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DAILY PRE TO MAINS FOR IAS PCS BY EXAM MADE EASY FREE EXAM MADE EASY

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  • DAILY PRE TO MAINS

    FOR IAS PCS BY EXAM MADE EASY FREE

    EXAM MADE EASY

  • FOR PRE EXAM(MCQ’S)

    [1]

    ‘अराकू घाटी’ (Araku Valley) निम्ननिनित में से ककस राज्य में अवनथित है?

    A)

    नहमाचि प्रदशे

    B)

    केरि

    C)

    उत्तरािंड

    D)

    आंध्र प्रदशे

    Hide Answer -

    उत्तर: (d)

    व्याख्या:

    ‘अराकू घाटी’ (Araku Valley)

    Araku-Ghati

    अराकू घाटी आंध्र प्रदशे राज्य के उत्तर-पूवव में अवनथित एक घाटी क्षेत्र ह।ै यह पूवी घाट पववत श्रंििा के घिे जंगिों से नघरा क्षेत्र ह।ै

    ध्यातव्य ह ैकक हाि ही में कॉफी बोडव द्वारा आंध्र प्रदशे राज्य के नवशािापत्तिम नििे में नथित अराकू घाटी के जिजातीय समुदायों

    द्वारा नवकनसत की जािे वािी कॉफी की नवनशष्ट पहचाि के संरक्षण के निये भौगोनिक संकेतकों (geographical indication-GI) के

    अंतगवत ‘अराकू कॉफी’ के पंजीकरण के निये आवेदि ककया गया है।

  • कें द्र सरकार द्वारा कॉफी बोडव के िररये ‘एकीकर त कॉफी नवकास पररयोजिा’ को कियानववत कर अराकू घाटी में कॉफी उत्पादि को

    बढावा दिेे का कायव ककया जा रहा है, नजसके अंतगवत पुिरोपण एवं नवथतार, जि संचयि एवं ससंचाई के बुनियादी ढााँचे के निमावण

    और कॉफी एथटेट के पररचािि के मशीिीकरण के निये नवत्तीय सहायता प्रदाि करिे के साि-साि क्षमता निमावण कायविमों के

    आयोजि तिा संबंनित क्षेत्रों में प्रदशवि के निये तकिीकी सहायता प्रदाि करिा शानमि ह।ै इस पररयोजिा के माध्यम से कॉफी बोडव

    अराकू कॉफी के सामूनहक नवपणि को एस.एच.जी. तिा उत्पादक समूहों के निये प्रनत ककिोग्राम 10 रुपये का प्रोत्साहि दकेर और

    अनिक सुनविाजिक बिािे का कायव कर रहा ह।ै

    अराकू घाटी क्षेत्र में उत्पाकदत होिे वािी अरेनबका कॉफी एक उत्तम गुणवत्ता वािी नवशेष कॉफी के रूप में अंतरावष्ट्रीय थतर पर

    िोकनप्रय है। इसी को ध्याि में रिते हुए कॉफी बोडव िे दशे में उत्पाकदत होिे वािी नवनभन्न कॉफी ककथमों के निये उिकी भौगेनिक

    नवनशष्टता के आिार पर नवशेष िोगो नवकनसत ककया ह।ै साि ही, यह थवयं के द्वारा प्रनतवषव आयोनजत की जािे वािी ‘फ्िेवर ऑफ

    इंनडया-द फाइि कप अवाडव’ (“Flavour of India-The Fine Cup Award”) प्रनतयोनगता में भाग िेिे के निये कॉफी उत्पादकों को

    प्रोत्सानहत करता है।

    [2]

    ‘फाथटैग’ (FASTag) के संबंि में निम्ननिनित में से कौि-सा/से किि सत्य ह/ैहैं?

    यह एक तकिीकी उपकरण है, जो ‘रेनडयो किक्वें सी पहचाि तकिीक’ के माध्यम से टोि प्िािा पर कैश के िेि-दिे को कम्पप्यूटरीकर त

    कर कैश ट्ांसफर मैकेनिज़्म को सरि बिाता ह।ै

    इसे भारत सरकार के नवज्ञाि एवं प्रौद्योनगकी मंत्रािय द्वारा िॉवच ककया गया है।

    कूट:

    A)

    केवि 1

    B)

    केवि 2

    C)

    1 और 2 दोिों

    D)

    ि तो 1 और ि ही 2

  • Hide Answer -

    उत्तर: (a)

    व्याख्या:

    ‘फाथटैग’ (FASTag)

    यह एक ऐसा तकिीकी उपकरण है, जो वाहि के आगे के सवंडथिीि पर नचपका हुआ होता ह ैतिा टोि प्िािा पर कैश के िेि-दिे को

    कम्पप्यूटरीकर त कर कैश ट्ांसफर मैकेनिज़्म को ‘रेनडयो किक्वें सी पहचाि तकिीक’ (RFID Technology) के प्रयोग से सरि बिाता ह।ै

    इसमें टोि भुगताि को सीिे सिंक ककये गए प्रीपेड या बचत िाते से ककया जाता ह।ै यह प्रणािी अंतर-संचानित ह ैतिा ‘राष्ट्रीय

    इिेक्ट्ट्ॉनिक टोि संग्रह कायविम’ [National Electronic Toll Collection (NETC) program] के तहत सभी टोि प्िाजाओं में इसका

