-क मीर भिम अ यसकरामण अिधिनयम (सवत 1995 का स0 5)

5 6[64घ] ज म-क मीर बह भ-सपदा उ सादन अिधिनयम (सवत

2007 का स0 17) 7[64ङ] जागीर और भ-राज व क अ य समनदशन आिद क

पनगररहण क बार म 1951 का आदश स 6-एच तारीख 10 माचर 1951 8[64च] ज म-क मीर बधक सपि की वापसी अिधिनयम 1976

(1976 का अिधिनयम 14) 64छ ज म-क मीर ऋणी राहत अिधिनयम 1976 (1976 का

अिधिनयम 15) 9[(ख) सिवधान (उनतालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1975 दवारा अतः थािपत

परिवि 87 स 124 तक को करमशः परिवि 65 स 102 क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा ]

1 सिवधान आदश 74 दवारा मद (vi) को मद (iv) क प म पनःसखयािकत िकया गया 2 सिवधान आदश 74 दवारा उपपरा (24) क थान पर परित थािपत 3 सिवधान आदश 105 दवारा सखयािकत 4 सिवधान आदश 98 दवारा पनःसखयािकत 5 सिवधान आदश 106 दवारा लोप िकया गया 6 सिवधान आदश 106 दवारा पनःसखयािकत 7 सिवधान आदश 105 दवारा अतः थािपत 8 सिवधान आदश 106 दवारा अतः थािपत 9 सिवधान आदश 105 दवारा अतः थािपत

भारत का सिवधान

368

1[(ग) परिवि 125 स 188 तक को करमशः परिवि 103 स 166 क प म पनःसखयािकत िकया जाएगा ] 2[(25) दसवी अनसची

(क) ldquoअन छद 102(2) और अन छद 191(2)rdquo श द को क और अक क थान पर ldquoअन छद 102(2)rdquo को क श द और अक रख जाएग

(ख) परा 1 क खड (क) म ldquoया िकसी रा य की यथाि थित िवधान सभा या िवधान-मडल का कोई सदनrdquo श द का लोप िकया जाएगा

(ग) परा 2 म ndash (i) उपपरा (1) म प ीकरण क खड (ख) क उपखड (ii) म

ldquoयथाि थित अन छद 99 या अन छद 188rdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 99rdquo श द और अक रख जाएग

(ii) उपपरा (3) म ldquoयथाि थित अन छद 99 या अन छद 188rdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 99rdquo श द और अक रख जाएग

(iii) उपपरा (4) म सिवधान (बावनवा सशोधन) अिधिनयम 1985 क परारभ क परित िनदश का यह अथर लगाया जाएगा िक वह सिवधान (ज म-क मीर को लाग होना) सशोधन आदश 1989 क परारभ क परित िनदश ह

(घ) परा 5 म ldquoअथवा िकसी रा य की िवधान पिरष क सभापित या उप सभापित अथवा िकसी रा य की िवधान सभा क अ यकष या उपा यकषrdquo श द का लोप िकया जाएगा

(ङ) परा 6 क उपपरा (2) म ldquoयथाि थित अन छद 122 क अथर म सस की कायरवािहया ह या अन छद 212 क अथर म रा य क िवधान-मडल की कायरवािहया हrdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 122 क अथर म सस की कायरवािहया हrdquo श द और अक रख जाएग

(च) परा 8 क उपपरा (3) म ldquoयथाि थित अन छद 105 या अन छद 194rdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 105rdquo श द और अक रख जाएग

1 सिवधान आदश 108 दवारा (31-12-1977 स) अतः थािपत 2 सिवधान आदश 136 दवारा अतः थािपत

392

पिरिश 3 सिवधान (चवालीसवा सशोधन) अिधिनयम 1978 स उदधरण

1 सिकष नाम और परारभ ndash (1)

(2) यह उस तारीख को परव होगा जो कदरीय सरकार राजपतर म अिधसचना दवारा िनयत कर और इस अिधिनयम क िविभ न उपबध क िलए िविभ न तारीख िनयत की जा सकगी

3 अन छद 22 का सशोधन ndash सिवधान क अन छद 22 मndash (क) खड (4) क थान पर िन निलिखत खड रखा जाएगा अथारत ndash

lsquo(4) िनवारक िनरोध का उपबध करन वाली कोई िविध िकसी यिकत का दो मास स अिधक की अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जब तक िक समिचत उ च यायालय क मखय यायमितर की िसफािरश क अनसार गिठत सलाहकार बोडर न उकत दो मास की अविध की समाि स पहल यह परितवदन नही िदया ह िक उसकी राय म ऐस िनरोध क िलए पयार कारण ह

परत सलाहकार बोडर एक अ यकष और कम स कम दो अ य सद य स िमलकर बनगा और अ यकष समिचत उ च यायालय का सवारत यायाधीश होगा और अ य सद य िकसी उ च यायालय क सवारत या सवािनव यायाधीश ह ग

परत यह और िक इस खड की कोई बात िकसी यिकत का उस अिधकतम अविध क िलए िन दध िकया जाना परािधकत नही करगी जो खड (7) क उपखड (क) क अधीन सस दवारा बनाई गई िविध दवारा िविहत की जाए

प ीकरणndashइस खड म ldquoसमिचत उ च यायालयrdquo स अिभपरत हndash (i) भारत सरकार या उस सरकार क अधीन थ िकसी

अिधकारी या परािधकारी दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म िद ली सघ रा यकषतर क िलए उ च यायालय

