mausam 27 final - imd

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Page 1: mausam 27 final - IMD

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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भारत सरकार

भारत मौसम िवजञान िवभाग

स करण- 27 वषरः 2018-19

भारत मौसम िवजञान िवभाग प वी िवजञान मतरालय मौसम भवन लोदी रोड नई िद ली-110003

आवरण प ठ- भारत और बागलादश की सीमा पर कलकल बहती पारदशीर नदीउ नगोटडॉकी ndash मघालय

( छायाकार- ी कलाश िभडवार- मौसम िवजञानी- ldquoबीrdquo)

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

2

मौसम मजषा भारत मौसम िवजञान िवभाग की

िवभागीय िहदी गह पितरका

परमख सरकषक डॉ क ज रमश

मौसम िवजञान क महािनदशक

सरकषक ी गजदर कमार

उपमहािनदशक (परशासन)

सपादक स ी रवा शमार

उपिनदशक (राजभाषा)

सह सपादक ीमती सिरता जोशी

सहायक िनदशक (राजभाषा)

टकण सहयोग ी उमाशकर

उ च णी िलिपक

पतर यवहार का पता सपादक - मौसम मजषा भारत मौसम िवजञान िवभाग िहदी अनभाग ककष स- 612 उपगरह मौसम भवन लोदी रोड नई िद ली-110003

परकाशक िहदी अनभाग भारत मौसम िवजञान िवभाग (मौसम मजषा म परकािशत रचनाओ म यकत िवचार एव ि टकोण रचनाकार क ह भारत मौसम िवजञान िवभाग का इनस सहमत होना आव यक नही ह )

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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महािनदशक

भारत मौसम िवजञान िवभाग मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

महािनदशक महोदय की कलम स मौसम मजषा का नया स करण आपक समकष पर तत ह मझ भारत मौसम िवजञान िवभाग म राजभाषा िहदी क बढ़त हए परचार-परसार की झलक इसम दखन को िमलती ह यहा मझ टी माधवराव की एक पिकत याद आ रही ह उ ह न कहा ह िक lsquoभारतीय एकता क ल य का साधन िहदी भाषा का परचार हrsquo पर भारत म फल हए भारत मौसम िवजञान िवभाग क कायारलय क कािमरक राजभाषा िहदी क परचार-परसार क परित अब सजग हो रह ह और कायारलय का कायर िहदी म करन क परित उ सािहत हो रह ह मझ खशी ह िक lsquoमौसम मजषाrsquo क मा य म स लोग म िहदी क परित िच बढ़ी ह िहदीतर भाषी लोग भी िहदी लखन म िच ल रह ह भारत मौसम िवजञान िवभाग की िहदी गह पितरका lsquoमौसम मजषाrsquo की सफलता की कामना करता ह

शभकामनाओ क साथ

(डॉ कजरमश)

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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उपमहािनदशक (परशासन)

भारत मौसम िवजञान िवभाग मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003 सदश

िहदी िदवस क अवसर पर lsquoमौसम मजषाrsquo का िवमोचन िन चय ही भारत मौसम िवजञान िवभाग क अिधकािरय और कमरचािरय म राजभाषा िहदी क परित नवचतना नव ऊजार सचािरत करता ह मझ यह दखकर बहत खशी हो रही ह िक िवजञान और तकनीक स जड़ िवषय पर िहदी म लख िलखन क परित लोग परो सािहत हो रह ह हमार िलए यह गवर की बात ह म पितरका की सफलता की कामना करता ह शभकामनाओ सिहत

(गजदर कमार)

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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उपिनदशक (राजभाषा)

भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

सपादकीय परकित क साथ मन य का सबध िचरकाल स ही जड़ा ह परकित की गोद म पला बढ़ा मन य परकित क रह य को जानन पहचानन अिभ यक त करन की अद य लालसा क वशीभत न जान िकतन िवषय को परितपािदत करता हआ आग बढ़ता गया वाभािवक ह िक मौसम स भी मन य का सबध िचरकाल स ह हमार मनीषी मौसम क बार म गहन शोध कायर क उपरात इस िन कषर पर पहच िक lsquoआिद यात जायत वि टrsquo अथारत प वी पर सयर ही वषार को लान वाला ह सयर क कारण ही वषार होती ह और कालातर म यही सतर भारत मौसम िवजञान िवभाग क परतीक िच का सतर वाक य बना और अतत सयर धरा मौसम वषार बादल सागर तफान निदया झरन ऋतए आकाश परकित क ऐस प ह िजसन सवदनशील मन य क दय पर अपनी अिमट छाप छोड़ी हमारा परयास रहता ह िक सािह य म रचनाकार न िजस परकार स मौसम को अपनी रचनाओ म अिभ यक त िकया ह उसस आपका पिरचय अव य कराए इन महानभाव न अपन भाव को मौसम पी रथ पर चढ़ाकर िकस परकार यातरा की ह किव भवानी परसाद िम की किवता ldquo सरज का गोलाrdquo

याद आती ह - सरज का गोला

इसक पहल ही िक िनकलता चपक स बोला हमस-तमस इसस-उसस

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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िकतनी चीज़ स िचिडय स प त स फल -फल स बीज स

ldquoमर साथ-साथ सब िनकलो घन अधर स

कब जागोग अगर न जाग मर टर सrdquo

आग बढ़कर आसमान न अपना पट खोला इसक पहल ही िक िनकलता सरज का गोला

िफर तो जान िकतनी बात हई कौन िगन सक इतनी बात हई

पछी चहक किलया चटकी डाल-डाल चमगादड़ लटकी गाव-गली म शोर मच गया जगल-जगल मोर नच गया

िजतनी फली खिशया उसस िकरन यादा फली यादा रग घोला और उभर कर ऊपर आया

सरज का गोला सबन उसकी अगवानी म अपना पर खोला

मौसम िवजञानी जहा तरह तरह क परामीटर पर नए नए मॉडल क साथ मौसम का पवारनमान करत रह ह वही किव भी दय म उठी नई नई सवदनाओ को यक त करत रह ह और इसी तरह यह यातरा चलती आई ह सबन अपन अपन तरीक स मौसम क िविवध प की याखया की ह श द म बाधा ह और बाधा ह नए नए मॉडल म िजसक आधार पर मौसम क िमजाज़ को समझ उसक वभाव का अनमान लगात हए पवारनमान िकया जा रहा ह यह यातरा िनरतर जारी ह नई सभावनाओ की खोज म नए श द नए िवचार नए मॉडल नए अनमान और परगित पथ पर हम आग बढ़ रह ह पर िव व का बदलता मौसम नई चनौितया सामन ह अ ययन जारी ह हार कर न बठन वाल मन य परय नशील ह उन चनौितया का सामना करन क िलए और इसी तरह जञान िवजञान क नए नए िवषय पर िहदी म लख िलख जा रह ह lsquoएक तार की जीवन यातराrsquo चकरवात लख बड़ ही रोचक बन पड़ ह िहदी म लखन कायर न गित पकड़ ली ह और भारत मौसम िवजञान िवभाग क िलए यह गवर की बात ह तो लीिजए पर तत ह मौसम मजषा का नया स करण शभकामनाओ सिहत

(रवा शमार)

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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सहायक िनदशक (राजभाषा) भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

अपनी बात मौसम िवजञान िवभाग की lsquoमौसम मजषाrsquo पी यह लता कहा स कहा तक पहच चकी ह यिद मित पटल की कछ तह हटाकर इसकी जड़ तक जाकर दख तो एहसास होता ह िक मजबत नीव क पिरणाम व प ही आज इस यह मकाम हािसल हआ ह िजस पर हमार िवभाग को गवर ह सवरपरथम बात कर इसक नामकरण की डॉ वीर दर सक सनात कालीन िहदी अिधकारी वारा अ सी क श आती दशक म िदया गया यह नाम िविभ न मौसम म मौसम िवभाग की इस बिगया क नवाकर को तो सजीवनी परदान करता ही ह साथ ही प प को भी अपन रग व खशब िबखरन का सनहरा वातावरण परदान करता ह पितरका क सरकषक महािनदशक महोदय क मागरदशरन तथा सचना परौ योिगकी क आगमन स इस पितरका को चार चाद लग गए हअब यह रगीन व मनमोहक कलवर म पर तत की जान लगी ह पितरका म अब तक परकािशत कल पाच लख क लखक को और वषर 2015 म lsquoमौसम मजषाrsquo को िहदी िदवस क अवसर पर माननीय रा टरपित महोदय वारा पर कत िकया जा चका ह पितरका की अपनी एक पहचान बनी ह और इसका य जाता ह िवभाग क उन सभी कािमरक को जो िविभ न िवषय पर राजभाषा िहदी म लखन कर रह ह पितरका क अब वषर म दो स करण परकािशत िकए जान लग ह मौसम मजषा पी यह लता इसी परकार प लिवत पि पत और फिलत होती रह यही कामना िलए बड़ गवर क साथ आप सभी क समकष पर तत ह मौसम मजषा का यह नवीन स करण

(सिरता जोशी)

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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अनकरमिणका वजञािनक व तकनीकी बौछार

भीरा शहर म दजर असामा य तापमान हमत कारकर

09

एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

14

पव तर भारत म कालबसाखी रजन फकन

18

च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

22

जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अजय ठकराल

39

सािहि यक बहार बारात की वापसी सधार

हिरशकर परसाई45

याद क झरोख स िहदी सािह य म वषार वणरन

ीमती एम अनराधा52

का य फहार पर निच ह

डॉ दवदर परधान59

इसािनयत शिमर दा ह

मोहनलाल साह60

गगा माहा य

पनम िसह61

मौसम मजषा ए एम भटट

62

जीवन पथ

सनदा गाबा62

मरा शहर

अिकत सकसना63

परकित का गार

सजीव कमार सागर64

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन

65

जब कोमल काया फौलाद बनगी एएम भटट

66

िचिड़या अजना िम हास

67

भाषायी बयार

सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

69

राजभाषा स सबिधत पर कार योजनाए

सिरता जोशी73

िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल

जगद बा परसाद85

सामा य लख कया यिकतगत क पिनया जलवाय

पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन

90

भर टाचार मकत भारत िमलन परसाद भटटाचायर

94

भवन-िनमारण म ईशान कोण

मकश कमार ग ता 96

नमािम गग

पनम िसह102

मौसम सवाए एव िव तारीकरण

एचपी चदरा112

मधमह - जानकारी और बचाव

िदनश ख ना115

यातरा व तात धरती पर बसा एक छोटा सा वगर

सषमा िसह122

खास खबर 128

आपकी पाती िमली 135

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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भीरा शहर म दजर असामा य उ च तापमान - पयारवरण स एक सबक

हमत कारकर मौसम िवजञानी-बी

परादिशक मौसम कदर-मबई

असामा य मौसम की घटना अब एक आम बात बन चकी ह महारा टर क रायगढ़ िजल म भीरा नामक एक गाव ह उस वकत यह गाव चचार का िवषय बन गया जब बीबीसी तथा अ य अतररा टरीय रा टरीय िपरट एव इलकटरॉिनक मीिडया म यह समाचार परकािशत हआ िक इस गाव का तापमान माचर क आिखरी स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया जो िक यज़ीलड क सामओ शहर क 496 िडगरी सलिसयस क बाद माचर क माह म दिनया की सबस उ ण जगह बना इसक पवर राज थान म मई 2016 म फालोड़ी का तापमान 51 िडगरी सलिसयस दजर िकया गया था उसी परकार दिनया का सबस उ च तापमान 10-7-1913 को अमिरका क किलफोिनरआ की डथ वली नामक जगह म दजर िकया गया था जहा 567 िडगरी तापमान िरकॉडर िकया गया था यह भी माना जाता ह िक दिनया म सबस यादा 60 स 65 िडगरी तापमान भी कही कही अनभव िकया गया ह िक त इसकी आिधकािरक पि ट करन हत कोई िरकॉडर नही ह भीरा म ि थत मौसम वधशाला भीरा म ि थत मौसम वधशाला िवभागीय नही ह बि क टाटा पावर कपनी वारा सचािलत ह जहा टाटा पावर क परिशिकषत कमरचारी ही सार मौसमी िनरीकषण िकया करत ह एव आकड़ परा त करत ह टाटा पावर की यहा 1932 म थापना हई थी और 1962 स ही यहा पर टाटा पावर क परितबिधत कषतर म यह कलास-2 (बी) मौसम वधशाला ह यह गाव उ तर क कण क मानगाओ तहसील क अतगरत मबई गोवा महामागर क 40 िकलोमीटर पवर म ि थत ह भीरा का तापमान माचर 2017 क अितम स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया था भारत मौसम िवजञान िवभाग भी सकत म आ गया जब इस बहचिचरत िवषय पर परादिशक मौसम कदर मबई िमिडया क िनशान पर रहा हर कोई भीरा क उ च तापमान का राज जानना चाहता था भीरा उ तर क कण म ि थत ह जोिक अलीबाग जस समदरी िकनार पर ि थत दसर शहर स िसफर 60 िकलोमीटर

वजञािनक व तकनीकी बौछार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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दरी पर ह अलीबाग म तो उसी िदन िसफर 32 िडगरी तापमान दजर िकया गया कई लोग यह भी आरोप लगान लग िक आकड़ सही नही ह एव भारत मौसम िवभाग उपकरण क रखरखाव पर यान नही द रहा कछ लोग यह भी कहन स नही चक िक सही परकार स परकषण नही िकया जाता ह और झठ आकड़ द िदए जात ह मौसम िवभाग का एक जवाबदार अिधकारी होन क नात माननीय उपमहािनदशक ी क एस होसािलकर जी एव िनरीकषण िवभाग क परमख ी आर आर सयदजी न मझ इस सबध म परी जाच करक तरत िरपोटर पर तत करन को कहा म तरत ही भीरा क दौर पर िनकल पड़ा जब म भीरा पहचा तब वहा पर करीब 50 मीिडयाकमीर कई रा य सरकार क अिधकारी गाव क 200 स भी यादा लोग और गराम पचायत सद य सभी मझ स सवाल जवाब करन क िलए परतीकषा म थ भारत मौसम िवजञान िवभाग क परितिनिध क तौर पर मझ एक सवाददाता स मलन बलाना पड़ा और सभी को यह िव वास िदलाना पड़ा िक उपकरण म कोई तरिट नही ह सभी उपकरण िव वसनीयता हत समय समय पर जाच जात ह आकड़ की तलना की जाती ह तथा तरिटय को दर िकया जाता ह या िफर िबगड़ हए उपकरण बदल िदए जात ह साथ ही िवभागीय मानक का खयाल रखन वाल उपकरण का पिरसर भी दखा जाता ह तािक आकड़ गलत ना ह िनरीकषण लन वाल सभी कमीर भी परिशिकषत ह तथा अनभवी भी इसिलए गलत आकड़ का कोई सवाल ही नही उठता हमझ यह भी बताना पड़ा िक असाधारण तापमान का दजर होना कोई नई बात नही ह रा य उस समय उ ण लहर स पीिड़त था जो िक तापमान को और भी बढ़ान म सहायक रहा इसस पहल भी भीरा म कई बार इस परकार क आकड़ दजर िकए जा चक ह जस 17-3-2005 को 462 िडगरी सलिसयस 27-4-2005 को 490 िडगरी सलिसयस 2-5-2005 को 475 िडगरी सलिसयस 24-3-2016 और 28-4-2016 को 445 िडगरी सलिसयस(यह आकड़ ी सयोग नाईक वजञािनक सहायक पवारनमान कदर मबई स परा त िकए गए ह) िफर भी उनकी तस ली हत मन सभी क समकष अपन पोटबल उपकरण की सहायता स कई परकषण िकए जो िक वहा पर पर थािपत उपकरण स म ल खात थ इसस यह सािबत हो चका था िक आकड़ म कोई गड़बड़ी नही थी मन सभी उपि थत िमिडयाकमीर रा य शासन क अिधकािरय और गराम पचायत सद य को समझाया िक इस परकार क उ ण लहर क दौरान कौन सी सावधािनया लनी होती ह तािक हािन न हो लोग की जानकारी हत हर चौराह पर सावधािनय की जानकारी वाल बनर लगान को कहा दौर स वापस आन पर मन माननीय उपमहािनदशक महोदय को स बिधत जानकारी दी तथा उनक़ आदशानसार आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी - ए को भीरा

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दौर पर तरत भजा भीरा म कायररत परकषण ी रलकर एव ी काबल इनकी सहायता स तरत उसी वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत िकए गए

भीरा वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत करन का पहला परयास िकया गया

आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी-ए और उनकी टीम

पजर यमापक क साथ तापमापी लगान क परयास म इन वचािलत उपकरण स परा त डटा (AWS) एव मानवीय िनरीकषण आकड़ क साथ एक माह तक तलना मक अ यास िकया गया तथा दखा गया िक कवल 01 स 05 िडगरी सलिसयस तक यादा कोई फकर नही ह िजसस यह सिनि चत हो चका था िक उपकरण सही काम कर रह थ भीरा की भौगोिलक पिरि थित तल प एव असामा य तापमान क सभािवत कारण भीरा की भौगोिलक पिरि थित तथा तल प पर िवचार कर तो यह स यािदर पवरत खला क बीच बसा ह तथा तीनो तरफ स अगरजी क सी आकार म पवरत स िघरा हआ ह पवरत खला बसा ट नामक प थर स बनी ह यह काल प थर िदन क समय सरज की गमीर स कछ अिधक गमर हो जात ह और

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इनकी उ णता को बनाए रखन म सिकरय होत ह तीन ओर स पवरत खला स िघर होन क कारण इन पर समदर स आन वाली ठडी पि चमी हवाओ का असर नही होता ह िजसक चलत इन प थर म स कछ हद तक उ णता घट सक साथ ही दसर भी कारण का पता चला ऐसा पाया गया िक आस पास क जगल की काफी कटाई हो रही थीकही घास आिद जलाए जा रह थ चावल क खत म भी सखा कचरा बहत अिधक मातरा म जलाया जा रहा था तो कही पर ईट बनान वाली इकाइया अिधक मातरा म भिटटया जला रही थी साथ ही जगल की आग भी एक कारण था

c आकार म पवरत स तीन िदशाओ स िघरा हआ भीरा का पिरसर

इन सभी कारण की वजह स शायद तापमान बढ़ता चला गया इस परकार क मानव िनिमरत कारण स भी पयारवरण को भारी नकसान हो रहा ह और इस परकार की मौसमी घटनाए अब आम हो चकी ह इसस मानवी जीवन क साथ साथ क कण की हिरयाली को भी काफी नकसान झलना पड़ रहा ह म र िनरीकषण अ यास क दौरान मन यह भी दखा िक िसफर 10 िकलोमीटर दरी पर अगर इन अगरजी सी आकार की पवरत खला स बाहर आया जाए तो तापमान 6-7 िडगरी कम पाया गया शायद यही कारण था िक आस पास म बस अलीबाग माणगाव आिद इलाक म तापमान 32 िडगरी रहा जबिक भीरा म 45-46 िडगरी था इसस यह तो सािबत हो चका था िक भीरा का तापमान उ तर क कण या रायगढ़ िजल का परितिनिध व नही कर सकता ह खासकर आम जामन काज आिद की फसल को भी इस ताप विदध क कारण नकसान हो सकता ह स चाई यह ह िक भीरा कडिलका नदी वाटर टनल आिद स िघरा होन क कारण एक ठ डा परदश होना चािहए था पर मानवीय गितिविधय एव भौगोिलक पिरि थित क चलत एक गमर थान बन चका गलोबल तापमान म विदध वस सारा िव व ही आजकल गलोबल तापमान म विदध स परशान ह शायद हमार िलए भीरा एक सबक ह िनसगर वारा दी गई चतावनी ह बढ़त काबरन उ सजरन बढ़त हए सीमट क जगल वाहन स

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िनकलन वाला धआ तापमान म विदध करन वाल शीश क भवन जगल की कटाई पहाड़ की खदाई कारखान स िनकलन वाला धआ ऐस कई कारण ह जो इस सदर िव व को एक िदन बबारद कर दग और यह भी लगता ह िक कही िकसी िदन इन पवरत खलाओ स भिव य म कोई वालामखी न फट जाए वह िदन दर नही जब हम सास लन क िलए भी पराणवाय का िसलडर साथ लकर चलना पड़गा िनसगर को बचान हत कछ सावधािनय की ज रत हाल ही म िदस बर 2015 म पिरस करार क तहत िव व क करीब 196 दश क परितिनिधय न इस करार पर ह ताकषर िकए और शपथ ली िक िकसी भी हाल म हम काबरन उ सजरन को श य पर लाना ह एव आन वाल कछ वष म इस धरातल का तापमान 2 िडगरी स कम करना ह तािक हम आन वाली पीढ़ी को बचा सक अगर इसी तरह चलता रहा तो मौसम का पवारनमान लगाना भी असभव हो जाएगा खाद क कारखान स भी काफी काबरन उ सजरन होता ह इसिलए िसिककम जस एकमातर रा य को उदाहरण मानकर हम खतीबागानसि जया आिद उगान हत िसफर और िसफर ऑगिनक खाद का ही उपयोग करना होगा इस करम म अथरवमर खाद गोबर आिद का उपयोग सहायक हो सकता ह निदय को भी परदषण स मकत रखना होगा कॉ करीट सीमट क जगल कम करन ह ग

ी हमत कारकर मट बी भीरा वधशाला क िनरीकषक ी का बल और महारा टर रा य क रायगढ िजल

क अिधकारी वधशाला क उपकरण का िनरीकषण करत हए मझ यह जानकर ख़शी होती ह िक भीरा जस छोट स पटनस गाव क सरपच भी इस बात को मर समझान पर समझ गए उ ह न यह सिनि चत िकया ह िक गाव क आस पास क करीब 1 स 2 हजार एकड़ खली जमी पर गाव वाल सभी िमलकर हिरत कराित लाएग और वकषारोपण करग कय िक क कण म पानी की कोई कमी नही ह और भीरा म बाध क टनल स इस परा त िकया जा सकता ह

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

वजञािनक सहायक खगोल िवजञान कदर - कोलकाता

एक तार की जीवन यातरा आकाशगगा म उपि थत धल एव गस क एक अ यत िवशाल मघ (बादल) स श होती ह इस lsquoनीहािरकाrsquo (नबला) कहत ह दरअसल नीहािरका श द की उ पि त स कत क श द नीहार स हई िजसका अथर ह lsquoकहराrsquo लिटन म नीहािरका श द को lsquoनबलाrsquo कहत ह िजसका शाि दक अथर ह lsquoबादलrsquo इन नीहािरकाओ क अदर हाइडरोजन की मातरा सवारिधक होती ह और 23 स 28 परितशत हीिलयम तथा बहत कम मातरा म कछ भारी त व होत ह ऐस ही तार का एक परसित गह ह ओरीयान नीहािरका इसका िव तार लगभग 100 परकाश-वषर ह इसक अदर बहत स नएतार ह तथा इसम अनक ऐस तार ह िजनका िनमारण हो रहा ह वतरमान म सभी वजञािनक इस िसदधात स सहमत ह िक धल और गस क बादल स ही तार का ज म होता ह क पना कीिजए िक गस और धल स भर हए मघ क घन व म विदध हो जाती ह उस समय मघ अपन ही ग वाकषरण क कारण सकिचत होन लगता ह इस सकचन क होन क समय को lsquoहायाशी-कालrsquo कहा जाता ह जस-जस मघ म सकचन होन लगता ह वस-वस उसक क दर भाग का तापमान तथा दाब भी बढ़ जाता ह आिखर म तापमान और दाब इतना अिधक हो जाता ह िक हाइडरोजन क नािभक आपस म टकरान लगत ह और हीिलयम क नािभक का िनमारण करत ह तब तापनािभकीय अिभिकरया (सलयन) परार भ हो जाती ह इस परकरम म परकाश तथा गमीर क प म ऊजार उ प न होती ह इस परकार वह मघ ताप और परकाश स चमकता हआ तारा बन जाता ह जब कोई भारी िपड नीहािरका क पास स गजरता ह तो वह अपन ग वाकषरण स इसम लहर और तरग उ प न करता ह कछ उसी तरह स जस िकसी लाि टक की बड़ी सी चादर पर कछ कच िबखर दन क बाद चादर म एक िकनार स या बीच स एक भारी गद को लढ़का िदया जाए सार कच भारी गद क पथ की ओर जमा होना श हो जाएग धीर धीर य सार कच चादर म एक जगह जमा हो जात ह ठीक इसी तरह नीहािरका म धल और गस क कण एक जगह पर सघिनत होना श हो जात ह पदाथर का यह ढर उस समय तक जमा होना जारी रहता ह जब तक वह एक महाकाय आकार नही ल लता

वजञािनक व तकनीकी बौछार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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इस ि थित को पवरतारा (परोटो टार) कहत ह जस जस यह पवरतारा बड़ा होता ह ग वाकषरण इस छोटा और छोटा करन की कोिशश करता ह िजसस दबाव बढ़ता जाता ह पवर तारा गमर होन लगता ह साइिकल की यब म जस यादा हवा भरी जाती ह यब गमर होन लगती हजस ही अ यिधक दबाव स तापमान 10000000 कि वन तक पहचता ह नािभकीय सलयन (हाइडरोजन यजन) की परिकरया परारभ हो जाती ह अब पवरतारा एक तार म बदल जाता ह वह अपन परकाश स परकािशत होना श कर दता ह सौर हवाए बची हई धल और गस को सदर अतिरकष म धकल दती ह नव तारा िजसका दर यमान 2 सौर दर यमान स कम होता ह उ ह टी टौरी (TTauri) तार कहत ह उसस बड़ तार को हबीरग एइबीइ (Herbig AeBe) कहत ह य नव तार अपनी घणरन अकष की िदशा म गस की धारा उ सिजरत करत ह िजसस सघिनत होत नव तार की कोणीय गित कम होती जाती ह इस उ सिजरत गस की धारा स तार क आस पास क गस क बादल को दर होन म मदद िमलती ह मखय अनकरम- हटरज परग-रसल आरख की मखय अनकरम पटटी इसिलए मह वपणर ह कय िक अिधकतर तार इसी पटटी म पाए जात ह इसका कारण यह ह िक तार अपन जीवन का 90 परितशत भाग इसी अव था म यतीत करत ह इस अव था म हाइडरोजन का हीिलयम म पिरवतरन काफी ल ब समय तक चलता ह इसक कारण तार क क दर भाग म हीिलयम की मातरा म विदध होती रहती ह अत म तार का lsquoकरोडrsquo हीिलयम म पिरवितरत हो जाता ह जब हीिलयम करोड म पिरवितरत हो जाता ह तो उसक उपरात उनकी तापनािभकीय अिभिकरयाए इतनी अिधक तजी स होन लगती ह िक तार मखय अनकरम स अलग हो जात ह दानव तार मखय अनकरम क प चात तार क क दर भाग म सकचन परार भ हो जाता ह सकिचत होन क कारण उ प न होन वाली ऊजार क कारण तारा फलन लगता ह फलन क उपरात वह एक दानव तारा बन जाता (Giant Star) ह हमारा सयर भी इस अव था म आ जाएगा प वी को छोड़कर बध और शकर जस गरह का नामोिनशान ही िमट जाएगा यिद प वी सयर का गरास बनन स बच भी जाती ह तो भी आग का द याकार गोला बनन क बाद सयर वत वामन तारा बन जाएगा इसस प वी पर एकस-र तथा अ य पराबगनी िकरण की झड़ी-सी लग जाएगी उस समय प वी को जीवन िवहीन करन स कोई भी नही रोक पाएगा वत वामन तार दानवी अव था म पहचन क प चात तार क अदर हीिलयम की ऊजार उ प न होती ह और एक िवशष

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परिकरया क अतगरत हीिलयम भारी त व म पिरवितरत हो जाता ह अतत यिद तारा सयर स पाच-छह गना ही अिधक बड़ा हो तो उसम छोट-छोट िव फोट होकर उसस त त गस बाहर िनकल पड़ती ह उसक उपरात तारा वत वामन (White Dwarf Star) क प म अपन जीवन का अितम समय यतीत करता ह परिसदध भारतीय वजञािनक डॉ सबरमिणयन च दरशखर न यह िसदध िकया िक तार का दर यमान सयर स 44 परितशत स अिधक नही हो सकता इस दर य मान-सीमा को lsquoच दरशखर-सीमाrsquo क नाम स जाना जाता ह नोवासपरनोवा (िव फोटी तार) जो तार सयर स पाच-छह गना अिधक िवशाल होत ह अ तत उनम एक भयकर िव फोट होता ह िव फोटी तार क बाहर का सम त आवरण (कवच) उड़ जाता ह और उसकी सम त दर य-रािश अतिरकष म फ़ल जाती ह पर त उसका अित त त करोड सरिकषत रहता ह इस अदभत घटना को सपरनोवा कहत ह यिद उस तार म अ यिधक तजी स सकचन होन लगता ह तो वह यटरॉन तार का प धारण कर लता ह बशत उस तार का दर यमान हमार सयर स दगन स अिधक न हो कछ िवशष पिरि थितय म तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक इनम स परकाश की िकरण भी बाहर नही िनकल पाती ह इ ह ही क ण िववर या लक होल कहत ह सपरनोवा िव फोट क कारण तार की जो दर यरािश बा य अ तिरकष म िछतरा जाती ह व दर यरािश िकसी िदन नया गरह बनान म भी मददगार हो सकती ह हो सकता ह वह गरह हमारी धरती जसा हो तार क इ ही अवशष म ऑकसीजन नाइटरोजन काबरन लोहािनिकल िसिलकॉन आिद अ य सभी त व पाए जात ह हमारा जीवन अतीत म हए सपरनोवा िव फोट की ही दन ह इसम आपको कोई सदह ह कया एक अम रीकी खगोल शा तरी लखक िवजञान सचारक महान वजञािनक कालर सगन न कहा ह-ldquoहमार डीएनए म नाइटरोजन हमार दात म कि शयम हमार खन म लोहा हमारी एपल-पाई (एक िक म की िमठाई) म काबरन तार क अ दर बन थ हम टार टफ (तारा-पदाथर) स बन हrdquo क ण िववर ( लक होल) जसा िक हम पहल भी बता चक ह िक जब तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक अ यत सघन िपड ( यटरॉन तार स भी अिधक) बन जात ह िजनम स परकाश का भी िनकल पाना स भव नही होता तो वजञािनक ऐस अ यिधक सघन िपड को lsquoक ण िववर याम िववरrsquo या lsquo लक होलrsquo कहत ह कया कारण ह िक क ण िववर परकाश को भी बाहर नही आन दत ऐसा उस कषतर क अ यत परबल ग वाकषरण क कारण होता ह िवि मत कर दन वाली बात यह ह िक क ण िववर क िनकट काल

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क परवाह म भी बहद पिरवतरन हो जाता ह क ण िववर क अि त व म होन की स भावना सवरपरथम वषर 1783 म कि बरज िव विव यालय क परोफसर जॉन िमशल न बताई थी यिद क ण िववर परकाश की िकरण को नही भजता तो हम उस कस दख सकत ह हम यह अनमान कस लगा सकत ह िक क ण िववर का अि त व ह क ण िववर की क पना हम उस यिकत स कर सकत ह जो सोफ़ पर बठा हआ ह पर त अ य ह हम उस यिकत को नही दख सकत ह कय िक वह यमान नही ह पर त उसक बठन स सोफ़ म ग ढ़ बन जात ह ठीक उसी परकार स तार क ग व कषतर क परभाव को दखकर वजञािनक क ण िववर क अि त व क बार म पता लगा सकत ह हम जानत ह िक आकाश म अनक यगम तार (ऐस तार जो एक-दसर की पिरकरमा करत ह) ह क पना कीिजए उनम स एक तारा क ण िववर ह तो दसर तार क दर यमान क बार म खगोलीय िविधय वारा जानकारी परा त की जा सकती ह परिसदध वजञािनक टीफन हॉिकग न सामा य सापकषता िसदधात तथा कवाटम भौितकी क िसदधातो क आधार पर यह िन कषर िनकाला ह िक क ण िववर िकसी गमर िपड (कि णका िप ड) की भाित एकस और गामा िकरण का उ सजरन करत ह कई वजञािनक का मत ह िक हमारी आकाश गगा म ही करोड़ -अरब की सखया म क ण िववर हो सकत ह वतरमान म भी कई खगोलिवद का यह मत ह िक क ण िववर कवल एक क पना मातर ह

सदभर - 1 िवजञान िव व 2 परदीप 3 नासा

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पव तर भारत म कालबसाखी का परकोप रजन फकन

वजञािनक-बी मौसम कदर - अगरतला

पव तर भारत म माचर स मई महीन क बीच गरज क साथ तफान का गभीर परभाव दखा जाता ह इसक साथ-साथ कभी-कभी भारी वषार ओलावि ट चडवात आिद क कारण इस कषतर म बहत हािन होती ह मर छातराव था क दौरान अकसर ऐसा होता था िक अपरल क महीन म जब इिडयन परीिमयर लीग (आईपीएल) श होती थी तभी शाम को परचड मघ-गजरन और तज़ वषार क कारण िबजली चली जाती थी और खल का आनद उठान का मौका नही िमलता था िफर अगल िदन सबह दखता था िक तज धप िनकल आई ह तब मन म सवाल आत थ िक यह कस होता ह कछ ही घट पहल जो इतनी तज वषार करवा रह थ व बादल कहा गए कया आज शाम को व िफर आएग बाद म जब म री िनयिकत भारत मौसम िवजञान िवभाग म हई तब पता चला िक जो मझ सिचन सहवाग गल की ब लबाजी दखन स रोकता थाउस पिरघटना को मौसम िवजञान क श द म कालबसाखी कहत ह चिक यह काल पी पिरघटना बसाख क महीन म पवीर और पव तर भारत म ती हािन का मखय कारण ह इसिलए इसको इस कषतर म काल बसाखी कहा जाता ह यह पिरघटना मखयतः मॉनसन -पवर ऋत अथारत माचर अपरल और मई महीन म दखा जाती ह माचर क महीन म सयर क प वी क उ तरी गोलाधर म परवश करत ही भारत की थल भिम का तापमान धीर-धीर बढ़न लगता ह इसक कारण सतह क ऊपर की हवा भी गरम होन लगती ह सवहन क वारा यह हवा ऊपर उठन लगती ह और अपन साथ-साथ नमी को भी ऊपर ल कर जाती ह ऊपरी वायमडल म यह हवा ठडी होती ह और सघिनत होन क बाद ई या कपास की तरह िदखन वाल छोट-छोट बादल िनिमरत होत ह िज ह कपासी मघ कहा जाता ह उसक बाद अगर वातावरण अि थर हो तो इन मघ को बढ़न क िलए और अिधक शिकत िमलती ह और इनकी ऊचाई बढ़न लगती ह कछ समय क बाद यह काल-घन मघ म पिरवितरत हो जात ह िज ह कपासी वषीर मघ कहा जाता ह यह मघ कभी-कभी जमीन स 15-16 िकलोमीटर या अिधक ऊचाई तक पहच जात ह और इनक अ दर हवा क बहत तज ऊ वारह और िन नवाह चलत रहत ह इसक बाद िबजली मघ-गजरन और तज ठडी

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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हवाए श होती ह कभी-कभी अचानक परचड प स तज हवाए चलन लगती ह जो कम समय म ही भारी कषित करती ह एक िमनट या इसस अिधक समय तक रहन वाली ऐसी परचड हवाओ को मौसम िवजञान म चडवात नाम स जाना जाता ह कपासी वषीर मघ िजतन अिधक ती होत ह मौसम भी उतना ही खतरनाक होता ह कभी-कभी यह मघ छोट आकार क होत ह जो िक काफी धीमी गित स आग बढ़त ह और एक दो गरज और हलकी वषार करवा कर ख़ म हो जात ह लिकन कभी-कभी यह काफी बड़ आकार क होत ह िजसस वषार गजरन और हवाए यादा होती ह कभी-कभी अनक मघ एक रखा म जड़कर धनष का प लत ह िजस चडवात पिकत कहा जाता ह चडवात पिकत क प म जड़ जान पर यह मघ 60-70 िकमी परित घट या अिधक र तार स आग बढ़न लगत ह और जमीन क आस-पास हवा की गित 100 िकमी परित घट स भी अिधक होती ह इसस िव तत कषतर म बहत यादा नकसान होता ह

िचतर 1 कपासी वषीर मघ म चलन वाल ऊ वारह और िन नवाह

मॉनसन -पवर ऋत म इन तफान की उ पि त िबहार गागय पि चम बगाल या बागलादश क ऊपर होती ह और यह तज गित स पि चम स परब की तरह बढ़ती जाती ह इस गितिविध क दौरान इसक रा त म आन वाल हर एक कषतर को यह परभािवत करता ह और कछ ही घट म यह कषीण हो जाता ह इन तफान म बहत स मन य पश-पिकषय क पराण चल जात ह और कछ बघर हो जात ह खत म काम करत समय िकसान की म य हो जाती ह काफी लोग क घर टट जात ह और पहाड़ी कषतर म भ खलन हो जाता ह जन महीन म मॉनसन ऋत का आगमन होत ही इन गजरन की ती ता कम हो

जाती ह ऐस म वषार तलना मक प स यादा होती ह और मघ गजरन कम होन लगत ह वषर 2018 म ितरपरा रा य म कालबसाखी का परकोप

ितरपरा पव तर भारत क उन रा य म स एक ह जहा कालबसाखी का ती परकोप दखा जाता ह

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रा य क अगरतला एव कलाशहर म ि थत भारत मौसम िवजञान िवभाग की दो वधशालाओ स परा त त य स यह पाया गया ह िक यहा अपरल और मई क महीन म 40 परितशत स भी अिधक िदन म मघ-गजरन होता ह वषर 2018 की मॉनसन पवर ऋत ितरपरा क िलए बहत ही भयानक रही रा य की राजधानी शहर अगरतला क मौसम िवजञान कदर म इस साल मॉनसन पवर ऋत म कल 18 चडवात दजर िकए गए जो िक सामा य क मकाबल तीन गना अिधक ह इसी साल 18 मई क िदन अगरतला म चौबीस घट क अ दर कल 2428 िमलीमीटर वषार हई जो िक उपल ध त य क मतािबक यहा मॉनसन -पवर ऋत म एक िदन म होनी वाली सबस अिधक वषार का नया िरकॉडर ह यह अब तक अगरतला म िकसी भी ऋत म एक िदन म होन वाली सवारिधक वषार क मामल म अब दसर नबर पर ह इस साल मई म अगरतला म कल 7303 िमलीमीटर वषार हई जो मई क महीन म यहा अब तक का सवारिधक ह कलाशहर म भी इस महीन म 6837 िमलीमीटर वषार हई लिकन यहा मई म इसस भी यादा वषार होन क त य पाए गए ह इसी महीन क दौरान अगरतला और कलाशहर म करमशः 22 और 24 िदन म घ-गजरन हए जो सामा य स कई अिधक ह दोन वधशालाओ म इस साल पर मॉनसन -पवर ऋत म करमशः 9797 एव 9257 िमलीमीटर वषार हई और यह दोन आकड़ भी सामा य क मकाबल अिधक ह इस दौरान पर रा य म काफी नकसान होन की खबर अख़बार और दरदशरन क मा यम स दखी गई अगरतला म ि थत मौसम रडार म हर साल कालबसाखी की कई पिरि थितया दखन को िमलती ह इनम स 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क रडार िचतर को दशारया गया ह इन दोन अवसर पर चडवात पिकतय क प म सयोिजत होन वाल कपासी वषीर मघ क कारण सम त रा य म मघ गजरन तज हवाए और वषार का परकोप दखा गया आजकल मोबाइल फ़ोन इ टरनट आिद की लोकिपरयता क कारण मौसम स बिधत चतावनी तजी स लोग तक पहचती ह और काफी हद तक इसक परकोप स लोग और पालत पश-पिकषय को बचाया जा सकता हभारत मौसम िवजञान िवभाग क इनसट-3 डी उपगरह स परा त िचतर स इनकी उ पि त क बार म परकषण िकया जा सकता ह पवीर और पव तर भारत म कोलकाताअगरतलािडबरगढ़ (मोहनबाड़ी)और चरापजी म लग मौसम रडार स इस कषतर म काफी हद तक चरम मौसम वाल मघ की तजी और िदशा का पता लगाया जा सकता ह यह मौसम रडार हर दस िमनट म मघ क अव थान क िचतर तयार करत ह मौसम रडार क य सीमा म आत ही इन तफान क कषितज और उ वारधर िव तार का पता चल जाता हइसक अलावा मौसम िवजञान क बड़ आकार क ग बार हवा म छोड़ जात ह जो 30-35

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िचतर 2 डॉपलर रडार अगरतला स परा त 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क िचतर

िक०मी० की ऊचाई तक पहच कर ऊपरी वायमडल क मौसम क त य दत ह ख़राब मौसम की स भावना होन पर भारत मौसम िवजञान िवभाग क कषतरीय थानीय कायारलय वारा ता कािलक पवारनमान जारी िकया जाता ह जो आपदा परबधन िवभाग और मीिडया क जिरय लोग तक पहचता ह मौसम िवभाग वारा मौसम क सटीक पवारनमान एव चतावनी इसक समयोिचत परसार और सिकरय आपदा परबधन क जिरए कालबसाखी स होन वाली हािन को काफ़ी हद तक कम िकया जा सकता ह इसक िलए ज़ री ह िक इसस जड़ सभी कायारलय एकितरत होकर काम कर कय िक िमल कर करन स कायर बहतर तरीक स और कम समय म िकया जा सकता ह और सफलता पान की सभावना बढ़ जाती ह

कालबसाखी स भीषण हािन होन क अलावा इसक कछ फायद भी ह कालबसाखी स होन वाली वषार इस अचल म किष कषतर क िलए बहत ही उपयोगी ह साथ ही साथ इस कषतर म कालबसाखी की वषार की वजह स अपरल-मई की गमीर स भी लोग को राहत िमलती ह िदन भर की कड़ी धप की वजह स जब िदन का तापमान 35 िडगरी सि सयस या इसस अिधक पहच जाता ह तब शाम को होन वाली वषार क कारण ही लोग रात को चन की नीद सो पात ह कालबसाखी एक अित िविचतर पिरघटना ह िजसकी वजह स वजञािनक क अलावा किव गायक आिद भी इसक तरफ खीच आत ह किव ग रिवदरनाथ ठाकर स लकर क कई सािहि यकार न अपन लख अथवा सगीत म कालबसाखी का वणरन िकया ह लखक मौसम कदर अगरतला क परभारी िनदशक ी डी साहा महोदय एव िहदी िशकषण योजना क िहदी परा यापक ी रामपरकाश यादव महोदय क पररणा एव पथ-परदशरन क िलए उनका आभारी ह इसक साथ भारत मौसम िवजञान िवभाग क अगरतला एव कलाशहर वधशालाओ क सभी सहकिमरय का शकरगज़ार ह िज ह न हर एक पिरि थित म परकषण क वारा इन त य को अ ययन क िलए उपल ध करवाया

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च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo

परादिशक मौसम कदर - च न पिरचय

6 िदस बर की दोपहर म दिकषण-पवर बगाल की खाड़ी पर एक अवदाब (depression) िवकिसत हआ पहल उ तर-पि चम िदशा की ओर िफर उ तर िदशा की ओर बढ़त हए 7 िदस बर की म य राितर यह एक गहन अवदाब (deep depression) क प म तथा 8 की सबह एक चकरवाती तफान (cyclonic storm) ldquoवदारrdquo क प म सशकत होत हए 9 की म य राितर एक भीषण चकरवाती तफान (severe cyclonic storm) क प म परचड हआ िफर यह पि चम-उ तर-पि चम िदशा की ओर बढ़ा और 10 िदस बर की शाम को पि चम-म य तथा आस-पास क दिकषण बगाल की खाड़ी पर अ यत भीषण चकरवाती तफान क प म घनीभत हो गया उसक बाद यह पि चम िदशा की ओर बढ़त हए 12 िदस बर 2016 को 1500-1700 बज क बीच च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा 11-12 िदस बर 2016 को जब यह िस टम उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट क पास था तब कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न न उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट पर ि थत मानवगत तटीय वधशालाओ (manned coastal observatories) म परित घटा िवशष परकषण क मा यम स वधशालाओ म थािपत वलखी उपकरण वारा मौसमी पराचल (meteorological parameters ) की लगातार िरकॉिडरग वारा भ- खलन वाल कषतर म और उसक आस-पास (च न और उसक आस-पास) लग वचािलत मौसम टशन च न बदरगाह क िनकट थािपत डॉ लर मौसम रडार तथा च न (नगमबककम) वधशाला पर थािपत उ च पवन-गित िरकॉडरर (High Wind Speed Recorder) वारा इस चकरवात क मागर और ती ता पर लगातार िनगरानी रखी सभी उपल ध परकषणीय आकड़ स भ-खलन क पहलओ का पता लगान म मह वपणर जानकारी परा त हई ह उपयरक त यवि थत परकषण क अलावा आकड़ सचनाओ को एकतर करन क िलए एक बिनयादी सवकषण भी करवाया गया िजसस भ- खलन क समय परभािवत थान तथा समय का ठीक स पता लगान क िलए जानकारी परा त करन हत मह वपणर आकड़ परा त िकए जा सक कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न वारा भ खलन क प चात करवाए गए सवकषण स परा त िकए गए िन कषर पर इस िरपोटर म

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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परकाश डाला गया ह सवकषण की परिकरया भ- खलन क बाद क सवकषण की ओर बढ़न स पहल परकषण आकड़ और मीिडया वारा बताई गई कषित का एक आरि भक अ ययन िकया गया तािक सवकषण हत थान का चयन िकया जा सक इलकटरॉिनक मीिडया वारा लगातार िदखाई गई लाइव िरपो रस स चकरवात क भ-थल परवश क पहलओ क िवषय म मह वपणर सचना िमली इन आकड़ तथा सचनाओ क आधार पर कषतरीय दल वारा सवकषण िकए जान वाल कषतर का चयन िकया गया इसक बाद चकरवात म यअल क अ याय 11 तथा कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न क उप महािनदशक तथा परभारी िनदशक क िनदशन म ी जी राजदरन मौसम िवजञानी-बी क नत व म ी डी मरगथवल मौसम िवजञानी- ए ी एम ीिनवासन

रिडयो मकिनक तथा वाहन चालक ी पी िशव शकर चकरवात की घटना क 24 घट क अदर ही चकरवात क बाद क हालात पर सवकषण करन और चकरवात क िवषय म वा तिवकता का पता लगान तथा जानकारी एकतर करन भ खलन क थान इसक मागर तथा तिमलनाड उप मडल क च न ित व लर काचीपरम तथा िनकटवतीर िव लपरम ित व नमलाई और वलोर क चकरवात परभािवत कषतर म जान माल को हए नकसान का पता लगान क उ य स 13 िदस बर 2016 को परातःकाल म च न स दौर पर गए यह दौरा 16 िदस बर 2016 को पणर हआ

शािमल िकए गए िजल

सवकषण दल न चकरवात परभािवत िजल जस च न ित व लर काचीपरम का दौरा िकया दल न आिशक प स परभािवत वलोर ित व नमलाइ और िव लपरम िजल का भी दौरा िकया दल न चकरवाती तफान क गजरन क समय हवा की परकित तथा उस समय क मौसम तफानी लहर और समदर क कषरण आिद क िवषय म जनता स बात-चीत भी की सवकषण दल न इस स बध म अनक सरकारी किमरय स भी भट की

सवकषण दल वारा िन निलिखत कषतर का दौरा िकया गया-

13122016 च न पोटर कािसम द तदइवरपट ित वोिटटवर ए नोर िमजर पिलकाट झील तथा पो नरी 14122016 अराकोनम श िलघर वलजा वलोर आरकोट अरणी कलवाई च वर मोरनम तथा व बककम

15122016 वलजाबाक बालर र डी पलवम पलवा सीवरम प डपाई वदलर च गलपटट तथा ित काज़ कदरम

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16122016 मरककणम क पककम पधपिटटनम सातरस न मिल कोवलम कल बककम शोिलगन लर

ित पो र वीजीपी (ईसीआर) म दवककम ओएमआर तथा दिकषण च न सवकषण दल का मागर मानिचतर िचतर 1 म दशारया गया ह िचतर 2 म च न तथा उसक आस पास िविवध परकषणीय सिवधाओ को दशारया गया ह

िचतर 1- सवकषण दल का ट मप (मागर मानिचतर) िचतर 2-च न तथा उसक आसपास िविवध परकषणीय सिवधा

थल परवश क थान

िचतर 3 म च न तथा उसक आस-पास 12 िदस बर 2016 को 06-12 यटीसी क दौरान पर यक घट पर िलए गए सामियक परकषण को दशारया गया ह NBK म 09 यटीसी तक उ तर-पि चम स 11 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा म हवाए चली तथा 1000 यटीसी पर शात हवा चली जो दशारता ह िक ततर का कदर 12 िदस बर 2016 को NBK क ऊपर स 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530 बज) गजरा MBK पर 1100 यटीसी (भारतीय मानक समय 1630 बज) चलन वाली ह की हवाओ तथा 1000 यटीसी पर दिकषण-पि चम िदशा स 1200 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा तक उ टा बहन की परिकरया यह दशारती ह िक परणाली का कदर 1100 यटीसी पर MBK क पास स होकर गजरा 09-12 यटीसी क दौरान ए नोर ि थत वचािलत मौसम टशन वारा अिभलिखत पवीर हवाओ तथा भारतीय वाय सना ता बरम वारा अिभलिखत पि चमी हवाओ स यह पता चलता ह िक थल परवश ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर की ओर था अतः थल परवश 09-11 यटीसी (भारतीय

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मानक समय 1430-1630 बज) क आस-पास च न ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर म हआ

12 िदस बर 2016 को िलए गए परित-घटा िवशष सतह परकषण

िचतर 3 12 िदस बर 2016 को 6-12 यटीसी क दौरान िलए गए परितघटा सामियक परकषण

थल परवश की ती ता

12 िदस बर 2016 को च न तथा उसक आस-पास ि थत वधशालाओ (manned observatories) तथा वचािलत मौसम टशन पर अिभलिखत िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) क वतरमान परकषण को तािलका 1lsquoअrsquo और lsquoबrsquo म दशारया गया ह िचतर 4 म12 िदस बर को च न NBK तथा मीना बककम पर अिभलिखत दाब तथा पवन को दशारन वाल वलखी चाटर (बरोगराफ तथा डाइ स पीटीएनीमोगराफ) दशारए गए ह तथा तािलका 1 ldquoसीrsquo म इन चाट म अिभलिखत िन नतम दाब और अिधकतम पवन-गित को िदखाया गया ह 12 िदस बर2016 को 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530) NBK वधशाला पर िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) 9750 hPa िरकॉडर िकया गया उ चतम 24 घट का परशर फाल 309 hPa भी इसी टशन पर रहा सबस अिधक उ चतम पवन गित (Vmax) NBK पर HWSR वारा 0800 यटीसी (भारतीय मानक समय 1330) पर 577 नॉट तथा

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लगभग 0815-0820 यटीसी (भारतीय मानक समय 1345-1350) पर MBK पवनलखी वारा िरकॉडर की गई

तािलका 1अ वधशालाओ वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब स सबिधत आकड़

टशन Station समयTime

यटीसी

(UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पी24

P24 (hPa)

समययटीसी

Time (UTC)

पवन गित (नॉट)

Wind Speed (kt)

पवन िदशा Wind Direction (deg)

च न (नगमबककम )

1000 9750 -309 0900 30 उ तरपि चमी-उ तरी

च न(मीना बककम) 1000 9756 -302 0900 50 पि चमी

तािलका1ब वचािलत मौसम टशन वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब क आकड़

टशन

Station

अकषाश दशातर

LatLon (deg)

समययटीसी

Time (UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पवन गित (नॉट) Wind Speed (kt)

पवन िदशा

Wind Direction (deg)

पी 24 P24 (hPa)

च न(नगमबककम) 131N802E 1000 977 4 80

ए नोर पोटर 132N803E 0900 9791 48 10 -267

माधवराम- एगरो 132N802E 1000 9773 21 50 -297

मीना बककम)इसरो 130N802E 1000 978 11 200 -296

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िचतर 4-12िदस बर2016 को नगमबककम और मीना बककम पर बरोगराफ तथा पवनलखी की िरकॉिडरग

तािलका 1 सी वलखी चाट पर िरकॉडर िकए गए िन नतम दाब और अिधकतम पवन टशन

टशन

समय (भामास) Time (IST)

यनतमदाब

(hPa)

समय (भामास) पवन गित

(िकमीपरित घटा)

पवन िदशा

च न (नगमबककम )

1530

(1000 UTC)

9750 1240

(0710 UTC)

114 उ तर-पि चमी-उ तरी

च न (मीनामबककम)

1600

(1030 UTC)

9756 1345-1350 (0815-0820 UTC)

122 उ तर-पि चमी

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रडार स लकषण

च न क डॉ लर वदर रडार क 12 िदस बर 2016 क परित घटा िरपोटर म 04-15 यटीसी क दौरान यह दखा गया िक च न म लगभग 09-11 यटीसी क आस-पास थल परवश हआ डॉ लर वदर रडार

च न वारा परा त िकए गए चकरवात कदर क मागर को िचतर 6 म िदखाया गया ह ती ता क िवषय म

रडार वारा 07 यटीसी (भामास 1230) पर 00 िकमी ऊचाई पर अिधकतम रिडयल वग 3767 मीटरस (73 नॉट) (या अिधक) िरपोटर की गई थल परवश क आर भ होन क समय क आस पास (08 यटीसी भामास 1330) लगभग 200 मीटर की ऊचाई पर 4247 मीस (83 नॉट) की पवन गित पाई गई

िचतर 5- च न म थल परवश को दशारता हआ डॉ लर वदर रडार का िचतर

िचतर 6- डॉ लर वदर रडार च न वारा परिकषत चकरवात क कदर का मागर

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पर यकष वषार

तिमलनाड क च न काचीपरम ित व लर तथा िव लपरम िजल म 13 िदस बर को 0830 बज समा त होन वाल 24 घट क दौरान अिधकाश थान पर भारी तथा कछ थान पर बहत भारी और एक या दो थान पर बहत अिधक भारी वषार हई तिमलनाड क व लोर क णािगिर ित व नमलाई िजल म

तटीय आधर परदश नलोर िजल म तथा रायलसीमा क िच तर अनतपर और कड पा िजल म उसी िदन भारी स बहत भारी वषार हई सवारिधक वषार 38 समी काचीपरम िजल म स यभामा िव विव यालय वारा िरकॉडर की गई (13 िदस बर 2016 को भामास 0830 बज समा त 24 घट क दौरान कल भारी वषार ge7 समी िरकॉडर की गई चकरवात क कारण िजलावार वषार की मातरा समी म नीच दशारई गई ह (सबिधत िजल का नाम को ठक म िदया गया ह)

तिमलनाड

अ यिधक भारी वषार (ge समीिदन) स यभामा िव विव यालय (काचीपरम)-38 कटटक पम (काचीपरम)-34 काचीपरम (काचीपरम)-28 कलवाई (वलोर)-23 पनाम ली (ित व लर)-22 च बराबककम (ित व लर)- 21 मीना बककम-20

बहत भारी वषार (12-20 समीिदन) ीप बदर (काचीपरम)- 17 च बर बककम (ित व लर)- 16

यरकॉड (सलम)-15 आलगयम (व लोर)-15 ता बरम ( काचीपरम)-14 नग बककम-12 भारी वषार (7-12 समीिदन) व लोर-11 म लनाथर (व लोर)-9 ितर प तर-8 पदी (ित व लर) -9 महाबलीपरम (काचीपरम) उिथरम र (काचीपरम) ित प तर(व लोर) मदरतगम (काचीपरम) क णािगिर (क णािगिर) शलािगिर(क णािगिर) होसर (क णािगिर) वदावासी (ित व नमलाई) मरककनम (िव लपरम) विनय बिद (व लोर) गिडयतम (व लोर) तथा च यर (काचीपरम)-पर यक 7 तटीय आधर परदश

बहत भारी अ माकर ( न लोर)-13 िवजामर (न लोर) -12 भारी उदयािगिर (न लोर) -11 स लरपटा (न लोर) कदकर (परकाशम) - पर यक 9 कवली ( न लोर) न लोर (न लोर) विलगडला (परकाशम) ndash

पर यक 8 रापर ( न लोर) गडर (न लोर) वकटािगिर (न लोर)शार (न लोर) ndashपर यक 7 रायलसीमा बहत भारी ित मला (िच तर) - 15 प तर (िच तर) ndash 14 नगरी (िच तर) -12

भारी िच तर कोडर (गड पा) स यवद (िच तर) ndash पर यक 10 वकटािगिर कोटा ((िच तर) पालसमदरम

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(िच तर)ndash पर यक 9 न बिलपिलकता (अनतपरम) तोटट बद (िच तर) ित पित हवाई अ डा (िच तर) अतलर (कड पा) राजाम त (कड पा) मदाप ल (िच तर) क पम (िच तर) पकला (िच तर) सा बप ल (कड पा) रोयाचोटी (कड पा)ndash पर यक 7

झझावात

12 िदस बर 2016 को 03-15 यटीसी क दौरान उ तर तिमलनाड और दिकषणी आधर परदश तट पर 100-130 िकमीपरित घटा की र तार स परचड हवाए चली भारत मौसम िवजञान िवभाग क नग बककम (च न) क डाई स परशर यब एनीमोगराफ वारा अिधकतम पवन गित 122 िकमीपरित घटा तथा इसरो ीहिरकोटा टॉवर क यतर वारा अिधकतम पवन गित 99 िकमीपरित घटा िरकॉडर की गई

तफान की लहर

12 िदस बर को भारतीय मानक समय 1200 पर पिलकट लक क िनकट 1 मीटर ऊचाई की तफानी लहर उठी उस समय खगोलीय वार 047 मीटर थी अतः कल वारीय तरग की ऊचाई 147 मीटर रही

कषित की िरपोटर िविभ न थान स िपरट और इलकटरॉिनक मीिडया तथा साथ साथ आम जनता न भी थल परवश बल कषतर का मआयना िकया तथा वा तिवकता यािन ज़मीनी स चाई क िचतर हम उपल ध कराए चिक थल परवश का परकोप घनी आबादी वाल म टरो शहर च न म पड़ा इसिलए उ तरी तिमलनाड तथा दिकषण आधर परदश पर लगभग 7-8 घट परचड वाय चली इसस अनक भवन को कषित पहची कई हज़ार वकष जड़ स उखड़ गए िबजली क ख भ िगर जान स दरसचार सवाए व त हो गई और खत म फसल को बहत अिधक नकसान पहचा

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िचतर 7- VSCS वदार क भ खलन स हए नकसान क कछ िचतर

कषतर सवकषण और िन कषर

एकतर िकए गए उपरोकत आकड़ सचनाओ क आधार पर एक आरि भक अनमान लगान क बाद हमार बिनयादी सवकषण दल न VSCS वदार क भ खलन क दौरान सवारिधक परभािवत कषतर का दौरा आर भ िकया यह भी तय िकया गया िक वा तिवकता जानन क िलए गर-परयोगा मक तथा एक िव तत सवकषण जनता क बीच जा कर िकया जाए तफान क बार म तथा इसक परभाव की सचनाए एकतर करन और वा तिवक स चाई जानन क िलए यापक सवकषण िकए गए सवकषण क दौरान यिकतय स अनक पर न पछ गए तथा उनस अनरोध िकया गया िक व िव तार स हवा की िदशा तथा

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अनमािनत गित घटना का समय शात होन का समय आिद क िवषय म बताए उनस यह भी अनरोध िकया गया िक यिद उनक पास कोई आकड़ ह तो व भी उपल ध कराए इस परकार परा त जानकारी तथा आकड़ को िनकटवतीर मौसम वधशाला या अशकािलक वधशाला या भारत मौसम िवजञान िवभाग और पराईवट वचािलत मौसम टशन क िरकॉडर म उपल ध आकड़ क साथ दोबारा जाच की गई तािक िकसी िन कषर पर पहचा जा सक चिक यह िस टम च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा था इसिलए कषतर सवकषण दल न उ तर िदशा की ओर पवर तट क मागर स अपना दौरा आर भ िकया दल क पास जीपीएस िपर मिटक क पास िडिजटल कमरा और कछ अ य इलकटरॉिनक उपकरण जस वॉइस िरकॉडरर आिद थ दौरा िकए गए िविवध कषतर तथा एकतर की गई सचनाओ को नीच दशारया गया ह

कासीम द िफिशग हाबरर ( अकषाश 131 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) कासीम द क मछआर न सिचत िकया िक जब िस टम क िपछल भाग न तट को पार िकया तब दिकषणी दिकषण-पवीर हवाओ क चलन क कारण उनका बहत अिधक नकसान हआ ह जबिक अगल भाग क तट को पार करत समय उ तरी उ तर-पवीर हवाओ क कारण कम नकसान हआ ह उ ह न यह भी बताया िक समदर तल स 15 स 20 मीटर ऊपर तक की तफानी लहर स उनक कषतर म 500 स 1000 नौकाओ को कषित पहची ह या व डब गई ह उ ह न यह भी कहा िक उ ह न लगभग 2 घट बाद शात हवा और ह की वषार का अनभव िकया ित वो िटरवर क पम ( अकषाश 1317 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) यहा भी मछआर न बताया िक हवा क पलटन स नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ ह और बहत सी नौकाए डब गई ह उ ह न तफानी लहर का भी अनभव िकया मछआर न कहा िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग क समय रहत चतावनी िमल गई थी और उ ह पहल स सावधानी बरतन म सहायता िमली

ित वो िटरवर तालक कायारलय सवकषण दल न ित वो िटरवर क तहसीलदार स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा और उ ह न बताया िक वहा कोई जनहािन नही हई थी और वहा क िनवािसय वारा पवन गित 90 स 100 िकमी परित घटा महसस की गई उ ह न बताया िक तटीय कषतर म समदर का जल- तर 08

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स 10 फीट तक ऊचा उठा था

तलनक पम (अकषाश 132 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) ऊची लहर क कारण समदर तट लगभग 20 मीटर तक न ट हआ िनवािसय न कहा िक उ ह न घट तक तज़ धल भरी हवाओ को महसस िकया रा य सरकार क कमरचािरय न भारत मौसम िवजञान िवभाग की समय रहत िमल गई चतावनी क अनसार पहल स थानीय िनवािसय को वहा स िनकाल कर सरिकषत थान पर पहचा िदया था

ए नोर पोटर ( अकषाश 1321 िड उ तर दशातर 8032 िड पवर) ए नोर पोटर क अदर अनक वकष जड़ स उखड़ गए और अनक घर की छत उड़ गई िसगनल टशन की िखड़िकय क प ल परी तरह टट गए और छत क पख क लड मड़ गए िस टम क वहा स गज़रत समय उ तर-पि चम स पवीर हवा चल रही थी

पलीकट लक ( अकषाश 1356 िड उ तर दशातर 8021 िड पवर) सवकषण दल न पलीकट क मछआर स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा उ ह न बताया िक उस समय समदर का जल तर तथा निदय का जल तर एक स दो मीटर तक बढ़ गया िजसक कारण वहा क 15 गाव क सभी िरहायशी इलाक म परी तरह पानी भर गया और नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ कय िक निदय की तज़ धाराओ म अनक नौकाए बह गई और नदी क पल स टकरा कर टट गई और अनक नौकाए बह गई पड़ की अनक शाखाए टट कर दो यिकतय पर िगर गई लाइट हाउस म इमली का एक बड़ा वकष पवर-पि चम िदशा म जड़ स उखड़ कर िगरा और ताड़ क अनक पड़ टट कर पवर-पि चम िदशा म िगर गए लाइट हाउस क ऑिफस इचाजर न बताया िक उ ह न अपन जीवन काल म इतनी तज़ हवा कभी महसस नही की थी उ ह न यह भी बताया िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग का पवारनमान तथा चतावनी समय रहत िमल गई थी मरककणम ( अकषाश 1218 िड उ तर दशातर 7993 िड पवर) इस कषतर म तफान का अिधक परभाव नही पड़ावहा क िनवािसय न बताया िक पि चम िदशा स 50 िकमीपरित घटा की गित स हवाए चली सवकषण दल को इस कषतर म कोई बड़ा नकसान दखन को नही िमला

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साधरगपिटटनम ( अकषाश 125 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर क मछआर न सिचत िकया िक उ ह न दिकषण- पि चमी िदशा स 80-90 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की उ ह न बताया िक कछ नौकाओ को नकसान हआ ह इस कषतर म कछ वकष कषितगर त हए ह मछआर क इस गाव म टाइल और चादर वाल कछ घर कषितगर त हए ह

महाबलीपरम (अकषाश 126 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर म िनवािसय न सिचत िकया िक उ ह न पि चमी िदशा स 90-100 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष और िबजली क ख भ उखड़ गए िव यत आपितर बािधत होन क कारण लगभग सभी पयरटक न तट स चकरवात गजर जान क बाद उस कषतर को खाली कर िदया

कोवलॉ ग (अकषाश 127 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) इस कषतर म मछआर न बताया िक उ ह न पि चमी िदशा स 100-110 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष िबजली क ख भ और टरासफॉमरसर उखड़ गए वहा 4-5 िदन तक िव यत आपितर बािधत रही इस कषतर म ऊपर बताई गई गित स तज हवाए महसस की गई और यह कषतर वाल कलाउड रीजन का दिकषणी भाग परतीत होता ह

वीजीपी थीम पाकर ( ईसीआर) (अकषाश 129 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) वीजीपी थीम पाकर क अदर भामास लगभग 1500 बज दिकषण-पि चमी िदशा स आन वाली तज़ हवाओ क कारण बहत स बड़ वकष उखड़ गए थीम पाकर की परोफलर इ पोटड म टल शी स की छत तज़ हवाओ क कारण दर उड़ गई िजसस पाकर को आम जनता क िलए एक स ताह क िलए बद करना पड़ा

ज़मीनी सवकषण क िन कषर च न िस टम च न क समीप स गजरा तथा भारत मौसम िवजञान िवभाग क सतह परकषण क अनसार पहल यह दिकषण-पि चमी िदशा म च न (नगमबककम की ओर तथा िफर च न (मीना बककम) की ओर

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बढ़ा डॉ लर वदर रडार क परकषण क अनसार भामास 1530 बज यह च न (ता बरम) पर किदरत था िजसक फल व प च न म तज़ हवाओ क कारण भारी कषित पहची हज़ार बड़-छोट वकष उखड़ गए अनक घर की छत उड़ गई और अनक थान पर वकष क िगरन स क पाउड वाल िगर गई बड़ी सखया म सड़क और बस टड आिद कषितगर त हए वदालर ज़लॉिजकल पाकर तथा िगडी नशनल पाकर च न म अनक वकष उखड़ गए क पाउड वाल िगर गई िजसक कारण पाकर को जनता क िलए बद करना पड़ा कासीम द िफिशग हाबरर ित वो िटरवरक पम तथा तलक पम िफिशग हमलट जस कषतर म अनक नौकाओ क कषितगर त होन टटन तथा डबन की सचना िमली तज़ हवाओ क कारण अनक उपनगरीय MRTS रलव टशन पटरोल प प की छत उड़ गई िबजली क अनक ख भ तथा टरासफॉरमर भी उखड़ गए िजसस च न शहर को 2-3 िदन अधर म रहना पड़ा चिक िस टम क दिकषण पि चम भाग म तज़ वषार हई परान महाबलीपरम मागर काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण पि चम च न क अनक भाग म बहत भारी स भीषण वषार हई िजसस 13 िदस बर2016 को बाढ़ की ि थित आई ओ एम आर मागर पर स यभामा यिनविसरटी क पिरसर म जब सवकषण दल न 16122016 को दौरा िकया उस समय भी 2 स 3 फीट तक पानी भरा हआ था 12 िदस बर को भामास 0930 बज स भामास 1620 बज तक च न हवाई अ ड क सभी िवमान क मागर बदल गए इसक अितिरकत 13 िदस बर को भामास 1620 बज स भामास 0545 बज तक हवाई अ डा परी तरह बद रखा गया कछ मखय रलगािड़या तथा सभी उपनगरीय रलगािड़या 2 िदन क िलए र की गई थी

ित व लर चिक वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवाए पलीकट लक ित व लर िजल स होकर गजरी और चिक वहा अिधकतम तफानी लहर थी वहा बड़ी सखया म नौकाओ को कषित पहची और बहत स नौकाए डब भी गई रा य सरकार िडज़ा टर मनजमट टीम वारा सभी मछआर को सरिकषत थान पर ल जाया गया िस टम क गजरन क दौरान मछआर क लगभग सभी गाव (30 गाव) तफानी लहर और निदय का जल तर बढ़ जान क कारण डब गए थ मछआर न सिचत िकया िक पड़ की टहिनया िगरन स 2 यिकत घायल हो गए वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवा स भवत ित व लर िजल क अिधकाश भाग स होकर गजरी तज़ हवाओ क कारण अिधकाश नकसान हए

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पिलकट स ित व लर तक क पर मागर पर िबजली क लगभग सभी ख भ और टरासफॉमरर या तो कषितगर त हए या उखड़ गए अनक बड़ और परान वकष उखड़ गए िजसस अनक थान की दीवार िगर गई अनक घर की टाइल या शीट स बनी छत उड़ गई इस कारण हई वषार क कारण लगभग 50 स अिधक जल-जत मत पाए गए

काचीपरम चिक िस टम पवर- उ तर- पवर िदशा स पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर गया तथा च न (नगमबककम ) च न (मीना बककम) और ता बरम क िनकट स होकर गजरा काचीपरम िजल क अनक भाग पर मखयतः उ तर पि चमी िदशा स पि चमी िदशा की ओर स तज़ हवाए चली इसकी पि ट इस बात स भी होती ह िक जी एस टी मागर पर ता बरम स चगलपटट तक क लगभग सभी वकष पि चम-पवर िदशा म िगर और सड़क का पवीर भाग बद कर िदया िस टम क दिकषण पि चम भाग म भी भारी वषार हई िजसस इस िजल म काफी कषित पहची लगभग सभी िबजली क ख भ और टरासफॉमरर उखड़ गए और िजल क दिकषणी भाग म अनक बड़ वकष िगर गए िजल क लगभग सभी भाग म एक स ताह तक िव यत आपितर बािधत हो गई िजल म कछ थान पर बहत भारी स लकर अ यिधक भारी वषार अिकत की गई िजल म (इस लक िजल क नाम स भी जाना जाता ह) अिधकाश जल-जत मत पाए गए और कही कही उनस िकनार तक भर गए 12 िदस बर को नदीवरम- गडवचरी (चगलपटट तालक) म अ यिधक भारी वषार क कारण एक बड़ी झील टटन वाली ि थित म आ गई और लोक िनमारण िवभाग क कािमरक न उस झील की सरकषा क िलए अनक परयास िकए सामा य प स उ तरी च न ित व लर काचीपरम िजल क उ तरी भाग और व लोर और ित व नमलाई क िनकटवतीर िजल म अिधकाश नकसान हवा क कारण हए काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण च न म हए नकसान वषार और हवा दोनो कारण स थ इसक साथ ही व लोर ित व नमलाई और िव लपरम िजल म तज़ हवाओ और भारी वषार क कारण नकसान हए सवकषण क दौरान िलए गए फोटोगराफ तथा मीिडया वारा उपल ध कराए गए फोटोगराफ पिरिश ट-1 (अ तथा ब) म िदखाए गए ह तिमलनाड रा य सरकार क कािमरक वारा किष की फसल को हए नकसान की िरपोटर भी स पी गई ह सरकारी कािमरक वारा चकरवात क कारण फसल को हए नकसान की िरपोटर (पिरिश ट 2) क अनसार ित व लर काचीपरम व लोर तथा ित व नमलाई िजल

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म फसल को भीषण कषित पहची ह इन चार िजल म धान मगफली उड़द मग और नािरयल को कषित पहची जो लगभग 33 फसल कषित ह किष उ पाद की अनमािनत कषित लगभग 35571 करोड़ पए ह

सार और िन कषर सवकषण दल न कासीमद और ित वो िटरवरक पम क मछआर स पि ट की िक उ ह न हवा क पलटाव और शात हवा ( भामास 1530-1800 बज) महसस की िजसस पता चलता ह िक िस टम का कदर स भवतः इन कषतर स होकर गजरा अतः यह अनमान लगाया जाता ह िक िस टम भामास 1500-1700 बज क दौरान कािसमद बदरगाह क तट (अकषाश दशातर 131 िड उ तर802 िड प) स होकर गजरा होगा ( िचतर 8)

िचतर 8- कषतर सवकषण क आधार पर भ खलन का थान

भ खलन क बाद वदार पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर बढ़त हए च न क दिकषण (नग बककम) और ता बरम क उ तर स गजरा

ित व लर िजल च न क उ तरी भाग और काचीपरम िजल क उ तरी भाग म हवा क कारण अिधक कषित हई

वषार क कारण हए नकसान काचीपरम िजल और दिकषण च न म अिधक थ पिलकट लक कषतर म तफानी लहर तथा निदय म जल तर बढ़न क कारण 30 गाव जल-

मगन हो गए

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आम जनता और मछआर न ACWC िनदशक परादिशक मौसम कदर च न वारा इलकटरॉिनक मीिडया और भारत मौसम िवजञान िवभाग क दल वारा समय पर जारी िकए गए पवारनमान और चताविनय की परशसा की

स तितया मौसम वजञािनक ि ट स सभी सिवधाजनक थान तटीय तथा आतिरक दोन पर अिधक

दाब पवन िदशा पवन गित तथा वषार क ससरयकत वचािलत मौसम टशन थािपत िकए जाए

यिद यह स भव न हो तो थानीय िनकाय क कमरचािरय और साईकलोन श टर ( local body officials cyclone shelters) म PAB amp DIWE यतर िवतिरत िकए जान पर िवचार िकया जाए उ ह खराब मौसम क दौरान वि छक परकषण उपल ध करान क िलए कहा जा सकता ह

वचािलत मौसम टशन स दाब तथा पवन क आकड़ क िनरतर एकतर करन क िलए कोई उपयकत परणाली होनी चािहए य आकड़ िस टम क भ खलन का पता लगान मअ यत उपयोगी ह ग

सभी तटीय वधशालाओ म HWSR DPTA क नवीनतम स करण उपल ध कराए जाए मखय ACWC तथा रा य सम वय अिधकािरय क म य चतावनी सदश क परभावी सचरण क

िलए सटलाइट पर आधािरत फोन सचार सिवधाए उपल ध कराई जाए कय िक खराब मौसम म िव यत आपितर बािधत होन और सचार यव था व त होन की स भावना होती ह

साभार - हम परादिशक मौसम कदर च न क उपमहािनदशक महोदय को हम यह मह वपणर कायर स पन क िलए तथा िनदशक ACWC क बहम य मागरदशरन क िलए आभार यकत करत ह साथ ही रा य सरकार क सभी कािमरक क भी आभारी ह िज ह न आव यक सचनाए और आकड़ उपल ध कराए बहम य आकड़ तथा सचनाओ को उपल ध करान क िलए IGCAR कलपककम SHAR भारतीय वायसना ता बरम िवभागीय तथा अशकािलए वधशालाओ का भी आभार यकत करत ह

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जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अिभयान अजय ठकराल वजञािनक सहायक

परादिशक मौसम कदर ndash गवाहाटी जसा िक सवरिविदत ह िक हम पिरवतरन क दौर स गजर रह ह िजस तजी स पिरवतरन वतरमान समय म हो रहा ह इतना िपछल दस दशक म नही हआ होगा िशकषा सधार िडिजटलीकरण क पिरणाम व प वतरमान म औसतन आम आदमी सरकार क दािय व स पिरिचत ह अगर सयकत रा टर िवकास िनिध (UNDP) क आकड़ की मान तो भारत सन 2030 म िव व की सवारिधक जनसखया वाला दश बन जाएगा पराकितक ससाधन क िनरतर शोषण स भारत जलवाय पिरवतरन की चपट म आ चका ह

जलवाय पिरवतरन पर िव व मौसम िवजञान सगठन (WMO) का वकत य

िव व मौसम िवजञान सगठन क तहत वि वक तापमान म 11 िडगरी सि सयस की विदध दजर की गई ह

2016 अल नीनो क कारण सबस उ ण माना गया ह उसक बाद 2017 और तीसर नबर पर 2015

WMO क महासिचव ी पटरी तालस क मतािबक िपछल 3 साल म तापमान िरकॉडर क सदभर म सबस गमर रह ह

कछ असाधारण मौसम की िकरयाए सामन आई ह िजनम स परमख ह

एिशया क कछ थान म तापमान 50 िडगरी तक पहच गया ह तफान (Hurricane) बारबारता ती ता करीिबयन और आयरलड म असाधारण िकरयाए सामन

आई ह मॉनसन स कई कषतर म बाढ़ आई ह पवीर अफरीका म सखा पड़ा ह

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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अतर-सरकारी समदर िवजञान आयोग (Oceanographic Commission of UNESCO) क मतािबक वायमडल का करीब 30 मानवजिनत C02 उ सजरन सागर अवशोिषत कर लता ह िजसस िक वहा का पािरि थितक ततर जीव जत बरी तरह परभािवत होत ह गरीनपीस न एक बयान म कहा िक चीन वारा वाय परदषण को िनयितरत करन क िलए साल-दर- साल अपनाए गए उपाय की वजह स वहा की वाय म सधार हआ ह जबिक भारत का परदषण तर िपछल दशक म धीर-धीर बढ़कर अिधकतम तर पर पहच गया ह

िव व वा य सगठन क अनसार दिनया क 20 सबस परदिषत शहर म स 13 शहर भारत म ह सन 2100 म यएसए म समदरी तल 1 स 4 फीट तक बढ़ जाएगा िव वसनीय आकड़ा सन 1980 स लना श हआ था और यह पाया गया ह िक समदरी तल अब तक 8 इच बढ़ चका ह अगल दशक म तफान वालामखी वार भाटा समदरतल बढ़न क साथ-साथ कई कषतर म बाढ़ आ जाएगी जलवाय पिरवतरन पर अतर-सरकारी पनल (IPCC) िजसम USA व अ य दश क करीब 1300 वजञािनक ह उ ह न पवरनमान लगाया ह िक अगली शता दी तक िव व का तापमान 25 स 10 िडगरी फारनहाइट तक बढ़ जाएगा सकषप म अतर-सरकारी पनल न कहा ह िक पिकषय क आधार पर जलवाय पिरवतरन का कल कषित समय क साथ बहत अिधक रहन की सभावना ह

लसट आयोग परदषण और वा य पर बन लसट आयोग क मतािबक भारत म परदषण स सन 2015 म

25 लाख लोग की म य हो चकी ह पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह और यह ए स मलिरया तपिदक स होन वाली म य का 3 गना ह

चीन दसर नबर पर ह यहा पर परदषण स होन वाली म य का आकड़ा 18 लाख क पार जा चका ह िवकासशील दश म हर छह म स एक म य परदषण क कारण होती ह

िवकासशील दश म भमडलीकरण औ योगीकरण क कारण पयारवरण क सरकषण की नीितय का कायार वयन बहत ही िशिथल ह

पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह

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तलना मक अ ययन

आपदा तरासदी यदध कल मार गए लोग की सखया

िवतीय िव वयदध 1939-45 (कवल भारत क) कल 16 लाख

भारत पािक तान 1965 यदध लगभग 3000

कारिगल यदध 527

भारत म परदषण स होन वाली मौत (2015) 25 लाख

उकत आकड़ का अ ययन कर तो यह पाएग िक यदध की तलना म परदषण स होन वाली मौत का आकड़ा कही अिधक ह बहत सारी बीमािरया कसर फफड़ म नकसान डायिबटीज यह भी परदषण स ही जड़ी ह हम इस यदध तर पर ख म करन की आव यकता ह एक जाग कता अिभयान की भी तरत आव यकता ह परदषण स वा य पर सीधा परभाव bull दय सबधी बीमािरया -अ यिधक परदषण म रहन स दय सबधी बढ़ जात ह एव दय की बीमािरय की सभावना बढ़ जाती ह bull आख- जो लोग यादा परदषण मरहत ह उनकी आख अकसर परभािवत होती ह उ ह अकसर दवा की आव यकता पड़ती ह bull फफड़ का कसर- अ यिधक परदषण क लगातार रहन स फफड़ का कसर एव वसन सकरमण की सभावना होती ह bull वचा पर बरा परभाव- ि कन एलजीर एिकजमा बढ़ जाता ह bull मानिसक तनाव- जो लोग अ यिधक परदषण म रहत ह उनका मानिसक तनाव बढ़ जाता ह भारत म पयारवरण सरकषण स सबिधत वधािनक ढाचा (Legal framework) भारतीय सिवधान क अन छद 21 क अनसार जीवन जीन का अिधकार यह मौिलक अिधकार ह भारत िव व का पहला दश ह िजसन सिवधान म सशोधन क जिरए पयारवरण सरकषण को मह व िदया ह 42व सशोधन 1976 क जिरए रा य क नीित िनदशक त व म पयारवरण मामल जोड़ गए 42व सशोधन क तहत रा य सरकार का यह दािय व ह िक पयारवरण क सरकषण क िलए आव यक कदम उठाए

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भारतीय सिवधान क अन छद 48ए क तहत पयारवरण सरकषण का पराथिमक दािय व रा य सरकार का ह bull जल (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1974 bull व यजीव (सरकषण) अिधिनयम सशोिधत 2002 bull वन (सरकषण) अिधिनयम 1980 bull वाय (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1981 एव सशोिधत 1987

कदरीय परदषण िनयतरण बोडर (CPCB) रा टरीय पिरवश वाय गणव ता मानक (National Ambient air quality standard) न परदषक तय िकए ह पयारवरण (सरकषण) अिधिनयम 1986 [Environment protection Act 1986] इस अिधिनयम क तहत कदर सरकार अिधकत ह I उ सजरन (Emmission) का मानक तय करन क िलए उ योग की जगह िचि नत करन क िलए खतरनाक कचरा परबधन क मानक तय करन क िलए

जन वा य बचाव क िलए पर यकष एव परोकष प स िन न अिधिनयम ह-

पर यकष प स (i) खतरनाक अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम सशोिधत 2000 (Hazardous Waste) (ii) जव िचिक सा अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम 1998 (Biomedical waste) (iii) नगर अपिश ट (परबधन और हडिलग िनयम) 2000 (Municipal waste)

परोकष प स (i) कारखान अिधिनयम सशोिधत 1987 (Factories Act) (ii) लोक दािय व बीमा अिधिनयम 1991 (Public Liability insurance Act)

सवधािनक त य माननीय उ चतम यायालय क ऐितहािसक फसल िवसट परीकलारङगरा लागरा बनाम भारत

सघ म जन वा य का सधार एव रखरखाव करन का िनणरय िलया गया था यह भारतीय

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सिवधान क अन छद 21 म िनिहत ह भारत क याणकारी रा य ह और यह सरकार का पराथिमक कतर य ह िक वह परदषण स पीिड़त

यिकतय को म त िचिक सा महया करवाए Doctrine of Parens Patriae का िसदधात कई बार यायालय म िलया गया ह िजसम रा य

सरकार को िनदश िदया गया ह िक आपदा स पीिड़त यिकतय को तरत राहत पहचाए भारत म पयारवरण परदषण साफ-सफाई क िव दध िशकायत का परभावी ढग स िनपटार क िलए

सरकार न सन 2010 म रा टरीय हिरत अिधकरण (NGT) का गठन िकया ह I अिधिनयम 2010 क तहत पयारवरण बचाव और वन सरकषण और अ य पराकितक ससाधन सिहत पयारवरण स सबिधत िकसी भी काननी अिधकार क परवतरन और परभािवत यिकत अथवा सपि त क िलए कषितपित र परदान करना और इसस जड हए मामल का परभावशाली और ती गित स िनपटारा करन क िलए िकया गया ह

यह एक िवि ट िनकाय ह जो िक पयारवरण िववाद बह-अनशासिनक मामल सिहत सिवजञता स सचािलत करन क िलए सभी आव यक ततर स ससि जत ह

कड़ा परबधन यह सम या न कवल शहर म ह बि क गाव म भी तजी स बढ़ रही ह कड़ का पयार त परबधन न होन क कारण शहर म यह परदषण का एक मह वपणर कारक बन चका ह कड़ा जब यादा पराना हो जाता ह तो मीथन गस उ प न होती ह जो तरत आग पकड़ लती ह मबई क दवनार कड़ा घर म अकसर आग लग जाती ह िजसका यही कारण ह िक वहा मीथन गस उ प न होती ह कड़ क ोत पर उपयोग क बहत स परयास िकए गए ह परत इसका कायार वयन नही हो पाया

ह िमथन काबरन डाइऑकसाइड की तलना म वातावरण म गमीर को फसान म 20 गना यादा

परभावी गरीनहाउस गस ह लडिफल साइट स मीथन का उ सजरन सभािवत प स गलोबल वािमरग को बढ़ा सकता ह

परदषण को कम करन क बहत स उपाय ह िजनम स परमख ह कड़ को पनः उपयोग करना जिवक कड़ा पणरतया उपयोग िकया जा सकता ह और अजिवक कड़ा का उिचत परबध िकया जा सकता ह आपको जानकर आ चयर होगा िक वीडन िव व का एकमातर ऐसा दश ह जहा घरल

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अपिश ट का शत परितशत कड़ का पनः उपयोग िकया जाता ह और इसकी िगनती सबस साफ शहर म होती ह सन 2015 म ऊजार सयतर क िलए अपिश ट िवदश स आयात िकया गया था म किवता क मा यम स एक सदश दना चाहता ह िक -

वाय को व छ रख परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरारhelliphellip

शहर गाव क ब को परदषण मकत करना ह हर ब च िकशोर यवा बजगर को व थ रखना ह

व छ रखना ह कायर थल

सावरजिनक थल एव घर कारखाना उ योग का उ सजरन रखना ह उिचत सीमा क भीतर

जिवक अजिवक कड़ को पथक करना होगा जिवक कड़ का कपो ट बनाकर पनः उपयोग करना होगा

अजिवक कड़ का उिचत परबध करना होगा

परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरार

आइए परितजञा कर भारत को 2022 तक परदषण मकत बनाए ------------

आपदाए ससार क िलए एक अलामर घड़ी क समान होती ह िजस ई वर चलात ह और बोलत ह िक अब भी वक त ह जाग जाओ

िकरस जमी अमरीकी किव और दाशरिनक

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बारात की वापसी हिरशकर परसाई

हिरशकर परसाई िहदी क परिसदध लखक और यगयकार थ य िहदी क पहल रचनाकार थ िज ह न यगय को िवधा का दजार िदलाया और उस समाज क यापक पर न स जोड़ा उनकी यगय रचनाए हमार मन म गदगदी ही पदा नही करती बि क हम उन सामािजक वा तिवकताओ क आमन-सामन खड़ा करती ह िजनस िकसी भी यिकत का अलग रह पाना लगभग असभव ह लगातार खोखली होती जा रही हमारी सामािजक और राजनीितक यव था म िपसत म यमवगीरय मन की स चाइय को हिरशकर परसाई न बहत ही िनकटता स पकड़ा ह सामािजक पाखड और िढ़वादी जीवनndashम य की िख ली उड़ात हए उ ह न सदव िववक और िवजञान स मत ि ट को सकारा मक प म पर तत िकया ह पर तत ह उनकी यगय रचना lsquo बारात की वापसीrsquorsquo और एक लघ कथा lsquo सधार lsquo

बारात म जाना कई कारण स टालता ह मगल काय म हम जसी चढ़ी उमर क कवार का जाना अपशकन ह महश बाब का कहना ह हम मगल काय स िवधवाओ की तरह ही दर रहना चािहए िकसी का अमगल अपन कारण कय हो उ ह पछतावा ह िक तीन साल पहल िजनकी शादी म वह गए थ उनकी तलाक की ि थित पदा हो गई ह उनका यह शोध ह िक महाभारत का यदध न होता अगर भी म की शादी हो गई होती और अगर क णम नन की शादी हो गई होती तो चीन हमला न

सािहि यक बहार

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करता सार यदध परौढ़ कवार क अह की ति ट क िलए होत ह 1948 म तलगाना म िकसान का सश तर िवदरोह दश क विर ठ कवार िवनोबा भाव क अह की ति ट क िलए हआ था उनका अह भदान क प म त ट हआ अपन पतर की सफल बारात स परस न मायराम क मन म उस िदन नागपर म बड़ा मौिलक िवचार जागा था कहन लग बस अब तम लोग की बारात म जान की इ छा ह हम लोग न कहा ndash अब िकशोर जसी बारात तो होगी नही अब तो ऐसी बारात ऐसी होगी- िकसी को भगा कर लान क कारण हथकड़ी पहन हम ह ग और पीछ चलोग तम जमानत दन वाल ऐसी बारात होगी चाहो तो ब ड भी बजवा सकत हो िववाह का य बड़ा दा ण होता ह िवदा क वकत औरत क साथ िमल कर रोन को जी करता ह लड़की क िबछड़न क कारण नही उसक बाप की हालत दखकर लगता ह इस दश की आधी ताकत लड़िकय की शादी करन म जा रही ह पाव ताकत िछपान म जा रही ह - शराब पीकर िछपान म परम करक िछपान म घस लकर िछपान म बची पाव ताकत स दश का िनमारण हो रहा ह - तो िजतना हो रहा ह बहत हो रहा ह आिखर एक चौथाई ताकत स िकतना होगा यह बात मन उस िदन एक िव विव यालय क छातरसघ क वािषरको सव म कही थी कहा था ldquoतम लोग कराितकारी त ण-त िणया बनत हो तम इस दश की आधी ताकत को बचा सकत हो ऐसा करो िजतनी लड़िकया िव विव यालय म ह उनस िववाह कर डालो अपन बाप को मत बताना वह दहज मागन लगगा इसक बाद िजतन लड़क बच व एक-दसर की बहन स शादी कर ल ऐसा बिनयादी कराितकारी काम कर डालो और िफर िजस िसगड़ी को जमीन पर रखकर त हारी मा रोटी बनाती ह उस टिबल पर रख दो िजसस त हारी प नी सीधी खड़ी होकर रोटी बना सक बीस-बाईस साल म िसगड़ी ऊपर नही रखी जा सकी और न झाड म चार फट का डडा बाधा जा सका अब तक तम लोग न कया खाक कराित की हrdquo छातर थोड़ च क कछ ही-ही करत भी पाय गए मगर कछ नही एक त ण क साथ साल महनत करक मन उसक खयालात सवार थ वह शादी क मडप म बठा तो ससर स ब च की तरह मचलकर बोला ldquoबाबजी हम तो व पा लग व पा क िबना कौर नही उठायगrdquo लड़की क बाप का चहरा फक जी हआ जता उतार कर पाच इस लड़क को मा और प चीस खद अपन को सम या य सलझी िक लड़की क बाप न साल भर म व पा दन का वादा

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िकया नग क िलए बाजार स व पा का िखलौना मगाकर थाली म रखा िफर सबा पया रखा और दामाद को भट िकया सवा पया तो मरत वकत गोदान क िनिम त िदया जाता ह न हा मर उस त ण दो त की परगितशीलता का गोदान हो रहा था बारात यातरा स म बहत घबराता ह खासकर लौटत वकत जब बाराती बकार बोझ हो जाता ह अगर जी भर दहज न िमल तो वर का बाप बराितय को द मन समझता ह म सावधानी बरतता ह िक बारात की िवदा क पहल ही कछ बहाना करक िकराया लकर लौट पड़ता ह एक बारात की वापसी मझ याद ह हम पाच िमतर न तय िकया िक शाम 4 बज की बस स वापस चल प ना स इसी क पनी की बस सतना क िलए घ ट-भर बाद िमलती ह जो जबलपर की टरन िमला दती ह सबह घर पहच जायग हमम स दो को सबह काम पर हािज़र होना था इसिलए वापसी का यही रा ता अपनाना ज़ री था लोग न सलाह दी िक समझदार आदमी इस शाम वाली बस स सफ़र नही करत कया रा त म डाक िमलत ह नही बस डािकन ह बस को दखा तो दधा उभर पड़ी खब वयोवदध थी सिदय क अनभव क िनशान िलए हए थी लोग इसिलए सफ़र नही करना चाहत िक वदधाव था म इस क ट होगा यह बस पजा क योगय थी उस पर सवार कस हआ जा सकता ह बस-क पनी क एक िह सदार भी उसी बस स जा रह थ हमन उनस पछा-यह बस चलती ह वह बोल-चलती कय नही ह जी अभी चलगी हमन कहा-वही तो हम दखना चाहत ह अपन-आप चलती ह यह उ ह न कहा-हा जी और कस चलगी गज़ब हो गया ऐसी बस अपन-आप चलती ह हम आगा-पीछा करन लग पर डाकटर िमतर न कहा-डरो मत चलो बस अनभवी ह नई-नवली बस स यादा िवशवनीय ह हम बट की तरह यार स गोद म लकर चलगी हम बठ गए जो छोड़न आए थ व इस तरह दख रह थ जस अितम िवदा द रह ह उनकी आख कह रही थी - आना-जाना तो लगा ही रहता ह आया ह सो जाएगा - राजा रक फ़कीर आदमी को कच करन क िलए एक िनिम त चािहए इजन सचमच टाटर हो गया ऐसा लगा जस सारी बस ही इजन ह और हम इजन क भीतर बठ ह काच बहत कम बच थ जो बच थ उनस हम बचना था हम फौरन िखड़की स दर सरक गए इजन चल रहा था हम लग रहा था हमारी सीट क नीच इजन ह

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बस सचमच चल पड़ी और हम लगा िक गाधीजी क असहयोग और सिवनय अवजञा आदलन क वकत अव य जवान रही होगी उस टरिनग िमल चकी थी हर िह सा दसर स असहयोग कर रहा था परी बस सिवनय अवजञा आदोलन क दौर स गज़र रही थी सीट का बॉडी स असहयोग चल रहा था कभी लगता सीट बॉडी को छोड़ कर आग िनकल गई कभी लगता िक सीट को छोड़ कर बॉडी आग भाग जा रही ह आठ-दस मील चलन पर सार भद-भाव िमट गए यह समझ म नही आता था िक सीट पर हम बठ ह या सीट हम पर बठी ह एकाएक बस क गई मालम हआ िक पटरोल की टकी म छद हो गया ह डराइवर न बा टी म पटरोल िनकाल कर उस बगल म रखा और नली डालकर इजन म भजन लगा अब म उ मीद कर रहा था िक थोड़ी दर बाद बस क पनी क िह सदार इजन को िनकालकर गोद म रख लग और उस नली स पटरोल िपलाएग जस मा ब च क मह म दध की शीशी लगाती ह बस की र तार अब प दरह-बीस मील हो गई थी मझ उसक िकसी िह स पर भरोसा नही था बरक फल हो सकता ह टीयरीग टट सकता ह परकित क य बहत लभावन थ दोन तरफ हर-हर पड़ थ िजन पर पछी बठ थ म हर पड़ को अपना द मन समझ रहा था जो भी पड़ आता डर लगता िक इसस बस टकराएगी वह िनकल जाता तो दसर पड़ का इ तज़ार करता झील िदखती तो सोचता िक इसम बस गोता लगा जाएगी एकाएक िफर बस की डराइवर न तरह-तरह की तरकीब की पर वह चली नही सिवनय अवजञा आ दोलन श हो गया था क पनी क िह सदार कह रह थ - बस तो फ टर कलास ह जी य तो इ तफाक की बात ह कषीण चादनी म वकष की छाया क नीच वह बस बड़ी दयनीय लग रही थी लगता जस कोई वदधा थककर बठ गई हो हम गलािन हो रही थी िक इस बचारी पर लदकर हम चल आ रह ह अगर इसका पराणात हो गया तो इस िबयाबान म हम इसकी अ य टी करनी पड़गी िह सदार साहब न इजन खोला और कछ सधारा बस आग चली उसकी चाल और कम हो गई थी धीर-धीर वदधा की आख की योित जान लगी चादनी म रा ता टटोल कर वह रग रही थी आग या पीछ स कोई गाड़ी आती िदखती तो वह एकदम िकनार खड़ी हो जाती और कहती - िनकल जाओ बटी अपनी तो वह उमर ही नही रही एक पिलया क उपर पहच ही थ िक एक टायर िफ स करक बठ गया बस बहत ज़ोर स िहलकर थम गई अगर पीड म होती तो उछल कर नाल म िगर जाती मन उस क पनी क िह सदार की तरफ दधा भाव स दखा वह टायर क हाल जानत ह िफर भी जान हथली पर ल कर इसी बस स सफर

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करत ह उ सगर की ऐसी भावना दलरभ ह सोचा इस आदमी क साहस और बिलदान-भावना का सही उपयोग नही हो रहा ह इस तो िकसी कराितकारी आदोलन का नता होना चािहए अगर बस नाल म िगर पड़ती और हम सब मर जात तो दवता बाह पसार उसका इ तज़ार करत कहत - वह महान आदमी आ रहा ह िजसन एक टायर क िलए पराण द िदए मर गया पर टायर नही बदला दसरा िघसा टायर लगाकर बस िफर चली अब हमन वकत पर प ना पहचन की उ मीद छोड़ दी थी प ना कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी - प ना कया कही भी कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी लगता था िज़ दगी इसी बस म गज़ारनी ह और इसस सीध उस लोक की ओर परयाण कर जाना ह इस प वी पर उसकी कोई मिज़ल नही ह हमारी बताबी तनाव ख म हो गए हम बड़ इ मीनान स घर की तरह बठ गए िच ता जाती रही हसी मज़ाक चाल हो गया ठ ड बढ़ रही थी िखड़िकया खली ही थी डाकटर न कहा - गलती हो गई कछ पीन को ल आता तो ठीक रहता एक गाव पर बस की तो डाकटर फौरन उतरा डराइवर स बोला - जरा रोकना नािरयल ल आऊ आग मिढ़या पर फोड़ना ह डाकटर झोपिड़य क पीछ गया और दशी शराब की बोतल ल आया छागल म भर कर हम लोग न पीना श िकया इसक बाद िकसी क ट का अनभव नही हआप ना स पहल ही सार मसािफर उतर चक थ बस क पनी क िह सदार शहर क बाहर ही अपन घर पर उतर गए बस शहर म अपन िठकान पर की क पनी क दो मािलक रजाइय म दबक बठ थ रात का एक बजा था हम पाच उतर म सड़क क िकनार खड़ा रहा डाकटर भी मर पास खड़ा हो कर बोतल स अितम घट लन लगाबािक तीन िमतर बस-मािलक पर झपट उनकी गमर डाट हम सन रह थपर व िनराश लौट बस-मािलक न कह िदया थासतना की बस तो चार- पाच घ ट पहल जा चकी थी अब लौटती होगीअब तो बस सवर ही िमलगी आसपास दखा सारी दकान होटल ब द ठ ड कड़ाक की भख भी खब लग रही थी तभी डाकटर बस-मािलक क पास गया पाचक िमनट म उनक साथ लौटा तो बदला हआ था बड़ अदब स मझस कहन लगा सर नाराज़ मत होइए सरदार जी कछ इतजाम करग सरसर उ ह अफ़सोस ह िक आपको तक़लीफ़ हई अभी डाकटर बतक लफी स बात कर रहा था और अब मझ सर कह रहा ह बात कया ह कही ठरार यादा असर तो नही कर गया मन कहा यह तमन कया सर-सर लगा रखी ह

उसन वस ही झक कर कहा सर नाराज़ मत होइए सर कछ इतजाम हआ जाता ह

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मझ तब भी कछ समझ म नही आया डाकटर भी परशान था िक म कछ समझ कय नही रहा ह वह मझ अलग ल गया और समझाया मन इन लोग स कहा ह िक तम ससद सद य हो इधर जाच करन आए होम एक कलकर ह िजस साहब न एम पी को सतना पहचान क िलए भजा ह मन इनस कहा िक सरदारजी मझ गरीब की तो गदरन कटगी ही आपकी भी लवा-दई हो जाएगी वह पशल बस स सतना भजन का इतजाम कर दगा ज़रा थोड़ा एम पी पन तो िदखाओ उ ल की तरह कय पश आ रह हो म समझ गया िक मरी काली शरवानी काम आ गई ह यह काली शरवानी और य बड़ बाल मझ कोई प द दत ह नता भी िदखता ह शायर भी और अगर बाल सख -िबखर ह तो ज मन शहनाई वाल का भी धोखा हो जाता ह मन िम याचार का आ मबल बटोरा और लौटा तो ठीक ससद सद य की तरह आत ही सरदारजी स रोब स पछा सरदारजी आर टी ओ स कब तक इस बस को चलान का सौदा हो गया ह सरदारजी घबरा उठ डाकटर खश िक मन फ टर कलास रोल िकया ह रोबदार ससद सद य का एक वाकय काफ़ी ह यह सोच कर म दर खड़ होकर िसगरट पीन लगा सरदारजी न वही मर िलए कसीर डलवा दी वह डर हए थ और डरा हआ म भी था मरा डर यह था िक कही पछताछ होन लगी िक म कौन ससद सद य ह तो कया कहगा याद आया िक अपन िमतर महशद त िम का नाम धारण कर लगा गाधीवादी होन क नात वह थोड़ा झठ बोलकर मझ बचा ही लग मरा आ मिव वास बहत बढ़ गया झठ यिद जम जाए तो स य स यादा अभय दता ह म वही बठ-बठ डाकटर स चीखकर बोला बाब यहा कया कयामत तक बठ रहना पड़गा इधर कही फोन हो तो जरा कलकटर को इि तला कर दो वह ग़ाड़ी का इतजाम कर दग डाकटर वही स बोला सर बस एक िमनट ज ट ए िमनट सर थोड़ी दर बाद सरदारजी न एक नयी बस िनकलवायी मझ सादर बठाया गया सािथय को बठाया बस चल पड़ी मझ एम पी पन काफी भारी पड़ रहा था म दो त क बीच अजनबी की तरह अकड़ा बठा था डाकटर बार बार सर कहता था और बस का मािलक हज़र सतना म जब रलव क मसािफरखान म पहच तब डाकटर न कहा अब तीन घ ट लगातार तम मझ सर कहो मरी बहत तौहीन हो चकी ह

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लघ कथा

सधार हिरशकर परसाई

एक जनिहत की स था म कछ सद य न आवाज उठाई स था का काम असतोषजनक चल रहा ह इसम बहत सधार होना चािहए स था बरबाद हो रही ह इस डबन स बचाना चािहए इसको या तो सधारना चािहए या भग कर दना चािहए स था क अ यकष न पछा िक िकन-िकन सद य को असतोष ह दस सद य न असतोष यक त िकया अ यकष न कहा हम सब लोग का सहयोग चािहए सबको सतोष हो इसी तरह हम काम करना चाहत ह आप दस स जन क या सधार चाहत ह कपा कर बतलाव और उन दस सद य न आपस म िवचार कर जो सधार सझाए व य थ - स था म चार सभापित तीन उप-सभापित और तीन मतरी और होन चािहए

सािहि यक बहार

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िहदी सािह य म वषार वणरन ीमती एम अनराधा

विर ठ अनवादक िहदी अनभाग- मखयालय

आिदकाल स लकर आधिनक काल तक परायः पर यक किव या लखक न किवता उप यास कहानी आिद क मा यम स वषार ऋत का वणरन िकसी न िकसी प म अव य िकया ह िक त किवता इसका परबल मा यम रहा ह किवता ससार क परित हमारी भावमयी परितिकरया की अिभ यिकत ह उसक वारा शष सि ट क साथ हमारा रागा मक सबध िजसम आकषरण और िवकषरण दोन ही शािमल ह थािपत होता ह वजञािनक का भी सि ट क साथ सबध रहता ह िकत वह रागा मक न होकर परायः यथाथरपरक होता ह वषार ऋत का वणरन िविभ न सदभ म िकया गया ह जस मानवीय भाव क िवकास म सौ दयारनभित म का य की याखया म आलबन उ ीपन क प म रह यानभित म आ याि मक साधना म िवरह भावना को यकत करन म वषार ऋत क वणरन की अपनी परमखता ह लोकगीत म दखा जाए तो lsquorsquoढोला मा रा दोहाrsquorsquo म वषार ऋत का स दर िचतरण ह इसम मालवणी वारा पर तत िचतर म मनि थित क समाना तर उ ीपन का प िछपा हआ ह पपीहा िपउ िपउ कर रहा ह वन म मोर ककन लगा बादल की घटाओ म फौज़ ह िबजली तलवार ह और वषार की बद बाण की तरह लगती ह वषार ऋत म निदया नाल और झरन पानी स भरपर चढ हए ह घन बादल उमड़ आए ह चार और घन बादल ह आकाश म िबजली चमकती ह पपीहा क ण श द करता ह और वषार की झड़ी लगी रहती ह काली कठली वाली बदली बरस कर हवा को छोड़ रही ह इस वषार-ऋत क िचतर म थानगत प-रग की क पना वातावरण का िनमारण करती ह बोधा क िवरह बािरश (मा वानल कामकदला) म वषार- ऋत वणरन क परसग म मा वानल लीलावती क िवयोग म मघ

याद क झरोख स

याद क झरोख स

यह लख मौसम मजषा क क जलाई ndash अग त 1984 क अक म परकािशत हआ था ीमती एम अनराधा मखयालय स िदसबर 2016 म सवािनव त हो चकी ह

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स सदश कहता ह दिकषण की यामा घटा को दखकर िवपर क दय को अ यत क ट हआ माधवानल न परीितपवरक उसस अपनी िवरह वदना इस परकार कही-

हो पयोध िवरिहन दखलायक मरो दरद सनो तम नायक पहपावित परी मम यारी नवयौवन बाला सकमारी lsquorsquo

परारिभक िहदी का य म िव यापित की पदावली म िवरह भावना का वणरन वषार ऋत क मा यम स िकया गया ह मा णी की िवरह अव था म किव कहता हः-

बाबिहयउ असाढ़ िजम िजम िबरिहणी करई िवलाप जब ही बरसइ घण घ उ तब ही कहई िपरयाप

(आषाढ़ क पपीह की तरह िवरिहणी िवलाप करती ह जब-जब मघ बरसता ह तब-तब वह िपरय को बलाती ह )

उनिस आई बदली ढोलक आयउ िचत यो बरसइ िरत आपणी नइण हमार िनत

(बादल क उमड़न क साथ ढोला भी मर दय म उमड़ आया य बादल तो अपनी ऋत म ही बरसत ह िकत मर नतर तो िनत परित बरसत ह) िव यापित क परम-वणरन म वषार-ऋत का वणरन इस परकार हः-

सजनी झलकाए पखन न मल मध माल सय तािडत लता जिनिहरदय सल दई गल

मघमाला म िबजली क अचानक उदय होन की भाित य भी परमी को चकाच ध करता ह पराथिमक परम की अनभित की तलना तिड़त लता स करन म परमी की तड़पन का बोध भी ह प वीराज रासो म प वीराज क पर थान क प चात िवयोिगनी सयोिगता की दशा िविचतर हो जाती हः-

वही रित पावस वही मधवान धनष वही चपल चमक त वही बगपत िनर ष वही घटा घनघोर वही प पीह मोर सर

य यिप वही पावस की रात ह वही इदरधनष ह वही चपला चमकती ह वही बगल की पिकत ह वही घटा घनघोर ह और वही मोर का वर ह िक त िपरयतम क िबना मझ कछ अ छा नही लगता भिकतका य म भी िवरह यथा का वणरन वषार क मा यम स िकया गया ह महाकिव तलसीदास न रामचिरतमानस क िकि कधाकाड म वषार ऋत का वणरन िकया हः-

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घन घमड नभ गरजत घोरा िपरया हीन डरपत मन मोरा दािमनी दमक रहन घन माही खल क परीित जथा िथर नाही

छदर नदी भिर चली तोराई जस थोरह धन खल इतराई भिम परत भा ढाबर पानी जन जीविह माया लपटानी

(आकाश म बादल घमड़-घमड़ कर घोर गजरना कर रह ह िपरया (सीताजी) क िबना मरा मन डर रहा ह िबजली की चमक बादल म ठहरती नही जस द ट की परीित ि थर नही रहती छोटी निदया भर कर िकनार को तोड़न लगी जस थोड़ घन स भी द ट इतरा जात ह प वी पर पडत ह पानी गदला हो गया ह जस शदध जीव क माया िलपट गई हो )

lsquorsquoकबह परबल बह मा त जह तह मघ िबलािह िजिम कपत क उपज कल सदधमर नसािह कबह िदवस मह िनिबड तम कबहक परगट पतग िबनसइ उपजइ गयान िमित पाड कसग ससग lsquorsquo

(कभी-कभी वाय बड़ जोर स चलन लगती हिजसस बादल जहा तहा गायब हो जात ह जस कपतर क उ प न होन स कल क उ तम धमर न ट हो जात ह िफर कभी िदन म घोर अधकार छा जाता ह और कभी सयर परगट हो जात ह जस कसग पाकर जञान न ट हो जाता ह और ससग पाकर उ प न हो जाता ह ) इसम अ या म जञान और मोकष की भिमका वषार क मा यम स यकत िकया गया ह इसम एक और परकित वणरन की सि ल ट योजना की गई ह िजसम परकित का यथाथर प अपन िकरया यापार क साथ उपि थत हआ ह इ ही को लकर उपदश की यजना की बात कही जाती ह मीरा न अपन मनोभाव को वषार क प म इस परकार िचितरत िकया हः-

बरस बदिरया सावन की सावन की मन भावन की सावन म उमगयौ मर मनवा भनक सिन हिर आवन की उमड़-उमड़ चह िदिस स आयो दामण दमक झर लावन की न ही न ही बदन महा बरस सीतल पवन सोहावन की मीरा क परभ िगरधर नागर आनद मगल गावन की

यहा मीरा क परभ-िमलन क उ लास क साथ परकित उि लिसत हो उठी ह इस प म वह भाव को सीध अथ म उ ी त करक मानवीय भावना म सम परा त करती ह

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कभी-कभी भक त किव परकित का प उपि थत करक उ लासमयी भावना का सकत अपर यकष प स ही दता ह उदाहरणाथर क णदास का िन न पद दिखए -

lsquorsquoबरज पर याम घटा जर आई तसीय दािमिन चह िदिस क धत लत तरग सहाई सघन छाय कोिकला कजत चलत पवन सखदाई गजत अिलगण सघन कज म सौरभ की अिधकाईrsquorsquo

परमानद दास कहत ह lsquorsquoबादल पानी भरन को चल ह चार ओर स िघरती याम घटा को दखकर सभी को उ लास हआ बादल की याम छिव न इदर धनष और बक की पिक त की शोभा अिधक सखकर बना दी ह घन याम अपनी मडली क साथ कद ब वकष क नीच ह वण बजती ह और अमत त य वर म मदग तथा आकाश क बादल साथ गरजत ह मन भाई ऋत आई और सभी जीव करीडा मग न हrsquorsquo इस िचतरण म वषार का य वाभािवक ह और मानवीय उ लास क सम पर उपि थत हआ ह सर न इदर-रोष क परसग म मघ का वणरन सहज ढ़ग स िकया ह -

lsquorsquoगरज-गरज घन घरत आव तरक-तरक चपला मकार नर-नारी सब दखत बढ़ य बदरा परलोक क काढ़

मितराम क णािभ सािरका का अधरी रात क साथ वणरन करत ह - lsquorsquoउमिड़ घमिड िदग मडल मिड रह झिम-झिम बादर कह की िनिसकारी म पावस िनिस अिधयार म रहयो भद नही आन राित घ स जा यो परत लखई चकई चकरवान

इसम पावस का वणरन अपनी अ यिक त म अधकार क साथ घनी घटाओ का सकत दता ह पावस क मघ न कािलदास क िवरही यकष की चतना को अिभभत कर िदया था य मघ िहमालय क अक म बसी अलकानगरी को भी जाएग यह सोच कर उनक हाथ उसन अपनी िपरयतमा क पास सदश कहलवाया था रीित पर परा म परकित वणरन की ष िट स सनापित का िवशष थान ह वषार का परभाव भारतीय जीवन पर अिधक पड़ा ह सनापित इस ऋत स िवशषकर इसक अधकार स अिधक आकिषरत ह वषार म भारतीय आकाश म मघ की िनिवड़ सघनता और िबजली का चचल परकाश ही अिधक परमख ह किव इ ही का िचतर उपि थत करता ह -

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गगन अगन घनाघन त सघन तम सनापित नक ह न नन भटकत ह रिव गयो दिब मानो सिस असअ धिस गयो तार तोिर डार स न कह फटकत ह दीम की दमक जीगनीन की झमक झािड चपला चमक और स सौ न अटत ह मान महा ितिमर त भिल पिर बाट तात रिब सिस तोर कह भल भटकत ह lsquorsquo

(यह भादो आ गया सघन याम वणर क मघ वषार करत ह इन घमड़ती घटाओ म रिव अ य हो गया ह अजन क समान ितिमर आवत हो रहा ह चपला चमक कर अपन परकाश स नतर को च का दती ह आकाश क परसार म काजल स अिधक घना काला अधकार छाया हआ ह और घन घमड़ घमड कर घोर गजरन करत ह इसी परकार आकाश मडल म वत मघ क खड फल हए ह व आकाश म उमड़-घमड़ कर कषण म जत बद स प वी को िछड़क दत ह lsquorsquo) कछ सत न बारह मासा या सपणर ऋत वणरन भी िलख ह लोक गीत की नाियका क समान सत की िवरिहणी बारहमास म परकित क साथ अपनी यथा को यक त करती ह ndash

lsquorsquo याद गहर गभीर जकली कािमनी मघ र य झरलाई चमकत दािमनी बहत भयानक रिन पवन चहिदिश बह स दर िबन उस पीव िवरिहणी क य रह lsquorsquo

परकित क भयानक प स यहा यथा का ती होना िदखाया ह जायसी क बाहरमासा म नागमती क िवरह परसग को लकर परकित को सहज सबध म उपि थत िकया गया ह िवरिहणी नागमती पर यक माप क पिरवितरत पराकितक वातावरण क साथ अपनी िवरह वदना को सम अथवा िवरोध पर रखकरर अिधक िवकल हो उठती ह यथा ndash

िघरती हई घटा चार और स छाती आती ह दादर मोर और कोिकला श दा कह रह ह िबजली िगरती ह शरीर म जस पराण नही कत

सावन ममागर अधकार म गभीर और अथाह हो उठा ह ससार म जहा तम िदखाई दता ह जलमय

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हो उठा ह मरी नौका तो िबना नािवक क थक चकी हभाद मिबजली चमकती ह घटा गरज कर तर त करती ह इसी परकार परकित और भावनाओ का वणरन वषार क मा यम स िकया हआषाढ़ मास म वतपीत याम बादल छात ह बरी बक की पिकत िदखाई दती ह इसम आलम न ऋत क प को प ठ भिम म रखा ह उसक आधार पर भाव को बात कही ह

दीनदयाल की िवयोिगनी को पावस जस वय पीिडत कर रहा होः- चपला चमक लग लक हो अचक िहए कोिकल कहिक बरजार कोरबान की आवत गाढ़ असाढ़ क बादर मो तन म अित आग लगात पावत मोिह न जीवत परीित जो निह पावस म धर आवत

दव क इस परकित िचतर म अिभलाषा का आधार ह और इसम पावस स सबधा मक िनकटता की यजना िछपी ह -

आई िरत पावस न आए परान यार यात मघन बरज आली गरजन लाव ना

किववर िबहारी पावस की घटा क मा यम स नाियका क हाव भाव का वणरन करत ह - िछनक चलित ठठकित िछनक भज परीतम गर डािर चढ़ी अटा दखित घटा िव ण छटा-सी नािर

छायावादी यग की सबस बड़ी िवशषता परकित क समावश की ह छायावाद म परकित न किव की अिभ यिकत क िलए पग-पग पर सहायता की विदक काल स लकर स कत सािह य क पवरकाल तक जो परकित परम आकषरण पणर यिकतव िलए हए थी वह उ तरकालीन स कत सािह य और िहदी सािह य म रीितकाल तक िनवारिसत सी रही का य म उसका परयोग उपदशा मक या आलकािरक प म हआ छायावादी किव न अपन दय की यथा कथा कहन क िलए परकित का सहारा िलया िजसक अ तगरत वषार ऋत का िवशष मह व ह परकित क दय को िवकिसत करन की वभािवक शिकत क सबध म परसाद जी कहत ह-

नील नीरद दख कर आकाश म कय खड़ा चातक रहा िकस आस म

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कय चकोर को हआ उ लास ह कया कलािनिध का अपवर िवकास ह

जब चातक याम घन को दख कर तथा चकोर कलािनिध राकश को दखकर उ लिसत हो उठता ह तब मन य ही स दय पासना स कय विचत रह पराकितक स दयर का वणरन मान ही रसना को रसमय बना दता ह और दय को िवकिसत करता ह आकाश म जब गरी म की तपन क बाद मघ घमड़न लगत ह सखी यासी और मतपराय धरती म िफर स पराण सचार होता ह हरी-भरी वन पित क िमस वह अपनी परस नता परकट करन लगती ह सपणर पराणी जगत परकित क उ लास म डब जाता ह ऐस म lsquorsquo िजवदrsquorsquo की नाियका िपरय क पास वापस लौट आन की अननय क िलए पतर िलखन को याकल हो उठती हः-

धधिरत धर धरवान की सछाई नभ जलधर छौर धरा परसन लागी की कािलही त दिख बन बिलन को बनक नबिलन की मित अित अरसन लागी री िदजदव हरी भरी लिलत कछार य कद बन की डार रस बरसत लगीरी बिग िलख पाती या सघाती मनमोहन को पावस अवाती बरज दरशन लगी री

किववर र नाकर न पावस क सम त उपकरण को नाियका क जीवन म सयोिजत िकया हः- पीय-पीय गोपी पीर पिरत परकारित ह सोई र नाकर पकार पपीहा ही ह लागी रही ननिन स नीर की झरीओ उठ िचतर म चमक सो चमक चपला ही ह िबन घन याम धाम धाम बरजमडल म ऊधौ िनत बसित बहार बरसा की ह

िन कषर प म कहा जा सकता ह िक पराचीन काल स लकर आधिनक काल तक क किवय न अपन का य म वषार ऋत का जो वणरन िकया ह वह मनोहारी तो ह ही भारत जस किष परधान वषार पर िनभरर दश और समाज की ि ट स यथारपरक भी कहा जा सकता ह

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पर निच न डॉ दवदर परधान

वजञािनक ldquoजीrdquo उपकरणन- मखयालय

जब पाव तल धरती ना हो और िसर पर आकाश ना हो कसा लगता ह

जब तन पर कपड़ा ना हो और पट म रोटी ना हो कसा लगता ह

ना पछो य पर न मझ स अनभव नही ह मझ पिरचय इनस नही ह मझ

पछो मासम िबलखत ब च स मा क पट स िचपक हए ख क अधर स चस रह मा क दगधिवहीन तन को पछो उन माताओ स कसा लगता ह

भावरिहत चहरा और सनी आख कहती ह वय ही कहानी िमलता नही ह पट भर क पीन को पानी

पछो उन सभी स कसा लगता ह

िकसका आकाश कस कपड़ और कसी रोटी य सभी इनक िलए बस एक पर निच ह ह

कया सबह कया शाम और कया रात िदन ह कहा उगता ह सरज कहा ढलती ह शाम

िमटती नही जब भख ढकता नही जब तन इ ह इनका कया काम लगता ह मझ कछ ऐसा झठी हो गई ह पिरभाषाए मर चकी ह मानवता ददर का ह सामरा य और छा गई अराजकता बोलबाला ह पस का मानव प ह पश का कोई म य नही जीवन का यहा िबकती ह मौत और खरीदी जाती ह स त मोल पर िज दिगया

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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दखो इन सभी को कसा लगता ह

अन तिरत ह सभी कय िक य तो सब पर निच न ह

इसािनयत शिमर दा ह मोहनलाल साह

वजञािनक ldquoएफrdquo

मौसम कदर गोवा

इसािनयत यहा रो रही ह

हर िदन शिमर दा हो रही ह

चाह नकसली हो या आतकवादी यहा हर िदन धमाक कर रह ह

जनता मरती ह तो मर नता चन स सो रह इसािनयत यहा रो रही ह जाित-पाित और धमर क नाम पर फट डाल दी गई समाज म

इसान का खन पानी सा बह रहा ह पर नता अपनी रोटी सक रहा ह

इसािनयत यहा रो रही ह

घोटाल पर घोटाल करन वाल कानन स नही डरन वाल

दो रोटी पचा सकत नही जो करोड़ क नोट हजम कर रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह िजन साध सतो न भारत को िदलाया िव वग का स मान उ ही क नाम पर कछ लोग समाज डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

जहा होती थी नारी की पजा कभी खलत ह आज उनकी अ मत स सभी

ल मीबाई और दगारवती क दश म

नारी अबला हो गई ह इसािनयत यहा रो रही ह

िकस पर भरोसा करग आप आज

िगरिगट की तरह लोग रग बदलत ह िजनको िदया दश आग बढ़ान का कायर वही दश को डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

कब गौतम और महावीर की धरती पर चह ओर परम की िनमरल बयार बहगी

कब कराित का िबगल फकगा कोई

और इ सान सधरगा इस आशा म हम जी रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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गगा-माहा य

पनम िसह मौसम िवजञानी ndashए

परादिशक मौसम कदर नई िद ली गगा तम हो सबस महान ीहिर-पद-नख स िनगरत हो बर म कमडल आई

चदरमौिल क शीश भरमण कर जटाशकरी कहाई सागर िमलन हआ तहवा जह किपल लगाई यान गगा पाप और क मष धोकर क काया िद य बनाती िहमिगिर क िशखर म समधर गीत सनाती तर दशरन स पराणी अिजरत करत ह जञान गगा किवय न तर तट पर किवता की धम मचाई तर तट पर िबि म ला की गजी थी शहनाई तर चरण को पखार कर तलसी बन सजान गगा तमम जो अवगाहन करता पाता जीवन मिकत जीवन शाित परममय होता पाता तरी भिकत जन- मानस को पावन करती द-द कर वरदान गगा तर अमत जल स होती सब खत की िसचाई

तर तट पर आय न थी दीपावली मनाई तर ही आचल म फला रामायण का जञान गगा भी म को िदया था तन इ छा का वरदान िजसन तर तट पर पाया सब शा तर का जञान कौरव पाडव स पाया िजसन अतीव स मान गगा सीता सािवतरी न भारत म इितहास रचाया पिदमिन न जौहर त स नारी स मान बढ़ाया सरसिरता न िनमरल जल स िकया चिरत िनमारण गगा िशवजी न गगा जी को सवा का पाठ पढ़ाया गगा न सवा क सग क णा की धार बहाया भारतीय नािरया समझती तमको अपनी शान गगा मा की तप या स भारत का भाल सभािषत जननी ज मभिम की मिहमा स सब परफि लत वगर स अवरोहण कर हमको िदया अ न का दान गगा जब हम मा का िचतन करत आती याद त हारी अवतारी प ष को भी मा लगती हो तम यारी भव सागर स तर जात जो करत तरा यान गगा

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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तमन िकया हम िनमरल सिलल िवभिषत

िकया इ ह न तर जल को भौितकता स दिषत तब भी आशीवारद िदया जानत ह सभी जहान गगा गगा व छ बनान को भारत ह त पर िनमरल अिवरल प बनगा कर परयास पर पर गगा तब आनिदत होकर कर दगी क याण गगा नमािम गग गजगा भारत क जन-मानस स ल य व छता का परा होगा अद य साहस स मा गग पलिकत होकर परा कर दो यह परयास गगा

मौसम मजषा ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए मौसम कायारलय- अि बकापर

जस जस वसधा अपनी धरी पर चाल चल तस तस रिव ऊजार धरती पर ऋत काल गढ़ परवा पछवा की काली घटा जल रािश भर भर आए गरी म की तपती भतल को

शीतल शीतल वो कर जाए सावन की हिरयाली दख मन बाविरया झला जाए शिश िशिशर का पवन झकोरा तज रिव का मदधम मदधम तन िठठरन स याकल मन शीत बयार चली आगन आगन य रिव उ तरायण को जाव

हम त िवटप स बढ़ पात िगराव द आमतरण ऋतराज बलाव हम त बस त का पाव पखार िवजञपरवीण सब किव कोिवद कोर कागद पर गीत सजाव छद प य लख आलखनवीषा गढ़ गढ़ नतन परकत पौ षा भर डार गागर िफर खाली रस छलकाती चली मौसम मजषा

जीवन पथ सनदा गाबा

मौसम िवजञानी- ए रा टरीय मौसम पवारनमान कदर- मखयालय

जीवन िमलता ह एक बार उस खश हो कर जी लना यार चाह मि कल हो जीवन की राह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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पर ना हो कभी खामोश या उदास िनगाह

त हा जो कभी खद को पाओ तम तो जीवन स ना घबराना तम

पर मन स बस म करा लना अपन सग कछ वकत िबताना भोर की बला म उठ कर सयर को तम सीस नवाना मन ि थर हो जाएगा और कदम भी आग बढ़ पाएगा कदम उठान स ना डरना सदा तम य ही चलत रहना यादा समय क िलए ना कना तम को तो कछ पल ि थित को समझना समझ कर तम और स भलना जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो कर जी लना यार खशी और सति ट को बनाना अपन जीवन का आधार मन म रखना सदा तम यार और कभी िह मत ना हार हो जाएगी ऐस हर दिवधा पार इस तरह जीवन स हो ना कभी बज़ार जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो क जी लना यार

इसम िनत नए रग भरो रग िबरग और सनहर सजील रग स इस जीवन को सजाना ह हर हाल म खश रहना ह और िनरतर आग बढ़त जाना ह

मरा शहर अिकत सकसना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय ndash पालम कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा कछ सपन सच करवाता ह

कछ सपन नए बनवाता ह

कोई िमल जाता ह यहा हमसफ़र अपना कोई खद को ढढ पाता ह यहा स चाई स िमलवाता ह शहर मरा

हर शखस की ज़ नीयत को िनखारता ह

कब कया हािसल हो यहा िकसको

कोई ना जानता िमलत ह दो त यहा

कछ अजनबी अपन हो जात ह

पिरवार स अलग इक नया पिरवार

िमल जाता ह यहा ऐसा खिशय का बगीचा ह मरा शहर I कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा hellip

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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परकित का गार सजीव कमार सागर

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo किष मौसम सवाए परभाग- मखयालय

परकित म हिरयाली सी चमकी किव की कलम स रची किवता सी दमकी परकित का गार ह प ती पराणवाय भी दती ह प ती म यवान त ही ह प ती औिषिधय की खान ह प ती एक-एक टहनी पर सजी पड की शोभा ह प ती पड़ पर एक न ही प ती बन कर त जब चमकी थी जब मन तझको दखा था तब न ही प ती िदखती थी जीवन का आधार बनी त पड़ का गार बनी त एक-एक डाल पर सजी पड की शोभा ह प ती जब लगी डाल पर तब जीन की नई उ मीद जगाती पतझड़ न कय तोड िदया डाली स अकली दर जा िछटकी कय जान नही ह अब तझम कय बजान पड़ी ह

कय सखी-सखी िदखती ह क य िनजीरव पड़ी ह पड़ न डाली स जब तझ छोड़ा होगा ददर उस भी कम नही हआ होगा तकलीफ म तरी वो भी तो तड़पा होगा दख उस भी हआ होगा तकलीफ तझ भी हई होगी तड़पी रोई भी त होगी कय िदख नही िकसी को आस तर जब बदम बबस बजान त हई होगी पड़ की गोद को छोड़कर ढर स जा िमली ह कय डरी-डरी सी िदखती ह कल तक तो थी लगी पड पर इठलाती िजस हवाओ का आचल सहलाता था बाह म पड़ की खब झला झली खब इठलाती थी अब दर पड़ी पड़ स जा िमली प त क ढर स कय पछताती ह तकदीर बदलत दर नही लगती शोभा मकट सी थी त आज बदली तकदीर तो दखो पर स कचली जाती ह प त क ढर म िमलकर जलकर क राख बनी ह हवाओ क थपड स

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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जान कहा-कहा उड़ती िफरती त दसर को जीवन दती थी खद जल राख बनी ह जीवन का यह कड़वा सच ह बाकी तो सब िम या ह परकित का गार ह प ती पराण वाय भी दती ह प ती पड़ की एक-एक टहनी पर िफर चमकी ह नई प ती

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी - बी मौसम कदर- रायपर

उग जात ह पौध और िखल जाता ह फल खडहर की टटी दीवार प थर क ढर की दरार पर आगन क प थर क जोड़ या बजर सी लगती भिम पर कौन इ ह पालताndashसहलाता खादndashपानी ह द जाता कदरत ही करता दखभाल िजसका कोई नही होता एक सकारा मकता ही ह िजसका मल कय िक िखल फल सा ह

स दर हमारा य जीवन इसकी कोमलता का पशर सगध का मधर अहसास काट क म य परफि लत िक त उस पा लन का परयास सदरता का य और रग क अत य िमठास उपभोगानपात म करत उ लािसत आशा और िनराशा जीवटता क ह दो पहल िनराशा स वमन यता और अवसाद का परादभारव पातरता ास आ मगलािन और क ठागर त पठ पर आशाओ स ही मानव जीवन होता ससि जत तब कय हम मन स असमय बढ़ हो जात और छदम िनराशा का रोना- रोकर सकारा मकता की ऊजार न ट कर जात आओ परकित का समिचत दोहन कर उसक अ यत समीप जाकर आशाओ क दीप जलाए निदय -झरन क कलकल और पिकषय क गीत सन घन काल बादल को दख मन-मोर को नचाए

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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बफीरली वािदय म अधर बफीरली झील खोज

घन बीहड़ जगल म िनभरयता का अलख जगाए सम दर िकनार की परातःकालीन परवाई क आनद म इ दरधनष सी रगीिनय और तार की िटमिटमाहट म बफर स ढक पवरत पर बनत-झमत बादल क समह म पराकितक स दयर अहसास स बोिझल मन हरषाए काल घन बादल म नई आकित खोज गली -कच म खलत ब च की िखलिखलाहट म अपन बीत चक सखद बचपन क वो मधर-पल ढढ आकाश म झ ड म उड़त िचिड़य स बनत िभ न- िभ न मनोहारी आकितया अपन मन म उतार I िवकास और नवीनता की खोज म िन य आ मिव वास और सकारा मकता क पड़ उगाए भिव य की वागत म वतरमान क सयत िव लषण स खोए की िनराशा छोड़

पाए का सखद अनभव समझाए सीख को खास बना कम स धरती पर वगर व प अम य प य जीवन आनदमय बनाए I

जब कोमल काया फौलाद बनगी ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए

मौसम कायारलय- अि बकापर सौ शीश ल य म ल चला अब सौ शीश ही ल य मरा ह सन गौर स त य लाल मर

सन अितम ल य जो मरा ह सन सरहद पर उठती आवाज को शतर की कलिषत परवाज को आचल मा का दिषत करन

िफर भिड़य न ललकारा ह

धार नदी का परवाह न कगा बह उपवन स जल नदी बनगी बहत जल की पीड़ा का सख

सागर स िमलकर ही रहगी

म भी अब बह िनकला ह

शतर शोिणत पीन चला ह जननी क आचल को छन

बढ़ शतर क मदरन को बढ़ा ह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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िवजय रथ स बध चक ह घोड़

अ व शौयर सग बध चल तन मर

गित वीरता स वीरगित तक

सग वज रह कभी साथ न छोड़ अितम य मरा सगराम अधरा वचन भारती का कर द अब परा

सौ शीश शतर का धरा िगरा कर

वदी कड भर द अब परा

सौ शीश काट गर मर जाऊगा मा क आचल म सो जाऊगा ओढ़ ितरगा लाल मर

म वापस घर िफर आऊगा

शोक न करना इस माटी तन पर

कसम ह त हार दरिवत नयन को

िपता की राह ही तम भी चलना भारत मा की जय हो कहना

वदीर ही ईमान हर वीर सिनक की तम रखना स भाल मरी वदीर को जब य कोमल काया फौलाद बनगी अग धारण करना मरी वदीर को

ितलाजिल दना सब अपन

यौवन की मनमजीर को

सर कफ़न बाध कर पहन िनकलना मात रकषा िहत इस वदीर को मान ितरग की रखन अब

लाल मर म जाता ह

मा भारती की रकषा िहत

म ितलक भाल सजाता ह

डोर वतन की पतर मर

मजबती स धारण करना शतर की किटल ि ट स

भारत मा की रकषा करना

िचिड़या अजना िम हास

परशासिनक अिधकारी

थापना अनभाग - मखयालय

म छोटी सी न ही िचिड़या

पल भर म उड़ जाती

घर घर बठती म मडर पर

आहट होत ही फदक जाती

छ ज आलन िखडिकय पर

घर अपना था मन बनाया च च म भर- भर क ितनक

घोसल को था मन सजाया

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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इ सानो क बीच म रहना

मझ बहत अ छा आता था दाल चावल सख हो छ त पर

उ ह चगन म मज़ा आता था

च च मार- मार कर दपरण की

िचिड़या को म भगाती थी टट जाए जो हवा स घ सला

महनत स िफर बनाती थी

कछ साल स इस शहर की

हवाओ म दम घटता ह

िव यत- च बकीय फली तरगो म

सास भी लना दलरभ लगता ह

बड़ बड़ मोबाइल टावर को

म न फटी आख भी भाती चील बाज स भरा ह आसमान

और ल त होन को ह मरी परजाित

शहर छोड़ म चली गाव म

वहा भी न जान िकतन िदन बसरा ह

जािलम मोबाइल टावर भी

आ गया यहा मर पीछ पीछ

गाव भी अब शहर सा जहरीला लगता ह

काश होता ऐसा िक

कबतर भया ही स दश पहचात

शाित क बन रहत दत

और ना य टावर क राकषस पर फलात िफर स चहकती म बिगया म

घमती डाली डाली पाती पाती

दाना चगन आती

िफर स म मडर पर

और ल त होन की कगार पर

न पहचती मरी परजाित

--------

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo किष मौसम परामशर सवा परभाग

आकाशवाणी महािनदशालय (भारत सरकार) वारा सन 1956 स ही लगातार हर वषर lsquoसवरभाषा किव स मलनrsquo आयोिजत िकया जाता रहा ह इस वषर यह इदौर म यपरदश म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo क नाम स आयोिजत िकया गया

य मरा सौभागय ही रहा िक इस बार अनवादक किव क प म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo जस रा टरीय यजञ म मरी भी भागीदारी रही और म तो यह कहगा िक इस मामल म यह lsquoभारत मौसम िवजञान िवभागrsquo का भी सौभागय ही रहा कय िक म शायद पहला किव ह जो भारत ही नही बि क िव व क इस अनठ किव स मलन म lsquoमौसम िवजञान िवभागrsquo स जड़ा ह और सयोग दिखए िक अपनी तरह क इस अनोख किव स मलन का नाम ल दन ि थत lsquoबक ऑफ़ व डर िरकॉडरrsquo म भी दजर हआ सवरभाषा किव स मलन कया ह जब हमारा दश आज़ाद हआ और सन 1956 म lsquoभारत सरकारrsquo जब थािय व को परा त हई तो हर तरफ भारत की अपनी स कित और सपरभता की बात होन लगी सरकारी लाइबररी कल और अ य स थाए सा कितक कायरकरम और किव स मलन का आयोजन करन लग इसी समय lsquoसचना और परसारण मतरालयrsquo क अधीन lsquoआकाशवाणीrsquo (जो उस समय सचना और परसारण का सव च मा यम था) क अिधकािरय क िदमाग म ऐस कायरकरम की क पना न ज म िलया जो दश को एक सतर म जोड़ तभी योजना बनाई गई िक भारतीय सिवधान की 8वी अनसची म मा यता परा त सभी 22 भाषाओ क परितिनिध किवय का किव स मलन कराया जाए िजसस दश क िविभ न रा य क िव वान क िवचार उपलि धया सम याए सघषर और सोच एक मच स सनी और

भाषायी बयार

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कही जा सक सवरभाषा किव स मलन की चयन परिकरया पर वषर दश क सभी 450 रिडयो टशन पर िविभ न कायरकरम क जिरए कषतरीय किवय का का य पाठ होता रहता ह पर यक कषतरीय रिडयो टशन पर हए किवता पाठ म स उस टशन की चयन सिमित दो किवय की दो किवताओ को चन कर परदश की राजधानी क मखय रिडयो टशन पर भजती ह सभी रा य की राजधानी क रिडयो टशन पर भी एक चयन सिमित बनाई जाती ह जो अपन रा य क पाच किवय की पाच किवताओ को चनकर िद ली ि थत आकाशवाणी भवन महािनदशालय को भजती ह त प चात यहा िद ली म उन किवताओ का अगरजी और िहदी म अनवाद होता ह तथा यहा भी रा टरीय तर क विर ठ किवय की एक चयन सिमित दश क सिवधान म उदधत 22 भाषाओ क किवय की किवताओ म स पर यक भाषा की दो किवताओ और किवय क नाम घोिषत करती ह दो इसिलए िक िकसी वजह स अगर परथम किव अपनी किवता का पाठ करन म असमथर हो तो दसर को मौका िदया जा सक ठीक यही परिकरया िकसी भी भाषा क अनवादक किव का चयन करत समय अपनाई जाती ह मगर यहा पर किव क किवता पर तितकरण पर यान यादा िदया जाता ह मरा चयन मरी किवताओ का परसारण भी कई बार आकाशवाणी िद ली स हो चका ह एक िदन मझ कायरकरम अिधकारी जी का फोन आया िक अपना सिकष त पिरचय भिजए मन जानना चाहा िक िकस िलए तो उ ह न कहा िक बाद म बताया जाएगा म पिरचय भजकर इस बात को भल ही गया था मगर एक िदन उ ही अिधकारी का िफर फोन आया और बोल िक बधाई हो आपका चयन सवरभाषा किव स मलन 2018 म अनवादक किव क प म हआ ह मन तो इस कायरकरम का नाम भी नही सना था और जब उ ह न बताया िक यह किव स मलन इदौर म होगा तो मन साफ मना कर िदया िक म तो इतनी दर और वो भी िकसी दसर किव की किवता पढ़न नही िब कल नही जाउगा यह सनकर वो हरान हए और बोल आप इतनी बडी उपलि ध को ठकरा रह हो उ ह न मझ आकाशवाणी भवन बलाया और इस किव स मलन क गौरवपणर इितहास उपयोिगता और भ यता क बार म बताया तब म राजी हआ सवरभाषा किव स मलन का आयोजन

हर वषर यह आयोजन दश क अलग अलग रा य और शहर म होता ह वषर 2018 म यह आयोजन इदौरम यपरदश म िदनाक 16012018 को शहर क परिसदर होटल िबरिलएट क वशन सटर क इ पीिरयल सभागार म हआ एक िदन पहल 15 जनवरी 2018 को इसका पवार यास िकया गया तथा

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परस कॉ फरस भी बलाई गई िजसक अ यकष आकाशवाणी िद ली महािनदशालय क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी रह और उ ह न पतरकार क सभी सवाल क जवाब भी िदए चयन परिकरया क िवषय म भी एक पतरकार का पर न था उसी क जवाब म चदरशखर यास जी न िव तत जानकारी दी और मझ आभास हआ िक म िकतना सौभाग यशाली ह उसक बाद 15 जनवरी को शाम 400 बज आकाशवाणी इदौर की तरफ स हम सभी किवय को तीन वातानकिलत िमनी बस उ जन म महाकाल वर जी क दशरन करान क िलए रवाना हई और ठीक आरती क समय हम सभी किवय न महाकाल वर जी क बहत बिढया तरीक स दशरन िकए उसक बाद परिसदध हिरिसिदध मिदर और बड़ गणश मिदर क दशरन िकए 16 जनवरी 2018 को इ पीिरयल सभागार खचाखच भरा हआ था शहर क आला अिधकािरय की गािड़या लगातार आ रही थी लगभग 400 बज शाम को आकाशवाणी क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी और आकाशवाणी इदौर क िनदशक ी िव वास कलकर महोदय न दीप पर विलत करक lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018rsquo का शभार भ िकया पर परा क अनसार सवरपरथम सभी भाषाओ की ज मदाता स कत भाषा म िलखी किवता का पाठ डॉसरचना ितरवदी न िकया और उसक िहदी अनवाद का पाठ फरीदाबाद क डॉ िवनोद शकर पाडय जी न िकया उसक बाद वणरमाला करमानसार ी मदल होलोई न अपनी असिमया भाषा की किवता का पाठ िकया और उसका िहदी म अनवाद डॉ िनशा वारा पढ़ा गया उसक बाद उिड़या उदर क कणी क नड़ क मीरी गजराती डोगरी तिमल तलग नपाली पजाबी बागला बोडो भाषा म किवता पाठ हआ और उन सभी का िहदी अनवाद का य पाठ भी

16व न बर पर पदम ी डॉ रतन िथयाम जी की मिणपरी किवता फशरहीन फशर का िहदी अनवाद और का य पाठ मन िकया उसक बाद मिथली मलयालम मराठी िसधी और सथाली भाषाओ की किवताओ का पाठ उनक मल किवय न िकया और अनवादक किवय न उन सभी किवताओ का िहदी म अनवाद पाठ िकया सबस बाद म िहदी की दो किवताओ एक मकतछद तथा एक छदीय गीत का पाठ हआ दोन ही किवताओ का खब आनद उपि थत ोताओ न िलया इसक पहल lsquoखrsquo कषतर की किवताओ का भी ोताओ न मल प तथा िहदी अनवाद दोन म ही हए का य पाठ का आनद िलया lsquoगrsquo कषतर की किवताओ का आनद उनक िहदी अनवाद स ही ल पा रह थ ोता इस बीच य घोषणा भी हई िक अनकता म एकता िलए इस अनठ किव स मलन को ल दन ि थत lsquoवडर बक ऑफ़ िरकॉ रसrsquo प तक म भी इस वषर दजर िकया गया ह इस सबध म असम उ च यायलय क मखय यायाधीश न परमाण पतर डॉ चदरशखर यास जी को सौपा अत म सभी किवय को परतीक िच न और

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शॉल दकर स मािनत िकया गया और सभी का ध यवाद िनदशक ी रामावतार बरवा जी न िकया

परसारण इस भ य lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018 का परसारण आकाशवाणी क सभी 450 रिडयो टशन और दरदशरन क रा टरीय चनल वारा हर वषर की तरह 25 जनवरी को रात 10 बज स 12 बज तक lsquoगणततर िदवस 2018rsquo की पवर स या पर एक साथ िकया गया सभी िहदी भाषी रा य यािन lsquoकrsquo कषतर म इस lsquoकिव स मलनrsquo का परसारण य का य िकया गया मगर lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषतर क रिडयो टशन स पहल मल किवता और उसका िहदी म अनवाद तथा उसक बाद उस कषतर की भाषा म मल किवता का अनवाद परसािरत िकया जस असिमया किवता का परसारण च न स हआ तो पहल असिमया भाषा म उसक बाद िहदी म और िफर तिमल भाषा म हआ आकाशवाणी का कहना ह िक इस परकार हर वषर इस सवरभाषा किव स मलन क मा यम स दश-िवदश क लगभग 15 करोड़ लोग एक साथ जड़त ह और दश क एक कोन की आवाज और सोच का स परषण एक साथ पर दश म होता ह तथा दश क नागिरक आपस म एक साथ जड़ा हआ महसस करत ह

आकाशवणी अपर महािनदशक ी चदरशखर यास

उदर गज़लकार असगर इनायती तथा मिणपरी किव पदम ी रतन िथयाम

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राजभाषा िहदी स सबिधत पर कार व परो साहन योजनाए

सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा)

िहदी अनभाग- मखयालय

भारत सरकार क सवधािनक परावधान क अनसार सघ की राजभाषा िहदी ह और उसकी िलिप दवनागरी राजभाषा िवभाग गह मतरालय वारा राजभाषा िहदी क परचार-परसार क िलए िविभ न परो साहन योजनाए चलाई जा रही ह इन सभी परो साहन योजनाओ का एकमातर उ य ह िक राजभाषा िहदी म िकए जा रह कायर सकारा मक िदशा म आग बढ राजभाषा िहदी म फाइल पर िट पणी पतराचार मौिलक लखन आिद म विदध हो इन योजनाओ का यही उ य ह यिद आप िहदी म अपरिशिकषत ह तो सरकार आपको परबोध परवीण पराजञ क मा यम स परिशिकषत करगी और साथ म अ छ अक आन पर नकद पर कार दगी आपको वयिक तक वतन विदध िमलगी आप िहदी म काम करग उसक िलए परो साहन योजनाए ह सचना परौ योिगकी म िवकास क साथ-साथ राजभाषा िहदी म कायर करना अब बहत आसान हो गया ह आप क यटर पर िहदी म काम कर सकत ह अब यह सब बहत सरल हो गया ह तो आइए आपको ऐसी परो साहन योजनाओ की जानकारी द द- कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना कदर की नीित क अनसार सरकारी कामकाज म राजभाषा िहदी का परयोग पररणा परो साहन एव सदभावना स बढ़ाया जाता ह िवभाग की परमख योजनाओ क तहत िहदी िदवस समारोह क अवसर पर पर कार िदए जात ह राजभाषा िहदी को बढ़ावा दन क उ य स कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना चलाई जा रही ह

bull उ य

कदर सरकार क मतरालय िवभाग उपकरम बक आिद वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार

भाषायी बयार

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क िलए आविधक िहदी पितरकाए परकािशत की जा रही ह कदर सरकार क कािमरक वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक को पर कार िदए जात ह तािक राजभाषा म लख िलखन वाल कािमरक को परो सािहत िकया जा सक और पाठक को अ छ लख पितरकाओ म पढ़न क िलए उपल ध हो सक

bull पातरता

(क) कदर सरकार क कायररत अथवा सवािनव त कािमरक (ख) लख िकसी भी सरकारी स था की पतर-पितरकाओ म िव तीय वषर म परकािशत होन चािहए (ग) िहदी भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान

lsquoकrsquo या lsquoखrsquo भाषाई कषतर म ि थत हो

(घ) िहदीतर भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म ि थत हो

bull िनयम व शत

(क) इस पर कार योजना म एक लखक क अिधकतम दो लख ही शािमल िकए जात ह िकसी लखक क दो स अिधक लख परा त होन की ि थित म िवभाग को परा त होन वाल परथम दो लख पर िवचार िकया जाता ह अ य लख वत ही अपातर मान जात ह

(ख) लख की फोटोकॉपी क साथ मल पितरका का होना अिनवायर ह अ यथा लख पर कार योजना म शािमल नही िकया जाता ह

(ग) लख क साथ लख की मौिलकता का परमाण पतर लखक वारा दना आव यक होगा

(घ) सवािनव त कािमरक क सदभर म सवािनवि त परमाण पतर या इसस सबिधत कागजात लगाना अिनवायर ह

पर कार

नकद पर कार क साथ-साथ मित िच न एव परमाण पतर भी परदान िकए जात ह िहदी भाषी

परथम पर कार ndash 20000- िवतीय पर कार ndash 18000- ततीय पर कार ndash 15000-

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िहदीतर भाषी

परथम पर कार ndash 25000- िवतीय पर कार ndash 22000- ततीय पर कार ndash 20000-

म याकन परिकरया पर यक मतरालयिवभाग अपन तर पर दो लख का चयन करगा मतरालयिवभाग चयिनत लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजत ह लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजग राजभाषा िवभाग मतरालय िवभाग स परा त लख को लख म याकन सिमित वारा समीकषा करवा कर िहदी व िहदीतर भािषय क िलए तीन-तीन पर कार का चयन करता ह पर कार जीतन क बार म सबिधत अिधकारीकमरचारी की सवा िववरणी म भी समिचत उ लख सबिधत मतरालयिवभागकायारलय वारा िकया जाना अपिकषत ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना कदर सरकार क मतरालयिवभाग सावरजिनक कषतर क उपकरम वायत िनकाय सरकारी कषतर क बक एव िव तीय स थाओ क मख यालय वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार क िलए समय-समय पर िहदी गह-पितरकाए परकािशत की जाती ह इन पितरकाओ क कलवरसाज-स जा और लख की शली म उ लखनीय परगित हई ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना क अतगरत पर यक भाषाई कषतर यथा lsquoकrsquo lsquoखrsquo तथा lsquoगrsquo म इस योजना म दो-दो पर कार परदान िकए जाएग

पर कार क अतगरत शी ड और परमाण-पतर परदान िकए जाएग इस योजना क अतगरत नकद पर कार दय नही ह इस पर कार योजना क पातरता की यनतम अहरताए िन नवत ह-

(क) पितरका म कम स कम 40 प ठ होन चािहए

(ख) िहदी म प ठ की सख या कल मिदरत प ठ की सख या का कम स कम 80 परितशत होना चािहए

(ग) पितरका क िव तीय वषर की अविध क दौरान कम स कम 2 अक परकािशत होन चािहए

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म याकन पदधित क मानक

इस वषर पितरका क म याकन क िलए अिधकतम 130 अक रख गए ह इन अक का िववरण इस

परकार ह-

करस मद अक

1 पितरका की राजभाषा को बढ़ावा दन म उपयोिगता 20

2 सरकारी कामकाज म उपयोिगता 30 3 भाषा शली एव पर तितकरण 20 4 िव यास साज-स जा कागज की गणव ता एव मदरण- तर 20 5 आतिरक कािमरक वारा लख का अनपात 10 6 छाप लख की मौिलकता 30 कल अक 130

िहदी म मौिलक प तक लखन क िलएlsquoगौरव पर कारrsquoयोजना राजभाषा िवभागगह मतरालय वारा िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए चलाई जा रही िन निलिखत पर कार योजनाओ क िलए कलडर वषर क दौरान परकािशत प तक आमितरत की जाती ह कदर सरकार क कािमरक (सवािनव त सिहत) को िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार पातरताशत

प तक क लखक कदर सरकार क मतरालय िवभाग उनक स बदधअधीन थ कायारलय सावरजिनक कषतर क उपकरम रा टरीयकत वक िव तीय सथान तथा कदर सरकार क वािम व म या िनयतरणाधीन वायत स थाओकदरीय िव विव यालयपरिशकषण स थान म कायररतसवािनव त अिधकारीकमरचारी ह

लखक अपनी परिवि ट अपन िवभागपवर िवभाग क अ यकष वारा स यापन तथा स तित क साथ राजभाषा िवभाग को भज

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पर कार रािश इस योजना क अतगरत िन निलिखत पर कार परदान िकए जात ह-

परथम पर कार ndash 100000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार ndash 60000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार ndash 30000- परमाण पतर तथा मित िच न

भारत क नागिरक को िहदी म जञान-िवजञान मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार

प तक आधिनक तकनीकीिवजञान की िकसी िवधा अथवा समसामियक िवषय पर िलखी हो उदाहरणाथर-

इजीिनयरी इलक टरािनक स क यटर िवजञान भौितकी जव िवजञान ऊजार अतिरकष िवजञान आयिवरजञान रसायन िवजञान सचना परौ योिगकी परबधन मनोिवजञान आिद

समसामियक िवषय जस उदारीकरण भमडलीकरण उपभोक तावाद मानवािधकार परदषण िनयतरण आिद

पातरता भारत का कोई भी नागिरक इस पर कार योजना म भाग ल सकता ह पर कार

परथम पर कार (एक) ndash 200000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार (एक) ndash 125000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार (एक) ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार (दस) ndash 10000- परमाण पतर तथा मित िच न

दोन योजनाओ क िलए सामा य शत परिवि ट उपयरक त पर कार योजनाओ म स कवल एक योजना क िलए ही भजी जा सकती ह

प तक क एक स अिधक लखक होन की ि थित म पर यक सहलखक वारा अलग- अलग परोफामार भरा जाएगा

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योजना क अतगरत पर कार क िलए व प तक ही वीकायर ह जो लखक की िहदी म मौिलक रचना ह अनिदत प तक वीकायर नही ह

िकसी भी सरकारी सगठन वारा पवर म पर कत प तक पातर नही ह गी पर कार की घोषणा स पहल यिद प तक को अ य िकसी पर कार योजना क अतगरत पर कत िकया जाता ह तो इसकी सचना लखक वारा त काल राजभाषा िवभाग को दी जाए

योजना क अतगरत एक कलडर वषर क दौरान परकािशत पस तक वीकायर ह प तक िवषय क बार म समीकषा मक िव लषणयक त होनी चािहए िवभागीय मनअल पी एच

डी क िलए िलख गए शोध किवता उप यास कहानी नाटक आिद क प म िलखी गई या पा य प तक क प म िलखी गई प तक पातर नही होगी

लखक पस तक म िदए गए आकड़ एव त य क िलए वय उ तरदायी ह ग और उनक परमाण म जहा तक सभव हो सदभर दग

यिद िकसी यिक त को राजभाषा िवभाग की योजना क अतगरत िपछल तीन वष म कोई पर कार िमल चका हो तो उसकी परिवि ट िवचारधीन नही ह गी तथािप सहलखक (यिद कोई हो) योजना म भाग ल सकता ह सहलखक को पर कार म आनपाितक रािश ही परदान की जाएगी

प तक कम स कम 150 प ठ की हो यिद म याकन सिमित इस िन कषर पर पहचती ह िक परिवि टय म स कोई भी प तक िकसी

भी पर कार क योग य नही ह तो इस सबध म उसका िनणरय अितम माना जाएगा bull म याकन परिकरया

प तक का म याकन राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत मानदड क आधार पर ल ध-परिति ठत िव वान िवशषजञ की सिमित वारा िकया जाता ह

bull पर कार क बार म घोषणा और पर कार िवतरण पर कार क बार म िनणरय की सचना सभी पर कार िवजताओ को पतर वारा भजी जाती ह

तथा िवभाग की वबसाइट पर भी रखी जाती ह पर कार िवतरण राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत ितिथ को िकया जाएगा

bull सामा य पर कार क िलए प तक क म याकन क बार म कोई पतर- यवहार नही िकया जाता ह

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पर कार िवतरण क िलए िनयत थान स बाहर स आए हए पर कार िवजताओ को आन-जान क िलए रल का िवतीय णी (वातानकिलत) का िकराया तथा भारत सरकार क िनयम क अनसार दिनक भ ता िदया जाता ह ठहरन की यव था वय अपन खच पर करनी होती ह

योजना क बार म सचना िवभाग की वबसाइट httprajbhashagovin पर भी उपल ध ह

िहदी िशकषण योजना की परीकषाए उ तीणर करन पर कदरीय सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल वयिक तक वतन नकद पर कार आिद परो साहन

bull वयिक तक वतन- िहदी भाषा िहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क अिधकािरयोकमरचािरय को 12 महीन की अविध क िलए एक वतन विदध क बराबर का वयिक तक वतन िदया जाता ह (क) परबोध परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही अराजपितरत कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परबोध पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह और जो इस परीकषा को 55 परितशत या अिधक अक लकर उ तीणर करत ह अराजपितरत अिधकािरय को परबोध परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन नही िदया जाता ह (ख) परवीण परीकषा- वयिक तक वतन उ ही अिधकािरय कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परवीण पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह- अराजपितरत कमरचािरय को 55 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर राजपितरत अिधकािरय को 60 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर

(ग) पराजञ परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही सरकारी अिधकािरय कमरचािरय (राजपितरत अराजपितरत को पराजञ परीकषा उ तीणर करन पर िदया जाता ह िजनक िलए यह पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह (घ) िहदी श द ससाधनिहदी टकण- िहदी श द ससाधनिहदी टकण की परीकषा उ तीणर करन वाल कदर सरकार क अराजपितरत कमरचािरय को एक वतन विदध क बराबर 12 महीन की अविध क िलए वयिक तक वतन िदया जाता ह (ड़) िहदी आशिलिप- अराजपितरत िहदी भाषी आशिलिपक को िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर 12 महीन क िलए एक वतन विदध जो आगामी वतन विदध म िमला दी जाती ह क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह

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राजपितरत आशिलिपक को 90 परितशत या अिधक अक लकर िहदी आशिलिप परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन िदया जाता ह

िजन आशिलिपक (राजपितरत एव अराजपितरत दोन ) की मातभाषा िहदी नही ह उ ह िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर दो वतन विदधय क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह य वतन विदधया भावी वतन म िमलाई जाती ह ऐस कमरचारी पहल वषर दो वतन विदधय क बराबर और दसर वषर पहली वतन विदध को िमला िदए जान पर कवल एक वतन विदध क बराबर वयिक तक वतन परा त कर सकत ह िट पणी- िजन कमरचारी को सवाकालीन िहदी परिशकषण स छट िमली हई तो उस कमरचारी को सबिधत परीकषा उ तीणर करन पर िकसी परकार क िव तीय लाभपरो साहन नही िमलग नकद पर कार- िहदी परबोध परवीण पराजञ िहदी श द ससाधनिहदी टकण और िहदी आशिलिप की परीकषाए अ छ अक स उ तीणर करन पर पातरता क अनसार िन निलिखत नकद पर कार परदान िकए जात ह िजनकी वतरमान दर िन नानसार ह-

परबोध

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर - 1600- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 400- परवीण

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -1800- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1200- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर -600- पराजञ

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- िहदी श द ससाधनिहदी टकण

1 97 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 95 परितशत या इसस अिधक परत 97 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600-

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3 90 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर -800- िहदी आशिलिप

1 95 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 92 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर - 1600- 3 88 परितशत या इसस अिधक परत 92 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- bull यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव

िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर एकम त पर कार-

1 िहदी िशकषण योजना की परबोध परीकषा -1600- 2 िहदी िशकषण योजना की परवीण परीकषा -1500-

3 िहदी िशकषण योजना की पराजञ परीकषा -2400-

4 िहदी िशकषण योजना की िहदी श द ससाधनिहदी टकण परीकषा -1600-

5 िहदी िशकषण योजना की िहदी आशिलिप परीकषा -3000- िजन कमरचािरय को िहदी क सवाकालीन परिशकषण स छट परा त ह उ ह सबिधत तर की िहदी परीकषा उ तीणर करन पर नकद एव एकम त पर कार दय नही ह ग िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल िव तीय परो साहन तथा वयिक तक वतन नकद पर कार एव एकम त पर कार स सबिधत आदश उन सभी कमरचािरय पर भी लाग ह ग जो िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधानिहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए इलक टरॉिनक टाइपराइटर या क यटर का परयोग करक उ तीणर करत ह

िट पणी-1 एकम त पर कार परगित न कमरचािरय क अितिरक त कवल उ ही कमरचािरय को िदया जाएगा जो ऐस थान पर तनात ह जहा िहदी िशकषण योजना क परिशकषण कदर नही ह अथवा जहा सबिधत पा यकरम क परिशकषण की यव था नही ह

2 परिशकषाथीर यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधन िहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करत ह उनको एकम त पर कार क अलावा नकद पर कार परदान करत समय िनधारिरत िकए गए परिशकषण स पाच परितशत अक कम परा त करन पर भी नकद

पर कार रािश दी जाएगी

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सरकारी कामकाज (िट पणआलखन मल प) स िहदी म करन क िलए परो साहन योजना सरकारी काम मल प स िहदी म करन क िलए पर कार रािश िन न परकार ह-

(क) कदर सरकार क पर यक मतरालयिवभागसबदध कायारलय क िलए वततर प स पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

(ख) कदर सरकार क िकसी िवभाग क पर यक अधीन थ कायारलय क िलए वततर प स

पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

योजना क िलए मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

कदरीय सरकार क सभी मतरालयिवभागसबदध और अधीन थ कायारलय अपन अिधकािरय कमरचािरय क िलए वततर प स इस योजना को लाग कर सकत ह

सभी िणय क व अिधकारीकमरचारी इस योजना म भाग ल सकत ह जो सरकारी काम पणरत या कछ हद तक मल प स िहदी म करत ह

कवल वही अिधकारीकमरचारी पर कार क पातर ह ग जो lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर म वषर म कम स कम 20 हजार श द तथा lsquoगrsquo कषतर म वषर म कम स कम 10 हजार श द िहदी म िलख इसम मल िट पण व परा प क अलावा िहदी म िकए गए अ य कायर िजनका स यापन िकया जा सक जस रिज टर म इ दराज सची तयार करना लखा का काम आिद भी शािमल िकए जाएग

आशिलिपकटाइिप ट जो सरकारी कामकाज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन सबधी िकसी अ य योजना क अतगरत आत ह इस योजना म भाग लन क पातर ह ग

िहदी अिधकारी और अनवादक सामा यत अपना काम िहदी म करत ह व इस योजना म भाग लन क पातर नही ह ग

योजना क परयोजन क िलए पर यक अलग भौगोिलक ि थित वाल कायारलय को वततर एकक माना जाएगा उदाहरणाथर अलग कषतर म ि थत आयकर आयक त क अधीन सहायक आयकर आयक त आिद का कोई कायारलय अथवा रलव क मडल रल परबधक क

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अधीन कषतरीय अधीकषक आिद का कायारलय इस योजना क चलन क िलए एक वततर एकक माना जाएगा रकषा मतरालय या डाक तार िवभाग क अधीन थ तथा सबध कायारलय आिद क बार म भी ऐसी ही ि थित होगी

म याकन करन क िलए कल 100 अक रख जाएग इनम स 70 अक िहदी म िकए गए काम की मातरा क िलए रख जाएग और 30 परितशत अक िवचार की प टता क िलए ह ग

िजन परितयोिगय की मातभाषा तिमल तलग क नइ मलयालम बगाली उिड़या या असिमया हो उ ह 20 परितशत तक अितिरक त अक का लाभ िदया जाएगा ऐस कमरचारी को िदए जान वाल वा तिवक अक क लाभ का िनधाररण म याकन सिमित वारा िकया जाएगा ऐसा करत समय सिमित उन अिधकािरय कमरचािरय क काम क तर को भी यान म रखगी जो अ यथा उसस करम म ऊपर ह

अिधकािरय वारा िहदी म िडक टशन दन क िलए परो साहन योजना

अिधकािरय को िडक टशन दन क िलए परितवषर 5000- का पर कार िदए जान का परावधान ह इस योजना क मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

ऐस सभी अिधकारी िज ह आशिलिपक की सहायता उपल ध ह या जो सामा यत िडक टशन दत ह इस योजना म शािमल हो सकत ह

योजना की अविध िव तीय वषर रखी जाए

योजना म भाग लन वाल अिधकारी उनक वारा िहदी म िदए गए िडक टशन क बार म िरकॉडर रखग

पर कार योजना क अतगरत 5000- का पर कार रखा जा सकता ह पर कार दो भी रख जा सकत ह परथम पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर क अतगरत हो और िवतीय पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म हो

सभी मतरालयिवभाग कायारलय इस योजना को वय बना सकत ह और पर कार क िलए आव यक िहदी िडक टशन कायर की यनतम सीमा िनधारिरत कर सकत ह

lsquoकायारलय स ता पयर सामा यत उस कायारलय स होगा िजनका थानीय मख य अिधकारी

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िवभागा यकष अथवा कायारलया यकष घोिषत िकया गया हो पर कार िनधारिरत करन क िलए िकसी उ च अिधकारी को म याकन अिधकारी नािमत िकया

जा सकता ह अथवा इस हत एक सिमित गिठत की जा सकती ह इस जानकारी को सभी को दन का मखय उ य यही ह िक राजभाषा िहदी म अिधक स अिधक कायर कर और कदर सरकार की इन परो साहन योजनाओ म अिधक स अिधक कािमरक भाग ल

सिवधान म राजभाषाअ याय 1-- सघ की भाषा अन छद 120 ससद म परयोग की जान वाली भाषा

1 भाग 17 म िकसी बात क होत हए भी िकत अन छद 348 क उपबध क अधीन रहत हए ससद म कायर िहदी म या अगरजी म िकया जाएगा परत यथाि थित रा य सभा का सभापित या लोक सभा का अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत िकसी सद य को जो िहदी म या अगरजी म अपनी पयार त अिभ यिकत नही कर सकता ह अपनी मात-भाषा म सदन को सबोिधत करन की अनजञा द सकगा 2 जब तक ससद िविध वारा अ यथा उपबध न कर तब तक इस सिवधान क परारभ स पदरह वषर की अविध की समाि त क प चात यह अन छद ऐस परभावी होगा मानो ldquoया अगरजी म rdquo श द का उसम स लोप कर िदया गया हो

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िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल जगद बा परसाद मौसम िवजञानी- बी

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय

आचायर रामचदर शकल न lsquoसािह य का इितहासrsquo की पिरभाषा को इन श द म पर तत की ह- ldquoपर यक दश का सािह य वहा की जनता की िच वि तय का सिचत परितिब ब होता ह तब यह िनि चत ह िक जनता की िच वि त क पिरवतरन क साथ ndash साथ सािह य क व प म भी पिरवतरन होता चला जाता हआ योपात इ ही िच वि तय की पर परा को परखत हए सािह य पर परा क साथ उनका सामज य िदखाना ldquoसािह य का इितहासrdquo कहलाता ह

िहदी सािह य का आिदकाल(दसवी शता दी स चौदहवी शता दी) राजनीितक पिरि थितया- हषरवधरन की म य स लकर 1200 ई तक का यग राजपतकालीन यग कहलाता ह इस काल म दश एक रा टर न होकर अनक परात म बटा था कदरीय स ता कषीण हो गई थी राजपत राजाओ क पार पिरक वर-भाव तथा स तालोलपता का लाभ बाहरी आकरमणकािरय न उठाया अफगानी आकराता महमद गजनवी न सन 1000 ई स 1026 ई क बीच भारत पर सतरह बार आकरमण िकय तथा मोह मद गौरी न सन 1197 म तराइन क िवतीय यदध म जयचद की सहायता स प वीराज चौहान को हराकर मि लम शासन की नीव रखी आिदकाल की काल सीमा म शासन करन वाल तकर -अफगानी शासक थ अ यव था लटमार तथा िबखराव क इस यग मकिवय न दरबारी आ य गरहण िकया तथा अपन आ यदाताओ क शौयर तथा परशि त क गान िलख थ धािमरक पिरि थितया- विदक धमर तथा पौरािणक धमर िविभ न स परदाय म िवभकत हो चक थ विदक धमर क परितिकरया व प पनप बौदध धमर तथा जन धमर भी अनक स परदाय म बट चक थ धमर क मल वर को भलकर य स परदाय ततर-मतर जाद-टोन शरीरसाधना करन लग यही वाम मागर को अपनान वाल बौदध िसदध कहलाय इनक मठ म साधना क नाम पर यिभचार होन लगा िजसका िवरोध नाथ िसदध न िकया और हठ योग साधना तथा इिदरय- सयम को िवशष मह व िदया धािमरक वातावरण भरमपणर था सामािजक और आिथरक पिरि थितया - धमर और राजनीित क पतनो मख होन की अव था म ठ

भाषायी बयार

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सामािजक जीवन की क पना नही की जा सकती यदध का वातावरण सदव बना रहता था सतीपरथा बहिववाह बालिववाह पदार परथा का त कालीन समाज म परचलन था ऊच-नीच तथा छआछत का भाव समाज म या त था नवागत इ लाम धमर म जाितगत भदभाव न होन क कारण िन न जाितया धमारतरण करक इ लाम धमर अपनान लगी थी आिथरक ि ट स समाज दो वग म बटा था- एक - उ च वगर िजसम सामत शासक साहकार उ चपदािधकारी आत थ िजनक पास अथाह स पि त थी और दसरा िन न वगर िजनक पास अपनी दिनक ज रत क िलए भी धन नही था साहकार तथा सामत लोग इ ह कर और कजर क जाल म उलझात जा रह थ नाथ-सत सािह य म जो समाज क िविभ न पाखड का िवरोध जाितगत भदभाव क परित यग एव िवदरोह का वर िमलता ह वह त यगीन सामािजक एव आिथरक पिरि थितय की ही दन ह सा कितक एव सािहि यक पिरि थितया- गयारहवी सदी म यवन क आकरमण तथा उनक बढ़त परभाव क फल व प इ लामी स कित का परवश भारत म हआ परार भ म िहद तथा इ लामी स कितया एक-दसर क िव दध खड़ी नजर आयी परत जस-जस मगल का परभाव बढ़ता गया इ लामी स कित की छाप िहद स कित पर पड़ती गई सािहि यक ि ट स दखन पर इस यग म तीन का य धाराय िदखायी दती ह- पहली राजाि त स कत का य धारा थी इस अविध मस कत सािह य धारा क िव वनाथ अिभनवग त कतक कषमदर भोजदव म मट तथा राजशखर जस का यशा तर क आचायर शकर कमािरल भटट भा कर एव रामानज जस दाशरिनक मनीषी तथा भवभित ीहषर जयदव जस किव नाटककार एक साथ दखन को िमलत ह दसरी धारा धमारि त अपभरश म रिचत का य की थी वयभ प दत धनपाल वीर आिद जन किवय न पौरािणक गरथ को नए प म पर तत िकया इसी क साथ-साथ बौदध िसदध सरहपा क हपा लइपा आिद एव गोरखनाथ आिद नाथ न अपभरश क साथ लोकभाषा िहदी को अपनी रचनाओ का मा यम बनाया तीसरी धारा चारण एव भाट किवय वारा रिचत वीरगाथा मक का य की थी िजनम इन किवय न अपन आ यदाताओ क शौयर परदशरन तथा िविभ न यदध का वणरन अितरजनापणर ढग स िकया ह िहदी भाषा एव सािह य का उदभव इ ही रचनाओ स माना जा सकता ह य रचनाए ही यगीन पिरि थितय का िचतरण करन म सफल हई ह रामचदर शकल न इस काल को वीरगाथा काल नाम िदया ह भाषा की ि ट स आिदकालीन सािह य को मखयत दो भाग म वगीरकत िकया जा सकता ह-

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अपभरश क परभाव स यकत िहदी सािह य- जन किवय वारा रिचत सािह य बौदध िसदध- नाथ सािह य इसी क अतगरत आता ह यह सािह य धािमरक सािह य कहलाता ह वा तव म यह सािह य न तो सािहि यक अपभरश क अतगरत आता ह न िहदी क भाषा की ि ट स यह सकराित काल की रचनाए ह िजनम िहदी का आरि भक प िदखायी दता ह जो अपभरश क परभाव स यकत ह

अपभरश क परभाव स मकत िहदी सािह य- इस वगर क सािह य को िवषय और रचना की ि ट स दो भाग म िवभकत िकया जा सकता ह-