    इथतेमाि ककया जा सकता है।

    इस यंत्र को भारत सरकार के ‘सड़क पररवहि और राजमागव मंत्रािय’ के अिीि कायवरत ‘भारतीय राष्ट्रीय राजमागव प्रानिकरण’

    (National Highways Authority of India - NHAI) द्वारा राष्ट्रीय राजमागों पर टोि फाटकों पर होिे वािी भीड़ को कम करिे के

    उद्देश्य से िॉवच ककया गया िा।

    गौरतिब ह ैकक कें द्रीय सड़क पररवहि और राजमागव मंत्री द्वारा हाि ही में राजमागव प्रयोक्ताओं को सशक्त बिािे के निये एक

    मोबाइि एप (Sukhad Yatra mobile application) तिा टोि िी इमरजेंसी िंबर (1033) िॉवच ककया गया ह।ै इस एप को

    ‘भारतीय राष्ट्रीय राजमागव प्रानिकरण’ (National Highways Authority of India- NHAI) द्वारा नवकनसत ककया गया ह।ै इसके

    माध्यम से राजमागव प्रयोक्ता सड़कों की गुणवत्ता संबंिी जािकारी दजव करिे (गड्ढ ेकी जािकारी सनहत) के साि-साि राजमागव पर हुई

    ककसी अनप्रय दघुवटिा को दजव कर सकें गे। यह प्रयोक्ताओं को टोि प्िाजाओं पर तिा अवय सुनविा कायों में िगिे वािे अपेनक्षत इंतजार

    समय से संबंनित रीयि टाइम डेटा प्रदाि करेगा। साि ही, इस एप के माध्यम से उपयोगकतावओं द्वारा फाथटैग टैग िरीदिे तिा हाइवे

    उपयोगकताव के अिुभव को और अनिक सुनविाजिक बिािे का प्रयास ककया जाएगा।

    [3]

    कंप्यूटर जगत में डी.डॉस अटैक (DDoS attack) का अिव निम्ननिनित में से क्ट्या है?

    A)

    डीिेगमेंटेड नडथक ऑपरेटटंग नसथटम अटैक

    B)

    नडनथट्ब्यूटेड नडथक ऑपरेटटंग नसथटम अटैक

  • C)

    नडनथट्ब्यूटेड नडिायि ऑफ सर्ववस अटैक

    D)

    डीिेगमेंटेड नडिायि ऑफ ऑपरेटटंग नसथटम अटैक

    Hide Answer -

    उत्तर: (c)

    व्याख्या:

    DDoS attack (Distributed Denial of Service attack)

    DDOS

    यह एक मैिवेयर (malicious software i.e., Saposhi, Reaper and Mirai) अटैक है, नजसके अंतगवत Bot Command के माध्यम से

    सववर पर उसकी क्षमता से अनिक सपंग (ping) एक साि ककया जाता ह,ै नजससे सववर िैश हो जाता ह ैतिा पररणामथवरूप सववर द्वारा

    उपभोक्ताओं को दी जा रही सेवा बानित हो जाती ह।ै

    ‘बॉट’ (Bot)

    यह थवचानित रूप से कायव करिे के निये बिाया गया एक कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो मुख्य रूप से इंटरिेट पर उपनथित जािकाररयों को

    इकट्ठा करिे एवं एक ही प्रकार के कायव को बार-बार करिे के निये प्रयोग में िाया जाता ह।ै यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जो पीनड़तों के

    कम्पप्यूटसव के साि सामंजथय थिानपत कर इिके महत्त्वपूणव एवं संवेदिशीि जािकाररयों का अवय दभुावविापूणव गनतनवनियों के निये

    प्रयोग करता है। इस प्रकार की गनतनवनियों को Bot's Command and Control Server के द्वारा निदनेशत ककया जाता ह ैतिा

    Botnet या Compromised मशीिों के एक िेटवकव के माध्यम से कायावनववत ककया जाता ह।ै

    Botnet

    [4]

    बहुप्रचनित ‘ऑथकसव पुरथकार’ (Oscars Award) के संबंि में निम्ननिनित में से कौि-सा/से किि सत्य ह/ैहैं?

    इसे ‘अकेडमी अवाडव’ के िाम से जािा जाता ह।ै

  • इस अवाडव को प्रनतवषव अमेररका के ‘अकेडमी ऑफ मोशि नपक्ट्चर आर्टसव एंड साइंसेि’ (AMPAS) िामक संथिाि द्वारा प्रदाि ककया

    जाता ह।ै

    इस मंच के द्वारा हॉिीवुड के सववश्ेष्ठ किाकारों के साि-साि अवय अंतरावष्ट्रीय कफल्मों के सववश्ेष्ठ प्रनतभाओं को भी सम्पमानित ककया

    जाता ह।ै

    कूटः

    A)

    केवि 1 और 2

    B)

    केवि 2 और 3

    C)

    केवि 1 और 3

    D)

    1, 2 और 3

    Hide Answer -

    उत्तरः (d)

    व्याख्याः

    ‘अकेडमी अवाडव/ ऑथकसव’ (Academy Award/ Oscars)

    ‘अकेडमी पुरथकार’ को ही ‘ऑथकसव’ के िाम से भी जािा जाता ह।ै इस अवाडव को वषव 1929 से प्रनतवषव संयुक्त राज्य अमेररका के

