सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और...

25
jl PHONG PHU TONG CONG TY CO PHAN PHONG PHU co 48 Tang Nhon Pnu, U.9, TP.1-1CM 0 184) 8 3896 3533 www.phongphucorp.com © (84) 8 3896 6088 BAO CAO TAI CHiNH TONG HO? QUY 4 NAM 2017 www.phongpimcorp.com

Upload: others

Post on 02-Sep-2019

4 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

Page 1: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

लखकहज़रत मिज़ज़ा ग़लि अहिद क़मदयनी

िसीह िौऊद व िहदी िहद अलमहससलि

I

नि पसतक सीरतल अबदलName of book Seeratul Abdaalलखक हज़रत मिज़ज़ा ग़लि अहिद क़मदयनी िसीह िौऊद अलमहससलिWriter Hazrat Mirza Ghulam Ahmad Qadiani Masih Mauud Alaihissalam

अनवदक ड अनसर अहिद पीएचडी आनसज़ा इन अरमिकTranslator Dr Ansar Ahmad PhD Hons in Arabic टईमपग समटग नमदय परवज़Typing Setting Nadiya Pervezaससकरण तथ वरज़ा परथि ससकरण (महनदी) जलई 2018 ई०Edition Year 1st Edition (Hindi) July 2018सखय Quantity 1000परकशक नज़रत नशर-व-इशअत क़मदयन 143516 मज़ल-गरदसपर (पजि)Publisher Nazarat Nashr-o-Ishaat Qadian 143516 Distt Gurdaspur (Punjab)िदरक फ़ज़ल उिर मपरमटग परस क़मदयन 143516 मज़ल-गरदसपर (पजि)Printed at Fazl-e-Umar Printing Press Qadian 143516 Distt Gurdaspur (Punjab)

II

सीरतल अबदालअरिी भर ि यह पसतक मदसमिर 1903 ई की रचन ह

अपन मनिध ि यह पसतक अलितल िक़ररिीन की ही शरखल ह इस पसतक ि भी हजरअ न खद क ििरो एव सधरको की सिसत मवशरतए उचचकोमट क मशषचर तथ िरकतो क मवसतरपवज़ाक वणज़ान मकय ह जो ििरो की सचचई क अनमद िपदणड ह और य सिसत ित हजर अलमहससलि क अपन पमवतर अससततव ि सवागपणज़ा तौर पर पई जती ह

सीरतलअबदल अरिी भर की अनपि अतयतति कमत ह जो अपनी सरसतसिोधत तथ शबदो एव अथथो की खमियो ि अमवितीय ह

III

सीरतल अबदाल

1

ایہـــا النـــاس إن اذکرکـــم مـــا اویح إیل مـــن رب العالمـــن ـــت ـــم اجمعنواعطی ـــون باہلک ـــان فات ـــن الرحم ـــرت م إن امــا ــت یل المـ ــال وال رقنانحطـ ــماء وال دجـ ــن السـ ــم مـ الحکــــیۃ ـــان کالقادس ـــت قادی ـــراء وجعل ـــراء إیل الغ ـــن الخض ـــۃ م ئکــی ــع وجعلـ ضـ ــر الر ــن شـ ــی ریب مـ ــا االمنوعصمـ وبدلہـمـــن العالنوشـــنصت بـــہ کل الشـــنوص وحـــل لحمـــی عـــن ـــن ـــدہ وال ارع ـــنا بع ـــاف ممش ـــا اخ ـــب القرینف ـــاہل للح اوص

ह लोगो म तमह वही नसीहत करता ह जो समसत लोको क परततपालक की ओर स मझ पर वही की गई म रहमान (कपाल) खदा की ओर स मामर तकया गया ह इसतलए तम अपन समपरण पररवार क साथ मर पास आओ मझ आकाशीय तहकमत परदान की गई ह न तक चादी-सोना (अथाणत धन-दौलत) मर तलए आकाश स पथवी पर फररशत उतर और कातदयान को मकददस जमीन और उसको शानत दायक शहर क समान बना तदया गया ह तथा मर रबब न मझ कमीनो की बराई स बचाया और मझ उचच सममाननीय बनाया मरा उसक साथ परण सबध हआ और उस साथ बठन वाल तपरयतम क तलए मर मास जोड-जोड स घल गया ततपशात म न तो तकसी तलवार सतन वाल स डरता ह और न शनतिशआली शत स कयोतक मर तलए मरा रबब परततरका करन वालो

बिसमिललाबिररिमिलाबिररिीमिििमिदह व िसली अलला रसबलबिल करीमि

अलाह क नाम स शर करता ह जो तबन माग दन वाला सचची महनत को नषट करन वाला नही ह हम उसकी परशसा करत ह और

उसक सममाननीय रसल पर दरद भजत ह

2

सीरतल अबदालالعـــدا بمـــا قـــام یل ریب کالمداکئـــنو إن اتبـــع وحیـــہ ــن ــت مـ ــا کنـ ــری ومـ ــی امـ ــا عـ ــا ارتثـ ــرۃ ومـ ــی البصـ عـالمفرتیـــنوال ارغـــن إیل مـــن خالـــف الحـــق واری الوجـــہ کالضنـــنوال ابـــایل احـــدا مـــن العـــداlsquo ولـــو خوفـــی بخـــوف ادف وال احضـــرہ کالمتزازئنولیســـت ادلنیـــا عنـــدی إال ــا ــا بعلہـ ــذئ ہـ ــت فبـ ــا تبعلـ ــم مـ ــبت ثـ ــۃ إذا جرشـ کجہبـــس ــبہا بئـ ــا وحسـ ہـ

ر امر ــز ــہا و نـ ــہا و د قشـ ــذء روسـ و بـ

ــنlsquo القریـومـــن افتتـــح ســـورۃ النـــور و الفاتحـــۃ والمائـــدۃ ـــر ـــل إیل غم ـــن غل ـــل م ـــن وانتق ـــا کالطالب ـــبحلہا و تدبرہ فس

क रप म खडा ह और म परण परततभा स उसकी वही का अनकरर करता ह और मरा मामला मझ पर सतदगध नही और न म मफतरी ह और जो सचचाई का तवरोध कर म उस की बात पर कान नही रखता और न म एक कजस की तरह तकसी क चहर को दखता ह मझ शतओ म स तकसी की परवाह नही चाह वह मझ मार डालन वाल भय स भयभीत कर और म उसक सामन डरपोको क समान नही आता मर नजदीक दतनया कवल उस करप सती क समान ह जो बढी हो चकी हो तिर वह पतत की अवजाकारी भी हो और उस का पतत उस स तवमख हो और उसक इतरा कर चलन स तथा उसक बनाव-शगार स घरा कर और उस हर परकार स नीच समझ और उस तनकषटतम साथी समझ

और जो वयनति सरह नर सरह फाततहा और माइदह खोल और तिर उस धयानपवणक पढ तथा सतयातभलाषी की तरह उस पर तवचार कर और कम पानी स उस क नीच क परचर पानी की ओर जाए और अपनी समझ

सीरतल अबदाल

3

ـــال ـ ـــب الص ـــودہ وتجن ـــل وج ـــہ ورعب ـــہ واذاب فہم ـــو تحت ہـــاء ـــب ف ابتغ ـــا لغ ـــزنا وم ـــاب ش ـــا ہ ـــکل وم ـــی مم ـــع ع ـــا قن وممـــائ معـــن فیشـــاہد صـــدق مـــا ادعیـــت ویـــری مـــا رایـــت ــود ــیح الموعـ ــا المسـ ــتیقننlsquoو إن انـ ــن المسـ ــون مـ ویکـوانـــا اذلی یدفـــو ویجـــود ویســـتقری التقـــی اذلی یبغـــی وواہلل

ـــن ـــس بہ ـــاۃ لی ـــنإن التق ـــری للمتق ـــرود فبش ـــق وی الح

ــاۃ فہـــو ظـــاب رجـــل ومـــن آثـــر التقـ

حنــا تضاہـــی ال إنہـ

ــی ــان وہـ ــا الفتیـ ــود ایہـ ــۃ کئـ ــی عقبـ ــات وہـ ــر الممـ آثـالمـــوت المحـــرق بالنـــران ثـــم ہـــی الطـــرف الموصـــل إیل الجنـــان ا تحســـب کـــم امـــت بینہـــا وبـــن حمـــام اإلنســـان

को तपघला द और अपन अनसततव को टकड-टकड कर द और थोड पानी स बचा रह तथा थोड पानी वाल तालाब पर सतषट न हो और पथवी की कठोरता स भयभीत न हो और जारी मधर पानी की खोज म न थक तो वह मनषय मर दाव की सचचाई को दख लगा और वही राय सथातपत करगा जो मरी राय ह और तवशास करन वालो म स हो जाएगा तनससदह म ही मसीह मौऊद ह और वह म ही ह तजस न मारना था और दानशीलता और वदायता करना थी और म वह वयनति ह जो सतयातभलाषी सयमी की तलाश और खोज म ह तो सयतमयो क तलए खशखबरी ह तनससदह सयम (तकवा) आसान नही खदा की कसम सयम भी मौत क समान ह कयोतक तजस न सयम क आचरर को पराथतमक रखा वह (मानो) ऐस वयनति का पकका साथी ह तजसन मौत को पराथतमकता दी ह यवाओ सयम ऐसी चोटी ह तजस सर करना कतठन ह यह ऐसी मौत ह जो (तभनन-तभनन परकार की आग स जलान वाली ह इसक अततररति वह एक उततम घोडा

4

सीरतल अबदालإذا بلغـــت منتہاہـــا و اســـتوعبتہا فہـــی المـــوت عنـــد ـــب ـــیطان ویحس ـــب الش ـــاف لج ـــی ال یخ ـــان إن التق ـــل العرف اہـــاء ـــا تقی ـــان ول ـــع بالثغب ـــراب مشعش ـــہ ف اہلل کش ـــاب دم انثعـــم ـــان من ـــا فتی ـــی ی ـــا و ال ویل إال التق ـــون بہ ف

ـــات یعر عام

قـــوم یرســـلون إلصـــاح النـــاس عنـــد مفاســـد الخنـــاس مـــن ــانlsquo اہلل الرحمـ

فمــن عاماتــم انــم یبعثــون عند ظــام یحیــط الزمان ــر ــت الخنازی ــم وتاجل ــرام والکرائ ــل الک ــرون إذا ق ویظہ یبغســلون وقــل قــوم یتہجــدون

والبہائــم وکثــر رجــال

ह जो जननतो तक पहचाता ह तझ कया मालम तक इसम और मनषय की मौत म तकतनी दरी ह जब त उसकी अनतम सीमा को पहच जाए और उस परण कर ल तो यही आररफो (अधयातम जातनयो) क नजदीक मौत ह तनससदह सयमी (वयनति) शतान क कोलाहल स नही डरता और अलाह क मागण म अपना रति बहान म उस ऐसा आनद आता ह जस उततम शदध शीतल पानी स तमली हई शराब म और सयतमयो की तनशातनया ह तजन स व पहचान जात ह ह जवानो सयमी ही वली होता ह और उनम स ही एक जमाअत शतान क उतपातो क समय लोगो क सधार क तलए दयाल खदा की ओर स भजी जाती ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ऐस अधकार क समय अवतररत तकए जात ह जो समपरण यग पर छाया हआ होता ह और उन का परादभाणव सभय लोगो तथा तशषट आचररो क कम हो जान पर होता ह और (उस यग म) सअरो तथा पशओ क समान तवशषता वाल लोगो की बहतायत हो जाती ह और वयतभचार क रतसया लोगो को परचरता तथा

सीरतल अबदाल

5

وبقــی النــاس کحســکل ال یعلمــون وال یعملونوفســد الزمان ــماء ــن الس ــت ع ــا وترف ــا ودل إال زعبـ ــا وم ـ ــک کم واہلــار ــت او ص ــا ابقل ــۃ وم ــارت االرض جدب ــت وص ــا ازمہل وم وال

ــل ــدہ کح ــل وعن ــدل وال یاتب ــل ہل جعن ــل رج ــاس کمث الن

ــیل تحلومالــوا عــن الحــق کل المیــل فحفــل الــوادی بالسیک

یجائیــون الجــدب ویزیلــون الــودب ویحشــاون الشــیطان ــانlsquo رون الزم ــو ورق وین

ــر ــا اخ ــاون م ویرف

ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یجــدون احــدا یاخــذ ــم ــا ول ــم یتطاط ــن ل ــدودۃ م ــدون ک ــم وال یع ــہ بقلوب جالت

तहजद पढन वालो की कमी हो जाती ह और लोग ऐस तनकमम हो जात ह तक व न जान रखत ह न कमण जब यग तबगड जाता ह और हनरमद लोगो को तमटा दता ह और कवल सखपन क रोगी (अथाणत रहातनयत स खाली) बचच ही पदा करता ह और आकाश की आख खशक हो जाती ह और आस नही बहाती तथा पथवी बजर हो जाती ह और हररयाली नही तनकालती और लोग ऐस आदमी क समान हो जात ह तजसक पास एक सदढ ऊट तो हो परत वह उस पर सवारी न कर सक उसक पास समाण तो हो परत वह उस लगाता न हो और व (सामायजन) सचचाई स सवणथा तिर जात ह और घाटी बाढ (अवजा) स भर जाती ह अतः सखा (दतमणक) पडन क साथ ही य अबदाल भी आत ह और ददणशा दर करत ह और शतान क पट म तीर घोपत ह और जो कछ िट चका हो उस रफ करत ह और यग को परकातशत करत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक ह तक वह एक ऐसी कौम ह तजन क तदल तकसी क परताप स नही डरत और जो वयनति न तो झक

6

सीरतल अबदालــہ ــرب ویؤثرون ــۃ ال ہانی

ــون ف ال ــؤبوبم ویقع ــن ش ــرتف م یغ

ف جمیــع اســلوبم وینصــرون مــن نــاء بــہ الحمــل ویدرکــون مــراء

امــام احــد من اال

مــن ہــوی بوظوبــم ال یاخذہــم إفــکل

ویالــون ف ســبیل اہلل اذلی اشــرطم عنــد فســاد الزمان وشــیوع ــر ــاس وام ــات الن ــک إال مواس ــی ذال ــم ع ــا یحمل ــواء وم االہ

ــاء lsquo ــرۃ الکری حضــن ــم وبـ ــا بینـ ــن مـ ــہ إذا استشـ ــم انـ ــن عاماتـ ومـ ـــرون ـــاد ویط ـــی العب ـــان ع ـــہ باإلحس ـــواد فیبللون ـــم الج ربـــہ وال ـــذرون ب ـــرابا ال یہ ـــقون ش ـــون ویس ـــی وال یدثن إیل الععـــون ویقولـــون ہـــل مـــن مزیـــد وال یقنعـــون وال یصد

और उनक दान क झरन स एक चल तक भी न भर (व) उस कीड क बराबर भी नही समझत और व अपन रबब की खदाई म खोए रहत ह और अपनी हर पदधतत और वयवहार म उसी को पराथतमकता दत ह और जो वयनति भारी बोझ क नीच दबा हआ हो उसकी सहायता करत ह और अपनी वयवसथा और अतनवायणता स तगरत हए को सभालत ह अमीरो (धनसमपनन) म स तकसी क आग उन पर कपकपी नही छा जाती और व खदा क मागण म रोत-तगडतगडात ह तजसन उनक यग क उतपात तथा कामवासना सबधी इचछआओ क सामाय होन क समय भजा और उह इस पर कवल जनता की हमदददी और खदा तआला का आदश तयार करता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक जब उनका उनक दानशील रबब स सबध कमजोर हो जाता ह तो व बदो पर उपकार करक उस सबध को तरोताजा करत ह तथा व बलदी की ओर उडत ह और

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 2: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

नि पसतक सीरतल अबदलName of book Seeratul Abdaalलखक हज़रत मिज़ज़ा ग़लि अहिद क़मदयनी िसीह िौऊद अलमहससलिWriter Hazrat Mirza Ghulam Ahmad Qadiani Masih Mauud Alaihissalam

अनवदक ड अनसर अहिद पीएचडी आनसज़ा इन अरमिकTranslator Dr Ansar Ahmad PhD Hons in Arabic टईमपग समटग नमदय परवज़Typing Setting Nadiya Pervezaससकरण तथ वरज़ा परथि ससकरण (महनदी) जलई 2018 ई०Edition Year 1st Edition (Hindi) July 2018सखय Quantity 1000परकशक नज़रत नशर-व-इशअत क़मदयन 143516 मज़ल-गरदसपर (पजि)Publisher Nazarat Nashr-o-Ishaat Qadian 143516 Distt Gurdaspur (Punjab)िदरक फ़ज़ल उिर मपरमटग परस क़मदयन 143516 मज़ल-गरदसपर (पजि)Printed at Fazl-e-Umar Printing Press Qadian 143516 Distt Gurdaspur (Punjab)

II

सीरतल अबदालअरिी भर ि यह पसतक मदसमिर 1903 ई की रचन ह

अपन मनिध ि यह पसतक अलितल िक़ररिीन की ही शरखल ह इस पसतक ि भी हजरअ न खद क ििरो एव सधरको की सिसत मवशरतए उचचकोमट क मशषचर तथ िरकतो क मवसतरपवज़ाक वणज़ान मकय ह जो ििरो की सचचई क अनमद िपदणड ह और य सिसत ित हजर अलमहससलि क अपन पमवतर अससततव ि सवागपणज़ा तौर पर पई जती ह

सीरतलअबदल अरिी भर की अनपि अतयतति कमत ह जो अपनी सरसतसिोधत तथ शबदो एव अथथो की खमियो ि अमवितीय ह

III

सीरतल अबदाल

1

ایہـــا النـــاس إن اذکرکـــم مـــا اویح إیل مـــن رب العالمـــن ـــت ـــم اجمعنواعطی ـــون باہلک ـــان فات ـــن الرحم ـــرت م إن امــا ــت یل المـ ــال وال رقنانحطـ ــماء وال دجـ ــن السـ ــم مـ الحکــــیۃ ـــان کالقادس ـــت قادی ـــراء وجعل ـــراء إیل الغ ـــن الخض ـــۃ م ئکــی ــع وجعلـ ضـ ــر الر ــن شـ ــی ریب مـ ــا االمنوعصمـ وبدلہـمـــن العالنوشـــنصت بـــہ کل الشـــنوص وحـــل لحمـــی عـــن ـــن ـــدہ وال ارع ـــنا بع ـــاف ممش ـــا اخ ـــب القرینف ـــاہل للح اوص

ह लोगो म तमह वही नसीहत करता ह जो समसत लोको क परततपालक की ओर स मझ पर वही की गई म रहमान (कपाल) खदा की ओर स मामर तकया गया ह इसतलए तम अपन समपरण पररवार क साथ मर पास आओ मझ आकाशीय तहकमत परदान की गई ह न तक चादी-सोना (अथाणत धन-दौलत) मर तलए आकाश स पथवी पर फररशत उतर और कातदयान को मकददस जमीन और उसको शानत दायक शहर क समान बना तदया गया ह तथा मर रबब न मझ कमीनो की बराई स बचाया और मझ उचच सममाननीय बनाया मरा उसक साथ परण सबध हआ और उस साथ बठन वाल तपरयतम क तलए मर मास जोड-जोड स घल गया ततपशात म न तो तकसी तलवार सतन वाल स डरता ह और न शनतिशआली शत स कयोतक मर तलए मरा रबब परततरका करन वालो

बिसमिललाबिररिमिलाबिररिीमिििमिदह व िसली अलला रसबलबिल करीमि

अलाह क नाम स शर करता ह जो तबन माग दन वाला सचची महनत को नषट करन वाला नही ह हम उसकी परशसा करत ह और

उसक सममाननीय रसल पर दरद भजत ह

2

सीरतल अबदालالعـــدا بمـــا قـــام یل ریب کالمداکئـــنو إن اتبـــع وحیـــہ ــن ــت مـ ــا کنـ ــری ومـ ــی امـ ــا عـ ــا ارتثـ ــرۃ ومـ ــی البصـ عـالمفرتیـــنوال ارغـــن إیل مـــن خالـــف الحـــق واری الوجـــہ کالضنـــنوال ابـــایل احـــدا مـــن العـــداlsquo ولـــو خوفـــی بخـــوف ادف وال احضـــرہ کالمتزازئنولیســـت ادلنیـــا عنـــدی إال ــا ــا بعلہـ ــذئ ہـ ــت فبـ ــا تبعلـ ــم مـ ــبت ثـ ــۃ إذا جرشـ کجہبـــس ــبہا بئـ ــا وحسـ ہـ