(ii) (सघ रा यकषतर स िभ न) िकसी रा य सरकार दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म उस रा य क िलए उ च यायालय और

(iii) िकसी सघ रा यकषतर क परशासक या ऐस परशासक क

भारत का सिवधान

393

अधीन थ िकसी अिधकारी या परािधकारी दवारा िकए गए िनरोध आदश क अनसरण म िन दध यिकत की दशा म वह उ च यायालय जो सस दवारा इस िनिम बनाई गई िविध दवारा या उसक अधीन िविनिदर िकया जाए rsquo

(ख) खड (7) मndash (i) उपखड (क) का लोप िकया जाएगा (ii) उपखड (ख) को उपखड (क) क प म पनः अकषरािकत िकया

जाएगा और (iii) उपखड (ग) को उपखड (ख) क प म पनः अकषरािकत िकया

जाएगा और इस परकार पनः अकषरािकत उपखड म ldquoखड (4) क उपखड (क)rdquo श द को क अक और अकषर क थान पर ldquoखड (4)rdquo श द को क और अक रख जाएग

394

पिरिश 4 सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003

[15 जनवरी 2004] भारत क सिवधान का और सशोधन

करन क िलए अिधिनयम

भारत गणरा य क चौवनव वषर म सस दवारा िन निलिखत प म यह अिधिनयिमत हो ndash

1 सिकष नाम और परारभndash(1) इस अिधिनयम का सिकष नाम सिवधान (अठासीवा सशोधन) अिधिनयम 2003 ह

(2) यह उस तारीख को परव होगा िजस क दरीय सरकार राजपतर म अिधसचना दवारा िनयत कर

2 नए अन छद 268क का अतः थापनndashसिवधान क अन छद 268 क प ात िन निलिखत अन छद अतः थािपत िकया जाएगा अथारत ndash

ldquo268क सघ दवारा उदगहीत िकए जान वाला और सघ तथा रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकया जान वाला सवा करndash(1) सवाओ पर कर भारत सरकार दवारा उदगहीत िकए जाएग और ऐसा कर खड (2) म उपबिधत रीित स भारत सरकार तथा रा य दवारा सगहीत और िविनयोिजत िकया जाएगा

(2) िकसी िव ीय वषर म खड (1) क उपबध क अनसार उदगहीत ऐस िकसी कर क आगम काndash

(क) भारत सरकार और रा य दवारा सगरहण (ख) भारत सरकार और रा य दवारा िविनयोजन

सगरहण और िविनयोजन क ऐस िसदधात क अनसार िकया जाएगा िज ह सस िविध दवारा बनाए rdquo 3 अन छद 270 का सशोधनndashसिवधान क अन छद 270 क खड (1) म

ldquoअन छद 268 और अन छद 269rdquo श द और अक क थान पर ldquoअन छद 268 अन छद 268क और अन छद 269rdquo श द अक और अकषर रख जाएग

4 सातवी अनसची का सशोधनndashसिवधान की सातवी अनसची म सची 1ndashसघ सची म परिवि 92ख क प ात िन निलिखत परिवि अतः थािपत की जाएगी अथारत ndash

ldquo92ग सवाओ पर कर rdquo

तारीख अिधसिचत की जानी ह

395

पिरिश 5 सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015

[28 मई 2015] भारत सरकार और बागलादश सरकार क बीच िकए गए करार और उसक परोटोकाल क अनसरण म रा यकषतर का भारत दवारा अजरन िकए जान

और कितपय रा यकषतर का बागलादश को अतरण िकए जान को परभावी करन क िलए भारत क सिवधान

का और सशोधन करन क िलए अिधिनयम

भारत गणरा य क िछयासठव वषर म सस दवारा िन निलिखत प म यह अिधिनयिमत हो --

1 सिकष नाम--इस अिधिनयम का सिकष नाम सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 ह

2 पिरभाषाए--इस अिधिनयम म-- (क) ldquoअिजरत रा यकषतरrdquo स भारत-बागलादश करार और उसक परोटोकाल म

समािव तथा पहली अनसची म िनिदर उतन रा यकषतर अिभपरत ह िजनका खड (ग) म िनिदर करार और उसक परोटोकाल क अनसरण म भारत दवारा बागलादश स अजरन िकए जान क परयोजन क िलए अ यकन िकया गया ह

(ख) ldquoिनयत िदनrdquo स ऐसी तारीख अिभपरत ह जो कदरीय सरकार राजपतर म अिधसचना दवारा भारत-बागलादश करार तथा उसक परोटोकाल क अनसरण म पहली अनसची और दसरी अनसची म यथािनिदर कछ रा यकषतर का िजनका इस परकार अजरन और अतरण कराए जान और उस परयोजन क िलए अ यकन कराए जान क प ात बागलादश स रा यकषतर क अजरन और बागलादश को रा यकषतर क अतरण क िलए तारीख िनयत कर

(ग) ldquoभारत-बागलादश करारrdquo स भारत और बागलादश क बीच भिम सीमा क अ यकन और सबदध िवषय क सबध म भारत गणरा य की सरकार और बागलादश जनवादी गणरा य की सरकार क बीच तारीख 16 मई 1974 को हआ करार तारीख 26 िदस बर 1974 तारीख 30 िदस बर 1974 तारीख 7 अकतबर 1982 और तारीख 26 माचर 1992 का पतर िविनमय तथा भारत सरकार और बागलादश सरकार क बीच हए तारीख 6 िसत बर 2011 क उकत करार का परोटोकाल अिभपरत ह िजसक ससगत उदधरण तीसरी अनसची म िदए गए ह

