आल्हा

14
आआआआआ आआआआआ आआ आआआ आआआआआ आआआआ आआआआ आआआआआआ आआआआआ आआ आआआआआआ आआआआआआआआ आआआ आआआआआ आआ आआआ आआ आआआआआ आआआआआआ आआ आआआआ आआआआ आआ आआआ आआआआ आआआआ आआआआआआआ आआ आआ आआ आआआ आआआआआआ आआआआ आआआआआ आआआआआआआआ आआ आआआआआ आआआआआआ आआआ आआआआ आआआआआ आआ आआआआ आआ आआआआआ आआआआ आआआआआआ आआ आआआआ आआआआ आआ आआआ आआआ आआआआ आआ आआआआ आआ आआआ आआआ आआआआआ आआ आआआ आआ आआआआआआआ आआआआ आआआआ आआआआआ आआआआआ आआआ आआआआआ आआआआआआ आआआआ आआआआ आआ आआ आआआ आआआआ आआआआ आआआआआआ आआआ आआआ आआआआआआआआ आआ आआ आआआआआ आआआआआआ आआ आआआआ आआआआ आआ, आआआआ आआआआआ आआआआआआआआआआआ आआ आआआआ आआआआआ आआआआआआ आआआ आआआआआआआ आआ आआआ आआआआआआ आआआआआ आआ आआआ आआ आआआआआआ आआ आआआआ आआआआआआआ आआ आआआआआआआ आआआ आआ आआआआ आआआआआआ आआ आआआआआ आआआ आआआआ, आआ आआआआ आआ आआआआ आआआ आआ आआआआआआआआआआ आआआआआआआ आआ आआ आआआआ आआआआआआ आआ आआ आ आआआ आआ आआआआआ आआआआआ आआ आआ आआआ आआ आआआआआआआआ आआ आआ आआ-आआ आआआआआआआआआआ आआआआ आआआआ आआ आआआआआआ आआआआ आआआआआआआआ आआ आआआआआआआआआआआ आआआ आआआआआ आआआआ आआआआ आआआआआ आआआआ आआ आआ आआआआआआ आआ आआआआ आआआआआ आआआ आआआआआ आआआ आआआ आआआआआआ आआ आआआआआआ आआआ आआआआआ आआआआआ आआ आआआ आआआ आआआआ आआआआ आआआआआ आआआ आआ आआआ-आआआ आआ आआआआआआआआआ आआआआआ आआ आआआआ आआआआ आआआआ आआआआआ आआ आआआआआआआ आआआआआआआआआआ आआआ आआ आआआआआआ आआआआ आआआआआआआआ आआआ आआआआ आआआआआ आआआ आआआआ आआआआआआ आआआआ आआआआ आआ आआआआ आआ आआआआ आआआ आआआ, आआआआ आआआआआआ आआआआ आआआआआ आआ आआआ आआ आआ आआआआआ आआआआ आआआआ आआआआ आआआआआ आआ आआआआ आआआ आआआआ आआआआ आआआआ आआआ आआआ आआआआ आआआ आआआआआआआआआआआआआ आआआ आआआआ आआ आआआआ आआ आआ आआआ आआआआआआ, आआआ आआ आआ आआआआ आआआआआ आआ आआआआ आआआआआआआआआ आआ आआआआआ आआआआ आआआआ आआ आआ आआआआआआ आआ आआआआआआ, आआआआ आआआआआ आआ आआआआआ आआ आआआआआ, आआआ आआ आआआआआआआ आआ आआ आआ आआआआआआआआआआ आआआआआआ आआ आआआआआआ आआ आआआआआ, आआ आआआआआ आआ आआआआआआआ आआ आआ आआआआ आआ आआआआआआआ आआ, आआ आआ आआआआआ आआआआआ आआआआआ आआआआआ आआ आआआआआ आआआ आआआआआआआ आआआ आआ आआ आआआआ आआ आआआआ आआ आआआआ आआआआ आआआआ आआआआ आआ आआआआ आआआ आआआआ आआ आआआआआआआ आआ आआआआ आआआ आआआआआ आआ आआ आआआआ आआआआआ आआआ आआआ आआ आआआआआआ आआआआ आआआआआ