ر امر ــز ــہا و نـ ــہا و د قشـ ــذء روسـ و بـ

ــنlsquo القریـومـــن افتتـــح ســـورۃ النـــور و الفاتحـــۃ والمائـــدۃ ـــر ـــل إیل غم ـــن غل ـــل م ـــن وانتق ـــا کالطالب ـــبحلہا و تدبرہ فس

क रप म खडा ह और म परण परततभा स उसकी वही का अनकरर करता ह और मरा मामला मझ पर सतदगध नही और न म मफतरी ह और जो सचचाई का तवरोध कर म उस की बात पर कान नही रखता और न म एक कजस की तरह तकसी क चहर को दखता ह मझ शतओ म स तकसी की परवाह नही चाह वह मझ मार डालन वाल भय स भयभीत कर और म उसक सामन डरपोको क समान नही आता मर नजदीक दतनया कवल उस करप सती क समान ह जो बढी हो चकी हो तिर वह पतत की अवजाकारी भी हो और उस का पतत उस स तवमख हो और उसक इतरा कर चलन स तथा उसक बनाव-शगार स घरा कर और उस हर परकार स नीच समझ और उस तनकषटतम साथी समझ

और जो वयनति सरह नर सरह फाततहा और माइदह खोल और तिर उस धयानपवणक पढ तथा सतयातभलाषी की तरह उस पर तवचार कर और कम पानी स उस क नीच क परचर पानी की ओर जाए और अपनी समझ

सीरतल अबदाल

3

ـــال ـ ـــب الص ـــودہ وتجن ـــل وج ـــہ ورعب ـــہ واذاب فہم ـــو تحت ہـــاء ـــب ف ابتغ ـــا لغ ـــزنا وم ـــاب ش ـــا ہ ـــکل وم ـــی مم ـــع ع ـــا قن وممـــائ معـــن فیشـــاہد صـــدق مـــا ادعیـــت ویـــری مـــا رایـــت ــود ــیح الموعـ ــا المسـ ــتیقننlsquoو إن انـ ــن المسـ ــون مـ ویکـوانـــا اذلی یدفـــو ویجـــود ویســـتقری التقـــی اذلی یبغـــی وواہلل

ـــن ـــس بہ ـــاۃ لی ـــنإن التق ـــری للمتق ـــرود فبش ـــق وی الح

ــاۃ فہـــو ظـــاب رجـــل ومـــن آثـــر التقـ

حنــا تضاہـــی ال إنہـ

ــی ــان وہـ ــا الفتیـ ــود ایہـ ــۃ کئـ ــی عقبـ ــات وہـ ــر الممـ آثـالمـــوت المحـــرق بالنـــران ثـــم ہـــی الطـــرف الموصـــل إیل الجنـــان ا تحســـب کـــم امـــت بینہـــا وبـــن حمـــام اإلنســـان

को तपघला द और अपन अनसततव को टकड-टकड कर द और थोड पानी स बचा रह तथा थोड पानी वाल तालाब पर सतषट न हो और पथवी की कठोरता स भयभीत न हो और जारी मधर पानी की खोज म न थक तो वह मनषय मर दाव की सचचाई को दख लगा और वही राय सथातपत करगा जो मरी राय ह और तवशास करन वालो म स हो जाएगा तनससदह म ही मसीह मौऊद ह और वह म ही ह तजस न मारना था और दानशीलता और वदायता करना थी और म वह वयनति ह जो सतयातभलाषी सयमी की तलाश और खोज म ह तो सयतमयो क तलए खशखबरी ह तनससदह सयम (तकवा) आसान नही खदा की कसम सयम भी मौत क समान ह कयोतक तजस न सयम क आचरर को पराथतमक रखा वह (मानो) ऐस वयनति का पकका साथी ह तजसन मौत को पराथतमकता दी ह यवाओ सयम ऐसी चोटी ह तजस सर करना कतठन ह यह ऐसी मौत ह जो (तभनन-तभनन परकार की आग स जलान वाली ह इसक अततररति वह एक उततम घोडा

4

सीरतल अबदालإذا بلغـــت منتہاہـــا و اســـتوعبتہا فہـــی المـــوت عنـــد ـــب ـــیطان ویحس ـــب الش ـــاف لج ـــی ال یخ ـــان إن التق ـــل العرف اہـــاء ـــا تقی ـــان ول ـــع بالثغب ـــراب مشعش ـــہ ف اہلل کش ـــاب دم انثعـــم ـــان من ـــا فتی ـــی ی ـــا و ال ویل إال التق ـــون بہ ف

ـــات یعر عام

قـــوم یرســـلون إلصـــاح النـــاس عنـــد مفاســـد الخنـــاس مـــن ــانlsquo اہلل الرحمـ

فمــن عاماتــم انــم یبعثــون عند ظــام یحیــط الزمان ــر ــت الخنازی ــم وتاجل ــرام والکرائ ــل الک ــرون إذا ق ویظہ یبغســلون وقــل قــوم یتہجــدون

والبہائــم وکثــر رجــال

ह जो जननतो तक पहचाता ह तझ कया मालम तक इसम और मनषय की मौत म तकतनी दरी ह जब त उसकी अनतम सीमा को पहच जाए और उस परण कर ल तो यही आररफो (अधयातम जातनयो) क नजदीक मौत ह तनससदह सयमी (वयनति) शतान क कोलाहल स नही डरता और अलाह क मागण म अपना रति बहान म उस ऐसा आनद आता ह जस उततम शदध शीतल पानी स तमली हई शराब म और सयतमयो की तनशातनया ह तजन स व पहचान जात ह ह जवानो सयमी ही वली होता ह और उनम स ही एक जमाअत शतान क उतपातो क समय लोगो क सधार क तलए दयाल खदा की ओर स भजी जाती ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ऐस अधकार क समय अवतररत तकए जात ह जो समपरण यग पर छाया हआ होता ह और उन का परादभाणव सभय लोगो तथा तशषट आचररो क कम हो जान पर होता ह और (उस यग म) सअरो तथा पशओ क समान तवशषता वाल लोगो की बहतायत हो जाती ह और वयतभचार क रतसया लोगो को परचरता तथा

सीरतल अबदाल

5

وبقــی النــاس کحســکل ال یعلمــون وال یعملونوفســد الزمان ــماء ــن الس ــت ع ــا وترف ــا ودل إال زعبـ ــا وم ـ ــک کم واہلــار ــت او ص ــا ابقل ــۃ وم ــارت االرض جدب ــت وص ــا ازمہل وم وال

ــل ــدہ کح ــل وعن ــدل وال یاتب ــل ہل جعن ــل رج ــاس کمث الن

ــیل تحلومالــوا عــن الحــق کل المیــل فحفــل الــوادی بالسیک

یجائیــون الجــدب ویزیلــون الــودب ویحشــاون الشــیطان ــانlsquo رون الزم ــو ورق وین

ــر ــا اخ ــاون م ویرف

ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یجــدون احــدا یاخــذ ــم ــا ول ــم یتطاط ــن ل ــدودۃ م ــدون ک ــم وال یع ــہ بقلوب جالت

तहजद पढन वालो की कमी हो जाती ह और लोग ऐस तनकमम हो जात ह तक व न जान रखत ह न कमण जब यग तबगड जाता ह और हनरमद लोगो को तमटा दता ह और कवल सखपन क रोगी (अथाणत रहातनयत स खाली) बचच ही पदा करता ह और आकाश की आख खशक हो जाती ह और आस नही बहाती तथा पथवी बजर हो जाती ह और हररयाली नही तनकालती और लोग ऐस आदमी क समान हो जात ह तजसक पास एक सदढ ऊट तो हो परत वह उस पर सवारी न कर सक उसक पास समाण तो हो परत वह उस लगाता न हो और व (सामायजन) सचचाई स सवणथा तिर जात ह और घाटी बाढ (अवजा) स भर जाती ह अतः सखा (दतमणक) पडन क साथ ही य अबदाल भी आत ह और ददणशा दर करत ह और शतान क पट म तीर घोपत ह और जो कछ िट चका हो उस रफ करत ह और यग को परकातशत करत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक ह तक वह एक ऐसी कौम ह तजन क तदल तकसी क परताप स नही डरत और जो वयनति न तो झक

6

सीरतल अबदालــہ ــرب ویؤثرون ــۃ ال ہانی

ــون ف ال ــؤبوبم ویقع ــن ش ــرتف م یغ

ف جمیــع اســلوبم وینصــرون مــن نــاء بــہ الحمــل ویدرکــون مــراء

امــام احــد من اال

مــن ہــوی بوظوبــم ال یاخذہــم إفــکل

ویالــون ف ســبیل اہلل اذلی اشــرطم عنــد فســاد الزمان وشــیوع ــر ــاس وام ــات الن ــک إال مواس ــی ذال ــم ع ــا یحمل ــواء وم االہ

ــاء lsquo ــرۃ الکری حضــن ــم وبـ ــا بینـ ــن مـ ــہ إذا استشـ ــم انـ ــن عاماتـ ومـ ـــرون ـــاد ویط ـــی العب ـــان ع ـــہ باإلحس ـــواد فیبللون ـــم الج ربـــہ وال ـــذرون ب ـــرابا ال یہ ـــقون ش ـــون ویس ـــی وال یدثن إیل الععـــون ویقولـــون ہـــل مـــن مزیـــد وال یقنعـــون وال یصد

और उनक दान क झरन स एक चल तक भी न भर (व) उस कीड क बराबर भी नही समझत और व अपन रबब की खदाई म खोए रहत ह और अपनी हर पदधतत और वयवहार म उसी को पराथतमकता दत ह और जो वयनति भारी बोझ क नीच दबा हआ हो उसकी सहायता करत ह और अपनी वयवसथा और अतनवायणता स तगरत हए को सभालत ह अमीरो (धनसमपनन) म स तकसी क आग उन पर कपकपी नही छा जाती और व खदा क मागण म रोत-तगडतगडात ह तजसन उनक यग क उतपात तथा कामवासना सबधी इचछआओ क सामाय होन क समय भजा और उह इस पर कवल जनता की हमदददी और खदा तआला का आदश तयार करता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक जब उनका उनक दानशील रबब स सबध कमजोर हो जाता ह तो व बदो पर उपकार करक उस सबध को तरोताजा करत ह तथा व बलदी की ओर उडत ह और

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 3: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदालअरिी भर ि यह पसतक मदसमिर 1903 ई की रचन ह

अपन मनिध ि यह पसतक अलितल िक़ररिीन की ही शरखल ह इस पसतक ि भी हजरअ न खद क ििरो एव सधरको की सिसत मवशरतए उचचकोमट क मशषचर तथ िरकतो क मवसतरपवज़ाक वणज़ान मकय ह जो ििरो की सचचई क अनमद िपदणड ह और य सिसत ित हजर अलमहससलि क अपन पमवतर अससततव ि सवागपणज़ा तौर पर पई जती ह

सीरतलअबदल अरिी भर की अनपि अतयतति कमत ह जो अपनी सरसतसिोधत तथ शबदो एव अथथो की खमियो ि अमवितीय ह

III

सीरतल अबदाल

1

ایہـــا النـــاس إن اذکرکـــم مـــا اویح إیل مـــن رب العالمـــن ـــت ـــم اجمعنواعطی ـــون باہلک ـــان فات ـــن الرحم ـــرت م إن امــا ــت یل المـ ــال وال رقنانحطـ ــماء وال دجـ ــن السـ ــم مـ الحکــــیۃ ـــان کالقادس ـــت قادی ـــراء وجعل ـــراء إیل الغ ـــن الخض ـــۃ م ئکــی ــع وجعلـ ضـ ــر الر ــن شـ ــی ریب مـ ــا االمنوعصمـ وبدلہـمـــن العالنوشـــنصت بـــہ کل الشـــنوص وحـــل لحمـــی عـــن ـــن ـــدہ وال ارع ـــنا بع ـــاف ممش ـــا اخ ـــب القرینف ـــاہل للح اوص

ह लोगो म तमह वही नसीहत करता ह जो समसत लोको क परततपालक की ओर स मझ पर वही की गई म रहमान (कपाल) खदा की ओर स मामर तकया गया ह इसतलए तम अपन समपरण पररवार क साथ मर पास आओ मझ आकाशीय तहकमत परदान की गई ह न तक चादी-सोना (अथाणत धन-दौलत) मर तलए आकाश स पथवी पर फररशत उतर और कातदयान को मकददस जमीन और उसको शानत दायक शहर क समान बना तदया गया ह तथा मर रबब न मझ कमीनो की बराई स बचाया और मझ उचच सममाननीय बनाया मरा उसक साथ परण सबध हआ और उस साथ बठन वाल तपरयतम क तलए मर मास जोड-जोड स घल गया ततपशात म न तो तकसी तलवार सतन वाल स डरता ह और न शनतिशआली शत स कयोतक मर तलए मरा रबब परततरका करन वालो

बिसमिललाबिररिमिलाबिररिीमिििमिदह व िसली अलला रसबलबिल करीमि

अलाह क नाम स शर करता ह जो तबन माग दन वाला सचची महनत को नषट करन वाला नही ह हम उसकी परशसा करत ह और

उसक सममाननीय रसल पर दरद भजत ह

2

सीरतल अबदालالعـــدا بمـــا قـــام یل ریب کالمداکئـــنو إن اتبـــع وحیـــہ ــن ــت مـ ــا کنـ ــری ومـ ــی امـ ــا عـ ــا ارتثـ ــرۃ ومـ ــی البصـ عـالمفرتیـــنوال ارغـــن إیل مـــن خالـــف الحـــق واری الوجـــہ کالضنـــنوال ابـــایل احـــدا مـــن العـــداlsquo ولـــو خوفـــی بخـــوف ادف وال احضـــرہ کالمتزازئنولیســـت ادلنیـــا عنـــدی إال ــا ــا بعلہـ ــذئ ہـ ــت فبـ ــا تبعلـ ــم مـ ــبت ثـ ــۃ إذا جرشـ کجہبـــس ــبہا بئـ ــا وحسـ ہـ

ر امر ــز ــہا و نـ ــہا و د قشـ ــذء روسـ و بـ

ــنlsquo القریـومـــن افتتـــح ســـورۃ النـــور و الفاتحـــۃ والمائـــدۃ ـــر ـــل إیل غم ـــن غل ـــل م ـــن وانتق ـــا کالطالب ـــبحلہا و تدبرہ فس

क रप म खडा ह और म परण परततभा स उसकी वही का अनकरर करता ह और मरा मामला मझ पर सतदगध नही और न म मफतरी ह और जो सचचाई का तवरोध कर म उस की बात पर कान नही रखता और न म एक कजस की तरह तकसी क चहर को दखता ह मझ शतओ म स तकसी की परवाह नही चाह वह मझ मार डालन वाल भय स भयभीत कर और म उसक सामन डरपोको क समान नही आता मर नजदीक दतनया कवल उस करप सती क समान ह जो बढी हो चकी हो तिर वह पतत की अवजाकारी भी हो और उस का पतत उस स तवमख हो और उसक इतरा कर चलन स तथा उसक बनाव-शगार स घरा कर और उस हर परकार स नीच समझ और उस तनकषटतम साथी समझ

और जो वयनति सरह नर सरह फाततहा और माइदह खोल और तिर उस धयानपवणक पढ तथा सतयातभलाषी की तरह उस पर तवचार कर और कम पानी स उस क नीच क परचर पानी की ओर जाए और अपनी समझ

सीरतल अबदाल

3

ـــال ـ ـــب الص ـــودہ وتجن ـــل وج ـــہ ورعب ـــہ واذاب فہم ـــو تحت ہـــاء ـــب ف ابتغ ـــا لغ ـــزنا وم ـــاب ش ـــا ہ ـــکل وم ـــی مم ـــع ع ـــا قن وممـــائ معـــن فیشـــاہد صـــدق مـــا ادعیـــت ویـــری مـــا رایـــت ــود ــیح الموعـ ــا المسـ ــتیقننlsquoو إن انـ ــن المسـ ــون مـ ویکـوانـــا اذلی یدفـــو ویجـــود ویســـتقری التقـــی اذلی یبغـــی وواہلل

ـــن ـــس بہ ـــاۃ لی ـــنإن التق ـــری للمتق ـــرود فبش ـــق وی الح

ــاۃ فہـــو ظـــاب رجـــل ومـــن آثـــر التقـ

حنــا تضاہـــی ال إنہـ

ــی ــان وہـ ــا الفتیـ ــود ایہـ ــۃ کئـ ــی عقبـ ــات وہـ ــر الممـ آثـالمـــوت المحـــرق بالنـــران ثـــم ہـــی الطـــرف الموصـــل إیل الجنـــان ا تحســـب کـــم امـــت بینہـــا وبـــن حمـــام اإلنســـان

को तपघला द और अपन अनसततव को टकड-टकड कर द और थोड पानी स बचा रह तथा थोड पानी वाल तालाब पर सतषट न हो और पथवी की कठोरता स भयभीत न हो और जारी मधर पानी की खोज म न थक तो वह मनषय मर दाव की सचचाई को दख लगा और वही राय सथातपत करगा जो मरी राय ह और तवशास करन वालो म स हो जाएगा तनससदह म ही मसीह मौऊद ह और वह म ही ह तजस न मारना था और दानशीलता और वदायता करना थी और म वह वयनति ह जो सतयातभलाषी सयमी की तलाश और खोज म ह तो सयतमयो क तलए खशखबरी ह तनससदह सयम (तकवा) आसान नही खदा की कसम सयम भी मौत क समान ह कयोतक तजस न सयम क आचरर को पराथतमक रखा वह (मानो) ऐस वयनति का पकका साथी ह तजसन मौत को पराथतमकता दी ह यवाओ सयम ऐसी चोटी ह तजस सर करना कतठन ह यह ऐसी मौत ह जो (तभनन-तभनन परकार की आग स जलान वाली ह इसक अततररति वह एक उततम घोडा

4

सीरतल अबदालإذا بلغـــت منتہاہـــا و اســـتوعبتہا فہـــی المـــوت عنـــد ـــب ـــیطان ویحس ـــب الش ـــاف لج ـــی ال یخ ـــان إن التق ـــل العرف اہـــاء ـــا تقی ـــان ول ـــع بالثغب ـــراب مشعش ـــہ ف اہلل کش ـــاب دم انثعـــم ـــان من ـــا فتی ـــی ی ـــا و ال ویل إال التق ـــون بہ ف

ـــات یعر عام

قـــوم یرســـلون إلصـــاح النـــاس عنـــد مفاســـد الخنـــاس مـــن ــانlsquo اہلل الرحمـ

فمــن عاماتــم انــم یبعثــون عند ظــام یحیــط الزمان ــر ــت الخنازی ــم وتاجل ــرام والکرائ ــل الک ــرون إذا ق ویظہ یبغســلون وقــل قــوم یتہجــدون

والبہائــم وکثــر رجــال

ह जो जननतो तक पहचाता ह तझ कया मालम तक इसम और मनषय की मौत म तकतनी दरी ह जब त उसकी अनतम सीमा को पहच जाए और उस परण कर ल तो यही आररफो (अधयातम जातनयो) क नजदीक मौत ह तनससदह सयमी (वयनति) शतान क कोलाहल स नही डरता और अलाह क मागण म अपना रति बहान म उस ऐसा आनद आता ह जस उततम शदध शीतल पानी स तमली हई शराब म और सयतमयो की तनशातनया ह तजन स व पहचान जात ह ह जवानो सयमी ही वली होता ह और उनम स ही एक जमाअत शतान क उतपातो क समय लोगो क सधार क तलए दयाल खदा की ओर स भजी जाती ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ऐस अधकार क समय अवतररत तकए जात ह जो समपरण यग पर छाया हआ होता ह और उन का परादभाणव सभय लोगो तथा तशषट आचररो क कम हो जान पर होता ह और (उस यग म) सअरो तथा पशओ क समान तवशषता वाल लोगो की बहतायत हो जाती ह और वयतभचार क रतसया लोगो को परचरता तथा

