hsc-101 पारिवारिक संसाधन प्रबन्धन

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HSC-101 पारिवारिक स साधन बधन Family Resource Management वाय वान वाशाखा उिाखड म वालय, हवानी

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Page 1: HSC-101 पारिवारिक संसाधन प्रबन्धन

HSC-101

पारिवारिक ससाधन परबनधन

Family Resource Management

सवासय ववजञान ववदयाशाखा

उततिाखणड मकत ववशवववदयालय हलदवानी

HSC-101

पारिवारिक ससाधन परबनधन

Family Resource Management

उततिाखणड मकत ववशवववदयालय

तीनपानी बाई पास िोड टासपोरट नगि क पास हलदवानी-263139

फोन न 05946- 261122 261123

रोल फरी न 18001804025

फकस न 05946-264232 ई-मल infououacin

httpuouacin

ISBN- 978-93-85740-49-7

समसत लखोपाठो स समबवनधत वकसी भी वववाद क वलए लखक विममदाि होगा वकसी भी वववाद क वलए

िरिसवडकशन हलदवानी (ननीताल) होगा

कॉपीिाइर उततिाखणड मकत ववशवववदयालय परकाशन वरट 2016

ससकिण सीवमत ववतिण हत पवट परकाशन परवत

परकाशक एम0पी0डी0डी0 उततिाखणड मकत ववशवववदयालय हलदवानी

उततिाखणड मकत ववशवववदयालय हलदवानी- 263139 (ननीताल)

अधययन बोडट

परोफसर आर0 सी0 मिशर

मिदशक

सवासय मवजञाि मवदयाशाखा

उततराखणड िकत मवशवमवदयालय

हलदवािी उततराखणड

परोफसर रीता एस0 रघवशी

अमिषठाता गह मवजञाि

िहामवदयालय

गोमवनद बलदलभ पनत कमि एव

परौदयोमगकी मवशवमवदयालय

पनतिगर उततराखणड

परोफसर लता पाणड

मवभागाधयकष गह मवजञाि मवभाग

डी0एस0बी0 कमपस

किाऊ मवशवमवदयालय

ििीताल उततराखणड

डा0 महिा क0 मबजली

सह- पराधयापक सािदामयक ससािि परबिि एव

मवसतार

सतत मशकषा मवदयापीठ

इमदरा गािी राषटरीय िकत मवशवमवदयालय

िई मदलदली

डॉ0 परीमत बोरा

अकादमिक एसोमसएट

गह मवजञाि मवभाग

उततराखणड िकत मवशवमवदयालय

हलदवािी उततराखणड

पाठयकरम सयोिक एव सपादक

डॉ0 परीमत बोरा

अकादमिक एसोमसएट

गह मवजञाि मवभाग

उततराखणड िकत मवशवमवदयालय

हलदवािी उततराखणड

शरीिती िोमिका मववदी

अकादमिक एसोमसएट

गह मवजञाि मवभाग

उततराखणड िकत मवशवमवदयालय

हलदवािी उततराखणड

इकाई लखन इकाई सखया इकाई लखन इकाई सखया

डॉ0 परभा मबषट

सहायक पराधयापक गह मवजञाि मवभाग

एस0डी0एि0 राजकीय सिातकोततर िहामवदयालय

डोईवाला दहरादि

उततराखणड

1 2 4 9 12 13

14

डॉ0 छमव आयाा

सहायक पराधयापक गह मवजञाि मवभाग

डी0एस0बी0 कमपस

किाऊ मवशवमवदयालय

ििीताल उततराखणड

3 5 8 11

डॉ0 मवदया मसह

समवदा मशकषक गह मवजञाि मवभाग

सवािी मववकािनद राजकीय सिातकोततर िहामवदयालय

लोहाघाट चमपावत

उततराखणड

10 सशरी चतिा जनतवाल

अमतमि मशकषक गह मवजञाि मवभाग

डी0एस0बी0 कमपस

किाऊ मवशवमवदयालय

ििीताल उततराखणड

6 7

उततिाखणड मकत ववशवववदयालय हलदवानी

पारिवारिक ससाधन परबनधन

Family Resource Management

HSC-101

खणड इकाई पषठ सखया

1

गह परबनध

परवकरया

इकाई 1 गह परबनि 2 - 23

इकाई 2 गह वयवसिा क उतपपररक तततव 24 - 41

इकाई 3 सािि 42 ndash 56

इकाई 4 सिय एव शमकत ससािि 57 ndash 83

इकाई 5 मिराय परमिया 84 ndash 105

2

मदरा परबनधन

इकाई 6 मवततीय परबनिि 107 ndash 124

इकाई 7 बजट 125 ndash 142

इकाई 8 बचत 143 ndash 162

इकाई 9 करािाि 163 ndash 191

3

उपभोकतावाद

एव उपभोकता

सिकषण

इकाई 10 उपभोकता 193 ndash 223

इकाई 11 उपभोकता सरकषर 224 ndash 243

4

गह सिकषा

एव उपयोग

इकाई 12 घर की दखभाल एव सरकषा 245 ndash 264

इकाई 13 घरल उपकरर एक पररचय 265 ndash 282

इकाई 14 घरल उपकररो ि परयकत सािगरी 283 ndash 308

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 1

खणड 1

गह परबनध परकरिया

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 2

इकाई1 गह परबनध

11 परसतािना

12 उददशय

13 गह परबनध

131 गह

132 परबनध

133 गह परबनध की विविनन पररिाषाए

134 गह परबनध क उददशय

135 गह परबनध म आन िाली बाधाए

136 गह परबनध स सबवधत भावतया

14 गह परबनध परविया

141 गह परबनध की पररिाषाए

142 गह परबनध क घटक चरण

1421 वनयोजन

1422 वनयतरण

1423 मलयाकन

143 गह परबनध का महति

15 गह परबनध म वनणणय परविया

16 साराश

17 पाररिावषक शबदािली

18 अभयास परशनो क उततर

19 सनदिण गरनथ सची

110 वनबनधातमक परशन

11 परसतावना सदढ़ गह वयिसथा न किल सफल पाररिाररक जीिन क वलए आिशयक ह अवपत वकसी िी उननत

समाज एि राषटर का आधार ह गह परबनध का उददशय उपलबध ससाधनो म परतयक पाररिाररक सदसय

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 3

की आिशयकताओ की पवतण कर जीिन लकषय को परापत करना ह जीिन की विविनन अिसथाओ म

समय-समय पर आिशयक लकषयो की पवतण हम सख की अनिवत परदान करती ह वजसस जीिन की

गणितता उततम हो जाती ह यदयवप वयिसथापन परविया सदि स चली आ रही ह परनत आज क तजी

स बदलत समय पररवसथतयो सोच मलय और आवथणक एि तकनीकी पररितणनो स सामजसय बठान

हत यह आिशयक ह वक सिय वयिसथापन परविया म आिशयक पररितणन वकए जाए

गह परबनध गह विजञान विषय का एक अतयवधक महतिपणण िाग ह आधवनक समय म जहा एक

ओर विजञान एि तकनीकी विकास क कारण सख - सविधाओ एि जीिन सतर म िवि हई ह िही

दसरी ओर बढ़ती जनसखया क कारण ससाधन सीवमत होत जा रह ह सीवमत ससाधनो क

कशलतम उपयोग एि परबनध िारा ही परतयक वयवकत अथिा पररिार अपन लकषयो की परावपत कर

सकता ह आधवनक समय म सतरी क पास किल घर का ही दावयति नही ह अवपत घर क बाहर िी

सतरी कशल डॉकटर वशकषक परशासक परबनधक एि वयिसायी उदयमी आवद िवमकाए वनिाकर

समाज क उतथान म अपना योगदान द रही ह इस परकार सीवमत समय म दोहर दावयति क कारण

पररवसथवतया जवटल एि विषम हो गयी ह कशल परबनधन क अिाि म गहसथ एि पररिाररक

जीिन किी-किी अतयवधक जवटल हो जाता ह इन जवटल पररवसथवतयो का परिाि पाररिाररक

सदसयो क वयवकतति एि विकास पर पड़ता ह एक अवयिवसथत घर पररिार क सदसयो क िावित

विकास म बाधक होता ह अतः पररिार क सखी और समि जीिन क वलए गहणी ही नही अवपत

पररिार क परतयक सदसय को गह वयिसथा अथिा गह परबनध का सदधावनतक एि वयिहाररक जञान

होना परम आिशयक ह

1‐ 2 उददशय गह परबनध अथिा गह वयिसथा गह विजञान विषय का एक अवत महतिपणण िाग ह परसतत इकाई क

अधययन क पशचात आप

पररिाररक जीिन क सनदिण म गह वयिसथा तथा गह परबनध परविया को समझ पाएग

गह परबनधन क घटकोचरणो क बार म जान पाएग तथा इसकी पररिाषाए दशणन इवतहास एि

महति को समझ कर िासतविक जीिन म इसका परयोग कर सक ग तथा

गह परबनधन म आन िाली बाधाओ तथा वनणणय परविया क महति क बार म जानकारी परापत

करग

आइए इकाई की शरआत गह परबध की पररिाषाओ क अधययन स कर

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 4

13 गह परबनध गह अथिा घर मानि जीिन की तीन मलित आिशयकताओ िोजन िसतर तथा घर म स एक ह

गह परबनध वजस सामानयता गह वयिसथा िी कहा जाता ह को िली-िावत समझन क वलए यह

आिशयक ह वक पहल गह एि परबनध का अथण अलग-अलग समझा जाए

131 गह

गह अथिा घर मानि की एक मलित आिशयकता ह यदयवप घर एि मकान दोनो शबदो का अथण

एक ही ह परनत दोनो क िािानातमक अथण विनन-विनन ह विशषकर एक गह अथणशासतरी अथिा

गहणी की दवि स घर (Home) स हमारा िािनातमक सबध होता ह मनषटय अपन जनम क बाद घर

नामक सथान पर ही सरवकषत एि समवचत पररिश परापत करता ह यही पररिश िातािरण सदढ़

समाज की मजबत इकाई बनता ह घर म पररिार क सदसय आपस म वमल जल कर परम सनह

सहानिवत तयाग और अपनति क अटट बधन म बधत ह घर स ही हम पाररिाररक मलय वमलत ह

जो हमार िविषटय एि वयवकतति का आधार बनत ह

इसक विपरीत मकान (House) का अथण िौवतक रप स उपलबध या उपवसथत एक सपवतत स वलया

जाता ह वजसकी आधवनक सदिण म एक मखय परासवगकता ह वनिश (Investment) एक िवय

मकान म समसत सख सविधाए उपलबध हो सकती ह परनत कया आप िहा परम सहयोग सौहादण

वचनतामकत सखी शावनतमय जीिन की िी कलपना कर सकत ह यह हम वनवशचत रप स नही कह

सकत उदाहरण क वलए एक पाच वसतारा होटल म आप समसत सख सविधाय पा सकत ह परनत

कया िहा उपरोकत मानिीय मलयो क वलए कोई सथान ह यह कहना बहत कवठन ह

132 परबनध

सामानय अथो म परबनध का आशय ह ldquoवकसी िी इवछित लकषय की परावपत हत सवनयोवजत परकार स

वकया गया कायणrdquo परनत परबनध एक वयापक शबद ह वजसका उपयोग एि अथण वयिसावयक

औदयोवगक एि घरल सनदिण म विनन विनन हो सकता ह यह एक मानवसक परविया ह जो परायः सिी

वयवकतयो िारा अपन उपलबध ससाधनो क उपयोग स एक योजनाबदध परारप म समपनन की जाती ह

परनत अनतर यह ह वक कि वयवकत परबनध परविया म सफल होत ह और कि नही परबनध िासति म

कला एि विजञान का सगम ह वजसक अनतगणत परबनध परविया क विविनन घटको जस वनयोजन

सगठन समनियन एि पररक ततिो जस उतपररण वनयतरण आवद का िजञावनक विशलषण वकया जाता

ह आन िाली इकाईयो म हम उपरोकत घटको क विषय म विसतार पिणक समझग

िारत समत विशव क सिी अगरणी वशकषण ससथानो म परबनध को एक विषय क रप म मानयता परापत

ह वकसी िी समाज अथिा राषटर की उननवत पणणतया उपलबध ससाधनो क उवचत परबनधन पर वनिणर

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 5

करती ह िारत म नीवत आयोग (Planning Commission) राषटर म उपलबध समसत ससाधनो

(वजसम समय ऊजाण धन िौवतक िसतओ क अवतररकत जञान रवचया अवििवतया कौशल

योगयताए और सामदावयक सविधाए सवममवलत ह) क उवचत परबनधन स राषटर क विकास हत

नीवतयो क वनषटपादन एि कायाणनियन हत समवपणत ह यह परबनध िारा विकास एि उननवत का सिोतम

उदाहरण ह

133 गह परबनध की करवकरिनन परििाषाए

गह परबनध दवनक जीिन म उपयोग वकया जान िाला सिाणवधक परचवलत शबद ह हम सिी वकसी न

वकसी रप म गह परबनध अथिा गह वयिसथा शबद स पररवचत ह गह परबनध म िािनातमक

पहलओ का विशष धयान रखा जाता ह उदाहरण क वलए पाररिाररक उददशय चाह कि िी हो गहणी

अपनी पहली पराथवमकता क रप म सदि पररिार क सदसयो क साथ तथा सदसयो क मधय

िािानातमक सबध मजबत करन पर अपना धयान कवनित करगी यही कारण ह वक गह परबनध को

पररिावषत करना अपकषाकत कवठन ह

विविनन वििानो न गह परबनध को विविनन परकार स पररिवषत वकया ह आइए इस पर चचाण कर

गरॉस एव िणडल क अनसाि

ldquoगह वयिसथा एक मानवसक परविया ह वजसम आयोजन वनयतरण एि मलयाकन क िारा तथा

पाररिाररक ससाधनो क उवचत उपयोग स पररिाररक लकषयो की परावपत की जा सकती हrdquo

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoगह वयिसथा पररिार क लकषयो को परापत करन क उददशय स पररिार क सरोतो या ससाधनो क परयोग

हत वकया गया आयोजन वनयतरण एि मलयाकन हrdquo

िाजामल पी0 दवदास क अनसाि

ldquoगह वयिसथा म पाररिाररक लकषयो को परापत करन हत पाररिाररक ससाधनो क उपयोग स सबवधत

वनणणयो को सवममवलत वकया जाता हrdquo

इिीन ओपनहीम क अनसाि

ldquoगह वयिसथा ससकवत की जड़ होती ह विनन-विनन ससकवतयो म गह उततरदावयतिो की वयिसथा म

विननता होती ह सिय ससकवत म िी पयाणपत विननता दखन को वमलती हrdquo

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यदयवप गह परबनध को विविनन गह अथणशावसतरयो न विविनन परकार स पररिावषत वकया ह परनत

समसत पररिाषाओ म पाररिाररक लकषयो को परापत करन क वलए उपलबध ससाधनो क सवनयोवजत

उपयोग पर बल वदया गया ह

अगल िाग म हम गह परबनध क उददशयो पर चचाण करग

134 गह परबनध क उददशय

गह परबनध क उददशय वनमनित ह

1 पररिार क सिी सदसयो की आिशयकताओ की पवतण

2 सीवमत आय स अवधकतम आिशयकताओ की पवतण

3 गह कायो का कशलता पिणक वनषटपादन 4 पाररिाररक सतर एि सौहादण बनाए रखना

गह वयिसथा का मखय उददशय ह पररितणन जो वक जीिन म उननवत क वलए अवत आिशयक ह

पररितणन एक सतत चलन िाली परविया ह गह वयिसथा सदि स चली आ रही ह एि इसका परमख

उददशय ह योजनाबि परकार स इवछित लकषयो को परापत करन क वलए पररितणन लाना हमारी परमपराए

नवतक मलय सामावजक आवथणक राजनवतक एि िजञावनक पररवसथतया इन पररितणनो का आधार ह

गह वयिसथा परविया सिय म तो पररिवतणत नही होती परनत सबवधत लकषयो वसथवतयो और वनणणयो म

वसथवत क अनसार पररितणन लाया जाता ह एक कामकाजी मवहला िारा समय एि शरम बचान हत

हाथ स कपड़ धोन क सथान पर िॉवशग मशीन का परयोग तथा उतपादकता बढ़ान एि समय बचान

हत विविनन आधवनक यतरो का उपयोग इन पररितणनो का उदाहरण ह समाज म मवहलाओ िारा परापत

उपलवबधया एि अपनी योगयताकौशल का परदशणन कर पाना वशकषा वयिसथा म पररितणन एि सतरी

वशकषा को परोतसावहत करन का ही पररणाम ह

वकसी िी काल (समय) अथिा पररवसथवतयो म गह वयिसथा का परम उददशय सीवमत पाररिाररक

ससाधनो म इवछित लकषय एि पररिार कलयाण ही ह गह वयिसथा क पररपरकषय म धन समय और

शवकत परमख ससाधन ह और इनक अवधकतम एि सवनयोवजत उपयोग हत आयोजन वनयतरण एि

मलयाकन परविया सतत रप स कायणरत रहती ह गह वयिसथा का मखय उददशय यह िी ह वक पररिार

की विविनन अिसथाओ म समय-समय पर लकषयो की परावपत की जाए कयोवक पाररिाररक जीिन चि

क साथ-साथ लकषय िी बदलत ह और लकषयो की परावपत जीिन म सतवि और सख परदान करती ह जो

वक उननवत एि पाररिाररक कलयाण क वलए अवत आिशयक ह आइए अब हम गह परबनध म आन

िाली बाधाओ क विषय म जान

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135 गह परबनध म आन वाली बाधाए

शवकषक परोतसाहन िजञावनक उननवत और औदयोगीकरण क कारण समाज म अतयवधक पररितणन आ

गया ह नारी परतयक पररिार की धरी ह और आज समाज म नारी वशकषा क कारण नारी क

सामावजक एि पाररिाररक महति म बहत अनतर आ गया ह आज नारी क पास पररिार क साथ-

साथ अनय कई महतिपणण दावयति िी ह वजनका वनिणहन करना उतना ही आिशयक ह वजतना

पाररिाररक दावयति का पालन करना चवक सामावजक ढाच म पररितणन क फलसिरप सयकत

पररिार समापत होकर एकाकी पररिारो का रप ल रह ह वजसस पाररिाररक उततरदावयतिो क सिरप

सबधो एि िािनातमक दविकोण म पररितणन आ गया ह इनक कारण िी गह वयिसथापक (गहणी)

क सामन परवतवदन नयी-नयी चनौवतया खड़ी हो जाती ह य चनौवतया गह वयिसथा म सबस बडी

बाधाए उतपनन करती ह इन बाधाओ को दर करन क वलए गह वयिसथापक को कई वनणणय लन

पड़त ह आइए जान वक गह वयिसथा परविया म कौन-कौन सी परमख बाधाए आती ह

1 परबनध परविया का जञान न होना 2 सबवधत वनणणयो क वलए आिशयक जानकारी न जटा पाना

3 परबनध और लकषयो का सीधा सबध न होना

4 लकषयो की पराथवमकता सपि न होना 5 उपलबध ससाधनो का सिोततम उपयोग न कर पाना 6 परयतनो का अिाि

7 योजना अनसार लकषय वनधाणरण न कर पाना

8 दावयतिो क आिटन का अिाि

136 गह परबनध स सबकरधत भाकरतया

असफल गह वयिसथा का एक परमख कारण भावतया िी ह समय रहत इन भावतयो को दर करना

आिशयक ह आइए समझ वक एक गह परबनधक क दविकोण स य भावतया कया ह और इनह कस दर

वकया जा सकता ह

गह वयिसथा का उददशय किल योजना बनाकर कायण समापत करना ही नही ह गह परबनध का

तातपयण कायण क परतयक पकष पर विचार क पशचात वियानियन और बाद म उसका मलयाकन

करना िी ह अतः हम कह सकत ह वक परबनध एक साधन (Mean) ह साधय (End) नही

परबनध किल पररिार क मवखया का ही कायण नही ह कहन का अथण ह गह वयिसथा म परतयक

पाररिाररक सदसयो का सकारातमक योगदान अवत आिशयक ह पररिाररक सौहादण बनाकर

परतयक सदसय वयिसथा परविया म अपना योगदान द सकता ह

सपरबनध एक जनमजात गण ह एक अछिा वयिसथापक जनम स उतपनन होता ह परनत

िासतविकता यह ह वक परबनध (चाह वकसी िी कषतर म हो) जञान अभयास एि अनिि स बढ़ता

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 8

ह यवद वकसी वयवकत म लगन ह तो िह अनय कायो की िावत वयिसथा परविया को समझकर

तथा सीखकर वयिहाररक जीिन म उसका बविमता पिणक अनपरयोग कर सकगा

परबनध का उददशय किल लकषय परावपत ही नही ह यवद वयिसथा का उददशय वकसी िी परकार स

लकषयो की परावपत मातर ही रह जाए तो समाज पर इसका नवतक शारीररक मानवसक और

चाररवतरक रप स दषटपरिाि पड़गा गह वयिसथा म वकसी िी पररवसथवत म परबनधक लकषय परावपत

हत अपन नवतक मलयो और परमपराओ स समझौता करन क वलए अनक बार सोचगा और

वकसी अनय विकलप का सहारा लकर अपन लकषयो की परावपत करगा परबनध परविया म वनणणय

समसया क समसत पहलओ और उनका पररिार पर पड़न िाल परिाि का अधययन और

विशलषण क उपरानत ही वलया जाता ह

आग बढ़न स पिण आइए कि परशनो को हल करन का परयतन कर

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 िारत म राषटर म उपलबध समसत ससाधनो क उवचत परबनधन िारा नीवतयो क वनषटपादन एि कायाणनियन हत समवपणत ह

2 िारा दी गई गह परबनध की पररिाषा क अनसार गह वयिसथा ससकवत

की जड़ होती ह

3 परबनध एक ह नही

बोध परशनो क पशचात आइए हम गह परबनध परविया क बार म जान

14 गह परबनध परकरिया गह परबनध एक सतत एि पररितणनशील परविया ह वजसम लकषयो की परावपत हत वनणणय लकर कायो

को योजनाबि तरीक स वकया जाता ह गह परबनध पाररिाररक जीिन का परशासनातमक पकष ह

इसम पररिार क मलयो को समावहत करत हए परतयक पाररिाररक सदसय का नवतक पाररिाररक एि

वयवकतति का विकास करना सवममवलत ह वजसस पाररिाररक सदसयो को जीिन की विपरीत

पररवसथवतयो म समसया का वनराकरण कर आग बढ़न की पररणा वमलती ह गह परबनध परविया वयवकत

को पररिार म उपलबध शारीररक बौवदधक सामावजक िौवतक आवथणक ससाधनो का सफल

उपयोग करना वसखाती ह पाररिाररक जीिन म समयानसार लकषयो को परापत कर सख शावत एि

सौहादण का िातािरण बना रह इसक वलए गहणी का एक कशल परबनधक िी होना अवत आिशयक

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जसा वक आपन पिण म िी पढ़ा वक गह वयिसथा परविया कोई नयी परविया नही ह धरती पर मानि

जीिन क आगमन पर सिितः इसका उदभि हो चका होगा हम सिी परबनध और इसक अथण स

पररवचत ह परवतवदन हम जान अनजान अपन इवछित लकषयो की पवतण क वलए इसका परयोग करत ह

अभयास जञान अनिि एि परयतन क िारा िी कि वयवकत परबनध परविया म सफल नही हो पात

परनत यवद ि चाह तो विविनन सख सविधाओ क इस आधवनक समय म परबनध परविया सीखकर

जीिन म सफल हो सकत ह विविनन गह अथणशावसतरयो न परबनध परविया को विविनन परकार स

पररिावषत वकया ह अगल िाग म हम इन पररिाषाओ क बार म जानग

141 गह परबनध परकरिया की परििाषाए

गह परबनध परविया को विविनन वििानो िारा पररिावषत वकया गया ह

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoपाररिाररक लकषयो की परावपत क वलए पाररिाररक ससाधनो का उपयोग वकया जाता ह वजसम

वनयोजन वनयतरण एि मलयाकन तीन परमख घटक ह यह परविया परबनध परविया कहलाती हrdquo

करनकरकल एव डासी की एक अनय परििाषा क अनसाि

ldquoउददशय वनदवशत वयिसथापन की परविया का वनमाणण परगवत की परसपर आावशरत वयिसथापन की

वियाओ की एक शरखला ह वजसम स परतयक म वनणणय लन की आिशयकता सवममवलत हrdquo

यहा पर परविया स तातपयण ह वक वियाओ की ऐसी शरखला वजसक परतयक चरण पर वनणणय लन की

आिशयकता होती ह ldquoManagement in Family Livingrdquo नामक पसतक म वनवकल एि डासी

न वलखा ह वक वयिसथापन की धारणा यही ह वक िह एक योजनाबदध परविया ह जो वक हम इवछित

लकषयो को परापत करन हत वनदवशत करती ह इसक अनतगणत मलयो को महति वदया जाता ह और वफर

वनणणय वलया जाता ह

गरॉस एव िणडल क अनसाि

गह वयिसथापन परविया गह वयिसथा क वलए एक वियाशील यनतर कहा जा सकता ह

इिीन ओपनहीम क अनसाि

ldquoवयिसथापन परविया िह तरीका ह वजसम वनणणयो को विया म पररिवतणत वकया जाता हrdquo

एक अनय परििाषा क अनसाि

गह वयिसथा एक वयिहाररक विजञान ह वजस अनय वयिहाररक विजञान क समान नापा नही जा

सकता वकनत यवद कोई वयवकत अपन लकषयो िारा वकसी सीमा तक सनतवि परापत कर लता ह तो िह

अछिा वयिसथापक माना जा सकता ह और उसका घर वयिवसथत माना जा सकता ह

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गह परबनध परविया क अधययन क उपरानत हम परबनध की परकवत (Nature) और विया (Action)

को िली िावत समझकर यथावसथवत म सशोधन करन म सकषम हो सक ग और वयिहाररक जीिन म

इवछित लकषयो को परापत करन क वलए समय पर वसथवत को वनयवतरत कर सक ग

अिी आपन विविनन वििानो िारा दी गई गह परबनध परविया की पररिाषाओ क बार म जाना

आपन दखा वक परबनध परविया कई चरणो म समपनन की जाती ह य परमख चरण कया ह आइए

इनक विषय म विसतार पिणक समझ

142 गह परबनध क घटक चिण

विविनन वििानो न गह परबनध परविया क विविनन चरण बताए ह

नयमन क अनसाि- परबनध परविया क पाच मखय चरण ह

1 आयोजन

2 सगठन

3 साधनो का एकीकरण

4 वनदशन

5 वनयनतरण

करलचकरिलड क अनसाि- परबनध परविया वियाओ का चि ह और इसक वनमन पाच चरण ह

1 विचारो को गरहण करना तथा अिलोकन करना

2 अिलोकन का वनरीकषण

3 वनणणय परविया 4 विया

परबध परकरिया

आयोजन

करनयनरण

मलयाकन

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5 विया हत उततरदावयति सिीकार करना

कोकरटजन क अनसाि - कोवटजन क अनसार परबनध परविया क चार चरण वनमनित ह-

1 उददशयो की परावपत हत आयोजन

2 सपादन हत सगठन 3 योजना का वियानियन 4 मलयाकन

आपन दखा वक विविनन वििानो िारा सझाय गए परबनध क चरणो का अपना महति ह परनत

अधययन की सविधा एि वयिहाररकता की दवि स गह परबनध परविया को मखयतया तीन चरणो म

वििावजत वकया गया ह

1 आयोजन वनयोजन योजना बनाना (Planning)

2 वनयतरण (Controlling)

3 मलयाकन (Evaluation)

आइए इन घटको क विषय म विसतार पिणक समझ

1421 करनयोजन आयोजन योजना बनाना

यह परबनध परविया रपी सीढ़ी का परथम चरण ह यह परबनध परविया का एक महतिपणण घटक ह

वनयोजन क अिाि म परबनध आधारहीन ह वनयोजन अथिा योजना बनाना िासति म कया ह

आइए इस समझ

वनयोजन का शावबदक अथण ह ldquoिावित उददशयो की परावपत क वलए पिण म ही कायणिम की रपरखा

तयार करनाrdquo

वनयोजन को परबनध परविया म सिाणवधक महति वदए जान का कारण यह ह वक इस कायण क आरमि

होन स पिण ही अिलोवकत कर वलया जाता ह वजसस कायण एि लकषय सरल परतीत होत ह योजना

बना लन स कवठन स कवठन कायण िी बोवझल परतीत नही होता ह कयोवक सबवधत कायण की योजना

बना लन स परबनध परविया म आन िाली समसयाओ का पिण वनराकरण िी साथ-साथ कर वदया

जाता ह वकसी कायण को सपावदत करन म कौन -कौन सी समिावित समसयाए या परशन उठ खड़ होग

इसका उततर िी वनयोजन क िारा ही खोजा जाता ह

कायण वकसी िी कषतर म हो चाह वयिसावयक अथिा घरल वबना वनयोजन सिी कायण असत वयसत

होत ह योजना बना लन (या वनयोजन करन) का एक यह अनय लाि यह िी ह वक इसम िासतविक

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वसथवत का पिाणनमान लगा वलया जाता ह वजसस समय धन शवकत एि परयतनो का अपवयय नही

होता ह

करनयोजन की परििाषा- (वनवकल एि डासी क अनसार)

वनयोजन परबनध परविया का पहला चरण ह इसक अनतगणत वनणणयो की एक विसतत शरणी होती ह जो

वक पाररिाररक वियाओ साधनो और मागो क सनदिण म वलए जात ह

करनयोजन की करवशषताए

वनयोजन की वनमन विशषताए ह

1 वनयोजन एक वनरनतर चलन िाली मानवसक परविया ह

2 यह एक लोचमय (flexible) एि पररितणनशील परविया ह

3 वनयोजन सदि कायण करन स पिण वकया जाता ह

4 वनयोजन एक िजञावनक पिवत ह जो एक िमबि रप स सपनन की जाती ह

5 वनयोजन का आधार लकषयो एि उददशयो की पवतण करना ह

6 वनयोजन परविया म विविनन विकलपो म स सिोतम विकलप का चयन वकया जाता ह

7 वनयोजन की सफलता क वलए उसका वयिहाररक होना अतयत आिशयक ह

8 वनयोजन पिाणनमानो पर आधाररत एक परविया ह वजसम कायण को सवनयोवजत तरीक स पणण

करन हत ससाधनो को सगवठत वकया जाता ह

आपन दखा वक वनयोजन एक मानवसक परविया ह इसम वनणणयो और ससाधनो को सगवठत अथिा

एकीकत कर वनणणय लना एि लकषयो की पराथवमकता तय करना सवममवलत ह जो वक वनयोजन

परविया िारा ही सिि ह पाररिाररक ससाधनो एि उनकी विशषताओ का अधययन हम आन िाल

अधयायो म करग चवक ससाधन सीवमत होत ह और उनकी माग पाररिाररक चि क साथ बदलती

रहती ह इसवलए यह आिशयक ह वक साधनो को बदलती मागो क अनसार वयिवसथत वकया जाए

करनयोजन की आवशयकता एव महतव

वनयोजन िासति म एक पल का कायण करता ह जो वयवकत क ितणमान म उपलबध ससाधनो क

आधार पर उसक िविषटय की अिशयकताओ की पवतण को वनधाणररत करता ह

आपन दवनक जीिन म अनिि वकया होगा वक परतयक वयवकत िोट या बड़ लकषयो को वनधाणररत

करता ह इन लकषयो को कस परापत वकया जाए यही वनयोजन का कायण ह आज परतयक कषतर म

योजनाए बनाई जाती ह वबना योजना क कायण आधारहीन और हासयासपद परतीत होता ह आज क

यग म कोई िी राषटर योजना क अिाि म लकषय परापत नही कर सकता ह योजना बनान म समय और

परयतन अिशय लगत ह परनत यही योजना आपको सरल सपि एि ससगत परकार स लकषयो तक

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पहचान म सहायक होती ह योजना क अिाि म िी लकषयो को परापत वकया जा सकता ह परनत इस

परकार स परापत लकषयो म गणितता और ससाधनो का अपवयय न हो यह वनवशचत रप स कहा नही जा

सकता ह जब आप वकसी कायण क वलए योजना बनात ह तो आप उस कायण की परगवत को दखकर

उसका विशलषण कर सकत ह तथा आिशयकता पड़न पर उसम आिशयक पररितणन िी कर सकत

ह योजना आपको मानवसक रप स िी मजबत बनाती ह योजना सबधी अनििो स आप जीिन म

आन िाली चनौवतयो का डटकर सामना कर सकत ह

करनयोजन क परकाि

वनयोजन मखयतः दो परकार क होत ह दीघणकालीन एि अलपकालीन दीघणकालीन वनयोजन लमब

समय क वलए बनाए जात ह दीघणकालीन वनयोजन को पणण करन क वलए अलपकालीन वनयोजन िी

वकए जात ह िारत म सरकार िारा चलाई जा रही पचिषीय योजनाए दीघाणकालीन वनयोजन का

उदाहरण ह अलपकालीन वनयोजन कम समय क वलए वकए जात ह तथा यह अवधक सपि होत ह

वनयोजन क मखय चरण वनमनवलवखत ह

1 िविषटयिाणी करना 2 समसया को पररिावषत करना 3 विकलपो को खोजना 4 सिोततम विकलप का चनाि 5 उततरदावयति लना 6 कायणिम की रपरखा बनाना 7 समय अनसची

8 बजट बनाना 9 वियाविवध विकवसत करना 10 नीवत का विकास करना

करनयोजन की सीमाए

िविषटय म होन िाली घटनाए अवनवशचत होती ह ऐस म वनयोजन या पिाणनमान लगा कर योजना

बनाना कई वयवकतयो को हासयासपद लगता ह परनत अवनवशचतता क पररपरकषय म कायण को िमबि

तरीक स न कर िागय पर िोड़ दना मखणता पणण होता ह अब तक आपन योजना बनान स होन िाल

लािो क विषय म पढ़ा आइए अब वनयोजन की सीमाओ क विषय म जान तावक परबनध परविया

को सरलीकत वकया जा सक

वनयोजन की सीमाओ को वनमन वचतर िारा िली-िावत समझा जा सकता ह

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करनयोजन कित समय धयान िखन योगय बात

वकसी िी कायण की योजना बनान स पहल कि महतिपणण वबदओ को धयान म रखना चावहए य वबद

वनमनित ह

1 योजना खणडोिागो म न हो 2 योजना पररिार म उपलबध ससाधनो क अनकल हो

3 योजना वयिहाररक हो 4 योजना बनाकर पिण अवजणत अनििो का लाि उठाया जा सक

अब हम गह परबनध परविया क अगल चरण वनयतरण क बार म जानग

1422 करनयरण

वयिसथापन परविया क वियानियन म वितीय महतिपणण चरण ldquoवनयतरणrdquo कहलाता ह वनयतरण िह

परविया ह वजसक िारा कायो को योजना क अनरप वनषटपावदत वकया जाता ह विविनन पररिशो म

वनयतरण का अथण विनन हो सकता ह परनत गह परबनध म वनयतरण का तातपयण ह वक कायण योजना क

सवोततम करवकलप क चयन म समया

करवशवसनीय सचनाओ क आकलन की समया

अरकरचकिनीिस कायय

दिदकरशयता का अिाव

आककरमकताए

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अनरप हो रहा ह अथिा नही यवद नही तो कहा पर पररितणन एि सधार की आिशयकता ह

योजना म पररितणन कर कायण को सही समय पर पणण करना ही वनयतरण कहलाता ह

करनयरण की परििाषाए

विविनन वििानो िारा वनयतरण की पररिाषाए दी गई ह

कणटज एव आडोनल क अनसाि

ldquoवनयतरण का वयिसथापन म कायण होता ह वक सहायको क कायो को माप िारा ठीक करक समपादन

वकया जाए तावक यह सवनवशचत हो सक वक उददशय परापत करन क वलए बनाई गयी योजना क अनसार

कायण हो रहा हrdquo

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoवनयतरण एक ऐस यनतर क समान ह जो वक योजना को इवछित पररणाम तक पहचन हत वदशा परदान

करती हrdquo

करनयरण की करवशषताए वनयतरण परविया की कि विवशि विशषताए होती ह आइए इनह जान

1 वनयतरण एक परबनधकीय परविया ह

2 वनयतरण एक सतत रप स चलन िाली परविया ह

3 वनयतरण तथयो पर आधररत ह

4 वनयतरण एक सपणण पदधवत ह

5 वनयतरण सकारातमक एि नकारातमक दोनो परकार का होता ह

6 वनयतरण परबनध परविया क सिी सतरो पर लाग होता ह

7 वनयतरण का कषतर वयापक होता ह

करनयरण की अवथाए

गरास एि िणडल क अनसार वनयतरण की तीन अिसथाए वनमनित ह

1 बल दना करियानवयन को शकरि परदान किना

इस अिसथा स वकसी िी कायण को शर करन की बाद उस समपनन करान पर बल वदया जाता ह यह

अिसथा लकषयो को तीवर गवत स परापत करन तथा वियानियन की गवत तज करन हत उततरदायी ह

2 करनिीकषण

योजना क वियानियन क वनयनतरण की दसरी अिसथा योजना की परगवत का वनरीकषण ह वकसी िी

कायण क वनरीकषण िारा हम यह जान पात ह वक कायण सचार रप स तथा योजना क अनसार हो रहा ह

या नही िावित लकषयो की परावपत हत कायण का वनरीकषण आिशयक ह

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3 समायोजन

वनयतरण की तीसरी अिसथा का अथण ह आिशयकता पड़न पर योजना को समायोवजत करना अथाणत

नए वनणणय लना समायोजन स कायण की पिण वनधाणररत योजना म आकवसमक बदलािो क कारण

लकषय परावपत पर पड़न िाल परिािो को कम वकया जा सकता ह

सिल सकािातमक करनयरण क कािक

कायण की योजना क कायाणनियन का सफल वनयतरण कई कारको पर वनिणर करता ह आइए इनक बार

म जान

1 वनरीकषण म ततपरता होना आिशयक ह तावक समायोजन करन म सरलता हो

2 गह परबनध क पररपरकषय म िािनातमक पहलओ को धयान म रखकर वनयतरण यथा सिि

तटसथ िाि स वकया जाना चावहए

3 वनयतरण करत समय ससाधनो की िसत वसथवत को सदि धयान म रखना चावहए

4 वयवकतगत लकषयो और इछिाओ क सथान पर सामवहकपाररिाररक वहतो का धयान रखा जाना

चावहए

5 सफल वनयतरण हत लोचमयता िी आिशयक ह

6 वनयतरण को सफल बनान हत आिशयक सचनाय िी अिशय एकवतरत करनी चावहए सबवधत

योजनापरविया की जानकारी इटरनट मोबाइल ऐपस सामाचार पतरो पवतरकाओ आवद स परापत

की जा सकती ह

आइए अब वयिसथापन परविया क वियानियन क ततीय चरण मलयाकन क बार म चचाण कर

1423 मलयाकन

अब तक आपन परबनध परविया क दो महतिपणण चरणो आयोजन एि वनयतरण क विषय म पढ़ा

इकाई क अनत म हम परबनध परविया क अवनतम एि अवत महतिपणण चरण मलयाकन पर धयान

कवनित करग

मलयाकन िारा हम यह जञात होता ह वक वकए गए कायण म हम सफल हए ह या नही यवद नही तो

कहा-कहा पर हम सधार करन की आिशयकता ह

गरॉस एि िणडल क अनसार मलयाकन िह तकनीक ह जो वकसी वयवकत क पास उपलबध ससाधनो

क पररणाम िारा अवधकतम सनतोष परापत करान म सहायक ह मलयाकन स आप िली िावत

पररवचत ह एक विदयाथी क रप म आपका परीकषा परयोगातमक परीकषा मौवखक परीकषा सवमनार

इतयावद क िारा समय-समय पर मलयाकन वकया जाता ह मलयाकन िारा परापत अको स पढ़ाए गए

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विषय क परवत आपकी समझ तथा जानकारी का पता चलता ह परनत वयिहार म मलयाकन क कया

उददशय ह आइए यह जानन का परयास कर

मलयाकन क उददशय

1 मलयाकन िारा यह जाना जा सकता ह वक योजना बना लन क बाद उसक वियानियन िारा पिण वनधाणररत लकषयो की कहा तक परावपत हई ह

2 मलयाकन स परापत अनििो स िािी जीिन म वकसी कायण को आरमि करन का आधार वमलता

3 मलयाकन िारा यह पता चलता ह वक परबनध परविया क वकस सतर पर गलती हई ह और

िविषटय म इसस कस बचा जा सकता ह

4 मलयाकन िारा आतम विशलषण क अिसर परापत होत ह यवद मलयाकन क पररणामो को

सकारातमक दवि स दखा जाए तो यह वयवकतति विकास म मागणदशणक की िवमका वनिात ह

मलयाकन क परकाि

मलयाकन क वनमन परकार ह

1 औचक मलयाकन

यह मलयाकन आकवसमक रप स वकया जाता ह यह िसतवतवथ को सिाणवधक उवचत रप म

मलयाकनकताण क सममख परसतत करता ह औचक मलयाकन स कम समय म अवधक सचनाय पता

चल जाती ह उदाहरण क वलए ककषा म विदयावथणयो की औचक परीकषा सरकारी वििागो म सबवधत

उछचावधकाररयो का औचक वनरीकषण आवद

2 विसतत मलयाकन

विसतत मलयाकन म समय की बाधा नही होती इसम मलयाकनकताण परतयक वसथवत और पररणाम

का गहराई स अधययन करता ह तथा समसया होन पर उसक वनराकरण क विषय म िी सोचता ह

औचक मलयाकन एि विसतत मलयाकन औपचाररक रप स वकए जान िाल मलयाकनो की शरणी म

आत ह वयिहाररक जीिन और गह परबनध क सबध म वजस मलयाकन की सबस जयादा बात की

जाती ह िह ह आतम मलयाकन आतम मलयाकन कया ह यह वकस परकार वकया जाता ह तथा

इसका कया महति ह आइए जान

सिय क िारा वकए गए कायो क वनरीकषण को आतम मलयाकन कहत ह सिय िारा वकए गए कायो

की तलना सिय स की गई अपकषा क साथ करन पर आतम मलयाकन वकया जा सकता ह चचाण

करक डायरी म वलखकर सिय स परशन पिकर इस परकार क मलयाकन वकए जात ह आतम

मलयाकन का महति यह ह वक इसस वयवकत सधारो की ओर बढ़ता ह और अपनी कायणशली को

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और अवधक परिािशाली बनाता ह मलयाकन का मौवलक आधार मलय लकषय एि सतर होत ह

वजनका विसतार पिणक अधययन हम आग आन िाली इकाईयो म करग

अगल िाग म हम गह परबनध क महति क बार म जानग परनत उसस पिण आइए कि अभयास परशनो

को हल करन का परयास कर

अभयास परशन 2

1 सहीगलत बताइए a गह परबनध एक सतत एि पररितणनशील परविया ह

b मलयाकन परबध परविया का पहला चरण ह c आकवसमक रप स वकया गया मलयाकन औचक मलयाकन कहलाता ह

2 ररकत सथान िररए a िारत म चल रही पचिषीय योजनाए वनयोजन का

उदाहरण ह

b गह परबध परविया क वियानियन का वितीय चरण कहलाता ह

c सिय िारा वकए गए कायो की तलना सिय स की गई अपकषा क साथ करन पर

वकया जाता ह

143 गह परबनध का महतव

आप जानत ह वक पररिार समाज का अविनन अग ह पररिार क विकास स समाज का और समाज

क विकास स राषटर का विकास होता ह कशल और अछिा परबधक सदढ़ पररिार की आधार वशला

ह वबना परबनध क उतपादन क साधन किल साधन मातर ही रह जात ह

एक पररिार म लकषय वनधाणरण क उपरानत वयिसथापन परविया क चरण आयोजन वनयतरण एि

मलयाकन सदि गवतमान रहत ह एक समय म एक स अवधक लकषयो की परावपत िी कई बार पररिारो

की आिशयकता बन जाती ह वजनक वलए वयिसथापन परविया सदि चलायमान रहती ह इस

परविया को आप वनमन वचतर िारा अछिी तरह समझ सकत ह

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आपन दखा वक गह परबनध म यह चि वनरनतर चलता रहता ह जहा परबनध ह िहा वयिसथा

कशलता चातयण दकषता अनशासन वनमाणण कायण एि सौनदयण क दशणन होत ह परबनध क अिाि म

अवयिसथा कशासन अकशलता िष कलह अशावनत एि अपवयय ही दविगोचर होता ह

15 गह परबनध म ननरणय परकरिया

वनणणय परविया तथा गह वयिसथा एक दसर स सबवधत ह पाररिाररक जीिन म वनरनतर चनौवतया

आती रहती ह इन समसयाओ क समाधान क वलए आिशयक ह वक यथा समय उवचत वनणणय लकर

वियानियन वकया जाए परबनधन एक परविया ह वजसक तीन मखय चरण आयोजन वनयनतरण एि

मलयाकन ह इन परतयक चरणो म वनणणय लन पड़त ह ितकाल म वलया गया वनणणय ितणमान एि

िविषटय का आधार बनता ह गह वयिसथा म ही नही अवपत दवनक जीिन क मलयो (वजनका

अधययन आप आन िाली इकाईयो म करग) क वनमाणण म िी वनणणय महतिपणण िवमका वनिात ह

वनणणय क अिाि म वकसी िी वयिसथा का वियानियन हो पाना असिि ह सामानय शबदो म वनणणय

परविया का अथण सिोततम का चयन करना ह समसत उपलबध विकलपो म स समसया क अनकल

सिोततम विकलप का चयन ही वनणणय ह वनणणय लना तिी सिि हो पाता ह जब आपक पास एक स

अवधक विकलप हो यवद विकलप उपलबध न हो तो वनणणय का कोई औवचतय नही रह जाता ह

वनणणय परविया को विविनन वििानो न विनन-विनन परकार स पररिावषत वकया ह

बरटन क अनसाि

ldquoवनणणय परविया गह वयिसथा की सबस िोटी इकाई ह तथा यह िौवतक विजञान क अण क समान

हrdquo

गह वयवथा

लकषय

करनधायिण

आयोजन

करनयरण

मलयाकन

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 20

गरॉस एव िणडल क अनसाि

ldquoपरबनध परविया क विविनन चरण िसततः वनणणयो की शरखला मातर ह वजसम परतयक वनणणय अवनतम

वनणणय पर आधाररत होत हrdquo

करनकरकल एव डासी क अनसाि

वनणणय परविया की धारणा म समसयाओ को पररिावषत करना खोज करना तलना करना और विया

विवध का चयन करना सवममवलत ह इस परकार वनणणय परविया म वकसी समसया क हल क वलए

अनक सिावित विकलपो म स वकसी एक का चयन सवममवलत हlsquolsquo

करनणयय परकरिया की करवशषताए

1 वनणणय परविया एक सतत चलन िाली परविया ह

2 वनणणय परविया एक मानवसक परविया ह

3 वनणणय वयवकतगत एि सामवहक हो सकत ह

4 वनणणय परविया म समय सीमा िचनबदधता और दढ़ता का विशष महति ह

5 वनणणय लना लकषय परावपत क कई साधनो म स एक ह

6 वनणणय वकसी न वकसी उददशय की पवतण हत वलए जात ह

7 वनणणय सदि सकारातमक नही होत ह

8 वनणणय परबनधक की योगयता का एक मापदणड ह

करनणयय परकरिया क परमख चिण

सामानयतया वनणणय लना एक जवटल मानवसक परविया ह इसम समसया पररवसथवत समाधान एि

विकलपो क परतयक पहल का विशलषण वकया जाता ह

गरास एि िणडल क अनसार वनणणय परविया क परमख चरण वनमनित ह

1 समसया को वचवनहत करना

2 समसया का विशलषण करना

3 समसत सिावित विकलपो को खोजना

4 विकलपो का विशलषण

5 सिोततम विकलप का चयन

6 वनणणय का उततरदावयति लना

7 वनणणयो का वियानियन

करनणयय परकरिया को परिाकरवत किन वाल कािक

1 वनणणय की वसथरताः एक बार अवनतम वनणणय लन एि उसक वियावनित हो जान पर उस

पररिवतणत न वकए जा सकन का आिास मनोिवत वनणणय परविया को सिाणवधक परिावित

करती ह

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2 समयः समय पररवसथवतयो का सीधा परिाि वनणणय परविया पर पड़ता ह

3 वनणणयो का अनतसणमबनध वलया गया कोई एक वनणणय दसर वनणणय को परिावित कर सकता ह

4 जञानः वकसी समसया क समाधान क सबध म वनणणयकताण को वकतना जञान ह अथिा

वनणणयकताण वकतना जागरक ह यह िी वनणणय परविया को परिावित करता ह

5 मलय वनणणय परविया म मलय का अथण वयवकत की मानयताओ धारणाओ विशवास

आसथाओ परमपरा और ससकवत स ह मलय को मानि जीिन का आधार कहा गया ह

वयवकत क वनणणय मलयो िारा परतयकष रप स परिावित होत ह

6 ससाधनः ससाधनो की उपलबधता एि अनपलबधता वनणणयो को परिावित करती ह सबवधत

ससाधन वनणणयो को कवठन एि सरल बना सकत ह

7 पाररिाररक पररवसथवतया पररिार क सदसयो की इछिाए आकाकषाए िी वयवकतगत तथा

पाररिाररक वनणणयो को परिावित करती ह

इकाई क अत म अब हम कि अभयास परशनो को हल करग

अभयास परशन 3

सही अथिा गलत बताइए

1 वनणणय परविया एि गह वयिसथा एक दसर स सबवधत नही ह 2 एक स अवधक विकलपो की उपलबधता पर ही वनणणय परविया वनिणर करती ह

3 वनणणयकताण का जञान तथा जागरकता उसकी वनणणय परविया को परिावित करत ह 4 वनणणय लन की कषमता ससाधनो की उपलबधता पर वनिणर नही करती ह

16 सारााश सदढ़ गह वयिसथा न किल पाररिाररक जीिन क वलए आिशयक ह अवपत यह वकसी िी उननत

समाज एि राषटर का आधार ह गह वयिसथा एक वनरनतर चलन िाली गवतशील परविया ह उपलबध

ससाधनो स वनधाणररत लकषयो को वकस परकार परापत वकया जाता ह यह कशल वयिसथापक की वनणणय

लन की कषमता पर वनिणर करता ह गह परबनध का उददशय सीवमत ससाधनो क कशलतम उपयोग िारा

परतयक पाररिाररक सदसय की आिशयकताओ की पवतण कर जीिन लकषयो को परापत करना ह परबनध

परविया क तीन मखय घटक आयोजन वनयतरण एि मलयाकन ह वकसी िी पररिार म लकषय वनधाणरण

क उपरानत वयिसथापन परविया क य तीनो चरण सदि गवतमान रहत ह इन तीनो चरणो म गह

वयिसथापक को वनणणय लन होत ह वनणणय परविया तथा गह वयिसथा एक दसर स सबवधत ह

पाररिाररक जीिन म वनरनतर आन िाली समसयाओ क समाधान क वलए आिशयक ह वक यथा

समय उवचत वनणणय लकर परबध परविया को सरल तथा परिािी बनाया जाए

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17 पाररभाषिक शबदावली परबनध वकसी िी इवछित लकषय की परावपत हत सवनयोवजत परकार स वकया गया कायण

करनयोजन िावित उददशयो की परावपत क वलए पिण म ही कायणिम की रपरखा तयार करना

करनयरण िह परविया वजसक िारा कायो को योजना क अनरप वनषटपावदत वकया जाता ह

औचक मलयाकन आकवसमक रप स वकया गया मलयाकन

आतम मलयाकन सिय िारा वकए गए कायो की तलना सिय स की गई अपकषा क साथ करन

पर वकया गया मलयाकन

18 अभयास परशनो क उततर

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 नीवत आयोग (Planning Commission)

2 इरीन ओपनहीम

3 साधन (Mean) साधय (End)

अभयास परशन 2

सहीगलत बताइए

a सही

b गलत c सही

ररकत सथान िररए

a दीघणकालीन वनयोजन

b वनयतरण c आतम मलयाकन

अभयास परशन 3

सही अथिा गलत बताइए

1 गलत 2 सही 3 सही 4 गलत

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19 सनदभण गरनथ सची 1 डॉ0 िनदा वसह गह परबनध एि आनतररक सजजा गयारहिा ससकरण पचशील परकाशन

जयपर

2 डॉ0 मज पाटनी गह परबनध सटार पवबलकशन आगरा

3 डॉ0 िनदा वसह घरल बजट एि ससाधन वयिसथा पचशील परकाशन जयपर

4 बी0डी0 हरपालनी गह परबनध सावहतय परकाशन आगरा

5 पी0वनवकल एि ज0एम0 डासी विली मनजमट इन फवमली वलविग ईसटरन वलवमटड नई

वदलली

110 ननबनधातमक परशन 1 गह परबनध स सबवधत भावतयो की विसतत चचाण कीवजए 2 गह परबनध क घटकोचरणो की वयाखया कीवजए 3 गह परबनध म वनणणय परविया की विशषताओ तथा परमख चरणो पर विसतत वटपपणी कीवजए

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इकाई 2 गह वयवसथा क उतपररक तततव 21 परसतािना

22 उददशय

23 जीिन दशणन

24 गह वयिसथा म पररक ततति

241 मलय

242 लकषय

243 सतर

25 मलय लकषय एि सतर म अनतसबध

26 पाररिाररक जीिन चि एि ससाधनो की माग

27 साराश

28 पाररिावषक शबदािली

29 अभयास परशनो क उततर

210 सदिण गरथ सची

211 वनबधातमक परशन

21 परसतावना वपिली इकाई म आपन गह परबनध परबनध क मखय चरण (घटक) एि परबध परविया का विसतार

पिणक अधययन वकया गह वयिसथा वकन-वकन कारको स परररत होती ह इसका अधययन हम परसतत

इकाई म करग बचपन म आपन माता-वपता या वशकषको को कहानी कविताओ पररक परसगो

अथिा महापरषो की जीिनी क माधयम स बालको को अछिा कायण करन को परररत करत हए दखा

ह सिय आपन िी अनिि वकया होगा वक वकस परकार गरजनो एि बड़ बजगो क पररणादयक शबद

आपका परतयक कषण उतसाह िधणन करत ह जीिन म वनराशा असफलता या अिसाद क कषणो म

वकस परकार पररणादायक शबद उदाहरण घटनाय आप म निीन उतसाह और सफवतण िर दती ह

मनषटय अपनी वनराशा तयाग कर एक बार पनः अपन लकषय को परापत करन की ठान लता ह

सामानयतया वकसी निीन कायण को आरमि करन म यवद कोई पररक शवकत सतरोत होता ह तो असिि

कायण िी सरलता स सिि हो जात ह यह पररक ततति कया ह और वकस परकार वयवकत को अपनी

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कषमता स ऊपर कायण करन को उतसावहत कर सखद अनिि करात ह इस इकाई म हम यह जानन

का परयास करग

22 उददशय एक सखद एि सति जीिन परतयक वयवकत की कामना होती ह गह वयिसथा िी इसी लकषय की परावपत

क वलए की जाती ह गह वयिसथा को िली-िावत बनाए रखन क वलए परायः कई वनणणय लन पड़त

ह य वनणणय परतयकष अथिा अपरतयकष रप स कि विवशि ततिो िारा वनदवशत होत ह य विवशि

ततति ही पररक ततति (Motivating Factor) कहलात ह इस इकाई क अधययन क उपरात आप

गह वयिसथा को परररत करन िाल ततिो क बार म जान पाएग

विविनन पररक ततिो क अतसबध की जानकारी ल पाएग तथा

पाररिाररक जीिन चि म ससाधनो की माग क बार म जान पाएग

आइए पररक ततिो को वयिहाररकता क पररपरकषय म समझन का परयतन कर

23 जीवन दशणन गह वयिसथा म पररक ततति कया ह इसस पिण यह जानना आिशयक ह वक इन पररक ततिो का मल

कया ह य ततति जीिन म कहा स आत ह य पररक ततति हम जीिन दशणन स परापत होत ह आइए

अब जीिन दशणन को समझ

परतयक वयवकतपररिार की कि मानयताय विशवास धारणाय विचार एि दविकोण होत ह जो या तो

ि सिय विकवसत करत ह अथिा य उनह पीढ़ी दर पीढ़ी परापत होत ह य विचार मानयताय आवद

दवनक जीिन म सही या गलत वनणणय लन म सहायता करत ह और दविधा स बाहर वनकालत ह य

मानयताय विशवास मनषटय की सोच बन जात ह वजस जीिन दशणन कहा जाता ह जीिन दशणन

जनमजात सििाि अनिि ससकवत पाररिाररक पषठिवम वशकषा समाज एि परमपरा क परिाि म

विकवसत हो सकता ह या इस अपनाया िी जा सकता ह जीिन दशणन को समझन क पशचात आइए

अब दख वक पाररिाररक जीिन म इसका कया महति ह जीिन दशणन क महति को सकषप म वनमन

परकार स समझा जा सकता ह

जीिन दशणन वयवकत एि पाररिाररक लकषयो का वनमाणण करत ह

जीिन दशणन पाररिाररक एकता परम और सौहादण का दयोतक ह

जीिन दशणन वयवकत क चररतर वनमाणण म सहायक वसदध होत ह

विकलपो क सिोतम चयन अथिा दविधा की वसथवत म जीिन दशणन मागणदशणक का कायण करत

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 26

24 गह वयवसथा म पररक तततव आपन दखा वकस परकार जीिन दशणन पररक तततिो स जड़ ह गह वयिसथा क पररक ततति मलय लकषय

एि सतर एक दसर क परक ह मलय लकषय एि सतर एक वतरकोण क तीन वबनदओ की िावत ह

वजसक कनि म मलय वनवहत ह मलय स ही लकषय एि सतरो का जनम होता ह परनत एक सितनतर

इकाई क रप म मलय लकषय एि सतर एक दसर को परिावित करत ह अब हम इन पररक तततिो का

पथक-पथक अधययन करग शरआत मलय स करत ह

241 मलय

आपन दवनक बोलचाल म मलय शबद का बहत बार परयोग वकया होगा उदाहरण क वलए वकसी

िसत का मलय पिन पर आपको उस िसत का मलय पता चलता ह वजसका िगतान करन पर िह

िसत आप की होती ह जस वक कॉपी का मलय 10 रपय अथाणत दस रपय दन पर िह कॉपी आपकी

हो जाएगी परनत जीिन मलय अथिा गह वयिसथा क उतपररक ततति क रप म मलय की बात कर तो

यह पणणतया विनन ह यहा मलय अवनवशचत एि अमतण रप म विदयमान होत ह मलय िासति म

मानिीय वयिहार को पररणा दत ह मलय वयवकतगत सामदावयक एि सामावजक हो सकत ह मलय

जीिन म रीढ़ की हडडी क समान ह जो जीिन को वदशा परदान करत ह तथा वजनक अिाि म

समाज का अवसतति नही ह मलयो क िारा हमारी मनोिवततयो एि विचारो का वनमाण होता ह मलय

िौवतक और सामावजक तथय ह जो हमार समाज म परतयक वयवकत क वलए महति रखत ह य मलय

ही ह वजसक अनपालन म रामचनि जी न वपता की आजञापालन करन हत 14 िषण का िनिास वलया

और उनक वपरय भाता िरत न उनक िनिास स िापस आन तक उनकी चरण पादकाओ को राजा

मानकर अयोधया म परजा की सिा की जरा सोवचय यवद य मलय न होत तो इवतहास म हम पररणा

कहा स वमलती

मलय का अथय

मलय को विविनन अथो म वलया जा सकता ह अथणशासतर म वकसी िसत की कीमत को मलय कहा

जाता ह उदाहरण क वलए चीनी का मलय 40 र0 परवत वकलो ह इसी परकार कमहार िारा एक वमटटी

का घड़ा बनाया गया उसक वलए इस घड़ का एक आवथणक मलय (Economic value) ह एक

वचतरकार िारा इस घड़ पर सनदर वचतर बना कर रग िर वदए गए यह इसका सौनदयाणतमक मलय

(Aesthetic value) ह इस घड़ म ठडा पानी पीकर एक वयवकत अपनी पयास बझाता ह उसक वलए

यह तवपत परदान करन िाला मलय (Satisfying value) ह मलय का अथण सिी क वलए विनन हो

सकता ह परनत इसकी महतता सिी क वलए समान और सतवि परदान करन िाली होती ह मलय

मानिीय वयिहार मनोिवततयो और सोच का आधार ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 27

मलयो की उतपकरततउदगम औि करवकास

मलय जीिन को साथणकता परदान करत ह वयवकत सिय मलयो का वनमाणण करता ह मलय मानिीय

वयिहार रवचयो और अवििवततयो को परररत करत ह इनका औवचतय समाज की िलाई एि

कलयाण स ह यवद मलयो म कलयाण एि सख की िािना वनवहत नही ह तो मलय पराणहीन ह मलयो

का वनमाणण वयवकत की रवच एि अवििवततयो स होता ह अवििवततया मानि क दविकोण को तय

करती ह पाररिाररक सामावजक आवथणक िौगोवलक धावमणक एि सासकवतक विषमताओ क

कारण मलयो म विननता होती ह परतयक वयवकत का जीिन मलय विनन होता ह एक पररिार म पल-

बढ़ िाई बहनो क जीिन मलयो म िी विननता पायी जा सकती ह अतः मलयो को वनतानत वनजी

कहा जाना गलत नही होगा वयवकत न किल मलयो का वनमाणणकताण ह अवपत सिय क वलए मलयो

का चयन करना िी पणणतः उसका सिय का अवधकार ह

मलय समाज और पररिार का आधार होत ह यदयवप यह कथन सतय ह परनत परतयक मलय समाज

िारा सिीकार वकया जाए यह आिशयक नही सिी मलयो को समान रप स गराहयता परापत हो यह

िी आिशयक नही ह परतयक समाज ससकवत समदाय म विननता होती ह जो उनक मलयो म िी

दविगत होती ह अतः वजन मलयो को समाज की सिीकवतससतवत परापत हो जाती ह उनह

सिीकतसकारातमक मलय कहत ह एि जो मलय समाज िारा असिीकत कर वदए जात ह िह

असिीकत या नकारातमक मलय होत ह वजसस टकराि की वसथवत उतपनन होती ह अनतजाणतीय

वििाह इसका एक उदाहारण ह ठीक इसी परकार गाय की पजा करना बड़ो क पाि िना तलसी क

पौध की पजा करना आवद िारतीय सासकवतक मलय ह जो अनय ससकवतयो म सिितः असिीकत

या नकारातमक मलय हो सकत ह अतः मलयो म विननता होना सिािविक ह

मलय की परििाषाए

विविनन वििानो िारा मलय की विनन-विनन पररिाषाए दी गई ह

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoमलय मानिीय वयिहार को पररणा परदान करन िाल ततति ह यह नयाय करन वयाखया करन और

विशलषण करन हत आधार परदान करत ह तथा विविनन विकलपो क मधय बविमततापणण चयन को

सिि बनात हrdquo

फाकरसस एम मागिबी क अनसाि

ldquoमलय िह आदशण सतर ह वजसस मनषटय वकसी कायण क दौरान विविनन विकलपो क चनाि की विया

म परिावित होता हrdquo

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 28

अथाणत मलय समाज िारा मानयता परापत इछिाए तथा लकषय ह वजनका अनतदशीयति सीखन अथिा

सामाजीकरण की परविया क माधयम स होता ह और जो परतीकातमक अवधमानयताए मान और

महतिकाकषाए बन जात ह

मलयो की करवशषताए

मलयो की विशषताए वनमनित ह

मलय सामानय पररवसथवतयो म उतपनन होत ह तथा समय सथान और पररवसथवतयो स विशष

रप स परिावित होत ह एक कामकाजी सतरी का पतनी मा तथा कमणचारी क रप म समाज

म विविनन सथानो म अलग-अलग मलय होता ह यही विविनन मलय उसक उततरदावयतिो

का वनधाणरण करत ह

मलय िौवतक रप स तो नही माप जा सकत परनत गणातमक रप म उनका मापन अिशय

वकया जा सकता ह जस उततम अवत उततम हीन इतयावद

सामावजक एि िचाररक मतिद क चलत मलयो को सपि रप स धनातमक एि ऋणातमक

रप म बाटा गया ह वजसका उललख पहल वकया जा चका ह यह कहना तावकण क होगा वक

धनातमक अथिा ऋणातमक मलयो का चयन करन क वलए वयवकत सितनतर होता ह

मलयो की सबस बड़ी विशषता ह वक िह सामावजक तथा पाररिाररक होन क साथ-साथ

वयवकतगत िी होत ह

मलय हमारी ससकवत का परवतवबमब ह मलयो स वकसी िी पररिार इवतहास समय काल

आवद को पहचाना जा सकता ह

मलय वयवकतति वनमाणण म योगदान दत ह मलय वकसी कायण को करन की पररणा तो दत ही

ह साथ ही साथ पथ परदशणक और वनदशक का िी कायण करत ह

मलय सथायी एि असथायी दोनो परकार क होत ह सथायी मलयो म पररितणन नही होता ह

यवद कोई पररितणन होता िी ह तो िह सपि वदखाई पड़ता ह जस धन सपवतत और परवतषठा

म पररितणन असथायी मलयो म पररितणन धीमी गवत स होता ह और सपि नही वदखाई पड़ता

ह जस खान-पान म घर खचण आवद की आदतो म पररितणन

समसत मलयो का उददशय सतवि परदान करना होता ह

मलय सिय विकवसत वकए जा सकत ह

मलयो म तीवरता िी पाई जाती ह जो परतयक वयवकत क वलए अलग-अलग होती ह

मलयो का वगीकिण

जसा वक पहल बताया जा चका ह मलय वनतानत वयवकतगत होत ह यह आिशयक नही वक दो

वयवकतयो क मलयो म समानता पायी जाए मलयो की ऐवछिक परिवत क कारण वयवकत मलयो क समह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 29

म स कोई िी मलय चन सकन क वलए सितनतर होता ह मलयो को िगीकत करन वक वलए कई

परणावलया बनायी गई ह

परितव क आधाि पि मलयो का वगीकिण

परिति क आधार पर मलयो को दो िगो म बाटा गया ह

आनतररक वयवकत म पाय जान िाल पराकवतक गण आनतररक मलय कहलात ह जस कला क परवत

रवच पाररिाररक सदसयो क मधय सौहादण

आदशाणतमक मलयः य आदशो पर आधाररत होत ह जस सही-गलत ईमानदारी सतय वनषठा आवद

का पालन

परकरसदध समाजशारी पाकय ि क अनसाि मलय दो परकाि क होत ह

वियातमक मलय य मलय िातािरण क साथ विया करना वसखात ह और अनततः समायोजन की

ओर परररत करत ह

कलपनातमक मलय यह मलय सौदयण की अविवयवकत स सतवि पर आधाररत होत ह इसम

रचनातमकता सौदयण बोध स परापत सतोष वनवहत रहता ह

समाजशारी परो0 पी एस0 नायड क अनसाि

िारतीय ससकवत एि पररिश को दविगत रखत हए जीिन मलयो को वनमन िः िागो म बाटा गया ह

शारीररक मलय

मनोिजञावनक मलय

आवथणक मलय

सामावजक मलय

दाशणवनक मलय

आधयावतमक मलय

मलय अकरधगरहण

मलय क विषय म अब तक आप जान चक ह वक मलय मानि जीिन क आधार ह जीिन म कई

बार ऐसी वसथवत आती ह जब हम मलयो का चयन उनह िली-िावत समझ कर करना पड़ता ह

आइए जान वक मलय अवधगरहण क समय वकन बातो को दविगत रखना चावहए

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 30

करवकलपो का चयन सिोतम विकलप का चयन करत समय सदि उसकी दीघणकालीन परासवगकता

को धयान म रखना चावहए अलपािवध क वलए वकया गया चयन सतवि परदान करन म असमथण हो

सकता ह

वयकरिगत वतनरता मलयो क चयन का सिाणवधक परिाि उस वयवकत पर ही पड़ता ह वजसन उस

विशष मलय को चना ह इस तथय को धयान म रखकर वक वयवकत वकसी िी मलय का चयन करन क

वलए सितनतर ह वबना दिाब क मलय चयन वकया जाना चावहए

मलयो का समथयन सिय िारा सोच समझकर चन गए मलयो का समथणन वयवकत को सिय करना

होता ह तिी वयवकत का सिय पर विशवास बन पाता ह

मलयो का करनषपादन मलयो का चयन मातर ही सफलता की गारटी नही ह मलयो का वियानियन

िी अिशय वकया जाना चावहए वयवकत क कायण एि वयिहार म मलय क दशणन हो जात ह

अगल िाग की ओर बढ़न स पिण आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 1

ररकत सथान िर

1 मलय पीढ़ी दर पीढ़ी हसतातररत होत ह 2 अतजाणतीय वििाह मलय का एक उदाहरण ह

3 मलय िौवतक रप म नही माप जा सकत परत रप म इनह मापा जा सकता ह

4 मलय वयवकत को समायोजन की ओर परररत करत ह

242 लकषय

पाररिाररक जीिन म सख सतोष एि सफलता पान क वलए लकषयो को परापत करना आिशयक ह

लकषय चाह िोट हो अथिा बड़ परतयक पररिार उनह पान की चिा करता ह लकषय मलयो की अपकषा

अवधक वनवशचत होत ह कयोवक इनह परापत वकया जा सकता ह लकषय इछिाओ दाशणवनकताओ

अवििवततयो और मलयो स उतपनन होत ह लकषय परावपत पर वयवकत परसननता का अनिि करत ह

अथय

लकषय एक उददशय ह वजसकी परावपत क वलए हम ततपर रहत ह तथा नई सचनाओ तकनीको का सहारा

लत ह सामानय अथो म लकषय जीिन क साधय होत ह वजनह परापत करन क वलए परतयक वयवकत

परयतनशील रहता ह

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परििाषाए

करनकरकल एव डासी क अनसाि ldquoसामानय अथो म लकषय िह वबनद होता ह जहा तक वयवकत या

पररिारो िारा कायण करन की इछिा रखी जाती हrdquo

लकषय वनरनतर चलन िाली परविया ह जो जीिनपयणनत चलती रहती ह यह मानि का सििाि ह वक

एक लकषय की परावपत होन पर िह दसरा लकषय बना लता ह इवछित लकषय परापत न हो पान की वसथवत

म िह अपन कायणिम इछिाओ और रवचयो म पररितणनसधार करता ह तावक िह लकषय परापत कर

सख की अनिवत परापत कर सक

लकषयो की करवशषताए

लकषयो की वनमन विशषताए ह

लकषय सतत चलन िाली एक सिािाविक परविया ह जस ही एक लकषय की पवतण होती ह

मनषटय िारा दसर लकषय का वनमाणण वकया जाता ह

लकषय समय बाधय होत ह कि लकषय तातकावलक एि अलपकावलक होत ह वजनह समय

पर परा करना आिशयक होता ह अनयथा उनकी िधता समापत हो जाती ह जबवक कि

लकषय जीिन पयणनत चलत रहत ह

लकषय सदि एक समान नही होत अथाणत लकषय बदलत रहत ह

लकषयो की उतपवतत मलयो स होती ह

लकषयो स वयवकतति का विकास होता ह

लकषय वयवकतगत और सामवहक दोनो परकार क होत ह

लकषय वयिहारिादी एि यथाणथिादी होत ह

लकषय सामावजक मलयो स परिावित होत ह

लकषय पाररिाररक जीिन चि को परिावित करत ह

लकषय मनषटय की आशाओ का परवतवबमब ह

लकषयो का वगीकिण

दीघयकालीन लकषय

जसा वक नाम स सपि ह यह एक बहत लमबी समयािवध तक चलन िाल लकषय ह इनह परापत करन

क वलए बहत अवधक परयास करना पड़ता ह दीघणकालीन लकषय पररिार को िासतविक अथण परदान

करत ह और सपणण पररिार इनह अनिि करता ह दीघणकालीन लकषयो को परापत करना अतयवधक

कवठन होता ह बहत बार िोट-िोट अलपकालीन लकषय वमलकर दीघणकालीन लकषयो को परापत करन

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 32

म सहायक वसदध हो सकत ह दीघणकालीन लकषयो को अवनतम महति वबनद लकषय िी कहा जाता ह

कयोवक इनह परापत करना मनषटय का जीिन लकषय िी कहा जाता ह उदाहरण क वलए अपना मकान

बनाना बछचो की वशकषा वििाह आवद

मधयकालीन लकषय

य लकषय अलपकालीन लकषयो की परावपत का एक साधन होत ह और कम परयतन िारा परापत वकए जा

सकत ह िासति म य लकषय वनणणय लन िाल अथिा मधयिती लकषय की परावपत हत एक चरण क रप

म रहत ह

अलपकालीन लकषय

य लकषय कम समय हत वनधाणररत वकए जात ह य तलनातमक रप स अवधक सपि होत ह तथा इसक

पररणाम कम समय म दविगोचर हो जात ह कई बार अलपकालीन लकषय असखय होत ह और कई

अलपकालीन लकषय अवधक महति िाल नही होत जस दवनक जीिन क िोट मोट कायण

उपरोकत सिी लकषयो को परापत करन क वलए वयवकत एि पररिार को जीिन पयणनत सघषणरत रहना पड़ता

ह साधनो का एकीकरण करना पड़ता ह एि कठोर पररशरम करना पड़ता ह

243 ति

सतर गह वयिसथा क पररक तततिो क रप म तीसरा परमख ततति ह सतर मलय एि लकषय की अपकषा

अवधक सपि होत ह वकसी वयवकत क मलय एि लकषय क विषय म किल अनमान लगाया जा सकता

ह जबवक सतर को सपि रप स वनरीवकषत वकया जा सकता ह वयवकत परमपरागत सतर को गरहण करत

हए अवधक सोच विचार नही करता परत आिास िोजन रहन-सहन वशकषा आवद क सतर वनधाणरण

म बहत अवधक विचार करता ह

अथय

सतर की वयाखया उन मानको क माधयम स की जा सकती ह वजनस हम सतवि परापत होती ह सतर

हमार जीिन को रहन योगय बनात ह परायः वयवकत अपन मन मवसषटतक म एक वनवशचत सतर की

कलपना करता ह एि यथाथण म उस सतर को पान क वलए पररशरम करता ह सतर क उदारण ह रहन

सहन का सतर वशकषा का सतर खान -पान का सतर आवद

ति की परििाषा

कपि क अनसाि

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ldquoहम परतयक कायण क वलए सतर को वनधाणररत करत ह हम आनतररक रप स सोचत ह वक हम इसस

अवधकतम वकतनी सतवि वमलगी तथा बाहय रप म इसक अवधकतम सहयोग िारा हम अपन जीिन

की योजनाओ को समझत हrdquo

गरॉस एव िणडल क शबदो म

ldquoगह वयिसथा स सबवधत अवधकतम सतरो को जीिन क रहन योगय बनान हत आिशयक समझी

जान िाल वसथवतयो क मानवसक वचतर क रप म पररिावषत वकया जा सकता हrdquo

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoसतर मलय क मापक होत ह वजनकी उतपवतत हमार मलयो स होती ह यह हमारी वकसी िसत म

रवचयो की मातरा एि उनक परकार को वनधाणररत करती ह

विविनन वििानो िारा दी गयी पररिाषाओ स आप यह वनषटकषण वनकाल सकत ह वक सतर एक सिततर

रप स सोचा गया जीिन मानक ह वयवकत अपन सतर को वकतना उछच या वनमन बना सकता ह यह

वयवकत पर वनिणर करता ह वयवकत सतर को वचतर कलपनाओ या अदशय अवलवखत रप म अपन

मानस पटल पर अवकत करता ह तथा यथाथण म उस सतर तक पहचन हत ससाधनो एि परयतनो िारा

धयान कवनित करता ह इवछित सतर को परापत करन म परसननता सतवि एि आतम तवपत का अनिि

होता ह ऐसा न होन पर वयवकत को वनराशा और कठा घर लती ह

तिो की करवशषताए

सतरो की वनमन विशषताए ह

सतर कायण करन का ढग सपि करत ह तथा यह बतात ह वक वयवकत वकस परकार अपना

जीिन वयतीत करगा

सतर सदि मलयो और लकषयो स अवधक सपि होत ह कयोवक सतरो को सदि वनरीवकषत

वकया जा सकता ह

सतर वयवकत और समहो क मधय सदि गवतशील रहत ह

वयवकत सतरो को मानन क वलए बाधय नही होत ह िह सतर का वनधाणरण सिय करत ह

तिो का वगीकिण

सतरो को दो िागो म िगीकत वकया गया ह

1 परमपरागत सतर 2 पररितणनशील सतर

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पिमपिागत ति परमपरागत सतर पराचीन और वसथर होत ह इनह समाज क बड़ समह िारा मानयता

परापत होती ह तथा यह सिण सिीकायण होत ह य पीढ़ी दर पीढ़ी सितः ही हसतानतररत होत ह इस

सबध म वनवकल एि डासी न अपनी पसतक ldquoManagement in Family Livingrdquo म वलखा ह

वक वयवकत समाज म रहता ह िह समाज िारा वनधाणररत वनयमो मलयो एि सतरो का पालन न चाहत

हए िी करता ह उस समाज िारा वनधाणररत सतर को परापत करन क वलए आिशयकतानसार सिय को

बदलना पड़ता ह तथा समाज क साथ सामजसय बठाना पड़ता ह िल ही इसक वलए उस कि कि

उठाना पड़ परमपरागत सतर उछच सतर ह वजनको बनाए रखन क वलए अवधक शरम एि परयास की

आिशयकता होती ह

परिवतयनशील ति यह सतर अवधकाश वयवकतयो िारा असिीकायण होत ह य वसथवत समय और

वयवकत क अनसार बदलत रहत ह इन सतरो म धन समय और परयतनो को मलय क रप म महति

वदया जाता ह य सतर परमपरागत सतरो क विपरीत होत ह वजनह वयवकत अपनी इछिा रवच

आिशयकता एि सविधानसार बदल दत ह यह आिशयक नही ह वक इन सतरो को समाज िारा

मानयता परापत हो कयोवक इनका वनधाणरण वयवकतगत सतर पर होता ह ितणमान क समय म कामकाजी

लोगो क वलए य सतर सिाणवधक उपयकत मान गए ह य सतर विशषकर उन लोगो क वलए िी कारगर

ह वजनक पास धन समय या शरम का अिाि ह उदाहरण क वलए समय पयाणपत होन पर खान क वलए

हम सिय विविध पकिान तयार करत ह परनत समय न होन पर हम िोजन म विविधता न दखकर

मातर पट िर जान पर जोर दत ह

सतर चाह परमपरागत हो या पररितणनशील दोनो म आपसी सबध होता ह पररिार म हसी-खशी

बनाए रखन क वलए इन दोनो सतरो क मधय सतलन बनाना अवत आिशयक ह

आइए वनमन तावलका 21 क माधयम स दोनो का तलनातमक अधययन कर

ि0 स0 पिमपिागत ति परिवतयनशील ति

1 इसम समाज िारा सिीकवत को मानयता

दी जाती ह

इसम वयवकतगत सख आननद वमतरता

साधनो क मधय सतलन को महति वदया

जाता ह

2 इसम समय धन परयतनो को मलयो क

रप म कम मानयता परापत होती ह

इसम समय धन मलयो को विशष रप स

मानयता दी जाती ह

3 यह सतर समय एि सथान क अनसार

चलत ह

यह समय सथान पररवसथवतयो आवद क

अनसार बदलत रहत ह

4 य परमपरागत होत ह तथा य पीढ़ी दर इनह वयवकत अपनी सविधा क अनसार

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पीढ़ी सिीकायण होत ह सिीकार करत ह य पीढ़ी दर पीढ़ी

हसतानतररत हो यह आिशयक नही होता

5 इन सतरो को अपनान क वलए सिय क

िीतर पररितणन लाया जाता ह

यहा सतरो म पररितणन वकया जाता ह सिय

वयवकत क िीतर नही

6 इनह बनाए रखन म अवधक परयतन और

समय लगता ह

इनह कम परयास क िारा ही परापत कर वलया

जाता ह

आपन जाना वक परमपरागत एि पररितणनशील सतरो की परकवत कया ह और वकस परकार गहसथ

जीिन म दोनो परकारो क सतरो का अपना महति ह इन दोनो सतरो को कौन-स कारक परिावित करत

ह आइए इसका अधययन कर

तिो को परिाकरवत किन वाल कािक

परमपरागत सतर को चना जाए या बदलत समय क तौर तरीक अपना कर पररितणनशील सतरो को

अपनाया जाए कौन-सा सतर आप पर अपना अवधक परिाि िोड़गा यह कि कारको पर वनिणर

करता ह वजनक विषय म हम विसतार पिणक पढ़ग परनत उसस पहल यह जानना आिशयक ह वक

इन सतरो का समय शवकत धन तथा परयतनो की दवि स वकतना महति ह

इन सतरो का पाररिाररक मलयो स कया सबध ह

सतरो का इवतहास उदभि और ितणमान म इसकी कया परासवगकता ह

कया पररितणनशील सतरो को अपनाए जान की कोई सीमा ह यवद हा तो उसका वनधाणरण

कब और वकन पररवसथवतयो म वकया जाता ह

वयवकत क िारा उस विशष सतर का अपनाया जाना कया पररिार वमतरो या समाज म वकसी

अनय वयवकत को परिावित करगा

आइए इन वबदओ पर विसतत चचाण कर

मलय सतर वनधाणररत करत समय अपन पास उपलबध ससाधनो को अिशय दख लना चावहए

वकसी िी सतर का वयवकत पर नकारातमक परिाि कठा वनराशा अिसाद और आतमघात स पररपणण

होता ह उपलबध ससाधनो मलयो की सीमा क िीतर ही सतरो का वनधाणरण होना चावहए जसा वक

इस कहाित स सपि ह ldquoतत पाि पसाररए जत लाबी सौरrdquo अथाणत अपनी सामथयण अनसार ही

अपनी आिशयकताओ की सीमा तय करनी चावहए

सामाकरजक वीकाययता आधवनक समय म पररितणनशील सतर परमपरागत सतरो स अवधक

महतिपणण वसदध हए ह कयोवक वयवकत इसम वयवकतगत सितनतरा उदारता एि लोचमयता का अनिि

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करता ह परनत पररितणनशील सतर िी कही न कही समाज की सिीकवत की अपकषा करत ह समाज

िारा सिीकायण होन पर अवधकाश सखया म लोग इस अपनान लगत ह उदाहरण क वलए समाज म

परम वििाह की सिीकवत वसतरयो का उवचत सथान उनकी वशकषा विविनन कषतरो म वसतरयो को काम

करन की सिततरता आवद

तिो का अनय वयकरियो पि परिाव यवद वकसी वयवकत िारा अपनाया गया सतर पररिार समदाय

एि समाज म वकसी अनय को नकारातमक रप स परिावित कर रहा हो तो उस सतर म ततकाल

पररितणन वकया जाना आिशयक ह

ति की उतपकरतत सतर की उतपवतत इस परशन का उततर खोजन म सहायक ह वक कया कोई विशष सतर

अब िी महतिपणण ह यवद नही तो इसम वकस सीमा तक पररितणन वकया जा सकता ह

25 मलय लकषय और सतर का अानतसबाध जसा वक इकाई क आरमि म बताया जा चका ह वक मलय लकषय और सतर का आपस म घवनषठ

सबध ह मलय लकषय एि सतर हमार जञान विचार सोच अवििवततयो को साथणकता परदान करत ह

यह तीनो एक दसर स अनतसबवधत होत ह तथा पररिार क सदसयो को अपन इवछित लकषय को परापत

करन हत वनदवशत करत ह मलय लकषय और सतर स अवधक महतिपणण होत ह परनत दखा जाए तो

मलय अवधक असपि अवनवशचत एि आतमगत होत ह मलय ही लकषय एि सतर को जनम दत ह मलय

सखया म अवधक होत ह िौवतक रप स मलय नही माप जा सकत परनत गणातमक रप म इनह मापा

जा सकता ह

लकषयो की उतपवतत मलयो िारा होती ह और यह मलयो स अवधक विवशि और पररिावषत होत ह

लकषय परावपत सदि सखद होती ह और वयवकत क ही नही अवपत राषटर विकास म िी सहायक होती ह

लकषयो का िगीकरण दीघणकालीन मधयकालीन और अलपकालीन रप म वकया गया ह लकषय परावपत

की इछिा हम उततरदावयति लना और वियानियन करना वसखाती ह लकषय सतर और मलय दोनो स

सबवधत होत ह सतर मलय क वदखाई दन िाल िाग होत ह अतः जब पररिार सतरो क परिाि म

आ जात ह तो िह लकषय परावपत क वलए पणण परयास करत ह

सतर की उतपवतत िी मलयो स होती ह वकनत इसक मधय सबध को खोजना सामानयतः आसान नही

होता ह सतरो को सिाणवधक सपि पररक ततति क रप म जाना जाता ह जीिन दशणन स हमारी

अवििवतयो मलय एि सतर का जनम होता ह जो हम लकषय परापत करन को परररत करत ह मलय

पाररिाररक एकता का िी परतीक ह मलयो क अिाि म पररिार वदशाहीन हो जाता ह यह लकषय

परावपत म सहायक वसदध होत ह मलय स लकषयो एि सतरो की उतपवतत होती ह कोई गह वयिसथा

वकतनी सफल ह यह एक सीमा तक इनही तीन पररक शवकतयो पर वनिणर करता ह

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26 पाररवाररक जीवन चि एवा सासाधनो की मााग आपन दखा वक परसतत इकाई म पाररिाररक जीिन चि का कई बार उललख हआ ह पाररिाररक

जीिन चि िासति म कया ह आइए जान

मनषटय एक सामावजक पराणी ह िह अपन सामावजक धावमणक शवकषक नवतक एि चाररवतरक

विकास क वलए पररिार म ही उवचत पररिश पाता ह पाररिाररक जीिन चि को गरॉस एि िणडल

न पररिावषत वकया ह ldquoपररिार का आरमि दो सबवधत यिा वयवकतयो स होता ह अपनी विसतत

अिसथा म यह िवदध करता ह वजस उवचत परबधन हत समझना अवत आिशयक हrdquo

इसक अवतररकत पाररिाररक जीिन वनमन हत िी सहायक ह

पररिार क सदसयो की आिशयकताओ को समझन म

पाररिाररक उततरदावयतिो क वनिणहन क पररपरकषय म

ससाधनो क उवचत परबनधन हत

लकषयो क वनधाणरण हत

आइए अब वनमन दी गई तावलका 22 की सहायता स पाररिाररक जीिन चि की अिसथाओ एि

उपअिसथाओ क विषय म जान

ि0स0 अवथा उपअवथाए

1 परारवमिक अिसथा सथावपत होन की अिसथा

2 विसतत अिसथा वशश जनम पालन पोषण पलनसणरी सकल

पराथवमक वशकषा

उछच वशकषा )महाविदयालय(

3 सकवचत अिसथा

बछचो का वयिसावयक समायोजन

बछचो का वििाह इतयावद

आवथणक वसथरता का समय

सिा वनिवत

समय शवकत एि धन इन तीनो ससाधनो की आिशयकता और उपलबधता पर पाररिाररक जीिन

चि का सीधा परिाि पड़ता ह तावलका 23 क माधयम स हम पाररिाररक जीिन चि की विविनन

अिसथाओ म समय शवकत एि धन की माग को समझग

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अवथा उपअवथा समय की माग समय शकरि एव

धन

धन की माग

परारवमिक सथावपत होन की

अिसथा

कम-अवधक कम कम

विसतत

सतानोतपवतत बहत-अवधक सिाणवधक

(शारीररकमानवसक

थकान)

अवधक

पराथवमक

विदयालय

अवधक

अवधक

अवधक

उछच

महाविदयालय

अवधक

मधयम मधयम

महाविदयालय एि

वयिसावयक

समायोजन

कम

कम

सिाणवधक

बछचो का

वििाहसथावपत

होन का समय

मधयम

मधयम

अवधक

सकवचत आवथणक वसथरता

कम

- मधयम स नयनतम

सिावनिवत नयनतम - सामानयतया

नयनतम (परनत

अवधक सिासथय

खचण)

आपन दखा वक पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म ससाधनो की वकतनी माग ह इस

इकाई क अधययन क उपरानत आप परबरनध परविया और ससाधनो को बहतर रप स समझ पाए होग

अभयास परशन 2

1 लकषयो का िगीकरण कीवजय

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2 सतर वकतन परकार क होत ह

3 लकषय को पररिावषत कीवजय

4 ररकत सथान िररए a मलय लकषय एि एक दसर स जड़ होत ह

b परमपरागत सतरहोत ह तथा समाज िारा सिीकायण होत ह

27 सारााश पाररिाररक सदसयो क मधय परम एकता सौहादण तथा पाररिाररक जीिन म सफलता पान जस

उददशयो की पवतण हत गह परबनधन वकया जाता ह सफल गह परबनध क पीि कि विवशि शवकतया

वजनह हम पररक ततति कहत ह विदयमान रहती ह इन पररक शवकतयो को मलय लकषय एि सतर कहा

गया ह य तीनो पररक ततति आपस म सबवधत होत ह मलयो का कया महति ह यह हम अपन

गौरिशाली इवतहास स जञात होता ह मलय लकषय एि सतर को जनम दत ह लकषय मलयो स अवधक

सपि होत ह अधययन की सविधा क वलए लकषयो को दीघणकालीन मधयकालीन एि अलपकालीन

लकषयो क रप म वििकत वकया गया ह लकषय उततरदावयति लन एि कायण योजना क िासतविक

वियानियन को वसखात ह सतर सिाणवधक सपि पररक ततति ह वजनह दखा एि अिलोवकत वकया जा

सकता ह सतर वयवकत को वसखात ह वक कायण वकस परकार वकया जाएगा सामानयतः वयवकत वजस

सतर को परापत करना चाहता ह उसका वचतरण िह अपन मन मवसतषटक म कर लता ह और यथाथण म

योजना बनाकर साधनो को एकतर कर इनह पान का परयास करता ह सतर परापत कर लन पर वयवकत

सखद और सफल अनिि करता ह परनत सतर परापत न कर पान की वसथवत म वनराशा अिसाद एि

कठागरसत हो जाता ह अतः सतरो क वनधाणरणचयन करत समय विशष सािधानी बरतन की

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आिशयकता होती ह सतरो का िगीकरण परमपरागत एि पररितणनशील सतरो क रप म वकया गया ह

वजनका वनधाणरण वयवकत सिछिा स करता ह

28 पाररभाषिक शबदावली मलय मानिीय वयिहार को पररणा परदान करन िाल ततति जो नयाय करन वयाखया करन और

विशलषण करन हत आधार परदान करत ह तथा विविनन विकलपो क मधय बवदधमततापणण चयन को

सिि बनात ह

अलपकालीन लकषय य लकषय कम समय हत वनधाणररत वकए जात ह य तलनातमक रप स

अवधक सपि होत ह तथा इसक पररणाम कम समय म दविगोचर हो जात ह

ति य मलयो क मापक होत ह वजनकी उतपवतत हमार मलयो स होती ह यह हमारी वकसी िसत

म रवच की मातरा एि परकार को वनधाणररत करत ह

अवीकत या नकािातमक मलय जो मलय समाज िारा असिीकत कर वदए जात ह तथा

वजनस टकराि की वसथवत उतपनन होती ह

29 अभयास परशनो क उततर

अभयास परशन 1

ररकत सथान िर

1 सासकवतक मलय

2 असिीकत या नकारातमक

3 गणातमक

4 वियातमक

अभयास परशन 2

1 लकषय तीन परकार क होत ह दीघणकालीन मधयकालीन अलपकालीन

2 परमपरागत सतर पररितणनशील सतर 3 लकषय जीिन क ि साधय ह वजनह पान हत परतयक वयवकतपररिार परयासरत रहता ह

4 ररकत सथान िररए a सतर b वसथर

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210 सनदभण गरनथ सची 1 डॉ0 मज पाटनी गह परबनध सटार पवबलकशनस आगरा

2 P Nickel amp JM Dorsey Management in Family Living 4th Edition

Willy Eastern Limited New Delhi

3 डा0 िनदा वसह गह परबनध एि आनतररक सजजा पचशील जयपर

4 डा0 बी0डी0 हरपलानी गह परबनध सावहतय परकाशन आगरा

5 Gross amp Crandall Management for Modern Families Values Goals

and Standard 2nd edition Appleton-Century-Crofts publishers

6 PSNaidu Core Value of Indian Culture

211 ननबनधातमक परशन 1 मलय लकषय और सतर का गह परबनध क सदिण म कया महति ह विसतत वयाखया कीवजए

2 सतर का कया अथण ह उदाहरण सवहत सतरो का िगीकरण कीवजए

3 लकषय को पररिावषत कर इसका िगीकरण बताइए विसतार पिणक िणणन कीवजए 4 एक विदयाथी क रप म आप अपन दीघणकालीन मधयकालीन एि अलपकालीन लकषयो की

सची बनाइए इन समसत लकषयो की पवतण हत मलयो एि सतरो को धयान म रखकर कायण योजना

बनाइए

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इकाई 3 साधन

31 परसतािना

32 उददशय

33 पाररिाररक साधन का अथण

331 साधनो का िगीकरण

332 साधनो की विशषताए

34 साधनो क उपयोग क उददशय

341 साधनो क उपयोग िारा परापत सतवि म िवदध करन हत सझाि

342 साधनो क उपयोग क वसदधानत

35 पाररिाररक साधनो को परिावित करन िाल कारक

36 साराश

37 पाररिावषक शबदािली

38 अभयास परशनो क उततर

39 सनदिण गरनथ सची

310 वनबनधातमक परशन

31 परसतावना परसतत इकाई म आप गह परबनधन म उपयोग साधनो क अथण एि महति स पररवचत होग साधन गह

परबनधन हत महतिपणण ह एि इनक सहयोग िारा ही लकषयो की परावपत सिि होती ह साधन चाह

मानिीय हो अथिा अमानिीय सिी साधनो क वलए कि विशषताय समान होती ह मनषटय साधनो

का उपयोग अपन विविनन उददशयो की पवतण हत करता ह यदयवप साधन सीवमत होत ह परनत इनक

कशल परबनधन एि उपयोग िारा इनस परापत सतवि म िवदध सिि ह

32 उददशय इस इकाई म आप साधनो क महति क विषय म पढ़ग इकाई क मखय उददशय वनमनवलवखत ह

गह परबनध म उपयोगी साधनो का अथण एि िगीकरण को सपि करना

साधनो की मल एि समान विशषताओ क विषय म जानना

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वशकषावथणयो को साधनो क उपयोग क विषय म तथा इनस परापत सनतवि म िवदध क उपायो स

पररवचत कराना

पाररिाररक साधनो को परिावित करन िाल कारको क बार म जानकारी परापत करना

आइए इकाई की शरआत हम पाररिाररक साधनो क अथण तथा िगीकरण क विषय म चचाण क साथ

कर

33 पाररवाररक साधन का अथण गह परबनध म साधनो का महतिपणण योगदान ह साधन िह िौवतक िसतए (मानिीय तथा

अमानिीय) एि गण ह जो हमारी आिशयकताओ की पवतण करत ह एि वजनक उपयोग स हम

सनतवि परापत होती ह मनषटय साधनो क उपयोग िारा पाररिाररक लकषयो की परावपत करता ह गह

परबनधन की परविया म हम वनरतर साधनो क उवचत एि कशल उपयोग क विषय म वनणणय लत ह

दवनक जीिन म हम कई उपलबध साधनो का परयोग करत ह साधनो का उवचत उपयोग एि आिटन

आिशयक एि महतिपणण ह परबनधन परविया म हम वनरतर यह परयास करना चावहए वक उपलबध

साधनो क परयोग िारा अवधकतम आिशयकताओ एि लकषयो की पवतण हो

साधनो को दो िागो म िगीकत वकया जा सकता ह मानिीय एि अमानिीय इनक माधयम स

विविनन लकषयो एि आिशयकताओ की पवतण होती ह अलग-अलग वयवकतयो समदायो एि राषटरो क

पास उपलबध ससाधनो क परकारो तथा मातरा म विननता होती ह आइए साधनो क िगीकरण क बार

म जान

331 साधनो का वगीकिण

गह परबनध म साधनो को मखय रप स दो शरवणयो म वििावजत वकया गया ह-

1) मानिीय साधन 2) अमानिीय साधन

मानवीय साधनो क उदाहरण ह जञान रवचया योगयता कौशल शवकत एि अवििवततया

अमानवीय साधन क उदाहरण ह धन समय िौवतक िसतए एि सामदावयक सविधाए

वनमन वचतर सखया 31 म साधनो क िगीकरण का वििरण वदया गया ह

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परिवारिक साधन

मानिीय साधन अमानिीय साधन

जञान रवचया कौशल शवकत योगयताए अवििवततया

समय धन िौवतक िसतए सामदावयक सविधाए

करचर सखया 31 साधनो का वगीकिण

आइए अब इस िगीकरण क बार म विसतापिणक जान

मानवीय साधन

अमानिीय साधनो की तलना म मानिीय साधनो म सपशणनीय का गण नही पाया जाता ह यह साधन

मानि म अनतवनणवहत गण एि विशषताए ह कई गण वयवकत को जनमजात परापत होत ह एि कि गणो

एि विशषताओ को वयवकत अपन शरम एि परयास क िारा अवजणत करता ह जस वशकषा वयिसाय

वकसी कायण म वनपणता आवद वयवकत की योगयता एि रवच महतिपणण मानिीय साधन ह इन साधनो

का समवचत उपयोग कर वकसी वयवकत अथिा पररिार की उतपादकता म िवदध की जा सकती ह जस

यवद पररिार क वकसी सदसय की रवच बागिानी म ह तो अपनी इस रवच का उपयोग कर िह घर पर

ही कि फल एि सवबजयो का उतपादन कर सकता ह यवद वकसी मवहला को वसलाईबनाई म रवच

ह तो िह घर पर ही ससत दामो म विविनन िसतर एि पररधान तयार कर सकती ह गहणी को यवद गह

सजजा क कलातमक पकष का जञान एि इसम रवच ह तो इस गण एि अपन विचारो का परयोग कर िह

अपन आिास को अदभत रप स सजा सकती ह यवद वकसी गहणी को आहार वनयोजन का उवचत

जञान हो जो िह अपन पररिार को सतवलत एि पोषक आहार परदान कर सकती ह आहार वनयोजन

हत िह विविनन खादय समहो म स ससत एि पौविक खादय पदाथो का चनाि कर सकती ह वजसस

आहार म विविधता उतपनन हो पररिार का बजट वनयवतरत रह एि समपणण पररिार की पोषण सबधी

आिशयकताओ की पवतण हो अवििवतत को िी मानिीय साधनो क अनतगणत सवममवलत वकया गया

ह कि वयवकत वकसी कायण क परवत अवधक आशािादी होत ह तो कि अनय वयवकत उसी कायण क

परवत अवधक िागयिादी दविकोण रखत ह सामानयतः आशािादी वयवकत अवधक लकषयो एि

उपलवबधयो को परापत करत ह

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अमानवीय साधन

अमानिीय साधनो को िौवतक साधन क रप म िी जाना जाता ह यह सपशणनीय होत ह एि इनह

पहचानना आसान ह पाररिाररक लकषयो की पवतण करन म अमानिीय साधनो की महतिपणण िवमका

ह अमानिीय साधनो क अनतगणत िौवतक िसतए धन समय एि सामदावयक सविधाए आती ह

धन जस अमानिीय साधनो का विवनमय मलय होता ह इसक उपयोग िारा सिी िौवतक िसतए एि

सिाए परापत की जा सकती ह सिी िौवतक िसतए वजनका सिावमति हम परापत ह अमानिीय साधन

ह इनका उपयोग हम अपन दवनक जीिन म समय-समय पर करत ह अमानिीय साधनो क अनतगणत

समय को िी सवममवलत वकया गया ह समय एक सीवमत साधन ह वकसी िी कायण को परा करन हत

समय आिशयक ह

सामदावयक सविधाए जस उदयान पसतकालय सड़क सरकारी सकल एि असपताल डाक सिा

आवद क वलए वयवकत को परतयकष रप स कि िी िगतान नही करना पड़ता ह इनक उपयोग हत

वयवकत को सरकारी या अदधण-सरकारी ससथाओ को वनधाणररत शलक चकाना पड़ता ह

332 साधनो की करवशषताए

अब तक आप साधनो क िगीकरण स पररवचत हो चक ह सिी साधनो की कि मल विशषताए

समान होती ह इस खणड म हम साधनो की विशषताओ क विषय म पढ़ग साधनो क अनतवनणवहत

गणो की पहचान उनक उवचत एि परिािी उपयोग हत आिशयक ह साधनो की विशषताए

वनमनवलवखत ह

1 सिी साधन उपयोगी होत ह

समसत साधनो म उपयोवगता का गण वनवहत होता ह साधनो का उपयोग कर मनषटय अपन लकषयो

एि आिशयकताओ की पवतण करता ह अतः साधनो म सतवि परदान करन का गण होता ह साधन

की उपयोवगता लकषय पर िी वनिणर करती ह जस वचतर को रवचपणण बनान म वयवकत का वचतरकारी म

कौशल महतिपणण ह परत उसी िसत को िय करन म धन अवधक महतिपणण साधन ह

2 साधन सीकरमत होत ह

सिी साधनो की एक विशषता यह ह वक सिी साधन सीवमत ह साधनो की सीवमत उपलबधता क

कारण इनका कशल परबनधन आिशयक ह साधनो क परबनधन िारा परयास वकया जाता ह वक इसक

सीवमत वनिश म अवधकतम लकषयो और आिशयकताओ की पवतण हो साधनो की सीवमतता

गणातमक एि मातरातमक दोनो रपो म होती ह

मारातमक रप स सीकरमत साधन- मातरातमक रप स सीवमत साधनो का आकलन अथिा गणना

आसानी स की जा सकती ह हम इन साधनो की मातरा जञात कर सकत ह इनह तौल सकत ह एि

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इनकी सखया जञात कर सकत ह समय शवकत धन िौवतक िसतए एि पररिार क सदसयो की

योगयता सिी मातरातमक रप स सीवमत साधन ह समय िी एक सीवमत साधन ह परतयक वयवकत क

पास परवतवदन किल 24 घट होत ह वजसका उपयोग विविनन वयवकत अपनी सविधानसार करत ह

कि वयवकत उपलबध समय म अवधक कायो को पणण कर लत ह तथा कि वयवकत उपलबध समय का

पणण सदपयोग नही कर पात ह समय क साथ-साथ ऊजाण िी एक सीवमत साधन ह परतयक वयवकत म

वनवहत ऊजाण की मातरा विनन होती ह ऊजाण की मातरा का बहत सटीक आकलन सिि नही ह परनत

परतयक वयवकत को अनिि िारा यह जञात होता ह वक िह अपनी सीवमत ऊजाण स वकसी कायण को

समपावदत कर सकता ह अथिा नही धन जस साधन की सीवमतता की गणना आसानी स की जा

सकती ह विविनन वयवकतयो क पास धन विनन मातराओ म होता ह धन की आिशयकता समय एि

पररवसथवत िारा परिावित होती ह धन कमाया जा सकता ह सचय वकया जा सकता ह तथा उधार

िी वलया जा सकता ह धन का विवनमय मलय वकसी िी अनय ससाधन की तलना म अवधक ह

पररिार क सदसयो की योगयता की िी एक सीमा होती ह योगयताओ क उपयोग की सीमा कि हद

तक जनमजात परापत होती ह परनत परवशकषण क िारा योगयताओ क उपयोग म अवधक दकषता एि

कशलता लायी जा सकती ह िौवतक साधन जस िवम जल ईधन खवनज पदाथण आवद सिी

सीवमत मातरा म उपलबध साधन ह

गणातमक रप स सीकरमत साधन- साधनो म गणातमक सीवमतता िी पायी जाती ह गणातमक

सीवमतता को आसानी स मापा नही जा सकता ह यह सीवमतता िौवतक िसतओ क गणो म अनतर

स समबवनधत हो सकती ह विविनन समदायो को उपलबध सिाओ स िी गणातमक सीवमतता पायी

जाती ह

3 सिी साधन पिपि रप स समबकरनधत होत ह

साधन उपयोगी होन क साथ-साथ पारसपररक रप स समबवनधत िी होत ह वकसी कायण या लकषय को

पणण करन क वलए हम अकसर दो या दो स अवधक साधनो का परयोग करत ह जस वकसी परीकषा

को उततीणण करन क वलए विषय का जञान समय एि शवकत आवद साधनो का उवचत परयोग आिशयक

ह यवद कोई मवहला वसलाई सीखना चाहती ह तो उस वसलाई उपयोगी विविनन िसतओ क साथ-

साथ समय शवकत वसलाई म कौशल जस विविनन साधनो क वमवशरत परयोग की आिशयकता पड़गी

किल एक परकार क साधन का उपयोग कर वकसी लकषय को परापत करना कवठन ह पाररिाररक लकषय

विविनन साधनो क उपयकत परयोग िारा परापत वकए जा सकत ह

4 परबनधन परकरिया सिी साधनो पि लाग होती ह

साधनो की सीवमतता क कारण एि उनक उवचत उपयोग स अवधकतम आिशयकताओ की पवतण हत

इनका योजनाबदध एि वयिवसथत परयोग आिशयक ह गह परबनधक को पररिार क उपयोग हत

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उपलबध सिी साधनो क विषय म समवचत जानकारी होनी चावहए तावक सीवमत साधनो को अनय

उपलबध साधनो िारा परवतसथावपत वकया जा सक धन जस सीवमत साधन की बचत हत वयवकत

इसक सथान पर अपन शरम शवकत एि कौशल जस साधनो क उपयोग िारा इवछित लकषय को परापत

कर सकता ह परबनधन परविया क सिी चरणो जस वनयोजन वयिसथापन वनयतरण एि मलयाकन

का वियानियन साधनो क उततम उपयोग हत आिशयक ह साधनो क परबनधन िारा इनका सही मातरा

म उपयोग कर साधनो क अपवयय को रोका जा सकता ह आिशयकता पड़न पर अवधक साधनो की

वयिसथा की जा सकती ह एि ससत साधनो को महग साधनो की अपकषा अवधक उपयोग वकया जा

सकता ह

5 साधनो क वककरलपक उपयोग होत ह

अवधकाश साधनो क िकवलपक उपयोग सिि ह एक साधन का परयोग कर कई लकषय परापत वकए

जा सकत ह यह वनणणय गह परबनधक को लना होता ह वक पररिार की पराथवमकता कया ह और

वकसी विशष साधन का परयोग वकस लकषय या िसत की परावपत हत वकया जाएगा उदाहरण क वलए

समान उपलबध समय क कई िकवलपक उपयोग ह उपलबध समय म वयवकत समाचार पतर पढ़ सकता

ह बाजार स सामान ला सकता ह बागिानी कर सकता ह आराम कर सकता ह आवद

पररिार की बचत का परयोग कई लकषयो की परावपत हत वकया जा सकता ह जस उछच वशकषा मकान

िय करना िसतए िय करना आवद यह वनणणय गह परबनधक को लना होता ह वक पररिार क वलए

कया आिशयक ह उस सीवमत बचत स वकस लकषय या िसत की परावपत की जाए वयय वकया गया

साधन तदपरानत अनय वकसी िसत या लकषय परावपत हत पनः उपलबध नही होता ह

6 साधनो का परकरतथापन सिव ह

एक ही लकषय की परावपत हत हम एक साधन क सथान पर दसर साधन का परयोग कर सकत ह

उदाहरण क वलए हम घर म बागिानी क िारा फल- सवबजयो का उतपादन कर सकत ह या धन का

परयोग कर इनह बाजार स खरीद सकत ह साधनो क परवतसथापन म यह परयास करना चवहय वक

सीवमत और अवधक उपयोगी साधनो की बचत की जाए एि इनका परवतसथापन कम उपयोगी साधनो

िारा वकया जाए जस घर पर वयजन बनान की अपकषा हम बाजार म उपलबध तयार खादय सामगरी

िय कर सकत ह इस परकार समय एि शरम का परवतसथापन धन क उपयोग िारा सिि ह

7 साधनो क उपयोग दवािा जीवन की गणवतता करनधायरित होती ह

साधनो क वयिवसथत उपयोग िारा सीवमत साधनो म िी अवधक िसतओ एि सिाओ की परावपत की

जा सकती ह साधनो क उपयोग म वििकपणण एि सवनयोवजत परबनधन परविया की पाररिाररक

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जीिन की गणितता वनधाणररत करन म महतिपणण िवमका ह साधनो क उवचत उपयोग िारा जीिन

सतर ऊचा उठाया जा सकता ह जो पररिार समय धन शवकत आवद साधनो का समवचत उपयोग

करत ह उनक रहन-सहन का सतर ऊचा होता ह ि उपलबध सीवमत साधनो का वििकपणण उपयोग

कर आिशयकताओ की पवतण करत ह एि सनतवि परापत करत ह इसक विपरीत कई पररिार अवधक

साधनो क वयय म िी लकषयो एि आिशयकताओ की परावपत नही कर पात ह अिाि क कारण उनक

जीिन सतर म कमी आती ह

आइए अब कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

सतय अथिा असतय बताइए

1 शवकत मानिीय साधन नही ह

2 अमानिीय साधन सपशणनीय नही होत ह

3 समय मातरातमक रप स सीवमत साधन का उदाहरण ह

4 गणातमक सीवमतता को आसानी स मापा जा सकता ह

5 एक साधन क सथान पर दसर साधन का परयोग सिि ह

अब हम साधनो क उपयोग क उददशयो की चचाण करग

34 साधनो क उपयोग क उददशय वपिल खणड म हम साधनो क िगीकरण क विषय म पढ़ चक ह परसतत खणड म हम साधनो क

उपयोग क उददशय क विषय म पढ़ग परतयक साधन उपयोगी होता ह साधनो की उपयोवगता क

कारण ही इनका परबनधन आिशयक ह पररिार उपलबध साधनो का उपयोग कर विविनन लकषयो की

परावपत करत ह साधनो क उपयोग क वनमनवलवखत उददशय ह

1 लकषयो की पराकरि- साधनो क उपयोग का एक महतिपणण उददशय ह पाररिाररक या वयवकतगत

लकषयो की परावपत वकसी िी लकषय की परावपत साधनो क वनिश क अिाि म सिि नही ह

परतयक पररिार को यह परयास करना चावहए वक साधनो का आिटन महति क आधार पर

लकषयो की परावपत हत वकया जाए उदाहरण क वलए बछचो की वशकषा हत पररिार को समय

धन पररशरम एि जञान जस साधनो का उपयोग आिशयक ह

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2 करमतवयकरयता- साधनो का उपयोग वमतवयवयता स करना चावहए इस बात का धयान रखा

जाना चावहए वक साधनो क कम उपयोग िारा अवधकतम सतवि परापत हो अवधकाशतः साधन

सीवमत मातरा म उपलबध होत ह परतयक पररिार क पास साधन विनन-विनन मातरा म उपलबध

रहत ह यह आिशयक ह वक साधनो क उपयोग म वमतवययी परबनधन परविया का अनसरण

वकया जाए वजसस सीवमत साधनो म अवधकतम लकषयो की परावपत हो

3 आवशयकताओ को पणय किन हत- पररिार की शारीररक मानवसक धावमणक ि शवकषक

आिशयकताओ को पणण करन हत साधनो की आिशयकता होती ह आिशयकताओ को पणण

करन क वलए मानिीय एि अमानिीय दोनो परकार क साधनो का उपयोग वकया जाता ह

4 परिवाि क सदयो क करवकास हत- पररिार क सदसय साधनो का परयोग अपन विकास हत

करत ह पररिार क सदसयो क समवचत विकास हत साधनो क उपयोग म वयिसथापन

महतिपणण ह साधनो का उवचत उपयोग एक वयिसथापन कौशल ह पररिार क सिी सदसयो

क मधय साधनो का वयिसथापन आिटन एि उपयोग इस परकार वकया जाना चावहए वक

परतयक सदसय का विकास सिि हो सक

5 सनतकरि की इचछा- साधनो का उपयोग कर वयवकत अपन लकषयो एि आिशयकताओ की पवतण

कर सनतवि परापत करता ह अतः साधनो का उवचत उपयोग वयवकत को सनतवि परदान करता ह

341 साधनो क उपयोग दवािा पराि सनतकरि म वकरदध किन हत सझाव

अवधकाशतः साधन सीवमत मातरा म उपलबध होत ह एि इनक उवचत उपयोग हत इन पर परबनधन

परविया लाग होती ह साधनो क परबनधन का मखय उददशय ह वक इनक उपयोग िारा परापत सनतवि म

िवदध की जा सक एकरलजाबथ हायट न साधनो स परापत सनतवि म िवदध हत चार मागणदशणक सझाि

परसतावित वकए ह जो वनमनवलवखत ह

1 साधनो की पवतण म िवदध करना 2 साधनो क िकवलपक उपयोग का जञान 3 साधनो की उपयोवगता म िवदध एि उनक गणो की परशसा 4 साधनो क चनाि म सतलन

आइए इन विकलपो पर विसतार स चचाण कर

1 साधनो की पकरतय म वकरदध किना- साधनो की आपवतण म िवदध करन स पिण पररिार क वलए

यह आिशयक ह वक िह यह जञात कर वक उनक पास विविनन साधन वकतनी मातरा म उपलबध

ह कौन स ऐस साधन ह वजनकी सीवमतता अवधक ह एि कौन स साधन बहतायत म उपलबध

ह वकसी िी पररिार क सममख समय-समय पर विविनन आिशयकताए परकट होती रहती ह

इन आिशयकताओ की पवतण करन हत पररिार को अवधक साधनो की आिशयकता पड़ती ह

पररिार क सममख उपलबध समसत साधनो एि विकलपो क जञान िारा अवतररकत साधनो की

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पवतण सिि ह उदाहरण क वलए अवतररकत समय की माग को पणण करन क वलए गहणी शरम एि

शवकत की बचत करन िाल उपकरणो का उपयोग कर सकती ह धन जञान एि कौशल ऐस

साधन ह वजनम पररशरम एि परयास िारा िवदध की जा सकती ह

2 साधनो क वककरलपक उपयोग का जञान- साधनो क परबनधन म साधनो क िकवलपक

उपयोग का जञान होना आिशयक ह समय और धन जस साधनो क कई िकवलपक उपयोग

सिि ह वनधाणररत समय अिवध का मनषटय विविनन परकार स उपयोग कर सकता ह जस गह

कायो म मनोरजन म नया कौशल विकवसत करन म सामावजक कायो म आराम करन म

आवद उपलबध धन िी कई िसतओ एि सिाओ को िय करन म वयय वकया जा सकता ह

एक बार वयय वकया गया साधन उपयोग क पशचात अनय उददशयो एि लकषयो की परावपत हत

अनपलबध हो जाता ह वकसी िी साधन क कई िकवलपक उपयोग होन क कारण यह िी

सिि ह वक हम एक साधन जो सीवमत मातरा म उपलबध ह का परवतसथापन दसर साधन जो

वक बहतायत म एि आसानी स उपलबध ह क िारा कर पाए उदाहरण क वलए धन क अिाि

म पररिार की फल एि सवबजयो की आिशयकता की पवतण कि हद तक अपन घर क िोट

उदयान म वकए गए शरम िारा उतपनन ताजी सवबजयो एि फलो क माधयम स की जा सकती ह

इस परकार धन क सथान पर अनय िकवलपक साधन (शरम एि समय) क परयोग िारा वनयत

उददशय की पवतण सिि ह

यवद कामकाजी मवहला समय क अिाि क कारण बछचो की पढ़ाई एि सकल का गह कायण

सिय नही करा सकती ह तो इस कायण हत िह बालक की वशकषा हत वनजी वशकषक अथिा

टयशन की वयिसथा कर सकती ह इस परकार समय क अिाि की पवतण धन क माधयम स की

जा सकती ह या दसर शबदो म समय का परवतसथापन धन क िारा वकया जा सकता ह यवद

पररिार क सदसयो को साधनो क परवतसथापन गण एि साधनो क िकवलपक उपयोग क विषय

म समवचत जञान हो तो सीवमत मातरा म उपलबध महतिपणण साधनो की बचत की जा सकती ह

एि उनक सथान पर अनय िकवलपक साधनो का परयोग वकया जा सकता ह बचत वकए गए

साधनो क माधयम स अनय लकषयो की पवतण की जा सकती ह

3 साधनो की उपयोकरगता म वकरदध एव उनक गणो की परशसा- कि साधनो क िकवलपक

उपयोग सिि ह साथ ही कि ऐसी िसतए होती ह वजनह एक स अवधक कायण क वलए

उपयोग म लाया जा सकता ह ऐसी िसतओ का चनाि कर पररिार उनस परापत उपयोवगता म

िवदध कर सकता ह जस दीिान पलग का उपयोग सोन बठन एि सामान सगरह करन क वलए

वकया जा सकता ह फनीचर म िसतओ को सगरवहत करन की वयिसथा हो तो बठन क साथ-

साथ घर को वयिवसथत रखन म िी िह सहायक होता ह खाना बनान अथिा खाना परोसन

योगय बतणन क माधयम स दो उददशयो की पवतण होती ह तथा उपयोवगता म िवदध होती ह

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वकसी िसत की सिीकायणता एि उसकी परशसा अवधक कवठन कायण ह सिीकायणता एि परशसा

स साधन या िसत को अवधक परिािशाली बनाया जा सकता ह जस यवद कोई वयवकत वकसी

कला परदशणनी म जाता ह तो िह कला क परकार एि उसकी सिीकायणता एि परशसा पर अपना

अवधक धयान कवनित करता ह वकसी िसत की सिीकायणता एि परशसा हत एक स अवधक

साधनो की आिशयकता होती ह या साधनो क वमवशरत परयोग की आिशयकता होती ह जस

जञान एि अवििवतत क साथ धन का परयोग

4 साधनो क उपयोग म सतलन- सतलन का हमार जीिन म विशष महति ह एक सामावजक

पराणी होन क कारण मनषटय स यह अपवकषत होता ह वक िह अपन पाररिाररक जीिन क

विविनन पकषो म सतलन सथावपत कर सतवलत वयिहार कर आवद परकवत क विविनन तततिो म

िी सतलन सथावपत ह वजसक कारण पथिी पर जीिन सिि ह इसी परकार साधनो क चनाि

क माधयम म िी सतलन आिशयक ह परिािपणण परबनधन परविया क वलए सिी उपयोगी

साधनो की उवचत मातरा म उपवसथवत अवनिायण ह साथ ही यह िी सिि ह वक एक ही साधन

क अतयवधक उपयोग स बचन क वलए हम उसक सथान पर वकसी अनय साधन को

परवतसथावपत कर द परवतसथापन इस परकार वकया जाना चावहए वक अनय साधनो क उपयोग म

कोई बाधा न उतपनन हो उदाहरण क वलए समय जस साधन का सतवलत उपयोग वकया जाना

चावहए यवद एक ही कायण को अतयवधक समय वदया जाए तो जीिन क अनय कायो क वलए

कम समय उपलबध होता ह वकसी ककष की उततम सजािट हत कला क सिी तततिो का उवचत

अनपात म उपयोग आिशयक ह अतः यह कहा जा सकता ह वक लकषय परावपत एि अवधकतम

सतोष हत सिी साधनो का उवचत अनपात म समािश आिशयक ह

342 साधनो क उपयोग क करसदधानत

पररिार उपलबध साधनो का परयोग लकषय परावपत हत करत ह इस खणड म आप साधनो क उपयोग क

वसदधानतो क विषय म पढ़ग साधनो क उपयोग क वनमनवलवखत वसदधानत ह

1 लकषय करनधायरित किना- साधनो क उपयोग क वलए सिणपरथम लकषय वनधाणररत वकए जात ह

वनधाणररत लकषय साधनो क उपयोग हत मागणदशणन परदान करत ह परतयक पररिार अपन मलय

रवच आिशयकता एि पराथवमकता क आधार पर सिय क लकषय वनधाणररत करता ह

2 योजना बनाना- वनधाणररत लकषयो की परावपत हत योजनाबदध रप स कायण करना महततिपणण ह

यह विचार करना आिशयक ह वक लकषयो की परावपत हत कौन-कौन स साधनो का वकतनी

मातरा म परयोग वकया जाए साधनो क उपयोग की कायण परणाली कसी होगी आवद योजना

बनाकर कायण करन स साधनो की वयथण बबाणदी को वनयवतरत वकया जा सकता ह

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3 साधनो को एककररत किना- योजना बनान क उपरानत योजना क वियानियन हत उपयोगी

साधनो को एकवतरत वकया जाता ह साधनो क अिाि म न ही योजना पर कायण वकया जा

सकता ह और न ही लकषयो की परावपत सिि ह

4 साधनो को महतव क िमानसाि थाकरपत किना- साधनो को एकवतरत करन क उपरानत

उनह महति क िम अनसार वयिवसथत वकया जाता ह पररिार क समकष उपलबध साधनो की

मातरा म विननता होती ह साथ ही कि साधन अवधक मातरा म होत ह तो कि साधन कम

मातरा म साधनो की उपलबधता सीवमतता महति एि लकषय परावपत म योगदान क अनसार

साधनो का िम सथावपत वकया जाता ह

5 करियानवयन किना- लकषय परावपत हत यह आिशयक ह वक वनधाणररत योजना वियावनित की

जाए योजना एि साधनो का इस परकार वियानियन वकया जा सक वक साधनो का उवचत

तथा पणण उपयोग हो सक

6 करनिीकषण किना- लकषय परावपत हत सिी कायण िली परकार समपावदत हो रह ह अथिा नही यह

जानन क वलए योजना का वनरीकषण आिशयक ह साधनो का उपयोग वकस परकार वकया जा

रहा ह अथिा उनक उपयोग म कोई कवठनाई तो नही आ रही ह यह जञात करन क वलए

वनरीकषण वकया जाता ह साथ ही यह िी धयान रखना आिशयक ह वक िासतविकता म

योजना म कोई तरवट तो नही रह गई अथिा लकषय परावपत हत योजना म कहा पररितणन की

आिशयकता ह

7 समायोजन- वनरीकषण क उपरानत यवद यह जञात होता ह वक अमक चरण योजना वियानियन

म कवठनाई आ रही ह तो इस चरण म समायोजन की आिशयकता होती ह पिण योजना म

थोड़ा पररितणन कर समायोजन वकया जाता ह वजसस लकषयो की परावपत सिि हो

8 मलयाकन- साधनो क उपयोग का यह अवतम वसदधानत ह इस चरण म यह समीकषा की जाती

ह वक लकषय परावपत म वकतनी सफलता परापत हई तथा साधनो क उपयोग िारा वकतनी सतवि

परापत की जा सकी

35 पाररवाररक साधनो को परभाषवत करन वाल कारक आप जानत ह वक वकसी िी कायण क परिािी कायाणनियन क वलए उपलबध साधनो का उवचत

उपयोग आिशयक ह पाररिाररक साधनो की उपयोवगता तथा कषमता को वनमनवलवखत कारक

परिावित करत ह

1 पारिवारिक जीवन चि- परतयक पररिार पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ

स गजरता ह पाररिाररक जीिन चि की अलग-अलग अिसथाओ म पररिार का आकार

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एि आिशयकताय विनन होन क कारण परतयक चरण साधनो क उपयोग को परिावित करता

2 परिवाि का आकाि- िोट तथा कम सदसयो िाल पररिारो की अपकषा बड़ पररिारो को

साधनो की अवधक आिशयकता होती ह सयकत पररिार एकल पररिारो की तलना म अवधक

साधन वयय करत ह

3 जीवन क परकरत दकरिकोण- परतयक वयवकत का जीिन क परवत दविकोण विनन होता ह वयवकत

अथिा पररिार का दविकोण साधनो क उपयोग को परिावित करता ह सचयी वयवकत साधनो

क उपयोग एि िसतओ क सचय म विशवास करता ह जबवक नयी तकनीक स लगाि रखन

िाला वयवकत उस तकनीक को शीघर अपनाना चाहता ह चाह उस परापत करन क वलए उस

अवधक धन अथिा साधन वयय करन पड़ वयवकत जीिन क परवत अवििवतत धारणाओ एि

मलय क अनसार ही उपलबध साधनो का उपयोग करता ह

4 परबनधन कशलता- यवद वयवकत या पररिार का मवखया एक कशल परबनधक ह तो िह यथा

सिि उपलबध साधनो का अवधकतम परयोग करता ह एि साधनो क अपवयय को या उनकी

बबाणदी होन स बचाता ह कशल परबनधन क माधयम स सीवमत साधनो म िी अवधक सनतवि

परापत की जा सकती ह साधनो का सही समय पर उपयोग एि उपयकत विवध का परयोग कशल

परबनधन क अविनन अग ह

5 वयवसाय एव पारिवारिक आय- पररिार का वयिसाय एि आय दोनो साधनो को परिावित

करत ह उछच आय िगण की शरणी म आन िाल पररिारो क पास अवधक साधन उपलबध होत

ह ि वनमन आय िगण क पररिारो की अपकषा पररिार क सदसयो की आिशयकताओ को पणण

करन म कही अवधक सकषम होत ह तथा साधनो का िी अवधक परयोग करत ह

वयिसाय की दवि स िी साधनो क उपयोग म विननता होती ह नौकरी पशा एि वनवशचत आय

िाल वयवकत बजट क अनसार धन वयय करत ह वयिसायी एि अवनवशचत आय अवजणत करन

िाल पररिारो क धन वयय एि साधनो क उपयोग क परकार म विननता होती ह

6 मकान एव उसकी करथकरत- मकान का आकार साधनो क उपयोग को परिावित करता ह

उदाहरण क वलए बड़ मकान को रखरखाि एि दखरख की अवधक आिशयकता होती ह

साथ ही बड़ मकान क वलए अवधक फनीचर की आिशयकता होती ह मकान की वसथवत िी

साधनो क उपयोग को परिावित करती ह यवद मकान शहर क बीचो-बीच सिी सामदावयक

सविधाओ क वनकट वसथत ह तो आिागमन म वयय कम होता ह एि वयवकत कई सविधाओ

का समवचत लाि उठा सकता ह यातायात की सविधाय वयवकत को आसानी स परापत हो जाती

ह इसी परकार गरामीण एि शहरी समदाय म रहन िाल पररिारो क साधनो क उपयोग म

विननता पायी जाती ह कयोवक उनक पररिश एि आिशयकताए विनन होती ह

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7 मकरहला की कायय करथकरत- एक कामकाजी मवहला तथा एक गहणी की वदनचयाण एि

आिशयकताओ म विननता होती ह साथ ही इनक िारा साधनो क उपयोग म िी विननता

पायी जाती ह कामकाजी मवहला क समकष समय की सीवमतता होती ह अतः िह शरम एि

शवकत की बचत करन िाल उपकरणो पर अवधक वनिणर रहती ह इसक विपरीत एक गहणी को

गह कायो क वलए अपकषाकत अवधक समय उपलबध होता ह

साधारणतः कामकाजी मवहलाओ क पास धन होता ह वजसका परवतसथापन िह समय या

अनय साधनो स करती ह इसक विपरीत एक गहणी धन क वलए दसरो पर आवशरत होती ह

तथा किी-किी धन अिाि की वसथवत म िी हो सकती ह

8 उपलबध साधनो क करवकलपातमक परयोग का जञान- यवद गह परबनधक को उपलबध

साधनो क िकवलपक परयोगो का समवचत जञान ह तो िह सीवमत साधनो म िी बचत कर

सकता ह एि उपलबध साधनो क साथ आसानी स उनका परवतसथापन कर सकता ह वयवकत

अपन कौशल समय आवद गणो एि साधनो क परयोग िारा घर क िोट-िोट कायो को सिय

कर धन की बचत कर सकत ह अतः परबनधक का साधनो क िकवलपक परयोग का जञान

साधनो क उपयोग को परिावित करता ह

इकाई क अत म अब हम कि अभयास परशनो को हल करन का परयास करग

अभयास परशन 2

ररकत सथानो की पवतण कीवजय

1 साधनो का उपयोग स करना चावहए

2 समसत साधनो एि क जञान िारा अवतररकत साधनो की पवतण समिि ह

3 बनान स साधनो

की बबाणदी रोकी जा सकती ह

4 जीिन क परवत दविकोण क उपयोग को परिावित करता ह

36 सारााश गह परबनधन परविया म हम वनरनतर साधनो क कशल उपयोग क विषय म वनणणय लत ह तथा यह

परयास करत ह वक उपलबध साधनो म अवधकतम आिशयकताओ की पवतण हो साधनो को मखय

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रप स दो शरवणयो म वििावजत वकया जा सकता ह मानिीय साधन एि अमानिीय साधन सिी

साधनो की मल विशषताए समान होती ह जस सिी साधन उपयोगी सीवमत तथा परसपर रप स

समबवनधत होत ह साधनो पर परबनधन परविया लाग होती ह इनक िकवलपक उपयोग होत ह इनका

परवतसथान सिि ह तथा साथ ही इनक उपयोग स जीिन की गणितता िी वनधाणररत होती ह साधनो

क उपयोग का मखय उददशय ह लकषयो एि आिशयकताओ की पवतण विकास एि इनक उपयोग िारा

सतवि परापत करना पाररिाररक साधनो को कई कारक परिावित करत ह विशष रप स पाररिाररक

जीिन चि दविकोण परबनधन कशलता पाररिाररक आय मवहलाओ की कायण वसथवत एि साधनो

क उवचत परयोग का जञान

37 पाररभाषिक शबदावली साधन िह िौवतक िसतए एि मानिीय गण जो हमारी आिशयकताओ की पवतण करत ह

मानवीय साधन मानि म अनतवनणवहत गण जस जञान रवचया कौशल शवकत योगयताए

अवििवततया

अमानवीय साधन िह िौवतक िसतए एि साधन जो सपशणनीय होत ह जस समय धन िसतए

एि सामदावयक सविधाए

परकरतथापना पनः सथावपत करना बदल म रखना अथिा उपयोग करना

सीकरमत अलप मातरा म उपलबध

38 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

सही अथिा गलत बताइए

1 असतय

2 असतय

3 सतय

4 असतय

5 सतय

अभयास परशन 2

रिि थान िरिए

1 वमतवयवयता

2 विकलपो

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3 योजना

4 साधन

39 सनदभण गरनथ सची 1 Elizabeth E Hoyt Consumption in our society New York Mc Graw Hill

1938

2 Gross amp Crandall Management for Modern Families Values Goals

and Standard 2nd edition Appleton-Century-Crofts publishers

3 MA Varghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management New

age International (P) Ltd Publisher New Delhi pp 40-52

4 मज पाटनी एि लवलता शमाण गह परबनधन अिम ससकरण सटार पवबलकशनस आगरा

82-91

310 ननबनधातमक परशन 1 साधनो क अथण एि िगीकरण क विषय म समझाइए

2 साधनो क उपयोग क उददशयो पर परकाश डावलए

3 वकनही दो विवधयो क विषय म वलवखए वजनस साधनो क उपयोग िारा परापत सनतवि म िवदध

सिि ह

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इकाई 4 समय एवा शकतत सासाधन

41 परसतािना

42 उददशय

43 साधनो का िगीकरण

44 समय एक ससाधन

441 समय अथण एि परकार

442 पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म समय की माग

443 समय वयिसथापन परविया

444 समय वयिसथापन क वनधाणरक ततति

45 शवकत एक ससाधन

451 वयिसथापन

452 पाररिाररक जीिन चि म शवकत की माग

453 थकान

454 शवकत वयिसथापन परविया

46 साराश

47 पाररिावषक शबदािली

48 अभयास परशनो क उततर

49 सनदिण गरथ सची

410 वनबनधातमक परशन

41 परसतावना िविषटय को सनहरा बनान पाररिाररक आकवसमकताओ की पवतण एि दीघणकालीन लकषयो की परावपत

हत ससाधनो का वििकपणण उपयोग वकया जाना अवत आिशयक ह गह वयिसथा एि सामानय

जीिन म हम सिी का परयास होता ह वक हम उपलबध ससाधनो का अवधक स अवधक सदपयोग

कर अपन लकषयो को परापत कर ससाधनो को दवनक बोलचाल म साधन िी कहा जाता ह वकसी िी

पररिारवयवकत क पास तीन सिाणवधक महतिपणण साधन होत ह धन समय एि शवकत इन तीनो

साधनो म धन अवजणत वकया जा सकता ह समय एि शवकत साधन सिी पररिारो म लगिग समान

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होत ह आपन सना एि अनिि वकया होगा वक सफल तथा असफल वयवकत दोनो क पास समय

समान (24 घट) ही होता ह परनत अनतर किल इतना ह वक सफल वयवकत समय को अमलय

ससाधन मानकर उसका सदपयोग करता ह जबवक असफल वयवकत यह कर पान म असमथण रहता ह

सिी पररिारो क पास सदि कि न कि साधन अिशय होत ह वकसी पररिार म धन अवधक होता ह

तो वकसी क पास समय या शवकत (ऊजाण) अवधक होती ह यह वयवकत पर वनिणर करता ह वक िह

अपन उपलबध साधनो को वकस तरह स उपयोग कर वजसस उस अवधकतम सतवि एि लाि वमल

सक

अब तक आप ससाधन शबद स िली-िावत पररवचत हो चक ह वपिली इकाईयो म आपन

ससाधनो क सीवमत होन एि गह वयिसथा म उनकी महतता क विषय म जाना इस इकाई म हम

पाररिाररक ससाधनो की अिधारणा उनक उपयोग एि लकषयो को परापत करन म इनकी िवमका क

विषय म विसतार पिणक चचाण करग

42 उददशय इस इकाई क अधययन क पशचात आप

साधनो क िगीकरण क बार म जानग तथा

परतयक साधन क अथण महति तथा उपयोवगता को समझ सक ग

आइए इकाई की शरआत कर

43 साधनो का वगीकरर साधनससाधन शबद का तातपयण उन माधयमो स ह जो वकसी कायण को सचार रप स सचावलत करन

हत परयकत होत ह पाररिाररक जीिन म कि परमख साधन ह समय धन शवकत जञान एि कौशल

विविनन वििानो शोधकताणओ िारा साधनो का िगीकरण विविनन परकार स वकया गया ह आइए

इस विसतारपिणक जान

करनकरकल एव डासी क अनसाि

साधन वनमन परकार क होत ह

मानिीय साधन (Human Resource) बवि जञान रवच कौशल शवकत एि अवििवततया

मानिीय साधनो क अनतगणत आत ह

अमानिीय साधन (Non Human Resource) इसक अनतगणत सामदावयक सविधाए समय

धन िसतए आवद आत ह

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होम इकॉनोकरमकस सकरमनाि पि आधारित वगीकिण क अनसाि

1961 म इवणडयाना क फर चवलक म होम इकॉनोवमकस सवमनार आयोवजत हआ था वजसक अनसार

साधनो का िगीकरण वनमन ह

सामावजक साधन इसम वयिसथापन क अवतररकत सिी िसतओ और वयवकतयो को सामावजक

साधन माना जाता ह

वयवकतगत साधन इसक अनतगणत वयवकत की रवचया विशवास सिग िाि एि अवििवततया

आती ह

तकनीकी साधन इसक अनतगणत ि सिी िसतए एि उपकरण आत ह जो पराकवतक या

मानिीकत रप म उपलबध हो तथा वजनह परयोग म लाया जा सकता हो

गरॉस एव िणडल न साधनो को मखयत दो वगो म बाटा ह

मानिीय साधन इसक अनतगणत रवचया कौशल जञान योगयताए समय शवकत अवििवततया

आवद सवममवलत ह

अमानिीय साधन धन िौवतक िसतए सामदावयक सिाए ि साधन आवद अमानिीय साधनो

क अनतगणत आत ह सामदावयक सिाओ स तातपयण यातायात असपताल पसतकालय पोसट

ऑवफस सकल कॉलज बक इतयावद ह

अधययन की सविधा क वलए साधनो को विसतत रप म दो िागो म बाटा गया ह

1 मानिीय साधन 2 अमानिीय साधन

आइए पहल मानिीय साधनो की चचाण कर

मानवीय साधन मानि म अनतवनणवहत जनमजात एि अवजणत गण मानिीय साधन कहलात ह

इसक अनतगणत समय शवकत पररिार क सदसयो की योगयताए बवदध रवचया जञान कौशल एि

अवििवततया सवममवलत ह पररिार क सदसयो की योगयताए पररिार क कायो को कशलता पिणक

समपनन करन म सहायक वसदध होती ह

मानिीय साधन िौवतक या अमानिीय साधनो की तलना म अवधक महति रखत ह साधनो की

कमी होन क बािजद यवद मनषटय म योगयता ह तो िी िह अपन चातयण स अनय ससाधनो का परबनध

कर सकता ह योगयता कौशल आवद जस मानिीय ससाधनो क अिाि म कई बार िौवतक ससाधन

परचर मातरा म उपलबध होन पर िी वनवषटिय एि वनषटपरयोजय पड़ रहत ह

मानिीय साधन वनमन ह

योगयता योगयता का अथण वकसी कायण को कशलतम परकार स करन की कषमता रखना ह परतयक

वयवकत म कि न कि योगयता अिशय होती ह अभयास पररशरम कतणवयवनषठा स वयवकत अपनी

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योगयता म िवि कर सकता ह योगयता का गण जनमजात िी हो सकता ह एि पररशरम िारा इस

विकवसत िी वकया जा सकता ह उदाहरणाथण एक गहणी सीवमत साधनो म अपनी योगयता एि

कौशल स अछिा खाना बना सकती ह यवद गहणी वसलाई कड़ाई एि गह कायो म वनपण ह

और पररिार क सदसयो को हर परकार स परसनन रखती ह यह उस पररिार क वलए एक

महतिपणण ससाधन ह

रवच रवच एक महतिपणण मानिीय साधन ह रवच का अथण ह वदए गए कायण को पणण मनोयोग स

करना

जञान जञान सिोततम मानिीय साधन ह जञान िारा ही उपलबध विकलपो म स सिणशरषठ विकलप का

चयन वकया जा सकता ह

शवकत पररिार क सदसयो की शारीररक एि मानवसक ऊजाण िी एक अतयनत महतिपणण

पाररिाररक साधन ह सिी कायो म ऊजाण खचण होती ह कोई िी कायण कब और कस सपनन

होगा यह मनषटय म वनवहत शवकत (ऊजाण) पर वनिणर करता ह

अवििवततया जसा वक हम वपिल इकाई म पढ़ चक ह मलय एि लकषयो क वनयतरण म

अवििवततयो का िी योगदान ह मनषटय की अवििवततया उसको लकषय परापत करन म सहायता

परदान करती ह

कौशल यह िी एक महतिपणण मानिीय साधन ह कौशल जनमजात िी हो सकता ह अथिा

मानि अपन परयतनो स इस अवजणत िी कर सकता ह

अमानवीय साधन अमानिीय साधन िौवतक साधन कहलात ह इनह आखो स दखा एि सपशण

वकया जा सकता ह घर िाहन घर म रखी िसतए समपवतत औजार एि उपकरण आवद िौवतक

ससाधन ह

1 धन धन एक महतिपणण िौवतक साधन ह धन स ही आिशयकता की िसतओ सिाओ

तथा यावतरक शवकत को परापत वकया जा सकता ह

2 िौवतक िसतए आधवनक समय म कवतपय िौवतक िसतओ क अिाि म जीिन अपणण

लगता ह य िसतए हमार सख आराम म िवदध क साथ-साथ कायाणतमक उपयोवगता िी

परदान करती ह जस कमपयटर टीिी िॉवशग मशीन फनीचर एि अनय उपकरण आवद

िौवतक ससाधनो म सवममवलत ह

3 सामदावयक सविधाए इन सविधाओ क वलए वयवकत को परतयकष रप स धन वयय नही करना

पड़ता ह य िसतय वजस समाज समदाय म हम रहत ह उसक अविनन सदसय होन क नात

हम वनःशलक परापत होती ह पाकण पसतकालय महाविदयालय सरकारी असपताल

यातायात डाक सिा बक आवद सिी सविधाओ का अपना महति ह इनक अिाि म

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वयवकत को कई समसयाओ का सामना करना पड़ सकता ह किी-किी इन सविधाओ क

वलए कि धनरावश िी शलक क रप म चकानी पड़ सकती ह

4 समय एि ऊजाण कि वििानो न समय एि ऊजाण को मानिीय साधन माना ह और कि

वििानो न अमानिीय समय एि ऊजाण इन दोनो ही साधनो को मापा जा सकता ह वयवकत

क विकास और लकषय की परावपत हत इन दोनो साधनो का वििकपणण उपयोग अवत

आिशयक ह

आपन ससाधनो क िगीकरण और ससाधनो की परकवत क रप को जाना वचतर 41 की सहायता स

आप ससाधनो क िगीकरण को उवचत परकार स समझ पायग

करचर 41 साधनो का वगीकिण

साधन

वनवकल एि डासी क अनसार गरास एि िणडल क अनसार होम इकोनॉवमकस सवमनार क अनसार

सामावजक

मानिीय अमानिीय मानिीय अमानिीय वयवकतगत रवचया

अवििवततया विशवास

आसथाए धारणाए

िसतए उपकरण

रवचया समय समय धन

जञान धन शवकत िौवतक िसतए

कौशल िसतए रवचया सामदावयक सिाए

शवकत सामदावयक सविधाए योगयताए

योगयताए कौशल

अवििवततया जञान

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 62

आइए अब समय क बार म चचाण करत ह जो एक अतयनत महतिपणण ससाधन ह

44 समय एक सासाधन एक ससाधन क रप म समय एक सिाणवधक महतिपणण साधन ह समय की अिवध सबक वलए

समान होती ह समय का उपयोग परतयक वयवकत अपनी इछिानसार करता ह समय वयिसथापन

सफलता का मल मतर ह समय को धन की सजञा दी गई ह परत खोया हआ धन परापत वकया जा

सकता ह पनः कमाया जा सकता ह लवकन खोया हआ समय वकसी िी वसथवत म परापत नही वकया

जा सकता पाररिाररक लकषयो को परापत करन क वलए गह वयिसथापक ही नही बवलक परतयक वयवकत

को समय वयिसथापन का जञान होना अवनिायण ह समय की महतता सदि स चली आ रही ह आननद

एि सखमय जीिन क वलए यह आिशयक ह वक हम समय क साथ चल और इसका अवधकतम

उपयोग कर समय स कायण करन िाल मनषटय थकान का अनिि नही करत और सिसथ जीिन

वयतीत करत ह समय पर कायण कर लन स वकए जान िाल कायण की गणितता शरषठ होती ह और ऐस

वयवकतयो की अपन कायणकषतर एि समाज म परवतषठा बनी रहती ह

441 समय अथय एव परकाि

समय एक अतयवधक महतिपणण साधन ह इस तथय स हम सिी िली-िावत अिगत ह यवद आपस

समय का अथण पिा जाए तो सिितः आपक मन म घड़ी की सइयो स चलन िाला समय धयान म

आयगा समय का मापन सबस आसान ह परनत इसको समझना अतयवधक कवठन परायः दखा गया

ह वक वयवकत को समय का आिास उसक खो जान पर होता ह समय क सदपयोग स वयवकत पिण

वनधाणररत लकषयो को वबना वकसी बाधा क परापत करता ह यह तथय परतयक वयिसथापक को याद

रखना चावहए समय क विविनन परकार िी हो सकत ह आइए जान

1 गणवतता समय आधवनक पररपरकषय म इस समय की सिाणवधक माग ह आजकल क वयसत

जीिन म जहा सतरी-परष दोनो ही कामकाजी ह समय का दायरा सीवमत होता जा रहा ह अब

एक सीवमत समय क िीतर बहत स काम वनपटान होत ह ऐस म घर पररिार को समय दना

मवशकल होता जा रहा ह गणितता समय का तातपयण उस समय स ह जो आप पणणतया अपन

पररिार को दत ह उदाहरण क वलए सपताहत म बछचो को घमाना वसनमा वपकवनक आवद यह

समय किल मौज मसती का ही नही बवलक िािनातमक जड़ाि एि आपसी परम एि सौहादण का

िी परतीक ह

2 मनोवजञाकरनक समय इस समय को एक अनिि की िावत वलया जाता ह जस यवद आप

वकसी पररणाम की परतीकषा कर रह होत ह तो एक कषण आपको एक घट क समान परतीत होता

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ह परनत अिकाश क कषणो म अपन पररिार क समय वबतान पर समय बहत जलदी गजरता

हआ परतीत होता ह

3 जकरवक समय जविक समय का तातपयण जीिो क िीतर एक वनवशचत समय पर होन िाली

गवतविवध स ह जस परातः होन पर सिय नीद खल जाती ह रावतर होन एि समय आन पर हम

नीद का अनिि होन लगता ह खान का समय होन पर हम िख लगन लगती ह इसी परकार

परतयक वयवकत चाहता ह वक िह समयानसार पररणय सतर म बध एि उस सतान सख की परावपत

हो यह सब जविक समय क कारण होता ह

4 समय सीमा समय सीमा का अथण विनन-विनन परयोजनो क वलए वकया जाता ह जस परीकषा

ििन म परशन पतर हल करन की समय सीमा 3 घट ह परायः आप दखत ह वकसी िगतान को हम

तय समय सीमा क िीतर करना होता ह परनत एक गहणी वयिसथापक क पास सिी दवनक

कायो की समय सीमा 24 घट मातर ही ह यवद गहणी कामकाजी ह तो यह और िी कवठन हो

जाता ह कयोवक इनही 24 घटो क िीतर उस घर बछचो और अपन वयिसाय कायणकषतर क

उततरदावयतिो का वनिाणहन करना होता ह

आप सिी घर म समपनन होन िाली वियाओ स िली-िावत अिगत ह आदशण वसथवतयो म गहणी

को अपन कायणकषतर क अवतररकत परवतवदन वनमन दावयतिो का वनिाणहन 24 घटो की समय सीमा क

िीतर ही करना पड़ता ह

घर की सिछिता एि सजािट

पररिार क वलए िोजन की वयिसथा

पररिार क सदसयो की दखिाल

शवकषक विकास पर धयान दना

पाररिाररक बजट पररिार की आवथणक वसथवत का धयान रखना

वनिश पर धयान दना

सामावजक एि धावमणक काया म परवतिावगता

पररिार क सदसयो को मागणदशणन दना

पाररिाररक सदसयो क सिासथय का धयान रखना

सिय की दखिाल

अब हम कि अभयास परशनो को हल करन का परयास करग

अभयास परशन 1

सही विकलप चवनय

1 एक मानिीय साधन ह

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अ बवदध ब समय

स धन द िौवतक िसतए

2 एक अनिि की िावत वलए जान िाल समय को कहत ह

अ गणितता समय ब मनोिजञावनक समय

स जविक समय द समय सीमा

आइए अब अगल िाग की ओर चल

442 पारिवारिक जीवन चि की करवकरिनन अवथाओ म समय की माग

वपिली इकाईयो म आपन पढ़ा वक पाररिाररक जीिन चि म ससाधनो की माग किी िी एक समान

नही रहती ह विशषकर घरल ससाधनो जस समय और शवकत की माग आप जान चक ह वक समय

पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ स परिावित होन िाला कारक ह विविनन अधययनो

स यह उजागर हआ ह वक समय वयिसथापन की कि समसयाए पाररिाररक जीिन चि की सपणण

अिसथाओ म परायः समान ही रहती ह य समसयाए वनमनित ह

कायणndash मनोरजन क समय म उपयकत सतलन क महति का वनधाणरण

समय तथा गवतविवधयो की योजना बनात समय पररिार क सिी सदसयो का धयान रखना

िसतओ क चयन और योजना क वियानियन हत समय मलय का धयान रखना

घरल वियाओ म समय मलय को कम करन का परयतन करना

यवद सतरी कामकाजी ह तो यह तय करना वक अवधक आिशयक कया ह बढत बछचो क साथ

समय वबताना या कररयर म आग बढ़न (परोननवत) हत उस समय का उपयोग करना यह

कामकाजी सतरी जो वक एक गहणी िी ह क वलए सिाणवधक दविधा का समय होता ह कयोवक

एक ही समय क िीतर उस उपयकत विकलप का चयन करना होता ह यवद िह पररिार चनती ह

तो कायणकषतर म उसकी उननवत का मागण बनद हो जाता ह जो एक परकार स उसकी योगयता तथा

कषमता का हरास ह यवद सतरी उस विशष समय को कररयर हत समवपणत करना चाहती ह तो उस

पररिार क साथ समय न वबता पान का अपराध बोध सदि सालता रहता ह यह एक ऐसी

समसया ह वजनका सथायी हल सिितः बहत कम कामकाजी मवहलाओ क पास होता ह यहा

पर पाररिाररक जीिन चि (वजसका अधययन हम आग इस इकाई म करग) की विविनन

अिसथाओ म गहणी की समय की माग को समझना इसवलए आिशयक ह कयोवक पर वदन म

समय की आपवतण वनवशचत 24 घट ही ह

परथम अिसथा पररिार की आरवमिक अिसथा होती ह आधवनक पररपरकषय म यवद पररिार को

एकाकी और सतरी को कामकाजी मान वलया जाए तो िी समय की खपत अवधक होती ह ि बहत स

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कायण जो सयकत पररिार म वमल बाट कर समपनन वकए जात ह एकाकी पररिार म सिय अकल ही

करन पड़त ह वजसस समय की खपत बढ़ती ह

वितीय अिसथा अथाणत वशश आगमन की अिसथा म समय क उपयोग म अवधकतम उिाल आता

ह विविनन अधययनो स यह तथय सपि होता ह वक घर म बछचो क आन स समय की माग सिाणवधक

परिावित होती ह य अधययन बतात ह वक

एक िषण स िोट बछच की दखिाल म परवतवदन औसतन 5 घणट 41 वमनट का समय लगता ह

सदिण Laura Brossard ldquoA Study of Time Spent in the Care of Babiesrdquo Jr of

Home Ec p 123-1271920

धलाई कायो क अवतररकत अनय कायो म परवतवदन लगिग 28 घणट समय वयतीत होता ह

सदिण Jean Warren ldquoUse of Time in Its Rellation to Home managementrdquo June

1940p 82

दो िषण स िोट बछच सवहत पररिार क सदसयो की दखिाल म परवतवदन 35 घणट खचण होत ह

सदिण Marriane Muse ldquoTime Expenditure on Home making Ativities)rdquo June

1966 p 62

अनय अधययन स जञात हआ ह वक दो िषण स िोट बालक सवहत पररिार क सदसयो की

दखिाल म परवतवदन 2-8 घणट वयय होत ह

सदिण Elizabeth Wiegand ldquo Use of Time by Full Time amp Part Time Home

Makers in Relationtion to Home Mgt

यहा पर यह बताना आिशयक ह वक उपरोकत सिी आकड़ पवशचमी दशो पर हए अधययनो पर

आधाररत ह ससकवत और पालन पोषण क तौर तरीको क कारण िारत जस दशो म बछचो की

दखिाल पर लगन िाल समय म िवि हो सकती ह इस परकार समय की माग सकवचत पररिार की

अिसथा (अथाणत आवथणक वसथरता एि सिावनिवत) आन तक उछच स मधयम रहती ह सकवचत

अिसथा आन पर समय की माग तलनातमक रप स कम हो जाती ह

443 समय वयवथापन परकरिया

यह सिणविवदत ह वक समय एक सीवमत साधन ह समय अमलय ह एक अछि वयिसथापक को

उवचत समय परबनध का जञान होना अवत आिशयक ह समय वयिसथापन स सिी कायण समय पर

समवचत तरीक स हो जात ह और इस उपलबध गणितता समय म पररिार क सिी सदसय एक दसर स

जड़त ह सिाद क माधयम स एक दसर का सख-दख बाटत ह और पाररिाररक लकषयो को वकस

परकार परापत वकया जाए इस पर चचाण करत ह यह सब तिी सिि हो सकगा जब गह वयिसथापक

अपन समय को सवनयोवजत परकार स वििावजत करता ह यही समय वयिसथापन परविया ह समय

वयिसथापन परविया को वनमन परकार स पररिवषत वकया गया ह

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ldquoपररिार म होन िाली विविनन वियाओ तथा उपलबध समय क बीच अनकलतम समायोजन तथा

इसक वलए जो परविया परयोग म लायी जाती ह उस ही समय परबनध परविया कहत हrdquo

समय परबनध परविया क तीन परमख चरण वनमनित ह

समय आयोजन

आयोजन परविया का वनयतरण

मलयाकन

आइए अब परतयक चरण क विषय म विसतार पिणक समझ

1 समय आयोजन

समय आयोजन क अनतगणत सिी गहकायो को सचार रप स करन क वलए समय योजना बनाई

जाती ह वजसका अथण ह वनवशचत समयािवध क िीतर वकसी कायण को पणण करना समय योजना बनात

समय वनमन वबनदओ पर धयान दना आिशयक ह

सिी महतिपणण कायण एि सामानय कायण पराथवमकता क आधार पर वकए जान चावहए पहल

सिी कायो की सची बना ल और अवत महतिपणण महतिपणण एि कम महतिपणण कायो को

पराथवमकता क आधार पर सची म िरीयता द

सची म कायो को पराथवमकता क आधार पर िरीयता दत समय पररिार क सदसयो की

कायणकषमता रवच आिशयकता आदत विशराम एि सिासथय का िी धयान रखा जाना चावहए

समय-परबनधन योजना लचीली एि वयिहाररक होनी चावहए तावक पररवसथवतयो क अनसार उस

कायण म पररितणन कर उस सपावदत वकया जा सक

समय योजना बनात समय पररिार क अनय सदसयो की समय उपलबधता का िी धयान रखा

जाना चावहए पररिार क सदसय यवद उस समय विशष म उपलबध ह तो ऐसी वसथवत म गह

कायो म उनका सहयोग लकर कायण को सरलता एि शीघरता स वकया जा सकता ह

सिी सबवधत कायो को एक समह म रखना चावहए और यथासिि यह परयास वकया जाना

चावहए वक एक समय म दो-तीन कायण एक साथ सपनन वकए जाए अगरजी म इस

Multitasking कहा जाता ह यह एक कौशल ह अभयास एि अनिि िारा इस सीखा और

बहतर वकया जा सकता ह आधवनक समय म मवलटटावसकग सफल समय परबनधन की धरी ह

समय परबनध का अथण यह कदावप नही ह वक वदए गए कायण को शीघरता स वनपटा वदया जाए

ऐसा करन स कायण की गणितता पर परिाि पड़ता ह अतः समय योजना म परतयक कायण क वलए

पयाणपत समय वदया जाना आिशयक ह

वकए जान िाल कायण क सिरप और परकवत को जानना आिशयक ह इसस उस कायण म लगन

िाल समय का आिास होता ह और समय आयोजन म सहायता वमलती ह

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जहा तक सिि हो योजना वलवखत रप म तयार कर लनी चावहए योजना सापतावहक मावसक

विवशि अिसरो हत एि िावषणक कायण सची क रप म उपलबध हो तो कायण करन म सरलता

होती ह

उपरोकत तथयो को धयान म रखकर दखा जाए तो कोई िी कायण बोझ नही लगता ह यथासिि सिी

कायण समय पर परा करन का परयतन कर इसस आपक आतम विशवास म िवदध होगी और आप सतवि

का अनिि करग

कायण योजना वनमाणण क विविनन परकार ह

साधारण कायण योजना यह एक अतयनत सरल और साधारण कायण योजना ह इसम िोट बड़

कायो की सची बना ली जाती ह परायः इस एक कागज पर वलखकर वकसी ऐसी जगह वचपका

वदया जाता ह जहा स यह योजना आसानी स वदख सक और उस अनसार इस वियावनित करन

का परयास वकया जाता ह

विसतत योजना विसतत योजना साधारण कायण योजना की अपकषा सवनयोवजत होती ह एि इसम

अवधक वििरण डाल जात ह इस योजना म समय वनधाणरण नही वकया जाता ह परनत योजना

सबधी सहायक तथयो को एकवतरत कर अवकत वकया जाता ह

समय अनसची यह समय योजना उपरोकत दोनो परकारो स अवधक सपि विसतत एि सवनयोवजत

होती ह इसम समय का िम कायण की िरीयता और अनमावनत समय िी सवममवलत वकया

जाता ह

समय आयोजन क चिण

कायण सची बनाकर समहो म बाटना

अनमावनत समय का वनधाणरण करना

समय िम वनधाणररत करना

वयय समय का उपलबध समय क साथ समनिय सथावपत करना

योजना का लखन

योजना क समनिय पर काम करना

आइए इस पर विसतत रप स जानकारी ल

समय आयोजन

परथम चरण समय योजना क परथम चरण म सिी कायो की सची बनाई जाती ह ि कायण जो

एक साथ वकए जा सकत ह उनह समहीकत वकया जाता ह जवटल कायो को विविनन िागो म

वििावजत करन स उन कायो को करन म आसानी होती ह

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वितीय चरण वितीय चरण म वयय होन िाल समय का अनमान लगाया जाता ह

ततीय चरण ततीय चरण म समय सबधी आिशयकताओ को एकरपता परदान की जाती ह

चतथण चरण चतथण चरण म समय िम का वनधाणरण वकया जाता ह िम क साथ-साथ

अनमावनत समय िी वलख वदया जाता ह जहा तक सिि हो पहल िारी कायो को वनपटाय

ततपशचात हलक कायो को इसस मनोिजञावनक रप स आप मजबत बनग और जवटल कायण पणण

कर लन स आप उतसावहत अनिि करग समय बचत सबधी साधनो एि उपकरणो का अिशय

परयोग वकया जाना चावहए परतयक कायण को समय स पहल वनपटन स पिण यह अिशय दख ल

वक ऐसा करन स कही कायण की गणितता तो परिावित नही हो रही ह यवद हा तो आपको एक

बार पनः नए वसर स योजना बनान की और कायण क परतयक चरण को पणण करन क वलए पयाणपत

समय वदए जान की आिशयकता ह

पचम चरण अवनतम चरण म योजना को वलखा जाता ह एक दवनक समय कायण योजना नीच दी

गई तावलका म परसतत ह इसी परकार पावकषक मावसक एि िावषणक कायण योजना िी बनाई जा

सकती ह

ताकरलका 41 दकरनक कायय योजना

वदनाक

समय करियाए

सबह 500-600 सबह उठना वनतयकमण स वनित होना पजा करना नाशत की

तयारी करना

600 - 700 सबह का नाशता तयार करना

700 - 745 नाशता परोसना

745 - 930 टबल साफ करना बतणन धोना तथा अनय रसोई कायण दोपहर क

खान की तयारी वबसतर ठीक करना घर क सिी कमरो को

वयिवसथत करना

930 - 1000 विशराम

1000 - 1100

सापतावहक कायण (वदन)

सोमिार- धलाई

मगलिार- परस करना

बधिार- सामान लाना (राशन एि अनय)

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गरिार- वसलाई रचनातमक

शििार- सापतावहक सफाई

शवनिार- बाजार

रवििार- चचण मवनदर सबवधयो स वमलना जलना आवद

1100 - 1200 दोपहर का खाना तयार करना

दोपहर 1200 -100 दोपहर का खाना परोसना टबल साफ करना बतणन धोना तथा

अनय रसोई कायण आवद

100 - 200 विशराम करना

200 - 300 बछचो की सकल स िापसी

300 - 500 चाय की तयारी सापतावहक कायण वनपटाना

साय 600 - 800 बछचो का गहकायण पढ़ाई कराना

800 - 1000 रात क खान की तयारी खाना तयार करना परोसना टबल साफ

करना बतणन आवद धोना अगली सबह क नाशत की तयारी करना

रावतर 1000 सोन की तयारी

2 समय आयोजन परकरिया पि करनयरण

समय योजना बना लन या वलवखत रप स सची बना लन मातर स ही परबनधन वकया जाना सिि नही

ह योजना की सफलता कायण योजना क वनयतरण पर वनिणर करती ह समय योजना म अनमावनत

समय को अवकत करन का कारण यही ह वक बाद म कायण योजना पर वनयतरण वकया जा सक यह

पता लग सक वक कायण अनमावनत समय म परा हआ ह या नही वनयतरण यही स आरमि होता ह

वनयतरण क वलए यह आिशयक ह वक समय योजना सपि वयिहाररक तकण सगत और लचीली हो

ऐसी योजनाओ का न किल वियानियन अवपत वनयतरण िी सरल हो जाता ह योजना बनात समय

कायण म आन िाली कवठनाईयोबाधाओ क पिाणनमान एि पिण समाधान पर विचार करन स जवटल

स जवटल कायण िी सरल हो जात ह मानवसक रप स बाधाओ एि कवठनाईयो हत तयार रहना

चावहए तथा अपना वनयतरण नही खोना चावहए यही एक वयिसथापक का सबस बड़ा गण ह

योजना म अिरोध आन पर उनह वनमन परकार स दर वकया जा सकता ह

अवत महतिपणण कायण को पहल समापत करक कायण की गवत बढ़ाना

पररिार क अनय सदसयो वमतरो और सहायको की मदद लना

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 70

कायण क पणण न हो पान की वसथवत म अपन विशराम क खाली समय म उस कायण को पणण करना

अब हम समय परबनध परविया क ततीय चरण क बार म जानग

3 समय आयोजन का मलयाकन

परबनध परविया का अवनतम चरण मलयाकन ह मलयाकन स वकसी योजना की सही िसत वसथवत पता

चलती ह जस कायण योजनानसार सफल हआ या नही वयवकत क लकषयो की पवतण हई या नही यवद

नही तो ि कौन-कौन स कारण ह वजनक कारण योजना असफल रही मलयाकन िारा इन अिरोधो

का विशलषण वकया जाता ह

कायण का वियानियन करत समय वनरीकषण करत रहना आिशयक ह तावक आिशयकता पड़न पर

योजना म आिशयक पररितणन वकए जा सक मलयाकन क दौरान वनमन वबदओ पर धयान दन की

आिशयकता ह

कया योजना वयिहाररक थी

कया बनाई गई योजना स पररिार क परतयक सदसय सति ह

कया कायण योजना न पररिार क सदसयो की नीद विशराम और सिासथय को परिावित वकया यवद

हा तो कस

जो कायण पणण नही हो सक उनक वलए कौन-कौन स कारक उततरदायी ह

समगर रप स योजना म कया सतोषजनक वबनद तथय ह

समगर रप स योजना यवद दोषपणण तथय ह तो उनह कस दर वकया जा सकता ह

मलयाकन क वलए चाटण की िी सहायता ली जा सकती ह इस गनट चाटण (Gantt Chart) िी कहत

ह उदाहरण क वलए एक गनट चाटण वनमनित ह इस चाटण क पहल दो कॉलम म योजना को विसतार

पिणक वलखा जाता ह तीसर कॉलम म मलयाकन वकया जाता ह तथा अवनतम कॉलम म अवनयोवजत

परनत अपवकषत कायण को अवकत कर वलया जाता ह

ताकरलका 42 समय आयोजन क मलयाकन का गट चाटय

ि0

स0

समय कायण योजना का विसतत

वििरण

समय अनसची क पणण वकए

गए कायण

अवनयोवजत

अपवकषत

कायण

पणण आवशक अपणण

1 600-700 सिय उठना बरश

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करनाचाय पीना मॉवनग

िॉक पर जाना

वबसतर

समटना

पोिा

सफाई

आवद

करना

सामान

खरीदन हत

2 700-730 बछचो को जगाना हाथ

मह धलाना बरश कराना

दध वपलाना आवद

3 730-800 नाशता तयार करना

4 800-830 पररिार को नाशता कराना

5 830-900 नाशत क बतणन साफ

करना

6 900-930 बछचो को विदयालय हत

तयार करना

7 930-1000 सकल ऑवफस आवद क

वलए वटवफन तयार

करना

8 1000-1030 सिय तयार होना

9 1030-1100 पिण वनधाणररत कायो को

वनपटाना

10 1100-130 दोपहर क खान की तयारी

तथा खाना तयार करना

यवद गहणी बाहर कायणरत

ह तो कायाणलय म

महतिपणण कायण समपावदत

करना

11 130-200 लच करना

12 200-430 कायाणलय क कायण

समपावदत करना

13 430-500 कायाणलय स घर

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आनाअलपािवध विशराम

बाजार

जाना

फोन पर

बात करना

इटरनट

आवद पर

समय

वबताना

14 500-600 शाम का नाशता तयार

करना चाय आवद

बनाना

15 600-630 बछचो क साथ समय

वयतीत करना

16 630-700 रावतर िोजन की तयारी

करना

17 700-930 िोजन तयार करना

िोजन परोसना रसोई

साफ करना

18 930-1000 अगल वदन क नाशत की

तयारी करना

19 1000 सोन की तयारी

444 समय वयवथापन क करनधायिक तततव

अब तक आपन एक महतिपणण ससाधन क रप म समय का अथण परकार एि उसक परबनधन क

विषय म समझा समय सबधी हमारी योजना तय कायणिमानसार चल यह सदि सिि नही हो पाता

ह हमारी समय वयिसथा वनमन तततिो िारा वनधाणररत होती ह

समय मलय

जसा वक हम जानत ह वक सबक पास एक वदन म किल 24 घट का समय ही होता ह इसी सीवमत

अिवध म सबको अपन कायण वनपटान होत ह परनत रोजमराण क जीिन म हम वकसी कायण क वलए

समय मलय को पहचानना आिशयक ह यह समय मलय विविनन गवतविवधयो क वलए विनन होता ह

परनत इसका परिाि पणणत समय परबनधन परविया पर पड़ता ह उदाहरण क वलए यवद आप अपन

कायणसथल बस स जात ह और बस क सटॉप पर आन का समय वनवशचत ह यवद आप इस समय मलय

को नही पहचानत ह तो आपकी बस िट जाएगी और आप कायण सथल पर दरी स पहचग या यह िी

सिि ह वक आप उस वदन कायणसथल पर जा ही ना पाए वजसस आपकी परी समय योजना परिावित

होगी इसक विपरीत यवद आप समय मलय पहचानत ह तो आप समय पर बस सटॉप जाकर बस

पकड़ पाएग और इस एक कायण को समय पर पणण कर पान स आप सची म अवकत अनय दसर कायो

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 73

को करन क वलए परररत होग कोई िी कायण यवद समय पर पणण हो तो ही उसका समय मलय वमल

पाता ह और यह आपक समय परबनधन को सकारातमक या नकारातमक रप स वनधाणररत करत ह

समय मानक

lsquoसमय मानकrsquo अथिा lsquoमानक समयrsquo का अथण वकसी कायण को कशलतापिणक समपावदत करन म

लगन िाल समय स ह घरल कायो क वलए गहणी को मानक सिय सथावपत करन होत ह जञान

अभयास सिाद और आदान-परदान िारा मानको म वनरनतर सधार वकया जा सकता ह मानको क

बहतर होन का सीधा परिाि आपकी समय परबनधन परविया पर पड़ता ह

समय मानक स अविपराय उस समय स ह जो वक एक विया को परा करन म लगता ह अथाणत एक

कायण को पणण करन म वकतना समय वयय होगा यह वनवशचत करना ही समय मानक ह

समय-िम

एक वदन म वकए जान िाल समसत कायो की समय क पररपरकषय म िम वयिसथा ही समय िम

कहलाती ह यवद वयिसथापक िारा िम वनधाणररत वकया गया ह तो इसस कायण सरलता एि

कशलतापिणक सपनन हो जाता ह इस परकार शारीररक और मानवसक थकान नही होती ह समय

िम का अथण ह दवनक कायो (घरल कायो) को िम स समपावदत करना अथाणत कायो को ऐसा िम

दना तावक सिी कायण वनधाणररत समय पर वबना थक सपनन हो जाए समय िम वनमन वबनदओ पर

वनिणर करता ह

1 घरल वियाओ का आपसी सबध

2 वयवकत की कायो क परवत रवच

समय िम वनधाणररत करत समय धयान रखन योगय बात वनमनवलवखत ह आइए इन पर दवि डाल

क कायण क परारप और परकवत को समझ एक परकार क कायो को समहीकत कर दख वक वकन

दो-तीन कायो को एक िम स करन पर िागदौड़ कम होती ह इस परकार इन कायो को करन म

समय और शवकत दोनो ही कम खचण होगी

ख वियाओ क िम वनधाणरण म रवच ल निीन परयोग कर दसरो क अनिि स सीख सबवधत

सावहतय पढ़

ग घर क वजन कायो को उपकरण की सहायता स वकया जा सकता ह उन उपकरणो पर अपनी

सामथयणनसार वनिश कर जस िॉवशग मशीन माइिोिि िकयम कलीनर इलकरॉवनक मॉप

इतयावद

घ अपनी रवच अनसार िम को बदल द जस पहल िारी कायण वफर हलका कायण या पहल नीरस

कायण वफर रवचकर कायण यह दख वक वकन वसथवतयो म आप उततम परकार स काम कर पा रही ह

उसम अभयसत होन का परयास कर

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कायय िाि

परतयक वदन एक समय ऐसा आता ह जब गहणी पर सिाणवधक कायणिार आ पड़ता ह अवधकतम

कायणिार िाल समय को lsquoवशखर समयrsquo (Peak Time) िी कहत ह इस समय पर एक क बाद एक

िम स अनको कायण वनपटान पड़त ह यह कायणिार पररिार क सदसयो की सखया आय रहन-सहन

सतर वयिसाय एि जीिन शली पर वनिणर करता ह

एक अधयापक क वलए माचण-अपरल माह का समय अतयवधक कायणिार िाला ह इसी परकार एक

कामकाजी सतरी क वलए सबह का समय lsquoवशखर समयrsquo ह

अवधकतम कायणिार स पणणतया बचा तो नही जा सकता परनत कि उपायो िारा इस अपकषाकत कम

वकया जा सकता ह जस सरल काम को थोड़ा-थोड़ा वनपटा कर उपकरणो की सहायता लकर पिण

तयारी कर तथा पररिार क सदसयो क सहयोग िारा आवद

कायय वि

कायण िि एक परकार का यतर ह जो मलतः उदयोगो म उपयोग म लाया जाता ह कायण का िि एक

वनधाणररत समय म कायण क उतपादन म पररितणन को दशाणता ह कायणकताण िारा वकए गए कायण की

इकाई की मातरा वदए हए समय म वगनी जाती ह और इस परावपत की सखया को िि क रप म दशाणया

जाता ह उतपादन कब-कब परिावित होता ह इसका वनरीकषण वकया जाता ह

कई अधययनो स यह जञात होता ह वक सबह क समय कायणकषमता अवधक होती ह कयोवक शरीर म

नई सफवतण और ताजगी िरी रहती ह सबह समसत कायण तीवर गवत स होत ह दोपहर तक कायण करन

की गवत मनद होती जाती ह एक समय ऐसा आता ह जब विशराम की आिशयकता अनिि होन पर

कई वयवकत अलप विशराम करत ह और विशराम उपरानत उनकी कायणकषमता बढ़ जाती ह इसक

विपरीत कई वयवकत सबह स सायकाल तक वबना थक कायण करत ह और वफर शाम क समय थकान

महसस करत ह

करचर 42 एक गहणी का करदन म कायय वि

सिाणवधक

कायण शवकत कम

घटत हए िम म सबह दोपहर शाम रावतर

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कायण िि वकस परकार समय परबनधन म सहायक ह यह जानना आिशयक ह इस िि की सहायता

स वयवकत की शारीररक और मानवसक कषमता तथा कायण समपादन एि समय क मधय सबध का पता

चलता ह इस परकार कायण का उवचत परकार स वििाजन करक गहणी वनवशचत समय म अवधकतम

कायण कर सकती ह

जीवन चि

पररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म िी कायण िि विनन-विनन होता ह इस सबध म

हम वपिली इकाई म पढ़ चक ह आइए इसको िि क माधयम स समझन का परयास कर

करचर 43 पारिवारिक जीवन चि की करवकरिनन अवथाओ म समय चि

1 2 3 4

जीिन चि अिसथाए

1 परारवमिक अिसथा

2 विसतार अिसथा

3 सकवचत अिसथा

4 सिावनिवत अिसथा

विशराम काल वनरनतर कायण करन क बाद शारीररक और मानवसक थकान होना सिािाविक ह

थकान दर करन क बाद पनः नई सफवतण स कायण करन क वलए यह आिशयक ह वक शरीर को थोड़ा

विशराम वदया जाए विशराम काल का हमारी कायणकषमता पर सकारातमक परिाि पडता ह

अब तक आपन समय को एक ससाधन क रप म जाना तथा उसस सबवधत उन सिी विषयो की

समय

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जानकारी परापत की वजनकी सहायता स इस और िी उपयोगी बनाया जा सकता ह अगल िाग म हम

एक और महतिपणण घरल ससाधन शवकत क विषय म जानग

अभयास परशन 2

1 सही या गलत बताइए a समय अनसची एक सधारण कायण योजना ह वजसम सिी िोट-बड़ कायो की सची बना ली

जाती ह

b समय आयोजन का मलयाकन गनट चाटण की मदद स वकया जाता ह

c समय योजना क पाच चरण होत ह

2 समय वयिसथापन की पररिाषा दीवजय

3 समय क परकार बताइए

आइए अब अनय ससाधन शवकत क विषय म जान

45 शकतत एक सासाधन शवकत एक अतयनत महतिपणण ससाधन ह यह विवदत ह वक परतयक कायण चाह िोटा हो अथिा बड़ा

उसम ऊजाण या शवकत की आिशयकता होती ह शवकत को किल अनिि वकया जा सकता ह इसकी

गणना बहद कवठन ह यही कारण ह वक शवकत वयिसथापन समय वयिसथापन की तलना म कवठन

कायण ह यह वयवकत क शारीररक और मानवसक सिासथय पर वनिणर करता ह आइए इस पर चचाण कर

451 वयवथापन

शवकत वयिसथापन का आशय अपनी शारीररक एि मानवसक कषमता क अनसार गह कायण एि अनय

सबवधत कायो को सपावदत करना ह तावक थकान का अनिि कम स कम हो शवकत वयिसथापन म

शवकत उपयोग तथा अिशष शवकत पर बल वदया जाता ह अिशष शवकत का तातपयण उस ऊजाण स ह

जो कायण करन क बाद बच जाती ह और वजसका उपयोग वयिसथापक मनोरजन विशराम या पररिार

क सदसयो क साथ अनय वियाकलापो म करना चाहता ह

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घरल वियाओ क समपादन म कम स कम ऊजाण वयय हो इसक वलए आिशयक ह वक गह

वयिसथापक वनमन बातो पर धयान द

पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ एि शवकत उपयोग आिशयकता का आपस म

सबध

घरल कायण वजनम सिाणवधक शवकत की आिशयकता होती ह

शारीररक एि मानवसक थकान का पथक-पथक अनिि

शवकत वयिसथापन वकस परकार वकया जाए

452 पारिवारिक जीवन चि म शकरि की माग

वपिल िाग म आपन दखा वक वकस परकार समय की माग पाररिाररक जीिन की अिसथाओ क

साथ-साथ बदलती रहती ह पाररिाररक जीिन चि की वजस अिसथा म समय की माग अवधक

रहती ह उसी अिसथा म शवकत की माग िी अवधक रहती ह

आइए पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म शवकत की माग पर सवकषपत रप स चचाण

कर

परथम अवथा (परािकरमिक अवथाBeginning stage)

पररिार दो लोगो क मधय ििावहक सबध स आरमि होता ह इस समय पररिार म किल निदमपवत

ही होत ह अतः इस अिसथा म समय की माग अवधक नही रहती ह यवद दोनो कामकाजी ह तो

शवकत की माग कम अथिा मधयम रहती ह

करदवतीय अवथा (करवताि अवथाExpanding stage)

इस अिसथा म पररिार म वशश आगमन हो जाता ह पररिार म सदसयो की सखया बढ़ जाती ह

वशश लालन-पालन एि दखिाल क वलए सिाणवधक शवकत की आिशयकता होती ह कयोवक वशश

पणणतया अपन माता-वपता विशषकर माता पर वनिणर होता ह इसवलए इस अिसथा म शवकत की माग

सिाणवधक होती ह

ततीय अवथा (सककरचत अवथाContracting stage)

यह अिसथा पाररिाररक जीिन चि म सकचन का परतीक ह इस अिसथा म बछच आतमवनिणर हो

जात ह तथा पररिार की वजममदाररयो को समझन लगत ह बछचो का वििाह हो जाता ह अथिा िह

वयिसावयक रप स सिय को सथावपत कर लत ह

चतथय अवथा (वदधावथाRetirement stage)

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इस अिसथा म माता-वपता क सिी उततरदावयति पणण हो जात ह अब पररिार म पनः िो ही वयवकत