भारत का सिवधान

396

(घ) ldquoअतिरत रा यकषतरrdquo स भारत-बागलादश करार और उसक परोटोकाल म समािव तथा दसरी अनसची म िनिदर उतन रा यकषतर अिभपरत ह िजनका खड (ग) म िनिदर करार और उसक परोटोकाल क अनसरण म भारत दवारा बागलादश को अतिरत िकए जान क परयोजन क िलए अ यकन िकया गया ह 3 सिवधान की पहली अनसची का सशोधन--सिवधान की पहली अनसची म

िनयत िदन स ही-- (क) असम रा य क रा यकषतर स सबिधत परा म ldquoऔर व रा यकषतर भी

इसक अतगरत नही ह जो सिवधान (नवा सशोधन) अिधिनयम 1960 की धारा 3 क खड (क) म अतिवर िकसी बात क होत हए भी जहा तक उसका सबध सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की दसरी अनसची क भाग 1 म िनिदर रा यकषतर स ह सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की दसरी अनसची क भाग 1 म िनिदर हrdquo श द को क अक और अकषर अत म जोड़ जाएग

(ख) पि मी बगाल रा य क रा यकषतर स सबिधत परा म ldquoऔर व रा यकषतर भी जो पहली अनसची क भाग 3 म िनिदर ह िकत व रा यकषतर इसक अतगरत नही ह जो सिवधान (नवा सशोधन) अिधिनयम 1960 की धारा 3 क खड (ग) म अतिवर िकसी बात क होत हए भी जहा तक उसका सबध सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की पहली अनसची क भाग 3 म िनिदर रा यकषतर और दसरी अनसची क भाग 3 म िनिदर रा यकषतर स ह सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की दसरी अनसची क भाग 3 म िनिदर हrdquo श द अक को क और अकषर अत म जोड़ जाएग

(ग) मघालय रा य क रा यकषतर स सबिधत परा म ldquoऔर व रा यकषतर जो पहली अनसची क भाग 1 म िनिदर ह िक त व रा यकषतर इसक अतगरत नही ह जो सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की दसरी अनसची क भाग 2 म िनिदर हrdquo श द अक और को क अत म जोड़ जाएग

(घ) ितरपरा रा य क रा यकषतर स सबिधत परा म ldquoऔर व रा यकषतर जो सिवधान (नवा सशोधन) अिधिनयम 1960 की धारा 3 क खड (घ) म अतिवर िकसी बात क होत हए भी जहा तक उनका सबध सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की पहली अनसची क भाग 2 म िनिदर रा यकषतर स ह सिवधान (एक सौवा सशोधन) अिधिनयम 2015 की पहली अनसची क भाग 2 म िनिदर हrdquo श द को क अक और अकषर अत म जोड़ जाएग

भारत का सिवधान

397

पहली अनसची [धारा 2(क) धारा 2(ख) और धारा 3 दिखए]

भाग 1 तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 2 और तारीख 6 िसत बर 2011

क परोटोकाल क अन छद 3(I)(ख)(ii)(iii)(iv)( v) क सबध म अिजरत रा यकषतर भाग 2

तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 2 और तारीख 6 िसत बर 2011 क परोटोकाल क अन छद 3(I)(ग)(i) क सबध म अिजरत रा यकषतर

भाग 3 तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 1(12) और अन छद 2 तथा तारीख

6 िसत बर 2011 क परोटोकाल क अन छद 2(II) 3(I)(क)(iii)(iv)(v)(vi) क सबध म अिजरत रा यकषतर

दसरी अनसची [धारा 2(ख) धारा 2(घ) और धारा 3 दिखए]

भाग 1 तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 2 और तारीख 6 िसत बर 2011

क परोटोकाल क अन छद 3(I)(घ)(i)(ii) क सबध म अ तिरत रा यकषतर भाग 2

तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 2 और तारीख 6 िसत बर 2011 क परोटोकाल क अन छद 3(I)(ख)(i) क सबध म अ तिरत रा यकषतर

भाग 3 तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 1(12) और अन छद 2 तथा तारीख

6 िसत बर 2011 क परोटोकाल क अन छद 2(II) 3(I)(क)(i)(ii)(vi) क सबध म अ तिरत रा यकषतर

भारत का सिवधान

398

तीसरी अनसची [धारा 2(ग) दिखए]

I भारत गणरा य की सरकार और बागलादश जनवादी गणरा य की सरकार क बीच भारत और बागलादश क बीच भिम सीमा क अ यकन तथा सबिधत िवषय क सबध म

तारीख 16 मई 1974 को हए करार स उदधरण अन छद 1(12) िवदशी अतःकषतर (ए कलव)

बागलादश ि थत भारतीय ए कलव और भारत ि थत बागलादश ए कलव का परा 14 म उि लिखत ए कलव को छोड़कर बागलादश म जान वाल अितिरकत कषतर क िलए परितकर का दावा िकए िबना शीघरितशीघर आदान-परदान िकया जाना चािहए अन छद 2