सीरतल अबदाल

5

وبقــی النــاس کحســکل ال یعلمــون وال یعملونوفســد الزمان ــماء ــن الس ــت ع ــا وترف ــا ودل إال زعبـ ــا وم ـ ــک کم واہلــار ــت او ص ــا ابقل ــۃ وم ــارت االرض جدب ــت وص ــا ازمہل وم وال

ــل ــدہ کح ــل وعن ــدل وال یاتب ــل ہل جعن ــل رج ــاس کمث الن

ــیل تحلومالــوا عــن الحــق کل المیــل فحفــل الــوادی بالسیک

یجائیــون الجــدب ویزیلــون الــودب ویحشــاون الشــیطان ــانlsquo رون الزم ــو ورق وین

ــر ــا اخ ــاون م ویرف

ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یجــدون احــدا یاخــذ ــم ــا ول ــم یتطاط ــن ل ــدودۃ م ــدون ک ــم وال یع ــہ بقلوب جالت

तहजद पढन वालो की कमी हो जाती ह और लोग ऐस तनकमम हो जात ह तक व न जान रखत ह न कमण जब यग तबगड जाता ह और हनरमद लोगो को तमटा दता ह और कवल सखपन क रोगी (अथाणत रहातनयत स खाली) बचच ही पदा करता ह और आकाश की आख खशक हो जाती ह और आस नही बहाती तथा पथवी बजर हो जाती ह और हररयाली नही तनकालती और लोग ऐस आदमी क समान हो जात ह तजसक पास एक सदढ ऊट तो हो परत वह उस पर सवारी न कर सक उसक पास समाण तो हो परत वह उस लगाता न हो और व (सामायजन) सचचाई स सवणथा तिर जात ह और घाटी बाढ (अवजा) स भर जाती ह अतः सखा (दतमणक) पडन क साथ ही य अबदाल भी आत ह और ददणशा दर करत ह और शतान क पट म तीर घोपत ह और जो कछ िट चका हो उस रफ करत ह और यग को परकातशत करत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक ह तक वह एक ऐसी कौम ह तजन क तदल तकसी क परताप स नही डरत और जो वयनति न तो झक

6

सीरतल अबदालــہ ــرب ویؤثرون ــۃ ال ہانی

ــون ف ال ــؤبوبم ویقع ــن ش ــرتف م یغ

ف جمیــع اســلوبم وینصــرون مــن نــاء بــہ الحمــل ویدرکــون مــراء

امــام احــد من اال

مــن ہــوی بوظوبــم ال یاخذہــم إفــکل

ویالــون ف ســبیل اہلل اذلی اشــرطم عنــد فســاد الزمان وشــیوع ــر ــاس وام ــات الن ــک إال مواس ــی ذال ــم ع ــا یحمل ــواء وم االہ

ــاء lsquo ــرۃ الکری حضــن ــم وبـ ــا بینـ ــن مـ ــہ إذا استشـ ــم انـ ــن عاماتـ ومـ ـــرون ـــاد ویط ـــی العب ـــان ع ـــہ باإلحس ـــواد فیبللون ـــم الج ربـــہ وال ـــذرون ب ـــرابا ال یہ ـــقون ش ـــون ویس ـــی وال یدثن إیل الععـــون ویقولـــون ہـــل مـــن مزیـــد وال یقنعـــون وال یصد

और उनक दान क झरन स एक चल तक भी न भर (व) उस कीड क बराबर भी नही समझत और व अपन रबब की खदाई म खोए रहत ह और अपनी हर पदधतत और वयवहार म उसी को पराथतमकता दत ह और जो वयनति भारी बोझ क नीच दबा हआ हो उसकी सहायता करत ह और अपनी वयवसथा और अतनवायणता स तगरत हए को सभालत ह अमीरो (धनसमपनन) म स तकसी क आग उन पर कपकपी नही छा जाती और व खदा क मागण म रोत-तगडतगडात ह तजसन उनक यग क उतपात तथा कामवासना सबधी इचछआओ क सामाय होन क समय भजा और उह इस पर कवल जनता की हमदददी और खदा तआला का आदश तयार करता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक जब उनका उनक दानशील रबब स सबध कमजोर हो जाता ह तो व बदो पर उपकार करक उस सबध को तरोताजा करत ह तथा व बलदी की ओर उडत ह और

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 4: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

1

ایہـــا النـــاس إن اذکرکـــم مـــا اویح إیل مـــن رب العالمـــن ـــت ـــم اجمعنواعطی ـــون باہلک ـــان فات ـــن الرحم ـــرت م إن امــا ــت یل المـ ــال وال رقنانحطـ ــماء وال دجـ ــن السـ ــم مـ الحکــــیۃ ـــان کالقادس ـــت قادی ـــراء وجعل ـــراء إیل الغ ـــن الخض ـــۃ م ئکــی ــع وجعلـ ضـ ــر الر ــن شـ ــی ریب مـ ــا االمنوعصمـ وبدلہـمـــن العالنوشـــنصت بـــہ کل الشـــنوص وحـــل لحمـــی عـــن ـــن ـــدہ وال ارع ـــنا بع ـــاف ممش ـــا اخ ـــب القرینف ـــاہل للح اوص

ह लोगो म तमह वही नसीहत करता ह जो समसत लोको क परततपालक की ओर स मझ पर वही की गई म रहमान (कपाल) खदा की ओर स मामर तकया गया ह इसतलए तम अपन समपरण पररवार क साथ मर पास आओ मझ आकाशीय तहकमत परदान की गई ह न तक चादी-सोना (अथाणत धन-दौलत) मर तलए आकाश स पथवी पर फररशत उतर और कातदयान को मकददस जमीन और उसको शानत दायक शहर क समान बना तदया गया ह तथा मर रबब न मझ कमीनो की बराई स बचाया और मझ उचच सममाननीय बनाया मरा उसक साथ परण सबध हआ और उस साथ बठन वाल तपरयतम क तलए मर मास जोड-जोड स घल गया ततपशात म न तो तकसी तलवार सतन वाल स डरता ह और न शनतिशआली शत स कयोतक मर तलए मरा रबब परततरका करन वालो

बिसमिललाबिररिमिलाबिररिीमिििमिदह व िसली अलला रसबलबिल करीमि

अलाह क नाम स शर करता ह जो तबन माग दन वाला सचची महनत को नषट करन वाला नही ह हम उसकी परशसा करत ह और

उसक सममाननीय रसल पर दरद भजत ह

2

सीरतल अबदालالعـــدا بمـــا قـــام یل ریب کالمداکئـــنو إن اتبـــع وحیـــہ ــن ــت مـ ــا کنـ ــری ومـ ــی امـ ــا عـ ــا ارتثـ ــرۃ ومـ ــی البصـ عـالمفرتیـــنوال ارغـــن إیل مـــن خالـــف الحـــق واری الوجـــہ کالضنـــنوال ابـــایل احـــدا مـــن العـــداlsquo ولـــو خوفـــی بخـــوف ادف وال احضـــرہ کالمتزازئنولیســـت ادلنیـــا عنـــدی إال ــا ــا بعلہـ ــذئ ہـ ــت فبـ ــا تبعلـ ــم مـ ــبت ثـ ــۃ إذا جرشـ کجہبـــس ــبہا بئـ ــا وحسـ ہـ

ر امر ــز ــہا و نـ ــہا و د قشـ ــذء روسـ و بـ

ــنlsquo القریـومـــن افتتـــح ســـورۃ النـــور و الفاتحـــۃ والمائـــدۃ ـــر ـــل إیل غم ـــن غل ـــل م ـــن وانتق ـــا کالطالب ـــبحلہا و تدبرہ فس

क रप म खडा ह और म परण परततभा स उसकी वही का अनकरर करता ह और मरा मामला मझ पर सतदगध नही और न म मफतरी ह और जो सचचाई का तवरोध कर म उस की बात पर कान नही रखता और न म एक कजस की तरह तकसी क चहर को दखता ह मझ शतओ म स तकसी की परवाह नही चाह वह मझ मार डालन वाल भय स भयभीत कर और म उसक सामन डरपोको क समान नही आता मर नजदीक दतनया कवल उस करप सती क समान ह जो बढी हो चकी हो तिर वह पतत की अवजाकारी भी हो और उस का पतत उस स तवमख हो और उसक इतरा कर चलन स तथा उसक बनाव-शगार स घरा कर और उस हर परकार स नीच समझ और उस तनकषटतम साथी समझ

और जो वयनति सरह नर सरह फाततहा और माइदह खोल और तिर उस धयानपवणक पढ तथा सतयातभलाषी की तरह उस पर तवचार कर और कम पानी स उस क नीच क परचर पानी की ओर जाए और अपनी समझ

सीरतल अबदाल

3

ـــال ـ ـــب الص ـــودہ وتجن ـــل وج ـــہ ورعب ـــہ واذاب فہم ـــو تحت ہـــاء ـــب ف ابتغ ـــا لغ ـــزنا وم ـــاب ش ـــا ہ ـــکل وم ـــی مم ـــع ع ـــا قن وممـــائ معـــن فیشـــاہد صـــدق مـــا ادعیـــت ویـــری مـــا رایـــت ــود ــیح الموعـ ــا المسـ ــتیقننlsquoو إن انـ ــن المسـ ــون مـ ویکـوانـــا اذلی یدفـــو ویجـــود ویســـتقری التقـــی اذلی یبغـــی وواہلل

ـــن ـــس بہ ـــاۃ لی ـــنإن التق ـــری للمتق ـــرود فبش ـــق وی الح

ــاۃ فہـــو ظـــاب رجـــل ومـــن آثـــر التقـ

حنــا تضاہـــی ال إنہـ

ــی ــان وہـ ــا الفتیـ ــود ایہـ ــۃ کئـ ــی عقبـ ــات وہـ ــر الممـ آثـالمـــوت المحـــرق بالنـــران ثـــم ہـــی الطـــرف الموصـــل إیل الجنـــان ا تحســـب کـــم امـــت بینہـــا وبـــن حمـــام اإلنســـان

को तपघला द और अपन अनसततव को टकड-टकड कर द और थोड पानी स बचा रह तथा थोड पानी वाल तालाब पर सतषट न हो और पथवी की कठोरता स भयभीत न हो और जारी मधर पानी की खोज म न थक तो वह मनषय मर दाव की सचचाई को दख लगा और वही राय सथातपत करगा जो मरी राय ह और तवशास करन वालो म स हो जाएगा तनससदह म ही मसीह मौऊद ह और वह म ही ह तजस न मारना था और दानशीलता और वदायता करना थी और म वह वयनति ह जो सतयातभलाषी सयमी की तलाश और खोज म ह तो सयतमयो क तलए खशखबरी ह तनससदह सयम (तकवा) आसान नही खदा की कसम सयम भी मौत क समान ह कयोतक तजस न सयम क आचरर को पराथतमक रखा वह (मानो) ऐस वयनति का पकका साथी ह तजसन मौत को पराथतमकता दी ह यवाओ सयम ऐसी चोटी ह तजस सर करना कतठन ह यह ऐसी मौत ह जो (तभनन-तभनन परकार की आग स जलान वाली ह इसक अततररति वह एक उततम घोडा

4

सीरतल अबदालإذا بلغـــت منتہاہـــا و اســـتوعبتہا فہـــی المـــوت عنـــد ـــب ـــیطان ویحس ـــب الش ـــاف لج ـــی ال یخ ـــان إن التق ـــل العرف اہـــاء ـــا تقی ـــان ول ـــع بالثغب ـــراب مشعش ـــہ ف اہلل کش ـــاب دم انثعـــم ـــان من ـــا فتی ـــی ی ـــا و ال ویل إال التق ـــون بہ ف

ـــات یعر عام

قـــوم یرســـلون إلصـــاح النـــاس عنـــد مفاســـد الخنـــاس مـــن ــانlsquo اہلل الرحمـ

فمــن عاماتــم انــم یبعثــون عند ظــام یحیــط الزمان ــر ــت الخنازی ــم وتاجل ــرام والکرائ ــل الک ــرون إذا ق ویظہ یبغســلون وقــل قــوم یتہجــدون

والبہائــم وکثــر رجــال

ह जो जननतो तक पहचाता ह तझ कया मालम तक इसम और मनषय की मौत म तकतनी दरी ह जब त उसकी अनतम सीमा को पहच जाए और उस परण कर ल तो यही आररफो (अधयातम जातनयो) क नजदीक मौत ह तनससदह सयमी (वयनति) शतान क कोलाहल स नही डरता और अलाह क मागण म अपना रति बहान म उस ऐसा आनद आता ह जस उततम शदध शीतल पानी स तमली हई शराब म और सयतमयो की तनशातनया ह तजन स व पहचान जात ह ह जवानो सयमी ही वली होता ह और उनम स ही एक जमाअत शतान क उतपातो क समय लोगो क सधार क तलए दयाल खदा की ओर स भजी जाती ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ऐस अधकार क समय अवतररत तकए जात ह जो समपरण यग पर छाया हआ होता ह और उन का परादभाणव सभय लोगो तथा तशषट आचररो क कम हो जान पर होता ह और (उस यग म) सअरो तथा पशओ क समान तवशषता वाल लोगो की बहतायत हो जाती ह और वयतभचार क रतसया लोगो को परचरता तथा

सीरतल अबदाल

5

وبقــی النــاس کحســکل ال یعلمــون وال یعملونوفســد الزمان ــماء ــن الس ــت ع ــا وترف ــا ودل إال زعبـ ــا وم ـ ــک کم واہلــار ــت او ص ــا ابقل ــۃ وم ــارت االرض جدب ــت وص ــا ازمہل وم وال

ــل ــدہ کح ــل وعن ــدل وال یاتب ــل ہل جعن ــل رج ــاس کمث الن

ــیل تحلومالــوا عــن الحــق کل المیــل فحفــل الــوادی بالسیک

یجائیــون الجــدب ویزیلــون الــودب ویحشــاون الشــیطان ــانlsquo رون الزم ــو ورق وین

ــر ــا اخ ــاون م ویرف

ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یجــدون احــدا یاخــذ ــم ــا ول ــم یتطاط ــن ل ــدودۃ م ــدون ک ــم وال یع ــہ بقلوب جالت

तहजद पढन वालो की कमी हो जाती ह और लोग ऐस तनकमम हो जात ह तक व न जान रखत ह न कमण जब यग तबगड जाता ह और हनरमद लोगो को तमटा दता ह और कवल सखपन क रोगी (अथाणत रहातनयत स खाली) बचच ही पदा करता ह और आकाश की आख खशक हो जाती ह और आस नही बहाती तथा पथवी बजर हो जाती ह और हररयाली नही तनकालती और लोग ऐस आदमी क समान हो जात ह तजसक पास एक सदढ ऊट तो हो परत वह उस पर सवारी न कर सक उसक पास समाण तो हो परत वह उस लगाता न हो और व (सामायजन) सचचाई स सवणथा तिर जात ह और घाटी बाढ (अवजा) स भर जाती ह अतः सखा (दतमणक) पडन क साथ ही य अबदाल भी आत ह और ददणशा दर करत ह और शतान क पट म तीर घोपत ह और जो कछ िट चका हो उस रफ करत ह और यग को परकातशत करत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक ह तक वह एक ऐसी कौम ह तजन क तदल तकसी क परताप स नही डरत और जो वयनति न तो झक

6

सीरतल अबदालــہ ــرب ویؤثرون ــۃ ال ہانی

ــون ف ال ــؤبوبم ویقع ــن ش ــرتف م یغ

ف جمیــع اســلوبم وینصــرون مــن نــاء بــہ الحمــل ویدرکــون مــراء

امــام احــد من اال

مــن ہــوی بوظوبــم ال یاخذہــم إفــکل

ویالــون ف ســبیل اہلل اذلی اشــرطم عنــد فســاد الزمان وشــیوع ــر ــاس وام ــات الن ــک إال مواس ــی ذال ــم ع ــا یحمل ــواء وم االہ

ــاء lsquo ــرۃ الکری حضــن ــم وبـ ــا بینـ ــن مـ ــہ إذا استشـ ــم انـ ــن عاماتـ ومـ ـــرون ـــاد ویط ـــی العب ـــان ع ـــہ باإلحس ـــواد فیبللون ـــم الج ربـــہ وال ـــذرون ب ـــرابا ال یہ ـــقون ش ـــون ویس ـــی وال یدثن إیل الععـــون ویقولـــون ہـــل مـــن مزیـــد وال یقنعـــون وال یصد

और उनक दान क झरन स एक चल तक भी न भर (व) उस कीड क बराबर भी नही समझत और व अपन रबब की खदाई म खोए रहत ह और अपनी हर पदधतत और वयवहार म उसी को पराथतमकता दत ह और जो वयनति भारी बोझ क नीच दबा हआ हो उसकी सहायता करत ह और अपनी वयवसथा और अतनवायणता स तगरत हए को सभालत ह अमीरो (धनसमपनन) म स तकसी क आग उन पर कपकपी नही छा जाती और व खदा क मागण म रोत-तगडतगडात ह तजसन उनक यग क उतपात तथा कामवासना सबधी इचछआओ क सामाय होन क समय भजा और उह इस पर कवल जनता की हमदददी और खदा तआला का आदश तयार करता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक जब उनका उनक दानशील रबब स सबध कमजोर हो जाता ह तो व बदो पर उपकार करक उस सबध को तरोताजा करत ह तथा व बलदी की ओर उडत ह और

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 5: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

2

सीरतल अबदालالعـــدا بمـــا قـــام یل ریب کالمداکئـــنو إن اتبـــع وحیـــہ ــن ــت مـ ــا کنـ ــری ومـ ــی امـ ــا عـ ــا ارتثـ ــرۃ ومـ ــی البصـ عـالمفرتیـــنوال ارغـــن إیل مـــن خالـــف الحـــق واری الوجـــہ کالضنـــنوال ابـــایل احـــدا مـــن العـــداlsquo ولـــو خوفـــی بخـــوف ادف وال احضـــرہ کالمتزازئنولیســـت ادلنیـــا عنـــدی إال ــا ــا بعلہـ ــذئ ہـ ــت فبـ ــا تبعلـ ــم مـ ــبت ثـ ــۃ إذا جرشـ کجہبـــس ــبہا بئـ ــا وحسـ ہـ

ر امر ــز ــہا و نـ ــہا و د قشـ ــذء روسـ و بـ

ــنlsquo القریـومـــن افتتـــح ســـورۃ النـــور و الفاتحـــۃ والمائـــدۃ ـــر ـــل إیل غم ـــن غل ـــل م ـــن وانتق ـــا کالطالب ـــبحلہا و تدبرہ فس

क रप म खडा ह और म परण परततभा स उसकी वही का अनकरर करता ह और मरा मामला मझ पर सतदगध नही और न म मफतरी ह और जो सचचाई का तवरोध कर म उस की बात पर कान नही रखता और न म एक कजस की तरह तकसी क चहर को दखता ह मझ शतओ म स तकसी की परवाह नही चाह वह मझ मार डालन वाल भय स भयभीत कर और म उसक सामन डरपोको क समान नही आता मर नजदीक दतनया कवल उस करप सती क समान ह जो बढी हो चकी हो तिर वह पतत की अवजाकारी भी हो और उस का पतत उस स तवमख हो और उसक इतरा कर चलन स तथा उसक बनाव-शगार स घरा कर और उस हर परकार स नीच समझ और उस तनकषटतम साथी समझ

और जो वयनति सरह नर सरह फाततहा और माइदह खोल और तिर उस धयानपवणक पढ तथा सतयातभलाषी की तरह उस पर तवचार कर और कम पानी स उस क नीच क परचर पानी की ओर जाए और अपनी समझ

सीरतल अबदाल

3

ـــال ـ ـــب الص ـــودہ وتجن ـــل وج ـــہ ورعب ـــہ واذاب فہم ـــو تحت ہـــاء ـــب ف ابتغ ـــا لغ ـــزنا وم ـــاب ش ـــا ہ ـــکل وم ـــی مم ـــع ع ـــا قن وممـــائ معـــن فیشـــاہد صـــدق مـــا ادعیـــت ویـــری مـــا رایـــت ــود ــیح الموعـ ــا المسـ ــتیقننlsquoو إن انـ ــن المسـ ــون مـ ویکـوانـــا اذلی یدفـــو ویجـــود ویســـتقری التقـــی اذلی یبغـــی وواہلل