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Page 1: आल्हा

आल्हा�

आल्हा� का� ना�म किकासना नाहा� स�ना�। पु�रा�ना जम�ना का चन्देल रा�जपु�तों� म� वी�रातों� औरा ज�ना पुरा खेलकारा स्वी�म� का� सवी� काराना का लिलए

किकास� रा�ज� महा�रा�ज� का! भी� यहा अमरा का�र्तितों& नाहा� मिमल�। रा�जपु�तों� का ना(कितोंका किनायम� म� का वील वी�रातों� हा� नाहा� थी� बल्किल्का अपुना स्वी�म�

औरा अपुना रा�ज� का लिलए ज�ना देना� भी� उसका� एका अ-ग थी�। आल्हा� औरा ऊदेल का� जिजन्देग� इसका� सबस अच्छी3 मिमस�ल हा(। सच्चा�

रा�जपु�तों क्य� हा!तों� थी� औरा उस क्य� हा!ना� च�किहाय इस लिलस खे�बस�रातों� स इना दे!ना� भी�इय� ना दिदेखे� दिदेय� हा(, उसका� मिमस�ल

किहान्दे!स्तों�ना का किकास� दूसरा किहास्स म� म�ल्कि8काल स मिमल सका ग�। आल्हा� औरा ऊदेल का म�का9 औरा उसका! का�राना�म एका चन्देल� काकिवी ना

शा�यदे उन्हा� का जम�ना म� ग�य, औरा उसका! इस स�ब म� ज! ल!काकि;यतों� ;�प्तों हा( वीहा शा�यदे रा�म�यण का! भी� ना हा!। यहा काकिवीतों� आल्हा�

हा� का ना�म स ;लिसद्ध हा( औरा आठ-ना@ शातों�ब्दिBदेयC ग�जरा ज�ना का ब�वीज�दे उसका� दिदेलचस्पी� औरा सवीEकि;यतों� म� अन्तोंरा नाहा� आय�।

आल्हा� ग�ना का� इस ;देशा म बड़ा� रिरावी�ज हा(। देहा�तों म� ल!ग हाज�रा� का� स-ख्य� म� आल्हा� स�नाना का लिलए जम� हा!तों हाI। शाहारा� म� भी�

काभी�-काभी� यहा मण्डलिलयC दिदेखे�ई दे ज�तों� हाI। बड़ा ल!ग� का� अपुक्षा� सवीEस�धा�राण म� यहा किकास्स� अमिधाका ल!काकि;य हा(। किकास� मजलिलस

म� ज�इए हाज�रा� आदेम� जम�ना का फशाE पुरा ब(ठ हुए हाI, स�रा� महा�किफल ज(स बस�धा हा! राहा� हा( औरा आल्हा� ग�ना वी�ल� किकास� म!ढ़े पुरा

ब(ठ� हुआ आपुना� अल�पु स�ना� राहा� हा(। उसका� आवीज आवी8यकातों�ना�स�रा काभी� ऊR च� हा! ज�तों� हा( औरा काभी� मजिद्धम, मगरा जब वीहा

किकास� लड़ा�ई औरा उसका� तों(य�रिराय� का� जिजक्र काराना लगतों� हा( तों! शाBदे� का� ;वी�हा, उसका हा�थी� औरा भी�वी� का इशा�रा, ढो!ल का� मदे�Eना�

लय उना पुरा वी�रातों�पु�णE शाBदे� का� च�स्तों� स ब(ठना�, ज! जड़ा�ई का� काकिवीतों�ओं हा� का� अपुना� एका किवीशाषतों� हा(, यहा सब च�ज� मिमलकारा