भारत और बागलादश की सरकार इस बात क िलए सहमत ह िक पहल स अ यिकत कषतर म परितकल क ज वाल रा यकषतर िजनक सबध म सीमा पटटी मानिचतर पहल स तयार ह पणारिधकािरय दवारा सीमा पटटी मानिचतर पर ह ताकषर िकए जान क छह मास क भीतर आदान-परदान िकए जाएग व ससगत मानिचतर पर यथासभवशीघर और िकसी भी दशा म 31 िदस बर 1974 क अप ात ह ताकषर कर सकत ह ऐस अ य कषतर क िजनकी बाबत अ यकन पहल ही िकया जा चका ह मानिचतर क मदरण हत शीघर उपाय िकए जाए इ ह 31 मई 1975 तक मिदरत करा िलया जाना चािहए और त प ात उन पर पणारिधकािरय दवारा ह ताकषर करवा िलए जान चािहए िजसस िक इन कषतर म परितकलतः धािरत क ज का आदान-परदान 31 िदस बर 1975 तक िकया जा सक िजन सकटर का अभी भी अ यकन िकया जाना ह उनम रा यकषतरीय अिधकािरता का अ तरण सबिधत सीमा पटटी मानिचतर पर पणारिधकािरय दवारा ह ताकषर िकए जान क छह मास क भीतर हो सकता ह II भारत गणरा य की सरकार और बागलादश जनवादी गणरा य की सरकार क बीच भारत और बागलादश क बीच भिम सीमा क अ यकन तथा सबिधत िवषय क सबध म तारीख 6 िसत बर 2011 को हए करार क परोटोकाल स उदधरण

अन छद 2 (II) 1974 क करार क अन छद 1 खड 12 को कायारि वत िन नानसार

िकया जाएगा

भारत का सिवधान

399

ए कलव सयकत प स स यािपत और डीजीएलआरएड एस बागलादश तथा

डीएलआरएड एस पि मी बगाल (भारत) क तर पर अपरल 1997 म ह ताकषर िकए गए भ-कर ए कलव मानिचतर क अनसार बागलादश म क 111 भारतीय ए कलव और भारत म क 51 बागलादश ए कलव का बागलादश म जान वाल अितिरकत कषतर क िलए परितकर का दावा िकए िबना आदान-परदान िकया जाएगा अन छद 3

(I) 1974 क करार क अन छद 2 को िन नानसार कायारि वत िकया जाएगा

भारत सरकार और बागलादश सरकार क बीच यह करार हआ ह िक परितकल क ज म धािरत रा यकषतर क िलए जसा िक सयकत सवकषण क मा यम स अवधािरत िकया गया था और अपन-अपन परितकल क जा भ-कषतर सचक मानिचतर (एपीएल मानिचतर) म िजस िदस बर 2010 और अग त 2011 क बीच दोन दश क भ-अिभलख और सवकषण िवभाग दवारा अितम प िदया गया ह पणरतया िचितरत िकया गया था िजनका पणरतया वणरन नीच खड (क) स खड (घ) म िकया गया ह एक िनयत सीमा क प म सीमा रखा खीची जाएगी

ससगत सीमा पटटी स मानिचतर को मिदरत िकया जाएगा और उन पर पणारिधकािरय दवारा ह ताकषर िकए जाएग और रा यकषतरीय अिधकािरता का अ तरण ए कलव क आदान-परदान क साथ-साथ पणर िकया जाएगा ऊपर विणरत सचक मानिचतर म यथा िचितरत सीमा का अ यकन िन नानसार होगा

(क) पि मी बगाल सकटर (i) बौसमारी-मधगरी (कि तया-नािडया) कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 1545-एस स 1571-एस स होत हए मथबगा नदी क परान बहाव मागर क म य तक जसा िक 1962 क चकबदी मानिचतर म िचितरत ह एक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी (ii) अधारकोटा (कि तया-नािडया) कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 1525-एस स सीमा तभ स0 1531-एस स होत हए िवदयमान मथबगा नदी क िकनार तक एक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी

भारत का सिवधान

400

(iii) पकिरया (कि तया-नािडया) कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 1511-एस स सीमा तभ

स0 1522-एस स होत हए मथबगा नदी क िकनार तक एक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी (iv) चार मिह कडी (कि तया-नािडया) कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 1531-एस स सीमा तभ स0 1539-एस स होत हए मथबगा नदी क िकनार तक एक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी (v) हिरपालखतादाहबटोलीसपामरीएलएन पर (पटारी)

(नौगाव-मालदा) कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 242एस13 स सीमा

तभ स0 2437-एस5 को जोड़न वाली रखा क प म सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जन 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी

(vi) ब बाडी (पचगढ़-जलपाईगड़ी) कषतर बागलादशी दवारा परितकलतः धािरत ब बाडी कषतर

(पचगढ़-जलपाईगड़ी) और भारत दवारा परितकलतः धािरत ब बाडी और िसघपारा-खडीपारा (पचगढ़-जलपाईगड़ी) म सीमा रखा 1996-1998 क दौरान सयकत प स िकए गए अ यकन क अनसार खीची जाएगी

(ख) मघालय सकटर (i) लोबाचरा-ननचरा

लईलाग-बिलचरा म िवदयमान सीमा तभ स0 13154-एस स सीमा तभ स0 131515-एस तक लईलाग-ननचरा म सीमा तभ स0 13161-एस स सीमा तभ स0 131611-एस तक लईलाग-लिहिलग म सीमा तभ स0 1317 स सीमा तभ स0 131713-एस तक और लईलाग-लभाचरा म सीमा तभ स0 13181-एस स सीमा तभ स0 13182-एस स होत हए चाय बागान क िकनार तक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक िदस बर 2010 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी

भारत का सिवधान

401

(ii) िपरडीवाहपडआ कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 12701-एस स सीमा

तभ स0 12711-टी तक सयकत प स िकए गए सवकषण और पर पर सहमित अनसार सीमा रखा खीची जाएगी पकषकार क बीच सहमित हई ह िक िपरडीवाह गाव स भारतीय राि क को उस मानिचतर क िजस पर सहमित हई ह िब द स0 6 क िनकट िपयाग नदी स पानी लन की अनमित दी जाएगी (iii) िलगखाट कषतर

(कक) िलगखाट-Iकलमचरा और िलगखाट-IIकलमचरा

िवदयमान सीमा तभ स0 12644-एस स सीमा तभ स0 1265 और सीमा तभ स0 12656-एस स सीमा तभ स0 12659-एस तक उस रखा क अनसार सीमा रखा खीची जाएगी जसािक सयकत प स सवकषण िकया गया था और पर पर सहमित हई थी (कख) िलगखाट-IIIसोनारहाट

िवदयमान सीमा तभ स0 126613-एस स दिकषण िदशा क नाल क साथ-साथ वहा तक सीमा रखा जहा तक वह पवर-पि म िदशा म दसर नाल स िमलती ह खीची जाएगी उसक प ात यह पवर िदशा म नाल क उ री िकनार स होत हए वहा तक चलगी जहा तक वह सदभर तभ स0 12674-आर बी और 12673-आर आई क उ र म िवदयमान अ तररा ीय सीमा स िमलती ह

(iv) दावकीतमािबल कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 12751-एस स सीमा

तभ स0 12757-एस को जोड़न वाली एक सीधी रखा स सीमा रखा खीची जाएगी पकषकार इस कषतर म ldquoश य रखाrdquo पर बाड़ लगान पर सहमत ह

भारत का सिवधान

402

(v) नलजरी ीपर कषतर (कक) नलजरी-I

सीमा रखा दिकषण िदशा म िवदयमान सीमा तभ स0 12772-एस स पटटी मानिचतर स0 166 म यथा दिशरत तीन भ-खड तक वहा तक की एक ऐसी रखा होगी जहा तक वह सीमा तभ स0 12775-टी स बहन वाल नाल स िमलती ह त प ात वह दिकषण िदशा म नाल क पि मी िकनार क साथ-साथ बागलादश की ओर क दो भ-खड तक चलगी त प ात वह पवर की ओर वहा तक चलगी जहा तक सीमा तभ स0 12774-एस स दिकषण िदशा म खीची गई रखा स िमलती ह (कख) नलजरी-III

िवदयमान सीमा तभ स0 12782-एस स सीमा तभ स0 12793-एस तक सीमा रखा एक सीधी रखा क प म खीची जाएगी

(vi) मकतापरिडिबर हावोर कषतर पकषकार इस बात स सहमत ह िक भारतीय राि क

को काली मिदर जान की अनमित दी जाएगी और उ ह मकतापर की ओर क तट स मकतापरिडिबर हावोर कषतर म ि थत जलाशय स पानी लन और मछली पकड़न क अिधकार का परयोग करन की भी अनजञा दी जाएगी

(ग) ितरपरा सकटर (i) ितरपरामौलवी बाजार सकटर म च दन नगर-चपाराई

चाय बागान कषतर िवदयमान सीमा तभ स0 1904 स सीमा तभ स0

1905 तक सोनार चरी नदी क साथ सीमा रखा खीची जाएगी जसािक जलाई 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी

भारत का सिवधान

403

(घ) असम सकटर (i) असम सकटर म कालाबाड़ी (बोरोईबारी) कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 106624-टी स सीमा तभ स0 106716-टी तक सीमा रखा खीची जाएगी जसािक अग त 2011 म सयकत प स सवकषण िकया गया था और सहमित हई थी (ii) असम सकटर म प लाथाल कषतर

िवदयमान सीमा तभ स0 13703-एस स सीमा तभ स0 13716-एस स होत हए चाय बागान क बाहरी िकनार स होत हए पान बागान कषतर क बाहरी िकनार क साथ-साथ सीमा तभ स0 1372 स 13732-एस तक सीमा रखा खीची जाएगी

III तारीख 16 मई 1974 क करार क अन छद 1(12) और तारीख 6 िसत बर 2011 क करार क परोटोकाल क अनसरण म भारत और बागलादश क बीच

ए कलव क आदान-परदान की सची अ बागलादश म क आदान-परदान योगय भारतीय ए कलव कषतरफल सिहत

करम स0

िछट का नाम िछट स0 बागलादश क पिलस टशन क भीतर ि थत

पि मी बगाल क पिलस टशन क भीतर ि थत

कषतरफल एकड़ म

1 2 3 4 5 6 क वततर िछट वाल ए कलव

1 गराटी 75 पोचागर ह दीबाड़ी 5823 2 गराटी 76 पोचागर ह दीबाड़ी 079 3 गराटी 77 पोचागर ह दीबाड़ी 18 4 गराटी 78 पोचागर ह दीबाड़ी 95866 5 गराटी 79 पोचागर ह दीबाड़ी 174 6 गराटी 80 पोचागर ह दीबाड़ी 7375 7 िबगीमारी भाग-I 73 पोचागर ह दीबाड़ी 607

