shri guru harkrishan sahib ji an introduction - 080a
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मंगल अष्ट गुरु जी ||हरि� कि�षण भयो अषटम बलबी�ा || जिजन पहुँचे देहली तजिजओ स�ी�ा || बाल रूप धरि�ओ स्वांग �चाइि) || तब सकिहजे तन �ो छोड सिसधाइि) || इि)उ मुगलन सीस प�ी बहु छा�ा || वै खुद पकित सों पहुचे द�बा�ा || (पउड़ी २३ || वा� ४१ || भाई गु�दास दूजा ||)
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श्री हरि� �ृष्ण जी �ा जन्म श्री गुरु हरि� �ाय जी �े घ� माता �ृष्ण �ौ� जी �ी �ोख से सावण वदी 10 बुधवा� संवत 1713 किवक्रमी �ो �ी�तपु� नग� में हुआ| आपजी �े बड़े भाई �ा नाम श्री �ाम �ाय जी था|