ही रह जात ह वजनस पररिार का आरमि हआ था यवद बछच अपन माता-वपता क साथ िी रहत ह

तो िी माता-वपता की शवकत की माग घरल कायोगह परबनध की दवि स नगणय होती ह इस

अिसथा म गहणी की शारीररक कषमता वदन परवतवदन कषीण होती जाती ह

ताकरलका 43 पारिवारिक जीवन चि म शकरि की माग

अिसथा शवकत की माग

बहत कम मधयम बहत अवधक

परथम अिसथा

वितीय अिसथा

ततीय अिसथा

चतथण अिसथा

453 थकान

शवकत वयिसथापन म थकान का विशष महति ह एक लबी समयािवध तक लगातार कायण करत रहन

स थकान उतपनन होती ह लगातार काम करत रहन पर वयवकत िारा शारीररक एि मानवसक कारणो स

कायण कर पान म असमथणताअसकषमता को सरल िाषा म थकान कह सकत ह थकान का एक मखय

कारण शारीररक दबणलता िी ह परायः दखा जाता ह जो कायण रवचकर होत ह उनह करन म थकान

का अनिि कम होता ह शवकत वयिसथापन क वलए थकान दर करना अवत आिशयक ह थकान

दर होन पर वयवकत पनः तनाि मकत एकागरवचतत और नए उतसाह स कायण करता ह शारीररक थकान

म कायण समपावदत करन पर मनषटय क शारीररक और मानवसक सिासथय पर कपरिाि पड़ता ह

आइए थकान क विषय म कि रोचक तथयो को जान

थकान क कािण

थकान मखयतः दो कारणो स हो सकती ह

बाहय या िौकरतक कािक

अवधक कायणिार कम समय म अवधक काम वनपटाना अनपयकत कायण कषतर अनवचत शारीररक

वसथवत अपणण परकाश उवचत खान-पान न वमलना आवद क कारण थकान हो सकती ह य थकान

उतपनन करन िाल िौवतक कारक ह इन कारको को एक सीमा तक वनयवतरत वकया जा सकता ह

आनतरिक या मानकरसक कािक

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 79

रोग गरसत शरीर मानवसक आघात अलप अथिा उछच रकतचाप मधमह मोटापा हदय रोग काम म

रवच या जञान-कौशल का अिाि तथा वयवकत का नकारातमक दविकोण थकान क मानवसक कारण

ह इन कारको पर वयवकत को सिय वनयतरण रखना होता ह

थकान क लकषण

शारीररक एि मानवसक रप स कायण म रवच न लना

एकागरता म कमी

उबासी नीद जमहाई आना

वयवकत दखन म वशवथल और रसहीन वदखाई पड़ता ह

काम करन म अवधक समय लना

काम म बहत गलवतया होना

थकान क परकाि

थकान दो परकार की होती ह

शारीररक थकान

मनोिजञावनक थकान

शािीरिक थकान

लगातार काम करन क कारण शरीर और अवधक कायण न कर पान की वसथवत म होता ह शरीर म

ऊजाण िोजन स परापत होती ह शरीर म िोजन उपापचय क दौरान काबोहाईडरट स गलकोज म बदल

जाता ह यह गलकोज रकत म वमलकर पवशयो म पहचता ह पवशया गलकोज का सचय कर लती ह

रकत म उपवसथत हीमोगलोवबन नामक ततति ऑकसीजन का सिहन करता ह ऑकसीजन पवशयो म

उपवसथत गलकोज स विया करक पाइरविक अमल तथा बाद म लवकटक अमल बनाता ह यह

लवकटक अमल पनः ऑकसीजन क साथ विया कर काबणन डाई ऑकसाइड तथा जल बनाता ह इस

परकार पवशया वनरनतर गलकोज का ऑकसीकरण करती रहती ह तथा शरीर को ऊषटमा एि ऊजाण

वमलती रहती ह

कायण करन की दशा म पवशया वनरनतर सकवचत और परसाररत होती रहती ह इस परकार पवशयो म

सवचत ऊजाण समापत हो जाती ह और उस सथान पर लवकटक अमल का वनमाणण हो जाता ह वजसका

पनः ऑकसीकरण होना आिशयक ह

विशराम की अिसथा म पवशयो म सगरवहत लवकटक अमल का ऑकसीकरण हो जाता ह वजसक

फलसिरप काबणन डाई आकसाइड जल एि ऊषटमा की उतपवतत होती ह तथा थकान दर हो जाती ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 80

विशराम करन स वयवकत की कायणकषमता पिणित हो जाती ह पवशयो की थकान को अरगोमीटर

(Ergometer) नामक यतर स नापा जाता ह

मनोवजञाकरनक थकान

इस परकार की थकान का कारण शारीररक न होकर मानवसक होता ह मनोिजञावनक थकान कई बार

शारीररक थकान स अवधक तीवर होती ह इसक कारण वयवकत की कायणकषमता पर नकारातमक परिाि

पड़ता ह नीरस थकान एि कणठाजनय थकान इसक उदाहरण ह

थकान दि किन क उपाय

उवचत विशराम लकर थकान को दर वकया जा सकता ह

कायण म वकसी पररक सरोत की उपवसथवत स थकान का अनिि कम होता ह

कायण म पररितणन करत रहन स कायण नीरस नही लगता वजसस थकान कम लगती ह

उवचत खानपान एि शारीररक मिा स थकान को दर वकया जा सकता ह

आधवनक उपकरणो तथा तकनीक की सहायता

454 शकरि वयवथापन परकरिया

समय वयिसथापन की िावत ही शवकत क उपयोग की योजना िी बनाई जाती ह समय क मापन क

वलए घट वमनट सकणड या वदन महीन साल आवद इकाईयो का परयोग होता ह जबवक शवकत

वयिसथापन म शवकत को मापन हत विविनन वियाओ म वयय शवकत मलय को मापा जाता ह वजसका

मातरक कलोरीवकलो कलोरीजल ह (1 जल=418 वकलो कलोरी) गहणी क कायण करन की

कषमता कशलता योगयता तथा इछिाशवकत आकलन को आधार माना जाता ह

शकरि वयवथापन हत धयान दन योगय बात

परातः काल का समय सिी कायो क वलए परतयक दवि स उततम माना गया ह अतः परयास वकया

जाना चावहए वक परातः काल म अवधकावधक कायण सपनन हो सक

कायण योजना म विशराम को विशष रप स समय दना चावहए

अपनी रवच या परकवत क अनसार दखना चावहए वक कायण करन क वकस तरीक को अपनान पर

आपको सबस कम थकान लगती ह यह अभयास अनिि तथा परयोग करत रहन स पता चल

पायगा

विशराम क साथ-साथ मनोरजन पर िी धयान दना आिशयक ह

पाररिाररक लकषयो स पररिार क सिी सदसयो को अिगत कराना चावहए तावक गहणी को

उनका योगदान िी परापत हो सक

कायय योजना क करियानवयन का करनयरण

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 81

शवकत वयिसथापन हत बनायी गई कायण योजना का उवचत वियानियन वकया जाना आिशयक ह और

वनयतरण करन पर यह पता चलता ह वक कायण वकस सीमा तक योजना क अनसार चल रहा ह कायण

क उवचत वििाजन तथा समय पर वयिवसथत तरीक स काम करन पर कम स कम शारीररक एि

मानवसक शवकत वयय होती ह

शकरि वयवथापन का मलयाकन

समय वयिसथापन की िावत शवकत वयिसथापन का मलयाकन वकया जाना िी अवनिायण ह अब तक

आप मलयाकन एि मलयाकन विवध स िली-िावत पररवचत हो चक ह मलयाकन िारा जञात होता ह

वक शवकत वयिसथापन म कहा-कहा तथा वकन सतरो पर कमी रही ह और उन कवमयो क कया कारण

रह ह उन कारणो को जञात करना आिशयक ह तावक िविषटय म इसकी पनरािवतत न हो

शवकत वयिसथापन म आतम मलयाकन कर गहणी सिय स पि सकती ह जस

कया मन लकषय परावपत हत उवचत शवकत ससाधनो का परयोग वकया ह

कौन-कौन स कायण मझ अरवचकर परतीत होत ह कया इन कायो क परवत मन अपना दविकोण

बदला ह

म थकान को वकस परकार दर कर सकती ह

कया म कायण को और सरल बनान क उपाय खोज सकती ह

कया म आराम एि विशराम करन क तरीको को िली परकार जानती ह कया म इन तरीको का

उपयोग थकान वमटान क वलए कर सकती ह

इकाई क अत म आइए कि बोध परशनो को हल कर

अभयास परशन 3

1 पाररिाररक जीिन चि की वकस अिसथा म शवकत की सिाणवधक माग रहती ह

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2 थकान क परकार बताइए helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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3 थकान होन क मानवसक कारणो को सचीबदध कीवजय helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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4 थकान को वकन तरीको स दर वकया जा सकता ह

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46 सारााश इस अधययाय म आपन गह परबनध म महतिपणण िवमका वनिान िाल ससाधनोसाधनो क विषय म

पढ़ा आपन समझा वक परतयक वयवकत एि पररिार क पास कि न कि ससाधन अिशय होत ह य

ससाधन पाररिाररक लकषयो की परावपत म सहायता करत ह चवक समसत ससाधन सीवमत होत ह अतः

उनका बविमतता पणण उपयोग करना आिशयक ह मानिीय ससाधनो म समय और शवकत दो ऐस

ससाधन ह जो वनवशचत मातरा म ही उपलबध होत ह कई वयवकत समय का सही उपयोग कर जीिन म

सफल हए ह आपन पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म सामजसय बठान क वलए

समय और शवकत वयिसथापन क महति एि परविया का अधययन वकया इन दोनो ससाधनो क

वयिसथापन एि अवधकतम उपयोग को कौन-स ततति वनधाणररत करत ह इसक विषय म िी आपन

इस इकाई म जाना

47 पाररभाषिक शबदावली मानवीय साधन मानि म अनतवनणवहत जनमजात एि अवजणत गण

अमानवीय साधन िह िौवतक साधन वजनह आखो स दखा एि सपशण वकया जा सकता ह

जकरवक समय जीिो क िीतर एक वनवशचत समय पर होन िाली गवतविवध

मानक समय वकसी कायण को कशलतापिणक समपावदत करन म लगन िाला समय

शकरि वयवथापन अपनी शारीररक एि मानवसक कषमता क अनसार गह कायण एि अनय

सबवधत कायो को सपावदत करना तावक थकान का अनिि कम स कम हो

48 अभयास परशनो क उततर

अभयास परशन 1

सही विकलप चवनय

1 बवदध 2 मनोिजञावनक समय

अभयास परशन 2

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1 सही या गलत बताइए a गलत

b सही c सही

2 पररिार म होन िाली विविनन वियाओ म तथा उपलबध समय क बीच अनकलतम समायोजन

को समय वयिसथापन कहा जाता ह

3 गणितता समय मनोिजञावनक समय जविक समय समय-सीमा

अभयास परशन 3

1 वितीय एि ततीय अिसथा म

2 शारीररक थकान एि मनोिजञावनक थकान 3 रोग गरसत शरीर मानवसक आघात अलप अथिा उछच रकतचाप मधमह मोटापा हदय रोग

काम म रवच या जञान-कौशल का अिाि तथा वयवकत का नकारातमक दविकोण

4 थकान दर करन क उपाय

उवचत विशराम लकर थकान को दर वकया जा सकता ह

कायण म वकसी पररक सरोत की उपवसथवत स थकान का अनिि कम होता ह

कायण म पररितणन करत रहन स कायण नीरस नही लगता वजसस थकान कम लगती ह

उवचत खानपान एि शारीररक मिा स थकान को दर वकया जा सकता ह

आधवनक उपकरणो तथा तकनीक की सहायता

49 सनदभण गरनथ सची 1 डॉ0 िनदा वसह घरल बजट एि ससाधन वयिसथा 2005 पचशील परकाशन जयपर

2 डॉ0 मज पाटनी गह परबनध सटार पवबलकशनस आगरा

3 P Nickel and JM Dorsey Management in family living Willey Eastern

Limited New Delhi

410 ननबनधातमक परशन 1 पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म समय और शवकत की माग की सवचतर

वयाखया कीवजय

2 समय अनसची स आपका कया तातपयण ह

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3 परयोगातमक परशन एक कामकाजी सतरी हत वजसक दो विदयालय जान िाल बालक ह और जो

एकल पररिार म रहती ह दवनक एि सापतावहक कायण योजना बनाइय तथा उन सहायक

उपकरणो तथा वबनदओ क विषय म वलवखय वजसकी सहायता स िह अपन घरल कायो म

लगन िाल समय एि शवकत की बचत कर सक

इकाई 5 ननरणय परकरिया

51 परसतािना

52 उददशय

53 वनणणय परविया का अविपराय

531 वनणणय परविया की पररिाषाए

532 वनणणय परविया का महति एि िवमका

54 वनणणय परविया को परिावित करन िाल कारक

55 वनणणय परविया क चरण

56 वनणणयो क परकार

57 वनणणय शवलया

58 वनणणय तथा वििाद

59 साराश

510 पाररिावषक शबदािली

511 अभयास परशनो क उततर

512 सनदिण गरनथ सची

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513 वनबधातमक परशन

51 परसतावना इस इकाई म आप वनणणय परविया क अविपराय पररिाषा एि महति स पररवचत होग इस पाठ को

पढ़न क उपरानत आप वनणणय परविया को परिावित करन िाल विविनन कारको एि वनणणय परविया क

चरणो क विषय म विसतारपिणक समझ पाएग वनणणय चनाि की वसथवत ह तथा गह

परबनधकवनणणयकताण को समय-समय पर अनक परकार क वनणणय लन पड़त ह इस इकाई म आप

वनणणय लन की चार परमख शवलयो क विषय म िी पररवचत होग

52 उददशय परसतत इकाई का उददशय आपको वनणणय परविया का अथण महति एि पररिाषा स पररवचत करना ह

इस इकाई क अधययन क उपरानत आप

वनणणय परविया को परिावित करन िाल कारको क विषय म जान पाएग

वनणणय परविया क चरणो क िम स पररवचत होग

विविनन परकार क वनणणयो क विषय म जान पाएग तथा

वनणणय शवलयो क परकार तथा वनणणय एि वििाद स पररवचत होग

आइए सिणपरथम यह जान वक वनणणय परविया का कया अविपराय ह

53 ननरणय परकरिया का अभभपराय वनणणय परविया गह परबनधन का आिशयक अग ह अपन दवनक जीिन म विविनन लकषयो एि उददशयो

की पवतण तथा कायो क समपादन हत मनषटय को कई वनणणय लन पड़त ह परबनधन क कषतर म वनणणय

परविया का महति बहत अवधक ह िासति म परबनधन स वनणणय परविया को पथक नही वकया जा

सकता ह गह परबनधन की गणितता गह परबनधक िारा वलए गए वनणणयो पर वनिणर करती ह जब

किी वयवकत क समकष चनाि की वसथवत उतपनन होती ह तो वकसी एक विकलप क सदिण म वनणणय

लना आिशयक हो जाता ह वनणणय लना एक मानवसक परविया ह वजसम वयवकत वकसी समसया क

समाधान हत विविनन उपलबध विकलपो म स सिाणवधक उततम विकलप का चनाि करता ह वकसी

िी उददशय अथिा लकषय की परावपत हत वयवकत को कई वनणणय लन पड़त ह कि समसयाओ क वनणणय

िोट होत ह तथा इनह वयवकत लघ समय अनतरालो पर लत रहत ह परनत कि वनणणय बड़ होत ह

वनणणय लन स पिण समसया क वनदान हत उपलबध विविनन विकलपो क सदिण म जानकारी एकवतरत

करनी पड़ती ह इसक उपरानत परबनधक विविनन विकलपो क लाि एि हावन पकष पर विचार करता ह

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तथा अत म सबस उततम परतीत होन िाल विकलप का चनाि कर लता ह वनणणयो क पररणामो का

उततरदावयति िी परबनधन पर ही होता ह एक वनणणय ल लन स पररिार दविधा की वसथवत स वनकल

जाता ह तथा वलए गए वनणणय की वदशा म कायण करना आरमि कर दता ह किी- किी पिण म उततम

समझ गए वनणणय को जब वियावनित वकया जाता ह तो उसक पररणाम सतोषजनक परापत नही होत ह

ऐसी वसथवत म नए विकलपो पर विचार एि निीन समाधान का चनाि एि वियानियन आिशयक

होता ह

गरॉस एि िणडल क अनसार- ldquoपरबनधन परविया क विविनन चरण यथाथण म वनणणयो की एक शरखला

मातर ह वजसम परतयक वनणणय अनततः वलए गए वनणणय पर आधाररत होता ह वलए गए वनणणय क

पणण पररणामो को परापत करन म समय लगता हrdquo

आइए अब इस परविया क महति एि इसकी िवमका क विषय म जान

531 करनणयय परकरिया की परििाषाए

वनणणय परविया क सदिण म कि महतिपणण पररिाषाए वनमनवलवखत ह

गरॉस एि िणडल क अनसार- ldquoवनणणय लना अथिा विकलप चनाि कायण क विविनन विकलपो म स

वकसी एक विकलप को चनना या वकसी िी विकलप को न चनन की परविया हrdquo

वनवकल एि डासी क अनसार- ldquoसमसया को पररिावषत करना खोजना तलना करना एि एक कायण

विवध का चनाि करना वनणणय परविया क तथयो स समबवनधत हrdquo

राबणट टवननबम क अनसार- ldquoमानि वयिहार अचतन अथिा चतन परवियाओ का पररणाम ह जब

परवियाए चतन होती ह तब वनणणय लन की परविया समपनन होती हrdquo

िबसटर शबदकोष क अनसार- ldquoएक वनणणय विचार करन क उपरानत वकया गया वनशचय अथिा परापत

पररणाम हrdquo

532 करनणयय परकरिया का महतव एव िकरमका

परबनधन परविया को सचार रप स चलान क वलए वनणणय परविया अवनिायण ह वनणणय लन को

परबनधन परविया क हदय क रप म माना गया ह गह परबनधक िारा वलए गए वनणणय पाररिाररक

जीिन की वदशा वनधाणररत करत ह साथ ही पररिाररक जीिन की गणितता को िी परिावित करत ह

वनणणयो क आधार पर पररिार ितणमान समसया का समाधान परापत करत ह पररिार िारा वलए गए

वनणणय उसक िविषटय को परिावित करत ह अवधकाशतः वनणणयकताण यह परयास एि अपकषा करता ह

वक उसक िारा वलए गए वनणणय पररिार क वहत म हो एि उनस उततम पररणाम परापत हो

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परबनधन म वनणणय परविया वक यह िवमका ह वक इस चरण म समसया क समाधान हत आिशयक

जञान एि सचना का परयोग िासतविक समसया को हल करन क वलए वकया जाता ह वनणणयकताण म

वसथवत को समझन की योगयता समसया क समाधान हत आिशयक वयिहाररक जञान एि विविनन

पररवसथवतयो म उवचत सामजसय सथावपत करन की योगयता होनी चावहए जीिन क बड़ लकषयो स

समबवनधत वनणणय जस सथाई आिास एि वयिसाय वििाह आवद स समबवनधत वनणणयो क पररणाम

दरगामी होत ह एक बार यवद इन विषयो क सदिण म वनणणय ल वलए जात ह तो उनह आसानी स

बदला नही जा सकता ह यदयवप कि वनणणय जो जीिन क बड़ लकषयो स सममबवनधत नही होत ह

उनम आसानी स पररितणन सिि ह वसथवत क अनरप एि उवचत वनणणयो क माधयम स वयवकत शीघर

इवछित लकषयो एि पररणामो को परापत कर सकता ह िही गलत वनणणय क कारण वयवकत अथिा

पररिार को समसयाओ का सामना करना पड़ सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक हमार िारा

वलए गए वनणणय हमार जीिन क सतर एि लकषयो को परिावित करत ह

आइए अब वनणणय परविया को परिावित करन िाल कारको क बार म चचाण कर

54 ननरणय परकरिया को परभाषवत करन वाल कारक

वयवकत अपन जीिन म कई परकार क वनणणय लत ह कि वनणणय वयवकतगत होत ह तथा कि वनणणय

पाररिाररक होत ह वयवकत को समय-समय पर आवथणक एि वयिसाय समबनधी वनणणय िी लन पड़त

ह कई बार वसथवत अनसार वनणणय सपि एि सरल होत ह वयवकत अपनी आदतो क कारण िी इन

वनणणयो को शीघर ल लत ह यदयवप कि वनणणय जवटल होत ह एि इनह पणण करन क वलए कई चरणो

की आिशयकता होती ह वयवकत क वनणणयो को कई कारक परिावित करत ह

कि महतिपणण कारक जो वनणणय परविया को परिावित करत ह वनमनवलवखत ह

पवय अनिव

पिण म अथिा ितकाल म हमार िारा वलए गए वनणणय िविषटय म वलए जान िाल वनणणयो को परिावित

करत ह परायः यह दखा गया ह वक अमक वसथवत म यवद वकसी वनणणय परविया क उपरानत

सकारातमक तथा अछि पररणाम परापत हए हो तो वयवकत परबनधक उसी वसथवत विशष म पनः िही

वनणणय परविया को दोहराता ह यह िी सतय ह वक वयवकत अपनी गलवतयो स सीखत ह ि परायः उन

वनणणयो को नही दोहरात वजन क कारण उनह ितकाल म हावन हई थी परनत यह आिशयक नही की

पिण अनििो पर आधाररत वनणणय ही सिोतम वनणणय हो

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पवय धािणाय अथवा पवायगरह

हम जो परतयकष रप स दखत ह उस हम शीघर सिीकार कर लत ह हमार पिण जञान अिलोकन एि

अनििो क कारण हमारी पिणधारणाय वनवमणत हो जाती ह यह पिण धारणाय हमार वनणणयो को

परिावित करती ह जो वनणणय पिण धारणाओ स परिावित होकर वलए जात ह ि अवधकतर तरवटपणण

अथिा अपरिािशाली वसदध होत ह पिण धारणाओ क कारण वयवकत की सजञानातमक परविया तथा

सोच परिावित होती ह पिाणगरहो स परिावित होकर हम किल उनही तथयो को सिीकार करत ह जो

हमारी मानयताओ अवििवततयो एि मलयो पर आधाररत होत ह वजन वनणणयो म वयवकत को अवधक

जोवखम नजर आता ह परायः वयवकत उनह नही लत एि अपनी पिण धारणाओ तथा अिलोकनो क

आधार पर इस परकार क वनणणय को सही वसदध करन का परयास करत ह ऐस वयवकत सिय िारा पिण म

अवजणत जञान पर अतयवधक विशवास करत ह नए अिलोकनो एि सचनाओ को वजनक बार म ि

आशवसत न हो ि शीघर ही असिीकार कर दत ह ि वसथवत को उसक समपणण पररपकषय म नही दख

पात ह अतः उनक िारा वलए गए वनणणय दोषपणण होत ह ऐस वनणणयो क पररणाम अवधक लािकारी

नही होत ह

करनणययकताय की आय

शोध िारा यह वसदध हो चका ह वक वयवकत की आय उसक िारा वलए गए वनणणयो को महतिपणण रप

स परिावित करती ह विविनन आय िगो िारा वलए जान िाल वनणणयो क परकार म िी अनतर दखा

गया ह उदाहरण क वलए परौढ़ वयवकत अपनी वनणणय लन की कषमता पर अवधक विशवास करत ह ि

सिय िारा वलए गए वनणणयो को ही उवचत मानत ह उनका सिय क वनणणयो पर अवत आतमविशवास

कई बार उनह समसया क वनराकरण हत निीन तकनीको को उपयोग म लान स रोकता ह

करनणययकताय की बौकरदधक कषमताए

मानि की बवदध उसक विचारो सोच सजनातमकता एि वलए गए वनणणयो का सतरोत ह परतयक मनषटय

की बौवदधक कषमता दसर वयवकत स विनन होती ह सामानय मानि बवदध की अपनी सीमाए होती ह

समसया क समाधान हत उपलबध सिी विकलपो का तलनातमक अधययन करना मानि मवसतषटक क

वलए कवठन कायण ह मनोिजञावनक रप स िी वनणणय लन की वसथवत म वयवकत दविधा का अनिि

करता ह

परायः यह दखा गया ह वक उछच बौवदधक कषमताओ िाल वयवकत अवधक रवढ़िादी वनणणय लत ह

यदयपी ऐस वयवकत िी होत ह जो अपनी मानवसक कषमताओ क आधार पर वलए जान िाल वनणणय म

अतवनणवहत जोवखम की गणना करत ह यवद उनह परतीत होता ह वक वकसी योजना म सफलता एि

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लाि की अछिी समिािना ह तो िह उस योजना क पकष म वनणणय ल लत ह वनमन बौवदधक कषमता

िाल वयवकत स निीन उततम एि योजनाबदध वनणणयो की अपकषा कम होती ह

मलय

परतयक वयवकत िारा वलए गए वनणणय उसक वयवकतगत अथिा पाररिाररक मलयो स परिावित होत ह

मलय वनणणय परविया को परिावित करन िाला एक महतिपणण कारक ह गरॉस एि िणडल क अनसार

ldquoमलय वनणणय हत अविपररक की िावत कायण करत हrdquo वयवकत क जीिन मलय परतयक चरण म उसक

िारा वलए गए वनणणयो को परिावित करत ह उदाहरण क वलए महनती वयवकत अपन कायो एि

वनणणयो म सिय क शरम पर अवधक वनिणर रहता ह एक समवपणत माता अपन बछचो का पालन-पोषण

उततम परकार स करती ह िही एक उदयमी वयवकत नौकरी करन की अपकषा सिय का उदयम सथावपत

करन अथिा कारोबार करन म अवधक रवच लता ह

समया क सदिय म जञान एव करवकरदत सचनाए

एक उततम वनणणय तिी वलया जा सकता ह जब समसया अथिा वसथवत विशष क सदिण म समवचत

जञान एि सचनाए उपलबध हो वसथवतसमसया क विविनन आयामो का जञान एि उपलबध विकलपो

क सदिण म महतिपणण सचनाओ की जानकारी उततम वनणणय लन म सहायक वसदध होती ह जञान एि

सचनाओ क अिाि म वलए गए वनणणयो क पररणाम अपकषाओ स नयन अथिा विपरीत हो सकत ह

पाररिाररक जीिन म बछचो क िविषटय को दविगत रखत हए वशकषा कषतर क चनाि म अवििािक

समबवनधत कषतर क विषय म जञान एि सचनाए एकवतरत करत ह तावक उनक िारा वलए गए वनणणयो क

पररणाम बछच क िविषटय हत उपयोगी हो

बाजार म आज शरम एि शवकत की बचत करन िाल विविनन बराड कीमतो एि गणितता िाल

उपकरण उपलबध ह कशल गह परबनधक उनक िय स समबवनधत वनणणय लन स पिण बाजार म

उपलबध विकलपो उपकरणो की विशषताओ तथा गणितता समबनधी जञान परापत करत ह इन

सचनाओ एि जञान क अिाि म पररिार क बजट एि आिशयकता क अनरप उपकरण िय

समबनधी वनणणय उततम नही हो सकता ह

समय का परिाव

समय का परिाि परतयक काल म वलए गए वनणणय पर दविगत होता ह परौढ़ वयवकतयो क वनणणय उनक

ितकाल की वसथवतयो एि वनणणयो स सपि रप स परिावित होत ह वयवकत िविषटय क सदिण म वनणणय

लत समय ितणमान की वसथवतयो को अनदखा नही कर सकता ह यवद आज पररिार की आवथणक

वसथवत अछिी नही ह तो वयवकत पररिार क िविषटय क वलए बड़ ििन महगी वशकषा अथिा उछच

जीिन सतर की वदशा म कायण नही कर सकता ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 90

साथ ही यह िी सतय ह वक िविषटय िी ितणमान वनणणयो को परिावित करता ह जस यवद गह परबनधक

को यह आशा ह वक उस क बछच वयिसाय नौकरी वशकषा आवद की दवि स पवतक सथान िोड़कर

अनय शहरो म बसन की इछिा रखत ह तो िह अपन घर क ककषो की सखया म और विसतार नही

करगा िविषटय का परिाि ितणमान वनणणयो पर इस परकार िी दखा जा सकता ह वक वयवकत िविषटय म

इवछित िसतओ एि लकषयो को परापत करन क वलए बचत करत ह ितकाल म यवद वकसी चयवनत

कायण विवध क कारण गह परबनधक को हावन हई हो तो िविषटय म पनः उस कायणविवध का चनाि नही

वकया जाएगा ितणमान वसथवतया वलए गए वनणणयो को सिाणवधक परिावित करती ह जस मनषटय

ितणमान आिशयकताओ जस िसतरो का चनाि फशन क अनरप ही करता ह

वनणणय लन म समय की महतिपणण िवमका ह सही समय पर यवद सही वनणणय वलया जाए तो उस

वनणणय स अवधकतम सतोष एि लाि परापत होता ह कि समसयाओ को शीघरता स हल करन की

आिशयकता होती ह तथा कि क विषय म वनणणय करना एक दीघणकालीन परविया ह समय रहत

यवद वकसी समसया पर वनणणय न वलया जाए तो कई नयी समसयाए उतपनन हो सकती ह अथिा

वसथवतयो म पररितणन वकया जा सकता ह वनणणय समय एि आिशयकता क अनरप पररिवतणत हो

जात ह जो विकलप ितकाल म बहत परिािी वसदध हए यह सिि ह वक ि ितणमान पररवसथवतयो क

अनकल न हो

पारिवारिक साधन

वनणणय परविया को उपलबध पाररिाररक साधन परिावित करत ह परतयक पररिार म साधनो की मातरा

विनन होती ह कि पररिारो म अवधक कशागर एि वशवकषत वयवकत होत ह तथा कि पररिारो म

अवधक हि-पि एि सिसथ वयवकत होत ह जो पररिार साधन समदध होत ह उनह वनणणय लन म

आसानी होती ह साधनहीन पररिारो को वनणणय लन म अवधक कवठनाईया आती ह तथा वलए गए

वनणणयो क जोवखम िी अवधक होत ह वनमन आय िाल पररिारो का अवधकाश बजट खादय पदाथो

पर ही वयय होता ह मधयम आय िगण क पररिार मकान महगी उछच वशकषा जस लकषयो पर होन

िाल वयय को बहत कवठनाईयो स िहन कर पात ह जबवक उछच आय िगण िाल वयवकतयो क वलए

इवछित लकषय को परापत करना आसान होता ह

वयवकत अथिा पररिार क पास वकतन साधन उपलबध ह यह तथय वनणणय को परिावित करता ह जस

यवद गह परबनधक को समय का अिाि ह तो िह आराम मनोरजन आवद म समय कम वयतीत

करगा धन क अिाि म पररिार कई कायो को सिय क शरम िारा पणण करत ह वजसस धन की बचत

हो सक साधनो की सीवमतता क कारण परबनधक का यह उददशय सदि रहता ह वक कम साधनो क

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उपयोग िारा अवधकतम सतोष परापत हो सक सपि रप स साधनो की उपलबधता चयवनत

विकलपवनणणय को परिावित करती ह

पारिवारिक करवशषताए

पाररिाररक विशषताए जस पररिार का आकार पाररिाररक जीिन चि की अिसथा पररिार का

सामावजक-आवथणक सतर धमण एि ससकवत गरामीण अथिा शहरी पररिश जसी पाररिाररक

विशषताए वनणणयो को परिावित करती ह पररिार का आकार यवद बड़ा ह तो उस पररिार क साधनो

क वयय समबनधी वनणणय िोट पररिारो की अपकषा विनन होग पाररिाररक जीिन चि क परथम चरण

िाल पररिारो की जीिन शली तथा वनणणय विसतत एि वकशोरािसथा िाल बछचो क पररिार स

पथक होग परवतवषठत एि आवथणक रप स समपनन पररिारो की जीिन शली वयिसाय पररिार क

सदसयो की रवचया साधन एि इनक विषय म वलए जान िाल वनणणय वनमन सामावजक आवथणक सतर

िाल पररिारो स विनन होत ह गरामीण एि शहरी पररिश म वनिास करन िाल पररिारो की वसथवतयो

अनतर होन क कारण उनक िारा वलए जान िाल वनणणयो म िी पयाणपत विननता होती ह ससकवतयो म

विननता होन क कारण िी पररवसथवत विशष म वनणणयकताणओ क वनणणयो म अनतर होता ह

परिवारिक लकषय

कोई िी वनणणय पररिार िारा इवछित लकषयो एि उददशयो पर वनिणर करता ह जस यवद पररिार म

बछचो की उततम वशकषा को महतिपणण लकषय माना गया ह तो पररिारजन अनय कायो की अपकषा

बछचो की वशकषा पर अवधक धयान दग एि इस वदशा म समय एि अनय साधनो को वयय करग

पारिवारिक ति

वकसी िी कायण की गणितता हत सतर वनधाणररत होत ह इसी परकार पररिार िी सिय क वलए सतर

वनधाणररत करता ह यवद चयवनत विकलप क कारण पररिार क सतर परिावित होत ह अथिा वनधाणररत

सतर स पररणाम वनमन गणितता क परापत होत ह तो यह वसथवत पररिार क वलए असतोषजनक होगी

वनधाणररत सतर स वनमन पररणाम दन िाल विकलप पररिार आसानी स सिीकार नही करत अतः यह

सपि ह वक सतर विकलप चयन को परिावित करत ह

जोकरखम

परतयक वनणणय क साथ कि जोवखम समबदध होता ह परायः वयवकत अवधक जोवखम िर वनणणय नही

लत ह वनणणय लन स पिण समबदध जोवखम क विषय म विचार या वनणणय क हावन पकष पर विचार

करना आिशयक ह

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सिल एव कम परयतनपणय करवकलप

यवद चयवनत विकलप सरल पदधवत िाला ह एि उस पणण करन क वलए कम परयतन आिशयक ह तो

वनणणयकताण िारा उस विकलप क चनाि की समिािना अवधक होती ह

अगल खणड की ओर बढ़न स पिण आइए कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

1 सतय अथिा असतय बताइए

a वनणणय लना एक मानवसक परविया ह

b पिण अनििो पर आधाररत वनणणय सिोततम होत ह

c आय वलए गए वनणणय को परिावित नही करती ह

d मलय वनणणय हत अविपररक की िावत ह

2 ररकत सथानो की पवतण कीवजय

a क विविनन चरण वनणणयो की शरखला मातर ह

b यवद क सनदिण म समवचत जञान हो तो उततम वनणणय वलया जा सकता ह

अब हम वनणणय परविया क चरणो क विषय म जानग

55 ननरणय परकरिया क चरर वकसी िी पररिार की दवनक आिशयकताओ अथिा विवशि उददशय की पवतण हत गह परबनधक को

समय-समय पर वनणणय लन पड़त ह जब किी पररिार क सममख कोई समसया उतपनन होती ह

अथिा चनाि की वसथवत होती ह तब एक विकलप या मागण क सदिण म वनणणय लना पड़ता ह

पररवसथवतयो म पररितणन होन पर िी वनणणय लन की आिशयकता उतपनन होती ह वनणणय लना एक

मानवसक विया ह वजसक अनतगणत वयवकत समसया क वनदान हत उपलबध विविनन विकलपो क

विषय म जानकारी परापत करता ह उपलबध विकलपो की तलना करता ह एि अततः सिाणवधक उततम

विकलप का चनाि करता ह गरॉस एि िणडल क अनसार वनणणय परविया क वनमनवलवखत चरण ह

1 समसया को पाररिावषत करना 2 िकवलपक हलो की खोज करना 3 विकलपो क सदिण म विचार करना

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4 एक विकलप का चयन करना 5 एक वनणणय क उततरदावयति को सिीकार करना

आइए हम परतयक चरण क बार म विसतत चचाण कर

1 समया को परििाकरषत किना

कोई िी वनणणय लन स पिण िासतविक समसया क सिरप को िली परकार समझ लना आिशयक ह

इस तथय को उसी परकार समझा जा सकता ह जस कोई मकवनक गाड़ी ठीक करन स पिण यह जाच

ल वक गाड़ी क वकस कल-पज या िाग म समसया ह जब िह गाड़ी म आई खराबी क विषय म

वनरीकषण कर जान जाता ह वक समसया कया एि कहा ह तो गाड़ी शीघर ठीक करना सिि हो जाता ह

इसी परकार कोई वचवकतसक रोग का इलाज करन स पिण विविनन परकार क शारीररक परीकषणो क

माधयम स रोग क लकषणो क सदिण म िली परकार जाच करता ह जाच एि वनरीकषण क पररणाम क

आधार पर ही वचवकतसक आग वकए जान िाल इलाज की वदशा वनधाणररत करता ह

गह परबनधक क वलए िी समसया का पिण विशलषण महतिपणण ह जस यवद घर क सदसय बार-बार

बीमार पड़त हो तो िासतविक समसया घर क गद पानी क कारण हो सकती ह न वक उवचत दख-

रख क अिाि म अथिा यवद बार-बार घर का बजट वबगड़ जाता ह तो यह आिशयक ह वक गह

परबनधक यह पता कर वक वकन िसतओ पर वयय अवधक अथिा वयथण हो रहा ह तथा कहा पर वयय

वनयतरण की आिशयकता ह

समसया को उसक समपणण पररपरकषय म समझना आिशयक ह ितणमान पररवसथवतयो स समसया को

पथक नही वकया जा सकता ह साथ ही समसया को समझन क वलए उपलबध साधनो की मातरा

गणितता सीवमतता आवद क विषय म जानकारी होना आिशयक ह समसया का किल मोट तौर पर

वनरीकषण कर उततम वनणणय सिि नही ह यह िी सिि ह वक समसया को िासतविक रप म समझ

वबना वलए गए वनणणय िारा समसया हल ही न हो

अतः यह अतयनत आिशयक ह वक समसया को उसक समपणण पररपरकषय म सपि रप स समझा जाए

तथा समसया क वनदान हत अनरप सचनाविकलप को अनय कम महतिपणण सचनाओ स पथक

वकया जाए वनणणय परविया क अवगरम चरण इस परथम चरण पर वनिणर करत ह

2 वककरलपक हलो की खोज किना

समसया को सपि रप स समझन क उपरानत यह आिशयक ह वक समसया क वनदान हत उपलबध

विविनन विकलपो की खोज की जाए वकसी समसया अथिा चनाि क विषय म यवद सिी विकलपो

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की जानकारी होगी तो उन विकलपो क लाि-हावन की तलना करक उततम वनणणय करना सिि ह

विकलपो क अिाि म वलए गए वनणणयो क पररणाम उततम नही होत ह विविनन विकलपो की खोज

क वलए सचना क विविनन माधयमो विजञापनो बाजार सिकषणो आवद का परयोग वकया जा सकता

ह समसया क समाधान हत उपलबध विकलपो की जानकारी अनििी वयवकतयो स िाताणलाप करक

िी परापत की जा सकती ह विकलपो क खोज की कषमता वयवकत विशष की जागरकता बवदध योगयता

शरम एि साधन पणणता पर वनिणर करती ह सामानय एि दवनक पररवसथवतयो म वलए जान िाल वनणणयो

क वलए विकलपो की खोज बहत महतिपणण नही ह परनत नई अथिा विशष समसयाओ का

वनराकरण करन हत विविनन विकलपो की खोज आिशयक ह जस फड-परोससर खरीदत समय परायः

गहणी बाजार म उपलबध विविनन कमपवनयो क उतपादो क सदिण म जानकारी परापत करती ह उनकी

विशषताओ गणितता गारनटी कीमत आवद क विषय म जानकारी एकवतरत करती ह साथ ही िह

इस विषय पर अनय गहवणयो स सझाि लती ह ऐसा करत समय िह विकलपो की खोज करती ह

विकलपो की खोज क सदिण म यह आिशयक ह वक सिय की पररवसथवतयो एि उपलबध साधनो क

विषय म सदि धयान रह कई बार विकलपो क सनदिण म अतयवधक जानकारी भवमत कर दती ह

ऐसी वसथवत स बचाि हत अपनी समसया एि उसक उपयकत उपायो पर अवधक धयान दना चावहए

3 करवकलपो क सदिय म करवचाि किना

वकसी िी समसया क वनदान हत उपलबध विकलपो की खोज करन क उपरानत उनक सदिण म

वििकपणण रप स विचार करना आिशयक ह इस चरण म गह परबनधक विविनन विकलपो की तलना

करता ह परतयक विकलप क लाि-हावन पकष की वििचना करता ह िह कालपवनक तौर पर परतयक

विकलप क सिि पररणामो क विषय म विचार करता ह जॉन डयटी न इस चरण को ldquoनाटकीय

पिाणिासrdquo कहा ह विकलपो क सदिण म विचार करना एक मानवसक परविया ह इस चरण म

वनणणयकताण विकलपो क लघ अिवध एि दरगामी पररणामो पर िी विचार करता ह

विकलपो की तलना करन क वलए वनवशचत मापदणड होन चावहए यह मापदणड परायः हमार लकषयो

मलयो साधनो एि पररवसथवतयो िारा वनधाररत वकए जात ह उदाहरण क वलए यवद पररिार म कोई

बीमार हो तथा यह समसया उतपनन हो हई हो वक रोगी की दख-रख हत पररिार का कौन सा सदसय

उसक साथ रावतर म असपताल म रकगा ऐसी वसथवत म पररिार क वकसी िदध वयवकत का रात म

असपताल म रकना सिि नही ह कयोवक उस सिय सिासथय समबनधी समसया हो सकती ह बछचो

को सरकषा की दवि स िहा नही िोड़ा जा सकता अतः पररिार क वयसक परष का रोगी की दख-

रख हत रावतर म असपताल म रकना उततम वनणणय होगा

समय एि पररवसथवतयो म पररितणन होन क साथ ही विकलप िी पररिवतणत हो जात ह या अनय

विकलप सामन आ जात ह कई बार वयवकत अपनी सीमाओ क कारण वकसी विकलप क सिी

दरगामी पररणामो को दख नही पाता ह विकलपो की तलना एि उनस जड़ पररणामो की वििचना

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एि आकलन एक कवठन तथा अवधक समय लन िाली परविया ह परनत यवद एक बार वयवकत

उपलबध विकलपो पर विचार कर ल तो इस परविया स वनणणय लन म आसानी होती ह साथ ही

वनणणय स जड़ जोवखम कम वकए जा सकत ह अथिा पिण म ही जञात वकए जा सकत ह

4 एक करवकलप का चयन किना

सिी विकलपो पर विचार करन क उपरानत वनणणयकताण सबस उततम विकलप का चनाि करता ह एक

विकलप का अवनतम चनाि ही वनणणय कहलाता ह चयवनत विकलप क सिावित पररणामो का पिण म

आकलन िी महतिपणण ह चयवनत विकलप क पररणाम परिािपणण हो एि लकषय परवपत सिि हो

इसक वलए यह आिशयक ह वक वनणणय िली परकार सोच विचार कर वलया जाए िविषटय की

अवनवशचतता क कारण वििकशील वनणणय का महति और अवधक बढ़ जाता ह

5 अपन करनणयय क उततिदाकरयतव को वीकािना

वनणणय परविया का यह एक अतयनत महतिपणण चरण ह परतयक वनणणयकताण क वलए यह आिशयक ह

वक वकसी िी दशा म िह सिय क िारा वलए गए वनणणयो क पररणामो क उततरदावयति को सिीकार

कर वलए गए वनणणयो िारा सफलता अथिा असफलता दोनो ही परापत हो सकती ह सिय क वनणणय

क उततरदावयति को सिीकार करन स परबनधक म पररपकिता विकवसत होती ह जो िविषटय म उपयोगी

वसदध होती ह समय क साथ वनणणयकताण इस कायण म और परखरता विकवसत करता ह तथा उसम

शीघर परिािपणण वनणणय करन का गण विकवसत होता ह

अब तक आप वनणणय परविया क विविनन चरणो स पररवचत हो चक ह इस इकाई क अगरवलवखत

खणड 56 म हम विविनन परकार क वनणणयो क विषय म पढ़ग

56 ननरणयो क परकार

परबनधन एक मानवसक परविया ह वजसक परतयक चरण म वनणणय लन की आिशयकता होती ह

परबनधन परविया म समय-समय पर निीन पररवसथवतया एि समसयाए उतपनन होती ह जो परबनधक को

समय अनकल वनणणय लन क वलए बाधय करती ह पररिार को िी समय-समय पर वनणणय लन की

आिशयकता होती ह वनणणय विविनन परकार क होत ह इस खणड म हम वनणणयो क परकारो क विषय

म जानग

वयकरिगत करनणयय

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वयवकतगत वनणणय वयवकत विशष पर वनिणर करत ह इस परकार क वनणणय किल एक ही वयवकत िारा

वलए जात ह वनणणय क पररणामो का उततरदावयति िी एक ही वयवकत का होता ह वयवकत कोई िी

विकलप चनन क वलए सिततर होता ह यह आिशयक नही की इस परकार का वनणणय लन म वयवकत

अनय वयवकतयो क सझाि अथिा मत को धयान म रख उदाहरण हत वयसक वयवकत को अपना

वयिसाय चनन की पणण सिततरता होती ह ि अपनी योगयता क आधार पर अपन वयिसाय का

चनाि कर सकत ह ितणमान समय म यिा अपनी रवच क अनरप उछच वशकषा हत अधययन कषतर का

चनाि करत ह गहणी िी पररिार म बछचो की आिशयकता एि दख-रख को धयान म रखत हए कई

िोट-िोट वयवकतगत वनणणय लती ह जब कोई लघ उदयोग एक ही उदयमी िारा चलाया जाता ह तो

उदयोग समबनधी महतिपणण वनणणय लन क वलए िह उदयमी सिततर होता ह वयवकतगत वनणणय परायः

अछि वसि होत ह कयोवक वयवकत विकलपो क चनाि हत सिततर होता ह साथ ही िह नए विकलपो

का िी चनाि कर सकता ह वयवकतगत वनणणय शीघर वलए जा सकत ह कयोवक य किल एक ही

वयवकत पर वनिणर करत ह परायः वयवकतगत वनणणय वनजी समसयाओ क सनदिण म अवधक वलए जात ह

जस शहर म नौकरी हत अकल रह रह वयवकत िारा वनिास सथान क चनाि क सनदिण म अथिा

वयवकत िारा दवनक कायो एि खान-पान स समबवनधत वनणणय आवद

सामकरहक करनणयय

जब वकसी समह क विविनन सदसय वमल कर कोई वनणणय लत ह तो उस सामवहक वनणणय कहत ह

समह क विविनन सदसय साथ वमलकर विचार विमशण करन क उपरानत यह वनणणय लत ह इस परकार

क वनणणय वयवकतगत वनणणय की अपकषा अवधक जवटल होत ह तथा इनह लन म समय िी अवधक

लगता ह सामवहक वनणणय लन म अनििी वयवकतयो क सझािो क िारा वयथण क विकलपो को पहल

ही हटाया जा सकता ह विविनन वयवकतयो क सझाि एक उततम वनणणय लन म सहायता करत ह

यदयवप यह िी सतय ह वक इस परकार का वनणणय लन म सगठन क विविनन सदसयो क विचारो म

विरोध िी हो सकता ह समह क परमख सदसय अपन मत को अवधक महति दत ह जो विरोध का

कारण बन सकता ह सामवहक वनणणय परायः वकसी ससथा अथिा सगठन क परमख सदसयो िारा वलए

जात ह पररिार म िी कई विषयो पर पररिार क बड़ सदसय वमलकर वनणणय लत ह जो सामवहक

वनणणय का उदाहरण ह

करनयकरमत रप स करलए जान वाल करनणयय (नकरतयक करनणयय)

दवनक रप स उतपनन होन िाली समसयाओ हत वयवकत वनयवमत वनणणय लत रहत ह वनयवमत वनणणय

लन क वलए वयवकत को वकसी विशष कायण परणाली अथिा योजना पर कायण करन की आिशयकता

नही होती ह इस परकार क वनणणय दवनक कायो क समाधान हत पनः वलए जात ह वयवकत को एक

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वनयवमत कायण परणाली क अनतगणत इस परकार क वनणणय लन की आदत होती ह तथा इनक वलए

विशष बौविक कौशल अथिा परामशण की आिशयकता नही होती ह पररिार क सदसय रोज कई

परकार क वनणणय लत ह जस दवनक उपिोग की िसतए कौन िय करगा आज ऑवफस कया पहन

कर जाएग दफतर जान क वलए वकस माधयम का परयोग करग पररिार का कौन वयवकत सकल स

बछचो को घर लायगा आवद इन सिी विषयो पर वनणणय लन का वयवकत अभयसत हो जाता ह तथा

यह उसकी दवनक वदनचयाण का अग होत ह

आधाि ित अथवा कनरीय करनणयय

आधारित वनणणय महतिपणण गमिीर विषयो क सदिण म वलए जात ह इस परकार क वनणणय जवटल

समसयाओ पर आधाररत होत ह एि इनक विषय म वनणणय करन क वलए काफी सोच विचार की

आिशयकता होती ह एक बार अवनतम वनणणय हो जान पर बार-बार उसम पररितणन सिि नही होता

ह आधारित वनणणय को पणण करन क वलए अनय िोट-िोट वनणणय सहायक होत ह यह िी कहा जा

सकता ह वक आधारित वनणणय कनिीय वनणणय क समान होत ह तथा अनय िोट सहायक वनणणय

इसकी सफलता की वदशा म वकए गए परयास ह जस यवद पररिार का मवखया कोई नया वयिसाय

सथावपत करता ह तो पररिार म तदपरानत अनय वनणणय उदयम की सफलता की वदशा म वलए जात ह

उदाहरण क वलए पररिार अपनी वदनचयाण म पररितणन करता ह जस गहणी िारा सबह जलदी उठकर

वनतय कायो एि नाशत की तयारी कायण सथल तक पहचन क वलए उवचत यातायात क माधयमो का

परयोग करना पररिार क अनय सदसयो का उदयम को सफल बनान म योगदान आवद आधारित

वनणणय क अनय उदाहरण ह पररिार िारा सथाई आिास िय करना वििाह का वनणणय यिाओ िारा

वशकषा कषतर एि वयिसाय का चनाि आवद

तकनीकी करनणयय

वकसी िी समसया क समाधान हत कायण परणाली कया होगी इस विषय म तकनीकी वनणणय वलए जात

ह यह वनणणय विवशि होत ह एि लकषय परावपत हत अपनायी जान िाली कायण-विवध क सदिण म

जानकारी दत ह यह वनणणय इस परशन का उततर दत ह वक कायण कस वकया जाए इस परकार क वनणणय

िारा परायः एक समय पर एक उददशय की पवतण सिि ह वकसी फकरी म कोई िसत क वनमाणण की कया

परविया होगी अथिा वकसी कटीर उदयोग म िोटी िसतओ जस काच क बतणन पसण वखलौन आवद

बनान म कौन-सी तकनीक एि कायण विवध का परयोग वकया जाएगा इस बात का वनशचय करना

तकनीकी वनणणय क अनतगणत आता ह तकनीकी वनणणय लत समय वनणणयकताण क समकष यह चनौती

होती ह वक िह साधनो की सीवमतता को धयान म रखत हए उनका उवचत सयोजन कर वजसस उततम

पररणाम सिि हो

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आकरथयक करनणयय

आवथणक वनणणय साधनो क उपयोग क सदिण म वलए जात ह साधनो का आिटन तथा एक साधन

का अनय साधनो िारा परवतसथापन समबनधी वनणणय आवथणक वनणणय क अनतगणत आत ह पररिार क

विविनन लकषयो एि आिशयकताओ क मधय साधनो की सीवमतता सदि बनी रहती ह विविनन

आिशयकताओ की पवतण हत साधनो को वकस मातरा म एि कस आिवटत वकया जाए यह वनशचय

करना आवथणक वनणणय क अनतगणत आता ह आवथणक वनणणय दो महतिपणण तथयो म वििावजत होता

ह कई लकषयो की पवतण तथा सीवमत मातरा म उपलबध साधन आवथणक वनणणयो म यह वनवशचत वकया

जाता ह वक लकषय को परापत करन क वलए कौन-स साधनो की आिशयकता होगी तथा इनका उपयोग

वकस मातरा अथिा अनपात म होगा धन की आिशयकता की पवतण हत उवचत आिटन आवथणक

वनणणयो का उदाहरण ह पररिार म आिशयकताए सदि बनी रहती ह परनत साधन सीवमत होत ह

वनणणयकताण अथिा पररिार महति क आधार पर अपनी पराथवमकताए वनधाणररत करत ह तथा साधनो

का आिटन करत ह आवथणक वनणणय किल धन क आिटन क सदिण म नही वलए जात अवपत यह

वनणणय अनय साधन जस समय शवकत कौशल आवद क उवचत आिटन एि परयोग समबनधी होत ह

साथ ही यह िी सतय ह वक एक साधन का अनय साधनो िारा परवतसथापन सिि ह इस विषय म

वलए गए वनणणय िी आवथणक वनणणयो क अनतगणत आत ह

सामाकरजक करनणयय

मनषटय वजस समाज म रहता ह िह उसक वनणणयो को अपरतयकष रप स परिावित करता ह सामावजक

वनणणय वयवकत क मलय लकषय एि सतर को धयान म रखकर वलए जात ह वयवकत क वशकषा कषतर का

चनाि वििाह पररिार म बछचो की सखया तलाक आवद समबवनधत वनणणय सामावजक वनणणयो क

अनतगणत आत ह यह वनणणय लत समय वयवकत अपन पररिार वमतर ररशतदारो आवद क साथ विचार

विमशण करता ह सामावजक वनणणय म इनक विचार एि सझाि वनणणयकताण क वलए महतिपणण होत ह

सामावजक एि आवथणक वनणणयो म पयाणपत अनतर होता ह एक सामावजक वनणणय क कि सामावजक

पररणाम होत ह सामावजक वनणणयो क कारण वयवकत समाज म उछच अथिा वनमन सथान परापत करता

ह सामावजक सिीकवत या असिीकवत िी सामावजक वनणणयो पर वनिणर करती ह आवथणक वनणणयो क

सामावजक पररणाम नही होत ह जस वयवकत क िारा िय की गई दवनक उपिोग की िसतओ स

उसक वमतरगण एि ररशतदार विशष परिावित नही होग और न ही इसक कोई सामावजक पररणाम

होग वयवकत िारा वलए गए सामावजक वनणणय उसक ररशतदारो तथा वमतरो को िी परिावित करत ह

जस वयवकत की महतिाकाकषा मनोिवतत एि उसक िारा अपनायी गई परथाए वकसी समदाय विशष क

परवत दविकोण एि िद-िाि आवद वनणणयो क सामावजक पररणाम होत ह साथ ही यह वनणणय वयवकत

की एक सामावजक पहचान िी बनात ह

काननी करनणयय

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 99

यह वनणणय वनयमानसार वलए जात ह परतयक राषटर िारा उसक नागररको क वलए कि वनयम बनाए

गए ह समाज म कई कायण एि गवतविवधया परवतबवनधत अथिा गरकाननी होती ह समाज म रहत

हए वयवकत का वनयमानसार कायण करना अपवकषत ह वनयमानसार कायण न करन पर वयवकत को दणड

िोगना पड़ता ह सरकारी अथिा गर-सरकारी ससथान म कायण करन क िी अपन वनयम होत ह

वजनका पालन न करन पर वयवकत को नौकरी स वनकाला जा सकता ह पररिार समबनधी कई कायो

क िी काननी पकष होत ह जस सिीकत मापदणडो क अनसार ििन वनमाणण पररिार म िसीयत

समबनधी वनणणय आवद सरकार िारा पररिारो क वहतो को धयान म रखत हए वििाह दहज उतपीड़न

आवद क सदिण म िी कई वनयम एि कानन बनाए गए ह साथ ही समाज िारा यह अपकषा की जाती

ह वक पररिार इन वनयमो का पालन कर

िाजनकरतक करनणयय

राजनवतक वनणणय ससथा क परिािशाली सदसयो िारा वलए जात ह नतति की कषमता रखन िाल यह

वयवकत एक साथ वमलजलकर यह वनणणय लत ह राजनवतक वनणणयो म वनणणय लन की परविया का

तथय अवधक महतिपणण होता ह विविनन पषठिवम क वयवकतयो क समह सगवठत होकर इस परकार क

वनणणय लत ह

काययिमानसाि करलए गए करनणयय

कायणिमानसार वनणणय पररवचत अथिा जञात पररवसथवतयो म वलए जात ह इस परकार क वनणणयो िारा

वनणणयकताण क विचार समसया एि उनक हल क सदिण म सपि होत ह इस पररवसथवत म परबनधक

कया वनणणय लगा इसकी घोषणा पिण म ही की जा सकती ह वसथवत विशष क वलए वकस परकार

वनणणय वलए जाए इस सदिण म पिण म ही वनयम ि परविया सपि होत ह यह ि वनणणय होत ह जो

सगठन िारा बार-बार दोहराय जात ह वनणणयकताण एक सवनयोवजत सथावपत कायण विवध क अनरप

ही समसया समाधान क वलए वनणणय लता ह पररिार म िी परतयक िषण होन िाल पिण अथिा बछचो

क नामकरण ससकार वििाह आवद क विषय म रीवत ररिाज पिण म ही वनधाणररत होत ह परतयक

पररिार अपन धमण क अनरप इनका पालन करता ह

अकाययिमानसाि करनणयय

अकायणिमानसार वनणणय नई पररवसथवतयो म वलए जात ह किी-किी वनणणयकताण को निीन

पररवसथवतयो क सदिण म कि िी जञात नही होता ह समसया का पणण सिरप सपि नही होता ह वलए

गए वनणणय क पररणामो क विषय म िी वनणणयकताण को पिण म अवधक जानकारी नही होती ह

समसया क सदिण म वनणणय लन क वलए परबनधन को काफी सोच विचार करना पड़ता ह तथा एक नई

योजना बनानी पड़ती ह अकायणिमानसार वनणणय निीन वसथवतयो म वलए जान िाल महतिपणण

वनणणय होत ह कई बार पररवसथवतया जवटल होती ह तथा वनणणयकताण को उवचत समाधान क वलए

काफी खोजबीन एि विचार विमशण की आिशयकता होती ह पररिार म इस परकार क वनणणय लन की

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 100

वसथवत तब आती ह जब पररिार कोई नया उदयम शर करता ह अथिा एक पररवचत शहर को

िोड़कर नए सथान पर बसन का वनणणय लता ह

अब तक आप वनणणयो क िगीकरण एि विविनन परकार क वनणणयो स पररवचत हो चक ह अब हम

मखय वनणणय शवलयो क विषय म जानग

57 ननरणय शभलयाा परतयक परबनधक की अपनी एक विवशि वनणणय शली होती ह िासति म वनणणय शली परबनधक की

अवििवतत पर वनिणर करती ह कि परबनधक अथिा वनणणयकताण अनय वयवकतयो क सझािो को सनन

एि उन पर विचार करन को तयार होत ह इसक विपरीत कि वयवकत दसर क मतो एि सझािो को

अवधक महति नही दत ह कई वयवकत अवधक सोच विचार एि सचना क अिाि म िी वनणणय ल

लत ह वनणणयकताण की परिवतया एि अवििवतत वनणणय शली को परिावित करती ह मखय वनणणय

शवलया वनमनवलवखत ह

वनणणय शवलया

वनदशातमक विशलषणातमक तथयातमक वयिहाररक

आइए इनक बार म विसतारपिणक चचाण कर

करनदशातमक शली

वनदशातमक शली म एक वनणणयकताण िारा ही वनणणय वलया जाता ह वनणणयकताण विविनन वनणणय

किल सिय क जञान एि अनिि क आधार पर लता ह यह मान वलया जाता ह वक ससथा अथिा

पररिार म वनणणयकताण इतना सकषम ह वक िह सिी वनणणय सफलतापिणक ल सकता ह इस शली क

अनतगणत वनणणयकताण अनय वयवकतयो क सझािो अथिा मत क आधार पर कायण नही करता ऐस

वयवकत परायः सीवमत सचना एि सीवमत विकलपो क आधार पर वनणणय ल लत ह वनदशातमक

वनणणयकताण परायः शीघर परिािशाली वनणणय लन म सकषम होत ह वनणणय लन म िह अपनी तकण शवकत

पर अवधक वनिणर रहत ह

करवशलषणातमक शली

विशलषणातमक वनणणयकताण अनय वयवकतयो क सझाि आमवतरत करत ह एि उनस परापत सझािो पर

विचार करत ह इस परकार क वनणणयकताण वनणणय लन स पिण समसया क सदिण म अवधक स अवधक

सचना परापत करत ह तथा साथ ही कई विकलपो क विषय म तावकण क विचार करत ह यह वनणणयकताण

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सािधानी पिणक वनणणय लत ह तथा िासतविक सचना क आधार पर कायण करत ह परायः निीन

पररवसथवतयो अथिा समसयाओ का समाधान इस परकार क वनणणयकताण उततम विवध स करत ह

तथयातमक करनणयय

तथयातमक शली का परयोग करन िाल वनणणयकताण समहसगठन क सिी वयवकतयो को समसया स

अिगत करा दत ह ि सगठन क सिी वयवकतयो क सझािो पर धयान दत ह तथा उन पर विचार करत

ह तथयातमक वनणणयकताण वनणणय क दरगामी पररणामो क पररपरकषय म विचार करत ह ि सझािो को

महति दत ह तथा जवटल समसयाओ क वलए रचनातमक वनणणय लन म सकषम वसदध होत ह परायः

तथयातमक वनणणयो िारा दीघणकाल म सगठन को लाि परापत होता ह

वयवहारिक करनणयय

वयिहाररक वनणणय लन स पिण सगठनपररिार का नता वसथवत को अनय सदसयो अथिा सहयोवगयो

क समकष सपि कर दता ह कई बार वसथवत पररिारसगठन म दो पकषो क सदिण म होती ह सगठन क

नता एि सहयोगी साथ वमलकर विचार विमशण क उपरानत समसया को हल करन का परयतन करत ह

ि िाताणलाप क उपरानत ऐस समाधान अथिा वनणणय का चनाि करत ह जो सिी पकषो को मानय हो

इस परकार क वनणणयकताण वििादपणण वनणणय स बचना चाहत ह इस वनणणय शली क अतगणत

समबवनधत सिी पकषो को मानय वनणणय ही अवनतम वनणणय माना जाता ह

अब तक आप मखय चार परकार की वनणणय शवलयो स पररवचत हो चक ह वनणणय एक चनाि की

वसथवत ह पररिार म कई बार वलए गए वनणणय स मतिद की वसथवत उतपनन हो जाती ह ऐस म यह

आिशयक ह वक उवचत समय म वििाद का वनदान वकया जाए इस इकाई क अवनतम खणड म हम

वनणणय तथा वििाद वसथवत क वनदान क विषय म पढ़ग

58 ननरणय तथा षववाद पररिार अथिा सगठन म कई बार वकसी वनणणय क सदिण म वििादमतिद उतपनन हो सकत ह

वििाद को जनम दन म कई कारक उततरदायी हो सकत ह यह आिशयक ह वक समय रहत

वििादमतिद क मखय कारणो की पहचान की जाए तथा वििाद को दर वकया जाए गह परबनधक

क वलए यह आशवयक ह वक िह वििादमतिद क वनदान म उपयोगी वसदध होन िाली विवधयो स

पररवचत हो

पररिार म मतिद की वसथवत परायः वनमनवलवखत कारणो स उतपनन होती ह

वयवकत की परवतषठा अथिा िवमका पर ठस क कारण

मलयो अथिा अवििवततयो म मतिद क कारण

सिय की वनणणय परविया क कारण

पिण अनसलझ वििादो क कारण

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सचार की कमी अथिा भामक सचार क कारण

वयवकतयो की महतिाकाकषाआिशयकता न पणण होन की दशा म

ldquoमरी पारकर फॉलटrdquo न अपन लख (Constructive Conflict 1925) म मतिदवििाद क सदिण

म अपन विचार परसतत वकए उनका मत ह वक ldquoवििाद को वकसी नवतक पिाणगरह अथिा अछि या

बर िारा पररिावषत करक न दखा जाए वििाद को एक यदध क रप म न दखकर किल विचारो तथा

रवचयो क मतिद क रप म दखा जाना चावहएrdquo उनक अनसार वििाद एक वसथवत ह वजसका तयाग

हम नही कर सकत ह हम इसकी वननदा करन की अपकषा इसका उपयोग करना चावहए वििाद

अथिा मतिद को सकारातमक बदलाि क अिसर क रप म दखा जाना चावहए इनक अनसार

मतिद क परवत परवतविया करन की तीन परमख विवधया ह

1 परिति

2 समझौता

3 एकीकरणयगमन

1 परितव

परिति का अथण ह एक पकष की दसर पकष पर विजय यह वििाद का सरलतम हल ह परनत दीघणकाल

क वलए यह एक अनपयोगी विवध ह पररिार म िी बड़ो क परिाि क कारण कई वििाद कि समय

क वलए टल जात ह जस समपवतत स जड़ वििाद परनत िविषटय म पनः ऐस वििादो क परारमि हो

जान की परबल सिािना होती ह

2 समझौता

समझौता दो पकषो क मधय होता ह इसम परतयक पकष को कि तयाग करना पड़ता ह दोनो पकषो िारा

तयाग वकए जान क कारण उनम असतोष की िािना बनी रहती ह समझौत स िी समसया क पनः

उठन की सिािना रहती ह

3 एकीकिणयगमन

मरी पारकर फॉलट एकीकरण क मत की पकषधर ह उनका मत ह वक इसक िारा मतिद को सफलता

पिणक सलझाया जा सकता ह एकीकरण म दोनो पकषो की इछिाओ एि रवचयो का समायोजन

वकया जाता ह वकसी िी पकष को तयाग नही करना पड़ता ह उदाहरण क वलए यवद दो बहन एक ही

ककष म रह रही ह और दोनो ही ककष की सफाई नही करना चाहती ह (जो वक वििाद का कारण ह)

तो अनय वकसी वयवकत िारा ककष की सफाई करान स वििाद टल सकता ह

अभयास परशन 2

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 103

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

a वनणणय परविया का परथम चरण ह

b समसया क वनदान हत विकलपो की खोज क वलए का परयोग वकया जा सकता ह

c वनणणय लन स पिण समबदध क विषय म विचार

आिशयक ह

d परकार क वनणणय म अनििी वयवकतयो क सझाि

वनणणय लन म महतिपणण होत ह

e परकार क वनणणय कायण परणाली क सनदिण म वलए

जात ह

f अवधकाशतः साधनो क आिटन समबनधी वनणणय होत

g अकायणिमानसार वनणणय पररवसथवतयो म वलए

जात ह

59 सारााश गह परबधन म वनणणय परविया बहत महतिपणण ह वनणणय परविया म विविनन विकलपो म स वकसी एक

विकलप का चनाि करना पड़ता ह गह परबनधक िारा वलए गए वनणणय पाररिाररक जीिन की वदशा

वनधाणररत करत ह वनणणय परविया को कई कारक परिावित करत ह जस पिण अनिि पिाणगरह

वनणणयकताण की बौवदधक कषमताए आय मलय समसया क सनदिण म विवदत सचनाए आवद वनणणय

परविया क पाच महतिपणण चरण होत ह समसया को पाररिावषत करना िकवलपक हलो की खोज

विकलपो पर विचार एक विकलप का चयन तथा वनणणय का उततरदावयति सिीकार करना वनणणयो क

परकार िी विनन होत ह इस इकाई म हमन वनणणयो क विविनन परकारो क विषय म चचाण की परतयक

परबनधक की अपनी वनणणय शली होती ह जो उसकी अवििवतत पर वनिणर करती ह वनणणय की चार

परमख शवलया ह वनदशातमक विशलषणातमक तथयातमक एि वयिहाररक कई बार वलया गया

वनणणय वििाद का कारण बन सकता ह वििाद की वसथवत क वनदान क वलए मरी पारकर फॉलट न

तीन परमख विवधया परिति समझौता एि एकीकरण बतायी ह

510 पाररभाषिक शबदावली करनणयय समसया क वनदान हत उपलबध विविनन विकलपो म स वकसी एक विकलप का

चनाि

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 104

करवकलप समसया क दो या दो स अवधक उपलबध समाधान

उततिदाकरयतव वनणणय लन की विशष विवध जो वनणणयकतताण की अवििवतत पर वनिणर करती ह

करववाद विरोध करना

511 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

1 सतय अथिा असतय बताइए

a सतय

b असतय

c असतय

d सतय

2 ररकत सथानो की पवतण कीवजए

a परबनधन

b समसया

अभयास परशन 2

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

a समसया को पररिावषत करना

b सचना माधयम

c जोवखम

d सामवहक

e तकनीकी

f आवथणक

g निीन

512 सनदभण गरनथ सची

1 I Gross and ECrandall Management for Mordern Families New York

Appleton Century crofts 1963

2 MAVarghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management (1997)

New age International (p) Ltd New Delhi Pp 27-40

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 105

3 MP Follet Constructive Conflict Paper presented at Bureau of Personal

Administration Conference Junuary 1925

4 Marlene S Sturn Long term care and family decision making Identifying

and addressing source of conflict March 2003

5 P Nickell and JM Dorsey Management in family Living New Delhi

Wiley Eastern Ltd 1970

6 Robbert Tannenbaum Managerial Decision Making Journal of Business

1950

7 Websterrsquos New International Dictionary 2nd ed 1954 p 680

8 मज पाटनी एि लवलता शमाण गह परबनध अिम ससकरण सटार पवबलकशन आगरा

513 ननबनधातमक परशन 1 वनणणय परविया को पररिावषत कीवजए तथा इसक महति पर परकाश डावलए 2 वनणणय परविया को परिावित करन िाल कारको क विषय म समझाइय 3 वनणणय परविया क कौन-कौन स चरण ह विसतत रप स समझाइय

4 विविनन परकार क वनणणयो का विसतारपिणक उललख कीवजए 5 वकनही दो परकार की वनणणय शवलयो पर वटपपणी कीवजए

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 106

खणड 2

मरा परबनधन

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 107

इकाई 6 षवततीय परबनधन

61 परसतािना

62 उददशय

63 विततीय परबधन का अविपराय

631 पाररिाररक विततीय परबधन का महति

64 पाररिाररक आय एि आय क परकार

641 आय क सरोत

642 पाररिाररक आय को परिावित करन िाल कारक

65 पाररिाररक जीिन चि की अिसथाए और धन का उपयोग

66 धन क उपयोग की विवधया

67 पाररिाररक वयय

68 पाररिाररक वितत परबधन म वहसाब वकताब का महति

69 लखा पालन

691 लखाकन परणाली का मलयाकन

692 ितणमान समय म परयोग होन िाली लखाकन परणावलया

610 साराश

611 पाररिावषक शबदािली

612 अभयास परशनो क उततर

613 सदिण गरनथ सची

614 वनबधातमक परशन

61 परसतावना

परसतत इकाई म आप पाररिाररक विततीय परबधन क अविपराय एि महति स पररवचत होग

पाररिाररक विततीय परबधन मखयतः पाररिाररक आय और वयय स सबवधत ह परसतत इकाई म

पाररिाररक आय और वयय क परकार तथा उनको परिावित करन िाल कारको स िी आप पररवचत

होग इस इकाई क अधययन क उपरानत आप पररिार म धन क उपयोग की विविनन विवधयो को िी

विसतारपिणक समझ पाएग आप परसतत इकाई म पाररिाररक विततीय परबधन म वहसाब-वकताब क

महति एि लखा परणावलयो क बार म िी जानग

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 108

62 उददशय

इस इकाई म आप पाररिाररक विततीय परबधन क विषय म पढ़ग इकाई क मखय उददशय वनमनवलवखत

विततीय परबधन की पररिाषा एि महति को समझना

पाररिाररक आय वयय एि उनक परकारो को समझना

पाररिाररक आय को परिावित करन िाल कारको क बार म जानकारी परापत करना

पाररिाररक जीिन चि की अिसथाओ म धन क उपयोग को समझना

धन क उपयोग की विविनन विवधयो स पररवचत होना तथा

लखा पालन एि परबधन म वहसाब-वकताब क महति को समझना

आइए इकाई की शरआत म हम पररिार म वितीय परबधन क बार म जान

63 षवततीय परबाधन का अभभपराय पररिाररक विततीय परबधन गह परबधन क अतगणत आन िाली एक महतिपणण परविया ह पाररिाररक

विततीय परबधन का अथण ह पाररिाररक धन का कशल एि परिािी परबधन करना वजसस पररिार एि

पररिार क सदसयो की आिशयकताओ एि उददशयो की पवतण हो सक पाररिाररक विततीय परबधन

मखयतः पाररिाररक आय और वयय स सबवधत रहता ह

ितणमान म सिी साधनो म धन सिाणवधक महतिपणण साधन ह धन िारा ही सिी िसतए जस िोजन

िसतर मकान आवद खरीद जा सकत ह अथाणत हम कह सकत ह वक धन हमारी सिी आिशयकताओ

की पवतण करता ह इसवलए धन का उवचत परबधन करना अवनिायण ह तावक पाररिाररक आय और

वयय म एक सतलन बना रह

परबधन परविया क िारा पररिार क सदसय विविनन साधनो क परयोग स अपनी आिशयकताओ की

पवतण करत ह परनत आज क समय म पररिार को साधनो की कमी का सामना करना पड़ता ह

इसवलए परबधन परविया का महति और िी अवधक बढ़ गया ह परबधन परविया की सहायता स हम

सीवमत साधनो क सही उपयोग स अपनी आिशयकताओ की पवतण कर सकत ह

631 पारिवारिक करवततीय परबधन का महतव

पाररिाररक विततीय परबधन एक महतिपणण परविया ह वजसक वनमनवलवखत महति ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 109

पारिवारिक आय औि वयय म सतलन थाकरपत किना

पाररिाररक विततीय परबधन का उददशय पाररिाररक आय और वयय म सतलन सथावपत करना होता ह

यवद खचण आय स अवधक होता ह तो पररिार क सदसयो म आवथणक असरकषा की िािना उतपनन

होती ह उवचत आयोजन वनयतरण और मलयाकन िारा पाररिाररक आय और वयय म सतलन

सथावपत वकया जा सकता ह

परिवाि क सदयो की आवशयकताओ की पकरतय

उपलबध पाररिाररक आय स पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करना विततीय परबधन

का मखय उददशय होता ह उपलबध आय स आिशयकताओ की पवतण होन पर पररिार क सदसयो को

सतोष परापत होता ह

बचत

वजस पररिार म विततीय परबधन अछि ढग स वकया जाता ह उस पररिार म बचत िी होती ह बचत

स जो धनरावश जमा की जाती ह उसका परयोग पररिार क सदसयो िारा िविषटय म वकया जाता ह

पररिार म बचत तिी होती ह जब पाररिाररक वयय पाररिाररक आय स कम हो बचत िारा पररिार

क सदसयो म आवथणक सरकषा की िािना िी उतपनन होती ह

अब हम पाररिाररक आय एि उसक परकारो की चचाण करग

64 पाररवाररक आय एवा आय क परकार परसतत इकाई म अब तक आप पाररिाररक विततीय परबनधन क अविपराय एि महति स पररवचत हो

चक ह अब पाररिाररक विततीय परबधन को िली परकार समझन क वलए हम परसतत खणड म

पाररिाररक आय उसक परकारो तथा पाररिाररक आय को परिावित करन िाल कारको क बार म

जानग गरॉस एि िणडल क अनसार पाररिाररक आय मिा िसतओ सिाओ तथा सतोष का परिाह

ह जो पररिार की आिशयताओ ि इछिाओ को पणण करन एि उततरदावयतिो क वनिाणह हत पररिार

िारा वयय वकया जाता ह पाररिाररक आय क िारा हम अपनी आिशयकताओ की पवतण करत ह

पाररिाररक आय क मखय रप स तीन परकार होत ह जो वनमनवलवखत ह

1 मौकररक आय (Money Income)

मौविक आय का परिाह पररिार म मिा रपए पसो आवद क रप म होता ह पररिार को मौविक आय

ितन मजदरी बयाज क लाि आवद स परापत होती ह मिा एक महतिपणण अमानिीय ससाधन ह

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मिा पररिार एि पररिार क सदसयो क वलए मलयिान होती ह कयोवक इसस उनक पास िय शवकत

आ जाती ह वजसस िह िसतओ एि सिाओ जस िोजन िसतर आिास आवद का िय कर सकत ह

जो हर पररिार की आिशयकता होती ह

2 वातकरवक आय (Real Income)

गरॉस एि िणडल क अनसार िासतविक आय िसतओ ि सिाओ क उस परिाह को कहत ह जो

वकसी पररिार को एक वनवशचत समय म उपिोग क वलए परापत होती ह िासतविक आय िसतओ और

सिाओ स परापत होती ह जो मौविक आय को वयय करन स वमलत ह िासतविक आय क दो परकार

होत ह- परतयकष आय तथा अपरतयकष आय

परतयकष आयः परतयकष आय स अथण उन समसत िसतओ और सिाओ स ह जो पररिार क सदसयो

को वबना धन क उपयोग स परापत होती ह उदाहरण वक वलए एक कमपनी म काम करन िाल कमणचारी

को यवद रहन क वलए मकान मफत म वमला हो तो िह परतयकष आय क अनतगणत आएगा

अपरतयकष आयः अपरतयकष आय स अथण उन समसत िसतओ और सिाओ स ह जो वक पररिार क

सदसयो को वकसी िसत क बदल म साधारणतः मिा क बदल म परापत होती ह जस एक वयवकत

अपनी मौविक आय स िोजन की सामगरी कपड़ िाहन आवद खरीदता ह तो यह सब िसतए

अपरतयकष िासतविक आय कहलाती ह

3 मानकरसक आय (Psychic Income)

मानवसक आय क अनतगणत वयवकत िारा उसकी िासतविक आय स परापत सतोष को सवममवलत वकया

जाता ह पररिार क सदसयो को सतोष की अनिवत तब होती ह जब परापत आय का उपिोग सिी

सदसयो की आिशयकताओ को धयान म रखकर वकया जाता ह मानवसक आय की परकवत वयवकतगत

होती ह पररिार क परतयक सदसय की रवचया और आिशयकताए विनन होती ह और उनही क

अनसार ही उनह सतोष की परावपत होती ह इसवलए यह दखा जाता ह वक वयवकतयो की समान

िासतविक आय होत हए िी मानवसक आय अलग-अलग होती ह उदाहरण क वलए कि वयवकतयो

को टलीविजन दखना चाय पीन स अवधक सतोष वमलता ह दसरी तरफ कि को बहत कम

641 आय क सतरोत

पाररिाररक आय क परकारो स पररवचत होन क बाद आइए हम आपको आय क सतरोतो स अिगत

करात ह आय परापत करन क अनक सतरोत ह कि परमख सतरोत वनमनवलवखत ह

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1 मजदरीः िह आय जो शरवमक या मजदर को आवथणक परयतनो क फलसिरप परापत होती ह उस

मजदरी कहत ह

मजदरी दो परकार स दी जाती ह

(क) कायाणनसार मजदरी (ख) समयानसार मजदरी

जब शरवमक क िारा वकए गए कायण क अनसार उस मजदरी दी जाती ह उस कायाणनसार मजदरी

कहत ह और जब कायण क समय क अनसार मजदरी दी जाती ह उस समयानसार मजदरी कहत ह

शरवमक को मजदरी म दवनक सापतावहक अदधण मावसक या मावसक रप म िगतान वकया जाता ह

मजदरी म मिा क साथ किी- किी अनय सविधाए जस िोजन वनशलक वशकषा आवद िी दी जाती

2 ितन वजन कायो म शारीररक शरम की तलना म मानवसक शरम अवधक लगता ह उनक परवतफल

म वमलन िाली आय को ितन कहत ह ितन मनषटय की योगयता कशलता वशकषा अनिि

आवद क अनसार कम या अवधक होता ह ितन परायः मावसक परापत होता ह ितन म िवदध िी

होती रहती ह ितन म कई परकार की सविधाए िी दी जाती ह जस - बोनस मकान यातरा ितता

आवद

3 वकरायालगान िवम मकान खत आवद की सिाय परदान करन क बदल म वमलन िाली आय

को वकरायालगान कहत ह

4 बयाजः पजी क विवनयोग क बदल वमलन िाली आय को बयाज कहत ह पररिार क सदसयो की

आिशयकताओ की पवतण क बाद जो िी धन - रावश बचती ह यवद उस वकसी बक पोसटऑवफस

या वकसी उदयोग म विवनयोग कर वदया जाए तो उसक मलधन क अवतररकत कि परवतदान वमलता

ह वजसको मावसक अदधणिावषणक या िावषणक क समयानसार एक साथ वदया जाता ह

5 बोनस यह कमणचाररयो को वमलन िाली अवतररकत आय ह बहत सी सरकारी और गर-सरकारी

ससथाओ म कमणचाररयो को ितन क अवतररकत िषण म एक या एक स अवधक बार ससथा क कल

लाि म स कि धनरावश दी जाती ह उस बोनस कहत ह बोनस की आय ससथा क लाि पर

वनिणर करती ह

6 ितता बहत सारी ससथाओ म कमणचाररयो को ितन क अवतररकत कई परकार क िततो स

लािावनित वकया जाता ह जस यातरा ितता महगाई ितता आवद

7 पशन और गरछयटीः सिावनिवत क बाद कमणचाररयो को जो आय परापत होती ह उस पशन कहा

जाता ह यह कमणचाररयो को जीिनिर परापत होती ह तथा उसकी मतय क बाद उसकी पतनी को

पशन वमलती ह यह आय कमणचारी क ितन पर वनिणर करती ह पशन मखयतः सरकारी

कमणचाररयो को परापत होती ह पशन ितन क समान ही हर माह वमलती ह गरछयटी को अनगरह

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रावश िी कहा जाता ह सिावनिवत क पशचात कमणचाररयो को जो एकमशत धनरावश दी जाती ह

उस गरछयटी कहा जाता ह

8 बीमारी ि दघणटना म परापत रावश बहत सारी ससथाओ म कमणचाररयो को आकवसमक दघणटनाओ

और बीमारी क वलए आवथणक सरकषा परदान की जाती ह यह सरकषा कमणचाररयो को या उसक

पररिार क सदसयो को परदान की जाती ह यवद वयवकत बीमार ह तो उसकी दिाईयो और डॉकटर

का खचाण ससथा उठाती ह कमणचारी की यवद कायण करत समय मतय हो जाती ह तो उसकी पतनी

और बछचो को आवथणक सहायता दी जाती ह

9 उपहार उपहार वकसी विशष वदन या उतसि जस जनमवदन वििाह आवद विविनन अिसरो पर

िसतओ या मिा क रप म परापत होत ह उपहारो स होन िाली आय वनयवमत नही होती ह

642 पारिवारिक आय को परिाकरवत किन वाल कािक

आइए अब हम आपको उन कारको स अिगत करात ह जो पाररिाररक आय को परिावित करत ह

1 वातकरवक आय की मारा

परसतत इकाई म हम यह जञात हआ ह वक िासतविक आय िसतओ ि सिाओ स परापत होती ह जो

मौविक आय को वयय करन स परापत होती ह िासतविक आय एक महतिपणण कारक ह जो

पाररिाररक आय को परिावित करता ह उदाहरण क वलए राम और शयाम की मौविक आय समान

ह परनत राम को दफतर की तरफ स रहन की सविधा वनशलक उपलबध ह उसक पास खती क वलए

जमीन ह और उसकी पतनी िी पढ़ी वलखी ह जो अपन बछचो को सिय पढ़ाती ह जबवक शयाम को

वकराय क मकान म रहना पड़ता ह अनाज और सवबजया िी सिय खरीदनी पड़ती ह और बछचो को

िी टयशन पढ़न क वलए िजना पड़ता ह राम और शयाम की समान मौविक आय होन क बाद िी

दोनो क जीिन सतर म काफी अतर ह कयोवक राम की िासतविक आय शयाम की तलना म अवधक

2 मरा की िय शकरि

वकसी िी दश की मिा शवकत उसक दशिावसयो क रहन -सहन को वनधाणररत करती ह वजस दश की

मिा शवकत अवधक होती ह उस दश क दशिावसयो क रहन-सहन का सतर ऊचा होता ह जस

अमररका एक विकवसत दश ह िहा की मिा की िय शवकत िारत की मिा की िय शवकत की

अपकषा अवधक ह वजसक फलसिरप यह दखा गया ह वक अमररका क पररिारो क रहन -सहन का

सतर िारत क पररिारो स अछिा होता ह

3 परिवाि की कल आय

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पररिार की कल आय पररिार क मवखया एि अनय सिी सदसयो पर वनिणर करती ह वजस पररिार म

अवधक सदसय कमात ह उस पररिार की कल आय अवधक होती ह और उनक रहन-सहन का सतर

िी ऊचा होता ह

4 सामदाकरयक सवाओ का परयोग

सामदावयक सिाए जस पसतकालय असपताल पोसट ऑवफस विदयालय महाविदयालय आवद का

उपयोग कर वयवकत पाररिाररक आय म िवदध कर सकता ह इन सिाओ का उपयोग कर वयवकत

अपनी मौविक आय की बचत कर सकता ह वयवकत अपन बछचो को सरकारी विदयालय

महाविदयालय म पढ़ाकर बीमारी का इलाज सरकारी असपताल म कराकर मौविक आय म बचत

कर सकता ह

5 कशल गह परबध

वकसी िी पररिार की वयिसथा गहणी क िारा की जाती ह एक कशल गहणी कम आय म िी

पररिार क सदसयो की अवधकतम आिशयकताओ को सति करती ह एक कशल गहणी िह होती

ह जो शरम और समय क महति को समझ यवद गहणी पढ़ी-वलखी ह तो िह नौकरी करक मौविक

आय अवजणत कर सकती ह या वफर घर म टयशन पढ़ाकर वसलाई करक पाररिाररक आय को बढ़ा

सकती ह

65 पाररवाररक जीवन चि की अवसथाएा और धन का उपयोग पिण खणडो म पाररिाररक आय क बार म विसतारपिणक पढ़न क बाद आइए यह जान वक पाररिाररक

जीिन चि की परतयक अिसथा म आय की माग वकस परकार पररिवतणत होती ह

पररिार समाज की पराथवमक बवनयादी तथा सािणिौवमक इकाई ह पररिार सवममवलत रप स वनिास

करन िाल रकत सबवधयो का िह समह ह वजसम वििाह और गोद लन िारा पररिार की सिीकवत

परापत वयवकत िी सवममवलत होत ह पररिार म रहकर ही वयवकत अपनी आिशयकताओ की पवतण करता

ह पाररिाररक जीिन चि म मखयतः वनमनवलवखत तीन अिसथाए होती ह वजनक बार म आप पिण

की इकाईयो म पढ़ चक ह

1 परारवमिक अिसथा

2 विसतत अिसथा

3 सकवचत अिसथा

आइए इन अिसथाओ पर सवकषपत चचाण कर

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1 परािकरमिक अवथा

यह अिसथा वििाह क बाद आरमि होती ह निवििावहत दमपवत अपन पररिार की शरआत करत

ह इस अिसथा म आय की माग कम स अवधक हो जाती ह

2 करवतत अवथा

यह पाररिाररक जीिन चि की दसरी अिसथा ह यह अिसथा पररिार क परथम वशश क जनम पर

आरमि होती ह इस अिसथा की अनको उप-अिसथाए होती ह वशशपालन पिण सकल पराथवमक

विदयालय उछच माधयवमक विदयालय महाविदयालय इस अिसथा म आय की माग काफी बढ़ जाती

3 सककरचत अवथा

इस अिसथा म बछचो का वयिसावयक समायोजन हो जाता ह और माता-वपता की सिावनिवत िी

हो जाती ह इस अिसथा म माता-वपता पन घर म अकल रह जात ह कयोवक बछच आजीविका हत

अथिा वििाह हो जान क पशचात घर स बाहर चल जात ह इस अिसथा म आय की माग कम हो

जाती ह

अगल खणड म जान स पिण आइए कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

सतय अथिा असतय बताइए

1 िासतविक आय क दो परकार होत ह परतयकष आय एि अपरतयकष आय

2 मौविक आय का परिाह पररिार म मिा क रप म होता ह

3 पाररिाररक जीिन चि की तीन अिसथाए होती ह

4 सथापतय काल म आय की माग कम स अवधक होती ह

5 कमणचाररयो को वमलन िाली अवतररकत आय को ितन कहत ह

66 धन क उपयोग की षवधधयाा वपिल खणड म पाररिाररक जीिन चि की अिसथाए और उन अिसथाओ म धन क उपयोग स

पररवचत होन क बाद आइए धन क उपयोग की विवधयो क बार म जान

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धन क उपयोग की विवध का चयन करना पररिार क सदसयो क वलए एक चनौतीपणण कायण होता ह

धन क उपयोग की विवध का चयन करत समय पररिार क सदसयो को इस बात का धयान रखना

चावहए वक सिी सदसयो की आिशयकताओ की पवतण हो और सिी सदसयो को सतोष परापत हो

धन क उपयोग की मखय रप स पाच विवधया ह-

1 पाररिाररक आवथणक योजना या बजट

2 अनमोवदत या उवचत िाग की योजना

3 समान ितन विवध

4 बराबर-बराबर विवध

5 हसतमकत विवध

अब इन पर विसतत चचाण कर

1 पारिवारिक आकरथयक योजना या बजट (The Family Finance Plan or Budget)

यह एक विवध ह वजसम पररिार क सदसय आय को एक योजना और साझा पररिार पररयोजनाओ

क रप म उपयोग करत ह इस परणाली का वनदशन पवत और पतनीमाता और वपता िारा वकया जाता

ह यह दोनो की आपसी समझ पर आधाररत होता ह इस विवध म माग को पणण करन क वलए

आिशयकताओ और साधनो का विशलषण वकया जाता ह और इस विशलषण क अनसार धन क

उपयोग की योजना बनाई जाती ह यह विवध सिी विवधयो म सिणशरषठ मानी जाती ह

A B C D E F

ऊपर वदया गया वचतर 1 पाररिाररक आवथणक योजना को दशाणता ह आयात (rectangle) कल

पाररिाररक आय को दशाणता ह A स F तक क िाग वयय क विविनन समहो को दशाणत ह जस

िोजन िसतर यातायात वयय आिास वशकषा और मनोरजन

2 अनमोकरदत या उकरचत िाग की योजना (The Allowance or Apportionment

Plan)

इस विवध म पवत िारा पतनी को धन का कि िाग पाररिाररक वययखचण क वलए वदया जाता ह

बची हई आय स पवत अपन अनय उततरदावयति जस घर क अनय िगतान बीमा कर आवद चकाता

ह यह विवध मखयतः वयिसावययो िारा उपयोग म लाई जाती ह वजनकी आय अवनयवमत होती ह

A B

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ऊपर वदया गया वचतर 2 अनमोवदत या उवचत िाग की योजना को दशाणता ह वजसम A+B= कल

आय होता ह

A= आय का िह िाग जो एक वयवकत क पास ह

B= बची हई आय क िाग को दशाणता ह

3 समान वतन करवकरध (The Equal Salary Method)

इस विवध म पररिार क सार वयय पाररिाररक कल आय स वकए जात ह और जो धन बचता ह िह

पवत और पतनी म बराबर वििावजत कर वदया जाता ह वजसस िह अपनी वयवकतगत आिशयकताओ

की पवतण करत ह यह विवध उन पररिारो म उपयोग म लायी जाती ह जहा पतनी सिय िारा वकए गए

वयय म सिततरता चाहती हो

A B

C

ऊपर वदया गया वचतर 3 समान ितन विवध को दशाणता ह वजसम A+B+C= कल आय को दशाणत ह

A आय का िह िाग ह जो पाररिाररक उपयोग म आता ह B और C क दो बराबर िाग आय की

िह बचत ह जो पवत और पतनी को बराबर मातरा म दी जाती ह

4 बिाबि-बिाबि करवकरध (The Fifty Fifty System)

इस विवध म कल आय और वयय को दो बराबर वहससो म वििावजत कर वदया जाता ह इस परकार

की परणाली उन पररिारो म उपयोग म लाई जाती ह जहा आय जञात और वनयवमत हो तथा वयय

वनधाणररत हो यह विवध िी उन पररिारो िारा उपयोग म लाई जाती ह जहा पतनी सिय कमाती हो

और बराबर की सिततरता चाहती हो

A B

वचतर 4 बराबर-बराबर विवध को दशाणता ह वजसम A और B कल आय को वदखात ह A= एक

वयवकत िारा वयय वकया जान िाला िाग और B= दसर वयवकत िारा वयय वकया जान िाला िाग

5 हत मि करवकरध (The Hand-out Method)

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यह विवध धन क उपयोग की सबस खराब विवध ह इस विवध म पवत या घर क बजगण आय पर

अपना परा वनयतरण रखत ह िह अपन तरीक स धन को वयय करत ह जस-जस पररिार को

आिशयकता पड़ती रहती ह िस-िस उस पर वयय वकया जाता ह यह विवध उन पररिारो क वलए

उपयकत होती ह वजनह आय का ठीक अनमान नही होता

वचतर 5 हसत मकत विवध को दशाणता ह वजसम ितत A आय क बहाि को दशाणता ह और बाहर वनकल

सिी तीर वयय की िोटी और बड़ी मातरा को दशाणत ह

पररिार क सदसयो को धन क उपयोग की उपयणकत विवधयो पर विचार करन क पशचात ही उनका चयन

करना चावहए चयन करन स पहल पररिार क सदसयो को अपनी जररतो और धन वयय करन की

विवध को धयान म रखना चावहए िासतविक योजना को सफल बनान क वलए पाररिार क सिी

सदसयो को साथ वमलकर काम करना चावहए घर क मवखया पर यह वजममदारी होती ह वक िह

पररिार क सदसयो को योजना क अनसार साथ कायण करन क वलए परोतसावहत कर यह पररिार क

सदसयो क आपसी ररशतो पर विशषकर पवत-पतनी माता-वपता और बछचो क ररशतो पर वनिणर

करता ह वक योजना सफल होगी या आपसी मदिद क कारण असफल होगी

67 पाररवाररक वयय पररिार क विविनन साधनो स जो आय परापत होती ह उस वकतना और वकस परकार खचण वकया जाता

ह िह पाररिाररक वयय कहलाता ह पाररिाररक वयय को मखय रप स वनमनवलवखत 3 िागो म

बाटा गया ह

1 वनवशचत वयय

2 अदधणवनवशचत वयय

3 अनय वयय

करनकरित वयय

A

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परतयक माह एक वनवशचत धनरावश मकान क वकराय बीमा शलक िविषटय वनवध क रप म अवनिायण

रप स वयय होती ह इस परकार क वयय को वनवशचत वयय कहत ह

अदधयकरनकरित वयय

इस वयय क अनतगणत िह वयय आत ह वजनका वकया जाना अवनिायण होता ह परनत धनरावश की

सीमा म आिशयकता क अनसार कमी या िवदध की जा सकती ह इस वयय म आराम ि विलावसता

की िसतए आती ह जस अवतवथयो पर वयय शादी पर वयय आवद

अनय वयय

यह वयय पररिार की आय पर वनिणर करत ह धन की कमी होन पर इन वययो को समापत वकया जा

सकता ह जस मनोरजन यातरा उपहार आिषण आवद पर वयय

एक कशल गह परबनधक िह होता ह जो पाररिाररक आय क अनसार वयय करता ह और सीवमत

आय क साधनो क अनतगणत वयय करक पररिार क सदसयो की सिी आिशयकताओ को परा करता

वनमनवलवखत अभयास परशनो क माधयम स आइए दखत ह वक आपक जञान म वकतनी िवदध हई ह

अभयास परशन 2

सही अथिा गलत बताइए

1 धन क उपयोग की मखय रप स सात विवधया ह 2 हसत मकत विवध धन क उपयोग की सबस अछिी विवध ह

3 पाररिाररक वयय मखय रप स तीन परकार क होत ह 4 यवद परतयक माह पररिार िारा वकसी विशष कायण हत एक वनवशचत धनरावश वयय होती ह तो

उस वनवशचत वयय कहत ह

5 अवनवशचत वयय पररिार की आय पर वनिणर करत ह

आइए अब जान वक पाररिाररक वितत परबनधन म वहसाब-वकताब रखन का कया महति ह

68 पाररवाररक षवतत परबनधन म हहसाब करकताब का महतव धन का वहसाब वकताब धन क वितरण को दशाणता ह एक वयवकत अपन वयय को वनयवमत करन क

वलए वहसाब वकताब रखता ह समपणण वहसाब वकताब दो परकार का होता ह गवणतीय और

अगवणतीय आज क समय की अथणवयिसथा म पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब रखना एक

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महतिपणण परविया ह वजसम पररिार क सदसयो का िाग लना अवनिायण होता ह आज क समय म

सिी सख सविधाओ को परापत करन क वलए धन वयय करना पड़ता ह इन पररवसथवतयो म

पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब रखना अवनिायण हो गया ह पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब

रखन स अलप और दीघणकालीन विततीय परयोग की बवनयादी जानकारी रहती ह परनत वफर िी

पररिार क सदसय वहसाब वकताब रखना पसद नही करत कयोवक यह परविया बार-बार दोहरान स

वयवकत ऊब जाता ह पररिार क सदसयो िारा पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब ना रखन का एक

कारण यह िी ह वक उस परविया क वलए कोई मजबत पररणा नही होती ह पाररिाररक वितत का

ररकॉडण बनात समय हम इस बात का धयान दना चावहए वक हर पररिार का विततीय ररकॉडण अलग

होता ह एक विततीय ररकॉडण जो एक पररिार क वलए सतोषजनक हो यह जररी नही वक िो दसर

पररिार क वलए िी सतोषजनक वसदध हो

69 लखा पालन (Account Keeping) लखा पालन परी जानकारी क साथ एि पाररिाररक जीिन चि क चरणो को धयान म रखत हए

करना चावहए पाररिाररक जीिन म ऐसा समय िी आता ह जब वयय की जानकारी बहत महतिपणण

होती ह कयोवक किी-किी आय पर माग िारी हो जाती ह या समह क बदलत हालातो क कारण

माग बढ़ जाती ह अवनवशचत वसथवत क समय सही आकड़ो की आिशयकता अवधक होती ह

691 लखाकन परणाली का मलयाकन

पररिार क वलए लखाकन की परणाली (Account Keeping Sysytem) का मलयाकन वनमन चार

मापदणडो क आधार पर वकया जा सकता ह

1 सरलता (Simplicity)

2 पयाणपतता (Adequacy)

3 लचीलापन (Flexibility)

4 सविधा (Convenience)

सिलता

घरल खात सरल होन चावहए घरल खातो की शरआत करत समय जयादातर लोग उततजना म

आकर जवटल रप स खातो का वनमाणण करत ह जो बाद म सफल नही हो पात

पयायिता

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 120

परणाली की पयाणपतता यह वनधाणररत करती ह वक िह परणाली उस समह क सदसयो की आिशयकता

क अनसार उपयकत ह या नही पयाणपतता को पाररिाररक जररतो और वयय करन क तरीको म

सामजसय िारा परापत वकया जा सकता ह एक परणाली को तब तक पयाणपत नही माना जाता जब तक

िह सपणण जानकारी ना द जो एक वयवकत जानना चाहता ह

लचीलापन

लचीलापन वकसी िी लखाकन परणाली का एक महतिपणण ततति ह एक अछिी परणाली म बदलती

पररवसथवतयो और जररतो क अनसार बदलाि करन की सिािना होनी चावहए

सकरवधा

एक अछिी लखाकन परणाली म अविलख रखन उस समझन और उस परणाली का धयान रखन की

सविधा होनी चावहए सविधाजनक रप स रखी गई लखाकन परणाली परिािकारी होती ह

692 वतयमान समय म परयोग होन वाली लखाकन परणाकरलया

ितणमान समय म चार परकार की लखाकन परणावलयो का परयोग वकया जाता ह-

1 शीट परणाली (Sheet method)

2 वलफ़ाफ़ा परणाली (Envelope method)

3 समरण पसतक (Note Book)

4 काडण-फाईल परणाली (Card File System)

शीट परणाली यह तरीका सरल एि लचीला ह इस परणाली म वहसाब वकताब को एक दो या कई

पननो म वलख सकत ह इन पननो को हम अलमारी पर या दरिाज क पीि एक पवसलपन क साथ

टाग सकत ह और इस पर समय-समय पर वहसाब वकताब वलख सकत ह यह तरीका सविधाजनक

होता ह एक शीट की अपकषा दो या दो स जयादा शीटो का परयोग करना जयादा उपयोगी तथा

परिािी होता ह

करलिािा परणाली यह तरीका सरल लचीला एि सविधाजनक ह इस परणाली म पिण वनधाणररत

खचो क वहसाब स अलग-अलग वलफाफो म रपय रख वदए जात ह आिशयकता पड़न पर वलफाफो

म स रपय वनकालकर खचण कर उस आिशयकता को परा वकया जा सकता ह

मिण पतक घरल लखो की जानकारी रखन क वलए ढील पननो िाली या बाधय समरण पवसतका

का परयोग वकया जाता ह ढील पननो िाली समरण पसतक बाधय पसतक स अवधक लचीली होती ह

समरण पसतक लखाकन परणाली क वलए अवधक सविधाजनक होती ह

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काडय-िाइल परणाली काडण फाइल परणाली को अवनवशचत काल क वलए विसताररत वकया जा

सकता ह इसवलए यह सिाणवधक लचीली परणाली ह यह परणाली वसफण अतयवधक सगवठत वयवकत क

वलए सरल एि सविधाजनक हो सकती ह अगर पररिार क बछच लखाकन म सहायता कर रह ह तो

यह परणाली उवचत नही ह कयोवक बछचो क िारा काडो को आपस म वमलाया जा सकता ह वजसस

इस परणाली क वियानियन म गलती हो सकती ह काडण-फाइल एक वयवकत क िारा सचावलत होन

िाली परणाली ह

लखाकन परणाली क करलए करदशा करनदश

सरल तरीक स शरआत कर

वयवकतगत और पाररिाररक जररतो क अनरप परणाली को चन

लखाकन परणाली का उपयोग तब तक कर जब तक िह आदत ना बन जाए

खातो पर वनयतरण रख

आइए अब कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 3

1 पररिार क वलए लखाकन परणाली का मलयाकन वकन चार मापदणडो क आधार पर वकया

जाता ह

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2 घरल खातो को सरल होना चावहए सतय असतय

3 ितणमान समय म वकन चार लखाकन परणावलयो का परयोग वकया जाता ह

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4 और जररतो क अनररप लखाकन परणाली का

चनाि करना चावहए

5 एक परिािी लखा पालन हत खातो पर रखना चावहए

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610 सारााश धन मनषटय क जीिन का सबस अवधक महतिपणण साधन ह धन का उवचत वयिसथापन करन स ही

पररिार क सदसय सीवमत पाररिाररक आय क उपयोग स अपन पररिार की आिशयकताओ की पवतण

करत ह विततीय परबधन िारा पाररिाररक धन का कशल एि परिािी परबधन वकया जाता ह वजसम

पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण हो सक विततीय परबधन मखयतः पाररिाररक आय

और वयय स सबवधत ह विततीय परबधन िारा पाररिाररक आय और वयय म उवचत सतलन बनाया

जाता ह पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण की जाती ह और बचत िी की जाती ह

पाररिाररक आय मखयतः तीन परकार की होती ह मौविक आय िासतविक आय एि मानवसक

आय आय को परापत करन क अनक साधन होत ह जस ितन मजदरी लगान बयाज बोनस आवद

पाररिाररक आय को कई कारक जस िासतविक आय की मातरा मिा की िय शवकत सामदावयक

सिा का परयोग आवद परिावित करत ह

पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म िी पाररिाररक आय की माग विनन-विनन होती

ह पाररिाररक आय क अनसार वयय करना एक चनौवतपणण कायण होता ह पाररिाररक धन का

परबधन करत समय इस बात का धयान रखना चावहए वक आय स अवधक वयय ना हो और पररिार क

सदसयो की आिशयकताओ की पवतण िी हो धन क उपयोग की मखय रप स पाच विवधया दी गई ह

वजनम स पाररिाररक आवथणक योजना या बजट को सिणशरषठ विवध माना गया ह धन का परयोग करत

समय धन कहा और वकतना वयय हो रहा ह इस बात का वहसाब वकताब रखना िी बहत जररी होता

ह पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब रखना एक जवटल परविया ह परनत यह पररिार क वलए

अतयवधक महतिपणण होती ह पररिार क वलए लखाकन परणाली िी महतिपणण ह वजसकी शरआत

पररिार क सदसयो को सरल तरीक स करनी चावहए लखाकन परणाली का चनाि वयवकतगत और

पाररिाररक जररतो क अनरप होना चावहए

611 पाररभाषिक शबदावली साधन िह िौवतक िसतए एि मानिीय गण जो हमारी आिशयकताओ की पवतण करत ह

बजट बजट ितकाल क वयय िविषटय क अनमावनत वयय और ितणमान समय क मदो पर

वनवशचत वयय का लखा-जोखा होता ह

परिवाि समाज की सबस िोटी इकाई

612 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

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सहीगलत बताइए

1 सतय

2 सतय

3 सतय

4 सतय

5 असतय

अभयास परशन 2

सहीगलत बताइए

1 असतय

2 असतय

3 सतय

4 सतय

5 असतय

अभयास परशन 3

1 सरलता पयाणपतता लचीलापन सविधा

2 सतय 3 शीट परणाली वलफाफा परणाली समरण पवसतका और काडण फाईल परणाली

4 वयवकतगत पाररिाररक

5 वनयतरण

613 सनदभण गरनथ सची 1 रीना खनजा गह वयिसथा एि गह सजजा वितीय ससकरण अगरिाल पवबलकशन आगरा

2 मज पाटनी तथा लवलता शमाण गह-परबध अिम ससकरण सटार पवबलकशन आगरा

3 रीना खनजा गह परबध साधन वयिसथा एि आनतररक सजजा निीनतम ससकरण विनोद

पसतक मवनदर परकाशन

4 MAVarghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management New

age International Pvt Ltd Publisher New Delhi

5 JM Dorsey and PNickell Management in family living CBS Publishers

and distributors Pvt Ltd

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614 ननबनधातमक परशन 1 विततीय परबधन स कया अविपराय ह पाररिाररक विततीय परबधन क महति पर परकाश डावलए

2 पाररिाररक आय को पररिावषत कीवजए पाररिाररक आय क परकारो को विसतारपिणक

समझाइय

3 पाररिाररक धन क उपयोग की विवधयो को विसतारपिणक समझाइए 4 लखाकन परणावलयो को विसतारपिणक समझाइए 5 पाररिाररक विततीय परबधन म वहसाब वकताब क महति पर परकाश डाल

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इकाई 7 बजट 71 परसतािना

72 उददशय

73 पाररिाररक बजट अथण एि पररिाषाए

74 पाररिाररक बजट क वसिानत

75 पाररिाररक बजट क परकार

76 पाररिाररक बजट क लाि

77 पाररिाररक बजट म वयय की मखय मद

78 बजट वनमाणण क चरण

79 एवजल का उपिोग वनयम

710 साराश

711 पाररिावषक शबदािली

712 अभयास परशनो क उततर

713 सनदिण गरनथ सची

714 वनबनधातमक परशन

71 परसतावना परसतत इकाई म आप बजट क अथण पररिाषा परकार बजट वनमाणण क चरण आवद स पररवचत होग

बजट पाररिाररक आय-वयय म सतलन सथावपत करन म परमख िवमका वनिाता ह पररिार क

सदसयो की कई आिशयकताए होती ह परनत पाररिाररक आय सीवमत होती ह और उस सीवमत

आय स पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करन क वलए एक अछि बजट क वनमाणण

की आिशयकता होती ह पररिार क सदसय अपनी सीवमत आय स अवधकतम सतोष पान क वलए

बजट का वनमाणण करत ह पाररिाररक आय क अनसार विविनन मदो पर वयय वकया जाता ह बजट

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वनमाणण का मखय उददशय पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करना एि पररिार क सख

तथा सतोष म िवदध करना होता ह बजट म कि आय बचत क वलए िी रखी जाती ह तावक

आकवसमक आिशयकता की वसथवत होन पर उस आय को वयय वकया जा सक

72 उददशय इस इकाई क अधययन क पशचात आप

पाररिाररक बजट की पररिाषा तथा अथण को समझ पाएग

पाररिाररक बजट क वसदधानतो को जान पाएग

पाररिाररक बजट क परकार एि लािो स पररवचत होग

पाररिाररक बजट की मखय मदो को समझ पाएग तथा

बजट वनमाणण क चरणो को जानग

73 पाररवाररक बजट अथण एवा पररभािाएा बजट एक वनवशचत अिवध क पिण अनमावनत आय-वयय क विसतत बयौर को कहत ह वनवशचत आय

स पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करना ही बजट का मखय उददशय होता ह पररिार

क सदसय अपनी आय क अनसार विविनन मदो पर वयय करत ह और अपनी आिशयकताओ की

पवतण करत ह बजट पाररिाररक आय-वयय म सतलन बनाए रखता ह एक अछिा बजट िह होता ह

वजसम कि आय बचत क वलए िी रखी जाती ह तावक आकवसमक खचो पर वयय वकया जा सक

पाररिाररक बजट क सनदिण कि महतिपणण पररिाषाए वनमनवलवखत ह

बवि क अनसाि ldquoपाररिाररक बजट पाररिाररक आय को वयिवसथत रप स वयय करन का एक

तरीका ह वजसस पररिार क सदसयो क सख ि कलयाण म िवदध हो सकrdquo

कग एव िश क अनसाि ldquoबजट ितकाल क वयय िविषटय क अनमावनत वयय और ितणमान समय

क मदो पर वनवशचत वयय का लखा-जोखा हrdquo

तोमि गोयल व दशयन क अनसाि ldquoबजट सवनयोवजत िविषटय की एक पररकलपना ह जो आय-

वयय का एक वनवशचत अिवध क वलए लखा-जोखा परसतत करता ह

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महनर क मान क अनसाि ldquoपाररिाररक बजट ितकाल क खचो का एक वििरण ह वजसम िविषटय

क खचो और वितरण का बयौरा रहता ह जो अलग-अलग समय म विविनन कायो पर खचण वकया

जाता हrdquo

74 पाररवाररक बजट क भसदधानत

पिण खणड म हमन बजट क अथण एि पररिाषाओ क बार म पढ़ा अब हम बजट क वसदधानतो क बार

म जानग वजनह धयान म रखत हए पाररिाररक बजट का वनमाणण वकया जाता ह

राजमल पी दिदास क अनसार बजट आयोजन वनमनवलवखत कारको पर आधाररत ह

पारिवारिक आय

गरॉस ि िणडल क अनसार ldquoपाररिाररक आय मिा िसतओ सिाओ तथा सतोष का िह परिाह ह

जो आिशयकताओ ि इछिाओ को पणण करन एि उततरदावयतिो क वनिाणह हत पररिार क अवधकार

म आता हrdquo यह आिशयक नही ह की हर माह पाररिाररक आय समान रह परनत हम आय क

अनसार ही पाररिाररक बजट का वनमाणण करना चावहए वकसी िी पररिार की आय उसक जीिन

सतर को वनधाणररत करती ह ितन मजदरी बयाज वकराया पशन बोनस आवद पररिाररक आय क

साधन ह

परिवाि क करनधायरित लकषय

परतयक पररिार क सिय क कि वनधाणररत लकषय होत ह वजनको परापत करन की िह पणण चिा करता ह

लकषयो की परावपत क पशचात ही पररिार क सदसयो म सतवि की िािना उतपनन होती ह परतयक पररिार

म मखय रप स तीन परकार क लकषय होत ह दीघणकालीन लकषय अलपकालीन लकषय और साधन

समावपत लकषय दीघणकालीन लकषयो क उदाहरण ह बछचो की शादी कराना अपना घर खरीदना

आवद बछचो की शादी क वलए की जान िाली मावसक बचत करक पररिार क सदसय अलपकालीन

लकषय की परावपत करत ह साधन समावपत लकषयो क उदाहरण ह पषटप सजजा क वलए फल तोड़ना

सबजी बनान क वलए सवबजया काटना बक स पस वनकालन क वलए चक काटना आवद

परिवाि की वतयमान एव िकरवषय की आवशयकताए

पनसन क अनसार परतयक वयवकत को आिशयक िसतओ की परावपत हत एक परिािपणण इछिा होती ह

जो उनह परापत करन क वलए आिशयक परयतनो अथिा तयाग क रप म वयकत होती ह पररिार क

सदसयो की आिशयकताए असीवमत होती ह कई िौवतक नवतक सामावजक आवथणक ततति वयवकत

की आिशयकताओ का वनधाणरण करत ह परतयक पररिार म कि ितणमान की आिशयकताए होती ह

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तथा कि िविषटय की ितणमान की आिशयकताओ क उदाहरण ह िोजन पानी सकल की फीस

मकान का वकराया आवद और िविषटय की आिशयकताओ क उदाहरण ह बछचो का वििाह

विशवविदयालयपरोफशनल कोसण की फीस आवद बजट का वनमाणण पररिार क सदसयो की ितणमान

आिशयकताओ को धयान म रखत हए करना चावहए और पाररिाररक बजट म बचत क वलए िी

परमख सथान होना चावहए तावक िविषटय की आिशयकताओ की पवतण हो सक

एनजीला िीज क अनसार बजट क वनमनवलवखत वसदधानत ह

1 आय स अवधक वयय नही होना चावहए

बजट का वनमाणण करत समय पररिार क सदसयो को यह धयान रखना चावहए वक आय स अवधक

वयय ना हो यवद आय स अवधक खचण होगा तो पररिार क सदसयो म आवथणक असरकषा की िािना

उतपनन होगी और अपनी आिशयकताओ की पवतण क वलए पररिार क सदसयो को उधार लना पड़

सकता ह

2 जयादा आिशयक िसतओ पर सिणपरथम वयय करना चावहए

बजट क इस वसदधानत क अनसार बजट वनमाणण करत समय पररिार क सदसयो को सबस पहल

सिाणवधक जररी िसतओ पर वयय करना चावहए जस िोजन िसतर आिास वशकषा वचवकतसा

आवद

3 इस बात का सािधानीपिणक धयान रखना चावहए वक वयय कम हो

बजट बनात समय हम कम वयय कर इस बात पर धयान दना चावहए विलावसतापणण िसतओ का

कम परयोग कर हम पाररिाररक वयय को कम कर सकत ह

4 वनयवमत रप स एक वनवशचत मातरा म बचत करनी चावहए

एक अछिा बजट िह होता ह वजसम बचत क वलए िी सथान हो बचत स जो रावश जमा की जाती

ह उसका परयोग पररिार क सदसय अपनी िविषटय की आिशयकताओ को परा करन म या

आकवसमक आिशयकताओ म करत ह

5 धन को सदि उपयोगी बनान की कोवशश करनी चावहए

बजट वनमाणण करत समय यह कोवशश करनी चावहए वक हम धन को अवधक स अवधक उपयोगी

बनाए धन को उपयोग की िसतओ पर वयय करना चावहए वजसस पररिार क सदसयो की

आिशयकताओ की पवतण हो

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75 पाररवाररक बजट क परकार

पररिाररक बजट क अथण विविनन पररिाषाओ और वसदधानतो स पररचय क पशचात अब हम

पररिाररक बजट क परकारो स पररवचत होग पररिाररक बजट क परकार वनमनवलवखत ह

(1) सतकरलत बजट (Balanced Budget)

सतवलत बजट स अविपराय ऐस बजट स ह वजसम आय और वयय समान हो अथाणत वजसम

अनमावनत आय और परसतावित वयय वबलकल समान होत ह सतवलत बजट को एक अछिा बजट

माना जाता ह कयोवक इसम ना तो बचत का सथान होता ह और ना ही उधार लन की आिशयकता

(2) बचत का बजट (Surplus Budget)

इस परकार क बजट म अनमावनत आय अवधक और परसतावित वयय कम होता ह इस परकार क

बजट िारा पररिार म बचत होती ह और पररिार क सदसयो म आवथणक सरकषा की िािना उतपनन

होती ह

(3) घाट का बजट (Deficit Budget)

घाट का बजट बचत क बजट स वबलकल विपरीत होता ह घाट क बजट म अनमावनत आय कम

और परसतावित वयय अवधक होता ह इस परकार का बजट पररिार क वलए नकसानदायक होता ह

इस बजट म वयय करन क वलए पररिार क सदसयो को उधार लना पड़ता ह इस परकार क बजट स

पररिार क सदसयो म आवथणक असरकषा की िािना उतपनन होती ह

(4) वातकरवक औि सदधाकरनतक बजट (Actual and Theoretical Budget)

िासतविक बजट स अविपराय ऐस बजट स ह वजसम वकसी एक पररिार की आय-वयय का

िासतविक बयौरा होता ह इसक िारा हम पररिार की आवथणक वसथवत अथाणत पररिार की आय और

वयय की ितणमान वसथवत का सही अनमान लगा सकत ह यह हर पररिार क वलए समान नही होता

और एक ही पररिार क वलए हर माह म िी समान नही होता कयोवक पररिारो की आिशयकताए

पररिवतणत होती रहती ह सिावनतक बजट स तातपयण वकसी विशष िगण क पररिारो की िावित वयय

की रपरखा स ह

(5) औसत बजट (Average Budget)

औसत बजट स अविपराय ऐस बजट स ह जो वकसी िगण विशष क समसत पररिारो की औसत आय

और वयय को बताता ह इस बजट स इस िगण की विविनन िसतओ और सिाओ पर वयय की एक

सामानय परिवतत का जञान होता ह

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(6) मानक या आदशय बजट (Standard or Ideal Budget)

यह बजट औसत पररिारो क वलए आदशण वयय की रपरखा को बतात ह इनम स कि को आदशण

मान वलया जाता ह और इनही क आधार पर पररिारो क बजट बनाए जात ह

(7) मारा तथा मलय बजट (Quantity and Cost Budget)

मातरा तथा मलय बजट स अविपराय ऐस बजट स ह वजसम वकसी पररिार की एक वनवशचत समय म

िय की गयी िसतओ और सिाओ की मातरा तथा उनक मलयो का वििरण रहता ह इसम जीिन

वनिाणह वयय का और उसम होन िाल पररितणनो का सही-सही अनमान लगाया जा सकता ह

(8) पणण अथिा आवशक बजट (Complete or Partial Budget)

जब वयवकत समपणण वयय अथाणत िोट-बड़ सिी वययो की योजना बनात ह तब उनह पणण बजट कहत

ह किी-किी वयवकत िोट-िोट दवनक वययो क वलए कोई योजना नही बनाता किल परमख मदो

पर वयय की योजना बनाता ह ऐस बजट को आवशक बजट कहत ह

पाररिाररक बजट क अथण पररिाषा और परकार स पररवचत होन क बाद आइए दखत ह वक आपक

जञान म वकतनी िवदध हई ह अपनी उननवत जानन क वलए आइए वनमनवलवखत परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

1 ldquoबजट ितकाल क साथ िविषटय क अनमावनत वयय और ितणमान समय क मदो पर वनवशचत

वयय का लखा-जोखा हrdquo यह पररिाषा वकस वयवकत क िारा दी गई ह

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2 राजमल पी दिदास क अनसार बजट आयोजन वकन वबनदओ पर आधाररत ह

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3 क बजट म अनमावनत आय अवधक और परसतावित वयय कम

होता ह

4 ldquoपाररिाररक बजट पाररिाररक आय को वयिवसथत रप स वयय करन का एक तरीका ह वजसस

पररिार क सदसयो क सख ि कलयाण म िवदध हो सकrdquo यह कथनhelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip क

िारा वदया गया ह

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अ बिर ब कग एि रश स तोमर गोयल ि दशणन द महनि क मान

5 सतवलत बजट म अनमावनत आय कम और परसतावित वयय अवधक होता ह सतयअसतय

अभयास परशनो क पशचात आइए अब हम पाररिाररक बजट क लािो पर चचाण कर

76 पाररवाररक बजट क लाभ पाररिाररक वयय हत पाररिाररक बजट वनमाणण क कई लाि होत ह परसतत खणड म हम पाररिाररक

बजट क लािो क विषय म पढ़ग जो वनमनवलवखत ह

बजट स पारिवारिक आय का उकरचत करवतिण होता ह

परतयक पररिार म धन एक सीवमत ससाधन होता ह परनत आिशयकताए असीवमत होती ह सीवमत

पाररिाररक आय स पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करना ही बजट का मखय उददशय

होता ह बजट की सहायता स हम अपनी पाररिाररक आय का पराथवमकता क अनसार विविनन मदो

म उवचत वितरण करत ह और वयय करन क उपरानत कि बचत िी करत ह वजसका परयोग िविषटय

म आकवसमक आिशयकताओ हत वकया जा सकता ह

बजट अनावशयक वयय को पहचानन औि उस कम किन म सहायक होता ह

बजट की सहायता स हम यह पता लगा सकत ह वक वकन मदो पर अनािशयक वयय हो रहा ह जब

अनािशयक मदो की पहचान हो जाती ह तो उन मदो को हटाया या रोका जा सकता ह

एक अचछा बजट दीघयकालीन लकषयो को पराि किन म सहायक होता ह

पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण क पशचात कि धनरावश बच जाती ह उस बचत

रावश का परयोग िविषटय म दीघणकालीन लकषयो जस मकान का वनमाणण वपिल ऋणो का िगतान

करना आवद क वलए हो सकता ह अत एक अछि बजट िारा हम दीघणकालीन वययो हत धनरावश

सगरह कर सकत ह

बजट परिवाि क करलए करवततीय मागयदशयक क रप म कायय किता ह

बजट पररिार क वलए विततीय मागणदशणक का कायण करता ह बजट स हम यह पता चलता ह वक

हमारी आय वकतनी ह और हमन वकतना वयय वकया बजट स हम अनािशयक िसतओ पर वकए

गए वयय क बार म िी पता चलता ह परान बजट स यह िी दखा जा सकता ह वक हमन कि

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विवशि िसतओ पर वकतना वयय वकया बजट स यह पता चलता ह वक हम अपनी आय को अछिी

तरह स उपयोग कर रह ह या नही यह हम िविषटय म बचत करन हत िी सहायता करता ह

बजट जीवन म अकरत आवशयक वतओ क करनधायिण म मदद किता ह

अछिा बजट हम यह वनधाणररत करन म मदद करता ह वक हम अपन जीिन म वकस िसत की

सिाणवधक आिशयकता ह बजट स हम अपनी िासतविक आय का पता चलता ह और अपनी आय

क अनसार ही हम यह वनवशचत करत ह वक हम वकन मदो पर वयय करना ह हम बजट िारा यह

वनवशचत करत ह वक िासति म हम अपनी आय क अनसार वकन मदो को पराथवमकता दनी ह

इसक अवतररकत बजट क अनय लाि िी ह जो वनमन परकार ह

बजट क वनयोजन म पररिार क सिी सदसय वमलकर कायण करत ह वजसस आपस म सहयोग की

िािना उतपनन होती ह

यह सचत वनणणय लन क वलए परोतसावहत करता ह

बजट िविषटय क वलए बचत करन म मदद करता ह

बजट स मनषटय विततीय परशावनयो और वचताओ स मकत रहता ह

बजट िारा पररिार क सगठन की जानकारी परापत हो सकती ह जस पररिार म सदसयो की सखया

आय वलग आवद

77 पाररवाररक बजट म वयय की मखय मद परतयक पररिार की आय आिशयकताए पाररिाररक सतर और वसथवतया विनन होती ह परनत कि

मद परतयक पररिार म समान होती ह आइए इन मदो क विषय म जान

पाररिाररक बजट की मखय मद वनमनवलवखत ह

िोजन

िोजन पाररिाररक बजट का एक महतिपणण मद ह इस मद क अतगणत अनाज फल तल दध घी

मसाल इतयावद पर वकया जान िाला वयय सवममवलत होता ह पररिार क सदसय घर स बाहर होटल

कनटीन आवद म जो िी िोजन करत ह िह वयय िी इस मद म सवममवलत होता ह इस मद म होन

िाला वयय पररिार की आवथणक वसथवत पर िी वनिणर करता ह परतयक पररिार की आय का एक बड़ा

िाग इस मद पर वयय होता ह इसवलए गह परबधक को ऐसा बजट बनाना चावहए वजसस सीवमत

आय म िी पररिार क हर सदसय को पौविक िोजन परापत हो सक

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वसतर

इस मद क अनतगणत पररिार क सदसयो क पहनन क िसतर जत चपपल पद चादर तौवलया इतयावद

पर वयय वकया जाता ह िसतरो की वसलाई का खचण िी इसम सवममवलत वकया जाता ह

आवास

परतयक पररिार अपनी आवथणक वसथवत क अनसार आिास की वयिसथा करता ह वयवकत या तो सिय

क आिास म रहत ह या वकराय क मकान म इस मद म मकान का वकराया मरममत वयय रग-रोगन

वबजली क खचण आवद क वयय सवममवलत होत ह यवद मकान ऋण लकर या वकशतो म वलया गया ह

तो उस रावश की वयिसथा िी इस मद क अनतगणत आती ह

करशकषा

इस मद म विदयालय और विशवविदयालय की पढ़ाई क सिी खच सवममवलत होत ह विदयालय की

फीस वकताबो सटशनरी कमपयटर शवकषक यातराओ िातरािास टयशन आवद पर वकया गया वयय

इसक अनतगणत आता ह

वाथय

इस मद क अनतगणत पररिार क सदसयो क सिासथय स सबवधत वयय जस डॉकटर की फीस दिाई

असपताल शलक आवद सवममवलत वकए जात ह

मनोिजन

मनोरजन पर वकया जान िाला वयय पररिार की आवथणक वसथवत पररिार क सदसयो की उमर वलग

और वशकषा पर वनिणर करता ह इसक अनतगणत वपकवनक टीिी वसनमा नाटक रवडयो

मनोरजनातमक भमण आवद पर वकया जान िाला वयय सवममवलत होता ह

यातायात

इसक अनतगणत परतयक सदसय की यातराओ का वयय सवममवलत वकया जाता ह इसम वनजी और

वयवकतगत िाहन का ईधन मरममत िाहन क रख -रखाि का वयय िी सवममवलत वकया जाता ह

अनय घिल वयय

पररिार को समय-समय पर अनक परकार क वयय करन पड़त ह जस घर का रख-रखाि फनीचर का

खचाण घर की सजािट आवद म वकए गए वयय इस मद म सवममवलत वकए जात ह

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बचत

पररिार म आकवसमक तथा आिशयक वयय जस वििाह बीमारी उछच वशकषा आवद क वलए बचत

करना आिशयक ह पररिार क समसत सदसयो की सिी परकार की आिशयकताओ की पवतण क

पशचात पाररिाररक आय म स जो धनरावश बचती ह उस बचत कहत ह आय का एक वनवशचत िाग

अवनिायण रप स इस मद म डाला जाता ह

अगल खणड म जान स पिण आइए कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 2

1 पाररिाररक बजट की मखय मदो क नाम वलवखए helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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2 सतयअसतय बताइए

a बजट क वनमाणण स पाररिाररक आय का उवचत वितरण होता ह

b बजट अनािशयक वयय को पहचानन और उस कम करन म सहायक होता ह

c बजट हम सचत वनणणय लन क वलए परोतसावहत करता ह d बजट पररिार क वलए विततीय मागणदशणक क रप म कायण करता ह

78 बजट ननमाणर क चरर आइए अब परसतत खणड म हम बजट वनमाणण क चरणो क बार म जान

पाररिाररक बजट का मखय उददशय वयय क विविनन मदो पर पसो क आिटन की योजना बनाना ह

वजसस पाररिाररक लकषयो की परावपत हो सक बजट वनमाणण क वनमनवलवखत नौ चरण ह

1 बजट की समयावकरध का करनधायिण किना

बजट वनमाणण क पहल चरण म बजट की समयािवध को वनधाणररत वकया जाता ह सामानयतः यह

अिवध एक माह की होती ह कयोवक कई परकार क पाररिाररकघरल मदो का िगतान अवनिायण रप

स मावसक करना पड़ता ह जस सकल की फीस वबजली और पानी का वबल इतयावद

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2 पारिवारिक बजट की करनधायरित समयावकरध म करवकरिनन सदयो की आवशयक वतओ व

सवाओ की सची बनाना

पररिार क सदसयो की आिशयक िसतओ ि सिाओ की सची बनात समय यह आिशयक ह वक

इनका िगीकरण वकया जाए पररिार क सदसय कि वनवशचत मदो पर वयय करत ह जस िोजन

कपड़ा वशकषा आवद बजट बनात समय इन मदो क अनरप सची बना लनी चावहए सिी आिशयक

िसतओ को इन शीषणको म वयिवसथत कर लना चावहए इन शीषणको क अनतगणत उपशीषणको का िी

उपयोग वकया जा सकता ह सची बनात समय िसतओ की मातरा िी वनधाणररत कर लनी चावहए इन

शीषणको क उपयोग स बजट बनान म सविधा होती ह

वनमनवलवखत उदाहरण िारा आप इस सची को बहतर तरीक स समझ सकत ह

शीषयक उपशीषयक मारा

िोजन गह आटा

चािल

दाल

दध

चीनी

िसतर पररधान )परतयक वयवकत क(

पररसजजा हत िसतर

जत मोज आवद

आिास वकराया

मरममत वयय

समपवतत कर

रग-रोगन

वशकषा सकल फीस

सटशनरी

वचवकतसा डॉकटर की फीस

दिाईया

मनोरजन घर क अदर मनोरजन

घर क बाहर क मनोरजन

पररिार क सदसयो का जब पवत

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खचण पतनी

पतर

पतरी

िविषटय क वलए बचत

बीमा

विवनयोग

यह सची पररिार क सदसयो क आपसी विचार-विमशण स बनाई जानी चावहए इस सची को बनात

समय पररिार का आकार पररिार क सदसयो की आय बछचो की वशकषा पररिार क मवखया का

वयिसाय पररिार का समाज म सथान आवद का धयान रखा जाना चावहए

3 करवकरिनन मदो पि होन वाल वयय का योग कि बजट पि वयय होन वाली पणय िाकरश का

अनमान लगाना

बजट वनमाणण क इस चरण म परतयक शीषणक क अतगणत आन िाल मद पर वयय की जान िाली रावश

का अनमान लगाया जाता ह अत म सब शीषणको क वययो का योग कर पणण बजट पर होन िाल

कल वयय का परवतशत वनकाला जाता ह परतयक शीषणक क वयय क योग स यह जञात हो जाता ह वक

पररिार इन मदो पर कल वकतना वयय कर रहा ह जस िोजन पर आिास पर आवद मदो की रावश

की जानकारी वनयवमत खरीददारी अथिा अनिि िारा परापत की जा सकती ह

4 आशवत आय (Assured income) औि समिाकरवत आय (Probable income) का

अनमान लगाना

बजट की समायािवध का वनधाणरण करन क बाद उस समय परापत होन िाली आय का अनमान लगाना

चावहए वनवशचत आय और समिावित आय दोनो का अनमान लगाना चावहए और उनह जोड़ लना

चावहए वनवशचत आय क उदाहरण ह ितन समिावित आय क उदाहरण ह बयाज बोनस कमीशन

आवद

5 अनमाकरनत आय (Expected income) औि परताकरवत वयय (Proposed

expenditure) म सतलन थाकरपत किना

यह बजट वनमाणण का सबस महतिपणण चरण ह कयोवक अनमावनत आय और परसतावित वयय म

सतलन क वबना कोई िी बजट पणण ि सफल नही हो सकता वयय की रावश यवद अवधक हो तो

परतयक शीषणक स उन कि िसतओ को हटाया जा सकता ह जो अवत अवनिायण नही ह

बजट म वनमनवलवखत दो विवधयो िारा सतलन परापत वकया जा सकता ह

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(क) उपलबध आय म िवदध करक

आय म िवदध िारा अवतररकत वययो को परा वकया जा सकता ह आय म िवदध हत विविनन तरीक

अपनाय जा सकत ह जस अवतररकत रोजगार (टयशन आवद) करक आय म िवदध हो सकती ह आय

म थोड़ी सी िवदध स सखद पररणाम दख जा सकत ह

(ख) वयय म कटौती करक

वनमनवलवखत तरीको िारा वयय म कटौती की जा सकती ह

कम महग बराडो का परयोग कर महगी िसतओ की अपकषा ससती पर उवचत गणितता िाली

िसतए खरीदनी चावहए

िसतए की थोक म खरीददारी करन स लागत मलय कम लगती ह

रसतरा और कफटररया पर कम वयय करना चावहए घर पर िोजन करना अवधक वकफायती

होता ह

घर म परयोग होन िाल परमख उपकरणो फनीचर आवद पर बजट क अनसार ही वयय करना

चावहए

घर म कायण करन क वलए नौकरो पर वनिणर ना रहत हए घर क कायण सिय कर गह परबनधक बचत

कर सकता ह यह करक गहणी बचत कर सकती ह सामदावयक सविधाओ का लाि लकर िी

वयय म कमी की जा सकती ह

6 बजट का पिीकषण किना

बजट का परीकषण करना उसकी सफलता क वलए एक महतिपणण चरण ह इस चरण म यह सवनवशचत

वकया जाता ह वक बजट को परिािी ढग स वकस परकार लाग वकया जाए बजट का परीकषण

वनमनवलवखत दविकोणो स करना चावहए

बजट िारा पररिार क परतयक सदसय की आिशयकताओ की पवतण होनी चावहए

आकवसमक आिशयकताओ जस घर म शादी मकान खरीदना आवद क वलए बचत होनी

चावहए

बजट वयिहाररक होना चावहए

पाररिाररक बजट का लकषय दीघणकालीन लकषयो को परापत करना होना चावहए

7 बजट का करनयरण

बजट का परीकषण करन क पशचात उस वियावनित वकया जाता ह बजट क वियानियन म वनयतरण

की आिशयकता होती ह इस चरण म यह सवनवशचत वकया जाता ह वक िासतविक रप म वयय बजट

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की रपरखा क अनसार ही वकया जा रहा ह या नही वयय करन स पिण ही बजट की रपरखा को धयान

म रखना चावहए वजसस वयय अवधक ना हो

8 समायोजन

आय-वयय का गलत अनमान लगन आकवसमक घटना तथा पररिार की आिशयकताओ और

रवचयो म पररितणन होन क कारण बजट म समायोजन करना आिशयक हो जाता ह समायोजन की

विया उस समय आिशयक हो जाती ह जब वयय पर वनयतरण नही रखा जाता ह बजट म समायोजन

की पररवसथवत म अवतररकत रावश को विवनयोवजत वकया जा सकता ह

9 वयय का मलयाकन

पररिाररक बजट का मखय उददशय पररिार क लकषयो की परावपत करन क साथ पररिार क सख-

सतोष म िवदध करना िी होता ह मलयाकन क चरण म यह जञात होता ह वक परसतावित बजट क

िारा िावित सनतोष परापत हआ या नही तथा पररिार क समसत सदसयो की आिशयकताए परी हई

या नही मलयाकन स यह िी वनवशचत करना चावहए वक लकषयो की परावपत सनतोषजनक ह या नही

79 एाकजल का उपभोग ननयम सन 1857 म जमणन अथणशासतरी अनसट एवजल न एक आवथणक वसदधानत की सथापना की वजस एवजल

क उपिोग वनयम (Engelrsquos law of consumption) क नाम स जाना जाता ह उनहोन जमणनी म

रहन िाल पररिारो क पाररिाररक बजट का अधययन एि विशलषण वकया और उन पर निीन

अनसधान वकए उनहोन विविनन पररिारो को तीन िगो वनमन मधयम और धवनक िगण म वििावजत

वकया पररिार म वयय होन िाली िसतओ जस िसतर मकान ईधन व शकषा सिासथय आवद क बजट

क अधययन क उपरानत एवजल न कि वनषटकषण वनकाल वजनह हम एवजल क उपिोग क वनयमो क

नाम स जानत ह यह वनयम वनमन ह

जब पाररिाररक आय म िवदध होती ह तब िोजन पर परवतशत वयय कम होता जाता ह और आय

कम होन पर बढ़ता जाता ह

आय म उतार-चढ़ाि होन पर िी िसतरो पर होन िाला परवतशत वयय लगिग समान रहता ह

आय वजतनी िी हो परकाश ईधन एि मकान पर परवतशत वयय समान रहता ह

आय म िवदध होन पर वशकषा सिासथय एि विलावसतापणण िसतओ पर परवतशत वयय बढ़ता ह

तथा आय कम होन पर परवतशत वयय कम हो जाता ह

उपयणकत वनयम स यह सपि होता ह वक आय क बढ़न पर मल आिशयकताओ पर वयय का परवतशत

बढ़ता नही ह िरन िोजन पर वयय की परवतशत की मातरा कम होन लगती ह परनत विलावसतापणण

आिशयकताओ पर वयय का परवतशत आय क बढ़न क साथ-साथ बढ़ता जाता ह

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एकरजल का वयय करसदधानत

ि0

स0

वयय की मद वयय )आय क परकरतशत क रप म( करनषकषय

करनमन वगय मधयम वगय धकरनक वगय

1 िोजन 60 55 50 परवतशत वयय घट रहा ह

2 िसतर 18 18 18 परवतशत वयय वसथर ह

3 मकान 12 12 12 परवतशत वयय वसथर ह

4 ईधन 5 5 5 परवतशत वयय वसथर ह

5 वशकषा सिासथय

मनोरजन इतयावद

5 10 15 परवतशत वयय बढ़ रहा

उपयणकत तावलका म बताए गए वनयम म पहल और पाचि मदो म होन िाली रावश का परवतशत आज

क सदिण म िी उतना ही सही ह वजतना पिण म था आय म िवदध क साथ-साथ िोजन पर वयय की

गई कल रावश घटती ह और व शकषा सिासथय मनोरजन आवद पर वकया जान िाला वयय बढ़ता

जाता ह परनत आज क समय म िसतर मकान ईधन पर वकया जान िाला वयय सिी िगो म एक

समान नही होता आय म िवदध क साथ-साथ इन मदो पर वयय का परवतशत िी बढ़ता जाता ह

एवजल क उपयणकत बजट म बचत क वलए कोई सथान नही ह परनत आज क समय म बचत परतयक

पररिार क वलए अवनिायण ह एक आदशण बजट िह होता ह वजसम बचत को िी सथान वदया जाता

अभयास परशन 3

1 बजट वनमाणण म वकतन चरण होत ह

2 सतयअसतय बताइए

a बजट वनमाणण का पहला चरण आशवसत आय और समिावित आय का अनमान लगाना ह

b एवजल क उपिोग वनयम क अनसार आय म िवदध होन क साथ िोजन पर परवतशत वयय

बढ़ता जाता ह

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c एवजल क उपिोग वनयम क अनसार आय बढ़न पर वशकषा मनोरजन वयवकतगत सिाओ पर

परवतशत वयय म िवदध होती ह

d वयय का मलयाकन करना बजट वनमाणण का अवनतम चरण ह

3 वनमन म स वकस िषण म एवजल न उपिोग वनयम वदया था अ 1844 ब 1857 स 1855 द 1867

710 सारााश ldquoबजटrdquo हमार दवनक जीिन म एक पररवचत शबद ह बजट क िारा हम एक वनवशचत समय क वलए

अपनी पाररिाररक आय का अनमान लगात ह और यह वनणणय लत ह वक उस वकन मदो म और

वकस परकार वयय वकया जाए वजसक फलसिरप पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण हो

सक हम बजट का वनमाणण करत समय इस बात का धयान रखना चावहए वक हम आय स अवधक

वयय ना कर तथा सिणपरथम आिशयक िसतओ पर वयय कर बजट म बचत क वलए िी सथान होना

चावहए कयोवक बचत स ही दीघणकालीन लकषयो की परावपत की जा सकती ह पाररिाररक बजट बनान

क कई लाि ह जस बजट स पाररिाररक आय का उवचत वितरण होता ह यह हम अनािशयक वयय

को पहचानन और उस घटान म सहायक होता ह बजट क िारा हम अपन पररिार क सदसयो क

लकषयो एि आिशयकताओ की परावपत कर सकत ह आवद बजट वनमाणण को पररिार की आय

पररिार का आकार और सरचना पररिार क सदसयो का वयिसाय पाररिाररक जीिन चि क चरण

जस कारक परिावित करत ह हर चरण म अपना महति होता ह हम पाररिाररक बजट का वनमाणण

अपनी पराथवमकता वनधाणररत करत हए धयानपिणक बवदधमतता स करना चावहए इस इकाई म एवजल क

उपिोग वनयम का िी िणणन वकया गया ह वजसक अनसार पाररिाररक आय म िवदध होन क साथ

िोजन पर परवतशत वयय कम होता जाता ह आय म पररितणन होन पर िसतर पर होन िाला परवतशत

वयय समान रहता ह आय क घटन-बढ़न पर िी मकान परकाश तथा ईधन पर परवतशत वयय वसथर

रहता ह और आय बढ़न पर वशकषा सिासथय मनोरजन वयवकतगत सिाओ पर परवतशत वयय म िवदध

नही होती परनत एवजल क इस वनयम म बचत क वलए कोई सथान नही ह परनत ितणमान म एक

सफल बजट िह होता ह वजसम बचत को िी सथान वदया जाता ह

711 पाररभाषिक शबदावली पारिवारिक आय पाररिाररक आय मिा िसतओ सिाओ तथा सतोष का परिाह ह जो

आिशयकताओ ि इछिाओ को पणण करन एि उततरदावयतिो क वनिाणह हत पररिार क अवधकार

म आता ह

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पारिवारिक वयय विविनन साधनो स पररिार को जो आय परापत होती ह उस आय को वकन

िसतओ पर कस कब ि वकतना वयय वकया जाए यही पाररिाररक वयय कहलाता ह

वतन वजन कायो म शारीररक शरम की अपकषा मानवसक शरम लगता ह उसक परवतफल म

वमलन िाली आय को आमतौर पर ितन कहा जाता ह

बयाज पजी क विवनयोग क बदल म जो धन परापत होता ह उस बयाज कहत ह

712 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

1 कग एि रश

2 पाररिाररक आय पररिार क वनधाणररत लकषय पररिार की आिशकताए (ितणमान एि िविषटय)

3 बचत

4 बिर 5 असतय

अभयास परशन 2

1 िोजन िसतर आिास वशकषा सिासथय मनोरजन यातायात अनय घरल वयय बचत

2 सतयअसतय बताइए

a सतय

b सतय

c सतय

d सतय

अभयास परशन 3

1 नौ 2 सहीगलत बताइए

a असतय

b असतय

c सतय

d सतय

3 1857

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713 सनदभण गराथ सची 1 रीना खनजा गह वयिसथा एि गह सजजा वितीय ससकरण अगरिाल पवबलकशन आगरा

2 मज पाटनी एि लवलता शमाण गह-परबध अिम ससकरण सटार पवबलकशन आगरा

3 रीना खनजा गह परबध साधन वयिसथा एि आनतररक सजजा निीनतम ससकरण विनोद

पसतक मवनदर परकाशन

4 MA Verghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management New

Age International Pvt Limited publisher New Delhi

714 ननबनधातमक परशन 1 बजट को पररिावषत कीवजए पाररिाररक बजट क परकारो को विसतारपिणक समझाइए 2 पाररिाररक बजट क लाि समझाइए पाररिाररक बजट म वयय की गई मखय मदो का िणणन

कीवजए

3 बजट वनमाणण की परविया क विविनन चरणो को समझाइए 4 पाररिाररक बजट समबनधी एवजल क वनयमो की विसतारपिणक चचाण कीवजए 5 बजट क वसदधानतो तथा पाररिाररक बजट को परिावित करन िाल कारको पर वटपपणी कीवजए

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इकाई 8 बचत 81 परसतािना

82 उददशय

83 बचत का अथण

831 बचत की पररिाषा

832 बचत एि सचय म अतर

84 बचत का महति

85 बचत वनधाणरण करन िाल कारक

851 बचत करन की कषमता

852 बचत करन की इछिा

853 बचत करन क वलए उपलबध सविधाए

86 बचत एि विवनयोग म अतर

87 पररिार वकतनी बचत कर

88 बचत हत उपयोगी सझाि

89 बचत एि विवनयोग क साधन

810 साराश

811 पाररिावषक शबदािली

812 अभयास परशनो क उततर

813 सनदिण गरनथ सची

814 वनबनधातमक परशन

81 परसतावना मनषटय बहत पररशरम स धनोपाजणन करता ह एि कई इछिाओ का तयाग कर सिय पररिार क िविषटय

क दविगत बचत करता ह बचत आय का िह अश ह वजसका उपयोग वयवकत ितणमान म नही करता

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बवलक उस आय को िविषटय की आिशयकताओ की पवतण हत पथक रख दता ह बचत परतयक

पररिार क वलए महतिपणण ह कयोवक बचत िारा पररिार आवथणक सरकषा एि अनय पाररिाररक लकषयो

को परापत करता ह िोटी-िोटी बचत न किल पररिार अवपत दश क आवथणक विकास क वलए िी

महतिपणण ह बचत का वनधाणरण बचत कषमता इछिा एि सविधा स होता ह राषटरीय अथणवयिसथा

बचत को सीध तौर पर परिावित करती ह बचत क उवचत वयिसथापन हत वनयोजन आिशयक ह

बचत धनरावश म िवदध हत बचत की शीघर शरआत एि उवचत विवनयोग आिशयक ह ितणमान म

बचत क कई साधन उपलबध ह जो हर आय िगण क वलए उपयोगी ह

82 उददशय इस इकाई क अधययन क पशचात आप

बचत क अथण पररिाषा एि महति को जान पाएग

बचत का वनधाणरण करन िाल कारको को समझ पाएग

बचत क सदिण म उपयोगी सझाि स पररवचत हो पाएग तथा

परमख बचत एि विवनयोग क साधनो क समबनध म मल जानकारी परापत कर पाएग

83 बचत का अथण पाररिाररक जीिन की आिशयकताओ दावयतिो एि लकषयो क वनिणहन हत मनषटय को धन की

आिशयकता होती ह वयवकत इन आिशयकताओ की पवतण हत अपनी आय का कि अश ितणमान म

वयय न कर उस िविषटय की आिशयकताओ की पवतण हत शष रख लत ह यह शष धनरावश उस

वयवकत की बचत होती ह वकसी िी वयवकत अथिा पररिार क वलए बचत का विशष महति ह सिय

िारा की गई बचत क कारण वयवकत पररिार की विविनन आकवसमक आिशयकताओ एि खचो की

पवतण करन म सकषम रहता ह यवद वयवकत क पास पयाणपत धनरावश बचत क रप म उपलबध न हो तो

उस अपनी आिशयकताओ की पवतण हत ऋण लना पड़ता ह बचत वयवकत को आवथणक सरकषा परदान

करती ह पाररिाररक जीिन चि क परतयक चरण हत बचत महतिपणण ह आवथणक रप स सरवकषत

मनषटय ऋण चकान की वचता स मकत रहता ह िह िविषटय म आन िाली आिशयकताओ पर होन

िाल वयय क वलए पिण स ही तयार रहता ह बचत आय का िह अश ह वजसका वयय ितणमान म

नही वकया जाता अवपत उतपादक क रप म िविषटय म उपयोग हत शष रख वलया जाता ह

831 बचत की परििाषा

बचत को विविनन शोधकताणओ िारा विविनन तरीको स पररिावषत वकया गया ह

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िमाण एि दशपाणड क अनसार ldquoबचत मनषटय की आय का िह िाग ह जो ितणमान आिशयकताओ

की पवतण म उपयोग नही वकया जाता िरन िविषटय क उपयोग क वलए समझ बझकर उतपादक क रप

म अलग रख वदया जाता ह और सपवतत को पजी का सिरप वदया जाता हrdquo

ज0 एम0 क ज न बचत को पररिावषत करत हए कहा ह वक ldquoितणमान आय क ितणमान उपिोगवयय

पर आवधकय को बचत कहा जाता हrdquo

832 बचत एव सचय म अति

अथणशावसतरयो क अनसार बचत तथा सचय म अतर होता ह बचत आय का िह िाग ह जो उतपादक

रप म सरवकषत रखा जाता ह उदाहरण क वलए बक डाकघर मयछिल फड आवद म वनिश वकया

गया धन उतपादक रप म बचत ह समय क साथ इस धनरावश म बयाज सिरप िवदध होती ह तथा

यह पजी दश म पजी वनमाणण हत परयोग म लाई जा सकती ह इस परकार बचत वयवकत एि राषटर दोनो

क वलए वहतकारी एि उपयोगी ह

बचत क विपरीत सनदक अथिा लॉकर म बद धन सचय की शरणी म आता ह वजस एक जगह

इकटठा कर रख वदया जाता ह इस धन म वकसी परकार की िवदध नही होती ह यह पजी राषटर वनमाणण

एि अनय उतपादक कायो म िी नही लगाई जा सकती ह यह धन ितणमान अथणवयिसथा स पथक

अनतपादक रप म सगरवहत रहता ह

वयवकत अथिा पररिार क वलए यह महततिपणण ह वक िह आय का कि अश बचत सिरप रख

पररिार को बजट बनाकर योजनाबदध तरीक स वयय करना चावहए तथा आय का कि अश िविषटय

म उपयोग हत बचत सिरप रखना चावहए ितणमान समय म बढ़ती महगाई क दौर म पररिारो क

वलए बचत करना कवठन होता जा रहा ह यदयवप बचत हत उपलबध उपिमो म िवदध हई ह

84 बचत का महतव इस इकाई म अब तक आप बचत क अथण एि बचत तथा सचय म अतर स पररवचत हो चक ह

इकाई क इस िाग म हम बचत क महति स पररवचत होग परतयक पररिार क वलए बचत का विशष

महति ह आइए बचत क महति समबनधी कि वबदओ पर चचाण कर

बचत वयकरि अथवा परिवाि को आकरथयक सिकषा परदान किती ह

बचत वयवकत को िविषटय की अवनवशचताओ क दविगत आवथणक सरकषा परदान करती ह िविषटय म कई

कारणो जस दघणटनावयिसाय म घाटा नौकरी िट जाना आवद कारणो स पररिार को विषम आवथणक

वसथवतयो का सामना करना पड़ सकता ह ऐसी पररवसथवतयो म वयवकत िारा की गई बचत ही उसक

तथा उसक पररिारजनो क काम आती ह कोई िी बचत न होन पर पररिार को िारी बयाज दरो पर

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ऋण लना पड़ सकता ह अथिा कोई वपरय िसत बचनी पड़ सकती ह किी-किी ऋण िी आसानी

स उपलबध नही होता ह वनयवमत बचत स पररिार पिण स ही िविषटय म आन िाली

आकवसमकताओ क वलए कि हद तक आवथणक रप स तयार रहत ह पररिार क वलए आवथणक

सरकषा अतयनत महतिपणण ह आवथणक रप स असरवकषत पररिार क सदसय सदि तनािगरसत रहत ह

आवथणक असरकषा कई विपवततयो का कारण बन सकती ह बचत आवथणक असरकषा को कम कर

पररिार को विषम पररवसथवतयो म सहारा दती ह इसक अवतररकत वयवकत िारा की गई बचत उसक

पररिार को जीिन क बाद क पड़ािोिदधािसथा म िी आवथणक सरकषा परदान करती ह िदधािसथा म

सिावनिवत क उपरात सतत आय म कमी आ जाती ह इस अिसथा म वयवकत की बचत उसक वलए

बहत उपयोगी वसदध होती ह इसक िारा वयवकत सिय क वचवकतसा वयय को िहन कर सकता ह तथा

उस आवथणक रप स वकसी पर आवशरत नही होना पड़ता ह बचत क कारण िदध वयवकत आवथणक रप

स आतम वनिणर रहत ह ितणमान म सिासथय सविधाओ एि तकनीकी कषतर म परगवत क कारण मनषटय

क जीिन अिवध काल म िवदध हई ह दीघण आय म वयवकत की बचत उसक बहत उपयोगी होती ह

बचत अनावशयक वयय पि परकरतबध लगान म सहायक ह

वयवकत यवद अपनी आय का एक िाग बचत क रप म पथक रख लता ह तो उसक पास ितणमान

वयय हत उपलबध कल धनरावश म कमी आ जाती ह ऐसी वसथवत म वयवकत सिय क पास उपलबध

धनरावश को सोच विचार कर वयय करता ह िह वसफण आिशयक िसतओ एि सिाओ पर वयय

करता ह वयवकत अथिा पररिार उपलबध धन को बजट बना कर सझ-बझ स वयय करत ह ऐसी

वसथवत म अनािशयक वयय एि वफजलखची पर परवतबध लग जाता ह

बचत आय म वकरदध का साधन ह

बचतकतताण सिय िारा की गई बचत को डाकघर बक आवद उपिमो म सरवकषत रख दत ह वजस पर

उनह बयाज अथिा लािाश परापत होता ह यह लािाश िी आय का एक सिरप ह जो वयवकत को

बचत वकए गए मलधन पर परापत होता ह बचत उपिम म मलधन यथाित सरवकषत रहता ह बचत

उपिमो म वयवकत विशष िारा की गई िोटी-िोटी बचत क कारण बड़ी पजी का वनमाणण होता ह

इस पजी को बक उदयोगपवतयो को ऋण क रप म परदान करता ह वजसस पनः पजी वनमाणण का कायण

सिि होता ह

बचत दवािा आय-वयय की असमानता को समाि किना सिव ह

कई पररिारो की आय सतत रप स परवतमाह अथिा परवतिषण समान नही होती ह उदाहरण क वलए

वयिसायी अथिा उदयोगपवतयो को किी अवधक आय परापत होती ह तथा किी अवजणत आय म कमी

आ जाती ह ऐसी वसथवत म बचत का आय-वयय की असमानता को समापत करन म विशष महति ह

कम आय अिवध काल क खचो का िहन वयवकत अपनी बचत स कर सकता ह आय-वयय

असमानता पाररिाररक जीिन चरक की विविनन अिसथाओ म िी दखी जा सकती ह सामानयतः

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पाररिाररक जीिन चरक की परथम अिसथा म वयय कम होता ह एि बचत करना सिि होता ह

पाररिाररक जीिन म बछचो क बड़ होन पर उनकी उछच वशकषा वििाह आवद पर अवधक वयय

करना पड़ता ह यह िी सिि ह वक इस अिसथा म पररिार की आय म विशष िवदध न हई हो इस

अिसथा म अपवकषत बड़ वयय का िहन वयवकत पररिार पिण म सिय क िारा की गई बचत क माधयम

स सिि कर पात ह उपरोकत दोनो उदाहरणो स सपि होता ह वक बचत क िारा आय-वयय की

असमानता को समापत करना सिि ह

दीघयकालीन उददशयो की पकरतय हत बचत

परतयक पररिार क कि दीघणकालीन उददशय एि लकषय होत ह जस बछचो की उछच वशकषा आिासीय

िवम िय करक आिास का वनमाणण करिाना बछचो का वििाह आवद ऐस दीघणकालीन लकषय बड़

एि सथाई होत ह इनकी पवतण हत अवधक धन की आिशयकता होती ह पररिार इस परकार की

धनरावश की वयिसथा बचत क माधयम स ही कर पात ह वनमन एि मधयम आय िाल पररिारो को

इन लकषयो को पणण करन क वलए लगातार िोटी-िोटी बचत करनी पड़ती ह कालातर म पयाणपत

बचत हो जान पर ही ि इन लकषयो की पवतण हत आवथणक रप स सवनवशचत हो सकत ह

करकसी करवशष वत को िय किन हत की गई बचत

वयवकत अथिा पररिार विलावसता एि सविधा परदान करन िाली िसतओ को िय करन की इछिा

रखत ह जस कार कलर ए0सी0 कमपयटर सचार क आधवनक माधयम जस मोबाइल टबलट

एि आधवनक टीिी घरल शरम एि समय की बचत करन िाल उपकरण जस वफरज िकयम कलीनर

माइिोिि अिन िॉवशग मशीन आवद इनक उपयोग स पररिार कई कायण अपनी सविधानसार

समपनन कर सकत ह एि सिय का मनोरजन कर सकत ह आधवनक यतरो का परयोग पररिार क रहन-

सहन क उछच सतर को दशाणता ह इनह िय करन क वलए िी वयवकत को बचत करनी पड़ती ह

आइए कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 बचत वयवकत को परदान करती ह 2 सचय क विपरीत बचत म धन को क रप म रख वदया जाता ह 3 बचत पर परवतबध लगान म सहायक ह 4 बचत की रावश पर वयवकत को परापत होता ह 5 बचत िारा की असमानता को समापत करना सिि ह

आइए अगल खणड म हम बचत को वनधाणररत करन िाल कारको पर जानकारी ल

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85 बचत का ननधाणरर करन वाल कारक बचत की मातरा तीन परमख कारको िारा वनधाणररत होती ह यह कारक वनमनवलवखत ह

(1) बचत करन की कषमता

(2) बचत करन की इछिा

(3) बचत करन क वलए उपलबध सविधाए

परतयक क बार म विसतारपिणक चचाण कर

851 बचत किन की कषमता

वकसी वयवकत अथिा पररिार िारा की गई बचत को सवनवशचत करन क वलए यह जानना आिशयक ह

वक उनम बचत करन की वकतनी कषमता ह पररिार िारा अवजणत आय सीध तौर पर बचत कषमता को

परिावित करती ह यवद पररिार की आय बहत कम ह एि यवद ि सिय की आय िारा मातर अपनी

मल आिशयकताओ की ही पवतण कर पात ह तो ऐसी वसथवत म पररिार िारा वकसी िी परकार की

बचत कर पाना सिि नही ह पररिार िारा अवजणत समसत आय उनकी मल आिशयकताओ की पवतण

हत ही वयय हो जाती ह और बचत क वलए कोई धनरावश शष नही रहती अनय पररवसथवतयो जस

पररिार का अपनी आमदनी स अवधक वयय करना ऐसी वसथवत होन पर िी बचत सिि नही हो

पाती ह अवधक आय अवजणत करन िाल धनी वयवकतयो क पास कि अवनिायण आिशयकताओ एि

सिाओ का उपयोग करन क उपरात िी काफी धन शष रहता ह वजस िह बचत क रप म रख

सकत ह वनधणन वयवकत क वलए बचत करना कवठन होता ह कयोवक उनकी अवधकाश आय किल

मल आिशयकताओ की पवतण म ही वयय हो जाती ह सिािाविक ह वक वनधणन वयवकत वक अपकषा

धनी वयवकत की बचत करन की कषमता अवधक होती ह

वकसी राषटर क नागररको की बचत करन की कषमता राषटर क आवथणक िातािरण पर वनिणर करती ह

यवद दश की अथणवयिसथा परगवत की ओर अगरसर ह एि परवत वयवकत आय म िवदध हो रही ह तो िहा

क नागररको की बचत करन की कषमता म िवदध होती ह इसक अवतररकत यवद दश म धन का

अतयवधक असमान वितरण ह तो किल धनी वयवकत ही बचत कषमता योगय होग एि वनधणन वयवकत

की बचत कषमता नयनतम होगी विकवसत दशो म उननत तकनीक क परयोग क कारण परायः दश की

अथणवयिसथा अछिी वसथवत म होती ह इस कारण िहा क नागररको की आय अवधक होती ह तथा

बचत करन की कषमता िी अवधक होती ह दश की कर परणाली िी वयवकत की बचत कषमता को

परिावित करती ह यवद दश की जनता को िारी कर दना पड़ता ह तो उनक पास बचत करन योगय

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उपलबध धनरावश कम होगी एि दशिावसयो की बचत करन की कषमता विपरीत रप स परिावित

होगी

यवद कोई दश विकास कायो हत अपन पराकवतक ससाधनो का उवचत परकार स दोहन एि उपयोग

करता ह तो िहा क नागररको क आवथणक विकास म उपलबध सविधाओ म एि परवत वयवकत आय म

िवदध होती ह वजसस सितः ही नागररको की बचत करन की कषमता म िवदध होती ह

सकषप म हम कह सकत ह वक बचत करन की कषमता वनमनवलवखत कारको पर वनिणर करती ह

पररिार िारा अवजणत आय

राषटर का आवथणक िातािरण

राषटर की कर परणाली

राषटर क पराकवतक ससाधनो का उवचत उपयोग

852 बचत की इचछा

वकसी िी कायण अथिा लकषय की पवतण हत उसक परवत इछिा होना आिशयक ह इसी परकार वयवकत

तिी बचत करगा जब उसम बचत करन की इछिा हो वयवकत म बचत की इछिा कई कारणो स हो

सकती ह जस आवथणक सरकषा पाररिाररक परम सचयी सििाि िािी आिशयकताए सामावजक

परवतषठा परापत करन हत आवद कारणो स वयवकत म बचत करन की इछिा जागत होती ह

आकरथयक सिकषा आवथणक सरकषा की इछिा सिी पररिारो म होती ह आवथणक रप स सरवकषत

पररिारो क वलए कई लकषयो एि आिशयकताओ की पवतण करना सिि होता ह ि आवथणक रप स

तनािगरसत नही रहत ह आवथणक सरकषा परापत करना वयवकत म बचत की इछिा जागत करता ह

पारिवारिक परम वयवकत अपन पाररिाररक सदसयो स परम क कारण उनकी आिशयकताओ एि

इछिाओ की पवतण करन वलए बचत करता ह

सचयी विाव कई वयवकत अपन सििाि क कारण ही सचयी अथिा कजस होत ह वजस कारण

ि धन की बचत करत ह ऐस वयवकत कई बार अपनी आिशयकताओ को अनदखा करक िी बचत

करत ह अपन सचयी सििाि क कारण उनकी बचत करन की इछिा एि परिवतत परबल होती ह

िावी आवशयकताए िविषटय म आन िाली आिशयकताओ की पवतण करन हत मनषटय बचत

करता ह िविषटय म कई आिशयकताए अचानक ही उतपनन हो सकती ह अथिा कि

आिशयकताओ का मनषटय को पिाणिास रहता ह िािी आिशयकताओ की पवतण मनषटय म बचत

करन की इछिा उतपनन करती ह

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सामाकरजक परकरतषठा पराि किन हत समाज म धनी िगण क वयवकतयो को उछच सामावजक परवतषठा

परापत होती ह समाज म परवतषठा पान की इछिा स िी मनषटय बचत करत ह

सकषप म बचत की इछिा क कारक वनमन सचीबदध ह

आवथणक सरकषा

पाररिाररक परम

सचयी सििाि

िािी आिशयकताए

सामावजक परवतषठा परापत करना

853 बचत किन क करलए उपलबध सकरवधाए

दश क नागररक बचत कर इसक वलए यह आिशयक ह वक दश म बचत करन क वलए सविधाए

उपलबध हो यवद दश म बचत करन क वलए उपयकत पयाणपत सविधाए योजनाए उपलबध न हो तो

दश क नागररक पयाणपत बचत नही कर पाएग ि बचत करन क वलए परररत नही होग ि जो िी धन

एकवतरत करग िह अनतपादक रप म शष रह जाएगा इसका परिाि दश की परगवत एि विकास पर

िी पड़गा दश क उदयोगो को ऋण सिरप पयाणपत पजी उपलबध नही होगी दश क नागररको म बचत

की परिवतत हो इसक वलए दश म वनमनवलवखत सविधाओ एि पररवसथवतयो का होना आिशयक ह

दश म सिकरकषत एव शाकरतपणय वाताविण बचत करन क वलए दश का िातािरण सरवकषत एि

शात होना चावहए यवद दश म यदध आतकिाद आपातकाल पराकवतक आपदाए लट चोरी

डकती आवद घटनाए आम हो एि दश म अशावत ि अवसथरता का िातािरण हो तो िहा क

नागररक अपन धन क परवत असरवकषत महसस करग ि बचत की अपकषा ितणमान म धन क उपयोग

को अवधक उपयोगी समझग

सदढ़ अथयवयवथा दश क नागररको म बचत को परररत करन क वलए यह आिशयक ह वक दश

की अथणवयिसथा सदढ़ हो राषटरीय मिा मलय म बहत अवधक उतार-चढ़ाि नही होना चावहए तथा

उसम वसथरता होनी चावहए अनयथा नागररक राषटरीय मिा परणाली म विशवास नही रखग बचत क

वलए यह आिशयक ह वक अथणवयिसथा सदढ़ हो बाजार सवयिवसथत हो एि िहा घोटाल न हो

ऐसी घटनाए विवनयोगकताण म असरकषा की िािना उतपनन करती ह

महगाई दि म कमी यवद दश म महगाई बहत अवधक हो तो दश क नागररको की अवधकाश आय

अपनी आिशयकताओ की पवतण म वयय हो जाएगी उनक पास बचत योगय कोई धन शष नही रहगा

दश म िसतओ एि सिाओ का अवधक महगा होन क कारण दश क नागररक चाह कर िी बचत

नही कर पाएग इसवलए बचत क वलए यह आिशयक ह की महगाई दर बहत अवधक न हो

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 151

बचत हत उपलबध साधन दश की जनता बचत कर सक इसक वलए यह आिशयक ह की उनह

बचत क वलए पयाणपत सरवकषत साधन एि बचत योजनाए उपलबध हो जस बक डाकघर बीमा

विशवसनीय औदयोवगक इकाइयो क अश पतर आवद गरामीण कषतरो म कई बार बचत योगय साधन

उपलबध नही होत ह वजसक कारण गरामीण वयवकत घरल बचत नही कर पात ह ि अपनी बचत पर

लाि परावपत स िवचत रह जात ह बचत हत विवनयोग क उवचत साधनो का उपलबध होना अवत

अवनिायण ह

योगय एव सिल उदयमी समवचत बचत एि विवनयोग को परोतसावहत करन क वलए यह आिशयक

ह वक दश म योगय एि सफल उदयमी पयाणपत पजी वनमाणण का कायण कर उदयवमयो की िरोसमद

कमपवनयो क अश पतरो म विवनयोग करन म जनता रवच लगी एि बचत परोतसावहत होगी परायः कम

विकवसत दशो म उदयमी बड़ जोवखम उठान स डरत ह इस कारण राषटरीय पजी वनमाणण एि बचत

परिावित होती ह

जनता पि अतयकरधक कि िाि न हो यवद दश की जनता अतयवधक कर चका रही हो तो उनकी

बचत कषमता परिावित होगी अतयवधक कर चकान क कारण वयवकतयो क पास बचत योगय कम धन

रावश शष रह जाएगी िारत म जनता कई परकार क परतयकष एि अपरतयकष कर चकाती ह इन करो को

िहन करन म जनता की आय का एक बड़ा िाग वयय हो जाता ह एि उनकी बचत कषमता कम हो

जाती ह

गरामीण बचत हत करवशष परयास गरामीण कषतर क वयवकतयो म बचत को परोतसावहत करन क वलए

यह आिशयक ह वक गरामीण कषतरो म बक डाकघर आवद की सविधाए परदान की जाए गरामीणो म

अछिी बचत कषमता होती ह इस तथय को धयान म रख कर गरामीण कषतरो म बको की नई शाखाए

खोली जानी चावहए ऐसा करन स गरामीणो म बचत को परोतसाहन वमलगा

बचत उपिम का अचछा लािाश परदान किना यवद बचत स अछिा लािाश (बयाज) परापत

होगा तो वयवकत बचत करन म रवच लग लािाश परापत करन क वलए ि अवधक मातरा म बचत करग

बचत पर उछच बयाज दर होन स बचत को परोतसाहन वमलता ह

सकषप म हम कह सकत ह वक बचत को परोतसावहत करन क वलए वनमन सविधाओयोजनाओ की

उपलबधता जररी ह

दश म सरवकषत एि शावतपणण िातािरण

सदढ़ अथणवयिसथा

महगाई दर म कमी

बचत हत उपलबध साधन

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योगय एि सफल उदयमी

जनता पर नयनतम कर िार

गरामीण बचत हत विशष परयास

बचत उपिम का अछिा लािाश परदान करना

आइए अब जान वक बचत एि विवनयोग म कया अतर ह

86 बचत एवा षवननयोग म अनतर बचत

जब हम अपन धन को सरवकषत रखन क वलए वकसी सरवकषत योजना अथिा उपिम का चनाि करत

ह तो यह धन की बचत कहलाता ह यह बचत की परचवलत अिधारणा ह बचत क वलए हम जमा

खाता वनवशचत अिवध खाता आिती जमा खाता या वकसी अनय परमाणपतर परदान करन िाली बचत

योजनाओ का चनाि कर सकत ह इस परकार की गई बचत म मल धन रावश सरवकषत रहती ह परनत

लमबी अिवध म इस बचत पर बयाज कम परापत होता ह सिय की बचत पर अवधक लािाश परावपत क

वलए यह आिशयक ह की सारा धन एक ही बचत उपिम म न वनिश वकया जाए हम धन वनिश

करन क वलए अनय उपयकत योजनाओ एि सविधाओ पर िी विचार करना चावहए िह बचत वजसम

जोवखम कम होता ह िह आकवसमक खचो को िहन करन म बहत उपयोगी वसदध होती ह उदाहरण

क वलए यवद पररिार म अचानक वकसी को उपचार की आिशयकता हो अथिा वकसी महग

उपकरण की मरममत करिानी हो आवद

करवकरनयोग

जब हम धन क वनिश क वलए अवधक जोवखम िर बचत उपिमो जस अश पतरो मयछिल फड

आवद का चनाि करत ह ऐसी वसथवत म साधारणतया हम धन का विवनयोग करत ह इस परकार क

वनिश म जोवखम अवधक होन क कारण यह सिािना िी सदि रहती ह वक वयवकत को लाि की

अपकषा मल धन की हावन िी हो सकती ह इसक साथ ही यह सिािना िी होती ह वक वयवकत को

अवधक लािाश परापत हो

बचत एव करवकरनयोग हत उपलबध उपिम

बचत क उपिम करवकरनयोग क उपिम

बचत खात

परमाण पतर परदान करन िाली अनय बचत

योजनाए

अश पतर

बॉनडस

मयछिल फड

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अचल समपवतत - सोना चादी आवद

87 पररवार करकतनी बचत कर यह परशन परतयक पररिार क वलए महतिपणण ह वकतनी बचत की जानी चावहए यह इस बात पर वनिणर

करता ह वक पररिार क लकषय कया ह पररिार क समकष सदि कि लघ अिवध एि कि दीघण

अिवध सथायी लकषय होत ह जस िॉवशग मशीन िय करना एक लघ अिवध लकषय ह एि अपनी

िदधािसथा या सिा वनिवतत हत बचत करना एक दीघणकालीन लकषय ह पररिार क समकष समय-समय

पर कि आकवसमक वयय िी आत रहत ह वजनकी पवतण क वलए िी कि बचत अिशय होनी चावहए

पररिार अपन लकषयो को सचीबदध कर पिण स ही उन पर होन िाल अनमावनत वयय की गणना कर

सकत ह इस परकार पिण म ही लकषय परावपत पर होन िाल वयय का आकलन वकया जा सकता ह

तदपरानत वयवकत को यह अनमान लगाना चावहए वक इस अनमावनत रावश को एकवतरत करन क वलए

उस परवतमाह वकतनी बचत करनी चावहए परवतमाह िोटी-िोटी बचत कर वयवकत लवकषत धनरावश

जमा कर सकता ह पररिार को सिय क वलए एक बचत रावश का लकषय वनधाणररत करना आिशयक

ह कई बार इस परविया म पररिार को यह अनिि होता ह वक ि पयाणपत बचत नही कर पा रह ह तब

यह आिशयक हो जाता ह वक पररिार पनः अपनी वसथवत का अिलोकन कर ि वनमनवलवखत म स

वकसी एक विकलप को चन सकत ह

लकषयो का पनः अिलोकन कर

वयय कम कर

बचत अिवध म िवदध कर

अपनी आय म िवदध कर

बचत हत उपरोकत विकलपो म स दो अथिा तीन विकलपो का एक साथ परयोग वकया जा सकता ह

परतयक पररिार क आकार लकषयो एि वयय करन की परिवत म अनतर होता ह इस कारणिश एक

पररिार वकतनी बचत कर यह एक वयवकतगत परशन ह पररिार क लकषयो की पवतण हत वकतनी बचत की

आिशयकता होगी यह उस पररिार क सदसयो को सिय वनधाणररत करना पड़ता ह कि विशषजञो क

अनसार वयवकत को अपनी आय का कम स कम 20 परवतशत िाग बचत क रप म सरवकषत रखना

चावहए इसी आय क शष 50 परवतशत िाग स मल आिशयकतो की पवतण एि 30 परवतशत स अनय

ऐवछिक वययो की पवतण की जानी चावहए

एक अछिी बचत हत कया-कया उपयोगी सझाि हो सकत ह आइए जान

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88 बचत हत उपयोगी सझाव वनमन वदए गए सझाि बचत क वलए उपयोगी वसदध हो सकत ह

बचत की शरआत शीघर कि बचत करन क वलए वकसी विशष वदन का इतजार करन की

आिशयकता नही होती ह और न ही यह आिशयक ह वक आप बचत एि वनिश क कषतर म विशषजञ

हो बचत की शरआत शीघर कर परतयक माह कि न कि बचत अिशय कर िोटी-िोटी बचत स

एक बड़ लकषय को परापत वकया जा सकता ह वयवकतयो को अपन बछचो म िी बचत करन की आदत

डालनी चावहए आवथणक सरकषा परापत करन का उपाय ह वक लमबी अिवध क वलए सतत बचत की

जाए तथा इसकी शरआत शीघर की जाए

वयय किन स पवय बचत कि सफल वनिशक िारन बफ (Warren Buffet) क अनसार वयय

करन स पिण बचत क विषय म अिशय सोच बचत क उपरानत आय म स जो धन शष रह किल उस

वयय कर इस उददशय की पवतण हत हम बक म परतयक माह आिशयक रप स एक वनवशचत धनरावश

चयवनत उपिम जस आिती जमा खाता वससटमवटक इनिसटमट पलान आवद म वनिश कर द

वनिश इस परकार का होना चावहए जहा स धन पनः परापत करन की परविया आसान न हो

माकरसक वयय क करलए एक बजट बनाए अपन मावसक वयय को वनयवतरत करन क वलए एि

बचत योगय धन जटान क वलए अपना मावसक बजट बनाए एि उसक अनरप वयय कर जहा तक

सिि हो वनधाणररत बजट का पालन कर

अनावशयक वयय किन स बच बचत करन क वलए यह आिशयक ह वक हम अनािशयक वयय

पर परवतबध लगाए ितणमान म िारतीय शहरी पररिश म बहत पररितणन आया ह बाजार म उपिोकता

को लिान क वलए कई परकार की िसतए उपलबध ह कई बार उपिोकता लालच अथिा तातकावलक

परलोिन क कारण कि ऐसी िसतओ को िय कर लत ह वजनकी उनह आिशयकता नही होती ह

इस परकार धन की वयथण बबाणदी होती ह साथ ही उपिोकता की बचत िी परिावित होती ह बचत म

िवदध करन क वलए यह आिशयक ह वक हम अनािशयक वयय करन की परिवतत स बच

िकरडट काडय का परयोग कम कि ितणमान समय म कई परकार क वबलो आवद क िगतान इटरनट

क माधयम स ऑनलाइन करन पड़त ह वजसक वलए िवडट काडण की आिशयकता होती ह नगद

िगदान क विपरीत िवडट काडण स िगतान करत समय िासतविक वयय का पता नही चलता ह

िवडट काडण स वकए गए वयय पर बयाज का िगतान िी अवधक वकया जाता ह इसवलए यह

आिशयक ह वक िवडट काडण का परयोग सोच विचार कर वकया जाए

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अतयकरधक बयाज लन वाल ऋण का िगदान शीघर कि यवद आपन वकसी कारणिश कोई ऐसा

ऋण वलया हो वजसक वलए आपको अतयवधक बयाज चकाना पड़ रहा हो तो ऐस ऋण को

पराथवमकता द तथा शीघर चकान का परयास कर अतयवधक बयाज क कारण आय का एक बड़ा िाग

इस परकार क ऋण चकान म वयय हो जाता ह एि बचत क वलए कि िी शष नही रहता ह यवद दीघण

अिवध तक ऋण यथाित रह तो आवथणक परशानी का कारण बन सकता ह बचत करन क वलए यह

आिशयक ह वक ऋण क बोझ स शीघर िटकारा पा वलया जाए

बचत एव करवकरनयोग क साधनो म करवकरवधता िख विवनयोग क विशषजञो का यह मत ह वक

बचत एि विवनयोग क साधनो क चनाि म विविधता होनी चावहए इसका अथण यह ह वक सारा धन

एक ही परकार की योजना अथिा बचत उपिम म वनिश न वकया जाए सिी परकार क वनिश म

वकसी न वकसी परकार का जोवखम अिशय रहता ह यवद वनिशक िारा बचत उपिम जहा वनिशक

की बचत का सारा धन एकवतरत ह म घाटा हो तो वनिश वकए गए मल धन की िी हावन हो सकती

ह लाि की वसथवत क विपरीत िह सिय को आवथणक सकट की वसथवत म पायगा ऐसी वसथवत स

बचन क वलए आवथणक विशषजञो का सझाि ह वक समपणण धनरावश एक सथान पर न लगाई जाए

बचत एि विवनयोग क साधनो क चनाि म विविधता का धयान अिशय रखना चावहए

मलधन की सिकषा सकरनकरित कि बचत अथिा विवनयोग क साधनो क चनाि म सािधानी रख

वकसी िी योजना म वनिश करन स पिण इस परशन पर अिशय विचार कर वक कया इस योजना म वनिश

सरवकषत ह कि साधनो म लाि का परवतशत अवधक होता ह परनत इस परकार क साधनो म जोवखम

िी अवधक होता ह वयिसावयक इकाईयो क अश परवतिवतयो मयचअल फड आवद खरीदन म

जोवखम अवधक रहता ह इनम वनिश करन स पिण यह आिशयक ह वक इन अशो एि परवतिवतयो

की साख परकवत आवथणक वसथवत पर समपणण जानकारी परापत की जाए इनक समबनध म परापत

जानकारी एि समबवनधत जोवखम पर विचार करन क उपरानत ही वनणणय ल वयवकत धन अवजणत करन

म बहत महनत करता ह कई इछिाओ का तयाग कर िह बचत कर पाता ह इसवलए यह आिशयक

ह वक वयवकत अपनी महनत की कमाई को सरवकषत रख एि कही िी वनिश करन स पिण यह िली

परकार सवनवशचत कर वक इस वनिश म उनका मलधन सरवकषत रहगा वजन वनजी वयिसावयक इकाईयो

की साख अछिी नही होती ह उनम वनिश करन म जोवखम अवधक रहता ह और पसा डब जान का

िय सदि बना रहता ह इनकी अपकषा सरकारी बचत योजनाओ परवतिवतयो म धन की सरकषा का

िाि अवधक होता ह

साधन की वयवथा म सकरवधा बचत एि विवनयोग क साधनो का चनाि करत समय यह दख ल

वक वनिश परविया एि वयिसथा अतयवधक जवटल न हो कई बार वनिश वयिसथा की जवटलता क

कारण वनिशक का उस साधन म बन रहना कवठन हो जाता ह ि साधन वजनकी वयिसथा परविया

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अपकषाकत सरल होती ह को अपनाना वनिशक क वलए आसान होता ह इसम समय शरम एि धन