    ‘अकेडमी ऑफ मोशि नपक्ट्चर आर्टसव एंड साइंसेि’ (Academy of Motion Picture Arts and Sciences - AMPAS) िामक संथिाि

    द्वारा प्रदाि ककया जाता ह।ै इसके द्वारा हॉिीवुड के सववश्ेष्ठ किाकारों सनहत अवय अंतरावष्ट्रीय कफल्मों के सववश्ेष्ठ प्रनतभाओं को भी

    सम्पमानित ककया जाता ह।ै गौरतिब ह ैकक इस वषव ‘ऑथकसव समारोह’ का 90वााँ संथकरण आयोनजत ककया गया ह।ै इस समारोह के

    दौराि प्रदाि ककये गए कुछ महत्त्वपूणव अवाडव निम्ननिनित हैं-

    Darkset

  • Animated

    [5]

    ‘सुपर-अिव’ (Super Earth) के संबंि में निम्ननिनित में से कौि-सा/स ेकिि सत्य ह/ैहैं?

    यह एक ‘एक्ट्थट्ा सोिर प्िैिेट’ है, नजसका द्रव्यमाि परथ्वी के द्रव्यमाि से अनिक होता ह।ै

    इि ग्रहों पर पाया जािे वािा परथ्वी के समाि वातावरण इिकी प्रमुि नवनशष्टता ह।ै

    कूटः

    A)

    केवि 1

    B)

    केवि 2

    C)

    1 और 2 दोिों

    D)

    ि तो 1 और ि ही 2

    Hide Answer -

    उत्तरः (a)

    व्याख्याः

    'सुपर-अिव’ (Super Earth)

    यह एक ‘एक्ट्थट्ा सोिर प्िैिेट’ (Extra Solar Planet) है, नजसका द्रव्यमाि ‘परथ्वी’ के द्रव्यमाि से अनिक, ककंतु सौर प्रणािी के बफीिे

    कदग्गज ग्रहों यूरेिस तिा िेप््यूि के द्रव्यमाि से कम होता ह।ै गौरतिब ह ैकक यूरेिस तिा िेप््यूि का द्रव्यमाि परथ्वी के द्रव्यमाि से

    िमशः 15 और 17 गुणा अनिक ह।ै

  • ध्यातव्य ह ैकक यह केवि और केवि इि ग्रहों के द्रव्यमाि से ही संबंनित है, परथ्वी की सतही अिवा वातावरणीय नथिनतयों (तापमाि,

    आद्रवता, वायु आकद) से इिका कोई भी संबंि िहीं है। अतः कदये गए प्रश्न का किि (2) असत्य ह।ै

    अमेररका नथित ‘हाववडव-नथमिसोनियि सेंटर फॉर एथट्ोकफनजक्ट्स’ (CfA) के शोिकतावओं द्वारा हाि ही में तीि िए एक्ट्िोप्िैिेर्टस की

    िोज की गई है, नजिकी नत्रज्या परथ्वी की नत्रज्या का िमशः 1.6, 1.3 तिा 2.1 गुणा ह;ै तिा इि सभी को ‘सुपर-अिव’ के रूप में

    वगीकर त ककया गया ह।ै

    FOR PRE EXAM

    अराकू घाटी में नवकनसत कॉफी के निये GI टैग की मांग

    GI-Tag

    प्रमुि सबंद ु

    कॉफी बोडव िे आंध्र प्रदेश के नवशािापत् तिम नजिे में नथित अराकू घाटी के जिजातीय समुदायों द्वारा नवकनसत की जािे वािी अरेनबका कॉफी हतेु

    भौगोनिक संकेतक टैग के पंजीकरण के निये आवेदि ककया ह।ै

    अराकू घाटी क्षेत्र में उत् पाकदत होिे वािी अरेनबका कॉफी एक उत् तम गुणवत् ता वािी नवशेष कॉफी के रूप में अंतराव ट्ीय थ तर पर िोकनप्रय ह।ै

    कें द्र सरकार कॉफी बोडव के िररये ‘एकीकर त कॉफी नवकास पररयोजिा’ कियानववत कर अराकू घाटी में कॉफी उत् पादि को बढावा दे रही ह।ै

    इस योजिा में पुिरोपण एवं नवथतार, जि संचयि एवं ससंचाई के बुनियादी ढााँचे का निमावण और कॉफी एथटेट के पररचािि हतेु मशीिीकरण के

    निये नवत् तीय सहायता प्रदाि करिा शानमि ह।ै

    कॉफी बोडव द्वारा हर साि आयोनजत की जािे वािी ‘फ्िेवर ऑफ इंनडया-द फाइि कप अवाडव’ प्रनतयोनगता में भाग िेिे के निये कॉफी उत् पादकों को

    प्रोत् सानहत भी ककया जाता ह।ै

    भारत में कॉफ़ी की ककथमें

    भारत में कॉफ़ी की दो ककथमों-अरेनबका एवं रोबथटा की िेती की जाती ह।ै

    अरेनबका मरद ुकॉफ़ी ह ैपर इसकी फनियााँ अनिक िुशबूदार होिे के कारण रोबथटा फनियों की तुििा में इसका बािार मूल्य अनिक ह।ै रोबथटा की