ـــن ـــس بہ ـــاۃ لی ـــنإن التق ـــری للمتق ـــرود فبش ـــق وی الح

ــاۃ فہـــو ظـــاب رجـــل ومـــن آثـــر التقـ

حنــا تضاہـــی ال إنہـ

ــی ــان وہـ ــا الفتیـ ــود ایہـ ــۃ کئـ ــی عقبـ ــات وہـ ــر الممـ آثـالمـــوت المحـــرق بالنـــران ثـــم ہـــی الطـــرف الموصـــل إیل الجنـــان ا تحســـب کـــم امـــت بینہـــا وبـــن حمـــام اإلنســـان

को तपघला द और अपन अनसततव को टकड-टकड कर द और थोड पानी स बचा रह तथा थोड पानी वाल तालाब पर सतषट न हो और पथवी की कठोरता स भयभीत न हो और जारी मधर पानी की खोज म न थक तो वह मनषय मर दाव की सचचाई को दख लगा और वही राय सथातपत करगा जो मरी राय ह और तवशास करन वालो म स हो जाएगा तनससदह म ही मसीह मौऊद ह और वह म ही ह तजस न मारना था और दानशीलता और वदायता करना थी और म वह वयनति ह जो सतयातभलाषी सयमी की तलाश और खोज म ह तो सयतमयो क तलए खशखबरी ह तनससदह सयम (तकवा) आसान नही खदा की कसम सयम भी मौत क समान ह कयोतक तजस न सयम क आचरर को पराथतमक रखा वह (मानो) ऐस वयनति का पकका साथी ह तजसन मौत को पराथतमकता दी ह यवाओ सयम ऐसी चोटी ह तजस सर करना कतठन ह यह ऐसी मौत ह जो (तभनन-तभनन परकार की आग स जलान वाली ह इसक अततररति वह एक उततम घोडा

4

सीरतल अबदालإذا بلغـــت منتہاہـــا و اســـتوعبتہا فہـــی المـــوت عنـــد ـــب ـــیطان ویحس ـــب الش ـــاف لج ـــی ال یخ ـــان إن التق ـــل العرف اہـــاء ـــا تقی ـــان ول ـــع بالثغب ـــراب مشعش ـــہ ف اہلل کش ـــاب دم انثعـــم ـــان من ـــا فتی ـــی ی ـــا و ال ویل إال التق ـــون بہ ف

ـــات یعر عام

قـــوم یرســـلون إلصـــاح النـــاس عنـــد مفاســـد الخنـــاس مـــن ــانlsquo اہلل الرحمـ

فمــن عاماتــم انــم یبعثــون عند ظــام یحیــط الزمان ــر ــت الخنازی ــم وتاجل ــرام والکرائ ــل الک ــرون إذا ق ویظہ یبغســلون وقــل قــوم یتہجــدون

والبہائــم وکثــر رجــال

ह जो जननतो तक पहचाता ह तझ कया मालम तक इसम और मनषय की मौत म तकतनी दरी ह जब त उसकी अनतम सीमा को पहच जाए और उस परण कर ल तो यही आररफो (अधयातम जातनयो) क नजदीक मौत ह तनससदह सयमी (वयनति) शतान क कोलाहल स नही डरता और अलाह क मागण म अपना रति बहान म उस ऐसा आनद आता ह जस उततम शदध शीतल पानी स तमली हई शराब म और सयतमयो की तनशातनया ह तजन स व पहचान जात ह ह जवानो सयमी ही वली होता ह और उनम स ही एक जमाअत शतान क उतपातो क समय लोगो क सधार क तलए दयाल खदा की ओर स भजी जाती ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ऐस अधकार क समय अवतररत तकए जात ह जो समपरण यग पर छाया हआ होता ह और उन का परादभाणव सभय लोगो तथा तशषट आचररो क कम हो जान पर होता ह और (उस यग म) सअरो तथा पशओ क समान तवशषता वाल लोगो की बहतायत हो जाती ह और वयतभचार क रतसया लोगो को परचरता तथा

सीरतल अबदाल

5

وبقــی النــاس کحســکل ال یعلمــون وال یعملونوفســد الزمان ــماء ــن الس ــت ع ــا وترف ــا ودل إال زعبـ ــا وم ـ ــک کم واہلــار ــت او ص ــا ابقل ــۃ وم ــارت االرض جدب ــت وص ــا ازمہل وم وال

ــل ــدہ کح ــل وعن ــدل وال یاتب ــل ہل جعن ــل رج ــاس کمث الن

ــیل تحلومالــوا عــن الحــق کل المیــل فحفــل الــوادی بالسیک

یجائیــون الجــدب ویزیلــون الــودب ویحشــاون الشــیطان ــانlsquo رون الزم ــو ورق وین

ــر ــا اخ ــاون م ویرف

ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یجــدون احــدا یاخــذ ــم ــا ول ــم یتطاط ــن ل ــدودۃ م ــدون ک ــم وال یع ــہ بقلوب جالت

तहजद पढन वालो की कमी हो जाती ह और लोग ऐस तनकमम हो जात ह तक व न जान रखत ह न कमण जब यग तबगड जाता ह और हनरमद लोगो को तमटा दता ह और कवल सखपन क रोगी (अथाणत रहातनयत स खाली) बचच ही पदा करता ह और आकाश की आख खशक हो जाती ह और आस नही बहाती तथा पथवी बजर हो जाती ह और हररयाली नही तनकालती और लोग ऐस आदमी क समान हो जात ह तजसक पास एक सदढ ऊट तो हो परत वह उस पर सवारी न कर सक उसक पास समाण तो हो परत वह उस लगाता न हो और व (सामायजन) सचचाई स सवणथा तिर जात ह और घाटी बाढ (अवजा) स भर जाती ह अतः सखा (दतमणक) पडन क साथ ही य अबदाल भी आत ह और ददणशा दर करत ह और शतान क पट म तीर घोपत ह और जो कछ िट चका हो उस रफ करत ह और यग को परकातशत करत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक ह तक वह एक ऐसी कौम ह तजन क तदल तकसी क परताप स नही डरत और जो वयनति न तो झक

6

सीरतल अबदालــہ ــرب ویؤثرون ــۃ ال ہانی

ــون ف ال ــؤبوبم ویقع ــن ش ــرتف م یغ

ف جمیــع اســلوبم وینصــرون مــن نــاء بــہ الحمــل ویدرکــون مــراء

امــام احــد من اال

مــن ہــوی بوظوبــم ال یاخذہــم إفــکل

ویالــون ف ســبیل اہلل اذلی اشــرطم عنــد فســاد الزمان وشــیوع ــر ــاس وام ــات الن ــک إال مواس ــی ذال ــم ع ــا یحمل ــواء وم االہ

ــاء lsquo ــرۃ الکری حضــن ــم وبـ ــا بینـ ــن مـ ــہ إذا استشـ ــم انـ ــن عاماتـ ومـ ـــرون ـــاد ویط ـــی العب ـــان ع ـــہ باإلحس ـــواد فیبللون ـــم الج ربـــہ وال ـــذرون ب ـــرابا ال یہ ـــقون ش ـــون ویس ـــی وال یدثن إیل الععـــون ویقولـــون ہـــل مـــن مزیـــد وال یقنعـــون وال یصد

और उनक दान क झरन स एक चल तक भी न भर (व) उस कीड क बराबर भी नही समझत और व अपन रबब की खदाई म खोए रहत ह और अपनी हर पदधतत और वयवहार म उसी को पराथतमकता दत ह और जो वयनति भारी बोझ क नीच दबा हआ हो उसकी सहायता करत ह और अपनी वयवसथा और अतनवायणता स तगरत हए को सभालत ह अमीरो (धनसमपनन) म स तकसी क आग उन पर कपकपी नही छा जाती और व खदा क मागण म रोत-तगडतगडात ह तजसन उनक यग क उतपात तथा कामवासना सबधी इचछआओ क सामाय होन क समय भजा और उह इस पर कवल जनता की हमदददी और खदा तआला का आदश तयार करता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक जब उनका उनक दानशील रबब स सबध कमजोर हो जाता ह तो व बदो पर उपकार करक उस सबध को तरोताजा करत ह तथा व बलदी की ओर उडत ह और

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 6: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

3

ـــال ـ ـــب الص ـــودہ وتجن ـــل وج ـــہ ورعب ـــہ واذاب فہم ـــو تحت ہـــاء ـــب ف ابتغ ـــا لغ ـــزنا وم ـــاب ش ـــا ہ ـــکل وم ـــی مم ـــع ع ـــا قن وممـــائ معـــن فیشـــاہد صـــدق مـــا ادعیـــت ویـــری مـــا رایـــت ــود ــیح الموعـ ــا المسـ ــتیقننlsquoو إن انـ ــن المسـ ــون مـ ویکـوانـــا اذلی یدفـــو ویجـــود ویســـتقری التقـــی اذلی یبغـــی وواہلل

ـــن ـــس بہ ـــاۃ لی ـــنإن التق ـــری للمتق ـــرود فبش ـــق وی الح

ــاۃ فہـــو ظـــاب رجـــل ومـــن آثـــر التقـ

حنــا تضاہـــی ال إنہـ

ــی ــان وہـ ــا الفتیـ ــود ایہـ ــۃ کئـ ــی عقبـ ــات وہـ ــر الممـ آثـالمـــوت المحـــرق بالنـــران ثـــم ہـــی الطـــرف الموصـــل إیل الجنـــان ا تحســـب کـــم امـــت بینہـــا وبـــن حمـــام اإلنســـان

को तपघला द और अपन अनसततव को टकड-टकड कर द और थोड पानी स बचा रह तथा थोड पानी वाल तालाब पर सतषट न हो और पथवी की कठोरता स भयभीत न हो और जारी मधर पानी की खोज म न थक तो वह मनषय मर दाव की सचचाई को दख लगा और वही राय सथातपत करगा जो मरी राय ह और तवशास करन वालो म स हो जाएगा तनससदह म ही मसीह मौऊद ह और वह म ही ह तजस न मारना था और दानशीलता और वदायता करना थी और म वह वयनति ह जो सतयातभलाषी सयमी की तलाश और खोज म ह तो सयतमयो क तलए खशखबरी ह तनससदह सयम (तकवा) आसान नही खदा की कसम सयम भी मौत क समान ह कयोतक तजस न सयम क आचरर को पराथतमक रखा वह (मानो) ऐस वयनति का पकका साथी ह तजसन मौत को पराथतमकता दी ह यवाओ सयम ऐसी चोटी ह तजस सर करना कतठन ह यह ऐसी मौत ह जो (तभनन-तभनन परकार की आग स जलान वाली ह इसक अततररति वह एक उततम घोडा

4

सीरतल अबदालإذا بلغـــت منتہاہـــا و اســـتوعبتہا فہـــی المـــوت عنـــد ـــب ـــیطان ویحس ـــب الش ـــاف لج ـــی ال یخ ـــان إن التق ـــل العرف اہـــاء ـــا تقی ـــان ول ـــع بالثغب ـــراب مشعش ـــہ ف اہلل کش ـــاب دم انثعـــم ـــان من ـــا فتی ـــی ی ـــا و ال ویل إال التق ـــون بہ ف

ـــات یعر عام

قـــوم یرســـلون إلصـــاح النـــاس عنـــد مفاســـد الخنـــاس مـــن ــانlsquo اہلل الرحمـ

فمــن عاماتــم انــم یبعثــون عند ظــام یحیــط الزمان ــر ــت الخنازی ــم وتاجل ــرام والکرائ ــل الک ــرون إذا ق ویظہ یبغســلون وقــل قــوم یتہجــدون

والبہائــم وکثــر رجــال

ह जो जननतो तक पहचाता ह तझ कया मालम तक इसम और मनषय की मौत म तकतनी दरी ह जब त उसकी अनतम सीमा को पहच जाए और उस परण कर ल तो यही आररफो (अधयातम जातनयो) क नजदीक मौत ह तनससदह सयमी (वयनति) शतान क कोलाहल स नही डरता और अलाह क मागण म अपना रति बहान म उस ऐसा आनद आता ह जस उततम शदध शीतल पानी स तमली हई शराब म और सयतमयो की तनशातनया ह तजन स व पहचान जात ह ह जवानो सयमी ही वली होता ह और उनम स ही एक जमाअत शतान क उतपातो क समय लोगो क सधार क तलए दयाल खदा की ओर स भजी जाती ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ऐस अधकार क समय अवतररत तकए जात ह जो समपरण यग पर छाया हआ होता ह और उन का परादभाणव सभय लोगो तथा तशषट आचररो क कम हो जान पर होता ह और (उस यग म) सअरो तथा पशओ क समान तवशषता वाल लोगो की बहतायत हो जाती ह और वयतभचार क रतसया लोगो को परचरता तथा

सीरतल अबदाल

5

وبقــی النــاس کحســکل ال یعلمــون وال یعملونوفســد الزمان ــماء ــن الس ــت ع ــا وترف ــا ودل إال زعبـ ــا وم ـ ــک کم واہلــار ــت او ص ــا ابقل ــۃ وم ــارت االرض جدب ــت وص ــا ازمہل وم وال

ــل ــدہ کح ــل وعن ــدل وال یاتب ــل ہل جعن ــل رج ــاس کمث الن

ــیل تحلومالــوا عــن الحــق کل المیــل فحفــل الــوادی بالسیک

یجائیــون الجــدب ویزیلــون الــودب ویحشــاون الشــیطان ــانlsquo رون الزم ــو ورق وین

ــر ــا اخ ــاون م ویرف

ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یجــدون احــدا یاخــذ ــم ــا ول ــم یتطاط ــن ل ــدودۃ م ــدون ک ــم وال یع ــہ بقلوب جالت

तहजद पढन वालो की कमी हो जाती ह और लोग ऐस तनकमम हो जात ह तक व न जान रखत ह न कमण जब यग तबगड जाता ह और हनरमद लोगो को तमटा दता ह और कवल सखपन क रोगी (अथाणत रहातनयत स खाली) बचच ही पदा करता ह और आकाश की आख खशक हो जाती ह और आस नही बहाती तथा पथवी बजर हो जाती ह और हररयाली नही तनकालती और लोग ऐस आदमी क समान हो जात ह तजसक पास एक सदढ ऊट तो हो परत वह उस पर सवारी न कर सक उसक पास समाण तो हो परत वह उस लगाता न हो और व (सामायजन) सचचाई स सवणथा तिर जात ह और घाटी बाढ (अवजा) स भर जाती ह अतः सखा (दतमणक) पडन क साथ ही य अबदाल भी आत ह और ददणशा दर करत ह और शतान क पट म तीर घोपत ह और जो कछ िट चका हो उस रफ करत ह और यग को परकातशत करत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक ह तक वह एक ऐसी कौम ह तजन क तदल तकसी क परताप स नही डरत और जो वयनति न तो झक

6

सीरतल अबदालــہ ــرب ویؤثرون ــۃ ال ہانی

ــون ف ال ــؤبوبم ویقع ــن ش ــرتف م یغ

ف جمیــع اســلوبم وینصــرون مــن نــاء بــہ الحمــل ویدرکــون مــراء

امــام احــد من اال

مــن ہــوی بوظوبــم ال یاخذہــم إفــکل

ویالــون ف ســبیل اہلل اذلی اشــرطم عنــد فســاد الزمان وشــیوع ــر ــاس وام ــات الن ــک إال مواس ــی ذال ــم ع ــا یحمل ــواء وم االہ

ــاء lsquo ــرۃ الکری حضــن ــم وبـ ــا بینـ ــن مـ ــہ إذا استشـ ــم انـ ــن عاماتـ ومـ ـــرون ـــاد ویط ـــی العب ـــان ع ـــہ باإلحس ـــواد فیبللون ـــم الج ربـــہ وال ـــذرون ب ـــرابا ال یہ ـــقون ش ـــون ویس ـــی وال یدثن إیل الععـــون ویقولـــون ہـــل مـــن مزیـــد وال یقنعـــون وال یصد

और उनक दान क झरन स एक चल तक भी न भर (व) उस कीड क बराबर भी नही समझत और व अपन रबब की खदाई म खोए रहत ह और अपनी हर पदधतत और वयवहार म उसी को पराथतमकता दत ह और जो वयनति भारी बोझ क नीच दबा हआ हो उसकी सहायता करत ह और अपनी वयवसथा और अतनवायणता स तगरत हए को सभालत ह अमीरो (धनसमपनन) म स तकसी क आग उन पर कपकपी नही छा जाती और व खदा क मागण म रोत-तगडतगडात ह तजसन उनक यग क उतपात तथा कामवासना सबधी इचछआओ क सामाय होन क समय भजा और उह इस पर कवल जनता की हमदददी और खदा तआला का आदश तयार करता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक जब उनका उनक दानशील रबब स सबध कमजोर हो जाता ह तो व बदो पर उपकार करक उस सबध को तरोताजा करत ह तथा व बलदी की ओर उडत ह और

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 7: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

4

सीरतल अबदालإذا بلغـــت منتہاہـــا و اســـتوعبتہا فہـــی المـــوت عنـــد ـــب ـــیطان ویحس ـــب الش ـــاف لج ـــی ال یخ ـــان إن التق ـــل العرف اہـــاء ـــا تقی ـــان ول ـــع بالثغب ـــراب مشعش ـــہ ف اہلل کش ـــاب دم انثعـــم ـــان من ـــا فتی ـــی ی ـــا و ال ویل إال التق ـــون بہ ف

ـــات یعر عام

قـــوم یرســـلون إلصـــاح النـــاس عنـــد مفاســـد الخنـــاس مـــن ــانlsquo اہلل الرحمـ

فمــن عاماتــم انــم یبعثــون عند ظــام یحیــط الزمان ــر ــت الخنازی ــم وتاجل ــرام والکرائ ــل الک ــرون إذا ق ویظہ یبغســلون وقــل قــوم یتہجــدون

والبہائــم وکثــر رجــال

ह जो जननतो तक पहचाता ह तझ कया मालम तक इसम और मनषय की मौत म तकतनी दरी ह जब त उसकी अनतम सीमा को पहच जाए और उस परण कर ल तो यही आररफो (अधयातम जातनयो) क नजदीक मौत ह तनससदह सयमी (वयनति) शतान क कोलाहल स नही डरता और अलाह क मागण म अपना रति बहान म उस ऐसा आनद आता ह जस उततम शदध शीतल पानी स तमली हई शराब म और सयतमयो की तनशातनया ह तजन स व पहचान जात ह ह जवानो सयमी ही वली होता ह और उनम स ही एक जमाअत शतान क उतपातो क समय लोगो क सधार क तलए दयाल खदा की ओर स भजी जाती ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ऐस अधकार क समय अवतररत तकए जात ह जो समपरण यग पर छाया हआ होता ह और उन का परादभाणव सभय लोगो तथा तशषट आचररो क कम हो जान पर होता ह और (उस यग म) सअरो तथा पशओ क समान तवशषता वाल लोगो की बहतायत हो जाती ह और वयतभचार क रतसया लोगो को परचरता तथा

सीरतल अबदाल

5

وبقــی النــاس کحســکل ال یعلمــون وال یعملونوفســد الزمان ــماء ــن الس ــت ع ــا وترف ــا ودل إال زعبـ ــا وم ـ ــک کم واہلــار ــت او ص ــا ابقل ــۃ وم ــارت االرض جدب ــت وص ــا ازمہل وم وال

ــل ــدہ کح ــل وعن ــدل وال یاتب ــل ہل جعن ــل رج ــاس کمث الن

ــیل تحلومالــوا عــن الحــق کل المیــل فحفــل الــوادی بالسیک

یجائیــون الجــدب ویزیلــون الــودب ویحشــاون الشــیطان ــانlsquo رون الزم ــو ورق وین

ــر ــا اخ ــاون م ویرف

ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یجــدون احــدا یاخــذ ــم ــا ول ــم یتطاط ــن ل ــدودۃ م ــدون ک ــم وال یع ــہ بقلوب جالت