रासो सािह य िजसम दो परवि तया ह- (क) वीरगाथा परधान रासो सािह य जस- प वीराज रासो (िजस िहदी का परथम महाका य तथा इसक रचियता चदबरदाई को िहदी का परथम किव माना जाता ह) परमाल रासो(आ हखड) क रचियता जगिनक खमानरासो क रचियता दलपित िवजय ह मीररासो क रचियता शागरधर िवजयपाल रासो क रचियता न ह िस ह आिद ह (ख) गारपरक रासोसािह य- बीसलदव रासो इसी पर परा म अ दररहमान का सदशरासक परथम का य माना जाता ह इसकी भाषा परवतीर अपभरश अवहटट ह लोक सािह य- आिदकाल म एक का य धारा लौिकक सािह य की रही ह िजसम लोकत व एव लोकभाषा को अपनाया गया य किव लोककिव थ ढोला मा रा दहा िव यापित पदावली( गारपरक भिकतपरक िविवध िवषय जस परकित स सबिधत पद परहिलका कट पद यदध क पद आिद) अमीर खसरो की पहिलया इसी कोिट का सािह य ह आिदकाल म िश ट हा य तथा िवनोदमलक रचनाए खड़ी बोली म पर तत करन वाल अमीर खसरो परथम किव ह तकीर अरबी फारसी बरज एव खड़ी बोली पर इनका समान अिधकार था फटकर पहिलया मकिरया दो सखन खािलकबारी गज़ल अिधक परिसदध ह खसरो की पहिलय मकिरय तथा सखन क एक-एक उदाहरण पर तत ह- पहिलया न मारा न खन िकया बीस का िसर काट िलया (नाखन) एक कहानी म कह सन ल त मर पत िबना पर क वह उड़ गया बाध गल म सत (पतग) सखन पान सड़ा कय घोड़ा अड़ा कय (फरा न था) बरा मण यासा कय गधा उदासा कय (लोटा न था) मकिरया वह आव तब शादी होय उस िबन दजा और न कोय मीठ लाग वाक बोल कय सिख साजन न सिख ढोल

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जब मर मिदर म आव सोत मझको आन जगाव पढ़त िफरत वह िवरह क अ छर य सिख साजन ना सिख म छर आिदकालीन सािह य का कला पकष भाषा रासो का य म वीर रस क साथ-साथ गार रस का भी स यक परयोग हआ ह अत विणरत थल क अन प ही भाषा पिरवतरन हआ ह इस यग म सािहि यक राज थानी भाषा का परयोग िडगल क नाम स का य म होता था और बरज िमि त भाषा का सािहि यक प िपगल कहलाता था चारण किवय न वीरगाथा मक रासो का य की रचना िडगल म की िजसम कठोर वणर िव व परधान वण का परयोग अिधक था गार रस क वणरन म िपगल का सरस परयोग िमलता ह िजसम भावानकल कोमल वण का परयोग िकया गया ह उदाहरणाथर- थिक रह सर कौितग िगगन रगन-मगन भई ोन धर हिद हरिण वीर जगग हलस हरउ रिग नवर त वर (प वीराज क यदध का वणरन िडगल भाषा म ) अथारत प वीराज चौहान क यदध कौशल और वीरता को दखकर सयर भी त भवत ठहर गया इस यदध म हए नरसहार स सारी धरती रकत स भर गई ऐस यदध को दखकर वीर योदधा उ लास स भर उठ और उनक चहर पर परस नता स रकत की जसी लािलमा छा गई हल हल लग कछ मद वाय नव वध किल भय कप पाय उपमा उर कि व कहीय ताम ज वन तरन अिग अिग काम (इि छनी की स दयर शोभा का वणरन िपगल भाषा म ) वह सवारग म काम की तरग क रहत हए भी परथम किल क समय ऐस कापती ह जस मद वाय क हलक झ क स लता िहलती डलती ह त सम श द तदभव श द राज थान क दशी श द का परयोग भी िमलता ह अपभरश भाषा की का यधारा भी िहदी क समानातर चल रही थी इसिलए इन का य पर थोड़ा बहत अपभरश का भी परभाव िदखायी दता ह इ लाम क परभाव क फल व प अरबी फारसी और तकीर भाषाओ क भी कछ श द इस काल क का य म दखन को िमलत ह का य प परबध एव मकतक दोन परकार क का य इस काल म िलख गए प वीराज रासो खमान रासो िवजयपाल रासो परबध का य की कोिट म आत ह बीसलदव रासो मकतक गीितका य ह परमाल रासो लोकगीत शली पर आधािरत गय का य ह परमाल रासो की गयता ट य ह- बारह बरस ल ककर जीव अ तरह ल िजय िसयार

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बरस अठारह कषितरय जीव आग जीवन को िधककार अलकार एव छद- इन का य म उपमा पक उ परकषा यमक आिद सभी अलकार का किवय न परयोग िकया ह परत वीरका य म वीर रस की परधानता और वीरोिचत वणरन म अितशयोिकत की परधानता स अितशयोिकत एव अ यिकत अलकार का अिधक परयोग हआ ह चारण किव छदशा तर क जानकार थ दोहा या दहा ताटक तोटक तोमर गाहा पदधिर आयार रोला कडिलया उ लाला आिद छद का कशलतापवरक परयोग िकया ह

आषाढ़ का पहला िदन भवानी परसाद िम

हवा का ज़ोर वषार की झड़ी झाड़ का िगर पड़ना कही गरजन का जाकर दर िसर क पास िफर पड़ना उमड़ती नदी का खती की छाती तक लहर उठना वजा की तरह िबजली का िदशाओ म फहर उठना

य वषार क अनोख य िजसको पराण स यारजो चातक की तरह ताकता ह बादल घन-कजरार

जो भखा रहकर धरती चीरकर जग को िखलाता हजो पानी व त पर आए नही तो ितलिमलाता ह

अगर आषाढ़ क पहल िदवस क परथम इस कषण म वही हलधर अिधक आता ह कािलदास क मन म

त मझको कषमा कर दना

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कया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

मौसम कदर - रायपर

जलवाय पिरवतरन एक अतहीन परिकरया हजो परातन काल स चली आ रही ह मानव मि त क क उ पाती िवकास क साथ ही जलवाय पिरवतरन म भी गितशीलता ि टगोचर हई ह एक ओर जहा इस परिकरया को मानव जीवन क िलए हािनकारक माना जा रहा ह तो दसरी ओर स यता क िवकास क िलए इस अघोिषत अ याव यक परिकरया व प मा यता परा त ह वा तव म जलवाय पिरवतरन को गलोबल वािमरग अथारत भ-तापमान म विदध स जोड़कर दखा जा रहा ह तथा इसक फल व प जीवनोपयोगी िविभ न ससाधन की उपल धता म सभािवत कमी की आशका यकत की जा रही ह िक त इसका दसरा पहल यह भी ह िक ऐस कई कषतर ह जो अ यत कम या अ यिधक तापमान क कारण मानव िवहीन हआ करत थ व आजकल जिवक आबादी स पिरपणर होत जा रह ह किठन मौसमी पिरि थित क कारण अनक कषतर मानव की पहच स बाहर होत थ जो अब नही ह यह जलवाय पिरवतरन का ही पिरणाम ह

सामा य लख

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एक सपरिसदध पयारवरणिवद िफिलप बरॉडिवथ वारा जलवाय पिरवतरन पर चचार का मह वपणर िवषय पर तत िकया गया ह िक ldquoकया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी हrdquo साथ ही कहा गया ह िक चचार म ऊजार की माग पर आधािरत उपभोकताओ क उ तरदािय व को अनदखा िकया जाए इस यकष पर न क जवाब म अनक वजञािनक िमतर वारा मह वपणर तकर पर तत िकए गए ह आज हम िविभ न तकनीक स िघर हए ह तरह- तरह की मशीन और उपकरण स हमार दिनक कायर कछ जिटल तो कछ बहत आसान हो गए ह इसम पयारवरण की अनकलता भी आव यक होती ह जो जलवाय पिरवतरन का ही एक प ह यह जानत हए िक पिरवतरन परकित का िनयम ह इस चचार म िविभ न वजञािनक समदाय क वजञािनक (सौज य वॉटसएप गरप lsquoआईएमएस रायपरrsquo और lsquoएगरी म टीयोरोलोिज टrsquo) वारा अनक तकर िदए गए ह आईए इनक बहम य तक पर गभीरतापवरक नजर डाल- मनीष िस हा शोधकतार CSVTU िभलाई क अनसार ldquoमर िवचार स जलवाय पिरवतरन क िलए कोई भी िज मदार नही ह जसा िक म समझता ह जलवाय पिरवतरन की अवधारणा कवल मानव ह तकषप क परितकरया व प नही ह वरन मानव की परिकरयाओ को समािहत िकए िबना भी यह सभव ह कय िक जलवाय पिरवतरन को उ परिरत करन वाल मानवजिनत घटक स िकसी का सीधा सबध नही ह अब इस जलवाय पिरवतरन की अवधारणा को तब तक रोका नही जा सकता जब तक इस अिन टकारी पिरवतरन पर परकित वारा ह तकषप नही होता िक त यिकत िवशष वारा िकए जा सकन का कायर यह ह िक वह जलवाय पिरवतरन की गित म कमी लान म अपनी सहभािगता सिनि चत कर तािक परकित को अपनी पवारव था परा त करन क िलए आव यक समयाविध दी जा सक किष वजञािनक सबरहम यम राज क िवचार ह िक ldquoकया यिक तगत कपिनय की इसम कोई िज मदारी नही ह िवकास क कारण का अितम पिरणाम कया ह इस त य को पिरभािषत करन म हम सकषम होना होगा ldquoटसलाrdquo भी एक क पनी ह यहा क एक अिधकारी लोन म क क कथन पर हम यान दना होगा िक lsquoआव यकताrsquo ह इस सम या को हल करन की िज मदारी अनसधानकतारओ की हrdquo अथारत क पिनय की एक अ य किष वजञािनक तषार दशमख का मानना ह िक ldquoपराकितक अ न-उ पादन पराकितक भोजन पराकितक पयारवरण सावरितरक माग ह िक त िवचारणीय त य यह ह िक मानव मातर वारा परकित क अन प कस इ ह फलीभत व इनका म यवधरन िकया जाता हrdquo िबट रायपर क िपरसीपल डॉ िपयषकात पाड क अनसार lsquoउ नीसवी सदी म औ योिगक कराि त क

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प चात इतनी कम अविध म काबरन डाइऑकसाइड क बढ़त तर क िलए प वी क पर इितहास म ऐसा कोई उदाहरण नही ह अतीत म प वी क गरम होन का कारण काबरन उ सजरन ही ह इसिलए मानव जाित और हमार सगठन जलवाय पिरवतरन क दोष स बच नही सकत

टरप सिहत सभी सदह करन वाल न इस सबध म मानो वा तिवकता को जानन स ही इकार कर िदया जलवाय पिरवतरन प वी को गमर आदरर बफर -रिहत पणरतया समदरमय तथा मौसम क अनसार पणरतया िव वसक गरह बनाकर यहा स पणर मानव जाित को परी तरह न ट करन म सकषम ह वजञािनक एम एल साह भारत मौसम िवजञान िवभाग क मानत ह िक ldquoमानव अि त व क पवर भी जलवाय पिरवतरन हआ ह िक त जलवाय पिरवतरन की गित म विदध मानव क ह तकषप क कारण ही हई ह औ योगीकरण भी इसका एक कारक हrdquo किष वजञािनक यगाधर कहत ह िक क पिनया दकानदार क प म अपन गराहक को ऐसी व तए बचती ह िजसक िलए उ ह म य परदान िकया जाता ह य तो हम उपभोकतागण ह जो lsquoिनदरयीrsquo उ पाद को खरीदकर उ ह परो सािहत करत ह कया करय िकया जाए य हम वय ही िनधारिरत करना ह यह भली भाित जानत हए भी िक मर वारा की गई यह छोटी सी खरीददारी उन यापािरय क लाभ या िवकरय को िवशष परभािवत नही करगी म कछ अनितक कपिनय स उ पाद नही खरीदता डॉ परकाश खर वजञािनक भारत मौसम िवजञान िवभाग क अनसार lsquoपिरवतरन क पीछ भागना मानव की परवि त ह पिरवतरन स परायः परकित पयारवरण िस टम या कह िक जलवाय पटनर ही असतिलत हो जाता ह इसिलए हम ऐस असतलन-मखी परितघात स जीवन को सरिकषत रखन क िलए सिनयोिजत होन की आव यकता ह अ यथा जलवाय असतलन अव य भावी ह डॉ िवनोद खडस किष वजञािनक का कहना ह िक lsquoयह तो परशासन क शराब बदी कायरकरम क सम प ह जहा दसरी ओर आबकारी िवभाग वारा काननन शराब क िलए टडर या परिमट भी जारी िकया जाता ह अतएव इस परिकरया को अिधक तव जो न द वरन िन वाथर व बिदधम तापवरक यिक तगत

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तर पर इस सलझान का परयास कर इस िवषय पर मरा मानना ह िक जलवाय पिरवतरन कवल वातावरण म गरीन हाउस गस अथवा तापमान म विदध का ही पिरणाम नही ह इस हािनकारक परिकरया क प म ही न दखा जाए वरन यह जीवन क िलए वरदान व प भी सािबत हआ ह कपया िपछल दशक क दौरान म य भारत कषतर पर मॉनसन आन म दरी क बार म िवचार कर मर िवचार स यह इस कषतर म गमीर क िदन म भ-जल क उपयोग स िकए जान वाल किष उ पादन कायर क फल व प कषतर का अपकषाकत कम तपन स तापीय परवणता व वायदाब परवणता म कमी आन का पिरणाम ह जो मॉनसन क आग बढ़न म यवधान डालता ह इसी परकार राज थान और गजरात रा य म भी जलवाय पिरवतरन हआ ह अतएव जलवाय पिरवतरन क िलए कवल औ योगीकरण पर दोषारोपण नही िकया जा सकता जलवाय पिरवतरन का दोषी कौन ह या जलवाय पिरवतरन जीवन क िलए आव यक ह या अनाव यक उपयोगी ह या अनपयोगी या कह िक वरदान ह या अिभशाप अब यह तय करना आपक हाथ म ह

-------------- आपदाए अपन िलए दया क घट िनधारिरत नही करती व िकसी भी वक त कही भी पहच कर अपन काम को परा कर दती ह आपदाओ स हम एक शानदार चीज़ सीख सकत ह व अपना काम बड़ ही यान स परा करन क बाद ही लौटती ह

महमत मरत इलदान

सािह यकार तकीर

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भर टाचार मक त भारत - मरी ि ट म िमलन परसाद भटटाचायर

मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

परादिशक मौसम कदर -कोलकाता भर टाचार वतरमान म भारत म एक वलत िवषय ह िजसक िवषय म चचार करन स पहल भर टाचार की उ पि त का िव लषण करना आव यक ह वा तव म परभावशाली यिक तय वारा िकए गए अस य ईमान िव दध और अनितक आचरण को ही भर टाचार कहा जाता ह भर टाचार घस लन एव गबन करन स श होता ह

लाल फ़ीताशाही ल बी परिकरयाए गलत वािणि यक एव तकनीकी तरीक तथा उसक साथ राजनितक इ छा शिक त का अभाव भर टाचार को पनपन म सहायता करत ह इसक अलावा िनयम का जाल जिटल कर एव अनजञा परणाली तथा परद त िवशष िववकािधकार भर टाचार का अवसर परदान करत ह lsquoटरा परसी इटरनशनलrsquo क अनसार लगभग 50 परितशत भारतवािसय को सरकारी सवा परा त करन क िलए कभी न कभी जन अिधकािरय को घस दनी पड़ी ह टरासपरसी इटरनशनल की lsquoभ टाचार बोधक तािलकाrsquo क वषर 2016 क पिरणाम अनसार 176 दश म भारत का थान 79वा ह

काला धन भारत म िवकास का सबस बड़ा बाधक ह काल धन स ता पयर उस धन या स पि त स ह जो िनयमानसार कर चकाए िबना अिजरत की गई हो भारतीय वारा िवदशी बक म िकतना काला धन जमा िकया गया ह इसकी जानकारी अभी तक परा त नही की जा सकी ह काल धन की रीढ़ को तोड़न क िलए सन 2012 म कदरीय पर यकष कर बोडर न िवमदरीकरण का सझाव िदया था 08 नव बर 2016 को भारत सरकार न 500- एव 1000- क नोट की वधता समा त करन की घोषणा की इसका पिरणाम यह हआ िक वषर 2017-18 म आयकर िरटनर भरन वाल की सख या म 25 परितशत का इज़ाफा हआ तथा 282 करोड़ लोग न आयकर िरटनर दािखल िकया आयकर का अिगरम भगतान 418 परितशत बढ़ गया तथा आयकर िवभाग न 549 िबिलयन म य की नकदी एव गहन ज त िकए भर टाचार भाई भतीजावाद और बइमानी न हमार सामािजक तान-बान को न ट कर िदया ह यहा तक िक हमार भर टाचार िनरोधी िवभाग भी यदा-कदा भर ट लोग क चगल म फस जात ह तथा फलत भर ट लोग को सामा य द ड क साथ छोड़ दन पर िववश हो जात ह दश का कानन इन भर ट लोग स मज़बती स िनपटन म सकषम नही ह इसीिलए परशासिनक कायारलय म भर टाचार की नदी िसर क

सामा य लख

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ऊपर बहन लगी ह भर टाचार का मल कारण लाल फ़ीताशाही और कायर म अनाव यक दर करना ह हमारा रा टर नितक म य क ास स जझ रहा ह िजस उ नत करन की आव यकता ह सरकारी अिधकािरय को अपना कायर स पािदत करत समय िकसी परलोभन क आग नही झकना चािहए दश क परिसदध एव नामी-िगरामी यिक तय को अपनी ईमानदारी व स चाई स ईमानदार करदाता क प म आदशर थािपत करना चािहए भर टाचार को दर करन क िलए कई कदम उठाए गए ह िजनम मख य ह-

bull सचना का अिधकार सरकारी िकरयाकलाप क बार म पछन का अिधकार नागिरक को दता ह bull कदरीय सतकर ता आयोग सतकर ता रखन तथा सरकारी परित ठान म भर टाचार दर करन क उपाय

का सझाव दन क िलए गिठत िकया गया ह bull स य िकरयाि वत व त एव सवा कर न lsquoएक दश एक करrsquo परणाली को लाग िकया ह िजसस

कर चोरी पर रोक लगगी भर टाचार को रोकन क िलए कछ और कदम उठाए जान आव यक ह -

bull भर टाचार सबधी मामल का शीघर िनपटारा करन क िलए िवशष अदालत बनाई जानी चािहए

bull मज़बत और कड़ कानन बनाए जान चािहए िजसस अपराधी को छट न िमल सक

एक बार यिद हम इस भर टाचार भाई-भतीजावाद और घस लन एव दन क रोग को भारतीय समाज स दर कर सक तो हमार दश को िवकिसत दश की ि थित म पहचन म वक त नही लगगा और बिकम चदर जी का lsquoसजलाम सफलाम श य यामला मातरमrsquo का व न साकार हो जाएगा

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दिनया भर की तकनीक और आिव कार न हमारा जीवन बहत आसान कर िदया ह मगर एक पराकितक आपदा आत ही सब बकार हो जाता ह और हम समझ आ जाता ह िक धरती पर हम िसफर कदरत की दया क भरोस िजदा ह

नाइल डगर टायसन

अमरीकी ए टरोिफिज ट

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भवन-िनमारण म ईशान-कोण का मह व मकश कमार ग ता

मौसम िवजञानीndash बी सगठन अनभाग - मखयालय

भारतीय स कित म भवन-िनमारण स पवर िकसी शभ महतर म वा त पजन भिम पजन भिम शोधन िशला यास आिद शभ कायर दवी-अनगरह परा त करन क साथ-साथ सयर सिहत सम त गरह-नकषतर रािश-समह एव परकित क पड़न वाल परभाव को अनकल बनान व परकित क साथ सामज य थािपत करन क िलए िकए जात ह कोई भी नविनमारण यह उ य सामन रखकर िकया जाता ह िक बनकर तयार होन क प चात वह भवन िनवास करन वाल क िलए िवघन-बाधा रिहत सख-शाि तदायक परगित का कारण एवम सवरथा मगलमय हो घर म कलह-कलश न हो पािरवािरक सौ यता सामज य एव पार पिरक नह-सदभाव बना रह तािक यिकत व थ एव दीघरजीवी ह आिथरक उ नित सामािजक मान-परित ठा म अिभविदध आिद बात साथरक िनमारण का पिरचायक मानी जाती ह

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भवन क उ तर-पवर कोन को ईशान-कोण कहा जाता ह भगवान िशव का एक नाम ईशान भी ह चिक भगवान िशव का आिधप य उ तर-पवर िदशा म होता ह इसीिलए इस िदशा को ईशान-कोण कहा जाता ह यहा दवी शिकतया इसिलए भी बढ़ती ह कय िक इस कषतर म दवताओ क ग बह पित और मोकष कारक कत का भी वास रहता ह िव वकमार परकाश क अनसार पर यक भखड का भवन का और यहा तक िक पर यक कमर का ईशान-कोण अथारत उ तर और पवर क म य का भाग या कोना अ यत मह वपणर ह सयर परब स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह अतः उसकी जीवनदाियनी पराण ऊजार स भरपर लाभ उठान क िलए पव तर िदशा म पजा-ककष या दव-मिदर का होना अिनवायर ह जहा सयर और प वी क ऊजार क दर का सि मलन होता ह िवजञानव ता जानत ह िक सयर और प वी का आपस म िकतना घिन ठ सबध ह सयर क ताप व परकाश-रि मय क परभाव स ही धरती पर अनगिणत पिरवतरन होत रहत ह वा तशा तर का आधार भी इन दोन का पर पर सबध ही ह ऋिषय न कहा ह- ईशा यो दवतागह पवर या ननामिदरम पव तर क तीन िवधानसभा चनाव क नतीज आन क बाद परधानमतरी ी नरदर मोदी जी न कायरकतारओ को सबोिधत करत हए अपन भाषण क दौरान वा त क ईशान-कोण का िजकर करत हए कहा था जो बात म कह रहा ह उस मन सना ह हालािक इसम न मरा जञान ह न मरी आ था ह जो इमारत बनात ह वो एक मा यता रखत हrsquo उ ह न कहा वा त म इमारत की जो रचना होती ह उसम उ तर-पवर कोण का सबस मह वपणर थान होता ह वा तशा तरी इसका बहत यान रखत ह मतलब िक (घर बनान म) एक बार नॉथर-ई ट ठीक हो गया तो परी इमारत ठीक हो जाती ह आज मझ खशी इस बात की ह िक नॉथर-ई ट का यह कोना िवकास की यातरा का दश म नत व करन आग आया ह I हमारा दश धमरपरायण दश ह आ याि मक ऊजार यहा क कण-कण म समािव ट ह यहा वा त को धािमरक क य स जोड़कर रखा गया ह तािक उस मा यम स हम ई वर स सबध थािपत करक लौिकक एव पारलौिकक सख क आनद का लाभ उठा सक इस सदभर म आधर परदश क मधर य वा तवता ी गौ ित पित र डी अपनी कित वा त-सदश म कहत ह िक बर मा ड म स या त अिगन वाय जल आकाश आिद नसिगरक शिकतय -पचमहाभत को अपन घर क अनकल बनाना जानना और तदन प भवन िनमारण करना ही बिदधमान को अभी ट ह उनक अनसार बदरीनाथ कदारनाथ आिद उ तराख ड क दवालय मथरा-व दावन क पराचीन मिदर ओिडशा का जग नाथपरी एव दिकषण भारत

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क ित पित बालाजी आिद दव- थान की थापना वा तशा तर क अनसार की गई ह िजनक कारण उनक आकषरण एव वभव दखत ही बनत ह व ततः वा त िनयम क अनसार िनिमरत दवालय पजा-थल एक परकार स बर माडीय ऊजार क क दर होत ह इसीिलए पर यक िनमारण म एक कोना पजा- थल क प म िवकिसत करन का िवधान ह वा तशा तर क अनसार दवालय उपासना थल या पजा ककष भवन का परमख अग ह इस ईशान-कोण म थािपत करन का परमख कारण यह ह िक सयर पवर स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह साथ ही इस आरोगय का दवता माना गया ह पवारिभमखी पजाककष म जब यिकत उपासना करता ह तो उसका मह पवर की ओर होता ह इसस परातःकालीन उदीयमान सिवता दवता सयर की विणरम िकरण का लाभ साधक को िमलता ह हमारी काया क उ तरी धरव अथारत मि त क म सह ार चकर आजञाचकर एव बर मरधर जस कई स म शिकत कदर ह िजनका सबध सयर स थािपत हो जान पर व जागरत होन लगत ह और अतीिदरय कषमताए एव ऋिदध-िसिदधया ह तगत होन लगती ह ओजस-तजस एव वचरस का ोत सयर ही ह इसीिलए परितमाओ का मख परब पि चम या दिकषण की ओर होता ह तािक उपासना करन वाल यिकत का मह सदव परब पि चम या उ तर िदशा की ओर रह और वह सयर की जीवनदाियनी पराण-ऊजार स लाभाि वत होता रह जञान पराि त क िलए उ तर िदशा म उ तरािभमख धन-सपदा हत पवर िदशा म पवारिभमख एव सख-शाित हत पि चम िदशा म पि चमािभमखी होकर पजा उपासना करन का िवधान शा तर म बताया गया ह

ईशान-कोण म कया होना चािहए घर शहर और शरीर का ईशान भाग सबस पिवतर होता ह इसिलए इस साफ- व छ और खाली रखा जाना चािहए यहा जल की थापना की जाती ह जस कआ बोिरग मटका या िफर पीन क पानी का थान इसक अलावा इस थान को पजा का थान भी बनाया जा सकता ह घर क मखय वार का इस िदशा म होना वा त की ि ट स बहद शभ माना जाता ह आवासीय भवन म डराइग म क िलए पवर उ तर एव ईशान-कोण का कषतर उिचत ह ईशान-कोण म अिधक स अिधक थान खाली रख अ यथा पवर और उ तर िदशा क कषतर को खाली या ह क रख उ तर एव पवर िदशा की सकारा मक ऊजार म विदध क िलए इन िदशाओ म बड़ी-बड़ी िखड़िकया अथवा लाइिडग दरवाज का परावधान रख ईशान- कोण म िकसी भी परकार की फकटरी होना बहत उपयोगी माना गया ह लिकन इस िदशा म

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टरासफामरर भटटी या जनरटर िब कल ना रख यह िदशा दवीय शिकतय क िलए ठ होती ह इस िदशा का परितिनिध व वय दवीय शिकतया ही करती ह इसिलए यहा मिदर होना बहत शभ रहता ह इस थान पर हमशा साफ-सफाई रहनी चािहए इस थान पर मिदर क साथ ही पानी स सबिधत उपकरण भी रख जा सकत ह घर क इस कोन म बाथ म और टॉयलट नही होना चािहए साथ ही यहा भारी व तए भी नही रख घर कारखाना या िकसी भी वा त का िनमारण कायर परार भ करत समय नीव खदाई ईशान िदशा स ही श करना चािहए एव रसोई घर जनरटर ककष बॉयलर िबजली मीटर या मन ि वच आिद ईशान-कोण म नही बनान चािहय (आगनय िदशा म बनान चािहय) घर क अ दर ईशान-ककष क कोन म पीन क पानी का घड़ा या बतरन पानी भरकर अव य रखना चािहए सयर स िनकलन वाली पराकितक पराबगनी (Ultra Violet) िकरण की शिकत स यह पानी शदध व शिकतशाली बनता ह और पिरवार क सद य वारा इसक पीन स वा य सख समाधान आनद तथा स पदा का लाभ होता ह भवन क उ तर पवर एव ईशान म भिमगत पानी की टकी कआ या बोर होना बहत शभ होता ह इसस आिथरक स प नता क साथ-साथ परिसिदध भी िमलती ह उ तर पवर और ईशान जञान एव तजि वता की िदशाए ह इन िदशाओ स जञान तज सख आनद समाधान की प दन लहर आती ह अतएव अ ययन भोजन पजा एव अ य शभ कायर करत समय इन िदशाओ की ओर मह रखन स सफलता व परिसिदध की सभावनाओ म बढ़ोतरी होती ह

ईशान-कोण म कया नही होना चािहए ईशान-कोण पर दवी-दवताओ और आ याि मक शिकतय का वास रहता ह िकसी घर म ईशान-कोण को सबस पिवतर कोना माना जाता ह इसी वजह स इस िदशा म रसोई घर शौचालय या कड़ा-कचरा घर जसा िनमारण परी तरह विजरत माना जाता हI इस थान पर कड़ा-करकट रखना टोर टॉयलट िकचन वगरह बनाना लोह का कोई भारी सामान रखना विजरत ह इसस धन-सपि त का िवनाश और दभारगय का िनमारण होता ह ऐसा करन स आप बबारदी क वारा खोल दग ईशान-कोण म िकसी भी परकार का झाड़ नही रखना चािहए इसक अलावा घर बनवात समय इस कोण म बाथ म नही हो इसका िवशष यान रख यिद आप ऐसा करत ह तो घर म झगड़ा और कलश की ि थित बनी रहगी िजन घर म ईशान-कोण दिषत होता ह वहा कभी भी सख- समिदध का वातावरण नही होता ह घर क लोग का चिरतर अ छा नही होता और उस घर क

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सद य को लबी बीमािरय का सामना करना पड़ता ह ईशान-कोण म ग ढ का होना भी नकारा मक उजार पदा करता ह साथ ही इस कोण म रसोईघर का होना दिरदरता को आमतरण दता ह यिद कोई तरी अिववािहत ह तो उस इस कोन म नही सोना चािहए इस कोन म कोई अिववािहत तरी सोती ह तो उसक िववाह म िवलब हो सकता ह या वा य सबधी परशािनय का सामना करना पड़ सकता ह

ईशान-कोण क दोष का परभाव तरी हो या प ष आज क भौितक यग म एक फशन सा हो गया ह िक लोग उ ह जान पहचान मान द स मान द अथारत हर यिकत चाहता ह एक यथोिचत परिसिदध लोग म योगयता भी होती ह अवसर भी िमलत ह परयास भी िकए जात ह पर त सबक बावजद सफलता नही िमल पाती या कम िमलती ह इस कारण कभी - कभी लोग िनराश भी हो जात ह िक परी महनत क बाद भी यथोिचत उपलि ध कय नही िमल पा रही ह यिद आप ईशान-कोण (उ तर-पवर िदशा) म बड म बनाएग तो इस कमर म सोन वाला कम स कम आठ-दस घट तो यहा िबताएगा ही िकसी भी यिकत क िलए ऊजार स पिरपणर इस कषतर म इतन लब समय तक रहन का मतलब ह खद का नकसान कय िक इस जगह पर िकसी को भी इतनी दर नही रहना चािहए यिद आपन यह कमरा अपन बट को िदया ह तो सभव ह उस पर मोटापा हावी हो जाए िजसक पिरणाम व प वह स त और ढीला हो सकता ह और उसम हीन भावना भी आ सकती ह अगर बटी को यह कमरा िदया गया ह तो वह िचड़िचड़ वभाव की और झगड़ाल हो सकती ह इतना ही नही उस कम उमर म ही तरी-रोग स जड़ी सम याए भी झलनी पड़ सकती ह िकसी दपि त का बड म बनान क िलए ईशान-कोण अशभ फलदायी जगह ह िकसी नव-िववािहत दपि त को तो भलकर भी ईशान-कोण म अपना बड म नही बनाना चािहए नव -िववािहता अगर ईशान-कोण म बन बड म म रहती ह तो सभवतः या तो वह गभरधारण ही नही कर पाएगी या उस बार-बार गभरपात कराना पड़ सकता ह ईशान-कोण पर बन बड म म सोन वाल दपितय को शारीिरक मानिसक आिथरक और आ याि मक अनक तरह की किठनाइया झलनी पड़ सकती ह ईशान-कोण म टॉयलट होन स पसा लश होता ह वा य खराब होता हपािरवािरक कलह रह सकती

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ह और अपयश िमलता ह

ईशान-कोण म भवन िव तार मन पहल बताया िक भवन िनमारण ईशान-कोण स परार भ करना चािहए लिकन पवरिनिमरत भवन या पिरसर म िव तार कदािप ईशान-कोण म नही करना चािहए ऐसा करन स पवर िदशा स आ रही सय दय की रि मया नवीन सरचना वारा अवशोिषत होती ह और मौजदा सरचना भवन तक परभावी प स पवरवत नही पहच पाती और अिधकाश सकारा मक ऊजार नविनिमरत भवनसरचना तक ही

सीिमत रहन क कारण वही अवशोिषत हो जाती ह फल व प सकारा मक ऊजार क ास व नकारा मक ऊजार म बढ़ो तरी क कारण पवरिनिमरत भवन म रहन वाल की सोच रहन-सहन कायरशाली एव उ पादकता नकारा मक प स परभािवत होती ह व आ याि मक आि मक मानिसक एव भौितक तर म ास क कारण पतन की ओर अगरिसत होन की सभावना परबल हो जाती ह I छाया-वध क कारण भी इस परकार की अव था म मल पिरसर भवन का वा त िबगड़ता ह फल व प उपरोकत दोष की मातरा म और अिभविदध होन की सभावना अिधक परबल हो जाती हI िकसी वकष मिदर वजा पहाड़ी ईमारत आिद की छाया िकसी पिरसर मकान पर पडऩ को छाया-वध कहत ह यह शाित की परितरोधकता यापार व िवकास पर परितकल परभाव ब च क िववाह म दरी वशविदध एव वा य पर परितकल परभाव िवकास म बाधक िनराशा धन-हािन एव स ता म ास की योतक ह यह तो मातर बानगी ह िजजञासगण िवषय की गहराई म उतरकर अपन जीवन को और अिधक सखद व सफल बना सकत ह I

अगर िह द तान को सचमच आग बढ़ना ह तो चाह कोई मान या न मान रा टरभाषा तो िह दी ही बन सकती ह कय िक जो थान िह दी को परा त ह वह िकसी और भाषा को नही िमल सकता

रा टरिपता महा मा गाधी

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नमािम गग पनम िसह

मौसम िवजञानी ndashए परादिशक मौसम कदर- नई िद ली

पराण म इस बात का उ लख ह िक दवताओ को दवी लीला परदशरन क दौरान भगवान िव ण क चरण क नाखन स अमत त य पिवतर जल का ाव हआ था िजस सभागार म उपि थत बर मा जी न गगा जल समझकर अपन कमडल म एकतर कर िलया था इस रह य का पता अयो या नरश भगीरथ को चला अत उ ह न अपन पवरज को तारन क िलए बर मा जी िशव जी इ यािद को तप या स परस न कर गगा जी को भारत भिम पर लाया किववर भारतद हिर चदर न गगावतरण को अपनी किवता म इस परकार यकत िकया ह

ी हिर-पद-नख-चदरकात-मिनndashदरिवत सधारस बर म कम डल म डन भव ख डन सर सरबस िशव िसर ndashमालित ndashमाल भगीरथ नपित ndashप य ndashफल ऐरावत ndash गत- िगिरपित ndashिहम-नग-क ठहार कल सगर सवन सठ सहस परस जल मातर उधारन अगिनत धारा प धािर सागर सचारन

प य सिलला गगा अनािद काल स हमारी सामािजक ndash आिथरक ndash भौगोिलक तथा सा कितक पहचान रही ह इसक िकनार क बड़ भभाग हिरयाली और खशहाली स सराबोर रहत ह इसक िकनार बड़-बड़ शहर बस हए ह जो भौितक और आ याि मक ि टकोण स ल धपरित ठ ह पर वषर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव जत और वन पितय को जीवन दान दती ह तथा लाख एकड़ भिम की िसचाई करक भारत माता को श य यामलाम मातरम की उपािध स िवभिषत करती हगगा जल म ऑकसीजन धारण करन की असाधारण कषमता होती ह यही कारण ह िक यह बहत समय तक रखन क बाद भी ताजा रहता ह इसक अदर शारीिरक रोग को दर भगान का िवशष गण होता ह हमार दश म सिदय स गगा जल पीकर लोग बीमािरय स छटकारा पात रह ह िकसी सत न कहा ह शरीर जजररीभत यािधगर त कलवर औषध जा नवी तोय व यो नारायणो हिर

सामा य लख

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यिद शरीर जजरर और यािधगर त हो जाय तो गगा जल को औषिध क प म लकर नारायण की कपा स मन य रोगमकत हो जाता ह आई आई टी कानपर क परोफसर िवनोद तार क अनसार गगा जल क गण ह इसकी शीतलता मधरता व छता ऊजार परदान करन की शिकत हर परकार क खिनज पदाथर का समावश पीन की योगयता पावनता पाप िनवारण की शिकत त णा और मोह दर करन की कषमतािनजरलन (िडहाइडरशन) की अव था म बहोशी को दर करना पाचन ndashशिकत- वधरक परजञा-शिकत धारण करन की कषमता इ यािद इ ही गण क कारण मन य जब शरीर छोड़न लगता ह तो उसक मख म गगा जल डाल िदया जाता ह िजस गगा क िकनार गो वामी तलसीदास व राजा हिर चदर जस महान प ष न अपन साधना का कदर बनाया और इसकी िनमरलता एव पावनता स लाभाि वत हएवही जल कछ समय स पयार त परदिषत हो गया ह गगा धािमरक आ था का परतीक गो वामी तलसीदास रामचिरतमानस क बालका ड म गगा और सर वती की वदना करत हए कहत ह पिन बदऊ सारद सरसिरता जगल पनीत मनोहर चिरता म जन पान पाप हर एका कहत सनत एक हर अिबबका म सर वती और दवनदी गगा की वदना करता ह दोन पिवतर और मनोहर चिरतर वाली ह गगा जी नान करन और जल पीन स पाप को हर लती हजब िक सर वती जी गण और यश कहन और सनन स अजञान का नाश करती ह भारत की बहत बड़ी आबादी गगा जी स धािमरक आ था स जड़ी हई ह विदक काल स लकर ग त-मौयरकाल मगल काल िबरिटश काल तथा आधिनक काल क सभी धम तथा स परदाय क लोग न गगा को पयार त स मान िदया ह तथा इस मोकषदाियनी कहा ह गगा की परोपकािरता का वणरन करत हए गो वामी तलसीदास जी न िलखा ह कीरित भिनित भित भिल सोई सरसिर सम सब कह िहत होई अथारत कीितर किवता और स पि त वही उ तम ह जो गगा जी की तरह सबका िहत करन वाली हो मशहर शायर मह मद इकबाल न िव व म भारत क स दयर और परित ठा का वणरन करत हए 16 अग त सन 1904 म िलखा ह िक- ldquo सार जहा स अ छा िहदो ता हमाराrdquo ए आब-ए- द ndashए गगा वह िदन ह याद तझको उतरा तर िकनार जब कारवा हमारा

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गगा की भौगोिलक ि थित गगोतरी गलिशयर क ोत गोमख (ऊचाई 4 िकमी) स िनकलन क प चात बगाल की खाड़ी म िगरन तक गगा लगभग 2525 िकमी का सफर तय करती ह यह मखय प स पाच परदश उ तराख डउ तर परदशिबहारझारख ड तथा पि चम बगाल स होकर बहती ह इसक तट पर गगोतरीउ तरकाशीदवपरयागऋिषकशहिर वार ड़कीिबजनौरनरोडाक नौजकानपर इलाहाबाद िमजारपरवाराणसी पटना भागलपर बहरमपर सरमपरहावड़ा तथा कोलकाता जस परमख शहर तथा तीथर थल बस हए हगगा की सहायक निदय क तट पर कदारनाथ बदरीनाथ जोशीमठ दरपरयाग ीनगर (गढ़वाल) यमनोतरी िद ली आगरा तथा लखनऊ जस परमख शहर बस हए ह दवपरयाग म भागीरथी तथा अलकनदा क िमलन क बाद ही भागीरथी को गगा नाम िमलता ह गगा की ल बाई उ तराख ड म 450 िकमी उ तरपरदश म 1000 िकमीउ तरपरदश और िबहार क बीच म 110 िकमी िबहार म 405 िकमी तथा पि चम बगाल म 520 िकमी ह भारत वषर म गगा बिसन का जलगरहण कषतर 861404 वगर िकमी (264) तथा औसत वािषरक जल िड चाजर 493400 िमिलयन कयिबक मीटर ह जो िव व क उ चतम िड चाजर म पाचव न बर पर ह इसकी मखय सहायक निदया ह मदािकनी िभलगना अलकनदा धौली नयारयमना रामगगा गोमती घाघरा गडक दामोदर कोसी तथा काली-पवर िचतर-(I) इसकी उप-सहायक निदया ह च बलिसध बतवा ट स तथा कािसया ndashह दी इ यािद

िचतर(1) गगा की सहायक निदया

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िहमालय म िपघलता हआ बफर और मॉनसन ऋत की वषार गगा म बहन वाल पानी का ोत ह गगा बिसन का फलाव दशातर म 73ᴼ 30rsquo तथा 89ᴼ पवर और अकषाश 20ᴼ 30rsquo तथा 31ᴼ 30rsquo उ तर क म य म ह िजसका भारत वषर चीननपाल और बगलादश म कषतरफल 1086000 वगर िकमी ह बिसन कषतर का 80 भारत वषर म ह भारत क कल भभाग का 26 गगा का बिसन ह जो 43 आबादी का भरण ndashपोषण करता ह गगा बिसन भारत की सभी निदय की बिसन स बड़ा ह और िव व क बड़ी बिसन म पाचव न बर पर ह ससार म गगा बिसन की आबादी बहत घनी ह पाच परदश म िजसम गगा गजरती ह 2011 क जनगणना क अनसार आबादी घन व करमश इस परकार ह उ तराख ड 190 परित वगर िकमी उ तर परदश 828 परित वगर िकमी िबहार 1102 परित वगर िकमीझारख ड 720 परित वगर िकमी तथा पि चम बगाल 1029 परितवगर िकमी बिसन म कल शहरी आबादी 963 करोड़ ह गगा परदषण साल भर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव ndash जतओ को जीवन दती ह परत आज औ योगीकरण तथा उपभोकतावादी स कित क बढ़न स अ यत परदिषत हो चकी ह हाल क कछ दशक म गगा म लगातार बढ़ता परदषण भौगोिलक ndash पयारवरणीय तथा पािरि थितक ततर क िलए गभीर खतर का सचक बन चकी ह लोग का अनमान ह िक िबरिटश शासन क दौरान ही गगा म परदषण बढ़ना परार भ हो गया था कड़ा - कचरा मल-मतर तथा अनक परकार क अपिश ट पदाथ क िमलन स इसका व प सीवज नाल की तरह होता जा रहा ह वजञािनक एव वा य िवशषजञ क मतानसार अिधकाश थान पर गगा ndash जल पीन तथा नान करन योगय भी नही रह जाए गा गगोतरी यमनोतरी कदारनाथ तथा बदरीनाथ जस तीथर थल पर न तो कड़ा ndash कचरा तथा अपिश ट (बायोिडगरडबल तथा नानबायोिडगरडबल) पदाथर िन तारण की कोई थायी यव था ह और न ही सीवज टरीटमट लाट (एसटीपी) तथा सीवर लाइन जसी कोई यव था ह होटल र टोरट आ म धमरशालाओ तथा िरहायशी मकान की गदगी सीध ही गगा और उसकी सहायक निदय म चली जाती ह यवसायी और थानीय लोग म जाग कता की कमी ह उनका उ य कवल धनोपाजरन करना ह अत व लोग अपिश ट पदाथ को इधर उधर फक दत ह जो अतत बहकर गगा नदी म चला जाता ह उ तराख ड भारत क पयरटक का नसिगरक वगर हपरत वहा जान वाल पयरटक वगर का आनद लन क दौरान परकित क स दयर स छड़छाड़ करत ह िजसस हिरयाली उ तरो तर कम हो रही ह और परदषण

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म विदध हो रही ह य लोग अपन साथ पॉिलिथन एव लाि टक क थल तथा बतरन म खान पीन की चीज ल जात ह और इ तमाल करन क बाद गगा और उसकी सहायक निदय क िकनार फक दत ह कभी हमार सिवधा क िलए बनी पॉिलिथन अब सबस बड़ा िसर ददर बन गई ह एक अनमान क अनसार भारत म परितवषर लगभग 500 मीिटरक टन पॉिलिथन का िनमारण होता ह परत एक परितशत स भी कम की रीसाइकिलग हो पाती ह आ चयरजनक त य यह भी ह िक भोजन क धोख म इ ह खा लन क कारण परितवषर एक लाख स अिधक जल म रहन वाल जीव की म य हो जाती ह पॉिलिथन इतनी खतरनाक चीज ह िक िजसका अदाज लगाना किठन ह जमीन म गाड़ दन पर भी पॉिलिथन क थल अपन अवयव म टटन म एक हजार साल स भी अिधक का वकत ल लत ह अथारत य परी तरह स कभी न ट होत ही नही इस समय िव व म परितवषर लाि टक का उ पादन 10 करोड़ टन क लगभग ह और इसम परितवषर 4 परितशत की विदध हो रही ह भारत म भी लाि टक का उ पादन व उपयोग बड़ी तजी स बढ़ रहा ह पॉिलिथन और लाि टक गगा क िकनार िबखर होत ह जो बरसात क मौसम म बहकर गगा और इसकी सहायक निदय म समा जात ह पॉिलिथन और लाि टक जस नानबायोिडगरडबल पदाथर कई दशक स िहमालयी कषतर क पयारवरण क िलए िसरददर बन हए ह परत न इनका परयोग कम हआ ह और न ही इनक िन तारण व परबधन का कोई कारगर तरीका ढढा गया ह पिरणाम व प पहाड़ की चोिटय स लकर निदय क िकनार तक लाि टक तथा पॉिलिथन क कचर का ढर लगा रहता ह लाि टक क इन खतर को दखत हए ही इस बार प वी िदवस की थीम भी ldquo लाि टक परदषण स मिकत ldquo रखी गई लाि टक परदषण ख म करनक िलए चलाए जा रह अिभयान म इस बात पर िवशष जोर िदया जा रहा ह िक लाि टक परदषण क िनयमन क िलए वि वक ढाचा तयार िकया जाए सभी दश क नागिरक को िशिकषत कर उ ह लाि टक परयोग क िव दध परिरत िकया जाए थानीय िनकाय एव सरकार भी इस बार म उिचत परयास कर तािक पॉिलिथन व लाि टक बग क उ पादन और इ तमाल को रोका जा सक गगा परदषण क मखय कारण

घरल और औ योिगक कचर एक अ ययन क अनसार लगभग 14 िमिलयन कयिबक मीटर (एम सी एम) परितिदन घरल सीवज का पानी तथा 020 एम सी एम औ योिगक सीवज सीधा नदी म बहाया जाता ह

ठोस कचरा जो सीधा नदी म फक िदया जाता ह

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किष म परयोग िकए जान वाल हािनकारक कीटनाशक तथा रासायिनक खाद पानी म बहकर नदी म जात ह

मत मविशय तथा अधर या पणर प स जली लाश का नदी म बहना कम आमदनी वाल यिकत जो नदी क िकनार बसत ह व मलमतर का याग गगा िकनार ही

करत ह योहार एव िविभ न उ सव पर लाख लोग का गगा म नान करना तथा धािमरक अन ठान

स िनकल राख एव अ य पदाथर जस फल फल अगरबि तया इ यािद का नदी म बहना 2013 क सीपीसीबी ( सटरल पो यशन कटरोल बोडर ) आकलन म यह दशारया गया ह िक गगा क मखय परवाह पर ि थत 764 उ योग 1123 एम एल डी (िमिलयन लीटर परितिदन) पानी का उपभोग करत ह तथा 500 एम एल डी िन ाव उ सिजरत करत ह एक बड़ी तादाद म ऐस उ योग लगभग 90 परितशत नदी क उ तर परदश ख ड म ि थत ह वाराणसी म िविभ न घाट पर पर यक वषर लगभग 30000 स अिधक लाश का दाह स कार िकया जाता ह पिरणाम व प लगभग 15 लाख टन राख परित वषर गगा म बहा दी जाती ह वाराणसी म कम स कम 35 थान पर खल नाल गगा म कड़ाकचरा तथा मला फकत हlsquoिशवाला तथा दशा वमध जस ऐितहािसक घाट अब धोबी घाट म पिरवितरत हो गए ह जहा खलndashआम कपड़ धोए जात ह कचरा फका जाता ह तथा मत मविशय को नदी म बहाया जाता ह शहर की एक ितहाई आबादी झिगगय म रहती ह िजनक पास व छता और सीवज सिवधा का अभाव ह शहर क 15 परितशत िह स क पास शौचालय सिवधा नही ह और लोग खल म मल याग को िववश ह सीवरज की कमी क कारण कई सार िह स सि टक टक पर िनभरर करत ह लिकन स टज परबधन क िलए कोई औपचािरक यव था नही ह और टक ओवर लो होकर खल नाल म बहता ह शहर म ठोस कचरा परबधन की कोई यव था नही ह और इसिलए यह कचरा भी नाल क जाम होन का कारण बनता ह और बहकर अतत नदी को ही परदिषत करता ह इलाहाबाद म 57 नािलया नदी म परवािहत होती ह उ तर परदश म यह नदी 1000 िकमी की दरी म बहती ह और यहा िवकिसत होत हए बड़ शहर अवि थत ह यहा चमरशोधकचीनीलगदीतथा रसायन उ योग 270 एम एल डी अपिश ट जल का योगदान करत ह य यिप चमरशोधक की सखया यादा ह (442) िफर भी य अपिश ट जल म कवल 8 परितशत का योगदान दत ह िकत यह बहद जहरीला होता ह और कानपर इलाक म सकिदरत ह चीनी लगदी कागज और म य ndashउ पादक सयतर अपिश ट जल उ पादन म 70 परितशत

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स अिधक का योगदान करत ह पि चम बगाल म गगा lsquoहगलीrsquo क नाम स जानी जाती ह यहा चल रह कपड़ापटसन कागज शराब तथा चमड़ क लगभग 200 कारखान का अपिश ट पानी िबना िकसी खास टरीटमट क ही हगली म िगराया जाता ह हगली क तट अब सदाबहार ठडी हवा क िलए नही बि क बदबदार गदी हवा क िलए जान जात ह पि चम बगाल म बड़ कारखान क औ योिगकघरल तथा यावसाियक प स होन वाल परदषण क अलावा बचड़खान धोबीघाट तथा झोपड़पिटटय की गगा िकनार बढ़ती जनसखया भी नदी क पानी को परदिषत करन म बड़ी भिमका िनभा रही ह इस परकार हजार शहर क ब का मल धोती गगा ल बी यातरा तय करक गगा सागर म परवश कर सगर क पतर का उदधार करन वाल थल पर पहचती ह जहा किपल मिन का आ म ह और लाख दधाल 14 जनवरी को परितवषर पिवतर नान कर गगा की पजा करत ह

गगा को व छ बनान वाली पिरयोजनाए गगा को परदषण मकत बनान क िलए परार भ की जान वाली पहली मह वाकाकषी योजना ldquo गगा कायर योजना ldquo (गगा एकशन लानजीएपी) थी योजना की दखरख क िलए त कालीन परधानमतरी राजीव गाधी की अ यकषता म 14 जनवरी 1985 को कदरीय गगा परािधकरण का गठन िकया गया था गगा एकशन लान (जी ए पी -1) क परथम चरण म गगा नदी को पणरत परदषण मकत करन का ल य रखा गया था परत परभावी नीितय क िनधाररण तथा उनक सफल िकरयावयन क आभाव म यह योजना अिधक सफल नही हो पाई इस योजना क दसर चरण (जी ए पी -II) म जो 1993 म लाग की गई थी गगा की सहायक निदय यमना दामोदर महानदा घाघरा गोमती इ यािद को व छ बनान का परावधान था इसम उ तराख ड उ तर परदश िबहार झारख ड और पि चम बगाल क 95 क ब सि मिलत िकए गए थ इसी परकार 1995 म lsquoरा टरीय नदी सरकषण योजना lsquo(एन आर सी पी) जसी मह वाकाकषी योजना भी श की गई इस योजना क अतगरत 20 रा य क 167 शहर म 38 निदया शािमल की गई कदरीय सरकार न परदषण मिकत क ल य को यान म रखत हए गगा को रा टरीय नदी का दजार िदया तथा 20 फरवरी 2009 को ldquoपयारवरण (सरकषण) अिधिनयम ndash 1986 ldquo क तहत रा टरीय गगा नदी बिसन परािधकरण (एन जी आर बी ए) का गठन िकया इसक अ यकष परधानमतरी तथा िजन िजन रा य स गजरती ह उनक मखयमतरी इसक सद य ह इतनी योजनाए बनान क बाद भी ल य तक पहचन म कवल आिशक सफलता िमली इन योजनाओ की िवफलता का सबस बड़ा

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कारण कदर तथा रा य सरकार सरकारी व गर ndashसरकारी स थाओराजनितकndashपरशासिनक व नौकरशाही ततर थानीय शासनndash परशासन बिदधजीवी व परभावशाली वगर समाज क िविभ न वग स जड़ लोग क बीच आपसी तालमल व समवय का अभाव था नमािम गग हाल ही म (जन 2014) कदरीय सरकार वारा समिकत सरकषण िमशन क प म ldquoनमािम गगldquo परोगराम 20000 करोड़ पय क बजट क साथ लाग िकया ह िजसक दो ल य ह पहला परदषण को परभावी तौर पर रोकना तथा दसरा रा टरीय नदी गगा का सरकषण और पन मौिलक ि थित म लाना इस परोगराम क तहत योजना का कायार वयन तीन चरण म करना ह तीन चरण म काय की परखा इस परकार ह सीवज टरीटमट इनफरा टरकचर नदी क तट का िवकास नदी म बहत हए मलब या कचर की

सफाई जव िविवधता नदी क बिसन म पड़ndashपौध लगाना नदी क व छता क परित जन जागरण औ योिगक कचर का मॉनीटरन तथा गगा गराम की थापना कर उ ह व छ रखन की यव था

िविभ न परदश म 63 सीवज परबधन परोजकट इस समय कायररत ह 28 निदय क तट पर 182 घाट और 118 शवदाह गह का िनमारण एव आधिनकीकरण इस समय परगित पर ह 11 थान पर निदय क िकनार तथा पानी म बहत हए ठोस कचर का िन तारण चल रहा ह 5 जव िविवधता कदर दहरादन नरोड़ा इलाहाबाद वाराणसी और बरकपर म चल रह ह

फार ट िरसचर इ टी यट दहरादन क दखरख म उ तराख ड क सात जनपद म औषिधयकत पौध लगाय जा रह ह िजसम लगभग 2300 करोड़ पय क खचर का अनमान ह वकर शाप सिमनार एव सभाओ क मा यम स व छता क परित जन जागरण का शभार भ हो चका ह औ योिगक कचर का मॉनीटरन त परता स हो रहा ह जो उ योग नीित स बधी िनयम का पालन नही कर रह ह उनको बद करन की सचनाए भजी जा चकी ह पाच रा य म जहा स गगा बहती ह नदी क तट पर ि थत 1674 गराम पचायत की िनशानदही की जा चकी ह िजनम शौचालय सीवर ततर इ यािद क िनमारण का कायर परगित पर ह 13 इिडयन इ टी यट ऑफ टकनालोजी 65 गाव को गोद लकर उ ह आदशर गाव क प म िवकिसत कर रह ह गगा को पन जीवत बनान क िलए िव व क िवकासशील एव िवकिसत दश अपन वतरमान तकनीकी तथा परबधन स बधी जञान और ससाधन की सहायता दन क िलए त पर ह इनम ऑ टरिलया यनाइटड िकगडम जमरनी िफनलड इजरायल इ यािद अगरग य ह

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उपगरह की िवहगम ि ट आकाश म घमत हए उपगरह गगा बिसन का सतत िचतर खीचत रहत ह अतिरकष वजञािनक न उपगरह आकड़ स पानी की टिबरिडटी का अ ययन िकया ह जो जल की अपारदिशरता क पिरमाण को दशारत ह इसम उ ह न एक पराचल टी एस एम (टोटल स पडड मटर) की खोज की ह जो टिबरिडटी की मातरा को परदिशरत करता ह उदाहरणाथरआसिवत जल का टी एस एम श य होता ह जब िक उ च अपारदशीर जल का टी एस एम 200 स 250 िम गराम परित लीटर होता ह इसरो अहमदाबाद क वजञािनक न हाल ही म गगा नदी क जल की टिबरिडटी का अनमान लगान क िलए इलाहाबाद और पटना क उपगरह स परिकषत आकड़ का अ ययन िकया ह इसम इ ह न िरसोसरसट -2 उपगरह क नीयर इफरारड कषतर क रिडएस का परयोग िकया ह इन आकड़ स कछ मह वपणर जानकािरया परा त हई ह इलाहाबाद म जब उ ह न दो थान पर टी एस एम िनकाला एक यमना का गगा म िमलन स पहल दसरा गगा म यमना क िमलन क बाद तब दखा िक दसर परकषण म टी एस एम का पिरमाण कम था इसस यह जञात होता ह िक यमना का जल गगा जल स अपकषाकत व छ और पारदशीर ह कय िक इसकी सहायक निदयाच बल बतवा व ट स इ यािद पारदशीर जल क साथ इसम िमलती ह इसी परकार क दो परकषण उ ह न पटना म गडक नदी क गगा म िमलन स पहल और बाद म िलए बाद वाल परकषण म पहल परकषण की अपकषा टी एस एम का पिरमाण अिधक था अत यह प ट ह िक गडक गदला पानी लकर गगा म िमलती ह िजसम िमटटी रत तथा अ य सिडमट की मातरा गगा जल स अिधक ह िचतर (2) म सयकत रा य अमिरका क उपगरह लडसट-8 का एक िचतर िदखाया गया ह िजसम मॉनसनो तर काल म हिर वार कानपर इलाहाबादपटना और गगा क महाना (बगाल की खाड़ी) का य ह इस िचतर म गगा जल पटना और गगा क महान पर उ च टिबरिडटी क कारण नारगी रग

का िदखाई द रहा ह नारगी रग म टी एस एम की मातरा लगभग 200 स 250 िम गराम परित लीटर होती ह यह रग अ यिधक गदल और परदिषत जल को परदिशरत करता ह कानपर म भी गगा क पानी का गदलापन कछ इसी णी का ह परत इलाहाबाद म यमना करमशहर और पील रग की िदखाई द रही ह (हरा रग टी एस एम लगभग 50 स 100 िमगराम परित लीटर और पीला रग टी एस एम लगभग 100 स 150 िम गराम परित लीटर) परत गगा जल नारगी रग का िदखाई द रहा ह इसस प ट ह िक यमना म टिबरिडटी गगा की अपकषा कम ह अत पानी की गणव ता की परख क िलए उपगरह म उ च िवभदन कषमता वाल सवदक तथा नीयर इफरारड रिडएस स मॉडिलग वारा पिरकिलत एकदम सही ऑकड़ की आव यकता होती ह

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हिर वार कानपर इलाहाबाद

पटना बगाल की खाड़ी

लडसट -8 उपगरह िचतर - 2 मॉनसन क बाद 2014 परदषण का द परभाव परदषण मकत करन वाली गगा की पिरयोजनाओ क कायारवयन की गित मद ह और गगा िदन परितिदन इ छा शिकत क अभाव म मली होती जा रही ह आज हमार दश क लाख अिववकी एव सवदनहीन लोग जीवनदाियनी मोकषदाियनी वरदाियनी तथा िहतिषणी गगा क जल को लगातार परदिषत कर रह हपरत उ ह यह जञान नही ह िक यह िवषाकत जल पीकर व वय अनक िबमािरय को िनमतरण द रह ह वह िदन दर नही जब इस अिववक पणर कमर स व अ पताल की तरफ दौड़ लगात िफरग िफर भी कोई इलाज कोई औषिध उनका साथ नही दगी

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मौसम सवाए एव िव तारीकरण एचपी चदरा

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo मौसम कदर - रायपर

िव व म अनक पराकितक घटनाए होती ह और उसका परभाव जीवन जल वाय आिद पर पड़ता ह इसम स एक घटना मौसम की होती ह आिदकाल म मौसम की घटना को एक रह य क प म दखत थ मानव इन घटनाओ को दवीय चम कार समझत थ आज भी कछ लोग पारपिरक अन ठान करत ह तो कछ लोग नई िवधा का परादिशक या कषतरीय अन ठान करत ह जस भारत म गोवधरन पजा इसिलए करत ह िक भगवान ीक ण न गोवधरन पवरत को अपनी अगली स उठाकर बरजवािसय को वषार क परकोप स बचाया था इसी तरह कछ कषतर म मढ़क का िववाह रचाया जाता ह तािक अ छी वषार ह फसल अ छी हो परकित हरी- भरी रह जल ोत न सख लोग परकित को रह य समझत थ लिकन उसक रह य अनसलझ रहत थ अनसलझ रह य की याखया करना ही िवजञान ह वजञािनक आधार पर मौसम की घटनाओ का होना उसका िव तार परभािवत कषतर का आकलन आिद आज िवजञान स स भव हो सका ह इसका उपयोग आज मानव जीवन की िविभ न उपयोिगताओ क िलए िकया जा रहा ह जस िशमला जाना ह तो वहा की जलवाय क बार म हम पता होना चािहए िक वहा पर िवषम मौसम की घटनाए िकस ऋत म होती ह आिद जानकारी लकर हम अपनी यातरा का सखमय आनद ल सकत ह मौसम की सवाओ का कषतर आज बहत िव तािरत हो रहा ह और उसका उपयोग अनक काय म हो रहा ह आज मौसम सवा का िनयिमत उपयोग सबस यादा वमािनकी उ योग म हो रहा ह इसस समय एव धन दोन की बचत हो रही ह मौसम सवाओ का उपयोग पयरटन क िलए बहत अिधक हो रहा ह िजन लोग को बफीरल इलाक का आनद लना ह व लोग उन थान पर उसी मौसम म जात ह व दिनक मौसम स ही पयरटन का थान एव समय िनधारिरत करत ह इसी तरह पश-पकषी या अ य जीव भी उन थान की ओर पलायन करत ह जहा उनका रहवास अनकल हो मौसम सवा क उपयोग स अपारपिरक ऊजार ोत का दोहन हो रहा ह सौर ऊजार का दोहन उन थान पर होता ह जहा सयर का परकाश पयार त मातरा म हो

सामा य लख

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तािक थापना का यय कम हो सक इसी तरह पवन चककी स िव यत अथवा याितरक ऊजार उन थान पर ली जाती ह जहा पवन का वग पयार त और िनयिमत हो समदर की लहर की ऊजार का उपयोग उन थान पर िकया जा रहा ह जहा लहर की ऊचाई पयार त तथा िनयिमत हो इस तरह क थान का िचि नत कर उिचत अपारपिरक ऊजार ोत का उपयोग कर मानव जीवन की ज रत को परा िकया जा रहा ह जनसखया आज की बड़ी सम या ह सभी को पयार त भोजन आवास और अ य सिवधाए चािहए िजसस मानव जीवन सगम बना रह मौसम की घटनाओ का ख और सभावना को दखत हए हमार वजञािनक फसल लगान का सझाव दत ह िजसस लोग को भोजन उपल ध हो सक इसी तरह जलाशय म वषार का जल सगरिहत िकया जाता ह िजसस हम िसचाई क िलए पीन क िलए और उ योग क िलए पानी की यव था हो पाती ह अिनयिमत वषार क कारण बाढ़ सख की चतावनी पयार त समय पवर िमल जान स लोग की परशानी काफी हद तक कम हई ह मौसम सवाओ का उपयोग उ योग म बहत अिधक हो रहा ह ईधन की खपत ईधन का भडारण आिद मौसम सवाओ की गणव ता होन क कारण आसान हो गया ह मौसम सवाओ की अ छी गणव ता और िव वसनीयता क कारण भडारण की अित आव यकता ही ख म हो गई ह इसी तरह पराकितक आपदा म भी उ योग को मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह उदाहरण क िलए हदहद तफान आन की सटीक जानकारी क कारण परभािवत होन वाल कषतर क उ ययोगो को या तो बद िकया गया अथवा सतकर ता क साथ आपदा की ि थित क िलए तयार रखा गया िजसक कारण जन- धन की हािन स बचा जा सका वा य सवाओ और जनजीवन की दिनक आव यकताओ म भी मौसम सवाओ क कारण बहत सिवधा हई ह जस लगातार वषार स पयजल और वा य पर पड़न वाल परभाव क अन प परशासन एव लोग िनदान की यव था करत ह ठड बढ़न की ि थित म परशासन आव यक यव था करक रखता ह जस सड़क म गरीब क िलए अलाव गमर कपड़ शॉल आिद की यव था करक मौसम क परितकल परभाव को कम कर िलया जाता ह इसी तरह गमीर बढ़न पर शीतलता हत लोग पयजल कलर आिद का उपयोग करन लगत ह इसस पानी स लकर अ य आव यक ससाधन का परबधन एव ससाधन का िमत ययता क साथ उपयोग िकया जा सकता ह मौसम सवा क कारण जन-धन और समय क अप यय स बचा जा सकता ह

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समदर म यातरा करन वाल मछली पकड़न वाल नािवक भी मौसम सवा क उपयोग स बहत अिधक लाभाि वत हो रह ह जस िक समदर म हवा चलगी तो लहर उठगी हवा का वग कया होगा इसका समदर पर पिरवहन क साधन पर असर का अ ययन करक उ ह आव यक िनदश िदया जाता ह तािक जन-धन की हािन स बचा जा सक इसी तरह चकरवात क समय बहत ऊची लहर और परचड हवा क वग की चतावनी स समदरी पिरवहन वाल नाव तथा मछली पकड़न वाल नािवक को िविभ न मा यम स चतावनी दी जाती ह मौसम सवाओ क कारण मछआर इसका पयार त लाभ ल लत ह बाढ़ अथवा सख क खतर स मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह बाढ़ अथवा सख की ि थित म शासन तर पर भोजन पानी वा य सबधी परबधन िकया जाता ह आज मौसम सवाओ क कारण लोग जन- धन की हािन स बच रह ह पशधन भी बाढ़ स बह जात थ व भी बच रह ह कछ मौसम की घटनाओ स आज भी नकसान हो रहा ह जस सनामी और भक प अब परशासन भी आपदा परबधन क परित सतकर हो गया ह पर यक िजल म पराकितक आपदा परबधन की सिमित बनाई गई ह िजसक कारण सनामी और भक प जस भयकर आपदा स होन वाल नकसान को आपदा परबधन क परभावी और समय पर राहत कायर होन क कारण जन धन की हािन कम हो रही ह सनामी स होन वाल नकसान को और भी कम िकया जा सकता ह यिद पयार त उिचत और ता कािलक ससाधन का परभावी उपयोग िकया जाएइस तरह मौसम सवाओ का उपयोग जल थल और वाय म िकया जा रहा ह चकरवात का सटीक अनमान होन क कारण लोग को इसका लाभ हो रहा हअब कवल उन कषतर स ही लोग को िव थािपत िकया जाता ह िजन कषतर म चकरवात का परभाव होन वाला होता ह आपदा परबधन और मौसम सवाओ क उिचत और परभावी उपयोग क कारण परभािवत लोग को बहत अिधत राहत िमल रही ह मौसम सवाओ का और यादा िव तार करन की आव यकता ह िजसका उपयोग किष कषतर और अ य उपयोगकतार कर सक वषार की सटीक जानकारी िकसान को उिचत सचार और ससाधन की कमी क कारण नही िमल पाती ह रडार स परा त वषार क आकड़ तथा परभािवत कषतर की सटीक जानकारी परा त हो जाता ह लिकन इसका उपयोग वाय पिरवहन क अितिरकत कही भी यादा नही हो पा रहा ह इस िदशा म आव यक ससाधन तथा परबधन की आव यकता ह यह कहना िबलकल सही ह िक मौसम सवाओ का िव तारीकरण हो रहा ह परत इसम और सधार की भी आव यकता ह

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मधमह (डायिबटीज़) - जानकारी और बचाव िदनश ख ना वजञािनक सहायक

सगठन अनभाग- मखयालय

मधमह मलटस का सिकष त उपनाम मधमह ह मधमह श द मलटस स िलया गया ह यनानी श द मधमह का मतलब िसफॉन स गजरना ह लिटन श द म लटस का अथर शहद या मीठा ह कय िक मधमह रोगी क रकत और मतर म अिधक शकर रा हो जाती ह मधमह कया होता ह रकत म शकर रा का तर बढ़न स या रकत म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान स मधमह हो जाता ह मधमह एक चयापचय िकरया स जडी हई बीमारी ह िजसम हमारा लड शगर (रकत शकर रा) बढ़ जाता ह इसक दो कारण हो सकत ह पहला - शरीर पयार त मातरा म इसिलन नही बना रहा ह और दसरा - शरीर पर इसिलन परितिकरया नही कर रहा ह या िफर दोन भी हो सकता ह जब यह परिकरया ठीक स काम नही कर पाती ह तो यिकत को मधमह हो जाता ह इसिलन एक हारमोन ह जो शरीर म काब हाइडरट और वसा क चयापचय को िनयितरत करता ह मधमह स बचाव मधमह को दवा और यायाम स िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह म सतिलत भोजन करना लाभदायक होता ह मधमह की जानकारी रखना और व थ जीवनशली अपनाकर मधमह स बचा जा सकता ह मधमह क लकषण अिधक यास या भख लगना अचानक वज़न का घट जाना लगातार कमजोरी और थकावट महसस करना घाव भरन म यादा व त लगना बार-बार पशाब आना

सामा य लख

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चीज का धधला नज़र आना वचा म सकरमण होना और खजली होना आख व िकडनी क रोग स नपन आना

मधमह क परकार टाइप 1 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन नही बनता ह िजसस शरीर म इ सिलन की कमी हो जाती ह इस परकार क टाइप 1 डायिबटीज क रोगी को परी िज दगी इ सिलन को इजकशन क वारा लना पड़ता ह इस इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह टाइप 2 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन बनता तो ह लिकन वो शरीर म ठीक स काम करन क िलए काफी नही होता ह टाइप 2 डायिबटीज क रोगी का मधमह िनयतरण िकया जा सकता ह जस - अपना वजन कम करना रगलर यायाम करना व थ आहार लना और अपन रकत म शकर रा की लगातार िनगरानी करना आिद िजन लोग का वजन या मोटापा अिधक हो उन लोगो म मधमह होन की स भावना अिधक होती ह इस गर इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह गभारविध मधमह ndash ऐसी मिहलाए जो गभरवती ह और उ ह पहल कभी मधमह ना हआ हो ऐसा गभारव था क दौरान खन म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान क कारण होता हअिधक वसायकत और एिनमल वसा स यकत भोजन करन स भी गभारविध मधमह की स भावना हो सकती ह कया कर मधमह हो जान पर िनयिमत प स लड शगर की जाच करात रह

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यायाम और योग कर समय पर दवाओ को ल व थ खाए और यादा खान स परहज कर सबह और शाम को टहलन की आदत डाल राितर म 6 स 7 घट नीद ल

कया ना खाए मधमह म चीनी िमठाई गलकोज मर बा गड़ कक आइसकरीम मीठा िब कट चॉकलट प टरी करीम तला हआ भोजन चावल आल मकखन जक फड िड बा बद और सरिकषत खा य पदाथर इ यािद कया खाए मधमह म करला जौ ह दी काली िमचर लहसन ल बरी और जामन आिद सामा य चावल क बजाए पक हए चावल खाए सबह हरी चाय या तलसी की चाय िपय हरी प तदार सि जया यादा स यादा खाए परोटीन ल - जस दध दही पनीर अडा मछली सोयाबीन आिद हमशा डबल टो ड दध िपय दही और छाछ पीन स गलकोज का तर कम होता ह मधमह स बचाव मधमह को िनयितरत करक इसस सबिधत सम याए जस िक िदल का दौरा टरोक तितरका और अग कषित अधापन आिद को रोका जा सकता ह सरल जीवन शली और आहार म पिरवतरन कर क मधमह को काफ़ी हद तक िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह रोगी इजकशन या दवाओ को परी तरह स बद नही कर सकत ह मधमह रोगी को उपवास स बचना चािहए हमशा अपन साथ कोई मीठी चीज रख जस गलकोज शककर चॉकलट मीठ िब कट घी और तल का इ तमाल कम स कम कर मधमह क रोगी का आहार लखा मधमह एक बार होन क बाद जीवन भर रहता ह इस िनयतरण करन क िलए िनयिमत िदनचयार और पोषण यकत आहार की ज रत होती ह असयिमत खानपान मानिसक तनाव मोटापा यायाम की कमी आिद मधमह होन का कारण ह मधमह क मरीज क िलए सबस यादा ज री ह सतिलत और िनयिमत भोजन योगय आहार लखा अपनाकर मधमह क मरीज अपनी मधमह को िनयतरण म रख सकत ह बि क औषिध की मातरा और इ सिलन भी कम कर सकत ह सबह 6 बज - एक गलास पानी म आधा च मच मथी पाउडर डाल कर पीिजए सबह 7 बज - एक कप िबना चीनी की चाय या हरी चाय

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ना ता - आधी कटोरी अकिरत अनाज और एक िगलास टो ड दध िपए सबह 10 बज क बाद - एक छोटा फल या िफर नीब पानी दोपहर का भोजन - िमकस आट की 2 रोटी एक कटोरी दाल एक कटोरी दही आधी कटोरी

सोया या पनीर की स जी आधी कटोरी हरी स जी और साथ म एक लट सलाद शाम 4 बज - िबना शककर की एक कप चाय या टो ट या एक सब शाम 6 बज - एक कप सप िपए रात का भोजन - दो रोिटया एक कटोरी चावल और दाल आधी कटोरी हरी स जी और

सलाद मधमह क िलए यायाम मधमह को िनयतरण क िलए शारीिरक यायाम करना सबस सव तम तरीक म स एक ह स ताह म कम स कम 150 िमनट क िलए यायाम ज़ र कर मधमह म एरोिबकस तराकी िजमनाि टक और तज चलना बहत फायदमद होता ह आप ह क यायाम क साथ श आत कर सकत ह और धीर धीर इनकी ती ता बढ़ाए जो रोगी इसिलन का सवन करत ह उनको यायाम करन स पहल अपन रकत म गलकोज क तर की जाच करवा लनी चािहए यिद यह 250 िमलीगराम डीएल या उसस अिधक ह तो आपको यायाम नही करना चािहए चलना िफरना मधमह म बहत आव यक ह लब समय तक ना बठ हर 90 िमनट क बाद थोड़ा सा चल या कोई भी चलन िफरन वाल कायर कर

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मधमह को िनयितरत करन क िलए योगासन कर कपालभाित पराणायाम स त म य दरासन धनरासन पि चमो तानासन अधरम य दरासन शवासन 1 कपालभाित पराणायाम यह आसन मन य क ततर तितरकाओ और मि त क की नस को ऊजार परदान और मासपिशय को सिकरय करता ह यह पराणायाम रकत पिरसचरण और मन को भी शाित परदान करता ह

2 स त म य दरासनयह आसन शरीर क अद नी अग की मािलश करता ह व पाचन िकरया म सहायता करता ह यह आसन पट क अग को सिकरय करता ह और मधमह क िलए बहत अ छा होता ह

3 धनरासन यह आसन अग याशय को सिकरय करता ह और मधमह म यह अ यिधक लाभदायक ह यह योगासन पट क अग को मज़बत बनाता ह और तनाव समिकत दता ह

4 पि चमो तानासन यह आसन पट व ोिण क अग को सिकरय करता ह पि चमो तानासन शरीर म पराण ऊजार को बढ़ाता ह और मन को शाित परदान करता ह

5 अधरम य दरासनयह आसन पट क अग की मािलश व फफड़ म ऑकसीजन की मातरा को बढ़ाता हयह आसन रीढ़ की ह डी को भी मज़बत बनाता ह इस करन स मन शात होता ह व रीढ़ की ह डी क िह स म रकत सचािलत करता ह

6 शवासन यह आसन पर शरीर को िव ाम दता ह यह आसन यिकत को गहर यान की अव था म ल जाता ह िजसस मन शात व नवीन ऊजार स पिरपणर ह जाता ह

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मधमह का परीकषण खाली पट रकत शकर रा जाच खान क बाद की रकत शकर रा जाच रडम लड शगर ट ट स ओरल गलकोज सिह णता हीमोगलोिबन Hbए1सी ट ट

रकत म शकर रा की मातरा की जाच क िलए यिकत को ट ट क 8 घट पहल तक कछ भी खाना नही चािहए यह ट ट परी- डायिबटीज और डायिबटीज क िलए जाच करता ह मधमह िनयतरण चाटर अित उ क ट अ छा कमजोरपरीकषण फल (HbA1c)

40 50 60 70 80 90 100 110 120 130 140

औसत रकत (mgdl)

50 80 115 150 180 215 250 280 315 350 380

गलकोज (mmoIL) 26 47 63 82 100 119 137 156 174 193 211मधमह की जाच कर रडम लड शगर ट ट स रडम लड शगर ट ट िदन म िकसी भी समय िकया जा सकता ह मधमह की जाच कर ओरल गलकोज ट ट स इस परीकषण का उपयोग परीडायिबटीज और डायिबटीज क िलए िकया जाता हगलकोज पीन क बाद यह परीकषण िकया जाता ह यह परीकषण आमतौर पर गभारव था क दौरान मधमह क िलए िकया जाता ह हीमोगलोिबन ए1सी ट ट (HBA1c) इस परीकषण का उपयोग मधमह रोगी क िपछल 2 स 3 महीन म रकत शकर रा का तर जानन क िलए िकया जाता ह इस अनमािनत औसत गलकोज कहा जाता ह मधमह क िनदान क िलए मापदड खाली पट रकत शकर रा जाच म रकत शकर रा का तर 126 िमलीगराम डीएल क बराबर या

उसस अिधक ह

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भोजन क 130 स 2 घट बाद की रकत शकर रा जाच म अगर लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

रडम लड शगर जाच म रकत शकर रा का तर 200 िमलीगराम परित डसीलीटर क बराबर या उसस अिधक ह

ओरल गलकोज सिह णता ट ट म लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

हीमोगलोिबन ए1सी ट ट म अगर रकत शकर रा का तर 65 या उसस अिधक ह खाली पट रकत शकर रा जाच म 100 िमलीगराम डीएल और 125 िमलीगराम डीएल क बीच

होता ह या खान क बाद की रकत शकर रा जाच और ओरल गलकोज सिह णता परीकषण का पिरणाम 140 स 199 िमलीगराम डीएल क बीच ह या हीमोगलोिबन ए1सी 57 स 64 क बीच ह तो आप परी- डायिबटीज ह

िनदान ए1सी (परितशत) उपवास ला मागलकोज

ओरल गलकोज सिह णता परीकषण

या ि छक ला मागलकोज परीकषण

साधारण 57 स नीच 99 या नीच 139 या नीच पवर मधमह 57 स 64 100 स 125 140 स 199

मधमह 65 या इसस ऊपर 126 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर

मधमह स स बिधत कछ त य मधमह की बीमारी िकसी भी आय म हो सकती ह यायाम और योगासन कर क टाइप 2 मधमह को 80 तक कम िकया जा सकता ह व थ लोग की अपकषा टाइप 2 डायिबटीज क रोगी उमर स 5 स 10 साल पहल मर जात ह मधमह को अगर िनयितरत ना िकया जाए तो यह शरीर को नकसान पहचा सकता ह जस -

अधापन िदल का दौरा आघात या िकडनी खराब होना हर साल करीब 27000 ब च भारत म मधमह क कारण मर जात ह

कहा जाता ह िक मधमह एक अनवािशक बीमारी ह

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धरती पर बसा एक छोटा सा वगर - िसिककम सषमा िसह

वजञािनक सहायक जल मौसम िवजञान परभाग- मखयालय

व छ शीतल हवा का एहसास मतरमगध कर दन वाला अदभत नजारा ऐसी सदरता ऐसी मोहकता जो आमितरत करती ह एक बार िफर वहा पहच जाऊ जहा ऊच ऊच पवरत की चोिटया और खबसरत जगह क साथ-साथ साफ सथरा वातावरण ह ऐसी जगह हो तो कौन बार-बार वहा नही जाना चाहगा आप भी सोच रह ह ग िक म यह कौन सी पहली बझ रही ह अदाजा लगाइए लगाइए- लगाइए जी हा िब कल सही म बात कर रही ह भारत क पव तर भाग म ि थत धरती पर बस एक छोट स वगर िसिककम क बार म दवदार क वकष बफर की सफद चादर कचनजगा की सोन सी चमकती आकषरक चोटी जमी हई झील भाित-भाित क प प इलायची क बागान शदधता आ चयर और परस नता क तरोत जो िकसी को भी चिकत कर द ऐस सदर झर-झर करत झरन इठलाती कल-कल करती हई ती ता नदी तथा अिव वसनीय प स शाित अचरज करात शात बौदध मठ और जगह-जगह रग-िबरग पराथरना झड की अनठी रगत

बौदध मठ

यातरा व तात

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जी हा िहमालय की गोद म एक छोटा सा रा य िसिककम और ऐसी मतरमगध कर दन वाली सदरता जो वहा जाए बस वही का होकर रह जाना चाह ऐसा लगता ह वय बर मा जी भी इस जगह क िनमारण क बाद यहा रह जान क लालच को याग नही पाए ह ग

सदर झर-झर करत झरन

शाितिपरय लोग इसकी खबसरती म चार चाद लगा दत ह कछ सड़क की हालत और आधारभत सिवधाओ को यिद छोड़ द तो इसकी सदरता पराकितक प स वी जरलड को भी मात द द 16 मई 1975 म िसिककम औपचािरक प स भारतीय गणरा य का 22वा परदश बना यहा पर परयोग की जान वाली भाषाओ क बार म आपको बताऊ तो अगरजी नपाली भिटया िलब और िहदी यहा की आिधकािरक भाषाए ह परत िलिखत यवहार म अगरजी का ही उपयोग अिधक होता ह िसिककम म िहद तथा बजरयान बौदध धमर परमख धमर ह और राजधानी ह यहा का सबस बड़ा शहर- गगतोक

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सबस कम जनसखया वाला यह रा य कषतरफल म गोवा क प चात यनतम ह लिकन छोटा आकार होत हए भी भौगोिलक ि ट स काफी िविवधता पणर दिनया की तीसरी सबस ऊची चोटी यानी कचनजगा िसिककम क उ तर पि चम भाग म नपाल की सीमा पर ह और इसकी सीमाए चीन ित बत और नपाल स िमलती ह िसिककम श द का िलब भाषा म अथर होता ह- नया महल और दो त एक बात और बता द आपको िक ित बती भाषा म िसिककम को चावल की घाटी भी कहा जाता हिजतनी खबसरत जगह उतना ही खबसरत मौसम ह िसिककम का िसिककम भारत क उन चिन दा रा य म आता ह जहा हर साल िनयिमत तौर पर बफ़र बारी होती ह यहा आन वाल पयरटक हमशा सहान मौसम का ल फ़ उठात ह दो त िसिककम जान पर म आपको यह कहगी िक कछ जगह को दखना तो िब कल न भल िजनम यहा परमख ह गगटोक जहा पहचकर आप सो गो झील िडयर पाकर नाथला पास मटक मठ इची मठ तशी दाशरिनक थल और लाल बाज़ार नाम क थानीय बाज़ार घम सकत ह और अपनो क िलए उपहार खरीद कर ल जा सकत ह

मटक मठ

यहा की कछ और मशहर जगह ह िसिककम क महान साध ग पदमसभव की सबस ऊची मितर - जो नामची म मौजद ह स दर रोडोडनडरोन सकचअरी िजसम रा य क िविभ न परजाित क फल मौजद ह कचनजगा पवरत दिनया का तीसरा सबस ऊचा पवरत कई पिवतर और चमकील बौदध मठ स दर हरी भरी घािटया और निदया िसिककम का मशहर गमर सोता कछ अनदख थल पयरटन क िलए उपयकत ह घािटय की खला म आप साहसी और जोिखम भर खल-कद का ल फ उठा कर एक रोमाचक यादगार साथ ल जा सकत ह

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छग लक

िसिककम का खाना और स कित दो ऐसी चीज़ ह िज ह न इस छोटी और स दर जगह को एक मह वपणर थान बना िदया ह

बौदध मठ

िसिककम क लोग यादातर चावल खात ह िसिककम क कछ परमख परपरागत यजन ह मोमोज़ चाऊमीन वानटोन फ़कथ गया थक या थकपा- नडल पर आधािरत सप फगशापा और चपीर क साथ िनगरो मिदरा पर आधािरत पय पदाथर भी िसिककम क लोग वारा िलए जात हचिलए अब वहा िक स कित और परपराओ सर आपको ब करवात ह माघ सकराित भीमसन पजा दरपका तशी लोसर ब च सगा दावा और लसाग यहा क थानीय बौदध िसिककमी वारा मनाए जान वाल कछ परपरागत यौहार हयहा क लोग का परकित स लगाव बहत अिधक ह

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कचनजगा पवरत

दो त िकसी जगह की वचछता वहा क जनमानस की सोच की पिरचायक होती ह एक न ही सी िकरण इस शासक न लोग को िदखाई ह

छट जाएगा यह ितिमर सारा लो नई भोर आयी ह चमन अपना भी होगा रोशन हर घर घर महका हआ होगा िक व छ भारत अिभयान की लो हमन लौ जलाई ह

जी हा अगर इस छोट स रा य- िसिककम की व छता की बात कर तो य पिकतया यहा साकार होती नज़र आती ह आपको यह जानकर आ चयर होगा िक व छ भारत अिभयान क अतगरत िकए गए सव म इस छोट स रा य को पाच बार व छता क िलए सरकार न पर कत िकया ह िजसम दश क 26 अ य रा य शािमल थ िसिककम दश का पहला रा य ह िजसन खल म शौच की परथा को परी तरह स ख म कर िदया ह अपनी यातरा क दौरान िसिककम की एक और बात मझ बहत परभािवत करती ह वह यह ह िक यहा पर जहा भी हम गए वहा हम अिधकतर मिहलाऐ काम करती हई नजर आई रा त म कल-कॉलज जाती हई लड़िकया वहा की मनमोहक पोशाक क साथ-साथ अिधकतर लड़िकया व टनर डरसस म िदखाई पड़ी वहा कही लड़िकय क साथ कोई छड़छाड़ छीटाकशी का माहौल मझ नजर नही आया जसा िक अ य रा य म अकसर दखन को िमलता ह ऐसा सखद और सौहादरपणर वातावरण लड़िकय म इतना आ मिव वास महसस हआ जस िक मिहला परधान समाज हो और कहत ह ना यतर नायर त प य त रमत ततर दवता अथारत जहा नारी की पजा होती ह वहा दवताओ का वास होता ह

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इस बात का अनभव मझ साकषात वहा हआ फल स िखलिखलात चहर माथ पर कोई िशकन का नाम नही सचमच ऐसी िखलिखलाहट तो कवल दवताओ क घर म ही हो सकती ह ना मिहलाओ क सशिकतकरण का एहसास वहा जाकर मझ हआ मन वहा क थानीय लोग स इस बार म बात की तो उ ह न बताया िक यिद यहा पर िकसी लड़की क साथ छड़छाड़ होती ह तो इसम कोई बड़ी बात नही िक छड़छाड़ करन वाल का िसर ही कलम कर िदया जाएएक और चीज जो अपनी यातरा क दौरान मझ दखन को िमली वह ह िसिककम म टरिफक िनयम का पालन गािड़य की लबी लबी कतार तो थी लिकन सकर रा त की वजह स ना िक टरिफक िनयम क उ लघन की वजह स सामन स आन वाली लन खाली ह पर मजाल ह कोई यिकत अपनी लन तोड़कर सामन की लन म चला जाए दो त जहा भारत क अ य रा य म परदषण पसरा पड़ा ह बीमार वदध और ब च की जान सकट म ह तो यह सब दख कर ऐसा लगता ह िक सरकार वारा िकए गए सभी उपाय सारी सगोि ठया सार परयास यथर हो रह ह इतन परयास क बाद परदषण कम होन का नाम ही नही ल रहा ह वही अगर िसिककम की बात कर तो यहा परदषण का तो जस नाम ही नही वा य व वातावरण क परित इतन सजग िक गटक और पॉिलथीन पर यहा परी तरह स परितबध ह और यहा की कानन यव था का तो जवाब ही नही ऐसा लगता ह िक यह छोटा सा रा य एक रा य ही नही हमारी पररणा का तरोत व पथ परदशरक भी हकया सोच कया समझ चाह वह साफ सफाई क परित हो वा य क परित परदषण क परित या मिहलाओ क परित हर कषतर म हम िसिककम वािसय स कछ ना कछ सीख सकत ह मझ तो ऐसा लग रहा था िक म िसफर िसिककम घमकर ही नही आई हबि क बहत कछ सीखन को भी िमला ह वहा स िकसी पयरटन थल पर घमन जाना हमशा ही एक रोमाचकारी अनभव रहता ह और आप वहा स लौटत व त अकल नही होत आपक साथ होती ह वहा की ढ़र सारी खटटी मीठी याद और ढर सार अनभव तो आइय इस समदध रा य म घमकर इसक बार म और जान जहा पर छिटटया िबताना सचमच एक अदभत और अिव मरणीय अनभव ह

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ख़ास ख़बर

माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िनरीकषण

मौसम कदर - ित वनतपरम माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 25012018 को मौसम कदर ित वनतपरम का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ दवदर परधान वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय ी एस बी त पी वजञािनक ldquoएफ न परादिशक मौसम कदर- च न और ी एस सदवन न मौसम कदर - ित वनतपरम क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

डॉ बलीराम गायकवाड अ यकष ससदीय राजभाषा सिमित- ी एस सदवन मौसम कदर ndash ित वनतपरम क

परमख को रा टरपित महोदय क आदश की प तक स पत हए

ख़ास ख़बर

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जलवाय अनसधान एव सवाए पण माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 23022018 को जलवाय अनसधान एव सवाए पण का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ म यजय महापातर वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय और डॉ ए क सहाय वजञािनक ldquoजीrdquo न जलवाय अनसधान एव सवाए पण क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

िनरीकषण क दौरान अिधकारीगण

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बठक िवजञान और परौ योिगकी और प वी िवजञान मतरालय की सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी की अ यकषता म 22 जन 2018 को सी एस आई आर साइस सटर लोदी रोड म दोपहर तीन बज आयोिजत की गई इस बठक म कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo न भाग िलया इस बठक म स ी रवा शमार उपिनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक भी उपि थत रह

माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक की अ यकषता करत हए

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कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo

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स मान रा टरभाषा वािभमान यासrsquo वारा रा टरिपता महा मा गाधी की 150वी जयती क अवसर पर 09 माचर2018 को आयोिजत lsquoरा टरभाषा उ घोष स मलनrsquo म राजभाषा िहदी क िवकास म उ क ट योगदान क िलए उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी को lsquoरजत जयती राजभाषा िवकास िविश ट स मान-2018rsquo स स मािनत िकया गया

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िनरीकषण एव िहदी कायरशाला उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा िवमानन मौसम कायारलय- कोि च तथा डॉपलर मौसम रडार ndash कोि च का करमशः िदनाक 27012018 और 29012018 को राजभाषायी िनरीकषण और िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए

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उपिनदशक(राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा परादिशक मौसम कदर- नागपर तथा मौसम कदर-रायपर का िदनाक 20032018 स 23032018 तक राजभाषायी िनरीकषण तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए इस दौरान परादिशक मौसम कदर ndash नागपर क परमख ी ज एन परसाद तथा विर ठ अनवादक ीमती शाता उ नीक णन भी उपि थत रह

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परादिशक मौसम कदर ndash नई िद ली वारा राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन क उ य स िदनाक 24042018 को िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याखयान

िदए मौसम कदर- लखनऊ की विर ठ अनवादक ीमती क पना ीवा तव न भी याखयान िदया

राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन तथा िवभागीय कािमरक को िहदी म परिशकषण दन क उ य स िदनाक 30052018 को मखयालय म िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया िजसम 26 परिशकषाणािथरय न भाग िलया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याख यान िदए

मौसम कदर- पटना का िदनाक 25062018 स 26062018 तक मखयालय क विर ठ अनवादक ी बीरदर कमार तथा परादिशक मौसम कदर ndash कोलकाता क किन ठ अनवादक ी नीलो पल चतवदी वारा राजभाषायी िनरीकषण िकया गया तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया

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आपकी पाती िमली मौसम मजषा-26 म मह वपणर वजञािनक एव सािहि यक रचनाओ का अदभत गगा-जमनी सगम ह इसक िलए सपादक-मडल को बधाई एक ओर शरद जोशी जस परिसदध यगयकार की रचना ह वही दसरी ओर सिरता जोशी की रचना lsquoमर पित क िर तदारrsquo म हा य पट क साथ परािणय क िलए नह-दया की भावना ह कवर अजय िसह का लख lsquoराजभाषा िहदी का कायार वयन- सम याए एव समाधानrsquo त यपणर लगा मकद कमार की lsquoबारह महीन बारह मौसमrsquo मकश कमार ग ता की lsquoफड़कनrsquo िविवध िवषय पर िलखी पठनीय रचनाए ह स ी रवा शमार न lsquoचलत चलतrsquo िवमल िमतर की रचना क मा यम स lsquoिव व िहदी िदवसrsquo पर मह वपणर सामगरी दी ह ीमती सिरता जोशी का lsquoय क स य क तकrsquo शीषरक यान आकिषरत करत हए िवदश की सर कराता ह स ी रवा शमार का आलख lsquoरा टर क सजग परहरीrsquo ी दीनदयाल उपा याय को स ची दधाजिल ह lsquoमौसम मजषाrsquo का परा अक रोचक एव पठनीय सामगरी स भरपर ह बधाई

डॉ गीता प प शॉ 2 एल 45 बहादरपर हाउिसग कॉलोनी

पटना-800026 geetapushpshawgmailcom

आपक कायारलय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत ldquoमौसम मजषाrdquo िह दी गह पितरका क 26व स करण की एक परित परा त हईhellip आपका तह िदल स शिकरया भारत मौसम िवजञान िवभाग क कायारलय म हो रह िह दी कायार वयन तथा िह दी स सबिधत अ य गितिविधय की इस िह दी गह पितरका म उ क ट एव सदर पर तित की गई ह आशा करत ह िक आप ऐस ही िनरतर आपकी िह दी गह पितरका ldquoमौसम मजषाrdquo का शानदार परकाशन करत रहग साधवाद एव आगामी अक क िलए ढ़र सारी शभकामनाए

शख सलीम अिधकारी- राजभाषा कायार वयन

उ तर पि चम अचलndashिरटल अहमदाबाद िहद तान पटरोिलयम कोप रशन िलिमटड

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पन एक बार पितरका मौसम मजषा स िमलना सखद रहा 26वा स करण पढ़ा अ छा लगा ऐसी ऐसी तकनीकी जानकािरया आपकी पितरका क मा यम स बहत सरल सीधी साधी अपनी राजभाषा िहदी म हम पाठक को परा त होती ह इसक िलए साधवाद आपको एव आपकी टीम को आपकी पितरका सगरहणीय ोत ह ही साथ ही साथ समय क साथ यह आग आन वाली पीढी (जनरशन) क िलए अ यत म यवान रहगी वक त भी आपकी महनत को सराहगा इतना मझ िव वास ह पितरका क िवषय म जो म सोच पाता ह अ फाज म यहा बया करन की कोिशश कर रहा ह उ मीद ह आपको भला परतीत होगा आपक िलए ढरो शभकामनाए आपकी सहयोगी सिरता जी एव अ य भी बधाई क पातर ह अ यथा यह पितरका कस पाठक तक पहचती हमशा सकारा मक रह तपती दपहरी म एक बार िफर मौसम मजषा क 26व स करण स मलाकात तज गमीर म सकन दती बािरश की बदो जसी रही इस पितरका क इतजार का भी अपना मजा ह िमलन पर इसक हर वक स दो ती हो जाती ह lsquoमौसम मजषाrsquo अपन नाम को चिरताथर करत हए हम तक मौसम व पयारवरण की अनक जानकािरया बड़ी सरल सीधी अपनी राजभाषा िहदी म पहचाती ह और कहती परतीत होती ह- मझस दो ती करो बहत कछ और ह मर पास-आप तक परिषत करन क िलए बस मझ स दो ती बनाए रखो पितरका को बहत ही समझदारी स कई वग म िवभािजत िकया गया ह- इसम परकािशत सामगरी क अनसार जस तकनीकी बौछार सािहत ियक बहार याद क झरोख स सामा य लख का य फहार भाषायी बयारयातरा व तात -िजसन भी यह नाम िदए-बधाई उनको इस 26व स करण की तकनीकी बौछार म परकािशत चार लख बहत ही रोचक व जञानवदधरक- डॉ अनपम का यिप का lsquoगरज चमक वाल बादलrsquo ी कलाश का lsquoअटाकर िटका म मौसमrsquo अशोक जी का lsquo लक होलrsquo ी दीपाकर का lsquoखगोल िवजञानrsquo पाठक तक बहत सी तकनीकी बात को सरलता स पहचा दत ह- इन सभी की लखनी को साधवाद सािहि यक बहार म यग य lsquoह भी मगर नही भीrsquo गदगदा दता ह lsquoयाद क झरोख सrsquo का लख lsquoमौसम व जलवायrsquo- गहरी जानकारी परिषत करता ह वस भी यह वगर बहत नो टलिजक ह lsquoका य फहारrsquo की किवताए एक स बढ़ कर एक- इसक किवय की क पना lsquoसरज स आग किवता िजदगी ह सभी किवगण को सखद जीवन क िलए शभकामनाए भाषायी बयार म थान परा त सभी लख का सजन राजभाषा िहदी को कदर म रख कर िकया गया ह- य सभी िहदी भाषा क मह व का दशारत ह डॉ परकाश खर का लख lsquoराजभाषा का िवजञान म यागदानrsquo ी कवर जी का lsquoराजभाषा का कायारलय म

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कायार वयनrsquo जगद बा जी का lsquoअपभरश एव िहदीrsquo िहदी की मह ता को दशारत ह साथ ही िहदी की समगरता स भी पिरिचत करात ह रवा शमार जी का लख lsquoिव व िहदी िदवसrsquo भावपणर होन क साथ-साथ िहदी स जड़न की पररणा स ओत परोत ह सामा य लख वगर म - परकाश जी का lsquoसम याए ह तो समाधान भीrsquo बड़ा सकारा मक ह lsquoफड़कनrsquo ी मकश ग ता का िवचारणीय ह lsquoमगरोव वनrsquo डॉ बालसबरमिणयन का बहत ही िवचारो तजक ह और हम भिव य क िलए आगाह करता ह बहत समय बाद प दीनदयाल उपा याय पर एक पठनीय लख पढ़ा लिखका स ी रवा शमार न काफी शोध क बाद शायद यह लख िलखा ह इसस उनकी सकारा मक सोच व सािह य साधना ि टगोचर होती ह बधाई यातरा व तात म ीमती सिरता जोशी पाठक को ऑक सफोडर स पिरिचत कराती ह बहत ही सहजता स व य क को पाठक तक पहचा दती ह ऑक सफोडर म पढ़ना एक सपन का सच होन जसा होता ह lsquoबटी पढ़ाओ बटी बचाओrsquo क सदभर को रखत हए उनका यह व तात पठनीय ह इसी करम म lsquoमरी जमपई यातराrsquo ी सरज बनजीर का लख तरीय होन क साथ-साथ पाठक को आकिषरत भी करता ह अत म िहदी पखवाड़िहदी िदवस 2017 पर आयोिजत िविभ न कायरकरम की िरपोटर साथ िलए पितरका िसमट जाती ह 136 प ठ म पितरका lsquoमौसम मजषाrsquo का कलवर बहत तरीय साज स जा छपाई मन मोह लती ह एक बात और सपादक वारा सपादकीय म रख उनक िवचार मौसम िवभाग क 143 गौरवशाली वष क िवषय म बहत ही सकारा मक ह अपनी बात म ीमती सिरता जोशी न पव तर क िवषय म जो िवचार रख ह व सोचन को मजबर करत ह िक कस भाषाओ व बोिलय को बचाया जाए हा एक सझाव यिद पितरका म छपी त वीर स थोड़ी बात की जाए तो शायद व भी जीवत हो जाए अ य परकािशत सामगरी की भाित पन स पादक जी को बधाई- एक सगरहणीय रोचक व पठनीय पितरका को पाठक तक पहचान क िलए मझ िव वास ह भिव य म यह पितरका बहत कछ कहगी सकारा मक एव जञानवदधरक अगल अक की परतीकषा म शभकामनाए

उमश महता 3380

बका टरीट हौज काजी िद ली- 110006

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lsquoमौसम मजषाrsquo का 26वा स करण परा त होत ही एक बात मन म आई िक भारत म फल मौसम िवभाग क हर छोट-बड़ कायारलय म तनात अिधकािरय और कमरचािरय की अपनी अनभित अिभ यक त करन म lsquoमौसम मजषाrsquo का बहत बड़ा योगदान ह इसम परकािशत सिरता जोशी का यातरा व तात lsquoयक स यक तकrsquo और सरज बनजीर का lsquoमरी जमपई यातराrsquo अ यत रोचक ह िवशष प स रग िबरग िचतर क साथ परकािशत यह यातरा व तात दरअसल म ऐसा लग रहा था जस हम खद इस यातरा म शािमल थ आशा ह परकित की गोद म बस नई नई जगह की जानकारी उनकी स कित क बार म जानकारी आिद हम आग भी इसक जिरए िमलती रहगी मख यालय क राजभाषा िवभाग की उपिनदशक को अनक ध यवाद

भारती भइया िनजी सिचव

सखया मक मौसम पवारनमान -मख यालय आकषरक कलवर यक त मौसम मजषा का 26वा स करण परा त हआ इस स करण का lsquoस पादकीयrsquo एव lsquoअपनी बातrsquo उ चकोिट क ह पितरका म सािह य की िविभ न िवधाओ क उ क ट लख को समािहत करन का परयास िकया गया ह जो िक सराहनीय ह lsquoका य फहारrsquo क अतगरत परकािशत सभी किवताए अ छी ह िवशषकर lsquoचलना ही होगाrsquo शीषरक की किवता का भाव सराहनीय ह lsquoउ तराखड स यनाइटड िकगडमrsquo तक की यातरा का वणरन बड़ रोचक ढ़ग स िकया गया ह पितरका क अदर क प न म महाप ष सािह यकार किवय शायर तथा वजञािनक क कथन को थान दना िहदी अनभाग क परकाशन की पिरपक वता को पिरलिकषत करता ह यह पितरका िवकास की सीिढ़या िनरतर चढ़ती रह यही मरी शभकामना ह

जगद बा परसाद मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत lsquoमौसम मजषाrsquo पितरका एक अदभत समागम ह जहा अनक परकार की रोचक रचनाओ की जानकािरया परा त होती ह मौसम मजषा क रजत स करण म

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परकािशत कछ रचनाए बहद रोचक अनभव परदान करती ह िजनम अिखल भारतीय िवभागीय िहदी सगो ठी-2017 आओ बात कर lsquoिहदी की उड़ानrsquo परमख ह मौसम मजषा क 26व स करण म परकित को और नजदीक स जानन की उ सकता जागत होती ह इसक मख य प ठ पर परकािशत lsquoसौयर औरोराrsquo की त वीर िदल को छ गई lsquoअटाकर िटका म भारत मौसम िवजञान िवभाग क योगदानrsquo क िवषय म आव यक जानकािरया परा त हई अ य रचनाए जस lsquoचलना ही होगाrsquo lsquoकिवता लौट आईrsquo ह lsquoिव व िहदी िदवसrsquo आिद अदभत लगी

अिकत सक सना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय-सफदरजग पितरका बहत ही स दर प स पर तत की गई ह पितरका की सामिगरया उ क ट ह पितरका क सपादक मडल क सभी सद य को हािदरक बधाई

सयरभान गौतम सयक त महापरबधक (राजभाषा)

भारतीय िवमानप तन परािधकरण सफदरजग हवाई अ डा-नई िद ली

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मौसम मजषा भारत मौसम िवजञान िवभाग की

िवभागीय िहदी गह पितरका

परमख सरकषक डॉ क ज रमश

मौसम िवजञान क महािनदशक

सरकषक ी गजदर कमार

उपमहािनदशक (परशासन)

सपादक स ी रवा शमार

उपिनदशक (राजभाषा)

सह सपादक ीमती सिरता जोशी

सहायक िनदशक (राजभाषा)

टकण सहयोग ी उमाशकर

उ च णी िलिपक

पतर यवहार का पता सपादक - मौसम मजषा भारत मौसम िवजञान िवभाग िहदी अनभाग ककष स- 612 उपगरह मौसम भवन लोदी रोड नई िद ली-110003

परकाशक िहदी अनभाग भारत मौसम िवजञान िवभाग (मौसम मजषा म परकािशत रचनाओ म यकत िवचार एव ि टकोण रचनाकार क ह भारत मौसम िवजञान िवभाग का इनस सहमत होना आव यक नही ह )

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महािनदशक

भारत मौसम िवजञान िवभाग मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

महािनदशक महोदय की कलम स मौसम मजषा का नया स करण आपक समकष पर तत ह मझ भारत मौसम िवजञान िवभाग म राजभाषा िहदी क बढ़त हए परचार-परसार की झलक इसम दखन को िमलती ह यहा मझ टी माधवराव की एक पिकत याद आ रही ह उ ह न कहा ह िक lsquoभारतीय एकता क ल य का साधन िहदी भाषा का परचार हrsquo पर भारत म फल हए भारत मौसम िवजञान िवभाग क कायारलय क कािमरक राजभाषा िहदी क परचार-परसार क परित अब सजग हो रह ह और कायारलय का कायर िहदी म करन क परित उ सािहत हो रह ह मझ खशी ह िक lsquoमौसम मजषाrsquo क मा य म स लोग म िहदी क परित िच बढ़ी ह िहदीतर भाषी लोग भी िहदी लखन म िच ल रह ह भारत मौसम िवजञान िवभाग की िहदी गह पितरका lsquoमौसम मजषाrsquo की सफलता की कामना करता ह

शभकामनाओ क साथ

(डॉ कजरमश)

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उपमहािनदशक (परशासन)

भारत मौसम िवजञान िवभाग मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003 सदश

िहदी िदवस क अवसर पर lsquoमौसम मजषाrsquo का िवमोचन िन चय ही भारत मौसम िवजञान िवभाग क अिधकािरय और कमरचािरय म राजभाषा िहदी क परित नवचतना नव ऊजार सचािरत करता ह मझ यह दखकर बहत खशी हो रही ह िक िवजञान और तकनीक स जड़ िवषय पर िहदी म लख िलखन क परित लोग परो सािहत हो रह ह हमार िलए यह गवर की बात ह म पितरका की सफलता की कामना करता ह शभकामनाओ सिहत

(गजदर कमार)

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उपिनदशक (राजभाषा)

भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

सपादकीय परकित क साथ मन य का सबध िचरकाल स ही जड़ा ह परकित की गोद म पला बढ़ा मन य परकित क रह य को जानन पहचानन अिभ यक त करन की अद य लालसा क वशीभत न जान िकतन िवषय को परितपािदत करता हआ आग बढ़ता गया वाभािवक ह िक मौसम स भी मन य का सबध िचरकाल स ह हमार मनीषी मौसम क बार म गहन शोध कायर क उपरात इस िन कषर पर पहच िक lsquoआिद यात जायत वि टrsquo अथारत प वी पर सयर ही वषार को लान वाला ह सयर क कारण ही वषार होती ह और कालातर म यही सतर भारत मौसम िवजञान िवभाग क परतीक िच का सतर वाक य बना और अतत सयर धरा मौसम वषार बादल सागर तफान निदया झरन ऋतए आकाश परकित क ऐस प ह िजसन सवदनशील मन य क दय पर अपनी अिमट छाप छोड़ी हमारा परयास रहता ह िक सािह य म रचनाकार न िजस परकार स मौसम को अपनी रचनाओ म अिभ यक त िकया ह उसस आपका पिरचय अव य कराए इन महानभाव न अपन भाव को मौसम पी रथ पर चढ़ाकर िकस परकार यातरा की ह किव भवानी परसाद िम की किवता ldquo सरज का गोलाrdquo

याद आती ह - सरज का गोला

इसक पहल ही िक िनकलता चपक स बोला हमस-तमस इसस-उसस

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िकतनी चीज़ स िचिडय स प त स फल -फल स बीज स

ldquoमर साथ-साथ सब िनकलो घन अधर स

कब जागोग अगर न जाग मर टर सrdquo

आग बढ़कर आसमान न अपना पट खोला इसक पहल ही िक िनकलता सरज का गोला

िफर तो जान िकतनी बात हई कौन िगन सक इतनी बात हई

पछी चहक किलया चटकी डाल-डाल चमगादड़ लटकी गाव-गली म शोर मच गया जगल-जगल मोर नच गया

िजतनी फली खिशया उसस िकरन यादा फली यादा रग घोला और उभर कर ऊपर आया

सरज का गोला सबन उसकी अगवानी म अपना पर खोला

मौसम िवजञानी जहा तरह तरह क परामीटर पर नए नए मॉडल क साथ मौसम का पवारनमान करत रह ह वही किव भी दय म उठी नई नई सवदनाओ को यक त करत रह ह और इसी तरह यह यातरा चलती आई ह सबन अपन अपन तरीक स मौसम क िविवध प की याखया की ह श द म बाधा ह और बाधा ह नए नए मॉडल म िजसक आधार पर मौसम क िमजाज़ को समझ उसक वभाव का अनमान लगात हए पवारनमान िकया जा रहा ह यह यातरा िनरतर जारी ह नई सभावनाओ की खोज म नए श द नए िवचार नए मॉडल नए अनमान और परगित पथ पर हम आग बढ़ रह ह पर िव व का बदलता मौसम नई चनौितया सामन ह अ ययन जारी ह हार कर न बठन वाल मन य परय नशील ह उन चनौितया का सामना करन क िलए और इसी तरह जञान िवजञान क नए नए िवषय पर िहदी म लख िलख जा रह ह lsquoएक तार की जीवन यातराrsquo चकरवात लख बड़ ही रोचक बन पड़ ह िहदी म लखन कायर न गित पकड़ ली ह और भारत मौसम िवजञान िवभाग क िलए यह गवर की बात ह तो लीिजए पर तत ह मौसम मजषा का नया स करण शभकामनाओ सिहत

(रवा शमार)

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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सहायक िनदशक (राजभाषा) भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

अपनी बात मौसम िवजञान िवभाग की lsquoमौसम मजषाrsquo पी यह लता कहा स कहा तक पहच चकी ह यिद मित पटल की कछ तह हटाकर इसकी जड़ तक जाकर दख तो एहसास होता ह िक मजबत नीव क पिरणाम व प ही आज इस यह मकाम हािसल हआ ह िजस पर हमार िवभाग को गवर ह सवरपरथम बात कर इसक नामकरण की डॉ वीर दर सक सनात कालीन िहदी अिधकारी वारा अ सी क श आती दशक म िदया गया यह नाम िविभ न मौसम म मौसम िवभाग की इस बिगया क नवाकर को तो सजीवनी परदान करता ही ह साथ ही प प को भी अपन रग व खशब िबखरन का सनहरा वातावरण परदान करता ह पितरका क सरकषक महािनदशक महोदय क मागरदशरन तथा सचना परौ योिगकी क आगमन स इस पितरका को चार चाद लग गए हअब यह रगीन व मनमोहक कलवर म पर तत की जान लगी ह पितरका म अब तक परकािशत कल पाच लख क लखक को और वषर 2015 म lsquoमौसम मजषाrsquo को िहदी िदवस क अवसर पर माननीय रा टरपित महोदय वारा पर कत िकया जा चका ह पितरका की अपनी एक पहचान बनी ह और इसका य जाता ह िवभाग क उन सभी कािमरक को जो िविभ न िवषय पर राजभाषा िहदी म लखन कर रह ह पितरका क अब वषर म दो स करण परकािशत िकए जान लग ह मौसम मजषा पी यह लता इसी परकार प लिवत पि पत और फिलत होती रह यही कामना िलए बड़ गवर क साथ आप सभी क समकष पर तत ह मौसम मजषा का यह नवीन स करण

(सिरता जोशी)

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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अनकरमिणका वजञािनक व तकनीकी बौछार

भीरा शहर म दजर असामा य तापमान हमत कारकर

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एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

14

पव तर भारत म कालबसाखी रजन फकन

18

च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

22

जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अजय ठकराल

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सािहि यक बहार बारात की वापसी सधार

हिरशकर परसाई45

याद क झरोख स िहदी सािह य म वषार वणरन

ीमती एम अनराधा52

का य फहार पर निच ह

डॉ दवदर परधान59

इसािनयत शिमर दा ह

मोहनलाल साह60

गगा माहा य

पनम िसह61

मौसम मजषा ए एम भटट

62

जीवन पथ

सनदा गाबा62

मरा शहर

अिकत सकसना63

परकित का गार

सजीव कमार सागर64

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन

65

जब कोमल काया फौलाद बनगी एएम भटट

66

िचिड़या अजना िम हास

67

भाषायी बयार

सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

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राजभाषा स सबिधत पर कार योजनाए

सिरता जोशी73

िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल

जगद बा परसाद85

सामा य लख कया यिकतगत क पिनया जलवाय

पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन

90

भर टाचार मकत भारत िमलन परसाद भटटाचायर

94

भवन-िनमारण म ईशान कोण

मकश कमार ग ता 96

नमािम गग

पनम िसह102

मौसम सवाए एव िव तारीकरण

एचपी चदरा112

मधमह - जानकारी और बचाव

िदनश ख ना115

यातरा व तात धरती पर बसा एक छोटा सा वगर

सषमा िसह122

खास खबर 128

आपकी पाती िमली 135

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भीरा शहर म दजर असामा य उ च तापमान - पयारवरण स एक सबक

हमत कारकर मौसम िवजञानी-बी

परादिशक मौसम कदर-मबई

असामा य मौसम की घटना अब एक आम बात बन चकी ह महारा टर क रायगढ़ िजल म भीरा नामक एक गाव ह उस वकत यह गाव चचार का िवषय बन गया जब बीबीसी तथा अ य अतररा टरीय रा टरीय िपरट एव इलकटरॉिनक मीिडया म यह समाचार परकािशत हआ िक इस गाव का तापमान माचर क आिखरी स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया जो िक यज़ीलड क सामओ शहर क 496 िडगरी सलिसयस क बाद माचर क माह म दिनया की सबस उ ण जगह बना इसक पवर राज थान म मई 2016 म फालोड़ी का तापमान 51 िडगरी सलिसयस दजर िकया गया था उसी परकार दिनया का सबस उ च तापमान 10-7-1913 को अमिरका क किलफोिनरआ की डथ वली नामक जगह म दजर िकया गया था जहा 567 िडगरी तापमान िरकॉडर िकया गया था यह भी माना जाता ह िक दिनया म सबस यादा 60 स 65 िडगरी तापमान भी कही कही अनभव िकया गया ह िक त इसकी आिधकािरक पि ट करन हत कोई िरकॉडर नही ह भीरा म ि थत मौसम वधशाला भीरा म ि थत मौसम वधशाला िवभागीय नही ह बि क टाटा पावर कपनी वारा सचािलत ह जहा टाटा पावर क परिशिकषत कमरचारी ही सार मौसमी िनरीकषण िकया करत ह एव आकड़ परा त करत ह टाटा पावर की यहा 1932 म थापना हई थी और 1962 स ही यहा पर टाटा पावर क परितबिधत कषतर म यह कलास-2 (बी) मौसम वधशाला ह यह गाव उ तर क कण क मानगाओ तहसील क अतगरत मबई गोवा महामागर क 40 िकलोमीटर पवर म ि थत ह भीरा का तापमान माचर 2017 क अितम स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया था भारत मौसम िवजञान िवभाग भी सकत म आ गया जब इस बहचिचरत िवषय पर परादिशक मौसम कदर मबई िमिडया क िनशान पर रहा हर कोई भीरा क उ च तापमान का राज जानना चाहता था भीरा उ तर क कण म ि थत ह जोिक अलीबाग जस समदरी िकनार पर ि थत दसर शहर स िसफर 60 िकलोमीटर

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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दरी पर ह अलीबाग म तो उसी िदन िसफर 32 िडगरी तापमान दजर िकया गया कई लोग यह भी आरोप लगान लग िक आकड़ सही नही ह एव भारत मौसम िवभाग उपकरण क रखरखाव पर यान नही द रहा कछ लोग यह भी कहन स नही चक िक सही परकार स परकषण नही िकया जाता ह और झठ आकड़ द िदए जात ह मौसम िवभाग का एक जवाबदार अिधकारी होन क नात माननीय उपमहािनदशक ी क एस होसािलकर जी एव िनरीकषण िवभाग क परमख ी आर आर सयदजी न मझ इस सबध म परी जाच करक तरत िरपोटर पर तत करन को कहा म तरत ही भीरा क दौर पर िनकल पड़ा जब म भीरा पहचा तब वहा पर करीब 50 मीिडयाकमीर कई रा य सरकार क अिधकारी गाव क 200 स भी यादा लोग और गराम पचायत सद य सभी मझ स सवाल जवाब करन क िलए परतीकषा म थ भारत मौसम िवजञान िवभाग क परितिनिध क तौर पर मझ एक सवाददाता स मलन बलाना पड़ा और सभी को यह िव वास िदलाना पड़ा िक उपकरण म कोई तरिट नही ह सभी उपकरण िव वसनीयता हत समय समय पर जाच जात ह आकड़ की तलना की जाती ह तथा तरिटय को दर िकया जाता ह या िफर िबगड़ हए उपकरण बदल िदए जात ह साथ ही िवभागीय मानक का खयाल रखन वाल उपकरण का पिरसर भी दखा जाता ह तािक आकड़ गलत ना ह िनरीकषण लन वाल सभी कमीर भी परिशिकषत ह तथा अनभवी भी इसिलए गलत आकड़ का कोई सवाल ही नही उठता हमझ यह भी बताना पड़ा िक असाधारण तापमान का दजर होना कोई नई बात नही ह रा य उस समय उ ण लहर स पीिड़त था जो िक तापमान को और भी बढ़ान म सहायक रहा इसस पहल भी भीरा म कई बार इस परकार क आकड़ दजर िकए जा चक ह जस 17-3-2005 को 462 िडगरी सलिसयस 27-4-2005 को 490 िडगरी सलिसयस 2-5-2005 को 475 िडगरी सलिसयस 24-3-2016 और 28-4-2016 को 445 िडगरी सलिसयस(यह आकड़ ी सयोग नाईक वजञािनक सहायक पवारनमान कदर मबई स परा त िकए गए ह) िफर भी उनकी तस ली हत मन सभी क समकष अपन पोटबल उपकरण की सहायता स कई परकषण िकए जो िक वहा पर पर थािपत उपकरण स म ल खात थ इसस यह सािबत हो चका था िक आकड़ म कोई गड़बड़ी नही थी मन सभी उपि थत िमिडयाकमीर रा य शासन क अिधकािरय और गराम पचायत सद य को समझाया िक इस परकार क उ ण लहर क दौरान कौन सी सावधािनया लनी होती ह तािक हािन न हो लोग की जानकारी हत हर चौराह पर सावधािनय की जानकारी वाल बनर लगान को कहा दौर स वापस आन पर मन माननीय उपमहािनदशक महोदय को स बिधत जानकारी दी तथा उनक़ आदशानसार आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी - ए को भीरा

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दौर पर तरत भजा भीरा म कायररत परकषण ी रलकर एव ी काबल इनकी सहायता स तरत उसी वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत िकए गए

भीरा वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत करन का पहला परयास िकया गया

आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी-ए और उनकी टीम

पजर यमापक क साथ तापमापी लगान क परयास म इन वचािलत उपकरण स परा त डटा (AWS) एव मानवीय िनरीकषण आकड़ क साथ एक माह तक तलना मक अ यास िकया गया तथा दखा गया िक कवल 01 स 05 िडगरी सलिसयस तक यादा कोई फकर नही ह िजसस यह सिनि चत हो चका था िक उपकरण सही काम कर रह थ भीरा की भौगोिलक पिरि थित तल प एव असामा य तापमान क सभािवत कारण भीरा की भौगोिलक पिरि थित तथा तल प पर िवचार कर तो यह स यािदर पवरत खला क बीच बसा ह तथा तीनो तरफ स अगरजी क सी आकार म पवरत स िघरा हआ ह पवरत खला बसा ट नामक प थर स बनी ह यह काल प थर िदन क समय सरज की गमीर स कछ अिधक गमर हो जात ह और

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इनकी उ णता को बनाए रखन म सिकरय होत ह तीन ओर स पवरत खला स िघर होन क कारण इन पर समदर स आन वाली ठडी पि चमी हवाओ का असर नही होता ह िजसक चलत इन प थर म स कछ हद तक उ णता घट सक साथ ही दसर भी कारण का पता चला ऐसा पाया गया िक आस पास क जगल की काफी कटाई हो रही थीकही घास आिद जलाए जा रह थ चावल क खत म भी सखा कचरा बहत अिधक मातरा म जलाया जा रहा था तो कही पर ईट बनान वाली इकाइया अिधक मातरा म भिटटया जला रही थी साथ ही जगल की आग भी एक कारण था

c आकार म पवरत स तीन िदशाओ स िघरा हआ भीरा का पिरसर

इन सभी कारण की वजह स शायद तापमान बढ़ता चला गया इस परकार क मानव िनिमरत कारण स भी पयारवरण को भारी नकसान हो रहा ह और इस परकार की मौसमी घटनाए अब आम हो चकी ह इसस मानवी जीवन क साथ साथ क कण की हिरयाली को भी काफी नकसान झलना पड़ रहा ह म र िनरीकषण अ यास क दौरान मन यह भी दखा िक िसफर 10 िकलोमीटर दरी पर अगर इन अगरजी सी आकार की पवरत खला स बाहर आया जाए तो तापमान 6-7 िडगरी कम पाया गया शायद यही कारण था िक आस पास म बस अलीबाग माणगाव आिद इलाक म तापमान 32 िडगरी रहा जबिक भीरा म 45-46 िडगरी था इसस यह तो सािबत हो चका था िक भीरा का तापमान उ तर क कण या रायगढ़ िजल का परितिनिध व नही कर सकता ह खासकर आम जामन काज आिद की फसल को भी इस ताप विदध क कारण नकसान हो सकता ह स चाई यह ह िक भीरा कडिलका नदी वाटर टनल आिद स िघरा होन क कारण एक ठ डा परदश होना चािहए था पर मानवीय गितिविधय एव भौगोिलक पिरि थित क चलत एक गमर थान बन चका गलोबल तापमान म विदध वस सारा िव व ही आजकल गलोबल तापमान म विदध स परशान ह शायद हमार िलए भीरा एक सबक ह िनसगर वारा दी गई चतावनी ह बढ़त काबरन उ सजरन बढ़त हए सीमट क जगल वाहन स

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िनकलन वाला धआ तापमान म विदध करन वाल शीश क भवन जगल की कटाई पहाड़ की खदाई कारखान स िनकलन वाला धआ ऐस कई कारण ह जो इस सदर िव व को एक िदन बबारद कर दग और यह भी लगता ह िक कही िकसी िदन इन पवरत खलाओ स भिव य म कोई वालामखी न फट जाए वह िदन दर नही जब हम सास लन क िलए भी पराणवाय का िसलडर साथ लकर चलना पड़गा िनसगर को बचान हत कछ सावधािनय की ज रत हाल ही म िदस बर 2015 म पिरस करार क तहत िव व क करीब 196 दश क परितिनिधय न इस करार पर ह ताकषर िकए और शपथ ली िक िकसी भी हाल म हम काबरन उ सजरन को श य पर लाना ह एव आन वाल कछ वष म इस धरातल का तापमान 2 िडगरी स कम करना ह तािक हम आन वाली पीढ़ी को बचा सक अगर इसी तरह चलता रहा तो मौसम का पवारनमान लगाना भी असभव हो जाएगा खाद क कारखान स भी काफी काबरन उ सजरन होता ह इसिलए िसिककम जस एकमातर रा य को उदाहरण मानकर हम खतीबागानसि जया आिद उगान हत िसफर और िसफर ऑगिनक खाद का ही उपयोग करना होगा इस करम म अथरवमर खाद गोबर आिद का उपयोग सहायक हो सकता ह निदय को भी परदषण स मकत रखना होगा कॉ करीट सीमट क जगल कम करन ह ग

ी हमत कारकर मट बी भीरा वधशाला क िनरीकषक ी का बल और महारा टर रा य क रायगढ िजल

क अिधकारी वधशाला क उपकरण का िनरीकषण करत हए मझ यह जानकर ख़शी होती ह िक भीरा जस छोट स पटनस गाव क सरपच भी इस बात को मर समझान पर समझ गए उ ह न यह सिनि चत िकया ह िक गाव क आस पास क करीब 1 स 2 हजार एकड़ खली जमी पर गाव वाल सभी िमलकर हिरत कराित लाएग और वकषारोपण करग कय िक क कण म पानी की कोई कमी नही ह और भीरा म बाध क टनल स इस परा त िकया जा सकता ह

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एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

वजञािनक सहायक खगोल िवजञान कदर - कोलकाता

एक तार की जीवन यातरा आकाशगगा म उपि थत धल एव गस क एक अ यत िवशाल मघ (बादल) स श होती ह इस lsquoनीहािरकाrsquo (नबला) कहत ह दरअसल नीहािरका श द की उ पि त स कत क श द नीहार स हई िजसका अथर ह lsquoकहराrsquo लिटन म नीहािरका श द को lsquoनबलाrsquo कहत ह िजसका शाि दक अथर ह lsquoबादलrsquo इन नीहािरकाओ क अदर हाइडरोजन की मातरा सवारिधक होती ह और 23 स 28 परितशत हीिलयम तथा बहत कम मातरा म कछ भारी त व होत ह ऐस ही तार का एक परसित गह ह ओरीयान नीहािरका इसका िव तार लगभग 100 परकाश-वषर ह इसक अदर बहत स नएतार ह तथा इसम अनक ऐस तार ह िजनका िनमारण हो रहा ह वतरमान म सभी वजञािनक इस िसदधात स सहमत ह िक धल और गस क बादल स ही तार का ज म होता ह क पना कीिजए िक गस और धल स भर हए मघ क घन व म विदध हो जाती ह उस समय मघ अपन ही ग वाकषरण क कारण सकिचत होन लगता ह इस सकचन क होन क समय को lsquoहायाशी-कालrsquo कहा जाता ह जस-जस मघ म सकचन होन लगता ह वस-वस उसक क दर भाग का तापमान तथा दाब भी बढ़ जाता ह आिखर म तापमान और दाब इतना अिधक हो जाता ह िक हाइडरोजन क नािभक आपस म टकरान लगत ह और हीिलयम क नािभक का िनमारण करत ह तब तापनािभकीय अिभिकरया (सलयन) परार भ हो जाती ह इस परकरम म परकाश तथा गमीर क प म ऊजार उ प न होती ह इस परकार वह मघ ताप और परकाश स चमकता हआ तारा बन जाता ह जब कोई भारी िपड नीहािरका क पास स गजरता ह तो वह अपन ग वाकषरण स इसम लहर और तरग उ प न करता ह कछ उसी तरह स जस िकसी लाि टक की बड़ी सी चादर पर कछ कच िबखर दन क बाद चादर म एक िकनार स या बीच स एक भारी गद को लढ़का िदया जाए सार कच भारी गद क पथ की ओर जमा होना श हो जाएग धीर धीर य सार कच चादर म एक जगह जमा हो जात ह ठीक इसी तरह नीहािरका म धल और गस क कण एक जगह पर सघिनत होना श हो जात ह पदाथर का यह ढर उस समय तक जमा होना जारी रहता ह जब तक वह एक महाकाय आकार नही ल लता

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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इस ि थित को पवरतारा (परोटो टार) कहत ह जस जस यह पवरतारा बड़ा होता ह ग वाकषरण इस छोटा और छोटा करन की कोिशश करता ह िजसस दबाव बढ़ता जाता ह पवर तारा गमर होन लगता ह साइिकल की यब म जस यादा हवा भरी जाती ह यब गमर होन लगती हजस ही अ यिधक दबाव स तापमान 10000000 कि वन तक पहचता ह नािभकीय सलयन (हाइडरोजन यजन) की परिकरया परारभ हो जाती ह अब पवरतारा एक तार म बदल जाता ह वह अपन परकाश स परकािशत होना श कर दता ह सौर हवाए बची हई धल और गस को सदर अतिरकष म धकल दती ह नव तारा िजसका दर यमान 2 सौर दर यमान स कम होता ह उ ह टी टौरी (TTauri) तार कहत ह उसस बड़ तार को हबीरग एइबीइ (Herbig AeBe) कहत ह य नव तार अपनी घणरन अकष की िदशा म गस की धारा उ सिजरत करत ह िजसस सघिनत होत नव तार की कोणीय गित कम होती जाती ह इस उ सिजरत गस की धारा स तार क आस पास क गस क बादल को दर होन म मदद िमलती ह मखय अनकरम- हटरज परग-रसल आरख की मखय अनकरम पटटी इसिलए मह वपणर ह कय िक अिधकतर तार इसी पटटी म पाए जात ह इसका कारण यह ह िक तार अपन जीवन का 90 परितशत भाग इसी अव था म यतीत करत ह इस अव था म हाइडरोजन का हीिलयम म पिरवतरन काफी ल ब समय तक चलता ह इसक कारण तार क क दर भाग म हीिलयम की मातरा म विदध होती रहती ह अत म तार का lsquoकरोडrsquo हीिलयम म पिरवितरत हो जाता ह जब हीिलयम करोड म पिरवितरत हो जाता ह तो उसक उपरात उनकी तापनािभकीय अिभिकरयाए इतनी अिधक तजी स होन लगती ह िक तार मखय अनकरम स अलग हो जात ह दानव तार मखय अनकरम क प चात तार क क दर भाग म सकचन परार भ हो जाता ह सकिचत होन क कारण उ प न होन वाली ऊजार क कारण तारा फलन लगता ह फलन क उपरात वह एक दानव तारा बन जाता (Giant Star) ह हमारा सयर भी इस अव था म आ जाएगा प वी को छोड़कर बध और शकर जस गरह का नामोिनशान ही िमट जाएगा यिद प वी सयर का गरास बनन स बच भी जाती ह तो भी आग का द याकार गोला बनन क बाद सयर वत वामन तारा बन जाएगा इसस प वी पर एकस-र तथा अ य पराबगनी िकरण की झड़ी-सी लग जाएगी उस समय प वी को जीवन िवहीन करन स कोई भी नही रोक पाएगा वत वामन तार दानवी अव था म पहचन क प चात तार क अदर हीिलयम की ऊजार उ प न होती ह और एक िवशष

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परिकरया क अतगरत हीिलयम भारी त व म पिरवितरत हो जाता ह अतत यिद तारा सयर स पाच-छह गना ही अिधक बड़ा हो तो उसम छोट-छोट िव फोट होकर उसस त त गस बाहर िनकल पड़ती ह उसक उपरात तारा वत वामन (White Dwarf Star) क प म अपन जीवन का अितम समय यतीत करता ह परिसदध भारतीय वजञािनक डॉ सबरमिणयन च दरशखर न यह िसदध िकया िक तार का दर यमान सयर स 44 परितशत स अिधक नही हो सकता इस दर य मान-सीमा को lsquoच दरशखर-सीमाrsquo क नाम स जाना जाता ह नोवासपरनोवा (िव फोटी तार) जो तार सयर स पाच-छह गना अिधक िवशाल होत ह अ तत उनम एक भयकर िव फोट होता ह िव फोटी तार क बाहर का सम त आवरण (कवच) उड़ जाता ह और उसकी सम त दर य-रािश अतिरकष म फ़ल जाती ह पर त उसका अित त त करोड सरिकषत रहता ह इस अदभत घटना को सपरनोवा कहत ह यिद उस तार म अ यिधक तजी स सकचन होन लगता ह तो वह यटरॉन तार का प धारण कर लता ह बशत उस तार का दर यमान हमार सयर स दगन स अिधक न हो कछ िवशष पिरि थितय म तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक इनम स परकाश की िकरण भी बाहर नही िनकल पाती ह इ ह ही क ण िववर या लक होल कहत ह सपरनोवा िव फोट क कारण तार की जो दर यरािश बा य अ तिरकष म िछतरा जाती ह व दर यरािश िकसी िदन नया गरह बनान म भी मददगार हो सकती ह हो सकता ह वह गरह हमारी धरती जसा हो तार क इ ही अवशष म ऑकसीजन नाइटरोजन काबरन लोहािनिकल िसिलकॉन आिद अ य सभी त व पाए जात ह हमारा जीवन अतीत म हए सपरनोवा िव फोट की ही दन ह इसम आपको कोई सदह ह कया एक अम रीकी खगोल शा तरी लखक िवजञान सचारक महान वजञािनक कालर सगन न कहा ह-ldquoहमार डीएनए म नाइटरोजन हमार दात म कि शयम हमार खन म लोहा हमारी एपल-पाई (एक िक म की िमठाई) म काबरन तार क अ दर बन थ हम टार टफ (तारा-पदाथर) स बन हrdquo क ण िववर ( लक होल) जसा िक हम पहल भी बता चक ह िक जब तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक अ यत सघन िपड ( यटरॉन तार स भी अिधक) बन जात ह िजनम स परकाश का भी िनकल पाना स भव नही होता तो वजञािनक ऐस अ यिधक सघन िपड को lsquoक ण िववर याम िववरrsquo या lsquo लक होलrsquo कहत ह कया कारण ह िक क ण िववर परकाश को भी बाहर नही आन दत ऐसा उस कषतर क अ यत परबल ग वाकषरण क कारण होता ह िवि मत कर दन वाली बात यह ह िक क ण िववर क िनकट काल

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क परवाह म भी बहद पिरवतरन हो जाता ह क ण िववर क अि त व म होन की स भावना सवरपरथम वषर 1783 म कि बरज िव विव यालय क परोफसर जॉन िमशल न बताई थी यिद क ण िववर परकाश की िकरण को नही भजता तो हम उस कस दख सकत ह हम यह अनमान कस लगा सकत ह िक क ण िववर का अि त व ह क ण िववर की क पना हम उस यिकत स कर सकत ह जो सोफ़ पर बठा हआ ह पर त अ य ह हम उस यिकत को नही दख सकत ह कय िक वह यमान नही ह पर त उसक बठन स सोफ़ म ग ढ़ बन जात ह ठीक उसी परकार स तार क ग व कषतर क परभाव को दखकर वजञािनक क ण िववर क अि त व क बार म पता लगा सकत ह हम जानत ह िक आकाश म अनक यगम तार (ऐस तार जो एक-दसर की पिरकरमा करत ह) ह क पना कीिजए उनम स एक तारा क ण िववर ह तो दसर तार क दर यमान क बार म खगोलीय िविधय वारा जानकारी परा त की जा सकती ह परिसदध वजञािनक टीफन हॉिकग न सामा य सापकषता िसदधात तथा कवाटम भौितकी क िसदधातो क आधार पर यह िन कषर िनकाला ह िक क ण िववर िकसी गमर िपड (कि णका िप ड) की भाित एकस और गामा िकरण का उ सजरन करत ह कई वजञािनक का मत ह िक हमारी आकाश गगा म ही करोड़ -अरब की सखया म क ण िववर हो सकत ह वतरमान म भी कई खगोलिवद का यह मत ह िक क ण िववर कवल एक क पना मातर ह

सदभर - 1 िवजञान िव व 2 परदीप 3 नासा

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पव तर भारत म कालबसाखी का परकोप रजन फकन

वजञािनक-बी मौसम कदर - अगरतला

पव तर भारत म माचर स मई महीन क बीच गरज क साथ तफान का गभीर परभाव दखा जाता ह इसक साथ-साथ कभी-कभी भारी वषार ओलावि ट चडवात आिद क कारण इस कषतर म बहत हािन होती ह मर छातराव था क दौरान अकसर ऐसा होता था िक अपरल क महीन म जब इिडयन परीिमयर लीग (आईपीएल) श होती थी तभी शाम को परचड मघ-गजरन और तज़ वषार क कारण िबजली चली जाती थी और खल का आनद उठान का मौका नही िमलता था िफर अगल िदन सबह दखता था िक तज धप िनकल आई ह तब मन म सवाल आत थ िक यह कस होता ह कछ ही घट पहल जो इतनी तज वषार करवा रह थ व बादल कहा गए कया आज शाम को व िफर आएग बाद म जब म री िनयिकत भारत मौसम िवजञान िवभाग म हई तब पता चला िक जो मझ सिचन सहवाग गल की ब लबाजी दखन स रोकता थाउस पिरघटना को मौसम िवजञान क श द म कालबसाखी कहत ह चिक यह काल पी पिरघटना बसाख क महीन म पवीर और पव तर भारत म ती हािन का मखय कारण ह इसिलए इसको इस कषतर म काल बसाखी कहा जाता ह यह पिरघटना मखयतः मॉनसन -पवर ऋत अथारत माचर अपरल और मई महीन म दखा जाती ह माचर क महीन म सयर क प वी क उ तरी गोलाधर म परवश करत ही भारत की थल भिम का तापमान धीर-धीर बढ़न लगता ह इसक कारण सतह क ऊपर की हवा भी गरम होन लगती ह सवहन क वारा यह हवा ऊपर उठन लगती ह और अपन साथ-साथ नमी को भी ऊपर ल कर जाती ह ऊपरी वायमडल म यह हवा ठडी होती ह और सघिनत होन क बाद ई या कपास की तरह िदखन वाल छोट-छोट बादल िनिमरत होत ह िज ह कपासी मघ कहा जाता ह उसक बाद अगर वातावरण अि थर हो तो इन मघ को बढ़न क िलए और अिधक शिकत िमलती ह और इनकी ऊचाई बढ़न लगती ह कछ समय क बाद यह काल-घन मघ म पिरवितरत हो जात ह िज ह कपासी वषीर मघ कहा जाता ह यह मघ कभी-कभी जमीन स 15-16 िकलोमीटर या अिधक ऊचाई तक पहच जात ह और इनक अ दर हवा क बहत तज ऊ वारह और िन नवाह चलत रहत ह इसक बाद िबजली मघ-गजरन और तज ठडी

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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हवाए श होती ह कभी-कभी अचानक परचड प स तज हवाए चलन लगती ह जो कम समय म ही भारी कषित करती ह एक िमनट या इसस अिधक समय तक रहन वाली ऐसी परचड हवाओ को मौसम िवजञान म चडवात नाम स जाना जाता ह कपासी वषीर मघ िजतन अिधक ती होत ह मौसम भी उतना ही खतरनाक होता ह कभी-कभी यह मघ छोट आकार क होत ह जो िक काफी धीमी गित स आग बढ़त ह और एक दो गरज और हलकी वषार करवा कर ख़ म हो जात ह लिकन कभी-कभी यह काफी बड़ आकार क होत ह िजसस वषार गजरन और हवाए यादा होती ह कभी-कभी अनक मघ एक रखा म जड़कर धनष का प लत ह िजस चडवात पिकत कहा जाता ह चडवात पिकत क प म जड़ जान पर यह मघ 60-70 िकमी परित घट या अिधक र तार स आग बढ़न लगत ह और जमीन क आस-पास हवा की गित 100 िकमी परित घट स भी अिधक होती ह इसस िव तत कषतर म बहत यादा नकसान होता ह

िचतर 1 कपासी वषीर मघ म चलन वाल ऊ वारह और िन नवाह

मॉनसन -पवर ऋत म इन तफान की उ पि त िबहार गागय पि चम बगाल या बागलादश क ऊपर होती ह और यह तज गित स पि चम स परब की तरह बढ़ती जाती ह इस गितिविध क दौरान इसक रा त म आन वाल हर एक कषतर को यह परभािवत करता ह और कछ ही घट म यह कषीण हो जाता ह इन तफान म बहत स मन य पश-पिकषय क पराण चल जात ह और कछ बघर हो जात ह खत म काम करत समय िकसान की म य हो जाती ह काफी लोग क घर टट जात ह और पहाड़ी कषतर म भ खलन हो जाता ह जन महीन म मॉनसन ऋत का आगमन होत ही इन गजरन की ती ता कम हो

जाती ह ऐस म वषार तलना मक प स यादा होती ह और मघ गजरन कम होन लगत ह वषर 2018 म ितरपरा रा य म कालबसाखी का परकोप

ितरपरा पव तर भारत क उन रा य म स एक ह जहा कालबसाखी का ती परकोप दखा जाता ह

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रा य क अगरतला एव कलाशहर म ि थत भारत मौसम िवजञान िवभाग की दो वधशालाओ स परा त त य स यह पाया गया ह िक यहा अपरल और मई क महीन म 40 परितशत स भी अिधक िदन म मघ-गजरन होता ह वषर 2018 की मॉनसन पवर ऋत ितरपरा क िलए बहत ही भयानक रही रा य की राजधानी शहर अगरतला क मौसम िवजञान कदर म इस साल मॉनसन पवर ऋत म कल 18 चडवात दजर िकए गए जो िक सामा य क मकाबल तीन गना अिधक ह इसी साल 18 मई क िदन अगरतला म चौबीस घट क अ दर कल 2428 िमलीमीटर वषार हई जो िक उपल ध त य क मतािबक यहा मॉनसन -पवर ऋत म एक िदन म होनी वाली सबस अिधक वषार का नया िरकॉडर ह यह अब तक अगरतला म िकसी भी ऋत म एक िदन म होन वाली सवारिधक वषार क मामल म अब दसर नबर पर ह इस साल मई म अगरतला म कल 7303 िमलीमीटर वषार हई जो मई क महीन म यहा अब तक का सवारिधक ह कलाशहर म भी इस महीन म 6837 िमलीमीटर वषार हई लिकन यहा मई म इसस भी यादा वषार होन क त य पाए गए ह इसी महीन क दौरान अगरतला और कलाशहर म करमशः 22 और 24 िदन म घ-गजरन हए जो सामा य स कई अिधक ह दोन वधशालाओ म इस साल पर मॉनसन -पवर ऋत म करमशः 9797 एव 9257 िमलीमीटर वषार हई और यह दोन आकड़ भी सामा य क मकाबल अिधक ह इस दौरान पर रा य म काफी नकसान होन की खबर अख़बार और दरदशरन क मा यम स दखी गई अगरतला म ि थत मौसम रडार म हर साल कालबसाखी की कई पिरि थितया दखन को िमलती ह इनम स 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क रडार िचतर को दशारया गया ह इन दोन अवसर पर चडवात पिकतय क प म सयोिजत होन वाल कपासी वषीर मघ क कारण सम त रा य म मघ गजरन तज हवाए और वषार का परकोप दखा गया आजकल मोबाइल फ़ोन इ टरनट आिद की लोकिपरयता क कारण मौसम स बिधत चतावनी तजी स लोग तक पहचती ह और काफी हद तक इसक परकोप स लोग और पालत पश-पिकषय को बचाया जा सकता हभारत मौसम िवजञान िवभाग क इनसट-3 डी उपगरह स परा त िचतर स इनकी उ पि त क बार म परकषण िकया जा सकता ह पवीर और पव तर भारत म कोलकाताअगरतलािडबरगढ़ (मोहनबाड़ी)और चरापजी म लग मौसम रडार स इस कषतर म काफी हद तक चरम मौसम वाल मघ की तजी और िदशा का पता लगाया जा सकता ह यह मौसम रडार हर दस िमनट म मघ क अव थान क िचतर तयार करत ह मौसम रडार क य सीमा म आत ही इन तफान क कषितज और उ वारधर िव तार का पता चल जाता हइसक अलावा मौसम िवजञान क बड़ आकार क ग बार हवा म छोड़ जात ह जो 30-35

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िचतर 2 डॉपलर रडार अगरतला स परा त 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क िचतर

िक०मी० की ऊचाई तक पहच कर ऊपरी वायमडल क मौसम क त य दत ह ख़राब मौसम की स भावना होन पर भारत मौसम िवजञान िवभाग क कषतरीय थानीय कायारलय वारा ता कािलक पवारनमान जारी िकया जाता ह जो आपदा परबधन िवभाग और मीिडया क जिरय लोग तक पहचता ह मौसम िवभाग वारा मौसम क सटीक पवारनमान एव चतावनी इसक समयोिचत परसार और सिकरय आपदा परबधन क जिरए कालबसाखी स होन वाली हािन को काफ़ी हद तक कम िकया जा सकता ह इसक िलए ज़ री ह िक इसस जड़ सभी कायारलय एकितरत होकर काम कर कय िक िमल कर करन स कायर बहतर तरीक स और कम समय म िकया जा सकता ह और सफलता पान की सभावना बढ़ जाती ह

कालबसाखी स भीषण हािन होन क अलावा इसक कछ फायद भी ह कालबसाखी स होन वाली वषार इस अचल म किष कषतर क िलए बहत ही उपयोगी ह साथ ही साथ इस कषतर म कालबसाखी की वषार की वजह स अपरल-मई की गमीर स भी लोग को राहत िमलती ह िदन भर की कड़ी धप की वजह स जब िदन का तापमान 35 िडगरी सि सयस या इसस अिधक पहच जाता ह तब शाम को होन वाली वषार क कारण ही लोग रात को चन की नीद सो पात ह कालबसाखी एक अित िविचतर पिरघटना ह िजसकी वजह स वजञािनक क अलावा किव गायक आिद भी इसक तरफ खीच आत ह किव ग रिवदरनाथ ठाकर स लकर क कई सािहि यकार न अपन लख अथवा सगीत म कालबसाखी का वणरन िकया ह लखक मौसम कदर अगरतला क परभारी िनदशक ी डी साहा महोदय एव िहदी िशकषण योजना क िहदी परा यापक ी रामपरकाश यादव महोदय क पररणा एव पथ-परदशरन क िलए उनका आभारी ह इसक साथ भारत मौसम िवजञान िवभाग क अगरतला एव कलाशहर वधशालाओ क सभी सहकिमरय का शकरगज़ार ह िज ह न हर एक पिरि थित म परकषण क वारा इन त य को अ ययन क िलए उपल ध करवाया

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च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo

परादिशक मौसम कदर - च न पिरचय

6 िदस बर की दोपहर म दिकषण-पवर बगाल की खाड़ी पर एक अवदाब (depression) िवकिसत हआ पहल उ तर-पि चम िदशा की ओर िफर उ तर िदशा की ओर बढ़त हए 7 िदस बर की म य राितर यह एक गहन अवदाब (deep depression) क प म तथा 8 की सबह एक चकरवाती तफान (cyclonic storm) ldquoवदारrdquo क प म सशकत होत हए 9 की म य राितर एक भीषण चकरवाती तफान (severe cyclonic storm) क प म परचड हआ िफर यह पि चम-उ तर-पि चम िदशा की ओर बढ़ा और 10 िदस बर की शाम को पि चम-म य तथा आस-पास क दिकषण बगाल की खाड़ी पर अ यत भीषण चकरवाती तफान क प म घनीभत हो गया उसक बाद यह पि चम िदशा की ओर बढ़त हए 12 िदस बर 2016 को 1500-1700 बज क बीच च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा 11-12 िदस बर 2016 को जब यह िस टम उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट क पास था तब कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न न उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट पर ि थत मानवगत तटीय वधशालाओ (manned coastal observatories) म परित घटा िवशष परकषण क मा यम स वधशालाओ म थािपत वलखी उपकरण वारा मौसमी पराचल (meteorological parameters ) की लगातार िरकॉिडरग वारा भ- खलन वाल कषतर म और उसक आस-पास (च न और उसक आस-पास) लग वचािलत मौसम टशन च न बदरगाह क िनकट थािपत डॉ लर मौसम रडार तथा च न (नगमबककम) वधशाला पर थािपत उ च पवन-गित िरकॉडरर (High Wind Speed Recorder) वारा इस चकरवात क मागर और ती ता पर लगातार िनगरानी रखी सभी उपल ध परकषणीय आकड़ स भ-खलन क पहलओ का पता लगान म मह वपणर जानकारी परा त हई ह उपयरक त यवि थत परकषण क अलावा आकड़ सचनाओ को एकतर करन क िलए एक बिनयादी सवकषण भी करवाया गया िजसस भ- खलन क समय परभािवत थान तथा समय का ठीक स पता लगान क िलए जानकारी परा त करन हत मह वपणर आकड़ परा त िकए जा सक कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न वारा भ खलन क प चात करवाए गए सवकषण स परा त िकए गए िन कषर पर इस िरपोटर म

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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परकाश डाला गया ह सवकषण की परिकरया भ- खलन क बाद क सवकषण की ओर बढ़न स पहल परकषण आकड़ और मीिडया वारा बताई गई कषित का एक आरि भक अ ययन िकया गया तािक सवकषण हत थान का चयन िकया जा सक इलकटरॉिनक मीिडया वारा लगातार िदखाई गई लाइव िरपो रस स चकरवात क भ-थल परवश क पहलओ क िवषय म मह वपणर सचना िमली इन आकड़ तथा सचनाओ क आधार पर कषतरीय दल वारा सवकषण िकए जान वाल कषतर का चयन िकया गया इसक बाद चकरवात म यअल क अ याय 11 तथा कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न क उप महािनदशक तथा परभारी िनदशक क िनदशन म ी जी राजदरन मौसम िवजञानी-बी क नत व म ी डी मरगथवल मौसम िवजञानी- ए ी एम ीिनवासन

रिडयो मकिनक तथा वाहन चालक ी पी िशव शकर चकरवात की घटना क 24 घट क अदर ही चकरवात क बाद क हालात पर सवकषण करन और चकरवात क िवषय म वा तिवकता का पता लगान तथा जानकारी एकतर करन भ खलन क थान इसक मागर तथा तिमलनाड उप मडल क च न ित व लर काचीपरम तथा िनकटवतीर िव लपरम ित व नमलाई और वलोर क चकरवात परभािवत कषतर म जान माल को हए नकसान का पता लगान क उ य स 13 िदस बर 2016 को परातःकाल म च न स दौर पर गए यह दौरा 16 िदस बर 2016 को पणर हआ

शािमल िकए गए िजल

सवकषण दल न चकरवात परभािवत िजल जस च न ित व लर काचीपरम का दौरा िकया दल न आिशक प स परभािवत वलोर ित व नमलाइ और िव लपरम िजल का भी दौरा िकया दल न चकरवाती तफान क गजरन क समय हवा की परकित तथा उस समय क मौसम तफानी लहर और समदर क कषरण आिद क िवषय म जनता स बात-चीत भी की सवकषण दल न इस स बध म अनक सरकारी किमरय स भी भट की

सवकषण दल वारा िन निलिखत कषतर का दौरा िकया गया-

13122016 च न पोटर कािसम द तदइवरपट ित वोिटटवर ए नोर िमजर पिलकाट झील तथा पो नरी 14122016 अराकोनम श िलघर वलजा वलोर आरकोट अरणी कलवाई च वर मोरनम तथा व बककम

15122016 वलजाबाक बालर र डी पलवम पलवा सीवरम प डपाई वदलर च गलपटट तथा ित काज़ कदरम

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16122016 मरककणम क पककम पधपिटटनम सातरस न मिल कोवलम कल बककम शोिलगन लर

ित पो र वीजीपी (ईसीआर) म दवककम ओएमआर तथा दिकषण च न सवकषण दल का मागर मानिचतर िचतर 1 म दशारया गया ह िचतर 2 म च न तथा उसक आस पास िविवध परकषणीय सिवधाओ को दशारया गया ह

िचतर 1- सवकषण दल का ट मप (मागर मानिचतर) िचतर 2-च न तथा उसक आसपास िविवध परकषणीय सिवधा

थल परवश क थान

िचतर 3 म च न तथा उसक आस-पास 12 िदस बर 2016 को 06-12 यटीसी क दौरान पर यक घट पर िलए गए सामियक परकषण को दशारया गया ह NBK म 09 यटीसी तक उ तर-पि चम स 11 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा म हवाए चली तथा 1000 यटीसी पर शात हवा चली जो दशारता ह िक ततर का कदर 12 िदस बर 2016 को NBK क ऊपर स 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530 बज) गजरा MBK पर 1100 यटीसी (भारतीय मानक समय 1630 बज) चलन वाली ह की हवाओ तथा 1000 यटीसी पर दिकषण-पि चम िदशा स 1200 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा तक उ टा बहन की परिकरया यह दशारती ह िक परणाली का कदर 1100 यटीसी पर MBK क पास स होकर गजरा 09-12 यटीसी क दौरान ए नोर ि थत वचािलत मौसम टशन वारा अिभलिखत पवीर हवाओ तथा भारतीय वाय सना ता बरम वारा अिभलिखत पि चमी हवाओ स यह पता चलता ह िक थल परवश ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर की ओर था अतः थल परवश 09-11 यटीसी (भारतीय

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मानक समय 1430-1630 बज) क आस-पास च न ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर म हआ

12 िदस बर 2016 को िलए गए परित-घटा िवशष सतह परकषण

िचतर 3 12 िदस बर 2016 को 6-12 यटीसी क दौरान िलए गए परितघटा सामियक परकषण

थल परवश की ती ता

12 िदस बर 2016 को च न तथा उसक आस-पास ि थत वधशालाओ (manned observatories) तथा वचािलत मौसम टशन पर अिभलिखत िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) क वतरमान परकषण को तािलका 1lsquoअrsquo और lsquoबrsquo म दशारया गया ह िचतर 4 म12 िदस बर को च न NBK तथा मीना बककम पर अिभलिखत दाब तथा पवन को दशारन वाल वलखी चाटर (बरोगराफ तथा डाइ स पीटीएनीमोगराफ) दशारए गए ह तथा तािलका 1 ldquoसीrsquo म इन चाट म अिभलिखत िन नतम दाब और अिधकतम पवन-गित को िदखाया गया ह 12 िदस बर2016 को 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530) NBK वधशाला पर िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) 9750 hPa िरकॉडर िकया गया उ चतम 24 घट का परशर फाल 309 hPa भी इसी टशन पर रहा सबस अिधक उ चतम पवन गित (Vmax) NBK पर HWSR वारा 0800 यटीसी (भारतीय मानक समय 1330) पर 577 नॉट तथा

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लगभग 0815-0820 यटीसी (भारतीय मानक समय 1345-1350) पर MBK पवनलखी वारा िरकॉडर की गई

तािलका 1अ वधशालाओ वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब स सबिधत आकड़

टशन Station समयTime

यटीसी

(UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पी24

P24 (hPa)

समययटीसी

Time (UTC)

पवन गित (नॉट)

Wind Speed (kt)

पवन िदशा Wind Direction (deg)

च न (नगमबककम )

1000 9750 -309 0900 30 उ तरपि चमी-उ तरी

च न(मीना बककम) 1000 9756 -302 0900 50 पि चमी

तािलका1ब वचािलत मौसम टशन वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब क आकड़

टशन

Station

अकषाश दशातर

LatLon (deg)

समययटीसी

Time (UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पवन गित (नॉट) Wind Speed (kt)

पवन िदशा

Wind Direction (deg)

पी 24 P24 (hPa)

च न(नगमबककम) 131N802E 1000 977 4 80

ए नोर पोटर 132N803E 0900 9791 48 10 -267

माधवराम- एगरो 132N802E 1000 9773 21 50 -297

मीना बककम)इसरो 130N802E 1000 978 11 200 -296

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िचतर 4-12िदस बर2016 को नगमबककम और मीना बककम पर बरोगराफ तथा पवनलखी की िरकॉिडरग

तािलका 1 सी वलखी चाट पर िरकॉडर िकए गए िन नतम दाब और अिधकतम पवन टशन

टशन

समय (भामास) Time (IST)

यनतमदाब

(hPa)

समय (भामास) पवन गित

(िकमीपरित घटा)

पवन िदशा

च न (नगमबककम )

1530

(1000 UTC)

9750 1240

(0710 UTC)

114 उ तर-पि चमी-उ तरी

च न (मीनामबककम)

1600

(1030 UTC)

9756 1345-1350 (0815-0820 UTC)

122 उ तर-पि चमी

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रडार स लकषण

च न क डॉ लर वदर रडार क 12 िदस बर 2016 क परित घटा िरपोटर म 04-15 यटीसी क दौरान यह दखा गया िक च न म लगभग 09-11 यटीसी क आस-पास थल परवश हआ डॉ लर वदर रडार

च न वारा परा त िकए गए चकरवात कदर क मागर को िचतर 6 म िदखाया गया ह ती ता क िवषय म

रडार वारा 07 यटीसी (भामास 1230) पर 00 िकमी ऊचाई पर अिधकतम रिडयल वग 3767 मीटरस (73 नॉट) (या अिधक) िरपोटर की गई थल परवश क आर भ होन क समय क आस पास (08 यटीसी भामास 1330) लगभग 200 मीटर की ऊचाई पर 4247 मीस (83 नॉट) की पवन गित पाई गई

िचतर 5- च न म थल परवश को दशारता हआ डॉ लर वदर रडार का िचतर

िचतर 6- डॉ लर वदर रडार च न वारा परिकषत चकरवात क कदर का मागर

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पर यकष वषार

तिमलनाड क च न काचीपरम ित व लर तथा िव लपरम िजल म 13 िदस बर को 0830 बज समा त होन वाल 24 घट क दौरान अिधकाश थान पर भारी तथा कछ थान पर बहत भारी और एक या दो थान पर बहत अिधक भारी वषार हई तिमलनाड क व लोर क णािगिर ित व नमलाई िजल म

तटीय आधर परदश नलोर िजल म तथा रायलसीमा क िच तर अनतपर और कड पा िजल म उसी िदन भारी स बहत भारी वषार हई सवारिधक वषार 38 समी काचीपरम िजल म स यभामा िव विव यालय वारा िरकॉडर की गई (13 िदस बर 2016 को भामास 0830 बज समा त 24 घट क दौरान कल भारी वषार ge7 समी िरकॉडर की गई चकरवात क कारण िजलावार वषार की मातरा समी म नीच दशारई गई ह (सबिधत िजल का नाम को ठक म िदया गया ह)

तिमलनाड

अ यिधक भारी वषार (ge समीिदन) स यभामा िव विव यालय (काचीपरम)-38 कटटक पम (काचीपरम)-34 काचीपरम (काचीपरम)-28 कलवाई (वलोर)-23 पनाम ली (ित व लर)-22 च बराबककम (ित व लर)- 21 मीना बककम-20

बहत भारी वषार (12-20 समीिदन) ीप बदर (काचीपरम)- 17 च बर बककम (ित व लर)- 16

यरकॉड (सलम)-15 आलगयम (व लोर)-15 ता बरम ( काचीपरम)-14 नग बककम-12 भारी वषार (7-12 समीिदन) व लोर-11 म लनाथर (व लोर)-9 ितर प तर-8 पदी (ित व लर) -9 महाबलीपरम (काचीपरम) उिथरम र (काचीपरम) ित प तर(व लोर) मदरतगम (काचीपरम) क णािगिर (क णािगिर) शलािगिर(क णािगिर) होसर (क णािगिर) वदावासी (ित व नमलाई) मरककनम (िव लपरम) विनय बिद (व लोर) गिडयतम (व लोर) तथा च यर (काचीपरम)-पर यक 7 तटीय आधर परदश

बहत भारी अ माकर ( न लोर)-13 िवजामर (न लोर) -12 भारी उदयािगिर (न लोर) -11 स लरपटा (न लोर) कदकर (परकाशम) - पर यक 9 कवली ( न लोर) न लोर (न लोर) विलगडला (परकाशम) ndash

पर यक 8 रापर ( न लोर) गडर (न लोर) वकटािगिर (न लोर)शार (न लोर) ndashपर यक 7 रायलसीमा बहत भारी ित मला (िच तर) - 15 प तर (िच तर) ndash 14 नगरी (िच तर) -12

भारी िच तर कोडर (गड पा) स यवद (िच तर) ndash पर यक 10 वकटािगिर कोटा ((िच तर) पालसमदरम

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(िच तर)ndash पर यक 9 न बिलपिलकता (अनतपरम) तोटट बद (िच तर) ित पित हवाई अ डा (िच तर) अतलर (कड पा) राजाम त (कड पा) मदाप ल (िच तर) क पम (िच तर) पकला (िच तर) सा बप ल (कड पा) रोयाचोटी (कड पा)ndash पर यक 7

झझावात

12 िदस बर 2016 को 03-15 यटीसी क दौरान उ तर तिमलनाड और दिकषणी आधर परदश तट पर 100-130 िकमीपरित घटा की र तार स परचड हवाए चली भारत मौसम िवजञान िवभाग क नग बककम (च न) क डाई स परशर यब एनीमोगराफ वारा अिधकतम पवन गित 122 िकमीपरित घटा तथा इसरो ीहिरकोटा टॉवर क यतर वारा अिधकतम पवन गित 99 िकमीपरित घटा िरकॉडर की गई

तफान की लहर

12 िदस बर को भारतीय मानक समय 1200 पर पिलकट लक क िनकट 1 मीटर ऊचाई की तफानी लहर उठी उस समय खगोलीय वार 047 मीटर थी अतः कल वारीय तरग की ऊचाई 147 मीटर रही

कषित की िरपोटर िविभ न थान स िपरट और इलकटरॉिनक मीिडया तथा साथ साथ आम जनता न भी थल परवश बल कषतर का मआयना िकया तथा वा तिवकता यािन ज़मीनी स चाई क िचतर हम उपल ध कराए चिक थल परवश का परकोप घनी आबादी वाल म टरो शहर च न म पड़ा इसिलए उ तरी तिमलनाड तथा दिकषण आधर परदश पर लगभग 7-8 घट परचड वाय चली इसस अनक भवन को कषित पहची कई हज़ार वकष जड़ स उखड़ गए िबजली क ख भ िगर जान स दरसचार सवाए व त हो गई और खत म फसल को बहत अिधक नकसान पहचा

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िचतर 7- VSCS वदार क भ खलन स हए नकसान क कछ िचतर

कषतर सवकषण और िन कषर

एकतर िकए गए उपरोकत आकड़ सचनाओ क आधार पर एक आरि भक अनमान लगान क बाद हमार बिनयादी सवकषण दल न VSCS वदार क भ खलन क दौरान सवारिधक परभािवत कषतर का दौरा आर भ िकया यह भी तय िकया गया िक वा तिवकता जानन क िलए गर-परयोगा मक तथा एक िव तत सवकषण जनता क बीच जा कर िकया जाए तफान क बार म तथा इसक परभाव की सचनाए एकतर करन और वा तिवक स चाई जानन क िलए यापक सवकषण िकए गए सवकषण क दौरान यिकतय स अनक पर न पछ गए तथा उनस अनरोध िकया गया िक व िव तार स हवा की िदशा तथा

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अनमािनत गित घटना का समय शात होन का समय आिद क िवषय म बताए उनस यह भी अनरोध िकया गया िक यिद उनक पास कोई आकड़ ह तो व भी उपल ध कराए इस परकार परा त जानकारी तथा आकड़ को िनकटवतीर मौसम वधशाला या अशकािलक वधशाला या भारत मौसम िवजञान िवभाग और पराईवट वचािलत मौसम टशन क िरकॉडर म उपल ध आकड़ क साथ दोबारा जाच की गई तािक िकसी िन कषर पर पहचा जा सक चिक यह िस टम च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा था इसिलए कषतर सवकषण दल न उ तर िदशा की ओर पवर तट क मागर स अपना दौरा आर भ िकया दल क पास जीपीएस िपर मिटक क पास िडिजटल कमरा और कछ अ य इलकटरॉिनक उपकरण जस वॉइस िरकॉडरर आिद थ दौरा िकए गए िविवध कषतर तथा एकतर की गई सचनाओ को नीच दशारया गया ह

कासीम द िफिशग हाबरर ( अकषाश 131 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) कासीम द क मछआर न सिचत िकया िक जब िस टम क िपछल भाग न तट को पार िकया तब दिकषणी दिकषण-पवीर हवाओ क चलन क कारण उनका बहत अिधक नकसान हआ ह जबिक अगल भाग क तट को पार करत समय उ तरी उ तर-पवीर हवाओ क कारण कम नकसान हआ ह उ ह न यह भी बताया िक समदर तल स 15 स 20 मीटर ऊपर तक की तफानी लहर स उनक कषतर म 500 स 1000 नौकाओ को कषित पहची ह या व डब गई ह उ ह न यह भी कहा िक उ ह न लगभग 2 घट बाद शात हवा और ह की वषार का अनभव िकया ित वो िटरवर क पम ( अकषाश 1317 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) यहा भी मछआर न बताया िक हवा क पलटन स नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ ह और बहत सी नौकाए डब गई ह उ ह न तफानी लहर का भी अनभव िकया मछआर न कहा िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग क समय रहत चतावनी िमल गई थी और उ ह पहल स सावधानी बरतन म सहायता िमली

ित वो िटरवर तालक कायारलय सवकषण दल न ित वो िटरवर क तहसीलदार स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा और उ ह न बताया िक वहा कोई जनहािन नही हई थी और वहा क िनवािसय वारा पवन गित 90 स 100 िकमी परित घटा महसस की गई उ ह न बताया िक तटीय कषतर म समदर का जल- तर 08

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स 10 फीट तक ऊचा उठा था

तलनक पम (अकषाश 132 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) ऊची लहर क कारण समदर तट लगभग 20 मीटर तक न ट हआ िनवािसय न कहा िक उ ह न घट तक तज़ धल भरी हवाओ को महसस िकया रा य सरकार क कमरचािरय न भारत मौसम िवजञान िवभाग की समय रहत िमल गई चतावनी क अनसार पहल स थानीय िनवािसय को वहा स िनकाल कर सरिकषत थान पर पहचा िदया था

ए नोर पोटर ( अकषाश 1321 िड उ तर दशातर 8032 िड पवर) ए नोर पोटर क अदर अनक वकष जड़ स उखड़ गए और अनक घर की छत उड़ गई िसगनल टशन की िखड़िकय क प ल परी तरह टट गए और छत क पख क लड मड़ गए िस टम क वहा स गज़रत समय उ तर-पि चम स पवीर हवा चल रही थी

पलीकट लक ( अकषाश 1356 िड उ तर दशातर 8021 िड पवर) सवकषण दल न पलीकट क मछआर स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा उ ह न बताया िक उस समय समदर का जल तर तथा निदय का जल तर एक स दो मीटर तक बढ़ गया िजसक कारण वहा क 15 गाव क सभी िरहायशी इलाक म परी तरह पानी भर गया और नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ कय िक निदय की तज़ धाराओ म अनक नौकाए बह गई और नदी क पल स टकरा कर टट गई और अनक नौकाए बह गई पड़ की अनक शाखाए टट कर दो यिकतय पर िगर गई लाइट हाउस म इमली का एक बड़ा वकष पवर-पि चम िदशा म जड़ स उखड़ कर िगरा और ताड़ क अनक पड़ टट कर पवर-पि चम िदशा म िगर गए लाइट हाउस क ऑिफस इचाजर न बताया िक उ ह न अपन जीवन काल म इतनी तज़ हवा कभी महसस नही की थी उ ह न यह भी बताया िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग का पवारनमान तथा चतावनी समय रहत िमल गई थी मरककणम ( अकषाश 1218 िड उ तर दशातर 7993 िड पवर) इस कषतर म तफान का अिधक परभाव नही पड़ावहा क िनवािसय न बताया िक पि चम िदशा स 50 िकमीपरित घटा की गित स हवाए चली सवकषण दल को इस कषतर म कोई बड़ा नकसान दखन को नही िमला

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साधरगपिटटनम ( अकषाश 125 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर क मछआर न सिचत िकया िक उ ह न दिकषण- पि चमी िदशा स 80-90 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की उ ह न बताया िक कछ नौकाओ को नकसान हआ ह इस कषतर म कछ वकष कषितगर त हए ह मछआर क इस गाव म टाइल और चादर वाल कछ घर कषितगर त हए ह

महाबलीपरम (अकषाश 126 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर म िनवािसय न सिचत िकया िक उ ह न पि चमी िदशा स 90-100 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष और िबजली क ख भ उखड़ गए िव यत आपितर बािधत होन क कारण लगभग सभी पयरटक न तट स चकरवात गजर जान क बाद उस कषतर को खाली कर िदया

कोवलॉ ग (अकषाश 127 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) इस कषतर म मछआर न बताया िक उ ह न पि चमी िदशा स 100-110 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष िबजली क ख भ और टरासफॉमरसर उखड़ गए वहा 4-5 िदन तक िव यत आपितर बािधत रही इस कषतर म ऊपर बताई गई गित स तज हवाए महसस की गई और यह कषतर वाल कलाउड रीजन का दिकषणी भाग परतीत होता ह

वीजीपी थीम पाकर ( ईसीआर) (अकषाश 129 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) वीजीपी थीम पाकर क अदर भामास लगभग 1500 बज दिकषण-पि चमी िदशा स आन वाली तज़ हवाओ क कारण बहत स बड़ वकष उखड़ गए थीम पाकर की परोफलर इ पोटड म टल शी स की छत तज़ हवाओ क कारण दर उड़ गई िजसस पाकर को आम जनता क िलए एक स ताह क िलए बद करना पड़ा

ज़मीनी सवकषण क िन कषर च न िस टम च न क समीप स गजरा तथा भारत मौसम िवजञान िवभाग क सतह परकषण क अनसार पहल यह दिकषण-पि चमी िदशा म च न (नगमबककम की ओर तथा िफर च न (मीना बककम) की ओर

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बढ़ा डॉ लर वदर रडार क परकषण क अनसार भामास 1530 बज यह च न (ता बरम) पर किदरत था िजसक फल व प च न म तज़ हवाओ क कारण भारी कषित पहची हज़ार बड़-छोट वकष उखड़ गए अनक घर की छत उड़ गई और अनक थान पर वकष क िगरन स क पाउड वाल िगर गई बड़ी सखया म सड़क और बस टड आिद कषितगर त हए वदालर ज़लॉिजकल पाकर तथा िगडी नशनल पाकर च न म अनक वकष उखड़ गए क पाउड वाल िगर गई िजसक कारण पाकर को जनता क िलए बद करना पड़ा कासीम द िफिशग हाबरर ित वो िटरवरक पम तथा तलक पम िफिशग हमलट जस कषतर म अनक नौकाओ क कषितगर त होन टटन तथा डबन की सचना िमली तज़ हवाओ क कारण अनक उपनगरीय MRTS रलव टशन पटरोल प प की छत उड़ गई िबजली क अनक ख भ तथा टरासफॉरमर भी उखड़ गए िजसस च न शहर को 2-3 िदन अधर म रहना पड़ा चिक िस टम क दिकषण पि चम भाग म तज़ वषार हई परान महाबलीपरम मागर काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण पि चम च न क अनक भाग म बहत भारी स भीषण वषार हई िजसस 13 िदस बर2016 को बाढ़ की ि थित आई ओ एम आर मागर पर स यभामा यिनविसरटी क पिरसर म जब सवकषण दल न 16122016 को दौरा िकया उस समय भी 2 स 3 फीट तक पानी भरा हआ था 12 िदस बर को भामास 0930 बज स भामास 1620 बज तक च न हवाई अ ड क सभी िवमान क मागर बदल गए इसक अितिरकत 13 िदस बर को भामास 1620 बज स भामास 0545 बज तक हवाई अ डा परी तरह बद रखा गया कछ मखय रलगािड़या तथा सभी उपनगरीय रलगािड़या 2 िदन क िलए र की गई थी

ित व लर चिक वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवाए पलीकट लक ित व लर िजल स होकर गजरी और चिक वहा अिधकतम तफानी लहर थी वहा बड़ी सखया म नौकाओ को कषित पहची और बहत स नौकाए डब भी गई रा य सरकार िडज़ा टर मनजमट टीम वारा सभी मछआर को सरिकषत थान पर ल जाया गया िस टम क गजरन क दौरान मछआर क लगभग सभी गाव (30 गाव) तफानी लहर और निदय का जल तर बढ़ जान क कारण डब गए थ मछआर न सिचत िकया िक पड़ की टहिनया िगरन स 2 यिकत घायल हो गए वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवा स भवत ित व लर िजल क अिधकाश भाग स होकर गजरी तज़ हवाओ क कारण अिधकाश नकसान हए