स�नाना वी�ल� का दिदेल� म� मदे�Eना� ज!शा का� एका उम-ग स� पु(दे� कारा देतों� हाI। बय�ना काराना का� तोंजE ऐस� स�दे� औरा दिदेलचस्पी औरा जब�ना

ऐस� आमफहाम हा( किका उसका समझना म� जरा� भी� दिदेक्कातों नाहा� हा!तों�। वीणEना औरा भी�वी� का� स�देग�, काल� का सYदेयE का� ;�ण हा(।

रा�ज� पुराम�लदेवी चन्देल खे�नादे�ना का� आब्दिखेरा� रा�ज� थी�। तोंराहावी� शा�तों�Bदे3 का आराम्भ म� वीहा खे�नादे�ना सम�प्तों हा! गय�। महा!ब� ज! एका

म�म�ल� कास्ब� हा( उस जम�ना म� चन्देल� का� रा�जधा�ना� थी�। महा!ब� का� सल्तोंनातों दिदेल्ल� औरा कान्नौ@ज स आ-खे� मिमल�तों� थी�। आल्हा� औरा

ऊदेल इस� रा�ज� पुराम�लदेवी का देराब�रा का सम्मकिनातों सदेस्य थी। यहा दे!ना� भी�ई अभी� बच्चा हा� थी किका उनाका� ब�पु जसरा�ज एका लड़ा�ई म�

म�रा� गय�। रा�ज� का! अना�थी� पुरा तोंरास आय�, उन्हा� रा�जमहाल म� ल आय औरा म!हाBबतों का स�थी अपुना� रा�ना� मलिलनाहा� का स�पु�देE कारा

दिदेय�। रा�ना� ना उना दे!ना� भी�इय� का� पुरावीरिराशा औरा ल�लना-पु�लना अपुना लड़ाका का� तोंराहा किकाय�। जवी�ना हा!कारा यहा� दे!ना� भी�ई बहा�दुरा� म�

स�रा� दुकिनाय� म� मशाहूरा हुए। इन्हा� दिदेल�वीरा� का का�राना�म� ना महा!ब का� ना�म रा!शाना कारा दिदेय� हा(।

बड़ा लडइय� महा!बवी�ल� 

जिजनाका बल का! वी�रा ना पु�रा

आल्हा� औरा ऊदेल रा�ज� पुराम�लदेवी पुरा ज�ना का� ब�Eना काराना का लिलए हामशा� तों(य�रा राहातों थी। रा�ना� मलिलनाहा� ना उन्हा� पु�ल�, उनाका� शा�दिदेय�-

का_, उन्हा� ग!दे म� ब्दिखेल�य�। नामका का हाका का स�थी-स�थी इना एहास�ना� औरा सम्बन्धों� ना दे!ना� भी�इय� का! चन्देल रा�ज� का� जCकिनास�रा

राखेवी�ल� औरा रा�ज� पुराम�लदेवी का� वीफ�दे�रा सवीका बना� दिदेय� थी�। उनाका� वी�रातों� का का�राण आस-पु�स का स(काड� घम-ड� रा�ज� चन्देल�

का अधा�ना हा! गय। महा!ब� रा�ज्य का� स�म�एR नादे3 का� ब�ढ़े का� तोंराहा फ( लना लग� औरा चन्देल� का� शालिc दूज का चCदे स बढ़ेकारा

पु�रानाम�स� का� चCदे हा! गई। यहा दे!ना� वी�रा काभी� च(ना स ना ब(ठतों थी। राणक्षात्र म� अपुना हा�थी का� ज@हारा दिदेखे�ना का� उन्हा� धा�ना थी�। स�खे-

सज पुरा उन्हा� ना�दे ना आतों� थी�। औरा वीहा जम�ना� भी� ऐस� हा� बच(किनाय� स भीरा� हुआ थी�। उस जम�ना म� च(ना स ब(ठना� दुकिनाय� का पुरादे