की िी बचत होती ह

आइए इन सझािो पर सकषप म दवि डाल

बचत की शरआत शीघर कर

वयय करन स पिण बचत कर

मावसक वयय क वलए बजट बनाए

अनािशयक वयय स बच

िवडट काडण का परयोग कम कर

अतयवधक बयाज लन िाल ऋण का िगदान शीघर कर

मलधन की सरकषा सवनवशचत कर

बक एि विवनयोग क साधनो म विविधता रख

साधन की वयिसथा म सविधा सवनवशचत कर

अब हम बचत एि विवनयोग क साधनो क बार म जानग

89 बचत एवा षवननयोग क साधन बचत एि विवनयोग हत कई साधन उपलबध ह कि साधन सरकारी कषतर क अनतगणत आत ह तथा

कि साधन वनजी वयिसावयक परवतषठानो िारा उपलबध कराय जात ह सिी परकार क साधनो म धन

को उतपादक रप म रखा जाता ह सरकारी बचत साधनो म कि साधन ऐस िी ह जो गरामीण एि

वनमन आय िगण की बचत को परोतसावहत करन क वलए विशष रप स उपलबध कराए जात ह बचत

विवनयोग क परमख साधन वनमनवलवखत ह

1 बक 2 डाकघर 3 बीमा 4 यवनटस 5 अशशयर

6 ऋण पतर

आइए इन पर विसतारपिणक चचाण कर

1 बक बचत क साधनो म सिाणवधक परचवलत साधन बक ह बचत क वलए बक की सविधाओ

का परयोग अपकषाकत सरल होता ह राषटरीय बक म बचत करन स मलधन सरवकषत रहता ह यदयवप

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बयाज अवधक परापत नही होता ह िारत सरकार िारा आजादी क बाद 14 बको को राषटरीयकत वकया

गया ितणमान म इनह पवबलक सकटर बको क नाम स जाना जाता ह िारत म 27 पवबलक सकटर

बक एि 21 वनजी बक कायणरत ह वयवकत धन की बचत हत अनय योजनाओ की अपकषा बक का

चनाि अवधक करत ह इसका मखय कारण यह ह वक बक म धन की सरकषा तरलता एि वयिसथा

म सविधा अवधक परापत होती ह बक म धन जमा करन क वलए परमख रप स तीन परकार क खात

होत ह

चाल खाता

बचत खाता

वनवशचत अिवध खाता

इसक अवतररकत वयवकत बक स ऋण िी ल सकत ह आजकल बक अपन उपिोकताओ को ए टी

एम िवडट काडण आवद जसी निीन सविधाए िी परदान करन लग ह उछच तकनीको क इस यग म

मोबाइल एि इटरनट बवकग की सविधाए िी उपलबध ह बक गरामीण एि वनमन आय िगण की बचत

हत िी परयासरत रहत ह गरामीण बचत को परोतसावहत करन क वलए बक गरामीण कषतरो म िी शाखाए

खोलत ह िारत म परधान मतरी शरी नरि मोदी जी क विशष आिाहन क कारण बको न राषटरीय जन

धन योजना चलाई ह इस योजना का मखय उददशय यह ह वक िारत म परतयक वयवकत का बक खाता

हो बक सविधाओ का परयोग कर सिी आय िगण क लोग बचत कर सकत ह

2 डाकघि िारतीय डाक वििाग िारत सरकार क सचना एि परसारण मतरालय क अधीन ह यह

दश की सबस परानी सरकारी ससथाओ म स एक ह यह डाक पहचान क अवतररकत बको क समान

विततीय एि बचत समबनधी कायण िी करता ह डाकघर गरामीण कषतरो म जहा पर बक की सविधा

उपलबध नही ह िहा पर बचत साधन क रप म काफी उपयोगी एि परचवलत ह गरामीण कषतरो एि

वनमन आय िगण िारा िोटी-िोटी बचत क वलए डाकघर म सविधाए उपलबध ह डाकघर म बचत क

वलए वनमनवलवखत योजनाए चलाई जा रही ह

डाकघर बचत खाता (Post Office Saving Account)

डाकघर आिती जमा खाता (Post Office Recurring Deposit Account)

मावसक आय योजना (Monthly Income Scheme)

सामानय िविषटय वनवध (Public Provident Fund Account)

वकसान विकास पतर (Kisan Vikas Patra)

सािवध जमा योजना (Fixed Deposit Scheme)

राषटरीय बचत पतर (National Saving Scheme )

िदध नागररक बचत योजना (Senior Citizen Saving Scheme)

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सकनया समवदध खाता (Sukanya Samridhi Yojana)

डाकघर बचत खाता डाक वििाग की सबस परानी बचत सविधा ह ितणमान म डाकघर म लगिग

2050 करोड़ स अवधक बचत खात ह यह बचत खात 154000 डाकघरो िारा चलाय जा रह ह

डाकघर म बचतकताण का पररचय परापत करन क बाद बचत खाता खोला जा सकता ह मातर 20 रपय

की धनरावश स खाता खोला जा सकता ह दो अथिा तीन वयवकत सयकत रप स िी खाता खोल

सकत ह खात की सचालन परविया एि अनय शत बको क समान ही ह डाकघर िारा सचावलत

सामानय िविषटय वनवध योजना एि राषटरीय बचत पतर योजना बचत साधन क रप म लोगो म काफी

परचवलत ह सामानय िविषटय वनवध खाता डाकघर म खोला जा सकता ह िषण 2014 स इस खात म

870 परवतशत की दर स बयाज परापत होता ह यह खाता मातर 100 रपय की धनरावश स खोला जा

सकता ह परनत िषण िर क िीतर बचतकताण को नयनतम 500 रपय जमा करना अवनिायण ह सामानय

िविषटय वनवध खात म जमा धन को आयकर स िट परापत ह यह खाता अवधकतम 15 िषण क वलए

खोला जाता ह इस अिवध को पनः 5 िषण तक विसताररत वकया जा सकता ह खात को 15 िषण स

पहल बनद नही वकया जा सकता ह यह खाता िारतीय सटट बक एि कि अनय बको म िी खोला

जा सकता ह

डाकघर िारा बच जान िाल राषटरीय बचत पतर िी काफी उपयोगी बचत साधन ह यह योजना विशष

रप स सरकारी कमणचाररयो वयापाररयो एि अनय ितन िोवगयो क वलए उपयोगी ह इन बचत पतरो

म वनिश करन की कोई सीमा नही होती ह ितणमान म इन पर 850 परवतशत की दर स बयाज परापत

होता ह य पतर एक वनवशचत अिवध क वलए होत ह अिवध क पणण हो जान पर धनरावश िम मलय

एि बयाज सवहत िापस परापत होती ह

3 बीमा यह बीमा करिान िाल वयवकत एि बीमा करन िाली ससथा क मधय एक समझौत क

समान होता ह बीमा एक ऐसा साधन ह जो दघणटना क जोवखम को कम करता ह एि पररिार को ऐस

आकवसमक आिशयकताओ क समय म आवथणक सरकषा परदान करता ह यदयवप बीमा करान का

पराथवमक उददशय बचत नही होता ह परनत इसम वनिश करन क कारण वयवकत को सरकषा परापत होती

ह बीमा करिान स वयवकत क िविषटय की अवनवशचता क जोवखम का दावयति बीमा कमपनी सिय पर

ल लती ह िारत म बीमा करान का कायण मखय रप स िारतीय जीिन बीमा वनगम (Life

Insurance Corporation of India) िारा वकया जाता ह ितणमान म कई वनजी कमपवनया िी

बीमा कषतर म कायणरत ह वयवकत सिय का अथिा वकसी मलयिान िसत का बीमा करिा सकता ह

िारतीय जीिन बीमा वनगम की जीिन बीमा योजना म बीमदार एक वनवशचत अिवध तक बचत करता

ह अिवध पणण हो जान पर बीमदार जमा की गई रावश एि उस रावश पर परापत बयाज सिय परापत कर

सकता ह

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बीमा करिान स वयवकत क पररिार को आवथणक सरकषा परापत होती ह परीवमयम रावश िरन की एक

वनवशचत अिवध होन क कारण वयवकत अवनिायण रप स बचत करन क वलए बाधय हो जाता ह बीमा

म जमा रावश को आयकर स िी िट परापत होती ह ितणमान म बीमा क कई परकार अवसतति म ह

बीमा को मखय रप स दो शरवणयो म वििावजत वकया जा सकता ह

a जीिन बीमा (Life Insurance)

b सामानय बीमा (General Insurance )

जीिन बीमा क वनमनवलवखत परकार ह

a पणण जीिन बीमा (Whole life insurance)

b सीवमत िगतान आजीिन बीमा (Limited payment whole life insurance )

c बदोबसती बीमा (Endowment insurance)

सामानय बीमा क वनमनवलवखत परकार ह

a िाहन बीमा

b घर एि सपवतत का बीमा c दघणटना बीमा

d सिासथ बीमा e यातरा बीमा

बचत क साथ-साथ विवनयोग क िी साधन उपलबध ह जस यवनट रसट ऑफ इवडया क यवनटस

अश एि ऋण पतर इसम वनिश कर वयवकत बचत क साथ-साथ अछिा लािाश िी परापत कर सकत

ह इसक अवतररकत ि राषटरीय औदयोवगक विकास म िी िागीदारी परापत कर सकत ह

4 यकरनटस िषण 1963 म यवनट रसट ऑफ इवडया की सथापना की गई इसका परमख उददशय था

वक दश म वनमन एि मधयम आय िगण क वयवकतयो की बचत एि वनिश को बढ़ािा वमल साथ ही

आम आदमी की राषटरीय औदयोवगक विकास म वहससदारी हो यवनट रसट िारा यवनटस वििय वकए

जात ह एक यवनट का मलय 10 र0 होता ह एक वयवकत को कम स कम 10 यवनट िय करन होत

ह यवनटस म वनिश की कोई अवधकतम सीमा नही होती ह रसट वनिशको क धन का विवनयोग

पजी बाजार म करता ह आम आदमी को अकसर अछिी साख परापत कमपवनयो क विषय म अवधक

जानकारी नही होती ह यवनट रसट बाजार म वनिश करन का अपकषाकत सरवकषत माधयम ह कयोवक

धन का विवनयोग कई परवतिवतयो क मधय वकया जाता ह वनिशक को सतत आय िी परापत होती ह

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इसक अवतररकत वनिशक किी िी यवनटस वििय कर सकता ह यवनटस क अलािा यवनट रसट

ऑफ इवडया की कई अनय योजनाए िी ह वजनम वनिश वकया जा सकता ह

5 अशशयि विवनयोग करन क वलए अश िी एक विकलप ह अश वकसी कमपनी क सिावमति

म वयवकत की िागीदारी को दशाणत ह बड़ उदयोगो को चलान क वलए एक बड़ी धनरावश की

आिशयकता होती ह कमपनी यह धनरावश वमवशरत पजी क माधयम स एकवतरत करती ह कमपनी

अपनी पजी क िोट-िोट वहसस अश अथिा शयर जनता म बचती ह कमपनी िारा परापत लाि म स

वहससदारो को लािाश परापत होता ह अश म वनिश करन म जोवखम िी अिशय रहता ह इसवलए

वनिश म सािधानी महतिपणण ह

6 ऋण पर जनता स पजी एकवतरत करन एि वनिश करन का एक माधयम ऋण पतर िी होत ह

ऋण पतर िारा कमपनी जनता स ऋण परापत करती ह ऋण पतरो की बयाज दर वनवशचत होती ह वकसी

िी दशा म चाह कमपनी को लाि हो अथिा हावन ऋण पतर िय करन िालो को मलधन एि बयाज

अिशय परापत होता ह

आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 2

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 दश क नागररको की बचत कषमता दश क पर वनिणर करती ह

2 पाररिाररक परम क कारण वयवकत की होती ह

3 बचत हत दश का िातािरण होना चावहए 4 बचत क साधन का एक उदाहरण ह 5 विवनयोग क साधन का उदाहरण ह

810 सारााश आय का िह अश वजस ितणमान म वयय न कर िविषटय की आिशयकताओ की पवतण हत उतपादक

रप म रख वदया जाता ह बचत कहलाता ह बचत एि सचय म अतर होता ह जब धन को

उतपादक रप म रखा जाता ह तो िह बचत कहलाती ह यह धन राषटर वनमाणण एि पजी वनमाणण हत

परयोग म लाया जाता ह अनतपादक रप म एकवतरत धन किल सचय होता ह बचत का पररिार क

वलए विशष महति ह बचत पररिार को आवथणक सरकषा परदान करती ह अनािशयक वयय पर

परवतबध लगान म सहायक होती ह आय म िवदध का साधन ह आय-वयय की असमानता को समापत

करती ह एि लकषयो की पवतण सिि करती ह बचत का वनधाणरण तीन परमख कारको िारा होता ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 161

बचत कषमता इछिा एि उपलबध सविधाए बचत एि विनयोग क साधनो म कि अतर पाया जाता

ह पररिार वकतनी बचत कर यह पररिार क लकषयो पर वनिणर करता ह पररिार को सिय क वलए

बचत रावश लकषय का वनधाणरण करना आिशयक ह पररिार को अपनी आय का कम स कम 20

परवतशत िाग बचत क रप म सरवकषत रखना चावहए बचत हत कि महतिपणण सझाि ह जस

बचत की शरआत शीघर करना वयय करन स पिण बचत करना बजट बनाना अनािशयक वयय पर

परवतबध लगाना अवधक बयाज िाल ऋण का पराथवमकता क आधार पर शीघर िगतान आवद बचत

एि विवनयोग क परमख साधन बक डाकघर बीमा यवनटस अश एि ऋण पतर ह इन साधनो का

उपयोग कर वयवकत अपनी सामथयण अनसार बचत कर सकता ह

811 पररभाषिक शबदावली बचत आय का िह िाग जो ितणमान आिशयकताओ की पवतण म उपयोग नही वकया जाता

िरन िविषटय म उपयोग हत उतपादक रप म सरवकषत रखा जाता ह

आकरथयक सिकषा यह िह वसथवत ह जब वयवकत क पास पयाणपत बचत रावश हो एि िह िविषटय

की आवथणक परशावनयो स गरवसत न हो

दीघयकालीन उददशय ि लकषय वजनकी पवतण म अवधक समय लगता ह य लकषय सथायी परकवत

क होत ह जस ििन वनमाणण उछच वशकषा आवद

बक िह ससथा जो गराहको क धन की रकषा करती ह ऋण एि विवनयोग हत जनता स धन परापत

करती ह बक रपय क लन-दन स समबवनधत अनय सविधाए िी परदान करता ह

बीमा यह बीमा करिान िाल वयवकत एि बीमा कमपनी क मधय एक समझौता होता ह बीमा

दघणटना जोवखम को कम करता ह एि पररिार को आवथणक सरकषा परदान करता ह

812 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 आवथणक सरकषा

2 उतपादक 3 अनािशयक वयय

4 बयाज 5 आय-वयय

अभयास परशन 2

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ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 आवथणक िातािरण

2 बचत की इछिा 3 शावतपणण एि सरवकषत

4 बकडाकघरबीमा 5 अश ऋण पतर

813 सनदभण गरनथ सची 1 बी0डी0 हरपालनी गह परबनध सावहतय परकाशन आगरा

2 MA Verghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management New

Age International Pvt Limited publisher New Delhi

3 India post Ministry of Communication RTI Manual-1 General profile of

the Organization Functions and Duties 2016

814 ननबनधातमक परशन 1 बचत को पररिावषत कीवजए एि उसक महति को समझाइए 2 बचत का वनधाणरण करन िाल कारको का विसतारपिणक िणणन कीवजए 3 वनमनवलवखत म अतर सपि कीवजए

बचत एि सचय

बचत एि विवनयोग

4 बचत क वकनही तीन साधनो पर परकाश डावलए

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इकाई 9 कराधान 91 परसतािना

92 उददशय

93 कर अथण एि पररिाषाए

931 कर परणाली की विशषताए

932 करारोपण क उददशय

933 उततम कर वयिसथा हत आिशयक ततति

94 करो का िगीकरण

941 परतयकष कर

942 अपरतयकष कर

943 िारत म विविनन परकार क कर

944 विकासशील अथणवयिसथा म परतयकष एि अपरतयकष करो का महति

95 करारोपण क परकार

96 करारोपण का परिाि

97 कर चोरी

98 मलय िवधणत कर

99 आयकर

991 आयकर सलब

992 पन काडण

993 आयकर क सबध म कि महतिपणण तथय

994 आयकर िट

995 आयकर की धाराए

910 साराश

911 पाररिावषक शबदािली

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912 अभयास परशनो क उततर

913 सनदिण गरनथ सची

914 वनबनधातमक परशन

91 परसतावना आधवनक समय म वकसी िी सरकार क वलए कराधान या Taxation आय का सबस बड़ा सरोत ह

राजसि क विविनन साधनो म करो का परमख सथान ह लोकतनतर म कराधान सरकार की

आवथणकसामावजक नीवतयो को मल रप परदान करन म एक अवत महतिपणण सहायक ततति ह कर

सरकार की आय का परमख सरोत ह दश क परतयक नागररक का यह कतणवय ह वक िह विवधित

अपन करो का िगतान अिशय कर यवद कोई वयवकत कर का िगतान नही करता ह तो उस कानन

िारा दवडत िी वकया जा सकता ह यह एक अवनिायण िगतान समझा जाता ह वजसका आशय

समाज कलयाण स ह सरकार जनता क कर स उतपनन आय को विविनन विकास कायो जस सड़क

पररिहन वशकषा आवद म लगाती ह

92 उददशय परसतत इकाई का परमख उददशय िातरो को िारतीय अथणवयिसथा म राजसि क परमख सरोत कर एि

कराधान परणाली को सरलतम रप म समझाना ह कर परणाली एि कर वयिसथा को समझन क बाद

आप एक विकासशील अथणवयिसथा को विकवसत बनान म अपन योगदान को समझ सक ग साथ

ही आप यह जान सक ग वक

कर कया ह

कर कयो लगाए जात ह

कर वकतन परकार क होत ह

करो क गण एि अिगण कया ह

िारत म परचवलत परमख कर कौन-कौन स ह

कर िगतान कयो आिशयक ह

आयकर एि आयकर समबनधी कि महतिपणण तथय कया ह तथा

पन काडण का कया महति ह

आइए इकाई की शरआत कर की पररिाषा स कर

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93 कर अथण एवा पररभािाएा साधारण शबदो म कर का अथण करदाता िारा वकया जान िाला िगतान ह यह एक अवनिायण

िगतान ह वजसका विवधित िगतान न करन पर वयवकत को कानन िारा दवडत वकया जा सकता ह

कर चोरी एक अपराध ह

विविनन अथणशावसतरयो न कर की विविनन पररिाषाए दी ह

एडम क शबदो म ldquoकर नागररक िारा राजय की सहायता क वलए वदया जान िाला अशदान हrdquo

साकरलगमन क अनसाि ldquoकर वकसी वयवकत िारा सरकार को वदया जान िाला िह अवनिायण

िगतान ह जो वबना वकसी लाि की अपकषा वकए जन साधारण क वहतो क वलए वकए गए वयय को

िहन करन क वलए वकया जाता हrdquo

डी मािको क अनसाि ldquoकर नागररको की आय का िह िाग ह वजस राजय अपन वलए लता ह

जो सामानय जन सिाओ क उतपादन क वलए आिशयक हrdquo

931 कि परणाली की करवशषताए

राषटरीय अथणवयिसथा क विकास म कर का एक महतिपणण साधन ह इसस सपणण अथणवयिसथा

परिावित होती ह जसा वक पहल बताया गया ह वक यह एक अवनिायण िगतान ह ना वक सिवछिक

सरकार िारा लगाए गए कर का वकसी न वकसी रप म विरोध अिशय होता ह कर परणाली म सिी

को सति कर पाना लगिग असिि ह परनत जहा तक सिि हो यह परयास वकया जाना चावहए वक

इसम नयनतम तरवटया हो

उततम कर परणाली की विशषताए

कर एक अवनिायण िगतान ह

कर दन म तयाग का ततति वनवहत ह

कर आय स वदए जात ह

कर विविनन परकार क होत ह

कर िध होत ह

कर राषटरीय विकास एि जन कलयाण की िािना स एकवतरत वकए जात ह

932 किािोपण क उददशय

अब हम जानग वक करारोपण क मखय उददशय कया ह कर कयो लगाए जात ह तथा वकसी िी परकार

की अथणवयिसथा म इनका कया महति ह आइए जानन का परयास कर

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सावयजकरनक िाजव का करनमायण आपन पढ़ा वक करारोपण का परमख उददशय राजसि परावपत या

सरकार क राजसि कोष म धन एकतर करना ह परनत इसक अवतररकत सरकार कि विशष वशकषा

कायणिम मवहला एि बाल विकास योजनाए आवथणक विकास वचवकतसा सविधाए जन सिासथय

सिधणन आवद की परावपत हत िी करारोपण कर सकती ह करारोपण का परमख उददशय सािणजवनक

वयय को परा करन क वलए सािणजवनक राजसि वनमाणण करना ह जो वक कराधान िारा ही सिि ह

पजी करनमायण करो क िारा जो िी राजसि परापत होता ह िह पजी वनमाणण म सहायक होता ह

करारोपण का मखय उददशय बचत को परररत करना एि पजी वनमाणण परवकया को सिवधणत करना ह

सरकार िारा इस बचत को उतपादन कायो म लगाया जाता ह

अनावशयक उपिोग पि करनयनरण मनषटय की तीन मलित आिशयकताओ िोजन िसतर तथा

आिास एि आधवनक सनदिण म अनय आिशयकीय मद जस वशकषा वचवकतसा आहार एि पोषण

मवहला एि वशश कलयाण सड़क पररिहन एि तकनीक सिधणन जञान-विजञान उननयन आवद मदो

पर अवधक धन खचण वकए जान की आिशयकता होती ह सरकार िारा आिशयक अथिा कम

आिशयक िोग विलास ऐशवयण मौज-मसती आवद िसतओ पर कर लगान स या तो इनका उपयोग

कम हो जाएगा अथिा सकषम वयवकत ही इस कर का िगतान कर पाएग इस परकार एकतर वकया

गया धन समाज क वनमन जररतमद िगण क कलयाण हत परयकत होता ह इस परकार समाज की

आवथणक असमानताओ को िी दर वकया जा सकता ह

आकरथयक असमानताओकरवसगकरतयो को दि किना करारोपण का एक परमख उददशय आवथणक

असमानताओ को दर करना ह विकासशील दशो म उछच िगण और वनमन िगण की आय म एक

वयापक अनतर होता ह आवथणक रप स समि लोगो पर िारी कर लगा कर तथा वनधणन लोगो पर

नयनतम कर लगा कर इस अनतर को दर वकया जा सकता ह यही परजातावनतरक मलयो का आधार

ह आवथणक रप स समदध िगण पर अवधक कर लगा दन स उनकी आय पर कोई विशष परिाि नही

पड़ता ह परनत उनक िारा वदए गए कर स वनमन िगण वनवशचत रप स लािावनित होता ह

िाषरीय आय म वकरदध करो स परापत आय उतपादक कायो म परयकत की जाती ह वजसस राषटर की

अथणवयिसथा मजबत होती ह राषटर क आवथणक रप स समदध होन पर राषटरीय आय तथा परवत

वयवकत आय म िवदध होती ह जो राषटरीय समवदध का एक सचक ह

बिोजगािी दि किन म सहायक कराधान बरोजगारी दर करन म िी सहायक ह

करनयमन औि करनयनरण हावनकारक और परवतबवनधत िसतओ जस तमबाक गटका वसगरट

बीड़ी मवदरा आवद पर कर एि आयात शलक कराधान िारा राषटरीय आय क वनयमन और

वनयतरण क सपि उदाहरण ह यहा पर यह सपि करना आिशयक ह वक आयात शलक उन िसतओ

क आयात पर रोक लगान क वलए लगाए जात ह जो दश क नए उदयोगो क वलए हावनकारक हो

सकत ह इसी परकार वनयाणत शलक दश क िीतर आिशयक िसतओ क वनयाणत को रोकन क वलए

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लगाए जात ह इन उदाहरणो क माधयम स आपन समझा वक वकस परकार कराधान राषटरीय आय

क वनयमन और वनयतरण क वलए आिशयक ह

933 उततम कि वयवथा हत आवशयक तततव

उततम कर वयिसथा िह ह जो करारोपण क अवधकाश वनयमो को सति करती हो राजकोष म घाट

अथिा वयय स उतपनन वसथवत स वनपटन म सहायक हो और साथ ही करदाता पर िी िार सिरप न

हो एक उततम कर परणाली क वनमन आिशयक गण ह

1 कर अनपात यदयवप कर अनपात वनधाणरण आिशयक ह परनत पणण परयास वकया जाना चावहए वक

कर अनपात म धीर-धीर िवदध हो

2 कर परणाली क वनयमो की िाषा जवटल न हो कर सरल एि ससपि होनी चावहए कर जमा करन की परविया एि समय यथासिि करदाता की सविधानसार होना चावहए

3 कर परणाली सनतवलत होनी आिशयक ह कर परणाली म वकसी एक विशष कर की बहलता

अथिा नयनता नही होनी चावहए कर परणाली म परतयकष एि परोकष दोनो करो का उवचत सनतलन

होना आिशयक ह

4 कर परणाली उतपादन को परररत करन िाली होनी चावहए उततम कर परणाली का उतपादन एि वितरण पर सकारातमक परिाि पड़ता ह

94 करो का वगीकरर करो को उनक सिरप क आधार पर वनमनित िगीकत वकया गया ह

परतयकष कर

अपरतयकष कर

परतयकष कर ऐस कर होत ह जो विवधित रप स वजस पर लगाए जात ह उस ही परतयकष रप स उनका

िगतान करना पड़ता ह जस आयकर (Income tax) जबवक अपरतयकष कर वकसी वयवकत पर

आवशक या पणण रप स लगाए जात ह परत वकसी िसत या सिा क रप म परतयकष कर सथानानतररत

नही वकए जा सकत जस आयकर का िगतान वयवकत को सिय करना होता ह जबवक अपरतयकष कर

जस सीमा शलक और उतपादन शलक वयापारी स उपिोकता को सथानानतररत वकए जा सकत ह

परतयकष कर करदाता की आय को परिावित करत ह जब िह इस आय को परापत करता ह अपरतयकष

कर वयवकतगत उपिोग औए समपवतत सथानानतरण पर परिाि डालत ह यह कर उपिोकता की आय

को िसतओ क िय क समय परिावित करत ह

आइए अब परतयक पर चचाण कर

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 168

941 परतयकष कि

जस वक हमन चचाण की वक परतयकष कर िसतओ या सिाओ की बजाय उस आय या मनाफ पर

लगाए जात ह जो वयवकत को परापत होती ह हम परतयकष करो क गणो तथा अिगणो की चचाण करग

परतयकष किो क गण

परतयकष करो क वनमनवलवखत गण ह

1 करमतवयकरयता इन करो को एक वनवशचत सरोत पर एकतर वकया जाता ह और सपणण कर रावश

सरकारी कोष म जमा होती ह करदाता िारा इन करो का सीधा िगतान सरकार को होता ह इनह

एकतर करन म सरकार का वयय कम होता ह अतः इन करो को वमतवययी कहा जा सकता ह

2 समानता परतयकष करो को तकण पणण और वयय सगत कर कहा जाए तो अवतशयोवकत नही होगी

यह परतयक वयवकत क सामथयण आय तथा कर दन की कषमता क अनपात म वनधाणररत वकए गए ह इस

कर स वयवकत पर वकसी परकार का बोझ नही पड़ता ह इन करो को लगाए जान क पीि सामावजक

और आवथणक उननवत की िािना होती ह

3 करनकरितता परतयकष कर की परिवत वनवशचत होती ह करदाता इसक िगतान हत मानवसक रप स

तयार रहता ह और इसका िगतान वकस परकार वकया जाना ह इसका वनधाणरण एि परािधान पहल स

ही तयार कर लता ह परतयकष करो स सरकार को एक वनवशचत धनरावश परापत होती ह वजसस इस

धनरावश क उपयोग हत सरकार पिण योजनाए बना सकती ह

4 लोच परतयकष करो म लोच पाई जाती ह लोगो की आय बढ़न पर कर की दरो म िवदध होती ह

5 शकरकषक मलय आम जनता परतयकष करो क महति को जानती ह और वयथण एि अनपयोगी

सामावजक वययो को रोक सकती ह अतः परतयकष करो का एक विशष शवकषक मलय िी ह

6 समझन म सिल परतयकष करो का एक वनवशचत परारप होता ह वजस समझन क वलए वनयम बनाए

गए ह वजसस एक वशवकषत समाज क आम आदमी को िी परतयकष करो यथा आयकर की जानकारी

होती ह

परतयकष किो क अवगण

परतयकष करो क अिगण वनमनित ह

1 असकरवधा कई बार करदाता को अपनी आय म स एकमशत धनरावश कर क रप म दनी पड़ती

ह जो उसक वलए असविधाजनक या उसक बजट स बाहर होती ह यह एक किपरद वसथवत हो

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 169

सकती ह यदयवप परतयकष कर एक वनवशचत परारपवनयमो का अनपालन करत ह परनत यथाथण म यह

वनयम अतयवधक जवटल होत ह बहधा वयवकत इस समझ नही पाता ह और टकस कनसलटनसी या कर

विचार-विमशण की सहायता लता ह इस सिा क वलए उस िगतान िी करना होता ह

2 अलोककरपरय चवक यह कर वयवकत पर परतयकष रप स लगाए जात ह अतः वयवकत इसका िगतान

करन म असहजता का अनिि करता ह वजस कारण यह कर आम वयवकत म लोकवपरय नही होत

3 सीकरमतता परायः परतयकष कर समाज क कि िगो जस ितन िोवगयो पर लगाए जात ह तथा कि

िगो जस लघ उदयवमयो पर नही लगाए जात इसस असमानता का िाि उतपनन होता ह परतयकष करो

की इस सीवमतता क कारण लोगो म कर चोरी का िािना उतपनन होती ह

4 कि चोिी की सिावना परतयकष कर करदाता क वििक और ईमानदारी पर वनिणर करत ह परायः

लोग इस परकार क कर स बचन क वलए अपनी सपणण आय नही बतात ह और आय कर स बचन क

वलए तरीक खोज वनकालत ह यह सिणथा अनवचत मनोिवत ह

942 अपरतयकष कि

अपरतयकष कर जस वबिी कर मलय सिधणन कर िसत एि सिा कर आवद िह कर ह जो एक

मधयसथ (जस एक खदरा सटोर) िारा उपिोकता स एकवतरत वकए जात ह जो कर का अवतम आवथणक

बोझ िहन करता ह

अपरतयकष किो क गण

इस परकार क करो क वनमन गण ह

1 सकरवधा यवद परतयकष करो की तलना अपरतयकष करो स की जाए तो आप पाएग वक अपरतयकष कर

अवधक सविधाजनक ह कयोवक इनका िगतान एकमशत न होकर िोटी-िोटी वकशतो म होता ह

इसक िगतान हत वकसी िी औपचाररकता को पणण नही करना पड़ता ह परायः यह िसतओसिाओ

क मलय म वनवहत होता ह अपनी आिशयकतानसार करदाता इनका िगतान करत ह यवद

आिशयक न हो तो करदाता उस िसतसिा का उपिोग न करक इस परकार क कर स बच सकत ह

यह परतयकष रप स वयवकत पर न लगकर उतपादन पर लगता ह

2 लोचमय अपरतयकष कर लोचमय होत ह इन करो स वनवशचत रप स राजसि को बढ़ाया जा

सकता ह यह परायः आिशयक उतपादो जस चीनी नमक तल आवद म लगाए जात ह

3 कि चोिी की सिावना करवहीन वयवकत क वलए इन करो स बचना लगिग असिि होता ह

जसा वक पहल बताया गया ह यह कर उतपाद या िसतओ क मलय म वनवहत होत ह यवद वयवकत इन

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 170

उतपादो का उपिोग न कर तो इन करो स बचा जा सकता ह परनत दवनक आिशयकताओ की

िसतओ क पररपरकषय म यह लगिग असिि होता ह

4 समानता इन करो म समानता की िािना होती ह वयवकत िारा उपिोग की गई िसतओसिाओ

पर ही यह कर दय होता ह सपि ह जो वयवकत िसतओसिाओ का उपयोग करन म सकषम ह िही कर

िगतान कर पाएग ना वक आवथणक रप स अकषम वयवकत या िगण

5 जन कलयाण मवदरा धमरपान तथा सिासथय क वलए हावनकारक अनय िसतओ पर िारी कर

लगाकर इन परिवतयो पर वनयतरण पाया जा सकता ह

6 वयापक वरप अपरतयकष करो का सिरप वयापक होन क कारण समाज क परतयक वयवकत पर

इसका परिाि पड़ता ह फलसिरप परतयक वयवकत इन करो क माधयम स राषटर क विकास म अपना

योगदान द सकता ह

7 करवकासशील िाषरो की आवशयकताओ क करलए उपयोगी जसा वक आप पढ़ चक ह वक

अपरतयकष करो म औपचाररकताए कम होती ह वजसक कारण िारत जस विशाल जनसखया िाल

राषटर म जहा साकषरता दर तलनातमक रप स कम ह क लोगो को वलए विशष रप स उपयोगी ह

समसत करदाता आिशयक िसतओसिाओ क िय मातर स ही इन करो का िगतान करत ह

8 एककररत किन म आसान इस परकार क कर िसतओसिाओ या सविधाओ क मलय म वनवहत

होत ह अतः इनह एकतर करन हत सरकार िारा कोई समय सीमा परारप वनधाणररत दर आवद पर

परयास नही करना पड़ता ह

अपरतयकष किो क अवगण

1 परगकरतगामी विाव अपरतयकष करो का सििाि परगवतगामी होता ह यह सिी वयवकतयो पर

समान रप स लगाए जात ह तथा समाज क परतयक िगण पर इसका परिाि पड़ता ह समाज क कम

आय िाल िगण पर इन करो का पररकल परिाि पड़ता ह

2 अकरनकरितता अपरतयकष करारोपण स अवनवशचतता होना तय ह यवद वकसी िसत पर िारी कर

लगाया जाता ह तो सिि ह वक उस िसत का उपिोग कम हो इस कारण उस िसत की माग घट

जाएगी वजसका पिण वनधाणरण करना कवठन होता ह

3 नागरिक चतना का अिाव यदयवप अपरतयकष कर सिरप म वयापक एि विसतत होत ह परनत

कई बार नागररको जो वशवकषत तथा जागरक नही ह को इस परकार क कर िाि का अनिि नही

होता ह तथा ि करो िारा राषटरीय विकास म अपनी िवमका का सजञान नही ल पात ह

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4 बचत हतोतसाहन आिशयक िसतओ पर अपरतयकष कर लगन पर उपिोकता को मजबरीिश

िसत की खरीद पर अवधक धन खचण करना पड़ता ह वजसका परवतकल परिाि उसक िारा की जान

िाली बचत पर पड़ता ह इसक विपरीत सरकार की बचत आय म िवदध होती ह

5 मलय वकरदध म सकषम अपरतयकष कर िसत क मलयो म िवदध करन म सकषम होत ह इसस उछच

मलय उछच लागत और पनः उछच मलय क चि का उदभि होता ह

6 खचीलः अपरतयकष कर खचील होत ह कयोवक वयापारी सरकार िारा लगाए गए करो की तलना

म अवधक कर िसलत ह

7 असमानता आिशयक िसतओ पर अपरतयकष कर लगा दन स वनधणन िगण को धनी िगण की

अपकषा (आय क अनपात म) अवधक कर दना पड़ता ह जो नयायोवचत नही ह

8 सिकाि क साथ परतयकष सपकय नही अपरतयकष करो क िगतान म सरकार और करदाता क

मधय कोई सीधा सबध या सिाद नही रहता ह

वकसी िी अथणवयिसथा एि उसक विकास म परतयकष एि अपरतयकष कर एक दसर क परक ह परतयकष

कर लगान स पहल करदाताओ की आय का अनमान लगाना अवत आिशयक ह अपरतयकष करो क

वलए आय का आकलन आिशयक नही होता अतः कहा जा सकता ह वक परतयकष एि अपरतयकष

दोनो परकार क कर एक दसर की कमी को पणण करक कर क िार को समान रप स वितररत करत ह

विविनन पररवसथवतयो एि समय म करदाताओ की आय बदलती रहती ह इस परकार आय का सही

अनमान लगाना सिि नही हो पाता ह वयवकत की आय क साथ उसका उपिोग सतर बदलता रहता

ह अपरतयकष करो स उपयोग सतर तथा बदलती आय का अनमान लगाया जा सकता ह विवशि

पररवसथवतयो एि उपयोवगता म एक आदशण कर परणाली म दोनो परकार क करो का उवचत सामजसय

होना अवत आिशयक ह

आइए अब कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 सरकार िारा लगाया गया परतयकष कर एक िगतान ह 2 कर विवधित रप स सीध करदाता पर लगाए जात ह 3 मलय िवधणत कर (VAT) का उदाहरण ह

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4 परतयकष करो क विपरीत अपरतयकष कर सिी वयवकतयो पर

लगाए जात ह

943 िाित म करवकरिनन परकाि क कि

आपन अिी करो क गणो-अिगणो करो क सिरप कराधान क उददशय क विषय म पढ़ा इसक

अवतररकत िारतीय अथणवयिसथा म कि अनय कर वनमनित ह वजनकी आपको जानकारी होना

आिशयक ह िारत म विविनन परकार क कर लाग ह कर का परकार मखयतया इस बात पर वनिणर

करता ह वक िह सरकार िारा वकस विशष परािधान क अनतगणत लगाया गया ह

परतयकष कि इसक विषय म आप जान चक ह वक इन करो का िगतान परतयकष रप स सरकार को

वकया जाता ह िारतीय अथणवयिसथा म करदाताओ िारा इस परकार क कर िगतान म वनरनतर िवदध

दखी गयी ह जो वक एक परगवतशील अथणवयिसथा का सकत ह कि परमख परतयकष कर वनमनवलवखत

1 बवकग कश रानजकशन कर

2 कॉरपोरट कर

3 पजी लाि कर

4 डबल टकसशन एिौइडनस एगरीमटदोहरा कर िचन सवध

5 वफरज बवनवफट करअनषगी लाि कर

6 वसकयोररटीज रानजकशन कर

7 वयवकत आय कर

8 टकस इनसवनटवस

अपरतयकष कि अपरतयकष कर कि विशष िसतओउतपादो या सिाओ पर लाग होत ह अपरतयकष

कर वकसी वयवकत विशष या ससथा पर लाग नही होत ह इन करो की पररवध म उपिोकता उतपादो स

लकर सिाओ का वितरण वनवहत ह इसक अवतररकत अथणवयिसथा म अनय गवतविवधयासिाए

वजनका सनदिण आयात वनयाणत वयापार स ह को िी अपरतयकष करो म सवममवलत वकया गया ह

अपरतयकष करो म विविनन परकार क कर सवममवलत ह वजनम स मखय ह

1 सीमा शलक

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2 उतपाद शलक

3 एटी डवमपग डयटी

4 वबिी कर

5 सिा कर

6 मलय िवधणतसिधणन कर

इनक अवतररकत कि अनय कर िी िारत सरकार िारा लगाए जात ह जस

मयकरनकरसपल अथवा थानीय कि यह सिाणवधक परचवलत कर ह जो सथानीय वनकायो िारा वकसी

िसतउतपाद क परिश पर वनधाणररत वकया जाता ह इस परिश कर िी कहा जाता ह

उपिोग कि वकसी परकार की िसतउतपादसिाओसविधाओ क उपयोग पर इस परकार का कर

लगाया जाता ह इस परकार का कर उपिोग पर लाग होता ह ना वक आय अथिा शरम पर इस

परकार क कर को वबिी कर िी कहा जाता ह यह एक परवतगामी परकार का कर ह

लािाश कि वकसी कमपनी क शयर धारको को लािाश क रप म जो धन रावश परापत होती ह उस

पर लाग कर को लािाश कर कहा जाता ह

दान कि वकसी कमपनी िारा फड क रप म ससथानो (विशषकर शवकषक ससथानो) को दी जान

िाली सहायता रावश पर इस परकार का कर लगाया जाता ह

समपकरतत कि समपवतत कर को मतय कर या विरासत म वमली समपवतत पर वनधाणररत कर िी कहा जाता

ह सामानय अथो म समपवतत कर वकसी मत वयवकत की सपणण समपवतत बचत तथा चल एि अचल

सपवतत क आवथणक मलय पर लगाया जाता ह इस परकार क कर वनधाणरण क पीि सामावजक कलयाण

की िािना वनवहत होती ह

ईधन कि परोल गस गसोलीन जस ईधनो पर लगन िाल कर को ईधन कर कहा जाता ह यह

एक परकार का वबिी कर ह जो ईधनो की वबिी पर लगाया जाता ह

करबिी कि वकसी िसत की दश म वबिी पर लगन िाला कर वबिी कर कहा जाता ह

विोजगाि कि ऐस वयवकत जो वनयवमत सिा म अथिा ितनिोगी नही ह अथाणत जो वकसी परकार

क वयापार अथिा सरकार िारा िधावनक रप स मानय वकसी परकार की वयापाररक गवतविवधयो म

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सवममवलत ह तथा यही उनकी जीविका का साधन ह उन पर यह कर लाग होता ह उनक िारा

परवतमाह अवजणत आय स इस परकार क कर वनधाणरण का आकलन वकया जाता ह

सामाकरजक सिकषा कि सिावनिवत क उपरानत कमणचाररयो क वलए इस परकार की कर योजना

लािदायक होती ह िारत म यह कर अिधारणा परोविडनट फड अथिा िविषटय वनवध क नाम स

परचवलत ह यह कई परकार क होत ह जस जन िविषटय वनवध सामानय िविषटय वनवध कमणचारी

िविषटय वनवध

थानानतिण कि समपवतत क सथानानतरण (एक वयवकत स दसर वयवकत को) होन पर इस परकार का

कर लगाया जाता ह समपवतत क सथानानतरण एि पजीकरण पर यवद काननी कायणिाही सवममवलत ह

तो िहा पर इस परकार का कर लगाया जाता ह समपवतत (चल समपवतत) अशबॉनडस आवद क

सथानानतरण इस कर क मखय उदाहरण ह यहा पर यह धयान दन योगय तथय ह वक काननी परवकया क

दौरान नोटरी आवद को दी जान िाली फीस सथानानतरण कर नही ह

पिोल कि यह कर दो परकार का होता ह परोल टकस या तो वनवशचत दर का अनपालन करता ह या

कमणचारी की आय क अनपात क अनसार वनधाणररत होता ह

पोल कि यह िारत म िाहनो पर लगन िाल सड़क कर की ही िावत ह यदयवप िारत म यह कर

अवधक परचवलत नही ह परनत िषण 2002 म पररिहन मतरालय िारा िारत क समसत पयणटक िाहनो

क जमम कशमीर म परिश पर इस परकार क कर का वनधाणरण वकया गया

समपकरतत कि मलयिान एि कर योगय िसतओ क िावषणक मलय पर इस परकार क कर का वनधाणरण

वकया जाता ह यवद समपवतत का उपयोग वयापार या वयिसावयक उददशय हत वकया जा रहा ह तो

उसस परापत लाि पर िी वनयमानसार कर दय होगा

944 करवकासशील अथयवयवथा म परतयकष औि अपरतयकष किो का महतव

विकासशील राषटरो म परतयकष और अपरतयकष दोनो परकार क करो का िावित कषतरो म मल ससाधनो

को जटान उतपादन एि वनिश को बढ़ािा दन क वलए उपयोग वकया जाता ह आइए अब

विकासशील अथणवयिसथा म परतयकष एि अपरतयकष करो की िवमका क विषय म जान

परतयकष करो की िवमकाए वनमन परकार ह

1 सटटबाजीपिाणनमान आवद पर होन िाल वनिश को रोकना

2 मिासफीवत पर वनयतरण लगान म सहायक

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3 कवष कषतर को परोतसाहन

4 उपिोग पर परवतबनध

5 आय असमानता पर वनयतरण

6 समानता का िाि

विकासशील अथणवयिसथा म अपरतयकष करो की िवमकाए

1 सविधाजनक

2 विलावसता िाली िसतओ क वनयतरण म सहायक

3 अवधक पररितणनगामी

4 पररणादायक

95 करारोपर क परकार कराधान क कई परकार ह वजनकी अब हम चचाण करग

1 एकल कि यह िह कर परणाली ह वजसम कर किल एक मद पर लगाया जाता ह इसम एक

िसत पर कर लगता ह यह कर सािणजवनक राजसि का परमख सरोत ह इस परकार का कर

साधारणतया किल एक बार नही अवपत एक वनवशचत अनतराल पर लगाया जाता ह जस यह कर

परतयक माह अथिा िषण क अनत म एकवतरत वकए जात ह

एकल कि क गण

एकल कर करारोपण का सरल रप ह वजसस सरकारी कायण सरल होता ह

यह एक वमतवययी कर ह कयोवक इसम राजसि को एकतर करन म कम रावश वयय होती ह

यह िदिाि रवहत ह

इसक पीि सामावजक नयाय की िािना वनवहत ह

एकल कि क अवगण

यह करिार का सिाणवधक अनवचत एि असनतोषपणण वितरण ह

यह कर दाता की योगयता क वनयम को सति नही करता

यह सरकारी कोष हत पयाणपत साधन नही जटा पाता ह

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यह सकटकालीन वसथवत म अवधक उपयोगी नही ह

यह लोचमय नही ह

इसम कर चोरी की अवधक सिािनाए होती ह

2 बहकि इसका तातपयण ह वक कर परणाली म सिी परकार क करो को सवममवलत वकया जाना

चावहए तावक परतयक नागररक आवथणक विकास म अपना योगदान सवनवशचत कर सक आधवनक

परकार की अथणवयिसथा म इस परकार की कर परणाली को पराथवमकता दी जाती ह बहकर परणाली

स अथणवयिसथा की आिशयकताओ को परा वकया जा सकता ह

बहकि कि परणाली क लाि

बहकर परणाली क माधयम स आय और समपवतत की असमानताओ और विषमताओ को कम वकया

जा सकता ह इसक अवतररकत

य कर सरकार की आय म िवदध करत ह

कर चोरी को रोकन म इस परकार क कर सकषम ह

यह कर परणाली समानता क वसदधात पर आधाररत ह

यह कर परणाली लोचमय ह

बहकि परणाली की हाकरनया

यह कर परणाली तलनातमक रप स जवटल ह

यह उतपादक विया पर रोक लगाती ह

यह िगतान करन की कषमता क वसदधानत पर आधररत नही ह

3 करवकरशि कि िसतओ क वकनही विवशि गणो क आधार पर लगाए जान िाल करो को विवशि

कर कहा जाता ह य कर िसत क िार आकार अथिा मातरा आवद क अनसार लगाए जात ह

जस चीनी पर उसक िजनानसार कपड़ की लमबाई क अनसार टलीविजन की वपकचर टयब पर

उसक आकारनसार कर लगता ह विवशि कर गणनातमक एि परशासनातमक रप म सरल होत ह

और इनह एकतर करना आसान होता ह इनका िार आवथणक रप स कमजोर वयवकतयो पर अवधक

पड़ता ह इस कर का िार उतपाद की ससती वकसमो वजनह वनमन आय िगण क लोग परयोग करत ह

उन पर अवधक पड़ता ह

4 मलयानसाि किः इस परकार क कर िसत क मलय क आधार पर लगाए जात ह इस परकार क

कर वनधाणरण स पिण कर योगय िसतओ का मलयाकन वकया जाता ह यह परायः आयावतत एि

वनयाणवतत िसतओ पर लगाया जाता ह उदाहरण क वलए वनयाणत आयात शलक 5 पस परवत रपय

िसत मलय या 10 की दर पर लगाया जाता ह मलयानसार कर समानता क वसदधानत पर

आधाररत ह यह िसतओ क मलय पर लगाए जात ह आवथणक रप स समपनन िगण पर इसका िार

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अवधक पड़ता ह अतः इस परकार क करो को तकण सगत एि नयायोवचत कहा जा सकता ह

मलयानसार कर परशासनातमक रप स कवठन होत ह तथा इनह लगाना और एकतर करना कवठन

होता ह इसम कर चोरी की सिािनाए अवधक होती ह कयोवक कर िगतान स बचन क वलए

परायः िसतओ का मलय कम वदखाया जाता ह कर परणाली म वसथरता तथा लोच की दवि स

मलयानसार करो को विवशि करो की तलना म शरषठ माना गया ह

5 दोहिा कि वकसी वयवकत िारा वकसी एक सिा पर यवद दो बार कर वदया जाए तो उस दोहरा कर

कहत ह यवद एक वयवकत विदश म आय अवजणत करता ह तो उस विदश म तथा िारत म एक ही

आय पर दो बार कर दना होता ह यह दोहर कर का उदाहारण ह दोहर कर का आधार एि समय

एक ही रहता ह अतः इसस कर दाता अवतररकत औपचाररकताओ एि समय स बच जाता ह

दोहर कर क कारण एक राजय स दसर राजय म पजी क सथानानतरण पर परिाि पड़ता ह जो

अथणवयिसथा क विकास म बाधक वसदध हो सकता ह साथ ही एक ही कर दो बार लगन क

कारण यह नयाय सगत नही ह यही कारण ह वक इस परकार क कर म कर चोरी की सिािना

अवधक होती ह

96 करारोपर का परभाव आपन विविनन परकार क करो एि उनक गणदोषो क विषय म पढ़ा आइए अब जान वक करारोपण

का अथणवयिसथा पर कया परिाि पड़ता ह करारोपण स सरकार की आय होती ह यह राजसि का

परमख सरोत ह करारोपण क माधयम स सरकार आवथणक उननवत क विविनन लकषयो को िी पणण करती

ह करारोपण वकसी िी अथणवयिसथा क सिी सतरो को परिावित करता ह इसका उतपादन उपिोग

बचत वनिश एि रोजगार सिी कषतरो पर परिाि पड़ता ह

परो0 डालटन क अनसार आवथणक दविकोण स करारोपण की सिोतम परणाली िह ह वजसक आवथणक

परिाि सिोतम हो तथा बर परिाि नयनतम हो वनमन तावलका 91 स आप करारोपण क विविनन

परिािो को दख सकत ह

ताकरलका 91 किािोपण का परिाव

उतपादन पि करवतिण पि अनय परिाव

बचत एि वनिश की कषमता

और इछिा पर

उदयोगो और सथानो म साधनो

क सथानानतरण पर

परतयकष करो पर

अपरतयकष करो पर

मिासफीवत पर

आवथणक मदी पर

उपयोग आवथणक िवदध तथा

साधनो की पवतण पर

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97 कर चोरी कर चोरी का अविपराय उन वसथवतयो स ह वजनक माधयम स वयवकत सरकार िारा लगाए गए करो स

बचन क विविनन परयास करत ह और कर िगतान करन स बचत ह परायः वयवकत अपनी आय कम

वदखाकर अथिा वकसी अनय क नाम पर समपवतत खरीदकर कर चोरी करत ह जो वक सिणथा अनवचत

एि गर काननी ह कर चोरी जसी वसथवत न आ पाए इस पररपरकषय म करदान कषमता को समझना

आिशयक ह आधवनक समय म परतयक अथणवयिसथा राषटर क सामावजक एि आवथणक उतथान हत

कवटबदध ह इस कवटबदधता म करदान कषमता का विशष महति ह समाज क विविनन िगो स उनकी

कषमता क अनसार कर िगतान की रावश को सामावजक िवदध हत खचण वकया जाता ह राजसि का

सबस बड़ा सरोत करदान ही ह अतः परतयक सरकार लोगो की करदान कषमता का वनधाणरण करन क

वलए परयतनशील रहती ह

करदान कषमता को वनमन परकार स पररिावषत वकया गया ह

ldquoकरदान कषमता क िारा वयवकतगत वहतो को वबना वकसी परकार की हावन पहचाकर उस सीमा का

वनधाणरण वकया जाता ह जहा तक वयवकत कर द सकता ह करदान कषमता का अविपराय समदाय की

अवधकतम कर िगतान कर पान की योगयता स हrdquo

जसा वक आपन जाना वक कर सािणजवनक आयराजसि का परमख सरोत ह यदयवप उछच करारोपण

सािणजवनक आय म िवदध करत ह परनत दसरी तरफ य लोगो की िय शवकत कायण करन की कषमता

बचत तथा वनिश की इछिा को हतोतसावहत िी करत ह इसक मधय सतलन होना आिशयक ह

करदान कषमता का वनधाणरण इसी समसया का समाधान ह वकसी अथणवयिसथा की करदान कषमता कई

तततिो पर वनिणर करती ह कि परमख ततति वनमनित ह

रािीय आय का सिरप

जनसखया का आकार तथा िवदध दर

करारोपण का परकार

करारोपण का उददशय

करदाताओ की मनोिवत

आय म सथावयति

परशासवनक दकषता

रहन-सहन का सतर

राजनवतक पररवसथवतया

बचत वनिश और आवथणक िवदध

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सरकार का सिरप

दशिवकत और सकटकालीन वसथवतया

मौविक एि राजकोषीय नीवत

आइए कि परशनो का अभयास कर

अभयास परशन 2

1 वनमन को पररिावषत कीवजए a सामावजक सरकषा कर

b पोल कर

c बहकर कराधान

d विवशि कर

2 सहीगलत बताइए a करारोपण राजसि का परमख सरोत ह

b उछच करारोपण का वयवकत की िय शवकत तथा बचत कषमता पर कोई विशष परिाि नही पड़ता

c एकल कर एक वमतवययी कर परणाली ह

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98 मलय वधधणत कर (Value Added Tax) परायः आपन खरीददारी करत समय या रसटोरनट म खान क वबल पर VAT अिशय दखा होगा इस

कर का परादिाणि हाल म ही हआ ह

मलय िवधणत कर (VAT) एक िसत अथिा सिा क (वनयाणत और सरकारी सिाओ को िोड़कर)

मलय म जोड़ा गया कर ह यह कर उस मलय पर लगाया जाता ह जो वयापाररक फमण उन िसतओ

और सिाओ म जोड़ती ह वजनह िह अनय शवकत योगयता मशीनरी ििन तथा अनय ससाधन

लगाकर मलय िधणन करती ह वयापाररक परविया म यह एक ही सतर पर लगाया जाता ह मलय

िवधणत कर िसत क कल वििय मलय पर कही नही होता बवलक अवनतम वयापारी िारा इसम जोड़

गए मलय पर होता ह अतः वयापारी कल मलय पर कर दन क वलए नही बवलक शदध मलय पर कर

दन क वलए वजममदार होता ह उतपादन परविया क कई चरण होत ह जो िसत को अवनतम उपिोकता

तक पहचान क मागण म आत ह अतः यह एक बहसतरीय वबिी करारोपण ह

99 आयकर िारत म आयकर सिी सरोतो स परापत आयो (कवष को िोड़कर) पर वनधाणररत वकया जाता ह िारत म

आयकर िषण 1860 स लाग वकया गया इसम विविध परकार क पररितणनो एि सधारो क पशचात

िारतीय आयकर अवधवनयम 1922 पाररत वकया गया वजसम ऑल इवडया टकस सवमवत क िारा

कि अवत महतिपणण पररितणन वकए गए इसक पशचात आयकर क परशासनातमक पकष का वनयतरण

परतयकष रप स कनि सरकार िारा वकया जान लगा इस अवधवनयम म पनः सधारपररितणन कर 1961

म पाररत वकया गया ितणमान म िारत म लाग आयकर कराधान अिी िी इसी सशोवधत अवधवनयम

का पालन करता ह 1961 क आयकर अवधवनयम क अनसार करदाता वजनका कल आय सतर

अवधवनयम िट की सीमा स अवधक ह कर योगय सीमाक अतगणत आत ह करदाता को वितत

अवधवनयम म िवणणत विविनन मदो क अनसार कर िगतान करना पड़ता ह आयकर िगतान का

आकलन वपिल िषण की कल आय को सगत वितत िषण क वलए आधार मान कर वकया जाता ह

परतयक कर दाता अपन कर का िगतान ितणमान वनयमो क अनतगणत ही कर सकता ह

991 आयकि लब

यह िह सलब होता ह वजसक िारा वलग आय आय तथा वयिसाय क आधार पर वयवकत क

आयकर का वनधाणरण वकया जाता ह

आयकि लब

1 परष तथा मकरहला (60 वषय स कम)

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 181

ि0स0 आयकि लब )वाकरषयक आय पि( आयकि दि

1 ढाई लाख स कम आय पर शनय कर

2 ढाई लाख स अवधक पाच लाख स कम

आय पर

ढाई लाख स अवधक आय का 10

परवतशत

3 पाच लाख स अवधक दस लाख स कम

आय पर

पाच लाख स अवधक आय का 20

परवतशत

4 दस लाख स अवधक आय पर दस लाख स अवधक आय का 30

परवतशत

2 वरिषठ नागरिक (60 वषय स अकरधक 80 वषय स कम)

ि0स0 आयकि लब )वाकरषयक आय पि( आयकि दि

1 तीन लाख स कम आय पर शनय कर

2 तीन लाख स अवधक पाच लाख स कम

आय पर

तीन लाख स अवधक आय का 10

परवतशत

3 पाच लाख स अवधक दस लाख स कम

आय पर

पाच लाख स अवधक आय का 20

परवतशत

4 दस लाख स अवधक आय पर दस लाख स अवधक आय का 30

परवतशत

3 अकरत वरिषठ नागरिक (80 वषय स अकरधक)

ि0स0 आयकि लब )वाकरषयक आय पि( आयकि दि

1 पाच लाख स कम आय पर शनय कर

2 पाच लाख स अवधक दस लाख स कम

आय पर

पाच लाख स अवधक आय का 20

परवतशत

3 दस लाख स अवधक आय पर दस लाख स अवधक आय का 30

परवतशत

4 सहकािी सकरमकरत हत आय कि लब

ि0स0 आयकि लब )पि वाकरषयक आय( आयकि दि

1 दस हजार स कम आय पर आय का 10 परवतशत

2 दस हजार स अवधक बीस हजार स कम आय पर दस हजार स अवधक आय का

20 परवतशत

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 182

3 बीस हजार स अवधक आय पर बीस हजार स अवधक आय का

30 परवतशत

992 पन काडय (PAN Card)

आपन पन काडण क विषय म अिशय सना होगा| सिि ह वक आपक पास सिय का पन काडण

उपलबध हो आइए पन काडण क विषय म कि महतिपणण एि रोचक तथयो को समझन का परयास

कर

पन काडय कया ह

PAN का विसतत रप ह Permanent Account Number इस सथायी लखा सखया िी कहा

जाता ह वयवकत क आिदन करन पर अथिा सिय आयकर वििाग िारा यह सखया आिवटत की

जाती ह यह दस सखया िाला अलफानयमररक अथाणत A-Z तथा 1-9 तक की सखया िाला एक

काडण ह पन काडण आयकर वििाग तथा सबवधत वयवकत क मधय एक कड़ी ह जो वििाग को वयवकत

क विविनन वयिहारो जस कर िगतान टी0डी0एस0 (सरोत पर कर कटौती) पतराचार आवद स

जोड़ती ह इस परकार वयवकत और वििाग क मधय पन काडण एक पहचान ह

पन काडय (नमना)

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पन काडण का उदभि विविनन गवतविवधयो क सरलीकरण क उददशय स वकया गया ह यहा पर

गवतविवधयो स तातपयण विविनन दसतािजो को आपस म जोड़ना कर िगतान कर बकाया आवद ह

तथा वयवकत स सबवधत ि सिी गवतविवधया वजनम धन सवममवलत ह इस परकार पन काडण कर चोरी

की पहचान और उस रोकन म िी सहायता परदान करता ह यहा एक आदशण PAN सखया

AFZPK7190K क माधयम स आइए जान वक PAN काडण म दी गई इस सखया का कया अथण ह

इसम पहल तीन अकषर AFZ िणणमाला क अनिम को दशाणत ह

पन काडण म अवकत चौथ अकषर P स तातपयण वयवकत (Individual) स ह यवद यहा पर P क

सथान पर F होता तो इसका अथण ससथा (Firm) स होता C होन पर इसका अथण कमपनी स

होता इसी परकार

A- Association of Persons (AOP) वयवकतयो क सघ

B- Body of Individualsवयवकतयो क वनकाय

G- Governmentसरकार

H- Hindu Undivided Familyवहद अवििावजत पररिार

L- Local Authorityसथानीय परावधकरण

T- Trustरसट

पन काडण म अवकत पाचिा अकषर K का सबध वयवकत क सरनम स ह जस अवखल गपता (Akhil

Gupta) नामक वयवकत क पन काडण पर यह अकषर G होगा

अगल चार अक उस शरखला को परदवशणत करत ह वजसक अनतगणत यह पन काडण वनगणत वकया

जाता ह उदाहरण क वलए 0001-9999

अवतम अकषर िणणमाला का वनरीकषण अक (check digit) होता ह

आपन पन काडण म अवकत वििरणो को िली परकार स समझ वलया ह आइए अब जान हम पन

काडण की आिशयकता कयो होती ह

1 जनिरी 2005 स आयकर वििाग स सबवधत समसत वयिहार एि गवतविवधया वजसम वितत

अतवनणवहत ह म पन काडण का उललख करना अवनिायण ह य गवतविवधया वनमन परकार की हो सकती

पाच लाख या इसस अवधक कीमत की अचल समपवतत खरीद जान पर

चार पवहया िाहन की खरीद और वबिी पर

पचास हजार रपय क समय-बवधनत बक जमा पर

डाकघर म पचास हजार रपय स अवधक की बचत पर

बक म खाता खोलन पर

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टवलफोन कनकशन वलए जान पर

होटलरसटोरनट म एक समय म पछचीस हजार रपय स अवधक क वबल पर

बक म पचास हजार रपय स अवधक धनरावश जमा करत समय तथा इसी धनरावश क डराफट

चक-प-ऑडर सबधी समसत वयिहारो पर

विदशो म यातरा करत समय एक समय म पछचीस हजार रपय स अवधक क वयिहार पर

आइए अब जान वक वकन-वकन वयवकतयो क पास पन काडण होना अवनिायण ह

समसत करदाता या ि सिी वयवकत जो सिय या वकसी अनय की तरफ स आयकर ररटनण परसतत कर

रह हो

ऐस वयवकत जो अपना वयिसाय करत हो तथा वजनकी वबिी या िावषणक टनण ओिर (विगत िषण

म) पाच लाख रपय स अवधक हो

वकसी िी परकार क विततीय वयिहार हत

विततीय मामलो का मलयाकन करन िाला अवधकारी आिशयकता पड़न पर करदाता को पन काडण

वनगणत कर सकता ह

वकसी िी वयवकत को इस बात की जानकारी होना जररी ह वक िह पन काडण हत आिदन वकस परकार

कर आइय इसकी जानकारी ल

पन काडण हत आयकर वििाग का 49A फॉमण वनधाणररत ह इस आप आयकर वििाग की अवधकत

िबसाइट स डाउनलोड कर मवित कर सकत ह अथिा IT PAN सविणस सनटर स िी यह फॉमण परापत

वकया जा सकता ह इसक अवतररकत पन काडण क वलए आयकर वििाग क अवधकत िब पोटणल क

माधयम स ऑनलाइन आिदन िी वकया जा सकता ह और सबवधत दसतािज जस पहचान पतर पता

(आिसीय पत का परमाण) डाककररयर िारा िज जा सकत ह वयवकत फीस का िगतान िवडट-

डवबट काडण अथिा नट बवकग क माधयम स कर सकता ह यवद आपक पास पहल स ही पन काडण

उपलबध ह और उसम कोई तरवट ह ऐसी वसथवत म काडण म सशोधन हत ऑनलाइन आिदन िी

वकया जा सकता ह आिदन करन और सबवधत दसतािज वििाग को परापत करन क 15 वदनो क

िीतर पन काडण परापत वकया जा सकता ह पन काडण क वलए ततकाल सविधा उपलबध नही ह सरकार

िारा मानय दसतािज जस आधार काडण राशन काडण डराइविग लाइसस मतदाता पहचान पतर

हाईसकल परमाण पतर (जनमवतवथ सतयापन हत) टलीफोनवबजली का वबल इतयावद को पन काडण

बनिान म परयकत वकया जा सकता ह यवद वयवकत सिय क वलए पन काडण आिदन कर रहा ह तो

दसतािजो क साथ-साथ अपना निीनतम फोटो लगाना िी अवनिायण ह

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वयवकत क अपरिासी करदाता क रप म यह परािधान सकशन 160 (आयकर अवधवनयम 1961) क

अनतगणत उपलबध ह जसा वक नाम स ही सपि ह सथायी लखा सखया एक सथायी सखया ह जो काडण

धारक क वलए आजीिन समान तथा िध रहती ह

993 आयकि क सबध म कछ महतवपणय तथय

आयकर वयवकत कमपनी फमण इतयावद की कल विततीय आय पर सरकार क विततीय

वनयमोअवधवनयमो क अतगणत लगन िाला कर ह आयकर क समबनध म कि महतिपणण तथय ह

वजनक बार म हम जानना आिशयक ह

विगत िषण एि मलयाकन िषण

विगत िषण िह विततीय िषण ह जो परतयक िषण की 31 माचण को समापत हो जाता ह मलयाकन िषण 12

महीन का िह समय ह जो विगत िषण क समापत होन (31 माचण) क तरनत बाद अथाणत 1 अपरल स

आरमि हो जाता ह उदाहरण क वलए विगत विततीय िषण जो वक 31032016 म समापत हआ क

वलए मलयाकन िषण 1042016 स 31032017 तक होगा

आयकर वनयमानसार िगतान न कर पान की वसथवत

हमार दश म आयकर चोरी काननन अपराध ह वकसी िी वयवकत को आयकर चोरी करन का दोषी

पाए जान पर आयकर अवधवनयम 1961 की धारा 276 c (2) क अनतगणत मकदमा दायर वकया जा

सकता ह एि वनयमानसार वयवकत को दवडत वकया जा सकता ह

वयवकत िारा अवधक आयकर जमा कर दन की वसथवत

अवतररकत आयकर का पनः िगतान कर वदया जाता ह यह पनिणगतान आयकर ररटनण पणण होन क

पशचात वकया जाता ह आयकर सीमा की अवधकतम िट स अवधक आय होन पर वयवकत को

आयकर िगतान करना होता ह ऐस वयवकत करदाता कह जात ह

आयकर ररटनण िरन हत वनमन परपतर वनधाणररत ह

किदाता िॉमय सखया

ऐस वयवकत वजनकी आय का सरोत ितनपशन या पाररिाररक पशन ह ITR- 1

ऐस वयवकत अवििावजत वहनद पररिार वजनकी आय का सरोत वयापार अथिा

वयिसाय ह

ITR- 2

ऐस वयवकत अवििावजत वहनद पररिार जो वकसी फमण म साझदार ह और वकसी ITR- 3

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साझदारी क अनतगणत वयिसाय चलात ह

ऐस वयवकतअवििावजत वहनद पररिार वजनकी आय का सरोत परोपराइटरी वयापार

वयिसाय ह

ITR- 4

फमण हत ITR- 5

कमपनी उनक अवतररकत वजनह सकशन 11 क अनतगणत िट परापत ह ITR- 6

ऐस वयवकत तथा कमपनी वजनह सकशन 11 क अनतगणत ररटनण िरन की

आिशयकता ह

ITR- 7

आयकि करकस परकाि िि

ितनिोगी वयवकत परपतर-16 (Form-16) क आधार पर आयकर का िगतान करत ह यह वनयोकता

क िारा कायणरत कमणचारी को वनगणत वकया जाता ह एि इसम ितन का सपणण वििरण अवकत रहता

ह परतयक माह वमलन िाल ितन क आधार पर सरोत अवकत होता ह ऐस वयवकत जो ितन क

अवतररकत वकसी िी अनय परकार की आय परापत करत हो उनकी सबवधत सचना परपतर-16 म अवकत

होती ह आयकर का िगतान ऑनलाइन िी वकया जा सकता ह

वनमन परकार की आय पर आयकर िरना आिशयक ह

ितन स परापत आय

घरसमपवतत स परापत आय

वयिसाय म होन िाल लाि स परापत आय

पजी स परापत लाि

अनय सरोतो स परापत आय

994 आयकि छट

वनमन वसथवतयो म आयकर िट का परािधान ह

कवष आय

लीि रिल कनसशन

आनतोवषक पर (Gratuity)

सिवछिक सिावनिवत पर (अवधकतम 5 लाख क िगतान पर)

िविषटय वनवध क िगतान (िविषटय वनवध अवधवनयम 1925 तथा जन िविषटय वनवध 1968) क

अनतगणत

सिावनिवत होन पर अिकाश क नगदीकरण करान की वसथवत पर (अवधकतम सीमा 3 लाख)

आिसीय ितत पर

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13 पशन क विवनमय पर

करकन परिकरथकरतयो म कि िाहत दी जाती ह

आयकर की धारा 80 c क अनतगणत कि वनिश तथा अनय सबवधत गवतविवधया अनमनय ह तथा य

कर मकत ह इनम वनिश की अवधकतम सीमा एक लाख पचास हजार रपय ह वनमन वनिश इसक

उदाहरण ह

िविषटय वनवध और सामानय िविषटय वनवध

पशन योजना म वनिश

सरकार िारा अवधकत सचय योजना म वनिश

इवकिवट सबवधत सचय योजना म वनिश

सरकार िारा अवधकत इरनफरासरकचर बॉनड

रािीय बचत पतर म वनिश

आिसीय ऋण पर

वशकषण ससथा म टयशन फीस पर

डाकघर सबधी वकसी वनिश पर

वकसी विशष सािवध जमा पर

995 आयकि की धािाए

आइए अब आयकर की धाराओ क विषय म समझ आयकर की धारा 80C क अनतगणत वनिश

अनमनय ह 80C तथा 80CCC की अवधकतम सीमा डढ़ लाख रपय ह आइए 80C तथा इसी स

सबवधत अनय धाराओ क विषय म जान

आयकि धािा करवविण

80CCC एल आईसी की वनिश योजना वजसक अनतगणत अवधवनयम अनमनय

िट डढ़ लाख र हो सकती ह

80D मवडकल बीमा परीवमयम

80DDB वचवकतसकीय दखिाल एि उपचार

80E वशकषा ऋण

80U विकलागता होन पर

80G चररवट म दान पर

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टी0डी0एस0 सरोत पि कटौती स कया तातपयय ह

करदाता िारा वकसी विततीय िषण म अपनी अनमावनत आय तथा उसक अनसार कर िगतान का

आकलन कर परायः परवतमाह ितन स कर िगतान सरोत पर कटौती अथिा टी0डी0एस0 का उदाहरण

टी0डी0एस0 परमाण पर कया ह

आयकर ररटनण िरत समय टी0डी0एस0 परमाण पतर आिशयकता पड़ती ह और यह इस बात का

परमाण ह वक करदाता िारा वनयमो का पालन वकया गया ह ितन िोगी कमणचाररयो हत परपतर 16 पर

यह वििरण अवकत होता ह परपतर 16 म ितन क अवतररकत आय पर टी0डी0एस0 या सरोत पर

कटौती का परमाण पतर होता ह

अभयास परशन 3

ररकत सथान िररए

1 वनयाणत तथा सरकारी सिाओ को िोड़कर वकसी िसत अथिा सिा पर लगाया गया कर

कहलाता ह

2 60 िषण तक क परषो क वलए तक की िावषणक आय पर

आयकर दर शनय ह

3 सथाई लखा सखया काडण को आम बोलचाल िाषा म कहा जाता ह

4 PAN काडण म अवकत पाचि अकषर का सबध

स ह

5 ऐस वयवकत वजनकी आय का सरोत ितन या पशन ह उनक वलए आयकर ररटनण िरन हत

परपतर वनधाणररत ह

6 आयकर की धारा क अतगणत पजी वनिश अनमनय ह जो आयकर मकत ह

910 सारााश इस इकाई क अधययन क पशचात आपन जाना वक राजय अथिा कनि सरकार िारा करदाता पर

अवनिायण विततीय िार को कर कहत ह कर सदि वनयमकानन क अनतगणत वनधाणररत वकए जात ह

कर राजसि क परमख सरोत ह िारत म मखयतया दो परकार क कर परचवलत ह परतयकष कर तथा

अपरतयकष कर ि कर वजनका सीधा परिाि करदाता पर पड़ता ह उनह परतयकष कर कहत ह जस आय

कर समपवतत कर इतयावद ऐस कर वजनका अपरतयकष रप स वयवकत पर परिाि पड़ता ह उनह अपरतयकष

कर कहत ह य िसतओ और सिाओ क उपयोग पर दय होत ह वकसी वयवकत विशष पर नही सिा

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कर िट (मलय िवधणत कर) इसक उदाहरण ह आपन िारत म विविनन परकार क कर कराधान

वयिसथा आयकर की दर िट क परािधान परपतरो पन काडण क वििरण महति आिशयकता

सबवधत महतिपणण तथयो एि सरोत पर कटौती जस महतिपणण विषयो को समझा करो और कराधान

वयिसथा क विषय को िली-िावत परकार समझन पर अब आपक वलए यह विषय कवठन नही होगा

तथा आप अपन दवनक जीिन म इस जञान स अिशय लािावनित होग

911 पाररभाषिक शबदावली कि नागररको की आय का िह िाग वजस राजय अपन वलए लता ह तथा जो सामानय जन

सिाओ क उतपादन क वलए आिशयक ह

परतयकष कि ऐस कर जो विवधित रप स वजस पर लगाए जात ह उस ही परतयकष रप स उनका

िगतान करना पड़ता ह जस आयकर

अपरतयकष कि ऐस कर जो वकसी वयवकत पर आवशक या पणण रप स लगाए जात ह परत वकसी

िसत या सिा क रप म जस उतपादन शलक

लािाश कि वकसी कमपनी क शयर धारको को लािाश क रप म जो धन रावश परापत होती ह

उस पर लाग कर को लािाश कर कहा जाता ह

एकल कि िह कर परणाली वजसम कर किल एक मद पर लगाया जाता ह

दोहिा कि वकसी वयवकत िारा वकसी एक सिा पर दो बार वदया गया कर

आयकि लब िह सलब वजसक िारा वलग आय आय तथा वयिसाय क आधार पर वयवकत

क आयकर का वनधाणरण वकया जाता ह

912 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 अवनिायण

2 परतयकष कर 3 अपरतयकष कर

4 समान रप स

अभयास परशन 2

1 वनमन को पररिावषत कीवजए

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a सामाकरजक सिकषा कि सिावनिवत क उपरानत कमणचाररयो क वलए इस परकार की कर

योजना लािदायक होती ह िारत म यह कर अिधारणा परोविडनट फड अथिा िविषटय

वनवध क नाम स परचवलत ह

b पोल कि यह िारत म िाहनो पर लगन िाल सड़क कर की ही िावत ह यदयवप िारत म

यह कर अवधक परचवलत नही ह परनत िषण 2002 म पररिहन मतरालय िारा िारत क समसत

पयणटक िाहनो क जमम कशमीर म परिश पर इस परकार क कर का वनधाणरण वकया गया

c बहकि इसका तातपयण ह वक कर परणाली म सिी परकार क करो को सवममवलत वकया जाना

चावहए तावक परतयक नागररक आवथणक विकास म अपना योगदान सवनवशचत कर सक

बहकर परणाली स अथणवयिसथा की आिशयकताओ को परा वकया जा सकता ह

d करवकरशि कि िसतओ क वकनही विवशि गणो क आधार पर लगाए जान िाल करो को

विवशि कर कहा जाता ह य कर िसत क िार आकार अथिा मातरा आवद क अनसार

लगाए जात ह जस चीनी पर उसक िजनानसार कपड़ की लमबाई क अनसार टलीविजन

की वपकचर टयब पर उसक आकारनसार कर लगता ह

2 सहीगलत बताइए a सही

b गलत

c सही

अभयास परशन 3

ररकत सथान िररए

1 मलय िवधणत कर 2 दो लाख पचास हजार 3 PAN काडण

4 वयवकत क सरनम

5 ITR-1

6 80C

913 सनदभण गरनथ सची 1 आर0क0 लखी लोक वितत कलयाणी पवबलशसण लवधयाना पचम ससकरण 2011

2 वमशर एि परी िारतीय अथणवयिसथा वहमालया पवबलवशग हाउस तइसिा ससकरण 2011

3 डा0 मोहन वसह वयवि अथणशासतर सावहतय ििन आगरा 2005

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4 wwwindiataxorg

914 ननबनधातमक परशन 1 कराधान की वयाखया कर अछिी कर वयिसथा की परमख विशषताए बताइए

2 उतपादन एि वितरण पर कर क परिािो का िणणन कीवजए 3 कर चोरी कया ह इस अपराध कयो माना गया ह

4 आयकर एि इसस सबवधत समसत महतिपणण तथयो को विसतारपिणक समझाइए

5 टी०डी०एस० (सरोत पर कटौती) वकस कहत ह विसतत वयाखया कीवजए 6 वकन-वकन परािधानो क अनतगणत आयकर पर िट दी जाती ह

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खणड 3

उपिोिावाद

एव

उपिोिा सिकषण

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इकाई 10 उपभोतता 101 परसतािना

102 उददशय

103 उपिोकता की पररिाषा

1031 गरामीण बनाम शहरी उपिोकता

1032 उपिोकता की विशषताए

1033 उपिोकता की समसयाए

1034 ितणमान यग म उपिोकता क अवधकार

1035 उपिोकता क उततरदावयति

1036 उपिोकता का सचना पयाणिरण और जनसपकण माधयम

104 वििय सिदधणन

1041 वििय सिदधणन क उददशय

1042 वििय सिदधणन की विविनन तकनीक

1043 वििय सिदधणन स लाि और हावन

105 विजञापन क माधयम

106 साराश

107 पाररिावषक शबदािली

108 अभयास परशनो क उततर

109 सनदिण गरनथ सची

1010 वनबनधातमक परशन

101 परसतावना आधवनक बाजार का मखय आधार उपिोकता ह वजसक चारो तरफ वयापाररक गवतविवधया घमती ह

वकसी िी वयापाररक ससथा म उपिोकता को सिोपरर माना जाता ह तथा वयापाररक वियाओ क

वनयोजन म उपिोकता की माग ि आिशयकताए मखय कनि वबनद होत ह अब आपक मवसतषटक म

परशन उठगा वक उपिोकता कौन ह मनषटय अपनी आिशयकताओ की पवतण क वलए विविनन िसतओ

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का परयोग करता ह यह विया उपिोग कहलाती ह तथा िसत का परयोग करन िाला उपिोकता

कहलाता ह उपिोकता कई परकार क होत ह जस घरल वयापाररक ितणमान िािी गरामीण शहरी

धनी वनधणन मधयिगीय बाल यिा परौढ़ िदध परष सतरी आवद ितणमान समय का उपिोकता कही

िी किी िी अपन उपिोग की िसत खरीद सकता ह उपिोकता को पता ह वक ि कया खरीद रह ह

तथा कयो खरीद रह ह आप कह सकत ह वक आज का उपिोकता अवधक जागरक ह परनत

िोगिादी परिवत तथा वनतय परवत बढ़ रही आिशयकताओ की पवतण क कारण उपिोकता का शोषण िी

हो रहा ह वििता िारा अवधक धन कमान का लालच तथा बढ़ती सपधाण क कारण उपिोकता को

अनक समसयाओ जस वमलािट कम नाप तोल वमथया िाप (लबल) आवद का सामना करना

पड़ता ह उपिोकता इन समसयाओ स तिी बच सकत ह जब ि वशवकषत और जागत हो इसक वलए

उनह अपन दावयतिो और अवधकारो स पररवचत होना आिशयक ह

विगत कि िषो स उपिोकता को विविनन उतपादो क बार म जानकारी परापत हो रही ह वजसका मखय

कारण उपिोकता का सचना पयाणिरण ह उपिोकता को जनसपकण माधयमो और विजञापनो क िारा िी

जानकारी परापत होती ह एक तरफ जहा उपिोकता वबना वकसी नकसान क अछिी परकार स सोच

समझकर उतपाद खरीदता ह तो दसरी तरफ वयापारी वििय समिदधणन जसी वियाओ को अपनाता ह

वजसस उतपाद क वििय म िवदध हो

102 उददशय इस इकाई क अधययन क बाद आप जान पाएग वक-

उपिोकता की कया विशषताए ह तथा गरामीण और शहरी उपिोकता म कया अतर ह

उपिोकता को वकन-वकन समसयाओ का सामना करना पड़ता ह

ितणमान म उपिोकता क कया अवधकार और उततरदावयति ह

उपिोकता का सचना पयाणिरण और जनसपकण माधयम कया ह

वििता िारा अपनायी जा रही विविनन वििय सिदधणन तकनीक कौन-कौन सी ह तथा

विजञापन क कौन-कौन स माधयम ह

103 उपभोतता इकाई क आरि म हम उपिोकता की पररिाषा जानग साधारण शबदो म उपिोकता िह वयवकत ह जो

अपनी आिशयकताओ की सतवि हत िसतओ एि सिाओ का उपयोग करता ह िसतए उपिोगीय

िसत जस आटा नमक दाल फल आवद या वटकाऊ िसत जस टी0िी0 वफरज साइवकल वमकसी

आवद होती ह जबवक सिाओ स तातपयण वबजली टलीफोन पररिहन साधन वसनमा आवद स ह

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कानन की दवि म दोनो परकार क वयवकत जो मलय दकर िसत या सिाए खरीदत ह तथा िह वयवकत

जो वििता की सहमवत स िसत या सिा का परयोग करत ह उपिोकता कहलात ह जस जब आप

सिय तथा अपन पररिार क वलए फल खरीदत ह तो आप और आपक पररिारजन उपिोकता

कहलात ह परत िह वयवकत जो िसतओ को खरीदकर पनः बचता ह या उसका वयिसावयक उपयोग

करता ह िह उपिोकता नही कहलाता ह कयोवक िह वयवकत उस िसत का िासतविक उपयोग नही कर

रहा ह उपिोकता सरकषण अवधवनयम 1986 की पररिाषा क अनसार ldquoकोई िी वयवकत जो मलय

दकर वकसी िसत या सिा को परापत कर उसका उपिोग करता ह िह उपिोकता की शरणी म आता

हrdquo

1031 गरामीण बनाम शहिी उपिोिा

परतयक वयवकत उपिोकता होता ह परत उनकी परकवत म अतर होता ह सथान क आधार पर उपिोकता

दो परकार क होत ह गरामीण उपिोकता और शहरी उपिोकता दोनो उपिोकताओ म अतर

वनमनवलवखत ह

गरामीण उपिोिा शहिी उपिोिा

उपिोकता गाि म रहता ह जहा औदयोवगकीकरण

नही ह

उपिोकता शहर म रहता ह जहा शहरीकरण और

औदयोवगकीकरण ह

उपिोकता कम वशवकषत या अवशवकषत होत ह तथा

उनम तकनीकी बदलाि क बार म जागरकता

और जञान विकवसत करन म कवठनाई होती ह

उपिोकता वशवकषत या कम वशवकषत होत ह तथा

तकनीकी बदलाि क परवत सजग रहत ह

उपिोकता का मखय वयिसाय कवष ह अतः

इनकी आय मौसमी रहती ह

उपिोकता का मखय वयिसाय औदयोवगकी

परबधन और वयिसाय होता ह

सचार माधयमो स सपकण कम रहता ह अतः नए

उतपादो क बार म जानकारी कम रहती ह

सचार माधयमो स सपकण अवधक रहता ह अतः

नए उतपादो की परथम सचना वमल जाती ह

गर-िोजय पदाथो पर कम खचण करत ह गर-िोजय पदाथो पर अवधक खचण करत ह

उपिोकता की िय कषमता रहन सहन का सतर

परवत वयवकत आय आवथणक और सामावजक

वसथवत वनमन होती ह

उपिोकता की िय कषमता रहन सहन का सतर

परवत वयवकत आय आवथणक और सामावजक

वसथवत अपकषाकत उछच होती ह

उपिोकता अपन रीवत-ररिाजो और परमपराओ

का अवधक सममान करत ह तथा उनको बदलना

उपिोकता पररवसथवत अनसार रीवत-ररिाजो और

परमपराओ म पररितणन कर लत ह इनम

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या तोड़ना पसद नही करत सामावजक एि सासकवतक बदलाि तीवरता स

आत ह

उपिोकता अपन पररिश ि आस-पास क लोगो

का अनकरण कर िसत िय करता ह

उपिोकता अपनी आिशयकता क अनसार िसत

िय करता ह

उपिोकता वटकाऊ िसत जस टी0िी0 वफरज

गाड़ी आवद की खरीददारी का वनयोजन काफी

पहल स करत ह

उपिोकता िसत िय करन स पिण अवधक

वनयोजन नही करता

िसतओ को िय करन का वनणणय सामवहक होता

ह वजसम खरीददार वयसक पतर गाि का सफल

वयवकत और मकवनक आवद होत ह

उपिोकता का िसत िय करन का वनणणय एकल

होता ह पररिारजन िसत क रग ि आकार चनन

म मदद करत ह

उपिोकता सरपच कॉलज म पढ़न िाल यिा या

शहरी कषतरो म काम करन िाल लोगो स विचार

विमशण ि सलाह लता ह

उपिोकता वसनमा क कलाकारो वखलावड़यो या

अवधक खयावत परापत लोगो स परिावित होकर

िय करता ह

1032 उपिोिा की करवशषताए

उपिोकता अपनी समसत वियाए सिय की आिशयकताए परा करन हत और अपना जीिन सतर ऊचा

करन हत करता ह वयवकत क पास अपनी अननत आिशयकताओ की पवतण करन हत सीवमत धन

होता ह वयवकत को आिशयकताओ की पवतण म सतवि तिी परापत हो सकती ह जब िह वििकपणण

वयय कर इसक वलए उपिोकता म कि विशषताए होनी चावहए जो वनमनवलवखत ह

कोई िी वयकरि उपिोिा हो सकता ह

उपिोकता का समबनध वयवकत क अमीर-गरीब सतरी-परष गरामीण-शहरी होन स नही होता परतयक

वयवकत की कि आिशयकताए होती ह वजनह परा करन क वलए िह िसत नकद या उधार िय करता

ह अतः हर वयवकत उपिोकता ह

उपिोिा वतओ औि सवाओ क करलए मलय दता ह

एक विखारी यवद िीख मागकर वबना मलय वदए िोजन ल रहा ह तो िह उपिोकता नही ह परनत

उसकी आिशयकताओ की पवतण हो जाती ह उपिोकता िह ह जो िसतओ और सिाओ की कीमत

चका कर उनह िय करता ह

उपिोिा वतओ औि सवाओ दोनो का उपयोग किता ह

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उपिोकता अपनी आिशयकताओ की पवतण हत िसतए िय करता ह तथा धन दकर सिाए जस डॉकटर

की सिाए परापत करता ह अतः िसत और सिा दोनो उपिोकता क उपिोग कषतर म आत ह

उपिोिा औि िता म अति होता ह

कोई वयवकत उपिोग हत िसत का िय करता ह तो िह उपिोकता ह यवद वयवकत िसत का िय करता

ह पर उपिोग नही करता तो िह उपिोकता नही िता कहलाता ह उदाहरण क वलए यवद हमन अपन

वमतर को जनमवदन म दन क वलए उपहार खरीदा तो हम िता कहलाएग उपिोकता नही अतः यह

आिशयक नही वक हर िता उपिोकता हो

उपिोिा दवािा अकरतम उपिोग अनवायय ह

िय की गई िसत का परयोग करना उपिोकता क वलए अवनिायण ह अनयथा िह िता कहलाएगा

उपिोिा िय स पवय वतओ औि सवाओ की पछताछ किता ह

एक समझदार उपिोकता वकसी िी िसत या सिा का िय करन स पिण उसकी जाच-पड़ताल करता

ह इसक वलए िह उनक बार म पढ़ता ह दोसतो और पररिार क विचार परापत करता ह अलग-अलग

सटोरोदकानो म पिताि करता ह तथा इटरनट म दखता ह

उपिोिा किी िी खिीददािी कि सकता ह

आधवनक उपिोकता की विशषता यह ह वक िह वदन क वकसी िी समय िसतओ और सिाओ का

उपिोग कर सकता ह और वििता पर वदन उन उपिोकताओ की विविनन आिशयकताओ की पवतण

करन हत ततपर रहत ह यह इटरनट और ऑनलाइन खरीददारी स सिि हआ ह

उपिोिा करनयरण म िहत ह

आज क यग का उपिोकता अपनी खरीददारी क अनििो क वनयतरण म ह और िह जानता ह वक िह

अपनी खरीददारी क अनििो को दसर उपिोकताओ क साथ साझा कर सकता ह उपिोकताओ क

पास परतयक िय वनणणयो क बार म खोजन अनसधान करन और बाटन क माधयम ह इसवलए

वििता को उनकी वजजञासाओ का तरत उततर दना चावहए

उपिोिा इचछक होत ह

उपिोकता इछिक परिवतत क होत ह उनम कि ही समय म वकसी िसत या सिा क बार म जानकारी

इकटठा करन की िहद कषमता होती ह उनक मवसतक म यह सपि रहता ह वक ि कया और कयो खरीद

रह ह

उपिोिा वत औि सवा स हमशा जड़ िहत ह

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फसबक टविटर जसी सामावजक नटिवकग साइटस क कारण उपिोकता क जीिन म वदन-परवतवदन

नए बदलाि आ रह ह मोबाइल फोन ि इटरनट क माधयम स उपिोकता कही िी किी िी तथा

कोई िी सचना ऑनलाइन परापत कर उस पर कायणिाही कर सकता ह उपिोकता िारा वकसी िी िसत

या सिा क बार म कही गई अछिी या बरी बात उस िसत को बाजार म सफल या असफल बना

सकती ह उपिोकता एक ही िसत क विविनन बराडो क बार म िी जानकारी परापत कर सकता ह

अगल िाग म हम उपिोकताओ की समसयाओ पर चचाण करग

1033 उपिोिा की समयाए

आज क यग म वयवकत की िोगिादी परिवतत जस-जस बढ़ रही ह िस-िस उपिोग की िसतओ एि

सिाओ की सची म वनरनतर िवदध हो रही ह सीवमत साधनो म असीवमत आिशयकताओ की पवतण

करना मवशकल कायण ह उतपादनकताण और वििता िारा कम समय म अवधक लाि कमान की

लालसा क कारण उपिोकता का शोषण होता ह उसका पाररिाररक बजट असतवलत हो जाता ह

सामानयतः उपिोकता को वनमनवलवखत समसयाओ का सामना करना पड़ता हः

1 वमलािट

2 दोषयकत माप एि िार

3 बाजार म वयापत भिाचार क परकार

भामक विजञापन

वनमन सतरीय िसतए

िसतओ की अपयाणपत पवतण

करो म हरा फरी

गलत वचनह तथा लबल का परयोग

अवशि वयिहार

4 मलय िवदध

5 परतयािवत तथा आशववसत

6 वकशतो म खरीददारी

आइय परतयक पर चचाण कर

1 करमलावट

आज क दौर म बाजार म शदध िसतओ का वमलना एक चनौती बन गया ह िसतओ म वमलािट

करना आम बात हो गई ह सरसो क तल म धतर या अलसी का तल मसालो म घास-फस अनाज

म ककड़-पतथर काली वमचण म पपीत क बीज ताजी चाय पतती म परयोग की गयी चायपतती को

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सखाकर पनः वमलाना रगीन वमठाइयो म न खान िाल रग हलदी म गर दध म पानी अरारोट

सोडा यररया आवद की वमलािट की जाती ह इन वमलािटो स िोजय पदाथो की पौविकता खतम हो

जाती ह किी-किी वमलािट स विषाकतता िी हो जाती ह इन वमलािटी खादय पदाथो क सिन स

वयवकत बीमार और कमजोर हो जात ह किी-किी वयवकत की मतय िी हो जाती ह वमलािट स

उपिोकता को आवथणक नकसान क साथ-साथ शारीररक और मानवसक नकसान िी पहचता ह

2 दोषयि माप एव िाि

सटडडण ऑफ िट एकट बनन क बाद माप ि िार हत मानकीकत इकाईयो जस वकलो-गराम लीटर-

वमवल लीटर मीटर-सटीमीटर का परयोग होन लगा ह परनत वयापारी िगण बड़ी चालाकी स उपिोकता

को ठग लत ह जस िसत को तोलत समय हाथ स तराज का माप झकाना वजसस िसत का िजन

कम आता ह कपड़ा खीचकर नापन स 1-2 स0मी0 कम हो जाता ह तराज क नीच चमबक

लगाना कम िार का बाट न होन पर पतथर इसतमाल करना आकषणक पक म कम मातरा म िसत

डालकर अवधक मातरा का लबल लगाना आवद इस परकार उपिोकता िारा परा पसा दन पर िी सही

िजन की िसत नही वमलती ह

3 बाजाि म वयाि भिाचाि क परकाि

आजकल बाजार म विविनन परकार की िसतए उपलबध ह इन िसतओ को वििता जलद स जलद

बचना चाहता ह वजसक वलए िह गलत तरीको का परयोग कर उपिोकता का शोषण करता ह

वििता वनमन तरीको स उपिोकता का शोषण कर सकता ह

भामक करवजञापन उतपादनकताण अपनी िसतओ की सही जानकारी उपिोकता तक पहचान क

वलए विजञापन की सहायता लत ह परनत विजञापनो को ऐस मनोिजञावनक तरीक स परसतत वकया

जाता ह वक उपिोकता िसत क गण-दोष न दखकर विजञापन क आकषणण म उलझकर िसत िय

करता ह विजञापन कई उतपादो क बार म भामक जानकारी िी दत ह कम उमर अपररपकि ि

वदखािा करन िाल उपिोकता इन विजञापनो स अवधक परिावित होत ह विजञापन क िारा िसतओ

क गणो को बढ़ा-चढ़ाकर आकषणक ढग स जनता क सामन परसतत वकया जाता ह वनमन एि

घवटया िसतओ को आकषणक रप स पक करक जनता को वदखाया जाता ह और इस तरह

उपिोकता आसानी स ठग जात ह

करनमन तिीय वतए बाजार म जब कोई नई िसत परचवलत हो जाती ह तो उस िसत की जसी

वदखन िाली अनक िसतए बाजार म आ जाती ह जो वदखन म उनस अछिी होती ह मगर सतर म

काफी वनमन होती ह इन िासतविक एि वनमन सतरीय िसतओ क मलय म कोई अतर नही होता

दकानदार अजञान ि सीध-साध उपिोकताओ को घवटया िसत दकर लाि कमात ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 200

वतओ की अपयायि पकरतय पजीपवतयो िारा जमाखोरी दोषपणण उतपादन एि वितरण परणाली

पररिहन समसया पराकवतक आपदा शासन की आयात-वनयाणत नीवत एि कर परणाली क कारण

बाजार म किी-किी कि िसतओ की पवतण अपयाणपत हो जाती ह वजसस उपिोकता को वनधाणररत

मलय स अवधक मलय दकर िसत को िय करना पड़ता ह

किो म हिा ििी सरकार िारा उतपावदत िसत पर परतयकष तथा अपरयकष रप स कर लगाया जाता

ह परतयकष कर उतपादनकताण को सिय दना पड़ता ह तथा अपरतयकष कर उपिोकता िारा वदए जात

ह परनत उतपादनकताण अपना लाि कम नही करना चाहता अतः िह अपन वहसस का परतयकष

कर िी उपिोकता स लता ह यह आवथणक िार उपिोकता पर आता ह

गलत करचहन तथा लबल का परयोग कि उतपादनकताण एि वनमाणता असली िसतओ क वचहनो

एि लबलो म थोड़ा सा पररितणन कर उनह अपन नकली या घवटया िसतओ पर लगाकर

उपिोकताओ को भवमत कर ठगत ह इन वचहनो म मामली सा अतर होता ह वजस उपिोकता

पहचान नही पाता तथा भवमत हो जाता ह

अकरशि वयवहाि वििताओ का उपिोकता क साथ अवशि वयिहार िी उपिोकता की एक

समसया ह कयोवक उपिोकता असगवठत रहत ह और वििता सगवठत उपिोकता िारा िसत की

गणितता मलय आवद क विषय म जानकारी माग जान पर वििता उनह गलत जानकारी दत ह या

उनक साथ अवशि वयिहार करत ह

4 मलय वकरदध

जनसखया िवदध िसतओ का कम उतपादन जमाखोरी दोषपणण वनयाणत नीवत एि वितरण परणाली

फशन-विजञापन का परिाि िता-वििता क बीच दलाल आवद कारणो स िसतओ की कीमत म

बढ़ोतरी होती ह मलय िवदध क कारण उपिोकता को अपनी सीवमत आय का अवधकतर िाग दवनक

आिशयकताओ की पवतण हत वयय करना पड़ता ह िह बछचो का पालन-पोषण और वशकषा का

परबध िी नही कर पाता मलय िवदध क कारण उपिोकता का जीिन का सतर वगरता जाता ह

5 परतयािकरत तथा आशवकरत

परतयािवत तथा आशववसत का अथण ह गारटी तथा िारटी यवद एक वनवशचत समय अिवध म िय वकए

सामान म खराबी आती ह तो उपिोकता को उसका परा पसा िापस वमलता ह इस परतयािवत या

गारटी कहत ह परत यवद पसो स सथान पर सामान की दसरी इकाई या वनःशलक मरममत होती ह तो

इस आशववसत या िारटी कहत ह वशकषा तथा जागरकता क अिाि म उपिोकता इन सविधाओ का

समय पर लाि नही उठा पाता ह

6 करकशतो म खिीददािी

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उपिोकता की मानवसकता उदासीनता सोचन का ढग विजञापनो का परिाि मानवसक तनाि तथा

सामावजक परवतषठा क कारण उपिोकता शनय परवतशत बयाज पर वकशतो म खरीददारी करन लग ह

उपिोकता नही जानता वक वकशतो पर खरीदी हई िसत की िह डढ़ गनी कीमत दता ह और वकशतो क

परा होन क पशचात ही िह उस िसत का मावलक कहलाएगा इस तरह उपिोकता शोवषत होता ह

1034 वतयमान यग म उपिोिा क अकरधकाि

अब तक आपन जाना वक बाजार म परवतसपधाण भामक विजञापन वनमन सतर की िसतओ की

उपलबधता आवद क कारण उपिोकताओ को अनक समसयाओ का सामना करना पड़ रहा ह अतः

उपिोकताओ का सरकषण सरकार और पराइिट ससथाओ क वलए एक गिीर विषय बना हआ ह

उपिोकताओ क वहतो को धयान म रखत हए सरकार न उपिोकताओ क अवधकारो को मानयता परदान

की ह अनय शबदो म कह सकत ह वक यवद उपिोकता को धोखाधड़ी और शोवषत होन स बचाना ह

तो उनह कि अवधकार दन होग तावक िह इस वसथवत म हो वक िह वििता स मोल-िाि कर सक

िारत म उपिोकता सरकषण अवधवनयम 1986 क तहत उपिोकताओ को कि अवधकार वदए गए ह

जो वनमनवलवखत ह

1 सिकरकषत सामगरी का अकरधकाि उपिोकता को यह अवधकार ह वक बाजार म वबकन िाली उन

सामवगरयो स सिय को सरवकषत रख जो सिासथय और जीिन क वलए हावनकारक ह उपिोकता होन क

नात यवद आप यह अवधकार जानत ह तो दघणटना को रोकन हत आप उवचत सािधावनया लग या

सािधानी अपनान क बािजद यवद दघणटना हो जाती ह तो आपका यह अवधकार ह वक आप वििता

क वखलाफ वशकायत कर मआिजा िी ल सकत ह उदाहरण वक वलए हाल ही म कोलड वडरस म

हावनकारक कीटनाशक की मातरा मगी नडलस म सीसा ि MSG की मातरा मानक स अवधक होन

पर इनका सामवहक बवहषटकार वकया गया

2 उतपाकरदत वत क बाि म सचना पराि किन का अकरधकाि उपिोकता को यह अवधकार ह वक

िह िसतओ की मातरा गणितता शदधता मानकता और मलय क बार म जानकारी परापत कर सकता ह

तावक िह वकसी िसत या सिा को िय करन स पहल िली-िावत चन सक साथ ही साथ जहा

आिशयक हो उपिोकता सरकषा सािधावनयो क बार म जानकारी परापत कर सकता ह तावक उतपाद का

उपिोग करत समय नकसान या दघणटना स बचा जा सक जस गस वितरक को उपिोकता को सवचत

करना चावहए वक जब खाना पकान का कायण न हो रहा हो तो गस का रगयलटर बद कर दना चावहए

3 करवकरिनन मलयो औि गणवतता की वतओ क चयन का अकरधकाि इस अवधकार क अतगणत

उपिोकता इस बात स आशवावसत रहता ह वक परवतसपधाण क इस यग म िह विविनन मलयो एि

गणितता की िसतओ म स उपयकत मलय ि सही गणितता की िसत का चनाि करक िय कर सकता

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 202

ह किी-किी वयापारी और वििता अपनी बातो स उपिोकता पर दबाि डालकर घवटया गणितता

िाली िसतओ को बचत ह किी उपिोकता टलीविजन म वदखाए गए विजञापनो क बहकाि म आ

जात ह यवद उपिोकता अपन इस अवधकार क परवत सजग ह तो इस तरह की समिािनाओ स बचा

जा सकता ह

4 उपिोिा को करशकायत किन तथा उनकी सनवाई का अकरधकाि इस अवधकार क तीन

सपिीकरण ह मोट तौर पर इस अवधकार का अथण ह वक जब ऐस वनणणय और नीवतया बनायी जाती

ह जो उपिोकता की रवच को परिावित करती ह तो उपिोकता को यह अवधकार ह वक सरकार और

जनपरवतवनवधयो िारा विचार-विमशण वकया जाए या उनकी राय ली जाए उपिोकता को उतपादन और

विपणन क वनणणयो म वनमाणणकताण वयापारी और विजञापनकताण िारा सनन का अवधकार ह साथ ही

उपिोकता की वशकायतो स सबवधत कचहरी म उपिोकता को काननी कायणिाही की सनिाई का िी

अवधकार ह

5 हजायना या मवाअजा मागन का अकरधकाि यवद खराब या वमलािटी उतपाद क कारण

उपिोकता को नकसान या हावन पहचती ह या अनवचत वयापार कायण परणावलयो जस अवधक मलय

लना घवटया या असरवकषत सामान बचना सिा परदान करन म अवनयवमतता आवद क कारण

उपिोकता को यवद कि होता ह तो इसक वलए उस उपाय या वनिारण मागन का अवधकार ह

उपिोकता को यह अवधकार ह वक उस खराब िसत क बदल सही िसत वमल या उसकी उवचत

मरममत हो या उसका धन पनः िापस वमल इस अवधकार क अतगणत उपिोकता की िासतविक हावन

का उवचत वनपटारा होता ह इस समसया क वनिारण हत वजला राजय और राषटरीय सतर पर उवचत

ततर की वयिसथा ह

6 उपिोिा करशकषा का अकरधकाि बाजार म अनवचत कायण और उपिोकता को शोवषत होन स

बचान क वलए उपिोकता को जागरक और वशवकषत करना आिशयक ह इस वदशा म उपिोकता

सगठन वशकषण ससथान और सरकारी नीवत बनान िाल सगठन उपिोकता को सवचत और वशवकषत

करन का कायण करत ह य सगठन वनमन विषयो पर उपिोकता को जागरक करत ह

उन उवचत वनयमो जो अनवचत वयापार कायण परणावलयो को रोकत ह की जानकारी दत ह

ऐस तरीको और साधनो की जानकारी दत ह जो बईमान वयापारी और उतपादनकताण उपिोकता

को ठगन और धोखा दन क वलए अपनात ह

िय क समय वबल या रसीद की माग पर जोर दना

वशकायत करत समय उपिोकता िारा अपनायी जान िाली विवधयो की जानकारी दना

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 203

परिािशाली उपिोकता वशकषा स उपिोकता की जागरकता बढ़ती ह वजसस उनक अवधकारो को

परिािी ढग स लाग करन म मदद वमलती ह और उपिोकता सिय को धोखाधड़ी बईमानी और

बहकान िाल विजञापन लबल आवद स बचा सकत ह

1035 उपिोिा क उततिदाकरयतव

उपिोकता क अवधकार जानन क बाद यह जानना िी जररी ह वक जो अवधकार उपिोकताओ को वदए

गए ह उनह परापत करन क वलए उपिोकताओ क कया उततरदावयति होन चावहए उदाहरण क वलए यवद

उपिोकता हजाणना मागन का अवधकार रखता ह तो उसका यह दावयति ह वक िह अछिी गणितता

िाल सही मलय क सामान को खरीद और इसतमाल करत समय सािधानी रख तावक दघणटना होन स

बचा जा सक उपिोकताओ क उततरदावयति वनमनवलवखत ह

1 वय को जागरक िखना उपिोकता स यह उममीद की जाती ह वक िह उतपादो की जानकारी ि

उनक चनाि क बार म वििता पर वनिणर न रह उपिोकता को इस बात का धयान रखना चावहए वक

जो िसत िह िय कर रहा ह उसका उवचत मलय वलया जा रहा ह या नही विशवसनीय वििता कौन

ह और कौन-सी िसत वकस सथान पर उवचत मलय पर उपलबध ह

2 करविता स िय की िसीद मागना उपिोकता का यह दावयति ह वक िह िय स सबवधत िध

वलवखत परमाण जस रसीद वबल आवद वििता स माग और उस सिाल कर रख यह परमाण

वशकायत दजण करन क समय काम आता ह वटकाऊ िसत जस टलीविजन वफरज आवद की खरीद क

समय वनमाणणकताण िारा गारटी ि िारटी काडण वदय जात ह उपिोकता का दावयति ह वक िह यह

सवनवशचत कर वक इन काडो पर वििता क हसताकषर मोहर एि िय की वदनाक हो उपिोकता इनह

अपन पास तब तक रख जब तक गारटीिारटी की अिवध समापत न हो जाए

3 वातकरवक मआवज की माग किना उपिोकता होन क नात यवद आप वकसी िसत या सिा स

असति ह तो आप अपन नकसान का मआिजा माग सकत ह इसक वलए आप वनमाणणकताण या

कमपनी स दािा कर सकत ह उनक िारा उततर न दन पर आप उपिोकता मच जा सकत ह धयान

रखन योगय बात यह ह वक आप जो दािा कर िह िासतविक नकसान को दशाणए और मआिज का

दािा िी उवचत हो िोट-स नकसान क वलए बड़ी रकम की माग नही करनी चावहए उपिोकता िारा

कालपवनक वशकायत करन पर िह सिय दवडत हो सकता ह

4 उतपादो की गणवतता क परकरत सजग िहना उतपादनकताणओ और वयापाररयो िारा की जा रही

वमलािट और भि वियाओ को रोकन क वलए उपिोकताओ का यह दावयति ह वक ि सजग होकर

अछिी गणितता िाली िसतओ या सिाओ का िय कर उनह िय करत समय िसत पर

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आईएसआई एगमाकण एफपीओ ईकोमाकण हॉलमाकण आवद गणितता परमाण िाल मानक

वचहनो को दखना चावहए

5 उतपादो का उकरचत उपयोग किना कि उपिोकता गारटी अिवध म िसतओ का उपयोग

लापरिाही स करत ह िह सोचत ह वक इस अिवध म खराब हई िसत को बदल कर नई िसत वमल

सकती ह जो सही नही ह और इस तरह क वयिहार को रोका जाना चावहए

6 भकरमत किन वाल करवजञापनो स सावधान िहना विजञापन वकसी िी उतपाद क बार म बढ़ा-

चढ़ाकर बतात ह अतः उपिोकता को इन पर पणण िरोसा नही करना चावहए यवद कोई विननता नजर

आती ह तो उस उसक परायोजक और उवचत अवधकारी क सजञान म लाना चावहए

7 अपन अकरधकाि क परकरत सचत िहना उपिोकताओ को अपन अवधकारो क परवत सचत रहना

चावहए और खरीददारी करत समय उन अवधकारो का धयान रखना चावहए उदाहरण क वलए यह

उपिोकता का दावयति ह वक िह वकसी िसत की गणितता क बार म पणण जानकारी परापत करन हत जोर

डाल और सिय को इस बात स सवनवशचत कर वक यह वकसी िी परकार क दोष स मकत ह

8 खिीदन स पवय करवकरिनन परकाि की वतओ का करनिीकषण किना उपिोकता का यह

उततरदावयति ह वक वकसी िी िसत या सिा को िय करन स पहल विविनन परकार की िसतओ का

वनरीकषण कर इसक वलए उस िसतओ की गणितता मलय वटकाऊपन िय क बाद सिा आवद की

तलना करनी चावहए इस तरह स उपिोकता अपन सीवमत साधनो म सबस अछिी िसत का चयन

कर सकता ह

9 अनय उततिदाकरयतव ऊपर बताए गए उततरदावयतिो क अलािा उपिोकताओ का यह उततदावयति

िी ह वक िह वनमाणणकताण वयापारी और सिा परदान करन िालो क साथ हए िय समझौत को मान

उधार पर वलए सामान का जलद-जलद स िगतान कर वशकायतो क वनराकरण म सविय सहयोग द

उपिोकता सगठनो एि पररषदो क गठन म सहयोग कर महगाई कालाबाजारी एि ठगी क विरदध

एकजट होकर आिाज उठाए आवद

अब हम कि परशनो का अभयास करग

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 गरामीण उपिोकता का मखय वयिसाय ह 2 उपिोकता िसतओ और सिाओ क वलए दता ह

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3 वमलािट उपिोकता का और नकसान करती ह

4 एक वनवशचत समयािवध म यवद िय वकए गए सामान म खराबी आती ह तो उपिोकता को उसका

परा पसा िापस वमलता ह इस कहत ह

5 उपिोकता को विविनन और की िसतओ क चयन

का अवधकार ह

6 परिािशाली स उपिोकता जागरक होता ह

आइए अब आग बढ़ तथा उपिोकता क सचना पयाणिरण पर चचाण कर

1036 उपिोिा का सचना पयायविण औि जनसपकय माधयम

वकसी उतपाद क विजञापन की परिािशीलता इस बात पर वनिणर करती ह वक उपिोकता क पास उस

उतपाद की वकतनी और वकस परकार की जानकारी उपलबध ह उपिोकता क सचना क कषतर म

विजञापन का वकतना महतिपणण सथान ह उतपाद lsquoकrsquo क वलए विजञापन की तलना उतपाद lsquoखrsquo क

वलए कसी ह और कस दोनो उतपादो की सचना की वकसी अनय कषतर स तलना हो सकती ह इनम स

कि गर-वयिसावयक होत ह जो उपिोकता क िय वनणणय को परिावित करत ह जयादातर उपिोकता

विजञापनो उतपादो पर खचण करन क अनििो की पषठिवम क कारण विजञापनो क सपकण म आत ह

एक सामानय वयसक उपिोकता क पास जीिनपयणनत सचनाओ का ससाधन रहता ह उपिोकता एक

सचना क पयाणिरण म परचालन करता ह वजसम वनमनवलवखत ससाधन होत ह

उपिोकता की सिय की जानकारी जो उस उतपादो या सबवधत उतपादो क बार म सिय क अनििो

स परापत होती ह

पररिार दोसतो और जान-पहचान क लोगो िारा उतपाद या सबवधत उतपादो क बार म दी गई

मौवखक जानकाररया

उपिोकता को उतपाद स सबवधत सिी जानकाररया नही दी जाती ह ऐसी सचनाए वयिसावयक

सरोतो िारा ना तो खल क दी जाती ह और ना ही इन सरोतो िारा उतपनन होती ह इनम स कि

सचनाए वयापाररक कपवनयो क जनसपकण वििाग िारा बाजार म फला दी जाती ह कि सचनाए

सरकारी ररपोटण उपिोकता समह पतरकारो और अनय गर वयिसावयक ससथानो िारा सिततर रप स

उतपनन हो जाती ह जब कोई उतपाद राजनीवतक टकराि या सामावजक मददा बन जाता ह तो समाचार

मीवडया उतपाद क बार म ढरो जानकाररया परदान करता ह उतपाद िापन योगय बन जाता ह जब

सामाचार मीवडया वकसी िसत की आलोचना करता ह तो उपिोकता को उस िसत क बार म

जानकाररया परापत होती ह कि उपिोकता समाचार पतरो और टलीविजन म बताई गई आलोचनातमक

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वटपपवणयो पर धयान नही दत जबवक कि उपिोकताओ क वलए यह जानकाररयो का महतिपणण सतरोत

होत ह

उपिोकता वशकषा क औपचाररक माधयमो िारा सचनाए एि जानकाररया परापत होती ह कि

विदयालयो म उपिोकता वशकषा शवकषक पाठयिम का वहससा होती ह विदयाथी पाठयिमो म यह

जानकारी परापत कर लत ह वक वकस दश या राजय म कौन-सी िसत परचर मातरा म होती ह कि

ककषाओ म विदयावथणयो को उपिोकता कौशल परतयकष रप स बताया जाता ह विदयाथी गह विजञान या

शारीररक वशकषा की ककषा म पोषण विटावमन और सतवलत आहार क बार म जानकाररया परापत करत

ह और जान पात ह वक बाजार म मौजद कौन-सा िोजय पदाथण उनक वलए सिासथयकर ह विदयालयो

म लगाय गए उतपाद जस कमपयटर पख िाटरकलर आवद क िारा िी विदयाथी उन उतपादो क बार

म परतयकष जानकाररया परापत करता ह इसक अलािा विदयावथणयो को मीवडया म वदखाए जा रह

विजञापनो को कस समझना ह यह िी पढ़ाया जाता ह

विदयालयी ततर क बाहर कि ससथाए जो उपिोकताओ की जानकाररयो क वलए पवतरकाए बनाती ह

विशष तौर पर वकसान जस विवशि उपिोकताओ क कलयाण स जड़ी सामावजक ससथाए िी

औपचाररक रप स उपिोकता वशकषा परदान करती ह इसक अलािा कि पसतक जस वयिहाररक

जञान की पसतक आवथणक वनयोजन सिय कर ि सीख गाइड मवहला मगजीन और समाचारपतरो म

िप उपयोगी घरल सझािलख आवद क िारा िी उपिोकता को जानकाररया परापत होती ह

विजञापन क वलए सचना पयाणिरण का िाग अनय उतपादो क विजञापनो क चारो तरफ रहता ह

उतपादो की परचरता क कारण वकसी एक उतपाद या बराड की विशषता को सथावपत करना मवशकल

होता ह बाजार म अनक उतपाद ह और उनस सबवधत अनक सदश िी ह इसस विजञापनो म

अवयिसथा हो जाती ह पररणामसिरप उपिोकता क वलए िी एक ही विजञापन पर धयान कवनित

करना मवशकल हो जाता ह ऐस म उपिोकता हर विजञापन की विशवसनीयता को सशय की दवि स

दखता ह

विजञापन क माधयम क बार म सशयिाद उपिोकता को सचनाए परदान करता ह विविनन जनसपकण

माधयम उपिोकताओ म विविनन सतर का आतमविशवास जगात ह विजञापन इस बात को अछि स

पहचानत ह वक उनकी विशवसनीयता का बढ़ना या घटना कि हद तक इस बात पर वनिणर करता ह

वक विजञापन वकस सनदिण म ह जयादातर उपिोकता मानत ह वक टी0िी0 पर वदखाए गए विजञापन

जयादा भामक होत ह जबवक पवतरकाओ म वदखाए गए विजञापनो पर जयादा विशवसनीय विशवसनीयता

का सतर अलग-अलग माधयमो म ही नही बवलक एक ही माधयम क बीच म िी होता ह कि

विजञापनदाता मानत ह वक समाचार पतर पवतरकाओ आवद म अछि सथान पर विजञापन दना

लािकारी होता ह जबवक कि जनसपकण माधयम इस बात पर बल दत ह वक िह विजञापन वकतन

लोगो तक पहचा या उस विजञापन क मलय की परिािशीलता वकतनी रही सचना पयाणिरण को

समझना किल उपिोकता को परसतत की जान िाली सचनाओ क सतरोत को िगीकत करना नही ह

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अवपत उन रासतो को िी पहचानना ह वजनक िारा विजञापन म दी गई गणिततापणण जानकारी

पररवसथवत अनसार बदल जाती ह कहन का अविपराय यह ह वक एक विजञापन धयानाकषणण क वलए

सचना क अनय सतरोत स परवतसपधाण करता ह और ठीक उसी समय अपनी वसथवत क अनसार सिय

सचना की एक इकाई क रप म बदल जाता ह

विजञापन क बार म सशयिाद िी उपिोकता को सचनाए परदान करता ह उपिोकता का सचना या

जानकाररयो का पयाणिरण किल विविनन परकार की सचनाओ स वनवमणत नही ह बवलक उस बल स ह

जो उपिोकता सचना क विविनन सरोतो पर डालता ह उदाहरण क वलए वकसी उतपाद क बार म

वयवकतगत अनिि या वमतरो या पड़ोवसयो िारा परदान की गई सचनाओ का महति सबस अवधक

होता ह इसस विजञापन परणाली कम हो सकती ह कयोवक लोग दोसतो की सलाह और

विजञापनकताणओ की मशाओ म अतर पहचानत ह मनोिजञावनक तौर जब उपिोकता परशान हो जाता

ह तो िह िसत की नकारातमक जानकाररयोसचनाओ पर अवधक बल दता ह कि उपिोकता

विजञापन की सछचाई स वचताशील रहत ह जबवक कि उपिोकताओ का मानना ह वक विजञापन उनह

उन िसतओ को खरीदन क वलए परररत करत ह वजनकी उनह िासतविक जीिन म कोई विशष

आिशयकता नही होती दसरी तरफ कि लोग मानत ह वक विजञापन आिशयक होत ह और

सामानयतः य उतपाद का सही वचतरण परसतत करत ह वयसको की तलना म बछच विजञापनो पर जयादा

िरोसा करत ह

विजञापन का महति एक उतपाद स दसर उतपाद तक पररिवतणत होता रहता ह कि गर-विजञापन

रणनीवतया विजञापनकताण क हाथ म होती ह जस परोननवत जबवक अनय फटकर दकानो और वििता

क हाथ म होती ह उपिोकता क वलए यह जानना महतिपणण ह वक न किल िसतओ की बवलक

दकानो और वििता की िी अपनी परवतषठा ह वजस ि बनाए रखना चाहत ह तथा इसवलए िह

उपिोकता पर िरोसा करत ह उपिोकता इस साधारण तथय स बहत सारी जानकाररया परापत कर लता

ह वक उनका िरोसमद सथानीय वििता एक विवशि बराड क उतपाद रखता ह या नही दकानो म

वििता उतपादो की तलनातमक सचना स विमकत रहत ह दकानदार अपन गराहको क साथ दीघण

अिवध सबधो िारा लाि परापत करता ह फटकर वयापारी अपन गराहक को उतपादकताण क विजञापनो

की अपकषा अवधक जानकाररया परदान करता ह

उपिोकता वकसी िी उतपाद क बार म जो सबस महतिपणण बात जानता ह िह ह उस उतपाद का

मलय मलय उतपाद का आतररक गण नही ह यह माग और पवतण क सबध का सचक ह िसत क

मलय को कस िी वनधाणररत वकया जाए उपिोकता िसत को िय करन या न िय करन क अपन

वनणणय म मलय को एक महतिपणण जानकारी मानता ह ऐसा दो कारणो स होता ह पहला उपिोकता

क पास सीवमत मातरा म धन होता ह यवद वकसी िसत का मलय उसक बजट बहत अवधक होता ह

तो उस खरीदन क वलए िह वकसी विजञापन या सचना क वकसी अनय सरोत िारा परिावित नही होगा

ऐस म वििता उतपाद को उधार या वकशतो म खरीदन पर जोर दत ह परत उपिोकता क मवसतषटक म

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उस िसत की अवधकतम मलय सीमा तय होती ह उपिोकता की जानकाररयो क सतरोत म िसतओ क

मलय की पराथवमकता सबस अवधक ह इसक परिाि स वनणणय परविया क अनय सिावित सरोतो की

उपकषा की जा सकती ह इसस यह सकत वमलता ह वक उपिोकता क सचना पयाणिरण म उपलबध

उतपाद क बार म जानकारी सिाणवधक महतिपणण नही ह अवपत उपिोकता सिय की िय करन की

कषमता क बार म वकतना जागरक ह िह महतिपणण ह

दसरा कारण यह ह वक मलय िसत की गणितता का सकत िी ह लोगो का अनमान होता ह वक वजस

िसत की कीमत वजतनी अवधक हो उसकी गणितता िी उतनी अवधक होगी मगर यह अनमान

हमशा उपयकत नही होता ह किी-किी मलय और गणितता म नकारातमक सबध पाए जात ह

विशष तौर पर वटकाऊ रवहत उतपादो पर जस उपहार म दी जान िाली िसतए अवधक मलय पर

वबकती ह यवद बराडो की गणितता म अवधक अतर होगा तो उपिोकता अवधक दाम क उतपाद

खरीदग विजञापन क अनसार यवद उतपाद उछच गणितता का ह मगर उसकी कीमत कम ह तो

उपिोकता को उसकी गणितता म सशय होगा परत उपिोकता उस वफर िी िय करना चाहगा कयोवक

िह विजञापन स नही बवलक उस उतपाद की कीमत स आकवषणत होता ह

इस तरह आपन दखा वक उपिोकता क सचना पयाणिरण म आकड़ो और तथयो क साथ-साथ दोसतो

या पड़ोवसयो की िािानातमक या सामावजक सहमवत िी वनवहत होती ह

104 षविय सावदणधन वििय सिदधणन दो शबदो स बना ह वििय वजसका अथण वबिी स ह और सिदधणन वजसका अथण

बढ़ाना ह इस तरह वििय सिदधणन का अथण वबिी बढ़ान स वलया जाता ह वबिी बढ़ान िाली

अथिा उसकी िवदध म सहायता करन िाली परतयक विया अथिा वनणणय वििय सिदधणन कहलाता

ह उदाहरण क वलए जब आप साबन खरीदन जात ह तो दकानदार आपस कहता ह वक दो साबन

खरीदन पर एक अवतररकत साबन मफत वमलगा आप इस बात स आकवषणत होत ह कयोवक ऐसा करन

स आप एक साबन की कीमत बचा पात ह यह वबिी बढ़ान का एक तरीका ह इसी तरह आपन

सना होगा साबन क अदर सोना पाओ लखपवत बनो विदश यातरा का मौका जीतो एक वकलो क

पकट पर तीस परवतशत अवतररकत काडण खरचो और इनाम पाओ आवद इसक अलािा आपन यह

िी दखा होगा वक वकसी उतपाद क साथ लच बॉकस पवनसल बॉकस शमप पाउच चायपतती क साथ

कप मफत आवद वदए जात ह यह सब उतपाद की वबिी बढ़ान ि लाि परापत करन क तरीक होत ह

चालसण एम एडिडणस एि विवलयम एच हॉिडण क अनसार ldquoपरतयक िह विया जो परतयकष या

अपरतयकष रप स वबिी को बढ़ान म लािकारी सहयोग करती ह वििय सिदधणन म सवममवलत की

जाती हrdquo

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1041 करविय सवदधयन क उददशय

आधवनक समय म वििय सिदधणन का महति अतयवधक बढ़ गया ह उपिोकता को आकवषणत करन

क वलए वििय सिदधणन को अतयवधक महति वदया जाता ह वििय सिदधणन का परमख लकषय हर

समिि लािाजणन करना होता ह चाह िह दीघण अिवध म हो या अलप अिवध म वििय सिदधणन क

वनमनवलवखत उददशय ह

नए उतपाद या सिा का बाजार म पररचय करन म सहायता पहचाना इस कायण हत कमपवनया नए

उतपाद क मफत नमन बाटती ह इनको परयोग करन क पशचात उपिोकता म इनक परवत रवच जागती ह

और वफर ि उपयोग हत उतपाद को खरीदत ह इसक अलािा नए उतपाद की गणितता विविनन

उपयोग मलय आवद क बार म जानकारी िी वििय सिदधणन क िारा दी जाती ह

परान उतपादो को नए कलिर या आकार म परसतत करना

वकसी कमपनी िारा नए कषतरो म परिश करन हत वििय सिदधणन का सहारा वलया जाता ह वकसी

साबन बनान िाली कमपनी िारा शमप क कषतर म परिश करन क वलए कपन एि मफत नमन जस

वििय सिदधणन क तरीको का परयोग वकया जाता ह

नए उपिोकताओ को आकवषणत करना और परान उपिोकताओ को बनाए रखना वििय सिदधणन

वकसी नए उतपाद क वलए नए गराहक बनान म सहायता करता ह बाजार जान पर उपिोकता इन

उतपादो की तरफ आकवषणत होत ह जो िट उपहार इनाम आवद परदान करत ह इनस परिावित

होकर उपिोकता िसतए खरीदता ह इस तरह यह परान उपिोकताओ को बनाए रखता ह और साथ ही

नए उपिोकताओ को िसतए खरीदन क वलए परररत करता ह

मौसमी उतपादो की वबिी को बनाए रखना कि ऐस उतपाद जस वफरज पख कलर एसी रम

हीटर सनसिीन वगलसरीन साबन आवद उतपाद वजनका उपयोग एक विवशि मौसम म ही होता ह

की वबिी बनाए रखन हत उतपादककताण और डीलर बमौसमी िट दत ह जस सदी क मौसम म

वफरज क दाम अपकषाकत कम होत ह

परवतयोगी चनौवतयो का सामना करना ितणमान समय म वयापार को परवतयोवगताओ का सामना

करना पड़ता ह बाजार म वनरतर नए उतपाद आ रह ह और परान उतपादो म सधार हो रह ह अतः

बाजार म वििता और उतपादनकताण की वहससदारी बनाय रखन हत वििय सिदधणन आिशयक ह

उपिोकता म उतपाद की समवत बनाए रखना वििय सिदधणन का एक परमख उददशय होता ह वक

उपिोकता क मवसतषटक म उतपाद की समवत को बनाए रखना हालावक यह कायण विजञापन क िारा िी

होता ह परत सिदधणन गवतविवधयो क िारा इस उददशय की परावपत म सहायता होती ह

थोक वििता और फटकर वििता को अवधक सविधाए जस उधार पर िय करना नकद िट

मफत उपहार इतयावद परदान कर उतपाद को अवधक खरीदन हत परररत करन क वलए वििय सिदधणन

का सहारा वलया जाता ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 210

इसक अलािा वििय सिदधणन क अनय उददशय ह जस बराड चतना म िवदध एि वनषठा बनाना

उतपाद क िय की वनरतरता बनाए रखना विवशि उपिोकता समह का धयान आकवषणत करना बराड

क उपयोग को आग बढ़ाना तथा शोध हत नाम एि पत परापत करना

1042 करविय सवदधयन की करवकरिनन तकनीक

वििय सिदधणन क वलए वजन तरीको को अपनाया जाता ह उनह वििय सिदधणन तकनीक कहत ह

वििय सिदधणन तकनीक को दो शरवणयो म बाटा गया ह

1 उपिोकता सिदधणन तकनीक

2 वयापार सिदधणन तकनीक

उपिोिा सवदधयन तकनीक

इसक अतगणत उन उपायो को अपनाया जाता ह वजसस उपिोकता उन िसतओ को िय करन क वलए

दकानदार तक पहचन क वलए परररत होता ह उपिोकता सिदधणन क अतगणत वनमनवलवखत तरीको को

पररवसथवत एि सविधा क अनसार अपनाया जाता ह

मफत नमन आपन बाजार स सामान खरीदत समय विविनन िसतए जस शमप कॉफी वडटरजट

क पाउच आवद क नमन मफत म पाए होग किी-किी सामान खरीद वबना िी दकानदार

उपिोकताओ को मफत नमन बाटता ह उपिोकता नमनो का उपिोग कर सितः ही िसत क गण स

परिावित होकर उस िसत का सथायी गराहक बन जाता ह नए उतपादो क परचार हत िी इस विवध

का परयोग वकया जाता ह मफत नमनो का वितरण घर-घर जाकर सड़क पर या विवशि वयवकतयो

को डाक िारा िी वकया जाता ह

कपन कपन एक तरह का परमाण पतर होता ह वजसक िारा उपिोकता को विवशि िसत िय करन

म उसक मलय म कि िट दी जाती ह या कि िसत का परलोिन वदया जाता ह यह कपन

अखबार म िप होत ह वजनह फटकर वििता क पास ल जान पर मलय म िट वमलती ह या यह

कपन वकसी अनय िसत क अदर रख वदए जात ह और एक वनवशचत सखया म एकवतरत होन पर

कि नकद िट वमल जाती ह फटकर वििता को कपन क मलय का िगतान उतपादकताण िारा

होता ह

परीकरमयम अथवा अकरधमलय जब वकसी उतपाद क िय क साथ कम मलय का अनय उतपाद

मफत म वमलता ह तो िह परीवमयम कहलाता ह उदाहरण क वलए बॉनणविटा क साथ लच बॉकस

टथपसट क साथ बरश आवद वििय सिदधणन का यह उपाय आजकल काफी परचवलत ह इसका

उददशय परान उपिोकताओ को िय हत परोतसावहत करना ह परीवमयम म दी जान िाली िसत परायः

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काफी कम मलय की होती ह यह या तो पकट क अदर रखी जाती ह या पकट क बाहर िसत की

सचना मातर िपी होती ह

धन वापसी परताव इस विवध क अतगणत उतपादनकताण यह परसताि रखता ह वक यवद कही गई

समयािवध म उपिोकता को लाि नही होगा तो उतपादनकताण उपिोकता का धन िापस कर दगा

यह विवध बाजार म नए उतपाद क पररचय हत लािकारी ह और इसस उपिोकता म उकत उतपाद

हत विशवास उतपनन होता ह

अथाई मलय छट इस विवध क अनतगणत िसत को उसक िासतविक मलय स िी कम मलय म

बचा जाता ह जस साबन खरीदन पर दो रपय की िट चाय की खरीद पर 20 रपय की िट

आवद यह विवध एक ही उतपाद क अनय बराडो क परवत उपिोकताओ को आकवषणत करन क वलए

अपनाई जाती ह

आदान-परदान योजना इस योजना म परान उतपाद क बदल नया उतपाद कम कीमत म वदया

जाता ह यह उननत उतपाद की तरफ धयान आकवषणत करिान का सबस अछिा तरीका ह जस

आपन सना होगा परान परशर ककर क बदल नए परशर ककर की खरीद पर पाच सौ रपय की

िट

मल औि परदशयकरनया वििय सिदधणन क वलए कई बार मल एि परदशणवनयो का उपयोग वकया

जाता ह इनका सचालन सथानीय परादवशक राषटरीय और अतराणषटरीय सतर पर वकया जाता ह

िसतओ का परतयकष परदशणन कर उनक बार म बताया जाता ह और उवचत िट क साथ बचा जाता

ह जस वदलली क परगवत मदान म हर साल लगाया जान िाला अतराणषटरीय वयापार मला

रकरडग टामप इस विवध क अतगणत जब िी उपिोकता कोई विवशि उतपाद खरीदता ह तो

वििता उस एक वटकट दता ह वजस िता सरवकषत रखता ह एक वनवशचत समयािवध म वटकट की

एक वनवशचत सखया जमा हो जान पर उनह वििता को लौटाकर कोई वनवशचत मलय की िसत मफत

म ली जा सकती ह

खिच औि उपहाि जीत इस योजना क अनतगणत उपिोकता उतपाद पर बन एक विवशि वनशान

को खरोचता ह और इस वनशान क नीच बन सदश क अनसार उस उपहार का लाि वमलता ह

इस तरह वनमाणणताण िारा उपिोकता को मफत म उपहार मलय म िट या कही भमण का अिसर

वदया जाता ह

परकरतयोकरगताए यह िसत स अपरतयकष रप स पररचय करान का एक तरीका ह इसक अतगणत

उपिोकताओ को पवकग का ढककन खाली वडबबा अदर रख गए कपन आवद को सलगन करन

को कहा जाता ह तथा उस िसत क सबध म एक िाकय िी वलखन को कहा जाता ह जस मझ

lsquoकrsquo नामक चाय पसद ह कयोवक

करनःशलक परकरशकषण इसक विवध क अतगणत उतपादक या वितरक उपिोकताओ को खरीदी गई

िसत क उपयोग दख-रख मरममत आवद क बार म परवशकषण दत ह या परवशकषण की वयिसथा

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करात ह ऐसा करन स उपिोकताओ को िसत िय करन हत परोतसाहन वमलता ह उदाहरण क

वलए वसलाई-कढ़ाई क वनशलक परवशकषण की वयिसथा

वयापाि सवदधयन तकनीक

उपिोकताओ को धयान म रखकर अपनायी गयी सिदधणन विवधया तिी सफल हो सकती ह जब उनम

थोक एि फटकर वििताओ जस मधयसथ वयापाररयो को सवममवलत वकया जाए मधयसथो क वलए

अपनाए जान िाल सिदधणन उपाय वयापार सिदधणन कहलात ह इसक अतगणत वनमनवलवखत विवधया

आती ह

िय ितता छट इस विवध म एक वनवशचत मातरा अथिा मलय तक क उतपाद को एक वनवशचत

समयािवध म िय करन िाल वयापारी को िय ितता वदया जाता ह यह ितता नकद अथिा वबल म

कटौती क रप म द वदया जाता ह इसस िसत की लागत कम हो जाती ह और वयापारी अवधक

लाि कमा सकत ह

पनः िय ितता यह ितता तब वदया जाता ह जब वयापारी कोई िसत पहली बार खरीदता ह इस

विवध स वििय कम नही होता कयोवक एक वयापारी िारा खरीद करन पर िह इस ितत का अवधकारी

हो जाता ह

गणना एव पनः गणना इस विवध म वयापारी क सटॉक की गणना योजना म सवममवलत होन पर

तथा बद होन पर की जाती ह इन दोनो गणनाओ क बीच वजतना माल वबकता ह उसकी मातरा या

मलय पर कि रकम ितत क रप म दी जाती ह

करविय परकरतयोकरगताए यह विवध वितरको वयापाररयो और उनक कमणचाररयो को परोतसावहत

करन क वलए परयोग म लायी जाती ह इसक अतगणत जो िी वििता कमपनी क उतपादो की वबिी

सिाणवधक करता ह उस नकद इनाम वदया जाता ह

परदशयन औि करवजञापन ितता इसक अतगणत वयापारी को वनमाणणकताण क उतपादो की परदशणनी

लगान हत ितता वदया जाता ह यह ितता दकान म परदशणनी लगान हत दी गई जगह पर वनिणर करता

वयापारिक परीकरमयम यह एक तरह का परसकार ह जो मधयसथो तथा वििताओ को उनक िारा

वकए गए वििय म िवदध क अवतररकत परयासो क वलए वदया जाता ह परीवमयम म दीिार घवड़या

कवसणया मज तशतरी आवद दी जाती ह

अनय उपाय उतपादक ससथाए वििय सिधणन क कई अनय उपाय िी अपनाती ह जस मधयसथो

क वििय सथलो का आधवनकरण एि मरममत वििय सथलो पर फशन शो दकानो क वलए बोडण

तावखतया कलडर पोसटर वििय सावहतय उपलबध कराना आवद

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1043 करविय सवदधयन क लाि औि हाकरन

वििय सिदधणन विपणन का ऐसा िाग ह वजस यवद सही परकार स लाग वकया गया तो िह कम फायद

िाली िसत स अवधक लाि वदलिा सकती ह या अवधक फायद िाली िसत स हावन कर सकती ह

इस िाग म आप वििय सिदधणन स होन िाल फायद एि नकसान क बार म जानकारी परापत करग

करविय सवदधयन स लाि

आज क परवतसपधाणतमक यग म वििय सिदधणन विपणन का एक मखय अग बन गया ह वििय

सिदधणन स वनमनवलवखत लाि ह

वििय सिदधणन तकनीको िारा उपिोकता को बाजार म उपलबध विविनन कमपवनयो क उतपादो

की विशषताओ अतर और उनक बह उपयोग क बार म जानकारी परापत होती ह उपिोकता इनही

जानकाररयो क आधार पर उतपाद खरीदता ह वजसस िसत क िय म सफलता वमलती ह

वििय सिदधणन तकनीक कि नया या अलग करन क वलए परररत करती ह वजसस उपिोकता को

महति वमल

वििय सिदधणन िारा नए विचार और सचार क अिसर परापत होत ह उपिोकताओ को उतपादो क

बार म जानकाररया परदान करन हत विविनन सचार माधयमो का परयोग होता ह उदाहरण क वलए

आजकल वकसी िी नए उतपाद की जानकारी इटरनट या मोबाइल िारा परदान की जाती ह

वििय सिदधणन क िारा वकसी एक िसत की नही अवपत उस िसत स सबवधत अनय कई िसतओ

की वबिी बढ़ जाती ह जस वकसी विशष बराड क टथपसट की वबिी बढ़न स उस बराड क टथबरश

की वबिी का बढ़ना

वििय सिदधणन िारा मौवखक परचार होता ह वकसी िसत या वििता क वनयवमत गराहक जब उस

उतपाद की वििय सिदधणन तकनीक स परिावित होत ह तो िह सितः उसका मौवखक परचार करन

लगत ह

वििय की एक जसी वदनचयाण होन स फटकर वयापारी अपना उतसाह खोन लगत ह सिदधणन

विवधयो स ि सविय रहत ह तथा वयापार म होन िाली नई गवतविवधयो क बार म उनह परवशवकषत

तयार और पनः वयिवसथत वकया जा सकता ह साथ ही साथ वििय सिदधणन िारा रोजगार क

अिसर परापत होत ह और लोगो का जीिन सतर सधरता ह

वििय सिदधणन तकनीक िारा कम समय म उपिोकता क वयिहार म परिािशाली पररितणन लाया

जा सकता ह

वििय सिदधणन िारा सफलता और योगदान को आसानी स मापा जा सकता ह

वििय सिदधणन िारा वकसी नए विचार या नए उतपाद को सीवमत समय म जाचन का अिसर

वमल जाता ह इसस यह पता चल जाता ह वक उस िसत को सथायी उपयोग की िसत बनान क वलए

अवतररकत धन और समय की आिशयकता तो नही

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वििय सिदधणन एक लचीली परविया ह यवद एक विवध स सफलता नही वमलती तो दसरी विवध

को तरनत अपना वलया जाता ह

करविय सवदधयन स हाकरन

वििय सिदधणन स जहा एक ओर उपिोकता और मधयसथो को फायदा होता ह िही दसरी तरफ इसस

कि हावनया िी ह वििय सिदधणन की कि सीमाए ह जो वनमनवलवखत ह

उपिोकताओ म सामानयतः यह धारणा रहती ह वक मौसमी वििय सिदधणन गवतविवधयो का धयय

वनमन सतर की िसतओ को बचना ह

उतपादो पर दी गयी िट िासतविक नही होती ह कयोवक उतपादो का मलय पहल स ही बढ़ा हआ

होता ह

यह गवतविवधया कम अतराल की होती ह तो नतीजा िी कम अिवध का होता ह जस ही मफत

उपहार कपन आवद परसताि हटा वदए जात ह उतपादो की माग िी जलदी कम पड़ जाती ह

वयापाररयो िारा वदया गया वयापाररक सहयोग सदहासपद रहता ह वििता इसवलए सहयोग नही

करता कयोवक उसक पास उतपाद क सगरह हत पयाणपत जगह नही होती या उसकी दकान म उतपाद

जयादा नही वबकता या उस लगता ह वक उस उसक पररशरम अनसार लाि नही होगा

वििय सिदधणन स बाजार म विविनन बराडो क उतपादो म एक तरह की सिदधणन सपधाण हो सकती

ह वजसस बराड की िवि को नकसान पहच सकता ह

आइए अब विजञापनो क विविनन माधयमो क बार म जान

105 षवजञापन क माधयम विजञापन माधयम एक ऐसा िौवतक साधन ह वजसक िारा एक वनवशचत सदश या सचना को सबवधत

गराहक पाठक दशणक शरोता या राहगीरो तक पहचाया जाता ह यह उनक िय वयिहार को

परिावित करता ह विजञापन क माधयम वनममनवलवखत ह

1 परस करवजञापन

परस विजञापन का अथण विविनन िसतओ एि सिाओ क बार म समाचार पतर पवतरकाओ या जनणलस

आवद म जानकारी परकावशत करिान स ह वजस कई वयवकतयो िारा पढ़ा ि सना जाता ह परस

विजञापन क अतगणत वनमनवलवखत माधयम आत ह

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समाचाि पर समाचार पतरो को उनक समाचार मलय क कारण खरीदा जाता ह सामाचार पतर

राषटरीयसथानीयदवनकसापतावहक हो सकत ह यह वकसी नए उतपाद तथा िसत क मलय म िट क

बार म सचना दन का अछिा साधन ह इनका परयोग सथानीय कषतरीय और राषटरीय सतर क बाजारो

क वलए होता ह समाचार पतरो म विजञापन दो परकार स वदया जाता ह पहला िगीकत विजञापन

वजसम विजञापनो को कि िगो म बाट वदया जाता ह जस ििावहक टडर नीलामी आवद इस

परकार क विजञापनो म शबदो या पवकतयो क अनसार पसा वलया जाता ह दसरा साज सजजा विजञापन

ह वजस समाचार पतर क वकसी िी पषठ पर वदया जा सकता ह तथा इनह आकषणक रगो वचतरो मोट

अकषरो आवद िारा सजाया जाता ह इनका शलक पषठ सखया ि विजञापन हत परयकत सथान क अनसार

वलया जाता ह

पकररकाए पवतरकाओ का एक पर दश म वनवशचत बजट सीमा क मलय पर चवनदा परकाशन होता

ह इनका परकाशन वनवशचत अिवध जस सापतावहक पावकषक मावसक तरमावसक अदधणिावषणक अथिा

िावषणक होता ह पवतरकाए सामानय एि विवशि होती ह सामानय पवतरकाए पररिार क सिी सदसयो

हत होती ह तथा इनक विषय वमवशरत होत ह जस सावहवतयक राजनवतक धावमणक सिासथयिधणक

आवद जबवक विवशि पवतरकाए विवशि वयवकतयो क वलए होती ह जस वयिसावयक पवतरकाए इनह

आराम क िकत पढ़ा जाता ह और पाठक को इनम जो विजञापन वदखत ह उनका परिाि लमब समय

तक रहता ह

जनयलस एव करनदकरशकाए इनका परकाशन विविनन कषतरो म कायण करन िाल वयवकतयो की

सहायता हत वकया जाता ह इनम मखय रप स साइनस जनणलस मवडकल जनणलस बवकग रड

डायरकरीज टलीफोन डायरकरीज आवद आत ह यह विसतत कषतर वमतवययी तथा वनवशचत पररणाम

दन िाल माधयम ह

2 बाहय करवजञापन

यह विजञापन का सबस पराना तरीका ह वजसका परयोग ितणमान समय म िी होता ह बाहय विजञापन

का अथण घर क बाहर विजञापन परदशणन स ह इनह दीिार विजञापन िी कहा जाता ह कयोवक वचतर यकत

पोसटरो को बड़ी-बड़ी दीिारो पर लगाया जाता ह या दीिार पर सीध पट कर वदया जाता ह या बड़

वचतरो को दीिार पर सीध वचपका वदया जाता ह राम बस रलगावड़यो क वडबबो ऑटो ररकशा

आवद क अदर या बाहर िोट-िोट पोसटर वसटकर क रप म लगाए जात ह बाहय विजञापन

सझािातमक होत ह और जन सामानय क उपयोग हत िसतओ जस साबन शमप घरल सामान क

वलए इनका परयोग होता ह इनका उददशय राह चलत वयवकतयो का धयान आकि करना होता ह और

इनका तिररत परतयततर िी वमलता ह इस परकार क विजञापन की परिािशीलता इस बात पर वनिणर

करती ह वक उस कहा लगाया गया ह इन विजञापनो को िीड़-िाड़ िाली जगहो जस सािणजवनक

चौराह बस सटड मवदर ि धमणशालाओ क समीप िीड़ िाली सड़क क वकनार लगाया जाना

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चावहए इन विजञापनो म उपयकत शीषणको तथा नारो का परयोग करना चावहए इसक अलािा विजञापन

को परिािशाली बनान हत सदर वलखािट रगो ि वचतरो का परयोग होना चावहए बाहय विजञापन

वनमनवलवखत परकार क होत ह

पोटसय पोसटसण क अतगणत उन वलवखत मवित या वचवतरत विजञापनो को सवममवलत वकया

जाता ह वजनह कागजो काडणबोडण धात की पलट या लकड़ी की तवखतयो क माधयम स दीिारो

चौराहो सड़को क वकनारो रलि सटशनो कायाणलयो मीनारो दकानो बसो एि रनो क िीतर ि

बाहर आवद सथानो पर वचपकाया या लगाया जाता ह तावक राहगीरो का धयान सितः ही उनकी ओर

आकवषणत हो जाए पोसटसण इस तरह क होन चावहए वक उनको िौवतक रप स समझान की

आिशयकता न पड़ इनह िीड़-िाड़ िाल सथानो पर लगाना चावहए तथा इन पर हिा पानी परकाश

आवद बाहय घटको का परिाि नही पड़ना चावहए

करवजञापन बोडय विजञापन बोडण िी पोसटसण की िावत सािणजवनक सथानो जस चौराह रलि

सटशनो बस सटड सड़क क वकनार कायाणलयो दकानो आवद पर लगाए जात ह पोसटसण की तलना

म यह बड़ी सखया म नही बनिाए जात तथा यह सथायी एि वटकाऊ होत ह सामानयतः यह धात की

चादरो क बन होत ह वजनक चारो तरफ लकड़ी का फरम लगा होता ह इनह मखय सथानो पर एक

वनवशचत ऊचाई पर खटो की सहायता स लगाया जाता ह किी-किी इनम विदयत परकाश िी लगाया

जाता ह

यातायात करवजञापन इस गवतमान विजञापन िी कहत ह कयोवक इन विजञापनो म पोसटरो को

यातायात क साधनो जस बस रल ऑटो राम आवद क अदर या बाहर लगाया जाता ह इनका

लाि यह ह वक िोट स सथान पर लग होन क बािजद यह आकवषणत लगत ह और आसानी स पढ़

िी जा सकत ह इन विजञापनो को इसतमाल करन का मखय उददशय यह ह वक परवतवदन लाखो की

सखया म लोग यातरा हत विविनन यातायात साधनो का परयोग करत ह और यातरा क समय उनक पास

पयाणपत समय होता ह वजसम ि इस विजञापनो को दखत ि पढ़त ह

सडकरवच करवजञापन इस विजञापन क अतगणत एक या एक स अवधक वयवकतयो को विवशि

िशिषा म सजाया जाता ह तथा उनक हाथ म पोसटर बोडण आवद पर वलख विजञापन होत ह या

उनक शरीर पर विजञापन वचपकाय जात ह यह वयवकत गािो ि शहरो की गवलयो और सड़को पर

घमत ह य दखन म सकण स क जोकर जस लगत ह वजसस लोगो का धयान इनकी तरफ आकवषणत हो

जाता ह

आकाश लखन इस विजञापन म हिाई जहाज की सहायता स धए िारा आकाश म विजञापन

वलखा जाता ह अतः इस धआ लखन िी कहत ह किी-किी बहत बड़ आकार क रग-वबरग ि

विजञापन स पररपणण गबबारो को आकाश म िोड़ा जाता ह वजनह लोग दखत ह और इस तरह सदश

परसाररत होता ह यह विवध अतयवधक वययपणण मानी जाती ह और बहत कम परयोग म लाई जाती ह

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करवदयत सजावट इस विजञापन क अतगणत विजञापन बोडो को विदयत या वबजली क रगीन

बलबो टयब लाइटो जलत-बझत बलबो आवद स सजाकर राहगीरो का धयान आकवषणत वकया जाता

ह इनका परयोग परायः दीिारो पर वकया जाता ह इनम कम शबदो का परयोग होता ह

टीकि करवजञापन इस विजञापन क अतगणत वखलाड़ी अपनी कमीज टोपी खल सामगरी आवद

पर उतपाद क नाम का सटीकर लगाकर खलत ह इन वखलावड़यो क खल को करोड़ो लोग

टलीविजन पर दखत ह और िसत का विजञापन िी हो जाता ह

3 डाक दवािा परतयकष करवजञापन

इस विवध िारा विजञापनकताण डाक िारा गराहको स परतयकष सपकण सथावपत करता ह गराहको को डाक

िारा विविनन वििय सावहतय उपलबध कराया जाता ह इस विवध म कि लोगो को ही परतयकष रप स

परिावित वकया जाता ह इस विवध क अतगणत गराहको की सची बनायी जाती ह और उनह उतपाद स

सबवधत विविनन सावहतय डाक िारा िज जात ह जो गराहक बार-बार पतर िजन पर िी उततर नही

दत उनका नाम सची स हटा वदया जाता ह और नए सिावित नाम जोड़ वदए जात ह गराहक को

डाक िारा िसत की जानकारी परापत हो जाती ह और साथ ही यह विशवास वदलाया जाता ह वक िसत

पसद नही आन की वसथत म उस एक वनवशचत अिवध म िापस वकया जा सकता ह डाक िारा

विजञापन म वनमनवलवखत साधनो का परयोग वकया जाता ह

करविय पर यह परतयक गराहक क पास िपिाकर िज जात ह वजसम िसतओ क विषय म

जानकारी दी जाती ह यह एक वयिसावयक पतर की िावत होता ह वजसकी िाषा एि शली पथक

होती ह

परिपर य वििय पतर की िावत होत ह परत इनकी िाषा एि विषय सामगरी सामानय होती ह

इनह कई गराहको को िजा जाता ह और नई िसत क आिागमन मलय पररितणन वडसकाउट आवद क

बार म जानकारी दी जाती ह

सची पर सची पतर म िसतओ क आकार परकार गण वकसम परयोग विवध मलय आवद का

सवकषपत वििरण वदया जाता ह साथ ही साथ िय सबधी वनयम िी वदए जात ह

पकरतकाए पवसतकाओ क िारा सदशो को परिािपणण एि विसतत रप स िजा जाता ह

पवसतकाओ म विजञावपत िसतओ की वकसम शरणी वडजाइन मलय उपयोग एि परयोग विवध क बार

म सवचतरातमक विसतत िणणन होता ह जो वक गराहक को िसत िय करन हत वनणणय लन म सहायता

परदान करता ह

िोलडसय एव परक यह हड वबलस की तरह होत ह वजनम िसतओ क बार म सवकषपत जानकारी

परदान की जाती ह जब इन पतरको को मोड़ वदया जाता ह तो य फोलडसण कहलात ह यह रग-वबरग

होत ह तथा उछच शरणी क कागजो पर िाप जात ह समाचार पतर क आकार क फोलडसण को बरॉड

साइडस कहत ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 218

अकरिनव िट इसक अतगणत वयापारी दवनक परयोग की िसतए जस कलडर डायरी राइवटग पड

पवनसल ि पन सट आवद को डाक िारा वनःशलक िजत ह इन पर िजन िाल का नाम ि पता

वलखा रहता ह वजसस इन िसतओ का विजञापन हो जाता ह

गह पकररका बहत-सी वयिसावयक कमपवनया अपनी गवतविवधयो एि विया-कलापो को

पवतरकाओ म परकावशत कर गराहको को विविनन जानकाररया परदान करती ह इनह डाक िारा गराहको

को उपलबध कराया जाता ह

4 मनोिजन करवजञापन

इस विवध म मनोरजन कायणिमो क साथ िसतओ एि सिाओ का विजञापन बहत परिािशाली तरीक

स वकया जाता ह विजञापन की यह परविया लोचपणण एि वमतवययी ह वजसम एक समय म एक साथ

अनक वयवकतयो को जानकारी परदान की जा सकती ह यह वशकषातमक सचनातमक एि मनोरजन

पणण माधयम ह परत यह तरीका गराहको म अवधक विशवास उतपनन नही कर पाता कयोवक एक ही

समय म उनह अनक वनमाणताओ की िसतओ की गणितता क सबध म विजञापन दखन ि सनन को

वमलत ह वजसस ि भवमत हो जात ह मनोरजन विजञापन क अतगणत वनमनवलवखत साधनो का परयोग

वकया जाता ह

िकरडयो अवधकाश गरामीण एि शहरी जनता क पास रवडयो या रावनजसटर पाया जाता ह रवडयो

क िारा लोगो को दश-विदश क समाचार सगीत एि अनय वशकषापरद कायणिम परसतत वकए जात ह

इन कायणिमो क बीच म विजञापन सदश िी परसाररत वकए जात ह जो काफी लोकवपरय और परिािी

होत ह विजञापन बहत ही रोचक सगीत कथाओ ि िाताणओ स यकत होत ह विजञापन का यह

माधयम शहरी एि गरामीण जनता क साथ-साथ अवशवकषत एि दविहीन वयवकतयो क वलए िी उपयकत

रहता ह

टलीकरवजन आज क यग म टलीविजन को विजञापन परसाररत करन का सिोततम माधयम माना

जाता ह टलीविजन क माधयम स दशणको क सममख शबदो एि वचतरो को एक साथ परसतत वकया

जाता ह यह सदशो को अवधक आकषणक एि परिािशाली बनात ह टलीविजन क िारा उतपादो एि

सिाओ को परदशणन िारा वदखाया जा सकता ह टलीविजन विसतत कषतर म विजञापन सदश को जन

सामानय तक पहचाता ह परत टलीविजन विजञापन का एक महगा साधन ह तथा इसम विजञापन बहत

सवकषपत होत ह

करसनमा वसनमा मनोरजन का सिाणवधक लोकवपरय एि ससता साधन ह वसनमा म विजञापन

वफलम परारि होन स पहल या मधयानतर म वदखाए जात ह विजञापन का यह माधयम काफी आकषणक

एि परिािशाली होता ह कयोवक सदश शबदो एि वचतरो िारा बहत बड़ पद पर परदवशणत वकए जात ह

इस तरह सदश काफी लब समय तक याद रहत ह और विजञापन को समरणकारी बनात ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 219

मल एव परदशयकरनया पराचीनकाल स ही परायः तीथण सथानो या बड़-बड़ नगरो म विशष वतवथ एि

पिो पर मल लगाए जात ह जहा पर हजारो लोग एकवतरत होत ह जस कि मला पषटकर मला आवद

मलो क साथ परदशणवनया िी हमारी सासकवतक परमपरा का अविनन अग ह इन मलो एि परदशणवनयो

म दवनक जीिन म काम आन िाली निीन एि शरषठ िसतओ का विजञापन वकया जाता ह तथा उनका

परदशणन िी वकया जाता ह चवक मलो एि परदशणवनयो को दखन क वलए वयवकत दर-दर स आत ह

इसवलए इनम िसत का विजञापन बड़ी आसानी स हो जाता ह

नाटक एव सगीत काययिम गरामीण कषतरो म नाटक एि सगीत कायणिमो िारा विजञापन परसतत

वकया जाता ह वनमाणता गरामीण कषतरो म नाटक एि सगीत कायणिमो का आयोजन कर लोगो का

मनोरजन करिात ह इन कायणिमो क मधय या अत म िसत का विजञापन ढोल बजाकर वफलमी गानो

या लोक गीत की तजण पर गीत गाकर वकया जाता ह कठपतली कायणिम िारा िी िसतओ का

विजञापन वकया जाता ह मगर यह माधयम अवधक लोकवपरय नही ह कयोवक यह आधवनक यग म

वसनमा एि रवडयो का सथान नही ल पाया

5 िय कनर करवजञापन

विजञापन का यह तरीका फटकर वयापाररयो िारा अपनाया जाता ह इसक अतगणत फटकर वििता

अपनी दकान को सजात ह और दकान क चारो ओर विजञापनो क बोडण लगा दत ह िय कनि

विजञापन दो परकार क होत ह

काउटि सजावट इसक अतगणत फटकर वयापारी दवनक उपिोग की िसतओ को काउटर पर इस

परकार सजाकर रखत ह वक गराहको का धयान सहज रप स उस ओर चला जाता ह और उनह उनकी

आिशयकताओ का समरण हो जाता ह इसक पररणामसिरप ि उन िसतओ को िय करन हत परररत

होत ह

वातायन सजावट इस माधयम क अतगणत फटकर वििता राह चलत वयवकतयो का धयान

आकि करक उनह दकान पर आन क वलए परररत करत ह इस हत ि िोट-िोट मॉडलस को तरह-

तरह क िसतर पहनाकर या दकान क िोट स वहसस म परदशणनी लगाकर अथिा िसतओ क वनकट

मलय काडो को रखकर गराहको को िय करन क वलए परररत करत ह समय-समय पर िह इन तरीको

म पररितणन िी करत ह

6 अनय साधन

विजञापन क अनय माधयम वनमनवलवखत ह

लाउड पीकि इस माधयम िारा वयापारी साइवकल ररकशा तागा अथिा मोटरगाड़ी म

लाउडसपीकर लगा कर गाि एि शहरो क विविनन सथानो म घमकर-घमकर अपनी िसतओ का

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 220

परचार करत ह जनता को आकवषणत करन का यह बहत ससता एि सरल तरीका ह मगर यह माधयम

जनता की शावत िी िग करता ह

अकरिनव करवजञापन इस माधयम क अतगणत वनमाणता चावबयो क िलल पसण बॉलपन डायरी

कलडर पसतक पपरिट पन-पवनसल सटड आवद पर अपनी िसतओ का विजञापन अवकत करिात ह

और उनह विवशि अिसरो जस दीपािली दशहरा विसमस नि िषण आवद पर गराहको को उपहार

सिरप िट करत ह

परदशयन परदशणन िारा विजञापन करन का उददशय यह ह वक यवद वकसी िसत की परयोग विवध बता

दी जाए तो दशणको पर उसका अछिा परिाि पड़ता ह और िो िसत िय करन हत परररत होत ह

उदाहरण क वलए रगोली बनान वचपस बनान सबजी विलन ि काटन का विजञापन परदशणन िारा

वकया जा सकता ह

डाक ताि करविाग कि वनमाणता एि वििता डाक तार वििाग िारा वििय वकए जान िाल

पोसटकाडो अतदशी पतरो एि मनीआडणर पर विजञापन अवकत कर अपनी िसतओ एि सिाओ का

परचार करत ह

काययिम करवजञापन यह विजञापन विविनन अिसरो जस सिततरता वदिस गणततर वदिस होली

दीपािली िषणगाठ शाखा क शिारि आवद पर वकए जात ह

इटिनट सवाए इस नट एडिरटाइवजग िी कहा जाता ह विजञान का यह माधयम सचना

परौदयोवगकी क कषतर म हए िावतकारी पररितणनो का पररणाम ह यह माधयम गराहक स सीध सपकण

करता ह साथ ही यह विजञापन माधयम गराहको को बराडस क परवत जागरक करता ह तथा विविनन

बराडो की तलना करन म सहायता करता ह

अभयास परशन 2 1 ररकत सथान िररए

a उपिोकता को पररिार और दोसतो िारा उतपाद क बार मजानकाररया

परापत होती ह

b विजञापन तथा विजञापन क माधयम क बार म िी उपिोकता को सचनाए परदान करता ह

c नए उतपाद या सिा का बाजार म पररचय करन म सहायक होता ह d यातायात विजञापन को िी कहत ह e उपिोकताओ क अनसारवििय सिदधणन का धयय वनमन सतर की िसतओ को

बचना ह

2 सही वमलान कर

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a परस विजञापन क रवडयो

b बाहय विजञापन ख िातायन सजािट

c डाक विजञापन ग समाचार पतर

d मनोरजन विजञापन घ सडविच विजञापन

e िय कनि विजञापन ड़ वििय पतर

106 सारााश इस इकाई म अब तक आपन वजन तथयो क बार म जाना आइए उनह सवकषपत म जान इस इकाई म

आपन उपिोकता क परकारो क बार म जाना और यह िी जाना वक गरामीण उपिोकता शहरी उपिोकता

स वकस परकार विनन होता ह िस उपिोकता कोई िी हो उनकी कि विशषताए होती ह और उनह

िसतओ तथा सिाओ क िय और उपयोग स सबवधत समसयाओ का सामना करना पड़ता ह इसक

वलए सरकार न उपिोकताओ को कि अवधकार वदए ह परत अवधकारो का उपयोग करन क साथ-

साथ उपिोकताओ क कि दावयति िी होत ह जो उनह वनिान चावहए उपिोकता को उतपाद और

सिा क बार म जानकाररया उसक सचना पयाणिरण और जनसपकण माधयमो िारा परापत होती ह दसरी

तरफ वििता ह जो अपना वयापार बढ़ान क वलए विविनन वििय सिदधणन तकनीको का परयोग करता

ह उपिोकता विजञापन क विविनन माधयमो िारा िी जानकाररया परापत करता ह उपिोकता विजञापन क

विविनन माधयमो का परयोग करत ह

107 पाररभाषिक शबदावली उपिोिा िह वयवकत जो मलय दकर वकसी िसत या सिा को परापत कर उसका उपयोग करता ह

उपिोिा का सचना पयायविण िह िातािरण वजसम उपिोकता विविनन सरोतो स उतपाद या

सिा क बार म सकारातमक और नकारातमक जानकाररया परापत करता ह

करविय सवदधयन कि वियाओ या वनणणयो िारा िसत या सिाओ क वििय म िवदध होती ह

इस वििय सिधणन कहत ह

करवजञापन िह िौवतक साधन वजसक िारा उतपाद या सिा स सबवधत एक वनवशचत सदश या

सचना या जानकारी को सबवधत गराहक पाठक दशणक या शरोता तक पहचाया जाता ह

108 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

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1 कवष

2 मलय

3 आवथणक शारीररक मानवसक

4 परतयािवतगारटी 5 मलयो और गणितता

6 उपिोकता वशकषा

अभयास परशन 2

1 ररकत सथान िररए

a मौवखक

b सशयिाद

c वििय-सिदधणन

d गवतमान विजञापन e मौसमी

2 सही वमलान कर

a ग

b घ

c ड़

d क

e ख

109 सनदभण गरनथ सची 1 डॉ बी0 एस0 िदादा तथा परो0 बी0 एल0 पोरिाल विपणन क वसदधानत

2 िीकबखशी गह परबनध 3 डॉ0 जी0 पी0 शरी गह वयिसथा एि गह कला 4 Milind Kothari Principles of Marketing

5 Michael Schudson Advertising the Uneasy Persuation

इटिनट सरोत

1 httpwwwgaryasanchezcom9-benefits-of-sales-promotion

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2 httpwwwmanagementparadisecomforumsintroduction-

advertising204689-disadvamtages-sales-promotionhtml

3 httpjobssilicomindiacomcareer-forumwhat-are-the-various-

characteristics-of-ruralmarket-qid-785-cated-28html

1010 ननबनधातमक परशन 1 उपिोकता की पररिाषा दीवजए उपिोकता की विशषताओ पर विसतारपिणक परकाश डावलए

2 उपिोकताओ की समसयाओ एि अवधकारो का िणणन कीवजए

3 वयापाररयो और उतपादनकताण िारा अपनायी जा रही विविनन वििय सिदधणन तकनीको का

विसतत उललख कर

4 विजञापन क विविनन माधयमो का विसतत िणणन कीवजए

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इकाई 11 उपभोतता सारकषर 111 परसतािना

112 उददशय

113 उपिोकता आनदोलन का इवतहास

1131 विशव सतर पर उपिोकता आनदोलन का इवतहास

1132 उपिोकता इवतहास म उपिोकता सहकारी सवमवतया

1133 िारत म उपिोकता आनदोलन का इवतहास

114 िारत म उपिोकता आनदोलन को परोतसाहन दन िाल कारक

115 उपिोकता सरकषण

1151 उपिोकता सरकषण की वदशा म सरकारी परयास

1152 उपिोकता सरकषण म गर-सरकारी परयतन

116 साराश

117 पाररिावषक शबदािली

118 अभयास परशनो क उततर

119 सनदिण गरनथ सची

1110 वनबनधातमक परशन

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111 परसतावना आधवनक पररिश म विशव सतर पर उतपादको िारा परवतवदन कई उतपाद वनवमणत वकए जात ह बाजार

म वनतय नई-नई उपिोग की िसतए परिश कर रही ह कई िसतए विदशो स िी िारत क बाजारो म

परिश कर रही ह उपिोग िसतओ की वनमाणण परवियाए पहल स काफी जवटल हो चकी ह िसतओ

क वनमाणण म यनतरो मशीनो परवियाओ तथा रासायनो का अवधकावधक परयोग वकया जा रहा ह ऐस

म उपिोकता क समकष यदयवप कई विकलप उपलबध ह परनत उनह बाजार म उपलबध िसतओ क

विषय म अलप जानकारी होती ह इसक साथ उपिोकता को इस तथय का िी सीवमत जञान होता ह वक

िसतओ क उतपादन म परयकत कछच माल स उस कोई हावन हो सकती ह उतपादक िगण सगवठत

होकर कायण करत ह तथा सरकार पर सिय क वहत की नीवतयो का अवसतति बनाए रखन अथिा उनह

वियावनित करन का दबाि बनात ह उतपादकवििता सदि इस परयास म लग रहत ह वक उनक

लािाश म िवदध हो अवधक लािाश कमान की दौड़ म ि उपिोकता क वहतो की िी अनदखी कर

दत ह बाजार म उपिोकता किी-किी सिय को असहाय एि ठगा हआ अनिि करत ह इन

पररवसथवतयो क कारण यह आिशयक ह वक उपिोकता क वहतो की रकषा की जाए राषटर की कानन

वयिसथा सचना अवधकार विशवसनीय परीकषण परयोगशालाए तथा सरकारी तनतर एकजट हो

उपिोकता को सबल बनाए एि उसक वहतो की यथा समिि रकषा कर

112 उददशय इस इकाई क अधययन क उपरानत आप

विशव सतर पर एि िारत म उपिोकता आनदोलन क इवतहास स पररवचत होग

सरकारी सवमवतयो एि िारत म उपिोकता आनदोलन की वदशा म कायणरत ससथाओ क विषय म

पढ़ग

िारत म उपिोकता आनदोलन क वलए उततरदायी कारको क विषय म जान पाएग

उपिोकता सरकषण की आिशयकता इस वदशा म वकए गए सरकारी परयास एि उपिोकता सरकषण

हत सरकार िारा पाररत विविनन अवधवनयमो क विषय म जान पाएग तथा

उपिोकता सरकषण की वदशा म वकए गए गर-सरकारी परयतनो स पररवचत होग

आइए उपिोकता आदोलन क इवतहास पर चचाण स इकाई की शरआत कर

113 उपभोतता आनदोलन का इनतहास उपिोकता आनदोलन उपिोकताओ िारा वकए गए सगवठत एि वनयोवजत परयास ह उपिोकता

आनदोलनो का मखय लकषय उपिोकताओ क वहतो की रकषा करना ह साथ ही यह वििता एि िता

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की वसथवतयो एि समबनधो म समानता लान क उददशय स िी कायण करत ह उपिोकता आनदोलन

सामानयतः वहसक अवधक उगर अथिा उपििी नही होत ह परनत यह समाज तथा उपिोकताओ की

गमिीर समसयाओ क वनिारण क वलए कायण करत ह जस दोषयकत वमलािटी खादय पदाथण अथिा

दिाओ को परवतबवनधत करना हावनकारक उपकरणो रगो एि रासायवनक पदाथो क उपयोग पर

अकश लगाना आवद उपिोकता आनदोलन वििताओ क िारा सामानय वयवकतयो क वयापक

उतपीड़न क उपरानत उनक विरदध सगवठत परयासो क रप म परारमि होत ह यह आनदोलन परचवलत

परथाओ तथा दोषपणण सरकारी नीवतयो को पररिवतणत करन का परयास करत ह

1131 करवशव ति पि उपिोिा आनदोलन का इकरतहास

उपिोकता क सरकषण की आिशयकता सदि ही महसस की गई ह विशव म उपिोकता सरकषण पिण स

ही वकसी न वकसी रप म विदयमान ह इसका उदाहरण इगलणड स परापत होता ह जहा सन 1226 म

ऊन की परामावणक माप तथा बरड क परामावणक आकार क सनदिण म वनयम बनाए गए चौदहिी

शताबदी म इगलणड म वमलािटी खादय एि पय पदाथण बचना अपरावधक एि दणडनीय माना जाता

था िहा परथम बार सन 1878 म िार एि माप अवधवनयम तथा सन 1893 म सलस ऑफ गडस

अवधवनयम पाररत वकया गया

आज वजस रप म हम उपिोकतािाद एि उपिोकता सरकषण को दखत ह उसका उदय उननीसिी

शताबदी क अनत तथा बीसिी शताबदी क परारमि म हआ सयकत राषटर कागरस न सन 1872 म

पहला उपिोकता सरकषण वनयम शासन िारा पाररत वकया बीसिी शताबदी क परारमि म अपटोन

वसनकलर िारा ldquoदी जगलrdquo नामक पसतक परकावशत की गई इस पसतक म लखक न वशकागो म

मास पवकग उदयोग म परचवलत परवियाओ क सनदिण म अपनी घणा वयकत की थी राषटरपवत रसोिलट

न पसतक म लगाए गए अवियोगो की सिततर जाच करायी तथा सिी अवियोग सतय पाए गए इसक

उपरानत सयकत राषटर कागरस िारा शदध खादय एि औषधी अवधवनयम 1906 पाररत वकया गया

अमररका म सन 1890 म शरमन एनटी रसट एकट पाररत वकया गया इस एकट का उददशय बाजार म

एकावधकार का अनत करना था इसी िम म सन 1914 म फडरल रड कमीशन तथा सन 1931 म

फड एणड डरग एडवमवनसरशन अवधवनयम सथावपत वकए गए उपिोकता आनदोलनो की वदशा म कि

परकाशन िी वकए गए जस सराट चस एि एफ0 ज0 वशवलग िारा रवचत पसतक ldquoयोर मनीज िथणrdquo

(Your Moneyrsquos Worth) एि सन 1929 म परकावशत ldquoकनजयमर रीसचणrdquo (Consumer

Reasearch) नामक बलवटन

बीसिी शताबदी क मधय म अमरीकी उपिोकता आनदोल म कि अनय महतिपणण वयवकत जड़ वजनम

परमख थ रॉलफ नाडर तथा राषटरपवत जॉन0 एफ0 कनडी रॉलफ नाडर न अमररकी उपिोकताओ को

कई उपिोग िसतओ क सनदिण म चतािनी दी जस सॉफट वडरकस म अतयवधक शकण रा क परयोग क

हावनकारक परिाि क सनदिण म खादय रजको क हावनकारक परिाि क समबनध म लाल रजक क

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 227

सिासथय पर पड़न िाल हावनकारक परिाि क सनदिण म आवद ि खादय पदाथो म नाइरट परररकषक

(Nitrate preservative) क उपयोग एि मवहलाओ िारा ऊची एड़ी क जतो क परयोग क िी

विरदध थ अमरीकी उपिोकता आनदोलन क कषतर म ि एक अगरणी वयवकत क रप म उिर कर आए

उनक िारा वकए गए परयासो क फलसिरप अमररका म कई उपिोकता सरकषण वनयम पाररत वकए गए

किल उपिोकता सरकषण ही रॉलफ नाडर का मखय उददशय नही था िरन ि जमीन स जड़ वयवकतयो एि

आनदोलनो क माधयम स परजाततर को मजबती एि परोतसाहन परदान करना चाहत थ

अमरीकी राषटरपवत जॉन0 एफ0 कनडी न िी उपिोकता सरकषण की वदशा म महतिपणण कायण वकए

उनहोन 15 माचण 1962 क अपन ऐवतहावसक िाषण म उपिोकता को पररिावषत वकया राषटरपवत

कनडी क अनसार ldquoउपिोकता की पररिाषा क अनतगणत हम सिी सवममवलत हrdquo उनक अनसार

उपिोकता िगण सबस बड़ा समह ह जो हर सरकारी एि वनजी आवथणक वनणणय िारा परिावित होता ह

परनत वफर िी इस िगण क विचारो को महति नही वदया जाता ह उनक िारा चार आधारित

उपिोकता अवधकारो की सथापना की गई जो कालानतर म ldquoकनजयमर वबल ऑफ राइटसrdquo क नाम स

जान गए कनजयमर वबल ऑफ राइटस का परारवमिक परारप हवलन ई0 नलसन िारा तयार वकया

गया परारमि म इसम किल चार उपिोकता अवधकार वदए गए थ जो वनमनवलवखत ह

सरकषा का अवधकार

सचना का अवधकार

चनाि का अवधकार

सन जान का अवधकार

सयकत राषटर क उपिोकता समबनधी वनदशो िारा उपिोकता अवधकारो की सखया को बढ़ा कर बाद म

आठ कर वदया गया

आइय जान वक सरकारी सवमवतयो िारा उपिोकता सरकषण हत कया परयास वकए गए

1132 उपिोिा इकरतहास म उपिोिा सहकािी सकरमकरतया

उपिोकता आनदोलनो की वदशा म कि परयास सहकारी सवमवतयो की सथापना क माधयम स िी वकए

गए सहकारी सवमवतया सिावयतय परजातावनतरक ससथाए होती ह यह उन वयवकतयो क समह िारा

वनयवतरत की जाती ह जो समान आवथणक सामावजक एि सासकवतक आिशयकताओ को पणण करन

क वलए एकजट होकर इनकी सथापना करत ह सहकारी सवमवतयो की सिाओ का उपयोग इसक

सदसयो िारा वकया जाता ह सहकारी सवमवतयो क कि उदाहरण ह जस आिासीय सहकारी

सवमवतया उपिोकता सासकवतक सघ खदरा सहकारी सवमवतया आवद सहकारी सवमवतयो का

उददशय लाि कमाना नही िरन सामवहक रप स अपनी विततीय वसथवत सधारना होता ह डॉ0 क0

एन0 काटज क शबदो म सहकाररता सिय क िारा सिय की िलाई या मदद करना ह या परसपर एक-

दसर की िलाई और मदद क वलए कायण करना ह यह उन लोगो का एक सयकत सगठन ह जो

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 228

आवथणक दवि स सदढ़ नही ह ऐस वयवकत एक सयकत सगठन बनाकर अपनी आवथणक समसयाओ को

हल करत ह

सहकारी सवमवतयो का परारमि सिणपरथम इगलणड तथा फरास म हआ औदयोवगक िावनत क

फलसिरप यरोपीय दशो क गरामीण कषतरो क वनिावसयो का बड़ी सखया म औदयोवगक कषतरो की ओर

पलायन हआ इन शहरो म ि दवनक उपिोग की िसतओ क वलए पणणतः वििताओ पर वनिणर थ

जो वक उनका शोषण करत थ समपनन वयवकतयो तथा गरीबो की आवथणक वसथवत का अनतर बहत

बड़ा था बढ़त औदयोगीकरण क कारण कई मजदर बरोजगार हो गए ऐसी पररवसथवतयो म आम

नागररको िारा कई सहकारी सवमवतया सथावपत की गई परनत सिी सहकारी सवमवतयो म ldquoरोचडल

सोसायटी ऑफ इकिीटबल पायनीयसणrdquo (Rochdale Society of Equitable Pioneers) सवमवत

अगरणी थी इस सवमवत की सथापना सन 1849 म की गई परारमि म रोचडल सवमवत म इगलणड क

बनकर तथा अनय बरोजगार यिक सवममवलत थ यह सवमवत उस समय अवसतति म आई जब

औदयोवगक िावनत क कारण कई कशल कारीगर बरोजगारी एि गरीबी स गरसत हो गए थ ऐस समय

म रोचडल सटोर को परारमि करन क वलए सिी सदसयो स काफी कवठनाई क उपरानत बहत िोटी

(अटठाइस पौड) धनरावश एकवतरत की गई रोचडल सवमवत क सटोर पर किल आिशयक खादय

िसतए एि मोमबवततया बची जाती थी सवमवत न पिण म विफल हई सहकारी सवमवतयो क अनििो

स सबक वलया एि ईमानदारी स अपनी ससथा का सचालन वकया पररणामसिरप किल तीन माह

क उपरानत सवमवत म उपलबध सामगरी की सची म िवदध की गई रोचडल सवमवत अपनी उछच

गणितता िाली िसतओ क वलए शीघर परवसि हो गई इगलणड म यह सवमवत अनय सहकारी सवमवतयो

क मधय एक आदशण सवमवत क रप म सथावपत हई रोचडल सहकारी सवमवत की विचारधारा पर

विशव म फल गई और ितणमान समय म दवनया िर क 100 दशो म लगिग 700 वमवलयन सहकारी

सवमवतया ह

सयकत राषटर अमररका म सहकारी सवमवतयो की सथापना िषण 1752 स परारमि हई परारमि म

अमररका म यह सहकारी सवमवतया वकसानो क वहत एि लाि हत सथावपत की गई धीर-धीर फरास

जमणनी सिीडन अफरीका क दशो िारत तथा एवशया क अनय दशो म िी उपिोकता सहकारी सगठन

सथावपत हए

1133 िाित म उपिोिा आनदोलन का इकरतहास

िारत एक समदध ऐवतहावसक पषठिवम का राषटर ह िारत क कई कशल परशासको क शासन काल म

परजा क वहतो की रकषा शासको का परमख उततरदावयति था कशल परशासक अपनी परजा की िलाई

हत उनकी सामावजक एि आवथणक गवतविवधयो पर वनयतरण रखत थ उस काल क बाजारो मवडयो

पर िी िारतीय शासको का वनयतरण रहता था वयापार पर कई वनयम तथा परवतबनध थ वजनक

माधयम स उपिोकताओ क वहतो की रकषा की जाती थी िारत क कई पराचीन अविलखो म यह

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िवणणत ह वक राजा िारा राजय एि परजा पर वकस विवध स शासन वकया जाए इन अविलखो म