भारत का सिवधान

404

1 2 3 4 5 6 8 नजीरगज 41 बोडा ह दीबाड़ी 5832 9 नजीरगज 42 बोडा ह दीबाड़ी 43429 10 नजीरगज 44 बोडा ह दीबाड़ी 5347 11 नजीरगज 45 बोडा ह दीबाड़ी 107 12 नजीरगज 46 बोडा ह दीबाड़ी 1795 13 नजीरगज 47 बोडा ह दीबाड़ी 389 14 नजीरगज 48 बोडा ह दीबाड़ी 7327 15 नजीरगज 49 बोडा ह दीबाड़ी 4905 16 नजीरगज 50 बोडा ह दीबाड़ी 505 17 नजीरगज 51 बोडा ह दीबाड़ी 077 18 नजीरगज 52 बोडा ह दीबाड़ी 104 19 नजीरगज 53 बोडा ह दीबाड़ी 102 20 नजीरगज 54 बोडा ह दीबाड़ी 387 21 नजीरगज 55 बोडा ह दीबाड़ी 1218 22 नजीरगज 56 बोडा ह दीबाड़ी 5404 23 नजीरगज 57 बोडा ह दीबाड़ी 827 24 नजीरगज 58 बोडा ह दीबाड़ी 1422 25 नजीरगज 60 बोडा ह दीबाड़ी 052 26 पटीमारी 59 बोडा ह दीबाड़ी 1228 27 दखाता छट 38 बोडा ह दीबाड़ी 49921 28 स बरी 37 बोडा ह दीबाड़ी 118893 29 काजल िदघी 36 बोडा ह दीबाड़ी 77144 30 नटकटोका 32 बोडा ह दीबाड़ी 16226 31 नटकटोका 33 बोडा ह दीबाड़ी 026 32 बउलाडागा छट 35 बोडा ह दीबाड़ी 083 33 बलापारा इगराबार 3 दबीगज ह दीबाड़ी 175244 34 बला खनिकखरीजा

िसतलदहा 30 िडमला ह दीबाड़ी 771

भारत का सिवधान

405

1 2 3 4 5 6 35 बला खनिकखरीजा

िसतलदहा 29 िडमला ह दीबाड़ी 3683

36 बराखनगीर 28 िडमला ह दीबाड़ी 3053 37 नगरजीकोबरी 31 िडमला ह दीबाड़ी 3341 38 कचलीबारी 26 पटगराम मकलीगज 578 39 कचलीबारी 27 पटगराम मकलीगज 204 40 बरा कचलीबारी थाना

मकलीगज क ज0एल0 107 का अपखड

पटगराम मकलीगज 435

41 जमालोहा-बलापखारी

6 पटगराम मकलीगज 524

42 उपनचौकी कचलीबारी

1152 पटगराम मकलीगज 032

43 उपनचौकी कचलीबारी

7 पटगराम मकलीगज 4404

44 भोथनरी 11 पटगराम मकलीगज 3683 45 बालापखारी 5 पटगराम मकलीगज 5591 46 बाराखानगीर 4 पटगराम मकलीगज 5051 47 बाराखानगीर 9 पटगराम मकलीगज 8742 48 छठ बोगडोकरा 10 पटगराम मकलीगज 417 49 रतनपर 11 पटगराम मकलीगज 5891 50 बोगडोकरा 12 पटगराम मकलीगज 2549 51 पलकर डाबरी थाना

मकलीगज क ज0एल0 107 का अपखड

पटगराम मकलीगज 088

भारत का सिवधान

406

1 2 3 4 5 6 52 खरखरीया 15 पटगराम मकलीगज 6074 53 खरखरीया 13 पटगराम मकलीगज 5162 54 लोटामारी 14 पटगराम मकलीगज 11092 55 भतबारी 16 पटगराम मकलीगज 20546 56 कोमट चागरबधा 16ए पटगराम मकलीगज 428 57 कोमट चागरबधा 17ए पटगराम मकलीगज 1601 58 पनीसाला 17 पटगराम मकलीगज 13766 59 दवािरकामारी

खासबाश 18 पटगराम मकलीगज 365

60 पनीसाला 153पी पटगराम मकलीगज 027 61 पनीसाला 153ओ पटगराम मकलीगज 1801 62 पनीसाला 19 पटगराम मकलीगज 6463 63 पनीसाला 21 पटगराम मकलीगज 514 64 लोटामारी 20 पटगराम मकलीगज 28353 65 लोटामारी 22 पटगराम मकलीगज 9885 66 दवािरकामारी 23 पटगराम मकलीगज 3952 67 दवािरकामारी 25 पटगराम मकलीगज 4573 68 छट भोथाट 24 पटगराम मकलीगज 5611 69 बाकाटा 131 पटगराम हथभगा 2235 70 बाकाटा 132 पटगराम हथभगा 1196 71 बाकाटा 130 पटगराम हथभगा 2048 72 भोगरामगरी 133 पटगराम हथभगा 144 73 चनाकाटा 134 पटगराम मकलीगज 781 74 बासकाटा 119 पटगराम मथबगा 41381 75 बासकाटा 120 पटगराम मथबगा 3075 76 बासकाटा 121 पटगराम मथबगा 1215 77 बासकाटा 113 पटगराम मथबगा 5786 78 बासकाटा 112 पटगराम मथबगा 31504 79 बासकाटा 114 पटगराम मथबगा 077