स मिमट ज�ना� थी�। ब�तों-ब�तों पुरा तोंलवी�-रा� चलतों� औरा खे�ना का� नादिदेयC बहातों� थी�। यहाC तोंका किका शा�दिदेय�R भी� खे�ना� लड़ा�इय� ज(स� हा! गई

थी�। लड़ाका� पु(दे� हुई औरा शा�मतों आ गई। हाज�रा� लिसपु�किहाय�, सरादे�रा� औरा सम्बन्धिन्धोंय� का� ज�ना� देहाज म� देना� पुड़ातों� थी�। आल्हा� औरा

ऊदेल उस पु�राशा!रा जम�ना का� यच्चा� तोंस्वी�रा� हाI औरा ग!किका ऐस� हा�लतों� ओरा जम�ना का स�थी ज! ना(कितोंका दुबEलतों�एR औरा किवीषमतों�एR पु�ई

ज�तों� हाI, उनाका असरा स वीहा भी� बच हुए नाहा� हाI, मगरा उनाका� दुबEलतों�एR उनाका� कास�रा नाहा� बल्किल्का उनाका जम�ना का� कास�रा हाI।

आल्हा� का� म�म� म�किहाल एका का�ल दिदेल का�, मना म� द्वेष पु�लना वी�ल� आदेम� थी�। इना दे!ना� भी�इय� का� ;तों�पु औरा ऐश्वयE उसका हृदेय

म� काCट का� तोंराहा खेटका� कारातों� थी�। उसका� जिजन्देग� का� सबस बड़ा� आराज� यहा थी� किका उनाका बड़ाप्पुना का! किकास� तोंराहा खे�का म� मिमल�

दे। इस� नाका का�म का लिलए उसना अपुना� जिजन्देग� न्य@छा�वीरा कारा दे3 थी�। सIकाड़ा� वी�रा किकाय, सIकाड़ा� ब�रा आग लग�य�, यहाC तोंका किका

आब्दिखेराका�रा उसका� नाशा� पु(दे� कारानावी�ल� म-त्रण�ओं ना रा�ज� पुराम�ल का! मतोंवी�ल� कारा दिदेय�। ल!हा� भी� पु�ना� स काट ज�तों� हा(।

एका रा!ज रा�ज� पुराम�ल देराब�रा म� अका ल ब(ठ हुए थी किका म�किहाल आय�। रा�ज� ना उस उदे�स देखेकारा पु�छा�, भीइय�, तों�म्हा�रा� चहारा� का� छा

उतोंरा� हुआ हा(। म�किहाल का� आRखे� म� आRस� आ गय। मक्का�रा आदेम� का! अपुना� भी�वीना�ओं पुरा ज! अमिधाका�रा हा!तों� हा( वीहा किकास� बड़ा

Page 2: आल्हा

य!ग� का लिलए भी� कादिठना हा(। उसका� दिदेल रा!तों� हा( मगरा हा�ठ हाRसतों हाI, दिदेल खे�लिशाय� का मज लतों� हा( मगरा आRखे� रा!तों� हाI, दिदेल ड�हा का�

आग स जलतों� हा( मगरा जब�ना स शाहादे औरा शाक्कारा का� नादिदेयC बहातों� हाI।

म�किहाल ब!ल�-महा�रा�ज, आपुका� छा�य� म� राहाकारा म�झ दुकिनाय� म� अब किकास� च�ज का� इच्छी� ब�का� नाहा� मगरा जिजना ल!ग� का! आपुना धा�ल

स उठ�कारा आसम�ना पुरा पुहुRच� दिदेय� औरा ज! आपुका� काm पु� स आज बड़ा ;तों�पु औरा ऐश्वयEवी�ल बना गय, उनाका� काm तोंघ्रतों� औरा उपुद्रवी

खेड़ा काराना� मरा लिलए बड़ा दु:खे का� का�राण हा! राहा� हा(।

पुराम�ल ना आश्चयE स पु�छा�- क्य� मरा� नामका खे�नावी�ल� म� ऐस भी� ल!ग हाI? 