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पिलकट स ित व लर तक क पर मागर पर िबजली क लगभग सभी ख भ और टरासफॉमरर या तो कषितगर त हए या उखड़ गए अनक बड़ और परान वकष उखड़ गए िजसस अनक थान की दीवार िगर गई अनक घर की टाइल या शीट स बनी छत उड़ गई इस कारण हई वषार क कारण लगभग 50 स अिधक जल-जत मत पाए गए

काचीपरम चिक िस टम पवर- उ तर- पवर िदशा स पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर गया तथा च न (नगमबककम ) च न (मीना बककम) और ता बरम क िनकट स होकर गजरा काचीपरम िजल क अनक भाग पर मखयतः उ तर पि चमी िदशा स पि चमी िदशा की ओर स तज़ हवाए चली इसकी पि ट इस बात स भी होती ह िक जी एस टी मागर पर ता बरम स चगलपटट तक क लगभग सभी वकष पि चम-पवर िदशा म िगर और सड़क का पवीर भाग बद कर िदया िस टम क दिकषण पि चम भाग म भी भारी वषार हई िजसस इस िजल म काफी कषित पहची लगभग सभी िबजली क ख भ और टरासफॉमरर उखड़ गए और िजल क दिकषणी भाग म अनक बड़ वकष िगर गए िजल क लगभग सभी भाग म एक स ताह तक िव यत आपितर बािधत हो गई िजल म कछ थान पर बहत भारी स लकर अ यिधक भारी वषार अिकत की गई िजल म (इस लक िजल क नाम स भी जाना जाता ह) अिधकाश जल-जत मत पाए गए और कही कही उनस िकनार तक भर गए 12 िदस बर को नदीवरम- गडवचरी (चगलपटट तालक) म अ यिधक भारी वषार क कारण एक बड़ी झील टटन वाली ि थित म आ गई और लोक िनमारण िवभाग क कािमरक न उस झील की सरकषा क िलए अनक परयास िकए सामा य प स उ तरी च न ित व लर काचीपरम िजल क उ तरी भाग और व लोर और ित व नमलाई क िनकटवतीर िजल म अिधकाश नकसान हवा क कारण हए काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण च न म हए नकसान वषार और हवा दोनो कारण स थ इसक साथ ही व लोर ित व नमलाई और िव लपरम िजल म तज़ हवाओ और भारी वषार क कारण नकसान हए सवकषण क दौरान िलए गए फोटोगराफ तथा मीिडया वारा उपल ध कराए गए फोटोगराफ पिरिश ट-1 (अ तथा ब) म िदखाए गए ह तिमलनाड रा य सरकार क कािमरक वारा किष की फसल को हए नकसान की िरपोटर भी स पी गई ह सरकारी कािमरक वारा चकरवात क कारण फसल को हए नकसान की िरपोटर (पिरिश ट 2) क अनसार ित व लर काचीपरम व लोर तथा ित व नमलाई िजल

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म फसल को भीषण कषित पहची ह इन चार िजल म धान मगफली उड़द मग और नािरयल को कषित पहची जो लगभग 33 फसल कषित ह किष उ पाद की अनमािनत कषित लगभग 35571 करोड़ पए ह

सार और िन कषर सवकषण दल न कासीमद और ित वो िटरवरक पम क मछआर स पि ट की िक उ ह न हवा क पलटाव और शात हवा ( भामास 1530-1800 बज) महसस की िजसस पता चलता ह िक िस टम का कदर स भवतः इन कषतर स होकर गजरा अतः यह अनमान लगाया जाता ह िक िस टम भामास 1500-1700 बज क दौरान कािसमद बदरगाह क तट (अकषाश दशातर 131 िड उ तर802 िड प) स होकर गजरा होगा ( िचतर 8)

िचतर 8- कषतर सवकषण क आधार पर भ खलन का थान

भ खलन क बाद वदार पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर बढ़त हए च न क दिकषण (नग बककम) और ता बरम क उ तर स गजरा

ित व लर िजल च न क उ तरी भाग और काचीपरम िजल क उ तरी भाग म हवा क कारण अिधक कषित हई

वषार क कारण हए नकसान काचीपरम िजल और दिकषण च न म अिधक थ पिलकट लक कषतर म तफानी लहर तथा निदय म जल तर बढ़न क कारण 30 गाव जल-

मगन हो गए

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आम जनता और मछआर न ACWC िनदशक परादिशक मौसम कदर च न वारा इलकटरॉिनक मीिडया और भारत मौसम िवजञान िवभाग क दल वारा समय पर जारी िकए गए पवारनमान और चताविनय की परशसा की

स तितया मौसम वजञािनक ि ट स सभी सिवधाजनक थान तटीय तथा आतिरक दोन पर अिधक

दाब पवन िदशा पवन गित तथा वषार क ससरयकत वचािलत मौसम टशन थािपत िकए जाए

यिद यह स भव न हो तो थानीय िनकाय क कमरचािरय और साईकलोन श टर ( local body officials cyclone shelters) म PAB amp DIWE यतर िवतिरत िकए जान पर िवचार िकया जाए उ ह खराब मौसम क दौरान वि छक परकषण उपल ध करान क िलए कहा जा सकता ह

वचािलत मौसम टशन स दाब तथा पवन क आकड़ क िनरतर एकतर करन क िलए कोई उपयकत परणाली होनी चािहए य आकड़ िस टम क भ खलन का पता लगान मअ यत उपयोगी ह ग

सभी तटीय वधशालाओ म HWSR DPTA क नवीनतम स करण उपल ध कराए जाए मखय ACWC तथा रा य सम वय अिधकािरय क म य चतावनी सदश क परभावी सचरण क

िलए सटलाइट पर आधािरत फोन सचार सिवधाए उपल ध कराई जाए कय िक खराब मौसम म िव यत आपितर बािधत होन और सचार यव था व त होन की स भावना होती ह

साभार - हम परादिशक मौसम कदर च न क उपमहािनदशक महोदय को हम यह मह वपणर कायर स पन क िलए तथा िनदशक ACWC क बहम य मागरदशरन क िलए आभार यकत करत ह साथ ही रा य सरकार क सभी कािमरक क भी आभारी ह िज ह न आव यक सचनाए और आकड़ उपल ध कराए बहम य आकड़ तथा सचनाओ को उपल ध करान क िलए IGCAR कलपककम SHAR भारतीय वायसना ता बरम िवभागीय तथा अशकािलए वधशालाओ का भी आभार यकत करत ह

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जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अिभयान अजय ठकराल वजञािनक सहायक

परादिशक मौसम कदर ndash गवाहाटी जसा िक सवरिविदत ह िक हम पिरवतरन क दौर स गजर रह ह िजस तजी स पिरवतरन वतरमान समय म हो रहा ह इतना िपछल दस दशक म नही हआ होगा िशकषा सधार िडिजटलीकरण क पिरणाम व प वतरमान म औसतन आम आदमी सरकार क दािय व स पिरिचत ह अगर सयकत रा टर िवकास िनिध (UNDP) क आकड़ की मान तो भारत सन 2030 म िव व की सवारिधक जनसखया वाला दश बन जाएगा पराकितक ससाधन क िनरतर शोषण स भारत जलवाय पिरवतरन की चपट म आ चका ह

जलवाय पिरवतरन पर िव व मौसम िवजञान सगठन (WMO) का वकत य

िव व मौसम िवजञान सगठन क तहत वि वक तापमान म 11 िडगरी सि सयस की विदध दजर की गई ह

2016 अल नीनो क कारण सबस उ ण माना गया ह उसक बाद 2017 और तीसर नबर पर 2015

WMO क महासिचव ी पटरी तालस क मतािबक िपछल 3 साल म तापमान िरकॉडर क सदभर म सबस गमर रह ह

कछ असाधारण मौसम की िकरयाए सामन आई ह िजनम स परमख ह

एिशया क कछ थान म तापमान 50 िडगरी तक पहच गया ह तफान (Hurricane) बारबारता ती ता करीिबयन और आयरलड म असाधारण िकरयाए सामन

आई ह मॉनसन स कई कषतर म बाढ़ आई ह पवीर अफरीका म सखा पड़ा ह

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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अतर-सरकारी समदर िवजञान आयोग (Oceanographic Commission of UNESCO) क मतािबक वायमडल का करीब 30 मानवजिनत C02 उ सजरन सागर अवशोिषत कर लता ह िजसस िक वहा का पािरि थितक ततर जीव जत बरी तरह परभािवत होत ह गरीनपीस न एक बयान म कहा िक चीन वारा वाय परदषण को िनयितरत करन क िलए साल-दर- साल अपनाए गए उपाय की वजह स वहा की वाय म सधार हआ ह जबिक भारत का परदषण तर िपछल दशक म धीर-धीर बढ़कर अिधकतम तर पर पहच गया ह

िव व वा य सगठन क अनसार दिनया क 20 सबस परदिषत शहर म स 13 शहर भारत म ह सन 2100 म यएसए म समदरी तल 1 स 4 फीट तक बढ़ जाएगा िव वसनीय आकड़ा सन 1980 स लना श हआ था और यह पाया गया ह िक समदरी तल अब तक 8 इच बढ़ चका ह अगल दशक म तफान वालामखी वार भाटा समदरतल बढ़न क साथ-साथ कई कषतर म बाढ़ आ जाएगी जलवाय पिरवतरन पर अतर-सरकारी पनल (IPCC) िजसम USA व अ य दश क करीब 1300 वजञािनक ह उ ह न पवरनमान लगाया ह िक अगली शता दी तक िव व का तापमान 25 स 10 िडगरी फारनहाइट तक बढ़ जाएगा सकषप म अतर-सरकारी पनल न कहा ह िक पिकषय क आधार पर जलवाय पिरवतरन का कल कषित समय क साथ बहत अिधक रहन की सभावना ह

लसट आयोग परदषण और वा य पर बन लसट आयोग क मतािबक भारत म परदषण स सन 2015 म

25 लाख लोग की म य हो चकी ह पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह और यह ए स मलिरया तपिदक स होन वाली म य का 3 गना ह

चीन दसर नबर पर ह यहा पर परदषण स होन वाली म य का आकड़ा 18 लाख क पार जा चका ह िवकासशील दश म हर छह म स एक म य परदषण क कारण होती ह

िवकासशील दश म भमडलीकरण औ योगीकरण क कारण पयारवरण क सरकषण की नीितय का कायार वयन बहत ही िशिथल ह

पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह

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तलना मक अ ययन

आपदा तरासदी यदध कल मार गए लोग की सखया

िवतीय िव वयदध 1939-45 (कवल भारत क) कल 16 लाख

भारत पािक तान 1965 यदध लगभग 3000

कारिगल यदध 527

भारत म परदषण स होन वाली मौत (2015) 25 लाख

उकत आकड़ का अ ययन कर तो यह पाएग िक यदध की तलना म परदषण स होन वाली मौत का आकड़ा कही अिधक ह बहत सारी बीमािरया कसर फफड़ म नकसान डायिबटीज यह भी परदषण स ही जड़ी ह हम इस यदध तर पर ख म करन की आव यकता ह एक जाग कता अिभयान की भी तरत आव यकता ह परदषण स वा य पर सीधा परभाव bull दय सबधी बीमािरया -अ यिधक परदषण म रहन स दय सबधी बढ़ जात ह एव दय की बीमािरय की सभावना बढ़ जाती ह bull आख- जो लोग यादा परदषण मरहत ह उनकी आख अकसर परभािवत होती ह उ ह अकसर दवा की आव यकता पड़ती ह bull फफड़ का कसर- अ यिधक परदषण क लगातार रहन स फफड़ का कसर एव वसन सकरमण की सभावना होती ह bull वचा पर बरा परभाव- ि कन एलजीर एिकजमा बढ़ जाता ह bull मानिसक तनाव- जो लोग अ यिधक परदषण म रहत ह उनका मानिसक तनाव बढ़ जाता ह भारत म पयारवरण सरकषण स सबिधत वधािनक ढाचा (Legal framework) भारतीय सिवधान क अन छद 21 क अनसार जीवन जीन का अिधकार यह मौिलक अिधकार ह भारत िव व का पहला दश ह िजसन सिवधान म सशोधन क जिरए पयारवरण सरकषण को मह व िदया ह 42व सशोधन 1976 क जिरए रा य क नीित िनदशक त व म पयारवरण मामल जोड़ गए 42व सशोधन क तहत रा य सरकार का यह दािय व ह िक पयारवरण क सरकषण क िलए आव यक कदम उठाए

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भारतीय सिवधान क अन छद 48ए क तहत पयारवरण सरकषण का पराथिमक दािय व रा य सरकार का ह bull जल (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1974 bull व यजीव (सरकषण) अिधिनयम सशोिधत 2002 bull वन (सरकषण) अिधिनयम 1980 bull वाय (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1981 एव सशोिधत 1987

कदरीय परदषण िनयतरण बोडर (CPCB) रा टरीय पिरवश वाय गणव ता मानक (National Ambient air quality standard) न परदषक तय िकए ह पयारवरण (सरकषण) अिधिनयम 1986 [Environment protection Act 1986] इस अिधिनयम क तहत कदर सरकार अिधकत ह I उ सजरन (Emmission) का मानक तय करन क िलए उ योग की जगह िचि नत करन क िलए खतरनाक कचरा परबधन क मानक तय करन क िलए

जन वा य बचाव क िलए पर यकष एव परोकष प स िन न अिधिनयम ह-

पर यकष प स (i) खतरनाक अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम सशोिधत 2000 (Hazardous Waste) (ii) जव िचिक सा अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम 1998 (Biomedical waste) (iii) नगर अपिश ट (परबधन और हडिलग िनयम) 2000 (Municipal waste)

परोकष प स (i) कारखान अिधिनयम सशोिधत 1987 (Factories Act) (ii) लोक दािय व बीमा अिधिनयम 1991 (Public Liability insurance Act)

सवधािनक त य माननीय उ चतम यायालय क ऐितहािसक फसल िवसट परीकलारङगरा लागरा बनाम भारत

सघ म जन वा य का सधार एव रखरखाव करन का िनणरय िलया गया था यह भारतीय

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सिवधान क अन छद 21 म िनिहत ह भारत क याणकारी रा य ह और यह सरकार का पराथिमक कतर य ह िक वह परदषण स पीिड़त

यिकतय को म त िचिक सा महया करवाए Doctrine of Parens Patriae का िसदधात कई बार यायालय म िलया गया ह िजसम रा य

सरकार को िनदश िदया गया ह िक आपदा स पीिड़त यिकतय को तरत राहत पहचाए भारत म पयारवरण परदषण साफ-सफाई क िव दध िशकायत का परभावी ढग स िनपटार क िलए

सरकार न सन 2010 म रा टरीय हिरत अिधकरण (NGT) का गठन िकया ह I अिधिनयम 2010 क तहत पयारवरण बचाव और वन सरकषण और अ य पराकितक ससाधन सिहत पयारवरण स सबिधत िकसी भी काननी अिधकार क परवतरन और परभािवत यिकत अथवा सपि त क िलए कषितपित र परदान करना और इसस जड हए मामल का परभावशाली और ती गित स िनपटारा करन क िलए िकया गया ह

यह एक िवि ट िनकाय ह जो िक पयारवरण िववाद बह-अनशासिनक मामल सिहत सिवजञता स सचािलत करन क िलए सभी आव यक ततर स ससि जत ह

कड़ा परबधन यह सम या न कवल शहर म ह बि क गाव म भी तजी स बढ़ रही ह कड़ का पयार त परबधन न होन क कारण शहर म यह परदषण का एक मह वपणर कारक बन चका ह कड़ा जब यादा पराना हो जाता ह तो मीथन गस उ प न होती ह जो तरत आग पकड़ लती ह मबई क दवनार कड़ा घर म अकसर आग लग जाती ह िजसका यही कारण ह िक वहा मीथन गस उ प न होती ह कड़ क ोत पर उपयोग क बहत स परयास िकए गए ह परत इसका कायार वयन नही हो पाया

ह िमथन काबरन डाइऑकसाइड की तलना म वातावरण म गमीर को फसान म 20 गना यादा

परभावी गरीनहाउस गस ह लडिफल साइट स मीथन का उ सजरन सभािवत प स गलोबल वािमरग को बढ़ा सकता ह

परदषण को कम करन क बहत स उपाय ह िजनम स परमख ह कड़ को पनः उपयोग करना जिवक कड़ा पणरतया उपयोग िकया जा सकता ह और अजिवक कड़ा का उिचत परबध िकया जा सकता ह आपको जानकर आ चयर होगा िक वीडन िव व का एकमातर ऐसा दश ह जहा घरल

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अपिश ट का शत परितशत कड़ का पनः उपयोग िकया जाता ह और इसकी िगनती सबस साफ शहर म होती ह सन 2015 म ऊजार सयतर क िलए अपिश ट िवदश स आयात िकया गया था म किवता क मा यम स एक सदश दना चाहता ह िक -

वाय को व छ रख परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरारhelliphellip

शहर गाव क ब को परदषण मकत करना ह हर ब च िकशोर यवा बजगर को व थ रखना ह

व छ रखना ह कायर थल

सावरजिनक थल एव घर कारखाना उ योग का उ सजरन रखना ह उिचत सीमा क भीतर

जिवक अजिवक कड़ को पथक करना होगा जिवक कड़ का कपो ट बनाकर पनः उपयोग करना होगा

अजिवक कड़ का उिचत परबध करना होगा

परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरार

आइए परितजञा कर भारत को 2022 तक परदषण मकत बनाए ------------

आपदाए ससार क िलए एक अलामर घड़ी क समान होती ह िजस ई वर चलात ह और बोलत ह िक अब भी वक त ह जाग जाओ

िकरस जमी अमरीकी किव और दाशरिनक

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बारात की वापसी हिरशकर परसाई

हिरशकर परसाई िहदी क परिसदध लखक और यगयकार थ य िहदी क पहल रचनाकार थ िज ह न यगय को िवधा का दजार िदलाया और उस समाज क यापक पर न स जोड़ा उनकी यगय रचनाए हमार मन म गदगदी ही पदा नही करती बि क हम उन सामािजक वा तिवकताओ क आमन-सामन खड़ा करती ह िजनस िकसी भी यिकत का अलग रह पाना लगभग असभव ह लगातार खोखली होती जा रही हमारी सामािजक और राजनीितक यव था म िपसत म यमवगीरय मन की स चाइय को हिरशकर परसाई न बहत ही िनकटता स पकड़ा ह सामािजक पाखड और िढ़वादी जीवनndashम य की िख ली उड़ात हए उ ह न सदव िववक और िवजञान स मत ि ट को सकारा मक प म पर तत िकया ह पर तत ह उनकी यगय रचना lsquo बारात की वापसीrsquorsquo और एक लघ कथा lsquo सधार lsquo

बारात म जाना कई कारण स टालता ह मगल काय म हम जसी चढ़ी उमर क कवार का जाना अपशकन ह महश बाब का कहना ह हम मगल काय स िवधवाओ की तरह ही दर रहना चािहए िकसी का अमगल अपन कारण कय हो उ ह पछतावा ह िक तीन साल पहल िजनकी शादी म वह गए थ उनकी तलाक की ि थित पदा हो गई ह उनका यह शोध ह िक महाभारत का यदध न होता अगर भी म की शादी हो गई होती और अगर क णम नन की शादी हो गई होती तो चीन हमला न

सािहि यक बहार

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करता सार यदध परौढ़ कवार क अह की ति ट क िलए होत ह 1948 म तलगाना म िकसान का सश तर िवदरोह दश क विर ठ कवार िवनोबा भाव क अह की ति ट क िलए हआ था उनका अह भदान क प म त ट हआ अपन पतर की सफल बारात स परस न मायराम क मन म उस िदन नागपर म बड़ा मौिलक िवचार जागा था कहन लग बस अब तम लोग की बारात म जान की इ छा ह हम लोग न कहा ndash अब िकशोर जसी बारात तो होगी नही अब तो ऐसी बारात ऐसी होगी- िकसी को भगा कर लान क कारण हथकड़ी पहन हम ह ग और पीछ चलोग तम जमानत दन वाल ऐसी बारात होगी चाहो तो ब ड भी बजवा सकत हो िववाह का य बड़ा दा ण होता ह िवदा क वकत औरत क साथ िमल कर रोन को जी करता ह लड़की क िबछड़न क कारण नही उसक बाप की हालत दखकर लगता ह इस दश की आधी ताकत लड़िकय की शादी करन म जा रही ह पाव ताकत िछपान म जा रही ह - शराब पीकर िछपान म परम करक िछपान म घस लकर िछपान म बची पाव ताकत स दश का िनमारण हो रहा ह - तो िजतना हो रहा ह बहत हो रहा ह आिखर एक चौथाई ताकत स िकतना होगा यह बात मन उस िदन एक िव विव यालय क छातरसघ क वािषरको सव म कही थी कहा था ldquoतम लोग कराितकारी त ण-त िणया बनत हो तम इस दश की आधी ताकत को बचा सकत हो ऐसा करो िजतनी लड़िकया िव विव यालय म ह उनस िववाह कर डालो अपन बाप को मत बताना वह दहज मागन लगगा इसक बाद िजतन लड़क बच व एक-दसर की बहन स शादी कर ल ऐसा बिनयादी कराितकारी काम कर डालो और िफर िजस िसगड़ी को जमीन पर रखकर त हारी मा रोटी बनाती ह उस टिबल पर रख दो िजसस त हारी प नी सीधी खड़ी होकर रोटी बना सक बीस-बाईस साल म िसगड़ी ऊपर नही रखी जा सकी और न झाड म चार फट का डडा बाधा जा सका अब तक तम लोग न कया खाक कराित की हrdquo छातर थोड़ च क कछ ही-ही करत भी पाय गए मगर कछ नही एक त ण क साथ साल महनत करक मन उसक खयालात सवार थ वह शादी क मडप म बठा तो ससर स ब च की तरह मचलकर बोला ldquoबाबजी हम तो व पा लग व पा क िबना कौर नही उठायगrdquo लड़की क बाप का चहरा फक जी हआ जता उतार कर पाच इस लड़क को मा और प चीस खद अपन को सम या य सलझी िक लड़की क बाप न साल भर म व पा दन का वादा

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िकया नग क िलए बाजार स व पा का िखलौना मगाकर थाली म रखा िफर सबा पया रखा और दामाद को भट िकया सवा पया तो मरत वकत गोदान क िनिम त िदया जाता ह न हा मर उस त ण दो त की परगितशीलता का गोदान हो रहा था बारात यातरा स म बहत घबराता ह खासकर लौटत वकत जब बाराती बकार बोझ हो जाता ह अगर जी भर दहज न िमल तो वर का बाप बराितय को द मन समझता ह म सावधानी बरतता ह िक बारात की िवदा क पहल ही कछ बहाना करक िकराया लकर लौट पड़ता ह एक बारात की वापसी मझ याद ह हम पाच िमतर न तय िकया िक शाम 4 बज की बस स वापस चल प ना स इसी क पनी की बस सतना क िलए घ ट-भर बाद िमलती ह जो जबलपर की टरन िमला दती ह सबह घर पहच जायग हमम स दो को सबह काम पर हािज़र होना था इसिलए वापसी का यही रा ता अपनाना ज़ री था लोग न सलाह दी िक समझदार आदमी इस शाम वाली बस स सफ़र नही करत कया रा त म डाक िमलत ह नही बस डािकन ह बस को दखा तो दधा उभर पड़ी खब वयोवदध थी सिदय क अनभव क िनशान िलए हए थी लोग इसिलए सफ़र नही करना चाहत िक वदधाव था म इस क ट होगा यह बस पजा क योगय थी उस पर सवार कस हआ जा सकता ह बस-क पनी क एक िह सदार भी उसी बस स जा रह थ हमन उनस पछा-यह बस चलती ह वह बोल-चलती कय नही ह जी अभी चलगी हमन कहा-वही तो हम दखना चाहत ह अपन-आप चलती ह यह उ ह न कहा-हा जी और कस चलगी गज़ब हो गया ऐसी बस अपन-आप चलती ह हम आगा-पीछा करन लग पर डाकटर िमतर न कहा-डरो मत चलो बस अनभवी ह नई-नवली बस स यादा िवशवनीय ह हम बट की तरह यार स गोद म लकर चलगी हम बठ गए जो छोड़न आए थ व इस तरह दख रह थ जस अितम िवदा द रह ह उनकी आख कह रही थी - आना-जाना तो लगा ही रहता ह आया ह सो जाएगा - राजा रक फ़कीर आदमी को कच करन क िलए एक िनिम त चािहए इजन सचमच टाटर हो गया ऐसा लगा जस सारी बस ही इजन ह और हम इजन क भीतर बठ ह काच बहत कम बच थ जो बच थ उनस हम बचना था हम फौरन िखड़की स दर सरक गए इजन चल रहा था हम लग रहा था हमारी सीट क नीच इजन ह

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बस सचमच चल पड़ी और हम लगा िक गाधीजी क असहयोग और सिवनय अवजञा आदलन क वकत अव य जवान रही होगी उस टरिनग िमल चकी थी हर िह सा दसर स असहयोग कर रहा था परी बस सिवनय अवजञा आदोलन क दौर स गज़र रही थी सीट का बॉडी स असहयोग चल रहा था कभी लगता सीट बॉडी को छोड़ कर आग िनकल गई कभी लगता िक सीट को छोड़ कर बॉडी आग भाग जा रही ह आठ-दस मील चलन पर सार भद-भाव िमट गए यह समझ म नही आता था िक सीट पर हम बठ ह या सीट हम पर बठी ह एकाएक बस क गई मालम हआ िक पटरोल की टकी म छद हो गया ह डराइवर न बा टी म पटरोल िनकाल कर उस बगल म रखा और नली डालकर इजन म भजन लगा अब म उ मीद कर रहा था िक थोड़ी दर बाद बस क पनी क िह सदार इजन को िनकालकर गोद म रख लग और उस नली स पटरोल िपलाएग जस मा ब च क मह म दध की शीशी लगाती ह बस की र तार अब प दरह-बीस मील हो गई थी मझ उसक िकसी िह स पर भरोसा नही था बरक फल हो सकता ह टीयरीग टट सकता ह परकित क य बहत लभावन थ दोन तरफ हर-हर पड़ थ िजन पर पछी बठ थ म हर पड़ को अपना द मन समझ रहा था जो भी पड़ आता डर लगता िक इसस बस टकराएगी वह िनकल जाता तो दसर पड़ का इ तज़ार करता झील िदखती तो सोचता िक इसम बस गोता लगा जाएगी एकाएक िफर बस की डराइवर न तरह-तरह की तरकीब की पर वह चली नही सिवनय अवजञा आ दोलन श हो गया था क पनी क िह सदार कह रह थ - बस तो फ टर कलास ह जी य तो इ तफाक की बात ह कषीण चादनी म वकष की छाया क नीच वह बस बड़ी दयनीय लग रही थी लगता जस कोई वदधा थककर बठ गई हो हम गलािन हो रही थी िक इस बचारी पर लदकर हम चल आ रह ह अगर इसका पराणात हो गया तो इस िबयाबान म हम इसकी अ य टी करनी पड़गी िह सदार साहब न इजन खोला और कछ सधारा बस आग चली उसकी चाल और कम हो गई थी धीर-धीर वदधा की आख की योित जान लगी चादनी म रा ता टटोल कर वह रग रही थी आग या पीछ स कोई गाड़ी आती िदखती तो वह एकदम िकनार खड़ी हो जाती और कहती - िनकल जाओ बटी अपनी तो वह उमर ही नही रही एक पिलया क उपर पहच ही थ िक एक टायर िफ स करक बठ गया बस बहत ज़ोर स िहलकर थम गई अगर पीड म होती तो उछल कर नाल म िगर जाती मन उस क पनी क िह सदार की तरफ दधा भाव स दखा वह टायर क हाल जानत ह िफर भी जान हथली पर ल कर इसी बस स सफर

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करत ह उ सगर की ऐसी भावना दलरभ ह सोचा इस आदमी क साहस और बिलदान-भावना का सही उपयोग नही हो रहा ह इस तो िकसी कराितकारी आदोलन का नता होना चािहए अगर बस नाल म िगर पड़ती और हम सब मर जात तो दवता बाह पसार उसका इ तज़ार करत कहत - वह महान आदमी आ रहा ह िजसन एक टायर क िलए पराण द िदए मर गया पर टायर नही बदला दसरा िघसा टायर लगाकर बस िफर चली अब हमन वकत पर प ना पहचन की उ मीद छोड़ दी थी प ना कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी - प ना कया कही भी कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी लगता था िज़ दगी इसी बस म गज़ारनी ह और इसस सीध उस लोक की ओर परयाण कर जाना ह इस प वी पर उसकी कोई मिज़ल नही ह हमारी बताबी तनाव ख म हो गए हम बड़ इ मीनान स घर की तरह बठ गए िच ता जाती रही हसी मज़ाक चाल हो गया ठ ड बढ़ रही थी िखड़िकया खली ही थी डाकटर न कहा - गलती हो गई कछ पीन को ल आता तो ठीक रहता एक गाव पर बस की तो डाकटर फौरन उतरा डराइवर स बोला - जरा रोकना नािरयल ल आऊ आग मिढ़या पर फोड़ना ह डाकटर झोपिड़य क पीछ गया और दशी शराब की बोतल ल आया छागल म भर कर हम लोग न पीना श िकया इसक बाद िकसी क ट का अनभव नही हआप ना स पहल ही सार मसािफर उतर चक थ बस क पनी क िह सदार शहर क बाहर ही अपन घर पर उतर गए बस शहर म अपन िठकान पर की क पनी क दो मािलक रजाइय म दबक बठ थ रात का एक बजा था हम पाच उतर म सड़क क िकनार खड़ा रहा डाकटर भी मर पास खड़ा हो कर बोतल स अितम घट लन लगाबािक तीन िमतर बस-मािलक पर झपट उनकी गमर डाट हम सन रह थपर व िनराश लौट बस-मािलक न कह िदया थासतना की बस तो चार- पाच घ ट पहल जा चकी थी अब लौटती होगीअब तो बस सवर ही िमलगी आसपास दखा सारी दकान होटल ब द ठ ड कड़ाक की भख भी खब लग रही थी तभी डाकटर बस-मािलक क पास गया पाचक िमनट म उनक साथ लौटा तो बदला हआ था बड़ अदब स मझस कहन लगा सर नाराज़ मत होइए सरदार जी कछ इतजाम करग सरसर उ ह अफ़सोस ह िक आपको तक़लीफ़ हई अभी डाकटर बतक लफी स बात कर रहा था और अब मझ सर कह रहा ह बात कया ह कही ठरार यादा असर तो नही कर गया मन कहा यह तमन कया सर-सर लगा रखी ह

उसन वस ही झक कर कहा सर नाराज़ मत होइए सर कछ इतजाम हआ जाता ह

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मझ तब भी कछ समझ म नही आया डाकटर भी परशान था िक म कछ समझ कय नही रहा ह वह मझ अलग ल गया और समझाया मन इन लोग स कहा ह िक तम ससद सद य हो इधर जाच करन आए होम एक कलकर ह िजस साहब न एम पी को सतना पहचान क िलए भजा ह मन इनस कहा िक सरदारजी मझ गरीब की तो गदरन कटगी ही आपकी भी लवा-दई हो जाएगी वह पशल बस स सतना भजन का इतजाम कर दगा ज़रा थोड़ा एम पी पन तो िदखाओ उ ल की तरह कय पश आ रह हो म समझ गया िक मरी काली शरवानी काम आ गई ह यह काली शरवानी और य बड़ बाल मझ कोई प द दत ह नता भी िदखता ह शायर भी और अगर बाल सख -िबखर ह तो ज मन शहनाई वाल का भी धोखा हो जाता ह मन िम याचार का आ मबल बटोरा और लौटा तो ठीक ससद सद य की तरह आत ही सरदारजी स रोब स पछा सरदारजी आर टी ओ स कब तक इस बस को चलान का सौदा हो गया ह सरदारजी घबरा उठ डाकटर खश िक मन फ टर कलास रोल िकया ह रोबदार ससद सद य का एक वाकय काफ़ी ह यह सोच कर म दर खड़ होकर िसगरट पीन लगा सरदारजी न वही मर िलए कसीर डलवा दी वह डर हए थ और डरा हआ म भी था मरा डर यह था िक कही पछताछ होन लगी िक म कौन ससद सद य ह तो कया कहगा याद आया िक अपन िमतर महशद त िम का नाम धारण कर लगा गाधीवादी होन क नात वह थोड़ा झठ बोलकर मझ बचा ही लग मरा आ मिव वास बहत बढ़ गया झठ यिद जम जाए तो स य स यादा अभय दता ह म वही बठ-बठ डाकटर स चीखकर बोला बाब यहा कया कयामत तक बठ रहना पड़गा इधर कही फोन हो तो जरा कलकटर को इि तला कर दो वह ग़ाड़ी का इतजाम कर दग डाकटर वही स बोला सर बस एक िमनट ज ट ए िमनट सर थोड़ी दर बाद सरदारजी न एक नयी बस िनकलवायी मझ सादर बठाया गया सािथय को बठाया बस चल पड़ी मझ एम पी पन काफी भारी पड़ रहा था म दो त क बीच अजनबी की तरह अकड़ा बठा था डाकटर बार बार सर कहता था और बस का मािलक हज़र सतना म जब रलव क मसािफरखान म पहच तब डाकटर न कहा अब तीन घ ट लगातार तम मझ सर कहो मरी बहत तौहीन हो चकी ह

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लघ कथा

सधार हिरशकर परसाई

एक जनिहत की स था म कछ सद य न आवाज उठाई स था का काम असतोषजनक चल रहा ह इसम बहत सधार होना चािहए स था बरबाद हो रही ह इस डबन स बचाना चािहए इसको या तो सधारना चािहए या भग कर दना चािहए स था क अ यकष न पछा िक िकन-िकन सद य को असतोष ह दस सद य न असतोष यक त िकया अ यकष न कहा हम सब लोग का सहयोग चािहए सबको सतोष हो इसी तरह हम काम करना चाहत ह आप दस स जन क या सधार चाहत ह कपा कर बतलाव और उन दस सद य न आपस म िवचार कर जो सधार सझाए व य थ - स था म चार सभापित तीन उप-सभापित और तीन मतरी और होन चािहए

सािहि यक बहार

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िहदी सािह य म वषार वणरन ीमती एम अनराधा

विर ठ अनवादक िहदी अनभाग- मखयालय

आिदकाल स लकर आधिनक काल तक परायः पर यक किव या लखक न किवता उप यास कहानी आिद क मा यम स वषार ऋत का वणरन िकसी न िकसी प म अव य िकया ह िक त किवता इसका परबल मा यम रहा ह किवता ससार क परित हमारी भावमयी परितिकरया की अिभ यिकत ह उसक वारा शष सि ट क साथ हमारा रागा मक सबध िजसम आकषरण और िवकषरण दोन ही शािमल ह थािपत होता ह वजञािनक का भी सि ट क साथ सबध रहता ह िकत वह रागा मक न होकर परायः यथाथरपरक होता ह वषार ऋत का वणरन िविभ न सदभ म िकया गया ह जस मानवीय भाव क िवकास म सौ दयारनभित म का य की याखया म आलबन उ ीपन क प म रह यानभित म आ याि मक साधना म िवरह भावना को यकत करन म वषार ऋत क वणरन की अपनी परमखता ह लोकगीत म दखा जाए तो lsquorsquoढोला मा रा दोहाrsquorsquo म वषार ऋत का स दर िचतरण ह इसम मालवणी वारा पर तत िचतर म मनि थित क समाना तर उ ीपन का प िछपा हआ ह पपीहा िपउ िपउ कर रहा ह वन म मोर ककन लगा बादल की घटाओ म फौज़ ह िबजली तलवार ह और वषार की बद बाण की तरह लगती ह वषार ऋत म निदया नाल और झरन पानी स भरपर चढ हए ह घन बादल उमड़ आए ह चार और घन बादल ह आकाश म िबजली चमकती ह पपीहा क ण श द करता ह और वषार की झड़ी लगी रहती ह काली कठली वाली बदली बरस कर हवा को छोड़ रही ह इस वषार-ऋत क िचतर म थानगत प-रग की क पना वातावरण का िनमारण करती ह बोधा क िवरह बािरश (मा वानल कामकदला) म वषार- ऋत वणरन क परसग म मा वानल लीलावती क िवयोग म मघ

याद क झरोख स

याद क झरोख स

यह लख मौसम मजषा क क जलाई ndash अग त 1984 क अक म परकािशत हआ था ीमती एम अनराधा मखयालय स िदसबर 2016 म सवािनव त हो चकी ह

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स सदश कहता ह दिकषण की यामा घटा को दखकर िवपर क दय को अ यत क ट हआ माधवानल न परीितपवरक उसस अपनी िवरह वदना इस परकार कही-

हो पयोध िवरिहन दखलायक मरो दरद सनो तम नायक पहपावित परी मम यारी नवयौवन बाला सकमारी lsquorsquo

परारिभक िहदी का य म िव यापित की पदावली म िवरह भावना का वणरन वषार ऋत क मा यम स िकया गया ह मा णी की िवरह अव था म किव कहता हः-

बाबिहयउ असाढ़ िजम िजम िबरिहणी करई िवलाप जब ही बरसइ घण घ उ तब ही कहई िपरयाप

(आषाढ़ क पपीह की तरह िवरिहणी िवलाप करती ह जब-जब मघ बरसता ह तब-तब वह िपरय को बलाती ह )

उनिस आई बदली ढोलक आयउ िचत यो बरसइ िरत आपणी नइण हमार िनत

(बादल क उमड़न क साथ ढोला भी मर दय म उमड़ आया य बादल तो अपनी ऋत म ही बरसत ह िकत मर नतर तो िनत परित बरसत ह) िव यापित क परम-वणरन म वषार-ऋत का वणरन इस परकार हः-

सजनी झलकाए पखन न मल मध माल सय तािडत लता जिनिहरदय सल दई गल

मघमाला म िबजली क अचानक उदय होन की भाित य भी परमी को चकाच ध करता ह पराथिमक परम की अनभित की तलना तिड़त लता स करन म परमी की तड़पन का बोध भी ह प वीराज रासो म प वीराज क पर थान क प चात िवयोिगनी सयोिगता की दशा िविचतर हो जाती हः-

वही रित पावस वही मधवान धनष वही चपल चमक त वही बगपत िनर ष वही घटा घनघोर वही प पीह मोर सर

य यिप वही पावस की रात ह वही इदरधनष ह वही चपला चमकती ह वही बगल की पिकत ह वही घटा घनघोर ह और वही मोर का वर ह िक त िपरयतम क िबना मझ कछ अ छा नही लगता भिकतका य म भी िवरह यथा का वणरन वषार क मा यम स िकया गया ह महाकिव तलसीदास न रामचिरतमानस क िकि कधाकाड म वषार ऋत का वणरन िकया हः-

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घन घमड नभ गरजत घोरा िपरया हीन डरपत मन मोरा दािमनी दमक रहन घन माही खल क परीित जथा िथर नाही

छदर नदी भिर चली तोराई जस थोरह धन खल इतराई भिम परत भा ढाबर पानी जन जीविह माया लपटानी

(आकाश म बादल घमड़-घमड़ कर घोर गजरना कर रह ह िपरया (सीताजी) क िबना मरा मन डर रहा ह िबजली की चमक बादल म ठहरती नही जस द ट की परीित ि थर नही रहती छोटी निदया भर कर िकनार को तोड़न लगी जस थोड़ घन स भी द ट इतरा जात ह प वी पर पडत ह पानी गदला हो गया ह जस शदध जीव क माया िलपट गई हो )

lsquorsquoकबह परबल बह मा त जह तह मघ िबलािह िजिम कपत क उपज कल सदधमर नसािह कबह िदवस मह िनिबड तम कबहक परगट पतग िबनसइ उपजइ गयान िमित पाड कसग ससग lsquorsquo

(कभी-कभी वाय बड़ जोर स चलन लगती हिजसस बादल जहा तहा गायब हो जात ह जस कपतर क उ प न होन स कल क उ तम धमर न ट हो जात ह िफर कभी िदन म घोर अधकार छा जाता ह और कभी सयर परगट हो जात ह जस कसग पाकर जञान न ट हो जाता ह और ससग पाकर उ प न हो जाता ह ) इसम अ या म जञान और मोकष की भिमका वषार क मा यम स यकत िकया गया ह इसम एक और परकित वणरन की सि ल ट योजना की गई ह िजसम परकित का यथाथर प अपन िकरया यापार क साथ उपि थत हआ ह इ ही को लकर उपदश की यजना की बात कही जाती ह मीरा न अपन मनोभाव को वषार क प म इस परकार िचितरत िकया हः-

बरस बदिरया सावन की सावन की मन भावन की सावन म उमगयौ मर मनवा भनक सिन हिर आवन की उमड़-उमड़ चह िदिस स आयो दामण दमक झर लावन की न ही न ही बदन महा बरस सीतल पवन सोहावन की मीरा क परभ िगरधर नागर आनद मगल गावन की

यहा मीरा क परभ-िमलन क उ लास क साथ परकित उि लिसत हो उठी ह इस प म वह भाव को सीध अथ म उ ी त करक मानवीय भावना म सम परा त करती ह

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कभी-कभी भक त किव परकित का प उपि थत करक उ लासमयी भावना का सकत अपर यकष प स ही दता ह उदाहरणाथर क णदास का िन न पद दिखए -

lsquorsquoबरज पर याम घटा जर आई तसीय दािमिन चह िदिस क धत लत तरग सहाई सघन छाय कोिकला कजत चलत पवन सखदाई गजत अिलगण सघन कज म सौरभ की अिधकाईrsquorsquo

परमानद दास कहत ह lsquorsquoबादल पानी भरन को चल ह चार ओर स िघरती याम घटा को दखकर सभी को उ लास हआ बादल की याम छिव न इदर धनष और बक की पिक त की शोभा अिधक सखकर बना दी ह घन याम अपनी मडली क साथ कद ब वकष क नीच ह वण बजती ह और अमत त य वर म मदग तथा आकाश क बादल साथ गरजत ह मन भाई ऋत आई और सभी जीव करीडा मग न हrsquorsquo इस िचतरण म वषार का य वाभािवक ह और मानवीय उ लास क सम पर उपि थत हआ ह सर न इदर-रोष क परसग म मघ का वणरन सहज ढ़ग स िकया ह -

lsquorsquoगरज-गरज घन घरत आव तरक-तरक चपला मकार नर-नारी सब दखत बढ़ य बदरा परलोक क काढ़

मितराम क णािभ सािरका का अधरी रात क साथ वणरन करत ह - lsquorsquoउमिड़ घमिड िदग मडल मिड रह झिम-झिम बादर कह की िनिसकारी म पावस िनिस अिधयार म रहयो भद नही आन राित घ स जा यो परत लखई चकई चकरवान

इसम पावस का वणरन अपनी अ यिक त म अधकार क साथ घनी घटाओ का सकत दता ह पावस क मघ न कािलदास क िवरही यकष की चतना को अिभभत कर िदया था य मघ िहमालय क अक म बसी अलकानगरी को भी जाएग यह सोच कर उनक हाथ उसन अपनी िपरयतमा क पास सदश कहलवाया था रीित पर परा म परकित वणरन की ष िट स सनापित का िवशष थान ह वषार का परभाव भारतीय जीवन पर अिधक पड़ा ह सनापित इस ऋत स िवशषकर इसक अधकार स अिधक आकिषरत ह वषार म भारतीय आकाश म मघ की िनिवड़ सघनता और िबजली का चचल परकाश ही अिधक परमख ह किव इ ही का िचतर उपि थत करता ह -

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गगन अगन घनाघन त सघन तम सनापित नक ह न नन भटकत ह रिव गयो दिब मानो सिस असअ धिस गयो तार तोिर डार स न कह फटकत ह दीम की दमक जीगनीन की झमक झािड चपला चमक और स सौ न अटत ह मान महा ितिमर त भिल पिर बाट तात रिब सिस तोर कह भल भटकत ह lsquorsquo

(यह भादो आ गया सघन याम वणर क मघ वषार करत ह इन घमड़ती घटाओ म रिव अ य हो गया ह अजन क समान ितिमर आवत हो रहा ह चपला चमक कर अपन परकाश स नतर को च का दती ह आकाश क परसार म काजल स अिधक घना काला अधकार छाया हआ ह और घन घमड़ घमड कर घोर गजरन करत ह इसी परकार आकाश मडल म वत मघ क खड फल हए ह व आकाश म उमड़-घमड़ कर कषण म जत बद स प वी को िछड़क दत ह lsquorsquo) कछ सत न बारह मासा या सपणर ऋत वणरन भी िलख ह लोक गीत की नाियका क समान सत की िवरिहणी बारहमास म परकित क साथ अपनी यथा को यक त करती ह ndash

lsquorsquo याद गहर गभीर जकली कािमनी मघ र य झरलाई चमकत दािमनी बहत भयानक रिन पवन चहिदिश बह स दर िबन उस पीव िवरिहणी क य रह lsquorsquo

परकित क भयानक प स यहा यथा का ती होना िदखाया ह जायसी क बाहरमासा म नागमती क िवरह परसग को लकर परकित को सहज सबध म उपि थत िकया गया ह िवरिहणी नागमती पर यक माप क पिरवितरत पराकितक वातावरण क साथ अपनी िवरह वदना को सम अथवा िवरोध पर रखकरर अिधक िवकल हो उठती ह यथा ndash

िघरती हई घटा चार और स छाती आती ह दादर मोर और कोिकला श दा कह रह ह िबजली िगरती ह शरीर म जस पराण नही कत

सावन ममागर अधकार म गभीर और अथाह हो उठा ह ससार म जहा तम िदखाई दता ह जलमय

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हो उठा ह मरी नौका तो िबना नािवक क थक चकी हभाद मिबजली चमकती ह घटा गरज कर तर त करती ह इसी परकार परकित और भावनाओ का वणरन वषार क मा यम स िकया हआषाढ़ मास म वतपीत याम बादल छात ह बरी बक की पिकत िदखाई दती ह इसम आलम न ऋत क प को प ठ भिम म रखा ह उसक आधार पर भाव को बात कही ह

दीनदयाल की िवयोिगनी को पावस जस वय पीिडत कर रहा होः- चपला चमक लग लक हो अचक िहए कोिकल कहिक बरजार कोरबान की आवत गाढ़ असाढ़ क बादर मो तन म अित आग लगात पावत मोिह न जीवत परीित जो निह पावस म धर आवत

दव क इस परकित िचतर म अिभलाषा का आधार ह और इसम पावस स सबधा मक िनकटता की यजना िछपी ह -

आई िरत पावस न आए परान यार यात मघन बरज आली गरजन लाव ना

किववर िबहारी पावस की घटा क मा यम स नाियका क हाव भाव का वणरन करत ह - िछनक चलित ठठकित िछनक भज परीतम गर डािर चढ़ी अटा दखित घटा िव ण छटा-सी नािर

छायावादी यग की सबस बड़ी िवशषता परकित क समावश की ह छायावाद म परकित न किव की अिभ यिकत क िलए पग-पग पर सहायता की विदक काल स लकर स कत सािह य क पवरकाल तक जो परकित परम आकषरण पणर यिकतव िलए हए थी वह उ तरकालीन स कत सािह य और िहदी सािह य म रीितकाल तक िनवारिसत सी रही का य म उसका परयोग उपदशा मक या आलकािरक प म हआ छायावादी किव न अपन दय की यथा कथा कहन क िलए परकित का सहारा िलया िजसक अ तगरत वषार ऋत का िवशष मह व ह परकित क दय को िवकिसत करन की वभािवक शिकत क सबध म परसाद जी कहत ह-

नील नीरद दख कर आकाश म कय खड़ा चातक रहा िकस आस म

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कय चकोर को हआ उ लास ह कया कलािनिध का अपवर िवकास ह

जब चातक याम घन को दख कर तथा चकोर कलािनिध राकश को दखकर उ लिसत हो उठता ह तब मन य ही स दय पासना स कय विचत रह पराकितक स दयर का वणरन मान ही रसना को रसमय बना दता ह और दय को िवकिसत करता ह आकाश म जब गरी म की तपन क बाद मघ घमड़न लगत ह सखी यासी और मतपराय धरती म िफर स पराण सचार होता ह हरी-भरी वन पित क िमस वह अपनी परस नता परकट करन लगती ह सपणर पराणी जगत परकित क उ लास म डब जाता ह ऐस म lsquorsquo िजवदrsquorsquo की नाियका िपरय क पास वापस लौट आन की अननय क िलए पतर िलखन को याकल हो उठती हः-

धधिरत धर धरवान की सछाई नभ जलधर छौर धरा परसन लागी की कािलही त दिख बन बिलन को बनक नबिलन की मित अित अरसन लागी री िदजदव हरी भरी लिलत कछार य कद बन की डार रस बरसत लगीरी बिग िलख पाती या सघाती मनमोहन को पावस अवाती बरज दरशन लगी री

किववर र नाकर न पावस क सम त उपकरण को नाियका क जीवन म सयोिजत िकया हः- पीय-पीय गोपी पीर पिरत परकारित ह सोई र नाकर पकार पपीहा ही ह लागी रही ननिन स नीर की झरीओ उठ िचतर म चमक सो चमक चपला ही ह िबन घन याम धाम धाम बरजमडल म ऊधौ िनत बसित बहार बरसा की ह

िन कषर प म कहा जा सकता ह िक पराचीन काल स लकर आधिनक काल तक क किवय न अपन का य म वषार ऋत का जो वणरन िकया ह वह मनोहारी तो ह ही भारत जस किष परधान वषार पर िनभरर दश और समाज की ि ट स यथारपरक भी कहा जा सकता ह

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पर निच न डॉ दवदर परधान

वजञािनक ldquoजीrdquo उपकरणन- मखयालय

जब पाव तल धरती ना हो और िसर पर आकाश ना हो कसा लगता ह

जब तन पर कपड़ा ना हो और पट म रोटी ना हो कसा लगता ह

ना पछो य पर न मझ स अनभव नही ह मझ पिरचय इनस नही ह मझ

पछो मासम िबलखत ब च स मा क पट स िचपक हए ख क अधर स चस रह मा क दगधिवहीन तन को पछो उन माताओ स कसा लगता ह

भावरिहत चहरा और सनी आख कहती ह वय ही कहानी िमलता नही ह पट भर क पीन को पानी

पछो उन सभी स कसा लगता ह

िकसका आकाश कस कपड़ और कसी रोटी य सभी इनक िलए बस एक पर निच ह ह

कया सबह कया शाम और कया रात िदन ह कहा उगता ह सरज कहा ढलती ह शाम

िमटती नही जब भख ढकता नही जब तन इ ह इनका कया काम लगता ह मझ कछ ऐसा झठी हो गई ह पिरभाषाए मर चकी ह मानवता ददर का ह सामरा य और छा गई अराजकता बोलबाला ह पस का मानव प ह पश का कोई म य नही जीवन का यहा िबकती ह मौत और खरीदी जाती ह स त मोल पर िज दिगया

का य फहार

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दखो इन सभी को कसा लगता ह

अन तिरत ह सभी कय िक य तो सब पर निच न ह

इसािनयत शिमर दा ह मोहनलाल साह

वजञािनक ldquoएफrdquo

मौसम कदर गोवा

इसािनयत यहा रो रही ह

हर िदन शिमर दा हो रही ह

चाह नकसली हो या आतकवादी यहा हर िदन धमाक कर रह ह

जनता मरती ह तो मर नता चन स सो रह इसािनयत यहा रो रही ह जाित-पाित और धमर क नाम पर फट डाल दी गई समाज म

इसान का खन पानी सा बह रहा ह पर नता अपनी रोटी सक रहा ह

इसािनयत यहा रो रही ह

घोटाल पर घोटाल करन वाल कानन स नही डरन वाल

दो रोटी पचा सकत नही जो करोड़ क नोट हजम कर रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह िजन साध सतो न भारत को िदलाया िव वग का स मान उ ही क नाम पर कछ लोग समाज डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

जहा होती थी नारी की पजा कभी खलत ह आज उनकी अ मत स सभी

ल मीबाई और दगारवती क दश म

नारी अबला हो गई ह इसािनयत यहा रो रही ह

िकस पर भरोसा करग आप आज

िगरिगट की तरह लोग रग बदलत ह िजनको िदया दश आग बढ़ान का कायर वही दश को डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

कब गौतम और महावीर की धरती पर चह ओर परम की िनमरल बयार बहगी

कब कराित का िबगल फकगा कोई

और इ सान सधरगा इस आशा म हम जी रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

का य फहार

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गगा-माहा य

पनम िसह मौसम िवजञानी ndashए

परादिशक मौसम कदर नई िद ली गगा तम हो सबस महान ीहिर-पद-नख स िनगरत हो बर म कमडल आई

चदरमौिल क शीश भरमण कर जटाशकरी कहाई सागर िमलन हआ तहवा जह किपल लगाई यान गगा पाप और क मष धोकर क काया िद य बनाती िहमिगिर क िशखर म समधर गीत सनाती तर दशरन स पराणी अिजरत करत ह जञान गगा किवय न तर तट पर किवता की धम मचाई तर तट पर िबि म ला की गजी थी शहनाई तर चरण को पखार कर तलसी बन सजान गगा तमम जो अवगाहन करता पाता जीवन मिकत जीवन शाित परममय होता पाता तरी भिकत जन- मानस को पावन करती द-द कर वरदान गगा तर अमत जल स होती सब खत की िसचाई

तर तट पर आय न थी दीपावली मनाई तर ही आचल म फला रामायण का जञान गगा भी म को िदया था तन इ छा का वरदान िजसन तर तट पर पाया सब शा तर का जञान कौरव पाडव स पाया िजसन अतीव स मान गगा सीता सािवतरी न भारत म इितहास रचाया पिदमिन न जौहर त स नारी स मान बढ़ाया सरसिरता न िनमरल जल स िकया चिरत िनमारण गगा िशवजी न गगा जी को सवा का पाठ पढ़ाया गगा न सवा क सग क णा की धार बहाया भारतीय नािरया समझती तमको अपनी शान गगा मा की तप या स भारत का भाल सभािषत जननी ज मभिम की मिहमा स सब परफि लत वगर स अवरोहण कर हमको िदया अ न का दान गगा जब हम मा का िचतन करत आती याद त हारी अवतारी प ष को भी मा लगती हो तम यारी भव सागर स तर जात जो करत तरा यान गगा

का य फहार

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तमन िकया हम िनमरल सिलल िवभिषत

िकया इ ह न तर जल को भौितकता स दिषत तब भी आशीवारद िदया जानत ह सभी जहान गगा गगा व छ बनान को भारत ह त पर िनमरल अिवरल प बनगा कर परयास पर पर गगा तब आनिदत होकर कर दगी क याण गगा नमािम गग गजगा भारत क जन-मानस स ल य व छता का परा होगा अद य साहस स मा गग पलिकत होकर परा कर दो यह परयास गगा

मौसम मजषा ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए मौसम कायारलय- अि बकापर

जस जस वसधा अपनी धरी पर चाल चल तस तस रिव ऊजार धरती पर ऋत काल गढ़ परवा पछवा की काली घटा जल रािश भर भर आए गरी म की तपती भतल को

शीतल शीतल वो कर जाए सावन की हिरयाली दख मन बाविरया झला जाए शिश िशिशर का पवन झकोरा तज रिव का मदधम मदधम तन िठठरन स याकल मन शीत बयार चली आगन आगन य रिव उ तरायण को जाव

हम त िवटप स बढ़ पात िगराव द आमतरण ऋतराज बलाव हम त बस त का पाव पखार िवजञपरवीण सब किव कोिवद कोर कागद पर गीत सजाव छद प य लख आलखनवीषा गढ़ गढ़ नतन परकत पौ षा भर डार गागर िफर खाली रस छलकाती चली मौसम मजषा

जीवन पथ सनदा गाबा

मौसम िवजञानी- ए रा टरीय मौसम पवारनमान कदर- मखयालय

जीवन िमलता ह एक बार उस खश हो कर जी लना यार चाह मि कल हो जीवन की राह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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पर ना हो कभी खामोश या उदास िनगाह

त हा जो कभी खद को पाओ तम तो जीवन स ना घबराना तम

पर मन स बस म करा लना अपन सग कछ वकत िबताना भोर की बला म उठ कर सयर को तम सीस नवाना मन ि थर हो जाएगा और कदम भी आग बढ़ पाएगा कदम उठान स ना डरना सदा तम य ही चलत रहना यादा समय क िलए ना कना तम को तो कछ पल ि थित को समझना समझ कर तम और स भलना जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो कर जी लना यार खशी और सति ट को बनाना अपन जीवन का आधार मन म रखना सदा तम यार और कभी िह मत ना हार हो जाएगी ऐस हर दिवधा पार इस तरह जीवन स हो ना कभी बज़ार जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो क जी लना यार

इसम िनत नए रग भरो रग िबरग और सनहर सजील रग स इस जीवन को सजाना ह हर हाल म खश रहना ह और िनरतर आग बढ़त जाना ह

मरा शहर अिकत सकसना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय ndash पालम कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा कछ सपन सच करवाता ह

कछ सपन नए बनवाता ह

कोई िमल जाता ह यहा हमसफ़र अपना कोई खद को ढढ पाता ह यहा स चाई स िमलवाता ह शहर मरा

हर शखस की ज़ नीयत को िनखारता ह

कब कया हािसल हो यहा िकसको

कोई ना जानता िमलत ह दो त यहा

कछ अजनबी अपन हो जात ह

पिरवार स अलग इक नया पिरवार

िमल जाता ह यहा ऐसा खिशय का बगीचा ह मरा शहर I कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा hellip

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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परकित का गार सजीव कमार सागर

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo किष मौसम सवाए परभाग- मखयालय

परकित म हिरयाली सी चमकी किव की कलम स रची किवता सी दमकी परकित का गार ह प ती पराणवाय भी दती ह प ती म यवान त ही ह प ती औिषिधय की खान ह प ती एक-एक टहनी पर सजी पड की शोभा ह प ती पड़ पर एक न ही प ती बन कर त जब चमकी थी जब मन तझको दखा था तब न ही प ती िदखती थी जीवन का आधार बनी त पड़ का गार बनी त एक-एक डाल पर सजी पड की शोभा ह प ती जब लगी डाल पर तब जीन की नई उ मीद जगाती पतझड़ न कय तोड िदया डाली स अकली दर जा िछटकी कय जान नही ह अब तझम कय बजान पड़ी ह

कय सखी-सखी िदखती ह क य िनजीरव पड़ी ह पड़ न डाली स जब तझ छोड़ा होगा ददर उस भी कम नही हआ होगा तकलीफ म तरी वो भी तो तड़पा होगा दख उस भी हआ होगा तकलीफ तझ भी हई होगी तड़पी रोई भी त होगी कय िदख नही िकसी को आस तर जब बदम बबस बजान त हई होगी पड़ की गोद को छोड़कर ढर स जा िमली ह कय डरी-डरी सी िदखती ह कल तक तो थी लगी पड पर इठलाती िजस हवाओ का आचल सहलाता था बाह म पड़ की खब झला झली खब इठलाती थी अब दर पड़ी पड़ स जा िमली प त क ढर स कय पछताती ह तकदीर बदलत दर नही लगती शोभा मकट सी थी त आज बदली तकदीर तो दखो पर स कचली जाती ह प त क ढर म िमलकर जलकर क राख बनी ह हवाओ क थपड स

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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जान कहा-कहा उड़ती िफरती त दसर को जीवन दती थी खद जल राख बनी ह जीवन का यह कड़वा सच ह बाकी तो सब िम या ह परकित का गार ह प ती पराण वाय भी दती ह प ती पड़ की एक-एक टहनी पर िफर चमकी ह नई प ती

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी - बी मौसम कदर- रायपर

उग जात ह पौध और िखल जाता ह फल खडहर की टटी दीवार प थर क ढर की दरार पर आगन क प थर क जोड़ या बजर सी लगती भिम पर कौन इ ह पालताndashसहलाता खादndashपानी ह द जाता कदरत ही करता दखभाल िजसका कोई नही होता एक सकारा मकता ही ह िजसका मल कय िक िखल फल सा ह

स दर हमारा य जीवन इसकी कोमलता का पशर सगध का मधर अहसास काट क म य परफि लत िक त उस पा लन का परयास सदरता का य और रग क अत य िमठास उपभोगानपात म करत उ लािसत आशा और िनराशा जीवटता क ह दो पहल िनराशा स वमन यता और अवसाद का परादभारव पातरता ास आ मगलािन और क ठागर त पठ पर आशाओ स ही मानव जीवन होता ससि जत तब कय हम मन स असमय बढ़ हो जात और छदम िनराशा का रोना- रोकर सकारा मकता की ऊजार न ट कर जात आओ परकित का समिचत दोहन कर उसक अ यत समीप जाकर आशाओ क दीप जलाए निदय -झरन क कलकल और पिकषय क गीत सन घन काल बादल को दख मन-मोर को नचाए

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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बफीरली वािदय म अधर बफीरली झील खोज

घन बीहड़ जगल म िनभरयता का अलख जगाए सम दर िकनार की परातःकालीन परवाई क आनद म इ दरधनष सी रगीिनय और तार की िटमिटमाहट म बफर स ढक पवरत पर बनत-झमत बादल क समह म पराकितक स दयर अहसास स बोिझल मन हरषाए काल घन बादल म नई आकित खोज गली -कच म खलत ब च की िखलिखलाहट म अपन बीत चक सखद बचपन क वो मधर-पल ढढ आकाश म झ ड म उड़त िचिड़य स बनत िभ न- िभ न मनोहारी आकितया अपन मन म उतार I िवकास और नवीनता की खोज म िन य आ मिव वास और सकारा मकता क पड़ उगाए भिव य की वागत म वतरमान क सयत िव लषण स खोए की िनराशा छोड़

पाए का सखद अनभव समझाए सीख को खास बना कम स धरती पर वगर व प अम य प य जीवन आनदमय बनाए I

जब कोमल काया फौलाद बनगी ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए

मौसम कायारलय- अि बकापर सौ शीश ल य म ल चला अब सौ शीश ही ल य मरा ह सन गौर स त य लाल मर

सन अितम ल य जो मरा ह सन सरहद पर उठती आवाज को शतर की कलिषत परवाज को आचल मा का दिषत करन

िफर भिड़य न ललकारा ह

धार नदी का परवाह न कगा बह उपवन स जल नदी बनगी बहत जल की पीड़ा का सख

सागर स िमलकर ही रहगी

म भी अब बह िनकला ह

शतर शोिणत पीन चला ह जननी क आचल को छन

बढ़ शतर क मदरन को बढ़ा ह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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िवजय रथ स बध चक ह घोड़

अ व शौयर सग बध चल तन मर

गित वीरता स वीरगित तक

सग वज रह कभी साथ न छोड़ अितम य मरा सगराम अधरा वचन भारती का कर द अब परा

सौ शीश शतर का धरा िगरा कर

वदी कड भर द अब परा

सौ शीश काट गर मर जाऊगा मा क आचल म सो जाऊगा ओढ़ ितरगा लाल मर

म वापस घर िफर आऊगा

शोक न करना इस माटी तन पर

कसम ह त हार दरिवत नयन को

िपता की राह ही तम भी चलना भारत मा की जय हो कहना

वदीर ही ईमान हर वीर सिनक की तम रखना स भाल मरी वदीर को जब य कोमल काया फौलाद बनगी अग धारण करना मरी वदीर को

ितलाजिल दना सब अपन

यौवन की मनमजीर को

सर कफ़न बाध कर पहन िनकलना मात रकषा िहत इस वदीर को मान ितरग की रखन अब

लाल मर म जाता ह

मा भारती की रकषा िहत

म ितलक भाल सजाता ह

डोर वतन की पतर मर

मजबती स धारण करना शतर की किटल ि ट स

भारत मा की रकषा करना

िचिड़या अजना िम हास

परशासिनक अिधकारी

थापना अनभाग - मखयालय

म छोटी सी न ही िचिड़या

पल भर म उड़ जाती

घर घर बठती म मडर पर

आहट होत ही फदक जाती

छ ज आलन िखडिकय पर

घर अपना था मन बनाया च च म भर- भर क ितनक

घोसल को था मन सजाया

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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इ सानो क बीच म रहना

मझ बहत अ छा आता था दाल चावल सख हो छ त पर

उ ह चगन म मज़ा आता था

च च मार- मार कर दपरण की

िचिड़या को म भगाती थी टट जाए जो हवा स घ सला

महनत स िफर बनाती थी

कछ साल स इस शहर की

हवाओ म दम घटता ह

िव यत- च बकीय फली तरगो म

सास भी लना दलरभ लगता ह

बड़ बड़ मोबाइल टावर को

म न फटी आख भी भाती चील बाज स भरा ह आसमान

और ल त होन को ह मरी परजाित

शहर छोड़ म चली गाव म

वहा भी न जान िकतन िदन बसरा ह

जािलम मोबाइल टावर भी

आ गया यहा मर पीछ पीछ

गाव भी अब शहर सा जहरीला लगता ह

काश होता ऐसा िक

कबतर भया ही स दश पहचात

शाित क बन रहत दत

और ना य टावर क राकषस पर फलात िफर स चहकती म बिगया म

घमती डाली डाली पाती पाती

दाना चगन आती

िफर स म मडर पर

और ल त होन की कगार पर

न पहचती मरी परजाित

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सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo किष मौसम परामशर सवा परभाग

आकाशवाणी महािनदशालय (भारत सरकार) वारा सन 1956 स ही लगातार हर वषर lsquoसवरभाषा किव स मलनrsquo आयोिजत िकया जाता रहा ह इस वषर यह इदौर म यपरदश म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo क नाम स आयोिजत िकया गया

य मरा सौभागय ही रहा िक इस बार अनवादक किव क प म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo जस रा टरीय यजञ म मरी भी भागीदारी रही और म तो यह कहगा िक इस मामल म यह lsquoभारत मौसम िवजञान िवभागrsquo का भी सौभागय ही रहा कय िक म शायद पहला किव ह जो भारत ही नही बि क िव व क इस अनठ किव स मलन म lsquoमौसम िवजञान िवभागrsquo स जड़ा ह और सयोग दिखए िक अपनी तरह क इस अनोख किव स मलन का नाम ल दन ि थत lsquoबक ऑफ़ व डर िरकॉडरrsquo म भी दजर हआ सवरभाषा किव स मलन कया ह जब हमारा दश आज़ाद हआ और सन 1956 म lsquoभारत सरकारrsquo जब थािय व को परा त हई तो हर तरफ भारत की अपनी स कित और सपरभता की बात होन लगी सरकारी लाइबररी कल और अ य स थाए सा कितक कायरकरम और किव स मलन का आयोजन करन लग इसी समय lsquoसचना और परसारण मतरालयrsquo क अधीन lsquoआकाशवाणीrsquo (जो उस समय सचना और परसारण का सव च मा यम था) क अिधकािरय क िदमाग म ऐस कायरकरम की क पना न ज म िलया जो दश को एक सतर म जोड़ तभी योजना बनाई गई िक भारतीय सिवधान की 8वी अनसची म मा यता परा त सभी 22 भाषाओ क परितिनिध किवय का किव स मलन कराया जाए िजसस दश क िविभ न रा य क िव वान क िवचार उपलि धया सम याए सघषर और सोच एक मच स सनी और

भाषायी बयार

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कही जा सक सवरभाषा किव स मलन की चयन परिकरया पर वषर दश क सभी 450 रिडयो टशन पर िविभ न कायरकरम क जिरए कषतरीय किवय का का य पाठ होता रहता ह पर यक कषतरीय रिडयो टशन पर हए किवता पाठ म स उस टशन की चयन सिमित दो किवय की दो किवताओ को चन कर परदश की राजधानी क मखय रिडयो टशन पर भजती ह सभी रा य की राजधानी क रिडयो टशन पर भी एक चयन सिमित बनाई जाती ह जो अपन रा य क पाच किवय की पाच किवताओ को चनकर िद ली ि थत आकाशवाणी भवन महािनदशालय को भजती ह त प चात यहा िद ली म उन किवताओ का अगरजी और िहदी म अनवाद होता ह तथा यहा भी रा टरीय तर क विर ठ किवय की एक चयन सिमित दश क सिवधान म उदधत 22 भाषाओ क किवय की किवताओ म स पर यक भाषा की दो किवताओ और किवय क नाम घोिषत करती ह दो इसिलए िक िकसी वजह स अगर परथम किव अपनी किवता का पाठ करन म असमथर हो तो दसर को मौका िदया जा सक ठीक यही परिकरया िकसी भी भाषा क अनवादक किव का चयन करत समय अपनाई जाती ह मगर यहा पर किव क किवता पर तितकरण पर यान यादा िदया जाता ह मरा चयन मरी किवताओ का परसारण भी कई बार आकाशवाणी िद ली स हो चका ह एक िदन मझ कायरकरम अिधकारी जी का फोन आया िक अपना सिकष त पिरचय भिजए मन जानना चाहा िक िकस िलए तो उ ह न कहा िक बाद म बताया जाएगा म पिरचय भजकर इस बात को भल ही गया था मगर एक िदन उ ही अिधकारी का िफर फोन आया और बोल िक बधाई हो आपका चयन सवरभाषा किव स मलन 2018 म अनवादक किव क प म हआ ह मन तो इस कायरकरम का नाम भी नही सना था और जब उ ह न बताया िक यह किव स मलन इदौर म होगा तो मन साफ मना कर िदया िक म तो इतनी दर और वो भी िकसी दसर किव की किवता पढ़न नही िब कल नही जाउगा यह सनकर वो हरान हए और बोल आप इतनी बडी उपलि ध को ठकरा रह हो उ ह न मझ आकाशवाणी भवन बलाया और इस किव स मलन क गौरवपणर इितहास उपयोिगता और भ यता क बार म बताया तब म राजी हआ सवरभाषा किव स मलन का आयोजन

हर वषर यह आयोजन दश क अलग अलग रा य और शहर म होता ह वषर 2018 म यह आयोजन इदौरम यपरदश म िदनाक 16012018 को शहर क परिसदर होटल िबरिलएट क वशन सटर क इ पीिरयल सभागार म हआ एक िदन पहल 15 जनवरी 2018 को इसका पवार यास िकया गया तथा

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परस कॉ फरस भी बलाई गई िजसक अ यकष आकाशवाणी िद ली महािनदशालय क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी रह और उ ह न पतरकार क सभी सवाल क जवाब भी िदए चयन परिकरया क िवषय म भी एक पतरकार का पर न था उसी क जवाब म चदरशखर यास जी न िव तत जानकारी दी और मझ आभास हआ िक म िकतना सौभाग यशाली ह उसक बाद 15 जनवरी को शाम 400 बज आकाशवाणी इदौर की तरफ स हम सभी किवय को तीन वातानकिलत िमनी बस उ जन म महाकाल वर जी क दशरन करान क िलए रवाना हई और ठीक आरती क समय हम सभी किवय न महाकाल वर जी क बहत बिढया तरीक स दशरन िकए उसक बाद परिसदध हिरिसिदध मिदर और बड़ गणश मिदर क दशरन िकए 16 जनवरी 2018 को इ पीिरयल सभागार खचाखच भरा हआ था शहर क आला अिधकािरय की गािड़या लगातार आ रही थी लगभग 400 बज शाम को आकाशवाणी क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी और आकाशवाणी इदौर क िनदशक ी िव वास कलकर महोदय न दीप पर विलत करक lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018rsquo का शभार भ िकया पर परा क अनसार सवरपरथम सभी भाषाओ की ज मदाता स कत भाषा म िलखी किवता का पाठ डॉसरचना ितरवदी न िकया और उसक िहदी अनवाद का पाठ फरीदाबाद क डॉ िवनोद शकर पाडय जी न िकया उसक बाद वणरमाला करमानसार ी मदल होलोई न अपनी असिमया भाषा की किवता का पाठ िकया और उसका िहदी म अनवाद डॉ िनशा वारा पढ़ा गया उसक बाद उिड़या उदर क कणी क नड़ क मीरी गजराती डोगरी तिमल तलग नपाली पजाबी बागला बोडो भाषा म किवता पाठ हआ और उन सभी का िहदी अनवाद का य पाठ भी

16व न बर पर पदम ी डॉ रतन िथयाम जी की मिणपरी किवता फशरहीन फशर का िहदी अनवाद और का य पाठ मन िकया उसक बाद मिथली मलयालम मराठी िसधी और सथाली भाषाओ की किवताओ का पाठ उनक मल किवय न िकया और अनवादक किवय न उन सभी किवताओ का िहदी म अनवाद पाठ िकया सबस बाद म िहदी की दो किवताओ एक मकतछद तथा एक छदीय गीत का पाठ हआ दोन ही किवताओ का खब आनद उपि थत ोताओ न िलया इसक पहल lsquoखrsquo कषतर की किवताओ का भी ोताओ न मल प तथा िहदी अनवाद दोन म ही हए का य पाठ का आनद िलया lsquoगrsquo कषतर की किवताओ का आनद उनक िहदी अनवाद स ही ल पा रह थ ोता इस बीच य घोषणा भी हई िक अनकता म एकता िलए इस अनठ किव स मलन को ल दन ि थत lsquoवडर बक ऑफ़ िरकॉ रसrsquo प तक म भी इस वषर दजर िकया गया ह इस सबध म असम उ च यायलय क मखय यायाधीश न परमाण पतर डॉ चदरशखर यास जी को सौपा अत म सभी किवय को परतीक िच न और

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शॉल दकर स मािनत िकया गया और सभी का ध यवाद िनदशक ी रामावतार बरवा जी न िकया

परसारण इस भ य lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018 का परसारण आकाशवाणी क सभी 450 रिडयो टशन और दरदशरन क रा टरीय चनल वारा हर वषर की तरह 25 जनवरी को रात 10 बज स 12 बज तक lsquoगणततर िदवस 2018rsquo की पवर स या पर एक साथ िकया गया सभी िहदी भाषी रा य यािन lsquoकrsquo कषतर म इस lsquoकिव स मलनrsquo का परसारण य का य िकया गया मगर lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषतर क रिडयो टशन स पहल मल किवता और उसका िहदी म अनवाद तथा उसक बाद उस कषतर की भाषा म मल किवता का अनवाद परसािरत िकया जस असिमया किवता का परसारण च न स हआ तो पहल असिमया भाषा म उसक बाद िहदी म और िफर तिमल भाषा म हआ आकाशवाणी का कहना ह िक इस परकार हर वषर इस सवरभाषा किव स मलन क मा यम स दश-िवदश क लगभग 15 करोड़ लोग एक साथ जड़त ह और दश क एक कोन की आवाज और सोच का स परषण एक साथ पर दश म होता ह तथा दश क नागिरक आपस म एक साथ जड़ा हआ महसस करत ह

आकाशवणी अपर महािनदशक ी चदरशखर यास

उदर गज़लकार असगर इनायती तथा मिणपरी किव पदम ी रतन िथयाम

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राजभाषा िहदी स सबिधत पर कार व परो साहन योजनाए

सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा)

िहदी अनभाग- मखयालय

भारत सरकार क सवधािनक परावधान क अनसार सघ की राजभाषा िहदी ह और उसकी िलिप दवनागरी राजभाषा िवभाग गह मतरालय वारा राजभाषा िहदी क परचार-परसार क िलए िविभ न परो साहन योजनाए चलाई जा रही ह इन सभी परो साहन योजनाओ का एकमातर उ य ह िक राजभाषा िहदी म िकए जा रह कायर सकारा मक िदशा म आग बढ राजभाषा िहदी म फाइल पर िट पणी पतराचार मौिलक लखन आिद म विदध हो इन योजनाओ का यही उ य ह यिद आप िहदी म अपरिशिकषत ह तो सरकार आपको परबोध परवीण पराजञ क मा यम स परिशिकषत करगी और साथ म अ छ अक आन पर नकद पर कार दगी आपको वयिक तक वतन विदध िमलगी आप िहदी म काम करग उसक िलए परो साहन योजनाए ह सचना परौ योिगकी म िवकास क साथ-साथ राजभाषा िहदी म कायर करना अब बहत आसान हो गया ह आप क यटर पर िहदी म काम कर सकत ह अब यह सब बहत सरल हो गया ह तो आइए आपको ऐसी परो साहन योजनाओ की जानकारी द द- कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना कदर की नीित क अनसार सरकारी कामकाज म राजभाषा िहदी का परयोग पररणा परो साहन एव सदभावना स बढ़ाया जाता ह िवभाग की परमख योजनाओ क तहत िहदी िदवस समारोह क अवसर पर पर कार िदए जात ह राजभाषा िहदी को बढ़ावा दन क उ य स कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना चलाई जा रही ह

bull उ य

कदर सरकार क मतरालय िवभाग उपकरम बक आिद वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार

भाषायी बयार

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क िलए आविधक िहदी पितरकाए परकािशत की जा रही ह कदर सरकार क कािमरक वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक को पर कार िदए जात ह तािक राजभाषा म लख िलखन वाल कािमरक को परो सािहत िकया जा सक और पाठक को अ छ लख पितरकाओ म पढ़न क िलए उपल ध हो सक

bull पातरता

(क) कदर सरकार क कायररत अथवा सवािनव त कािमरक (ख) लख िकसी भी सरकारी स था की पतर-पितरकाओ म िव तीय वषर म परकािशत होन चािहए (ग) िहदी भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान

lsquoकrsquo या lsquoखrsquo भाषाई कषतर म ि थत हो

(घ) िहदीतर भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म ि थत हो

bull िनयम व शत

(क) इस पर कार योजना म एक लखक क अिधकतम दो लख ही शािमल िकए जात ह िकसी लखक क दो स अिधक लख परा त होन की ि थित म िवभाग को परा त होन वाल परथम दो लख पर िवचार िकया जाता ह अ य लख वत ही अपातर मान जात ह

(ख) लख की फोटोकॉपी क साथ मल पितरका का होना अिनवायर ह अ यथा लख पर कार योजना म शािमल नही िकया जाता ह

(ग) लख क साथ लख की मौिलकता का परमाण पतर लखक वारा दना आव यक होगा

(घ) सवािनव त कािमरक क सदभर म सवािनवि त परमाण पतर या इसस सबिधत कागजात लगाना अिनवायर ह

पर कार

नकद पर कार क साथ-साथ मित िच न एव परमाण पतर भी परदान िकए जात ह िहदी भाषी

परथम पर कार ndash 20000- िवतीय पर कार ndash 18000- ततीय पर कार ndash 15000-

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िहदीतर भाषी

परथम पर कार ndash 25000- िवतीय पर कार ndash 22000- ततीय पर कार ndash 20000-

म याकन परिकरया पर यक मतरालयिवभाग अपन तर पर दो लख का चयन करगा मतरालयिवभाग चयिनत लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजत ह लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजग राजभाषा िवभाग मतरालय िवभाग स परा त लख को लख म याकन सिमित वारा समीकषा करवा कर िहदी व िहदीतर भािषय क िलए तीन-तीन पर कार का चयन करता ह पर कार जीतन क बार म सबिधत अिधकारीकमरचारी की सवा िववरणी म भी समिचत उ लख सबिधत मतरालयिवभागकायारलय वारा िकया जाना अपिकषत ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना कदर सरकार क मतरालयिवभाग सावरजिनक कषतर क उपकरम वायत िनकाय सरकारी कषतर क बक एव िव तीय स थाओ क मख यालय वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार क िलए समय-समय पर िहदी गह-पितरकाए परकािशत की जाती ह इन पितरकाओ क कलवरसाज-स जा और लख की शली म उ लखनीय परगित हई ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना क अतगरत पर यक भाषाई कषतर यथा lsquoकrsquo lsquoखrsquo तथा lsquoगrsquo म इस योजना म दो-दो पर कार परदान िकए जाएग

पर कार क अतगरत शी ड और परमाण-पतर परदान िकए जाएग इस योजना क अतगरत नकद पर कार दय नही ह इस पर कार योजना क पातरता की यनतम अहरताए िन नवत ह-

(क) पितरका म कम स कम 40 प ठ होन चािहए

(ख) िहदी म प ठ की सख या कल मिदरत प ठ की सख या का कम स कम 80 परितशत होना चािहए

(ग) पितरका क िव तीय वषर की अविध क दौरान कम स कम 2 अक परकािशत होन चािहए

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म याकन पदधित क मानक

इस वषर पितरका क म याकन क िलए अिधकतम 130 अक रख गए ह इन अक का िववरण इस

परकार ह-

करस मद अक

1 पितरका की राजभाषा को बढ़ावा दन म उपयोिगता 20

2 सरकारी कामकाज म उपयोिगता 30 3 भाषा शली एव पर तितकरण 20 4 िव यास साज-स जा कागज की गणव ता एव मदरण- तर 20 5 आतिरक कािमरक वारा लख का अनपात 10 6 छाप लख की मौिलकता 30 कल अक 130

िहदी म मौिलक प तक लखन क िलएlsquoगौरव पर कारrsquoयोजना राजभाषा िवभागगह मतरालय वारा िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए चलाई जा रही िन निलिखत पर कार योजनाओ क िलए कलडर वषर क दौरान परकािशत प तक आमितरत की जाती ह कदर सरकार क कािमरक (सवािनव त सिहत) को िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार पातरताशत

प तक क लखक कदर सरकार क मतरालय िवभाग उनक स बदधअधीन थ कायारलय सावरजिनक कषतर क उपकरम रा टरीयकत वक िव तीय सथान तथा कदर सरकार क वािम व म या िनयतरणाधीन वायत स थाओकदरीय िव विव यालयपरिशकषण स थान म कायररतसवािनव त अिधकारीकमरचारी ह

लखक अपनी परिवि ट अपन िवभागपवर िवभाग क अ यकष वारा स यापन तथा स तित क साथ राजभाषा िवभाग को भज

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पर कार रािश इस योजना क अतगरत िन निलिखत पर कार परदान िकए जात ह-

परथम पर कार ndash 100000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार ndash 60000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार ndash 30000- परमाण पतर तथा मित िच न

भारत क नागिरक को िहदी म जञान-िवजञान मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार

प तक आधिनक तकनीकीिवजञान की िकसी िवधा अथवा समसामियक िवषय पर िलखी हो उदाहरणाथर-

इजीिनयरी इलक टरािनक स क यटर िवजञान भौितकी जव िवजञान ऊजार अतिरकष िवजञान आयिवरजञान रसायन िवजञान सचना परौ योिगकी परबधन मनोिवजञान आिद

समसामियक िवषय जस उदारीकरण भमडलीकरण उपभोक तावाद मानवािधकार परदषण िनयतरण आिद

पातरता भारत का कोई भी नागिरक इस पर कार योजना म भाग ल सकता ह पर कार

परथम पर कार (एक) ndash 200000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार (एक) ndash 125000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार (एक) ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार (दस) ndash 10000- परमाण पतर तथा मित िच न

दोन योजनाओ क िलए सामा य शत परिवि ट उपयरक त पर कार योजनाओ म स कवल एक योजना क िलए ही भजी जा सकती ह

प तक क एक स अिधक लखक होन की ि थित म पर यक सहलखक वारा अलग- अलग परोफामार भरा जाएगा

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योजना क अतगरत पर कार क िलए व प तक ही वीकायर ह जो लखक की िहदी म मौिलक रचना ह अनिदत प तक वीकायर नही ह

िकसी भी सरकारी सगठन वारा पवर म पर कत प तक पातर नही ह गी पर कार की घोषणा स पहल यिद प तक को अ य िकसी पर कार योजना क अतगरत पर कत िकया जाता ह तो इसकी सचना लखक वारा त काल राजभाषा िवभाग को दी जाए

योजना क अतगरत एक कलडर वषर क दौरान परकािशत पस तक वीकायर ह प तक िवषय क बार म समीकषा मक िव लषणयक त होनी चािहए िवभागीय मनअल पी एच

डी क िलए िलख गए शोध किवता उप यास कहानी नाटक आिद क प म िलखी गई या पा य प तक क प म िलखी गई प तक पातर नही होगी

लखक पस तक म िदए गए आकड़ एव त य क िलए वय उ तरदायी ह ग और उनक परमाण म जहा तक सभव हो सदभर दग

यिद िकसी यिक त को राजभाषा िवभाग की योजना क अतगरत िपछल तीन वष म कोई पर कार िमल चका हो तो उसकी परिवि ट िवचारधीन नही ह गी तथािप सहलखक (यिद कोई हो) योजना म भाग ल सकता ह सहलखक को पर कार म आनपाितक रािश ही परदान की जाएगी

प तक कम स कम 150 प ठ की हो यिद म याकन सिमित इस िन कषर पर पहचती ह िक परिवि टय म स कोई भी प तक िकसी

भी पर कार क योग य नही ह तो इस सबध म उसका िनणरय अितम माना जाएगा bull म याकन परिकरया

प तक का म याकन राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत मानदड क आधार पर ल ध-परिति ठत िव वान िवशषजञ की सिमित वारा िकया जाता ह

bull पर कार क बार म घोषणा और पर कार िवतरण पर कार क बार म िनणरय की सचना सभी पर कार िवजताओ को पतर वारा भजी जाती ह

तथा िवभाग की वबसाइट पर भी रखी जाती ह पर कार िवतरण राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत ितिथ को िकया जाएगा

bull सामा य पर कार क िलए प तक क म याकन क बार म कोई पतर- यवहार नही िकया जाता ह

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पर कार िवतरण क िलए िनयत थान स बाहर स आए हए पर कार िवजताओ को आन-जान क िलए रल का िवतीय णी (वातानकिलत) का िकराया तथा भारत सरकार क िनयम क अनसार दिनक भ ता िदया जाता ह ठहरन की यव था वय अपन खच पर करनी होती ह

योजना क बार म सचना िवभाग की वबसाइट httprajbhashagovin पर भी उपल ध ह

िहदी िशकषण योजना की परीकषाए उ तीणर करन पर कदरीय सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल वयिक तक वतन नकद पर कार आिद परो साहन

bull वयिक तक वतन- िहदी भाषा िहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क अिधकािरयोकमरचािरय को 12 महीन की अविध क िलए एक वतन विदध क बराबर का वयिक तक वतन िदया जाता ह (क) परबोध परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही अराजपितरत कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परबोध पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह और जो इस परीकषा को 55 परितशत या अिधक अक लकर उ तीणर करत ह अराजपितरत अिधकािरय को परबोध परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन नही िदया जाता ह (ख) परवीण परीकषा- वयिक तक वतन उ ही अिधकािरय कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परवीण पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह- अराजपितरत कमरचािरय को 55 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर राजपितरत अिधकािरय को 60 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर

(ग) पराजञ परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही सरकारी अिधकािरय कमरचािरय (राजपितरत अराजपितरत को पराजञ परीकषा उ तीणर करन पर िदया जाता ह िजनक िलए यह पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह (घ) िहदी श द ससाधनिहदी टकण- िहदी श द ससाधनिहदी टकण की परीकषा उ तीणर करन वाल कदर सरकार क अराजपितरत कमरचािरय को एक वतन विदध क बराबर 12 महीन की अविध क िलए वयिक तक वतन िदया जाता ह (ड़) िहदी आशिलिप- अराजपितरत िहदी भाषी आशिलिपक को िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर 12 महीन क िलए एक वतन विदध जो आगामी वतन विदध म िमला दी जाती ह क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह

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राजपितरत आशिलिपक को 90 परितशत या अिधक अक लकर िहदी आशिलिप परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन िदया जाता ह

िजन आशिलिपक (राजपितरत एव अराजपितरत दोन ) की मातभाषा िहदी नही ह उ ह िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर दो वतन विदधय क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह य वतन विदधया भावी वतन म िमलाई जाती ह ऐस कमरचारी पहल वषर दो वतन विदधय क बराबर और दसर वषर पहली वतन विदध को िमला िदए जान पर कवल एक वतन विदध क बराबर वयिक तक वतन परा त कर सकत ह िट पणी- िजन कमरचारी को सवाकालीन िहदी परिशकषण स छट िमली हई तो उस कमरचारी को सबिधत परीकषा उ तीणर करन पर िकसी परकार क िव तीय लाभपरो साहन नही िमलग नकद पर कार- िहदी परबोध परवीण पराजञ िहदी श द ससाधनिहदी टकण और िहदी आशिलिप की परीकषाए अ छ अक स उ तीणर करन पर पातरता क अनसार िन निलिखत नकद पर कार परदान िकए जात ह िजनकी वतरमान दर िन नानसार ह-

परबोध

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर - 1600- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 400- परवीण

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -1800- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1200- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर -600- पराजञ

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- िहदी श द ससाधनिहदी टकण

1 97 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 95 परितशत या इसस अिधक परत 97 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600-

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3 90 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर -800- िहदी आशिलिप

1 95 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 92 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर - 1600- 3 88 परितशत या इसस अिधक परत 92 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- bull यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव

िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर एकम त पर कार-

1 िहदी िशकषण योजना की परबोध परीकषा -1600- 2 िहदी िशकषण योजना की परवीण परीकषा -1500-

3 िहदी िशकषण योजना की पराजञ परीकषा -2400-

4 िहदी िशकषण योजना की िहदी श द ससाधनिहदी टकण परीकषा -1600-

5 िहदी िशकषण योजना की िहदी आशिलिप परीकषा -3000- िजन कमरचािरय को िहदी क सवाकालीन परिशकषण स छट परा त ह उ ह सबिधत तर की िहदी परीकषा उ तीणर करन पर नकद एव एकम त पर कार दय नही ह ग िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल िव तीय परो साहन तथा वयिक तक वतन नकद पर कार एव एकम त पर कार स सबिधत आदश उन सभी कमरचािरय पर भी लाग ह ग जो िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधानिहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए इलक टरॉिनक टाइपराइटर या क यटर का परयोग करक उ तीणर करत ह

िट पणी-1 एकम त पर कार परगित न कमरचािरय क अितिरक त कवल उ ही कमरचािरय को िदया जाएगा जो ऐस थान पर तनात ह जहा िहदी िशकषण योजना क परिशकषण कदर नही ह अथवा जहा सबिधत पा यकरम क परिशकषण की यव था नही ह

2 परिशकषाथीर यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधन िहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करत ह उनको एकम त पर कार क अलावा नकद पर कार परदान करत समय िनधारिरत िकए गए परिशकषण स पाच परितशत अक कम परा त करन पर भी नकद

पर कार रािश दी जाएगी

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सरकारी कामकाज (िट पणआलखन मल प) स िहदी म करन क िलए परो साहन योजना सरकारी काम मल प स िहदी म करन क िलए पर कार रािश िन न परकार ह-

(क) कदर सरकार क पर यक मतरालयिवभागसबदध कायारलय क िलए वततर प स पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

(ख) कदर सरकार क िकसी िवभाग क पर यक अधीन थ कायारलय क िलए वततर प स

पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

योजना क िलए मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

कदरीय सरकार क सभी मतरालयिवभागसबदध और अधीन थ कायारलय अपन अिधकािरय कमरचािरय क िलए वततर प स इस योजना को लाग कर सकत ह

सभी िणय क व अिधकारीकमरचारी इस योजना म भाग ल सकत ह जो सरकारी काम पणरत या कछ हद तक मल प स िहदी म करत ह

कवल वही अिधकारीकमरचारी पर कार क पातर ह ग जो lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर म वषर म कम स कम 20 हजार श द तथा lsquoगrsquo कषतर म वषर म कम स कम 10 हजार श द िहदी म िलख इसम मल िट पण व परा प क अलावा िहदी म िकए गए अ य कायर िजनका स यापन िकया जा सक जस रिज टर म इ दराज सची तयार करना लखा का काम आिद भी शािमल िकए जाएग

आशिलिपकटाइिप ट जो सरकारी कामकाज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन सबधी िकसी अ य योजना क अतगरत आत ह इस योजना म भाग लन क पातर ह ग

िहदी अिधकारी और अनवादक सामा यत अपना काम िहदी म करत ह व इस योजना म भाग लन क पातर नही ह ग

योजना क परयोजन क िलए पर यक अलग भौगोिलक ि थित वाल कायारलय को वततर एकक माना जाएगा उदाहरणाथर अलग कषतर म ि थत आयकर आयक त क अधीन सहायक आयकर आयक त आिद का कोई कायारलय अथवा रलव क मडल रल परबधक क

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अधीन कषतरीय अधीकषक आिद का कायारलय इस योजना क चलन क िलए एक वततर एकक माना जाएगा रकषा मतरालय या डाक तार िवभाग क अधीन थ तथा सबध कायारलय आिद क बार म भी ऐसी ही ि थित होगी

म याकन करन क िलए कल 100 अक रख जाएग इनम स 70 अक िहदी म िकए गए काम की मातरा क िलए रख जाएग और 30 परितशत अक िवचार की प टता क िलए ह ग

िजन परितयोिगय की मातभाषा तिमल तलग क नइ मलयालम बगाली उिड़या या असिमया हो उ ह 20 परितशत तक अितिरक त अक का लाभ िदया जाएगा ऐस कमरचारी को िदए जान वाल वा तिवक अक क लाभ का िनधाररण म याकन सिमित वारा िकया जाएगा ऐसा करत समय सिमित उन अिधकािरय कमरचािरय क काम क तर को भी यान म रखगी जो अ यथा उसस करम म ऊपर ह

अिधकािरय वारा िहदी म िडक टशन दन क िलए परो साहन योजना

अिधकािरय को िडक टशन दन क िलए परितवषर 5000- का पर कार िदए जान का परावधान ह इस योजना क मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

ऐस सभी अिधकारी िज ह आशिलिपक की सहायता उपल ध ह या जो सामा यत िडक टशन दत ह इस योजना म शािमल हो सकत ह

योजना की अविध िव तीय वषर रखी जाए

योजना म भाग लन वाल अिधकारी उनक वारा िहदी म िदए गए िडक टशन क बार म िरकॉडर रखग

पर कार योजना क अतगरत 5000- का पर कार रखा जा सकता ह पर कार दो भी रख जा सकत ह परथम पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर क अतगरत हो और िवतीय पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म हो

सभी मतरालयिवभाग कायारलय इस योजना को वय बना सकत ह और पर कार क िलए आव यक िहदी िडक टशन कायर की यनतम सीमा िनधारिरत कर सकत ह

lsquoकायारलय स ता पयर सामा यत उस कायारलय स होगा िजनका थानीय मख य अिधकारी

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िवभागा यकष अथवा कायारलया यकष घोिषत िकया गया हो पर कार िनधारिरत करन क िलए िकसी उ च अिधकारी को म याकन अिधकारी नािमत िकया

जा सकता ह अथवा इस हत एक सिमित गिठत की जा सकती ह इस जानकारी को सभी को दन का मखय उ य यही ह िक राजभाषा िहदी म अिधक स अिधक कायर कर और कदर सरकार की इन परो साहन योजनाओ म अिधक स अिधक कािमरक भाग ल

सिवधान म राजभाषाअ याय 1-- सघ की भाषा अन छद 120 ससद म परयोग की जान वाली भाषा

1 भाग 17 म िकसी बात क होत हए भी िकत अन छद 348 क उपबध क अधीन रहत हए ससद म कायर िहदी म या अगरजी म िकया जाएगा परत यथाि थित रा य सभा का सभापित या लोक सभा का अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत िकसी सद य को जो िहदी म या अगरजी म अपनी पयार त अिभ यिकत नही कर सकता ह अपनी मात-भाषा म सदन को सबोिधत करन की अनजञा द सकगा 2 जब तक ससद िविध वारा अ यथा उपबध न कर तब तक इस सिवधान क परारभ स पदरह वषर की अविध की समाि त क प चात यह अन छद ऐस परभावी होगा मानो ldquoया अगरजी म rdquo श द का उसम स लोप कर िदया गया हो

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िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल जगद बा परसाद मौसम िवजञानी- बी

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय

आचायर रामचदर शकल न lsquoसािह य का इितहासrsquo की पिरभाषा को इन श द म पर तत की ह- ldquoपर यक दश का सािह य वहा की जनता की िच वि तय का सिचत परितिब ब होता ह तब यह िनि चत ह िक जनता की िच वि त क पिरवतरन क साथ ndash साथ सािह य क व प म भी पिरवतरन होता चला जाता हआ योपात इ ही िच वि तय की पर परा को परखत हए सािह य पर परा क साथ उनका सामज य िदखाना ldquoसािह य का इितहासrdquo कहलाता ह

िहदी सािह य का आिदकाल(दसवी शता दी स चौदहवी शता दी) राजनीितक पिरि थितया- हषरवधरन की म य स लकर 1200 ई तक का यग राजपतकालीन यग कहलाता ह इस काल म दश एक रा टर न होकर अनक परात म बटा था कदरीय स ता कषीण हो गई थी राजपत राजाओ क पार पिरक वर-भाव तथा स तालोलपता का लाभ बाहरी आकरमणकािरय न उठाया अफगानी आकराता महमद गजनवी न सन 1000 ई स 1026 ई क बीच भारत पर सतरह बार आकरमण िकय तथा मोह मद गौरी न सन 1197 म तराइन क िवतीय यदध म जयचद की सहायता स प वीराज चौहान को हराकर मि लम शासन की नीव रखी आिदकाल की काल सीमा म शासन करन वाल तकर -अफगानी शासक थ अ यव था लटमार तथा िबखराव क इस यग मकिवय न दरबारी आ य गरहण िकया तथा अपन आ यदाताओ क शौयर तथा परशि त क गान िलख थ धािमरक पिरि थितया- विदक धमर तथा पौरािणक धमर िविभ न स परदाय म िवभकत हो चक थ विदक धमर क परितिकरया व प पनप बौदध धमर तथा जन धमर भी अनक स परदाय म बट चक थ धमर क मल वर को भलकर य स परदाय ततर-मतर जाद-टोन शरीरसाधना करन लग यही वाम मागर को अपनान वाल बौदध िसदध कहलाय इनक मठ म साधना क नाम पर यिभचार होन लगा िजसका िवरोध नाथ िसदध न िकया और हठ योग साधना तथा इिदरय- सयम को िवशष मह व िदया धािमरक वातावरण भरमपणर था सामािजक और आिथरक पिरि थितया - धमर और राजनीित क पतनो मख होन की अव था म ठ

भाषायी बयार

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सामािजक जीवन की क पना नही की जा सकती यदध का वातावरण सदव बना रहता था सतीपरथा बहिववाह बालिववाह पदार परथा का त कालीन समाज म परचलन था ऊच-नीच तथा छआछत का भाव समाज म या त था नवागत इ लाम धमर म जाितगत भदभाव न होन क कारण िन न जाितया धमारतरण करक इ लाम धमर अपनान लगी थी आिथरक ि ट स समाज दो वग म बटा था- एक - उ च वगर िजसम सामत शासक साहकार उ चपदािधकारी आत थ िजनक पास अथाह स पि त थी और दसरा िन न वगर िजनक पास अपनी दिनक ज रत क िलए भी धन नही था साहकार तथा सामत लोग इ ह कर और कजर क जाल म उलझात जा रह थ नाथ-सत सािह य म जो समाज क िविभ न पाखड का िवरोध जाितगत भदभाव क परित यग एव िवदरोह का वर िमलता ह वह त यगीन सामािजक एव आिथरक पिरि थितय की ही दन ह सा कितक एव सािहि यक पिरि थितया- गयारहवी सदी म यवन क आकरमण तथा उनक बढ़त परभाव क फल व प इ लामी स कित का परवश भारत म हआ परार भ म िहद तथा इ लामी स कितया एक-दसर क िव दध खड़ी नजर आयी परत जस-जस मगल का परभाव बढ़ता गया इ लामी स कित की छाप िहद स कित पर पड़ती गई सािहि यक ि ट स दखन पर इस यग म तीन का य धाराय िदखायी दती ह- पहली राजाि त स कत का य धारा थी इस अविध मस कत सािह य धारा क िव वनाथ अिभनवग त कतक कषमदर भोजदव म मट तथा राजशखर जस का यशा तर क आचायर शकर कमािरल भटट भा कर एव रामानज जस दाशरिनक मनीषी तथा भवभित ीहषर जयदव जस किव नाटककार एक साथ दखन को िमलत ह दसरी धारा धमारि त अपभरश म रिचत का य की थी वयभ प दत धनपाल वीर आिद जन किवय न पौरािणक गरथ को नए प म पर तत िकया इसी क साथ-साथ बौदध िसदध सरहपा क हपा लइपा आिद एव गोरखनाथ आिद नाथ न अपभरश क साथ लोकभाषा िहदी को अपनी रचनाओ का मा यम बनाया तीसरी धारा चारण एव भाट किवय वारा रिचत वीरगाथा मक का य की थी िजनम इन किवय न अपन आ यदाताओ क शौयर परदशरन तथा िविभ न यदध का वणरन अितरजनापणर ढग स िकया ह िहदी भाषा एव सािह य का उदभव इ ही रचनाओ स माना जा सकता ह य रचनाए ही यगीन पिरि थितय का िचतरण करन म सफल हई ह रामचदर शकल न इस काल को वीरगाथा काल नाम िदया ह भाषा की ि ट स आिदकालीन सािह य को मखयत दो भाग म वगीरकत िकया जा सकता ह-

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अपभरश क परभाव स यकत िहदी सािह य- जन किवय वारा रिचत सािह य बौदध िसदध- नाथ सािह य इसी क अतगरत आता ह यह सािह य धािमरक सािह य कहलाता ह वा तव म यह सािह य न तो सािहि यक अपभरश क अतगरत आता ह न िहदी क भाषा की ि ट स यह सकराित काल की रचनाए ह िजनम िहदी का आरि भक प िदखायी दता ह जो अपभरश क परभाव स यकत ह

अपभरश क परभाव स मकत िहदी सािह य- इस वगर क सािह य को िवषय और रचना की ि ट स दो भाग म िवभकत िकया जा सकता ह-

रासो सािह य िजसम दो परवि तया ह- (क) वीरगाथा परधान रासो सािह य जस- प वीराज रासो (िजस िहदी का परथम महाका य तथा इसक रचियता चदबरदाई को िहदी का परथम किव माना जाता ह) परमाल रासो(आ हखड) क रचियता जगिनक खमानरासो क रचियता दलपित िवजय ह मीररासो क रचियता शागरधर िवजयपाल रासो क रचियता न ह िस ह आिद ह (ख) गारपरक रासोसािह य- बीसलदव रासो इसी पर परा म अ दररहमान का सदशरासक परथम का य माना जाता ह इसकी भाषा परवतीर अपभरश अवहटट ह लोक सािह य- आिदकाल म एक का य धारा लौिकक सािह य की रही ह िजसम लोकत व एव लोकभाषा को अपनाया गया य किव लोककिव थ ढोला मा रा दहा िव यापित पदावली( गारपरक भिकतपरक िविवध िवषय जस परकित स सबिधत पद परहिलका कट पद यदध क पद आिद) अमीर खसरो की पहिलया इसी कोिट का सािह य ह आिदकाल म िश ट हा य तथा िवनोदमलक रचनाए खड़ी बोली म पर तत करन वाल अमीर खसरो परथम किव ह तकीर अरबी फारसी बरज एव खड़ी बोली पर इनका समान अिधकार था फटकर पहिलया मकिरया दो सखन खािलकबारी गज़ल अिधक परिसदध ह खसरो की पहिलय मकिरय तथा सखन क एक-एक उदाहरण पर तत ह- पहिलया न मारा न खन िकया बीस का िसर काट िलया (नाखन) एक कहानी म कह सन ल त मर पत िबना पर क वह उड़ गया बाध गल म सत (पतग) सखन पान सड़ा कय घोड़ा अड़ा कय (फरा न था) बरा मण यासा कय गधा उदासा कय (लोटा न था) मकिरया वह आव तब शादी होय उस िबन दजा और न कोय मीठ लाग वाक बोल कय सिख साजन न सिख ढोल

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जब मर मिदर म आव सोत मझको आन जगाव पढ़त िफरत वह िवरह क अ छर य सिख साजन ना सिख म छर आिदकालीन सािह य का कला पकष भाषा रासो का य म वीर रस क साथ-साथ गार रस का भी स यक परयोग हआ ह अत विणरत थल क अन प ही भाषा पिरवतरन हआ ह इस यग म सािहि यक राज थानी भाषा का परयोग िडगल क नाम स का य म होता था और बरज िमि त भाषा का सािहि यक प िपगल कहलाता था चारण किवय न वीरगाथा मक रासो का य की रचना िडगल म की िजसम कठोर वणर िव व परधान वण का परयोग अिधक था गार रस क वणरन म िपगल का सरस परयोग िमलता ह िजसम भावानकल कोमल वण का परयोग िकया गया ह उदाहरणाथर- थिक रह सर कौितग िगगन रगन-मगन भई ोन धर हिद हरिण वीर जगग हलस हरउ रिग नवर त वर (प वीराज क यदध का वणरन िडगल भाषा म ) अथारत प वीराज चौहान क यदध कौशल और वीरता को दखकर सयर भी त भवत ठहर गया इस यदध म हए नरसहार स सारी धरती रकत स भर गई ऐस यदध को दखकर वीर योदधा उ लास स भर उठ और उनक चहर पर परस नता स रकत की जसी लािलमा छा गई हल हल लग कछ मद वाय नव वध किल भय कप पाय उपमा उर कि व कहीय ताम ज वन तरन अिग अिग काम (इि छनी की स दयर शोभा का वणरन िपगल भाषा म ) वह सवारग म काम की तरग क रहत हए भी परथम किल क समय ऐस कापती ह जस मद वाय क हलक झ क स लता िहलती डलती ह त सम श द तदभव श द राज थान क दशी श द का परयोग भी िमलता ह अपभरश भाषा की का यधारा भी िहदी क समानातर चल रही थी इसिलए इन का य पर थोड़ा बहत अपभरश का भी परभाव िदखायी दता ह इ लाम क परभाव क फल व प अरबी फारसी और तकीर भाषाओ क भी कछ श द इस काल क का य म दखन को िमलत ह का य प परबध एव मकतक दोन परकार क का य इस काल म िलख गए प वीराज रासो खमान रासो िवजयपाल रासो परबध का य की कोिट म आत ह बीसलदव रासो मकतक गीितका य ह परमाल रासो लोकगीत शली पर आधािरत गय का य ह परमाल रासो की गयता ट य ह- बारह बरस ल ककर जीव अ तरह ल िजय िसयार

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बरस अठारह कषितरय जीव आग जीवन को िधककार अलकार एव छद- इन का य म उपमा पक उ परकषा यमक आिद सभी अलकार का किवय न परयोग िकया ह परत वीरका य म वीर रस की परधानता और वीरोिचत वणरन म अितशयोिकत की परधानता स अितशयोिकत एव अ यिकत अलकार का अिधक परयोग हआ ह चारण किव छदशा तर क जानकार थ दोहा या दहा ताटक तोटक तोमर गाहा पदधिर आयार रोला कडिलया उ लाला आिद छद का कशलतापवरक परयोग िकया ह

आषाढ़ का पहला िदन भवानी परसाद िम

हवा का ज़ोर वषार की झड़ी झाड़ का िगर पड़ना कही गरजन का जाकर दर िसर क पास िफर पड़ना उमड़ती नदी का खती की छाती तक लहर उठना वजा की तरह िबजली का िदशाओ म फहर उठना

य वषार क अनोख य िजसको पराण स यारजो चातक की तरह ताकता ह बादल घन-कजरार

जो भखा रहकर धरती चीरकर जग को िखलाता हजो पानी व त पर आए नही तो ितलिमलाता ह

अगर आषाढ़ क पहल िदवस क परथम इस कषण म वही हलधर अिधक आता ह कािलदास क मन म

त मझको कषमा कर दना

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कया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

मौसम कदर - रायपर

जलवाय पिरवतरन एक अतहीन परिकरया हजो परातन काल स चली आ रही ह मानव मि त क क उ पाती िवकास क साथ ही जलवाय पिरवतरन म भी गितशीलता ि टगोचर हई ह एक ओर जहा इस परिकरया को मानव जीवन क िलए हािनकारक माना जा रहा ह तो दसरी ओर स यता क िवकास क िलए इस अघोिषत अ याव यक परिकरया व प मा यता परा त ह वा तव म जलवाय पिरवतरन को गलोबल वािमरग अथारत भ-तापमान म विदध स जोड़कर दखा जा रहा ह तथा इसक फल व प जीवनोपयोगी िविभ न ससाधन की उपल धता म सभािवत कमी की आशका यकत की जा रही ह िक त इसका दसरा पहल यह भी ह िक ऐस कई कषतर ह जो अ यत कम या अ यिधक तापमान क कारण मानव िवहीन हआ करत थ व आजकल जिवक आबादी स पिरपणर होत जा रह ह किठन मौसमी पिरि थित क कारण अनक कषतर मानव की पहच स बाहर होत थ जो अब नही ह यह जलवाय पिरवतरन का ही पिरणाम ह

सामा य लख

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एक सपरिसदध पयारवरणिवद िफिलप बरॉडिवथ वारा जलवाय पिरवतरन पर चचार का मह वपणर िवषय पर तत िकया गया ह िक ldquoकया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी हrdquo साथ ही कहा गया ह िक चचार म ऊजार की माग पर आधािरत उपभोकताओ क उ तरदािय व को अनदखा िकया जाए इस यकष पर न क जवाब म अनक वजञािनक िमतर वारा मह वपणर तकर पर तत िकए गए ह आज हम िविभ न तकनीक स िघर हए ह तरह- तरह की मशीन और उपकरण स हमार दिनक कायर कछ जिटल तो कछ बहत आसान हो गए ह इसम पयारवरण की अनकलता भी आव यक होती ह जो जलवाय पिरवतरन का ही एक प ह यह जानत हए िक पिरवतरन परकित का िनयम ह इस चचार म िविभ न वजञािनक समदाय क वजञािनक (सौज य वॉटसएप गरप lsquoआईएमएस रायपरrsquo और lsquoएगरी म टीयोरोलोिज टrsquo) वारा अनक तकर िदए गए ह आईए इनक बहम य तक पर गभीरतापवरक नजर डाल- मनीष िस हा शोधकतार CSVTU िभलाई क अनसार ldquoमर िवचार स जलवाय पिरवतरन क िलए कोई भी िज मदार नही ह जसा िक म समझता ह जलवाय पिरवतरन की अवधारणा कवल मानव ह तकषप क परितकरया व प नही ह वरन मानव की परिकरयाओ को समािहत िकए िबना भी यह सभव ह कय िक जलवाय पिरवतरन को उ परिरत करन वाल मानवजिनत घटक स िकसी का सीधा सबध नही ह अब इस जलवाय पिरवतरन की अवधारणा को तब तक रोका नही जा सकता जब तक इस अिन टकारी पिरवतरन पर परकित वारा ह तकषप नही होता िक त यिकत िवशष वारा िकए जा सकन का कायर यह ह िक वह जलवाय पिरवतरन की गित म कमी लान म अपनी सहभािगता सिनि चत कर तािक परकित को अपनी पवारव था परा त करन क िलए आव यक समयाविध दी जा सक किष वजञािनक सबरहम यम राज क िवचार ह िक ldquoकया यिक तगत कपिनय की इसम कोई िज मदारी नही ह िवकास क कारण का अितम पिरणाम कया ह इस त य को पिरभािषत करन म हम सकषम होना होगा ldquoटसलाrdquo भी एक क पनी ह यहा क एक अिधकारी लोन म क क कथन पर हम यान दना होगा िक lsquoआव यकताrsquo ह इस सम या को हल करन की िज मदारी अनसधानकतारओ की हrdquo अथारत क पिनय की एक अ य किष वजञािनक तषार दशमख का मानना ह िक ldquoपराकितक अ न-उ पादन पराकितक भोजन पराकितक पयारवरण सावरितरक माग ह िक त िवचारणीय त य यह ह िक मानव मातर वारा परकित क अन प कस इ ह फलीभत व इनका म यवधरन िकया जाता हrdquo िबट रायपर क िपरसीपल डॉ िपयषकात पाड क अनसार lsquoउ नीसवी सदी म औ योिगक कराि त क

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प चात इतनी कम अविध म काबरन डाइऑकसाइड क बढ़त तर क िलए प वी क पर इितहास म ऐसा कोई उदाहरण नही ह अतीत म प वी क गरम होन का कारण काबरन उ सजरन ही ह इसिलए मानव जाित और हमार सगठन जलवाय पिरवतरन क दोष स बच नही सकत

टरप सिहत सभी सदह करन वाल न इस सबध म मानो वा तिवकता को जानन स ही इकार कर िदया जलवाय पिरवतरन प वी को गमर आदरर बफर -रिहत पणरतया समदरमय तथा मौसम क अनसार पणरतया िव वसक गरह बनाकर यहा स पणर मानव जाित को परी तरह न ट करन म सकषम ह वजञािनक एम एल साह भारत मौसम िवजञान िवभाग क मानत ह िक ldquoमानव अि त व क पवर भी जलवाय पिरवतरन हआ ह िक त जलवाय पिरवतरन की गित म विदध मानव क ह तकषप क कारण ही हई ह औ योगीकरण भी इसका एक कारक हrdquo किष वजञािनक यगाधर कहत ह िक क पिनया दकानदार क प म अपन गराहक को ऐसी व तए बचती ह िजसक िलए उ ह म य परदान िकया जाता ह य तो हम उपभोकतागण ह जो lsquoिनदरयीrsquo उ पाद को खरीदकर उ ह परो सािहत करत ह कया करय िकया जाए य हम वय ही िनधारिरत करना ह यह भली भाित जानत हए भी िक मर वारा की गई यह छोटी सी खरीददारी उन यापािरय क लाभ या िवकरय को िवशष परभािवत नही करगी म कछ अनितक कपिनय स उ पाद नही खरीदता डॉ परकाश खर वजञािनक भारत मौसम िवजञान िवभाग क अनसार lsquoपिरवतरन क पीछ भागना मानव की परवि त ह पिरवतरन स परायः परकित पयारवरण िस टम या कह िक जलवाय पटनर ही असतिलत हो जाता ह इसिलए हम ऐस असतलन-मखी परितघात स जीवन को सरिकषत रखन क िलए सिनयोिजत होन की आव यकता ह अ यथा जलवाय असतलन अव य भावी ह डॉ िवनोद खडस किष वजञािनक का कहना ह िक lsquoयह तो परशासन क शराब बदी कायरकरम क सम प ह जहा दसरी ओर आबकारी िवभाग वारा काननन शराब क िलए टडर या परिमट भी जारी िकया जाता ह अतएव इस परिकरया को अिधक तव जो न द वरन िन वाथर व बिदधम तापवरक यिक तगत

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तर पर इस सलझान का परयास कर इस िवषय पर मरा मानना ह िक जलवाय पिरवतरन कवल वातावरण म गरीन हाउस गस अथवा तापमान म विदध का ही पिरणाम नही ह इस हािनकारक परिकरया क प म ही न दखा जाए वरन यह जीवन क िलए वरदान व प भी सािबत हआ ह कपया िपछल दशक क दौरान म य भारत कषतर पर मॉनसन आन म दरी क बार म िवचार कर मर िवचार स यह इस कषतर म गमीर क िदन म भ-जल क उपयोग स िकए जान वाल किष उ पादन कायर क फल व प कषतर का अपकषाकत कम तपन स तापीय परवणता व वायदाब परवणता म कमी आन का पिरणाम ह जो मॉनसन क आग बढ़न म यवधान डालता ह इसी परकार राज थान और गजरात रा य म भी जलवाय पिरवतरन हआ ह अतएव जलवाय पिरवतरन क िलए कवल औ योगीकरण पर दोषारोपण नही िकया जा सकता जलवाय पिरवतरन का दोषी कौन ह या जलवाय पिरवतरन जीवन क िलए आव यक ह या अनाव यक उपयोगी ह या अनपयोगी या कह िक वरदान ह या अिभशाप अब यह तय करना आपक हाथ म ह

-------------- आपदाए अपन िलए दया क घट िनधारिरत नही करती व िकसी भी वक त कही भी पहच कर अपन काम को परा कर दती ह आपदाओ स हम एक शानदार चीज़ सीख सकत ह व अपना काम बड़ ही यान स परा करन क बाद ही लौटती ह

महमत मरत इलदान

सािह यकार तकीर

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भर टाचार मक त भारत - मरी ि ट म िमलन परसाद भटटाचायर

मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

परादिशक मौसम कदर -कोलकाता भर टाचार वतरमान म भारत म एक वलत िवषय ह िजसक िवषय म चचार करन स पहल भर टाचार की उ पि त का िव लषण करना आव यक ह वा तव म परभावशाली यिक तय वारा िकए गए अस य ईमान िव दध और अनितक आचरण को ही भर टाचार कहा जाता ह भर टाचार घस लन एव गबन करन स श होता ह

लाल फ़ीताशाही ल बी परिकरयाए गलत वािणि यक एव तकनीकी तरीक तथा उसक साथ राजनितक इ छा शिक त का अभाव भर टाचार को पनपन म सहायता करत ह इसक अलावा िनयम का जाल जिटल कर एव अनजञा परणाली तथा परद त िवशष िववकािधकार भर टाचार का अवसर परदान करत ह lsquoटरा परसी इटरनशनलrsquo क अनसार लगभग 50 परितशत भारतवािसय को सरकारी सवा परा त करन क िलए कभी न कभी जन अिधकािरय को घस दनी पड़ी ह टरासपरसी इटरनशनल की lsquoभ टाचार बोधक तािलकाrsquo क वषर 2016 क पिरणाम अनसार 176 दश म भारत का थान 79वा ह

काला धन भारत म िवकास का सबस बड़ा बाधक ह काल धन स ता पयर उस धन या स पि त स ह जो िनयमानसार कर चकाए िबना अिजरत की गई हो भारतीय वारा िवदशी बक म िकतना काला धन जमा िकया गया ह इसकी जानकारी अभी तक परा त नही की जा सकी ह काल धन की रीढ़ को तोड़न क िलए सन 2012 म कदरीय पर यकष कर बोडर न िवमदरीकरण का सझाव िदया था 08 नव बर 2016 को भारत सरकार न 500- एव 1000- क नोट की वधता समा त करन की घोषणा की इसका पिरणाम यह हआ िक वषर 2017-18 म आयकर िरटनर भरन वाल की सख या म 25 परितशत का इज़ाफा हआ तथा 282 करोड़ लोग न आयकर िरटनर दािखल िकया आयकर का अिगरम भगतान 418 परितशत बढ़ गया तथा आयकर िवभाग न 549 िबिलयन म य की नकदी एव गहन ज त िकए भर टाचार भाई भतीजावाद और बइमानी न हमार सामािजक तान-बान को न ट कर िदया ह यहा तक िक हमार भर टाचार िनरोधी िवभाग भी यदा-कदा भर ट लोग क चगल म फस जात ह तथा फलत भर ट लोग को सामा य द ड क साथ छोड़ दन पर िववश हो जात ह दश का कानन इन भर ट लोग स मज़बती स िनपटन म सकषम नही ह इसीिलए परशासिनक कायारलय म भर टाचार की नदी िसर क

सामा य लख

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ऊपर बहन लगी ह भर टाचार का मल कारण लाल फ़ीताशाही और कायर म अनाव यक दर करना ह हमारा रा टर नितक म य क ास स जझ रहा ह िजस उ नत करन की आव यकता ह सरकारी अिधकािरय को अपना कायर स पािदत करत समय िकसी परलोभन क आग नही झकना चािहए दश क परिसदध एव नामी-िगरामी यिक तय को अपनी ईमानदारी व स चाई स ईमानदार करदाता क प म आदशर थािपत करना चािहए भर टाचार को दर करन क िलए कई कदम उठाए गए ह िजनम मख य ह-

bull सचना का अिधकार सरकारी िकरयाकलाप क बार म पछन का अिधकार नागिरक को दता ह bull कदरीय सतकर ता आयोग सतकर ता रखन तथा सरकारी परित ठान म भर टाचार दर करन क उपाय

का सझाव दन क िलए गिठत िकया गया ह bull स य िकरयाि वत व त एव सवा कर न lsquoएक दश एक करrsquo परणाली को लाग िकया ह िजसस

कर चोरी पर रोक लगगी भर टाचार को रोकन क िलए कछ और कदम उठाए जान आव यक ह -

bull भर टाचार सबधी मामल का शीघर िनपटारा करन क िलए िवशष अदालत बनाई जानी चािहए

bull मज़बत और कड़ कानन बनाए जान चािहए िजसस अपराधी को छट न िमल सक

एक बार यिद हम इस भर टाचार भाई-भतीजावाद और घस लन एव दन क रोग को भारतीय समाज स दर कर सक तो हमार दश को िवकिसत दश की ि थित म पहचन म वक त नही लगगा और बिकम चदर जी का lsquoसजलाम सफलाम श य यामला मातरमrsquo का व न साकार हो जाएगा

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दिनया भर की तकनीक और आिव कार न हमारा जीवन बहत आसान कर िदया ह मगर एक पराकितक आपदा आत ही सब बकार हो जाता ह और हम समझ आ जाता ह िक धरती पर हम िसफर कदरत की दया क भरोस िजदा ह

नाइल डगर टायसन

अमरीकी ए टरोिफिज ट

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भवन-िनमारण म ईशान-कोण का मह व मकश कमार ग ता

मौसम िवजञानीndash बी सगठन अनभाग - मखयालय

भारतीय स कित म भवन-िनमारण स पवर िकसी शभ महतर म वा त पजन भिम पजन भिम शोधन िशला यास आिद शभ कायर दवी-अनगरह परा त करन क साथ-साथ सयर सिहत सम त गरह-नकषतर रािश-समह एव परकित क पड़न वाल परभाव को अनकल बनान व परकित क साथ सामज य थािपत करन क िलए िकए जात ह कोई भी नविनमारण यह उ य सामन रखकर िकया जाता ह िक बनकर तयार होन क प चात वह भवन िनवास करन वाल क िलए िवघन-बाधा रिहत सख-शाि तदायक परगित का कारण एवम सवरथा मगलमय हो घर म कलह-कलश न हो पािरवािरक सौ यता सामज य एव पार पिरक नह-सदभाव बना रह तािक यिकत व थ एव दीघरजीवी ह आिथरक उ नित सामािजक मान-परित ठा म अिभविदध आिद बात साथरक िनमारण का पिरचायक मानी जाती ह

सामा य लख

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भवन क उ तर-पवर कोन को ईशान-कोण कहा जाता ह भगवान िशव का एक नाम ईशान भी ह चिक भगवान िशव का आिधप य उ तर-पवर िदशा म होता ह इसीिलए इस िदशा को ईशान-कोण कहा जाता ह यहा दवी शिकतया इसिलए भी बढ़ती ह कय िक इस कषतर म दवताओ क ग बह पित और मोकष कारक कत का भी वास रहता ह िव वकमार परकाश क अनसार पर यक भखड का भवन का और यहा तक िक पर यक कमर का ईशान-कोण अथारत उ तर और पवर क म य का भाग या कोना अ यत मह वपणर ह सयर परब स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह अतः उसकी जीवनदाियनी पराण ऊजार स भरपर लाभ उठान क िलए पव तर िदशा म पजा-ककष या दव-मिदर का होना अिनवायर ह जहा सयर और प वी क ऊजार क दर का सि मलन होता ह िवजञानव ता जानत ह िक सयर और प वी का आपस म िकतना घिन ठ सबध ह सयर क ताप व परकाश-रि मय क परभाव स ही धरती पर अनगिणत पिरवतरन होत रहत ह वा तशा तर का आधार भी इन दोन का पर पर सबध ही ह ऋिषय न कहा ह- ईशा यो दवतागह पवर या ननामिदरम पव तर क तीन िवधानसभा चनाव क नतीज आन क बाद परधानमतरी ी नरदर मोदी जी न कायरकतारओ को सबोिधत करत हए अपन भाषण क दौरान वा त क ईशान-कोण का िजकर करत हए कहा था जो बात म कह रहा ह उस मन सना ह हालािक इसम न मरा जञान ह न मरी आ था ह जो इमारत बनात ह वो एक मा यता रखत हrsquo उ ह न कहा वा त म इमारत की जो रचना होती ह उसम उ तर-पवर कोण का सबस मह वपणर थान होता ह वा तशा तरी इसका बहत यान रखत ह मतलब िक (घर बनान म) एक बार नॉथर-ई ट ठीक हो गया तो परी इमारत ठीक हो जाती ह आज मझ खशी इस बात की ह िक नॉथर-ई ट का यह कोना िवकास की यातरा का दश म नत व करन आग आया ह I हमारा दश धमरपरायण दश ह आ याि मक ऊजार यहा क कण-कण म समािव ट ह यहा वा त को धािमरक क य स जोड़कर रखा गया ह तािक उस मा यम स हम ई वर स सबध थािपत करक लौिकक एव पारलौिकक सख क आनद का लाभ उठा सक इस सदभर म आधर परदश क मधर य वा तवता ी गौ ित पित र डी अपनी कित वा त-सदश म कहत ह िक बर मा ड म स या त अिगन वाय जल आकाश आिद नसिगरक शिकतय -पचमहाभत को अपन घर क अनकल बनाना जानना और तदन प भवन िनमारण करना ही बिदधमान को अभी ट ह उनक अनसार बदरीनाथ कदारनाथ आिद उ तराख ड क दवालय मथरा-व दावन क पराचीन मिदर ओिडशा का जग नाथपरी एव दिकषण भारत

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क ित पित बालाजी आिद दव- थान की थापना वा तशा तर क अनसार की गई ह िजनक कारण उनक आकषरण एव वभव दखत ही बनत ह व ततः वा त िनयम क अनसार िनिमरत दवालय पजा-थल एक परकार स बर माडीय ऊजार क क दर होत ह इसीिलए पर यक िनमारण म एक कोना पजा- थल क प म िवकिसत करन का िवधान ह वा तशा तर क अनसार दवालय उपासना थल या पजा ककष भवन का परमख अग ह इस ईशान-कोण म थािपत करन का परमख कारण यह ह िक सयर पवर स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह साथ ही इस आरोगय का दवता माना गया ह पवारिभमखी पजाककष म जब यिकत उपासना करता ह तो उसका मह पवर की ओर होता ह इसस परातःकालीन उदीयमान सिवता दवता सयर की विणरम िकरण का लाभ साधक को िमलता ह हमारी काया क उ तरी धरव अथारत मि त क म सह ार चकर आजञाचकर एव बर मरधर जस कई स म शिकत कदर ह िजनका सबध सयर स थािपत हो जान पर व जागरत होन लगत ह और अतीिदरय कषमताए एव ऋिदध-िसिदधया ह तगत होन लगती ह ओजस-तजस एव वचरस का ोत सयर ही ह इसीिलए परितमाओ का मख परब पि चम या दिकषण की ओर होता ह तािक उपासना करन वाल यिकत का मह सदव परब पि चम या उ तर िदशा की ओर रह और वह सयर की जीवनदाियनी पराण-ऊजार स लाभाि वत होता रह जञान पराि त क िलए उ तर िदशा म उ तरािभमख धन-सपदा हत पवर िदशा म पवारिभमख एव सख-शाित हत पि चम िदशा म पि चमािभमखी होकर पजा उपासना करन का िवधान शा तर म बताया गया ह

ईशान-कोण म कया होना चािहए घर शहर और शरीर का ईशान भाग सबस पिवतर होता ह इसिलए इस साफ- व छ और खाली रखा जाना चािहए यहा जल की थापना की जाती ह जस कआ बोिरग मटका या िफर पीन क पानी का थान इसक अलावा इस थान को पजा का थान भी बनाया जा सकता ह घर क मखय वार का इस िदशा म होना वा त की ि ट स बहद शभ माना जाता ह आवासीय भवन म डराइग म क िलए पवर उ तर एव ईशान-कोण का कषतर उिचत ह ईशान-कोण म अिधक स अिधक थान खाली रख अ यथा पवर और उ तर िदशा क कषतर को खाली या ह क रख उ तर एव पवर िदशा की सकारा मक ऊजार म विदध क िलए इन िदशाओ म बड़ी-बड़ी िखड़िकया अथवा लाइिडग दरवाज का परावधान रख ईशान- कोण म िकसी भी परकार की फकटरी होना बहत उपयोगी माना गया ह लिकन इस िदशा म

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टरासफामरर भटटी या जनरटर िब कल ना रख यह िदशा दवीय शिकतय क िलए ठ होती ह इस िदशा का परितिनिध व वय दवीय शिकतया ही करती ह इसिलए यहा मिदर होना बहत शभ रहता ह इस थान पर हमशा साफ-सफाई रहनी चािहए इस थान पर मिदर क साथ ही पानी स सबिधत उपकरण भी रख जा सकत ह घर क इस कोन म बाथ म और टॉयलट नही होना चािहए साथ ही यहा भारी व तए भी नही रख घर कारखाना या िकसी भी वा त का िनमारण कायर परार भ करत समय नीव खदाई ईशान िदशा स ही श करना चािहए एव रसोई घर जनरटर ककष बॉयलर िबजली मीटर या मन ि वच आिद ईशान-कोण म नही बनान चािहय (आगनय िदशा म बनान चािहय) घर क अ दर ईशान-ककष क कोन म पीन क पानी का घड़ा या बतरन पानी भरकर अव य रखना चािहए सयर स िनकलन वाली पराकितक पराबगनी (Ultra Violet) िकरण की शिकत स यह पानी शदध व शिकतशाली बनता ह और पिरवार क सद य वारा इसक पीन स वा य सख समाधान आनद तथा स पदा का लाभ होता ह भवन क उ तर पवर एव ईशान म भिमगत पानी की टकी कआ या बोर होना बहत शभ होता ह इसस आिथरक स प नता क साथ-साथ परिसिदध भी िमलती ह उ तर पवर और ईशान जञान एव तजि वता की िदशाए ह इन िदशाओ स जञान तज सख आनद समाधान की प दन लहर आती ह अतएव अ ययन भोजन पजा एव अ य शभ कायर करत समय इन िदशाओ की ओर मह रखन स सफलता व परिसिदध की सभावनाओ म बढ़ोतरी होती ह

ईशान-कोण म कया नही होना चािहए ईशान-कोण पर दवी-दवताओ और आ याि मक शिकतय का वास रहता ह िकसी घर म ईशान-कोण को सबस पिवतर कोना माना जाता ह इसी वजह स इस िदशा म रसोई घर शौचालय या कड़ा-कचरा घर जसा िनमारण परी तरह विजरत माना जाता हI इस थान पर कड़ा-करकट रखना टोर टॉयलट िकचन वगरह बनाना लोह का कोई भारी सामान रखना विजरत ह इसस धन-सपि त का िवनाश और दभारगय का िनमारण होता ह ऐसा करन स आप बबारदी क वारा खोल दग ईशान-कोण म िकसी भी परकार का झाड़ नही रखना चािहए इसक अलावा घर बनवात समय इस कोण म बाथ म नही हो इसका िवशष यान रख यिद आप ऐसा करत ह तो घर म झगड़ा और कलश की ि थित बनी रहगी िजन घर म ईशान-कोण दिषत होता ह वहा कभी भी सख- समिदध का वातावरण नही होता ह घर क लोग का चिरतर अ छा नही होता और उस घर क

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सद य को लबी बीमािरय का सामना करना पड़ता ह ईशान-कोण म ग ढ का होना भी नकारा मक उजार पदा करता ह साथ ही इस कोण म रसोईघर का होना दिरदरता को आमतरण दता ह यिद कोई तरी अिववािहत ह तो उस इस कोन म नही सोना चािहए इस कोन म कोई अिववािहत तरी सोती ह तो उसक िववाह म िवलब हो सकता ह या वा य सबधी परशािनय का सामना करना पड़ सकता ह

ईशान-कोण क दोष का परभाव तरी हो या प ष आज क भौितक यग म एक फशन सा हो गया ह िक लोग उ ह जान पहचान मान द स मान द अथारत हर यिकत चाहता ह एक यथोिचत परिसिदध लोग म योगयता भी होती ह अवसर भी िमलत ह परयास भी िकए जात ह पर त सबक बावजद सफलता नही िमल पाती या कम िमलती ह इस कारण कभी - कभी लोग िनराश भी हो जात ह िक परी महनत क बाद भी यथोिचत उपलि ध कय नही िमल पा रही ह यिद आप ईशान-कोण (उ तर-पवर िदशा) म बड म बनाएग तो इस कमर म सोन वाला कम स कम आठ-दस घट तो यहा िबताएगा ही िकसी भी यिकत क िलए ऊजार स पिरपणर इस कषतर म इतन लब समय तक रहन का मतलब ह खद का नकसान कय िक इस जगह पर िकसी को भी इतनी दर नही रहना चािहए यिद आपन यह कमरा अपन बट को िदया ह तो सभव ह उस पर मोटापा हावी हो जाए िजसक पिरणाम व प वह स त और ढीला हो सकता ह और उसम हीन भावना भी आ सकती ह अगर बटी को यह कमरा िदया गया ह तो वह िचड़िचड़ वभाव की और झगड़ाल हो सकती ह इतना ही नही उस कम उमर म ही तरी-रोग स जड़ी सम याए भी झलनी पड़ सकती ह िकसी दपि त का बड म बनान क िलए ईशान-कोण अशभ फलदायी जगह ह िकसी नव-िववािहत दपि त को तो भलकर भी ईशान-कोण म अपना बड म नही बनाना चािहए नव -िववािहता अगर ईशान-कोण म बन बड म म रहती ह तो सभवतः या तो वह गभरधारण ही नही कर पाएगी या उस बार-बार गभरपात कराना पड़ सकता ह ईशान-कोण पर बन बड म म सोन वाल दपितय को शारीिरक मानिसक आिथरक और आ याि मक अनक तरह की किठनाइया झलनी पड़ सकती ह ईशान-कोण म टॉयलट होन स पसा लश होता ह वा य खराब होता हपािरवािरक कलह रह सकती

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ह और अपयश िमलता ह

ईशान-कोण म भवन िव तार मन पहल बताया िक भवन िनमारण ईशान-कोण स परार भ करना चािहए लिकन पवरिनिमरत भवन या पिरसर म िव तार कदािप ईशान-कोण म नही करना चािहए ऐसा करन स पवर िदशा स आ रही सय दय की रि मया नवीन सरचना वारा अवशोिषत होती ह और मौजदा सरचना भवन तक परभावी प स पवरवत नही पहच पाती और अिधकाश सकारा मक ऊजार नविनिमरत भवनसरचना तक ही

सीिमत रहन क कारण वही अवशोिषत हो जाती ह फल व प सकारा मक ऊजार क ास व नकारा मक ऊजार म बढ़ो तरी क कारण पवरिनिमरत भवन म रहन वाल की सोच रहन-सहन कायरशाली एव उ पादकता नकारा मक प स परभािवत होती ह व आ याि मक आि मक मानिसक एव भौितक तर म ास क कारण पतन की ओर अगरिसत होन की सभावना परबल हो जाती ह I छाया-वध क कारण भी इस परकार की अव था म मल पिरसर भवन का वा त िबगड़ता ह फल व प उपरोकत दोष की मातरा म और अिभविदध होन की सभावना अिधक परबल हो जाती हI िकसी वकष मिदर वजा पहाड़ी ईमारत आिद की छाया िकसी पिरसर मकान पर पडऩ को छाया-वध कहत ह यह शाित की परितरोधकता यापार व िवकास पर परितकल परभाव ब च क िववाह म दरी वशविदध एव वा य पर परितकल परभाव िवकास म बाधक िनराशा धन-हािन एव स ता म ास की योतक ह यह तो मातर बानगी ह िजजञासगण िवषय की गहराई म उतरकर अपन जीवन को और अिधक सखद व सफल बना सकत ह I

अगर िह द तान को सचमच आग बढ़ना ह तो चाह कोई मान या न मान रा टरभाषा तो िह दी ही बन सकती ह कय िक जो थान िह दी को परा त ह वह िकसी और भाषा को नही िमल सकता

रा टरिपता महा मा गाधी

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नमािम गग पनम िसह

मौसम िवजञानी ndashए परादिशक मौसम कदर- नई िद ली

पराण म इस बात का उ लख ह िक दवताओ को दवी लीला परदशरन क दौरान भगवान िव ण क चरण क नाखन स अमत त य पिवतर जल का ाव हआ था िजस सभागार म उपि थत बर मा जी न गगा जल समझकर अपन कमडल म एकतर कर िलया था इस रह य का पता अयो या नरश भगीरथ को चला अत उ ह न अपन पवरज को तारन क िलए बर मा जी िशव जी इ यािद को तप या स परस न कर गगा जी को भारत भिम पर लाया किववर भारतद हिर चदर न गगावतरण को अपनी किवता म इस परकार यकत िकया ह

ी हिर-पद-नख-चदरकात-मिनndashदरिवत सधारस बर म कम डल म डन भव ख डन सर सरबस िशव िसर ndashमालित ndashमाल भगीरथ नपित ndashप य ndashफल ऐरावत ndash गत- िगिरपित ndashिहम-नग-क ठहार कल सगर सवन सठ सहस परस जल मातर उधारन अगिनत धारा प धािर सागर सचारन

प य सिलला गगा अनािद काल स हमारी सामािजक ndash आिथरक ndash भौगोिलक तथा सा कितक पहचान रही ह इसक िकनार क बड़ भभाग हिरयाली और खशहाली स सराबोर रहत ह इसक िकनार बड़-बड़ शहर बस हए ह जो भौितक और आ याि मक ि टकोण स ल धपरित ठ ह पर वषर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव जत और वन पितय को जीवन दान दती ह तथा लाख एकड़ भिम की िसचाई करक भारत माता को श य यामलाम मातरम की उपािध स िवभिषत करती हगगा जल म ऑकसीजन धारण करन की असाधारण कषमता होती ह यही कारण ह िक यह बहत समय तक रखन क बाद भी ताजा रहता ह इसक अदर शारीिरक रोग को दर भगान का िवशष गण होता ह हमार दश म सिदय स गगा जल पीकर लोग बीमािरय स छटकारा पात रह ह िकसी सत न कहा ह शरीर जजररीभत यािधगर त कलवर औषध जा नवी तोय व यो नारायणो हिर

सामा य लख

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यिद शरीर जजरर और यािधगर त हो जाय तो गगा जल को औषिध क प म लकर नारायण की कपा स मन य रोगमकत हो जाता ह आई आई टी कानपर क परोफसर िवनोद तार क अनसार गगा जल क गण ह इसकी शीतलता मधरता व छता ऊजार परदान करन की शिकत हर परकार क खिनज पदाथर का समावश पीन की योगयता पावनता पाप िनवारण की शिकत त णा और मोह दर करन की कषमतािनजरलन (िडहाइडरशन) की अव था म बहोशी को दर करना पाचन ndashशिकत- वधरक परजञा-शिकत धारण करन की कषमता इ यािद इ ही गण क कारण मन य जब शरीर छोड़न लगता ह तो उसक मख म गगा जल डाल िदया जाता ह िजस गगा क िकनार गो वामी तलसीदास व राजा हिर चदर जस महान प ष न अपन साधना का कदर बनाया और इसकी िनमरलता एव पावनता स लाभाि वत हएवही जल कछ समय स पयार त परदिषत हो गया ह गगा धािमरक आ था का परतीक गो वामी तलसीदास रामचिरतमानस क बालका ड म गगा और सर वती की वदना करत हए कहत ह पिन बदऊ सारद सरसिरता जगल पनीत मनोहर चिरता म जन पान पाप हर एका कहत सनत एक हर अिबबका म सर वती और दवनदी गगा की वदना करता ह दोन पिवतर और मनोहर चिरतर वाली ह गगा जी नान करन और जल पीन स पाप को हर लती हजब िक सर वती जी गण और यश कहन और सनन स अजञान का नाश करती ह भारत की बहत बड़ी आबादी गगा जी स धािमरक आ था स जड़ी हई ह विदक काल स लकर ग त-मौयरकाल मगल काल िबरिटश काल तथा आधिनक काल क सभी धम तथा स परदाय क लोग न गगा को पयार त स मान िदया ह तथा इस मोकषदाियनी कहा ह गगा की परोपकािरता का वणरन करत हए गो वामी तलसीदास जी न िलखा ह कीरित भिनित भित भिल सोई सरसिर सम सब कह िहत होई अथारत कीितर किवता और स पि त वही उ तम ह जो गगा जी की तरह सबका िहत करन वाली हो मशहर शायर मह मद इकबाल न िव व म भारत क स दयर और परित ठा का वणरन करत हए 16 अग त सन 1904 म िलखा ह िक- ldquo सार जहा स अ छा िहदो ता हमाराrdquo ए आब-ए- द ndashए गगा वह िदन ह याद तझको उतरा तर िकनार जब कारवा हमारा

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गगा की भौगोिलक ि थित गगोतरी गलिशयर क ोत गोमख (ऊचाई 4 िकमी) स िनकलन क प चात बगाल की खाड़ी म िगरन तक गगा लगभग 2525 िकमी का सफर तय करती ह यह मखय प स पाच परदश उ तराख डउ तर परदशिबहारझारख ड तथा पि चम बगाल स होकर बहती ह इसक तट पर गगोतरीउ तरकाशीदवपरयागऋिषकशहिर वार ड़कीिबजनौरनरोडाक नौजकानपर इलाहाबाद िमजारपरवाराणसी पटना भागलपर बहरमपर सरमपरहावड़ा तथा कोलकाता जस परमख शहर तथा तीथर थल बस हए हगगा की सहायक निदय क तट पर कदारनाथ बदरीनाथ जोशीमठ दरपरयाग ीनगर (गढ़वाल) यमनोतरी िद ली आगरा तथा लखनऊ जस परमख शहर बस हए ह दवपरयाग म भागीरथी तथा अलकनदा क िमलन क बाद ही भागीरथी को गगा नाम िमलता ह गगा की ल बाई उ तराख ड म 450 िकमी उ तरपरदश म 1000 िकमीउ तरपरदश और िबहार क बीच म 110 िकमी िबहार म 405 िकमी तथा पि चम बगाल म 520 िकमी ह भारत वषर म गगा बिसन का जलगरहण कषतर 861404 वगर िकमी (264) तथा औसत वािषरक जल िड चाजर 493400 िमिलयन कयिबक मीटर ह जो िव व क उ चतम िड चाजर म पाचव न बर पर ह इसकी मखय सहायक निदया ह मदािकनी िभलगना अलकनदा धौली नयारयमना रामगगा गोमती घाघरा गडक दामोदर कोसी तथा काली-पवर िचतर-(I) इसकी उप-सहायक निदया ह च बलिसध बतवा ट स तथा कािसया ndashह दी इ यािद

िचतर(1) गगा की सहायक निदया

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िहमालय म िपघलता हआ बफर और मॉनसन ऋत की वषार गगा म बहन वाल पानी का ोत ह गगा बिसन का फलाव दशातर म 73ᴼ 30rsquo तथा 89ᴼ पवर और अकषाश 20ᴼ 30rsquo तथा 31ᴼ 30rsquo उ तर क म य म ह िजसका भारत वषर चीननपाल और बगलादश म कषतरफल 1086000 वगर िकमी ह बिसन कषतर का 80 भारत वषर म ह भारत क कल भभाग का 26 गगा का बिसन ह जो 43 आबादी का भरण ndashपोषण करता ह गगा बिसन भारत की सभी निदय की बिसन स बड़ा ह और िव व क बड़ी बिसन म पाचव न बर पर ह ससार म गगा बिसन की आबादी बहत घनी ह पाच परदश म िजसम गगा गजरती ह 2011 क जनगणना क अनसार आबादी घन व करमश इस परकार ह उ तराख ड 190 परित वगर िकमी उ तर परदश 828 परित वगर िकमी िबहार 1102 परित वगर िकमीझारख ड 720 परित वगर िकमी तथा पि चम बगाल 1029 परितवगर िकमी बिसन म कल शहरी आबादी 963 करोड़ ह गगा परदषण साल भर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव ndash जतओ को जीवन दती ह परत आज औ योगीकरण तथा उपभोकतावादी स कित क बढ़न स अ यत परदिषत हो चकी ह हाल क कछ दशक म गगा म लगातार बढ़ता परदषण भौगोिलक ndash पयारवरणीय तथा पािरि थितक ततर क िलए गभीर खतर का सचक बन चकी ह लोग का अनमान ह िक िबरिटश शासन क दौरान ही गगा म परदषण बढ़ना परार भ हो गया था कड़ा - कचरा मल-मतर तथा अनक परकार क अपिश ट पदाथ क िमलन स इसका व प सीवज नाल की तरह होता जा रहा ह वजञािनक एव वा य िवशषजञ क मतानसार अिधकाश थान पर गगा ndash जल पीन तथा नान करन योगय भी नही रह जाए गा गगोतरी यमनोतरी कदारनाथ तथा बदरीनाथ जस तीथर थल पर न तो कड़ा ndash कचरा तथा अपिश ट (बायोिडगरडबल तथा नानबायोिडगरडबल) पदाथर िन तारण की कोई थायी यव था ह और न ही सीवज टरीटमट लाट (एसटीपी) तथा सीवर लाइन जसी कोई यव था ह होटल र टोरट आ म धमरशालाओ तथा िरहायशी मकान की गदगी सीध ही गगा और उसकी सहायक निदय म चली जाती ह यवसायी और थानीय लोग म जाग कता की कमी ह उनका उ य कवल धनोपाजरन करना ह अत व लोग अपिश ट पदाथ को इधर उधर फक दत ह जो अतत बहकर गगा नदी म चला जाता ह उ तराख ड भारत क पयरटक का नसिगरक वगर हपरत वहा जान वाल पयरटक वगर का आनद लन क दौरान परकित क स दयर स छड़छाड़ करत ह िजसस हिरयाली उ तरो तर कम हो रही ह और परदषण

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म विदध हो रही ह य लोग अपन साथ पॉिलिथन एव लाि टक क थल तथा बतरन म खान पीन की चीज ल जात ह और इ तमाल करन क बाद गगा और उसकी सहायक निदय क िकनार फक दत ह कभी हमार सिवधा क िलए बनी पॉिलिथन अब सबस बड़ा िसर ददर बन गई ह एक अनमान क अनसार भारत म परितवषर लगभग 500 मीिटरक टन पॉिलिथन का िनमारण होता ह परत एक परितशत स भी कम की रीसाइकिलग हो पाती ह आ चयरजनक त य यह भी ह िक भोजन क धोख म इ ह खा लन क कारण परितवषर एक लाख स अिधक जल म रहन वाल जीव की म य हो जाती ह पॉिलिथन इतनी खतरनाक चीज ह िक िजसका अदाज लगाना किठन ह जमीन म गाड़ दन पर भी पॉिलिथन क थल अपन अवयव म टटन म एक हजार साल स भी अिधक का वकत ल लत ह अथारत य परी तरह स कभी न ट होत ही नही इस समय िव व म परितवषर लाि टक का उ पादन 10 करोड़ टन क लगभग ह और इसम परितवषर 4 परितशत की विदध हो रही ह भारत म भी लाि टक का उ पादन व उपयोग बड़ी तजी स बढ़ रहा ह पॉिलिथन और लाि टक गगा क िकनार िबखर होत ह जो बरसात क मौसम म बहकर गगा और इसकी सहायक निदय म समा जात ह पॉिलिथन और लाि टक जस नानबायोिडगरडबल पदाथर कई दशक स िहमालयी कषतर क पयारवरण क िलए िसरददर बन हए ह परत न इनका परयोग कम हआ ह और न ही इनक िन तारण व परबधन का कोई कारगर तरीका ढढा गया ह पिरणाम व प पहाड़ की चोिटय स लकर निदय क िकनार तक लाि टक तथा पॉिलिथन क कचर का ढर लगा रहता ह लाि टक क इन खतर को दखत हए ही इस बार प वी िदवस की थीम भी ldquo लाि टक परदषण स मिकत ldquo रखी गई लाि टक परदषण ख म करनक िलए चलाए जा रह अिभयान म इस बात पर िवशष जोर िदया जा रहा ह िक लाि टक परदषण क िनयमन क िलए वि वक ढाचा तयार िकया जाए सभी दश क नागिरक को िशिकषत कर उ ह लाि टक परयोग क िव दध परिरत िकया जाए थानीय िनकाय एव सरकार भी इस बार म उिचत परयास कर तािक पॉिलिथन व लाि टक बग क उ पादन और इ तमाल को रोका जा सक गगा परदषण क मखय कारण

घरल और औ योिगक कचर एक अ ययन क अनसार लगभग 14 िमिलयन कयिबक मीटर (एम सी एम) परितिदन घरल सीवज का पानी तथा 020 एम सी एम औ योिगक सीवज सीधा नदी म बहाया जाता ह

ठोस कचरा जो सीधा नदी म फक िदया जाता ह

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किष म परयोग िकए जान वाल हािनकारक कीटनाशक तथा रासायिनक खाद पानी म बहकर नदी म जात ह

मत मविशय तथा अधर या पणर प स जली लाश का नदी म बहना कम आमदनी वाल यिकत जो नदी क िकनार बसत ह व मलमतर का याग गगा िकनार ही

करत ह योहार एव िविभ न उ सव पर लाख लोग का गगा म नान करना तथा धािमरक अन ठान

स िनकल राख एव अ य पदाथर जस फल फल अगरबि तया इ यािद का नदी म बहना 2013 क सीपीसीबी ( सटरल पो यशन कटरोल बोडर ) आकलन म यह दशारया गया ह िक गगा क मखय परवाह पर ि थत 764 उ योग 1123 एम एल डी (िमिलयन लीटर परितिदन) पानी का उपभोग करत ह तथा 500 एम एल डी िन ाव उ सिजरत करत ह एक बड़ी तादाद म ऐस उ योग लगभग 90 परितशत नदी क उ तर परदश ख ड म ि थत ह वाराणसी म िविभ न घाट पर पर यक वषर लगभग 30000 स अिधक लाश का दाह स कार िकया जाता ह पिरणाम व प लगभग 15 लाख टन राख परित वषर गगा म बहा दी जाती ह वाराणसी म कम स कम 35 थान पर खल नाल गगा म कड़ाकचरा तथा मला फकत हlsquoिशवाला तथा दशा वमध जस ऐितहािसक घाट अब धोबी घाट म पिरवितरत हो गए ह जहा खलndashआम कपड़ धोए जात ह कचरा फका जाता ह तथा मत मविशय को नदी म बहाया जाता ह शहर की एक ितहाई आबादी झिगगय म रहती ह िजनक पास व छता और सीवज सिवधा का अभाव ह शहर क 15 परितशत िह स क पास शौचालय सिवधा नही ह और लोग खल म मल याग को िववश ह सीवरज की कमी क कारण कई सार िह स सि टक टक पर िनभरर करत ह लिकन स टज परबधन क िलए कोई औपचािरक यव था नही ह और टक ओवर लो होकर खल नाल म बहता ह शहर म ठोस कचरा परबधन की कोई यव था नही ह और इसिलए यह कचरा भी नाल क जाम होन का कारण बनता ह और बहकर अतत नदी को ही परदिषत करता ह इलाहाबाद म 57 नािलया नदी म परवािहत होती ह उ तर परदश म यह नदी 1000 िकमी की दरी म बहती ह और यहा िवकिसत होत हए बड़ शहर अवि थत ह यहा चमरशोधकचीनीलगदीतथा रसायन उ योग 270 एम एल डी अपिश ट जल का योगदान करत ह य यिप चमरशोधक की सखया यादा ह (442) िफर भी य अपिश ट जल म कवल 8 परितशत का योगदान दत ह िकत यह बहद जहरीला होता ह और कानपर इलाक म सकिदरत ह चीनी लगदी कागज और म य ndashउ पादक सयतर अपिश ट जल उ पादन म 70 परितशत

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स अिधक का योगदान करत ह पि चम बगाल म गगा lsquoहगलीrsquo क नाम स जानी जाती ह यहा चल रह कपड़ापटसन कागज शराब तथा चमड़ क लगभग 200 कारखान का अपिश ट पानी िबना िकसी खास टरीटमट क ही हगली म िगराया जाता ह हगली क तट अब सदाबहार ठडी हवा क िलए नही बि क बदबदार गदी हवा क िलए जान जात ह पि चम बगाल म बड़ कारखान क औ योिगकघरल तथा यावसाियक प स होन वाल परदषण क अलावा बचड़खान धोबीघाट तथा झोपड़पिटटय की गगा िकनार बढ़ती जनसखया भी नदी क पानी को परदिषत करन म बड़ी भिमका िनभा रही ह इस परकार हजार शहर क ब का मल धोती गगा ल बी यातरा तय करक गगा सागर म परवश कर सगर क पतर का उदधार करन वाल थल पर पहचती ह जहा किपल मिन का आ म ह और लाख दधाल 14 जनवरी को परितवषर पिवतर नान कर गगा की पजा करत ह

गगा को व छ बनान वाली पिरयोजनाए गगा को परदषण मकत बनान क िलए परार भ की जान वाली पहली मह वाकाकषी योजना ldquo गगा कायर योजना ldquo (गगा एकशन लानजीएपी) थी योजना की दखरख क िलए त कालीन परधानमतरी राजीव गाधी की अ यकषता म 14 जनवरी 1985 को कदरीय गगा परािधकरण का गठन िकया गया था गगा एकशन लान (जी ए पी -1) क परथम चरण म गगा नदी को पणरत परदषण मकत करन का ल य रखा गया था परत परभावी नीितय क िनधाररण तथा उनक सफल िकरयावयन क आभाव म यह योजना अिधक सफल नही हो पाई इस योजना क दसर चरण (जी ए पी -II) म जो 1993 म लाग की गई थी गगा की सहायक निदय यमना दामोदर महानदा घाघरा गोमती इ यािद को व छ बनान का परावधान था इसम उ तराख ड उ तर परदश िबहार झारख ड और पि चम बगाल क 95 क ब सि मिलत िकए गए थ इसी परकार 1995 म lsquoरा टरीय नदी सरकषण योजना lsquo(एन आर सी पी) जसी मह वाकाकषी योजना भी श की गई इस योजना क अतगरत 20 रा य क 167 शहर म 38 निदया शािमल की गई कदरीय सरकार न परदषण मिकत क ल य को यान म रखत हए गगा को रा टरीय नदी का दजार िदया तथा 20 फरवरी 2009 को ldquoपयारवरण (सरकषण) अिधिनयम ndash 1986 ldquo क तहत रा टरीय गगा नदी बिसन परािधकरण (एन जी आर बी ए) का गठन िकया इसक अ यकष परधानमतरी तथा िजन िजन रा य स गजरती ह उनक मखयमतरी इसक सद य ह इतनी योजनाए बनान क बाद भी ल य तक पहचन म कवल आिशक सफलता िमली इन योजनाओ की िवफलता का सबस बड़ा

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कारण कदर तथा रा य सरकार सरकारी व गर ndashसरकारी स थाओराजनितकndashपरशासिनक व नौकरशाही ततर थानीय शासनndash परशासन बिदधजीवी व परभावशाली वगर समाज क िविभ न वग स जड़ लोग क बीच आपसी तालमल व समवय का अभाव था नमािम गग हाल ही म (जन 2014) कदरीय सरकार वारा समिकत सरकषण िमशन क प म ldquoनमािम गगldquo परोगराम 20000 करोड़ पय क बजट क साथ लाग िकया ह िजसक दो ल य ह पहला परदषण को परभावी तौर पर रोकना तथा दसरा रा टरीय नदी गगा का सरकषण और पन मौिलक ि थित म लाना इस परोगराम क तहत योजना का कायार वयन तीन चरण म करना ह तीन चरण म काय की परखा इस परकार ह सीवज टरीटमट इनफरा टरकचर नदी क तट का िवकास नदी म बहत हए मलब या कचर की

सफाई जव िविवधता नदी क बिसन म पड़ndashपौध लगाना नदी क व छता क परित जन जागरण औ योिगक कचर का मॉनीटरन तथा गगा गराम की थापना कर उ ह व छ रखन की यव था

िविभ न परदश म 63 सीवज परबधन परोजकट इस समय कायररत ह 28 निदय क तट पर 182 घाट और 118 शवदाह गह का िनमारण एव आधिनकीकरण इस समय परगित पर ह 11 थान पर निदय क िकनार तथा पानी म बहत हए ठोस कचर का िन तारण चल रहा ह 5 जव िविवधता कदर दहरादन नरोड़ा इलाहाबाद वाराणसी और बरकपर म चल रह ह

फार ट िरसचर इ टी यट दहरादन क दखरख म उ तराख ड क सात जनपद म औषिधयकत पौध लगाय जा रह ह िजसम लगभग 2300 करोड़ पय क खचर का अनमान ह वकर शाप सिमनार एव सभाओ क मा यम स व छता क परित जन जागरण का शभार भ हो चका ह औ योिगक कचर का मॉनीटरन त परता स हो रहा ह जो उ योग नीित स बधी िनयम का पालन नही कर रह ह उनको बद करन की सचनाए भजी जा चकी ह पाच रा य म जहा स गगा बहती ह नदी क तट पर ि थत 1674 गराम पचायत की िनशानदही की जा चकी ह िजनम शौचालय सीवर ततर इ यािद क िनमारण का कायर परगित पर ह 13 इिडयन इ टी यट ऑफ टकनालोजी 65 गाव को गोद लकर उ ह आदशर गाव क प म िवकिसत कर रह ह गगा को पन जीवत बनान क िलए िव व क िवकासशील एव िवकिसत दश अपन वतरमान तकनीकी तथा परबधन स बधी जञान और ससाधन की सहायता दन क िलए त पर ह इनम ऑ टरिलया यनाइटड िकगडम जमरनी िफनलड इजरायल इ यािद अगरग य ह

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उपगरह की िवहगम ि ट आकाश म घमत हए उपगरह गगा बिसन का सतत िचतर खीचत रहत ह अतिरकष वजञािनक न उपगरह आकड़ स पानी की टिबरिडटी का अ ययन िकया ह जो जल की अपारदिशरता क पिरमाण को दशारत ह इसम उ ह न एक पराचल टी एस एम (टोटल स पडड मटर) की खोज की ह जो टिबरिडटी की मातरा को परदिशरत करता ह उदाहरणाथरआसिवत जल का टी एस एम श य होता ह जब िक उ च अपारदशीर जल का टी एस एम 200 स 250 िम गराम परित लीटर होता ह इसरो अहमदाबाद क वजञािनक न हाल ही म गगा नदी क जल की टिबरिडटी का अनमान लगान क िलए इलाहाबाद और पटना क उपगरह स परिकषत आकड़ का अ ययन िकया ह इसम इ ह न िरसोसरसट -2 उपगरह क नीयर इफरारड कषतर क रिडएस का परयोग िकया ह इन आकड़ स कछ मह वपणर जानकािरया परा त हई ह इलाहाबाद म जब उ ह न दो थान पर टी एस एम िनकाला एक यमना का गगा म िमलन स पहल दसरा गगा म यमना क िमलन क बाद तब दखा िक दसर परकषण म टी एस एम का पिरमाण कम था इसस यह जञात होता ह िक यमना का जल गगा जल स अपकषाकत व छ और पारदशीर ह कय िक इसकी सहायक निदयाच बल बतवा व ट स इ यािद पारदशीर जल क साथ इसम िमलती ह इसी परकार क दो परकषण उ ह न पटना म गडक नदी क गगा म िमलन स पहल और बाद म िलए बाद वाल परकषण म पहल परकषण की अपकषा टी एस एम का पिरमाण अिधक था अत यह प ट ह िक गडक गदला पानी लकर गगा म िमलती ह िजसम िमटटी रत तथा अ य सिडमट की मातरा गगा जल स अिधक ह िचतर (2) म सयकत रा य अमिरका क उपगरह लडसट-8 का एक िचतर िदखाया गया ह िजसम मॉनसनो तर काल म हिर वार कानपर इलाहाबादपटना और गगा क महाना (बगाल की खाड़ी) का य ह इस िचतर म गगा जल पटना और गगा क महान पर उ च टिबरिडटी क कारण नारगी रग

का िदखाई द रहा ह नारगी रग म टी एस एम की मातरा लगभग 200 स 250 िम गराम परित लीटर होती ह यह रग अ यिधक गदल और परदिषत जल को परदिशरत करता ह कानपर म भी गगा क पानी का गदलापन कछ इसी णी का ह परत इलाहाबाद म यमना करमशहर और पील रग की िदखाई द रही ह (हरा रग टी एस एम लगभग 50 स 100 िमगराम परित लीटर और पीला रग टी एस एम लगभग 100 स 150 िम गराम परित लीटर) परत गगा जल नारगी रग का िदखाई द रहा ह इसस प ट ह िक यमना म टिबरिडटी गगा की अपकषा कम ह अत पानी की गणव ता की परख क िलए उपगरह म उ च िवभदन कषमता वाल सवदक तथा नीयर इफरारड रिडएस स मॉडिलग वारा पिरकिलत एकदम सही ऑकड़ की आव यकता होती ह

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हिर वार कानपर इलाहाबाद

पटना बगाल की खाड़ी

लडसट -8 उपगरह िचतर - 2 मॉनसन क बाद 2014 परदषण का द परभाव परदषण मकत करन वाली गगा की पिरयोजनाओ क कायारवयन की गित मद ह और गगा िदन परितिदन इ छा शिकत क अभाव म मली होती जा रही ह आज हमार दश क लाख अिववकी एव सवदनहीन लोग जीवनदाियनी मोकषदाियनी वरदाियनी तथा िहतिषणी गगा क जल को लगातार परदिषत कर रह हपरत उ ह यह जञान नही ह िक यह िवषाकत जल पीकर व वय अनक िबमािरय को िनमतरण द रह ह वह िदन दर नही जब इस अिववक पणर कमर स व अ पताल की तरफ दौड़ लगात िफरग िफर भी कोई इलाज कोई औषिध उनका साथ नही दगी

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मौसम सवाए एव िव तारीकरण एचपी चदरा

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo मौसम कदर - रायपर

िव व म अनक पराकितक घटनाए होती ह और उसका परभाव जीवन जल वाय आिद पर पड़ता ह इसम स एक घटना मौसम की होती ह आिदकाल म मौसम की घटना को एक रह य क प म दखत थ मानव इन घटनाओ को दवीय चम कार समझत थ आज भी कछ लोग पारपिरक अन ठान करत ह तो कछ लोग नई िवधा का परादिशक या कषतरीय अन ठान करत ह जस भारत म गोवधरन पजा इसिलए करत ह िक भगवान ीक ण न गोवधरन पवरत को अपनी अगली स उठाकर बरजवािसय को वषार क परकोप स बचाया था इसी तरह कछ कषतर म मढ़क का िववाह रचाया जाता ह तािक अ छी वषार ह फसल अ छी हो परकित हरी- भरी रह जल ोत न सख लोग परकित को रह य समझत थ लिकन उसक रह य अनसलझ रहत थ अनसलझ रह य की याखया करना ही िवजञान ह वजञािनक आधार पर मौसम की घटनाओ का होना उसका िव तार परभािवत कषतर का आकलन आिद आज िवजञान स स भव हो सका ह इसका उपयोग आज मानव जीवन की िविभ न उपयोिगताओ क िलए िकया जा रहा ह जस िशमला जाना ह तो वहा की जलवाय क बार म हम पता होना चािहए िक वहा पर िवषम मौसम की घटनाए िकस ऋत म होती ह आिद जानकारी लकर हम अपनी यातरा का सखमय आनद ल सकत ह मौसम की सवाओ का कषतर आज बहत िव तािरत हो रहा ह और उसका उपयोग अनक काय म हो रहा ह आज मौसम सवा का िनयिमत उपयोग सबस यादा वमािनकी उ योग म हो रहा ह इसस समय एव धन दोन की बचत हो रही ह मौसम सवाओ का उपयोग पयरटन क िलए बहत अिधक हो रहा ह िजन लोग को बफीरल इलाक का आनद लना ह व लोग उन थान पर उसी मौसम म जात ह व दिनक मौसम स ही पयरटन का थान एव समय िनधारिरत करत ह इसी तरह पश-पकषी या अ य जीव भी उन थान की ओर पलायन करत ह जहा उनका रहवास अनकल हो मौसम सवा क उपयोग स अपारपिरक ऊजार ोत का दोहन हो रहा ह सौर ऊजार का दोहन उन थान पर होता ह जहा सयर का परकाश पयार त मातरा म हो

सामा य लख

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तािक थापना का यय कम हो सक इसी तरह पवन चककी स िव यत अथवा याितरक ऊजार उन थान पर ली जाती ह जहा पवन का वग पयार त और िनयिमत हो समदर की लहर की ऊजार का उपयोग उन थान पर िकया जा रहा ह जहा लहर की ऊचाई पयार त तथा िनयिमत हो इस तरह क थान का िचि नत कर उिचत अपारपिरक ऊजार ोत का उपयोग कर मानव जीवन की ज रत को परा िकया जा रहा ह जनसखया आज की बड़ी सम या ह सभी को पयार त भोजन आवास और अ य सिवधाए चािहए िजसस मानव जीवन सगम बना रह मौसम की घटनाओ का ख और सभावना को दखत हए हमार वजञािनक फसल लगान का सझाव दत ह िजसस लोग को भोजन उपल ध हो सक इसी तरह जलाशय म वषार का जल सगरिहत िकया जाता ह िजसस हम िसचाई क िलए पीन क िलए और उ योग क िलए पानी की यव था हो पाती ह अिनयिमत वषार क कारण बाढ़ सख की चतावनी पयार त समय पवर िमल जान स लोग की परशानी काफी हद तक कम हई ह मौसम सवाओ का उपयोग उ योग म बहत अिधक हो रहा ह ईधन की खपत ईधन का भडारण आिद मौसम सवाओ की गणव ता होन क कारण आसान हो गया ह मौसम सवाओ की अ छी गणव ता और िव वसनीयता क कारण भडारण की अित आव यकता ही ख म हो गई ह इसी तरह पराकितक आपदा म भी उ योग को मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह उदाहरण क िलए हदहद तफान आन की सटीक जानकारी क कारण परभािवत होन वाल कषतर क उ ययोगो को या तो बद िकया गया अथवा सतकर ता क साथ आपदा की ि थित क िलए तयार रखा गया िजसक कारण जन- धन की हािन स बचा जा सका वा य सवाओ और जनजीवन की दिनक आव यकताओ म भी मौसम सवाओ क कारण बहत सिवधा हई ह जस लगातार वषार स पयजल और वा य पर पड़न वाल परभाव क अन प परशासन एव लोग िनदान की यव था करत ह ठड बढ़न की ि थित म परशासन आव यक यव था करक रखता ह जस सड़क म गरीब क िलए अलाव गमर कपड़ शॉल आिद की यव था करक मौसम क परितकल परभाव को कम कर िलया जाता ह इसी तरह गमीर बढ़न पर शीतलता हत लोग पयजल कलर आिद का उपयोग करन लगत ह इसस पानी स लकर अ य आव यक ससाधन का परबधन एव ससाधन का िमत ययता क साथ उपयोग िकया जा सकता ह मौसम सवा क कारण जन-धन और समय क अप यय स बचा जा सकता ह

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समदर म यातरा करन वाल मछली पकड़न वाल नािवक भी मौसम सवा क उपयोग स बहत अिधक लाभाि वत हो रह ह जस िक समदर म हवा चलगी तो लहर उठगी हवा का वग कया होगा इसका समदर पर पिरवहन क साधन पर असर का अ ययन करक उ ह आव यक िनदश िदया जाता ह तािक जन-धन की हािन स बचा जा सक इसी तरह चकरवात क समय बहत ऊची लहर और परचड हवा क वग की चतावनी स समदरी पिरवहन वाल नाव तथा मछली पकड़न वाल नािवक को िविभ न मा यम स चतावनी दी जाती ह मौसम सवाओ क कारण मछआर इसका पयार त लाभ ल लत ह बाढ़ अथवा सख क खतर स मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह बाढ़ अथवा सख की ि थित म शासन तर पर भोजन पानी वा य सबधी परबधन िकया जाता ह आज मौसम सवाओ क कारण लोग जन- धन की हािन स बच रह ह पशधन भी बाढ़ स बह जात थ व भी बच रह ह कछ मौसम की घटनाओ स आज भी नकसान हो रहा ह जस सनामी और भक प अब परशासन भी आपदा परबधन क परित सतकर हो गया ह पर यक िजल म पराकितक आपदा परबधन की सिमित बनाई गई ह िजसक कारण सनामी और भक प जस भयकर आपदा स होन वाल नकसान को आपदा परबधन क परभावी और समय पर राहत कायर होन क कारण जन धन की हािन कम हो रही ह सनामी स होन वाल नकसान को और भी कम िकया जा सकता ह यिद पयार त उिचत और ता कािलक ससाधन का परभावी उपयोग िकया जाएइस तरह मौसम सवाओ का उपयोग जल थल और वाय म िकया जा रहा ह चकरवात का सटीक अनमान होन क कारण लोग को इसका लाभ हो रहा हअब कवल उन कषतर स ही लोग को िव थािपत िकया जाता ह िजन कषतर म चकरवात का परभाव होन वाला होता ह आपदा परबधन और मौसम सवाओ क उिचत और परभावी उपयोग क कारण परभािवत लोग को बहत अिधत राहत िमल रही ह मौसम सवाओ का और यादा िव तार करन की आव यकता ह िजसका उपयोग किष कषतर और अ य उपयोगकतार कर सक वषार की सटीक जानकारी िकसान को उिचत सचार और ससाधन की कमी क कारण नही िमल पाती ह रडार स परा त वषार क आकड़ तथा परभािवत कषतर की सटीक जानकारी परा त हो जाता ह लिकन इसका उपयोग वाय पिरवहन क अितिरकत कही भी यादा नही हो पा रहा ह इस िदशा म आव यक ससाधन तथा परबधन की आव यकता ह यह कहना िबलकल सही ह िक मौसम सवाओ का िव तारीकरण हो रहा ह परत इसम और सधार की भी आव यकता ह

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मधमह (डायिबटीज़) - जानकारी और बचाव िदनश ख ना वजञािनक सहायक

सगठन अनभाग- मखयालय

मधमह मलटस का सिकष त उपनाम मधमह ह मधमह श द मलटस स िलया गया ह यनानी श द मधमह का मतलब िसफॉन स गजरना ह लिटन श द म लटस का अथर शहद या मीठा ह कय िक मधमह रोगी क रकत और मतर म अिधक शकर रा हो जाती ह मधमह कया होता ह रकत म शकर रा का तर बढ़न स या रकत म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान स मधमह हो जाता ह मधमह एक चयापचय िकरया स जडी हई बीमारी ह िजसम हमारा लड शगर (रकत शकर रा) बढ़ जाता ह इसक दो कारण हो सकत ह पहला - शरीर पयार त मातरा म इसिलन नही बना रहा ह और दसरा - शरीर पर इसिलन परितिकरया नही कर रहा ह या िफर दोन भी हो सकता ह जब यह परिकरया ठीक स काम नही कर पाती ह तो यिकत को मधमह हो जाता ह इसिलन एक हारमोन ह जो शरीर म काब हाइडरट और वसा क चयापचय को िनयितरत करता ह मधमह स बचाव मधमह को दवा और यायाम स िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह म सतिलत भोजन करना लाभदायक होता ह मधमह की जानकारी रखना और व थ जीवनशली अपनाकर मधमह स बचा जा सकता ह मधमह क लकषण अिधक यास या भख लगना अचानक वज़न का घट जाना लगातार कमजोरी और थकावट महसस करना घाव भरन म यादा व त लगना बार-बार पशाब आना

सामा य लख

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चीज का धधला नज़र आना वचा म सकरमण होना और खजली होना आख व िकडनी क रोग स नपन आना