उपिोकता सरकषण को काफी महति वदया गया ह मन वसमवतयो म िी नीवत सगत वयापाररक परथाओ

का उललख वकया गया ह मन न वयापाररयो की आचरण सवहता एि दोषी वयापाररयो को वदए जान

िाल दणडो क विषय म िी उललख वकया ह मन न वमलािट क सनदिण म कहा ह वक एक िसत वजस

म वकसी अनय िसत की वमलािट की गई हो को शदध िसत क रप म नही बचा जाना चावहए वकसी

खराब िसत को उछच गणितता िाली िसत क रप म नही बचा जाना चावहए पराचीन काल म सिी

िसतओ का मलय राजा िारा वनधाणररत वकया जाता था मन समवत म उपिोकता समबनधी सिी विषयो

का परिािशाली हल उपलबध ह इनम स कि विषयो क काननी पकष आज िी परासवगक ह

उपिोकता सरकषण क उदाहरण कौवटलय अथणशासतर म िी वदए गए ह कौवटलय राजा चनिगपत मौयण क

गर एि मागणदशणक थ चनिगपत क शासन काल म उततम वयापाररक परथाओ का अनसरण वकया जाता

था जस िसतओ को किल बाजार म (पवनया शाला) म ही बचा जा सकता था न की उनक उदगम

सथल पर बाजार म वयापारी को वििय हत लायी गई िसत की गणितता मातरा तथा मलय क विषय

म समबवनधत अवधकारी को सवचत करना पड़ता था तथा इस सचना का लखा-जोखा रखा जाता था

सिी वयापाररयो क वलए िसत वििय करन हत आजञापतर अवनिायण था बाहरी वयापाररयो क वलए

राजय म वयापार करन स पिण अनमवत परापत करना अवनिायण था इस काल म एक िावणजय वनरीकषक

सिी िसतओ का थोक मलय वनधाणररत करता था खादय पदाथण म वमलािट करन िालो क वलए दणड

का परािधान था तथा जन सिासथय की यथा सिि सरकषा की जाती थी शासक का उततरदावयति था

वक िह परजा को दोषपणण परथाओ एि वमलािटी पदाथो स सरकषा परदान कर साथ ही िसतओ को

उवचत मलय पर उपलबध कराए

दवकषण िारत क करल राजय म मनाया जान िाला तयौहार ओनम इस तथय को दशाणता ह वक राजा

महाबवल क शासन काल म परजा का वहत सिोपरर था एि परजा का वकसी िी रप म शोषण नही

वकया जाता था

िारत क मधयकालीन इवतहास म िी उपिोकता सरकषण शासको क वलए कम महतिपणण नही था

अललाउददीन वखलजी क शासनकाल म बाजार पर शासक का कठोर वनयतरण था अनाज जसी

दवनक उपिोग की आिशयक िसत का मलय सलतान सिय वनधाणररत करत थ

िारत म अगरजो क शासन काल म िी उपिोकता आनदोलन एि उपिोकता सरकषण की वदशा म कि

परयास वकए गए वबरवटश काल म िारत क कानन ततर म अितपिण पररितणन आए इस काल म परथम

बार िारत जो वक कई िोट-िोट राषटरो म बटा था वबरवटश शासन क अधीन एक बड़ राषटर क रप म

उिरा वबरवटश कालीन िारत का कानन समपणण राषटर पर लाग था वबरवटश सरकार न उपिोकताओ क

वहतो की वदशा म कि महतिपणण वनयम पाररत वकए जस

दी इवनडयन कानरकट एकट 1930

दी इवनडयन पीनल कोड 1860

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डरग एि कासमवटक एकट 1940

यह वनयम उपिोकता को सरकषण परदान करन क वलए पाररत वकए गए इन वनयमो क अतगणत सबस

महतिपणण सलस ऑफ गडस एकट लगिग पचास साल तक उपिोकताओ को सरकषण परदान करन

िाला एकमातर विधयक था राषटरवपता महातमा गाधी एि अनय नताओ न िी उपिोकताओ क वहतो

क वलए कायण वकए गाधी जी एि उनक सहयोवगयो न नमक जसी आिशयक िसत पर कर लगान का

विरोध वकया डाडी माचण क िारा आम जनता को यह सदश वदया गया वक नमक जसी आिशयक

िसत का वनमाणण सिय घर पर िी वकया जा सकता ह खादी एि सिदशी आनदोलन िी िसतर उतपादन

म दशिावसयो को आतमवनिणर बनान की वदशा म वकया गया एक परयास था इन परयासो स गाधीजी

आम जनता म यह जागरकता लाना चाहत थ वक िारत म वबरवटश शासन िारतीयो क साथ वयापार

पर वदए जान िाल कर पर वनिणर करता ह यह विचार वक उदयोग उपिोकता मजदर अशधारक तथा

समाज क परवत उततरदायी ह सिणपरथम गाधी जी िारा वदया गया गाधी जी कहत थ वक ldquoएक

उपिोकता सबस महतिपणण आगतक ह िह हम पर वनिणर नही करता अवपत हम उस पर वनिणर करत

ह िह हम अपनी सिा करन का अिसर दकर हम पर उपकार करता हrdquo अमररका उपिोकता

समथणक रॉलफ नाडर न गाधी जी को उनक इन विचारो क वलए वक ldquoवयापाररक औदयोवगक उपिमो

को उपिोकता की सिा करनी चावहएrdquo तथा ldquoउपिोकता को उदयोगो स इस सिा की अपकषा रखनी

चावहए ldquo क वलए उपिोकताओ का सबस बड़ा पकषधर कहा ह विनोबा िाि एि जयपरकाश

नारायण गाधी जी क विचारो क परबल समथणक थ

िारत म उपिोकता आनदोलन की वदशा म 1960 का दशक बहत महतिपणण ह उपिोकताओ क िारा

परवतरोध का एक उदाहरण 1960 क दशक म पवशचम बगाल कषतर स ह बगाल म उस समय मिली

जसी दवनक उपिोग की िसत क दामो म अतयवधक िवदध हई सरकारी परयासो स िी वसथवत म कोई

पररितणन नही आया ऐसी वसथवत म उपिोकताओ न सगवठत होकर सिय परयास वकए तथा मिली

िय करना बनद कर वदया उनक इस सगवठत परयास का वयापक असर हआ तथा मजबर होकर

वििताओ को मिली क दाम कम करन पड़

उपिोकता आनदोलनो की वदशा म 1960 क दशक म कि ससथाओ की िी सथापना की गई जस

गायतरी चरीटबल रसट थननािवलल गजरात यह ससथा 1960 म अवसतति म आई तथा आज िी

उपिोकता वहतो क वलए कायणरत ह

बमबई वसविल रसट (बी0 सी0 टी0) ससथा 1963 म बमबई क कि अगरणी नागररको िारा परारमि

की गई वजनम परमख थ समाजशासतरी शरी ज0 बबारा शरी ज0 आर0 डी0 टाटा शरी ज0 ज0 िािा

शरी एन0 िावडया आवद फयर रड परवकटवसस ऐसोवसएशन (1966) ससथा बाद म काउनसल फॉर

फयर वबजनस परवकटवसस क नाम स जानी गई इन सिी ससथाओ को अपकषाकत अवधक सफलता

परापत नही हो पाई

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िह ससथा वजसन उपिोकता आनदोलन क कषतर म सराहनीय परयास वकए एि सफलता परापत की नौ

गहवणयो िारा परारमि की गई थी यह ससथा ldquoकनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ इवनडया (सी0 जी0

एस0 आई0)rdquo क नाम स िषण 1966 म अवसतति म आई शरीमती लीला जोग इस ससथा की परथम

ससथापक अवधकारी थी यह ससथा उस समय अवसतति म आई जब दश म सख ि यदध क कारण

आिशयक िसतओ की िारी कमी हो गई थी ऐसी वसथवत म वयापारी बड़ पमान पर जमाखोरी

कालाबाजारी तथा वमलािट कर रह थ ससथा की नौ मवहलाओ न जनता को अपन वहतो की रकषा

क वलए जागरक वशवकषत एि सगवठत करन का कायण वकया इन मवहलाओ न बठको एि गोवषठयो क

सथान पर उतपादो की गणितता की जाच की जान की माग की मवहलाओ न माग की वक खादय पदाथण

जस दध तल चाय मसाल आवद का गणितता सतर जानन हत परयोगशाला म जाच एि परीकषण

वकया जाए िसतओ क परीकषणो क पररणामो स वयापारी नागररक तथा सरकार सिी परिावित हए

ससथा क परयासो क फलसिरप िसतओ को आई0 एस0 आई0 मानको क अनरप होना तथा

उतपादो हत आई0 एस0 आई0 सटीवफकशन परापत करना अवनिायण वकया गया अगल चरण म

ससथा न उपिोकताओ की वयवकतगत वशकायतो का वनसतारण करन की वदशा म कायण वकए ससथा क

उतकि कायो क कारण काउवनसल ऑफ फयर वबजनस परवकटवसस न इनह अपन परामशण बोडण का

सथाई सदसय वनयकत वकया

कनजयमर ऐजकशन एणड ररसचण सनटर (सी0 ई0 आर0 सी0) इस ससथा की सथापना िषण 1978 म

अहमदाबाद म की गई मनिाई शाह इसक परबनधक रसटी थ यह ससथा एक सामावजक आनदोलन

एि काननी वििाद क उपरानत अवसतति म आई यही िह समय था जब अदालत सामावजक

कायणकताणओ तथा सामावजक सगठनो क मददो एि विचारो पर िी धयान दन लगी थी परायः

सामावजक कायणकताण उन कमजोर वयवकतयो क मदद अदालतो तक पहचात थ जो सिय अपन वहतो की

रकषा करन म अकषम थ इस ससथा न आरमि स ही उपिोकता अवधकारो की रकषा हत अदालतो एि

काननी ततर की सहायता ली ससथा क पास सिय का पसतकालय कमपयटर कनि तथा परीकषण

परयोगशालाए ह ससथा क िारा खादय पदाथण औषवधयो तथा घरल उपकरणो का परीकषण िी वकया

जाता ह िसत परीकषणो क पररणाम परकावशत वकए जान की वदशा म िी इस ससथा िारा परयास वकए

गए ह िारत म यह सबस परबल उपिोकता सगठन ह उपिोकता सरकषण की वदशा म इस ससथा न

सराहनीय परयास वकए ह

आइए कि अभयास परशनो को हल करन का परयास कर

अभयास परशन 1

सतय अथिा असतय बताइए

1 उपिोकता आनदोलन गमिीर उपिोकता समसयाओ का वनिारण नही करत

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2 अपटोन वसनकलर न अपनी पसतक ldquoदी जगलrdquo म मास पवकग उदयोग की कवमयो को उजागर

वकया

3 बमबई वसविल रसट ससथा की सथापना सन 1963 म की गई ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 सहकारी सवमवतयो का परारमि सिणपरथम म हआ

2 दवकषण िारत क करल राजय का तयौहार परशासक क उततम एि शोषण मकत शासन को दशाणता ह

3 ससथा क अनसार उतपादो हत आई0 एस0 आई0 सटीवफकशन

परापत करना अवनिायण वकया गया

114 भारत म उपभोतता आनदोलन को परोतसाहन दन वाल कारक उपिोकता आनदोलन उपिोकता क वहतो की रकषा हत चलाए जात ह उपिोकता िगण एक असगवठत

समह ह उपिोकता आनदोलनो का यह उददशय होता ह वक बाजार म परचवलत दोषपणण परथाओ का

विरोध वकया जाए तथा उपिोकता क अवधकारो एि वहतो की रकषा हो िारत म उपिोकता आनदोलन

को परोतसावहत करन िाल कारक वनमनवलवखत ह

िसतओ की बढ़ी हई कीमतमहगाई

बाजार म उपिोकता उतपादो की कमी

आिशयक िसतओ की कमी

कालाबाजारी

जमाखोरी

वमलािट

वनमन गणिकता िाली िसतए

दोषपणण िार एि माप

भामक विजञापन

उपिोकता समह म बढ़ती जागरकता

जागरकता एि वशकषा क कारण उपिोकता की अपकषाओ म िवदध

उपिोकता सगठनो क वनयोवजत परयास

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115 उपभोतता सारकषर बढ़त औदयोगीकरण वयापार एि िावणजय क कारण िवशवक सतर पर बाजार क आकार तथा उपिोग

िसतओ म सखया तथा परकार की बहत अवधक िवदध हई ह उतपादक िसतओ क उतपादन म निीन

तकनीको एि पदाथो का उपयोग कर रह ह ि अपन उदयोग िारा वनवमणत उतपादो की वबिी को बढ़ान

हत बड़ सतर पर विजञापनो को परचार माधयम बनात ह वजसक बार म आप पिण की इकाइयो म

जानकारी ल चक ह कई बार यह विजञापन उपिोकता को पणण सतय स अिगत नही करात तथा

भामक होत ह उतपादक िगण सिय क उतपाद को सिणशरषठ वसदध करन का हर सिि परयास करता ह

ितणमान यग म िसतओ की उतपादन तकनीक म िावतकारी पररितणन आए ह उतपादन उपिम का

परतयक चरण सफल परबनधन का उदाहरण ह ितणमान म उतपादक अवधक जागरक एि सगवठत ह

इसक विपरीत उपिोकता िगण असगवठत ह ि एक समय म बहत कम मातरा म िसत िय करत ह

उपिोकता को जवटल उतपादन परविया क विषय म अवत अलप जानकारी होती ह कई बार उपिोकता

क वलए सचना का एकमातर माधयम विजञापन होत ह जो िी सचना उनह विजञापनो क माधयम स परापत

होती ह ि उस ही समपणण सतय मान लत ह और वििता स उसी िसत की माग करत ह वििता किी

िी अपन उतपादो क दोषो को उजागर नही करत ह बाजार म एक ही िसत क कई बराड बहत

अवधक सखया म उपलबध ह ऐस म उपिोकता भवमत हो जाता ह वक कौन-स बराड की िसत सिणशरषठ

ह जो िह िय कर सकता ह उपिोकताओ को िसतओ क सही मलय तथा गणितता क विषय म िी

अलप जानकारी होती ह ऐस म सिि होता ह वक िसत क उतपादन म घवटया एि हावनकारक पदाथो

का परयोग वकया गया हो आवथणक रप स कमजोर उपिोकता िगण क वलए यह वसथवत अवधक

सोचनीय ह इन पररवसथवतयो म उपिोकता क अवधकारो की रकषा करना अतयनत महतिपणण ह

उपिोकता सरकषण स उपिोकताओ को बाजार की दोषपणण परथाओ दोषयकत उतपादन ठगी भामक

परचार आवद का विरोध करन का एक माधयम वमलता ह

उपिोकता सरकषण क अनतगणत ि सिी अवधवनयम एि ससथाए आत ह जो अपिोकता क अवधकारो

की रकषा करत ह साथ ही नयायपणण वयापाररक वयिसथाओ एि परवतसपधाण को िी बढ़ािा दत ह

उपिोकता सरकषण हत वनयमकानन इस परकार बनाए जात ह वक उदयोग एि बाजार म धोखाधड़ी एि

अनयायपणण वयिसथाओ पर रोक लगायी जा सक इसक माधयम स समाज म कमजोर एि शोवषत

िगण को बाजार म वयापत धोखाधड़ी क वखलाफ अवतररकत सरकषा परदान की जा सकती ह उपिोकता

सरकषण कानन क माधयम स उपिोकता बाजार म ठगी एि धोखाधड़ी क विरदध काननी लड़ाई लड़

सकता ह उपिोकता सरकषण कानन सरकार िारा बनाए गए िह अवधवनयम अथिा मानक ह वजनका

उददशय उपिोकताओ क अवधकारो की रकषा करना ह उदाहरण क वलए सरकार उदयोगपवतयो को

बाधय कर सकती ह वक िह अपन उतपाद क वनमाणण म परयकत सिी कछची सामगरी एि िसतओ की

विसतत जानकारी सािणजवनक कर यह कदम सरकार िारा उपिोकता क सिासथय एि सरकषा को धयान

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म रखत हए वलया जाता ह उपिोकता सरकषण क वलए कई सरकारी गर-सरकारी ससथाए एि

सियसिी ससथाए कायणरत ह बाजार म विविनन कमपवनयो क मधय परवतसपधाण िी उपिोकता वहतो की

परतयकष या अपरतयकष रप म रकषा करती ह फमो क मधय परवतसपधाण क कारण िसतओ की गणितता म

परायः सधार आता ह

1151 उपिोिा सिकषण की करदशा म सिकािी परयास

उपिोकता सरकषण हत सरकार िारा कई परयास वकए जात ह जस

सपधाण वनमाणण करिाना

बाजार म िसतओ की कीमत वनधाणररत करना

िसतओ का बाजार म वितरण वनयवनतरत करना

उपिोकता क वहत क वलए िसतओ का परीकषण करिाना

उपिोकता वहत हत शोध कायण

उपिोकता वहताथण महतिपणण सचनाए जन सचार माधयमो िारा परसाररत करिाना

आपातकाल म राशवनग और मलय वनयतरण

सिासथय और नवतकता की दवि स हावनकारक िसतओ क वििय पर परवतबनध

िसतओ का शरणीकरण एि परमाणीकरण

उपिोकता का शोषण करन िालो क वलए दणड का परािधान

िसतओ को बनान म परयकत सामगरी एि उपयोग क विषय म िसतओ पर लबल लगाना

अब हम उपिोकता सरकषण हत सरकार िारा बनाए गए कि अवधवनयमो की चचाण करग

उपिोिा सिकषण हत सिकाि दवािा बनाए गए कछ महतवपणय अकरधकरनयम

ककरष उतपाद शरणीकिण व बाजाि अकरधकरनयम 1937 (Agricultural Product

Marketing Act 1937)

यह अवधवनयम िषण 1937 म पाररत हआ इस अवधवनयम को िषण 1986 म पनः सशोवधत वकया

गया इस अवधवनयम क िारा कवष एि अनय उतपादो को शरणीकरण एि अक परदान वकए जात ह

यह अवधवनयम समपणण िारत म समान रप स लाग ह कवष उतपादो क अनतगणत वनमनवलवखत

उतपादो को सवममवलत वकया गया ह

सिी कवष एि उदयान उतपाद

सिी खादय पदाथण

सिी पय पदाथण

ऊन तथा जानिरो की खाल िारा वनवमणत उतपाद

इस अवधवनयम क अनतगणत िसतओ को उनकी गणितता क वलए शरवणया परदान की जाती ह जो

एगमाकय क नाम स िी परचवलत ह कवष मतरालय क गरामय विकास वििाग का बाजार एि वनरीकषण

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वनदशालय कवष उतपाद (शरणीकरण एि बाजार अवधवनयम) 1937 को वियावनित करन क वलए

उततरदायी ह एगमाकण लबल क अनतगणत िसत का नाम शरणी एि अवधकार वचहन सवममवलत ह

एगमाकण का वचहन यह दशाणता ह वक िसत की गणितता िारत सरकार क बाजार एि वनरीकषण

वनदशालय क सतर क अनरप ह अब तक 205 विविनन िसतओ हत एगमाकण सतर उपलबध ह

िाि एव माप अकरधकरनयम (Standards of Weights and Measures)

सिततरता स पिण िारत क विविनन राजयो म िसतओ क िार एि माप की कई परणावलया परचवलत थी

पर दश म िार एि माप परणाली म एकरपता लान की दवि स िषण 1939 म िार सतरीकरण

अवधवनयम पाररत वकया गया परत वितीय महायदध परारमि हो जान क कारण इस विधयक पर विशष

धयान नही वदया जा सका यह विधयक पहली बार सन 1942 म परिाि म आया इस विधयक क

अनतगणत िार एि माप की दोनो ही परणावलया जस

िारतीय तोल परणाली तोला सर एि मन तथा अगरजी तोल परणाली पौड कनटल एि टन का

परचलन पर दश म था इस अवधवनयम क अनतगणत टकसाल अवधकारी िारा िजन तयार वकए गए

तथा सिी राजयो म वितररत कराए गए आरमि म यह परयोग िारत क कि बड़-बड़ शहरो म ही

वकया गया इसी तरह िारतीय मानक ससथान (Indian Standard Institute ISI) का उदय

हआ

सतरीकत िार एि माप विधयक 1956 क परािधानो क अनरप िार एि माप की मवरक परणाली स

राषटर परथम बार अकटबर 1958 म पररवचत हआ इसक साथ ही परानी िार माप परणाली समपणण

राषटर स पणणतः हटान स पिण और दो िषो क वलए अगरसाररत की गई अकटबर 1960 स मवरक

परणाली दश म परचलन म आयी अपरल 1962 स मवरक परणाली को समपणण दश म अवनिायण कर

वदया गया इस परणाली क अनतगणत िजन वकिनटल वकलो और गराम म वकया जाता ह तोल

वमलीलीटर और लीटर और माप सनटी मीटर और मीटर म होती ह

औषकरध एव कौमकरटकस अकरधकरनयम 1940 (Drug and Cosmetics Act 1940)

यह अवधवनयम समपणण राषटर म लाग ह इस अवधवनयम क अनतगणत सिी आयिवदक वसदधा एि

यनानी औषवधया सवममवलत ह िह औषवधया वजनका उपयोग रोग क परीकषण उपचार एि उनमलन

म वकया जाता ह अथिा वजन औषवधयो का उपयोग मानि तथा पशओ िारा वकया जाता ह क

वलए यह अवनिायण ह वक िह सथावपत मानको तथा सतरीकत फामणलो क अनरप हो इस

अवधवनयम म कौसमवटकस क अनतगणत ि सिी पदाथण आत ह जो मानि शरीर पर लगाए विड़क

अथिा सपर वकए जात ह इन पदाथो का उपयोग सिछिता एि सौनदयणिधणन हत वकया जाता ह इस

अवधवनयम को कई बार सशोवधत वकया गया ह यह अवधवनयम िषण 1955 1960 1962 1964

1972 1995 एि 2008 म सशोवधत वकया गया ह इस अवधवनयम का उददशय ह

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सिी औषवधयो एि कौसमवटकस का आयात उतपादन एि वििय लाईसनस क माधयम स

वनयवतरत वकया जाए

औषवधयो एि कौसमवटकस की वबिी किल योगय वयवकतयो िारा की जाए

वनमन गणितता िाली औषवधयो की वबिी परवतबवनधत की जाए

ऐलोपवथक (Allopathic) एि अनय परकार की औषवधयो क वलए ldquoडरग टवकनकल

ऐडिाईजरी बोडणrdquo (Drug Technical Advisory Board DTAB) एि ldquoडरग कनसलटवटि

कवमटीजrdquo (Drug Consultative Committees DCC) सथावपत करना

इस अवधवनयम क अनसार बाजार म वबकन िाली औषवधयो एि कौसमवटकस पर लबल लगाना

अवनिायण ह लबल पर वनमन समसत सचनाओ का होना आिशयक ह जस

औषधी म वमलाए गए सिी रसायन

उपयोग विवध

मातरा

वनमाणण वतवथ

औषधीकौसमवटक कब तक उपयोग म लाया जा सकता ह की जानकारी

खादयानन करमलावट परकरतबनध अकरधकरनयम 1954 (Prevention of Food

Adulteration Act 1954)

यह अवधवनयम िषण 1954 म खादय पदाथो म वमलािट की रोकथाम हत पाररत वकया गया ितणमान

म यह अवधवनयम पर िारत म परिािशाली ह यह अवधवनयम 1 जन 1955 स लाग वकया गया

इस अवधवनयम िारा सिी परकार क िोजय पदाथो हत नयनतम सतर वनधाणररत वकया जाता ह िषण

1968 और 1973 म इस अवधवनयम म सशोधन वकया गया इस अवधवनयम क मखय उददशय ह

विषल एि दोषयकत खादय पदाथो स उपिोकता की रकषा करना

वनमन गणितता िाली खादय िसतओ की वबिी परवतबवनधत करना

बाजार म परचवलत दोषपणण परथाओ स उपिोकता वहतो की रकषा करना

इस अवधवनयम म खादय पदाथण की पररिाषा क अनतगणत सिी खादय पदाथण पय पदाथण एि जल को

सवममवलत वकया गया सिी परकार क पदाथण वजनह िोजय िसतओ म वमलाया जाता ह तथा सिी

परकार क फलिररग पदाथण एि मसाल इस अवधवनयम की पररवध म आत ह

अडलरनट (Adulterant) िह पदधाथण होता ह वजसका उपयोग खादय पदाथो म वमलािट हत वकया

जाता ह इस अवधवनयम क अनतगणत वकसी िी िोजय पदाथण को वनमनवलवखत पररवसथवतयो म

वमलािटी माना जा सकता ह

यवद वििता िता िारा मागी गई िसत क सथान पर कोई अनय िसत वििय करता ह

यवद शदध िसत म वकसी अनय िसत की वमलािट की गई ह जो वक शदध िसत की गणितता को

परिावित करती ह

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यवद शदध िसत म पणण अथिा आवशक रप स ससती अथिा घवटया िसत की वमलािट की गई

हो

यवद शदध िसत म स कोई पदाथण पणणतः अथिा आवशक रप स हटा वदया गया हो तथा इसस

िसत की गणितता परिावित होती हो

यवद िसत की पवकग या रख-रखाि असिछिकर पररवसथवतयो म वकया गया हो वजसक कारण

शदध िसत सिासथय क वलए हावनकारक वसदध हो

यवद खादय पदाथण सिय सड़ा गला हो

यवद पदाथण बीमार जानिर स परापत वकया गया हो

यवद िसत की पवकग हावनकारकजहरील पकट म की गई हो

यवद खादय िसत म वकसी परवतबवनधत परररकषक (Preservative) का उपयोग वकया गया हो

अथिा अनमोवदत परररकषक का परयोग मानको स अवधक मातरा म वकया गया हो

कनिीय सरकार न खादयानन सतरो को परमावणत करन क वलए कनिीय खादय सतरीकरण सवमवत

(Central Committee for Food Standards) कनिीय खादयानन परयोगशाला (Central Food

Laboratory) आवद की सथापना की ह कनि सरकार अथिा राजय सरकार िारा सािणजवनक

विशलषक (Public Analyst) एि फड इसपटर की वनयवकत िी विजञवपत क माधयम स की जाती ह

फड इसपकटर खादय पदाथण स समबवनधत वकसी िी परवतषठान स खादय पदाथो क नमन ल सकता ह

तथा उनह परयोगशाला म परीकषण हत सािणजवनक विशलषक क पास िज सकता ह फड इसपकटर

खादय पदाथण क उतपादन म सलगन वकसी िी सथान का वनरीकषण कर सकता ह जस िोजनालय खादय

पदाथो क गोदाम आवद इस अवधवनयम क अनतगणत दोवषयो क वलए सजा का िी परािधान ह

एकाकरधकाि औि करनयकररत वयापाि अकरधकरनयम 1969 (Monopolistic and

Restrictive Trade Practices Act 1969)

यह अवधवनयम 1969 म लाग वकया गया अवधवनयम का मखय उददशय ह वक अथणवयिसथा का

सचालन किल आवथणक रप स सकषम कि वयवकतयो तक ही सीवमत होकर न रह जाए इस

अवधवनयम िारा एकावधकार एि वनयवतरत वयापार परणाली को हटाया जाता ह यह अवधवनयम जमम-

कशमीर राजय को िोड़कर पर दश म लाग ह यह अवधवनयम किल कनि सरकार क वदशा वनदशो

पर ही सरकारी कमपवनयो सरकारी उपिमो वनगमो वयापार सघ कमणचारी सघ पजीकत सहकारी

सवमवत तथा वकसी आवथणक ससथान पर वियावनित वकया जा सकता ह

आवशयक वत अकरधकरनयम 1955 (Essential Commodities Act 1955)

यह अवधवनयम 1955 म पाररत वकया गया तथा यह अवधवनयम समपणण िारत म लाग ह इस

अवधवनयम क अनतगणत परािधान ह वक सरकार सामानय जनता क वहत को धयान म रखत हए कि

आिशयक िसतओ क उतपादन आपवतण एि वितरण को वनयवतरत कर सकती ह इस अवधवनयम का

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उददशय ह वक िसतओ वक आपवतण यथाित बनी रह साथ ही उपिोकता को उवचत मलय पर िसतओ

का उवचत वितरण सिि हो इस अवधवनयम की शवकत का परयोग करत हए मतरालय कनिीय सरकार

क विविनन वििागो को आदश पाररत करत ह वजसस आिशयक िसतओ क उतपादन वितरण

गणितता एि आिाजाही को वनयवतरत वकया जा सक इस अवधवनयम की शवकत िारा राजय सरकार

कई आिशयक िसतओ जस अनाज खादय तल दाल शककर आवद क वयापार पर वनयतरण रखती

ह समय-समय पर कनि सरकार राजय सरकार िारा वलए गए वनणणयो एि परयासो पर नजर रखती ह

आिशयक िसतओ की सची म उललवखत िसतओ का िी समय-समय पर पनवनणरीकषण वकया जाता

उपिोिा सिकषण अकरधकरनयम 1986 (Consumer Protection Act 1986)

यह अवधवनयम 15 अपरल 1987 को लाग वकया गया यह अवधवनयम जमम-कशमीर राजय को िोड़

कर पर दश म लाग ह यदयवप इस अवधवनयम स पिण िी िारत म कई अनय अवधवनयम बन थ वजनक

माधयम स उपिोकता क वहतो की रकषा की जा सकती थी परनत वफर िी उपिोकता क वहत म इस

अवधवनयम की आिशयकता महसस की गई यह आिशयक था वक वमलािटी एि वनमन गणितता

िाली िसतओ तथा सिाओ का विरोध करन म उपिोकता सकषम हो एि उनक वहतो की रकषा हो यह

वबल 5 वदसमबर 1986 म लोक सिा म परसतत वकया गया उपिोकता सरकषण अवधवनयम का मखय

उददशय ह वक उपिोकता वहतो एि अवधकारो को और अवधक सरवकषत वकया जा सक उकत उददशय हत

उपिोकता काउनसल एि अनय परिािशाली ससथाओ की सथापना की जाए जो उपिोकता वििादो का

वनसतारण कर यह अवधवनयम वनमनवलवखत परकार स उपिोकताओ क अवधकारो की रकषा करता ह

उपिोकता को जीिन एि समपवत क वलए हावनकारक िसतओ क विरदध सरकषा परापत हो

उपिोकता को अनयाय पणण वयापाररक परथाओ क विरदध सरकषा परापत हो साथ ही िसत की

गणितत मातरा शदधता सतर एि मलय क विषय म पणण जानकारी परापत करन का अवधकार हो

यह सवनवशचत करन का अवधकार हो वक उस िसत उवचत मलय पर परापत हो रही ह

अपनी बात मददो की सनिाई का अवधकार तथा यह सवनवशचत करन का अवधकार वक विविनन

फोरम म उपिोकता वहतो को उवचत महति वदया जाएगा

अनयायपणण वयापाररक परथाओ एि शोषण की दशा स मवकत एि मआिजा परापत करन का

अवधकार हो

उपिोकता वशकषा का अवधकार हो

इस अवधवनयम क अनतगणत परािधान ह वक उपिोकता वििादो का वनसतारण शीघर वकया जाए

उपिोकता सरकषण अवधवनयम को िषण 1991 1993 एि 2002 म सशोवधत वकया गया ह

िाितीय मानक सथानआई0 एस0 आई0 (Indian Standard Institute ISI)

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वबरवटश शासन काल क अवनतम वदनो म राषटर क सामन राषटर नि वनमाणण का महतिपणण उततरदावयति

था ऐस समय म इवनसटटयशन ऑफ इनजीवनयसण िारत न एक ऐसी ससथा क सविधान का वनमाणण

वकया जो राषटरीय सतरो का वनमाणण कर सक इसक उपरानत उदयोग एि आपवतण वििाग

(Department of Industries and Supplies) िारा 3 वसतमबर 1946 को एक जञापन वनगणत

वकया गया वजसक माधयम स िारतीय मानक ससथान (आई0 एस0 आई0) की सथापना हई यह

ससथान 6 जनिरी 1947 म अवसतति म आया

परारवमिक िषो म आई0 एस0 आई0 न अपना धयान किल िसतओ क सतरीकरण समबनधी

गवतविवधयो पर कवनित वकया ससथा का मखय उददशय यह था वक आम जनता को अछिी गणितता

िाली सतरीकत िसतओ का लाि परापत हो आई0 एस0 आई0 सटीवफकशन माकण सकीम एकट

1952 क अनतगणत आई0 एस0 आई0 िसतओ पर सटीवफकशन माकण परदान करन का कायण परारमि

कर वदया गया िषण 1955-56 स आई0 एस0 आई0 न उतपादको िारा वनवमणत उतपादो को िारतीय

मानको क अनरप होन पर उनह लाइसस परदान करन का कायण परारमि वकया यह ससथा औदयोवगक

उतपादो हत गणितता समबनधी मानक वनधाणररत करती ह वकसी िी िसत पर आई0 एस0 आई0 वचहन

यह दशाणता ह वक िसत सथावपत िारतीय मानको क अनरप ह आई0 एस0 आई0 वचहन िोजय

पदाथो कवष इलकरॉवनक तथा सिाद की िसतओ पर अवकत वकया जाता ह परमावणत िसतए वनमन

म स वकसी एक शरणी की होती ह

ऐसी िसतए जो अवधकाश उपिोकताओ िारा परतयकष रप स खरीदी जाती ह

ऐसी िसतए जो सरवकषत तथा सिसथ िातािरण की दवि स महततिपणण ह

आई0 एस0 आई0 सटीवफकशन माकण की आिशयकताओ को पणण करन क वलए िषण 1963 म एक

कनिीय परयोगशाला की सथापना की गई

आई0 एस0 आई0 िारा सतर वनधाणरण का कायण वकसी िी सरकारी अधयादश िारा वनयवतरत न होन

क कारण 26 निमबर 1986 को इस आशय स ससद म एक वबल परसतत वकया गया इस वबल क

कारणिश 1 अपरल 1987 म िारतीय मानक बयरो बी0 आई0 एस0 (Bureau of Indian

Standards BIS) अवसतति म आया उस समय तजी स पररिवतणत होत हए सामावजक-आवथणक

पररिश म राषटरीय मानक ससथान का सशवकतकरण आिशयक एि महतिपणण परतीत होन लगा था

इस उददशय की पवतण हत ही िारतीय मानक बयरो की सथापना की गई बी0 आई0 एस0 न पिणवनवमणत

ससथा आई0 एस0 आई0 क सिी उततरदावयति कायण कमणचारी एि समपवतत का अवधगरहण वकया

यह पररितणन इस आशय स वकया गया वक उपिोकता को उवचत सतर एि गणितता की िसत का लाि

परापत हो सक साथ ही उपिोकताओ का राषटरीय सतर वनमाणण एि वियानियन म अवधकावधक

योगदान हो

िारतीय मानक बयरो क उददशय वनमनवलवखत ह

परमावणकता का विकास वचवहनकरण एि गणितता सवटणवफकशन

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सतरीकरण एि गणितता वनयतरण को निीन ऊजाण पदान करना

राषटरीय िवदध विकास उतपादन एि वनयाणत क अनरप राषटरीय नीवत वनमाणण तथा सतरो को

पहचान वदलाना

बी0 आई0 एस0 क मखय कायण ह

िसतओ क वलए सतरो का वनमाणण

सटीवफकशन

परयोगशाला सिाए

अनतराणषटरीय गवतविवधया

उपिोकता समबनधी गवतविवधया

परवशकषण गवतविवधया

सचना उपलबध करना

सतरो का वििय एि परकाशन

ति करनमायण

बी0 आई0 एस0 िारा 14 परमख कषतरो हत सतर वनधाणररत वकए जात ह जस रसायन खादय एि कवष

वसविल विदयत इलकरॉवनकस परोल कोयला एि समबवनधत उतपाद सिासथय एि असपताल

आयोजन िसतर उदयोग जनसचार अवियावतरकी एि उतपादन तथा जल 31 माचण 208 तक बी0

आई0 एस0 िारा 18424 सतर परदान वकए जा चक ह बी0 आई0 एस0 राषटरीय पराथवमकता एि

आिशयकता क आधार पर सतर वनमाणण करती ह बी0 आई0 एस0 उतपाद सटीवफकशन योजना

ऐवछिक ह परनत उपिोकता क सिासथय एि सरकषा को धयान म रखत हए उपिोग की 68 िसतओ

हत इस अवनिायण कर वदया गया ह अपन उतपाद हत बी0 आई0 एस0 सटीवफकशन परापत करना उन

विदशी उतपाद वनमाणताओ क वलए अवनिायण ह जो िारत क साथ वयापार करना चाहत ह

सटीवफकशन कायण हत बी0 आई0 एस0 की कल 8 परयोगशालाए ह इन परयोगशालाओ म विविनन

िसतओ क परीकषण की सविधा उपलबध ह

1152 उपिोिा सिकषण म गि-सिकािी परयतन

उपिोकता सरकषण की वदशा म सरकारी ससथाओ एि परयतनो क साथ-साथ कई गर-सरकारी ससथाए

िी कायणरत ह यह ससथाए उपिोकता क वहतो एि अवधकारो की रकषा करन क वलए कायण करती ह

यह गर-सरकारी ससथाए जनता क कलयाण हत कायण करती ह एि इनम स अवधकाश ससथाए वकसी

लाि की इछिा स कायण नही करती इनह उपिोकता सगठन (Consumer Organisation) क नाम

स िी जाना जाता ह यह ससथाए मखय रप स उपिोकताओ को उनक अवधकारो क परवत जागरक

करन का कायण करती ह इसक वलए यह वनमन कायो पर विशष बल दत ह

मावसक पवतरकाओ एि अनय पसतको का परकाशन करत ह

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यह सगोवषठयो एि कायणशालाओ का आयोजन करत ह

उपिोकताओ को वशवकषत करत ह वजसस ि सिय की सहायता करन म सकषम हो

मवहलाओ को उपिोकतािाद क विषय म विशष रप स जागरक करत ह

िारत म कई गर-सरकारी उपिोकता सगठन सथावपत हो चक ह इनम कि परमख वनमन ह

िॉइस नई वदलली

कॉमन कॉज नई वदलली

कनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ इवडया सी0 जी0 एस0 आई0 ममबई

अवखल िारतीय गराहक पचायत ममबई

कनाणटक कनजयमर सविणसज सोसायटी बगलौर

कनजयमर ऐसोवसएशन कोलकाता

अभयास परशन 2

सतय अथिा असतय बताइए

1 उतपादक िगण सगवठत एि जागरक ह 2 उपिोकता सरकषण हत सरकार सपधाण का वनमाणण करिाती ह

3 एगमाकण वचहन सिी कवष उतपादो पर नही लगाया जाता ह 4 मवरक परणाली स राषटर सिणपरथम िषण 1942 म पररवचत हआ

5 औषवध एि कौसमवटकस अवधवनयम क अनतगणत किल आयिवदक औषवधया सवममवलत ह

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 अवधवनयम िषण 1954 म खादय पदाथो म वमलािट की रोकथाम

हत पाररत वकया गया

2 अवधवनयम िारत म वयापार कषतर म एकावधकार पर वनयतरण हत पाररत

वकया गया

3 राषटरीय सतरो क वनमाणण हत की सथापना िषण 1949 म हई

116 सारााश इस इकाई क अधययन क उपरानत आप यह जान गए होग वक उपिोकताओ को बाजार म शोषण स

बचान क वलए एि उनक वहतो की रकषा क वलए उपिोकता सरकषण आिशयक ह इस वदशा म

उपिोकता आनदोलन उपिोकताओ िारा वकए गए सगवठत एि सवनयोवजत परयास ह यह आनदोलन

उपिोकताओ की गमिीर समसयाओ क वनिारण हत वकए जात ह पवशचमी विकवसत दशो म उपिोकता

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आनदोलन मखय रप स औदयोवगक िावनत क पररणामो क फलसिरप परारमि हए विशव उपिोकता

आनदोलन म बीसिी शताबदी म दो परमख वयवकतयो रॉलफ नाडर एि पिण अमररकी राषटरपवत जॉन0

एफ0 कनडी न अपना महतिपणण योगदान वदया राषटरपवत कनडी न उपिोकता को पररिावषत वकया

तथा कनजयमर वबल ऑफ राइटस परसतत वकए उपिोकता इवतहास म सहकारी सवमवतयो का िी

महतिपणण योगदान ह सिी सहकारी सवमवतयो म रोचडल सोसायटी फॉर इकिीटबल पाइनीयसण एक

अगरणी पथ परदशणक सहकारी सवमवत थी

पराचीन िारत का इवतहास यह वसदध करता ह वक उपिोकता वहतो की रकषा करना शासन का महतिपणण

उततरदावयति था वबरवटश शासन काल म िारत एक बड़ राषटर क रप म उिरा तथा समपणण िारत म

एक कानन वयिसथा लाग की गई वबरवटश सरकार न उपिोकताओ क वहतो एि वयापार की दवि स

कई महतिपणण वनयम पाररत वकए िारतीय उपिोकता आनदोलन म राषटरवपता महातमा गाधी का

मागणदशणन एि योगदान बहत महतिपणण ह िषण 1966 म ldquoकनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ

इवनडयाrdquo ससथा अवसतति म आयी तथा इस ससथा न उपिोकता सरकषण हत कई उतकि कायण वकए

ितणमान पररिश म िी अवधकाश उपिोकता असगवठत ह तथा उनह परिािशाली उपिोकता सरकषण

वनयमो की आिशयकता ह उपिोकता सरकषण की वदशा म ितणमान म कई महतिपणण अवधवनयम

पाररत वकए गए ह कि गर-सरकारी ससथाए िी उपिोकताओ को जागरक करन क कायण म वनरतर

परयासरत ह

116 पाररभाषिक शबदावली उपिोिा िह वयवकत जो िसतओ एि सिाओ का उपिोग करता ह

उपिोिा सिकषण उपिोकता क वहतो एि अवधकारो की रकषा करना

उपिोिा आनदोलन उपिोकता क वहतो की रकषा हत उनक िारा वकए सगवठत एि सवनयोवजत

परयास

सहकािी सकरमकरतया सिावयति परजातावनतरक ससथाए वजनकी कि लोग एकजट हो कर समान

आवथणक सामावजक एि सासकवतक आिशयकताओ की पवतण हत सथापना करत ह

औदयोगीकिण उदयोग या वयिसाय म विसतार

करमलावट शदध िसत म वकसी अनय वनमन गणितता िाली िसत को वमलाना

117 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

सतय अथिा असतय बताइए

1 असतय

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2 सतय

3 सतय

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 इगलणड 2 ओनम

3 कनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ इवडया

अभयास परशन 2

सतय अथिा असतय बताइए

1 सतय

2 सतय

3 असतय

4 असतय

5 असतय

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 खादयानन वमलािट परवतबनध अवधवनयम (पी0 एफ0 ए0)

2 एकावधकार एि वनयतरण वयापार अवधवनयम

3 आई0 एस0 आई0 (ISI)

119 सनदभण गरनथ सची 1 Bureau of Indian Standards The National Standard Body of India

wwwbisorginbis_originasp

2 Bureau of Indian Standards Purpose and objectives of BIS

www bisorginorgobjbtm

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4 Robert N Mayer Consumer movement Blackwell Encyclopedia of

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5 A Rajndra Prasad Historical evolution of consumer protection and law in

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6 Bettadalli C Neelakanta An assessment of the need for effective

consumer organization in India amp Japan within the wider concept of

globalization VRF series No 408 2006

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 244

7 Sanjay Kaptan Consumer movement in India Issues and Problems fight

for rights Sarup and sons 8 सरसिती िमाण एि आशा दशपाणड पाररिारक वितत मधय परदश वहनदी गरनथ अकादमी 1987

1110 ननबनधातमक परशन 1 विशव सतर पर उपिोकता आनदोलन क इवतहास क विषय म समझाइए

2 उपिोकता इवतहास म सहकारी सवमवतया क योगदान क विषय म वलवखय

3 गाधी जी िारा उपिोकता क वहतो क कौन-कौन स कायण वकए गए

4 कनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ इवनडया पर वटपपणी वलवखए

5 उपिोकता सरकषण हत िारत सरकार िारा वनधाणररत वकनही दो अवधवनयमो क विषय म वलवखए

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खणड 4

गह सिकषा एव उपयोग

इकाई 12 घर की दखभाल एवा सरकषा 121 परसतािना

122 उददशय

123 घर की सिछिता

1231 धल

1232 गतण

1233 बाहय कारक

124 घर म असिछिता क कारण

125 घर की सिछिता समय अनसची

126 सफाई क वलए आिशयक साधन

127 सिछिक अविकमणक

1271 गह सिछिता म उपयोगी पॉवलशिीम बनान की विवध

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 246

1272 विविनन धातओ को साफ करन की विवध

128 घरल कीट एि कीट वनयनतरण

129 साराश

1210 पाररिावषक शबदािली

1211 अभयास परशनो क उततर

1212 सनदिण गरनथ सची

1213 वनबनधातमक परशन

121 परसतावना एक परचवलत कहाित ह वक सफाई सबस बड़ा धमण ह यह िासतविक अथो म सतय ह वक घर चाह

वकतना िी आलीशान हो तथा घर क िीतर यवद महगी तथा आधवनक सख-सविधा की िसतए एि

मनोरजन क सामान इतयावद उपवसथत हो परनत यवद घर म सिछिता नही ह तो यह ििि एि साज-

सजजा वयथण ह इसक विपरीत एक सामानय घर वजसम िल ही महगा सामान न हो यवद सिछि ह तो

यह गह परबनधक क ससकारी एि सवयिवसथत होन का परमाण ह वकसी िी घर की सनदरता घर को

सिछि रखन म ही वनवहत ह सिछि घर वयवकत क वचतत को सफवतण आननद एि उतसाह स िर दता

ह सिछि घर म रहन िाल सदसय परायः बीमारीयो स दर रहत ह सिछिता किल सनदरता अथिा

उततम सिासथय स ही नही जड़ी ह अवपत सिछिता रखन स घर की चीजो को िी नकसान नही

पहचता ह एक ससवजजत एि सवयिवसथत घर इसम रहन िाल सदसयो की सविधाओ और आराम

म िवदध करता ह घर को साफ सथरा एि सिी परकार क दोषो स मकत रखना गह परबनधक मातर का

ही कायण नही ह बवलक यह सिी पररिारजनो की एक साझा वजममदारी ह वजसका वनिणहन उततम

परकार स वकया जाना चावहए घर की समवचत दखिाल एि सगवठत करन का एक सीधा वसदधानत ह

वक परतयक सदसय अपन कायो को समझ िसतओ को उपयोग क बाद उस यथाित सथान पर रख द

एि घर की सिछिता म गह परबनधक को अपना योगदान द इस परकार स गह परबनधक वबना वकसी

तनाि क घर की दखिाल सवयिवसथत रप स कर पाएगा और घर सजीि हो उठगा

122 उददशय सिछिता हमारी सभयता का आधार ह वकसी िी राषटर की सामावजक एि आवथणक उननवत सिछिता

पर वनिणर करती ह सिछि घर स सिछि समाज का वनमाणण होता ह परसतत इकाई क अधययन स

आप

सिछिता और मानवसक एि शारीररक सिासथय क अनतसबध को जान पाएग

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घर एि आस पास क िातािरण को सिछि रखन क महति को जानग

असिछिता एि आवथणक हावन म अनतसबध को समझग

हावनकारक घरल कीट एि कीट वनयतरण की जानकारी लग तथा

सिछिता म सहायक उपकरणो क बार म जान पाएग

आइए इकाई का आरमि कर

123 घर की सवचछता घर की सफाई करना एक अवत आिशयक परनत नीरस कायण ह यवद सिछिता कायणिम क माधयम स

सफाई कायण को बाट वदया जाए और आधवनक परकार क सिछिता उपकरणो और विवधयो को

अपनाया जाए तो यह कायण रवचकर परतीत होता ह वकसी िी परकार की सिछिता कयो आिशयक ह

तथा सिछिता न रखन स कया हावन सिि ह यवद हम इस पर विचार करग तो पाएग वक सिछिता

सिासथय एि सनदरता दोनो क वलए ही अवनिायण ह हमार सिासथय का परतयकष सबध हमार आसपास

तथा घर की सिछिता स ह य गनदगी हमार घरो म वकस रप एि परकार म होती ह आइए जान

1231 धल

धल हिा म उपवसथत कण होत ह जो िसतओ की सतह पर एकवतरत हो जात ह धल क कण वमटटी

रत तिचा बाल मल-मतर एि अनय परदषक क बन हए हो सकत ह य कण िार म हलक होत ह

और िायमणडल म तरत हए वकसी सतह पर बठ जात ह वजसक कारण आपन सफाई करत समय

यह अनिि वकया होगा वक झाड़त समय धल उड़कर परायः एक िसत स दसरी िसत क ऊपर

आसानी स बठ जाती ह धल को झाड़कर वहलाकर बरश कपड़ अथिा झाड़न की सहायता स साफ

वकया जा सकता ह इसक अवतररकत आप िकयम कलीनर मशीन का परयोग िी कर सकत ह धल

िकयम कलीनर क िीतर आकर जमा हो जाती ह जमा हई धल को साफ करत समय यह परयास

वकया जाना चावहए वक यह वबखर नही और एक सतह स दसरी सतह पर जमा न होन पाए धल

झाड़नसाफ करन का कायण एक सिछि एि कोमल कपड़ स वकया जाना चावहए

1232 गतय

यवद नमी वचकनाई इतयावद क कारण धल की एक मोटी परत बन गई हो तो इस धल की परत को

गतण कहा जाता ह आपन अनिि वकया होगा वक यह धल की अपकषा िारी होती ह और िाय म उड़

नही सकती इस साफ करन म अपकषाकत अवधक समय लगता ह इस वनमन म स वकसी िी एक

परकार स साफ वकया जा सकता ह

गमणगनगन पानी म साबन वमलाकर बनाए गए घोल स सतह को साफ वकया जा सकता ह

कि विशष परकार क अविकमणक जस सोडा अमोवनया अथिा साबन या बाजार म उपलबध

अविकमणको की सहायता स िी गतण को साफ वकया जा सकता ह

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गतण क ऊपर या साथ म कोई बाहय कारक हो तो उस बाजार म उपलबध पॉवलश या सिछिक

आवद स साफ वकया जा सकता ह

1233 बाहय कािक

उपरोकत क अवतररकत अनय बाहय कारक जस खादय कण जक इतयावद िी गनदगी का रप ह इस

परकार की गदगी सिासथय क वलए अतयनत हावनकारक ह

सिाई की आवशयकता घर क सिछि होन का परतयकष सबध वनमन कारको स ह

शारीररक एि मानवसक सिासथय

उतपादकता

रोगो स सरकषा

परसननवचतत पाररिाररक िातािरण

सिछिता वयवकत की अछिी आदतो एि अनशासन का परवतवबमब ह धल गतण तथा अनय बाहय

कारको स घर को सिछि रखा जाना अवत आिशयक ह यह किल घर क अछिा वदखाई दन तक

ही सीवमत नही ह अवपत हमारा सिासथय िी हमारी सिछिता की आदतो पर वनिणर करता ह गतण क

कण सिय म कई परकार की बीमारीया फलान िाल कीटाणओ को समावहत वकए हए होत ह धल

कई परकार की बीमाररयो की िाहक ह यह विशष रप स आख नाक कान गला और फफड़ो क

सिासथय क वलए हावनकारक ह धल गतण वजस िसत पर बठी हो उस िसत क खराब होन की

आशका िी बढ़ जाती ह

आइए अब घर म असिछिता क कारणो पर चचाण कर

124 घर म असवचछता क कारर घर म असिछिता क वनमन कारण हो सकत ह

पराककरतक कािण

धल कण एि िाय म उपवसथत कारक

िषाण क जल म उपवसथत असिछि कारक

घर म उपवसथत जीि-जनत जस चह कॉकरोच विपकली मवकखया चीटी खटमल मछिर

आवद क कारण उपवसथत गनदगी

मानवकत कािक

मल मतर बाल कफ थक इतयावद आधवनक सनदिण म इसम ई-िसट (E-waste) को िी

सवममवलत वकया गया ह

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ई-वट (E-waste) इलकरॉवनक िसट अथाणत बकारपरान हो चक इलकरॉवनक उपकरण

इलकरॉवनक िसट को इलकरॉवनक कचरा िी कहा जाता ह इसका तातपयण ऐस सिी विदयत चावलत

उपकरणो स ह वजनका बकार टटा-फटा पराना वनषटपरयोजय होन क कारण पररतयाग कर वदया गया

हो यवद इनह पनचणवित (Recycle) न करक ऐस ही फ क वदया जाए तो यह पयाणिरण और मानि

सिासथय क वलए अतयनत हावनकारक वसदध हो सकत ह ई-िसट की परकवत ldquoजविक रप स

अपघवटत न हो सकन िाल (Non-biodegradable) उतपाद क रप म होती ह ई-िसट को

सामानय कड़ की िावत वनसताररत नही वकया जाना चावहए यह कई दशो म परवतबवनधत िी ह इसका

वनसतारण पनचणिण िारा ही सिि ह

बाहय कािक

खान की जठन

कपड़ धोन नहान आवद कायो क िारा

लकड़ी क चलह लकड़ी ईधन आवद जलान स

रददी कागज कपड़ की कतरन विदयत उपकरण आवद क कारण

साफ-सफाई जस सवबजयो की िीलन अनाज साफ करन स उतपनन

आग बढ़न स पिण आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 हिा म उपवसथत कण होत ह जो िसतओ की सतह पर एकवतरत हो

जात ह

2 इलकरॉवनक िसट (ई-िसट) असिछिता का एक कारक ह

3 ई-िसट का वनसतारण िारा ही सिि ह

125 घर की सवचछता समय अनसची घर की साफ-सफाई का उततरदावयति एकमातर गहणी का नही ह यह घर क परतयक सदसय का कतणवय

ह वक िह घर को सिछि रखन म यथा सिि योगदान द सफाई करत समय यवद वनमन वबनदओ पर

धयान वदया जाए तो सफाई का कायण आसान हो जाता ह

घर म यथासिि कम स कम गनदगी फलानी चावहए इसक वलए यह आिशयक ह वक वजस

सथान स सामान उठाया गया ह उस यथाित रख वदया जाए कड़ा हमशा कड़ादान म ही डालना

चावहए

सफाई की आदत घर क परतयक सदसय म होनी चावहए

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सिछिता बनाए रखन क वलए परमपरागत साधनो क साथ-साथ आधवनक साधनो का िी परयोग

करना चावहए य सविधाजनक होन क साथ-साथ परिािशाली िी होत ह उदाहरण क वलए राख

क सथान पर बाजार म वमलन िाल बतणन धोन क साबन इतयावद स बतणन धोना या फशण को

विसिवमत करन क वलए फलोर कलीनर का परयोग करना

कड़ा जविक एि अजविक दो िागो म बाट दना चावहए जविक का तातपयण खान की जठन

सवबजयो क विलक इतयावद ऐस पदाथो स ह जो सिय अपघवटत हो जात ह इनह यथा सिि

अलग-अलग एकतर वकया जाना चावहए यह पयाणिरण सरकषण की ओर एक अछिा परयास ह

सफाई करन म काम आन िाल समसत साधनो एि उपकरणो को िी कायण समपणण हो जान क बाद

सिछि वकया जाना आिशयक ह

सफाई बनाए रखन क वलए यह आिशयक ह वक आलसय वबलकल न वकया जाए वजस सथान पर

गदगी वदख उसका ततकाल वनिारण कर दना चावहए इस परकार गदगी को और फलन स बचाया

जा सकता ह

हम यह धयान रखना चावहए वक आज क समय म मलररया हजा डग जसी बीमाररयो को यवद

समय पर वनयवतरत न वकया जाए तो य महामारी का रप ल लती ह और अवधक समय बीतन पर

इनका वनयतरण कर पाना एक दषटकर कायण हो जाता ह इसस बहत अवधक जनहावन की सिािना

रहती ह य बीमाररया कड़-करकट गनदगी म पनप मछिरो क कारण जनम लती ह अतः घर क

बाहर एि िीतर सिछिता बनाए रखना परतयक नागररक का कतणवय होना चावहए

आधवनक समय म ई-िसट एक जिलनत समसया ह इसका सरल समाधान पनचणिण म वनवहत ह

अतः विदयत उपकरणो क परान एि वनषटपरयोजय हो जान पर उनह ऐस ही इधर-उधर न फ क कर

सबवधत कमपनीएजनसी को पनचणिण हत अिशय द दना चावहए

घर की उवचत दखिाल सफाई सिछिता एि सरकषा एक बहत जवटल कायण ह इसम विविध परकार

क कायण अनतवनणवहत होत ह इन विविध कायो क उवचत समपादन क वलए कौशल योगयताए और

अवििवतया तथा घर क सिछिता िम का वितरण सवममवलत ह आपन अनिि वकया होगा वक

कि कायण आपको दवनक रप स करन पड़त ह जस धल साफ करना झाड़ लगाना पोिा लगाना

इसक अवतररकत कि कायण हम दवनक रप स नही करत ह या नही कर पात ह जस जाल हटाना

पदचादर बदलना घर क सामान वकताब जत कपड़ बतणन आवद वयिवसथत करना बाथरम

आवद की सफाई करना आवद यह कायण तब वकए जात ह जब गह परबनधक क पास समय हो या

सापतावहक अिकाश क वदन या माह म एक बार परतयक वदन घर क परतयक िाग की सफाई कर पाना

सिि नही ह

घर की सिछिता की समय अनसची वनमन रप म होनी चावहए

दवनक

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सापतावहक

मावसक

िावषणक

सामवयक

इन पर विसतत चचाण कर

दकरनक वचछता

िस तो घर क अलग-अलग कमरो जस बठक शयन ककष रसोई लॉबी सनानघर शौचालय

आगन इतयावद की सफाई परवतवदन की जानी चावहए परनत यह वयिहार म सिि नही ह इसक

सथान पर झाड़ लगाना धल पोिना पोिा लगाना और घर की चीजो को वयिवसथत कर यथाित

रख दना दवनक सिछिता कायणिम ह दवनक सफाई क उदाहरण ह वबसतर झाड़कर साफ करना

समटना रसोई की सफाई जठ बतणन धोना झाड़ लगाना पोिा लगाना इतयावद

सािाकरहक सिाई

समयािाि क कारण जो सफाई रोज नही की जा सकती ह िह सपताह क अत म अथिा अिकाश क

वदन की जा सकती ह दीिार म लग मकड़ी क जाल वखड़की दरिाजो रक अलमारी म जमी धल

गनदगी की सफाई फनीचरकारपट वखसकाकर साफ करना कपड़वबसतरिसतओ को धप वदखाना

बलब पख कलर वफरज ए0सी0 माइिोिि तथा रसोईघर क अनय उपकरणो आवद की साफ-

सफाई सापतावहक सिछिता कायणिम क अनतगणत आत ह

माकरसक सिाई

घर की ऐसी सिी िसतए और सथान जो दवनक अथिा सापतावहक सिछिता कायणिम स िवचत रह

जात ह उनकी सफाई माह म एक बार अिशय की जानी चावहए पजा घर िडार गह बरामद ित

रजाई-गदद क किर पद दरी कारपट िाटर वफलटर पानी की टकी की िहद सफाई आवद इसक

अनतगणत आत ह

वाकरषयक सिाई

िषण म एक बार पर घर की सफाई होना अवत आिशयक ह इसस घर क अनदर उपवसथत परतयक

परकार की गनदगी असिछि कारक और बीमारी फलान िाल कीटाणजीिाण नि हो जात ह इसस

घर न किल आकषणक वदखाई दता ह बवलक रोग मकत िी बन जाता ह परायः हमार दश म तयौहारो

जस दीपािली ईद होली गणश उतसि ओनम आवद पर पर घर की सफाई की जाती ह सफाई क

साथ-साथ फनीचर तथा अनय सबवधत सामानो म पट िावनणश रग-रोगन इतयावद िी कराया जाता

ह साथ ही घर म कीट वनयतरण िी वकया जाता ह वजसस घर वकसी िी परकार क हावनकारक कीट

जीि-जनतओ स मकत हो जाता ह

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सामकरयक वचछता

हम अपनी आिशयकता एि समय उपलबधता क अनसार दवनक सापतावहक मावसक एि िावषणक

सिछिता समय अनसची का अनसरण करत रहत ह परनत दवनक जीिन म किी-किी विशष

अिसर जस बछच का जनम नामकरण वििाह मडन जनमवदन िषणगाठ इतयावद ऐस सअिसर आ

जात ह जब सफाई एि सवयिसथा अवत आिशयक हो जाती ह इसक अवतररकत घर म वकसी वयवकत

की गिीर असिसथता सिामक रोग तथा मतय होन की वसथवत म िी सफाई आिशयक हो जाती ह

इस परकार की सिछिता को आकवसमक या सामवयक सिछिता कहा जाता ह

126 सफाई क भलए आवशयक साधन ऐसी सतह जो सामानय स अवधक असिछि हो या वजस पर परायः दाग-धबब लगत रहत हो को

किल पानी की सहायता स या झाड़-पोि कर साफ नही वकया जा सकता ह इसकी सफाई हत

किी-किी बनजीन सानि अमलो वगलसरीन बोररक ऐवसड एलकोहॉल नीब सोडा या कि विशष

परकार क रसायनो क सवममशरण का परयोग वकया जा सकता ह रसोईघर शौचालय तथा अनय

वनयवमत रप स परयोग म आन िाल सथानो की सिछिता इसक अनतगणत आती ह सफाई क वलए

आजकल बाजार म कई परकार क उपकरण उपलबध ह वजनम स कि मखय उपकरणो क बार म

आग चचाण की गई ह

बरश यह कई परकार होत ह

कारपटदरी बरश

जता बरश

बॉटल बरश

कपड़ साफ करन हत बरश

फशण साफ करन हत बरश

सनानगहशौचालय साफ करन हत बरश

पज सपज पराकवतक अथिा कवतरम हो सकत ह कवतरम रप स बनाए गए सपज रबर सलयलोज

अथिा विनायल क होत ह सपज सफाई करन का एक बहतरीन साधन ह इसम असखय विि बन

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होत ह वजसस सफाई करना आसान होता ह सफाई हो जान क बाद सपज को साफ करना एि

सखाना िी आसान होता ह

झाड़ यह सफाई करन का सिाणवधक लोकवपरय साधन ह यह मलय म कम परनत अतयवधक उपयोगी

साधन ह झाड़ कई परकार क हो सकत ह झाड़ क बाल वजनह रशो क नाम स जाना जाता ह कई

परकार की सामगरी स वनवमणत हो सकत ह झाड़ को सविधाजनक तरीक स पकड़न क वलए इसम एक

हनडल लगा होता ह हनडल की लमबाई उपयकत होनी चावहए तावक सफाई करन िाल वयवकत को

अवधक झकना न पड़

झाड़न झाड़न कई परकार क होत ह

फशण झाड़न हत

घर म रख फनीचर सामान इतयावद की सतह साफ करन हत

इसक अवतररकत महग एि नाजक विदयत उपकरणो जस टी0िी0 कमपयटर लपटॉप मोबाइल

कमरा इतयावद की सतह पर जमी धल एि गनदगी को साफ करन क वलए अवत कोमल रश

िाली झाड़न िी बाजार म उपलबध ह

टील का कोया इस सामानय िाषा म जना िी कहा जाता ह सटील का कोया सतह पर जमी

कड़ी धल वचकनाई गनदगी को साफ करन म विशष रप स सहायक होती ह यह अलग-अलग

मोटाई म उपलबध ह वजस आिशयकतानसार उपयोग म लाया जा सकता ह इसका उपयोग

अवधकतर पतील कढ़ाई तिा इतयावद पर जमी वचकनाई एि खादय कणो को साफ करन क वलए

वकया जाता ह

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बालटीमग सफाई करन िाल सथान पर पानी ल जान एि सतह पर पानी डालत हत बालटी एि मग

का परयोग वकया जाता ह

पाइप आगन बरामद अथिा िाहन की सिछिता हत अवधक मातरा म पानी की आिशयकता

पड़ती ह वजस बालटी की सहायता स ल जाना असविधाजनक होता ह अतः पाइप को पानी क नल

स जोड़ दन पर कम पानी म िी सविधाजनक तरीक स सफाई की जा सकती ह

डट पन सफाई करत समय सतहफशण पर पड़ कड़ धल कचर आवद को उठान क वलए इसका

परयोग वकया जाता ह यह पलावसटक अथिा धात का बना होता ह वजसम हणडल लगा होता ह

मौप (पोछा) फशण की साफ-सफाई म य विशष रप स लािकारी होत ह आधवनक समय म कई

परकार क पोि उपलबध ह जो विदयत चावलत अथिा हसत चावलत दोनो परकार क हो सकत ह

सफाई हो जान क बाद इनह सविधाजनक तरीक स साफ वकया जा सकता ह

वकयम कलीनि यह आधवनक समय म सफाई हत उपयोग वकया जान िाला सिाणवधक लोकवपरय

उपकरण ह यह विदयत मोटर चावलत होता ह इसकी सहायता स फशण फनीचर गददो कारपट पद

एि अनय परकार की सतहो पर जमी धल को साफ वकया जा सकता ह िकयम कलीनर िारा िीतर

खीची गयी धल एक थली म एकतर होती रहती ह िकयम कलीनर का उपयोग करत समय इस बात

का विशष धयान रखा जाना चावहए वक कोई बड़ी एि कठोर िसत जस पतथर बड़ कागज धात

आवद इसक िीतर न जाए अनयथा इस उपकरण क खराब होन का िय रहता ह

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127 सवचछक अभभकमणक यवद आप अपन घर पर रखी अलग-अलग िसतओ को दख तो पाएग वक घर म रखी हर िसत जस

वकताब पवनटग फनीचर गलदसता बतणन कारपट सिी की सतहो को साफ वकए जान क तरीक

विनन-विनन ह और सिी को अलग-अलग परकार स साफ वकए जान की आिशयकता ह बाजार म

अनक परकार क अविकमणक उपलबध ह जो वनमनित ह

साबन एि िावशग पाउडर

राख

वशकाकाई

वसरका

नीब

सोडा

करोसीन

वमथाइलटड वसपरट

अलसी का तल

अमोवनया

बनजीन या बजोल

हाइडरोकलोररक एवसड

ऑकजवलक एवसड

बलीच

उपरोकत क अवतररकत कई बार गनदगी िरी सतह को साफ करन क वलए पॉवलश का िी परयोग वकया

जाता ह पॉवलश का परमख कायण गनदगी हटाकर सतह को सिछि चमकीला और आकषणक बनाना

ह बाजार म कई परकार की िीमपॉवलश उपलबध ह परनत इनह घर म िी आसानी स बनाया जा

सकता ह

अभयास परशन 2

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वनमन को सवकषपत म पररिावषत कीवजए

1 सपज

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2 िकयम कलीनर helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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3 सिछिक अविकमणक

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1271 गह वचछता म उपयोगी पॉकरलशिीम बनान की करवकरध

धात को वचछ किन की िीम इस दो तरीको स बनाया जा सकता ह

पहली विवध वनमनित ह

िॉवशग पाउडर- 1 िाग

मारबल डसट- 2 िाग

दोनो को वमलाकर वकसी सख वटन क वडबब म सगरवहत वकया जा सकता ह

दसरी विवध वनमन परकार ह

िॉवशग पाउडर- 1 िाग

सफदा- 1 िाग

ईट का चरा या राख- 1 िाग

उपरोकत सिी सामगरी को अछिी परकार वमलाकर सख वडबब म डालकर सगरवहत कर

चादी की वतओ को साि किन हत िीम

डाईएटोमाइट- 48 िाग

डाईगलाइकॉल सटीएरटस- 7 िाग

सोडा ऐश- 1 िाग

राई सोवडयम फॉसफट- 1 िाग

पानी- 7 िाग

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लौग का तल- 05 िाग

विवध डाईगलाइकॉल सटीएरट और पानी को 65 वडगरी सवलसयस पर गमण वकया जाता ह जब तक

एक समान वमशरण परापत न हो जाए शष सिी सामगरी को इसम वमलाकर एक पसट बनाकर िीम की

तरह परयोग वकया जा सकता ह

िनीचि पॉकरलश

अलसी का तल- 2 िाग

टरपनटाईन- 1 िाग

वमथाइलटड वसपरट- 1 िाग

विनगरवसरका- 1 िाग

विवध उपरोकत सिी सामगरी को एक साथ वमलाकर वकसी बोतल म डाल और िली परकार स

वमलाए

िनीचि िीम

साबन कतरा हआ- 1 टबलसपन

पानी- 1 कप

बी-िकस (मोम कतरा हआ)- 2 टबलसपन

सफद मोम (कतरा हआ)- 1 टबलसपन

टरपनटाइन- 1 कप

मोम को एक कटोर म डाल और इस टरपनटाइन स िली-िावत ढक द इस कटोर को पानी स िर

बतणन म रखकर गमण कर साबन को पानी म घोलकर मोम िाल बतणन म डाल इस वमशरण को िीम

का रप लन तक फ ट इस िीम की सहायता स फनीचर अथिा चमड़ की सतह को साफ करक

चमकाया जा सकता ह

1272 करवकरिनन धातओ को साि किन की करवकरध

सिछिता की दवि स धातओ को दो िागो म बाटा गया ह

कोमल सतह जस एलयवमवनयम चादी इनमल एि वटन

कठोर सतह जस लोहा सटील बरास सटनलस सटील

सतह वकसी िी परकार की हो उस साफ करन क वलए वनमन चरणो का पालन कर

1 पानी एि कपड़ की सहायता स धल पोि

2 गमण पानी और साबन की सहायता स सतह पर लगी वचकनाई साफ कर

3 धात पर लगी जक इतयावद को उपयकत सिछिक स साफ कर

4 पानी स िली-िावत धोए और सखा द

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5 िीम अथिा पॉवलश को सतह पर लगाकर वकसी कोमल कपड़ की सहायता स धीर-धीर रगड़

सफाई करन स पहल सिी साधनो को एक सथान पर एकतर कर ल और सफाई हो जान क बाद उस

सथान को अछिी परकार स साफ कर तथा अपन हाथो को िी िली-िावत धोकर विसिवमत कर ल

आपन विविनन परकार की िीम पॉवलश एि सफाई सबवधत अविकमणको क विषय म पढ़ा अब

इनक उपयोग स दवनक जीिन म काम आन िाली धातओ को कस साफ वकया जा सकता ह इसक

विषय म आइय जान

1 कासा कासा ताबा तथा वजक धातओ क वमशरण स बनता ह इसका उपयोग रसोईघर म खाना

बनान िाल बतणनो तथा साज-सजजा क उपसाधन जस मवतणयो गलदान या सजािट की सामगरी

क रप म होता ह कास क बतणन अमल स विया करक ताब क लिण का वनमाणण करत ह जो

सिासथय क वलए हावनकारक ह इस परकार कास क बतणन बदरग ि िदद वदखाई पडत ह इस

परकार स वनवमणत लिण को नीब क रस वसरक या इमली क रस स रगड़कर साफ वकया जा

सकता ह इस साफ करन क बाद पानी स धोकर इसम िीम लगाई जा सकती ह बाजार म बरासो

िीम उपलबध ह यहा पर धयान दना अवनिायण ह वक िीम का उपयोग साज-सजजा सबधी

िसतओ को चमकान क वलए परयोग वकया जाना चावहए रसोईघर क वजन बतणनो का उपयोग

खाना बनान क वलए वकया जा रहा हो उन पर िीम का उपयोग लािकारी नही ह ताब स बनी

सिी िसतओ की सफाई िी इसी परकार स की जा सकती ह

2 चादी चादी एक कोमल धात ह चादी की सतह को साफ रखन क वलए यह आिशयक ह वक

उस वनयवमत रप स साफ वकया जाए चादी को साफ करन क वलए एलयवमवनयम क एक बड़

बतणन म पानी नमक और बवकग सोडा 1 चममच परवत लीटर डालकर उबाल सतह साफ हो जान

पर इस साबन वमवशरत गमण पानी स धोकर साफ कर ल और सािधानी पिणक सखा ल

3 एलयकरमकरनयम इस सामानयतया सटील क कोय अथिा नीब वसरका या इमली क पानी आवद

की सहायता स साफ वकया जा सकता ह

4 लोहा लोह को गमण पानी तथा साबन क वमशरण स साफ वकया जा सकता ह लोह स बनी

िसतओ पर जक लगन की सिािना होती ह इसस बचन क वलए इन पर पट तल आवद की परत

चढ़ा दी जाती ह और यह परयास वकया जाता ह वक काम हो जान क बाद इस नमी स बचाया जा

सक

5 टील सटील को साफ करना बहद सरल ह इस गमण पानी एि साबन क घोल मातर स ही साफ

वकया जा सकता ह

6 बोन चाइना बोन चाइना क बतणन पानी एि हलक साबन क घोल स बहत सरलता स साफ वकए

जा सकत ह

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7 पलाकरटक पलावसटक बहउपयोगी एि बहआयामी ह हमार दवनक जीिन म टथबरश स लकर

पन कमपयटर आवद म इसका परयोग होता ह माइिोिि अिन क बढ़त परचलन क कारण

पलावसटक की उपयोवगता रसोईघर म िी काफी बढ़ गई ह पलावसटक की चीज साफ करन म

आसान होती ह परनत मसालो तल क दाग आवद लग जान पर इनकी सफाई करना कवठन हो

जाता ह इन दाग धबबो को िॉवशग सोडा या वसरक की सहायता स साफ वकया जा सकता ह

सामानयतया इनह गमण पानी एि साबन क घोल की सहायता स ही साफ वकया जाता ह

8 शीशा शीश अथिा काच क बतणनो को सामानयतया गमण पानी और हलक साबन क घोल िारा

ही साफ वकया जा सकता ह परनत शीश जस घर एि कार की वखड़वकयो इतयावद को हलक नम

अखबार अमोवनया वमथाइलटड वसपरट मसलीन क कपड़ इतयावद की सहायता स साफ वकया

जा सकता ह

9 लकड़ी लकड़ी स सिणपरथम धल आवद को साफ वकया जाना चावहए कवठन दागो को गमण पानी

तथा साबन क घोल की सहायता स साफ वकया जा सकता ह यवद दागधबब परान और जम हए

हो तो सनड पपर स रगड़ कर साफ वकए जा सकत ह ततपशचात इसम िीमपॉवलश लगाकर साफ

वकया जाता ह

128 घरल कीट एवा कीट ननयातरर घर म उपवसथत सिी जीि-जनत वजनकी उपवसथवत घर क माहौल को असविधाजनक परदवषत

अनाकषणक तथा रोग सिावित बना सकती ह इस शरणी म आत ह इनक कि उदाहारण ह जस

मकखी मछिर चह विपकली कॉकरोच फगस या काईसीलन आवद जसा वक पहल िी बताया

जा चका ह वक असिछि या गदगी िर िातािरण म य कीटजीि-जनत बहत तजी स बढ़त ह य

हमार घरल सामान को नकसान तो पहचात ही ह साथ ही हमार सिासथय क वलए िी हावनकारक

होत ह कि परमख कीट वजन पर वनयतरण पाना अवत आिशयक ह वनमनित ह

मकखी मकखी वदखन म बहत िोटी परनत एक हावनकारक जीि ह मकखी टॉयफाइड हजा

टी0बी0 दसत आवद बीमाररया फलाती ह यह रोगी वयवकत क मल मतर थक इतयावद पर बठकर

बीमारी क कीटाणओ को एक सथान स दसर सथान पर पहचाती ह

इन पर वनमनित रप स वनयतरण पाया जा सकता ह

कड़कड़दान को हमशा ढककर रख तथा वकसी िी परकार की गनदगी को खला न िोड़

खान-पीन का हर सामान ढक कर रख

बाजार म उपवसथत इलवकरक फलाई वकलर या करोसीन क तल क विड़काि िारा इन पर

वनयतरण पाया जा सकता ह

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मचछि िारत म पाई जान िाली मछिर की परजावतयो म मखय ह ऐनॉवफवलस जो मखयतया

मलररया फलाती ह तथा कयलकस मलररया क अवतररकत डग रकतालपता पलीहा सबधी रोग िी

मछिरो स फलत ह मछिर अपन अड पानी म दत ह इनक जीिन चि की आरवमिक अिसथा

का अवधकाश िाग पानी म वयतीत होता ह अतः यह आिशयक ह वक मछिरो को उनकी जीिन

चि की परारवमिक अिसथा म ही समापत वकया जाए मछिरो स बचाि क वलए वनमन बातो का

धयान रख

घर अथिा आस-पास कही िी वकसी िी रप म गनदगी एकतर न होन पाए

खली नावलयो म करोसीन तल डी0डी0टी0 अथिा वफनायल क घोल का विडकाि वकया

जाना चावहए

मछिरो स बचन क वलए मछिर दानी िीम अथिा मॉवसकटो रपलट का परयोग वकया जाना

चावहए

मछिरो पर वनयतरण क वलए आधवनक विदयत उपकरणो का परयोग िी वकया जा सकता ह

इसम इलवकरक रकट परमख ह

वखड़वकयो तथा दरिाजो पर महीन जाली अिशय लगी होनी चावहए वजसस मछिर घर क

अनदर परिश न कर सक

घर एि घर क आस-पास सिछिता का विशष धयान रखा जाना चावहए

कॉकिोच य िोट कीट ह जो गनदगी और नमी यकत अधर सथानो पर रहत ह तथा खान की

तलाश म घर अथिा रसोई म परिश करत ह कॉकरोच स घर का िातािरण परदवषत होता ह और

यह कई बीमाररयो क कारण ह कॉकरोच पर वनयतरण हत वनमन बातो का धयान रख

घर म सिछिता का विशष धयान रख

खान की सामगरी को ढककर रख

ऐस सथान जहा पर कॉकरोच िप सकत ह जस िद दरार अलमारी पाइप िसतओ की

िीतरी सतह उनम बोरकस पाउडर का विड़काि कर

कॉकरोच पर वनयतरण क वलए बाजार म उपलबध विविनन कीटनाशको का परयोग कर सकत

खटमल यह एक खन चसन िाला कीट ह जो वबसतर चारपाई दीिारो क िीतर िद पाइप

और लकड़ी क िीतर लब समय तक वबना िोजन क रह सकता ह

वनयतरण वबसतर अलमारी दीिारो तथा परतयक ऐस सथान पर जहा खटमलो की उपवसथवत हो िहा

पर पाइरथरम क घोल क वनयवमत विड़काि स खटमलो पर वनयतरण पाया जा सकता ह

अनाज पि लगन वाल कीड़ इस परकार क कीड़ विविनन अनाजो जस चािल दाल आट

इतयावद पर लगकर उनह खराब कर दत ह

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वनयतरण अनाज को साफ कर उनह यथा सिि धप म सखाकर हिा बद वडबबो म रखना चावहए

आजकल बाजार म नीम अथिा पराकवतक तततिो स बनी ऐसी गोवलया उपलबध ह जो खादयानन को

नकसान पहचाए वबना उन पर कीड़ लगन स बचाती ह इस परकार की गोवलयो का परयोग वकया जा

सकता ह

झीगिपपि करिश तथा वली करबयि य कीट मखयतः िसतरो और कागजो को हावन पहचात ह

िली वबयर जसा वक नाम स ही सपि ह ऊनी िसतरो को हावन पहचाता ह

आइय कि सामानय विवधयो क विषय म समझ वजसस इन कीटो क दषटपरिाि स िसतरोकागजो को

बचाया जा सक

िसतरो का सगरहण करन स पिण उनह अछिी तरह धोए वजसस उन पर लग दाग धबब तथा

गदगी हट जाए वजस सथान पर िसतर रख जान हो िो वबलकल सखा होना चावहए िहा पर

नीम की पवततया कपरनफथलीन की गोवलया आवद रख सकत ह

पसतको कागजो को अलमारी म रखन स पिण अछिी परकार स दख ल वक इनम कोई

नमीसीलन ना हो वकसी िी परकार क कीट पाए जान पर कीट वनयनतरक का विड़काि िी

वकया जा सकता ह

दीमक दीमक का समह परायः वमटटी लकड़ी या लकड़ी स बन सामानो फनीचर ििन इतयावद

म वसथत होता ह दीमक एक बहत हावनकारक कीट ह यह लकड़ी क बन दरिाजो वखड़वकयो

फनीचर आवद क िीतर परिश कर उनह खोखला बना दता ह और समच सामान को पणणतया नि

कर दता ह

वनयतरण दीमक क समह पर काबणन डाई-सलफाइड या 1 िाग िओसट तल को 3 िाग वमटटी क तल

म वमलाकर विड़काि वकया जाना चावहए

चह खादयानन एि आिशयक घरल िसतओ को नकसान पहचान िाल घरल कीटो म इनका

सथान सिोपरर ह यह न किल बीमारी फलात ह बवलक बड़ गोदामो होटलो या ऐस सिी सथान

जहा पर खादयानन फल सवबजया िसतर कागज आवद स बनी सामगरी वसथत होती ह उनको

पणणतया कषवतगरसत कर वयथण बना दत ह

चहो क वनयतरण हत वनमन वबदओ पर धयान दना चावहए

चहो को मारन क वलए बाजार म अनक परकार क साधन जस चहदानी चह मारन का जहर

इतयावद उपलबध ह इनका परयोग कर चहो पर वनयतरण पाया जा सकता ह

घर क बाहर और िीतर सिछिता का विशष धयान रख घर का आगन अहाता इतयावद

गनदगी मकत होना चावहए घर क िीतर विशषकर रसोईघर की सिछिता का विशष धयान

रखा जाना आिशयक ह रसोईघर म कड़दान को सदि ढक कर रखना चावहए रसोईघर म

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खान-पीन का सामान सबजी-फलो क विलक पकट इतयावद परी तरह बद तथा ढक होन

चावहए बछचो क सामान की चहो स विशष सरकषा की जानी चावहए

ििद बरसात क मौसम म आपन दखा होगा वक खादयाननो िसतरो एि अनय िसतओ पर एक

सफद काल अथिा नील रग की पतली परत चढ़ जाती ह यह फफद होती ह फफद एक परकार

की िनसपवत ह परनत इसम कलोरोवफल जड़ तना पवततयो का अिाि होता ह कलोरोवफल क

कारण पौधो का रग हरा होता ह फफद खादयाननो िसतरो एि अनय सामगरी को तो कषवत पहचाती

ही ह साथ ही तिचा रोग िी फलाती ह शरीर पर चकतत खजली आवद फफद िारा होन िाल

तिचा रोगो क उदाहरण ह फफद गरसत खादयानन को गरहण करना सिासथय क वलए हावनकारक

होता ह

वनयतरण घरल उपयोग म आन िाली समसत सामगरी को सखा नमी रवहत सगरवहत वकया जाना

चावहए वजन चीजो की आिशयकता न हो उनह िली-िावत पक करक रख दना चावहए खादयाननो

िसतरो इतयावद को यथा सिि धप म सखाना चावहए बरसात क समय म खादय पदाथण बहत जलदी

खराब हो जात ह इसका कारण जीिाणओ की िवदध क वलए उपयकत जलिाय तापमान नमी

इतयावद का होना ह अतः परयास वकया जाना चावहए वक खादयानन फल-सवबजयो को आिशयकता

स अवधक न खरीदा जाए

इसक अवतररकत फफद स बचन क वल वनमन बातो का धयान िी रखना चावहए

घर की सिछिता का विशष धयान रख

खल सथानो गढढो दरारो तथा नावलयो को ढकन का उवचत परबनध कर

टको बतणनो म अनािशयक नमी का जमाि रोक

कीट करनयनरण कित समय धयान िखन योगय बात

कीट वनयनतरण करन क वलए जब िी रासायवनक पदाथो का परयोग कर यह धयान रख वक सिय िी

आप इनक परिाि स बच रसायनो का आपक शरीर स वकसी िी परकार का सपकण हावनकारक हो

सकता ह रसायनो का परयोग करत समय िोट वशशओ बजगो का धयान रखना िी आिशयक ह

कीट वनयनतरण हत किी िी बहत अवधक तीवर सानि रसायनो का परयोग नही वकया जाना चावहए

अभयास परशन 3

सही अथिा गलत बताइए

1 कासा धात ताबा तथा चादी धातओ क वमशरण स बनती ह

2 चादी को नमक तथा बवकग सोड क वमशरण की मदद स साफ वकया जा सकता ह 3 िली वबयर कीट ऊनी िसतरो को हावन पहचाता ह 4 फफद एक परकार की िनसपवत ह

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5 करोसीन क तल क विड़काि िारा खटमलो पर वनयनतरण पाया जा सकता ह

129 सारााश एक सिछि सवयिवसथत घर अछि सिासथय और समवदध का दयोतक ह सिछि घर का िातािरण

आननदमय एि रोगमकत रहता ह जो पररिार क सदसयो क सपणण विकास क वलए अवत आिशयक ह

इस इकाई म आपन घर क विविनन सथानो सतहो पर जमा धल गनदगी इतयावद को सिछि करन एि

घर म उपवसथत हावनकारक कीटो जीि-जनतओ पर वकस परकार वनयतरण वकया जा सकता ह इस

विषय म समझा आधवनक समय म घर की सिछिता हत कई परकार क साधन एि उपकरण

उपलबध ह वजनका उपयोग बहत सरल ह इन उपकरणो की सहायता स कम महनत और समय म

घर को सिछि बनाया जा सकता ह एक गह परबधक को इन साधनो एि उपकरणो का जञान अिशय

होना चावहए सिछिता क महति का आकलन इस बात स िी लगाया जा सकता ह वक ितणमान म

िारत क परधानमतरी वयवकतगत रप स रवच लकर दशिावसयो को सिछिता क वलए परररत कर रह ह

दश तब सिछि होगा जब हमारा घर आस-पड़ोस मोहलला गली गाि वजला राजय सिछि होगा

कहन का अथण यह ह वक सिछिता किल एक वयवकत की वजममदारी नही ह इस हत परतयक वयवकत

की िागीदारी एि योगदान आिशयक ह रोगजनय िातािरण एि सबवधत आवथणक हावन बहत हद

तक असिछि घर का ही पररणाम होत ह परसतत इकाई म आपन विविनन घरल कीटजनतओ एि

इनक हावनकारक परिाि स बचन क वलए इनक वनयतरण क विषय म समझा इस इकाई क अधययन

क पशचात आप घर म सिछिता क महति को समझ कर उस िहद रप म अपनाकर सवनवशचत कर

सक ग

1210 पाररभाषिक शबदावली गतय नमी वचकनाई इतयावद क कारण बनी धल की मोटी परत

ई-वट इलकरॉवनक िसट अथाणत बकारपरान हो चक इलकरॉवनक उपकरण

वकयम कलीनि आधवनक समय म सफाई हत उपयोग वकया जान िाला विदयत मोटर चावलत

उपकरण

कासा ताबा तथा वजक धातओ क वमशरण स बनी धात

1211 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 धल

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2 मानिकत 3 पनचणिण

अभयास परशन 2

वनमन को पररिावषत कीवजए

1 सपज सफाई करन का एक बहतरीन साधन ह जो पराकवतक अथिा कवतरम हो सकता ह इसम

असखय विि बन होत ह वजसस सफाई करना आसान होता ह

2 िकयम कलीनर आधवनक समय म सफाई हत उपयोग वकया जान िाला सिाणवधक लोकवपरय

उपकरण ह जो विदयत मोटर चावलत होता ह इसकी सहायता स फशण फनीचर गददो कारपट

पद आवद की सतहो पर जमी धल को आसानी स साफ वकया जा सकता ह

3 घर पर रखी अलग-अलग िसतओ की सतहो को साफ वकए जान क वलए अलग-अलग

उतपादो की परयोग वकया जाता ह जो सिछिक अविकमणक कहलात हजस साबन राख

वसरका सोडा वमथाइलटड वसपरट आवद

अभयास परशन 3

सही अथिा गलत बताइए

1 गलत

2 सही 3 सही 4 सही 5 गलत

1212 सनदभण गरनथ सची 1 JS Mehta 2011 Textbook of home science Avishkar Publisher

Distributers Jaipur

2 Ruth Binnie JE Boxall and BS Briggs Housecraft principles and

practices Sir Issac Pitman amp Sons Ltd London

3 गह परबनध एि आनतररक सजजा डा0 िनदा वसह गयारहिा ससकरण पचशील परकाशन जयपर

4 इटरनट सरोत wwwcircleofmomscom

1213 ननबनधातमक परशन 1 घर की सिछिता हत समय अनसची क विषय म विसतार पिणक समझाइए

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2 घर म कीट वनयतरण का महति समझाइए सामानयतया घरो म उपवसथत कीट जीि-जनतओ का

वनयतरण वकस परकार वकया जा सकता ह विसतार पिणक बताइए

3 घर की सिछिता हत उपलबध साधनो एि इनक कायो की विसतत चचाण कीवजए

इकाई 13 घरल उपकरर- एक पररचय 131 परसतािना

132 उददशय

133 घरल उपकरण पररिाषा एि उपयोवगता

134 घरल उपकरणो का िगीकरण

135 घरल उपकरणो क चनाि म धयान रखन योगय बात

1351 आिशयकता

1352 समय धन और ऊजाण बचान म सहायक

1353 सफाई करन म आसान

1354 सरकषा

1355 मलय

1356 उपकरण खरीदन क बाद उतपादक िारा दी जान िाली सिाए

136 घरल उपकरणो क सही उपयोग की विवध

137 घरल उपकरणो की सरकषा एि समवचत रख-रखाि

138 ईधन वबजली और जल सरकषण

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139 सरकषा तथा मानकीकरण स सबवधत आिशयक तकनीकी शबदािली

1310 साराश

1311 पाररिावषक शबदािली

1312 अभयास परशनो क उततर

1313 सनदिण गरनथ सची

1314 वनबनधातमक परशन

131 परसतावना ितणमान समय म घरो म ऐस कई उपकरण होत ह वजनकी सहायता स कम समय एि महनत म

अवधक कायण वकया जा सकता ह य उपकरण घरल कायो को आसान करन हत ही बनाए गए ह इन

उपकरणो म मखय ह परस (इसतरी) वमकसर गराइडर माइिोिि अिन वफरज िॉवशग मशीन एअर

फरायर इडकशन ककर सनक मकर आवद

आज क िशवीकरण क यग म आप बाजार म कोई िी उपकरण खरीदन जात ह तो आप क पास

अनक विकलप उपलबध होत ह आपको अपन बजट एि आिशयकता क अनसार वकसी िी मलय

गणितता वडजाइन एि वनमाणण सामगरी आवद क अपार विकलप वमल जात ह कहन का अथण यह ह

वक आपको अपनी आिशयकतानसार वकसी िी परकार का उपकरण परापत हो सकता ह घरल

उपकरण ठीक परकार स कायण कर तथा आपक दवनक जीिन को सरल सगम बनाए इसक वलए यह

आिशयक ह वक आपको इन उपकरणो की मलित जानकारी इनह खरीदत समय धयान दन योगय

बात इनक उपयोग एि रख-रखाि क विषय म अिशय जञान होना चावहए परसतत इकाई म आपको

घरल उपकरणो स सबवधत कई आिशयक एि महतिपणण जानकारी दी जाएगी

132 उददशय इस इकाई क अधययन क पशचात आप

उपकरण शबद को पररिावषत कर पाएग

उपकरणो का िगीकरण कर पाएग

उपकरणो क रख-रखाि और उनकी सरकषा क विषय म जानकारी परापत कर सक ग तथा

उपकरणो को उपयोग करत समय अवधक धन शवकत और समय बचा पाएग

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133 घरल उपकरर पररभािा एवा उपयोधगता परतयक वदन सबह उठन स लकर रावतर सोन तक हम बहत सार काम करत ह अवधकतर काम हम

अपन हाथो स करत ह वफर िी हम वकसी न वकसी उपकरण की सहायता लनी ही पड़ती ह वजसस

हमारा कायण आसान और बहतर हो जाता ह

घिल उपकिण हमार दवनक जीिन म सहायक िो िसतए जो हमार काम को आसान और बहतर

बनात ह घरल उपकरण कहलात ह उपकरण समय और शरम बचात ह और वयवकत की कायणकषमता

एि उतपादकता को िी बढ़ात ह

उपकिणो की उपयोकरगता

घरल उपकरणो की उपयोवगता को आप वनमन वचतर 131 िारा समझ सकत ह

करचर 131 घिल उपकिणो की उपयोकरगता

134 घरल उपकररो का वगीकरर घरल उपकरणो को उनकी कायण करन की परणाली क आधार पर बाटा जाता ह कायण करन की

परणाली स यहा पर तातपयण उनक कायण करन क परकार स ह आपन दखा होगा वक कि उपकरणो को

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परयोग करन क वलए वबजली की आिशयकता पड़ती ह और कि उपकरण वबना वबजली क चलत ह

अथाणत हसत चावलत होत ह इन उपकरणो को दो िागो म िगीकत वकया जा सकता ह आइए इस

िगीकरण क विषय म समझ

करवदयत चाकरलत उपकिण आप अपन घर म उपलबध कि चीजो पर नजर डावलए जस परस

वमकसर-गराइडर िॉवशग मशीन रवफरजरटर गीजर माइिोिि अिन इडकशन कमपयटर िकयम

कलीनर टी0 िी0 टोसटर आवद

हत चाकरलत उपकिण अब आइए घर की कि अनय चीजो पर नजर डाल रसोई गस वसलाई

मशीन परशर ककर विहसकर िाटर वफलटर फलोर मौप आवद को हाथ स चलाया जाता ह तथा इनह

चलान म विदयत की आिशयकता नही पड़ती ह

135 घरल उपकररो क चनाव म धयान रखन योगय बात आपन दखा ह वक आजकल बाजार म हर परकार क उतपाद उपलबध ह आपक पास वकसी िी

उपकरण को खरीदन क अपार विकलप उपलबध होत ह इतन सार विकलपो क मधय अपनी

आिशयकतानसार वकसी एक उपकरण को चनना एक कवठन एि चनौतीपणण कायण ह अतः आप

जब िी बाजार म कोई उपकरण खरीदन जाए तो आपको कि बातो का विशष धयान रखना चावहए

आइए दख िो कौन-स मखय वबनद ह

1351 आवशयकता

वकसी िी उपकरण को खरीदन स पिण यह जान ल वक वजस उपकरण को आप खरीद रह ह िो

आपकी आिशयकता परी कर रहा ह या नही यवद कोई उपकरण आप वसफण वदखाि या परचलन म

होन क कारण खरीदग तो िह उपकरण बाद म वयथण ही सावबत होगा और इसस आपक धन समय

और सथान का िी दरपयोग होगा उदाहरण क वलए आपक बछच और पररिार क अनय सदसय रोज

जस पीना चाहत ह और आप उनह घर का बना ताजा एि सिछि फलो का रस दना चाहत ह इसी

बीच आपकी वमकसी िी परानी पड़ चकी ह और आप उस िी बदलना चाहत ह इसवलए अब आप

एक अलग जसर खरीदन की अपकषा एक उछच गणितता िाल वमकसर गराइडर जसर म अपना धन

वनिश कर इसस आपक धन समय और सथान की बचत होगी आपको अपन धन का उवचत मलय

िी परापत होगा एि आपकी दोनो आिशयकताए िी परी होगी

आइए एक दसर उदाहरण स इस और बहतर तरीक स समझन का परयास कर आजकल एअर फरायर

नामक उपकरण बहत परचलन म ह यह एक िोटा और अतयवधक कारगर उपकरण ह वजसकी

सहायता स आप कम तल मसालो म सिावदि और पौविक आहार बना सकत ह परनत यवद आपक

घर म माइिोिि अिन पहल स ही ह तो आप दोनो क काम करन क तरीक और पररणामो को दख

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 269

तथा समझ आप यह जानग वक दोनो क पररणामो म अवधक अनतर नही ह और एयर फरायर म यवद

आप िोजन किी-किी बनाना चाहत ह तो इस खरीदन का आपका वनणणय बवदधमतता पणण नही कहा

जा सकगा आप इस परकार का कोई िी उपकरण खरीदन स पहल यह अिशय सोच वक आप उसका

उपयोग परवतवदन सपताह या माह म वकतनी बार कर सक ग अथाणत इसकी वकतनी उपयोवगता रहगी

अब आप एअर फरायर क समतलय अनय विकलपो क विषय म सोचना आरमि कर आप वनवशचत

रप स पाएग वक आप उसी धनरावश म घर की वलए उपयोगी कि अनय आिशयक सामगरी खरीद

सकत ह

यवद आपका पररिार िोटा ह तो आप फल सबजी एि सख मि काटन िाल इलकरॉवनक चौपर क

सथान पर हाथ स चलन िाल सलाइसर वजसम विविनन कायो क वलए अलग-अलग बलड लग होत

ह खरीद सकत ह परनत यवद आप कामकाजी मवहला ह और आपक बछच िोट ह वजनक वलए

आप सनकस बनाना चाहती ह या आपका बड़ा पररिार ह तो इलकरॉवनक चॉपर िासति म आपक

धन समय और शवकत की बचत करगा

1352 समय धन औि ऊजाय बचान म सकषम

यवद कोई घरल उपकरण आपका समय पसा और ऊजाण बचान म सकषम नही ह तो उपयकत यही

होगा वक उस उपकरण को न खरीदा जाए उन उपकरणो म धन खचण वकया जाए वजसस आपको

सतवि हो ऐस उपकरणो क उदाहरण वनमनित ह

वमकसर स आप एक साथ बहत स कायण कर सकत ह जस सखी वपसाई गीली वपसाई वमलक

शक लससी बनाना सवबजयो की तरी बनान क वलए मसाला तयार करना कक डोस पकौड़

आवद क वलए घोल (बटर) तयार करना आवद इस परकार वमकसी न किल आपका समय बचाती

ह बवलक इसकी सहायता स खाना सिावदि एि कम समय म िी बनता ह जस बड़डोस आवद

बनान क वलए यवद आप दाल वमकसी क बजाय वसल बटट म पीसत ह तो यह कायण आपको थका

दगा और आपका समय िी बहत लगगा जबवक वमकसी का उपयोग करन पर यह कायण आसान

एि कम समय म हो जाता ह

परशर ककर की सहायता स खाना जलदी पकता ह वजसस धन समय और ईधन की बचत होती ह

और यह परयोग करन म िी आसान ह यह बहद सरल और परिािी उपकरण ह

एक तज चाक या विलनी (पीलर) िारा बहत कम समय म सविधाजनक तरीक स सवबजया फल

और सलाद बहत अछिी परकार स िीला या काटा जा सकता ह इसक विपरीत यवद चाक म

धार नही ह तो सिितः सबजी ठीक परकार स नही कट पाएगी और आपको असविधा िी होगी

िॉवशग मशीन हाथ स कपड़ धोन क सथान पर िॉवशग मशीन का उपयोग कपड़ धोन क कायण

को अवधक सरल बना दता ह िॉवशग मशीन खरीदत समय मशीन क परकार जस समी या फली

ऑटोमवटक मशीन क कायो जस परी-िाश सवटग वसपन साइकल तापमान वनयतरण समय

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विसतारण परी-सोक उततम धलाई पररवसथवतया इतयावद क सापकष अपनी आिशयकताओ का

आकलन कर लना चावहए

अपनी सविधा आिशयकता बजट और पररवसथवत क अनसार आप इस परकार सिी उपकरणो का

चनाि कर सकत ह कई बार कि उपकरण मलयिान परतीत होत ह परनत यवद आप अपनी

आिशयकता और आराम को धयान म रखकर दख तो यह किल एक बार का वनिश ही परतीत

होगा उततम गणितता िाला उपकरण लब समय तक वबना वकसी समसया क कायण करता ह

1353 सिाई किन म आसान

जब आप कोई घरल उपकरण खरीदत ह उस उपयोग करन क बाद उसकी सिछिता का विशष

धयान रखना पड़ता ह विशषकर रसोईघर म काम आन िाल सिी यतरो की सफाई आिशयक ह

बहत अवधक जवटल उपकरण साफ-सफाई की दवि स सिाल पान कवठन होत ह उदाहरण क वलए

यवद वमलक शक बनान म वमकसर गराइडर या फड परोससर की जगह बलडर का उपयोग वकया जाता ह

तो उसकी सफाई आसान होगी बलडर को सीधा पानी क नीच रखकर साफ वकया जा सकता ह

जबवक वमकसी की सफाई अपकषाकत कवठन होती ह इसी परकार सडविच मकर की सफाई टोसटर

की तलना म आसान ह

1354 सिकषा

उपकरण का चनाि करत समय यह पता करना अतयत आिशयक ह वक िह उपकरण आपक एि

आपक पररिार क वलए वकतना सरवकषत ह समसत घरल उपकरणो का उपयोग करत समय सरकषा क

वबनद को अनदखा नही वकया जा सकता ह घरल उपकरण उपयोग म आसान होन क साथ-साथ

सरवकषत िी हो इसक वलए यह आिशयक ह वक आप मानकीकत उतपादो को ही खरीद परनत किी

आपन सोचा ह वक य मानकीकत उतपाद या मानकीकरण िासति म कया ह आइए इसक विषय म

समझ

ldquoि उतपाद जो सरकषा मजबती और कायणकषमता क नयनतम मानको को परा करत हो मानकीकत

उतपाद कहलात हrdquo

आपन किी न किी मानकीकरण (Standardization) क विषय म अिशय सना होगा इस सबध

म जो नाम सिणपरथम आपक सममख आता ह िह ह आई0 एस0 आई0 माकण आई0 एस0 आई0

वचहन िाल उपकरण उपयोग हत सरवकषत होत ह इनकी गणितता उततम होती ह और बाजार म बच

जान स पिण परयोगशाला अथिा कायणकषतर म इनका िली-िावत परीकषण वकया जाता ह तथा समसत

मानको को परखा जाता ह उपकरण विशषकर विदयत चावलत उपकरणो को खरीदन स पिण यह

आिशयक रप स जान ल वक इन पर आई0 एस0 आई0 माकण अिशय अवकत हो कई बार हम पसो

की बचत क लालच म आकर ऐस उपकरण खरीद लत ह जो मलय म ससत होत ह और वजन पर

आई0 एस0 आई0 का वचहन नही लगा होता ह ऐस उपकरण उपयोग क वलए सरवकषत नही होत ह

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समसत विदयत चावलत उपकरणो म उवचत तीन वपन होनी चावहए और इनक तार िली-िावत

इनसलटड होन चावहए ऐस विदयत चावलत उपकरण वजसम तार खल हो या इसका कोई िाग खला

हो उनस वबजली का झटका लगन की आशका बढ़ जाती ह जो किी-किी जानलिा िी वसदध हो

सकती ह

ऐस उपकरण जो वबजली स न चलत हो उनह खरीदत समय यह धयान रखना चावहए वक उनक धार

िाल वहसस पर एक सरकषातमक आिरण अिशय हो ढककन नट-बोलट या बटन ढील टट और

वनमन शरणी क पलावसटक या अनय धात क ना बन हो वजन घरो म िोटी आय क बछच रहत हो िहा

उपरोकत वबनदओ का धयान रखा जाना अवत आिशयक ह

मानकीकरण और मानकीकत उतपादो क विषय म जानन क बाद सरकषा स समबवनधत एक अनय

अवत महतिपणण वबनद गारटी क विषय म जानन का परयास कर

गािटी वकसी उपकरण िारा उपिोकता को वदया गया सकषम कायणकषमता एि गणितता का आशवासन

गारटी कहलाता ह

कहन का तातपयण ह वक कोई िी उपकरण खरीदत समय गारटी आपको यह आशवासन दती ह वक यह

उपकरण एक वनवशचत समय तक सही कायण करगा एि आपको अपनी कायणकषमता सबधी वकसी िी

परकार की समसया नही दगा वनवशचत समय स यहा पर अथण ह वक उतपाद क साथ गारटी क रप म

वदया जान िाला समय यह परतयक उपकरण क वलए विनन-विनन होता ह जस रवफरजरटर (5 साल)

वमकसर गराइडर जसर (2 साल) परशर ककर (1 साल) यह समय वनमाणणकताण िारा वनधाणररत वकया

जाता ह

यवद गारटी की अिवध क दौरान उपकरण म वकसी िी परकार की समसया आती ह तो उतपादक इस

समसया का वनराकरण अपन सतर स विविनन माधयमो (सविणस सनटर कॉल सनटर आवद) क िारा

वनःशलक करना सवनवशचत करत ह आपन दखा वक गारटी िाल उपकरण हमार वलए वकतन

लािदायक ह इसवलए कोई िी घरल उपकरण खरीदत समय उपकरण या इसक विविनन िागो पर

उतपादक िारा दी जान िाली गारटी क विषय म अिशय पि और उपकरण क साथ वदए जान िाल

गारटी काडण को िली-िावत िरकर वििता क हसताकषर महर और खरीदी जान िाली वतवथ को सपि

रप स अवकत करा ल वजसस आप इसका लाि ल सक

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1355 मलय

जब िी आप वकसी िसत को खरीदन का वनणणय लत ह तो सबस पहल आपक मन म कया विचार

आता ह आपका बजट या उस िसत की कीमत िासति म मलय या कीमत उस िसत को खरीद

पान अथिा न खरीद पान क आपक सामथयण को दशाणती ह ितणमान समय म बाजारो क उदारीकरण

क कारण परतयक वयवकत का िय सामथयण बढ़ गया ह कोई िी िसत या उपकरण वकसी िी मलय पर

अथिा आसान वकसतो म उपलबध ह यवद आपक पास उस िसत को खरीदन क वलए एक वनवशचत

बजट उपलबध ह तो आप यह आकलन करन का परयास कर वक वकस बराड अथिा कमपनी का

उपकरण आपको आपक बजट म अवधकतम कायण तथा उतपादकता दगा आजकल इटरनट क

माधयम स आप विविनन बराडो क लगिग एक समान मलय िाल उपकरणो का तलनातमक अधययन

कर सकत ह यवद आप इटरनट का परयोग नही करत ह तो आप सबवधत सचना फोन पर (उतपाद क

कसटमर कयर वििाग िारा) या उस उपकरण क शो रम म जाकर िी परापत कर सकत ह सिी

वबनदओ क विशलषण क पशचात आप तलना करक अपन बजट क िीतर एक बहतरीन उतपाद चन

सकत ह यवद आपक पास वकसी िसत को खरीदन हत पयाणपत धन ह ऐसी वसथवत म िी इतन

अवधक विकलपो क मधय आप सोचग वक कौन-सा विकलप आपक वलए सिोतम ह

एक वसलाई मशीन क उदाहरण क माधयम स आइए जान वक ऐसी वसथवत म आपको कया करना

चावहय

सिणपरथम उपकरण को िली-िावत जान जस आप वसलाई मशीन को लकर दविधा म ह तो मन म

विचार कर वक

साधारण वसलाई मशीन की कीमत कम ह िह चलान म आसान ह एि किल कपड़ो की वसलाई

का ही कायण कर सकती ह उसम अवधक सविधाए उपलबध नही होगी

महगी वसलाई मशीन चलन म थोड़ा कवठन होगी इस उवचत परवशकषण क अिाि म सिितः

आप चला ना पाए कयोवक उसस कई अनय कायण जस कढ़ाई बटन वजप तरपाई पीको काज

बटन मोती सीसा लगान एि पवटग आवद िी वकए जा सकत ह

साधारण वसलाई मशीन म कोई खराबी आन की वसथवत म इस आसानी स ठीक कराया जा

सकता ह इस ठीक करान का खचाण सामानय होता ह

महगी वसलाई मशीन कमपयटरीकत होन एि जवटल सरचना क कारण विशष तकनीकी कनिो म

ही ठीक कराई जा सकती ह एि इस ठीक करान पर वयय साधारण वसलाई मशीन की तलना म

कई गना अवधक हो सकता ह यवद सथानीय रप स विशष तकनीकी कनि उपलबध नही ह तो

यह िी सिि ह वक आपकी मशीन अनपयोगी ही पड़ी रह

उपकरण को समझन क बाद अब उस उपकरण सबधी अपनी आिशयकता को जान कया आप

मशीन स किल कपड़ा वसलना चाहत ह या वसलाई क अलािा आप काज-बटन झालर कढ़ाई

पीको आवद िी करना चाहग यवद हा तो परवतवदन सपताह या माह म वकतनी बार या अवधकतम

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वकतन समय आप कमपयटरीकत मशीन चन सकत ह जो आपकी सजनातमकता तथा धनोपाजणन

कषमता को तो परोतसावहत करगी ही साथ ही साथ आपक समय एि धन की िी बचत करगी यवद

उपरोकत का उपयोग अवधक नही ह तो आप क वलए साधारण मशीन ही पयाणपत ह

आपन वसलाई मशीन एि इसकी आिशयकता तथा इसक कीमत सबधी विविनन पहलओ को दखा

और समझा यही वसदधानत समसत घरल उपकरणो पर िी लाग होता ह आप अपनी आिशयकता

एि बजट को धयान म रखकर उपकरण चन सकत ह

1356 उपकिण खिीदन क बाद उतपादक दवािा दी जान वाली सवाए

वकसी िी उपकरण को यवद लमबी अिवध तक उपयोग वकया जाता ह तो उसक कल पजो म खराबी

आना सिािाविक ह यह बात विदयत चावलत एि हसत चावलत दोनो ही परकार क उपकरणो म लाग

होती ह कई बार उपकरणो की वनयवमत सविणवसग करानी या उसक वकसी िाग को बदला जाना

अवत आिशयक हो जाता ह यह आिशयक नही ह वक उपकरण क वकसी एक िाग क खराब होन

की वसथवत म उस बकार मान कर फ क वदया जाए वनयवमत सविणवसग और पजो को बदलकर

उपकरण को लमब समय तक चलाया जा सकता ह

आफटर सल सविणस अथाणत वििय क पशचात दी जान िाली सिाओ क सबध म आपको वनमन बात

धयान म रखना आिशयक ह

सविणस सनटर सथानीय रप स उपलबध हो उदाहरण क वलए यवद आप अलमोड़ा म रहत ह और

उतपाद की आफटर सल सविणस अलमोड़ा म उपलबध न होकर दहरादन म ह ऐसी वसथवत म

आप इस सविधा का लाि नही उठा पाएग

सविणस सनटर म उपकरण की कमपनी क िासतविक कल पज तथा अवधकत सिाए उपलबध हो

गारटी अिवध समापत होन की वसथवत म इन पजो और सिाओ का मलय उतपादक िारा वनधाणररत

मलयो स अवधक न हो

सविणवसग सनतोषजनक होनी चावहए

136 घरल उपकररो क सही उपयोग की षवधध वकसी िी घरल उपकरण की सिाओ का लाि आप लमब समय तक वचनतामकत होकर उठा सक

यह इस पर वनिणर करता ह वक उसका उपयोग ठीक परकार स वकया गया ह अथिा नही यवद आप

वनमनवलवखत बातो को धयान म रखग तो परतयक उपकरण लमब समय तक वबना वकसी समसया क

कायण करगा और आप बार-बार बाजार जाकर उपकरण की मरममत करान की वसथवत स मवकत पा

सकत ह घरल उपकरणो का सही उपयोग आपक एि आपक पररिार को सिावित दघणटनाओ स

बचान म सहायक वसदध हो सकता ह आइए जान ि कौन-कौन स तथय ह वजनह धयान म रखना

आिशयक ह

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परतयक उपकरण क साथ एक वनदश पवसतका (Instruction manual) िी दी जाती ह

उपकरण क सही उपयोग क वलए उन वनदशो को पढ़कर उनका अनपालन करना अवत

आिशयक ह

विदयत चावलत उपकरणो की सफाई परयोग क उपरानत मन वसिच बनद करक उपकरण क ठणड

होन क पशचात ही कर धयान रख विदयत आपवतण परी तरह स बनद होन पर ही उपकरण की साफ-

सफाई कर अनयथा वबजली का झटका लगन का खतरा रहता ह

वबजली स चलन िाल उपकरणो को गील हाथगील शरीर स किी िी उपयोग न कर सिी

विदयत चावलत उपकरण पानी स दर रहन चावहए

वमकसर गराइडर उपयोग करत समय जार को वकसी िी वसथवत म तीन चौथाई स अवधक न िर

चलत हए वमकसर गराइडर म किी िी हाथ न डाल ऐसा करन स पिण विदयत आपवतण पणणतया

बनद कर द

परस (इसतरी) का परयोग करत समय उसक तापमान और कपड़ क तनत क परकार क मधय

सामजसय बठाए यवद परस ऑटोमवटक ह तो परस की नॉब को सही तनत परकार (जस टरीकॉट

कॉटन वलनन या ऊन) पर घमाए इसस परस वकए जान िाल कपड़ को उवचत तापमान वमलगा

और िसतर जलन स बचगा

माइिोिि अिन का परयोग करत समय वनदश पवसतका म वदए गए वनदशो का पालन कर

सामानयतया बाजार म आन िाल सिी परकार क पलावसटक क बतणनो को माइिोिि उपयोग हत

योगय माना जाता ह यवद आप ससत और अछि बराड क बतणन उपयोग नही करत ह तो दघणटना

घवटत हो सकती ह पलावसटक क बतणनो म माइिोिि उपयोग का वचहन दखकर ही उनह खरीद

पलावसटक क बतणनो म लग लबल दखकर यह सवनवशचत कर ल वक इनका उपयोग कया ह जस

वक खाना बनान क वलए या मातर खाना गमण करन क वलए

यवद बतणन का उपयोग किल खाना गमण करन क वलए ह तो वकतनी अिवध तक

माइिोिि अिन क वकस मोड पर लकड़ी धात या चीनी वमटटी क बन बतणनो का उपयोग वकया

जा सकता ह यह वनवशचत करन पर ही यथानसार खाना पकाए

माइिोवव अवन उपयि बतयनो हत परतीक करचहन

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रवफरजरटर का तापमान मौसम क अनसार समायोवजत कर बार-बार खोलन तथा बनद करन स

खादय पदाथो को ठडा एि ताजा बनाए रखन की वफरज की कायणकषमता पर परिाि पड़ता ह

यवद वफरज म ऑटोमवटक डी-फरॉसट परणाली नही ह तो उस समय-समय पर डी-फरॉसट करत रह

वफरज क िीतर किी िी खौलता हआ अथिा अतयवधक गमण खादय पदाथण ना रख

िाटर वफलटर का उपयोग करत समय वफलटर म पानी िर जान पर उस मन वसिच स बद कर द

अनयथा वबजलीिोलटज क उतार चढ़ाि का वफलटर पर परवतकल परिाि पड़ सकता ह

टी0िी0 कमपयटर मयवजक वससटम लपटॉप आवद को उपयोग क बाद बनद कर द इसस न

किल ऊजाण की बचत होगी साथ ही साथ उपकरणो का जीिन िी लमबा होगा

यवद आप घर म इनिटणर का परयोग कर रही ह तो उसकी बटरी को एक वनवशचत समयािवध क

पशचात वकसी अवधकत उतपादक की बटरी क साथ बदल द

यहा पर यह बताना अवत आिशयक ह वक सिी उपकरण अलग-अलग परकार स कायण करत ह और

हर उपकरण क उपयोग का तरीका विनन ह उपकरण क साथ वमलन िाली वनदश पवसतका क

अवतररकत विविनन माधयमो जस इनटरनट कपनी क परवतवनवध कसटमर कयर सविणस सनटर रवडयो

समाचार पतरो कायणशालाओ कमपनी िारा परायोवजत गोवषठयो क िारा िी सही जानकारी परापत कर

इसका लाि उठाया जा सकता ह

आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 घरल उपकरणो को दो िागो म िगीकत वकया गया ह विदयत चावलत तथा

2 घरल उपकरणो की जानकारी हमारा समय शरम एि बचान क

वलए आिशयक ह

3 परशर ककर म सटीम िट एि को बनाए रखन म सहायक ह

4 वकसी िी उपकरण का परयोग करन स पिण म वदए गए वनदशो का पालन करना अवत आिशयक ह

137 घरल उपकररो की सरकषा एवा समधचत रख रखाव हम घर कायाणलय होटल और ससथानो म उपयोग होन िाल समसत उपकरण परयोग म लात ह

तावक हम अपन कायण को पणण दकषता क साथ कम समय म कर सक उपकरण न किल हमारा कायण

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आसान करत ह अवपत हमारी महनत िी बचात ह कई बार उपकरणो क खराब होन पर हम सिय

को असहाय महसस करत ह आिशयकता क अनरप उपकरणो को खरीद लना ही पयाणपत नही ह

उनकी उवचत दखिाल रख-रखाि िी उतना ही आिशयक ह ऐसा करन स उपकरण आपको एक

लब समय तक समसया मकत सिाए परदान करत रहग घरल उपकरणो क सबध म सरकषा मानको का

अनपालन िी वनतानत अवनिायण ह आइए इन िोट परनत अवत आिशयक सरकषा मानको क विषय म

जान

जसा वक पिण म िी बताया गया ह वक परतयक उपकरण चाह िह िोटा हो अथिा बड़ा उसक

साथ एक वनदश पवसतका िी दी जाती ह वजसका पालन करना अतयनत अवनिायण ह घरल

उपकरणो क उपयोग का यह पहला सरवकषत चरण ह

आजकल अवधकतर उपकरण विदयत चावलत होत ह अतः इनक उपयोग स पहल जाच ल वक

उपकरण का कोई िाग खला या िटा न हो उपकरण को परथम दितया दखन पर यवद उपकरण

आपको अधरा या अवयिवसथत वदखाई द रहा हो तो पहल उस ठीक करिाए तिी उस उपकरण

का परयोग कर

यवद कायण करत समय कोई विदयत उपकरण आपको वकसी परकार का झटका (करट) द रहा हो या

आपको असामानय महसस हो रहा हो तो आप तरनत उस उपकरण का परयोग बनद कर द और

पनः इसका उपयोग तिी कर जब तक वकसी विशषजञ िारा इसकी मरममत न कर दी गई हो

विदयत उपकरणो हत तार वयिसथा उवचत परकार की गई हो

उपकरणो म फयज वसथवत जाच ल इस परकार विदयत शॉट सवकण ट स बचा जा सकता ह

रसोईघर म अतयवधक ढील कपड़ न पहन इस परकार आप दघणटना स बच सकत ह

गस वसलनडर की पाइप म दरार अथिा कट-फट होन की वसथवत म इस तरनत बदल द समय-

समय पर इस वनरीवकषत करात रह एि इसक कल पजो को वकसी अवधकत विितासविणस सनटर

स ही खरीद

138 ईधन बबजली और जल सारकषर पिण इकाइयो म आपन ससाधनो क सरकषण एि उनक सवनयोवजत उपयोग क विषय म पढ़ा अब

तक आप समसत मानिीय एि पराकवतक ससाधनो स िली-िावत पररवचत हो चक ह ईधन जल

विदयत अवत महतिपणण ससाधन ह हम इनक उपयोग हत अपनी आय का एक महतिपणण िाग खचण

करना पड़ता ह अतः यवद कोई उपकरण इन तीन महतिपणण ससाधनो की कम खपत करता ह तो यह

परतयकष रप स धन की बचत िी ह सीवमत ससाधनो का वनरनतर दोहन इनक आवथणक मलय म िवदध

और उपलबधता म कमी का कारण बनता जा रहा ह ईधन वबजली एि जल क बढ़त दामो का

परतयकष परिाि समाज क परतयक िगण पर पड़ता ह अतः इनका सरकषण जनवहत की दवि स िी अवत

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आिशयक ह ससाधनो का उवचत उपयोग पयाणिरण सरकषण और िविषटय की पीवढ़यो क वलए िी

फलदायक वसदध होगा ईधन का तातपयण गस करोसीन परोल डीजल लकड़ी कोयल इतयावद स

ह ईधन सरकषण पर समय-समय पर जोर वदया जाता रहा ह यवद परतयक वयवकत अपन सतर स ईधन

सरवकषत करन का परयास कर तो यह एक साथणक कदम वसदध होगा इस वदशा म वनमनवलवखत

वबनदओ पर धयान वदया जाना चावहए

सौर चावलत उतपादो का परयोग कर जस सोलर बटरी चाजणर लमप गीजर पख इतयावद

अनािशयक वबजली का उपयोग न कर कायण हो जान क बाद पख टी0िी0 कमपयटर बलब

आवद बनद कर द

परशर ककर इडकशन ककर आवद का परयोग ईधन बचान म सहायक ह

रवफरजरटर का दरिाजा अनािशयक बार-बार न खोल परयास कर वक रवफरजरटर स सबवधत कायण

नयनतम समय म सपनन हो जाए

घर क वजन सथानो म परकाश की आिशयकता कम पड़ती ह जस शौचालय सटोर बगीचा

आवद िहा पर कम िोलटज क बलब सी0एफ0एल0 का परयोग कर

दाल चािल एि अनय खादय पदाथो को खाना बनान स पिण पानी म विगो दन स न किल ईधन

की बचत होती ह बवलक खाना िी सिावदि बनता ह

गीजर िॉवशग मशीन वमकसर गराइडर कलर ए0 सी0 आवद वकसी िी उपकरण का परयोग

आिशयकता स अवधक न कर

घरल तथा औदयोवगक दोनो ही सतरो पर जल सरकषण अवत महतिपणण ह गह परबनधक को जल

सरकषण का धयान रखना चावहए तथा अपन पररिारजनो को िी इसक वलए परररत करना चावहए

139 सरकषा तथा मानकीकरर स साबाधधत आवशयक तकनीकी शबदावली

आई0 एस0 आई0 करचहन िारत म औदयौवगककत उतपादो क परमाणीकरण क वलए आई0 एस0

आई0 वचहन वनधाणररत ह इसका अथण ह वक परमाणीकत उतपाद ldquoबयरो ऑफ इवडयन सटडडणसrdquo क

सिी मानको को परा करता ह यह िारत म सिाणवधक लोकवपरय वचहन ह और यह मानकीकत

उतपादो की वबिी क वलए आिशयक ह इन उतपादो म मखयत ह विदयत उपकरण जस वसिच

विदयत मोटर कबल हीटर रसोईघर क उपकरण एि कि अनय उतपाद जस सीमट टायर

एल0पी0जी0 इतयावद आई0 एस0 आई0 वचहन उपिोकता को सरकषा एि गणितता की दवि स

आशवासन परदान करत ह परनत दिाणगयिश कई बार बाजार म आप ऐस उतपाद िी पाएग वजन पर

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आई0 एस0 आई0 वचहन अवकत तो होता ह परनत िह नकली होता ह अिध रप स अवकत आई0

एस0 आई0 वचहन को दखन पर परतीत होता ह वक

इन अपरमाणीकत उतपादो पर आिशयक 7 अको का लाइसस वचहन (वजस इस परकार वलखा

जाता ह CML-XXXXXXX) उपवसथत नही होता ह

वकसी विवशि उतपाद को वदया जान िाला IS नमबर जो आई0 एस0 आई0 वचहन क उपर

अवकत होता ह उपवसथत नही होता ह (दख वचतर)

वबना परमाणीकरण क आई0 एस0 आई0 वचहन का परयोग िारतीय कानन क अनतगणत अपराध

की शरणी म आता ह

टाि िकरटगः एनजी सटार (Energy Star) ldquoऊजाण सकषम उपिोकता उतपादrdquo (Energy

Efficient Consumer Product) हत एक अनतराणषटरीय मानक ह जो 1992 म मलतः सयकत

राषटर अमररका म ldquoइनिायरमटल परोटकशन एजनसीrdquo तथा ldquoवडपाणटमनट ऑफ एनजीrdquo िारा

वनवमणत वकया गया था इसक पशचात ऑसरवलया कनाडा जापान नयजीलणड ताइिान और

यरोवपयन सघ क राषटरो िारा इस अपनाया गया ि सिी उपकरण एि यनतर वजसम Energy

Star वचवहनत होता ह अथिा इसकी रवटग होती ह जस कमपयटर टी0िी0 वफरज कलर

ए0सी0 वडश िॉशर इतयावद 20 स 30 परवतशत तक कम ऊजाण की खपत करत ह जो न किल

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धन की बचत ह अवपत यह सतत विकास क वलए िी आिशयक ह आइए सटार रवटग क विषय

म थोड़ा और जानन का परयास कर

ऊजाण सकषमता (Energy efficiency) एक यवनट ऊजाण की खपत पर ऊजाण िारा दी गयी सिा

को ऊजाण सकषमता कहा जाता ह

एनजी सटार लबवलग ऊजाण सकषमता क आधार पर विदयत उपकरणो की रवटग को एनजी सटार

लबवलग क रप म जाना जाता ह

एनजी सटार लबवलग क अनतगणत वकसी विदयत उपकरण को मानक परीकषण पररवसथवतयो

(Standard Testing Conditions) म एक िषण म औसतन विदयत खपत क आधार पर

lsquoसटारrsquo वदए जात ह सटार रवटग क अनतगणत वजस उपकरण म वजतन अवधक सटार होग िह

अवधक सकषम अथाणत कम विदयत खपत िाला माना जाता ह एनजी सटार लबवलग क मानक

परतयक दो िषण म बदलत रहत ह

अभयास परशन 2

1 घरल उपकरणो को खरीदन स पिण वकन-वकन वबनदओ का धयान रखना आिशयक ह

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2 वनमन पर सवकषपत वटपपणी वलवखए a मानकीकरण

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b आई0एस0आई0 माकण

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c गारटी helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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3 सतय अथिा असतय बताइए

a विदयत उपकरणो को उपयोग क पशचात ठडा होन पर ही साफ करना चावहए b गारटी वकसी उपकरण की उतकि कायणकषमता का आशवासन ह

c विदयत चावलत उपकरणो म आई0एस00आई0 माकण होना िकवलपक होता ह

1310 सारााश आधवनक समय म आप यतरो उपकरणो क अिाि म जीिन की कलपना नही कर सकत ह य सिी

उपकरण हमार जीिन को सरल सहज और सगम बनात ह इस इकाई म आपन जाना वक वकसी

उपकरण क विषय म किल दख सनकर उस खरीद लना मातर ही इस बात की गारटी नही ह वक िह

उपकरण वजस उददशय क वलए खरीदा गया ह उस पणण करगा इस इकाई का अधययन करन क बाद

आपन अनिि वकया होगा वक वकसी िी उपकरण को खरीदन स पिण कई वबनदओ का धयान रखना

अवत आिशयक ह इन वबनदओ का परतयकष सबध उतपादन कषमता धन समय पररशरम और

पयाणिरण सरकषण स ह आपन उपकरणो क मानकीकरण तथा उतपाद सबधी गारटी िारटी क विषय

म िी महतिपणण जानकरी परापत की साथ ही यह िी समझा की उपकरणो की समवचत सरकषा एि

उनका उवचत रख-रखाि िी उतना ही आिशयक ह

1311 पाररभाषिक शबदावली घिल उपकिण हमार दवनक जीिन म सहायक िो िसतए जो हमार काम को आसान और

बहतर बनाती ह

मानकीकत उतपाद ि उतपाद जो सरकषा मजबती और कायणकषमता क नयनतम मानको को परा

करत हो

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गािटी वकसी उपकरण िारा उपिोकता को वदया गया सकषम कायणकषमता एि गणितता का

आशवासन गारटी कहलाता ह

आिटि सल सकरवयस उतपाद क वििय क पशचात दी जान िाली सिाए

ऊजाय सकषमता एक यवनट ऊजाण की खपत पर ऊजाण िारा दी गयी सिा

1312 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 हसतचावलत

2 धन

3 दबाि

4 वनदश पवसतका

अभयास परशन 2

1 घरल उपकरणो को खरीदन स पिण वनमन वबनदओ पर धयान दना आिशयक ह

उपकरणो की आिशयकता

समय धन एि शरम बचान म सहायक

सरकषा

उपकरण का मलय

उपकरण खरीदन क बाद उतपादक िारा दी जान िाली आफटर सलस सविणस

ईधन वबजली और जल बचान म सहायक

2 वनमन पर सवकषपत वटपपणी वलवखए a मानकीकरण उतपादो िारा सरकषा मजबती और कायणकषमता क नयनतम मानको को परा

करना

b आई0एस0आई0 माकण िारत म औदयौवगककत उतपादो क परमाणीकरण क वलए आई0

एस0 आई0 वचहन वनधाणररत ह इसका अथण ह वक परमाणीकत उतपाद बयरो ऑफ इवडयन

सटडडणस क सिी मानको को परा करता ह यह िारत म सिाणवधक लोकवपरय वचहन ह जो

मानकीकत उतपादो की वबिी क वलए आिशयक ह

c गारटी वकसी उपकरण िारा उपिोकता को एक वनवशचत समय क वलए दी गयी सकषम

कायणकषमता एि गणितता का आशवासन गारटी कहलाता ह

3 सतय अथिा असतय बताइए

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a सतय

b सतय

c असतय

1313 सनदभण गरनथ सची 1 डा० िनदा वसह गह परबनध एि आनतररक सजजा गयारहिा ससकरण पचशील परकाशन

जयपर

2 डा0 बी0 डी0 हरपलानी गह परबनध परथम ससकरण सावहतय परकाशन आगरा

3 Guidelines for Energy Service Product Provider

(httpwwwenergystarcom)

4 Bureau of Indian Standards Official website ldquoProduct Certification

Schemerdquo (httpwwwbisorgincertproducthtml)

5 ldquoTimes of Indiardquo Aug 3 2011 ldquoTrader fined for selling fake ISI marked

goods Article

6 National Institute of Open Schooling ldquoWise Buyingrdquo

(httpwwwniosacin)

7 Energy Star (httpwwwenergystargov)

8 Energy efficiency (httpwwwhomeconstructionimprovementcom)

1314 ननबनधातमक परशन 1 हमार जीिन म उपकरणो क महति उपयोवगता एि उनक समवचत रख-रखाि क विषय म

विसतार पिणक वलख

2 उपकरणो को खरीदन स पिण वकन-वकन बातो का धयान रखना आिशयक ह

3 अपन आसपास क वकनही दस पररिारो िारा वपिल 2-3 िषो म खरीद गए उपकरणो क विषय

म वनमन सचनाए एकतर कीवजए

पररिार सखया उपकरण का नाम बरानड एि मॉडल मलय आफटर सलस सविणस

(हानही)

1

2

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4 लगिग पिह हजार रपय क माइिोिि अिन क चार अलग-अलग बराडो क समसत कायो

एि सविधाओ की तलना कीवजए

िम स0 बराड एि मॉडल 1 बराड एि मॉडल 2 बराड एि मॉडल 3 बराड एि मॉडल 4

1

2

इकाई 14 घरल उपकररो म परयतत सामगरी

141 परसतािना

142 उददशय

143 घरल उपकरणो की बनािट कायण वसदधानत एि परयकत सामगरी

1431 परशर ककर

1432 गस चलहा

1433 विदयत टोसटर

1434 विदयत अिन

1435 माइिोिि अिन

1436 रवफरजरटर

1437 कवकग रज

1438 सोलर ककर

1439 जसर वमकसर गराइडरफड परोससर

14310 िाटर कलर

14311 इमरसन रॉड तथा गीजर

14312 िकयम कलीनर

14313 कॉफी मकर

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14314 विदयत कतली

14315 आयरनइसतरी

14316 िॉवशग मशीन

144 साराश

145 पाररिावषक शबदािली

146 अभयास परशनो क उततर

147 सनदिण गरनथ सची

148 वनबनधातमक परशन

141 परसतावना वपिली इकाई म आपन हमार जीिन म घरल उपकरणो क महति एि उपयोवगता क विषय म समगर

अधययन वकया आपन उपकरणो को खरीदन स पिण एि पशचात वकन-वकन वबनदओ का धयान रखना

आिशयक ह क सनदिण म पढ़ा उपकरणो को परयोग म लान स पिण उनकी कायण परणाली एि

वसदधातो क विषय म िली-िावत जानना आिशयक ह इसस आप उपकरणो का सही परयोग और

उनक खराब होन क कारणो को समझ सक ग उपकरणो की बनािट िाग और उसम उपयोग होन

िाली सामगरी का जञान न किल उपकरण क परवत आपकी समझ बढ़ाएगा अवपत घरल उपकरण एक

लब समय तक आपको समसया मकत सिाए परदान करत रहग साथ ही तकनीकी रप स आपका

जञान िधणन हो पाएगा और आप घरल उपकरणो क सबध म नए तकनीकी अविषटकारो क समकष सिय

को सहज अनिि कर सक ग आइए परवतवदन घर और रसोई म उपयोग होन िाल उपकरणो की

बनािट और कायण कषमता क विषय म विसतार पिणक समझ

142 उददशय परसतत इकाई क अधययन क उपरानत आप

घरल उपकरणो की विया विवध स िली-िावत अिगत हो सक ग

घरल उपकरणो म परयकत सामगरीधात इतयावद का िजञावनक महति एि उपयोवगता को समझ

सक ग जो उपकरणो की लब समय तक समसया मकत कायण दन की कषमता को बढ़ान म सहायक

वसदध होगी तथा

दवनक जीिन म उपकरणो सबधी होन िाली दघणटनाओ क परवत आप सजग रहग

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143 घरल उपकररो की बनावट कायण भसदधानत एवा परयतत सामगरी िारतीय समाज म घरल उपकरणो क उपयोग सबधी जागरकता पवशचमी समाज की अपकषा कम ह

परसतत इकाई म आप उन उपकरणो क विषय म समझग जो उपयोग कायणकषमता एि उतपादकता की

दवि स सिाणवधक परचवलत ह य परमपरागत उपकरणो की तलना म ससत सरल उपिोकता व मतर एि

कम विदयत एि ऊजाण खपत िाल होत ह आइए ऐस ही कि उपकरणो क विषय म समझ

1431 परशि ककि

परमपरागत िारतीय बतणन जस कढ़ाई िगौना पतीला हाडी पन इतयावद की तलना म परशर ककर

म िोजन पकान म औसतन 50 स 55 परवतशत तक कम समय लगता ह वजसका सीधा अथण ह ईधन

और समय की बचत यही नही परशर ककर म बनाया गया िोजन पौविक माना जाता ह

करसदधानत परशर ककर म िोजन िाप क दबाि स पकता ह परशर ककर क िीतर की िाय को ताप

वमलन पर िली-िावत बनद कर वदया जाता ह वजसक फलसिरप ककर क अनदर का दबाि

िायमणडलीय दबाि स अवधक हो जाता ह परशर ककर अपन विशष वडजाइन क ढककन और रबर

क िलल (गसकट) स अनदर की िाप को सील कर दता ह वजसस पकाए जान िाल िोजन क

तापमान म िी िवदध हो जाती ह उदाहारण क वलए पानी सामानयतया 100 वडगरी सवलसयस तापमान

पर खौलता ह परनत परशर ककर म पानी खौलाए जान पर यह तापमान 121 वडगरी सवलसयस हो

जाता ह अनय बतणनो की तलना म परशर ककर म िोजन कम समय म पककर तयार हो जाता ह

उछच दबाि एि तापिम परशर ककर क कायण करन का वसदधानत ह

िाित म उपलबध परमख बराड हॉवकनस परसटीज यनाइटड मॉफी ररचडणस इतयावद

बनावटसिचना परशर ककर क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडी यह ककर का मखय िाग ह दखन म यह वकसी पतील अथिा हाडी की तरह वदखाई दता

ह यह एलयवमवनयम-सटील वमशर धात अथिा नॉन वसटक कोवटग यकत हो सकता ह आधवनक

वकसम क ककर इडकशन आधाररत होत ह कहन का अथण ह वक इन ककरो को गस चलह क

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अवतररकत इडकशन चलहो पर िी परयोग वकया जा सकता ह कई परशर ककरो की तली म ताब का

परयोग िी वकया जाता ह ऐसा ककर को िारी बनान और उसकी उपयोवगता को बढ़ान क वलए

वकया जाता ह ककर क दोनो ओर बकलाइट का हवडल लगा होता ह लब हवडल क िीतर

एलयवमवनयम या सटील का हतथा लगा होता ह परनत उसक उपर बकलाइट का विदयत रोधी हतथा

लगा होता ह वजसकी सहायता स ककर को ऊपर चढ़ाया-उतारा जा सकता ह

ढककन ढककन परशर ककर की विशषता ह यह ककर का एक महतिपणण िाग ह जो अपन

विशषीकत वडजाइन क कारण िाप को सील और दबाि को वनयवतरत करन म सहायक वसदध

होता ह ककर क ढककन म िी िही धात का परयोग होता ह जो ककर की बॉडी म परयोग होता

ह ककर क वडजाइन क अनसार ढककन को बाहर स समायोवजत कर एक वकलप की सहायता स

बठा वदया जाता ह आधवनक वकसमो क परशर ककर म यह मगनट अथिा चमबक की सहायता स

िी वकया जाता ह ढककन जो वक गोल आकार का होता ह क चारो तरफ िाय को सील करन

क वलए रबर का िलला लगा होता ह वजस गसकट कहत ह ढककन म ही सरकषा िॉलि िनट

वसथत होता ह इसी टयब म िनट िट वजस सामानयतया सीटी कहा जाता ह को रखा जाता ह

वनट टयब यह ककर क ढककन क बीचो बीच वसथत होती ह इसका मखय कायण ककर क

िीतर वनवशचत मातरा स अवधक बनी हई िाप को दबाि कम वकए वबना बाहर वनकालना होता ह

ककर क िीतर तापमान (ईधन िारा परदतत) बढ़ता ह तो िाप बनना आरमि हो जाती ह धीर-धीर

िाप का दबाि बढ़ जाता ह और आिशयकता स अवधक होन पर िनट िट या ककर की सीटी

ऊपर उठ जाती ह वजसकी आिाज आप अनिि कर सकत ह और अवतररकत िाप वनकल जाती

ह ककर क िीतर का दबाि सामानय होन पर यह सिय बठ जाती ह

सिकषा वॉलव जसा वक नाम स ही सपि ह परशर ककर स हो सकन िाली सिावित दघणटनाओ

स सरकषा हत सरकषा िॉलि का आविषटकार हआ ह परायः आप समाचारो म परशर ककर फटन

जसी घटनाओ क विषय म सनत ह ऐसा सरकषा िालि क सही रपसमय म कायण न कर पान क

कारण होता ह यह िॉलि ढककन म वसथत होता ह और धातओ क वमशरण स बनता ह जो एक

पिण वनधाणररत तापिम पर सितः ही वपघल जाता ह और ककर फटन जसी घटना स सरकषा परदान

करता ह िनट टयब म खान क कण फस जान क कारण ऐसा होता ह अतः खाना बनान क बाद

परशर ककर की िली-िावत सफाई करना अवत आिशयक ह

िबि गकट इस सामानय िाषा म रबर का िलला िी कहा जाता ह जसा वक पहल िी बताया

गया ह परशर ककर क गोलाकार ढककन की बाहरीिीतरी सतह पर इस लगाया जाता ह इसका

परमख कायण िाप को िली-िावत सील करना एि उस बाहर वनकलन स रोकना ह इसक रबर म

उछच तापमान को सहन की कषमता होती ह

वट वट सामानयतया हम इस ककर की सीटी क नाम स पहचानत ह इसका परमख कायण दिाब

को वनयवतरत करना ह

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हकरडल परशर ककर म बॉडी तथा ढककन दोनो म हवडल लग होत ह और एक वकलप अथिा

मगनवटक कलसप की सहायता स इन दोनो को एक साथ जोड़ा जाता ह

िोजन पकान हत डबब इन वडबबो का उपयोग तब वकया जाता ह जब आप एक साथ कई

परकार क िोजय पदाथण पकाना चाहत ह परायः बड़ ककरो क िीतर इनका परयोग वकया जाता ह

य वडबब एलयवमवनयम या सटील क बन होत ह वजनह एक क ऊपर रख कर सटड की सहायता स

एक साथ बनद वकया जा सकता ह

परशि ककि क उपयोग म सावधाकरनया िखन हत महतवपणय करबनद

ककर म किी िी 23 िाग स अवधक मातरा म िोजन नही पकाया जाना चावहए

ककर म पानी की मातरा पयाणपत होनी चावहए अनयथा सफटी िॉलि गलकर फट सकता ह

परशर ककर क ढककन को लगात समय गसकट की वसथवत अिशय जाच ल

परशर ककर ठीक परकार स कायण कर इसक वलए यह आिशयक ह वक िट टयब को साफ रखा

जाए

खाना पकात समय िट टयब क उपर िट िट (सीटी) रखा जाना अवत आिशयक ह

खाना पक जान क तरनत बाद परशर ककर को जलदी म नही खोल

सदि उवचत आकार एि उततम गणितता का रबर गसकट परयोग कर रबर गसकट क ढील हो जान

या कट-फट जान पर उस तरनत बदला जाना अवत आिशयक ह

परशि ककि परयोग किन म आन वाली सामानय समयाए एव उनह ठीक किन क उपाय

समया परशर ककर म दबाि का उवचत परकार स न बन पाना

कािण रबर का िलला खराब अथिा ढीला हो गया हो रबर का िलला ठीक परकार स न लगा हो

ढककन वगर जान क कारण मड़ गया हो उसका आकार बदल गया हो

करनवािण रबर क िललगसकट का ठीक परकार स वनरीकषण कर तथा आिशयकता पड़न पर इस

बदल द ढककन का आकार खराब हो जान पर इस ठीक कराए गसकट यवद ढककन पर ठीक परकार

स नही लगा हो तो उस ठीक परकार स लगाए

समया िाप का दबाि बनना परनत सीटी न आना

कािण ककर म पानी की मातरा कम होना िट टयब म अनन कणो का फस जाना गसकट की

वसथवत ठीक न होना

करनवािण ककर म पयाणपत पानी डाल िट टयब को सदि सिछि रख रबर क िलल की वसथवत को

जाच ल गसकट क खराब कटा-फटा या ढीला होन की वसथवत पर इस बदल ल

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1432 गस चलहा

गस चलहा रसोईघर म परयकत सिाणवधक महतिपणण उपकरण ह यह परयोग करन म अतयनत सरल

सगम वमतवययी और परदषण रवहत होता ह

करसदधानत एक नली क माधयम िारा वसलनडर स गस चलह तक पहचती ह वजसस खाना पकाया

जाता ह गस का तातपयण यहा पर ििीकत परोवलयम गस या एल0पी0जी0 स ह रासायवनक सरचना

की दवि स यह सतपत हाइडरोकाबणन होता ह य हाइडरोकाबणन चार परकार क होत ह

वमथन

ईथन

परोपन

बयटन

गस चलहा गस वसलनडर स नली क माधयम स जड़ा होता ह वसलनडर क ऊपर की तरफ एक

रगलटर वसथत होता ह इस पर एक वसिच लगा होता ह वजसस गस का परिाह रोका या चलाया जा

सकता ह रगलटर क वसिच क ऑन होन स दिाब कम हो जाता ह तथा एल0पी0जी0 गस िाषटप म

बदल जाती ह वजसस गस चलह क बटन ऑन करन पर गस जलायी जा सकती ह

िाित म उपलबध बराड चलहा- इणडन िारत गस सनफलम परसटीज गलन इतयावद

वसलनडर- इणडन िारत गस ररलायनस वहदसतान परोवलयम इतयावद

बनावटसिचना गस चलह क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडी यह इसपात की चादर का बना हआ ढाचा होता ह वजसकी बाहरी सतह पर पनट

इनमलपॉवलश क कारण यह चमकदार वदखाई दता ह इसकी सतह वचकनी साफ एि चमकदार

होन क कारण इसकी सफाई आसानी स की जा सकती ह आधवनक समय क गस चलह की

बॉडी शीश (Toughned glass) की बनी होती ह वजस पर टट-फट की सिािना कम होती ह

यह दखन म अवत आकषणक परतीत होत ह गस चलह की बॉडी पर बनणर लग होत ह वजनकी

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सखया 1 2 3 अथिा 4 िी हो सकती ह यह चलह क आकार एि वडजाइन पर वनिणर करता ह

सामानयतया घरल उपयोग क वलए दो बनणर िाल चलह सिाणवधक लोकवपरय ह चलह म आच को

कम या अवधक करन क वलए बटन या नॉब लगी रहती ह चलह म नीच की तरफ लोह की एक

खोखली नलीनमा सरचना होती ह जो रबर पाइप क िारा वसलनडर स जड़ी होती ह

गस करनयरक बटन या नॉब इसका परमख कायण गस बनणर म पहचन िाली गस की मातरा को

वनयवतरत करना ह गस क नॉब को ऑफ पर घमान पर गस का परिाह बनद हो जाता ह ऑन होन

पर गस सिाणवधक मातरा म परिावहत होती ह लो नॉब की वसथवत म गस सबस कम मातरा म बनणर

तक पहचती ह वजसस खान को जलन स बचाया जा सकता ह अथिा खाना विवध अनसार

बनाया जा सकता ह

बनयि चलह क इसी िाग पर गस जलती ह बनणर लोह का बना होता ह इसक वनमन मखय िाग

होत ह

बनयि हड यह बनणर का सबस ऊपरी एि चौड़ा िाग होता ह यह थोड़ा-सा ऊपर की ओर

उठा रहता ह इसम अनक बारीक विि होत ह इनही वििो स होकर गस वनकलती ह और

मावचस अथिा लाइटर की सहायता स जलाए जान पर जलती ह य विि गोल आकार की

पवकत म वसथत होत ह

करमकसि टयब यह बनणर हड क नीच वसथत होता ह यही िह िाग ह वजसम गस ऑकसीजन

क साथ वमवशरत होकर िली-िावत नीली लौ क साथ जलन लगती ह

गस ऑरिकरिस यह एक परकार का विि होता ह वजसस गस नली स होकर बनणर म पहचती

एअि शटि यह गस ऑररवफस क ऊपर की ओर वसथत एक िोटा-सा खला िाग होता ह

इस ढकन क वलए ही ढककननमा शटर का उपयोग वकया जाता ह

गस मनीिोलड यह गस सटोि बॉडी म पीि की तरफ खोखली मजबत लोह की बनी हई

एक सरचना होती ह इसी स रबर की नली जड़ी हई रहती ह

िगलटि यह वसलनडर का एक अतयनत महतिपणण िाग ह इसी स गस वनयवतरत मातरा म धीर-

धीर बनणर तक पहचती ह रगलटर खराब हो जान पर इस शीघरावतशीघर अिशय बदल वदया जाना

चावहए और इस वकसी अवधकत एजनसी स ही खरीदा जाना चावहए गस रगलटर धात का बना

होता ह इसम काल रग का एक वसिच लगा होता ह वजस ऑन की वसथवत म खोल कर तथा

ऑफ की वसथवत म बनद कर गस की मातरा को वनयवतरत वकया जा सकता ह कायण हो जान पर गस

को सदि रगलटर स ऑफ करक बनद करना चावहए इस परकार दघणटनाओ स बचा जा सकता ह

करसलनडि यह लोह का बना हआ बलनाकार बतणन क समान होता ह वजसम एल0पी0जी0 िरी

हई होती ह िारत म वसलनडर घरल उपयोग हत परायः लाल रग का तथा िजन म 142

वकलोगराम तथा वयिसावयक उपयोग हत नील रग का तथा िजन म 19 वकलोगराम का होता ह

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वयिसावयक उपयोग का अथण यहा पर घरल उपयोग क अवतररकत होटल ससथानो क टीन इतयावद

स ह परतयक वसलनडर पर एक समावपत वतवथ (Expiry Date) अवकत होती ह समावपत वतवथ का

अथण उतपाद क खतम वनवषटिय अथिा खराब होन की वतवथ स ह वसलनडर पर समावपत वतवथ को

वनमनित समझा जा सकता ह

करसलनडि म समाकरि करतकरथ

िम सखया करवविण अथय

1 A-16 जनिरी-माचण 2016

2 B-16 अपरल-जन 2016

3 C-16 जलाई-वसतमबर 2016

4 D-16 अकटबर-वदसमबर 2016

गस वसलनडर म समावपत वतवथ वसलनडर क हनडल (गोल आकार का) स बॉडी को जोड़न िाली धात

की तीन म स एक पटटी पर वलखी होती ह

उदाहारण C-13

वजसम C का अथण जलाई-वसतमबर िषण 2013 तक ह इसी परकार D-18 का अथण वदसमबर 2018 स

ह यदयवप समावपत वतवथ स दो-तीन माह पशचात वजस गरस पीररयड कहा जाता ह तक वसलनडर का

उपयोग वकया जा सकता ह वफर िी यथा सिि वसलनडर की समावपत वतवथ की जाच कर ही गस

उपयोग करनी चावहए

कया आप जानत ह वक परतयक एल0पी0जी0 उपिोकता एल0पी0जी0 हत बीवमत होता ह

यथावसथवत उपिोकता बीमा पॉवलसी म 50 लाख रपय तक का बीमा परापत कर सकता ह उपिोकता

को इस सबध म अवधक जानकारी वितरक स अिशय परापत करनी चावहए

1433 करवदयत टोटि

यह एक विदयत चावलत यतर ह वजसका उपयोग बरड रोटी पाि आवद को सकन एि सिावदि बनान

क वलए वकया जाता ह कई पररिारो म सक हए बरडडबलरोटी नाशत का एक अविनन अग ह

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विदयत टोसटर उपयोग करन स समय की बचत तो होती ही ह साथ ही ति या अनय विवधयो की

तलना म इसम टोसट करकरा और सिावदि बनता ह अलन मकमासटर िारा 1893 म इसका

अविषटकार वकया गया आइए इसक विषय म और अवधक जानन का परयास कर

करसदधानत टोसटर क िीतर तार क माधयम स परिावहत विदयत शवकत ऊषटमा म पररिवतणत होकर बरड या

रोटी को सकन म सहायता परदान करती ह टोसटर कई परकार क हो सकत ह

सिचावलत टोसटर

असिचावलत टोसटर

अधणसिचावलत टोसटर

पॉप अप टोसटर

टोसटर अिन

कनियर टोसटर

िाित म उपलबध बराड वफवलपस ऊषा मॉफी ररचडणस महाराजा वहाईट लाइन िनडरशफ गलन

इतयावद

बनावटसिचना टोसटर क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडी यह टोसटर का मखय िाग ह सक जान िाली बरड की सखया इसक आकार पर वनिणर

करती ह

आधाि टोसटर क वनचल वहसस को आधार कहा जाता ह इस िाग को सफाई करन हत खोला

जा सकता ह

नॉब इसका उपयोग टोसटर खोलनतापमान सट करन आवद क वलए वकया जाता ह

करवदयत ताि

ऊषमा तततव

करवच

करनयरण बटन

करवदयत टोटि क दोष एव समाधन

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ि0स0 दोष समाधान

1 वसपरग ठीक स कायण नही कर रही

हो

ऐसा वसपरग म नमी क कारण जक लगन स हो

सकता ह वसपरग म उपयकत तल लगाकार जक

िड़ान का परयास कर

2 तीवर विदयत परिाह क कारण

तारो का नि हो जाना

वकसी विशषजञ की सहायता स विदयत डोरी को

बदल द नए तारो का परयोग िी वकया जा सकता

1434 करवदयत अवन

पाशचातय दशो म रसोईघर क उपकरणो म विदयत अिन का सथान परमख ह िारत म िी अब इसका

परचलन बढ़ गया ह इसम शषटक ऊषटमा ताप िारा बरड वबसकट ककीज पसरी वचकन मीट इतयावद

को िन कर सिावदि एि पौविक िोजन तयार वकया जाता ह

करसदधानत अिन म विदयत धारा परिावहत करन पर ऊषटमा उतपनन होती ह वजसकी सहायता स िोजन

पकाया जा सकता ह जब नाइिोम क लमब पतल तारो स विदयत धारा परिावहत की जाती ह तो

उछच परवतरोध क कारण ऊषटमा वनकलती ह यही उषटमा िोजन पकान म सहायता करती ह

िाित म उपलबध बराड वफवलपस ऊषा सनफलम िनडरशफ वहलणपल इतयावद

सिचनाबनावट अिन मखयत दो परकार क होत ह विदयत अिन तथा गस अिन

इसक विविनन िाग वनमन परकार ह

बॉडी यह लौह धात की बनी होती ह यह आयताकार अथिा गोल आकवत की बतणननमा

सरचना होती ह इसम अिन क िीतर रखा खादय परदाथण एक पारदशी काच की सहायता स दखा

जा सकता ह उषटमा एि िाषटप क सिहन क वलए इसम िट होल लग होत ह इसम ताप एि

विदयत क कचालक पदाथो का हवडल लगा होता ह

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उषमा उतपादक यह नाइिोम धात का कडलीनमा आकार का बना हआ होता ह नाइिोम

धात म ताप सहन करन की कषमता बहत अवधक होती ह

हकरडल अिन क ढककन को खोलन हत इसका परयोग वकया जाता ह

शलि अिन म िोजन पकान हत इसका परयोग वकया जाता ह यह सटील का बना होता ह और

इसक ऊपर िोवमयम अथिा एलयवमवनयम की परत चढ़ी होती ह अिन क आकार क अनसार

इसम 1 या 2 शलफ लग हो सकत ह

ताि एव पलग अिन म विदयत धारा की आपवतण हत एक तार लगा होता ह यह एक तीन वपन

िाल पलग स जड़ा होता ह

अवन का उपयोग कित समय धयान िखन योगय बात

अिन क साथ दी गई वनदश पवसतका का अनपालन अिशय कर

धयान रह वक खाना पकात समय अिन क वनचल िाग म िोजय पदाथण वगरन न पाए यवद खाना

वगर जाता ह तो ठडा होन पर विदयत आपवतण बनद करक िोजन को अिशय पोि दना चावहए

अिन क दरिाज या ऊपरी ढककन को अनािशयक अवधक दर तक नही खोलना चावहए

1435 माइिोवव अवन

यह विदयत अिन का सशोवधत और पररषटकत अनरप ह इसस समय तथा शवकत की बचत तो होती

ह साथ ही खाना पौविक और सविधाजनक परकार स िी पकाया जा सकता ह इसम िोजन कम

समय म पक कर तयार हो जाता ह

करसदधानतः यह ऊषटमा रवडएशन िारा इलकरॉन की सहायता स िोजन को पकाता ह तथा इसम

तापमान और समय को वनधाणररत वकया जा सकता ह

कि अनय घरल उपकरणो को जानन स पिण आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 1

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ररकत सथान िररए

1 गस वसलनडर म उपयोग होन िाली ििीकत परोवलयम गस रासायवनक सरचना की दवि स होती ह

2 िारत म वयिसावयक उपयोग हत वमलन िाला वसलनडर रग का होता ह 3 परशर ककर म िोजन स बनता ह 4 विदयत अिन म उषटमा उतपादक एक कडलीनमा आकार होता ह जो धात

का बना हआ होता ह

1436 िकरफजिटि

यह एक अलमारी क समान वदखाई दन िाला बहपयोगी घरल उपकरण ह वजसस िोजय पदाथो को

कम तापमान पर सगरवहत कर रखा जाता ह इसम िोजन जलदी खराब नही होता ह और इसम

आिशयकतानसार बफण िी जमायी जा सकती ह

करसदधानत रवफरजरटर वजस सामानय बोलचाल म वफरज िी कहा जाता ह म एक धात की बनद नली

म परशीतक पदाथण िरा होता ह जस वफरऑन-12 यह बहत कम तापमान पर िाषटपीकत होता ह और

ऊषटमा वफरज क िीतर रख खादय पदाथो स गरहण की जाती ह इस परकार िसतओ का तापिम कम हो

जाता ह तथा परशीतक ठणडा होकर िवय म बदल जाता ह इस परकार यह चि चलता रहता ह

िाित म उपलबध परमख बराड एल0जी0 वहलणपल समसग कलविनटर गोदरज आवद

बनावटसिचना रवफरजरटर क वनमन मखय िाग होत ह

कवबनट अलमारीनमा सरचना

दरिाजा

फरीजर

वचल र

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शलफ

वनयामक

बलब

मोटर

ऐिोपरटर

मोटर

कणडनसर

कमपरशर

1437 ककरकग िज

विविनन पाक विवधयो जस िनन बक करन गमण करन को एक ही यनतर कवकग रज की सहायता स

सपावदत वकया जा सकता ह िारत म इसका परचलन कम ह परनत पवशचमी दशो म यह बहत परचवलत

ह यह मखयतः दो परकार का होता ह

विदयत चावलत

गस चावलत

सिचनाबनावट

ढाचाफरम

बनणसण

िटटी

दरिाजा

विदयत लमप

उषटमा वनयतरक

सिचावलत घड़ी एि अनय विवशि वयिसथा

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1438 सोलि ककि

इसम समय शवकत और ईधन तीनो की बचत होती ह इसम खाना सौर ऊजाण क माधयम स पकाया

जाता ह गरामीण कषतरो म इसका उपयोग अवधक होता ह तथा सरकार िारा इसक मलय म सवबसडी

िी परदान की जाती ह

सिचनाबनावट यह एक अतयनत सरल उपकरण ह जो दखन एलयवमवनयम बॉकस की िावत

वदखाई दता ह इसी बॉकस म 4 वडबब वसथत होत ह वजनक िीतर खादय पदाथो को रख कर पकाया

जा सकता ह बकस क अनदर की दीिारो पर काल रग का पनट होता ह बकस म दो परकार क ढककन

लग होत ह ऊपर का बड़ा ढककन एलयवमवनयम का बना होता ह इस ढककन क िीतर एक

साधारण दपणण लगा होता ह इस ढककन को विविनन कोणो म समनिवयत (Adjust) कर सकत ह

तावक इस पर सरज की वकरण कवनित हो सक चलह पर पवहय िी लग होत ह वजनक िारा इस धप

िाल सथान की ओर खीचा जा सकता ह काला रग चलह की सयण की वकरणो स उतपनन ताप

अिशोषक कषमता को बढ़ान क वलए परयकत वकया जाता ह

1439 जसि करमकसि गराइडििड परोससि

यह विदयत चावलत यतर ह इसक िारा रसोईघर क नीरस उबाऊ और थकान िर कायण सरलता पिणक

वकए जा सकत ह साधारणतया वमकसर गराइडर एक साथ होत ह परनत किी-किी वमकसर गराइडर क

साथ जसर िी उपवसथत होता ह उपकरण म अनक कायो जस आटा गथना कददकस सलाद वचपस

इतयावद बनान हत कई बलड लग होत ह तब इस फड परोससर कहा जाता ह साधारण बोलचाल की

िाषा म वमकसर गराइडर जसर को वमकसी कहा जाता ह वमकसी रसोईघर का सिाणवधक परचवलत

उपकरण ह इसकी सहायता स कई कायण वमनटोसकनडो म हो जात ह जसः

सख मसालगील मसाल पीसना

ककपसरीपकोड़डोस हत समान घोल (बटर) तयार करना

सलाद बनानाकददकस करना इतयावद

फलो का रस वनकालना

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दही स मकखन वनकालना आवद

करसदधानत वमकसी एक विदयत चावलत यतर ह वमकसी म वसथत मोटर विदयत ऊजाण को यावतरक ऊजाण

म पररिवतणत कर दती ह वमकसर गराइडर म विविनन कायो हत बलड या अटचमट लग रहत ह वजनह

लगाकर कटन पीसन फ टन इतयावद का कायण सरलता स वकया जा सकता ह

सिचनाबनावटः वमकसर गराइडर क वनमन मखय िाग होत ह

जाि या कटनि यह मजबत पलावसटक अथिा सटील का बना होता ह

मोटि वमकसी म विदयत ऊजाण को यावतरक ऊजाण म पररिवतणत करन क वलए मोटर लगी होती ह

यह विनन कषमता िाली होती ह

करवच वमकसी को ऑन-ऑफ करन तथा उसकी गवत को वनयवतरत करन म वसिच का उपयोग

होता ह

अटचमनट बलड रसोईघर क कई कायो जस पीसन फ टन कटन आवद हत इसका परयोग

वकया जाता ह

करवदयत ताि एव पलग

िाित म उपलबध बराडः महाराजा वहाईटलाइन वफवलपस बजाज ऊषा इनालसा कनसटार

इतयावद

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14310 वाटि कलि

िीषण गमी क वदनो म तापमान जब अतयवधक हो जाता ह तब पखो स िी अवत गमण हिा आती हई

परतीत होती ह कलर का परयोग घर क अनदर क तापमान को बाहर की अपकषा ठडा कर दता ह

कलर म पानी का परयोग होन क कारण िाय शीतल हो जाती ह

सिचना कलर िासति म एक परकार का पखा ह यह वटन इसपात या मजबत पलावसटक का चौकोर

अथिा आयताकार वडबबा होता ह इसकी एक दीिार पर पखा लगा होता ह तथा अनय तीन दीिारो

पर घास या वचकखसखस लगी रहती ह कलर क वनचल वहसस म बीच म लोह की एक मोटर लगी

होती ह मोटर की सहायता स ही कलर चलता ह मोटर म पमप तथा इसस जड़ी रबर की तीन िोटी

नवलया लगी होती ह जो कलर की तीनो दीिारो पर पानी फ कती ह वजसस दीिारो पर लगी घास या

वचकखसखस गीली हो जाती ह इसक कारण कमर म हिा क साथ नमी आ जाती ह और िाय

शीतल परतीत होती ह कलर अवधक महगा न होन क कारण सिी आय िगो की पहच क िीतर

होता ह

अभयास परशन 2

सही या गलत बताइए

1 माइिोिि अिन म ऊषटमा रवडएशन िारा इलकरॉन की सहायता स िोजन पकता ह

2 रवफरजरटर का परशीतक पदाथण बहत उछच तापमान पर िाषटपीकत होता ह 3 सोलर ककर बहत ही सरल तथा ससता उपकरण ह

14311 इमिसन िॉड तथा गीजि

सवदणयो म घरल एि सामानय उपयोग हत पानी गमण करना अवनिायण हो जाता ह ऐसी वसथवत म पानी

गीजर अथिा इमरसन रॉड की सहायता स गमण वकया जाता ह गीजर और इमरसन रॉड दोनो क कायण

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करन का वसदधानत एक समान ह गीजर महगा होन तथा सथावपत करन हत पयाणपत एि उवचत सथान

की आिशयकता होन क कारण उछच एि उछच मधयम िगण म ही अवधक परचवलत ह जबवक इमरसन

रॉड ससती एि उपिोकता क परयोग क वलए आसान होन क कारण अवधक उपयोग म लायी जाती ह

आइय इनकी सरचना को समझन का परयास कर

इमिसन िॉड इमरसन रॉड म पानी को गमण करन हत तार लग रहत ह य तार वनवकल 60 परवतशत

लोहा 25 परवतशत तथा िोवमयम 15 परवतशत की वमवशरत धात क बन होत ह विदयत धारा परिावहत

होन पर य तार सिय गमण होकर बतणन म रख पानी को िी गमण कर दत ह रॉड क ऊपरी िाग म कठोर

पलावसटक अथिा बकलाइट का हवडल लगा होता ह तथा इसी स विदयत तार एि तीन पलग की वपन

लगी हई होती ह इमरसन रॉड को पानी स िर डरम अथिा बालटी या वकसी चौड़ बतणन म रखकर

उपयोग वकया जाता ह

गीजि गीजर क कायण करन का वसदधानत िी इमरसन रॉड की िावत ही होता ह यह गोलाकार

अणडाकार चौकोर या आयताकार हो सकता ह इस बाथरमरसोई की दीिार पर टागकर पाइप स

इस परकार जोड़ वदया जाता ह वक एक तरफ स ठणड पानी का आगमन तथा दसरी तरफ स गमण पानी

का वनकास हो सक गीजर की बाहरी सतह इनमल पट की कोवटग क कारण अतयनत आकषणक

वदखाई पड़ती ह यह विनन-विनन कषमता िॉट तथा आयतन क होत ह ितणमान म बाजार म

उपलबध गीजरो म तापमान एि समय वनयतरण की सविधा िी उपलबध होती ह

िाित म उपलबध परमख बराड बजाज हायर पनासोवनक वफवलपस वहलणपल आवद

14312 वकयम कलीनि

घर की साफ-सफाई क वलए िकयम कलीनर का परयोग वकया जाता ह इस वबजली िारा चलाया

जाता ह यह एक लब पाइप क आकार का उपकरण ह वजसम पीि की तरफ एक मोटर लगी होती

ह घर की सफाई करन हत िकयम कलीनर का वसिच ऑन करन पर धल वमटटी तथा अनय परकार की

गदगी वखच कर मशीन क वपिल वहसस म वसथत थली म एकतर हो जाती ह वजस बाद म खोल कर

साफ वकया जा सकता ह इस तार एि तीन वपन क पलग की सहायता स वबजली स जोड़ा जाता ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 300

आधवनक समय क िकयम कलीनर को बटरी िारा िी चलाया जा सकता ह तथा आकार एि िार म

यह अतयनत सविधाजनक होत ह इनह एक सथान स दसर सथान पर आसानी स ल जाया जा सकता

ह िारत म इसका परचलन वपिल कि समय स ही बढ़ा ह औदयोवगक ससथानो होटलो इतयावद म

इसका परयोग अवधक वकया जाता ह

सिचनाबनावट िकयम कलीनर क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडीः यह िकयम कलीनर का मखय िाग होता ह जो िोवमयम धात का बना होता ह उततम परकार

की रबर स इस ढक वदया जाता ह इसम पवहय लग होत ह वजनकी सहायता स इस एक सथान स

दसर सथान ल जाया जा सकता ह

िकयम कलीनर क अनय परमख िाग वनमनित ह

थली

वबजली क तार एि पलग

पखा

हतथा

वसिच

14313 कॉिी मकि

कॉफी िारत म ही नही अवपत विशव म एक बह परचवलत पय परदाथण ह यह हमार दवनक जीिन क

खान-पान का एक अविनन िाग ह कॉफी मकर वजस कॉफी परकोलटर िी कहा जाता ह समय एि

शवकत बचान का एक महतिपणण यतर ह यह दो परकार क होत ह

अविदयत कॉफी परकोलटर

विदयत कॉफी परकोलटर

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अकरवदयत कॉिी मकि जसा वक नाम स सपि ह इस परयोग करन हत विदयत की आिशयकता नही

पड़ती ह इस गस चलह या सटोि क ऊपर रखा जाता ह इसम एक कटोरी होती ह वजसम कॉफी

रखी जाती ह वनचल िाग म एक बतणन होता ह वजसम ठडा पानी या दध रखा जाता ह बतणन म

पानी तथा कटोरी म कॉफी रखकर परकोलटर को आच पर रखा जाता ह जब पानीदध उबल जाता

ह इस आच पर स उतार कर कटोरी म रखी कॉफी को फ टकर परयोग करत ह

करवदयत कॉिी मकि इस चलान क वलए विदयत की आिशयकता होती ह यह दो परकार क होत ह

असिचावलत

सिचावलत

अवचाकरलत करवदयत कॉिी मकि इसम समय सचक एि ताप वनयतरक उपवसथत नही होता ह

अतः कॉफी बनात समय इसम अवधक धयान दन की आिशयकता होती ह

वचाकरलत करवदयत कॉिी मकि यह अतयनत सविधाजनक होता ह कॉफी बनात समय इस पर

अवधक धयान दन की आिशयकता नही पड़ती ह इसम परकाशताप सकतक एि समय वनयतरण जसी

सविधाए होती ह वजसस कॉफी बनान का कायण सितः ही सचावलत हो जाता ह अतः इसम समय

की बहत बचत होती ह

14314 करवदयत कतली

यह विदयत चावलत यतर ह वजसम चाय बनान पानी गमण करन सप बनान अडा एि मकका उबालन

नडल बनान जस कायण वकए जा सकत ह इसम विदयतीय ऊजाण ऊषटमीय ऊजाण म पररिवतणत हो जाती

ह वजसस ऊषटमा उतपादक तार गमण हो जाता ह तथा इसक समपकण म आन िाल खादय एि पय पदाथण

िी गमण हो जात ह

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बनावटसिचना इस उपकरण क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडी

ढककन

हवडल

उषटमा उतपादक तार

थरी वपन पलग एि तार

14315 आयिनइसतरी

इसतरी क परयोग स िसतर निीन चमकदार एि सनदर वदखाई दत ह यह कपड़ो को आकषणक बनान की

सिाणवधक परचवलत एि ससती विवध ह इसतरी क कई परकार हो सकत ह

कोयल िाली इसतरी

विदयत इसतरी

विदयत इसतरी वनमन परकार की हो सकती ह

असिचावलत इसतरी

सिचावलत इसतरी

िाप िाली इसतरी

विदयत इसतरी विदयत चावलत होन क कारण अतयनत सविधाजनक होती ह इसस समय एि शवकत

दोनो की बचत होती ह

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अवचाकरलत इसतरी यह विदयत चावलत होती ह परनत इसम ताप वनयतरक नही होता ह इस परकार

की इसतरी का परयोग करत समय कपड़ो को जलन स बचान क वलए वसिच को बार-बार ऑनऑफ

करना पड़ता ह

वचाकरलत इसतरी यह अतयनत सविधाजनक होती ह इसम िसतरो क रशो क परकार क अनरप ताप

वनयतरक जस नायलॉन पॉवलएसटर सत ऊन रशम वलनन इतयावद अवकत होत ह इसस िसतरो क

जलन की सिािना नही रहती ह

िाप वाली इसतरी यह आधवनक परकार की इसतरी ह यह सिचावलत होती ह एि िसतरो को इसतरी

करन स पिण इसम वसथत सपर िारा अथिा उपलबध िाप िारा इसतरी करन पर कपड़ा सिछि एि

अवधक आकषणक हो जाता ह

इसकी बनािट कि इस परकार की होती ह वक इसम पानी िरन एि िाप बनकर वनकलन का

समवचत परबनध होता ह इसतरी गमण करन पर पानी गमण होकर िाप बनन लगता ह और इसका बटन

दबाकर िसतर म इवछित सथान पर पानी विड़का जा सकता ह

सिचनाबनावट इसक मखय िाग वनमनित ह

ढाचा

िार

ऊषटमा उतपादक तार

हवडल

ताप वनयतरक

विदयत वपनतार

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14316 वॉकरशग मशीन

हाथ स िसतर धोन म समय और शवकत का अवधक अपवयय होता ह साथ ही हाथ स धल हए िसतरो

को सखन म अवधक समय लगता ह िॉवशग मशीन म वनयवनतरत ताप एि समय क अनसार िसतरो को

धोया एि सखाया जा सकता ह अनय घरल उपकरणो की तलना म िॉवशग मशीन एक महगा

उपकरण ह तथा इसम विदयत तथा जल की अनिरत आपवतण की आिशयकता िी पड़ती ह अतः

वजन घरो म यह सविधा न हो िहा पर िॉवशग मशीन का परयोग वकया जाना सिि नही होता ह

वॉकरशग मशीन क परकाि

पणय वाचाकरलत इस फली ऑटोमवटक िॉवशग मशीन िी कहा जाता ह यह कीमत म महगी

परनत अतयनत सविधाजनक िॉवशग मशीन ह इसम तापमान तथा समय वनयतरण तथा िसतरो क रश

क अनसार धलाई वसथवतयो को तय करन की सविधा िी उपलबध होती ह

धलाई करथकरतया

परी िॉश अतयवधक मल कपड़ो क वलए

हिी िॉश मल कपड़ो क वलए

नॉमणल िॉश सामानय कपड़ो क वलए

वकिक िॉश झटपट धलाई क वलए

तापमान 20 स 90 वडगरी सवलसयस तक

डरायि ऑनऑफ

करपनः ऑनऑफ

एक बार मशीन क िीतर कपड़ डाल दन पर तथा धलाई वसथवतयो को तय कर दन पर कपड़ो की

धलाई पणण होन पर ही मशीन पर धयान दन की आिशयकता पड़ती ह इसम डरायर (कपड़ सखान)

की सविधा िी होती ह वजसकी सहायता स कपड़ो को आसानी स सखाया जा सकता ह आधवनक

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समय म नय-नय आविषटकारो क कारण मशीन की कायणकषमता म अितपिण िवदध हो गयी ह जस दाग

धबब िटान की सविधा हड िॉश की सविधा इतयावद आप अपन बजट एि आिशयकता क

अनसार िॉवशग मशीन खरीद सकत ह

अधय वाचाकरलत जसा वक नाम स सपि ह यह समी ऑटोमवटक िॉवशग मशीन ह वजसम कपड़

धोए जा सकत ह परनत इसम पणण सिाचावलत जसी सविधाए नही होती ह

अभयास परशन 3

वनमन को एक िाकय म पररिावषत कीवजए

1 अविदयत कॉफी परकोलटर

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2 िाप िाली इसतरी helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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3 िॉवशग मशीन की धलाई वसथवतया helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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144 सारााश इस इकाई क अधययन क उपरानत आपन जाना वक कि घरल उपकरण सरचना कायण विवध तथा

कायण वसदधानत की दवि स अतयनत सरल होत ह य उपकरण अपनी कायण कशलता उतपादकता एि

कम मलय क कारण आज हमारी दवनक आिशयकता बन गए ह िारतीय घरो म परयकत कि परमख

उपकरणो क विषय म आपन विसतारपिणक समझा य सिी उपकरण कायण को सरलीकत कर जीिन

की गणितता को शरषठ बनान म हमारी सहायता करत ह

145 पाररभाषिक शबदावली वनट टयब परशर ककर क ढककन क बीचो-बीच वसथत टयब वजसका मखय कायण ककर क

िीतर वनवशचत मातरा स अवधक बनी हई िाप को दबाि कम वकए वबना बाहर वनकालना होता ह

करमकसि टयब गस क चलह क बनणर हड क नीच वसथत िह िाग वजसम गस ऑकसीजन क

साथ वमवशरत होकर िली-िावत नीली लौ क साथ जलन लगती ह

िगलटि वसलनडर का एक अतयनत महतिपणण िाग वजसस गस वनयवतरत मातरा म धीर-धीर बनणर

तक पहचती ह

सोलि ककि इसम खाना सौर ऊजाण क माधयम स पकाया जाता ह वजसस समय शवकत और

ईधन तीनो की बचत होती ह

पणय वाचाकरलत वॉकरशग मशीन फली ऑटोमवटक िॉवशग मशीन वजसम तापमान तथा

समय वनयतरण क साथ िसतरो क रश क अनसार धलाई वसथवतयो को तय करन की सविधा िी

उपलबध होती ह

146 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 सतपत हाइडरोकाबणन 2 नीला रग

3 िाप क दबाि

अभयास परशन 2

सही या गलत बताइए

1 सही 2 गलत

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3 सही

अभयास परशन 3

वनमन को एक िाकय म पररिावषत कीवजए

1 अविदयत कॉफी परकोलटर इस परयोग करन हत विदयत की आिशयकता नही पड़ती ह इसक

अनदर बतणन म पानी तथा कॉफी रखकर परकोलटर को चलह या सटोि क ऊपर आच पर रखा

जाता ह जब पानीदध उबल जाता ह इस आच पर स उतार कर कटोरी म रखी कॉफी को

फ टकर परयोग करत ह

2 िाप िाली इसतरी यह आधवनक परकार की सिचावलत इसतरी होती ह िसतरो को इसतरी करन स पिण

इसम उपलबध िाप िारा इसतरी करन पर कपड़ा सिछि एि अवधक आकषणक हो जाता ह

3 िॉवशग मशीन की धलाई वसथवतया

परी िॉश अतयवधक मल कपड़ो क वलए

हिी िॉश मल कपड़ो क वलए

नॉमणल िॉश सामानय कपड़ो क वलए

वकिक िॉश झटपट धलाई क वलए

147 सनदभण गरनथ सची 1 डा० िनदा वसह गह परबनध एि आनतररक सजजा गयारहिा ससकरण पचशील परकाशन

जयपर

2 डा0 बी0 डी0 हरपलानी गह परबनध परथम ससकरण सावहतय परकाशन आगरा

3 डा0 मज पाटनी एि डा0 लवलता शमाण गह परबनध सटार पवबलकशनस आगरा

4 Guidelines for Energy Service Product Provider

(httpwwwenergystarcom)

5 Bureau of Indian Standards Official website ldquoProduct Certification

Schemerdquo (httpwwwbisorgincertproducthtml)

6 ldquoTimes of Indiardquo Aug 3 2011 ldquoTrader fined for selling fake ISI marked

goods Article

7 National Institute of Open Schooling ldquoWise Buyingrdquo

(httpwwwniosacin)

8 Energy efficiency (httpwwwhomeconstructionimprovementcom)

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 308

148 ननबनधातमक परशन 1 दवनक जीिन म आिशयक कि परमख घरल उपकरणो क कायण परकार एि उनक कायण वसदधातो