तहजद पढन वालो की कमी हो जाती ह और लोग ऐस तनकमम हो जात ह तक व न जान रखत ह न कमण जब यग तबगड जाता ह और हनरमद लोगो को तमटा दता ह और कवल सखपन क रोगी (अथाणत रहातनयत स खाली) बचच ही पदा करता ह और आकाश की आख खशक हो जाती ह और आस नही बहाती तथा पथवी बजर हो जाती ह और हररयाली नही तनकालती और लोग ऐस आदमी क समान हो जात ह तजसक पास एक सदढ ऊट तो हो परत वह उस पर सवारी न कर सक उसक पास समाण तो हो परत वह उस लगाता न हो और व (सामायजन) सचचाई स सवणथा तिर जात ह और घाटी बाढ (अवजा) स भर जाती ह अतः सखा (दतमणक) पडन क साथ ही य अबदाल भी आत ह और ददणशा दर करत ह और शतान क पट म तीर घोपत ह और जो कछ िट चका हो उस रफ करत ह और यग को परकातशत करत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक ह तक वह एक ऐसी कौम ह तजन क तदल तकसी क परताप स नही डरत और जो वयनति न तो झक

6

सीरतल अबदालــہ ــرب ویؤثرون ــۃ ال ہانی

ــون ف ال ــؤبوبم ویقع ــن ش ــرتف م یغ

ف جمیــع اســلوبم وینصــرون مــن نــاء بــہ الحمــل ویدرکــون مــراء

امــام احــد من اال

مــن ہــوی بوظوبــم ال یاخذہــم إفــکل

ویالــون ف ســبیل اہلل اذلی اشــرطم عنــد فســاد الزمان وشــیوع ــر ــاس وام ــات الن ــک إال مواس ــی ذال ــم ع ــا یحمل ــواء وم االہ

ــاء lsquo ــرۃ الکری حضــن ــم وبـ ــا بینـ ــن مـ ــہ إذا استشـ ــم انـ ــن عاماتـ ومـ ـــرون ـــاد ویط ـــی العب ـــان ع ـــہ باإلحس ـــواد فیبللون ـــم الج ربـــہ وال ـــذرون ب ـــرابا ال یہ ـــقون ش ـــون ویس ـــی وال یدثن إیل الععـــون ویقولـــون ہـــل مـــن مزیـــد وال یقنعـــون وال یصد

और उनक दान क झरन स एक चल तक भी न भर (व) उस कीड क बराबर भी नही समझत और व अपन रबब की खदाई म खोए रहत ह और अपनी हर पदधतत और वयवहार म उसी को पराथतमकता दत ह और जो वयनति भारी बोझ क नीच दबा हआ हो उसकी सहायता करत ह और अपनी वयवसथा और अतनवायणता स तगरत हए को सभालत ह अमीरो (धनसमपनन) म स तकसी क आग उन पर कपकपी नही छा जाती और व खदा क मागण म रोत-तगडतगडात ह तजसन उनक यग क उतपात तथा कामवासना सबधी इचछआओ क सामाय होन क समय भजा और उह इस पर कवल जनता की हमदददी और खदा तआला का आदश तयार करता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक जब उनका उनक दानशील रबब स सबध कमजोर हो जाता ह तो व बदो पर उपकार करक उस सबध को तरोताजा करत ह तथा व बलदी की ओर उडत ह और

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 8: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

5

وبقــی النــاس کحســکل ال یعلمــون وال یعملونوفســد الزمان ــماء ــن الس ــت ع ــا وترف ــا ودل إال زعبـ ــا وم ـ ــک کم واہلــار ــت او ص ــا ابقل ــۃ وم ــارت االرض جدب ــت وص ــا ازمہل وم وال

ــل ــدہ کح ــل وعن ــدل وال یاتب ــل ہل جعن ــل رج ــاس کمث الن

ــیل تحلومالــوا عــن الحــق کل المیــل فحفــل الــوادی بالسیک

یجائیــون الجــدب ویزیلــون الــودب ویحشــاون الشــیطان ــانlsquo رون الزم ــو ورق وین

ــر ــا اخ ــاون م ویرف

ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یجــدون احــدا یاخــذ ــم ــا ول ــم یتطاط ــن ل ــدودۃ م ــدون ک ــم وال یع ــہ بقلوب جالت

तहजद पढन वालो की कमी हो जाती ह और लोग ऐस तनकमम हो जात ह तक व न जान रखत ह न कमण जब यग तबगड जाता ह और हनरमद लोगो को तमटा दता ह और कवल सखपन क रोगी (अथाणत रहातनयत स खाली) बचच ही पदा करता ह और आकाश की आख खशक हो जाती ह और आस नही बहाती तथा पथवी बजर हो जाती ह और हररयाली नही तनकालती और लोग ऐस आदमी क समान हो जात ह तजसक पास एक सदढ ऊट तो हो परत वह उस पर सवारी न कर सक उसक पास समाण तो हो परत वह उस लगाता न हो और व (सामायजन) सचचाई स सवणथा तिर जात ह और घाटी बाढ (अवजा) स भर जाती ह अतः सखा (दतमणक) पडन क साथ ही य अबदाल भी आत ह और ददणशा दर करत ह और शतान क पट म तीर घोपत ह और जो कछ िट चका हो उस रफ करत ह और यग को परकातशत करत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक ह तक वह एक ऐसी कौम ह तजन क तदल तकसी क परताप स नही डरत और जो वयनति न तो झक

6

सीरतल अबदालــہ ــرب ویؤثرون ــۃ ال ہانی

ــون ف ال ــؤبوبم ویقع ــن ش ــرتف م یغ

ف جمیــع اســلوبم وینصــرون مــن نــاء بــہ الحمــل ویدرکــون مــراء

امــام احــد من اال

مــن ہــوی بوظوبــم ال یاخذہــم إفــکل

ویالــون ف ســبیل اہلل اذلی اشــرطم عنــد فســاد الزمان وشــیوع ــر ــاس وام ــات الن ــک إال مواس ــی ذال ــم ع ــا یحمل ــواء وم االہ

ــاء lsquo ــرۃ الکری حضــن ــم وبـ ــا بینـ ــن مـ ــہ إذا استشـ ــم انـ ــن عاماتـ ومـ ـــرون ـــاد ویط ـــی العب ـــان ع ـــہ باإلحس ـــواد فیبللون ـــم الج ربـــہ وال ـــذرون ب ـــرابا ال یہ ـــقون ش ـــون ویس ـــی وال یدثن إیل الععـــون ویقولـــون ہـــل مـــن مزیـــد وال یقنعـــون وال یصد

और उनक दान क झरन स एक चल तक भी न भर (व) उस कीड क बराबर भी नही समझत और व अपन रबब की खदाई म खोए रहत ह और अपनी हर पदधतत और वयवहार म उसी को पराथतमकता दत ह और जो वयनति भारी बोझ क नीच दबा हआ हो उसकी सहायता करत ह और अपनी वयवसथा और अतनवायणता स तगरत हए को सभालत ह अमीरो (धनसमपनन) म स तकसी क आग उन पर कपकपी नही छा जाती और व खदा क मागण म रोत-तगडतगडात ह तजसन उनक यग क उतपात तथा कामवासना सबधी इचछआओ क सामाय होन क समय भजा और उह इस पर कवल जनता की हमदददी और खदा तआला का आदश तयार करता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक जब उनका उनक दानशील रबब स सबध कमजोर हो जाता ह तो व बदो पर उपकार करक उस सबध को तरोताजा करत ह तथा व बलदी की ओर उडत ह और

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 9: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

6

सीरतल अबदालــہ ــرب ویؤثرون ــۃ ال ہانی

ــون ف ال ــؤبوبم ویقع ــن ش ــرتف م یغ

ف جمیــع اســلوبم وینصــرون مــن نــاء بــہ الحمــل ویدرکــون مــراء

امــام احــد من اال

مــن ہــوی بوظوبــم ال یاخذہــم إفــکل

ویالــون ف ســبیل اہلل اذلی اشــرطم عنــد فســاد الزمان وشــیوع ــر ــاس وام ــات الن ــک إال مواس ــی ذال ــم ع ــا یحمل ــواء وم االہ

ــاء lsquo ــرۃ الکری حضــن ــم وبـ ــا بینـ ــن مـ ــہ إذا استشـ ــم انـ ــن عاماتـ ومـ ـــرون ـــاد ویط ـــی العب ـــان ع ـــہ باإلحس ـــواد فیبللون ـــم الج ربـــہ وال ـــذرون ب ـــرابا ال یہ ـــقون ش ـــون ویس ـــی وال یدثن إیل الععـــون ویقولـــون ہـــل مـــن مزیـــد وال یقنعـــون وال یصد

और उनक दान क झरन स एक चल तक भी न भर (व) उस कीड क बराबर भी नही समझत और व अपन रबब की खदाई म खोए रहत ह और अपनी हर पदधतत और वयवहार म उसी को पराथतमकता दत ह और जो वयनति भारी बोझ क नीच दबा हआ हो उसकी सहायता करत ह और अपनी वयवसथा और अतनवायणता स तगरत हए को सभालत ह अमीरो (धनसमपनन) म स तकसी क आग उन पर कपकपी नही छा जाती और व खदा क मागण म रोत-तगडतगडात ह तजसन उनक यग क उतपात तथा कामवासना सबधी इचछआओ क सामाय होन क समय भजा और उह इस पर कवल जनता की हमदददी और खदा तआला का आदश तयार करता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक जब उनका उनक दानशील रबब स सबध कमजोर हो जाता ह तो व बदो पर उपकार करक उस सबध को तरोताजा करत ह तथा व बलदी की ओर उडत ह और

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 10: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

7

تفـــم اســـرارہم بمـــا دقـــت کانـــم یرطنـــون ویکفـــاون نفوســـم ممـــا ال یرضـــی بـــہ ربـــم وعـــی الحـــق یثبتـــون ون بالحـــق ولـــو

ولـــو احرقـــوا ال یرقلـــون وال یکفـــر

یزبلـــون وال یتبســـل وجوہـــم بمـــا اصابتـــم مـــکارہ ــا ــکل فـ ــا کحسـ ــبون ادلنیـ ــون ویحسـ ــی اہلل یتوکلـ وعـ

یتوجہـــونlsquoومــن عاماتــم انــم ینبــاون بإقبالــم قبــل وجــود ــاس ــام الی ــن اہلل ف ای ــر م ــرون بنص ــۃ ویبش ــباب المادی االســا ــذہ ادلنی ــادۃ ف ہ ــائل المعت ــدان الوس ــاس وفق ــراض الن وإعادلنیــۃ حــی ان الســفہاء یضحکــون علیــم عنــد إظہــار تلــک

थोडा सा उडकर बठ नही जात तथा उह ऐसा जाम तपलाया जाता ह तक तजस स न व बकवास करत ह और न उह सर ददण तचमटता ह और زیــد مــن م

अथाणत और भी कछ ह कहत जात ह और सतषट नही ہــل

होत उनक राज सकम होन क कारर समझ नही जात जस तक वह अरबी क अततररति कोई अय भाषा बोल रह ह और व अपन नफसो को हर उस बात स रोक रखत ह जो उन क रबब को अतपरय हो और सचचाई पर दढ रहत ह और चाह आग म भी डाल तदए जाए व झठ नही बोलत और न व सच को छपात ह चाह उह टकड-टकड कर तदया जाए और उन कषटो पर जो उनको पहचत ह व अपरसनन नही होत और व अलाह पर भरोसा करत ह और दतनया को रददी समझत हए उसकी ओर धयान नही दत

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक भौततक सामानो क पदा होन स पहल ही उह उनक सौभागय की परबलता की (गब स) खबर दी जाती ह और उह तनराशा लोगो की तवमखता और इस तचछ ससार

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 11: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

8

सीरतल अबदालــل ــن لتحصی ــن او مفرتی ــن ہاذری ــبونم مجان ــاء ویحس االنباالہــواء ویســعون کل الســعی لیعدموہم ویجعلوہــم کالہباء فینــزل امــر اہلل مــن الســماء و یقعــدون ف حجــر عنایــۃ حضرۃ ــاء ــکر والخی ــن التـ ــدا م ــج الع ــا نس ــزق کلم ــاء ویم الکریــم ــۃ امرہ ــل خاتم ــن وتجع ــاض ســیل الفت ویغ

ــر ویقضــی االم

ــاء lsquo ــزۃ والع ــۃ والع ــع الغلب ــرام م ــوز الم فومــن عاماتــم انــک تراہــم ف ســبل اہلل مســارعن وال عنہــا فیتزحنــون ادلنیــا امــور ــا وام کادلعکنــۃ مــن صلــح مــا بــم اہلل ویظہــر بالکراہــۃ إال یوثرونہــا

क सामाय साधनो क अभाव क समय म अलाह तआला की ओर स सहायता की खशखबरी तमलती ह यहा तक तक मखण इन भतवषयवातरयो की अतभवयनति पर उनकी हसी उडात ह और उनको पागल बकवासी या इचछाओ की परानति क तलए झठ गढन वाल समझत ह और व (सासाररक लोग) उह तमटान तथा गबार की तरह उडा दन का परण परयास करत ह उस समय खदा का आदश आकाश स उतरता ह और व खदा तआला क कपा रपी आचल म तबठा तदए जात ह और शतओ न अतभमान एव अहकार क दारा अपन (यतनो क) जो जाल बन होत ह व टकड-टकड कर तदए जात ह और मामल का तनरणय कर तदया जाता ह और तफतनो का जारी सलाब शषक कर तदया जाता ह और अततः तवजय और सममान तथा परततषापवणक सिल होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह दखता ह तक व खदा क मागगो म सदढ हषट-पषट तीवरगामी ऊटनी की तरह दौडत ह और रह सासाररक मामल तो उन म तदलचसपी नही लत और घरा स

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 12: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

9

اخــاق النــاس ومــا کان کادلائ ادلفــن فیشــابہون مطــرا ــاذن ــہ بـ ــرج نبات ــب یخ ی

ــد الط ــن والبل ــواص االرض ــر خ یظہ

ــا ــرب اہلل مث ــک ض ــدا کذال ا نک ــرج ال ــث لا یخ ــذی خب

ــہ وال ربوالفاســقنlsquo للمؤمنــن

ــود ــن وعم ــل رزی ــم کرج ــک تجدہ ــم ان ــن عامات وم رصــن وتاجــر ہــو بــدء زحنتــہ وقیــل المعاصریــن ویزجــون ــم قائمــن وســاجدین عیشــتم ف حــذل وانــن ویبیتــون لربویجتنبــون حطــل الشــہوات ویعبــدون ربــم حــی یاتیــم ــوا کالــکاب وجعلوہــم یقــن وإن التحــوت إذا ســبوا واضب

ही उह गरहर करत ह और अलाह तआला उनक दारा लोगो क अचछ तशषटाचार तथा उन बराइयो को जो गति रोग की भातत होत ह परकट कर दता ह व उस वषाण क समान होत ह जो जमीनो क गर परकट कर दती ह और अचछी जमीन की हररयाली अपन रबब क आदश स तनकलती ह और खराब जमीन की पदावार रददी ही तनकलती ह अलाह तआला न मोतमनो और पातपयो का उदाहरर ऐसा ही वरणन तकया ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक त उह मयाणदा का पालन करन वाला वयनति दक सनापतत तथा ऐस वयापारी की तरह जो याती दल का मतखया हो और अपन समकालीनो का नायक पाएगा व अपना जीवन रोन और तगडतगडान म वयतीत करत ह तथा अपन रबब क तलए खड रह कर और सजदो म सारी रात गजार दत ह और कामवासना सबधी इचछाओ क भतडए स बचात ह और मौत क आन तक अपन रबब की इबादत म वयसत रहत ह और कमीन लोग जब उनको गातलया दत ह और कततो की तरह उन पर टट पडत ह और

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 13: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

10

सीरतल अबदालکارض تحــت الضبــاب وجدتــم صابریــنlsquo

ومــن عاماتــم انــم یبعثــون ف عصــر ادجوجــن ووقــت مــدرن وف زمــان اخذت الناس نعســۃ

قــل ثمــارہ وشــابہ الحطــب ال

اردن وبقــی إیمانــم کإہــان ما بقــی ہل غصــن وف برہــۃ احثلت ال صبیانہــا ومــا کفلت جوعانہــا وف حــن ما طــل النــاس الضوقضمــت جوامیــس النفــوس مــا نعمــت مــن االعمــال ثــم ہــم ال رذال بــل یکظمــون الغیــظ ویعفــون

یکونــون دخــن الخلــق کاال

ال یرغنــون إیل ــال ومــع ذالک ہــم قــوم شــجعۃ ــن آذی مــن الجہ عم

ــی ویخافون ـ م لظلــم عی ولــو کانــوا کباہل ف موطــن الوغســل

उह ऐसी भतम क समान कर दत ह जो कहर क नीच आ गई हो तो ऐसी अवसथा म भी त उह धयणवान पाएगा

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व घटाटोप अधकार क यग म अवतररत तकए जात ह और ऐस समय म जब िल बहत कम हो जात ह और वक खशक ईधन क समान हो जात ह और ऐस समय म जब लोगो पर गहरी नीद परभतव पा लती ह तथा जब लोगो का ईमान उस टणड-मणड वक क समान हो जाता ह तजसकी कोई टहनी शष न रही हो और ऐस दौर म तजसन अपन बचचो को खराब और रददी भोजन तदया और अपन भखो का भरर-पोषर न तकया हो और ऐसी घडी म जब गमराही न लोगो को उलझा रखा हो और नफसो क भसो न शभ की हररयाली को चबा डाला हो इसक बावजद व कमीनो की तरह बमरववत नही होत बनक व गससा पी जात ह और अतशषट लोगो म स तजसन कषट पहचाया होता ह उस कमा कर दत ह और व ऐस शरवीर होत ह तक हद स बढ हए अतयाचार क सामन सर नही झकात चाह व

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 14: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

11

ربــم وعــی التقــوی یواظبــون وإذا مســم طائــف مــن الشــیطان یســتغفرون فتہــزم االہــوائ الــی جــاء ت کاوشــاب یہجمــون

وتنــزل الســکینۃ ویفــر الشــیطان الملعــونlsquoوالمنافــق الرہــدون یعرفــون انــم عاماتــم ومــن ــا ــذان ف کل م ــم کغی ــرذون وتجدہ ــی الح ــل اذلی یضاہ البہصیزکنــون وکمثــل ہصــور بیــد انــم ال یفرتســون وتجــد قلوبــم ــون ــبل اہلل وال یرکل ــون ف س ــکنون ویرقل ــم یتمس ــاء ث اغنیوتری دموعم مرمغۃ ال ترقـــا وال یمیلون إیل اون وال یتبخرتونlsquo

قــدم عــی إلیــم یمشــی القــدر ان عاماتــم ومــن

यदध क मदान म ही तनहतथ कयो न हो और व अपन रबब स डरत और सयम (तकवा) को हमशा गरहर तकए रहत ह और जब उह कोई शतानी खयाल आए तो इनसतगफार (कमा याचना) करत ह अतः बदमाशो की तरह आकरमरकारी इचछाओ को परातजत कर तदया जाता ह और (उन पर) चन उतरता ह और मलऊन शतान भाग जाता ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व झठ नग कपटाचारी को जो तगरतगट क समान हो खब पहचानत ह और त उह हर मामल म सही राय वाला और शर की तरह तनडर पाएगा तकत व दररदगी का परदशणन नही करत और त उनक हदयो को तनसपह पाएगा तिर भी व तवनय गरहर करत ह व अलाह क मागण म तीवरगामी होत ह एड लगान क महताज नही होत त दखगा तक उनक आस तनरतर बहत ह और थमत नही और व आराम चाहन की ओर नही झकत और न ही व इतरा क चलत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक तकदीर उनकी ओर दब

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 15: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

12

सीरतल अबदालــۃ ــزول البلی ــم ن ــدر علی ــدرہ إذا ق ــم اہلل بق ــۃ و ینبئ المخاتــۃ کان ــوادث المفاجئ ــایت کالح ــوت وال ی ــم الم ــل إلی ویختعاہلل یعــاف ان یہلکــم ویــرتدد عنــد قبــض نفوســم المطمئنــۃlsquo

وال یخذلــون وال ون

ینصــر انــم عاماتــم ومــن یحجــز ہــوی بینــم وبــن ربــم وال یرتکــون وال یفارقــون ــۃ ــاء ذات نیق ــون کخرق ــون وال یکون ــو یخرذل ــرۃ ول الحضوہــم بریقــم اہلل رونویــری وینو العلــم یعطــون بــل کنبــات وتراہــم قــون یتنو الحســنات وف ون یــراء ال مــان انــم مــن اولیــاء