म�किहाल- महा�रा�ज, मI का� छा नाहा� काहा सकातों�। आपुका� हृदेय काm पु� का� स�गरा हा( मगरा उसम� एका खे�-खे�रा घकिड़ाय�ल आ घ�स� हा(।

-वीहा का@ना हा(?

-मI। 

रा�ज� ना आश्चय�Eन्विन्वीतों हा!कारा काहा�-तों�म!

मकिहाल- हाC महा�रा�ज, वीहा अभी�ग� व्यलिc मI हा� हूR। मI आज खे�दे अपुना� फरिराय�दे लकारा आपुका� सवी� म� उपुस्थिtतों हुआ हूR। अपुना

सम्बन्धिन्धोंय� का ;कितों मरा� ज! कातोंEव्य हा( वीहा उस भीलिc का� तों�लना� म� का� छा भी� नाहा� ज! म�झ आपुका ;कितों हा(। आल्हा� मरा जिजगरा का� ट�काड़ा�

हा(। उसका� म�-स मरा� म�-स औरा उसका� राc मरा� राc हा(। मगरा अपुना शारा�रा म� ज! रा!ग पु(दे� हा! ज�तों� हा( उस किवीवीशा हा!कारा हाका�म स

काहाना� पुड़ातों� हा(। आल्हा� अपुना� दे@लतों का नाशा म� च�रा हा! राहा� हा(। उसका दिदेल म� यहा झ�ठ� खेय�ल पु(दे� हा! गय� हा( किका मरा हा� ब�हु-बल स

यहा रा�ज्य का�यम हा(।

रा�ज� पुराम�ल का� आ-खे� ल�ल हा! गय�, ब!ल�-आल्हा� का! मIना हामशा� अपुना� लड़ाका� समझ� हा(।

म�किहाल- लड़ाका स ज्य�दे�। 

पुराम�ल- वीहा अना�थी थी�, का!ई उसका� स-राक्षाका ना थी�। मIना उसका� पु�लना-पु!षण किकाय�, उस ग!दे म� ब्दिखेल�य�। मIना उस ज�ग�रा� देu, उस

अपुना� फ@ज का� लिसपुहास�ल�रा बना�य�। उसका� शा�दे3 म� मIना ब�स हाज�रा चन्देल स�राम�ओं का� खे�ना बहा� दिदेय�। उसका� मC औरा मरा�

मलिलनाहा� वीषv गल मिमलकारा स!ई हाI औरा आल्हा� क्य� मरा एहास�ना� का! भी�ल सकातों� हा(? म�किहाल, म�झ तों�म्हा�रा� ब�तों पुरा किवीश्व�स नाहा�

आतों�। 

म�किहाल का� चहारा� पु�ल� पुड़ा गय�। मगरा सम्हालकारा ब!ल�- महा�रा�ज, मरा� जब�ना स काभी� झ�ठ ब�तों नाहा� किनाकाल�।

पुराम�हा- म�झ का( स किवीश्व�स हा!? 

मकिहाल ना धा�रा स रा�ज� का का�ना म� का� छा काहा दिदेय�।

आल्हा� औरा ऊदेल दे!ना� च@ग�ना का खेल का� अभ्य�स कारा राहा थी। लम्ब-च@ड़ा म(दे�ना म� हाज�रा� आदेम� इस तोंम�शा का! देखे राहा थी। ग�दे

किकास� अभी�ग का� तोंराहा इधारा-उधारा ठ!कारा� खे�तों� किफरातों� थी�। च!बदे�रा ना आकारा काहा�-महा�रा�ज ना य�दे फराम�य� हा(।

आल्हा� का! सन्देहा हुआ। महा�रा�ज ना आज बवीc क्य� य�दे किकाय�? खेल बन्दे हा! गय�। ग�दे का! ठ!कारा� स छा� ट्टी3 मिमल�। फ@राना देराब�रा म

च@बदे�रा का स�थी हा�जिजरा हुआ औरा झ�काकारा आदे�ब बज� ल�य�।

पुराम�ल ना काहा�- मI तों�मस का� छा मCग�R? दे!ग?