की वयाखया कीवजए

2 दवनक जीिन म आिशयक कि परमख घरल उपकरणो की वनमन वबनदओ क अनतगणत सची

बनाइए

िमाक उपकरण का नाम उपकरणो म परयकत सामगरी उपकरणो की यावतरकी

Page 2: HSC-101 पारिवारिक संसाधन प्रबन्धन

HSC-101

पारिवारिक ससाधन परबनधन

Family Resource Management

उततिाखणड मकत ववशवववदयालय

तीनपानी बाई पास िोड टासपोरट नगि क पास हलदवानी-263139

फोन न 05946- 261122 261123

रोल फरी न 18001804025

फकस न 05946-264232 ई-मल infououacin

httpuouacin

ISBN- 978-93-85740-49-7

समसत लखोपाठो स समबवनधत वकसी भी वववाद क वलए लखक विममदाि होगा वकसी भी वववाद क वलए

िरिसवडकशन हलदवानी (ननीताल) होगा

कॉपीिाइर उततिाखणड मकत ववशवववदयालय परकाशन वरट 2016

ससकिण सीवमत ववतिण हत पवट परकाशन परवत

परकाशक एम0पी0डी0डी0 उततिाखणड मकत ववशवववदयालय हलदवानी

उततिाखणड मकत ववशवववदयालय हलदवानी- 263139 (ननीताल)

अधययन बोडट

परोफसर आर0 सी0 मिशर

मिदशक

सवासय मवजञाि मवदयाशाखा

उततराखणड िकत मवशवमवदयालय

हलदवािी उततराखणड

परोफसर रीता एस0 रघवशी

अमिषठाता गह मवजञाि

िहामवदयालय

गोमवनद बलदलभ पनत कमि एव

परौदयोमगकी मवशवमवदयालय

पनतिगर उततराखणड

परोफसर लता पाणड

मवभागाधयकष गह मवजञाि मवभाग

डी0एस0बी0 कमपस

किाऊ मवशवमवदयालय

ििीताल उततराखणड

डा0 महिा क0 मबजली

सह- पराधयापक सािदामयक ससािि परबिि एव

मवसतार

सतत मशकषा मवदयापीठ

इमदरा गािी राषटरीय िकत मवशवमवदयालय

िई मदलदली

डॉ0 परीमत बोरा

अकादमिक एसोमसएट

गह मवजञाि मवभाग

उततराखणड िकत मवशवमवदयालय

हलदवािी उततराखणड

पाठयकरम सयोिक एव सपादक

डॉ0 परीमत बोरा

अकादमिक एसोमसएट

गह मवजञाि मवभाग

उततराखणड िकत मवशवमवदयालय

हलदवािी उततराखणड

शरीिती िोमिका मववदी

अकादमिक एसोमसएट

गह मवजञाि मवभाग

उततराखणड िकत मवशवमवदयालय

हलदवािी उततराखणड

इकाई लखन इकाई सखया इकाई लखन इकाई सखया

डॉ0 परभा मबषट

सहायक पराधयापक गह मवजञाि मवभाग

एस0डी0एि0 राजकीय सिातकोततर िहामवदयालय

डोईवाला दहरादि

उततराखणड

1 2 4 9 12 13

14

डॉ0 छमव आयाा

सहायक पराधयापक गह मवजञाि मवभाग

डी0एस0बी0 कमपस

किाऊ मवशवमवदयालय

ििीताल उततराखणड

3 5 8 11

डॉ0 मवदया मसह

समवदा मशकषक गह मवजञाि मवभाग

सवािी मववकािनद राजकीय सिातकोततर िहामवदयालय

लोहाघाट चमपावत

उततराखणड

10 सशरी चतिा जनतवाल

अमतमि मशकषक गह मवजञाि मवभाग

डी0एस0बी0 कमपस

किाऊ मवशवमवदयालय

ििीताल उततराखणड

6 7

उततिाखणड मकत ववशवववदयालय हलदवानी

पारिवारिक ससाधन परबनधन

Family Resource Management

HSC-101

खणड इकाई पषठ सखया

1

गह परबनध

परवकरया

इकाई 1 गह परबनि 2 - 23

इकाई 2 गह वयवसिा क उतपपररक तततव 24 - 41

इकाई 3 सािि 42 ndash 56

इकाई 4 सिय एव शमकत ससािि 57 ndash 83

इकाई 5 मिराय परमिया 84 ndash 105

2

मदरा परबनधन

इकाई 6 मवततीय परबनिि 107 ndash 124

इकाई 7 बजट 125 ndash 142

इकाई 8 बचत 143 ndash 162

इकाई 9 करािाि 163 ndash 191

3

उपभोकतावाद

एव उपभोकता

सिकषण

इकाई 10 उपभोकता 193 ndash 223

इकाई 11 उपभोकता सरकषर 224 ndash 243

4

गह सिकषा

एव उपयोग

इकाई 12 घर की दखभाल एव सरकषा 245 ndash 264

इकाई 13 घरल उपकरर एक पररचय 265 ndash 282

इकाई 14 घरल उपकररो ि परयकत सािगरी 283 ndash 308

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 1

खणड 1

गह परबनध परकरिया

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 2

इकाई1 गह परबनध

11 परसतािना

12 उददशय

13 गह परबनध

131 गह

132 परबनध

133 गह परबनध की विविनन पररिाषाए

134 गह परबनध क उददशय

135 गह परबनध म आन िाली बाधाए

136 गह परबनध स सबवधत भावतया

14 गह परबनध परविया

141 गह परबनध की पररिाषाए

142 गह परबनध क घटक चरण

1421 वनयोजन

1422 वनयतरण

1423 मलयाकन

143 गह परबनध का महति

15 गह परबनध म वनणणय परविया

16 साराश

17 पाररिावषक शबदािली

18 अभयास परशनो क उततर

19 सनदिण गरनथ सची

110 वनबनधातमक परशन

11 परसतावना सदढ़ गह वयिसथा न किल सफल पाररिाररक जीिन क वलए आिशयक ह अवपत वकसी िी उननत

समाज एि राषटर का आधार ह गह परबनध का उददशय उपलबध ससाधनो म परतयक पाररिाररक सदसय

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 3

की आिशयकताओ की पवतण कर जीिन लकषय को परापत करना ह जीिन की विविनन अिसथाओ म

समय-समय पर आिशयक लकषयो की पवतण हम सख की अनिवत परदान करती ह वजसस जीिन की

गणितता उततम हो जाती ह यदयवप वयिसथापन परविया सदि स चली आ रही ह परनत आज क तजी

स बदलत समय पररवसथतयो सोच मलय और आवथणक एि तकनीकी पररितणनो स सामजसय बठान

हत यह आिशयक ह वक सिय वयिसथापन परविया म आिशयक पररितणन वकए जाए

गह परबनध गह विजञान विषय का एक अतयवधक महतिपणण िाग ह आधवनक समय म जहा एक

ओर विजञान एि तकनीकी विकास क कारण सख - सविधाओ एि जीिन सतर म िवि हई ह िही

दसरी ओर बढ़ती जनसखया क कारण ससाधन सीवमत होत जा रह ह सीवमत ससाधनो क

कशलतम उपयोग एि परबनध िारा ही परतयक वयवकत अथिा पररिार अपन लकषयो की परावपत कर

सकता ह आधवनक समय म सतरी क पास किल घर का ही दावयति नही ह अवपत घर क बाहर िी

सतरी कशल डॉकटर वशकषक परशासक परबनधक एि वयिसायी उदयमी आवद िवमकाए वनिाकर

समाज क उतथान म अपना योगदान द रही ह इस परकार सीवमत समय म दोहर दावयति क कारण

पररवसथवतया जवटल एि विषम हो गयी ह कशल परबनधन क अिाि म गहसथ एि पररिाररक

जीिन किी-किी अतयवधक जवटल हो जाता ह इन जवटल पररवसथवतयो का परिाि पाररिाररक

सदसयो क वयवकतति एि विकास पर पड़ता ह एक अवयिवसथत घर पररिार क सदसयो क िावित

विकास म बाधक होता ह अतः पररिार क सखी और समि जीिन क वलए गहणी ही नही अवपत

पररिार क परतयक सदसय को गह वयिसथा अथिा गह परबनध का सदधावनतक एि वयिहाररक जञान

होना परम आिशयक ह

1‐ 2 उददशय गह परबनध अथिा गह वयिसथा गह विजञान विषय का एक अवत महतिपणण िाग ह परसतत इकाई क

अधययन क पशचात आप

पररिाररक जीिन क सनदिण म गह वयिसथा तथा गह परबनध परविया को समझ पाएग

गह परबनधन क घटकोचरणो क बार म जान पाएग तथा इसकी पररिाषाए दशणन इवतहास एि

महति को समझ कर िासतविक जीिन म इसका परयोग कर सक ग तथा

गह परबनधन म आन िाली बाधाओ तथा वनणणय परविया क महति क बार म जानकारी परापत

करग

आइए इकाई की शरआत गह परबध की पररिाषाओ क अधययन स कर

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13 गह परबनध गह अथिा घर मानि जीिन की तीन मलित आिशयकताओ िोजन िसतर तथा घर म स एक ह

गह परबनध वजस सामानयता गह वयिसथा िी कहा जाता ह को िली-िावत समझन क वलए यह

आिशयक ह वक पहल गह एि परबनध का अथण अलग-अलग समझा जाए

131 गह

गह अथिा घर मानि की एक मलित आिशयकता ह यदयवप घर एि मकान दोनो शबदो का अथण

एक ही ह परनत दोनो क िािानातमक अथण विनन-विनन ह विशषकर एक गह अथणशासतरी अथिा

गहणी की दवि स घर (Home) स हमारा िािनातमक सबध होता ह मनषटय अपन जनम क बाद घर

नामक सथान पर ही सरवकषत एि समवचत पररिश परापत करता ह यही पररिश िातािरण सदढ़

समाज की मजबत इकाई बनता ह घर म पररिार क सदसय आपस म वमल जल कर परम सनह

सहानिवत तयाग और अपनति क अटट बधन म बधत ह घर स ही हम पाररिाररक मलय वमलत ह

जो हमार िविषटय एि वयवकतति का आधार बनत ह

इसक विपरीत मकान (House) का अथण िौवतक रप स उपलबध या उपवसथत एक सपवतत स वलया

जाता ह वजसकी आधवनक सदिण म एक मखय परासवगकता ह वनिश (Investment) एक िवय

मकान म समसत सख सविधाए उपलबध हो सकती ह परनत कया आप िहा परम सहयोग सौहादण

वचनतामकत सखी शावनतमय जीिन की िी कलपना कर सकत ह यह हम वनवशचत रप स नही कह

सकत उदाहरण क वलए एक पाच वसतारा होटल म आप समसत सख सविधाय पा सकत ह परनत

कया िहा उपरोकत मानिीय मलयो क वलए कोई सथान ह यह कहना बहत कवठन ह

132 परबनध

सामानय अथो म परबनध का आशय ह ldquoवकसी िी इवछित लकषय की परावपत हत सवनयोवजत परकार स

वकया गया कायणrdquo परनत परबनध एक वयापक शबद ह वजसका उपयोग एि अथण वयिसावयक

औदयोवगक एि घरल सनदिण म विनन विनन हो सकता ह यह एक मानवसक परविया ह जो परायः सिी

वयवकतयो िारा अपन उपलबध ससाधनो क उपयोग स एक योजनाबदध परारप म समपनन की जाती ह

परनत अनतर यह ह वक कि वयवकत परबनध परविया म सफल होत ह और कि नही परबनध िासति म

कला एि विजञान का सगम ह वजसक अनतगणत परबनध परविया क विविनन घटको जस वनयोजन

सगठन समनियन एि पररक ततिो जस उतपररण वनयतरण आवद का िजञावनक विशलषण वकया जाता

ह आन िाली इकाईयो म हम उपरोकत घटको क विषय म विसतार पिणक समझग

िारत समत विशव क सिी अगरणी वशकषण ससथानो म परबनध को एक विषय क रप म मानयता परापत

ह वकसी िी समाज अथिा राषटर की उननवत पणणतया उपलबध ससाधनो क उवचत परबनधन पर वनिणर

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करती ह िारत म नीवत आयोग (Planning Commission) राषटर म उपलबध समसत ससाधनो

(वजसम समय ऊजाण धन िौवतक िसतओ क अवतररकत जञान रवचया अवििवतया कौशल

योगयताए और सामदावयक सविधाए सवममवलत ह) क उवचत परबनधन स राषटर क विकास हत

नीवतयो क वनषटपादन एि कायाणनियन हत समवपणत ह यह परबनध िारा विकास एि उननवत का सिोतम

उदाहरण ह

133 गह परबनध की करवकरिनन परििाषाए

गह परबनध दवनक जीिन म उपयोग वकया जान िाला सिाणवधक परचवलत शबद ह हम सिी वकसी न

वकसी रप म गह परबनध अथिा गह वयिसथा शबद स पररवचत ह गह परबनध म िािनातमक

पहलओ का विशष धयान रखा जाता ह उदाहरण क वलए पाररिाररक उददशय चाह कि िी हो गहणी

अपनी पहली पराथवमकता क रप म सदि पररिार क सदसयो क साथ तथा सदसयो क मधय

िािानातमक सबध मजबत करन पर अपना धयान कवनित करगी यही कारण ह वक गह परबनध को

पररिावषत करना अपकषाकत कवठन ह

विविनन वििानो न गह परबनध को विविनन परकार स पररिवषत वकया ह आइए इस पर चचाण कर

गरॉस एव िणडल क अनसाि

ldquoगह वयिसथा एक मानवसक परविया ह वजसम आयोजन वनयतरण एि मलयाकन क िारा तथा

पाररिाररक ससाधनो क उवचत उपयोग स पररिाररक लकषयो की परावपत की जा सकती हrdquo

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoगह वयिसथा पररिार क लकषयो को परापत करन क उददशय स पररिार क सरोतो या ससाधनो क परयोग

हत वकया गया आयोजन वनयतरण एि मलयाकन हrdquo

िाजामल पी0 दवदास क अनसाि

ldquoगह वयिसथा म पाररिाररक लकषयो को परापत करन हत पाररिाररक ससाधनो क उपयोग स सबवधत

वनणणयो को सवममवलत वकया जाता हrdquo

इिीन ओपनहीम क अनसाि

ldquoगह वयिसथा ससकवत की जड़ होती ह विनन-विनन ससकवतयो म गह उततरदावयतिो की वयिसथा म

विननता होती ह सिय ससकवत म िी पयाणपत विननता दखन को वमलती हrdquo

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यदयवप गह परबनध को विविनन गह अथणशावसतरयो न विविनन परकार स पररिावषत वकया ह परनत

समसत पररिाषाओ म पाररिाररक लकषयो को परापत करन क वलए उपलबध ससाधनो क सवनयोवजत

उपयोग पर बल वदया गया ह

अगल िाग म हम गह परबनध क उददशयो पर चचाण करग

134 गह परबनध क उददशय

गह परबनध क उददशय वनमनित ह

1 पररिार क सिी सदसयो की आिशयकताओ की पवतण

2 सीवमत आय स अवधकतम आिशयकताओ की पवतण

3 गह कायो का कशलता पिणक वनषटपादन 4 पाररिाररक सतर एि सौहादण बनाए रखना

गह वयिसथा का मखय उददशय ह पररितणन जो वक जीिन म उननवत क वलए अवत आिशयक ह

पररितणन एक सतत चलन िाली परविया ह गह वयिसथा सदि स चली आ रही ह एि इसका परमख

उददशय ह योजनाबि परकार स इवछित लकषयो को परापत करन क वलए पररितणन लाना हमारी परमपराए

नवतक मलय सामावजक आवथणक राजनवतक एि िजञावनक पररवसथतया इन पररितणनो का आधार ह

गह वयिसथा परविया सिय म तो पररिवतणत नही होती परनत सबवधत लकषयो वसथवतयो और वनणणयो म

वसथवत क अनसार पररितणन लाया जाता ह एक कामकाजी मवहला िारा समय एि शरम बचान हत

हाथ स कपड़ धोन क सथान पर िॉवशग मशीन का परयोग तथा उतपादकता बढ़ान एि समय बचान

हत विविनन आधवनक यतरो का उपयोग इन पररितणनो का उदाहरण ह समाज म मवहलाओ िारा परापत

उपलवबधया एि अपनी योगयताकौशल का परदशणन कर पाना वशकषा वयिसथा म पररितणन एि सतरी

वशकषा को परोतसावहत करन का ही पररणाम ह

वकसी िी काल (समय) अथिा पररवसथवतयो म गह वयिसथा का परम उददशय सीवमत पाररिाररक

ससाधनो म इवछित लकषय एि पररिार कलयाण ही ह गह वयिसथा क पररपरकषय म धन समय और

शवकत परमख ससाधन ह और इनक अवधकतम एि सवनयोवजत उपयोग हत आयोजन वनयतरण एि

मलयाकन परविया सतत रप स कायणरत रहती ह गह वयिसथा का मखय उददशय यह िी ह वक पररिार

की विविनन अिसथाओ म समय-समय पर लकषयो की परावपत की जाए कयोवक पाररिाररक जीिन चि

क साथ-साथ लकषय िी बदलत ह और लकषयो की परावपत जीिन म सतवि और सख परदान करती ह जो

वक उननवत एि पाररिाररक कलयाण क वलए अवत आिशयक ह आइए अब हम गह परबनध म आन

िाली बाधाओ क विषय म जान

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135 गह परबनध म आन वाली बाधाए

शवकषक परोतसाहन िजञावनक उननवत और औदयोगीकरण क कारण समाज म अतयवधक पररितणन आ

गया ह नारी परतयक पररिार की धरी ह और आज समाज म नारी वशकषा क कारण नारी क

सामावजक एि पाररिाररक महति म बहत अनतर आ गया ह आज नारी क पास पररिार क साथ-

साथ अनय कई महतिपणण दावयति िी ह वजनका वनिणहन करना उतना ही आिशयक ह वजतना

पाररिाररक दावयति का पालन करना चवक सामावजक ढाच म पररितणन क फलसिरप सयकत

पररिार समापत होकर एकाकी पररिारो का रप ल रह ह वजसस पाररिाररक उततरदावयतिो क सिरप

सबधो एि िािनातमक दविकोण म पररितणन आ गया ह इनक कारण िी गह वयिसथापक (गहणी)

क सामन परवतवदन नयी-नयी चनौवतया खड़ी हो जाती ह य चनौवतया गह वयिसथा म सबस बडी

बाधाए उतपनन करती ह इन बाधाओ को दर करन क वलए गह वयिसथापक को कई वनणणय लन

पड़त ह आइए जान वक गह वयिसथा परविया म कौन-कौन सी परमख बाधाए आती ह

1 परबनध परविया का जञान न होना 2 सबवधत वनणणयो क वलए आिशयक जानकारी न जटा पाना

3 परबनध और लकषयो का सीधा सबध न होना

4 लकषयो की पराथवमकता सपि न होना 5 उपलबध ससाधनो का सिोततम उपयोग न कर पाना 6 परयतनो का अिाि

7 योजना अनसार लकषय वनधाणरण न कर पाना

8 दावयतिो क आिटन का अिाि

136 गह परबनध स सबकरधत भाकरतया

असफल गह वयिसथा का एक परमख कारण भावतया िी ह समय रहत इन भावतयो को दर करना

आिशयक ह आइए समझ वक एक गह परबनधक क दविकोण स य भावतया कया ह और इनह कस दर

वकया जा सकता ह

गह वयिसथा का उददशय किल योजना बनाकर कायण समापत करना ही नही ह गह परबनध का

तातपयण कायण क परतयक पकष पर विचार क पशचात वियानियन और बाद म उसका मलयाकन

करना िी ह अतः हम कह सकत ह वक परबनध एक साधन (Mean) ह साधय (End) नही

परबनध किल पररिार क मवखया का ही कायण नही ह कहन का अथण ह गह वयिसथा म परतयक

पाररिाररक सदसयो का सकारातमक योगदान अवत आिशयक ह पररिाररक सौहादण बनाकर

परतयक सदसय वयिसथा परविया म अपना योगदान द सकता ह

सपरबनध एक जनमजात गण ह एक अछिा वयिसथापक जनम स उतपनन होता ह परनत

िासतविकता यह ह वक परबनध (चाह वकसी िी कषतर म हो) जञान अभयास एि अनिि स बढ़ता

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ह यवद वकसी वयवकत म लगन ह तो िह अनय कायो की िावत वयिसथा परविया को समझकर

तथा सीखकर वयिहाररक जीिन म उसका बविमता पिणक अनपरयोग कर सकगा

परबनध का उददशय किल लकषय परावपत ही नही ह यवद वयिसथा का उददशय वकसी िी परकार स

लकषयो की परावपत मातर ही रह जाए तो समाज पर इसका नवतक शारीररक मानवसक और

चाररवतरक रप स दषटपरिाि पड़गा गह वयिसथा म वकसी िी पररवसथवत म परबनधक लकषय परावपत

हत अपन नवतक मलयो और परमपराओ स समझौता करन क वलए अनक बार सोचगा और

वकसी अनय विकलप का सहारा लकर अपन लकषयो की परावपत करगा परबनध परविया म वनणणय

समसया क समसत पहलओ और उनका पररिार पर पड़न िाल परिाि का अधययन और

विशलषण क उपरानत ही वलया जाता ह

आग बढ़न स पिण आइए कि परशनो को हल करन का परयतन कर

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 िारत म राषटर म उपलबध समसत ससाधनो क उवचत परबनधन िारा नीवतयो क वनषटपादन एि कायाणनियन हत समवपणत ह

2 िारा दी गई गह परबनध की पररिाषा क अनसार गह वयिसथा ससकवत

की जड़ होती ह

3 परबनध एक ह नही

बोध परशनो क पशचात आइए हम गह परबनध परविया क बार म जान

14 गह परबनध परकरिया गह परबनध एक सतत एि पररितणनशील परविया ह वजसम लकषयो की परावपत हत वनणणय लकर कायो

को योजनाबि तरीक स वकया जाता ह गह परबनध पाररिाररक जीिन का परशासनातमक पकष ह

इसम पररिार क मलयो को समावहत करत हए परतयक पाररिाररक सदसय का नवतक पाररिाररक एि

वयवकतति का विकास करना सवममवलत ह वजसस पाररिाररक सदसयो को जीिन की विपरीत

पररवसथवतयो म समसया का वनराकरण कर आग बढ़न की पररणा वमलती ह गह परबनध परविया वयवकत

को पररिार म उपलबध शारीररक बौवदधक सामावजक िौवतक आवथणक ससाधनो का सफल

उपयोग करना वसखाती ह पाररिाररक जीिन म समयानसार लकषयो को परापत कर सख शावत एि

सौहादण का िातािरण बना रह इसक वलए गहणी का एक कशल परबनधक िी होना अवत आिशयक

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जसा वक आपन पिण म िी पढ़ा वक गह वयिसथा परविया कोई नयी परविया नही ह धरती पर मानि

जीिन क आगमन पर सिितः इसका उदभि हो चका होगा हम सिी परबनध और इसक अथण स

पररवचत ह परवतवदन हम जान अनजान अपन इवछित लकषयो की पवतण क वलए इसका परयोग करत ह

अभयास जञान अनिि एि परयतन क िारा िी कि वयवकत परबनध परविया म सफल नही हो पात

परनत यवद ि चाह तो विविनन सख सविधाओ क इस आधवनक समय म परबनध परविया सीखकर

जीिन म सफल हो सकत ह विविनन गह अथणशावसतरयो न परबनध परविया को विविनन परकार स

पररिावषत वकया ह अगल िाग म हम इन पररिाषाओ क बार म जानग

141 गह परबनध परकरिया की परििाषाए

गह परबनध परविया को विविनन वििानो िारा पररिावषत वकया गया ह

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoपाररिाररक लकषयो की परावपत क वलए पाररिाररक ससाधनो का उपयोग वकया जाता ह वजसम

वनयोजन वनयतरण एि मलयाकन तीन परमख घटक ह यह परविया परबनध परविया कहलाती हrdquo

करनकरकल एव डासी की एक अनय परििाषा क अनसाि

ldquoउददशय वनदवशत वयिसथापन की परविया का वनमाणण परगवत की परसपर आावशरत वयिसथापन की

वियाओ की एक शरखला ह वजसम स परतयक म वनणणय लन की आिशयकता सवममवलत हrdquo

यहा पर परविया स तातपयण ह वक वियाओ की ऐसी शरखला वजसक परतयक चरण पर वनणणय लन की

आिशयकता होती ह ldquoManagement in Family Livingrdquo नामक पसतक म वनवकल एि डासी

न वलखा ह वक वयिसथापन की धारणा यही ह वक िह एक योजनाबदध परविया ह जो वक हम इवछित

लकषयो को परापत करन हत वनदवशत करती ह इसक अनतगणत मलयो को महति वदया जाता ह और वफर

वनणणय वलया जाता ह

गरॉस एव िणडल क अनसाि

गह वयिसथापन परविया गह वयिसथा क वलए एक वियाशील यनतर कहा जा सकता ह

इिीन ओपनहीम क अनसाि

ldquoवयिसथापन परविया िह तरीका ह वजसम वनणणयो को विया म पररिवतणत वकया जाता हrdquo

एक अनय परििाषा क अनसाि

गह वयिसथा एक वयिहाररक विजञान ह वजस अनय वयिहाररक विजञान क समान नापा नही जा

सकता वकनत यवद कोई वयवकत अपन लकषयो िारा वकसी सीमा तक सनतवि परापत कर लता ह तो िह

अछिा वयिसथापक माना जा सकता ह और उसका घर वयिवसथत माना जा सकता ह

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गह परबनध परविया क अधययन क उपरानत हम परबनध की परकवत (Nature) और विया (Action)

को िली िावत समझकर यथावसथवत म सशोधन करन म सकषम हो सक ग और वयिहाररक जीिन म

इवछित लकषयो को परापत करन क वलए समय पर वसथवत को वनयवतरत कर सक ग

अिी आपन विविनन वििानो िारा दी गई गह परबनध परविया की पररिाषाओ क बार म जाना

आपन दखा वक परबनध परविया कई चरणो म समपनन की जाती ह य परमख चरण कया ह आइए

इनक विषय म विसतार पिणक समझ

142 गह परबनध क घटक चिण

विविनन वििानो न गह परबनध परविया क विविनन चरण बताए ह

नयमन क अनसाि- परबनध परविया क पाच मखय चरण ह

1 आयोजन

2 सगठन

3 साधनो का एकीकरण

4 वनदशन

5 वनयनतरण

करलचकरिलड क अनसाि- परबनध परविया वियाओ का चि ह और इसक वनमन पाच चरण ह

1 विचारो को गरहण करना तथा अिलोकन करना

2 अिलोकन का वनरीकषण

3 वनणणय परविया 4 विया

परबध परकरिया

आयोजन

करनयनरण

मलयाकन

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5 विया हत उततरदावयति सिीकार करना

कोकरटजन क अनसाि - कोवटजन क अनसार परबनध परविया क चार चरण वनमनित ह-

1 उददशयो की परावपत हत आयोजन

2 सपादन हत सगठन 3 योजना का वियानियन 4 मलयाकन

आपन दखा वक विविनन वििानो िारा सझाय गए परबनध क चरणो का अपना महति ह परनत

अधययन की सविधा एि वयिहाररकता की दवि स गह परबनध परविया को मखयतया तीन चरणो म

वििावजत वकया गया ह

1 आयोजन वनयोजन योजना बनाना (Planning)

2 वनयतरण (Controlling)

3 मलयाकन (Evaluation)

आइए इन घटको क विषय म विसतार पिणक समझ

1421 करनयोजन आयोजन योजना बनाना

यह परबनध परविया रपी सीढ़ी का परथम चरण ह यह परबनध परविया का एक महतिपणण घटक ह

वनयोजन क अिाि म परबनध आधारहीन ह वनयोजन अथिा योजना बनाना िासति म कया ह

आइए इस समझ

वनयोजन का शावबदक अथण ह ldquoिावित उददशयो की परावपत क वलए पिण म ही कायणिम की रपरखा

तयार करनाrdquo

वनयोजन को परबनध परविया म सिाणवधक महति वदए जान का कारण यह ह वक इस कायण क आरमि

होन स पिण ही अिलोवकत कर वलया जाता ह वजसस कायण एि लकषय सरल परतीत होत ह योजना

बना लन स कवठन स कवठन कायण िी बोवझल परतीत नही होता ह कयोवक सबवधत कायण की योजना

बना लन स परबनध परविया म आन िाली समसयाओ का पिण वनराकरण िी साथ-साथ कर वदया

जाता ह वकसी कायण को सपावदत करन म कौन -कौन सी समिावित समसयाए या परशन उठ खड़ होग

इसका उततर िी वनयोजन क िारा ही खोजा जाता ह

कायण वकसी िी कषतर म हो चाह वयिसावयक अथिा घरल वबना वनयोजन सिी कायण असत वयसत

होत ह योजना बना लन (या वनयोजन करन) का एक यह अनय लाि यह िी ह वक इसम िासतविक

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वसथवत का पिाणनमान लगा वलया जाता ह वजसस समय धन शवकत एि परयतनो का अपवयय नही

होता ह

करनयोजन की परििाषा- (वनवकल एि डासी क अनसार)

वनयोजन परबनध परविया का पहला चरण ह इसक अनतगणत वनणणयो की एक विसतत शरणी होती ह जो

वक पाररिाररक वियाओ साधनो और मागो क सनदिण म वलए जात ह

करनयोजन की करवशषताए

वनयोजन की वनमन विशषताए ह

1 वनयोजन एक वनरनतर चलन िाली मानवसक परविया ह

2 यह एक लोचमय (flexible) एि पररितणनशील परविया ह

3 वनयोजन सदि कायण करन स पिण वकया जाता ह

4 वनयोजन एक िजञावनक पिवत ह जो एक िमबि रप स सपनन की जाती ह

5 वनयोजन का आधार लकषयो एि उददशयो की पवतण करना ह

6 वनयोजन परविया म विविनन विकलपो म स सिोतम विकलप का चयन वकया जाता ह

7 वनयोजन की सफलता क वलए उसका वयिहाररक होना अतयत आिशयक ह

8 वनयोजन पिाणनमानो पर आधाररत एक परविया ह वजसम कायण को सवनयोवजत तरीक स पणण

करन हत ससाधनो को सगवठत वकया जाता ह

आपन दखा वक वनयोजन एक मानवसक परविया ह इसम वनणणयो और ससाधनो को सगवठत अथिा

एकीकत कर वनणणय लना एि लकषयो की पराथवमकता तय करना सवममवलत ह जो वक वनयोजन

परविया िारा ही सिि ह पाररिाररक ससाधनो एि उनकी विशषताओ का अधययन हम आन िाल

अधयायो म करग चवक ससाधन सीवमत होत ह और उनकी माग पाररिाररक चि क साथ बदलती

रहती ह इसवलए यह आिशयक ह वक साधनो को बदलती मागो क अनसार वयिवसथत वकया जाए

करनयोजन की आवशयकता एव महतव

वनयोजन िासति म एक पल का कायण करता ह जो वयवकत क ितणमान म उपलबध ससाधनो क

आधार पर उसक िविषटय की अिशयकताओ की पवतण को वनधाणररत करता ह

आपन दवनक जीिन म अनिि वकया होगा वक परतयक वयवकत िोट या बड़ लकषयो को वनधाणररत

करता ह इन लकषयो को कस परापत वकया जाए यही वनयोजन का कायण ह आज परतयक कषतर म

योजनाए बनाई जाती ह वबना योजना क कायण आधारहीन और हासयासपद परतीत होता ह आज क

यग म कोई िी राषटर योजना क अिाि म लकषय परापत नही कर सकता ह योजना बनान म समय और

परयतन अिशय लगत ह परनत यही योजना आपको सरल सपि एि ससगत परकार स लकषयो तक

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पहचान म सहायक होती ह योजना क अिाि म िी लकषयो को परापत वकया जा सकता ह परनत इस

परकार स परापत लकषयो म गणितता और ससाधनो का अपवयय न हो यह वनवशचत रप स कहा नही जा

सकता ह जब आप वकसी कायण क वलए योजना बनात ह तो आप उस कायण की परगवत को दखकर

उसका विशलषण कर सकत ह तथा आिशयकता पड़न पर उसम आिशयक पररितणन िी कर सकत

ह योजना आपको मानवसक रप स िी मजबत बनाती ह योजना सबधी अनििो स आप जीिन म

आन िाली चनौवतयो का डटकर सामना कर सकत ह

करनयोजन क परकाि

वनयोजन मखयतः दो परकार क होत ह दीघणकालीन एि अलपकालीन दीघणकालीन वनयोजन लमब

समय क वलए बनाए जात ह दीघणकालीन वनयोजन को पणण करन क वलए अलपकालीन वनयोजन िी

वकए जात ह िारत म सरकार िारा चलाई जा रही पचिषीय योजनाए दीघाणकालीन वनयोजन का

उदाहरण ह अलपकालीन वनयोजन कम समय क वलए वकए जात ह तथा यह अवधक सपि होत ह

वनयोजन क मखय चरण वनमनवलवखत ह

1 िविषटयिाणी करना 2 समसया को पररिावषत करना 3 विकलपो को खोजना 4 सिोततम विकलप का चनाि 5 उततरदावयति लना 6 कायणिम की रपरखा बनाना 7 समय अनसची

8 बजट बनाना 9 वियाविवध विकवसत करना 10 नीवत का विकास करना

करनयोजन की सीमाए

िविषटय म होन िाली घटनाए अवनवशचत होती ह ऐस म वनयोजन या पिाणनमान लगा कर योजना

बनाना कई वयवकतयो को हासयासपद लगता ह परनत अवनवशचतता क पररपरकषय म कायण को िमबि

तरीक स न कर िागय पर िोड़ दना मखणता पणण होता ह अब तक आपन योजना बनान स होन िाल

लािो क विषय म पढ़ा आइए अब वनयोजन की सीमाओ क विषय म जान तावक परबनध परविया

को सरलीकत वकया जा सक

वनयोजन की सीमाओ को वनमन वचतर िारा िली-िावत समझा जा सकता ह

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करनयोजन कित समय धयान िखन योगय बात

वकसी िी कायण की योजना बनान स पहल कि महतिपणण वबदओ को धयान म रखना चावहए य वबद

वनमनित ह

1 योजना खणडोिागो म न हो 2 योजना पररिार म उपलबध ससाधनो क अनकल हो

3 योजना वयिहाररक हो 4 योजना बनाकर पिण अवजणत अनििो का लाि उठाया जा सक

अब हम गह परबनध परविया क अगल चरण वनयतरण क बार म जानग

1422 करनयरण

वयिसथापन परविया क वियानियन म वितीय महतिपणण चरण ldquoवनयतरणrdquo कहलाता ह वनयतरण िह

परविया ह वजसक िारा कायो को योजना क अनरप वनषटपावदत वकया जाता ह विविनन पररिशो म

वनयतरण का अथण विनन हो सकता ह परनत गह परबनध म वनयतरण का तातपयण ह वक कायण योजना क

सवोततम करवकलप क चयन म समया

करवशवसनीय सचनाओ क आकलन की समया

अरकरचकिनीिस कायय

दिदकरशयता का अिाव

आककरमकताए

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अनरप हो रहा ह अथिा नही यवद नही तो कहा पर पररितणन एि सधार की आिशयकता ह

योजना म पररितणन कर कायण को सही समय पर पणण करना ही वनयतरण कहलाता ह

करनयरण की परििाषाए

विविनन वििानो िारा वनयतरण की पररिाषाए दी गई ह

कणटज एव आडोनल क अनसाि

ldquoवनयतरण का वयिसथापन म कायण होता ह वक सहायको क कायो को माप िारा ठीक करक समपादन

वकया जाए तावक यह सवनवशचत हो सक वक उददशय परापत करन क वलए बनाई गयी योजना क अनसार

कायण हो रहा हrdquo

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoवनयतरण एक ऐस यनतर क समान ह जो वक योजना को इवछित पररणाम तक पहचन हत वदशा परदान

करती हrdquo

करनयरण की करवशषताए वनयतरण परविया की कि विवशि विशषताए होती ह आइए इनह जान

1 वनयतरण एक परबनधकीय परविया ह

2 वनयतरण एक सतत रप स चलन िाली परविया ह

3 वनयतरण तथयो पर आधररत ह

4 वनयतरण एक सपणण पदधवत ह

5 वनयतरण सकारातमक एि नकारातमक दोनो परकार का होता ह

6 वनयतरण परबनध परविया क सिी सतरो पर लाग होता ह

7 वनयतरण का कषतर वयापक होता ह

करनयरण की अवथाए

गरास एि िणडल क अनसार वनयतरण की तीन अिसथाए वनमनित ह

1 बल दना करियानवयन को शकरि परदान किना

इस अिसथा स वकसी िी कायण को शर करन की बाद उस समपनन करान पर बल वदया जाता ह यह

अिसथा लकषयो को तीवर गवत स परापत करन तथा वियानियन की गवत तज करन हत उततरदायी ह

2 करनिीकषण

योजना क वियानियन क वनयनतरण की दसरी अिसथा योजना की परगवत का वनरीकषण ह वकसी िी

कायण क वनरीकषण िारा हम यह जान पात ह वक कायण सचार रप स तथा योजना क अनसार हो रहा ह

या नही िावित लकषयो की परावपत हत कायण का वनरीकषण आिशयक ह

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3 समायोजन

वनयतरण की तीसरी अिसथा का अथण ह आिशयकता पड़न पर योजना को समायोवजत करना अथाणत

नए वनणणय लना समायोजन स कायण की पिण वनधाणररत योजना म आकवसमक बदलािो क कारण

लकषय परावपत पर पड़न िाल परिािो को कम वकया जा सकता ह

सिल सकािातमक करनयरण क कािक

कायण की योजना क कायाणनियन का सफल वनयतरण कई कारको पर वनिणर करता ह आइए इनक बार

म जान

1 वनरीकषण म ततपरता होना आिशयक ह तावक समायोजन करन म सरलता हो

2 गह परबनध क पररपरकषय म िािनातमक पहलओ को धयान म रखकर वनयतरण यथा सिि

तटसथ िाि स वकया जाना चावहए

3 वनयतरण करत समय ससाधनो की िसत वसथवत को सदि धयान म रखना चावहए

4 वयवकतगत लकषयो और इछिाओ क सथान पर सामवहकपाररिाररक वहतो का धयान रखा जाना

चावहए

5 सफल वनयतरण हत लोचमयता िी आिशयक ह

6 वनयतरण को सफल बनान हत आिशयक सचनाय िी अिशय एकवतरत करनी चावहए सबवधत

योजनापरविया की जानकारी इटरनट मोबाइल ऐपस सामाचार पतरो पवतरकाओ आवद स परापत

की जा सकती ह

आइए अब वयिसथापन परविया क वियानियन क ततीय चरण मलयाकन क बार म चचाण कर

1423 मलयाकन

अब तक आपन परबनध परविया क दो महतिपणण चरणो आयोजन एि वनयतरण क विषय म पढ़ा

इकाई क अनत म हम परबनध परविया क अवनतम एि अवत महतिपणण चरण मलयाकन पर धयान

कवनित करग

मलयाकन िारा हम यह जञात होता ह वक वकए गए कायण म हम सफल हए ह या नही यवद नही तो

कहा-कहा पर हम सधार करन की आिशयकता ह

गरॉस एि िणडल क अनसार मलयाकन िह तकनीक ह जो वकसी वयवकत क पास उपलबध ससाधनो

क पररणाम िारा अवधकतम सनतोष परापत करान म सहायक ह मलयाकन स आप िली िावत

पररवचत ह एक विदयाथी क रप म आपका परीकषा परयोगातमक परीकषा मौवखक परीकषा सवमनार

इतयावद क िारा समय-समय पर मलयाकन वकया जाता ह मलयाकन िारा परापत अको स पढ़ाए गए

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विषय क परवत आपकी समझ तथा जानकारी का पता चलता ह परनत वयिहार म मलयाकन क कया

उददशय ह आइए यह जानन का परयास कर

मलयाकन क उददशय

1 मलयाकन िारा यह जाना जा सकता ह वक योजना बना लन क बाद उसक वियानियन िारा पिण वनधाणररत लकषयो की कहा तक परावपत हई ह

2 मलयाकन स परापत अनििो स िािी जीिन म वकसी कायण को आरमि करन का आधार वमलता

3 मलयाकन िारा यह पता चलता ह वक परबनध परविया क वकस सतर पर गलती हई ह और

िविषटय म इसस कस बचा जा सकता ह

4 मलयाकन िारा आतम विशलषण क अिसर परापत होत ह यवद मलयाकन क पररणामो को

सकारातमक दवि स दखा जाए तो यह वयवकतति विकास म मागणदशणक की िवमका वनिात ह

मलयाकन क परकाि

मलयाकन क वनमन परकार ह

1 औचक मलयाकन

यह मलयाकन आकवसमक रप स वकया जाता ह यह िसतवतवथ को सिाणवधक उवचत रप म

मलयाकनकताण क सममख परसतत करता ह औचक मलयाकन स कम समय म अवधक सचनाय पता

चल जाती ह उदाहरण क वलए ककषा म विदयावथणयो की औचक परीकषा सरकारी वििागो म सबवधत

उछचावधकाररयो का औचक वनरीकषण आवद

2 विसतत मलयाकन

विसतत मलयाकन म समय की बाधा नही होती इसम मलयाकनकताण परतयक वसथवत और पररणाम

का गहराई स अधययन करता ह तथा समसया होन पर उसक वनराकरण क विषय म िी सोचता ह

औचक मलयाकन एि विसतत मलयाकन औपचाररक रप स वकए जान िाल मलयाकनो की शरणी म

आत ह वयिहाररक जीिन और गह परबनध क सबध म वजस मलयाकन की सबस जयादा बात की

जाती ह िह ह आतम मलयाकन आतम मलयाकन कया ह यह वकस परकार वकया जाता ह तथा

इसका कया महति ह आइए जान

सिय क िारा वकए गए कायो क वनरीकषण को आतम मलयाकन कहत ह सिय िारा वकए गए कायो

की तलना सिय स की गई अपकषा क साथ करन पर आतम मलयाकन वकया जा सकता ह चचाण

करक डायरी म वलखकर सिय स परशन पिकर इस परकार क मलयाकन वकए जात ह आतम

मलयाकन का महति यह ह वक इसस वयवकत सधारो की ओर बढ़ता ह और अपनी कायणशली को

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और अवधक परिािशाली बनाता ह मलयाकन का मौवलक आधार मलय लकषय एि सतर होत ह

वजनका विसतार पिणक अधययन हम आग आन िाली इकाईयो म करग

अगल िाग म हम गह परबनध क महति क बार म जानग परनत उसस पिण आइए कि अभयास परशनो

को हल करन का परयास कर

अभयास परशन 2

1 सहीगलत बताइए a गह परबनध एक सतत एि पररितणनशील परविया ह

b मलयाकन परबध परविया का पहला चरण ह c आकवसमक रप स वकया गया मलयाकन औचक मलयाकन कहलाता ह

2 ररकत सथान िररए a िारत म चल रही पचिषीय योजनाए वनयोजन का

उदाहरण ह

b गह परबध परविया क वियानियन का वितीय चरण कहलाता ह

c सिय िारा वकए गए कायो की तलना सिय स की गई अपकषा क साथ करन पर

वकया जाता ह

143 गह परबनध का महतव

आप जानत ह वक पररिार समाज का अविनन अग ह पररिार क विकास स समाज का और समाज

क विकास स राषटर का विकास होता ह कशल और अछिा परबधक सदढ़ पररिार की आधार वशला

ह वबना परबनध क उतपादन क साधन किल साधन मातर ही रह जात ह

एक पररिार म लकषय वनधाणरण क उपरानत वयिसथापन परविया क चरण आयोजन वनयतरण एि

मलयाकन सदि गवतमान रहत ह एक समय म एक स अवधक लकषयो की परावपत िी कई बार पररिारो

की आिशयकता बन जाती ह वजनक वलए वयिसथापन परविया सदि चलायमान रहती ह इस

परविया को आप वनमन वचतर िारा अछिी तरह समझ सकत ह

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आपन दखा वक गह परबनध म यह चि वनरनतर चलता रहता ह जहा परबनध ह िहा वयिसथा

कशलता चातयण दकषता अनशासन वनमाणण कायण एि सौनदयण क दशणन होत ह परबनध क अिाि म

अवयिसथा कशासन अकशलता िष कलह अशावनत एि अपवयय ही दविगोचर होता ह

15 गह परबनध म ननरणय परकरिया

वनणणय परविया तथा गह वयिसथा एक दसर स सबवधत ह पाररिाररक जीिन म वनरनतर चनौवतया

आती रहती ह इन समसयाओ क समाधान क वलए आिशयक ह वक यथा समय उवचत वनणणय लकर

वियानियन वकया जाए परबनधन एक परविया ह वजसक तीन मखय चरण आयोजन वनयनतरण एि

मलयाकन ह इन परतयक चरणो म वनणणय लन पड़त ह ितकाल म वलया गया वनणणय ितणमान एि

िविषटय का आधार बनता ह गह वयिसथा म ही नही अवपत दवनक जीिन क मलयो (वजनका

अधययन आप आन िाली इकाईयो म करग) क वनमाणण म िी वनणणय महतिपणण िवमका वनिात ह

वनणणय क अिाि म वकसी िी वयिसथा का वियानियन हो पाना असिि ह सामानय शबदो म वनणणय

परविया का अथण सिोततम का चयन करना ह समसत उपलबध विकलपो म स समसया क अनकल

सिोततम विकलप का चयन ही वनणणय ह वनणणय लना तिी सिि हो पाता ह जब आपक पास एक स

अवधक विकलप हो यवद विकलप उपलबध न हो तो वनणणय का कोई औवचतय नही रह जाता ह

वनणणय परविया को विविनन वििानो न विनन-विनन परकार स पररिावषत वकया ह

बरटन क अनसाि

ldquoवनणणय परविया गह वयिसथा की सबस िोटी इकाई ह तथा यह िौवतक विजञान क अण क समान

हrdquo

गह वयवथा

लकषय

करनधायिण

आयोजन

करनयरण

मलयाकन

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गरॉस एव िणडल क अनसाि

ldquoपरबनध परविया क विविनन चरण िसततः वनणणयो की शरखला मातर ह वजसम परतयक वनणणय अवनतम

वनणणय पर आधाररत होत हrdquo

करनकरकल एव डासी क अनसाि

वनणणय परविया की धारणा म समसयाओ को पररिावषत करना खोज करना तलना करना और विया

विवध का चयन करना सवममवलत ह इस परकार वनणणय परविया म वकसी समसया क हल क वलए

अनक सिावित विकलपो म स वकसी एक का चयन सवममवलत हlsquolsquo

करनणयय परकरिया की करवशषताए

1 वनणणय परविया एक सतत चलन िाली परविया ह

2 वनणणय परविया एक मानवसक परविया ह

3 वनणणय वयवकतगत एि सामवहक हो सकत ह

4 वनणणय परविया म समय सीमा िचनबदधता और दढ़ता का विशष महति ह

5 वनणणय लना लकषय परावपत क कई साधनो म स एक ह

6 वनणणय वकसी न वकसी उददशय की पवतण हत वलए जात ह

7 वनणणय सदि सकारातमक नही होत ह

8 वनणणय परबनधक की योगयता का एक मापदणड ह

करनणयय परकरिया क परमख चिण

सामानयतया वनणणय लना एक जवटल मानवसक परविया ह इसम समसया पररवसथवत समाधान एि

विकलपो क परतयक पहल का विशलषण वकया जाता ह

गरास एि िणडल क अनसार वनणणय परविया क परमख चरण वनमनित ह

1 समसया को वचवनहत करना

2 समसया का विशलषण करना

3 समसत सिावित विकलपो को खोजना

4 विकलपो का विशलषण

5 सिोततम विकलप का चयन

6 वनणणय का उततरदावयति लना

7 वनणणयो का वियानियन

करनणयय परकरिया को परिाकरवत किन वाल कािक

1 वनणणय की वसथरताः एक बार अवनतम वनणणय लन एि उसक वियावनित हो जान पर उस

पररिवतणत न वकए जा सकन का आिास मनोिवत वनणणय परविया को सिाणवधक परिावित

करती ह

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2 समयः समय पररवसथवतयो का सीधा परिाि वनणणय परविया पर पड़ता ह

3 वनणणयो का अनतसणमबनध वलया गया कोई एक वनणणय दसर वनणणय को परिावित कर सकता ह

4 जञानः वकसी समसया क समाधान क सबध म वनणणयकताण को वकतना जञान ह अथिा

वनणणयकताण वकतना जागरक ह यह िी वनणणय परविया को परिावित करता ह

5 मलय वनणणय परविया म मलय का अथण वयवकत की मानयताओ धारणाओ विशवास

आसथाओ परमपरा और ससकवत स ह मलय को मानि जीिन का आधार कहा गया ह

वयवकत क वनणणय मलयो िारा परतयकष रप स परिावित होत ह

6 ससाधनः ससाधनो की उपलबधता एि अनपलबधता वनणणयो को परिावित करती ह सबवधत

ससाधन वनणणयो को कवठन एि सरल बना सकत ह

7 पाररिाररक पररवसथवतया पररिार क सदसयो की इछिाए आकाकषाए िी वयवकतगत तथा

पाररिाररक वनणणयो को परिावित करती ह

इकाई क अत म अब हम कि अभयास परशनो को हल करग

अभयास परशन 3

सही अथिा गलत बताइए

1 वनणणय परविया एि गह वयिसथा एक दसर स सबवधत नही ह 2 एक स अवधक विकलपो की उपलबधता पर ही वनणणय परविया वनिणर करती ह

3 वनणणयकताण का जञान तथा जागरकता उसकी वनणणय परविया को परिावित करत ह 4 वनणणय लन की कषमता ससाधनो की उपलबधता पर वनिणर नही करती ह

16 सारााश सदढ़ गह वयिसथा न किल पाररिाररक जीिन क वलए आिशयक ह अवपत यह वकसी िी उननत

समाज एि राषटर का आधार ह गह वयिसथा एक वनरनतर चलन िाली गवतशील परविया ह उपलबध

ससाधनो स वनधाणररत लकषयो को वकस परकार परापत वकया जाता ह यह कशल वयिसथापक की वनणणय

लन की कषमता पर वनिणर करता ह गह परबनध का उददशय सीवमत ससाधनो क कशलतम उपयोग िारा

परतयक पाररिाररक सदसय की आिशयकताओ की पवतण कर जीिन लकषयो को परापत करना ह परबनध

परविया क तीन मखय घटक आयोजन वनयतरण एि मलयाकन ह वकसी िी पररिार म लकषय वनधाणरण

क उपरानत वयिसथापन परविया क य तीनो चरण सदि गवतमान रहत ह इन तीनो चरणो म गह

वयिसथापक को वनणणय लन होत ह वनणणय परविया तथा गह वयिसथा एक दसर स सबवधत ह

पाररिाररक जीिन म वनरनतर आन िाली समसयाओ क समाधान क वलए आिशयक ह वक यथा

समय उवचत वनणणय लकर परबध परविया को सरल तथा परिािी बनाया जाए

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

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17 पाररभाषिक शबदावली परबनध वकसी िी इवछित लकषय की परावपत हत सवनयोवजत परकार स वकया गया कायण

करनयोजन िावित उददशयो की परावपत क वलए पिण म ही कायणिम की रपरखा तयार करना

करनयरण िह परविया वजसक िारा कायो को योजना क अनरप वनषटपावदत वकया जाता ह

औचक मलयाकन आकवसमक रप स वकया गया मलयाकन

आतम मलयाकन सिय िारा वकए गए कायो की तलना सिय स की गई अपकषा क साथ करन

पर वकया गया मलयाकन

18 अभयास परशनो क उततर

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 नीवत आयोग (Planning Commission)

2 इरीन ओपनहीम

3 साधन (Mean) साधय (End)

अभयास परशन 2

सहीगलत बताइए

a सही

b गलत c सही

ररकत सथान िररए

a दीघणकालीन वनयोजन

b वनयतरण c आतम मलयाकन

अभयास परशन 3

सही अथिा गलत बताइए

1 गलत 2 सही 3 सही 4 गलत

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19 सनदभण गरनथ सची 1 डॉ0 िनदा वसह गह परबनध एि आनतररक सजजा गयारहिा ससकरण पचशील परकाशन

जयपर

2 डॉ0 मज पाटनी गह परबनध सटार पवबलकशन आगरा

3 डॉ0 िनदा वसह घरल बजट एि ससाधन वयिसथा पचशील परकाशन जयपर

4 बी0डी0 हरपालनी गह परबनध सावहतय परकाशन आगरा

5 पी0वनवकल एि ज0एम0 डासी विली मनजमट इन फवमली वलविग ईसटरन वलवमटड नई

वदलली

110 ननबनधातमक परशन 1 गह परबनध स सबवधत भावतयो की विसतत चचाण कीवजए 2 गह परबनध क घटकोचरणो की वयाखया कीवजए 3 गह परबनध म वनणणय परविया की विशषताओ तथा परमख चरणो पर विसतत वटपपणी कीवजए

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 24

इकाई 2 गह वयवसथा क उतपररक तततव 21 परसतािना

22 उददशय

23 जीिन दशणन

24 गह वयिसथा म पररक ततति

241 मलय

242 लकषय

243 सतर

25 मलय लकषय एि सतर म अनतसबध

26 पाररिाररक जीिन चि एि ससाधनो की माग

27 साराश

28 पाररिावषक शबदािली

29 अभयास परशनो क उततर

210 सदिण गरथ सची

211 वनबधातमक परशन

21 परसतावना वपिली इकाई म आपन गह परबनध परबनध क मखय चरण (घटक) एि परबध परविया का विसतार

पिणक अधययन वकया गह वयिसथा वकन-वकन कारको स परररत होती ह इसका अधययन हम परसतत

इकाई म करग बचपन म आपन माता-वपता या वशकषको को कहानी कविताओ पररक परसगो

अथिा महापरषो की जीिनी क माधयम स बालको को अछिा कायण करन को परररत करत हए दखा

ह सिय आपन िी अनिि वकया होगा वक वकस परकार गरजनो एि बड़ बजगो क पररणादयक शबद

आपका परतयक कषण उतसाह िधणन करत ह जीिन म वनराशा असफलता या अिसाद क कषणो म

वकस परकार पररणादायक शबद उदाहरण घटनाय आप म निीन उतसाह और सफवतण िर दती ह

मनषटय अपनी वनराशा तयाग कर एक बार पनः अपन लकषय को परापत करन की ठान लता ह

सामानयतया वकसी निीन कायण को आरमि करन म यवद कोई पररक शवकत सतरोत होता ह तो असिि

कायण िी सरलता स सिि हो जात ह यह पररक ततति कया ह और वकस परकार वयवकत को अपनी

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कषमता स ऊपर कायण करन को उतसावहत कर सखद अनिि करात ह इस इकाई म हम यह जानन

का परयास करग

22 उददशय एक सखद एि सति जीिन परतयक वयवकत की कामना होती ह गह वयिसथा िी इसी लकषय की परावपत

क वलए की जाती ह गह वयिसथा को िली-िावत बनाए रखन क वलए परायः कई वनणणय लन पड़त

ह य वनणणय परतयकष अथिा अपरतयकष रप स कि विवशि ततिो िारा वनदवशत होत ह य विवशि

ततति ही पररक ततति (Motivating Factor) कहलात ह इस इकाई क अधययन क उपरात आप

गह वयिसथा को परररत करन िाल ततिो क बार म जान पाएग

विविनन पररक ततिो क अतसबध की जानकारी ल पाएग तथा

पाररिाररक जीिन चि म ससाधनो की माग क बार म जान पाएग

आइए पररक ततिो को वयिहाररकता क पररपरकषय म समझन का परयतन कर

23 जीवन दशणन गह वयिसथा म पररक ततति कया ह इसस पिण यह जानना आिशयक ह वक इन पररक ततिो का मल

कया ह य ततति जीिन म कहा स आत ह य पररक ततति हम जीिन दशणन स परापत होत ह आइए

अब जीिन दशणन को समझ

परतयक वयवकतपररिार की कि मानयताय विशवास धारणाय विचार एि दविकोण होत ह जो या तो

ि सिय विकवसत करत ह अथिा य उनह पीढ़ी दर पीढ़ी परापत होत ह य विचार मानयताय आवद

दवनक जीिन म सही या गलत वनणणय लन म सहायता करत ह और दविधा स बाहर वनकालत ह य

मानयताय विशवास मनषटय की सोच बन जात ह वजस जीिन दशणन कहा जाता ह जीिन दशणन

जनमजात सििाि अनिि ससकवत पाररिाररक पषठिवम वशकषा समाज एि परमपरा क परिाि म

विकवसत हो सकता ह या इस अपनाया िी जा सकता ह जीिन दशणन को समझन क पशचात आइए

अब दख वक पाररिाररक जीिन म इसका कया महति ह जीिन दशणन क महति को सकषप म वनमन

परकार स समझा जा सकता ह

जीिन दशणन वयवकत एि पाररिाररक लकषयो का वनमाणण करत ह

जीिन दशणन पाररिाररक एकता परम और सौहादण का दयोतक ह

जीिन दशणन वयवकत क चररतर वनमाणण म सहायक वसदध होत ह

विकलपो क सिोतम चयन अथिा दविधा की वसथवत म जीिन दशणन मागणदशणक का कायण करत

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24 गह वयवसथा म पररक तततव आपन दखा वकस परकार जीिन दशणन पररक तततिो स जड़ ह गह वयिसथा क पररक ततति मलय लकषय

एि सतर एक दसर क परक ह मलय लकषय एि सतर एक वतरकोण क तीन वबनदओ की िावत ह

वजसक कनि म मलय वनवहत ह मलय स ही लकषय एि सतरो का जनम होता ह परनत एक सितनतर

इकाई क रप म मलय लकषय एि सतर एक दसर को परिावित करत ह अब हम इन पररक तततिो का

पथक-पथक अधययन करग शरआत मलय स करत ह

241 मलय

आपन दवनक बोलचाल म मलय शबद का बहत बार परयोग वकया होगा उदाहरण क वलए वकसी

िसत का मलय पिन पर आपको उस िसत का मलय पता चलता ह वजसका िगतान करन पर िह

िसत आप की होती ह जस वक कॉपी का मलय 10 रपय अथाणत दस रपय दन पर िह कॉपी आपकी

हो जाएगी परनत जीिन मलय अथिा गह वयिसथा क उतपररक ततति क रप म मलय की बात कर तो

यह पणणतया विनन ह यहा मलय अवनवशचत एि अमतण रप म विदयमान होत ह मलय िासति म

मानिीय वयिहार को पररणा दत ह मलय वयवकतगत सामदावयक एि सामावजक हो सकत ह मलय

जीिन म रीढ़ की हडडी क समान ह जो जीिन को वदशा परदान करत ह तथा वजनक अिाि म

समाज का अवसतति नही ह मलयो क िारा हमारी मनोिवततयो एि विचारो का वनमाण होता ह मलय

िौवतक और सामावजक तथय ह जो हमार समाज म परतयक वयवकत क वलए महति रखत ह य मलय

ही ह वजसक अनपालन म रामचनि जी न वपता की आजञापालन करन हत 14 िषण का िनिास वलया

और उनक वपरय भाता िरत न उनक िनिास स िापस आन तक उनकी चरण पादकाओ को राजा

मानकर अयोधया म परजा की सिा की जरा सोवचय यवद य मलय न होत तो इवतहास म हम पररणा

कहा स वमलती

मलय का अथय

मलय को विविनन अथो म वलया जा सकता ह अथणशासतर म वकसी िसत की कीमत को मलय कहा

जाता ह उदाहरण क वलए चीनी का मलय 40 र0 परवत वकलो ह इसी परकार कमहार िारा एक वमटटी

का घड़ा बनाया गया उसक वलए इस घड़ का एक आवथणक मलय (Economic value) ह एक

वचतरकार िारा इस घड़ पर सनदर वचतर बना कर रग िर वदए गए यह इसका सौनदयाणतमक मलय

(Aesthetic value) ह इस घड़ म ठडा पानी पीकर एक वयवकत अपनी पयास बझाता ह उसक वलए

यह तवपत परदान करन िाला मलय (Satisfying value) ह मलय का अथण सिी क वलए विनन हो

सकता ह परनत इसकी महतता सिी क वलए समान और सतवि परदान करन िाली होती ह मलय

मानिीय वयिहार मनोिवततयो और सोच का आधार ह

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मलयो की उतपकरततउदगम औि करवकास

मलय जीिन को साथणकता परदान करत ह वयवकत सिय मलयो का वनमाणण करता ह मलय मानिीय

वयिहार रवचयो और अवििवततयो को परररत करत ह इनका औवचतय समाज की िलाई एि

कलयाण स ह यवद मलयो म कलयाण एि सख की िािना वनवहत नही ह तो मलय पराणहीन ह मलयो

का वनमाणण वयवकत की रवच एि अवििवततयो स होता ह अवििवततया मानि क दविकोण को तय

करती ह पाररिाररक सामावजक आवथणक िौगोवलक धावमणक एि सासकवतक विषमताओ क

कारण मलयो म विननता होती ह परतयक वयवकत का जीिन मलय विनन होता ह एक पररिार म पल-

बढ़ िाई बहनो क जीिन मलयो म िी विननता पायी जा सकती ह अतः मलयो को वनतानत वनजी

कहा जाना गलत नही होगा वयवकत न किल मलयो का वनमाणणकताण ह अवपत सिय क वलए मलयो

का चयन करना िी पणणतः उसका सिय का अवधकार ह

मलय समाज और पररिार का आधार होत ह यदयवप यह कथन सतय ह परनत परतयक मलय समाज

िारा सिीकार वकया जाए यह आिशयक नही सिी मलयो को समान रप स गराहयता परापत हो यह

िी आिशयक नही ह परतयक समाज ससकवत समदाय म विननता होती ह जो उनक मलयो म िी

दविगत होती ह अतः वजन मलयो को समाज की सिीकवतससतवत परापत हो जाती ह उनह

सिीकतसकारातमक मलय कहत ह एि जो मलय समाज िारा असिीकत कर वदए जात ह िह

असिीकत या नकारातमक मलय होत ह वजसस टकराि की वसथवत उतपनन होती ह अनतजाणतीय

वििाह इसका एक उदाहारण ह ठीक इसी परकार गाय की पजा करना बड़ो क पाि िना तलसी क

पौध की पजा करना आवद िारतीय सासकवतक मलय ह जो अनय ससकवतयो म सिितः असिीकत

या नकारातमक मलय हो सकत ह अतः मलयो म विननता होना सिािविक ह

मलय की परििाषाए

विविनन वििानो िारा मलय की विनन-विनन पररिाषाए दी गई ह

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoमलय मानिीय वयिहार को पररणा परदान करन िाल ततति ह यह नयाय करन वयाखया करन और

विशलषण करन हत आधार परदान करत ह तथा विविनन विकलपो क मधय बविमततापणण चयन को

सिि बनात हrdquo

फाकरसस एम मागिबी क अनसाि

ldquoमलय िह आदशण सतर ह वजसस मनषटय वकसी कायण क दौरान विविनन विकलपो क चनाि की विया

म परिावित होता हrdquo

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अथाणत मलय समाज िारा मानयता परापत इछिाए तथा लकषय ह वजनका अनतदशीयति सीखन अथिा

सामाजीकरण की परविया क माधयम स होता ह और जो परतीकातमक अवधमानयताए मान और

महतिकाकषाए बन जात ह

मलयो की करवशषताए

मलयो की विशषताए वनमनित ह

मलय सामानय पररवसथवतयो म उतपनन होत ह तथा समय सथान और पररवसथवतयो स विशष

रप स परिावित होत ह एक कामकाजी सतरी का पतनी मा तथा कमणचारी क रप म समाज

म विविनन सथानो म अलग-अलग मलय होता ह यही विविनन मलय उसक उततरदावयतिो

का वनधाणरण करत ह

मलय िौवतक रप स तो नही माप जा सकत परनत गणातमक रप म उनका मापन अिशय

वकया जा सकता ह जस उततम अवत उततम हीन इतयावद

सामावजक एि िचाररक मतिद क चलत मलयो को सपि रप स धनातमक एि ऋणातमक

रप म बाटा गया ह वजसका उललख पहल वकया जा चका ह यह कहना तावकण क होगा वक

धनातमक अथिा ऋणातमक मलयो का चयन करन क वलए वयवकत सितनतर होता ह

मलयो की सबस बड़ी विशषता ह वक िह सामावजक तथा पाररिाररक होन क साथ-साथ

वयवकतगत िी होत ह

मलय हमारी ससकवत का परवतवबमब ह मलयो स वकसी िी पररिार इवतहास समय काल

आवद को पहचाना जा सकता ह

मलय वयवकतति वनमाणण म योगदान दत ह मलय वकसी कायण को करन की पररणा तो दत ही

ह साथ ही साथ पथ परदशणक और वनदशक का िी कायण करत ह

मलय सथायी एि असथायी दोनो परकार क होत ह सथायी मलयो म पररितणन नही होता ह

यवद कोई पररितणन होता िी ह तो िह सपि वदखाई पड़ता ह जस धन सपवतत और परवतषठा

म पररितणन असथायी मलयो म पररितणन धीमी गवत स होता ह और सपि नही वदखाई पड़ता

ह जस खान-पान म घर खचण आवद की आदतो म पररितणन

समसत मलयो का उददशय सतवि परदान करना होता ह

मलय सिय विकवसत वकए जा सकत ह

मलयो म तीवरता िी पाई जाती ह जो परतयक वयवकत क वलए अलग-अलग होती ह

मलयो का वगीकिण

जसा वक पहल बताया जा चका ह मलय वनतानत वयवकतगत होत ह यह आिशयक नही वक दो

वयवकतयो क मलयो म समानता पायी जाए मलयो की ऐवछिक परिवत क कारण वयवकत मलयो क समह

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म स कोई िी मलय चन सकन क वलए सितनतर होता ह मलयो को िगीकत करन वक वलए कई

परणावलया बनायी गई ह

परितव क आधाि पि मलयो का वगीकिण

परिति क आधार पर मलयो को दो िगो म बाटा गया ह

आनतररक वयवकत म पाय जान िाल पराकवतक गण आनतररक मलय कहलात ह जस कला क परवत

रवच पाररिाररक सदसयो क मधय सौहादण

आदशाणतमक मलयः य आदशो पर आधाररत होत ह जस सही-गलत ईमानदारी सतय वनषठा आवद

का पालन

परकरसदध समाजशारी पाकय ि क अनसाि मलय दो परकाि क होत ह

वियातमक मलय य मलय िातािरण क साथ विया करना वसखात ह और अनततः समायोजन की

ओर परररत करत ह

कलपनातमक मलय यह मलय सौदयण की अविवयवकत स सतवि पर आधाररत होत ह इसम

रचनातमकता सौदयण बोध स परापत सतोष वनवहत रहता ह

समाजशारी परो0 पी एस0 नायड क अनसाि

िारतीय ससकवत एि पररिश को दविगत रखत हए जीिन मलयो को वनमन िः िागो म बाटा गया ह

शारीररक मलय

मनोिजञावनक मलय

आवथणक मलय

सामावजक मलय

दाशणवनक मलय

आधयावतमक मलय

मलय अकरधगरहण

मलय क विषय म अब तक आप जान चक ह वक मलय मानि जीिन क आधार ह जीिन म कई

बार ऐसी वसथवत आती ह जब हम मलयो का चयन उनह िली-िावत समझ कर करना पड़ता ह

आइए जान वक मलय अवधगरहण क समय वकन बातो को दविगत रखना चावहए

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करवकलपो का चयन सिोतम विकलप का चयन करत समय सदि उसकी दीघणकालीन परासवगकता

को धयान म रखना चावहए अलपािवध क वलए वकया गया चयन सतवि परदान करन म असमथण हो

सकता ह

वयकरिगत वतनरता मलयो क चयन का सिाणवधक परिाि उस वयवकत पर ही पड़ता ह वजसन उस

विशष मलय को चना ह इस तथय को धयान म रखकर वक वयवकत वकसी िी मलय का चयन करन क

वलए सितनतर ह वबना दिाब क मलय चयन वकया जाना चावहए

मलयो का समथयन सिय िारा सोच समझकर चन गए मलयो का समथणन वयवकत को सिय करना

होता ह तिी वयवकत का सिय पर विशवास बन पाता ह

मलयो का करनषपादन मलयो का चयन मातर ही सफलता की गारटी नही ह मलयो का वियानियन

िी अिशय वकया जाना चावहए वयवकत क कायण एि वयिहार म मलय क दशणन हो जात ह

अगल िाग की ओर बढ़न स पिण आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 1

ररकत सथान िर

1 मलय पीढ़ी दर पीढ़ी हसतातररत होत ह 2 अतजाणतीय वििाह मलय का एक उदाहरण ह

3 मलय िौवतक रप म नही माप जा सकत परत रप म इनह मापा जा सकता ह

4 मलय वयवकत को समायोजन की ओर परररत करत ह

242 लकषय

पाररिाररक जीिन म सख सतोष एि सफलता पान क वलए लकषयो को परापत करना आिशयक ह

लकषय चाह िोट हो अथिा बड़ परतयक पररिार उनह पान की चिा करता ह लकषय मलयो की अपकषा

अवधक वनवशचत होत ह कयोवक इनह परापत वकया जा सकता ह लकषय इछिाओ दाशणवनकताओ

अवििवततयो और मलयो स उतपनन होत ह लकषय परावपत पर वयवकत परसननता का अनिि करत ह

अथय

लकषय एक उददशय ह वजसकी परावपत क वलए हम ततपर रहत ह तथा नई सचनाओ तकनीको का सहारा

लत ह सामानय अथो म लकषय जीिन क साधय होत ह वजनह परापत करन क वलए परतयक वयवकत

परयतनशील रहता ह

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परििाषाए

करनकरकल एव डासी क अनसाि ldquoसामानय अथो म लकषय िह वबनद होता ह जहा तक वयवकत या

पररिारो िारा कायण करन की इछिा रखी जाती हrdquo

लकषय वनरनतर चलन िाली परविया ह जो जीिनपयणनत चलती रहती ह यह मानि का सििाि ह वक

एक लकषय की परावपत होन पर िह दसरा लकषय बना लता ह इवछित लकषय परापत न हो पान की वसथवत

म िह अपन कायणिम इछिाओ और रवचयो म पररितणनसधार करता ह तावक िह लकषय परापत कर

सख की अनिवत परापत कर सक

लकषयो की करवशषताए

लकषयो की वनमन विशषताए ह

लकषय सतत चलन िाली एक सिािाविक परविया ह जस ही एक लकषय की पवतण होती ह

मनषटय िारा दसर लकषय का वनमाणण वकया जाता ह

लकषय समय बाधय होत ह कि लकषय तातकावलक एि अलपकावलक होत ह वजनह समय

पर परा करना आिशयक होता ह अनयथा उनकी िधता समापत हो जाती ह जबवक कि

लकषय जीिन पयणनत चलत रहत ह

लकषय सदि एक समान नही होत अथाणत लकषय बदलत रहत ह

लकषयो की उतपवतत मलयो स होती ह

लकषयो स वयवकतति का विकास होता ह

लकषय वयवकतगत और सामवहक दोनो परकार क होत ह

लकषय वयिहारिादी एि यथाणथिादी होत ह

लकषय सामावजक मलयो स परिावित होत ह

लकषय पाररिाररक जीिन चि को परिावित करत ह

लकषय मनषटय की आशाओ का परवतवबमब ह

लकषयो का वगीकिण

दीघयकालीन लकषय

जसा वक नाम स सपि ह यह एक बहत लमबी समयािवध तक चलन िाल लकषय ह इनह परापत करन

क वलए बहत अवधक परयास करना पड़ता ह दीघणकालीन लकषय पररिार को िासतविक अथण परदान

करत ह और सपणण पररिार इनह अनिि करता ह दीघणकालीन लकषयो को परापत करना अतयवधक

कवठन होता ह बहत बार िोट-िोट अलपकालीन लकषय वमलकर दीघणकालीन लकषयो को परापत करन

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 32

म सहायक वसदध हो सकत ह दीघणकालीन लकषयो को अवनतम महति वबनद लकषय िी कहा जाता ह

कयोवक इनह परापत करना मनषटय का जीिन लकषय िी कहा जाता ह उदाहरण क वलए अपना मकान

बनाना बछचो की वशकषा वििाह आवद

मधयकालीन लकषय

य लकषय अलपकालीन लकषयो की परावपत का एक साधन होत ह और कम परयतन िारा परापत वकए जा

सकत ह िासति म य लकषय वनणणय लन िाल अथिा मधयिती लकषय की परावपत हत एक चरण क रप

म रहत ह

अलपकालीन लकषय

य लकषय कम समय हत वनधाणररत वकए जात ह य तलनातमक रप स अवधक सपि होत ह तथा इसक

पररणाम कम समय म दविगोचर हो जात ह कई बार अलपकालीन लकषय असखय होत ह और कई

अलपकालीन लकषय अवधक महति िाल नही होत जस दवनक जीिन क िोट मोट कायण

उपरोकत सिी लकषयो को परापत करन क वलए वयवकत एि पररिार को जीिन पयणनत सघषणरत रहना पड़ता

ह साधनो का एकीकरण करना पड़ता ह एि कठोर पररशरम करना पड़ता ह

243 ति

सतर गह वयिसथा क पररक तततिो क रप म तीसरा परमख ततति ह सतर मलय एि लकषय की अपकषा

अवधक सपि होत ह वकसी वयवकत क मलय एि लकषय क विषय म किल अनमान लगाया जा सकता

ह जबवक सतर को सपि रप स वनरीवकषत वकया जा सकता ह वयवकत परमपरागत सतर को गरहण करत

हए अवधक सोच विचार नही करता परत आिास िोजन रहन-सहन वशकषा आवद क सतर वनधाणरण

म बहत अवधक विचार करता ह

अथय

सतर की वयाखया उन मानको क माधयम स की जा सकती ह वजनस हम सतवि परापत होती ह सतर

हमार जीिन को रहन योगय बनात ह परायः वयवकत अपन मन मवसषटतक म एक वनवशचत सतर की

कलपना करता ह एि यथाथण म उस सतर को पान क वलए पररशरम करता ह सतर क उदारण ह रहन

सहन का सतर वशकषा का सतर खान -पान का सतर आवद

ति की परििाषा

कपि क अनसाि

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 33

ldquoहम परतयक कायण क वलए सतर को वनधाणररत करत ह हम आनतररक रप स सोचत ह वक हम इसस

अवधकतम वकतनी सतवि वमलगी तथा बाहय रप म इसक अवधकतम सहयोग िारा हम अपन जीिन

की योजनाओ को समझत हrdquo

गरॉस एव िणडल क शबदो म

ldquoगह वयिसथा स सबवधत अवधकतम सतरो को जीिन क रहन योगय बनान हत आिशयक समझी

जान िाल वसथवतयो क मानवसक वचतर क रप म पररिावषत वकया जा सकता हrdquo

करनकरकल एव डासी क अनसाि

ldquoसतर मलय क मापक होत ह वजनकी उतपवतत हमार मलयो स होती ह यह हमारी वकसी िसत म

रवचयो की मातरा एि उनक परकार को वनधाणररत करती ह

विविनन वििानो िारा दी गयी पररिाषाओ स आप यह वनषटकषण वनकाल सकत ह वक सतर एक सिततर

रप स सोचा गया जीिन मानक ह वयवकत अपन सतर को वकतना उछच या वनमन बना सकता ह यह

वयवकत पर वनिणर करता ह वयवकत सतर को वचतर कलपनाओ या अदशय अवलवखत रप म अपन

मानस पटल पर अवकत करता ह तथा यथाथण म उस सतर तक पहचन हत ससाधनो एि परयतनो िारा

धयान कवनित करता ह इवछित सतर को परापत करन म परसननता सतवि एि आतम तवपत का अनिि

होता ह ऐसा न होन पर वयवकत को वनराशा और कठा घर लती ह

तिो की करवशषताए

सतरो की वनमन विशषताए ह

सतर कायण करन का ढग सपि करत ह तथा यह बतात ह वक वयवकत वकस परकार अपना

जीिन वयतीत करगा

सतर सदि मलयो और लकषयो स अवधक सपि होत ह कयोवक सतरो को सदि वनरीवकषत

वकया जा सकता ह

सतर वयवकत और समहो क मधय सदि गवतशील रहत ह

वयवकत सतरो को मानन क वलए बाधय नही होत ह िह सतर का वनधाणरण सिय करत ह

तिो का वगीकिण

सतरो को दो िागो म िगीकत वकया गया ह

1 परमपरागत सतर 2 पररितणनशील सतर

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 34

पिमपिागत ति परमपरागत सतर पराचीन और वसथर होत ह इनह समाज क बड़ समह िारा मानयता

परापत होती ह तथा यह सिण सिीकायण होत ह य पीढ़ी दर पीढ़ी सितः ही हसतानतररत होत ह इस

सबध म वनवकल एि डासी न अपनी पसतक ldquoManagement in Family Livingrdquo म वलखा ह

वक वयवकत समाज म रहता ह िह समाज िारा वनधाणररत वनयमो मलयो एि सतरो का पालन न चाहत

हए िी करता ह उस समाज िारा वनधाणररत सतर को परापत करन क वलए आिशयकतानसार सिय को

बदलना पड़ता ह तथा समाज क साथ सामजसय बठाना पड़ता ह िल ही इसक वलए उस कि कि

उठाना पड़ परमपरागत सतर उछच सतर ह वजनको बनाए रखन क वलए अवधक शरम एि परयास की

आिशयकता होती ह

परिवतयनशील ति यह सतर अवधकाश वयवकतयो िारा असिीकायण होत ह य वसथवत समय और

वयवकत क अनसार बदलत रहत ह इन सतरो म धन समय और परयतनो को मलय क रप म महति

वदया जाता ह य सतर परमपरागत सतरो क विपरीत होत ह वजनह वयवकत अपनी इछिा रवच

आिशयकता एि सविधानसार बदल दत ह यह आिशयक नही ह वक इन सतरो को समाज िारा

मानयता परापत हो कयोवक इनका वनधाणरण वयवकतगत सतर पर होता ह ितणमान क समय म कामकाजी

लोगो क वलए य सतर सिाणवधक उपयकत मान गए ह य सतर विशषकर उन लोगो क वलए िी कारगर

ह वजनक पास धन समय या शरम का अिाि ह उदाहरण क वलए समय पयाणपत होन पर खान क वलए

हम सिय विविध पकिान तयार करत ह परनत समय न होन पर हम िोजन म विविधता न दखकर

मातर पट िर जान पर जोर दत ह

सतर चाह परमपरागत हो या पररितणनशील दोनो म आपसी सबध होता ह पररिार म हसी-खशी

बनाए रखन क वलए इन दोनो सतरो क मधय सतलन बनाना अवत आिशयक ह

आइए वनमन तावलका 21 क माधयम स दोनो का तलनातमक अधययन कर

ि0 स0 पिमपिागत ति परिवतयनशील ति

1 इसम समाज िारा सिीकवत को मानयता

दी जाती ह

इसम वयवकतगत सख आननद वमतरता

साधनो क मधय सतलन को महति वदया

जाता ह

2 इसम समय धन परयतनो को मलयो क

रप म कम मानयता परापत होती ह

इसम समय धन मलयो को विशष रप स

मानयता दी जाती ह

3 यह सतर समय एि सथान क अनसार

चलत ह

यह समय सथान पररवसथवतयो आवद क

अनसार बदलत रहत ह

4 य परमपरागत होत ह तथा य पीढ़ी दर इनह वयवकत अपनी सविधा क अनसार

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 35

पीढ़ी सिीकायण होत ह सिीकार करत ह य पीढ़ी दर पीढ़ी

हसतानतररत हो यह आिशयक नही होता

5 इन सतरो को अपनान क वलए सिय क

िीतर पररितणन लाया जाता ह

यहा सतरो म पररितणन वकया जाता ह सिय

वयवकत क िीतर नही

6 इनह बनाए रखन म अवधक परयतन और

समय लगता ह

इनह कम परयास क िारा ही परापत कर वलया

जाता ह

आपन जाना वक परमपरागत एि पररितणनशील सतरो की परकवत कया ह और वकस परकार गहसथ

जीिन म दोनो परकारो क सतरो का अपना महति ह इन दोनो सतरो को कौन-स कारक परिावित करत

ह आइए इसका अधययन कर

तिो को परिाकरवत किन वाल कािक

परमपरागत सतर को चना जाए या बदलत समय क तौर तरीक अपना कर पररितणनशील सतरो को

अपनाया जाए कौन-सा सतर आप पर अपना अवधक परिाि िोड़गा यह कि कारको पर वनिणर

करता ह वजनक विषय म हम विसतार पिणक पढ़ग परनत उसस पहल यह जानना आिशयक ह वक

इन सतरो का समय शवकत धन तथा परयतनो की दवि स वकतना महति ह

इन सतरो का पाररिाररक मलयो स कया सबध ह

सतरो का इवतहास उदभि और ितणमान म इसकी कया परासवगकता ह

कया पररितणनशील सतरो को अपनाए जान की कोई सीमा ह यवद हा तो उसका वनधाणरण

कब और वकन पररवसथवतयो म वकया जाता ह

वयवकत क िारा उस विशष सतर का अपनाया जाना कया पररिार वमतरो या समाज म वकसी

अनय वयवकत को परिावित करगा

आइए इन वबदओ पर विसतत चचाण कर

मलय सतर वनधाणररत करत समय अपन पास उपलबध ससाधनो को अिशय दख लना चावहए

वकसी िी सतर का वयवकत पर नकारातमक परिाि कठा वनराशा अिसाद और आतमघात स पररपणण

होता ह उपलबध ससाधनो मलयो की सीमा क िीतर ही सतरो का वनधाणरण होना चावहए जसा वक

इस कहाित स सपि ह ldquoतत पाि पसाररए जत लाबी सौरrdquo अथाणत अपनी सामथयण अनसार ही

अपनी आिशयकताओ की सीमा तय करनी चावहए

सामाकरजक वीकाययता आधवनक समय म पररितणनशील सतर परमपरागत सतरो स अवधक

महतिपणण वसदध हए ह कयोवक वयवकत इसम वयवकतगत सितनतरा उदारता एि लोचमयता का अनिि

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करता ह परनत पररितणनशील सतर िी कही न कही समाज की सिीकवत की अपकषा करत ह समाज

िारा सिीकायण होन पर अवधकाश सखया म लोग इस अपनान लगत ह उदाहरण क वलए समाज म

परम वििाह की सिीकवत वसतरयो का उवचत सथान उनकी वशकषा विविनन कषतरो म वसतरयो को काम

करन की सिततरता आवद

तिो का अनय वयकरियो पि परिाव यवद वकसी वयवकत िारा अपनाया गया सतर पररिार समदाय

एि समाज म वकसी अनय को नकारातमक रप स परिावित कर रहा हो तो उस सतर म ततकाल

पररितणन वकया जाना आिशयक ह

ति की उतपकरतत सतर की उतपवतत इस परशन का उततर खोजन म सहायक ह वक कया कोई विशष सतर

अब िी महतिपणण ह यवद नही तो इसम वकस सीमा तक पररितणन वकया जा सकता ह

25 मलय लकषय और सतर का अानतसबाध जसा वक इकाई क आरमि म बताया जा चका ह वक मलय लकषय और सतर का आपस म घवनषठ

सबध ह मलय लकषय एि सतर हमार जञान विचार सोच अवििवततयो को साथणकता परदान करत ह

यह तीनो एक दसर स अनतसबवधत होत ह तथा पररिार क सदसयो को अपन इवछित लकषय को परापत

करन हत वनदवशत करत ह मलय लकषय और सतर स अवधक महतिपणण होत ह परनत दखा जाए तो

मलय अवधक असपि अवनवशचत एि आतमगत होत ह मलय ही लकषय एि सतर को जनम दत ह मलय

सखया म अवधक होत ह िौवतक रप स मलय नही माप जा सकत परनत गणातमक रप म इनह मापा

जा सकता ह

लकषयो की उतपवतत मलयो िारा होती ह और यह मलयो स अवधक विवशि और पररिावषत होत ह

लकषय परावपत सदि सखद होती ह और वयवकत क ही नही अवपत राषटर विकास म िी सहायक होती ह

लकषयो का िगीकरण दीघणकालीन मधयकालीन और अलपकालीन रप म वकया गया ह लकषय परावपत

की इछिा हम उततरदावयति लना और वियानियन करना वसखाती ह लकषय सतर और मलय दोनो स

सबवधत होत ह सतर मलय क वदखाई दन िाल िाग होत ह अतः जब पररिार सतरो क परिाि म

आ जात ह तो िह लकषय परावपत क वलए पणण परयास करत ह

सतर की उतपवतत िी मलयो स होती ह वकनत इसक मधय सबध को खोजना सामानयतः आसान नही

होता ह सतरो को सिाणवधक सपि पररक ततति क रप म जाना जाता ह जीिन दशणन स हमारी

अवििवतयो मलय एि सतर का जनम होता ह जो हम लकषय परापत करन को परररत करत ह मलय

पाररिाररक एकता का िी परतीक ह मलयो क अिाि म पररिार वदशाहीन हो जाता ह यह लकषय

परावपत म सहायक वसदध होत ह मलय स लकषयो एि सतरो की उतपवतत होती ह कोई गह वयिसथा

वकतनी सफल ह यह एक सीमा तक इनही तीन पररक शवकतयो पर वनिणर करता ह

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26 पाररवाररक जीवन चि एवा सासाधनो की मााग आपन दखा वक परसतत इकाई म पाररिाररक जीिन चि का कई बार उललख हआ ह पाररिाररक

जीिन चि िासति म कया ह आइए जान

मनषटय एक सामावजक पराणी ह िह अपन सामावजक धावमणक शवकषक नवतक एि चाररवतरक

विकास क वलए पररिार म ही उवचत पररिश पाता ह पाररिाररक जीिन चि को गरॉस एि िणडल

न पररिावषत वकया ह ldquoपररिार का आरमि दो सबवधत यिा वयवकतयो स होता ह अपनी विसतत

अिसथा म यह िवदध करता ह वजस उवचत परबधन हत समझना अवत आिशयक हrdquo

इसक अवतररकत पाररिाररक जीिन वनमन हत िी सहायक ह

पररिार क सदसयो की आिशयकताओ को समझन म

पाररिाररक उततरदावयतिो क वनिणहन क पररपरकषय म

ससाधनो क उवचत परबनधन हत

लकषयो क वनधाणरण हत

आइए अब वनमन दी गई तावलका 22 की सहायता स पाररिाररक जीिन चि की अिसथाओ एि

उपअिसथाओ क विषय म जान

ि0स0 अवथा उपअवथाए

1 परारवमिक अिसथा सथावपत होन की अिसथा

2 विसतत अिसथा वशश जनम पालन पोषण पलनसणरी सकल

पराथवमक वशकषा

उछच वशकषा )महाविदयालय(

3 सकवचत अिसथा

बछचो का वयिसावयक समायोजन

बछचो का वििाह इतयावद

आवथणक वसथरता का समय

सिा वनिवत

समय शवकत एि धन इन तीनो ससाधनो की आिशयकता और उपलबधता पर पाररिाररक जीिन

चि का सीधा परिाि पड़ता ह तावलका 23 क माधयम स हम पाररिाररक जीिन चि की विविनन

अिसथाओ म समय शवकत एि धन की माग को समझग

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अवथा उपअवथा समय की माग समय शकरि एव

धन

धन की माग

परारवमिक सथावपत होन की

अिसथा

कम-अवधक कम कम

विसतत

सतानोतपवतत बहत-अवधक सिाणवधक

(शारीररकमानवसक

थकान)

अवधक

पराथवमक

विदयालय

अवधक

अवधक

अवधक

उछच

महाविदयालय

अवधक

मधयम मधयम

महाविदयालय एि

वयिसावयक

समायोजन

कम

कम

सिाणवधक

बछचो का

वििाहसथावपत

होन का समय

मधयम

मधयम

अवधक

सकवचत आवथणक वसथरता

कम

- मधयम स नयनतम

सिावनिवत नयनतम - सामानयतया

नयनतम (परनत

अवधक सिासथय

खचण)

आपन दखा वक पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म ससाधनो की वकतनी माग ह इस

इकाई क अधययन क उपरानत आप परबरनध परविया और ससाधनो को बहतर रप स समझ पाए होग

अभयास परशन 2

1 लकषयो का िगीकरण कीवजय

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2 सतर वकतन परकार क होत ह

3 लकषय को पररिावषत कीवजय

4 ररकत सथान िररए a मलय लकषय एि एक दसर स जड़ होत ह

b परमपरागत सतरहोत ह तथा समाज िारा सिीकायण होत ह

27 सारााश पाररिाररक सदसयो क मधय परम एकता सौहादण तथा पाररिाररक जीिन म सफलता पान जस

उददशयो की पवतण हत गह परबनधन वकया जाता ह सफल गह परबनध क पीि कि विवशि शवकतया

वजनह हम पररक ततति कहत ह विदयमान रहती ह इन पररक शवकतयो को मलय लकषय एि सतर कहा

गया ह य तीनो पररक ततति आपस म सबवधत होत ह मलयो का कया महति ह यह हम अपन

गौरिशाली इवतहास स जञात होता ह मलय लकषय एि सतर को जनम दत ह लकषय मलयो स अवधक

सपि होत ह अधययन की सविधा क वलए लकषयो को दीघणकालीन मधयकालीन एि अलपकालीन

लकषयो क रप म वििकत वकया गया ह लकषय उततरदावयति लन एि कायण योजना क िासतविक

वियानियन को वसखात ह सतर सिाणवधक सपि पररक ततति ह वजनह दखा एि अिलोवकत वकया जा

सकता ह सतर वयवकत को वसखात ह वक कायण वकस परकार वकया जाएगा सामानयतः वयवकत वजस

सतर को परापत करना चाहता ह उसका वचतरण िह अपन मन मवसतषटक म कर लता ह और यथाथण म

योजना बनाकर साधनो को एकतर कर इनह पान का परयास करता ह सतर परापत कर लन पर वयवकत

सखद और सफल अनिि करता ह परनत सतर परापत न कर पान की वसथवत म वनराशा अिसाद एि

कठागरसत हो जाता ह अतः सतरो क वनधाणरणचयन करत समय विशष सािधानी बरतन की

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 40

आिशयकता होती ह सतरो का िगीकरण परमपरागत एि पररितणनशील सतरो क रप म वकया गया ह

वजनका वनधाणरण वयवकत सिछिा स करता ह

28 पाररभाषिक शबदावली मलय मानिीय वयिहार को पररणा परदान करन िाल ततति जो नयाय करन वयाखया करन और

विशलषण करन हत आधार परदान करत ह तथा विविनन विकलपो क मधय बवदधमततापणण चयन को

सिि बनात ह

अलपकालीन लकषय य लकषय कम समय हत वनधाणररत वकए जात ह य तलनातमक रप स

अवधक सपि होत ह तथा इसक पररणाम कम समय म दविगोचर हो जात ह

ति य मलयो क मापक होत ह वजनकी उतपवतत हमार मलयो स होती ह यह हमारी वकसी िसत

म रवच की मातरा एि परकार को वनधाणररत करत ह

अवीकत या नकािातमक मलय जो मलय समाज िारा असिीकत कर वदए जात ह तथा

वजनस टकराि की वसथवत उतपनन होती ह

29 अभयास परशनो क उततर

अभयास परशन 1

ररकत सथान िर

1 सासकवतक मलय

2 असिीकत या नकारातमक

3 गणातमक

4 वियातमक

अभयास परशन 2

1 लकषय तीन परकार क होत ह दीघणकालीन मधयकालीन अलपकालीन

2 परमपरागत सतर पररितणनशील सतर 3 लकषय जीिन क ि साधय ह वजनह पान हत परतयक वयवकतपररिार परयासरत रहता ह

4 ररकत सथान िररए a सतर b वसथर

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 41

210 सनदभण गरनथ सची 1 डॉ0 मज पाटनी गह परबनध सटार पवबलकशनस आगरा

2 P Nickel amp JM Dorsey Management in Family Living 4th Edition

Willy Eastern Limited New Delhi

3 डा0 िनदा वसह गह परबनध एि आनतररक सजजा पचशील जयपर

4 डा0 बी0डी0 हरपलानी गह परबनध सावहतय परकाशन आगरा

5 Gross amp Crandall Management for Modern Families Values Goals

and Standard 2nd edition Appleton-Century-Crofts publishers

6 PSNaidu Core Value of Indian Culture

211 ननबनधातमक परशन 1 मलय लकषय और सतर का गह परबनध क सदिण म कया महति ह विसतत वयाखया कीवजए

2 सतर का कया अथण ह उदाहरण सवहत सतरो का िगीकरण कीवजए

3 लकषय को पररिावषत कर इसका िगीकरण बताइए विसतार पिणक िणणन कीवजए 4 एक विदयाथी क रप म आप अपन दीघणकालीन मधयकालीन एि अलपकालीन लकषयो की

सची बनाइए इन समसत लकषयो की पवतण हत मलयो एि सतरो को धयान म रखकर कायण योजना

बनाइए

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 42

इकाई 3 साधन

31 परसतािना

32 उददशय

33 पाररिाररक साधन का अथण

331 साधनो का िगीकरण

332 साधनो की विशषताए

34 साधनो क उपयोग क उददशय

341 साधनो क उपयोग िारा परापत सतवि म िवदध करन हत सझाि

342 साधनो क उपयोग क वसदधानत

35 पाररिाररक साधनो को परिावित करन िाल कारक

36 साराश

37 पाररिावषक शबदािली

38 अभयास परशनो क उततर

39 सनदिण गरनथ सची

310 वनबनधातमक परशन

31 परसतावना परसतत इकाई म आप गह परबनधन म उपयोग साधनो क अथण एि महति स पररवचत होग साधन गह

परबनधन हत महतिपणण ह एि इनक सहयोग िारा ही लकषयो की परावपत सिि होती ह साधन चाह

मानिीय हो अथिा अमानिीय सिी साधनो क वलए कि विशषताय समान होती ह मनषटय साधनो

का उपयोग अपन विविनन उददशयो की पवतण हत करता ह यदयवप साधन सीवमत होत ह परनत इनक

कशल परबनधन एि उपयोग िारा इनस परापत सतवि म िवदध सिि ह

32 उददशय इस इकाई म आप साधनो क महति क विषय म पढ़ग इकाई क मखय उददशय वनमनवलवखत ह

गह परबनध म उपयोगी साधनो का अथण एि िगीकरण को सपि करना

साधनो की मल एि समान विशषताओ क विषय म जानना

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 43

वशकषावथणयो को साधनो क उपयोग क विषय म तथा इनस परापत सनतवि म िवदध क उपायो स

पररवचत कराना

पाररिाररक साधनो को परिावित करन िाल कारको क बार म जानकारी परापत करना

आइए इकाई की शरआत हम पाररिाररक साधनो क अथण तथा िगीकरण क विषय म चचाण क साथ

कर

33 पाररवाररक साधन का अथण गह परबनध म साधनो का महतिपणण योगदान ह साधन िह िौवतक िसतए (मानिीय तथा

अमानिीय) एि गण ह जो हमारी आिशयकताओ की पवतण करत ह एि वजनक उपयोग स हम

सनतवि परापत होती ह मनषटय साधनो क उपयोग िारा पाररिाररक लकषयो की परावपत करता ह गह

परबनधन की परविया म हम वनरतर साधनो क उवचत एि कशल उपयोग क विषय म वनणणय लत ह

दवनक जीिन म हम कई उपलबध साधनो का परयोग करत ह साधनो का उवचत उपयोग एि आिटन

आिशयक एि महतिपणण ह परबनधन परविया म हम वनरतर यह परयास करना चावहए वक उपलबध

साधनो क परयोग िारा अवधकतम आिशयकताओ एि लकषयो की पवतण हो

साधनो को दो िागो म िगीकत वकया जा सकता ह मानिीय एि अमानिीय इनक माधयम स

विविनन लकषयो एि आिशयकताओ की पवतण होती ह अलग-अलग वयवकतयो समदायो एि राषटरो क

पास उपलबध ससाधनो क परकारो तथा मातरा म विननता होती ह आइए साधनो क िगीकरण क बार

म जान

331 साधनो का वगीकिण

गह परबनध म साधनो को मखय रप स दो शरवणयो म वििावजत वकया गया ह-

1) मानिीय साधन 2) अमानिीय साधन

मानवीय साधनो क उदाहरण ह जञान रवचया योगयता कौशल शवकत एि अवििवततया

अमानवीय साधन क उदाहरण ह धन समय िौवतक िसतए एि सामदावयक सविधाए

वनमन वचतर सखया 31 म साधनो क िगीकरण का वििरण वदया गया ह

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 44

परिवारिक साधन

मानिीय साधन अमानिीय साधन

जञान रवचया कौशल शवकत योगयताए अवििवततया

समय धन िौवतक िसतए सामदावयक सविधाए

करचर सखया 31 साधनो का वगीकिण

आइए अब इस िगीकरण क बार म विसतापिणक जान

मानवीय साधन

अमानिीय साधनो की तलना म मानिीय साधनो म सपशणनीय का गण नही पाया जाता ह यह साधन

मानि म अनतवनणवहत गण एि विशषताए ह कई गण वयवकत को जनमजात परापत होत ह एि कि गणो

एि विशषताओ को वयवकत अपन शरम एि परयास क िारा अवजणत करता ह जस वशकषा वयिसाय

वकसी कायण म वनपणता आवद वयवकत की योगयता एि रवच महतिपणण मानिीय साधन ह इन साधनो

का समवचत उपयोग कर वकसी वयवकत अथिा पररिार की उतपादकता म िवदध की जा सकती ह जस

यवद पररिार क वकसी सदसय की रवच बागिानी म ह तो अपनी इस रवच का उपयोग कर िह घर पर

ही कि फल एि सवबजयो का उतपादन कर सकता ह यवद वकसी मवहला को वसलाईबनाई म रवच

ह तो िह घर पर ही ससत दामो म विविनन िसतर एि पररधान तयार कर सकती ह गहणी को यवद गह

सजजा क कलातमक पकष का जञान एि इसम रवच ह तो इस गण एि अपन विचारो का परयोग कर िह

अपन आिास को अदभत रप स सजा सकती ह यवद वकसी गहणी को आहार वनयोजन का उवचत

जञान हो जो िह अपन पररिार को सतवलत एि पोषक आहार परदान कर सकती ह आहार वनयोजन

हत िह विविनन खादय समहो म स ससत एि पौविक खादय पदाथो का चनाि कर सकती ह वजसस

आहार म विविधता उतपनन हो पररिार का बजट वनयवतरत रह एि समपणण पररिार की पोषण सबधी

आिशयकताओ की पवतण हो अवििवतत को िी मानिीय साधनो क अनतगणत सवममवलत वकया गया

ह कि वयवकत वकसी कायण क परवत अवधक आशािादी होत ह तो कि अनय वयवकत उसी कायण क

परवत अवधक िागयिादी दविकोण रखत ह सामानयतः आशािादी वयवकत अवधक लकषयो एि

उपलवबधयो को परापत करत ह

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अमानवीय साधन

अमानिीय साधनो को िौवतक साधन क रप म िी जाना जाता ह यह सपशणनीय होत ह एि इनह

पहचानना आसान ह पाररिाररक लकषयो की पवतण करन म अमानिीय साधनो की महतिपणण िवमका

ह अमानिीय साधनो क अनतगणत िौवतक िसतए धन समय एि सामदावयक सविधाए आती ह

धन जस अमानिीय साधनो का विवनमय मलय होता ह इसक उपयोग िारा सिी िौवतक िसतए एि

सिाए परापत की जा सकती ह सिी िौवतक िसतए वजनका सिावमति हम परापत ह अमानिीय साधन

ह इनका उपयोग हम अपन दवनक जीिन म समय-समय पर करत ह अमानिीय साधनो क अनतगणत

समय को िी सवममवलत वकया गया ह समय एक सीवमत साधन ह वकसी िी कायण को परा करन हत

समय आिशयक ह

सामदावयक सविधाए जस उदयान पसतकालय सड़क सरकारी सकल एि असपताल डाक सिा

आवद क वलए वयवकत को परतयकष रप स कि िी िगतान नही करना पड़ता ह इनक उपयोग हत

वयवकत को सरकारी या अदधण-सरकारी ससथाओ को वनधाणररत शलक चकाना पड़ता ह

332 साधनो की करवशषताए

अब तक आप साधनो क िगीकरण स पररवचत हो चक ह सिी साधनो की कि मल विशषताए

समान होती ह इस खणड म हम साधनो की विशषताओ क विषय म पढ़ग साधनो क अनतवनणवहत

गणो की पहचान उनक उवचत एि परिािी उपयोग हत आिशयक ह साधनो की विशषताए

वनमनवलवखत ह

1 सिी साधन उपयोगी होत ह

समसत साधनो म उपयोवगता का गण वनवहत होता ह साधनो का उपयोग कर मनषटय अपन लकषयो

एि आिशयकताओ की पवतण करता ह अतः साधनो म सतवि परदान करन का गण होता ह साधन

की उपयोवगता लकषय पर िी वनिणर करती ह जस वचतर को रवचपणण बनान म वयवकत का वचतरकारी म

कौशल महतिपणण ह परत उसी िसत को िय करन म धन अवधक महतिपणण साधन ह

2 साधन सीकरमत होत ह

सिी साधनो की एक विशषता यह ह वक सिी साधन सीवमत ह साधनो की सीवमत उपलबधता क

कारण इनका कशल परबनधन आिशयक ह साधनो क परबनधन िारा परयास वकया जाता ह वक इसक

सीवमत वनिश म अवधकतम लकषयो और आिशयकताओ की पवतण हो साधनो की सीवमतता

गणातमक एि मातरातमक दोनो रपो म होती ह

मारातमक रप स सीकरमत साधन- मातरातमक रप स सीवमत साधनो का आकलन अथिा गणना

आसानी स की जा सकती ह हम इन साधनो की मातरा जञात कर सकत ह इनह तौल सकत ह एि

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इनकी सखया जञात कर सकत ह समय शवकत धन िौवतक िसतए एि पररिार क सदसयो की

योगयता सिी मातरातमक रप स सीवमत साधन ह समय िी एक सीवमत साधन ह परतयक वयवकत क

पास परवतवदन किल 24 घट होत ह वजसका उपयोग विविनन वयवकत अपनी सविधानसार करत ह

कि वयवकत उपलबध समय म अवधक कायो को पणण कर लत ह तथा कि वयवकत उपलबध समय का

पणण सदपयोग नही कर पात ह समय क साथ-साथ ऊजाण िी एक सीवमत साधन ह परतयक वयवकत म

वनवहत ऊजाण की मातरा विनन होती ह ऊजाण की मातरा का बहत सटीक आकलन सिि नही ह परनत

परतयक वयवकत को अनिि िारा यह जञात होता ह वक िह अपनी सीवमत ऊजाण स वकसी कायण को

समपावदत कर सकता ह अथिा नही धन जस साधन की सीवमतता की गणना आसानी स की जा

सकती ह विविनन वयवकतयो क पास धन विनन मातराओ म होता ह धन की आिशयकता समय एि

पररवसथवत िारा परिावित होती ह धन कमाया जा सकता ह सचय वकया जा सकता ह तथा उधार

िी वलया जा सकता ह धन का विवनमय मलय वकसी िी अनय ससाधन की तलना म अवधक ह

पररिार क सदसयो की योगयता की िी एक सीमा होती ह योगयताओ क उपयोग की सीमा कि हद

तक जनमजात परापत होती ह परनत परवशकषण क िारा योगयताओ क उपयोग म अवधक दकषता एि

कशलता लायी जा सकती ह िौवतक साधन जस िवम जल ईधन खवनज पदाथण आवद सिी

सीवमत मातरा म उपलबध साधन ह

गणातमक रप स सीकरमत साधन- साधनो म गणातमक सीवमतता िी पायी जाती ह गणातमक

सीवमतता को आसानी स मापा नही जा सकता ह यह सीवमतता िौवतक िसतओ क गणो म अनतर

स समबवनधत हो सकती ह विविनन समदायो को उपलबध सिाओ स िी गणातमक सीवमतता पायी

जाती ह

3 सिी साधन पिपि रप स समबकरनधत होत ह

साधन उपयोगी होन क साथ-साथ पारसपररक रप स समबवनधत िी होत ह वकसी कायण या लकषय को

पणण करन क वलए हम अकसर दो या दो स अवधक साधनो का परयोग करत ह जस वकसी परीकषा

को उततीणण करन क वलए विषय का जञान समय एि शवकत आवद साधनो का उवचत परयोग आिशयक

ह यवद कोई मवहला वसलाई सीखना चाहती ह तो उस वसलाई उपयोगी विविनन िसतओ क साथ-

साथ समय शवकत वसलाई म कौशल जस विविनन साधनो क वमवशरत परयोग की आिशयकता पड़गी

किल एक परकार क साधन का उपयोग कर वकसी लकषय को परापत करना कवठन ह पाररिाररक लकषय

विविनन साधनो क उपयकत परयोग िारा परापत वकए जा सकत ह

4 परबनधन परकरिया सिी साधनो पि लाग होती ह

साधनो की सीवमतता क कारण एि उनक उवचत उपयोग स अवधकतम आिशयकताओ की पवतण हत

इनका योजनाबदध एि वयिवसथत परयोग आिशयक ह गह परबनधक को पररिार क उपयोग हत

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उपलबध सिी साधनो क विषय म समवचत जानकारी होनी चावहए तावक सीवमत साधनो को अनय

उपलबध साधनो िारा परवतसथावपत वकया जा सक धन जस सीवमत साधन की बचत हत वयवकत

इसक सथान पर अपन शरम शवकत एि कौशल जस साधनो क उपयोग िारा इवछित लकषय को परापत

कर सकता ह परबनधन परविया क सिी चरणो जस वनयोजन वयिसथापन वनयतरण एि मलयाकन

का वियानियन साधनो क उततम उपयोग हत आिशयक ह साधनो क परबनधन िारा इनका सही मातरा

म उपयोग कर साधनो क अपवयय को रोका जा सकता ह आिशयकता पड़न पर अवधक साधनो की

वयिसथा की जा सकती ह एि ससत साधनो को महग साधनो की अपकषा अवधक उपयोग वकया जा

सकता ह

5 साधनो क वककरलपक उपयोग होत ह

अवधकाश साधनो क िकवलपक उपयोग सिि ह एक साधन का परयोग कर कई लकषय परापत वकए

जा सकत ह यह वनणणय गह परबनधक को लना होता ह वक पररिार की पराथवमकता कया ह और

वकसी विशष साधन का परयोग वकस लकषय या िसत की परावपत हत वकया जाएगा उदाहरण क वलए

समान उपलबध समय क कई िकवलपक उपयोग ह उपलबध समय म वयवकत समाचार पतर पढ़ सकता

ह बाजार स सामान ला सकता ह बागिानी कर सकता ह आराम कर सकता ह आवद

पररिार की बचत का परयोग कई लकषयो की परावपत हत वकया जा सकता ह जस उछच वशकषा मकान

िय करना िसतए िय करना आवद यह वनणणय गह परबनधक को लना होता ह वक पररिार क वलए

कया आिशयक ह उस सीवमत बचत स वकस लकषय या िसत की परावपत की जाए वयय वकया गया

साधन तदपरानत अनय वकसी िसत या लकषय परावपत हत पनः उपलबध नही होता ह

6 साधनो का परकरतथापन सिव ह

एक ही लकषय की परावपत हत हम एक साधन क सथान पर दसर साधन का परयोग कर सकत ह

उदाहरण क वलए हम घर म बागिानी क िारा फल- सवबजयो का उतपादन कर सकत ह या धन का

परयोग कर इनह बाजार स खरीद सकत ह साधनो क परवतसथापन म यह परयास करना चवहय वक

सीवमत और अवधक उपयोगी साधनो की बचत की जाए एि इनका परवतसथापन कम उपयोगी साधनो

िारा वकया जाए जस घर पर वयजन बनान की अपकषा हम बाजार म उपलबध तयार खादय सामगरी

िय कर सकत ह इस परकार समय एि शरम का परवतसथापन धन क उपयोग िारा सिि ह

7 साधनो क उपयोग दवािा जीवन की गणवतता करनधायरित होती ह

साधनो क वयिवसथत उपयोग िारा सीवमत साधनो म िी अवधक िसतओ एि सिाओ की परावपत की

जा सकती ह साधनो क उपयोग म वििकपणण एि सवनयोवजत परबनधन परविया की पाररिाररक

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जीिन की गणितता वनधाणररत करन म महतिपणण िवमका ह साधनो क उवचत उपयोग िारा जीिन

सतर ऊचा उठाया जा सकता ह जो पररिार समय धन शवकत आवद साधनो का समवचत उपयोग

करत ह उनक रहन-सहन का सतर ऊचा होता ह ि उपलबध सीवमत साधनो का वििकपणण उपयोग

कर आिशयकताओ की पवतण करत ह एि सनतवि परापत करत ह इसक विपरीत कई पररिार अवधक

साधनो क वयय म िी लकषयो एि आिशयकताओ की परावपत नही कर पात ह अिाि क कारण उनक

जीिन सतर म कमी आती ह

आइए अब कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

सतय अथिा असतय बताइए

1 शवकत मानिीय साधन नही ह

2 अमानिीय साधन सपशणनीय नही होत ह

3 समय मातरातमक रप स सीवमत साधन का उदाहरण ह

4 गणातमक सीवमतता को आसानी स मापा जा सकता ह

5 एक साधन क सथान पर दसर साधन का परयोग सिि ह

अब हम साधनो क उपयोग क उददशयो की चचाण करग

34 साधनो क उपयोग क उददशय वपिल खणड म हम साधनो क िगीकरण क विषय म पढ़ चक ह परसतत खणड म हम साधनो क

उपयोग क उददशय क विषय म पढ़ग परतयक साधन उपयोगी होता ह साधनो की उपयोवगता क

कारण ही इनका परबनधन आिशयक ह पररिार उपलबध साधनो का उपयोग कर विविनन लकषयो की

परावपत करत ह साधनो क उपयोग क वनमनवलवखत उददशय ह

1 लकषयो की पराकरि- साधनो क उपयोग का एक महतिपणण उददशय ह पाररिाररक या वयवकतगत

लकषयो की परावपत वकसी िी लकषय की परावपत साधनो क वनिश क अिाि म सिि नही ह

परतयक पररिार को यह परयास करना चावहए वक साधनो का आिटन महति क आधार पर

लकषयो की परावपत हत वकया जाए उदाहरण क वलए बछचो की वशकषा हत पररिार को समय

धन पररशरम एि जञान जस साधनो का उपयोग आिशयक ह

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2 करमतवयकरयता- साधनो का उपयोग वमतवयवयता स करना चावहए इस बात का धयान रखा

जाना चावहए वक साधनो क कम उपयोग िारा अवधकतम सतवि परापत हो अवधकाशतः साधन

सीवमत मातरा म उपलबध होत ह परतयक पररिार क पास साधन विनन-विनन मातरा म उपलबध

रहत ह यह आिशयक ह वक साधनो क उपयोग म वमतवययी परबनधन परविया का अनसरण

वकया जाए वजसस सीवमत साधनो म अवधकतम लकषयो की परावपत हो

3 आवशयकताओ को पणय किन हत- पररिार की शारीररक मानवसक धावमणक ि शवकषक

आिशयकताओ को पणण करन हत साधनो की आिशयकता होती ह आिशयकताओ को पणण

करन क वलए मानिीय एि अमानिीय दोनो परकार क साधनो का उपयोग वकया जाता ह

4 परिवाि क सदयो क करवकास हत- पररिार क सदसय साधनो का परयोग अपन विकास हत

करत ह पररिार क सदसयो क समवचत विकास हत साधनो क उपयोग म वयिसथापन

महतिपणण ह साधनो का उवचत उपयोग एक वयिसथापन कौशल ह पररिार क सिी सदसयो

क मधय साधनो का वयिसथापन आिटन एि उपयोग इस परकार वकया जाना चावहए वक

परतयक सदसय का विकास सिि हो सक

5 सनतकरि की इचछा- साधनो का उपयोग कर वयवकत अपन लकषयो एि आिशयकताओ की पवतण

कर सनतवि परापत करता ह अतः साधनो का उवचत उपयोग वयवकत को सनतवि परदान करता ह

341 साधनो क उपयोग दवािा पराि सनतकरि म वकरदध किन हत सझाव

अवधकाशतः साधन सीवमत मातरा म उपलबध होत ह एि इनक उवचत उपयोग हत इन पर परबनधन

परविया लाग होती ह साधनो क परबनधन का मखय उददशय ह वक इनक उपयोग िारा परापत सनतवि म

िवदध की जा सक एकरलजाबथ हायट न साधनो स परापत सनतवि म िवदध हत चार मागणदशणक सझाि

परसतावित वकए ह जो वनमनवलवखत ह

1 साधनो की पवतण म िवदध करना 2 साधनो क िकवलपक उपयोग का जञान 3 साधनो की उपयोवगता म िवदध एि उनक गणो की परशसा 4 साधनो क चनाि म सतलन

आइए इन विकलपो पर विसतार स चचाण कर

1 साधनो की पकरतय म वकरदध किना- साधनो की आपवतण म िवदध करन स पिण पररिार क वलए

यह आिशयक ह वक िह यह जञात कर वक उनक पास विविनन साधन वकतनी मातरा म उपलबध

ह कौन स ऐस साधन ह वजनकी सीवमतता अवधक ह एि कौन स साधन बहतायत म उपलबध

ह वकसी िी पररिार क सममख समय-समय पर विविनन आिशयकताए परकट होती रहती ह

इन आिशयकताओ की पवतण करन हत पररिार को अवधक साधनो की आिशयकता पड़ती ह

पररिार क सममख उपलबध समसत साधनो एि विकलपो क जञान िारा अवतररकत साधनो की

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पवतण सिि ह उदाहरण क वलए अवतररकत समय की माग को पणण करन क वलए गहणी शरम एि

शवकत की बचत करन िाल उपकरणो का उपयोग कर सकती ह धन जञान एि कौशल ऐस

साधन ह वजनम पररशरम एि परयास िारा िवदध की जा सकती ह

2 साधनो क वककरलपक उपयोग का जञान- साधनो क परबनधन म साधनो क िकवलपक

उपयोग का जञान होना आिशयक ह समय और धन जस साधनो क कई िकवलपक उपयोग

सिि ह वनधाणररत समय अिवध का मनषटय विविनन परकार स उपयोग कर सकता ह जस गह

कायो म मनोरजन म नया कौशल विकवसत करन म सामावजक कायो म आराम करन म

आवद उपलबध धन िी कई िसतओ एि सिाओ को िय करन म वयय वकया जा सकता ह

एक बार वयय वकया गया साधन उपयोग क पशचात अनय उददशयो एि लकषयो की परावपत हत

अनपलबध हो जाता ह वकसी िी साधन क कई िकवलपक उपयोग होन क कारण यह िी

सिि ह वक हम एक साधन जो सीवमत मातरा म उपलबध ह का परवतसथापन दसर साधन जो

वक बहतायत म एि आसानी स उपलबध ह क िारा कर पाए उदाहरण क वलए धन क अिाि

म पररिार की फल एि सवबजयो की आिशयकता की पवतण कि हद तक अपन घर क िोट

उदयान म वकए गए शरम िारा उतपनन ताजी सवबजयो एि फलो क माधयम स की जा सकती ह

इस परकार धन क सथान पर अनय िकवलपक साधन (शरम एि समय) क परयोग िारा वनयत

उददशय की पवतण सिि ह

यवद कामकाजी मवहला समय क अिाि क कारण बछचो की पढ़ाई एि सकल का गह कायण

सिय नही करा सकती ह तो इस कायण हत िह बालक की वशकषा हत वनजी वशकषक अथिा

टयशन की वयिसथा कर सकती ह इस परकार समय क अिाि की पवतण धन क माधयम स की

जा सकती ह या दसर शबदो म समय का परवतसथापन धन क िारा वकया जा सकता ह यवद

पररिार क सदसयो को साधनो क परवतसथापन गण एि साधनो क िकवलपक उपयोग क विषय

म समवचत जञान हो तो सीवमत मातरा म उपलबध महतिपणण साधनो की बचत की जा सकती ह

एि उनक सथान पर अनय िकवलपक साधनो का परयोग वकया जा सकता ह बचत वकए गए

साधनो क माधयम स अनय लकषयो की पवतण की जा सकती ह

3 साधनो की उपयोकरगता म वकरदध एव उनक गणो की परशसा- कि साधनो क िकवलपक

उपयोग सिि ह साथ ही कि ऐसी िसतए होती ह वजनह एक स अवधक कायण क वलए

उपयोग म लाया जा सकता ह ऐसी िसतओ का चनाि कर पररिार उनस परापत उपयोवगता म

िवदध कर सकता ह जस दीिान पलग का उपयोग सोन बठन एि सामान सगरह करन क वलए

वकया जा सकता ह फनीचर म िसतओ को सगरवहत करन की वयिसथा हो तो बठन क साथ-

साथ घर को वयिवसथत रखन म िी िह सहायक होता ह खाना बनान अथिा खाना परोसन

योगय बतणन क माधयम स दो उददशयो की पवतण होती ह तथा उपयोवगता म िवदध होती ह

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वकसी िसत की सिीकायणता एि उसकी परशसा अवधक कवठन कायण ह सिीकायणता एि परशसा

स साधन या िसत को अवधक परिािशाली बनाया जा सकता ह जस यवद कोई वयवकत वकसी

कला परदशणनी म जाता ह तो िह कला क परकार एि उसकी सिीकायणता एि परशसा पर अपना

अवधक धयान कवनित करता ह वकसी िसत की सिीकायणता एि परशसा हत एक स अवधक

साधनो की आिशयकता होती ह या साधनो क वमवशरत परयोग की आिशयकता होती ह जस

जञान एि अवििवतत क साथ धन का परयोग

4 साधनो क उपयोग म सतलन- सतलन का हमार जीिन म विशष महति ह एक सामावजक

पराणी होन क कारण मनषटय स यह अपवकषत होता ह वक िह अपन पाररिाररक जीिन क

विविनन पकषो म सतलन सथावपत कर सतवलत वयिहार कर आवद परकवत क विविनन तततिो म

िी सतलन सथावपत ह वजसक कारण पथिी पर जीिन सिि ह इसी परकार साधनो क चनाि

क माधयम म िी सतलन आिशयक ह परिािपणण परबनधन परविया क वलए सिी उपयोगी

साधनो की उवचत मातरा म उपवसथवत अवनिायण ह साथ ही यह िी सिि ह वक एक ही साधन

क अतयवधक उपयोग स बचन क वलए हम उसक सथान पर वकसी अनय साधन को

परवतसथावपत कर द परवतसथापन इस परकार वकया जाना चावहए वक अनय साधनो क उपयोग म

कोई बाधा न उतपनन हो उदाहरण क वलए समय जस साधन का सतवलत उपयोग वकया जाना

चावहए यवद एक ही कायण को अतयवधक समय वदया जाए तो जीिन क अनय कायो क वलए

कम समय उपलबध होता ह वकसी ककष की उततम सजािट हत कला क सिी तततिो का उवचत

अनपात म उपयोग आिशयक ह अतः यह कहा जा सकता ह वक लकषय परावपत एि अवधकतम

सतोष हत सिी साधनो का उवचत अनपात म समािश आिशयक ह

342 साधनो क उपयोग क करसदधानत

पररिार उपलबध साधनो का परयोग लकषय परावपत हत करत ह इस खणड म आप साधनो क उपयोग क

वसदधानतो क विषय म पढ़ग साधनो क उपयोग क वनमनवलवखत वसदधानत ह

1 लकषय करनधायरित किना- साधनो क उपयोग क वलए सिणपरथम लकषय वनधाणररत वकए जात ह

वनधाणररत लकषय साधनो क उपयोग हत मागणदशणन परदान करत ह परतयक पररिार अपन मलय

रवच आिशयकता एि पराथवमकता क आधार पर सिय क लकषय वनधाणररत करता ह

2 योजना बनाना- वनधाणररत लकषयो की परावपत हत योजनाबदध रप स कायण करना महततिपणण ह

यह विचार करना आिशयक ह वक लकषयो की परावपत हत कौन-कौन स साधनो का वकतनी

मातरा म परयोग वकया जाए साधनो क उपयोग की कायण परणाली कसी होगी आवद योजना

बनाकर कायण करन स साधनो की वयथण बबाणदी को वनयवतरत वकया जा सकता ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 52

3 साधनो को एककररत किना- योजना बनान क उपरानत योजना क वियानियन हत उपयोगी

साधनो को एकवतरत वकया जाता ह साधनो क अिाि म न ही योजना पर कायण वकया जा

सकता ह और न ही लकषयो की परावपत सिि ह

4 साधनो को महतव क िमानसाि थाकरपत किना- साधनो को एकवतरत करन क उपरानत

उनह महति क िम अनसार वयिवसथत वकया जाता ह पररिार क समकष उपलबध साधनो की

मातरा म विननता होती ह साथ ही कि साधन अवधक मातरा म होत ह तो कि साधन कम

मातरा म साधनो की उपलबधता सीवमतता महति एि लकषय परावपत म योगदान क अनसार

साधनो का िम सथावपत वकया जाता ह

5 करियानवयन किना- लकषय परावपत हत यह आिशयक ह वक वनधाणररत योजना वियावनित की

जाए योजना एि साधनो का इस परकार वियानियन वकया जा सक वक साधनो का उवचत

तथा पणण उपयोग हो सक

6 करनिीकषण किना- लकषय परावपत हत सिी कायण िली परकार समपावदत हो रह ह अथिा नही यह

जानन क वलए योजना का वनरीकषण आिशयक ह साधनो का उपयोग वकस परकार वकया जा

रहा ह अथिा उनक उपयोग म कोई कवठनाई तो नही आ रही ह यह जञात करन क वलए

वनरीकषण वकया जाता ह साथ ही यह िी धयान रखना आिशयक ह वक िासतविकता म

योजना म कोई तरवट तो नही रह गई अथिा लकषय परावपत हत योजना म कहा पररितणन की

आिशयकता ह

7 समायोजन- वनरीकषण क उपरानत यवद यह जञात होता ह वक अमक चरण योजना वियानियन

म कवठनाई आ रही ह तो इस चरण म समायोजन की आिशयकता होती ह पिण योजना म

थोड़ा पररितणन कर समायोजन वकया जाता ह वजसस लकषयो की परावपत सिि हो

8 मलयाकन- साधनो क उपयोग का यह अवतम वसदधानत ह इस चरण म यह समीकषा की जाती

ह वक लकषय परावपत म वकतनी सफलता परापत हई तथा साधनो क उपयोग िारा वकतनी सतवि

परापत की जा सकी

35 पाररवाररक साधनो को परभाषवत करन वाल कारक आप जानत ह वक वकसी िी कायण क परिािी कायाणनियन क वलए उपलबध साधनो का उवचत

उपयोग आिशयक ह पाररिाररक साधनो की उपयोवगता तथा कषमता को वनमनवलवखत कारक

परिावित करत ह

1 पारिवारिक जीवन चि- परतयक पररिार पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ

स गजरता ह पाररिाररक जीिन चि की अलग-अलग अिसथाओ म पररिार का आकार

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एि आिशयकताय विनन होन क कारण परतयक चरण साधनो क उपयोग को परिावित करता

2 परिवाि का आकाि- िोट तथा कम सदसयो िाल पररिारो की अपकषा बड़ पररिारो को

साधनो की अवधक आिशयकता होती ह सयकत पररिार एकल पररिारो की तलना म अवधक

साधन वयय करत ह

3 जीवन क परकरत दकरिकोण- परतयक वयवकत का जीिन क परवत दविकोण विनन होता ह वयवकत

अथिा पररिार का दविकोण साधनो क उपयोग को परिावित करता ह सचयी वयवकत साधनो

क उपयोग एि िसतओ क सचय म विशवास करता ह जबवक नयी तकनीक स लगाि रखन

िाला वयवकत उस तकनीक को शीघर अपनाना चाहता ह चाह उस परापत करन क वलए उस

अवधक धन अथिा साधन वयय करन पड़ वयवकत जीिन क परवत अवििवतत धारणाओ एि

मलय क अनसार ही उपलबध साधनो का उपयोग करता ह

4 परबनधन कशलता- यवद वयवकत या पररिार का मवखया एक कशल परबनधक ह तो िह यथा

सिि उपलबध साधनो का अवधकतम परयोग करता ह एि साधनो क अपवयय को या उनकी

बबाणदी होन स बचाता ह कशल परबनधन क माधयम स सीवमत साधनो म िी अवधक सनतवि

परापत की जा सकती ह साधनो का सही समय पर उपयोग एि उपयकत विवध का परयोग कशल

परबनधन क अविनन अग ह

5 वयवसाय एव पारिवारिक आय- पररिार का वयिसाय एि आय दोनो साधनो को परिावित

करत ह उछच आय िगण की शरणी म आन िाल पररिारो क पास अवधक साधन उपलबध होत

ह ि वनमन आय िगण क पररिारो की अपकषा पररिार क सदसयो की आिशयकताओ को पणण

करन म कही अवधक सकषम होत ह तथा साधनो का िी अवधक परयोग करत ह

वयिसाय की दवि स िी साधनो क उपयोग म विननता होती ह नौकरी पशा एि वनवशचत आय

िाल वयवकत बजट क अनसार धन वयय करत ह वयिसायी एि अवनवशचत आय अवजणत करन

िाल पररिारो क धन वयय एि साधनो क उपयोग क परकार म विननता होती ह

6 मकान एव उसकी करथकरत- मकान का आकार साधनो क उपयोग को परिावित करता ह

उदाहरण क वलए बड़ मकान को रखरखाि एि दखरख की अवधक आिशयकता होती ह

साथ ही बड़ मकान क वलए अवधक फनीचर की आिशयकता होती ह मकान की वसथवत िी

साधनो क उपयोग को परिावित करती ह यवद मकान शहर क बीचो-बीच सिी सामदावयक

सविधाओ क वनकट वसथत ह तो आिागमन म वयय कम होता ह एि वयवकत कई सविधाओ

का समवचत लाि उठा सकता ह यातायात की सविधाय वयवकत को आसानी स परापत हो जाती

ह इसी परकार गरामीण एि शहरी समदाय म रहन िाल पररिारो क साधनो क उपयोग म

विननता पायी जाती ह कयोवक उनक पररिश एि आिशयकताए विनन होती ह

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7 मकरहला की कायय करथकरत- एक कामकाजी मवहला तथा एक गहणी की वदनचयाण एि

आिशयकताओ म विननता होती ह साथ ही इनक िारा साधनो क उपयोग म िी विननता

पायी जाती ह कामकाजी मवहला क समकष समय की सीवमतता होती ह अतः िह शरम एि

शवकत की बचत करन िाल उपकरणो पर अवधक वनिणर रहती ह इसक विपरीत एक गहणी को

गह कायो क वलए अपकषाकत अवधक समय उपलबध होता ह

साधारणतः कामकाजी मवहलाओ क पास धन होता ह वजसका परवतसथापन िह समय या

अनय साधनो स करती ह इसक विपरीत एक गहणी धन क वलए दसरो पर आवशरत होती ह

तथा किी-किी धन अिाि की वसथवत म िी हो सकती ह

8 उपलबध साधनो क करवकलपातमक परयोग का जञान- यवद गह परबनधक को उपलबध

साधनो क िकवलपक परयोगो का समवचत जञान ह तो िह सीवमत साधनो म िी बचत कर

सकता ह एि उपलबध साधनो क साथ आसानी स उनका परवतसथापन कर सकता ह वयवकत

अपन कौशल समय आवद गणो एि साधनो क परयोग िारा घर क िोट-िोट कायो को सिय

कर धन की बचत कर सकत ह अतः परबनधक का साधनो क िकवलपक परयोग का जञान

साधनो क उपयोग को परिावित करता ह

इकाई क अत म अब हम कि अभयास परशनो को हल करन का परयास करग

अभयास परशन 2

ररकत सथानो की पवतण कीवजय

1 साधनो का उपयोग स करना चावहए

2 समसत साधनो एि क जञान िारा अवतररकत साधनो की पवतण समिि ह

3 बनान स साधनो

की बबाणदी रोकी जा सकती ह

4 जीिन क परवत दविकोण क उपयोग को परिावित करता ह

36 सारााश गह परबनधन परविया म हम वनरनतर साधनो क कशल उपयोग क विषय म वनणणय लत ह तथा यह

परयास करत ह वक उपलबध साधनो म अवधकतम आिशयकताओ की पवतण हो साधनो को मखय

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रप स दो शरवणयो म वििावजत वकया जा सकता ह मानिीय साधन एि अमानिीय साधन सिी

साधनो की मल विशषताए समान होती ह जस सिी साधन उपयोगी सीवमत तथा परसपर रप स

समबवनधत होत ह साधनो पर परबनधन परविया लाग होती ह इनक िकवलपक उपयोग होत ह इनका

परवतसथान सिि ह तथा साथ ही इनक उपयोग स जीिन की गणितता िी वनधाणररत होती ह साधनो

क उपयोग का मखय उददशय ह लकषयो एि आिशयकताओ की पवतण विकास एि इनक उपयोग िारा

सतवि परापत करना पाररिाररक साधनो को कई कारक परिावित करत ह विशष रप स पाररिाररक

जीिन चि दविकोण परबनधन कशलता पाररिाररक आय मवहलाओ की कायण वसथवत एि साधनो

क उवचत परयोग का जञान

37 पाररभाषिक शबदावली साधन िह िौवतक िसतए एि मानिीय गण जो हमारी आिशयकताओ की पवतण करत ह

मानवीय साधन मानि म अनतवनणवहत गण जस जञान रवचया कौशल शवकत योगयताए

अवििवततया

अमानवीय साधन िह िौवतक िसतए एि साधन जो सपशणनीय होत ह जस समय धन िसतए

एि सामदावयक सविधाए

परकरतथापना पनः सथावपत करना बदल म रखना अथिा उपयोग करना

सीकरमत अलप मातरा म उपलबध

38 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

सही अथिा गलत बताइए

1 असतय

2 असतय

3 सतय

4 असतय

5 सतय

अभयास परशन 2

रिि थान िरिए

1 वमतवयवयता

2 विकलपो

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3 योजना

4 साधन

39 सनदभण गरनथ सची 1 Elizabeth E Hoyt Consumption in our society New York Mc Graw Hill

1938

2 Gross amp Crandall Management for Modern Families Values Goals

and Standard 2nd edition Appleton-Century-Crofts publishers

3 MA Varghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management New

age International (P) Ltd Publisher New Delhi pp 40-52

4 मज पाटनी एि लवलता शमाण गह परबनधन अिम ससकरण सटार पवबलकशनस आगरा

82-91

310 ननबनधातमक परशन 1 साधनो क अथण एि िगीकरण क विषय म समझाइए

2 साधनो क उपयोग क उददशयो पर परकाश डावलए

3 वकनही दो विवधयो क विषय म वलवखए वजनस साधनो क उपयोग िारा परापत सनतवि म िवदध

सिि ह

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इकाई 4 समय एवा शकतत सासाधन

41 परसतािना

42 उददशय

43 साधनो का िगीकरण

44 समय एक ससाधन

441 समय अथण एि परकार

442 पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म समय की माग

443 समय वयिसथापन परविया

444 समय वयिसथापन क वनधाणरक ततति

45 शवकत एक ससाधन

451 वयिसथापन

452 पाररिाररक जीिन चि म शवकत की माग

453 थकान

454 शवकत वयिसथापन परविया

46 साराश

47 पाररिावषक शबदािली

48 अभयास परशनो क उततर

49 सनदिण गरथ सची

410 वनबनधातमक परशन

41 परसतावना िविषटय को सनहरा बनान पाररिाररक आकवसमकताओ की पवतण एि दीघणकालीन लकषयो की परावपत

हत ससाधनो का वििकपणण उपयोग वकया जाना अवत आिशयक ह गह वयिसथा एि सामानय

जीिन म हम सिी का परयास होता ह वक हम उपलबध ससाधनो का अवधक स अवधक सदपयोग

कर अपन लकषयो को परापत कर ससाधनो को दवनक बोलचाल म साधन िी कहा जाता ह वकसी िी

पररिारवयवकत क पास तीन सिाणवधक महतिपणण साधन होत ह धन समय एि शवकत इन तीनो

साधनो म धन अवजणत वकया जा सकता ह समय एि शवकत साधन सिी पररिारो म लगिग समान

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होत ह आपन सना एि अनिि वकया होगा वक सफल तथा असफल वयवकत दोनो क पास समय

समान (24 घट) ही होता ह परनत अनतर किल इतना ह वक सफल वयवकत समय को अमलय

ससाधन मानकर उसका सदपयोग करता ह जबवक असफल वयवकत यह कर पान म असमथण रहता ह

सिी पररिारो क पास सदि कि न कि साधन अिशय होत ह वकसी पररिार म धन अवधक होता ह

तो वकसी क पास समय या शवकत (ऊजाण) अवधक होती ह यह वयवकत पर वनिणर करता ह वक िह

अपन उपलबध साधनो को वकस तरह स उपयोग कर वजसस उस अवधकतम सतवि एि लाि वमल

सक

अब तक आप ससाधन शबद स िली-िावत पररवचत हो चक ह वपिली इकाईयो म आपन

ससाधनो क सीवमत होन एि गह वयिसथा म उनकी महतता क विषय म जाना इस इकाई म हम

पाररिाररक ससाधनो की अिधारणा उनक उपयोग एि लकषयो को परापत करन म इनकी िवमका क

विषय म विसतार पिणक चचाण करग

42 उददशय इस इकाई क अधययन क पशचात आप

साधनो क िगीकरण क बार म जानग तथा

परतयक साधन क अथण महति तथा उपयोवगता को समझ सक ग

आइए इकाई की शरआत कर

43 साधनो का वगीकरर साधनससाधन शबद का तातपयण उन माधयमो स ह जो वकसी कायण को सचार रप स सचावलत करन

हत परयकत होत ह पाररिाररक जीिन म कि परमख साधन ह समय धन शवकत जञान एि कौशल

विविनन वििानो शोधकताणओ िारा साधनो का िगीकरण विविनन परकार स वकया गया ह आइए

इस विसतारपिणक जान

करनकरकल एव डासी क अनसाि

साधन वनमन परकार क होत ह

मानिीय साधन (Human Resource) बवि जञान रवच कौशल शवकत एि अवििवततया

मानिीय साधनो क अनतगणत आत ह

अमानिीय साधन (Non Human Resource) इसक अनतगणत सामदावयक सविधाए समय

धन िसतए आवद आत ह

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होम इकॉनोकरमकस सकरमनाि पि आधारित वगीकिण क अनसाि

1961 म इवणडयाना क फर चवलक म होम इकॉनोवमकस सवमनार आयोवजत हआ था वजसक अनसार

साधनो का िगीकरण वनमन ह

सामावजक साधन इसम वयिसथापन क अवतररकत सिी िसतओ और वयवकतयो को सामावजक

साधन माना जाता ह

वयवकतगत साधन इसक अनतगणत वयवकत की रवचया विशवास सिग िाि एि अवििवततया

आती ह

तकनीकी साधन इसक अनतगणत ि सिी िसतए एि उपकरण आत ह जो पराकवतक या

मानिीकत रप म उपलबध हो तथा वजनह परयोग म लाया जा सकता हो

गरॉस एव िणडल न साधनो को मखयत दो वगो म बाटा ह

मानिीय साधन इसक अनतगणत रवचया कौशल जञान योगयताए समय शवकत अवििवततया

आवद सवममवलत ह

अमानिीय साधन धन िौवतक िसतए सामदावयक सिाए ि साधन आवद अमानिीय साधनो

क अनतगणत आत ह सामदावयक सिाओ स तातपयण यातायात असपताल पसतकालय पोसट

ऑवफस सकल कॉलज बक इतयावद ह

अधययन की सविधा क वलए साधनो को विसतत रप म दो िागो म बाटा गया ह

1 मानिीय साधन 2 अमानिीय साधन

आइए पहल मानिीय साधनो की चचाण कर

मानवीय साधन मानि म अनतवनणवहत जनमजात एि अवजणत गण मानिीय साधन कहलात ह

इसक अनतगणत समय शवकत पररिार क सदसयो की योगयताए बवदध रवचया जञान कौशल एि

अवििवततया सवममवलत ह पररिार क सदसयो की योगयताए पररिार क कायो को कशलता पिणक

समपनन करन म सहायक वसदध होती ह

मानिीय साधन िौवतक या अमानिीय साधनो की तलना म अवधक महति रखत ह साधनो की

कमी होन क बािजद यवद मनषटय म योगयता ह तो िी िह अपन चातयण स अनय ससाधनो का परबनध

कर सकता ह योगयता कौशल आवद जस मानिीय ससाधनो क अिाि म कई बार िौवतक ससाधन

परचर मातरा म उपलबध होन पर िी वनवषटिय एि वनषटपरयोजय पड़ रहत ह

मानिीय साधन वनमन ह

योगयता योगयता का अथण वकसी कायण को कशलतम परकार स करन की कषमता रखना ह परतयक

वयवकत म कि न कि योगयता अिशय होती ह अभयास पररशरम कतणवयवनषठा स वयवकत अपनी

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योगयता म िवि कर सकता ह योगयता का गण जनमजात िी हो सकता ह एि पररशरम िारा इस

विकवसत िी वकया जा सकता ह उदाहरणाथण एक गहणी सीवमत साधनो म अपनी योगयता एि

कौशल स अछिा खाना बना सकती ह यवद गहणी वसलाई कड़ाई एि गह कायो म वनपण ह

और पररिार क सदसयो को हर परकार स परसनन रखती ह यह उस पररिार क वलए एक

महतिपणण ससाधन ह

रवच रवच एक महतिपणण मानिीय साधन ह रवच का अथण ह वदए गए कायण को पणण मनोयोग स

करना

जञान जञान सिोततम मानिीय साधन ह जञान िारा ही उपलबध विकलपो म स सिणशरषठ विकलप का

चयन वकया जा सकता ह

शवकत पररिार क सदसयो की शारीररक एि मानवसक ऊजाण िी एक अतयनत महतिपणण

पाररिाररक साधन ह सिी कायो म ऊजाण खचण होती ह कोई िी कायण कब और कस सपनन

होगा यह मनषटय म वनवहत शवकत (ऊजाण) पर वनिणर करता ह

अवििवततया जसा वक हम वपिल इकाई म पढ़ चक ह मलय एि लकषयो क वनयतरण म

अवििवततयो का िी योगदान ह मनषटय की अवििवततया उसको लकषय परापत करन म सहायता

परदान करती ह

कौशल यह िी एक महतिपणण मानिीय साधन ह कौशल जनमजात िी हो सकता ह अथिा

मानि अपन परयतनो स इस अवजणत िी कर सकता ह

अमानवीय साधन अमानिीय साधन िौवतक साधन कहलात ह इनह आखो स दखा एि सपशण

वकया जा सकता ह घर िाहन घर म रखी िसतए समपवतत औजार एि उपकरण आवद िौवतक

ससाधन ह

1 धन धन एक महतिपणण िौवतक साधन ह धन स ही आिशयकता की िसतओ सिाओ

तथा यावतरक शवकत को परापत वकया जा सकता ह

2 िौवतक िसतए आधवनक समय म कवतपय िौवतक िसतओ क अिाि म जीिन अपणण

लगता ह य िसतए हमार सख आराम म िवदध क साथ-साथ कायाणतमक उपयोवगता िी

परदान करती ह जस कमपयटर टीिी िॉवशग मशीन फनीचर एि अनय उपकरण आवद

िौवतक ससाधनो म सवममवलत ह

3 सामदावयक सविधाए इन सविधाओ क वलए वयवकत को परतयकष रप स धन वयय नही करना

पड़ता ह य िसतय वजस समाज समदाय म हम रहत ह उसक अविनन सदसय होन क नात

हम वनःशलक परापत होती ह पाकण पसतकालय महाविदयालय सरकारी असपताल

यातायात डाक सिा बक आवद सिी सविधाओ का अपना महति ह इनक अिाि म

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वयवकत को कई समसयाओ का सामना करना पड़ सकता ह किी-किी इन सविधाओ क

वलए कि धनरावश िी शलक क रप म चकानी पड़ सकती ह

4 समय एि ऊजाण कि वििानो न समय एि ऊजाण को मानिीय साधन माना ह और कि

वििानो न अमानिीय समय एि ऊजाण इन दोनो ही साधनो को मापा जा सकता ह वयवकत

क विकास और लकषय की परावपत हत इन दोनो साधनो का वििकपणण उपयोग अवत

आिशयक ह

आपन ससाधनो क िगीकरण और ससाधनो की परकवत क रप को जाना वचतर 41 की सहायता स

आप ससाधनो क िगीकरण को उवचत परकार स समझ पायग

करचर 41 साधनो का वगीकिण

साधन

वनवकल एि डासी क अनसार गरास एि िणडल क अनसार होम इकोनॉवमकस सवमनार क अनसार

सामावजक

मानिीय अमानिीय मानिीय अमानिीय वयवकतगत रवचया

अवििवततया विशवास

आसथाए धारणाए

िसतए उपकरण

रवचया समय समय धन

जञान धन शवकत िौवतक िसतए

कौशल िसतए रवचया सामदावयक सिाए

शवकत सामदावयक सविधाए योगयताए

योगयताए कौशल

अवििवततया जञान

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आइए अब समय क बार म चचाण करत ह जो एक अतयनत महतिपणण ससाधन ह

44 समय एक सासाधन एक ससाधन क रप म समय एक सिाणवधक महतिपणण साधन ह समय की अिवध सबक वलए

समान होती ह समय का उपयोग परतयक वयवकत अपनी इछिानसार करता ह समय वयिसथापन

सफलता का मल मतर ह समय को धन की सजञा दी गई ह परत खोया हआ धन परापत वकया जा

सकता ह पनः कमाया जा सकता ह लवकन खोया हआ समय वकसी िी वसथवत म परापत नही वकया

जा सकता पाररिाररक लकषयो को परापत करन क वलए गह वयिसथापक ही नही बवलक परतयक वयवकत

को समय वयिसथापन का जञान होना अवनिायण ह समय की महतता सदि स चली आ रही ह आननद

एि सखमय जीिन क वलए यह आिशयक ह वक हम समय क साथ चल और इसका अवधकतम

उपयोग कर समय स कायण करन िाल मनषटय थकान का अनिि नही करत और सिसथ जीिन

वयतीत करत ह समय पर कायण कर लन स वकए जान िाल कायण की गणितता शरषठ होती ह और ऐस

वयवकतयो की अपन कायणकषतर एि समाज म परवतषठा बनी रहती ह

441 समय अथय एव परकाि

समय एक अतयवधक महतिपणण साधन ह इस तथय स हम सिी िली-िावत अिगत ह यवद आपस

समय का अथण पिा जाए तो सिितः आपक मन म घड़ी की सइयो स चलन िाला समय धयान म

आयगा समय का मापन सबस आसान ह परनत इसको समझना अतयवधक कवठन परायः दखा गया

ह वक वयवकत को समय का आिास उसक खो जान पर होता ह समय क सदपयोग स वयवकत पिण

वनधाणररत लकषयो को वबना वकसी बाधा क परापत करता ह यह तथय परतयक वयिसथापक को याद

रखना चावहए समय क विविनन परकार िी हो सकत ह आइए जान

1 गणवतता समय आधवनक पररपरकषय म इस समय की सिाणवधक माग ह आजकल क वयसत

जीिन म जहा सतरी-परष दोनो ही कामकाजी ह समय का दायरा सीवमत होता जा रहा ह अब

एक सीवमत समय क िीतर बहत स काम वनपटान होत ह ऐस म घर पररिार को समय दना

मवशकल होता जा रहा ह गणितता समय का तातपयण उस समय स ह जो आप पणणतया अपन

पररिार को दत ह उदाहरण क वलए सपताहत म बछचो को घमाना वसनमा वपकवनक आवद यह

समय किल मौज मसती का ही नही बवलक िािनातमक जड़ाि एि आपसी परम एि सौहादण का

िी परतीक ह

2 मनोवजञाकरनक समय इस समय को एक अनिि की िावत वलया जाता ह जस यवद आप

वकसी पररणाम की परतीकषा कर रह होत ह तो एक कषण आपको एक घट क समान परतीत होता

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 63

ह परनत अिकाश क कषणो म अपन पररिार क समय वबतान पर समय बहत जलदी गजरता

हआ परतीत होता ह

3 जकरवक समय जविक समय का तातपयण जीिो क िीतर एक वनवशचत समय पर होन िाली

गवतविवध स ह जस परातः होन पर सिय नीद खल जाती ह रावतर होन एि समय आन पर हम

नीद का अनिि होन लगता ह खान का समय होन पर हम िख लगन लगती ह इसी परकार

परतयक वयवकत चाहता ह वक िह समयानसार पररणय सतर म बध एि उस सतान सख की परावपत

हो यह सब जविक समय क कारण होता ह

4 समय सीमा समय सीमा का अथण विनन-विनन परयोजनो क वलए वकया जाता ह जस परीकषा

ििन म परशन पतर हल करन की समय सीमा 3 घट ह परायः आप दखत ह वकसी िगतान को हम

तय समय सीमा क िीतर करना होता ह परनत एक गहणी वयिसथापक क पास सिी दवनक

कायो की समय सीमा 24 घट मातर ही ह यवद गहणी कामकाजी ह तो यह और िी कवठन हो

जाता ह कयोवक इनही 24 घटो क िीतर उस घर बछचो और अपन वयिसाय कायणकषतर क

उततरदावयतिो का वनिाणहन करना होता ह

आप सिी घर म समपनन होन िाली वियाओ स िली-िावत अिगत ह आदशण वसथवतयो म गहणी

को अपन कायणकषतर क अवतररकत परवतवदन वनमन दावयतिो का वनिाणहन 24 घटो की समय सीमा क

िीतर ही करना पड़ता ह

घर की सिछिता एि सजािट

पररिार क वलए िोजन की वयिसथा

पररिार क सदसयो की दखिाल

शवकषक विकास पर धयान दना

पाररिाररक बजट पररिार की आवथणक वसथवत का धयान रखना

वनिश पर धयान दना

सामावजक एि धावमणक काया म परवतिावगता

पररिार क सदसयो को मागणदशणन दना

पाररिाररक सदसयो क सिासथय का धयान रखना

सिय की दखिाल

अब हम कि अभयास परशनो को हल करन का परयास करग

अभयास परशन 1

सही विकलप चवनय

1 एक मानिीय साधन ह

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अ बवदध ब समय

स धन द िौवतक िसतए

2 एक अनिि की िावत वलए जान िाल समय को कहत ह

अ गणितता समय ब मनोिजञावनक समय

स जविक समय द समय सीमा

आइए अब अगल िाग की ओर चल

442 पारिवारिक जीवन चि की करवकरिनन अवथाओ म समय की माग

वपिली इकाईयो म आपन पढ़ा वक पाररिाररक जीिन चि म ससाधनो की माग किी िी एक समान

नही रहती ह विशषकर घरल ससाधनो जस समय और शवकत की माग आप जान चक ह वक समय

पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ स परिावित होन िाला कारक ह विविनन अधययनो

स यह उजागर हआ ह वक समय वयिसथापन की कि समसयाए पाररिाररक जीिन चि की सपणण

अिसथाओ म परायः समान ही रहती ह य समसयाए वनमनित ह

कायणndash मनोरजन क समय म उपयकत सतलन क महति का वनधाणरण

समय तथा गवतविवधयो की योजना बनात समय पररिार क सिी सदसयो का धयान रखना

िसतओ क चयन और योजना क वियानियन हत समय मलय का धयान रखना

घरल वियाओ म समय मलय को कम करन का परयतन करना

यवद सतरी कामकाजी ह तो यह तय करना वक अवधक आिशयक कया ह बढत बछचो क साथ

समय वबताना या कररयर म आग बढ़न (परोननवत) हत उस समय का उपयोग करना यह

कामकाजी सतरी जो वक एक गहणी िी ह क वलए सिाणवधक दविधा का समय होता ह कयोवक

एक ही समय क िीतर उस उपयकत विकलप का चयन करना होता ह यवद िह पररिार चनती ह

तो कायणकषतर म उसकी उननवत का मागण बनद हो जाता ह जो एक परकार स उसकी योगयता तथा

कषमता का हरास ह यवद सतरी उस विशष समय को कररयर हत समवपणत करना चाहती ह तो उस

पररिार क साथ समय न वबता पान का अपराध बोध सदि सालता रहता ह यह एक ऐसी

समसया ह वजनका सथायी हल सिितः बहत कम कामकाजी मवहलाओ क पास होता ह यहा

पर पाररिाररक जीिन चि (वजसका अधययन हम आग इस इकाई म करग) की विविनन

अिसथाओ म गहणी की समय की माग को समझना इसवलए आिशयक ह कयोवक पर वदन म

समय की आपवतण वनवशचत 24 घट ही ह

परथम अिसथा पररिार की आरवमिक अिसथा होती ह आधवनक पररपरकषय म यवद पररिार को

एकाकी और सतरी को कामकाजी मान वलया जाए तो िी समय की खपत अवधक होती ह ि बहत स

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कायण जो सयकत पररिार म वमल बाट कर समपनन वकए जात ह एकाकी पररिार म सिय अकल ही

करन पड़त ह वजसस समय की खपत बढ़ती ह

वितीय अिसथा अथाणत वशश आगमन की अिसथा म समय क उपयोग म अवधकतम उिाल आता

ह विविनन अधययनो स यह तथय सपि होता ह वक घर म बछचो क आन स समय की माग सिाणवधक

परिावित होती ह य अधययन बतात ह वक

एक िषण स िोट बछच की दखिाल म परवतवदन औसतन 5 घणट 41 वमनट का समय लगता ह

सदिण Laura Brossard ldquoA Study of Time Spent in the Care of Babiesrdquo Jr of

Home Ec p 123-1271920

धलाई कायो क अवतररकत अनय कायो म परवतवदन लगिग 28 घणट समय वयतीत होता ह

सदिण Jean Warren ldquoUse of Time in Its Rellation to Home managementrdquo June

1940p 82

दो िषण स िोट बछच सवहत पररिार क सदसयो की दखिाल म परवतवदन 35 घणट खचण होत ह

सदिण Marriane Muse ldquoTime Expenditure on Home making Ativities)rdquo June

1966 p 62

अनय अधययन स जञात हआ ह वक दो िषण स िोट बालक सवहत पररिार क सदसयो की

दखिाल म परवतवदन 2-8 घणट वयय होत ह

सदिण Elizabeth Wiegand ldquo Use of Time by Full Time amp Part Time Home

Makers in Relationtion to Home Mgt

यहा पर यह बताना आिशयक ह वक उपरोकत सिी आकड़ पवशचमी दशो पर हए अधययनो पर

आधाररत ह ससकवत और पालन पोषण क तौर तरीको क कारण िारत जस दशो म बछचो की

दखिाल पर लगन िाल समय म िवि हो सकती ह इस परकार समय की माग सकवचत पररिार की

अिसथा (अथाणत आवथणक वसथरता एि सिावनिवत) आन तक उछच स मधयम रहती ह सकवचत

अिसथा आन पर समय की माग तलनातमक रप स कम हो जाती ह

443 समय वयवथापन परकरिया

यह सिणविवदत ह वक समय एक सीवमत साधन ह समय अमलय ह एक अछि वयिसथापक को

उवचत समय परबनध का जञान होना अवत आिशयक ह समय वयिसथापन स सिी कायण समय पर

समवचत तरीक स हो जात ह और इस उपलबध गणितता समय म पररिार क सिी सदसय एक दसर स

जड़त ह सिाद क माधयम स एक दसर का सख-दख बाटत ह और पाररिाररक लकषयो को वकस

परकार परापत वकया जाए इस पर चचाण करत ह यह सब तिी सिि हो सकगा जब गह वयिसथापक

अपन समय को सवनयोवजत परकार स वििावजत करता ह यही समय वयिसथापन परविया ह समय

वयिसथापन परविया को वनमन परकार स पररिवषत वकया गया ह

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ldquoपररिार म होन िाली विविनन वियाओ तथा उपलबध समय क बीच अनकलतम समायोजन तथा

इसक वलए जो परविया परयोग म लायी जाती ह उस ही समय परबनध परविया कहत हrdquo

समय परबनध परविया क तीन परमख चरण वनमनित ह

समय आयोजन

आयोजन परविया का वनयतरण

मलयाकन

आइए अब परतयक चरण क विषय म विसतार पिणक समझ

1 समय आयोजन

समय आयोजन क अनतगणत सिी गहकायो को सचार रप स करन क वलए समय योजना बनाई

जाती ह वजसका अथण ह वनवशचत समयािवध क िीतर वकसी कायण को पणण करना समय योजना बनात

समय वनमन वबनदओ पर धयान दना आिशयक ह

सिी महतिपणण कायण एि सामानय कायण पराथवमकता क आधार पर वकए जान चावहए पहल

सिी कायो की सची बना ल और अवत महतिपणण महतिपणण एि कम महतिपणण कायो को

पराथवमकता क आधार पर सची म िरीयता द

सची म कायो को पराथवमकता क आधार पर िरीयता दत समय पररिार क सदसयो की

कायणकषमता रवच आिशयकता आदत विशराम एि सिासथय का िी धयान रखा जाना चावहए

समय-परबनधन योजना लचीली एि वयिहाररक होनी चावहए तावक पररवसथवतयो क अनसार उस

कायण म पररितणन कर उस सपावदत वकया जा सक

समय योजना बनात समय पररिार क अनय सदसयो की समय उपलबधता का िी धयान रखा

जाना चावहए पररिार क सदसय यवद उस समय विशष म उपलबध ह तो ऐसी वसथवत म गह

कायो म उनका सहयोग लकर कायण को सरलता एि शीघरता स वकया जा सकता ह

सिी सबवधत कायो को एक समह म रखना चावहए और यथासिि यह परयास वकया जाना

चावहए वक एक समय म दो-तीन कायण एक साथ सपनन वकए जाए अगरजी म इस

Multitasking कहा जाता ह यह एक कौशल ह अभयास एि अनिि िारा इस सीखा और

बहतर वकया जा सकता ह आधवनक समय म मवलटटावसकग सफल समय परबनधन की धरी ह

समय परबनध का अथण यह कदावप नही ह वक वदए गए कायण को शीघरता स वनपटा वदया जाए

ऐसा करन स कायण की गणितता पर परिाि पड़ता ह अतः समय योजना म परतयक कायण क वलए

पयाणपत समय वदया जाना आिशयक ह

वकए जान िाल कायण क सिरप और परकवत को जानना आिशयक ह इसस उस कायण म लगन

िाल समय का आिास होता ह और समय आयोजन म सहायता वमलती ह

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जहा तक सिि हो योजना वलवखत रप म तयार कर लनी चावहए योजना सापतावहक मावसक

विवशि अिसरो हत एि िावषणक कायण सची क रप म उपलबध हो तो कायण करन म सरलता

होती ह

उपरोकत तथयो को धयान म रखकर दखा जाए तो कोई िी कायण बोझ नही लगता ह यथासिि सिी

कायण समय पर परा करन का परयतन कर इसस आपक आतम विशवास म िवदध होगी और आप सतवि

का अनिि करग

कायण योजना वनमाणण क विविनन परकार ह

साधारण कायण योजना यह एक अतयनत सरल और साधारण कायण योजना ह इसम िोट बड़

कायो की सची बना ली जाती ह परायः इस एक कागज पर वलखकर वकसी ऐसी जगह वचपका

वदया जाता ह जहा स यह योजना आसानी स वदख सक और उस अनसार इस वियावनित करन

का परयास वकया जाता ह

विसतत योजना विसतत योजना साधारण कायण योजना की अपकषा सवनयोवजत होती ह एि इसम

अवधक वििरण डाल जात ह इस योजना म समय वनधाणरण नही वकया जाता ह परनत योजना

सबधी सहायक तथयो को एकवतरत कर अवकत वकया जाता ह

समय अनसची यह समय योजना उपरोकत दोनो परकारो स अवधक सपि विसतत एि सवनयोवजत

होती ह इसम समय का िम कायण की िरीयता और अनमावनत समय िी सवममवलत वकया

जाता ह

समय आयोजन क चिण

कायण सची बनाकर समहो म बाटना

अनमावनत समय का वनधाणरण करना

समय िम वनधाणररत करना

वयय समय का उपलबध समय क साथ समनिय सथावपत करना

योजना का लखन

योजना क समनिय पर काम करना

आइए इस पर विसतत रप स जानकारी ल

समय आयोजन

परथम चरण समय योजना क परथम चरण म सिी कायो की सची बनाई जाती ह ि कायण जो

एक साथ वकए जा सकत ह उनह समहीकत वकया जाता ह जवटल कायो को विविनन िागो म

वििावजत करन स उन कायो को करन म आसानी होती ह

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वितीय चरण वितीय चरण म वयय होन िाल समय का अनमान लगाया जाता ह

ततीय चरण ततीय चरण म समय सबधी आिशयकताओ को एकरपता परदान की जाती ह

चतथण चरण चतथण चरण म समय िम का वनधाणरण वकया जाता ह िम क साथ-साथ

अनमावनत समय िी वलख वदया जाता ह जहा तक सिि हो पहल िारी कायो को वनपटाय

ततपशचात हलक कायो को इसस मनोिजञावनक रप स आप मजबत बनग और जवटल कायण पणण

कर लन स आप उतसावहत अनिि करग समय बचत सबधी साधनो एि उपकरणो का अिशय

परयोग वकया जाना चावहए परतयक कायण को समय स पहल वनपटन स पिण यह अिशय दख ल

वक ऐसा करन स कही कायण की गणितता तो परिावित नही हो रही ह यवद हा तो आपको एक

बार पनः नए वसर स योजना बनान की और कायण क परतयक चरण को पणण करन क वलए पयाणपत

समय वदए जान की आिशयकता ह

पचम चरण अवनतम चरण म योजना को वलखा जाता ह एक दवनक समय कायण योजना नीच दी

गई तावलका म परसतत ह इसी परकार पावकषक मावसक एि िावषणक कायण योजना िी बनाई जा

सकती ह

ताकरलका 41 दकरनक कायय योजना

वदनाक

समय करियाए

सबह 500-600 सबह उठना वनतयकमण स वनित होना पजा करना नाशत की

तयारी करना

600 - 700 सबह का नाशता तयार करना

700 - 745 नाशता परोसना

745 - 930 टबल साफ करना बतणन धोना तथा अनय रसोई कायण दोपहर क

खान की तयारी वबसतर ठीक करना घर क सिी कमरो को

वयिवसथत करना

930 - 1000 विशराम

1000 - 1100

सापतावहक कायण (वदन)

सोमिार- धलाई

मगलिार- परस करना

बधिार- सामान लाना (राशन एि अनय)

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गरिार- वसलाई रचनातमक

शििार- सापतावहक सफाई

शवनिार- बाजार

रवििार- चचण मवनदर सबवधयो स वमलना जलना आवद

1100 - 1200 दोपहर का खाना तयार करना

दोपहर 1200 -100 दोपहर का खाना परोसना टबल साफ करना बतणन धोना तथा

अनय रसोई कायण आवद

100 - 200 विशराम करना

200 - 300 बछचो की सकल स िापसी

300 - 500 चाय की तयारी सापतावहक कायण वनपटाना

साय 600 - 800 बछचो का गहकायण पढ़ाई कराना

800 - 1000 रात क खान की तयारी खाना तयार करना परोसना टबल साफ

करना बतणन आवद धोना अगली सबह क नाशत की तयारी करना

रावतर 1000 सोन की तयारी

2 समय आयोजन परकरिया पि करनयरण

समय योजना बना लन या वलवखत रप स सची बना लन मातर स ही परबनधन वकया जाना सिि नही

ह योजना की सफलता कायण योजना क वनयतरण पर वनिणर करती ह समय योजना म अनमावनत

समय को अवकत करन का कारण यही ह वक बाद म कायण योजना पर वनयतरण वकया जा सक यह

पता लग सक वक कायण अनमावनत समय म परा हआ ह या नही वनयतरण यही स आरमि होता ह

वनयतरण क वलए यह आिशयक ह वक समय योजना सपि वयिहाररक तकण सगत और लचीली हो

ऐसी योजनाओ का न किल वियानियन अवपत वनयतरण िी सरल हो जाता ह योजना बनात समय

कायण म आन िाली कवठनाईयोबाधाओ क पिाणनमान एि पिण समाधान पर विचार करन स जवटल

स जवटल कायण िी सरल हो जात ह मानवसक रप स बाधाओ एि कवठनाईयो हत तयार रहना

चावहए तथा अपना वनयतरण नही खोना चावहए यही एक वयिसथापक का सबस बड़ा गण ह

योजना म अिरोध आन पर उनह वनमन परकार स दर वकया जा सकता ह

अवत महतिपणण कायण को पहल समापत करक कायण की गवत बढ़ाना

पररिार क अनय सदसयो वमतरो और सहायको की मदद लना

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कायण क पणण न हो पान की वसथवत म अपन विशराम क खाली समय म उस कायण को पणण करना

अब हम समय परबनध परविया क ततीय चरण क बार म जानग

3 समय आयोजन का मलयाकन

परबनध परविया का अवनतम चरण मलयाकन ह मलयाकन स वकसी योजना की सही िसत वसथवत पता

चलती ह जस कायण योजनानसार सफल हआ या नही वयवकत क लकषयो की पवतण हई या नही यवद

नही तो ि कौन-कौन स कारण ह वजनक कारण योजना असफल रही मलयाकन िारा इन अिरोधो

का विशलषण वकया जाता ह

कायण का वियानियन करत समय वनरीकषण करत रहना आिशयक ह तावक आिशयकता पड़न पर

योजना म आिशयक पररितणन वकए जा सक मलयाकन क दौरान वनमन वबदओ पर धयान दन की

आिशयकता ह

कया योजना वयिहाररक थी

कया बनाई गई योजना स पररिार क परतयक सदसय सति ह

कया कायण योजना न पररिार क सदसयो की नीद विशराम और सिासथय को परिावित वकया यवद

हा तो कस

जो कायण पणण नही हो सक उनक वलए कौन-कौन स कारक उततरदायी ह

समगर रप स योजना म कया सतोषजनक वबनद तथय ह

समगर रप स योजना यवद दोषपणण तथय ह तो उनह कस दर वकया जा सकता ह

मलयाकन क वलए चाटण की िी सहायता ली जा सकती ह इस गनट चाटण (Gantt Chart) िी कहत

ह उदाहरण क वलए एक गनट चाटण वनमनित ह इस चाटण क पहल दो कॉलम म योजना को विसतार

पिणक वलखा जाता ह तीसर कॉलम म मलयाकन वकया जाता ह तथा अवनतम कॉलम म अवनयोवजत

परनत अपवकषत कायण को अवकत कर वलया जाता ह

ताकरलका 42 समय आयोजन क मलयाकन का गट चाटय

ि0

स0

समय कायण योजना का विसतत

वििरण

समय अनसची क पणण वकए

गए कायण

अवनयोवजत

अपवकषत

कायण

पणण आवशक अपणण

1 600-700 सिय उठना बरश

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करनाचाय पीना मॉवनग

िॉक पर जाना

वबसतर

समटना

पोिा

सफाई

आवद

करना

सामान

खरीदन हत

2 700-730 बछचो को जगाना हाथ

मह धलाना बरश कराना

दध वपलाना आवद

3 730-800 नाशता तयार करना

4 800-830 पररिार को नाशता कराना

5 830-900 नाशत क बतणन साफ

करना

6 900-930 बछचो को विदयालय हत

तयार करना

7 930-1000 सकल ऑवफस आवद क

वलए वटवफन तयार

करना

8 1000-1030 सिय तयार होना

9 1030-1100 पिण वनधाणररत कायो को

वनपटाना

10 1100-130 दोपहर क खान की तयारी

तथा खाना तयार करना

यवद गहणी बाहर कायणरत

ह तो कायाणलय म

महतिपणण कायण समपावदत

करना

11 130-200 लच करना

12 200-430 कायाणलय क कायण

समपावदत करना

13 430-500 कायाणलय स घर

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आनाअलपािवध विशराम

बाजार

जाना

फोन पर

बात करना

इटरनट

आवद पर

समय

वबताना

14 500-600 शाम का नाशता तयार

करना चाय आवद

बनाना

15 600-630 बछचो क साथ समय

वयतीत करना

16 630-700 रावतर िोजन की तयारी

करना

17 700-930 िोजन तयार करना

िोजन परोसना रसोई

साफ करना

18 930-1000 अगल वदन क नाशत की

तयारी करना

19 1000 सोन की तयारी

444 समय वयवथापन क करनधायिक तततव

अब तक आपन एक महतिपणण ससाधन क रप म समय का अथण परकार एि उसक परबनधन क

विषय म समझा समय सबधी हमारी योजना तय कायणिमानसार चल यह सदि सिि नही हो पाता

ह हमारी समय वयिसथा वनमन तततिो िारा वनधाणररत होती ह

समय मलय

जसा वक हम जानत ह वक सबक पास एक वदन म किल 24 घट का समय ही होता ह इसी सीवमत

अिवध म सबको अपन कायण वनपटान होत ह परनत रोजमराण क जीिन म हम वकसी कायण क वलए

समय मलय को पहचानना आिशयक ह यह समय मलय विविनन गवतविवधयो क वलए विनन होता ह

परनत इसका परिाि पणणत समय परबनधन परविया पर पड़ता ह उदाहरण क वलए यवद आप अपन

कायणसथल बस स जात ह और बस क सटॉप पर आन का समय वनवशचत ह यवद आप इस समय मलय

को नही पहचानत ह तो आपकी बस िट जाएगी और आप कायण सथल पर दरी स पहचग या यह िी

सिि ह वक आप उस वदन कायणसथल पर जा ही ना पाए वजसस आपकी परी समय योजना परिावित

होगी इसक विपरीत यवद आप समय मलय पहचानत ह तो आप समय पर बस सटॉप जाकर बस

पकड़ पाएग और इस एक कायण को समय पर पणण कर पान स आप सची म अवकत अनय दसर कायो

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को करन क वलए परररत होग कोई िी कायण यवद समय पर पणण हो तो ही उसका समय मलय वमल

पाता ह और यह आपक समय परबनधन को सकारातमक या नकारातमक रप स वनधाणररत करत ह

समय मानक

lsquoसमय मानकrsquo अथिा lsquoमानक समयrsquo का अथण वकसी कायण को कशलतापिणक समपावदत करन म

लगन िाल समय स ह घरल कायो क वलए गहणी को मानक सिय सथावपत करन होत ह जञान

अभयास सिाद और आदान-परदान िारा मानको म वनरनतर सधार वकया जा सकता ह मानको क

बहतर होन का सीधा परिाि आपकी समय परबनधन परविया पर पड़ता ह

समय मानक स अविपराय उस समय स ह जो वक एक विया को परा करन म लगता ह अथाणत एक

कायण को पणण करन म वकतना समय वयय होगा यह वनवशचत करना ही समय मानक ह

समय-िम

एक वदन म वकए जान िाल समसत कायो की समय क पररपरकषय म िम वयिसथा ही समय िम

कहलाती ह यवद वयिसथापक िारा िम वनधाणररत वकया गया ह तो इसस कायण सरलता एि

कशलतापिणक सपनन हो जाता ह इस परकार शारीररक और मानवसक थकान नही होती ह समय

िम का अथण ह दवनक कायो (घरल कायो) को िम स समपावदत करना अथाणत कायो को ऐसा िम

दना तावक सिी कायण वनधाणररत समय पर वबना थक सपनन हो जाए समय िम वनमन वबनदओ पर

वनिणर करता ह

1 घरल वियाओ का आपसी सबध

2 वयवकत की कायो क परवत रवच

समय िम वनधाणररत करत समय धयान रखन योगय बात वनमनवलवखत ह आइए इन पर दवि डाल

क कायण क परारप और परकवत को समझ एक परकार क कायो को समहीकत कर दख वक वकन

दो-तीन कायो को एक िम स करन पर िागदौड़ कम होती ह इस परकार इन कायो को करन म

समय और शवकत दोनो ही कम खचण होगी

ख वियाओ क िम वनधाणरण म रवच ल निीन परयोग कर दसरो क अनिि स सीख सबवधत

सावहतय पढ़

ग घर क वजन कायो को उपकरण की सहायता स वकया जा सकता ह उन उपकरणो पर अपनी

सामथयणनसार वनिश कर जस िॉवशग मशीन माइिोिि िकयम कलीनर इलकरॉवनक मॉप

इतयावद

घ अपनी रवच अनसार िम को बदल द जस पहल िारी कायण वफर हलका कायण या पहल नीरस

कायण वफर रवचकर कायण यह दख वक वकन वसथवतयो म आप उततम परकार स काम कर पा रही ह

उसम अभयसत होन का परयास कर

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कायय िाि

परतयक वदन एक समय ऐसा आता ह जब गहणी पर सिाणवधक कायणिार आ पड़ता ह अवधकतम

कायणिार िाल समय को lsquoवशखर समयrsquo (Peak Time) िी कहत ह इस समय पर एक क बाद एक

िम स अनको कायण वनपटान पड़त ह यह कायणिार पररिार क सदसयो की सखया आय रहन-सहन

सतर वयिसाय एि जीिन शली पर वनिणर करता ह

एक अधयापक क वलए माचण-अपरल माह का समय अतयवधक कायणिार िाला ह इसी परकार एक

कामकाजी सतरी क वलए सबह का समय lsquoवशखर समयrsquo ह

अवधकतम कायणिार स पणणतया बचा तो नही जा सकता परनत कि उपायो िारा इस अपकषाकत कम

वकया जा सकता ह जस सरल काम को थोड़ा-थोड़ा वनपटा कर उपकरणो की सहायता लकर पिण

तयारी कर तथा पररिार क सदसयो क सहयोग िारा आवद

कायय वि

कायण िि एक परकार का यतर ह जो मलतः उदयोगो म उपयोग म लाया जाता ह कायण का िि एक

वनधाणररत समय म कायण क उतपादन म पररितणन को दशाणता ह कायणकताण िारा वकए गए कायण की

इकाई की मातरा वदए हए समय म वगनी जाती ह और इस परावपत की सखया को िि क रप म दशाणया

जाता ह उतपादन कब-कब परिावित होता ह इसका वनरीकषण वकया जाता ह

कई अधययनो स यह जञात होता ह वक सबह क समय कायणकषमता अवधक होती ह कयोवक शरीर म

नई सफवतण और ताजगी िरी रहती ह सबह समसत कायण तीवर गवत स होत ह दोपहर तक कायण करन

की गवत मनद होती जाती ह एक समय ऐसा आता ह जब विशराम की आिशयकता अनिि होन पर

कई वयवकत अलप विशराम करत ह और विशराम उपरानत उनकी कायणकषमता बढ़ जाती ह इसक

विपरीत कई वयवकत सबह स सायकाल तक वबना थक कायण करत ह और वफर शाम क समय थकान

महसस करत ह

करचर 42 एक गहणी का करदन म कायय वि

सिाणवधक

कायण शवकत कम

घटत हए िम म सबह दोपहर शाम रावतर

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कायण िि वकस परकार समय परबनधन म सहायक ह यह जानना आिशयक ह इस िि की सहायता

स वयवकत की शारीररक और मानवसक कषमता तथा कायण समपादन एि समय क मधय सबध का पता

चलता ह इस परकार कायण का उवचत परकार स वििाजन करक गहणी वनवशचत समय म अवधकतम

कायण कर सकती ह

जीवन चि

पररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म िी कायण िि विनन-विनन होता ह इस सबध म

हम वपिली इकाई म पढ़ चक ह आइए इसको िि क माधयम स समझन का परयास कर

करचर 43 पारिवारिक जीवन चि की करवकरिनन अवथाओ म समय चि

1 2 3 4

जीिन चि अिसथाए

1 परारवमिक अिसथा

2 विसतार अिसथा

3 सकवचत अिसथा

4 सिावनिवत अिसथा

विशराम काल वनरनतर कायण करन क बाद शारीररक और मानवसक थकान होना सिािाविक ह

थकान दर करन क बाद पनः नई सफवतण स कायण करन क वलए यह आिशयक ह वक शरीर को थोड़ा

विशराम वदया जाए विशराम काल का हमारी कायणकषमता पर सकारातमक परिाि पडता ह

अब तक आपन समय को एक ससाधन क रप म जाना तथा उसस सबवधत उन सिी विषयो की

समय

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जानकारी परापत की वजनकी सहायता स इस और िी उपयोगी बनाया जा सकता ह अगल िाग म हम

एक और महतिपणण घरल ससाधन शवकत क विषय म जानग

अभयास परशन 2

1 सही या गलत बताइए a समय अनसची एक सधारण कायण योजना ह वजसम सिी िोट-बड़ कायो की सची बना ली

जाती ह

b समय आयोजन का मलयाकन गनट चाटण की मदद स वकया जाता ह

c समय योजना क पाच चरण होत ह

2 समय वयिसथापन की पररिाषा दीवजय

3 समय क परकार बताइए

आइए अब अनय ससाधन शवकत क विषय म जान

45 शकतत एक सासाधन शवकत एक अतयनत महतिपणण ससाधन ह यह विवदत ह वक परतयक कायण चाह िोटा हो अथिा बड़ा

उसम ऊजाण या शवकत की आिशयकता होती ह शवकत को किल अनिि वकया जा सकता ह इसकी

गणना बहद कवठन ह यही कारण ह वक शवकत वयिसथापन समय वयिसथापन की तलना म कवठन

कायण ह यह वयवकत क शारीररक और मानवसक सिासथय पर वनिणर करता ह आइए इस पर चचाण कर

451 वयवथापन

शवकत वयिसथापन का आशय अपनी शारीररक एि मानवसक कषमता क अनसार गह कायण एि अनय

सबवधत कायो को सपावदत करना ह तावक थकान का अनिि कम स कम हो शवकत वयिसथापन म

शवकत उपयोग तथा अिशष शवकत पर बल वदया जाता ह अिशष शवकत का तातपयण उस ऊजाण स ह

जो कायण करन क बाद बच जाती ह और वजसका उपयोग वयिसथापक मनोरजन विशराम या पररिार

क सदसयो क साथ अनय वियाकलापो म करना चाहता ह

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घरल वियाओ क समपादन म कम स कम ऊजाण वयय हो इसक वलए आिशयक ह वक गह

वयिसथापक वनमन बातो पर धयान द

पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ एि शवकत उपयोग आिशयकता का आपस म

सबध

घरल कायण वजनम सिाणवधक शवकत की आिशयकता होती ह

शारीररक एि मानवसक थकान का पथक-पथक अनिि

शवकत वयिसथापन वकस परकार वकया जाए

452 पारिवारिक जीवन चि म शकरि की माग

वपिल िाग म आपन दखा वक वकस परकार समय की माग पाररिाररक जीिन की अिसथाओ क

साथ-साथ बदलती रहती ह पाररिाररक जीिन चि की वजस अिसथा म समय की माग अवधक

रहती ह उसी अिसथा म शवकत की माग िी अवधक रहती ह

आइए पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म शवकत की माग पर सवकषपत रप स चचाण

कर

परथम अवथा (परािकरमिक अवथाBeginning stage)

पररिार दो लोगो क मधय ििावहक सबध स आरमि होता ह इस समय पररिार म किल निदमपवत

ही होत ह अतः इस अिसथा म समय की माग अवधक नही रहती ह यवद दोनो कामकाजी ह तो

शवकत की माग कम अथिा मधयम रहती ह

करदवतीय अवथा (करवताि अवथाExpanding stage)

इस अिसथा म पररिार म वशश आगमन हो जाता ह पररिार म सदसयो की सखया बढ़ जाती ह

वशश लालन-पालन एि दखिाल क वलए सिाणवधक शवकत की आिशयकता होती ह कयोवक वशश

पणणतया अपन माता-वपता विशषकर माता पर वनिणर होता ह इसवलए इस अिसथा म शवकत की माग

सिाणवधक होती ह

ततीय अवथा (सककरचत अवथाContracting stage)

यह अिसथा पाररिाररक जीिन चि म सकचन का परतीक ह इस अिसथा म बछच आतमवनिणर हो

जात ह तथा पररिार की वजममदाररयो को समझन लगत ह बछचो का वििाह हो जाता ह अथिा िह

वयिसावयक रप स सिय को सथावपत कर लत ह

चतथय अवथा (वदधावथाRetirement stage)

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इस अिसथा म माता-वपता क सिी उततरदावयति पणण हो जात ह अब पररिार म पनः िो ही वयवकत

ही रह जात ह वजनस पररिार का आरमि हआ था यवद बछच अपन माता-वपता क साथ िी रहत ह

तो िी माता-वपता की शवकत की माग घरल कायोगह परबनध की दवि स नगणय होती ह इस

अिसथा म गहणी की शारीररक कषमता वदन परवतवदन कषीण होती जाती ह

ताकरलका 43 पारिवारिक जीवन चि म शकरि की माग

अिसथा शवकत की माग

बहत कम मधयम बहत अवधक

परथम अिसथा

वितीय अिसथा

ततीय अिसथा

चतथण अिसथा

453 थकान

शवकत वयिसथापन म थकान का विशष महति ह एक लबी समयािवध तक लगातार कायण करत रहन

स थकान उतपनन होती ह लगातार काम करत रहन पर वयवकत िारा शारीररक एि मानवसक कारणो स

कायण कर पान म असमथणताअसकषमता को सरल िाषा म थकान कह सकत ह थकान का एक मखय

कारण शारीररक दबणलता िी ह परायः दखा जाता ह जो कायण रवचकर होत ह उनह करन म थकान

का अनिि कम होता ह शवकत वयिसथापन क वलए थकान दर करना अवत आिशयक ह थकान

दर होन पर वयवकत पनः तनाि मकत एकागरवचतत और नए उतसाह स कायण करता ह शारीररक थकान

म कायण समपावदत करन पर मनषटय क शारीररक और मानवसक सिासथय पर कपरिाि पड़ता ह

आइए थकान क विषय म कि रोचक तथयो को जान

थकान क कािण

थकान मखयतः दो कारणो स हो सकती ह

बाहय या िौकरतक कािक

अवधक कायणिार कम समय म अवधक काम वनपटाना अनपयकत कायण कषतर अनवचत शारीररक

वसथवत अपणण परकाश उवचत खान-पान न वमलना आवद क कारण थकान हो सकती ह य थकान

उतपनन करन िाल िौवतक कारक ह इन कारको को एक सीमा तक वनयवतरत वकया जा सकता ह

आनतरिक या मानकरसक कािक

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रोग गरसत शरीर मानवसक आघात अलप अथिा उछच रकतचाप मधमह मोटापा हदय रोग काम म