ر

لمــون یشــہد لــم االث

خضــل ولــو یک

انــم ملحــدون وإذا ضــاق الرحمــن ولــو یحســبم خطــل

पाव आती ह और जब उन पर तकसी तवपदा का उतरना उन पर मकददर होता ह तो अलाह तआला उस परारबध (तकदीर) क उतरन स पहल ही उह अवगत कर दता ह और मौत उनकी ओर दर स आती ह अचानक आन वाली दघणटनाओ की तरह नही आती जस अलाह तआला उनको मौत दन स तहचतकचाता ह और उनक आराम पराति नफसो को कबज करन म असमजस म होता ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनको सहायता पराति होती ह और व तनराशय नही छोड जात और उनक तथा उनक रबब क मधय कोई इचछा रोक नही होती और व (बयार-व-मददगार) नही छोड जात और व खदा तआला स पथक नही होत चाह उह कीमा ही कयो न कर तदया जाए और न ही व शखी बघारन वाल मखगो की तरह होत ह अतपत उनको जान परदान तकया जाता ह और उह रोशन तकया जाता ह और खदा तआला उनकी चमक तदखाता ह तथा व तदखावा नही करत

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 16: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

13

ــل ــل ب ــم اہلل کخام ــون و الیرتک ــإیل اہلل یخفل ــر ف ــم ام علییعرفــون ف النــاس و یبجلــون وال تراہــم کام خنثــل بــل ہــم کبــب عبقــری یشــاہدون ویمشــون ف االرض ہونــا وال

lsquo ن یخنثلــوالســـفہاء مـــن خنطـــوۃل ان عاماتـــم ومـــن ئ ون ــر ــد اہلل یـ ــم عنـ ــوء وہـ ـ ــن الس ــم ظـ ــون فیـ یظنـــن ــم وبـ ــون وبینـ ــم یحزنـ ــول وال ہـ ــون بدؤلـ ال یغتمـــربون وإذا ــوا یشـ ــا کانـ ــربون ممـ ــوۃل یشـ ــاء خئـ نبیـ االوینزحـــون یرجعـــون اہلل وإیل فقامـــوا دبیـــۃ بلتـــم دمـــا عندہـــم ہلل وال یبخلونیجتنبـــون دحـــۃ ادلنیـــا وال

और व नतकयो को सभाल-सभाल कर अदा करत और त उह हरा-भरा और परिल दखगा चाह व जखमी तकए जाए उनक तलए तदन और रात गवाही दत ह तक व खदा क वली ह चाह मखण उह नानसतक ही समझ और जब उन पर कोई कषट आए तो व खदा की ओर दौडत ह अलाह उह गमनाम नही छोडता अतपत लोगो म उनको परतसतदध और शषता दी जाती ह त उह लगड-बगड की तरह नही दखगा अतपत व सदर बहादर जवान की तरह तदखाई दत ह व पथवी पर तवनयपवणक चलत ह और बढो की भातत लडखडात नही

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक मखगो का एक तगरोह उनक बार म तभनन-तभनन परकार क कधारराए करता ह और अलाह क नजदीक व उन आरोपो स पतवत ठहराए जात ह व सकटो स न गम खात ह और न दखी होत ह तथा उनक और नतबयो क बीच तनकट सबध होता ह व उसी रहानी शराब स पीत ह तजसस अतबया तपया करत ह

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 17: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

14

सीरतल अबदालیقومـــون عـــی حفرتہـــا وال یقربـــون وإنـــم ریابیـــل اہلل ــم وال ــور کمثلـ ــس ہصـ ــب یکتمونلیـ ــۃ الغیـ وف اجمـبـــازی یصولـــون عـــی العـــدا ویمتشـــقونوإنم اغصـــان واذلیـــن اہلل یکســـرہ ہـــم

ہصر فمـــن القـــدس شـــجرۃ

إال یؤذیـــم وال یضجـــرون غتـــم ف فـــم یحصرونـــم ــم ــۃ فإنـ ــن حیـ ــس مـ ــۃ واخنـ ــن رجـ ــق مـ ــن کان احمـ مـوا ــر ــم وإن یفـ ــح عداہـ ــم وال تفلـ ــارب اہلل لـ ــوم یحـ قـمنـــہ تخفـــی ال اذلی عارضـــوا فإنـــم یرتہشـــوا حـــی

lsquo ن مـــو لمجر ا

और जब उन पर कोई सकट आता ह तो खड हो जात ह और अलाह की ओर रज करत ह और जो कछ उनक पास होता ह वह खदा क तलए लटा दत ह और कजसी नही करत और व सासाररक कए स बचत ह न उसक तकनार पर खड होत ह और न उसक तनकट जात ह और तनससदह व खदा क शर होत ह और व गब की कछार म छपा कर रख जात ह न उन जसा कोई शर होता ह न बाज व शतओ पर आकरमर करत ह और उह फना कर दत ह व पतवत वक (शजरए कदस) की शाखाए होती ह जो उह तोडन क तलए झकाए अलाह तआला उस तोड डालता ह और जो उस की घराबदी करत ह व सवय ही बडी घटन म तबलतबलात ह और उह वही मखण कषट पहचाता ह जो उस बटी क समान हो जो बाढ वाल पानी क तकनारो पर उगती ह और तिर पानी उस बहा कर ल जाता ह या वही जो साप स अतधक खननास हो अतः व ऐसी कौम ह तजन क तलए अलाह तआला सवय यदध करता ह और उनक शत सिल नही होत चाह व सरपट दौडत हए अपन पाव जखमी कर ल कयोतक उहोन

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 18: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

15

قـوم قلـوب ف علومـم قـون یل انـم عاماتـم ومـن

یطلبون ویربونـم کما یزغل الطائر فرخہ وعلیم یشـفقون ویحفظونـم ممـا الیرصـف بـم ویسـمعون بتحنـن صرخـم وال یغفلونوإنـم رعـاۃ ف االرض إذا راوا سـرحانا فبشـاء ہـم ینعقـون وال یتوکلـون عـی انفسـم ویسـبحلون وال یعیشـون کسـبحلل بل تتـوایل علیم االحـزان فم فیہـا یذوبونوتزکی انفسـم مـن ربـم فتتسـاتل جذباتـم حـی یبقـی الـروح فقـط ویفـردون ثـم یرسـلون إیل النـاس فیدعـون النـاس إیل الصـاح ویحیعلونذالـک مقـام ابـدال اذلین اختاروا سبـــا ال یعتقبون

उस अनसततव का मकाबला तकया तजस स अपराधी छप नही रह सकतऔर उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व सतय की अतभलाषी

कौम क हदयो म अपन जान डालत ह और उह इस परकार पालत ह जस पकी अपन बचच को चोगा दता ह और व उन पर दया करत ह और जो बात उन क पक म लाभपरद और यथायोगय न हो उन स उनकी रका करत ह और उन की फररयाद बडी हमदददी स सनत ह और लापरवाही नही करत व ससार म चरवाहो की तरह होत ह जब भतडया दखत ह तो अपनी बकररयो को बला लत ह और व अपन ऊपर भरोसा नही करत अतपत खदा की पतवतता और परशसा करत ह और व आलस करन वालो की तरह जीवन वयतीत नही करत बनक जब उन पर तनरतर गम आए तो व तपघल जात ह और उनक रबब की ओर स उनक नफसो को शदध तकया जाता ह तक कामवासना सबधी भावनाए एक-एक करक तमट जाती ह यहा तक तक कवल रह शष रह जाती ह और व अकल हो जात ह तब व लोगो की ओर अवतररत तकए जात ह तो व लोगो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 19: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

16

सीरतल अबदालمنـہ ندامـۃ وال یتاسـفونوجازوا شـعابا ال یجوزہـا المثقلـون فـوا ازفـۃ مـن اذلین یرزقـون معرفۃ وال یموتـون إال بعـد ان یخلویتقونویدعـون کل دائق إیل عینم وال یسـامون فیاتیم کل ـوا وذحق لسـانم وجـن جنانم من سـمع نـداء ہم إال اذلیـن صمہونوکذالـک جـرت عادۃ الکفـرۃ ما سـمعوا نداء فـم ال یتوجوال بحسـیس یتیقظـوا ولـم یصلقـون کانـوا إن و المرسـلن جاہـد و الیشـعرون وہـم العـذاب اخذہـم حـی بصہصلـق یــبصرونlsquoفقعدوا ولعلـم صیقتـم یزیـل اہلل لعـل النبیـون

को नकी और सिलता की ओर बलात ह यह ह अबदाल का मकाम (पद) तजहोन ऐस मागण गरहर तकए तक उन पर चलकर उह अत म शतमणदगी नही उठानी पडी और न व अफसोस करत ह और व ऐसी घातटयो स गजरत ह तजनम स भारी भरकम लोग नही गजर सकत और व उस समय तक मतय नही पात जब तक तक अपन पीछ ऐसी जमाअत न छोड तजस माररफत परदान की जाती ह और व सयमी होत ह और व परतयक अनाडी मरन वाल को अपन झरन की ओर बलात ह और उकतात नही तो जो कोई भी उनकी आवाज सनता ह उनक पास आ जाता ह परत व जो बहर ह और तजन की जीभ बीमार होकर तछल गई ह तथा तजन क हदय पर पदाण पड गया ह व धयान नही दत और कातफरो की यही तदनचयाण रही ह तक व मसणलो की आवाज नही सनत चाह व कसी ही ददण भरी आवाज स बलाए जाए न तो व हकी आवाज स और न सखत आवाज स यहा तक तक उनको अजाब आ पकडता ह और व समझ नही रखत अतबया परयास करत ह तक शायद खदा तआला इन लोगो क गबार दर कर द तातक व दखन लग परत व तलाक दी हई

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 20: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

17

کامـراۃ طالـق وعصـوا ربـم واعرضـوا کانـم ال یعلمـون و ـش

ون وذوی حسـاس ذوی وکانـوا ل

کالحـک ـم حواس طـارت

عصـونإن ویل ویرتعـون وینقـرون النبیـن یسـبون وکانـوا

رجـل مع طہقہا اذلیـن آمنوا ہـم ف اہلل یجاہـدون ویلومون اال

ویظنـون انم متقاعسـون ویؤثرون الشـدائد ہلل لعلم یقبلون فیدرlsquoکـم رحم اہلل وال یبقـون ف ازل من العیش وبالفوز یقفلون ویحسـبم زہدن کـزوان والخلق بم یسـلمونlsquo یبتغون رضا اہلل

ویصرخـون کامـراۃ ماخـض فیدخلـون ف المقبولـنlsquo

सती की तरह बठ रहत ह और अपन रबब की अवजा करत ह और यो मख िरत ह तक जस तक व जानत नही और न समझन योगय कलाम करन वाल वयनति क समान उनक होश उड जात ह तथा व बमरववत और झठी बराई करन वाल हो जात ह और व नतबयो को गातलया दत ह और दोष ढढत ह व खात ह परत तति नही होत तनससदह व लोग जो ईमान लाए व खदा क मागण म कतठन पररशम (तपसया) करत ह और व कदमो क तज उठन क बावजद उनकी तनदा करत ह और यही समझत ह तक हम पीछ जा रह ह और व अलाह क तलए कषट सहन करत ह तातक व सवीकार तकए जाए तो अलाह तआला की दया भी उनकी सहायता करती ह और उह कषटपरद (तग) जीवन म नही छोडा जाता अतपत व सिलता क साथ वापस होत ह कमीना तो उह गह म उगन वाला बकार पौधा समझत ह जबतक सनषट उनक कारर ही सरतकत ह व अलाह की परसननता क खोजी होत ह और व परसवपीडा वाली सती की भातत (खदा क समान) तचलात ह तब कही मायो म सनममतलत तकए जात ह

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 21: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

18

सीरतल अबदालومــن عاماتــم ان اہلل یکشــف عنــم رونــۃ الکــروب ویزحــن الفــزع عــن القلــوب ففــی کل آن تتہلــل وجوہم وال یتخوفــون ویعطــون اخاقــا ال یوجــد مثلہــا ف غرہــم وعنــد ــم ــد من ــوکان اح ــر ول ــون للزی ــون یتواضع ــاحنۃ یعرف مس

ال

ــونlsquo ــک یفعل ــر وکذال ــیا کالع ــر او وحش ــادن ادلی س lsquo

ل

ــا ــم حنت ــن رب ــم ع ــا ل ــوم م ــم ق ــم ان ــن عامات وم

ــبل اہلل زالل ــم ف س ــن عندہ ــادۃ واآلس ــن الوس ــتاجزون ع یس

او ــال ــا بط وطالبہ

ــال ــم دم ــا ف اعین ــا اہلل وادلنی ــون رض یبغ

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उन स बचनी और वयाकलता की तीवरता को हटा दता ह और घबराहट को तदलो स तमटा दता ह अतः हर समय उनक चहर चमकत ह और व भयभीत नही होत तथा उह ऐस तशषटाचार तदए जात ह तजन का उदाहरर उनक गर म नही तमलता और मल-तमलाप क अवसर पर व पहचान जात ह व दशणन करन वालो स आवभगत क साथ वयवहार करत ह चाह कोई उनम स तगरज का सवक हो या जगली गध की तरह वहशी हो उनका यही आचरर ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक इन लोगो को खदा क तबना कोई चारा नही होता व ततकए स अलग रहत ह और अलाह क मागण म बदबदार पानी उन क नजदीक तनथरा हआ पानी होता ह व खदा की परसननता क अतभलाषी होत ह और ससार उनकी नजरो म (महतवहीन) गोबर होता ह और इस (ससार) का अतभलाषी तनकममा होता ह या इबाहीम क तपता की तरह लगड1-बगडऔर इह ससार तयागन

1हजरत इबाहीमअ क तपता को तशकक करन क कारर तजयाल अथाणत ضبــع

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 22: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

19

ــزال ــۃ وج ــوف دانی ــا قط ــم برتlsquoکہ ول

ــال ــم جی کایب إبراہی

ــم یجعــل اہلل بہــا قــدر معیشــتم فــا یمسوادلنیــا لــم جعــال

وإیل اہلل ــال ــزال وإذہ ــا الخ ــم منہ ــم ول ــن رب ــذا م ہ

ــال خب

ــال ــا زب ــبون ادلنی ــوم یحس ــم ق ہــال ــرہ إرمع وف ذک

ــال إرق

وإنہــا مــدی یذبــح بہــا وطالبوہــا وإزعــال النفــس بــہ ضــال

وســرتہا اإلعــراض وطعامہــا اغتیــال

وماؤہــا ضہــل

ســخال

ــا اون واولہــال ــہ جم ــی فی ــا بق ــل م ــا کقح ــۃ وصورتہ کفس

ال تجــد کمثلہــا قــرزال وإنہــا زقــوم وآخرہــا اقذعــال

क कारर झक हए गचछ और िल तमलत ह और ससार इन क नजदीक कपड का वह टकडा ह तजस क दारा अलाह तआला उन की जीतवका को हाडी चह स उतारता ह अतः उनको कोई हातन नही पहचती यह (दना) उनक रब की ओर स ह जबतक व इस ससार स तवमखता धारर करत ह और उस भल जात ह तो व अलाह की ओर तीवरता स बढत ह और उस की चचाण स (उनक) आस जारी रहत ह व ऐस लोग ह जो ससार को इतना समझत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठा लती ह जबतक इस (ससार क सामान) क तलए नफस को तयार करना पथ भरषटता ह और य व छररया ह तजन क दारा तजबह तकया जाता ह और इस (ससार)क अतभलाषी बकरोट ह इस (ससार) का पानी थोडा और इसका भोजन मौत ह और इसकी परकतत उस सती की तरह मख िरना होता ह तजसको पतत बलाए तो मातसक धमण (हज) का बहाना कर द और उसका रप खशक खाल वाला जसा (होता ह) तजसम सदरता शष

(लगड-बगड) क रप म तवकत तकया गया था (तलसानल अरब शबद ضبــع क अतगणत)

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 23: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

20

सीरतल अबदालــاال وذلالــک ســل علیہــا عبــاد الرحمــن ســیفا فــا تحســبہا قعــا ــاال وطلقوہ ــوا إمص ــا بغ ــم وم ــا بیدی ــا اخذوہ ــاال وم قصــا واتمــوا قــوال وحــاال ومــا بالــوا ــابہوا ممغـ بثــاث ومــا ش

طمـــا فیمــا بلغــوا إبســاالlsquoہــد وفطرتــم

ومــن عاماتــم انــم ینشــاون کصــی عل

ــث ــر إذا ال ــرlsquoکات کمط ــم ب ــد ول ــابہ العنک ــباحتہا تش ف ســان ــم الزم ــثlsquoإذا فقدہ ــجر اجت ــدق کش ــرون إذا کان الص یظہفکانــہ فقــد التہتــانlsquoإذا کثــرت الفتــن والہنابــث فہــی ارائــج ظہورہــم و إرہــاص نورہمیســعون ف ســبل اہلل کطــرف یازج

न हो उसका परारभ आसानी और अजाम तगी ह त उस जसा कमीना नही पाएगा यह तो थहर ह अतः उस अगर का गचछा न समझ और इसतलए रहमान (कपाल) खदा क बदो न उस पर टकड-टकड कर डालन वाली तलवार सती ह न उहोन उस (दतनया को) अपन हाथो स पकडा और न ही समटन की इचछा की और उहोन उस तीन तलाक द दी और व इसकात (गभणपात) की रोगी क समान नही हए व कथन और कमण म परण ह और व खन म लथ-पथ होन की परवाह नही करत कयोतक व मौत को सवीकार करन क तलए तयार होत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक उनका पालन-पोषर उस बचच की तरह होता ह तजस उततम खराक दी गई हो और उनकी परकतत अपनी तराकी म तजी स तरन वाली मछली अनकद क समान होती ह और उनकी बरकत तनरतर बरसन वाली वषाण क समान होती ह जब सचचाई उखाड हए वक की भातत हो जाए तो व परकट होत ह और जब यग उन स खाली हो तो वह जस वषाणओ स ही खाली रहा जब

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 24: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

21

وذہابــم جــۃ

ویکشــفون ســر النــاس کبطــن یبعــج مجیئــم بل

ہــم بہجــۃ المــۃ وادلیــن وحجــۃ اہلل عــی االرضنیشــاع ظلمۃ

ج والبحــر إذا تموجتخــرج إلیــم ہــم کالــرق إذا تبــو

امرــۃ ــار االم ــم خی ــا وتقبل ــن تولجہ ــرج م ــی إذا خ ــعداء کظ السعنــد فســیعلمون ینکرونــم اعوجہاواذلیــن غــر مــن منحضجۃإنــم

ال کالنــار الیــوم التہبــوا وإن الحشــرجۃ

ــون ــا ویتمایل ــم معبدہ ــا لقلوب ــا ویجعلونہ ــرون ادلنی یؤثلیفســدہاقد انثــاہ إیل ومشــی حلــج إذا کادلیــک علیہــا د بــل کطعــام رہــدوا کالحبــل إذا حملــج ولیســوا کغصــن رو

उपदरवो एव दघणटनाओ की बहतायत हो तो यही उनक परादभाणव की सगध की लपट तथा उन क परकाश का पशखमा (अतगरम भतमका) समझो व खदा क मागण म तज दौडन वाल घोड क समान दौडत ह और व लोगो क रहसय यो जान लत ह जस पट ही चीर कर रख तदया हो उन का आगमन परकाश और उनका जाना अधकार ह व तमलत और धमण की शोभा और पथवी पर अलाह का परमार होत ह उनका सदश यो िलता ह जस तबजली कोद और समदर मौज मार रहा हो नक लोग उनकी ओर यो तनकलत ह जस तहरर अपन रहन क सथान स तनकलता ह और उलटी समझ वालो क अततररति उममत म स सौमय (लोग) उनको सवीकार कर लत ह और जो उन का इकार करत ह व जान तनकलन क समय (अपन कफर का पररराम) अवशय जान लग यदयतप व आज भडकन वाली अनगन क समान भडक रह ह व लोग ससार को पराथतमकता दत ह और उस अपन हदयो का उपासना-गह (इबादत घर) बना लत ह और उस पर परण रप स ऐस झकत ह जस मगाण अपनी