मधमह क परकार टाइप 1 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन नही बनता ह िजसस शरीर म इ सिलन की कमी हो जाती ह इस परकार क टाइप 1 डायिबटीज क रोगी को परी िज दगी इ सिलन को इजकशन क वारा लना पड़ता ह इस इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह टाइप 2 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन बनता तो ह लिकन वो शरीर म ठीक स काम करन क िलए काफी नही होता ह टाइप 2 डायिबटीज क रोगी का मधमह िनयतरण िकया जा सकता ह जस - अपना वजन कम करना रगलर यायाम करना व थ आहार लना और अपन रकत म शकर रा की लगातार िनगरानी करना आिद िजन लोग का वजन या मोटापा अिधक हो उन लोगो म मधमह होन की स भावना अिधक होती ह इस गर इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह गभारविध मधमह ndash ऐसी मिहलाए जो गभरवती ह और उ ह पहल कभी मधमह ना हआ हो ऐसा गभारव था क दौरान खन म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान क कारण होता हअिधक वसायकत और एिनमल वसा स यकत भोजन करन स भी गभारविध मधमह की स भावना हो सकती ह कया कर मधमह हो जान पर िनयिमत प स लड शगर की जाच करात रह

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यायाम और योग कर समय पर दवाओ को ल व थ खाए और यादा खान स परहज कर सबह और शाम को टहलन की आदत डाल राितर म 6 स 7 घट नीद ल

कया ना खाए मधमह म चीनी िमठाई गलकोज मर बा गड़ कक आइसकरीम मीठा िब कट चॉकलट प टरी करीम तला हआ भोजन चावल आल मकखन जक फड िड बा बद और सरिकषत खा य पदाथर इ यािद कया खाए मधमह म करला जौ ह दी काली िमचर लहसन ल बरी और जामन आिद सामा य चावल क बजाए पक हए चावल खाए सबह हरी चाय या तलसी की चाय िपय हरी प तदार सि जया यादा स यादा खाए परोटीन ल - जस दध दही पनीर अडा मछली सोयाबीन आिद हमशा डबल टो ड दध िपय दही और छाछ पीन स गलकोज का तर कम होता ह मधमह स बचाव मधमह को िनयितरत करक इसस सबिधत सम याए जस िक िदल का दौरा टरोक तितरका और अग कषित अधापन आिद को रोका जा सकता ह सरल जीवन शली और आहार म पिरवतरन कर क मधमह को काफ़ी हद तक िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह रोगी इजकशन या दवाओ को परी तरह स बद नही कर सकत ह मधमह रोगी को उपवास स बचना चािहए हमशा अपन साथ कोई मीठी चीज रख जस गलकोज शककर चॉकलट मीठ िब कट घी और तल का इ तमाल कम स कम कर मधमह क रोगी का आहार लखा मधमह एक बार होन क बाद जीवन भर रहता ह इस िनयतरण करन क िलए िनयिमत िदनचयार और पोषण यकत आहार की ज रत होती ह असयिमत खानपान मानिसक तनाव मोटापा यायाम की कमी आिद मधमह होन का कारण ह मधमह क मरीज क िलए सबस यादा ज री ह सतिलत और िनयिमत भोजन योगय आहार लखा अपनाकर मधमह क मरीज अपनी मधमह को िनयतरण म रख सकत ह बि क औषिध की मातरा और इ सिलन भी कम कर सकत ह सबह 6 बज - एक गलास पानी म आधा च मच मथी पाउडर डाल कर पीिजए सबह 7 बज - एक कप िबना चीनी की चाय या हरी चाय

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ना ता - आधी कटोरी अकिरत अनाज और एक िगलास टो ड दध िपए सबह 10 बज क बाद - एक छोटा फल या िफर नीब पानी दोपहर का भोजन - िमकस आट की 2 रोटी एक कटोरी दाल एक कटोरी दही आधी कटोरी

सोया या पनीर की स जी आधी कटोरी हरी स जी और साथ म एक लट सलाद शाम 4 बज - िबना शककर की एक कप चाय या टो ट या एक सब शाम 6 बज - एक कप सप िपए रात का भोजन - दो रोिटया एक कटोरी चावल और दाल आधी कटोरी हरी स जी और

सलाद मधमह क िलए यायाम मधमह को िनयतरण क िलए शारीिरक यायाम करना सबस सव तम तरीक म स एक ह स ताह म कम स कम 150 िमनट क िलए यायाम ज़ र कर मधमह म एरोिबकस तराकी िजमनाि टक और तज चलना बहत फायदमद होता ह आप ह क यायाम क साथ श आत कर सकत ह और धीर धीर इनकी ती ता बढ़ाए जो रोगी इसिलन का सवन करत ह उनको यायाम करन स पहल अपन रकत म गलकोज क तर की जाच करवा लनी चािहए यिद यह 250 िमलीगराम डीएल या उसस अिधक ह तो आपको यायाम नही करना चािहए चलना िफरना मधमह म बहत आव यक ह लब समय तक ना बठ हर 90 िमनट क बाद थोड़ा सा चल या कोई भी चलन िफरन वाल कायर कर

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मधमह को िनयितरत करन क िलए योगासन कर कपालभाित पराणायाम स त म य दरासन धनरासन पि चमो तानासन अधरम य दरासन शवासन 1 कपालभाित पराणायाम यह आसन मन य क ततर तितरकाओ और मि त क की नस को ऊजार परदान और मासपिशय को सिकरय करता ह यह पराणायाम रकत पिरसचरण और मन को भी शाित परदान करता ह

2 स त म य दरासनयह आसन शरीर क अद नी अग की मािलश करता ह व पाचन िकरया म सहायता करता ह यह आसन पट क अग को सिकरय करता ह और मधमह क िलए बहत अ छा होता ह

3 धनरासन यह आसन अग याशय को सिकरय करता ह और मधमह म यह अ यिधक लाभदायक ह यह योगासन पट क अग को मज़बत बनाता ह और तनाव समिकत दता ह

4 पि चमो तानासन यह आसन पट व ोिण क अग को सिकरय करता ह पि चमो तानासन शरीर म पराण ऊजार को बढ़ाता ह और मन को शाित परदान करता ह

5 अधरम य दरासनयह आसन पट क अग की मािलश व फफड़ म ऑकसीजन की मातरा को बढ़ाता हयह आसन रीढ़ की ह डी को भी मज़बत बनाता ह इस करन स मन शात होता ह व रीढ़ की ह डी क िह स म रकत सचािलत करता ह

6 शवासन यह आसन पर शरीर को िव ाम दता ह यह आसन यिकत को गहर यान की अव था म ल जाता ह िजसस मन शात व नवीन ऊजार स पिरपणर ह जाता ह

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मधमह का परीकषण खाली पट रकत शकर रा जाच खान क बाद की रकत शकर रा जाच रडम लड शगर ट ट स ओरल गलकोज सिह णता हीमोगलोिबन Hbए1सी ट ट

रकत म शकर रा की मातरा की जाच क िलए यिकत को ट ट क 8 घट पहल तक कछ भी खाना नही चािहए यह ट ट परी- डायिबटीज और डायिबटीज क िलए जाच करता ह मधमह िनयतरण चाटर अित उ क ट अ छा कमजोरपरीकषण फल (HbA1c)

40 50 60 70 80 90 100 110 120 130 140

औसत रकत (mgdl)

50 80 115 150 180 215 250 280 315 350 380

गलकोज (mmoIL) 26 47 63 82 100 119 137 156 174 193 211मधमह की जाच कर रडम लड शगर ट ट स रडम लड शगर ट ट िदन म िकसी भी समय िकया जा सकता ह मधमह की जाच कर ओरल गलकोज ट ट स इस परीकषण का उपयोग परीडायिबटीज और डायिबटीज क िलए िकया जाता हगलकोज पीन क बाद यह परीकषण िकया जाता ह यह परीकषण आमतौर पर गभारव था क दौरान मधमह क िलए िकया जाता ह हीमोगलोिबन ए1सी ट ट (HBA1c) इस परीकषण का उपयोग मधमह रोगी क िपछल 2 स 3 महीन म रकत शकर रा का तर जानन क िलए िकया जाता ह इस अनमािनत औसत गलकोज कहा जाता ह मधमह क िनदान क िलए मापदड खाली पट रकत शकर रा जाच म रकत शकर रा का तर 126 िमलीगराम डीएल क बराबर या

उसस अिधक ह

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भोजन क 130 स 2 घट बाद की रकत शकर रा जाच म अगर लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

रडम लड शगर जाच म रकत शकर रा का तर 200 िमलीगराम परित डसीलीटर क बराबर या उसस अिधक ह

ओरल गलकोज सिह णता ट ट म लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

हीमोगलोिबन ए1सी ट ट म अगर रकत शकर रा का तर 65 या उसस अिधक ह खाली पट रकत शकर रा जाच म 100 िमलीगराम डीएल और 125 िमलीगराम डीएल क बीच

होता ह या खान क बाद की रकत शकर रा जाच और ओरल गलकोज सिह णता परीकषण का पिरणाम 140 स 199 िमलीगराम डीएल क बीच ह या हीमोगलोिबन ए1सी 57 स 64 क बीच ह तो आप परी- डायिबटीज ह

िनदान ए1सी (परितशत) उपवास ला मागलकोज

ओरल गलकोज सिह णता परीकषण

या ि छक ला मागलकोज परीकषण

साधारण 57 स नीच 99 या नीच 139 या नीच पवर मधमह 57 स 64 100 स 125 140 स 199

मधमह 65 या इसस ऊपर 126 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर

मधमह स स बिधत कछ त य मधमह की बीमारी िकसी भी आय म हो सकती ह यायाम और योगासन कर क टाइप 2 मधमह को 80 तक कम िकया जा सकता ह व थ लोग की अपकषा टाइप 2 डायिबटीज क रोगी उमर स 5 स 10 साल पहल मर जात ह मधमह को अगर िनयितरत ना िकया जाए तो यह शरीर को नकसान पहचा सकता ह जस -

अधापन िदल का दौरा आघात या िकडनी खराब होना हर साल करीब 27000 ब च भारत म मधमह क कारण मर जात ह

कहा जाता ह िक मधमह एक अनवािशक बीमारी ह

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धरती पर बसा एक छोटा सा वगर - िसिककम सषमा िसह

वजञािनक सहायक जल मौसम िवजञान परभाग- मखयालय

व छ शीतल हवा का एहसास मतरमगध कर दन वाला अदभत नजारा ऐसी सदरता ऐसी मोहकता जो आमितरत करती ह एक बार िफर वहा पहच जाऊ जहा ऊच ऊच पवरत की चोिटया और खबसरत जगह क साथ-साथ साफ सथरा वातावरण ह ऐसी जगह हो तो कौन बार-बार वहा नही जाना चाहगा आप भी सोच रह ह ग िक म यह कौन सी पहली बझ रही ह अदाजा लगाइए लगाइए- लगाइए जी हा िब कल सही म बात कर रही ह भारत क पव तर भाग म ि थत धरती पर बस एक छोट स वगर िसिककम क बार म दवदार क वकष बफर की सफद चादर कचनजगा की सोन सी चमकती आकषरक चोटी जमी हई झील भाित-भाित क प प इलायची क बागान शदधता आ चयर और परस नता क तरोत जो िकसी को भी चिकत कर द ऐस सदर झर-झर करत झरन इठलाती कल-कल करती हई ती ता नदी तथा अिव वसनीय प स शाित अचरज करात शात बौदध मठ और जगह-जगह रग-िबरग पराथरना झड की अनठी रगत

बौदध मठ

यातरा व तात

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जी हा िहमालय की गोद म एक छोटा सा रा य िसिककम और ऐसी मतरमगध कर दन वाली सदरता जो वहा जाए बस वही का होकर रह जाना चाह ऐसा लगता ह वय बर मा जी भी इस जगह क िनमारण क बाद यहा रह जान क लालच को याग नही पाए ह ग

सदर झर-झर करत झरन

शाितिपरय लोग इसकी खबसरती म चार चाद लगा दत ह कछ सड़क की हालत और आधारभत सिवधाओ को यिद छोड़ द तो इसकी सदरता पराकितक प स वी जरलड को भी मात द द 16 मई 1975 म िसिककम औपचािरक प स भारतीय गणरा य का 22वा परदश बना यहा पर परयोग की जान वाली भाषाओ क बार म आपको बताऊ तो अगरजी नपाली भिटया िलब और िहदी यहा की आिधकािरक भाषाए ह परत िलिखत यवहार म अगरजी का ही उपयोग अिधक होता ह िसिककम म िहद तथा बजरयान बौदध धमर परमख धमर ह और राजधानी ह यहा का सबस बड़ा शहर- गगतोक

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सबस कम जनसखया वाला यह रा य कषतरफल म गोवा क प चात यनतम ह लिकन छोटा आकार होत हए भी भौगोिलक ि ट स काफी िविवधता पणर दिनया की तीसरी सबस ऊची चोटी यानी कचनजगा िसिककम क उ तर पि चम भाग म नपाल की सीमा पर ह और इसकी सीमाए चीन ित बत और नपाल स िमलती ह िसिककम श द का िलब भाषा म अथर होता ह- नया महल और दो त एक बात और बता द आपको िक ित बती भाषा म िसिककम को चावल की घाटी भी कहा जाता हिजतनी खबसरत जगह उतना ही खबसरत मौसम ह िसिककम का िसिककम भारत क उन चिन दा रा य म आता ह जहा हर साल िनयिमत तौर पर बफ़र बारी होती ह यहा आन वाल पयरटक हमशा सहान मौसम का ल फ़ उठात ह दो त िसिककम जान पर म आपको यह कहगी िक कछ जगह को दखना तो िब कल न भल िजनम यहा परमख ह गगटोक जहा पहचकर आप सो गो झील िडयर पाकर नाथला पास मटक मठ इची मठ तशी दाशरिनक थल और लाल बाज़ार नाम क थानीय बाज़ार घम सकत ह और अपनो क िलए उपहार खरीद कर ल जा सकत ह

मटक मठ

यहा की कछ और मशहर जगह ह िसिककम क महान साध ग पदमसभव की सबस ऊची मितर - जो नामची म मौजद ह स दर रोडोडनडरोन सकचअरी िजसम रा य क िविभ न परजाित क फल मौजद ह कचनजगा पवरत दिनया का तीसरा सबस ऊचा पवरत कई पिवतर और चमकील बौदध मठ स दर हरी भरी घािटया और निदया िसिककम का मशहर गमर सोता कछ अनदख थल पयरटन क िलए उपयकत ह घािटय की खला म आप साहसी और जोिखम भर खल-कद का ल फ उठा कर एक रोमाचक यादगार साथ ल जा सकत ह

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छग लक

िसिककम का खाना और स कित दो ऐसी चीज़ ह िज ह न इस छोटी और स दर जगह को एक मह वपणर थान बना िदया ह

बौदध मठ

िसिककम क लोग यादातर चावल खात ह िसिककम क कछ परमख परपरागत यजन ह मोमोज़ चाऊमीन वानटोन फ़कथ गया थक या थकपा- नडल पर आधािरत सप फगशापा और चपीर क साथ िनगरो मिदरा पर आधािरत पय पदाथर भी िसिककम क लोग वारा िलए जात हचिलए अब वहा िक स कित और परपराओ सर आपको ब करवात ह माघ सकराित भीमसन पजा दरपका तशी लोसर ब च सगा दावा और लसाग यहा क थानीय बौदध िसिककमी वारा मनाए जान वाल कछ परपरागत यौहार हयहा क लोग का परकित स लगाव बहत अिधक ह

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कचनजगा पवरत

दो त िकसी जगह की वचछता वहा क जनमानस की सोच की पिरचायक होती ह एक न ही सी िकरण इस शासक न लोग को िदखाई ह

छट जाएगा यह ितिमर सारा लो नई भोर आयी ह चमन अपना भी होगा रोशन हर घर घर महका हआ होगा िक व छ भारत अिभयान की लो हमन लौ जलाई ह

जी हा अगर इस छोट स रा य- िसिककम की व छता की बात कर तो य पिकतया यहा साकार होती नज़र आती ह आपको यह जानकर आ चयर होगा िक व छ भारत अिभयान क अतगरत िकए गए सव म इस छोट स रा य को पाच बार व छता क िलए सरकार न पर कत िकया ह िजसम दश क 26 अ य रा य शािमल थ िसिककम दश का पहला रा य ह िजसन खल म शौच की परथा को परी तरह स ख म कर िदया ह अपनी यातरा क दौरान िसिककम की एक और बात मझ बहत परभािवत करती ह वह यह ह िक यहा पर जहा भी हम गए वहा हम अिधकतर मिहलाऐ काम करती हई नजर आई रा त म कल-कॉलज जाती हई लड़िकया वहा की मनमोहक पोशाक क साथ-साथ अिधकतर लड़िकया व टनर डरसस म िदखाई पड़ी वहा कही लड़िकय क साथ कोई छड़छाड़ छीटाकशी का माहौल मझ नजर नही आया जसा िक अ य रा य म अकसर दखन को िमलता ह ऐसा सखद और सौहादरपणर वातावरण लड़िकय म इतना आ मिव वास महसस हआ जस िक मिहला परधान समाज हो और कहत ह ना यतर नायर त प य त रमत ततर दवता अथारत जहा नारी की पजा होती ह वहा दवताओ का वास होता ह

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इस बात का अनभव मझ साकषात वहा हआ फल स िखलिखलात चहर माथ पर कोई िशकन का नाम नही सचमच ऐसी िखलिखलाहट तो कवल दवताओ क घर म ही हो सकती ह ना मिहलाओ क सशिकतकरण का एहसास वहा जाकर मझ हआ मन वहा क थानीय लोग स इस बार म बात की तो उ ह न बताया िक यिद यहा पर िकसी लड़की क साथ छड़छाड़ होती ह तो इसम कोई बड़ी बात नही िक छड़छाड़ करन वाल का िसर ही कलम कर िदया जाएएक और चीज जो अपनी यातरा क दौरान मझ दखन को िमली वह ह िसिककम म टरिफक िनयम का पालन गािड़य की लबी लबी कतार तो थी लिकन सकर रा त की वजह स ना िक टरिफक िनयम क उ लघन की वजह स सामन स आन वाली लन खाली ह पर मजाल ह कोई यिकत अपनी लन तोड़कर सामन की लन म चला जाए दो त जहा भारत क अ य रा य म परदषण पसरा पड़ा ह बीमार वदध और ब च की जान सकट म ह तो यह सब दख कर ऐसा लगता ह िक सरकार वारा िकए गए सभी उपाय सारी सगोि ठया सार परयास यथर हो रह ह इतन परयास क बाद परदषण कम होन का नाम ही नही ल रहा ह वही अगर िसिककम की बात कर तो यहा परदषण का तो जस नाम ही नही वा य व वातावरण क परित इतन सजग िक गटक और पॉिलथीन पर यहा परी तरह स परितबध ह और यहा की कानन यव था का तो जवाब ही नही ऐसा लगता ह िक यह छोटा सा रा य एक रा य ही नही हमारी पररणा का तरोत व पथ परदशरक भी हकया सोच कया समझ चाह वह साफ सफाई क परित हो वा य क परित परदषण क परित या मिहलाओ क परित हर कषतर म हम िसिककम वािसय स कछ ना कछ सीख सकत ह मझ तो ऐसा लग रहा था िक म िसफर िसिककम घमकर ही नही आई हबि क बहत कछ सीखन को भी िमला ह वहा स िकसी पयरटन थल पर घमन जाना हमशा ही एक रोमाचकारी अनभव रहता ह और आप वहा स लौटत व त अकल नही होत आपक साथ होती ह वहा की ढ़र सारी खटटी मीठी याद और ढर सार अनभव तो आइय इस समदध रा य म घमकर इसक बार म और जान जहा पर छिटटया िबताना सचमच एक अदभत और अिव मरणीय अनभव ह

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ख़ास ख़बर

माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िनरीकषण

मौसम कदर - ित वनतपरम माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 25012018 को मौसम कदर ित वनतपरम का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ दवदर परधान वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय ी एस बी त पी वजञािनक ldquoएफ न परादिशक मौसम कदर- च न और ी एस सदवन न मौसम कदर - ित वनतपरम क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

डॉ बलीराम गायकवाड अ यकष ससदीय राजभाषा सिमित- ी एस सदवन मौसम कदर ndash ित वनतपरम क

परमख को रा टरपित महोदय क आदश की प तक स पत हए

ख़ास ख़बर

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जलवाय अनसधान एव सवाए पण माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 23022018 को जलवाय अनसधान एव सवाए पण का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ म यजय महापातर वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय और डॉ ए क सहाय वजञािनक ldquoजीrdquo न जलवाय अनसधान एव सवाए पण क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

िनरीकषण क दौरान अिधकारीगण

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बठक िवजञान और परौ योिगकी और प वी िवजञान मतरालय की सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी की अ यकषता म 22 जन 2018 को सी एस आई आर साइस सटर लोदी रोड म दोपहर तीन बज आयोिजत की गई इस बठक म कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo न भाग िलया इस बठक म स ी रवा शमार उपिनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक भी उपि थत रह

माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक की अ यकषता करत हए

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कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo

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स मान रा टरभाषा वािभमान यासrsquo वारा रा टरिपता महा मा गाधी की 150वी जयती क अवसर पर 09 माचर2018 को आयोिजत lsquoरा टरभाषा उ घोष स मलनrsquo म राजभाषा िहदी क िवकास म उ क ट योगदान क िलए उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी को lsquoरजत जयती राजभाषा िवकास िविश ट स मान-2018rsquo स स मािनत िकया गया

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िनरीकषण एव िहदी कायरशाला उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा िवमानन मौसम कायारलय- कोि च तथा डॉपलर मौसम रडार ndash कोि च का करमशः िदनाक 27012018 और 29012018 को राजभाषायी िनरीकषण और िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए

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उपिनदशक(राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा परादिशक मौसम कदर- नागपर तथा मौसम कदर-रायपर का िदनाक 20032018 स 23032018 तक राजभाषायी िनरीकषण तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए इस दौरान परादिशक मौसम कदर ndash नागपर क परमख ी ज एन परसाद तथा विर ठ अनवादक ीमती शाता उ नीक णन भी उपि थत रह

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परादिशक मौसम कदर ndash नई िद ली वारा राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन क उ य स िदनाक 24042018 को िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याखयान

िदए मौसम कदर- लखनऊ की विर ठ अनवादक ीमती क पना ीवा तव न भी याखयान िदया

राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन तथा िवभागीय कािमरक को िहदी म परिशकषण दन क उ य स िदनाक 30052018 को मखयालय म िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया िजसम 26 परिशकषाणािथरय न भाग िलया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याख यान िदए

मौसम कदर- पटना का िदनाक 25062018 स 26062018 तक मखयालय क विर ठ अनवादक ी बीरदर कमार तथा परादिशक मौसम कदर ndash कोलकाता क किन ठ अनवादक ी नीलो पल चतवदी वारा राजभाषायी िनरीकषण िकया गया तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया

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आपकी पाती िमली मौसम मजषा-26 म मह वपणर वजञािनक एव सािहि यक रचनाओ का अदभत गगा-जमनी सगम ह इसक िलए सपादक-मडल को बधाई एक ओर शरद जोशी जस परिसदध यगयकार की रचना ह वही दसरी ओर सिरता जोशी की रचना lsquoमर पित क िर तदारrsquo म हा य पट क साथ परािणय क िलए नह-दया की भावना ह कवर अजय िसह का लख lsquoराजभाषा िहदी का कायार वयन- सम याए एव समाधानrsquo त यपणर लगा मकद कमार की lsquoबारह महीन बारह मौसमrsquo मकश कमार ग ता की lsquoफड़कनrsquo िविवध िवषय पर िलखी पठनीय रचनाए ह स ी रवा शमार न lsquoचलत चलतrsquo िवमल िमतर की रचना क मा यम स lsquoिव व िहदी िदवसrsquo पर मह वपणर सामगरी दी ह ीमती सिरता जोशी का lsquoय क स य क तकrsquo शीषरक यान आकिषरत करत हए िवदश की सर कराता ह स ी रवा शमार का आलख lsquoरा टर क सजग परहरीrsquo ी दीनदयाल उपा याय को स ची दधाजिल ह lsquoमौसम मजषाrsquo का परा अक रोचक एव पठनीय सामगरी स भरपर ह बधाई

डॉ गीता प प शॉ 2 एल 45 बहादरपर हाउिसग कॉलोनी

पटना-800026 geetapushpshawgmailcom

आपक कायारलय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत ldquoमौसम मजषाrdquo िह दी गह पितरका क 26व स करण की एक परित परा त हईhellip आपका तह िदल स शिकरया भारत मौसम िवजञान िवभाग क कायारलय म हो रह िह दी कायार वयन तथा िह दी स सबिधत अ य गितिविधय की इस िह दी गह पितरका म उ क ट एव सदर पर तित की गई ह आशा करत ह िक आप ऐस ही िनरतर आपकी िह दी गह पितरका ldquoमौसम मजषाrdquo का शानदार परकाशन करत रहग साधवाद एव आगामी अक क िलए ढ़र सारी शभकामनाए

शख सलीम अिधकारी- राजभाषा कायार वयन

उ तर पि चम अचलndashिरटल अहमदाबाद िहद तान पटरोिलयम कोप रशन िलिमटड

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पन एक बार पितरका मौसम मजषा स िमलना सखद रहा 26वा स करण पढ़ा अ छा लगा ऐसी ऐसी तकनीकी जानकािरया आपकी पितरका क मा यम स बहत सरल सीधी साधी अपनी राजभाषा िहदी म हम पाठक को परा त होती ह इसक िलए साधवाद आपको एव आपकी टीम को आपकी पितरका सगरहणीय ोत ह ही साथ ही साथ समय क साथ यह आग आन वाली पीढी (जनरशन) क िलए अ यत म यवान रहगी वक त भी आपकी महनत को सराहगा इतना मझ िव वास ह पितरका क िवषय म जो म सोच पाता ह अ फाज म यहा बया करन की कोिशश कर रहा ह उ मीद ह आपको भला परतीत होगा आपक िलए ढरो शभकामनाए आपकी सहयोगी सिरता जी एव अ य भी बधाई क पातर ह अ यथा यह पितरका कस पाठक तक पहचती हमशा सकारा मक रह तपती दपहरी म एक बार िफर मौसम मजषा क 26व स करण स मलाकात तज गमीर म सकन दती बािरश की बदो जसी रही इस पितरका क इतजार का भी अपना मजा ह िमलन पर इसक हर वक स दो ती हो जाती ह lsquoमौसम मजषाrsquo अपन नाम को चिरताथर करत हए हम तक मौसम व पयारवरण की अनक जानकािरया बड़ी सरल सीधी अपनी राजभाषा िहदी म पहचाती ह और कहती परतीत होती ह- मझस दो ती करो बहत कछ और ह मर पास-आप तक परिषत करन क िलए बस मझ स दो ती बनाए रखो पितरका को बहत ही समझदारी स कई वग म िवभािजत िकया गया ह- इसम परकािशत सामगरी क अनसार जस तकनीकी बौछार सािहत ियक बहार याद क झरोख स सामा य लख का य फहार भाषायी बयारयातरा व तात -िजसन भी यह नाम िदए-बधाई उनको इस 26व स करण की तकनीकी बौछार म परकािशत चार लख बहत ही रोचक व जञानवदधरक- डॉ अनपम का यिप का lsquoगरज चमक वाल बादलrsquo ी कलाश का lsquoअटाकर िटका म मौसमrsquo अशोक जी का lsquo लक होलrsquo ी दीपाकर का lsquoखगोल िवजञानrsquo पाठक तक बहत सी तकनीकी बात को सरलता स पहचा दत ह- इन सभी की लखनी को साधवाद सािहि यक बहार म यग य lsquoह भी मगर नही भीrsquo गदगदा दता ह lsquoयाद क झरोख सrsquo का लख lsquoमौसम व जलवायrsquo- गहरी जानकारी परिषत करता ह वस भी यह वगर बहत नो टलिजक ह lsquoका य फहारrsquo की किवताए एक स बढ़ कर एक- इसक किवय की क पना lsquoसरज स आग किवता िजदगी ह सभी किवगण को सखद जीवन क िलए शभकामनाए भाषायी बयार म थान परा त सभी लख का सजन राजभाषा िहदी को कदर म रख कर िकया गया ह- य सभी िहदी भाषा क मह व का दशारत ह डॉ परकाश खर का लख lsquoराजभाषा का िवजञान म यागदानrsquo ी कवर जी का lsquoराजभाषा का कायारलय म

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कायार वयनrsquo जगद बा जी का lsquoअपभरश एव िहदीrsquo िहदी की मह ता को दशारत ह साथ ही िहदी की समगरता स भी पिरिचत करात ह रवा शमार जी का लख lsquoिव व िहदी िदवसrsquo भावपणर होन क साथ-साथ िहदी स जड़न की पररणा स ओत परोत ह सामा य लख वगर म - परकाश जी का lsquoसम याए ह तो समाधान भीrsquo बड़ा सकारा मक ह lsquoफड़कनrsquo ी मकश ग ता का िवचारणीय ह lsquoमगरोव वनrsquo डॉ बालसबरमिणयन का बहत ही िवचारो तजक ह और हम भिव य क िलए आगाह करता ह बहत समय बाद प दीनदयाल उपा याय पर एक पठनीय लख पढ़ा लिखका स ी रवा शमार न काफी शोध क बाद शायद यह लख िलखा ह इसस उनकी सकारा मक सोच व सािह य साधना ि टगोचर होती ह बधाई यातरा व तात म ीमती सिरता जोशी पाठक को ऑक सफोडर स पिरिचत कराती ह बहत ही सहजता स व य क को पाठक तक पहचा दती ह ऑक सफोडर म पढ़ना एक सपन का सच होन जसा होता ह lsquoबटी पढ़ाओ बटी बचाओrsquo क सदभर को रखत हए उनका यह व तात पठनीय ह इसी करम म lsquoमरी जमपई यातराrsquo ी सरज बनजीर का लख तरीय होन क साथ-साथ पाठक को आकिषरत भी करता ह अत म िहदी पखवाड़िहदी िदवस 2017 पर आयोिजत िविभ न कायरकरम की िरपोटर साथ िलए पितरका िसमट जाती ह 136 प ठ म पितरका lsquoमौसम मजषाrsquo का कलवर बहत तरीय साज स जा छपाई मन मोह लती ह एक बात और सपादक वारा सपादकीय म रख उनक िवचार मौसम िवभाग क 143 गौरवशाली वष क िवषय म बहत ही सकारा मक ह अपनी बात म ीमती सिरता जोशी न पव तर क िवषय म जो िवचार रख ह व सोचन को मजबर करत ह िक कस भाषाओ व बोिलय को बचाया जाए हा एक सझाव यिद पितरका म छपी त वीर स थोड़ी बात की जाए तो शायद व भी जीवत हो जाए अ य परकािशत सामगरी की भाित पन स पादक जी को बधाई- एक सगरहणीय रोचक व पठनीय पितरका को पाठक तक पहचान क िलए मझ िव वास ह भिव य म यह पितरका बहत कछ कहगी सकारा मक एव जञानवदधरक अगल अक की परतीकषा म शभकामनाए

उमश महता 3380

बका टरीट हौज काजी िद ली- 110006

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lsquoमौसम मजषाrsquo का 26वा स करण परा त होत ही एक बात मन म आई िक भारत म फल मौसम िवभाग क हर छोट-बड़ कायारलय म तनात अिधकािरय और कमरचािरय की अपनी अनभित अिभ यक त करन म lsquoमौसम मजषाrsquo का बहत बड़ा योगदान ह इसम परकािशत सिरता जोशी का यातरा व तात lsquoयक स यक तकrsquo और सरज बनजीर का lsquoमरी जमपई यातराrsquo अ यत रोचक ह िवशष प स रग िबरग िचतर क साथ परकािशत यह यातरा व तात दरअसल म ऐसा लग रहा था जस हम खद इस यातरा म शािमल थ आशा ह परकित की गोद म बस नई नई जगह की जानकारी उनकी स कित क बार म जानकारी आिद हम आग भी इसक जिरए िमलती रहगी मख यालय क राजभाषा िवभाग की उपिनदशक को अनक ध यवाद

भारती भइया िनजी सिचव

सखया मक मौसम पवारनमान -मख यालय आकषरक कलवर यक त मौसम मजषा का 26वा स करण परा त हआ इस स करण का lsquoस पादकीयrsquo एव lsquoअपनी बातrsquo उ चकोिट क ह पितरका म सािह य की िविभ न िवधाओ क उ क ट लख को समािहत करन का परयास िकया गया ह जो िक सराहनीय ह lsquoका य फहारrsquo क अतगरत परकािशत सभी किवताए अ छी ह िवशषकर lsquoचलना ही होगाrsquo शीषरक की किवता का भाव सराहनीय ह lsquoउ तराखड स यनाइटड िकगडमrsquo तक की यातरा का वणरन बड़ रोचक ढ़ग स िकया गया ह पितरका क अदर क प न म महाप ष सािह यकार किवय शायर तथा वजञािनक क कथन को थान दना िहदी अनभाग क परकाशन की पिरपक वता को पिरलिकषत करता ह यह पितरका िवकास की सीिढ़या िनरतर चढ़ती रह यही मरी शभकामना ह

जगद बा परसाद मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत lsquoमौसम मजषाrsquo पितरका एक अदभत समागम ह जहा अनक परकार की रोचक रचनाओ की जानकािरया परा त होती ह मौसम मजषा क रजत स करण म

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परकािशत कछ रचनाए बहद रोचक अनभव परदान करती ह िजनम अिखल भारतीय िवभागीय िहदी सगो ठी-2017 आओ बात कर lsquoिहदी की उड़ानrsquo परमख ह मौसम मजषा क 26व स करण म परकित को और नजदीक स जानन की उ सकता जागत होती ह इसक मख य प ठ पर परकािशत lsquoसौयर औरोराrsquo की त वीर िदल को छ गई lsquoअटाकर िटका म भारत मौसम िवजञान िवभाग क योगदानrsquo क िवषय म आव यक जानकािरया परा त हई अ य रचनाए जस lsquoचलना ही होगाrsquo lsquoकिवता लौट आईrsquo ह lsquoिव व िहदी िदवसrsquo आिद अदभत लगी

अिकत सक सना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय-सफदरजग पितरका बहत ही स दर प स पर तत की गई ह पितरका की सामिगरया उ क ट ह पितरका क सपादक मडल क सभी सद य को हािदरक बधाई

सयरभान गौतम सयक त महापरबधक (राजभाषा)

भारतीय िवमानप तन परािधकरण सफदरजग हवाई अ डा-नई िद ली

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महािनदशक

भारत मौसम िवजञान िवभाग मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

महािनदशक महोदय की कलम स मौसम मजषा का नया स करण आपक समकष पर तत ह मझ भारत मौसम िवजञान िवभाग म राजभाषा िहदी क बढ़त हए परचार-परसार की झलक इसम दखन को िमलती ह यहा मझ टी माधवराव की एक पिकत याद आ रही ह उ ह न कहा ह िक lsquoभारतीय एकता क ल य का साधन िहदी भाषा का परचार हrsquo पर भारत म फल हए भारत मौसम िवजञान िवभाग क कायारलय क कािमरक राजभाषा िहदी क परचार-परसार क परित अब सजग हो रह ह और कायारलय का कायर िहदी म करन क परित उ सािहत हो रह ह मझ खशी ह िक lsquoमौसम मजषाrsquo क मा य म स लोग म िहदी क परित िच बढ़ी ह िहदीतर भाषी लोग भी िहदी लखन म िच ल रह ह भारत मौसम िवजञान िवभाग की िहदी गह पितरका lsquoमौसम मजषाrsquo की सफलता की कामना करता ह

शभकामनाओ क साथ

(डॉ कजरमश)

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उपमहािनदशक (परशासन)

भारत मौसम िवजञान िवभाग मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003 सदश

िहदी िदवस क अवसर पर lsquoमौसम मजषाrsquo का िवमोचन िन चय ही भारत मौसम िवजञान िवभाग क अिधकािरय और कमरचािरय म राजभाषा िहदी क परित नवचतना नव ऊजार सचािरत करता ह मझ यह दखकर बहत खशी हो रही ह िक िवजञान और तकनीक स जड़ िवषय पर िहदी म लख िलखन क परित लोग परो सािहत हो रह ह हमार िलए यह गवर की बात ह म पितरका की सफलता की कामना करता ह शभकामनाओ सिहत

(गजदर कमार)

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उपिनदशक (राजभाषा)

भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

सपादकीय परकित क साथ मन य का सबध िचरकाल स ही जड़ा ह परकित की गोद म पला बढ़ा मन य परकित क रह य को जानन पहचानन अिभ यक त करन की अद य लालसा क वशीभत न जान िकतन िवषय को परितपािदत करता हआ आग बढ़ता गया वाभािवक ह िक मौसम स भी मन य का सबध िचरकाल स ह हमार मनीषी मौसम क बार म गहन शोध कायर क उपरात इस िन कषर पर पहच िक lsquoआिद यात जायत वि टrsquo अथारत प वी पर सयर ही वषार को लान वाला ह सयर क कारण ही वषार होती ह और कालातर म यही सतर भारत मौसम िवजञान िवभाग क परतीक िच का सतर वाक य बना और अतत सयर धरा मौसम वषार बादल सागर तफान निदया झरन ऋतए आकाश परकित क ऐस प ह िजसन सवदनशील मन य क दय पर अपनी अिमट छाप छोड़ी हमारा परयास रहता ह िक सािह य म रचनाकार न िजस परकार स मौसम को अपनी रचनाओ म अिभ यक त िकया ह उसस आपका पिरचय अव य कराए इन महानभाव न अपन भाव को मौसम पी रथ पर चढ़ाकर िकस परकार यातरा की ह किव भवानी परसाद िम की किवता ldquo सरज का गोलाrdquo

याद आती ह - सरज का गोला

इसक पहल ही िक िनकलता चपक स बोला हमस-तमस इसस-उसस

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िकतनी चीज़ स िचिडय स प त स फल -फल स बीज स

ldquoमर साथ-साथ सब िनकलो घन अधर स

कब जागोग अगर न जाग मर टर सrdquo

आग बढ़कर आसमान न अपना पट खोला इसक पहल ही िक िनकलता सरज का गोला

िफर तो जान िकतनी बात हई कौन िगन सक इतनी बात हई

पछी चहक किलया चटकी डाल-डाल चमगादड़ लटकी गाव-गली म शोर मच गया जगल-जगल मोर नच गया

िजतनी फली खिशया उसस िकरन यादा फली यादा रग घोला और उभर कर ऊपर आया

सरज का गोला सबन उसकी अगवानी म अपना पर खोला

मौसम िवजञानी जहा तरह तरह क परामीटर पर नए नए मॉडल क साथ मौसम का पवारनमान करत रह ह वही किव भी दय म उठी नई नई सवदनाओ को यक त करत रह ह और इसी तरह यह यातरा चलती आई ह सबन अपन अपन तरीक स मौसम क िविवध प की याखया की ह श द म बाधा ह और बाधा ह नए नए मॉडल म िजसक आधार पर मौसम क िमजाज़ को समझ उसक वभाव का अनमान लगात हए पवारनमान िकया जा रहा ह यह यातरा िनरतर जारी ह नई सभावनाओ की खोज म नए श द नए िवचार नए मॉडल नए अनमान और परगित पथ पर हम आग बढ़ रह ह पर िव व का बदलता मौसम नई चनौितया सामन ह अ ययन जारी ह हार कर न बठन वाल मन य परय नशील ह उन चनौितया का सामना करन क िलए और इसी तरह जञान िवजञान क नए नए िवषय पर िहदी म लख िलख जा रह ह lsquoएक तार की जीवन यातराrsquo चकरवात लख बड़ ही रोचक बन पड़ ह िहदी म लखन कायर न गित पकड़ ली ह और भारत मौसम िवजञान िवभाग क िलए यह गवर की बात ह तो लीिजए पर तत ह मौसम मजषा का नया स करण शभकामनाओ सिहत

(रवा शमार)

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सहायक िनदशक (राजभाषा) भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

अपनी बात मौसम िवजञान िवभाग की lsquoमौसम मजषाrsquo पी यह लता कहा स कहा तक पहच चकी ह यिद मित पटल की कछ तह हटाकर इसकी जड़ तक जाकर दख तो एहसास होता ह िक मजबत नीव क पिरणाम व प ही आज इस यह मकाम हािसल हआ ह िजस पर हमार िवभाग को गवर ह सवरपरथम बात कर इसक नामकरण की डॉ वीर दर सक सनात कालीन िहदी अिधकारी वारा अ सी क श आती दशक म िदया गया यह नाम िविभ न मौसम म मौसम िवभाग की इस बिगया क नवाकर को तो सजीवनी परदान करता ही ह साथ ही प प को भी अपन रग व खशब िबखरन का सनहरा वातावरण परदान करता ह पितरका क सरकषक महािनदशक महोदय क मागरदशरन तथा सचना परौ योिगकी क आगमन स इस पितरका को चार चाद लग गए हअब यह रगीन व मनमोहक कलवर म पर तत की जान लगी ह पितरका म अब तक परकािशत कल पाच लख क लखक को और वषर 2015 म lsquoमौसम मजषाrsquo को िहदी िदवस क अवसर पर माननीय रा टरपित महोदय वारा पर कत िकया जा चका ह पितरका की अपनी एक पहचान बनी ह और इसका य जाता ह िवभाग क उन सभी कािमरक को जो िविभ न िवषय पर राजभाषा िहदी म लखन कर रह ह पितरका क अब वषर म दो स करण परकािशत िकए जान लग ह मौसम मजषा पी यह लता इसी परकार प लिवत पि पत और फिलत होती रह यही कामना िलए बड़ गवर क साथ आप सभी क समकष पर तत ह मौसम मजषा का यह नवीन स करण

(सिरता जोशी)

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अनकरमिणका वजञािनक व तकनीकी बौछार

भीरा शहर म दजर असामा य तापमान हमत कारकर

09

एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

14

पव तर भारत म कालबसाखी रजन फकन

18

च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

22

जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अजय ठकराल

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सािहि यक बहार बारात की वापसी सधार

हिरशकर परसाई45

याद क झरोख स िहदी सािह य म वषार वणरन

ीमती एम अनराधा52

का य फहार पर निच ह

डॉ दवदर परधान59

इसािनयत शिमर दा ह

मोहनलाल साह60

गगा माहा य

पनम िसह61

मौसम मजषा ए एम भटट

62

जीवन पथ

सनदा गाबा62

मरा शहर

अिकत सकसना63

परकित का गार

सजीव कमार सागर64

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन

65

जब कोमल काया फौलाद बनगी एएम भटट

66

िचिड़या अजना िम हास

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भाषायी बयार

सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

69

राजभाषा स सबिधत पर कार योजनाए

सिरता जोशी73

िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल

जगद बा परसाद85

सामा य लख कया यिकतगत क पिनया जलवाय

पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन

90

भर टाचार मकत भारत िमलन परसाद भटटाचायर

94

भवन-िनमारण म ईशान कोण

मकश कमार ग ता 96

नमािम गग

पनम िसह102

मौसम सवाए एव िव तारीकरण

एचपी चदरा112

मधमह - जानकारी और बचाव

िदनश ख ना115

यातरा व तात धरती पर बसा एक छोटा सा वगर

सषमा िसह122

खास खबर 128

आपकी पाती िमली 135

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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भीरा शहर म दजर असामा य उ च तापमान - पयारवरण स एक सबक

हमत कारकर मौसम िवजञानी-बी

परादिशक मौसम कदर-मबई

असामा य मौसम की घटना अब एक आम बात बन चकी ह महारा टर क रायगढ़ िजल म भीरा नामक एक गाव ह उस वकत यह गाव चचार का िवषय बन गया जब बीबीसी तथा अ य अतररा टरीय रा टरीय िपरट एव इलकटरॉिनक मीिडया म यह समाचार परकािशत हआ िक इस गाव का तापमान माचर क आिखरी स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया जो िक यज़ीलड क सामओ शहर क 496 िडगरी सलिसयस क बाद माचर क माह म दिनया की सबस उ ण जगह बना इसक पवर राज थान म मई 2016 म फालोड़ी का तापमान 51 िडगरी सलिसयस दजर िकया गया था उसी परकार दिनया का सबस उ च तापमान 10-7-1913 को अमिरका क किलफोिनरआ की डथ वली नामक जगह म दजर िकया गया था जहा 567 िडगरी तापमान िरकॉडर िकया गया था यह भी माना जाता ह िक दिनया म सबस यादा 60 स 65 िडगरी तापमान भी कही कही अनभव िकया गया ह िक त इसकी आिधकािरक पि ट करन हत कोई िरकॉडर नही ह भीरा म ि थत मौसम वधशाला भीरा म ि थत मौसम वधशाला िवभागीय नही ह बि क टाटा पावर कपनी वारा सचािलत ह जहा टाटा पावर क परिशिकषत कमरचारी ही सार मौसमी िनरीकषण िकया करत ह एव आकड़ परा त करत ह टाटा पावर की यहा 1932 म थापना हई थी और 1962 स ही यहा पर टाटा पावर क परितबिधत कषतर म यह कलास-2 (बी) मौसम वधशाला ह यह गाव उ तर क कण क मानगाओ तहसील क अतगरत मबई गोवा महामागर क 40 िकलोमीटर पवर म ि थत ह भीरा का तापमान माचर 2017 क अितम स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया था भारत मौसम िवजञान िवभाग भी सकत म आ गया जब इस बहचिचरत िवषय पर परादिशक मौसम कदर मबई िमिडया क िनशान पर रहा हर कोई भीरा क उ च तापमान का राज जानना चाहता था भीरा उ तर क कण म ि थत ह जोिक अलीबाग जस समदरी िकनार पर ि थत दसर शहर स िसफर 60 िकलोमीटर

वजञािनक व तकनीकी बौछार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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दरी पर ह अलीबाग म तो उसी िदन िसफर 32 िडगरी तापमान दजर िकया गया कई लोग यह भी आरोप लगान लग िक आकड़ सही नही ह एव भारत मौसम िवभाग उपकरण क रखरखाव पर यान नही द रहा कछ लोग यह भी कहन स नही चक िक सही परकार स परकषण नही िकया जाता ह और झठ आकड़ द िदए जात ह मौसम िवभाग का एक जवाबदार अिधकारी होन क नात माननीय उपमहािनदशक ी क एस होसािलकर जी एव िनरीकषण िवभाग क परमख ी आर आर सयदजी न मझ इस सबध म परी जाच करक तरत िरपोटर पर तत करन को कहा म तरत ही भीरा क दौर पर िनकल पड़ा जब म भीरा पहचा तब वहा पर करीब 50 मीिडयाकमीर कई रा य सरकार क अिधकारी गाव क 200 स भी यादा लोग और गराम पचायत सद य सभी मझ स सवाल जवाब करन क िलए परतीकषा म थ भारत मौसम िवजञान िवभाग क परितिनिध क तौर पर मझ एक सवाददाता स मलन बलाना पड़ा और सभी को यह िव वास िदलाना पड़ा िक उपकरण म कोई तरिट नही ह सभी उपकरण िव वसनीयता हत समय समय पर जाच जात ह आकड़ की तलना की जाती ह तथा तरिटय को दर िकया जाता ह या िफर िबगड़ हए उपकरण बदल िदए जात ह साथ ही िवभागीय मानक का खयाल रखन वाल उपकरण का पिरसर भी दखा जाता ह तािक आकड़ गलत ना ह िनरीकषण लन वाल सभी कमीर भी परिशिकषत ह तथा अनभवी भी इसिलए गलत आकड़ का कोई सवाल ही नही उठता हमझ यह भी बताना पड़ा िक असाधारण तापमान का दजर होना कोई नई बात नही ह रा य उस समय उ ण लहर स पीिड़त था जो िक तापमान को और भी बढ़ान म सहायक रहा इसस पहल भी भीरा म कई बार इस परकार क आकड़ दजर िकए जा चक ह जस 17-3-2005 को 462 िडगरी सलिसयस 27-4-2005 को 490 िडगरी सलिसयस 2-5-2005 को 475 िडगरी सलिसयस 24-3-2016 और 28-4-2016 को 445 िडगरी सलिसयस(यह आकड़ ी सयोग नाईक वजञािनक सहायक पवारनमान कदर मबई स परा त िकए गए ह) िफर भी उनकी तस ली हत मन सभी क समकष अपन पोटबल उपकरण की सहायता स कई परकषण िकए जो िक वहा पर पर थािपत उपकरण स म ल खात थ इसस यह सािबत हो चका था िक आकड़ म कोई गड़बड़ी नही थी मन सभी उपि थत िमिडयाकमीर रा य शासन क अिधकािरय और गराम पचायत सद य को समझाया िक इस परकार क उ ण लहर क दौरान कौन सी सावधािनया लनी होती ह तािक हािन न हो लोग की जानकारी हत हर चौराह पर सावधािनय की जानकारी वाल बनर लगान को कहा दौर स वापस आन पर मन माननीय उपमहािनदशक महोदय को स बिधत जानकारी दी तथा उनक़ आदशानसार आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी - ए को भीरा

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दौर पर तरत भजा भीरा म कायररत परकषण ी रलकर एव ी काबल इनकी सहायता स तरत उसी वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत िकए गए

भीरा वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत करन का पहला परयास िकया गया

आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी-ए और उनकी टीम

पजर यमापक क साथ तापमापी लगान क परयास म इन वचािलत उपकरण स परा त डटा (AWS) एव मानवीय िनरीकषण आकड़ क साथ एक माह तक तलना मक अ यास िकया गया तथा दखा गया िक कवल 01 स 05 िडगरी सलिसयस तक यादा कोई फकर नही ह िजसस यह सिनि चत हो चका था िक उपकरण सही काम कर रह थ भीरा की भौगोिलक पिरि थित तल प एव असामा य तापमान क सभािवत कारण भीरा की भौगोिलक पिरि थित तथा तल प पर िवचार कर तो यह स यािदर पवरत खला क बीच बसा ह तथा तीनो तरफ स अगरजी क सी आकार म पवरत स िघरा हआ ह पवरत खला बसा ट नामक प थर स बनी ह यह काल प थर िदन क समय सरज की गमीर स कछ अिधक गमर हो जात ह और

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इनकी उ णता को बनाए रखन म सिकरय होत ह तीन ओर स पवरत खला स िघर होन क कारण इन पर समदर स आन वाली ठडी पि चमी हवाओ का असर नही होता ह िजसक चलत इन प थर म स कछ हद तक उ णता घट सक साथ ही दसर भी कारण का पता चला ऐसा पाया गया िक आस पास क जगल की काफी कटाई हो रही थीकही घास आिद जलाए जा रह थ चावल क खत म भी सखा कचरा बहत अिधक मातरा म जलाया जा रहा था तो कही पर ईट बनान वाली इकाइया अिधक मातरा म भिटटया जला रही थी साथ ही जगल की आग भी एक कारण था

c आकार म पवरत स तीन िदशाओ स िघरा हआ भीरा का पिरसर

इन सभी कारण की वजह स शायद तापमान बढ़ता चला गया इस परकार क मानव िनिमरत कारण स भी पयारवरण को भारी नकसान हो रहा ह और इस परकार की मौसमी घटनाए अब आम हो चकी ह इसस मानवी जीवन क साथ साथ क कण की हिरयाली को भी काफी नकसान झलना पड़ रहा ह म र िनरीकषण अ यास क दौरान मन यह भी दखा िक िसफर 10 िकलोमीटर दरी पर अगर इन अगरजी सी आकार की पवरत खला स बाहर आया जाए तो तापमान 6-7 िडगरी कम पाया गया शायद यही कारण था िक आस पास म बस अलीबाग माणगाव आिद इलाक म तापमान 32 िडगरी रहा जबिक भीरा म 45-46 िडगरी था इसस यह तो सािबत हो चका था िक भीरा का तापमान उ तर क कण या रायगढ़ िजल का परितिनिध व नही कर सकता ह खासकर आम जामन काज आिद की फसल को भी इस ताप विदध क कारण नकसान हो सकता ह स चाई यह ह िक भीरा कडिलका नदी वाटर टनल आिद स िघरा होन क कारण एक ठ डा परदश होना चािहए था पर मानवीय गितिविधय एव भौगोिलक पिरि थित क चलत एक गमर थान बन चका गलोबल तापमान म विदध वस सारा िव व ही आजकल गलोबल तापमान म विदध स परशान ह शायद हमार िलए भीरा एक सबक ह िनसगर वारा दी गई चतावनी ह बढ़त काबरन उ सजरन बढ़त हए सीमट क जगल वाहन स

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िनकलन वाला धआ तापमान म विदध करन वाल शीश क भवन जगल की कटाई पहाड़ की खदाई कारखान स िनकलन वाला धआ ऐस कई कारण ह जो इस सदर िव व को एक िदन बबारद कर दग और यह भी लगता ह िक कही िकसी िदन इन पवरत खलाओ स भिव य म कोई वालामखी न फट जाए वह िदन दर नही जब हम सास लन क िलए भी पराणवाय का िसलडर साथ लकर चलना पड़गा िनसगर को बचान हत कछ सावधािनय की ज रत हाल ही म िदस बर 2015 म पिरस करार क तहत िव व क करीब 196 दश क परितिनिधय न इस करार पर ह ताकषर िकए और शपथ ली िक िकसी भी हाल म हम काबरन उ सजरन को श य पर लाना ह एव आन वाल कछ वष म इस धरातल का तापमान 2 िडगरी स कम करना ह तािक हम आन वाली पीढ़ी को बचा सक अगर इसी तरह चलता रहा तो मौसम का पवारनमान लगाना भी असभव हो जाएगा खाद क कारखान स भी काफी काबरन उ सजरन होता ह इसिलए िसिककम जस एकमातर रा य को उदाहरण मानकर हम खतीबागानसि जया आिद उगान हत िसफर और िसफर ऑगिनक खाद का ही उपयोग करना होगा इस करम म अथरवमर खाद गोबर आिद का उपयोग सहायक हो सकता ह निदय को भी परदषण स मकत रखना होगा कॉ करीट सीमट क जगल कम करन ह ग

ी हमत कारकर मट बी भीरा वधशाला क िनरीकषक ी का बल और महारा टर रा य क रायगढ िजल

क अिधकारी वधशाला क उपकरण का िनरीकषण करत हए मझ यह जानकर ख़शी होती ह िक भीरा जस छोट स पटनस गाव क सरपच भी इस बात को मर समझान पर समझ गए उ ह न यह सिनि चत िकया ह िक गाव क आस पास क करीब 1 स 2 हजार एकड़ खली जमी पर गाव वाल सभी िमलकर हिरत कराित लाएग और वकषारोपण करग कय िक क कण म पानी की कोई कमी नही ह और भीरा म बाध क टनल स इस परा त िकया जा सकता ह

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एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

वजञािनक सहायक खगोल िवजञान कदर - कोलकाता

एक तार की जीवन यातरा आकाशगगा म उपि थत धल एव गस क एक अ यत िवशाल मघ (बादल) स श होती ह इस lsquoनीहािरकाrsquo (नबला) कहत ह दरअसल नीहािरका श द की उ पि त स कत क श द नीहार स हई िजसका अथर ह lsquoकहराrsquo लिटन म नीहािरका श द को lsquoनबलाrsquo कहत ह िजसका शाि दक अथर ह lsquoबादलrsquo इन नीहािरकाओ क अदर हाइडरोजन की मातरा सवारिधक होती ह और 23 स 28 परितशत हीिलयम तथा बहत कम मातरा म कछ भारी त व होत ह ऐस ही तार का एक परसित गह ह ओरीयान नीहािरका इसका िव तार लगभग 100 परकाश-वषर ह इसक अदर बहत स नएतार ह तथा इसम अनक ऐस तार ह िजनका िनमारण हो रहा ह वतरमान म सभी वजञािनक इस िसदधात स सहमत ह िक धल और गस क बादल स ही तार का ज म होता ह क पना कीिजए िक गस और धल स भर हए मघ क घन व म विदध हो जाती ह उस समय मघ अपन ही ग वाकषरण क कारण सकिचत होन लगता ह इस सकचन क होन क समय को lsquoहायाशी-कालrsquo कहा जाता ह जस-जस मघ म सकचन होन लगता ह वस-वस उसक क दर भाग का तापमान तथा दाब भी बढ़ जाता ह आिखर म तापमान और दाब इतना अिधक हो जाता ह िक हाइडरोजन क नािभक आपस म टकरान लगत ह और हीिलयम क नािभक का िनमारण करत ह तब तापनािभकीय अिभिकरया (सलयन) परार भ हो जाती ह इस परकरम म परकाश तथा गमीर क प म ऊजार उ प न होती ह इस परकार वह मघ ताप और परकाश स चमकता हआ तारा बन जाता ह जब कोई भारी िपड नीहािरका क पास स गजरता ह तो वह अपन ग वाकषरण स इसम लहर और तरग उ प न करता ह कछ उसी तरह स जस िकसी लाि टक की बड़ी सी चादर पर कछ कच िबखर दन क बाद चादर म एक िकनार स या बीच स एक भारी गद को लढ़का िदया जाए सार कच भारी गद क पथ की ओर जमा होना श हो जाएग धीर धीर य सार कच चादर म एक जगह जमा हो जात ह ठीक इसी तरह नीहािरका म धल और गस क कण एक जगह पर सघिनत होना श हो जात ह पदाथर का यह ढर उस समय तक जमा होना जारी रहता ह जब तक वह एक महाकाय आकार नही ल लता

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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इस ि थित को पवरतारा (परोटो टार) कहत ह जस जस यह पवरतारा बड़ा होता ह ग वाकषरण इस छोटा और छोटा करन की कोिशश करता ह िजसस दबाव बढ़ता जाता ह पवर तारा गमर होन लगता ह साइिकल की यब म जस यादा हवा भरी जाती ह यब गमर होन लगती हजस ही अ यिधक दबाव स तापमान 10000000 कि वन तक पहचता ह नािभकीय सलयन (हाइडरोजन यजन) की परिकरया परारभ हो जाती ह अब पवरतारा एक तार म बदल जाता ह वह अपन परकाश स परकािशत होना श कर दता ह सौर हवाए बची हई धल और गस को सदर अतिरकष म धकल दती ह नव तारा िजसका दर यमान 2 सौर दर यमान स कम होता ह उ ह टी टौरी (TTauri) तार कहत ह उसस बड़ तार को हबीरग एइबीइ (Herbig AeBe) कहत ह य नव तार अपनी घणरन अकष की िदशा म गस की धारा उ सिजरत करत ह िजसस सघिनत होत नव तार की कोणीय गित कम होती जाती ह इस उ सिजरत गस की धारा स तार क आस पास क गस क बादल को दर होन म मदद िमलती ह मखय अनकरम- हटरज परग-रसल आरख की मखय अनकरम पटटी इसिलए मह वपणर ह कय िक अिधकतर तार इसी पटटी म पाए जात ह इसका कारण यह ह िक तार अपन जीवन का 90 परितशत भाग इसी अव था म यतीत करत ह इस अव था म हाइडरोजन का हीिलयम म पिरवतरन काफी ल ब समय तक चलता ह इसक कारण तार क क दर भाग म हीिलयम की मातरा म विदध होती रहती ह अत म तार का lsquoकरोडrsquo हीिलयम म पिरवितरत हो जाता ह जब हीिलयम करोड म पिरवितरत हो जाता ह तो उसक उपरात उनकी तापनािभकीय अिभिकरयाए इतनी अिधक तजी स होन लगती ह िक तार मखय अनकरम स अलग हो जात ह दानव तार मखय अनकरम क प चात तार क क दर भाग म सकचन परार भ हो जाता ह सकिचत होन क कारण उ प न होन वाली ऊजार क कारण तारा फलन लगता ह फलन क उपरात वह एक दानव तारा बन जाता (Giant Star) ह हमारा सयर भी इस अव था म आ जाएगा प वी को छोड़कर बध और शकर जस गरह का नामोिनशान ही िमट जाएगा यिद प वी सयर का गरास बनन स बच भी जाती ह तो भी आग का द याकार गोला बनन क बाद सयर वत वामन तारा बन जाएगा इसस प वी पर एकस-र तथा अ य पराबगनी िकरण की झड़ी-सी लग जाएगी उस समय प वी को जीवन िवहीन करन स कोई भी नही रोक पाएगा वत वामन तार दानवी अव था म पहचन क प चात तार क अदर हीिलयम की ऊजार उ प न होती ह और एक िवशष

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परिकरया क अतगरत हीिलयम भारी त व म पिरवितरत हो जाता ह अतत यिद तारा सयर स पाच-छह गना ही अिधक बड़ा हो तो उसम छोट-छोट िव फोट होकर उसस त त गस बाहर िनकल पड़ती ह उसक उपरात तारा वत वामन (White Dwarf Star) क प म अपन जीवन का अितम समय यतीत करता ह परिसदध भारतीय वजञािनक डॉ सबरमिणयन च दरशखर न यह िसदध िकया िक तार का दर यमान सयर स 44 परितशत स अिधक नही हो सकता इस दर य मान-सीमा को lsquoच दरशखर-सीमाrsquo क नाम स जाना जाता ह नोवासपरनोवा (िव फोटी तार) जो तार सयर स पाच-छह गना अिधक िवशाल होत ह अ तत उनम एक भयकर िव फोट होता ह िव फोटी तार क बाहर का सम त आवरण (कवच) उड़ जाता ह और उसकी सम त दर य-रािश अतिरकष म फ़ल जाती ह पर त उसका अित त त करोड सरिकषत रहता ह इस अदभत घटना को सपरनोवा कहत ह यिद उस तार म अ यिधक तजी स सकचन होन लगता ह तो वह यटरॉन तार का प धारण कर लता ह बशत उस तार का दर यमान हमार सयर स दगन स अिधक न हो कछ िवशष पिरि थितय म तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक इनम स परकाश की िकरण भी बाहर नही िनकल पाती ह इ ह ही क ण िववर या लक होल कहत ह सपरनोवा िव फोट क कारण तार की जो दर यरािश बा य अ तिरकष म िछतरा जाती ह व दर यरािश िकसी िदन नया गरह बनान म भी मददगार हो सकती ह हो सकता ह वह गरह हमारी धरती जसा हो तार क इ ही अवशष म ऑकसीजन नाइटरोजन काबरन लोहािनिकल िसिलकॉन आिद अ य सभी त व पाए जात ह हमारा जीवन अतीत म हए सपरनोवा िव फोट की ही दन ह इसम आपको कोई सदह ह कया एक अम रीकी खगोल शा तरी लखक िवजञान सचारक महान वजञािनक कालर सगन न कहा ह-ldquoहमार डीएनए म नाइटरोजन हमार दात म कि शयम हमार खन म लोहा हमारी एपल-पाई (एक िक म की िमठाई) म काबरन तार क अ दर बन थ हम टार टफ (तारा-पदाथर) स बन हrdquo क ण िववर ( लक होल) जसा िक हम पहल भी बता चक ह िक जब तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक अ यत सघन िपड ( यटरॉन तार स भी अिधक) बन जात ह िजनम स परकाश का भी िनकल पाना स भव नही होता तो वजञािनक ऐस अ यिधक सघन िपड को lsquoक ण िववर याम िववरrsquo या lsquo लक होलrsquo कहत ह कया कारण ह िक क ण िववर परकाश को भी बाहर नही आन दत ऐसा उस कषतर क अ यत परबल ग वाकषरण क कारण होता ह िवि मत कर दन वाली बात यह ह िक क ण िववर क िनकट काल

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क परवाह म भी बहद पिरवतरन हो जाता ह क ण िववर क अि त व म होन की स भावना सवरपरथम वषर 1783 म कि बरज िव विव यालय क परोफसर जॉन िमशल न बताई थी यिद क ण िववर परकाश की िकरण को नही भजता तो हम उस कस दख सकत ह हम यह अनमान कस लगा सकत ह िक क ण िववर का अि त व ह क ण िववर की क पना हम उस यिकत स कर सकत ह जो सोफ़ पर बठा हआ ह पर त अ य ह हम उस यिकत को नही दख सकत ह कय िक वह यमान नही ह पर त उसक बठन स सोफ़ म ग ढ़ बन जात ह ठीक उसी परकार स तार क ग व कषतर क परभाव को दखकर वजञािनक क ण िववर क अि त व क बार म पता लगा सकत ह हम जानत ह िक आकाश म अनक यगम तार (ऐस तार जो एक-दसर की पिरकरमा करत ह) ह क पना कीिजए उनम स एक तारा क ण िववर ह तो दसर तार क दर यमान क बार म खगोलीय िविधय वारा जानकारी परा त की जा सकती ह परिसदध वजञािनक टीफन हॉिकग न सामा य सापकषता िसदधात तथा कवाटम भौितकी क िसदधातो क आधार पर यह िन कषर िनकाला ह िक क ण िववर िकसी गमर िपड (कि णका िप ड) की भाित एकस और गामा िकरण का उ सजरन करत ह कई वजञािनक का मत ह िक हमारी आकाश गगा म ही करोड़ -अरब की सखया म क ण िववर हो सकत ह वतरमान म भी कई खगोलिवद का यह मत ह िक क ण िववर कवल एक क पना मातर ह

सदभर - 1 िवजञान िव व 2 परदीप 3 नासा

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पव तर भारत म कालबसाखी का परकोप रजन फकन

वजञािनक-बी मौसम कदर - अगरतला

पव तर भारत म माचर स मई महीन क बीच गरज क साथ तफान का गभीर परभाव दखा जाता ह इसक साथ-साथ कभी-कभी भारी वषार ओलावि ट चडवात आिद क कारण इस कषतर म बहत हािन होती ह मर छातराव था क दौरान अकसर ऐसा होता था िक अपरल क महीन म जब इिडयन परीिमयर लीग (आईपीएल) श होती थी तभी शाम को परचड मघ-गजरन और तज़ वषार क कारण िबजली चली जाती थी और खल का आनद उठान का मौका नही िमलता था िफर अगल िदन सबह दखता था िक तज धप िनकल आई ह तब मन म सवाल आत थ िक यह कस होता ह कछ ही घट पहल जो इतनी तज वषार करवा रह थ व बादल कहा गए कया आज शाम को व िफर आएग बाद म जब म री िनयिकत भारत मौसम िवजञान िवभाग म हई तब पता चला िक जो मझ सिचन सहवाग गल की ब लबाजी दखन स रोकता थाउस पिरघटना को मौसम िवजञान क श द म कालबसाखी कहत ह चिक यह काल पी पिरघटना बसाख क महीन म पवीर और पव तर भारत म ती हािन का मखय कारण ह इसिलए इसको इस कषतर म काल बसाखी कहा जाता ह यह पिरघटना मखयतः मॉनसन -पवर ऋत अथारत माचर अपरल और मई महीन म दखा जाती ह माचर क महीन म सयर क प वी क उ तरी गोलाधर म परवश करत ही भारत की थल भिम का तापमान धीर-धीर बढ़न लगता ह इसक कारण सतह क ऊपर की हवा भी गरम होन लगती ह सवहन क वारा यह हवा ऊपर उठन लगती ह और अपन साथ-साथ नमी को भी ऊपर ल कर जाती ह ऊपरी वायमडल म यह हवा ठडी होती ह और सघिनत होन क बाद ई या कपास की तरह िदखन वाल छोट-छोट बादल िनिमरत होत ह िज ह कपासी मघ कहा जाता ह उसक बाद अगर वातावरण अि थर हो तो इन मघ को बढ़न क िलए और अिधक शिकत िमलती ह और इनकी ऊचाई बढ़न लगती ह कछ समय क बाद यह काल-घन मघ म पिरवितरत हो जात ह िज ह कपासी वषीर मघ कहा जाता ह यह मघ कभी-कभी जमीन स 15-16 िकलोमीटर या अिधक ऊचाई तक पहच जात ह और इनक अ दर हवा क बहत तज ऊ वारह और िन नवाह चलत रहत ह इसक बाद िबजली मघ-गजरन और तज ठडी

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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हवाए श होती ह कभी-कभी अचानक परचड प स तज हवाए चलन लगती ह जो कम समय म ही भारी कषित करती ह एक िमनट या इसस अिधक समय तक रहन वाली ऐसी परचड हवाओ को मौसम िवजञान म चडवात नाम स जाना जाता ह कपासी वषीर मघ िजतन अिधक ती होत ह मौसम भी उतना ही खतरनाक होता ह कभी-कभी यह मघ छोट आकार क होत ह जो िक काफी धीमी गित स आग बढ़त ह और एक दो गरज और हलकी वषार करवा कर ख़ म हो जात ह लिकन कभी-कभी यह काफी बड़ आकार क होत ह िजसस वषार गजरन और हवाए यादा होती ह कभी-कभी अनक मघ एक रखा म जड़कर धनष का प लत ह िजस चडवात पिकत कहा जाता ह चडवात पिकत क प म जड़ जान पर यह मघ 60-70 िकमी परित घट या अिधक र तार स आग बढ़न लगत ह और जमीन क आस-पास हवा की गित 100 िकमी परित घट स भी अिधक होती ह इसस िव तत कषतर म बहत यादा नकसान होता ह

िचतर 1 कपासी वषीर मघ म चलन वाल ऊ वारह और िन नवाह

मॉनसन -पवर ऋत म इन तफान की उ पि त िबहार गागय पि चम बगाल या बागलादश क ऊपर होती ह और यह तज गित स पि चम स परब की तरह बढ़ती जाती ह इस गितिविध क दौरान इसक रा त म आन वाल हर एक कषतर को यह परभािवत करता ह और कछ ही घट म यह कषीण हो जाता ह इन तफान म बहत स मन य पश-पिकषय क पराण चल जात ह और कछ बघर हो जात ह खत म काम करत समय िकसान की म य हो जाती ह काफी लोग क घर टट जात ह और पहाड़ी कषतर म भ खलन हो जाता ह जन महीन म मॉनसन ऋत का आगमन होत ही इन गजरन की ती ता कम हो

जाती ह ऐस म वषार तलना मक प स यादा होती ह और मघ गजरन कम होन लगत ह वषर 2018 म ितरपरा रा य म कालबसाखी का परकोप

ितरपरा पव तर भारत क उन रा य म स एक ह जहा कालबसाखी का ती परकोप दखा जाता ह

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

20

रा य क अगरतला एव कलाशहर म ि थत भारत मौसम िवजञान िवभाग की दो वधशालाओ स परा त त य स यह पाया गया ह िक यहा अपरल और मई क महीन म 40 परितशत स भी अिधक िदन म मघ-गजरन होता ह वषर 2018 की मॉनसन पवर ऋत ितरपरा क िलए बहत ही भयानक रही रा य की राजधानी शहर अगरतला क मौसम िवजञान कदर म इस साल मॉनसन पवर ऋत म कल 18 चडवात दजर िकए गए जो िक सामा य क मकाबल तीन गना अिधक ह इसी साल 18 मई क िदन अगरतला म चौबीस घट क अ दर कल 2428 िमलीमीटर वषार हई जो िक उपल ध त य क मतािबक यहा मॉनसन -पवर ऋत म एक िदन म होनी वाली सबस अिधक वषार का नया िरकॉडर ह यह अब तक अगरतला म िकसी भी ऋत म एक िदन म होन वाली सवारिधक वषार क मामल म अब दसर नबर पर ह इस साल मई म अगरतला म कल 7303 िमलीमीटर वषार हई जो मई क महीन म यहा अब तक का सवारिधक ह कलाशहर म भी इस महीन म 6837 िमलीमीटर वषार हई लिकन यहा मई म इसस भी यादा वषार होन क त य पाए गए ह इसी महीन क दौरान अगरतला और कलाशहर म करमशः 22 और 24 िदन म घ-गजरन हए जो सामा य स कई अिधक ह दोन वधशालाओ म इस साल पर मॉनसन -पवर ऋत म करमशः 9797 एव 9257 िमलीमीटर वषार हई और यह दोन आकड़ भी सामा य क मकाबल अिधक ह इस दौरान पर रा य म काफी नकसान होन की खबर अख़बार और दरदशरन क मा यम स दखी गई अगरतला म ि थत मौसम रडार म हर साल कालबसाखी की कई पिरि थितया दखन को िमलती ह इनम स 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क रडार िचतर को दशारया गया ह इन दोन अवसर पर चडवात पिकतय क प म सयोिजत होन वाल कपासी वषीर मघ क कारण सम त रा य म मघ गजरन तज हवाए और वषार का परकोप दखा गया आजकल मोबाइल फ़ोन इ टरनट आिद की लोकिपरयता क कारण मौसम स बिधत चतावनी तजी स लोग तक पहचती ह और काफी हद तक इसक परकोप स लोग और पालत पश-पिकषय को बचाया जा सकता हभारत मौसम िवजञान िवभाग क इनसट-3 डी उपगरह स परा त िचतर स इनकी उ पि त क बार म परकषण िकया जा सकता ह पवीर और पव तर भारत म कोलकाताअगरतलािडबरगढ़ (मोहनबाड़ी)और चरापजी म लग मौसम रडार स इस कषतर म काफी हद तक चरम मौसम वाल मघ की तजी और िदशा का पता लगाया जा सकता ह यह मौसम रडार हर दस िमनट म मघ क अव थान क िचतर तयार करत ह मौसम रडार क य सीमा म आत ही इन तफान क कषितज और उ वारधर िव तार का पता चल जाता हइसक अलावा मौसम िवजञान क बड़ आकार क ग बार हवा म छोड़ जात ह जो 30-35

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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िचतर 2 डॉपलर रडार अगरतला स परा त 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क िचतर

िक०मी० की ऊचाई तक पहच कर ऊपरी वायमडल क मौसम क त य दत ह ख़राब मौसम की स भावना होन पर भारत मौसम िवजञान िवभाग क कषतरीय थानीय कायारलय वारा ता कािलक पवारनमान जारी िकया जाता ह जो आपदा परबधन िवभाग और मीिडया क जिरय लोग तक पहचता ह मौसम िवभाग वारा मौसम क सटीक पवारनमान एव चतावनी इसक समयोिचत परसार और सिकरय आपदा परबधन क जिरए कालबसाखी स होन वाली हािन को काफ़ी हद तक कम िकया जा सकता ह इसक िलए ज़ री ह िक इसस जड़ सभी कायारलय एकितरत होकर काम कर कय िक िमल कर करन स कायर बहतर तरीक स और कम समय म िकया जा सकता ह और सफलता पान की सभावना बढ़ जाती ह

कालबसाखी स भीषण हािन होन क अलावा इसक कछ फायद भी ह कालबसाखी स होन वाली वषार इस अचल म किष कषतर क िलए बहत ही उपयोगी ह साथ ही साथ इस कषतर म कालबसाखी की वषार की वजह स अपरल-मई की गमीर स भी लोग को राहत िमलती ह िदन भर की कड़ी धप की वजह स जब िदन का तापमान 35 िडगरी सि सयस या इसस अिधक पहच जाता ह तब शाम को होन वाली वषार क कारण ही लोग रात को चन की नीद सो पात ह कालबसाखी एक अित िविचतर पिरघटना ह िजसकी वजह स वजञािनक क अलावा किव गायक आिद भी इसक तरफ खीच आत ह किव ग रिवदरनाथ ठाकर स लकर क कई सािहि यकार न अपन लख अथवा सगीत म कालबसाखी का वणरन िकया ह लखक मौसम कदर अगरतला क परभारी िनदशक ी डी साहा महोदय एव िहदी िशकषण योजना क िहदी परा यापक ी रामपरकाश यादव महोदय क पररणा एव पथ-परदशरन क िलए उनका आभारी ह इसक साथ भारत मौसम िवजञान िवभाग क अगरतला एव कलाशहर वधशालाओ क सभी सहकिमरय का शकरगज़ार ह िज ह न हर एक पिरि थित म परकषण क वारा इन त य को अ ययन क िलए उपल ध करवाया

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo

परादिशक मौसम कदर - च न पिरचय

6 िदस बर की दोपहर म दिकषण-पवर बगाल की खाड़ी पर एक अवदाब (depression) िवकिसत हआ पहल उ तर-पि चम िदशा की ओर िफर उ तर िदशा की ओर बढ़त हए 7 िदस बर की म य राितर यह एक गहन अवदाब (deep depression) क प म तथा 8 की सबह एक चकरवाती तफान (cyclonic storm) ldquoवदारrdquo क प म सशकत होत हए 9 की म य राितर एक भीषण चकरवाती तफान (severe cyclonic storm) क प म परचड हआ िफर यह पि चम-उ तर-पि चम िदशा की ओर बढ़ा और 10 िदस बर की शाम को पि चम-म य तथा आस-पास क दिकषण बगाल की खाड़ी पर अ यत भीषण चकरवाती तफान क प म घनीभत हो गया उसक बाद यह पि चम िदशा की ओर बढ़त हए 12 िदस बर 2016 को 1500-1700 बज क बीच च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा 11-12 िदस बर 2016 को जब यह िस टम उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट क पास था तब कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न न उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट पर ि थत मानवगत तटीय वधशालाओ (manned coastal observatories) म परित घटा िवशष परकषण क मा यम स वधशालाओ म थािपत वलखी उपकरण वारा मौसमी पराचल (meteorological parameters ) की लगातार िरकॉिडरग वारा भ- खलन वाल कषतर म और उसक आस-पास (च न और उसक आस-पास) लग वचािलत मौसम टशन च न बदरगाह क िनकट थािपत डॉ लर मौसम रडार तथा च न (नगमबककम) वधशाला पर थािपत उ च पवन-गित िरकॉडरर (High Wind Speed Recorder) वारा इस चकरवात क मागर और ती ता पर लगातार िनगरानी रखी सभी उपल ध परकषणीय आकड़ स भ-खलन क पहलओ का पता लगान म मह वपणर जानकारी परा त हई ह उपयरक त यवि थत परकषण क अलावा आकड़ सचनाओ को एकतर करन क िलए एक बिनयादी सवकषण भी करवाया गया िजसस भ- खलन क समय परभािवत थान तथा समय का ठीक स पता लगान क िलए जानकारी परा त करन हत मह वपणर आकड़ परा त िकए जा सक कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न वारा भ खलन क प चात करवाए गए सवकषण स परा त िकए गए िन कषर पर इस िरपोटर म

वजञािनक व तकनीकी बौछार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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परकाश डाला गया ह सवकषण की परिकरया भ- खलन क बाद क सवकषण की ओर बढ़न स पहल परकषण आकड़ और मीिडया वारा बताई गई कषित का एक आरि भक अ ययन िकया गया तािक सवकषण हत थान का चयन िकया जा सक इलकटरॉिनक मीिडया वारा लगातार िदखाई गई लाइव िरपो रस स चकरवात क भ-थल परवश क पहलओ क िवषय म मह वपणर सचना िमली इन आकड़ तथा सचनाओ क आधार पर कषतरीय दल वारा सवकषण िकए जान वाल कषतर का चयन िकया गया इसक बाद चकरवात म यअल क अ याय 11 तथा कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न क उप महािनदशक तथा परभारी िनदशक क िनदशन म ी जी राजदरन मौसम िवजञानी-बी क नत व म ी डी मरगथवल मौसम िवजञानी- ए ी एम ीिनवासन

रिडयो मकिनक तथा वाहन चालक ी पी िशव शकर चकरवात की घटना क 24 घट क अदर ही चकरवात क बाद क हालात पर सवकषण करन और चकरवात क िवषय म वा तिवकता का पता लगान तथा जानकारी एकतर करन भ खलन क थान इसक मागर तथा तिमलनाड उप मडल क च न ित व लर काचीपरम तथा िनकटवतीर िव लपरम ित व नमलाई और वलोर क चकरवात परभािवत कषतर म जान माल को हए नकसान का पता लगान क उ य स 13 िदस बर 2016 को परातःकाल म च न स दौर पर गए यह दौरा 16 िदस बर 2016 को पणर हआ

शािमल िकए गए िजल

सवकषण दल न चकरवात परभािवत िजल जस च न ित व लर काचीपरम का दौरा िकया दल न आिशक प स परभािवत वलोर ित व नमलाइ और िव लपरम िजल का भी दौरा िकया दल न चकरवाती तफान क गजरन क समय हवा की परकित तथा उस समय क मौसम तफानी लहर और समदर क कषरण आिद क िवषय म जनता स बात-चीत भी की सवकषण दल न इस स बध म अनक सरकारी किमरय स भी भट की

सवकषण दल वारा िन निलिखत कषतर का दौरा िकया गया-

13122016 च न पोटर कािसम द तदइवरपट ित वोिटटवर ए नोर िमजर पिलकाट झील तथा पो नरी 14122016 अराकोनम श िलघर वलजा वलोर आरकोट अरणी कलवाई च वर मोरनम तथा व बककम

15122016 वलजाबाक बालर र डी पलवम पलवा सीवरम प डपाई वदलर च गलपटट तथा ित काज़ कदरम

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16122016 मरककणम क पककम पधपिटटनम सातरस न मिल कोवलम कल बककम शोिलगन लर

ित पो र वीजीपी (ईसीआर) म दवककम ओएमआर तथा दिकषण च न सवकषण दल का मागर मानिचतर िचतर 1 म दशारया गया ह िचतर 2 म च न तथा उसक आस पास िविवध परकषणीय सिवधाओ को दशारया गया ह

िचतर 1- सवकषण दल का ट मप (मागर मानिचतर) िचतर 2-च न तथा उसक आसपास िविवध परकषणीय सिवधा

थल परवश क थान

िचतर 3 म च न तथा उसक आस-पास 12 िदस बर 2016 को 06-12 यटीसी क दौरान पर यक घट पर िलए गए सामियक परकषण को दशारया गया ह NBK म 09 यटीसी तक उ तर-पि चम स 11 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा म हवाए चली तथा 1000 यटीसी पर शात हवा चली जो दशारता ह िक ततर का कदर 12 िदस बर 2016 को NBK क ऊपर स 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530 बज) गजरा MBK पर 1100 यटीसी (भारतीय मानक समय 1630 बज) चलन वाली ह की हवाओ तथा 1000 यटीसी पर दिकषण-पि चम िदशा स 1200 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा तक उ टा बहन की परिकरया यह दशारती ह िक परणाली का कदर 1100 यटीसी पर MBK क पास स होकर गजरा 09-12 यटीसी क दौरान ए नोर ि थत वचािलत मौसम टशन वारा अिभलिखत पवीर हवाओ तथा भारतीय वाय सना ता बरम वारा अिभलिखत पि चमी हवाओ स यह पता चलता ह िक थल परवश ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर की ओर था अतः थल परवश 09-11 यटीसी (भारतीय

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मानक समय 1430-1630 बज) क आस-पास च न ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर म हआ

12 िदस बर 2016 को िलए गए परित-घटा िवशष सतह परकषण

िचतर 3 12 िदस बर 2016 को 6-12 यटीसी क दौरान िलए गए परितघटा सामियक परकषण

थल परवश की ती ता

12 िदस बर 2016 को च न तथा उसक आस-पास ि थत वधशालाओ (manned observatories) तथा वचािलत मौसम टशन पर अिभलिखत िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) क वतरमान परकषण को तािलका 1lsquoअrsquo और lsquoबrsquo म दशारया गया ह िचतर 4 म12 िदस बर को च न NBK तथा मीना बककम पर अिभलिखत दाब तथा पवन को दशारन वाल वलखी चाटर (बरोगराफ तथा डाइ स पीटीएनीमोगराफ) दशारए गए ह तथा तािलका 1 ldquoसीrsquo म इन चाट म अिभलिखत िन नतम दाब और अिधकतम पवन-गित को िदखाया गया ह 12 िदस बर2016 को 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530) NBK वधशाला पर िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) 9750 hPa िरकॉडर िकया गया उ चतम 24 घट का परशर फाल 309 hPa भी इसी टशन पर रहा सबस अिधक उ चतम पवन गित (Vmax) NBK पर HWSR वारा 0800 यटीसी (भारतीय मानक समय 1330) पर 577 नॉट तथा

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लगभग 0815-0820 यटीसी (भारतीय मानक समय 1345-1350) पर MBK पवनलखी वारा िरकॉडर की गई

तािलका 1अ वधशालाओ वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब स सबिधत आकड़

टशन Station समयTime

यटीसी

(UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पी24

P24 (hPa)

समययटीसी

Time (UTC)

पवन गित (नॉट)

Wind Speed (kt)

पवन िदशा Wind Direction (deg)

च न (नगमबककम )

1000 9750 -309 0900 30 उ तरपि चमी-उ तरी

च न(मीना बककम) 1000 9756 -302 0900 50 पि चमी

तािलका1ब वचािलत मौसम टशन वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब क आकड़

टशन

Station

अकषाश दशातर

LatLon (deg)

समययटीसी

Time (UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पवन गित (नॉट) Wind Speed (kt)

पवन िदशा

Wind Direction (deg)

पी 24 P24 (hPa)

च न(नगमबककम) 131N802E 1000 977 4 80

ए नोर पोटर 132N803E 0900 9791 48 10 -267

माधवराम- एगरो 132N802E 1000 9773 21 50 -297

मीना बककम)इसरो 130N802E 1000 978 11 200 -296

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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िचतर 4-12िदस बर2016 को नगमबककम और मीना बककम पर बरोगराफ तथा पवनलखी की िरकॉिडरग

तािलका 1 सी वलखी चाट पर िरकॉडर िकए गए िन नतम दाब और अिधकतम पवन टशन

टशन

समय (भामास) Time (IST)

यनतमदाब

(hPa)

समय (भामास) पवन गित

(िकमीपरित घटा)

पवन िदशा

च न (नगमबककम )

1530

(1000 UTC)

9750 1240

(0710 UTC)

114 उ तर-पि चमी-उ तरी

च न (मीनामबककम)

1600

(1030 UTC)

9756 1345-1350 (0815-0820 UTC)

122 उ तर-पि चमी

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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रडार स लकषण

च न क डॉ लर वदर रडार क 12 िदस बर 2016 क परित घटा िरपोटर म 04-15 यटीसी क दौरान यह दखा गया िक च न म लगभग 09-11 यटीसी क आस-पास थल परवश हआ डॉ लर वदर रडार

च न वारा परा त िकए गए चकरवात कदर क मागर को िचतर 6 म िदखाया गया ह ती ता क िवषय म

रडार वारा 07 यटीसी (भामास 1230) पर 00 िकमी ऊचाई पर अिधकतम रिडयल वग 3767 मीटरस (73 नॉट) (या अिधक) िरपोटर की गई थल परवश क आर भ होन क समय क आस पास (08 यटीसी भामास 1330) लगभग 200 मीटर की ऊचाई पर 4247 मीस (83 नॉट) की पवन गित पाई गई

िचतर 5- च न म थल परवश को दशारता हआ डॉ लर वदर रडार का िचतर

िचतर 6- डॉ लर वदर रडार च न वारा परिकषत चकरवात क कदर का मागर

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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पर यकष वषार

तिमलनाड क च न काचीपरम ित व लर तथा िव लपरम िजल म 13 िदस बर को 0830 बज समा त होन वाल 24 घट क दौरान अिधकाश थान पर भारी तथा कछ थान पर बहत भारी और एक या दो थान पर बहत अिधक भारी वषार हई तिमलनाड क व लोर क णािगिर ित व नमलाई िजल म

तटीय आधर परदश नलोर िजल म तथा रायलसीमा क िच तर अनतपर और कड पा िजल म उसी िदन भारी स बहत भारी वषार हई सवारिधक वषार 38 समी काचीपरम िजल म स यभामा िव विव यालय वारा िरकॉडर की गई (13 िदस बर 2016 को भामास 0830 बज समा त 24 घट क दौरान कल भारी वषार ge7 समी िरकॉडर की गई चकरवात क कारण िजलावार वषार की मातरा समी म नीच दशारई गई ह (सबिधत िजल का नाम को ठक म िदया गया ह)

तिमलनाड

अ यिधक भारी वषार (ge समीिदन) स यभामा िव विव यालय (काचीपरम)-38 कटटक पम (काचीपरम)-34 काचीपरम (काचीपरम)-28 कलवाई (वलोर)-23 पनाम ली (ित व लर)-22 च बराबककम (ित व लर)- 21 मीना बककम-20

बहत भारी वषार (12-20 समीिदन) ीप बदर (काचीपरम)- 17 च बर बककम (ित व लर)- 16

यरकॉड (सलम)-15 आलगयम (व लोर)-15 ता बरम ( काचीपरम)-14 नग बककम-12 भारी वषार (7-12 समीिदन) व लोर-11 म लनाथर (व लोर)-9 ितर प तर-8 पदी (ित व लर) -9 महाबलीपरम (काचीपरम) उिथरम र (काचीपरम) ित प तर(व लोर) मदरतगम (काचीपरम) क णािगिर (क णािगिर) शलािगिर(क णािगिर) होसर (क णािगिर) वदावासी (ित व नमलाई) मरककनम (िव लपरम) विनय बिद (व लोर) गिडयतम (व लोर) तथा च यर (काचीपरम)-पर यक 7 तटीय आधर परदश

बहत भारी अ माकर ( न लोर)-13 िवजामर (न लोर) -12 भारी उदयािगिर (न लोर) -11 स लरपटा (न लोर) कदकर (परकाशम) - पर यक 9 कवली ( न लोर) न लोर (न लोर) विलगडला (परकाशम) ndash

पर यक 8 रापर ( न लोर) गडर (न लोर) वकटािगिर (न लोर)शार (न लोर) ndashपर यक 7 रायलसीमा बहत भारी ित मला (िच तर) - 15 प तर (िच तर) ndash 14 नगरी (िच तर) -12

भारी िच तर कोडर (गड पा) स यवद (िच तर) ndash पर यक 10 वकटािगिर कोटा ((िच तर) पालसमदरम

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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(िच तर)ndash पर यक 9 न बिलपिलकता (अनतपरम) तोटट बद (िच तर) ित पित हवाई अ डा (िच तर) अतलर (कड पा) राजाम त (कड पा) मदाप ल (िच तर) क पम (िच तर) पकला (िच तर) सा बप ल (कड पा) रोयाचोटी (कड पा)ndash पर यक 7

झझावात

12 िदस बर 2016 को 03-15 यटीसी क दौरान उ तर तिमलनाड और दिकषणी आधर परदश तट पर 100-130 िकमीपरित घटा की र तार स परचड हवाए चली भारत मौसम िवजञान िवभाग क नग बककम (च न) क डाई स परशर यब एनीमोगराफ वारा अिधकतम पवन गित 122 िकमीपरित घटा तथा इसरो ीहिरकोटा टॉवर क यतर वारा अिधकतम पवन गित 99 िकमीपरित घटा िरकॉडर की गई

तफान की लहर

12 िदस बर को भारतीय मानक समय 1200 पर पिलकट लक क िनकट 1 मीटर ऊचाई की तफानी लहर उठी उस समय खगोलीय वार 047 मीटर थी अतः कल वारीय तरग की ऊचाई 147 मीटर रही

कषित की िरपोटर िविभ न थान स िपरट और इलकटरॉिनक मीिडया तथा साथ साथ आम जनता न भी थल परवश बल कषतर का मआयना िकया तथा वा तिवकता यािन ज़मीनी स चाई क िचतर हम उपल ध कराए चिक थल परवश का परकोप घनी आबादी वाल म टरो शहर च न म पड़ा इसिलए उ तरी तिमलनाड तथा दिकषण आधर परदश पर लगभग 7-8 घट परचड वाय चली इसस अनक भवन को कषित पहची कई हज़ार वकष जड़ स उखड़ गए िबजली क ख भ िगर जान स दरसचार सवाए व त हो गई और खत म फसल को बहत अिधक नकसान पहचा

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िचतर 7- VSCS वदार क भ खलन स हए नकसान क कछ िचतर

कषतर सवकषण और िन कषर

एकतर िकए गए उपरोकत आकड़ सचनाओ क आधार पर एक आरि भक अनमान लगान क बाद हमार बिनयादी सवकषण दल न VSCS वदार क भ खलन क दौरान सवारिधक परभािवत कषतर का दौरा आर भ िकया यह भी तय िकया गया िक वा तिवकता जानन क िलए गर-परयोगा मक तथा एक िव तत सवकषण जनता क बीच जा कर िकया जाए तफान क बार म तथा इसक परभाव की सचनाए एकतर करन और वा तिवक स चाई जानन क िलए यापक सवकषण िकए गए सवकषण क दौरान यिकतय स अनक पर न पछ गए तथा उनस अनरोध िकया गया िक व िव तार स हवा की िदशा तथा

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अनमािनत गित घटना का समय शात होन का समय आिद क िवषय म बताए उनस यह भी अनरोध िकया गया िक यिद उनक पास कोई आकड़ ह तो व भी उपल ध कराए इस परकार परा त जानकारी तथा आकड़ को िनकटवतीर मौसम वधशाला या अशकािलक वधशाला या भारत मौसम िवजञान िवभाग और पराईवट वचािलत मौसम टशन क िरकॉडर म उपल ध आकड़ क साथ दोबारा जाच की गई तािक िकसी िन कषर पर पहचा जा सक चिक यह िस टम च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा था इसिलए कषतर सवकषण दल न उ तर िदशा की ओर पवर तट क मागर स अपना दौरा आर भ िकया दल क पास जीपीएस िपर मिटक क पास िडिजटल कमरा और कछ अ य इलकटरॉिनक उपकरण जस वॉइस िरकॉडरर आिद थ दौरा िकए गए िविवध कषतर तथा एकतर की गई सचनाओ को नीच दशारया गया ह

कासीम द िफिशग हाबरर ( अकषाश 131 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) कासीम द क मछआर न सिचत िकया िक जब िस टम क िपछल भाग न तट को पार िकया तब दिकषणी दिकषण-पवीर हवाओ क चलन क कारण उनका बहत अिधक नकसान हआ ह जबिक अगल भाग क तट को पार करत समय उ तरी उ तर-पवीर हवाओ क कारण कम नकसान हआ ह उ ह न यह भी बताया िक समदर तल स 15 स 20 मीटर ऊपर तक की तफानी लहर स उनक कषतर म 500 स 1000 नौकाओ को कषित पहची ह या व डब गई ह उ ह न यह भी कहा िक उ ह न लगभग 2 घट बाद शात हवा और ह की वषार का अनभव िकया ित वो िटरवर क पम ( अकषाश 1317 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) यहा भी मछआर न बताया िक हवा क पलटन स नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ ह और बहत सी नौकाए डब गई ह उ ह न तफानी लहर का भी अनभव िकया मछआर न कहा िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग क समय रहत चतावनी िमल गई थी और उ ह पहल स सावधानी बरतन म सहायता िमली

ित वो िटरवर तालक कायारलय सवकषण दल न ित वो िटरवर क तहसीलदार स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा और उ ह न बताया िक वहा कोई जनहािन नही हई थी और वहा क िनवािसय वारा पवन गित 90 स 100 िकमी परित घटा महसस की गई उ ह न बताया िक तटीय कषतर म समदर का जल- तर 08

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स 10 फीट तक ऊचा उठा था

तलनक पम (अकषाश 132 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) ऊची लहर क कारण समदर तट लगभग 20 मीटर तक न ट हआ िनवािसय न कहा िक उ ह न घट तक तज़ धल भरी हवाओ को महसस िकया रा य सरकार क कमरचािरय न भारत मौसम िवजञान िवभाग की समय रहत िमल गई चतावनी क अनसार पहल स थानीय िनवािसय को वहा स िनकाल कर सरिकषत थान पर पहचा िदया था

ए नोर पोटर ( अकषाश 1321 िड उ तर दशातर 8032 िड पवर) ए नोर पोटर क अदर अनक वकष जड़ स उखड़ गए और अनक घर की छत उड़ गई िसगनल टशन की िखड़िकय क प ल परी तरह टट गए और छत क पख क लड मड़ गए िस टम क वहा स गज़रत समय उ तर-पि चम स पवीर हवा चल रही थी

पलीकट लक ( अकषाश 1356 िड उ तर दशातर 8021 िड पवर) सवकषण दल न पलीकट क मछआर स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा उ ह न बताया िक उस समय समदर का जल तर तथा निदय का जल तर एक स दो मीटर तक बढ़ गया िजसक कारण वहा क 15 गाव क सभी िरहायशी इलाक म परी तरह पानी भर गया और नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ कय िक निदय की तज़ धाराओ म अनक नौकाए बह गई और नदी क पल स टकरा कर टट गई और अनक नौकाए बह गई पड़ की अनक शाखाए टट कर दो यिकतय पर िगर गई लाइट हाउस म इमली का एक बड़ा वकष पवर-पि चम िदशा म जड़ स उखड़ कर िगरा और ताड़ क अनक पड़ टट कर पवर-पि चम िदशा म िगर गए लाइट हाउस क ऑिफस इचाजर न बताया िक उ ह न अपन जीवन काल म इतनी तज़ हवा कभी महसस नही की थी उ ह न यह भी बताया िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग का पवारनमान तथा चतावनी समय रहत िमल गई थी मरककणम ( अकषाश 1218 िड उ तर दशातर 7993 िड पवर) इस कषतर म तफान का अिधक परभाव नही पड़ावहा क िनवािसय न बताया िक पि चम िदशा स 50 िकमीपरित घटा की गित स हवाए चली सवकषण दल को इस कषतर म कोई बड़ा नकसान दखन को नही िमला

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साधरगपिटटनम ( अकषाश 125 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर क मछआर न सिचत िकया िक उ ह न दिकषण- पि चमी िदशा स 80-90 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की उ ह न बताया िक कछ नौकाओ को नकसान हआ ह इस कषतर म कछ वकष कषितगर त हए ह मछआर क इस गाव म टाइल और चादर वाल कछ घर कषितगर त हए ह

महाबलीपरम (अकषाश 126 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर म िनवािसय न सिचत िकया िक उ ह न पि चमी िदशा स 90-100 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष और िबजली क ख भ उखड़ गए िव यत आपितर बािधत होन क कारण लगभग सभी पयरटक न तट स चकरवात गजर जान क बाद उस कषतर को खाली कर िदया

कोवलॉ ग (अकषाश 127 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) इस कषतर म मछआर न बताया िक उ ह न पि चमी िदशा स 100-110 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष िबजली क ख भ और टरासफॉमरसर उखड़ गए वहा 4-5 िदन तक िव यत आपितर बािधत रही इस कषतर म ऊपर बताई गई गित स तज हवाए महसस की गई और यह कषतर वाल कलाउड रीजन का दिकषणी भाग परतीत होता ह

वीजीपी थीम पाकर ( ईसीआर) (अकषाश 129 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) वीजीपी थीम पाकर क अदर भामास लगभग 1500 बज दिकषण-पि चमी िदशा स आन वाली तज़ हवाओ क कारण बहत स बड़ वकष उखड़ गए थीम पाकर की परोफलर इ पोटड म टल शी स की छत तज़ हवाओ क कारण दर उड़ गई िजसस पाकर को आम जनता क िलए एक स ताह क िलए बद करना पड़ा

ज़मीनी सवकषण क िन कषर च न िस टम च न क समीप स गजरा तथा भारत मौसम िवजञान िवभाग क सतह परकषण क अनसार पहल यह दिकषण-पि चमी िदशा म च न (नगमबककम की ओर तथा िफर च न (मीना बककम) की ओर

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बढ़ा डॉ लर वदर रडार क परकषण क अनसार भामास 1530 बज यह च न (ता बरम) पर किदरत था िजसक फल व प च न म तज़ हवाओ क कारण भारी कषित पहची हज़ार बड़-छोट वकष उखड़ गए अनक घर की छत उड़ गई और अनक थान पर वकष क िगरन स क पाउड वाल िगर गई बड़ी सखया म सड़क और बस टड आिद कषितगर त हए वदालर ज़लॉिजकल पाकर तथा िगडी नशनल पाकर च न म अनक वकष उखड़ गए क पाउड वाल िगर गई िजसक कारण पाकर को जनता क िलए बद करना पड़ा कासीम द िफिशग हाबरर ित वो िटरवरक पम तथा तलक पम िफिशग हमलट जस कषतर म अनक नौकाओ क कषितगर त होन टटन तथा डबन की सचना िमली तज़ हवाओ क कारण अनक उपनगरीय MRTS रलव टशन पटरोल प प की छत उड़ गई िबजली क अनक ख भ तथा टरासफॉरमर भी उखड़ गए िजसस च न शहर को 2-3 िदन अधर म रहना पड़ा चिक िस टम क दिकषण पि चम भाग म तज़ वषार हई परान महाबलीपरम मागर काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण पि चम च न क अनक भाग म बहत भारी स भीषण वषार हई िजसस 13 िदस बर2016 को बाढ़ की ि थित आई ओ एम आर मागर पर स यभामा यिनविसरटी क पिरसर म जब सवकषण दल न 16122016 को दौरा िकया उस समय भी 2 स 3 फीट तक पानी भरा हआ था 12 िदस बर को भामास 0930 बज स भामास 1620 बज तक च न हवाई अ ड क सभी िवमान क मागर बदल गए इसक अितिरकत 13 िदस बर को भामास 1620 बज स भामास 0545 बज तक हवाई अ डा परी तरह बद रखा गया कछ मखय रलगािड़या तथा सभी उपनगरीय रलगािड़या 2 िदन क िलए र की गई थी

ित व लर चिक वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवाए पलीकट लक ित व लर िजल स होकर गजरी और चिक वहा अिधकतम तफानी लहर थी वहा बड़ी सखया म नौकाओ को कषित पहची और बहत स नौकाए डब भी गई रा य सरकार िडज़ा टर मनजमट टीम वारा सभी मछआर को सरिकषत थान पर ल जाया गया िस टम क गजरन क दौरान मछआर क लगभग सभी गाव (30 गाव) तफानी लहर और निदय का जल तर बढ़ जान क कारण डब गए थ मछआर न सिचत िकया िक पड़ की टहिनया िगरन स 2 यिकत घायल हो गए वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवा स भवत ित व लर िजल क अिधकाश भाग स होकर गजरी तज़ हवाओ क कारण अिधकाश नकसान हए

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पिलकट स ित व लर तक क पर मागर पर िबजली क लगभग सभी ख भ और टरासफॉमरर या तो कषितगर त हए या उखड़ गए अनक बड़ और परान वकष उखड़ गए िजसस अनक थान की दीवार िगर गई अनक घर की टाइल या शीट स बनी छत उड़ गई इस कारण हई वषार क कारण लगभग 50 स अिधक जल-जत मत पाए गए

काचीपरम चिक िस टम पवर- उ तर- पवर िदशा स पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर गया तथा च न (नगमबककम ) च न (मीना बककम) और ता बरम क िनकट स होकर गजरा काचीपरम िजल क अनक भाग पर मखयतः उ तर पि चमी िदशा स पि चमी िदशा की ओर स तज़ हवाए चली इसकी पि ट इस बात स भी होती ह िक जी एस टी मागर पर ता बरम स चगलपटट तक क लगभग सभी वकष पि चम-पवर िदशा म िगर और सड़क का पवीर भाग बद कर िदया िस टम क दिकषण पि चम भाग म भी भारी वषार हई िजसस इस िजल म काफी कषित पहची लगभग सभी िबजली क ख भ और टरासफॉमरर उखड़ गए और िजल क दिकषणी भाग म अनक बड़ वकष िगर गए िजल क लगभग सभी भाग म एक स ताह तक िव यत आपितर बािधत हो गई िजल म कछ थान पर बहत भारी स लकर अ यिधक भारी वषार अिकत की गई िजल म (इस लक िजल क नाम स भी जाना जाता ह) अिधकाश जल-जत मत पाए गए और कही कही उनस िकनार तक भर गए 12 िदस बर को नदीवरम- गडवचरी (चगलपटट तालक) म अ यिधक भारी वषार क कारण एक बड़ी झील टटन वाली ि थित म आ गई और लोक िनमारण िवभाग क कािमरक न उस झील की सरकषा क िलए अनक परयास िकए सामा य प स उ तरी च न ित व लर काचीपरम िजल क उ तरी भाग और व लोर और ित व नमलाई क िनकटवतीर िजल म अिधकाश नकसान हवा क कारण हए काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण च न म हए नकसान वषार और हवा दोनो कारण स थ इसक साथ ही व लोर ित व नमलाई और िव लपरम िजल म तज़ हवाओ और भारी वषार क कारण नकसान हए सवकषण क दौरान िलए गए फोटोगराफ तथा मीिडया वारा उपल ध कराए गए फोटोगराफ पिरिश ट-1 (अ तथा ब) म िदखाए गए ह तिमलनाड रा य सरकार क कािमरक वारा किष की फसल को हए नकसान की िरपोटर भी स पी गई ह सरकारी कािमरक वारा चकरवात क कारण फसल को हए नकसान की िरपोटर (पिरिश ट 2) क अनसार ित व लर काचीपरम व लोर तथा ित व नमलाई िजल

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म फसल को भीषण कषित पहची ह इन चार िजल म धान मगफली उड़द मग और नािरयल को कषित पहची जो लगभग 33 फसल कषित ह किष उ पाद की अनमािनत कषित लगभग 35571 करोड़ पए ह

सार और िन कषर सवकषण दल न कासीमद और ित वो िटरवरक पम क मछआर स पि ट की िक उ ह न हवा क पलटाव और शात हवा ( भामास 1530-1800 बज) महसस की िजसस पता चलता ह िक िस टम का कदर स भवतः इन कषतर स होकर गजरा अतः यह अनमान लगाया जाता ह िक िस टम भामास 1500-1700 बज क दौरान कािसमद बदरगाह क तट (अकषाश दशातर 131 िड उ तर802 िड प) स होकर गजरा होगा ( िचतर 8)

िचतर 8- कषतर सवकषण क आधार पर भ खलन का थान

भ खलन क बाद वदार पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर बढ़त हए च न क दिकषण (नग बककम) और ता बरम क उ तर स गजरा

ित व लर िजल च न क उ तरी भाग और काचीपरम िजल क उ तरी भाग म हवा क कारण अिधक कषित हई

वषार क कारण हए नकसान काचीपरम िजल और दिकषण च न म अिधक थ पिलकट लक कषतर म तफानी लहर तथा निदय म जल तर बढ़न क कारण 30 गाव जल-

मगन हो गए

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आम जनता और मछआर न ACWC िनदशक परादिशक मौसम कदर च न वारा इलकटरॉिनक मीिडया और भारत मौसम िवजञान िवभाग क दल वारा समय पर जारी िकए गए पवारनमान और चताविनय की परशसा की

स तितया मौसम वजञािनक ि ट स सभी सिवधाजनक थान तटीय तथा आतिरक दोन पर अिधक

दाब पवन िदशा पवन गित तथा वषार क ससरयकत वचािलत मौसम टशन थािपत िकए जाए

यिद यह स भव न हो तो थानीय िनकाय क कमरचािरय और साईकलोन श टर ( local body officials cyclone shelters) म PAB amp DIWE यतर िवतिरत िकए जान पर िवचार िकया जाए उ ह खराब मौसम क दौरान वि छक परकषण उपल ध करान क िलए कहा जा सकता ह

वचािलत मौसम टशन स दाब तथा पवन क आकड़ क िनरतर एकतर करन क िलए कोई उपयकत परणाली होनी चािहए य आकड़ िस टम क भ खलन का पता लगान मअ यत उपयोगी ह ग

सभी तटीय वधशालाओ म HWSR DPTA क नवीनतम स करण उपल ध कराए जाए मखय ACWC तथा रा य सम वय अिधकािरय क म य चतावनी सदश क परभावी सचरण क

िलए सटलाइट पर आधािरत फोन सचार सिवधाए उपल ध कराई जाए कय िक खराब मौसम म िव यत आपितर बािधत होन और सचार यव था व त होन की स भावना होती ह

साभार - हम परादिशक मौसम कदर च न क उपमहािनदशक महोदय को हम यह मह वपणर कायर स पन क िलए तथा िनदशक ACWC क बहम य मागरदशरन क िलए आभार यकत करत ह साथ ही रा य सरकार क सभी कािमरक क भी आभारी ह िज ह न आव यक सचनाए और आकड़ उपल ध कराए बहम य आकड़ तथा सचनाओ को उपल ध करान क िलए IGCAR कलपककम SHAR भारतीय वायसना ता बरम िवभागीय तथा अशकािलए वधशालाओ का भी आभार यकत करत ह

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जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अिभयान अजय ठकराल वजञािनक सहायक

परादिशक मौसम कदर ndash गवाहाटी जसा िक सवरिविदत ह िक हम पिरवतरन क दौर स गजर रह ह िजस तजी स पिरवतरन वतरमान समय म हो रहा ह इतना िपछल दस दशक म नही हआ होगा िशकषा सधार िडिजटलीकरण क पिरणाम व प वतरमान म औसतन आम आदमी सरकार क दािय व स पिरिचत ह अगर सयकत रा टर िवकास िनिध (UNDP) क आकड़ की मान तो भारत सन 2030 म िव व की सवारिधक जनसखया वाला दश बन जाएगा पराकितक ससाधन क िनरतर शोषण स भारत जलवाय पिरवतरन की चपट म आ चका ह

जलवाय पिरवतरन पर िव व मौसम िवजञान सगठन (WMO) का वकत य

िव व मौसम िवजञान सगठन क तहत वि वक तापमान म 11 िडगरी सि सयस की विदध दजर की गई ह

2016 अल नीनो क कारण सबस उ ण माना गया ह उसक बाद 2017 और तीसर नबर पर 2015

WMO क महासिचव ी पटरी तालस क मतािबक िपछल 3 साल म तापमान िरकॉडर क सदभर म सबस गमर रह ह

कछ असाधारण मौसम की िकरयाए सामन आई ह िजनम स परमख ह

एिशया क कछ थान म तापमान 50 िडगरी तक पहच गया ह तफान (Hurricane) बारबारता ती ता करीिबयन और आयरलड म असाधारण िकरयाए सामन

आई ह मॉनसन स कई कषतर म बाढ़ आई ह पवीर अफरीका म सखा पड़ा ह

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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अतर-सरकारी समदर िवजञान आयोग (Oceanographic Commission of UNESCO) क मतािबक वायमडल का करीब 30 मानवजिनत C02 उ सजरन सागर अवशोिषत कर लता ह िजसस िक वहा का पािरि थितक ततर जीव जत बरी तरह परभािवत होत ह गरीनपीस न एक बयान म कहा िक चीन वारा वाय परदषण को िनयितरत करन क िलए साल-दर- साल अपनाए गए उपाय की वजह स वहा की वाय म सधार हआ ह जबिक भारत का परदषण तर िपछल दशक म धीर-धीर बढ़कर अिधकतम तर पर पहच गया ह

िव व वा य सगठन क अनसार दिनया क 20 सबस परदिषत शहर म स 13 शहर भारत म ह सन 2100 म यएसए म समदरी तल 1 स 4 फीट तक बढ़ जाएगा िव वसनीय आकड़ा सन 1980 स लना श हआ था और यह पाया गया ह िक समदरी तल अब तक 8 इच बढ़ चका ह अगल दशक म तफान वालामखी वार भाटा समदरतल बढ़न क साथ-साथ कई कषतर म बाढ़ आ जाएगी जलवाय पिरवतरन पर अतर-सरकारी पनल (IPCC) िजसम USA व अ य दश क करीब 1300 वजञािनक ह उ ह न पवरनमान लगाया ह िक अगली शता दी तक िव व का तापमान 25 स 10 िडगरी फारनहाइट तक बढ़ जाएगा सकषप म अतर-सरकारी पनल न कहा ह िक पिकषय क आधार पर जलवाय पिरवतरन का कल कषित समय क साथ बहत अिधक रहन की सभावना ह

लसट आयोग परदषण और वा य पर बन लसट आयोग क मतािबक भारत म परदषण स सन 2015 म

25 लाख लोग की म य हो चकी ह पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह और यह ए स मलिरया तपिदक स होन वाली म य का 3 गना ह

चीन दसर नबर पर ह यहा पर परदषण स होन वाली म य का आकड़ा 18 लाख क पार जा चका ह िवकासशील दश म हर छह म स एक म य परदषण क कारण होती ह

िवकासशील दश म भमडलीकरण औ योगीकरण क कारण पयारवरण क सरकषण की नीितय का कायार वयन बहत ही िशिथल ह

पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह

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तलना मक अ ययन

आपदा तरासदी यदध कल मार गए लोग की सखया

िवतीय िव वयदध 1939-45 (कवल भारत क) कल 16 लाख

भारत पािक तान 1965 यदध लगभग 3000

कारिगल यदध 527

भारत म परदषण स होन वाली मौत (2015) 25 लाख

उकत आकड़ का अ ययन कर तो यह पाएग िक यदध की तलना म परदषण स होन वाली मौत का आकड़ा कही अिधक ह बहत सारी बीमािरया कसर फफड़ म नकसान डायिबटीज यह भी परदषण स ही जड़ी ह हम इस यदध तर पर ख म करन की आव यकता ह एक जाग कता अिभयान की भी तरत आव यकता ह परदषण स वा य पर सीधा परभाव bull दय सबधी बीमािरया -अ यिधक परदषण म रहन स दय सबधी बढ़ जात ह एव दय की बीमािरय की सभावना बढ़ जाती ह bull आख- जो लोग यादा परदषण मरहत ह उनकी आख अकसर परभािवत होती ह उ ह अकसर दवा की आव यकता पड़ती ह bull फफड़ का कसर- अ यिधक परदषण क लगातार रहन स फफड़ का कसर एव वसन सकरमण की सभावना होती ह bull वचा पर बरा परभाव- ि कन एलजीर एिकजमा बढ़ जाता ह bull मानिसक तनाव- जो लोग अ यिधक परदषण म रहत ह उनका मानिसक तनाव बढ़ जाता ह भारत म पयारवरण सरकषण स सबिधत वधािनक ढाचा (Legal framework) भारतीय सिवधान क अन छद 21 क अनसार जीवन जीन का अिधकार यह मौिलक अिधकार ह भारत िव व का पहला दश ह िजसन सिवधान म सशोधन क जिरए पयारवरण सरकषण को मह व िदया ह 42व सशोधन 1976 क जिरए रा य क नीित िनदशक त व म पयारवरण मामल जोड़ गए 42व सशोधन क तहत रा य सरकार का यह दािय व ह िक पयारवरण क सरकषण क िलए आव यक कदम उठाए

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भारतीय सिवधान क अन छद 48ए क तहत पयारवरण सरकषण का पराथिमक दािय व रा य सरकार का ह bull जल (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1974 bull व यजीव (सरकषण) अिधिनयम सशोिधत 2002 bull वन (सरकषण) अिधिनयम 1980 bull वाय (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1981 एव सशोिधत 1987

कदरीय परदषण िनयतरण बोडर (CPCB) रा टरीय पिरवश वाय गणव ता मानक (National Ambient air quality standard) न परदषक तय िकए ह पयारवरण (सरकषण) अिधिनयम 1986 [Environment protection Act 1986] इस अिधिनयम क तहत कदर सरकार अिधकत ह I उ सजरन (Emmission) का मानक तय करन क िलए उ योग की जगह िचि नत करन क िलए खतरनाक कचरा परबधन क मानक तय करन क िलए

जन वा य बचाव क िलए पर यकष एव परोकष प स िन न अिधिनयम ह-

पर यकष प स (i) खतरनाक अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम सशोिधत 2000 (Hazardous Waste) (ii) जव िचिक सा अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम 1998 (Biomedical waste) (iii) नगर अपिश ट (परबधन और हडिलग िनयम) 2000 (Municipal waste)

परोकष प स (i) कारखान अिधिनयम सशोिधत 1987 (Factories Act) (ii) लोक दािय व बीमा अिधिनयम 1991 (Public Liability insurance Act)

सवधािनक त य माननीय उ चतम यायालय क ऐितहािसक फसल िवसट परीकलारङगरा लागरा बनाम भारत

सघ म जन वा य का सधार एव रखरखाव करन का िनणरय िलया गया था यह भारतीय

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सिवधान क अन छद 21 म िनिहत ह भारत क याणकारी रा य ह और यह सरकार का पराथिमक कतर य ह िक वह परदषण स पीिड़त

यिकतय को म त िचिक सा महया करवाए Doctrine of Parens Patriae का िसदधात कई बार यायालय म िलया गया ह िजसम रा य

सरकार को िनदश िदया गया ह िक आपदा स पीिड़त यिकतय को तरत राहत पहचाए भारत म पयारवरण परदषण साफ-सफाई क िव दध िशकायत का परभावी ढग स िनपटार क िलए

सरकार न सन 2010 म रा टरीय हिरत अिधकरण (NGT) का गठन िकया ह I अिधिनयम 2010 क तहत पयारवरण बचाव और वन सरकषण और अ य पराकितक ससाधन सिहत पयारवरण स सबिधत िकसी भी काननी अिधकार क परवतरन और परभािवत यिकत अथवा सपि त क िलए कषितपित र परदान करना और इसस जड हए मामल का परभावशाली और ती गित स िनपटारा करन क िलए िकया गया ह

यह एक िवि ट िनकाय ह जो िक पयारवरण िववाद बह-अनशासिनक मामल सिहत सिवजञता स सचािलत करन क िलए सभी आव यक ततर स ससि जत ह

कड़ा परबधन यह सम या न कवल शहर म ह बि क गाव म भी तजी स बढ़ रही ह कड़ का पयार त परबधन न होन क कारण शहर म यह परदषण का एक मह वपणर कारक बन चका ह कड़ा जब यादा पराना हो जाता ह तो मीथन गस उ प न होती ह जो तरत आग पकड़ लती ह मबई क दवनार कड़ा घर म अकसर आग लग जाती ह िजसका यही कारण ह िक वहा मीथन गस उ प न होती ह कड़ क ोत पर उपयोग क बहत स परयास िकए गए ह परत इसका कायार वयन नही हो पाया

ह िमथन काबरन डाइऑकसाइड की तलना म वातावरण म गमीर को फसान म 20 गना यादा

परभावी गरीनहाउस गस ह लडिफल साइट स मीथन का उ सजरन सभािवत प स गलोबल वािमरग को बढ़ा सकता ह

परदषण को कम करन क बहत स उपाय ह िजनम स परमख ह कड़ को पनः उपयोग करना जिवक कड़ा पणरतया उपयोग िकया जा सकता ह और अजिवक कड़ा का उिचत परबध िकया जा सकता ह आपको जानकर आ चयर होगा िक वीडन िव व का एकमातर ऐसा दश ह जहा घरल

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अपिश ट का शत परितशत कड़ का पनः उपयोग िकया जाता ह और इसकी िगनती सबस साफ शहर म होती ह सन 2015 म ऊजार सयतर क िलए अपिश ट िवदश स आयात िकया गया था म किवता क मा यम स एक सदश दना चाहता ह िक -

वाय को व छ रख परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरारhelliphellip

शहर गाव क ब को परदषण मकत करना ह हर ब च िकशोर यवा बजगर को व थ रखना ह

व छ रखना ह कायर थल

सावरजिनक थल एव घर कारखाना उ योग का उ सजरन रखना ह उिचत सीमा क भीतर

जिवक अजिवक कड़ को पथक करना होगा जिवक कड़ का कपो ट बनाकर पनः उपयोग करना होगा

अजिवक कड़ का उिचत परबध करना होगा

परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरार

आइए परितजञा कर भारत को 2022 तक परदषण मकत बनाए ------------

आपदाए ससार क िलए एक अलामर घड़ी क समान होती ह िजस ई वर चलात ह और बोलत ह िक अब भी वक त ह जाग जाओ

िकरस जमी अमरीकी किव और दाशरिनक

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बारात की वापसी हिरशकर परसाई

हिरशकर परसाई िहदी क परिसदध लखक और यगयकार थ य िहदी क पहल रचनाकार थ िज ह न यगय को िवधा का दजार िदलाया और उस समाज क यापक पर न स जोड़ा उनकी यगय रचनाए हमार मन म गदगदी ही पदा नही करती बि क हम उन सामािजक वा तिवकताओ क आमन-सामन खड़ा करती ह िजनस िकसी भी यिकत का अलग रह पाना लगभग असभव ह लगातार खोखली होती जा रही हमारी सामािजक और राजनीितक यव था म िपसत म यमवगीरय मन की स चाइय को हिरशकर परसाई न बहत ही िनकटता स पकड़ा ह सामािजक पाखड और िढ़वादी जीवनndashम य की िख ली उड़ात हए उ ह न सदव िववक और िवजञान स मत ि ट को सकारा मक प म पर तत िकया ह पर तत ह उनकी यगय रचना lsquo बारात की वापसीrsquorsquo और एक लघ कथा lsquo सधार lsquo

बारात म जाना कई कारण स टालता ह मगल काय म हम जसी चढ़ी उमर क कवार का जाना अपशकन ह महश बाब का कहना ह हम मगल काय स िवधवाओ की तरह ही दर रहना चािहए िकसी का अमगल अपन कारण कय हो उ ह पछतावा ह िक तीन साल पहल िजनकी शादी म वह गए थ उनकी तलाक की ि थित पदा हो गई ह उनका यह शोध ह िक महाभारत का यदध न होता अगर भी म की शादी हो गई होती और अगर क णम नन की शादी हो गई होती तो चीन हमला न

सािहि यक बहार

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करता सार यदध परौढ़ कवार क अह की ति ट क िलए होत ह 1948 म तलगाना म िकसान का सश तर िवदरोह दश क विर ठ कवार िवनोबा भाव क अह की ति ट क िलए हआ था उनका अह भदान क प म त ट हआ अपन पतर की सफल बारात स परस न मायराम क मन म उस िदन नागपर म बड़ा मौिलक िवचार जागा था कहन लग बस अब तम लोग की बारात म जान की इ छा ह हम लोग न कहा ndash अब िकशोर जसी बारात तो होगी नही अब तो ऐसी बारात ऐसी होगी- िकसी को भगा कर लान क कारण हथकड़ी पहन हम ह ग और पीछ चलोग तम जमानत दन वाल ऐसी बारात होगी चाहो तो ब ड भी बजवा सकत हो िववाह का य बड़ा दा ण होता ह िवदा क वकत औरत क साथ िमल कर रोन को जी करता ह लड़की क िबछड़न क कारण नही उसक बाप की हालत दखकर लगता ह इस दश की आधी ताकत लड़िकय की शादी करन म जा रही ह पाव ताकत िछपान म जा रही ह - शराब पीकर िछपान म परम करक िछपान म घस लकर िछपान म बची पाव ताकत स दश का िनमारण हो रहा ह - तो िजतना हो रहा ह बहत हो रहा ह आिखर एक चौथाई ताकत स िकतना होगा यह बात मन उस िदन एक िव विव यालय क छातरसघ क वािषरको सव म कही थी कहा था ldquoतम लोग कराितकारी त ण-त िणया बनत हो तम इस दश की आधी ताकत को बचा सकत हो ऐसा करो िजतनी लड़िकया िव विव यालय म ह उनस िववाह कर डालो अपन बाप को मत बताना वह दहज मागन लगगा इसक बाद िजतन लड़क बच व एक-दसर की बहन स शादी कर ल ऐसा बिनयादी कराितकारी काम कर डालो और िफर िजस िसगड़ी को जमीन पर रखकर त हारी मा रोटी बनाती ह उस टिबल पर रख दो िजसस त हारी प नी सीधी खड़ी होकर रोटी बना सक बीस-बाईस साल म िसगड़ी ऊपर नही रखी जा सकी और न झाड म चार फट का डडा बाधा जा सका अब तक तम लोग न कया खाक कराित की हrdquo छातर थोड़ च क कछ ही-ही करत भी पाय गए मगर कछ नही एक त ण क साथ साल महनत करक मन उसक खयालात सवार थ वह शादी क मडप म बठा तो ससर स ब च की तरह मचलकर बोला ldquoबाबजी हम तो व पा लग व पा क िबना कौर नही उठायगrdquo लड़की क बाप का चहरा फक जी हआ जता उतार कर पाच इस लड़क को मा और प चीस खद अपन को सम या य सलझी िक लड़की क बाप न साल भर म व पा दन का वादा

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िकया नग क िलए बाजार स व पा का िखलौना मगाकर थाली म रखा िफर सबा पया रखा और दामाद को भट िकया सवा पया तो मरत वकत गोदान क िनिम त िदया जाता ह न हा मर उस त ण दो त की परगितशीलता का गोदान हो रहा था बारात यातरा स म बहत घबराता ह खासकर लौटत वकत जब बाराती बकार बोझ हो जाता ह अगर जी भर दहज न िमल तो वर का बाप बराितय को द मन समझता ह म सावधानी बरतता ह िक बारात की िवदा क पहल ही कछ बहाना करक िकराया लकर लौट पड़ता ह एक बारात की वापसी मझ याद ह हम पाच िमतर न तय िकया िक शाम 4 बज की बस स वापस चल प ना स इसी क पनी की बस सतना क िलए घ ट-भर बाद िमलती ह जो जबलपर की टरन िमला दती ह सबह घर पहच जायग हमम स दो को सबह काम पर हािज़र होना था इसिलए वापसी का यही रा ता अपनाना ज़ री था लोग न सलाह दी िक समझदार आदमी इस शाम वाली बस स सफ़र नही करत कया रा त म डाक िमलत ह नही बस डािकन ह बस को दखा तो दधा उभर पड़ी खब वयोवदध थी सिदय क अनभव क िनशान िलए हए थी लोग इसिलए सफ़र नही करना चाहत िक वदधाव था म इस क ट होगा यह बस पजा क योगय थी उस पर सवार कस हआ जा सकता ह बस-क पनी क एक िह सदार भी उसी बस स जा रह थ हमन उनस पछा-यह बस चलती ह वह बोल-चलती कय नही ह जी अभी चलगी हमन कहा-वही तो हम दखना चाहत ह अपन-आप चलती ह यह उ ह न कहा-हा जी और कस चलगी गज़ब हो गया ऐसी बस अपन-आप चलती ह हम आगा-पीछा करन लग पर डाकटर िमतर न कहा-डरो मत चलो बस अनभवी ह नई-नवली बस स यादा िवशवनीय ह हम बट की तरह यार स गोद म लकर चलगी हम बठ गए जो छोड़न आए थ व इस तरह दख रह थ जस अितम िवदा द रह ह उनकी आख कह रही थी - आना-जाना तो लगा ही रहता ह आया ह सो जाएगा - राजा रक फ़कीर आदमी को कच करन क िलए एक िनिम त चािहए इजन सचमच टाटर हो गया ऐसा लगा जस सारी बस ही इजन ह और हम इजन क भीतर बठ ह काच बहत कम बच थ जो बच थ उनस हम बचना था हम फौरन िखड़की स दर सरक गए इजन चल रहा था हम लग रहा था हमारी सीट क नीच इजन ह

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बस सचमच चल पड़ी और हम लगा िक गाधीजी क असहयोग और सिवनय अवजञा आदलन क वकत अव य जवान रही होगी उस टरिनग िमल चकी थी हर िह सा दसर स असहयोग कर रहा था परी बस सिवनय अवजञा आदोलन क दौर स गज़र रही थी सीट का बॉडी स असहयोग चल रहा था कभी लगता सीट बॉडी को छोड़ कर आग िनकल गई कभी लगता िक सीट को छोड़ कर बॉडी आग भाग जा रही ह आठ-दस मील चलन पर सार भद-भाव िमट गए यह समझ म नही आता था िक सीट पर हम बठ ह या सीट हम पर बठी ह एकाएक बस क गई मालम हआ िक पटरोल की टकी म छद हो गया ह डराइवर न बा टी म पटरोल िनकाल कर उस बगल म रखा और नली डालकर इजन म भजन लगा अब म उ मीद कर रहा था िक थोड़ी दर बाद बस क पनी क िह सदार इजन को िनकालकर गोद म रख लग और उस नली स पटरोल िपलाएग जस मा ब च क मह म दध की शीशी लगाती ह बस की र तार अब प दरह-बीस मील हो गई थी मझ उसक िकसी िह स पर भरोसा नही था बरक फल हो सकता ह टीयरीग टट सकता ह परकित क य बहत लभावन थ दोन तरफ हर-हर पड़ थ िजन पर पछी बठ थ म हर पड़ को अपना द मन समझ रहा था जो भी पड़ आता डर लगता िक इसस बस टकराएगी वह िनकल जाता तो दसर पड़ का इ तज़ार करता झील िदखती तो सोचता िक इसम बस गोता लगा जाएगी एकाएक िफर बस की डराइवर न तरह-तरह की तरकीब की पर वह चली नही सिवनय अवजञा आ दोलन श हो गया था क पनी क िह सदार कह रह थ - बस तो फ टर कलास ह जी य तो इ तफाक की बात ह कषीण चादनी म वकष की छाया क नीच वह बस बड़ी दयनीय लग रही थी लगता जस कोई वदधा थककर बठ गई हो हम गलािन हो रही थी िक इस बचारी पर लदकर हम चल आ रह ह अगर इसका पराणात हो गया तो इस िबयाबान म हम इसकी अ य टी करनी पड़गी िह सदार साहब न इजन खोला और कछ सधारा बस आग चली उसकी चाल और कम हो गई थी धीर-धीर वदधा की आख की योित जान लगी चादनी म रा ता टटोल कर वह रग रही थी आग या पीछ स कोई गाड़ी आती िदखती तो वह एकदम िकनार खड़ी हो जाती और कहती - िनकल जाओ बटी अपनी तो वह उमर ही नही रही एक पिलया क उपर पहच ही थ िक एक टायर िफ स करक बठ गया बस बहत ज़ोर स िहलकर थम गई अगर पीड म होती तो उछल कर नाल म िगर जाती मन उस क पनी क िह सदार की तरफ दधा भाव स दखा वह टायर क हाल जानत ह िफर भी जान हथली पर ल कर इसी बस स सफर

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करत ह उ सगर की ऐसी भावना दलरभ ह सोचा इस आदमी क साहस और बिलदान-भावना का सही उपयोग नही हो रहा ह इस तो िकसी कराितकारी आदोलन का नता होना चािहए अगर बस नाल म िगर पड़ती और हम सब मर जात तो दवता बाह पसार उसका इ तज़ार करत कहत - वह महान आदमी आ रहा ह िजसन एक टायर क िलए पराण द िदए मर गया पर टायर नही बदला दसरा िघसा टायर लगाकर बस िफर चली अब हमन वकत पर प ना पहचन की उ मीद छोड़ दी थी प ना कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी - प ना कया कही भी कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी लगता था िज़ दगी इसी बस म गज़ारनी ह और इसस सीध उस लोक की ओर परयाण कर जाना ह इस प वी पर उसकी कोई मिज़ल नही ह हमारी बताबी तनाव ख म हो गए हम बड़ इ मीनान स घर की तरह बठ गए िच ता जाती रही हसी मज़ाक चाल हो गया ठ ड बढ़ रही थी िखड़िकया खली ही थी डाकटर न कहा - गलती हो गई कछ पीन को ल आता तो ठीक रहता एक गाव पर बस की तो डाकटर फौरन उतरा डराइवर स बोला - जरा रोकना नािरयल ल आऊ आग मिढ़या पर फोड़ना ह डाकटर झोपिड़य क पीछ गया और दशी शराब की बोतल ल आया छागल म भर कर हम लोग न पीना श िकया इसक बाद िकसी क ट का अनभव नही हआप ना स पहल ही सार मसािफर उतर चक थ बस क पनी क िह सदार शहर क बाहर ही अपन घर पर उतर गए बस शहर म अपन िठकान पर की क पनी क दो मािलक रजाइय म दबक बठ थ रात का एक बजा था हम पाच उतर म सड़क क िकनार खड़ा रहा डाकटर भी मर पास खड़ा हो कर बोतल स अितम घट लन लगाबािक तीन िमतर बस-मािलक पर झपट उनकी गमर डाट हम सन रह थपर व िनराश लौट बस-मािलक न कह िदया थासतना की बस तो चार- पाच घ ट पहल जा चकी थी अब लौटती होगीअब तो बस सवर ही िमलगी आसपास दखा सारी दकान होटल ब द ठ ड कड़ाक की भख भी खब लग रही थी तभी डाकटर बस-मािलक क पास गया पाचक िमनट म उनक साथ लौटा तो बदला हआ था बड़ अदब स मझस कहन लगा सर नाराज़ मत होइए सरदार जी कछ इतजाम करग सरसर उ ह अफ़सोस ह िक आपको तक़लीफ़ हई अभी डाकटर बतक लफी स बात कर रहा था और अब मझ सर कह रहा ह बात कया ह कही ठरार यादा असर तो नही कर गया मन कहा यह तमन कया सर-सर लगा रखी ह

उसन वस ही झक कर कहा सर नाराज़ मत होइए सर कछ इतजाम हआ जाता ह

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मझ तब भी कछ समझ म नही आया डाकटर भी परशान था िक म कछ समझ कय नही रहा ह वह मझ अलग ल गया और समझाया मन इन लोग स कहा ह िक तम ससद सद य हो इधर जाच करन आए होम एक कलकर ह िजस साहब न एम पी को सतना पहचान क िलए भजा ह मन इनस कहा िक सरदारजी मझ गरीब की तो गदरन कटगी ही आपकी भी लवा-दई हो जाएगी वह पशल बस स सतना भजन का इतजाम कर दगा ज़रा थोड़ा एम पी पन तो िदखाओ उ ल की तरह कय पश आ रह हो म समझ गया िक मरी काली शरवानी काम आ गई ह यह काली शरवानी और य बड़ बाल मझ कोई प द दत ह नता भी िदखता ह शायर भी और अगर बाल सख -िबखर ह तो ज मन शहनाई वाल का भी धोखा हो जाता ह मन िम याचार का आ मबल बटोरा और लौटा तो ठीक ससद सद य की तरह आत ही सरदारजी स रोब स पछा सरदारजी आर टी ओ स कब तक इस बस को चलान का सौदा हो गया ह सरदारजी घबरा उठ डाकटर खश िक मन फ टर कलास रोल िकया ह रोबदार ससद सद य का एक वाकय काफ़ी ह यह सोच कर म दर खड़ होकर िसगरट पीन लगा सरदारजी न वही मर िलए कसीर डलवा दी वह डर हए थ और डरा हआ म भी था मरा डर यह था िक कही पछताछ होन लगी िक म कौन ससद सद य ह तो कया कहगा याद आया िक अपन िमतर महशद त िम का नाम धारण कर लगा गाधीवादी होन क नात वह थोड़ा झठ बोलकर मझ बचा ही लग मरा आ मिव वास बहत बढ़ गया झठ यिद जम जाए तो स य स यादा अभय दता ह म वही बठ-बठ डाकटर स चीखकर बोला बाब यहा कया कयामत तक बठ रहना पड़गा इधर कही फोन हो तो जरा कलकटर को इि तला कर दो वह ग़ाड़ी का इतजाम कर दग डाकटर वही स बोला सर बस एक िमनट ज ट ए िमनट सर थोड़ी दर बाद सरदारजी न एक नयी बस िनकलवायी मझ सादर बठाया गया सािथय को बठाया बस चल पड़ी मझ एम पी पन काफी भारी पड़ रहा था म दो त क बीच अजनबी की तरह अकड़ा बठा था डाकटर बार बार सर कहता था और बस का मािलक हज़र सतना म जब रलव क मसािफरखान म पहच तब डाकटर न कहा अब तीन घ ट लगातार तम मझ सर कहो मरी बहत तौहीन हो चकी ह

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लघ कथा

सधार हिरशकर परसाई

एक जनिहत की स था म कछ सद य न आवाज उठाई स था का काम असतोषजनक चल रहा ह इसम बहत सधार होना चािहए स था बरबाद हो रही ह इस डबन स बचाना चािहए इसको या तो सधारना चािहए या भग कर दना चािहए स था क अ यकष न पछा िक िकन-िकन सद य को असतोष ह दस सद य न असतोष यक त िकया अ यकष न कहा हम सब लोग का सहयोग चािहए सबको सतोष हो इसी तरह हम काम करना चाहत ह आप दस स जन क या सधार चाहत ह कपा कर बतलाव और उन दस सद य न आपस म िवचार कर जो सधार सझाए व य थ - स था म चार सभापित तीन उप-सभापित और तीन मतरी और होन चािहए

सािहि यक बहार

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िहदी सािह य म वषार वणरन ीमती एम अनराधा

विर ठ अनवादक िहदी अनभाग- मखयालय

आिदकाल स लकर आधिनक काल तक परायः पर यक किव या लखक न किवता उप यास कहानी आिद क मा यम स वषार ऋत का वणरन िकसी न िकसी प म अव य िकया ह िक त किवता इसका परबल मा यम रहा ह किवता ससार क परित हमारी भावमयी परितिकरया की अिभ यिकत ह उसक वारा शष सि ट क साथ हमारा रागा मक सबध िजसम आकषरण और िवकषरण दोन ही शािमल ह थािपत होता ह वजञािनक का भी सि ट क साथ सबध रहता ह िकत वह रागा मक न होकर परायः यथाथरपरक होता ह वषार ऋत का वणरन िविभ न सदभ म िकया गया ह जस मानवीय भाव क िवकास म सौ दयारनभित म का य की याखया म आलबन उ ीपन क प म रह यानभित म आ याि मक साधना म िवरह भावना को यकत करन म वषार ऋत क वणरन की अपनी परमखता ह लोकगीत म दखा जाए तो lsquorsquoढोला मा रा दोहाrsquorsquo म वषार ऋत का स दर िचतरण ह इसम मालवणी वारा पर तत िचतर म मनि थित क समाना तर उ ीपन का प िछपा हआ ह पपीहा िपउ िपउ कर रहा ह वन म मोर ककन लगा बादल की घटाओ म फौज़ ह िबजली तलवार ह और वषार की बद बाण की तरह लगती ह वषार ऋत म निदया नाल और झरन पानी स भरपर चढ हए ह घन बादल उमड़ आए ह चार और घन बादल ह आकाश म िबजली चमकती ह पपीहा क ण श द करता ह और वषार की झड़ी लगी रहती ह काली कठली वाली बदली बरस कर हवा को छोड़ रही ह इस वषार-ऋत क िचतर म थानगत प-रग की क पना वातावरण का िनमारण करती ह बोधा क िवरह बािरश (मा वानल कामकदला) म वषार- ऋत वणरन क परसग म मा वानल लीलावती क िवयोग म मघ

याद क झरोख स

याद क झरोख स

यह लख मौसम मजषा क क जलाई ndash अग त 1984 क अक म परकािशत हआ था ीमती एम अनराधा मखयालय स िदसबर 2016 म सवािनव त हो चकी ह

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स सदश कहता ह दिकषण की यामा घटा को दखकर िवपर क दय को अ यत क ट हआ माधवानल न परीितपवरक उसस अपनी िवरह वदना इस परकार कही-

हो पयोध िवरिहन दखलायक मरो दरद सनो तम नायक पहपावित परी मम यारी नवयौवन बाला सकमारी lsquorsquo

परारिभक िहदी का य म िव यापित की पदावली म िवरह भावना का वणरन वषार ऋत क मा यम स िकया गया ह मा णी की िवरह अव था म किव कहता हः-

बाबिहयउ असाढ़ िजम िजम िबरिहणी करई िवलाप जब ही बरसइ घण घ उ तब ही कहई िपरयाप

(आषाढ़ क पपीह की तरह िवरिहणी िवलाप करती ह जब-जब मघ बरसता ह तब-तब वह िपरय को बलाती ह )

उनिस आई बदली ढोलक आयउ िचत यो बरसइ िरत आपणी नइण हमार िनत

(बादल क उमड़न क साथ ढोला भी मर दय म उमड़ आया य बादल तो अपनी ऋत म ही बरसत ह िकत मर नतर तो िनत परित बरसत ह) िव यापित क परम-वणरन म वषार-ऋत का वणरन इस परकार हः-

सजनी झलकाए पखन न मल मध माल सय तािडत लता जिनिहरदय सल दई गल

मघमाला म िबजली क अचानक उदय होन की भाित य भी परमी को चकाच ध करता ह पराथिमक परम की अनभित की तलना तिड़त लता स करन म परमी की तड़पन का बोध भी ह प वीराज रासो म प वीराज क पर थान क प चात िवयोिगनी सयोिगता की दशा िविचतर हो जाती हः-

वही रित पावस वही मधवान धनष वही चपल चमक त वही बगपत िनर ष वही घटा घनघोर वही प पीह मोर सर

य यिप वही पावस की रात ह वही इदरधनष ह वही चपला चमकती ह वही बगल की पिकत ह वही घटा घनघोर ह और वही मोर का वर ह िक त िपरयतम क िबना मझ कछ अ छा नही लगता भिकतका य म भी िवरह यथा का वणरन वषार क मा यम स िकया गया ह महाकिव तलसीदास न रामचिरतमानस क िकि कधाकाड म वषार ऋत का वणरन िकया हः-

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घन घमड नभ गरजत घोरा िपरया हीन डरपत मन मोरा दािमनी दमक रहन घन माही खल क परीित जथा िथर नाही

छदर नदी भिर चली तोराई जस थोरह धन खल इतराई भिम परत भा ढाबर पानी जन जीविह माया लपटानी

(आकाश म बादल घमड़-घमड़ कर घोर गजरना कर रह ह िपरया (सीताजी) क िबना मरा मन डर रहा ह िबजली की चमक बादल म ठहरती नही जस द ट की परीित ि थर नही रहती छोटी निदया भर कर िकनार को तोड़न लगी जस थोड़ घन स भी द ट इतरा जात ह प वी पर पडत ह पानी गदला हो गया ह जस शदध जीव क माया िलपट गई हो )

lsquorsquoकबह परबल बह मा त जह तह मघ िबलािह िजिम कपत क उपज कल सदधमर नसािह कबह िदवस मह िनिबड तम कबहक परगट पतग िबनसइ उपजइ गयान िमित पाड कसग ससग lsquorsquo

(कभी-कभी वाय बड़ जोर स चलन लगती हिजसस बादल जहा तहा गायब हो जात ह जस कपतर क उ प न होन स कल क उ तम धमर न ट हो जात ह िफर कभी िदन म घोर अधकार छा जाता ह और कभी सयर परगट हो जात ह जस कसग पाकर जञान न ट हो जाता ह और ससग पाकर उ प न हो जाता ह ) इसम अ या म जञान और मोकष की भिमका वषार क मा यम स यकत िकया गया ह इसम एक और परकित वणरन की सि ल ट योजना की गई ह िजसम परकित का यथाथर प अपन िकरया यापार क साथ उपि थत हआ ह इ ही को लकर उपदश की यजना की बात कही जाती ह मीरा न अपन मनोभाव को वषार क प म इस परकार िचितरत िकया हः-

बरस बदिरया सावन की सावन की मन भावन की सावन म उमगयौ मर मनवा भनक सिन हिर आवन की उमड़-उमड़ चह िदिस स आयो दामण दमक झर लावन की न ही न ही बदन महा बरस सीतल पवन सोहावन की मीरा क परभ िगरधर नागर आनद मगल गावन की

यहा मीरा क परभ-िमलन क उ लास क साथ परकित उि लिसत हो उठी ह इस प म वह भाव को सीध अथ म उ ी त करक मानवीय भावना म सम परा त करती ह

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कभी-कभी भक त किव परकित का प उपि थत करक उ लासमयी भावना का सकत अपर यकष प स ही दता ह उदाहरणाथर क णदास का िन न पद दिखए -

lsquorsquoबरज पर याम घटा जर आई तसीय दािमिन चह िदिस क धत लत तरग सहाई सघन छाय कोिकला कजत चलत पवन सखदाई गजत अिलगण सघन कज म सौरभ की अिधकाईrsquorsquo

परमानद दास कहत ह lsquorsquoबादल पानी भरन को चल ह चार ओर स िघरती याम घटा को दखकर सभी को उ लास हआ बादल की याम छिव न इदर धनष और बक की पिक त की शोभा अिधक सखकर बना दी ह घन याम अपनी मडली क साथ कद ब वकष क नीच ह वण बजती ह और अमत त य वर म मदग तथा आकाश क बादल साथ गरजत ह मन भाई ऋत आई और सभी जीव करीडा मग न हrsquorsquo इस िचतरण म वषार का य वाभािवक ह और मानवीय उ लास क सम पर उपि थत हआ ह सर न इदर-रोष क परसग म मघ का वणरन सहज ढ़ग स िकया ह -

lsquorsquoगरज-गरज घन घरत आव तरक-तरक चपला मकार नर-नारी सब दखत बढ़ य बदरा परलोक क काढ़

मितराम क णािभ सािरका का अधरी रात क साथ वणरन करत ह - lsquorsquoउमिड़ घमिड िदग मडल मिड रह झिम-झिम बादर कह की िनिसकारी म पावस िनिस अिधयार म रहयो भद नही आन राित घ स जा यो परत लखई चकई चकरवान

इसम पावस का वणरन अपनी अ यिक त म अधकार क साथ घनी घटाओ का सकत दता ह पावस क मघ न कािलदास क िवरही यकष की चतना को अिभभत कर िदया था य मघ िहमालय क अक म बसी अलकानगरी को भी जाएग यह सोच कर उनक हाथ उसन अपनी िपरयतमा क पास सदश कहलवाया था रीित पर परा म परकित वणरन की ष िट स सनापित का िवशष थान ह वषार का परभाव भारतीय जीवन पर अिधक पड़ा ह सनापित इस ऋत स िवशषकर इसक अधकार स अिधक आकिषरत ह वषार म भारतीय आकाश म मघ की िनिवड़ सघनता और िबजली का चचल परकाश ही अिधक परमख ह किव इ ही का िचतर उपि थत करता ह -

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गगन अगन घनाघन त सघन तम सनापित नक ह न नन भटकत ह रिव गयो दिब मानो सिस असअ धिस गयो तार तोिर डार स न कह फटकत ह दीम की दमक जीगनीन की झमक झािड चपला चमक और स सौ न अटत ह मान महा ितिमर त भिल पिर बाट तात रिब सिस तोर कह भल भटकत ह lsquorsquo

(यह भादो आ गया सघन याम वणर क मघ वषार करत ह इन घमड़ती घटाओ म रिव अ य हो गया ह अजन क समान ितिमर आवत हो रहा ह चपला चमक कर अपन परकाश स नतर को च का दती ह आकाश क परसार म काजल स अिधक घना काला अधकार छाया हआ ह और घन घमड़ घमड कर घोर गजरन करत ह इसी परकार आकाश मडल म वत मघ क खड फल हए ह व आकाश म उमड़-घमड़ कर कषण म जत बद स प वी को िछड़क दत ह lsquorsquo) कछ सत न बारह मासा या सपणर ऋत वणरन भी िलख ह लोक गीत की नाियका क समान सत की िवरिहणी बारहमास म परकित क साथ अपनी यथा को यक त करती ह ndash

lsquorsquo याद गहर गभीर जकली कािमनी मघ र य झरलाई चमकत दािमनी बहत भयानक रिन पवन चहिदिश बह स दर िबन उस पीव िवरिहणी क य रह lsquorsquo

परकित क भयानक प स यहा यथा का ती होना िदखाया ह जायसी क बाहरमासा म नागमती क िवरह परसग को लकर परकित को सहज सबध म उपि थत िकया गया ह िवरिहणी नागमती पर यक माप क पिरवितरत पराकितक वातावरण क साथ अपनी िवरह वदना को सम अथवा िवरोध पर रखकरर अिधक िवकल हो उठती ह यथा ndash

िघरती हई घटा चार और स छाती आती ह दादर मोर और कोिकला श दा कह रह ह िबजली िगरती ह शरीर म जस पराण नही कत

सावन ममागर अधकार म गभीर और अथाह हो उठा ह ससार म जहा तम िदखाई दता ह जलमय

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हो उठा ह मरी नौका तो िबना नािवक क थक चकी हभाद मिबजली चमकती ह घटा गरज कर तर त करती ह इसी परकार परकित और भावनाओ का वणरन वषार क मा यम स िकया हआषाढ़ मास म वतपीत याम बादल छात ह बरी बक की पिकत िदखाई दती ह इसम आलम न ऋत क प को प ठ भिम म रखा ह उसक आधार पर भाव को बात कही ह

दीनदयाल की िवयोिगनी को पावस जस वय पीिडत कर रहा होः- चपला चमक लग लक हो अचक िहए कोिकल कहिक बरजार कोरबान की आवत गाढ़ असाढ़ क बादर मो तन म अित आग लगात पावत मोिह न जीवत परीित जो निह पावस म धर आवत

दव क इस परकित िचतर म अिभलाषा का आधार ह और इसम पावस स सबधा मक िनकटता की यजना िछपी ह -

आई िरत पावस न आए परान यार यात मघन बरज आली गरजन लाव ना

किववर िबहारी पावस की घटा क मा यम स नाियका क हाव भाव का वणरन करत ह - िछनक चलित ठठकित िछनक भज परीतम गर डािर चढ़ी अटा दखित घटा िव ण छटा-सी नािर

छायावादी यग की सबस बड़ी िवशषता परकित क समावश की ह छायावाद म परकित न किव की अिभ यिकत क िलए पग-पग पर सहायता की विदक काल स लकर स कत सािह य क पवरकाल तक जो परकित परम आकषरण पणर यिकतव िलए हए थी वह उ तरकालीन स कत सािह य और िहदी सािह य म रीितकाल तक िनवारिसत सी रही का य म उसका परयोग उपदशा मक या आलकािरक प म हआ छायावादी किव न अपन दय की यथा कथा कहन क िलए परकित का सहारा िलया िजसक अ तगरत वषार ऋत का िवशष मह व ह परकित क दय को िवकिसत करन की वभािवक शिकत क सबध म परसाद जी कहत ह-

नील नीरद दख कर आकाश म कय खड़ा चातक रहा िकस आस म

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कय चकोर को हआ उ लास ह कया कलािनिध का अपवर िवकास ह

जब चातक याम घन को दख कर तथा चकोर कलािनिध राकश को दखकर उ लिसत हो उठता ह तब मन य ही स दय पासना स कय विचत रह पराकितक स दयर का वणरन मान ही रसना को रसमय बना दता ह और दय को िवकिसत करता ह आकाश म जब गरी म की तपन क बाद मघ घमड़न लगत ह सखी यासी और मतपराय धरती म िफर स पराण सचार होता ह हरी-भरी वन पित क िमस वह अपनी परस नता परकट करन लगती ह सपणर पराणी जगत परकित क उ लास म डब जाता ह ऐस म lsquorsquo िजवदrsquorsquo की नाियका िपरय क पास वापस लौट आन की अननय क िलए पतर िलखन को याकल हो उठती हः-

धधिरत धर धरवान की सछाई नभ जलधर छौर धरा परसन लागी की कािलही त दिख बन बिलन को बनक नबिलन की मित अित अरसन लागी री िदजदव हरी भरी लिलत कछार य कद बन की डार रस बरसत लगीरी बिग िलख पाती या सघाती मनमोहन को पावस अवाती बरज दरशन लगी री

किववर र नाकर न पावस क सम त उपकरण को नाियका क जीवन म सयोिजत िकया हः- पीय-पीय गोपी पीर पिरत परकारित ह सोई र नाकर पकार पपीहा ही ह लागी रही ननिन स नीर की झरीओ उठ िचतर म चमक सो चमक चपला ही ह िबन घन याम धाम धाम बरजमडल म ऊधौ िनत बसित बहार बरसा की ह

िन कषर प म कहा जा सकता ह िक पराचीन काल स लकर आधिनक काल तक क किवय न अपन का य म वषार ऋत का जो वणरन िकया ह वह मनोहारी तो ह ही भारत जस किष परधान वषार पर िनभरर दश और समाज की ि ट स यथारपरक भी कहा जा सकता ह

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पर निच न डॉ दवदर परधान

वजञािनक ldquoजीrdquo उपकरणन- मखयालय

जब पाव तल धरती ना हो और िसर पर आकाश ना हो कसा लगता ह

जब तन पर कपड़ा ना हो और पट म रोटी ना हो कसा लगता ह

ना पछो य पर न मझ स अनभव नही ह मझ पिरचय इनस नही ह मझ

पछो मासम िबलखत ब च स मा क पट स िचपक हए ख क अधर स चस रह मा क दगधिवहीन तन को पछो उन माताओ स कसा लगता ह

भावरिहत चहरा और सनी आख कहती ह वय ही कहानी िमलता नही ह पट भर क पीन को पानी

पछो उन सभी स कसा लगता ह

िकसका आकाश कस कपड़ और कसी रोटी य सभी इनक िलए बस एक पर निच ह ह

कया सबह कया शाम और कया रात िदन ह कहा उगता ह सरज कहा ढलती ह शाम

िमटती नही जब भख ढकता नही जब तन इ ह इनका कया काम लगता ह मझ कछ ऐसा झठी हो गई ह पिरभाषाए मर चकी ह मानवता ददर का ह सामरा य और छा गई अराजकता बोलबाला ह पस का मानव प ह पश का कोई म य नही जीवन का यहा िबकती ह मौत और खरीदी जाती ह स त मोल पर िज दिगया

का य फहार

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दखो इन सभी को कसा लगता ह

अन तिरत ह सभी कय िक य तो सब पर निच न ह

इसािनयत शिमर दा ह मोहनलाल साह

वजञािनक ldquoएफrdquo

मौसम कदर गोवा

इसािनयत यहा रो रही ह

हर िदन शिमर दा हो रही ह

चाह नकसली हो या आतकवादी यहा हर िदन धमाक कर रह ह

जनता मरती ह तो मर नता चन स सो रह इसािनयत यहा रो रही ह जाित-पाित और धमर क नाम पर फट डाल दी गई समाज म

इसान का खन पानी सा बह रहा ह पर नता अपनी रोटी सक रहा ह

इसािनयत यहा रो रही ह

घोटाल पर घोटाल करन वाल कानन स नही डरन वाल

दो रोटी पचा सकत नही जो करोड़ क नोट हजम कर रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह िजन साध सतो न भारत को िदलाया िव वग का स मान उ ही क नाम पर कछ लोग समाज डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

जहा होती थी नारी की पजा कभी खलत ह आज उनकी अ मत स सभी

ल मीबाई और दगारवती क दश म

नारी अबला हो गई ह इसािनयत यहा रो रही ह

िकस पर भरोसा करग आप आज

िगरिगट की तरह लोग रग बदलत ह िजनको िदया दश आग बढ़ान का कायर वही दश को डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

कब गौतम और महावीर की धरती पर चह ओर परम की िनमरल बयार बहगी

कब कराित का िबगल फकगा कोई

और इ सान सधरगा इस आशा म हम जी रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

का य फहार

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गगा-माहा य

पनम िसह मौसम िवजञानी ndashए

परादिशक मौसम कदर नई िद ली गगा तम हो सबस महान ीहिर-पद-नख स िनगरत हो बर म कमडल आई

चदरमौिल क शीश भरमण कर जटाशकरी कहाई सागर िमलन हआ तहवा जह किपल लगाई यान गगा पाप और क मष धोकर क काया िद य बनाती िहमिगिर क िशखर म समधर गीत सनाती तर दशरन स पराणी अिजरत करत ह जञान गगा किवय न तर तट पर किवता की धम मचाई तर तट पर िबि म ला की गजी थी शहनाई तर चरण को पखार कर तलसी बन सजान गगा तमम जो अवगाहन करता पाता जीवन मिकत जीवन शाित परममय होता पाता तरी भिकत जन- मानस को पावन करती द-द कर वरदान गगा तर अमत जल स होती सब खत की िसचाई

तर तट पर आय न थी दीपावली मनाई तर ही आचल म फला रामायण का जञान गगा भी म को िदया था तन इ छा का वरदान िजसन तर तट पर पाया सब शा तर का जञान कौरव पाडव स पाया िजसन अतीव स मान गगा सीता सािवतरी न भारत म इितहास रचाया पिदमिन न जौहर त स नारी स मान बढ़ाया सरसिरता न िनमरल जल स िकया चिरत िनमारण गगा िशवजी न गगा जी को सवा का पाठ पढ़ाया गगा न सवा क सग क णा की धार बहाया भारतीय नािरया समझती तमको अपनी शान गगा मा की तप या स भारत का भाल सभािषत जननी ज मभिम की मिहमा स सब परफि लत वगर स अवरोहण कर हमको िदया अ न का दान गगा जब हम मा का िचतन करत आती याद त हारी अवतारी प ष को भी मा लगती हो तम यारी भव सागर स तर जात जो करत तरा यान गगा

का य फहार

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तमन िकया हम िनमरल सिलल िवभिषत

िकया इ ह न तर जल को भौितकता स दिषत तब भी आशीवारद िदया जानत ह सभी जहान गगा गगा व छ बनान को भारत ह त पर िनमरल अिवरल प बनगा कर परयास पर पर गगा तब आनिदत होकर कर दगी क याण गगा नमािम गग गजगा भारत क जन-मानस स ल य व छता का परा होगा अद य साहस स मा गग पलिकत होकर परा कर दो यह परयास गगा

मौसम मजषा ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए मौसम कायारलय- अि बकापर

जस जस वसधा अपनी धरी पर चाल चल तस तस रिव ऊजार धरती पर ऋत काल गढ़ परवा पछवा की काली घटा जल रािश भर भर आए गरी म की तपती भतल को

शीतल शीतल वो कर जाए सावन की हिरयाली दख मन बाविरया झला जाए शिश िशिशर का पवन झकोरा तज रिव का मदधम मदधम तन िठठरन स याकल मन शीत बयार चली आगन आगन य रिव उ तरायण को जाव

हम त िवटप स बढ़ पात िगराव द आमतरण ऋतराज बलाव हम त बस त का पाव पखार िवजञपरवीण सब किव कोिवद कोर कागद पर गीत सजाव छद प य लख आलखनवीषा गढ़ गढ़ नतन परकत पौ षा भर डार गागर िफर खाली रस छलकाती चली मौसम मजषा

जीवन पथ सनदा गाबा

मौसम िवजञानी- ए रा टरीय मौसम पवारनमान कदर- मखयालय

जीवन िमलता ह एक बार उस खश हो कर जी लना यार चाह मि कल हो जीवन की राह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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पर ना हो कभी खामोश या उदास िनगाह

त हा जो कभी खद को पाओ तम तो जीवन स ना घबराना तम

पर मन स बस म करा लना अपन सग कछ वकत िबताना भोर की बला म उठ कर सयर को तम सीस नवाना मन ि थर हो जाएगा और कदम भी आग बढ़ पाएगा कदम उठान स ना डरना सदा तम य ही चलत रहना यादा समय क िलए ना कना तम को तो कछ पल ि थित को समझना समझ कर तम और स भलना जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो कर जी लना यार खशी और सति ट को बनाना अपन जीवन का आधार मन म रखना सदा तम यार और कभी िह मत ना हार हो जाएगी ऐस हर दिवधा पार इस तरह जीवन स हो ना कभी बज़ार जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो क जी लना यार

इसम िनत नए रग भरो रग िबरग और सनहर सजील रग स इस जीवन को सजाना ह हर हाल म खश रहना ह और िनरतर आग बढ़त जाना ह

मरा शहर अिकत सकसना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय ndash पालम कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा कछ सपन सच करवाता ह

कछ सपन नए बनवाता ह

कोई िमल जाता ह यहा हमसफ़र अपना कोई खद को ढढ पाता ह यहा स चाई स िमलवाता ह शहर मरा

हर शखस की ज़ नीयत को िनखारता ह

कब कया हािसल हो यहा िकसको

कोई ना जानता िमलत ह दो त यहा

कछ अजनबी अपन हो जात ह

पिरवार स अलग इक नया पिरवार

िमल जाता ह यहा ऐसा खिशय का बगीचा ह मरा शहर I कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा hellip

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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परकित का गार सजीव कमार सागर

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo किष मौसम सवाए परभाग- मखयालय

परकित म हिरयाली सी चमकी किव की कलम स रची किवता सी दमकी परकित का गार ह प ती पराणवाय भी दती ह प ती म यवान त ही ह प ती औिषिधय की खान ह प ती एक-एक टहनी पर सजी पड की शोभा ह प ती पड़ पर एक न ही प ती बन कर त जब चमकी थी जब मन तझको दखा था तब न ही प ती िदखती थी जीवन का आधार बनी त पड़ का गार बनी त एक-एक डाल पर सजी पड की शोभा ह प ती जब लगी डाल पर तब जीन की नई उ मीद जगाती पतझड़ न कय तोड िदया डाली स अकली दर जा िछटकी कय जान नही ह अब तझम कय बजान पड़ी ह

कय सखी-सखी िदखती ह क य िनजीरव पड़ी ह पड़ न डाली स जब तझ छोड़ा होगा ददर उस भी कम नही हआ होगा तकलीफ म तरी वो भी तो तड़पा होगा दख उस भी हआ होगा तकलीफ तझ भी हई होगी तड़पी रोई भी त होगी कय िदख नही िकसी को आस तर जब बदम बबस बजान त हई होगी पड़ की गोद को छोड़कर ढर स जा िमली ह कय डरी-डरी सी िदखती ह कल तक तो थी लगी पड पर इठलाती िजस हवाओ का आचल सहलाता था बाह म पड़ की खब झला झली खब इठलाती थी अब दर पड़ी पड़ स जा िमली प त क ढर स कय पछताती ह तकदीर बदलत दर नही लगती शोभा मकट सी थी त आज बदली तकदीर तो दखो पर स कचली जाती ह प त क ढर म िमलकर जलकर क राख बनी ह हवाओ क थपड स

का य फहार

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जान कहा-कहा उड़ती िफरती त दसर को जीवन दती थी खद जल राख बनी ह जीवन का यह कड़वा सच ह बाकी तो सब िम या ह परकित का गार ह प ती पराण वाय भी दती ह प ती पड़ की एक-एक टहनी पर िफर चमकी ह नई प ती

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी - बी मौसम कदर- रायपर

उग जात ह पौध और िखल जाता ह फल खडहर की टटी दीवार प थर क ढर की दरार पर आगन क प थर क जोड़ या बजर सी लगती भिम पर कौन इ ह पालताndashसहलाता खादndashपानी ह द जाता कदरत ही करता दखभाल िजसका कोई नही होता एक सकारा मकता ही ह िजसका मल कय िक िखल फल सा ह

स दर हमारा य जीवन इसकी कोमलता का पशर सगध का मधर अहसास काट क म य परफि लत िक त उस पा लन का परयास सदरता का य और रग क अत य िमठास उपभोगानपात म करत उ लािसत आशा और िनराशा जीवटता क ह दो पहल िनराशा स वमन यता और अवसाद का परादभारव पातरता ास आ मगलािन और क ठागर त पठ पर आशाओ स ही मानव जीवन होता ससि जत तब कय हम मन स असमय बढ़ हो जात और छदम िनराशा का रोना- रोकर सकारा मकता की ऊजार न ट कर जात आओ परकित का समिचत दोहन कर उसक अ यत समीप जाकर आशाओ क दीप जलाए निदय -झरन क कलकल और पिकषय क गीत सन घन काल बादल को दख मन-मोर को नचाए

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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बफीरली वािदय म अधर बफीरली झील खोज

घन बीहड़ जगल म िनभरयता का अलख जगाए सम दर िकनार की परातःकालीन परवाई क आनद म इ दरधनष सी रगीिनय और तार की िटमिटमाहट म बफर स ढक पवरत पर बनत-झमत बादल क समह म पराकितक स दयर अहसास स बोिझल मन हरषाए काल घन बादल म नई आकित खोज गली -कच म खलत ब च की िखलिखलाहट म अपन बीत चक सखद बचपन क वो मधर-पल ढढ आकाश म झ ड म उड़त िचिड़य स बनत िभ न- िभ न मनोहारी आकितया अपन मन म उतार I िवकास और नवीनता की खोज म िन य आ मिव वास और सकारा मकता क पड़ उगाए भिव य की वागत म वतरमान क सयत िव लषण स खोए की िनराशा छोड़

पाए का सखद अनभव समझाए सीख को खास बना कम स धरती पर वगर व प अम य प य जीवन आनदमय बनाए I

जब कोमल काया फौलाद बनगी ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए

मौसम कायारलय- अि बकापर सौ शीश ल य म ल चला अब सौ शीश ही ल य मरा ह सन गौर स त य लाल मर

सन अितम ल य जो मरा ह सन सरहद पर उठती आवाज को शतर की कलिषत परवाज को आचल मा का दिषत करन

िफर भिड़य न ललकारा ह

धार नदी का परवाह न कगा बह उपवन स जल नदी बनगी बहत जल की पीड़ा का सख

सागर स िमलकर ही रहगी

म भी अब बह िनकला ह

शतर शोिणत पीन चला ह जननी क आचल को छन

बढ़ शतर क मदरन को बढ़ा ह

का य फहार

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िवजय रथ स बध चक ह घोड़

अ व शौयर सग बध चल तन मर

गित वीरता स वीरगित तक

सग वज रह कभी साथ न छोड़ अितम य मरा सगराम अधरा वचन भारती का कर द अब परा

सौ शीश शतर का धरा िगरा कर

वदी कड भर द अब परा

सौ शीश काट गर मर जाऊगा मा क आचल म सो जाऊगा ओढ़ ितरगा लाल मर

म वापस घर िफर आऊगा

शोक न करना इस माटी तन पर

कसम ह त हार दरिवत नयन को

िपता की राह ही तम भी चलना भारत मा की जय हो कहना

वदीर ही ईमान हर वीर सिनक की तम रखना स भाल मरी वदीर को जब य कोमल काया फौलाद बनगी अग धारण करना मरी वदीर को

ितलाजिल दना सब अपन

यौवन की मनमजीर को

सर कफ़न बाध कर पहन िनकलना मात रकषा िहत इस वदीर को मान ितरग की रखन अब

लाल मर म जाता ह

मा भारती की रकषा िहत

म ितलक भाल सजाता ह

डोर वतन की पतर मर

मजबती स धारण करना शतर की किटल ि ट स

भारत मा की रकषा करना

िचिड़या अजना िम हास

परशासिनक अिधकारी

थापना अनभाग - मखयालय

म छोटी सी न ही िचिड़या

पल भर म उड़ जाती

घर घर बठती म मडर पर

आहट होत ही फदक जाती

छ ज आलन िखडिकय पर

घर अपना था मन बनाया च च म भर- भर क ितनक

घोसल को था मन सजाया

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इ सानो क बीच म रहना

मझ बहत अ छा आता था दाल चावल सख हो छ त पर

उ ह चगन म मज़ा आता था

च च मार- मार कर दपरण की

िचिड़या को म भगाती थी टट जाए जो हवा स घ सला

महनत स िफर बनाती थी

कछ साल स इस शहर की

हवाओ म दम घटता ह

िव यत- च बकीय फली तरगो म

सास भी लना दलरभ लगता ह

बड़ बड़ मोबाइल टावर को

म न फटी आख भी भाती चील बाज स भरा ह आसमान

और ल त होन को ह मरी परजाित

शहर छोड़ म चली गाव म

वहा भी न जान िकतन िदन बसरा ह

जािलम मोबाइल टावर भी

आ गया यहा मर पीछ पीछ

गाव भी अब शहर सा जहरीला लगता ह

काश होता ऐसा िक

कबतर भया ही स दश पहचात

शाित क बन रहत दत

और ना य टावर क राकषस पर फलात िफर स चहकती म बिगया म

घमती डाली डाली पाती पाती

दाना चगन आती

िफर स म मडर पर

और ल त होन की कगार पर

न पहचती मरी परजाित

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सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo किष मौसम परामशर सवा परभाग

आकाशवाणी महािनदशालय (भारत सरकार) वारा सन 1956 स ही लगातार हर वषर lsquoसवरभाषा किव स मलनrsquo आयोिजत िकया जाता रहा ह इस वषर यह इदौर म यपरदश म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo क नाम स आयोिजत िकया गया

य मरा सौभागय ही रहा िक इस बार अनवादक किव क प म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo जस रा टरीय यजञ म मरी भी भागीदारी रही और म तो यह कहगा िक इस मामल म यह lsquoभारत मौसम िवजञान िवभागrsquo का भी सौभागय ही रहा कय िक म शायद पहला किव ह जो भारत ही नही बि क िव व क इस अनठ किव स मलन म lsquoमौसम िवजञान िवभागrsquo स जड़ा ह और सयोग दिखए िक अपनी तरह क इस अनोख किव स मलन का नाम ल दन ि थत lsquoबक ऑफ़ व डर िरकॉडरrsquo म भी दजर हआ सवरभाषा किव स मलन कया ह जब हमारा दश आज़ाद हआ और सन 1956 म lsquoभारत सरकारrsquo जब थािय व को परा त हई तो हर तरफ भारत की अपनी स कित और सपरभता की बात होन लगी सरकारी लाइबररी कल और अ य स थाए सा कितक कायरकरम और किव स मलन का आयोजन करन लग इसी समय lsquoसचना और परसारण मतरालयrsquo क अधीन lsquoआकाशवाणीrsquo (जो उस समय सचना और परसारण का सव च मा यम था) क अिधकािरय क िदमाग म ऐस कायरकरम की क पना न ज म िलया जो दश को एक सतर म जोड़ तभी योजना बनाई गई िक भारतीय सिवधान की 8वी अनसची म मा यता परा त सभी 22 भाषाओ क परितिनिध किवय का किव स मलन कराया जाए िजसस दश क िविभ न रा य क िव वान क िवचार उपलि धया सम याए सघषर और सोच एक मच स सनी और

भाषायी बयार

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कही जा सक सवरभाषा किव स मलन की चयन परिकरया पर वषर दश क सभी 450 रिडयो टशन पर िविभ न कायरकरम क जिरए कषतरीय किवय का का य पाठ होता रहता ह पर यक कषतरीय रिडयो टशन पर हए किवता पाठ म स उस टशन की चयन सिमित दो किवय की दो किवताओ को चन कर परदश की राजधानी क मखय रिडयो टशन पर भजती ह सभी रा य की राजधानी क रिडयो टशन पर भी एक चयन सिमित बनाई जाती ह जो अपन रा य क पाच किवय की पाच किवताओ को चनकर िद ली ि थत आकाशवाणी भवन महािनदशालय को भजती ह त प चात यहा िद ली म उन किवताओ का अगरजी और िहदी म अनवाद होता ह तथा यहा भी रा टरीय तर क विर ठ किवय की एक चयन सिमित दश क सिवधान म उदधत 22 भाषाओ क किवय की किवताओ म स पर यक भाषा की दो किवताओ और किवय क नाम घोिषत करती ह दो इसिलए िक िकसी वजह स अगर परथम किव अपनी किवता का पाठ करन म असमथर हो तो दसर को मौका िदया जा सक ठीक यही परिकरया िकसी भी भाषा क अनवादक किव का चयन करत समय अपनाई जाती ह मगर यहा पर किव क किवता पर तितकरण पर यान यादा िदया जाता ह मरा चयन मरी किवताओ का परसारण भी कई बार आकाशवाणी िद ली स हो चका ह एक िदन मझ कायरकरम अिधकारी जी का फोन आया िक अपना सिकष त पिरचय भिजए मन जानना चाहा िक िकस िलए तो उ ह न कहा िक बाद म बताया जाएगा म पिरचय भजकर इस बात को भल ही गया था मगर एक िदन उ ही अिधकारी का िफर फोन आया और बोल िक बधाई हो आपका चयन सवरभाषा किव स मलन 2018 म अनवादक किव क प म हआ ह मन तो इस कायरकरम का नाम भी नही सना था और जब उ ह न बताया िक यह किव स मलन इदौर म होगा तो मन साफ मना कर िदया िक म तो इतनी दर और वो भी िकसी दसर किव की किवता पढ़न नही िब कल नही जाउगा यह सनकर वो हरान हए और बोल आप इतनी बडी उपलि ध को ठकरा रह हो उ ह न मझ आकाशवाणी भवन बलाया और इस किव स मलन क गौरवपणर इितहास उपयोिगता और भ यता क बार म बताया तब म राजी हआ सवरभाषा किव स मलन का आयोजन