भारत का सिवधान

407

1 2 3 4 5 6 80 बासकाटा 115 पटगराम मथबगा 292 81 बासकाटा 122 पटगराम मथबगा 3322 82 बासकाटा 127 पटगराम मथबगा 1272 83 बासकाटा 128 पटगराम मथबगा 233 84 बासकाटा 117 पटगराम मथबगा 255 85 बासकाटा 118 पटगराम मथबगा 3098 86 बासकाटा 125 पटगराम मथबगा 064 87 बासकाटा 126 पटगराम मथबगा 139 88 बासकाटा 129 पटगराम मथबगा 137 89 बासकाटा 116 पटगराम मथबगा 1696 90 बासकाटा 123 पटगराम मथबगा 2437 91 बासकाटा 124 पटगराम मथबगा 028 92 गोटामारी िछट 135 हाितबधा िसतलकची 12659 93 गोटामारी िछट 136 हाितबधा िसतलकची 2002 94 बनापचाई 151 लालमोिनरहाट िदनहाटा 21729 95 बनापचाई

भीतरकथी 152 लालमोिनरहाट िदनहाटा 8171

96 दिसआर छारा 150 फलबारी िदनहाटा 164344 97 दकरहाट-

दिकिनरकथी 156 करीगराम िदनहाटा 1427

98 कलामती 141 भगामारी िदनहाटा 2121 99 भाहोबगज 153 भगामारी िदनहाटा 3158 100 बाओितकरसा 142 भगामारी िदनहाटा 4563 101 बरा कोआच का 143 भगामारी िदनहाटा 3999 102 गावच का II 147 भगामारी िदनहाटा 09 103 गावच का I 146 भगामारी िदनहाटा 892 104 िदघालतरी II 145 भगामारी िदनहाटा 881 105 िदघालतरी I 144 भगामारी िदनहाटा 1231 106 छोटगरलझोरा II 149 भगामारी िदनहाटा 1785

भारत का सिवधान

408

1 2 3 4 5 6 107 छोट गरलझोरा I 148 भगामारी िदनहाटा 3574 108 ज0एल0स0 38

क दिकषणी छोर और ज0एल0स0 39 क दिकषणी छोर पर िबना नाम और ज0एल0स0 का 1 िछट ( थानीय प स

अशोकाबाड़ी क प म जञात)

157 पटगराम मथभगा 35

ख अपखड िछट वाल ए कलव 109 (i) बवलाडागा 34 ह दीबाड़ी बोडा 86246 (ii) बवलाडागा अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

110 (i) कोतभाजनी 2 ह दीबाड़ी दबीगज 201227 (ii) कोतभाजनी अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(iii) कोतभाजनी अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(iv) कोतभाजनी अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

111 (i) दहाला खागराबारी ह दीबाड़ी दबीगज 265035 (ii) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(iii) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(iv) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

29 िसत बर 2002 स 2 अकतबर 2002 तक कोलकाता म आयोिजत एक सौ पचासव (चौवनव) भारत-बागलादश

सीमा स मलन दवारा सशोिधत 18 िसत बर 2003 स 20 िसत बर 2003 तक कच िबहार (भारत) म आयोिजत एक सौ बावनव (छ पनव)

भारत-बागलादश सीमा स मलन दवारा सशोिधत

भारत का सिवधान

409

1 2 3 4 5 6 (v) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

(vi) दहाला अपखड ह दीबाड़ी दबीगज

1716063

ए कलव क उपरोकत यौर का 9 अकतबर 1996 स 12 अकतबर 1996 क दौरान कलक ा म आयोिजत भारत-बागलादश स मलन क दौरान और साथ ही 21 नव बर 1996 स 24 नव बर 1996 क दौरान जलपाईगड़ी (पि मी बगाल)-पाचागढ़ (बागलादश) सकटर म सयकत कषतर िनरीकषण क दौरान भी भारत और बागलादश दवारा धािरत अिभलख स सयकत प स िमलान िकया गया ह और उ ह समाधानपरद बनाया गया ह िट पण कषतर सीमन काल 1996-97 क दौरान सयकत भिम स यापन दवारा उपयरकत करम स0 108 क ए कलव क नाम की अशोकाबाड़ी ए कलव क प म पहचान की गई िबगरिडयर ज0आर0 पीटर िनदशक भ-अिभलख और सवकषण (पदन) पि मी बगाल भारत और िनदशक पवीर कषतर भारतीय सवकषण कलक ा

मो0 शफी उ ीन

महािनदशक भ-अिभलख और सवकषण बागलादश

आ भारत म क आदान-परदान योगय बागलादश ए कलव कषतरफल सिहत

करम स0

िछट का नाम पि मी बगाल क पिलस टशन क भीतर ि थत

बागलादश क पिलस टशन क भीतर ि थत

ज0एल0 स0

कषतरफल एकड़ म

1 2 3 4 5 6 क वततर िछट वाल ए कलव

1 िछट कचलीबारी मकलीगज पटगराम 22 37064 2 कचलीबारी की िछट

भिम मकलीगज पटगराम 24 183

3 बालापखारी मकलीगज पटगराम 21 33164 4 पनबारी स0 2 की

िछट भिम मकलीगज पटगराम 20 113

1 2 3 4 5 6

भारत का सिवधान

410

5 िछट पनबारी मकलीगज पटगराम 18 10859 6 धाबलसाती िमगीरपर मकलीगज पटगराम 15 17388 7 बामनदल मकलीगज पटगराम 11 224 8 िछट धाबलसाती मकलीगज पटगराम 14 6658 9 धाबलसाती मकलीगज पटगराम 13 6045 10 ीरामपर मकलीगज पटगराम 8 105 11 जोत िन जमा मकलीगज पटगराम 3 8754 12 जगतबर स0 3 की