आल्हा� ना स�देग� स जवी�ब दिदेय�-फराम�इए।

पुराम�ल-इनाका�रा तों! ना कारा!ग?

आल्हा� ना कानाब्दिखेय� स म�किहाल का� तोंराफ देखे� समझ गय� किका इस वीc का� छा ना का� छा दे�ल म� का�ल� हा(। इसका चहारा पुरा यहा म�स्कारा�हाट

क्य�? ग�लरा म� यहा फ� ल क्य� लग? क्य� मरा� वीफ�दे�रा� का� इम्तोंहा�ना लिलय� ज� राहा� हा(? ज!शा स ब!ल�-महा�रा�ज, मI आपुका� जब�ना स

ऐस सवी�ल स�नाना का� आदे3 नाहा� हूR। आपु मरा स-राक्षाका, मरा पु�लनाहा�रा, मरा रा�ज� हाI। आपुका� भीRवी� का इशा�रा पुरा मI आग म� का� दे सकातों�

हूR औरा म@तों स लड़ा सकातों� हूR। आपुका� आज्ञा� पु�कारा म� असम्भवी का! सम्भवी बना� सकातों� हूR आपु म�झस ऐस सवी�ल ना कारा�।

पुराम�ल- शा�ब�शा, म�झ तों�मस ऐस� हा� उम्म�दे हा(।

आल्हा�-म�झ क्य� हुक्म मिमलतों� हा(?

पुराम�ल- तों�म्हा�रा पु�स ना�हारा घ!ड़ा� हा(?

आल्हा� ना ‘ज� हाC’ काहाकारा म�किहाल का� तोंराफ भीय�नाका ग�स्स भीरा� हुई आRखे� स देखे�।

पुराम�ल- अगरा तों�म्हा� ब�रा� ना लग तों! उस मरा� सवी�रा� का लिलए दे दे!।

आल्हा� का� छा जवी�ब ना दे सका�, स!चना लग�, मIना अभी� वी�दे� किकाय� हा( किका इनाका�रा ना कारूँR ग�। मIना ब�तों हा�रा� हा(। म�झ इनाका�रा ना काराना�

च�किहाए। किनाश्चय हा� इस वीc मरा� स्वी�मिमभीलिc का� पुरा�क्षा� ल� ज� राहा� हा(। मरा� इनाका�रा इस समय बहुतों बम@का� औरा खेतोंराना�का हा(।

इसका� तों! का� छा गम नाहा�। मगरा मI इनाका�रा किकास म�Rहा स कारूँR , बवीफ� ना काहाल�ऊR ग�? मरा� औरा रा�ज� का� सम्बन्धों का वील स्वी�म� औरा

Page 3: आल्हा

सवीका का� हा� नाहा� हा(, मI उनाका� ग!दे म� खेल� हूR। जब मरा हा�थी कामज!रा थी, औरा पुCवी म� खेड़ा हा!ना का� ब�तों� ना थी�, तोंब उन्हा�ना मरा

ज�ल्म सहा हाI, क्य� मI इनाका�रा कारा सकातों� हूR?