हर वषर यह आयोजन दश क अलग अलग रा य और शहर म होता ह वषर 2018 म यह आयोजन इदौरम यपरदश म िदनाक 16012018 को शहर क परिसदर होटल िबरिलएट क वशन सटर क इ पीिरयल सभागार म हआ एक िदन पहल 15 जनवरी 2018 को इसका पवार यास िकया गया तथा

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परस कॉ फरस भी बलाई गई िजसक अ यकष आकाशवाणी िद ली महािनदशालय क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी रह और उ ह न पतरकार क सभी सवाल क जवाब भी िदए चयन परिकरया क िवषय म भी एक पतरकार का पर न था उसी क जवाब म चदरशखर यास जी न िव तत जानकारी दी और मझ आभास हआ िक म िकतना सौभाग यशाली ह उसक बाद 15 जनवरी को शाम 400 बज आकाशवाणी इदौर की तरफ स हम सभी किवय को तीन वातानकिलत िमनी बस उ जन म महाकाल वर जी क दशरन करान क िलए रवाना हई और ठीक आरती क समय हम सभी किवय न महाकाल वर जी क बहत बिढया तरीक स दशरन िकए उसक बाद परिसदध हिरिसिदध मिदर और बड़ गणश मिदर क दशरन िकए 16 जनवरी 2018 को इ पीिरयल सभागार खचाखच भरा हआ था शहर क आला अिधकािरय की गािड़या लगातार आ रही थी लगभग 400 बज शाम को आकाशवाणी क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी और आकाशवाणी इदौर क िनदशक ी िव वास कलकर महोदय न दीप पर विलत करक lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018rsquo का शभार भ िकया पर परा क अनसार सवरपरथम सभी भाषाओ की ज मदाता स कत भाषा म िलखी किवता का पाठ डॉसरचना ितरवदी न िकया और उसक िहदी अनवाद का पाठ फरीदाबाद क डॉ िवनोद शकर पाडय जी न िकया उसक बाद वणरमाला करमानसार ी मदल होलोई न अपनी असिमया भाषा की किवता का पाठ िकया और उसका िहदी म अनवाद डॉ िनशा वारा पढ़ा गया उसक बाद उिड़या उदर क कणी क नड़ क मीरी गजराती डोगरी तिमल तलग नपाली पजाबी बागला बोडो भाषा म किवता पाठ हआ और उन सभी का िहदी अनवाद का य पाठ भी

16व न बर पर पदम ी डॉ रतन िथयाम जी की मिणपरी किवता फशरहीन फशर का िहदी अनवाद और का य पाठ मन िकया उसक बाद मिथली मलयालम मराठी िसधी और सथाली भाषाओ की किवताओ का पाठ उनक मल किवय न िकया और अनवादक किवय न उन सभी किवताओ का िहदी म अनवाद पाठ िकया सबस बाद म िहदी की दो किवताओ एक मकतछद तथा एक छदीय गीत का पाठ हआ दोन ही किवताओ का खब आनद उपि थत ोताओ न िलया इसक पहल lsquoखrsquo कषतर की किवताओ का भी ोताओ न मल प तथा िहदी अनवाद दोन म ही हए का य पाठ का आनद िलया lsquoगrsquo कषतर की किवताओ का आनद उनक िहदी अनवाद स ही ल पा रह थ ोता इस बीच य घोषणा भी हई िक अनकता म एकता िलए इस अनठ किव स मलन को ल दन ि थत lsquoवडर बक ऑफ़ िरकॉ रसrsquo प तक म भी इस वषर दजर िकया गया ह इस सबध म असम उ च यायलय क मखय यायाधीश न परमाण पतर डॉ चदरशखर यास जी को सौपा अत म सभी किवय को परतीक िच न और

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शॉल दकर स मािनत िकया गया और सभी का ध यवाद िनदशक ी रामावतार बरवा जी न िकया

परसारण इस भ य lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018 का परसारण आकाशवाणी क सभी 450 रिडयो टशन और दरदशरन क रा टरीय चनल वारा हर वषर की तरह 25 जनवरी को रात 10 बज स 12 बज तक lsquoगणततर िदवस 2018rsquo की पवर स या पर एक साथ िकया गया सभी िहदी भाषी रा य यािन lsquoकrsquo कषतर म इस lsquoकिव स मलनrsquo का परसारण य का य िकया गया मगर lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषतर क रिडयो टशन स पहल मल किवता और उसका िहदी म अनवाद तथा उसक बाद उस कषतर की भाषा म मल किवता का अनवाद परसािरत िकया जस असिमया किवता का परसारण च न स हआ तो पहल असिमया भाषा म उसक बाद िहदी म और िफर तिमल भाषा म हआ आकाशवाणी का कहना ह िक इस परकार हर वषर इस सवरभाषा किव स मलन क मा यम स दश-िवदश क लगभग 15 करोड़ लोग एक साथ जड़त ह और दश क एक कोन की आवाज और सोच का स परषण एक साथ पर दश म होता ह तथा दश क नागिरक आपस म एक साथ जड़ा हआ महसस करत ह

आकाशवणी अपर महािनदशक ी चदरशखर यास

उदर गज़लकार असगर इनायती तथा मिणपरी किव पदम ी रतन िथयाम

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राजभाषा िहदी स सबिधत पर कार व परो साहन योजनाए

सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा)

िहदी अनभाग- मखयालय

भारत सरकार क सवधािनक परावधान क अनसार सघ की राजभाषा िहदी ह और उसकी िलिप दवनागरी राजभाषा िवभाग गह मतरालय वारा राजभाषा िहदी क परचार-परसार क िलए िविभ न परो साहन योजनाए चलाई जा रही ह इन सभी परो साहन योजनाओ का एकमातर उ य ह िक राजभाषा िहदी म िकए जा रह कायर सकारा मक िदशा म आग बढ राजभाषा िहदी म फाइल पर िट पणी पतराचार मौिलक लखन आिद म विदध हो इन योजनाओ का यही उ य ह यिद आप िहदी म अपरिशिकषत ह तो सरकार आपको परबोध परवीण पराजञ क मा यम स परिशिकषत करगी और साथ म अ छ अक आन पर नकद पर कार दगी आपको वयिक तक वतन विदध िमलगी आप िहदी म काम करग उसक िलए परो साहन योजनाए ह सचना परौ योिगकी म िवकास क साथ-साथ राजभाषा िहदी म कायर करना अब बहत आसान हो गया ह आप क यटर पर िहदी म काम कर सकत ह अब यह सब बहत सरल हो गया ह तो आइए आपको ऐसी परो साहन योजनाओ की जानकारी द द- कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना कदर की नीित क अनसार सरकारी कामकाज म राजभाषा िहदी का परयोग पररणा परो साहन एव सदभावना स बढ़ाया जाता ह िवभाग की परमख योजनाओ क तहत िहदी िदवस समारोह क अवसर पर पर कार िदए जात ह राजभाषा िहदी को बढ़ावा दन क उ य स कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना चलाई जा रही ह

bull उ य

कदर सरकार क मतरालय िवभाग उपकरम बक आिद वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार

भाषायी बयार

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क िलए आविधक िहदी पितरकाए परकािशत की जा रही ह कदर सरकार क कािमरक वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक को पर कार िदए जात ह तािक राजभाषा म लख िलखन वाल कािमरक को परो सािहत िकया जा सक और पाठक को अ छ लख पितरकाओ म पढ़न क िलए उपल ध हो सक

bull पातरता

(क) कदर सरकार क कायररत अथवा सवािनव त कािमरक (ख) लख िकसी भी सरकारी स था की पतर-पितरकाओ म िव तीय वषर म परकािशत होन चािहए (ग) िहदी भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान

lsquoकrsquo या lsquoखrsquo भाषाई कषतर म ि थत हो

(घ) िहदीतर भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म ि थत हो

bull िनयम व शत

(क) इस पर कार योजना म एक लखक क अिधकतम दो लख ही शािमल िकए जात ह िकसी लखक क दो स अिधक लख परा त होन की ि थित म िवभाग को परा त होन वाल परथम दो लख पर िवचार िकया जाता ह अ य लख वत ही अपातर मान जात ह

(ख) लख की फोटोकॉपी क साथ मल पितरका का होना अिनवायर ह अ यथा लख पर कार योजना म शािमल नही िकया जाता ह

(ग) लख क साथ लख की मौिलकता का परमाण पतर लखक वारा दना आव यक होगा

(घ) सवािनव त कािमरक क सदभर म सवािनवि त परमाण पतर या इसस सबिधत कागजात लगाना अिनवायर ह

पर कार

नकद पर कार क साथ-साथ मित िच न एव परमाण पतर भी परदान िकए जात ह िहदी भाषी

परथम पर कार ndash 20000- िवतीय पर कार ndash 18000- ततीय पर कार ndash 15000-

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िहदीतर भाषी

परथम पर कार ndash 25000- िवतीय पर कार ndash 22000- ततीय पर कार ndash 20000-

म याकन परिकरया पर यक मतरालयिवभाग अपन तर पर दो लख का चयन करगा मतरालयिवभाग चयिनत लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजत ह लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजग राजभाषा िवभाग मतरालय िवभाग स परा त लख को लख म याकन सिमित वारा समीकषा करवा कर िहदी व िहदीतर भािषय क िलए तीन-तीन पर कार का चयन करता ह पर कार जीतन क बार म सबिधत अिधकारीकमरचारी की सवा िववरणी म भी समिचत उ लख सबिधत मतरालयिवभागकायारलय वारा िकया जाना अपिकषत ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना कदर सरकार क मतरालयिवभाग सावरजिनक कषतर क उपकरम वायत िनकाय सरकारी कषतर क बक एव िव तीय स थाओ क मख यालय वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार क िलए समय-समय पर िहदी गह-पितरकाए परकािशत की जाती ह इन पितरकाओ क कलवरसाज-स जा और लख की शली म उ लखनीय परगित हई ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना क अतगरत पर यक भाषाई कषतर यथा lsquoकrsquo lsquoखrsquo तथा lsquoगrsquo म इस योजना म दो-दो पर कार परदान िकए जाएग

पर कार क अतगरत शी ड और परमाण-पतर परदान िकए जाएग इस योजना क अतगरत नकद पर कार दय नही ह इस पर कार योजना क पातरता की यनतम अहरताए िन नवत ह-

(क) पितरका म कम स कम 40 प ठ होन चािहए

(ख) िहदी म प ठ की सख या कल मिदरत प ठ की सख या का कम स कम 80 परितशत होना चािहए

(ग) पितरका क िव तीय वषर की अविध क दौरान कम स कम 2 अक परकािशत होन चािहए

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म याकन पदधित क मानक

इस वषर पितरका क म याकन क िलए अिधकतम 130 अक रख गए ह इन अक का िववरण इस

परकार ह-

करस मद अक

1 पितरका की राजभाषा को बढ़ावा दन म उपयोिगता 20

2 सरकारी कामकाज म उपयोिगता 30 3 भाषा शली एव पर तितकरण 20 4 िव यास साज-स जा कागज की गणव ता एव मदरण- तर 20 5 आतिरक कािमरक वारा लख का अनपात 10 6 छाप लख की मौिलकता 30 कल अक 130

िहदी म मौिलक प तक लखन क िलएlsquoगौरव पर कारrsquoयोजना राजभाषा िवभागगह मतरालय वारा िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए चलाई जा रही िन निलिखत पर कार योजनाओ क िलए कलडर वषर क दौरान परकािशत प तक आमितरत की जाती ह कदर सरकार क कािमरक (सवािनव त सिहत) को िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार पातरताशत

प तक क लखक कदर सरकार क मतरालय िवभाग उनक स बदधअधीन थ कायारलय सावरजिनक कषतर क उपकरम रा टरीयकत वक िव तीय सथान तथा कदर सरकार क वािम व म या िनयतरणाधीन वायत स थाओकदरीय िव विव यालयपरिशकषण स थान म कायररतसवािनव त अिधकारीकमरचारी ह

लखक अपनी परिवि ट अपन िवभागपवर िवभाग क अ यकष वारा स यापन तथा स तित क साथ राजभाषा िवभाग को भज

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पर कार रािश इस योजना क अतगरत िन निलिखत पर कार परदान िकए जात ह-

परथम पर कार ndash 100000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार ndash 60000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार ndash 30000- परमाण पतर तथा मित िच न

भारत क नागिरक को िहदी म जञान-िवजञान मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार

प तक आधिनक तकनीकीिवजञान की िकसी िवधा अथवा समसामियक िवषय पर िलखी हो उदाहरणाथर-

इजीिनयरी इलक टरािनक स क यटर िवजञान भौितकी जव िवजञान ऊजार अतिरकष िवजञान आयिवरजञान रसायन िवजञान सचना परौ योिगकी परबधन मनोिवजञान आिद

समसामियक िवषय जस उदारीकरण भमडलीकरण उपभोक तावाद मानवािधकार परदषण िनयतरण आिद

पातरता भारत का कोई भी नागिरक इस पर कार योजना म भाग ल सकता ह पर कार

परथम पर कार (एक) ndash 200000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार (एक) ndash 125000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार (एक) ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार (दस) ndash 10000- परमाण पतर तथा मित िच न

दोन योजनाओ क िलए सामा य शत परिवि ट उपयरक त पर कार योजनाओ म स कवल एक योजना क िलए ही भजी जा सकती ह

प तक क एक स अिधक लखक होन की ि थित म पर यक सहलखक वारा अलग- अलग परोफामार भरा जाएगा

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योजना क अतगरत पर कार क िलए व प तक ही वीकायर ह जो लखक की िहदी म मौिलक रचना ह अनिदत प तक वीकायर नही ह

िकसी भी सरकारी सगठन वारा पवर म पर कत प तक पातर नही ह गी पर कार की घोषणा स पहल यिद प तक को अ य िकसी पर कार योजना क अतगरत पर कत िकया जाता ह तो इसकी सचना लखक वारा त काल राजभाषा िवभाग को दी जाए

योजना क अतगरत एक कलडर वषर क दौरान परकािशत पस तक वीकायर ह प तक िवषय क बार म समीकषा मक िव लषणयक त होनी चािहए िवभागीय मनअल पी एच

डी क िलए िलख गए शोध किवता उप यास कहानी नाटक आिद क प म िलखी गई या पा य प तक क प म िलखी गई प तक पातर नही होगी

लखक पस तक म िदए गए आकड़ एव त य क िलए वय उ तरदायी ह ग और उनक परमाण म जहा तक सभव हो सदभर दग

यिद िकसी यिक त को राजभाषा िवभाग की योजना क अतगरत िपछल तीन वष म कोई पर कार िमल चका हो तो उसकी परिवि ट िवचारधीन नही ह गी तथािप सहलखक (यिद कोई हो) योजना म भाग ल सकता ह सहलखक को पर कार म आनपाितक रािश ही परदान की जाएगी

प तक कम स कम 150 प ठ की हो यिद म याकन सिमित इस िन कषर पर पहचती ह िक परिवि टय म स कोई भी प तक िकसी

भी पर कार क योग य नही ह तो इस सबध म उसका िनणरय अितम माना जाएगा bull म याकन परिकरया

प तक का म याकन राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत मानदड क आधार पर ल ध-परिति ठत िव वान िवशषजञ की सिमित वारा िकया जाता ह

bull पर कार क बार म घोषणा और पर कार िवतरण पर कार क बार म िनणरय की सचना सभी पर कार िवजताओ को पतर वारा भजी जाती ह

तथा िवभाग की वबसाइट पर भी रखी जाती ह पर कार िवतरण राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत ितिथ को िकया जाएगा

bull सामा य पर कार क िलए प तक क म याकन क बार म कोई पतर- यवहार नही िकया जाता ह

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पर कार िवतरण क िलए िनयत थान स बाहर स आए हए पर कार िवजताओ को आन-जान क िलए रल का िवतीय णी (वातानकिलत) का िकराया तथा भारत सरकार क िनयम क अनसार दिनक भ ता िदया जाता ह ठहरन की यव था वय अपन खच पर करनी होती ह

योजना क बार म सचना िवभाग की वबसाइट httprajbhashagovin पर भी उपल ध ह

िहदी िशकषण योजना की परीकषाए उ तीणर करन पर कदरीय सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल वयिक तक वतन नकद पर कार आिद परो साहन

bull वयिक तक वतन- िहदी भाषा िहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क अिधकािरयोकमरचािरय को 12 महीन की अविध क िलए एक वतन विदध क बराबर का वयिक तक वतन िदया जाता ह (क) परबोध परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही अराजपितरत कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परबोध पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह और जो इस परीकषा को 55 परितशत या अिधक अक लकर उ तीणर करत ह अराजपितरत अिधकािरय को परबोध परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन नही िदया जाता ह (ख) परवीण परीकषा- वयिक तक वतन उ ही अिधकािरय कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परवीण पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह- अराजपितरत कमरचािरय को 55 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर राजपितरत अिधकािरय को 60 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर

(ग) पराजञ परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही सरकारी अिधकािरय कमरचािरय (राजपितरत अराजपितरत को पराजञ परीकषा उ तीणर करन पर िदया जाता ह िजनक िलए यह पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह (घ) िहदी श द ससाधनिहदी टकण- िहदी श द ससाधनिहदी टकण की परीकषा उ तीणर करन वाल कदर सरकार क अराजपितरत कमरचािरय को एक वतन विदध क बराबर 12 महीन की अविध क िलए वयिक तक वतन िदया जाता ह (ड़) िहदी आशिलिप- अराजपितरत िहदी भाषी आशिलिपक को िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर 12 महीन क िलए एक वतन विदध जो आगामी वतन विदध म िमला दी जाती ह क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह

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राजपितरत आशिलिपक को 90 परितशत या अिधक अक लकर िहदी आशिलिप परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन िदया जाता ह

िजन आशिलिपक (राजपितरत एव अराजपितरत दोन ) की मातभाषा िहदी नही ह उ ह िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर दो वतन विदधय क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह य वतन विदधया भावी वतन म िमलाई जाती ह ऐस कमरचारी पहल वषर दो वतन विदधय क बराबर और दसर वषर पहली वतन विदध को िमला िदए जान पर कवल एक वतन विदध क बराबर वयिक तक वतन परा त कर सकत ह िट पणी- िजन कमरचारी को सवाकालीन िहदी परिशकषण स छट िमली हई तो उस कमरचारी को सबिधत परीकषा उ तीणर करन पर िकसी परकार क िव तीय लाभपरो साहन नही िमलग नकद पर कार- िहदी परबोध परवीण पराजञ िहदी श द ससाधनिहदी टकण और िहदी आशिलिप की परीकषाए अ छ अक स उ तीणर करन पर पातरता क अनसार िन निलिखत नकद पर कार परदान िकए जात ह िजनकी वतरमान दर िन नानसार ह-

परबोध

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर - 1600- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 400- परवीण

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -1800- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1200- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर -600- पराजञ

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- िहदी श द ससाधनिहदी टकण

1 97 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 95 परितशत या इसस अिधक परत 97 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600-

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3 90 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर -800- िहदी आशिलिप

1 95 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 92 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर - 1600- 3 88 परितशत या इसस अिधक परत 92 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- bull यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव

िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर एकम त पर कार-

1 िहदी िशकषण योजना की परबोध परीकषा -1600- 2 िहदी िशकषण योजना की परवीण परीकषा -1500-

3 िहदी िशकषण योजना की पराजञ परीकषा -2400-

4 िहदी िशकषण योजना की िहदी श द ससाधनिहदी टकण परीकषा -1600-

5 िहदी िशकषण योजना की िहदी आशिलिप परीकषा -3000- िजन कमरचािरय को िहदी क सवाकालीन परिशकषण स छट परा त ह उ ह सबिधत तर की िहदी परीकषा उ तीणर करन पर नकद एव एकम त पर कार दय नही ह ग िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल िव तीय परो साहन तथा वयिक तक वतन नकद पर कार एव एकम त पर कार स सबिधत आदश उन सभी कमरचािरय पर भी लाग ह ग जो िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधानिहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए इलक टरॉिनक टाइपराइटर या क यटर का परयोग करक उ तीणर करत ह

िट पणी-1 एकम त पर कार परगित न कमरचािरय क अितिरक त कवल उ ही कमरचािरय को िदया जाएगा जो ऐस थान पर तनात ह जहा िहदी िशकषण योजना क परिशकषण कदर नही ह अथवा जहा सबिधत पा यकरम क परिशकषण की यव था नही ह

2 परिशकषाथीर यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधन िहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करत ह उनको एकम त पर कार क अलावा नकद पर कार परदान करत समय िनधारिरत िकए गए परिशकषण स पाच परितशत अक कम परा त करन पर भी नकद

पर कार रािश दी जाएगी

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सरकारी कामकाज (िट पणआलखन मल प) स िहदी म करन क िलए परो साहन योजना सरकारी काम मल प स िहदी म करन क िलए पर कार रािश िन न परकार ह-

(क) कदर सरकार क पर यक मतरालयिवभागसबदध कायारलय क िलए वततर प स पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

(ख) कदर सरकार क िकसी िवभाग क पर यक अधीन थ कायारलय क िलए वततर प स

पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

योजना क िलए मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

कदरीय सरकार क सभी मतरालयिवभागसबदध और अधीन थ कायारलय अपन अिधकािरय कमरचािरय क िलए वततर प स इस योजना को लाग कर सकत ह

सभी िणय क व अिधकारीकमरचारी इस योजना म भाग ल सकत ह जो सरकारी काम पणरत या कछ हद तक मल प स िहदी म करत ह

कवल वही अिधकारीकमरचारी पर कार क पातर ह ग जो lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर म वषर म कम स कम 20 हजार श द तथा lsquoगrsquo कषतर म वषर म कम स कम 10 हजार श द िहदी म िलख इसम मल िट पण व परा प क अलावा िहदी म िकए गए अ य कायर िजनका स यापन िकया जा सक जस रिज टर म इ दराज सची तयार करना लखा का काम आिद भी शािमल िकए जाएग

आशिलिपकटाइिप ट जो सरकारी कामकाज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन सबधी िकसी अ य योजना क अतगरत आत ह इस योजना म भाग लन क पातर ह ग

िहदी अिधकारी और अनवादक सामा यत अपना काम िहदी म करत ह व इस योजना म भाग लन क पातर नही ह ग

योजना क परयोजन क िलए पर यक अलग भौगोिलक ि थित वाल कायारलय को वततर एकक माना जाएगा उदाहरणाथर अलग कषतर म ि थत आयकर आयक त क अधीन सहायक आयकर आयक त आिद का कोई कायारलय अथवा रलव क मडल रल परबधक क

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अधीन कषतरीय अधीकषक आिद का कायारलय इस योजना क चलन क िलए एक वततर एकक माना जाएगा रकषा मतरालय या डाक तार िवभाग क अधीन थ तथा सबध कायारलय आिद क बार म भी ऐसी ही ि थित होगी

म याकन करन क िलए कल 100 अक रख जाएग इनम स 70 अक िहदी म िकए गए काम की मातरा क िलए रख जाएग और 30 परितशत अक िवचार की प टता क िलए ह ग

िजन परितयोिगय की मातभाषा तिमल तलग क नइ मलयालम बगाली उिड़या या असिमया हो उ ह 20 परितशत तक अितिरक त अक का लाभ िदया जाएगा ऐस कमरचारी को िदए जान वाल वा तिवक अक क लाभ का िनधाररण म याकन सिमित वारा िकया जाएगा ऐसा करत समय सिमित उन अिधकािरय कमरचािरय क काम क तर को भी यान म रखगी जो अ यथा उसस करम म ऊपर ह

अिधकािरय वारा िहदी म िडक टशन दन क िलए परो साहन योजना

अिधकािरय को िडक टशन दन क िलए परितवषर 5000- का पर कार िदए जान का परावधान ह इस योजना क मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

ऐस सभी अिधकारी िज ह आशिलिपक की सहायता उपल ध ह या जो सामा यत िडक टशन दत ह इस योजना म शािमल हो सकत ह

योजना की अविध िव तीय वषर रखी जाए

योजना म भाग लन वाल अिधकारी उनक वारा िहदी म िदए गए िडक टशन क बार म िरकॉडर रखग

पर कार योजना क अतगरत 5000- का पर कार रखा जा सकता ह पर कार दो भी रख जा सकत ह परथम पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर क अतगरत हो और िवतीय पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म हो

सभी मतरालयिवभाग कायारलय इस योजना को वय बना सकत ह और पर कार क िलए आव यक िहदी िडक टशन कायर की यनतम सीमा िनधारिरत कर सकत ह

lsquoकायारलय स ता पयर सामा यत उस कायारलय स होगा िजनका थानीय मख य अिधकारी

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िवभागा यकष अथवा कायारलया यकष घोिषत िकया गया हो पर कार िनधारिरत करन क िलए िकसी उ च अिधकारी को म याकन अिधकारी नािमत िकया

जा सकता ह अथवा इस हत एक सिमित गिठत की जा सकती ह इस जानकारी को सभी को दन का मखय उ य यही ह िक राजभाषा िहदी म अिधक स अिधक कायर कर और कदर सरकार की इन परो साहन योजनाओ म अिधक स अिधक कािमरक भाग ल

सिवधान म राजभाषाअ याय 1-- सघ की भाषा अन छद 120 ससद म परयोग की जान वाली भाषा

1 भाग 17 म िकसी बात क होत हए भी िकत अन छद 348 क उपबध क अधीन रहत हए ससद म कायर िहदी म या अगरजी म िकया जाएगा परत यथाि थित रा य सभा का सभापित या लोक सभा का अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत िकसी सद य को जो िहदी म या अगरजी म अपनी पयार त अिभ यिकत नही कर सकता ह अपनी मात-भाषा म सदन को सबोिधत करन की अनजञा द सकगा 2 जब तक ससद िविध वारा अ यथा उपबध न कर तब तक इस सिवधान क परारभ स पदरह वषर की अविध की समाि त क प चात यह अन छद ऐस परभावी होगा मानो ldquoया अगरजी म rdquo श द का उसम स लोप कर िदया गया हो

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िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल जगद बा परसाद मौसम िवजञानी- बी

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय

आचायर रामचदर शकल न lsquoसािह य का इितहासrsquo की पिरभाषा को इन श द म पर तत की ह- ldquoपर यक दश का सािह य वहा की जनता की िच वि तय का सिचत परितिब ब होता ह तब यह िनि चत ह िक जनता की िच वि त क पिरवतरन क साथ ndash साथ सािह य क व प म भी पिरवतरन होता चला जाता हआ योपात इ ही िच वि तय की पर परा को परखत हए सािह य पर परा क साथ उनका सामज य िदखाना ldquoसािह य का इितहासrdquo कहलाता ह

िहदी सािह य का आिदकाल(दसवी शता दी स चौदहवी शता दी) राजनीितक पिरि थितया- हषरवधरन की म य स लकर 1200 ई तक का यग राजपतकालीन यग कहलाता ह इस काल म दश एक रा टर न होकर अनक परात म बटा था कदरीय स ता कषीण हो गई थी राजपत राजाओ क पार पिरक वर-भाव तथा स तालोलपता का लाभ बाहरी आकरमणकािरय न उठाया अफगानी आकराता महमद गजनवी न सन 1000 ई स 1026 ई क बीच भारत पर सतरह बार आकरमण िकय तथा मोह मद गौरी न सन 1197 म तराइन क िवतीय यदध म जयचद की सहायता स प वीराज चौहान को हराकर मि लम शासन की नीव रखी आिदकाल की काल सीमा म शासन करन वाल तकर -अफगानी शासक थ अ यव था लटमार तथा िबखराव क इस यग मकिवय न दरबारी आ य गरहण िकया तथा अपन आ यदाताओ क शौयर तथा परशि त क गान िलख थ धािमरक पिरि थितया- विदक धमर तथा पौरािणक धमर िविभ न स परदाय म िवभकत हो चक थ विदक धमर क परितिकरया व प पनप बौदध धमर तथा जन धमर भी अनक स परदाय म बट चक थ धमर क मल वर को भलकर य स परदाय ततर-मतर जाद-टोन शरीरसाधना करन लग यही वाम मागर को अपनान वाल बौदध िसदध कहलाय इनक मठ म साधना क नाम पर यिभचार होन लगा िजसका िवरोध नाथ िसदध न िकया और हठ योग साधना तथा इिदरय- सयम को िवशष मह व िदया धािमरक वातावरण भरमपणर था सामािजक और आिथरक पिरि थितया - धमर और राजनीित क पतनो मख होन की अव था म ठ

भाषायी बयार

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सामािजक जीवन की क पना नही की जा सकती यदध का वातावरण सदव बना रहता था सतीपरथा बहिववाह बालिववाह पदार परथा का त कालीन समाज म परचलन था ऊच-नीच तथा छआछत का भाव समाज म या त था नवागत इ लाम धमर म जाितगत भदभाव न होन क कारण िन न जाितया धमारतरण करक इ लाम धमर अपनान लगी थी आिथरक ि ट स समाज दो वग म बटा था- एक - उ च वगर िजसम सामत शासक साहकार उ चपदािधकारी आत थ िजनक पास अथाह स पि त थी और दसरा िन न वगर िजनक पास अपनी दिनक ज रत क िलए भी धन नही था साहकार तथा सामत लोग इ ह कर और कजर क जाल म उलझात जा रह थ नाथ-सत सािह य म जो समाज क िविभ न पाखड का िवरोध जाितगत भदभाव क परित यग एव िवदरोह का वर िमलता ह वह त यगीन सामािजक एव आिथरक पिरि थितय की ही दन ह सा कितक एव सािहि यक पिरि थितया- गयारहवी सदी म यवन क आकरमण तथा उनक बढ़त परभाव क फल व प इ लामी स कित का परवश भारत म हआ परार भ म िहद तथा इ लामी स कितया एक-दसर क िव दध खड़ी नजर आयी परत जस-जस मगल का परभाव बढ़ता गया इ लामी स कित की छाप िहद स कित पर पड़ती गई सािहि यक ि ट स दखन पर इस यग म तीन का य धाराय िदखायी दती ह- पहली राजाि त स कत का य धारा थी इस अविध मस कत सािह य धारा क िव वनाथ अिभनवग त कतक कषमदर भोजदव म मट तथा राजशखर जस का यशा तर क आचायर शकर कमािरल भटट भा कर एव रामानज जस दाशरिनक मनीषी तथा भवभित ीहषर जयदव जस किव नाटककार एक साथ दखन को िमलत ह दसरी धारा धमारि त अपभरश म रिचत का य की थी वयभ प दत धनपाल वीर आिद जन किवय न पौरािणक गरथ को नए प म पर तत िकया इसी क साथ-साथ बौदध िसदध सरहपा क हपा लइपा आिद एव गोरखनाथ आिद नाथ न अपभरश क साथ लोकभाषा िहदी को अपनी रचनाओ का मा यम बनाया तीसरी धारा चारण एव भाट किवय वारा रिचत वीरगाथा मक का य की थी िजनम इन किवय न अपन आ यदाताओ क शौयर परदशरन तथा िविभ न यदध का वणरन अितरजनापणर ढग स िकया ह िहदी भाषा एव सािह य का उदभव इ ही रचनाओ स माना जा सकता ह य रचनाए ही यगीन पिरि थितय का िचतरण करन म सफल हई ह रामचदर शकल न इस काल को वीरगाथा काल नाम िदया ह भाषा की ि ट स आिदकालीन सािह य को मखयत दो भाग म वगीरकत िकया जा सकता ह-

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अपभरश क परभाव स यकत िहदी सािह य- जन किवय वारा रिचत सािह य बौदध िसदध- नाथ सािह य इसी क अतगरत आता ह यह सािह य धािमरक सािह य कहलाता ह वा तव म यह सािह य न तो सािहि यक अपभरश क अतगरत आता ह न िहदी क भाषा की ि ट स यह सकराित काल की रचनाए ह िजनम िहदी का आरि भक प िदखायी दता ह जो अपभरश क परभाव स यकत ह

अपभरश क परभाव स मकत िहदी सािह य- इस वगर क सािह य को िवषय और रचना की ि ट स दो भाग म िवभकत िकया जा सकता ह-

रासो सािह य िजसम दो परवि तया ह- (क) वीरगाथा परधान रासो सािह य जस- प वीराज रासो (िजस िहदी का परथम महाका य तथा इसक रचियता चदबरदाई को िहदी का परथम किव माना जाता ह) परमाल रासो(आ हखड) क रचियता जगिनक खमानरासो क रचियता दलपित िवजय ह मीररासो क रचियता शागरधर िवजयपाल रासो क रचियता न ह िस ह आिद ह (ख) गारपरक रासोसािह य- बीसलदव रासो इसी पर परा म अ दररहमान का सदशरासक परथम का य माना जाता ह इसकी भाषा परवतीर अपभरश अवहटट ह लोक सािह य- आिदकाल म एक का य धारा लौिकक सािह य की रही ह िजसम लोकत व एव लोकभाषा को अपनाया गया य किव लोककिव थ ढोला मा रा दहा िव यापित पदावली( गारपरक भिकतपरक िविवध िवषय जस परकित स सबिधत पद परहिलका कट पद यदध क पद आिद) अमीर खसरो की पहिलया इसी कोिट का सािह य ह आिदकाल म िश ट हा य तथा िवनोदमलक रचनाए खड़ी बोली म पर तत करन वाल अमीर खसरो परथम किव ह तकीर अरबी फारसी बरज एव खड़ी बोली पर इनका समान अिधकार था फटकर पहिलया मकिरया दो सखन खािलकबारी गज़ल अिधक परिसदध ह खसरो की पहिलय मकिरय तथा सखन क एक-एक उदाहरण पर तत ह- पहिलया न मारा न खन िकया बीस का िसर काट िलया (नाखन) एक कहानी म कह सन ल त मर पत िबना पर क वह उड़ गया बाध गल म सत (पतग) सखन पान सड़ा कय घोड़ा अड़ा कय (फरा न था) बरा मण यासा कय गधा उदासा कय (लोटा न था) मकिरया वह आव तब शादी होय उस िबन दजा और न कोय मीठ लाग वाक बोल कय सिख साजन न सिख ढोल

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जब मर मिदर म आव सोत मझको आन जगाव पढ़त िफरत वह िवरह क अ छर य सिख साजन ना सिख म छर आिदकालीन सािह य का कला पकष भाषा रासो का य म वीर रस क साथ-साथ गार रस का भी स यक परयोग हआ ह अत विणरत थल क अन प ही भाषा पिरवतरन हआ ह इस यग म सािहि यक राज थानी भाषा का परयोग िडगल क नाम स का य म होता था और बरज िमि त भाषा का सािहि यक प िपगल कहलाता था चारण किवय न वीरगाथा मक रासो का य की रचना िडगल म की िजसम कठोर वणर िव व परधान वण का परयोग अिधक था गार रस क वणरन म िपगल का सरस परयोग िमलता ह िजसम भावानकल कोमल वण का परयोग िकया गया ह उदाहरणाथर- थिक रह सर कौितग िगगन रगन-मगन भई ोन धर हिद हरिण वीर जगग हलस हरउ रिग नवर त वर (प वीराज क यदध का वणरन िडगल भाषा म ) अथारत प वीराज चौहान क यदध कौशल और वीरता को दखकर सयर भी त भवत ठहर गया इस यदध म हए नरसहार स सारी धरती रकत स भर गई ऐस यदध को दखकर वीर योदधा उ लास स भर उठ और उनक चहर पर परस नता स रकत की जसी लािलमा छा गई हल हल लग कछ मद वाय नव वध किल भय कप पाय उपमा उर कि व कहीय ताम ज वन तरन अिग अिग काम (इि छनी की स दयर शोभा का वणरन िपगल भाषा म ) वह सवारग म काम की तरग क रहत हए भी परथम किल क समय ऐस कापती ह जस मद वाय क हलक झ क स लता िहलती डलती ह त सम श द तदभव श द राज थान क दशी श द का परयोग भी िमलता ह अपभरश भाषा की का यधारा भी िहदी क समानातर चल रही थी इसिलए इन का य पर थोड़ा बहत अपभरश का भी परभाव िदखायी दता ह इ लाम क परभाव क फल व प अरबी फारसी और तकीर भाषाओ क भी कछ श द इस काल क का य म दखन को िमलत ह का य प परबध एव मकतक दोन परकार क का य इस काल म िलख गए प वीराज रासो खमान रासो िवजयपाल रासो परबध का य की कोिट म आत ह बीसलदव रासो मकतक गीितका य ह परमाल रासो लोकगीत शली पर आधािरत गय का य ह परमाल रासो की गयता ट य ह- बारह बरस ल ककर जीव अ तरह ल िजय िसयार

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बरस अठारह कषितरय जीव आग जीवन को िधककार अलकार एव छद- इन का य म उपमा पक उ परकषा यमक आिद सभी अलकार का किवय न परयोग िकया ह परत वीरका य म वीर रस की परधानता और वीरोिचत वणरन म अितशयोिकत की परधानता स अितशयोिकत एव अ यिकत अलकार का अिधक परयोग हआ ह चारण किव छदशा तर क जानकार थ दोहा या दहा ताटक तोटक तोमर गाहा पदधिर आयार रोला कडिलया उ लाला आिद छद का कशलतापवरक परयोग िकया ह

आषाढ़ का पहला िदन भवानी परसाद िम

हवा का ज़ोर वषार की झड़ी झाड़ का िगर पड़ना कही गरजन का जाकर दर िसर क पास िफर पड़ना उमड़ती नदी का खती की छाती तक लहर उठना वजा की तरह िबजली का िदशाओ म फहर उठना

य वषार क अनोख य िजसको पराण स यारजो चातक की तरह ताकता ह बादल घन-कजरार

जो भखा रहकर धरती चीरकर जग को िखलाता हजो पानी व त पर आए नही तो ितलिमलाता ह

अगर आषाढ़ क पहल िदवस क परथम इस कषण म वही हलधर अिधक आता ह कािलदास क मन म

त मझको कषमा कर दना

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कया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

मौसम कदर - रायपर

जलवाय पिरवतरन एक अतहीन परिकरया हजो परातन काल स चली आ रही ह मानव मि त क क उ पाती िवकास क साथ ही जलवाय पिरवतरन म भी गितशीलता ि टगोचर हई ह एक ओर जहा इस परिकरया को मानव जीवन क िलए हािनकारक माना जा रहा ह तो दसरी ओर स यता क िवकास क िलए इस अघोिषत अ याव यक परिकरया व प मा यता परा त ह वा तव म जलवाय पिरवतरन को गलोबल वािमरग अथारत भ-तापमान म विदध स जोड़कर दखा जा रहा ह तथा इसक फल व प जीवनोपयोगी िविभ न ससाधन की उपल धता म सभािवत कमी की आशका यकत की जा रही ह िक त इसका दसरा पहल यह भी ह िक ऐस कई कषतर ह जो अ यत कम या अ यिधक तापमान क कारण मानव िवहीन हआ करत थ व आजकल जिवक आबादी स पिरपणर होत जा रह ह किठन मौसमी पिरि थित क कारण अनक कषतर मानव की पहच स बाहर होत थ जो अब नही ह यह जलवाय पिरवतरन का ही पिरणाम ह

सामा य लख

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एक सपरिसदध पयारवरणिवद िफिलप बरॉडिवथ वारा जलवाय पिरवतरन पर चचार का मह वपणर िवषय पर तत िकया गया ह िक ldquoकया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी हrdquo साथ ही कहा गया ह िक चचार म ऊजार की माग पर आधािरत उपभोकताओ क उ तरदािय व को अनदखा िकया जाए इस यकष पर न क जवाब म अनक वजञािनक िमतर वारा मह वपणर तकर पर तत िकए गए ह आज हम िविभ न तकनीक स िघर हए ह तरह- तरह की मशीन और उपकरण स हमार दिनक कायर कछ जिटल तो कछ बहत आसान हो गए ह इसम पयारवरण की अनकलता भी आव यक होती ह जो जलवाय पिरवतरन का ही एक प ह यह जानत हए िक पिरवतरन परकित का िनयम ह इस चचार म िविभ न वजञािनक समदाय क वजञािनक (सौज य वॉटसएप गरप lsquoआईएमएस रायपरrsquo और lsquoएगरी म टीयोरोलोिज टrsquo) वारा अनक तकर िदए गए ह आईए इनक बहम य तक पर गभीरतापवरक नजर डाल- मनीष िस हा शोधकतार CSVTU िभलाई क अनसार ldquoमर िवचार स जलवाय पिरवतरन क िलए कोई भी िज मदार नही ह जसा िक म समझता ह जलवाय पिरवतरन की अवधारणा कवल मानव ह तकषप क परितकरया व प नही ह वरन मानव की परिकरयाओ को समािहत िकए िबना भी यह सभव ह कय िक जलवाय पिरवतरन को उ परिरत करन वाल मानवजिनत घटक स िकसी का सीधा सबध नही ह अब इस जलवाय पिरवतरन की अवधारणा को तब तक रोका नही जा सकता जब तक इस अिन टकारी पिरवतरन पर परकित वारा ह तकषप नही होता िक त यिकत िवशष वारा िकए जा सकन का कायर यह ह िक वह जलवाय पिरवतरन की गित म कमी लान म अपनी सहभािगता सिनि चत कर तािक परकित को अपनी पवारव था परा त करन क िलए आव यक समयाविध दी जा सक किष वजञािनक सबरहम यम राज क िवचार ह िक ldquoकया यिक तगत कपिनय की इसम कोई िज मदारी नही ह िवकास क कारण का अितम पिरणाम कया ह इस त य को पिरभािषत करन म हम सकषम होना होगा ldquoटसलाrdquo भी एक क पनी ह यहा क एक अिधकारी लोन म क क कथन पर हम यान दना होगा िक lsquoआव यकताrsquo ह इस सम या को हल करन की िज मदारी अनसधानकतारओ की हrdquo अथारत क पिनय की एक अ य किष वजञािनक तषार दशमख का मानना ह िक ldquoपराकितक अ न-उ पादन पराकितक भोजन पराकितक पयारवरण सावरितरक माग ह िक त िवचारणीय त य यह ह िक मानव मातर वारा परकित क अन प कस इ ह फलीभत व इनका म यवधरन िकया जाता हrdquo िबट रायपर क िपरसीपल डॉ िपयषकात पाड क अनसार lsquoउ नीसवी सदी म औ योिगक कराि त क

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प चात इतनी कम अविध म काबरन डाइऑकसाइड क बढ़त तर क िलए प वी क पर इितहास म ऐसा कोई उदाहरण नही ह अतीत म प वी क गरम होन का कारण काबरन उ सजरन ही ह इसिलए मानव जाित और हमार सगठन जलवाय पिरवतरन क दोष स बच नही सकत

टरप सिहत सभी सदह करन वाल न इस सबध म मानो वा तिवकता को जानन स ही इकार कर िदया जलवाय पिरवतरन प वी को गमर आदरर बफर -रिहत पणरतया समदरमय तथा मौसम क अनसार पणरतया िव वसक गरह बनाकर यहा स पणर मानव जाित को परी तरह न ट करन म सकषम ह वजञािनक एम एल साह भारत मौसम िवजञान िवभाग क मानत ह िक ldquoमानव अि त व क पवर भी जलवाय पिरवतरन हआ ह िक त जलवाय पिरवतरन की गित म विदध मानव क ह तकषप क कारण ही हई ह औ योगीकरण भी इसका एक कारक हrdquo किष वजञािनक यगाधर कहत ह िक क पिनया दकानदार क प म अपन गराहक को ऐसी व तए बचती ह िजसक िलए उ ह म य परदान िकया जाता ह य तो हम उपभोकतागण ह जो lsquoिनदरयीrsquo उ पाद को खरीदकर उ ह परो सािहत करत ह कया करय िकया जाए य हम वय ही िनधारिरत करना ह यह भली भाित जानत हए भी िक मर वारा की गई यह छोटी सी खरीददारी उन यापािरय क लाभ या िवकरय को िवशष परभािवत नही करगी म कछ अनितक कपिनय स उ पाद नही खरीदता डॉ परकाश खर वजञािनक भारत मौसम िवजञान िवभाग क अनसार lsquoपिरवतरन क पीछ भागना मानव की परवि त ह पिरवतरन स परायः परकित पयारवरण िस टम या कह िक जलवाय पटनर ही असतिलत हो जाता ह इसिलए हम ऐस असतलन-मखी परितघात स जीवन को सरिकषत रखन क िलए सिनयोिजत होन की आव यकता ह अ यथा जलवाय असतलन अव य भावी ह डॉ िवनोद खडस किष वजञािनक का कहना ह िक lsquoयह तो परशासन क शराब बदी कायरकरम क सम प ह जहा दसरी ओर आबकारी िवभाग वारा काननन शराब क िलए टडर या परिमट भी जारी िकया जाता ह अतएव इस परिकरया को अिधक तव जो न द वरन िन वाथर व बिदधम तापवरक यिक तगत

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तर पर इस सलझान का परयास कर इस िवषय पर मरा मानना ह िक जलवाय पिरवतरन कवल वातावरण म गरीन हाउस गस अथवा तापमान म विदध का ही पिरणाम नही ह इस हािनकारक परिकरया क प म ही न दखा जाए वरन यह जीवन क िलए वरदान व प भी सािबत हआ ह कपया िपछल दशक क दौरान म य भारत कषतर पर मॉनसन आन म दरी क बार म िवचार कर मर िवचार स यह इस कषतर म गमीर क िदन म भ-जल क उपयोग स िकए जान वाल किष उ पादन कायर क फल व प कषतर का अपकषाकत कम तपन स तापीय परवणता व वायदाब परवणता म कमी आन का पिरणाम ह जो मॉनसन क आग बढ़न म यवधान डालता ह इसी परकार राज थान और गजरात रा य म भी जलवाय पिरवतरन हआ ह अतएव जलवाय पिरवतरन क िलए कवल औ योगीकरण पर दोषारोपण नही िकया जा सकता जलवाय पिरवतरन का दोषी कौन ह या जलवाय पिरवतरन जीवन क िलए आव यक ह या अनाव यक उपयोगी ह या अनपयोगी या कह िक वरदान ह या अिभशाप अब यह तय करना आपक हाथ म ह

-------------- आपदाए अपन िलए दया क घट िनधारिरत नही करती व िकसी भी वक त कही भी पहच कर अपन काम को परा कर दती ह आपदाओ स हम एक शानदार चीज़ सीख सकत ह व अपना काम बड़ ही यान स परा करन क बाद ही लौटती ह

महमत मरत इलदान

सािह यकार तकीर

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भर टाचार मक त भारत - मरी ि ट म िमलन परसाद भटटाचायर

मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

परादिशक मौसम कदर -कोलकाता भर टाचार वतरमान म भारत म एक वलत िवषय ह िजसक िवषय म चचार करन स पहल भर टाचार की उ पि त का िव लषण करना आव यक ह वा तव म परभावशाली यिक तय वारा िकए गए अस य ईमान िव दध और अनितक आचरण को ही भर टाचार कहा जाता ह भर टाचार घस लन एव गबन करन स श होता ह

लाल फ़ीताशाही ल बी परिकरयाए गलत वािणि यक एव तकनीकी तरीक तथा उसक साथ राजनितक इ छा शिक त का अभाव भर टाचार को पनपन म सहायता करत ह इसक अलावा िनयम का जाल जिटल कर एव अनजञा परणाली तथा परद त िवशष िववकािधकार भर टाचार का अवसर परदान करत ह lsquoटरा परसी इटरनशनलrsquo क अनसार लगभग 50 परितशत भारतवािसय को सरकारी सवा परा त करन क िलए कभी न कभी जन अिधकािरय को घस दनी पड़ी ह टरासपरसी इटरनशनल की lsquoभ टाचार बोधक तािलकाrsquo क वषर 2016 क पिरणाम अनसार 176 दश म भारत का थान 79वा ह

काला धन भारत म िवकास का सबस बड़ा बाधक ह काल धन स ता पयर उस धन या स पि त स ह जो िनयमानसार कर चकाए िबना अिजरत की गई हो भारतीय वारा िवदशी बक म िकतना काला धन जमा िकया गया ह इसकी जानकारी अभी तक परा त नही की जा सकी ह काल धन की रीढ़ को तोड़न क िलए सन 2012 म कदरीय पर यकष कर बोडर न िवमदरीकरण का सझाव िदया था 08 नव बर 2016 को भारत सरकार न 500- एव 1000- क नोट की वधता समा त करन की घोषणा की इसका पिरणाम यह हआ िक वषर 2017-18 म आयकर िरटनर भरन वाल की सख या म 25 परितशत का इज़ाफा हआ तथा 282 करोड़ लोग न आयकर िरटनर दािखल िकया आयकर का अिगरम भगतान 418 परितशत बढ़ गया तथा आयकर िवभाग न 549 िबिलयन म य की नकदी एव गहन ज त िकए भर टाचार भाई भतीजावाद और बइमानी न हमार सामािजक तान-बान को न ट कर िदया ह यहा तक िक हमार भर टाचार िनरोधी िवभाग भी यदा-कदा भर ट लोग क चगल म फस जात ह तथा फलत भर ट लोग को सामा य द ड क साथ छोड़ दन पर िववश हो जात ह दश का कानन इन भर ट लोग स मज़बती स िनपटन म सकषम नही ह इसीिलए परशासिनक कायारलय म भर टाचार की नदी िसर क

सामा य लख

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ऊपर बहन लगी ह भर टाचार का मल कारण लाल फ़ीताशाही और कायर म अनाव यक दर करना ह हमारा रा टर नितक म य क ास स जझ रहा ह िजस उ नत करन की आव यकता ह सरकारी अिधकािरय को अपना कायर स पािदत करत समय िकसी परलोभन क आग नही झकना चािहए दश क परिसदध एव नामी-िगरामी यिक तय को अपनी ईमानदारी व स चाई स ईमानदार करदाता क प म आदशर थािपत करना चािहए भर टाचार को दर करन क िलए कई कदम उठाए गए ह िजनम मख य ह-

bull सचना का अिधकार सरकारी िकरयाकलाप क बार म पछन का अिधकार नागिरक को दता ह bull कदरीय सतकर ता आयोग सतकर ता रखन तथा सरकारी परित ठान म भर टाचार दर करन क उपाय

का सझाव दन क िलए गिठत िकया गया ह bull स य िकरयाि वत व त एव सवा कर न lsquoएक दश एक करrsquo परणाली को लाग िकया ह िजसस

कर चोरी पर रोक लगगी भर टाचार को रोकन क िलए कछ और कदम उठाए जान आव यक ह -

bull भर टाचार सबधी मामल का शीघर िनपटारा करन क िलए िवशष अदालत बनाई जानी चािहए

bull मज़बत और कड़ कानन बनाए जान चािहए िजसस अपराधी को छट न िमल सक

एक बार यिद हम इस भर टाचार भाई-भतीजावाद और घस लन एव दन क रोग को भारतीय समाज स दर कर सक तो हमार दश को िवकिसत दश की ि थित म पहचन म वक त नही लगगा और बिकम चदर जी का lsquoसजलाम सफलाम श य यामला मातरमrsquo का व न साकार हो जाएगा

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दिनया भर की तकनीक और आिव कार न हमारा जीवन बहत आसान कर िदया ह मगर एक पराकितक आपदा आत ही सब बकार हो जाता ह और हम समझ आ जाता ह िक धरती पर हम िसफर कदरत की दया क भरोस िजदा ह

नाइल डगर टायसन

अमरीकी ए टरोिफिज ट

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भवन-िनमारण म ईशान-कोण का मह व मकश कमार ग ता

मौसम िवजञानीndash बी सगठन अनभाग - मखयालय

भारतीय स कित म भवन-िनमारण स पवर िकसी शभ महतर म वा त पजन भिम पजन भिम शोधन िशला यास आिद शभ कायर दवी-अनगरह परा त करन क साथ-साथ सयर सिहत सम त गरह-नकषतर रािश-समह एव परकित क पड़न वाल परभाव को अनकल बनान व परकित क साथ सामज य थािपत करन क िलए िकए जात ह कोई भी नविनमारण यह उ य सामन रखकर िकया जाता ह िक बनकर तयार होन क प चात वह भवन िनवास करन वाल क िलए िवघन-बाधा रिहत सख-शाि तदायक परगित का कारण एवम सवरथा मगलमय हो घर म कलह-कलश न हो पािरवािरक सौ यता सामज य एव पार पिरक नह-सदभाव बना रह तािक यिकत व थ एव दीघरजीवी ह आिथरक उ नित सामािजक मान-परित ठा म अिभविदध आिद बात साथरक िनमारण का पिरचायक मानी जाती ह

सामा य लख

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भवन क उ तर-पवर कोन को ईशान-कोण कहा जाता ह भगवान िशव का एक नाम ईशान भी ह चिक भगवान िशव का आिधप य उ तर-पवर िदशा म होता ह इसीिलए इस िदशा को ईशान-कोण कहा जाता ह यहा दवी शिकतया इसिलए भी बढ़ती ह कय िक इस कषतर म दवताओ क ग बह पित और मोकष कारक कत का भी वास रहता ह िव वकमार परकाश क अनसार पर यक भखड का भवन का और यहा तक िक पर यक कमर का ईशान-कोण अथारत उ तर और पवर क म य का भाग या कोना अ यत मह वपणर ह सयर परब स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह अतः उसकी जीवनदाियनी पराण ऊजार स भरपर लाभ उठान क िलए पव तर िदशा म पजा-ककष या दव-मिदर का होना अिनवायर ह जहा सयर और प वी क ऊजार क दर का सि मलन होता ह िवजञानव ता जानत ह िक सयर और प वी का आपस म िकतना घिन ठ सबध ह सयर क ताप व परकाश-रि मय क परभाव स ही धरती पर अनगिणत पिरवतरन होत रहत ह वा तशा तर का आधार भी इन दोन का पर पर सबध ही ह ऋिषय न कहा ह- ईशा यो दवतागह पवर या ननामिदरम पव तर क तीन िवधानसभा चनाव क नतीज आन क बाद परधानमतरी ी नरदर मोदी जी न कायरकतारओ को सबोिधत करत हए अपन भाषण क दौरान वा त क ईशान-कोण का िजकर करत हए कहा था जो बात म कह रहा ह उस मन सना ह हालािक इसम न मरा जञान ह न मरी आ था ह जो इमारत बनात ह वो एक मा यता रखत हrsquo उ ह न कहा वा त म इमारत की जो रचना होती ह उसम उ तर-पवर कोण का सबस मह वपणर थान होता ह वा तशा तरी इसका बहत यान रखत ह मतलब िक (घर बनान म) एक बार नॉथर-ई ट ठीक हो गया तो परी इमारत ठीक हो जाती ह आज मझ खशी इस बात की ह िक नॉथर-ई ट का यह कोना िवकास की यातरा का दश म नत व करन आग आया ह I हमारा दश धमरपरायण दश ह आ याि मक ऊजार यहा क कण-कण म समािव ट ह यहा वा त को धािमरक क य स जोड़कर रखा गया ह तािक उस मा यम स हम ई वर स सबध थािपत करक लौिकक एव पारलौिकक सख क आनद का लाभ उठा सक इस सदभर म आधर परदश क मधर य वा तवता ी गौ ित पित र डी अपनी कित वा त-सदश म कहत ह िक बर मा ड म स या त अिगन वाय जल आकाश आिद नसिगरक शिकतय -पचमहाभत को अपन घर क अनकल बनाना जानना और तदन प भवन िनमारण करना ही बिदधमान को अभी ट ह उनक अनसार बदरीनाथ कदारनाथ आिद उ तराख ड क दवालय मथरा-व दावन क पराचीन मिदर ओिडशा का जग नाथपरी एव दिकषण भारत

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क ित पित बालाजी आिद दव- थान की थापना वा तशा तर क अनसार की गई ह िजनक कारण उनक आकषरण एव वभव दखत ही बनत ह व ततः वा त िनयम क अनसार िनिमरत दवालय पजा-थल एक परकार स बर माडीय ऊजार क क दर होत ह इसीिलए पर यक िनमारण म एक कोना पजा- थल क प म िवकिसत करन का िवधान ह वा तशा तर क अनसार दवालय उपासना थल या पजा ककष भवन का परमख अग ह इस ईशान-कोण म थािपत करन का परमख कारण यह ह िक सयर पवर स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह साथ ही इस आरोगय का दवता माना गया ह पवारिभमखी पजाककष म जब यिकत उपासना करता ह तो उसका मह पवर की ओर होता ह इसस परातःकालीन उदीयमान सिवता दवता सयर की विणरम िकरण का लाभ साधक को िमलता ह हमारी काया क उ तरी धरव अथारत मि त क म सह ार चकर आजञाचकर एव बर मरधर जस कई स म शिकत कदर ह िजनका सबध सयर स थािपत हो जान पर व जागरत होन लगत ह और अतीिदरय कषमताए एव ऋिदध-िसिदधया ह तगत होन लगती ह ओजस-तजस एव वचरस का ोत सयर ही ह इसीिलए परितमाओ का मख परब पि चम या दिकषण की ओर होता ह तािक उपासना करन वाल यिकत का मह सदव परब पि चम या उ तर िदशा की ओर रह और वह सयर की जीवनदाियनी पराण-ऊजार स लाभाि वत होता रह जञान पराि त क िलए उ तर िदशा म उ तरािभमख धन-सपदा हत पवर िदशा म पवारिभमख एव सख-शाित हत पि चम िदशा म पि चमािभमखी होकर पजा उपासना करन का िवधान शा तर म बताया गया ह

ईशान-कोण म कया होना चािहए घर शहर और शरीर का ईशान भाग सबस पिवतर होता ह इसिलए इस साफ- व छ और खाली रखा जाना चािहए यहा जल की थापना की जाती ह जस कआ बोिरग मटका या िफर पीन क पानी का थान इसक अलावा इस थान को पजा का थान भी बनाया जा सकता ह घर क मखय वार का इस िदशा म होना वा त की ि ट स बहद शभ माना जाता ह आवासीय भवन म डराइग म क िलए पवर उ तर एव ईशान-कोण का कषतर उिचत ह ईशान-कोण म अिधक स अिधक थान खाली रख अ यथा पवर और उ तर िदशा क कषतर को खाली या ह क रख उ तर एव पवर िदशा की सकारा मक ऊजार म विदध क िलए इन िदशाओ म बड़ी-बड़ी िखड़िकया अथवा लाइिडग दरवाज का परावधान रख ईशान- कोण म िकसी भी परकार की फकटरी होना बहत उपयोगी माना गया ह लिकन इस िदशा म

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टरासफामरर भटटी या जनरटर िब कल ना रख यह िदशा दवीय शिकतय क िलए ठ होती ह इस िदशा का परितिनिध व वय दवीय शिकतया ही करती ह इसिलए यहा मिदर होना बहत शभ रहता ह इस थान पर हमशा साफ-सफाई रहनी चािहए इस थान पर मिदर क साथ ही पानी स सबिधत उपकरण भी रख जा सकत ह घर क इस कोन म बाथ म और टॉयलट नही होना चािहए साथ ही यहा भारी व तए भी नही रख घर कारखाना या िकसी भी वा त का िनमारण कायर परार भ करत समय नीव खदाई ईशान िदशा स ही श करना चािहए एव रसोई घर जनरटर ककष बॉयलर िबजली मीटर या मन ि वच आिद ईशान-कोण म नही बनान चािहय (आगनय िदशा म बनान चािहय) घर क अ दर ईशान-ककष क कोन म पीन क पानी का घड़ा या बतरन पानी भरकर अव य रखना चािहए सयर स िनकलन वाली पराकितक पराबगनी (Ultra Violet) िकरण की शिकत स यह पानी शदध व शिकतशाली बनता ह और पिरवार क सद य वारा इसक पीन स वा य सख समाधान आनद तथा स पदा का लाभ होता ह भवन क उ तर पवर एव ईशान म भिमगत पानी की टकी कआ या बोर होना बहत शभ होता ह इसस आिथरक स प नता क साथ-साथ परिसिदध भी िमलती ह उ तर पवर और ईशान जञान एव तजि वता की िदशाए ह इन िदशाओ स जञान तज सख आनद समाधान की प दन लहर आती ह अतएव अ ययन भोजन पजा एव अ य शभ कायर करत समय इन िदशाओ की ओर मह रखन स सफलता व परिसिदध की सभावनाओ म बढ़ोतरी होती ह

ईशान-कोण म कया नही होना चािहए ईशान-कोण पर दवी-दवताओ और आ याि मक शिकतय का वास रहता ह िकसी घर म ईशान-कोण को सबस पिवतर कोना माना जाता ह इसी वजह स इस िदशा म रसोई घर शौचालय या कड़ा-कचरा घर जसा िनमारण परी तरह विजरत माना जाता हI इस थान पर कड़ा-करकट रखना टोर टॉयलट िकचन वगरह बनाना लोह का कोई भारी सामान रखना विजरत ह इसस धन-सपि त का िवनाश और दभारगय का िनमारण होता ह ऐसा करन स आप बबारदी क वारा खोल दग ईशान-कोण म िकसी भी परकार का झाड़ नही रखना चािहए इसक अलावा घर बनवात समय इस कोण म बाथ म नही हो इसका िवशष यान रख यिद आप ऐसा करत ह तो घर म झगड़ा और कलश की ि थित बनी रहगी िजन घर म ईशान-कोण दिषत होता ह वहा कभी भी सख- समिदध का वातावरण नही होता ह घर क लोग का चिरतर अ छा नही होता और उस घर क

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सद य को लबी बीमािरय का सामना करना पड़ता ह ईशान-कोण म ग ढ का होना भी नकारा मक उजार पदा करता ह साथ ही इस कोण म रसोईघर का होना दिरदरता को आमतरण दता ह यिद कोई तरी अिववािहत ह तो उस इस कोन म नही सोना चािहए इस कोन म कोई अिववािहत तरी सोती ह तो उसक िववाह म िवलब हो सकता ह या वा य सबधी परशािनय का सामना करना पड़ सकता ह

ईशान-कोण क दोष का परभाव तरी हो या प ष आज क भौितक यग म एक फशन सा हो गया ह िक लोग उ ह जान पहचान मान द स मान द अथारत हर यिकत चाहता ह एक यथोिचत परिसिदध लोग म योगयता भी होती ह अवसर भी िमलत ह परयास भी िकए जात ह पर त सबक बावजद सफलता नही िमल पाती या कम िमलती ह इस कारण कभी - कभी लोग िनराश भी हो जात ह िक परी महनत क बाद भी यथोिचत उपलि ध कय नही िमल पा रही ह यिद आप ईशान-कोण (उ तर-पवर िदशा) म बड म बनाएग तो इस कमर म सोन वाला कम स कम आठ-दस घट तो यहा िबताएगा ही िकसी भी यिकत क िलए ऊजार स पिरपणर इस कषतर म इतन लब समय तक रहन का मतलब ह खद का नकसान कय िक इस जगह पर िकसी को भी इतनी दर नही रहना चािहए यिद आपन यह कमरा अपन बट को िदया ह तो सभव ह उस पर मोटापा हावी हो जाए िजसक पिरणाम व प वह स त और ढीला हो सकता ह और उसम हीन भावना भी आ सकती ह अगर बटी को यह कमरा िदया गया ह तो वह िचड़िचड़ वभाव की और झगड़ाल हो सकती ह इतना ही नही उस कम उमर म ही तरी-रोग स जड़ी सम याए भी झलनी पड़ सकती ह िकसी दपि त का बड म बनान क िलए ईशान-कोण अशभ फलदायी जगह ह िकसी नव-िववािहत दपि त को तो भलकर भी ईशान-कोण म अपना बड म नही बनाना चािहए नव -िववािहता अगर ईशान-कोण म बन बड म म रहती ह तो सभवतः या तो वह गभरधारण ही नही कर पाएगी या उस बार-बार गभरपात कराना पड़ सकता ह ईशान-कोण पर बन बड म म सोन वाल दपितय को शारीिरक मानिसक आिथरक और आ याि मक अनक तरह की किठनाइया झलनी पड़ सकती ह ईशान-कोण म टॉयलट होन स पसा लश होता ह वा य खराब होता हपािरवािरक कलह रह सकती

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ह और अपयश िमलता ह

ईशान-कोण म भवन िव तार मन पहल बताया िक भवन िनमारण ईशान-कोण स परार भ करना चािहए लिकन पवरिनिमरत भवन या पिरसर म िव तार कदािप ईशान-कोण म नही करना चािहए ऐसा करन स पवर िदशा स आ रही सय दय की रि मया नवीन सरचना वारा अवशोिषत होती ह और मौजदा सरचना भवन तक परभावी प स पवरवत नही पहच पाती और अिधकाश सकारा मक ऊजार नविनिमरत भवनसरचना तक ही

सीिमत रहन क कारण वही अवशोिषत हो जाती ह फल व प सकारा मक ऊजार क ास व नकारा मक ऊजार म बढ़ो तरी क कारण पवरिनिमरत भवन म रहन वाल की सोच रहन-सहन कायरशाली एव उ पादकता नकारा मक प स परभािवत होती ह व आ याि मक आि मक मानिसक एव भौितक तर म ास क कारण पतन की ओर अगरिसत होन की सभावना परबल हो जाती ह I छाया-वध क कारण भी इस परकार की अव था म मल पिरसर भवन का वा त िबगड़ता ह फल व प उपरोकत दोष की मातरा म और अिभविदध होन की सभावना अिधक परबल हो जाती हI िकसी वकष मिदर वजा पहाड़ी ईमारत आिद की छाया िकसी पिरसर मकान पर पडऩ को छाया-वध कहत ह यह शाित की परितरोधकता यापार व िवकास पर परितकल परभाव ब च क िववाह म दरी वशविदध एव वा य पर परितकल परभाव िवकास म बाधक िनराशा धन-हािन एव स ता म ास की योतक ह यह तो मातर बानगी ह िजजञासगण िवषय की गहराई म उतरकर अपन जीवन को और अिधक सखद व सफल बना सकत ह I

अगर िह द तान को सचमच आग बढ़ना ह तो चाह कोई मान या न मान रा टरभाषा तो िह दी ही बन सकती ह कय िक जो थान िह दी को परा त ह वह िकसी और भाषा को नही िमल सकता

रा टरिपता महा मा गाधी

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नमािम गग पनम िसह

मौसम िवजञानी ndashए परादिशक मौसम कदर- नई िद ली

पराण म इस बात का उ लख ह िक दवताओ को दवी लीला परदशरन क दौरान भगवान िव ण क चरण क नाखन स अमत त य पिवतर जल का ाव हआ था िजस सभागार म उपि थत बर मा जी न गगा जल समझकर अपन कमडल म एकतर कर िलया था इस रह य का पता अयो या नरश भगीरथ को चला अत उ ह न अपन पवरज को तारन क िलए बर मा जी िशव जी इ यािद को तप या स परस न कर गगा जी को भारत भिम पर लाया किववर भारतद हिर चदर न गगावतरण को अपनी किवता म इस परकार यकत िकया ह

ी हिर-पद-नख-चदरकात-मिनndashदरिवत सधारस बर म कम डल म डन भव ख डन सर सरबस िशव िसर ndashमालित ndashमाल भगीरथ नपित ndashप य ndashफल ऐरावत ndash गत- िगिरपित ndashिहम-नग-क ठहार कल सगर सवन सठ सहस परस जल मातर उधारन अगिनत धारा प धािर सागर सचारन

प य सिलला गगा अनािद काल स हमारी सामािजक ndash आिथरक ndash भौगोिलक तथा सा कितक पहचान रही ह इसक िकनार क बड़ भभाग हिरयाली और खशहाली स सराबोर रहत ह इसक िकनार बड़-बड़ शहर बस हए ह जो भौितक और आ याि मक ि टकोण स ल धपरित ठ ह पर वषर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव जत और वन पितय को जीवन दान दती ह तथा लाख एकड़ भिम की िसचाई करक भारत माता को श य यामलाम मातरम की उपािध स िवभिषत करती हगगा जल म ऑकसीजन धारण करन की असाधारण कषमता होती ह यही कारण ह िक यह बहत समय तक रखन क बाद भी ताजा रहता ह इसक अदर शारीिरक रोग को दर भगान का िवशष गण होता ह हमार दश म सिदय स गगा जल पीकर लोग बीमािरय स छटकारा पात रह ह िकसी सत न कहा ह शरीर जजररीभत यािधगर त कलवर औषध जा नवी तोय व यो नारायणो हिर

सामा य लख

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यिद शरीर जजरर और यािधगर त हो जाय तो गगा जल को औषिध क प म लकर नारायण की कपा स मन य रोगमकत हो जाता ह आई आई टी कानपर क परोफसर िवनोद तार क अनसार गगा जल क गण ह इसकी शीतलता मधरता व छता ऊजार परदान करन की शिकत हर परकार क खिनज पदाथर का समावश पीन की योगयता पावनता पाप िनवारण की शिकत त णा और मोह दर करन की कषमतािनजरलन (िडहाइडरशन) की अव था म बहोशी को दर करना पाचन ndashशिकत- वधरक परजञा-शिकत धारण करन की कषमता इ यािद इ ही गण क कारण मन य जब शरीर छोड़न लगता ह तो उसक मख म गगा जल डाल िदया जाता ह िजस गगा क िकनार गो वामी तलसीदास व राजा हिर चदर जस महान प ष न अपन साधना का कदर बनाया और इसकी िनमरलता एव पावनता स लाभाि वत हएवही जल कछ समय स पयार त परदिषत हो गया ह गगा धािमरक आ था का परतीक गो वामी तलसीदास रामचिरतमानस क बालका ड म गगा और सर वती की वदना करत हए कहत ह पिन बदऊ सारद सरसिरता जगल पनीत मनोहर चिरता म जन पान पाप हर एका कहत सनत एक हर अिबबका म सर वती और दवनदी गगा की वदना करता ह दोन पिवतर और मनोहर चिरतर वाली ह गगा जी नान करन और जल पीन स पाप को हर लती हजब िक सर वती जी गण और यश कहन और सनन स अजञान का नाश करती ह भारत की बहत बड़ी आबादी गगा जी स धािमरक आ था स जड़ी हई ह विदक काल स लकर ग त-मौयरकाल मगल काल िबरिटश काल तथा आधिनक काल क सभी धम तथा स परदाय क लोग न गगा को पयार त स मान िदया ह तथा इस मोकषदाियनी कहा ह गगा की परोपकािरता का वणरन करत हए गो वामी तलसीदास जी न िलखा ह कीरित भिनित भित भिल सोई सरसिर सम सब कह िहत होई अथारत कीितर किवता और स पि त वही उ तम ह जो गगा जी की तरह सबका िहत करन वाली हो मशहर शायर मह मद इकबाल न िव व म भारत क स दयर और परित ठा का वणरन करत हए 16 अग त सन 1904 म िलखा ह िक- ldquo सार जहा स अ छा िहदो ता हमाराrdquo ए आब-ए- द ndashए गगा वह िदन ह याद तझको उतरा तर िकनार जब कारवा हमारा

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गगा की भौगोिलक ि थित गगोतरी गलिशयर क ोत गोमख (ऊचाई 4 िकमी) स िनकलन क प चात बगाल की खाड़ी म िगरन तक गगा लगभग 2525 िकमी का सफर तय करती ह यह मखय प स पाच परदश उ तराख डउ तर परदशिबहारझारख ड तथा पि चम बगाल स होकर बहती ह इसक तट पर गगोतरीउ तरकाशीदवपरयागऋिषकशहिर वार ड़कीिबजनौरनरोडाक नौजकानपर इलाहाबाद िमजारपरवाराणसी पटना भागलपर बहरमपर सरमपरहावड़ा तथा कोलकाता जस परमख शहर तथा तीथर थल बस हए हगगा की सहायक निदय क तट पर कदारनाथ बदरीनाथ जोशीमठ दरपरयाग ीनगर (गढ़वाल) यमनोतरी िद ली आगरा तथा लखनऊ जस परमख शहर बस हए ह दवपरयाग म भागीरथी तथा अलकनदा क िमलन क बाद ही भागीरथी को गगा नाम िमलता ह गगा की ल बाई उ तराख ड म 450 िकमी उ तरपरदश म 1000 िकमीउ तरपरदश और िबहार क बीच म 110 िकमी िबहार म 405 िकमी तथा पि चम बगाल म 520 िकमी ह भारत वषर म गगा बिसन का जलगरहण कषतर 861404 वगर िकमी (264) तथा औसत वािषरक जल िड चाजर 493400 िमिलयन कयिबक मीटर ह जो िव व क उ चतम िड चाजर म पाचव न बर पर ह इसकी मखय सहायक निदया ह मदािकनी िभलगना अलकनदा धौली नयारयमना रामगगा गोमती घाघरा गडक दामोदर कोसी तथा काली-पवर िचतर-(I) इसकी उप-सहायक निदया ह च बलिसध बतवा ट स तथा कािसया ndashह दी इ यािद

िचतर(1) गगा की सहायक निदया

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िहमालय म िपघलता हआ बफर और मॉनसन ऋत की वषार गगा म बहन वाल पानी का ोत ह गगा बिसन का फलाव दशातर म 73ᴼ 30rsquo तथा 89ᴼ पवर और अकषाश 20ᴼ 30rsquo तथा 31ᴼ 30rsquo उ तर क म य म ह िजसका भारत वषर चीननपाल और बगलादश म कषतरफल 1086000 वगर िकमी ह बिसन कषतर का 80 भारत वषर म ह भारत क कल भभाग का 26 गगा का बिसन ह जो 43 आबादी का भरण ndashपोषण करता ह गगा बिसन भारत की सभी निदय की बिसन स बड़ा ह और िव व क बड़ी बिसन म पाचव न बर पर ह ससार म गगा बिसन की आबादी बहत घनी ह पाच परदश म िजसम गगा गजरती ह 2011 क जनगणना क अनसार आबादी घन व करमश इस परकार ह उ तराख ड 190 परित वगर िकमी उ तर परदश 828 परित वगर िकमी िबहार 1102 परित वगर िकमीझारख ड 720 परित वगर िकमी तथा पि चम बगाल 1029 परितवगर िकमी बिसन म कल शहरी आबादी 963 करोड़ ह गगा परदषण साल भर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव ndash जतओ को जीवन दती ह परत आज औ योगीकरण तथा उपभोकतावादी स कित क बढ़न स अ यत परदिषत हो चकी ह हाल क कछ दशक म गगा म लगातार बढ़ता परदषण भौगोिलक ndash पयारवरणीय तथा पािरि थितक ततर क िलए गभीर खतर का सचक बन चकी ह लोग का अनमान ह िक िबरिटश शासन क दौरान ही गगा म परदषण बढ़ना परार भ हो गया था कड़ा - कचरा मल-मतर तथा अनक परकार क अपिश ट पदाथ क िमलन स इसका व प सीवज नाल की तरह होता जा रहा ह वजञािनक एव वा य िवशषजञ क मतानसार अिधकाश थान पर गगा ndash जल पीन तथा नान करन योगय भी नही रह जाए गा गगोतरी यमनोतरी कदारनाथ तथा बदरीनाथ जस तीथर थल पर न तो कड़ा ndash कचरा तथा अपिश ट (बायोिडगरडबल तथा नानबायोिडगरडबल) पदाथर िन तारण की कोई थायी यव था ह और न ही सीवज टरीटमट लाट (एसटीपी) तथा सीवर लाइन जसी कोई यव था ह होटल र टोरट आ म धमरशालाओ तथा िरहायशी मकान की गदगी सीध ही गगा और उसकी सहायक निदय म चली जाती ह यवसायी और थानीय लोग म जाग कता की कमी ह उनका उ य कवल धनोपाजरन करना ह अत व लोग अपिश ट पदाथ को इधर उधर फक दत ह जो अतत बहकर गगा नदी म चला जाता ह उ तराख ड भारत क पयरटक का नसिगरक वगर हपरत वहा जान वाल पयरटक वगर का आनद लन क दौरान परकित क स दयर स छड़छाड़ करत ह िजसस हिरयाली उ तरो तर कम हो रही ह और परदषण

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म विदध हो रही ह य लोग अपन साथ पॉिलिथन एव लाि टक क थल तथा बतरन म खान पीन की चीज ल जात ह और इ तमाल करन क बाद गगा और उसकी सहायक निदय क िकनार फक दत ह कभी हमार सिवधा क िलए बनी पॉिलिथन अब सबस बड़ा िसर ददर बन गई ह एक अनमान क अनसार भारत म परितवषर लगभग 500 मीिटरक टन पॉिलिथन का िनमारण होता ह परत एक परितशत स भी कम की रीसाइकिलग हो पाती ह आ चयरजनक त य यह भी ह िक भोजन क धोख म इ ह खा लन क कारण परितवषर एक लाख स अिधक जल म रहन वाल जीव की म य हो जाती ह पॉिलिथन इतनी खतरनाक चीज ह िक िजसका अदाज लगाना किठन ह जमीन म गाड़ दन पर भी पॉिलिथन क थल अपन अवयव म टटन म एक हजार साल स भी अिधक का वकत ल लत ह अथारत य परी तरह स कभी न ट होत ही नही इस समय िव व म परितवषर लाि टक का उ पादन 10 करोड़ टन क लगभग ह और इसम परितवषर 4 परितशत की विदध हो रही ह भारत म भी लाि टक का उ पादन व उपयोग बड़ी तजी स बढ़ रहा ह पॉिलिथन और लाि टक गगा क िकनार िबखर होत ह जो बरसात क मौसम म बहकर गगा और इसकी सहायक निदय म समा जात ह पॉिलिथन और लाि टक जस नानबायोिडगरडबल पदाथर कई दशक स िहमालयी कषतर क पयारवरण क िलए िसरददर बन हए ह परत न इनका परयोग कम हआ ह और न ही इनक िन तारण व परबधन का कोई कारगर तरीका ढढा गया ह पिरणाम व प पहाड़ की चोिटय स लकर निदय क िकनार तक लाि टक तथा पॉिलिथन क कचर का ढर लगा रहता ह लाि टक क इन खतर को दखत हए ही इस बार प वी िदवस की थीम भी ldquo लाि टक परदषण स मिकत ldquo रखी गई लाि टक परदषण ख म करनक िलए चलाए जा रह अिभयान म इस बात पर िवशष जोर िदया जा रहा ह िक लाि टक परदषण क िनयमन क िलए वि वक ढाचा तयार िकया जाए सभी दश क नागिरक को िशिकषत कर उ ह लाि टक परयोग क िव दध परिरत िकया जाए थानीय िनकाय एव सरकार भी इस बार म उिचत परयास कर तािक पॉिलिथन व लाि टक बग क उ पादन और इ तमाल को रोका जा सक गगा परदषण क मखय कारण

घरल और औ योिगक कचर एक अ ययन क अनसार लगभग 14 िमिलयन कयिबक मीटर (एम सी एम) परितिदन घरल सीवज का पानी तथा 020 एम सी एम औ योिगक सीवज सीधा नदी म बहाया जाता ह

ठोस कचरा जो सीधा नदी म फक िदया जाता ह

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किष म परयोग िकए जान वाल हािनकारक कीटनाशक तथा रासायिनक खाद पानी म बहकर नदी म जात ह

मत मविशय तथा अधर या पणर प स जली लाश का नदी म बहना कम आमदनी वाल यिकत जो नदी क िकनार बसत ह व मलमतर का याग गगा िकनार ही

करत ह योहार एव िविभ न उ सव पर लाख लोग का गगा म नान करना तथा धािमरक अन ठान

स िनकल राख एव अ य पदाथर जस फल फल अगरबि तया इ यािद का नदी म बहना 2013 क सीपीसीबी ( सटरल पो यशन कटरोल बोडर ) आकलन म यह दशारया गया ह िक गगा क मखय परवाह पर ि थत 764 उ योग 1123 एम एल डी (िमिलयन लीटर परितिदन) पानी का उपभोग करत ह तथा 500 एम एल डी िन ाव उ सिजरत करत ह एक बड़ी तादाद म ऐस उ योग लगभग 90 परितशत नदी क उ तर परदश ख ड म ि थत ह वाराणसी म िविभ न घाट पर पर यक वषर लगभग 30000 स अिधक लाश का दाह स कार िकया जाता ह पिरणाम व प लगभग 15 लाख टन राख परित वषर गगा म बहा दी जाती ह वाराणसी म कम स कम 35 थान पर खल नाल गगा म कड़ाकचरा तथा मला फकत हlsquoिशवाला तथा दशा वमध जस ऐितहािसक घाट अब धोबी घाट म पिरवितरत हो गए ह जहा खलndashआम कपड़ धोए जात ह कचरा फका जाता ह तथा मत मविशय को नदी म बहाया जाता ह शहर की एक ितहाई आबादी झिगगय म रहती ह िजनक पास व छता और सीवज सिवधा का अभाव ह शहर क 15 परितशत िह स क पास शौचालय सिवधा नही ह और लोग खल म मल याग को िववश ह सीवरज की कमी क कारण कई सार िह स सि टक टक पर िनभरर करत ह लिकन स टज परबधन क िलए कोई औपचािरक यव था नही ह और टक ओवर लो होकर खल नाल म बहता ह शहर म ठोस कचरा परबधन की कोई यव था नही ह और इसिलए यह कचरा भी नाल क जाम होन का कारण बनता ह और बहकर अतत नदी को ही परदिषत करता ह इलाहाबाद म 57 नािलया नदी म परवािहत होती ह उ तर परदश म यह नदी 1000 िकमी की दरी म बहती ह और यहा िवकिसत होत हए बड़ शहर अवि थत ह यहा चमरशोधकचीनीलगदीतथा रसायन उ योग 270 एम एल डी अपिश ट जल का योगदान करत ह य यिप चमरशोधक की सखया यादा ह (442) िफर भी य अपिश ट जल म कवल 8 परितशत का योगदान दत ह िकत यह बहद जहरीला होता ह और कानपर इलाक म सकिदरत ह चीनी लगदी कागज और म य ndashउ पादक सयतर अपिश ट जल उ पादन म 70 परितशत

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स अिधक का योगदान करत ह पि चम बगाल म गगा lsquoहगलीrsquo क नाम स जानी जाती ह यहा चल रह कपड़ापटसन कागज शराब तथा चमड़ क लगभग 200 कारखान का अपिश ट पानी िबना िकसी खास टरीटमट क ही हगली म िगराया जाता ह हगली क तट अब सदाबहार ठडी हवा क िलए नही बि क बदबदार गदी हवा क िलए जान जात ह पि चम बगाल म बड़ कारखान क औ योिगकघरल तथा यावसाियक प स होन वाल परदषण क अलावा बचड़खान धोबीघाट तथा झोपड़पिटटय की गगा िकनार बढ़ती जनसखया भी नदी क पानी को परदिषत करन म बड़ी भिमका िनभा रही ह इस परकार हजार शहर क ब का मल धोती गगा ल बी यातरा तय करक गगा सागर म परवश कर सगर क पतर का उदधार करन वाल थल पर पहचती ह जहा किपल मिन का आ म ह और लाख दधाल 14 जनवरी को परितवषर पिवतर नान कर गगा की पजा करत ह

गगा को व छ बनान वाली पिरयोजनाए गगा को परदषण मकत बनान क िलए परार भ की जान वाली पहली मह वाकाकषी योजना ldquo गगा कायर योजना ldquo (गगा एकशन लानजीएपी) थी योजना की दखरख क िलए त कालीन परधानमतरी राजीव गाधी की अ यकषता म 14 जनवरी 1985 को कदरीय गगा परािधकरण का गठन िकया गया था गगा एकशन लान (जी ए पी -1) क परथम चरण म गगा नदी को पणरत परदषण मकत करन का ल य रखा गया था परत परभावी नीितय क िनधाररण तथा उनक सफल िकरयावयन क आभाव म यह योजना अिधक सफल नही हो पाई इस योजना क दसर चरण (जी ए पी -II) म जो 1993 म लाग की गई थी गगा की सहायक निदय यमना दामोदर महानदा घाघरा गोमती इ यािद को व छ बनान का परावधान था इसम उ तराख ड उ तर परदश िबहार झारख ड और पि चम बगाल क 95 क ब सि मिलत िकए गए थ इसी परकार 1995 म lsquoरा टरीय नदी सरकषण योजना lsquo(एन आर सी पी) जसी मह वाकाकषी योजना भी श की गई इस योजना क अतगरत 20 रा य क 167 शहर म 38 निदया शािमल की गई कदरीय सरकार न परदषण मिकत क ल य को यान म रखत हए गगा को रा टरीय नदी का दजार िदया तथा 20 फरवरी 2009 को ldquoपयारवरण (सरकषण) अिधिनयम ndash 1986 ldquo क तहत रा टरीय गगा नदी बिसन परािधकरण (एन जी आर बी ए) का गठन िकया इसक अ यकष परधानमतरी तथा िजन िजन रा य स गजरती ह उनक मखयमतरी इसक सद य ह इतनी योजनाए बनान क बाद भी ल य तक पहचन म कवल आिशक सफलता िमली इन योजनाओ की िवफलता का सबस बड़ा

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कारण कदर तथा रा य सरकार सरकारी व गर ndashसरकारी स थाओराजनितकndashपरशासिनक व नौकरशाही ततर थानीय शासनndash परशासन बिदधजीवी व परभावशाली वगर समाज क िविभ न वग स जड़ लोग क बीच आपसी तालमल व समवय का अभाव था नमािम गग हाल ही म (जन 2014) कदरीय सरकार वारा समिकत सरकषण िमशन क प म ldquoनमािम गगldquo परोगराम 20000 करोड़ पय क बजट क साथ लाग िकया ह िजसक दो ल य ह पहला परदषण को परभावी तौर पर रोकना तथा दसरा रा टरीय नदी गगा का सरकषण और पन मौिलक ि थित म लाना इस परोगराम क तहत योजना का कायार वयन तीन चरण म करना ह तीन चरण म काय की परखा इस परकार ह सीवज टरीटमट इनफरा टरकचर नदी क तट का िवकास नदी म बहत हए मलब या कचर की

सफाई जव िविवधता नदी क बिसन म पड़ndashपौध लगाना नदी क व छता क परित जन जागरण औ योिगक कचर का मॉनीटरन तथा गगा गराम की थापना कर उ ह व छ रखन की यव था

िविभ न परदश म 63 सीवज परबधन परोजकट इस समय कायररत ह 28 निदय क तट पर 182 घाट और 118 शवदाह गह का िनमारण एव आधिनकीकरण इस समय परगित पर ह 11 थान पर निदय क िकनार तथा पानी म बहत हए ठोस कचर का िन तारण चल रहा ह 5 जव िविवधता कदर दहरादन नरोड़ा इलाहाबाद वाराणसी और बरकपर म चल रह ह

फार ट िरसचर इ टी यट दहरादन क दखरख म उ तराख ड क सात जनपद म औषिधयकत पौध लगाय जा रह ह िजसम लगभग 2300 करोड़ पय क खचर का अनमान ह वकर शाप सिमनार एव सभाओ क मा यम स व छता क परित जन जागरण का शभार भ हो चका ह औ योिगक कचर का मॉनीटरन त परता स हो रहा ह जो उ योग नीित स बधी िनयम का पालन नही कर रह ह उनको बद करन की सचनाए भजी जा चकी ह पाच रा य म जहा स गगा बहती ह नदी क तट पर ि थत 1674 गराम पचायत की िनशानदही की जा चकी ह िजनम शौचालय सीवर ततर इ यािद क िनमारण का कायर परगित पर ह 13 इिडयन इ टी यट ऑफ टकनालोजी 65 गाव को गोद लकर उ ह आदशर गाव क प म िवकिसत कर रह ह गगा को पन जीवत बनान क िलए िव व क िवकासशील एव िवकिसत दश अपन वतरमान तकनीकी तथा परबधन स बधी जञान और ससाधन की सहायता दन क िलए त पर ह इनम ऑ टरिलया यनाइटड िकगडम जमरनी िफनलड इजरायल इ यािद अगरग य ह

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उपगरह की िवहगम ि ट आकाश म घमत हए उपगरह गगा बिसन का सतत िचतर खीचत रहत ह अतिरकष वजञािनक न उपगरह आकड़ स पानी की टिबरिडटी का अ ययन िकया ह जो जल की अपारदिशरता क पिरमाण को दशारत ह इसम उ ह न एक पराचल टी एस एम (टोटल स पडड मटर) की खोज की ह जो टिबरिडटी की मातरा को परदिशरत करता ह उदाहरणाथरआसिवत जल का टी एस एम श य होता ह जब िक उ च अपारदशीर जल का टी एस एम 200 स 250 िम गराम परित लीटर होता ह इसरो अहमदाबाद क वजञािनक न हाल ही म गगा नदी क जल की टिबरिडटी का अनमान लगान क िलए इलाहाबाद और पटना क उपगरह स परिकषत आकड़ का अ ययन िकया ह इसम इ ह न िरसोसरसट -2 उपगरह क नीयर इफरारड कषतर क रिडएस का परयोग िकया ह इन आकड़ स कछ मह वपणर जानकािरया परा त हई ह इलाहाबाद म जब उ ह न दो थान पर टी एस एम िनकाला एक यमना का गगा म िमलन स पहल दसरा गगा म यमना क िमलन क बाद तब दखा िक दसर परकषण म टी एस एम का पिरमाण कम था इसस यह जञात होता ह िक यमना का जल गगा जल स अपकषाकत व छ और पारदशीर ह कय िक इसकी सहायक निदयाच बल बतवा व ट स इ यािद पारदशीर जल क साथ इसम िमलती ह इसी परकार क दो परकषण उ ह न पटना म गडक नदी क गगा म िमलन स पहल और बाद म िलए बाद वाल परकषण म पहल परकषण की अपकषा टी एस एम का पिरमाण अिधक था अत यह प ट ह िक गडक गदला पानी लकर गगा म िमलती ह िजसम िमटटी रत तथा अ य सिडमट की मातरा गगा जल स अिधक ह िचतर (2) म सयकत रा य अमिरका क उपगरह लडसट-8 का एक िचतर िदखाया गया ह िजसम मॉनसनो तर काल म हिर वार कानपर इलाहाबादपटना और गगा क महाना (बगाल की खाड़ी) का य ह इस िचतर म गगा जल पटना और गगा क महान पर उ च टिबरिडटी क कारण नारगी रग

का िदखाई द रहा ह नारगी रग म टी एस एम की मातरा लगभग 200 स 250 िम गराम परित लीटर होती ह यह रग अ यिधक गदल और परदिषत जल को परदिशरत करता ह कानपर म भी गगा क पानी का गदलापन कछ इसी णी का ह परत इलाहाबाद म यमना करमशहर और पील रग की िदखाई द रही ह (हरा रग टी एस एम लगभग 50 स 100 िमगराम परित लीटर और पीला रग टी एस एम लगभग 100 स 150 िम गराम परित लीटर) परत गगा जल नारगी रग का िदखाई द रहा ह इसस प ट ह िक यमना म टिबरिडटी गगा की अपकषा कम ह अत पानी की गणव ता की परख क िलए उपगरह म उ च िवभदन कषमता वाल सवदक तथा नीयर इफरारड रिडएस स मॉडिलग वारा पिरकिलत एकदम सही ऑकड़ की आव यकता होती ह

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हिर वार कानपर इलाहाबाद

पटना बगाल की खाड़ी

लडसट -8 उपगरह िचतर - 2 मॉनसन क बाद 2014 परदषण का द परभाव परदषण मकत करन वाली गगा की पिरयोजनाओ क कायारवयन की गित मद ह और गगा िदन परितिदन इ छा शिकत क अभाव म मली होती जा रही ह आज हमार दश क लाख अिववकी एव सवदनहीन लोग जीवनदाियनी मोकषदाियनी वरदाियनी तथा िहतिषणी गगा क जल को लगातार परदिषत कर रह हपरत उ ह यह जञान नही ह िक यह िवषाकत जल पीकर व वय अनक िबमािरय को िनमतरण द रह ह वह िदन दर नही जब इस अिववक पणर कमर स व अ पताल की तरफ दौड़ लगात िफरग िफर भी कोई इलाज कोई औषिध उनका साथ नही दगी

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मौसम सवाए एव िव तारीकरण एचपी चदरा

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo मौसम कदर - रायपर

िव व म अनक पराकितक घटनाए होती ह और उसका परभाव जीवन जल वाय आिद पर पड़ता ह इसम स एक घटना मौसम की होती ह आिदकाल म मौसम की घटना को एक रह य क प म दखत थ मानव इन घटनाओ को दवीय चम कार समझत थ आज भी कछ लोग पारपिरक अन ठान करत ह तो कछ लोग नई िवधा का परादिशक या कषतरीय अन ठान करत ह जस भारत म गोवधरन पजा इसिलए करत ह िक भगवान ीक ण न गोवधरन पवरत को अपनी अगली स उठाकर बरजवािसय को वषार क परकोप स बचाया था इसी तरह कछ कषतर म मढ़क का िववाह रचाया जाता ह तािक अ छी वषार ह फसल अ छी हो परकित हरी- भरी रह जल ोत न सख लोग परकित को रह य समझत थ लिकन उसक रह य अनसलझ रहत थ अनसलझ रह य की याखया करना ही िवजञान ह वजञािनक आधार पर मौसम की घटनाओ का होना उसका िव तार परभािवत कषतर का आकलन आिद आज िवजञान स स भव हो सका ह इसका उपयोग आज मानव जीवन की िविभ न उपयोिगताओ क िलए िकया जा रहा ह जस िशमला जाना ह तो वहा की जलवाय क बार म हम पता होना चािहए िक वहा पर िवषम मौसम की घटनाए िकस ऋत म होती ह आिद जानकारी लकर हम अपनी यातरा का सखमय आनद ल सकत ह मौसम की सवाओ का कषतर आज बहत िव तािरत हो रहा ह और उसका उपयोग अनक काय म हो रहा ह आज मौसम सवा का िनयिमत उपयोग सबस यादा वमािनकी उ योग म हो रहा ह इसस समय एव धन दोन की बचत हो रही ह मौसम सवाओ का उपयोग पयरटन क िलए बहत अिधक हो रहा ह िजन लोग को बफीरल इलाक का आनद लना ह व लोग उन थान पर उसी मौसम म जात ह व दिनक मौसम स ही पयरटन का थान एव समय िनधारिरत करत ह इसी तरह पश-पकषी या अ य जीव भी उन थान की ओर पलायन करत ह जहा उनका रहवास अनकल हो मौसम सवा क उपयोग स अपारपिरक ऊजार ोत का दोहन हो रहा ह सौर ऊजार का दोहन उन थान पर होता ह जहा सयर का परकाश पयार त मातरा म हो

सामा य लख

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तािक थापना का यय कम हो सक इसी तरह पवन चककी स िव यत अथवा याितरक ऊजार उन थान पर ली जाती ह जहा पवन का वग पयार त और िनयिमत हो समदर की लहर की ऊजार का उपयोग उन थान पर िकया जा रहा ह जहा लहर की ऊचाई पयार त तथा िनयिमत हो इस तरह क थान का िचि नत कर उिचत अपारपिरक ऊजार ोत का उपयोग कर मानव जीवन की ज रत को परा िकया जा रहा ह जनसखया आज की बड़ी सम या ह सभी को पयार त भोजन आवास और अ य सिवधाए चािहए िजसस मानव जीवन सगम बना रह मौसम की घटनाओ का ख और सभावना को दखत हए हमार वजञािनक फसल लगान का सझाव दत ह िजसस लोग को भोजन उपल ध हो सक इसी तरह जलाशय म वषार का जल सगरिहत िकया जाता ह िजसस हम िसचाई क िलए पीन क िलए और उ योग क िलए पानी की यव था हो पाती ह अिनयिमत वषार क कारण बाढ़ सख की चतावनी पयार त समय पवर िमल जान स लोग की परशानी काफी हद तक कम हई ह मौसम सवाओ का उपयोग उ योग म बहत अिधक हो रहा ह ईधन की खपत ईधन का भडारण आिद मौसम सवाओ की गणव ता होन क कारण आसान हो गया ह मौसम सवाओ की अ छी गणव ता और िव वसनीयता क कारण भडारण की अित आव यकता ही ख म हो गई ह इसी तरह पराकितक आपदा म भी उ योग को मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह उदाहरण क िलए हदहद तफान आन की सटीक जानकारी क कारण परभािवत होन वाल कषतर क उ ययोगो को या तो बद िकया गया अथवा सतकर ता क साथ आपदा की ि थित क िलए तयार रखा गया िजसक कारण जन- धन की हािन स बचा जा सका वा य सवाओ और जनजीवन की दिनक आव यकताओ म भी मौसम सवाओ क कारण बहत सिवधा हई ह जस लगातार वषार स पयजल और वा य पर पड़न वाल परभाव क अन प परशासन एव लोग िनदान की यव था करत ह ठड बढ़न की ि थित म परशासन आव यक यव था करक रखता ह जस सड़क म गरीब क िलए अलाव गमर कपड़ शॉल आिद की यव था करक मौसम क परितकल परभाव को कम कर िलया जाता ह इसी तरह गमीर बढ़न पर शीतलता हत लोग पयजल कलर आिद का उपयोग करन लगत ह इसस पानी स लकर अ य आव यक ससाधन का परबधन एव ससाधन का िमत ययता क साथ उपयोग िकया जा सकता ह मौसम सवा क कारण जन-धन और समय क अप यय स बचा जा सकता ह

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समदर म यातरा करन वाल मछली पकड़न वाल नािवक भी मौसम सवा क उपयोग स बहत अिधक लाभाि वत हो रह ह जस िक समदर म हवा चलगी तो लहर उठगी हवा का वग कया होगा इसका समदर पर पिरवहन क साधन पर असर का अ ययन करक उ ह आव यक िनदश िदया जाता ह तािक जन-धन की हािन स बचा जा सक इसी तरह चकरवात क समय बहत ऊची लहर और परचड हवा क वग की चतावनी स समदरी पिरवहन वाल नाव तथा मछली पकड़न वाल नािवक को िविभ न मा यम स चतावनी दी जाती ह मौसम सवाओ क कारण मछआर इसका पयार त लाभ ल लत ह बाढ़ अथवा सख क खतर स मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह बाढ़ अथवा सख की ि थित म शासन तर पर भोजन पानी वा य सबधी परबधन िकया जाता ह आज मौसम सवाओ क कारण लोग जन- धन की हािन स बच रह ह पशधन भी बाढ़ स बह जात थ व भी बच रह ह कछ मौसम की घटनाओ स आज भी नकसान हो रहा ह जस सनामी और भक प अब परशासन भी आपदा परबधन क परित सतकर हो गया ह पर यक िजल म पराकितक आपदा परबधन की सिमित बनाई गई ह िजसक कारण सनामी और भक प जस भयकर आपदा स होन वाल नकसान को आपदा परबधन क परभावी और समय पर राहत कायर होन क कारण जन धन की हािन कम हो रही ह सनामी स होन वाल नकसान को और भी कम िकया जा सकता ह यिद पयार त उिचत और ता कािलक ससाधन का परभावी उपयोग िकया जाएइस तरह मौसम सवाओ का उपयोग जल थल और वाय म िकया जा रहा ह चकरवात का सटीक अनमान होन क कारण लोग को इसका लाभ हो रहा हअब कवल उन कषतर स ही लोग को िव थािपत िकया जाता ह िजन कषतर म चकरवात का परभाव होन वाला होता ह आपदा परबधन और मौसम सवाओ क उिचत और परभावी उपयोग क कारण परभािवत लोग को बहत अिधत राहत िमल रही ह मौसम सवाओ का और यादा िव तार करन की आव यकता ह िजसका उपयोग किष कषतर और अ य उपयोगकतार कर सक वषार की सटीक जानकारी िकसान को उिचत सचार और ससाधन की कमी क कारण नही िमल पाती ह रडार स परा त वषार क आकड़ तथा परभािवत कषतर की सटीक जानकारी परा त हो जाता ह लिकन इसका उपयोग वाय पिरवहन क अितिरकत कही भी यादा नही हो पा रहा ह इस िदशा म आव यक ससाधन तथा परबधन की आव यकता ह यह कहना िबलकल सही ह िक मौसम सवाओ का िव तारीकरण हो रहा ह परत इसम और सधार की भी आव यकता ह

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मधमह (डायिबटीज़) - जानकारी और बचाव िदनश ख ना वजञािनक सहायक

सगठन अनभाग- मखयालय

मधमह मलटस का सिकष त उपनाम मधमह ह मधमह श द मलटस स िलया गया ह यनानी श द मधमह का मतलब िसफॉन स गजरना ह लिटन श द म लटस का अथर शहद या मीठा ह कय िक मधमह रोगी क रकत और मतर म अिधक शकर रा हो जाती ह मधमह कया होता ह रकत म शकर रा का तर बढ़न स या रकत म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान स मधमह हो जाता ह मधमह एक चयापचय िकरया स जडी हई बीमारी ह िजसम हमारा लड शगर (रकत शकर रा) बढ़ जाता ह इसक दो कारण हो सकत ह पहला - शरीर पयार त मातरा म इसिलन नही बना रहा ह और दसरा - शरीर पर इसिलन परितिकरया नही कर रहा ह या िफर दोन भी हो सकता ह जब यह परिकरया ठीक स काम नही कर पाती ह तो यिकत को मधमह हो जाता ह इसिलन एक हारमोन ह जो शरीर म काब हाइडरट और वसा क चयापचय को िनयितरत करता ह मधमह स बचाव मधमह को दवा और यायाम स िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह म सतिलत भोजन करना लाभदायक होता ह मधमह की जानकारी रखना और व थ जीवनशली अपनाकर मधमह स बचा जा सकता ह मधमह क लकषण अिधक यास या भख लगना अचानक वज़न का घट जाना लगातार कमजोरी और थकावट महसस करना घाव भरन म यादा व त लगना बार-बार पशाब आना

सामा य लख

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चीज का धधला नज़र आना वचा म सकरमण होना और खजली होना आख व िकडनी क रोग स नपन आना

मधमह क परकार टाइप 1 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन नही बनता ह िजसस शरीर म इ सिलन की कमी हो जाती ह इस परकार क टाइप 1 डायिबटीज क रोगी को परी िज दगी इ सिलन को इजकशन क वारा लना पड़ता ह इस इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह टाइप 2 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन बनता तो ह लिकन वो शरीर म ठीक स काम करन क िलए काफी नही होता ह टाइप 2 डायिबटीज क रोगी का मधमह िनयतरण िकया जा सकता ह जस - अपना वजन कम करना रगलर यायाम करना व थ आहार लना और अपन रकत म शकर रा की लगातार िनगरानी करना आिद िजन लोग का वजन या मोटापा अिधक हो उन लोगो म मधमह होन की स भावना अिधक होती ह इस गर इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह गभारविध मधमह ndash ऐसी मिहलाए जो गभरवती ह और उ ह पहल कभी मधमह ना हआ हो ऐसा गभारव था क दौरान खन म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान क कारण होता हअिधक वसायकत और एिनमल वसा स यकत भोजन करन स भी गभारविध मधमह की स भावना हो सकती ह कया कर मधमह हो जान पर िनयिमत प स लड शगर की जाच करात रह

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यायाम और योग कर समय पर दवाओ को ल व थ खाए और यादा खान स परहज कर सबह और शाम को टहलन की आदत डाल राितर म 6 स 7 घट नीद ल

कया ना खाए मधमह म चीनी िमठाई गलकोज मर बा गड़ कक आइसकरीम मीठा िब कट चॉकलट प टरी करीम तला हआ भोजन चावल आल मकखन जक फड िड बा बद और सरिकषत खा य पदाथर इ यािद कया खाए मधमह म करला जौ ह दी काली िमचर लहसन ल बरी और जामन आिद सामा य चावल क बजाए पक हए चावल खाए सबह हरी चाय या तलसी की चाय िपय हरी प तदार सि जया यादा स यादा खाए परोटीन ल - जस दध दही पनीर अडा मछली सोयाबीन आिद हमशा डबल टो ड दध िपय दही और छाछ पीन स गलकोज का तर कम होता ह मधमह स बचाव मधमह को िनयितरत करक इसस सबिधत सम याए जस िक िदल का दौरा टरोक तितरका और अग कषित अधापन आिद को रोका जा सकता ह सरल जीवन शली और आहार म पिरवतरन कर क मधमह को काफ़ी हद तक िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह रोगी इजकशन या दवाओ को परी तरह स बद नही कर सकत ह मधमह रोगी को उपवास स बचना चािहए हमशा अपन साथ कोई मीठी चीज रख जस गलकोज शककर चॉकलट मीठ िब कट घी और तल का इ तमाल कम स कम कर मधमह क रोगी का आहार लखा मधमह एक बार होन क बाद जीवन भर रहता ह इस िनयतरण करन क िलए िनयिमत िदनचयार और पोषण यकत आहार की ज रत होती ह असयिमत खानपान मानिसक तनाव मोटापा यायाम की कमी आिद मधमह होन का कारण ह मधमह क मरीज क िलए सबस यादा ज री ह सतिलत और िनयिमत भोजन योगय आहार लखा अपनाकर मधमह क मरीज अपनी मधमह को िनयतरण म रख सकत ह बि क औषिध की मातरा और इ सिलन भी कम कर सकत ह सबह 6 बज - एक गलास पानी म आधा च मच मथी पाउडर डाल कर पीिजए सबह 7 बज - एक कप िबना चीनी की चाय या हरी चाय

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ना ता - आधी कटोरी अकिरत अनाज और एक िगलास टो ड दध िपए सबह 10 बज क बाद - एक छोटा फल या िफर नीब पानी दोपहर का भोजन - िमकस आट की 2 रोटी एक कटोरी दाल एक कटोरी दही आधी कटोरी

सोया या पनीर की स जी आधी कटोरी हरी स जी और साथ म एक लट सलाद शाम 4 बज - िबना शककर की एक कप चाय या टो ट या एक सब शाम 6 बज - एक कप सप िपए रात का भोजन - दो रोिटया एक कटोरी चावल और दाल आधी कटोरी हरी स जी और

सलाद मधमह क िलए यायाम मधमह को िनयतरण क िलए शारीिरक यायाम करना सबस सव तम तरीक म स एक ह स ताह म कम स कम 150 िमनट क िलए यायाम ज़ र कर मधमह म एरोिबकस तराकी िजमनाि टक और तज चलना बहत फायदमद होता ह आप ह क यायाम क साथ श आत कर सकत ह और धीर धीर इनकी ती ता बढ़ाए जो रोगी इसिलन का सवन करत ह उनको यायाम करन स पहल अपन रकत म गलकोज क तर की जाच करवा लनी चािहए यिद यह 250 िमलीगराम डीएल या उसस अिधक ह तो आपको यायाम नही करना चािहए चलना िफरना मधमह म बहत आव यक ह लब समय तक ना बठ हर 90 िमनट क बाद थोड़ा सा चल या कोई भी चलन िफरन वाल कायर कर

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मधमह को िनयितरत करन क िलए योगासन कर कपालभाित पराणायाम स त म य दरासन धनरासन पि चमो तानासन अधरम य दरासन शवासन 1 कपालभाित पराणायाम यह आसन मन य क ततर तितरकाओ और मि त क की नस को ऊजार परदान और मासपिशय को सिकरय करता ह यह पराणायाम रकत पिरसचरण और मन को भी शाित परदान करता ह

2 स त म य दरासनयह आसन शरीर क अद नी अग की मािलश करता ह व पाचन िकरया म सहायता करता ह यह आसन पट क अग को सिकरय करता ह और मधमह क िलए बहत अ छा होता ह

3 धनरासन यह आसन अग याशय को सिकरय करता ह और मधमह म यह अ यिधक लाभदायक ह यह योगासन पट क अग को मज़बत बनाता ह और तनाव समिकत दता ह

4 पि चमो तानासन यह आसन पट व ोिण क अग को सिकरय करता ह पि चमो तानासन शरीर म पराण ऊजार को बढ़ाता ह और मन को शाित परदान करता ह

5 अधरम य दरासनयह आसन पट क अग की मािलश व फफड़ म ऑकसीजन की मातरा को बढ़ाता हयह आसन रीढ़ की ह डी को भी मज़बत बनाता ह इस करन स मन शात होता ह व रीढ़ की ह डी क िह स म रकत सचािलत करता ह

6 शवासन यह आसन पर शरीर को िव ाम दता ह यह आसन यिकत को गहर यान की अव था म ल जाता ह िजसस मन शात व नवीन ऊजार स पिरपणर ह जाता ह

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मधमह का परीकषण खाली पट रकत शकर रा जाच खान क बाद की रकत शकर रा जाच रडम लड शगर ट ट स ओरल गलकोज सिह णता हीमोगलोिबन Hbए1सी ट ट

रकत म शकर रा की मातरा की जाच क िलए यिकत को ट ट क 8 घट पहल तक कछ भी खाना नही चािहए यह ट ट परी- डायिबटीज और डायिबटीज क िलए जाच करता ह मधमह िनयतरण चाटर अित उ क ट अ छा कमजोरपरीकषण फल (HbA1c)

40 50 60 70 80 90 100 110 120 130 140

औसत रकत (mgdl)

50 80 115 150 180 215 250 280 315 350 380

गलकोज (mmoIL) 26 47 63 82 100 119 137 156 174 193 211मधमह की जाच कर रडम लड शगर ट ट स रडम लड शगर ट ट िदन म िकसी भी समय िकया जा सकता ह मधमह की जाच कर ओरल गलकोज ट ट स इस परीकषण का उपयोग परीडायिबटीज और डायिबटीज क िलए िकया जाता हगलकोज पीन क बाद यह परीकषण िकया जाता ह यह परीकषण आमतौर पर गभारव था क दौरान मधमह क िलए िकया जाता ह हीमोगलोिबन ए1सी ट ट (HBA1c) इस परीकषण का उपयोग मधमह रोगी क िपछल 2 स 3 महीन म रकत शकर रा का तर जानन क िलए िकया जाता ह इस अनमािनत औसत गलकोज कहा जाता ह मधमह क िनदान क िलए मापदड खाली पट रकत शकर रा जाच म रकत शकर रा का तर 126 िमलीगराम डीएल क बराबर या

उसस अिधक ह

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भोजन क 130 स 2 घट बाद की रकत शकर रा जाच म अगर लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

रडम लड शगर जाच म रकत शकर रा का तर 200 िमलीगराम परित डसीलीटर क बराबर या उसस अिधक ह

ओरल गलकोज सिह णता ट ट म लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

हीमोगलोिबन ए1सी ट ट म अगर रकत शकर रा का तर 65 या उसस अिधक ह खाली पट रकत शकर रा जाच म 100 िमलीगराम डीएल और 125 िमलीगराम डीएल क बीच

होता ह या खान क बाद की रकत शकर रा जाच और ओरल गलकोज सिह णता परीकषण का पिरणाम 140 स 199 िमलीगराम डीएल क बीच ह या हीमोगलोिबन ए1सी 57 स 64 क बीच ह तो आप परी- डायिबटीज ह

िनदान ए1सी (परितशत) उपवास ला मागलकोज

ओरल गलकोज सिह णता परीकषण

या ि छक ला मागलकोज परीकषण

साधारण 57 स नीच 99 या नीच 139 या नीच पवर मधमह 57 स 64 100 स 125 140 स 199

मधमह 65 या इसस ऊपर 126 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर

मधमह स स बिधत कछ त य मधमह की बीमारी िकसी भी आय म हो सकती ह यायाम और योगासन कर क टाइप 2 मधमह को 80 तक कम िकया जा सकता ह व थ लोग की अपकषा टाइप 2 डायिबटीज क रोगी उमर स 5 स 10 साल पहल मर जात ह मधमह को अगर िनयितरत ना िकया जाए तो यह शरीर को नकसान पहचा सकता ह जस -

अधापन िदल का दौरा आघात या िकडनी खराब होना हर साल करीब 27000 ब च भारत म मधमह क कारण मर जात ह

कहा जाता ह िक मधमह एक अनवािशक बीमारी ह

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धरती पर बसा एक छोटा सा वगर - िसिककम सषमा िसह

वजञािनक सहायक जल मौसम िवजञान परभाग- मखयालय

व छ शीतल हवा का एहसास मतरमगध कर दन वाला अदभत नजारा ऐसी सदरता ऐसी मोहकता जो आमितरत करती ह एक बार िफर वहा पहच जाऊ जहा ऊच ऊच पवरत की चोिटया और खबसरत जगह क साथ-साथ साफ सथरा वातावरण ह ऐसी जगह हो तो कौन बार-बार वहा नही जाना चाहगा आप भी सोच रह ह ग िक म यह कौन सी पहली बझ रही ह अदाजा लगाइए लगाइए- लगाइए जी हा िब कल सही म बात कर रही ह भारत क पव तर भाग म ि थत धरती पर बस एक छोट स वगर िसिककम क बार म दवदार क वकष बफर की सफद चादर कचनजगा की सोन सी चमकती आकषरक चोटी जमी हई झील भाित-भाित क प प इलायची क बागान शदधता आ चयर और परस नता क तरोत जो िकसी को भी चिकत कर द ऐस सदर झर-झर करत झरन इठलाती कल-कल करती हई ती ता नदी तथा अिव वसनीय प स शाित अचरज करात शात बौदध मठ और जगह-जगह रग-िबरग पराथरना झड की अनठी रगत

बौदध मठ

यातरा व तात

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जी हा िहमालय की गोद म एक छोटा सा रा य िसिककम और ऐसी मतरमगध कर दन वाली सदरता जो वहा जाए बस वही का होकर रह जाना चाह ऐसा लगता ह वय बर मा जी भी इस जगह क िनमारण क बाद यहा रह जान क लालच को याग नही पाए ह ग

सदर झर-झर करत झरन

शाितिपरय लोग इसकी खबसरती म चार चाद लगा दत ह कछ सड़क की हालत और आधारभत सिवधाओ को यिद छोड़ द तो इसकी सदरता पराकितक प स वी जरलड को भी मात द द 16 मई 1975 म िसिककम औपचािरक प स भारतीय गणरा य का 22वा परदश बना यहा पर परयोग की जान वाली भाषाओ क बार म आपको बताऊ तो अगरजी नपाली भिटया िलब और िहदी यहा की आिधकािरक भाषाए ह परत िलिखत यवहार म अगरजी का ही उपयोग अिधक होता ह िसिककम म िहद तथा बजरयान बौदध धमर परमख धमर ह और राजधानी ह यहा का सबस बड़ा शहर- गगतोक

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सबस कम जनसखया वाला यह रा य कषतरफल म गोवा क प चात यनतम ह लिकन छोटा आकार होत हए भी भौगोिलक ि ट स काफी िविवधता पणर दिनया की तीसरी सबस ऊची चोटी यानी कचनजगा िसिककम क उ तर पि चम भाग म नपाल की सीमा पर ह और इसकी सीमाए चीन ित बत और नपाल स िमलती ह िसिककम श द का िलब भाषा म अथर होता ह- नया महल और दो त एक बात और बता द आपको िक ित बती भाषा म िसिककम को चावल की घाटी भी कहा जाता हिजतनी खबसरत जगह उतना ही खबसरत मौसम ह िसिककम का िसिककम भारत क उन चिन दा रा य म आता ह जहा हर साल िनयिमत तौर पर बफ़र बारी होती ह यहा आन वाल पयरटक हमशा सहान मौसम का ल फ़ उठात ह दो त िसिककम जान पर म आपको यह कहगी िक कछ जगह को दखना तो िब कल न भल िजनम यहा परमख ह गगटोक जहा पहचकर आप सो गो झील िडयर पाकर नाथला पास मटक मठ इची मठ तशी दाशरिनक थल और लाल बाज़ार नाम क थानीय बाज़ार घम सकत ह और अपनो क िलए उपहार खरीद कर ल जा सकत ह

मटक मठ

यहा की कछ और मशहर जगह ह िसिककम क महान साध ग पदमसभव की सबस ऊची मितर - जो नामची म मौजद ह स दर रोडोडनडरोन सकचअरी िजसम रा य क िविभ न परजाित क फल मौजद ह कचनजगा पवरत दिनया का तीसरा सबस ऊचा पवरत कई पिवतर और चमकील बौदध मठ स दर हरी भरी घािटया और निदया िसिककम का मशहर गमर सोता कछ अनदख थल पयरटन क िलए उपयकत ह घािटय की खला म आप साहसी और जोिखम भर खल-कद का ल फ उठा कर एक रोमाचक यादगार साथ ल जा सकत ह

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छग लक

िसिककम का खाना और स कित दो ऐसी चीज़ ह िज ह न इस छोटी और स दर जगह को एक मह वपणर थान बना िदया ह

बौदध मठ

िसिककम क लोग यादातर चावल खात ह िसिककम क कछ परमख परपरागत यजन ह मोमोज़ चाऊमीन वानटोन फ़कथ गया थक या थकपा- नडल पर आधािरत सप फगशापा और चपीर क साथ िनगरो मिदरा पर आधािरत पय पदाथर भी िसिककम क लोग वारा िलए जात हचिलए अब वहा िक स कित और परपराओ सर आपको ब करवात ह माघ सकराित भीमसन पजा दरपका तशी लोसर ब च सगा दावा और लसाग यहा क थानीय बौदध िसिककमी वारा मनाए जान वाल कछ परपरागत यौहार हयहा क लोग का परकित स लगाव बहत अिधक ह

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कचनजगा पवरत

दो त िकसी जगह की वचछता वहा क जनमानस की सोच की पिरचायक होती ह एक न ही सी िकरण इस शासक न लोग को िदखाई ह

छट जाएगा यह ितिमर सारा लो नई भोर आयी ह चमन अपना भी होगा रोशन हर घर घर महका हआ होगा िक व छ भारत अिभयान की लो हमन लौ जलाई ह

जी हा अगर इस छोट स रा य- िसिककम की व छता की बात कर तो य पिकतया यहा साकार होती नज़र आती ह आपको यह जानकर आ चयर होगा िक व छ भारत अिभयान क अतगरत िकए गए सव म इस छोट स रा य को पाच बार व छता क िलए सरकार न पर कत िकया ह िजसम दश क 26 अ य रा य शािमल थ िसिककम दश का पहला रा य ह िजसन खल म शौच की परथा को परी तरह स ख म कर िदया ह अपनी यातरा क दौरान िसिककम की एक और बात मझ बहत परभािवत करती ह वह यह ह िक यहा पर जहा भी हम गए वहा हम अिधकतर मिहलाऐ काम करती हई नजर आई रा त म कल-कॉलज जाती हई लड़िकया वहा की मनमोहक पोशाक क साथ-साथ अिधकतर लड़िकया व टनर डरसस म िदखाई पड़ी वहा कही लड़िकय क साथ कोई छड़छाड़ छीटाकशी का माहौल मझ नजर नही आया जसा िक अ य रा य म अकसर दखन को िमलता ह ऐसा सखद और सौहादरपणर वातावरण लड़िकय म इतना आ मिव वास महसस हआ जस िक मिहला परधान समाज हो और कहत ह ना यतर नायर त प य त रमत ततर दवता अथारत जहा नारी की पजा होती ह वहा दवताओ का वास होता ह

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इस बात का अनभव मझ साकषात वहा हआ फल स िखलिखलात चहर माथ पर कोई िशकन का नाम नही सचमच ऐसी िखलिखलाहट तो कवल दवताओ क घर म ही हो सकती ह ना मिहलाओ क सशिकतकरण का एहसास वहा जाकर मझ हआ मन वहा क थानीय लोग स इस बार म बात की तो उ ह न बताया िक यिद यहा पर िकसी लड़की क साथ छड़छाड़ होती ह तो इसम कोई बड़ी बात नही िक छड़छाड़ करन वाल का िसर ही कलम कर िदया जाएएक और चीज जो अपनी यातरा क दौरान मझ दखन को िमली वह ह िसिककम म टरिफक िनयम का पालन गािड़य की लबी लबी कतार तो थी लिकन सकर रा त की वजह स ना िक टरिफक िनयम क उ लघन की वजह स सामन स आन वाली लन खाली ह पर मजाल ह कोई यिकत अपनी लन तोड़कर सामन की लन म चला जाए दो त जहा भारत क अ य रा य म परदषण पसरा पड़ा ह बीमार वदध और ब च की जान सकट म ह तो यह सब दख कर ऐसा लगता ह िक सरकार वारा िकए गए सभी उपाय सारी सगोि ठया सार परयास यथर हो रह ह इतन परयास क बाद परदषण कम होन का नाम ही नही ल रहा ह वही अगर िसिककम की बात कर तो यहा परदषण का तो जस नाम ही नही वा य व वातावरण क परित इतन सजग िक गटक और पॉिलथीन पर यहा परी तरह स परितबध ह और यहा की कानन यव था का तो जवाब ही नही ऐसा लगता ह िक यह छोटा सा रा य एक रा य ही नही हमारी पररणा का तरोत व पथ परदशरक भी हकया सोच कया समझ चाह वह साफ सफाई क परित हो वा य क परित परदषण क परित या मिहलाओ क परित हर कषतर म हम िसिककम वािसय स कछ ना कछ सीख सकत ह मझ तो ऐसा लग रहा था िक म िसफर िसिककम घमकर ही नही आई हबि क बहत कछ सीखन को भी िमला ह वहा स िकसी पयरटन थल पर घमन जाना हमशा ही एक रोमाचकारी अनभव रहता ह और आप वहा स लौटत व त अकल नही होत आपक साथ होती ह वहा की ढ़र सारी खटटी मीठी याद और ढर सार अनभव तो आइय इस समदध रा य म घमकर इसक बार म और जान जहा पर छिटटया िबताना सचमच एक अदभत और अिव मरणीय अनभव ह

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ख़ास ख़बर

माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िनरीकषण

मौसम कदर - ित वनतपरम माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 25012018 को मौसम कदर ित वनतपरम का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ दवदर परधान वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय ी एस बी त पी वजञािनक ldquoएफ न परादिशक मौसम कदर- च न और ी एस सदवन न मौसम कदर - ित वनतपरम क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

डॉ बलीराम गायकवाड अ यकष ससदीय राजभाषा सिमित- ी एस सदवन मौसम कदर ndash ित वनतपरम क

परमख को रा टरपित महोदय क आदश की प तक स पत हए

ख़ास ख़बर

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जलवाय अनसधान एव सवाए पण माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 23022018 को जलवाय अनसधान एव सवाए पण का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ म यजय महापातर वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय और डॉ ए क सहाय वजञािनक ldquoजीrdquo न जलवाय अनसधान एव सवाए पण क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

िनरीकषण क दौरान अिधकारीगण

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बठक िवजञान और परौ योिगकी और प वी िवजञान मतरालय की सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी की अ यकषता म 22 जन 2018 को सी एस आई आर साइस सटर लोदी रोड म दोपहर तीन बज आयोिजत की गई इस बठक म कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo न भाग िलया इस बठक म स ी रवा शमार उपिनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक भी उपि थत रह

माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक की अ यकषता करत हए

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कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo

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स मान रा टरभाषा वािभमान यासrsquo वारा रा टरिपता महा मा गाधी की 150वी जयती क अवसर पर 09 माचर2018 को आयोिजत lsquoरा टरभाषा उ घोष स मलनrsquo म राजभाषा िहदी क िवकास म उ क ट योगदान क िलए उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी को lsquoरजत जयती राजभाषा िवकास िविश ट स मान-2018rsquo स स मािनत िकया गया

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िनरीकषण एव िहदी कायरशाला उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा िवमानन मौसम कायारलय- कोि च तथा डॉपलर मौसम रडार ndash कोि च का करमशः िदनाक 27012018 और 29012018 को राजभाषायी िनरीकषण और िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए

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उपिनदशक(राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा परादिशक मौसम कदर- नागपर तथा मौसम कदर-रायपर का िदनाक 20032018 स 23032018 तक राजभाषायी िनरीकषण तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए इस दौरान परादिशक मौसम कदर ndash नागपर क परमख ी ज एन परसाद तथा विर ठ अनवादक ीमती शाता उ नीक णन भी उपि थत रह

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परादिशक मौसम कदर ndash नई िद ली वारा राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन क उ य स िदनाक 24042018 को िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याखयान

िदए मौसम कदर- लखनऊ की विर ठ अनवादक ीमती क पना ीवा तव न भी याखयान िदया

राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन तथा िवभागीय कािमरक को िहदी म परिशकषण दन क उ य स िदनाक 30052018 को मखयालय म िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया िजसम 26 परिशकषाणािथरय न भाग िलया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याख यान िदए

मौसम कदर- पटना का िदनाक 25062018 स 26062018 तक मखयालय क विर ठ अनवादक ी बीरदर कमार तथा परादिशक मौसम कदर ndash कोलकाता क किन ठ अनवादक ी नीलो पल चतवदी वारा राजभाषायी िनरीकषण िकया गया तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया

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आपकी पाती िमली मौसम मजषा-26 म मह वपणर वजञािनक एव सािहि यक रचनाओ का अदभत गगा-जमनी सगम ह इसक िलए सपादक-मडल को बधाई एक ओर शरद जोशी जस परिसदध यगयकार की रचना ह वही दसरी ओर सिरता जोशी की रचना lsquoमर पित क िर तदारrsquo म हा य पट क साथ परािणय क िलए नह-दया की भावना ह कवर अजय िसह का लख lsquoराजभाषा िहदी का कायार वयन- सम याए एव समाधानrsquo त यपणर लगा मकद कमार की lsquoबारह महीन बारह मौसमrsquo मकश कमार ग ता की lsquoफड़कनrsquo िविवध िवषय पर िलखी पठनीय रचनाए ह स ी रवा शमार न lsquoचलत चलतrsquo िवमल िमतर की रचना क मा यम स lsquoिव व िहदी िदवसrsquo पर मह वपणर सामगरी दी ह ीमती सिरता जोशी का lsquoय क स य क तकrsquo शीषरक यान आकिषरत करत हए िवदश की सर कराता ह स ी रवा शमार का आलख lsquoरा टर क सजग परहरीrsquo ी दीनदयाल उपा याय को स ची दधाजिल ह lsquoमौसम मजषाrsquo का परा अक रोचक एव पठनीय सामगरी स भरपर ह बधाई

डॉ गीता प प शॉ 2 एल 45 बहादरपर हाउिसग कॉलोनी

पटना-800026 geetapushpshawgmailcom

आपक कायारलय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत ldquoमौसम मजषाrdquo िह दी गह पितरका क 26व स करण की एक परित परा त हईhellip आपका तह िदल स शिकरया भारत मौसम िवजञान िवभाग क कायारलय म हो रह िह दी कायार वयन तथा िह दी स सबिधत अ य गितिविधय की इस िह दी गह पितरका म उ क ट एव सदर पर तित की गई ह आशा करत ह िक आप ऐस ही िनरतर आपकी िह दी गह पितरका ldquoमौसम मजषाrdquo का शानदार परकाशन करत रहग साधवाद एव आगामी अक क िलए ढ़र सारी शभकामनाए

शख सलीम अिधकारी- राजभाषा कायार वयन

उ तर पि चम अचलndashिरटल अहमदाबाद िहद तान पटरोिलयम कोप रशन िलिमटड

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पन एक बार पितरका मौसम मजषा स िमलना सखद रहा 26वा स करण पढ़ा अ छा लगा ऐसी ऐसी तकनीकी जानकािरया आपकी पितरका क मा यम स बहत सरल सीधी साधी अपनी राजभाषा िहदी म हम पाठक को परा त होती ह इसक िलए साधवाद आपको एव आपकी टीम को आपकी पितरका सगरहणीय ोत ह ही साथ ही साथ समय क साथ यह आग आन वाली पीढी (जनरशन) क िलए अ यत म यवान रहगी वक त भी आपकी महनत को सराहगा इतना मझ िव वास ह पितरका क िवषय म जो म सोच पाता ह अ फाज म यहा बया करन की कोिशश कर रहा ह उ मीद ह आपको भला परतीत होगा आपक िलए ढरो शभकामनाए आपकी सहयोगी सिरता जी एव अ य भी बधाई क पातर ह अ यथा यह पितरका कस पाठक तक पहचती हमशा सकारा मक रह तपती दपहरी म एक बार िफर मौसम मजषा क 26व स करण स मलाकात तज गमीर म सकन दती बािरश की बदो जसी रही इस पितरका क इतजार का भी अपना मजा ह िमलन पर इसक हर वक स दो ती हो जाती ह lsquoमौसम मजषाrsquo अपन नाम को चिरताथर करत हए हम तक मौसम व पयारवरण की अनक जानकािरया बड़ी सरल सीधी अपनी राजभाषा िहदी म पहचाती ह और कहती परतीत होती ह- मझस दो ती करो बहत कछ और ह मर पास-आप तक परिषत करन क िलए बस मझ स दो ती बनाए रखो पितरका को बहत ही समझदारी स कई वग म िवभािजत िकया गया ह- इसम परकािशत सामगरी क अनसार जस तकनीकी बौछार सािहत ियक बहार याद क झरोख स सामा य लख का य फहार भाषायी बयारयातरा व तात -िजसन भी यह नाम िदए-बधाई उनको इस 26व स करण की तकनीकी बौछार म परकािशत चार लख बहत ही रोचक व जञानवदधरक- डॉ अनपम का यिप का lsquoगरज चमक वाल बादलrsquo ी कलाश का lsquoअटाकर िटका म मौसमrsquo अशोक जी का lsquo लक होलrsquo ी दीपाकर का lsquoखगोल िवजञानrsquo पाठक तक बहत सी तकनीकी बात को सरलता स पहचा दत ह- इन सभी की लखनी को साधवाद सािहि यक बहार म यग य lsquoह भी मगर नही भीrsquo गदगदा दता ह lsquoयाद क झरोख सrsquo का लख lsquoमौसम व जलवायrsquo- गहरी जानकारी परिषत करता ह वस भी यह वगर बहत नो टलिजक ह lsquoका य फहारrsquo की किवताए एक स बढ़ कर एक- इसक किवय की क पना lsquoसरज स आग किवता िजदगी ह सभी किवगण को सखद जीवन क िलए शभकामनाए भाषायी बयार म थान परा त सभी लख का सजन राजभाषा िहदी को कदर म रख कर िकया गया ह- य सभी िहदी भाषा क मह व का दशारत ह डॉ परकाश खर का लख lsquoराजभाषा का िवजञान म यागदानrsquo ी कवर जी का lsquoराजभाषा का कायारलय म

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कायार वयनrsquo जगद बा जी का lsquoअपभरश एव िहदीrsquo िहदी की मह ता को दशारत ह साथ ही िहदी की समगरता स भी पिरिचत करात ह रवा शमार जी का लख lsquoिव व िहदी िदवसrsquo भावपणर होन क साथ-साथ िहदी स जड़न की पररणा स ओत परोत ह सामा य लख वगर म - परकाश जी का lsquoसम याए ह तो समाधान भीrsquo बड़ा सकारा मक ह lsquoफड़कनrsquo ी मकश ग ता का िवचारणीय ह lsquoमगरोव वनrsquo डॉ बालसबरमिणयन का बहत ही िवचारो तजक ह और हम भिव य क िलए आगाह करता ह बहत समय बाद प दीनदयाल उपा याय पर एक पठनीय लख पढ़ा लिखका स ी रवा शमार न काफी शोध क बाद शायद यह लख िलखा ह इसस उनकी सकारा मक सोच व सािह य साधना ि टगोचर होती ह बधाई यातरा व तात म ीमती सिरता जोशी पाठक को ऑक सफोडर स पिरिचत कराती ह बहत ही सहजता स व य क को पाठक तक पहचा दती ह ऑक सफोडर म पढ़ना एक सपन का सच होन जसा होता ह lsquoबटी पढ़ाओ बटी बचाओrsquo क सदभर को रखत हए उनका यह व तात पठनीय ह इसी करम म lsquoमरी जमपई यातराrsquo ी सरज बनजीर का लख तरीय होन क साथ-साथ पाठक को आकिषरत भी करता ह अत म िहदी पखवाड़िहदी िदवस 2017 पर आयोिजत िविभ न कायरकरम की िरपोटर साथ िलए पितरका िसमट जाती ह 136 प ठ म पितरका lsquoमौसम मजषाrsquo का कलवर बहत तरीय साज स जा छपाई मन मोह लती ह एक बात और सपादक वारा सपादकीय म रख उनक िवचार मौसम िवभाग क 143 गौरवशाली वष क िवषय म बहत ही सकारा मक ह अपनी बात म ीमती सिरता जोशी न पव तर क िवषय म जो िवचार रख ह व सोचन को मजबर करत ह िक कस भाषाओ व बोिलय को बचाया जाए हा एक सझाव यिद पितरका म छपी त वीर स थोड़ी बात की जाए तो शायद व भी जीवत हो जाए अ य परकािशत सामगरी की भाित पन स पादक जी को बधाई- एक सगरहणीय रोचक व पठनीय पितरका को पाठक तक पहचान क िलए मझ िव वास ह भिव य म यह पितरका बहत कछ कहगी सकारा मक एव जञानवदधरक अगल अक की परतीकषा म शभकामनाए

उमश महता 3380

बका टरीट हौज काजी िद ली- 110006

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lsquoमौसम मजषाrsquo का 26वा स करण परा त होत ही एक बात मन म आई िक भारत म फल मौसम िवभाग क हर छोट-बड़ कायारलय म तनात अिधकािरय और कमरचािरय की अपनी अनभित अिभ यक त करन म lsquoमौसम मजषाrsquo का बहत बड़ा योगदान ह इसम परकािशत सिरता जोशी का यातरा व तात lsquoयक स यक तकrsquo और सरज बनजीर का lsquoमरी जमपई यातराrsquo अ यत रोचक ह िवशष प स रग िबरग िचतर क साथ परकािशत यह यातरा व तात दरअसल म ऐसा लग रहा था जस हम खद इस यातरा म शािमल थ आशा ह परकित की गोद म बस नई नई जगह की जानकारी उनकी स कित क बार म जानकारी आिद हम आग भी इसक जिरए िमलती रहगी मख यालय क राजभाषा िवभाग की उपिनदशक को अनक ध यवाद

भारती भइया िनजी सिचव

सखया मक मौसम पवारनमान -मख यालय आकषरक कलवर यक त मौसम मजषा का 26वा स करण परा त हआ इस स करण का lsquoस पादकीयrsquo एव lsquoअपनी बातrsquo उ चकोिट क ह पितरका म सािह य की िविभ न िवधाओ क उ क ट लख को समािहत करन का परयास िकया गया ह जो िक सराहनीय ह lsquoका य फहारrsquo क अतगरत परकािशत सभी किवताए अ छी ह िवशषकर lsquoचलना ही होगाrsquo शीषरक की किवता का भाव सराहनीय ह lsquoउ तराखड स यनाइटड िकगडमrsquo तक की यातरा का वणरन बड़ रोचक ढ़ग स िकया गया ह पितरका क अदर क प न म महाप ष सािह यकार किवय शायर तथा वजञािनक क कथन को थान दना िहदी अनभाग क परकाशन की पिरपक वता को पिरलिकषत करता ह यह पितरका िवकास की सीिढ़या िनरतर चढ़ती रह यही मरी शभकामना ह

जगद बा परसाद मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत lsquoमौसम मजषाrsquo पितरका एक अदभत समागम ह जहा अनक परकार की रोचक रचनाओ की जानकािरया परा त होती ह मौसम मजषा क रजत स करण म

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परकािशत कछ रचनाए बहद रोचक अनभव परदान करती ह िजनम अिखल भारतीय िवभागीय िहदी सगो ठी-2017 आओ बात कर lsquoिहदी की उड़ानrsquo परमख ह मौसम मजषा क 26व स करण म परकित को और नजदीक स जानन की उ सकता जागत होती ह इसक मख य प ठ पर परकािशत lsquoसौयर औरोराrsquo की त वीर िदल को छ गई lsquoअटाकर िटका म भारत मौसम िवजञान िवभाग क योगदानrsquo क िवषय म आव यक जानकािरया परा त हई अ य रचनाए जस lsquoचलना ही होगाrsquo lsquoकिवता लौट आईrsquo ह lsquoिव व िहदी िदवसrsquo आिद अदभत लगी

अिकत सक सना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय-सफदरजग पितरका बहत ही स दर प स पर तत की गई ह पितरका की सामिगरया उ क ट ह पितरका क सपादक मडल क सभी सद य को हािदरक बधाई

सयरभान गौतम सयक त महापरबधक (राजभाषा)

भारतीय िवमानप तन परािधकरण सफदरजग हवाई अ डा-नई िद ली

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उपमहािनदशक (परशासन)

भारत मौसम िवजञान िवभाग मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003 सदश

िहदी िदवस क अवसर पर lsquoमौसम मजषाrsquo का िवमोचन िन चय ही भारत मौसम िवजञान िवभाग क अिधकािरय और कमरचािरय म राजभाषा िहदी क परित नवचतना नव ऊजार सचािरत करता ह मझ यह दखकर बहत खशी हो रही ह िक िवजञान और तकनीक स जड़ िवषय पर िहदी म लख िलखन क परित लोग परो सािहत हो रह ह हमार िलए यह गवर की बात ह म पितरका की सफलता की कामना करता ह शभकामनाओ सिहत

(गजदर कमार)

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उपिनदशक (राजभाषा)

भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

सपादकीय परकित क साथ मन य का सबध िचरकाल स ही जड़ा ह परकित की गोद म पला बढ़ा मन य परकित क रह य को जानन पहचानन अिभ यक त करन की अद य लालसा क वशीभत न जान िकतन िवषय को परितपािदत करता हआ आग बढ़ता गया वाभािवक ह िक मौसम स भी मन य का सबध िचरकाल स ह हमार मनीषी मौसम क बार म गहन शोध कायर क उपरात इस िन कषर पर पहच िक lsquoआिद यात जायत वि टrsquo अथारत प वी पर सयर ही वषार को लान वाला ह सयर क कारण ही वषार होती ह और कालातर म यही सतर भारत मौसम िवजञान िवभाग क परतीक िच का सतर वाक य बना और अतत सयर धरा मौसम वषार बादल सागर तफान निदया झरन ऋतए आकाश परकित क ऐस प ह िजसन सवदनशील मन य क दय पर अपनी अिमट छाप छोड़ी हमारा परयास रहता ह िक सािह य म रचनाकार न िजस परकार स मौसम को अपनी रचनाओ म अिभ यक त िकया ह उसस आपका पिरचय अव य कराए इन महानभाव न अपन भाव को मौसम पी रथ पर चढ़ाकर िकस परकार यातरा की ह किव भवानी परसाद िम की किवता ldquo सरज का गोलाrdquo

याद आती ह - सरज का गोला

इसक पहल ही िक िनकलता चपक स बोला हमस-तमस इसस-उसस

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िकतनी चीज़ स िचिडय स प त स फल -फल स बीज स

ldquoमर साथ-साथ सब िनकलो घन अधर स

कब जागोग अगर न जाग मर टर सrdquo

आग बढ़कर आसमान न अपना पट खोला इसक पहल ही िक िनकलता सरज का गोला

िफर तो जान िकतनी बात हई कौन िगन सक इतनी बात हई

पछी चहक किलया चटकी डाल-डाल चमगादड़ लटकी गाव-गली म शोर मच गया जगल-जगल मोर नच गया

िजतनी फली खिशया उसस िकरन यादा फली यादा रग घोला और उभर कर ऊपर आया

सरज का गोला सबन उसकी अगवानी म अपना पर खोला

मौसम िवजञानी जहा तरह तरह क परामीटर पर नए नए मॉडल क साथ मौसम का पवारनमान करत रह ह वही किव भी दय म उठी नई नई सवदनाओ को यक त करत रह ह और इसी तरह यह यातरा चलती आई ह सबन अपन अपन तरीक स मौसम क िविवध प की याखया की ह श द म बाधा ह और बाधा ह नए नए मॉडल म िजसक आधार पर मौसम क िमजाज़ को समझ उसक वभाव का अनमान लगात हए पवारनमान िकया जा रहा ह यह यातरा िनरतर जारी ह नई सभावनाओ की खोज म नए श द नए िवचार नए मॉडल नए अनमान और परगित पथ पर हम आग बढ़ रह ह पर िव व का बदलता मौसम नई चनौितया सामन ह अ ययन जारी ह हार कर न बठन वाल मन य परय नशील ह उन चनौितया का सामना करन क िलए और इसी तरह जञान िवजञान क नए नए िवषय पर िहदी म लख िलख जा रह ह lsquoएक तार की जीवन यातराrsquo चकरवात लख बड़ ही रोचक बन पड़ ह िहदी म लखन कायर न गित पकड़ ली ह और भारत मौसम िवजञान िवभाग क िलए यह गवर की बात ह तो लीिजए पर तत ह मौसम मजषा का नया स करण शभकामनाओ सिहत

(रवा शमार)

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सहायक िनदशक (राजभाषा) भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

अपनी बात मौसम िवजञान िवभाग की lsquoमौसम मजषाrsquo पी यह लता कहा स कहा तक पहच चकी ह यिद मित पटल की कछ तह हटाकर इसकी जड़ तक जाकर दख तो एहसास होता ह िक मजबत नीव क पिरणाम व प ही आज इस यह मकाम हािसल हआ ह िजस पर हमार िवभाग को गवर ह सवरपरथम बात कर इसक नामकरण की डॉ वीर दर सक सनात कालीन िहदी अिधकारी वारा अ सी क श आती दशक म िदया गया यह नाम िविभ न मौसम म मौसम िवभाग की इस बिगया क नवाकर को तो सजीवनी परदान करता ही ह साथ ही प प को भी अपन रग व खशब िबखरन का सनहरा वातावरण परदान करता ह पितरका क सरकषक महािनदशक महोदय क मागरदशरन तथा सचना परौ योिगकी क आगमन स इस पितरका को चार चाद लग गए हअब यह रगीन व मनमोहक कलवर म पर तत की जान लगी ह पितरका म अब तक परकािशत कल पाच लख क लखक को और वषर 2015 म lsquoमौसम मजषाrsquo को िहदी िदवस क अवसर पर माननीय रा टरपित महोदय वारा पर कत िकया जा चका ह पितरका की अपनी एक पहचान बनी ह और इसका य जाता ह िवभाग क उन सभी कािमरक को जो िविभ न िवषय पर राजभाषा िहदी म लखन कर रह ह पितरका क अब वषर म दो स करण परकािशत िकए जान लग ह मौसम मजषा पी यह लता इसी परकार प लिवत पि पत और फिलत होती रह यही कामना िलए बड़ गवर क साथ आप सभी क समकष पर तत ह मौसम मजषा का यह नवीन स करण

(सिरता जोशी)

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अनकरमिणका वजञािनक व तकनीकी बौछार

भीरा शहर म दजर असामा य तापमान हमत कारकर

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एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

14

पव तर भारत म कालबसाखी रजन फकन

18

च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

22

जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अजय ठकराल

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सािहि यक बहार बारात की वापसी सधार

हिरशकर परसाई45

याद क झरोख स िहदी सािह य म वषार वणरन

ीमती एम अनराधा52

का य फहार पर निच ह

डॉ दवदर परधान59

इसािनयत शिमर दा ह

मोहनलाल साह60

गगा माहा य

पनम िसह61

मौसम मजषा ए एम भटट

62

जीवन पथ

सनदा गाबा62

मरा शहर

अिकत सकसना63

परकित का गार

सजीव कमार सागर64

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन

65

जब कोमल काया फौलाद बनगी एएम भटट

66

िचिड़या अजना िम हास

67

भाषायी बयार

सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

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राजभाषा स सबिधत पर कार योजनाए

सिरता जोशी73

िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल

जगद बा परसाद85

सामा य लख कया यिकतगत क पिनया जलवाय

पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन

90

भर टाचार मकत भारत िमलन परसाद भटटाचायर

94

भवन-िनमारण म ईशान कोण

मकश कमार ग ता 96

नमािम गग

पनम िसह102

मौसम सवाए एव िव तारीकरण

एचपी चदरा112

मधमह - जानकारी और बचाव

िदनश ख ना115

यातरा व तात धरती पर बसा एक छोटा सा वगर

सषमा िसह122

खास खबर 128

आपकी पाती िमली 135

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भीरा शहर म दजर असामा य उ च तापमान - पयारवरण स एक सबक

हमत कारकर मौसम िवजञानी-बी

परादिशक मौसम कदर-मबई

असामा य मौसम की घटना अब एक आम बात बन चकी ह महारा टर क रायगढ़ िजल म भीरा नामक एक गाव ह उस वकत यह गाव चचार का िवषय बन गया जब बीबीसी तथा अ य अतररा टरीय रा टरीय िपरट एव इलकटरॉिनक मीिडया म यह समाचार परकािशत हआ िक इस गाव का तापमान माचर क आिखरी स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया जो िक यज़ीलड क सामओ शहर क 496 िडगरी सलिसयस क बाद माचर क माह म दिनया की सबस उ ण जगह बना इसक पवर राज थान म मई 2016 म फालोड़ी का तापमान 51 िडगरी सलिसयस दजर िकया गया था उसी परकार दिनया का सबस उ च तापमान 10-7-1913 को अमिरका क किलफोिनरआ की डथ वली नामक जगह म दजर िकया गया था जहा 567 िडगरी तापमान िरकॉडर िकया गया था यह भी माना जाता ह िक दिनया म सबस यादा 60 स 65 िडगरी तापमान भी कही कही अनभव िकया गया ह िक त इसकी आिधकािरक पि ट करन हत कोई िरकॉडर नही ह भीरा म ि थत मौसम वधशाला भीरा म ि थत मौसम वधशाला िवभागीय नही ह बि क टाटा पावर कपनी वारा सचािलत ह जहा टाटा पावर क परिशिकषत कमरचारी ही सार मौसमी िनरीकषण िकया करत ह एव आकड़ परा त करत ह टाटा पावर की यहा 1932 म थापना हई थी और 1962 स ही यहा पर टाटा पावर क परितबिधत कषतर म यह कलास-2 (बी) मौसम वधशाला ह यह गाव उ तर क कण क मानगाओ तहसील क अतगरत मबई गोवा महामागर क 40 िकलोमीटर पवर म ि थत ह भीरा का तापमान माचर 2017 क अितम स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया था भारत मौसम िवजञान िवभाग भी सकत म आ गया जब इस बहचिचरत िवषय पर परादिशक मौसम कदर मबई िमिडया क िनशान पर रहा हर कोई भीरा क उ च तापमान का राज जानना चाहता था भीरा उ तर क कण म ि थत ह जोिक अलीबाग जस समदरी िकनार पर ि थत दसर शहर स िसफर 60 िकलोमीटर

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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दरी पर ह अलीबाग म तो उसी िदन िसफर 32 िडगरी तापमान दजर िकया गया कई लोग यह भी आरोप लगान लग िक आकड़ सही नही ह एव भारत मौसम िवभाग उपकरण क रखरखाव पर यान नही द रहा कछ लोग यह भी कहन स नही चक िक सही परकार स परकषण नही िकया जाता ह और झठ आकड़ द िदए जात ह मौसम िवभाग का एक जवाबदार अिधकारी होन क नात माननीय उपमहािनदशक ी क एस होसािलकर जी एव िनरीकषण िवभाग क परमख ी आर आर सयदजी न मझ इस सबध म परी जाच करक तरत िरपोटर पर तत करन को कहा म तरत ही भीरा क दौर पर िनकल पड़ा जब म भीरा पहचा तब वहा पर करीब 50 मीिडयाकमीर कई रा य सरकार क अिधकारी गाव क 200 स भी यादा लोग और गराम पचायत सद य सभी मझ स सवाल जवाब करन क िलए परतीकषा म थ भारत मौसम िवजञान िवभाग क परितिनिध क तौर पर मझ एक सवाददाता स मलन बलाना पड़ा और सभी को यह िव वास िदलाना पड़ा िक उपकरण म कोई तरिट नही ह सभी उपकरण िव वसनीयता हत समय समय पर जाच जात ह आकड़ की तलना की जाती ह तथा तरिटय को दर िकया जाता ह या िफर िबगड़ हए उपकरण बदल िदए जात ह साथ ही िवभागीय मानक का खयाल रखन वाल उपकरण का पिरसर भी दखा जाता ह तािक आकड़ गलत ना ह िनरीकषण लन वाल सभी कमीर भी परिशिकषत ह तथा अनभवी भी इसिलए गलत आकड़ का कोई सवाल ही नही उठता हमझ यह भी बताना पड़ा िक असाधारण तापमान का दजर होना कोई नई बात नही ह रा य उस समय उ ण लहर स पीिड़त था जो िक तापमान को और भी बढ़ान म सहायक रहा इसस पहल भी भीरा म कई बार इस परकार क आकड़ दजर िकए जा चक ह जस 17-3-2005 को 462 िडगरी सलिसयस 27-4-2005 को 490 िडगरी सलिसयस 2-5-2005 को 475 िडगरी सलिसयस 24-3-2016 और 28-4-2016 को 445 िडगरी सलिसयस(यह आकड़ ी सयोग नाईक वजञािनक सहायक पवारनमान कदर मबई स परा त िकए गए ह) िफर भी उनकी तस ली हत मन सभी क समकष अपन पोटबल उपकरण की सहायता स कई परकषण िकए जो िक वहा पर पर थािपत उपकरण स म ल खात थ इसस यह सािबत हो चका था िक आकड़ म कोई गड़बड़ी नही थी मन सभी उपि थत िमिडयाकमीर रा य शासन क अिधकािरय और गराम पचायत सद य को समझाया िक इस परकार क उ ण लहर क दौरान कौन सी सावधािनया लनी होती ह तािक हािन न हो लोग की जानकारी हत हर चौराह पर सावधािनय की जानकारी वाल बनर लगान को कहा दौर स वापस आन पर मन माननीय उपमहािनदशक महोदय को स बिधत जानकारी दी तथा उनक़ आदशानसार आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी - ए को भीरा

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दौर पर तरत भजा भीरा म कायररत परकषण ी रलकर एव ी काबल इनकी सहायता स तरत उसी वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत िकए गए

भीरा वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत करन का पहला परयास िकया गया

आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी-ए और उनकी टीम

पजर यमापक क साथ तापमापी लगान क परयास म इन वचािलत उपकरण स परा त डटा (AWS) एव मानवीय िनरीकषण आकड़ क साथ एक माह तक तलना मक अ यास िकया गया तथा दखा गया िक कवल 01 स 05 िडगरी सलिसयस तक यादा कोई फकर नही ह िजसस यह सिनि चत हो चका था िक उपकरण सही काम कर रह थ भीरा की भौगोिलक पिरि थित तल प एव असामा य तापमान क सभािवत कारण भीरा की भौगोिलक पिरि थित तथा तल प पर िवचार कर तो यह स यािदर पवरत खला क बीच बसा ह तथा तीनो तरफ स अगरजी क सी आकार म पवरत स िघरा हआ ह पवरत खला बसा ट नामक प थर स बनी ह यह काल प थर िदन क समय सरज की गमीर स कछ अिधक गमर हो जात ह और

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इनकी उ णता को बनाए रखन म सिकरय होत ह तीन ओर स पवरत खला स िघर होन क कारण इन पर समदर स आन वाली ठडी पि चमी हवाओ का असर नही होता ह िजसक चलत इन प थर म स कछ हद तक उ णता घट सक साथ ही दसर भी कारण का पता चला ऐसा पाया गया िक आस पास क जगल की काफी कटाई हो रही थीकही घास आिद जलाए जा रह थ चावल क खत म भी सखा कचरा बहत अिधक मातरा म जलाया जा रहा था तो कही पर ईट बनान वाली इकाइया अिधक मातरा म भिटटया जला रही थी साथ ही जगल की आग भी एक कारण था

c आकार म पवरत स तीन िदशाओ स िघरा हआ भीरा का पिरसर

इन सभी कारण की वजह स शायद तापमान बढ़ता चला गया इस परकार क मानव िनिमरत कारण स भी पयारवरण को भारी नकसान हो रहा ह और इस परकार की मौसमी घटनाए अब आम हो चकी ह इसस मानवी जीवन क साथ साथ क कण की हिरयाली को भी काफी नकसान झलना पड़ रहा ह म र िनरीकषण अ यास क दौरान मन यह भी दखा िक िसफर 10 िकलोमीटर दरी पर अगर इन अगरजी सी आकार की पवरत खला स बाहर आया जाए तो तापमान 6-7 िडगरी कम पाया गया शायद यही कारण था िक आस पास म बस अलीबाग माणगाव आिद इलाक म तापमान 32 िडगरी रहा जबिक भीरा म 45-46 िडगरी था इसस यह तो सािबत हो चका था िक भीरा का तापमान उ तर क कण या रायगढ़ िजल का परितिनिध व नही कर सकता ह खासकर आम जामन काज आिद की फसल को भी इस ताप विदध क कारण नकसान हो सकता ह स चाई यह ह िक भीरा कडिलका नदी वाटर टनल आिद स िघरा होन क कारण एक ठ डा परदश होना चािहए था पर मानवीय गितिविधय एव भौगोिलक पिरि थित क चलत एक गमर थान बन चका गलोबल तापमान म विदध वस सारा िव व ही आजकल गलोबल तापमान म विदध स परशान ह शायद हमार िलए भीरा एक सबक ह िनसगर वारा दी गई चतावनी ह बढ़त काबरन उ सजरन बढ़त हए सीमट क जगल वाहन स

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िनकलन वाला धआ तापमान म विदध करन वाल शीश क भवन जगल की कटाई पहाड़ की खदाई कारखान स िनकलन वाला धआ ऐस कई कारण ह जो इस सदर िव व को एक िदन बबारद कर दग और यह भी लगता ह िक कही िकसी िदन इन पवरत खलाओ स भिव य म कोई वालामखी न फट जाए वह िदन दर नही जब हम सास लन क िलए भी पराणवाय का िसलडर साथ लकर चलना पड़गा िनसगर को बचान हत कछ सावधािनय की ज रत हाल ही म िदस बर 2015 म पिरस करार क तहत िव व क करीब 196 दश क परितिनिधय न इस करार पर ह ताकषर िकए और शपथ ली िक िकसी भी हाल म हम काबरन उ सजरन को श य पर लाना ह एव आन वाल कछ वष म इस धरातल का तापमान 2 िडगरी स कम करना ह तािक हम आन वाली पीढ़ी को बचा सक अगर इसी तरह चलता रहा तो मौसम का पवारनमान लगाना भी असभव हो जाएगा खाद क कारखान स भी काफी काबरन उ सजरन होता ह इसिलए िसिककम जस एकमातर रा य को उदाहरण मानकर हम खतीबागानसि जया आिद उगान हत िसफर और िसफर ऑगिनक खाद का ही उपयोग करना होगा इस करम म अथरवमर खाद गोबर आिद का उपयोग सहायक हो सकता ह निदय को भी परदषण स मकत रखना होगा कॉ करीट सीमट क जगल कम करन ह ग

ी हमत कारकर मट बी भीरा वधशाला क िनरीकषक ी का बल और महारा टर रा य क रायगढ िजल

क अिधकारी वधशाला क उपकरण का िनरीकषण करत हए मझ यह जानकर ख़शी होती ह िक भीरा जस छोट स पटनस गाव क सरपच भी इस बात को मर समझान पर समझ गए उ ह न यह सिनि चत िकया ह िक गाव क आस पास क करीब 1 स 2 हजार एकड़ खली जमी पर गाव वाल सभी िमलकर हिरत कराित लाएग और वकषारोपण करग कय िक क कण म पानी की कोई कमी नही ह और भीरा म बाध क टनल स इस परा त िकया जा सकता ह

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एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

वजञािनक सहायक खगोल िवजञान कदर - कोलकाता

एक तार की जीवन यातरा आकाशगगा म उपि थत धल एव गस क एक अ यत िवशाल मघ (बादल) स श होती ह इस lsquoनीहािरकाrsquo (नबला) कहत ह दरअसल नीहािरका श द की उ पि त स कत क श द नीहार स हई िजसका अथर ह lsquoकहराrsquo लिटन म नीहािरका श द को lsquoनबलाrsquo कहत ह िजसका शाि दक अथर ह lsquoबादलrsquo इन नीहािरकाओ क अदर हाइडरोजन की मातरा सवारिधक होती ह और 23 स 28 परितशत हीिलयम तथा बहत कम मातरा म कछ भारी त व होत ह ऐस ही तार का एक परसित गह ह ओरीयान नीहािरका इसका िव तार लगभग 100 परकाश-वषर ह इसक अदर बहत स नएतार ह तथा इसम अनक ऐस तार ह िजनका िनमारण हो रहा ह वतरमान म सभी वजञािनक इस िसदधात स सहमत ह िक धल और गस क बादल स ही तार का ज म होता ह क पना कीिजए िक गस और धल स भर हए मघ क घन व म विदध हो जाती ह उस समय मघ अपन ही ग वाकषरण क कारण सकिचत होन लगता ह इस सकचन क होन क समय को lsquoहायाशी-कालrsquo कहा जाता ह जस-जस मघ म सकचन होन लगता ह वस-वस उसक क दर भाग का तापमान तथा दाब भी बढ़ जाता ह आिखर म तापमान और दाब इतना अिधक हो जाता ह िक हाइडरोजन क नािभक आपस म टकरान लगत ह और हीिलयम क नािभक का िनमारण करत ह तब तापनािभकीय अिभिकरया (सलयन) परार भ हो जाती ह इस परकरम म परकाश तथा गमीर क प म ऊजार उ प न होती ह इस परकार वह मघ ताप और परकाश स चमकता हआ तारा बन जाता ह जब कोई भारी िपड नीहािरका क पास स गजरता ह तो वह अपन ग वाकषरण स इसम लहर और तरग उ प न करता ह कछ उसी तरह स जस िकसी लाि टक की बड़ी सी चादर पर कछ कच िबखर दन क बाद चादर म एक िकनार स या बीच स एक भारी गद को लढ़का िदया जाए सार कच भारी गद क पथ की ओर जमा होना श हो जाएग धीर धीर य सार कच चादर म एक जगह जमा हो जात ह ठीक इसी तरह नीहािरका म धल और गस क कण एक जगह पर सघिनत होना श हो जात ह पदाथर का यह ढर उस समय तक जमा होना जारी रहता ह जब तक वह एक महाकाय आकार नही ल लता

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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इस ि थित को पवरतारा (परोटो टार) कहत ह जस जस यह पवरतारा बड़ा होता ह ग वाकषरण इस छोटा और छोटा करन की कोिशश करता ह िजसस दबाव बढ़ता जाता ह पवर तारा गमर होन लगता ह साइिकल की यब म जस यादा हवा भरी जाती ह यब गमर होन लगती हजस ही अ यिधक दबाव स तापमान 10000000 कि वन तक पहचता ह नािभकीय सलयन (हाइडरोजन यजन) की परिकरया परारभ हो जाती ह अब पवरतारा एक तार म बदल जाता ह वह अपन परकाश स परकािशत होना श कर दता ह सौर हवाए बची हई धल और गस को सदर अतिरकष म धकल दती ह नव तारा िजसका दर यमान 2 सौर दर यमान स कम होता ह उ ह टी टौरी (TTauri) तार कहत ह उसस बड़ तार को हबीरग एइबीइ (Herbig AeBe) कहत ह य नव तार अपनी घणरन अकष की िदशा म गस की धारा उ सिजरत करत ह िजसस सघिनत होत नव तार की कोणीय गित कम होती जाती ह इस उ सिजरत गस की धारा स तार क आस पास क गस क बादल को दर होन म मदद िमलती ह मखय अनकरम- हटरज परग-रसल आरख की मखय अनकरम पटटी इसिलए मह वपणर ह कय िक अिधकतर तार इसी पटटी म पाए जात ह इसका कारण यह ह िक तार अपन जीवन का 90 परितशत भाग इसी अव था म यतीत करत ह इस अव था म हाइडरोजन का हीिलयम म पिरवतरन काफी ल ब समय तक चलता ह इसक कारण तार क क दर भाग म हीिलयम की मातरा म विदध होती रहती ह अत म तार का lsquoकरोडrsquo हीिलयम म पिरवितरत हो जाता ह जब हीिलयम करोड म पिरवितरत हो जाता ह तो उसक उपरात उनकी तापनािभकीय अिभिकरयाए इतनी अिधक तजी स होन लगती ह िक तार मखय अनकरम स अलग हो जात ह दानव तार मखय अनकरम क प चात तार क क दर भाग म सकचन परार भ हो जाता ह सकिचत होन क कारण उ प न होन वाली ऊजार क कारण तारा फलन लगता ह फलन क उपरात वह एक दानव तारा बन जाता (Giant Star) ह हमारा सयर भी इस अव था म आ जाएगा प वी को छोड़कर बध और शकर जस गरह का नामोिनशान ही िमट जाएगा यिद प वी सयर का गरास बनन स बच भी जाती ह तो भी आग का द याकार गोला बनन क बाद सयर वत वामन तारा बन जाएगा इसस प वी पर एकस-र तथा अ य पराबगनी िकरण की झड़ी-सी लग जाएगी उस समय प वी को जीवन िवहीन करन स कोई भी नही रोक पाएगा वत वामन तार दानवी अव था म पहचन क प चात तार क अदर हीिलयम की ऊजार उ प न होती ह और एक िवशष

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परिकरया क अतगरत हीिलयम भारी त व म पिरवितरत हो जाता ह अतत यिद तारा सयर स पाच-छह गना ही अिधक बड़ा हो तो उसम छोट-छोट िव फोट होकर उसस त त गस बाहर िनकल पड़ती ह उसक उपरात तारा वत वामन (White Dwarf Star) क प म अपन जीवन का अितम समय यतीत करता ह परिसदध भारतीय वजञािनक डॉ सबरमिणयन च दरशखर न यह िसदध िकया िक तार का दर यमान सयर स 44 परितशत स अिधक नही हो सकता इस दर य मान-सीमा को lsquoच दरशखर-सीमाrsquo क नाम स जाना जाता ह नोवासपरनोवा (िव फोटी तार) जो तार सयर स पाच-छह गना अिधक िवशाल होत ह अ तत उनम एक भयकर िव फोट होता ह िव फोटी तार क बाहर का सम त आवरण (कवच) उड़ जाता ह और उसकी सम त दर य-रािश अतिरकष म फ़ल जाती ह पर त उसका अित त त करोड सरिकषत रहता ह इस अदभत घटना को सपरनोवा कहत ह यिद उस तार म अ यिधक तजी स सकचन होन लगता ह तो वह यटरॉन तार का प धारण कर लता ह बशत उस तार का दर यमान हमार सयर स दगन स अिधक न हो कछ िवशष पिरि थितय म तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक इनम स परकाश की िकरण भी बाहर नही िनकल पाती ह इ ह ही क ण िववर या लक होल कहत ह सपरनोवा िव फोट क कारण तार की जो दर यरािश बा य अ तिरकष म िछतरा जाती ह व दर यरािश िकसी िदन नया गरह बनान म भी मददगार हो सकती ह हो सकता ह वह गरह हमारी धरती जसा हो तार क इ ही अवशष म ऑकसीजन नाइटरोजन काबरन लोहािनिकल िसिलकॉन आिद अ य सभी त व पाए जात ह हमारा जीवन अतीत म हए सपरनोवा िव फोट की ही दन ह इसम आपको कोई सदह ह कया एक अम रीकी खगोल शा तरी लखक िवजञान सचारक महान वजञािनक कालर सगन न कहा ह-ldquoहमार डीएनए म नाइटरोजन हमार दात म कि शयम हमार खन म लोहा हमारी एपल-पाई (एक िक म की िमठाई) म काबरन तार क अ दर बन थ हम टार टफ (तारा-पदाथर) स बन हrdquo क ण िववर ( लक होल) जसा िक हम पहल भी बता चक ह िक जब तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक अ यत सघन िपड ( यटरॉन तार स भी अिधक) बन जात ह िजनम स परकाश का भी िनकल पाना स भव नही होता तो वजञािनक ऐस अ यिधक सघन िपड को lsquoक ण िववर याम िववरrsquo या lsquo लक होलrsquo कहत ह कया कारण ह िक क ण िववर परकाश को भी बाहर नही आन दत ऐसा उस कषतर क अ यत परबल ग वाकषरण क कारण होता ह िवि मत कर दन वाली बात यह ह िक क ण िववर क िनकट काल

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क परवाह म भी बहद पिरवतरन हो जाता ह क ण िववर क अि त व म होन की स भावना सवरपरथम वषर 1783 म कि बरज िव विव यालय क परोफसर जॉन िमशल न बताई थी यिद क ण िववर परकाश की िकरण को नही भजता तो हम उस कस दख सकत ह हम यह अनमान कस लगा सकत ह िक क ण िववर का अि त व ह क ण िववर की क पना हम उस यिकत स कर सकत ह जो सोफ़ पर बठा हआ ह पर त अ य ह हम उस यिकत को नही दख सकत ह कय िक वह यमान नही ह पर त उसक बठन स सोफ़ म ग ढ़ बन जात ह ठीक उसी परकार स तार क ग व कषतर क परभाव को दखकर वजञािनक क ण िववर क अि त व क बार म पता लगा सकत ह हम जानत ह िक आकाश म अनक यगम तार (ऐस तार जो एक-दसर की पिरकरमा करत ह) ह क पना कीिजए उनम स एक तारा क ण िववर ह तो दसर तार क दर यमान क बार म खगोलीय िविधय वारा जानकारी परा त की जा सकती ह परिसदध वजञािनक टीफन हॉिकग न सामा य सापकषता िसदधात तथा कवाटम भौितकी क िसदधातो क आधार पर यह िन कषर िनकाला ह िक क ण िववर िकसी गमर िपड (कि णका िप ड) की भाित एकस और गामा िकरण का उ सजरन करत ह कई वजञािनक का मत ह िक हमारी आकाश गगा म ही करोड़ -अरब की सखया म क ण िववर हो सकत ह वतरमान म भी कई खगोलिवद का यह मत ह िक क ण िववर कवल एक क पना मातर ह

सदभर - 1 िवजञान िव व 2 परदीप 3 नासा

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पव तर भारत म कालबसाखी का परकोप रजन फकन

वजञािनक-बी मौसम कदर - अगरतला

पव तर भारत म माचर स मई महीन क बीच गरज क साथ तफान का गभीर परभाव दखा जाता ह इसक साथ-साथ कभी-कभी भारी वषार ओलावि ट चडवात आिद क कारण इस कषतर म बहत हािन होती ह मर छातराव था क दौरान अकसर ऐसा होता था िक अपरल क महीन म जब इिडयन परीिमयर लीग (आईपीएल) श होती थी तभी शाम को परचड मघ-गजरन और तज़ वषार क कारण िबजली चली जाती थी और खल का आनद उठान का मौका नही िमलता था िफर अगल िदन सबह दखता था िक तज धप िनकल आई ह तब मन म सवाल आत थ िक यह कस होता ह कछ ही घट पहल जो इतनी तज वषार करवा रह थ व बादल कहा गए कया आज शाम को व िफर आएग बाद म जब म री िनयिकत भारत मौसम िवजञान िवभाग म हई तब पता चला िक जो मझ सिचन सहवाग गल की ब लबाजी दखन स रोकता थाउस पिरघटना को मौसम िवजञान क श द म कालबसाखी कहत ह चिक यह काल पी पिरघटना बसाख क महीन म पवीर और पव तर भारत म ती हािन का मखय कारण ह इसिलए इसको इस कषतर म काल बसाखी कहा जाता ह यह पिरघटना मखयतः मॉनसन -पवर ऋत अथारत माचर अपरल और मई महीन म दखा जाती ह माचर क महीन म सयर क प वी क उ तरी गोलाधर म परवश करत ही भारत की थल भिम का तापमान धीर-धीर बढ़न लगता ह इसक कारण सतह क ऊपर की हवा भी गरम होन लगती ह सवहन क वारा यह हवा ऊपर उठन लगती ह और अपन साथ-साथ नमी को भी ऊपर ल कर जाती ह ऊपरी वायमडल म यह हवा ठडी होती ह और सघिनत होन क बाद ई या कपास की तरह िदखन वाल छोट-छोट बादल िनिमरत होत ह िज ह कपासी मघ कहा जाता ह उसक बाद अगर वातावरण अि थर हो तो इन मघ को बढ़न क िलए और अिधक शिकत िमलती ह और इनकी ऊचाई बढ़न लगती ह कछ समय क बाद यह काल-घन मघ म पिरवितरत हो जात ह िज ह कपासी वषीर मघ कहा जाता ह यह मघ कभी-कभी जमीन स 15-16 िकलोमीटर या अिधक ऊचाई तक पहच जात ह और इनक अ दर हवा क बहत तज ऊ वारह और िन नवाह चलत रहत ह इसक बाद िबजली मघ-गजरन और तज ठडी

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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हवाए श होती ह कभी-कभी अचानक परचड प स तज हवाए चलन लगती ह जो कम समय म ही भारी कषित करती ह एक िमनट या इसस अिधक समय तक रहन वाली ऐसी परचड हवाओ को मौसम िवजञान म चडवात नाम स जाना जाता ह कपासी वषीर मघ िजतन अिधक ती होत ह मौसम भी उतना ही खतरनाक होता ह कभी-कभी यह मघ छोट आकार क होत ह जो िक काफी धीमी गित स आग बढ़त ह और एक दो गरज और हलकी वषार करवा कर ख़ म हो जात ह लिकन कभी-कभी यह काफी बड़ आकार क होत ह िजसस वषार गजरन और हवाए यादा होती ह कभी-कभी अनक मघ एक रखा म जड़कर धनष का प लत ह िजस चडवात पिकत कहा जाता ह चडवात पिकत क प म जड़ जान पर यह मघ 60-70 िकमी परित घट या अिधक र तार स आग बढ़न लगत ह और जमीन क आस-पास हवा की गित 100 िकमी परित घट स भी अिधक होती ह इसस िव तत कषतर म बहत यादा नकसान होता ह

िचतर 1 कपासी वषीर मघ म चलन वाल ऊ वारह और िन नवाह

मॉनसन -पवर ऋत म इन तफान की उ पि त िबहार गागय पि चम बगाल या बागलादश क ऊपर होती ह और यह तज गित स पि चम स परब की तरह बढ़ती जाती ह इस गितिविध क दौरान इसक रा त म आन वाल हर एक कषतर को यह परभािवत करता ह और कछ ही घट म यह कषीण हो जाता ह इन तफान म बहत स मन य पश-पिकषय क पराण चल जात ह और कछ बघर हो जात ह खत म काम करत समय िकसान की म य हो जाती ह काफी लोग क घर टट जात ह और पहाड़ी कषतर म भ खलन हो जाता ह जन महीन म मॉनसन ऋत का आगमन होत ही इन गजरन की ती ता कम हो

जाती ह ऐस म वषार तलना मक प स यादा होती ह और मघ गजरन कम होन लगत ह वषर 2018 म ितरपरा रा य म कालबसाखी का परकोप