    तुििा में अरेनबका उच्च अक्षांशों में उगाई जाती हैं।

    15 नडग्री सेनल्सयस से 25 नडग्री सेनल्सयस के बीच का ठंडा और सम तापमाि अरेनबका के निये उपयुक्त ह ैजबकक रोबथटा के निये 20 नडग्री सेनल्सयस

    से 30 नडग्री सेनल्सयस के तापमाि के साि गमव और उन्नत तापमाि उपयुक्त ह।ै

    परंपरागत रूप से भारत में कॉफ़ी की किावटक, केरि एवं तनमििाडु राज्यों के पनिमी घाट क्षेत्र में कर नष होती ह।ै अब यह आंध्र प्रदेश और ओनडशा के

    गैर- परंपरागत क्षेत्रों के साि-साि पूवोत्तर राज्यों में भी तेिी से बढ रही ह।ै

    पोंगािा उत्सव (PONGALA FESTIVAL)

  • Pongala Festival

    पोंगािा दनक्षण भारत में मिाया जािे वािा एक प्रमुि महोत्सव ह ैनजसे केरि की राजिािी नतरुविंतपुरम नथित अट्टकि भगवती मंकदर में िूमिाम

    से मिाया जाता ह।ै इस वषव उत्सव 2 माचव से शुरू हुआ िा।

    प्रमुि सबंद ु

    दस कदिों तक चििे वािा पोंगािा उत्सव मियािम महीिे ‘मकरम-कंुभम’ के अिुसार शुरू होता ह।ै

    पोंगािा इस उत्सव पर बिाई जािे वािी एक निचड़ी को कहा जाता ह ैनजसे चावि, गुड़ और िाररयि से बिाया जाता ह।ै

    इस उत्सव में अनिकतर मनहिाएाँ ही सनम्पमनित होती हैं। इसनिये इस मंकदर को मनहिाओं का सबरीमािा भी कहा जाता हैं।

    2009 में इस उत्सव को मनहिाओं की सबसे बड़ी िार्मवक भागीदारी के चिते नगिीि बुक ऑफ वल्डव ररकॉर्डसव में भी शानमि ककया गया िा।

    इस उत्सव में 13 वषव से कम उम्र के बच्चों द्वारा ‘कुनियोट्टम’ िामक एक पारंपररक िरत्य भी ककया जाता ह।ै हाि ही में केरि राज्य बाि अनिकार

    संरक्षण आयोग द्वारा इस मामिें का थवत: संज्ञाि िेिे पर यह चचाव में रहा।

    थिािीय पौरानणक किाओं के अिुसार पोंगािा त्योहार तनमि महाकाव्य 'नसिप्पाकदकारम’ (Silappadhikaram) की िानयका कन्नगी की थमरनत में

    मिाया जाता ह ैनजसिे अपिे पनत कोविि के साि हुए अवयाय का बदिा िेिे के निये मदरुई शहर को शाप देकर िष्ट कर कदया िा।

    पयवटि क्षेत्र को बढावा देिे के निये पहिें

    PRASAD

    पयवटि मंत्रािय द्वारा थवदेश दशवि योजिा के तहत अब तक 5600 करोड़ रुपए की रानश थवीकर त की जा चुकी ह।ै वहीं, प्रसाद योजिा के अंतगवत अब

    तक 23 पररयोजिाओं के निये 687.92 करोड़ रुपए की रानश थवीकर त की गई ह ै।

    प्रमुि सबंद ु

    तीिवयात्रा कायाकल्प और आध्यानत्मक, नवरासत संवर्द्वि पर राष्ट्रीय नमशि (PRASAD) का उदे्दश्य पहचािे गए तीिव और नवरासत थििों का समग्र

    नवकास करिा ह।ै

    प्रसाद योजिा के तहत अजमेर, अमरावती, अमरतसर, द्वारका, गया, कामाख्या, कांचीपुरम, केदारिाि, मिुरा, पटिा, पुरी, वाराणसी और वेिांकिी

    शहरों को शानमि ककया गया ह।ै

    िीम आिाररत पयवटक पररपिों के एकीकर त नवकास के निये थवदेश दशवि योजिा शुरू की गई ह।ै

    इस योजिा के तहत 13 िीम आिाररत पयवटि सर्कव ट की पहचाि की जा चुकी ह ैनजिमें उत्तर-पूवी भारत सर्कव ट, बौर्द् सर्कव ट, नहमाियी सर्कव ट,

    तटीय सर्कव ट, कर णा सर्कव ट, रेनगथताि सर्कव ट, जिजातीय सर्कव ट, पयाववरणीय सर्कव ट, ववयजीवि सर्कव ट, ग्रामीण सर्कव ट, आध्यानत्मक सर्कव ट, रामायण

    सर्कव ट और िरोहर सर्कव ट शानमि हैं|

    पयवटि मंत्रािय िे नवत्तीय वषव 2017-18 के दौराि देश के नवनभन्न थििों और पयवटि उत्पादों को बढावा देिे के निये अतुल्य भारत 2.0 अनभयाि

    शुरू ककया ह।ै

  • इसमें महत्वपूणव और संभानवत बाजारों के रूप में नवदेशों में आध्यानत्मक, नचककत्सा और थवाथथ्य पयवटि को भी बढावा कदया जायेगा। इसके अिावा