रवच या जञान-कौशल का अिाि तथा वयवकत का नकारातमक दविकोण थकान क मानवसक कारण

ह इन कारको पर वयवकत को सिय वनयतरण रखना होता ह

थकान क लकषण

शारीररक एि मानवसक रप स कायण म रवच न लना

एकागरता म कमी

उबासी नीद जमहाई आना

वयवकत दखन म वशवथल और रसहीन वदखाई पड़ता ह

काम करन म अवधक समय लना

काम म बहत गलवतया होना

थकान क परकाि

थकान दो परकार की होती ह

शारीररक थकान

मनोिजञावनक थकान

शािीरिक थकान

लगातार काम करन क कारण शरीर और अवधक कायण न कर पान की वसथवत म होता ह शरीर म

ऊजाण िोजन स परापत होती ह शरीर म िोजन उपापचय क दौरान काबोहाईडरट स गलकोज म बदल

जाता ह यह गलकोज रकत म वमलकर पवशयो म पहचता ह पवशया गलकोज का सचय कर लती ह

रकत म उपवसथत हीमोगलोवबन नामक ततति ऑकसीजन का सिहन करता ह ऑकसीजन पवशयो म

उपवसथत गलकोज स विया करक पाइरविक अमल तथा बाद म लवकटक अमल बनाता ह यह

लवकटक अमल पनः ऑकसीजन क साथ विया कर काबणन डाई ऑकसाइड तथा जल बनाता ह इस

परकार पवशया वनरनतर गलकोज का ऑकसीकरण करती रहती ह तथा शरीर को ऊषटमा एि ऊजाण

वमलती रहती ह

कायण करन की दशा म पवशया वनरनतर सकवचत और परसाररत होती रहती ह इस परकार पवशयो म

सवचत ऊजाण समापत हो जाती ह और उस सथान पर लवकटक अमल का वनमाणण हो जाता ह वजसका

पनः ऑकसीकरण होना आिशयक ह

विशराम की अिसथा म पवशयो म सगरवहत लवकटक अमल का ऑकसीकरण हो जाता ह वजसक

फलसिरप काबणन डाई आकसाइड जल एि ऊषटमा की उतपवतत होती ह तथा थकान दर हो जाती ह

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विशराम करन स वयवकत की कायणकषमता पिणित हो जाती ह पवशयो की थकान को अरगोमीटर

(Ergometer) नामक यतर स नापा जाता ह

मनोवजञाकरनक थकान

इस परकार की थकान का कारण शारीररक न होकर मानवसक होता ह मनोिजञावनक थकान कई बार

शारीररक थकान स अवधक तीवर होती ह इसक कारण वयवकत की कायणकषमता पर नकारातमक परिाि

पड़ता ह नीरस थकान एि कणठाजनय थकान इसक उदाहरण ह

थकान दि किन क उपाय

उवचत विशराम लकर थकान को दर वकया जा सकता ह

कायण म वकसी पररक सरोत की उपवसथवत स थकान का अनिि कम होता ह

कायण म पररितणन करत रहन स कायण नीरस नही लगता वजसस थकान कम लगती ह

उवचत खानपान एि शारीररक मिा स थकान को दर वकया जा सकता ह

आधवनक उपकरणो तथा तकनीक की सहायता

454 शकरि वयवथापन परकरिया

समय वयिसथापन की िावत ही शवकत क उपयोग की योजना िी बनाई जाती ह समय क मापन क

वलए घट वमनट सकणड या वदन महीन साल आवद इकाईयो का परयोग होता ह जबवक शवकत

वयिसथापन म शवकत को मापन हत विविनन वियाओ म वयय शवकत मलय को मापा जाता ह वजसका

मातरक कलोरीवकलो कलोरीजल ह (1 जल=418 वकलो कलोरी) गहणी क कायण करन की

कषमता कशलता योगयता तथा इछिाशवकत आकलन को आधार माना जाता ह

शकरि वयवथापन हत धयान दन योगय बात

परातः काल का समय सिी कायो क वलए परतयक दवि स उततम माना गया ह अतः परयास वकया

जाना चावहए वक परातः काल म अवधकावधक कायण सपनन हो सक

कायण योजना म विशराम को विशष रप स समय दना चावहए

अपनी रवच या परकवत क अनसार दखना चावहए वक कायण करन क वकस तरीक को अपनान पर

आपको सबस कम थकान लगती ह यह अभयास अनिि तथा परयोग करत रहन स पता चल

पायगा

विशराम क साथ-साथ मनोरजन पर िी धयान दना आिशयक ह

पाररिाररक लकषयो स पररिार क सिी सदसयो को अिगत कराना चावहए तावक गहणी को

उनका योगदान िी परापत हो सक

कायय योजना क करियानवयन का करनयरण

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शवकत वयिसथापन हत बनायी गई कायण योजना का उवचत वियानियन वकया जाना आिशयक ह और

वनयतरण करन पर यह पता चलता ह वक कायण वकस सीमा तक योजना क अनसार चल रहा ह कायण

क उवचत वििाजन तथा समय पर वयिवसथत तरीक स काम करन पर कम स कम शारीररक एि

मानवसक शवकत वयय होती ह

शकरि वयवथापन का मलयाकन

समय वयिसथापन की िावत शवकत वयिसथापन का मलयाकन वकया जाना िी अवनिायण ह अब तक

आप मलयाकन एि मलयाकन विवध स िली-िावत पररवचत हो चक ह मलयाकन िारा जञात होता ह

वक शवकत वयिसथापन म कहा-कहा तथा वकन सतरो पर कमी रही ह और उन कवमयो क कया कारण

रह ह उन कारणो को जञात करना आिशयक ह तावक िविषटय म इसकी पनरािवतत न हो

शवकत वयिसथापन म आतम मलयाकन कर गहणी सिय स पि सकती ह जस

कया मन लकषय परावपत हत उवचत शवकत ससाधनो का परयोग वकया ह

कौन-कौन स कायण मझ अरवचकर परतीत होत ह कया इन कायो क परवत मन अपना दविकोण

बदला ह

म थकान को वकस परकार दर कर सकती ह

कया म कायण को और सरल बनान क उपाय खोज सकती ह

कया म आराम एि विशराम करन क तरीको को िली परकार जानती ह कया म इन तरीको का

उपयोग थकान वमटान क वलए कर सकती ह

इकाई क अत म आइए कि बोध परशनो को हल कर

अभयास परशन 3

1 पाररिाररक जीिन चि की वकस अिसथा म शवकत की सिाणवधक माग रहती ह

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2 थकान क परकार बताइए helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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3 थकान होन क मानवसक कारणो को सचीबदध कीवजय helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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4 थकान को वकन तरीको स दर वकया जा सकता ह

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46 सारााश इस अधययाय म आपन गह परबनध म महतिपणण िवमका वनिान िाल ससाधनोसाधनो क विषय म

पढ़ा आपन समझा वक परतयक वयवकत एि पररिार क पास कि न कि ससाधन अिशय होत ह य

ससाधन पाररिाररक लकषयो की परावपत म सहायता करत ह चवक समसत ससाधन सीवमत होत ह अतः

उनका बविमतता पणण उपयोग करना आिशयक ह मानिीय ससाधनो म समय और शवकत दो ऐस

ससाधन ह जो वनवशचत मातरा म ही उपलबध होत ह कई वयवकत समय का सही उपयोग कर जीिन म

सफल हए ह आपन पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म सामजसय बठान क वलए

समय और शवकत वयिसथापन क महति एि परविया का अधययन वकया इन दोनो ससाधनो क

वयिसथापन एि अवधकतम उपयोग को कौन-स ततति वनधाणररत करत ह इसक विषय म िी आपन

इस इकाई म जाना

47 पाररभाषिक शबदावली मानवीय साधन मानि म अनतवनणवहत जनमजात एि अवजणत गण

अमानवीय साधन िह िौवतक साधन वजनह आखो स दखा एि सपशण वकया जा सकता ह

जकरवक समय जीिो क िीतर एक वनवशचत समय पर होन िाली गवतविवध

मानक समय वकसी कायण को कशलतापिणक समपावदत करन म लगन िाला समय

शकरि वयवथापन अपनी शारीररक एि मानवसक कषमता क अनसार गह कायण एि अनय

सबवधत कायो को सपावदत करना तावक थकान का अनिि कम स कम हो

48 अभयास परशनो क उततर

अभयास परशन 1

सही विकलप चवनय

1 बवदध 2 मनोिजञावनक समय

अभयास परशन 2

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1 सही या गलत बताइए a गलत

b सही c सही

2 पररिार म होन िाली विविनन वियाओ म तथा उपलबध समय क बीच अनकलतम समायोजन

को समय वयिसथापन कहा जाता ह

3 गणितता समय मनोिजञावनक समय जविक समय समय-सीमा

अभयास परशन 3

1 वितीय एि ततीय अिसथा म

2 शारीररक थकान एि मनोिजञावनक थकान 3 रोग गरसत शरीर मानवसक आघात अलप अथिा उछच रकतचाप मधमह मोटापा हदय रोग

काम म रवच या जञान-कौशल का अिाि तथा वयवकत का नकारातमक दविकोण

4 थकान दर करन क उपाय

उवचत विशराम लकर थकान को दर वकया जा सकता ह

कायण म वकसी पररक सरोत की उपवसथवत स थकान का अनिि कम होता ह

कायण म पररितणन करत रहन स कायण नीरस नही लगता वजसस थकान कम लगती ह

उवचत खानपान एि शारीररक मिा स थकान को दर वकया जा सकता ह

आधवनक उपकरणो तथा तकनीक की सहायता

49 सनदभण गरनथ सची 1 डॉ0 िनदा वसह घरल बजट एि ससाधन वयिसथा 2005 पचशील परकाशन जयपर

2 डॉ0 मज पाटनी गह परबनध सटार पवबलकशनस आगरा

3 P Nickel and JM Dorsey Management in family living Willey Eastern

Limited New Delhi

410 ननबनधातमक परशन 1 पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म समय और शवकत की माग की सवचतर

वयाखया कीवजय

2 समय अनसची स आपका कया तातपयण ह

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3 परयोगातमक परशन एक कामकाजी सतरी हत वजसक दो विदयालय जान िाल बालक ह और जो

एकल पररिार म रहती ह दवनक एि सापतावहक कायण योजना बनाइय तथा उन सहायक

उपकरणो तथा वबनदओ क विषय म वलवखय वजसकी सहायता स िह अपन घरल कायो म

लगन िाल समय एि शवकत की बचत कर सक

इकाई 5 ननरणय परकरिया

51 परसतािना

52 उददशय

53 वनणणय परविया का अविपराय

531 वनणणय परविया की पररिाषाए

532 वनणणय परविया का महति एि िवमका

54 वनणणय परविया को परिावित करन िाल कारक

55 वनणणय परविया क चरण

56 वनणणयो क परकार

57 वनणणय शवलया

58 वनणणय तथा वििाद

59 साराश

510 पाररिावषक शबदािली

511 अभयास परशनो क उततर

512 सनदिण गरनथ सची

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513 वनबधातमक परशन

51 परसतावना इस इकाई म आप वनणणय परविया क अविपराय पररिाषा एि महति स पररवचत होग इस पाठ को

पढ़न क उपरानत आप वनणणय परविया को परिावित करन िाल विविनन कारको एि वनणणय परविया क

चरणो क विषय म विसतारपिणक समझ पाएग वनणणय चनाि की वसथवत ह तथा गह

परबनधकवनणणयकताण को समय-समय पर अनक परकार क वनणणय लन पड़त ह इस इकाई म आप

वनणणय लन की चार परमख शवलयो क विषय म िी पररवचत होग

52 उददशय परसतत इकाई का उददशय आपको वनणणय परविया का अथण महति एि पररिाषा स पररवचत करना ह

इस इकाई क अधययन क उपरानत आप

वनणणय परविया को परिावित करन िाल कारको क विषय म जान पाएग

वनणणय परविया क चरणो क िम स पररवचत होग

विविनन परकार क वनणणयो क विषय म जान पाएग तथा

वनणणय शवलयो क परकार तथा वनणणय एि वििाद स पररवचत होग

आइए सिणपरथम यह जान वक वनणणय परविया का कया अविपराय ह

53 ननरणय परकरिया का अभभपराय वनणणय परविया गह परबनधन का आिशयक अग ह अपन दवनक जीिन म विविनन लकषयो एि उददशयो

की पवतण तथा कायो क समपादन हत मनषटय को कई वनणणय लन पड़त ह परबनधन क कषतर म वनणणय

परविया का महति बहत अवधक ह िासति म परबनधन स वनणणय परविया को पथक नही वकया जा

सकता ह गह परबनधन की गणितता गह परबनधक िारा वलए गए वनणणयो पर वनिणर करती ह जब

किी वयवकत क समकष चनाि की वसथवत उतपनन होती ह तो वकसी एक विकलप क सदिण म वनणणय

लना आिशयक हो जाता ह वनणणय लना एक मानवसक परविया ह वजसम वयवकत वकसी समसया क

समाधान हत विविनन उपलबध विकलपो म स सिाणवधक उततम विकलप का चनाि करता ह वकसी

िी उददशय अथिा लकषय की परावपत हत वयवकत को कई वनणणय लन पड़त ह कि समसयाओ क वनणणय

िोट होत ह तथा इनह वयवकत लघ समय अनतरालो पर लत रहत ह परनत कि वनणणय बड़ होत ह

वनणणय लन स पिण समसया क वनदान हत उपलबध विविनन विकलपो क सदिण म जानकारी एकवतरत

करनी पड़ती ह इसक उपरानत परबनधक विविनन विकलपो क लाि एि हावन पकष पर विचार करता ह

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तथा अत म सबस उततम परतीत होन िाल विकलप का चनाि कर लता ह वनणणयो क पररणामो का

उततरदावयति िी परबनधन पर ही होता ह एक वनणणय ल लन स पररिार दविधा की वसथवत स वनकल

जाता ह तथा वलए गए वनणणय की वदशा म कायण करना आरमि कर दता ह किी- किी पिण म उततम

समझ गए वनणणय को जब वियावनित वकया जाता ह तो उसक पररणाम सतोषजनक परापत नही होत ह

ऐसी वसथवत म नए विकलपो पर विचार एि निीन समाधान का चनाि एि वियानियन आिशयक

होता ह

गरॉस एि िणडल क अनसार- ldquoपरबनधन परविया क विविनन चरण यथाथण म वनणणयो की एक शरखला

मातर ह वजसम परतयक वनणणय अनततः वलए गए वनणणय पर आधाररत होता ह वलए गए वनणणय क

पणण पररणामो को परापत करन म समय लगता हrdquo

आइए अब इस परविया क महति एि इसकी िवमका क विषय म जान

531 करनणयय परकरिया की परििाषाए

वनणणय परविया क सदिण म कि महतिपणण पररिाषाए वनमनवलवखत ह

गरॉस एि िणडल क अनसार- ldquoवनणणय लना अथिा विकलप चनाि कायण क विविनन विकलपो म स

वकसी एक विकलप को चनना या वकसी िी विकलप को न चनन की परविया हrdquo

वनवकल एि डासी क अनसार- ldquoसमसया को पररिावषत करना खोजना तलना करना एि एक कायण

विवध का चनाि करना वनणणय परविया क तथयो स समबवनधत हrdquo

राबणट टवननबम क अनसार- ldquoमानि वयिहार अचतन अथिा चतन परवियाओ का पररणाम ह जब

परवियाए चतन होती ह तब वनणणय लन की परविया समपनन होती हrdquo

िबसटर शबदकोष क अनसार- ldquoएक वनणणय विचार करन क उपरानत वकया गया वनशचय अथिा परापत

पररणाम हrdquo

532 करनणयय परकरिया का महतव एव िकरमका

परबनधन परविया को सचार रप स चलान क वलए वनणणय परविया अवनिायण ह वनणणय लन को

परबनधन परविया क हदय क रप म माना गया ह गह परबनधक िारा वलए गए वनणणय पाररिाररक

जीिन की वदशा वनधाणररत करत ह साथ ही पररिाररक जीिन की गणितता को िी परिावित करत ह

वनणणयो क आधार पर पररिार ितणमान समसया का समाधान परापत करत ह पररिार िारा वलए गए

वनणणय उसक िविषटय को परिावित करत ह अवधकाशतः वनणणयकताण यह परयास एि अपकषा करता ह

वक उसक िारा वलए गए वनणणय पररिार क वहत म हो एि उनस उततम पररणाम परापत हो

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परबनधन म वनणणय परविया वक यह िवमका ह वक इस चरण म समसया क समाधान हत आिशयक

जञान एि सचना का परयोग िासतविक समसया को हल करन क वलए वकया जाता ह वनणणयकताण म

वसथवत को समझन की योगयता समसया क समाधान हत आिशयक वयिहाररक जञान एि विविनन

पररवसथवतयो म उवचत सामजसय सथावपत करन की योगयता होनी चावहए जीिन क बड़ लकषयो स

समबवनधत वनणणय जस सथाई आिास एि वयिसाय वििाह आवद स समबवनधत वनणणयो क पररणाम

दरगामी होत ह एक बार यवद इन विषयो क सदिण म वनणणय ल वलए जात ह तो उनह आसानी स

बदला नही जा सकता ह यदयवप कि वनणणय जो जीिन क बड़ लकषयो स सममबवनधत नही होत ह

उनम आसानी स पररितणन सिि ह वसथवत क अनरप एि उवचत वनणणयो क माधयम स वयवकत शीघर

इवछित लकषयो एि पररणामो को परापत कर सकता ह िही गलत वनणणय क कारण वयवकत अथिा

पररिार को समसयाओ का सामना करना पड़ सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक हमार िारा

वलए गए वनणणय हमार जीिन क सतर एि लकषयो को परिावित करत ह

आइए अब वनणणय परविया को परिावित करन िाल कारको क बार म चचाण कर

54 ननरणय परकरिया को परभाषवत करन वाल कारक

वयवकत अपन जीिन म कई परकार क वनणणय लत ह कि वनणणय वयवकतगत होत ह तथा कि वनणणय

पाररिाररक होत ह वयवकत को समय-समय पर आवथणक एि वयिसाय समबनधी वनणणय िी लन पड़त

ह कई बार वसथवत अनसार वनणणय सपि एि सरल होत ह वयवकत अपनी आदतो क कारण िी इन

वनणणयो को शीघर ल लत ह यदयवप कि वनणणय जवटल होत ह एि इनह पणण करन क वलए कई चरणो

की आिशयकता होती ह वयवकत क वनणणयो को कई कारक परिावित करत ह

कि महतिपणण कारक जो वनणणय परविया को परिावित करत ह वनमनवलवखत ह

पवय अनिव

पिण म अथिा ितकाल म हमार िारा वलए गए वनणणय िविषटय म वलए जान िाल वनणणयो को परिावित

करत ह परायः यह दखा गया ह वक अमक वसथवत म यवद वकसी वनणणय परविया क उपरानत

सकारातमक तथा अछि पररणाम परापत हए हो तो वयवकत परबनधक उसी वसथवत विशष म पनः िही

वनणणय परविया को दोहराता ह यह िी सतय ह वक वयवकत अपनी गलवतयो स सीखत ह ि परायः उन

वनणणयो को नही दोहरात वजन क कारण उनह ितकाल म हावन हई थी परनत यह आिशयक नही की

पिण अनििो पर आधाररत वनणणय ही सिोतम वनणणय हो

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पवय धािणाय अथवा पवायगरह

हम जो परतयकष रप स दखत ह उस हम शीघर सिीकार कर लत ह हमार पिण जञान अिलोकन एि

अनििो क कारण हमारी पिणधारणाय वनवमणत हो जाती ह यह पिण धारणाय हमार वनणणयो को

परिावित करती ह जो वनणणय पिण धारणाओ स परिावित होकर वलए जात ह ि अवधकतर तरवटपणण

अथिा अपरिािशाली वसदध होत ह पिण धारणाओ क कारण वयवकत की सजञानातमक परविया तथा

सोच परिावित होती ह पिाणगरहो स परिावित होकर हम किल उनही तथयो को सिीकार करत ह जो

हमारी मानयताओ अवििवततयो एि मलयो पर आधाररत होत ह वजन वनणणयो म वयवकत को अवधक

जोवखम नजर आता ह परायः वयवकत उनह नही लत एि अपनी पिण धारणाओ तथा अिलोकनो क

आधार पर इस परकार क वनणणय को सही वसदध करन का परयास करत ह ऐस वयवकत सिय िारा पिण म

अवजणत जञान पर अतयवधक विशवास करत ह नए अिलोकनो एि सचनाओ को वजनक बार म ि

आशवसत न हो ि शीघर ही असिीकार कर दत ह ि वसथवत को उसक समपणण पररपकषय म नही दख

पात ह अतः उनक िारा वलए गए वनणणय दोषपणण होत ह ऐस वनणणयो क पररणाम अवधक लािकारी

नही होत ह

करनणययकताय की आय

शोध िारा यह वसदध हो चका ह वक वयवकत की आय उसक िारा वलए गए वनणणयो को महतिपणण रप

स परिावित करती ह विविनन आय िगो िारा वलए जान िाल वनणणयो क परकार म िी अनतर दखा

गया ह उदाहरण क वलए परौढ़ वयवकत अपनी वनणणय लन की कषमता पर अवधक विशवास करत ह ि

सिय िारा वलए गए वनणणयो को ही उवचत मानत ह उनका सिय क वनणणयो पर अवत आतमविशवास

कई बार उनह समसया क वनराकरण हत निीन तकनीको को उपयोग म लान स रोकता ह

करनणययकताय की बौकरदधक कषमताए

मानि की बवदध उसक विचारो सोच सजनातमकता एि वलए गए वनणणयो का सतरोत ह परतयक मनषटय

की बौवदधक कषमता दसर वयवकत स विनन होती ह सामानय मानि बवदध की अपनी सीमाए होती ह

समसया क समाधान हत उपलबध सिी विकलपो का तलनातमक अधययन करना मानि मवसतषटक क

वलए कवठन कायण ह मनोिजञावनक रप स िी वनणणय लन की वसथवत म वयवकत दविधा का अनिि

करता ह

परायः यह दखा गया ह वक उछच बौवदधक कषमताओ िाल वयवकत अवधक रवढ़िादी वनणणय लत ह

यदयपी ऐस वयवकत िी होत ह जो अपनी मानवसक कषमताओ क आधार पर वलए जान िाल वनणणय म

अतवनणवहत जोवखम की गणना करत ह यवद उनह परतीत होता ह वक वकसी योजना म सफलता एि

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लाि की अछिी समिािना ह तो िह उस योजना क पकष म वनणणय ल लत ह वनमन बौवदधक कषमता

िाल वयवकत स निीन उततम एि योजनाबदध वनणणयो की अपकषा कम होती ह

मलय

परतयक वयवकत िारा वलए गए वनणणय उसक वयवकतगत अथिा पाररिाररक मलयो स परिावित होत ह

मलय वनणणय परविया को परिावित करन िाला एक महतिपणण कारक ह गरॉस एि िणडल क अनसार

ldquoमलय वनणणय हत अविपररक की िावत कायण करत हrdquo वयवकत क जीिन मलय परतयक चरण म उसक

िारा वलए गए वनणणयो को परिावित करत ह उदाहरण क वलए महनती वयवकत अपन कायो एि

वनणणयो म सिय क शरम पर अवधक वनिणर रहता ह एक समवपणत माता अपन बछचो का पालन-पोषण

उततम परकार स करती ह िही एक उदयमी वयवकत नौकरी करन की अपकषा सिय का उदयम सथावपत

करन अथिा कारोबार करन म अवधक रवच लता ह

समया क सदिय म जञान एव करवकरदत सचनाए

एक उततम वनणणय तिी वलया जा सकता ह जब समसया अथिा वसथवत विशष क सदिण म समवचत

जञान एि सचनाए उपलबध हो वसथवतसमसया क विविनन आयामो का जञान एि उपलबध विकलपो

क सदिण म महतिपणण सचनाओ की जानकारी उततम वनणणय लन म सहायक वसदध होती ह जञान एि

सचनाओ क अिाि म वलए गए वनणणयो क पररणाम अपकषाओ स नयन अथिा विपरीत हो सकत ह

पाररिाररक जीिन म बछचो क िविषटय को दविगत रखत हए वशकषा कषतर क चनाि म अवििािक

समबवनधत कषतर क विषय म जञान एि सचनाए एकवतरत करत ह तावक उनक िारा वलए गए वनणणयो क

पररणाम बछच क िविषटय हत उपयोगी हो

बाजार म आज शरम एि शवकत की बचत करन िाल विविनन बराड कीमतो एि गणितता िाल

उपकरण उपलबध ह कशल गह परबनधक उनक िय स समबवनधत वनणणय लन स पिण बाजार म

उपलबध विकलपो उपकरणो की विशषताओ तथा गणितता समबनधी जञान परापत करत ह इन

सचनाओ एि जञान क अिाि म पररिार क बजट एि आिशयकता क अनरप उपकरण िय

समबनधी वनणणय उततम नही हो सकता ह

समय का परिाव

समय का परिाि परतयक काल म वलए गए वनणणय पर दविगत होता ह परौढ़ वयवकतयो क वनणणय उनक

ितकाल की वसथवतयो एि वनणणयो स सपि रप स परिावित होत ह वयवकत िविषटय क सदिण म वनणणय

लत समय ितणमान की वसथवतयो को अनदखा नही कर सकता ह यवद आज पररिार की आवथणक

वसथवत अछिी नही ह तो वयवकत पररिार क िविषटय क वलए बड़ ििन महगी वशकषा अथिा उछच

जीिन सतर की वदशा म कायण नही कर सकता ह

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साथ ही यह िी सतय ह वक िविषटय िी ितणमान वनणणयो को परिावित करता ह जस यवद गह परबनधक

को यह आशा ह वक उस क बछच वयिसाय नौकरी वशकषा आवद की दवि स पवतक सथान िोड़कर

अनय शहरो म बसन की इछिा रखत ह तो िह अपन घर क ककषो की सखया म और विसतार नही

करगा िविषटय का परिाि ितणमान वनणणयो पर इस परकार िी दखा जा सकता ह वक वयवकत िविषटय म

इवछित िसतओ एि लकषयो को परापत करन क वलए बचत करत ह ितकाल म यवद वकसी चयवनत

कायण विवध क कारण गह परबनधक को हावन हई हो तो िविषटय म पनः उस कायणविवध का चनाि नही

वकया जाएगा ितणमान वसथवतया वलए गए वनणणयो को सिाणवधक परिावित करती ह जस मनषटय

ितणमान आिशयकताओ जस िसतरो का चनाि फशन क अनरप ही करता ह

वनणणय लन म समय की महतिपणण िवमका ह सही समय पर यवद सही वनणणय वलया जाए तो उस

वनणणय स अवधकतम सतोष एि लाि परापत होता ह कि समसयाओ को शीघरता स हल करन की

आिशयकता होती ह तथा कि क विषय म वनणणय करना एक दीघणकालीन परविया ह समय रहत

यवद वकसी समसया पर वनणणय न वलया जाए तो कई नयी समसयाए उतपनन हो सकती ह अथिा

वसथवतयो म पररितणन वकया जा सकता ह वनणणय समय एि आिशयकता क अनरप पररिवतणत हो

जात ह जो विकलप ितकाल म बहत परिािी वसदध हए यह सिि ह वक ि ितणमान पररवसथवतयो क

अनकल न हो

पारिवारिक साधन

वनणणय परविया को उपलबध पाररिाररक साधन परिावित करत ह परतयक पररिार म साधनो की मातरा

विनन होती ह कि पररिारो म अवधक कशागर एि वशवकषत वयवकत होत ह तथा कि पररिारो म

अवधक हि-पि एि सिसथ वयवकत होत ह जो पररिार साधन समदध होत ह उनह वनणणय लन म

आसानी होती ह साधनहीन पररिारो को वनणणय लन म अवधक कवठनाईया आती ह तथा वलए गए

वनणणयो क जोवखम िी अवधक होत ह वनमन आय िाल पररिारो का अवधकाश बजट खादय पदाथो

पर ही वयय होता ह मधयम आय िगण क पररिार मकान महगी उछच वशकषा जस लकषयो पर होन

िाल वयय को बहत कवठनाईयो स िहन कर पात ह जबवक उछच आय िगण िाल वयवकतयो क वलए

इवछित लकषय को परापत करना आसान होता ह

वयवकत अथिा पररिार क पास वकतन साधन उपलबध ह यह तथय वनणणय को परिावित करता ह जस

यवद गह परबनधक को समय का अिाि ह तो िह आराम मनोरजन आवद म समय कम वयतीत

करगा धन क अिाि म पररिार कई कायो को सिय क शरम िारा पणण करत ह वजसस धन की बचत

हो सक साधनो की सीवमतता क कारण परबनधक का यह उददशय सदि रहता ह वक कम साधनो क

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उपयोग िारा अवधकतम सतोष परापत हो सक सपि रप स साधनो की उपलबधता चयवनत

विकलपवनणणय को परिावित करती ह

पारिवारिक करवशषताए

पाररिाररक विशषताए जस पररिार का आकार पाररिाररक जीिन चि की अिसथा पररिार का

सामावजक-आवथणक सतर धमण एि ससकवत गरामीण अथिा शहरी पररिश जसी पाररिाररक

विशषताए वनणणयो को परिावित करती ह पररिार का आकार यवद बड़ा ह तो उस पररिार क साधनो

क वयय समबनधी वनणणय िोट पररिारो की अपकषा विनन होग पाररिाररक जीिन चि क परथम चरण

िाल पररिारो की जीिन शली तथा वनणणय विसतत एि वकशोरािसथा िाल बछचो क पररिार स

पथक होग परवतवषठत एि आवथणक रप स समपनन पररिारो की जीिन शली वयिसाय पररिार क

सदसयो की रवचया साधन एि इनक विषय म वलए जान िाल वनणणय वनमन सामावजक आवथणक सतर

िाल पररिारो स विनन होत ह गरामीण एि शहरी पररिश म वनिास करन िाल पररिारो की वसथवतयो

अनतर होन क कारण उनक िारा वलए जान िाल वनणणयो म िी पयाणपत विननता होती ह ससकवतयो म

विननता होन क कारण िी पररवसथवत विशष म वनणणयकताणओ क वनणणयो म अनतर होता ह

परिवारिक लकषय

कोई िी वनणणय पररिार िारा इवछित लकषयो एि उददशयो पर वनिणर करता ह जस यवद पररिार म

बछचो की उततम वशकषा को महतिपणण लकषय माना गया ह तो पररिारजन अनय कायो की अपकषा

बछचो की वशकषा पर अवधक धयान दग एि इस वदशा म समय एि अनय साधनो को वयय करग

पारिवारिक ति

वकसी िी कायण की गणितता हत सतर वनधाणररत होत ह इसी परकार पररिार िी सिय क वलए सतर

वनधाणररत करता ह यवद चयवनत विकलप क कारण पररिार क सतर परिावित होत ह अथिा वनधाणररत

सतर स पररणाम वनमन गणितता क परापत होत ह तो यह वसथवत पररिार क वलए असतोषजनक होगी

वनधाणररत सतर स वनमन पररणाम दन िाल विकलप पररिार आसानी स सिीकार नही करत अतः यह

सपि ह वक सतर विकलप चयन को परिावित करत ह

जोकरखम

परतयक वनणणय क साथ कि जोवखम समबदध होता ह परायः वयवकत अवधक जोवखम िर वनणणय नही

लत ह वनणणय लन स पिण समबदध जोवखम क विषय म विचार या वनणणय क हावन पकष पर विचार

करना आिशयक ह

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सिल एव कम परयतनपणय करवकलप

यवद चयवनत विकलप सरल पदधवत िाला ह एि उस पणण करन क वलए कम परयतन आिशयक ह तो

वनणणयकताण िारा उस विकलप क चनाि की समिािना अवधक होती ह

अगल खणड की ओर बढ़न स पिण आइए कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

1 सतय अथिा असतय बताइए

a वनणणय लना एक मानवसक परविया ह

b पिण अनििो पर आधाररत वनणणय सिोततम होत ह

c आय वलए गए वनणणय को परिावित नही करती ह

d मलय वनणणय हत अविपररक की िावत ह

2 ररकत सथानो की पवतण कीवजय

a क विविनन चरण वनणणयो की शरखला मातर ह

b यवद क सनदिण म समवचत जञान हो तो उततम वनणणय वलया जा सकता ह

अब हम वनणणय परविया क चरणो क विषय म जानग

55 ननरणय परकरिया क चरर वकसी िी पररिार की दवनक आिशयकताओ अथिा विवशि उददशय की पवतण हत गह परबनधक को

समय-समय पर वनणणय लन पड़त ह जब किी पररिार क सममख कोई समसया उतपनन होती ह

अथिा चनाि की वसथवत होती ह तब एक विकलप या मागण क सदिण म वनणणय लना पड़ता ह

पररवसथवतयो म पररितणन होन पर िी वनणणय लन की आिशयकता उतपनन होती ह वनणणय लना एक

मानवसक विया ह वजसक अनतगणत वयवकत समसया क वनदान हत उपलबध विविनन विकलपो क

विषय म जानकारी परापत करता ह उपलबध विकलपो की तलना करता ह एि अततः सिाणवधक उततम

विकलप का चनाि करता ह गरॉस एि िणडल क अनसार वनणणय परविया क वनमनवलवखत चरण ह

1 समसया को पाररिावषत करना 2 िकवलपक हलो की खोज करना 3 विकलपो क सदिण म विचार करना

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4 एक विकलप का चयन करना 5 एक वनणणय क उततरदावयति को सिीकार करना

आइए हम परतयक चरण क बार म विसतत चचाण कर

1 समया को परििाकरषत किना

कोई िी वनणणय लन स पिण िासतविक समसया क सिरप को िली परकार समझ लना आिशयक ह

इस तथय को उसी परकार समझा जा सकता ह जस कोई मकवनक गाड़ी ठीक करन स पिण यह जाच

ल वक गाड़ी क वकस कल-पज या िाग म समसया ह जब िह गाड़ी म आई खराबी क विषय म

वनरीकषण कर जान जाता ह वक समसया कया एि कहा ह तो गाड़ी शीघर ठीक करना सिि हो जाता ह

इसी परकार कोई वचवकतसक रोग का इलाज करन स पिण विविनन परकार क शारीररक परीकषणो क

माधयम स रोग क लकषणो क सदिण म िली परकार जाच करता ह जाच एि वनरीकषण क पररणाम क

आधार पर ही वचवकतसक आग वकए जान िाल इलाज की वदशा वनधाणररत करता ह

गह परबनधक क वलए िी समसया का पिण विशलषण महतिपणण ह जस यवद घर क सदसय बार-बार

बीमार पड़त हो तो िासतविक समसया घर क गद पानी क कारण हो सकती ह न वक उवचत दख-

रख क अिाि म अथिा यवद बार-बार घर का बजट वबगड़ जाता ह तो यह आिशयक ह वक गह

परबनधक यह पता कर वक वकन िसतओ पर वयय अवधक अथिा वयथण हो रहा ह तथा कहा पर वयय

वनयतरण की आिशयकता ह

समसया को उसक समपणण पररपरकषय म समझना आिशयक ह ितणमान पररवसथवतयो स समसया को

पथक नही वकया जा सकता ह साथ ही समसया को समझन क वलए उपलबध साधनो की मातरा

गणितता सीवमतता आवद क विषय म जानकारी होना आिशयक ह समसया का किल मोट तौर पर

वनरीकषण कर उततम वनणणय सिि नही ह यह िी सिि ह वक समसया को िासतविक रप म समझ

वबना वलए गए वनणणय िारा समसया हल ही न हो

अतः यह अतयनत आिशयक ह वक समसया को उसक समपणण पररपरकषय म सपि रप स समझा जाए

तथा समसया क वनदान हत अनरप सचनाविकलप को अनय कम महतिपणण सचनाओ स पथक

वकया जाए वनणणय परविया क अवगरम चरण इस परथम चरण पर वनिणर करत ह

2 वककरलपक हलो की खोज किना

समसया को सपि रप स समझन क उपरानत यह आिशयक ह वक समसया क वनदान हत उपलबध

विविनन विकलपो की खोज की जाए वकसी समसया अथिा चनाि क विषय म यवद सिी विकलपो

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की जानकारी होगी तो उन विकलपो क लाि-हावन की तलना करक उततम वनणणय करना सिि ह

विकलपो क अिाि म वलए गए वनणणयो क पररणाम उततम नही होत ह विविनन विकलपो की खोज

क वलए सचना क विविनन माधयमो विजञापनो बाजार सिकषणो आवद का परयोग वकया जा सकता

ह समसया क समाधान हत उपलबध विकलपो की जानकारी अनििी वयवकतयो स िाताणलाप करक

िी परापत की जा सकती ह विकलपो क खोज की कषमता वयवकत विशष की जागरकता बवदध योगयता

शरम एि साधन पणणता पर वनिणर करती ह सामानय एि दवनक पररवसथवतयो म वलए जान िाल वनणणयो

क वलए विकलपो की खोज बहत महतिपणण नही ह परनत नई अथिा विशष समसयाओ का

वनराकरण करन हत विविनन विकलपो की खोज आिशयक ह जस फड-परोससर खरीदत समय परायः

गहणी बाजार म उपलबध विविनन कमपवनयो क उतपादो क सदिण म जानकारी परापत करती ह उनकी

विशषताओ गणितता गारनटी कीमत आवद क विषय म जानकारी एकवतरत करती ह साथ ही िह

इस विषय पर अनय गहवणयो स सझाि लती ह ऐसा करत समय िह विकलपो की खोज करती ह

विकलपो की खोज क सदिण म यह आिशयक ह वक सिय की पररवसथवतयो एि उपलबध साधनो क

विषय म सदि धयान रह कई बार विकलपो क सनदिण म अतयवधक जानकारी भवमत कर दती ह

ऐसी वसथवत स बचाि हत अपनी समसया एि उसक उपयकत उपायो पर अवधक धयान दना चावहए

3 करवकलपो क सदिय म करवचाि किना

वकसी िी समसया क वनदान हत उपलबध विकलपो की खोज करन क उपरानत उनक सदिण म

वििकपणण रप स विचार करना आिशयक ह इस चरण म गह परबनधक विविनन विकलपो की तलना

करता ह परतयक विकलप क लाि-हावन पकष की वििचना करता ह िह कालपवनक तौर पर परतयक

विकलप क सिि पररणामो क विषय म विचार करता ह जॉन डयटी न इस चरण को ldquoनाटकीय

पिाणिासrdquo कहा ह विकलपो क सदिण म विचार करना एक मानवसक परविया ह इस चरण म

वनणणयकताण विकलपो क लघ अिवध एि दरगामी पररणामो पर िी विचार करता ह

विकलपो की तलना करन क वलए वनवशचत मापदणड होन चावहए यह मापदणड परायः हमार लकषयो

मलयो साधनो एि पररवसथवतयो िारा वनधाररत वकए जात ह उदाहरण क वलए यवद पररिार म कोई

बीमार हो तथा यह समसया उतपनन हो हई हो वक रोगी की दख-रख हत पररिार का कौन सा सदसय

उसक साथ रावतर म असपताल म रकगा ऐसी वसथवत म पररिार क वकसी िदध वयवकत का रात म

असपताल म रकना सिि नही ह कयोवक उस सिय सिासथय समबनधी समसया हो सकती ह बछचो

को सरकषा की दवि स िहा नही िोड़ा जा सकता अतः पररिार क वयसक परष का रोगी की दख-

रख हत रावतर म असपताल म रकना उततम वनणणय होगा

समय एि पररवसथवतयो म पररितणन होन क साथ ही विकलप िी पररिवतणत हो जात ह या अनय

विकलप सामन आ जात ह कई बार वयवकत अपनी सीमाओ क कारण वकसी विकलप क सिी

दरगामी पररणामो को दख नही पाता ह विकलपो की तलना एि उनस जड़ पररणामो की वििचना

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एि आकलन एक कवठन तथा अवधक समय लन िाली परविया ह परनत यवद एक बार वयवकत

उपलबध विकलपो पर विचार कर ल तो इस परविया स वनणणय लन म आसानी होती ह साथ ही

वनणणय स जड़ जोवखम कम वकए जा सकत ह अथिा पिण म ही जञात वकए जा सकत ह

4 एक करवकलप का चयन किना

सिी विकलपो पर विचार करन क उपरानत वनणणयकताण सबस उततम विकलप का चनाि करता ह एक

विकलप का अवनतम चनाि ही वनणणय कहलाता ह चयवनत विकलप क सिावित पररणामो का पिण म

आकलन िी महतिपणण ह चयवनत विकलप क पररणाम परिािपणण हो एि लकषय परवपत सिि हो

इसक वलए यह आिशयक ह वक वनणणय िली परकार सोच विचार कर वलया जाए िविषटय की

अवनवशचतता क कारण वििकशील वनणणय का महति और अवधक बढ़ जाता ह

5 अपन करनणयय क उततिदाकरयतव को वीकािना

वनणणय परविया का यह एक अतयनत महतिपणण चरण ह परतयक वनणणयकताण क वलए यह आिशयक ह

वक वकसी िी दशा म िह सिय क िारा वलए गए वनणणयो क पररणामो क उततरदावयति को सिीकार

कर वलए गए वनणणयो िारा सफलता अथिा असफलता दोनो ही परापत हो सकती ह सिय क वनणणय

क उततरदावयति को सिीकार करन स परबनधक म पररपकिता विकवसत होती ह जो िविषटय म उपयोगी

वसदध होती ह समय क साथ वनणणयकताण इस कायण म और परखरता विकवसत करता ह तथा उसम

शीघर परिािपणण वनणणय करन का गण विकवसत होता ह

अब तक आप वनणणय परविया क विविनन चरणो स पररवचत हो चक ह इस इकाई क अगरवलवखत

खणड 56 म हम विविनन परकार क वनणणयो क विषय म पढ़ग

56 ननरणयो क परकार

परबनधन एक मानवसक परविया ह वजसक परतयक चरण म वनणणय लन की आिशयकता होती ह

परबनधन परविया म समय-समय पर निीन पररवसथवतया एि समसयाए उतपनन होती ह जो परबनधक को

समय अनकल वनणणय लन क वलए बाधय करती ह पररिार को िी समय-समय पर वनणणय लन की

आिशयकता होती ह वनणणय विविनन परकार क होत ह इस खणड म हम वनणणयो क परकारो क विषय

म जानग

वयकरिगत करनणयय

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वयवकतगत वनणणय वयवकत विशष पर वनिणर करत ह इस परकार क वनणणय किल एक ही वयवकत िारा

वलए जात ह वनणणय क पररणामो का उततरदावयति िी एक ही वयवकत का होता ह वयवकत कोई िी

विकलप चनन क वलए सिततर होता ह यह आिशयक नही की इस परकार का वनणणय लन म वयवकत

अनय वयवकतयो क सझाि अथिा मत को धयान म रख उदाहरण हत वयसक वयवकत को अपना

वयिसाय चनन की पणण सिततरता होती ह ि अपनी योगयता क आधार पर अपन वयिसाय का

चनाि कर सकत ह ितणमान समय म यिा अपनी रवच क अनरप उछच वशकषा हत अधययन कषतर का

चनाि करत ह गहणी िी पररिार म बछचो की आिशयकता एि दख-रख को धयान म रखत हए कई

िोट-िोट वयवकतगत वनणणय लती ह जब कोई लघ उदयोग एक ही उदयमी िारा चलाया जाता ह तो

उदयोग समबनधी महतिपणण वनणणय लन क वलए िह उदयमी सिततर होता ह वयवकतगत वनणणय परायः

अछि वसि होत ह कयोवक वयवकत विकलपो क चनाि हत सिततर होता ह साथ ही िह नए विकलपो

का िी चनाि कर सकता ह वयवकतगत वनणणय शीघर वलए जा सकत ह कयोवक य किल एक ही

वयवकत पर वनिणर करत ह परायः वयवकतगत वनणणय वनजी समसयाओ क सनदिण म अवधक वलए जात ह

जस शहर म नौकरी हत अकल रह रह वयवकत िारा वनिास सथान क चनाि क सनदिण म अथिा

वयवकत िारा दवनक कायो एि खान-पान स समबवनधत वनणणय आवद

सामकरहक करनणयय

जब वकसी समह क विविनन सदसय वमल कर कोई वनणणय लत ह तो उस सामवहक वनणणय कहत ह

समह क विविनन सदसय साथ वमलकर विचार विमशण करन क उपरानत यह वनणणय लत ह इस परकार

क वनणणय वयवकतगत वनणणय की अपकषा अवधक जवटल होत ह तथा इनह लन म समय िी अवधक

लगता ह सामवहक वनणणय लन म अनििी वयवकतयो क सझािो क िारा वयथण क विकलपो को पहल

ही हटाया जा सकता ह विविनन वयवकतयो क सझाि एक उततम वनणणय लन म सहायता करत ह

यदयवप यह िी सतय ह वक इस परकार का वनणणय लन म सगठन क विविनन सदसयो क विचारो म

विरोध िी हो सकता ह समह क परमख सदसय अपन मत को अवधक महति दत ह जो विरोध का

कारण बन सकता ह सामवहक वनणणय परायः वकसी ससथा अथिा सगठन क परमख सदसयो िारा वलए

जात ह पररिार म िी कई विषयो पर पररिार क बड़ सदसय वमलकर वनणणय लत ह जो सामवहक

वनणणय का उदाहरण ह

करनयकरमत रप स करलए जान वाल करनणयय (नकरतयक करनणयय)

दवनक रप स उतपनन होन िाली समसयाओ हत वयवकत वनयवमत वनणणय लत रहत ह वनयवमत वनणणय

लन क वलए वयवकत को वकसी विशष कायण परणाली अथिा योजना पर कायण करन की आिशयकता

नही होती ह इस परकार क वनणणय दवनक कायो क समाधान हत पनः वलए जात ह वयवकत को एक

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वनयवमत कायण परणाली क अनतगणत इस परकार क वनणणय लन की आदत होती ह तथा इनक वलए

विशष बौविक कौशल अथिा परामशण की आिशयकता नही होती ह पररिार क सदसय रोज कई

परकार क वनणणय लत ह जस दवनक उपिोग की िसतए कौन िय करगा आज ऑवफस कया पहन

कर जाएग दफतर जान क वलए वकस माधयम का परयोग करग पररिार का कौन वयवकत सकल स

बछचो को घर लायगा आवद इन सिी विषयो पर वनणणय लन का वयवकत अभयसत हो जाता ह तथा

यह उसकी दवनक वदनचयाण का अग होत ह

आधाि ित अथवा कनरीय करनणयय

आधारित वनणणय महतिपणण गमिीर विषयो क सदिण म वलए जात ह इस परकार क वनणणय जवटल

समसयाओ पर आधाररत होत ह एि इनक विषय म वनणणय करन क वलए काफी सोच विचार की

आिशयकता होती ह एक बार अवनतम वनणणय हो जान पर बार-बार उसम पररितणन सिि नही होता

ह आधारित वनणणय को पणण करन क वलए अनय िोट-िोट वनणणय सहायक होत ह यह िी कहा जा

सकता ह वक आधारित वनणणय कनिीय वनणणय क समान होत ह तथा अनय िोट सहायक वनणणय

इसकी सफलता की वदशा म वकए गए परयास ह जस यवद पररिार का मवखया कोई नया वयिसाय

सथावपत करता ह तो पररिार म तदपरानत अनय वनणणय उदयम की सफलता की वदशा म वलए जात ह

उदाहरण क वलए पररिार अपनी वदनचयाण म पररितणन करता ह जस गहणी िारा सबह जलदी उठकर

वनतय कायो एि नाशत की तयारी कायण सथल तक पहचन क वलए उवचत यातायात क माधयमो का

परयोग करना पररिार क अनय सदसयो का उदयम को सफल बनान म योगदान आवद आधारित

वनणणय क अनय उदाहरण ह पररिार िारा सथाई आिास िय करना वििाह का वनणणय यिाओ िारा

वशकषा कषतर एि वयिसाय का चनाि आवद

तकनीकी करनणयय

वकसी िी समसया क समाधान हत कायण परणाली कया होगी इस विषय म तकनीकी वनणणय वलए जात

ह यह वनणणय विवशि होत ह एि लकषय परावपत हत अपनायी जान िाली कायण-विवध क सदिण म

जानकारी दत ह यह वनणणय इस परशन का उततर दत ह वक कायण कस वकया जाए इस परकार क वनणणय

िारा परायः एक समय पर एक उददशय की पवतण सिि ह वकसी फकरी म कोई िसत क वनमाणण की कया

परविया होगी अथिा वकसी कटीर उदयोग म िोटी िसतओ जस काच क बतणन पसण वखलौन आवद

बनान म कौन-सी तकनीक एि कायण विवध का परयोग वकया जाएगा इस बात का वनशचय करना

तकनीकी वनणणय क अनतगणत आता ह तकनीकी वनणणय लत समय वनणणयकताण क समकष यह चनौती

होती ह वक िह साधनो की सीवमतता को धयान म रखत हए उनका उवचत सयोजन कर वजसस उततम

पररणाम सिि हो

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आकरथयक करनणयय

आवथणक वनणणय साधनो क उपयोग क सदिण म वलए जात ह साधनो का आिटन तथा एक साधन

का अनय साधनो िारा परवतसथापन समबनधी वनणणय आवथणक वनणणय क अनतगणत आत ह पररिार क

विविनन लकषयो एि आिशयकताओ क मधय साधनो की सीवमतता सदि बनी रहती ह विविनन

आिशयकताओ की पवतण हत साधनो को वकस मातरा म एि कस आिवटत वकया जाए यह वनशचय

करना आवथणक वनणणय क अनतगणत आता ह आवथणक वनणणय दो महतिपणण तथयो म वििावजत होता

ह कई लकषयो की पवतण तथा सीवमत मातरा म उपलबध साधन आवथणक वनणणयो म यह वनवशचत वकया

जाता ह वक लकषय को परापत करन क वलए कौन-स साधनो की आिशयकता होगी तथा इनका उपयोग

वकस मातरा अथिा अनपात म होगा धन की आिशयकता की पवतण हत उवचत आिटन आवथणक

वनणणयो का उदाहरण ह पररिार म आिशयकताए सदि बनी रहती ह परनत साधन सीवमत होत ह

वनणणयकताण अथिा पररिार महति क आधार पर अपनी पराथवमकताए वनधाणररत करत ह तथा साधनो

का आिटन करत ह आवथणक वनणणय किल धन क आिटन क सदिण म नही वलए जात अवपत यह

वनणणय अनय साधन जस समय शवकत कौशल आवद क उवचत आिटन एि परयोग समबनधी होत ह

साथ ही यह िी सतय ह वक एक साधन का अनय साधनो िारा परवतसथापन सिि ह इस विषय म

वलए गए वनणणय िी आवथणक वनणणयो क अनतगणत आत ह

सामाकरजक करनणयय

मनषटय वजस समाज म रहता ह िह उसक वनणणयो को अपरतयकष रप स परिावित करता ह सामावजक

वनणणय वयवकत क मलय लकषय एि सतर को धयान म रखकर वलए जात ह वयवकत क वशकषा कषतर का

चनाि वििाह पररिार म बछचो की सखया तलाक आवद समबवनधत वनणणय सामावजक वनणणयो क

अनतगणत आत ह यह वनणणय लत समय वयवकत अपन पररिार वमतर ररशतदारो आवद क साथ विचार

विमशण करता ह सामावजक वनणणय म इनक विचार एि सझाि वनणणयकताण क वलए महतिपणण होत ह

सामावजक एि आवथणक वनणणयो म पयाणपत अनतर होता ह एक सामावजक वनणणय क कि सामावजक

पररणाम होत ह सामावजक वनणणयो क कारण वयवकत समाज म उछच अथिा वनमन सथान परापत करता

ह सामावजक सिीकवत या असिीकवत िी सामावजक वनणणयो पर वनिणर करती ह आवथणक वनणणयो क

सामावजक पररणाम नही होत ह जस वयवकत क िारा िय की गई दवनक उपिोग की िसतओ स

उसक वमतरगण एि ररशतदार विशष परिावित नही होग और न ही इसक कोई सामावजक पररणाम

होग वयवकत िारा वलए गए सामावजक वनणणय उसक ररशतदारो तथा वमतरो को िी परिावित करत ह

जस वयवकत की महतिाकाकषा मनोिवतत एि उसक िारा अपनायी गई परथाए वकसी समदाय विशष क

परवत दविकोण एि िद-िाि आवद वनणणयो क सामावजक पररणाम होत ह साथ ही यह वनणणय वयवकत

की एक सामावजक पहचान िी बनात ह

काननी करनणयय

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यह वनणणय वनयमानसार वलए जात ह परतयक राषटर िारा उसक नागररको क वलए कि वनयम बनाए

गए ह समाज म कई कायण एि गवतविवधया परवतबवनधत अथिा गरकाननी होती ह समाज म रहत

हए वयवकत का वनयमानसार कायण करना अपवकषत ह वनयमानसार कायण न करन पर वयवकत को दणड

िोगना पड़ता ह सरकारी अथिा गर-सरकारी ससथान म कायण करन क िी अपन वनयम होत ह

वजनका पालन न करन पर वयवकत को नौकरी स वनकाला जा सकता ह पररिार समबनधी कई कायो

क िी काननी पकष होत ह जस सिीकत मापदणडो क अनसार ििन वनमाणण पररिार म िसीयत

समबनधी वनणणय आवद सरकार िारा पररिारो क वहतो को धयान म रखत हए वििाह दहज उतपीड़न

आवद क सदिण म िी कई वनयम एि कानन बनाए गए ह साथ ही समाज िारा यह अपकषा की जाती

ह वक पररिार इन वनयमो का पालन कर

िाजनकरतक करनणयय

राजनवतक वनणणय ससथा क परिािशाली सदसयो िारा वलए जात ह नतति की कषमता रखन िाल यह

वयवकत एक साथ वमलजलकर यह वनणणय लत ह राजनवतक वनणणयो म वनणणय लन की परविया का

तथय अवधक महतिपणण होता ह विविनन पषठिवम क वयवकतयो क समह सगवठत होकर इस परकार क

वनणणय लत ह

काययिमानसाि करलए गए करनणयय

कायणिमानसार वनणणय पररवचत अथिा जञात पररवसथवतयो म वलए जात ह इस परकार क वनणणयो िारा

वनणणयकताण क विचार समसया एि उनक हल क सदिण म सपि होत ह इस पररवसथवत म परबनधक

कया वनणणय लगा इसकी घोषणा पिण म ही की जा सकती ह वसथवत विशष क वलए वकस परकार

वनणणय वलए जाए इस सदिण म पिण म ही वनयम ि परविया सपि होत ह यह ि वनणणय होत ह जो

सगठन िारा बार-बार दोहराय जात ह वनणणयकताण एक सवनयोवजत सथावपत कायण विवध क अनरप

ही समसया समाधान क वलए वनणणय लता ह पररिार म िी परतयक िषण होन िाल पिण अथिा बछचो

क नामकरण ससकार वििाह आवद क विषय म रीवत ररिाज पिण म ही वनधाणररत होत ह परतयक

पररिार अपन धमण क अनरप इनका पालन करता ह

अकाययिमानसाि करनणयय

अकायणिमानसार वनणणय नई पररवसथवतयो म वलए जात ह किी-किी वनणणयकताण को निीन

पररवसथवतयो क सदिण म कि िी जञात नही होता ह समसया का पणण सिरप सपि नही होता ह वलए

गए वनणणय क पररणामो क विषय म िी वनणणयकताण को पिण म अवधक जानकारी नही होती ह

समसया क सदिण म वनणणय लन क वलए परबनधन को काफी सोच विचार करना पड़ता ह तथा एक नई

योजना बनानी पड़ती ह अकायणिमानसार वनणणय निीन वसथवतयो म वलए जान िाल महतिपणण

वनणणय होत ह कई बार पररवसथवतया जवटल होती ह तथा वनणणयकताण को उवचत समाधान क वलए

काफी खोजबीन एि विचार विमशण की आिशयकता होती ह पररिार म इस परकार क वनणणय लन की

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वसथवत तब आती ह जब पररिार कोई नया उदयम शर करता ह अथिा एक पररवचत शहर को

िोड़कर नए सथान पर बसन का वनणणय लता ह

अब तक आप वनणणयो क िगीकरण एि विविनन परकार क वनणणयो स पररवचत हो चक ह अब हम

मखय वनणणय शवलयो क विषय म जानग

57 ननरणय शभलयाा परतयक परबनधक की अपनी एक विवशि वनणणय शली होती ह िासति म वनणणय शली परबनधक की

अवििवतत पर वनिणर करती ह कि परबनधक अथिा वनणणयकताण अनय वयवकतयो क सझािो को सनन

एि उन पर विचार करन को तयार होत ह इसक विपरीत कि वयवकत दसर क मतो एि सझािो को

अवधक महति नही दत ह कई वयवकत अवधक सोच विचार एि सचना क अिाि म िी वनणणय ल

लत ह वनणणयकताण की परिवतया एि अवििवतत वनणणय शली को परिावित करती ह मखय वनणणय

शवलया वनमनवलवखत ह

वनणणय शवलया

वनदशातमक विशलषणातमक तथयातमक वयिहाररक

आइए इनक बार म विसतारपिणक चचाण कर

करनदशातमक शली

वनदशातमक शली म एक वनणणयकताण िारा ही वनणणय वलया जाता ह वनणणयकताण विविनन वनणणय

किल सिय क जञान एि अनिि क आधार पर लता ह यह मान वलया जाता ह वक ससथा अथिा

पररिार म वनणणयकताण इतना सकषम ह वक िह सिी वनणणय सफलतापिणक ल सकता ह इस शली क

अनतगणत वनणणयकताण अनय वयवकतयो क सझािो अथिा मत क आधार पर कायण नही करता ऐस

वयवकत परायः सीवमत सचना एि सीवमत विकलपो क आधार पर वनणणय ल लत ह वनदशातमक

वनणणयकताण परायः शीघर परिािशाली वनणणय लन म सकषम होत ह वनणणय लन म िह अपनी तकण शवकत

पर अवधक वनिणर रहत ह

करवशलषणातमक शली

विशलषणातमक वनणणयकताण अनय वयवकतयो क सझाि आमवतरत करत ह एि उनस परापत सझािो पर

विचार करत ह इस परकार क वनणणयकताण वनणणय लन स पिण समसया क सदिण म अवधक स अवधक

सचना परापत करत ह तथा साथ ही कई विकलपो क विषय म तावकण क विचार करत ह यह वनणणयकताण

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सािधानी पिणक वनणणय लत ह तथा िासतविक सचना क आधार पर कायण करत ह परायः निीन

पररवसथवतयो अथिा समसयाओ का समाधान इस परकार क वनणणयकताण उततम विवध स करत ह

तथयातमक करनणयय

तथयातमक शली का परयोग करन िाल वनणणयकताण समहसगठन क सिी वयवकतयो को समसया स

अिगत करा दत ह ि सगठन क सिी वयवकतयो क सझािो पर धयान दत ह तथा उन पर विचार करत

ह तथयातमक वनणणयकताण वनणणय क दरगामी पररणामो क पररपरकषय म विचार करत ह ि सझािो को

महति दत ह तथा जवटल समसयाओ क वलए रचनातमक वनणणय लन म सकषम वसदध होत ह परायः

तथयातमक वनणणयो िारा दीघणकाल म सगठन को लाि परापत होता ह

वयवहारिक करनणयय

वयिहाररक वनणणय लन स पिण सगठनपररिार का नता वसथवत को अनय सदसयो अथिा सहयोवगयो

क समकष सपि कर दता ह कई बार वसथवत पररिारसगठन म दो पकषो क सदिण म होती ह सगठन क

नता एि सहयोगी साथ वमलकर विचार विमशण क उपरानत समसया को हल करन का परयतन करत ह

ि िाताणलाप क उपरानत ऐस समाधान अथिा वनणणय का चनाि करत ह जो सिी पकषो को मानय हो

इस परकार क वनणणयकताण वििादपणण वनणणय स बचना चाहत ह इस वनणणय शली क अतगणत

समबवनधत सिी पकषो को मानय वनणणय ही अवनतम वनणणय माना जाता ह

अब तक आप मखय चार परकार की वनणणय शवलयो स पररवचत हो चक ह वनणणय एक चनाि की

वसथवत ह पररिार म कई बार वलए गए वनणणय स मतिद की वसथवत उतपनन हो जाती ह ऐस म यह

आिशयक ह वक उवचत समय म वििाद का वनदान वकया जाए इस इकाई क अवनतम खणड म हम

वनणणय तथा वििाद वसथवत क वनदान क विषय म पढ़ग

58 ननरणय तथा षववाद पररिार अथिा सगठन म कई बार वकसी वनणणय क सदिण म वििादमतिद उतपनन हो सकत ह

वििाद को जनम दन म कई कारक उततरदायी हो सकत ह यह आिशयक ह वक समय रहत

वििादमतिद क मखय कारणो की पहचान की जाए तथा वििाद को दर वकया जाए गह परबनधक

क वलए यह आशवयक ह वक िह वििादमतिद क वनदान म उपयोगी वसदध होन िाली विवधयो स

पररवचत हो

पररिार म मतिद की वसथवत परायः वनमनवलवखत कारणो स उतपनन होती ह

वयवकत की परवतषठा अथिा िवमका पर ठस क कारण

मलयो अथिा अवििवततयो म मतिद क कारण

सिय की वनणणय परविया क कारण

पिण अनसलझ वििादो क कारण

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 102

सचार की कमी अथिा भामक सचार क कारण

वयवकतयो की महतिाकाकषाआिशयकता न पणण होन की दशा म

ldquoमरी पारकर फॉलटrdquo न अपन लख (Constructive Conflict 1925) म मतिदवििाद क सदिण

म अपन विचार परसतत वकए उनका मत ह वक ldquoवििाद को वकसी नवतक पिाणगरह अथिा अछि या

बर िारा पररिावषत करक न दखा जाए वििाद को एक यदध क रप म न दखकर किल विचारो तथा

रवचयो क मतिद क रप म दखा जाना चावहएrdquo उनक अनसार वििाद एक वसथवत ह वजसका तयाग

हम नही कर सकत ह हम इसकी वननदा करन की अपकषा इसका उपयोग करना चावहए वििाद

अथिा मतिद को सकारातमक बदलाि क अिसर क रप म दखा जाना चावहए इनक अनसार

मतिद क परवत परवतविया करन की तीन परमख विवधया ह

1 परिति

2 समझौता

3 एकीकरणयगमन

1 परितव

परिति का अथण ह एक पकष की दसर पकष पर विजय यह वििाद का सरलतम हल ह परनत दीघणकाल

क वलए यह एक अनपयोगी विवध ह पररिार म िी बड़ो क परिाि क कारण कई वििाद कि समय

क वलए टल जात ह जस समपवतत स जड़ वििाद परनत िविषटय म पनः ऐस वििादो क परारमि हो

जान की परबल सिािना होती ह

2 समझौता

समझौता दो पकषो क मधय होता ह इसम परतयक पकष को कि तयाग करना पड़ता ह दोनो पकषो िारा

तयाग वकए जान क कारण उनम असतोष की िािना बनी रहती ह समझौत स िी समसया क पनः

उठन की सिािना रहती ह

3 एकीकिणयगमन

मरी पारकर फॉलट एकीकरण क मत की पकषधर ह उनका मत ह वक इसक िारा मतिद को सफलता

पिणक सलझाया जा सकता ह एकीकरण म दोनो पकषो की इछिाओ एि रवचयो का समायोजन

वकया जाता ह वकसी िी पकष को तयाग नही करना पड़ता ह उदाहरण क वलए यवद दो बहन एक ही

ककष म रह रही ह और दोनो ही ककष की सफाई नही करना चाहती ह (जो वक वििाद का कारण ह)

तो अनय वकसी वयवकत िारा ककष की सफाई करान स वििाद टल सकता ह

अभयास परशन 2

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 103

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

a वनणणय परविया का परथम चरण ह

b समसया क वनदान हत विकलपो की खोज क वलए का परयोग वकया जा सकता ह

c वनणणय लन स पिण समबदध क विषय म विचार

आिशयक ह

d परकार क वनणणय म अनििी वयवकतयो क सझाि

वनणणय लन म महतिपणण होत ह

e परकार क वनणणय कायण परणाली क सनदिण म वलए

जात ह

f अवधकाशतः साधनो क आिटन समबनधी वनणणय होत

g अकायणिमानसार वनणणय पररवसथवतयो म वलए

जात ह

59 सारााश गह परबधन म वनणणय परविया बहत महतिपणण ह वनणणय परविया म विविनन विकलपो म स वकसी एक

विकलप का चनाि करना पड़ता ह गह परबनधक िारा वलए गए वनणणय पाररिाररक जीिन की वदशा

वनधाणररत करत ह वनणणय परविया को कई कारक परिावित करत ह जस पिण अनिि पिाणगरह

वनणणयकताण की बौवदधक कषमताए आय मलय समसया क सनदिण म विवदत सचनाए आवद वनणणय

परविया क पाच महतिपणण चरण होत ह समसया को पाररिावषत करना िकवलपक हलो की खोज

विकलपो पर विचार एक विकलप का चयन तथा वनणणय का उततरदावयति सिीकार करना वनणणयो क

परकार िी विनन होत ह इस इकाई म हमन वनणणयो क विविनन परकारो क विषय म चचाण की परतयक

परबनधक की अपनी वनणणय शली होती ह जो उसकी अवििवतत पर वनिणर करती ह वनणणय की चार

परमख शवलया ह वनदशातमक विशलषणातमक तथयातमक एि वयिहाररक कई बार वलया गया

वनणणय वििाद का कारण बन सकता ह वििाद की वसथवत क वनदान क वलए मरी पारकर फॉलट न

तीन परमख विवधया परिति समझौता एि एकीकरण बतायी ह

510 पाररभाषिक शबदावली करनणयय समसया क वनदान हत उपलबध विविनन विकलपो म स वकसी एक विकलप का

चनाि

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 104

करवकलप समसया क दो या दो स अवधक उपलबध समाधान

उततिदाकरयतव वनणणय लन की विशष विवध जो वनणणयकतताण की अवििवतत पर वनिणर करती ह

करववाद विरोध करना

511 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

1 सतय अथिा असतय बताइए

a सतय

b असतय

c असतय

d सतय

2 ररकत सथानो की पवतण कीवजए

a परबनधन

b समसया

अभयास परशन 2

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

a समसया को पररिावषत करना

b सचना माधयम

c जोवखम

d सामवहक

e तकनीकी

f आवथणक

g निीन

512 सनदभण गरनथ सची

1 I Gross and ECrandall Management for Mordern Families New York

Appleton Century crofts 1963

2 MAVarghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management (1997)

New age International (p) Ltd New Delhi Pp 27-40

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 105

3 MP Follet Constructive Conflict Paper presented at Bureau of Personal

Administration Conference Junuary 1925

4 Marlene S Sturn Long term care and family decision making Identifying

and addressing source of conflict March 2003

5 P Nickell and JM Dorsey Management in family Living New Delhi

Wiley Eastern Ltd 1970

6 Robbert Tannenbaum Managerial Decision Making Journal of Business

1950

7 Websterrsquos New International Dictionary 2nd ed 1954 p 680

8 मज पाटनी एि लवलता शमाण गह परबनध अिम ससकरण सटार पवबलकशन आगरा

513 ननबनधातमक परशन 1 वनणणय परविया को पररिावषत कीवजए तथा इसक महति पर परकाश डावलए 2 वनणणय परविया को परिावित करन िाल कारको क विषय म समझाइय 3 वनणणय परविया क कौन-कौन स चरण ह विसतत रप स समझाइय

4 विविनन परकार क वनणणयो का विसतारपिणक उललख कीवजए 5 वकनही दो परकार की वनणणय शवलयो पर वटपपणी कीवजए

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 106

खणड 2

मरा परबनधन

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 107

इकाई 6 षवततीय परबनधन

61 परसतािना

62 उददशय

63 विततीय परबधन का अविपराय

631 पाररिाररक विततीय परबधन का महति

64 पाररिाररक आय एि आय क परकार

641 आय क सरोत

642 पाररिाररक आय को परिावित करन िाल कारक

65 पाररिाररक जीिन चि की अिसथाए और धन का उपयोग

66 धन क उपयोग की विवधया

67 पाररिाररक वयय

68 पाररिाररक वितत परबधन म वहसाब वकताब का महति

69 लखा पालन

691 लखाकन परणाली का मलयाकन

692 ितणमान समय म परयोग होन िाली लखाकन परणावलया

610 साराश

611 पाररिावषक शबदािली

612 अभयास परशनो क उततर

613 सदिण गरनथ सची

614 वनबधातमक परशन

61 परसतावना

परसतत इकाई म आप पाररिाररक विततीय परबधन क अविपराय एि महति स पररवचत होग

पाररिाररक विततीय परबधन मखयतः पाररिाररक आय और वयय स सबवधत ह परसतत इकाई म

पाररिाररक आय और वयय क परकार तथा उनको परिावित करन िाल कारको स िी आप पररवचत

होग इस इकाई क अधययन क उपरानत आप पररिार म धन क उपयोग की विविनन विवधयो को िी

विसतारपिणक समझ पाएग आप परसतत इकाई म पाररिाररक विततीय परबधन म वहसाब-वकताब क

महति एि लखा परणावलयो क बार म िी जानग

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 108

62 उददशय

इस इकाई म आप पाररिाररक विततीय परबधन क विषय म पढ़ग इकाई क मखय उददशय वनमनवलवखत

विततीय परबधन की पररिाषा एि महति को समझना

पाररिाररक आय वयय एि उनक परकारो को समझना

पाररिाररक आय को परिावित करन िाल कारको क बार म जानकारी परापत करना

पाररिाररक जीिन चि की अिसथाओ म धन क उपयोग को समझना

धन क उपयोग की विविनन विवधयो स पररवचत होना तथा

लखा पालन एि परबधन म वहसाब-वकताब क महति को समझना

आइए इकाई की शरआत म हम पररिार म वितीय परबधन क बार म जान

63 षवततीय परबाधन का अभभपराय पररिाररक विततीय परबधन गह परबधन क अतगणत आन िाली एक महतिपणण परविया ह पाररिाररक

विततीय परबधन का अथण ह पाररिाररक धन का कशल एि परिािी परबधन करना वजसस पररिार एि

पररिार क सदसयो की आिशयकताओ एि उददशयो की पवतण हो सक पाररिाररक विततीय परबधन

मखयतः पाररिाररक आय और वयय स सबवधत रहता ह

ितणमान म सिी साधनो म धन सिाणवधक महतिपणण साधन ह धन िारा ही सिी िसतए जस िोजन

िसतर मकान आवद खरीद जा सकत ह अथाणत हम कह सकत ह वक धन हमारी सिी आिशयकताओ

की पवतण करता ह इसवलए धन का उवचत परबधन करना अवनिायण ह तावक पाररिाररक आय और

वयय म एक सतलन बना रह

परबधन परविया क िारा पररिार क सदसय विविनन साधनो क परयोग स अपनी आिशयकताओ की

पवतण करत ह परनत आज क समय म पररिार को साधनो की कमी का सामना करना पड़ता ह

इसवलए परबधन परविया का महति और िी अवधक बढ़ गया ह परबधन परविया की सहायता स हम

सीवमत साधनो क सही उपयोग स अपनी आिशयकताओ की पवतण कर सकत ह

631 पारिवारिक करवततीय परबधन का महतव

पाररिाररक विततीय परबधन एक महतिपणण परविया ह वजसक वनमनवलवखत महति ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 109

पारिवारिक आय औि वयय म सतलन थाकरपत किना

पाररिाररक विततीय परबधन का उददशय पाररिाररक आय और वयय म सतलन सथावपत करना होता ह

यवद खचण आय स अवधक होता ह तो पररिार क सदसयो म आवथणक असरकषा की िािना उतपनन

होती ह उवचत आयोजन वनयतरण और मलयाकन िारा पाररिाररक आय और वयय म सतलन

सथावपत वकया जा सकता ह

परिवाि क सदयो की आवशयकताओ की पकरतय

उपलबध पाररिाररक आय स पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करना विततीय परबधन

का मखय उददशय होता ह उपलबध आय स आिशयकताओ की पवतण होन पर पररिार क सदसयो को

सतोष परापत होता ह

बचत

वजस पररिार म विततीय परबधन अछि ढग स वकया जाता ह उस पररिार म बचत िी होती ह बचत

स जो धनरावश जमा की जाती ह उसका परयोग पररिार क सदसयो िारा िविषटय म वकया जाता ह

पररिार म बचत तिी होती ह जब पाररिाररक वयय पाररिाररक आय स कम हो बचत िारा पररिार

क सदसयो म आवथणक सरकषा की िािना िी उतपनन होती ह

अब हम पाररिाररक आय एि उसक परकारो की चचाण करग

64 पाररवाररक आय एवा आय क परकार परसतत इकाई म अब तक आप पाररिाररक विततीय परबनधन क अविपराय एि महति स पररवचत हो

चक ह अब पाररिाररक विततीय परबधन को िली परकार समझन क वलए हम परसतत खणड म

पाररिाररक आय उसक परकारो तथा पाररिाररक आय को परिावित करन िाल कारको क बार म

जानग गरॉस एि िणडल क अनसार पाररिाररक आय मिा िसतओ सिाओ तथा सतोष का परिाह

ह जो पररिार की आिशयताओ ि इछिाओ को पणण करन एि उततरदावयतिो क वनिाणह हत पररिार

िारा वयय वकया जाता ह पाररिाररक आय क िारा हम अपनी आिशयकताओ की पवतण करत ह

पाररिाररक आय क मखय रप स तीन परकार होत ह जो वनमनवलवखत ह

1 मौकररक आय (Money Income)

मौविक आय का परिाह पररिार म मिा रपए पसो आवद क रप म होता ह पररिार को मौविक आय

ितन मजदरी बयाज क लाि आवद स परापत होती ह मिा एक महतिपणण अमानिीय ससाधन ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 110

मिा पररिार एि पररिार क सदसयो क वलए मलयिान होती ह कयोवक इसस उनक पास िय शवकत

आ जाती ह वजसस िह िसतओ एि सिाओ जस िोजन िसतर आिास आवद का िय कर सकत ह

जो हर पररिार की आिशयकता होती ह

2 वातकरवक आय (Real Income)

गरॉस एि िणडल क अनसार िासतविक आय िसतओ ि सिाओ क उस परिाह को कहत ह जो

वकसी पररिार को एक वनवशचत समय म उपिोग क वलए परापत होती ह िासतविक आय िसतओ और

सिाओ स परापत होती ह जो मौविक आय को वयय करन स वमलत ह िासतविक आय क दो परकार

होत ह- परतयकष आय तथा अपरतयकष आय

परतयकष आयः परतयकष आय स अथण उन समसत िसतओ और सिाओ स ह जो पररिार क सदसयो

को वबना धन क उपयोग स परापत होती ह उदाहरण वक वलए एक कमपनी म काम करन िाल कमणचारी

को यवद रहन क वलए मकान मफत म वमला हो तो िह परतयकष आय क अनतगणत आएगा

अपरतयकष आयः अपरतयकष आय स अथण उन समसत िसतओ और सिाओ स ह जो वक पररिार क

सदसयो को वकसी िसत क बदल म साधारणतः मिा क बदल म परापत होती ह जस एक वयवकत

अपनी मौविक आय स िोजन की सामगरी कपड़ िाहन आवद खरीदता ह तो यह सब िसतए

अपरतयकष िासतविक आय कहलाती ह

3 मानकरसक आय (Psychic Income)

मानवसक आय क अनतगणत वयवकत िारा उसकी िासतविक आय स परापत सतोष को सवममवलत वकया

जाता ह पररिार क सदसयो को सतोष की अनिवत तब होती ह जब परापत आय का उपिोग सिी

सदसयो की आिशयकताओ को धयान म रखकर वकया जाता ह मानवसक आय की परकवत वयवकतगत

होती ह पररिार क परतयक सदसय की रवचया और आिशयकताए विनन होती ह और उनही क

अनसार ही उनह सतोष की परावपत होती ह इसवलए यह दखा जाता ह वक वयवकतयो की समान

िासतविक आय होत हए िी मानवसक आय अलग-अलग होती ह उदाहरण क वलए कि वयवकतयो

को टलीविजन दखना चाय पीन स अवधक सतोष वमलता ह दसरी तरफ कि को बहत कम

641 आय क सतरोत

पाररिाररक आय क परकारो स पररवचत होन क बाद आइए हम आपको आय क सतरोतो स अिगत

करात ह आय परापत करन क अनक सतरोत ह कि परमख सतरोत वनमनवलवखत ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 111

1 मजदरीः िह आय जो शरवमक या मजदर को आवथणक परयतनो क फलसिरप परापत होती ह उस

मजदरी कहत ह

मजदरी दो परकार स दी जाती ह

(क) कायाणनसार मजदरी (ख) समयानसार मजदरी

जब शरवमक क िारा वकए गए कायण क अनसार उस मजदरी दी जाती ह उस कायाणनसार मजदरी

कहत ह और जब कायण क समय क अनसार मजदरी दी जाती ह उस समयानसार मजदरी कहत ह

शरवमक को मजदरी म दवनक सापतावहक अदधण मावसक या मावसक रप म िगतान वकया जाता ह

मजदरी म मिा क साथ किी- किी अनय सविधाए जस िोजन वनशलक वशकषा आवद िी दी जाती

2 ितन वजन कायो म शारीररक शरम की तलना म मानवसक शरम अवधक लगता ह उनक परवतफल

म वमलन िाली आय को ितन कहत ह ितन मनषटय की योगयता कशलता वशकषा अनिि

आवद क अनसार कम या अवधक होता ह ितन परायः मावसक परापत होता ह ितन म िवदध िी

होती रहती ह ितन म कई परकार की सविधाए िी दी जाती ह जस - बोनस मकान यातरा ितता

आवद

3 वकरायालगान िवम मकान खत आवद की सिाय परदान करन क बदल म वमलन िाली आय

को वकरायालगान कहत ह

4 बयाजः पजी क विवनयोग क बदल वमलन िाली आय को बयाज कहत ह पररिार क सदसयो की

आिशयकताओ की पवतण क बाद जो िी धन - रावश बचती ह यवद उस वकसी बक पोसटऑवफस

या वकसी उदयोग म विवनयोग कर वदया जाए तो उसक मलधन क अवतररकत कि परवतदान वमलता

ह वजसको मावसक अदधणिावषणक या िावषणक क समयानसार एक साथ वदया जाता ह

5 बोनस यह कमणचाररयो को वमलन िाली अवतररकत आय ह बहत सी सरकारी और गर-सरकारी

ससथाओ म कमणचाररयो को ितन क अवतररकत िषण म एक या एक स अवधक बार ससथा क कल

लाि म स कि धनरावश दी जाती ह उस बोनस कहत ह बोनस की आय ससथा क लाि पर

वनिणर करती ह

6 ितता बहत सारी ससथाओ म कमणचाररयो को ितन क अवतररकत कई परकार क िततो स

लािावनित वकया जाता ह जस यातरा ितता महगाई ितता आवद

7 पशन और गरछयटीः सिावनिवत क बाद कमणचाररयो को जो आय परापत होती ह उस पशन कहा

जाता ह यह कमणचाररयो को जीिनिर परापत होती ह तथा उसकी मतय क बाद उसकी पतनी को

पशन वमलती ह यह आय कमणचारी क ितन पर वनिणर करती ह पशन मखयतः सरकारी

कमणचाररयो को परापत होती ह पशन ितन क समान ही हर माह वमलती ह गरछयटी को अनगरह

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 112

रावश िी कहा जाता ह सिावनिवत क पशचात कमणचाररयो को जो एकमशत धनरावश दी जाती ह

उस गरछयटी कहा जाता ह

8 बीमारी ि दघणटना म परापत रावश बहत सारी ससथाओ म कमणचाररयो को आकवसमक दघणटनाओ

और बीमारी क वलए आवथणक सरकषा परदान की जाती ह यह सरकषा कमणचाररयो को या उसक

पररिार क सदसयो को परदान की जाती ह यवद वयवकत बीमार ह तो उसकी दिाईयो और डॉकटर

का खचाण ससथा उठाती ह कमणचारी की यवद कायण करत समय मतय हो जाती ह तो उसकी पतनी

और बछचो को आवथणक सहायता दी जाती ह

9 उपहार उपहार वकसी विशष वदन या उतसि जस जनमवदन वििाह आवद विविनन अिसरो पर

िसतओ या मिा क रप म परापत होत ह उपहारो स होन िाली आय वनयवमत नही होती ह

642 पारिवारिक आय को परिाकरवत किन वाल कािक

आइए अब हम आपको उन कारको स अिगत करात ह जो पाररिाररक आय को परिावित करत ह

1 वातकरवक आय की मारा

परसतत इकाई म हम यह जञात हआ ह वक िासतविक आय िसतओ ि सिाओ स परापत होती ह जो

मौविक आय को वयय करन स परापत होती ह िासतविक आय एक महतिपणण कारक ह जो

पाररिाररक आय को परिावित करता ह उदाहरण क वलए राम और शयाम की मौविक आय समान

ह परनत राम को दफतर की तरफ स रहन की सविधा वनशलक उपलबध ह उसक पास खती क वलए

जमीन ह और उसकी पतनी िी पढ़ी वलखी ह जो अपन बछचो को सिय पढ़ाती ह जबवक शयाम को

वकराय क मकान म रहना पड़ता ह अनाज और सवबजया िी सिय खरीदनी पड़ती ह और बछचो को

िी टयशन पढ़न क वलए िजना पड़ता ह राम और शयाम की समान मौविक आय होन क बाद िी

दोनो क जीिन सतर म काफी अतर ह कयोवक राम की िासतविक आय शयाम की तलना म अवधक

2 मरा की िय शकरि

वकसी िी दश की मिा शवकत उसक दशिावसयो क रहन -सहन को वनधाणररत करती ह वजस दश की

मिा शवकत अवधक होती ह उस दश क दशिावसयो क रहन-सहन का सतर ऊचा होता ह जस

अमररका एक विकवसत दश ह िहा की मिा की िय शवकत िारत की मिा की िय शवकत की

अपकषा अवधक ह वजसक फलसिरप यह दखा गया ह वक अमररका क पररिारो क रहन -सहन का

सतर िारत क पररिारो स अछिा होता ह

3 परिवाि की कल आय

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पररिार की कल आय पररिार क मवखया एि अनय सिी सदसयो पर वनिणर करती ह वजस पररिार म

अवधक सदसय कमात ह उस पररिार की कल आय अवधक होती ह और उनक रहन-सहन का सतर

िी ऊचा होता ह

4 सामदाकरयक सवाओ का परयोग

सामदावयक सिाए जस पसतकालय असपताल पोसट ऑवफस विदयालय महाविदयालय आवद का

उपयोग कर वयवकत पाररिाररक आय म िवदध कर सकता ह इन सिाओ का उपयोग कर वयवकत

अपनी मौविक आय की बचत कर सकता ह वयवकत अपन बछचो को सरकारी विदयालय

महाविदयालय म पढ़ाकर बीमारी का इलाज सरकारी असपताल म कराकर मौविक आय म बचत

कर सकता ह

5 कशल गह परबध

वकसी िी पररिार की वयिसथा गहणी क िारा की जाती ह एक कशल गहणी कम आय म िी

पररिार क सदसयो की अवधकतम आिशयकताओ को सति करती ह एक कशल गहणी िह होती

ह जो शरम और समय क महति को समझ यवद गहणी पढ़ी-वलखी ह तो िह नौकरी करक मौविक

आय अवजणत कर सकती ह या वफर घर म टयशन पढ़ाकर वसलाई करक पाररिाररक आय को बढ़ा

सकती ह

65 पाररवाररक जीवन चि की अवसथाएा और धन का उपयोग पिण खणडो म पाररिाररक आय क बार म विसतारपिणक पढ़न क बाद आइए यह जान वक पाररिाररक

जीिन चि की परतयक अिसथा म आय की माग वकस परकार पररिवतणत होती ह

पररिार समाज की पराथवमक बवनयादी तथा सािणिौवमक इकाई ह पररिार सवममवलत रप स वनिास

करन िाल रकत सबवधयो का िह समह ह वजसम वििाह और गोद लन िारा पररिार की सिीकवत

परापत वयवकत िी सवममवलत होत ह पररिार म रहकर ही वयवकत अपनी आिशयकताओ की पवतण करता

ह पाररिाररक जीिन चि म मखयतः वनमनवलवखत तीन अिसथाए होती ह वजनक बार म आप पिण

की इकाईयो म पढ़ चक ह

1 परारवमिक अिसथा

2 विसतत अिसथा

3 सकवचत अिसथा

आइए इन अिसथाओ पर सवकषपत चचाण कर

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1 परािकरमिक अवथा

यह अिसथा वििाह क बाद आरमि होती ह निवििावहत दमपवत अपन पररिार की शरआत करत

ह इस अिसथा म आय की माग कम स अवधक हो जाती ह

2 करवतत अवथा

यह पाररिाररक जीिन चि की दसरी अिसथा ह यह अिसथा पररिार क परथम वशश क जनम पर

आरमि होती ह इस अिसथा की अनको उप-अिसथाए होती ह वशशपालन पिण सकल पराथवमक

विदयालय उछच माधयवमक विदयालय महाविदयालय इस अिसथा म आय की माग काफी बढ़ जाती

3 सककरचत अवथा

इस अिसथा म बछचो का वयिसावयक समायोजन हो जाता ह और माता-वपता की सिावनिवत िी

हो जाती ह इस अिसथा म माता-वपता पन घर म अकल रह जात ह कयोवक बछच आजीविका हत

अथिा वििाह हो जान क पशचात घर स बाहर चल जात ह इस अिसथा म आय की माग कम हो

जाती ह

अगल खणड म जान स पिण आइए कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

सतय अथिा असतय बताइए

1 िासतविक आय क दो परकार होत ह परतयकष आय एि अपरतयकष आय

2 मौविक आय का परिाह पररिार म मिा क रप म होता ह

3 पाररिाररक जीिन चि की तीन अिसथाए होती ह

4 सथापतय काल म आय की माग कम स अवधक होती ह

5 कमणचाररयो को वमलन िाली अवतररकत आय को ितन कहत ह

66 धन क उपयोग की षवधधयाा वपिल खणड म पाररिाररक जीिन चि की अिसथाए और उन अिसथाओ म धन क उपयोग स

पररवचत होन क बाद आइए धन क उपयोग की विवधयो क बार म जान

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धन क उपयोग की विवध का चयन करना पररिार क सदसयो क वलए एक चनौतीपणण कायण होता ह

धन क उपयोग की विवध का चयन करत समय पररिार क सदसयो को इस बात का धयान रखना

चावहए वक सिी सदसयो की आिशयकताओ की पवतण हो और सिी सदसयो को सतोष परापत हो

धन क उपयोग की मखय रप स पाच विवधया ह-

1 पाररिाररक आवथणक योजना या बजट

2 अनमोवदत या उवचत िाग की योजना

3 समान ितन विवध

4 बराबर-बराबर विवध

5 हसतमकत विवध

अब इन पर विसतत चचाण कर

1 पारिवारिक आकरथयक योजना या बजट (The Family Finance Plan or Budget)

यह एक विवध ह वजसम पररिार क सदसय आय को एक योजना और साझा पररिार पररयोजनाओ

क रप म उपयोग करत ह इस परणाली का वनदशन पवत और पतनीमाता और वपता िारा वकया जाता

ह यह दोनो की आपसी समझ पर आधाररत होता ह इस विवध म माग को पणण करन क वलए

आिशयकताओ और साधनो का विशलषण वकया जाता ह और इस विशलषण क अनसार धन क

उपयोग की योजना बनाई जाती ह यह विवध सिी विवधयो म सिणशरषठ मानी जाती ह

A B C D E F

ऊपर वदया गया वचतर 1 पाररिाररक आवथणक योजना को दशाणता ह आयात (rectangle) कल

पाररिाररक आय को दशाणता ह A स F तक क िाग वयय क विविनन समहो को दशाणत ह जस

िोजन िसतर यातायात वयय आिास वशकषा और मनोरजन

2 अनमोकरदत या उकरचत िाग की योजना (The Allowance or Apportionment

Plan)

इस विवध म पवत िारा पतनी को धन का कि िाग पाररिाररक वययखचण क वलए वदया जाता ह

बची हई आय स पवत अपन अनय उततरदावयति जस घर क अनय िगतान बीमा कर आवद चकाता

ह यह विवध मखयतः वयिसावययो िारा उपयोग म लाई जाती ह वजनकी आय अवनयवमत होती ह

A B

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ऊपर वदया गया वचतर 2 अनमोवदत या उवचत िाग की योजना को दशाणता ह वजसम A+B= कल

आय होता ह

A= आय का िह िाग जो एक वयवकत क पास ह

B= बची हई आय क िाग को दशाणता ह

3 समान वतन करवकरध (The Equal Salary Method)

इस विवध म पररिार क सार वयय पाररिाररक कल आय स वकए जात ह और जो धन बचता ह िह

पवत और पतनी म बराबर वििावजत कर वदया जाता ह वजसस िह अपनी वयवकतगत आिशयकताओ

की पवतण करत ह यह विवध उन पररिारो म उपयोग म लायी जाती ह जहा पतनी सिय िारा वकए गए

वयय म सिततरता चाहती हो

A B

C

ऊपर वदया गया वचतर 3 समान ितन विवध को दशाणता ह वजसम A+B+C= कल आय को दशाणत ह

A आय का िह िाग ह जो पाररिाररक उपयोग म आता ह B और C क दो बराबर िाग आय की

िह बचत ह जो पवत और पतनी को बराबर मातरा म दी जाती ह

4 बिाबि-बिाबि करवकरध (The Fifty Fifty System)

इस विवध म कल आय और वयय को दो बराबर वहससो म वििावजत कर वदया जाता ह इस परकार

की परणाली उन पररिारो म उपयोग म लाई जाती ह जहा आय जञात और वनयवमत हो तथा वयय

वनधाणररत हो यह विवध िी उन पररिारो िारा उपयोग म लाई जाती ह जहा पतनी सिय कमाती हो

और बराबर की सिततरता चाहती हो

A B

वचतर 4 बराबर-बराबर विवध को दशाणता ह वजसम A और B कल आय को वदखात ह A= एक

वयवकत िारा वयय वकया जान िाला िाग और B= दसर वयवकत िारा वयय वकया जान िाला िाग

5 हत मि करवकरध (The Hand-out Method)

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यह विवध धन क उपयोग की सबस खराब विवध ह इस विवध म पवत या घर क बजगण आय पर

अपना परा वनयतरण रखत ह िह अपन तरीक स धन को वयय करत ह जस-जस पररिार को

आिशयकता पड़ती रहती ह िस-िस उस पर वयय वकया जाता ह यह विवध उन पररिारो क वलए

उपयकत होती ह वजनह आय का ठीक अनमान नही होता

वचतर 5 हसत मकत विवध को दशाणता ह वजसम ितत A आय क बहाि को दशाणता ह और बाहर वनकल

सिी तीर वयय की िोटी और बड़ी मातरा को दशाणत ह

पररिार क सदसयो को धन क उपयोग की उपयणकत विवधयो पर विचार करन क पशचात ही उनका चयन

करना चावहए चयन करन स पहल पररिार क सदसयो को अपनी जररतो और धन वयय करन की

विवध को धयान म रखना चावहए िासतविक योजना को सफल बनान क वलए पाररिार क सिी

सदसयो को साथ वमलकर काम करना चावहए घर क मवखया पर यह वजममदारी होती ह वक िह

पररिार क सदसयो को योजना क अनसार साथ कायण करन क वलए परोतसावहत कर यह पररिार क

सदसयो क आपसी ररशतो पर विशषकर पवत-पतनी माता-वपता और बछचो क ररशतो पर वनिणर

करता ह वक योजना सफल होगी या आपसी मदिद क कारण असफल होगी

67 पाररवाररक वयय पररिार क विविनन साधनो स जो आय परापत होती ह उस वकतना और वकस परकार खचण वकया जाता

ह िह पाररिाररक वयय कहलाता ह पाररिाररक वयय को मखय रप स वनमनवलवखत 3 िागो म

बाटा गया ह

1 वनवशचत वयय

2 अदधणवनवशचत वयय

3 अनय वयय

करनकरित वयय

A

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परतयक माह एक वनवशचत धनरावश मकान क वकराय बीमा शलक िविषटय वनवध क रप म अवनिायण

रप स वयय होती ह इस परकार क वयय को वनवशचत वयय कहत ह

अदधयकरनकरित वयय

इस वयय क अनतगणत िह वयय आत ह वजनका वकया जाना अवनिायण होता ह परनत धनरावश की

सीमा म आिशयकता क अनसार कमी या िवदध की जा सकती ह इस वयय म आराम ि विलावसता

की िसतए आती ह जस अवतवथयो पर वयय शादी पर वयय आवद

अनय वयय

यह वयय पररिार की आय पर वनिणर करत ह धन की कमी होन पर इन वययो को समापत वकया जा

सकता ह जस मनोरजन यातरा उपहार आिषण आवद पर वयय

एक कशल गह परबनधक िह होता ह जो पाररिाररक आय क अनसार वयय करता ह और सीवमत

आय क साधनो क अनतगणत वयय करक पररिार क सदसयो की सिी आिशयकताओ को परा करता

वनमनवलवखत अभयास परशनो क माधयम स आइए दखत ह वक आपक जञान म वकतनी िवदध हई ह

अभयास परशन 2

सही अथिा गलत बताइए

1 धन क उपयोग की मखय रप स सात विवधया ह 2 हसत मकत विवध धन क उपयोग की सबस अछिी विवध ह

3 पाररिाररक वयय मखय रप स तीन परकार क होत ह 4 यवद परतयक माह पररिार िारा वकसी विशष कायण हत एक वनवशचत धनरावश वयय होती ह तो

उस वनवशचत वयय कहत ह

5 अवनवशचत वयय पररिार की आय पर वनिणर करत ह

आइए अब जान वक पाररिाररक वितत परबनधन म वहसाब-वकताब रखन का कया महति ह

68 पाररवाररक षवतत परबनधन म हहसाब करकताब का महतव धन का वहसाब वकताब धन क वितरण को दशाणता ह एक वयवकत अपन वयय को वनयवमत करन क

वलए वहसाब वकताब रखता ह समपणण वहसाब वकताब दो परकार का होता ह गवणतीय और

अगवणतीय आज क समय की अथणवयिसथा म पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब रखना एक

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महतिपणण परविया ह वजसम पररिार क सदसयो का िाग लना अवनिायण होता ह आज क समय म

सिी सख सविधाओ को परापत करन क वलए धन वयय करना पड़ता ह इन पररवसथवतयो म

पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब रखना अवनिायण हो गया ह पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब

रखन स अलप और दीघणकालीन विततीय परयोग की बवनयादी जानकारी रहती ह परनत वफर िी

पररिार क सदसय वहसाब वकताब रखना पसद नही करत कयोवक यह परविया बार-बार दोहरान स

वयवकत ऊब जाता ह पररिार क सदसयो िारा पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब ना रखन का एक

कारण यह िी ह वक उस परविया क वलए कोई मजबत पररणा नही होती ह पाररिाररक वितत का

ररकॉडण बनात समय हम इस बात का धयान दना चावहए वक हर पररिार का विततीय ररकॉडण अलग

होता ह एक विततीय ररकॉडण जो एक पररिार क वलए सतोषजनक हो यह जररी नही वक िो दसर

पररिार क वलए िी सतोषजनक वसदध हो

69 लखा पालन (Account Keeping) लखा पालन परी जानकारी क साथ एि पाररिाररक जीिन चि क चरणो को धयान म रखत हए

करना चावहए पाररिाररक जीिन म ऐसा समय िी आता ह जब वयय की जानकारी बहत महतिपणण

होती ह कयोवक किी-किी आय पर माग िारी हो जाती ह या समह क बदलत हालातो क कारण

माग बढ़ जाती ह अवनवशचत वसथवत क समय सही आकड़ो की आिशयकता अवधक होती ह

691 लखाकन परणाली का मलयाकन

पररिार क वलए लखाकन की परणाली (Account Keeping Sysytem) का मलयाकन वनमन चार

मापदणडो क आधार पर वकया जा सकता ह

1 सरलता (Simplicity)

2 पयाणपतता (Adequacy)

3 लचीलापन (Flexibility)

4 सविधा (Convenience)

सिलता

घरल खात सरल होन चावहए घरल खातो की शरआत करत समय जयादातर लोग उततजना म

आकर जवटल रप स खातो का वनमाणण करत ह जो बाद म सफल नही हो पात

पयायिता

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परणाली की पयाणपतता यह वनधाणररत करती ह वक िह परणाली उस समह क सदसयो की आिशयकता

क अनसार उपयकत ह या नही पयाणपतता को पाररिाररक जररतो और वयय करन क तरीको म

सामजसय िारा परापत वकया जा सकता ह एक परणाली को तब तक पयाणपत नही माना जाता जब तक

िह सपणण जानकारी ना द जो एक वयवकत जानना चाहता ह

लचीलापन

लचीलापन वकसी िी लखाकन परणाली का एक महतिपणण ततति ह एक अछिी परणाली म बदलती

पररवसथवतयो और जररतो क अनसार बदलाि करन की सिािना होनी चावहए

सकरवधा

एक अछिी लखाकन परणाली म अविलख रखन उस समझन और उस परणाली का धयान रखन की

सविधा होनी चावहए सविधाजनक रप स रखी गई लखाकन परणाली परिािकारी होती ह

692 वतयमान समय म परयोग होन वाली लखाकन परणाकरलया

ितणमान समय म चार परकार की लखाकन परणावलयो का परयोग वकया जाता ह-

1 शीट परणाली (Sheet method)

2 वलफ़ाफ़ा परणाली (Envelope method)

3 समरण पसतक (Note Book)

4 काडण-फाईल परणाली (Card File System)

शीट परणाली यह तरीका सरल एि लचीला ह इस परणाली म वहसाब वकताब को एक दो या कई

पननो म वलख सकत ह इन पननो को हम अलमारी पर या दरिाज क पीि एक पवसलपन क साथ

टाग सकत ह और इस पर समय-समय पर वहसाब वकताब वलख सकत ह यह तरीका सविधाजनक

होता ह एक शीट की अपकषा दो या दो स जयादा शीटो का परयोग करना जयादा उपयोगी तथा

परिािी होता ह

करलिािा परणाली यह तरीका सरल लचीला एि सविधाजनक ह इस परणाली म पिण वनधाणररत

खचो क वहसाब स अलग-अलग वलफाफो म रपय रख वदए जात ह आिशयकता पड़न पर वलफाफो

म स रपय वनकालकर खचण कर उस आिशयकता को परा वकया जा सकता ह

मिण पतक घरल लखो की जानकारी रखन क वलए ढील पननो िाली या बाधय समरण पवसतका

का परयोग वकया जाता ह ढील पननो िाली समरण पसतक बाधय पसतक स अवधक लचीली होती ह

समरण पसतक लखाकन परणाली क वलए अवधक सविधाजनक होती ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 121

काडय-िाइल परणाली काडण फाइल परणाली को अवनवशचत काल क वलए विसताररत वकया जा

सकता ह इसवलए यह सिाणवधक लचीली परणाली ह यह परणाली वसफण अतयवधक सगवठत वयवकत क

वलए सरल एि सविधाजनक हो सकती ह अगर पररिार क बछच लखाकन म सहायता कर रह ह तो

यह परणाली उवचत नही ह कयोवक बछचो क िारा काडो को आपस म वमलाया जा सकता ह वजसस

इस परणाली क वियानियन म गलती हो सकती ह काडण-फाइल एक वयवकत क िारा सचावलत होन

िाली परणाली ह

लखाकन परणाली क करलए करदशा करनदश

सरल तरीक स शरआत कर

वयवकतगत और पाररिाररक जररतो क अनरप परणाली को चन

लखाकन परणाली का उपयोग तब तक कर जब तक िह आदत ना बन जाए

खातो पर वनयतरण रख

आइए अब कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 3

1 पररिार क वलए लखाकन परणाली का मलयाकन वकन चार मापदणडो क आधार पर वकया

जाता ह

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2 घरल खातो को सरल होना चावहए सतय असतय

3 ितणमान समय म वकन चार लखाकन परणावलयो का परयोग वकया जाता ह

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4 और जररतो क अनररप लखाकन परणाली का

चनाि करना चावहए

5 एक परिािी लखा पालन हत खातो पर रखना चावहए

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 122

610 सारााश धन मनषटय क जीिन का सबस अवधक महतिपणण साधन ह धन का उवचत वयिसथापन करन स ही

पररिार क सदसय सीवमत पाररिाररक आय क उपयोग स अपन पररिार की आिशयकताओ की पवतण

करत ह विततीय परबधन िारा पाररिाररक धन का कशल एि परिािी परबधन वकया जाता ह वजसम

पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण हो सक विततीय परबधन मखयतः पाररिाररक आय

और वयय स सबवधत ह विततीय परबधन िारा पाररिाररक आय और वयय म उवचत सतलन बनाया

जाता ह पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण की जाती ह और बचत िी की जाती ह

पाररिाररक आय मखयतः तीन परकार की होती ह मौविक आय िासतविक आय एि मानवसक

आय आय को परापत करन क अनक साधन होत ह जस ितन मजदरी लगान बयाज बोनस आवद

पाररिाररक आय को कई कारक जस िासतविक आय की मातरा मिा की िय शवकत सामदावयक

सिा का परयोग आवद परिावित करत ह

पाररिाररक जीिन चि की विविनन अिसथाओ म िी पाररिाररक आय की माग विनन-विनन होती

ह पाररिाररक आय क अनसार वयय करना एक चनौवतपणण कायण होता ह पाररिाररक धन का

परबधन करत समय इस बात का धयान रखना चावहए वक आय स अवधक वयय ना हो और पररिार क

सदसयो की आिशयकताओ की पवतण िी हो धन क उपयोग की मखय रप स पाच विवधया दी गई ह

वजनम स पाररिाररक आवथणक योजना या बजट को सिणशरषठ विवध माना गया ह धन का परयोग करत

समय धन कहा और वकतना वयय हो रहा ह इस बात का वहसाब वकताब रखना िी बहत जररी होता

ह पाररिाररक वितत का वहसाब वकताब रखना एक जवटल परविया ह परनत यह पररिार क वलए

अतयवधक महतिपणण होती ह पररिार क वलए लखाकन परणाली िी महतिपणण ह वजसकी शरआत

पररिार क सदसयो को सरल तरीक स करनी चावहए लखाकन परणाली का चनाि वयवकतगत और

पाररिाररक जररतो क अनरप होना चावहए

611 पाररभाषिक शबदावली साधन िह िौवतक िसतए एि मानिीय गण जो हमारी आिशयकताओ की पवतण करत ह

बजट बजट ितकाल क वयय िविषटय क अनमावनत वयय और ितणमान समय क मदो पर

वनवशचत वयय का लखा-जोखा होता ह

परिवाि समाज की सबस िोटी इकाई

612 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 123

सहीगलत बताइए

1 सतय

2 सतय

3 सतय

4 सतय

5 असतय

अभयास परशन 2

सहीगलत बताइए

1 असतय

2 असतय

3 सतय

4 सतय

5 असतय

अभयास परशन 3

1 सरलता पयाणपतता लचीलापन सविधा

2 सतय 3 शीट परणाली वलफाफा परणाली समरण पवसतका और काडण फाईल परणाली

4 वयवकतगत पाररिाररक

5 वनयतरण

613 सनदभण गरनथ सची 1 रीना खनजा गह वयिसथा एि गह सजजा वितीय ससकरण अगरिाल पवबलकशन आगरा

2 मज पाटनी तथा लवलता शमाण गह-परबध अिम ससकरण सटार पवबलकशन आगरा

3 रीना खनजा गह परबध साधन वयिसथा एि आनतररक सजजा निीनतम ससकरण विनोद

पसतक मवनदर परकाशन

4 MAVarghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management New

age International Pvt Ltd Publisher New Delhi

5 JM Dorsey and PNickell Management in family living CBS Publishers

and distributors Pvt Ltd

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 124

614 ननबनधातमक परशन 1 विततीय परबधन स कया अविपराय ह पाररिाररक विततीय परबधन क महति पर परकाश डावलए

2 पाररिाररक आय को पररिावषत कीवजए पाररिाररक आय क परकारो को विसतारपिणक

समझाइय

3 पाररिाररक धन क उपयोग की विवधयो को विसतारपिणक समझाइए 4 लखाकन परणावलयो को विसतारपिणक समझाइए 5 पाररिाररक विततीय परबधन म वहसाब वकताब क महति पर परकाश डाल

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इकाई 7 बजट 71 परसतािना

72 उददशय

73 पाररिाररक बजट अथण एि पररिाषाए

74 पाररिाररक बजट क वसिानत

75 पाररिाररक बजट क परकार

76 पाररिाररक बजट क लाि

77 पाररिाररक बजट म वयय की मखय मद

78 बजट वनमाणण क चरण

79 एवजल का उपिोग वनयम

710 साराश

711 पाररिावषक शबदािली

712 अभयास परशनो क उततर

713 सनदिण गरनथ सची

714 वनबनधातमक परशन

71 परसतावना परसतत इकाई म आप बजट क अथण पररिाषा परकार बजट वनमाणण क चरण आवद स पररवचत होग

बजट पाररिाररक आय-वयय म सतलन सथावपत करन म परमख िवमका वनिाता ह पररिार क

सदसयो की कई आिशयकताए होती ह परनत पाररिाररक आय सीवमत होती ह और उस सीवमत

आय स पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करन क वलए एक अछि बजट क वनमाणण

की आिशयकता होती ह पररिार क सदसय अपनी सीवमत आय स अवधकतम सतोष पान क वलए

बजट का वनमाणण करत ह पाररिाररक आय क अनसार विविनन मदो पर वयय वकया जाता ह बजट

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वनमाणण का मखय उददशय पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करना एि पररिार क सख

तथा सतोष म िवदध करना होता ह बजट म कि आय बचत क वलए िी रखी जाती ह तावक

आकवसमक आिशयकता की वसथवत होन पर उस आय को वयय वकया जा सक

72 उददशय इस इकाई क अधययन क पशचात आप

पाररिाररक बजट की पररिाषा तथा अथण को समझ पाएग

पाररिाररक बजट क वसदधानतो को जान पाएग

पाररिाररक बजट क परकार एि लािो स पररवचत होग

पाररिाररक बजट की मखय मदो को समझ पाएग तथा

बजट वनमाणण क चरणो को जानग

73 पाररवाररक बजट अथण एवा पररभािाएा बजट एक वनवशचत अिवध क पिण अनमावनत आय-वयय क विसतत बयौर को कहत ह वनवशचत आय

स पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करना ही बजट का मखय उददशय होता ह पररिार

क सदसय अपनी आय क अनसार विविनन मदो पर वयय करत ह और अपनी आिशयकताओ की

पवतण करत ह बजट पाररिाररक आय-वयय म सतलन बनाए रखता ह एक अछिा बजट िह होता ह

वजसम कि आय बचत क वलए िी रखी जाती ह तावक आकवसमक खचो पर वयय वकया जा सक

पाररिाररक बजट क सनदिण कि महतिपणण पररिाषाए वनमनवलवखत ह

बवि क अनसाि ldquoपाररिाररक बजट पाररिाररक आय को वयिवसथत रप स वयय करन का एक

तरीका ह वजसस पररिार क सदसयो क सख ि कलयाण म िवदध हो सकrdquo

कग एव िश क अनसाि ldquoबजट ितकाल क वयय िविषटय क अनमावनत वयय और ितणमान समय

क मदो पर वनवशचत वयय का लखा-जोखा हrdquo

तोमि गोयल व दशयन क अनसाि ldquoबजट सवनयोवजत िविषटय की एक पररकलपना ह जो आय-

वयय का एक वनवशचत अिवध क वलए लखा-जोखा परसतत करता ह

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महनर क मान क अनसाि ldquoपाररिाररक बजट ितकाल क खचो का एक वििरण ह वजसम िविषटय

क खचो और वितरण का बयौरा रहता ह जो अलग-अलग समय म विविनन कायो पर खचण वकया

जाता हrdquo

74 पाररवाररक बजट क भसदधानत

पिण खणड म हमन बजट क अथण एि पररिाषाओ क बार म पढ़ा अब हम बजट क वसदधानतो क बार

म जानग वजनह धयान म रखत हए पाररिाररक बजट का वनमाणण वकया जाता ह

राजमल पी दिदास क अनसार बजट आयोजन वनमनवलवखत कारको पर आधाररत ह

पारिवारिक आय

गरॉस ि िणडल क अनसार ldquoपाररिाररक आय मिा िसतओ सिाओ तथा सतोष का िह परिाह ह

जो आिशयकताओ ि इछिाओ को पणण करन एि उततरदावयतिो क वनिाणह हत पररिार क अवधकार

म आता हrdquo यह आिशयक नही ह की हर माह पाररिाररक आय समान रह परनत हम आय क

अनसार ही पाररिाररक बजट का वनमाणण करना चावहए वकसी िी पररिार की आय उसक जीिन

सतर को वनधाणररत करती ह ितन मजदरी बयाज वकराया पशन बोनस आवद पररिाररक आय क

साधन ह

परिवाि क करनधायरित लकषय

परतयक पररिार क सिय क कि वनधाणररत लकषय होत ह वजनको परापत करन की िह पणण चिा करता ह

लकषयो की परावपत क पशचात ही पररिार क सदसयो म सतवि की िािना उतपनन होती ह परतयक पररिार

म मखय रप स तीन परकार क लकषय होत ह दीघणकालीन लकषय अलपकालीन लकषय और साधन

समावपत लकषय दीघणकालीन लकषयो क उदाहरण ह बछचो की शादी कराना अपना घर खरीदना

आवद बछचो की शादी क वलए की जान िाली मावसक बचत करक पररिार क सदसय अलपकालीन

लकषय की परावपत करत ह साधन समावपत लकषयो क उदाहरण ह पषटप सजजा क वलए फल तोड़ना

सबजी बनान क वलए सवबजया काटना बक स पस वनकालन क वलए चक काटना आवद

परिवाि की वतयमान एव िकरवषय की आवशयकताए

पनसन क अनसार परतयक वयवकत को आिशयक िसतओ की परावपत हत एक परिािपणण इछिा होती ह

जो उनह परापत करन क वलए आिशयक परयतनो अथिा तयाग क रप म वयकत होती ह पररिार क

सदसयो की आिशयकताए असीवमत होती ह कई िौवतक नवतक सामावजक आवथणक ततति वयवकत

की आिशयकताओ का वनधाणरण करत ह परतयक पररिार म कि ितणमान की आिशयकताए होती ह

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तथा कि िविषटय की ितणमान की आिशयकताओ क उदाहरण ह िोजन पानी सकल की फीस

मकान का वकराया आवद और िविषटय की आिशयकताओ क उदाहरण ह बछचो का वििाह

विशवविदयालयपरोफशनल कोसण की फीस आवद बजट का वनमाणण पररिार क सदसयो की ितणमान

आिशयकताओ को धयान म रखत हए करना चावहए और पाररिाररक बजट म बचत क वलए िी

परमख सथान होना चावहए तावक िविषटय की आिशयकताओ की पवतण हो सक

एनजीला िीज क अनसार बजट क वनमनवलवखत वसदधानत ह

1 आय स अवधक वयय नही होना चावहए

बजट का वनमाणण करत समय पररिार क सदसयो को यह धयान रखना चावहए वक आय स अवधक

वयय ना हो यवद आय स अवधक खचण होगा तो पररिार क सदसयो म आवथणक असरकषा की िािना

उतपनन होगी और अपनी आिशयकताओ की पवतण क वलए पररिार क सदसयो को उधार लना पड़

सकता ह

2 जयादा आिशयक िसतओ पर सिणपरथम वयय करना चावहए

बजट क इस वसदधानत क अनसार बजट वनमाणण करत समय पररिार क सदसयो को सबस पहल

सिाणवधक जररी िसतओ पर वयय करना चावहए जस िोजन िसतर आिास वशकषा वचवकतसा

आवद

3 इस बात का सािधानीपिणक धयान रखना चावहए वक वयय कम हो

बजट बनात समय हम कम वयय कर इस बात पर धयान दना चावहए विलावसतापणण िसतओ का

कम परयोग कर हम पाररिाररक वयय को कम कर सकत ह

4 वनयवमत रप स एक वनवशचत मातरा म बचत करनी चावहए

एक अछिा बजट िह होता ह वजसम बचत क वलए िी सथान हो बचत स जो रावश जमा की जाती

ह उसका परयोग पररिार क सदसय अपनी िविषटय की आिशयकताओ को परा करन म या

आकवसमक आिशयकताओ म करत ह

5 धन को सदि उपयोगी बनान की कोवशश करनी चावहए

बजट वनमाणण करत समय यह कोवशश करनी चावहए वक हम धन को अवधक स अवधक उपयोगी

बनाए धन को उपयोग की िसतओ पर वयय करना चावहए वजसस पररिार क सदसयो की

आिशयकताओ की पवतण हो

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75 पाररवाररक बजट क परकार

पररिाररक बजट क अथण विविनन पररिाषाओ और वसदधानतो स पररचय क पशचात अब हम

पररिाररक बजट क परकारो स पररवचत होग पररिाररक बजट क परकार वनमनवलवखत ह

(1) सतकरलत बजट (Balanced Budget)

सतवलत बजट स अविपराय ऐस बजट स ह वजसम आय और वयय समान हो अथाणत वजसम

अनमावनत आय और परसतावित वयय वबलकल समान होत ह सतवलत बजट को एक अछिा बजट

माना जाता ह कयोवक इसम ना तो बचत का सथान होता ह और ना ही उधार लन की आिशयकता

(2) बचत का बजट (Surplus Budget)

इस परकार क बजट म अनमावनत आय अवधक और परसतावित वयय कम होता ह इस परकार क

बजट िारा पररिार म बचत होती ह और पररिार क सदसयो म आवथणक सरकषा की िािना उतपनन

होती ह

(3) घाट का बजट (Deficit Budget)

घाट का बजट बचत क बजट स वबलकल विपरीत होता ह घाट क बजट म अनमावनत आय कम

और परसतावित वयय अवधक होता ह इस परकार का बजट पररिार क वलए नकसानदायक होता ह

इस बजट म वयय करन क वलए पररिार क सदसयो को उधार लना पड़ता ह इस परकार क बजट स

पररिार क सदसयो म आवथणक असरकषा की िािना उतपनन होती ह

(4) वातकरवक औि सदधाकरनतक बजट (Actual and Theoretical Budget)

िासतविक बजट स अविपराय ऐस बजट स ह वजसम वकसी एक पररिार की आय-वयय का

िासतविक बयौरा होता ह इसक िारा हम पररिार की आवथणक वसथवत अथाणत पररिार की आय और

वयय की ितणमान वसथवत का सही अनमान लगा सकत ह यह हर पररिार क वलए समान नही होता

और एक ही पररिार क वलए हर माह म िी समान नही होता कयोवक पररिारो की आिशयकताए

पररिवतणत होती रहती ह सिावनतक बजट स तातपयण वकसी विशष िगण क पररिारो की िावित वयय

की रपरखा स ह

(5) औसत बजट (Average Budget)

औसत बजट स अविपराय ऐस बजट स ह जो वकसी िगण विशष क समसत पररिारो की औसत आय

और वयय को बताता ह इस बजट स इस िगण की विविनन िसतओ और सिाओ पर वयय की एक

सामानय परिवतत का जञान होता ह

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(6) मानक या आदशय बजट (Standard or Ideal Budget)

यह बजट औसत पररिारो क वलए आदशण वयय की रपरखा को बतात ह इनम स कि को आदशण

मान वलया जाता ह और इनही क आधार पर पररिारो क बजट बनाए जात ह

(7) मारा तथा मलय बजट (Quantity and Cost Budget)

मातरा तथा मलय बजट स अविपराय ऐस बजट स ह वजसम वकसी पररिार की एक वनवशचत समय म

िय की गयी िसतओ और सिाओ की मातरा तथा उनक मलयो का वििरण रहता ह इसम जीिन

वनिाणह वयय का और उसम होन िाल पररितणनो का सही-सही अनमान लगाया जा सकता ह

(8) पणण अथिा आवशक बजट (Complete or Partial Budget)

जब वयवकत समपणण वयय अथाणत िोट-बड़ सिी वययो की योजना बनात ह तब उनह पणण बजट कहत

ह किी-किी वयवकत िोट-िोट दवनक वययो क वलए कोई योजना नही बनाता किल परमख मदो

पर वयय की योजना बनाता ह ऐस बजट को आवशक बजट कहत ह

पाररिाररक बजट क अथण पररिाषा और परकार स पररवचत होन क बाद आइए दखत ह वक आपक

जञान म वकतनी िवदध हई ह अपनी उननवत जानन क वलए आइए वनमनवलवखत परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

1 ldquoबजट ितकाल क साथ िविषटय क अनमावनत वयय और ितणमान समय क मदो पर वनवशचत

वयय का लखा-जोखा हrdquo यह पररिाषा वकस वयवकत क िारा दी गई ह

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2 राजमल पी दिदास क अनसार बजट आयोजन वकन वबनदओ पर आधाररत ह

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3 क बजट म अनमावनत आय अवधक और परसतावित वयय कम

होता ह

4 ldquoपाररिाररक बजट पाररिाररक आय को वयिवसथत रप स वयय करन का एक तरीका ह वजसस

पररिार क सदसयो क सख ि कलयाण म िवदध हो सकrdquo यह कथनhelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip क

िारा वदया गया ह

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अ बिर ब कग एि रश स तोमर गोयल ि दशणन द महनि क मान

5 सतवलत बजट म अनमावनत आय कम और परसतावित वयय अवधक होता ह सतयअसतय

अभयास परशनो क पशचात आइए अब हम पाररिाररक बजट क लािो पर चचाण कर

76 पाररवाररक बजट क लाभ पाररिाररक वयय हत पाररिाररक बजट वनमाणण क कई लाि होत ह परसतत खणड म हम पाररिाररक

बजट क लािो क विषय म पढ़ग जो वनमनवलवखत ह

बजट स पारिवारिक आय का उकरचत करवतिण होता ह

परतयक पररिार म धन एक सीवमत ससाधन होता ह परनत आिशयकताए असीवमत होती ह सीवमत

पाररिाररक आय स पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण करना ही बजट का मखय उददशय

होता ह बजट की सहायता स हम अपनी पाररिाररक आय का पराथवमकता क अनसार विविनन मदो

म उवचत वितरण करत ह और वयय करन क उपरानत कि बचत िी करत ह वजसका परयोग िविषटय

म आकवसमक आिशयकताओ हत वकया जा सकता ह

बजट अनावशयक वयय को पहचानन औि उस कम किन म सहायक होता ह

बजट की सहायता स हम यह पता लगा सकत ह वक वकन मदो पर अनािशयक वयय हो रहा ह जब

अनािशयक मदो की पहचान हो जाती ह तो उन मदो को हटाया या रोका जा सकता ह

एक अचछा बजट दीघयकालीन लकषयो को पराि किन म सहायक होता ह

पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण क पशचात कि धनरावश बच जाती ह उस बचत

रावश का परयोग िविषटय म दीघणकालीन लकषयो जस मकान का वनमाणण वपिल ऋणो का िगतान

करना आवद क वलए हो सकता ह अत एक अछि बजट िारा हम दीघणकालीन वययो हत धनरावश

सगरह कर सकत ह

बजट परिवाि क करलए करवततीय मागयदशयक क रप म कायय किता ह

बजट पररिार क वलए विततीय मागणदशणक का कायण करता ह बजट स हम यह पता चलता ह वक

हमारी आय वकतनी ह और हमन वकतना वयय वकया बजट स हम अनािशयक िसतओ पर वकए

गए वयय क बार म िी पता चलता ह परान बजट स यह िी दखा जा सकता ह वक हमन कि

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विवशि िसतओ पर वकतना वयय वकया बजट स यह पता चलता ह वक हम अपनी आय को अछिी

तरह स उपयोग कर रह ह या नही यह हम िविषटय म बचत करन हत िी सहायता करता ह

बजट जीवन म अकरत आवशयक वतओ क करनधायिण म मदद किता ह

अछिा बजट हम यह वनधाणररत करन म मदद करता ह वक हम अपन जीिन म वकस िसत की

सिाणवधक आिशयकता ह बजट स हम अपनी िासतविक आय का पता चलता ह और अपनी आय

क अनसार ही हम यह वनवशचत करत ह वक हम वकन मदो पर वयय करना ह हम बजट िारा यह

वनवशचत करत ह वक िासति म हम अपनी आय क अनसार वकन मदो को पराथवमकता दनी ह

इसक अवतररकत बजट क अनय लाि िी ह जो वनमन परकार ह

बजट क वनयोजन म पररिार क सिी सदसय वमलकर कायण करत ह वजसस आपस म सहयोग की

िािना उतपनन होती ह

यह सचत वनणणय लन क वलए परोतसावहत करता ह

बजट िविषटय क वलए बचत करन म मदद करता ह

बजट स मनषटय विततीय परशावनयो और वचताओ स मकत रहता ह

बजट िारा पररिार क सगठन की जानकारी परापत हो सकती ह जस पररिार म सदसयो की सखया

आय वलग आवद

77 पाररवाररक बजट म वयय की मखय मद परतयक पररिार की आय आिशयकताए पाररिाररक सतर और वसथवतया विनन होती ह परनत कि

मद परतयक पररिार म समान होती ह आइए इन मदो क विषय म जान

पाररिाररक बजट की मखय मद वनमनवलवखत ह

िोजन

िोजन पाररिाररक बजट का एक महतिपणण मद ह इस मद क अतगणत अनाज फल तल दध घी

मसाल इतयावद पर वकया जान िाला वयय सवममवलत होता ह पररिार क सदसय घर स बाहर होटल

कनटीन आवद म जो िी िोजन करत ह िह वयय िी इस मद म सवममवलत होता ह इस मद म होन

िाला वयय पररिार की आवथणक वसथवत पर िी वनिणर करता ह परतयक पररिार की आय का एक बड़ा

िाग इस मद पर वयय होता ह इसवलए गह परबधक को ऐसा बजट बनाना चावहए वजसस सीवमत

आय म िी पररिार क हर सदसय को पौविक िोजन परापत हो सक

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वसतर

इस मद क अनतगणत पररिार क सदसयो क पहनन क िसतर जत चपपल पद चादर तौवलया इतयावद

पर वयय वकया जाता ह िसतरो की वसलाई का खचण िी इसम सवममवलत वकया जाता ह

आवास

परतयक पररिार अपनी आवथणक वसथवत क अनसार आिास की वयिसथा करता ह वयवकत या तो सिय

क आिास म रहत ह या वकराय क मकान म इस मद म मकान का वकराया मरममत वयय रग-रोगन

वबजली क खचण आवद क वयय सवममवलत होत ह यवद मकान ऋण लकर या वकशतो म वलया गया ह

तो उस रावश की वयिसथा िी इस मद क अनतगणत आती ह

करशकषा

इस मद म विदयालय और विशवविदयालय की पढ़ाई क सिी खच सवममवलत होत ह विदयालय की

फीस वकताबो सटशनरी कमपयटर शवकषक यातराओ िातरािास टयशन आवद पर वकया गया वयय

इसक अनतगणत आता ह

वाथय

इस मद क अनतगणत पररिार क सदसयो क सिासथय स सबवधत वयय जस डॉकटर की फीस दिाई

असपताल शलक आवद सवममवलत वकए जात ह

मनोिजन

मनोरजन पर वकया जान िाला वयय पररिार की आवथणक वसथवत पररिार क सदसयो की उमर वलग

और वशकषा पर वनिणर करता ह इसक अनतगणत वपकवनक टीिी वसनमा नाटक रवडयो

मनोरजनातमक भमण आवद पर वकया जान िाला वयय सवममवलत होता ह

यातायात

इसक अनतगणत परतयक सदसय की यातराओ का वयय सवममवलत वकया जाता ह इसम वनजी और

वयवकतगत िाहन का ईधन मरममत िाहन क रख -रखाि का वयय िी सवममवलत वकया जाता ह

अनय घिल वयय

पररिार को समय-समय पर अनक परकार क वयय करन पड़त ह जस घर का रख-रखाि फनीचर का

खचाण घर की सजािट आवद म वकए गए वयय इस मद म सवममवलत वकए जात ह

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बचत

पररिार म आकवसमक तथा आिशयक वयय जस वििाह बीमारी उछच वशकषा आवद क वलए बचत

करना आिशयक ह पररिार क समसत सदसयो की सिी परकार की आिशयकताओ की पवतण क

पशचात पाररिाररक आय म स जो धनरावश बचती ह उस बचत कहत ह आय का एक वनवशचत िाग

अवनिायण रप स इस मद म डाला जाता ह

अगल खणड म जान स पिण आइए कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 2

1 पाररिाररक बजट की मखय मदो क नाम वलवखए helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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2 सतयअसतय बताइए

a बजट क वनमाणण स पाररिाररक आय का उवचत वितरण होता ह

b बजट अनािशयक वयय को पहचानन और उस कम करन म सहायक होता ह

c बजट हम सचत वनणणय लन क वलए परोतसावहत करता ह d बजट पररिार क वलए विततीय मागणदशणक क रप म कायण करता ह

78 बजट ननमाणर क चरर आइए अब परसतत खणड म हम बजट वनमाणण क चरणो क बार म जान

पाररिाररक बजट का मखय उददशय वयय क विविनन मदो पर पसो क आिटन की योजना बनाना ह

वजसस पाररिाररक लकषयो की परावपत हो सक बजट वनमाणण क वनमनवलवखत नौ चरण ह

1 बजट की समयावकरध का करनधायिण किना

बजट वनमाणण क पहल चरण म बजट की समयािवध को वनधाणररत वकया जाता ह सामानयतः यह

अिवध एक माह की होती ह कयोवक कई परकार क पाररिाररकघरल मदो का िगतान अवनिायण रप

स मावसक करना पड़ता ह जस सकल की फीस वबजली और पानी का वबल इतयावद

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 135

2 पारिवारिक बजट की करनधायरित समयावकरध म करवकरिनन सदयो की आवशयक वतओ व

सवाओ की सची बनाना

पररिार क सदसयो की आिशयक िसतओ ि सिाओ की सची बनात समय यह आिशयक ह वक

इनका िगीकरण वकया जाए पररिार क सदसय कि वनवशचत मदो पर वयय करत ह जस िोजन

कपड़ा वशकषा आवद बजट बनात समय इन मदो क अनरप सची बना लनी चावहए सिी आिशयक

िसतओ को इन शीषणको म वयिवसथत कर लना चावहए इन शीषणको क अनतगणत उपशीषणको का िी

उपयोग वकया जा सकता ह सची बनात समय िसतओ की मातरा िी वनधाणररत कर लनी चावहए इन

शीषणको क उपयोग स बजट बनान म सविधा होती ह

वनमनवलवखत उदाहरण िारा आप इस सची को बहतर तरीक स समझ सकत ह

शीषयक उपशीषयक मारा

िोजन गह आटा

चािल

दाल

दध

चीनी

िसतर पररधान )परतयक वयवकत क(

पररसजजा हत िसतर

जत मोज आवद

आिास वकराया

मरममत वयय

समपवतत कर

रग-रोगन

वशकषा सकल फीस

सटशनरी

वचवकतसा डॉकटर की फीस

दिाईया

मनोरजन घर क अदर मनोरजन

घर क बाहर क मनोरजन

पररिार क सदसयो का जब पवत

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खचण पतनी

पतर

पतरी

िविषटय क वलए बचत

बीमा

विवनयोग

यह सची पररिार क सदसयो क आपसी विचार-विमशण स बनाई जानी चावहए इस सची को बनात

समय पररिार का आकार पररिार क सदसयो की आय बछचो की वशकषा पररिार क मवखया का

वयिसाय पररिार का समाज म सथान आवद का धयान रखा जाना चावहए

3 करवकरिनन मदो पि होन वाल वयय का योग कि बजट पि वयय होन वाली पणय िाकरश का

अनमान लगाना

बजट वनमाणण क इस चरण म परतयक शीषणक क अतगणत आन िाल मद पर वयय की जान िाली रावश

का अनमान लगाया जाता ह अत म सब शीषणको क वययो का योग कर पणण बजट पर होन िाल

कल वयय का परवतशत वनकाला जाता ह परतयक शीषणक क वयय क योग स यह जञात हो जाता ह वक

पररिार इन मदो पर कल वकतना वयय कर रहा ह जस िोजन पर आिास पर आवद मदो की रावश

की जानकारी वनयवमत खरीददारी अथिा अनिि िारा परापत की जा सकती ह

4 आशवत आय (Assured income) औि समिाकरवत आय (Probable income) का

अनमान लगाना

बजट की समायािवध का वनधाणरण करन क बाद उस समय परापत होन िाली आय का अनमान लगाना

चावहए वनवशचत आय और समिावित आय दोनो का अनमान लगाना चावहए और उनह जोड़ लना

चावहए वनवशचत आय क उदाहरण ह ितन समिावित आय क उदाहरण ह बयाज बोनस कमीशन

आवद

5 अनमाकरनत आय (Expected income) औि परताकरवत वयय (Proposed

expenditure) म सतलन थाकरपत किना

यह बजट वनमाणण का सबस महतिपणण चरण ह कयोवक अनमावनत आय और परसतावित वयय म

सतलन क वबना कोई िी बजट पणण ि सफल नही हो सकता वयय की रावश यवद अवधक हो तो

परतयक शीषणक स उन कि िसतओ को हटाया जा सकता ह जो अवत अवनिायण नही ह

बजट म वनमनवलवखत दो विवधयो िारा सतलन परापत वकया जा सकता ह

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(क) उपलबध आय म िवदध करक

आय म िवदध िारा अवतररकत वययो को परा वकया जा सकता ह आय म िवदध हत विविनन तरीक

अपनाय जा सकत ह जस अवतररकत रोजगार (टयशन आवद) करक आय म िवदध हो सकती ह आय

म थोड़ी सी िवदध स सखद पररणाम दख जा सकत ह

(ख) वयय म कटौती करक

वनमनवलवखत तरीको िारा वयय म कटौती की जा सकती ह

कम महग बराडो का परयोग कर महगी िसतओ की अपकषा ससती पर उवचत गणितता िाली

िसतए खरीदनी चावहए

िसतए की थोक म खरीददारी करन स लागत मलय कम लगती ह

रसतरा और कफटररया पर कम वयय करना चावहए घर पर िोजन करना अवधक वकफायती

होता ह

घर म परयोग होन िाल परमख उपकरणो फनीचर आवद पर बजट क अनसार ही वयय करना

चावहए

घर म कायण करन क वलए नौकरो पर वनिणर ना रहत हए घर क कायण सिय कर गह परबनधक बचत

कर सकता ह यह करक गहणी बचत कर सकती ह सामदावयक सविधाओ का लाि लकर िी

वयय म कमी की जा सकती ह

6 बजट का पिीकषण किना

बजट का परीकषण करना उसकी सफलता क वलए एक महतिपणण चरण ह इस चरण म यह सवनवशचत

वकया जाता ह वक बजट को परिािी ढग स वकस परकार लाग वकया जाए बजट का परीकषण

वनमनवलवखत दविकोणो स करना चावहए

बजट िारा पररिार क परतयक सदसय की आिशयकताओ की पवतण होनी चावहए

आकवसमक आिशयकताओ जस घर म शादी मकान खरीदना आवद क वलए बचत होनी

चावहए

बजट वयिहाररक होना चावहए

पाररिाररक बजट का लकषय दीघणकालीन लकषयो को परापत करना होना चावहए

7 बजट का करनयरण

बजट का परीकषण करन क पशचात उस वियावनित वकया जाता ह बजट क वियानियन म वनयतरण

की आिशयकता होती ह इस चरण म यह सवनवशचत वकया जाता ह वक िासतविक रप म वयय बजट

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की रपरखा क अनसार ही वकया जा रहा ह या नही वयय करन स पिण ही बजट की रपरखा को धयान

म रखना चावहए वजसस वयय अवधक ना हो

8 समायोजन

आय-वयय का गलत अनमान लगन आकवसमक घटना तथा पररिार की आिशयकताओ और

रवचयो म पररितणन होन क कारण बजट म समायोजन करना आिशयक हो जाता ह समायोजन की

विया उस समय आिशयक हो जाती ह जब वयय पर वनयतरण नही रखा जाता ह बजट म समायोजन

की पररवसथवत म अवतररकत रावश को विवनयोवजत वकया जा सकता ह

9 वयय का मलयाकन

पररिाररक बजट का मखय उददशय पररिार क लकषयो की परावपत करन क साथ पररिार क सख-

सतोष म िवदध करना िी होता ह मलयाकन क चरण म यह जञात होता ह वक परसतावित बजट क

िारा िावित सनतोष परापत हआ या नही तथा पररिार क समसत सदसयो की आिशयकताए परी हई

या नही मलयाकन स यह िी वनवशचत करना चावहए वक लकषयो की परावपत सनतोषजनक ह या नही

79 एाकजल का उपभोग ननयम सन 1857 म जमणन अथणशासतरी अनसट एवजल न एक आवथणक वसदधानत की सथापना की वजस एवजल

क उपिोग वनयम (Engelrsquos law of consumption) क नाम स जाना जाता ह उनहोन जमणनी म

रहन िाल पररिारो क पाररिाररक बजट का अधययन एि विशलषण वकया और उन पर निीन

अनसधान वकए उनहोन विविनन पररिारो को तीन िगो वनमन मधयम और धवनक िगण म वििावजत

वकया पररिार म वयय होन िाली िसतओ जस िसतर मकान ईधन व शकषा सिासथय आवद क बजट

क अधययन क उपरानत एवजल न कि वनषटकषण वनकाल वजनह हम एवजल क उपिोग क वनयमो क

नाम स जानत ह यह वनयम वनमन ह

जब पाररिाररक आय म िवदध होती ह तब िोजन पर परवतशत वयय कम होता जाता ह और आय

कम होन पर बढ़ता जाता ह

आय म उतार-चढ़ाि होन पर िी िसतरो पर होन िाला परवतशत वयय लगिग समान रहता ह

आय वजतनी िी हो परकाश ईधन एि मकान पर परवतशत वयय समान रहता ह

आय म िवदध होन पर वशकषा सिासथय एि विलावसतापणण िसतओ पर परवतशत वयय बढ़ता ह

तथा आय कम होन पर परवतशत वयय कम हो जाता ह

उपयणकत वनयम स यह सपि होता ह वक आय क बढ़न पर मल आिशयकताओ पर वयय का परवतशत

बढ़ता नही ह िरन िोजन पर वयय की परवतशत की मातरा कम होन लगती ह परनत विलावसतापणण

आिशयकताओ पर वयय का परवतशत आय क बढ़न क साथ-साथ बढ़ता जाता ह

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एकरजल का वयय करसदधानत

ि0

स0

वयय की मद वयय )आय क परकरतशत क रप म( करनषकषय

करनमन वगय मधयम वगय धकरनक वगय

1 िोजन 60 55 50 परवतशत वयय घट रहा ह

2 िसतर 18 18 18 परवतशत वयय वसथर ह

3 मकान 12 12 12 परवतशत वयय वसथर ह

4 ईधन 5 5 5 परवतशत वयय वसथर ह

5 वशकषा सिासथय

मनोरजन इतयावद

5 10 15 परवतशत वयय बढ़ रहा

उपयणकत तावलका म बताए गए वनयम म पहल और पाचि मदो म होन िाली रावश का परवतशत आज

क सदिण म िी उतना ही सही ह वजतना पिण म था आय म िवदध क साथ-साथ िोजन पर वयय की

गई कल रावश घटती ह और व शकषा सिासथय मनोरजन आवद पर वकया जान िाला वयय बढ़ता

जाता ह परनत आज क समय म िसतर मकान ईधन पर वकया जान िाला वयय सिी िगो म एक

समान नही होता आय म िवदध क साथ-साथ इन मदो पर वयय का परवतशत िी बढ़ता जाता ह

एवजल क उपयणकत बजट म बचत क वलए कोई सथान नही ह परनत आज क समय म बचत परतयक

पररिार क वलए अवनिायण ह एक आदशण बजट िह होता ह वजसम बचत को िी सथान वदया जाता

अभयास परशन 3

1 बजट वनमाणण म वकतन चरण होत ह

2 सतयअसतय बताइए

a बजट वनमाणण का पहला चरण आशवसत आय और समिावित आय का अनमान लगाना ह

b एवजल क उपिोग वनयम क अनसार आय म िवदध होन क साथ िोजन पर परवतशत वयय

बढ़ता जाता ह

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c एवजल क उपिोग वनयम क अनसार आय बढ़न पर वशकषा मनोरजन वयवकतगत सिाओ पर

परवतशत वयय म िवदध होती ह

d वयय का मलयाकन करना बजट वनमाणण का अवनतम चरण ह

3 वनमन म स वकस िषण म एवजल न उपिोग वनयम वदया था अ 1844 ब 1857 स 1855 द 1867

710 सारााश ldquoबजटrdquo हमार दवनक जीिन म एक पररवचत शबद ह बजट क िारा हम एक वनवशचत समय क वलए

अपनी पाररिाररक आय का अनमान लगात ह और यह वनणणय लत ह वक उस वकन मदो म और

वकस परकार वयय वकया जाए वजसक फलसिरप पररिार क सदसयो की आिशयकताओ की पवतण हो

सक हम बजट का वनमाणण करत समय इस बात का धयान रखना चावहए वक हम आय स अवधक

वयय ना कर तथा सिणपरथम आिशयक िसतओ पर वयय कर बजट म बचत क वलए िी सथान होना

चावहए कयोवक बचत स ही दीघणकालीन लकषयो की परावपत की जा सकती ह पाररिाररक बजट बनान

क कई लाि ह जस बजट स पाररिाररक आय का उवचत वितरण होता ह यह हम अनािशयक वयय

को पहचानन और उस घटान म सहायक होता ह बजट क िारा हम अपन पररिार क सदसयो क

लकषयो एि आिशयकताओ की परावपत कर सकत ह आवद बजट वनमाणण को पररिार की आय

पररिार का आकार और सरचना पररिार क सदसयो का वयिसाय पाररिाररक जीिन चि क चरण

जस कारक परिावित करत ह हर चरण म अपना महति होता ह हम पाररिाररक बजट का वनमाणण

अपनी पराथवमकता वनधाणररत करत हए धयानपिणक बवदधमतता स करना चावहए इस इकाई म एवजल क

उपिोग वनयम का िी िणणन वकया गया ह वजसक अनसार पाररिाररक आय म िवदध होन क साथ

िोजन पर परवतशत वयय कम होता जाता ह आय म पररितणन होन पर िसतर पर होन िाला परवतशत

वयय समान रहता ह आय क घटन-बढ़न पर िी मकान परकाश तथा ईधन पर परवतशत वयय वसथर

रहता ह और आय बढ़न पर वशकषा सिासथय मनोरजन वयवकतगत सिाओ पर परवतशत वयय म िवदध

नही होती परनत एवजल क इस वनयम म बचत क वलए कोई सथान नही ह परनत ितणमान म एक

सफल बजट िह होता ह वजसम बचत को िी सथान वदया जाता ह

711 पाररभाषिक शबदावली पारिवारिक आय पाररिाररक आय मिा िसतओ सिाओ तथा सतोष का परिाह ह जो

आिशयकताओ ि इछिाओ को पणण करन एि उततरदावयतिो क वनिाणह हत पररिार क अवधकार

म आता ह

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पारिवारिक वयय विविनन साधनो स पररिार को जो आय परापत होती ह उस आय को वकन

िसतओ पर कस कब ि वकतना वयय वकया जाए यही पाररिाररक वयय कहलाता ह

वतन वजन कायो म शारीररक शरम की अपकषा मानवसक शरम लगता ह उसक परवतफल म

वमलन िाली आय को आमतौर पर ितन कहा जाता ह

बयाज पजी क विवनयोग क बदल म जो धन परापत होता ह उस बयाज कहत ह

712 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

1 कग एि रश

2 पाररिाररक आय पररिार क वनधाणररत लकषय पररिार की आिशकताए (ितणमान एि िविषटय)

3 बचत

4 बिर 5 असतय

अभयास परशन 2

1 िोजन िसतर आिास वशकषा सिासथय मनोरजन यातायात अनय घरल वयय बचत

2 सतयअसतय बताइए

a सतय

b सतय

c सतय

d सतय

अभयास परशन 3

1 नौ 2 सहीगलत बताइए

a असतय

b असतय

c सतय

d सतय

3 1857

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713 सनदभण गराथ सची 1 रीना खनजा गह वयिसथा एि गह सजजा वितीय ससकरण अगरिाल पवबलकशन आगरा

2 मज पाटनी एि लवलता शमाण गह-परबध अिम ससकरण सटार पवबलकशन आगरा

3 रीना खनजा गह परबध साधन वयिसथा एि आनतररक सजजा निीनतम ससकरण विनोद

पसतक मवनदर परकाशन

4 MA Verghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management New

Age International Pvt Limited publisher New Delhi

714 ननबनधातमक परशन 1 बजट को पररिावषत कीवजए पाररिाररक बजट क परकारो को विसतारपिणक समझाइए 2 पाररिाररक बजट क लाि समझाइए पाररिाररक बजट म वयय की गई मखय मदो का िणणन

कीवजए

3 बजट वनमाणण की परविया क विविनन चरणो को समझाइए 4 पाररिाररक बजट समबनधी एवजल क वनयमो की विसतारपिणक चचाण कीवजए 5 बजट क वसदधानतो तथा पाररिाररक बजट को परिावित करन िाल कारको पर वटपपणी कीवजए

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इकाई 8 बचत 81 परसतािना

82 उददशय

83 बचत का अथण

831 बचत की पररिाषा

832 बचत एि सचय म अतर

84 बचत का महति

85 बचत वनधाणरण करन िाल कारक

851 बचत करन की कषमता

852 बचत करन की इछिा

853 बचत करन क वलए उपलबध सविधाए

86 बचत एि विवनयोग म अतर

87 पररिार वकतनी बचत कर

88 बचत हत उपयोगी सझाि

89 बचत एि विवनयोग क साधन

810 साराश

811 पाररिावषक शबदािली

812 अभयास परशनो क उततर

813 सनदिण गरनथ सची

814 वनबनधातमक परशन

81 परसतावना मनषटय बहत पररशरम स धनोपाजणन करता ह एि कई इछिाओ का तयाग कर सिय पररिार क िविषटय

क दविगत बचत करता ह बचत आय का िह अश ह वजसका उपयोग वयवकत ितणमान म नही करता

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बवलक उस आय को िविषटय की आिशयकताओ की पवतण हत पथक रख दता ह बचत परतयक

पररिार क वलए महतिपणण ह कयोवक बचत िारा पररिार आवथणक सरकषा एि अनय पाररिाररक लकषयो

को परापत करता ह िोटी-िोटी बचत न किल पररिार अवपत दश क आवथणक विकास क वलए िी

महतिपणण ह बचत का वनधाणरण बचत कषमता इछिा एि सविधा स होता ह राषटरीय अथणवयिसथा

बचत को सीध तौर पर परिावित करती ह बचत क उवचत वयिसथापन हत वनयोजन आिशयक ह

बचत धनरावश म िवदध हत बचत की शीघर शरआत एि उवचत विवनयोग आिशयक ह ितणमान म

बचत क कई साधन उपलबध ह जो हर आय िगण क वलए उपयोगी ह

82 उददशय इस इकाई क अधययन क पशचात आप

बचत क अथण पररिाषा एि महति को जान पाएग

बचत का वनधाणरण करन िाल कारको को समझ पाएग

बचत क सदिण म उपयोगी सझाि स पररवचत हो पाएग तथा

परमख बचत एि विवनयोग क साधनो क समबनध म मल जानकारी परापत कर पाएग

83 बचत का अथण पाररिाररक जीिन की आिशयकताओ दावयतिो एि लकषयो क वनिणहन हत मनषटय को धन की

आिशयकता होती ह वयवकत इन आिशयकताओ की पवतण हत अपनी आय का कि अश ितणमान म

वयय न कर उस िविषटय की आिशयकताओ की पवतण हत शष रख लत ह यह शष धनरावश उस

वयवकत की बचत होती ह वकसी िी वयवकत अथिा पररिार क वलए बचत का विशष महति ह सिय

िारा की गई बचत क कारण वयवकत पररिार की विविनन आकवसमक आिशयकताओ एि खचो की

पवतण करन म सकषम रहता ह यवद वयवकत क पास पयाणपत धनरावश बचत क रप म उपलबध न हो तो

उस अपनी आिशयकताओ की पवतण हत ऋण लना पड़ता ह बचत वयवकत को आवथणक सरकषा परदान

करती ह पाररिाररक जीिन चि क परतयक चरण हत बचत महतिपणण ह आवथणक रप स सरवकषत

मनषटय ऋण चकान की वचता स मकत रहता ह िह िविषटय म आन िाली आिशयकताओ पर होन

िाल वयय क वलए पिण स ही तयार रहता ह बचत आय का िह अश ह वजसका वयय ितणमान म

नही वकया जाता अवपत उतपादक क रप म िविषटय म उपयोग हत शष रख वलया जाता ह

831 बचत की परििाषा

बचत को विविनन शोधकताणओ िारा विविनन तरीको स पररिावषत वकया गया ह

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िमाण एि दशपाणड क अनसार ldquoबचत मनषटय की आय का िह िाग ह जो ितणमान आिशयकताओ

की पवतण म उपयोग नही वकया जाता िरन िविषटय क उपयोग क वलए समझ बझकर उतपादक क रप

म अलग रख वदया जाता ह और सपवतत को पजी का सिरप वदया जाता हrdquo

ज0 एम0 क ज न बचत को पररिावषत करत हए कहा ह वक ldquoितणमान आय क ितणमान उपिोगवयय

पर आवधकय को बचत कहा जाता हrdquo

832 बचत एव सचय म अति

अथणशावसतरयो क अनसार बचत तथा सचय म अतर होता ह बचत आय का िह िाग ह जो उतपादक

रप म सरवकषत रखा जाता ह उदाहरण क वलए बक डाकघर मयछिल फड आवद म वनिश वकया

गया धन उतपादक रप म बचत ह समय क साथ इस धनरावश म बयाज सिरप िवदध होती ह तथा

यह पजी दश म पजी वनमाणण हत परयोग म लाई जा सकती ह इस परकार बचत वयवकत एि राषटर दोनो

क वलए वहतकारी एि उपयोगी ह

बचत क विपरीत सनदक अथिा लॉकर म बद धन सचय की शरणी म आता ह वजस एक जगह

इकटठा कर रख वदया जाता ह इस धन म वकसी परकार की िवदध नही होती ह यह पजी राषटर वनमाणण

एि अनय उतपादक कायो म िी नही लगाई जा सकती ह यह धन ितणमान अथणवयिसथा स पथक

अनतपादक रप म सगरवहत रहता ह

वयवकत अथिा पररिार क वलए यह महततिपणण ह वक िह आय का कि अश बचत सिरप रख

पररिार को बजट बनाकर योजनाबदध तरीक स वयय करना चावहए तथा आय का कि अश िविषटय

म उपयोग हत बचत सिरप रखना चावहए ितणमान समय म बढ़ती महगाई क दौर म पररिारो क

वलए बचत करना कवठन होता जा रहा ह यदयवप बचत हत उपलबध उपिमो म िवदध हई ह

84 बचत का महतव इस इकाई म अब तक आप बचत क अथण एि बचत तथा सचय म अतर स पररवचत हो चक ह

इकाई क इस िाग म हम बचत क महति स पररवचत होग परतयक पररिार क वलए बचत का विशष

महति ह आइए बचत क महति समबनधी कि वबदओ पर चचाण कर

बचत वयकरि अथवा परिवाि को आकरथयक सिकषा परदान किती ह

बचत वयवकत को िविषटय की अवनवशचताओ क दविगत आवथणक सरकषा परदान करती ह िविषटय म कई

कारणो जस दघणटनावयिसाय म घाटा नौकरी िट जाना आवद कारणो स पररिार को विषम आवथणक

वसथवतयो का सामना करना पड़ सकता ह ऐसी पररवसथवतयो म वयवकत िारा की गई बचत ही उसक

तथा उसक पररिारजनो क काम आती ह कोई िी बचत न होन पर पररिार को िारी बयाज दरो पर

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ऋण लना पड़ सकता ह अथिा कोई वपरय िसत बचनी पड़ सकती ह किी-किी ऋण िी आसानी

स उपलबध नही होता ह वनयवमत बचत स पररिार पिण स ही िविषटय म आन िाली

आकवसमकताओ क वलए कि हद तक आवथणक रप स तयार रहत ह पररिार क वलए आवथणक

सरकषा अतयनत महतिपणण ह आवथणक रप स असरवकषत पररिार क सदसय सदि तनािगरसत रहत ह

आवथणक असरकषा कई विपवततयो का कारण बन सकती ह बचत आवथणक असरकषा को कम कर

पररिार को विषम पररवसथवतयो म सहारा दती ह इसक अवतररकत वयवकत िारा की गई बचत उसक

पररिार को जीिन क बाद क पड़ािोिदधािसथा म िी आवथणक सरकषा परदान करती ह िदधािसथा म

सिावनिवत क उपरात सतत आय म कमी आ जाती ह इस अिसथा म वयवकत की बचत उसक वलए

बहत उपयोगी वसदध होती ह इसक िारा वयवकत सिय क वचवकतसा वयय को िहन कर सकता ह तथा

उस आवथणक रप स वकसी पर आवशरत नही होना पड़ता ह बचत क कारण िदध वयवकत आवथणक रप

स आतम वनिणर रहत ह ितणमान म सिासथय सविधाओ एि तकनीकी कषतर म परगवत क कारण मनषटय

क जीिन अिवध काल म िवदध हई ह दीघण आय म वयवकत की बचत उसक बहत उपयोगी होती ह

बचत अनावशयक वयय पि परकरतबध लगान म सहायक ह

वयवकत यवद अपनी आय का एक िाग बचत क रप म पथक रख लता ह तो उसक पास ितणमान

वयय हत उपलबध कल धनरावश म कमी आ जाती ह ऐसी वसथवत म वयवकत सिय क पास उपलबध

धनरावश को सोच विचार कर वयय करता ह िह वसफण आिशयक िसतओ एि सिाओ पर वयय

करता ह वयवकत अथिा पररिार उपलबध धन को बजट बना कर सझ-बझ स वयय करत ह ऐसी

वसथवत म अनािशयक वयय एि वफजलखची पर परवतबध लग जाता ह

बचत आय म वकरदध का साधन ह

बचतकतताण सिय िारा की गई बचत को डाकघर बक आवद उपिमो म सरवकषत रख दत ह वजस पर

उनह बयाज अथिा लािाश परापत होता ह यह लािाश िी आय का एक सिरप ह जो वयवकत को

बचत वकए गए मलधन पर परापत होता ह बचत उपिम म मलधन यथाित सरवकषत रहता ह बचत

उपिमो म वयवकत विशष िारा की गई िोटी-िोटी बचत क कारण बड़ी पजी का वनमाणण होता ह

इस पजी को बक उदयोगपवतयो को ऋण क रप म परदान करता ह वजसस पनः पजी वनमाणण का कायण

सिि होता ह

बचत दवािा आय-वयय की असमानता को समाि किना सिव ह

कई पररिारो की आय सतत रप स परवतमाह अथिा परवतिषण समान नही होती ह उदाहरण क वलए

वयिसायी अथिा उदयोगपवतयो को किी अवधक आय परापत होती ह तथा किी अवजणत आय म कमी

आ जाती ह ऐसी वसथवत म बचत का आय-वयय की असमानता को समापत करन म विशष महति ह

कम आय अिवध काल क खचो का िहन वयवकत अपनी बचत स कर सकता ह आय-वयय

असमानता पाररिाररक जीिन चरक की विविनन अिसथाओ म िी दखी जा सकती ह सामानयतः

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पाररिाररक जीिन चरक की परथम अिसथा म वयय कम होता ह एि बचत करना सिि होता ह

पाररिाररक जीिन म बछचो क बड़ होन पर उनकी उछच वशकषा वििाह आवद पर अवधक वयय

करना पड़ता ह यह िी सिि ह वक इस अिसथा म पररिार की आय म विशष िवदध न हई हो इस

अिसथा म अपवकषत बड़ वयय का िहन वयवकत पररिार पिण म सिय क िारा की गई बचत क माधयम

स सिि कर पात ह उपरोकत दोनो उदाहरणो स सपि होता ह वक बचत क िारा आय-वयय की

असमानता को समापत करना सिि ह

दीघयकालीन उददशयो की पकरतय हत बचत

परतयक पररिार क कि दीघणकालीन उददशय एि लकषय होत ह जस बछचो की उछच वशकषा आिासीय

िवम िय करक आिास का वनमाणण करिाना बछचो का वििाह आवद ऐस दीघणकालीन लकषय बड़

एि सथाई होत ह इनकी पवतण हत अवधक धन की आिशयकता होती ह पररिार इस परकार की

धनरावश की वयिसथा बचत क माधयम स ही कर पात ह वनमन एि मधयम आय िाल पररिारो को

इन लकषयो को पणण करन क वलए लगातार िोटी-िोटी बचत करनी पड़ती ह कालातर म पयाणपत

बचत हो जान पर ही ि इन लकषयो की पवतण हत आवथणक रप स सवनवशचत हो सकत ह

करकसी करवशष वत को िय किन हत की गई बचत

वयवकत अथिा पररिार विलावसता एि सविधा परदान करन िाली िसतओ को िय करन की इछिा

रखत ह जस कार कलर ए0सी0 कमपयटर सचार क आधवनक माधयम जस मोबाइल टबलट

एि आधवनक टीिी घरल शरम एि समय की बचत करन िाल उपकरण जस वफरज िकयम कलीनर

माइिोिि अिन िॉवशग मशीन आवद इनक उपयोग स पररिार कई कायण अपनी सविधानसार

समपनन कर सकत ह एि सिय का मनोरजन कर सकत ह आधवनक यतरो का परयोग पररिार क रहन-

सहन क उछच सतर को दशाणता ह इनह िय करन क वलए िी वयवकत को बचत करनी पड़ती ह

आइए कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 बचत वयवकत को परदान करती ह 2 सचय क विपरीत बचत म धन को क रप म रख वदया जाता ह 3 बचत पर परवतबध लगान म सहायक ह 4 बचत की रावश पर वयवकत को परापत होता ह 5 बचत िारा की असमानता को समापत करना सिि ह

आइए अगल खणड म हम बचत को वनधाणररत करन िाल कारको पर जानकारी ल

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85 बचत का ननधाणरर करन वाल कारक बचत की मातरा तीन परमख कारको िारा वनधाणररत होती ह यह कारक वनमनवलवखत ह

(1) बचत करन की कषमता

(2) बचत करन की इछिा

(3) बचत करन क वलए उपलबध सविधाए

परतयक क बार म विसतारपिणक चचाण कर

851 बचत किन की कषमता

वकसी वयवकत अथिा पररिार िारा की गई बचत को सवनवशचत करन क वलए यह जानना आिशयक ह

वक उनम बचत करन की वकतनी कषमता ह पररिार िारा अवजणत आय सीध तौर पर बचत कषमता को

परिावित करती ह यवद पररिार की आय बहत कम ह एि यवद ि सिय की आय िारा मातर अपनी

मल आिशयकताओ की ही पवतण कर पात ह तो ऐसी वसथवत म पररिार िारा वकसी िी परकार की

बचत कर पाना सिि नही ह पररिार िारा अवजणत समसत आय उनकी मल आिशयकताओ की पवतण

हत ही वयय हो जाती ह और बचत क वलए कोई धनरावश शष नही रहती अनय पररवसथवतयो जस

पररिार का अपनी आमदनी स अवधक वयय करना ऐसी वसथवत होन पर िी बचत सिि नही हो

पाती ह अवधक आय अवजणत करन िाल धनी वयवकतयो क पास कि अवनिायण आिशयकताओ एि

सिाओ का उपयोग करन क उपरात िी काफी धन शष रहता ह वजस िह बचत क रप म रख

सकत ह वनधणन वयवकत क वलए बचत करना कवठन होता ह कयोवक उनकी अवधकाश आय किल

मल आिशयकताओ की पवतण म ही वयय हो जाती ह सिािाविक ह वक वनधणन वयवकत वक अपकषा

धनी वयवकत की बचत करन की कषमता अवधक होती ह

वकसी राषटर क नागररको की बचत करन की कषमता राषटर क आवथणक िातािरण पर वनिणर करती ह

यवद दश की अथणवयिसथा परगवत की ओर अगरसर ह एि परवत वयवकत आय म िवदध हो रही ह तो िहा

क नागररको की बचत करन की कषमता म िवदध होती ह इसक अवतररकत यवद दश म धन का

अतयवधक असमान वितरण ह तो किल धनी वयवकत ही बचत कषमता योगय होग एि वनधणन वयवकत

की बचत कषमता नयनतम होगी विकवसत दशो म उननत तकनीक क परयोग क कारण परायः दश की

अथणवयिसथा अछिी वसथवत म होती ह इस कारण िहा क नागररको की आय अवधक होती ह तथा

बचत करन की कषमता िी अवधक होती ह दश की कर परणाली िी वयवकत की बचत कषमता को

परिावित करती ह यवद दश की जनता को िारी कर दना पड़ता ह तो उनक पास बचत करन योगय

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उपलबध धनरावश कम होगी एि दशिावसयो की बचत करन की कषमता विपरीत रप स परिावित

होगी

यवद कोई दश विकास कायो हत अपन पराकवतक ससाधनो का उवचत परकार स दोहन एि उपयोग

करता ह तो िहा क नागररको क आवथणक विकास म उपलबध सविधाओ म एि परवत वयवकत आय म

िवदध होती ह वजसस सितः ही नागररको की बचत करन की कषमता म िवदध होती ह

सकषप म हम कह सकत ह वक बचत करन की कषमता वनमनवलवखत कारको पर वनिणर करती ह

पररिार िारा अवजणत आय

राषटर का आवथणक िातािरण

राषटर की कर परणाली

राषटर क पराकवतक ससाधनो का उवचत उपयोग

852 बचत की इचछा

वकसी िी कायण अथिा लकषय की पवतण हत उसक परवत इछिा होना आिशयक ह इसी परकार वयवकत

तिी बचत करगा जब उसम बचत करन की इछिा हो वयवकत म बचत की इछिा कई कारणो स हो

सकती ह जस आवथणक सरकषा पाररिाररक परम सचयी सििाि िािी आिशयकताए सामावजक

परवतषठा परापत करन हत आवद कारणो स वयवकत म बचत करन की इछिा जागत होती ह

आकरथयक सिकषा आवथणक सरकषा की इछिा सिी पररिारो म होती ह आवथणक रप स सरवकषत

पररिारो क वलए कई लकषयो एि आिशयकताओ की पवतण करना सिि होता ह ि आवथणक रप स

तनािगरसत नही रहत ह आवथणक सरकषा परापत करना वयवकत म बचत की इछिा जागत करता ह

पारिवारिक परम वयवकत अपन पाररिाररक सदसयो स परम क कारण उनकी आिशयकताओ एि

इछिाओ की पवतण करन वलए बचत करता ह

सचयी विाव कई वयवकत अपन सििाि क कारण ही सचयी अथिा कजस होत ह वजस कारण

ि धन की बचत करत ह ऐस वयवकत कई बार अपनी आिशयकताओ को अनदखा करक िी बचत

करत ह अपन सचयी सििाि क कारण उनकी बचत करन की इछिा एि परिवतत परबल होती ह

िावी आवशयकताए िविषटय म आन िाली आिशयकताओ की पवतण करन हत मनषटय बचत

करता ह िविषटय म कई आिशयकताए अचानक ही उतपनन हो सकती ह अथिा कि

आिशयकताओ का मनषटय को पिाणिास रहता ह िािी आिशयकताओ की पवतण मनषटय म बचत

करन की इछिा उतपनन करती ह

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सामाकरजक परकरतषठा पराि किन हत समाज म धनी िगण क वयवकतयो को उछच सामावजक परवतषठा

परापत होती ह समाज म परवतषठा पान की इछिा स िी मनषटय बचत करत ह

सकषप म बचत की इछिा क कारक वनमन सचीबदध ह

आवथणक सरकषा

पाररिाररक परम

सचयी सििाि

िािी आिशयकताए

सामावजक परवतषठा परापत करना

853 बचत किन क करलए उपलबध सकरवधाए

दश क नागररक बचत कर इसक वलए यह आिशयक ह वक दश म बचत करन क वलए सविधाए

उपलबध हो यवद दश म बचत करन क वलए उपयकत पयाणपत सविधाए योजनाए उपलबध न हो तो

दश क नागररक पयाणपत बचत नही कर पाएग ि बचत करन क वलए परररत नही होग ि जो िी धन

एकवतरत करग िह अनतपादक रप म शष रह जाएगा इसका परिाि दश की परगवत एि विकास पर

िी पड़गा दश क उदयोगो को ऋण सिरप पयाणपत पजी उपलबध नही होगी दश क नागररको म बचत

की परिवतत हो इसक वलए दश म वनमनवलवखत सविधाओ एि पररवसथवतयो का होना आिशयक ह

दश म सिकरकषत एव शाकरतपणय वाताविण बचत करन क वलए दश का िातािरण सरवकषत एि

शात होना चावहए यवद दश म यदध आतकिाद आपातकाल पराकवतक आपदाए लट चोरी

डकती आवद घटनाए आम हो एि दश म अशावत ि अवसथरता का िातािरण हो तो िहा क

नागररक अपन धन क परवत असरवकषत महसस करग ि बचत की अपकषा ितणमान म धन क उपयोग

को अवधक उपयोगी समझग

सदढ़ अथयवयवथा दश क नागररको म बचत को परररत करन क वलए यह आिशयक ह वक दश

की अथणवयिसथा सदढ़ हो राषटरीय मिा मलय म बहत अवधक उतार-चढ़ाि नही होना चावहए तथा

उसम वसथरता होनी चावहए अनयथा नागररक राषटरीय मिा परणाली म विशवास नही रखग बचत क

वलए यह आिशयक ह वक अथणवयिसथा सदढ़ हो बाजार सवयिवसथत हो एि िहा घोटाल न हो

ऐसी घटनाए विवनयोगकताण म असरकषा की िािना उतपनन करती ह

महगाई दि म कमी यवद दश म महगाई बहत अवधक हो तो दश क नागररको की अवधकाश आय

अपनी आिशयकताओ की पवतण म वयय हो जाएगी उनक पास बचत योगय कोई धन शष नही रहगा

दश म िसतओ एि सिाओ का अवधक महगा होन क कारण दश क नागररक चाह कर िी बचत

नही कर पाएग इसवलए बचत क वलए यह आिशयक ह की महगाई दर बहत अवधक न हो

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बचत हत उपलबध साधन दश की जनता बचत कर सक इसक वलए यह आिशयक ह की उनह

बचत क वलए पयाणपत सरवकषत साधन एि बचत योजनाए उपलबध हो जस बक डाकघर बीमा

विशवसनीय औदयोवगक इकाइयो क अश पतर आवद गरामीण कषतरो म कई बार बचत योगय साधन

उपलबध नही होत ह वजसक कारण गरामीण वयवकत घरल बचत नही कर पात ह ि अपनी बचत पर

लाि परावपत स िवचत रह जात ह बचत हत विवनयोग क उवचत साधनो का उपलबध होना अवत

अवनिायण ह

योगय एव सिल उदयमी समवचत बचत एि विवनयोग को परोतसावहत करन क वलए यह आिशयक

ह वक दश म योगय एि सफल उदयमी पयाणपत पजी वनमाणण का कायण कर उदयवमयो की िरोसमद

कमपवनयो क अश पतरो म विवनयोग करन म जनता रवच लगी एि बचत परोतसावहत होगी परायः कम

विकवसत दशो म उदयमी बड़ जोवखम उठान स डरत ह इस कारण राषटरीय पजी वनमाणण एि बचत

परिावित होती ह

जनता पि अतयकरधक कि िाि न हो यवद दश की जनता अतयवधक कर चका रही हो तो उनकी

बचत कषमता परिावित होगी अतयवधक कर चकान क कारण वयवकतयो क पास बचत योगय कम धन

रावश शष रह जाएगी िारत म जनता कई परकार क परतयकष एि अपरतयकष कर चकाती ह इन करो को

िहन करन म जनता की आय का एक बड़ा िाग वयय हो जाता ह एि उनकी बचत कषमता कम हो

जाती ह

गरामीण बचत हत करवशष परयास गरामीण कषतर क वयवकतयो म बचत को परोतसावहत करन क वलए

यह आिशयक ह वक गरामीण कषतरो म बक डाकघर आवद की सविधाए परदान की जाए गरामीणो म

अछिी बचत कषमता होती ह इस तथय को धयान म रख कर गरामीण कषतरो म बको की नई शाखाए

खोली जानी चावहए ऐसा करन स गरामीणो म बचत को परोतसाहन वमलगा

बचत उपिम का अचछा लािाश परदान किना यवद बचत स अछिा लािाश (बयाज) परापत

होगा तो वयवकत बचत करन म रवच लग लािाश परापत करन क वलए ि अवधक मातरा म बचत करग

बचत पर उछच बयाज दर होन स बचत को परोतसाहन वमलता ह

सकषप म हम कह सकत ह वक बचत को परोतसावहत करन क वलए वनमन सविधाओयोजनाओ की

उपलबधता जररी ह

दश म सरवकषत एि शावतपणण िातािरण

सदढ़ अथणवयिसथा

महगाई दर म कमी

बचत हत उपलबध साधन

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योगय एि सफल उदयमी

जनता पर नयनतम कर िार

गरामीण बचत हत विशष परयास

बचत उपिम का अछिा लािाश परदान करना

आइए अब जान वक बचत एि विवनयोग म कया अतर ह

86 बचत एवा षवननयोग म अनतर बचत

जब हम अपन धन को सरवकषत रखन क वलए वकसी सरवकषत योजना अथिा उपिम का चनाि करत

ह तो यह धन की बचत कहलाता ह यह बचत की परचवलत अिधारणा ह बचत क वलए हम जमा

खाता वनवशचत अिवध खाता आिती जमा खाता या वकसी अनय परमाणपतर परदान करन िाली बचत

योजनाओ का चनाि कर सकत ह इस परकार की गई बचत म मल धन रावश सरवकषत रहती ह परनत

लमबी अिवध म इस बचत पर बयाज कम परापत होता ह सिय की बचत पर अवधक लािाश परावपत क

वलए यह आिशयक ह की सारा धन एक ही बचत उपिम म न वनिश वकया जाए हम धन वनिश

करन क वलए अनय उपयकत योजनाओ एि सविधाओ पर िी विचार करना चावहए िह बचत वजसम

जोवखम कम होता ह िह आकवसमक खचो को िहन करन म बहत उपयोगी वसदध होती ह उदाहरण

क वलए यवद पररिार म अचानक वकसी को उपचार की आिशयकता हो अथिा वकसी महग

उपकरण की मरममत करिानी हो आवद

करवकरनयोग

जब हम धन क वनिश क वलए अवधक जोवखम िर बचत उपिमो जस अश पतरो मयछिल फड

आवद का चनाि करत ह ऐसी वसथवत म साधारणतया हम धन का विवनयोग करत ह इस परकार क

वनिश म जोवखम अवधक होन क कारण यह सिािना िी सदि रहती ह वक वयवकत को लाि की

अपकषा मल धन की हावन िी हो सकती ह इसक साथ ही यह सिािना िी होती ह वक वयवकत को

अवधक लािाश परापत हो

बचत एव करवकरनयोग हत उपलबध उपिम

बचत क उपिम करवकरनयोग क उपिम

बचत खात

परमाण पतर परदान करन िाली अनय बचत

योजनाए

अश पतर

बॉनडस

मयछिल फड

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अचल समपवतत - सोना चादी आवद

87 पररवार करकतनी बचत कर यह परशन परतयक पररिार क वलए महतिपणण ह वकतनी बचत की जानी चावहए यह इस बात पर वनिणर

करता ह वक पररिार क लकषय कया ह पररिार क समकष सदि कि लघ अिवध एि कि दीघण

अिवध सथायी लकषय होत ह जस िॉवशग मशीन िय करना एक लघ अिवध लकषय ह एि अपनी

िदधािसथा या सिा वनिवतत हत बचत करना एक दीघणकालीन लकषय ह पररिार क समकष समय-समय

पर कि आकवसमक वयय िी आत रहत ह वजनकी पवतण क वलए िी कि बचत अिशय होनी चावहए

पररिार अपन लकषयो को सचीबदध कर पिण स ही उन पर होन िाल अनमावनत वयय की गणना कर

सकत ह इस परकार पिण म ही लकषय परावपत पर होन िाल वयय का आकलन वकया जा सकता ह

तदपरानत वयवकत को यह अनमान लगाना चावहए वक इस अनमावनत रावश को एकवतरत करन क वलए

उस परवतमाह वकतनी बचत करनी चावहए परवतमाह िोटी-िोटी बचत कर वयवकत लवकषत धनरावश

जमा कर सकता ह पररिार को सिय क वलए एक बचत रावश का लकषय वनधाणररत करना आिशयक

ह कई बार इस परविया म पररिार को यह अनिि होता ह वक ि पयाणपत बचत नही कर पा रह ह तब

यह आिशयक हो जाता ह वक पररिार पनः अपनी वसथवत का अिलोकन कर ि वनमनवलवखत म स

वकसी एक विकलप को चन सकत ह

लकषयो का पनः अिलोकन कर

वयय कम कर

बचत अिवध म िवदध कर

अपनी आय म िवदध कर

बचत हत उपरोकत विकलपो म स दो अथिा तीन विकलपो का एक साथ परयोग वकया जा सकता ह

परतयक पररिार क आकार लकषयो एि वयय करन की परिवत म अनतर होता ह इस कारणिश एक

पररिार वकतनी बचत कर यह एक वयवकतगत परशन ह पररिार क लकषयो की पवतण हत वकतनी बचत की

आिशयकता होगी यह उस पररिार क सदसयो को सिय वनधाणररत करना पड़ता ह कि विशषजञो क

अनसार वयवकत को अपनी आय का कम स कम 20 परवतशत िाग बचत क रप म सरवकषत रखना

चावहए इसी आय क शष 50 परवतशत िाग स मल आिशयकतो की पवतण एि 30 परवतशत स अनय

ऐवछिक वययो की पवतण की जानी चावहए

एक अछिी बचत हत कया-कया उपयोगी सझाि हो सकत ह आइए जान

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88 बचत हत उपयोगी सझाव वनमन वदए गए सझाि बचत क वलए उपयोगी वसदध हो सकत ह

बचत की शरआत शीघर कि बचत करन क वलए वकसी विशष वदन का इतजार करन की

आिशयकता नही होती ह और न ही यह आिशयक ह वक आप बचत एि वनिश क कषतर म विशषजञ

हो बचत की शरआत शीघर कर परतयक माह कि न कि बचत अिशय कर िोटी-िोटी बचत स

एक बड़ लकषय को परापत वकया जा सकता ह वयवकतयो को अपन बछचो म िी बचत करन की आदत

डालनी चावहए आवथणक सरकषा परापत करन का उपाय ह वक लमबी अिवध क वलए सतत बचत की

जाए तथा इसकी शरआत शीघर की जाए

वयय किन स पवय बचत कि सफल वनिशक िारन बफ (Warren Buffet) क अनसार वयय

करन स पिण बचत क विषय म अिशय सोच बचत क उपरानत आय म स जो धन शष रह किल उस

वयय कर इस उददशय की पवतण हत हम बक म परतयक माह आिशयक रप स एक वनवशचत धनरावश

चयवनत उपिम जस आिती जमा खाता वससटमवटक इनिसटमट पलान आवद म वनिश कर द

वनिश इस परकार का होना चावहए जहा स धन पनः परापत करन की परविया आसान न हो

माकरसक वयय क करलए एक बजट बनाए अपन मावसक वयय को वनयवतरत करन क वलए एि

बचत योगय धन जटान क वलए अपना मावसक बजट बनाए एि उसक अनरप वयय कर जहा तक

सिि हो वनधाणररत बजट का पालन कर

अनावशयक वयय किन स बच बचत करन क वलए यह आिशयक ह वक हम अनािशयक वयय

पर परवतबध लगाए ितणमान म िारतीय शहरी पररिश म बहत पररितणन आया ह बाजार म उपिोकता

को लिान क वलए कई परकार की िसतए उपलबध ह कई बार उपिोकता लालच अथिा तातकावलक

परलोिन क कारण कि ऐसी िसतओ को िय कर लत ह वजनकी उनह आिशयकता नही होती ह

इस परकार धन की वयथण बबाणदी होती ह साथ ही उपिोकता की बचत िी परिावित होती ह बचत म

िवदध करन क वलए यह आिशयक ह वक हम अनािशयक वयय करन की परिवतत स बच

िकरडट काडय का परयोग कम कि ितणमान समय म कई परकार क वबलो आवद क िगतान इटरनट

क माधयम स ऑनलाइन करन पड़त ह वजसक वलए िवडट काडण की आिशयकता होती ह नगद

िगदान क विपरीत िवडट काडण स िगतान करत समय िासतविक वयय का पता नही चलता ह

िवडट काडण स वकए गए वयय पर बयाज का िगतान िी अवधक वकया जाता ह इसवलए यह

आिशयक ह वक िवडट काडण का परयोग सोच विचार कर वकया जाए

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 155

अतयकरधक बयाज लन वाल ऋण का िगदान शीघर कि यवद आपन वकसी कारणिश कोई ऐसा

ऋण वलया हो वजसक वलए आपको अतयवधक बयाज चकाना पड़ रहा हो तो ऐस ऋण को

पराथवमकता द तथा शीघर चकान का परयास कर अतयवधक बयाज क कारण आय का एक बड़ा िाग

इस परकार क ऋण चकान म वयय हो जाता ह एि बचत क वलए कि िी शष नही रहता ह यवद दीघण

अिवध तक ऋण यथाित रह तो आवथणक परशानी का कारण बन सकता ह बचत करन क वलए यह

आिशयक ह वक ऋण क बोझ स शीघर िटकारा पा वलया जाए

बचत एव करवकरनयोग क साधनो म करवकरवधता िख विवनयोग क विशषजञो का यह मत ह वक

बचत एि विवनयोग क साधनो क चनाि म विविधता होनी चावहए इसका अथण यह ह वक सारा धन

एक ही परकार की योजना अथिा बचत उपिम म वनिश न वकया जाए सिी परकार क वनिश म

वकसी न वकसी परकार का जोवखम अिशय रहता ह यवद वनिशक िारा बचत उपिम जहा वनिशक

की बचत का सारा धन एकवतरत ह म घाटा हो तो वनिश वकए गए मल धन की िी हावन हो सकती

ह लाि की वसथवत क विपरीत िह सिय को आवथणक सकट की वसथवत म पायगा ऐसी वसथवत स

बचन क वलए आवथणक विशषजञो का सझाि ह वक समपणण धनरावश एक सथान पर न लगाई जाए

बचत एि विवनयोग क साधनो क चनाि म विविधता का धयान अिशय रखना चावहए

मलधन की सिकषा सकरनकरित कि बचत अथिा विवनयोग क साधनो क चनाि म सािधानी रख

वकसी िी योजना म वनिश करन स पिण इस परशन पर अिशय विचार कर वक कया इस योजना म वनिश

सरवकषत ह कि साधनो म लाि का परवतशत अवधक होता ह परनत इस परकार क साधनो म जोवखम

िी अवधक होता ह वयिसावयक इकाईयो क अश परवतिवतयो मयचअल फड आवद खरीदन म

जोवखम अवधक रहता ह इनम वनिश करन स पिण यह आिशयक ह वक इन अशो एि परवतिवतयो

की साख परकवत आवथणक वसथवत पर समपणण जानकारी परापत की जाए इनक समबनध म परापत

जानकारी एि समबवनधत जोवखम पर विचार करन क उपरानत ही वनणणय ल वयवकत धन अवजणत करन

म बहत महनत करता ह कई इछिाओ का तयाग कर िह बचत कर पाता ह इसवलए यह आिशयक

ह वक वयवकत अपनी महनत की कमाई को सरवकषत रख एि कही िी वनिश करन स पिण यह िली

परकार सवनवशचत कर वक इस वनिश म उनका मलधन सरवकषत रहगा वजन वनजी वयिसावयक इकाईयो

की साख अछिी नही होती ह उनम वनिश करन म जोवखम अवधक रहता ह और पसा डब जान का

िय सदि बना रहता ह इनकी अपकषा सरकारी बचत योजनाओ परवतिवतयो म धन की सरकषा का

िाि अवधक होता ह

साधन की वयवथा म सकरवधा बचत एि विवनयोग क साधनो का चनाि करत समय यह दख ल

वक वनिश परविया एि वयिसथा अतयवधक जवटल न हो कई बार वनिश वयिसथा की जवटलता क

कारण वनिशक का उस साधन म बन रहना कवठन हो जाता ह ि साधन वजनकी वयिसथा परविया

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अपकषाकत सरल होती ह को अपनाना वनिशक क वलए आसान होता ह इसम समय शरम एि धन