ितरपरा पव तर भारत क उन रा य म स एक ह जहा कालबसाखी का ती परकोप दखा जाता ह

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रा य क अगरतला एव कलाशहर म ि थत भारत मौसम िवजञान िवभाग की दो वधशालाओ स परा त त य स यह पाया गया ह िक यहा अपरल और मई क महीन म 40 परितशत स भी अिधक िदन म मघ-गजरन होता ह वषर 2018 की मॉनसन पवर ऋत ितरपरा क िलए बहत ही भयानक रही रा य की राजधानी शहर अगरतला क मौसम िवजञान कदर म इस साल मॉनसन पवर ऋत म कल 18 चडवात दजर िकए गए जो िक सामा य क मकाबल तीन गना अिधक ह इसी साल 18 मई क िदन अगरतला म चौबीस घट क अ दर कल 2428 िमलीमीटर वषार हई जो िक उपल ध त य क मतािबक यहा मॉनसन -पवर ऋत म एक िदन म होनी वाली सबस अिधक वषार का नया िरकॉडर ह यह अब तक अगरतला म िकसी भी ऋत म एक िदन म होन वाली सवारिधक वषार क मामल म अब दसर नबर पर ह इस साल मई म अगरतला म कल 7303 िमलीमीटर वषार हई जो मई क महीन म यहा अब तक का सवारिधक ह कलाशहर म भी इस महीन म 6837 िमलीमीटर वषार हई लिकन यहा मई म इसस भी यादा वषार होन क त य पाए गए ह इसी महीन क दौरान अगरतला और कलाशहर म करमशः 22 और 24 िदन म घ-गजरन हए जो सामा य स कई अिधक ह दोन वधशालाओ म इस साल पर मॉनसन -पवर ऋत म करमशः 9797 एव 9257 िमलीमीटर वषार हई और यह दोन आकड़ भी सामा य क मकाबल अिधक ह इस दौरान पर रा य म काफी नकसान होन की खबर अख़बार और दरदशरन क मा यम स दखी गई अगरतला म ि थत मौसम रडार म हर साल कालबसाखी की कई पिरि थितया दखन को िमलती ह इनम स 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क रडार िचतर को दशारया गया ह इन दोन अवसर पर चडवात पिकतय क प म सयोिजत होन वाल कपासी वषीर मघ क कारण सम त रा य म मघ गजरन तज हवाए और वषार का परकोप दखा गया आजकल मोबाइल फ़ोन इ टरनट आिद की लोकिपरयता क कारण मौसम स बिधत चतावनी तजी स लोग तक पहचती ह और काफी हद तक इसक परकोप स लोग और पालत पश-पिकषय को बचाया जा सकता हभारत मौसम िवजञान िवभाग क इनसट-3 डी उपगरह स परा त िचतर स इनकी उ पि त क बार म परकषण िकया जा सकता ह पवीर और पव तर भारत म कोलकाताअगरतलािडबरगढ़ (मोहनबाड़ी)और चरापजी म लग मौसम रडार स इस कषतर म काफी हद तक चरम मौसम वाल मघ की तजी और िदशा का पता लगाया जा सकता ह यह मौसम रडार हर दस िमनट म मघ क अव थान क िचतर तयार करत ह मौसम रडार क य सीमा म आत ही इन तफान क कषितज और उ वारधर िव तार का पता चल जाता हइसक अलावा मौसम िवजञान क बड़ आकार क ग बार हवा म छोड़ जात ह जो 30-35

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िचतर 2 डॉपलर रडार अगरतला स परा त 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क िचतर

िक०मी० की ऊचाई तक पहच कर ऊपरी वायमडल क मौसम क त य दत ह ख़राब मौसम की स भावना होन पर भारत मौसम िवजञान िवभाग क कषतरीय थानीय कायारलय वारा ता कािलक पवारनमान जारी िकया जाता ह जो आपदा परबधन िवभाग और मीिडया क जिरय लोग तक पहचता ह मौसम िवभाग वारा मौसम क सटीक पवारनमान एव चतावनी इसक समयोिचत परसार और सिकरय आपदा परबधन क जिरए कालबसाखी स होन वाली हािन को काफ़ी हद तक कम िकया जा सकता ह इसक िलए ज़ री ह िक इसस जड़ सभी कायारलय एकितरत होकर काम कर कय िक िमल कर करन स कायर बहतर तरीक स और कम समय म िकया जा सकता ह और सफलता पान की सभावना बढ़ जाती ह

कालबसाखी स भीषण हािन होन क अलावा इसक कछ फायद भी ह कालबसाखी स होन वाली वषार इस अचल म किष कषतर क िलए बहत ही उपयोगी ह साथ ही साथ इस कषतर म कालबसाखी की वषार की वजह स अपरल-मई की गमीर स भी लोग को राहत िमलती ह िदन भर की कड़ी धप की वजह स जब िदन का तापमान 35 िडगरी सि सयस या इसस अिधक पहच जाता ह तब शाम को होन वाली वषार क कारण ही लोग रात को चन की नीद सो पात ह कालबसाखी एक अित िविचतर पिरघटना ह िजसकी वजह स वजञािनक क अलावा किव गायक आिद भी इसक तरफ खीच आत ह किव ग रिवदरनाथ ठाकर स लकर क कई सािहि यकार न अपन लख अथवा सगीत म कालबसाखी का वणरन िकया ह लखक मौसम कदर अगरतला क परभारी िनदशक ी डी साहा महोदय एव िहदी िशकषण योजना क िहदी परा यापक ी रामपरकाश यादव महोदय क पररणा एव पथ-परदशरन क िलए उनका आभारी ह इसक साथ भारत मौसम िवजञान िवभाग क अगरतला एव कलाशहर वधशालाओ क सभी सहकिमरय का शकरगज़ार ह िज ह न हर एक पिरि थित म परकषण क वारा इन त य को अ ययन क िलए उपल ध करवाया

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च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo

परादिशक मौसम कदर - च न पिरचय

6 िदस बर की दोपहर म दिकषण-पवर बगाल की खाड़ी पर एक अवदाब (depression) िवकिसत हआ पहल उ तर-पि चम िदशा की ओर िफर उ तर िदशा की ओर बढ़त हए 7 िदस बर की म य राितर यह एक गहन अवदाब (deep depression) क प म तथा 8 की सबह एक चकरवाती तफान (cyclonic storm) ldquoवदारrdquo क प म सशकत होत हए 9 की म य राितर एक भीषण चकरवाती तफान (severe cyclonic storm) क प म परचड हआ िफर यह पि चम-उ तर-पि चम िदशा की ओर बढ़ा और 10 िदस बर की शाम को पि चम-म य तथा आस-पास क दिकषण बगाल की खाड़ी पर अ यत भीषण चकरवाती तफान क प म घनीभत हो गया उसक बाद यह पि चम िदशा की ओर बढ़त हए 12 िदस बर 2016 को 1500-1700 बज क बीच च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा 11-12 िदस बर 2016 को जब यह िस टम उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट क पास था तब कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न न उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट पर ि थत मानवगत तटीय वधशालाओ (manned coastal observatories) म परित घटा िवशष परकषण क मा यम स वधशालाओ म थािपत वलखी उपकरण वारा मौसमी पराचल (meteorological parameters ) की लगातार िरकॉिडरग वारा भ- खलन वाल कषतर म और उसक आस-पास (च न और उसक आस-पास) लग वचािलत मौसम टशन च न बदरगाह क िनकट थािपत डॉ लर मौसम रडार तथा च न (नगमबककम) वधशाला पर थािपत उ च पवन-गित िरकॉडरर (High Wind Speed Recorder) वारा इस चकरवात क मागर और ती ता पर लगातार िनगरानी रखी सभी उपल ध परकषणीय आकड़ स भ-खलन क पहलओ का पता लगान म मह वपणर जानकारी परा त हई ह उपयरक त यवि थत परकषण क अलावा आकड़ सचनाओ को एकतर करन क िलए एक बिनयादी सवकषण भी करवाया गया िजसस भ- खलन क समय परभािवत थान तथा समय का ठीक स पता लगान क िलए जानकारी परा त करन हत मह वपणर आकड़ परा त िकए जा सक कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न वारा भ खलन क प चात करवाए गए सवकषण स परा त िकए गए िन कषर पर इस िरपोटर म

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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परकाश डाला गया ह सवकषण की परिकरया भ- खलन क बाद क सवकषण की ओर बढ़न स पहल परकषण आकड़ और मीिडया वारा बताई गई कषित का एक आरि भक अ ययन िकया गया तािक सवकषण हत थान का चयन िकया जा सक इलकटरॉिनक मीिडया वारा लगातार िदखाई गई लाइव िरपो रस स चकरवात क भ-थल परवश क पहलओ क िवषय म मह वपणर सचना िमली इन आकड़ तथा सचनाओ क आधार पर कषतरीय दल वारा सवकषण िकए जान वाल कषतर का चयन िकया गया इसक बाद चकरवात म यअल क अ याय 11 तथा कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न क उप महािनदशक तथा परभारी िनदशक क िनदशन म ी जी राजदरन मौसम िवजञानी-बी क नत व म ी डी मरगथवल मौसम िवजञानी- ए ी एम ीिनवासन

रिडयो मकिनक तथा वाहन चालक ी पी िशव शकर चकरवात की घटना क 24 घट क अदर ही चकरवात क बाद क हालात पर सवकषण करन और चकरवात क िवषय म वा तिवकता का पता लगान तथा जानकारी एकतर करन भ खलन क थान इसक मागर तथा तिमलनाड उप मडल क च न ित व लर काचीपरम तथा िनकटवतीर िव लपरम ित व नमलाई और वलोर क चकरवात परभािवत कषतर म जान माल को हए नकसान का पता लगान क उ य स 13 िदस बर 2016 को परातःकाल म च न स दौर पर गए यह दौरा 16 िदस बर 2016 को पणर हआ

शािमल िकए गए िजल

सवकषण दल न चकरवात परभािवत िजल जस च न ित व लर काचीपरम का दौरा िकया दल न आिशक प स परभािवत वलोर ित व नमलाइ और िव लपरम िजल का भी दौरा िकया दल न चकरवाती तफान क गजरन क समय हवा की परकित तथा उस समय क मौसम तफानी लहर और समदर क कषरण आिद क िवषय म जनता स बात-चीत भी की सवकषण दल न इस स बध म अनक सरकारी किमरय स भी भट की

सवकषण दल वारा िन निलिखत कषतर का दौरा िकया गया-

13122016 च न पोटर कािसम द तदइवरपट ित वोिटटवर ए नोर िमजर पिलकाट झील तथा पो नरी 14122016 अराकोनम श िलघर वलजा वलोर आरकोट अरणी कलवाई च वर मोरनम तथा व बककम

15122016 वलजाबाक बालर र डी पलवम पलवा सीवरम प डपाई वदलर च गलपटट तथा ित काज़ कदरम

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16122016 मरककणम क पककम पधपिटटनम सातरस न मिल कोवलम कल बककम शोिलगन लर

ित पो र वीजीपी (ईसीआर) म दवककम ओएमआर तथा दिकषण च न सवकषण दल का मागर मानिचतर िचतर 1 म दशारया गया ह िचतर 2 म च न तथा उसक आस पास िविवध परकषणीय सिवधाओ को दशारया गया ह

िचतर 1- सवकषण दल का ट मप (मागर मानिचतर) िचतर 2-च न तथा उसक आसपास िविवध परकषणीय सिवधा

थल परवश क थान

िचतर 3 म च न तथा उसक आस-पास 12 िदस बर 2016 को 06-12 यटीसी क दौरान पर यक घट पर िलए गए सामियक परकषण को दशारया गया ह NBK म 09 यटीसी तक उ तर-पि चम स 11 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा म हवाए चली तथा 1000 यटीसी पर शात हवा चली जो दशारता ह िक ततर का कदर 12 िदस बर 2016 को NBK क ऊपर स 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530 बज) गजरा MBK पर 1100 यटीसी (भारतीय मानक समय 1630 बज) चलन वाली ह की हवाओ तथा 1000 यटीसी पर दिकषण-पि चम िदशा स 1200 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा तक उ टा बहन की परिकरया यह दशारती ह िक परणाली का कदर 1100 यटीसी पर MBK क पास स होकर गजरा 09-12 यटीसी क दौरान ए नोर ि थत वचािलत मौसम टशन वारा अिभलिखत पवीर हवाओ तथा भारतीय वाय सना ता बरम वारा अिभलिखत पि चमी हवाओ स यह पता चलता ह िक थल परवश ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर की ओर था अतः थल परवश 09-11 यटीसी (भारतीय

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मानक समय 1430-1630 बज) क आस-पास च न ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर म हआ

12 िदस बर 2016 को िलए गए परित-घटा िवशष सतह परकषण

िचतर 3 12 िदस बर 2016 को 6-12 यटीसी क दौरान िलए गए परितघटा सामियक परकषण

थल परवश की ती ता

12 िदस बर 2016 को च न तथा उसक आस-पास ि थत वधशालाओ (manned observatories) तथा वचािलत मौसम टशन पर अिभलिखत िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) क वतरमान परकषण को तािलका 1lsquoअrsquo और lsquoबrsquo म दशारया गया ह िचतर 4 म12 िदस बर को च न NBK तथा मीना बककम पर अिभलिखत दाब तथा पवन को दशारन वाल वलखी चाटर (बरोगराफ तथा डाइ स पीटीएनीमोगराफ) दशारए गए ह तथा तािलका 1 ldquoसीrsquo म इन चाट म अिभलिखत िन नतम दाब और अिधकतम पवन-गित को िदखाया गया ह 12 िदस बर2016 को 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530) NBK वधशाला पर िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) 9750 hPa िरकॉडर िकया गया उ चतम 24 घट का परशर फाल 309 hPa भी इसी टशन पर रहा सबस अिधक उ चतम पवन गित (Vmax) NBK पर HWSR वारा 0800 यटीसी (भारतीय मानक समय 1330) पर 577 नॉट तथा

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लगभग 0815-0820 यटीसी (भारतीय मानक समय 1345-1350) पर MBK पवनलखी वारा िरकॉडर की गई

तािलका 1अ वधशालाओ वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब स सबिधत आकड़

टशन Station समयTime

यटीसी

(UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पी24

P24 (hPa)

समययटीसी

Time (UTC)

पवन गित (नॉट)

Wind Speed (kt)

पवन िदशा Wind Direction (deg)

च न (नगमबककम )

1000 9750 -309 0900 30 उ तरपि चमी-उ तरी

च न(मीना बककम) 1000 9756 -302 0900 50 पि चमी

तािलका1ब वचािलत मौसम टशन वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब क आकड़

टशन

Station

अकषाश दशातर

LatLon (deg)

समययटीसी

Time (UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पवन गित (नॉट) Wind Speed (kt)

पवन िदशा

Wind Direction (deg)

पी 24 P24 (hPa)

च न(नगमबककम) 131N802E 1000 977 4 80

ए नोर पोटर 132N803E 0900 9791 48 10 -267

माधवराम- एगरो 132N802E 1000 9773 21 50 -297

मीना बककम)इसरो 130N802E 1000 978 11 200 -296

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िचतर 4-12िदस बर2016 को नगमबककम और मीना बककम पर बरोगराफ तथा पवनलखी की िरकॉिडरग

तािलका 1 सी वलखी चाट पर िरकॉडर िकए गए िन नतम दाब और अिधकतम पवन टशन

टशन

समय (भामास) Time (IST)

यनतमदाब

(hPa)

समय (भामास) पवन गित

(िकमीपरित घटा)

पवन िदशा

च न (नगमबककम )

1530

(1000 UTC)

9750 1240

(0710 UTC)

114 उ तर-पि चमी-उ तरी

च न (मीनामबककम)

1600

(1030 UTC)

9756 1345-1350 (0815-0820 UTC)

122 उ तर-पि चमी

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रडार स लकषण

च न क डॉ लर वदर रडार क 12 िदस बर 2016 क परित घटा िरपोटर म 04-15 यटीसी क दौरान यह दखा गया िक च न म लगभग 09-11 यटीसी क आस-पास थल परवश हआ डॉ लर वदर रडार

च न वारा परा त िकए गए चकरवात कदर क मागर को िचतर 6 म िदखाया गया ह ती ता क िवषय म

रडार वारा 07 यटीसी (भामास 1230) पर 00 िकमी ऊचाई पर अिधकतम रिडयल वग 3767 मीटरस (73 नॉट) (या अिधक) िरपोटर की गई थल परवश क आर भ होन क समय क आस पास (08 यटीसी भामास 1330) लगभग 200 मीटर की ऊचाई पर 4247 मीस (83 नॉट) की पवन गित पाई गई

िचतर 5- च न म थल परवश को दशारता हआ डॉ लर वदर रडार का िचतर

िचतर 6- डॉ लर वदर रडार च न वारा परिकषत चकरवात क कदर का मागर

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पर यकष वषार

तिमलनाड क च न काचीपरम ित व लर तथा िव लपरम िजल म 13 िदस बर को 0830 बज समा त होन वाल 24 घट क दौरान अिधकाश थान पर भारी तथा कछ थान पर बहत भारी और एक या दो थान पर बहत अिधक भारी वषार हई तिमलनाड क व लोर क णािगिर ित व नमलाई िजल म

तटीय आधर परदश नलोर िजल म तथा रायलसीमा क िच तर अनतपर और कड पा िजल म उसी िदन भारी स बहत भारी वषार हई सवारिधक वषार 38 समी काचीपरम िजल म स यभामा िव विव यालय वारा िरकॉडर की गई (13 िदस बर 2016 को भामास 0830 बज समा त 24 घट क दौरान कल भारी वषार ge7 समी िरकॉडर की गई चकरवात क कारण िजलावार वषार की मातरा समी म नीच दशारई गई ह (सबिधत िजल का नाम को ठक म िदया गया ह)

तिमलनाड

अ यिधक भारी वषार (ge समीिदन) स यभामा िव विव यालय (काचीपरम)-38 कटटक पम (काचीपरम)-34 काचीपरम (काचीपरम)-28 कलवाई (वलोर)-23 पनाम ली (ित व लर)-22 च बराबककम (ित व लर)- 21 मीना बककम-20

बहत भारी वषार (12-20 समीिदन) ीप बदर (काचीपरम)- 17 च बर बककम (ित व लर)- 16

यरकॉड (सलम)-15 आलगयम (व लोर)-15 ता बरम ( काचीपरम)-14 नग बककम-12 भारी वषार (7-12 समीिदन) व लोर-11 म लनाथर (व लोर)-9 ितर प तर-8 पदी (ित व लर) -9 महाबलीपरम (काचीपरम) उिथरम र (काचीपरम) ित प तर(व लोर) मदरतगम (काचीपरम) क णािगिर (क णािगिर) शलािगिर(क णािगिर) होसर (क णािगिर) वदावासी (ित व नमलाई) मरककनम (िव लपरम) विनय बिद (व लोर) गिडयतम (व लोर) तथा च यर (काचीपरम)-पर यक 7 तटीय आधर परदश

बहत भारी अ माकर ( न लोर)-13 िवजामर (न लोर) -12 भारी उदयािगिर (न लोर) -11 स लरपटा (न लोर) कदकर (परकाशम) - पर यक 9 कवली ( न लोर) न लोर (न लोर) विलगडला (परकाशम) ndash

पर यक 8 रापर ( न लोर) गडर (न लोर) वकटािगिर (न लोर)शार (न लोर) ndashपर यक 7 रायलसीमा बहत भारी ित मला (िच तर) - 15 प तर (िच तर) ndash 14 नगरी (िच तर) -12

भारी िच तर कोडर (गड पा) स यवद (िच तर) ndash पर यक 10 वकटािगिर कोटा ((िच तर) पालसमदरम

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(िच तर)ndash पर यक 9 न बिलपिलकता (अनतपरम) तोटट बद (िच तर) ित पित हवाई अ डा (िच तर) अतलर (कड पा) राजाम त (कड पा) मदाप ल (िच तर) क पम (िच तर) पकला (िच तर) सा बप ल (कड पा) रोयाचोटी (कड पा)ndash पर यक 7

झझावात

12 िदस बर 2016 को 03-15 यटीसी क दौरान उ तर तिमलनाड और दिकषणी आधर परदश तट पर 100-130 िकमीपरित घटा की र तार स परचड हवाए चली भारत मौसम िवजञान िवभाग क नग बककम (च न) क डाई स परशर यब एनीमोगराफ वारा अिधकतम पवन गित 122 िकमीपरित घटा तथा इसरो ीहिरकोटा टॉवर क यतर वारा अिधकतम पवन गित 99 िकमीपरित घटा िरकॉडर की गई

तफान की लहर

12 िदस बर को भारतीय मानक समय 1200 पर पिलकट लक क िनकट 1 मीटर ऊचाई की तफानी लहर उठी उस समय खगोलीय वार 047 मीटर थी अतः कल वारीय तरग की ऊचाई 147 मीटर रही

कषित की िरपोटर िविभ न थान स िपरट और इलकटरॉिनक मीिडया तथा साथ साथ आम जनता न भी थल परवश बल कषतर का मआयना िकया तथा वा तिवकता यािन ज़मीनी स चाई क िचतर हम उपल ध कराए चिक थल परवश का परकोप घनी आबादी वाल म टरो शहर च न म पड़ा इसिलए उ तरी तिमलनाड तथा दिकषण आधर परदश पर लगभग 7-8 घट परचड वाय चली इसस अनक भवन को कषित पहची कई हज़ार वकष जड़ स उखड़ गए िबजली क ख भ िगर जान स दरसचार सवाए व त हो गई और खत म फसल को बहत अिधक नकसान पहचा

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िचतर 7- VSCS वदार क भ खलन स हए नकसान क कछ िचतर

कषतर सवकषण और िन कषर

एकतर िकए गए उपरोकत आकड़ सचनाओ क आधार पर एक आरि भक अनमान लगान क बाद हमार बिनयादी सवकषण दल न VSCS वदार क भ खलन क दौरान सवारिधक परभािवत कषतर का दौरा आर भ िकया यह भी तय िकया गया िक वा तिवकता जानन क िलए गर-परयोगा मक तथा एक िव तत सवकषण जनता क बीच जा कर िकया जाए तफान क बार म तथा इसक परभाव की सचनाए एकतर करन और वा तिवक स चाई जानन क िलए यापक सवकषण िकए गए सवकषण क दौरान यिकतय स अनक पर न पछ गए तथा उनस अनरोध िकया गया िक व िव तार स हवा की िदशा तथा

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अनमािनत गित घटना का समय शात होन का समय आिद क िवषय म बताए उनस यह भी अनरोध िकया गया िक यिद उनक पास कोई आकड़ ह तो व भी उपल ध कराए इस परकार परा त जानकारी तथा आकड़ को िनकटवतीर मौसम वधशाला या अशकािलक वधशाला या भारत मौसम िवजञान िवभाग और पराईवट वचािलत मौसम टशन क िरकॉडर म उपल ध आकड़ क साथ दोबारा जाच की गई तािक िकसी िन कषर पर पहचा जा सक चिक यह िस टम च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा था इसिलए कषतर सवकषण दल न उ तर िदशा की ओर पवर तट क मागर स अपना दौरा आर भ िकया दल क पास जीपीएस िपर मिटक क पास िडिजटल कमरा और कछ अ य इलकटरॉिनक उपकरण जस वॉइस िरकॉडरर आिद थ दौरा िकए गए िविवध कषतर तथा एकतर की गई सचनाओ को नीच दशारया गया ह

कासीम द िफिशग हाबरर ( अकषाश 131 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) कासीम द क मछआर न सिचत िकया िक जब िस टम क िपछल भाग न तट को पार िकया तब दिकषणी दिकषण-पवीर हवाओ क चलन क कारण उनका बहत अिधक नकसान हआ ह जबिक अगल भाग क तट को पार करत समय उ तरी उ तर-पवीर हवाओ क कारण कम नकसान हआ ह उ ह न यह भी बताया िक समदर तल स 15 स 20 मीटर ऊपर तक की तफानी लहर स उनक कषतर म 500 स 1000 नौकाओ को कषित पहची ह या व डब गई ह उ ह न यह भी कहा िक उ ह न लगभग 2 घट बाद शात हवा और ह की वषार का अनभव िकया ित वो िटरवर क पम ( अकषाश 1317 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) यहा भी मछआर न बताया िक हवा क पलटन स नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ ह और बहत सी नौकाए डब गई ह उ ह न तफानी लहर का भी अनभव िकया मछआर न कहा िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग क समय रहत चतावनी िमल गई थी और उ ह पहल स सावधानी बरतन म सहायता िमली

ित वो िटरवर तालक कायारलय सवकषण दल न ित वो िटरवर क तहसीलदार स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा और उ ह न बताया िक वहा कोई जनहािन नही हई थी और वहा क िनवािसय वारा पवन गित 90 स 100 िकमी परित घटा महसस की गई उ ह न बताया िक तटीय कषतर म समदर का जल- तर 08

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स 10 फीट तक ऊचा उठा था

तलनक पम (अकषाश 132 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) ऊची लहर क कारण समदर तट लगभग 20 मीटर तक न ट हआ िनवािसय न कहा िक उ ह न घट तक तज़ धल भरी हवाओ को महसस िकया रा य सरकार क कमरचािरय न भारत मौसम िवजञान िवभाग की समय रहत िमल गई चतावनी क अनसार पहल स थानीय िनवािसय को वहा स िनकाल कर सरिकषत थान पर पहचा िदया था

ए नोर पोटर ( अकषाश 1321 िड उ तर दशातर 8032 िड पवर) ए नोर पोटर क अदर अनक वकष जड़ स उखड़ गए और अनक घर की छत उड़ गई िसगनल टशन की िखड़िकय क प ल परी तरह टट गए और छत क पख क लड मड़ गए िस टम क वहा स गज़रत समय उ तर-पि चम स पवीर हवा चल रही थी

पलीकट लक ( अकषाश 1356 िड उ तर दशातर 8021 िड पवर) सवकषण दल न पलीकट क मछआर स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा उ ह न बताया िक उस समय समदर का जल तर तथा निदय का जल तर एक स दो मीटर तक बढ़ गया िजसक कारण वहा क 15 गाव क सभी िरहायशी इलाक म परी तरह पानी भर गया और नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ कय िक निदय की तज़ धाराओ म अनक नौकाए बह गई और नदी क पल स टकरा कर टट गई और अनक नौकाए बह गई पड़ की अनक शाखाए टट कर दो यिकतय पर िगर गई लाइट हाउस म इमली का एक बड़ा वकष पवर-पि चम िदशा म जड़ स उखड़ कर िगरा और ताड़ क अनक पड़ टट कर पवर-पि चम िदशा म िगर गए लाइट हाउस क ऑिफस इचाजर न बताया िक उ ह न अपन जीवन काल म इतनी तज़ हवा कभी महसस नही की थी उ ह न यह भी बताया िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग का पवारनमान तथा चतावनी समय रहत िमल गई थी मरककणम ( अकषाश 1218 िड उ तर दशातर 7993 िड पवर) इस कषतर म तफान का अिधक परभाव नही पड़ावहा क िनवािसय न बताया िक पि चम िदशा स 50 िकमीपरित घटा की गित स हवाए चली सवकषण दल को इस कषतर म कोई बड़ा नकसान दखन को नही िमला

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साधरगपिटटनम ( अकषाश 125 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर क मछआर न सिचत िकया िक उ ह न दिकषण- पि चमी िदशा स 80-90 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की उ ह न बताया िक कछ नौकाओ को नकसान हआ ह इस कषतर म कछ वकष कषितगर त हए ह मछआर क इस गाव म टाइल और चादर वाल कछ घर कषितगर त हए ह

महाबलीपरम (अकषाश 126 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर म िनवािसय न सिचत िकया िक उ ह न पि चमी िदशा स 90-100 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष और िबजली क ख भ उखड़ गए िव यत आपितर बािधत होन क कारण लगभग सभी पयरटक न तट स चकरवात गजर जान क बाद उस कषतर को खाली कर िदया

कोवलॉ ग (अकषाश 127 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) इस कषतर म मछआर न बताया िक उ ह न पि चमी िदशा स 100-110 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष िबजली क ख भ और टरासफॉमरसर उखड़ गए वहा 4-5 िदन तक िव यत आपितर बािधत रही इस कषतर म ऊपर बताई गई गित स तज हवाए महसस की गई और यह कषतर वाल कलाउड रीजन का दिकषणी भाग परतीत होता ह

वीजीपी थीम पाकर ( ईसीआर) (अकषाश 129 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) वीजीपी थीम पाकर क अदर भामास लगभग 1500 बज दिकषण-पि चमी िदशा स आन वाली तज़ हवाओ क कारण बहत स बड़ वकष उखड़ गए थीम पाकर की परोफलर इ पोटड म टल शी स की छत तज़ हवाओ क कारण दर उड़ गई िजसस पाकर को आम जनता क िलए एक स ताह क िलए बद करना पड़ा

ज़मीनी सवकषण क िन कषर च न िस टम च न क समीप स गजरा तथा भारत मौसम िवजञान िवभाग क सतह परकषण क अनसार पहल यह दिकषण-पि चमी िदशा म च न (नगमबककम की ओर तथा िफर च न (मीना बककम) की ओर

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बढ़ा डॉ लर वदर रडार क परकषण क अनसार भामास 1530 बज यह च न (ता बरम) पर किदरत था िजसक फल व प च न म तज़ हवाओ क कारण भारी कषित पहची हज़ार बड़-छोट वकष उखड़ गए अनक घर की छत उड़ गई और अनक थान पर वकष क िगरन स क पाउड वाल िगर गई बड़ी सखया म सड़क और बस टड आिद कषितगर त हए वदालर ज़लॉिजकल पाकर तथा िगडी नशनल पाकर च न म अनक वकष उखड़ गए क पाउड वाल िगर गई िजसक कारण पाकर को जनता क िलए बद करना पड़ा कासीम द िफिशग हाबरर ित वो िटरवरक पम तथा तलक पम िफिशग हमलट जस कषतर म अनक नौकाओ क कषितगर त होन टटन तथा डबन की सचना िमली तज़ हवाओ क कारण अनक उपनगरीय MRTS रलव टशन पटरोल प प की छत उड़ गई िबजली क अनक ख भ तथा टरासफॉरमर भी उखड़ गए िजसस च न शहर को 2-3 िदन अधर म रहना पड़ा चिक िस टम क दिकषण पि चम भाग म तज़ वषार हई परान महाबलीपरम मागर काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण पि चम च न क अनक भाग म बहत भारी स भीषण वषार हई िजसस 13 िदस बर2016 को बाढ़ की ि थित आई ओ एम आर मागर पर स यभामा यिनविसरटी क पिरसर म जब सवकषण दल न 16122016 को दौरा िकया उस समय भी 2 स 3 फीट तक पानी भरा हआ था 12 िदस बर को भामास 0930 बज स भामास 1620 बज तक च न हवाई अ ड क सभी िवमान क मागर बदल गए इसक अितिरकत 13 िदस बर को भामास 1620 बज स भामास 0545 बज तक हवाई अ डा परी तरह बद रखा गया कछ मखय रलगािड़या तथा सभी उपनगरीय रलगािड़या 2 िदन क िलए र की गई थी

ित व लर चिक वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवाए पलीकट लक ित व लर िजल स होकर गजरी और चिक वहा अिधकतम तफानी लहर थी वहा बड़ी सखया म नौकाओ को कषित पहची और बहत स नौकाए डब भी गई रा य सरकार िडज़ा टर मनजमट टीम वारा सभी मछआर को सरिकषत थान पर ल जाया गया िस टम क गजरन क दौरान मछआर क लगभग सभी गाव (30 गाव) तफानी लहर और निदय का जल तर बढ़ जान क कारण डब गए थ मछआर न सिचत िकया िक पड़ की टहिनया िगरन स 2 यिकत घायल हो गए वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवा स भवत ित व लर िजल क अिधकाश भाग स होकर गजरी तज़ हवाओ क कारण अिधकाश नकसान हए

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पिलकट स ित व लर तक क पर मागर पर िबजली क लगभग सभी ख भ और टरासफॉमरर या तो कषितगर त हए या उखड़ गए अनक बड़ और परान वकष उखड़ गए िजसस अनक थान की दीवार िगर गई अनक घर की टाइल या शीट स बनी छत उड़ गई इस कारण हई वषार क कारण लगभग 50 स अिधक जल-जत मत पाए गए

काचीपरम चिक िस टम पवर- उ तर- पवर िदशा स पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर गया तथा च न (नगमबककम ) च न (मीना बककम) और ता बरम क िनकट स होकर गजरा काचीपरम िजल क अनक भाग पर मखयतः उ तर पि चमी िदशा स पि चमी िदशा की ओर स तज़ हवाए चली इसकी पि ट इस बात स भी होती ह िक जी एस टी मागर पर ता बरम स चगलपटट तक क लगभग सभी वकष पि चम-पवर िदशा म िगर और सड़क का पवीर भाग बद कर िदया िस टम क दिकषण पि चम भाग म भी भारी वषार हई िजसस इस िजल म काफी कषित पहची लगभग सभी िबजली क ख भ और टरासफॉमरर उखड़ गए और िजल क दिकषणी भाग म अनक बड़ वकष िगर गए िजल क लगभग सभी भाग म एक स ताह तक िव यत आपितर बािधत हो गई िजल म कछ थान पर बहत भारी स लकर अ यिधक भारी वषार अिकत की गई िजल म (इस लक िजल क नाम स भी जाना जाता ह) अिधकाश जल-जत मत पाए गए और कही कही उनस िकनार तक भर गए 12 िदस बर को नदीवरम- गडवचरी (चगलपटट तालक) म अ यिधक भारी वषार क कारण एक बड़ी झील टटन वाली ि थित म आ गई और लोक िनमारण िवभाग क कािमरक न उस झील की सरकषा क िलए अनक परयास िकए सामा य प स उ तरी च न ित व लर काचीपरम िजल क उ तरी भाग और व लोर और ित व नमलाई क िनकटवतीर िजल म अिधकाश नकसान हवा क कारण हए काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण च न म हए नकसान वषार और हवा दोनो कारण स थ इसक साथ ही व लोर ित व नमलाई और िव लपरम िजल म तज़ हवाओ और भारी वषार क कारण नकसान हए सवकषण क दौरान िलए गए फोटोगराफ तथा मीिडया वारा उपल ध कराए गए फोटोगराफ पिरिश ट-1 (अ तथा ब) म िदखाए गए ह तिमलनाड रा य सरकार क कािमरक वारा किष की फसल को हए नकसान की िरपोटर भी स पी गई ह सरकारी कािमरक वारा चकरवात क कारण फसल को हए नकसान की िरपोटर (पिरिश ट 2) क अनसार ित व लर काचीपरम व लोर तथा ित व नमलाई िजल

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म फसल को भीषण कषित पहची ह इन चार िजल म धान मगफली उड़द मग और नािरयल को कषित पहची जो लगभग 33 फसल कषित ह किष उ पाद की अनमािनत कषित लगभग 35571 करोड़ पए ह

सार और िन कषर सवकषण दल न कासीमद और ित वो िटरवरक पम क मछआर स पि ट की िक उ ह न हवा क पलटाव और शात हवा ( भामास 1530-1800 बज) महसस की िजसस पता चलता ह िक िस टम का कदर स भवतः इन कषतर स होकर गजरा अतः यह अनमान लगाया जाता ह िक िस टम भामास 1500-1700 बज क दौरान कािसमद बदरगाह क तट (अकषाश दशातर 131 िड उ तर802 िड प) स होकर गजरा होगा ( िचतर 8)

िचतर 8- कषतर सवकषण क आधार पर भ खलन का थान

भ खलन क बाद वदार पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर बढ़त हए च न क दिकषण (नग बककम) और ता बरम क उ तर स गजरा

ित व लर िजल च न क उ तरी भाग और काचीपरम िजल क उ तरी भाग म हवा क कारण अिधक कषित हई

वषार क कारण हए नकसान काचीपरम िजल और दिकषण च न म अिधक थ पिलकट लक कषतर म तफानी लहर तथा निदय म जल तर बढ़न क कारण 30 गाव जल-

मगन हो गए

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आम जनता और मछआर न ACWC िनदशक परादिशक मौसम कदर च न वारा इलकटरॉिनक मीिडया और भारत मौसम िवजञान िवभाग क दल वारा समय पर जारी िकए गए पवारनमान और चताविनय की परशसा की

स तितया मौसम वजञािनक ि ट स सभी सिवधाजनक थान तटीय तथा आतिरक दोन पर अिधक

दाब पवन िदशा पवन गित तथा वषार क ससरयकत वचािलत मौसम टशन थािपत िकए जाए

यिद यह स भव न हो तो थानीय िनकाय क कमरचािरय और साईकलोन श टर ( local body officials cyclone shelters) म PAB amp DIWE यतर िवतिरत िकए जान पर िवचार िकया जाए उ ह खराब मौसम क दौरान वि छक परकषण उपल ध करान क िलए कहा जा सकता ह

वचािलत मौसम टशन स दाब तथा पवन क आकड़ क िनरतर एकतर करन क िलए कोई उपयकत परणाली होनी चािहए य आकड़ िस टम क भ खलन का पता लगान मअ यत उपयोगी ह ग

सभी तटीय वधशालाओ म HWSR DPTA क नवीनतम स करण उपल ध कराए जाए मखय ACWC तथा रा य सम वय अिधकािरय क म य चतावनी सदश क परभावी सचरण क

िलए सटलाइट पर आधािरत फोन सचार सिवधाए उपल ध कराई जाए कय िक खराब मौसम म िव यत आपितर बािधत होन और सचार यव था व त होन की स भावना होती ह

साभार - हम परादिशक मौसम कदर च न क उपमहािनदशक महोदय को हम यह मह वपणर कायर स पन क िलए तथा िनदशक ACWC क बहम य मागरदशरन क िलए आभार यकत करत ह साथ ही रा य सरकार क सभी कािमरक क भी आभारी ह िज ह न आव यक सचनाए और आकड़ उपल ध कराए बहम य आकड़ तथा सचनाओ को उपल ध करान क िलए IGCAR कलपककम SHAR भारतीय वायसना ता बरम िवभागीय तथा अशकािलए वधशालाओ का भी आभार यकत करत ह

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जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अिभयान अजय ठकराल वजञािनक सहायक

परादिशक मौसम कदर ndash गवाहाटी जसा िक सवरिविदत ह िक हम पिरवतरन क दौर स गजर रह ह िजस तजी स पिरवतरन वतरमान समय म हो रहा ह इतना िपछल दस दशक म नही हआ होगा िशकषा सधार िडिजटलीकरण क पिरणाम व प वतरमान म औसतन आम आदमी सरकार क दािय व स पिरिचत ह अगर सयकत रा टर िवकास िनिध (UNDP) क आकड़ की मान तो भारत सन 2030 म िव व की सवारिधक जनसखया वाला दश बन जाएगा पराकितक ससाधन क िनरतर शोषण स भारत जलवाय पिरवतरन की चपट म आ चका ह

जलवाय पिरवतरन पर िव व मौसम िवजञान सगठन (WMO) का वकत य

िव व मौसम िवजञान सगठन क तहत वि वक तापमान म 11 िडगरी सि सयस की विदध दजर की गई ह

2016 अल नीनो क कारण सबस उ ण माना गया ह उसक बाद 2017 और तीसर नबर पर 2015

WMO क महासिचव ी पटरी तालस क मतािबक िपछल 3 साल म तापमान िरकॉडर क सदभर म सबस गमर रह ह

कछ असाधारण मौसम की िकरयाए सामन आई ह िजनम स परमख ह

एिशया क कछ थान म तापमान 50 िडगरी तक पहच गया ह तफान (Hurricane) बारबारता ती ता करीिबयन और आयरलड म असाधारण िकरयाए सामन

आई ह मॉनसन स कई कषतर म बाढ़ आई ह पवीर अफरीका म सखा पड़ा ह

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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अतर-सरकारी समदर िवजञान आयोग (Oceanographic Commission of UNESCO) क मतािबक वायमडल का करीब 30 मानवजिनत C02 उ सजरन सागर अवशोिषत कर लता ह िजसस िक वहा का पािरि थितक ततर जीव जत बरी तरह परभािवत होत ह गरीनपीस न एक बयान म कहा िक चीन वारा वाय परदषण को िनयितरत करन क िलए साल-दर- साल अपनाए गए उपाय की वजह स वहा की वाय म सधार हआ ह जबिक भारत का परदषण तर िपछल दशक म धीर-धीर बढ़कर अिधकतम तर पर पहच गया ह

िव व वा य सगठन क अनसार दिनया क 20 सबस परदिषत शहर म स 13 शहर भारत म ह सन 2100 म यएसए म समदरी तल 1 स 4 फीट तक बढ़ जाएगा िव वसनीय आकड़ा सन 1980 स लना श हआ था और यह पाया गया ह िक समदरी तल अब तक 8 इच बढ़ चका ह अगल दशक म तफान वालामखी वार भाटा समदरतल बढ़न क साथ-साथ कई कषतर म बाढ़ आ जाएगी जलवाय पिरवतरन पर अतर-सरकारी पनल (IPCC) िजसम USA व अ य दश क करीब 1300 वजञािनक ह उ ह न पवरनमान लगाया ह िक अगली शता दी तक िव व का तापमान 25 स 10 िडगरी फारनहाइट तक बढ़ जाएगा सकषप म अतर-सरकारी पनल न कहा ह िक पिकषय क आधार पर जलवाय पिरवतरन का कल कषित समय क साथ बहत अिधक रहन की सभावना ह

लसट आयोग परदषण और वा य पर बन लसट आयोग क मतािबक भारत म परदषण स सन 2015 म

25 लाख लोग की म य हो चकी ह पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह और यह ए स मलिरया तपिदक स होन वाली म य का 3 गना ह

चीन दसर नबर पर ह यहा पर परदषण स होन वाली म य का आकड़ा 18 लाख क पार जा चका ह िवकासशील दश म हर छह म स एक म य परदषण क कारण होती ह

िवकासशील दश म भमडलीकरण औ योगीकरण क कारण पयारवरण क सरकषण की नीितय का कायार वयन बहत ही िशिथल ह

पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह

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तलना मक अ ययन

आपदा तरासदी यदध कल मार गए लोग की सखया

िवतीय िव वयदध 1939-45 (कवल भारत क) कल 16 लाख

भारत पािक तान 1965 यदध लगभग 3000

कारिगल यदध 527

भारत म परदषण स होन वाली मौत (2015) 25 लाख

उकत आकड़ का अ ययन कर तो यह पाएग िक यदध की तलना म परदषण स होन वाली मौत का आकड़ा कही अिधक ह बहत सारी बीमािरया कसर फफड़ म नकसान डायिबटीज यह भी परदषण स ही जड़ी ह हम इस यदध तर पर ख म करन की आव यकता ह एक जाग कता अिभयान की भी तरत आव यकता ह परदषण स वा य पर सीधा परभाव bull दय सबधी बीमािरया -अ यिधक परदषण म रहन स दय सबधी बढ़ जात ह एव दय की बीमािरय की सभावना बढ़ जाती ह bull आख- जो लोग यादा परदषण मरहत ह उनकी आख अकसर परभािवत होती ह उ ह अकसर दवा की आव यकता पड़ती ह bull फफड़ का कसर- अ यिधक परदषण क लगातार रहन स फफड़ का कसर एव वसन सकरमण की सभावना होती ह bull वचा पर बरा परभाव- ि कन एलजीर एिकजमा बढ़ जाता ह bull मानिसक तनाव- जो लोग अ यिधक परदषण म रहत ह उनका मानिसक तनाव बढ़ जाता ह भारत म पयारवरण सरकषण स सबिधत वधािनक ढाचा (Legal framework) भारतीय सिवधान क अन छद 21 क अनसार जीवन जीन का अिधकार यह मौिलक अिधकार ह भारत िव व का पहला दश ह िजसन सिवधान म सशोधन क जिरए पयारवरण सरकषण को मह व िदया ह 42व सशोधन 1976 क जिरए रा य क नीित िनदशक त व म पयारवरण मामल जोड़ गए 42व सशोधन क तहत रा य सरकार का यह दािय व ह िक पयारवरण क सरकषण क िलए आव यक कदम उठाए

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भारतीय सिवधान क अन छद 48ए क तहत पयारवरण सरकषण का पराथिमक दािय व रा य सरकार का ह bull जल (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1974 bull व यजीव (सरकषण) अिधिनयम सशोिधत 2002 bull वन (सरकषण) अिधिनयम 1980 bull वाय (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1981 एव सशोिधत 1987

कदरीय परदषण िनयतरण बोडर (CPCB) रा टरीय पिरवश वाय गणव ता मानक (National Ambient air quality standard) न परदषक तय िकए ह पयारवरण (सरकषण) अिधिनयम 1986 [Environment protection Act 1986] इस अिधिनयम क तहत कदर सरकार अिधकत ह I उ सजरन (Emmission) का मानक तय करन क िलए उ योग की जगह िचि नत करन क िलए खतरनाक कचरा परबधन क मानक तय करन क िलए

जन वा य बचाव क िलए पर यकष एव परोकष प स िन न अिधिनयम ह-

पर यकष प स (i) खतरनाक अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम सशोिधत 2000 (Hazardous Waste) (ii) जव िचिक सा अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम 1998 (Biomedical waste) (iii) नगर अपिश ट (परबधन और हडिलग िनयम) 2000 (Municipal waste)

परोकष प स (i) कारखान अिधिनयम सशोिधत 1987 (Factories Act) (ii) लोक दािय व बीमा अिधिनयम 1991 (Public Liability insurance Act)

सवधािनक त य माननीय उ चतम यायालय क ऐितहािसक फसल िवसट परीकलारङगरा लागरा बनाम भारत

सघ म जन वा य का सधार एव रखरखाव करन का िनणरय िलया गया था यह भारतीय

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सिवधान क अन छद 21 म िनिहत ह भारत क याणकारी रा य ह और यह सरकार का पराथिमक कतर य ह िक वह परदषण स पीिड़त

यिकतय को म त िचिक सा महया करवाए Doctrine of Parens Patriae का िसदधात कई बार यायालय म िलया गया ह िजसम रा य

सरकार को िनदश िदया गया ह िक आपदा स पीिड़त यिकतय को तरत राहत पहचाए भारत म पयारवरण परदषण साफ-सफाई क िव दध िशकायत का परभावी ढग स िनपटार क िलए

सरकार न सन 2010 म रा टरीय हिरत अिधकरण (NGT) का गठन िकया ह I अिधिनयम 2010 क तहत पयारवरण बचाव और वन सरकषण और अ य पराकितक ससाधन सिहत पयारवरण स सबिधत िकसी भी काननी अिधकार क परवतरन और परभािवत यिकत अथवा सपि त क िलए कषितपित र परदान करना और इसस जड हए मामल का परभावशाली और ती गित स िनपटारा करन क िलए िकया गया ह

यह एक िवि ट िनकाय ह जो िक पयारवरण िववाद बह-अनशासिनक मामल सिहत सिवजञता स सचािलत करन क िलए सभी आव यक ततर स ससि जत ह

कड़ा परबधन यह सम या न कवल शहर म ह बि क गाव म भी तजी स बढ़ रही ह कड़ का पयार त परबधन न होन क कारण शहर म यह परदषण का एक मह वपणर कारक बन चका ह कड़ा जब यादा पराना हो जाता ह तो मीथन गस उ प न होती ह जो तरत आग पकड़ लती ह मबई क दवनार कड़ा घर म अकसर आग लग जाती ह िजसका यही कारण ह िक वहा मीथन गस उ प न होती ह कड़ क ोत पर उपयोग क बहत स परयास िकए गए ह परत इसका कायार वयन नही हो पाया

ह िमथन काबरन डाइऑकसाइड की तलना म वातावरण म गमीर को फसान म 20 गना यादा

परभावी गरीनहाउस गस ह लडिफल साइट स मीथन का उ सजरन सभािवत प स गलोबल वािमरग को बढ़ा सकता ह

परदषण को कम करन क बहत स उपाय ह िजनम स परमख ह कड़ को पनः उपयोग करना जिवक कड़ा पणरतया उपयोग िकया जा सकता ह और अजिवक कड़ा का उिचत परबध िकया जा सकता ह आपको जानकर आ चयर होगा िक वीडन िव व का एकमातर ऐसा दश ह जहा घरल

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अपिश ट का शत परितशत कड़ का पनः उपयोग िकया जाता ह और इसकी िगनती सबस साफ शहर म होती ह सन 2015 म ऊजार सयतर क िलए अपिश ट िवदश स आयात िकया गया था म किवता क मा यम स एक सदश दना चाहता ह िक -

वाय को व छ रख परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरारhelliphellip

शहर गाव क ब को परदषण मकत करना ह हर ब च िकशोर यवा बजगर को व थ रखना ह

व छ रखना ह कायर थल

सावरजिनक थल एव घर कारखाना उ योग का उ सजरन रखना ह उिचत सीमा क भीतर

जिवक अजिवक कड़ को पथक करना होगा जिवक कड़ का कपो ट बनाकर पनः उपयोग करना होगा

अजिवक कड़ का उिचत परबध करना होगा

परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरार

आइए परितजञा कर भारत को 2022 तक परदषण मकत बनाए ------------

आपदाए ससार क िलए एक अलामर घड़ी क समान होती ह िजस ई वर चलात ह और बोलत ह िक अब भी वक त ह जाग जाओ

िकरस जमी अमरीकी किव और दाशरिनक

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बारात की वापसी हिरशकर परसाई

हिरशकर परसाई िहदी क परिसदध लखक और यगयकार थ य िहदी क पहल रचनाकार थ िज ह न यगय को िवधा का दजार िदलाया और उस समाज क यापक पर न स जोड़ा उनकी यगय रचनाए हमार मन म गदगदी ही पदा नही करती बि क हम उन सामािजक वा तिवकताओ क आमन-सामन खड़ा करती ह िजनस िकसी भी यिकत का अलग रह पाना लगभग असभव ह लगातार खोखली होती जा रही हमारी सामािजक और राजनीितक यव था म िपसत म यमवगीरय मन की स चाइय को हिरशकर परसाई न बहत ही िनकटता स पकड़ा ह सामािजक पाखड और िढ़वादी जीवनndashम य की िख ली उड़ात हए उ ह न सदव िववक और िवजञान स मत ि ट को सकारा मक प म पर तत िकया ह पर तत ह उनकी यगय रचना lsquo बारात की वापसीrsquorsquo और एक लघ कथा lsquo सधार lsquo

बारात म जाना कई कारण स टालता ह मगल काय म हम जसी चढ़ी उमर क कवार का जाना अपशकन ह महश बाब का कहना ह हम मगल काय स िवधवाओ की तरह ही दर रहना चािहए िकसी का अमगल अपन कारण कय हो उ ह पछतावा ह िक तीन साल पहल िजनकी शादी म वह गए थ उनकी तलाक की ि थित पदा हो गई ह उनका यह शोध ह िक महाभारत का यदध न होता अगर भी म की शादी हो गई होती और अगर क णम नन की शादी हो गई होती तो चीन हमला न

सािहि यक बहार

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करता सार यदध परौढ़ कवार क अह की ति ट क िलए होत ह 1948 म तलगाना म िकसान का सश तर िवदरोह दश क विर ठ कवार िवनोबा भाव क अह की ति ट क िलए हआ था उनका अह भदान क प म त ट हआ अपन पतर की सफल बारात स परस न मायराम क मन म उस िदन नागपर म बड़ा मौिलक िवचार जागा था कहन लग बस अब तम लोग की बारात म जान की इ छा ह हम लोग न कहा ndash अब िकशोर जसी बारात तो होगी नही अब तो ऐसी बारात ऐसी होगी- िकसी को भगा कर लान क कारण हथकड़ी पहन हम ह ग और पीछ चलोग तम जमानत दन वाल ऐसी बारात होगी चाहो तो ब ड भी बजवा सकत हो िववाह का य बड़ा दा ण होता ह िवदा क वकत औरत क साथ िमल कर रोन को जी करता ह लड़की क िबछड़न क कारण नही उसक बाप की हालत दखकर लगता ह इस दश की आधी ताकत लड़िकय की शादी करन म जा रही ह पाव ताकत िछपान म जा रही ह - शराब पीकर िछपान म परम करक िछपान म घस लकर िछपान म बची पाव ताकत स दश का िनमारण हो रहा ह - तो िजतना हो रहा ह बहत हो रहा ह आिखर एक चौथाई ताकत स िकतना होगा यह बात मन उस िदन एक िव विव यालय क छातरसघ क वािषरको सव म कही थी कहा था ldquoतम लोग कराितकारी त ण-त िणया बनत हो तम इस दश की आधी ताकत को बचा सकत हो ऐसा करो िजतनी लड़िकया िव विव यालय म ह उनस िववाह कर डालो अपन बाप को मत बताना वह दहज मागन लगगा इसक बाद िजतन लड़क बच व एक-दसर की बहन स शादी कर ल ऐसा बिनयादी कराितकारी काम कर डालो और िफर िजस िसगड़ी को जमीन पर रखकर त हारी मा रोटी बनाती ह उस टिबल पर रख दो िजसस त हारी प नी सीधी खड़ी होकर रोटी बना सक बीस-बाईस साल म िसगड़ी ऊपर नही रखी जा सकी और न झाड म चार फट का डडा बाधा जा सका अब तक तम लोग न कया खाक कराित की हrdquo छातर थोड़ च क कछ ही-ही करत भी पाय गए मगर कछ नही एक त ण क साथ साल महनत करक मन उसक खयालात सवार थ वह शादी क मडप म बठा तो ससर स ब च की तरह मचलकर बोला ldquoबाबजी हम तो व पा लग व पा क िबना कौर नही उठायगrdquo लड़की क बाप का चहरा फक जी हआ जता उतार कर पाच इस लड़क को मा और प चीस खद अपन को सम या य सलझी िक लड़की क बाप न साल भर म व पा दन का वादा

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िकया नग क िलए बाजार स व पा का िखलौना मगाकर थाली म रखा िफर सबा पया रखा और दामाद को भट िकया सवा पया तो मरत वकत गोदान क िनिम त िदया जाता ह न हा मर उस त ण दो त की परगितशीलता का गोदान हो रहा था बारात यातरा स म बहत घबराता ह खासकर लौटत वकत जब बाराती बकार बोझ हो जाता ह अगर जी भर दहज न िमल तो वर का बाप बराितय को द मन समझता ह म सावधानी बरतता ह िक बारात की िवदा क पहल ही कछ बहाना करक िकराया लकर लौट पड़ता ह एक बारात की वापसी मझ याद ह हम पाच िमतर न तय िकया िक शाम 4 बज की बस स वापस चल प ना स इसी क पनी की बस सतना क िलए घ ट-भर बाद िमलती ह जो जबलपर की टरन िमला दती ह सबह घर पहच जायग हमम स दो को सबह काम पर हािज़र होना था इसिलए वापसी का यही रा ता अपनाना ज़ री था लोग न सलाह दी िक समझदार आदमी इस शाम वाली बस स सफ़र नही करत कया रा त म डाक िमलत ह नही बस डािकन ह बस को दखा तो दधा उभर पड़ी खब वयोवदध थी सिदय क अनभव क िनशान िलए हए थी लोग इसिलए सफ़र नही करना चाहत िक वदधाव था म इस क ट होगा यह बस पजा क योगय थी उस पर सवार कस हआ जा सकता ह बस-क पनी क एक िह सदार भी उसी बस स जा रह थ हमन उनस पछा-यह बस चलती ह वह बोल-चलती कय नही ह जी अभी चलगी हमन कहा-वही तो हम दखना चाहत ह अपन-आप चलती ह यह उ ह न कहा-हा जी और कस चलगी गज़ब हो गया ऐसी बस अपन-आप चलती ह हम आगा-पीछा करन लग पर डाकटर िमतर न कहा-डरो मत चलो बस अनभवी ह नई-नवली बस स यादा िवशवनीय ह हम बट की तरह यार स गोद म लकर चलगी हम बठ गए जो छोड़न आए थ व इस तरह दख रह थ जस अितम िवदा द रह ह उनकी आख कह रही थी - आना-जाना तो लगा ही रहता ह आया ह सो जाएगा - राजा रक फ़कीर आदमी को कच करन क िलए एक िनिम त चािहए इजन सचमच टाटर हो गया ऐसा लगा जस सारी बस ही इजन ह और हम इजन क भीतर बठ ह काच बहत कम बच थ जो बच थ उनस हम बचना था हम फौरन िखड़की स दर सरक गए इजन चल रहा था हम लग रहा था हमारी सीट क नीच इजन ह

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बस सचमच चल पड़ी और हम लगा िक गाधीजी क असहयोग और सिवनय अवजञा आदलन क वकत अव य जवान रही होगी उस टरिनग िमल चकी थी हर िह सा दसर स असहयोग कर रहा था परी बस सिवनय अवजञा आदोलन क दौर स गज़र रही थी सीट का बॉडी स असहयोग चल रहा था कभी लगता सीट बॉडी को छोड़ कर आग िनकल गई कभी लगता िक सीट को छोड़ कर बॉडी आग भाग जा रही ह आठ-दस मील चलन पर सार भद-भाव िमट गए यह समझ म नही आता था िक सीट पर हम बठ ह या सीट हम पर बठी ह एकाएक बस क गई मालम हआ िक पटरोल की टकी म छद हो गया ह डराइवर न बा टी म पटरोल िनकाल कर उस बगल म रखा और नली डालकर इजन म भजन लगा अब म उ मीद कर रहा था िक थोड़ी दर बाद बस क पनी क िह सदार इजन को िनकालकर गोद म रख लग और उस नली स पटरोल िपलाएग जस मा ब च क मह म दध की शीशी लगाती ह बस की र तार अब प दरह-बीस मील हो गई थी मझ उसक िकसी िह स पर भरोसा नही था बरक फल हो सकता ह टीयरीग टट सकता ह परकित क य बहत लभावन थ दोन तरफ हर-हर पड़ थ िजन पर पछी बठ थ म हर पड़ को अपना द मन समझ रहा था जो भी पड़ आता डर लगता िक इसस बस टकराएगी वह िनकल जाता तो दसर पड़ का इ तज़ार करता झील िदखती तो सोचता िक इसम बस गोता लगा जाएगी एकाएक िफर बस की डराइवर न तरह-तरह की तरकीब की पर वह चली नही सिवनय अवजञा आ दोलन श हो गया था क पनी क िह सदार कह रह थ - बस तो फ टर कलास ह जी य तो इ तफाक की बात ह कषीण चादनी म वकष की छाया क नीच वह बस बड़ी दयनीय लग रही थी लगता जस कोई वदधा थककर बठ गई हो हम गलािन हो रही थी िक इस बचारी पर लदकर हम चल आ रह ह अगर इसका पराणात हो गया तो इस िबयाबान म हम इसकी अ य टी करनी पड़गी िह सदार साहब न इजन खोला और कछ सधारा बस आग चली उसकी चाल और कम हो गई थी धीर-धीर वदधा की आख की योित जान लगी चादनी म रा ता टटोल कर वह रग रही थी आग या पीछ स कोई गाड़ी आती िदखती तो वह एकदम िकनार खड़ी हो जाती और कहती - िनकल जाओ बटी अपनी तो वह उमर ही नही रही एक पिलया क उपर पहच ही थ िक एक टायर िफ स करक बठ गया बस बहत ज़ोर स िहलकर थम गई अगर पीड म होती तो उछल कर नाल म िगर जाती मन उस क पनी क िह सदार की तरफ दधा भाव स दखा वह टायर क हाल जानत ह िफर भी जान हथली पर ल कर इसी बस स सफर

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करत ह उ सगर की ऐसी भावना दलरभ ह सोचा इस आदमी क साहस और बिलदान-भावना का सही उपयोग नही हो रहा ह इस तो िकसी कराितकारी आदोलन का नता होना चािहए अगर बस नाल म िगर पड़ती और हम सब मर जात तो दवता बाह पसार उसका इ तज़ार करत कहत - वह महान आदमी आ रहा ह िजसन एक टायर क िलए पराण द िदए मर गया पर टायर नही बदला दसरा िघसा टायर लगाकर बस िफर चली अब हमन वकत पर प ना पहचन की उ मीद छोड़ दी थी प ना कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी - प ना कया कही भी कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी लगता था िज़ दगी इसी बस म गज़ारनी ह और इसस सीध उस लोक की ओर परयाण कर जाना ह इस प वी पर उसकी कोई मिज़ल नही ह हमारी बताबी तनाव ख म हो गए हम बड़ इ मीनान स घर की तरह बठ गए िच ता जाती रही हसी मज़ाक चाल हो गया ठ ड बढ़ रही थी िखड़िकया खली ही थी डाकटर न कहा - गलती हो गई कछ पीन को ल आता तो ठीक रहता एक गाव पर बस की तो डाकटर फौरन उतरा डराइवर स बोला - जरा रोकना नािरयल ल आऊ आग मिढ़या पर फोड़ना ह डाकटर झोपिड़य क पीछ गया और दशी शराब की बोतल ल आया छागल म भर कर हम लोग न पीना श िकया इसक बाद िकसी क ट का अनभव नही हआप ना स पहल ही सार मसािफर उतर चक थ बस क पनी क िह सदार शहर क बाहर ही अपन घर पर उतर गए बस शहर म अपन िठकान पर की क पनी क दो मािलक रजाइय म दबक बठ थ रात का एक बजा था हम पाच उतर म सड़क क िकनार खड़ा रहा डाकटर भी मर पास खड़ा हो कर बोतल स अितम घट लन लगाबािक तीन िमतर बस-मािलक पर झपट उनकी गमर डाट हम सन रह थपर व िनराश लौट बस-मािलक न कह िदया थासतना की बस तो चार- पाच घ ट पहल जा चकी थी अब लौटती होगीअब तो बस सवर ही िमलगी आसपास दखा सारी दकान होटल ब द ठ ड कड़ाक की भख भी खब लग रही थी तभी डाकटर बस-मािलक क पास गया पाचक िमनट म उनक साथ लौटा तो बदला हआ था बड़ अदब स मझस कहन लगा सर नाराज़ मत होइए सरदार जी कछ इतजाम करग सरसर उ ह अफ़सोस ह िक आपको तक़लीफ़ हई अभी डाकटर बतक लफी स बात कर रहा था और अब मझ सर कह रहा ह बात कया ह कही ठरार यादा असर तो नही कर गया मन कहा यह तमन कया सर-सर लगा रखी ह

उसन वस ही झक कर कहा सर नाराज़ मत होइए सर कछ इतजाम हआ जाता ह

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मझ तब भी कछ समझ म नही आया डाकटर भी परशान था िक म कछ समझ कय नही रहा ह वह मझ अलग ल गया और समझाया मन इन लोग स कहा ह िक तम ससद सद य हो इधर जाच करन आए होम एक कलकर ह िजस साहब न एम पी को सतना पहचान क िलए भजा ह मन इनस कहा िक सरदारजी मझ गरीब की तो गदरन कटगी ही आपकी भी लवा-दई हो जाएगी वह पशल बस स सतना भजन का इतजाम कर दगा ज़रा थोड़ा एम पी पन तो िदखाओ उ ल की तरह कय पश आ रह हो म समझ गया िक मरी काली शरवानी काम आ गई ह यह काली शरवानी और य बड़ बाल मझ कोई प द दत ह नता भी िदखता ह शायर भी और अगर बाल सख -िबखर ह तो ज मन शहनाई वाल का भी धोखा हो जाता ह मन िम याचार का आ मबल बटोरा और लौटा तो ठीक ससद सद य की तरह आत ही सरदारजी स रोब स पछा सरदारजी आर टी ओ स कब तक इस बस को चलान का सौदा हो गया ह सरदारजी घबरा उठ डाकटर खश िक मन फ टर कलास रोल िकया ह रोबदार ससद सद य का एक वाकय काफ़ी ह यह सोच कर म दर खड़ होकर िसगरट पीन लगा सरदारजी न वही मर िलए कसीर डलवा दी वह डर हए थ और डरा हआ म भी था मरा डर यह था िक कही पछताछ होन लगी िक म कौन ससद सद य ह तो कया कहगा याद आया िक अपन िमतर महशद त िम का नाम धारण कर लगा गाधीवादी होन क नात वह थोड़ा झठ बोलकर मझ बचा ही लग मरा आ मिव वास बहत बढ़ गया झठ यिद जम जाए तो स य स यादा अभय दता ह म वही बठ-बठ डाकटर स चीखकर बोला बाब यहा कया कयामत तक बठ रहना पड़गा इधर कही फोन हो तो जरा कलकटर को इि तला कर दो वह ग़ाड़ी का इतजाम कर दग डाकटर वही स बोला सर बस एक िमनट ज ट ए िमनट सर थोड़ी दर बाद सरदारजी न एक नयी बस िनकलवायी मझ सादर बठाया गया सािथय को बठाया बस चल पड़ी मझ एम पी पन काफी भारी पड़ रहा था म दो त क बीच अजनबी की तरह अकड़ा बठा था डाकटर बार बार सर कहता था और बस का मािलक हज़र सतना म जब रलव क मसािफरखान म पहच तब डाकटर न कहा अब तीन घ ट लगातार तम मझ सर कहो मरी बहत तौहीन हो चकी ह

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लघ कथा

सधार हिरशकर परसाई

एक जनिहत की स था म कछ सद य न आवाज उठाई स था का काम असतोषजनक चल रहा ह इसम बहत सधार होना चािहए स था बरबाद हो रही ह इस डबन स बचाना चािहए इसको या तो सधारना चािहए या भग कर दना चािहए स था क अ यकष न पछा िक िकन-िकन सद य को असतोष ह दस सद य न असतोष यक त िकया अ यकष न कहा हम सब लोग का सहयोग चािहए सबको सतोष हो इसी तरह हम काम करना चाहत ह आप दस स जन क या सधार चाहत ह कपा कर बतलाव और उन दस सद य न आपस म िवचार कर जो सधार सझाए व य थ - स था म चार सभापित तीन उप-सभापित और तीन मतरी और होन चािहए

सािहि यक बहार

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िहदी सािह य म वषार वणरन ीमती एम अनराधा

विर ठ अनवादक िहदी अनभाग- मखयालय

आिदकाल स लकर आधिनक काल तक परायः पर यक किव या लखक न किवता उप यास कहानी आिद क मा यम स वषार ऋत का वणरन िकसी न िकसी प म अव य िकया ह िक त किवता इसका परबल मा यम रहा ह किवता ससार क परित हमारी भावमयी परितिकरया की अिभ यिकत ह उसक वारा शष सि ट क साथ हमारा रागा मक सबध िजसम आकषरण और िवकषरण दोन ही शािमल ह थािपत होता ह वजञािनक का भी सि ट क साथ सबध रहता ह िकत वह रागा मक न होकर परायः यथाथरपरक होता ह वषार ऋत का वणरन िविभ न सदभ म िकया गया ह जस मानवीय भाव क िवकास म सौ दयारनभित म का य की याखया म आलबन उ ीपन क प म रह यानभित म आ याि मक साधना म िवरह भावना को यकत करन म वषार ऋत क वणरन की अपनी परमखता ह लोकगीत म दखा जाए तो lsquorsquoढोला मा रा दोहाrsquorsquo म वषार ऋत का स दर िचतरण ह इसम मालवणी वारा पर तत िचतर म मनि थित क समाना तर उ ीपन का प िछपा हआ ह पपीहा िपउ िपउ कर रहा ह वन म मोर ककन लगा बादल की घटाओ म फौज़ ह िबजली तलवार ह और वषार की बद बाण की तरह लगती ह वषार ऋत म निदया नाल और झरन पानी स भरपर चढ हए ह घन बादल उमड़ आए ह चार और घन बादल ह आकाश म िबजली चमकती ह पपीहा क ण श द करता ह और वषार की झड़ी लगी रहती ह काली कठली वाली बदली बरस कर हवा को छोड़ रही ह इस वषार-ऋत क िचतर म थानगत प-रग की क पना वातावरण का िनमारण करती ह बोधा क िवरह बािरश (मा वानल कामकदला) म वषार- ऋत वणरन क परसग म मा वानल लीलावती क िवयोग म मघ

याद क झरोख स

याद क झरोख स

यह लख मौसम मजषा क क जलाई ndash अग त 1984 क अक म परकािशत हआ था ीमती एम अनराधा मखयालय स िदसबर 2016 म सवािनव त हो चकी ह

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स सदश कहता ह दिकषण की यामा घटा को दखकर िवपर क दय को अ यत क ट हआ माधवानल न परीितपवरक उसस अपनी िवरह वदना इस परकार कही-

हो पयोध िवरिहन दखलायक मरो दरद सनो तम नायक पहपावित परी मम यारी नवयौवन बाला सकमारी lsquorsquo

परारिभक िहदी का य म िव यापित की पदावली म िवरह भावना का वणरन वषार ऋत क मा यम स िकया गया ह मा णी की िवरह अव था म किव कहता हः-

बाबिहयउ असाढ़ िजम िजम िबरिहणी करई िवलाप जब ही बरसइ घण घ उ तब ही कहई िपरयाप

(आषाढ़ क पपीह की तरह िवरिहणी िवलाप करती ह जब-जब मघ बरसता ह तब-तब वह िपरय को बलाती ह )

उनिस आई बदली ढोलक आयउ िचत यो बरसइ िरत आपणी नइण हमार िनत

(बादल क उमड़न क साथ ढोला भी मर दय म उमड़ आया य बादल तो अपनी ऋत म ही बरसत ह िकत मर नतर तो िनत परित बरसत ह) िव यापित क परम-वणरन म वषार-ऋत का वणरन इस परकार हः-

सजनी झलकाए पखन न मल मध माल सय तािडत लता जिनिहरदय सल दई गल

मघमाला म िबजली क अचानक उदय होन की भाित य भी परमी को चकाच ध करता ह पराथिमक परम की अनभित की तलना तिड़त लता स करन म परमी की तड़पन का बोध भी ह प वीराज रासो म प वीराज क पर थान क प चात िवयोिगनी सयोिगता की दशा िविचतर हो जाती हः-

वही रित पावस वही मधवान धनष वही चपल चमक त वही बगपत िनर ष वही घटा घनघोर वही प पीह मोर सर

य यिप वही पावस की रात ह वही इदरधनष ह वही चपला चमकती ह वही बगल की पिकत ह वही घटा घनघोर ह और वही मोर का वर ह िक त िपरयतम क िबना मझ कछ अ छा नही लगता भिकतका य म भी िवरह यथा का वणरन वषार क मा यम स िकया गया ह महाकिव तलसीदास न रामचिरतमानस क िकि कधाकाड म वषार ऋत का वणरन िकया हः-

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घन घमड नभ गरजत घोरा िपरया हीन डरपत मन मोरा दािमनी दमक रहन घन माही खल क परीित जथा िथर नाही

छदर नदी भिर चली तोराई जस थोरह धन खल इतराई भिम परत भा ढाबर पानी जन जीविह माया लपटानी

(आकाश म बादल घमड़-घमड़ कर घोर गजरना कर रह ह िपरया (सीताजी) क िबना मरा मन डर रहा ह िबजली की चमक बादल म ठहरती नही जस द ट की परीित ि थर नही रहती छोटी निदया भर कर िकनार को तोड़न लगी जस थोड़ घन स भी द ट इतरा जात ह प वी पर पडत ह पानी गदला हो गया ह जस शदध जीव क माया िलपट गई हो )

lsquorsquoकबह परबल बह मा त जह तह मघ िबलािह िजिम कपत क उपज कल सदधमर नसािह कबह िदवस मह िनिबड तम कबहक परगट पतग िबनसइ उपजइ गयान िमित पाड कसग ससग lsquorsquo

(कभी-कभी वाय बड़ जोर स चलन लगती हिजसस बादल जहा तहा गायब हो जात ह जस कपतर क उ प न होन स कल क उ तम धमर न ट हो जात ह िफर कभी िदन म घोर अधकार छा जाता ह और कभी सयर परगट हो जात ह जस कसग पाकर जञान न ट हो जाता ह और ससग पाकर उ प न हो जाता ह ) इसम अ या म जञान और मोकष की भिमका वषार क मा यम स यकत िकया गया ह इसम एक और परकित वणरन की सि ल ट योजना की गई ह िजसम परकित का यथाथर प अपन िकरया यापार क साथ उपि थत हआ ह इ ही को लकर उपदश की यजना की बात कही जाती ह मीरा न अपन मनोभाव को वषार क प म इस परकार िचितरत िकया हः-

बरस बदिरया सावन की सावन की मन भावन की सावन म उमगयौ मर मनवा भनक सिन हिर आवन की उमड़-उमड़ चह िदिस स आयो दामण दमक झर लावन की न ही न ही बदन महा बरस सीतल पवन सोहावन की मीरा क परभ िगरधर नागर आनद मगल गावन की

यहा मीरा क परभ-िमलन क उ लास क साथ परकित उि लिसत हो उठी ह इस प म वह भाव को सीध अथ म उ ी त करक मानवीय भावना म सम परा त करती ह

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कभी-कभी भक त किव परकित का प उपि थत करक उ लासमयी भावना का सकत अपर यकष प स ही दता ह उदाहरणाथर क णदास का िन न पद दिखए -

lsquorsquoबरज पर याम घटा जर आई तसीय दािमिन चह िदिस क धत लत तरग सहाई सघन छाय कोिकला कजत चलत पवन सखदाई गजत अिलगण सघन कज म सौरभ की अिधकाईrsquorsquo

परमानद दास कहत ह lsquorsquoबादल पानी भरन को चल ह चार ओर स िघरती याम घटा को दखकर सभी को उ लास हआ बादल की याम छिव न इदर धनष और बक की पिक त की शोभा अिधक सखकर बना दी ह घन याम अपनी मडली क साथ कद ब वकष क नीच ह वण बजती ह और अमत त य वर म मदग तथा आकाश क बादल साथ गरजत ह मन भाई ऋत आई और सभी जीव करीडा मग न हrsquorsquo इस िचतरण म वषार का य वाभािवक ह और मानवीय उ लास क सम पर उपि थत हआ ह सर न इदर-रोष क परसग म मघ का वणरन सहज ढ़ग स िकया ह -

lsquorsquoगरज-गरज घन घरत आव तरक-तरक चपला मकार नर-नारी सब दखत बढ़ य बदरा परलोक क काढ़

मितराम क णािभ सािरका का अधरी रात क साथ वणरन करत ह - lsquorsquoउमिड़ घमिड िदग मडल मिड रह झिम-झिम बादर कह की िनिसकारी म पावस िनिस अिधयार म रहयो भद नही आन राित घ स जा यो परत लखई चकई चकरवान

इसम पावस का वणरन अपनी अ यिक त म अधकार क साथ घनी घटाओ का सकत दता ह पावस क मघ न कािलदास क िवरही यकष की चतना को अिभभत कर िदया था य मघ िहमालय क अक म बसी अलकानगरी को भी जाएग यह सोच कर उनक हाथ उसन अपनी िपरयतमा क पास सदश कहलवाया था रीित पर परा म परकित वणरन की ष िट स सनापित का िवशष थान ह वषार का परभाव भारतीय जीवन पर अिधक पड़ा ह सनापित इस ऋत स िवशषकर इसक अधकार स अिधक आकिषरत ह वषार म भारतीय आकाश म मघ की िनिवड़ सघनता और िबजली का चचल परकाश ही अिधक परमख ह किव इ ही का िचतर उपि थत करता ह -

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गगन अगन घनाघन त सघन तम सनापित नक ह न नन भटकत ह रिव गयो दिब मानो सिस असअ धिस गयो तार तोिर डार स न कह फटकत ह दीम की दमक जीगनीन की झमक झािड चपला चमक और स सौ न अटत ह मान महा ितिमर त भिल पिर बाट तात रिब सिस तोर कह भल भटकत ह lsquorsquo

(यह भादो आ गया सघन याम वणर क मघ वषार करत ह इन घमड़ती घटाओ म रिव अ य हो गया ह अजन क समान ितिमर आवत हो रहा ह चपला चमक कर अपन परकाश स नतर को च का दती ह आकाश क परसार म काजल स अिधक घना काला अधकार छाया हआ ह और घन घमड़ घमड कर घोर गजरन करत ह इसी परकार आकाश मडल म वत मघ क खड फल हए ह व आकाश म उमड़-घमड़ कर कषण म जत बद स प वी को िछड़क दत ह lsquorsquo) कछ सत न बारह मासा या सपणर ऋत वणरन भी िलख ह लोक गीत की नाियका क समान सत की िवरिहणी बारहमास म परकित क साथ अपनी यथा को यक त करती ह ndash

lsquorsquo याद गहर गभीर जकली कािमनी मघ र य झरलाई चमकत दािमनी बहत भयानक रिन पवन चहिदिश बह स दर िबन उस पीव िवरिहणी क य रह lsquorsquo

परकित क भयानक प स यहा यथा का ती होना िदखाया ह जायसी क बाहरमासा म नागमती क िवरह परसग को लकर परकित को सहज सबध म उपि थत िकया गया ह िवरिहणी नागमती पर यक माप क पिरवितरत पराकितक वातावरण क साथ अपनी िवरह वदना को सम अथवा िवरोध पर रखकरर अिधक िवकल हो उठती ह यथा ndash

िघरती हई घटा चार और स छाती आती ह दादर मोर और कोिकला श दा कह रह ह िबजली िगरती ह शरीर म जस पराण नही कत

सावन ममागर अधकार म गभीर और अथाह हो उठा ह ससार म जहा तम िदखाई दता ह जलमय

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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हो उठा ह मरी नौका तो िबना नािवक क थक चकी हभाद मिबजली चमकती ह घटा गरज कर तर त करती ह इसी परकार परकित और भावनाओ का वणरन वषार क मा यम स िकया हआषाढ़ मास म वतपीत याम बादल छात ह बरी बक की पिकत िदखाई दती ह इसम आलम न ऋत क प को प ठ भिम म रखा ह उसक आधार पर भाव को बात कही ह

दीनदयाल की िवयोिगनी को पावस जस वय पीिडत कर रहा होः- चपला चमक लग लक हो अचक िहए कोिकल कहिक बरजार कोरबान की आवत गाढ़ असाढ़ क बादर मो तन म अित आग लगात पावत मोिह न जीवत परीित जो निह पावस म धर आवत

दव क इस परकित िचतर म अिभलाषा का आधार ह और इसम पावस स सबधा मक िनकटता की यजना िछपी ह -

आई िरत पावस न आए परान यार यात मघन बरज आली गरजन लाव ना

किववर िबहारी पावस की घटा क मा यम स नाियका क हाव भाव का वणरन करत ह - िछनक चलित ठठकित िछनक भज परीतम गर डािर चढ़ी अटा दखित घटा िव ण छटा-सी नािर

छायावादी यग की सबस बड़ी िवशषता परकित क समावश की ह छायावाद म परकित न किव की अिभ यिकत क िलए पग-पग पर सहायता की विदक काल स लकर स कत सािह य क पवरकाल तक जो परकित परम आकषरण पणर यिकतव िलए हए थी वह उ तरकालीन स कत सािह य और िहदी सािह य म रीितकाल तक िनवारिसत सी रही का य म उसका परयोग उपदशा मक या आलकािरक प म हआ छायावादी किव न अपन दय की यथा कथा कहन क िलए परकित का सहारा िलया िजसक अ तगरत वषार ऋत का िवशष मह व ह परकित क दय को िवकिसत करन की वभािवक शिकत क सबध म परसाद जी कहत ह-

नील नीरद दख कर आकाश म कय खड़ा चातक रहा िकस आस म

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कय चकोर को हआ उ लास ह कया कलािनिध का अपवर िवकास ह

जब चातक याम घन को दख कर तथा चकोर कलािनिध राकश को दखकर उ लिसत हो उठता ह तब मन य ही स दय पासना स कय विचत रह पराकितक स दयर का वणरन मान ही रसना को रसमय बना दता ह और दय को िवकिसत करता ह आकाश म जब गरी म की तपन क बाद मघ घमड़न लगत ह सखी यासी और मतपराय धरती म िफर स पराण सचार होता ह हरी-भरी वन पित क िमस वह अपनी परस नता परकट करन लगती ह सपणर पराणी जगत परकित क उ लास म डब जाता ह ऐस म lsquorsquo िजवदrsquorsquo की नाियका िपरय क पास वापस लौट आन की अननय क िलए पतर िलखन को याकल हो उठती हः-

धधिरत धर धरवान की सछाई नभ जलधर छौर धरा परसन लागी की कािलही त दिख बन बिलन को बनक नबिलन की मित अित अरसन लागी री िदजदव हरी भरी लिलत कछार य कद बन की डार रस बरसत लगीरी बिग िलख पाती या सघाती मनमोहन को पावस अवाती बरज दरशन लगी री

किववर र नाकर न पावस क सम त उपकरण को नाियका क जीवन म सयोिजत िकया हः- पीय-पीय गोपी पीर पिरत परकारित ह सोई र नाकर पकार पपीहा ही ह लागी रही ननिन स नीर की झरीओ उठ िचतर म चमक सो चमक चपला ही ह िबन घन याम धाम धाम बरजमडल म ऊधौ िनत बसित बहार बरसा की ह

िन कषर प म कहा जा सकता ह िक पराचीन काल स लकर आधिनक काल तक क किवय न अपन का य म वषार ऋत का जो वणरन िकया ह वह मनोहारी तो ह ही भारत जस किष परधान वषार पर िनभरर दश और समाज की ि ट स यथारपरक भी कहा जा सकता ह

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पर निच न डॉ दवदर परधान

वजञािनक ldquoजीrdquo उपकरणन- मखयालय

जब पाव तल धरती ना हो और िसर पर आकाश ना हो कसा लगता ह

जब तन पर कपड़ा ना हो और पट म रोटी ना हो कसा लगता ह

ना पछो य पर न मझ स अनभव नही ह मझ पिरचय इनस नही ह मझ

पछो मासम िबलखत ब च स मा क पट स िचपक हए ख क अधर स चस रह मा क दगधिवहीन तन को पछो उन माताओ स कसा लगता ह

भावरिहत चहरा और सनी आख कहती ह वय ही कहानी िमलता नही ह पट भर क पीन को पानी

पछो उन सभी स कसा लगता ह

िकसका आकाश कस कपड़ और कसी रोटी य सभी इनक िलए बस एक पर निच ह ह

कया सबह कया शाम और कया रात िदन ह कहा उगता ह सरज कहा ढलती ह शाम

िमटती नही जब भख ढकता नही जब तन इ ह इनका कया काम लगता ह मझ कछ ऐसा झठी हो गई ह पिरभाषाए मर चकी ह मानवता ददर का ह सामरा य और छा गई अराजकता बोलबाला ह पस का मानव प ह पश का कोई म य नही जीवन का यहा िबकती ह मौत और खरीदी जाती ह स त मोल पर िज दिगया

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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दखो इन सभी को कसा लगता ह

अन तिरत ह सभी कय िक य तो सब पर निच न ह

इसािनयत शिमर दा ह मोहनलाल साह

वजञािनक ldquoएफrdquo

मौसम कदर गोवा

इसािनयत यहा रो रही ह

हर िदन शिमर दा हो रही ह

चाह नकसली हो या आतकवादी यहा हर िदन धमाक कर रह ह

जनता मरती ह तो मर नता चन स सो रह इसािनयत यहा रो रही ह जाित-पाित और धमर क नाम पर फट डाल दी गई समाज म

इसान का खन पानी सा बह रहा ह पर नता अपनी रोटी सक रहा ह

इसािनयत यहा रो रही ह

घोटाल पर घोटाल करन वाल कानन स नही डरन वाल

दो रोटी पचा सकत नही जो करोड़ क नोट हजम कर रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह िजन साध सतो न भारत को िदलाया िव वग का स मान उ ही क नाम पर कछ लोग समाज डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

जहा होती थी नारी की पजा कभी खलत ह आज उनकी अ मत स सभी

ल मीबाई और दगारवती क दश म

नारी अबला हो गई ह इसािनयत यहा रो रही ह

िकस पर भरोसा करग आप आज

िगरिगट की तरह लोग रग बदलत ह िजनको िदया दश आग बढ़ान का कायर वही दश को डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

कब गौतम और महावीर की धरती पर चह ओर परम की िनमरल बयार बहगी

कब कराित का िबगल फकगा कोई

और इ सान सधरगा इस आशा म हम जी रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

का य फहार

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गगा-माहा य

पनम िसह मौसम िवजञानी ndashए

परादिशक मौसम कदर नई िद ली गगा तम हो सबस महान ीहिर-पद-नख स िनगरत हो बर म कमडल आई

चदरमौिल क शीश भरमण कर जटाशकरी कहाई सागर िमलन हआ तहवा जह किपल लगाई यान गगा पाप और क मष धोकर क काया िद य बनाती िहमिगिर क िशखर म समधर गीत सनाती तर दशरन स पराणी अिजरत करत ह जञान गगा किवय न तर तट पर किवता की धम मचाई तर तट पर िबि म ला की गजी थी शहनाई तर चरण को पखार कर तलसी बन सजान गगा तमम जो अवगाहन करता पाता जीवन मिकत जीवन शाित परममय होता पाता तरी भिकत जन- मानस को पावन करती द-द कर वरदान गगा तर अमत जल स होती सब खत की िसचाई

तर तट पर आय न थी दीपावली मनाई तर ही आचल म फला रामायण का जञान गगा भी म को िदया था तन इ छा का वरदान िजसन तर तट पर पाया सब शा तर का जञान कौरव पाडव स पाया िजसन अतीव स मान गगा सीता सािवतरी न भारत म इितहास रचाया पिदमिन न जौहर त स नारी स मान बढ़ाया सरसिरता न िनमरल जल स िकया चिरत िनमारण गगा िशवजी न गगा जी को सवा का पाठ पढ़ाया गगा न सवा क सग क णा की धार बहाया भारतीय नािरया समझती तमको अपनी शान गगा मा की तप या स भारत का भाल सभािषत जननी ज मभिम की मिहमा स सब परफि लत वगर स अवरोहण कर हमको िदया अ न का दान गगा जब हम मा का िचतन करत आती याद त हारी अवतारी प ष को भी मा लगती हो तम यारी भव सागर स तर जात जो करत तरा यान गगा

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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तमन िकया हम िनमरल सिलल िवभिषत

िकया इ ह न तर जल को भौितकता स दिषत तब भी आशीवारद िदया जानत ह सभी जहान गगा गगा व छ बनान को भारत ह त पर िनमरल अिवरल प बनगा कर परयास पर पर गगा तब आनिदत होकर कर दगी क याण गगा नमािम गग गजगा भारत क जन-मानस स ल य व छता का परा होगा अद य साहस स मा गग पलिकत होकर परा कर दो यह परयास गगा

मौसम मजषा ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए मौसम कायारलय- अि बकापर

जस जस वसधा अपनी धरी पर चाल चल तस तस रिव ऊजार धरती पर ऋत काल गढ़ परवा पछवा की काली घटा जल रािश भर भर आए गरी म की तपती भतल को

शीतल शीतल वो कर जाए सावन की हिरयाली दख मन बाविरया झला जाए शिश िशिशर का पवन झकोरा तज रिव का मदधम मदधम तन िठठरन स याकल मन शीत बयार चली आगन आगन य रिव उ तरायण को जाव

हम त िवटप स बढ़ पात िगराव द आमतरण ऋतराज बलाव हम त बस त का पाव पखार िवजञपरवीण सब किव कोिवद कोर कागद पर गीत सजाव छद प य लख आलखनवीषा गढ़ गढ़ नतन परकत पौ षा भर डार गागर िफर खाली रस छलकाती चली मौसम मजषा

जीवन पथ सनदा गाबा

मौसम िवजञानी- ए रा टरीय मौसम पवारनमान कदर- मखयालय

जीवन िमलता ह एक बार उस खश हो कर जी लना यार चाह मि कल हो जीवन की राह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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पर ना हो कभी खामोश या उदास िनगाह

त हा जो कभी खद को पाओ तम तो जीवन स ना घबराना तम

पर मन स बस म करा लना अपन सग कछ वकत िबताना भोर की बला म उठ कर सयर को तम सीस नवाना मन ि थर हो जाएगा और कदम भी आग बढ़ पाएगा कदम उठान स ना डरना सदा तम य ही चलत रहना यादा समय क िलए ना कना तम को तो कछ पल ि थित को समझना समझ कर तम और स भलना जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो कर जी लना यार खशी और सति ट को बनाना अपन जीवन का आधार मन म रखना सदा तम यार और कभी िह मत ना हार हो जाएगी ऐस हर दिवधा पार इस तरह जीवन स हो ना कभी बज़ार जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो क जी लना यार

इसम िनत नए रग भरो रग िबरग और सनहर सजील रग स इस जीवन को सजाना ह हर हाल म खश रहना ह और िनरतर आग बढ़त जाना ह

मरा शहर अिकत सकसना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय ndash पालम कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा कछ सपन सच करवाता ह

कछ सपन नए बनवाता ह

कोई िमल जाता ह यहा हमसफ़र अपना कोई खद को ढढ पाता ह यहा स चाई स िमलवाता ह शहर मरा

हर शखस की ज़ नीयत को िनखारता ह

कब कया हािसल हो यहा िकसको

कोई ना जानता िमलत ह दो त यहा

कछ अजनबी अपन हो जात ह

पिरवार स अलग इक नया पिरवार

िमल जाता ह यहा ऐसा खिशय का बगीचा ह मरा शहर I कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा hellip

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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परकित का गार सजीव कमार सागर

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo किष मौसम सवाए परभाग- मखयालय

परकित म हिरयाली सी चमकी किव की कलम स रची किवता सी दमकी परकित का गार ह प ती पराणवाय भी दती ह प ती म यवान त ही ह प ती औिषिधय की खान ह प ती एक-एक टहनी पर सजी पड की शोभा ह प ती पड़ पर एक न ही प ती बन कर त जब चमकी थी जब मन तझको दखा था तब न ही प ती िदखती थी जीवन का आधार बनी त पड़ का गार बनी त एक-एक डाल पर सजी पड की शोभा ह प ती जब लगी डाल पर तब जीन की नई उ मीद जगाती पतझड़ न कय तोड िदया डाली स अकली दर जा िछटकी कय जान नही ह अब तझम कय बजान पड़ी ह

कय सखी-सखी िदखती ह क य िनजीरव पड़ी ह पड़ न डाली स जब तझ छोड़ा होगा ददर उस भी कम नही हआ होगा तकलीफ म तरी वो भी तो तड़पा होगा दख उस भी हआ होगा तकलीफ तझ भी हई होगी तड़पी रोई भी त होगी कय िदख नही िकसी को आस तर जब बदम बबस बजान त हई होगी पड़ की गोद को छोड़कर ढर स जा िमली ह कय डरी-डरी सी िदखती ह कल तक तो थी लगी पड पर इठलाती िजस हवाओ का आचल सहलाता था बाह म पड़ की खब झला झली खब इठलाती थी अब दर पड़ी पड़ स जा िमली प त क ढर स कय पछताती ह तकदीर बदलत दर नही लगती शोभा मकट सी थी त आज बदली तकदीर तो दखो पर स कचली जाती ह प त क ढर म िमलकर जलकर क राख बनी ह हवाओ क थपड स

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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जान कहा-कहा उड़ती िफरती त दसर को जीवन दती थी खद जल राख बनी ह जीवन का यह कड़वा सच ह बाकी तो सब िम या ह परकित का गार ह प ती पराण वाय भी दती ह प ती पड़ की एक-एक टहनी पर िफर चमकी ह नई प ती

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी - बी मौसम कदर- रायपर

उग जात ह पौध और िखल जाता ह फल खडहर की टटी दीवार प थर क ढर की दरार पर आगन क प थर क जोड़ या बजर सी लगती भिम पर कौन इ ह पालताndashसहलाता खादndashपानी ह द जाता कदरत ही करता दखभाल िजसका कोई नही होता एक सकारा मकता ही ह िजसका मल कय िक िखल फल सा ह

स दर हमारा य जीवन इसकी कोमलता का पशर सगध का मधर अहसास काट क म य परफि लत िक त उस पा लन का परयास सदरता का य और रग क अत य िमठास उपभोगानपात म करत उ लािसत आशा और िनराशा जीवटता क ह दो पहल िनराशा स वमन यता और अवसाद का परादभारव पातरता ास आ मगलािन और क ठागर त पठ पर आशाओ स ही मानव जीवन होता ससि जत तब कय हम मन स असमय बढ़ हो जात और छदम िनराशा का रोना- रोकर सकारा मकता की ऊजार न ट कर जात आओ परकित का समिचत दोहन कर उसक अ यत समीप जाकर आशाओ क दीप जलाए निदय -झरन क कलकल और पिकषय क गीत सन घन काल बादल को दख मन-मोर को नचाए

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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बफीरली वािदय म अधर बफीरली झील खोज

घन बीहड़ जगल म िनभरयता का अलख जगाए सम दर िकनार की परातःकालीन परवाई क आनद म इ दरधनष सी रगीिनय और तार की िटमिटमाहट म बफर स ढक पवरत पर बनत-झमत बादल क समह म पराकितक स दयर अहसास स बोिझल मन हरषाए काल घन बादल म नई आकित खोज गली -कच म खलत ब च की िखलिखलाहट म अपन बीत चक सखद बचपन क वो मधर-पल ढढ आकाश म झ ड म उड़त िचिड़य स बनत िभ न- िभ न मनोहारी आकितया अपन मन म उतार I िवकास और नवीनता की खोज म िन य आ मिव वास और सकारा मकता क पड़ उगाए भिव य की वागत म वतरमान क सयत िव लषण स खोए की िनराशा छोड़

पाए का सखद अनभव समझाए सीख को खास बना कम स धरती पर वगर व प अम य प य जीवन आनदमय बनाए I

जब कोमल काया फौलाद बनगी ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए

मौसम कायारलय- अि बकापर सौ शीश ल य म ल चला अब सौ शीश ही ल य मरा ह सन गौर स त य लाल मर

सन अितम ल य जो मरा ह सन सरहद पर उठती आवाज को शतर की कलिषत परवाज को आचल मा का दिषत करन

िफर भिड़य न ललकारा ह

धार नदी का परवाह न कगा बह उपवन स जल नदी बनगी बहत जल की पीड़ा का सख

सागर स िमलकर ही रहगी

म भी अब बह िनकला ह

शतर शोिणत पीन चला ह जननी क आचल को छन

बढ़ शतर क मदरन को बढ़ा ह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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िवजय रथ स बध चक ह घोड़

अ व शौयर सग बध चल तन मर

गित वीरता स वीरगित तक

सग वज रह कभी साथ न छोड़ अितम य मरा सगराम अधरा वचन भारती का कर द अब परा

सौ शीश शतर का धरा िगरा कर

वदी कड भर द अब परा

सौ शीश काट गर मर जाऊगा मा क आचल म सो जाऊगा ओढ़ ितरगा लाल मर

म वापस घर िफर आऊगा

शोक न करना इस माटी तन पर

कसम ह त हार दरिवत नयन को

िपता की राह ही तम भी चलना भारत मा की जय हो कहना

वदीर ही ईमान हर वीर सिनक की तम रखना स भाल मरी वदीर को जब य कोमल काया फौलाद बनगी अग धारण करना मरी वदीर को

ितलाजिल दना सब अपन

यौवन की मनमजीर को

सर कफ़न बाध कर पहन िनकलना मात रकषा िहत इस वदीर को मान ितरग की रखन अब

लाल मर म जाता ह

मा भारती की रकषा िहत

म ितलक भाल सजाता ह

डोर वतन की पतर मर

मजबती स धारण करना शतर की किटल ि ट स

भारत मा की रकषा करना

िचिड़या अजना िम हास

परशासिनक अिधकारी

थापना अनभाग - मखयालय

म छोटी सी न ही िचिड़या

पल भर म उड़ जाती

घर घर बठती म मडर पर

आहट होत ही फदक जाती

छ ज आलन िखडिकय पर

घर अपना था मन बनाया च च म भर- भर क ितनक

घोसल को था मन सजाया

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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इ सानो क बीच म रहना

मझ बहत अ छा आता था दाल चावल सख हो छ त पर

उ ह चगन म मज़ा आता था

च च मार- मार कर दपरण की

िचिड़या को म भगाती थी टट जाए जो हवा स घ सला

महनत स िफर बनाती थी

कछ साल स इस शहर की

हवाओ म दम घटता ह

िव यत- च बकीय फली तरगो म

सास भी लना दलरभ लगता ह

बड़ बड़ मोबाइल टावर को

म न फटी आख भी भाती चील बाज स भरा ह आसमान

और ल त होन को ह मरी परजाित

शहर छोड़ म चली गाव म

वहा भी न जान िकतन िदन बसरा ह

जािलम मोबाइल टावर भी

आ गया यहा मर पीछ पीछ

गाव भी अब शहर सा जहरीला लगता ह

काश होता ऐसा िक

कबतर भया ही स दश पहचात

शाित क बन रहत दत

और ना य टावर क राकषस पर फलात िफर स चहकती म बिगया म

घमती डाली डाली पाती पाती

दाना चगन आती

िफर स म मडर पर

और ल त होन की कगार पर

न पहचती मरी परजाित

--------

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo किष मौसम परामशर सवा परभाग

आकाशवाणी महािनदशालय (भारत सरकार) वारा सन 1956 स ही लगातार हर वषर lsquoसवरभाषा किव स मलनrsquo आयोिजत िकया जाता रहा ह इस वषर यह इदौर म यपरदश म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo क नाम स आयोिजत िकया गया

य मरा सौभागय ही रहा िक इस बार अनवादक किव क प म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo जस रा टरीय यजञ म मरी भी भागीदारी रही और म तो यह कहगा िक इस मामल म यह lsquoभारत मौसम िवजञान िवभागrsquo का भी सौभागय ही रहा कय िक म शायद पहला किव ह जो भारत ही नही बि क िव व क इस अनठ किव स मलन म lsquoमौसम िवजञान िवभागrsquo स जड़ा ह और सयोग दिखए िक अपनी तरह क इस अनोख किव स मलन का नाम ल दन ि थत lsquoबक ऑफ़ व डर िरकॉडरrsquo म भी दजर हआ सवरभाषा किव स मलन कया ह जब हमारा दश आज़ाद हआ और सन 1956 म lsquoभारत सरकारrsquo जब थािय व को परा त हई तो हर तरफ भारत की अपनी स कित और सपरभता की बात होन लगी सरकारी लाइबररी कल और अ य स थाए सा कितक कायरकरम और किव स मलन का आयोजन करन लग इसी समय lsquoसचना और परसारण मतरालयrsquo क अधीन lsquoआकाशवाणीrsquo (जो उस समय सचना और परसारण का सव च मा यम था) क अिधकािरय क िदमाग म ऐस कायरकरम की क पना न ज म िलया जो दश को एक सतर म जोड़ तभी योजना बनाई गई िक भारतीय सिवधान की 8वी अनसची म मा यता परा त सभी 22 भाषाओ क परितिनिध किवय का किव स मलन कराया जाए िजसस दश क िविभ न रा य क िव वान क िवचार उपलि धया सम याए सघषर और सोच एक मच स सनी और

भाषायी बयार

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कही जा सक सवरभाषा किव स मलन की चयन परिकरया पर वषर दश क सभी 450 रिडयो टशन पर िविभ न कायरकरम क जिरए कषतरीय किवय का का य पाठ होता रहता ह पर यक कषतरीय रिडयो टशन पर हए किवता पाठ म स उस टशन की चयन सिमित दो किवय की दो किवताओ को चन कर परदश की राजधानी क मखय रिडयो टशन पर भजती ह सभी रा य की राजधानी क रिडयो टशन पर भी एक चयन सिमित बनाई जाती ह जो अपन रा य क पाच किवय की पाच किवताओ को चनकर िद ली ि थत आकाशवाणी भवन महािनदशालय को भजती ह त प चात यहा िद ली म उन किवताओ का अगरजी और िहदी म अनवाद होता ह तथा यहा भी रा टरीय तर क विर ठ किवय की एक चयन सिमित दश क सिवधान म उदधत 22 भाषाओ क किवय की किवताओ म स पर यक भाषा की दो किवताओ और किवय क नाम घोिषत करती ह दो इसिलए िक िकसी वजह स अगर परथम किव अपनी किवता का पाठ करन म असमथर हो तो दसर को मौका िदया जा सक ठीक यही परिकरया िकसी भी भाषा क अनवादक किव का चयन करत समय अपनाई जाती ह मगर यहा पर किव क किवता पर तितकरण पर यान यादा िदया जाता ह मरा चयन मरी किवताओ का परसारण भी कई बार आकाशवाणी िद ली स हो चका ह एक िदन मझ कायरकरम अिधकारी जी का फोन आया िक अपना सिकष त पिरचय भिजए मन जानना चाहा िक िकस िलए तो उ ह न कहा िक बाद म बताया जाएगा म पिरचय भजकर इस बात को भल ही गया था मगर एक िदन उ ही अिधकारी का िफर फोन आया और बोल िक बधाई हो आपका चयन सवरभाषा किव स मलन 2018 म अनवादक किव क प म हआ ह मन तो इस कायरकरम का नाम भी नही सना था और जब उ ह न बताया िक यह किव स मलन इदौर म होगा तो मन साफ मना कर िदया िक म तो इतनी दर और वो भी िकसी दसर किव की किवता पढ़न नही िब कल नही जाउगा यह सनकर वो हरान हए और बोल आप इतनी बडी उपलि ध को ठकरा रह हो उ ह न मझ आकाशवाणी भवन बलाया और इस किव स मलन क गौरवपणर इितहास उपयोिगता और भ यता क बार म बताया तब म राजी हआ सवरभाषा किव स मलन का आयोजन

हर वषर यह आयोजन दश क अलग अलग रा य और शहर म होता ह वषर 2018 म यह आयोजन इदौरम यपरदश म िदनाक 16012018 को शहर क परिसदर होटल िबरिलएट क वशन सटर क इ पीिरयल सभागार म हआ एक िदन पहल 15 जनवरी 2018 को इसका पवार यास िकया गया तथा

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परस कॉ फरस भी बलाई गई िजसक अ यकष आकाशवाणी िद ली महािनदशालय क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी रह और उ ह न पतरकार क सभी सवाल क जवाब भी िदए चयन परिकरया क िवषय म भी एक पतरकार का पर न था उसी क जवाब म चदरशखर यास जी न िव तत जानकारी दी और मझ आभास हआ िक म िकतना सौभाग यशाली ह उसक बाद 15 जनवरी को शाम 400 बज आकाशवाणी इदौर की तरफ स हम सभी किवय को तीन वातानकिलत िमनी बस उ जन म महाकाल वर जी क दशरन करान क िलए रवाना हई और ठीक आरती क समय हम सभी किवय न महाकाल वर जी क बहत बिढया तरीक स दशरन िकए उसक बाद परिसदध हिरिसिदध मिदर और बड़ गणश मिदर क दशरन िकए 16 जनवरी 2018 को इ पीिरयल सभागार खचाखच भरा हआ था शहर क आला अिधकािरय की गािड़या लगातार आ रही थी लगभग 400 बज शाम को आकाशवाणी क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी और आकाशवाणी इदौर क िनदशक ी िव वास कलकर महोदय न दीप पर विलत करक lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018rsquo का शभार भ िकया पर परा क अनसार सवरपरथम सभी भाषाओ की ज मदाता स कत भाषा म िलखी किवता का पाठ डॉसरचना ितरवदी न िकया और उसक िहदी अनवाद का पाठ फरीदाबाद क डॉ िवनोद शकर पाडय जी न िकया उसक बाद वणरमाला करमानसार ी मदल होलोई न अपनी असिमया भाषा की किवता का पाठ िकया और उसका िहदी म अनवाद डॉ िनशा वारा पढ़ा गया उसक बाद उिड़या उदर क कणी क नड़ क मीरी गजराती डोगरी तिमल तलग नपाली पजाबी बागला बोडो भाषा म किवता पाठ हआ और उन सभी का िहदी अनवाद का य पाठ भी

16व न बर पर पदम ी डॉ रतन िथयाम जी की मिणपरी किवता फशरहीन फशर का िहदी अनवाद और का य पाठ मन िकया उसक बाद मिथली मलयालम मराठी िसधी और सथाली भाषाओ की किवताओ का पाठ उनक मल किवय न िकया और अनवादक किवय न उन सभी किवताओ का िहदी म अनवाद पाठ िकया सबस बाद म िहदी की दो किवताओ एक मकतछद तथा एक छदीय गीत का पाठ हआ दोन ही किवताओ का खब आनद उपि थत ोताओ न िलया इसक पहल lsquoखrsquo कषतर की किवताओ का भी ोताओ न मल प तथा िहदी अनवाद दोन म ही हए का य पाठ का आनद िलया lsquoगrsquo कषतर की किवताओ का आनद उनक िहदी अनवाद स ही ल पा रह थ ोता इस बीच य घोषणा भी हई िक अनकता म एकता िलए इस अनठ किव स मलन को ल दन ि थत lsquoवडर बक ऑफ़ िरकॉ रसrsquo प तक म भी इस वषर दजर िकया गया ह इस सबध म असम उ च यायलय क मखय यायाधीश न परमाण पतर डॉ चदरशखर यास जी को सौपा अत म सभी किवय को परतीक िच न और

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शॉल दकर स मािनत िकया गया और सभी का ध यवाद िनदशक ी रामावतार बरवा जी न िकया

परसारण इस भ य lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018 का परसारण आकाशवाणी क सभी 450 रिडयो टशन और दरदशरन क रा टरीय चनल वारा हर वषर की तरह 25 जनवरी को रात 10 बज स 12 बज तक lsquoगणततर िदवस 2018rsquo की पवर स या पर एक साथ िकया गया सभी िहदी भाषी रा य यािन lsquoकrsquo कषतर म इस lsquoकिव स मलनrsquo का परसारण य का य िकया गया मगर lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषतर क रिडयो टशन स पहल मल किवता और उसका िहदी म अनवाद तथा उसक बाद उस कषतर की भाषा म मल किवता का अनवाद परसािरत िकया जस असिमया किवता का परसारण च न स हआ तो पहल असिमया भाषा म उसक बाद िहदी म और िफर तिमल भाषा म हआ आकाशवाणी का कहना ह िक इस परकार हर वषर इस सवरभाषा किव स मलन क मा यम स दश-िवदश क लगभग 15 करोड़ लोग एक साथ जड़त ह और दश क एक कोन की आवाज और सोच का स परषण एक साथ पर दश म होता ह तथा दश क नागिरक आपस म एक साथ जड़ा हआ महसस करत ह

आकाशवणी अपर महािनदशक ी चदरशखर यास

उदर गज़लकार असगर इनायती तथा मिणपरी किव पदम ी रतन िथयाम

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राजभाषा िहदी स सबिधत पर कार व परो साहन योजनाए

सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा)

िहदी अनभाग- मखयालय

भारत सरकार क सवधािनक परावधान क अनसार सघ की राजभाषा िहदी ह और उसकी िलिप दवनागरी राजभाषा िवभाग गह मतरालय वारा राजभाषा िहदी क परचार-परसार क िलए िविभ न परो साहन योजनाए चलाई जा रही ह इन सभी परो साहन योजनाओ का एकमातर उ य ह िक राजभाषा िहदी म िकए जा रह कायर सकारा मक िदशा म आग बढ राजभाषा िहदी म फाइल पर िट पणी पतराचार मौिलक लखन आिद म विदध हो इन योजनाओ का यही उ य ह यिद आप िहदी म अपरिशिकषत ह तो सरकार आपको परबोध परवीण पराजञ क मा यम स परिशिकषत करगी और साथ म अ छ अक आन पर नकद पर कार दगी आपको वयिक तक वतन विदध िमलगी आप िहदी म काम करग उसक िलए परो साहन योजनाए ह सचना परौ योिगकी म िवकास क साथ-साथ राजभाषा िहदी म कायर करना अब बहत आसान हो गया ह आप क यटर पर िहदी म काम कर सकत ह अब यह सब बहत सरल हो गया ह तो आइए आपको ऐसी परो साहन योजनाओ की जानकारी द द- कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना कदर की नीित क अनसार सरकारी कामकाज म राजभाषा िहदी का परयोग पररणा परो साहन एव सदभावना स बढ़ाया जाता ह िवभाग की परमख योजनाओ क तहत िहदी िदवस समारोह क अवसर पर पर कार िदए जात ह राजभाषा िहदी को बढ़ावा दन क उ य स कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना चलाई जा रही ह

bull उ य

कदर सरकार क मतरालय िवभाग उपकरम बक आिद वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार

भाषायी बयार

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क िलए आविधक िहदी पितरकाए परकािशत की जा रही ह कदर सरकार क कािमरक वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक को पर कार िदए जात ह तािक राजभाषा म लख िलखन वाल कािमरक को परो सािहत िकया जा सक और पाठक को अ छ लख पितरकाओ म पढ़न क िलए उपल ध हो सक

bull पातरता

(क) कदर सरकार क कायररत अथवा सवािनव त कािमरक (ख) लख िकसी भी सरकारी स था की पतर-पितरकाओ म िव तीय वषर म परकािशत होन चािहए (ग) िहदी भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान

lsquoकrsquo या lsquoखrsquo भाषाई कषतर म ि थत हो

(घ) िहदीतर भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म ि थत हो

bull िनयम व शत

(क) इस पर कार योजना म एक लखक क अिधकतम दो लख ही शािमल िकए जात ह िकसी लखक क दो स अिधक लख परा त होन की ि थित म िवभाग को परा त होन वाल परथम दो लख पर िवचार िकया जाता ह अ य लख वत ही अपातर मान जात ह

(ख) लख की फोटोकॉपी क साथ मल पितरका का होना अिनवायर ह अ यथा लख पर कार योजना म शािमल नही िकया जाता ह

(ग) लख क साथ लख की मौिलकता का परमाण पतर लखक वारा दना आव यक होगा

(घ) सवािनव त कािमरक क सदभर म सवािनवि त परमाण पतर या इसस सबिधत कागजात लगाना अिनवायर ह

पर कार

नकद पर कार क साथ-साथ मित िच न एव परमाण पतर भी परदान िकए जात ह िहदी भाषी

परथम पर कार ndash 20000- िवतीय पर कार ndash 18000- ततीय पर कार ndash 15000-

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िहदीतर भाषी

परथम पर कार ndash 25000- िवतीय पर कार ndash 22000- ततीय पर कार ndash 20000-

म याकन परिकरया पर यक मतरालयिवभाग अपन तर पर दो लख का चयन करगा मतरालयिवभाग चयिनत लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजत ह लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजग राजभाषा िवभाग मतरालय िवभाग स परा त लख को लख म याकन सिमित वारा समीकषा करवा कर िहदी व िहदीतर भािषय क िलए तीन-तीन पर कार का चयन करता ह पर कार जीतन क बार म सबिधत अिधकारीकमरचारी की सवा िववरणी म भी समिचत उ लख सबिधत मतरालयिवभागकायारलय वारा िकया जाना अपिकषत ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना कदर सरकार क मतरालयिवभाग सावरजिनक कषतर क उपकरम वायत िनकाय सरकारी कषतर क बक एव िव तीय स थाओ क मख यालय वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार क िलए समय-समय पर िहदी गह-पितरकाए परकािशत की जाती ह इन पितरकाओ क कलवरसाज-स जा और लख की शली म उ लखनीय परगित हई ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना क अतगरत पर यक भाषाई कषतर यथा lsquoकrsquo lsquoखrsquo तथा lsquoगrsquo म इस योजना म दो-दो पर कार परदान िकए जाएग

पर कार क अतगरत शी ड और परमाण-पतर परदान िकए जाएग इस योजना क अतगरत नकद पर कार दय नही ह इस पर कार योजना क पातरता की यनतम अहरताए िन नवत ह-

(क) पितरका म कम स कम 40 प ठ होन चािहए

(ख) िहदी म प ठ की सख या कल मिदरत प ठ की सख या का कम स कम 80 परितशत होना चािहए

(ग) पितरका क िव तीय वषर की अविध क दौरान कम स कम 2 अक परकािशत होन चािहए

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म याकन पदधित क मानक

इस वषर पितरका क म याकन क िलए अिधकतम 130 अक रख गए ह इन अक का िववरण इस

परकार ह-

करस मद अक

1 पितरका की राजभाषा को बढ़ावा दन म उपयोिगता 20

2 सरकारी कामकाज म उपयोिगता 30 3 भाषा शली एव पर तितकरण 20 4 िव यास साज-स जा कागज की गणव ता एव मदरण- तर 20 5 आतिरक कािमरक वारा लख का अनपात 10 6 छाप लख की मौिलकता 30 कल अक 130

िहदी म मौिलक प तक लखन क िलएlsquoगौरव पर कारrsquoयोजना राजभाषा िवभागगह मतरालय वारा िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए चलाई जा रही िन निलिखत पर कार योजनाओ क िलए कलडर वषर क दौरान परकािशत प तक आमितरत की जाती ह कदर सरकार क कािमरक (सवािनव त सिहत) को िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार पातरताशत

प तक क लखक कदर सरकार क मतरालय िवभाग उनक स बदधअधीन थ कायारलय सावरजिनक कषतर क उपकरम रा टरीयकत वक िव तीय सथान तथा कदर सरकार क वािम व म या िनयतरणाधीन वायत स थाओकदरीय िव विव यालयपरिशकषण स थान म कायररतसवािनव त अिधकारीकमरचारी ह

लखक अपनी परिवि ट अपन िवभागपवर िवभाग क अ यकष वारा स यापन तथा स तित क साथ राजभाषा िवभाग को भज

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पर कार रािश इस योजना क अतगरत िन निलिखत पर कार परदान िकए जात ह-

परथम पर कार ndash 100000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार ndash 60000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार ndash 30000- परमाण पतर तथा मित िच न

भारत क नागिरक को िहदी म जञान-िवजञान मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार

प तक आधिनक तकनीकीिवजञान की िकसी िवधा अथवा समसामियक िवषय पर िलखी हो उदाहरणाथर-

इजीिनयरी इलक टरािनक स क यटर िवजञान भौितकी जव िवजञान ऊजार अतिरकष िवजञान आयिवरजञान रसायन िवजञान सचना परौ योिगकी परबधन मनोिवजञान आिद

समसामियक िवषय जस उदारीकरण भमडलीकरण उपभोक तावाद मानवािधकार परदषण िनयतरण आिद

पातरता भारत का कोई भी नागिरक इस पर कार योजना म भाग ल सकता ह पर कार

परथम पर कार (एक) ndash 200000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार (एक) ndash 125000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार (एक) ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार (दस) ndash 10000- परमाण पतर तथा मित िच न

दोन योजनाओ क िलए सामा य शत परिवि ट उपयरक त पर कार योजनाओ म स कवल एक योजना क िलए ही भजी जा सकती ह

प तक क एक स अिधक लखक होन की ि थित म पर यक सहलखक वारा अलग- अलग परोफामार भरा जाएगा

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योजना क अतगरत पर कार क िलए व प तक ही वीकायर ह जो लखक की िहदी म मौिलक रचना ह अनिदत प तक वीकायर नही ह

िकसी भी सरकारी सगठन वारा पवर म पर कत प तक पातर नही ह गी पर कार की घोषणा स पहल यिद प तक को अ य िकसी पर कार योजना क अतगरत पर कत िकया जाता ह तो इसकी सचना लखक वारा त काल राजभाषा िवभाग को दी जाए

योजना क अतगरत एक कलडर वषर क दौरान परकािशत पस तक वीकायर ह प तक िवषय क बार म समीकषा मक िव लषणयक त होनी चािहए िवभागीय मनअल पी एच

डी क िलए िलख गए शोध किवता उप यास कहानी नाटक आिद क प म िलखी गई या पा य प तक क प म िलखी गई प तक पातर नही होगी

लखक पस तक म िदए गए आकड़ एव त य क िलए वय उ तरदायी ह ग और उनक परमाण म जहा तक सभव हो सदभर दग

यिद िकसी यिक त को राजभाषा िवभाग की योजना क अतगरत िपछल तीन वष म कोई पर कार िमल चका हो तो उसकी परिवि ट िवचारधीन नही ह गी तथािप सहलखक (यिद कोई हो) योजना म भाग ल सकता ह सहलखक को पर कार म आनपाितक रािश ही परदान की जाएगी

प तक कम स कम 150 प ठ की हो यिद म याकन सिमित इस िन कषर पर पहचती ह िक परिवि टय म स कोई भी प तक िकसी

भी पर कार क योग य नही ह तो इस सबध म उसका िनणरय अितम माना जाएगा bull म याकन परिकरया

प तक का म याकन राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत मानदड क आधार पर ल ध-परिति ठत िव वान िवशषजञ की सिमित वारा िकया जाता ह

bull पर कार क बार म घोषणा और पर कार िवतरण पर कार क बार म िनणरय की सचना सभी पर कार िवजताओ को पतर वारा भजी जाती ह

तथा िवभाग की वबसाइट पर भी रखी जाती ह पर कार िवतरण राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत ितिथ को िकया जाएगा

bull सामा य पर कार क िलए प तक क म याकन क बार म कोई पतर- यवहार नही िकया जाता ह

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पर कार िवतरण क िलए िनयत थान स बाहर स आए हए पर कार िवजताओ को आन-जान क िलए रल का िवतीय णी (वातानकिलत) का िकराया तथा भारत सरकार क िनयम क अनसार दिनक भ ता िदया जाता ह ठहरन की यव था वय अपन खच पर करनी होती ह

योजना क बार म सचना िवभाग की वबसाइट httprajbhashagovin पर भी उपल ध ह

िहदी िशकषण योजना की परीकषाए उ तीणर करन पर कदरीय सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल वयिक तक वतन नकद पर कार आिद परो साहन

bull वयिक तक वतन- िहदी भाषा िहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क अिधकािरयोकमरचािरय को 12 महीन की अविध क िलए एक वतन विदध क बराबर का वयिक तक वतन िदया जाता ह (क) परबोध परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही अराजपितरत कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परबोध पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह और जो इस परीकषा को 55 परितशत या अिधक अक लकर उ तीणर करत ह अराजपितरत अिधकािरय को परबोध परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन नही िदया जाता ह (ख) परवीण परीकषा- वयिक तक वतन उ ही अिधकािरय कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परवीण पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह- अराजपितरत कमरचािरय को 55 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर राजपितरत अिधकािरय को 60 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर

(ग) पराजञ परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही सरकारी अिधकािरय कमरचािरय (राजपितरत अराजपितरत को पराजञ परीकषा उ तीणर करन पर िदया जाता ह िजनक िलए यह पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह (घ) िहदी श द ससाधनिहदी टकण- िहदी श द ससाधनिहदी टकण की परीकषा उ तीणर करन वाल कदर सरकार क अराजपितरत कमरचािरय को एक वतन विदध क बराबर 12 महीन की अविध क िलए वयिक तक वतन िदया जाता ह (ड़) िहदी आशिलिप- अराजपितरत िहदी भाषी आशिलिपक को िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर 12 महीन क िलए एक वतन विदध जो आगामी वतन विदध म िमला दी जाती ह क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह

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राजपितरत आशिलिपक को 90 परितशत या अिधक अक लकर िहदी आशिलिप परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन िदया जाता ह

िजन आशिलिपक (राजपितरत एव अराजपितरत दोन ) की मातभाषा िहदी नही ह उ ह िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर दो वतन विदधय क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह य वतन विदधया भावी वतन म िमलाई जाती ह ऐस कमरचारी पहल वषर दो वतन विदधय क बराबर और दसर वषर पहली वतन विदध को िमला िदए जान पर कवल एक वतन विदध क बराबर वयिक तक वतन परा त कर सकत ह िट पणी- िजन कमरचारी को सवाकालीन िहदी परिशकषण स छट िमली हई तो उस कमरचारी को सबिधत परीकषा उ तीणर करन पर िकसी परकार क िव तीय लाभपरो साहन नही िमलग नकद पर कार- िहदी परबोध परवीण पराजञ िहदी श द ससाधनिहदी टकण और िहदी आशिलिप की परीकषाए अ छ अक स उ तीणर करन पर पातरता क अनसार िन निलिखत नकद पर कार परदान िकए जात ह िजनकी वतरमान दर िन नानसार ह-

परबोध

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर - 1600- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 400- परवीण

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -1800- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1200- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर -600- पराजञ

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- िहदी श द ससाधनिहदी टकण

1 97 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 95 परितशत या इसस अिधक परत 97 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600-

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3 90 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर -800- िहदी आशिलिप

1 95 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 92 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर - 1600- 3 88 परितशत या इसस अिधक परत 92 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- bull यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव

िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर एकम त पर कार-

1 िहदी िशकषण योजना की परबोध परीकषा -1600- 2 िहदी िशकषण योजना की परवीण परीकषा -1500-

3 िहदी िशकषण योजना की पराजञ परीकषा -2400-

4 िहदी िशकषण योजना की िहदी श द ससाधनिहदी टकण परीकषा -1600-

5 िहदी िशकषण योजना की िहदी आशिलिप परीकषा -3000- िजन कमरचािरय को िहदी क सवाकालीन परिशकषण स छट परा त ह उ ह सबिधत तर की िहदी परीकषा उ तीणर करन पर नकद एव एकम त पर कार दय नही ह ग िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल िव तीय परो साहन तथा वयिक तक वतन नकद पर कार एव एकम त पर कार स सबिधत आदश उन सभी कमरचािरय पर भी लाग ह ग जो िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधानिहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए इलक टरॉिनक टाइपराइटर या क यटर का परयोग करक उ तीणर करत ह

िट पणी-1 एकम त पर कार परगित न कमरचािरय क अितिरक त कवल उ ही कमरचािरय को िदया जाएगा जो ऐस थान पर तनात ह जहा िहदी िशकषण योजना क परिशकषण कदर नही ह अथवा जहा सबिधत पा यकरम क परिशकषण की यव था नही ह

2 परिशकषाथीर यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधन िहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करत ह उनको एकम त पर कार क अलावा नकद पर कार परदान करत समय िनधारिरत िकए गए परिशकषण स पाच परितशत अक कम परा त करन पर भी नकद

पर कार रािश दी जाएगी

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सरकारी कामकाज (िट पणआलखन मल प) स िहदी म करन क िलए परो साहन योजना सरकारी काम मल प स िहदी म करन क िलए पर कार रािश िन न परकार ह-

(क) कदर सरकार क पर यक मतरालयिवभागसबदध कायारलय क िलए वततर प स पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

(ख) कदर सरकार क िकसी िवभाग क पर यक अधीन थ कायारलय क िलए वततर प स

पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

योजना क िलए मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

कदरीय सरकार क सभी मतरालयिवभागसबदध और अधीन थ कायारलय अपन अिधकािरय कमरचािरय क िलए वततर प स इस योजना को लाग कर सकत ह

सभी िणय क व अिधकारीकमरचारी इस योजना म भाग ल सकत ह जो सरकारी काम पणरत या कछ हद तक मल प स िहदी म करत ह

कवल वही अिधकारीकमरचारी पर कार क पातर ह ग जो lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर म वषर म कम स कम 20 हजार श द तथा lsquoगrsquo कषतर म वषर म कम स कम 10 हजार श द िहदी म िलख इसम मल िट पण व परा प क अलावा िहदी म िकए गए अ य कायर िजनका स यापन िकया जा सक जस रिज टर म इ दराज सची तयार करना लखा का काम आिद भी शािमल िकए जाएग

आशिलिपकटाइिप ट जो सरकारी कामकाज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन सबधी िकसी अ य योजना क अतगरत आत ह इस योजना म भाग लन क पातर ह ग

िहदी अिधकारी और अनवादक सामा यत अपना काम िहदी म करत ह व इस योजना म भाग लन क पातर नही ह ग

योजना क परयोजन क िलए पर यक अलग भौगोिलक ि थित वाल कायारलय को वततर एकक माना जाएगा उदाहरणाथर अलग कषतर म ि थत आयकर आयक त क अधीन सहायक आयकर आयक त आिद का कोई कायारलय अथवा रलव क मडल रल परबधक क

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अधीन कषतरीय अधीकषक आिद का कायारलय इस योजना क चलन क िलए एक वततर एकक माना जाएगा रकषा मतरालय या डाक तार िवभाग क अधीन थ तथा सबध कायारलय आिद क बार म भी ऐसी ही ि थित होगी

म याकन करन क िलए कल 100 अक रख जाएग इनम स 70 अक िहदी म िकए गए काम की मातरा क िलए रख जाएग और 30 परितशत अक िवचार की प टता क िलए ह ग

िजन परितयोिगय की मातभाषा तिमल तलग क नइ मलयालम बगाली उिड़या या असिमया हो उ ह 20 परितशत तक अितिरक त अक का लाभ िदया जाएगा ऐस कमरचारी को िदए जान वाल वा तिवक अक क लाभ का िनधाररण म याकन सिमित वारा िकया जाएगा ऐसा करत समय सिमित उन अिधकािरय कमरचािरय क काम क तर को भी यान म रखगी जो अ यथा उसस करम म ऊपर ह

अिधकािरय वारा िहदी म िडक टशन दन क िलए परो साहन योजना

अिधकािरय को िडक टशन दन क िलए परितवषर 5000- का पर कार िदए जान का परावधान ह इस योजना क मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

ऐस सभी अिधकारी िज ह आशिलिपक की सहायता उपल ध ह या जो सामा यत िडक टशन दत ह इस योजना म शािमल हो सकत ह

योजना की अविध िव तीय वषर रखी जाए

योजना म भाग लन वाल अिधकारी उनक वारा िहदी म िदए गए िडक टशन क बार म िरकॉडर रखग

पर कार योजना क अतगरत 5000- का पर कार रखा जा सकता ह पर कार दो भी रख जा सकत ह परथम पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर क अतगरत हो और िवतीय पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म हो

सभी मतरालयिवभाग कायारलय इस योजना को वय बना सकत ह और पर कार क िलए आव यक िहदी िडक टशन कायर की यनतम सीमा िनधारिरत कर सकत ह

lsquoकायारलय स ता पयर सामा यत उस कायारलय स होगा िजनका थानीय मख य अिधकारी

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िवभागा यकष अथवा कायारलया यकष घोिषत िकया गया हो पर कार िनधारिरत करन क िलए िकसी उ च अिधकारी को म याकन अिधकारी नािमत िकया

जा सकता ह अथवा इस हत एक सिमित गिठत की जा सकती ह इस जानकारी को सभी को दन का मखय उ य यही ह िक राजभाषा िहदी म अिधक स अिधक कायर कर और कदर सरकार की इन परो साहन योजनाओ म अिधक स अिधक कािमरक भाग ल

सिवधान म राजभाषाअ याय 1-- सघ की भाषा अन छद 120 ससद म परयोग की जान वाली भाषा

1 भाग 17 म िकसी बात क होत हए भी िकत अन छद 348 क उपबध क अधीन रहत हए ससद म कायर िहदी म या अगरजी म िकया जाएगा परत यथाि थित रा य सभा का सभापित या लोक सभा का अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत िकसी सद य को जो िहदी म या अगरजी म अपनी पयार त अिभ यिकत नही कर सकता ह अपनी मात-भाषा म सदन को सबोिधत करन की अनजञा द सकगा 2 जब तक ससद िविध वारा अ यथा उपबध न कर तब तक इस सिवधान क परारभ स पदरह वषर की अविध की समाि त क प चात यह अन छद ऐस परभावी होगा मानो ldquoया अगरजी म rdquo श द का उसम स लोप कर िदया गया हो

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िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल जगद बा परसाद मौसम िवजञानी- बी

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय

आचायर रामचदर शकल न lsquoसािह य का इितहासrsquo की पिरभाषा को इन श द म पर तत की ह- ldquoपर यक दश का सािह य वहा की जनता की िच वि तय का सिचत परितिब ब होता ह तब यह िनि चत ह िक जनता की िच वि त क पिरवतरन क साथ ndash साथ सािह य क व प म भी पिरवतरन होता चला जाता हआ योपात इ ही िच वि तय की पर परा को परखत हए सािह य पर परा क साथ उनका सामज य िदखाना ldquoसािह य का इितहासrdquo कहलाता ह

िहदी सािह य का आिदकाल(दसवी शता दी स चौदहवी शता दी) राजनीितक पिरि थितया- हषरवधरन की म य स लकर 1200 ई तक का यग राजपतकालीन यग कहलाता ह इस काल म दश एक रा टर न होकर अनक परात म बटा था कदरीय स ता कषीण हो गई थी राजपत राजाओ क पार पिरक वर-भाव तथा स तालोलपता का लाभ बाहरी आकरमणकािरय न उठाया अफगानी आकराता महमद गजनवी न सन 1000 ई स 1026 ई क बीच भारत पर सतरह बार आकरमण िकय तथा मोह मद गौरी न सन 1197 म तराइन क िवतीय यदध म जयचद की सहायता स प वीराज चौहान को हराकर मि लम शासन की नीव रखी आिदकाल की काल सीमा म शासन करन वाल तकर -अफगानी शासक थ अ यव था लटमार तथा िबखराव क इस यग मकिवय न दरबारी आ य गरहण िकया तथा अपन आ यदाताओ क शौयर तथा परशि त क गान िलख थ धािमरक पिरि थितया- विदक धमर तथा पौरािणक धमर िविभ न स परदाय म िवभकत हो चक थ विदक धमर क परितिकरया व प पनप बौदध धमर तथा जन धमर भी अनक स परदाय म बट चक थ धमर क मल वर को भलकर य स परदाय ततर-मतर जाद-टोन शरीरसाधना करन लग यही वाम मागर को अपनान वाल बौदध िसदध कहलाय इनक मठ म साधना क नाम पर यिभचार होन लगा िजसका िवरोध नाथ िसदध न िकया और हठ योग साधना तथा इिदरय- सयम को िवशष मह व िदया धािमरक वातावरण भरमपणर था सामािजक और आिथरक पिरि थितया - धमर और राजनीित क पतनो मख होन की अव था म ठ

भाषायी बयार

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सामािजक जीवन की क पना नही की जा सकती यदध का वातावरण सदव बना रहता था सतीपरथा बहिववाह बालिववाह पदार परथा का त कालीन समाज म परचलन था ऊच-नीच तथा छआछत का भाव समाज म या त था नवागत इ लाम धमर म जाितगत भदभाव न होन क कारण िन न जाितया धमारतरण करक इ लाम धमर अपनान लगी थी आिथरक ि ट स समाज दो वग म बटा था- एक - उ च वगर िजसम सामत शासक साहकार उ चपदािधकारी आत थ िजनक पास अथाह स पि त थी और दसरा िन न वगर िजनक पास अपनी दिनक ज रत क िलए भी धन नही था साहकार तथा सामत लोग इ ह कर और कजर क जाल म उलझात जा रह थ नाथ-सत सािह य म जो समाज क िविभ न पाखड का िवरोध जाितगत भदभाव क परित यग एव िवदरोह का वर िमलता ह वह त यगीन सामािजक एव आिथरक पिरि थितय की ही दन ह सा कितक एव सािहि यक पिरि थितया- गयारहवी सदी म यवन क आकरमण तथा उनक बढ़त परभाव क फल व प इ लामी स कित का परवश भारत म हआ परार भ म िहद तथा इ लामी स कितया एक-दसर क िव दध खड़ी नजर आयी परत जस-जस मगल का परभाव बढ़ता गया इ लामी स कित की छाप िहद स कित पर पड़ती गई सािहि यक ि ट स दखन पर इस यग म तीन का य धाराय िदखायी दती ह- पहली राजाि त स कत का य धारा थी इस अविध मस कत सािह य धारा क िव वनाथ अिभनवग त कतक कषमदर भोजदव म मट तथा राजशखर जस का यशा तर क आचायर शकर कमािरल भटट भा कर एव रामानज जस दाशरिनक मनीषी तथा भवभित ीहषर जयदव जस किव नाटककार एक साथ दखन को िमलत ह दसरी धारा धमारि त अपभरश म रिचत का य की थी वयभ प दत धनपाल वीर आिद जन किवय न पौरािणक गरथ को नए प म पर तत िकया इसी क साथ-साथ बौदध िसदध सरहपा क हपा लइपा आिद एव गोरखनाथ आिद नाथ न अपभरश क साथ लोकभाषा िहदी को अपनी रचनाओ का मा यम बनाया तीसरी धारा चारण एव भाट किवय वारा रिचत वीरगाथा मक का य की थी िजनम इन किवय न अपन आ यदाताओ क शौयर परदशरन तथा िविभ न यदध का वणरन अितरजनापणर ढग स िकया ह िहदी भाषा एव सािह य का उदभव इ ही रचनाओ स माना जा सकता ह य रचनाए ही यगीन पिरि थितय का िचतरण करन म सफल हई ह रामचदर शकल न इस काल को वीरगाथा काल नाम िदया ह भाषा की ि ट स आिदकालीन सािह य को मखयत दो भाग म वगीरकत िकया जा सकता ह-

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अपभरश क परभाव स यकत िहदी सािह य- जन किवय वारा रिचत सािह य बौदध िसदध- नाथ सािह य इसी क अतगरत आता ह यह सािह य धािमरक सािह य कहलाता ह वा तव म यह सािह य न तो सािहि यक अपभरश क अतगरत आता ह न िहदी क भाषा की ि ट स यह सकराित काल की रचनाए ह िजनम िहदी का आरि भक प िदखायी दता ह जो अपभरश क परभाव स यकत ह

अपभरश क परभाव स मकत िहदी सािह य- इस वगर क सािह य को िवषय और रचना की ि ट स दो भाग म िवभकत िकया जा सकता ह-

रासो सािह य िजसम दो परवि तया ह- (क) वीरगाथा परधान रासो सािह य जस- प वीराज रासो (िजस िहदी का परथम महाका य तथा इसक रचियता चदबरदाई को िहदी का परथम किव माना जाता ह) परमाल रासो(आ हखड) क रचियता जगिनक खमानरासो क रचियता दलपित िवजय ह मीररासो क रचियता शागरधर िवजयपाल रासो क रचियता न ह िस ह आिद ह (ख) गारपरक रासोसािह य- बीसलदव रासो इसी पर परा म अ दररहमान का सदशरासक परथम का य माना जाता ह इसकी भाषा परवतीर अपभरश अवहटट ह लोक सािह य- आिदकाल म एक का य धारा लौिकक सािह य की रही ह िजसम लोकत व एव लोकभाषा को अपनाया गया य किव लोककिव थ ढोला मा रा दहा िव यापित पदावली( गारपरक भिकतपरक िविवध िवषय जस परकित स सबिधत पद परहिलका कट पद यदध क पद आिद) अमीर खसरो की पहिलया इसी कोिट का सािह य ह आिदकाल म िश ट हा य तथा िवनोदमलक रचनाए खड़ी बोली म पर तत करन वाल अमीर खसरो परथम किव ह तकीर अरबी फारसी बरज एव खड़ी बोली पर इनका समान अिधकार था फटकर पहिलया मकिरया दो सखन खािलकबारी गज़ल अिधक परिसदध ह खसरो की पहिलय मकिरय तथा सखन क एक-एक उदाहरण पर तत ह- पहिलया न मारा न खन िकया बीस का िसर काट िलया (नाखन) एक कहानी म कह सन ल त मर पत िबना पर क वह उड़ गया बाध गल म सत (पतग) सखन पान सड़ा कय घोड़ा अड़ा कय (फरा न था) बरा मण यासा कय गधा उदासा कय (लोटा न था) मकिरया वह आव तब शादी होय उस िबन दजा और न कोय मीठ लाग वाक बोल कय सिख साजन न सिख ढोल

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जब मर मिदर म आव सोत मझको आन जगाव पढ़त िफरत वह िवरह क अ छर य सिख साजन ना सिख म छर आिदकालीन सािह य का कला पकष भाषा रासो का य म वीर रस क साथ-साथ गार रस का भी स यक परयोग हआ ह अत विणरत थल क अन प ही भाषा पिरवतरन हआ ह इस यग म सािहि यक राज थानी भाषा का परयोग िडगल क नाम स का य म होता था और बरज िमि त भाषा का सािहि यक प िपगल कहलाता था चारण किवय न वीरगाथा मक रासो का य की रचना िडगल म की िजसम कठोर वणर िव व परधान वण का परयोग अिधक था गार रस क वणरन म िपगल का सरस परयोग िमलता ह िजसम भावानकल कोमल वण का परयोग िकया गया ह उदाहरणाथर- थिक रह सर कौितग िगगन रगन-मगन भई ोन धर हिद हरिण वीर जगग हलस हरउ रिग नवर त वर (प वीराज क यदध का वणरन िडगल भाषा म ) अथारत प वीराज चौहान क यदध कौशल और वीरता को दखकर सयर भी त भवत ठहर गया इस यदध म हए नरसहार स सारी धरती रकत स भर गई ऐस यदध को दखकर वीर योदधा उ लास स भर उठ और उनक चहर पर परस नता स रकत की जसी लािलमा छा गई हल हल लग कछ मद वाय नव वध किल भय कप पाय उपमा उर कि व कहीय ताम ज वन तरन अिग अिग काम (इि छनी की स दयर शोभा का वणरन िपगल भाषा म ) वह सवारग म काम की तरग क रहत हए भी परथम किल क समय ऐस कापती ह जस मद वाय क हलक झ क स लता िहलती डलती ह त सम श द तदभव श द राज थान क दशी श द का परयोग भी िमलता ह अपभरश भाषा की का यधारा भी िहदी क समानातर चल रही थी इसिलए इन का य पर थोड़ा बहत अपभरश का भी परभाव िदखायी दता ह इ लाम क परभाव क फल व प अरबी फारसी और तकीर भाषाओ क भी कछ श द इस काल क का य म दखन को िमलत ह का य प परबध एव मकतक दोन परकार क का य इस काल म िलख गए प वीराज रासो खमान रासो िवजयपाल रासो परबध का य की कोिट म आत ह बीसलदव रासो मकतक गीितका य ह परमाल रासो लोकगीत शली पर आधािरत गय का य ह परमाल रासो की गयता ट य ह- बारह बरस ल ककर जीव अ तरह ल िजय िसयार

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बरस अठारह कषितरय जीव आग जीवन को िधककार अलकार एव छद- इन का य म उपमा पक उ परकषा यमक आिद सभी अलकार का किवय न परयोग िकया ह परत वीरका य म वीर रस की परधानता और वीरोिचत वणरन म अितशयोिकत की परधानता स अितशयोिकत एव अ यिकत अलकार का अिधक परयोग हआ ह चारण किव छदशा तर क जानकार थ दोहा या दहा ताटक तोटक तोमर गाहा पदधिर आयार रोला कडिलया उ लाला आिद छद का कशलतापवरक परयोग िकया ह

आषाढ़ का पहला िदन भवानी परसाद िम

हवा का ज़ोर वषार की झड़ी झाड़ का िगर पड़ना कही गरजन का जाकर दर िसर क पास िफर पड़ना उमड़ती नदी का खती की छाती तक लहर उठना वजा की तरह िबजली का िदशाओ म फहर उठना

य वषार क अनोख य िजसको पराण स यारजो चातक की तरह ताकता ह बादल घन-कजरार

जो भखा रहकर धरती चीरकर जग को िखलाता हजो पानी व त पर आए नही तो ितलिमलाता ह

अगर आषाढ़ क पहल िदवस क परथम इस कषण म वही हलधर अिधक आता ह कािलदास क मन म

त मझको कषमा कर दना

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कया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

मौसम कदर - रायपर

जलवाय पिरवतरन एक अतहीन परिकरया हजो परातन काल स चली आ रही ह मानव मि त क क उ पाती िवकास क साथ ही जलवाय पिरवतरन म भी गितशीलता ि टगोचर हई ह एक ओर जहा इस परिकरया को मानव जीवन क िलए हािनकारक माना जा रहा ह तो दसरी ओर स यता क िवकास क िलए इस अघोिषत अ याव यक परिकरया व प मा यता परा त ह वा तव म जलवाय पिरवतरन को गलोबल वािमरग अथारत भ-तापमान म विदध स जोड़कर दखा जा रहा ह तथा इसक फल व प जीवनोपयोगी िविभ न ससाधन की उपल धता म सभािवत कमी की आशका यकत की जा रही ह िक त इसका दसरा पहल यह भी ह िक ऐस कई कषतर ह जो अ यत कम या अ यिधक तापमान क कारण मानव िवहीन हआ करत थ व आजकल जिवक आबादी स पिरपणर होत जा रह ह किठन मौसमी पिरि थित क कारण अनक कषतर मानव की पहच स बाहर होत थ जो अब नही ह यह जलवाय पिरवतरन का ही पिरणाम ह

सामा य लख

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एक सपरिसदध पयारवरणिवद िफिलप बरॉडिवथ वारा जलवाय पिरवतरन पर चचार का मह वपणर िवषय पर तत िकया गया ह िक ldquoकया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी हrdquo साथ ही कहा गया ह िक चचार म ऊजार की माग पर आधािरत उपभोकताओ क उ तरदािय व को अनदखा िकया जाए इस यकष पर न क जवाब म अनक वजञािनक िमतर वारा मह वपणर तकर पर तत िकए गए ह आज हम िविभ न तकनीक स िघर हए ह तरह- तरह की मशीन और उपकरण स हमार दिनक कायर कछ जिटल तो कछ बहत आसान हो गए ह इसम पयारवरण की अनकलता भी आव यक होती ह जो जलवाय पिरवतरन का ही एक प ह यह जानत हए िक पिरवतरन परकित का िनयम ह इस चचार म िविभ न वजञािनक समदाय क वजञािनक (सौज य वॉटसएप गरप lsquoआईएमएस रायपरrsquo और lsquoएगरी म टीयोरोलोिज टrsquo) वारा अनक तकर िदए गए ह आईए इनक बहम य तक पर गभीरतापवरक नजर डाल- मनीष िस हा शोधकतार CSVTU िभलाई क अनसार ldquoमर िवचार स जलवाय पिरवतरन क िलए कोई भी िज मदार नही ह जसा िक म समझता ह जलवाय पिरवतरन की अवधारणा कवल मानव ह तकषप क परितकरया व प नही ह वरन मानव की परिकरयाओ को समािहत िकए िबना भी यह सभव ह कय िक जलवाय पिरवतरन को उ परिरत करन वाल मानवजिनत घटक स िकसी का सीधा सबध नही ह अब इस जलवाय पिरवतरन की अवधारणा को तब तक रोका नही जा सकता जब तक इस अिन टकारी पिरवतरन पर परकित वारा ह तकषप नही होता िक त यिकत िवशष वारा िकए जा सकन का कायर यह ह िक वह जलवाय पिरवतरन की गित म कमी लान म अपनी सहभािगता सिनि चत कर तािक परकित को अपनी पवारव था परा त करन क िलए आव यक समयाविध दी जा सक किष वजञािनक सबरहम यम राज क िवचार ह िक ldquoकया यिक तगत कपिनय की इसम कोई िज मदारी नही ह िवकास क कारण का अितम पिरणाम कया ह इस त य को पिरभािषत करन म हम सकषम होना होगा ldquoटसलाrdquo भी एक क पनी ह यहा क एक अिधकारी लोन म क क कथन पर हम यान दना होगा िक lsquoआव यकताrsquo ह इस सम या को हल करन की िज मदारी अनसधानकतारओ की हrdquo अथारत क पिनय की एक अ य किष वजञािनक तषार दशमख का मानना ह िक ldquoपराकितक अ न-उ पादन पराकितक भोजन पराकितक पयारवरण सावरितरक माग ह िक त िवचारणीय त य यह ह िक मानव मातर वारा परकित क अन प कस इ ह फलीभत व इनका म यवधरन िकया जाता हrdquo िबट रायपर क िपरसीपल डॉ िपयषकात पाड क अनसार lsquoउ नीसवी सदी म औ योिगक कराि त क

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प चात इतनी कम अविध म काबरन डाइऑकसाइड क बढ़त तर क िलए प वी क पर इितहास म ऐसा कोई उदाहरण नही ह अतीत म प वी क गरम होन का कारण काबरन उ सजरन ही ह इसिलए मानव जाित और हमार सगठन जलवाय पिरवतरन क दोष स बच नही सकत

टरप सिहत सभी सदह करन वाल न इस सबध म मानो वा तिवकता को जानन स ही इकार कर िदया जलवाय पिरवतरन प वी को गमर आदरर बफर -रिहत पणरतया समदरमय तथा मौसम क अनसार पणरतया िव वसक गरह बनाकर यहा स पणर मानव जाित को परी तरह न ट करन म सकषम ह वजञािनक एम एल साह भारत मौसम िवजञान िवभाग क मानत ह िक ldquoमानव अि त व क पवर भी जलवाय पिरवतरन हआ ह िक त जलवाय पिरवतरन की गित म विदध मानव क ह तकषप क कारण ही हई ह औ योगीकरण भी इसका एक कारक हrdquo किष वजञािनक यगाधर कहत ह िक क पिनया दकानदार क प म अपन गराहक को ऐसी व तए बचती ह िजसक िलए उ ह म य परदान िकया जाता ह य तो हम उपभोकतागण ह जो lsquoिनदरयीrsquo उ पाद को खरीदकर उ ह परो सािहत करत ह कया करय िकया जाए य हम वय ही िनधारिरत करना ह यह भली भाित जानत हए भी िक मर वारा की गई यह छोटी सी खरीददारी उन यापािरय क लाभ या िवकरय को िवशष परभािवत नही करगी म कछ अनितक कपिनय स उ पाद नही खरीदता डॉ परकाश खर वजञािनक भारत मौसम िवजञान िवभाग क अनसार lsquoपिरवतरन क पीछ भागना मानव की परवि त ह पिरवतरन स परायः परकित पयारवरण िस टम या कह िक जलवाय पटनर ही असतिलत हो जाता ह इसिलए हम ऐस असतलन-मखी परितघात स जीवन को सरिकषत रखन क िलए सिनयोिजत होन की आव यकता ह अ यथा जलवाय असतलन अव य भावी ह डॉ िवनोद खडस किष वजञािनक का कहना ह िक lsquoयह तो परशासन क शराब बदी कायरकरम क सम प ह जहा दसरी ओर आबकारी िवभाग वारा काननन शराब क िलए टडर या परिमट भी जारी िकया जाता ह अतएव इस परिकरया को अिधक तव जो न द वरन िन वाथर व बिदधम तापवरक यिक तगत

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तर पर इस सलझान का परयास कर इस िवषय पर मरा मानना ह िक जलवाय पिरवतरन कवल वातावरण म गरीन हाउस गस अथवा तापमान म विदध का ही पिरणाम नही ह इस हािनकारक परिकरया क प म ही न दखा जाए वरन यह जीवन क िलए वरदान व प भी सािबत हआ ह कपया िपछल दशक क दौरान म य भारत कषतर पर मॉनसन आन म दरी क बार म िवचार कर मर िवचार स यह इस कषतर म गमीर क िदन म भ-जल क उपयोग स िकए जान वाल किष उ पादन कायर क फल व प कषतर का अपकषाकत कम तपन स तापीय परवणता व वायदाब परवणता म कमी आन का पिरणाम ह जो मॉनसन क आग बढ़न म यवधान डालता ह इसी परकार राज थान और गजरात रा य म भी जलवाय पिरवतरन हआ ह अतएव जलवाय पिरवतरन क िलए कवल औ योगीकरण पर दोषारोपण नही िकया जा सकता जलवाय पिरवतरन का दोषी कौन ह या जलवाय पिरवतरन जीवन क िलए आव यक ह या अनाव यक उपयोगी ह या अनपयोगी या कह िक वरदान ह या अिभशाप अब यह तय करना आपक हाथ म ह

-------------- आपदाए अपन िलए दया क घट िनधारिरत नही करती व िकसी भी वक त कही भी पहच कर अपन काम को परा कर दती ह आपदाओ स हम एक शानदार चीज़ सीख सकत ह व अपना काम बड़ ही यान स परा करन क बाद ही लौटती ह

महमत मरत इलदान

सािह यकार तकीर

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भर टाचार मक त भारत - मरी ि ट म िमलन परसाद भटटाचायर

मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

परादिशक मौसम कदर -कोलकाता भर टाचार वतरमान म भारत म एक वलत िवषय ह िजसक िवषय म चचार करन स पहल भर टाचार की उ पि त का िव लषण करना आव यक ह वा तव म परभावशाली यिक तय वारा िकए गए अस य ईमान िव दध और अनितक आचरण को ही भर टाचार कहा जाता ह भर टाचार घस लन एव गबन करन स श होता ह

लाल फ़ीताशाही ल बी परिकरयाए गलत वािणि यक एव तकनीकी तरीक तथा उसक साथ राजनितक इ छा शिक त का अभाव भर टाचार को पनपन म सहायता करत ह इसक अलावा िनयम का जाल जिटल कर एव अनजञा परणाली तथा परद त िवशष िववकािधकार भर टाचार का अवसर परदान करत ह lsquoटरा परसी इटरनशनलrsquo क अनसार लगभग 50 परितशत भारतवािसय को सरकारी सवा परा त करन क िलए कभी न कभी जन अिधकािरय को घस दनी पड़ी ह टरासपरसी इटरनशनल की lsquoभ टाचार बोधक तािलकाrsquo क वषर 2016 क पिरणाम अनसार 176 दश म भारत का थान 79वा ह

काला धन भारत म िवकास का सबस बड़ा बाधक ह काल धन स ता पयर उस धन या स पि त स ह जो िनयमानसार कर चकाए िबना अिजरत की गई हो भारतीय वारा िवदशी बक म िकतना काला धन जमा िकया गया ह इसकी जानकारी अभी तक परा त नही की जा सकी ह काल धन की रीढ़ को तोड़न क िलए सन 2012 म कदरीय पर यकष कर बोडर न िवमदरीकरण का सझाव िदया था 08 नव बर 2016 को भारत सरकार न 500- एव 1000- क नोट की वधता समा त करन की घोषणा की इसका पिरणाम यह हआ िक वषर 2017-18 म आयकर िरटनर भरन वाल की सख या म 25 परितशत का इज़ाफा हआ तथा 282 करोड़ लोग न आयकर िरटनर दािखल िकया आयकर का अिगरम भगतान 418 परितशत बढ़ गया तथा आयकर िवभाग न 549 िबिलयन म य की नकदी एव गहन ज त िकए भर टाचार भाई भतीजावाद और बइमानी न हमार सामािजक तान-बान को न ट कर िदया ह यहा तक िक हमार भर टाचार िनरोधी िवभाग भी यदा-कदा भर ट लोग क चगल म फस जात ह तथा फलत भर ट लोग को सामा य द ड क साथ छोड़ दन पर िववश हो जात ह दश का कानन इन भर ट लोग स मज़बती स िनपटन म सकषम नही ह इसीिलए परशासिनक कायारलय म भर टाचार की नदी िसर क

सामा य लख

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ऊपर बहन लगी ह भर टाचार का मल कारण लाल फ़ीताशाही और कायर म अनाव यक दर करना ह हमारा रा टर नितक म य क ास स जझ रहा ह िजस उ नत करन की आव यकता ह सरकारी अिधकािरय को अपना कायर स पािदत करत समय िकसी परलोभन क आग नही झकना चािहए दश क परिसदध एव नामी-िगरामी यिक तय को अपनी ईमानदारी व स चाई स ईमानदार करदाता क प म आदशर थािपत करना चािहए भर टाचार को दर करन क िलए कई कदम उठाए गए ह िजनम मख य ह-

bull सचना का अिधकार सरकारी िकरयाकलाप क बार म पछन का अिधकार नागिरक को दता ह bull कदरीय सतकर ता आयोग सतकर ता रखन तथा सरकारी परित ठान म भर टाचार दर करन क उपाय

का सझाव दन क िलए गिठत िकया गया ह bull स य िकरयाि वत व त एव सवा कर न lsquoएक दश एक करrsquo परणाली को लाग िकया ह िजसस

कर चोरी पर रोक लगगी भर टाचार को रोकन क िलए कछ और कदम उठाए जान आव यक ह -

bull भर टाचार सबधी मामल का शीघर िनपटारा करन क िलए िवशष अदालत बनाई जानी चािहए

bull मज़बत और कड़ कानन बनाए जान चािहए िजसस अपराधी को छट न िमल सक

एक बार यिद हम इस भर टाचार भाई-भतीजावाद और घस लन एव दन क रोग को भारतीय समाज स दर कर सक तो हमार दश को िवकिसत दश की ि थित म पहचन म वक त नही लगगा और बिकम चदर जी का lsquoसजलाम सफलाम श य यामला मातरमrsquo का व न साकार हो जाएगा

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दिनया भर की तकनीक और आिव कार न हमारा जीवन बहत आसान कर िदया ह मगर एक पराकितक आपदा आत ही सब बकार हो जाता ह और हम समझ आ जाता ह िक धरती पर हम िसफर कदरत की दया क भरोस िजदा ह

नाइल डगर टायसन

अमरीकी ए टरोिफिज ट

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भवन-िनमारण म ईशान-कोण का मह व मकश कमार ग ता

मौसम िवजञानीndash बी सगठन अनभाग - मखयालय

भारतीय स कित म भवन-िनमारण स पवर िकसी शभ महतर म वा त पजन भिम पजन भिम शोधन िशला यास आिद शभ कायर दवी-अनगरह परा त करन क साथ-साथ सयर सिहत सम त गरह-नकषतर रािश-समह एव परकित क पड़न वाल परभाव को अनकल बनान व परकित क साथ सामज य थािपत करन क िलए िकए जात ह कोई भी नविनमारण यह उ य सामन रखकर िकया जाता ह िक बनकर तयार होन क प चात वह भवन िनवास करन वाल क िलए िवघन-बाधा रिहत सख-शाि तदायक परगित का कारण एवम सवरथा मगलमय हो घर म कलह-कलश न हो पािरवािरक सौ यता सामज य एव पार पिरक नह-सदभाव बना रह तािक यिकत व थ एव दीघरजीवी ह आिथरक उ नित सामािजक मान-परित ठा म अिभविदध आिद बात साथरक िनमारण का पिरचायक मानी जाती ह

सामा य लख

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भवन क उ तर-पवर कोन को ईशान-कोण कहा जाता ह भगवान िशव का एक नाम ईशान भी ह चिक भगवान िशव का आिधप य उ तर-पवर िदशा म होता ह इसीिलए इस िदशा को ईशान-कोण कहा जाता ह यहा दवी शिकतया इसिलए भी बढ़ती ह कय िक इस कषतर म दवताओ क ग बह पित और मोकष कारक कत का भी वास रहता ह िव वकमार परकाश क अनसार पर यक भखड का भवन का और यहा तक िक पर यक कमर का ईशान-कोण अथारत उ तर और पवर क म य का भाग या कोना अ यत मह वपणर ह सयर परब स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह अतः उसकी जीवनदाियनी पराण ऊजार स भरपर लाभ उठान क िलए पव तर िदशा म पजा-ककष या दव-मिदर का होना अिनवायर ह जहा सयर और प वी क ऊजार क दर का सि मलन होता ह िवजञानव ता जानत ह िक सयर और प वी का आपस म िकतना घिन ठ सबध ह सयर क ताप व परकाश-रि मय क परभाव स ही धरती पर अनगिणत पिरवतरन होत रहत ह वा तशा तर का आधार भी इन दोन का पर पर सबध ही ह ऋिषय न कहा ह- ईशा यो दवतागह पवर या ननामिदरम पव तर क तीन िवधानसभा चनाव क नतीज आन क बाद परधानमतरी ी नरदर मोदी जी न कायरकतारओ को सबोिधत करत हए अपन भाषण क दौरान वा त क ईशान-कोण का िजकर करत हए कहा था जो बात म कह रहा ह उस मन सना ह हालािक इसम न मरा जञान ह न मरी आ था ह जो इमारत बनात ह वो एक मा यता रखत हrsquo उ ह न कहा वा त म इमारत की जो रचना होती ह उसम उ तर-पवर कोण का सबस मह वपणर थान होता ह वा तशा तरी इसका बहत यान रखत ह मतलब िक (घर बनान म) एक बार नॉथर-ई ट ठीक हो गया तो परी इमारत ठीक हो जाती ह आज मझ खशी इस बात की ह िक नॉथर-ई ट का यह कोना िवकास की यातरा का दश म नत व करन आग आया ह I हमारा दश धमरपरायण दश ह आ याि मक ऊजार यहा क कण-कण म समािव ट ह यहा वा त को धािमरक क य स जोड़कर रखा गया ह तािक उस मा यम स हम ई वर स सबध थािपत करक लौिकक एव पारलौिकक सख क आनद का लाभ उठा सक इस सदभर म आधर परदश क मधर य वा तवता ी गौ ित पित र डी अपनी कित वा त-सदश म कहत ह िक बर मा ड म स या त अिगन वाय जल आकाश आिद नसिगरक शिकतय -पचमहाभत को अपन घर क अनकल बनाना जानना और तदन प भवन िनमारण करना ही बिदधमान को अभी ट ह उनक अनसार बदरीनाथ कदारनाथ आिद उ तराख ड क दवालय मथरा-व दावन क पराचीन मिदर ओिडशा का जग नाथपरी एव दिकषण भारत

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क ित पित बालाजी आिद दव- थान की थापना वा तशा तर क अनसार की गई ह िजनक कारण उनक आकषरण एव वभव दखत ही बनत ह व ततः वा त िनयम क अनसार िनिमरत दवालय पजा-थल एक परकार स बर माडीय ऊजार क क दर होत ह इसीिलए पर यक िनमारण म एक कोना पजा- थल क प म िवकिसत करन का िवधान ह वा तशा तर क अनसार दवालय उपासना थल या पजा ककष भवन का परमख अग ह इस ईशान-कोण म थािपत करन का परमख कारण यह ह िक सयर पवर स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह साथ ही इस आरोगय का दवता माना गया ह पवारिभमखी पजाककष म जब यिकत उपासना करता ह तो उसका मह पवर की ओर होता ह इसस परातःकालीन उदीयमान सिवता दवता सयर की विणरम िकरण का लाभ साधक को िमलता ह हमारी काया क उ तरी धरव अथारत मि त क म सह ार चकर आजञाचकर एव बर मरधर जस कई स म शिकत कदर ह िजनका सबध सयर स थािपत हो जान पर व जागरत होन लगत ह और अतीिदरय कषमताए एव ऋिदध-िसिदधया ह तगत होन लगती ह ओजस-तजस एव वचरस का ोत सयर ही ह इसीिलए परितमाओ का मख परब पि चम या दिकषण की ओर होता ह तािक उपासना करन वाल यिकत का मह सदव परब पि चम या उ तर िदशा की ओर रह और वह सयर की जीवनदाियनी पराण-ऊजार स लाभाि वत होता रह जञान पराि त क िलए उ तर िदशा म उ तरािभमख धन-सपदा हत पवर िदशा म पवारिभमख एव सख-शाित हत पि चम िदशा म पि चमािभमखी होकर पजा उपासना करन का िवधान शा तर म बताया गया ह

ईशान-कोण म कया होना चािहए घर शहर और शरीर का ईशान भाग सबस पिवतर होता ह इसिलए इस साफ- व छ और खाली रखा जाना चािहए यहा जल की थापना की जाती ह जस कआ बोिरग मटका या िफर पीन क पानी का थान इसक अलावा इस थान को पजा का थान भी बनाया जा सकता ह घर क मखय वार का इस िदशा म होना वा त की ि ट स बहद शभ माना जाता ह आवासीय भवन म डराइग म क िलए पवर उ तर एव ईशान-कोण का कषतर उिचत ह ईशान-कोण म अिधक स अिधक थान खाली रख अ यथा पवर और उ तर िदशा क कषतर को खाली या ह क रख उ तर एव पवर िदशा की सकारा मक ऊजार म विदध क िलए इन िदशाओ म बड़ी-बड़ी िखड़िकया अथवा लाइिडग दरवाज का परावधान रख ईशान- कोण म िकसी भी परकार की फकटरी होना बहत उपयोगी माना गया ह लिकन इस िदशा म

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टरासफामरर भटटी या जनरटर िब कल ना रख यह िदशा दवीय शिकतय क िलए ठ होती ह इस िदशा का परितिनिध व वय दवीय शिकतया ही करती ह इसिलए यहा मिदर होना बहत शभ रहता ह इस थान पर हमशा साफ-सफाई रहनी चािहए इस थान पर मिदर क साथ ही पानी स सबिधत उपकरण भी रख जा सकत ह घर क इस कोन म बाथ म और टॉयलट नही होना चािहए साथ ही यहा भारी व तए भी नही रख घर कारखाना या िकसी भी वा त का िनमारण कायर परार भ करत समय नीव खदाई ईशान िदशा स ही श करना चािहए एव रसोई घर जनरटर ककष बॉयलर िबजली मीटर या मन ि वच आिद ईशान-कोण म नही बनान चािहय (आगनय िदशा म बनान चािहय) घर क अ दर ईशान-ककष क कोन म पीन क पानी का घड़ा या बतरन पानी भरकर अव य रखना चािहए सयर स िनकलन वाली पराकितक पराबगनी (Ultra Violet) िकरण की शिकत स यह पानी शदध व शिकतशाली बनता ह और पिरवार क सद य वारा इसक पीन स वा य सख समाधान आनद तथा स पदा का लाभ होता ह भवन क उ तर पवर एव ईशान म भिमगत पानी की टकी कआ या बोर होना बहत शभ होता ह इसस आिथरक स प नता क साथ-साथ परिसिदध भी िमलती ह उ तर पवर और ईशान जञान एव तजि वता की िदशाए ह इन िदशाओ स जञान तज सख आनद समाधान की प दन लहर आती ह अतएव अ ययन भोजन पजा एव अ य शभ कायर करत समय इन िदशाओ की ओर मह रखन स सफलता व परिसिदध की सभावनाओ म बढ़ोतरी होती ह

ईशान-कोण म कया नही होना चािहए ईशान-कोण पर दवी-दवताओ और आ याि मक शिकतय का वास रहता ह िकसी घर म ईशान-कोण को सबस पिवतर कोना माना जाता ह इसी वजह स इस िदशा म रसोई घर शौचालय या कड़ा-कचरा घर जसा िनमारण परी तरह विजरत माना जाता हI इस थान पर कड़ा-करकट रखना टोर टॉयलट िकचन वगरह बनाना लोह का कोई भारी सामान रखना विजरत ह इसस धन-सपि त का िवनाश और दभारगय का िनमारण होता ह ऐसा करन स आप बबारदी क वारा खोल दग ईशान-कोण म िकसी भी परकार का झाड़ नही रखना चािहए इसक अलावा घर बनवात समय इस कोण म बाथ म नही हो इसका िवशष यान रख यिद आप ऐसा करत ह तो घर म झगड़ा और कलश की ि थित बनी रहगी िजन घर म ईशान-कोण दिषत होता ह वहा कभी भी सख- समिदध का वातावरण नही होता ह घर क लोग का चिरतर अ छा नही होता और उस घर क

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सद य को लबी बीमािरय का सामना करना पड़ता ह ईशान-कोण म ग ढ का होना भी नकारा मक उजार पदा करता ह साथ ही इस कोण म रसोईघर का होना दिरदरता को आमतरण दता ह यिद कोई तरी अिववािहत ह तो उस इस कोन म नही सोना चािहए इस कोन म कोई अिववािहत तरी सोती ह तो उसक िववाह म िवलब हो सकता ह या वा य सबधी परशािनय का सामना करना पड़ सकता ह

ईशान-कोण क दोष का परभाव तरी हो या प ष आज क भौितक यग म एक फशन सा हो गया ह िक लोग उ ह जान पहचान मान द स मान द अथारत हर यिकत चाहता ह एक यथोिचत परिसिदध लोग म योगयता भी होती ह अवसर भी िमलत ह परयास भी िकए जात ह पर त सबक बावजद सफलता नही िमल पाती या कम िमलती ह इस कारण कभी - कभी लोग िनराश भी हो जात ह िक परी महनत क बाद भी यथोिचत उपलि ध कय नही िमल पा रही ह यिद आप ईशान-कोण (उ तर-पवर िदशा) म बड म बनाएग तो इस कमर म सोन वाला कम स कम आठ-दस घट तो यहा िबताएगा ही िकसी भी यिकत क िलए ऊजार स पिरपणर इस कषतर म इतन लब समय तक रहन का मतलब ह खद का नकसान कय िक इस जगह पर िकसी को भी इतनी दर नही रहना चािहए यिद आपन यह कमरा अपन बट को िदया ह तो सभव ह उस पर मोटापा हावी हो जाए िजसक पिरणाम व प वह स त और ढीला हो सकता ह और उसम हीन भावना भी आ सकती ह अगर बटी को यह कमरा िदया गया ह तो वह िचड़िचड़ वभाव की और झगड़ाल हो सकती ह इतना ही नही उस कम उमर म ही तरी-रोग स जड़ी सम याए भी झलनी पड़ सकती ह िकसी दपि त का बड म बनान क िलए ईशान-कोण अशभ फलदायी जगह ह िकसी नव-िववािहत दपि त को तो भलकर भी ईशान-कोण म अपना बड म नही बनाना चािहए नव -िववािहता अगर ईशान-कोण म बन बड म म रहती ह तो सभवतः या तो वह गभरधारण ही नही कर पाएगी या उस बार-बार गभरपात कराना पड़ सकता ह ईशान-कोण पर बन बड म म सोन वाल दपितय को शारीिरक मानिसक आिथरक और आ याि मक अनक तरह की किठनाइया झलनी पड़ सकती ह ईशान-कोण म टॉयलट होन स पसा लश होता ह वा य खराब होता हपािरवािरक कलह रह सकती

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ह और अपयश िमलता ह

ईशान-कोण म भवन िव तार मन पहल बताया िक भवन िनमारण ईशान-कोण स परार भ करना चािहए लिकन पवरिनिमरत भवन या पिरसर म िव तार कदािप ईशान-कोण म नही करना चािहए ऐसा करन स पवर िदशा स आ रही सय दय की रि मया नवीन सरचना वारा अवशोिषत होती ह और मौजदा सरचना भवन तक परभावी प स पवरवत नही पहच पाती और अिधकाश सकारा मक ऊजार नविनिमरत भवनसरचना तक ही

सीिमत रहन क कारण वही अवशोिषत हो जाती ह फल व प सकारा मक ऊजार क ास व नकारा मक ऊजार म बढ़ो तरी क कारण पवरिनिमरत भवन म रहन वाल की सोच रहन-सहन कायरशाली एव उ पादकता नकारा मक प स परभािवत होती ह व आ याि मक आि मक मानिसक एव भौितक तर म ास क कारण पतन की ओर अगरिसत होन की सभावना परबल हो जाती ह I छाया-वध क कारण भी इस परकार की अव था म मल पिरसर भवन का वा त िबगड़ता ह फल व प उपरोकत दोष की मातरा म और अिभविदध होन की सभावना अिधक परबल हो जाती हI िकसी वकष मिदर वजा पहाड़ी ईमारत आिद की छाया िकसी पिरसर मकान पर पडऩ को छाया-वध कहत ह यह शाित की परितरोधकता यापार व िवकास पर परितकल परभाव ब च क िववाह म दरी वशविदध एव वा य पर परितकल परभाव िवकास म बाधक िनराशा धन-हािन एव स ता म ास की योतक ह यह तो मातर बानगी ह िजजञासगण िवषय की गहराई म उतरकर अपन जीवन को और अिधक सखद व सफल बना सकत ह I

अगर िह द तान को सचमच आग बढ़ना ह तो चाह कोई मान या न मान रा टरभाषा तो िह दी ही बन सकती ह कय िक जो थान िह दी को परा त ह वह िकसी और भाषा को नही िमल सकता

रा टरिपता महा मा गाधी

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नमािम गग पनम िसह

मौसम िवजञानी ndashए परादिशक मौसम कदर- नई िद ली

पराण म इस बात का उ लख ह िक दवताओ को दवी लीला परदशरन क दौरान भगवान िव ण क चरण क नाखन स अमत त य पिवतर जल का ाव हआ था िजस सभागार म उपि थत बर मा जी न गगा जल समझकर अपन कमडल म एकतर कर िलया था इस रह य का पता अयो या नरश भगीरथ को चला अत उ ह न अपन पवरज को तारन क िलए बर मा जी िशव जी इ यािद को तप या स परस न कर गगा जी को भारत भिम पर लाया किववर भारतद हिर चदर न गगावतरण को अपनी किवता म इस परकार यकत िकया ह

ी हिर-पद-नख-चदरकात-मिनndashदरिवत सधारस बर म कम डल म डन भव ख डन सर सरबस िशव िसर ndashमालित ndashमाल भगीरथ नपित ndashप य ndashफल ऐरावत ndash गत- िगिरपित ndashिहम-नग-क ठहार कल सगर सवन सठ सहस परस जल मातर उधारन अगिनत धारा प धािर सागर सचारन

प य सिलला गगा अनािद काल स हमारी सामािजक ndash आिथरक ndash भौगोिलक तथा सा कितक पहचान रही ह इसक िकनार क बड़ भभाग हिरयाली और खशहाली स सराबोर रहत ह इसक िकनार बड़-बड़ शहर बस हए ह जो भौितक और आ याि मक ि टकोण स ल धपरित ठ ह पर वषर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव जत और वन पितय को जीवन दान दती ह तथा लाख एकड़ भिम की िसचाई करक भारत माता को श य यामलाम मातरम की उपािध स िवभिषत करती हगगा जल म ऑकसीजन धारण करन की असाधारण कषमता होती ह यही कारण ह िक यह बहत समय तक रखन क बाद भी ताजा रहता ह इसक अदर शारीिरक रोग को दर भगान का िवशष गण होता ह हमार दश म सिदय स गगा जल पीकर लोग बीमािरय स छटकारा पात रह ह िकसी सत न कहा ह शरीर जजररीभत यािधगर त कलवर औषध जा नवी तोय व यो नारायणो हिर

सामा य लख

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यिद शरीर जजरर और यािधगर त हो जाय तो गगा जल को औषिध क प म लकर नारायण की कपा स मन य रोगमकत हो जाता ह आई आई टी कानपर क परोफसर िवनोद तार क अनसार गगा जल क गण ह इसकी शीतलता मधरता व छता ऊजार परदान करन की शिकत हर परकार क खिनज पदाथर का समावश पीन की योगयता पावनता पाप िनवारण की शिकत त णा और मोह दर करन की कषमतािनजरलन (िडहाइडरशन) की अव था म बहोशी को दर करना पाचन ndashशिकत- वधरक परजञा-शिकत धारण करन की कषमता इ यािद इ ही गण क कारण मन य जब शरीर छोड़न लगता ह तो उसक मख म गगा जल डाल िदया जाता ह िजस गगा क िकनार गो वामी तलसीदास व राजा हिर चदर जस महान प ष न अपन साधना का कदर बनाया और इसकी िनमरलता एव पावनता स लाभाि वत हएवही जल कछ समय स पयार त परदिषत हो गया ह गगा धािमरक आ था का परतीक गो वामी तलसीदास रामचिरतमानस क बालका ड म गगा और सर वती की वदना करत हए कहत ह पिन बदऊ सारद सरसिरता जगल पनीत मनोहर चिरता म जन पान पाप हर एका कहत सनत एक हर अिबबका म सर वती और दवनदी गगा की वदना करता ह दोन पिवतर और मनोहर चिरतर वाली ह गगा जी नान करन और जल पीन स पाप को हर लती हजब िक सर वती जी गण और यश कहन और सनन स अजञान का नाश करती ह भारत की बहत बड़ी आबादी गगा जी स धािमरक आ था स जड़ी हई ह विदक काल स लकर ग त-मौयरकाल मगल काल िबरिटश काल तथा आधिनक काल क सभी धम तथा स परदाय क लोग न गगा को पयार त स मान िदया ह तथा इस मोकषदाियनी कहा ह गगा की परोपकािरता का वणरन करत हए गो वामी तलसीदास जी न िलखा ह कीरित भिनित भित भिल सोई सरसिर सम सब कह िहत होई अथारत कीितर किवता और स पि त वही उ तम ह जो गगा जी की तरह सबका िहत करन वाली हो मशहर शायर मह मद इकबाल न िव व म भारत क स दयर और परित ठा का वणरन करत हए 16 अग त सन 1904 म िलखा ह िक- ldquo सार जहा स अ छा िहदो ता हमाराrdquo ए आब-ए- द ndashए गगा वह िदन ह याद तझको उतरा तर िकनार जब कारवा हमारा

