letter of vivek ji to hon chief minister of madhya pradesh shri shivraj singh chauhan

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जून २०१५ रेन, ांस िशवराज िसं ह जी चौहान मुमंी, देश भोपाल माननीय िशवराज िसं ह जी चौहान, देश एक, भारत का एक तरीके से दय देश है , भारत के ने को जब भी देखता देश भारत का संचार देश लगता है , इस देश का इितहास भी कुछ ऐसा है। अनेकानेक संत और फकीर से इस देश की यााएं की , यह देश सम देशवािसय और अलग अलग पंथ के लोग के िलए पिव भूिम जैसा रहा है। भारत के ने यह िदल की तरह िनत नयी ेरणा देता रहा है। जैसा की आप सहमत िजब तक भारत के ाम का, िकसान का उार और उदय नह होता, तब तक भारत का उदय नह हो सकता, दुिनया के वो सारे सम रा िजने गित के सागर अपनी ापना की है उन सबने अपने िकसान और ामीण को भी एक ऐसा जीवन दान िकया है जहाँ वो गित की धारा यं की गित कर पाएं ह। आज से साल पहले रा संत तुकोजी महाराज ने कहा था की "ाम उदय से ही भारत उदय होगा" मुझे यह बात आज भी उतनी ही ासंिगक लगती है िजतनी यह पहले थी। मने आज से कुछ महीन पहले मने एक िवशेष आािक आदेश के तहत भारत के ामीण और िकसान तक पँचने के िलए सूण भारत की पद याा शु की है ,यह मा पद याा नह अिपतु ाम की मेरी िगत तीथ याा भी है। महारा के यवतमाळ िजले से इस याा का पहला चरण बीते गत अैल महीने पूरा था , अब इसका दूसरा चरण बेतुल िजले है , जो की आिदवासी बल एवं ाकृ ितक सदा से संप िजला है। यं और भारत के अनेक ांत, शहर, ाम से अनेकानेक लोग इस पद याा चलने वाले ह। बेतुल िजले की पद याा की शुआत २१ जून को सूण देश की पावन धरा मुलताई माँ ताी के उम से हो रही है। कोिशश कर रहा िामीण और िकसानो से िमलकर उनकी परेशािनय को सुन सकू, ाम के उव और िवराट इितहास के साथ साथ िजले की कला और िसे भी पिरिचत होते एक सवागीण िवकास के िलए यास कर सकूँ। मेरी कोिशश यह भी है िशाशन तक उनकी समाओं को पंचा भी सकू, 1 ,p 27, b .202 pk, , g , 440003 53 BD DE LA TOUR D’AUVERGNE, RENNES, FRANCE, 35000

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Page 1: Letter of Vivek ji to Hon Chief minister of Madhya pradesh Shri Shivraj singh chauhan

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७ जून २०१५ रने, फ्रांस

श्री िशवराज िसंह जी चौहान मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश भोपाल

माननीय िशवराज िसंह जी चौहान,

मध्य प्रदेश एक, भारत का एक तरीके से ह्रदय प्रदेश ह,ै भारत के नक़्शे को जब भी देखता हँू मध्य प्रदेश भारत का संचार प्रदेश लगता ह,ै इस प्रदेश का इितहास भी कुछ ऐसा ह।ै अनेकानेक संतों और फकीरों से इस प्रदेश की यात्राएं की हैं, यह प्रदेश समस्त देशवािसयों और अलग अलग पंथों के लोगों के िलए पिवत्र भूिम जैसा रहा ह।ै भारत के नक़्शे में यह िदल की तरह िनत नयी प्रेरणा देता रहा ह।ै

जैसा की आप सहमत हैं िक जब तक भारत के ग्रामों का, िकसानों का उद्धार और उदय नहीं होता, तब तक भारत का उदय नहीं हो सकता, दिुनया के वो सार ेसमस्त राष्ट्र िजन्होंने प्रगित के सागर में अपनी स्थापना की ह ैउन सबने अपने िकसानों और ग्रामीणों को भी एक ऐसा जीवन प्रदान िकया ह ैजहा ँवो प्रगित की धारा में स्वयं की प्रगित कर पाएं हैं। आज स ेसालों पहले राष्ट्र संत श्री तुकोजी महाराज ने कहा था की "ग्राम उदय से ही भारत उदय होगा" मुझे यह बात आज भी उतनी ही प्रासंिगक लगती ह ैिजतनी यह पहले थी।