की िी बचत होती ह

आइए इन सझािो पर सकषप म दवि डाल

बचत की शरआत शीघर कर

वयय करन स पिण बचत कर

मावसक वयय क वलए बजट बनाए

अनािशयक वयय स बच

िवडट काडण का परयोग कम कर

अतयवधक बयाज लन िाल ऋण का िगदान शीघर कर

मलधन की सरकषा सवनवशचत कर

बक एि विवनयोग क साधनो म विविधता रख

साधन की वयिसथा म सविधा सवनवशचत कर

अब हम बचत एि विवनयोग क साधनो क बार म जानग

89 बचत एवा षवननयोग क साधन बचत एि विवनयोग हत कई साधन उपलबध ह कि साधन सरकारी कषतर क अनतगणत आत ह तथा

कि साधन वनजी वयिसावयक परवतषठानो िारा उपलबध कराय जात ह सिी परकार क साधनो म धन

को उतपादक रप म रखा जाता ह सरकारी बचत साधनो म कि साधन ऐस िी ह जो गरामीण एि

वनमन आय िगण की बचत को परोतसावहत करन क वलए विशष रप स उपलबध कराए जात ह बचत

विवनयोग क परमख साधन वनमनवलवखत ह

1 बक 2 डाकघर 3 बीमा 4 यवनटस 5 अशशयर

6 ऋण पतर

आइए इन पर विसतारपिणक चचाण कर

1 बक बचत क साधनो म सिाणवधक परचवलत साधन बक ह बचत क वलए बक की सविधाओ

का परयोग अपकषाकत सरल होता ह राषटरीय बक म बचत करन स मलधन सरवकषत रहता ह यदयवप

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बयाज अवधक परापत नही होता ह िारत सरकार िारा आजादी क बाद 14 बको को राषटरीयकत वकया

गया ितणमान म इनह पवबलक सकटर बको क नाम स जाना जाता ह िारत म 27 पवबलक सकटर

बक एि 21 वनजी बक कायणरत ह वयवकत धन की बचत हत अनय योजनाओ की अपकषा बक का

चनाि अवधक करत ह इसका मखय कारण यह ह वक बक म धन की सरकषा तरलता एि वयिसथा

म सविधा अवधक परापत होती ह बक म धन जमा करन क वलए परमख रप स तीन परकार क खात

होत ह

चाल खाता

बचत खाता

वनवशचत अिवध खाता

इसक अवतररकत वयवकत बक स ऋण िी ल सकत ह आजकल बक अपन उपिोकताओ को ए टी

एम िवडट काडण आवद जसी निीन सविधाए िी परदान करन लग ह उछच तकनीको क इस यग म

मोबाइल एि इटरनट बवकग की सविधाए िी उपलबध ह बक गरामीण एि वनमन आय िगण की बचत

हत िी परयासरत रहत ह गरामीण बचत को परोतसावहत करन क वलए बक गरामीण कषतरो म िी शाखाए

खोलत ह िारत म परधान मतरी शरी नरि मोदी जी क विशष आिाहन क कारण बको न राषटरीय जन

धन योजना चलाई ह इस योजना का मखय उददशय यह ह वक िारत म परतयक वयवकत का बक खाता

हो बक सविधाओ का परयोग कर सिी आय िगण क लोग बचत कर सकत ह

2 डाकघि िारतीय डाक वििाग िारत सरकार क सचना एि परसारण मतरालय क अधीन ह यह

दश की सबस परानी सरकारी ससथाओ म स एक ह यह डाक पहचान क अवतररकत बको क समान

विततीय एि बचत समबनधी कायण िी करता ह डाकघर गरामीण कषतरो म जहा पर बक की सविधा

उपलबध नही ह िहा पर बचत साधन क रप म काफी उपयोगी एि परचवलत ह गरामीण कषतरो एि

वनमन आय िगण िारा िोटी-िोटी बचत क वलए डाकघर म सविधाए उपलबध ह डाकघर म बचत क

वलए वनमनवलवखत योजनाए चलाई जा रही ह

डाकघर बचत खाता (Post Office Saving Account)

डाकघर आिती जमा खाता (Post Office Recurring Deposit Account)

मावसक आय योजना (Monthly Income Scheme)

सामानय िविषटय वनवध (Public Provident Fund Account)

वकसान विकास पतर (Kisan Vikas Patra)

सािवध जमा योजना (Fixed Deposit Scheme)

राषटरीय बचत पतर (National Saving Scheme )

िदध नागररक बचत योजना (Senior Citizen Saving Scheme)

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सकनया समवदध खाता (Sukanya Samridhi Yojana)

डाकघर बचत खाता डाक वििाग की सबस परानी बचत सविधा ह ितणमान म डाकघर म लगिग

2050 करोड़ स अवधक बचत खात ह यह बचत खात 154000 डाकघरो िारा चलाय जा रह ह

डाकघर म बचतकताण का पररचय परापत करन क बाद बचत खाता खोला जा सकता ह मातर 20 रपय

की धनरावश स खाता खोला जा सकता ह दो अथिा तीन वयवकत सयकत रप स िी खाता खोल

सकत ह खात की सचालन परविया एि अनय शत बको क समान ही ह डाकघर िारा सचावलत

सामानय िविषटय वनवध योजना एि राषटरीय बचत पतर योजना बचत साधन क रप म लोगो म काफी

परचवलत ह सामानय िविषटय वनवध खाता डाकघर म खोला जा सकता ह िषण 2014 स इस खात म

870 परवतशत की दर स बयाज परापत होता ह यह खाता मातर 100 रपय की धनरावश स खोला जा

सकता ह परनत िषण िर क िीतर बचतकताण को नयनतम 500 रपय जमा करना अवनिायण ह सामानय

िविषटय वनवध खात म जमा धन को आयकर स िट परापत ह यह खाता अवधकतम 15 िषण क वलए

खोला जाता ह इस अिवध को पनः 5 िषण तक विसताररत वकया जा सकता ह खात को 15 िषण स

पहल बनद नही वकया जा सकता ह यह खाता िारतीय सटट बक एि कि अनय बको म िी खोला

जा सकता ह

डाकघर िारा बच जान िाल राषटरीय बचत पतर िी काफी उपयोगी बचत साधन ह यह योजना विशष

रप स सरकारी कमणचाररयो वयापाररयो एि अनय ितन िोवगयो क वलए उपयोगी ह इन बचत पतरो

म वनिश करन की कोई सीमा नही होती ह ितणमान म इन पर 850 परवतशत की दर स बयाज परापत

होता ह य पतर एक वनवशचत अिवध क वलए होत ह अिवध क पणण हो जान पर धनरावश िम मलय

एि बयाज सवहत िापस परापत होती ह

3 बीमा यह बीमा करिान िाल वयवकत एि बीमा करन िाली ससथा क मधय एक समझौत क

समान होता ह बीमा एक ऐसा साधन ह जो दघणटना क जोवखम को कम करता ह एि पररिार को ऐस

आकवसमक आिशयकताओ क समय म आवथणक सरकषा परदान करता ह यदयवप बीमा करान का

पराथवमक उददशय बचत नही होता ह परनत इसम वनिश करन क कारण वयवकत को सरकषा परापत होती

ह बीमा करिान स वयवकत क िविषटय की अवनवशचता क जोवखम का दावयति बीमा कमपनी सिय पर

ल लती ह िारत म बीमा करान का कायण मखय रप स िारतीय जीिन बीमा वनगम (Life

Insurance Corporation of India) िारा वकया जाता ह ितणमान म कई वनजी कमपवनया िी

बीमा कषतर म कायणरत ह वयवकत सिय का अथिा वकसी मलयिान िसत का बीमा करिा सकता ह

िारतीय जीिन बीमा वनगम की जीिन बीमा योजना म बीमदार एक वनवशचत अिवध तक बचत करता

ह अिवध पणण हो जान पर बीमदार जमा की गई रावश एि उस रावश पर परापत बयाज सिय परापत कर

सकता ह

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बीमा करिान स वयवकत क पररिार को आवथणक सरकषा परापत होती ह परीवमयम रावश िरन की एक

वनवशचत अिवध होन क कारण वयवकत अवनिायण रप स बचत करन क वलए बाधय हो जाता ह बीमा

म जमा रावश को आयकर स िी िट परापत होती ह ितणमान म बीमा क कई परकार अवसतति म ह

बीमा को मखय रप स दो शरवणयो म वििावजत वकया जा सकता ह

a जीिन बीमा (Life Insurance)

b सामानय बीमा (General Insurance )

जीिन बीमा क वनमनवलवखत परकार ह

a पणण जीिन बीमा (Whole life insurance)

b सीवमत िगतान आजीिन बीमा (Limited payment whole life insurance )

c बदोबसती बीमा (Endowment insurance)

सामानय बीमा क वनमनवलवखत परकार ह

a िाहन बीमा

b घर एि सपवतत का बीमा c दघणटना बीमा

d सिासथ बीमा e यातरा बीमा

बचत क साथ-साथ विवनयोग क िी साधन उपलबध ह जस यवनट रसट ऑफ इवडया क यवनटस

अश एि ऋण पतर इसम वनिश कर वयवकत बचत क साथ-साथ अछिा लािाश िी परापत कर सकत

ह इसक अवतररकत ि राषटरीय औदयोवगक विकास म िी िागीदारी परापत कर सकत ह

4 यकरनटस िषण 1963 म यवनट रसट ऑफ इवडया की सथापना की गई इसका परमख उददशय था

वक दश म वनमन एि मधयम आय िगण क वयवकतयो की बचत एि वनिश को बढ़ािा वमल साथ ही

आम आदमी की राषटरीय औदयोवगक विकास म वहससदारी हो यवनट रसट िारा यवनटस वििय वकए

जात ह एक यवनट का मलय 10 र0 होता ह एक वयवकत को कम स कम 10 यवनट िय करन होत

ह यवनटस म वनिश की कोई अवधकतम सीमा नही होती ह रसट वनिशको क धन का विवनयोग

पजी बाजार म करता ह आम आदमी को अकसर अछिी साख परापत कमपवनयो क विषय म अवधक

जानकारी नही होती ह यवनट रसट बाजार म वनिश करन का अपकषाकत सरवकषत माधयम ह कयोवक

धन का विवनयोग कई परवतिवतयो क मधय वकया जाता ह वनिशक को सतत आय िी परापत होती ह

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इसक अवतररकत वनिशक किी िी यवनटस वििय कर सकता ह यवनटस क अलािा यवनट रसट

ऑफ इवडया की कई अनय योजनाए िी ह वजनम वनिश वकया जा सकता ह

5 अशशयि विवनयोग करन क वलए अश िी एक विकलप ह अश वकसी कमपनी क सिावमति

म वयवकत की िागीदारी को दशाणत ह बड़ उदयोगो को चलान क वलए एक बड़ी धनरावश की

आिशयकता होती ह कमपनी यह धनरावश वमवशरत पजी क माधयम स एकवतरत करती ह कमपनी

अपनी पजी क िोट-िोट वहसस अश अथिा शयर जनता म बचती ह कमपनी िारा परापत लाि म स

वहससदारो को लािाश परापत होता ह अश म वनिश करन म जोवखम िी अिशय रहता ह इसवलए

वनिश म सािधानी महतिपणण ह

6 ऋण पर जनता स पजी एकवतरत करन एि वनिश करन का एक माधयम ऋण पतर िी होत ह

ऋण पतर िारा कमपनी जनता स ऋण परापत करती ह ऋण पतरो की बयाज दर वनवशचत होती ह वकसी

िी दशा म चाह कमपनी को लाि हो अथिा हावन ऋण पतर िय करन िालो को मलधन एि बयाज

अिशय परापत होता ह

आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 2

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 दश क नागररको की बचत कषमता दश क पर वनिणर करती ह

2 पाररिाररक परम क कारण वयवकत की होती ह

3 बचत हत दश का िातािरण होना चावहए 4 बचत क साधन का एक उदाहरण ह 5 विवनयोग क साधन का उदाहरण ह

810 सारााश आय का िह अश वजस ितणमान म वयय न कर िविषटय की आिशयकताओ की पवतण हत उतपादक

रप म रख वदया जाता ह बचत कहलाता ह बचत एि सचय म अतर होता ह जब धन को

उतपादक रप म रखा जाता ह तो िह बचत कहलाती ह यह धन राषटर वनमाणण एि पजी वनमाणण हत

परयोग म लाया जाता ह अनतपादक रप म एकवतरत धन किल सचय होता ह बचत का पररिार क

वलए विशष महति ह बचत पररिार को आवथणक सरकषा परदान करती ह अनािशयक वयय पर

परवतबध लगान म सहायक होती ह आय म िवदध का साधन ह आय-वयय की असमानता को समापत

करती ह एि लकषयो की पवतण सिि करती ह बचत का वनधाणरण तीन परमख कारको िारा होता ह

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बचत कषमता इछिा एि उपलबध सविधाए बचत एि विनयोग क साधनो म कि अतर पाया जाता

ह पररिार वकतनी बचत कर यह पररिार क लकषयो पर वनिणर करता ह पररिार को सिय क वलए

बचत रावश लकषय का वनधाणरण करना आिशयक ह पररिार को अपनी आय का कम स कम 20

परवतशत िाग बचत क रप म सरवकषत रखना चावहए बचत हत कि महतिपणण सझाि ह जस

बचत की शरआत शीघर करना वयय करन स पिण बचत करना बजट बनाना अनािशयक वयय पर

परवतबध लगाना अवधक बयाज िाल ऋण का पराथवमकता क आधार पर शीघर िगतान आवद बचत

एि विवनयोग क परमख साधन बक डाकघर बीमा यवनटस अश एि ऋण पतर ह इन साधनो का

उपयोग कर वयवकत अपनी सामथयण अनसार बचत कर सकता ह

811 पररभाषिक शबदावली बचत आय का िह िाग जो ितणमान आिशयकताओ की पवतण म उपयोग नही वकया जाता

िरन िविषटय म उपयोग हत उतपादक रप म सरवकषत रखा जाता ह

आकरथयक सिकषा यह िह वसथवत ह जब वयवकत क पास पयाणपत बचत रावश हो एि िह िविषटय

की आवथणक परशावनयो स गरवसत न हो

दीघयकालीन उददशय ि लकषय वजनकी पवतण म अवधक समय लगता ह य लकषय सथायी परकवत

क होत ह जस ििन वनमाणण उछच वशकषा आवद

बक िह ससथा जो गराहको क धन की रकषा करती ह ऋण एि विवनयोग हत जनता स धन परापत

करती ह बक रपय क लन-दन स समबवनधत अनय सविधाए िी परदान करता ह

बीमा यह बीमा करिान िाल वयवकत एि बीमा कमपनी क मधय एक समझौता होता ह बीमा

दघणटना जोवखम को कम करता ह एि पररिार को आवथणक सरकषा परदान करता ह

812 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 आवथणक सरकषा

2 उतपादक 3 अनािशयक वयय

4 बयाज 5 आय-वयय

अभयास परशन 2

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ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 आवथणक िातािरण

2 बचत की इछिा 3 शावतपणण एि सरवकषत

4 बकडाकघरबीमा 5 अश ऋण पतर

813 सनदभण गरनथ सची 1 बी0डी0 हरपालनी गह परबनध सावहतय परकाशन आगरा

2 MA Verghese NN Ogale and K Srinivasan Home Management New

Age International Pvt Limited publisher New Delhi

3 India post Ministry of Communication RTI Manual-1 General profile of

the Organization Functions and Duties 2016

814 ननबनधातमक परशन 1 बचत को पररिावषत कीवजए एि उसक महति को समझाइए 2 बचत का वनधाणरण करन िाल कारको का विसतारपिणक िणणन कीवजए 3 वनमनवलवखत म अतर सपि कीवजए

बचत एि सचय

बचत एि विवनयोग

4 बचत क वकनही तीन साधनो पर परकाश डावलए

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इकाई 9 कराधान 91 परसतािना

92 उददशय

93 कर अथण एि पररिाषाए

931 कर परणाली की विशषताए

932 करारोपण क उददशय

933 उततम कर वयिसथा हत आिशयक ततति

94 करो का िगीकरण

941 परतयकष कर

942 अपरतयकष कर

943 िारत म विविनन परकार क कर

944 विकासशील अथणवयिसथा म परतयकष एि अपरतयकष करो का महति

95 करारोपण क परकार

96 करारोपण का परिाि

97 कर चोरी

98 मलय िवधणत कर

99 आयकर

991 आयकर सलब

992 पन काडण

993 आयकर क सबध म कि महतिपणण तथय

994 आयकर िट

995 आयकर की धाराए

910 साराश

911 पाररिावषक शबदािली

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912 अभयास परशनो क उततर

913 सनदिण गरनथ सची

914 वनबनधातमक परशन

91 परसतावना आधवनक समय म वकसी िी सरकार क वलए कराधान या Taxation आय का सबस बड़ा सरोत ह

राजसि क विविनन साधनो म करो का परमख सथान ह लोकतनतर म कराधान सरकार की

आवथणकसामावजक नीवतयो को मल रप परदान करन म एक अवत महतिपणण सहायक ततति ह कर

सरकार की आय का परमख सरोत ह दश क परतयक नागररक का यह कतणवय ह वक िह विवधित

अपन करो का िगतान अिशय कर यवद कोई वयवकत कर का िगतान नही करता ह तो उस कानन

िारा दवडत िी वकया जा सकता ह यह एक अवनिायण िगतान समझा जाता ह वजसका आशय

समाज कलयाण स ह सरकार जनता क कर स उतपनन आय को विविनन विकास कायो जस सड़क

पररिहन वशकषा आवद म लगाती ह

92 उददशय परसतत इकाई का परमख उददशय िातरो को िारतीय अथणवयिसथा म राजसि क परमख सरोत कर एि

कराधान परणाली को सरलतम रप म समझाना ह कर परणाली एि कर वयिसथा को समझन क बाद

आप एक विकासशील अथणवयिसथा को विकवसत बनान म अपन योगदान को समझ सक ग साथ

ही आप यह जान सक ग वक

कर कया ह

कर कयो लगाए जात ह

कर वकतन परकार क होत ह

करो क गण एि अिगण कया ह

िारत म परचवलत परमख कर कौन-कौन स ह

कर िगतान कयो आिशयक ह

आयकर एि आयकर समबनधी कि महतिपणण तथय कया ह तथा

पन काडण का कया महति ह

आइए इकाई की शरआत कर की पररिाषा स कर

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93 कर अथण एवा पररभािाएा साधारण शबदो म कर का अथण करदाता िारा वकया जान िाला िगतान ह यह एक अवनिायण

िगतान ह वजसका विवधित िगतान न करन पर वयवकत को कानन िारा दवडत वकया जा सकता ह

कर चोरी एक अपराध ह

विविनन अथणशावसतरयो न कर की विविनन पररिाषाए दी ह

एडम क शबदो म ldquoकर नागररक िारा राजय की सहायता क वलए वदया जान िाला अशदान हrdquo

साकरलगमन क अनसाि ldquoकर वकसी वयवकत िारा सरकार को वदया जान िाला िह अवनिायण

िगतान ह जो वबना वकसी लाि की अपकषा वकए जन साधारण क वहतो क वलए वकए गए वयय को

िहन करन क वलए वकया जाता हrdquo

डी मािको क अनसाि ldquoकर नागररको की आय का िह िाग ह वजस राजय अपन वलए लता ह

जो सामानय जन सिाओ क उतपादन क वलए आिशयक हrdquo

931 कि परणाली की करवशषताए

राषटरीय अथणवयिसथा क विकास म कर का एक महतिपणण साधन ह इसस सपणण अथणवयिसथा

परिावित होती ह जसा वक पहल बताया गया ह वक यह एक अवनिायण िगतान ह ना वक सिवछिक

सरकार िारा लगाए गए कर का वकसी न वकसी रप म विरोध अिशय होता ह कर परणाली म सिी

को सति कर पाना लगिग असिि ह परनत जहा तक सिि हो यह परयास वकया जाना चावहए वक

इसम नयनतम तरवटया हो

उततम कर परणाली की विशषताए

कर एक अवनिायण िगतान ह

कर दन म तयाग का ततति वनवहत ह

कर आय स वदए जात ह

कर विविनन परकार क होत ह

कर िध होत ह

कर राषटरीय विकास एि जन कलयाण की िािना स एकवतरत वकए जात ह

932 किािोपण क उददशय

अब हम जानग वक करारोपण क मखय उददशय कया ह कर कयो लगाए जात ह तथा वकसी िी परकार

की अथणवयिसथा म इनका कया महति ह आइए जानन का परयास कर

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सावयजकरनक िाजव का करनमायण आपन पढ़ा वक करारोपण का परमख उददशय राजसि परावपत या

सरकार क राजसि कोष म धन एकतर करना ह परनत इसक अवतररकत सरकार कि विशष वशकषा

कायणिम मवहला एि बाल विकास योजनाए आवथणक विकास वचवकतसा सविधाए जन सिासथय

सिधणन आवद की परावपत हत िी करारोपण कर सकती ह करारोपण का परमख उददशय सािणजवनक

वयय को परा करन क वलए सािणजवनक राजसि वनमाणण करना ह जो वक कराधान िारा ही सिि ह

पजी करनमायण करो क िारा जो िी राजसि परापत होता ह िह पजी वनमाणण म सहायक होता ह

करारोपण का मखय उददशय बचत को परररत करना एि पजी वनमाणण परवकया को सिवधणत करना ह

सरकार िारा इस बचत को उतपादन कायो म लगाया जाता ह

अनावशयक उपिोग पि करनयनरण मनषटय की तीन मलित आिशयकताओ िोजन िसतर तथा

आिास एि आधवनक सनदिण म अनय आिशयकीय मद जस वशकषा वचवकतसा आहार एि पोषण

मवहला एि वशश कलयाण सड़क पररिहन एि तकनीक सिधणन जञान-विजञान उननयन आवद मदो

पर अवधक धन खचण वकए जान की आिशयकता होती ह सरकार िारा आिशयक अथिा कम

आिशयक िोग विलास ऐशवयण मौज-मसती आवद िसतओ पर कर लगान स या तो इनका उपयोग

कम हो जाएगा अथिा सकषम वयवकत ही इस कर का िगतान कर पाएग इस परकार एकतर वकया

गया धन समाज क वनमन जररतमद िगण क कलयाण हत परयकत होता ह इस परकार समाज की

आवथणक असमानताओ को िी दर वकया जा सकता ह

आकरथयक असमानताओकरवसगकरतयो को दि किना करारोपण का एक परमख उददशय आवथणक

असमानताओ को दर करना ह विकासशील दशो म उछच िगण और वनमन िगण की आय म एक

वयापक अनतर होता ह आवथणक रप स समि लोगो पर िारी कर लगा कर तथा वनधणन लोगो पर

नयनतम कर लगा कर इस अनतर को दर वकया जा सकता ह यही परजातावनतरक मलयो का आधार

ह आवथणक रप स समदध िगण पर अवधक कर लगा दन स उनकी आय पर कोई विशष परिाि नही

पड़ता ह परनत उनक िारा वदए गए कर स वनमन िगण वनवशचत रप स लािावनित होता ह

िाषरीय आय म वकरदध करो स परापत आय उतपादक कायो म परयकत की जाती ह वजसस राषटर की

अथणवयिसथा मजबत होती ह राषटर क आवथणक रप स समदध होन पर राषटरीय आय तथा परवत

वयवकत आय म िवदध होती ह जो राषटरीय समवदध का एक सचक ह

बिोजगािी दि किन म सहायक कराधान बरोजगारी दर करन म िी सहायक ह

करनयमन औि करनयनरण हावनकारक और परवतबवनधत िसतओ जस तमबाक गटका वसगरट

बीड़ी मवदरा आवद पर कर एि आयात शलक कराधान िारा राषटरीय आय क वनयमन और

वनयतरण क सपि उदाहरण ह यहा पर यह सपि करना आिशयक ह वक आयात शलक उन िसतओ

क आयात पर रोक लगान क वलए लगाए जात ह जो दश क नए उदयोगो क वलए हावनकारक हो

सकत ह इसी परकार वनयाणत शलक दश क िीतर आिशयक िसतओ क वनयाणत को रोकन क वलए

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लगाए जात ह इन उदाहरणो क माधयम स आपन समझा वक वकस परकार कराधान राषटरीय आय

क वनयमन और वनयतरण क वलए आिशयक ह

933 उततम कि वयवथा हत आवशयक तततव

उततम कर वयिसथा िह ह जो करारोपण क अवधकाश वनयमो को सति करती हो राजकोष म घाट

अथिा वयय स उतपनन वसथवत स वनपटन म सहायक हो और साथ ही करदाता पर िी िार सिरप न

हो एक उततम कर परणाली क वनमन आिशयक गण ह

1 कर अनपात यदयवप कर अनपात वनधाणरण आिशयक ह परनत पणण परयास वकया जाना चावहए वक

कर अनपात म धीर-धीर िवदध हो

2 कर परणाली क वनयमो की िाषा जवटल न हो कर सरल एि ससपि होनी चावहए कर जमा करन की परविया एि समय यथासिि करदाता की सविधानसार होना चावहए

3 कर परणाली सनतवलत होनी आिशयक ह कर परणाली म वकसी एक विशष कर की बहलता

अथिा नयनता नही होनी चावहए कर परणाली म परतयकष एि परोकष दोनो करो का उवचत सनतलन

होना आिशयक ह

4 कर परणाली उतपादन को परररत करन िाली होनी चावहए उततम कर परणाली का उतपादन एि वितरण पर सकारातमक परिाि पड़ता ह

94 करो का वगीकरर करो को उनक सिरप क आधार पर वनमनित िगीकत वकया गया ह

परतयकष कर

अपरतयकष कर

परतयकष कर ऐस कर होत ह जो विवधित रप स वजस पर लगाए जात ह उस ही परतयकष रप स उनका

िगतान करना पड़ता ह जस आयकर (Income tax) जबवक अपरतयकष कर वकसी वयवकत पर

आवशक या पणण रप स लगाए जात ह परत वकसी िसत या सिा क रप म परतयकष कर सथानानतररत

नही वकए जा सकत जस आयकर का िगतान वयवकत को सिय करना होता ह जबवक अपरतयकष कर

जस सीमा शलक और उतपादन शलक वयापारी स उपिोकता को सथानानतररत वकए जा सकत ह

परतयकष कर करदाता की आय को परिावित करत ह जब िह इस आय को परापत करता ह अपरतयकष

कर वयवकतगत उपिोग औए समपवतत सथानानतरण पर परिाि डालत ह यह कर उपिोकता की आय

को िसतओ क िय क समय परिावित करत ह

आइए अब परतयक पर चचाण कर

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941 परतयकष कि

जस वक हमन चचाण की वक परतयकष कर िसतओ या सिाओ की बजाय उस आय या मनाफ पर

लगाए जात ह जो वयवकत को परापत होती ह हम परतयकष करो क गणो तथा अिगणो की चचाण करग

परतयकष किो क गण

परतयकष करो क वनमनवलवखत गण ह

1 करमतवयकरयता इन करो को एक वनवशचत सरोत पर एकतर वकया जाता ह और सपणण कर रावश

सरकारी कोष म जमा होती ह करदाता िारा इन करो का सीधा िगतान सरकार को होता ह इनह

एकतर करन म सरकार का वयय कम होता ह अतः इन करो को वमतवययी कहा जा सकता ह

2 समानता परतयकष करो को तकण पणण और वयय सगत कर कहा जाए तो अवतशयोवकत नही होगी

यह परतयक वयवकत क सामथयण आय तथा कर दन की कषमता क अनपात म वनधाणररत वकए गए ह इस

कर स वयवकत पर वकसी परकार का बोझ नही पड़ता ह इन करो को लगाए जान क पीि सामावजक

और आवथणक उननवत की िािना होती ह

3 करनकरितता परतयकष कर की परिवत वनवशचत होती ह करदाता इसक िगतान हत मानवसक रप स

तयार रहता ह और इसका िगतान वकस परकार वकया जाना ह इसका वनधाणरण एि परािधान पहल स

ही तयार कर लता ह परतयकष करो स सरकार को एक वनवशचत धनरावश परापत होती ह वजसस इस

धनरावश क उपयोग हत सरकार पिण योजनाए बना सकती ह

4 लोच परतयकष करो म लोच पाई जाती ह लोगो की आय बढ़न पर कर की दरो म िवदध होती ह

5 शकरकषक मलय आम जनता परतयकष करो क महति को जानती ह और वयथण एि अनपयोगी

सामावजक वययो को रोक सकती ह अतः परतयकष करो का एक विशष शवकषक मलय िी ह

6 समझन म सिल परतयकष करो का एक वनवशचत परारप होता ह वजस समझन क वलए वनयम बनाए

गए ह वजसस एक वशवकषत समाज क आम आदमी को िी परतयकष करो यथा आयकर की जानकारी

होती ह

परतयकष किो क अवगण

परतयकष करो क अिगण वनमनित ह

1 असकरवधा कई बार करदाता को अपनी आय म स एकमशत धनरावश कर क रप म दनी पड़ती

ह जो उसक वलए असविधाजनक या उसक बजट स बाहर होती ह यह एक किपरद वसथवत हो

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सकती ह यदयवप परतयकष कर एक वनवशचत परारपवनयमो का अनपालन करत ह परनत यथाथण म यह

वनयम अतयवधक जवटल होत ह बहधा वयवकत इस समझ नही पाता ह और टकस कनसलटनसी या कर

विचार-विमशण की सहायता लता ह इस सिा क वलए उस िगतान िी करना होता ह

2 अलोककरपरय चवक यह कर वयवकत पर परतयकष रप स लगाए जात ह अतः वयवकत इसका िगतान

करन म असहजता का अनिि करता ह वजस कारण यह कर आम वयवकत म लोकवपरय नही होत

3 सीकरमतता परायः परतयकष कर समाज क कि िगो जस ितन िोवगयो पर लगाए जात ह तथा कि

िगो जस लघ उदयवमयो पर नही लगाए जात इसस असमानता का िाि उतपनन होता ह परतयकष करो

की इस सीवमतता क कारण लोगो म कर चोरी का िािना उतपनन होती ह

4 कि चोिी की सिावना परतयकष कर करदाता क वििक और ईमानदारी पर वनिणर करत ह परायः

लोग इस परकार क कर स बचन क वलए अपनी सपणण आय नही बतात ह और आय कर स बचन क

वलए तरीक खोज वनकालत ह यह सिणथा अनवचत मनोिवत ह

942 अपरतयकष कि

अपरतयकष कर जस वबिी कर मलय सिधणन कर िसत एि सिा कर आवद िह कर ह जो एक

मधयसथ (जस एक खदरा सटोर) िारा उपिोकता स एकवतरत वकए जात ह जो कर का अवतम आवथणक

बोझ िहन करता ह

अपरतयकष किो क गण

इस परकार क करो क वनमन गण ह

1 सकरवधा यवद परतयकष करो की तलना अपरतयकष करो स की जाए तो आप पाएग वक अपरतयकष कर

अवधक सविधाजनक ह कयोवक इनका िगतान एकमशत न होकर िोटी-िोटी वकशतो म होता ह

इसक िगतान हत वकसी िी औपचाररकता को पणण नही करना पड़ता ह परायः यह िसतओसिाओ

क मलय म वनवहत होता ह अपनी आिशयकतानसार करदाता इनका िगतान करत ह यवद

आिशयक न हो तो करदाता उस िसतसिा का उपिोग न करक इस परकार क कर स बच सकत ह

यह परतयकष रप स वयवकत पर न लगकर उतपादन पर लगता ह

2 लोचमय अपरतयकष कर लोचमय होत ह इन करो स वनवशचत रप स राजसि को बढ़ाया जा

सकता ह यह परायः आिशयक उतपादो जस चीनी नमक तल आवद म लगाए जात ह

3 कि चोिी की सिावना करवहीन वयवकत क वलए इन करो स बचना लगिग असिि होता ह

जसा वक पहल बताया गया ह यह कर उतपाद या िसतओ क मलय म वनवहत होत ह यवद वयवकत इन

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 170

उतपादो का उपिोग न कर तो इन करो स बचा जा सकता ह परनत दवनक आिशयकताओ की

िसतओ क पररपरकषय म यह लगिग असिि होता ह

4 समानता इन करो म समानता की िािना होती ह वयवकत िारा उपिोग की गई िसतओसिाओ

पर ही यह कर दय होता ह सपि ह जो वयवकत िसतओसिाओ का उपयोग करन म सकषम ह िही कर

िगतान कर पाएग ना वक आवथणक रप स अकषम वयवकत या िगण

5 जन कलयाण मवदरा धमरपान तथा सिासथय क वलए हावनकारक अनय िसतओ पर िारी कर

लगाकर इन परिवतयो पर वनयतरण पाया जा सकता ह

6 वयापक वरप अपरतयकष करो का सिरप वयापक होन क कारण समाज क परतयक वयवकत पर

इसका परिाि पड़ता ह फलसिरप परतयक वयवकत इन करो क माधयम स राषटर क विकास म अपना

योगदान द सकता ह

7 करवकासशील िाषरो की आवशयकताओ क करलए उपयोगी जसा वक आप पढ़ चक ह वक

अपरतयकष करो म औपचाररकताए कम होती ह वजसक कारण िारत जस विशाल जनसखया िाल

राषटर म जहा साकषरता दर तलनातमक रप स कम ह क लोगो को वलए विशष रप स उपयोगी ह

समसत करदाता आिशयक िसतओसिाओ क िय मातर स ही इन करो का िगतान करत ह

8 एककररत किन म आसान इस परकार क कर िसतओसिाओ या सविधाओ क मलय म वनवहत

होत ह अतः इनह एकतर करन हत सरकार िारा कोई समय सीमा परारप वनधाणररत दर आवद पर

परयास नही करना पड़ता ह

अपरतयकष किो क अवगण

1 परगकरतगामी विाव अपरतयकष करो का सििाि परगवतगामी होता ह यह सिी वयवकतयो पर

समान रप स लगाए जात ह तथा समाज क परतयक िगण पर इसका परिाि पड़ता ह समाज क कम

आय िाल िगण पर इन करो का पररकल परिाि पड़ता ह

2 अकरनकरितता अपरतयकष करारोपण स अवनवशचतता होना तय ह यवद वकसी िसत पर िारी कर

लगाया जाता ह तो सिि ह वक उस िसत का उपिोग कम हो इस कारण उस िसत की माग घट

जाएगी वजसका पिण वनधाणरण करना कवठन होता ह

3 नागरिक चतना का अिाव यदयवप अपरतयकष कर सिरप म वयापक एि विसतत होत ह परनत

कई बार नागररको जो वशवकषत तथा जागरक नही ह को इस परकार क कर िाि का अनिि नही

होता ह तथा ि करो िारा राषटरीय विकास म अपनी िवमका का सजञान नही ल पात ह

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4 बचत हतोतसाहन आिशयक िसतओ पर अपरतयकष कर लगन पर उपिोकता को मजबरीिश

िसत की खरीद पर अवधक धन खचण करना पड़ता ह वजसका परवतकल परिाि उसक िारा की जान

िाली बचत पर पड़ता ह इसक विपरीत सरकार की बचत आय म िवदध होती ह

5 मलय वकरदध म सकषम अपरतयकष कर िसत क मलयो म िवदध करन म सकषम होत ह इसस उछच

मलय उछच लागत और पनः उछच मलय क चि का उदभि होता ह

6 खचीलः अपरतयकष कर खचील होत ह कयोवक वयापारी सरकार िारा लगाए गए करो की तलना

म अवधक कर िसलत ह

7 असमानता आिशयक िसतओ पर अपरतयकष कर लगा दन स वनधणन िगण को धनी िगण की

अपकषा (आय क अनपात म) अवधक कर दना पड़ता ह जो नयायोवचत नही ह

8 सिकाि क साथ परतयकष सपकय नही अपरतयकष करो क िगतान म सरकार और करदाता क

मधय कोई सीधा सबध या सिाद नही रहता ह

वकसी िी अथणवयिसथा एि उसक विकास म परतयकष एि अपरतयकष कर एक दसर क परक ह परतयकष

कर लगान स पहल करदाताओ की आय का अनमान लगाना अवत आिशयक ह अपरतयकष करो क

वलए आय का आकलन आिशयक नही होता अतः कहा जा सकता ह वक परतयकष एि अपरतयकष

दोनो परकार क कर एक दसर की कमी को पणण करक कर क िार को समान रप स वितररत करत ह

विविनन पररवसथवतयो एि समय म करदाताओ की आय बदलती रहती ह इस परकार आय का सही

अनमान लगाना सिि नही हो पाता ह वयवकत की आय क साथ उसका उपिोग सतर बदलता रहता

ह अपरतयकष करो स उपयोग सतर तथा बदलती आय का अनमान लगाया जा सकता ह विवशि

पररवसथवतयो एि उपयोवगता म एक आदशण कर परणाली म दोनो परकार क करो का उवचत सामजसय

होना अवत आिशयक ह

आइए अब कि अभयास परशनो को हल कर

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 सरकार िारा लगाया गया परतयकष कर एक िगतान ह 2 कर विवधित रप स सीध करदाता पर लगाए जात ह 3 मलय िवधणत कर (VAT) का उदाहरण ह

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4 परतयकष करो क विपरीत अपरतयकष कर सिी वयवकतयो पर

लगाए जात ह

943 िाित म करवकरिनन परकाि क कि

आपन अिी करो क गणो-अिगणो करो क सिरप कराधान क उददशय क विषय म पढ़ा इसक

अवतररकत िारतीय अथणवयिसथा म कि अनय कर वनमनित ह वजनकी आपको जानकारी होना

आिशयक ह िारत म विविनन परकार क कर लाग ह कर का परकार मखयतया इस बात पर वनिणर

करता ह वक िह सरकार िारा वकस विशष परािधान क अनतगणत लगाया गया ह

परतयकष कि इसक विषय म आप जान चक ह वक इन करो का िगतान परतयकष रप स सरकार को

वकया जाता ह िारतीय अथणवयिसथा म करदाताओ िारा इस परकार क कर िगतान म वनरनतर िवदध

दखी गयी ह जो वक एक परगवतशील अथणवयिसथा का सकत ह कि परमख परतयकष कर वनमनवलवखत

1 बवकग कश रानजकशन कर

2 कॉरपोरट कर

3 पजी लाि कर

4 डबल टकसशन एिौइडनस एगरीमटदोहरा कर िचन सवध

5 वफरज बवनवफट करअनषगी लाि कर

6 वसकयोररटीज रानजकशन कर

7 वयवकत आय कर

8 टकस इनसवनटवस

अपरतयकष कि अपरतयकष कर कि विशष िसतओउतपादो या सिाओ पर लाग होत ह अपरतयकष

कर वकसी वयवकत विशष या ससथा पर लाग नही होत ह इन करो की पररवध म उपिोकता उतपादो स

लकर सिाओ का वितरण वनवहत ह इसक अवतररकत अथणवयिसथा म अनय गवतविवधयासिाए

वजनका सनदिण आयात वनयाणत वयापार स ह को िी अपरतयकष करो म सवममवलत वकया गया ह

अपरतयकष करो म विविनन परकार क कर सवममवलत ह वजनम स मखय ह

1 सीमा शलक

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2 उतपाद शलक

3 एटी डवमपग डयटी

4 वबिी कर

5 सिा कर

6 मलय िवधणतसिधणन कर

इनक अवतररकत कि अनय कर िी िारत सरकार िारा लगाए जात ह जस

मयकरनकरसपल अथवा थानीय कि यह सिाणवधक परचवलत कर ह जो सथानीय वनकायो िारा वकसी

िसतउतपाद क परिश पर वनधाणररत वकया जाता ह इस परिश कर िी कहा जाता ह

उपिोग कि वकसी परकार की िसतउतपादसिाओसविधाओ क उपयोग पर इस परकार का कर

लगाया जाता ह इस परकार का कर उपिोग पर लाग होता ह ना वक आय अथिा शरम पर इस

परकार क कर को वबिी कर िी कहा जाता ह यह एक परवतगामी परकार का कर ह

लािाश कि वकसी कमपनी क शयर धारको को लािाश क रप म जो धन रावश परापत होती ह उस

पर लाग कर को लािाश कर कहा जाता ह

दान कि वकसी कमपनी िारा फड क रप म ससथानो (विशषकर शवकषक ससथानो) को दी जान

िाली सहायता रावश पर इस परकार का कर लगाया जाता ह

समपकरतत कि समपवतत कर को मतय कर या विरासत म वमली समपवतत पर वनधाणररत कर िी कहा जाता

ह सामानय अथो म समपवतत कर वकसी मत वयवकत की सपणण समपवतत बचत तथा चल एि अचल

सपवतत क आवथणक मलय पर लगाया जाता ह इस परकार क कर वनधाणरण क पीि सामावजक कलयाण

की िािना वनवहत होती ह

ईधन कि परोल गस गसोलीन जस ईधनो पर लगन िाल कर को ईधन कर कहा जाता ह यह

एक परकार का वबिी कर ह जो ईधनो की वबिी पर लगाया जाता ह

करबिी कि वकसी िसत की दश म वबिी पर लगन िाला कर वबिी कर कहा जाता ह

विोजगाि कि ऐस वयवकत जो वनयवमत सिा म अथिा ितनिोगी नही ह अथाणत जो वकसी परकार

क वयापार अथिा सरकार िारा िधावनक रप स मानय वकसी परकार की वयापाररक गवतविवधयो म

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 174

सवममवलत ह तथा यही उनकी जीविका का साधन ह उन पर यह कर लाग होता ह उनक िारा

परवतमाह अवजणत आय स इस परकार क कर वनधाणरण का आकलन वकया जाता ह

सामाकरजक सिकषा कि सिावनिवत क उपरानत कमणचाररयो क वलए इस परकार की कर योजना

लािदायक होती ह िारत म यह कर अिधारणा परोविडनट फड अथिा िविषटय वनवध क नाम स

परचवलत ह यह कई परकार क होत ह जस जन िविषटय वनवध सामानय िविषटय वनवध कमणचारी

िविषटय वनवध

थानानतिण कि समपवतत क सथानानतरण (एक वयवकत स दसर वयवकत को) होन पर इस परकार का

कर लगाया जाता ह समपवतत क सथानानतरण एि पजीकरण पर यवद काननी कायणिाही सवममवलत ह

तो िहा पर इस परकार का कर लगाया जाता ह समपवतत (चल समपवतत) अशबॉनडस आवद क

सथानानतरण इस कर क मखय उदाहरण ह यहा पर यह धयान दन योगय तथय ह वक काननी परवकया क

दौरान नोटरी आवद को दी जान िाली फीस सथानानतरण कर नही ह

पिोल कि यह कर दो परकार का होता ह परोल टकस या तो वनवशचत दर का अनपालन करता ह या

कमणचारी की आय क अनपात क अनसार वनधाणररत होता ह

पोल कि यह िारत म िाहनो पर लगन िाल सड़क कर की ही िावत ह यदयवप िारत म यह कर

अवधक परचवलत नही ह परनत िषण 2002 म पररिहन मतरालय िारा िारत क समसत पयणटक िाहनो

क जमम कशमीर म परिश पर इस परकार क कर का वनधाणरण वकया गया

समपकरतत कि मलयिान एि कर योगय िसतओ क िावषणक मलय पर इस परकार क कर का वनधाणरण

वकया जाता ह यवद समपवतत का उपयोग वयापार या वयिसावयक उददशय हत वकया जा रहा ह तो

उसस परापत लाि पर िी वनयमानसार कर दय होगा

944 करवकासशील अथयवयवथा म परतयकष औि अपरतयकष किो का महतव

विकासशील राषटरो म परतयकष और अपरतयकष दोनो परकार क करो का िावित कषतरो म मल ससाधनो

को जटान उतपादन एि वनिश को बढ़ािा दन क वलए उपयोग वकया जाता ह आइए अब

विकासशील अथणवयिसथा म परतयकष एि अपरतयकष करो की िवमका क विषय म जान

परतयकष करो की िवमकाए वनमन परकार ह

1 सटटबाजीपिाणनमान आवद पर होन िाल वनिश को रोकना

2 मिासफीवत पर वनयतरण लगान म सहायक

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3 कवष कषतर को परोतसाहन

4 उपिोग पर परवतबनध

5 आय असमानता पर वनयतरण

6 समानता का िाि

विकासशील अथणवयिसथा म अपरतयकष करो की िवमकाए

1 सविधाजनक

2 विलावसता िाली िसतओ क वनयतरण म सहायक

3 अवधक पररितणनगामी

4 पररणादायक

95 करारोपर क परकार कराधान क कई परकार ह वजनकी अब हम चचाण करग

1 एकल कि यह िह कर परणाली ह वजसम कर किल एक मद पर लगाया जाता ह इसम एक

िसत पर कर लगता ह यह कर सािणजवनक राजसि का परमख सरोत ह इस परकार का कर

साधारणतया किल एक बार नही अवपत एक वनवशचत अनतराल पर लगाया जाता ह जस यह कर

परतयक माह अथिा िषण क अनत म एकवतरत वकए जात ह

एकल कि क गण

एकल कर करारोपण का सरल रप ह वजसस सरकारी कायण सरल होता ह

यह एक वमतवययी कर ह कयोवक इसम राजसि को एकतर करन म कम रावश वयय होती ह

यह िदिाि रवहत ह

इसक पीि सामावजक नयाय की िािना वनवहत ह

एकल कि क अवगण

यह करिार का सिाणवधक अनवचत एि असनतोषपणण वितरण ह

यह कर दाता की योगयता क वनयम को सति नही करता

यह सरकारी कोष हत पयाणपत साधन नही जटा पाता ह

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यह सकटकालीन वसथवत म अवधक उपयोगी नही ह

यह लोचमय नही ह

इसम कर चोरी की अवधक सिािनाए होती ह

2 बहकि इसका तातपयण ह वक कर परणाली म सिी परकार क करो को सवममवलत वकया जाना

चावहए तावक परतयक नागररक आवथणक विकास म अपना योगदान सवनवशचत कर सक आधवनक

परकार की अथणवयिसथा म इस परकार की कर परणाली को पराथवमकता दी जाती ह बहकर परणाली

स अथणवयिसथा की आिशयकताओ को परा वकया जा सकता ह

बहकि कि परणाली क लाि

बहकर परणाली क माधयम स आय और समपवतत की असमानताओ और विषमताओ को कम वकया

जा सकता ह इसक अवतररकत

य कर सरकार की आय म िवदध करत ह

कर चोरी को रोकन म इस परकार क कर सकषम ह

यह कर परणाली समानता क वसदधात पर आधाररत ह

यह कर परणाली लोचमय ह

बहकि परणाली की हाकरनया

यह कर परणाली तलनातमक रप स जवटल ह

यह उतपादक विया पर रोक लगाती ह

यह िगतान करन की कषमता क वसदधानत पर आधररत नही ह

3 करवकरशि कि िसतओ क वकनही विवशि गणो क आधार पर लगाए जान िाल करो को विवशि

कर कहा जाता ह य कर िसत क िार आकार अथिा मातरा आवद क अनसार लगाए जात ह

जस चीनी पर उसक िजनानसार कपड़ की लमबाई क अनसार टलीविजन की वपकचर टयब पर

उसक आकारनसार कर लगता ह विवशि कर गणनातमक एि परशासनातमक रप म सरल होत ह

और इनह एकतर करना आसान होता ह इनका िार आवथणक रप स कमजोर वयवकतयो पर अवधक

पड़ता ह इस कर का िार उतपाद की ससती वकसमो वजनह वनमन आय िगण क लोग परयोग करत ह

उन पर अवधक पड़ता ह

4 मलयानसाि किः इस परकार क कर िसत क मलय क आधार पर लगाए जात ह इस परकार क

कर वनधाणरण स पिण कर योगय िसतओ का मलयाकन वकया जाता ह यह परायः आयावतत एि

वनयाणवतत िसतओ पर लगाया जाता ह उदाहरण क वलए वनयाणत आयात शलक 5 पस परवत रपय

िसत मलय या 10 की दर पर लगाया जाता ह मलयानसार कर समानता क वसदधानत पर

आधाररत ह यह िसतओ क मलय पर लगाए जात ह आवथणक रप स समपनन िगण पर इसका िार

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अवधक पड़ता ह अतः इस परकार क करो को तकण सगत एि नयायोवचत कहा जा सकता ह

मलयानसार कर परशासनातमक रप स कवठन होत ह तथा इनह लगाना और एकतर करना कवठन

होता ह इसम कर चोरी की सिािनाए अवधक होती ह कयोवक कर िगतान स बचन क वलए

परायः िसतओ का मलय कम वदखाया जाता ह कर परणाली म वसथरता तथा लोच की दवि स

मलयानसार करो को विवशि करो की तलना म शरषठ माना गया ह

5 दोहिा कि वकसी वयवकत िारा वकसी एक सिा पर यवद दो बार कर वदया जाए तो उस दोहरा कर

कहत ह यवद एक वयवकत विदश म आय अवजणत करता ह तो उस विदश म तथा िारत म एक ही

आय पर दो बार कर दना होता ह यह दोहर कर का उदाहारण ह दोहर कर का आधार एि समय

एक ही रहता ह अतः इसस कर दाता अवतररकत औपचाररकताओ एि समय स बच जाता ह

दोहर कर क कारण एक राजय स दसर राजय म पजी क सथानानतरण पर परिाि पड़ता ह जो

अथणवयिसथा क विकास म बाधक वसदध हो सकता ह साथ ही एक ही कर दो बार लगन क

कारण यह नयाय सगत नही ह यही कारण ह वक इस परकार क कर म कर चोरी की सिािना

अवधक होती ह

96 करारोपर का परभाव आपन विविनन परकार क करो एि उनक गणदोषो क विषय म पढ़ा आइए अब जान वक करारोपण

का अथणवयिसथा पर कया परिाि पड़ता ह करारोपण स सरकार की आय होती ह यह राजसि का

परमख सरोत ह करारोपण क माधयम स सरकार आवथणक उननवत क विविनन लकषयो को िी पणण करती

ह करारोपण वकसी िी अथणवयिसथा क सिी सतरो को परिावित करता ह इसका उतपादन उपिोग

बचत वनिश एि रोजगार सिी कषतरो पर परिाि पड़ता ह

परो0 डालटन क अनसार आवथणक दविकोण स करारोपण की सिोतम परणाली िह ह वजसक आवथणक

परिाि सिोतम हो तथा बर परिाि नयनतम हो वनमन तावलका 91 स आप करारोपण क विविनन

परिािो को दख सकत ह

ताकरलका 91 किािोपण का परिाव

उतपादन पि करवतिण पि अनय परिाव

बचत एि वनिश की कषमता

और इछिा पर

उदयोगो और सथानो म साधनो

क सथानानतरण पर

परतयकष करो पर

अपरतयकष करो पर

मिासफीवत पर

आवथणक मदी पर

उपयोग आवथणक िवदध तथा

साधनो की पवतण पर

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97 कर चोरी कर चोरी का अविपराय उन वसथवतयो स ह वजनक माधयम स वयवकत सरकार िारा लगाए गए करो स

बचन क विविनन परयास करत ह और कर िगतान करन स बचत ह परायः वयवकत अपनी आय कम

वदखाकर अथिा वकसी अनय क नाम पर समपवतत खरीदकर कर चोरी करत ह जो वक सिणथा अनवचत

एि गर काननी ह कर चोरी जसी वसथवत न आ पाए इस पररपरकषय म करदान कषमता को समझना

आिशयक ह आधवनक समय म परतयक अथणवयिसथा राषटर क सामावजक एि आवथणक उतथान हत

कवटबदध ह इस कवटबदधता म करदान कषमता का विशष महति ह समाज क विविनन िगो स उनकी

कषमता क अनसार कर िगतान की रावश को सामावजक िवदध हत खचण वकया जाता ह राजसि का

सबस बड़ा सरोत करदान ही ह अतः परतयक सरकार लोगो की करदान कषमता का वनधाणरण करन क

वलए परयतनशील रहती ह

करदान कषमता को वनमन परकार स पररिावषत वकया गया ह

ldquoकरदान कषमता क िारा वयवकतगत वहतो को वबना वकसी परकार की हावन पहचाकर उस सीमा का

वनधाणरण वकया जाता ह जहा तक वयवकत कर द सकता ह करदान कषमता का अविपराय समदाय की

अवधकतम कर िगतान कर पान की योगयता स हrdquo

जसा वक आपन जाना वक कर सािणजवनक आयराजसि का परमख सरोत ह यदयवप उछच करारोपण

सािणजवनक आय म िवदध करत ह परनत दसरी तरफ य लोगो की िय शवकत कायण करन की कषमता

बचत तथा वनिश की इछिा को हतोतसावहत िी करत ह इसक मधय सतलन होना आिशयक ह

करदान कषमता का वनधाणरण इसी समसया का समाधान ह वकसी अथणवयिसथा की करदान कषमता कई

तततिो पर वनिणर करती ह कि परमख ततति वनमनित ह

रािीय आय का सिरप

जनसखया का आकार तथा िवदध दर

करारोपण का परकार

करारोपण का उददशय

करदाताओ की मनोिवत

आय म सथावयति

परशासवनक दकषता

रहन-सहन का सतर

राजनवतक पररवसथवतया

बचत वनिश और आवथणक िवदध

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सरकार का सिरप

दशिवकत और सकटकालीन वसथवतया

मौविक एि राजकोषीय नीवत

आइए कि परशनो का अभयास कर

अभयास परशन 2

1 वनमन को पररिावषत कीवजए a सामावजक सरकषा कर

b पोल कर

c बहकर कराधान

d विवशि कर

2 सहीगलत बताइए a करारोपण राजसि का परमख सरोत ह

b उछच करारोपण का वयवकत की िय शवकत तथा बचत कषमता पर कोई विशष परिाि नही पड़ता

c एकल कर एक वमतवययी कर परणाली ह

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98 मलय वधधणत कर (Value Added Tax) परायः आपन खरीददारी करत समय या रसटोरनट म खान क वबल पर VAT अिशय दखा होगा इस

कर का परादिाणि हाल म ही हआ ह

मलय िवधणत कर (VAT) एक िसत अथिा सिा क (वनयाणत और सरकारी सिाओ को िोड़कर)

मलय म जोड़ा गया कर ह यह कर उस मलय पर लगाया जाता ह जो वयापाररक फमण उन िसतओ

और सिाओ म जोड़ती ह वजनह िह अनय शवकत योगयता मशीनरी ििन तथा अनय ससाधन

लगाकर मलय िधणन करती ह वयापाररक परविया म यह एक ही सतर पर लगाया जाता ह मलय

िवधणत कर िसत क कल वििय मलय पर कही नही होता बवलक अवनतम वयापारी िारा इसम जोड़

गए मलय पर होता ह अतः वयापारी कल मलय पर कर दन क वलए नही बवलक शदध मलय पर कर

दन क वलए वजममदार होता ह उतपादन परविया क कई चरण होत ह जो िसत को अवनतम उपिोकता

तक पहचान क मागण म आत ह अतः यह एक बहसतरीय वबिी करारोपण ह

99 आयकर िारत म आयकर सिी सरोतो स परापत आयो (कवष को िोड़कर) पर वनधाणररत वकया जाता ह िारत म

आयकर िषण 1860 स लाग वकया गया इसम विविध परकार क पररितणनो एि सधारो क पशचात

िारतीय आयकर अवधवनयम 1922 पाररत वकया गया वजसम ऑल इवडया टकस सवमवत क िारा

कि अवत महतिपणण पररितणन वकए गए इसक पशचात आयकर क परशासनातमक पकष का वनयतरण

परतयकष रप स कनि सरकार िारा वकया जान लगा इस अवधवनयम म पनः सधारपररितणन कर 1961

म पाररत वकया गया ितणमान म िारत म लाग आयकर कराधान अिी िी इसी सशोवधत अवधवनयम

का पालन करता ह 1961 क आयकर अवधवनयम क अनसार करदाता वजनका कल आय सतर

अवधवनयम िट की सीमा स अवधक ह कर योगय सीमाक अतगणत आत ह करदाता को वितत

अवधवनयम म िवणणत विविनन मदो क अनसार कर िगतान करना पड़ता ह आयकर िगतान का

आकलन वपिल िषण की कल आय को सगत वितत िषण क वलए आधार मान कर वकया जाता ह

परतयक कर दाता अपन कर का िगतान ितणमान वनयमो क अनतगणत ही कर सकता ह

991 आयकि लब

यह िह सलब होता ह वजसक िारा वलग आय आय तथा वयिसाय क आधार पर वयवकत क

आयकर का वनधाणरण वकया जाता ह

आयकि लब

1 परष तथा मकरहला (60 वषय स कम)

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ि0स0 आयकि लब )वाकरषयक आय पि( आयकि दि

1 ढाई लाख स कम आय पर शनय कर

2 ढाई लाख स अवधक पाच लाख स कम

आय पर

ढाई लाख स अवधक आय का 10

परवतशत

3 पाच लाख स अवधक दस लाख स कम

आय पर

पाच लाख स अवधक आय का 20

परवतशत

4 दस लाख स अवधक आय पर दस लाख स अवधक आय का 30

परवतशत

2 वरिषठ नागरिक (60 वषय स अकरधक 80 वषय स कम)

ि0स0 आयकि लब )वाकरषयक आय पि( आयकि दि

1 तीन लाख स कम आय पर शनय कर

2 तीन लाख स अवधक पाच लाख स कम

आय पर

तीन लाख स अवधक आय का 10

परवतशत

3 पाच लाख स अवधक दस लाख स कम

आय पर

पाच लाख स अवधक आय का 20

परवतशत

4 दस लाख स अवधक आय पर दस लाख स अवधक आय का 30

परवतशत

3 अकरत वरिषठ नागरिक (80 वषय स अकरधक)

ि0स0 आयकि लब )वाकरषयक आय पि( आयकि दि

1 पाच लाख स कम आय पर शनय कर

2 पाच लाख स अवधक दस लाख स कम

आय पर

पाच लाख स अवधक आय का 20

परवतशत

3 दस लाख स अवधक आय पर दस लाख स अवधक आय का 30

परवतशत

4 सहकािी सकरमकरत हत आय कि लब

ि0स0 आयकि लब )पि वाकरषयक आय( आयकि दि

1 दस हजार स कम आय पर आय का 10 परवतशत

2 दस हजार स अवधक बीस हजार स कम आय पर दस हजार स अवधक आय का

20 परवतशत

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3 बीस हजार स अवधक आय पर बीस हजार स अवधक आय का

30 परवतशत

992 पन काडय (PAN Card)

आपन पन काडण क विषय म अिशय सना होगा| सिि ह वक आपक पास सिय का पन काडण

उपलबध हो आइए पन काडण क विषय म कि महतिपणण एि रोचक तथयो को समझन का परयास

कर

पन काडय कया ह

PAN का विसतत रप ह Permanent Account Number इस सथायी लखा सखया िी कहा

जाता ह वयवकत क आिदन करन पर अथिा सिय आयकर वििाग िारा यह सखया आिवटत की

जाती ह यह दस सखया िाला अलफानयमररक अथाणत A-Z तथा 1-9 तक की सखया िाला एक

काडण ह पन काडण आयकर वििाग तथा सबवधत वयवकत क मधय एक कड़ी ह जो वििाग को वयवकत

क विविनन वयिहारो जस कर िगतान टी0डी0एस0 (सरोत पर कर कटौती) पतराचार आवद स

जोड़ती ह इस परकार वयवकत और वििाग क मधय पन काडण एक पहचान ह

पन काडय (नमना)

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पन काडण का उदभि विविनन गवतविवधयो क सरलीकरण क उददशय स वकया गया ह यहा पर

गवतविवधयो स तातपयण विविनन दसतािजो को आपस म जोड़ना कर िगतान कर बकाया आवद ह

तथा वयवकत स सबवधत ि सिी गवतविवधया वजनम धन सवममवलत ह इस परकार पन काडण कर चोरी

की पहचान और उस रोकन म िी सहायता परदान करता ह यहा एक आदशण PAN सखया

AFZPK7190K क माधयम स आइए जान वक PAN काडण म दी गई इस सखया का कया अथण ह

इसम पहल तीन अकषर AFZ िणणमाला क अनिम को दशाणत ह

पन काडण म अवकत चौथ अकषर P स तातपयण वयवकत (Individual) स ह यवद यहा पर P क

सथान पर F होता तो इसका अथण ससथा (Firm) स होता C होन पर इसका अथण कमपनी स

होता इसी परकार

A- Association of Persons (AOP) वयवकतयो क सघ

B- Body of Individualsवयवकतयो क वनकाय

G- Governmentसरकार

H- Hindu Undivided Familyवहद अवििावजत पररिार

L- Local Authorityसथानीय परावधकरण

T- Trustरसट

पन काडण म अवकत पाचिा अकषर K का सबध वयवकत क सरनम स ह जस अवखल गपता (Akhil

Gupta) नामक वयवकत क पन काडण पर यह अकषर G होगा

अगल चार अक उस शरखला को परदवशणत करत ह वजसक अनतगणत यह पन काडण वनगणत वकया

जाता ह उदाहरण क वलए 0001-9999

अवतम अकषर िणणमाला का वनरीकषण अक (check digit) होता ह

आपन पन काडण म अवकत वििरणो को िली परकार स समझ वलया ह आइए अब जान हम पन

काडण की आिशयकता कयो होती ह

1 जनिरी 2005 स आयकर वििाग स सबवधत समसत वयिहार एि गवतविवधया वजसम वितत

अतवनणवहत ह म पन काडण का उललख करना अवनिायण ह य गवतविवधया वनमन परकार की हो सकती

पाच लाख या इसस अवधक कीमत की अचल समपवतत खरीद जान पर

चार पवहया िाहन की खरीद और वबिी पर

पचास हजार रपय क समय-बवधनत बक जमा पर

डाकघर म पचास हजार रपय स अवधक की बचत पर

बक म खाता खोलन पर

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टवलफोन कनकशन वलए जान पर

होटलरसटोरनट म एक समय म पछचीस हजार रपय स अवधक क वबल पर

बक म पचास हजार रपय स अवधक धनरावश जमा करत समय तथा इसी धनरावश क डराफट

चक-प-ऑडर सबधी समसत वयिहारो पर

विदशो म यातरा करत समय एक समय म पछचीस हजार रपय स अवधक क वयिहार पर

आइए अब जान वक वकन-वकन वयवकतयो क पास पन काडण होना अवनिायण ह

समसत करदाता या ि सिी वयवकत जो सिय या वकसी अनय की तरफ स आयकर ररटनण परसतत कर

रह हो

ऐस वयवकत जो अपना वयिसाय करत हो तथा वजनकी वबिी या िावषणक टनण ओिर (विगत िषण

म) पाच लाख रपय स अवधक हो

वकसी िी परकार क विततीय वयिहार हत

विततीय मामलो का मलयाकन करन िाला अवधकारी आिशयकता पड़न पर करदाता को पन काडण

वनगणत कर सकता ह

वकसी िी वयवकत को इस बात की जानकारी होना जररी ह वक िह पन काडण हत आिदन वकस परकार

कर आइय इसकी जानकारी ल

पन काडण हत आयकर वििाग का 49A फॉमण वनधाणररत ह इस आप आयकर वििाग की अवधकत

िबसाइट स डाउनलोड कर मवित कर सकत ह अथिा IT PAN सविणस सनटर स िी यह फॉमण परापत

वकया जा सकता ह इसक अवतररकत पन काडण क वलए आयकर वििाग क अवधकत िब पोटणल क

माधयम स ऑनलाइन आिदन िी वकया जा सकता ह और सबवधत दसतािज जस पहचान पतर पता

(आिसीय पत का परमाण) डाककररयर िारा िज जा सकत ह वयवकत फीस का िगतान िवडट-

डवबट काडण अथिा नट बवकग क माधयम स कर सकता ह यवद आपक पास पहल स ही पन काडण

उपलबध ह और उसम कोई तरवट ह ऐसी वसथवत म काडण म सशोधन हत ऑनलाइन आिदन िी

वकया जा सकता ह आिदन करन और सबवधत दसतािज वििाग को परापत करन क 15 वदनो क

िीतर पन काडण परापत वकया जा सकता ह पन काडण क वलए ततकाल सविधा उपलबध नही ह सरकार

िारा मानय दसतािज जस आधार काडण राशन काडण डराइविग लाइसस मतदाता पहचान पतर

हाईसकल परमाण पतर (जनमवतवथ सतयापन हत) टलीफोनवबजली का वबल इतयावद को पन काडण

बनिान म परयकत वकया जा सकता ह यवद वयवकत सिय क वलए पन काडण आिदन कर रहा ह तो

दसतािजो क साथ-साथ अपना निीनतम फोटो लगाना िी अवनिायण ह

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वयवकत क अपरिासी करदाता क रप म यह परािधान सकशन 160 (आयकर अवधवनयम 1961) क

अनतगणत उपलबध ह जसा वक नाम स ही सपि ह सथायी लखा सखया एक सथायी सखया ह जो काडण

धारक क वलए आजीिन समान तथा िध रहती ह

993 आयकि क सबध म कछ महतवपणय तथय

आयकर वयवकत कमपनी फमण इतयावद की कल विततीय आय पर सरकार क विततीय

वनयमोअवधवनयमो क अतगणत लगन िाला कर ह आयकर क समबनध म कि महतिपणण तथय ह

वजनक बार म हम जानना आिशयक ह

विगत िषण एि मलयाकन िषण

विगत िषण िह विततीय िषण ह जो परतयक िषण की 31 माचण को समापत हो जाता ह मलयाकन िषण 12

महीन का िह समय ह जो विगत िषण क समापत होन (31 माचण) क तरनत बाद अथाणत 1 अपरल स

आरमि हो जाता ह उदाहरण क वलए विगत विततीय िषण जो वक 31032016 म समापत हआ क

वलए मलयाकन िषण 1042016 स 31032017 तक होगा

आयकर वनयमानसार िगतान न कर पान की वसथवत

हमार दश म आयकर चोरी काननन अपराध ह वकसी िी वयवकत को आयकर चोरी करन का दोषी

पाए जान पर आयकर अवधवनयम 1961 की धारा 276 c (2) क अनतगणत मकदमा दायर वकया जा

सकता ह एि वनयमानसार वयवकत को दवडत वकया जा सकता ह

वयवकत िारा अवधक आयकर जमा कर दन की वसथवत

अवतररकत आयकर का पनः िगतान कर वदया जाता ह यह पनिणगतान आयकर ररटनण पणण होन क

पशचात वकया जाता ह आयकर सीमा की अवधकतम िट स अवधक आय होन पर वयवकत को

आयकर िगतान करना होता ह ऐस वयवकत करदाता कह जात ह

आयकर ररटनण िरन हत वनमन परपतर वनधाणररत ह

किदाता िॉमय सखया

ऐस वयवकत वजनकी आय का सरोत ितनपशन या पाररिाररक पशन ह ITR- 1

ऐस वयवकत अवििावजत वहनद पररिार वजनकी आय का सरोत वयापार अथिा

वयिसाय ह

ITR- 2

ऐस वयवकत अवििावजत वहनद पररिार जो वकसी फमण म साझदार ह और वकसी ITR- 3

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साझदारी क अनतगणत वयिसाय चलात ह

ऐस वयवकतअवििावजत वहनद पररिार वजनकी आय का सरोत परोपराइटरी वयापार

वयिसाय ह

ITR- 4

फमण हत ITR- 5

कमपनी उनक अवतररकत वजनह सकशन 11 क अनतगणत िट परापत ह ITR- 6

ऐस वयवकत तथा कमपनी वजनह सकशन 11 क अनतगणत ररटनण िरन की

आिशयकता ह

ITR- 7

आयकि करकस परकाि िि

ितनिोगी वयवकत परपतर-16 (Form-16) क आधार पर आयकर का िगतान करत ह यह वनयोकता

क िारा कायणरत कमणचारी को वनगणत वकया जाता ह एि इसम ितन का सपणण वििरण अवकत रहता

ह परतयक माह वमलन िाल ितन क आधार पर सरोत अवकत होता ह ऐस वयवकत जो ितन क

अवतररकत वकसी िी अनय परकार की आय परापत करत हो उनकी सबवधत सचना परपतर-16 म अवकत

होती ह आयकर का िगतान ऑनलाइन िी वकया जा सकता ह

वनमन परकार की आय पर आयकर िरना आिशयक ह

ितन स परापत आय

घरसमपवतत स परापत आय

वयिसाय म होन िाल लाि स परापत आय

पजी स परापत लाि

अनय सरोतो स परापत आय

994 आयकि छट

वनमन वसथवतयो म आयकर िट का परािधान ह

कवष आय

लीि रिल कनसशन

आनतोवषक पर (Gratuity)

सिवछिक सिावनिवत पर (अवधकतम 5 लाख क िगतान पर)

िविषटय वनवध क िगतान (िविषटय वनवध अवधवनयम 1925 तथा जन िविषटय वनवध 1968) क

अनतगणत

सिावनिवत होन पर अिकाश क नगदीकरण करान की वसथवत पर (अवधकतम सीमा 3 लाख)

आिसीय ितत पर

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13 पशन क विवनमय पर

करकन परिकरथकरतयो म कि िाहत दी जाती ह

आयकर की धारा 80 c क अनतगणत कि वनिश तथा अनय सबवधत गवतविवधया अनमनय ह तथा य

कर मकत ह इनम वनिश की अवधकतम सीमा एक लाख पचास हजार रपय ह वनमन वनिश इसक

उदाहरण ह

िविषटय वनवध और सामानय िविषटय वनवध

पशन योजना म वनिश

सरकार िारा अवधकत सचय योजना म वनिश

इवकिवट सबवधत सचय योजना म वनिश

सरकार िारा अवधकत इरनफरासरकचर बॉनड

रािीय बचत पतर म वनिश

आिसीय ऋण पर

वशकषण ससथा म टयशन फीस पर

डाकघर सबधी वकसी वनिश पर

वकसी विशष सािवध जमा पर

995 आयकि की धािाए

आइए अब आयकर की धाराओ क विषय म समझ आयकर की धारा 80C क अनतगणत वनिश

अनमनय ह 80C तथा 80CCC की अवधकतम सीमा डढ़ लाख रपय ह आइए 80C तथा इसी स

सबवधत अनय धाराओ क विषय म जान

आयकि धािा करवविण

80CCC एल आईसी की वनिश योजना वजसक अनतगणत अवधवनयम अनमनय

िट डढ़ लाख र हो सकती ह

80D मवडकल बीमा परीवमयम

80DDB वचवकतसकीय दखिाल एि उपचार

80E वशकषा ऋण

80U विकलागता होन पर

80G चररवट म दान पर

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टी0डी0एस0 सरोत पि कटौती स कया तातपयय ह

करदाता िारा वकसी विततीय िषण म अपनी अनमावनत आय तथा उसक अनसार कर िगतान का

आकलन कर परायः परवतमाह ितन स कर िगतान सरोत पर कटौती अथिा टी0डी0एस0 का उदाहरण

टी0डी0एस0 परमाण पर कया ह

आयकर ररटनण िरत समय टी0डी0एस0 परमाण पतर आिशयकता पड़ती ह और यह इस बात का

परमाण ह वक करदाता िारा वनयमो का पालन वकया गया ह ितन िोगी कमणचाररयो हत परपतर 16 पर

यह वििरण अवकत होता ह परपतर 16 म ितन क अवतररकत आय पर टी0डी0एस0 या सरोत पर

कटौती का परमाण पतर होता ह

अभयास परशन 3

ररकत सथान िररए

1 वनयाणत तथा सरकारी सिाओ को िोड़कर वकसी िसत अथिा सिा पर लगाया गया कर

कहलाता ह

2 60 िषण तक क परषो क वलए तक की िावषणक आय पर

आयकर दर शनय ह

3 सथाई लखा सखया काडण को आम बोलचाल िाषा म कहा जाता ह

4 PAN काडण म अवकत पाचि अकषर का सबध

स ह

5 ऐस वयवकत वजनकी आय का सरोत ितन या पशन ह उनक वलए आयकर ररटनण िरन हत

परपतर वनधाणररत ह

6 आयकर की धारा क अतगणत पजी वनिश अनमनय ह जो आयकर मकत ह

910 सारााश इस इकाई क अधययन क पशचात आपन जाना वक राजय अथिा कनि सरकार िारा करदाता पर

अवनिायण विततीय िार को कर कहत ह कर सदि वनयमकानन क अनतगणत वनधाणररत वकए जात ह

कर राजसि क परमख सरोत ह िारत म मखयतया दो परकार क कर परचवलत ह परतयकष कर तथा

अपरतयकष कर ि कर वजनका सीधा परिाि करदाता पर पड़ता ह उनह परतयकष कर कहत ह जस आय

कर समपवतत कर इतयावद ऐस कर वजनका अपरतयकष रप स वयवकत पर परिाि पड़ता ह उनह अपरतयकष

कर कहत ह य िसतओ और सिाओ क उपयोग पर दय होत ह वकसी वयवकत विशष पर नही सिा

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कर िट (मलय िवधणत कर) इसक उदाहरण ह आपन िारत म विविनन परकार क कर कराधान

वयिसथा आयकर की दर िट क परािधान परपतरो पन काडण क वििरण महति आिशयकता

सबवधत महतिपणण तथयो एि सरोत पर कटौती जस महतिपणण विषयो को समझा करो और कराधान

वयिसथा क विषय को िली-िावत परकार समझन पर अब आपक वलए यह विषय कवठन नही होगा

तथा आप अपन दवनक जीिन म इस जञान स अिशय लािावनित होग

911 पाररभाषिक शबदावली कि नागररको की आय का िह िाग वजस राजय अपन वलए लता ह तथा जो सामानय जन

सिाओ क उतपादन क वलए आिशयक ह

परतयकष कि ऐस कर जो विवधित रप स वजस पर लगाए जात ह उस ही परतयकष रप स उनका

िगतान करना पड़ता ह जस आयकर

अपरतयकष कि ऐस कर जो वकसी वयवकत पर आवशक या पणण रप स लगाए जात ह परत वकसी

िसत या सिा क रप म जस उतपादन शलक

लािाश कि वकसी कमपनी क शयर धारको को लािाश क रप म जो धन रावश परापत होती ह

उस पर लाग कर को लािाश कर कहा जाता ह

एकल कि िह कर परणाली वजसम कर किल एक मद पर लगाया जाता ह

दोहिा कि वकसी वयवकत िारा वकसी एक सिा पर दो बार वदया गया कर

आयकि लब िह सलब वजसक िारा वलग आय आय तथा वयिसाय क आधार पर वयवकत

क आयकर का वनधाणरण वकया जाता ह

912 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 अवनिायण

2 परतयकष कर 3 अपरतयकष कर

4 समान रप स

अभयास परशन 2

1 वनमन को पररिावषत कीवजए

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a सामाकरजक सिकषा कि सिावनिवत क उपरानत कमणचाररयो क वलए इस परकार की कर

योजना लािदायक होती ह िारत म यह कर अिधारणा परोविडनट फड अथिा िविषटय

वनवध क नाम स परचवलत ह

b पोल कि यह िारत म िाहनो पर लगन िाल सड़क कर की ही िावत ह यदयवप िारत म

यह कर अवधक परचवलत नही ह परनत िषण 2002 म पररिहन मतरालय िारा िारत क समसत

पयणटक िाहनो क जमम कशमीर म परिश पर इस परकार क कर का वनधाणरण वकया गया

c बहकि इसका तातपयण ह वक कर परणाली म सिी परकार क करो को सवममवलत वकया जाना

चावहए तावक परतयक नागररक आवथणक विकास म अपना योगदान सवनवशचत कर सक

बहकर परणाली स अथणवयिसथा की आिशयकताओ को परा वकया जा सकता ह

d करवकरशि कि िसतओ क वकनही विवशि गणो क आधार पर लगाए जान िाल करो को

विवशि कर कहा जाता ह य कर िसत क िार आकार अथिा मातरा आवद क अनसार

लगाए जात ह जस चीनी पर उसक िजनानसार कपड़ की लमबाई क अनसार टलीविजन

की वपकचर टयब पर उसक आकारनसार कर लगता ह

2 सहीगलत बताइए a सही

b गलत

c सही

अभयास परशन 3

ररकत सथान िररए

1 मलय िवधणत कर 2 दो लाख पचास हजार 3 PAN काडण

4 वयवकत क सरनम

5 ITR-1

6 80C

913 सनदभण गरनथ सची 1 आर0क0 लखी लोक वितत कलयाणी पवबलशसण लवधयाना पचम ससकरण 2011

2 वमशर एि परी िारतीय अथणवयिसथा वहमालया पवबलवशग हाउस तइसिा ससकरण 2011

3 डा0 मोहन वसह वयवि अथणशासतर सावहतय ििन आगरा 2005

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4 wwwindiataxorg

914 ननबनधातमक परशन 1 कराधान की वयाखया कर अछिी कर वयिसथा की परमख विशषताए बताइए

2 उतपादन एि वितरण पर कर क परिािो का िणणन कीवजए 3 कर चोरी कया ह इस अपराध कयो माना गया ह

4 आयकर एि इसस सबवधत समसत महतिपणण तथयो को विसतारपिणक समझाइए

5 टी०डी०एस० (सरोत पर कटौती) वकस कहत ह विसतत वयाखया कीवजए 6 वकन-वकन परािधानो क अनतगणत आयकर पर िट दी जाती ह

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खणड 3

उपिोिावाद

एव

उपिोिा सिकषण

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इकाई 10 उपभोतता 101 परसतािना

102 उददशय

103 उपिोकता की पररिाषा

1031 गरामीण बनाम शहरी उपिोकता

1032 उपिोकता की विशषताए

1033 उपिोकता की समसयाए

1034 ितणमान यग म उपिोकता क अवधकार

1035 उपिोकता क उततरदावयति

1036 उपिोकता का सचना पयाणिरण और जनसपकण माधयम

104 वििय सिदधणन

1041 वििय सिदधणन क उददशय

1042 वििय सिदधणन की विविनन तकनीक

1043 वििय सिदधणन स लाि और हावन

105 विजञापन क माधयम

106 साराश

107 पाररिावषक शबदािली

108 अभयास परशनो क उततर

109 सनदिण गरनथ सची

1010 वनबनधातमक परशन

101 परसतावना आधवनक बाजार का मखय आधार उपिोकता ह वजसक चारो तरफ वयापाररक गवतविवधया घमती ह

वकसी िी वयापाररक ससथा म उपिोकता को सिोपरर माना जाता ह तथा वयापाररक वियाओ क

वनयोजन म उपिोकता की माग ि आिशयकताए मखय कनि वबनद होत ह अब आपक मवसतषटक म

परशन उठगा वक उपिोकता कौन ह मनषटय अपनी आिशयकताओ की पवतण क वलए विविनन िसतओ

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का परयोग करता ह यह विया उपिोग कहलाती ह तथा िसत का परयोग करन िाला उपिोकता

कहलाता ह उपिोकता कई परकार क होत ह जस घरल वयापाररक ितणमान िािी गरामीण शहरी

धनी वनधणन मधयिगीय बाल यिा परौढ़ िदध परष सतरी आवद ितणमान समय का उपिोकता कही

िी किी िी अपन उपिोग की िसत खरीद सकता ह उपिोकता को पता ह वक ि कया खरीद रह ह

तथा कयो खरीद रह ह आप कह सकत ह वक आज का उपिोकता अवधक जागरक ह परनत

िोगिादी परिवत तथा वनतय परवत बढ़ रही आिशयकताओ की पवतण क कारण उपिोकता का शोषण िी

हो रहा ह वििता िारा अवधक धन कमान का लालच तथा बढ़ती सपधाण क कारण उपिोकता को

अनक समसयाओ जस वमलािट कम नाप तोल वमथया िाप (लबल) आवद का सामना करना

पड़ता ह उपिोकता इन समसयाओ स तिी बच सकत ह जब ि वशवकषत और जागत हो इसक वलए

उनह अपन दावयतिो और अवधकारो स पररवचत होना आिशयक ह

विगत कि िषो स उपिोकता को विविनन उतपादो क बार म जानकारी परापत हो रही ह वजसका मखय

कारण उपिोकता का सचना पयाणिरण ह उपिोकता को जनसपकण माधयमो और विजञापनो क िारा िी

जानकारी परापत होती ह एक तरफ जहा उपिोकता वबना वकसी नकसान क अछिी परकार स सोच

समझकर उतपाद खरीदता ह तो दसरी तरफ वयापारी वििय समिदधणन जसी वियाओ को अपनाता ह

वजसस उतपाद क वििय म िवदध हो

102 उददशय इस इकाई क अधययन क बाद आप जान पाएग वक-

उपिोकता की कया विशषताए ह तथा गरामीण और शहरी उपिोकता म कया अतर ह

उपिोकता को वकन-वकन समसयाओ का सामना करना पड़ता ह

ितणमान म उपिोकता क कया अवधकार और उततरदावयति ह

उपिोकता का सचना पयाणिरण और जनसपकण माधयम कया ह

वििता िारा अपनायी जा रही विविनन वििय सिदधणन तकनीक कौन-कौन सी ह तथा

विजञापन क कौन-कौन स माधयम ह

103 उपभोतता इकाई क आरि म हम उपिोकता की पररिाषा जानग साधारण शबदो म उपिोकता िह वयवकत ह जो

अपनी आिशयकताओ की सतवि हत िसतओ एि सिाओ का उपयोग करता ह िसतए उपिोगीय

िसत जस आटा नमक दाल फल आवद या वटकाऊ िसत जस टी0िी0 वफरज साइवकल वमकसी

आवद होती ह जबवक सिाओ स तातपयण वबजली टलीफोन पररिहन साधन वसनमा आवद स ह

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कानन की दवि म दोनो परकार क वयवकत जो मलय दकर िसत या सिाए खरीदत ह तथा िह वयवकत

जो वििता की सहमवत स िसत या सिा का परयोग करत ह उपिोकता कहलात ह जस जब आप

सिय तथा अपन पररिार क वलए फल खरीदत ह तो आप और आपक पररिारजन उपिोकता

कहलात ह परत िह वयवकत जो िसतओ को खरीदकर पनः बचता ह या उसका वयिसावयक उपयोग

करता ह िह उपिोकता नही कहलाता ह कयोवक िह वयवकत उस िसत का िासतविक उपयोग नही कर

रहा ह उपिोकता सरकषण अवधवनयम 1986 की पररिाषा क अनसार ldquoकोई िी वयवकत जो मलय

दकर वकसी िसत या सिा को परापत कर उसका उपिोग करता ह िह उपिोकता की शरणी म आता

हrdquo

1031 गरामीण बनाम शहिी उपिोिा

परतयक वयवकत उपिोकता होता ह परत उनकी परकवत म अतर होता ह सथान क आधार पर उपिोकता

दो परकार क होत ह गरामीण उपिोकता और शहरी उपिोकता दोनो उपिोकताओ म अतर

वनमनवलवखत ह

गरामीण उपिोिा शहिी उपिोिा

उपिोकता गाि म रहता ह जहा औदयोवगकीकरण

नही ह

उपिोकता शहर म रहता ह जहा शहरीकरण और

औदयोवगकीकरण ह

उपिोकता कम वशवकषत या अवशवकषत होत ह तथा

उनम तकनीकी बदलाि क बार म जागरकता

और जञान विकवसत करन म कवठनाई होती ह

उपिोकता वशवकषत या कम वशवकषत होत ह तथा

तकनीकी बदलाि क परवत सजग रहत ह

उपिोकता का मखय वयिसाय कवष ह अतः

इनकी आय मौसमी रहती ह

उपिोकता का मखय वयिसाय औदयोवगकी

परबधन और वयिसाय होता ह

सचार माधयमो स सपकण कम रहता ह अतः नए

उतपादो क बार म जानकारी कम रहती ह

सचार माधयमो स सपकण अवधक रहता ह अतः

नए उतपादो की परथम सचना वमल जाती ह

गर-िोजय पदाथो पर कम खचण करत ह गर-िोजय पदाथो पर अवधक खचण करत ह

उपिोकता की िय कषमता रहन सहन का सतर

परवत वयवकत आय आवथणक और सामावजक

वसथवत वनमन होती ह

उपिोकता की िय कषमता रहन सहन का सतर

परवत वयवकत आय आवथणक और सामावजक

वसथवत अपकषाकत उछच होती ह

उपिोकता अपन रीवत-ररिाजो और परमपराओ

का अवधक सममान करत ह तथा उनको बदलना

उपिोकता पररवसथवत अनसार रीवत-ररिाजो और

परमपराओ म पररितणन कर लत ह इनम

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 196

या तोड़ना पसद नही करत सामावजक एि सासकवतक बदलाि तीवरता स

आत ह

उपिोकता अपन पररिश ि आस-पास क लोगो

का अनकरण कर िसत िय करता ह

उपिोकता अपनी आिशयकता क अनसार िसत

िय करता ह

उपिोकता वटकाऊ िसत जस टी0िी0 वफरज

गाड़ी आवद की खरीददारी का वनयोजन काफी

पहल स करत ह

उपिोकता िसत िय करन स पिण अवधक

वनयोजन नही करता

िसतओ को िय करन का वनणणय सामवहक होता

ह वजसम खरीददार वयसक पतर गाि का सफल

वयवकत और मकवनक आवद होत ह

उपिोकता का िसत िय करन का वनणणय एकल

होता ह पररिारजन िसत क रग ि आकार चनन

म मदद करत ह

उपिोकता सरपच कॉलज म पढ़न िाल यिा या

शहरी कषतरो म काम करन िाल लोगो स विचार

विमशण ि सलाह लता ह

उपिोकता वसनमा क कलाकारो वखलावड़यो या

अवधक खयावत परापत लोगो स परिावित होकर

िय करता ह

1032 उपिोिा की करवशषताए

उपिोकता अपनी समसत वियाए सिय की आिशयकताए परा करन हत और अपना जीिन सतर ऊचा

करन हत करता ह वयवकत क पास अपनी अननत आिशयकताओ की पवतण करन हत सीवमत धन

होता ह वयवकत को आिशयकताओ की पवतण म सतवि तिी परापत हो सकती ह जब िह वििकपणण

वयय कर इसक वलए उपिोकता म कि विशषताए होनी चावहए जो वनमनवलवखत ह

कोई िी वयकरि उपिोिा हो सकता ह

उपिोकता का समबनध वयवकत क अमीर-गरीब सतरी-परष गरामीण-शहरी होन स नही होता परतयक

वयवकत की कि आिशयकताए होती ह वजनह परा करन क वलए िह िसत नकद या उधार िय करता

ह अतः हर वयवकत उपिोकता ह

उपिोिा वतओ औि सवाओ क करलए मलय दता ह

एक विखारी यवद िीख मागकर वबना मलय वदए िोजन ल रहा ह तो िह उपिोकता नही ह परनत

उसकी आिशयकताओ की पवतण हो जाती ह उपिोकता िह ह जो िसतओ और सिाओ की कीमत

चका कर उनह िय करता ह

उपिोिा वतओ औि सवाओ दोनो का उपयोग किता ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 197

उपिोकता अपनी आिशयकताओ की पवतण हत िसतए िय करता ह तथा धन दकर सिाए जस डॉकटर

की सिाए परापत करता ह अतः िसत और सिा दोनो उपिोकता क उपिोग कषतर म आत ह

उपिोिा औि िता म अति होता ह

कोई वयवकत उपिोग हत िसत का िय करता ह तो िह उपिोकता ह यवद वयवकत िसत का िय करता

ह पर उपिोग नही करता तो िह उपिोकता नही िता कहलाता ह उदाहरण क वलए यवद हमन अपन

वमतर को जनमवदन म दन क वलए उपहार खरीदा तो हम िता कहलाएग उपिोकता नही अतः यह

आिशयक नही वक हर िता उपिोकता हो

उपिोिा दवािा अकरतम उपिोग अनवायय ह

िय की गई िसत का परयोग करना उपिोकता क वलए अवनिायण ह अनयथा िह िता कहलाएगा

उपिोिा िय स पवय वतओ औि सवाओ की पछताछ किता ह

एक समझदार उपिोकता वकसी िी िसत या सिा का िय करन स पिण उसकी जाच-पड़ताल करता

ह इसक वलए िह उनक बार म पढ़ता ह दोसतो और पररिार क विचार परापत करता ह अलग-अलग

सटोरोदकानो म पिताि करता ह तथा इटरनट म दखता ह

उपिोिा किी िी खिीददािी कि सकता ह

आधवनक उपिोकता की विशषता यह ह वक िह वदन क वकसी िी समय िसतओ और सिाओ का

उपिोग कर सकता ह और वििता पर वदन उन उपिोकताओ की विविनन आिशयकताओ की पवतण

करन हत ततपर रहत ह यह इटरनट और ऑनलाइन खरीददारी स सिि हआ ह

उपिोिा करनयरण म िहत ह

आज क यग का उपिोकता अपनी खरीददारी क अनििो क वनयतरण म ह और िह जानता ह वक िह

अपनी खरीददारी क अनििो को दसर उपिोकताओ क साथ साझा कर सकता ह उपिोकताओ क

पास परतयक िय वनणणयो क बार म खोजन अनसधान करन और बाटन क माधयम ह इसवलए

वििता को उनकी वजजञासाओ का तरत उततर दना चावहए

उपिोिा इचछक होत ह

उपिोकता इछिक परिवतत क होत ह उनम कि ही समय म वकसी िसत या सिा क बार म जानकारी

इकटठा करन की िहद कषमता होती ह उनक मवसतक म यह सपि रहता ह वक ि कया और कयो खरीद

रह ह

उपिोिा वत औि सवा स हमशा जड़ िहत ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 198

फसबक टविटर जसी सामावजक नटिवकग साइटस क कारण उपिोकता क जीिन म वदन-परवतवदन

नए बदलाि आ रह ह मोबाइल फोन ि इटरनट क माधयम स उपिोकता कही िी किी िी तथा

कोई िी सचना ऑनलाइन परापत कर उस पर कायणिाही कर सकता ह उपिोकता िारा वकसी िी िसत

या सिा क बार म कही गई अछिी या बरी बात उस िसत को बाजार म सफल या असफल बना

सकती ह उपिोकता एक ही िसत क विविनन बराडो क बार म िी जानकारी परापत कर सकता ह

अगल िाग म हम उपिोकताओ की समसयाओ पर चचाण करग

1033 उपिोिा की समयाए

आज क यग म वयवकत की िोगिादी परिवतत जस-जस बढ़ रही ह िस-िस उपिोग की िसतओ एि

सिाओ की सची म वनरनतर िवदध हो रही ह सीवमत साधनो म असीवमत आिशयकताओ की पवतण

करना मवशकल कायण ह उतपादनकताण और वििता िारा कम समय म अवधक लाि कमान की

लालसा क कारण उपिोकता का शोषण होता ह उसका पाररिाररक बजट असतवलत हो जाता ह

सामानयतः उपिोकता को वनमनवलवखत समसयाओ का सामना करना पड़ता हः

1 वमलािट

2 दोषयकत माप एि िार

3 बाजार म वयापत भिाचार क परकार

भामक विजञापन

वनमन सतरीय िसतए

िसतओ की अपयाणपत पवतण

करो म हरा फरी

गलत वचनह तथा लबल का परयोग

अवशि वयिहार

4 मलय िवदध

5 परतयािवत तथा आशववसत

6 वकशतो म खरीददारी

आइय परतयक पर चचाण कर

1 करमलावट

आज क दौर म बाजार म शदध िसतओ का वमलना एक चनौती बन गया ह िसतओ म वमलािट

करना आम बात हो गई ह सरसो क तल म धतर या अलसी का तल मसालो म घास-फस अनाज

म ककड़-पतथर काली वमचण म पपीत क बीज ताजी चाय पतती म परयोग की गयी चायपतती को

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 199

सखाकर पनः वमलाना रगीन वमठाइयो म न खान िाल रग हलदी म गर दध म पानी अरारोट

सोडा यररया आवद की वमलािट की जाती ह इन वमलािटो स िोजय पदाथो की पौविकता खतम हो

जाती ह किी-किी वमलािट स विषाकतता िी हो जाती ह इन वमलािटी खादय पदाथो क सिन स

वयवकत बीमार और कमजोर हो जात ह किी-किी वयवकत की मतय िी हो जाती ह वमलािट स

उपिोकता को आवथणक नकसान क साथ-साथ शारीररक और मानवसक नकसान िी पहचता ह

2 दोषयि माप एव िाि

सटडडण ऑफ िट एकट बनन क बाद माप ि िार हत मानकीकत इकाईयो जस वकलो-गराम लीटर-

वमवल लीटर मीटर-सटीमीटर का परयोग होन लगा ह परनत वयापारी िगण बड़ी चालाकी स उपिोकता

को ठग लत ह जस िसत को तोलत समय हाथ स तराज का माप झकाना वजसस िसत का िजन

कम आता ह कपड़ा खीचकर नापन स 1-2 स0मी0 कम हो जाता ह तराज क नीच चमबक

लगाना कम िार का बाट न होन पर पतथर इसतमाल करना आकषणक पक म कम मातरा म िसत

डालकर अवधक मातरा का लबल लगाना आवद इस परकार उपिोकता िारा परा पसा दन पर िी सही

िजन की िसत नही वमलती ह

3 बाजाि म वयाि भिाचाि क परकाि

आजकल बाजार म विविनन परकार की िसतए उपलबध ह इन िसतओ को वििता जलद स जलद

बचना चाहता ह वजसक वलए िह गलत तरीको का परयोग कर उपिोकता का शोषण करता ह

वििता वनमन तरीको स उपिोकता का शोषण कर सकता ह

भामक करवजञापन उतपादनकताण अपनी िसतओ की सही जानकारी उपिोकता तक पहचान क

वलए विजञापन की सहायता लत ह परनत विजञापनो को ऐस मनोिजञावनक तरीक स परसतत वकया

जाता ह वक उपिोकता िसत क गण-दोष न दखकर विजञापन क आकषणण म उलझकर िसत िय

करता ह विजञापन कई उतपादो क बार म भामक जानकारी िी दत ह कम उमर अपररपकि ि

वदखािा करन िाल उपिोकता इन विजञापनो स अवधक परिावित होत ह विजञापन क िारा िसतओ

क गणो को बढ़ा-चढ़ाकर आकषणक ढग स जनता क सामन परसतत वकया जाता ह वनमन एि

घवटया िसतओ को आकषणक रप स पक करक जनता को वदखाया जाता ह और इस तरह

उपिोकता आसानी स ठग जात ह

करनमन तिीय वतए बाजार म जब कोई नई िसत परचवलत हो जाती ह तो उस िसत की जसी

वदखन िाली अनक िसतए बाजार म आ जाती ह जो वदखन म उनस अछिी होती ह मगर सतर म

काफी वनमन होती ह इन िासतविक एि वनमन सतरीय िसतओ क मलय म कोई अतर नही होता

दकानदार अजञान ि सीध-साध उपिोकताओ को घवटया िसत दकर लाि कमात ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 200

वतओ की अपयायि पकरतय पजीपवतयो िारा जमाखोरी दोषपणण उतपादन एि वितरण परणाली

पररिहन समसया पराकवतक आपदा शासन की आयात-वनयाणत नीवत एि कर परणाली क कारण

बाजार म किी-किी कि िसतओ की पवतण अपयाणपत हो जाती ह वजसस उपिोकता को वनधाणररत

मलय स अवधक मलय दकर िसत को िय करना पड़ता ह

किो म हिा ििी सरकार िारा उतपावदत िसत पर परतयकष तथा अपरयकष रप स कर लगाया जाता

ह परतयकष कर उतपादनकताण को सिय दना पड़ता ह तथा अपरतयकष कर उपिोकता िारा वदए जात

ह परनत उतपादनकताण अपना लाि कम नही करना चाहता अतः िह अपन वहसस का परतयकष

कर िी उपिोकता स लता ह यह आवथणक िार उपिोकता पर आता ह

गलत करचहन तथा लबल का परयोग कि उतपादनकताण एि वनमाणता असली िसतओ क वचहनो

एि लबलो म थोड़ा सा पररितणन कर उनह अपन नकली या घवटया िसतओ पर लगाकर

उपिोकताओ को भवमत कर ठगत ह इन वचहनो म मामली सा अतर होता ह वजस उपिोकता

पहचान नही पाता तथा भवमत हो जाता ह

अकरशि वयवहाि वििताओ का उपिोकता क साथ अवशि वयिहार िी उपिोकता की एक

समसया ह कयोवक उपिोकता असगवठत रहत ह और वििता सगवठत उपिोकता िारा िसत की

गणितता मलय आवद क विषय म जानकारी माग जान पर वििता उनह गलत जानकारी दत ह या

उनक साथ अवशि वयिहार करत ह

4 मलय वकरदध

जनसखया िवदध िसतओ का कम उतपादन जमाखोरी दोषपणण वनयाणत नीवत एि वितरण परणाली

फशन-विजञापन का परिाि िता-वििता क बीच दलाल आवद कारणो स िसतओ की कीमत म

बढ़ोतरी होती ह मलय िवदध क कारण उपिोकता को अपनी सीवमत आय का अवधकतर िाग दवनक

आिशयकताओ की पवतण हत वयय करना पड़ता ह िह बछचो का पालन-पोषण और वशकषा का

परबध िी नही कर पाता मलय िवदध क कारण उपिोकता का जीिन का सतर वगरता जाता ह

5 परतयािकरत तथा आशवकरत

परतयािवत तथा आशववसत का अथण ह गारटी तथा िारटी यवद एक वनवशचत समय अिवध म िय वकए

सामान म खराबी आती ह तो उपिोकता को उसका परा पसा िापस वमलता ह इस परतयािवत या

गारटी कहत ह परत यवद पसो स सथान पर सामान की दसरी इकाई या वनःशलक मरममत होती ह तो

इस आशववसत या िारटी कहत ह वशकषा तथा जागरकता क अिाि म उपिोकता इन सविधाओ का

समय पर लाि नही उठा पाता ह

6 करकशतो म खिीददािी

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 201

उपिोकता की मानवसकता उदासीनता सोचन का ढग विजञापनो का परिाि मानवसक तनाि तथा

सामावजक परवतषठा क कारण उपिोकता शनय परवतशत बयाज पर वकशतो म खरीददारी करन लग ह

उपिोकता नही जानता वक वकशतो पर खरीदी हई िसत की िह डढ़ गनी कीमत दता ह और वकशतो क

परा होन क पशचात ही िह उस िसत का मावलक कहलाएगा इस तरह उपिोकता शोवषत होता ह

1034 वतयमान यग म उपिोिा क अकरधकाि

अब तक आपन जाना वक बाजार म परवतसपधाण भामक विजञापन वनमन सतर की िसतओ की

उपलबधता आवद क कारण उपिोकताओ को अनक समसयाओ का सामना करना पड़ रहा ह अतः

उपिोकताओ का सरकषण सरकार और पराइिट ससथाओ क वलए एक गिीर विषय बना हआ ह

उपिोकताओ क वहतो को धयान म रखत हए सरकार न उपिोकताओ क अवधकारो को मानयता परदान

की ह अनय शबदो म कह सकत ह वक यवद उपिोकता को धोखाधड़ी और शोवषत होन स बचाना ह

तो उनह कि अवधकार दन होग तावक िह इस वसथवत म हो वक िह वििता स मोल-िाि कर सक

िारत म उपिोकता सरकषण अवधवनयम 1986 क तहत उपिोकताओ को कि अवधकार वदए गए ह

जो वनमनवलवखत ह

1 सिकरकषत सामगरी का अकरधकाि उपिोकता को यह अवधकार ह वक बाजार म वबकन िाली उन

सामवगरयो स सिय को सरवकषत रख जो सिासथय और जीिन क वलए हावनकारक ह उपिोकता होन क

नात यवद आप यह अवधकार जानत ह तो दघणटना को रोकन हत आप उवचत सािधावनया लग या

सािधानी अपनान क बािजद यवद दघणटना हो जाती ह तो आपका यह अवधकार ह वक आप वििता

क वखलाफ वशकायत कर मआिजा िी ल सकत ह उदाहरण वक वलए हाल ही म कोलड वडरस म

हावनकारक कीटनाशक की मातरा मगी नडलस म सीसा ि MSG की मातरा मानक स अवधक होन

पर इनका सामवहक बवहषटकार वकया गया

2 उतपाकरदत वत क बाि म सचना पराि किन का अकरधकाि उपिोकता को यह अवधकार ह वक

िह िसतओ की मातरा गणितता शदधता मानकता और मलय क बार म जानकारी परापत कर सकता ह

तावक िह वकसी िसत या सिा को िय करन स पहल िली-िावत चन सक साथ ही साथ जहा

आिशयक हो उपिोकता सरकषा सािधावनयो क बार म जानकारी परापत कर सकता ह तावक उतपाद का

उपिोग करत समय नकसान या दघणटना स बचा जा सक जस गस वितरक को उपिोकता को सवचत

करना चावहए वक जब खाना पकान का कायण न हो रहा हो तो गस का रगयलटर बद कर दना चावहए

3 करवकरिनन मलयो औि गणवतता की वतओ क चयन का अकरधकाि इस अवधकार क अतगणत

उपिोकता इस बात स आशवावसत रहता ह वक परवतसपधाण क इस यग म िह विविनन मलयो एि

गणितता की िसतओ म स उपयकत मलय ि सही गणितता की िसत का चनाि करक िय कर सकता

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 202

ह किी-किी वयापारी और वििता अपनी बातो स उपिोकता पर दबाि डालकर घवटया गणितता

िाली िसतओ को बचत ह किी उपिोकता टलीविजन म वदखाए गए विजञापनो क बहकाि म आ

जात ह यवद उपिोकता अपन इस अवधकार क परवत सजग ह तो इस तरह की समिािनाओ स बचा

जा सकता ह

4 उपिोिा को करशकायत किन तथा उनकी सनवाई का अकरधकाि इस अवधकार क तीन

सपिीकरण ह मोट तौर पर इस अवधकार का अथण ह वक जब ऐस वनणणय और नीवतया बनायी जाती

ह जो उपिोकता की रवच को परिावित करती ह तो उपिोकता को यह अवधकार ह वक सरकार और

जनपरवतवनवधयो िारा विचार-विमशण वकया जाए या उनकी राय ली जाए उपिोकता को उतपादन और

विपणन क वनणणयो म वनमाणणकताण वयापारी और विजञापनकताण िारा सनन का अवधकार ह साथ ही

उपिोकता की वशकायतो स सबवधत कचहरी म उपिोकता को काननी कायणिाही की सनिाई का िी

अवधकार ह

5 हजायना या मवाअजा मागन का अकरधकाि यवद खराब या वमलािटी उतपाद क कारण

उपिोकता को नकसान या हावन पहचती ह या अनवचत वयापार कायण परणावलयो जस अवधक मलय

लना घवटया या असरवकषत सामान बचना सिा परदान करन म अवनयवमतता आवद क कारण

उपिोकता को यवद कि होता ह तो इसक वलए उस उपाय या वनिारण मागन का अवधकार ह

उपिोकता को यह अवधकार ह वक उस खराब िसत क बदल सही िसत वमल या उसकी उवचत

मरममत हो या उसका धन पनः िापस वमल इस अवधकार क अतगणत उपिोकता की िासतविक हावन

का उवचत वनपटारा होता ह इस समसया क वनिारण हत वजला राजय और राषटरीय सतर पर उवचत

ततर की वयिसथा ह

6 उपिोिा करशकषा का अकरधकाि बाजार म अनवचत कायण और उपिोकता को शोवषत होन स

बचान क वलए उपिोकता को जागरक और वशवकषत करना आिशयक ह इस वदशा म उपिोकता

सगठन वशकषण ससथान और सरकारी नीवत बनान िाल सगठन उपिोकता को सवचत और वशवकषत

करन का कायण करत ह य सगठन वनमन विषयो पर उपिोकता को जागरक करत ह

उन उवचत वनयमो जो अनवचत वयापार कायण परणावलयो को रोकत ह की जानकारी दत ह

ऐस तरीको और साधनो की जानकारी दत ह जो बईमान वयापारी और उतपादनकताण उपिोकता

को ठगन और धोखा दन क वलए अपनात ह

िय क समय वबल या रसीद की माग पर जोर दना

वशकायत करत समय उपिोकता िारा अपनायी जान िाली विवधयो की जानकारी दना

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 203

परिािशाली उपिोकता वशकषा स उपिोकता की जागरकता बढ़ती ह वजसस उनक अवधकारो को

परिािी ढग स लाग करन म मदद वमलती ह और उपिोकता सिय को धोखाधड़ी बईमानी और

बहकान िाल विजञापन लबल आवद स बचा सकत ह

1035 उपिोिा क उततिदाकरयतव

उपिोकता क अवधकार जानन क बाद यह जानना िी जररी ह वक जो अवधकार उपिोकताओ को वदए

गए ह उनह परापत करन क वलए उपिोकताओ क कया उततरदावयति होन चावहए उदाहरण क वलए यवद

उपिोकता हजाणना मागन का अवधकार रखता ह तो उसका यह दावयति ह वक िह अछिी गणितता

िाल सही मलय क सामान को खरीद और इसतमाल करत समय सािधानी रख तावक दघणटना होन स

बचा जा सक उपिोकताओ क उततरदावयति वनमनवलवखत ह

1 वय को जागरक िखना उपिोकता स यह उममीद की जाती ह वक िह उतपादो की जानकारी ि

उनक चनाि क बार म वििता पर वनिणर न रह उपिोकता को इस बात का धयान रखना चावहए वक

जो िसत िह िय कर रहा ह उसका उवचत मलय वलया जा रहा ह या नही विशवसनीय वििता कौन

ह और कौन-सी िसत वकस सथान पर उवचत मलय पर उपलबध ह

2 करविता स िय की िसीद मागना उपिोकता का यह दावयति ह वक िह िय स सबवधत िध

वलवखत परमाण जस रसीद वबल आवद वििता स माग और उस सिाल कर रख यह परमाण

वशकायत दजण करन क समय काम आता ह वटकाऊ िसत जस टलीविजन वफरज आवद की खरीद क

समय वनमाणणकताण िारा गारटी ि िारटी काडण वदय जात ह उपिोकता का दावयति ह वक िह यह

सवनवशचत कर वक इन काडो पर वििता क हसताकषर मोहर एि िय की वदनाक हो उपिोकता इनह

अपन पास तब तक रख जब तक गारटीिारटी की अिवध समापत न हो जाए

3 वातकरवक मआवज की माग किना उपिोकता होन क नात यवद आप वकसी िसत या सिा स

असति ह तो आप अपन नकसान का मआिजा माग सकत ह इसक वलए आप वनमाणणकताण या

कमपनी स दािा कर सकत ह उनक िारा उततर न दन पर आप उपिोकता मच जा सकत ह धयान

रखन योगय बात यह ह वक आप जो दािा कर िह िासतविक नकसान को दशाणए और मआिज का

दािा िी उवचत हो िोट-स नकसान क वलए बड़ी रकम की माग नही करनी चावहए उपिोकता िारा

कालपवनक वशकायत करन पर िह सिय दवडत हो सकता ह

4 उतपादो की गणवतता क परकरत सजग िहना उतपादनकताणओ और वयापाररयो िारा की जा रही

वमलािट और भि वियाओ को रोकन क वलए उपिोकताओ का यह दावयति ह वक ि सजग होकर

अछिी गणितता िाली िसतओ या सिाओ का िय कर उनह िय करत समय िसत पर

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 204

आईएसआई एगमाकण एफपीओ ईकोमाकण हॉलमाकण आवद गणितता परमाण िाल मानक

वचहनो को दखना चावहए

5 उतपादो का उकरचत उपयोग किना कि उपिोकता गारटी अिवध म िसतओ का उपयोग

लापरिाही स करत ह िह सोचत ह वक इस अिवध म खराब हई िसत को बदल कर नई िसत वमल

सकती ह जो सही नही ह और इस तरह क वयिहार को रोका जाना चावहए

6 भकरमत किन वाल करवजञापनो स सावधान िहना विजञापन वकसी िी उतपाद क बार म बढ़ा-

चढ़ाकर बतात ह अतः उपिोकता को इन पर पणण िरोसा नही करना चावहए यवद कोई विननता नजर

आती ह तो उस उसक परायोजक और उवचत अवधकारी क सजञान म लाना चावहए

7 अपन अकरधकाि क परकरत सचत िहना उपिोकताओ को अपन अवधकारो क परवत सचत रहना

चावहए और खरीददारी करत समय उन अवधकारो का धयान रखना चावहए उदाहरण क वलए यह

उपिोकता का दावयति ह वक िह वकसी िसत की गणितता क बार म पणण जानकारी परापत करन हत जोर

डाल और सिय को इस बात स सवनवशचत कर वक यह वकसी िी परकार क दोष स मकत ह

8 खिीदन स पवय करवकरिनन परकाि की वतओ का करनिीकषण किना उपिोकता का यह

उततरदावयति ह वक वकसी िी िसत या सिा को िय करन स पहल विविनन परकार की िसतओ का

वनरीकषण कर इसक वलए उस िसतओ की गणितता मलय वटकाऊपन िय क बाद सिा आवद की

तलना करनी चावहए इस तरह स उपिोकता अपन सीवमत साधनो म सबस अछिी िसत का चयन

कर सकता ह

9 अनय उततिदाकरयतव ऊपर बताए गए उततरदावयतिो क अलािा उपिोकताओ का यह उततदावयति

िी ह वक िह वनमाणणकताण वयापारी और सिा परदान करन िालो क साथ हए िय समझौत को मान

उधार पर वलए सामान का जलद-जलद स िगतान कर वशकायतो क वनराकरण म सविय सहयोग द

उपिोकता सगठनो एि पररषदो क गठन म सहयोग कर महगाई कालाबाजारी एि ठगी क विरदध

एकजट होकर आिाज उठाए आवद

अब हम कि परशनो का अभयास करग

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 गरामीण उपिोकता का मखय वयिसाय ह 2 उपिोकता िसतओ और सिाओ क वलए दता ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 205

3 वमलािट उपिोकता का और नकसान करती ह

4 एक वनवशचत समयािवध म यवद िय वकए गए सामान म खराबी आती ह तो उपिोकता को उसका

परा पसा िापस वमलता ह इस कहत ह

5 उपिोकता को विविनन और की िसतओ क चयन

का अवधकार ह

6 परिािशाली स उपिोकता जागरक होता ह

आइए अब आग बढ़ तथा उपिोकता क सचना पयाणिरण पर चचाण कर

1036 उपिोिा का सचना पयायविण औि जनसपकय माधयम

वकसी उतपाद क विजञापन की परिािशीलता इस बात पर वनिणर करती ह वक उपिोकता क पास उस

उतपाद की वकतनी और वकस परकार की जानकारी उपलबध ह उपिोकता क सचना क कषतर म

विजञापन का वकतना महतिपणण सथान ह उतपाद lsquoकrsquo क वलए विजञापन की तलना उतपाद lsquoखrsquo क

वलए कसी ह और कस दोनो उतपादो की सचना की वकसी अनय कषतर स तलना हो सकती ह इनम स

कि गर-वयिसावयक होत ह जो उपिोकता क िय वनणणय को परिावित करत ह जयादातर उपिोकता

विजञापनो उतपादो पर खचण करन क अनििो की पषठिवम क कारण विजञापनो क सपकण म आत ह

एक सामानय वयसक उपिोकता क पास जीिनपयणनत सचनाओ का ससाधन रहता ह उपिोकता एक

सचना क पयाणिरण म परचालन करता ह वजसम वनमनवलवखत ससाधन होत ह

उपिोकता की सिय की जानकारी जो उस उतपादो या सबवधत उतपादो क बार म सिय क अनििो

स परापत होती ह

पररिार दोसतो और जान-पहचान क लोगो िारा उतपाद या सबवधत उतपादो क बार म दी गई

मौवखक जानकाररया

उपिोकता को उतपाद स सबवधत सिी जानकाररया नही दी जाती ह ऐसी सचनाए वयिसावयक

सरोतो िारा ना तो खल क दी जाती ह और ना ही इन सरोतो िारा उतपनन होती ह इनम स कि

सचनाए वयापाररक कपवनयो क जनसपकण वििाग िारा बाजार म फला दी जाती ह कि सचनाए

सरकारी ररपोटण उपिोकता समह पतरकारो और अनय गर वयिसावयक ससथानो िारा सिततर रप स

उतपनन हो जाती ह जब कोई उतपाद राजनीवतक टकराि या सामावजक मददा बन जाता ह तो समाचार

मीवडया उतपाद क बार म ढरो जानकाररया परदान करता ह उतपाद िापन योगय बन जाता ह जब

सामाचार मीवडया वकसी िसत की आलोचना करता ह तो उपिोकता को उस िसत क बार म

जानकाररया परापत होती ह कि उपिोकता समाचार पतरो और टलीविजन म बताई गई आलोचनातमक

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 206

वटपपवणयो पर धयान नही दत जबवक कि उपिोकताओ क वलए यह जानकाररयो का महतिपणण सतरोत

होत ह

उपिोकता वशकषा क औपचाररक माधयमो िारा सचनाए एि जानकाररया परापत होती ह कि

विदयालयो म उपिोकता वशकषा शवकषक पाठयिम का वहससा होती ह विदयाथी पाठयिमो म यह

जानकारी परापत कर लत ह वक वकस दश या राजय म कौन-सी िसत परचर मातरा म होती ह कि

ककषाओ म विदयावथणयो को उपिोकता कौशल परतयकष रप स बताया जाता ह विदयाथी गह विजञान या

शारीररक वशकषा की ककषा म पोषण विटावमन और सतवलत आहार क बार म जानकाररया परापत करत

ह और जान पात ह वक बाजार म मौजद कौन-सा िोजय पदाथण उनक वलए सिासथयकर ह विदयालयो

म लगाय गए उतपाद जस कमपयटर पख िाटरकलर आवद क िारा िी विदयाथी उन उतपादो क बार

म परतयकष जानकाररया परापत करता ह इसक अलािा विदयावथणयो को मीवडया म वदखाए जा रह

विजञापनो को कस समझना ह यह िी पढ़ाया जाता ह

विदयालयी ततर क बाहर कि ससथाए जो उपिोकताओ की जानकाररयो क वलए पवतरकाए बनाती ह

विशष तौर पर वकसान जस विवशि उपिोकताओ क कलयाण स जड़ी सामावजक ससथाए िी

औपचाररक रप स उपिोकता वशकषा परदान करती ह इसक अलािा कि पसतक जस वयिहाररक

जञान की पसतक आवथणक वनयोजन सिय कर ि सीख गाइड मवहला मगजीन और समाचारपतरो म

िप उपयोगी घरल सझािलख आवद क िारा िी उपिोकता को जानकाररया परापत होती ह

विजञापन क वलए सचना पयाणिरण का िाग अनय उतपादो क विजञापनो क चारो तरफ रहता ह

उतपादो की परचरता क कारण वकसी एक उतपाद या बराड की विशषता को सथावपत करना मवशकल

होता ह बाजार म अनक उतपाद ह और उनस सबवधत अनक सदश िी ह इसस विजञापनो म

अवयिसथा हो जाती ह पररणामसिरप उपिोकता क वलए िी एक ही विजञापन पर धयान कवनित

करना मवशकल हो जाता ह ऐस म उपिोकता हर विजञापन की विशवसनीयता को सशय की दवि स

दखता ह

विजञापन क माधयम क बार म सशयिाद उपिोकता को सचनाए परदान करता ह विविनन जनसपकण

माधयम उपिोकताओ म विविनन सतर का आतमविशवास जगात ह विजञापन इस बात को अछि स

पहचानत ह वक उनकी विशवसनीयता का बढ़ना या घटना कि हद तक इस बात पर वनिणर करता ह

वक विजञापन वकस सनदिण म ह जयादातर उपिोकता मानत ह वक टी0िी0 पर वदखाए गए विजञापन

जयादा भामक होत ह जबवक पवतरकाओ म वदखाए गए विजञापनो पर जयादा विशवसनीय विशवसनीयता

का सतर अलग-अलग माधयमो म ही नही बवलक एक ही माधयम क बीच म िी होता ह कि

विजञापनदाता मानत ह वक समाचार पतर पवतरकाओ आवद म अछि सथान पर विजञापन दना

लािकारी होता ह जबवक कि जनसपकण माधयम इस बात पर बल दत ह वक िह विजञापन वकतन

लोगो तक पहचा या उस विजञापन क मलय की परिािशीलता वकतनी रही सचना पयाणिरण को

समझना किल उपिोकता को परसतत की जान िाली सचनाओ क सतरोत को िगीकत करना नही ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 207

अवपत उन रासतो को िी पहचानना ह वजनक िारा विजञापन म दी गई गणिततापणण जानकारी

पररवसथवत अनसार बदल जाती ह कहन का अविपराय यह ह वक एक विजञापन धयानाकषणण क वलए

सचना क अनय सतरोत स परवतसपधाण करता ह और ठीक उसी समय अपनी वसथवत क अनसार सिय

सचना की एक इकाई क रप म बदल जाता ह

विजञापन क बार म सशयिाद िी उपिोकता को सचनाए परदान करता ह उपिोकता का सचना या

जानकाररयो का पयाणिरण किल विविनन परकार की सचनाओ स वनवमणत नही ह बवलक उस बल स ह

जो उपिोकता सचना क विविनन सरोतो पर डालता ह उदाहरण क वलए वकसी उतपाद क बार म

वयवकतगत अनिि या वमतरो या पड़ोवसयो िारा परदान की गई सचनाओ का महति सबस अवधक

होता ह इसस विजञापन परणाली कम हो सकती ह कयोवक लोग दोसतो की सलाह और

विजञापनकताणओ की मशाओ म अतर पहचानत ह मनोिजञावनक तौर जब उपिोकता परशान हो जाता

ह तो िह िसत की नकारातमक जानकाररयोसचनाओ पर अवधक बल दता ह कि उपिोकता

विजञापन की सछचाई स वचताशील रहत ह जबवक कि उपिोकताओ का मानना ह वक विजञापन उनह

उन िसतओ को खरीदन क वलए परररत करत ह वजनकी उनह िासतविक जीिन म कोई विशष

आिशयकता नही होती दसरी तरफ कि लोग मानत ह वक विजञापन आिशयक होत ह और

सामानयतः य उतपाद का सही वचतरण परसतत करत ह वयसको की तलना म बछच विजञापनो पर जयादा

िरोसा करत ह

विजञापन का महति एक उतपाद स दसर उतपाद तक पररिवतणत होता रहता ह कि गर-विजञापन

रणनीवतया विजञापनकताण क हाथ म होती ह जस परोननवत जबवक अनय फटकर दकानो और वििता

क हाथ म होती ह उपिोकता क वलए यह जानना महतिपणण ह वक न किल िसतओ की बवलक

दकानो और वििता की िी अपनी परवतषठा ह वजस ि बनाए रखना चाहत ह तथा इसवलए िह

उपिोकता पर िरोसा करत ह उपिोकता इस साधारण तथय स बहत सारी जानकाररया परापत कर लता

ह वक उनका िरोसमद सथानीय वििता एक विवशि बराड क उतपाद रखता ह या नही दकानो म

वििता उतपादो की तलनातमक सचना स विमकत रहत ह दकानदार अपन गराहको क साथ दीघण

अिवध सबधो िारा लाि परापत करता ह फटकर वयापारी अपन गराहक को उतपादकताण क विजञापनो

की अपकषा अवधक जानकाररया परदान करता ह

उपिोकता वकसी िी उतपाद क बार म जो सबस महतिपणण बात जानता ह िह ह उस उतपाद का

मलय मलय उतपाद का आतररक गण नही ह यह माग और पवतण क सबध का सचक ह िसत क

मलय को कस िी वनधाणररत वकया जाए उपिोकता िसत को िय करन या न िय करन क अपन

वनणणय म मलय को एक महतिपणण जानकारी मानता ह ऐसा दो कारणो स होता ह पहला उपिोकता

क पास सीवमत मातरा म धन होता ह यवद वकसी िसत का मलय उसक बजट बहत अवधक होता ह

तो उस खरीदन क वलए िह वकसी विजञापन या सचना क वकसी अनय सरोत िारा परिावित नही होगा

ऐस म वििता उतपाद को उधार या वकशतो म खरीदन पर जोर दत ह परत उपिोकता क मवसतषटक म

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उस िसत की अवधकतम मलय सीमा तय होती ह उपिोकता की जानकाररयो क सतरोत म िसतओ क

मलय की पराथवमकता सबस अवधक ह इसक परिाि स वनणणय परविया क अनय सिावित सरोतो की

उपकषा की जा सकती ह इसस यह सकत वमलता ह वक उपिोकता क सचना पयाणिरण म उपलबध

उतपाद क बार म जानकारी सिाणवधक महतिपणण नही ह अवपत उपिोकता सिय की िय करन की

कषमता क बार म वकतना जागरक ह िह महतिपणण ह

दसरा कारण यह ह वक मलय िसत की गणितता का सकत िी ह लोगो का अनमान होता ह वक वजस

िसत की कीमत वजतनी अवधक हो उसकी गणितता िी उतनी अवधक होगी मगर यह अनमान

हमशा उपयकत नही होता ह किी-किी मलय और गणितता म नकारातमक सबध पाए जात ह

विशष तौर पर वटकाऊ रवहत उतपादो पर जस उपहार म दी जान िाली िसतए अवधक मलय पर

वबकती ह यवद बराडो की गणितता म अवधक अतर होगा तो उपिोकता अवधक दाम क उतपाद

खरीदग विजञापन क अनसार यवद उतपाद उछच गणितता का ह मगर उसकी कीमत कम ह तो

उपिोकता को उसकी गणितता म सशय होगा परत उपिोकता उस वफर िी िय करना चाहगा कयोवक

िह विजञापन स नही बवलक उस उतपाद की कीमत स आकवषणत होता ह

इस तरह आपन दखा वक उपिोकता क सचना पयाणिरण म आकड़ो और तथयो क साथ-साथ दोसतो

या पड़ोवसयो की िािानातमक या सामावजक सहमवत िी वनवहत होती ह

104 षविय सावदणधन वििय सिदधणन दो शबदो स बना ह वििय वजसका अथण वबिी स ह और सिदधणन वजसका अथण

बढ़ाना ह इस तरह वििय सिदधणन का अथण वबिी बढ़ान स वलया जाता ह वबिी बढ़ान िाली

अथिा उसकी िवदध म सहायता करन िाली परतयक विया अथिा वनणणय वििय सिदधणन कहलाता

ह उदाहरण क वलए जब आप साबन खरीदन जात ह तो दकानदार आपस कहता ह वक दो साबन

खरीदन पर एक अवतररकत साबन मफत वमलगा आप इस बात स आकवषणत होत ह कयोवक ऐसा करन

स आप एक साबन की कीमत बचा पात ह यह वबिी बढ़ान का एक तरीका ह इसी तरह आपन

सना होगा साबन क अदर सोना पाओ लखपवत बनो विदश यातरा का मौका जीतो एक वकलो क

पकट पर तीस परवतशत अवतररकत काडण खरचो और इनाम पाओ आवद इसक अलािा आपन यह

िी दखा होगा वक वकसी उतपाद क साथ लच बॉकस पवनसल बॉकस शमप पाउच चायपतती क साथ

कप मफत आवद वदए जात ह यह सब उतपाद की वबिी बढ़ान ि लाि परापत करन क तरीक होत ह

चालसण एम एडिडणस एि विवलयम एच हॉिडण क अनसार ldquoपरतयक िह विया जो परतयकष या

अपरतयकष रप स वबिी को बढ़ान म लािकारी सहयोग करती ह वििय सिदधणन म सवममवलत की

जाती हrdquo

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1041 करविय सवदधयन क उददशय

आधवनक समय म वििय सिदधणन का महति अतयवधक बढ़ गया ह उपिोकता को आकवषणत करन

क वलए वििय सिदधणन को अतयवधक महति वदया जाता ह वििय सिदधणन का परमख लकषय हर

समिि लािाजणन करना होता ह चाह िह दीघण अिवध म हो या अलप अिवध म वििय सिदधणन क

वनमनवलवखत उददशय ह

नए उतपाद या सिा का बाजार म पररचय करन म सहायता पहचाना इस कायण हत कमपवनया नए

उतपाद क मफत नमन बाटती ह इनको परयोग करन क पशचात उपिोकता म इनक परवत रवच जागती ह

और वफर ि उपयोग हत उतपाद को खरीदत ह इसक अलािा नए उतपाद की गणितता विविनन

उपयोग मलय आवद क बार म जानकारी िी वििय सिदधणन क िारा दी जाती ह

परान उतपादो को नए कलिर या आकार म परसतत करना

वकसी कमपनी िारा नए कषतरो म परिश करन हत वििय सिदधणन का सहारा वलया जाता ह वकसी

साबन बनान िाली कमपनी िारा शमप क कषतर म परिश करन क वलए कपन एि मफत नमन जस

वििय सिदधणन क तरीको का परयोग वकया जाता ह

नए उपिोकताओ को आकवषणत करना और परान उपिोकताओ को बनाए रखना वििय सिदधणन

वकसी नए उतपाद क वलए नए गराहक बनान म सहायता करता ह बाजार जान पर उपिोकता इन

उतपादो की तरफ आकवषणत होत ह जो िट उपहार इनाम आवद परदान करत ह इनस परिावित

होकर उपिोकता िसतए खरीदता ह इस तरह यह परान उपिोकताओ को बनाए रखता ह और साथ ही

नए उपिोकताओ को िसतए खरीदन क वलए परररत करता ह

मौसमी उतपादो की वबिी को बनाए रखना कि ऐस उतपाद जस वफरज पख कलर एसी रम

हीटर सनसिीन वगलसरीन साबन आवद उतपाद वजनका उपयोग एक विवशि मौसम म ही होता ह

की वबिी बनाए रखन हत उतपादककताण और डीलर बमौसमी िट दत ह जस सदी क मौसम म

वफरज क दाम अपकषाकत कम होत ह

परवतयोगी चनौवतयो का सामना करना ितणमान समय म वयापार को परवतयोवगताओ का सामना

करना पड़ता ह बाजार म वनरतर नए उतपाद आ रह ह और परान उतपादो म सधार हो रह ह अतः

बाजार म वििता और उतपादनकताण की वहससदारी बनाय रखन हत वििय सिदधणन आिशयक ह

उपिोकता म उतपाद की समवत बनाए रखना वििय सिदधणन का एक परमख उददशय होता ह वक

उपिोकता क मवसतषटक म उतपाद की समवत को बनाए रखना हालावक यह कायण विजञापन क िारा िी

होता ह परत सिदधणन गवतविवधयो क िारा इस उददशय की परावपत म सहायता होती ह

थोक वििता और फटकर वििता को अवधक सविधाए जस उधार पर िय करना नकद िट

मफत उपहार इतयावद परदान कर उतपाद को अवधक खरीदन हत परररत करन क वलए वििय सिदधणन

का सहारा वलया जाता ह

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इसक अलािा वििय सिदधणन क अनय उददशय ह जस बराड चतना म िवदध एि वनषठा बनाना

उतपाद क िय की वनरतरता बनाए रखना विवशि उपिोकता समह का धयान आकवषणत करना बराड

क उपयोग को आग बढ़ाना तथा शोध हत नाम एि पत परापत करना

1042 करविय सवदधयन की करवकरिनन तकनीक

वििय सिदधणन क वलए वजन तरीको को अपनाया जाता ह उनह वििय सिदधणन तकनीक कहत ह

वििय सिदधणन तकनीक को दो शरवणयो म बाटा गया ह

1 उपिोकता सिदधणन तकनीक

2 वयापार सिदधणन तकनीक

उपिोिा सवदधयन तकनीक

इसक अतगणत उन उपायो को अपनाया जाता ह वजसस उपिोकता उन िसतओ को िय करन क वलए

दकानदार तक पहचन क वलए परररत होता ह उपिोकता सिदधणन क अतगणत वनमनवलवखत तरीको को

पररवसथवत एि सविधा क अनसार अपनाया जाता ह

मफत नमन आपन बाजार स सामान खरीदत समय विविनन िसतए जस शमप कॉफी वडटरजट

क पाउच आवद क नमन मफत म पाए होग किी-किी सामान खरीद वबना िी दकानदार

उपिोकताओ को मफत नमन बाटता ह उपिोकता नमनो का उपिोग कर सितः ही िसत क गण स

परिावित होकर उस िसत का सथायी गराहक बन जाता ह नए उतपादो क परचार हत िी इस विवध

का परयोग वकया जाता ह मफत नमनो का वितरण घर-घर जाकर सड़क पर या विवशि वयवकतयो

को डाक िारा िी वकया जाता ह

कपन कपन एक तरह का परमाण पतर होता ह वजसक िारा उपिोकता को विवशि िसत िय करन

म उसक मलय म कि िट दी जाती ह या कि िसत का परलोिन वदया जाता ह यह कपन

अखबार म िप होत ह वजनह फटकर वििता क पास ल जान पर मलय म िट वमलती ह या यह

कपन वकसी अनय िसत क अदर रख वदए जात ह और एक वनवशचत सखया म एकवतरत होन पर

कि नकद िट वमल जाती ह फटकर वििता को कपन क मलय का िगतान उतपादकताण िारा

होता ह

परीकरमयम अथवा अकरधमलय जब वकसी उतपाद क िय क साथ कम मलय का अनय उतपाद

मफत म वमलता ह तो िह परीवमयम कहलाता ह उदाहरण क वलए बॉनणविटा क साथ लच बॉकस

टथपसट क साथ बरश आवद वििय सिदधणन का यह उपाय आजकल काफी परचवलत ह इसका

उददशय परान उपिोकताओ को िय हत परोतसावहत करना ह परीवमयम म दी जान िाली िसत परायः

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काफी कम मलय की होती ह यह या तो पकट क अदर रखी जाती ह या पकट क बाहर िसत की

सचना मातर िपी होती ह

धन वापसी परताव इस विवध क अतगणत उतपादनकताण यह परसताि रखता ह वक यवद कही गई

समयािवध म उपिोकता को लाि नही होगा तो उतपादनकताण उपिोकता का धन िापस कर दगा

यह विवध बाजार म नए उतपाद क पररचय हत लािकारी ह और इसस उपिोकता म उकत उतपाद

हत विशवास उतपनन होता ह

अथाई मलय छट इस विवध क अनतगणत िसत को उसक िासतविक मलय स िी कम मलय म

बचा जाता ह जस साबन खरीदन पर दो रपय की िट चाय की खरीद पर 20 रपय की िट

आवद यह विवध एक ही उतपाद क अनय बराडो क परवत उपिोकताओ को आकवषणत करन क वलए

अपनाई जाती ह

आदान-परदान योजना इस योजना म परान उतपाद क बदल नया उतपाद कम कीमत म वदया

जाता ह यह उननत उतपाद की तरफ धयान आकवषणत करिान का सबस अछिा तरीका ह जस

आपन सना होगा परान परशर ककर क बदल नए परशर ककर की खरीद पर पाच सौ रपय की

िट

मल औि परदशयकरनया वििय सिदधणन क वलए कई बार मल एि परदशणवनयो का उपयोग वकया

जाता ह इनका सचालन सथानीय परादवशक राषटरीय और अतराणषटरीय सतर पर वकया जाता ह

िसतओ का परतयकष परदशणन कर उनक बार म बताया जाता ह और उवचत िट क साथ बचा जाता

ह जस वदलली क परगवत मदान म हर साल लगाया जान िाला अतराणषटरीय वयापार मला

रकरडग टामप इस विवध क अतगणत जब िी उपिोकता कोई विवशि उतपाद खरीदता ह तो

वििता उस एक वटकट दता ह वजस िता सरवकषत रखता ह एक वनवशचत समयािवध म वटकट की

एक वनवशचत सखया जमा हो जान पर उनह वििता को लौटाकर कोई वनवशचत मलय की िसत मफत

म ली जा सकती ह

खिच औि उपहाि जीत इस योजना क अनतगणत उपिोकता उतपाद पर बन एक विवशि वनशान

को खरोचता ह और इस वनशान क नीच बन सदश क अनसार उस उपहार का लाि वमलता ह

इस तरह वनमाणणताण िारा उपिोकता को मफत म उपहार मलय म िट या कही भमण का अिसर

वदया जाता ह

परकरतयोकरगताए यह िसत स अपरतयकष रप स पररचय करान का एक तरीका ह इसक अतगणत

उपिोकताओ को पवकग का ढककन खाली वडबबा अदर रख गए कपन आवद को सलगन करन

को कहा जाता ह तथा उस िसत क सबध म एक िाकय िी वलखन को कहा जाता ह जस मझ

lsquoकrsquo नामक चाय पसद ह कयोवक

करनःशलक परकरशकषण इसक विवध क अतगणत उतपादक या वितरक उपिोकताओ को खरीदी गई

िसत क उपयोग दख-रख मरममत आवद क बार म परवशकषण दत ह या परवशकषण की वयिसथा

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करात ह ऐसा करन स उपिोकताओ को िसत िय करन हत परोतसाहन वमलता ह उदाहरण क

वलए वसलाई-कढ़ाई क वनशलक परवशकषण की वयिसथा

वयापाि सवदधयन तकनीक

उपिोकताओ को धयान म रखकर अपनायी गयी सिदधणन विवधया तिी सफल हो सकती ह जब उनम

थोक एि फटकर वििताओ जस मधयसथ वयापाररयो को सवममवलत वकया जाए मधयसथो क वलए

अपनाए जान िाल सिदधणन उपाय वयापार सिदधणन कहलात ह इसक अतगणत वनमनवलवखत विवधया

आती ह

िय ितता छट इस विवध म एक वनवशचत मातरा अथिा मलय तक क उतपाद को एक वनवशचत

समयािवध म िय करन िाल वयापारी को िय ितता वदया जाता ह यह ितता नकद अथिा वबल म

कटौती क रप म द वदया जाता ह इसस िसत की लागत कम हो जाती ह और वयापारी अवधक

लाि कमा सकत ह

पनः िय ितता यह ितता तब वदया जाता ह जब वयापारी कोई िसत पहली बार खरीदता ह इस

विवध स वििय कम नही होता कयोवक एक वयापारी िारा खरीद करन पर िह इस ितत का अवधकारी

हो जाता ह

गणना एव पनः गणना इस विवध म वयापारी क सटॉक की गणना योजना म सवममवलत होन पर

तथा बद होन पर की जाती ह इन दोनो गणनाओ क बीच वजतना माल वबकता ह उसकी मातरा या

मलय पर कि रकम ितत क रप म दी जाती ह

करविय परकरतयोकरगताए यह विवध वितरको वयापाररयो और उनक कमणचाररयो को परोतसावहत

करन क वलए परयोग म लायी जाती ह इसक अतगणत जो िी वििता कमपनी क उतपादो की वबिी

सिाणवधक करता ह उस नकद इनाम वदया जाता ह

परदशयन औि करवजञापन ितता इसक अतगणत वयापारी को वनमाणणकताण क उतपादो की परदशणनी

लगान हत ितता वदया जाता ह यह ितता दकान म परदशणनी लगान हत दी गई जगह पर वनिणर करता

वयापारिक परीकरमयम यह एक तरह का परसकार ह जो मधयसथो तथा वििताओ को उनक िारा

वकए गए वििय म िवदध क अवतररकत परयासो क वलए वदया जाता ह परीवमयम म दीिार घवड़या

कवसणया मज तशतरी आवद दी जाती ह

अनय उपाय उतपादक ससथाए वििय सिधणन क कई अनय उपाय िी अपनाती ह जस मधयसथो

क वििय सथलो का आधवनकरण एि मरममत वििय सथलो पर फशन शो दकानो क वलए बोडण

तावखतया कलडर पोसटर वििय सावहतय उपलबध कराना आवद

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 213

1043 करविय सवदधयन क लाि औि हाकरन

वििय सिदधणन विपणन का ऐसा िाग ह वजस यवद सही परकार स लाग वकया गया तो िह कम फायद

िाली िसत स अवधक लाि वदलिा सकती ह या अवधक फायद िाली िसत स हावन कर सकती ह

इस िाग म आप वििय सिदधणन स होन िाल फायद एि नकसान क बार म जानकारी परापत करग

करविय सवदधयन स लाि

आज क परवतसपधाणतमक यग म वििय सिदधणन विपणन का एक मखय अग बन गया ह वििय

सिदधणन स वनमनवलवखत लाि ह

वििय सिदधणन तकनीको िारा उपिोकता को बाजार म उपलबध विविनन कमपवनयो क उतपादो

की विशषताओ अतर और उनक बह उपयोग क बार म जानकारी परापत होती ह उपिोकता इनही

जानकाररयो क आधार पर उतपाद खरीदता ह वजसस िसत क िय म सफलता वमलती ह

वििय सिदधणन तकनीक कि नया या अलग करन क वलए परररत करती ह वजसस उपिोकता को

महति वमल

वििय सिदधणन िारा नए विचार और सचार क अिसर परापत होत ह उपिोकताओ को उतपादो क

बार म जानकाररया परदान करन हत विविनन सचार माधयमो का परयोग होता ह उदाहरण क वलए

आजकल वकसी िी नए उतपाद की जानकारी इटरनट या मोबाइल िारा परदान की जाती ह

वििय सिदधणन क िारा वकसी एक िसत की नही अवपत उस िसत स सबवधत अनय कई िसतओ

की वबिी बढ़ जाती ह जस वकसी विशष बराड क टथपसट की वबिी बढ़न स उस बराड क टथबरश

की वबिी का बढ़ना

वििय सिदधणन िारा मौवखक परचार होता ह वकसी िसत या वििता क वनयवमत गराहक जब उस

उतपाद की वििय सिदधणन तकनीक स परिावित होत ह तो िह सितः उसका मौवखक परचार करन

लगत ह

वििय की एक जसी वदनचयाण होन स फटकर वयापारी अपना उतसाह खोन लगत ह सिदधणन

विवधयो स ि सविय रहत ह तथा वयापार म होन िाली नई गवतविवधयो क बार म उनह परवशवकषत

तयार और पनः वयिवसथत वकया जा सकता ह साथ ही साथ वििय सिदधणन िारा रोजगार क

अिसर परापत होत ह और लोगो का जीिन सतर सधरता ह

वििय सिदधणन तकनीक िारा कम समय म उपिोकता क वयिहार म परिािशाली पररितणन लाया

जा सकता ह

वििय सिदधणन िारा सफलता और योगदान को आसानी स मापा जा सकता ह

वििय सिदधणन िारा वकसी नए विचार या नए उतपाद को सीवमत समय म जाचन का अिसर

वमल जाता ह इसस यह पता चल जाता ह वक उस िसत को सथायी उपयोग की िसत बनान क वलए

अवतररकत धन और समय की आिशयकता तो नही

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वििय सिदधणन एक लचीली परविया ह यवद एक विवध स सफलता नही वमलती तो दसरी विवध

को तरनत अपना वलया जाता ह

करविय सवदधयन स हाकरन

वििय सिदधणन स जहा एक ओर उपिोकता और मधयसथो को फायदा होता ह िही दसरी तरफ इसस

कि हावनया िी ह वििय सिदधणन की कि सीमाए ह जो वनमनवलवखत ह

उपिोकताओ म सामानयतः यह धारणा रहती ह वक मौसमी वििय सिदधणन गवतविवधयो का धयय

वनमन सतर की िसतओ को बचना ह

उतपादो पर दी गयी िट िासतविक नही होती ह कयोवक उतपादो का मलय पहल स ही बढ़ा हआ

होता ह

यह गवतविवधया कम अतराल की होती ह तो नतीजा िी कम अिवध का होता ह जस ही मफत

उपहार कपन आवद परसताि हटा वदए जात ह उतपादो की माग िी जलदी कम पड़ जाती ह

वयापाररयो िारा वदया गया वयापाररक सहयोग सदहासपद रहता ह वििता इसवलए सहयोग नही

करता कयोवक उसक पास उतपाद क सगरह हत पयाणपत जगह नही होती या उसकी दकान म उतपाद

जयादा नही वबकता या उस लगता ह वक उस उसक पररशरम अनसार लाि नही होगा

वििय सिदधणन स बाजार म विविनन बराडो क उतपादो म एक तरह की सिदधणन सपधाण हो सकती

ह वजसस बराड की िवि को नकसान पहच सकता ह

आइए अब विजञापनो क विविनन माधयमो क बार म जान

105 षवजञापन क माधयम विजञापन माधयम एक ऐसा िौवतक साधन ह वजसक िारा एक वनवशचत सदश या सचना को सबवधत

गराहक पाठक दशणक शरोता या राहगीरो तक पहचाया जाता ह यह उनक िय वयिहार को

परिावित करता ह विजञापन क माधयम वनममनवलवखत ह

1 परस करवजञापन

परस विजञापन का अथण विविनन िसतओ एि सिाओ क बार म समाचार पतर पवतरकाओ या जनणलस

आवद म जानकारी परकावशत करिान स ह वजस कई वयवकतयो िारा पढ़ा ि सना जाता ह परस

विजञापन क अतगणत वनमनवलवखत माधयम आत ह

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समाचाि पर समाचार पतरो को उनक समाचार मलय क कारण खरीदा जाता ह सामाचार पतर

राषटरीयसथानीयदवनकसापतावहक हो सकत ह यह वकसी नए उतपाद तथा िसत क मलय म िट क

बार म सचना दन का अछिा साधन ह इनका परयोग सथानीय कषतरीय और राषटरीय सतर क बाजारो

क वलए होता ह समाचार पतरो म विजञापन दो परकार स वदया जाता ह पहला िगीकत विजञापन

वजसम विजञापनो को कि िगो म बाट वदया जाता ह जस ििावहक टडर नीलामी आवद इस

परकार क विजञापनो म शबदो या पवकतयो क अनसार पसा वलया जाता ह दसरा साज सजजा विजञापन

ह वजस समाचार पतर क वकसी िी पषठ पर वदया जा सकता ह तथा इनह आकषणक रगो वचतरो मोट

अकषरो आवद िारा सजाया जाता ह इनका शलक पषठ सखया ि विजञापन हत परयकत सथान क अनसार

वलया जाता ह

पकररकाए पवतरकाओ का एक पर दश म वनवशचत बजट सीमा क मलय पर चवनदा परकाशन होता

ह इनका परकाशन वनवशचत अिवध जस सापतावहक पावकषक मावसक तरमावसक अदधणिावषणक अथिा

िावषणक होता ह पवतरकाए सामानय एि विवशि होती ह सामानय पवतरकाए पररिार क सिी सदसयो

हत होती ह तथा इनक विषय वमवशरत होत ह जस सावहवतयक राजनवतक धावमणक सिासथयिधणक

आवद जबवक विवशि पवतरकाए विवशि वयवकतयो क वलए होती ह जस वयिसावयक पवतरकाए इनह

आराम क िकत पढ़ा जाता ह और पाठक को इनम जो विजञापन वदखत ह उनका परिाि लमब समय

तक रहता ह

जनयलस एव करनदकरशकाए इनका परकाशन विविनन कषतरो म कायण करन िाल वयवकतयो की

सहायता हत वकया जाता ह इनम मखय रप स साइनस जनणलस मवडकल जनणलस बवकग रड

डायरकरीज टलीफोन डायरकरीज आवद आत ह यह विसतत कषतर वमतवययी तथा वनवशचत पररणाम

दन िाल माधयम ह

2 बाहय करवजञापन

यह विजञापन का सबस पराना तरीका ह वजसका परयोग ितणमान समय म िी होता ह बाहय विजञापन

का अथण घर क बाहर विजञापन परदशणन स ह इनह दीिार विजञापन िी कहा जाता ह कयोवक वचतर यकत

पोसटरो को बड़ी-बड़ी दीिारो पर लगाया जाता ह या दीिार पर सीध पट कर वदया जाता ह या बड़

वचतरो को दीिार पर सीध वचपका वदया जाता ह राम बस रलगावड़यो क वडबबो ऑटो ररकशा

आवद क अदर या बाहर िोट-िोट पोसटर वसटकर क रप म लगाए जात ह बाहय विजञापन

सझािातमक होत ह और जन सामानय क उपयोग हत िसतओ जस साबन शमप घरल सामान क

वलए इनका परयोग होता ह इनका उददशय राह चलत वयवकतयो का धयान आकि करना होता ह और

इनका तिररत परतयततर िी वमलता ह इस परकार क विजञापन की परिािशीलता इस बात पर वनिणर

करती ह वक उस कहा लगाया गया ह इन विजञापनो को िीड़-िाड़ िाली जगहो जस सािणजवनक

चौराह बस सटड मवदर ि धमणशालाओ क समीप िीड़ िाली सड़क क वकनार लगाया जाना

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चावहए इन विजञापनो म उपयकत शीषणको तथा नारो का परयोग करना चावहए इसक अलािा विजञापन

को परिािशाली बनान हत सदर वलखािट रगो ि वचतरो का परयोग होना चावहए बाहय विजञापन

वनमनवलवखत परकार क होत ह

पोटसय पोसटसण क अतगणत उन वलवखत मवित या वचवतरत विजञापनो को सवममवलत वकया

जाता ह वजनह कागजो काडणबोडण धात की पलट या लकड़ी की तवखतयो क माधयम स दीिारो

चौराहो सड़को क वकनारो रलि सटशनो कायाणलयो मीनारो दकानो बसो एि रनो क िीतर ि

बाहर आवद सथानो पर वचपकाया या लगाया जाता ह तावक राहगीरो का धयान सितः ही उनकी ओर

आकवषणत हो जाए पोसटसण इस तरह क होन चावहए वक उनको िौवतक रप स समझान की

आिशयकता न पड़ इनह िीड़-िाड़ िाल सथानो पर लगाना चावहए तथा इन पर हिा पानी परकाश

आवद बाहय घटको का परिाि नही पड़ना चावहए

करवजञापन बोडय विजञापन बोडण िी पोसटसण की िावत सािणजवनक सथानो जस चौराह रलि

सटशनो बस सटड सड़क क वकनार कायाणलयो दकानो आवद पर लगाए जात ह पोसटसण की तलना

म यह बड़ी सखया म नही बनिाए जात तथा यह सथायी एि वटकाऊ होत ह सामानयतः यह धात की

चादरो क बन होत ह वजनक चारो तरफ लकड़ी का फरम लगा होता ह इनह मखय सथानो पर एक

वनवशचत ऊचाई पर खटो की सहायता स लगाया जाता ह किी-किी इनम विदयत परकाश िी लगाया

जाता ह

यातायात करवजञापन इस गवतमान विजञापन िी कहत ह कयोवक इन विजञापनो म पोसटरो को

यातायात क साधनो जस बस रल ऑटो राम आवद क अदर या बाहर लगाया जाता ह इनका

लाि यह ह वक िोट स सथान पर लग होन क बािजद यह आकवषणत लगत ह और आसानी स पढ़

िी जा सकत ह इन विजञापनो को इसतमाल करन का मखय उददशय यह ह वक परवतवदन लाखो की

सखया म लोग यातरा हत विविनन यातायात साधनो का परयोग करत ह और यातरा क समय उनक पास

पयाणपत समय होता ह वजसम ि इस विजञापनो को दखत ि पढ़त ह

सडकरवच करवजञापन इस विजञापन क अतगणत एक या एक स अवधक वयवकतयो को विवशि

िशिषा म सजाया जाता ह तथा उनक हाथ म पोसटर बोडण आवद पर वलख विजञापन होत ह या

उनक शरीर पर विजञापन वचपकाय जात ह यह वयवकत गािो ि शहरो की गवलयो और सड़को पर

घमत ह य दखन म सकण स क जोकर जस लगत ह वजसस लोगो का धयान इनकी तरफ आकवषणत हो

जाता ह

आकाश लखन इस विजञापन म हिाई जहाज की सहायता स धए िारा आकाश म विजञापन

वलखा जाता ह अतः इस धआ लखन िी कहत ह किी-किी बहत बड़ आकार क रग-वबरग ि

विजञापन स पररपणण गबबारो को आकाश म िोड़ा जाता ह वजनह लोग दखत ह और इस तरह सदश

परसाररत होता ह यह विवध अतयवधक वययपणण मानी जाती ह और बहत कम परयोग म लाई जाती ह

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करवदयत सजावट इस विजञापन क अतगणत विजञापन बोडो को विदयत या वबजली क रगीन

बलबो टयब लाइटो जलत-बझत बलबो आवद स सजाकर राहगीरो का धयान आकवषणत वकया जाता

ह इनका परयोग परायः दीिारो पर वकया जाता ह इनम कम शबदो का परयोग होता ह

टीकि करवजञापन इस विजञापन क अतगणत वखलाड़ी अपनी कमीज टोपी खल सामगरी आवद

पर उतपाद क नाम का सटीकर लगाकर खलत ह इन वखलावड़यो क खल को करोड़ो लोग

टलीविजन पर दखत ह और िसत का विजञापन िी हो जाता ह

3 डाक दवािा परतयकष करवजञापन

इस विवध िारा विजञापनकताण डाक िारा गराहको स परतयकष सपकण सथावपत करता ह गराहको को डाक

िारा विविनन वििय सावहतय उपलबध कराया जाता ह इस विवध म कि लोगो को ही परतयकष रप स

परिावित वकया जाता ह इस विवध क अतगणत गराहको की सची बनायी जाती ह और उनह उतपाद स

सबवधत विविनन सावहतय डाक िारा िज जात ह जो गराहक बार-बार पतर िजन पर िी उततर नही

दत उनका नाम सची स हटा वदया जाता ह और नए सिावित नाम जोड़ वदए जात ह गराहक को

डाक िारा िसत की जानकारी परापत हो जाती ह और साथ ही यह विशवास वदलाया जाता ह वक िसत

पसद नही आन की वसथत म उस एक वनवशचत अिवध म िापस वकया जा सकता ह डाक िारा

विजञापन म वनमनवलवखत साधनो का परयोग वकया जाता ह

करविय पर यह परतयक गराहक क पास िपिाकर िज जात ह वजसम िसतओ क विषय म

जानकारी दी जाती ह यह एक वयिसावयक पतर की िावत होता ह वजसकी िाषा एि शली पथक

होती ह

परिपर य वििय पतर की िावत होत ह परत इनकी िाषा एि विषय सामगरी सामानय होती ह

इनह कई गराहको को िजा जाता ह और नई िसत क आिागमन मलय पररितणन वडसकाउट आवद क

बार म जानकारी दी जाती ह

सची पर सची पतर म िसतओ क आकार परकार गण वकसम परयोग विवध मलय आवद का

सवकषपत वििरण वदया जाता ह साथ ही साथ िय सबधी वनयम िी वदए जात ह

पकरतकाए पवसतकाओ क िारा सदशो को परिािपणण एि विसतत रप स िजा जाता ह

पवसतकाओ म विजञावपत िसतओ की वकसम शरणी वडजाइन मलय उपयोग एि परयोग विवध क बार

म सवचतरातमक विसतत िणणन होता ह जो वक गराहक को िसत िय करन हत वनणणय लन म सहायता

परदान करता ह

िोलडसय एव परक यह हड वबलस की तरह होत ह वजनम िसतओ क बार म सवकषपत जानकारी

परदान की जाती ह जब इन पतरको को मोड़ वदया जाता ह तो य फोलडसण कहलात ह यह रग-वबरग

होत ह तथा उछच शरणी क कागजो पर िाप जात ह समाचार पतर क आकार क फोलडसण को बरॉड

साइडस कहत ह

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अकरिनव िट इसक अतगणत वयापारी दवनक परयोग की िसतए जस कलडर डायरी राइवटग पड

पवनसल ि पन सट आवद को डाक िारा वनःशलक िजत ह इन पर िजन िाल का नाम ि पता

वलखा रहता ह वजसस इन िसतओ का विजञापन हो जाता ह

गह पकररका बहत-सी वयिसावयक कमपवनया अपनी गवतविवधयो एि विया-कलापो को

पवतरकाओ म परकावशत कर गराहको को विविनन जानकाररया परदान करती ह इनह डाक िारा गराहको

को उपलबध कराया जाता ह

4 मनोिजन करवजञापन

इस विवध म मनोरजन कायणिमो क साथ िसतओ एि सिाओ का विजञापन बहत परिािशाली तरीक

स वकया जाता ह विजञापन की यह परविया लोचपणण एि वमतवययी ह वजसम एक समय म एक साथ

अनक वयवकतयो को जानकारी परदान की जा सकती ह यह वशकषातमक सचनातमक एि मनोरजन

पणण माधयम ह परत यह तरीका गराहको म अवधक विशवास उतपनन नही कर पाता कयोवक एक ही

समय म उनह अनक वनमाणताओ की िसतओ की गणितता क सबध म विजञापन दखन ि सनन को

वमलत ह वजसस ि भवमत हो जात ह मनोरजन विजञापन क अतगणत वनमनवलवखत साधनो का परयोग

वकया जाता ह

िकरडयो अवधकाश गरामीण एि शहरी जनता क पास रवडयो या रावनजसटर पाया जाता ह रवडयो

क िारा लोगो को दश-विदश क समाचार सगीत एि अनय वशकषापरद कायणिम परसतत वकए जात ह

इन कायणिमो क बीच म विजञापन सदश िी परसाररत वकए जात ह जो काफी लोकवपरय और परिािी

होत ह विजञापन बहत ही रोचक सगीत कथाओ ि िाताणओ स यकत होत ह विजञापन का यह

माधयम शहरी एि गरामीण जनता क साथ-साथ अवशवकषत एि दविहीन वयवकतयो क वलए िी उपयकत

रहता ह

टलीकरवजन आज क यग म टलीविजन को विजञापन परसाररत करन का सिोततम माधयम माना

जाता ह टलीविजन क माधयम स दशणको क सममख शबदो एि वचतरो को एक साथ परसतत वकया

जाता ह यह सदशो को अवधक आकषणक एि परिािशाली बनात ह टलीविजन क िारा उतपादो एि

सिाओ को परदशणन िारा वदखाया जा सकता ह टलीविजन विसतत कषतर म विजञापन सदश को जन

सामानय तक पहचाता ह परत टलीविजन विजञापन का एक महगा साधन ह तथा इसम विजञापन बहत

सवकषपत होत ह

करसनमा वसनमा मनोरजन का सिाणवधक लोकवपरय एि ससता साधन ह वसनमा म विजञापन

वफलम परारि होन स पहल या मधयानतर म वदखाए जात ह विजञापन का यह माधयम काफी आकषणक

एि परिािशाली होता ह कयोवक सदश शबदो एि वचतरो िारा बहत बड़ पद पर परदवशणत वकए जात ह

इस तरह सदश काफी लब समय तक याद रहत ह और विजञापन को समरणकारी बनात ह

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मल एव परदशयकरनया पराचीनकाल स ही परायः तीथण सथानो या बड़-बड़ नगरो म विशष वतवथ एि

पिो पर मल लगाए जात ह जहा पर हजारो लोग एकवतरत होत ह जस कि मला पषटकर मला आवद

मलो क साथ परदशणवनया िी हमारी सासकवतक परमपरा का अविनन अग ह इन मलो एि परदशणवनयो

म दवनक जीिन म काम आन िाली निीन एि शरषठ िसतओ का विजञापन वकया जाता ह तथा उनका

परदशणन िी वकया जाता ह चवक मलो एि परदशणवनयो को दखन क वलए वयवकत दर-दर स आत ह

इसवलए इनम िसत का विजञापन बड़ी आसानी स हो जाता ह

नाटक एव सगीत काययिम गरामीण कषतरो म नाटक एि सगीत कायणिमो िारा विजञापन परसतत

वकया जाता ह वनमाणता गरामीण कषतरो म नाटक एि सगीत कायणिमो का आयोजन कर लोगो का

मनोरजन करिात ह इन कायणिमो क मधय या अत म िसत का विजञापन ढोल बजाकर वफलमी गानो

या लोक गीत की तजण पर गीत गाकर वकया जाता ह कठपतली कायणिम िारा िी िसतओ का

विजञापन वकया जाता ह मगर यह माधयम अवधक लोकवपरय नही ह कयोवक यह आधवनक यग म

वसनमा एि रवडयो का सथान नही ल पाया

5 िय कनर करवजञापन

विजञापन का यह तरीका फटकर वयापाररयो िारा अपनाया जाता ह इसक अतगणत फटकर वििता

अपनी दकान को सजात ह और दकान क चारो ओर विजञापनो क बोडण लगा दत ह िय कनि

विजञापन दो परकार क होत ह

काउटि सजावट इसक अतगणत फटकर वयापारी दवनक उपिोग की िसतओ को काउटर पर इस

परकार सजाकर रखत ह वक गराहको का धयान सहज रप स उस ओर चला जाता ह और उनह उनकी

आिशयकताओ का समरण हो जाता ह इसक पररणामसिरप ि उन िसतओ को िय करन हत परररत

होत ह

वातायन सजावट इस माधयम क अतगणत फटकर वििता राह चलत वयवकतयो का धयान

आकि करक उनह दकान पर आन क वलए परररत करत ह इस हत ि िोट-िोट मॉडलस को तरह-

तरह क िसतर पहनाकर या दकान क िोट स वहसस म परदशणनी लगाकर अथिा िसतओ क वनकट

मलय काडो को रखकर गराहको को िय करन क वलए परररत करत ह समय-समय पर िह इन तरीको

म पररितणन िी करत ह

6 अनय साधन

विजञापन क अनय माधयम वनमनवलवखत ह

लाउड पीकि इस माधयम िारा वयापारी साइवकल ररकशा तागा अथिा मोटरगाड़ी म

लाउडसपीकर लगा कर गाि एि शहरो क विविनन सथानो म घमकर-घमकर अपनी िसतओ का

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 220

परचार करत ह जनता को आकवषणत करन का यह बहत ससता एि सरल तरीका ह मगर यह माधयम

जनता की शावत िी िग करता ह

अकरिनव करवजञापन इस माधयम क अतगणत वनमाणता चावबयो क िलल पसण बॉलपन डायरी

कलडर पसतक पपरिट पन-पवनसल सटड आवद पर अपनी िसतओ का विजञापन अवकत करिात ह

और उनह विवशि अिसरो जस दीपािली दशहरा विसमस नि िषण आवद पर गराहको को उपहार

सिरप िट करत ह

परदशयन परदशणन िारा विजञापन करन का उददशय यह ह वक यवद वकसी िसत की परयोग विवध बता

दी जाए तो दशणको पर उसका अछिा परिाि पड़ता ह और िो िसत िय करन हत परररत होत ह

उदाहरण क वलए रगोली बनान वचपस बनान सबजी विलन ि काटन का विजञापन परदशणन िारा

वकया जा सकता ह

डाक ताि करविाग कि वनमाणता एि वििता डाक तार वििाग िारा वििय वकए जान िाल

पोसटकाडो अतदशी पतरो एि मनीआडणर पर विजञापन अवकत कर अपनी िसतओ एि सिाओ का

परचार करत ह

काययिम करवजञापन यह विजञापन विविनन अिसरो जस सिततरता वदिस गणततर वदिस होली

दीपािली िषणगाठ शाखा क शिारि आवद पर वकए जात ह

इटिनट सवाए इस नट एडिरटाइवजग िी कहा जाता ह विजञान का यह माधयम सचना

परौदयोवगकी क कषतर म हए िावतकारी पररितणनो का पररणाम ह यह माधयम गराहक स सीध सपकण

करता ह साथ ही यह विजञापन माधयम गराहको को बराडस क परवत जागरक करता ह तथा विविनन

बराडो की तलना करन म सहायता करता ह

अभयास परशन 2 1 ररकत सथान िररए

a उपिोकता को पररिार और दोसतो िारा उतपाद क बार मजानकाररया

परापत होती ह

b विजञापन तथा विजञापन क माधयम क बार म िी उपिोकता को सचनाए परदान करता ह

c नए उतपाद या सिा का बाजार म पररचय करन म सहायक होता ह d यातायात विजञापन को िी कहत ह e उपिोकताओ क अनसारवििय सिदधणन का धयय वनमन सतर की िसतओ को

बचना ह

2 सही वमलान कर

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 221

a परस विजञापन क रवडयो

b बाहय विजञापन ख िातायन सजािट

c डाक विजञापन ग समाचार पतर

d मनोरजन विजञापन घ सडविच विजञापन

e िय कनि विजञापन ड़ वििय पतर

106 सारााश इस इकाई म अब तक आपन वजन तथयो क बार म जाना आइए उनह सवकषपत म जान इस इकाई म

आपन उपिोकता क परकारो क बार म जाना और यह िी जाना वक गरामीण उपिोकता शहरी उपिोकता

स वकस परकार विनन होता ह िस उपिोकता कोई िी हो उनकी कि विशषताए होती ह और उनह

िसतओ तथा सिाओ क िय और उपयोग स सबवधत समसयाओ का सामना करना पड़ता ह इसक

वलए सरकार न उपिोकताओ को कि अवधकार वदए ह परत अवधकारो का उपयोग करन क साथ-

साथ उपिोकताओ क कि दावयति िी होत ह जो उनह वनिान चावहए उपिोकता को उतपाद और

सिा क बार म जानकाररया उसक सचना पयाणिरण और जनसपकण माधयमो िारा परापत होती ह दसरी

तरफ वििता ह जो अपना वयापार बढ़ान क वलए विविनन वििय सिदधणन तकनीको का परयोग करता

ह उपिोकता विजञापन क विविनन माधयमो िारा िी जानकाररया परापत करता ह उपिोकता विजञापन क

विविनन माधयमो का परयोग करत ह

107 पाररभाषिक शबदावली उपिोिा िह वयवकत जो मलय दकर वकसी िसत या सिा को परापत कर उसका उपयोग करता ह

उपिोिा का सचना पयायविण िह िातािरण वजसम उपिोकता विविनन सरोतो स उतपाद या

सिा क बार म सकारातमक और नकारातमक जानकाररया परापत करता ह

करविय सवदधयन कि वियाओ या वनणणयो िारा िसत या सिाओ क वििय म िवदध होती ह

इस वििय सिधणन कहत ह

करवजञापन िह िौवतक साधन वजसक िारा उतपाद या सिा स सबवधत एक वनवशचत सदश या

सचना या जानकारी को सबवधत गराहक पाठक दशणक या शरोता तक पहचाया जाता ह

108 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

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1 कवष

2 मलय

3 आवथणक शारीररक मानवसक

4 परतयािवतगारटी 5 मलयो और गणितता

6 उपिोकता वशकषा

अभयास परशन 2

1 ररकत सथान िररए

a मौवखक

b सशयिाद

c वििय-सिदधणन

d गवतमान विजञापन e मौसमी

2 सही वमलान कर

a ग

b घ

c ड़

d क

e ख

109 सनदभण गरनथ सची 1 डॉ बी0 एस0 िदादा तथा परो0 बी0 एल0 पोरिाल विपणन क वसदधानत

2 िीकबखशी गह परबनध 3 डॉ0 जी0 पी0 शरी गह वयिसथा एि गह कला 4 Milind Kothari Principles of Marketing

5 Michael Schudson Advertising the Uneasy Persuation

इटिनट सरोत

1 httpwwwgaryasanchezcom9-benefits-of-sales-promotion

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2 httpwwwmanagementparadisecomforumsintroduction-

advertising204689-disadvamtages-sales-promotionhtml

3 httpjobssilicomindiacomcareer-forumwhat-are-the-various-

characteristics-of-ruralmarket-qid-785-cated-28html

1010 ननबनधातमक परशन 1 उपिोकता की पररिाषा दीवजए उपिोकता की विशषताओ पर विसतारपिणक परकाश डावलए

2 उपिोकताओ की समसयाओ एि अवधकारो का िणणन कीवजए

3 वयापाररयो और उतपादनकताण िारा अपनायी जा रही विविनन वििय सिदधणन तकनीको का

विसतत उललख कर

4 विजञापन क विविनन माधयमो का विसतत िणणन कीवजए

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इकाई 11 उपभोतता सारकषर 111 परसतािना

112 उददशय

113 उपिोकता आनदोलन का इवतहास

1131 विशव सतर पर उपिोकता आनदोलन का इवतहास

1132 उपिोकता इवतहास म उपिोकता सहकारी सवमवतया

1133 िारत म उपिोकता आनदोलन का इवतहास

114 िारत म उपिोकता आनदोलन को परोतसाहन दन िाल कारक

115 उपिोकता सरकषण

1151 उपिोकता सरकषण की वदशा म सरकारी परयास

1152 उपिोकता सरकषण म गर-सरकारी परयतन

116 साराश

117 पाररिावषक शबदािली

118 अभयास परशनो क उततर

119 सनदिण गरनथ सची

1110 वनबनधातमक परशन

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111 परसतावना आधवनक पररिश म विशव सतर पर उतपादको िारा परवतवदन कई उतपाद वनवमणत वकए जात ह बाजार

म वनतय नई-नई उपिोग की िसतए परिश कर रही ह कई िसतए विदशो स िी िारत क बाजारो म

परिश कर रही ह उपिोग िसतओ की वनमाणण परवियाए पहल स काफी जवटल हो चकी ह िसतओ

क वनमाणण म यनतरो मशीनो परवियाओ तथा रासायनो का अवधकावधक परयोग वकया जा रहा ह ऐस

म उपिोकता क समकष यदयवप कई विकलप उपलबध ह परनत उनह बाजार म उपलबध िसतओ क

विषय म अलप जानकारी होती ह इसक साथ उपिोकता को इस तथय का िी सीवमत जञान होता ह वक

िसतओ क उतपादन म परयकत कछच माल स उस कोई हावन हो सकती ह उतपादक िगण सगवठत

होकर कायण करत ह तथा सरकार पर सिय क वहत की नीवतयो का अवसतति बनाए रखन अथिा उनह

वियावनित करन का दबाि बनात ह उतपादकवििता सदि इस परयास म लग रहत ह वक उनक

लािाश म िवदध हो अवधक लािाश कमान की दौड़ म ि उपिोकता क वहतो की िी अनदखी कर

दत ह बाजार म उपिोकता किी-किी सिय को असहाय एि ठगा हआ अनिि करत ह इन

पररवसथवतयो क कारण यह आिशयक ह वक उपिोकता क वहतो की रकषा की जाए राषटर की कानन

वयिसथा सचना अवधकार विशवसनीय परीकषण परयोगशालाए तथा सरकारी तनतर एकजट हो

उपिोकता को सबल बनाए एि उसक वहतो की यथा समिि रकषा कर

112 उददशय इस इकाई क अधययन क उपरानत आप

विशव सतर पर एि िारत म उपिोकता आनदोलन क इवतहास स पररवचत होग

सरकारी सवमवतयो एि िारत म उपिोकता आनदोलन की वदशा म कायणरत ससथाओ क विषय म

पढ़ग

िारत म उपिोकता आनदोलन क वलए उततरदायी कारको क विषय म जान पाएग

उपिोकता सरकषण की आिशयकता इस वदशा म वकए गए सरकारी परयास एि उपिोकता सरकषण

हत सरकार िारा पाररत विविनन अवधवनयमो क विषय म जान पाएग तथा

उपिोकता सरकषण की वदशा म वकए गए गर-सरकारी परयतनो स पररवचत होग

आइए उपिोकता आदोलन क इवतहास पर चचाण स इकाई की शरआत कर

113 उपभोतता आनदोलन का इनतहास उपिोकता आनदोलन उपिोकताओ िारा वकए गए सगवठत एि वनयोवजत परयास ह उपिोकता

आनदोलनो का मखय लकषय उपिोकताओ क वहतो की रकषा करना ह साथ ही यह वििता एि िता

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 226

की वसथवतयो एि समबनधो म समानता लान क उददशय स िी कायण करत ह उपिोकता आनदोलन

सामानयतः वहसक अवधक उगर अथिा उपििी नही होत ह परनत यह समाज तथा उपिोकताओ की

गमिीर समसयाओ क वनिारण क वलए कायण करत ह जस दोषयकत वमलािटी खादय पदाथण अथिा

दिाओ को परवतबवनधत करना हावनकारक उपकरणो रगो एि रासायवनक पदाथो क उपयोग पर

अकश लगाना आवद उपिोकता आनदोलन वििताओ क िारा सामानय वयवकतयो क वयापक

उतपीड़न क उपरानत उनक विरदध सगवठत परयासो क रप म परारमि होत ह यह आनदोलन परचवलत

परथाओ तथा दोषपणण सरकारी नीवतयो को पररिवतणत करन का परयास करत ह

1131 करवशव ति पि उपिोिा आनदोलन का इकरतहास

उपिोकता क सरकषण की आिशयकता सदि ही महसस की गई ह विशव म उपिोकता सरकषण पिण स

ही वकसी न वकसी रप म विदयमान ह इसका उदाहरण इगलणड स परापत होता ह जहा सन 1226 म

ऊन की परामावणक माप तथा बरड क परामावणक आकार क सनदिण म वनयम बनाए गए चौदहिी

शताबदी म इगलणड म वमलािटी खादय एि पय पदाथण बचना अपरावधक एि दणडनीय माना जाता

था िहा परथम बार सन 1878 म िार एि माप अवधवनयम तथा सन 1893 म सलस ऑफ गडस

अवधवनयम पाररत वकया गया

आज वजस रप म हम उपिोकतािाद एि उपिोकता सरकषण को दखत ह उसका उदय उननीसिी

शताबदी क अनत तथा बीसिी शताबदी क परारमि म हआ सयकत राषटर कागरस न सन 1872 म

पहला उपिोकता सरकषण वनयम शासन िारा पाररत वकया बीसिी शताबदी क परारमि म अपटोन

वसनकलर िारा ldquoदी जगलrdquo नामक पसतक परकावशत की गई इस पसतक म लखक न वशकागो म

मास पवकग उदयोग म परचवलत परवियाओ क सनदिण म अपनी घणा वयकत की थी राषटरपवत रसोिलट

न पसतक म लगाए गए अवियोगो की सिततर जाच करायी तथा सिी अवियोग सतय पाए गए इसक

उपरानत सयकत राषटर कागरस िारा शदध खादय एि औषधी अवधवनयम 1906 पाररत वकया गया

अमररका म सन 1890 म शरमन एनटी रसट एकट पाररत वकया गया इस एकट का उददशय बाजार म

एकावधकार का अनत करना था इसी िम म सन 1914 म फडरल रड कमीशन तथा सन 1931 म

फड एणड डरग एडवमवनसरशन अवधवनयम सथावपत वकए गए उपिोकता आनदोलनो की वदशा म कि

परकाशन िी वकए गए जस सराट चस एि एफ0 ज0 वशवलग िारा रवचत पसतक ldquoयोर मनीज िथणrdquo

(Your Moneyrsquos Worth) एि सन 1929 म परकावशत ldquoकनजयमर रीसचणrdquo (Consumer

Reasearch) नामक बलवटन

बीसिी शताबदी क मधय म अमरीकी उपिोकता आनदोल म कि अनय महतिपणण वयवकत जड़ वजनम

परमख थ रॉलफ नाडर तथा राषटरपवत जॉन0 एफ0 कनडी रॉलफ नाडर न अमररकी उपिोकताओ को

कई उपिोग िसतओ क सनदिण म चतािनी दी जस सॉफट वडरकस म अतयवधक शकण रा क परयोग क

हावनकारक परिाि क सनदिण म खादय रजको क हावनकारक परिाि क समबनध म लाल रजक क

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 227

सिासथय पर पड़न िाल हावनकारक परिाि क सनदिण म आवद ि खादय पदाथो म नाइरट परररकषक

(Nitrate preservative) क उपयोग एि मवहलाओ िारा ऊची एड़ी क जतो क परयोग क िी

विरदध थ अमरीकी उपिोकता आनदोलन क कषतर म ि एक अगरणी वयवकत क रप म उिर कर आए

उनक िारा वकए गए परयासो क फलसिरप अमररका म कई उपिोकता सरकषण वनयम पाररत वकए गए

किल उपिोकता सरकषण ही रॉलफ नाडर का मखय उददशय नही था िरन ि जमीन स जड़ वयवकतयो एि

आनदोलनो क माधयम स परजाततर को मजबती एि परोतसाहन परदान करना चाहत थ

अमरीकी राषटरपवत जॉन0 एफ0 कनडी न िी उपिोकता सरकषण की वदशा म महतिपणण कायण वकए

उनहोन 15 माचण 1962 क अपन ऐवतहावसक िाषण म उपिोकता को पररिावषत वकया राषटरपवत

कनडी क अनसार ldquoउपिोकता की पररिाषा क अनतगणत हम सिी सवममवलत हrdquo उनक अनसार

उपिोकता िगण सबस बड़ा समह ह जो हर सरकारी एि वनजी आवथणक वनणणय िारा परिावित होता ह

परनत वफर िी इस िगण क विचारो को महति नही वदया जाता ह उनक िारा चार आधारित

उपिोकता अवधकारो की सथापना की गई जो कालानतर म ldquoकनजयमर वबल ऑफ राइटसrdquo क नाम स

जान गए कनजयमर वबल ऑफ राइटस का परारवमिक परारप हवलन ई0 नलसन िारा तयार वकया

गया परारमि म इसम किल चार उपिोकता अवधकार वदए गए थ जो वनमनवलवखत ह

सरकषा का अवधकार

सचना का अवधकार

चनाि का अवधकार

सन जान का अवधकार

सयकत राषटर क उपिोकता समबनधी वनदशो िारा उपिोकता अवधकारो की सखया को बढ़ा कर बाद म

आठ कर वदया गया

आइय जान वक सरकारी सवमवतयो िारा उपिोकता सरकषण हत कया परयास वकए गए

1132 उपिोिा इकरतहास म उपिोिा सहकािी सकरमकरतया

उपिोकता आनदोलनो की वदशा म कि परयास सहकारी सवमवतयो की सथापना क माधयम स िी वकए

गए सहकारी सवमवतया सिावयतय परजातावनतरक ससथाए होती ह यह उन वयवकतयो क समह िारा

वनयवतरत की जाती ह जो समान आवथणक सामावजक एि सासकवतक आिशयकताओ को पणण करन

क वलए एकजट होकर इनकी सथापना करत ह सहकारी सवमवतयो की सिाओ का उपयोग इसक

सदसयो िारा वकया जाता ह सहकारी सवमवतयो क कि उदाहरण ह जस आिासीय सहकारी

सवमवतया उपिोकता सासकवतक सघ खदरा सहकारी सवमवतया आवद सहकारी सवमवतयो का

उददशय लाि कमाना नही िरन सामवहक रप स अपनी विततीय वसथवत सधारना होता ह डॉ0 क0

एन0 काटज क शबदो म सहकाररता सिय क िारा सिय की िलाई या मदद करना ह या परसपर एक-

दसर की िलाई और मदद क वलए कायण करना ह यह उन लोगो का एक सयकत सगठन ह जो

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 228

आवथणक दवि स सदढ़ नही ह ऐस वयवकत एक सयकत सगठन बनाकर अपनी आवथणक समसयाओ को

हल करत ह

सहकारी सवमवतयो का परारमि सिणपरथम इगलणड तथा फरास म हआ औदयोवगक िावनत क

फलसिरप यरोपीय दशो क गरामीण कषतरो क वनिावसयो का बड़ी सखया म औदयोवगक कषतरो की ओर

पलायन हआ इन शहरो म ि दवनक उपिोग की िसतओ क वलए पणणतः वििताओ पर वनिणर थ

जो वक उनका शोषण करत थ समपनन वयवकतयो तथा गरीबो की आवथणक वसथवत का अनतर बहत

बड़ा था बढ़त औदयोगीकरण क कारण कई मजदर बरोजगार हो गए ऐसी पररवसथवतयो म आम

नागररको िारा कई सहकारी सवमवतया सथावपत की गई परनत सिी सहकारी सवमवतयो म ldquoरोचडल

सोसायटी ऑफ इकिीटबल पायनीयसणrdquo (Rochdale Society of Equitable Pioneers) सवमवत

अगरणी थी इस सवमवत की सथापना सन 1849 म की गई परारमि म रोचडल सवमवत म इगलणड क

बनकर तथा अनय बरोजगार यिक सवममवलत थ यह सवमवत उस समय अवसतति म आई जब

औदयोवगक िावनत क कारण कई कशल कारीगर बरोजगारी एि गरीबी स गरसत हो गए थ ऐस समय

म रोचडल सटोर को परारमि करन क वलए सिी सदसयो स काफी कवठनाई क उपरानत बहत िोटी

(अटठाइस पौड) धनरावश एकवतरत की गई रोचडल सवमवत क सटोर पर किल आिशयक खादय

िसतए एि मोमबवततया बची जाती थी सवमवत न पिण म विफल हई सहकारी सवमवतयो क अनििो

स सबक वलया एि ईमानदारी स अपनी ससथा का सचालन वकया पररणामसिरप किल तीन माह

क उपरानत सवमवत म उपलबध सामगरी की सची म िवदध की गई रोचडल सवमवत अपनी उछच

गणितता िाली िसतओ क वलए शीघर परवसि हो गई इगलणड म यह सवमवत अनय सहकारी सवमवतयो

क मधय एक आदशण सवमवत क रप म सथावपत हई रोचडल सहकारी सवमवत की विचारधारा पर

विशव म फल गई और ितणमान समय म दवनया िर क 100 दशो म लगिग 700 वमवलयन सहकारी

सवमवतया ह

सयकत राषटर अमररका म सहकारी सवमवतयो की सथापना िषण 1752 स परारमि हई परारमि म

अमररका म यह सहकारी सवमवतया वकसानो क वहत एि लाि हत सथावपत की गई धीर-धीर फरास

जमणनी सिीडन अफरीका क दशो िारत तथा एवशया क अनय दशो म िी उपिोकता सहकारी सगठन

सथावपत हए

1133 िाित म उपिोिा आनदोलन का इकरतहास

िारत एक समदध ऐवतहावसक पषठिवम का राषटर ह िारत क कई कशल परशासको क शासन काल म

परजा क वहतो की रकषा शासको का परमख उततरदावयति था कशल परशासक अपनी परजा की िलाई

हत उनकी सामावजक एि आवथणक गवतविवधयो पर वनयतरण रखत थ उस काल क बाजारो मवडयो

पर िी िारतीय शासको का वनयतरण रहता था वयापार पर कई वनयम तथा परवतबनध थ वजनक

माधयम स उपिोकताओ क वहतो की रकषा की जाती थी िारत क कई पराचीन अविलखो म यह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 229