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गगा की भौगोिलक ि थित गगोतरी गलिशयर क ोत गोमख (ऊचाई 4 िकमी) स िनकलन क प चात बगाल की खाड़ी म िगरन तक गगा लगभग 2525 िकमी का सफर तय करती ह यह मखय प स पाच परदश उ तराख डउ तर परदशिबहारझारख ड तथा पि चम बगाल स होकर बहती ह इसक तट पर गगोतरीउ तरकाशीदवपरयागऋिषकशहिर वार ड़कीिबजनौरनरोडाक नौजकानपर इलाहाबाद िमजारपरवाराणसी पटना भागलपर बहरमपर सरमपरहावड़ा तथा कोलकाता जस परमख शहर तथा तीथर थल बस हए हगगा की सहायक निदय क तट पर कदारनाथ बदरीनाथ जोशीमठ दरपरयाग ीनगर (गढ़वाल) यमनोतरी िद ली आगरा तथा लखनऊ जस परमख शहर बस हए ह दवपरयाग म भागीरथी तथा अलकनदा क िमलन क बाद ही भागीरथी को गगा नाम िमलता ह गगा की ल बाई उ तराख ड म 450 िकमी उ तरपरदश म 1000 िकमीउ तरपरदश और िबहार क बीच म 110 िकमी िबहार म 405 िकमी तथा पि चम बगाल म 520 िकमी ह भारत वषर म गगा बिसन का जलगरहण कषतर 861404 वगर िकमी (264) तथा औसत वािषरक जल िड चाजर 493400 िमिलयन कयिबक मीटर ह जो िव व क उ चतम िड चाजर म पाचव न बर पर ह इसकी मखय सहायक निदया ह मदािकनी िभलगना अलकनदा धौली नयारयमना रामगगा गोमती घाघरा गडक दामोदर कोसी तथा काली-पवर िचतर-(I) इसकी उप-सहायक निदया ह च बलिसध बतवा ट स तथा कािसया ndashह दी इ यािद

िचतर(1) गगा की सहायक निदया

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िहमालय म िपघलता हआ बफर और मॉनसन ऋत की वषार गगा म बहन वाल पानी का ोत ह गगा बिसन का फलाव दशातर म 73ᴼ 30rsquo तथा 89ᴼ पवर और अकषाश 20ᴼ 30rsquo तथा 31ᴼ 30rsquo उ तर क म य म ह िजसका भारत वषर चीननपाल और बगलादश म कषतरफल 1086000 वगर िकमी ह बिसन कषतर का 80 भारत वषर म ह भारत क कल भभाग का 26 गगा का बिसन ह जो 43 आबादी का भरण ndashपोषण करता ह गगा बिसन भारत की सभी निदय की बिसन स बड़ा ह और िव व क बड़ी बिसन म पाचव न बर पर ह ससार म गगा बिसन की आबादी बहत घनी ह पाच परदश म िजसम गगा गजरती ह 2011 क जनगणना क अनसार आबादी घन व करमश इस परकार ह उ तराख ड 190 परित वगर िकमी उ तर परदश 828 परित वगर िकमी िबहार 1102 परित वगर िकमीझारख ड 720 परित वगर िकमी तथा पि चम बगाल 1029 परितवगर िकमी बिसन म कल शहरी आबादी 963 करोड़ ह गगा परदषण साल भर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव ndash जतओ को जीवन दती ह परत आज औ योगीकरण तथा उपभोकतावादी स कित क बढ़न स अ यत परदिषत हो चकी ह हाल क कछ दशक म गगा म लगातार बढ़ता परदषण भौगोिलक ndash पयारवरणीय तथा पािरि थितक ततर क िलए गभीर खतर का सचक बन चकी ह लोग का अनमान ह िक िबरिटश शासन क दौरान ही गगा म परदषण बढ़ना परार भ हो गया था कड़ा - कचरा मल-मतर तथा अनक परकार क अपिश ट पदाथ क िमलन स इसका व प सीवज नाल की तरह होता जा रहा ह वजञािनक एव वा य िवशषजञ क मतानसार अिधकाश थान पर गगा ndash जल पीन तथा नान करन योगय भी नही रह जाए गा गगोतरी यमनोतरी कदारनाथ तथा बदरीनाथ जस तीथर थल पर न तो कड़ा ndash कचरा तथा अपिश ट (बायोिडगरडबल तथा नानबायोिडगरडबल) पदाथर िन तारण की कोई थायी यव था ह और न ही सीवज टरीटमट लाट (एसटीपी) तथा सीवर लाइन जसी कोई यव था ह होटल र टोरट आ म धमरशालाओ तथा िरहायशी मकान की गदगी सीध ही गगा और उसकी सहायक निदय म चली जाती ह यवसायी और थानीय लोग म जाग कता की कमी ह उनका उ य कवल धनोपाजरन करना ह अत व लोग अपिश ट पदाथ को इधर उधर फक दत ह जो अतत बहकर गगा नदी म चला जाता ह उ तराख ड भारत क पयरटक का नसिगरक वगर हपरत वहा जान वाल पयरटक वगर का आनद लन क दौरान परकित क स दयर स छड़छाड़ करत ह िजसस हिरयाली उ तरो तर कम हो रही ह और परदषण

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म विदध हो रही ह य लोग अपन साथ पॉिलिथन एव लाि टक क थल तथा बतरन म खान पीन की चीज ल जात ह और इ तमाल करन क बाद गगा और उसकी सहायक निदय क िकनार फक दत ह कभी हमार सिवधा क िलए बनी पॉिलिथन अब सबस बड़ा िसर ददर बन गई ह एक अनमान क अनसार भारत म परितवषर लगभग 500 मीिटरक टन पॉिलिथन का िनमारण होता ह परत एक परितशत स भी कम की रीसाइकिलग हो पाती ह आ चयरजनक त य यह भी ह िक भोजन क धोख म इ ह खा लन क कारण परितवषर एक लाख स अिधक जल म रहन वाल जीव की म य हो जाती ह पॉिलिथन इतनी खतरनाक चीज ह िक िजसका अदाज लगाना किठन ह जमीन म गाड़ दन पर भी पॉिलिथन क थल अपन अवयव म टटन म एक हजार साल स भी अिधक का वकत ल लत ह अथारत य परी तरह स कभी न ट होत ही नही इस समय िव व म परितवषर लाि टक का उ पादन 10 करोड़ टन क लगभग ह और इसम परितवषर 4 परितशत की विदध हो रही ह भारत म भी लाि टक का उ पादन व उपयोग बड़ी तजी स बढ़ रहा ह पॉिलिथन और लाि टक गगा क िकनार िबखर होत ह जो बरसात क मौसम म बहकर गगा और इसकी सहायक निदय म समा जात ह पॉिलिथन और लाि टक जस नानबायोिडगरडबल पदाथर कई दशक स िहमालयी कषतर क पयारवरण क िलए िसरददर बन हए ह परत न इनका परयोग कम हआ ह और न ही इनक िन तारण व परबधन का कोई कारगर तरीका ढढा गया ह पिरणाम व प पहाड़ की चोिटय स लकर निदय क िकनार तक लाि टक तथा पॉिलिथन क कचर का ढर लगा रहता ह लाि टक क इन खतर को दखत हए ही इस बार प वी िदवस की थीम भी ldquo लाि टक परदषण स मिकत ldquo रखी गई लाि टक परदषण ख म करनक िलए चलाए जा रह अिभयान म इस बात पर िवशष जोर िदया जा रहा ह िक लाि टक परदषण क िनयमन क िलए वि वक ढाचा तयार िकया जाए सभी दश क नागिरक को िशिकषत कर उ ह लाि टक परयोग क िव दध परिरत िकया जाए थानीय िनकाय एव सरकार भी इस बार म उिचत परयास कर तािक पॉिलिथन व लाि टक बग क उ पादन और इ तमाल को रोका जा सक गगा परदषण क मखय कारण

घरल और औ योिगक कचर एक अ ययन क अनसार लगभग 14 िमिलयन कयिबक मीटर (एम सी एम) परितिदन घरल सीवज का पानी तथा 020 एम सी एम औ योिगक सीवज सीधा नदी म बहाया जाता ह

ठोस कचरा जो सीधा नदी म फक िदया जाता ह

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किष म परयोग िकए जान वाल हािनकारक कीटनाशक तथा रासायिनक खाद पानी म बहकर नदी म जात ह

मत मविशय तथा अधर या पणर प स जली लाश का नदी म बहना कम आमदनी वाल यिकत जो नदी क िकनार बसत ह व मलमतर का याग गगा िकनार ही

करत ह योहार एव िविभ न उ सव पर लाख लोग का गगा म नान करना तथा धािमरक अन ठान

स िनकल राख एव अ य पदाथर जस फल फल अगरबि तया इ यािद का नदी म बहना 2013 क सीपीसीबी ( सटरल पो यशन कटरोल बोडर ) आकलन म यह दशारया गया ह िक गगा क मखय परवाह पर ि थत 764 उ योग 1123 एम एल डी (िमिलयन लीटर परितिदन) पानी का उपभोग करत ह तथा 500 एम एल डी िन ाव उ सिजरत करत ह एक बड़ी तादाद म ऐस उ योग लगभग 90 परितशत नदी क उ तर परदश ख ड म ि थत ह वाराणसी म िविभ न घाट पर पर यक वषर लगभग 30000 स अिधक लाश का दाह स कार िकया जाता ह पिरणाम व प लगभग 15 लाख टन राख परित वषर गगा म बहा दी जाती ह वाराणसी म कम स कम 35 थान पर खल नाल गगा म कड़ाकचरा तथा मला फकत हlsquoिशवाला तथा दशा वमध जस ऐितहािसक घाट अब धोबी घाट म पिरवितरत हो गए ह जहा खलndashआम कपड़ धोए जात ह कचरा फका जाता ह तथा मत मविशय को नदी म बहाया जाता ह शहर की एक ितहाई आबादी झिगगय म रहती ह िजनक पास व छता और सीवज सिवधा का अभाव ह शहर क 15 परितशत िह स क पास शौचालय सिवधा नही ह और लोग खल म मल याग को िववश ह सीवरज की कमी क कारण कई सार िह स सि टक टक पर िनभरर करत ह लिकन स टज परबधन क िलए कोई औपचािरक यव था नही ह और टक ओवर लो होकर खल नाल म बहता ह शहर म ठोस कचरा परबधन की कोई यव था नही ह और इसिलए यह कचरा भी नाल क जाम होन का कारण बनता ह और बहकर अतत नदी को ही परदिषत करता ह इलाहाबाद म 57 नािलया नदी म परवािहत होती ह उ तर परदश म यह नदी 1000 िकमी की दरी म बहती ह और यहा िवकिसत होत हए बड़ शहर अवि थत ह यहा चमरशोधकचीनीलगदीतथा रसायन उ योग 270 एम एल डी अपिश ट जल का योगदान करत ह य यिप चमरशोधक की सखया यादा ह (442) िफर भी य अपिश ट जल म कवल 8 परितशत का योगदान दत ह िकत यह बहद जहरीला होता ह और कानपर इलाक म सकिदरत ह चीनी लगदी कागज और म य ndashउ पादक सयतर अपिश ट जल उ पादन म 70 परितशत

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स अिधक का योगदान करत ह पि चम बगाल म गगा lsquoहगलीrsquo क नाम स जानी जाती ह यहा चल रह कपड़ापटसन कागज शराब तथा चमड़ क लगभग 200 कारखान का अपिश ट पानी िबना िकसी खास टरीटमट क ही हगली म िगराया जाता ह हगली क तट अब सदाबहार ठडी हवा क िलए नही बि क बदबदार गदी हवा क िलए जान जात ह पि चम बगाल म बड़ कारखान क औ योिगकघरल तथा यावसाियक प स होन वाल परदषण क अलावा बचड़खान धोबीघाट तथा झोपड़पिटटय की गगा िकनार बढ़ती जनसखया भी नदी क पानी को परदिषत करन म बड़ी भिमका िनभा रही ह इस परकार हजार शहर क ब का मल धोती गगा ल बी यातरा तय करक गगा सागर म परवश कर सगर क पतर का उदधार करन वाल थल पर पहचती ह जहा किपल मिन का आ म ह और लाख दधाल 14 जनवरी को परितवषर पिवतर नान कर गगा की पजा करत ह

गगा को व छ बनान वाली पिरयोजनाए गगा को परदषण मकत बनान क िलए परार भ की जान वाली पहली मह वाकाकषी योजना ldquo गगा कायर योजना ldquo (गगा एकशन लानजीएपी) थी योजना की दखरख क िलए त कालीन परधानमतरी राजीव गाधी की अ यकषता म 14 जनवरी 1985 को कदरीय गगा परािधकरण का गठन िकया गया था गगा एकशन लान (जी ए पी -1) क परथम चरण म गगा नदी को पणरत परदषण मकत करन का ल य रखा गया था परत परभावी नीितय क िनधाररण तथा उनक सफल िकरयावयन क आभाव म यह योजना अिधक सफल नही हो पाई इस योजना क दसर चरण (जी ए पी -II) म जो 1993 म लाग की गई थी गगा की सहायक निदय यमना दामोदर महानदा घाघरा गोमती इ यािद को व छ बनान का परावधान था इसम उ तराख ड उ तर परदश िबहार झारख ड और पि चम बगाल क 95 क ब सि मिलत िकए गए थ इसी परकार 1995 म lsquoरा टरीय नदी सरकषण योजना lsquo(एन आर सी पी) जसी मह वाकाकषी योजना भी श की गई इस योजना क अतगरत 20 रा य क 167 शहर म 38 निदया शािमल की गई कदरीय सरकार न परदषण मिकत क ल य को यान म रखत हए गगा को रा टरीय नदी का दजार िदया तथा 20 फरवरी 2009 को ldquoपयारवरण (सरकषण) अिधिनयम ndash 1986 ldquo क तहत रा टरीय गगा नदी बिसन परािधकरण (एन जी आर बी ए) का गठन िकया इसक अ यकष परधानमतरी तथा िजन िजन रा य स गजरती ह उनक मखयमतरी इसक सद य ह इतनी योजनाए बनान क बाद भी ल य तक पहचन म कवल आिशक सफलता िमली इन योजनाओ की िवफलता का सबस बड़ा

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कारण कदर तथा रा य सरकार सरकारी व गर ndashसरकारी स थाओराजनितकndashपरशासिनक व नौकरशाही ततर थानीय शासनndash परशासन बिदधजीवी व परभावशाली वगर समाज क िविभ न वग स जड़ लोग क बीच आपसी तालमल व समवय का अभाव था नमािम गग हाल ही म (जन 2014) कदरीय सरकार वारा समिकत सरकषण िमशन क प म ldquoनमािम गगldquo परोगराम 20000 करोड़ पय क बजट क साथ लाग िकया ह िजसक दो ल य ह पहला परदषण को परभावी तौर पर रोकना तथा दसरा रा टरीय नदी गगा का सरकषण और पन मौिलक ि थित म लाना इस परोगराम क तहत योजना का कायार वयन तीन चरण म करना ह तीन चरण म काय की परखा इस परकार ह सीवज टरीटमट इनफरा टरकचर नदी क तट का िवकास नदी म बहत हए मलब या कचर की

सफाई जव िविवधता नदी क बिसन म पड़ndashपौध लगाना नदी क व छता क परित जन जागरण औ योिगक कचर का मॉनीटरन तथा गगा गराम की थापना कर उ ह व छ रखन की यव था

िविभ न परदश म 63 सीवज परबधन परोजकट इस समय कायररत ह 28 निदय क तट पर 182 घाट और 118 शवदाह गह का िनमारण एव आधिनकीकरण इस समय परगित पर ह 11 थान पर निदय क िकनार तथा पानी म बहत हए ठोस कचर का िन तारण चल रहा ह 5 जव िविवधता कदर दहरादन नरोड़ा इलाहाबाद वाराणसी और बरकपर म चल रह ह

फार ट िरसचर इ टी यट दहरादन क दखरख म उ तराख ड क सात जनपद म औषिधयकत पौध लगाय जा रह ह िजसम लगभग 2300 करोड़ पय क खचर का अनमान ह वकर शाप सिमनार एव सभाओ क मा यम स व छता क परित जन जागरण का शभार भ हो चका ह औ योिगक कचर का मॉनीटरन त परता स हो रहा ह जो उ योग नीित स बधी िनयम का पालन नही कर रह ह उनको बद करन की सचनाए भजी जा चकी ह पाच रा य म जहा स गगा बहती ह नदी क तट पर ि थत 1674 गराम पचायत की िनशानदही की जा चकी ह िजनम शौचालय सीवर ततर इ यािद क िनमारण का कायर परगित पर ह 13 इिडयन इ टी यट ऑफ टकनालोजी 65 गाव को गोद लकर उ ह आदशर गाव क प म िवकिसत कर रह ह गगा को पन जीवत बनान क िलए िव व क िवकासशील एव िवकिसत दश अपन वतरमान तकनीकी तथा परबधन स बधी जञान और ससाधन की सहायता दन क िलए त पर ह इनम ऑ टरिलया यनाइटड िकगडम जमरनी िफनलड इजरायल इ यािद अगरग य ह

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उपगरह की िवहगम ि ट आकाश म घमत हए उपगरह गगा बिसन का सतत िचतर खीचत रहत ह अतिरकष वजञािनक न उपगरह आकड़ स पानी की टिबरिडटी का अ ययन िकया ह जो जल की अपारदिशरता क पिरमाण को दशारत ह इसम उ ह न एक पराचल टी एस एम (टोटल स पडड मटर) की खोज की ह जो टिबरिडटी की मातरा को परदिशरत करता ह उदाहरणाथरआसिवत जल का टी एस एम श य होता ह जब िक उ च अपारदशीर जल का टी एस एम 200 स 250 िम गराम परित लीटर होता ह इसरो अहमदाबाद क वजञािनक न हाल ही म गगा नदी क जल की टिबरिडटी का अनमान लगान क िलए इलाहाबाद और पटना क उपगरह स परिकषत आकड़ का अ ययन िकया ह इसम इ ह न िरसोसरसट -2 उपगरह क नीयर इफरारड कषतर क रिडएस का परयोग िकया ह इन आकड़ स कछ मह वपणर जानकािरया परा त हई ह इलाहाबाद म जब उ ह न दो थान पर टी एस एम िनकाला एक यमना का गगा म िमलन स पहल दसरा गगा म यमना क िमलन क बाद तब दखा िक दसर परकषण म टी एस एम का पिरमाण कम था इसस यह जञात होता ह िक यमना का जल गगा जल स अपकषाकत व छ और पारदशीर ह कय िक इसकी सहायक निदयाच बल बतवा व ट स इ यािद पारदशीर जल क साथ इसम िमलती ह इसी परकार क दो परकषण उ ह न पटना म गडक नदी क गगा म िमलन स पहल और बाद म िलए बाद वाल परकषण म पहल परकषण की अपकषा टी एस एम का पिरमाण अिधक था अत यह प ट ह िक गडक गदला पानी लकर गगा म िमलती ह िजसम िमटटी रत तथा अ य सिडमट की मातरा गगा जल स अिधक ह िचतर (2) म सयकत रा य अमिरका क उपगरह लडसट-8 का एक िचतर िदखाया गया ह िजसम मॉनसनो तर काल म हिर वार कानपर इलाहाबादपटना और गगा क महाना (बगाल की खाड़ी) का य ह इस िचतर म गगा जल पटना और गगा क महान पर उ च टिबरिडटी क कारण नारगी रग

का िदखाई द रहा ह नारगी रग म टी एस एम की मातरा लगभग 200 स 250 िम गराम परित लीटर होती ह यह रग अ यिधक गदल और परदिषत जल को परदिशरत करता ह कानपर म भी गगा क पानी का गदलापन कछ इसी णी का ह परत इलाहाबाद म यमना करमशहर और पील रग की िदखाई द रही ह (हरा रग टी एस एम लगभग 50 स 100 िमगराम परित लीटर और पीला रग टी एस एम लगभग 100 स 150 िम गराम परित लीटर) परत गगा जल नारगी रग का िदखाई द रहा ह इसस प ट ह िक यमना म टिबरिडटी गगा की अपकषा कम ह अत पानी की गणव ता की परख क िलए उपगरह म उ च िवभदन कषमता वाल सवदक तथा नीयर इफरारड रिडएस स मॉडिलग वारा पिरकिलत एकदम सही ऑकड़ की आव यकता होती ह

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हिर वार कानपर इलाहाबाद

पटना बगाल की खाड़ी

लडसट -8 उपगरह िचतर - 2 मॉनसन क बाद 2014 परदषण का द परभाव परदषण मकत करन वाली गगा की पिरयोजनाओ क कायारवयन की गित मद ह और गगा िदन परितिदन इ छा शिकत क अभाव म मली होती जा रही ह आज हमार दश क लाख अिववकी एव सवदनहीन लोग जीवनदाियनी मोकषदाियनी वरदाियनी तथा िहतिषणी गगा क जल को लगातार परदिषत कर रह हपरत उ ह यह जञान नही ह िक यह िवषाकत जल पीकर व वय अनक िबमािरय को िनमतरण द रह ह वह िदन दर नही जब इस अिववक पणर कमर स व अ पताल की तरफ दौड़ लगात िफरग िफर भी कोई इलाज कोई औषिध उनका साथ नही दगी

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मौसम सवाए एव िव तारीकरण एचपी चदरा

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo मौसम कदर - रायपर

िव व म अनक पराकितक घटनाए होती ह और उसका परभाव जीवन जल वाय आिद पर पड़ता ह इसम स एक घटना मौसम की होती ह आिदकाल म मौसम की घटना को एक रह य क प म दखत थ मानव इन घटनाओ को दवीय चम कार समझत थ आज भी कछ लोग पारपिरक अन ठान करत ह तो कछ लोग नई िवधा का परादिशक या कषतरीय अन ठान करत ह जस भारत म गोवधरन पजा इसिलए करत ह िक भगवान ीक ण न गोवधरन पवरत को अपनी अगली स उठाकर बरजवािसय को वषार क परकोप स बचाया था इसी तरह कछ कषतर म मढ़क का िववाह रचाया जाता ह तािक अ छी वषार ह फसल अ छी हो परकित हरी- भरी रह जल ोत न सख लोग परकित को रह य समझत थ लिकन उसक रह य अनसलझ रहत थ अनसलझ रह य की याखया करना ही िवजञान ह वजञािनक आधार पर मौसम की घटनाओ का होना उसका िव तार परभािवत कषतर का आकलन आिद आज िवजञान स स भव हो सका ह इसका उपयोग आज मानव जीवन की िविभ न उपयोिगताओ क िलए िकया जा रहा ह जस िशमला जाना ह तो वहा की जलवाय क बार म हम पता होना चािहए िक वहा पर िवषम मौसम की घटनाए िकस ऋत म होती ह आिद जानकारी लकर हम अपनी यातरा का सखमय आनद ल सकत ह मौसम की सवाओ का कषतर आज बहत िव तािरत हो रहा ह और उसका उपयोग अनक काय म हो रहा ह आज मौसम सवा का िनयिमत उपयोग सबस यादा वमािनकी उ योग म हो रहा ह इसस समय एव धन दोन की बचत हो रही ह मौसम सवाओ का उपयोग पयरटन क िलए बहत अिधक हो रहा ह िजन लोग को बफीरल इलाक का आनद लना ह व लोग उन थान पर उसी मौसम म जात ह व दिनक मौसम स ही पयरटन का थान एव समय िनधारिरत करत ह इसी तरह पश-पकषी या अ य जीव भी उन थान की ओर पलायन करत ह जहा उनका रहवास अनकल हो मौसम सवा क उपयोग स अपारपिरक ऊजार ोत का दोहन हो रहा ह सौर ऊजार का दोहन उन थान पर होता ह जहा सयर का परकाश पयार त मातरा म हो

सामा य लख

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तािक थापना का यय कम हो सक इसी तरह पवन चककी स िव यत अथवा याितरक ऊजार उन थान पर ली जाती ह जहा पवन का वग पयार त और िनयिमत हो समदर की लहर की ऊजार का उपयोग उन थान पर िकया जा रहा ह जहा लहर की ऊचाई पयार त तथा िनयिमत हो इस तरह क थान का िचि नत कर उिचत अपारपिरक ऊजार ोत का उपयोग कर मानव जीवन की ज रत को परा िकया जा रहा ह जनसखया आज की बड़ी सम या ह सभी को पयार त भोजन आवास और अ य सिवधाए चािहए िजसस मानव जीवन सगम बना रह मौसम की घटनाओ का ख और सभावना को दखत हए हमार वजञािनक फसल लगान का सझाव दत ह िजसस लोग को भोजन उपल ध हो सक इसी तरह जलाशय म वषार का जल सगरिहत िकया जाता ह िजसस हम िसचाई क िलए पीन क िलए और उ योग क िलए पानी की यव था हो पाती ह अिनयिमत वषार क कारण बाढ़ सख की चतावनी पयार त समय पवर िमल जान स लोग की परशानी काफी हद तक कम हई ह मौसम सवाओ का उपयोग उ योग म बहत अिधक हो रहा ह ईधन की खपत ईधन का भडारण आिद मौसम सवाओ की गणव ता होन क कारण आसान हो गया ह मौसम सवाओ की अ छी गणव ता और िव वसनीयता क कारण भडारण की अित आव यकता ही ख म हो गई ह इसी तरह पराकितक आपदा म भी उ योग को मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह उदाहरण क िलए हदहद तफान आन की सटीक जानकारी क कारण परभािवत होन वाल कषतर क उ ययोगो को या तो बद िकया गया अथवा सतकर ता क साथ आपदा की ि थित क िलए तयार रखा गया िजसक कारण जन- धन की हािन स बचा जा सका वा य सवाओ और जनजीवन की दिनक आव यकताओ म भी मौसम सवाओ क कारण बहत सिवधा हई ह जस लगातार वषार स पयजल और वा य पर पड़न वाल परभाव क अन प परशासन एव लोग िनदान की यव था करत ह ठड बढ़न की ि थित म परशासन आव यक यव था करक रखता ह जस सड़क म गरीब क िलए अलाव गमर कपड़ शॉल आिद की यव था करक मौसम क परितकल परभाव को कम कर िलया जाता ह इसी तरह गमीर बढ़न पर शीतलता हत लोग पयजल कलर आिद का उपयोग करन लगत ह इसस पानी स लकर अ य आव यक ससाधन का परबधन एव ससाधन का िमत ययता क साथ उपयोग िकया जा सकता ह मौसम सवा क कारण जन-धन और समय क अप यय स बचा जा सकता ह

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समदर म यातरा करन वाल मछली पकड़न वाल नािवक भी मौसम सवा क उपयोग स बहत अिधक लाभाि वत हो रह ह जस िक समदर म हवा चलगी तो लहर उठगी हवा का वग कया होगा इसका समदर पर पिरवहन क साधन पर असर का अ ययन करक उ ह आव यक िनदश िदया जाता ह तािक जन-धन की हािन स बचा जा सक इसी तरह चकरवात क समय बहत ऊची लहर और परचड हवा क वग की चतावनी स समदरी पिरवहन वाल नाव तथा मछली पकड़न वाल नािवक को िविभ न मा यम स चतावनी दी जाती ह मौसम सवाओ क कारण मछआर इसका पयार त लाभ ल लत ह बाढ़ अथवा सख क खतर स मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह बाढ़ अथवा सख की ि थित म शासन तर पर भोजन पानी वा य सबधी परबधन िकया जाता ह आज मौसम सवाओ क कारण लोग जन- धन की हािन स बच रह ह पशधन भी बाढ़ स बह जात थ व भी बच रह ह कछ मौसम की घटनाओ स आज भी नकसान हो रहा ह जस सनामी और भक प अब परशासन भी आपदा परबधन क परित सतकर हो गया ह पर यक िजल म पराकितक आपदा परबधन की सिमित बनाई गई ह िजसक कारण सनामी और भक प जस भयकर आपदा स होन वाल नकसान को आपदा परबधन क परभावी और समय पर राहत कायर होन क कारण जन धन की हािन कम हो रही ह सनामी स होन वाल नकसान को और भी कम िकया जा सकता ह यिद पयार त उिचत और ता कािलक ससाधन का परभावी उपयोग िकया जाएइस तरह मौसम सवाओ का उपयोग जल थल और वाय म िकया जा रहा ह चकरवात का सटीक अनमान होन क कारण लोग को इसका लाभ हो रहा हअब कवल उन कषतर स ही लोग को िव थािपत िकया जाता ह िजन कषतर म चकरवात का परभाव होन वाला होता ह आपदा परबधन और मौसम सवाओ क उिचत और परभावी उपयोग क कारण परभािवत लोग को बहत अिधत राहत िमल रही ह मौसम सवाओ का और यादा िव तार करन की आव यकता ह िजसका उपयोग किष कषतर और अ य उपयोगकतार कर सक वषार की सटीक जानकारी िकसान को उिचत सचार और ससाधन की कमी क कारण नही िमल पाती ह रडार स परा त वषार क आकड़ तथा परभािवत कषतर की सटीक जानकारी परा त हो जाता ह लिकन इसका उपयोग वाय पिरवहन क अितिरकत कही भी यादा नही हो पा रहा ह इस िदशा म आव यक ससाधन तथा परबधन की आव यकता ह यह कहना िबलकल सही ह िक मौसम सवाओ का िव तारीकरण हो रहा ह परत इसम और सधार की भी आव यकता ह

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मधमह (डायिबटीज़) - जानकारी और बचाव िदनश ख ना वजञािनक सहायक

सगठन अनभाग- मखयालय

मधमह मलटस का सिकष त उपनाम मधमह ह मधमह श द मलटस स िलया गया ह यनानी श द मधमह का मतलब िसफॉन स गजरना ह लिटन श द म लटस का अथर शहद या मीठा ह कय िक मधमह रोगी क रकत और मतर म अिधक शकर रा हो जाती ह मधमह कया होता ह रकत म शकर रा का तर बढ़न स या रकत म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान स मधमह हो जाता ह मधमह एक चयापचय िकरया स जडी हई बीमारी ह िजसम हमारा लड शगर (रकत शकर रा) बढ़ जाता ह इसक दो कारण हो सकत ह पहला - शरीर पयार त मातरा म इसिलन नही बना रहा ह और दसरा - शरीर पर इसिलन परितिकरया नही कर रहा ह या िफर दोन भी हो सकता ह जब यह परिकरया ठीक स काम नही कर पाती ह तो यिकत को मधमह हो जाता ह इसिलन एक हारमोन ह जो शरीर म काब हाइडरट और वसा क चयापचय को िनयितरत करता ह मधमह स बचाव मधमह को दवा और यायाम स िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह म सतिलत भोजन करना लाभदायक होता ह मधमह की जानकारी रखना और व थ जीवनशली अपनाकर मधमह स बचा जा सकता ह मधमह क लकषण अिधक यास या भख लगना अचानक वज़न का घट जाना लगातार कमजोरी और थकावट महसस करना घाव भरन म यादा व त लगना बार-बार पशाब आना

सामा य लख

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चीज का धधला नज़र आना वचा म सकरमण होना और खजली होना आख व िकडनी क रोग स नपन आना

मधमह क परकार टाइप 1 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन नही बनता ह िजसस शरीर म इ सिलन की कमी हो जाती ह इस परकार क टाइप 1 डायिबटीज क रोगी को परी िज दगी इ सिलन को इजकशन क वारा लना पड़ता ह इस इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह टाइप 2 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन बनता तो ह लिकन वो शरीर म ठीक स काम करन क िलए काफी नही होता ह टाइप 2 डायिबटीज क रोगी का मधमह िनयतरण िकया जा सकता ह जस - अपना वजन कम करना रगलर यायाम करना व थ आहार लना और अपन रकत म शकर रा की लगातार िनगरानी करना आिद िजन लोग का वजन या मोटापा अिधक हो उन लोगो म मधमह होन की स भावना अिधक होती ह इस गर इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह गभारविध मधमह ndash ऐसी मिहलाए जो गभरवती ह और उ ह पहल कभी मधमह ना हआ हो ऐसा गभारव था क दौरान खन म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान क कारण होता हअिधक वसायकत और एिनमल वसा स यकत भोजन करन स भी गभारविध मधमह की स भावना हो सकती ह कया कर मधमह हो जान पर िनयिमत प स लड शगर की जाच करात रह

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यायाम और योग कर समय पर दवाओ को ल व थ खाए और यादा खान स परहज कर सबह और शाम को टहलन की आदत डाल राितर म 6 स 7 घट नीद ल

कया ना खाए मधमह म चीनी िमठाई गलकोज मर बा गड़ कक आइसकरीम मीठा िब कट चॉकलट प टरी करीम तला हआ भोजन चावल आल मकखन जक फड िड बा बद और सरिकषत खा य पदाथर इ यािद कया खाए मधमह म करला जौ ह दी काली िमचर लहसन ल बरी और जामन आिद सामा य चावल क बजाए पक हए चावल खाए सबह हरी चाय या तलसी की चाय िपय हरी प तदार सि जया यादा स यादा खाए परोटीन ल - जस दध दही पनीर अडा मछली सोयाबीन आिद हमशा डबल टो ड दध िपय दही और छाछ पीन स गलकोज का तर कम होता ह मधमह स बचाव मधमह को िनयितरत करक इसस सबिधत सम याए जस िक िदल का दौरा टरोक तितरका और अग कषित अधापन आिद को रोका जा सकता ह सरल जीवन शली और आहार म पिरवतरन कर क मधमह को काफ़ी हद तक िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह रोगी इजकशन या दवाओ को परी तरह स बद नही कर सकत ह मधमह रोगी को उपवास स बचना चािहए हमशा अपन साथ कोई मीठी चीज रख जस गलकोज शककर चॉकलट मीठ िब कट घी और तल का इ तमाल कम स कम कर मधमह क रोगी का आहार लखा मधमह एक बार होन क बाद जीवन भर रहता ह इस िनयतरण करन क िलए िनयिमत िदनचयार और पोषण यकत आहार की ज रत होती ह असयिमत खानपान मानिसक तनाव मोटापा यायाम की कमी आिद मधमह होन का कारण ह मधमह क मरीज क िलए सबस यादा ज री ह सतिलत और िनयिमत भोजन योगय आहार लखा अपनाकर मधमह क मरीज अपनी मधमह को िनयतरण म रख सकत ह बि क औषिध की मातरा और इ सिलन भी कम कर सकत ह सबह 6 बज - एक गलास पानी म आधा च मच मथी पाउडर डाल कर पीिजए सबह 7 बज - एक कप िबना चीनी की चाय या हरी चाय

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ना ता - आधी कटोरी अकिरत अनाज और एक िगलास टो ड दध िपए सबह 10 बज क बाद - एक छोटा फल या िफर नीब पानी दोपहर का भोजन - िमकस आट की 2 रोटी एक कटोरी दाल एक कटोरी दही आधी कटोरी

सोया या पनीर की स जी आधी कटोरी हरी स जी और साथ म एक लट सलाद शाम 4 बज - िबना शककर की एक कप चाय या टो ट या एक सब शाम 6 बज - एक कप सप िपए रात का भोजन - दो रोिटया एक कटोरी चावल और दाल आधी कटोरी हरी स जी और

सलाद मधमह क िलए यायाम मधमह को िनयतरण क िलए शारीिरक यायाम करना सबस सव तम तरीक म स एक ह स ताह म कम स कम 150 िमनट क िलए यायाम ज़ र कर मधमह म एरोिबकस तराकी िजमनाि टक और तज चलना बहत फायदमद होता ह आप ह क यायाम क साथ श आत कर सकत ह और धीर धीर इनकी ती ता बढ़ाए जो रोगी इसिलन का सवन करत ह उनको यायाम करन स पहल अपन रकत म गलकोज क तर की जाच करवा लनी चािहए यिद यह 250 िमलीगराम डीएल या उसस अिधक ह तो आपको यायाम नही करना चािहए चलना िफरना मधमह म बहत आव यक ह लब समय तक ना बठ हर 90 िमनट क बाद थोड़ा सा चल या कोई भी चलन िफरन वाल कायर कर

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मधमह को िनयितरत करन क िलए योगासन कर कपालभाित पराणायाम स त म य दरासन धनरासन पि चमो तानासन अधरम य दरासन शवासन 1 कपालभाित पराणायाम यह आसन मन य क ततर तितरकाओ और मि त क की नस को ऊजार परदान और मासपिशय को सिकरय करता ह यह पराणायाम रकत पिरसचरण और मन को भी शाित परदान करता ह

2 स त म य दरासनयह आसन शरीर क अद नी अग की मािलश करता ह व पाचन िकरया म सहायता करता ह यह आसन पट क अग को सिकरय करता ह और मधमह क िलए बहत अ छा होता ह

3 धनरासन यह आसन अग याशय को सिकरय करता ह और मधमह म यह अ यिधक लाभदायक ह यह योगासन पट क अग को मज़बत बनाता ह और तनाव समिकत दता ह

4 पि चमो तानासन यह आसन पट व ोिण क अग को सिकरय करता ह पि चमो तानासन शरीर म पराण ऊजार को बढ़ाता ह और मन को शाित परदान करता ह

5 अधरम य दरासनयह आसन पट क अग की मािलश व फफड़ म ऑकसीजन की मातरा को बढ़ाता हयह आसन रीढ़ की ह डी को भी मज़बत बनाता ह इस करन स मन शात होता ह व रीढ़ की ह डी क िह स म रकत सचािलत करता ह

6 शवासन यह आसन पर शरीर को िव ाम दता ह यह आसन यिकत को गहर यान की अव था म ल जाता ह िजसस मन शात व नवीन ऊजार स पिरपणर ह जाता ह

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मधमह का परीकषण खाली पट रकत शकर रा जाच खान क बाद की रकत शकर रा जाच रडम लड शगर ट ट स ओरल गलकोज सिह णता हीमोगलोिबन Hbए1सी ट ट

रकत म शकर रा की मातरा की जाच क िलए यिकत को ट ट क 8 घट पहल तक कछ भी खाना नही चािहए यह ट ट परी- डायिबटीज और डायिबटीज क िलए जाच करता ह मधमह िनयतरण चाटर अित उ क ट अ छा कमजोरपरीकषण फल (HbA1c)

40 50 60 70 80 90 100 110 120 130 140

औसत रकत (mgdl)

50 80 115 150 180 215 250 280 315 350 380

गलकोज (mmoIL) 26 47 63 82 100 119 137 156 174 193 211मधमह की जाच कर रडम लड शगर ट ट स रडम लड शगर ट ट िदन म िकसी भी समय िकया जा सकता ह मधमह की जाच कर ओरल गलकोज ट ट स इस परीकषण का उपयोग परीडायिबटीज और डायिबटीज क िलए िकया जाता हगलकोज पीन क बाद यह परीकषण िकया जाता ह यह परीकषण आमतौर पर गभारव था क दौरान मधमह क िलए िकया जाता ह हीमोगलोिबन ए1सी ट ट (HBA1c) इस परीकषण का उपयोग मधमह रोगी क िपछल 2 स 3 महीन म रकत शकर रा का तर जानन क िलए िकया जाता ह इस अनमािनत औसत गलकोज कहा जाता ह मधमह क िनदान क िलए मापदड खाली पट रकत शकर रा जाच म रकत शकर रा का तर 126 िमलीगराम डीएल क बराबर या

उसस अिधक ह

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भोजन क 130 स 2 घट बाद की रकत शकर रा जाच म अगर लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

रडम लड शगर जाच म रकत शकर रा का तर 200 िमलीगराम परित डसीलीटर क बराबर या उसस अिधक ह

ओरल गलकोज सिह णता ट ट म लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

हीमोगलोिबन ए1सी ट ट म अगर रकत शकर रा का तर 65 या उसस अिधक ह खाली पट रकत शकर रा जाच म 100 िमलीगराम डीएल और 125 िमलीगराम डीएल क बीच

होता ह या खान क बाद की रकत शकर रा जाच और ओरल गलकोज सिह णता परीकषण का पिरणाम 140 स 199 िमलीगराम डीएल क बीच ह या हीमोगलोिबन ए1सी 57 स 64 क बीच ह तो आप परी- डायिबटीज ह

िनदान ए1सी (परितशत) उपवास ला मागलकोज

ओरल गलकोज सिह णता परीकषण

या ि छक ला मागलकोज परीकषण

साधारण 57 स नीच 99 या नीच 139 या नीच पवर मधमह 57 स 64 100 स 125 140 स 199

मधमह 65 या इसस ऊपर 126 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर

मधमह स स बिधत कछ त य मधमह की बीमारी िकसी भी आय म हो सकती ह यायाम और योगासन कर क टाइप 2 मधमह को 80 तक कम िकया जा सकता ह व थ लोग की अपकषा टाइप 2 डायिबटीज क रोगी उमर स 5 स 10 साल पहल मर जात ह मधमह को अगर िनयितरत ना िकया जाए तो यह शरीर को नकसान पहचा सकता ह जस -

अधापन िदल का दौरा आघात या िकडनी खराब होना हर साल करीब 27000 ब च भारत म मधमह क कारण मर जात ह

कहा जाता ह िक मधमह एक अनवािशक बीमारी ह

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धरती पर बसा एक छोटा सा वगर - िसिककम सषमा िसह

वजञािनक सहायक जल मौसम िवजञान परभाग- मखयालय

व छ शीतल हवा का एहसास मतरमगध कर दन वाला अदभत नजारा ऐसी सदरता ऐसी मोहकता जो आमितरत करती ह एक बार िफर वहा पहच जाऊ जहा ऊच ऊच पवरत की चोिटया और खबसरत जगह क साथ-साथ साफ सथरा वातावरण ह ऐसी जगह हो तो कौन बार-बार वहा नही जाना चाहगा आप भी सोच रह ह ग िक म यह कौन सी पहली बझ रही ह अदाजा लगाइए लगाइए- लगाइए जी हा िब कल सही म बात कर रही ह भारत क पव तर भाग म ि थत धरती पर बस एक छोट स वगर िसिककम क बार म दवदार क वकष बफर की सफद चादर कचनजगा की सोन सी चमकती आकषरक चोटी जमी हई झील भाित-भाित क प प इलायची क बागान शदधता आ चयर और परस नता क तरोत जो िकसी को भी चिकत कर द ऐस सदर झर-झर करत झरन इठलाती कल-कल करती हई ती ता नदी तथा अिव वसनीय प स शाित अचरज करात शात बौदध मठ और जगह-जगह रग-िबरग पराथरना झड की अनठी रगत

बौदध मठ

यातरा व तात

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जी हा िहमालय की गोद म एक छोटा सा रा य िसिककम और ऐसी मतरमगध कर दन वाली सदरता जो वहा जाए बस वही का होकर रह जाना चाह ऐसा लगता ह वय बर मा जी भी इस जगह क िनमारण क बाद यहा रह जान क लालच को याग नही पाए ह ग

सदर झर-झर करत झरन

शाितिपरय लोग इसकी खबसरती म चार चाद लगा दत ह कछ सड़क की हालत और आधारभत सिवधाओ को यिद छोड़ द तो इसकी सदरता पराकितक प स वी जरलड को भी मात द द 16 मई 1975 म िसिककम औपचािरक प स भारतीय गणरा य का 22वा परदश बना यहा पर परयोग की जान वाली भाषाओ क बार म आपको बताऊ तो अगरजी नपाली भिटया िलब और िहदी यहा की आिधकािरक भाषाए ह परत िलिखत यवहार म अगरजी का ही उपयोग अिधक होता ह िसिककम म िहद तथा बजरयान बौदध धमर परमख धमर ह और राजधानी ह यहा का सबस बड़ा शहर- गगतोक

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सबस कम जनसखया वाला यह रा य कषतरफल म गोवा क प चात यनतम ह लिकन छोटा आकार होत हए भी भौगोिलक ि ट स काफी िविवधता पणर दिनया की तीसरी सबस ऊची चोटी यानी कचनजगा िसिककम क उ तर पि चम भाग म नपाल की सीमा पर ह और इसकी सीमाए चीन ित बत और नपाल स िमलती ह िसिककम श द का िलब भाषा म अथर होता ह- नया महल और दो त एक बात और बता द आपको िक ित बती भाषा म िसिककम को चावल की घाटी भी कहा जाता हिजतनी खबसरत जगह उतना ही खबसरत मौसम ह िसिककम का िसिककम भारत क उन चिन दा रा य म आता ह जहा हर साल िनयिमत तौर पर बफ़र बारी होती ह यहा आन वाल पयरटक हमशा सहान मौसम का ल फ़ उठात ह दो त िसिककम जान पर म आपको यह कहगी िक कछ जगह को दखना तो िब कल न भल िजनम यहा परमख ह गगटोक जहा पहचकर आप सो गो झील िडयर पाकर नाथला पास मटक मठ इची मठ तशी दाशरिनक थल और लाल बाज़ार नाम क थानीय बाज़ार घम सकत ह और अपनो क िलए उपहार खरीद कर ल जा सकत ह

मटक मठ

यहा की कछ और मशहर जगह ह िसिककम क महान साध ग पदमसभव की सबस ऊची मितर - जो नामची म मौजद ह स दर रोडोडनडरोन सकचअरी िजसम रा य क िविभ न परजाित क फल मौजद ह कचनजगा पवरत दिनया का तीसरा सबस ऊचा पवरत कई पिवतर और चमकील बौदध मठ स दर हरी भरी घािटया और निदया िसिककम का मशहर गमर सोता कछ अनदख थल पयरटन क िलए उपयकत ह घािटय की खला म आप साहसी और जोिखम भर खल-कद का ल फ उठा कर एक रोमाचक यादगार साथ ल जा सकत ह

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छग लक

िसिककम का खाना और स कित दो ऐसी चीज़ ह िज ह न इस छोटी और स दर जगह को एक मह वपणर थान बना िदया ह

बौदध मठ

िसिककम क लोग यादातर चावल खात ह िसिककम क कछ परमख परपरागत यजन ह मोमोज़ चाऊमीन वानटोन फ़कथ गया थक या थकपा- नडल पर आधािरत सप फगशापा और चपीर क साथ िनगरो मिदरा पर आधािरत पय पदाथर भी िसिककम क लोग वारा िलए जात हचिलए अब वहा िक स कित और परपराओ सर आपको ब करवात ह माघ सकराित भीमसन पजा दरपका तशी लोसर ब च सगा दावा और लसाग यहा क थानीय बौदध िसिककमी वारा मनाए जान वाल कछ परपरागत यौहार हयहा क लोग का परकित स लगाव बहत अिधक ह

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कचनजगा पवरत

दो त िकसी जगह की वचछता वहा क जनमानस की सोच की पिरचायक होती ह एक न ही सी िकरण इस शासक न लोग को िदखाई ह

छट जाएगा यह ितिमर सारा लो नई भोर आयी ह चमन अपना भी होगा रोशन हर घर घर महका हआ होगा िक व छ भारत अिभयान की लो हमन लौ जलाई ह

जी हा अगर इस छोट स रा य- िसिककम की व छता की बात कर तो य पिकतया यहा साकार होती नज़र आती ह आपको यह जानकर आ चयर होगा िक व छ भारत अिभयान क अतगरत िकए गए सव म इस छोट स रा य को पाच बार व छता क िलए सरकार न पर कत िकया ह िजसम दश क 26 अ य रा य शािमल थ िसिककम दश का पहला रा य ह िजसन खल म शौच की परथा को परी तरह स ख म कर िदया ह अपनी यातरा क दौरान िसिककम की एक और बात मझ बहत परभािवत करती ह वह यह ह िक यहा पर जहा भी हम गए वहा हम अिधकतर मिहलाऐ काम करती हई नजर आई रा त म कल-कॉलज जाती हई लड़िकया वहा की मनमोहक पोशाक क साथ-साथ अिधकतर लड़िकया व टनर डरसस म िदखाई पड़ी वहा कही लड़िकय क साथ कोई छड़छाड़ छीटाकशी का माहौल मझ नजर नही आया जसा िक अ य रा य म अकसर दखन को िमलता ह ऐसा सखद और सौहादरपणर वातावरण लड़िकय म इतना आ मिव वास महसस हआ जस िक मिहला परधान समाज हो और कहत ह ना यतर नायर त प य त रमत ततर दवता अथारत जहा नारी की पजा होती ह वहा दवताओ का वास होता ह

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इस बात का अनभव मझ साकषात वहा हआ फल स िखलिखलात चहर माथ पर कोई िशकन का नाम नही सचमच ऐसी िखलिखलाहट तो कवल दवताओ क घर म ही हो सकती ह ना मिहलाओ क सशिकतकरण का एहसास वहा जाकर मझ हआ मन वहा क थानीय लोग स इस बार म बात की तो उ ह न बताया िक यिद यहा पर िकसी लड़की क साथ छड़छाड़ होती ह तो इसम कोई बड़ी बात नही िक छड़छाड़ करन वाल का िसर ही कलम कर िदया जाएएक और चीज जो अपनी यातरा क दौरान मझ दखन को िमली वह ह िसिककम म टरिफक िनयम का पालन गािड़य की लबी लबी कतार तो थी लिकन सकर रा त की वजह स ना िक टरिफक िनयम क उ लघन की वजह स सामन स आन वाली लन खाली ह पर मजाल ह कोई यिकत अपनी लन तोड़कर सामन की लन म चला जाए दो त जहा भारत क अ य रा य म परदषण पसरा पड़ा ह बीमार वदध और ब च की जान सकट म ह तो यह सब दख कर ऐसा लगता ह िक सरकार वारा िकए गए सभी उपाय सारी सगोि ठया सार परयास यथर हो रह ह इतन परयास क बाद परदषण कम होन का नाम ही नही ल रहा ह वही अगर िसिककम की बात कर तो यहा परदषण का तो जस नाम ही नही वा य व वातावरण क परित इतन सजग िक गटक और पॉिलथीन पर यहा परी तरह स परितबध ह और यहा की कानन यव था का तो जवाब ही नही ऐसा लगता ह िक यह छोटा सा रा य एक रा य ही नही हमारी पररणा का तरोत व पथ परदशरक भी हकया सोच कया समझ चाह वह साफ सफाई क परित हो वा य क परित परदषण क परित या मिहलाओ क परित हर कषतर म हम िसिककम वािसय स कछ ना कछ सीख सकत ह मझ तो ऐसा लग रहा था िक म िसफर िसिककम घमकर ही नही आई हबि क बहत कछ सीखन को भी िमला ह वहा स िकसी पयरटन थल पर घमन जाना हमशा ही एक रोमाचकारी अनभव रहता ह और आप वहा स लौटत व त अकल नही होत आपक साथ होती ह वहा की ढ़र सारी खटटी मीठी याद और ढर सार अनभव तो आइय इस समदध रा य म घमकर इसक बार म और जान जहा पर छिटटया िबताना सचमच एक अदभत और अिव मरणीय अनभव ह

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ख़ास ख़बर

माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िनरीकषण

मौसम कदर - ित वनतपरम माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 25012018 को मौसम कदर ित वनतपरम का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ दवदर परधान वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय ी एस बी त पी वजञािनक ldquoएफ न परादिशक मौसम कदर- च न और ी एस सदवन न मौसम कदर - ित वनतपरम क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

डॉ बलीराम गायकवाड अ यकष ससदीय राजभाषा सिमित- ी एस सदवन मौसम कदर ndash ित वनतपरम क

परमख को रा टरपित महोदय क आदश की प तक स पत हए

ख़ास ख़बर

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जलवाय अनसधान एव सवाए पण माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 23022018 को जलवाय अनसधान एव सवाए पण का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ म यजय महापातर वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय और डॉ ए क सहाय वजञािनक ldquoजीrdquo न जलवाय अनसधान एव सवाए पण क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

िनरीकषण क दौरान अिधकारीगण

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बठक िवजञान और परौ योिगकी और प वी िवजञान मतरालय की सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी की अ यकषता म 22 जन 2018 को सी एस आई आर साइस सटर लोदी रोड म दोपहर तीन बज आयोिजत की गई इस बठक म कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo न भाग िलया इस बठक म स ी रवा शमार उपिनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक भी उपि थत रह

माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक की अ यकषता करत हए

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कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo

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स मान रा टरभाषा वािभमान यासrsquo वारा रा टरिपता महा मा गाधी की 150वी जयती क अवसर पर 09 माचर2018 को आयोिजत lsquoरा टरभाषा उ घोष स मलनrsquo म राजभाषा िहदी क िवकास म उ क ट योगदान क िलए उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी को lsquoरजत जयती राजभाषा िवकास िविश ट स मान-2018rsquo स स मािनत िकया गया

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िनरीकषण एव िहदी कायरशाला उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा िवमानन मौसम कायारलय- कोि च तथा डॉपलर मौसम रडार ndash कोि च का करमशः िदनाक 27012018 और 29012018 को राजभाषायी िनरीकषण और िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए

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उपिनदशक(राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा परादिशक मौसम कदर- नागपर तथा मौसम कदर-रायपर का िदनाक 20032018 स 23032018 तक राजभाषायी िनरीकषण तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए इस दौरान परादिशक मौसम कदर ndash नागपर क परमख ी ज एन परसाद तथा विर ठ अनवादक ीमती शाता उ नीक णन भी उपि थत रह

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परादिशक मौसम कदर ndash नई िद ली वारा राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन क उ य स िदनाक 24042018 को िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याखयान

िदए मौसम कदर- लखनऊ की विर ठ अनवादक ीमती क पना ीवा तव न भी याखयान िदया

राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन तथा िवभागीय कािमरक को िहदी म परिशकषण दन क उ य स िदनाक 30052018 को मखयालय म िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया िजसम 26 परिशकषाणािथरय न भाग िलया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याख यान िदए

मौसम कदर- पटना का िदनाक 25062018 स 26062018 तक मखयालय क विर ठ अनवादक ी बीरदर कमार तथा परादिशक मौसम कदर ndash कोलकाता क किन ठ अनवादक ी नीलो पल चतवदी वारा राजभाषायी िनरीकषण िकया गया तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया

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आपकी पाती िमली मौसम मजषा-26 म मह वपणर वजञािनक एव सािहि यक रचनाओ का अदभत गगा-जमनी सगम ह इसक िलए सपादक-मडल को बधाई एक ओर शरद जोशी जस परिसदध यगयकार की रचना ह वही दसरी ओर सिरता जोशी की रचना lsquoमर पित क िर तदारrsquo म हा य पट क साथ परािणय क िलए नह-दया की भावना ह कवर अजय िसह का लख lsquoराजभाषा िहदी का कायार वयन- सम याए एव समाधानrsquo त यपणर लगा मकद कमार की lsquoबारह महीन बारह मौसमrsquo मकश कमार ग ता की lsquoफड़कनrsquo िविवध िवषय पर िलखी पठनीय रचनाए ह स ी रवा शमार न lsquoचलत चलतrsquo िवमल िमतर की रचना क मा यम स lsquoिव व िहदी िदवसrsquo पर मह वपणर सामगरी दी ह ीमती सिरता जोशी का lsquoय क स य क तकrsquo शीषरक यान आकिषरत करत हए िवदश की सर कराता ह स ी रवा शमार का आलख lsquoरा टर क सजग परहरीrsquo ी दीनदयाल उपा याय को स ची दधाजिल ह lsquoमौसम मजषाrsquo का परा अक रोचक एव पठनीय सामगरी स भरपर ह बधाई

डॉ गीता प प शॉ 2 एल 45 बहादरपर हाउिसग कॉलोनी

पटना-800026 geetapushpshawgmailcom

आपक कायारलय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत ldquoमौसम मजषाrdquo िह दी गह पितरका क 26व स करण की एक परित परा त हईhellip आपका तह िदल स शिकरया भारत मौसम िवजञान िवभाग क कायारलय म हो रह िह दी कायार वयन तथा िह दी स सबिधत अ य गितिविधय की इस िह दी गह पितरका म उ क ट एव सदर पर तित की गई ह आशा करत ह िक आप ऐस ही िनरतर आपकी िह दी गह पितरका ldquoमौसम मजषाrdquo का शानदार परकाशन करत रहग साधवाद एव आगामी अक क िलए ढ़र सारी शभकामनाए

शख सलीम अिधकारी- राजभाषा कायार वयन

उ तर पि चम अचलndashिरटल अहमदाबाद िहद तान पटरोिलयम कोप रशन िलिमटड

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पन एक बार पितरका मौसम मजषा स िमलना सखद रहा 26वा स करण पढ़ा अ छा लगा ऐसी ऐसी तकनीकी जानकािरया आपकी पितरका क मा यम स बहत सरल सीधी साधी अपनी राजभाषा िहदी म हम पाठक को परा त होती ह इसक िलए साधवाद आपको एव आपकी टीम को आपकी पितरका सगरहणीय ोत ह ही साथ ही साथ समय क साथ यह आग आन वाली पीढी (जनरशन) क िलए अ यत म यवान रहगी वक त भी आपकी महनत को सराहगा इतना मझ िव वास ह पितरका क िवषय म जो म सोच पाता ह अ फाज म यहा बया करन की कोिशश कर रहा ह उ मीद ह आपको भला परतीत होगा आपक िलए ढरो शभकामनाए आपकी सहयोगी सिरता जी एव अ य भी बधाई क पातर ह अ यथा यह पितरका कस पाठक तक पहचती हमशा सकारा मक रह तपती दपहरी म एक बार िफर मौसम मजषा क 26व स करण स मलाकात तज गमीर म सकन दती बािरश की बदो जसी रही इस पितरका क इतजार का भी अपना मजा ह िमलन पर इसक हर वक स दो ती हो जाती ह lsquoमौसम मजषाrsquo अपन नाम को चिरताथर करत हए हम तक मौसम व पयारवरण की अनक जानकािरया बड़ी सरल सीधी अपनी राजभाषा िहदी म पहचाती ह और कहती परतीत होती ह- मझस दो ती करो बहत कछ और ह मर पास-आप तक परिषत करन क िलए बस मझ स दो ती बनाए रखो पितरका को बहत ही समझदारी स कई वग म िवभािजत िकया गया ह- इसम परकािशत सामगरी क अनसार जस तकनीकी बौछार सािहत ियक बहार याद क झरोख स सामा य लख का य फहार भाषायी बयारयातरा व तात -िजसन भी यह नाम िदए-बधाई उनको इस 26व स करण की तकनीकी बौछार म परकािशत चार लख बहत ही रोचक व जञानवदधरक- डॉ अनपम का यिप का lsquoगरज चमक वाल बादलrsquo ी कलाश का lsquoअटाकर िटका म मौसमrsquo अशोक जी का lsquo लक होलrsquo ी दीपाकर का lsquoखगोल िवजञानrsquo पाठक तक बहत सी तकनीकी बात को सरलता स पहचा दत ह- इन सभी की लखनी को साधवाद सािहि यक बहार म यग य lsquoह भी मगर नही भीrsquo गदगदा दता ह lsquoयाद क झरोख सrsquo का लख lsquoमौसम व जलवायrsquo- गहरी जानकारी परिषत करता ह वस भी यह वगर बहत नो टलिजक ह lsquoका य फहारrsquo की किवताए एक स बढ़ कर एक- इसक किवय की क पना lsquoसरज स आग किवता िजदगी ह सभी किवगण को सखद जीवन क िलए शभकामनाए भाषायी बयार म थान परा त सभी लख का सजन राजभाषा िहदी को कदर म रख कर िकया गया ह- य सभी िहदी भाषा क मह व का दशारत ह डॉ परकाश खर का लख lsquoराजभाषा का िवजञान म यागदानrsquo ी कवर जी का lsquoराजभाषा का कायारलय म

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कायार वयनrsquo जगद बा जी का lsquoअपभरश एव िहदीrsquo िहदी की मह ता को दशारत ह साथ ही िहदी की समगरता स भी पिरिचत करात ह रवा शमार जी का लख lsquoिव व िहदी िदवसrsquo भावपणर होन क साथ-साथ िहदी स जड़न की पररणा स ओत परोत ह सामा य लख वगर म - परकाश जी का lsquoसम याए ह तो समाधान भीrsquo बड़ा सकारा मक ह lsquoफड़कनrsquo ी मकश ग ता का िवचारणीय ह lsquoमगरोव वनrsquo डॉ बालसबरमिणयन का बहत ही िवचारो तजक ह और हम भिव य क िलए आगाह करता ह बहत समय बाद प दीनदयाल उपा याय पर एक पठनीय लख पढ़ा लिखका स ी रवा शमार न काफी शोध क बाद शायद यह लख िलखा ह इसस उनकी सकारा मक सोच व सािह य साधना ि टगोचर होती ह बधाई यातरा व तात म ीमती सिरता जोशी पाठक को ऑक सफोडर स पिरिचत कराती ह बहत ही सहजता स व य क को पाठक तक पहचा दती ह ऑक सफोडर म पढ़ना एक सपन का सच होन जसा होता ह lsquoबटी पढ़ाओ बटी बचाओrsquo क सदभर को रखत हए उनका यह व तात पठनीय ह इसी करम म lsquoमरी जमपई यातराrsquo ी सरज बनजीर का लख तरीय होन क साथ-साथ पाठक को आकिषरत भी करता ह अत म िहदी पखवाड़िहदी िदवस 2017 पर आयोिजत िविभ न कायरकरम की िरपोटर साथ िलए पितरका िसमट जाती ह 136 प ठ म पितरका lsquoमौसम मजषाrsquo का कलवर बहत तरीय साज स जा छपाई मन मोह लती ह एक बात और सपादक वारा सपादकीय म रख उनक िवचार मौसम िवभाग क 143 गौरवशाली वष क िवषय म बहत ही सकारा मक ह अपनी बात म ीमती सिरता जोशी न पव तर क िवषय म जो िवचार रख ह व सोचन को मजबर करत ह िक कस भाषाओ व बोिलय को बचाया जाए हा एक सझाव यिद पितरका म छपी त वीर स थोड़ी बात की जाए तो शायद व भी जीवत हो जाए अ य परकािशत सामगरी की भाित पन स पादक जी को बधाई- एक सगरहणीय रोचक व पठनीय पितरका को पाठक तक पहचान क िलए मझ िव वास ह भिव य म यह पितरका बहत कछ कहगी सकारा मक एव जञानवदधरक अगल अक की परतीकषा म शभकामनाए

उमश महता 3380

बका टरीट हौज काजी िद ली- 110006

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lsquoमौसम मजषाrsquo का 26वा स करण परा त होत ही एक बात मन म आई िक भारत म फल मौसम िवभाग क हर छोट-बड़ कायारलय म तनात अिधकािरय और कमरचािरय की अपनी अनभित अिभ यक त करन म lsquoमौसम मजषाrsquo का बहत बड़ा योगदान ह इसम परकािशत सिरता जोशी का यातरा व तात lsquoयक स यक तकrsquo और सरज बनजीर का lsquoमरी जमपई यातराrsquo अ यत रोचक ह िवशष प स रग िबरग िचतर क साथ परकािशत यह यातरा व तात दरअसल म ऐसा लग रहा था जस हम खद इस यातरा म शािमल थ आशा ह परकित की गोद म बस नई नई जगह की जानकारी उनकी स कित क बार म जानकारी आिद हम आग भी इसक जिरए िमलती रहगी मख यालय क राजभाषा िवभाग की उपिनदशक को अनक ध यवाद

भारती भइया िनजी सिचव

सखया मक मौसम पवारनमान -मख यालय आकषरक कलवर यक त मौसम मजषा का 26वा स करण परा त हआ इस स करण का lsquoस पादकीयrsquo एव lsquoअपनी बातrsquo उ चकोिट क ह पितरका म सािह य की िविभ न िवधाओ क उ क ट लख को समािहत करन का परयास िकया गया ह जो िक सराहनीय ह lsquoका य फहारrsquo क अतगरत परकािशत सभी किवताए अ छी ह िवशषकर lsquoचलना ही होगाrsquo शीषरक की किवता का भाव सराहनीय ह lsquoउ तराखड स यनाइटड िकगडमrsquo तक की यातरा का वणरन बड़ रोचक ढ़ग स िकया गया ह पितरका क अदर क प न म महाप ष सािह यकार किवय शायर तथा वजञािनक क कथन को थान दना िहदी अनभाग क परकाशन की पिरपक वता को पिरलिकषत करता ह यह पितरका िवकास की सीिढ़या िनरतर चढ़ती रह यही मरी शभकामना ह

जगद बा परसाद मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत lsquoमौसम मजषाrsquo पितरका एक अदभत समागम ह जहा अनक परकार की रोचक रचनाओ की जानकािरया परा त होती ह मौसम मजषा क रजत स करण म

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परकािशत कछ रचनाए बहद रोचक अनभव परदान करती ह िजनम अिखल भारतीय िवभागीय िहदी सगो ठी-2017 आओ बात कर lsquoिहदी की उड़ानrsquo परमख ह मौसम मजषा क 26व स करण म परकित को और नजदीक स जानन की उ सकता जागत होती ह इसक मख य प ठ पर परकािशत lsquoसौयर औरोराrsquo की त वीर िदल को छ गई lsquoअटाकर िटका म भारत मौसम िवजञान िवभाग क योगदानrsquo क िवषय म आव यक जानकािरया परा त हई अ य रचनाए जस lsquoचलना ही होगाrsquo lsquoकिवता लौट आईrsquo ह lsquoिव व िहदी िदवसrsquo आिद अदभत लगी

अिकत सक सना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय-सफदरजग पितरका बहत ही स दर प स पर तत की गई ह पितरका की सामिगरया उ क ट ह पितरका क सपादक मडल क सभी सद य को हािदरक बधाई

सयरभान गौतम सयक त महापरबधक (राजभाषा)

भारतीय िवमानप तन परािधकरण सफदरजग हवाई अ डा-नई िद ली

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उपिनदशक (राजभाषा)

भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

सपादकीय परकित क साथ मन य का सबध िचरकाल स ही जड़ा ह परकित की गोद म पला बढ़ा मन य परकित क रह य को जानन पहचानन अिभ यक त करन की अद य लालसा क वशीभत न जान िकतन िवषय को परितपािदत करता हआ आग बढ़ता गया वाभािवक ह िक मौसम स भी मन य का सबध िचरकाल स ह हमार मनीषी मौसम क बार म गहन शोध कायर क उपरात इस िन कषर पर पहच िक lsquoआिद यात जायत वि टrsquo अथारत प वी पर सयर ही वषार को लान वाला ह सयर क कारण ही वषार होती ह और कालातर म यही सतर भारत मौसम िवजञान िवभाग क परतीक िच का सतर वाक य बना और अतत सयर धरा मौसम वषार बादल सागर तफान निदया झरन ऋतए आकाश परकित क ऐस प ह िजसन सवदनशील मन य क दय पर अपनी अिमट छाप छोड़ी हमारा परयास रहता ह िक सािह य म रचनाकार न िजस परकार स मौसम को अपनी रचनाओ म अिभ यक त िकया ह उसस आपका पिरचय अव य कराए इन महानभाव न अपन भाव को मौसम पी रथ पर चढ़ाकर िकस परकार यातरा की ह किव भवानी परसाद िम की किवता ldquo सरज का गोलाrdquo

याद आती ह - सरज का गोला

इसक पहल ही िक िनकलता चपक स बोला हमस-तमस इसस-उसस

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िकतनी चीज़ स िचिडय स प त स फल -फल स बीज स

ldquoमर साथ-साथ सब िनकलो घन अधर स

कब जागोग अगर न जाग मर टर सrdquo

आग बढ़कर आसमान न अपना पट खोला इसक पहल ही िक िनकलता सरज का गोला

िफर तो जान िकतनी बात हई कौन िगन सक इतनी बात हई

पछी चहक किलया चटकी डाल-डाल चमगादड़ लटकी गाव-गली म शोर मच गया जगल-जगल मोर नच गया

िजतनी फली खिशया उसस िकरन यादा फली यादा रग घोला और उभर कर ऊपर आया

सरज का गोला सबन उसकी अगवानी म अपना पर खोला

मौसम िवजञानी जहा तरह तरह क परामीटर पर नए नए मॉडल क साथ मौसम का पवारनमान करत रह ह वही किव भी दय म उठी नई नई सवदनाओ को यक त करत रह ह और इसी तरह यह यातरा चलती आई ह सबन अपन अपन तरीक स मौसम क िविवध प की याखया की ह श द म बाधा ह और बाधा ह नए नए मॉडल म िजसक आधार पर मौसम क िमजाज़ को समझ उसक वभाव का अनमान लगात हए पवारनमान िकया जा रहा ह यह यातरा िनरतर जारी ह नई सभावनाओ की खोज म नए श द नए िवचार नए मॉडल नए अनमान और परगित पथ पर हम आग बढ़ रह ह पर िव व का बदलता मौसम नई चनौितया सामन ह अ ययन जारी ह हार कर न बठन वाल मन य परय नशील ह उन चनौितया का सामना करन क िलए और इसी तरह जञान िवजञान क नए नए िवषय पर िहदी म लख िलख जा रह ह lsquoएक तार की जीवन यातराrsquo चकरवात लख बड़ ही रोचक बन पड़ ह िहदी म लखन कायर न गित पकड़ ली ह और भारत मौसम िवजञान िवभाग क िलए यह गवर की बात ह तो लीिजए पर तत ह मौसम मजषा का नया स करण शभकामनाओ सिहत

(रवा शमार)

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सहायक िनदशक (राजभाषा) भारत मौसम िवजञान िवभाग

मौसम भवन लोदी रोड

नई िद ली-110003

अपनी बात मौसम िवजञान िवभाग की lsquoमौसम मजषाrsquo पी यह लता कहा स कहा तक पहच चकी ह यिद मित पटल की कछ तह हटाकर इसकी जड़ तक जाकर दख तो एहसास होता ह िक मजबत नीव क पिरणाम व प ही आज इस यह मकाम हािसल हआ ह िजस पर हमार िवभाग को गवर ह सवरपरथम बात कर इसक नामकरण की डॉ वीर दर सक सनात कालीन िहदी अिधकारी वारा अ सी क श आती दशक म िदया गया यह नाम िविभ न मौसम म मौसम िवभाग की इस बिगया क नवाकर को तो सजीवनी परदान करता ही ह साथ ही प प को भी अपन रग व खशब िबखरन का सनहरा वातावरण परदान करता ह पितरका क सरकषक महािनदशक महोदय क मागरदशरन तथा सचना परौ योिगकी क आगमन स इस पितरका को चार चाद लग गए हअब यह रगीन व मनमोहक कलवर म पर तत की जान लगी ह पितरका म अब तक परकािशत कल पाच लख क लखक को और वषर 2015 म lsquoमौसम मजषाrsquo को िहदी िदवस क अवसर पर माननीय रा टरपित महोदय वारा पर कत िकया जा चका ह पितरका की अपनी एक पहचान बनी ह और इसका य जाता ह िवभाग क उन सभी कािमरक को जो िविभ न िवषय पर राजभाषा िहदी म लखन कर रह ह पितरका क अब वषर म दो स करण परकािशत िकए जान लग ह मौसम मजषा पी यह लता इसी परकार प लिवत पि पत और फिलत होती रह यही कामना िलए बड़ गवर क साथ आप सभी क समकष पर तत ह मौसम मजषा का यह नवीन स करण

(सिरता जोशी)

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अनकरमिणका वजञािनक व तकनीकी बौछार

भीरा शहर म दजर असामा य तापमान हमत कारकर

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एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

14

पव तर भारत म कालबसाखी रजन फकन

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च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

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जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अजय ठकराल

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सािहि यक बहार बारात की वापसी सधार

हिरशकर परसाई45

याद क झरोख स िहदी सािह य म वषार वणरन

ीमती एम अनराधा52

का य फहार पर निच ह

डॉ दवदर परधान59

इसािनयत शिमर दा ह

मोहनलाल साह60

गगा माहा य

पनम िसह61

मौसम मजषा ए एम भटट

62

जीवन पथ

सनदा गाबा62

मरा शहर

अिकत सकसना63

परकित का गार

सजीव कमार सागर64

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन

65

जब कोमल काया फौलाद बनगी एएम भटट

66

िचिड़या अजना िम हास

67

भाषायी बयार

सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

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राजभाषा स सबिधत पर कार योजनाए

सिरता जोशी73

िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल

जगद बा परसाद85

सामा य लख कया यिकतगत क पिनया जलवाय

पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन

90

भर टाचार मकत भारत िमलन परसाद भटटाचायर

94

भवन-िनमारण म ईशान कोण

मकश कमार ग ता 96

नमािम गग

पनम िसह102

मौसम सवाए एव िव तारीकरण

एचपी चदरा112

मधमह - जानकारी और बचाव

िदनश ख ना115

यातरा व तात धरती पर बसा एक छोटा सा वगर

सषमा िसह122

खास खबर 128

आपकी पाती िमली 135

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भीरा शहर म दजर असामा य उ च तापमान - पयारवरण स एक सबक

हमत कारकर मौसम िवजञानी-बी

परादिशक मौसम कदर-मबई

असामा य मौसम की घटना अब एक आम बात बन चकी ह महारा टर क रायगढ़ िजल म भीरा नामक एक गाव ह उस वकत यह गाव चचार का िवषय बन गया जब बीबीसी तथा अ य अतररा टरीय रा टरीय िपरट एव इलकटरॉिनक मीिडया म यह समाचार परकािशत हआ िक इस गाव का तापमान माचर क आिखरी स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया जो िक यज़ीलड क सामओ शहर क 496 िडगरी सलिसयस क बाद माचर क माह म दिनया की सबस उ ण जगह बना इसक पवर राज थान म मई 2016 म फालोड़ी का तापमान 51 िडगरी सलिसयस दजर िकया गया था उसी परकार दिनया का सबस उ च तापमान 10-7-1913 को अमिरका क किलफोिनरआ की डथ वली नामक जगह म दजर िकया गया था जहा 567 िडगरी तापमान िरकॉडर िकया गया था यह भी माना जाता ह िक दिनया म सबस यादा 60 स 65 िडगरी तापमान भी कही कही अनभव िकया गया ह िक त इसकी आिधकािरक पि ट करन हत कोई िरकॉडर नही ह भीरा म ि थत मौसम वधशाला भीरा म ि थत मौसम वधशाला िवभागीय नही ह बि क टाटा पावर कपनी वारा सचािलत ह जहा टाटा पावर क परिशिकषत कमरचारी ही सार मौसमी िनरीकषण िकया करत ह एव आकड़ परा त करत ह टाटा पावर की यहा 1932 म थापना हई थी और 1962 स ही यहा पर टाटा पावर क परितबिधत कषतर म यह कलास-2 (बी) मौसम वधशाला ह यह गाव उ तर क कण क मानगाओ तहसील क अतगरत मबई गोवा महामागर क 40 िकलोमीटर पवर म ि थत ह भीरा का तापमान माचर 2017 क अितम स ताह म ही 465 िडगरी सलिसयस पार कर गया था भारत मौसम िवजञान िवभाग भी सकत म आ गया जब इस बहचिचरत िवषय पर परादिशक मौसम कदर मबई िमिडया क िनशान पर रहा हर कोई भीरा क उ च तापमान का राज जानना चाहता था भीरा उ तर क कण म ि थत ह जोिक अलीबाग जस समदरी िकनार पर ि थत दसर शहर स िसफर 60 िकलोमीटर

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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दरी पर ह अलीबाग म तो उसी िदन िसफर 32 िडगरी तापमान दजर िकया गया कई लोग यह भी आरोप लगान लग िक आकड़ सही नही ह एव भारत मौसम िवभाग उपकरण क रखरखाव पर यान नही द रहा कछ लोग यह भी कहन स नही चक िक सही परकार स परकषण नही िकया जाता ह और झठ आकड़ द िदए जात ह मौसम िवभाग का एक जवाबदार अिधकारी होन क नात माननीय उपमहािनदशक ी क एस होसािलकर जी एव िनरीकषण िवभाग क परमख ी आर आर सयदजी न मझ इस सबध म परी जाच करक तरत िरपोटर पर तत करन को कहा म तरत ही भीरा क दौर पर िनकल पड़ा जब म भीरा पहचा तब वहा पर करीब 50 मीिडयाकमीर कई रा य सरकार क अिधकारी गाव क 200 स भी यादा लोग और गराम पचायत सद य सभी मझ स सवाल जवाब करन क िलए परतीकषा म थ भारत मौसम िवजञान िवभाग क परितिनिध क तौर पर मझ एक सवाददाता स मलन बलाना पड़ा और सभी को यह िव वास िदलाना पड़ा िक उपकरण म कोई तरिट नही ह सभी उपकरण िव वसनीयता हत समय समय पर जाच जात ह आकड़ की तलना की जाती ह तथा तरिटय को दर िकया जाता ह या िफर िबगड़ हए उपकरण बदल िदए जात ह साथ ही िवभागीय मानक का खयाल रखन वाल उपकरण का पिरसर भी दखा जाता ह तािक आकड़ गलत ना ह िनरीकषण लन वाल सभी कमीर भी परिशिकषत ह तथा अनभवी भी इसिलए गलत आकड़ का कोई सवाल ही नही उठता हमझ यह भी बताना पड़ा िक असाधारण तापमान का दजर होना कोई नई बात नही ह रा य उस समय उ ण लहर स पीिड़त था जो िक तापमान को और भी बढ़ान म सहायक रहा इसस पहल भी भीरा म कई बार इस परकार क आकड़ दजर िकए जा चक ह जस 17-3-2005 को 462 िडगरी सलिसयस 27-4-2005 को 490 िडगरी सलिसयस 2-5-2005 को 475 िडगरी सलिसयस 24-3-2016 और 28-4-2016 को 445 िडगरी सलिसयस(यह आकड़ ी सयोग नाईक वजञािनक सहायक पवारनमान कदर मबई स परा त िकए गए ह) िफर भी उनकी तस ली हत मन सभी क समकष अपन पोटबल उपकरण की सहायता स कई परकषण िकए जो िक वहा पर पर थािपत उपकरण स म ल खात थ इसस यह सािबत हो चका था िक आकड़ म कोई गड़बड़ी नही थी मन सभी उपि थत िमिडयाकमीर रा य शासन क अिधकािरय और गराम पचायत सद य को समझाया िक इस परकार क उ ण लहर क दौरान कौन सी सावधािनया लनी होती ह तािक हािन न हो लोग की जानकारी हत हर चौराह पर सावधािनय की जानकारी वाल बनर लगान को कहा दौर स वापस आन पर मन माननीय उपमहािनदशक महोदय को स बिधत जानकारी दी तथा उनक़ आदशानसार आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी - ए को भीरा

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दौर पर तरत भजा भीरा म कायररत परकषण ी रलकर एव ी काबल इनकी सहायता स तरत उसी वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत िकए गए

भीरा वधशाला क अदर एक वचािलत पजर यमापक उपकरण क साथ तापमापक पर थािपत करन का पहला परयास िकया गया

आरआईएमसी अनभाग म बई की ओर स ी योगश पाठक मौसम िवजञानी-ए और उनकी टीम

पजर यमापक क साथ तापमापी लगान क परयास म इन वचािलत उपकरण स परा त डटा (AWS) एव मानवीय िनरीकषण आकड़ क साथ एक माह तक तलना मक अ यास िकया गया तथा दखा गया िक कवल 01 स 05 िडगरी सलिसयस तक यादा कोई फकर नही ह िजसस यह सिनि चत हो चका था िक उपकरण सही काम कर रह थ भीरा की भौगोिलक पिरि थित तल प एव असामा य तापमान क सभािवत कारण भीरा की भौगोिलक पिरि थित तथा तल प पर िवचार कर तो यह स यािदर पवरत खला क बीच बसा ह तथा तीनो तरफ स अगरजी क सी आकार म पवरत स िघरा हआ ह पवरत खला बसा ट नामक प थर स बनी ह यह काल प थर िदन क समय सरज की गमीर स कछ अिधक गमर हो जात ह और

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इनकी उ णता को बनाए रखन म सिकरय होत ह तीन ओर स पवरत खला स िघर होन क कारण इन पर समदर स आन वाली ठडी पि चमी हवाओ का असर नही होता ह िजसक चलत इन प थर म स कछ हद तक उ णता घट सक साथ ही दसर भी कारण का पता चला ऐसा पाया गया िक आस पास क जगल की काफी कटाई हो रही थीकही घास आिद जलाए जा रह थ चावल क खत म भी सखा कचरा बहत अिधक मातरा म जलाया जा रहा था तो कही पर ईट बनान वाली इकाइया अिधक मातरा म भिटटया जला रही थी साथ ही जगल की आग भी एक कारण था

c आकार म पवरत स तीन िदशाओ स िघरा हआ भीरा का पिरसर

इन सभी कारण की वजह स शायद तापमान बढ़ता चला गया इस परकार क मानव िनिमरत कारण स भी पयारवरण को भारी नकसान हो रहा ह और इस परकार की मौसमी घटनाए अब आम हो चकी ह इसस मानवी जीवन क साथ साथ क कण की हिरयाली को भी काफी नकसान झलना पड़ रहा ह म र िनरीकषण अ यास क दौरान मन यह भी दखा िक िसफर 10 िकलोमीटर दरी पर अगर इन अगरजी सी आकार की पवरत खला स बाहर आया जाए तो तापमान 6-7 िडगरी कम पाया गया शायद यही कारण था िक आस पास म बस अलीबाग माणगाव आिद इलाक म तापमान 32 िडगरी रहा जबिक भीरा म 45-46 िडगरी था इसस यह तो सािबत हो चका था िक भीरा का तापमान उ तर क कण या रायगढ़ िजल का परितिनिध व नही कर सकता ह खासकर आम जामन काज आिद की फसल को भी इस ताप विदध क कारण नकसान हो सकता ह स चाई यह ह िक भीरा कडिलका नदी वाटर टनल आिद स िघरा होन क कारण एक ठ डा परदश होना चािहए था पर मानवीय गितिविधय एव भौगोिलक पिरि थित क चलत एक गमर थान बन चका गलोबल तापमान म विदध वस सारा िव व ही आजकल गलोबल तापमान म विदध स परशान ह शायद हमार िलए भीरा एक सबक ह िनसगर वारा दी गई चतावनी ह बढ़त काबरन उ सजरन बढ़त हए सीमट क जगल वाहन स

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िनकलन वाला धआ तापमान म विदध करन वाल शीश क भवन जगल की कटाई पहाड़ की खदाई कारखान स िनकलन वाला धआ ऐस कई कारण ह जो इस सदर िव व को एक िदन बबारद कर दग और यह भी लगता ह िक कही िकसी िदन इन पवरत खलाओ स भिव य म कोई वालामखी न फट जाए वह िदन दर नही जब हम सास लन क िलए भी पराणवाय का िसलडर साथ लकर चलना पड़गा िनसगर को बचान हत कछ सावधािनय की ज रत हाल ही म िदस बर 2015 म पिरस करार क तहत िव व क करीब 196 दश क परितिनिधय न इस करार पर ह ताकषर िकए और शपथ ली िक िकसी भी हाल म हम काबरन उ सजरन को श य पर लाना ह एव आन वाल कछ वष म इस धरातल का तापमान 2 िडगरी स कम करना ह तािक हम आन वाली पीढ़ी को बचा सक अगर इसी तरह चलता रहा तो मौसम का पवारनमान लगाना भी असभव हो जाएगा खाद क कारखान स भी काफी काबरन उ सजरन होता ह इसिलए िसिककम जस एकमातर रा य को उदाहरण मानकर हम खतीबागानसि जया आिद उगान हत िसफर और िसफर ऑगिनक खाद का ही उपयोग करना होगा इस करम म अथरवमर खाद गोबर आिद का उपयोग सहायक हो सकता ह निदय को भी परदषण स मकत रखना होगा कॉ करीट सीमट क जगल कम करन ह ग

ी हमत कारकर मट बी भीरा वधशाला क िनरीकषक ी का बल और महारा टर रा य क रायगढ िजल

क अिधकारी वधशाला क उपकरण का िनरीकषण करत हए मझ यह जानकर ख़शी होती ह िक भीरा जस छोट स पटनस गाव क सरपच भी इस बात को मर समझान पर समझ गए उ ह न यह सिनि चत िकया ह िक गाव क आस पास क करीब 1 स 2 हजार एकड़ खली जमी पर गाव वाल सभी िमलकर हिरत कराित लाएग और वकषारोपण करग कय िक क कण म पानी की कोई कमी नही ह और भीरा म बाध क टनल स इस परा त िकया जा सकता ह

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एक तार की जीवन यातरा दीपाकर िसह

वजञािनक सहायक खगोल िवजञान कदर - कोलकाता

एक तार की जीवन यातरा आकाशगगा म उपि थत धल एव गस क एक अ यत िवशाल मघ (बादल) स श होती ह इस lsquoनीहािरकाrsquo (नबला) कहत ह दरअसल नीहािरका श द की उ पि त स कत क श द नीहार स हई िजसका अथर ह lsquoकहराrsquo लिटन म नीहािरका श द को lsquoनबलाrsquo कहत ह िजसका शाि दक अथर ह lsquoबादलrsquo इन नीहािरकाओ क अदर हाइडरोजन की मातरा सवारिधक होती ह और 23 स 28 परितशत हीिलयम तथा बहत कम मातरा म कछ भारी त व होत ह ऐस ही तार का एक परसित गह ह ओरीयान नीहािरका इसका िव तार लगभग 100 परकाश-वषर ह इसक अदर बहत स नएतार ह तथा इसम अनक ऐस तार ह िजनका िनमारण हो रहा ह वतरमान म सभी वजञािनक इस िसदधात स सहमत ह िक धल और गस क बादल स ही तार का ज म होता ह क पना कीिजए िक गस और धल स भर हए मघ क घन व म विदध हो जाती ह उस समय मघ अपन ही ग वाकषरण क कारण सकिचत होन लगता ह इस सकचन क होन क समय को lsquoहायाशी-कालrsquo कहा जाता ह जस-जस मघ म सकचन होन लगता ह वस-वस उसक क दर भाग का तापमान तथा दाब भी बढ़ जाता ह आिखर म तापमान और दाब इतना अिधक हो जाता ह िक हाइडरोजन क नािभक आपस म टकरान लगत ह और हीिलयम क नािभक का िनमारण करत ह तब तापनािभकीय अिभिकरया (सलयन) परार भ हो जाती ह इस परकरम म परकाश तथा गमीर क प म ऊजार उ प न होती ह इस परकार वह मघ ताप और परकाश स चमकता हआ तारा बन जाता ह जब कोई भारी िपड नीहािरका क पास स गजरता ह तो वह अपन ग वाकषरण स इसम लहर और तरग उ प न करता ह कछ उसी तरह स जस िकसी लाि टक की बड़ी सी चादर पर कछ कच िबखर दन क बाद चादर म एक िकनार स या बीच स एक भारी गद को लढ़का िदया जाए सार कच भारी गद क पथ की ओर जमा होना श हो जाएग धीर धीर य सार कच चादर म एक जगह जमा हो जात ह ठीक इसी तरह नीहािरका म धल और गस क कण एक जगह पर सघिनत होना श हो जात ह पदाथर का यह ढर उस समय तक जमा होना जारी रहता ह जब तक वह एक महाकाय आकार नही ल लता

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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इस ि थित को पवरतारा (परोटो टार) कहत ह जस जस यह पवरतारा बड़ा होता ह ग वाकषरण इस छोटा और छोटा करन की कोिशश करता ह िजसस दबाव बढ़ता जाता ह पवर तारा गमर होन लगता ह साइिकल की यब म जस यादा हवा भरी जाती ह यब गमर होन लगती हजस ही अ यिधक दबाव स तापमान 10000000 कि वन तक पहचता ह नािभकीय सलयन (हाइडरोजन यजन) की परिकरया परारभ हो जाती ह अब पवरतारा एक तार म बदल जाता ह वह अपन परकाश स परकािशत होना श कर दता ह सौर हवाए बची हई धल और गस को सदर अतिरकष म धकल दती ह नव तारा िजसका दर यमान 2 सौर दर यमान स कम होता ह उ ह टी टौरी (TTauri) तार कहत ह उसस बड़ तार को हबीरग एइबीइ (Herbig AeBe) कहत ह य नव तार अपनी घणरन अकष की िदशा म गस की धारा उ सिजरत करत ह िजसस सघिनत होत नव तार की कोणीय गित कम होती जाती ह इस उ सिजरत गस की धारा स तार क आस पास क गस क बादल को दर होन म मदद िमलती ह मखय अनकरम- हटरज परग-रसल आरख की मखय अनकरम पटटी इसिलए मह वपणर ह कय िक अिधकतर तार इसी पटटी म पाए जात ह इसका कारण यह ह िक तार अपन जीवन का 90 परितशत भाग इसी अव था म यतीत करत ह इस अव था म हाइडरोजन का हीिलयम म पिरवतरन काफी ल ब समय तक चलता ह इसक कारण तार क क दर भाग म हीिलयम की मातरा म विदध होती रहती ह अत म तार का lsquoकरोडrsquo हीिलयम म पिरवितरत हो जाता ह जब हीिलयम करोड म पिरवितरत हो जाता ह तो उसक उपरात उनकी तापनािभकीय अिभिकरयाए इतनी अिधक तजी स होन लगती ह िक तार मखय अनकरम स अलग हो जात ह दानव तार मखय अनकरम क प चात तार क क दर भाग म सकचन परार भ हो जाता ह सकिचत होन क कारण उ प न होन वाली ऊजार क कारण तारा फलन लगता ह फलन क उपरात वह एक दानव तारा बन जाता (Giant Star) ह हमारा सयर भी इस अव था म आ जाएगा प वी को छोड़कर बध और शकर जस गरह का नामोिनशान ही िमट जाएगा यिद प वी सयर का गरास बनन स बच भी जाती ह तो भी आग का द याकार गोला बनन क बाद सयर वत वामन तारा बन जाएगा इसस प वी पर एकस-र तथा अ य पराबगनी िकरण की झड़ी-सी लग जाएगी उस समय प वी को जीवन िवहीन करन स कोई भी नही रोक पाएगा वत वामन तार दानवी अव था म पहचन क प चात तार क अदर हीिलयम की ऊजार उ प न होती ह और एक िवशष

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परिकरया क अतगरत हीिलयम भारी त व म पिरवितरत हो जाता ह अतत यिद तारा सयर स पाच-छह गना ही अिधक बड़ा हो तो उसम छोट-छोट िव फोट होकर उसस त त गस बाहर िनकल पड़ती ह उसक उपरात तारा वत वामन (White Dwarf Star) क प म अपन जीवन का अितम समय यतीत करता ह परिसदध भारतीय वजञािनक डॉ सबरमिणयन च दरशखर न यह िसदध िकया िक तार का दर यमान सयर स 44 परितशत स अिधक नही हो सकता इस दर य मान-सीमा को lsquoच दरशखर-सीमाrsquo क नाम स जाना जाता ह नोवासपरनोवा (िव फोटी तार) जो तार सयर स पाच-छह गना अिधक िवशाल होत ह अ तत उनम एक भयकर िव फोट होता ह िव फोटी तार क बाहर का सम त आवरण (कवच) उड़ जाता ह और उसकी सम त दर य-रािश अतिरकष म फ़ल जाती ह पर त उसका अित त त करोड सरिकषत रहता ह इस अदभत घटना को सपरनोवा कहत ह यिद उस तार म अ यिधक तजी स सकचन होन लगता ह तो वह यटरॉन तार का प धारण कर लता ह बशत उस तार का दर यमान हमार सयर स दगन स अिधक न हो कछ िवशष पिरि थितय म तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक इनम स परकाश की िकरण भी बाहर नही िनकल पाती ह इ ह ही क ण िववर या लक होल कहत ह सपरनोवा िव फोट क कारण तार की जो दर यरािश बा य अ तिरकष म िछतरा जाती ह व दर यरािश िकसी िदन नया गरह बनान म भी मददगार हो सकती ह हो सकता ह वह गरह हमारी धरती जसा हो तार क इ ही अवशष म ऑकसीजन नाइटरोजन काबरन लोहािनिकल िसिलकॉन आिद अ य सभी त व पाए जात ह हमारा जीवन अतीत म हए सपरनोवा िव फोट की ही दन ह इसम आपको कोई सदह ह कया एक अम रीकी खगोल शा तरी लखक िवजञान सचारक महान वजञािनक कालर सगन न कहा ह-ldquoहमार डीएनए म नाइटरोजन हमार दात म कि शयम हमार खन म लोहा हमारी एपल-पाई (एक िक म की िमठाई) म काबरन तार क अ दर बन थ हम टार टफ (तारा-पदाथर) स बन हrdquo क ण िववर ( लक होल) जसा िक हम पहल भी बता चक ह िक जब तार इतना अिधक सकिचत हो जात ह िक अ यत सघन िपड ( यटरॉन तार स भी अिधक) बन जात ह िजनम स परकाश का भी िनकल पाना स भव नही होता तो वजञािनक ऐस अ यिधक सघन िपड को lsquoक ण िववर याम िववरrsquo या lsquo लक होलrsquo कहत ह कया कारण ह िक क ण िववर परकाश को भी बाहर नही आन दत ऐसा उस कषतर क अ यत परबल ग वाकषरण क कारण होता ह िवि मत कर दन वाली बात यह ह िक क ण िववर क िनकट काल

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क परवाह म भी बहद पिरवतरन हो जाता ह क ण िववर क अि त व म होन की स भावना सवरपरथम वषर 1783 म कि बरज िव विव यालय क परोफसर जॉन िमशल न बताई थी यिद क ण िववर परकाश की िकरण को नही भजता तो हम उस कस दख सकत ह हम यह अनमान कस लगा सकत ह िक क ण िववर का अि त व ह क ण िववर की क पना हम उस यिकत स कर सकत ह जो सोफ़ पर बठा हआ ह पर त अ य ह हम उस यिकत को नही दख सकत ह कय िक वह यमान नही ह पर त उसक बठन स सोफ़ म ग ढ़ बन जात ह ठीक उसी परकार स तार क ग व कषतर क परभाव को दखकर वजञािनक क ण िववर क अि त व क बार म पता लगा सकत ह हम जानत ह िक आकाश म अनक यगम तार (ऐस तार जो एक-दसर की पिरकरमा करत ह) ह क पना कीिजए उनम स एक तारा क ण िववर ह तो दसर तार क दर यमान क बार म खगोलीय िविधय वारा जानकारी परा त की जा सकती ह परिसदध वजञािनक टीफन हॉिकग न सामा य सापकषता िसदधात तथा कवाटम भौितकी क िसदधातो क आधार पर यह िन कषर िनकाला ह िक क ण िववर िकसी गमर िपड (कि णका िप ड) की भाित एकस और गामा िकरण का उ सजरन करत ह कई वजञािनक का मत ह िक हमारी आकाश गगा म ही करोड़ -अरब की सखया म क ण िववर हो सकत ह वतरमान म भी कई खगोलिवद का यह मत ह िक क ण िववर कवल एक क पना मातर ह

सदभर - 1 िवजञान िव व 2 परदीप 3 नासा

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पव तर भारत म कालबसाखी का परकोप रजन फकन

वजञािनक-बी मौसम कदर - अगरतला

पव तर भारत म माचर स मई महीन क बीच गरज क साथ तफान का गभीर परभाव दखा जाता ह इसक साथ-साथ कभी-कभी भारी वषार ओलावि ट चडवात आिद क कारण इस कषतर म बहत हािन होती ह मर छातराव था क दौरान अकसर ऐसा होता था िक अपरल क महीन म जब इिडयन परीिमयर लीग (आईपीएल) श होती थी तभी शाम को परचड मघ-गजरन और तज़ वषार क कारण िबजली चली जाती थी और खल का आनद उठान का मौका नही िमलता था िफर अगल िदन सबह दखता था िक तज धप िनकल आई ह तब मन म सवाल आत थ िक यह कस होता ह कछ ही घट पहल जो इतनी तज वषार करवा रह थ व बादल कहा गए कया आज शाम को व िफर आएग बाद म जब म री िनयिकत भारत मौसम िवजञान िवभाग म हई तब पता चला िक जो मझ सिचन सहवाग गल की ब लबाजी दखन स रोकता थाउस पिरघटना को मौसम िवजञान क श द म कालबसाखी कहत ह चिक यह काल पी पिरघटना बसाख क महीन म पवीर और पव तर भारत म ती हािन का मखय कारण ह इसिलए इसको इस कषतर म काल बसाखी कहा जाता ह यह पिरघटना मखयतः मॉनसन -पवर ऋत अथारत माचर अपरल और मई महीन म दखा जाती ह माचर क महीन म सयर क प वी क उ तरी गोलाधर म परवश करत ही भारत की थल भिम का तापमान धीर-धीर बढ़न लगता ह इसक कारण सतह क ऊपर की हवा भी गरम होन लगती ह सवहन क वारा यह हवा ऊपर उठन लगती ह और अपन साथ-साथ नमी को भी ऊपर ल कर जाती ह ऊपरी वायमडल म यह हवा ठडी होती ह और सघिनत होन क बाद ई या कपास की तरह िदखन वाल छोट-छोट बादल िनिमरत होत ह िज ह कपासी मघ कहा जाता ह उसक बाद अगर वातावरण अि थर हो तो इन मघ को बढ़न क िलए और अिधक शिकत िमलती ह और इनकी ऊचाई बढ़न लगती ह कछ समय क बाद यह काल-घन मघ म पिरवितरत हो जात ह िज ह कपासी वषीर मघ कहा जाता ह यह मघ कभी-कभी जमीन स 15-16 िकलोमीटर या अिधक ऊचाई तक पहच जात ह और इनक अ दर हवा क बहत तज ऊ वारह और िन नवाह चलत रहत ह इसक बाद िबजली मघ-गजरन और तज ठडी

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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हवाए श होती ह कभी-कभी अचानक परचड प स तज हवाए चलन लगती ह जो कम समय म ही भारी कषित करती ह एक िमनट या इसस अिधक समय तक रहन वाली ऐसी परचड हवाओ को मौसम िवजञान म चडवात नाम स जाना जाता ह कपासी वषीर मघ िजतन अिधक ती होत ह मौसम भी उतना ही खतरनाक होता ह कभी-कभी यह मघ छोट आकार क होत ह जो िक काफी धीमी गित स आग बढ़त ह और एक दो गरज और हलकी वषार करवा कर ख़ म हो जात ह लिकन कभी-कभी यह काफी बड़ आकार क होत ह िजसस वषार गजरन और हवाए यादा होती ह कभी-कभी अनक मघ एक रखा म जड़कर धनष का प लत ह िजस चडवात पिकत कहा जाता ह चडवात पिकत क प म जड़ जान पर यह मघ 60-70 िकमी परित घट या अिधक र तार स आग बढ़न लगत ह और जमीन क आस-पास हवा की गित 100 िकमी परित घट स भी अिधक होती ह इसस िव तत कषतर म बहत यादा नकसान होता ह

िचतर 1 कपासी वषीर मघ म चलन वाल ऊ वारह और िन नवाह

मॉनसन -पवर ऋत म इन तफान की उ पि त िबहार गागय पि चम बगाल या बागलादश क ऊपर होती ह और यह तज गित स पि चम स परब की तरह बढ़ती जाती ह इस गितिविध क दौरान इसक रा त म आन वाल हर एक कषतर को यह परभािवत करता ह और कछ ही घट म यह कषीण हो जाता ह इन तफान म बहत स मन य पश-पिकषय क पराण चल जात ह और कछ बघर हो जात ह खत म काम करत समय िकसान की म य हो जाती ह काफी लोग क घर टट जात ह और पहाड़ी कषतर म भ खलन हो जाता ह जन महीन म मॉनसन ऋत का आगमन होत ही इन गजरन की ती ता कम हो

जाती ह ऐस म वषार तलना मक प स यादा होती ह और मघ गजरन कम होन लगत ह वषर 2018 म ितरपरा रा य म कालबसाखी का परकोप

ितरपरा पव तर भारत क उन रा य म स एक ह जहा कालबसाखी का ती परकोप दखा जाता ह

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रा य क अगरतला एव कलाशहर म ि थत भारत मौसम िवजञान िवभाग की दो वधशालाओ स परा त त य स यह पाया गया ह िक यहा अपरल और मई क महीन म 40 परितशत स भी अिधक िदन म मघ-गजरन होता ह वषर 2018 की मॉनसन पवर ऋत ितरपरा क िलए बहत ही भयानक रही रा य की राजधानी शहर अगरतला क मौसम िवजञान कदर म इस साल मॉनसन पवर ऋत म कल 18 चडवात दजर िकए गए जो िक सामा य क मकाबल तीन गना अिधक ह इसी साल 18 मई क िदन अगरतला म चौबीस घट क अ दर कल 2428 िमलीमीटर वषार हई जो िक उपल ध त य क मतािबक यहा मॉनसन -पवर ऋत म एक िदन म होनी वाली सबस अिधक वषार का नया िरकॉडर ह यह अब तक अगरतला म िकसी भी ऋत म एक िदन म होन वाली सवारिधक वषार क मामल म अब दसर नबर पर ह इस साल मई म अगरतला म कल 7303 िमलीमीटर वषार हई जो मई क महीन म यहा अब तक का सवारिधक ह कलाशहर म भी इस महीन म 6837 िमलीमीटर वषार हई लिकन यहा मई म इसस भी यादा वषार होन क त य पाए गए ह इसी महीन क दौरान अगरतला और कलाशहर म करमशः 22 और 24 िदन म घ-गजरन हए जो सामा य स कई अिधक ह दोन वधशालाओ म इस साल पर मॉनसन -पवर ऋत म करमशः 9797 एव 9257 िमलीमीटर वषार हई और यह दोन आकड़ भी सामा य क मकाबल अिधक ह इस दौरान पर रा य म काफी नकसान होन की खबर अख़बार और दरदशरन क मा यम स दखी गई अगरतला म ि थत मौसम रडार म हर साल कालबसाखी की कई पिरि थितया दखन को िमलती ह इनम स 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क रडार िचतर को दशारया गया ह इन दोन अवसर पर चडवात पिकतय क प म सयोिजत होन वाल कपासी वषीर मघ क कारण सम त रा य म मघ गजरन तज हवाए और वषार का परकोप दखा गया आजकल मोबाइल फ़ोन इ टरनट आिद की लोकिपरयता क कारण मौसम स बिधत चतावनी तजी स लोग तक पहचती ह और काफी हद तक इसक परकोप स लोग और पालत पश-पिकषय को बचाया जा सकता हभारत मौसम िवजञान िवभाग क इनसट-3 डी उपगरह स परा त िचतर स इनकी उ पि त क बार म परकषण िकया जा सकता ह पवीर और पव तर भारत म कोलकाताअगरतलािडबरगढ़ (मोहनबाड़ी)और चरापजी म लग मौसम रडार स इस कषतर म काफी हद तक चरम मौसम वाल मघ की तजी और िदशा का पता लगाया जा सकता ह यह मौसम रडार हर दस िमनट म मघ क अव थान क िचतर तयार करत ह मौसम रडार क य सीमा म आत ही इन तफान क कषितज और उ वारधर िव तार का पता चल जाता हइसक अलावा मौसम िवजञान क बड़ आकार क ग बार हवा म छोड़ जात ह जो 30-35

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िचतर 2 डॉपलर रडार अगरतला स परा त 9 एव 10 मई 2018 को होन वाल चरम मौसम क िचतर

िक०मी० की ऊचाई तक पहच कर ऊपरी वायमडल क मौसम क त य दत ह ख़राब मौसम की स भावना होन पर भारत मौसम िवजञान िवभाग क कषतरीय थानीय कायारलय वारा ता कािलक पवारनमान जारी िकया जाता ह जो आपदा परबधन िवभाग और मीिडया क जिरय लोग तक पहचता ह मौसम िवभाग वारा मौसम क सटीक पवारनमान एव चतावनी इसक समयोिचत परसार और सिकरय आपदा परबधन क जिरए कालबसाखी स होन वाली हािन को काफ़ी हद तक कम िकया जा सकता ह इसक िलए ज़ री ह िक इसस जड़ सभी कायारलय एकितरत होकर काम कर कय िक िमल कर करन स कायर बहतर तरीक स और कम समय म िकया जा सकता ह और सफलता पान की सभावना बढ़ जाती ह

कालबसाखी स भीषण हािन होन क अलावा इसक कछ फायद भी ह कालबसाखी स होन वाली वषार इस अचल म किष कषतर क िलए बहत ही उपयोगी ह साथ ही साथ इस कषतर म कालबसाखी की वषार की वजह स अपरल-मई की गमीर स भी लोग को राहत िमलती ह िदन भर की कड़ी धप की वजह स जब िदन का तापमान 35 िडगरी सि सयस या इसस अिधक पहच जाता ह तब शाम को होन वाली वषार क कारण ही लोग रात को चन की नीद सो पात ह कालबसाखी एक अित िविचतर पिरघटना ह िजसकी वजह स वजञािनक क अलावा किव गायक आिद भी इसक तरफ खीच आत ह किव ग रिवदरनाथ ठाकर स लकर क कई सािहि यकार न अपन लख अथवा सगीत म कालबसाखी का वणरन िकया ह लखक मौसम कदर अगरतला क परभारी िनदशक ी डी साहा महोदय एव िहदी िशकषण योजना क िहदी परा यापक ी रामपरकाश यादव महोदय क पररणा एव पथ-परदशरन क िलए उनका आभारी ह इसक साथ भारत मौसम िवजञान िवभाग क अगरतला एव कलाशहर वधशालाओ क सभी सहकिमरय का शकरगज़ार ह िज ह न हर एक पिरि थित म परकषण क वारा इन त य को अ ययन क िलए उपल ध करवाया

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च न - चकरवाती तफान वदार एनरिवशकर वामी

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo

परादिशक मौसम कदर - च न पिरचय

6 िदस बर की दोपहर म दिकषण-पवर बगाल की खाड़ी पर एक अवदाब (depression) िवकिसत हआ पहल उ तर-पि चम िदशा की ओर िफर उ तर िदशा की ओर बढ़त हए 7 िदस बर की म य राितर यह एक गहन अवदाब (deep depression) क प म तथा 8 की सबह एक चकरवाती तफान (cyclonic storm) ldquoवदारrdquo क प म सशकत होत हए 9 की म य राितर एक भीषण चकरवाती तफान (severe cyclonic storm) क प म परचड हआ िफर यह पि चम-उ तर-पि चम िदशा की ओर बढ़ा और 10 िदस बर की शाम को पि चम-म य तथा आस-पास क दिकषण बगाल की खाड़ी पर अ यत भीषण चकरवाती तफान क प म घनीभत हो गया उसक बाद यह पि चम िदशा की ओर बढ़त हए 12 िदस बर 2016 को 1500-1700 बज क बीच च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा 11-12 िदस बर 2016 को जब यह िस टम उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट क पास था तब कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न न उ तरी तिमलनाड-दिकषणी आधर परदश तट पर ि थत मानवगत तटीय वधशालाओ (manned coastal observatories) म परित घटा िवशष परकषण क मा यम स वधशालाओ म थािपत वलखी उपकरण वारा मौसमी पराचल (meteorological parameters ) की लगातार िरकॉिडरग वारा भ- खलन वाल कषतर म और उसक आस-पास (च न और उसक आस-पास) लग वचािलत मौसम टशन च न बदरगाह क िनकट थािपत डॉ लर मौसम रडार तथा च न (नगमबककम) वधशाला पर थािपत उ च पवन-गित िरकॉडरर (High Wind Speed Recorder) वारा इस चकरवात क मागर और ती ता पर लगातार िनगरानी रखी सभी उपल ध परकषणीय आकड़ स भ-खलन क पहलओ का पता लगान म मह वपणर जानकारी परा त हई ह उपयरक त यवि थत परकषण क अलावा आकड़ सचनाओ को एकतर करन क िलए एक बिनयादी सवकषण भी करवाया गया िजसस भ- खलन क समय परभािवत थान तथा समय का ठीक स पता लगान क िलए जानकारी परा त करन हत मह वपणर आकड़ परा त िकए जा सक कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न वारा भ खलन क प चात करवाए गए सवकषण स परा त िकए गए िन कषर पर इस िरपोटर म

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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परकाश डाला गया ह सवकषण की परिकरया भ- खलन क बाद क सवकषण की ओर बढ़न स पहल परकषण आकड़ और मीिडया वारा बताई गई कषित का एक आरि भक अ ययन िकया गया तािक सवकषण हत थान का चयन िकया जा सक इलकटरॉिनक मीिडया वारा लगातार िदखाई गई लाइव िरपो रस स चकरवात क भ-थल परवश क पहलओ क िवषय म मह वपणर सचना िमली इन आकड़ तथा सचनाओ क आधार पर कषतरीय दल वारा सवकषण िकए जान वाल कषतर का चयन िकया गया इसक बाद चकरवात म यअल क अ याय 11 तथा कषतरीय चकरवात चतावनी कदर च न क उप महािनदशक तथा परभारी िनदशक क िनदशन म ी जी राजदरन मौसम िवजञानी-बी क नत व म ी डी मरगथवल मौसम िवजञानी- ए ी एम ीिनवासन

रिडयो मकिनक तथा वाहन चालक ी पी िशव शकर चकरवात की घटना क 24 घट क अदर ही चकरवात क बाद क हालात पर सवकषण करन और चकरवात क िवषय म वा तिवकता का पता लगान तथा जानकारी एकतर करन भ खलन क थान इसक मागर तथा तिमलनाड उप मडल क च न ित व लर काचीपरम तथा िनकटवतीर िव लपरम ित व नमलाई और वलोर क चकरवात परभािवत कषतर म जान माल को हए नकसान का पता लगान क उ य स 13 िदस बर 2016 को परातःकाल म च न स दौर पर गए यह दौरा 16 िदस बर 2016 को पणर हआ

शािमल िकए गए िजल

सवकषण दल न चकरवात परभािवत िजल जस च न ित व लर काचीपरम का दौरा िकया दल न आिशक प स परभािवत वलोर ित व नमलाइ और िव लपरम िजल का भी दौरा िकया दल न चकरवाती तफान क गजरन क समय हवा की परकित तथा उस समय क मौसम तफानी लहर और समदर क कषरण आिद क िवषय म जनता स बात-चीत भी की सवकषण दल न इस स बध म अनक सरकारी किमरय स भी भट की

सवकषण दल वारा िन निलिखत कषतर का दौरा िकया गया-

13122016 च न पोटर कािसम द तदइवरपट ित वोिटटवर ए नोर िमजर पिलकाट झील तथा पो नरी 14122016 अराकोनम श िलघर वलजा वलोर आरकोट अरणी कलवाई च वर मोरनम तथा व बककम

15122016 वलजाबाक बालर र डी पलवम पलवा सीवरम प डपाई वदलर च गलपटट तथा ित काज़ कदरम

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16122016 मरककणम क पककम पधपिटटनम सातरस न मिल कोवलम कल बककम शोिलगन लर

ित पो र वीजीपी (ईसीआर) म दवककम ओएमआर तथा दिकषण च न सवकषण दल का मागर मानिचतर िचतर 1 म दशारया गया ह िचतर 2 म च न तथा उसक आस पास िविवध परकषणीय सिवधाओ को दशारया गया ह

िचतर 1- सवकषण दल का ट मप (मागर मानिचतर) िचतर 2-च न तथा उसक आसपास िविवध परकषणीय सिवधा

थल परवश क थान

िचतर 3 म च न तथा उसक आस-पास 12 िदस बर 2016 को 06-12 यटीसी क दौरान पर यक घट पर िलए गए सामियक परकषण को दशारया गया ह NBK म 09 यटीसी तक उ तर-पि चम स 11 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा म हवाए चली तथा 1000 यटीसी पर शात हवा चली जो दशारता ह िक ततर का कदर 12 िदस बर 2016 को NBK क ऊपर स 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530 बज) गजरा MBK पर 1100 यटीसी (भारतीय मानक समय 1630 बज) चलन वाली ह की हवाओ तथा 1000 यटीसी पर दिकषण-पि चम िदशा स 1200 यटीसी पर दिकषण पवीर िदशा तक उ टा बहन की परिकरया यह दशारती ह िक परणाली का कदर 1100 यटीसी पर MBK क पास स होकर गजरा 09-12 यटीसी क दौरान ए नोर ि थत वचािलत मौसम टशन वारा अिभलिखत पवीर हवाओ तथा भारतीय वाय सना ता बरम वारा अिभलिखत पि चमी हवाओ स यह पता चलता ह िक थल परवश ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर की ओर था अतः थल परवश 09-11 यटीसी (भारतीय

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मानक समय 1430-1630 बज) क आस-पास च न ए नोर क दिकषण तथा ता बरम क उ तर म हआ

12 िदस बर 2016 को िलए गए परित-घटा िवशष सतह परकषण

िचतर 3 12 िदस बर 2016 को 6-12 यटीसी क दौरान िलए गए परितघटा सामियक परकषण

थल परवश की ती ता

12 िदस बर 2016 को च न तथा उसक आस-पास ि थत वधशालाओ (manned observatories) तथा वचािलत मौसम टशन पर अिभलिखत िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) क वतरमान परकषण को तािलका 1lsquoअrsquo और lsquoबrsquo म दशारया गया ह िचतर 4 म12 िदस बर को च न NBK तथा मीना बककम पर अिभलिखत दाब तथा पवन को दशारन वाल वलखी चाटर (बरोगराफ तथा डाइ स पीटीएनीमोगराफ) दशारए गए ह तथा तािलका 1 ldquoसीrsquo म इन चाट म अिभलिखत िन नतम दाब और अिधकतम पवन-गित को िदखाया गया ह 12 िदस बर2016 को 1000 यटीसी (भारतीय मानक समय 1530) NBK वधशाला पर िन नतम मा य समदर तल दाब (MSLP) 9750 hPa िरकॉडर िकया गया उ चतम 24 घट का परशर फाल 309 hPa भी इसी टशन पर रहा सबस अिधक उ चतम पवन गित (Vmax) NBK पर HWSR वारा 0800 यटीसी (भारतीय मानक समय 1330) पर 577 नॉट तथा

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लगभग 0815-0820 यटीसी (भारतीय मानक समय 1345-1350) पर MBK पवनलखी वारा िरकॉडर की गई

तािलका 1अ वधशालाओ वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब स सबिधत आकड़

टशन Station समयTime

यटीसी

(UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पी24

P24 (hPa)

समययटीसी

Time (UTC)

पवन गित (नॉट)

Wind Speed (kt)

पवन िदशा Wind Direction (deg)

च न (नगमबककम )

1000 9750 -309 0900 30 उ तरपि चमी-उ तरी

च न(मीना बककम) 1000 9756 -302 0900 50 पि चमी

तािलका1ब वचािलत मौसम टशन वारा िरकॉडर िकए गए िन नतम मा य समदरतल दाब क आकड़

टशन

Station

अकषाश दशातर

LatLon (deg)

समययटीसी

Time (UTC)

िन नतम मा य समदरतल दाब (hPa)

पवन गित (नॉट) Wind Speed (kt)

पवन िदशा

Wind Direction (deg)

पी 24 P24 (hPa)

च न(नगमबककम) 131N802E 1000 977 4 80

ए नोर पोटर 132N803E 0900 9791 48 10 -267

माधवराम- एगरो 132N802E 1000 9773 21 50 -297

मीना बककम)इसरो 130N802E 1000 978 11 200 -296

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िचतर 4-12िदस बर2016 को नगमबककम और मीना बककम पर बरोगराफ तथा पवनलखी की िरकॉिडरग

तािलका 1 सी वलखी चाट पर िरकॉडर िकए गए िन नतम दाब और अिधकतम पवन टशन

टशन

समय (भामास) Time (IST)

यनतमदाब

(hPa)

समय (भामास) पवन गित

(िकमीपरित घटा)

पवन िदशा

च न (नगमबककम )

1530

(1000 UTC)

9750 1240

(0710 UTC)

114 उ तर-पि चमी-उ तरी

च न (मीनामबककम)

1600

(1030 UTC)

9756 1345-1350 (0815-0820 UTC)

122 उ तर-पि चमी

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रडार स लकषण

च न क डॉ लर वदर रडार क 12 िदस बर 2016 क परित घटा िरपोटर म 04-15 यटीसी क दौरान यह दखा गया िक च न म लगभग 09-11 यटीसी क आस-पास थल परवश हआ डॉ लर वदर रडार

च न वारा परा त िकए गए चकरवात कदर क मागर को िचतर 6 म िदखाया गया ह ती ता क िवषय म

रडार वारा 07 यटीसी (भामास 1230) पर 00 िकमी ऊचाई पर अिधकतम रिडयल वग 3767 मीटरस (73 नॉट) (या अिधक) िरपोटर की गई थल परवश क आर भ होन क समय क आस पास (08 यटीसी भामास 1330) लगभग 200 मीटर की ऊचाई पर 4247 मीस (83 नॉट) की पवन गित पाई गई

िचतर 5- च न म थल परवश को दशारता हआ डॉ लर वदर रडार का िचतर

िचतर 6- डॉ लर वदर रडार च न वारा परिकषत चकरवात क कदर का मागर

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पर यकष वषार

तिमलनाड क च न काचीपरम ित व लर तथा िव लपरम िजल म 13 िदस बर को 0830 बज समा त होन वाल 24 घट क दौरान अिधकाश थान पर भारी तथा कछ थान पर बहत भारी और एक या दो थान पर बहत अिधक भारी वषार हई तिमलनाड क व लोर क णािगिर ित व नमलाई िजल म

तटीय आधर परदश नलोर िजल म तथा रायलसीमा क िच तर अनतपर और कड पा िजल म उसी िदन भारी स बहत भारी वषार हई सवारिधक वषार 38 समी काचीपरम िजल म स यभामा िव विव यालय वारा िरकॉडर की गई (13 िदस बर 2016 को भामास 0830 बज समा त 24 घट क दौरान कल भारी वषार ge7 समी िरकॉडर की गई चकरवात क कारण िजलावार वषार की मातरा समी म नीच दशारई गई ह (सबिधत िजल का नाम को ठक म िदया गया ह)

तिमलनाड

अ यिधक भारी वषार (ge समीिदन) स यभामा िव विव यालय (काचीपरम)-38 कटटक पम (काचीपरम)-34 काचीपरम (काचीपरम)-28 कलवाई (वलोर)-23 पनाम ली (ित व लर)-22 च बराबककम (ित व लर)- 21 मीना बककम-20

बहत भारी वषार (12-20 समीिदन) ीप बदर (काचीपरम)- 17 च बर बककम (ित व लर)- 16

यरकॉड (सलम)-15 आलगयम (व लोर)-15 ता बरम ( काचीपरम)-14 नग बककम-12 भारी वषार (7-12 समीिदन) व लोर-11 म लनाथर (व लोर)-9 ितर प तर-8 पदी (ित व लर) -9 महाबलीपरम (काचीपरम) उिथरम र (काचीपरम) ित प तर(व लोर) मदरतगम (काचीपरम) क णािगिर (क णािगिर) शलािगिर(क णािगिर) होसर (क णािगिर) वदावासी (ित व नमलाई) मरककनम (िव लपरम) विनय बिद (व लोर) गिडयतम (व लोर) तथा च यर (काचीपरम)-पर यक 7 तटीय आधर परदश

बहत भारी अ माकर ( न लोर)-13 िवजामर (न लोर) -12 भारी उदयािगिर (न लोर) -11 स लरपटा (न लोर) कदकर (परकाशम) - पर यक 9 कवली ( न लोर) न लोर (न लोर) विलगडला (परकाशम) ndash

पर यक 8 रापर ( न लोर) गडर (न लोर) वकटािगिर (न लोर)शार (न लोर) ndashपर यक 7 रायलसीमा बहत भारी ित मला (िच तर) - 15 प तर (िच तर) ndash 14 नगरी (िच तर) -12

भारी िच तर कोडर (गड पा) स यवद (िच तर) ndash पर यक 10 वकटािगिर कोटा ((िच तर) पालसमदरम

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(िच तर)ndash पर यक 9 न बिलपिलकता (अनतपरम) तोटट बद (िच तर) ित पित हवाई अ डा (िच तर) अतलर (कड पा) राजाम त (कड पा) मदाप ल (िच तर) क पम (िच तर) पकला (िच तर) सा बप ल (कड पा) रोयाचोटी (कड पा)ndash पर यक 7

झझावात

12 िदस बर 2016 को 03-15 यटीसी क दौरान उ तर तिमलनाड और दिकषणी आधर परदश तट पर 100-130 िकमीपरित घटा की र तार स परचड हवाए चली भारत मौसम िवजञान िवभाग क नग बककम (च न) क डाई स परशर यब एनीमोगराफ वारा अिधकतम पवन गित 122 िकमीपरित घटा तथा इसरो ीहिरकोटा टॉवर क यतर वारा अिधकतम पवन गित 99 िकमीपरित घटा िरकॉडर की गई

तफान की लहर

12 िदस बर को भारतीय मानक समय 1200 पर पिलकट लक क िनकट 1 मीटर ऊचाई की तफानी लहर उठी उस समय खगोलीय वार 047 मीटर थी अतः कल वारीय तरग की ऊचाई 147 मीटर रही

कषित की िरपोटर िविभ न थान स िपरट और इलकटरॉिनक मीिडया तथा साथ साथ आम जनता न भी थल परवश बल कषतर का मआयना िकया तथा वा तिवकता यािन ज़मीनी स चाई क िचतर हम उपल ध कराए चिक थल परवश का परकोप घनी आबादी वाल म टरो शहर च न म पड़ा इसिलए उ तरी तिमलनाड तथा दिकषण आधर परदश पर लगभग 7-8 घट परचड वाय चली इसस अनक भवन को कषित पहची कई हज़ार वकष जड़ स उखड़ गए िबजली क ख भ िगर जान स दरसचार सवाए व त हो गई और खत म फसल को बहत अिधक नकसान पहचा

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िचतर 7- VSCS वदार क भ खलन स हए नकसान क कछ िचतर

कषतर सवकषण और िन कषर

एकतर िकए गए उपरोकत आकड़ सचनाओ क आधार पर एक आरि भक अनमान लगान क बाद हमार बिनयादी सवकषण दल न VSCS वदार क भ खलन क दौरान सवारिधक परभािवत कषतर का दौरा आर भ िकया यह भी तय िकया गया िक वा तिवकता जानन क िलए गर-परयोगा मक तथा एक िव तत सवकषण जनता क बीच जा कर िकया जाए तफान क बार म तथा इसक परभाव की सचनाए एकतर करन और वा तिवक स चाई जानन क िलए यापक सवकषण िकए गए सवकषण क दौरान यिकतय स अनक पर न पछ गए तथा उनस अनरोध िकया गया िक व िव तार स हवा की िदशा तथा

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अनमािनत गित घटना का समय शात होन का समय आिद क िवषय म बताए उनस यह भी अनरोध िकया गया िक यिद उनक पास कोई आकड़ ह तो व भी उपल ध कराए इस परकार परा त जानकारी तथा आकड़ को िनकटवतीर मौसम वधशाला या अशकािलक वधशाला या भारत मौसम िवजञान िवभाग और पराईवट वचािलत मौसम टशन क िरकॉडर म उपल ध आकड़ क साथ दोबारा जाच की गई तािक िकसी िन कषर पर पहचा जा सक चिक यह िस टम च न क िनकट उ तरी तिमलनाड क तट स होकर गजरा था इसिलए कषतर सवकषण दल न उ तर िदशा की ओर पवर तट क मागर स अपना दौरा आर भ िकया दल क पास जीपीएस िपर मिटक क पास िडिजटल कमरा और कछ अ य इलकटरॉिनक उपकरण जस वॉइस िरकॉडरर आिद थ दौरा िकए गए िविवध कषतर तथा एकतर की गई सचनाओ को नीच दशारया गया ह

कासीम द िफिशग हाबरर ( अकषाश 131 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) कासीम द क मछआर न सिचत िकया िक जब िस टम क िपछल भाग न तट को पार िकया तब दिकषणी दिकषण-पवीर हवाओ क चलन क कारण उनका बहत अिधक नकसान हआ ह जबिक अगल भाग क तट को पार करत समय उ तरी उ तर-पवीर हवाओ क कारण कम नकसान हआ ह उ ह न यह भी बताया िक समदर तल स 15 स 20 मीटर ऊपर तक की तफानी लहर स उनक कषतर म 500 स 1000 नौकाओ को कषित पहची ह या व डब गई ह उ ह न यह भी कहा िक उ ह न लगभग 2 घट बाद शात हवा और ह की वषार का अनभव िकया ित वो िटरवर क पम ( अकषाश 1317 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) यहा भी मछआर न बताया िक हवा क पलटन स नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ ह और बहत सी नौकाए डब गई ह उ ह न तफानी लहर का भी अनभव िकया मछआर न कहा िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग क समय रहत चतावनी िमल गई थी और उ ह पहल स सावधानी बरतन म सहायता िमली

ित वो िटरवर तालक कायारलय सवकषण दल न ित वो िटरवर क तहसीलदार स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा और उ ह न बताया िक वहा कोई जनहािन नही हई थी और वहा क िनवािसय वारा पवन गित 90 स 100 िकमी परित घटा महसस की गई उ ह न बताया िक तटीय कषतर म समदर का जल- तर 08

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स 10 फीट तक ऊचा उठा था

तलनक पम (अकषाश 132 िड उ तर दशातर 803 िड पवर) ऊची लहर क कारण समदर तट लगभग 20 मीटर तक न ट हआ िनवािसय न कहा िक उ ह न घट तक तज़ धल भरी हवाओ को महसस िकया रा य सरकार क कमरचािरय न भारत मौसम िवजञान िवभाग की समय रहत िमल गई चतावनी क अनसार पहल स थानीय िनवािसय को वहा स िनकाल कर सरिकषत थान पर पहचा िदया था

ए नोर पोटर ( अकषाश 1321 िड उ तर दशातर 8032 िड पवर) ए नोर पोटर क अदर अनक वकष जड़ स उखड़ गए और अनक घर की छत उड़ गई िसगनल टशन की िखड़िकय क प ल परी तरह टट गए और छत क पख क लड मड़ गए िस टम क वहा स गज़रत समय उ तर-पि चम स पवीर हवा चल रही थी

पलीकट लक ( अकषाश 1356 िड उ तर दशातर 8021 िड पवर) सवकषण दल न पलीकट क मछआर स मलाकात की और वदार स हए नकसान क िवषय म पछा उ ह न बताया िक उस समय समदर का जल तर तथा निदय का जल तर एक स दो मीटर तक बढ़ गया िजसक कारण वहा क 15 गाव क सभी िरहायशी इलाक म परी तरह पानी भर गया और नौकाओ को बहत अिधक नकसान हआ कय िक निदय की तज़ धाराओ म अनक नौकाए बह गई और नदी क पल स टकरा कर टट गई और अनक नौकाए बह गई पड़ की अनक शाखाए टट कर दो यिकतय पर िगर गई लाइट हाउस म इमली का एक बड़ा वकष पवर-पि चम िदशा म जड़ स उखड़ कर िगरा और ताड़ क अनक पड़ टट कर पवर-पि चम िदशा म िगर गए लाइट हाउस क ऑिफस इचाजर न बताया िक उ ह न अपन जीवन काल म इतनी तज़ हवा कभी महसस नही की थी उ ह न यह भी बताया िक उ ह भारत मौसम िवजञान िवभाग का पवारनमान तथा चतावनी समय रहत िमल गई थी मरककणम ( अकषाश 1218 िड उ तर दशातर 7993 िड पवर) इस कषतर म तफान का अिधक परभाव नही पड़ावहा क िनवािसय न बताया िक पि चम िदशा स 50 िकमीपरित घटा की गित स हवाए चली सवकषण दल को इस कषतर म कोई बड़ा नकसान दखन को नही िमला

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साधरगपिटटनम ( अकषाश 125 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर क मछआर न सिचत िकया िक उ ह न दिकषण- पि चमी िदशा स 80-90 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की उ ह न बताया िक कछ नौकाओ को नकसान हआ ह इस कषतर म कछ वकष कषितगर त हए ह मछआर क इस गाव म टाइल और चादर वाल कछ घर कषितगर त हए ह

महाबलीपरम (अकषाश 126 िड उ तर दशातर 801 िड पवर) इस कषतर म िनवािसय न सिचत िकया िक उ ह न पि चमी िदशा स 90-100 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष और िबजली क ख भ उखड़ गए िव यत आपितर बािधत होन क कारण लगभग सभी पयरटक न तट स चकरवात गजर जान क बाद उस कषतर को खाली कर िदया

कोवलॉ ग (अकषाश 127 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) इस कषतर म मछआर न बताया िक उ ह न पि चमी िदशा स 100-110 िकमी परित घटा की र तार स हवाए महसस की बहत स वकष िबजली क ख भ और टरासफॉमरसर उखड़ गए वहा 4-5 िदन तक िव यत आपितर बािधत रही इस कषतर म ऊपर बताई गई गित स तज हवाए महसस की गई और यह कषतर वाल कलाउड रीजन का दिकषणी भाग परतीत होता ह

वीजीपी थीम पाकर ( ईसीआर) (अकषाश 129 िड उ तर दशातर 802 िड पवर) वीजीपी थीम पाकर क अदर भामास लगभग 1500 बज दिकषण-पि चमी िदशा स आन वाली तज़ हवाओ क कारण बहत स बड़ वकष उखड़ गए थीम पाकर की परोफलर इ पोटड म टल शी स की छत तज़ हवाओ क कारण दर उड़ गई िजसस पाकर को आम जनता क िलए एक स ताह क िलए बद करना पड़ा

ज़मीनी सवकषण क िन कषर च न िस टम च न क समीप स गजरा तथा भारत मौसम िवजञान िवभाग क सतह परकषण क अनसार पहल यह दिकषण-पि चमी िदशा म च न (नगमबककम की ओर तथा िफर च न (मीना बककम) की ओर

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बढ़ा डॉ लर वदर रडार क परकषण क अनसार भामास 1530 बज यह च न (ता बरम) पर किदरत था िजसक फल व प च न म तज़ हवाओ क कारण भारी कषित पहची हज़ार बड़-छोट वकष उखड़ गए अनक घर की छत उड़ गई और अनक थान पर वकष क िगरन स क पाउड वाल िगर गई बड़ी सखया म सड़क और बस टड आिद कषितगर त हए वदालर ज़लॉिजकल पाकर तथा िगडी नशनल पाकर च न म अनक वकष उखड़ गए क पाउड वाल िगर गई िजसक कारण पाकर को जनता क िलए बद करना पड़ा कासीम द िफिशग हाबरर ित वो िटरवरक पम तथा तलक पम िफिशग हमलट जस कषतर म अनक नौकाओ क कषितगर त होन टटन तथा डबन की सचना िमली तज़ हवाओ क कारण अनक उपनगरीय MRTS रलव टशन पटरोल प प की छत उड़ गई िबजली क अनक ख भ तथा टरासफॉरमर भी उखड़ गए िजसस च न शहर को 2-3 िदन अधर म रहना पड़ा चिक िस टम क दिकषण पि चम भाग म तज़ वषार हई परान महाबलीपरम मागर काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण पि चम च न क अनक भाग म बहत भारी स भीषण वषार हई िजसस 13 िदस बर2016 को बाढ़ की ि थित आई ओ एम आर मागर पर स यभामा यिनविसरटी क पिरसर म जब सवकषण दल न 16122016 को दौरा िकया उस समय भी 2 स 3 फीट तक पानी भरा हआ था 12 िदस बर को भामास 0930 बज स भामास 1620 बज तक च न हवाई अ ड क सभी िवमान क मागर बदल गए इसक अितिरकत 13 िदस बर को भामास 1620 बज स भामास 0545 बज तक हवाई अ डा परी तरह बद रखा गया कछ मखय रलगािड़या तथा सभी उपनगरीय रलगािड़या 2 िदन क िलए र की गई थी

ित व लर चिक वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवाए पलीकट लक ित व लर िजल स होकर गजरी और चिक वहा अिधकतम तफानी लहर थी वहा बड़ी सखया म नौकाओ को कषित पहची और बहत स नौकाए डब भी गई रा य सरकार िडज़ा टर मनजमट टीम वारा सभी मछआर को सरिकषत थान पर ल जाया गया िस टम क गजरन क दौरान मछआर क लगभग सभी गाव (30 गाव) तफानी लहर और निदय का जल तर बढ़ जान क कारण डब गए थ मछआर न सिचत िकया िक पड़ की टहिनया िगरन स 2 यिकत घायल हो गए वाल कलाउड रीजन म चलन वाली तज़ हवा स भवत ित व लर िजल क अिधकाश भाग स होकर गजरी तज़ हवाओ क कारण अिधकाश नकसान हए

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पिलकट स ित व लर तक क पर मागर पर िबजली क लगभग सभी ख भ और टरासफॉमरर या तो कषितगर त हए या उखड़ गए अनक बड़ और परान वकष उखड़ गए िजसस अनक थान की दीवार िगर गई अनक घर की टाइल या शीट स बनी छत उड़ गई इस कारण हई वषार क कारण लगभग 50 स अिधक जल-जत मत पाए गए

काचीपरम चिक िस टम पवर- उ तर- पवर िदशा स पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर गया तथा च न (नगमबककम ) च न (मीना बककम) और ता बरम क िनकट स होकर गजरा काचीपरम िजल क अनक भाग पर मखयतः उ तर पि चमी िदशा स पि चमी िदशा की ओर स तज़ हवाए चली इसकी पि ट इस बात स भी होती ह िक जी एस टी मागर पर ता बरम स चगलपटट तक क लगभग सभी वकष पि चम-पवर िदशा म िगर और सड़क का पवीर भाग बद कर िदया िस टम क दिकषण पि चम भाग म भी भारी वषार हई िजसस इस िजल म काफी कषित पहची लगभग सभी िबजली क ख भ और टरासफॉमरर उखड़ गए और िजल क दिकषणी भाग म अनक बड़ वकष िगर गए िजल क लगभग सभी भाग म एक स ताह तक िव यत आपितर बािधत हो गई िजल म कछ थान पर बहत भारी स लकर अ यिधक भारी वषार अिकत की गई िजल म (इस लक िजल क नाम स भी जाना जाता ह) अिधकाश जल-जत मत पाए गए और कही कही उनस िकनार तक भर गए 12 िदस बर को नदीवरम- गडवचरी (चगलपटट तालक) म अ यिधक भारी वषार क कारण एक बड़ी झील टटन वाली ि थित म आ गई और लोक िनमारण िवभाग क कािमरक न उस झील की सरकषा क िलए अनक परयास िकए सामा य प स उ तरी च न ित व लर काचीपरम िजल क उ तरी भाग और व लोर और ित व नमलाई क िनकटवतीर िजल म अिधकाश नकसान हवा क कारण हए काचीपरम िजल क दिकषणी भाग और दिकषण च न म हए नकसान वषार और हवा दोनो कारण स थ इसक साथ ही व लोर ित व नमलाई और िव लपरम िजल म तज़ हवाओ और भारी वषार क कारण नकसान हए सवकषण क दौरान िलए गए फोटोगराफ तथा मीिडया वारा उपल ध कराए गए फोटोगराफ पिरिश ट-1 (अ तथा ब) म िदखाए गए ह तिमलनाड रा य सरकार क कािमरक वारा किष की फसल को हए नकसान की िरपोटर भी स पी गई ह सरकारी कािमरक वारा चकरवात क कारण फसल को हए नकसान की िरपोटर (पिरिश ट 2) क अनसार ित व लर काचीपरम व लोर तथा ित व नमलाई िजल

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म फसल को भीषण कषित पहची ह इन चार िजल म धान मगफली उड़द मग और नािरयल को कषित पहची जो लगभग 33 फसल कषित ह किष उ पाद की अनमािनत कषित लगभग 35571 करोड़ पए ह

सार और िन कषर सवकषण दल न कासीमद और ित वो िटरवरक पम क मछआर स पि ट की िक उ ह न हवा क पलटाव और शात हवा ( भामास 1530-1800 बज) महसस की िजसस पता चलता ह िक िस टम का कदर स भवतः इन कषतर स होकर गजरा अतः यह अनमान लगाया जाता ह िक िस टम भामास 1500-1700 बज क दौरान कािसमद बदरगाह क तट (अकषाश दशातर 131 िड उ तर802 िड प) स होकर गजरा होगा ( िचतर 8)

िचतर 8- कषतर सवकषण क आधार पर भ खलन का थान

भ खलन क बाद वदार पि चम-दिकषण-पि चम िदशा की ओर बढ़त हए च न क दिकषण (नग बककम) और ता बरम क उ तर स गजरा

ित व लर िजल च न क उ तरी भाग और काचीपरम िजल क उ तरी भाग म हवा क कारण अिधक कषित हई

वषार क कारण हए नकसान काचीपरम िजल और दिकषण च न म अिधक थ पिलकट लक कषतर म तफानी लहर तथा निदय म जल तर बढ़न क कारण 30 गाव जल-

मगन हो गए

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आम जनता और मछआर न ACWC िनदशक परादिशक मौसम कदर च न वारा इलकटरॉिनक मीिडया और भारत मौसम िवजञान िवभाग क दल वारा समय पर जारी िकए गए पवारनमान और चताविनय की परशसा की

स तितया मौसम वजञािनक ि ट स सभी सिवधाजनक थान तटीय तथा आतिरक दोन पर अिधक

दाब पवन िदशा पवन गित तथा वषार क ससरयकत वचािलत मौसम टशन थािपत िकए जाए

यिद यह स भव न हो तो थानीय िनकाय क कमरचािरय और साईकलोन श टर ( local body officials cyclone shelters) म PAB amp DIWE यतर िवतिरत िकए जान पर िवचार िकया जाए उ ह खराब मौसम क दौरान वि छक परकषण उपल ध करान क िलए कहा जा सकता ह

वचािलत मौसम टशन स दाब तथा पवन क आकड़ क िनरतर एकतर करन क िलए कोई उपयकत परणाली होनी चािहए य आकड़ िस टम क भ खलन का पता लगान मअ यत उपयोगी ह ग

सभी तटीय वधशालाओ म HWSR DPTA क नवीनतम स करण उपल ध कराए जाए मखय ACWC तथा रा य सम वय अिधकािरय क म य चतावनी सदश क परभावी सचरण क

िलए सटलाइट पर आधािरत फोन सचार सिवधाए उपल ध कराई जाए कय िक खराब मौसम म िव यत आपितर बािधत होन और सचार यव था व त होन की स भावना होती ह

साभार - हम परादिशक मौसम कदर च न क उपमहािनदशक महोदय को हम यह मह वपणर कायर स पन क िलए तथा िनदशक ACWC क बहम य मागरदशरन क िलए आभार यकत करत ह साथ ही रा य सरकार क सभी कािमरक क भी आभारी ह िज ह न आव यक सचनाए और आकड़ उपल ध कराए बहम य आकड़ तथा सचनाओ को उपल ध करान क िलए IGCAR कलपककम SHAR भारतीय वायसना ता बरम िवभागीय तथा अशकािलए वधशालाओ का भी आभार यकत करत ह

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जलवाय पिरवतरनपरदषण एव व छता अिभयान अजय ठकराल वजञािनक सहायक

परादिशक मौसम कदर ndash गवाहाटी जसा िक सवरिविदत ह िक हम पिरवतरन क दौर स गजर रह ह िजस तजी स पिरवतरन वतरमान समय म हो रहा ह इतना िपछल दस दशक म नही हआ होगा िशकषा सधार िडिजटलीकरण क पिरणाम व प वतरमान म औसतन आम आदमी सरकार क दािय व स पिरिचत ह अगर सयकत रा टर िवकास िनिध (UNDP) क आकड़ की मान तो भारत सन 2030 म िव व की सवारिधक जनसखया वाला दश बन जाएगा पराकितक ससाधन क िनरतर शोषण स भारत जलवाय पिरवतरन की चपट म आ चका ह

जलवाय पिरवतरन पर िव व मौसम िवजञान सगठन (WMO) का वकत य

िव व मौसम िवजञान सगठन क तहत वि वक तापमान म 11 िडगरी सि सयस की विदध दजर की गई ह

2016 अल नीनो क कारण सबस उ ण माना गया ह उसक बाद 2017 और तीसर नबर पर 2015

WMO क महासिचव ी पटरी तालस क मतािबक िपछल 3 साल म तापमान िरकॉडर क सदभर म सबस गमर रह ह

कछ असाधारण मौसम की िकरयाए सामन आई ह िजनम स परमख ह

एिशया क कछ थान म तापमान 50 िडगरी तक पहच गया ह तफान (Hurricane) बारबारता ती ता करीिबयन और आयरलड म असाधारण िकरयाए सामन

आई ह मॉनसन स कई कषतर म बाढ़ आई ह पवीर अफरीका म सखा पड़ा ह

वजञािनक व तकनीकी बौछार

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अतर-सरकारी समदर िवजञान आयोग (Oceanographic Commission of UNESCO) क मतािबक वायमडल का करीब 30 मानवजिनत C02 उ सजरन सागर अवशोिषत कर लता ह िजसस िक वहा का पािरि थितक ततर जीव जत बरी तरह परभािवत होत ह गरीनपीस न एक बयान म कहा िक चीन वारा वाय परदषण को िनयितरत करन क िलए साल-दर- साल अपनाए गए उपाय की वजह स वहा की वाय म सधार हआ ह जबिक भारत का परदषण तर िपछल दशक म धीर-धीर बढ़कर अिधकतम तर पर पहच गया ह

िव व वा य सगठन क अनसार दिनया क 20 सबस परदिषत शहर म स 13 शहर भारत म ह सन 2100 म यएसए म समदरी तल 1 स 4 फीट तक बढ़ जाएगा िव वसनीय आकड़ा सन 1980 स लना श हआ था और यह पाया गया ह िक समदरी तल अब तक 8 इच बढ़ चका ह अगल दशक म तफान वालामखी वार भाटा समदरतल बढ़न क साथ-साथ कई कषतर म बाढ़ आ जाएगी जलवाय पिरवतरन पर अतर-सरकारी पनल (IPCC) िजसम USA व अ य दश क करीब 1300 वजञािनक ह उ ह न पवरनमान लगाया ह िक अगली शता दी तक िव व का तापमान 25 स 10 िडगरी फारनहाइट तक बढ़ जाएगा सकषप म अतर-सरकारी पनल न कहा ह िक पिकषय क आधार पर जलवाय पिरवतरन का कल कषित समय क साथ बहत अिधक रहन की सभावना ह

लसट आयोग परदषण और वा य पर बन लसट आयोग क मतािबक भारत म परदषण स सन 2015 म

25 लाख लोग की म य हो चकी ह पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह और यह ए स मलिरया तपिदक स होन वाली म य का 3 गना ह

चीन दसर नबर पर ह यहा पर परदषण स होन वाली म य का आकड़ा 18 लाख क पार जा चका ह िवकासशील दश म हर छह म स एक म य परदषण क कारण होती ह

िवकासशील दश म भमडलीकरण औ योगीकरण क कारण पयारवरण क सरकषण की नीितय का कायार वयन बहत ही िशिथल ह

पर िव व म परदषण स होन वाली म य 90 लाख तक पहच चकी ह

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तलना मक अ ययन

आपदा तरासदी यदध कल मार गए लोग की सखया

िवतीय िव वयदध 1939-45 (कवल भारत क) कल 16 लाख

भारत पािक तान 1965 यदध लगभग 3000

कारिगल यदध 527

भारत म परदषण स होन वाली मौत (2015) 25 लाख

उकत आकड़ का अ ययन कर तो यह पाएग िक यदध की तलना म परदषण स होन वाली मौत का आकड़ा कही अिधक ह बहत सारी बीमािरया कसर फफड़ म नकसान डायिबटीज यह भी परदषण स ही जड़ी ह हम इस यदध तर पर ख म करन की आव यकता ह एक जाग कता अिभयान की भी तरत आव यकता ह परदषण स वा य पर सीधा परभाव bull दय सबधी बीमािरया -अ यिधक परदषण म रहन स दय सबधी बढ़ जात ह एव दय की बीमािरय की सभावना बढ़ जाती ह bull आख- जो लोग यादा परदषण मरहत ह उनकी आख अकसर परभािवत होती ह उ ह अकसर दवा की आव यकता पड़ती ह bull फफड़ का कसर- अ यिधक परदषण क लगातार रहन स फफड़ का कसर एव वसन सकरमण की सभावना होती ह bull वचा पर बरा परभाव- ि कन एलजीर एिकजमा बढ़ जाता ह bull मानिसक तनाव- जो लोग अ यिधक परदषण म रहत ह उनका मानिसक तनाव बढ़ जाता ह भारत म पयारवरण सरकषण स सबिधत वधािनक ढाचा (Legal framework) भारतीय सिवधान क अन छद 21 क अनसार जीवन जीन का अिधकार यह मौिलक अिधकार ह भारत िव व का पहला दश ह िजसन सिवधान म सशोधन क जिरए पयारवरण सरकषण को मह व िदया ह 42व सशोधन 1976 क जिरए रा य क नीित िनदशक त व म पयारवरण मामल जोड़ गए 42व सशोधन क तहत रा य सरकार का यह दािय व ह िक पयारवरण क सरकषण क िलए आव यक कदम उठाए

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भारतीय सिवधान क अन छद 48ए क तहत पयारवरण सरकषण का पराथिमक दािय व रा य सरकार का ह bull जल (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1974 bull व यजीव (सरकषण) अिधिनयम सशोिधत 2002 bull वन (सरकषण) अिधिनयम 1980 bull वाय (रोकथाम एव परदषण िनयतरण) अिधिनयम 1981 एव सशोिधत 1987

कदरीय परदषण िनयतरण बोडर (CPCB) रा टरीय पिरवश वाय गणव ता मानक (National Ambient air quality standard) न परदषक तय िकए ह पयारवरण (सरकषण) अिधिनयम 1986 [Environment protection Act 1986] इस अिधिनयम क तहत कदर सरकार अिधकत ह I उ सजरन (Emmission) का मानक तय करन क िलए उ योग की जगह िचि नत करन क िलए खतरनाक कचरा परबधन क मानक तय करन क िलए

जन वा य बचाव क िलए पर यकष एव परोकष प स िन न अिधिनयम ह-

पर यकष प स (i) खतरनाक अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम सशोिधत 2000 (Hazardous Waste) (ii) जव िचिक सा अपिश ट (परबधन और हडिलग) िनयम 1998 (Biomedical waste) (iii) नगर अपिश ट (परबधन और हडिलग िनयम) 2000 (Municipal waste)

परोकष प स (i) कारखान अिधिनयम सशोिधत 1987 (Factories Act) (ii) लोक दािय व बीमा अिधिनयम 1991 (Public Liability insurance Act)

सवधािनक त य माननीय उ चतम यायालय क ऐितहािसक फसल िवसट परीकलारङगरा लागरा बनाम भारत

सघ म जन वा य का सधार एव रखरखाव करन का िनणरय िलया गया था यह भारतीय

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सिवधान क अन छद 21 म िनिहत ह भारत क याणकारी रा य ह और यह सरकार का पराथिमक कतर य ह िक वह परदषण स पीिड़त

यिकतय को म त िचिक सा महया करवाए Doctrine of Parens Patriae का िसदधात कई बार यायालय म िलया गया ह िजसम रा य

सरकार को िनदश िदया गया ह िक आपदा स पीिड़त यिकतय को तरत राहत पहचाए भारत म पयारवरण परदषण साफ-सफाई क िव दध िशकायत का परभावी ढग स िनपटार क िलए

सरकार न सन 2010 म रा टरीय हिरत अिधकरण (NGT) का गठन िकया ह I अिधिनयम 2010 क तहत पयारवरण बचाव और वन सरकषण और अ य पराकितक ससाधन सिहत पयारवरण स सबिधत िकसी भी काननी अिधकार क परवतरन और परभािवत यिकत अथवा सपि त क िलए कषितपित र परदान करना और इसस जड हए मामल का परभावशाली और ती गित स िनपटारा करन क िलए िकया गया ह

यह एक िवि ट िनकाय ह जो िक पयारवरण िववाद बह-अनशासिनक मामल सिहत सिवजञता स सचािलत करन क िलए सभी आव यक ततर स ससि जत ह

कड़ा परबधन यह सम या न कवल शहर म ह बि क गाव म भी तजी स बढ़ रही ह कड़ का पयार त परबधन न होन क कारण शहर म यह परदषण का एक मह वपणर कारक बन चका ह कड़ा जब यादा पराना हो जाता ह तो मीथन गस उ प न होती ह जो तरत आग पकड़ लती ह मबई क दवनार कड़ा घर म अकसर आग लग जाती ह िजसका यही कारण ह िक वहा मीथन गस उ प न होती ह कड़ क ोत पर उपयोग क बहत स परयास िकए गए ह परत इसका कायार वयन नही हो पाया

ह िमथन काबरन डाइऑकसाइड की तलना म वातावरण म गमीर को फसान म 20 गना यादा

परभावी गरीनहाउस गस ह लडिफल साइट स मीथन का उ सजरन सभािवत प स गलोबल वािमरग को बढ़ा सकता ह

परदषण को कम करन क बहत स उपाय ह िजनम स परमख ह कड़ को पनः उपयोग करना जिवक कड़ा पणरतया उपयोग िकया जा सकता ह और अजिवक कड़ा का उिचत परबध िकया जा सकता ह आपको जानकर आ चयर होगा िक वीडन िव व का एकमातर ऐसा दश ह जहा घरल

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अपिश ट का शत परितशत कड़ का पनः उपयोग िकया जाता ह और इसकी िगनती सबस साफ शहर म होती ह सन 2015 म ऊजार सयतर क िलए अपिश ट िवदश स आयात िकया गया था म किवता क मा यम स एक सदश दना चाहता ह िक -

वाय को व छ रख परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरारhelliphellip

शहर गाव क ब को परदषण मकत करना ह हर ब च िकशोर यवा बजगर को व थ रखना ह

व छ रखना ह कायर थल

सावरजिनक थल एव घर कारखाना उ योग का उ सजरन रखना ह उिचत सीमा क भीतर

जिवक अजिवक कड़ को पथक करना होगा जिवक कड़ का कपो ट बनाकर पनः उपयोग करना होगा

अजिवक कड़ का उिचत परबध करना होगा

परकित न िदया ह जीन का म त उपहार आइए इस हम रख सवरदा बरकरार

आइए परितजञा कर भारत को 2022 तक परदषण मकत बनाए ------------

आपदाए ससार क िलए एक अलामर घड़ी क समान होती ह िजस ई वर चलात ह और बोलत ह िक अब भी वक त ह जाग जाओ

िकरस जमी अमरीकी किव और दाशरिनक

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बारात की वापसी हिरशकर परसाई

हिरशकर परसाई िहदी क परिसदध लखक और यगयकार थ य िहदी क पहल रचनाकार थ िज ह न यगय को िवधा का दजार िदलाया और उस समाज क यापक पर न स जोड़ा उनकी यगय रचनाए हमार मन म गदगदी ही पदा नही करती बि क हम उन सामािजक वा तिवकताओ क आमन-सामन खड़ा करती ह िजनस िकसी भी यिकत का अलग रह पाना लगभग असभव ह लगातार खोखली होती जा रही हमारी सामािजक और राजनीितक यव था म िपसत म यमवगीरय मन की स चाइय को हिरशकर परसाई न बहत ही िनकटता स पकड़ा ह सामािजक पाखड और िढ़वादी जीवनndashम य की िख ली उड़ात हए उ ह न सदव िववक और िवजञान स मत ि ट को सकारा मक प म पर तत िकया ह पर तत ह उनकी यगय रचना lsquo बारात की वापसीrsquorsquo और एक लघ कथा lsquo सधार lsquo

बारात म जाना कई कारण स टालता ह मगल काय म हम जसी चढ़ी उमर क कवार का जाना अपशकन ह महश बाब का कहना ह हम मगल काय स िवधवाओ की तरह ही दर रहना चािहए िकसी का अमगल अपन कारण कय हो उ ह पछतावा ह िक तीन साल पहल िजनकी शादी म वह गए थ उनकी तलाक की ि थित पदा हो गई ह उनका यह शोध ह िक महाभारत का यदध न होता अगर भी म की शादी हो गई होती और अगर क णम नन की शादी हो गई होती तो चीन हमला न

सािहि यक बहार

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करता सार यदध परौढ़ कवार क अह की ति ट क िलए होत ह 1948 म तलगाना म िकसान का सश तर िवदरोह दश क विर ठ कवार िवनोबा भाव क अह की ति ट क िलए हआ था उनका अह भदान क प म त ट हआ अपन पतर की सफल बारात स परस न मायराम क मन म उस िदन नागपर म बड़ा मौिलक िवचार जागा था कहन लग बस अब तम लोग की बारात म जान की इ छा ह हम लोग न कहा ndash अब िकशोर जसी बारात तो होगी नही अब तो ऐसी बारात ऐसी होगी- िकसी को भगा कर लान क कारण हथकड़ी पहन हम ह ग और पीछ चलोग तम जमानत दन वाल ऐसी बारात होगी चाहो तो ब ड भी बजवा सकत हो िववाह का य बड़ा दा ण होता ह िवदा क वकत औरत क साथ िमल कर रोन को जी करता ह लड़की क िबछड़न क कारण नही उसक बाप की हालत दखकर लगता ह इस दश की आधी ताकत लड़िकय की शादी करन म जा रही ह पाव ताकत िछपान म जा रही ह - शराब पीकर िछपान म परम करक िछपान म घस लकर िछपान म बची पाव ताकत स दश का िनमारण हो रहा ह - तो िजतना हो रहा ह बहत हो रहा ह आिखर एक चौथाई ताकत स िकतना होगा यह बात मन उस िदन एक िव विव यालय क छातरसघ क वािषरको सव म कही थी कहा था ldquoतम लोग कराितकारी त ण-त िणया बनत हो तम इस दश की आधी ताकत को बचा सकत हो ऐसा करो िजतनी लड़िकया िव विव यालय म ह उनस िववाह कर डालो अपन बाप को मत बताना वह दहज मागन लगगा इसक बाद िजतन लड़क बच व एक-दसर की बहन स शादी कर ल ऐसा बिनयादी कराितकारी काम कर डालो और िफर िजस िसगड़ी को जमीन पर रखकर त हारी मा रोटी बनाती ह उस टिबल पर रख दो िजसस त हारी प नी सीधी खड़ी होकर रोटी बना सक बीस-बाईस साल म िसगड़ी ऊपर नही रखी जा सकी और न झाड म चार फट का डडा बाधा जा सका अब तक तम लोग न कया खाक कराित की हrdquo छातर थोड़ च क कछ ही-ही करत भी पाय गए मगर कछ नही एक त ण क साथ साल महनत करक मन उसक खयालात सवार थ वह शादी क मडप म बठा तो ससर स ब च की तरह मचलकर बोला ldquoबाबजी हम तो व पा लग व पा क िबना कौर नही उठायगrdquo लड़की क बाप का चहरा फक जी हआ जता उतार कर पाच इस लड़क को मा और प चीस खद अपन को सम या य सलझी िक लड़की क बाप न साल भर म व पा दन का वादा

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िकया नग क िलए बाजार स व पा का िखलौना मगाकर थाली म रखा िफर सबा पया रखा और दामाद को भट िकया सवा पया तो मरत वकत गोदान क िनिम त िदया जाता ह न हा मर उस त ण दो त की परगितशीलता का गोदान हो रहा था बारात यातरा स म बहत घबराता ह खासकर लौटत वकत जब बाराती बकार बोझ हो जाता ह अगर जी भर दहज न िमल तो वर का बाप बराितय को द मन समझता ह म सावधानी बरतता ह िक बारात की िवदा क पहल ही कछ बहाना करक िकराया लकर लौट पड़ता ह एक बारात की वापसी मझ याद ह हम पाच िमतर न तय िकया िक शाम 4 बज की बस स वापस चल प ना स इसी क पनी की बस सतना क िलए घ ट-भर बाद िमलती ह जो जबलपर की टरन िमला दती ह सबह घर पहच जायग हमम स दो को सबह काम पर हािज़र होना था इसिलए वापसी का यही रा ता अपनाना ज़ री था लोग न सलाह दी िक समझदार आदमी इस शाम वाली बस स सफ़र नही करत कया रा त म डाक िमलत ह नही बस डािकन ह बस को दखा तो दधा उभर पड़ी खब वयोवदध थी सिदय क अनभव क िनशान िलए हए थी लोग इसिलए सफ़र नही करना चाहत िक वदधाव था म इस क ट होगा यह बस पजा क योगय थी उस पर सवार कस हआ जा सकता ह बस-क पनी क एक िह सदार भी उसी बस स जा रह थ हमन उनस पछा-यह बस चलती ह वह बोल-चलती कय नही ह जी अभी चलगी हमन कहा-वही तो हम दखना चाहत ह अपन-आप चलती ह यह उ ह न कहा-हा जी और कस चलगी गज़ब हो गया ऐसी बस अपन-आप चलती ह हम आगा-पीछा करन लग पर डाकटर िमतर न कहा-डरो मत चलो बस अनभवी ह नई-नवली बस स यादा िवशवनीय ह हम बट की तरह यार स गोद म लकर चलगी हम बठ गए जो छोड़न आए थ व इस तरह दख रह थ जस अितम िवदा द रह ह उनकी आख कह रही थी - आना-जाना तो लगा ही रहता ह आया ह सो जाएगा - राजा रक फ़कीर आदमी को कच करन क िलए एक िनिम त चािहए इजन सचमच टाटर हो गया ऐसा लगा जस सारी बस ही इजन ह और हम इजन क भीतर बठ ह काच बहत कम बच थ जो बच थ उनस हम बचना था हम फौरन िखड़की स दर सरक गए इजन चल रहा था हम लग रहा था हमारी सीट क नीच इजन ह

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बस सचमच चल पड़ी और हम लगा िक गाधीजी क असहयोग और सिवनय अवजञा आदलन क वकत अव य जवान रही होगी उस टरिनग िमल चकी थी हर िह सा दसर स असहयोग कर रहा था परी बस सिवनय अवजञा आदोलन क दौर स गज़र रही थी सीट का बॉडी स असहयोग चल रहा था कभी लगता सीट बॉडी को छोड़ कर आग िनकल गई कभी लगता िक सीट को छोड़ कर बॉडी आग भाग जा रही ह आठ-दस मील चलन पर सार भद-भाव िमट गए यह समझ म नही आता था िक सीट पर हम बठ ह या सीट हम पर बठी ह एकाएक बस क गई मालम हआ िक पटरोल की टकी म छद हो गया ह डराइवर न बा टी म पटरोल िनकाल कर उस बगल म रखा और नली डालकर इजन म भजन लगा अब म उ मीद कर रहा था िक थोड़ी दर बाद बस क पनी क िह सदार इजन को िनकालकर गोद म रख लग और उस नली स पटरोल िपलाएग जस मा ब च क मह म दध की शीशी लगाती ह बस की र तार अब प दरह-बीस मील हो गई थी मझ उसक िकसी िह स पर भरोसा नही था बरक फल हो सकता ह टीयरीग टट सकता ह परकित क य बहत लभावन थ दोन तरफ हर-हर पड़ थ िजन पर पछी बठ थ म हर पड़ को अपना द मन समझ रहा था जो भी पड़ आता डर लगता िक इसस बस टकराएगी वह िनकल जाता तो दसर पड़ का इ तज़ार करता झील िदखती तो सोचता िक इसम बस गोता लगा जाएगी एकाएक िफर बस की डराइवर न तरह-तरह की तरकीब की पर वह चली नही सिवनय अवजञा आ दोलन श हो गया था क पनी क िह सदार कह रह थ - बस तो फ टर कलास ह जी य तो इ तफाक की बात ह कषीण चादनी म वकष की छाया क नीच वह बस बड़ी दयनीय लग रही थी लगता जस कोई वदधा थककर बठ गई हो हम गलािन हो रही थी िक इस बचारी पर लदकर हम चल आ रह ह अगर इसका पराणात हो गया तो इस िबयाबान म हम इसकी अ य टी करनी पड़गी िह सदार साहब न इजन खोला और कछ सधारा बस आग चली उसकी चाल और कम हो गई थी धीर-धीर वदधा की आख की योित जान लगी चादनी म रा ता टटोल कर वह रग रही थी आग या पीछ स कोई गाड़ी आती िदखती तो वह एकदम िकनार खड़ी हो जाती और कहती - िनकल जाओ बटी अपनी तो वह उमर ही नही रही एक पिलया क उपर पहच ही थ िक एक टायर िफ स करक बठ गया बस बहत ज़ोर स िहलकर थम गई अगर पीड म होती तो उछल कर नाल म िगर जाती मन उस क पनी क िह सदार की तरफ दधा भाव स दखा वह टायर क हाल जानत ह िफर भी जान हथली पर ल कर इसी बस स सफर

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करत ह उ सगर की ऐसी भावना दलरभ ह सोचा इस आदमी क साहस और बिलदान-भावना का सही उपयोग नही हो रहा ह इस तो िकसी कराितकारी आदोलन का नता होना चािहए अगर बस नाल म िगर पड़ती और हम सब मर जात तो दवता बाह पसार उसका इ तज़ार करत कहत - वह महान आदमी आ रहा ह िजसन एक टायर क िलए पराण द िदए मर गया पर टायर नही बदला दसरा िघसा टायर लगाकर बस िफर चली अब हमन वकत पर प ना पहचन की उ मीद छोड़ दी थी प ना कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी - प ना कया कही भी कभी भी पहचन की उ मीद छोड़ दी थी लगता था िज़ दगी इसी बस म गज़ारनी ह और इसस सीध उस लोक की ओर परयाण कर जाना ह इस प वी पर उसकी कोई मिज़ल नही ह हमारी बताबी तनाव ख म हो गए हम बड़ इ मीनान स घर की तरह बठ गए िच ता जाती रही हसी मज़ाक चाल हो गया ठ ड बढ़ रही थी िखड़िकया खली ही थी डाकटर न कहा - गलती हो गई कछ पीन को ल आता तो ठीक रहता एक गाव पर बस की तो डाकटर फौरन उतरा डराइवर स बोला - जरा रोकना नािरयल ल आऊ आग मिढ़या पर फोड़ना ह डाकटर झोपिड़य क पीछ गया और दशी शराब की बोतल ल आया छागल म भर कर हम लोग न पीना श िकया इसक बाद िकसी क ट का अनभव नही हआप ना स पहल ही सार मसािफर उतर चक थ बस क पनी क िह सदार शहर क बाहर ही अपन घर पर उतर गए बस शहर म अपन िठकान पर की क पनी क दो मािलक रजाइय म दबक बठ थ रात का एक बजा था हम पाच उतर म सड़क क िकनार खड़ा रहा डाकटर भी मर पास खड़ा हो कर बोतल स अितम घट लन लगाबािक तीन िमतर बस-मािलक पर झपट उनकी गमर डाट हम सन रह थपर व िनराश लौट बस-मािलक न कह िदया थासतना की बस तो चार- पाच घ ट पहल जा चकी थी अब लौटती होगीअब तो बस सवर ही िमलगी आसपास दखा सारी दकान होटल ब द ठ ड कड़ाक की भख भी खब लग रही थी तभी डाकटर बस-मािलक क पास गया पाचक िमनट म उनक साथ लौटा तो बदला हआ था बड़ अदब स मझस कहन लगा सर नाराज़ मत होइए सरदार जी कछ इतजाम करग सरसर उ ह अफ़सोस ह िक आपको तक़लीफ़ हई अभी डाकटर बतक लफी स बात कर रहा था और अब मझ सर कह रहा ह बात कया ह कही ठरार यादा असर तो नही कर गया मन कहा यह तमन कया सर-सर लगा रखी ह

उसन वस ही झक कर कहा सर नाराज़ मत होइए सर कछ इतजाम हआ जाता ह

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मझ तब भी कछ समझ म नही आया डाकटर भी परशान था िक म कछ समझ कय नही रहा ह वह मझ अलग ल गया और समझाया मन इन लोग स कहा ह िक तम ससद सद य हो इधर जाच करन आए होम एक कलकर ह िजस साहब न एम पी को सतना पहचान क िलए भजा ह मन इनस कहा िक सरदारजी मझ गरीब की तो गदरन कटगी ही आपकी भी लवा-दई हो जाएगी वह पशल बस स सतना भजन का इतजाम कर दगा ज़रा थोड़ा एम पी पन तो िदखाओ उ ल की तरह कय पश आ रह हो म समझ गया िक मरी काली शरवानी काम आ गई ह यह काली शरवानी और य बड़ बाल मझ कोई प द दत ह नता भी िदखता ह शायर भी और अगर बाल सख -िबखर ह तो ज मन शहनाई वाल का भी धोखा हो जाता ह मन िम याचार का आ मबल बटोरा और लौटा तो ठीक ससद सद य की तरह आत ही सरदारजी स रोब स पछा सरदारजी आर टी ओ स कब तक इस बस को चलान का सौदा हो गया ह सरदारजी घबरा उठ डाकटर खश िक मन फ टर कलास रोल िकया ह रोबदार ससद सद य का एक वाकय काफ़ी ह यह सोच कर म दर खड़ होकर िसगरट पीन लगा सरदारजी न वही मर िलए कसीर डलवा दी वह डर हए थ और डरा हआ म भी था मरा डर यह था िक कही पछताछ होन लगी िक म कौन ससद सद य ह तो कया कहगा याद आया िक अपन िमतर महशद त िम का नाम धारण कर लगा गाधीवादी होन क नात वह थोड़ा झठ बोलकर मझ बचा ही लग मरा आ मिव वास बहत बढ़ गया झठ यिद जम जाए तो स य स यादा अभय दता ह म वही बठ-बठ डाकटर स चीखकर बोला बाब यहा कया कयामत तक बठ रहना पड़गा इधर कही फोन हो तो जरा कलकटर को इि तला कर दो वह ग़ाड़ी का इतजाम कर दग डाकटर वही स बोला सर बस एक िमनट ज ट ए िमनट सर थोड़ी दर बाद सरदारजी न एक नयी बस िनकलवायी मझ सादर बठाया गया सािथय को बठाया बस चल पड़ी मझ एम पी पन काफी भारी पड़ रहा था म दो त क बीच अजनबी की तरह अकड़ा बठा था डाकटर बार बार सर कहता था और बस का मािलक हज़र सतना म जब रलव क मसािफरखान म पहच तब डाकटर न कहा अब तीन घ ट लगातार तम मझ सर कहो मरी बहत तौहीन हो चकी ह

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लघ कथा

सधार हिरशकर परसाई

एक जनिहत की स था म कछ सद य न आवाज उठाई स था का काम असतोषजनक चल रहा ह इसम बहत सधार होना चािहए स था बरबाद हो रही ह इस डबन स बचाना चािहए इसको या तो सधारना चािहए या भग कर दना चािहए स था क अ यकष न पछा िक िकन-िकन सद य को असतोष ह दस सद य न असतोष यक त िकया अ यकष न कहा हम सब लोग का सहयोग चािहए सबको सतोष हो इसी तरह हम काम करना चाहत ह आप दस स जन क या सधार चाहत ह कपा कर बतलाव और उन दस सद य न आपस म िवचार कर जो सधार सझाए व य थ - स था म चार सभापित तीन उप-सभापित और तीन मतरी और होन चािहए

सािहि यक बहार

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िहदी सािह य म वषार वणरन ीमती एम अनराधा

विर ठ अनवादक िहदी अनभाग- मखयालय

आिदकाल स लकर आधिनक काल तक परायः पर यक किव या लखक न किवता उप यास कहानी आिद क मा यम स वषार ऋत का वणरन िकसी न िकसी प म अव य िकया ह िक त किवता इसका परबल मा यम रहा ह किवता ससार क परित हमारी भावमयी परितिकरया की अिभ यिकत ह उसक वारा शष सि ट क साथ हमारा रागा मक सबध िजसम आकषरण और िवकषरण दोन ही शािमल ह थािपत होता ह वजञािनक का भी सि ट क साथ सबध रहता ह िकत वह रागा मक न होकर परायः यथाथरपरक होता ह वषार ऋत का वणरन िविभ न सदभ म िकया गया ह जस मानवीय भाव क िवकास म सौ दयारनभित म का य की याखया म आलबन उ ीपन क प म रह यानभित म आ याि मक साधना म िवरह भावना को यकत करन म वषार ऋत क वणरन की अपनी परमखता ह लोकगीत म दखा जाए तो lsquorsquoढोला मा रा दोहाrsquorsquo म वषार ऋत का स दर िचतरण ह इसम मालवणी वारा पर तत िचतर म मनि थित क समाना तर उ ीपन का प िछपा हआ ह पपीहा िपउ िपउ कर रहा ह वन म मोर ककन लगा बादल की घटाओ म फौज़ ह िबजली तलवार ह और वषार की बद बाण की तरह लगती ह वषार ऋत म निदया नाल और झरन पानी स भरपर चढ हए ह घन बादल उमड़ आए ह चार और घन बादल ह आकाश म िबजली चमकती ह पपीहा क ण श द करता ह और वषार की झड़ी लगी रहती ह काली कठली वाली बदली बरस कर हवा को छोड़ रही ह इस वषार-ऋत क िचतर म थानगत प-रग की क पना वातावरण का िनमारण करती ह बोधा क िवरह बािरश (मा वानल कामकदला) म वषार- ऋत वणरन क परसग म मा वानल लीलावती क िवयोग म मघ

याद क झरोख स

याद क झरोख स

यह लख मौसम मजषा क क जलाई ndash अग त 1984 क अक म परकािशत हआ था ीमती एम अनराधा मखयालय स िदसबर 2016 म सवािनव त हो चकी ह

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स सदश कहता ह दिकषण की यामा घटा को दखकर िवपर क दय को अ यत क ट हआ माधवानल न परीितपवरक उसस अपनी िवरह वदना इस परकार कही-

हो पयोध िवरिहन दखलायक मरो दरद सनो तम नायक पहपावित परी मम यारी नवयौवन बाला सकमारी lsquorsquo

परारिभक िहदी का य म िव यापित की पदावली म िवरह भावना का वणरन वषार ऋत क मा यम स िकया गया ह मा णी की िवरह अव था म किव कहता हः-

बाबिहयउ असाढ़ िजम िजम िबरिहणी करई िवलाप जब ही बरसइ घण घ उ तब ही कहई िपरयाप

(आषाढ़ क पपीह की तरह िवरिहणी िवलाप करती ह जब-जब मघ बरसता ह तब-तब वह िपरय को बलाती ह )

उनिस आई बदली ढोलक आयउ िचत यो बरसइ िरत आपणी नइण हमार िनत

(बादल क उमड़न क साथ ढोला भी मर दय म उमड़ आया य बादल तो अपनी ऋत म ही बरसत ह िकत मर नतर तो िनत परित बरसत ह) िव यापित क परम-वणरन म वषार-ऋत का वणरन इस परकार हः-

सजनी झलकाए पखन न मल मध माल सय तािडत लता जिनिहरदय सल दई गल

मघमाला म िबजली क अचानक उदय होन की भाित य भी परमी को चकाच ध करता ह पराथिमक परम की अनभित की तलना तिड़त लता स करन म परमी की तड़पन का बोध भी ह प वीराज रासो म प वीराज क पर थान क प चात िवयोिगनी सयोिगता की दशा िविचतर हो जाती हः-

वही रित पावस वही मधवान धनष वही चपल चमक त वही बगपत िनर ष वही घटा घनघोर वही प पीह मोर सर

य यिप वही पावस की रात ह वही इदरधनष ह वही चपला चमकती ह वही बगल की पिकत ह वही घटा घनघोर ह और वही मोर का वर ह िक त िपरयतम क िबना मझ कछ अ छा नही लगता भिकतका य म भी िवरह यथा का वणरन वषार क मा यम स िकया गया ह महाकिव तलसीदास न रामचिरतमानस क िकि कधाकाड म वषार ऋत का वणरन िकया हः-

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घन घमड नभ गरजत घोरा िपरया हीन डरपत मन मोरा दािमनी दमक रहन घन माही खल क परीित जथा िथर नाही

छदर नदी भिर चली तोराई जस थोरह धन खल इतराई भिम परत भा ढाबर पानी जन जीविह माया लपटानी