    सामावय प्रमोशिि गनतनवनियों की बजाय अब बािार कें कद्रत प्रचार योजिाओं और कंटेंट के साि पयवटि को प्रोत्साहि कदया जाएगा।

    यूिेथको की अमूतव सांथकर नतक नवरासत थिि की सूची में भारत के थिाि

    UNESCO

    कें द्रीय संथकर नत मंत्रािय के तहत थवायत्त संगठि संगीत िाटक अकादमी अमूतव सांथकर नतक नवरासत से संबंनित मामिों के निये िोडि कायाविय ह ैजो

    यूिेथको की प्रनतनिनि सूची में िामांकि के निये दथतावेि तैयार करिे का भी कायव करता ह।ै

    मािवता की अमूतव सांथकर नतक नवरासत (Intangible cultural heritage-ICH) के यूिेथको की प्रनतनिनि सूची में अब तक भारत के 13 तत्त्व शानमि

    ककये जा चुके हैं।

    अमूतव सांथ कर नतक नवरासत (ICH) क्ट् या ह?ै

    नवरासत नसफव थ मारकों या किात्मक वथ तुओं के संग्रहण तक ही सीनमत िहीं होता ह।ै इसमें उि परंपराओं एवं प्रभावी सोचों को भी शानमि ककया

    जाता ह ैजो पूववजों के माध्यम से अगिी पीढी को प्राप् त होती हैं। जैसे- मौनिक रूप से चि रही परंपराएं, किा प्रदशवि, िार्मवक एवं सांथ कर नतक उत् सव

    और परंपरागत नशल् पकिा आकद।

    यह अमूतव सांथ कर नतक नवरासत अपिी प्रकर नत के अिुरूप क्षणभंगुर ह ैऔर इसे संरक्षण प्रदाि करिे के साि-साि समझिे की भी आवश् यकता ह ैक्ट् योंकक

    वैश् वीकरण के इस बढते दौर में सांथ कर नतक नवनविताओं को अक्षु ण रििा एक महत्त्वपूणव कारक ह।ै

    भारत के ICH तत्त्व

    कुरटयट्टम, संथ कर त रंगमंच (2008)

    वैकदक मंत्रोच्चारण की परंपरा (2008)

    रामिीिा – रामायण का परंपरागत मंचि (2008)

    रम्पमि : गढवाि नहमािय का िार्मवक उत्सव और पारंपररक रंगमंच (2009)

    छऊ िरत्य (2010)

    राजथिाि का कािबेनिया िोकगीत और िरत्य (2010)

    केरि का पारंपररक रंगमंच और िरत् य िाटक मुकदयेत् तू (Mudiyettu) (2010)

    िद्दाि का बौर्द् मंत्रोचार : पार-नहमाियी िद्दाि क्षेत्र, जम्प मू और कश् मीर में पनवत्र बौर्द् पाठों का आख् याि (2012)

    संकीतवि : मनणपुर का अिु ठानिक गायि, ढोि वादि और िरत् य (2013)

    जांनडयािा गुरु (पंजाब) के ठठेरों की पीति और तांबे के बतवि बिािे की पारंपररक किा (2014)

    िवरोि-पारसी िववषव (2016)

    योग (2016)

    कुम्पभ मेिा (2017)

  • FOR MAINS PAPER-1

    -प्रश्न. वतवमाि समय में नहवद व प्रशांत महासागर में कोरि ब्िीसचंग की घटिाओ में अत्यनिक वरनर्द् हुई

    ह।ै कोरि ब्िीसचंग के प्रमुि कारणों का उल्िेि करते हुए इसके रोकिाम के कुछ उपाय सुझाइये।

    उत्तर.

    उत्तर की रूपरेिा

    कोरि ब्िीसचंग का आशय

    कोरि ब्िीसचंग के कारण

    कोरि ब्िीसचंग की रोकिाम हतेु सुझाव

    जब तापमाि, प्रकाश या पोषण में ककसी भी पररवतवि के कारण कोरि तिाव महसूस करते हैं तो वे

    अपिे ऊतकों में निवास करिे वािे सहजीवी शैवाि जूजैििेिे को निकानसत कर दतेे हैं नजस कारण

    प्रवाि सफेद रंग में पररवर्तवत हो जाते हैं। इस घटिा को कोरि ब्िीसचंग या प्रवाि नवरंजि कहते हैं।

    सहदं महासागर, प्रशांत महासागर और कैररनबयाई महासागर में कोरि ब्िीसचंग की घटिाएाँ सामावय

    रूप से घरटत होती रही हैं परंतु वतवमाि समय में ग्िोबि वार्मिंग के कारण िगातार समुद्र के बढते

    तापमाि व अि-िीिो के कारण प्रवाि या मंूगे का बढे पैमािे पर क्षय हो रहा ह।ै

    कोरि ब्िीसचंग के कारण

    कोरि की वरनर्द् गमव उििे पािी में होती है, नजसे प्रचुर मात्र में प्रकाश प्राप्त होता ह।ै हािााँकक इसकी

    कुछ प्रजानतयााँ ठंड ेव गहरे जि में भी जीनवत रहती ह।ै कुछ कोरि प्रजानतयााँ गहरे व ठंड ेजि में भी

    जीनवत रहती हैं। ज्यादातर कोरि उस जि में पाए जाते हैं जो अनिकतम संभानवत तापमाि (नजसे यह