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 25: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

22

सीरतल अबदालحنبــجإن اذلیــن

ج لیــس فیــم خــر ویضائہــون ال إذا تکــر

ســل اہلل مثلــم کمثــل شــجرۃ طیبــۃ ف حنــادج حــرۃ

یؤمنــون بر ہــم اذلیــن یتخــذون عضــدا لمــۃ مطہــرۃ یســعون کثوہــد ف وا عــن جــرادۃ بشــریۃ واثمــر فیــم

ــر حــوا وقش ســبل اہلل بمــا فق

ــوا ــک لیس ــع ذال ــود وم ــم کاس ــۃ إن ــور إلہی ــان بن ــور اإلیم نــرون ــک یط ــا و ذلال ــرتک ادلنی ــن ل ــوا بمثقل ــحدود ولیس کشــا ــادرون فیہ ــن وال یغ ــحون البواط إیل اہلل وال یکرمحونیکســرۃ ــون لآلخ ــا یعمل ــون م ــۃ ویعمل ــذہ العاج ــن ہ ــال ذرۃ م مثقــد ــون ادق بع ــارف ویتلقف ــرد المع ــون خ ــا یجاہدونیعط ولہ

मगदी की ओर मथन करन क तलए पर िला कर दौडता हआ जाता ह व बटी हई रससी की तरह मखणता म पकक होत ह और व तरोताजा टहनी की तरह नही होत अतपत ऐस भोजन क समान होत ह तजस ििदी लगी हो उनम कछ भी भलाई नही होती और व कजसो क समान होत ह तनससदह जो लोग अलाह तआला क रसलो पर ईमान लात ह उनका उदाहरर ऐस पतवत वक की तरह ह जो उपजाऊ रत क टीलो म हो वही ह तजह पतवत तमलत क तलए सहायक बनाया जाता ह व अलाह क मागगो म जवान की तरह दौडत ह इसतलए तक उनकी (रहानी) आख खोल दी जाती ह और मनषय क तलबास स बाहर लाए जात ह और खदा क नर स उनक ईमान की कली (तखल कर) िलीभत हो जाती ह और बबर शर होकर भी आचररहीन नही होत और ससार-तयाग क कारर व बोझल नही होत इसीतलए व अलाह की ओर उडन म लीन रहत ह और बोझल कदमो स दौडन वाल (की तरह) नही होत व अपन मन को ऐसा झाड दत ह तक उसम ससार का कर भर भी नही रहन दत

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 26: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

23

ادق حــی یظــن ســمغد انــم ملحدونوتــری وجوہــم کغصــن عــرد ال ترہقہــا قــرتۃ بمــا عرفــوا ربــم وال ییاســونلم عــزۃ ــم ــاء ہ ــفکون دم ــم او یس ــردون اعراض ــن یہ ــماء فاذلی ف الســن ــی وم ــم عم ــم بک ــون ص ــذون ویجتاح ــم اہلل فیؤخ یحارب

ــدونlsquo ــاد یکم ــدۃ العن شمــل مــا ف حوضــم و ومــن عاماتــم انــم قــوم ال یط یعطــون کل آن مــن مــائ معــنوال یعلمــون مــا الحنضــج ویســرد ب مــن رب العالمــن ویصفدہــم ربــم خفــرا

عــذ

لــم زالل

فیعصمــون مــن موامــی وممــا فیہــا مــن الســراحنوتزمج قربــۃ

व जो भी कमण करत ह आतखरत क तलए करत ह और उसी क तलए व कतठन पररशम करत ह मआररफ क अनछए मोती उनको परदान तकए जात ह और व सकम स सकम मआररफ गरहर करत ह यहा तक तक अहकारी मखण यह समझता ह तक व नानसतक ह और त उनक चहर नमण और नाजक टहनी की तरह दखता ह और अपन रबब को पहचान लन क कारर उनक चहरो पर सयाही नही होती और व तनराश नही होत आकाश पर उह सममान पराति होता ह इसतलए व लोग जो उनकी मान-हातन करत ह या उन का खन बहात ह अलाह उन स यदध करता ह तो व पकड जात ह और उनका उमलन कर तदया जाता ह व बहर-गग और अध ह तथा वर की तीवरता क कारर उह हदय-रोग हो जाता ह

और उन की तनशातनयो म स एक यह ह तक उन क हौज का पानी कभी गदा नही होता उह हर समय जारी पानी परदान तकया जाता ह और व नही जानत तक कीचड तमला पानी कया होता ह और उह तो समसत लोको क परततपालक की ओर स मधर तनथरा हआ पानी तनरतर

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 27: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

24

सीरतल अबदालنفوســم نــورا وفہمــا وتلوح لــم ما تخفــی مــن المحجوبنذالک بانــم یســلمون نفوســم إیل اہلل کارخ یذبــح ویقضــون نحبــم او یکونــون مــن المنتظرینوبانــم ینفقــون ف اہلل مــا کان لــم مــن وال یکونــون کرجــل جعــد الیدیــن و یثمــرون کغصــن

العــن

ــر ــن غ ــاکنویرزقون م ــم المس ــاوی إلی ــد فت ع غزی

عر

ــر ســنlsquo ــویل الصالح ــن اہلل اذلی یت ــاوۃل م ــاح ف المح ــد واإللح الک

امجـــا نفوســـم ف یخلـــق اہلل ان عاماتـــم ومـــن منہـــا ج

وتخـــر صدورہـــم ح

وتضـــر التامـــۃ للمعرفـــۃ

ون مـــن حـــب اہلل کلمـــا کان مـــن الغوائـــل اإلنســـیۃ فیمــــا

परदान तकया जाता ह उन का रबब उनको रकक परदान करता ह तो व तबयाबानो और उन म रहन वाल भतडयो स बचाए जात ह और उनक लोगो की मशक परकाश और तववक स भर दी जाती ह बहत सी बात जो महजबो पर छपी रहती उन पर परकट हो जाती ह यह इसतलए तक य लोग अपन परार तजबह तकए जान वाल बछड क समान अलाह क सपदण कर दत ह या तो व अपनी नीयत परी कर दत ह या परतीका करत रहत ह और इसतलए भी तक व अपना सब माल अलाह ही क तलए वयय करत ह और कजस आदमी की तरह नही होत व लमबी तरोताजा शाख की तरह िल दत ह तो दररदर उन की शरर म आ जात ह उह तबना पररशम और तबना आगरहपवणक मागन क उस खदा की ओर स जीतवका दी जाती ह जो नको का परततपालक ह

उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक अलाह तआला उनक नफसो म परण माररफत की बडी पयास पदा कर दता ह और उनक सीन खोल तदए जात ह और उनस मानवीय खरातबया सवणथा तनकाल दी जाती

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 28: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

25

ـــوی ـــاع التق ـــدون مت ـــدۃ ویرض مجل

ـــم کال ـــون ہل انفس ویذبح

وینفقونـــہ ف کل ســـاعۃ بقـــدر الضـــرورۃ ویعرضـــون عـــن غـــد و یدفعـــون الســـیئا ت بالحســـنۃ و یعیشـــون

کل صل

وکذالـــک ینضجـــون ســـلوکم کاشـــعث اغـــر تواضعـــا ہلل

ـــاد مـــع کثـــرۃ ویعیشـــون کقح مۃۃ ف ال

کمـــا تفـــاد الخـــزب

اإلخـــوان واذلریـــۃ ویکونـــون کارض مبـــکار عاملـــن باوامـــر الحضـــرۃ وال یبالـــون رعـــل الظالمـــن وال یرتکـــون ـــبل المنتخـــۃ ویزینـــون ہلل بیـــت بتہدیدہـــم ذرۃ مـــن السباہشـــن ہلل ویقومـــون المفرنســـۃ کاالمـــراۃ قلوبـــم

ह तिर व अलाह क परम स भर तदए जात ह उसक तलए व अपन नफस को गाय की तरह तजबह कर डालत ह और सयम क सामान को तह क ऊपर तह रखत तथा उस यथावशयक हर समय वयय करत रहत ह और व हर मखण स तवमख होत ह तथा बराइयो को नतकयो क दारा दर करत ह और अलाह क तलए खाकसारी गरहर करत हए व अपना जीवन एक तबखर बाल और धल धसररत वयनति क समान वयतीत करत ह और व अपन आचरर को इस परकार पकात ह तजस परकार तक रोटी अगारो पर सक कर पकाई जाती ह व भाइयो तथा सतान की अतधकता क बावजद उस वयनति क समान जीवन गजारत ह तजसका न कोई भाई हो न बटा और व खदा तआला क आदशो को अदा करन म शीघर उगान वाली भतम क समान होत ह व न अतयाचाररयो क कठोर कटाको की परवाह करत ह और न उनकी धमकी स गरहर तकए मागगो को कर भर भी छोडत ह और व एक सघड सती की तरह अपन हदयो क घर अलाह क तलए सजात ह और अलाह क तलए आनद की अवसथा

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 29: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

26

सीरतल अबदालــوۃlsquo ــن اہلل بالقـ ــا اویت مـ ــذون مـ ویاخـ

ومــن عاماتــم انــک تــری عجائــب منــم إن لبثــت عنــد فشــوش کناقــۃ وتجدہــم الزمــان مــن برہــۃ فیــم ــان ــم ف الجن ــل نطق ــم ویدخ ــوب قول ــوص القل ــان یم الفیضــدۃ ۃ زائ ــر ــر ہ ــان وتہ ــإذن اہلل الرحم ــوی ب ــر التق ــر بن فتنمــن الشــہوات ویمحــو کل مــا یؤبــش مــن العصیــان وکــم مــن عمــی مســتہرتین یبصــرون ویہذبــون بــم فــإذا ہــم مــن اہــل لذلیــن یضحکــون علیــم کامــراۃ

ــل ــاۃ والعرفــان فوی التق

تہــار زوجہــا وال یعلمــون انــم بطــاق یہلکونفــإن اہلل علــق

म खड होत ह और उह जो कछ अलाह की ओर स तमलता ह उस परी शनति स पकडत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक यतद त कछ समय तक उनक पास रह तो त उन स चमतकार दखगा और त उन को लाभ पहचान क समय बहत अतधक दध दन वाली ऊटनी क समान पाएगा उनक कथन हदयो को धो दत ह और उनकी बातचीत हदयो म घर कर जाती ह अतः उह दयाल खदा क आदश स सयम क तान-बान स सवारा जाता ह और कामवासना सबधी इचछाओ म स अततररति भाग काट तदया जाता ह और पापो म स जो कछ जमा हो चका होता ह वह तमट जाता ह तथा तकतन ही ऐस अध अपरररामदशदी ह जो दखन लग जात ह और उनक दारा सभय होकर सयमी और वली बन जात ह अतः उन लोगो पर अफसोस ह जो उन पर उस सती क समान हसी उडात ह जो अपन पतत क सामन कतत की तरह भोकती ह नही जानती तक कवल तलाक स तबाह-व-बबाणद हो जाएगी

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 30: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

27

ــق ــع العل ــن قط ــک م ــد ہل ــم فق ــم وعنایت ــاس بحب ــاۃ الن نجــقوۃ إال ــک الش ــب تل ــونوال تصی س

ــا یحر ــرک قوم ــا ت ــم بم من

ــس ــوۃ ولی ــۃ ونخ ــک عج ــع ذال ۃ وم

ــر ــہ ہزی ــا ف فطرت رجـمــن اذلیــن یخافــون اہلل ویتدبــرونوکل ذالــک تتــودل مــن لذلیــن بہــا یتسنحونیســعون إلیــذاء

وضــر ادلنیــا فویــل

ــنونومن ــم یحس ــبون ان ــتہزئن ویحس ــن مس ــل اہلل ذائب اہاظلــم ابنــاء الزمــان ف ہــذا االوان مــن تصــدی إلیذائــی وہــو ــہ ــہ وفحیح ــن کشیش ــی م ــیطان وخوف ــوس کالش ــس واش ضبحمــی الرحمــان فمــن اراد ان یقطعــی کالثعبــان وواہلل إن

कयोतक अलाह तआला न लोगो की मनति को इन (अबदाल) क परम तथा कपा स समबदध कर तदया ह इसतलए वह वयनति तबाह हो गया तजसन उनस सबध-तवचधद तकया कयोतक उसन ऐस लोगो को छोडा जो सरकक थ यह दभाणगय उस आदमी क भागय म ह तजसकी परकतत म परण ससती हो और उसक साथ जदबाजी और अहकार हो और वह खदा स डरन वालो और सोच-तवचार करन वालो म स न हो और यह सब कछ सासाररक गदगी स पदा होता ह तो तबाही ह उन लोगो क तलए जो सवय को उस स तलति करत ह व वतलयो को तधककारत हए और उपहास करत हए कषट पहचान का परयास करत ह और समझत तक व नक कायण कर रह ह इस समय यग क बटो म स सब स बडा अतयाचारी वह ह जो मझ कषट पहचान क तलए कतटबदध ह वह दषट ह और शतान की तरह टढी आख स दखन वाला अहकारी ह और उसन मझ अजगर की तरह अपनी िकार और खाल की आवाज स डराया ह और अलाह की कसम म दयाल खदा की

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 31: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

28

सीरतल अबदालفســیقطع مــن ایــدی ادلیــان وإن باعینــہ وال یخــاف دلیــہ ــونlsquo ــوا یعلم ــو کان ــا ل ــی اہلہ ــزۃ ع ــرد الجرب ــلون وی المرس

بــل کداحــض یکونــون ال انــم عاماتــم ومــن النــاس ویؤمــون الجبــان یضائہــون وال مآقــط ف یقومــون ــارف ــون بمع ــرحان وینقلب ــاف الس ــن خ ــوا م ــع لیحفظ کخوتــون ــم ویخاف ــد انفس ــی جہ ــون ع ــانال یقنع ــوم إعت کاذلی للقــن ــوارث م ــون ال ــاض فیطلب ــوم انقض ــر وی ــان العم ــدم بنی ہــا ــاء رض ــات ابتغ ــون الجذب ــاض ویفہض ــن مخ ــہ کاب اہلل ویجدونــون ــوطون وال یرح ــم وال یس ــون لرب ــات ویخلص رب الکائن

सरका म ह अतः तजसन मझ काटन का इरादा तकया वह परततिल क मातलक खदा क हाथो स काटा जाएगा और म उसकी नजर म ह और उसक सामन रसल डरा नही करत और धोखबाजो क धोख उन पर लौटा तदए जाएग काश व जानत

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व ररभतम म अपसाहसी लोगो क समान नही होत अतपत दढ परततज होत ह और कायरता का परदशणन नही करत और व लोगो का सवागत एक तवशषज की तरह करत ह तातक भतडए स डरन वालो की रका कर सक और व कौम क तलए उततम वसत लकर आन वाल की तरह मआररफ लकर लौटत ह व अपन ही नफस की कोतशश पर सतषट नही होत इधर आय की बतनयाद तगरन और टटन क तदन का भय भी साथ ही लगा होता ह इसतलए व अलाह तआला स वाररस मागत ह और उस (वाररस को) नवोतदत जवान की तरह पात ह और व कायनात क रबब की रजा (खशी) पराति करन क तलए अपनी भावनाओ क टकड-टकड

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 32: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

29

یشــحطونویلیط حــب اہلل بقلوبــم وینطــون الحضــرۃ وال انفســم بمحبوبــم وال یحفظــون الناس وعــی اللســان یحافظون ــل ــون کرج ــن یتدارکونینطق ــظ فبالل ــم محف ــدر من ــو ب ولــال ــون الم ــان یذعذع ــل رب ــن فض ــم م ــح کلم ــان وتفص بلتععــی الفقــراء ویبــارزون کزمیــع مقــدام ف مواطــن االبتــاء ال تــری ف وجوہــم ســفعۃ عنــد الغضب وتجدہــم کحیتان شــروع مــن حــب

ناظریــن إیل ربــم عنــد الکــرب وعــی شــراعم حبــل

اہلل والکشــرعۃ العقــبال یصــول علیــم إال اذلی ہوکقرثــع وال یؤذیــم إال اذلی ہــو اشــقی مــن قنذعلــم عزیمــۃ قاہــرۃ إذا

कर डालत ह और व अपन रबब क तलए तनषकपट हो जात ह और तमलावट नही करत और व खदा की चौखट को नही छोडत और खदा का परम उनक तदलो म घस जाता ह और व अपन नफसो का सबध (ररशता) अपन तपरयतम स जोड दत ह और व लोगो पर करोतधत नही होत अतपत जीभ की रका करत ह और यतद कोई गससा तदलान वाला शबद उन स तनकल भी जाए तो नमदी क साथ उसका तनवारर करत ह व मझी हई सरल और सदर भाषा बोलन वाल वयनति की तरह बात करत ह और उनक कलाम म सरसता खदा की कपा स आती ह व फकीरो पर माल लटात ह और व आजमायश क मदानो म बहादर आग बढन वाल की तरह मकाबला करत ह त करोध क समय उनक चहर लाल-पील नही दखगा और त उह सकट क समय सर उठाती हई मछतलयो की तरह अपन रबब की ओर नजर लगाए पाएगा और उनकी गदणनो पर खदा क परम की रससी होती ह न तक तात स बटा हआ िदा इन पर वही आकरमर करता ह जो कमीना होता ह

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 33: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

30

सीरतल अबदालقصــدوا امــرا جلحــوا وإذا حاربــوا ظربغانــۃ قتلــوا ومــن جاء ہم غــۃ فــروی مــن ماء ہــم وینزہ مــن کل نوع الشــبہۃوقد

غر

بالر

ازف زمــان اإلرواء فطــویب للطلبــاء اال تقیــاء اال تــرون ان الزمــان مــن انواع نضنــاض وقــرب جدرانــہ إیل انقضاض

قد فســد ومـــا

واالمــراض تشــاع والنفــوس تضــاع والحتــوف ماقیــۃ عــی اوفاضوقــد صلــغ الزمــان وانــا عــی راس االلــف الســابع ف ہــذا االوان وکذالــک قــال النبیــون ایہاالفتیــان فــإالم تکذبــون وال

ــان ــون ادلی تتقلقــاء ابتغــاء الجنــۃ یــرودون انــم عاماتــم ومــن

और उनको वही कषट दता ह जो तनलणज स अतधक दभाणगयशाली हो उनका सकप ऐसा सदढ और तवजयी होता ह तक जब व तकसी कायण का सकप कर ल तो दढ इराद क साथ अगरसर होत ह और जब साप स लडाई की ठन जाए तो उसक टकड-टकड कर डालत ह और जो वयनति पयास स उनक पास बार-बार आए तो वह उनक पानी स तति तकया जाता ह तथा हर परकार क सदह स पतवत कर तदया जाता ह सराबी का समय तो आ गया अतः सयमी अतभलातषयो क तलए खशखबरी हो कया तम नही दखत तक यग तबगड गया और नाना परकार की बचनी स भर गया और उसकी दीवार टटन क करीब हो गई रोग िल रह ह और परार नषट हो रह ह मौता-मौती की अवसथा ह यग का छठा हजार गजर गया और अब म सातव हजार क सर पर ह ह नौजवानो नतबयो न ऐसा ही कहा था तो तम कब तक मझ झठलाओग और परततिल दन वाल रबब स नही डरोग

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व खदा तआला की

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 34: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

31

الحضــرۃ ال للحــم الطــر وعــن البقــرۃ وتجــد عرضتم باســطۃ ہضــوا قــارورۃ حجــب

الیدیــن لتلقــف اوامــر رب الکوننعل

ــان اہلل ــک ب ــوت وذال ــق الاہ ــم رت ــوا بصدق ــوت وفتق الناســا ــم وم ــاء وجودہ ــوا بن ــات فقوض ــل التجلی ــم خی ــض علی قبقــی نضنضــۃ النفــس ودخلــوا ف امــان اہلل مــن الحیــوات ودخلــوا الریــاض وتہللــت وجوہــم کــرق إذا نــاض ووجدوا وجــوہ اہــل ادلنیــا وجوہــا مســودۃ فســعوا للتبییــض وقامــوا ــون ــم یعین ــی البیضوإن ــۃ ع ــرض ادلجاج ــا ت ــم کم إلصاحالشــیطان فیــم بــاض اذلیــن إال تصــرخ ولــو صــارخ کل