मैंने आज से कुछ महीनों पहले मैंने एक िवशेष आध्याित्मक आदेश के तहत भारत के ग्रामीणों और िकसानों तक पहँुचन ेके िलए सम्पूणर् भारत की पद यात्रा शुरू की ह,ैयह मात्र पद यात्रा नहीं अिपतु ग्रामों की मेरी व्यिक्तगत तीथर् यात्रा भी ह।ै महाराष्ट्र के यवतमाळ िजले से इस यात्रा का पहला चरण बीते गत अप्रैल महीन ेमें पूरा हुआ था , अब इसका दसूरा चरण बेतुल िजल ेमें ह,ै जो की आिदवासी बहुल एवं प्राकृितक सम्पदा से संपन्न िजला ह।ै मैं स्वयं और भारत के अनेक प्रांतों, शहरों, ग्रामों से अनेकानेक लोग इस पद यात्रा में चलने वाल ेहैं। बेतुल िजले की पद यात्रा की शुरुआत २१ जून को सम्पूणर् देश की पावन धरा मुलताई में माँ ताप्ती के उद्गम स्थल से हो रही ह।ै मैं कोिशश कर रहा हँू िक ग्रामीणों और िकसानो से िमलकर उनकी परशेािनयों को सुन सकँू, ग्रामों के उद्भव और िवराट इितहास के साथ साथ िजले की कला और िशल्प से भी पिरिचत होते हुए एक सवार्ंगीण िवकास के िलए प्रयास कर सकँू। मेरी कोिशश यह भी ह ैिक शाशन तक उनकी समस्याओ ंको पहुचंा भी सकँू,

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Page 2: Letter of Vivek ji to Hon Chief minister of Madhya pradesh Shri Shivraj singh chauhan

सत्ता अपना कायर् करने की कोिशश हमेशा करती ह,ै पर मुझे लगता ह ैिक धमर् और आध्यतम की धरा से मैं शाशन को अगर कोई सहयोग दे सकता हँू तो दे सकँू। आज भारत के िलए सबसे जरुरी बात यह ह ैिक शाशन को सहयोग करने के िलए, समाज के हर एक तबके को आग ेआना होगा, मैं धमर् और आध्यात्म की धुरी से इसी भावना के तहत भारत की पद यात्रा में िनकला हँू।

आज भारत का िकसान और ग्रामीण हतोत्सािहत ह,ै भारत का िवराट इितहास जो की ग्रामों में बसता ह ैआज अपनी भूिम में अपने आपको कमजोर पा रहा ह,ै ग्राम संसृ्कित और भारत के पुरातन स्थल आज संकट के दौर में हैं, ग्रामीण युवा अपने आपको भारत की मुख्या धारा से अलग थलग पा रहा ह।ै पर जब तक यह सब वृहद समाज के बीच नहीं पहुचंता, समाज जब तक अपने ग्रामों के सम्बन्ध और संवाद स्थािपत नहीं करता तब तक समाज अपनी भूिमका नहीं िनभा सकता। मैं जानता हँू िक आप भी मध्य प्रदेश के िवराट इितहास और इसकी पावन धरा में रहने वाले ग्रामीण और िकसानों के िलए िचंितत रहत ेहैं, आपकी इस िचंता में मैं िजतना सहयोग धमर् और आध्यात्म की धरा से कर सकता हँू, जरूर करँूगा।

आपके नेतृत्त्व में मध्य प्रदेश सरकार ने िविभन्न नीितयां िकसानों और ग्रामीणों के िलए चाल ूकी हैं, मैं स्वयं और अनेक स्वयंसेवक इन िनीतयों को ग्रामीणों और िकसानों के बीच जरूर बाटेंगे, मैं अपेक्षा रखता हँू िक मध्य प्रदेश सरकार के िविभन्न िवभाग बेतुल िजले में होने वाली इस यात्रा में अपना सहयोग करेंगे, इससे हो सकता ह ैहम एक नया संवाद िकसानों और ग्रामीणों से कर पाएं, िजन समस्याओ ंको शासन अभी तक न देख पाया हो हो सकता ह ै ग्रामीण खुले मन से अपनी परशेािनयों को रखें तो नीितयां अपना काम कर पाएंगी।

अगर आप इस पद यात्रा में एक िदन का भी समय िनकाल सकें तो जरूर आएं, इससे इस यात्रा को एक नया आधार िमलेगा। मैं मध्य प्रदेश जब जब पद यात्रा में आऊंगा आपको सूिचत करता रहँूगा और हमारी पद यात्रा की िवशेष िरपोटर् जो मध्य प्रदेश सरकार को भी दी जाएगी। मैंने कुछ िदनों पहले माननीय प्रधानमन्त्री िलखते हुए इस पद यात्रा से अवगत कराया था, उनको भी इस पद यात्रा के तहत हर एक िजल ेकी िरपोटर् देन ेका वायदा िकया ह,ै साथ ही साथ मध्य प्रदेश सरकार के साथ िमलकर हम कैसे ग्राम उदय का सपना साकार कर सकते हैं, इस सम्बन्ध में भी लगातार आपके संपकर् में रहँूगा।

मध्य प्रदेश सम्पूणर् भारत के िकसानों के िलए एक कें द्र बने, भारत उदय के िलए मध्य प्रदेश एक मॉडल बन,े इसकी आशा के साथ

आपका

िववेक जी

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53 BD DE LA TOUR D’AUVERGNE, RENNES, FRANCE, 35000