    बदावश्त कर सकता ह)ै 29ºC के करीब हो। इसका अिव यह ह ैकक महासागर के तापमाि में मामूिी वरनर्द्

    भी कोरि को क्षनत पहुाँचा सकती ह।ै अि-िीिो की घटिा के द्वारा भी समुद्री तापमाि में वरनर्द् होती है,

    प्रवाि या मंूगे का क्षय होता ह।ै

  • औद्योनगक िांनत के पररणामथवरूप वातावरण में िगातार काबवि डाईऑक्ट्साइड की मात्रा बढ रही ह ै

    नजसका महासागरों के द्वारा बहुत बड़ ेपैमािे पर अवशोषण ककया जाता ह।ै इस कारण से महासागरीय

    जि में अम्पिीयता बढती ह।ै इससे प्रवािों की कंकाि निमावण की क्षमता घटती ह ैऔर यह प्रवािों के

    अनथतत्व के निये हानिकारक होता ह।ै

    सूयव से आिे वािी पराबैंगिी नवककरण कोरि ब्िीसचंग को बढावा देती ह।ै

    रासायनिक प्रदषूण और बढी हुई मौनिक पोषक तत्त्वों की सांद्रता जूजैििेिी के घित्व में वरनर्द् कर

    दतेी ह।ै इससे कोरि की रोगों के प्रनत प्रनतरोिकता में कमी आती ह।ै

    अनत मत्थयि, कर नष व औद्योनगक अपवाह का प्रदषूण, कोरि ििि, कोरि पाररनथिनतक तंत्र के आस-

    पास औद्योनगक गनतनवनियााँ आकद भी कोरि ब्िीसचंग के प्रमुि कारण हैं।

    कोरि ब्िीसचंग की रोकिाम हतेु सुझाव

    रासायनिक रूप से उन्नत उववरकों, कीटिाशकों और िरपतवार िाशकों के उपयोग को वयूि करिा।

    ितरिाक औद्योनगक अपनशष्टों को जि स्रोतों में प्रवानहत करिे से पहिे उवहें उपचाररत करिा।

    जहााँ तक संभव हो जि प्रदषूण से बचिा चानहये। रासायिों एवं तेिों को जि में िहीं बहािा चानहये।

    अनत मत्थयि पर रोक िगािी चानहये क्ट्योंकक इससे प्राणी प्िवक में कमी आती ह ैऔर पररणामतः

    कोरि भुिमरी का नशकार होते हैं।

    FOR MAINS PAPER-2

    प्रश्न. अिेक नवद्वािों का मत ह ैकक नवश्वनवद्याियों में राजिीनत छात्रों को उिके पररवेश और समाज के संबंि में जागरूक बिािे के निये आवश्यक ह।ै

    उपरोक्त किि का समािोचिात्मक परीक्षण करें।

    उत्तर.

    उत्तर की रूपरेिा

    परष्ठभूनम

    नवश्वनवद्याियों में छात्र राजिीनत के सकारात्मक पक्ष

    नवश्वनवद्याियों में छात्र राजिीनत के िकारात्मक पक्ष

    निकषव

  • भारत के शैक्षनणक संथिािों में राजिीनत का जुड़ाव भारतीय राष्ट्रीय आंदोिि के समय से रहा ह।ै नवश्वनवद्याियों को राजिीनत की िसवरी भी कहा

    जाता ह।ै हमारे थवािीिता आंदोिि के दौराि नवश्वनवद्यािय सवावनिक सकिय राजिीनतक अिाड़ों में से एक िे। महात्मा गांिी िे अंगे्रजों के नवरुर्द्

    जब भी कोई आंदोिि छेड़ा तो उिके पास हमेशा छात्रों के निये एक राजिीनतक संदेश होता िा। राष्ट्रीय आंदोिि के कई सारे िेताओं िे भी आजाद

    भारत में छात्र आंदोिि पर भरोसा ककया। जयप्रकाश िारायण का आंदोिि इसकी नमशाि ह।ै सतकव छात्र राज्य के शोषक चररत्र पर प्रश्न उठािे की

    बेहतर नथिनत में होते हैं। परंतु थवािीिता प्रानप्त के बाद के दशकों में देश के राजिीनत के थवरूप में अत्यनिक पररवतवि आया है, साि ही छात्र

    राजिीनत के मूल्यों में भी पररवतवि देििे को नमिा ह।ै रोनहत वेमुिा से िेकर जेएियू (JNU) में नवरोि प्रदशवि व कदल्िी नवश्वनवद्यािय पररसर में

    सहसंा जैसी घटिाओं के कारण भारत के शैक्षनणक संथिािों में बढती हुई राजिीनत के नवषय में कुछ सचंताएाँ भी उभर कर सामिे आई हैं।

    नवश्वनवद्याियों में छात्र राजिीनत के सकारात्मक पक्षः

    राजिीनत में अपरािी तत्त्वों के समावेश को रोकिे के निये यह आवश्यक ह ैकक नवद्यािी जीवि से ही छात्रों को राजिीनत की नशक्षा प्रदाि करें।

    अिेक नवद्वािों का मत ह ैकक नवश्वनवद्यािय में राजिीनत शैनक्षक कायविम का ही अंग ह।ै केवि जागरूक छात्र ही समाज में सकारात्मक पररवतवि िा