मलाकात की इचछा क तलए जननत मागत ह न तक पतकयो क गोशत (मास) और अगरो क तलए और त कायनात क रबब क आदशो की ओर हाथ िलाए हए लपकना उनका मल उददशय पाएगा उहोन सासाररक पदगो का अनावरर तकया और अपनी सचचाई स मतयणलोक क बधनो को तोड तदया और यह इस परकार सभव हआ ह तक अलाह तआला न उन पर चमकारो की एक सना भज दी ह तजसक कारर उहोन अपन अनसततव की बतनयाद को धवसत कर तदया ह और उनम कामवासना सबधी हरकत शष नही रही और व सापो (की बराई) स अलाह की सरका म दातखल हो गए और व बागो म दातखल हए तथा उनक चहर ऐस चमक जस तबजली चमकती हो और उहोन दतनयादारो क चहर काल पाए तो उह परकातशत करन का परयास तकया और व उनक सधार क तलए इस परकार स कतटबदध हए तजस परकार मगगी अणडो पर बठती ह और व हर चीखन वाल की सहायता करत ह चाह बनावट कर रहा हो तसवाए उनक तजन म शतान न अणड तदए और उन स चज पदा हए

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 35: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

32

सीरतल अबदालــۃ ــط وازال زین ــم إال اذلی جل ــون ال یکذب ــوم ربانی وفرخقمطاذلیــن یعادونــم إن ہــم إال کإمــراۃ جلعــۃ وال

التقــی وجل

فعۃ تتزلــع یداہــم عنــد المقابــۃ ویفرون یضرہــم صــول ســل

ــادات ــؤالء الس ــان ہ ــد بی ــن المناضۃوتج ــن موط ــب م کثعالــوب ــن اذلن ــد ع ــوب ویبع ــکا ف القل ــج یح ــراب عماہ کشــۃ ــم کمنیح ــانم ویجعل ــۃ ف ش ــا کاذب ــم تہم ح اہلل عن

ــر ویض

الحبابــم وإخوانمویذہــب بــم طخــش النــاس وســقام ــہ ــم اال تاف ــاسوال یعاوی ــاوس الخن ــل وس ــس وتبع ــن تفج موال یقبلــم إال تقــی دافہوحــرم دارہــم عــی الفاســقن اذلیــن

य रबबानी (खदा क) लोग ह इह झठलान वाला सवय महा झठा होता ह और उसन सयम क सौदयण को तमटा कर मड तदया होता ह तथा लोग जो इन (अबदाल) स शतता रखत ह व कवल तनलणज औरत क समान ह और उह गाली दन वाली बमरववत औरत का आकरमर हातन नही पहचा सकता इन शतओ क हाथ मकाबल क समय िट जात ह और व यदध क मदान स लोमतडयो की तरह भाग जात ह और त उन सरदारो क वरणन को कठ स सरलतापवणक उतर जान वाल पय की तरह पाएगा जो हदयो म गढ जाता ह तथा पापो स दर कर दता ह उनकी शान म जो झठ आरोप लगाए जात ह उह अलाह तआला उन स यह दर कर दता ह और उनक तमतो तथा भाइयो क तलए अमानत क तौर पर दध क तलए दी हई ऊटनी की तरह बना दता ह और वह उनक दारा लोगो का अधकार तथा अहकाररयो एव खननास शतान क भरमो का अनकरर करन वालो का रोग दर करता ह और उन स शतता कवल मखण ही करता ह और उह कवल सयमी और गरीब परकतत वाला ही

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 36: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

33

ــاون ــق وین ــون بالغلف ــن ویرض ــر متعمدی ــون إیل الش یزقفلــنlsquo ــاء مع ــن م ع

ـــل ـــا کفتی ـــن ادلنی ـــذون م ـــم یاخ ـــم ان ـــن عامات وم ــال ــا کزبـ ــن آالئہـ ــون مـ ــون ویتمتعـ ــن یدغفـ ــن ادلیـ ومـومـــن التقـــات یجرتفـــون ویقومـــون انفســـم کمقمجـــر ـــی ـــم ویبق ـــن اہوائ ـــم م ـــا فی ـــون کلم ـــہمہ ویجیح ـــوم س یقمـــور وعلیہـــا یثبتونویؤثرونـــہ ف

ہـــوی الـــرب کجذ

یبالـــون وال ـــفہائ الس ۃ

زمجـــر یبالـــون وال ســـبیل کل ــوج وال ــت صیہـ ــوطم کنبـ ــبون سـ ــم ویحسـ ــی ہـ ای الومـ

सवीकार करता ह और उनका घर पातपयो पर हराम (अवध) कर तदया गया ह व (पापी) जो बराई की ओर जान-बझ कर भागत ह और काई पर राजी हो जात ह और बहन वाल पीनी स दर रहत ह

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व दतनया स बहत कम लत ह जबतक दीन (धमण) स बहत अतधक पराति करत ह व सासाररक नमतो स उतना ही लत ह तजतना तक चीटी अपन मह म उठाती ह तकत सयम स खब तहससा लत ह व अपन नफसो को ऐसा सीधा करत ह जस और धनधणर अपन तीर को सीधा करता ह और व अपनी समसत कामवासना सबधी इचछाओ का उमलन कर दत ह और कवल रबब की खशी वक क सदढ तन की तरह शष रह जाती ह और उस पर व सदढ रहत ह और उस हर मागण म पराथतमक रखत ह तथा मखगो क शोर और कोलाहल की परवाह नही करत और यह भी परवाह नही करत तक व ह कौन लोग और व उनक कोड को नमण टहनी की तरह समझत ह और नही डरत और व जो जान भी पात ह परम क कारर पात ह न तक पररशम स और उह गब

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 37: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

34

सीरतल अबदालـــود ال مـــن

یخافـــونو یعلمـــون کل مـــا یعلمـــون مـــن ال

ویســـقون مـــن الغیـــب فیصامونویقطعـــون غـــر اہلل الکـــدـــم ـــس ان یرطم ـــا کان إلبلی ـــذام وہلل یرصمونوم ـــنان ہ بســۃ ویـــدرء ونـــہ بانوارہـــم فـــا ینقـــص الشـــیطان مـــن قربـــم ــری فیـ ــا تـ بونومـ ــی یضہ ــیم الـ ــاف قسـ ــا ویخـ زابوہـوحاربـــوا ومعرفـــۃ روحـــا تـــری بـــل یابســـۃ ربـــۃ

ہذ

اہـــواء النفـــس ودشـــوا اولئـــک ہـــم قـــوم دہـــاۃ واولئـــک ہـــم المہتدونقعـــزوا کلمـــا ف إنـــاء الســـلوک بمـــا خـــروا ــرس وال ــوا کضعـ ــا کانـ ــوک وبمـ ــرۃ کالصعلـ ــام الحضـ امـ

स तपलाया जाता ह अतः व जी भर क पीत ह और व खदा क अततररति (सबधो) क तज भाल स काट दत ह और व खदा क तलए सकीरण मागगो को अपनात ह और इबलीस की यह मजाल नही तक वह उह ऐसी कतठनाई म डाल तजसस व तनकल न सक और व अपन परकाशो क दारा उस दर हटात ह तो तजस भरी हई मशक को व उठाए हए होत ह शतान उसम स कर भर भी कम नही कर सकता और वह (शतान) उनकी उन कमानो स डरता ह तजन को व आग दकर सदढ और ठीक करत ह और त उनम खशक वयथण बात करना नही पाएगा अतपत त (उनक कलाम म) तरोताजगी और माररफत पाएगा उहोन तामतसक इचछाओ स यदध तकया और खब यदध तकया यही व लोग ह जो बतदधमान ह और य ही तहदायत पराति ह साधना क बतणन म जो कछ हो व गटागट पी जात ह कयोतक व खदा तआला क सामन एक फकीर की तरह तगर हए होत ह और इसतलए तक व (साधना क मागण म) लोलप की तरह होत ह और तति नही होत व शष तथा अतत सवातदषट को पराथतमकता दत ह और अलाह तआला

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 38: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

35

یشـــبعونآثروا االمـــز واالذل واخـــرج اہلل منـــم اہـــواء ـــیم إیل ـــن مش ـــواہ وحس ـــا س ـــل م ـــم بزج ووفق ـــرہ واجتز غ

ــونlsquo ــم الصادقـ ــم ہـ ــل انـ ــم کل قمیثـ اہلل لیعلـــرون مــن الغوائل البشــریۃ کما ومــن خواصــم انــم یطہ ئ المراۃ مــن حیضہا ویتــوب اہلل إلیــم فیجذبونیخربون

تقــر

دار النفــس بایدیــم وبایــدی اہلل ویــرون اہلل باعــن روحــم مقــام یکملونولــم العلــم وف ریبــۃ کل مــن وینزہــون و انفســم خالفــوا بمــا اہلل عنــد المائکــۃ مــن اصقــب ــم ــار محبت ــنت ن ــخوا کحبطونوس ــل ورس حم

ــاوا بال إعلنب

उनम स अपन अततररति की इचछाए तनकाल डालता और दर कर दता ह और (अलाह) उह सवय क अततररति को िक दन और अलाह की ओर खबसरती स चलन की सामथयण परदान करता ह तातक हर बरी चाल चलन वाला जान ल तक वही सचच ह

और उन क गरो म स एक यह ह तक व मानवीय खरातबयो स ऐस पतवत कर तदए जात ह तजस परकार सती अपन मातसक-धमण (हज) स पतवत होती ह अलाह तआला उन पर दयापवणक रज करता ह तो व (उसकी ओर) तखच चल जात ह और व नफस क घर को अपन तथा खदा क हाथो वीरान कर दत ह और व अलाह को अपनी रह की आखो स दखत ह और व परतयक सदह स पतवत तकए जात ह और जान म परण तकए जात ह और अलाह क यहा उनका सथान फररशतो स बढकर ह कयोतक उहोन अपन नफसो का तवरोध तकया और बोझ लकर भारी भरकम (वयनति) की तरह जमकर खड हए और उन की परमानगन भडक उठी और उनक नफसो का डक नषट हो गया और

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 39: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

36

सीरतल अबदालوعدمــت شــباۃ نفوســم وزادت ظبــۃ ســیوفم فقطعــوا کل حجــاب وفنــوا ف قتــو الحضــرۃ فــا یمضــی ہنــو مــن آوانــم ــا ــغفم حب ــرہ وش ــن غ ــم ع ــا اہلل قلوب ــم یعبدونوخت إال وہفخــذات ذراتــم کلہــا لربــم وصــار حــب اہلل طعامــم اذلی ــم ــم فإن ــاوہل غرہ ــا یتن ــم لئـ ــی طعام ــوا ع یطعمونفجردبــد ــہ وق ــم ہم ــض قلب ــذال ویم ــم ح ــون لحب ــوم یغارونیبک قــت ــرہ وہل کل آن یضجرونحمی ــن ذک ــۃ م وا کالقرب ــر اضجح وزاد منہــا ســہافم ولــم مقــام عند

قلوبــم کرضــف بحــب اہللــونlsquo ف ــم و ینط ــک یزدرون ــق و ذلال ــہ الخل اہلل ال یعلم

उनकी तलवारो की धार तज हो गयी अतः उहोन हर पदद को िाड तदया तथा खदा तआला की सवा म फना हो गए अतः उनका कोई समय ऐसा नही गजरता तक व इबादत न कर रह हो और अलाह तआला उनक तदल अपन गर स रोक दता ह और उह अपन परम का आसति बना दता ह तो उन का हर कर अपन रबब क तलए झक जाता ह और और खदा का परम उनका भोजन बन जाता ह और व तखलाए जात ह और व (उस) भोजन को जदी-जदी खात ह तातक उनक अलावा कोई और न ल ल कयोतक व सवातभमानी लोग होत ह व अपन तपरयतम क तलए इतना रोत ह तक उनकी पलक झड जाती ह और हर समय उसक तलए बचन रहत ह खदा क परम क कारर उनक हदय गमण पतथर की तरह तप जात ह इस कारर उनकी पयास बढ जाती ह उनका पद अलाह क यहा ऐसा होता ह तजस लोग नही जानत यही कारर ह तक व उनको ततरसकार की दनषट स दखत ह और उन पर गद आरोप लगात ह

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 40: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

37

ومـــن عاماتـــم انـــم ال یخافـــون تاطـــث الفتـــن ویقطعـــون بحـــار البـــاء کمواخـــر وال یاشـــبون الحـــق بالباطـــل ویعافـــون العـــرزب ویبتغـــون تقـــاۃ ال شـــیۃ فیہـــا ویخلصـــونال یریـــدون لونـــا شـــاما ولـــم ارض ال تفـــارق

وابلہـــا ومنـــہ یخضـــرون ولـــم ســـمہری یقتـــل النہســـر

ت قدرہـــا بحـــب وفطرتـــم العالیـــۃ یشـــابہ النہابـــر واتـــزــل ــن المتقـ ــو کان العراہـ ــم ولـ ــن إلیـ ــن ضفـ ینضجونومــــن ـــوم یتقونوم ـــن ق ـــاط بیم ـــم الخی ـــج ف س ـــا یل ـــب ادلنی بحـــن ـــن اذلی ـــو م ـــإذا ہ ـــم ف ـــوت وحضرہ ـــدۃ الطاغ ـــن عب کان م

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व तितनो की मौजो स नही डरत अतपत आजमायश (परीका) क समदरो को कनशतयो क समान चीर कर तनकल जात ह और सच को झठ क साथ नही तमलात और सतदगध चीज स घरा करत ह और व ऐस सयम चाहत ह जो ब दाग हो (उसी क तलए) व तनषकपट होत ह व तकसी अय रग का सनममतलत होना पसद नही करत और उनकी जमीन ऐसी ह तजस पर तनरतर मसलाधार वषाण होती रहती ह और उस स व हर भर हो जात ह और उनक पास ऐसा भाला ह जो भतडए को कतल कर दता ह और उनकी उचच कोतट की परकतत बलद टीलो की तरह होती ह और उनकी (परकतत की) हाडी (खदा क) परम स जोश मारती ह (और) व पक जात ह जो उनक पास आ बठ चाह वह ससार क परम स लदा हआ भारी भरकम ही कयो न हो तब भी वह इस सयमी कौम की बरकत स सई क नाक स गजर जाएगा और जो तागत (तपशाच) क पजाररयो म स हआ तगरोह उनक पास उपनसथत हो तो वह उन

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 41: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

38

सीरतल अबदालــا ــم إیمانـ ــیطانا ووافاہـ ا شـ ــر ــقونومن کان متکـ ال یفسـفرغـــم انفـــہ المـــر اہلل ویکـــون مـــن اذلیـــن یتقونفـــا ـــف ـــک وکی ـــن ذال ـــع م ـــان ارف ـــم ش ـــامع ول ـــا الس ـــر ایہ تہکابینـــہ وانکـــم ال تفہمونقـــوم باکـــون تہمـــر دموعـــم

اکثـــر مـــن مـــاء تشـــربونlsquoالصـــاح اصـــل ینقحـــون انـــم عاماتـــم ومـــن الہـــل العرمـــۃ فضـــۃ ویرتکـــون االعمـــال کـــدس مـــن ا وعـــن الحـــق ـــا وال یتبعـــون شـــح الضـــال یاخـــذون قحـــض ـــہ ویب ـــا تحت ـــر م ـــی یظہ ـــون کل یشء ح یفحصونوینعص

लोगो म स हो जाएगा जो पाप नही करत और जो अहकारी शतान हो और मोतमन होकर उन स वफा कर तो वह अपनी नाक अलाह क आदश क आग तमटी म तमला दगा और उन लोगो म स हो जाएगा जो सयमी ह ह सनन वाल त आशयण न कर उन की शान तो इस स भी शषतर ह और म उस कस वरणन कर जबतक तम समझ नही सकत वह ऐसी रोन-तगडतगडान वाली कौम ह तजसक आस उस पानी स भी अतधक बहत ह जो तम पीत हो

और उनकी तनशातनयो म स एक यह ह तक व कमगो क गाह हए ढर स असल सही कमगो को पथक करत ह और उसका बचा हआ भसा गमराहो क तलए छोडत ह व शदध चीज ल लत ह और लालच क पीछ नही पडत और व सचचाई की खोज म लग रहत ह और व हर चीज को उस समय तक गतत दत रहत ह यहा तक तक वह जो उसक नीच ह परकट न हो जाए और उनकी आखो क सामन बहन लग जाए जो व तलाश करत ह और व इसका इकार नही करत तजसका मखण इकार कर अतपत परी

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 42: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

सीरतल अबदाल

39

ــرہ ــرا ینکـ ــرون امـ ــونوال ینکـ ــا یطلبـ ــم مـ ــام اعینـ امــــون ـــل یجمع ـــۃ ب ـــون کالصعافق ـــونوال یعیش ـــل یحقق ـــاء ب الجہخـــر ســـوق اآلخـــرۃ وال یغفلونوتســـمع ضجـــر قلوبـــم کغقیـــق القـــدر وبتلـــک العصـــا یمتـــاون إبلیـــس ویجتنبـــون ـــوی آدم ـــان اغ ـــن ثعب ـــروا طواح ـــب یؤثرونکس ـــب لح کل تغومســـنوہ بســـوط اکلـــم فمـــا کان ہل ان یـــدرہ علیـــم وفـــر ـــی ـــم واوذمـــوا ع ـــہ کضرغ ـــوا علی ـــن قـــوم یرجمونوصال مــرہ ــون اصـــہ وینجـــون النـــاس مـــن شـ انفســـم انـــم یجیحـی عریانـــا ویخلصـــون یســـمطونہ کمـــا یســـمط الحمـــل لـــر

जाच-पडताल करत ह और व दररदर कमीनो क समान जीवन वयतीत नही करत अतपत आतखरत (परलोक) क जीवन की उततम चीज एकत करत ह और लापरवाही नही करत त उन क हदय की वयाकलता की आवाज उबलती हई हाडी जसी सनगा और व उसी लाठी स शतान को मारत ह और व ऐस तपरयतम (माशक) क तलए तजस व (हर चीज पर) पराथतमकता दत ह हर फसाद स बचत ह उहोन उस साप की कचतलया तोड दी तजसन आदम को बहकाया था और उहोन उस (साप) को जखमी करन वाल कोड स मारा तो उसक तलए सभव न रहा तक वह उन पर आकरमर करता अतपत वह पतथरो स मारन वाली कौम स भाग गया और उहोन उस पर शर क समान आकरमर तकया तथा उहोन अपन परारो पर अतनवायण कर तलया तक उसकी जड उखाड कर िक दग और हदयो को उस की बराई स मनति दग और (उस स) छटकारा तदलाएग व उसक बाल इस परकार उतारत ह तजस परकार भतडए क बचच स बाल उतार जात ह तातक वह नग-धडग तदखाई द और व भालो स उस जखमी करत ह और उनकी

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई

Page 43: सीरतुल अब्दाल - alislam.org · करते हैं और शैतान के पेट में तीर घोंपते हैं और जो

40

सीरतल अबदालوباالســـنۃ یہطـــون وخنعـــت اعناقـــم لربـــم وہل یســـلمون ـــۃ ـــوا المائک ـــم واعجب ـــق من ـــن الخل ـــکرت ع ـــوم س ـــم ق ہبفعـــل یفعلـــون وضعـــوا لحومـــم ف فاتـــور الحضـــرۃ فـــارم ـــب ـــوا لح ـــۃ وفن ـــل المحب ـــوا بانام ـــدۃ واکل ـــی المائ ـــا ع اہلل م

ــرونlsquo یتخــــــــــت تـــــــــم

الـــمــؤلــفمرزا غام احمد قادیان مورخہ 14 دسمر سنۃ 1903ء

गदणन अपन रबब क तलए झक जाती ह और उसी क तलए व आजाकारी हो जात ह य व लोग ह तजन क कारर सनषट की आख आशयण म पडी हई ह और उहोन अपन कायगो स फररशतो को भी आशयण म डाल तदया ह उहोन अपन मास (गोशत) खदा तआला क थाल म रख तदए ह तो खदा तआला न जो कछ दसतरखवान पर था खा तलया और व परम क पोरो स परसनन तकए गए और तजस तपरयतम को उहोन अपनाया था व उसी क तलए फना हो गए

समातिलखक

तमजाण गलाम अहमद कातदयानी14 तदसमबर सन 1903 ई