किवीच�रा� का� धा�रा� म�ड़ा�- म�ना� किका रा�ज� का एहास�ना म�झ पुरा अनाकिगनातों� हाI मरा शारा�रा का� एका-एका रा!आR उनाका एहास�ना� का ब!झ स देब�

हुआ हा( मगरा क्षाकित्रय काभी� अपुना� सवी�रा� का� घ!ड़ा� दूसरा का! नाहा� देतों�। यहा क्षाकित्रय� का� धामE नाहा�। मI रा�ज� का� पु�ल� हुआ औरा

एहास�नामन्दे हूR। म�झ अपुना शारा�रा पुरा अमिधाका�रा हा(। उस मI रा�ज� पुरा न्य@छा�वीरा कारा सकातों� हूR। मगरा रा�जपु�तों� धामE पुरा मरा� का!ई अमिधाका�रा

नाहा� हा(, उस मI नाहा� तों!ड़ा सकातों�। जिजना ल!ग� ना धामE का काच्चा धा�ग का! ल!हा का� दे3वी�रा समझ� हा(, उन्हा� स रा�जपु�तों� का� ना�म चमका राहा�

हा(। क्य� मI हामशा� का लिलए अपुना ऊपुरा दे�ग लग�ऊR ? आहा! म�किहाल ना इस वीc म�झ खे�ब जकाड़ा राखे� हा(। स�मना खे�-खे�रा शारा हा(; पु�छा

गहारा� खे�ई। य� तों! अपुम�ना उठ�ऊR य� काm तोंघ्ना काहाल�ऊR । य� तों! रा�जपु�तों� का ना�म का! ड�ब!ऊR य� बब�Eदे हा! जCऊ। खे(रा, ज! ईश्वरा का�

मज}, म�झ काm तोंघ्ना काहाल�ना� स्वी�का�रा हा(, मगरा अपुम�किनातों हा!ना� स्वी�का�रा नाहा�। बब�Eदे हा! ज�ना� म-ज�रा हा(, मगरा रा�जपु�तों� का धामE म� बट्टी�

लग�ना� म-ज�रा नाहा�।

आल्हा� सरा ना�च� किकाय इन्हा� खेय�ल� म� ग!तों खे� राहा� थी�। यहा उसका लिलए पुरा�क्षा� का� घड़ा� थी� जिजसम� सफल हा! ज�ना पुरा उसका�

भीकिवीष्य किनाभीEरा थी�।

मगरा म�किहाल� का लिलए यहा म@का� उसका धा�राज का� काम पुरा�क्षा� लना वी�ल� ना थी�।

वीहा दिदेना अब आ गय� जिजसका इन्तोंज�रा म� काभी� आRखे� नाहा� थीका_। खे�लिशाय� का� यहा ब�ढ़े अब स-यम का� ल!हा का� दे3वी�रा का! का�टतों�

ज�तों� थी�। लिसद्ध य!ग� पुरा दुबEल मना�ष्य का� किवीजय हा!तों� ज�तों� थी�। एका�एका पुराम�ल ना आल्हा� स ब�लन्दे आवी�ज म� पु�छा�- किकास देकिनाधा�

म� हा!? क्य� नाहा� देना� च�हातों? 

आल्हा� ना रा�ज� स आ-खे� मिमल�कारा काहा�-ज� नाहा�। 

पुराम�ल का! तों(शा आ गय�, काड़ाकाकारा ब!ल�-क्य�? 

आल्हा� ना अकिवीचल मना स उत्तरा दिदेय�-यहा रा�जपु�तों� का� धामE नाहा� हा(।

पुराम�ल-क्य� मरा एहास�ना� का� यहा� बदेल� हा(? तों�म ज�नातों हा!, पुहाल तों�म क्य� थी औरा अब क्य� हा!?

आल्हा�-ज� हाC, ज�नातों� हूR।

पुराम�ल- तों�म्हा� मIना बना�य� हा( औरा मI हा� किबग�ड़ा सकातों� हूR। 

आल्हा� स अब सब्र ना हा! सका�, उसका� आRखे� ल�ल हा! गय� औरा त्य!रिराय� पुरा बल पुड़ा गय। तोंज लहाज म� ब!ल�- महा�रा�ज, आपुना मरा

ऊपुरा ज! एहास�ना किकाए, उनाका� मI हामशा� काm तोंज्ञा राहूRग�। क्षाकित्रय काभी� एहास�ना नाहा� भी�लतों�। मगरा आपुना मरा ऊपुरा एहास�ना किकाए हाI, तों!