    सकते हैं और थवयं भी राष्ट्र के निये एक मूल्यवाि संपनत्त बि सकते हैं।

    छात्रों के राजिीनतक संगठि, सरकार के िीनतयों की प्रनत युवाओं के मत निणावयक होते हैं। वे नवनशष्ट रूप से शैक्षनणक व छात्र संबंिी मुद्दों के प्रनत

    सरकार का ध्याि आकर्षवत करिे में महत्त्वपूणव भूनमका निभाते हैं।

    वतवमाि समय में उदारवादी नवचारों वािा प्रत्येक व्यनक्त थवायत्तता और थवतंत्र नवचारिारा के निये थिाि चाहता ह।ै ऐसे में छात्रों द्वारा संघ बिािे

    और अपिी नवचारिारा नवकनसत करिे की चेतिा को दबािा अत्यंत अिोकतांनत्रक मािा जाएगा।

    िकारात्मक पक्ष:

    कुछ प्रशासकों का माििा ह ैकक गुणवत्तापूणव नशक्षा और अिुशासि बिाए रििे के निये छात्रसंघ चुिाव बंद कर देिा चानहये। इससे नवश्वनवद्यािय

    पररसरों में राजिीनतक दिों का दिि बढता ह ैऔर पढाई-नििाई पर िकारात्क प्रभाव पड़ता ह।ै

    छात्र संघों को उिके मूि राजिीनतक दिों द्वारा समिवि कदया जाता ह।ै अतः अनिकांश समय वे छात्र नहतों के थिाि पर अपिे दिगत नहतों के निये

    कायव करते हैं। यही छात्र संगठि राजिैनतक नवरोनियों के निये गंुडागदी में शानमि रहते हैं।

    शैक्षनणक संथिािों के राजिीनतकरण का पररणाम प्रायः यह होता ह ैकक अकादनमक नियुनक्तयााँ दिगत आिार पर होिे िगती हैं और पाठ्यिम का

    नििावरण पाटी िाइि के आिार पर ककया जािे िगता ह।ै

    निकषवः ज्ञाि और ऊजाव से पररपूणव छात्र ही एक पूणव रूप से जागरूक राष्ट्र का निमावण करते हैं। परंतु कई आिारों पर यह पाया गया ह ैकक भारतीय

    नवश्वनवद्याियों के पररसरों का राजिीनतकरण गुणवत्तापूणव नशक्षा के निये हानिकारक रहा ह।ै इसनिये यह आवश्यक हो गया ह ैकक प्रमुि संथिािों में

    आवश्यक जागरूकता और अिावश्यक राजिीतीकरण के बीच उनचत संतुिि िोजा जाए।

    FOR MAINS PAPER-3

    प्रश्न. VoLTE तकिीक को मोबाइि संचार में िवीि िांनत की संज्ञा दी जाती ह ैऔर यह LTE तकिीक का उन्नत रूप ह।ै इि दोिों प्रौद्योनगककयों के

    अंतरों को सूचीबर्द् करें तिा VoLTE की प्रमुि नवशेषताओं की चचाव करें।

    उत्तर.

    उत्तर की रूपरेिा

  • VoLTE Tech क्ट्या ह?ै

    LTE और VoLTE Tech में क्ट्या अंतर ह?ै

    VoLTE की मुख्य नवशेषताएाँ क्ट्या हैं?

    निकषव।

    VoLTE (Voice over Long-Term Evolution) तकिीक, मोबाइि फोि और डेटा टर्मवििों हतेु उच्च गनत वायरिेस संचार के निये एक मािक ह।ै यह

    आईपी (IP) मल्टीमीनडया सबनथटम िेटवकव पर आिाररत ह ैऔर LTE तकिीक का संवर्र्द्वत रूप ह।ै

    LTE और VoLTE में अंतरः

    LTE तकिीकः यह वायरिेस मोबाइि संचार तकिीक को बढावा देिे तिा आिुनिक 4G मोबाइि िेटवकव का आिार ह।ै इसे नवनभन्न िेटवकव

    तकिीकों, जैसे- GSM में िेटवकव क्षमता तिा गनत को बढािे के निये प्रयुक्त ककया गया ह।ै यह थपेक्ट्ट्म िचीिापि को बढािे और मािकों की गुणवत्ता

    को बढािे से संबंनित ह ैजो 4G जैसी वायरिेस तकिीक में सुिार कर ग्रामीण क्षेत्रों में कम बैंड नवर्डि पर भी िेटवकव सहायता उपिब्ि कराता ह।ै

    यह सुरनक्षत डाटा बेस को उपिब्ि करा कर साइबर सुरक्षा और साववजनिक सुरक्षा प्रणािी को मजबूती प्रदाि करता ह।ै

    VoLTE तकिीकः यह थकाइप की तरह IP मल्टीमीनडया वॉइस कॉि पर आिाररत ढााँचा ह,ै जो वॉइस कॉि के निये इंटरिेट प्रोटोकॉि का प्रयोग

    करता ह।ै LTE की तरह इससे ि केवि डाउििोसडंग, थट्ीसमंग और वेब ब्राउसजंग जैसी सेवाएाँ ही प्राप्त की जा सकें गी बनल्क वॉइस कॉि की सेवा भी

    प्राप्त की जा सकेगी।

    VoLTE की मुख्य नवशेषताएाँ:

    कॉि की उच्चतम गुणवत्ता।

    कवरेज और किेनक्ट्टनवटी में वरनर्द्।

    बेटर बैटरी िाइफ

    वीनडयो कॉसिंग

    बेहतर संचार सेवाएाँ जैसे - फ़ाइि ट्ांसफर, रीयि टाइम िैंग्वेज ट्ांसिेशि और वीनडयो वॉयस मेि।

    निकषवतः यह पूवव प्रौद्योनगकी, जैसे- 2G, 3G, 4G - LTE से अनिक उन्नत संचार सेवा उपिब्ि कराता ह।ै यह उन्नत तकिीक सम्पपूणव राष्ट्र में बेहतर

    नडनजटि बुनियादी किेनक्ट्टनवटी और साक्षरता उपिब्ि करा कर ‘नडनजटि इंनडया’ जैसी महत्वाकांक्षी योजिा में पुश फैक्ट्टर का कायव करेगा।

    अवय महत्त्वपूणव सूचिाएाँ: ररिायंस द्वारा शुरू की गई नजओ (JIO) सेवा VoLTE Tech पर आिाररत ह।ै

    FOR MAINS PAPER-4

    प्रश्न. िैनतकता के अिव को थपष्ट करते हुए मािवीय कर त्यों में िैनतकता को नििावररत करिे वािे तत्त्वों का वणवि करें।

    उत्तर.

    उत्तर की रूपरेिा

  • िैनतकता का अिव

    िैनतकता को नििावररत करिे वािे तत्त्व

    िैनतकता का तात्पयव नियमों की उस व्यवथिा से ह ैनजसके द्वारा व्यनक्त का अंतःकरण अ्छे और बुरे का बोि प्राप्त करता ह।ै िैनतकता का संदभव

    समाज में रहिे वािे ककसी सामावय व्यनक्त के आचरण, समाज की परंपराओं या ककसी राष्ट्र की िीनतयों के नवशेष अिव में मूल्यांकि से ह।ै सभी नवषयों

    में मूल्यांकि उपरांत उनचत-अिुनचत, अ्छा-बुरा, शुभ-अशुभ आकद िैनतकता के प्रत्ययों का प्रयोग ककया जाता ह।ै सामावय जीवि में िैनतकता के

    निये प्रायः मोरैनिटी शब्द का प्रयोग ककया जाता ह ैजबकक अध्ययि के क्षेत्र में एनिक्ट्स का।

    अब प्रश्न यह ह ैकक ककसी कमव को िैनतक या अिैनतक नसर्द् करिे वािे तत्त्व कौि-से हैं? नवनभन्न समाजों एवं नवनभन्न कािों में इि नििावरक तत्त्वों में

    बदिाव होता रहा ह।ै प्रायः ये नििावरक तत्त्व निम्ननिनित मािे गए हैं–

    कर त्यः कई बार समाज कुछ कर त्यों को थपष्टतौर पर अिैनतक घोनषत कर देता ह।ै चाह ेवह कर त्य ककसी के द्वारा तिा ककसी भी पररनथिनत में क्ट्यों िा

    ककया गया हो। वतवमाि समय में सती प्रिा, बाि नववाह पूणवतः प्रनतबंनित है, जबकक मध्यकािीि भारत में ये प्रिाएाँ समाज में प्रचनित िीं।

    कत्ताव: निनित तौर पर ककसी कर त्य के िैनतक या अिैनतक होिे के नििावरण में कत्ताव की एक बड़ी भूनमका होती ह।ै माि िीनजये ककसी व्यनक्त िे अपिी

    गरीबी से तंग आकर चोरी जैसा अिैनतक कर त्य ककया। ऐसे में इस व्यनक्त का कर त्य उस अमीर व्यनक्त के कर त्य से कम अिैनतक समझा जाएगा नजसिे

    ऐशो-आराम के निये कोई घोटािा ककया हो।

    इरादा/प्रयोजिः इरादे की भूनमका आिुनिक समाज में ककसी कर त्य के िैनतक या अिैनतक होिे के नििावरण में बहुत महत्त्वपूणव मािी जाती ह।ै

    पररनथिनतयााँ: ककि पररनथिनतयों में कोई कर त्य हुआ है, यह उस कर त्य के िैनतक या अिैनतक होिे के नििावरण में निणावयक भूनमका निभाता ह।ै

    उदाहरणतः ककसी की हत्या करिा अिैनतक समझा जाता ह,ै ककंतु कोई व्यनक्त ककसी मनहिा से बिात्कार की कोनशश कर रहा ह ैऔर उस मनहिा के

    हाि में िारदार हनियार आ जािे से मनहिा उस व्यनक्त की हत्या कर देती ह।ै ऐसी नथिनत में वह कर त्य अिैनतक िहीं समझा जा सकता।

    पररणामः पररणाम के आिार पर ककसी कर त्य को िैनतक या अिैनतक िहीं कहा जा सकता ह।ै ककसी कर त्य का पररणाम यकद बुरा आता ह ैतो हमें यह

    देििा जरूरी ह ैकक कत्ताव िे ककि पररनथिनतयों में तिा ककस इरादे से यह कर त्य ककया ह।ै आिुनिक समाज एवं वयाय व्यवथिा भी प्रयोजि एवं

    पररनथिनत को पररणाम से प्रािनमक मािती ह।ै