(आकाश म बादल घमड़-घमड़ कर घोर गजरना कर रह ह िपरया (सीताजी) क िबना मरा मन डर रहा ह िबजली की चमक बादल म ठहरती नही जस द ट की परीित ि थर नही रहती छोटी निदया भर कर िकनार को तोड़न लगी जस थोड़ घन स भी द ट इतरा जात ह प वी पर पडत ह पानी गदला हो गया ह जस शदध जीव क माया िलपट गई हो )

lsquorsquoकबह परबल बह मा त जह तह मघ िबलािह िजिम कपत क उपज कल सदधमर नसािह कबह िदवस मह िनिबड तम कबहक परगट पतग िबनसइ उपजइ गयान िमित पाड कसग ससग lsquorsquo

(कभी-कभी वाय बड़ जोर स चलन लगती हिजसस बादल जहा तहा गायब हो जात ह जस कपतर क उ प न होन स कल क उ तम धमर न ट हो जात ह िफर कभी िदन म घोर अधकार छा जाता ह और कभी सयर परगट हो जात ह जस कसग पाकर जञान न ट हो जाता ह और ससग पाकर उ प न हो जाता ह ) इसम अ या म जञान और मोकष की भिमका वषार क मा यम स यकत िकया गया ह इसम एक और परकित वणरन की सि ल ट योजना की गई ह िजसम परकित का यथाथर प अपन िकरया यापार क साथ उपि थत हआ ह इ ही को लकर उपदश की यजना की बात कही जाती ह मीरा न अपन मनोभाव को वषार क प म इस परकार िचितरत िकया हः-

बरस बदिरया सावन की सावन की मन भावन की सावन म उमगयौ मर मनवा भनक सिन हिर आवन की उमड़-उमड़ चह िदिस स आयो दामण दमक झर लावन की न ही न ही बदन महा बरस सीतल पवन सोहावन की मीरा क परभ िगरधर नागर आनद मगल गावन की

यहा मीरा क परभ-िमलन क उ लास क साथ परकित उि लिसत हो उठी ह इस प म वह भाव को सीध अथ म उ ी त करक मानवीय भावना म सम परा त करती ह

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कभी-कभी भक त किव परकित का प उपि थत करक उ लासमयी भावना का सकत अपर यकष प स ही दता ह उदाहरणाथर क णदास का िन न पद दिखए -

lsquorsquoबरज पर याम घटा जर आई तसीय दािमिन चह िदिस क धत लत तरग सहाई सघन छाय कोिकला कजत चलत पवन सखदाई गजत अिलगण सघन कज म सौरभ की अिधकाईrsquorsquo

परमानद दास कहत ह lsquorsquoबादल पानी भरन को चल ह चार ओर स िघरती याम घटा को दखकर सभी को उ लास हआ बादल की याम छिव न इदर धनष और बक की पिक त की शोभा अिधक सखकर बना दी ह घन याम अपनी मडली क साथ कद ब वकष क नीच ह वण बजती ह और अमत त य वर म मदग तथा आकाश क बादल साथ गरजत ह मन भाई ऋत आई और सभी जीव करीडा मग न हrsquorsquo इस िचतरण म वषार का य वाभािवक ह और मानवीय उ लास क सम पर उपि थत हआ ह सर न इदर-रोष क परसग म मघ का वणरन सहज ढ़ग स िकया ह -

lsquorsquoगरज-गरज घन घरत आव तरक-तरक चपला मकार नर-नारी सब दखत बढ़ य बदरा परलोक क काढ़

मितराम क णािभ सािरका का अधरी रात क साथ वणरन करत ह - lsquorsquoउमिड़ घमिड िदग मडल मिड रह झिम-झिम बादर कह की िनिसकारी म पावस िनिस अिधयार म रहयो भद नही आन राित घ स जा यो परत लखई चकई चकरवान

इसम पावस का वणरन अपनी अ यिक त म अधकार क साथ घनी घटाओ का सकत दता ह पावस क मघ न कािलदास क िवरही यकष की चतना को अिभभत कर िदया था य मघ िहमालय क अक म बसी अलकानगरी को भी जाएग यह सोच कर उनक हाथ उसन अपनी िपरयतमा क पास सदश कहलवाया था रीित पर परा म परकित वणरन की ष िट स सनापित का िवशष थान ह वषार का परभाव भारतीय जीवन पर अिधक पड़ा ह सनापित इस ऋत स िवशषकर इसक अधकार स अिधक आकिषरत ह वषार म भारतीय आकाश म मघ की िनिवड़ सघनता और िबजली का चचल परकाश ही अिधक परमख ह किव इ ही का िचतर उपि थत करता ह -

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गगन अगन घनाघन त सघन तम सनापित नक ह न नन भटकत ह रिव गयो दिब मानो सिस असअ धिस गयो तार तोिर डार स न कह फटकत ह दीम की दमक जीगनीन की झमक झािड चपला चमक और स सौ न अटत ह मान महा ितिमर त भिल पिर बाट तात रिब सिस तोर कह भल भटकत ह lsquorsquo

(यह भादो आ गया सघन याम वणर क मघ वषार करत ह इन घमड़ती घटाओ म रिव अ य हो गया ह अजन क समान ितिमर आवत हो रहा ह चपला चमक कर अपन परकाश स नतर को च का दती ह आकाश क परसार म काजल स अिधक घना काला अधकार छाया हआ ह और घन घमड़ घमड कर घोर गजरन करत ह इसी परकार आकाश मडल म वत मघ क खड फल हए ह व आकाश म उमड़-घमड़ कर कषण म जत बद स प वी को िछड़क दत ह lsquorsquo) कछ सत न बारह मासा या सपणर ऋत वणरन भी िलख ह लोक गीत की नाियका क समान सत की िवरिहणी बारहमास म परकित क साथ अपनी यथा को यक त करती ह ndash

lsquorsquo याद गहर गभीर जकली कािमनी मघ र य झरलाई चमकत दािमनी बहत भयानक रिन पवन चहिदिश बह स दर िबन उस पीव िवरिहणी क य रह lsquorsquo

परकित क भयानक प स यहा यथा का ती होना िदखाया ह जायसी क बाहरमासा म नागमती क िवरह परसग को लकर परकित को सहज सबध म उपि थत िकया गया ह िवरिहणी नागमती पर यक माप क पिरवितरत पराकितक वातावरण क साथ अपनी िवरह वदना को सम अथवा िवरोध पर रखकरर अिधक िवकल हो उठती ह यथा ndash

िघरती हई घटा चार और स छाती आती ह दादर मोर और कोिकला श दा कह रह ह िबजली िगरती ह शरीर म जस पराण नही कत

सावन ममागर अधकार म गभीर और अथाह हो उठा ह ससार म जहा तम िदखाई दता ह जलमय

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हो उठा ह मरी नौका तो िबना नािवक क थक चकी हभाद मिबजली चमकती ह घटा गरज कर तर त करती ह इसी परकार परकित और भावनाओ का वणरन वषार क मा यम स िकया हआषाढ़ मास म वतपीत याम बादल छात ह बरी बक की पिकत िदखाई दती ह इसम आलम न ऋत क प को प ठ भिम म रखा ह उसक आधार पर भाव को बात कही ह

दीनदयाल की िवयोिगनी को पावस जस वय पीिडत कर रहा होः- चपला चमक लग लक हो अचक िहए कोिकल कहिक बरजार कोरबान की आवत गाढ़ असाढ़ क बादर मो तन म अित आग लगात पावत मोिह न जीवत परीित जो निह पावस म धर आवत

दव क इस परकित िचतर म अिभलाषा का आधार ह और इसम पावस स सबधा मक िनकटता की यजना िछपी ह -

आई िरत पावस न आए परान यार यात मघन बरज आली गरजन लाव ना

किववर िबहारी पावस की घटा क मा यम स नाियका क हाव भाव का वणरन करत ह - िछनक चलित ठठकित िछनक भज परीतम गर डािर चढ़ी अटा दखित घटा िव ण छटा-सी नािर

छायावादी यग की सबस बड़ी िवशषता परकित क समावश की ह छायावाद म परकित न किव की अिभ यिकत क िलए पग-पग पर सहायता की विदक काल स लकर स कत सािह य क पवरकाल तक जो परकित परम आकषरण पणर यिकतव िलए हए थी वह उ तरकालीन स कत सािह य और िहदी सािह य म रीितकाल तक िनवारिसत सी रही का य म उसका परयोग उपदशा मक या आलकािरक प म हआ छायावादी किव न अपन दय की यथा कथा कहन क िलए परकित का सहारा िलया िजसक अ तगरत वषार ऋत का िवशष मह व ह परकित क दय को िवकिसत करन की वभािवक शिकत क सबध म परसाद जी कहत ह-

नील नीरद दख कर आकाश म कय खड़ा चातक रहा िकस आस म

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कय चकोर को हआ उ लास ह कया कलािनिध का अपवर िवकास ह

जब चातक याम घन को दख कर तथा चकोर कलािनिध राकश को दखकर उ लिसत हो उठता ह तब मन य ही स दय पासना स कय विचत रह पराकितक स दयर का वणरन मान ही रसना को रसमय बना दता ह और दय को िवकिसत करता ह आकाश म जब गरी म की तपन क बाद मघ घमड़न लगत ह सखी यासी और मतपराय धरती म िफर स पराण सचार होता ह हरी-भरी वन पित क िमस वह अपनी परस नता परकट करन लगती ह सपणर पराणी जगत परकित क उ लास म डब जाता ह ऐस म lsquorsquo िजवदrsquorsquo की नाियका िपरय क पास वापस लौट आन की अननय क िलए पतर िलखन को याकल हो उठती हः-

धधिरत धर धरवान की सछाई नभ जलधर छौर धरा परसन लागी की कािलही त दिख बन बिलन को बनक नबिलन की मित अित अरसन लागी री िदजदव हरी भरी लिलत कछार य कद बन की डार रस बरसत लगीरी बिग िलख पाती या सघाती मनमोहन को पावस अवाती बरज दरशन लगी री

किववर र नाकर न पावस क सम त उपकरण को नाियका क जीवन म सयोिजत िकया हः- पीय-पीय गोपी पीर पिरत परकारित ह सोई र नाकर पकार पपीहा ही ह लागी रही ननिन स नीर की झरीओ उठ िचतर म चमक सो चमक चपला ही ह िबन घन याम धाम धाम बरजमडल म ऊधौ िनत बसित बहार बरसा की ह

िन कषर प म कहा जा सकता ह िक पराचीन काल स लकर आधिनक काल तक क किवय न अपन का य म वषार ऋत का जो वणरन िकया ह वह मनोहारी तो ह ही भारत जस किष परधान वषार पर िनभरर दश और समाज की ि ट स यथारपरक भी कहा जा सकता ह

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पर निच न डॉ दवदर परधान

वजञािनक ldquoजीrdquo उपकरणन- मखयालय

जब पाव तल धरती ना हो और िसर पर आकाश ना हो कसा लगता ह

जब तन पर कपड़ा ना हो और पट म रोटी ना हो कसा लगता ह

ना पछो य पर न मझ स अनभव नही ह मझ पिरचय इनस नही ह मझ

पछो मासम िबलखत ब च स मा क पट स िचपक हए ख क अधर स चस रह मा क दगधिवहीन तन को पछो उन माताओ स कसा लगता ह

भावरिहत चहरा और सनी आख कहती ह वय ही कहानी िमलता नही ह पट भर क पीन को पानी

पछो उन सभी स कसा लगता ह

िकसका आकाश कस कपड़ और कसी रोटी य सभी इनक िलए बस एक पर निच ह ह

कया सबह कया शाम और कया रात िदन ह कहा उगता ह सरज कहा ढलती ह शाम

िमटती नही जब भख ढकता नही जब तन इ ह इनका कया काम लगता ह मझ कछ ऐसा झठी हो गई ह पिरभाषाए मर चकी ह मानवता ददर का ह सामरा य और छा गई अराजकता बोलबाला ह पस का मानव प ह पश का कोई म य नही जीवन का यहा िबकती ह मौत और खरीदी जाती ह स त मोल पर िज दिगया

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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दखो इन सभी को कसा लगता ह

अन तिरत ह सभी कय िक य तो सब पर निच न ह

इसािनयत शिमर दा ह मोहनलाल साह

वजञािनक ldquoएफrdquo

मौसम कदर गोवा

इसािनयत यहा रो रही ह

हर िदन शिमर दा हो रही ह

चाह नकसली हो या आतकवादी यहा हर िदन धमाक कर रह ह

जनता मरती ह तो मर नता चन स सो रह इसािनयत यहा रो रही ह जाित-पाित और धमर क नाम पर फट डाल दी गई समाज म

इसान का खन पानी सा बह रहा ह पर नता अपनी रोटी सक रहा ह

इसािनयत यहा रो रही ह

घोटाल पर घोटाल करन वाल कानन स नही डरन वाल

दो रोटी पचा सकत नही जो करोड़ क नोट हजम कर रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह िजन साध सतो न भारत को िदलाया िव वग का स मान उ ही क नाम पर कछ लोग समाज डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

जहा होती थी नारी की पजा कभी खलत ह आज उनकी अ मत स सभी

ल मीबाई और दगारवती क दश म

नारी अबला हो गई ह इसािनयत यहा रो रही ह

िकस पर भरोसा करग आप आज

िगरिगट की तरह लोग रग बदलत ह िजनको िदया दश आग बढ़ान का कायर वही दश को डबो रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

कब गौतम और महावीर की धरती पर चह ओर परम की िनमरल बयार बहगी

कब कराित का िबगल फकगा कोई

और इ सान सधरगा इस आशा म हम जी रह ह

इसािनयत यहा रो रही ह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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गगा-माहा य

पनम िसह मौसम िवजञानी ndashए

परादिशक मौसम कदर नई िद ली गगा तम हो सबस महान ीहिर-पद-नख स िनगरत हो बर म कमडल आई

चदरमौिल क शीश भरमण कर जटाशकरी कहाई सागर िमलन हआ तहवा जह किपल लगाई यान गगा पाप और क मष धोकर क काया िद य बनाती िहमिगिर क िशखर म समधर गीत सनाती तर दशरन स पराणी अिजरत करत ह जञान गगा किवय न तर तट पर किवता की धम मचाई तर तट पर िबि म ला की गजी थी शहनाई तर चरण को पखार कर तलसी बन सजान गगा तमम जो अवगाहन करता पाता जीवन मिकत जीवन शाित परममय होता पाता तरी भिकत जन- मानस को पावन करती द-द कर वरदान गगा तर अमत जल स होती सब खत की िसचाई

तर तट पर आय न थी दीपावली मनाई तर ही आचल म फला रामायण का जञान गगा भी म को िदया था तन इ छा का वरदान िजसन तर तट पर पाया सब शा तर का जञान कौरव पाडव स पाया िजसन अतीव स मान गगा सीता सािवतरी न भारत म इितहास रचाया पिदमिन न जौहर त स नारी स मान बढ़ाया सरसिरता न िनमरल जल स िकया चिरत िनमारण गगा िशवजी न गगा जी को सवा का पाठ पढ़ाया गगा न सवा क सग क णा की धार बहाया भारतीय नािरया समझती तमको अपनी शान गगा मा की तप या स भारत का भाल सभािषत जननी ज मभिम की मिहमा स सब परफि लत वगर स अवरोहण कर हमको िदया अ न का दान गगा जब हम मा का िचतन करत आती याद त हारी अवतारी प ष को भी मा लगती हो तम यारी भव सागर स तर जात जो करत तरा यान गगा

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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तमन िकया हम िनमरल सिलल िवभिषत

िकया इ ह न तर जल को भौितकता स दिषत तब भी आशीवारद िदया जानत ह सभी जहान गगा गगा व छ बनान को भारत ह त पर िनमरल अिवरल प बनगा कर परयास पर पर गगा तब आनिदत होकर कर दगी क याण गगा नमािम गग गजगा भारत क जन-मानस स ल य व छता का परा होगा अद य साहस स मा गग पलिकत होकर परा कर दो यह परयास गगा

मौसम मजषा ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए मौसम कायारलय- अि बकापर

जस जस वसधा अपनी धरी पर चाल चल तस तस रिव ऊजार धरती पर ऋत काल गढ़ परवा पछवा की काली घटा जल रािश भर भर आए गरी म की तपती भतल को

शीतल शीतल वो कर जाए सावन की हिरयाली दख मन बाविरया झला जाए शिश िशिशर का पवन झकोरा तज रिव का मदधम मदधम तन िठठरन स याकल मन शीत बयार चली आगन आगन य रिव उ तरायण को जाव

हम त िवटप स बढ़ पात िगराव द आमतरण ऋतराज बलाव हम त बस त का पाव पखार िवजञपरवीण सब किव कोिवद कोर कागद पर गीत सजाव छद प य लख आलखनवीषा गढ़ गढ़ नतन परकत पौ षा भर डार गागर िफर खाली रस छलकाती चली मौसम मजषा

जीवन पथ सनदा गाबा

मौसम िवजञानी- ए रा टरीय मौसम पवारनमान कदर- मखयालय

जीवन िमलता ह एक बार उस खश हो कर जी लना यार चाह मि कल हो जीवन की राह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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पर ना हो कभी खामोश या उदास िनगाह

त हा जो कभी खद को पाओ तम तो जीवन स ना घबराना तम

पर मन स बस म करा लना अपन सग कछ वकत िबताना भोर की बला म उठ कर सयर को तम सीस नवाना मन ि थर हो जाएगा और कदम भी आग बढ़ पाएगा कदम उठान स ना डरना सदा तम य ही चलत रहना यादा समय क िलए ना कना तम को तो कछ पल ि थित को समझना समझ कर तम और स भलना जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो कर जी लना यार खशी और सति ट को बनाना अपन जीवन का आधार मन म रखना सदा तम यार और कभी िह मत ना हार हो जाएगी ऐस हर दिवधा पार इस तरह जीवन स हो ना कभी बज़ार जीवन िमलता ह एक बार इस खश हो क जी लना यार

इसम िनत नए रग भरो रग िबरग और सनहर सजील रग स इस जीवन को सजाना ह हर हाल म खश रहना ह और िनरतर आग बढ़त जाना ह

मरा शहर अिकत सकसना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय ndash पालम कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा कछ सपन सच करवाता ह

कछ सपन नए बनवाता ह

कोई िमल जाता ह यहा हमसफ़र अपना कोई खद को ढढ पाता ह यहा स चाई स िमलवाता ह शहर मरा

हर शखस की ज़ नीयत को िनखारता ह

कब कया हािसल हो यहा िकसको

कोई ना जानता िमलत ह दो त यहा

कछ अजनबी अपन हो जात ह

पिरवार स अलग इक नया पिरवार

िमल जाता ह यहा ऐसा खिशय का बगीचा ह मरा शहर I कछ अनजाना अलबला सा ह शहर मरा hellip

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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परकित का गार सजीव कमार सागर

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo किष मौसम सवाए परभाग- मखयालय

परकित म हिरयाली सी चमकी किव की कलम स रची किवता सी दमकी परकित का गार ह प ती पराणवाय भी दती ह प ती म यवान त ही ह प ती औिषिधय की खान ह प ती एक-एक टहनी पर सजी पड की शोभा ह प ती पड़ पर एक न ही प ती बन कर त जब चमकी थी जब मन तझको दखा था तब न ही प ती िदखती थी जीवन का आधार बनी त पड़ का गार बनी त एक-एक डाल पर सजी पड की शोभा ह प ती जब लगी डाल पर तब जीन की नई उ मीद जगाती पतझड़ न कय तोड िदया डाली स अकली दर जा िछटकी कय जान नही ह अब तझम कय बजान पड़ी ह

कय सखी-सखी िदखती ह क य िनजीरव पड़ी ह पड़ न डाली स जब तझ छोड़ा होगा ददर उस भी कम नही हआ होगा तकलीफ म तरी वो भी तो तड़पा होगा दख उस भी हआ होगा तकलीफ तझ भी हई होगी तड़पी रोई भी त होगी कय िदख नही िकसी को आस तर जब बदम बबस बजान त हई होगी पड़ की गोद को छोड़कर ढर स जा िमली ह कय डरी-डरी सी िदखती ह कल तक तो थी लगी पड पर इठलाती िजस हवाओ का आचल सहलाता था बाह म पड़ की खब झला झली खब इठलाती थी अब दर पड़ी पड़ स जा िमली प त क ढर स कय पछताती ह तकदीर बदलत दर नही लगती शोभा मकट सी थी त आज बदली तकदीर तो दखो पर स कचली जाती ह प त क ढर म िमलकर जलकर क राख बनी ह हवाओ क थपड स

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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जान कहा-कहा उड़ती िफरती त दसर को जीवन दती थी खद जल राख बनी ह जीवन का यह कड़वा सच ह बाकी तो सब िम या ह परकित का गार ह प ती पराण वाय भी दती ह प ती पड़ की एक-एक टहनी पर िफर चमकी ह नई प ती

जीवन आनदमय बनाए पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी - बी मौसम कदर- रायपर

उग जात ह पौध और िखल जाता ह फल खडहर की टटी दीवार प थर क ढर की दरार पर आगन क प थर क जोड़ या बजर सी लगती भिम पर कौन इ ह पालताndashसहलाता खादndashपानी ह द जाता कदरत ही करता दखभाल िजसका कोई नही होता एक सकारा मकता ही ह िजसका मल कय िक िखल फल सा ह

स दर हमारा य जीवन इसकी कोमलता का पशर सगध का मधर अहसास काट क म य परफि लत िक त उस पा लन का परयास सदरता का य और रग क अत य िमठास उपभोगानपात म करत उ लािसत आशा और िनराशा जीवटता क ह दो पहल िनराशा स वमन यता और अवसाद का परादभारव पातरता ास आ मगलािन और क ठागर त पठ पर आशाओ स ही मानव जीवन होता ससि जत तब कय हम मन स असमय बढ़ हो जात और छदम िनराशा का रोना- रोकर सकारा मकता की ऊजार न ट कर जात आओ परकित का समिचत दोहन कर उसक अ यत समीप जाकर आशाओ क दीप जलाए निदय -झरन क कलकल और पिकषय क गीत सन घन काल बादल को दख मन-मोर को नचाए

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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बफीरली वािदय म अधर बफीरली झील खोज

घन बीहड़ जगल म िनभरयता का अलख जगाए सम दर िकनार की परातःकालीन परवाई क आनद म इ दरधनष सी रगीिनय और तार की िटमिटमाहट म बफर स ढक पवरत पर बनत-झमत बादल क समह म पराकितक स दयर अहसास स बोिझल मन हरषाए काल घन बादल म नई आकित खोज गली -कच म खलत ब च की िखलिखलाहट म अपन बीत चक सखद बचपन क वो मधर-पल ढढ आकाश म झ ड म उड़त िचिड़य स बनत िभ न- िभ न मनोहारी आकितया अपन मन म उतार I िवकास और नवीनता की खोज म िन य आ मिव वास और सकारा मकता क पड़ उगाए भिव य की वागत म वतरमान क सयत िव लषण स खोए की िनराशा छोड़

पाए का सखद अनभव समझाए सीख को खास बना कम स धरती पर वगर व प अम य प य जीवन आनदमय बनाए I

जब कोमल काया फौलाद बनगी ए एम भटट

मौसम िवजञानी- ए

मौसम कायारलय- अि बकापर सौ शीश ल य म ल चला अब सौ शीश ही ल य मरा ह सन गौर स त य लाल मर

सन अितम ल य जो मरा ह सन सरहद पर उठती आवाज को शतर की कलिषत परवाज को आचल मा का दिषत करन

िफर भिड़य न ललकारा ह

धार नदी का परवाह न कगा बह उपवन स जल नदी बनगी बहत जल की पीड़ा का सख

सागर स िमलकर ही रहगी

म भी अब बह िनकला ह

शतर शोिणत पीन चला ह जननी क आचल को छन

बढ़ शतर क मदरन को बढ़ा ह

का य फहार

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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िवजय रथ स बध चक ह घोड़

अ व शौयर सग बध चल तन मर

गित वीरता स वीरगित तक

सग वज रह कभी साथ न छोड़ अितम य मरा सगराम अधरा वचन भारती का कर द अब परा

सौ शीश शतर का धरा िगरा कर

वदी कड भर द अब परा

सौ शीश काट गर मर जाऊगा मा क आचल म सो जाऊगा ओढ़ ितरगा लाल मर

म वापस घर िफर आऊगा

शोक न करना इस माटी तन पर

कसम ह त हार दरिवत नयन को

िपता की राह ही तम भी चलना भारत मा की जय हो कहना

वदीर ही ईमान हर वीर सिनक की तम रखना स भाल मरी वदीर को जब य कोमल काया फौलाद बनगी अग धारण करना मरी वदीर को

ितलाजिल दना सब अपन

यौवन की मनमजीर को

सर कफ़न बाध कर पहन िनकलना मात रकषा िहत इस वदीर को मान ितरग की रखन अब

लाल मर म जाता ह

मा भारती की रकषा िहत

म ितलक भाल सजाता ह

डोर वतन की पतर मर

मजबती स धारण करना शतर की किटल ि ट स

भारत मा की रकषा करना

िचिड़या अजना िम हास

परशासिनक अिधकारी

थापना अनभाग - मखयालय

म छोटी सी न ही िचिड़या

पल भर म उड़ जाती

घर घर बठती म मडर पर

आहट होत ही फदक जाती

छ ज आलन िखडिकय पर

घर अपना था मन बनाया च च म भर- भर क ितनक

घोसल को था मन सजाया

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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इ सानो क बीच म रहना

मझ बहत अ छा आता था दाल चावल सख हो छ त पर

उ ह चगन म मज़ा आता था

च च मार- मार कर दपरण की

िचिड़या को म भगाती थी टट जाए जो हवा स घ सला

महनत स िफर बनाती थी

कछ साल स इस शहर की

हवाओ म दम घटता ह

िव यत- च बकीय फली तरगो म

सास भी लना दलरभ लगता ह

बड़ बड़ मोबाइल टावर को

म न फटी आख भी भाती चील बाज स भरा ह आसमान

और ल त होन को ह मरी परजाित

शहर छोड़ म चली गाव म

वहा भी न जान िकतन िदन बसरा ह

जािलम मोबाइल टावर भी

आ गया यहा मर पीछ पीछ

गाव भी अब शहर सा जहरीला लगता ह

काश होता ऐसा िक

कबतर भया ही स दश पहचात

शाित क बन रहत दत

और ना य टावर क राकषस पर फलात िफर स चहकती म बिगया म

घमती डाली डाली पाती पाती

दाना चगन आती

िफर स म मडर पर

और ल त होन की कगार पर

न पहचती मरी परजाित

--------

मौसम मजषा िसतबर-2018 स करण-27

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सवरभाषा किव स मलन - 2018 अशोक कमार क यप

मौसम िवजञानी lsquoएrsquo किष मौसम परामशर सवा परभाग

आकाशवाणी महािनदशालय (भारत सरकार) वारा सन 1956 स ही लगातार हर वषर lsquoसवरभाषा किव स मलनrsquo आयोिजत िकया जाता रहा ह इस वषर यह इदौर म यपरदश म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo क नाम स आयोिजत िकया गया

य मरा सौभागय ही रहा िक इस बार अनवादक किव क प म ldquoसवरभाषा किव स मलन 2018rdquo जस रा टरीय यजञ म मरी भी भागीदारी रही और म तो यह कहगा िक इस मामल म यह lsquoभारत मौसम िवजञान िवभागrsquo का भी सौभागय ही रहा कय िक म शायद पहला किव ह जो भारत ही नही बि क िव व क इस अनठ किव स मलन म lsquoमौसम िवजञान िवभागrsquo स जड़ा ह और सयोग दिखए िक अपनी तरह क इस अनोख किव स मलन का नाम ल दन ि थत lsquoबक ऑफ़ व डर िरकॉडरrsquo म भी दजर हआ सवरभाषा किव स मलन कया ह जब हमारा दश आज़ाद हआ और सन 1956 म lsquoभारत सरकारrsquo जब थािय व को परा त हई तो हर तरफ भारत की अपनी स कित और सपरभता की बात होन लगी सरकारी लाइबररी कल और अ य स थाए सा कितक कायरकरम और किव स मलन का आयोजन करन लग इसी समय lsquoसचना और परसारण मतरालयrsquo क अधीन lsquoआकाशवाणीrsquo (जो उस समय सचना और परसारण का सव च मा यम था) क अिधकािरय क िदमाग म ऐस कायरकरम की क पना न ज म िलया जो दश को एक सतर म जोड़ तभी योजना बनाई गई िक भारतीय सिवधान की 8वी अनसची म मा यता परा त सभी 22 भाषाओ क परितिनिध किवय का किव स मलन कराया जाए िजसस दश क िविभ न रा य क िव वान क िवचार उपलि धया सम याए सघषर और सोच एक मच स सनी और

भाषायी बयार

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कही जा सक सवरभाषा किव स मलन की चयन परिकरया पर वषर दश क सभी 450 रिडयो टशन पर िविभ न कायरकरम क जिरए कषतरीय किवय का का य पाठ होता रहता ह पर यक कषतरीय रिडयो टशन पर हए किवता पाठ म स उस टशन की चयन सिमित दो किवय की दो किवताओ को चन कर परदश की राजधानी क मखय रिडयो टशन पर भजती ह सभी रा य की राजधानी क रिडयो टशन पर भी एक चयन सिमित बनाई जाती ह जो अपन रा य क पाच किवय की पाच किवताओ को चनकर िद ली ि थत आकाशवाणी भवन महािनदशालय को भजती ह त प चात यहा िद ली म उन किवताओ का अगरजी और िहदी म अनवाद होता ह तथा यहा भी रा टरीय तर क विर ठ किवय की एक चयन सिमित दश क सिवधान म उदधत 22 भाषाओ क किवय की किवताओ म स पर यक भाषा की दो किवताओ और किवय क नाम घोिषत करती ह दो इसिलए िक िकसी वजह स अगर परथम किव अपनी किवता का पाठ करन म असमथर हो तो दसर को मौका िदया जा सक ठीक यही परिकरया िकसी भी भाषा क अनवादक किव का चयन करत समय अपनाई जाती ह मगर यहा पर किव क किवता पर तितकरण पर यान यादा िदया जाता ह मरा चयन मरी किवताओ का परसारण भी कई बार आकाशवाणी िद ली स हो चका ह एक िदन मझ कायरकरम अिधकारी जी का फोन आया िक अपना सिकष त पिरचय भिजए मन जानना चाहा िक िकस िलए तो उ ह न कहा िक बाद म बताया जाएगा म पिरचय भजकर इस बात को भल ही गया था मगर एक िदन उ ही अिधकारी का िफर फोन आया और बोल िक बधाई हो आपका चयन सवरभाषा किव स मलन 2018 म अनवादक किव क प म हआ ह मन तो इस कायरकरम का नाम भी नही सना था और जब उ ह न बताया िक यह किव स मलन इदौर म होगा तो मन साफ मना कर िदया िक म तो इतनी दर और वो भी िकसी दसर किव की किवता पढ़न नही िब कल नही जाउगा यह सनकर वो हरान हए और बोल आप इतनी बडी उपलि ध को ठकरा रह हो उ ह न मझ आकाशवाणी भवन बलाया और इस किव स मलन क गौरवपणर इितहास उपयोिगता और भ यता क बार म बताया तब म राजी हआ सवरभाषा किव स मलन का आयोजन

हर वषर यह आयोजन दश क अलग अलग रा य और शहर म होता ह वषर 2018 म यह आयोजन इदौरम यपरदश म िदनाक 16012018 को शहर क परिसदर होटल िबरिलएट क वशन सटर क इ पीिरयल सभागार म हआ एक िदन पहल 15 जनवरी 2018 को इसका पवार यास िकया गया तथा

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परस कॉ फरस भी बलाई गई िजसक अ यकष आकाशवाणी िद ली महािनदशालय क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी रह और उ ह न पतरकार क सभी सवाल क जवाब भी िदए चयन परिकरया क िवषय म भी एक पतरकार का पर न था उसी क जवाब म चदरशखर यास जी न िव तत जानकारी दी और मझ आभास हआ िक म िकतना सौभाग यशाली ह उसक बाद 15 जनवरी को शाम 400 बज आकाशवाणी इदौर की तरफ स हम सभी किवय को तीन वातानकिलत िमनी बस उ जन म महाकाल वर जी क दशरन करान क िलए रवाना हई और ठीक आरती क समय हम सभी किवय न महाकाल वर जी क बहत बिढया तरीक स दशरन िकए उसक बाद परिसदध हिरिसिदध मिदर और बड़ गणश मिदर क दशरन िकए 16 जनवरी 2018 को इ पीिरयल सभागार खचाखच भरा हआ था शहर क आला अिधकािरय की गािड़या लगातार आ रही थी लगभग 400 बज शाम को आकाशवाणी क अितिरकत महािनदशक ी चदरशखर यास जी और आकाशवाणी इदौर क िनदशक ी िव वास कलकर महोदय न दीप पर विलत करक lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018rsquo का शभार भ िकया पर परा क अनसार सवरपरथम सभी भाषाओ की ज मदाता स कत भाषा म िलखी किवता का पाठ डॉसरचना ितरवदी न िकया और उसक िहदी अनवाद का पाठ फरीदाबाद क डॉ िवनोद शकर पाडय जी न िकया उसक बाद वणरमाला करमानसार ी मदल होलोई न अपनी असिमया भाषा की किवता का पाठ िकया और उसका िहदी म अनवाद डॉ िनशा वारा पढ़ा गया उसक बाद उिड़या उदर क कणी क नड़ क मीरी गजराती डोगरी तिमल तलग नपाली पजाबी बागला बोडो भाषा म किवता पाठ हआ और उन सभी का िहदी अनवाद का य पाठ भी

16व न बर पर पदम ी डॉ रतन िथयाम जी की मिणपरी किवता फशरहीन फशर का िहदी अनवाद और का य पाठ मन िकया उसक बाद मिथली मलयालम मराठी िसधी और सथाली भाषाओ की किवताओ का पाठ उनक मल किवय न िकया और अनवादक किवय न उन सभी किवताओ का िहदी म अनवाद पाठ िकया सबस बाद म िहदी की दो किवताओ एक मकतछद तथा एक छदीय गीत का पाठ हआ दोन ही किवताओ का खब आनद उपि थत ोताओ न िलया इसक पहल lsquoखrsquo कषतर की किवताओ का भी ोताओ न मल प तथा िहदी अनवाद दोन म ही हए का य पाठ का आनद िलया lsquoगrsquo कषतर की किवताओ का आनद उनक िहदी अनवाद स ही ल पा रह थ ोता इस बीच य घोषणा भी हई िक अनकता म एकता िलए इस अनठ किव स मलन को ल दन ि थत lsquoवडर बक ऑफ़ िरकॉ रसrsquo प तक म भी इस वषर दजर िकया गया ह इस सबध म असम उ च यायलय क मखय यायाधीश न परमाण पतर डॉ चदरशखर यास जी को सौपा अत म सभी किवय को परतीक िच न और

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शॉल दकर स मािनत िकया गया और सभी का ध यवाद िनदशक ी रामावतार बरवा जी न िकया

परसारण इस भ य lsquoसवरभाषा किव स मलन 2018 का परसारण आकाशवाणी क सभी 450 रिडयो टशन और दरदशरन क रा टरीय चनल वारा हर वषर की तरह 25 जनवरी को रात 10 बज स 12 बज तक lsquoगणततर िदवस 2018rsquo की पवर स या पर एक साथ िकया गया सभी िहदी भाषी रा य यािन lsquoकrsquo कषतर म इस lsquoकिव स मलनrsquo का परसारण य का य िकया गया मगर lsquoखrsquo और lsquoगrsquo कषतर क रिडयो टशन स पहल मल किवता और उसका िहदी म अनवाद तथा उसक बाद उस कषतर की भाषा म मल किवता का अनवाद परसािरत िकया जस असिमया किवता का परसारण च न स हआ तो पहल असिमया भाषा म उसक बाद िहदी म और िफर तिमल भाषा म हआ आकाशवाणी का कहना ह िक इस परकार हर वषर इस सवरभाषा किव स मलन क मा यम स दश-िवदश क लगभग 15 करोड़ लोग एक साथ जड़त ह और दश क एक कोन की आवाज और सोच का स परषण एक साथ पर दश म होता ह तथा दश क नागिरक आपस म एक साथ जड़ा हआ महसस करत ह

आकाशवणी अपर महािनदशक ी चदरशखर यास

उदर गज़लकार असगर इनायती तथा मिणपरी किव पदम ी रतन िथयाम

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राजभाषा िहदी स सबिधत पर कार व परो साहन योजनाए

सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा)

िहदी अनभाग- मखयालय

भारत सरकार क सवधािनक परावधान क अनसार सघ की राजभाषा िहदी ह और उसकी िलिप दवनागरी राजभाषा िवभाग गह मतरालय वारा राजभाषा िहदी क परचार-परसार क िलए िविभ न परो साहन योजनाए चलाई जा रही ह इन सभी परो साहन योजनाओ का एकमातर उ य ह िक राजभाषा िहदी म िकए जा रह कायर सकारा मक िदशा म आग बढ राजभाषा िहदी म फाइल पर िट पणी पतराचार मौिलक लखन आिद म विदध हो इन योजनाओ का यही उ य ह यिद आप िहदी म अपरिशिकषत ह तो सरकार आपको परबोध परवीण पराजञ क मा यम स परिशिकषत करगी और साथ म अ छ अक आन पर नकद पर कार दगी आपको वयिक तक वतन विदध िमलगी आप िहदी म काम करग उसक िलए परो साहन योजनाए ह सचना परौ योिगकी म िवकास क साथ-साथ राजभाषा िहदी म कायर करना अब बहत आसान हो गया ह आप क यटर पर िहदी म काम कर सकत ह अब यह सब बहत सरल हो गया ह तो आइए आपको ऐसी परो साहन योजनाओ की जानकारी द द- कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना कदर की नीित क अनसार सरकारी कामकाज म राजभाषा िहदी का परयोग पररणा परो साहन एव सदभावना स बढ़ाया जाता ह िवभाग की परमख योजनाओ क तहत िहदी िदवस समारोह क अवसर पर पर कार िदए जात ह राजभाषा िहदी को बढ़ावा दन क उ य स कदर सरकार क अिधकािरय कमरचािरय वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक हत राजभाषा गौरव पर कार योजना चलाई जा रही ह

bull उ य

कदर सरकार क मतरालय िवभाग उपकरम बक आिद वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार

भाषायी बयार

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क िलए आविधक िहदी पितरकाए परकािशत की जा रही ह कदर सरकार क कािमरक वारा पतर-पितरकाओ म परकािशत उ क ट लख क लखक को पर कार िदए जात ह तािक राजभाषा म लख िलखन वाल कािमरक को परो सािहत िकया जा सक और पाठक को अ छ लख पितरकाओ म पढ़न क िलए उपल ध हो सक

bull पातरता

(क) कदर सरकार क कायररत अथवा सवािनव त कािमरक (ख) लख िकसी भी सरकारी स था की पतर-पितरकाओ म िव तीय वषर म परकािशत होन चािहए (ग) िहदी भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान

lsquoकrsquo या lsquoखrsquo भाषाई कषतर म ि थत हो

(घ) िहदीतर भाषी लखक उन अिधकािरय कमरचािरय को माना जाएगा िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म ि थत हो

bull िनयम व शत

(क) इस पर कार योजना म एक लखक क अिधकतम दो लख ही शािमल िकए जात ह िकसी लखक क दो स अिधक लख परा त होन की ि थित म िवभाग को परा त होन वाल परथम दो लख पर िवचार िकया जाता ह अ य लख वत ही अपातर मान जात ह

(ख) लख की फोटोकॉपी क साथ मल पितरका का होना अिनवायर ह अ यथा लख पर कार योजना म शािमल नही िकया जाता ह

(ग) लख क साथ लख की मौिलकता का परमाण पतर लखक वारा दना आव यक होगा

(घ) सवािनव त कािमरक क सदभर म सवािनवि त परमाण पतर या इसस सबिधत कागजात लगाना अिनवायर ह

पर कार

नकद पर कार क साथ-साथ मित िच न एव परमाण पतर भी परदान िकए जात ह िहदी भाषी

परथम पर कार ndash 20000- िवतीय पर कार ndash 18000- ततीय पर कार ndash 15000-

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िहदीतर भाषी

परथम पर कार ndash 25000- िवतीय पर कार ndash 22000- ततीय पर कार ndash 20000-

म याकन परिकरया पर यक मतरालयिवभाग अपन तर पर दो लख का चयन करगा मतरालयिवभाग चयिनत लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजत ह लख को िनधारिरत परपतर म िववरण सिहत राजभाषा िवभाग को भजग राजभाषा िवभाग मतरालय िवभाग स परा त लख को लख म याकन सिमित वारा समीकषा करवा कर िहदी व िहदीतर भािषय क िलए तीन-तीन पर कार का चयन करता ह पर कार जीतन क बार म सबिधत अिधकारीकमरचारी की सवा िववरणी म भी समिचत उ लख सबिधत मतरालयिवभागकायारलय वारा िकया जाना अपिकषत ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना कदर सरकार क मतरालयिवभाग सावरजिनक कषतर क उपकरम वायत िनकाय सरकारी कषतर क बक एव िव तीय स थाओ क मख यालय वारा राजभाषा िहदी क अिधकािधक परचार-परसार क िलए समय-समय पर िहदी गह-पितरकाए परकािशत की जाती ह इन पितरकाओ क कलवरसाज-स जा और लख की शली म उ लखनीय परगित हई ह

िहदी गह-पितरकाओ क िलए राजभाषा कीितर पर कार योजना क अतगरत पर यक भाषाई कषतर यथा lsquoकrsquo lsquoखrsquo तथा lsquoगrsquo म इस योजना म दो-दो पर कार परदान िकए जाएग

पर कार क अतगरत शी ड और परमाण-पतर परदान िकए जाएग इस योजना क अतगरत नकद पर कार दय नही ह इस पर कार योजना क पातरता की यनतम अहरताए िन नवत ह-

(क) पितरका म कम स कम 40 प ठ होन चािहए

(ख) िहदी म प ठ की सख या कल मिदरत प ठ की सख या का कम स कम 80 परितशत होना चािहए

(ग) पितरका क िव तीय वषर की अविध क दौरान कम स कम 2 अक परकािशत होन चािहए

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म याकन पदधित क मानक

इस वषर पितरका क म याकन क िलए अिधकतम 130 अक रख गए ह इन अक का िववरण इस

परकार ह-

करस मद अक

1 पितरका की राजभाषा को बढ़ावा दन म उपयोिगता 20

2 सरकारी कामकाज म उपयोिगता 30 3 भाषा शली एव पर तितकरण 20 4 िव यास साज-स जा कागज की गणव ता एव मदरण- तर 20 5 आतिरक कािमरक वारा लख का अनपात 10 6 छाप लख की मौिलकता 30 कल अक 130

िहदी म मौिलक प तक लखन क िलएlsquoगौरव पर कारrsquoयोजना राजभाषा िवभागगह मतरालय वारा िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए चलाई जा रही िन निलिखत पर कार योजनाओ क िलए कलडर वषर क दौरान परकािशत प तक आमितरत की जाती ह कदर सरकार क कािमरक (सवािनव त सिहत) को िहदी म मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार पातरताशत

प तक क लखक कदर सरकार क मतरालय िवभाग उनक स बदधअधीन थ कायारलय सावरजिनक कषतर क उपकरम रा टरीयकत वक िव तीय सथान तथा कदर सरकार क वािम व म या िनयतरणाधीन वायत स थाओकदरीय िव विव यालयपरिशकषण स थान म कायररतसवािनव त अिधकारीकमरचारी ह

लखक अपनी परिवि ट अपन िवभागपवर िवभाग क अ यकष वारा स यापन तथा स तित क साथ राजभाषा िवभाग को भज

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पर कार रािश इस योजना क अतगरत िन निलिखत पर कार परदान िकए जात ह-

परथम पर कार ndash 100000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार ndash 60000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार ndash 30000- परमाण पतर तथा मित िच न

भारत क नागिरक को िहदी म जञान-िवजञान मौिलक प तक लखन क िलए राजभाषा गौरव पर कार

प तक आधिनक तकनीकीिवजञान की िकसी िवधा अथवा समसामियक िवषय पर िलखी हो उदाहरणाथर-

इजीिनयरी इलक टरािनक स क यटर िवजञान भौितकी जव िवजञान ऊजार अतिरकष िवजञान आयिवरजञान रसायन िवजञान सचना परौ योिगकी परबधन मनोिवजञान आिद

समसामियक िवषय जस उदारीकरण भमडलीकरण उपभोक तावाद मानवािधकार परदषण िनयतरण आिद

पातरता भारत का कोई भी नागिरक इस पर कार योजना म भाग ल सकता ह पर कार

परथम पर कार (एक) ndash 200000- परमाण पतर तथा मित िच न िवतीय पर कार (एक) ndash 125000- परमाण पतर तथा मित िच न ततीय पर कार (एक) ndash 75000- परमाण पतर तथा मित िच न परो साहन पर कार (दस) ndash 10000- परमाण पतर तथा मित िच न

दोन योजनाओ क िलए सामा य शत परिवि ट उपयरक त पर कार योजनाओ म स कवल एक योजना क िलए ही भजी जा सकती ह

प तक क एक स अिधक लखक होन की ि थित म पर यक सहलखक वारा अलग- अलग परोफामार भरा जाएगा

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योजना क अतगरत पर कार क िलए व प तक ही वीकायर ह जो लखक की िहदी म मौिलक रचना ह अनिदत प तक वीकायर नही ह

िकसी भी सरकारी सगठन वारा पवर म पर कत प तक पातर नही ह गी पर कार की घोषणा स पहल यिद प तक को अ य िकसी पर कार योजना क अतगरत पर कत िकया जाता ह तो इसकी सचना लखक वारा त काल राजभाषा िवभाग को दी जाए

योजना क अतगरत एक कलडर वषर क दौरान परकािशत पस तक वीकायर ह प तक िवषय क बार म समीकषा मक िव लषणयक त होनी चािहए िवभागीय मनअल पी एच

डी क िलए िलख गए शोध किवता उप यास कहानी नाटक आिद क प म िलखी गई या पा य प तक क प म िलखी गई प तक पातर नही होगी

लखक पस तक म िदए गए आकड़ एव त य क िलए वय उ तरदायी ह ग और उनक परमाण म जहा तक सभव हो सदभर दग

यिद िकसी यिक त को राजभाषा िवभाग की योजना क अतगरत िपछल तीन वष म कोई पर कार िमल चका हो तो उसकी परिवि ट िवचारधीन नही ह गी तथािप सहलखक (यिद कोई हो) योजना म भाग ल सकता ह सहलखक को पर कार म आनपाितक रािश ही परदान की जाएगी

प तक कम स कम 150 प ठ की हो यिद म याकन सिमित इस िन कषर पर पहचती ह िक परिवि टय म स कोई भी प तक िकसी

भी पर कार क योग य नही ह तो इस सबध म उसका िनणरय अितम माना जाएगा bull म याकन परिकरया

प तक का म याकन राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत मानदड क आधार पर ल ध-परिति ठत िव वान िवशषजञ की सिमित वारा िकया जाता ह

bull पर कार क बार म घोषणा और पर कार िवतरण पर कार क बार म िनणरय की सचना सभी पर कार िवजताओ को पतर वारा भजी जाती ह

तथा िवभाग की वबसाइट पर भी रखी जाती ह पर कार िवतरण राजभाषा िवभाग वारा िनधारिरत ितिथ को िकया जाएगा

bull सामा य पर कार क िलए प तक क म याकन क बार म कोई पतर- यवहार नही िकया जाता ह

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पर कार िवतरण क िलए िनयत थान स बाहर स आए हए पर कार िवजताओ को आन-जान क िलए रल का िवतीय णी (वातानकिलत) का िकराया तथा भारत सरकार क िनयम क अनसार दिनक भ ता िदया जाता ह ठहरन की यव था वय अपन खच पर करनी होती ह

योजना क बार म सचना िवभाग की वबसाइट httprajbhashagovin पर भी उपल ध ह

िहदी िशकषण योजना की परीकषाए उ तीणर करन पर कदरीय सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल वयिक तक वतन नकद पर कार आिद परो साहन

bull वयिक तक वतन- िहदी भाषा िहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क अिधकािरयोकमरचािरय को 12 महीन की अविध क िलए एक वतन विदध क बराबर का वयिक तक वतन िदया जाता ह (क) परबोध परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही अराजपितरत कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परबोध पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह और जो इस परीकषा को 55 परितशत या अिधक अक लकर उ तीणर करत ह अराजपितरत अिधकािरय को परबोध परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन नही िदया जाता ह (ख) परवीण परीकषा- वयिक तक वतन उ ही अिधकािरय कमरचािरय को िदया जाता ह िजनक िलए परवीण पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह- अराजपितरत कमरचािरय को 55 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर राजपितरत अिधकािरय को 60 परितशत या अिधक अक लकर परवीण परीकषा उ तीणर करन पर

(ग) पराजञ परीकषा- वयिक तक वतन कवल उ ही सरकारी अिधकािरय कमरचािरय (राजपितरत अराजपितरत को पराजञ परीकषा उ तीणर करन पर िदया जाता ह िजनक िलए यह पा यकरम अितम पा यकरम क प म िनधारिरत िकया गया ह (घ) िहदी श द ससाधनिहदी टकण- िहदी श द ससाधनिहदी टकण की परीकषा उ तीणर करन वाल कदर सरकार क अराजपितरत कमरचािरय को एक वतन विदध क बराबर 12 महीन की अविध क िलए वयिक तक वतन िदया जाता ह (ड़) िहदी आशिलिप- अराजपितरत िहदी भाषी आशिलिपक को िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर 12 महीन क िलए एक वतन विदध जो आगामी वतन विदध म िमला दी जाती ह क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह

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राजपितरत आशिलिपक को 90 परितशत या अिधक अक लकर िहदी आशिलिप परीकषा उ तीणर करन पर वयिक तक वतन िदया जाता ह

िजन आशिलिपक (राजपितरत एव अराजपितरत दोन ) की मातभाषा िहदी नही ह उ ह िहदी आशिलिप की परीकषा उ तीणर करन पर दो वतन विदधय क बराबर वयिक तक वतन िदया जाता ह य वतन विदधया भावी वतन म िमलाई जाती ह ऐस कमरचारी पहल वषर दो वतन विदधय क बराबर और दसर वषर पहली वतन विदध को िमला िदए जान पर कवल एक वतन विदध क बराबर वयिक तक वतन परा त कर सकत ह िट पणी- िजन कमरचारी को सवाकालीन िहदी परिशकषण स छट िमली हई तो उस कमरचारी को सबिधत परीकषा उ तीणर करन पर िकसी परकार क िव तीय लाभपरो साहन नही िमलग नकद पर कार- िहदी परबोध परवीण पराजञ िहदी श द ससाधनिहदी टकण और िहदी आशिलिप की परीकषाए अ छ अक स उ तीणर करन पर पातरता क अनसार िन निलिखत नकद पर कार परदान िकए जात ह िजनकी वतरमान दर िन नानसार ह-

परबोध

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर - 1600- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 400- परवीण

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -1800- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1200- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर -600- पराजञ

1 70 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 60 परितशत या इसस अिधक परत 70 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600- 3 55 परितशत या इसस अिधक परत 60 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- िहदी श द ससाधनिहदी टकण

1 97 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 95 परितशत या इसस अिधक परत 97 परितशत स कम अक परा त करन पर -1600-

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3 90 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर -800- िहदी आशिलिप

1 95 परितशत या इसस अिधक अक परा त करन पर -2400- 2 92 परितशत या इसस अिधक परत 95 परितशत स कम अक परा त करन पर - 1600- 3 88 परितशत या इसस अिधक परत 92 परितशत स कम अक परा त करन पर - 800- bull यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव

िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर एकम त पर कार-

1 िहदी िशकषण योजना की परबोध परीकषा -1600- 2 िहदी िशकषण योजना की परवीण परीकषा -1500-

3 िहदी िशकषण योजना की पराजञ परीकषा -2400-

4 िहदी िशकषण योजना की िहदी श द ससाधनिहदी टकण परीकषा -1600-

5 िहदी िशकषण योजना की िहदी आशिलिप परीकषा -3000- िजन कमरचािरय को िहदी क सवाकालीन परिशकषण स छट परा त ह उ ह सबिधत तर की िहदी परीकषा उ तीणर करन पर नकद एव एकम त पर कार दय नही ह ग िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधनिहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करन पर कदर सरकार क कमरचािरय को िमलन वाल िव तीय परो साहन तथा वयिक तक वतन नकद पर कार एव एकम त पर कार स सबिधत आदश उन सभी कमरचािरय पर भी लाग ह ग जो िहदी िशकषण योजना वारा आयोिजत िहदी श द ससाधानिहदी टकण एव आशिलिप की परीकषाए इलक टरॉिनक टाइपराइटर या क यटर का परयोग करक उ तीणर करत ह

िट पणी-1 एकम त पर कार परगित न कमरचािरय क अितिरक त कवल उ ही कमरचािरय को िदया जाएगा जो ऐस थान पर तनात ह जहा िहदी िशकषण योजना क परिशकषण कदर नही ह अथवा जहा सबिधत पा यकरम क परिशकषण की यव था नही ह

2 परिशकषाथीर यिक तगत परय न स िहदी िशकषण योजना की िहदी भाषा िहदी श द ससाधन िहदी टकण एव िहदी आशिलिप परीकषाए उ तीणर करत ह उनको एकम त पर कार क अलावा नकद पर कार परदान करत समय िनधारिरत िकए गए परिशकषण स पाच परितशत अक कम परा त करन पर भी नकद

पर कार रािश दी जाएगी

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सरकारी कामकाज (िट पणआलखन मल प) स िहदी म करन क िलए परो साहन योजना सरकारी काम मल प स िहदी म करन क िलए पर कार रािश िन न परकार ह-

(क) कदर सरकार क पर यक मतरालयिवभागसबदध कायारलय क िलए वततर प स पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

(ख) कदर सरकार क िकसी िवभाग क पर यक अधीन थ कायारलय क िलए वततर प स

पहला पर कार (2 पर कार) पर यक 5000- दसरा पर कार (3 पर कार) पर यक 3000- तीसरा पर कार (5 पर कार) पर यक 2000-

योजना क िलए मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

कदरीय सरकार क सभी मतरालयिवभागसबदध और अधीन थ कायारलय अपन अिधकािरय कमरचािरय क िलए वततर प स इस योजना को लाग कर सकत ह

सभी िणय क व अिधकारीकमरचारी इस योजना म भाग ल सकत ह जो सरकारी काम पणरत या कछ हद तक मल प स िहदी म करत ह

कवल वही अिधकारीकमरचारी पर कार क पातर ह ग जो lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर म वषर म कम स कम 20 हजार श द तथा lsquoगrsquo कषतर म वषर म कम स कम 10 हजार श द िहदी म िलख इसम मल िट पण व परा प क अलावा िहदी म िकए गए अ य कायर िजनका स यापन िकया जा सक जस रिज टर म इ दराज सची तयार करना लखा का काम आिद भी शािमल िकए जाएग

आशिलिपकटाइिप ट जो सरकारी कामकाज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन सबधी िकसी अ य योजना क अतगरत आत ह इस योजना म भाग लन क पातर ह ग

िहदी अिधकारी और अनवादक सामा यत अपना काम िहदी म करत ह व इस योजना म भाग लन क पातर नही ह ग

योजना क परयोजन क िलए पर यक अलग भौगोिलक ि थित वाल कायारलय को वततर एकक माना जाएगा उदाहरणाथर अलग कषतर म ि थत आयकर आयक त क अधीन सहायक आयकर आयक त आिद का कोई कायारलय अथवा रलव क मडल रल परबधक क

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अधीन कषतरीय अधीकषक आिद का कायारलय इस योजना क चलन क िलए एक वततर एकक माना जाएगा रकषा मतरालय या डाक तार िवभाग क अधीन थ तथा सबध कायारलय आिद क बार म भी ऐसी ही ि थित होगी

म याकन करन क िलए कल 100 अक रख जाएग इनम स 70 अक िहदी म िकए गए काम की मातरा क िलए रख जाएग और 30 परितशत अक िवचार की प टता क िलए ह ग

िजन परितयोिगय की मातभाषा तिमल तलग क नइ मलयालम बगाली उिड़या या असिमया हो उ ह 20 परितशत तक अितिरक त अक का लाभ िदया जाएगा ऐस कमरचारी को िदए जान वाल वा तिवक अक क लाभ का िनधाररण म याकन सिमित वारा िकया जाएगा ऐसा करत समय सिमित उन अिधकािरय कमरचािरय क काम क तर को भी यान म रखगी जो अ यथा उसस करम म ऊपर ह

अिधकािरय वारा िहदी म िडक टशन दन क िलए परो साहन योजना

अिधकािरय को िडक टशन दन क िलए परितवषर 5000- का पर कार िदए जान का परावधान ह इस योजना क मख य मागरदशीर िसदधात िन नवार ह-

ऐस सभी अिधकारी िज ह आशिलिपक की सहायता उपल ध ह या जो सामा यत िडक टशन दत ह इस योजना म शािमल हो सकत ह

योजना की अविध िव तीय वषर रखी जाए

योजना म भाग लन वाल अिधकारी उनक वारा िहदी म िदए गए िडक टशन क बार म िरकॉडर रखग

पर कार योजना क अतगरत 5000- का पर कार रखा जा सकता ह पर कार दो भी रख जा सकत ह परथम पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoकrsquo तथा lsquoखrsquo कषतर क अतगरत हो और िवतीय पर कार ऐस अिधकािरय क िलए िजनका घोिषत िनवास थान lsquoगrsquo कषतर म हो

सभी मतरालयिवभाग कायारलय इस योजना को वय बना सकत ह और पर कार क िलए आव यक िहदी िडक टशन कायर की यनतम सीमा िनधारिरत कर सकत ह

lsquoकायारलय स ता पयर सामा यत उस कायारलय स होगा िजनका थानीय मख य अिधकारी

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िवभागा यकष अथवा कायारलया यकष घोिषत िकया गया हो पर कार िनधारिरत करन क िलए िकसी उ च अिधकारी को म याकन अिधकारी नािमत िकया

जा सकता ह अथवा इस हत एक सिमित गिठत की जा सकती ह इस जानकारी को सभी को दन का मखय उ य यही ह िक राजभाषा िहदी म अिधक स अिधक कायर कर और कदर सरकार की इन परो साहन योजनाओ म अिधक स अिधक कािमरक भाग ल

सिवधान म राजभाषाअ याय 1-- सघ की भाषा अन छद 120 ससद म परयोग की जान वाली भाषा

1 भाग 17 म िकसी बात क होत हए भी िकत अन छद 348 क उपबध क अधीन रहत हए ससद म कायर िहदी म या अगरजी म िकया जाएगा परत यथाि थित रा य सभा का सभापित या लोक सभा का अ यकष अथवा उस प म कायर करन वाला यिकत िकसी सद य को जो िहदी म या अगरजी म अपनी पयार त अिभ यिकत नही कर सकता ह अपनी मात-भाषा म सदन को सबोिधत करन की अनजञा द सकगा 2 जब तक ससद िविध वारा अ यथा उपबध न कर तब तक इस सिवधान क परारभ स पदरह वषर की अविध की समाि त क प चात यह अन छद ऐस परभावी होगा मानो ldquoया अगरजी म rdquo श द का उसम स लोप कर िदया गया हो

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िहदी सािह य का इितहास- आिदकाल जगद बा परसाद मौसम िवजञानी- बी

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय

आचायर रामचदर शकल न lsquoसािह य का इितहासrsquo की पिरभाषा को इन श द म पर तत की ह- ldquoपर यक दश का सािह य वहा की जनता की िच वि तय का सिचत परितिब ब होता ह तब यह िनि चत ह िक जनता की िच वि त क पिरवतरन क साथ ndash साथ सािह य क व प म भी पिरवतरन होता चला जाता हआ योपात इ ही िच वि तय की पर परा को परखत हए सािह य पर परा क साथ उनका सामज य िदखाना ldquoसािह य का इितहासrdquo कहलाता ह

िहदी सािह य का आिदकाल(दसवी शता दी स चौदहवी शता दी) राजनीितक पिरि थितया- हषरवधरन की म य स लकर 1200 ई तक का यग राजपतकालीन यग कहलाता ह इस काल म दश एक रा टर न होकर अनक परात म बटा था कदरीय स ता कषीण हो गई थी राजपत राजाओ क पार पिरक वर-भाव तथा स तालोलपता का लाभ बाहरी आकरमणकािरय न उठाया अफगानी आकराता महमद गजनवी न सन 1000 ई स 1026 ई क बीच भारत पर सतरह बार आकरमण िकय तथा मोह मद गौरी न सन 1197 म तराइन क िवतीय यदध म जयचद की सहायता स प वीराज चौहान को हराकर मि लम शासन की नीव रखी आिदकाल की काल सीमा म शासन करन वाल तकर -अफगानी शासक थ अ यव था लटमार तथा िबखराव क इस यग मकिवय न दरबारी आ य गरहण िकया तथा अपन आ यदाताओ क शौयर तथा परशि त क गान िलख थ धािमरक पिरि थितया- विदक धमर तथा पौरािणक धमर िविभ न स परदाय म िवभकत हो चक थ विदक धमर क परितिकरया व प पनप बौदध धमर तथा जन धमर भी अनक स परदाय म बट चक थ धमर क मल वर को भलकर य स परदाय ततर-मतर जाद-टोन शरीरसाधना करन लग यही वाम मागर को अपनान वाल बौदध िसदध कहलाय इनक मठ म साधना क नाम पर यिभचार होन लगा िजसका िवरोध नाथ िसदध न िकया और हठ योग साधना तथा इिदरय- सयम को िवशष मह व िदया धािमरक वातावरण भरमपणर था सामािजक और आिथरक पिरि थितया - धमर और राजनीित क पतनो मख होन की अव था म ठ

भाषायी बयार

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सामािजक जीवन की क पना नही की जा सकती यदध का वातावरण सदव बना रहता था सतीपरथा बहिववाह बालिववाह पदार परथा का त कालीन समाज म परचलन था ऊच-नीच तथा छआछत का भाव समाज म या त था नवागत इ लाम धमर म जाितगत भदभाव न होन क कारण िन न जाितया धमारतरण करक इ लाम धमर अपनान लगी थी आिथरक ि ट स समाज दो वग म बटा था- एक - उ च वगर िजसम सामत शासक साहकार उ चपदािधकारी आत थ िजनक पास अथाह स पि त थी और दसरा िन न वगर िजनक पास अपनी दिनक ज रत क िलए भी धन नही था साहकार तथा सामत लोग इ ह कर और कजर क जाल म उलझात जा रह थ नाथ-सत सािह य म जो समाज क िविभ न पाखड का िवरोध जाितगत भदभाव क परित यग एव िवदरोह का वर िमलता ह वह त यगीन सामािजक एव आिथरक पिरि थितय की ही दन ह सा कितक एव सािहि यक पिरि थितया- गयारहवी सदी म यवन क आकरमण तथा उनक बढ़त परभाव क फल व प इ लामी स कित का परवश भारत म हआ परार भ म िहद तथा इ लामी स कितया एक-दसर क िव दध खड़ी नजर आयी परत जस-जस मगल का परभाव बढ़ता गया इ लामी स कित की छाप िहद स कित पर पड़ती गई सािहि यक ि ट स दखन पर इस यग म तीन का य धाराय िदखायी दती ह- पहली राजाि त स कत का य धारा थी इस अविध मस कत सािह य धारा क िव वनाथ अिभनवग त कतक कषमदर भोजदव म मट तथा राजशखर जस का यशा तर क आचायर शकर कमािरल भटट भा कर एव रामानज जस दाशरिनक मनीषी तथा भवभित ीहषर जयदव जस किव नाटककार एक साथ दखन को िमलत ह दसरी धारा धमारि त अपभरश म रिचत का य की थी वयभ प दत धनपाल वीर आिद जन किवय न पौरािणक गरथ को नए प म पर तत िकया इसी क साथ-साथ बौदध िसदध सरहपा क हपा लइपा आिद एव गोरखनाथ आिद नाथ न अपभरश क साथ लोकभाषा िहदी को अपनी रचनाओ का मा यम बनाया तीसरी धारा चारण एव भाट किवय वारा रिचत वीरगाथा मक का य की थी िजनम इन किवय न अपन आ यदाताओ क शौयर परदशरन तथा िविभ न यदध का वणरन अितरजनापणर ढग स िकया ह िहदी भाषा एव सािह य का उदभव इ ही रचनाओ स माना जा सकता ह य रचनाए ही यगीन पिरि थितय का िचतरण करन म सफल हई ह रामचदर शकल न इस काल को वीरगाथा काल नाम िदया ह भाषा की ि ट स आिदकालीन सािह य को मखयत दो भाग म वगीरकत िकया जा सकता ह-

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अपभरश क परभाव स यकत िहदी सािह य- जन किवय वारा रिचत सािह य बौदध िसदध- नाथ सािह य इसी क अतगरत आता ह यह सािह य धािमरक सािह य कहलाता ह वा तव म यह सािह य न तो सािहि यक अपभरश क अतगरत आता ह न िहदी क भाषा की ि ट स यह सकराित काल की रचनाए ह िजनम िहदी का आरि भक प िदखायी दता ह जो अपभरश क परभाव स यकत ह

अपभरश क परभाव स मकत िहदी सािह य- इस वगर क सािह य को िवषय और रचना की ि ट स दो भाग म िवभकत िकया जा सकता ह-

रासो सािह य िजसम दो परवि तया ह- (क) वीरगाथा परधान रासो सािह य जस- प वीराज रासो (िजस िहदी का परथम महाका य तथा इसक रचियता चदबरदाई को िहदी का परथम किव माना जाता ह) परमाल रासो(आ हखड) क रचियता जगिनक खमानरासो क रचियता दलपित िवजय ह मीररासो क रचियता शागरधर िवजयपाल रासो क रचियता न ह िस ह आिद ह (ख) गारपरक रासोसािह य- बीसलदव रासो इसी पर परा म अ दररहमान का सदशरासक परथम का य माना जाता ह इसकी भाषा परवतीर अपभरश अवहटट ह लोक सािह य- आिदकाल म एक का य धारा लौिकक सािह य की रही ह िजसम लोकत व एव लोकभाषा को अपनाया गया य किव लोककिव थ ढोला मा रा दहा िव यापित पदावली( गारपरक भिकतपरक िविवध िवषय जस परकित स सबिधत पद परहिलका कट पद यदध क पद आिद) अमीर खसरो की पहिलया इसी कोिट का सािह य ह आिदकाल म िश ट हा य तथा िवनोदमलक रचनाए खड़ी बोली म पर तत करन वाल अमीर खसरो परथम किव ह तकीर अरबी फारसी बरज एव खड़ी बोली पर इनका समान अिधकार था फटकर पहिलया मकिरया दो सखन खािलकबारी गज़ल अिधक परिसदध ह खसरो की पहिलय मकिरय तथा सखन क एक-एक उदाहरण पर तत ह- पहिलया न मारा न खन िकया बीस का िसर काट िलया (नाखन) एक कहानी म कह सन ल त मर पत िबना पर क वह उड़ गया बाध गल म सत (पतग) सखन पान सड़ा कय घोड़ा अड़ा कय (फरा न था) बरा मण यासा कय गधा उदासा कय (लोटा न था) मकिरया वह आव तब शादी होय उस िबन दजा और न कोय मीठ लाग वाक बोल कय सिख साजन न सिख ढोल

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जब मर मिदर म आव सोत मझको आन जगाव पढ़त िफरत वह िवरह क अ छर य सिख साजन ना सिख म छर आिदकालीन सािह य का कला पकष भाषा रासो का य म वीर रस क साथ-साथ गार रस का भी स यक परयोग हआ ह अत विणरत थल क अन प ही भाषा पिरवतरन हआ ह इस यग म सािहि यक राज थानी भाषा का परयोग िडगल क नाम स का य म होता था और बरज िमि त भाषा का सािहि यक प िपगल कहलाता था चारण किवय न वीरगाथा मक रासो का य की रचना िडगल म की िजसम कठोर वणर िव व परधान वण का परयोग अिधक था गार रस क वणरन म िपगल का सरस परयोग िमलता ह िजसम भावानकल कोमल वण का परयोग िकया गया ह उदाहरणाथर- थिक रह सर कौितग िगगन रगन-मगन भई ोन धर हिद हरिण वीर जगग हलस हरउ रिग नवर त वर (प वीराज क यदध का वणरन िडगल भाषा म ) अथारत प वीराज चौहान क यदध कौशल और वीरता को दखकर सयर भी त भवत ठहर गया इस यदध म हए नरसहार स सारी धरती रकत स भर गई ऐस यदध को दखकर वीर योदधा उ लास स भर उठ और उनक चहर पर परस नता स रकत की जसी लािलमा छा गई हल हल लग कछ मद वाय नव वध किल भय कप पाय उपमा उर कि व कहीय ताम ज वन तरन अिग अिग काम (इि छनी की स दयर शोभा का वणरन िपगल भाषा म ) वह सवारग म काम की तरग क रहत हए भी परथम किल क समय ऐस कापती ह जस मद वाय क हलक झ क स लता िहलती डलती ह त सम श द तदभव श द राज थान क दशी श द का परयोग भी िमलता ह अपभरश भाषा की का यधारा भी िहदी क समानातर चल रही थी इसिलए इन का य पर थोड़ा बहत अपभरश का भी परभाव िदखायी दता ह इ लाम क परभाव क फल व प अरबी फारसी और तकीर भाषाओ क भी कछ श द इस काल क का य म दखन को िमलत ह का य प परबध एव मकतक दोन परकार क का य इस काल म िलख गए प वीराज रासो खमान रासो िवजयपाल रासो परबध का य की कोिट म आत ह बीसलदव रासो मकतक गीितका य ह परमाल रासो लोकगीत शली पर आधािरत गय का य ह परमाल रासो की गयता ट य ह- बारह बरस ल ककर जीव अ तरह ल िजय िसयार

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बरस अठारह कषितरय जीव आग जीवन को िधककार अलकार एव छद- इन का य म उपमा पक उ परकषा यमक आिद सभी अलकार का किवय न परयोग िकया ह परत वीरका य म वीर रस की परधानता और वीरोिचत वणरन म अितशयोिकत की परधानता स अितशयोिकत एव अ यिकत अलकार का अिधक परयोग हआ ह चारण किव छदशा तर क जानकार थ दोहा या दहा ताटक तोटक तोमर गाहा पदधिर आयार रोला कडिलया उ लाला आिद छद का कशलतापवरक परयोग िकया ह

आषाढ़ का पहला िदन भवानी परसाद िम

हवा का ज़ोर वषार की झड़ी झाड़ का िगर पड़ना कही गरजन का जाकर दर िसर क पास िफर पड़ना उमड़ती नदी का खती की छाती तक लहर उठना वजा की तरह िबजली का िदशाओ म फहर उठना

य वषार क अनोख य िजसको पराण स यारजो चातक की तरह ताकता ह बादल घन-कजरार

जो भखा रहकर धरती चीरकर जग को िखलाता हजो पानी व त पर आए नही तो ितलिमलाता ह

अगर आषाढ़ क पहल िदवस क परथम इस कषण म वही हलधर अिधक आता ह कािलदास क मन म

त मझको कषमा कर दना

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कया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी ह

पोषण लाल दवागन मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

मौसम कदर - रायपर

जलवाय पिरवतरन एक अतहीन परिकरया हजो परातन काल स चली आ रही ह मानव मि त क क उ पाती िवकास क साथ ही जलवाय पिरवतरन म भी गितशीलता ि टगोचर हई ह एक ओर जहा इस परिकरया को मानव जीवन क िलए हािनकारक माना जा रहा ह तो दसरी ओर स यता क िवकास क िलए इस अघोिषत अ याव यक परिकरया व प मा यता परा त ह वा तव म जलवाय पिरवतरन को गलोबल वािमरग अथारत भ-तापमान म विदध स जोड़कर दखा जा रहा ह तथा इसक फल व प जीवनोपयोगी िविभ न ससाधन की उपल धता म सभािवत कमी की आशका यकत की जा रही ह िक त इसका दसरा पहल यह भी ह िक ऐस कई कषतर ह जो अ यत कम या अ यिधक तापमान क कारण मानव िवहीन हआ करत थ व आजकल जिवक आबादी स पिरपणर होत जा रह ह किठन मौसमी पिरि थित क कारण अनक कषतर मानव की पहच स बाहर होत थ जो अब नही ह यह जलवाय पिरवतरन का ही पिरणाम ह

सामा य लख

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एक सपरिसदध पयारवरणिवद िफिलप बरॉडिवथ वारा जलवाय पिरवतरन पर चचार का मह वपणर िवषय पर तत िकया गया ह िक ldquoकया यिकतगत क पिनया जलवाय पिरवतरन क िलए दोषी हrdquo साथ ही कहा गया ह िक चचार म ऊजार की माग पर आधािरत उपभोकताओ क उ तरदािय व को अनदखा िकया जाए इस यकष पर न क जवाब म अनक वजञािनक िमतर वारा मह वपणर तकर पर तत िकए गए ह आज हम िविभ न तकनीक स िघर हए ह तरह- तरह की मशीन और उपकरण स हमार दिनक कायर कछ जिटल तो कछ बहत आसान हो गए ह इसम पयारवरण की अनकलता भी आव यक होती ह जो जलवाय पिरवतरन का ही एक प ह यह जानत हए िक पिरवतरन परकित का िनयम ह इस चचार म िविभ न वजञािनक समदाय क वजञािनक (सौज य वॉटसएप गरप lsquoआईएमएस रायपरrsquo और lsquoएगरी म टीयोरोलोिज टrsquo) वारा अनक तकर िदए गए ह आईए इनक बहम य तक पर गभीरतापवरक नजर डाल- मनीष िस हा शोधकतार CSVTU िभलाई क अनसार ldquoमर िवचार स जलवाय पिरवतरन क िलए कोई भी िज मदार नही ह जसा िक म समझता ह जलवाय पिरवतरन की अवधारणा कवल मानव ह तकषप क परितकरया व प नही ह वरन मानव की परिकरयाओ को समािहत िकए िबना भी यह सभव ह कय िक जलवाय पिरवतरन को उ परिरत करन वाल मानवजिनत घटक स िकसी का सीधा सबध नही ह अब इस जलवाय पिरवतरन की अवधारणा को तब तक रोका नही जा सकता जब तक इस अिन टकारी पिरवतरन पर परकित वारा ह तकषप नही होता िक त यिकत िवशष वारा िकए जा सकन का कायर यह ह िक वह जलवाय पिरवतरन की गित म कमी लान म अपनी सहभािगता सिनि चत कर तािक परकित को अपनी पवारव था परा त करन क िलए आव यक समयाविध दी जा सक किष वजञािनक सबरहम यम राज क िवचार ह िक ldquoकया यिक तगत कपिनय की इसम कोई िज मदारी नही ह िवकास क कारण का अितम पिरणाम कया ह इस त य को पिरभािषत करन म हम सकषम होना होगा ldquoटसलाrdquo भी एक क पनी ह यहा क एक अिधकारी लोन म क क कथन पर हम यान दना होगा िक lsquoआव यकताrsquo ह इस सम या को हल करन की िज मदारी अनसधानकतारओ की हrdquo अथारत क पिनय की एक अ य किष वजञािनक तषार दशमख का मानना ह िक ldquoपराकितक अ न-उ पादन पराकितक भोजन पराकितक पयारवरण सावरितरक माग ह िक त िवचारणीय त य यह ह िक मानव मातर वारा परकित क अन प कस इ ह फलीभत व इनका म यवधरन िकया जाता हrdquo िबट रायपर क िपरसीपल डॉ िपयषकात पाड क अनसार lsquoउ नीसवी सदी म औ योिगक कराि त क

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प चात इतनी कम अविध म काबरन डाइऑकसाइड क बढ़त तर क िलए प वी क पर इितहास म ऐसा कोई उदाहरण नही ह अतीत म प वी क गरम होन का कारण काबरन उ सजरन ही ह इसिलए मानव जाित और हमार सगठन जलवाय पिरवतरन क दोष स बच नही सकत

टरप सिहत सभी सदह करन वाल न इस सबध म मानो वा तिवकता को जानन स ही इकार कर िदया जलवाय पिरवतरन प वी को गमर आदरर बफर -रिहत पणरतया समदरमय तथा मौसम क अनसार पणरतया िव वसक गरह बनाकर यहा स पणर मानव जाित को परी तरह न ट करन म सकषम ह वजञािनक एम एल साह भारत मौसम िवजञान िवभाग क मानत ह िक ldquoमानव अि त व क पवर भी जलवाय पिरवतरन हआ ह िक त जलवाय पिरवतरन की गित म विदध मानव क ह तकषप क कारण ही हई ह औ योगीकरण भी इसका एक कारक हrdquo किष वजञािनक यगाधर कहत ह िक क पिनया दकानदार क प म अपन गराहक को ऐसी व तए बचती ह िजसक िलए उ ह म य परदान िकया जाता ह य तो हम उपभोकतागण ह जो lsquoिनदरयीrsquo उ पाद को खरीदकर उ ह परो सािहत करत ह कया करय िकया जाए य हम वय ही िनधारिरत करना ह यह भली भाित जानत हए भी िक मर वारा की गई यह छोटी सी खरीददारी उन यापािरय क लाभ या िवकरय को िवशष परभािवत नही करगी म कछ अनितक कपिनय स उ पाद नही खरीदता डॉ परकाश खर वजञािनक भारत मौसम िवजञान िवभाग क अनसार lsquoपिरवतरन क पीछ भागना मानव की परवि त ह पिरवतरन स परायः परकित पयारवरण िस टम या कह िक जलवाय पटनर ही असतिलत हो जाता ह इसिलए हम ऐस असतलन-मखी परितघात स जीवन को सरिकषत रखन क िलए सिनयोिजत होन की आव यकता ह अ यथा जलवाय असतलन अव य भावी ह डॉ िवनोद खडस किष वजञािनक का कहना ह िक lsquoयह तो परशासन क शराब बदी कायरकरम क सम प ह जहा दसरी ओर आबकारी िवभाग वारा काननन शराब क िलए टडर या परिमट भी जारी िकया जाता ह अतएव इस परिकरया को अिधक तव जो न द वरन िन वाथर व बिदधम तापवरक यिक तगत

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तर पर इस सलझान का परयास कर इस िवषय पर मरा मानना ह िक जलवाय पिरवतरन कवल वातावरण म गरीन हाउस गस अथवा तापमान म विदध का ही पिरणाम नही ह इस हािनकारक परिकरया क प म ही न दखा जाए वरन यह जीवन क िलए वरदान व प भी सािबत हआ ह कपया िपछल दशक क दौरान म य भारत कषतर पर मॉनसन आन म दरी क बार म िवचार कर मर िवचार स यह इस कषतर म गमीर क िदन म भ-जल क उपयोग स िकए जान वाल किष उ पादन कायर क फल व प कषतर का अपकषाकत कम तपन स तापीय परवणता व वायदाब परवणता म कमी आन का पिरणाम ह जो मॉनसन क आग बढ़न म यवधान डालता ह इसी परकार राज थान और गजरात रा य म भी जलवाय पिरवतरन हआ ह अतएव जलवाय पिरवतरन क िलए कवल औ योगीकरण पर दोषारोपण नही िकया जा सकता जलवाय पिरवतरन का दोषी कौन ह या जलवाय पिरवतरन जीवन क िलए आव यक ह या अनाव यक उपयोगी ह या अनपयोगी या कह िक वरदान ह या अिभशाप अब यह तय करना आपक हाथ म ह

-------------- आपदाए अपन िलए दया क घट िनधारिरत नही करती व िकसी भी वक त कही भी पहच कर अपन काम को परा कर दती ह आपदाओ स हम एक शानदार चीज़ सीख सकत ह व अपना काम बड़ ही यान स परा करन क बाद ही लौटती ह

महमत मरत इलदान

सािह यकार तकीर

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भर टाचार मक त भारत - मरी ि ट म िमलन परसाद भटटाचायर

मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

परादिशक मौसम कदर -कोलकाता भर टाचार वतरमान म भारत म एक वलत िवषय ह िजसक िवषय म चचार करन स पहल भर टाचार की उ पि त का िव लषण करना आव यक ह वा तव म परभावशाली यिक तय वारा िकए गए अस य ईमान िव दध और अनितक आचरण को ही भर टाचार कहा जाता ह भर टाचार घस लन एव गबन करन स श होता ह

लाल फ़ीताशाही ल बी परिकरयाए गलत वािणि यक एव तकनीकी तरीक तथा उसक साथ राजनितक इ छा शिक त का अभाव भर टाचार को पनपन म सहायता करत ह इसक अलावा िनयम का जाल जिटल कर एव अनजञा परणाली तथा परद त िवशष िववकािधकार भर टाचार का अवसर परदान करत ह lsquoटरा परसी इटरनशनलrsquo क अनसार लगभग 50 परितशत भारतवािसय को सरकारी सवा परा त करन क िलए कभी न कभी जन अिधकािरय को घस दनी पड़ी ह टरासपरसी इटरनशनल की lsquoभ टाचार बोधक तािलकाrsquo क वषर 2016 क पिरणाम अनसार 176 दश म भारत का थान 79वा ह

काला धन भारत म िवकास का सबस बड़ा बाधक ह काल धन स ता पयर उस धन या स पि त स ह जो िनयमानसार कर चकाए िबना अिजरत की गई हो भारतीय वारा िवदशी बक म िकतना काला धन जमा िकया गया ह इसकी जानकारी अभी तक परा त नही की जा सकी ह काल धन की रीढ़ को तोड़न क िलए सन 2012 म कदरीय पर यकष कर बोडर न िवमदरीकरण का सझाव िदया था 08 नव बर 2016 को भारत सरकार न 500- एव 1000- क नोट की वधता समा त करन की घोषणा की इसका पिरणाम यह हआ िक वषर 2017-18 म आयकर िरटनर भरन वाल की सख या म 25 परितशत का इज़ाफा हआ तथा 282 करोड़ लोग न आयकर िरटनर दािखल िकया आयकर का अिगरम भगतान 418 परितशत बढ़ गया तथा आयकर िवभाग न 549 िबिलयन म य की नकदी एव गहन ज त िकए भर टाचार भाई भतीजावाद और बइमानी न हमार सामािजक तान-बान को न ट कर िदया ह यहा तक िक हमार भर टाचार िनरोधी िवभाग भी यदा-कदा भर ट लोग क चगल म फस जात ह तथा फलत भर ट लोग को सामा य द ड क साथ छोड़ दन पर िववश हो जात ह दश का कानन इन भर ट लोग स मज़बती स िनपटन म सकषम नही ह इसीिलए परशासिनक कायारलय म भर टाचार की नदी िसर क

सामा य लख

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ऊपर बहन लगी ह भर टाचार का मल कारण लाल फ़ीताशाही और कायर म अनाव यक दर करना ह हमारा रा टर नितक म य क ास स जझ रहा ह िजस उ नत करन की आव यकता ह सरकारी अिधकािरय को अपना कायर स पािदत करत समय िकसी परलोभन क आग नही झकना चािहए दश क परिसदध एव नामी-िगरामी यिक तय को अपनी ईमानदारी व स चाई स ईमानदार करदाता क प म आदशर थािपत करना चािहए भर टाचार को दर करन क िलए कई कदम उठाए गए ह िजनम मख य ह-

bull सचना का अिधकार सरकारी िकरयाकलाप क बार म पछन का अिधकार नागिरक को दता ह bull कदरीय सतकर ता आयोग सतकर ता रखन तथा सरकारी परित ठान म भर टाचार दर करन क उपाय

का सझाव दन क िलए गिठत िकया गया ह bull स य िकरयाि वत व त एव सवा कर न lsquoएक दश एक करrsquo परणाली को लाग िकया ह िजसस

कर चोरी पर रोक लगगी भर टाचार को रोकन क िलए कछ और कदम उठाए जान आव यक ह -

bull भर टाचार सबधी मामल का शीघर िनपटारा करन क िलए िवशष अदालत बनाई जानी चािहए

bull मज़बत और कड़ कानन बनाए जान चािहए िजसस अपराधी को छट न िमल सक

एक बार यिद हम इस भर टाचार भाई-भतीजावाद और घस लन एव दन क रोग को भारतीय समाज स दर कर सक तो हमार दश को िवकिसत दश की ि थित म पहचन म वक त नही लगगा और बिकम चदर जी का lsquoसजलाम सफलाम श य यामला मातरमrsquo का व न साकार हो जाएगा

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दिनया भर की तकनीक और आिव कार न हमारा जीवन बहत आसान कर िदया ह मगर एक पराकितक आपदा आत ही सब बकार हो जाता ह और हम समझ आ जाता ह िक धरती पर हम िसफर कदरत की दया क भरोस िजदा ह

नाइल डगर टायसन

अमरीकी ए टरोिफिज ट

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भवन-िनमारण म ईशान-कोण का मह व मकश कमार ग ता

मौसम िवजञानीndash बी सगठन अनभाग - मखयालय

भारतीय स कित म भवन-िनमारण स पवर िकसी शभ महतर म वा त पजन भिम पजन भिम शोधन िशला यास आिद शभ कायर दवी-अनगरह परा त करन क साथ-साथ सयर सिहत सम त गरह-नकषतर रािश-समह एव परकित क पड़न वाल परभाव को अनकल बनान व परकित क साथ सामज य थािपत करन क िलए िकए जात ह कोई भी नविनमारण यह उ य सामन रखकर िकया जाता ह िक बनकर तयार होन क प चात वह भवन िनवास करन वाल क िलए िवघन-बाधा रिहत सख-शाि तदायक परगित का कारण एवम सवरथा मगलमय हो घर म कलह-कलश न हो पािरवािरक सौ यता सामज य एव पार पिरक नह-सदभाव बना रह तािक यिकत व थ एव दीघरजीवी ह आिथरक उ नित सामािजक मान-परित ठा म अिभविदध आिद बात साथरक िनमारण का पिरचायक मानी जाती ह

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भवन क उ तर-पवर कोन को ईशान-कोण कहा जाता ह भगवान िशव का एक नाम ईशान भी ह चिक भगवान िशव का आिधप य उ तर-पवर िदशा म होता ह इसीिलए इस िदशा को ईशान-कोण कहा जाता ह यहा दवी शिकतया इसिलए भी बढ़ती ह कय िक इस कषतर म दवताओ क ग बह पित और मोकष कारक कत का भी वास रहता ह िव वकमार परकाश क अनसार पर यक भखड का भवन का और यहा तक िक पर यक कमर का ईशान-कोण अथारत उ तर और पवर क म य का भाग या कोना अ यत मह वपणर ह सयर परब स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह अतः उसकी जीवनदाियनी पराण ऊजार स भरपर लाभ उठान क िलए पव तर िदशा म पजा-ककष या दव-मिदर का होना अिनवायर ह जहा सयर और प वी क ऊजार क दर का सि मलन होता ह िवजञानव ता जानत ह िक सयर और प वी का आपस म िकतना घिन ठ सबध ह सयर क ताप व परकाश-रि मय क परभाव स ही धरती पर अनगिणत पिरवतरन होत रहत ह वा तशा तर का आधार भी इन दोन का पर पर सबध ही ह ऋिषय न कहा ह- ईशा यो दवतागह पवर या ननामिदरम पव तर क तीन िवधानसभा चनाव क नतीज आन क बाद परधानमतरी ी नरदर मोदी जी न कायरकतारओ को सबोिधत करत हए अपन भाषण क दौरान वा त क ईशान-कोण का िजकर करत हए कहा था जो बात म कह रहा ह उस मन सना ह हालािक इसम न मरा जञान ह न मरी आ था ह जो इमारत बनात ह वो एक मा यता रखत हrsquo उ ह न कहा वा त म इमारत की जो रचना होती ह उसम उ तर-पवर कोण का सबस मह वपणर थान होता ह वा तशा तरी इसका बहत यान रखत ह मतलब िक (घर बनान म) एक बार नॉथर-ई ट ठीक हो गया तो परी इमारत ठीक हो जाती ह आज मझ खशी इस बात की ह िक नॉथर-ई ट का यह कोना िवकास की यातरा का दश म नत व करन आग आया ह I हमारा दश धमरपरायण दश ह आ याि मक ऊजार यहा क कण-कण म समािव ट ह यहा वा त को धािमरक क य स जोड़कर रखा गया ह तािक उस मा यम स हम ई वर स सबध थािपत करक लौिकक एव पारलौिकक सख क आनद का लाभ उठा सक इस सदभर म आधर परदश क मधर य वा तवता ी गौ ित पित र डी अपनी कित वा त-सदश म कहत ह िक बर मा ड म स या त अिगन वाय जल आकाश आिद नसिगरक शिकतय -पचमहाभत को अपन घर क अनकल बनाना जानना और तदन प भवन िनमारण करना ही बिदधमान को अभी ट ह उनक अनसार बदरीनाथ कदारनाथ आिद उ तराख ड क दवालय मथरा-व दावन क पराचीन मिदर ओिडशा का जग नाथपरी एव दिकषण भारत

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क ित पित बालाजी आिद दव- थान की थापना वा तशा तर क अनसार की गई ह िजनक कारण उनक आकषरण एव वभव दखत ही बनत ह व ततः वा त िनयम क अनसार िनिमरत दवालय पजा-थल एक परकार स बर माडीय ऊजार क क दर होत ह इसीिलए पर यक िनमारण म एक कोना पजा- थल क प म िवकिसत करन का िवधान ह वा तशा तर क अनसार दवालय उपासना थल या पजा ककष भवन का परमख अग ह इस ईशान-कोण म थािपत करन का परमख कारण यह ह िक सयर पवर स उिदत होता ह शा तर म सयर को जगत की आ मा कहा गया ह साथ ही इस आरोगय का दवता माना गया ह पवारिभमखी पजाककष म जब यिकत उपासना करता ह तो उसका मह पवर की ओर होता ह इसस परातःकालीन उदीयमान सिवता दवता सयर की विणरम िकरण का लाभ साधक को िमलता ह हमारी काया क उ तरी धरव अथारत मि त क म सह ार चकर आजञाचकर एव बर मरधर जस कई स म शिकत कदर ह िजनका सबध सयर स थािपत हो जान पर व जागरत होन लगत ह और अतीिदरय कषमताए एव ऋिदध-िसिदधया ह तगत होन लगती ह ओजस-तजस एव वचरस का ोत सयर ही ह इसीिलए परितमाओ का मख परब पि चम या दिकषण की ओर होता ह तािक उपासना करन वाल यिकत का मह सदव परब पि चम या उ तर िदशा की ओर रह और वह सयर की जीवनदाियनी पराण-ऊजार स लाभाि वत होता रह जञान पराि त क िलए उ तर िदशा म उ तरािभमख धन-सपदा हत पवर िदशा म पवारिभमख एव सख-शाित हत पि चम िदशा म पि चमािभमखी होकर पजा उपासना करन का िवधान शा तर म बताया गया ह

ईशान-कोण म कया होना चािहए घर शहर और शरीर का ईशान भाग सबस पिवतर होता ह इसिलए इस साफ- व छ और खाली रखा जाना चािहए यहा जल की थापना की जाती ह जस कआ बोिरग मटका या िफर पीन क पानी का थान इसक अलावा इस थान को पजा का थान भी बनाया जा सकता ह घर क मखय वार का इस िदशा म होना वा त की ि ट स बहद शभ माना जाता ह आवासीय भवन म डराइग म क िलए पवर उ तर एव ईशान-कोण का कषतर उिचत ह ईशान-कोण म अिधक स अिधक थान खाली रख अ यथा पवर और उ तर िदशा क कषतर को खाली या ह क रख उ तर एव पवर िदशा की सकारा मक ऊजार म विदध क िलए इन िदशाओ म बड़ी-बड़ी िखड़िकया अथवा लाइिडग दरवाज का परावधान रख ईशान- कोण म िकसी भी परकार की फकटरी होना बहत उपयोगी माना गया ह लिकन इस िदशा म

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टरासफामरर भटटी या जनरटर िब कल ना रख यह िदशा दवीय शिकतय क िलए ठ होती ह इस िदशा का परितिनिध व वय दवीय शिकतया ही करती ह इसिलए यहा मिदर होना बहत शभ रहता ह इस थान पर हमशा साफ-सफाई रहनी चािहए इस थान पर मिदर क साथ ही पानी स सबिधत उपकरण भी रख जा सकत ह घर क इस कोन म बाथ म और टॉयलट नही होना चािहए साथ ही यहा भारी व तए भी नही रख घर कारखाना या िकसी भी वा त का िनमारण कायर परार भ करत समय नीव खदाई ईशान िदशा स ही श करना चािहए एव रसोई घर जनरटर ककष बॉयलर िबजली मीटर या मन ि वच आिद ईशान-कोण म नही बनान चािहय (आगनय िदशा म बनान चािहय) घर क अ दर ईशान-ककष क कोन म पीन क पानी का घड़ा या बतरन पानी भरकर अव य रखना चािहए सयर स िनकलन वाली पराकितक पराबगनी (Ultra Violet) िकरण की शिकत स यह पानी शदध व शिकतशाली बनता ह और पिरवार क सद य वारा इसक पीन स वा य सख समाधान आनद तथा स पदा का लाभ होता ह भवन क उ तर पवर एव ईशान म भिमगत पानी की टकी कआ या बोर होना बहत शभ होता ह इसस आिथरक स प नता क साथ-साथ परिसिदध भी िमलती ह उ तर पवर और ईशान जञान एव तजि वता की िदशाए ह इन िदशाओ स जञान तज सख आनद समाधान की प दन लहर आती ह अतएव अ ययन भोजन पजा एव अ य शभ कायर करत समय इन िदशाओ की ओर मह रखन स सफलता व परिसिदध की सभावनाओ म बढ़ोतरी होती ह

ईशान-कोण म कया नही होना चािहए ईशान-कोण पर दवी-दवताओ और आ याि मक शिकतय का वास रहता ह िकसी घर म ईशान-कोण को सबस पिवतर कोना माना जाता ह इसी वजह स इस िदशा म रसोई घर शौचालय या कड़ा-कचरा घर जसा िनमारण परी तरह विजरत माना जाता हI इस थान पर कड़ा-करकट रखना टोर टॉयलट िकचन वगरह बनाना लोह का कोई भारी सामान रखना विजरत ह इसस धन-सपि त का िवनाश और दभारगय का िनमारण होता ह ऐसा करन स आप बबारदी क वारा खोल दग ईशान-कोण म िकसी भी परकार का झाड़ नही रखना चािहए इसक अलावा घर बनवात समय इस कोण म बाथ म नही हो इसका िवशष यान रख यिद आप ऐसा करत ह तो घर म झगड़ा और कलश की ि थित बनी रहगी िजन घर म ईशान-कोण दिषत होता ह वहा कभी भी सख- समिदध का वातावरण नही होता ह घर क लोग का चिरतर अ छा नही होता और उस घर क

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सद य को लबी बीमािरय का सामना करना पड़ता ह ईशान-कोण म ग ढ का होना भी नकारा मक उजार पदा करता ह साथ ही इस कोण म रसोईघर का होना दिरदरता को आमतरण दता ह यिद कोई तरी अिववािहत ह तो उस इस कोन म नही सोना चािहए इस कोन म कोई अिववािहत तरी सोती ह तो उसक िववाह म िवलब हो सकता ह या वा य सबधी परशािनय का सामना करना पड़ सकता ह

ईशान-कोण क दोष का परभाव तरी हो या प ष आज क भौितक यग म एक फशन सा हो गया ह िक लोग उ ह जान पहचान मान द स मान द अथारत हर यिकत चाहता ह एक यथोिचत परिसिदध लोग म योगयता भी होती ह अवसर भी िमलत ह परयास भी िकए जात ह पर त सबक बावजद सफलता नही िमल पाती या कम िमलती ह इस कारण कभी - कभी लोग िनराश भी हो जात ह िक परी महनत क बाद भी यथोिचत उपलि ध कय नही िमल पा रही ह यिद आप ईशान-कोण (उ तर-पवर िदशा) म बड म बनाएग तो इस कमर म सोन वाला कम स कम आठ-दस घट तो यहा िबताएगा ही िकसी भी यिकत क िलए ऊजार स पिरपणर इस कषतर म इतन लब समय तक रहन का मतलब ह खद का नकसान कय िक इस जगह पर िकसी को भी इतनी दर नही रहना चािहए यिद आपन यह कमरा अपन बट को िदया ह तो सभव ह उस पर मोटापा हावी हो जाए िजसक पिरणाम व प वह स त और ढीला हो सकता ह और उसम हीन भावना भी आ सकती ह अगर बटी को यह कमरा िदया गया ह तो वह िचड़िचड़ वभाव की और झगड़ाल हो सकती ह इतना ही नही उस कम उमर म ही तरी-रोग स जड़ी सम याए भी झलनी पड़ सकती ह िकसी दपि त का बड म बनान क िलए ईशान-कोण अशभ फलदायी जगह ह िकसी नव-िववािहत दपि त को तो भलकर भी ईशान-कोण म अपना बड म नही बनाना चािहए नव -िववािहता अगर ईशान-कोण म बन बड म म रहती ह तो सभवतः या तो वह गभरधारण ही नही कर पाएगी या उस बार-बार गभरपात कराना पड़ सकता ह ईशान-कोण पर बन बड म म सोन वाल दपितय को शारीिरक मानिसक आिथरक और आ याि मक अनक तरह की किठनाइया झलनी पड़ सकती ह ईशान-कोण म टॉयलट होन स पसा लश होता ह वा य खराब होता हपािरवािरक कलह रह सकती

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ह और अपयश िमलता ह

ईशान-कोण म भवन िव तार मन पहल बताया िक भवन िनमारण ईशान-कोण स परार भ करना चािहए लिकन पवरिनिमरत भवन या पिरसर म िव तार कदािप ईशान-कोण म नही करना चािहए ऐसा करन स पवर िदशा स आ रही सय दय की रि मया नवीन सरचना वारा अवशोिषत होती ह और मौजदा सरचना भवन तक परभावी प स पवरवत नही पहच पाती और अिधकाश सकारा मक ऊजार नविनिमरत भवनसरचना तक ही

सीिमत रहन क कारण वही अवशोिषत हो जाती ह फल व प सकारा मक ऊजार क ास व नकारा मक ऊजार म बढ़ो तरी क कारण पवरिनिमरत भवन म रहन वाल की सोच रहन-सहन कायरशाली एव उ पादकता नकारा मक प स परभािवत होती ह व आ याि मक आि मक मानिसक एव भौितक तर म ास क कारण पतन की ओर अगरिसत होन की सभावना परबल हो जाती ह I छाया-वध क कारण भी इस परकार की अव था म मल पिरसर भवन का वा त िबगड़ता ह फल व प उपरोकत दोष की मातरा म और अिभविदध होन की सभावना अिधक परबल हो जाती हI िकसी वकष मिदर वजा पहाड़ी ईमारत आिद की छाया िकसी पिरसर मकान पर पडऩ को छाया-वध कहत ह यह शाित की परितरोधकता यापार व िवकास पर परितकल परभाव ब च क िववाह म दरी वशविदध एव वा य पर परितकल परभाव िवकास म बाधक िनराशा धन-हािन एव स ता म ास की योतक ह यह तो मातर बानगी ह िजजञासगण िवषय की गहराई म उतरकर अपन जीवन को और अिधक सखद व सफल बना सकत ह I

अगर िह द तान को सचमच आग बढ़ना ह तो चाह कोई मान या न मान रा टरभाषा तो िह दी ही बन सकती ह कय िक जो थान िह दी को परा त ह वह िकसी और भाषा को नही िमल सकता

रा टरिपता महा मा गाधी

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नमािम गग पनम िसह

मौसम िवजञानी ndashए परादिशक मौसम कदर- नई िद ली

पराण म इस बात का उ लख ह िक दवताओ को दवी लीला परदशरन क दौरान भगवान िव ण क चरण क नाखन स अमत त य पिवतर जल का ाव हआ था िजस सभागार म उपि थत बर मा जी न गगा जल समझकर अपन कमडल म एकतर कर िलया था इस रह य का पता अयो या नरश भगीरथ को चला अत उ ह न अपन पवरज को तारन क िलए बर मा जी िशव जी इ यािद को तप या स परस न कर गगा जी को भारत भिम पर लाया किववर भारतद हिर चदर न गगावतरण को अपनी किवता म इस परकार यकत िकया ह

ी हिर-पद-नख-चदरकात-मिनndashदरिवत सधारस बर म कम डल म डन भव ख डन सर सरबस िशव िसर ndashमालित ndashमाल भगीरथ नपित ndashप य ndashफल ऐरावत ndash गत- िगिरपित ndashिहम-नग-क ठहार कल सगर सवन सठ सहस परस जल मातर उधारन अगिनत धारा प धािर सागर सचारन

प य सिलला गगा अनािद काल स हमारी सामािजक ndash आिथरक ndash भौगोिलक तथा सा कितक पहचान रही ह इसक िकनार क बड़ भभाग हिरयाली और खशहाली स सराबोर रहत ह इसक िकनार बड़-बड़ शहर बस हए ह जो भौितक और आ याि मक ि टकोण स ल धपरित ठ ह पर वषर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव जत और वन पितय को जीवन दान दती ह तथा लाख एकड़ भिम की िसचाई करक भारत माता को श य यामलाम मातरम की उपािध स िवभिषत करती हगगा जल म ऑकसीजन धारण करन की असाधारण कषमता होती ह यही कारण ह िक यह बहत समय तक रखन क बाद भी ताजा रहता ह इसक अदर शारीिरक रोग को दर भगान का िवशष गण होता ह हमार दश म सिदय स गगा जल पीकर लोग बीमािरय स छटकारा पात रह ह िकसी सत न कहा ह शरीर जजररीभत यािधगर त कलवर औषध जा नवी तोय व यो नारायणो हिर

सामा य लख

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यिद शरीर जजरर और यािधगर त हो जाय तो गगा जल को औषिध क प म लकर नारायण की कपा स मन य रोगमकत हो जाता ह आई आई टी कानपर क परोफसर िवनोद तार क अनसार गगा जल क गण ह इसकी शीतलता मधरता व छता ऊजार परदान करन की शिकत हर परकार क खिनज पदाथर का समावश पीन की योगयता पावनता पाप िनवारण की शिकत त णा और मोह दर करन की कषमतािनजरलन (िडहाइडरशन) की अव था म बहोशी को दर करना पाचन ndashशिकत- वधरक परजञा-शिकत धारण करन की कषमता इ यािद इ ही गण क कारण मन य जब शरीर छोड़न लगता ह तो उसक मख म गगा जल डाल िदया जाता ह िजस गगा क िकनार गो वामी तलसीदास व राजा हिर चदर जस महान प ष न अपन साधना का कदर बनाया और इसकी िनमरलता एव पावनता स लाभाि वत हएवही जल कछ समय स पयार त परदिषत हो गया ह गगा धािमरक आ था का परतीक गो वामी तलसीदास रामचिरतमानस क बालका ड म गगा और सर वती की वदना करत हए कहत ह पिन बदऊ सारद सरसिरता जगल पनीत मनोहर चिरता म जन पान पाप हर एका कहत सनत एक हर अिबबका म सर वती और दवनदी गगा की वदना करता ह दोन पिवतर और मनोहर चिरतर वाली ह गगा जी नान करन और जल पीन स पाप को हर लती हजब िक सर वती जी गण और यश कहन और सनन स अजञान का नाश करती ह भारत की बहत बड़ी आबादी गगा जी स धािमरक आ था स जड़ी हई ह विदक काल स लकर ग त-मौयरकाल मगल काल िबरिटश काल तथा आधिनक काल क सभी धम तथा स परदाय क लोग न गगा को पयार त स मान िदया ह तथा इस मोकषदाियनी कहा ह गगा की परोपकािरता का वणरन करत हए गो वामी तलसीदास जी न िलखा ह कीरित भिनित भित भिल सोई सरसिर सम सब कह िहत होई अथारत कीितर किवता और स पि त वही उ तम ह जो गगा जी की तरह सबका िहत करन वाली हो मशहर शायर मह मद इकबाल न िव व म भारत क स दयर और परित ठा का वणरन करत हए 16 अग त सन 1904 म िलखा ह िक- ldquo सार जहा स अ छा िहदो ता हमाराrdquo ए आब-ए- द ndashए गगा वह िदन ह याद तझको उतरा तर िकनार जब कारवा हमारा

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गगा की भौगोिलक ि थित गगोतरी गलिशयर क ोत गोमख (ऊचाई 4 िकमी) स िनकलन क प चात बगाल की खाड़ी म िगरन तक गगा लगभग 2525 िकमी का सफर तय करती ह यह मखय प स पाच परदश उ तराख डउ तर परदशिबहारझारख ड तथा पि चम बगाल स होकर बहती ह इसक तट पर गगोतरीउ तरकाशीदवपरयागऋिषकशहिर वार ड़कीिबजनौरनरोडाक नौजकानपर इलाहाबाद िमजारपरवाराणसी पटना भागलपर बहरमपर सरमपरहावड़ा तथा कोलकाता जस परमख शहर तथा तीथर थल बस हए हगगा की सहायक निदय क तट पर कदारनाथ बदरीनाथ जोशीमठ दरपरयाग ीनगर (गढ़वाल) यमनोतरी िद ली आगरा तथा लखनऊ जस परमख शहर बस हए ह दवपरयाग म भागीरथी तथा अलकनदा क िमलन क बाद ही भागीरथी को गगा नाम िमलता ह गगा की ल बाई उ तराख ड म 450 िकमी उ तरपरदश म 1000 िकमीउ तरपरदश और िबहार क बीच म 110 िकमी िबहार म 405 िकमी तथा पि चम बगाल म 520 िकमी ह भारत वषर म गगा बिसन का जलगरहण कषतर 861404 वगर िकमी (264) तथा औसत वािषरक जल िड चाजर 493400 िमिलयन कयिबक मीटर ह जो िव व क उ चतम िड चाजर म पाचव न बर पर ह इसकी मखय सहायक निदया ह मदािकनी िभलगना अलकनदा धौली नयारयमना रामगगा गोमती घाघरा गडक दामोदर कोसी तथा काली-पवर िचतर-(I) इसकी उप-सहायक निदया ह च बलिसध बतवा ट स तथा कािसया ndashह दी इ यािद

िचतर(1) गगा की सहायक निदया

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िहमालय म िपघलता हआ बफर और मॉनसन ऋत की वषार गगा म बहन वाल पानी का ोत ह गगा बिसन का फलाव दशातर म 73ᴼ 30rsquo तथा 89ᴼ पवर और अकषाश 20ᴼ 30rsquo तथा 31ᴼ 30rsquo उ तर क म य म ह िजसका भारत वषर चीननपाल और बगलादश म कषतरफल 1086000 वगर िकमी ह बिसन कषतर का 80 भारत वषर म ह भारत क कल भभाग का 26 गगा का बिसन ह जो 43 आबादी का भरण ndashपोषण करता ह गगा बिसन भारत की सभी निदय की बिसन स बड़ा ह और िव व क बड़ी बिसन म पाचव न बर पर ह ससार म गगा बिसन की आबादी बहत घनी ह पाच परदश म िजसम गगा गजरती ह 2011 क जनगणना क अनसार आबादी घन व करमश इस परकार ह उ तराख ड 190 परित वगर िकमी उ तर परदश 828 परित वगर िकमी िबहार 1102 परित वगर िकमीझारख ड 720 परित वगर िकमी तथा पि चम बगाल 1029 परितवगर िकमी बिसन म कल शहरी आबादी 963 करोड़ ह गगा परदषण साल भर पानी स लबालब भरी रहन वाली गगा असखय जीव ndash जतओ को जीवन दती ह परत आज औ योगीकरण तथा उपभोकतावादी स कित क बढ़न स अ यत परदिषत हो चकी ह हाल क कछ दशक म गगा म लगातार बढ़ता परदषण भौगोिलक ndash पयारवरणीय तथा पािरि थितक ततर क िलए गभीर खतर का सचक बन चकी ह लोग का अनमान ह िक िबरिटश शासन क दौरान ही गगा म परदषण बढ़ना परार भ हो गया था कड़ा - कचरा मल-मतर तथा अनक परकार क अपिश ट पदाथ क िमलन स इसका व प सीवज नाल की तरह होता जा रहा ह वजञािनक एव वा य िवशषजञ क मतानसार अिधकाश थान पर गगा ndash जल पीन तथा नान करन योगय भी नही रह जाए गा गगोतरी यमनोतरी कदारनाथ तथा बदरीनाथ जस तीथर थल पर न तो कड़ा ndash कचरा तथा अपिश ट (बायोिडगरडबल तथा नानबायोिडगरडबल) पदाथर िन तारण की कोई थायी यव था ह और न ही सीवज टरीटमट लाट (एसटीपी) तथा सीवर लाइन जसी कोई यव था ह होटल र टोरट आ म धमरशालाओ तथा िरहायशी मकान की गदगी सीध ही गगा और उसकी सहायक निदय म चली जाती ह यवसायी और थानीय लोग म जाग कता की कमी ह उनका उ य कवल धनोपाजरन करना ह अत व लोग अपिश ट पदाथ को इधर उधर फक दत ह जो अतत बहकर गगा नदी म चला जाता ह उ तराख ड भारत क पयरटक का नसिगरक वगर हपरत वहा जान वाल पयरटक वगर का आनद लन क दौरान परकित क स दयर स छड़छाड़ करत ह िजसस हिरयाली उ तरो तर कम हो रही ह और परदषण

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म विदध हो रही ह य लोग अपन साथ पॉिलिथन एव लाि टक क थल तथा बतरन म खान पीन की चीज ल जात ह और इ तमाल करन क बाद गगा और उसकी सहायक निदय क िकनार फक दत ह कभी हमार सिवधा क िलए बनी पॉिलिथन अब सबस बड़ा िसर ददर बन गई ह एक अनमान क अनसार भारत म परितवषर लगभग 500 मीिटरक टन पॉिलिथन का िनमारण होता ह परत एक परितशत स भी कम की रीसाइकिलग हो पाती ह आ चयरजनक त य यह भी ह िक भोजन क धोख म इ ह खा लन क कारण परितवषर एक लाख स अिधक जल म रहन वाल जीव की म य हो जाती ह पॉिलिथन इतनी खतरनाक चीज ह िक िजसका अदाज लगाना किठन ह जमीन म गाड़ दन पर भी पॉिलिथन क थल अपन अवयव म टटन म एक हजार साल स भी अिधक का वकत ल लत ह अथारत य परी तरह स कभी न ट होत ही नही इस समय िव व म परितवषर लाि टक का उ पादन 10 करोड़ टन क लगभग ह और इसम परितवषर 4 परितशत की विदध हो रही ह भारत म भी लाि टक का उ पादन व उपयोग बड़ी तजी स बढ़ रहा ह पॉिलिथन और लाि टक गगा क िकनार िबखर होत ह जो बरसात क मौसम म बहकर गगा और इसकी सहायक निदय म समा जात ह पॉिलिथन और लाि टक जस नानबायोिडगरडबल पदाथर कई दशक स िहमालयी कषतर क पयारवरण क िलए िसरददर बन हए ह परत न इनका परयोग कम हआ ह और न ही इनक िन तारण व परबधन का कोई कारगर तरीका ढढा गया ह पिरणाम व प पहाड़ की चोिटय स लकर निदय क िकनार तक लाि टक तथा पॉिलिथन क कचर का ढर लगा रहता ह लाि टक क इन खतर को दखत हए ही इस बार प वी िदवस की थीम भी ldquo लाि टक परदषण स मिकत ldquo रखी गई लाि टक परदषण ख म करनक िलए चलाए जा रह अिभयान म इस बात पर िवशष जोर िदया जा रहा ह िक लाि टक परदषण क िनयमन क िलए वि वक ढाचा तयार िकया जाए सभी दश क नागिरक को िशिकषत कर उ ह लाि टक परयोग क िव दध परिरत िकया जाए थानीय िनकाय एव सरकार भी इस बार म उिचत परयास कर तािक पॉिलिथन व लाि टक बग क उ पादन और इ तमाल को रोका जा सक गगा परदषण क मखय कारण

घरल और औ योिगक कचर एक अ ययन क अनसार लगभग 14 िमिलयन कयिबक मीटर (एम सी एम) परितिदन घरल सीवज का पानी तथा 020 एम सी एम औ योिगक सीवज सीधा नदी म बहाया जाता ह

ठोस कचरा जो सीधा नदी म फक िदया जाता ह

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किष म परयोग िकए जान वाल हािनकारक कीटनाशक तथा रासायिनक खाद पानी म बहकर नदी म जात ह

मत मविशय तथा अधर या पणर प स जली लाश का नदी म बहना कम आमदनी वाल यिकत जो नदी क िकनार बसत ह व मलमतर का याग गगा िकनार ही

करत ह योहार एव िविभ न उ सव पर लाख लोग का गगा म नान करना तथा धािमरक अन ठान

स िनकल राख एव अ य पदाथर जस फल फल अगरबि तया इ यािद का नदी म बहना 2013 क सीपीसीबी ( सटरल पो यशन कटरोल बोडर ) आकलन म यह दशारया गया ह िक गगा क मखय परवाह पर ि थत 764 उ योग 1123 एम एल डी (िमिलयन लीटर परितिदन) पानी का उपभोग करत ह तथा 500 एम एल डी िन ाव उ सिजरत करत ह एक बड़ी तादाद म ऐस उ योग लगभग 90 परितशत नदी क उ तर परदश ख ड म ि थत ह वाराणसी म िविभ न घाट पर पर यक वषर लगभग 30000 स अिधक लाश का दाह स कार िकया जाता ह पिरणाम व प लगभग 15 लाख टन राख परित वषर गगा म बहा दी जाती ह वाराणसी म कम स कम 35 थान पर खल नाल गगा म कड़ाकचरा तथा मला फकत हlsquoिशवाला तथा दशा वमध जस ऐितहािसक घाट अब धोबी घाट म पिरवितरत हो गए ह जहा खलndashआम कपड़ धोए जात ह कचरा फका जाता ह तथा मत मविशय को नदी म बहाया जाता ह शहर की एक ितहाई आबादी झिगगय म रहती ह िजनक पास व छता और सीवज सिवधा का अभाव ह शहर क 15 परितशत िह स क पास शौचालय सिवधा नही ह और लोग खल म मल याग को िववश ह सीवरज की कमी क कारण कई सार िह स सि टक टक पर िनभरर करत ह लिकन स टज परबधन क िलए कोई औपचािरक यव था नही ह और टक ओवर लो होकर खल नाल म बहता ह शहर म ठोस कचरा परबधन की कोई यव था नही ह और इसिलए यह कचरा भी नाल क जाम होन का कारण बनता ह और बहकर अतत नदी को ही परदिषत करता ह इलाहाबाद म 57 नािलया नदी म परवािहत होती ह उ तर परदश म यह नदी 1000 िकमी की दरी म बहती ह और यहा िवकिसत होत हए बड़ शहर अवि थत ह यहा चमरशोधकचीनीलगदीतथा रसायन उ योग 270 एम एल डी अपिश ट जल का योगदान करत ह य यिप चमरशोधक की सखया यादा ह (442) िफर भी य अपिश ट जल म कवल 8 परितशत का योगदान दत ह िकत यह बहद जहरीला होता ह और कानपर इलाक म सकिदरत ह चीनी लगदी कागज और म य ndashउ पादक सयतर अपिश ट जल उ पादन म 70 परितशत

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स अिधक का योगदान करत ह पि चम बगाल म गगा lsquoहगलीrsquo क नाम स जानी जाती ह यहा चल रह कपड़ापटसन कागज शराब तथा चमड़ क लगभग 200 कारखान का अपिश ट पानी िबना िकसी खास टरीटमट क ही हगली म िगराया जाता ह हगली क तट अब सदाबहार ठडी हवा क िलए नही बि क बदबदार गदी हवा क िलए जान जात ह पि चम बगाल म बड़ कारखान क औ योिगकघरल तथा यावसाियक प स होन वाल परदषण क अलावा बचड़खान धोबीघाट तथा झोपड़पिटटय की गगा िकनार बढ़ती जनसखया भी नदी क पानी को परदिषत करन म बड़ी भिमका िनभा रही ह इस परकार हजार शहर क ब का मल धोती गगा ल बी यातरा तय करक गगा सागर म परवश कर सगर क पतर का उदधार करन वाल थल पर पहचती ह जहा किपल मिन का आ म ह और लाख दधाल 14 जनवरी को परितवषर पिवतर नान कर गगा की पजा करत ह

गगा को व छ बनान वाली पिरयोजनाए गगा को परदषण मकत बनान क िलए परार भ की जान वाली पहली मह वाकाकषी योजना ldquo गगा कायर योजना ldquo (गगा एकशन लानजीएपी) थी योजना की दखरख क िलए त कालीन परधानमतरी राजीव गाधी की अ यकषता म 14 जनवरी 1985 को कदरीय गगा परािधकरण का गठन िकया गया था गगा एकशन लान (जी ए पी -1) क परथम चरण म गगा नदी को पणरत परदषण मकत करन का ल य रखा गया था परत परभावी नीितय क िनधाररण तथा उनक सफल िकरयावयन क आभाव म यह योजना अिधक सफल नही हो पाई इस योजना क दसर चरण (जी ए पी -II) म जो 1993 म लाग की गई थी गगा की सहायक निदय यमना दामोदर महानदा घाघरा गोमती इ यािद को व छ बनान का परावधान था इसम उ तराख ड उ तर परदश िबहार झारख ड और पि चम बगाल क 95 क ब सि मिलत िकए गए थ इसी परकार 1995 म lsquoरा टरीय नदी सरकषण योजना lsquo(एन आर सी पी) जसी मह वाकाकषी योजना भी श की गई इस योजना क अतगरत 20 रा य क 167 शहर म 38 निदया शािमल की गई कदरीय सरकार न परदषण मिकत क ल य को यान म रखत हए गगा को रा टरीय नदी का दजार िदया तथा 20 फरवरी 2009 को ldquoपयारवरण (सरकषण) अिधिनयम ndash 1986 ldquo क तहत रा टरीय गगा नदी बिसन परािधकरण (एन जी आर बी ए) का गठन िकया इसक अ यकष परधानमतरी तथा िजन िजन रा य स गजरती ह उनक मखयमतरी इसक सद य ह इतनी योजनाए बनान क बाद भी ल य तक पहचन म कवल आिशक सफलता िमली इन योजनाओ की िवफलता का सबस बड़ा

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कारण कदर तथा रा य सरकार सरकारी व गर ndashसरकारी स थाओराजनितकndashपरशासिनक व नौकरशाही ततर थानीय शासनndash परशासन बिदधजीवी व परभावशाली वगर समाज क िविभ न वग स जड़ लोग क बीच आपसी तालमल व समवय का अभाव था नमािम गग हाल ही म (जन 2014) कदरीय सरकार वारा समिकत सरकषण िमशन क प म ldquoनमािम गगldquo परोगराम 20000 करोड़ पय क बजट क साथ लाग िकया ह िजसक दो ल य ह पहला परदषण को परभावी तौर पर रोकना तथा दसरा रा टरीय नदी गगा का सरकषण और पन मौिलक ि थित म लाना इस परोगराम क तहत योजना का कायार वयन तीन चरण म करना ह तीन चरण म काय की परखा इस परकार ह सीवज टरीटमट इनफरा टरकचर नदी क तट का िवकास नदी म बहत हए मलब या कचर की

सफाई जव िविवधता नदी क बिसन म पड़ndashपौध लगाना नदी क व छता क परित जन जागरण औ योिगक कचर का मॉनीटरन तथा गगा गराम की थापना कर उ ह व छ रखन की यव था

िविभ न परदश म 63 सीवज परबधन परोजकट इस समय कायररत ह 28 निदय क तट पर 182 घाट और 118 शवदाह गह का िनमारण एव आधिनकीकरण इस समय परगित पर ह 11 थान पर निदय क िकनार तथा पानी म बहत हए ठोस कचर का िन तारण चल रहा ह 5 जव िविवधता कदर दहरादन नरोड़ा इलाहाबाद वाराणसी और बरकपर म चल रह ह

फार ट िरसचर इ टी यट दहरादन क दखरख म उ तराख ड क सात जनपद म औषिधयकत पौध लगाय जा रह ह िजसम लगभग 2300 करोड़ पय क खचर का अनमान ह वकर शाप सिमनार एव सभाओ क मा यम स व छता क परित जन जागरण का शभार भ हो चका ह औ योिगक कचर का मॉनीटरन त परता स हो रहा ह जो उ योग नीित स बधी िनयम का पालन नही कर रह ह उनको बद करन की सचनाए भजी जा चकी ह पाच रा य म जहा स गगा बहती ह नदी क तट पर ि थत 1674 गराम पचायत की िनशानदही की जा चकी ह िजनम शौचालय सीवर ततर इ यािद क िनमारण का कायर परगित पर ह 13 इिडयन इ टी यट ऑफ टकनालोजी 65 गाव को गोद लकर उ ह आदशर गाव क प म िवकिसत कर रह ह गगा को पन जीवत बनान क िलए िव व क िवकासशील एव िवकिसत दश अपन वतरमान तकनीकी तथा परबधन स बधी जञान और ससाधन की सहायता दन क िलए त पर ह इनम ऑ टरिलया यनाइटड िकगडम जमरनी िफनलड इजरायल इ यािद अगरग य ह

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उपगरह की िवहगम ि ट आकाश म घमत हए उपगरह गगा बिसन का सतत िचतर खीचत रहत ह अतिरकष वजञािनक न उपगरह आकड़ स पानी की टिबरिडटी का अ ययन िकया ह जो जल की अपारदिशरता क पिरमाण को दशारत ह इसम उ ह न एक पराचल टी एस एम (टोटल स पडड मटर) की खोज की ह जो टिबरिडटी की मातरा को परदिशरत करता ह उदाहरणाथरआसिवत जल का टी एस एम श य होता ह जब िक उ च अपारदशीर जल का टी एस एम 200 स 250 िम गराम परित लीटर होता ह इसरो अहमदाबाद क वजञािनक न हाल ही म गगा नदी क जल की टिबरिडटी का अनमान लगान क िलए इलाहाबाद और पटना क उपगरह स परिकषत आकड़ का अ ययन िकया ह इसम इ ह न िरसोसरसट -2 उपगरह क नीयर इफरारड कषतर क रिडएस का परयोग िकया ह इन आकड़ स कछ मह वपणर जानकािरया परा त हई ह इलाहाबाद म जब उ ह न दो थान पर टी एस एम िनकाला एक यमना का गगा म िमलन स पहल दसरा गगा म यमना क िमलन क बाद तब दखा िक दसर परकषण म टी एस एम का पिरमाण कम था इसस यह जञात होता ह िक यमना का जल गगा जल स अपकषाकत व छ और पारदशीर ह कय िक इसकी सहायक निदयाच बल बतवा व ट स इ यािद पारदशीर जल क साथ इसम िमलती ह इसी परकार क दो परकषण उ ह न पटना म गडक नदी क गगा म िमलन स पहल और बाद म िलए बाद वाल परकषण म पहल परकषण की अपकषा टी एस एम का पिरमाण अिधक था अत यह प ट ह िक गडक गदला पानी लकर गगा म िमलती ह िजसम िमटटी रत तथा अ य सिडमट की मातरा गगा जल स अिधक ह िचतर (2) म सयकत रा य अमिरका क उपगरह लडसट-8 का एक िचतर िदखाया गया ह िजसम मॉनसनो तर काल म हिर वार कानपर इलाहाबादपटना और गगा क महाना (बगाल की खाड़ी) का य ह इस िचतर म गगा जल पटना और गगा क महान पर उ च टिबरिडटी क कारण नारगी रग

का िदखाई द रहा ह नारगी रग म टी एस एम की मातरा लगभग 200 स 250 िम गराम परित लीटर होती ह यह रग अ यिधक गदल और परदिषत जल को परदिशरत करता ह कानपर म भी गगा क पानी का गदलापन कछ इसी णी का ह परत इलाहाबाद म यमना करमशहर और पील रग की िदखाई द रही ह (हरा रग टी एस एम लगभग 50 स 100 िमगराम परित लीटर और पीला रग टी एस एम लगभग 100 स 150 िम गराम परित लीटर) परत गगा जल नारगी रग का िदखाई द रहा ह इसस प ट ह िक यमना म टिबरिडटी गगा की अपकषा कम ह अत पानी की गणव ता की परख क िलए उपगरह म उ च िवभदन कषमता वाल सवदक तथा नीयर इफरारड रिडएस स मॉडिलग वारा पिरकिलत एकदम सही ऑकड़ की आव यकता होती ह

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हिर वार कानपर इलाहाबाद

पटना बगाल की खाड़ी

लडसट -8 उपगरह िचतर - 2 मॉनसन क बाद 2014 परदषण का द परभाव परदषण मकत करन वाली गगा की पिरयोजनाओ क कायारवयन की गित मद ह और गगा िदन परितिदन इ छा शिकत क अभाव म मली होती जा रही ह आज हमार दश क लाख अिववकी एव सवदनहीन लोग जीवनदाियनी मोकषदाियनी वरदाियनी तथा िहतिषणी गगा क जल को लगातार परदिषत कर रह हपरत उ ह यह जञान नही ह िक यह िवषाकत जल पीकर व वय अनक िबमािरय को िनमतरण द रह ह वह िदन दर नही जब इस अिववक पणर कमर स व अ पताल की तरफ दौड़ लगात िफरग िफर भी कोई इलाज कोई औषिध उनका साथ नही दगी

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मौसम सवाए एव िव तारीकरण एचपी चदरा

मौसम िवजञानी - lsquoएrsquo मौसम कदर - रायपर

िव व म अनक पराकितक घटनाए होती ह और उसका परभाव जीवन जल वाय आिद पर पड़ता ह इसम स एक घटना मौसम की होती ह आिदकाल म मौसम की घटना को एक रह य क प म दखत थ मानव इन घटनाओ को दवीय चम कार समझत थ आज भी कछ लोग पारपिरक अन ठान करत ह तो कछ लोग नई िवधा का परादिशक या कषतरीय अन ठान करत ह जस भारत म गोवधरन पजा इसिलए करत ह िक भगवान ीक ण न गोवधरन पवरत को अपनी अगली स उठाकर बरजवािसय को वषार क परकोप स बचाया था इसी तरह कछ कषतर म मढ़क का िववाह रचाया जाता ह तािक अ छी वषार ह फसल अ छी हो परकित हरी- भरी रह जल ोत न सख लोग परकित को रह य समझत थ लिकन उसक रह य अनसलझ रहत थ अनसलझ रह य की याखया करना ही िवजञान ह वजञािनक आधार पर मौसम की घटनाओ का होना उसका िव तार परभािवत कषतर का आकलन आिद आज िवजञान स स भव हो सका ह इसका उपयोग आज मानव जीवन की िविभ न उपयोिगताओ क िलए िकया जा रहा ह जस िशमला जाना ह तो वहा की जलवाय क बार म हम पता होना चािहए िक वहा पर िवषम मौसम की घटनाए िकस ऋत म होती ह आिद जानकारी लकर हम अपनी यातरा का सखमय आनद ल सकत ह मौसम की सवाओ का कषतर आज बहत िव तािरत हो रहा ह और उसका उपयोग अनक काय म हो रहा ह आज मौसम सवा का िनयिमत उपयोग सबस यादा वमािनकी उ योग म हो रहा ह इसस समय एव धन दोन की बचत हो रही ह मौसम सवाओ का उपयोग पयरटन क िलए बहत अिधक हो रहा ह िजन लोग को बफीरल इलाक का आनद लना ह व लोग उन थान पर उसी मौसम म जात ह व दिनक मौसम स ही पयरटन का थान एव समय िनधारिरत करत ह इसी तरह पश-पकषी या अ य जीव भी उन थान की ओर पलायन करत ह जहा उनका रहवास अनकल हो मौसम सवा क उपयोग स अपारपिरक ऊजार ोत का दोहन हो रहा ह सौर ऊजार का दोहन उन थान पर होता ह जहा सयर का परकाश पयार त मातरा म हो

सामा य लख

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तािक थापना का यय कम हो सक इसी तरह पवन चककी स िव यत अथवा याितरक ऊजार उन थान पर ली जाती ह जहा पवन का वग पयार त और िनयिमत हो समदर की लहर की ऊजार का उपयोग उन थान पर िकया जा रहा ह जहा लहर की ऊचाई पयार त तथा िनयिमत हो इस तरह क थान का िचि नत कर उिचत अपारपिरक ऊजार ोत का उपयोग कर मानव जीवन की ज रत को परा िकया जा रहा ह जनसखया आज की बड़ी सम या ह सभी को पयार त भोजन आवास और अ य सिवधाए चािहए िजसस मानव जीवन सगम बना रह मौसम की घटनाओ का ख और सभावना को दखत हए हमार वजञािनक फसल लगान का सझाव दत ह िजसस लोग को भोजन उपल ध हो सक इसी तरह जलाशय म वषार का जल सगरिहत िकया जाता ह िजसस हम िसचाई क िलए पीन क िलए और उ योग क िलए पानी की यव था हो पाती ह अिनयिमत वषार क कारण बाढ़ सख की चतावनी पयार त समय पवर िमल जान स लोग की परशानी काफी हद तक कम हई ह मौसम सवाओ का उपयोग उ योग म बहत अिधक हो रहा ह ईधन की खपत ईधन का भडारण आिद मौसम सवाओ की गणव ता होन क कारण आसान हो गया ह मौसम सवाओ की अ छी गणव ता और िव वसनीयता क कारण भडारण की अित आव यकता ही ख म हो गई ह इसी तरह पराकितक आपदा म भी उ योग को मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह उदाहरण क िलए हदहद तफान आन की सटीक जानकारी क कारण परभािवत होन वाल कषतर क उ ययोगो को या तो बद िकया गया अथवा सतकर ता क साथ आपदा की ि थित क िलए तयार रखा गया िजसक कारण जन- धन की हािन स बचा जा सका वा य सवाओ और जनजीवन की दिनक आव यकताओ म भी मौसम सवाओ क कारण बहत सिवधा हई ह जस लगातार वषार स पयजल और वा य पर पड़न वाल परभाव क अन प परशासन एव लोग िनदान की यव था करत ह ठड बढ़न की ि थित म परशासन आव यक यव था करक रखता ह जस सड़क म गरीब क िलए अलाव गमर कपड़ शॉल आिद की यव था करक मौसम क परितकल परभाव को कम कर िलया जाता ह इसी तरह गमीर बढ़न पर शीतलता हत लोग पयजल कलर आिद का उपयोग करन लगत ह इसस पानी स लकर अ य आव यक ससाधन का परबधन एव ससाधन का िमत ययता क साथ उपयोग िकया जा सकता ह मौसम सवा क कारण जन-धन और समय क अप यय स बचा जा सकता ह

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समदर म यातरा करन वाल मछली पकड़न वाल नािवक भी मौसम सवा क उपयोग स बहत अिधक लाभाि वत हो रह ह जस िक समदर म हवा चलगी तो लहर उठगी हवा का वग कया होगा इसका समदर पर पिरवहन क साधन पर असर का अ ययन करक उ ह आव यक िनदश िदया जाता ह तािक जन-धन की हािन स बचा जा सक इसी तरह चकरवात क समय बहत ऊची लहर और परचड हवा क वग की चतावनी स समदरी पिरवहन वाल नाव तथा मछली पकड़न वाल नािवक को िविभ न मा यम स चतावनी दी जाती ह मौसम सवाओ क कारण मछआर इसका पयार त लाभ ल लत ह बाढ़ अथवा सख क खतर स मौसम सवाओ क कारण यनतम हािन हो रही ह बाढ़ अथवा सख की ि थित म शासन तर पर भोजन पानी वा य सबधी परबधन िकया जाता ह आज मौसम सवाओ क कारण लोग जन- धन की हािन स बच रह ह पशधन भी बाढ़ स बह जात थ व भी बच रह ह कछ मौसम की घटनाओ स आज भी नकसान हो रहा ह जस सनामी और भक प अब परशासन भी आपदा परबधन क परित सतकर हो गया ह पर यक िजल म पराकितक आपदा परबधन की सिमित बनाई गई ह िजसक कारण सनामी और भक प जस भयकर आपदा स होन वाल नकसान को आपदा परबधन क परभावी और समय पर राहत कायर होन क कारण जन धन की हािन कम हो रही ह सनामी स होन वाल नकसान को और भी कम िकया जा सकता ह यिद पयार त उिचत और ता कािलक ससाधन का परभावी उपयोग िकया जाएइस तरह मौसम सवाओ का उपयोग जल थल और वाय म िकया जा रहा ह चकरवात का सटीक अनमान होन क कारण लोग को इसका लाभ हो रहा हअब कवल उन कषतर स ही लोग को िव थािपत िकया जाता ह िजन कषतर म चकरवात का परभाव होन वाला होता ह आपदा परबधन और मौसम सवाओ क उिचत और परभावी उपयोग क कारण परभािवत लोग को बहत अिधत राहत िमल रही ह मौसम सवाओ का और यादा िव तार करन की आव यकता ह िजसका उपयोग किष कषतर और अ य उपयोगकतार कर सक वषार की सटीक जानकारी िकसान को उिचत सचार और ससाधन की कमी क कारण नही िमल पाती ह रडार स परा त वषार क आकड़ तथा परभािवत कषतर की सटीक जानकारी परा त हो जाता ह लिकन इसका उपयोग वाय पिरवहन क अितिरकत कही भी यादा नही हो पा रहा ह इस िदशा म आव यक ससाधन तथा परबधन की आव यकता ह यह कहना िबलकल सही ह िक मौसम सवाओ का िव तारीकरण हो रहा ह परत इसम और सधार की भी आव यकता ह

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मधमह (डायिबटीज़) - जानकारी और बचाव िदनश ख ना वजञािनक सहायक

सगठन अनभाग- मखयालय

मधमह मलटस का सिकष त उपनाम मधमह ह मधमह श द मलटस स िलया गया ह यनानी श द मधमह का मतलब िसफॉन स गजरना ह लिटन श द म लटस का अथर शहद या मीठा ह कय िक मधमह रोगी क रकत और मतर म अिधक शकर रा हो जाती ह मधमह कया होता ह रकत म शकर रा का तर बढ़न स या रकत म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान स मधमह हो जाता ह मधमह एक चयापचय िकरया स जडी हई बीमारी ह िजसम हमारा लड शगर (रकत शकर रा) बढ़ जाता ह इसक दो कारण हो सकत ह पहला - शरीर पयार त मातरा म इसिलन नही बना रहा ह और दसरा - शरीर पर इसिलन परितिकरया नही कर रहा ह या िफर दोन भी हो सकता ह जब यह परिकरया ठीक स काम नही कर पाती ह तो यिकत को मधमह हो जाता ह इसिलन एक हारमोन ह जो शरीर म काब हाइडरट और वसा क चयापचय को िनयितरत करता ह मधमह स बचाव मधमह को दवा और यायाम स िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह म सतिलत भोजन करना लाभदायक होता ह मधमह की जानकारी रखना और व थ जीवनशली अपनाकर मधमह स बचा जा सकता ह मधमह क लकषण अिधक यास या भख लगना अचानक वज़न का घट जाना लगातार कमजोरी और थकावट महसस करना घाव भरन म यादा व त लगना बार-बार पशाब आना

सामा य लख

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चीज का धधला नज़र आना वचा म सकरमण होना और खजली होना आख व िकडनी क रोग स नपन आना

मधमह क परकार टाइप 1 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन नही बनता ह िजसस शरीर म इ सिलन की कमी हो जाती ह इस परकार क टाइप 1 डायिबटीज क रोगी को परी िज दगी इ सिलन को इजकशन क वारा लना पड़ता ह इस इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह टाइप 2 डायिबटीज ndash इसम रोगी क शरीर म इ सिलन बनता तो ह लिकन वो शरीर म ठीक स काम करन क िलए काफी नही होता ह टाइप 2 डायिबटीज क रोगी का मधमह िनयतरण िकया जा सकता ह जस - अपना वजन कम करना रगलर यायाम करना व थ आहार लना और अपन रकत म शकर रा की लगातार िनगरानी करना आिद िजन लोग का वजन या मोटापा अिधक हो उन लोगो म मधमह होन की स भावना अिधक होती ह इस गर इसिलन-िनभरर मधमह मलटस भी कहत ह गभारविध मधमह ndash ऐसी मिहलाए जो गभरवती ह और उ ह पहल कभी मधमह ना हआ हो ऐसा गभारव था क दौरान खन म गलकोज़ की मातरा आव यकता स अिधक हो जान क कारण होता हअिधक वसायकत और एिनमल वसा स यकत भोजन करन स भी गभारविध मधमह की स भावना हो सकती ह कया कर मधमह हो जान पर िनयिमत प स लड शगर की जाच करात रह

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यायाम और योग कर समय पर दवाओ को ल व थ खाए और यादा खान स परहज कर सबह और शाम को टहलन की आदत डाल राितर म 6 स 7 घट नीद ल

कया ना खाए मधमह म चीनी िमठाई गलकोज मर बा गड़ कक आइसकरीम मीठा िब कट चॉकलट प टरी करीम तला हआ भोजन चावल आल मकखन जक फड िड बा बद और सरिकषत खा य पदाथर इ यािद कया खाए मधमह म करला जौ ह दी काली िमचर लहसन ल बरी और जामन आिद सामा य चावल क बजाए पक हए चावल खाए सबह हरी चाय या तलसी की चाय िपय हरी प तदार सि जया यादा स यादा खाए परोटीन ल - जस दध दही पनीर अडा मछली सोयाबीन आिद हमशा डबल टो ड दध िपय दही और छाछ पीन स गलकोज का तर कम होता ह मधमह स बचाव मधमह को िनयितरत करक इसस सबिधत सम याए जस िक िदल का दौरा टरोक तितरका और अग कषित अधापन आिद को रोका जा सकता ह सरल जीवन शली और आहार म पिरवतरन कर क मधमह को काफ़ी हद तक िनयितरत िकया जा सकता ह मधमह रोगी इजकशन या दवाओ को परी तरह स बद नही कर सकत ह मधमह रोगी को उपवास स बचना चािहए हमशा अपन साथ कोई मीठी चीज रख जस गलकोज शककर चॉकलट मीठ िब कट घी और तल का इ तमाल कम स कम कर मधमह क रोगी का आहार लखा मधमह एक बार होन क बाद जीवन भर रहता ह इस िनयतरण करन क िलए िनयिमत िदनचयार और पोषण यकत आहार की ज रत होती ह असयिमत खानपान मानिसक तनाव मोटापा यायाम की कमी आिद मधमह होन का कारण ह मधमह क मरीज क िलए सबस यादा ज री ह सतिलत और िनयिमत भोजन योगय आहार लखा अपनाकर मधमह क मरीज अपनी मधमह को िनयतरण म रख सकत ह बि क औषिध की मातरा और इ सिलन भी कम कर सकत ह सबह 6 बज - एक गलास पानी म आधा च मच मथी पाउडर डाल कर पीिजए सबह 7 बज - एक कप िबना चीनी की चाय या हरी चाय

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ना ता - आधी कटोरी अकिरत अनाज और एक िगलास टो ड दध िपए सबह 10 बज क बाद - एक छोटा फल या िफर नीब पानी दोपहर का भोजन - िमकस आट की 2 रोटी एक कटोरी दाल एक कटोरी दही आधी कटोरी

सोया या पनीर की स जी आधी कटोरी हरी स जी और साथ म एक लट सलाद शाम 4 बज - िबना शककर की एक कप चाय या टो ट या एक सब शाम 6 बज - एक कप सप िपए रात का भोजन - दो रोिटया एक कटोरी चावल और दाल आधी कटोरी हरी स जी और

सलाद मधमह क िलए यायाम मधमह को िनयतरण क िलए शारीिरक यायाम करना सबस सव तम तरीक म स एक ह स ताह म कम स कम 150 िमनट क िलए यायाम ज़ र कर मधमह म एरोिबकस तराकी िजमनाि टक और तज चलना बहत फायदमद होता ह आप ह क यायाम क साथ श आत कर सकत ह और धीर धीर इनकी ती ता बढ़ाए जो रोगी इसिलन का सवन करत ह उनको यायाम करन स पहल अपन रकत म गलकोज क तर की जाच करवा लनी चािहए यिद यह 250 िमलीगराम डीएल या उसस अिधक ह तो आपको यायाम नही करना चािहए चलना िफरना मधमह म बहत आव यक ह लब समय तक ना बठ हर 90 िमनट क बाद थोड़ा सा चल या कोई भी चलन िफरन वाल कायर कर

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मधमह को िनयितरत करन क िलए योगासन कर कपालभाित पराणायाम स त म य दरासन धनरासन पि चमो तानासन अधरम य दरासन शवासन 1 कपालभाित पराणायाम यह आसन मन य क ततर तितरकाओ और मि त क की नस को ऊजार परदान और मासपिशय को सिकरय करता ह यह पराणायाम रकत पिरसचरण और मन को भी शाित परदान करता ह

2 स त म य दरासनयह आसन शरीर क अद नी अग की मािलश करता ह व पाचन िकरया म सहायता करता ह यह आसन पट क अग को सिकरय करता ह और मधमह क िलए बहत अ छा होता ह

3 धनरासन यह आसन अग याशय को सिकरय करता ह और मधमह म यह अ यिधक लाभदायक ह यह योगासन पट क अग को मज़बत बनाता ह और तनाव समिकत दता ह

4 पि चमो तानासन यह आसन पट व ोिण क अग को सिकरय करता ह पि चमो तानासन शरीर म पराण ऊजार को बढ़ाता ह और मन को शाित परदान करता ह

5 अधरम य दरासनयह आसन पट क अग की मािलश व फफड़ म ऑकसीजन की मातरा को बढ़ाता हयह आसन रीढ़ की ह डी को भी मज़बत बनाता ह इस करन स मन शात होता ह व रीढ़ की ह डी क िह स म रकत सचािलत करता ह

6 शवासन यह आसन पर शरीर को िव ाम दता ह यह आसन यिकत को गहर यान की अव था म ल जाता ह िजसस मन शात व नवीन ऊजार स पिरपणर ह जाता ह

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मधमह का परीकषण खाली पट रकत शकर रा जाच खान क बाद की रकत शकर रा जाच रडम लड शगर ट ट स ओरल गलकोज सिह णता हीमोगलोिबन Hbए1सी ट ट

रकत म शकर रा की मातरा की जाच क िलए यिकत को ट ट क 8 घट पहल तक कछ भी खाना नही चािहए यह ट ट परी- डायिबटीज और डायिबटीज क िलए जाच करता ह मधमह िनयतरण चाटर अित उ क ट अ छा कमजोरपरीकषण फल (HbA1c)

40 50 60 70 80 90 100 110 120 130 140

औसत रकत (mgdl)

50 80 115 150 180 215 250 280 315 350 380

गलकोज (mmoIL) 26 47 63 82 100 119 137 156 174 193 211मधमह की जाच कर रडम लड शगर ट ट स रडम लड शगर ट ट िदन म िकसी भी समय िकया जा सकता ह मधमह की जाच कर ओरल गलकोज ट ट स इस परीकषण का उपयोग परीडायिबटीज और डायिबटीज क िलए िकया जाता हगलकोज पीन क बाद यह परीकषण िकया जाता ह यह परीकषण आमतौर पर गभारव था क दौरान मधमह क िलए िकया जाता ह हीमोगलोिबन ए1सी ट ट (HBA1c) इस परीकषण का उपयोग मधमह रोगी क िपछल 2 स 3 महीन म रकत शकर रा का तर जानन क िलए िकया जाता ह इस अनमािनत औसत गलकोज कहा जाता ह मधमह क िनदान क िलए मापदड खाली पट रकत शकर रा जाच म रकत शकर रा का तर 126 िमलीगराम डीएल क बराबर या

उसस अिधक ह

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भोजन क 130 स 2 घट बाद की रकत शकर रा जाच म अगर लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

रडम लड शगर जाच म रकत शकर रा का तर 200 िमलीगराम परित डसीलीटर क बराबर या उसस अिधक ह

ओरल गलकोज सिह णता ट ट म लड शगर का लवल 200 िमलीगराम डीएल क बराबर या उसस अिधक ह

हीमोगलोिबन ए1सी ट ट म अगर रकत शकर रा का तर 65 या उसस अिधक ह खाली पट रकत शकर रा जाच म 100 िमलीगराम डीएल और 125 िमलीगराम डीएल क बीच

होता ह या खान क बाद की रकत शकर रा जाच और ओरल गलकोज सिह णता परीकषण का पिरणाम 140 स 199 िमलीगराम डीएल क बीच ह या हीमोगलोिबन ए1सी 57 स 64 क बीच ह तो आप परी- डायिबटीज ह

िनदान ए1सी (परितशत) उपवास ला मागलकोज

ओरल गलकोज सिह णता परीकषण

या ि छक ला मागलकोज परीकषण

साधारण 57 स नीच 99 या नीच 139 या नीच पवर मधमह 57 स 64 100 स 125 140 स 199

मधमह 65 या इसस ऊपर 126 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर 200 या इसस ऊपर

मधमह स स बिधत कछ त य मधमह की बीमारी िकसी भी आय म हो सकती ह यायाम और योगासन कर क टाइप 2 मधमह को 80 तक कम िकया जा सकता ह व थ लोग की अपकषा टाइप 2 डायिबटीज क रोगी उमर स 5 स 10 साल पहल मर जात ह मधमह को अगर िनयितरत ना िकया जाए तो यह शरीर को नकसान पहचा सकता ह जस -

अधापन िदल का दौरा आघात या िकडनी खराब होना हर साल करीब 27000 ब च भारत म मधमह क कारण मर जात ह

कहा जाता ह िक मधमह एक अनवािशक बीमारी ह

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धरती पर बसा एक छोटा सा वगर - िसिककम सषमा िसह

वजञािनक सहायक जल मौसम िवजञान परभाग- मखयालय

व छ शीतल हवा का एहसास मतरमगध कर दन वाला अदभत नजारा ऐसी सदरता ऐसी मोहकता जो आमितरत करती ह एक बार िफर वहा पहच जाऊ जहा ऊच ऊच पवरत की चोिटया और खबसरत जगह क साथ-साथ साफ सथरा वातावरण ह ऐसी जगह हो तो कौन बार-बार वहा नही जाना चाहगा आप भी सोच रह ह ग िक म यह कौन सी पहली बझ रही ह अदाजा लगाइए लगाइए- लगाइए जी हा िब कल सही म बात कर रही ह भारत क पव तर भाग म ि थत धरती पर बस एक छोट स वगर िसिककम क बार म दवदार क वकष बफर की सफद चादर कचनजगा की सोन सी चमकती आकषरक चोटी जमी हई झील भाित-भाित क प प इलायची क बागान शदधता आ चयर और परस नता क तरोत जो िकसी को भी चिकत कर द ऐस सदर झर-झर करत झरन इठलाती कल-कल करती हई ती ता नदी तथा अिव वसनीय प स शाित अचरज करात शात बौदध मठ और जगह-जगह रग-िबरग पराथरना झड की अनठी रगत

बौदध मठ

यातरा व तात

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जी हा िहमालय की गोद म एक छोटा सा रा य िसिककम और ऐसी मतरमगध कर दन वाली सदरता जो वहा जाए बस वही का होकर रह जाना चाह ऐसा लगता ह वय बर मा जी भी इस जगह क िनमारण क बाद यहा रह जान क लालच को याग नही पाए ह ग

सदर झर-झर करत झरन

शाितिपरय लोग इसकी खबसरती म चार चाद लगा दत ह कछ सड़क की हालत और आधारभत सिवधाओ को यिद छोड़ द तो इसकी सदरता पराकितक प स वी जरलड को भी मात द द 16 मई 1975 म िसिककम औपचािरक प स भारतीय गणरा य का 22वा परदश बना यहा पर परयोग की जान वाली भाषाओ क बार म आपको बताऊ तो अगरजी नपाली भिटया िलब और िहदी यहा की आिधकािरक भाषाए ह परत िलिखत यवहार म अगरजी का ही उपयोग अिधक होता ह िसिककम म िहद तथा बजरयान बौदध धमर परमख धमर ह और राजधानी ह यहा का सबस बड़ा शहर- गगतोक

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सबस कम जनसखया वाला यह रा य कषतरफल म गोवा क प चात यनतम ह लिकन छोटा आकार होत हए भी भौगोिलक ि ट स काफी िविवधता पणर दिनया की तीसरी सबस ऊची चोटी यानी कचनजगा िसिककम क उ तर पि चम भाग म नपाल की सीमा पर ह और इसकी सीमाए चीन ित बत और नपाल स िमलती ह िसिककम श द का िलब भाषा म अथर होता ह- नया महल और दो त एक बात और बता द आपको िक ित बती भाषा म िसिककम को चावल की घाटी भी कहा जाता हिजतनी खबसरत जगह उतना ही खबसरत मौसम ह िसिककम का िसिककम भारत क उन चिन दा रा य म आता ह जहा हर साल िनयिमत तौर पर बफ़र बारी होती ह यहा आन वाल पयरटक हमशा सहान मौसम का ल फ़ उठात ह दो त िसिककम जान पर म आपको यह कहगी िक कछ जगह को दखना तो िब कल न भल िजनम यहा परमख ह गगटोक जहा पहचकर आप सो गो झील िडयर पाकर नाथला पास मटक मठ इची मठ तशी दाशरिनक थल और लाल बाज़ार नाम क थानीय बाज़ार घम सकत ह और अपनो क िलए उपहार खरीद कर ल जा सकत ह

मटक मठ

यहा की कछ और मशहर जगह ह िसिककम क महान साध ग पदमसभव की सबस ऊची मितर - जो नामची म मौजद ह स दर रोडोडनडरोन सकचअरी िजसम रा य क िविभ न परजाित क फल मौजद ह कचनजगा पवरत दिनया का तीसरा सबस ऊचा पवरत कई पिवतर और चमकील बौदध मठ स दर हरी भरी घािटया और निदया िसिककम का मशहर गमर सोता कछ अनदख थल पयरटन क िलए उपयकत ह घािटय की खला म आप साहसी और जोिखम भर खल-कद का ल फ उठा कर एक रोमाचक यादगार साथ ल जा सकत ह

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छग लक

िसिककम का खाना और स कित दो ऐसी चीज़ ह िज ह न इस छोटी और स दर जगह को एक मह वपणर थान बना िदया ह

बौदध मठ

िसिककम क लोग यादातर चावल खात ह िसिककम क कछ परमख परपरागत यजन ह मोमोज़ चाऊमीन वानटोन फ़कथ गया थक या थकपा- नडल पर आधािरत सप फगशापा और चपीर क साथ िनगरो मिदरा पर आधािरत पय पदाथर भी िसिककम क लोग वारा िलए जात हचिलए अब वहा िक स कित और परपराओ सर आपको ब करवात ह माघ सकराित भीमसन पजा दरपका तशी लोसर ब च सगा दावा और लसाग यहा क थानीय बौदध िसिककमी वारा मनाए जान वाल कछ परपरागत यौहार हयहा क लोग का परकित स लगाव बहत अिधक ह

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कचनजगा पवरत

दो त िकसी जगह की वचछता वहा क जनमानस की सोच की पिरचायक होती ह एक न ही सी िकरण इस शासक न लोग को िदखाई ह

छट जाएगा यह ितिमर सारा लो नई भोर आयी ह चमन अपना भी होगा रोशन हर घर घर महका हआ होगा िक व छ भारत अिभयान की लो हमन लौ जलाई ह

जी हा अगर इस छोट स रा य- िसिककम की व छता की बात कर तो य पिकतया यहा साकार होती नज़र आती ह आपको यह जानकर आ चयर होगा िक व छ भारत अिभयान क अतगरत िकए गए सव म इस छोट स रा य को पाच बार व छता क िलए सरकार न पर कत िकया ह िजसम दश क 26 अ य रा य शािमल थ िसिककम दश का पहला रा य ह िजसन खल म शौच की परथा को परी तरह स ख म कर िदया ह अपनी यातरा क दौरान िसिककम की एक और बात मझ बहत परभािवत करती ह वह यह ह िक यहा पर जहा भी हम गए वहा हम अिधकतर मिहलाऐ काम करती हई नजर आई रा त म कल-कॉलज जाती हई लड़िकया वहा की मनमोहक पोशाक क साथ-साथ अिधकतर लड़िकया व टनर डरसस म िदखाई पड़ी वहा कही लड़िकय क साथ कोई छड़छाड़ छीटाकशी का माहौल मझ नजर नही आया जसा िक अ य रा य म अकसर दखन को िमलता ह ऐसा सखद और सौहादरपणर वातावरण लड़िकय म इतना आ मिव वास महसस हआ जस िक मिहला परधान समाज हो और कहत ह ना यतर नायर त प य त रमत ततर दवता अथारत जहा नारी की पजा होती ह वहा दवताओ का वास होता ह

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इस बात का अनभव मझ साकषात वहा हआ फल स िखलिखलात चहर माथ पर कोई िशकन का नाम नही सचमच ऐसी िखलिखलाहट तो कवल दवताओ क घर म ही हो सकती ह ना मिहलाओ क सशिकतकरण का एहसास वहा जाकर मझ हआ मन वहा क थानीय लोग स इस बार म बात की तो उ ह न बताया िक यिद यहा पर िकसी लड़की क साथ छड़छाड़ होती ह तो इसम कोई बड़ी बात नही िक छड़छाड़ करन वाल का िसर ही कलम कर िदया जाएएक और चीज जो अपनी यातरा क दौरान मझ दखन को िमली वह ह िसिककम म टरिफक िनयम का पालन गािड़य की लबी लबी कतार तो थी लिकन सकर रा त की वजह स ना िक टरिफक िनयम क उ लघन की वजह स सामन स आन वाली लन खाली ह पर मजाल ह कोई यिकत अपनी लन तोड़कर सामन की लन म चला जाए दो त जहा भारत क अ य रा य म परदषण पसरा पड़ा ह बीमार वदध और ब च की जान सकट म ह तो यह सब दख कर ऐसा लगता ह िक सरकार वारा िकए गए सभी उपाय सारी सगोि ठया सार परयास यथर हो रह ह इतन परयास क बाद परदषण कम होन का नाम ही नही ल रहा ह वही अगर िसिककम की बात कर तो यहा परदषण का तो जस नाम ही नही वा य व वातावरण क परित इतन सजग िक गटक और पॉिलथीन पर यहा परी तरह स परितबध ह और यहा की कानन यव था का तो जवाब ही नही ऐसा लगता ह िक यह छोटा सा रा य एक रा य ही नही हमारी पररणा का तरोत व पथ परदशरक भी हकया सोच कया समझ चाह वह साफ सफाई क परित हो वा य क परित परदषण क परित या मिहलाओ क परित हर कषतर म हम िसिककम वािसय स कछ ना कछ सीख सकत ह मझ तो ऐसा लग रहा था िक म िसफर िसिककम घमकर ही नही आई हबि क बहत कछ सीखन को भी िमला ह वहा स िकसी पयरटन थल पर घमन जाना हमशा ही एक रोमाचकारी अनभव रहता ह और आप वहा स लौटत व त अकल नही होत आपक साथ होती ह वहा की ढ़र सारी खटटी मीठी याद और ढर सार अनभव तो आइय इस समदध रा य म घमकर इसक बार म और जान जहा पर छिटटया िबताना सचमच एक अदभत और अिव मरणीय अनभव ह

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ख़ास ख़बर

माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िनरीकषण

मौसम कदर - ित वनतपरम माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 25012018 को मौसम कदर ित वनतपरम का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ दवदर परधान वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय ी एस बी त पी वजञािनक ldquoएफ न परादिशक मौसम कदर- च न और ी एस सदवन न मौसम कदर - ित वनतपरम क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

डॉ बलीराम गायकवाड अ यकष ससदीय राजभाषा सिमित- ी एस सदवन मौसम कदर ndash ित वनतपरम क

परमख को रा टरपित महोदय क आदश की प तक स पत हए

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जलवाय अनसधान एव सवाए पण माननीय ससदीय राजभाषा सिमित की दसरी उपसिमित वारा िदनाक 23022018 को जलवाय अनसधान एव सवाए पण का राजभाषायी िनरीकषण िकया गया िजसम डॉ म यजय महापातर वजञािनक lsquoजीrsquo न मख यालय और डॉ ए क सहाय वजञािनक ldquoजीrdquo न जलवाय अनसधान एव सवाए पण क परितिनिध क प म भाग िलया इस िनरीकषण बठक म उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी भी उपि थत रही

िनरीकषण क दौरान अिधकारीगण

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बठक िवजञान और परौ योिगकी और प वी िवजञान मतरालय की सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी की अ यकषता म 22 जन 2018 को सी एस आई आर साइस सटर लोदी रोड म दोपहर तीन बज आयोिजत की गई इस बठक म कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo न भाग िलया इस बठक म स ी रवा शमार उपिनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक भी उपि थत रह

माननीय मतरी महोदय डॉ हषरवधरन जी सयक त िहदी सलाहकार सिमित की 28वी बठक की अ यकषता करत हए

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कायरभारी महािनदशक डॉ म यजय महापातरा वजञािनक lsquoजीrsquo

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स मान रा टरभाषा वािभमान यासrsquo वारा रा टरिपता महा मा गाधी की 150वी जयती क अवसर पर 09 माचर2018 को आयोिजत lsquoरा टरभाषा उ घोष स मलनrsquo म राजभाषा िहदी क िवकास म उ क ट योगदान क िलए उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी को lsquoरजत जयती राजभाषा िवकास िविश ट स मान-2018rsquo स स मािनत िकया गया

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िनरीकषण एव िहदी कायरशाला उपिनदशक (राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा िवमानन मौसम कायारलय- कोि च तथा डॉपलर मौसम रडार ndash कोि च का करमशः िदनाक 27012018 और 29012018 को राजभाषायी िनरीकषण और िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए

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उपिनदशक(राभा) स ी रवा शमार तथा सहायक िनदशक (राभा) ीमती सिरता जोशी वारा परादिशक मौसम कदर- नागपर तथा मौसम कदर-रायपर का िदनाक 20032018 स 23032018 तक राजभाषायी िनरीकषण तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया तथा दोन कायारलय म lsquoराजभाषा नीितrsquo तथा lsquoक यटर पर िहदी म कायरrsquo स सबिधत याख यान व परजटशन िदए गए इस दौरान परादिशक मौसम कदर ndash नागपर क परमख ी ज एन परसाद तथा विर ठ अनवादक ीमती शाता उ नीक णन भी उपि थत रह

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परादिशक मौसम कदर ndash नई िद ली वारा राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन क उ य स िदनाक 24042018 को िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याखयान

िदए मौसम कदर- लखनऊ की विर ठ अनवादक ीमती क पना ीवा तव न भी याखयान िदया

राजभाषा िहदी म कायर करन की िझझक को दर करन तथा िवभागीय कािमरक को िहदी म परिशकषण दन क उ य स िदनाक 30052018 को मखयालय म िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया िजसम 26 परिशकषाणािथरय न भाग िलया इस कायरशाला म ीमती सिरता जोशी सहायक िनदशक (राभा) और ी बीर दर कमार विर ठ अनवादक न याख यान िदए

मौसम कदर- पटना का िदनाक 25062018 स 26062018 तक मखयालय क विर ठ अनवादक ी बीरदर कमार तथा परादिशक मौसम कदर ndash कोलकाता क किन ठ अनवादक ी नीलो पल चतवदी वारा राजभाषायी िनरीकषण िकया गया तथा िहदी कायरशाला का आयोजन िकया गया

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आपकी पाती िमली मौसम मजषा-26 म मह वपणर वजञािनक एव सािहि यक रचनाओ का अदभत गगा-जमनी सगम ह इसक िलए सपादक-मडल को बधाई एक ओर शरद जोशी जस परिसदध यगयकार की रचना ह वही दसरी ओर सिरता जोशी की रचना lsquoमर पित क िर तदारrsquo म हा य पट क साथ परािणय क िलए नह-दया की भावना ह कवर अजय िसह का लख lsquoराजभाषा िहदी का कायार वयन- सम याए एव समाधानrsquo त यपणर लगा मकद कमार की lsquoबारह महीन बारह मौसमrsquo मकश कमार ग ता की lsquoफड़कनrsquo िविवध िवषय पर िलखी पठनीय रचनाए ह स ी रवा शमार न lsquoचलत चलतrsquo िवमल िमतर की रचना क मा यम स lsquoिव व िहदी िदवसrsquo पर मह वपणर सामगरी दी ह ीमती सिरता जोशी का lsquoय क स य क तकrsquo शीषरक यान आकिषरत करत हए िवदश की सर कराता ह स ी रवा शमार का आलख lsquoरा टर क सजग परहरीrsquo ी दीनदयाल उपा याय को स ची दधाजिल ह lsquoमौसम मजषाrsquo का परा अक रोचक एव पठनीय सामगरी स भरपर ह बधाई

डॉ गीता प प शॉ 2 एल 45 बहादरपर हाउिसग कॉलोनी

पटना-800026 geetapushpshawgmailcom

आपक कायारलय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत ldquoमौसम मजषाrdquo िह दी गह पितरका क 26व स करण की एक परित परा त हईhellip आपका तह िदल स शिकरया भारत मौसम िवजञान िवभाग क कायारलय म हो रह िह दी कायार वयन तथा िह दी स सबिधत अ य गितिविधय की इस िह दी गह पितरका म उ क ट एव सदर पर तित की गई ह आशा करत ह िक आप ऐस ही िनरतर आपकी िह दी गह पितरका ldquoमौसम मजषाrdquo का शानदार परकाशन करत रहग साधवाद एव आगामी अक क िलए ढ़र सारी शभकामनाए

शख सलीम अिधकारी- राजभाषा कायार वयन

उ तर पि चम अचलndashिरटल अहमदाबाद िहद तान पटरोिलयम कोप रशन िलिमटड

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पन एक बार पितरका मौसम मजषा स िमलना सखद रहा 26वा स करण पढ़ा अ छा लगा ऐसी ऐसी तकनीकी जानकािरया आपकी पितरका क मा यम स बहत सरल सीधी साधी अपनी राजभाषा िहदी म हम पाठक को परा त होती ह इसक िलए साधवाद आपको एव आपकी टीम को आपकी पितरका सगरहणीय ोत ह ही साथ ही साथ समय क साथ यह आग आन वाली पीढी (जनरशन) क िलए अ यत म यवान रहगी वक त भी आपकी महनत को सराहगा इतना मझ िव वास ह पितरका क िवषय म जो म सोच पाता ह अ फाज म यहा बया करन की कोिशश कर रहा ह उ मीद ह आपको भला परतीत होगा आपक िलए ढरो शभकामनाए आपकी सहयोगी सिरता जी एव अ य भी बधाई क पातर ह अ यथा यह पितरका कस पाठक तक पहचती हमशा सकारा मक रह तपती दपहरी म एक बार िफर मौसम मजषा क 26व स करण स मलाकात तज गमीर म सकन दती बािरश की बदो जसी रही इस पितरका क इतजार का भी अपना मजा ह िमलन पर इसक हर वक स दो ती हो जाती ह lsquoमौसम मजषाrsquo अपन नाम को चिरताथर करत हए हम तक मौसम व पयारवरण की अनक जानकािरया बड़ी सरल सीधी अपनी राजभाषा िहदी म पहचाती ह और कहती परतीत होती ह- मझस दो ती करो बहत कछ और ह मर पास-आप तक परिषत करन क िलए बस मझ स दो ती बनाए रखो पितरका को बहत ही समझदारी स कई वग म िवभािजत िकया गया ह- इसम परकािशत सामगरी क अनसार जस तकनीकी बौछार सािहत ियक बहार याद क झरोख स सामा य लख का य फहार भाषायी बयारयातरा व तात -िजसन भी यह नाम िदए-बधाई उनको इस 26व स करण की तकनीकी बौछार म परकािशत चार लख बहत ही रोचक व जञानवदधरक- डॉ अनपम का यिप का lsquoगरज चमक वाल बादलrsquo ी कलाश का lsquoअटाकर िटका म मौसमrsquo अशोक जी का lsquo लक होलrsquo ी दीपाकर का lsquoखगोल िवजञानrsquo पाठक तक बहत सी तकनीकी बात को सरलता स पहचा दत ह- इन सभी की लखनी को साधवाद सािहि यक बहार म यग य lsquoह भी मगर नही भीrsquo गदगदा दता ह lsquoयाद क झरोख सrsquo का लख lsquoमौसम व जलवायrsquo- गहरी जानकारी परिषत करता ह वस भी यह वगर बहत नो टलिजक ह lsquoका य फहारrsquo की किवताए एक स बढ़ कर एक- इसक किवय की क पना lsquoसरज स आग किवता िजदगी ह सभी किवगण को सखद जीवन क िलए शभकामनाए भाषायी बयार म थान परा त सभी लख का सजन राजभाषा िहदी को कदर म रख कर िकया गया ह- य सभी िहदी भाषा क मह व का दशारत ह डॉ परकाश खर का लख lsquoराजभाषा का िवजञान म यागदानrsquo ी कवर जी का lsquoराजभाषा का कायारलय म

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कायार वयनrsquo जगद बा जी का lsquoअपभरश एव िहदीrsquo िहदी की मह ता को दशारत ह साथ ही िहदी की समगरता स भी पिरिचत करात ह रवा शमार जी का लख lsquoिव व िहदी िदवसrsquo भावपणर होन क साथ-साथ िहदी स जड़न की पररणा स ओत परोत ह सामा य लख वगर म - परकाश जी का lsquoसम याए ह तो समाधान भीrsquo बड़ा सकारा मक ह lsquoफड़कनrsquo ी मकश ग ता का िवचारणीय ह lsquoमगरोव वनrsquo डॉ बालसबरमिणयन का बहत ही िवचारो तजक ह और हम भिव य क िलए आगाह करता ह बहत समय बाद प दीनदयाल उपा याय पर एक पठनीय लख पढ़ा लिखका स ी रवा शमार न काफी शोध क बाद शायद यह लख िलखा ह इसस उनकी सकारा मक सोच व सािह य साधना ि टगोचर होती ह बधाई यातरा व तात म ीमती सिरता जोशी पाठक को ऑक सफोडर स पिरिचत कराती ह बहत ही सहजता स व य क को पाठक तक पहचा दती ह ऑक सफोडर म पढ़ना एक सपन का सच होन जसा होता ह lsquoबटी पढ़ाओ बटी बचाओrsquo क सदभर को रखत हए उनका यह व तात पठनीय ह इसी करम म lsquoमरी जमपई यातराrsquo ी सरज बनजीर का लख तरीय होन क साथ-साथ पाठक को आकिषरत भी करता ह अत म िहदी पखवाड़िहदी िदवस 2017 पर आयोिजत िविभ न कायरकरम की िरपोटर साथ िलए पितरका िसमट जाती ह 136 प ठ म पितरका lsquoमौसम मजषाrsquo का कलवर बहत तरीय साज स जा छपाई मन मोह लती ह एक बात और सपादक वारा सपादकीय म रख उनक िवचार मौसम िवभाग क 143 गौरवशाली वष क िवषय म बहत ही सकारा मक ह अपनी बात म ीमती सिरता जोशी न पव तर क िवषय म जो िवचार रख ह व सोचन को मजबर करत ह िक कस भाषाओ व बोिलय को बचाया जाए हा एक सझाव यिद पितरका म छपी त वीर स थोड़ी बात की जाए तो शायद व भी जीवत हो जाए अ य परकािशत सामगरी की भाित पन स पादक जी को बधाई- एक सगरहणीय रोचक व पठनीय पितरका को पाठक तक पहचान क िलए मझ िव वास ह भिव य म यह पितरका बहत कछ कहगी सकारा मक एव जञानवदधरक अगल अक की परतीकषा म शभकामनाए

उमश महता 3380

बका टरीट हौज काजी िद ली- 110006

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lsquoमौसम मजषाrsquo का 26वा स करण परा त होत ही एक बात मन म आई िक भारत म फल मौसम िवभाग क हर छोट-बड़ कायारलय म तनात अिधकािरय और कमरचािरय की अपनी अनभित अिभ यक त करन म lsquoमौसम मजषाrsquo का बहत बड़ा योगदान ह इसम परकािशत सिरता जोशी का यातरा व तात lsquoयक स यक तकrsquo और सरज बनजीर का lsquoमरी जमपई यातराrsquo अ यत रोचक ह िवशष प स रग िबरग िचतर क साथ परकािशत यह यातरा व तात दरअसल म ऐसा लग रहा था जस हम खद इस यातरा म शािमल थ आशा ह परकित की गोद म बस नई नई जगह की जानकारी उनकी स कित क बार म जानकारी आिद हम आग भी इसक जिरए िमलती रहगी मख यालय क राजभाषा िवभाग की उपिनदशक को अनक ध यवाद

भारती भइया िनजी सिचव

सखया मक मौसम पवारनमान -मख यालय आकषरक कलवर यक त मौसम मजषा का 26वा स करण परा त हआ इस स करण का lsquoस पादकीयrsquo एव lsquoअपनी बातrsquo उ चकोिट क ह पितरका म सािह य की िविभ न िवधाओ क उ क ट लख को समािहत करन का परयास िकया गया ह जो िक सराहनीय ह lsquoका य फहारrsquo क अतगरत परकािशत सभी किवताए अ छी ह िवशषकर lsquoचलना ही होगाrsquo शीषरक की किवता का भाव सराहनीय ह lsquoउ तराखड स यनाइटड िकगडमrsquo तक की यातरा का वणरन बड़ रोचक ढ़ग स िकया गया ह पितरका क अदर क प न म महाप ष सािह यकार किवय शायर तथा वजञािनक क कथन को थान दना िहदी अनभाग क परकाशन की पिरपक वता को पिरलिकषत करता ह यह पितरका िवकास की सीिढ़या िनरतर चढ़ती रह यही मरी शभकामना ह

जगद बा परसाद मौसम िवजञानी-lsquoबीrsquo

कदरीय िवमानन मौसम परभाग- मखयालय भारत मौसम िवजञान िवभाग वारा परकािशत lsquoमौसम मजषाrsquo पितरका एक अदभत समागम ह जहा अनक परकार की रोचक रचनाओ की जानकािरया परा त होती ह मौसम मजषा क रजत स करण म

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परकािशत कछ रचनाए बहद रोचक अनभव परदान करती ह िजनम अिखल भारतीय िवभागीय िहदी सगो ठी-2017 आओ बात कर lsquoिहदी की उड़ानrsquo परमख ह मौसम मजषा क 26व स करण म परकित को और नजदीक स जानन की उ सकता जागत होती ह इसक मख य प ठ पर परकािशत lsquoसौयर औरोराrsquo की त वीर िदल को छ गई lsquoअटाकर िटका म भारत मौसम िवजञान िवभाग क योगदानrsquo क िवषय म आव यक जानकािरया परा त हई अ य रचनाए जस lsquoचलना ही होगाrsquo lsquoकिवता लौट आईrsquo ह lsquoिव व िहदी िदवसrsquo आिद अदभत लगी

अिकत सक सना वजञािनक सहायक

मौसम कायारलय-सफदरजग पितरका बहत ही स दर प स पर तत की गई ह पितरका की सामिगरया उ क ट ह पितरका क सपादक मडल क सभी सद य को हािदरक बधाई

सयरभान गौतम सयक त महापरबधक (राजभाषा)

भारतीय िवमानप तन परािधकरण सफदरजग हवाई अ डा-नई िद ली

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