िवणणत ह वक राजा िारा राजय एि परजा पर वकस विवध स शासन वकया जाए इन अविलखो म

उपिोकता सरकषण को काफी महति वदया गया ह मन वसमवतयो म िी नीवत सगत वयापाररक परथाओ

का उललख वकया गया ह मन न वयापाररयो की आचरण सवहता एि दोषी वयापाररयो को वदए जान

िाल दणडो क विषय म िी उललख वकया ह मन न वमलािट क सनदिण म कहा ह वक एक िसत वजस

म वकसी अनय िसत की वमलािट की गई हो को शदध िसत क रप म नही बचा जाना चावहए वकसी

खराब िसत को उछच गणितता िाली िसत क रप म नही बचा जाना चावहए पराचीन काल म सिी

िसतओ का मलय राजा िारा वनधाणररत वकया जाता था मन समवत म उपिोकता समबनधी सिी विषयो

का परिािशाली हल उपलबध ह इनम स कि विषयो क काननी पकष आज िी परासवगक ह

उपिोकता सरकषण क उदाहरण कौवटलय अथणशासतर म िी वदए गए ह कौवटलय राजा चनिगपत मौयण क

गर एि मागणदशणक थ चनिगपत क शासन काल म उततम वयापाररक परथाओ का अनसरण वकया जाता

था जस िसतओ को किल बाजार म (पवनया शाला) म ही बचा जा सकता था न की उनक उदगम

सथल पर बाजार म वयापारी को वििय हत लायी गई िसत की गणितता मातरा तथा मलय क विषय

म समबवनधत अवधकारी को सवचत करना पड़ता था तथा इस सचना का लखा-जोखा रखा जाता था

सिी वयापाररयो क वलए िसत वििय करन हत आजञापतर अवनिायण था बाहरी वयापाररयो क वलए

राजय म वयापार करन स पिण अनमवत परापत करना अवनिायण था इस काल म एक िावणजय वनरीकषक

सिी िसतओ का थोक मलय वनधाणररत करता था खादय पदाथण म वमलािट करन िालो क वलए दणड

का परािधान था तथा जन सिासथय की यथा सिि सरकषा की जाती थी शासक का उततरदावयति था

वक िह परजा को दोषपणण परथाओ एि वमलािटी पदाथो स सरकषा परदान कर साथ ही िसतओ को

उवचत मलय पर उपलबध कराए

दवकषण िारत क करल राजय म मनाया जान िाला तयौहार ओनम इस तथय को दशाणता ह वक राजा

महाबवल क शासन काल म परजा का वहत सिोपरर था एि परजा का वकसी िी रप म शोषण नही

वकया जाता था

िारत क मधयकालीन इवतहास म िी उपिोकता सरकषण शासको क वलए कम महतिपणण नही था

अललाउददीन वखलजी क शासनकाल म बाजार पर शासक का कठोर वनयतरण था अनाज जसी

दवनक उपिोग की आिशयक िसत का मलय सलतान सिय वनधाणररत करत थ

िारत म अगरजो क शासन काल म िी उपिोकता आनदोलन एि उपिोकता सरकषण की वदशा म कि

परयास वकए गए वबरवटश काल म िारत क कानन ततर म अितपिण पररितणन आए इस काल म परथम

बार िारत जो वक कई िोट-िोट राषटरो म बटा था वबरवटश शासन क अधीन एक बड़ राषटर क रप म

उिरा वबरवटश कालीन िारत का कानन समपणण राषटर पर लाग था वबरवटश सरकार न उपिोकताओ क

वहतो की वदशा म कि महतिपणण वनयम पाररत वकए जस

दी इवनडयन कानरकट एकट 1930

दी इवनडयन पीनल कोड 1860

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 230

डरग एि कासमवटक एकट 1940

यह वनयम उपिोकता को सरकषण परदान करन क वलए पाररत वकए गए इन वनयमो क अतगणत सबस

महतिपणण सलस ऑफ गडस एकट लगिग पचास साल तक उपिोकताओ को सरकषण परदान करन

िाला एकमातर विधयक था राषटरवपता महातमा गाधी एि अनय नताओ न िी उपिोकताओ क वहतो

क वलए कायण वकए गाधी जी एि उनक सहयोवगयो न नमक जसी आिशयक िसत पर कर लगान का

विरोध वकया डाडी माचण क िारा आम जनता को यह सदश वदया गया वक नमक जसी आिशयक

िसत का वनमाणण सिय घर पर िी वकया जा सकता ह खादी एि सिदशी आनदोलन िी िसतर उतपादन

म दशिावसयो को आतमवनिणर बनान की वदशा म वकया गया एक परयास था इन परयासो स गाधीजी

आम जनता म यह जागरकता लाना चाहत थ वक िारत म वबरवटश शासन िारतीयो क साथ वयापार

पर वदए जान िाल कर पर वनिणर करता ह यह विचार वक उदयोग उपिोकता मजदर अशधारक तथा

समाज क परवत उततरदायी ह सिणपरथम गाधी जी िारा वदया गया गाधी जी कहत थ वक ldquoएक

उपिोकता सबस महतिपणण आगतक ह िह हम पर वनिणर नही करता अवपत हम उस पर वनिणर करत

ह िह हम अपनी सिा करन का अिसर दकर हम पर उपकार करता हrdquo अमररका उपिोकता

समथणक रॉलफ नाडर न गाधी जी को उनक इन विचारो क वलए वक ldquoवयापाररक औदयोवगक उपिमो

को उपिोकता की सिा करनी चावहएrdquo तथा ldquoउपिोकता को उदयोगो स इस सिा की अपकषा रखनी

चावहए ldquo क वलए उपिोकताओ का सबस बड़ा पकषधर कहा ह विनोबा िाि एि जयपरकाश

नारायण गाधी जी क विचारो क परबल समथणक थ

िारत म उपिोकता आनदोलन की वदशा म 1960 का दशक बहत महतिपणण ह उपिोकताओ क िारा

परवतरोध का एक उदाहरण 1960 क दशक म पवशचम बगाल कषतर स ह बगाल म उस समय मिली

जसी दवनक उपिोग की िसत क दामो म अतयवधक िवदध हई सरकारी परयासो स िी वसथवत म कोई

पररितणन नही आया ऐसी वसथवत म उपिोकताओ न सगवठत होकर सिय परयास वकए तथा मिली

िय करना बनद कर वदया उनक इस सगवठत परयास का वयापक असर हआ तथा मजबर होकर

वििताओ को मिली क दाम कम करन पड़

उपिोकता आनदोलनो की वदशा म 1960 क दशक म कि ससथाओ की िी सथापना की गई जस

गायतरी चरीटबल रसट थननािवलल गजरात यह ससथा 1960 म अवसतति म आई तथा आज िी

उपिोकता वहतो क वलए कायणरत ह

बमबई वसविल रसट (बी0 सी0 टी0) ससथा 1963 म बमबई क कि अगरणी नागररको िारा परारमि

की गई वजनम परमख थ समाजशासतरी शरी ज0 बबारा शरी ज0 आर0 डी0 टाटा शरी ज0 ज0 िािा

शरी एन0 िावडया आवद फयर रड परवकटवसस ऐसोवसएशन (1966) ससथा बाद म काउनसल फॉर

फयर वबजनस परवकटवसस क नाम स जानी गई इन सिी ससथाओ को अपकषाकत अवधक सफलता

परापत नही हो पाई

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िह ससथा वजसन उपिोकता आनदोलन क कषतर म सराहनीय परयास वकए एि सफलता परापत की नौ

गहवणयो िारा परारमि की गई थी यह ससथा ldquoकनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ इवनडया (सी0 जी0

एस0 आई0)rdquo क नाम स िषण 1966 म अवसतति म आई शरीमती लीला जोग इस ससथा की परथम

ससथापक अवधकारी थी यह ससथा उस समय अवसतति म आई जब दश म सख ि यदध क कारण

आिशयक िसतओ की िारी कमी हो गई थी ऐसी वसथवत म वयापारी बड़ पमान पर जमाखोरी

कालाबाजारी तथा वमलािट कर रह थ ससथा की नौ मवहलाओ न जनता को अपन वहतो की रकषा

क वलए जागरक वशवकषत एि सगवठत करन का कायण वकया इन मवहलाओ न बठको एि गोवषठयो क

सथान पर उतपादो की गणितता की जाच की जान की माग की मवहलाओ न माग की वक खादय पदाथण

जस दध तल चाय मसाल आवद का गणितता सतर जानन हत परयोगशाला म जाच एि परीकषण

वकया जाए िसतओ क परीकषणो क पररणामो स वयापारी नागररक तथा सरकार सिी परिावित हए

ससथा क परयासो क फलसिरप िसतओ को आई0 एस0 आई0 मानको क अनरप होना तथा

उतपादो हत आई0 एस0 आई0 सटीवफकशन परापत करना अवनिायण वकया गया अगल चरण म

ससथा न उपिोकताओ की वयवकतगत वशकायतो का वनसतारण करन की वदशा म कायण वकए ससथा क

उतकि कायो क कारण काउवनसल ऑफ फयर वबजनस परवकटवसस न इनह अपन परामशण बोडण का

सथाई सदसय वनयकत वकया

कनजयमर ऐजकशन एणड ररसचण सनटर (सी0 ई0 आर0 सी0) इस ससथा की सथापना िषण 1978 म

अहमदाबाद म की गई मनिाई शाह इसक परबनधक रसटी थ यह ससथा एक सामावजक आनदोलन

एि काननी वििाद क उपरानत अवसतति म आई यही िह समय था जब अदालत सामावजक

कायणकताणओ तथा सामावजक सगठनो क मददो एि विचारो पर िी धयान दन लगी थी परायः

सामावजक कायणकताण उन कमजोर वयवकतयो क मदद अदालतो तक पहचात थ जो सिय अपन वहतो की

रकषा करन म अकषम थ इस ससथा न आरमि स ही उपिोकता अवधकारो की रकषा हत अदालतो एि

काननी ततर की सहायता ली ससथा क पास सिय का पसतकालय कमपयटर कनि तथा परीकषण

परयोगशालाए ह ससथा क िारा खादय पदाथण औषवधयो तथा घरल उपकरणो का परीकषण िी वकया

जाता ह िसत परीकषणो क पररणाम परकावशत वकए जान की वदशा म िी इस ससथा िारा परयास वकए

गए ह िारत म यह सबस परबल उपिोकता सगठन ह उपिोकता सरकषण की वदशा म इस ससथा न

सराहनीय परयास वकए ह

आइए कि अभयास परशनो को हल करन का परयास कर

अभयास परशन 1

सतय अथिा असतय बताइए

1 उपिोकता आनदोलन गमिीर उपिोकता समसयाओ का वनिारण नही करत

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2 अपटोन वसनकलर न अपनी पसतक ldquoदी जगलrdquo म मास पवकग उदयोग की कवमयो को उजागर

वकया

3 बमबई वसविल रसट ससथा की सथापना सन 1963 म की गई ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 सहकारी सवमवतयो का परारमि सिणपरथम म हआ

2 दवकषण िारत क करल राजय का तयौहार परशासक क उततम एि शोषण मकत शासन को दशाणता ह

3 ससथा क अनसार उतपादो हत आई0 एस0 आई0 सटीवफकशन

परापत करना अवनिायण वकया गया

114 भारत म उपभोतता आनदोलन को परोतसाहन दन वाल कारक उपिोकता आनदोलन उपिोकता क वहतो की रकषा हत चलाए जात ह उपिोकता िगण एक असगवठत

समह ह उपिोकता आनदोलनो का यह उददशय होता ह वक बाजार म परचवलत दोषपणण परथाओ का

विरोध वकया जाए तथा उपिोकता क अवधकारो एि वहतो की रकषा हो िारत म उपिोकता आनदोलन

को परोतसावहत करन िाल कारक वनमनवलवखत ह

िसतओ की बढ़ी हई कीमतमहगाई

बाजार म उपिोकता उतपादो की कमी

आिशयक िसतओ की कमी

कालाबाजारी

जमाखोरी

वमलािट

वनमन गणिकता िाली िसतए

दोषपणण िार एि माप

भामक विजञापन

उपिोकता समह म बढ़ती जागरकता

जागरकता एि वशकषा क कारण उपिोकता की अपकषाओ म िवदध

उपिोकता सगठनो क वनयोवजत परयास

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115 उपभोतता सारकषर बढ़त औदयोगीकरण वयापार एि िावणजय क कारण िवशवक सतर पर बाजार क आकार तथा उपिोग

िसतओ म सखया तथा परकार की बहत अवधक िवदध हई ह उतपादक िसतओ क उतपादन म निीन

तकनीको एि पदाथो का उपयोग कर रह ह ि अपन उदयोग िारा वनवमणत उतपादो की वबिी को बढ़ान

हत बड़ सतर पर विजञापनो को परचार माधयम बनात ह वजसक बार म आप पिण की इकाइयो म

जानकारी ल चक ह कई बार यह विजञापन उपिोकता को पणण सतय स अिगत नही करात तथा

भामक होत ह उतपादक िगण सिय क उतपाद को सिणशरषठ वसदध करन का हर सिि परयास करता ह

ितणमान यग म िसतओ की उतपादन तकनीक म िावतकारी पररितणन आए ह उतपादन उपिम का

परतयक चरण सफल परबनधन का उदाहरण ह ितणमान म उतपादक अवधक जागरक एि सगवठत ह

इसक विपरीत उपिोकता िगण असगवठत ह ि एक समय म बहत कम मातरा म िसत िय करत ह

उपिोकता को जवटल उतपादन परविया क विषय म अवत अलप जानकारी होती ह कई बार उपिोकता

क वलए सचना का एकमातर माधयम विजञापन होत ह जो िी सचना उनह विजञापनो क माधयम स परापत

होती ह ि उस ही समपणण सतय मान लत ह और वििता स उसी िसत की माग करत ह वििता किी

िी अपन उतपादो क दोषो को उजागर नही करत ह बाजार म एक ही िसत क कई बराड बहत

अवधक सखया म उपलबध ह ऐस म उपिोकता भवमत हो जाता ह वक कौन-स बराड की िसत सिणशरषठ

ह जो िह िय कर सकता ह उपिोकताओ को िसतओ क सही मलय तथा गणितता क विषय म िी

अलप जानकारी होती ह ऐस म सिि होता ह वक िसत क उतपादन म घवटया एि हावनकारक पदाथो

का परयोग वकया गया हो आवथणक रप स कमजोर उपिोकता िगण क वलए यह वसथवत अवधक

सोचनीय ह इन पररवसथवतयो म उपिोकता क अवधकारो की रकषा करना अतयनत महतिपणण ह

उपिोकता सरकषण स उपिोकताओ को बाजार की दोषपणण परथाओ दोषयकत उतपादन ठगी भामक

परचार आवद का विरोध करन का एक माधयम वमलता ह

उपिोकता सरकषण क अनतगणत ि सिी अवधवनयम एि ससथाए आत ह जो अपिोकता क अवधकारो

की रकषा करत ह साथ ही नयायपणण वयापाररक वयिसथाओ एि परवतसपधाण को िी बढ़ािा दत ह

उपिोकता सरकषण हत वनयमकानन इस परकार बनाए जात ह वक उदयोग एि बाजार म धोखाधड़ी एि

अनयायपणण वयिसथाओ पर रोक लगायी जा सक इसक माधयम स समाज म कमजोर एि शोवषत

िगण को बाजार म वयापत धोखाधड़ी क वखलाफ अवतररकत सरकषा परदान की जा सकती ह उपिोकता

सरकषण कानन क माधयम स उपिोकता बाजार म ठगी एि धोखाधड़ी क विरदध काननी लड़ाई लड़

सकता ह उपिोकता सरकषण कानन सरकार िारा बनाए गए िह अवधवनयम अथिा मानक ह वजनका

उददशय उपिोकताओ क अवधकारो की रकषा करना ह उदाहरण क वलए सरकार उदयोगपवतयो को

बाधय कर सकती ह वक िह अपन उतपाद क वनमाणण म परयकत सिी कछची सामगरी एि िसतओ की

विसतत जानकारी सािणजवनक कर यह कदम सरकार िारा उपिोकता क सिासथय एि सरकषा को धयान

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म रखत हए वलया जाता ह उपिोकता सरकषण क वलए कई सरकारी गर-सरकारी ससथाए एि

सियसिी ससथाए कायणरत ह बाजार म विविनन कमपवनयो क मधय परवतसपधाण िी उपिोकता वहतो की

परतयकष या अपरतयकष रप म रकषा करती ह फमो क मधय परवतसपधाण क कारण िसतओ की गणितता म

परायः सधार आता ह

1151 उपिोिा सिकषण की करदशा म सिकािी परयास

उपिोकता सरकषण हत सरकार िारा कई परयास वकए जात ह जस

सपधाण वनमाणण करिाना

बाजार म िसतओ की कीमत वनधाणररत करना

िसतओ का बाजार म वितरण वनयवनतरत करना

उपिोकता क वहत क वलए िसतओ का परीकषण करिाना

उपिोकता वहत हत शोध कायण

उपिोकता वहताथण महतिपणण सचनाए जन सचार माधयमो िारा परसाररत करिाना

आपातकाल म राशवनग और मलय वनयतरण

सिासथय और नवतकता की दवि स हावनकारक िसतओ क वििय पर परवतबनध

िसतओ का शरणीकरण एि परमाणीकरण

उपिोकता का शोषण करन िालो क वलए दणड का परािधान

िसतओ को बनान म परयकत सामगरी एि उपयोग क विषय म िसतओ पर लबल लगाना

अब हम उपिोकता सरकषण हत सरकार िारा बनाए गए कि अवधवनयमो की चचाण करग

उपिोिा सिकषण हत सिकाि दवािा बनाए गए कछ महतवपणय अकरधकरनयम

ककरष उतपाद शरणीकिण व बाजाि अकरधकरनयम 1937 (Agricultural Product

Marketing Act 1937)

यह अवधवनयम िषण 1937 म पाररत हआ इस अवधवनयम को िषण 1986 म पनः सशोवधत वकया

गया इस अवधवनयम क िारा कवष एि अनय उतपादो को शरणीकरण एि अक परदान वकए जात ह

यह अवधवनयम समपणण िारत म समान रप स लाग ह कवष उतपादो क अनतगणत वनमनवलवखत

उतपादो को सवममवलत वकया गया ह

सिी कवष एि उदयान उतपाद

सिी खादय पदाथण

सिी पय पदाथण

ऊन तथा जानिरो की खाल िारा वनवमणत उतपाद

इस अवधवनयम क अनतगणत िसतओ को उनकी गणितता क वलए शरवणया परदान की जाती ह जो

एगमाकय क नाम स िी परचवलत ह कवष मतरालय क गरामय विकास वििाग का बाजार एि वनरीकषण

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वनदशालय कवष उतपाद (शरणीकरण एि बाजार अवधवनयम) 1937 को वियावनित करन क वलए

उततरदायी ह एगमाकण लबल क अनतगणत िसत का नाम शरणी एि अवधकार वचहन सवममवलत ह

एगमाकण का वचहन यह दशाणता ह वक िसत की गणितता िारत सरकार क बाजार एि वनरीकषण

वनदशालय क सतर क अनरप ह अब तक 205 विविनन िसतओ हत एगमाकण सतर उपलबध ह

िाि एव माप अकरधकरनयम (Standards of Weights and Measures)

सिततरता स पिण िारत क विविनन राजयो म िसतओ क िार एि माप की कई परणावलया परचवलत थी

पर दश म िार एि माप परणाली म एकरपता लान की दवि स िषण 1939 म िार सतरीकरण

अवधवनयम पाररत वकया गया परत वितीय महायदध परारमि हो जान क कारण इस विधयक पर विशष

धयान नही वदया जा सका यह विधयक पहली बार सन 1942 म परिाि म आया इस विधयक क

अनतगणत िार एि माप की दोनो ही परणावलया जस

िारतीय तोल परणाली तोला सर एि मन तथा अगरजी तोल परणाली पौड कनटल एि टन का

परचलन पर दश म था इस अवधवनयम क अनतगणत टकसाल अवधकारी िारा िजन तयार वकए गए

तथा सिी राजयो म वितररत कराए गए आरमि म यह परयोग िारत क कि बड़-बड़ शहरो म ही

वकया गया इसी तरह िारतीय मानक ससथान (Indian Standard Institute ISI) का उदय

हआ

सतरीकत िार एि माप विधयक 1956 क परािधानो क अनरप िार एि माप की मवरक परणाली स

राषटर परथम बार अकटबर 1958 म पररवचत हआ इसक साथ ही परानी िार माप परणाली समपणण

राषटर स पणणतः हटान स पिण और दो िषो क वलए अगरसाररत की गई अकटबर 1960 स मवरक

परणाली दश म परचलन म आयी अपरल 1962 स मवरक परणाली को समपणण दश म अवनिायण कर

वदया गया इस परणाली क अनतगणत िजन वकिनटल वकलो और गराम म वकया जाता ह तोल

वमलीलीटर और लीटर और माप सनटी मीटर और मीटर म होती ह

औषकरध एव कौमकरटकस अकरधकरनयम 1940 (Drug and Cosmetics Act 1940)

यह अवधवनयम समपणण राषटर म लाग ह इस अवधवनयम क अनतगणत सिी आयिवदक वसदधा एि

यनानी औषवधया सवममवलत ह िह औषवधया वजनका उपयोग रोग क परीकषण उपचार एि उनमलन

म वकया जाता ह अथिा वजन औषवधयो का उपयोग मानि तथा पशओ िारा वकया जाता ह क

वलए यह अवनिायण ह वक िह सथावपत मानको तथा सतरीकत फामणलो क अनरप हो इस

अवधवनयम म कौसमवटकस क अनतगणत ि सिी पदाथण आत ह जो मानि शरीर पर लगाए विड़क

अथिा सपर वकए जात ह इन पदाथो का उपयोग सिछिता एि सौनदयणिधणन हत वकया जाता ह इस

अवधवनयम को कई बार सशोवधत वकया गया ह यह अवधवनयम िषण 1955 1960 1962 1964

1972 1995 एि 2008 म सशोवधत वकया गया ह इस अवधवनयम का उददशय ह

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सिी औषवधयो एि कौसमवटकस का आयात उतपादन एि वििय लाईसनस क माधयम स

वनयवतरत वकया जाए

औषवधयो एि कौसमवटकस की वबिी किल योगय वयवकतयो िारा की जाए

वनमन गणितता िाली औषवधयो की वबिी परवतबवनधत की जाए

ऐलोपवथक (Allopathic) एि अनय परकार की औषवधयो क वलए ldquoडरग टवकनकल

ऐडिाईजरी बोडणrdquo (Drug Technical Advisory Board DTAB) एि ldquoडरग कनसलटवटि

कवमटीजrdquo (Drug Consultative Committees DCC) सथावपत करना

इस अवधवनयम क अनसार बाजार म वबकन िाली औषवधयो एि कौसमवटकस पर लबल लगाना

अवनिायण ह लबल पर वनमन समसत सचनाओ का होना आिशयक ह जस

औषधी म वमलाए गए सिी रसायन

उपयोग विवध

मातरा

वनमाणण वतवथ

औषधीकौसमवटक कब तक उपयोग म लाया जा सकता ह की जानकारी

खादयानन करमलावट परकरतबनध अकरधकरनयम 1954 (Prevention of Food

Adulteration Act 1954)

यह अवधवनयम िषण 1954 म खादय पदाथो म वमलािट की रोकथाम हत पाररत वकया गया ितणमान

म यह अवधवनयम पर िारत म परिािशाली ह यह अवधवनयम 1 जन 1955 स लाग वकया गया

इस अवधवनयम िारा सिी परकार क िोजय पदाथो हत नयनतम सतर वनधाणररत वकया जाता ह िषण

1968 और 1973 म इस अवधवनयम म सशोधन वकया गया इस अवधवनयम क मखय उददशय ह

विषल एि दोषयकत खादय पदाथो स उपिोकता की रकषा करना

वनमन गणितता िाली खादय िसतओ की वबिी परवतबवनधत करना

बाजार म परचवलत दोषपणण परथाओ स उपिोकता वहतो की रकषा करना

इस अवधवनयम म खादय पदाथण की पररिाषा क अनतगणत सिी खादय पदाथण पय पदाथण एि जल को

सवममवलत वकया गया सिी परकार क पदाथण वजनह िोजय िसतओ म वमलाया जाता ह तथा सिी

परकार क फलिररग पदाथण एि मसाल इस अवधवनयम की पररवध म आत ह

अडलरनट (Adulterant) िह पदधाथण होता ह वजसका उपयोग खादय पदाथो म वमलािट हत वकया

जाता ह इस अवधवनयम क अनतगणत वकसी िी िोजय पदाथण को वनमनवलवखत पररवसथवतयो म

वमलािटी माना जा सकता ह

यवद वििता िता िारा मागी गई िसत क सथान पर कोई अनय िसत वििय करता ह

यवद शदध िसत म वकसी अनय िसत की वमलािट की गई ह जो वक शदध िसत की गणितता को

परिावित करती ह

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यवद शदध िसत म पणण अथिा आवशक रप स ससती अथिा घवटया िसत की वमलािट की गई

हो

यवद शदध िसत म स कोई पदाथण पणणतः अथिा आवशक रप स हटा वदया गया हो तथा इसस

िसत की गणितता परिावित होती हो

यवद िसत की पवकग या रख-रखाि असिछिकर पररवसथवतयो म वकया गया हो वजसक कारण

शदध िसत सिासथय क वलए हावनकारक वसदध हो

यवद खादय पदाथण सिय सड़ा गला हो

यवद पदाथण बीमार जानिर स परापत वकया गया हो

यवद िसत की पवकग हावनकारकजहरील पकट म की गई हो

यवद खादय िसत म वकसी परवतबवनधत परररकषक (Preservative) का उपयोग वकया गया हो

अथिा अनमोवदत परररकषक का परयोग मानको स अवधक मातरा म वकया गया हो

कनिीय सरकार न खादयानन सतरो को परमावणत करन क वलए कनिीय खादय सतरीकरण सवमवत

(Central Committee for Food Standards) कनिीय खादयानन परयोगशाला (Central Food

Laboratory) आवद की सथापना की ह कनि सरकार अथिा राजय सरकार िारा सािणजवनक

विशलषक (Public Analyst) एि फड इसपटर की वनयवकत िी विजञवपत क माधयम स की जाती ह

फड इसपकटर खादय पदाथण स समबवनधत वकसी िी परवतषठान स खादय पदाथो क नमन ल सकता ह

तथा उनह परयोगशाला म परीकषण हत सािणजवनक विशलषक क पास िज सकता ह फड इसपकटर

खादय पदाथण क उतपादन म सलगन वकसी िी सथान का वनरीकषण कर सकता ह जस िोजनालय खादय

पदाथो क गोदाम आवद इस अवधवनयम क अनतगणत दोवषयो क वलए सजा का िी परािधान ह

एकाकरधकाि औि करनयकररत वयापाि अकरधकरनयम 1969 (Monopolistic and

Restrictive Trade Practices Act 1969)

यह अवधवनयम 1969 म लाग वकया गया अवधवनयम का मखय उददशय ह वक अथणवयिसथा का

सचालन किल आवथणक रप स सकषम कि वयवकतयो तक ही सीवमत होकर न रह जाए इस

अवधवनयम िारा एकावधकार एि वनयवतरत वयापार परणाली को हटाया जाता ह यह अवधवनयम जमम-

कशमीर राजय को िोड़कर पर दश म लाग ह यह अवधवनयम किल कनि सरकार क वदशा वनदशो

पर ही सरकारी कमपवनयो सरकारी उपिमो वनगमो वयापार सघ कमणचारी सघ पजीकत सहकारी

सवमवत तथा वकसी आवथणक ससथान पर वियावनित वकया जा सकता ह

आवशयक वत अकरधकरनयम 1955 (Essential Commodities Act 1955)

यह अवधवनयम 1955 म पाररत वकया गया तथा यह अवधवनयम समपणण िारत म लाग ह इस

अवधवनयम क अनतगणत परािधान ह वक सरकार सामानय जनता क वहत को धयान म रखत हए कि

आिशयक िसतओ क उतपादन आपवतण एि वितरण को वनयवतरत कर सकती ह इस अवधवनयम का

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उददशय ह वक िसतओ वक आपवतण यथाित बनी रह साथ ही उपिोकता को उवचत मलय पर िसतओ

का उवचत वितरण सिि हो इस अवधवनयम की शवकत का परयोग करत हए मतरालय कनिीय सरकार

क विविनन वििागो को आदश पाररत करत ह वजसस आिशयक िसतओ क उतपादन वितरण

गणितता एि आिाजाही को वनयवतरत वकया जा सक इस अवधवनयम की शवकत िारा राजय सरकार

कई आिशयक िसतओ जस अनाज खादय तल दाल शककर आवद क वयापार पर वनयतरण रखती

ह समय-समय पर कनि सरकार राजय सरकार िारा वलए गए वनणणयो एि परयासो पर नजर रखती ह

आिशयक िसतओ की सची म उललवखत िसतओ का िी समय-समय पर पनवनणरीकषण वकया जाता

उपिोिा सिकषण अकरधकरनयम 1986 (Consumer Protection Act 1986)

यह अवधवनयम 15 अपरल 1987 को लाग वकया गया यह अवधवनयम जमम-कशमीर राजय को िोड़

कर पर दश म लाग ह यदयवप इस अवधवनयम स पिण िी िारत म कई अनय अवधवनयम बन थ वजनक

माधयम स उपिोकता क वहतो की रकषा की जा सकती थी परनत वफर िी उपिोकता क वहत म इस

अवधवनयम की आिशयकता महसस की गई यह आिशयक था वक वमलािटी एि वनमन गणितता

िाली िसतओ तथा सिाओ का विरोध करन म उपिोकता सकषम हो एि उनक वहतो की रकषा हो यह

वबल 5 वदसमबर 1986 म लोक सिा म परसतत वकया गया उपिोकता सरकषण अवधवनयम का मखय

उददशय ह वक उपिोकता वहतो एि अवधकारो को और अवधक सरवकषत वकया जा सक उकत उददशय हत

उपिोकता काउनसल एि अनय परिािशाली ससथाओ की सथापना की जाए जो उपिोकता वििादो का

वनसतारण कर यह अवधवनयम वनमनवलवखत परकार स उपिोकताओ क अवधकारो की रकषा करता ह

उपिोकता को जीिन एि समपवत क वलए हावनकारक िसतओ क विरदध सरकषा परापत हो

उपिोकता को अनयाय पणण वयापाररक परथाओ क विरदध सरकषा परापत हो साथ ही िसत की

गणितत मातरा शदधता सतर एि मलय क विषय म पणण जानकारी परापत करन का अवधकार हो

यह सवनवशचत करन का अवधकार हो वक उस िसत उवचत मलय पर परापत हो रही ह

अपनी बात मददो की सनिाई का अवधकार तथा यह सवनवशचत करन का अवधकार वक विविनन

फोरम म उपिोकता वहतो को उवचत महति वदया जाएगा

अनयायपणण वयापाररक परथाओ एि शोषण की दशा स मवकत एि मआिजा परापत करन का

अवधकार हो

उपिोकता वशकषा का अवधकार हो

इस अवधवनयम क अनतगणत परािधान ह वक उपिोकता वििादो का वनसतारण शीघर वकया जाए

उपिोकता सरकषण अवधवनयम को िषण 1991 1993 एि 2002 म सशोवधत वकया गया ह

िाितीय मानक सथानआई0 एस0 आई0 (Indian Standard Institute ISI)

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 239

वबरवटश शासन काल क अवनतम वदनो म राषटर क सामन राषटर नि वनमाणण का महतिपणण उततरदावयति

था ऐस समय म इवनसटटयशन ऑफ इनजीवनयसण िारत न एक ऐसी ससथा क सविधान का वनमाणण

वकया जो राषटरीय सतरो का वनमाणण कर सक इसक उपरानत उदयोग एि आपवतण वििाग

(Department of Industries and Supplies) िारा 3 वसतमबर 1946 को एक जञापन वनगणत

वकया गया वजसक माधयम स िारतीय मानक ससथान (आई0 एस0 आई0) की सथापना हई यह

ससथान 6 जनिरी 1947 म अवसतति म आया

परारवमिक िषो म आई0 एस0 आई0 न अपना धयान किल िसतओ क सतरीकरण समबनधी

गवतविवधयो पर कवनित वकया ससथा का मखय उददशय यह था वक आम जनता को अछिी गणितता

िाली सतरीकत िसतओ का लाि परापत हो आई0 एस0 आई0 सटीवफकशन माकण सकीम एकट

1952 क अनतगणत आई0 एस0 आई0 िसतओ पर सटीवफकशन माकण परदान करन का कायण परारमि

कर वदया गया िषण 1955-56 स आई0 एस0 आई0 न उतपादको िारा वनवमणत उतपादो को िारतीय

मानको क अनरप होन पर उनह लाइसस परदान करन का कायण परारमि वकया यह ससथा औदयोवगक

उतपादो हत गणितता समबनधी मानक वनधाणररत करती ह वकसी िी िसत पर आई0 एस0 आई0 वचहन

यह दशाणता ह वक िसत सथावपत िारतीय मानको क अनरप ह आई0 एस0 आई0 वचहन िोजय

पदाथो कवष इलकरॉवनक तथा सिाद की िसतओ पर अवकत वकया जाता ह परमावणत िसतए वनमन

म स वकसी एक शरणी की होती ह

ऐसी िसतए जो अवधकाश उपिोकताओ िारा परतयकष रप स खरीदी जाती ह

ऐसी िसतए जो सरवकषत तथा सिसथ िातािरण की दवि स महततिपणण ह

आई0 एस0 आई0 सटीवफकशन माकण की आिशयकताओ को पणण करन क वलए िषण 1963 म एक

कनिीय परयोगशाला की सथापना की गई

आई0 एस0 आई0 िारा सतर वनधाणरण का कायण वकसी िी सरकारी अधयादश िारा वनयवतरत न होन

क कारण 26 निमबर 1986 को इस आशय स ससद म एक वबल परसतत वकया गया इस वबल क

कारणिश 1 अपरल 1987 म िारतीय मानक बयरो बी0 आई0 एस0 (Bureau of Indian

Standards BIS) अवसतति म आया उस समय तजी स पररिवतणत होत हए सामावजक-आवथणक

पररिश म राषटरीय मानक ससथान का सशवकतकरण आिशयक एि महतिपणण परतीत होन लगा था

इस उददशय की पवतण हत ही िारतीय मानक बयरो की सथापना की गई बी0 आई0 एस0 न पिणवनवमणत

ससथा आई0 एस0 आई0 क सिी उततरदावयति कायण कमणचारी एि समपवतत का अवधगरहण वकया

यह पररितणन इस आशय स वकया गया वक उपिोकता को उवचत सतर एि गणितता की िसत का लाि

परापत हो सक साथ ही उपिोकताओ का राषटरीय सतर वनमाणण एि वियानियन म अवधकावधक

योगदान हो

िारतीय मानक बयरो क उददशय वनमनवलवखत ह

परमावणकता का विकास वचवहनकरण एि गणितता सवटणवफकशन

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 240

सतरीकरण एि गणितता वनयतरण को निीन ऊजाण पदान करना

राषटरीय िवदध विकास उतपादन एि वनयाणत क अनरप राषटरीय नीवत वनमाणण तथा सतरो को

पहचान वदलाना

बी0 आई0 एस0 क मखय कायण ह

िसतओ क वलए सतरो का वनमाणण

सटीवफकशन

परयोगशाला सिाए

अनतराणषटरीय गवतविवधया

उपिोकता समबनधी गवतविवधया

परवशकषण गवतविवधया

सचना उपलबध करना

सतरो का वििय एि परकाशन

ति करनमायण

बी0 आई0 एस0 िारा 14 परमख कषतरो हत सतर वनधाणररत वकए जात ह जस रसायन खादय एि कवष

वसविल विदयत इलकरॉवनकस परोल कोयला एि समबवनधत उतपाद सिासथय एि असपताल

आयोजन िसतर उदयोग जनसचार अवियावतरकी एि उतपादन तथा जल 31 माचण 208 तक बी0

आई0 एस0 िारा 18424 सतर परदान वकए जा चक ह बी0 आई0 एस0 राषटरीय पराथवमकता एि

आिशयकता क आधार पर सतर वनमाणण करती ह बी0 आई0 एस0 उतपाद सटीवफकशन योजना

ऐवछिक ह परनत उपिोकता क सिासथय एि सरकषा को धयान म रखत हए उपिोग की 68 िसतओ

हत इस अवनिायण कर वदया गया ह अपन उतपाद हत बी0 आई0 एस0 सटीवफकशन परापत करना उन

विदशी उतपाद वनमाणताओ क वलए अवनिायण ह जो िारत क साथ वयापार करना चाहत ह

सटीवफकशन कायण हत बी0 आई0 एस0 की कल 8 परयोगशालाए ह इन परयोगशालाओ म विविनन

िसतओ क परीकषण की सविधा उपलबध ह

1152 उपिोिा सिकषण म गि-सिकािी परयतन

उपिोकता सरकषण की वदशा म सरकारी ससथाओ एि परयतनो क साथ-साथ कई गर-सरकारी ससथाए

िी कायणरत ह यह ससथाए उपिोकता क वहतो एि अवधकारो की रकषा करन क वलए कायण करती ह

यह गर-सरकारी ससथाए जनता क कलयाण हत कायण करती ह एि इनम स अवधकाश ससथाए वकसी

लाि की इछिा स कायण नही करती इनह उपिोकता सगठन (Consumer Organisation) क नाम

स िी जाना जाता ह यह ससथाए मखय रप स उपिोकताओ को उनक अवधकारो क परवत जागरक

करन का कायण करती ह इसक वलए यह वनमन कायो पर विशष बल दत ह

मावसक पवतरकाओ एि अनय पसतको का परकाशन करत ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 241

यह सगोवषठयो एि कायणशालाओ का आयोजन करत ह

उपिोकताओ को वशवकषत करत ह वजसस ि सिय की सहायता करन म सकषम हो

मवहलाओ को उपिोकतािाद क विषय म विशष रप स जागरक करत ह

िारत म कई गर-सरकारी उपिोकता सगठन सथावपत हो चक ह इनम कि परमख वनमन ह

िॉइस नई वदलली

कॉमन कॉज नई वदलली

कनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ इवडया सी0 जी0 एस0 आई0 ममबई

अवखल िारतीय गराहक पचायत ममबई

कनाणटक कनजयमर सविणसज सोसायटी बगलौर

कनजयमर ऐसोवसएशन कोलकाता

अभयास परशन 2

सतय अथिा असतय बताइए

1 उतपादक िगण सगवठत एि जागरक ह 2 उपिोकता सरकषण हत सरकार सपधाण का वनमाणण करिाती ह

3 एगमाकण वचहन सिी कवष उतपादो पर नही लगाया जाता ह 4 मवरक परणाली स राषटर सिणपरथम िषण 1942 म पररवचत हआ

5 औषवध एि कौसमवटकस अवधवनयम क अनतगणत किल आयिवदक औषवधया सवममवलत ह

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 अवधवनयम िषण 1954 म खादय पदाथो म वमलािट की रोकथाम

हत पाररत वकया गया

2 अवधवनयम िारत म वयापार कषतर म एकावधकार पर वनयतरण हत पाररत

वकया गया

3 राषटरीय सतरो क वनमाणण हत की सथापना िषण 1949 म हई

116 सारााश इस इकाई क अधययन क उपरानत आप यह जान गए होग वक उपिोकताओ को बाजार म शोषण स

बचान क वलए एि उनक वहतो की रकषा क वलए उपिोकता सरकषण आिशयक ह इस वदशा म

उपिोकता आनदोलन उपिोकताओ िारा वकए गए सगवठत एि सवनयोवजत परयास ह यह आनदोलन

उपिोकताओ की गमिीर समसयाओ क वनिारण हत वकए जात ह पवशचमी विकवसत दशो म उपिोकता

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 242

आनदोलन मखय रप स औदयोवगक िावनत क पररणामो क फलसिरप परारमि हए विशव उपिोकता

आनदोलन म बीसिी शताबदी म दो परमख वयवकतयो रॉलफ नाडर एि पिण अमररकी राषटरपवत जॉन0

एफ0 कनडी न अपना महतिपणण योगदान वदया राषटरपवत कनडी न उपिोकता को पररिावषत वकया

तथा कनजयमर वबल ऑफ राइटस परसतत वकए उपिोकता इवतहास म सहकारी सवमवतयो का िी

महतिपणण योगदान ह सिी सहकारी सवमवतयो म रोचडल सोसायटी फॉर इकिीटबल पाइनीयसण एक

अगरणी पथ परदशणक सहकारी सवमवत थी

पराचीन िारत का इवतहास यह वसदध करता ह वक उपिोकता वहतो की रकषा करना शासन का महतिपणण

उततरदावयति था वबरवटश शासन काल म िारत एक बड़ राषटर क रप म उिरा तथा समपणण िारत म

एक कानन वयिसथा लाग की गई वबरवटश सरकार न उपिोकताओ क वहतो एि वयापार की दवि स

कई महतिपणण वनयम पाररत वकए िारतीय उपिोकता आनदोलन म राषटरवपता महातमा गाधी का

मागणदशणन एि योगदान बहत महतिपणण ह िषण 1966 म ldquoकनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ

इवनडयाrdquo ससथा अवसतति म आयी तथा इस ससथा न उपिोकता सरकषण हत कई उतकि कायण वकए

ितणमान पररिश म िी अवधकाश उपिोकता असगवठत ह तथा उनह परिािशाली उपिोकता सरकषण

वनयमो की आिशयकता ह उपिोकता सरकषण की वदशा म ितणमान म कई महतिपणण अवधवनयम

पाररत वकए गए ह कि गर-सरकारी ससथाए िी उपिोकताओ को जागरक करन क कायण म वनरतर

परयासरत ह

116 पाररभाषिक शबदावली उपिोिा िह वयवकत जो िसतओ एि सिाओ का उपिोग करता ह

उपिोिा सिकषण उपिोकता क वहतो एि अवधकारो की रकषा करना

उपिोिा आनदोलन उपिोकता क वहतो की रकषा हत उनक िारा वकए सगवठत एि सवनयोवजत

परयास

सहकािी सकरमकरतया सिावयति परजातावनतरक ससथाए वजनकी कि लोग एकजट हो कर समान

आवथणक सामावजक एि सासकवतक आिशयकताओ की पवतण हत सथापना करत ह

औदयोगीकिण उदयोग या वयिसाय म विसतार

करमलावट शदध िसत म वकसी अनय वनमन गणितता िाली िसत को वमलाना

117 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

सतय अथिा असतय बताइए

1 असतय

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2 सतय

3 सतय

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 इगलणड 2 ओनम

3 कनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ इवडया

अभयास परशन 2

सतय अथिा असतय बताइए

1 सतय

2 सतय

3 असतय

4 असतय

5 असतय

ररकत सथानो की पवतण कीवजए

1 खादयानन वमलािट परवतबनध अवधवनयम (पी0 एफ0 ए0)

2 एकावधकार एि वनयतरण वयापार अवधवनयम

3 आई0 एस0 आई0 (ISI)

119 सनदभण गरनथ सची 1 Bureau of Indian Standards The National Standard Body of India

wwwbisorginbis_originasp

2 Bureau of Indian Standards Purpose and objectives of BIS

www bisorginorgobjbtm

3 The Consumer Protection Act 1986 amp Rule 1987

4 Robert N Mayer Consumer movement Blackwell Encyclopedia of

sociology

5 A Rajndra Prasad Historical evolution of consumer protection and law in

India Birds eye view Journal of Texas Consumer law 132-136

6 Bettadalli C Neelakanta An assessment of the need for effective

consumer organization in India amp Japan within the wider concept of

globalization VRF series No 408 2006

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 244

7 Sanjay Kaptan Consumer movement in India Issues and Problems fight

for rights Sarup and sons 8 सरसिती िमाण एि आशा दशपाणड पाररिारक वितत मधय परदश वहनदी गरनथ अकादमी 1987

1110 ननबनधातमक परशन 1 विशव सतर पर उपिोकता आनदोलन क इवतहास क विषय म समझाइए

2 उपिोकता इवतहास म सहकारी सवमवतया क योगदान क विषय म वलवखय

3 गाधी जी िारा उपिोकता क वहतो क कौन-कौन स कायण वकए गए

4 कनजयमर गाइडनस सोसायटी ऑफ इवनडया पर वटपपणी वलवखए

5 उपिोकता सरकषण हत िारत सरकार िारा वनधाणररत वकनही दो अवधवनयमो क विषय म वलवखए

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खणड 4

गह सिकषा एव उपयोग

इकाई 12 घर की दखभाल एवा सरकषा 121 परसतािना

122 उददशय

123 घर की सिछिता

1231 धल

1232 गतण

1233 बाहय कारक

124 घर म असिछिता क कारण

125 घर की सिछिता समय अनसची

126 सफाई क वलए आिशयक साधन

127 सिछिक अविकमणक

1271 गह सिछिता म उपयोगी पॉवलशिीम बनान की विवध

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1272 विविनन धातओ को साफ करन की विवध

128 घरल कीट एि कीट वनयनतरण

129 साराश

1210 पाररिावषक शबदािली

1211 अभयास परशनो क उततर

1212 सनदिण गरनथ सची

1213 वनबनधातमक परशन

121 परसतावना एक परचवलत कहाित ह वक सफाई सबस बड़ा धमण ह यह िासतविक अथो म सतय ह वक घर चाह

वकतना िी आलीशान हो तथा घर क िीतर यवद महगी तथा आधवनक सख-सविधा की िसतए एि

मनोरजन क सामान इतयावद उपवसथत हो परनत यवद घर म सिछिता नही ह तो यह ििि एि साज-

सजजा वयथण ह इसक विपरीत एक सामानय घर वजसम िल ही महगा सामान न हो यवद सिछि ह तो

यह गह परबनधक क ससकारी एि सवयिवसथत होन का परमाण ह वकसी िी घर की सनदरता घर को

सिछि रखन म ही वनवहत ह सिछि घर वयवकत क वचतत को सफवतण आननद एि उतसाह स िर दता

ह सिछि घर म रहन िाल सदसय परायः बीमारीयो स दर रहत ह सिछिता किल सनदरता अथिा

उततम सिासथय स ही नही जड़ी ह अवपत सिछिता रखन स घर की चीजो को िी नकसान नही

पहचता ह एक ससवजजत एि सवयिवसथत घर इसम रहन िाल सदसयो की सविधाओ और आराम

म िवदध करता ह घर को साफ सथरा एि सिी परकार क दोषो स मकत रखना गह परबनधक मातर का

ही कायण नही ह बवलक यह सिी पररिारजनो की एक साझा वजममदारी ह वजसका वनिणहन उततम

परकार स वकया जाना चावहए घर की समवचत दखिाल एि सगवठत करन का एक सीधा वसदधानत ह

वक परतयक सदसय अपन कायो को समझ िसतओ को उपयोग क बाद उस यथाित सथान पर रख द

एि घर की सिछिता म गह परबनधक को अपना योगदान द इस परकार स गह परबनधक वबना वकसी

तनाि क घर की दखिाल सवयिवसथत रप स कर पाएगा और घर सजीि हो उठगा

122 उददशय सिछिता हमारी सभयता का आधार ह वकसी िी राषटर की सामावजक एि आवथणक उननवत सिछिता

पर वनिणर करती ह सिछि घर स सिछि समाज का वनमाणण होता ह परसतत इकाई क अधययन स

आप

सिछिता और मानवसक एि शारीररक सिासथय क अनतसबध को जान पाएग

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 247

घर एि आस पास क िातािरण को सिछि रखन क महति को जानग

असिछिता एि आवथणक हावन म अनतसबध को समझग

हावनकारक घरल कीट एि कीट वनयतरण की जानकारी लग तथा

सिछिता म सहायक उपकरणो क बार म जान पाएग

आइए इकाई का आरमि कर

123 घर की सवचछता घर की सफाई करना एक अवत आिशयक परनत नीरस कायण ह यवद सिछिता कायणिम क माधयम स

सफाई कायण को बाट वदया जाए और आधवनक परकार क सिछिता उपकरणो और विवधयो को

अपनाया जाए तो यह कायण रवचकर परतीत होता ह वकसी िी परकार की सिछिता कयो आिशयक ह

तथा सिछिता न रखन स कया हावन सिि ह यवद हम इस पर विचार करग तो पाएग वक सिछिता

सिासथय एि सनदरता दोनो क वलए ही अवनिायण ह हमार सिासथय का परतयकष सबध हमार आसपास

तथा घर की सिछिता स ह य गनदगी हमार घरो म वकस रप एि परकार म होती ह आइए जान

1231 धल

धल हिा म उपवसथत कण होत ह जो िसतओ की सतह पर एकवतरत हो जात ह धल क कण वमटटी

रत तिचा बाल मल-मतर एि अनय परदषक क बन हए हो सकत ह य कण िार म हलक होत ह

और िायमणडल म तरत हए वकसी सतह पर बठ जात ह वजसक कारण आपन सफाई करत समय

यह अनिि वकया होगा वक झाड़त समय धल उड़कर परायः एक िसत स दसरी िसत क ऊपर

आसानी स बठ जाती ह धल को झाड़कर वहलाकर बरश कपड़ अथिा झाड़न की सहायता स साफ

वकया जा सकता ह इसक अवतररकत आप िकयम कलीनर मशीन का परयोग िी कर सकत ह धल

िकयम कलीनर क िीतर आकर जमा हो जाती ह जमा हई धल को साफ करत समय यह परयास

वकया जाना चावहए वक यह वबखर नही और एक सतह स दसरी सतह पर जमा न होन पाए धल

झाड़नसाफ करन का कायण एक सिछि एि कोमल कपड़ स वकया जाना चावहए

1232 गतय

यवद नमी वचकनाई इतयावद क कारण धल की एक मोटी परत बन गई हो तो इस धल की परत को

गतण कहा जाता ह आपन अनिि वकया होगा वक यह धल की अपकषा िारी होती ह और िाय म उड़

नही सकती इस साफ करन म अपकषाकत अवधक समय लगता ह इस वनमन म स वकसी िी एक

परकार स साफ वकया जा सकता ह

गमणगनगन पानी म साबन वमलाकर बनाए गए घोल स सतह को साफ वकया जा सकता ह

कि विशष परकार क अविकमणक जस सोडा अमोवनया अथिा साबन या बाजार म उपलबध

अविकमणको की सहायता स िी गतण को साफ वकया जा सकता ह

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गतण क ऊपर या साथ म कोई बाहय कारक हो तो उस बाजार म उपलबध पॉवलश या सिछिक

आवद स साफ वकया जा सकता ह

1233 बाहय कािक

उपरोकत क अवतररकत अनय बाहय कारक जस खादय कण जक इतयावद िी गनदगी का रप ह इस

परकार की गदगी सिासथय क वलए अतयनत हावनकारक ह

सिाई की आवशयकता घर क सिछि होन का परतयकष सबध वनमन कारको स ह

शारीररक एि मानवसक सिासथय

उतपादकता

रोगो स सरकषा

परसननवचतत पाररिाररक िातािरण

सिछिता वयवकत की अछिी आदतो एि अनशासन का परवतवबमब ह धल गतण तथा अनय बाहय

कारको स घर को सिछि रखा जाना अवत आिशयक ह यह किल घर क अछिा वदखाई दन तक

ही सीवमत नही ह अवपत हमारा सिासथय िी हमारी सिछिता की आदतो पर वनिणर करता ह गतण क

कण सिय म कई परकार की बीमारीया फलान िाल कीटाणओ को समावहत वकए हए होत ह धल

कई परकार की बीमाररयो की िाहक ह यह विशष रप स आख नाक कान गला और फफड़ो क

सिासथय क वलए हावनकारक ह धल गतण वजस िसत पर बठी हो उस िसत क खराब होन की

आशका िी बढ़ जाती ह

आइए अब घर म असिछिता क कारणो पर चचाण कर

124 घर म असवचछता क कारर घर म असिछिता क वनमन कारण हो सकत ह

पराककरतक कािण

धल कण एि िाय म उपवसथत कारक

िषाण क जल म उपवसथत असिछि कारक

घर म उपवसथत जीि-जनत जस चह कॉकरोच विपकली मवकखया चीटी खटमल मछिर

आवद क कारण उपवसथत गनदगी

मानवकत कािक

मल मतर बाल कफ थक इतयावद आधवनक सनदिण म इसम ई-िसट (E-waste) को िी

सवममवलत वकया गया ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 249

ई-वट (E-waste) इलकरॉवनक िसट अथाणत बकारपरान हो चक इलकरॉवनक उपकरण

इलकरॉवनक िसट को इलकरॉवनक कचरा िी कहा जाता ह इसका तातपयण ऐस सिी विदयत चावलत

उपकरणो स ह वजनका बकार टटा-फटा पराना वनषटपरयोजय होन क कारण पररतयाग कर वदया गया

हो यवद इनह पनचणवित (Recycle) न करक ऐस ही फ क वदया जाए तो यह पयाणिरण और मानि

सिासथय क वलए अतयनत हावनकारक वसदध हो सकत ह ई-िसट की परकवत ldquoजविक रप स

अपघवटत न हो सकन िाल (Non-biodegradable) उतपाद क रप म होती ह ई-िसट को

सामानय कड़ की िावत वनसताररत नही वकया जाना चावहए यह कई दशो म परवतबवनधत िी ह इसका

वनसतारण पनचणिण िारा ही सिि ह

बाहय कािक

खान की जठन

कपड़ धोन नहान आवद कायो क िारा

लकड़ी क चलह लकड़ी ईधन आवद जलान स

रददी कागज कपड़ की कतरन विदयत उपकरण आवद क कारण

साफ-सफाई जस सवबजयो की िीलन अनाज साफ करन स उतपनन

आग बढ़न स पिण आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 हिा म उपवसथत कण होत ह जो िसतओ की सतह पर एकवतरत हो

जात ह

2 इलकरॉवनक िसट (ई-िसट) असिछिता का एक कारक ह

3 ई-िसट का वनसतारण िारा ही सिि ह

125 घर की सवचछता समय अनसची घर की साफ-सफाई का उततरदावयति एकमातर गहणी का नही ह यह घर क परतयक सदसय का कतणवय

ह वक िह घर को सिछि रखन म यथा सिि योगदान द सफाई करत समय यवद वनमन वबनदओ पर

धयान वदया जाए तो सफाई का कायण आसान हो जाता ह

घर म यथासिि कम स कम गनदगी फलानी चावहए इसक वलए यह आिशयक ह वक वजस

सथान स सामान उठाया गया ह उस यथाित रख वदया जाए कड़ा हमशा कड़ादान म ही डालना

चावहए

सफाई की आदत घर क परतयक सदसय म होनी चावहए

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सिछिता बनाए रखन क वलए परमपरागत साधनो क साथ-साथ आधवनक साधनो का िी परयोग

करना चावहए य सविधाजनक होन क साथ-साथ परिािशाली िी होत ह उदाहरण क वलए राख

क सथान पर बाजार म वमलन िाल बतणन धोन क साबन इतयावद स बतणन धोना या फशण को

विसिवमत करन क वलए फलोर कलीनर का परयोग करना

कड़ा जविक एि अजविक दो िागो म बाट दना चावहए जविक का तातपयण खान की जठन

सवबजयो क विलक इतयावद ऐस पदाथो स ह जो सिय अपघवटत हो जात ह इनह यथा सिि

अलग-अलग एकतर वकया जाना चावहए यह पयाणिरण सरकषण की ओर एक अछिा परयास ह

सफाई करन म काम आन िाल समसत साधनो एि उपकरणो को िी कायण समपणण हो जान क बाद

सिछि वकया जाना आिशयक ह

सफाई बनाए रखन क वलए यह आिशयक ह वक आलसय वबलकल न वकया जाए वजस सथान पर

गदगी वदख उसका ततकाल वनिारण कर दना चावहए इस परकार गदगी को और फलन स बचाया

जा सकता ह

हम यह धयान रखना चावहए वक आज क समय म मलररया हजा डग जसी बीमाररयो को यवद

समय पर वनयवतरत न वकया जाए तो य महामारी का रप ल लती ह और अवधक समय बीतन पर

इनका वनयतरण कर पाना एक दषटकर कायण हो जाता ह इसस बहत अवधक जनहावन की सिािना

रहती ह य बीमाररया कड़-करकट गनदगी म पनप मछिरो क कारण जनम लती ह अतः घर क

बाहर एि िीतर सिछिता बनाए रखना परतयक नागररक का कतणवय होना चावहए

आधवनक समय म ई-िसट एक जिलनत समसया ह इसका सरल समाधान पनचणिण म वनवहत ह

अतः विदयत उपकरणो क परान एि वनषटपरयोजय हो जान पर उनह ऐस ही इधर-उधर न फ क कर

सबवधत कमपनीएजनसी को पनचणिण हत अिशय द दना चावहए

घर की उवचत दखिाल सफाई सिछिता एि सरकषा एक बहत जवटल कायण ह इसम विविध परकार

क कायण अनतवनणवहत होत ह इन विविध कायो क उवचत समपादन क वलए कौशल योगयताए और

अवििवतया तथा घर क सिछिता िम का वितरण सवममवलत ह आपन अनिि वकया होगा वक

कि कायण आपको दवनक रप स करन पड़त ह जस धल साफ करना झाड़ लगाना पोिा लगाना

इसक अवतररकत कि कायण हम दवनक रप स नही करत ह या नही कर पात ह जस जाल हटाना

पदचादर बदलना घर क सामान वकताब जत कपड़ बतणन आवद वयिवसथत करना बाथरम

आवद की सफाई करना आवद यह कायण तब वकए जात ह जब गह परबनधक क पास समय हो या

सापतावहक अिकाश क वदन या माह म एक बार परतयक वदन घर क परतयक िाग की सफाई कर पाना

सिि नही ह

घर की सिछिता की समय अनसची वनमन रप म होनी चावहए

दवनक

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सापतावहक

मावसक

िावषणक

सामवयक

इन पर विसतत चचाण कर

दकरनक वचछता

िस तो घर क अलग-अलग कमरो जस बठक शयन ककष रसोई लॉबी सनानघर शौचालय

आगन इतयावद की सफाई परवतवदन की जानी चावहए परनत यह वयिहार म सिि नही ह इसक

सथान पर झाड़ लगाना धल पोिना पोिा लगाना और घर की चीजो को वयिवसथत कर यथाित

रख दना दवनक सिछिता कायणिम ह दवनक सफाई क उदाहरण ह वबसतर झाड़कर साफ करना

समटना रसोई की सफाई जठ बतणन धोना झाड़ लगाना पोिा लगाना इतयावद

सािाकरहक सिाई

समयािाि क कारण जो सफाई रोज नही की जा सकती ह िह सपताह क अत म अथिा अिकाश क

वदन की जा सकती ह दीिार म लग मकड़ी क जाल वखड़की दरिाजो रक अलमारी म जमी धल

गनदगी की सफाई फनीचरकारपट वखसकाकर साफ करना कपड़वबसतरिसतओ को धप वदखाना

बलब पख कलर वफरज ए0सी0 माइिोिि तथा रसोईघर क अनय उपकरणो आवद की साफ-

सफाई सापतावहक सिछिता कायणिम क अनतगणत आत ह

माकरसक सिाई

घर की ऐसी सिी िसतए और सथान जो दवनक अथिा सापतावहक सिछिता कायणिम स िवचत रह

जात ह उनकी सफाई माह म एक बार अिशय की जानी चावहए पजा घर िडार गह बरामद ित

रजाई-गदद क किर पद दरी कारपट िाटर वफलटर पानी की टकी की िहद सफाई आवद इसक

अनतगणत आत ह

वाकरषयक सिाई

िषण म एक बार पर घर की सफाई होना अवत आिशयक ह इसस घर क अनदर उपवसथत परतयक

परकार की गनदगी असिछि कारक और बीमारी फलान िाल कीटाणजीिाण नि हो जात ह इसस

घर न किल आकषणक वदखाई दता ह बवलक रोग मकत िी बन जाता ह परायः हमार दश म तयौहारो

जस दीपािली ईद होली गणश उतसि ओनम आवद पर पर घर की सफाई की जाती ह सफाई क

साथ-साथ फनीचर तथा अनय सबवधत सामानो म पट िावनणश रग-रोगन इतयावद िी कराया जाता

ह साथ ही घर म कीट वनयतरण िी वकया जाता ह वजसस घर वकसी िी परकार क हावनकारक कीट

जीि-जनतओ स मकत हो जाता ह

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सामकरयक वचछता

हम अपनी आिशयकता एि समय उपलबधता क अनसार दवनक सापतावहक मावसक एि िावषणक

सिछिता समय अनसची का अनसरण करत रहत ह परनत दवनक जीिन म किी-किी विशष

अिसर जस बछच का जनम नामकरण वििाह मडन जनमवदन िषणगाठ इतयावद ऐस सअिसर आ

जात ह जब सफाई एि सवयिसथा अवत आिशयक हो जाती ह इसक अवतररकत घर म वकसी वयवकत

की गिीर असिसथता सिामक रोग तथा मतय होन की वसथवत म िी सफाई आिशयक हो जाती ह

इस परकार की सिछिता को आकवसमक या सामवयक सिछिता कहा जाता ह

126 सफाई क भलए आवशयक साधन ऐसी सतह जो सामानय स अवधक असिछि हो या वजस पर परायः दाग-धबब लगत रहत हो को

किल पानी की सहायता स या झाड़-पोि कर साफ नही वकया जा सकता ह इसकी सफाई हत

किी-किी बनजीन सानि अमलो वगलसरीन बोररक ऐवसड एलकोहॉल नीब सोडा या कि विशष

परकार क रसायनो क सवममशरण का परयोग वकया जा सकता ह रसोईघर शौचालय तथा अनय

वनयवमत रप स परयोग म आन िाल सथानो की सिछिता इसक अनतगणत आती ह सफाई क वलए

आजकल बाजार म कई परकार क उपकरण उपलबध ह वजनम स कि मखय उपकरणो क बार म

आग चचाण की गई ह

बरश यह कई परकार होत ह

कारपटदरी बरश

जता बरश

बॉटल बरश

कपड़ साफ करन हत बरश

फशण साफ करन हत बरश

सनानगहशौचालय साफ करन हत बरश

पज सपज पराकवतक अथिा कवतरम हो सकत ह कवतरम रप स बनाए गए सपज रबर सलयलोज

अथिा विनायल क होत ह सपज सफाई करन का एक बहतरीन साधन ह इसम असखय विि बन

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होत ह वजसस सफाई करना आसान होता ह सफाई हो जान क बाद सपज को साफ करना एि

सखाना िी आसान होता ह

झाड़ यह सफाई करन का सिाणवधक लोकवपरय साधन ह यह मलय म कम परनत अतयवधक उपयोगी

साधन ह झाड़ कई परकार क हो सकत ह झाड़ क बाल वजनह रशो क नाम स जाना जाता ह कई

परकार की सामगरी स वनवमणत हो सकत ह झाड़ को सविधाजनक तरीक स पकड़न क वलए इसम एक

हनडल लगा होता ह हनडल की लमबाई उपयकत होनी चावहए तावक सफाई करन िाल वयवकत को

अवधक झकना न पड़

झाड़न झाड़न कई परकार क होत ह

फशण झाड़न हत

घर म रख फनीचर सामान इतयावद की सतह साफ करन हत

इसक अवतररकत महग एि नाजक विदयत उपकरणो जस टी0िी0 कमपयटर लपटॉप मोबाइल

कमरा इतयावद की सतह पर जमी धल एि गनदगी को साफ करन क वलए अवत कोमल रश

िाली झाड़न िी बाजार म उपलबध ह

टील का कोया इस सामानय िाषा म जना िी कहा जाता ह सटील का कोया सतह पर जमी

कड़ी धल वचकनाई गनदगी को साफ करन म विशष रप स सहायक होती ह यह अलग-अलग

मोटाई म उपलबध ह वजस आिशयकतानसार उपयोग म लाया जा सकता ह इसका उपयोग

अवधकतर पतील कढ़ाई तिा इतयावद पर जमी वचकनाई एि खादय कणो को साफ करन क वलए

वकया जाता ह

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बालटीमग सफाई करन िाल सथान पर पानी ल जान एि सतह पर पानी डालत हत बालटी एि मग

का परयोग वकया जाता ह

पाइप आगन बरामद अथिा िाहन की सिछिता हत अवधक मातरा म पानी की आिशयकता

पड़ती ह वजस बालटी की सहायता स ल जाना असविधाजनक होता ह अतः पाइप को पानी क नल

स जोड़ दन पर कम पानी म िी सविधाजनक तरीक स सफाई की जा सकती ह

डट पन सफाई करत समय सतहफशण पर पड़ कड़ धल कचर आवद को उठान क वलए इसका

परयोग वकया जाता ह यह पलावसटक अथिा धात का बना होता ह वजसम हणडल लगा होता ह

मौप (पोछा) फशण की साफ-सफाई म य विशष रप स लािकारी होत ह आधवनक समय म कई

परकार क पोि उपलबध ह जो विदयत चावलत अथिा हसत चावलत दोनो परकार क हो सकत ह

सफाई हो जान क बाद इनह सविधाजनक तरीक स साफ वकया जा सकता ह

वकयम कलीनि यह आधवनक समय म सफाई हत उपयोग वकया जान िाला सिाणवधक लोकवपरय

उपकरण ह यह विदयत मोटर चावलत होता ह इसकी सहायता स फशण फनीचर गददो कारपट पद

एि अनय परकार की सतहो पर जमी धल को साफ वकया जा सकता ह िकयम कलीनर िारा िीतर

खीची गयी धल एक थली म एकतर होती रहती ह िकयम कलीनर का उपयोग करत समय इस बात

का विशष धयान रखा जाना चावहए वक कोई बड़ी एि कठोर िसत जस पतथर बड़ कागज धात

आवद इसक िीतर न जाए अनयथा इस उपकरण क खराब होन का िय रहता ह

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127 सवचछक अभभकमणक यवद आप अपन घर पर रखी अलग-अलग िसतओ को दख तो पाएग वक घर म रखी हर िसत जस

वकताब पवनटग फनीचर गलदसता बतणन कारपट सिी की सतहो को साफ वकए जान क तरीक

विनन-विनन ह और सिी को अलग-अलग परकार स साफ वकए जान की आिशयकता ह बाजार म

अनक परकार क अविकमणक उपलबध ह जो वनमनित ह

साबन एि िावशग पाउडर

राख

वशकाकाई

वसरका

नीब

सोडा

करोसीन

वमथाइलटड वसपरट

अलसी का तल

अमोवनया

बनजीन या बजोल

हाइडरोकलोररक एवसड

ऑकजवलक एवसड

बलीच

उपरोकत क अवतररकत कई बार गनदगी िरी सतह को साफ करन क वलए पॉवलश का िी परयोग वकया

जाता ह पॉवलश का परमख कायण गनदगी हटाकर सतह को सिछि चमकीला और आकषणक बनाना

ह बाजार म कई परकार की िीमपॉवलश उपलबध ह परनत इनह घर म िी आसानी स बनाया जा

सकता ह

अभयास परशन 2

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वनमन को सवकषपत म पररिावषत कीवजए

1 सपज

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2 िकयम कलीनर helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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3 सिछिक अविकमणक

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1271 गह वचछता म उपयोगी पॉकरलशिीम बनान की करवकरध

धात को वचछ किन की िीम इस दो तरीको स बनाया जा सकता ह

पहली विवध वनमनित ह

िॉवशग पाउडर- 1 िाग

मारबल डसट- 2 िाग

दोनो को वमलाकर वकसी सख वटन क वडबब म सगरवहत वकया जा सकता ह

दसरी विवध वनमन परकार ह

िॉवशग पाउडर- 1 िाग

सफदा- 1 िाग

ईट का चरा या राख- 1 िाग

उपरोकत सिी सामगरी को अछिी परकार वमलाकर सख वडबब म डालकर सगरवहत कर

चादी की वतओ को साि किन हत िीम

डाईएटोमाइट- 48 िाग

डाईगलाइकॉल सटीएरटस- 7 िाग

सोडा ऐश- 1 िाग

राई सोवडयम फॉसफट- 1 िाग

पानी- 7 िाग

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लौग का तल- 05 िाग

विवध डाईगलाइकॉल सटीएरट और पानी को 65 वडगरी सवलसयस पर गमण वकया जाता ह जब तक

एक समान वमशरण परापत न हो जाए शष सिी सामगरी को इसम वमलाकर एक पसट बनाकर िीम की

तरह परयोग वकया जा सकता ह

िनीचि पॉकरलश

अलसी का तल- 2 िाग

टरपनटाईन- 1 िाग

वमथाइलटड वसपरट- 1 िाग

विनगरवसरका- 1 िाग

विवध उपरोकत सिी सामगरी को एक साथ वमलाकर वकसी बोतल म डाल और िली परकार स

वमलाए

िनीचि िीम

साबन कतरा हआ- 1 टबलसपन

पानी- 1 कप

बी-िकस (मोम कतरा हआ)- 2 टबलसपन

सफद मोम (कतरा हआ)- 1 टबलसपन

टरपनटाइन- 1 कप

मोम को एक कटोर म डाल और इस टरपनटाइन स िली-िावत ढक द इस कटोर को पानी स िर

बतणन म रखकर गमण कर साबन को पानी म घोलकर मोम िाल बतणन म डाल इस वमशरण को िीम

का रप लन तक फ ट इस िीम की सहायता स फनीचर अथिा चमड़ की सतह को साफ करक

चमकाया जा सकता ह

1272 करवकरिनन धातओ को साि किन की करवकरध

सिछिता की दवि स धातओ को दो िागो म बाटा गया ह

कोमल सतह जस एलयवमवनयम चादी इनमल एि वटन

कठोर सतह जस लोहा सटील बरास सटनलस सटील

सतह वकसी िी परकार की हो उस साफ करन क वलए वनमन चरणो का पालन कर

1 पानी एि कपड़ की सहायता स धल पोि

2 गमण पानी और साबन की सहायता स सतह पर लगी वचकनाई साफ कर

3 धात पर लगी जक इतयावद को उपयकत सिछिक स साफ कर

4 पानी स िली-िावत धोए और सखा द

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5 िीम अथिा पॉवलश को सतह पर लगाकर वकसी कोमल कपड़ की सहायता स धीर-धीर रगड़

सफाई करन स पहल सिी साधनो को एक सथान पर एकतर कर ल और सफाई हो जान क बाद उस

सथान को अछिी परकार स साफ कर तथा अपन हाथो को िी िली-िावत धोकर विसिवमत कर ल

आपन विविनन परकार की िीम पॉवलश एि सफाई सबवधत अविकमणको क विषय म पढ़ा अब

इनक उपयोग स दवनक जीिन म काम आन िाली धातओ को कस साफ वकया जा सकता ह इसक

विषय म आइय जान

1 कासा कासा ताबा तथा वजक धातओ क वमशरण स बनता ह इसका उपयोग रसोईघर म खाना

बनान िाल बतणनो तथा साज-सजजा क उपसाधन जस मवतणयो गलदान या सजािट की सामगरी

क रप म होता ह कास क बतणन अमल स विया करक ताब क लिण का वनमाणण करत ह जो

सिासथय क वलए हावनकारक ह इस परकार कास क बतणन बदरग ि िदद वदखाई पडत ह इस

परकार स वनवमणत लिण को नीब क रस वसरक या इमली क रस स रगड़कर साफ वकया जा

सकता ह इस साफ करन क बाद पानी स धोकर इसम िीम लगाई जा सकती ह बाजार म बरासो

िीम उपलबध ह यहा पर धयान दना अवनिायण ह वक िीम का उपयोग साज-सजजा सबधी

िसतओ को चमकान क वलए परयोग वकया जाना चावहए रसोईघर क वजन बतणनो का उपयोग

खाना बनान क वलए वकया जा रहा हो उन पर िीम का उपयोग लािकारी नही ह ताब स बनी

सिी िसतओ की सफाई िी इसी परकार स की जा सकती ह

2 चादी चादी एक कोमल धात ह चादी की सतह को साफ रखन क वलए यह आिशयक ह वक

उस वनयवमत रप स साफ वकया जाए चादी को साफ करन क वलए एलयवमवनयम क एक बड़

बतणन म पानी नमक और बवकग सोडा 1 चममच परवत लीटर डालकर उबाल सतह साफ हो जान

पर इस साबन वमवशरत गमण पानी स धोकर साफ कर ल और सािधानी पिणक सखा ल

3 एलयकरमकरनयम इस सामानयतया सटील क कोय अथिा नीब वसरका या इमली क पानी आवद

की सहायता स साफ वकया जा सकता ह

4 लोहा लोह को गमण पानी तथा साबन क वमशरण स साफ वकया जा सकता ह लोह स बनी

िसतओ पर जक लगन की सिािना होती ह इसस बचन क वलए इन पर पट तल आवद की परत

चढ़ा दी जाती ह और यह परयास वकया जाता ह वक काम हो जान क बाद इस नमी स बचाया जा

सक

5 टील सटील को साफ करना बहद सरल ह इस गमण पानी एि साबन क घोल मातर स ही साफ

वकया जा सकता ह

6 बोन चाइना बोन चाइना क बतणन पानी एि हलक साबन क घोल स बहत सरलता स साफ वकए

जा सकत ह

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7 पलाकरटक पलावसटक बहउपयोगी एि बहआयामी ह हमार दवनक जीिन म टथबरश स लकर

पन कमपयटर आवद म इसका परयोग होता ह माइिोिि अिन क बढ़त परचलन क कारण

पलावसटक की उपयोवगता रसोईघर म िी काफी बढ़ गई ह पलावसटक की चीज साफ करन म

आसान होती ह परनत मसालो तल क दाग आवद लग जान पर इनकी सफाई करना कवठन हो

जाता ह इन दाग धबबो को िॉवशग सोडा या वसरक की सहायता स साफ वकया जा सकता ह

सामानयतया इनह गमण पानी एि साबन क घोल की सहायता स ही साफ वकया जाता ह

8 शीशा शीश अथिा काच क बतणनो को सामानयतया गमण पानी और हलक साबन क घोल िारा

ही साफ वकया जा सकता ह परनत शीश जस घर एि कार की वखड़वकयो इतयावद को हलक नम

अखबार अमोवनया वमथाइलटड वसपरट मसलीन क कपड़ इतयावद की सहायता स साफ वकया

जा सकता ह

9 लकड़ी लकड़ी स सिणपरथम धल आवद को साफ वकया जाना चावहए कवठन दागो को गमण पानी

तथा साबन क घोल की सहायता स साफ वकया जा सकता ह यवद दागधबब परान और जम हए

हो तो सनड पपर स रगड़ कर साफ वकए जा सकत ह ततपशचात इसम िीमपॉवलश लगाकर साफ

वकया जाता ह

128 घरल कीट एवा कीट ननयातरर घर म उपवसथत सिी जीि-जनत वजनकी उपवसथवत घर क माहौल को असविधाजनक परदवषत

अनाकषणक तथा रोग सिावित बना सकती ह इस शरणी म आत ह इनक कि उदाहारण ह जस

मकखी मछिर चह विपकली कॉकरोच फगस या काईसीलन आवद जसा वक पहल िी बताया

जा चका ह वक असिछि या गदगी िर िातािरण म य कीटजीि-जनत बहत तजी स बढ़त ह य

हमार घरल सामान को नकसान तो पहचात ही ह साथ ही हमार सिासथय क वलए िी हावनकारक

होत ह कि परमख कीट वजन पर वनयतरण पाना अवत आिशयक ह वनमनित ह

मकखी मकखी वदखन म बहत िोटी परनत एक हावनकारक जीि ह मकखी टॉयफाइड हजा

टी0बी0 दसत आवद बीमाररया फलाती ह यह रोगी वयवकत क मल मतर थक इतयावद पर बठकर

बीमारी क कीटाणओ को एक सथान स दसर सथान पर पहचाती ह

इन पर वनमनित रप स वनयतरण पाया जा सकता ह

कड़कड़दान को हमशा ढककर रख तथा वकसी िी परकार की गनदगी को खला न िोड़

खान-पीन का हर सामान ढक कर रख

बाजार म उपवसथत इलवकरक फलाई वकलर या करोसीन क तल क विड़काि िारा इन पर

वनयतरण पाया जा सकता ह

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मचछि िारत म पाई जान िाली मछिर की परजावतयो म मखय ह ऐनॉवफवलस जो मखयतया

मलररया फलाती ह तथा कयलकस मलररया क अवतररकत डग रकतालपता पलीहा सबधी रोग िी

मछिरो स फलत ह मछिर अपन अड पानी म दत ह इनक जीिन चि की आरवमिक अिसथा

का अवधकाश िाग पानी म वयतीत होता ह अतः यह आिशयक ह वक मछिरो को उनकी जीिन

चि की परारवमिक अिसथा म ही समापत वकया जाए मछिरो स बचाि क वलए वनमन बातो का

धयान रख

घर अथिा आस-पास कही िी वकसी िी रप म गनदगी एकतर न होन पाए

खली नावलयो म करोसीन तल डी0डी0टी0 अथिा वफनायल क घोल का विडकाि वकया

जाना चावहए

मछिरो स बचन क वलए मछिर दानी िीम अथिा मॉवसकटो रपलट का परयोग वकया जाना

चावहए

मछिरो पर वनयतरण क वलए आधवनक विदयत उपकरणो का परयोग िी वकया जा सकता ह

इसम इलवकरक रकट परमख ह

वखड़वकयो तथा दरिाजो पर महीन जाली अिशय लगी होनी चावहए वजसस मछिर घर क

अनदर परिश न कर सक

घर एि घर क आस-पास सिछिता का विशष धयान रखा जाना चावहए

कॉकिोच य िोट कीट ह जो गनदगी और नमी यकत अधर सथानो पर रहत ह तथा खान की

तलाश म घर अथिा रसोई म परिश करत ह कॉकरोच स घर का िातािरण परदवषत होता ह और

यह कई बीमाररयो क कारण ह कॉकरोच पर वनयतरण हत वनमन बातो का धयान रख

घर म सिछिता का विशष धयान रख

खान की सामगरी को ढककर रख

ऐस सथान जहा पर कॉकरोच िप सकत ह जस िद दरार अलमारी पाइप िसतओ की

िीतरी सतह उनम बोरकस पाउडर का विड़काि कर

कॉकरोच पर वनयतरण क वलए बाजार म उपलबध विविनन कीटनाशको का परयोग कर सकत

खटमल यह एक खन चसन िाला कीट ह जो वबसतर चारपाई दीिारो क िीतर िद पाइप

और लकड़ी क िीतर लब समय तक वबना िोजन क रह सकता ह

वनयतरण वबसतर अलमारी दीिारो तथा परतयक ऐस सथान पर जहा खटमलो की उपवसथवत हो िहा

पर पाइरथरम क घोल क वनयवमत विड़काि स खटमलो पर वनयतरण पाया जा सकता ह

अनाज पि लगन वाल कीड़ इस परकार क कीड़ विविनन अनाजो जस चािल दाल आट

इतयावद पर लगकर उनह खराब कर दत ह

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वनयतरण अनाज को साफ कर उनह यथा सिि धप म सखाकर हिा बद वडबबो म रखना चावहए

आजकल बाजार म नीम अथिा पराकवतक तततिो स बनी ऐसी गोवलया उपलबध ह जो खादयानन को

नकसान पहचाए वबना उन पर कीड़ लगन स बचाती ह इस परकार की गोवलयो का परयोग वकया जा

सकता ह

झीगिपपि करिश तथा वली करबयि य कीट मखयतः िसतरो और कागजो को हावन पहचात ह

िली वबयर जसा वक नाम स ही सपि ह ऊनी िसतरो को हावन पहचाता ह

आइय कि सामानय विवधयो क विषय म समझ वजसस इन कीटो क दषटपरिाि स िसतरोकागजो को

बचाया जा सक

िसतरो का सगरहण करन स पिण उनह अछिी तरह धोए वजसस उन पर लग दाग धबब तथा

गदगी हट जाए वजस सथान पर िसतर रख जान हो िो वबलकल सखा होना चावहए िहा पर

नीम की पवततया कपरनफथलीन की गोवलया आवद रख सकत ह

पसतको कागजो को अलमारी म रखन स पिण अछिी परकार स दख ल वक इनम कोई

नमीसीलन ना हो वकसी िी परकार क कीट पाए जान पर कीट वनयनतरक का विड़काि िी

वकया जा सकता ह

दीमक दीमक का समह परायः वमटटी लकड़ी या लकड़ी स बन सामानो फनीचर ििन इतयावद

म वसथत होता ह दीमक एक बहत हावनकारक कीट ह यह लकड़ी क बन दरिाजो वखड़वकयो

फनीचर आवद क िीतर परिश कर उनह खोखला बना दता ह और समच सामान को पणणतया नि

कर दता ह

वनयतरण दीमक क समह पर काबणन डाई-सलफाइड या 1 िाग िओसट तल को 3 िाग वमटटी क तल

म वमलाकर विड़काि वकया जाना चावहए

चह खादयानन एि आिशयक घरल िसतओ को नकसान पहचान िाल घरल कीटो म इनका

सथान सिोपरर ह यह न किल बीमारी फलात ह बवलक बड़ गोदामो होटलो या ऐस सिी सथान

जहा पर खादयानन फल सवबजया िसतर कागज आवद स बनी सामगरी वसथत होती ह उनको

पणणतया कषवतगरसत कर वयथण बना दत ह

चहो क वनयतरण हत वनमन वबदओ पर धयान दना चावहए

चहो को मारन क वलए बाजार म अनक परकार क साधन जस चहदानी चह मारन का जहर

इतयावद उपलबध ह इनका परयोग कर चहो पर वनयतरण पाया जा सकता ह

घर क बाहर और िीतर सिछिता का विशष धयान रख घर का आगन अहाता इतयावद

गनदगी मकत होना चावहए घर क िीतर विशषकर रसोईघर की सिछिता का विशष धयान

रखा जाना आिशयक ह रसोईघर म कड़दान को सदि ढक कर रखना चावहए रसोईघर म

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खान-पीन का सामान सबजी-फलो क विलक पकट इतयावद परी तरह बद तथा ढक होन

चावहए बछचो क सामान की चहो स विशष सरकषा की जानी चावहए

ििद बरसात क मौसम म आपन दखा होगा वक खादयाननो िसतरो एि अनय िसतओ पर एक

सफद काल अथिा नील रग की पतली परत चढ़ जाती ह यह फफद होती ह फफद एक परकार

की िनसपवत ह परनत इसम कलोरोवफल जड़ तना पवततयो का अिाि होता ह कलोरोवफल क

कारण पौधो का रग हरा होता ह फफद खादयाननो िसतरो एि अनय सामगरी को तो कषवत पहचाती

ही ह साथ ही तिचा रोग िी फलाती ह शरीर पर चकतत खजली आवद फफद िारा होन िाल

तिचा रोगो क उदाहरण ह फफद गरसत खादयानन को गरहण करना सिासथय क वलए हावनकारक

होता ह

वनयतरण घरल उपयोग म आन िाली समसत सामगरी को सखा नमी रवहत सगरवहत वकया जाना

चावहए वजन चीजो की आिशयकता न हो उनह िली-िावत पक करक रख दना चावहए खादयाननो

िसतरो इतयावद को यथा सिि धप म सखाना चावहए बरसात क समय म खादय पदाथण बहत जलदी

खराब हो जात ह इसका कारण जीिाणओ की िवदध क वलए उपयकत जलिाय तापमान नमी

इतयावद का होना ह अतः परयास वकया जाना चावहए वक खादयानन फल-सवबजयो को आिशयकता

स अवधक न खरीदा जाए

इसक अवतररकत फफद स बचन क वल वनमन बातो का धयान िी रखना चावहए

घर की सिछिता का विशष धयान रख

खल सथानो गढढो दरारो तथा नावलयो को ढकन का उवचत परबनध कर

टको बतणनो म अनािशयक नमी का जमाि रोक

कीट करनयनरण कित समय धयान िखन योगय बात

कीट वनयनतरण करन क वलए जब िी रासायवनक पदाथो का परयोग कर यह धयान रख वक सिय िी

आप इनक परिाि स बच रसायनो का आपक शरीर स वकसी िी परकार का सपकण हावनकारक हो

सकता ह रसायनो का परयोग करत समय िोट वशशओ बजगो का धयान रखना िी आिशयक ह

कीट वनयनतरण हत किी िी बहत अवधक तीवर सानि रसायनो का परयोग नही वकया जाना चावहए

अभयास परशन 3

सही अथिा गलत बताइए

1 कासा धात ताबा तथा चादी धातओ क वमशरण स बनती ह

2 चादी को नमक तथा बवकग सोड क वमशरण की मदद स साफ वकया जा सकता ह 3 िली वबयर कीट ऊनी िसतरो को हावन पहचाता ह 4 फफद एक परकार की िनसपवत ह

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5 करोसीन क तल क विड़काि िारा खटमलो पर वनयनतरण पाया जा सकता ह

129 सारााश एक सिछि सवयिवसथत घर अछि सिासथय और समवदध का दयोतक ह सिछि घर का िातािरण

आननदमय एि रोगमकत रहता ह जो पररिार क सदसयो क सपणण विकास क वलए अवत आिशयक ह

इस इकाई म आपन घर क विविनन सथानो सतहो पर जमा धल गनदगी इतयावद को सिछि करन एि

घर म उपवसथत हावनकारक कीटो जीि-जनतओ पर वकस परकार वनयतरण वकया जा सकता ह इस

विषय म समझा आधवनक समय म घर की सिछिता हत कई परकार क साधन एि उपकरण

उपलबध ह वजनका उपयोग बहत सरल ह इन उपकरणो की सहायता स कम महनत और समय म

घर को सिछि बनाया जा सकता ह एक गह परबधक को इन साधनो एि उपकरणो का जञान अिशय

होना चावहए सिछिता क महति का आकलन इस बात स िी लगाया जा सकता ह वक ितणमान म

िारत क परधानमतरी वयवकतगत रप स रवच लकर दशिावसयो को सिछिता क वलए परररत कर रह ह

दश तब सिछि होगा जब हमारा घर आस-पड़ोस मोहलला गली गाि वजला राजय सिछि होगा

कहन का अथण यह ह वक सिछिता किल एक वयवकत की वजममदारी नही ह इस हत परतयक वयवकत

की िागीदारी एि योगदान आिशयक ह रोगजनय िातािरण एि सबवधत आवथणक हावन बहत हद

तक असिछि घर का ही पररणाम होत ह परसतत इकाई म आपन विविनन घरल कीटजनतओ एि

इनक हावनकारक परिाि स बचन क वलए इनक वनयतरण क विषय म समझा इस इकाई क अधययन

क पशचात आप घर म सिछिता क महति को समझ कर उस िहद रप म अपनाकर सवनवशचत कर

सक ग

1210 पाररभाषिक शबदावली गतय नमी वचकनाई इतयावद क कारण बनी धल की मोटी परत

ई-वट इलकरॉवनक िसट अथाणत बकारपरान हो चक इलकरॉवनक उपकरण

वकयम कलीनि आधवनक समय म सफाई हत उपयोग वकया जान िाला विदयत मोटर चावलत

उपकरण

कासा ताबा तथा वजक धातओ क वमशरण स बनी धात

1211 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 धल

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2 मानिकत 3 पनचणिण

अभयास परशन 2

वनमन को पररिावषत कीवजए

1 सपज सफाई करन का एक बहतरीन साधन ह जो पराकवतक अथिा कवतरम हो सकता ह इसम

असखय विि बन होत ह वजसस सफाई करना आसान होता ह

2 िकयम कलीनर आधवनक समय म सफाई हत उपयोग वकया जान िाला सिाणवधक लोकवपरय

उपकरण ह जो विदयत मोटर चावलत होता ह इसकी सहायता स फशण फनीचर गददो कारपट

पद आवद की सतहो पर जमी धल को आसानी स साफ वकया जा सकता ह

3 घर पर रखी अलग-अलग िसतओ की सतहो को साफ वकए जान क वलए अलग-अलग

उतपादो की परयोग वकया जाता ह जो सिछिक अविकमणक कहलात हजस साबन राख

वसरका सोडा वमथाइलटड वसपरट आवद

अभयास परशन 3

सही अथिा गलत बताइए

1 गलत

2 सही 3 सही 4 सही 5 गलत

1212 सनदभण गरनथ सची 1 JS Mehta 2011 Textbook of home science Avishkar Publisher

Distributers Jaipur

2 Ruth Binnie JE Boxall and BS Briggs Housecraft principles and

practices Sir Issac Pitman amp Sons Ltd London

3 गह परबनध एि आनतररक सजजा डा0 िनदा वसह गयारहिा ससकरण पचशील परकाशन जयपर

4 इटरनट सरोत wwwcircleofmomscom

1213 ननबनधातमक परशन 1 घर की सिछिता हत समय अनसची क विषय म विसतार पिणक समझाइए

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2 घर म कीट वनयतरण का महति समझाइए सामानयतया घरो म उपवसथत कीट जीि-जनतओ का

वनयतरण वकस परकार वकया जा सकता ह विसतार पिणक बताइए

3 घर की सिछिता हत उपलबध साधनो एि इनक कायो की विसतत चचाण कीवजए

इकाई 13 घरल उपकरर- एक पररचय 131 परसतािना

132 उददशय

133 घरल उपकरण पररिाषा एि उपयोवगता

134 घरल उपकरणो का िगीकरण

135 घरल उपकरणो क चनाि म धयान रखन योगय बात

1351 आिशयकता

1352 समय धन और ऊजाण बचान म सहायक

1353 सफाई करन म आसान

1354 सरकषा

1355 मलय

1356 उपकरण खरीदन क बाद उतपादक िारा दी जान िाली सिाए

136 घरल उपकरणो क सही उपयोग की विवध

137 घरल उपकरणो की सरकषा एि समवचत रख-रखाि

138 ईधन वबजली और जल सरकषण

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139 सरकषा तथा मानकीकरण स सबवधत आिशयक तकनीकी शबदािली

1310 साराश

1311 पाररिावषक शबदािली

1312 अभयास परशनो क उततर

1313 सनदिण गरनथ सची

1314 वनबनधातमक परशन

131 परसतावना ितणमान समय म घरो म ऐस कई उपकरण होत ह वजनकी सहायता स कम समय एि महनत म

अवधक कायण वकया जा सकता ह य उपकरण घरल कायो को आसान करन हत ही बनाए गए ह इन

उपकरणो म मखय ह परस (इसतरी) वमकसर गराइडर माइिोिि अिन वफरज िॉवशग मशीन एअर

फरायर इडकशन ककर सनक मकर आवद

आज क िशवीकरण क यग म आप बाजार म कोई िी उपकरण खरीदन जात ह तो आप क पास

अनक विकलप उपलबध होत ह आपको अपन बजट एि आिशयकता क अनसार वकसी िी मलय

गणितता वडजाइन एि वनमाणण सामगरी आवद क अपार विकलप वमल जात ह कहन का अथण यह ह

वक आपको अपनी आिशयकतानसार वकसी िी परकार का उपकरण परापत हो सकता ह घरल

उपकरण ठीक परकार स कायण कर तथा आपक दवनक जीिन को सरल सगम बनाए इसक वलए यह

आिशयक ह वक आपको इन उपकरणो की मलित जानकारी इनह खरीदत समय धयान दन योगय

बात इनक उपयोग एि रख-रखाि क विषय म अिशय जञान होना चावहए परसतत इकाई म आपको

घरल उपकरणो स सबवधत कई आिशयक एि महतिपणण जानकारी दी जाएगी

132 उददशय इस इकाई क अधययन क पशचात आप

उपकरण शबद को पररिावषत कर पाएग

उपकरणो का िगीकरण कर पाएग

उपकरणो क रख-रखाि और उनकी सरकषा क विषय म जानकारी परापत कर सक ग तथा

उपकरणो को उपयोग करत समय अवधक धन शवकत और समय बचा पाएग

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133 घरल उपकरर पररभािा एवा उपयोधगता परतयक वदन सबह उठन स लकर रावतर सोन तक हम बहत सार काम करत ह अवधकतर काम हम

अपन हाथो स करत ह वफर िी हम वकसी न वकसी उपकरण की सहायता लनी ही पड़ती ह वजसस

हमारा कायण आसान और बहतर हो जाता ह

घिल उपकिण हमार दवनक जीिन म सहायक िो िसतए जो हमार काम को आसान और बहतर

बनात ह घरल उपकरण कहलात ह उपकरण समय और शरम बचात ह और वयवकत की कायणकषमता

एि उतपादकता को िी बढ़ात ह

उपकिणो की उपयोकरगता

घरल उपकरणो की उपयोवगता को आप वनमन वचतर 131 िारा समझ सकत ह

करचर 131 घिल उपकिणो की उपयोकरगता

134 घरल उपकररो का वगीकरर घरल उपकरणो को उनकी कायण करन की परणाली क आधार पर बाटा जाता ह कायण करन की

परणाली स यहा पर तातपयण उनक कायण करन क परकार स ह आपन दखा होगा वक कि उपकरणो को

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परयोग करन क वलए वबजली की आिशयकता पड़ती ह और कि उपकरण वबना वबजली क चलत ह

अथाणत हसत चावलत होत ह इन उपकरणो को दो िागो म िगीकत वकया जा सकता ह आइए इस

िगीकरण क विषय म समझ

करवदयत चाकरलत उपकिण आप अपन घर म उपलबध कि चीजो पर नजर डावलए जस परस

वमकसर-गराइडर िॉवशग मशीन रवफरजरटर गीजर माइिोिि अिन इडकशन कमपयटर िकयम

कलीनर टी0 िी0 टोसटर आवद

हत चाकरलत उपकिण अब आइए घर की कि अनय चीजो पर नजर डाल रसोई गस वसलाई

मशीन परशर ककर विहसकर िाटर वफलटर फलोर मौप आवद को हाथ स चलाया जाता ह तथा इनह

चलान म विदयत की आिशयकता नही पड़ती ह

135 घरल उपकररो क चनाव म धयान रखन योगय बात आपन दखा ह वक आजकल बाजार म हर परकार क उतपाद उपलबध ह आपक पास वकसी िी

उपकरण को खरीदन क अपार विकलप उपलबध होत ह इतन सार विकलपो क मधय अपनी

आिशयकतानसार वकसी एक उपकरण को चनना एक कवठन एि चनौतीपणण कायण ह अतः आप

जब िी बाजार म कोई उपकरण खरीदन जाए तो आपको कि बातो का विशष धयान रखना चावहए

आइए दख िो कौन-स मखय वबनद ह

1351 आवशयकता

वकसी िी उपकरण को खरीदन स पिण यह जान ल वक वजस उपकरण को आप खरीद रह ह िो

आपकी आिशयकता परी कर रहा ह या नही यवद कोई उपकरण आप वसफण वदखाि या परचलन म

होन क कारण खरीदग तो िह उपकरण बाद म वयथण ही सावबत होगा और इसस आपक धन समय

और सथान का िी दरपयोग होगा उदाहरण क वलए आपक बछच और पररिार क अनय सदसय रोज

जस पीना चाहत ह और आप उनह घर का बना ताजा एि सिछि फलो का रस दना चाहत ह इसी

बीच आपकी वमकसी िी परानी पड़ चकी ह और आप उस िी बदलना चाहत ह इसवलए अब आप

एक अलग जसर खरीदन की अपकषा एक उछच गणितता िाल वमकसर गराइडर जसर म अपना धन

वनिश कर इसस आपक धन समय और सथान की बचत होगी आपको अपन धन का उवचत मलय

िी परापत होगा एि आपकी दोनो आिशयकताए िी परी होगी

आइए एक दसर उदाहरण स इस और बहतर तरीक स समझन का परयास कर आजकल एअर फरायर

नामक उपकरण बहत परचलन म ह यह एक िोटा और अतयवधक कारगर उपकरण ह वजसकी

सहायता स आप कम तल मसालो म सिावदि और पौविक आहार बना सकत ह परनत यवद आपक

घर म माइिोिि अिन पहल स ही ह तो आप दोनो क काम करन क तरीक और पररणामो को दख

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तथा समझ आप यह जानग वक दोनो क पररणामो म अवधक अनतर नही ह और एयर फरायर म यवद

आप िोजन किी-किी बनाना चाहत ह तो इस खरीदन का आपका वनणणय बवदधमतता पणण नही कहा

जा सकगा आप इस परकार का कोई िी उपकरण खरीदन स पहल यह अिशय सोच वक आप उसका

उपयोग परवतवदन सपताह या माह म वकतनी बार कर सक ग अथाणत इसकी वकतनी उपयोवगता रहगी

अब आप एअर फरायर क समतलय अनय विकलपो क विषय म सोचना आरमि कर आप वनवशचत

रप स पाएग वक आप उसी धनरावश म घर की वलए उपयोगी कि अनय आिशयक सामगरी खरीद

सकत ह

यवद आपका पररिार िोटा ह तो आप फल सबजी एि सख मि काटन िाल इलकरॉवनक चौपर क

सथान पर हाथ स चलन िाल सलाइसर वजसम विविनन कायो क वलए अलग-अलग बलड लग होत

ह खरीद सकत ह परनत यवद आप कामकाजी मवहला ह और आपक बछच िोट ह वजनक वलए

आप सनकस बनाना चाहती ह या आपका बड़ा पररिार ह तो इलकरॉवनक चॉपर िासति म आपक

धन समय और शवकत की बचत करगा

1352 समय धन औि ऊजाय बचान म सकषम

यवद कोई घरल उपकरण आपका समय पसा और ऊजाण बचान म सकषम नही ह तो उपयकत यही

होगा वक उस उपकरण को न खरीदा जाए उन उपकरणो म धन खचण वकया जाए वजसस आपको

सतवि हो ऐस उपकरणो क उदाहरण वनमनित ह

वमकसर स आप एक साथ बहत स कायण कर सकत ह जस सखी वपसाई गीली वपसाई वमलक

शक लससी बनाना सवबजयो की तरी बनान क वलए मसाला तयार करना कक डोस पकौड़

आवद क वलए घोल (बटर) तयार करना आवद इस परकार वमकसी न किल आपका समय बचाती

ह बवलक इसकी सहायता स खाना सिावदि एि कम समय म िी बनता ह जस बड़डोस आवद

बनान क वलए यवद आप दाल वमकसी क बजाय वसल बटट म पीसत ह तो यह कायण आपको थका

दगा और आपका समय िी बहत लगगा जबवक वमकसी का उपयोग करन पर यह कायण आसान

एि कम समय म हो जाता ह

परशर ककर की सहायता स खाना जलदी पकता ह वजसस धन समय और ईधन की बचत होती ह

और यह परयोग करन म िी आसान ह यह बहद सरल और परिािी उपकरण ह

एक तज चाक या विलनी (पीलर) िारा बहत कम समय म सविधाजनक तरीक स सवबजया फल

और सलाद बहत अछिी परकार स िीला या काटा जा सकता ह इसक विपरीत यवद चाक म

धार नही ह तो सिितः सबजी ठीक परकार स नही कट पाएगी और आपको असविधा िी होगी

िॉवशग मशीन हाथ स कपड़ धोन क सथान पर िॉवशग मशीन का उपयोग कपड़ धोन क कायण

को अवधक सरल बना दता ह िॉवशग मशीन खरीदत समय मशीन क परकार जस समी या फली

ऑटोमवटक मशीन क कायो जस परी-िाश सवटग वसपन साइकल तापमान वनयतरण समय

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विसतारण परी-सोक उततम धलाई पररवसथवतया इतयावद क सापकष अपनी आिशयकताओ का

आकलन कर लना चावहए

अपनी सविधा आिशयकता बजट और पररवसथवत क अनसार आप इस परकार सिी उपकरणो का

चनाि कर सकत ह कई बार कि उपकरण मलयिान परतीत होत ह परनत यवद आप अपनी

आिशयकता और आराम को धयान म रखकर दख तो यह किल एक बार का वनिश ही परतीत

होगा उततम गणितता िाला उपकरण लब समय तक वबना वकसी समसया क कायण करता ह

1353 सिाई किन म आसान

जब आप कोई घरल उपकरण खरीदत ह उस उपयोग करन क बाद उसकी सिछिता का विशष

धयान रखना पड़ता ह विशषकर रसोईघर म काम आन िाल सिी यतरो की सफाई आिशयक ह

बहत अवधक जवटल उपकरण साफ-सफाई की दवि स सिाल पान कवठन होत ह उदाहरण क वलए

यवद वमलक शक बनान म वमकसर गराइडर या फड परोससर की जगह बलडर का उपयोग वकया जाता ह

तो उसकी सफाई आसान होगी बलडर को सीधा पानी क नीच रखकर साफ वकया जा सकता ह

जबवक वमकसी की सफाई अपकषाकत कवठन होती ह इसी परकार सडविच मकर की सफाई टोसटर

की तलना म आसान ह

1354 सिकषा

उपकरण का चनाि करत समय यह पता करना अतयत आिशयक ह वक िह उपकरण आपक एि

आपक पररिार क वलए वकतना सरवकषत ह समसत घरल उपकरणो का उपयोग करत समय सरकषा क

वबनद को अनदखा नही वकया जा सकता ह घरल उपकरण उपयोग म आसान होन क साथ-साथ

सरवकषत िी हो इसक वलए यह आिशयक ह वक आप मानकीकत उतपादो को ही खरीद परनत किी

आपन सोचा ह वक य मानकीकत उतपाद या मानकीकरण िासति म कया ह आइए इसक विषय म

समझ

ldquoि उतपाद जो सरकषा मजबती और कायणकषमता क नयनतम मानको को परा करत हो मानकीकत

उतपाद कहलात हrdquo

आपन किी न किी मानकीकरण (Standardization) क विषय म अिशय सना होगा इस सबध

म जो नाम सिणपरथम आपक सममख आता ह िह ह आई0 एस0 आई0 माकण आई0 एस0 आई0

वचहन िाल उपकरण उपयोग हत सरवकषत होत ह इनकी गणितता उततम होती ह और बाजार म बच

जान स पिण परयोगशाला अथिा कायणकषतर म इनका िली-िावत परीकषण वकया जाता ह तथा समसत

मानको को परखा जाता ह उपकरण विशषकर विदयत चावलत उपकरणो को खरीदन स पिण यह

आिशयक रप स जान ल वक इन पर आई0 एस0 आई0 माकण अिशय अवकत हो कई बार हम पसो

की बचत क लालच म आकर ऐस उपकरण खरीद लत ह जो मलय म ससत होत ह और वजन पर

आई0 एस0 आई0 का वचहन नही लगा होता ह ऐस उपकरण उपयोग क वलए सरवकषत नही होत ह

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समसत विदयत चावलत उपकरणो म उवचत तीन वपन होनी चावहए और इनक तार िली-िावत

इनसलटड होन चावहए ऐस विदयत चावलत उपकरण वजसम तार खल हो या इसका कोई िाग खला

हो उनस वबजली का झटका लगन की आशका बढ़ जाती ह जो किी-किी जानलिा िी वसदध हो

सकती ह

ऐस उपकरण जो वबजली स न चलत हो उनह खरीदत समय यह धयान रखना चावहए वक उनक धार

िाल वहसस पर एक सरकषातमक आिरण अिशय हो ढककन नट-बोलट या बटन ढील टट और

वनमन शरणी क पलावसटक या अनय धात क ना बन हो वजन घरो म िोटी आय क बछच रहत हो िहा

उपरोकत वबनदओ का धयान रखा जाना अवत आिशयक ह

मानकीकरण और मानकीकत उतपादो क विषय म जानन क बाद सरकषा स समबवनधत एक अनय

अवत महतिपणण वबनद गारटी क विषय म जानन का परयास कर

गािटी वकसी उपकरण िारा उपिोकता को वदया गया सकषम कायणकषमता एि गणितता का आशवासन

गारटी कहलाता ह

कहन का तातपयण ह वक कोई िी उपकरण खरीदत समय गारटी आपको यह आशवासन दती ह वक यह

उपकरण एक वनवशचत समय तक सही कायण करगा एि आपको अपनी कायणकषमता सबधी वकसी िी

परकार की समसया नही दगा वनवशचत समय स यहा पर अथण ह वक उतपाद क साथ गारटी क रप म

वदया जान िाला समय यह परतयक उपकरण क वलए विनन-विनन होता ह जस रवफरजरटर (5 साल)

वमकसर गराइडर जसर (2 साल) परशर ककर (1 साल) यह समय वनमाणणकताण िारा वनधाणररत वकया

जाता ह

यवद गारटी की अिवध क दौरान उपकरण म वकसी िी परकार की समसया आती ह तो उतपादक इस

समसया का वनराकरण अपन सतर स विविनन माधयमो (सविणस सनटर कॉल सनटर आवद) क िारा

वनःशलक करना सवनवशचत करत ह आपन दखा वक गारटी िाल उपकरण हमार वलए वकतन

लािदायक ह इसवलए कोई िी घरल उपकरण खरीदत समय उपकरण या इसक विविनन िागो पर

उतपादक िारा दी जान िाली गारटी क विषय म अिशय पि और उपकरण क साथ वदए जान िाल

गारटी काडण को िली-िावत िरकर वििता क हसताकषर महर और खरीदी जान िाली वतवथ को सपि

रप स अवकत करा ल वजसस आप इसका लाि ल सक

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1355 मलय

जब िी आप वकसी िसत को खरीदन का वनणणय लत ह तो सबस पहल आपक मन म कया विचार

आता ह आपका बजट या उस िसत की कीमत िासति म मलय या कीमत उस िसत को खरीद

पान अथिा न खरीद पान क आपक सामथयण को दशाणती ह ितणमान समय म बाजारो क उदारीकरण

क कारण परतयक वयवकत का िय सामथयण बढ़ गया ह कोई िी िसत या उपकरण वकसी िी मलय पर

अथिा आसान वकसतो म उपलबध ह यवद आपक पास उस िसत को खरीदन क वलए एक वनवशचत

बजट उपलबध ह तो आप यह आकलन करन का परयास कर वक वकस बराड अथिा कमपनी का

उपकरण आपको आपक बजट म अवधकतम कायण तथा उतपादकता दगा आजकल इटरनट क

माधयम स आप विविनन बराडो क लगिग एक समान मलय िाल उपकरणो का तलनातमक अधययन

कर सकत ह यवद आप इटरनट का परयोग नही करत ह तो आप सबवधत सचना फोन पर (उतपाद क

कसटमर कयर वििाग िारा) या उस उपकरण क शो रम म जाकर िी परापत कर सकत ह सिी

वबनदओ क विशलषण क पशचात आप तलना करक अपन बजट क िीतर एक बहतरीन उतपाद चन

सकत ह यवद आपक पास वकसी िसत को खरीदन हत पयाणपत धन ह ऐसी वसथवत म िी इतन

अवधक विकलपो क मधय आप सोचग वक कौन-सा विकलप आपक वलए सिोतम ह

एक वसलाई मशीन क उदाहरण क माधयम स आइए जान वक ऐसी वसथवत म आपको कया करना

चावहय

सिणपरथम उपकरण को िली-िावत जान जस आप वसलाई मशीन को लकर दविधा म ह तो मन म

विचार कर वक

साधारण वसलाई मशीन की कीमत कम ह िह चलान म आसान ह एि किल कपड़ो की वसलाई

का ही कायण कर सकती ह उसम अवधक सविधाए उपलबध नही होगी

महगी वसलाई मशीन चलन म थोड़ा कवठन होगी इस उवचत परवशकषण क अिाि म सिितः

आप चला ना पाए कयोवक उसस कई अनय कायण जस कढ़ाई बटन वजप तरपाई पीको काज

बटन मोती सीसा लगान एि पवटग आवद िी वकए जा सकत ह

साधारण वसलाई मशीन म कोई खराबी आन की वसथवत म इस आसानी स ठीक कराया जा

सकता ह इस ठीक करान का खचाण सामानय होता ह

महगी वसलाई मशीन कमपयटरीकत होन एि जवटल सरचना क कारण विशष तकनीकी कनिो म

ही ठीक कराई जा सकती ह एि इस ठीक करान पर वयय साधारण वसलाई मशीन की तलना म

कई गना अवधक हो सकता ह यवद सथानीय रप स विशष तकनीकी कनि उपलबध नही ह तो

यह िी सिि ह वक आपकी मशीन अनपयोगी ही पड़ी रह

उपकरण को समझन क बाद अब उस उपकरण सबधी अपनी आिशयकता को जान कया आप

मशीन स किल कपड़ा वसलना चाहत ह या वसलाई क अलािा आप काज-बटन झालर कढ़ाई

पीको आवद िी करना चाहग यवद हा तो परवतवदन सपताह या माह म वकतनी बार या अवधकतम

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वकतन समय आप कमपयटरीकत मशीन चन सकत ह जो आपकी सजनातमकता तथा धनोपाजणन

कषमता को तो परोतसावहत करगी ही साथ ही साथ आपक समय एि धन की िी बचत करगी यवद

उपरोकत का उपयोग अवधक नही ह तो आप क वलए साधारण मशीन ही पयाणपत ह

आपन वसलाई मशीन एि इसकी आिशयकता तथा इसक कीमत सबधी विविनन पहलओ को दखा

और समझा यही वसदधानत समसत घरल उपकरणो पर िी लाग होता ह आप अपनी आिशयकता

एि बजट को धयान म रखकर उपकरण चन सकत ह

1356 उपकिण खिीदन क बाद उतपादक दवािा दी जान वाली सवाए

वकसी िी उपकरण को यवद लमबी अिवध तक उपयोग वकया जाता ह तो उसक कल पजो म खराबी

आना सिािाविक ह यह बात विदयत चावलत एि हसत चावलत दोनो ही परकार क उपकरणो म लाग

होती ह कई बार उपकरणो की वनयवमत सविणवसग करानी या उसक वकसी िाग को बदला जाना

अवत आिशयक हो जाता ह यह आिशयक नही ह वक उपकरण क वकसी एक िाग क खराब होन

की वसथवत म उस बकार मान कर फ क वदया जाए वनयवमत सविणवसग और पजो को बदलकर

उपकरण को लमब समय तक चलाया जा सकता ह

आफटर सल सविणस अथाणत वििय क पशचात दी जान िाली सिाओ क सबध म आपको वनमन बात

धयान म रखना आिशयक ह

सविणस सनटर सथानीय रप स उपलबध हो उदाहरण क वलए यवद आप अलमोड़ा म रहत ह और

उतपाद की आफटर सल सविणस अलमोड़ा म उपलबध न होकर दहरादन म ह ऐसी वसथवत म

आप इस सविधा का लाि नही उठा पाएग

सविणस सनटर म उपकरण की कमपनी क िासतविक कल पज तथा अवधकत सिाए उपलबध हो

गारटी अिवध समापत होन की वसथवत म इन पजो और सिाओ का मलय उतपादक िारा वनधाणररत

मलयो स अवधक न हो

सविणवसग सनतोषजनक होनी चावहए

136 घरल उपकररो क सही उपयोग की षवधध वकसी िी घरल उपकरण की सिाओ का लाि आप लमब समय तक वचनतामकत होकर उठा सक

यह इस पर वनिणर करता ह वक उसका उपयोग ठीक परकार स वकया गया ह अथिा नही यवद आप

वनमनवलवखत बातो को धयान म रखग तो परतयक उपकरण लमब समय तक वबना वकसी समसया क

कायण करगा और आप बार-बार बाजार जाकर उपकरण की मरममत करान की वसथवत स मवकत पा

सकत ह घरल उपकरणो का सही उपयोग आपक एि आपक पररिार को सिावित दघणटनाओ स

बचान म सहायक वसदध हो सकता ह आइए जान ि कौन-कौन स तथय ह वजनह धयान म रखना

आिशयक ह

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परतयक उपकरण क साथ एक वनदश पवसतका (Instruction manual) िी दी जाती ह

उपकरण क सही उपयोग क वलए उन वनदशो को पढ़कर उनका अनपालन करना अवत

आिशयक ह

विदयत चावलत उपकरणो की सफाई परयोग क उपरानत मन वसिच बनद करक उपकरण क ठणड

होन क पशचात ही कर धयान रख विदयत आपवतण परी तरह स बनद होन पर ही उपकरण की साफ-

सफाई कर अनयथा वबजली का झटका लगन का खतरा रहता ह

वबजली स चलन िाल उपकरणो को गील हाथगील शरीर स किी िी उपयोग न कर सिी

विदयत चावलत उपकरण पानी स दर रहन चावहए

वमकसर गराइडर उपयोग करत समय जार को वकसी िी वसथवत म तीन चौथाई स अवधक न िर

चलत हए वमकसर गराइडर म किी िी हाथ न डाल ऐसा करन स पिण विदयत आपवतण पणणतया

बनद कर द

परस (इसतरी) का परयोग करत समय उसक तापमान और कपड़ क तनत क परकार क मधय

सामजसय बठाए यवद परस ऑटोमवटक ह तो परस की नॉब को सही तनत परकार (जस टरीकॉट

कॉटन वलनन या ऊन) पर घमाए इसस परस वकए जान िाल कपड़ को उवचत तापमान वमलगा

और िसतर जलन स बचगा

माइिोिि अिन का परयोग करत समय वनदश पवसतका म वदए गए वनदशो का पालन कर

सामानयतया बाजार म आन िाल सिी परकार क पलावसटक क बतणनो को माइिोिि उपयोग हत

योगय माना जाता ह यवद आप ससत और अछि बराड क बतणन उपयोग नही करत ह तो दघणटना

घवटत हो सकती ह पलावसटक क बतणनो म माइिोिि उपयोग का वचहन दखकर ही उनह खरीद

पलावसटक क बतणनो म लग लबल दखकर यह सवनवशचत कर ल वक इनका उपयोग कया ह जस

वक खाना बनान क वलए या मातर खाना गमण करन क वलए

यवद बतणन का उपयोग किल खाना गमण करन क वलए ह तो वकतनी अिवध तक

माइिोिि अिन क वकस मोड पर लकड़ी धात या चीनी वमटटी क बन बतणनो का उपयोग वकया

जा सकता ह यह वनवशचत करन पर ही यथानसार खाना पकाए

माइिोवव अवन उपयि बतयनो हत परतीक करचहन

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रवफरजरटर का तापमान मौसम क अनसार समायोवजत कर बार-बार खोलन तथा बनद करन स

खादय पदाथो को ठडा एि ताजा बनाए रखन की वफरज की कायणकषमता पर परिाि पड़ता ह

यवद वफरज म ऑटोमवटक डी-फरॉसट परणाली नही ह तो उस समय-समय पर डी-फरॉसट करत रह

वफरज क िीतर किी िी खौलता हआ अथिा अतयवधक गमण खादय पदाथण ना रख

िाटर वफलटर का उपयोग करत समय वफलटर म पानी िर जान पर उस मन वसिच स बद कर द

अनयथा वबजलीिोलटज क उतार चढ़ाि का वफलटर पर परवतकल परिाि पड़ सकता ह

टी0िी0 कमपयटर मयवजक वससटम लपटॉप आवद को उपयोग क बाद बनद कर द इसस न

किल ऊजाण की बचत होगी साथ ही साथ उपकरणो का जीिन िी लमबा होगा

यवद आप घर म इनिटणर का परयोग कर रही ह तो उसकी बटरी को एक वनवशचत समयािवध क

पशचात वकसी अवधकत उतपादक की बटरी क साथ बदल द

यहा पर यह बताना अवत आिशयक ह वक सिी उपकरण अलग-अलग परकार स कायण करत ह और

हर उपकरण क उपयोग का तरीका विनन ह उपकरण क साथ वमलन िाली वनदश पवसतका क

अवतररकत विविनन माधयमो जस इनटरनट कपनी क परवतवनवध कसटमर कयर सविणस सनटर रवडयो

समाचार पतरो कायणशालाओ कमपनी िारा परायोवजत गोवषठयो क िारा िी सही जानकारी परापत कर

इसका लाि उठाया जा सकता ह

आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 घरल उपकरणो को दो िागो म िगीकत वकया गया ह विदयत चावलत तथा

2 घरल उपकरणो की जानकारी हमारा समय शरम एि बचान क

वलए आिशयक ह

3 परशर ककर म सटीम िट एि को बनाए रखन म सहायक ह

4 वकसी िी उपकरण का परयोग करन स पिण म वदए गए वनदशो का पालन करना अवत आिशयक ह

137 घरल उपकररो की सरकषा एवा समधचत रख रखाव हम घर कायाणलय होटल और ससथानो म उपयोग होन िाल समसत उपकरण परयोग म लात ह

तावक हम अपन कायण को पणण दकषता क साथ कम समय म कर सक उपकरण न किल हमारा कायण

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आसान करत ह अवपत हमारी महनत िी बचात ह कई बार उपकरणो क खराब होन पर हम सिय

को असहाय महसस करत ह आिशयकता क अनरप उपकरणो को खरीद लना ही पयाणपत नही ह

उनकी उवचत दखिाल रख-रखाि िी उतना ही आिशयक ह ऐसा करन स उपकरण आपको एक

लब समय तक समसया मकत सिाए परदान करत रहग घरल उपकरणो क सबध म सरकषा मानको का

अनपालन िी वनतानत अवनिायण ह आइए इन िोट परनत अवत आिशयक सरकषा मानको क विषय म

जान

जसा वक पिण म िी बताया गया ह वक परतयक उपकरण चाह िह िोटा हो अथिा बड़ा उसक

साथ एक वनदश पवसतका िी दी जाती ह वजसका पालन करना अतयनत अवनिायण ह घरल

उपकरणो क उपयोग का यह पहला सरवकषत चरण ह

आजकल अवधकतर उपकरण विदयत चावलत होत ह अतः इनक उपयोग स पहल जाच ल वक

उपकरण का कोई िाग खला या िटा न हो उपकरण को परथम दितया दखन पर यवद उपकरण

आपको अधरा या अवयिवसथत वदखाई द रहा हो तो पहल उस ठीक करिाए तिी उस उपकरण

का परयोग कर

यवद कायण करत समय कोई विदयत उपकरण आपको वकसी परकार का झटका (करट) द रहा हो या

आपको असामानय महसस हो रहा हो तो आप तरनत उस उपकरण का परयोग बनद कर द और

पनः इसका उपयोग तिी कर जब तक वकसी विशषजञ िारा इसकी मरममत न कर दी गई हो

विदयत उपकरणो हत तार वयिसथा उवचत परकार की गई हो

उपकरणो म फयज वसथवत जाच ल इस परकार विदयत शॉट सवकण ट स बचा जा सकता ह

रसोईघर म अतयवधक ढील कपड़ न पहन इस परकार आप दघणटना स बच सकत ह

गस वसलनडर की पाइप म दरार अथिा कट-फट होन की वसथवत म इस तरनत बदल द समय-

समय पर इस वनरीवकषत करात रह एि इसक कल पजो को वकसी अवधकत विितासविणस सनटर

स ही खरीद

138 ईधन बबजली और जल सारकषर पिण इकाइयो म आपन ससाधनो क सरकषण एि उनक सवनयोवजत उपयोग क विषय म पढ़ा अब

तक आप समसत मानिीय एि पराकवतक ससाधनो स िली-िावत पररवचत हो चक ह ईधन जल

विदयत अवत महतिपणण ससाधन ह हम इनक उपयोग हत अपनी आय का एक महतिपणण िाग खचण

करना पड़ता ह अतः यवद कोई उपकरण इन तीन महतिपणण ससाधनो की कम खपत करता ह तो यह

परतयकष रप स धन की बचत िी ह सीवमत ससाधनो का वनरनतर दोहन इनक आवथणक मलय म िवदध

और उपलबधता म कमी का कारण बनता जा रहा ह ईधन वबजली एि जल क बढ़त दामो का

परतयकष परिाि समाज क परतयक िगण पर पड़ता ह अतः इनका सरकषण जनवहत की दवि स िी अवत

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आिशयक ह ससाधनो का उवचत उपयोग पयाणिरण सरकषण और िविषटय की पीवढ़यो क वलए िी

फलदायक वसदध होगा ईधन का तातपयण गस करोसीन परोल डीजल लकड़ी कोयल इतयावद स

ह ईधन सरकषण पर समय-समय पर जोर वदया जाता रहा ह यवद परतयक वयवकत अपन सतर स ईधन

सरवकषत करन का परयास कर तो यह एक साथणक कदम वसदध होगा इस वदशा म वनमनवलवखत

वबनदओ पर धयान वदया जाना चावहए

सौर चावलत उतपादो का परयोग कर जस सोलर बटरी चाजणर लमप गीजर पख इतयावद

अनािशयक वबजली का उपयोग न कर कायण हो जान क बाद पख टी0िी0 कमपयटर बलब

आवद बनद कर द

परशर ककर इडकशन ककर आवद का परयोग ईधन बचान म सहायक ह

रवफरजरटर का दरिाजा अनािशयक बार-बार न खोल परयास कर वक रवफरजरटर स सबवधत कायण

नयनतम समय म सपनन हो जाए

घर क वजन सथानो म परकाश की आिशयकता कम पड़ती ह जस शौचालय सटोर बगीचा

आवद िहा पर कम िोलटज क बलब सी0एफ0एल0 का परयोग कर

दाल चािल एि अनय खादय पदाथो को खाना बनान स पिण पानी म विगो दन स न किल ईधन

की बचत होती ह बवलक खाना िी सिावदि बनता ह

गीजर िॉवशग मशीन वमकसर गराइडर कलर ए0 सी0 आवद वकसी िी उपकरण का परयोग

आिशयकता स अवधक न कर

घरल तथा औदयोवगक दोनो ही सतरो पर जल सरकषण अवत महतिपणण ह गह परबनधक को जल

सरकषण का धयान रखना चावहए तथा अपन पररिारजनो को िी इसक वलए परररत करना चावहए

139 सरकषा तथा मानकीकरर स साबाधधत आवशयक तकनीकी शबदावली

आई0 एस0 आई0 करचहन िारत म औदयौवगककत उतपादो क परमाणीकरण क वलए आई0 एस0

आई0 वचहन वनधाणररत ह इसका अथण ह वक परमाणीकत उतपाद ldquoबयरो ऑफ इवडयन सटडडणसrdquo क

सिी मानको को परा करता ह यह िारत म सिाणवधक लोकवपरय वचहन ह और यह मानकीकत

उतपादो की वबिी क वलए आिशयक ह इन उतपादो म मखयत ह विदयत उपकरण जस वसिच

विदयत मोटर कबल हीटर रसोईघर क उपकरण एि कि अनय उतपाद जस सीमट टायर

एल0पी0जी0 इतयावद आई0 एस0 आई0 वचहन उपिोकता को सरकषा एि गणितता की दवि स

आशवासन परदान करत ह परनत दिाणगयिश कई बार बाजार म आप ऐस उतपाद िी पाएग वजन पर

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 278

आई0 एस0 आई0 वचहन अवकत तो होता ह परनत िह नकली होता ह अिध रप स अवकत आई0

एस0 आई0 वचहन को दखन पर परतीत होता ह वक

इन अपरमाणीकत उतपादो पर आिशयक 7 अको का लाइसस वचहन (वजस इस परकार वलखा

जाता ह CML-XXXXXXX) उपवसथत नही होता ह

वकसी विवशि उतपाद को वदया जान िाला IS नमबर जो आई0 एस0 आई0 वचहन क उपर

अवकत होता ह उपवसथत नही होता ह (दख वचतर)

वबना परमाणीकरण क आई0 एस0 आई0 वचहन का परयोग िारतीय कानन क अनतगणत अपराध

की शरणी म आता ह

टाि िकरटगः एनजी सटार (Energy Star) ldquoऊजाण सकषम उपिोकता उतपादrdquo (Energy

Efficient Consumer Product) हत एक अनतराणषटरीय मानक ह जो 1992 म मलतः सयकत

राषटर अमररका म ldquoइनिायरमटल परोटकशन एजनसीrdquo तथा ldquoवडपाणटमनट ऑफ एनजीrdquo िारा

वनवमणत वकया गया था इसक पशचात ऑसरवलया कनाडा जापान नयजीलणड ताइिान और

यरोवपयन सघ क राषटरो िारा इस अपनाया गया ि सिी उपकरण एि यनतर वजसम Energy

Star वचवहनत होता ह अथिा इसकी रवटग होती ह जस कमपयटर टी0िी0 वफरज कलर

ए0सी0 वडश िॉशर इतयावद 20 स 30 परवतशत तक कम ऊजाण की खपत करत ह जो न किल

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 279

धन की बचत ह अवपत यह सतत विकास क वलए िी आिशयक ह आइए सटार रवटग क विषय

म थोड़ा और जानन का परयास कर

ऊजाण सकषमता (Energy efficiency) एक यवनट ऊजाण की खपत पर ऊजाण िारा दी गयी सिा

को ऊजाण सकषमता कहा जाता ह

एनजी सटार लबवलग ऊजाण सकषमता क आधार पर विदयत उपकरणो की रवटग को एनजी सटार

लबवलग क रप म जाना जाता ह

एनजी सटार लबवलग क अनतगणत वकसी विदयत उपकरण को मानक परीकषण पररवसथवतयो

(Standard Testing Conditions) म एक िषण म औसतन विदयत खपत क आधार पर

lsquoसटारrsquo वदए जात ह सटार रवटग क अनतगणत वजस उपकरण म वजतन अवधक सटार होग िह

अवधक सकषम अथाणत कम विदयत खपत िाला माना जाता ह एनजी सटार लबवलग क मानक

परतयक दो िषण म बदलत रहत ह

अभयास परशन 2

1 घरल उपकरणो को खरीदन स पिण वकन-वकन वबनदओ का धयान रखना आिशयक ह

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2 वनमन पर सवकषपत वटपपणी वलवखए a मानकीकरण

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पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

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b आई0एस0आई0 माकण

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c गारटी helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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3 सतय अथिा असतय बताइए

a विदयत उपकरणो को उपयोग क पशचात ठडा होन पर ही साफ करना चावहए b गारटी वकसी उपकरण की उतकि कायणकषमता का आशवासन ह

c विदयत चावलत उपकरणो म आई0एस00आई0 माकण होना िकवलपक होता ह

1310 सारााश आधवनक समय म आप यतरो उपकरणो क अिाि म जीिन की कलपना नही कर सकत ह य सिी

उपकरण हमार जीिन को सरल सहज और सगम बनात ह इस इकाई म आपन जाना वक वकसी

उपकरण क विषय म किल दख सनकर उस खरीद लना मातर ही इस बात की गारटी नही ह वक िह

उपकरण वजस उददशय क वलए खरीदा गया ह उस पणण करगा इस इकाई का अधययन करन क बाद

आपन अनिि वकया होगा वक वकसी िी उपकरण को खरीदन स पिण कई वबनदओ का धयान रखना

अवत आिशयक ह इन वबनदओ का परतयकष सबध उतपादन कषमता धन समय पररशरम और

पयाणिरण सरकषण स ह आपन उपकरणो क मानकीकरण तथा उतपाद सबधी गारटी िारटी क विषय

म िी महतिपणण जानकरी परापत की साथ ही यह िी समझा की उपकरणो की समवचत सरकषा एि

उनका उवचत रख-रखाि िी उतना ही आिशयक ह

1311 पाररभाषिक शबदावली घिल उपकिण हमार दवनक जीिन म सहायक िो िसतए जो हमार काम को आसान और

बहतर बनाती ह

मानकीकत उतपाद ि उतपाद जो सरकषा मजबती और कायणकषमता क नयनतम मानको को परा

करत हो

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गािटी वकसी उपकरण िारा उपिोकता को वदया गया सकषम कायणकषमता एि गणितता का

आशवासन गारटी कहलाता ह

आिटि सल सकरवयस उतपाद क वििय क पशचात दी जान िाली सिाए

ऊजाय सकषमता एक यवनट ऊजाण की खपत पर ऊजाण िारा दी गयी सिा

1312 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 हसतचावलत

2 धन

3 दबाि

4 वनदश पवसतका

अभयास परशन 2

1 घरल उपकरणो को खरीदन स पिण वनमन वबनदओ पर धयान दना आिशयक ह

उपकरणो की आिशयकता

समय धन एि शरम बचान म सहायक

सरकषा

उपकरण का मलय

उपकरण खरीदन क बाद उतपादक िारा दी जान िाली आफटर सलस सविणस

ईधन वबजली और जल बचान म सहायक

2 वनमन पर सवकषपत वटपपणी वलवखए a मानकीकरण उतपादो िारा सरकषा मजबती और कायणकषमता क नयनतम मानको को परा

करना

b आई0एस0आई0 माकण िारत म औदयौवगककत उतपादो क परमाणीकरण क वलए आई0

एस0 आई0 वचहन वनधाणररत ह इसका अथण ह वक परमाणीकत उतपाद बयरो ऑफ इवडयन

सटडडणस क सिी मानको को परा करता ह यह िारत म सिाणवधक लोकवपरय वचहन ह जो

मानकीकत उतपादो की वबिी क वलए आिशयक ह

c गारटी वकसी उपकरण िारा उपिोकता को एक वनवशचत समय क वलए दी गयी सकषम

कायणकषमता एि गणितता का आशवासन गारटी कहलाता ह

3 सतय अथिा असतय बताइए

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a सतय

b सतय

c असतय

1313 सनदभण गरनथ सची 1 डा० िनदा वसह गह परबनध एि आनतररक सजजा गयारहिा ससकरण पचशील परकाशन

जयपर

2 डा0 बी0 डी0 हरपलानी गह परबनध परथम ससकरण सावहतय परकाशन आगरा

3 Guidelines for Energy Service Product Provider

(httpwwwenergystarcom)

4 Bureau of Indian Standards Official website ldquoProduct Certification

Schemerdquo (httpwwwbisorgincertproducthtml)

5 ldquoTimes of Indiardquo Aug 3 2011 ldquoTrader fined for selling fake ISI marked

goods Article

6 National Institute of Open Schooling ldquoWise Buyingrdquo

(httpwwwniosacin)

7 Energy Star (httpwwwenergystargov)

8 Energy efficiency (httpwwwhomeconstructionimprovementcom)

1314 ननबनधातमक परशन 1 हमार जीिन म उपकरणो क महति उपयोवगता एि उनक समवचत रख-रखाि क विषय म

विसतार पिणक वलख

2 उपकरणो को खरीदन स पिण वकन-वकन बातो का धयान रखना आिशयक ह

3 अपन आसपास क वकनही दस पररिारो िारा वपिल 2-3 िषो म खरीद गए उपकरणो क विषय

म वनमन सचनाए एकतर कीवजए

पररिार सखया उपकरण का नाम बरानड एि मॉडल मलय आफटर सलस सविणस

(हानही)

1

2

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4 लगिग पिह हजार रपय क माइिोिि अिन क चार अलग-अलग बराडो क समसत कायो

एि सविधाओ की तलना कीवजए

िम स0 बराड एि मॉडल 1 बराड एि मॉडल 2 बराड एि मॉडल 3 बराड एि मॉडल 4

1

2

इकाई 14 घरल उपकररो म परयतत सामगरी

141 परसतािना

142 उददशय

143 घरल उपकरणो की बनािट कायण वसदधानत एि परयकत सामगरी

1431 परशर ककर

1432 गस चलहा

1433 विदयत टोसटर

1434 विदयत अिन

1435 माइिोिि अिन

1436 रवफरजरटर

1437 कवकग रज

1438 सोलर ककर

1439 जसर वमकसर गराइडरफड परोससर

14310 िाटर कलर

14311 इमरसन रॉड तथा गीजर

14312 िकयम कलीनर

14313 कॉफी मकर

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14314 विदयत कतली

14315 आयरनइसतरी

14316 िॉवशग मशीन

144 साराश

145 पाररिावषक शबदािली

146 अभयास परशनो क उततर

147 सनदिण गरनथ सची

148 वनबनधातमक परशन

141 परसतावना वपिली इकाई म आपन हमार जीिन म घरल उपकरणो क महति एि उपयोवगता क विषय म समगर

अधययन वकया आपन उपकरणो को खरीदन स पिण एि पशचात वकन-वकन वबनदओ का धयान रखना

आिशयक ह क सनदिण म पढ़ा उपकरणो को परयोग म लान स पिण उनकी कायण परणाली एि

वसदधातो क विषय म िली-िावत जानना आिशयक ह इसस आप उपकरणो का सही परयोग और

उनक खराब होन क कारणो को समझ सक ग उपकरणो की बनािट िाग और उसम उपयोग होन

िाली सामगरी का जञान न किल उपकरण क परवत आपकी समझ बढ़ाएगा अवपत घरल उपकरण एक

लब समय तक आपको समसया मकत सिाए परदान करत रहग साथ ही तकनीकी रप स आपका

जञान िधणन हो पाएगा और आप घरल उपकरणो क सबध म नए तकनीकी अविषटकारो क समकष सिय

को सहज अनिि कर सक ग आइए परवतवदन घर और रसोई म उपयोग होन िाल उपकरणो की

बनािट और कायण कषमता क विषय म विसतार पिणक समझ

142 उददशय परसतत इकाई क अधययन क उपरानत आप

घरल उपकरणो की विया विवध स िली-िावत अिगत हो सक ग

घरल उपकरणो म परयकत सामगरीधात इतयावद का िजञावनक महति एि उपयोवगता को समझ

सक ग जो उपकरणो की लब समय तक समसया मकत कायण दन की कषमता को बढ़ान म सहायक

वसदध होगी तथा

दवनक जीिन म उपकरणो सबधी होन िाली दघणटनाओ क परवत आप सजग रहग

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143 घरल उपकररो की बनावट कायण भसदधानत एवा परयतत सामगरी िारतीय समाज म घरल उपकरणो क उपयोग सबधी जागरकता पवशचमी समाज की अपकषा कम ह

परसतत इकाई म आप उन उपकरणो क विषय म समझग जो उपयोग कायणकषमता एि उतपादकता की

दवि स सिाणवधक परचवलत ह य परमपरागत उपकरणो की तलना म ससत सरल उपिोकता व मतर एि

कम विदयत एि ऊजाण खपत िाल होत ह आइए ऐस ही कि उपकरणो क विषय म समझ

1431 परशि ककि

परमपरागत िारतीय बतणन जस कढ़ाई िगौना पतीला हाडी पन इतयावद की तलना म परशर ककर

म िोजन पकान म औसतन 50 स 55 परवतशत तक कम समय लगता ह वजसका सीधा अथण ह ईधन

और समय की बचत यही नही परशर ककर म बनाया गया िोजन पौविक माना जाता ह

करसदधानत परशर ककर म िोजन िाप क दबाि स पकता ह परशर ककर क िीतर की िाय को ताप

वमलन पर िली-िावत बनद कर वदया जाता ह वजसक फलसिरप ककर क अनदर का दबाि

िायमणडलीय दबाि स अवधक हो जाता ह परशर ककर अपन विशष वडजाइन क ढककन और रबर

क िलल (गसकट) स अनदर की िाप को सील कर दता ह वजसस पकाए जान िाल िोजन क

तापमान म िी िवदध हो जाती ह उदाहारण क वलए पानी सामानयतया 100 वडगरी सवलसयस तापमान

पर खौलता ह परनत परशर ककर म पानी खौलाए जान पर यह तापमान 121 वडगरी सवलसयस हो

जाता ह अनय बतणनो की तलना म परशर ककर म िोजन कम समय म पककर तयार हो जाता ह

उछच दबाि एि तापिम परशर ककर क कायण करन का वसदधानत ह

िाित म उपलबध परमख बराड हॉवकनस परसटीज यनाइटड मॉफी ररचडणस इतयावद

बनावटसिचना परशर ककर क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडी यह ककर का मखय िाग ह दखन म यह वकसी पतील अथिा हाडी की तरह वदखाई दता

ह यह एलयवमवनयम-सटील वमशर धात अथिा नॉन वसटक कोवटग यकत हो सकता ह आधवनक

वकसम क ककर इडकशन आधाररत होत ह कहन का अथण ह वक इन ककरो को गस चलह क

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 286

अवतररकत इडकशन चलहो पर िी परयोग वकया जा सकता ह कई परशर ककरो की तली म ताब का

परयोग िी वकया जाता ह ऐसा ककर को िारी बनान और उसकी उपयोवगता को बढ़ान क वलए

वकया जाता ह ककर क दोनो ओर बकलाइट का हवडल लगा होता ह लब हवडल क िीतर

एलयवमवनयम या सटील का हतथा लगा होता ह परनत उसक उपर बकलाइट का विदयत रोधी हतथा

लगा होता ह वजसकी सहायता स ककर को ऊपर चढ़ाया-उतारा जा सकता ह

ढककन ढककन परशर ककर की विशषता ह यह ककर का एक महतिपणण िाग ह जो अपन

विशषीकत वडजाइन क कारण िाप को सील और दबाि को वनयवतरत करन म सहायक वसदध

होता ह ककर क ढककन म िी िही धात का परयोग होता ह जो ककर की बॉडी म परयोग होता

ह ककर क वडजाइन क अनसार ढककन को बाहर स समायोवजत कर एक वकलप की सहायता स

बठा वदया जाता ह आधवनक वकसमो क परशर ककर म यह मगनट अथिा चमबक की सहायता स

िी वकया जाता ह ढककन जो वक गोल आकार का होता ह क चारो तरफ िाय को सील करन

क वलए रबर का िलला लगा होता ह वजस गसकट कहत ह ढककन म ही सरकषा िॉलि िनट

वसथत होता ह इसी टयब म िनट िट वजस सामानयतया सीटी कहा जाता ह को रखा जाता ह

वनट टयब यह ककर क ढककन क बीचो बीच वसथत होती ह इसका मखय कायण ककर क

िीतर वनवशचत मातरा स अवधक बनी हई िाप को दबाि कम वकए वबना बाहर वनकालना होता ह

ककर क िीतर तापमान (ईधन िारा परदतत) बढ़ता ह तो िाप बनना आरमि हो जाती ह धीर-धीर

िाप का दबाि बढ़ जाता ह और आिशयकता स अवधक होन पर िनट िट या ककर की सीटी

ऊपर उठ जाती ह वजसकी आिाज आप अनिि कर सकत ह और अवतररकत िाप वनकल जाती

ह ककर क िीतर का दबाि सामानय होन पर यह सिय बठ जाती ह

सिकषा वॉलव जसा वक नाम स ही सपि ह परशर ककर स हो सकन िाली सिावित दघणटनाओ

स सरकषा हत सरकषा िॉलि का आविषटकार हआ ह परायः आप समाचारो म परशर ककर फटन

जसी घटनाओ क विषय म सनत ह ऐसा सरकषा िालि क सही रपसमय म कायण न कर पान क

कारण होता ह यह िॉलि ढककन म वसथत होता ह और धातओ क वमशरण स बनता ह जो एक

पिण वनधाणररत तापिम पर सितः ही वपघल जाता ह और ककर फटन जसी घटना स सरकषा परदान

करता ह िनट टयब म खान क कण फस जान क कारण ऐसा होता ह अतः खाना बनान क बाद

परशर ककर की िली-िावत सफाई करना अवत आिशयक ह

िबि गकट इस सामानय िाषा म रबर का िलला िी कहा जाता ह जसा वक पहल िी बताया

गया ह परशर ककर क गोलाकार ढककन की बाहरीिीतरी सतह पर इस लगाया जाता ह इसका

परमख कायण िाप को िली-िावत सील करना एि उस बाहर वनकलन स रोकना ह इसक रबर म

उछच तापमान को सहन की कषमता होती ह

वट वट सामानयतया हम इस ककर की सीटी क नाम स पहचानत ह इसका परमख कायण दिाब

को वनयवतरत करना ह

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हकरडल परशर ककर म बॉडी तथा ढककन दोनो म हवडल लग होत ह और एक वकलप अथिा

मगनवटक कलसप की सहायता स इन दोनो को एक साथ जोड़ा जाता ह

िोजन पकान हत डबब इन वडबबो का उपयोग तब वकया जाता ह जब आप एक साथ कई

परकार क िोजय पदाथण पकाना चाहत ह परायः बड़ ककरो क िीतर इनका परयोग वकया जाता ह

य वडबब एलयवमवनयम या सटील क बन होत ह वजनह एक क ऊपर रख कर सटड की सहायता स

एक साथ बनद वकया जा सकता ह

परशि ककि क उपयोग म सावधाकरनया िखन हत महतवपणय करबनद

ककर म किी िी 23 िाग स अवधक मातरा म िोजन नही पकाया जाना चावहए

ककर म पानी की मातरा पयाणपत होनी चावहए अनयथा सफटी िॉलि गलकर फट सकता ह

परशर ककर क ढककन को लगात समय गसकट की वसथवत अिशय जाच ल

परशर ककर ठीक परकार स कायण कर इसक वलए यह आिशयक ह वक िट टयब को साफ रखा

जाए

खाना पकात समय िट टयब क उपर िट िट (सीटी) रखा जाना अवत आिशयक ह

खाना पक जान क तरनत बाद परशर ककर को जलदी म नही खोल

सदि उवचत आकार एि उततम गणितता का रबर गसकट परयोग कर रबर गसकट क ढील हो जान

या कट-फट जान पर उस तरनत बदला जाना अवत आिशयक ह

परशि ककि परयोग किन म आन वाली सामानय समयाए एव उनह ठीक किन क उपाय

समया परशर ककर म दबाि का उवचत परकार स न बन पाना

कािण रबर का िलला खराब अथिा ढीला हो गया हो रबर का िलला ठीक परकार स न लगा हो

ढककन वगर जान क कारण मड़ गया हो उसका आकार बदल गया हो

करनवािण रबर क िललगसकट का ठीक परकार स वनरीकषण कर तथा आिशयकता पड़न पर इस

बदल द ढककन का आकार खराब हो जान पर इस ठीक कराए गसकट यवद ढककन पर ठीक परकार

स नही लगा हो तो उस ठीक परकार स लगाए

समया िाप का दबाि बनना परनत सीटी न आना

कािण ककर म पानी की मातरा कम होना िट टयब म अनन कणो का फस जाना गसकट की

वसथवत ठीक न होना

करनवािण ककर म पयाणपत पानी डाल िट टयब को सदि सिछि रख रबर क िलल की वसथवत को

जाच ल गसकट क खराब कटा-फटा या ढीला होन की वसथवत पर इस बदल ल

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1432 गस चलहा

गस चलहा रसोईघर म परयकत सिाणवधक महतिपणण उपकरण ह यह परयोग करन म अतयनत सरल

सगम वमतवययी और परदषण रवहत होता ह

करसदधानत एक नली क माधयम िारा वसलनडर स गस चलह तक पहचती ह वजसस खाना पकाया

जाता ह गस का तातपयण यहा पर ििीकत परोवलयम गस या एल0पी0जी0 स ह रासायवनक सरचना

की दवि स यह सतपत हाइडरोकाबणन होता ह य हाइडरोकाबणन चार परकार क होत ह

वमथन

ईथन

परोपन

बयटन

गस चलहा गस वसलनडर स नली क माधयम स जड़ा होता ह वसलनडर क ऊपर की तरफ एक

रगलटर वसथत होता ह इस पर एक वसिच लगा होता ह वजसस गस का परिाह रोका या चलाया जा

सकता ह रगलटर क वसिच क ऑन होन स दिाब कम हो जाता ह तथा एल0पी0जी0 गस िाषटप म

बदल जाती ह वजसस गस चलह क बटन ऑन करन पर गस जलायी जा सकती ह

िाित म उपलबध बराड चलहा- इणडन िारत गस सनफलम परसटीज गलन इतयावद

वसलनडर- इणडन िारत गस ररलायनस वहदसतान परोवलयम इतयावद

बनावटसिचना गस चलह क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडी यह इसपात की चादर का बना हआ ढाचा होता ह वजसकी बाहरी सतह पर पनट

इनमलपॉवलश क कारण यह चमकदार वदखाई दता ह इसकी सतह वचकनी साफ एि चमकदार

होन क कारण इसकी सफाई आसानी स की जा सकती ह आधवनक समय क गस चलह की

बॉडी शीश (Toughned glass) की बनी होती ह वजस पर टट-फट की सिािना कम होती ह

यह दखन म अवत आकषणक परतीत होत ह गस चलह की बॉडी पर बनणर लग होत ह वजनकी

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सखया 1 2 3 अथिा 4 िी हो सकती ह यह चलह क आकार एि वडजाइन पर वनिणर करता ह

सामानयतया घरल उपयोग क वलए दो बनणर िाल चलह सिाणवधक लोकवपरय ह चलह म आच को

कम या अवधक करन क वलए बटन या नॉब लगी रहती ह चलह म नीच की तरफ लोह की एक

खोखली नलीनमा सरचना होती ह जो रबर पाइप क िारा वसलनडर स जड़ी होती ह

गस करनयरक बटन या नॉब इसका परमख कायण गस बनणर म पहचन िाली गस की मातरा को

वनयवतरत करना ह गस क नॉब को ऑफ पर घमान पर गस का परिाह बनद हो जाता ह ऑन होन

पर गस सिाणवधक मातरा म परिावहत होती ह लो नॉब की वसथवत म गस सबस कम मातरा म बनणर

तक पहचती ह वजसस खान को जलन स बचाया जा सकता ह अथिा खाना विवध अनसार

बनाया जा सकता ह

बनयि चलह क इसी िाग पर गस जलती ह बनणर लोह का बना होता ह इसक वनमन मखय िाग

होत ह

बनयि हड यह बनणर का सबस ऊपरी एि चौड़ा िाग होता ह यह थोड़ा-सा ऊपर की ओर

उठा रहता ह इसम अनक बारीक विि होत ह इनही वििो स होकर गस वनकलती ह और

मावचस अथिा लाइटर की सहायता स जलाए जान पर जलती ह य विि गोल आकार की

पवकत म वसथत होत ह

करमकसि टयब यह बनणर हड क नीच वसथत होता ह यही िह िाग ह वजसम गस ऑकसीजन

क साथ वमवशरत होकर िली-िावत नीली लौ क साथ जलन लगती ह

गस ऑरिकरिस यह एक परकार का विि होता ह वजसस गस नली स होकर बनणर म पहचती

एअि शटि यह गस ऑररवफस क ऊपर की ओर वसथत एक िोटा-सा खला िाग होता ह

इस ढकन क वलए ही ढककननमा शटर का उपयोग वकया जाता ह

गस मनीिोलड यह गस सटोि बॉडी म पीि की तरफ खोखली मजबत लोह की बनी हई

एक सरचना होती ह इसी स रबर की नली जड़ी हई रहती ह

िगलटि यह वसलनडर का एक अतयनत महतिपणण िाग ह इसी स गस वनयवतरत मातरा म धीर-

धीर बनणर तक पहचती ह रगलटर खराब हो जान पर इस शीघरावतशीघर अिशय बदल वदया जाना

चावहए और इस वकसी अवधकत एजनसी स ही खरीदा जाना चावहए गस रगलटर धात का बना

होता ह इसम काल रग का एक वसिच लगा होता ह वजस ऑन की वसथवत म खोल कर तथा

ऑफ की वसथवत म बनद कर गस की मातरा को वनयवतरत वकया जा सकता ह कायण हो जान पर गस

को सदि रगलटर स ऑफ करक बनद करना चावहए इस परकार दघणटनाओ स बचा जा सकता ह

करसलनडि यह लोह का बना हआ बलनाकार बतणन क समान होता ह वजसम एल0पी0जी0 िरी

हई होती ह िारत म वसलनडर घरल उपयोग हत परायः लाल रग का तथा िजन म 142

वकलोगराम तथा वयिसावयक उपयोग हत नील रग का तथा िजन म 19 वकलोगराम का होता ह

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वयिसावयक उपयोग का अथण यहा पर घरल उपयोग क अवतररकत होटल ससथानो क टीन इतयावद

स ह परतयक वसलनडर पर एक समावपत वतवथ (Expiry Date) अवकत होती ह समावपत वतवथ का

अथण उतपाद क खतम वनवषटिय अथिा खराब होन की वतवथ स ह वसलनडर पर समावपत वतवथ को

वनमनित समझा जा सकता ह

करसलनडि म समाकरि करतकरथ

िम सखया करवविण अथय

1 A-16 जनिरी-माचण 2016

2 B-16 अपरल-जन 2016

3 C-16 जलाई-वसतमबर 2016

4 D-16 अकटबर-वदसमबर 2016

गस वसलनडर म समावपत वतवथ वसलनडर क हनडल (गोल आकार का) स बॉडी को जोड़न िाली धात

की तीन म स एक पटटी पर वलखी होती ह

उदाहारण C-13

वजसम C का अथण जलाई-वसतमबर िषण 2013 तक ह इसी परकार D-18 का अथण वदसमबर 2018 स

ह यदयवप समावपत वतवथ स दो-तीन माह पशचात वजस गरस पीररयड कहा जाता ह तक वसलनडर का

उपयोग वकया जा सकता ह वफर िी यथा सिि वसलनडर की समावपत वतवथ की जाच कर ही गस

उपयोग करनी चावहए

कया आप जानत ह वक परतयक एल0पी0जी0 उपिोकता एल0पी0जी0 हत बीवमत होता ह

यथावसथवत उपिोकता बीमा पॉवलसी म 50 लाख रपय तक का बीमा परापत कर सकता ह उपिोकता

को इस सबध म अवधक जानकारी वितरक स अिशय परापत करनी चावहए

1433 करवदयत टोटि

यह एक विदयत चावलत यतर ह वजसका उपयोग बरड रोटी पाि आवद को सकन एि सिावदि बनान

क वलए वकया जाता ह कई पररिारो म सक हए बरडडबलरोटी नाशत का एक अविनन अग ह

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विदयत टोसटर उपयोग करन स समय की बचत तो होती ही ह साथ ही ति या अनय विवधयो की

तलना म इसम टोसट करकरा और सिावदि बनता ह अलन मकमासटर िारा 1893 म इसका

अविषटकार वकया गया आइए इसक विषय म और अवधक जानन का परयास कर

करसदधानत टोसटर क िीतर तार क माधयम स परिावहत विदयत शवकत ऊषटमा म पररिवतणत होकर बरड या

रोटी को सकन म सहायता परदान करती ह टोसटर कई परकार क हो सकत ह

सिचावलत टोसटर

असिचावलत टोसटर

अधणसिचावलत टोसटर

पॉप अप टोसटर

टोसटर अिन

कनियर टोसटर

िाित म उपलबध बराड वफवलपस ऊषा मॉफी ररचडणस महाराजा वहाईट लाइन िनडरशफ गलन

इतयावद

बनावटसिचना टोसटर क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडी यह टोसटर का मखय िाग ह सक जान िाली बरड की सखया इसक आकार पर वनिणर

करती ह

आधाि टोसटर क वनचल वहसस को आधार कहा जाता ह इस िाग को सफाई करन हत खोला

जा सकता ह

नॉब इसका उपयोग टोसटर खोलनतापमान सट करन आवद क वलए वकया जाता ह

करवदयत ताि

ऊषमा तततव

करवच

करनयरण बटन

करवदयत टोटि क दोष एव समाधन

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ि0स0 दोष समाधान

1 वसपरग ठीक स कायण नही कर रही

हो

ऐसा वसपरग म नमी क कारण जक लगन स हो

सकता ह वसपरग म उपयकत तल लगाकार जक

िड़ान का परयास कर

2 तीवर विदयत परिाह क कारण

तारो का नि हो जाना

वकसी विशषजञ की सहायता स विदयत डोरी को

बदल द नए तारो का परयोग िी वकया जा सकता

1434 करवदयत अवन

पाशचातय दशो म रसोईघर क उपकरणो म विदयत अिन का सथान परमख ह िारत म िी अब इसका

परचलन बढ़ गया ह इसम शषटक ऊषटमा ताप िारा बरड वबसकट ककीज पसरी वचकन मीट इतयावद

को िन कर सिावदि एि पौविक िोजन तयार वकया जाता ह

करसदधानत अिन म विदयत धारा परिावहत करन पर ऊषटमा उतपनन होती ह वजसकी सहायता स िोजन

पकाया जा सकता ह जब नाइिोम क लमब पतल तारो स विदयत धारा परिावहत की जाती ह तो

उछच परवतरोध क कारण ऊषटमा वनकलती ह यही उषटमा िोजन पकान म सहायता करती ह

िाित म उपलबध बराड वफवलपस ऊषा सनफलम िनडरशफ वहलणपल इतयावद

सिचनाबनावट अिन मखयत दो परकार क होत ह विदयत अिन तथा गस अिन

इसक विविनन िाग वनमन परकार ह

बॉडी यह लौह धात की बनी होती ह यह आयताकार अथिा गोल आकवत की बतणननमा

सरचना होती ह इसम अिन क िीतर रखा खादय परदाथण एक पारदशी काच की सहायता स दखा

जा सकता ह उषटमा एि िाषटप क सिहन क वलए इसम िट होल लग होत ह इसम ताप एि

विदयत क कचालक पदाथो का हवडल लगा होता ह

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उषमा उतपादक यह नाइिोम धात का कडलीनमा आकार का बना हआ होता ह नाइिोम

धात म ताप सहन करन की कषमता बहत अवधक होती ह

हकरडल अिन क ढककन को खोलन हत इसका परयोग वकया जाता ह

शलि अिन म िोजन पकान हत इसका परयोग वकया जाता ह यह सटील का बना होता ह और

इसक ऊपर िोवमयम अथिा एलयवमवनयम की परत चढ़ी होती ह अिन क आकार क अनसार

इसम 1 या 2 शलफ लग हो सकत ह

ताि एव पलग अिन म विदयत धारा की आपवतण हत एक तार लगा होता ह यह एक तीन वपन

िाल पलग स जड़ा होता ह

अवन का उपयोग कित समय धयान िखन योगय बात

अिन क साथ दी गई वनदश पवसतका का अनपालन अिशय कर

धयान रह वक खाना पकात समय अिन क वनचल िाग म िोजय पदाथण वगरन न पाए यवद खाना

वगर जाता ह तो ठडा होन पर विदयत आपवतण बनद करक िोजन को अिशय पोि दना चावहए

अिन क दरिाज या ऊपरी ढककन को अनािशयक अवधक दर तक नही खोलना चावहए

1435 माइिोवव अवन

यह विदयत अिन का सशोवधत और पररषटकत अनरप ह इसस समय तथा शवकत की बचत तो होती

ह साथ ही खाना पौविक और सविधाजनक परकार स िी पकाया जा सकता ह इसम िोजन कम

समय म पक कर तयार हो जाता ह

करसदधानतः यह ऊषटमा रवडएशन िारा इलकरॉन की सहायता स िोजन को पकाता ह तथा इसम

तापमान और समय को वनधाणररत वकया जा सकता ह

कि अनय घरल उपकरणो को जानन स पिण आइए कि अभयास परशनो पर दवि डाल

अभयास परशन 1

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ररकत सथान िररए

1 गस वसलनडर म उपयोग होन िाली ििीकत परोवलयम गस रासायवनक सरचना की दवि स होती ह

2 िारत म वयिसावयक उपयोग हत वमलन िाला वसलनडर रग का होता ह 3 परशर ककर म िोजन स बनता ह 4 विदयत अिन म उषटमा उतपादक एक कडलीनमा आकार होता ह जो धात

का बना हआ होता ह

1436 िकरफजिटि

यह एक अलमारी क समान वदखाई दन िाला बहपयोगी घरल उपकरण ह वजसस िोजय पदाथो को

कम तापमान पर सगरवहत कर रखा जाता ह इसम िोजन जलदी खराब नही होता ह और इसम

आिशयकतानसार बफण िी जमायी जा सकती ह

करसदधानत रवफरजरटर वजस सामानय बोलचाल म वफरज िी कहा जाता ह म एक धात की बनद नली

म परशीतक पदाथण िरा होता ह जस वफरऑन-12 यह बहत कम तापमान पर िाषटपीकत होता ह और

ऊषटमा वफरज क िीतर रख खादय पदाथो स गरहण की जाती ह इस परकार िसतओ का तापिम कम हो

जाता ह तथा परशीतक ठणडा होकर िवय म बदल जाता ह इस परकार यह चि चलता रहता ह

िाित म उपलबध परमख बराड एल0जी0 वहलणपल समसग कलविनटर गोदरज आवद

बनावटसिचना रवफरजरटर क वनमन मखय िाग होत ह

कवबनट अलमारीनमा सरचना

दरिाजा

फरीजर

वचल र

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शलफ

वनयामक

बलब

मोटर

ऐिोपरटर

मोटर

कणडनसर

कमपरशर

1437 ककरकग िज

विविनन पाक विवधयो जस िनन बक करन गमण करन को एक ही यनतर कवकग रज की सहायता स

सपावदत वकया जा सकता ह िारत म इसका परचलन कम ह परनत पवशचमी दशो म यह बहत परचवलत

ह यह मखयतः दो परकार का होता ह

विदयत चावलत

गस चावलत

सिचनाबनावट

ढाचाफरम

बनणसण

िटटी

दरिाजा

विदयत लमप

उषटमा वनयतरक

सिचावलत घड़ी एि अनय विवशि वयिसथा

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1438 सोलि ककि

इसम समय शवकत और ईधन तीनो की बचत होती ह इसम खाना सौर ऊजाण क माधयम स पकाया

जाता ह गरामीण कषतरो म इसका उपयोग अवधक होता ह तथा सरकार िारा इसक मलय म सवबसडी

िी परदान की जाती ह

सिचनाबनावट यह एक अतयनत सरल उपकरण ह जो दखन एलयवमवनयम बॉकस की िावत

वदखाई दता ह इसी बॉकस म 4 वडबब वसथत होत ह वजनक िीतर खादय पदाथो को रख कर पकाया

जा सकता ह बकस क अनदर की दीिारो पर काल रग का पनट होता ह बकस म दो परकार क ढककन

लग होत ह ऊपर का बड़ा ढककन एलयवमवनयम का बना होता ह इस ढककन क िीतर एक

साधारण दपणण लगा होता ह इस ढककन को विविनन कोणो म समनिवयत (Adjust) कर सकत ह

तावक इस पर सरज की वकरण कवनित हो सक चलह पर पवहय िी लग होत ह वजनक िारा इस धप

िाल सथान की ओर खीचा जा सकता ह काला रग चलह की सयण की वकरणो स उतपनन ताप

अिशोषक कषमता को बढ़ान क वलए परयकत वकया जाता ह

1439 जसि करमकसि गराइडििड परोससि

यह विदयत चावलत यतर ह इसक िारा रसोईघर क नीरस उबाऊ और थकान िर कायण सरलता पिणक

वकए जा सकत ह साधारणतया वमकसर गराइडर एक साथ होत ह परनत किी-किी वमकसर गराइडर क

साथ जसर िी उपवसथत होता ह उपकरण म अनक कायो जस आटा गथना कददकस सलाद वचपस

इतयावद बनान हत कई बलड लग होत ह तब इस फड परोससर कहा जाता ह साधारण बोलचाल की

िाषा म वमकसर गराइडर जसर को वमकसी कहा जाता ह वमकसी रसोईघर का सिाणवधक परचवलत

उपकरण ह इसकी सहायता स कई कायण वमनटोसकनडो म हो जात ह जसः

सख मसालगील मसाल पीसना

ककपसरीपकोड़डोस हत समान घोल (बटर) तयार करना

सलाद बनानाकददकस करना इतयावद

फलो का रस वनकालना

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दही स मकखन वनकालना आवद

करसदधानत वमकसी एक विदयत चावलत यतर ह वमकसी म वसथत मोटर विदयत ऊजाण को यावतरक ऊजाण

म पररिवतणत कर दती ह वमकसर गराइडर म विविनन कायो हत बलड या अटचमट लग रहत ह वजनह

लगाकर कटन पीसन फ टन इतयावद का कायण सरलता स वकया जा सकता ह

सिचनाबनावटः वमकसर गराइडर क वनमन मखय िाग होत ह

जाि या कटनि यह मजबत पलावसटक अथिा सटील का बना होता ह

मोटि वमकसी म विदयत ऊजाण को यावतरक ऊजाण म पररिवतणत करन क वलए मोटर लगी होती ह

यह विनन कषमता िाली होती ह

करवच वमकसी को ऑन-ऑफ करन तथा उसकी गवत को वनयवतरत करन म वसिच का उपयोग

होता ह

अटचमनट बलड रसोईघर क कई कायो जस पीसन फ टन कटन आवद हत इसका परयोग

वकया जाता ह

करवदयत ताि एव पलग

िाित म उपलबध बराडः महाराजा वहाईटलाइन वफवलपस बजाज ऊषा इनालसा कनसटार

इतयावद

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14310 वाटि कलि

िीषण गमी क वदनो म तापमान जब अतयवधक हो जाता ह तब पखो स िी अवत गमण हिा आती हई

परतीत होती ह कलर का परयोग घर क अनदर क तापमान को बाहर की अपकषा ठडा कर दता ह

कलर म पानी का परयोग होन क कारण िाय शीतल हो जाती ह

सिचना कलर िासति म एक परकार का पखा ह यह वटन इसपात या मजबत पलावसटक का चौकोर

अथिा आयताकार वडबबा होता ह इसकी एक दीिार पर पखा लगा होता ह तथा अनय तीन दीिारो

पर घास या वचकखसखस लगी रहती ह कलर क वनचल वहसस म बीच म लोह की एक मोटर लगी

होती ह मोटर की सहायता स ही कलर चलता ह मोटर म पमप तथा इसस जड़ी रबर की तीन िोटी

नवलया लगी होती ह जो कलर की तीनो दीिारो पर पानी फ कती ह वजसस दीिारो पर लगी घास या

वचकखसखस गीली हो जाती ह इसक कारण कमर म हिा क साथ नमी आ जाती ह और िाय

शीतल परतीत होती ह कलर अवधक महगा न होन क कारण सिी आय िगो की पहच क िीतर

होता ह

अभयास परशन 2

सही या गलत बताइए

1 माइिोिि अिन म ऊषटमा रवडएशन िारा इलकरॉन की सहायता स िोजन पकता ह

2 रवफरजरटर का परशीतक पदाथण बहत उछच तापमान पर िाषटपीकत होता ह 3 सोलर ककर बहत ही सरल तथा ससता उपकरण ह

14311 इमिसन िॉड तथा गीजि

सवदणयो म घरल एि सामानय उपयोग हत पानी गमण करना अवनिायण हो जाता ह ऐसी वसथवत म पानी

गीजर अथिा इमरसन रॉड की सहायता स गमण वकया जाता ह गीजर और इमरसन रॉड दोनो क कायण

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करन का वसदधानत एक समान ह गीजर महगा होन तथा सथावपत करन हत पयाणपत एि उवचत सथान

की आिशयकता होन क कारण उछच एि उछच मधयम िगण म ही अवधक परचवलत ह जबवक इमरसन

रॉड ससती एि उपिोकता क परयोग क वलए आसान होन क कारण अवधक उपयोग म लायी जाती ह

आइय इनकी सरचना को समझन का परयास कर

इमिसन िॉड इमरसन रॉड म पानी को गमण करन हत तार लग रहत ह य तार वनवकल 60 परवतशत

लोहा 25 परवतशत तथा िोवमयम 15 परवतशत की वमवशरत धात क बन होत ह विदयत धारा परिावहत

होन पर य तार सिय गमण होकर बतणन म रख पानी को िी गमण कर दत ह रॉड क ऊपरी िाग म कठोर

पलावसटक अथिा बकलाइट का हवडल लगा होता ह तथा इसी स विदयत तार एि तीन पलग की वपन

लगी हई होती ह इमरसन रॉड को पानी स िर डरम अथिा बालटी या वकसी चौड़ बतणन म रखकर

उपयोग वकया जाता ह

गीजि गीजर क कायण करन का वसदधानत िी इमरसन रॉड की िावत ही होता ह यह गोलाकार

अणडाकार चौकोर या आयताकार हो सकता ह इस बाथरमरसोई की दीिार पर टागकर पाइप स

इस परकार जोड़ वदया जाता ह वक एक तरफ स ठणड पानी का आगमन तथा दसरी तरफ स गमण पानी

का वनकास हो सक गीजर की बाहरी सतह इनमल पट की कोवटग क कारण अतयनत आकषणक

वदखाई पड़ती ह यह विनन-विनन कषमता िॉट तथा आयतन क होत ह ितणमान म बाजार म

उपलबध गीजरो म तापमान एि समय वनयतरण की सविधा िी उपलबध होती ह

िाित म उपलबध परमख बराड बजाज हायर पनासोवनक वफवलपस वहलणपल आवद

14312 वकयम कलीनि

घर की साफ-सफाई क वलए िकयम कलीनर का परयोग वकया जाता ह इस वबजली िारा चलाया

जाता ह यह एक लब पाइप क आकार का उपकरण ह वजसम पीि की तरफ एक मोटर लगी होती

ह घर की सफाई करन हत िकयम कलीनर का वसिच ऑन करन पर धल वमटटी तथा अनय परकार की

गदगी वखच कर मशीन क वपिल वहसस म वसथत थली म एकतर हो जाती ह वजस बाद म खोल कर

साफ वकया जा सकता ह इस तार एि तीन वपन क पलग की सहायता स वबजली स जोड़ा जाता ह

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आधवनक समय क िकयम कलीनर को बटरी िारा िी चलाया जा सकता ह तथा आकार एि िार म

यह अतयनत सविधाजनक होत ह इनह एक सथान स दसर सथान पर आसानी स ल जाया जा सकता

ह िारत म इसका परचलन वपिल कि समय स ही बढ़ा ह औदयोवगक ससथानो होटलो इतयावद म

इसका परयोग अवधक वकया जाता ह

सिचनाबनावट िकयम कलीनर क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडीः यह िकयम कलीनर का मखय िाग होता ह जो िोवमयम धात का बना होता ह उततम परकार

की रबर स इस ढक वदया जाता ह इसम पवहय लग होत ह वजनकी सहायता स इस एक सथान स

दसर सथान ल जाया जा सकता ह

िकयम कलीनर क अनय परमख िाग वनमनित ह

थली

वबजली क तार एि पलग

पखा

हतथा

वसिच

14313 कॉिी मकि

कॉफी िारत म ही नही अवपत विशव म एक बह परचवलत पय परदाथण ह यह हमार दवनक जीिन क

खान-पान का एक अविनन िाग ह कॉफी मकर वजस कॉफी परकोलटर िी कहा जाता ह समय एि

शवकत बचान का एक महतिपणण यतर ह यह दो परकार क होत ह

अविदयत कॉफी परकोलटर

विदयत कॉफी परकोलटर

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अकरवदयत कॉिी मकि जसा वक नाम स सपि ह इस परयोग करन हत विदयत की आिशयकता नही

पड़ती ह इस गस चलह या सटोि क ऊपर रखा जाता ह इसम एक कटोरी होती ह वजसम कॉफी

रखी जाती ह वनचल िाग म एक बतणन होता ह वजसम ठडा पानी या दध रखा जाता ह बतणन म

पानी तथा कटोरी म कॉफी रखकर परकोलटर को आच पर रखा जाता ह जब पानीदध उबल जाता

ह इस आच पर स उतार कर कटोरी म रखी कॉफी को फ टकर परयोग करत ह

करवदयत कॉिी मकि इस चलान क वलए विदयत की आिशयकता होती ह यह दो परकार क होत ह

असिचावलत

सिचावलत

अवचाकरलत करवदयत कॉिी मकि इसम समय सचक एि ताप वनयतरक उपवसथत नही होता ह

अतः कॉफी बनात समय इसम अवधक धयान दन की आिशयकता होती ह

वचाकरलत करवदयत कॉिी मकि यह अतयनत सविधाजनक होता ह कॉफी बनात समय इस पर

अवधक धयान दन की आिशयकता नही पड़ती ह इसम परकाशताप सकतक एि समय वनयतरण जसी

सविधाए होती ह वजसस कॉफी बनान का कायण सितः ही सचावलत हो जाता ह अतः इसम समय

की बहत बचत होती ह

14314 करवदयत कतली

यह विदयत चावलत यतर ह वजसम चाय बनान पानी गमण करन सप बनान अडा एि मकका उबालन

नडल बनान जस कायण वकए जा सकत ह इसम विदयतीय ऊजाण ऊषटमीय ऊजाण म पररिवतणत हो जाती

ह वजसस ऊषटमा उतपादक तार गमण हो जाता ह तथा इसक समपकण म आन िाल खादय एि पय पदाथण

िी गमण हो जात ह

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बनावटसिचना इस उपकरण क वनमन मखय िाग होत ह

बॉडी

ढककन

हवडल

उषटमा उतपादक तार

थरी वपन पलग एि तार

14315 आयिनइसतरी

इसतरी क परयोग स िसतर निीन चमकदार एि सनदर वदखाई दत ह यह कपड़ो को आकषणक बनान की

सिाणवधक परचवलत एि ससती विवध ह इसतरी क कई परकार हो सकत ह

कोयल िाली इसतरी

विदयत इसतरी

विदयत इसतरी वनमन परकार की हो सकती ह

असिचावलत इसतरी

सिचावलत इसतरी

िाप िाली इसतरी

विदयत इसतरी विदयत चावलत होन क कारण अतयनत सविधाजनक होती ह इसस समय एि शवकत

दोनो की बचत होती ह

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 303

अवचाकरलत इसतरी यह विदयत चावलत होती ह परनत इसम ताप वनयतरक नही होता ह इस परकार

की इसतरी का परयोग करत समय कपड़ो को जलन स बचान क वलए वसिच को बार-बार ऑनऑफ

करना पड़ता ह

वचाकरलत इसतरी यह अतयनत सविधाजनक होती ह इसम िसतरो क रशो क परकार क अनरप ताप

वनयतरक जस नायलॉन पॉवलएसटर सत ऊन रशम वलनन इतयावद अवकत होत ह इसस िसतरो क

जलन की सिािना नही रहती ह

िाप वाली इसतरी यह आधवनक परकार की इसतरी ह यह सिचावलत होती ह एि िसतरो को इसतरी

करन स पिण इसम वसथत सपर िारा अथिा उपलबध िाप िारा इसतरी करन पर कपड़ा सिछि एि

अवधक आकषणक हो जाता ह

इसकी बनािट कि इस परकार की होती ह वक इसम पानी िरन एि िाप बनकर वनकलन का

समवचत परबनध होता ह इसतरी गमण करन पर पानी गमण होकर िाप बनन लगता ह और इसका बटन

दबाकर िसतर म इवछित सथान पर पानी विड़का जा सकता ह

सिचनाबनावट इसक मखय िाग वनमनित ह

ढाचा

िार

ऊषटमा उतपादक तार

हवडल

ताप वनयतरक

विदयत वपनतार

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 304

14316 वॉकरशग मशीन

हाथ स िसतर धोन म समय और शवकत का अवधक अपवयय होता ह साथ ही हाथ स धल हए िसतरो

को सखन म अवधक समय लगता ह िॉवशग मशीन म वनयवनतरत ताप एि समय क अनसार िसतरो को

धोया एि सखाया जा सकता ह अनय घरल उपकरणो की तलना म िॉवशग मशीन एक महगा

उपकरण ह तथा इसम विदयत तथा जल की अनिरत आपवतण की आिशयकता िी पड़ती ह अतः

वजन घरो म यह सविधा न हो िहा पर िॉवशग मशीन का परयोग वकया जाना सिि नही होता ह

वॉकरशग मशीन क परकाि

पणय वाचाकरलत इस फली ऑटोमवटक िॉवशग मशीन िी कहा जाता ह यह कीमत म महगी

परनत अतयनत सविधाजनक िॉवशग मशीन ह इसम तापमान तथा समय वनयतरण तथा िसतरो क रश

क अनसार धलाई वसथवतयो को तय करन की सविधा िी उपलबध होती ह

धलाई करथकरतया

परी िॉश अतयवधक मल कपड़ो क वलए

हिी िॉश मल कपड़ो क वलए

नॉमणल िॉश सामानय कपड़ो क वलए

वकिक िॉश झटपट धलाई क वलए

तापमान 20 स 90 वडगरी सवलसयस तक

डरायि ऑनऑफ

करपनः ऑनऑफ

एक बार मशीन क िीतर कपड़ डाल दन पर तथा धलाई वसथवतयो को तय कर दन पर कपड़ो की

धलाई पणण होन पर ही मशीन पर धयान दन की आिशयकता पड़ती ह इसम डरायर (कपड़ सखान)

की सविधा िी होती ह वजसकी सहायता स कपड़ो को आसानी स सखाया जा सकता ह आधवनक

पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

उततराखणड मकत विशवविदयालय 305

समय म नय-नय आविषटकारो क कारण मशीन की कायणकषमता म अितपिण िवदध हो गयी ह जस दाग

धबब िटान की सविधा हड िॉश की सविधा इतयावद आप अपन बजट एि आिशयकता क

अनसार िॉवशग मशीन खरीद सकत ह

अधय वाचाकरलत जसा वक नाम स सपि ह यह समी ऑटोमवटक िॉवशग मशीन ह वजसम कपड़

धोए जा सकत ह परनत इसम पणण सिाचावलत जसी सविधाए नही होती ह

अभयास परशन 3

वनमन को एक िाकय म पररिावषत कीवजए

1 अविदयत कॉफी परकोलटर

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2 िाप िाली इसतरी helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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3 िॉवशग मशीन की धलाई वसथवतया helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip

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पारिवारिक ससाधन परबनधन HSC 101

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144 सारााश इस इकाई क अधययन क उपरानत आपन जाना वक कि घरल उपकरण सरचना कायण विवध तथा

कायण वसदधानत की दवि स अतयनत सरल होत ह य उपकरण अपनी कायण कशलता उतपादकता एि

कम मलय क कारण आज हमारी दवनक आिशयकता बन गए ह िारतीय घरो म परयकत कि परमख

उपकरणो क विषय म आपन विसतारपिणक समझा य सिी उपकरण कायण को सरलीकत कर जीिन

की गणितता को शरषठ बनान म हमारी सहायता करत ह

145 पाररभाषिक शबदावली वनट टयब परशर ककर क ढककन क बीचो-बीच वसथत टयब वजसका मखय कायण ककर क

िीतर वनवशचत मातरा स अवधक बनी हई िाप को दबाि कम वकए वबना बाहर वनकालना होता ह

करमकसि टयब गस क चलह क बनणर हड क नीच वसथत िह िाग वजसम गस ऑकसीजन क

साथ वमवशरत होकर िली-िावत नीली लौ क साथ जलन लगती ह

िगलटि वसलनडर का एक अतयनत महतिपणण िाग वजसस गस वनयवतरत मातरा म धीर-धीर बनणर

तक पहचती ह

सोलि ककि इसम खाना सौर ऊजाण क माधयम स पकाया जाता ह वजसस समय शवकत और

ईधन तीनो की बचत होती ह

पणय वाचाकरलत वॉकरशग मशीन फली ऑटोमवटक िॉवशग मशीन वजसम तापमान तथा

समय वनयतरण क साथ िसतरो क रश क अनसार धलाई वसथवतयो को तय करन की सविधा िी

उपलबध होती ह

146 अभयास परशनो क उततर अभयास परशन 1

ररकत सथान िररए

1 सतपत हाइडरोकाबणन 2 नीला रग

3 िाप क दबाि

अभयास परशन 2

सही या गलत बताइए

1 सही 2 गलत

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3 सही

अभयास परशन 3

वनमन को एक िाकय म पररिावषत कीवजए

1 अविदयत कॉफी परकोलटर इस परयोग करन हत विदयत की आिशयकता नही पड़ती ह इसक

अनदर बतणन म पानी तथा कॉफी रखकर परकोलटर को चलह या सटोि क ऊपर आच पर रखा

जाता ह जब पानीदध उबल जाता ह इस आच पर स उतार कर कटोरी म रखी कॉफी को

फ टकर परयोग करत ह

2 िाप िाली इसतरी यह आधवनक परकार की सिचावलत इसतरी होती ह िसतरो को इसतरी करन स पिण

इसम उपलबध िाप िारा इसतरी करन पर कपड़ा सिछि एि अवधक आकषणक हो जाता ह

3 िॉवशग मशीन की धलाई वसथवतया

परी िॉश अतयवधक मल कपड़ो क वलए

हिी िॉश मल कपड़ो क वलए

नॉमणल िॉश सामानय कपड़ो क वलए

वकिक िॉश झटपट धलाई क वलए

147 सनदभण गरनथ सची 1 डा० िनदा वसह गह परबनध एि आनतररक सजजा गयारहिा ससकरण पचशील परकाशन

जयपर

2 डा0 बी0 डी0 हरपलानी गह परबनध परथम ससकरण सावहतय परकाशन आगरा

3 डा0 मज पाटनी एि डा0 लवलता शमाण गह परबनध सटार पवबलकशनस आगरा

4 Guidelines for Energy Service Product Provider

(httpwwwenergystarcom)

5 Bureau of Indian Standards Official website ldquoProduct Certification

Schemerdquo (httpwwwbisorgincertproducthtml)

6 ldquoTimes of Indiardquo Aug 3 2011 ldquoTrader fined for selling fake ISI marked

goods Article

7 National Institute of Open Schooling ldquoWise Buyingrdquo

(httpwwwniosacin)

8 Energy efficiency (httpwwwhomeconstructionimprovementcom)

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उततराखणड मकत विशवविदयालय 308

148 ननबनधातमक परशन 1 दवनक जीिन म आिशयक कि परमख घरल उपकरणो क कायण परकार एि उनक कायण वसदधातो

की वयाखया कीवजए

2 दवनक जीिन म आिशयक कि परमख घरल उपकरणो की वनमन वबनदओ क अनतगणत सची

बनाइए

िमाक उपकरण का नाम उपकरणो म परयकत सामगरी उपकरणो की यावतरकी

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