िछट भिम मथबगा पटगराम 37 6984

13 जगतबर स0 1 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 35 3066

14 जगतबर स0 2 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 36 2709

15 िछट कोकोआबारी मथबगा पटगराम 47 2949 16 िछट भदारदाहा मथबगा पटगराम 67 3996 17 धाबलगड़ी मथबगा पटगराम 52 125 18 िछट धाबलगड़ी मथबगा पटगराम 53 2231 19 धाबलगड़ी स0 3 की

िछट भिम मथबगा पटगराम 70 133

20 धाबलगड़ी स0 4 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 71 455

21 धाबलगड़ी स0 5 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 72 412

22 धाबलगड़ी स0 1 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 68 2683

23 धाबलगड़ी स0 2 की िछट भिम

मथबगा पटगराम 69 1395

24 मिहशमारी िसतलकची पटगराम 54 12277 25 बरा सराडबी िसतलकची हाितबधा 13 3496 1 2 3 4 5 6

भारत का सिवधान

411

26 फलनापर िसतलकची पटगराम 64 50656 27 अमझोल िसतलकची हाितबधा 57 125 28 िकसमत भातरीगाछ िदनहाटा कालीगज 82 20995 29 दगारपर िदनहाटा कालीगज 83 2096 30 बसआ खामर

िगतालदाहा िदनहाटा लालमोिनरहाट 1 2454

31 पाओतकथी िदनहाटा लालमोिनरहाट 37 58994 32 पि म बाकालीर छरा िदनहाटा भगामारी 38 15198 33 म य बाकालीर छरा िदनहाटा भगामारी 39 3272 34 परबा बाकालीर छरा िदनहाटा भगामारी 40 1223 35 म य मसालडागा िदनहाटा भगामारी 3 13666 36 म य िछट

मसालडागा िदनहाटा भगामारी 8 1187

37 पि म िछट मसालडागा

िदनहाटा भगामारी 7 76

38 उ र मसालडागा िदनहाटा भगामारी 2 2729 39 कचआ िदनहाटा भगामारी 5 11974 40 उ र बसजानी तफानगज भगामारी 1 4717 41 छत ितलाई तफानगज भगामारी 17 8156

ख अपखड िछट वाल ए कलव 42 (i) नलगराम िसतलकची पटगराम 65 139734 (ii) नलगराम

(अपखड) िसतलकची पटगराम 65

(iii) नलगराम (अपखड)

िसतलकची पटगराम 65

1 2 3 4 5 6

भारत का सिवधान

412

43 (i) िछट नलगराम िसतलकची पटगराम 66 495 (ii) िछट नलगराम

(अपखड) िसतलकची पटगराम 66

44 (i) बतरीगाछ िदनहाटा कालीगज 81 57737 (ii) बतरीगाछ

(अपखड) िदनहाटा कालीगज 81

(iii) बतरीगाछ (अपखड)

िदनहाटा फलबारी 9

45 (i) कराला िदनहाटा फलबारी 9 26991 (ii) कराला (अपखड) िदनहाटा फलबारी 9

(iii) कराला (अपखड) िदनहाटा फलबारी 8

46 (i) िसबपरसाद म तती िदनहाटा फलबारी 8 3732 (ii) िसबपरसाद

म तती (अपखड) िदनहाटा फलबारी 6

47 (i) दिकषण मसालडागा िदनहाटा भगामारी 6 57138 (ii) दिकषण

मसालडागा (अपखड) िदनहाटा भगामारी 6

(iii) दिकषण मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 6

(iv) दिकषण मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 6

(v) दिकषण मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 6

(vi) दिकषण मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 6

1 2 3 4 5 6

भारत का सिवधान

413

48 (i) पि म मसालडागा िदनहाटा भगामारी 4 2949 (ii) पि म

मसालडागा (अपखड) िदनहाटा भगामारी 4

49 (i) परबा िछट मसालडागा

िदनहाटा भगामारी 10 3501

(ii) परबा िछट मसालडागा (अपखड)

िदनहाटा भगामारी 10

50 (i) परबा मसालडागा िदनहाटा भगामारी 11 15389 (ii) परबा मसालडागा

(अपखड) िदनहाटा भगामारी 11

51 (i) उ र धालडागा तफानगज भगामारी 14 2498 (ii) उ र धालडागा

(अपखड) तफानगज भगामारी 14

(iii) उ र धालडागा (अपखड)

तफानगज भगामारी 14

कल कषतर 711002

ए कलव क उपरोकत यौर का 9 अकतबर 1996 स 12 अकतबर 1996 क दौरान कलक ा म आयोिजत भारत-बागलादश स मलन क दौरान और साथ ही 21 नव बर 1996 स 24 नव बर 1996 क दौरान जलपाईगड़ी (पि मी बगाल)-पाचागढ़ (बागलादश) सकटर म सयकत कषतर िनरीकषण क दौरान भी भारत और बागलादश दवारा धािरत अिभलख स सयकत प स िमलान िकया गया ह और उ ह समाधानपरद बनाया गया ह

िबगरिडयर ज0आर0 पीटर िनदशक भ-अिभलख और सवकषण (पदन) पि मी बगाल भारत और िनदशक पवीर कषतर भारतीय सवकषण कलक ा

मो0 शफी उ ीन महािनदशक भ-अिभलख और सवकषण बागलादश

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  • [1 अपरल 2019 को यथाविदयमान]
    • The Constitution of India
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