मIना भी� ज! तों!ड़ाकारा आपुका� सवी� का� हा(। लिसफE ना@कारा� औरा ना�मका का� हाका अदे� काराना का� भी�वी म�झम� वीहा किनाष्ठा� औरा गम} नाहा� पु(दे�

कारा सकातों� जिजसका� मI ब�रा-ब�रा पुरिराचय दे च�का� हूR। मगरा खे(रा, अब म�झ किवीश्व�स हा! गय� किका इस देराब�रा म� मरा� ग�जरा ना हा!ग�। मरा�

आब्दिखेरा� सल�म काब�ल हा! औरा अपुना� ना�दे�ना� स मIना ज! का� छा भी�ल का� हा( वीहा म�फ का� ज�ए।

म�किहाल का� ओरा देखेकारा उसना काहा�- म�म� ज�, आज स मरा औरा आपुका ब�च खे�ना का� रिरा8तों� ट�टतों� हा(। आपु मरा खे�ना का प्य�स हाI तों!

मI भी� आपुका� ज�ना का� दु8मना हूR।

आल्हा� का� मC का� ना�म देवील देवी� थी�। उसका� किगनातों� उना हा@सल वी�ल� उच्चा किवीच�रा न्धिस्त्रय� म� हा( जिजन्हा�ना किहान्दे!स्तों�ना का किपुछाल

का�राना�म� का! इतोंना� स्पीmहाण�य बना� दिदेय� हा(। उस अ-धारा य�ग म� भी� जबकिका आपुस� फ� ट औरा ब(रा का� एका भीय�नाका ब�ढ़े म�ल्का म� आ

पुहुRच� थी�, किहान्दे!स्तों�ना म� ऐस� ऐस� देकिवीयC पु(दे� हुई ज! इकितोंहा�स का अ-धारा स अ-धारा पुन्नौ� का! भी� ज्य!कितोंतों कारा सकातों� हाI। देवील देवी� स

स�ना� किका आल्हा� ना अपुना� आना का! राखेना का लिलए क्य� किकाय� तों! उसका� आखे� भीरा आए। उसना दे!ना� भी�इय� का! गल लग�कारा काहा�-

बट� ,तों�मना वीहा� किकाय� ज! रा�जपु�तों� का� धामE थी�। मI बड़ा� भी�ग्यशा�लिलना� हूR किका तों�म ज(स दे! ब�तों का� ल�ज राखेना वी�ल बट पु�य हाI । 

उस� रा!ज दे!ना� भी�इय� महा!ब� स का� च कारा दिदेय� अपुना स�थी अपुना� तोंलवी�रा औरा घ!ड़ा! का लिसवी� औरा का� छा ना लिलय�। म�ल –असब�ब

सब वीहा� छा!ड़ा दिदेय लिसपु�हा� का� दे@लतों औरा इज्जतों सबका का� छा उसका� तोंलवी�रा हा(। जिजसका पु�स वी�रातों� का� सम्पकितों हा( उस दूसरा� किकास�

सम्पकितों का� जरुरातों नाहा�।

बरास�तों का दिदेना थी, नादे3 ना�ल उमड़ा हुए थी। इन्द्र का� उदे�रातों�ओं स म�ल�म�ल हा!कारा जम�ना फ� ल� नाहा� सम�तों� थी� । पुड़ा! पुरा म!रा� का�

रास�ल� झनाका�रा स�ना�ई देतों� थी� औरा खेतों� म� किनाश्चिश्चन्तोंतों� का� शारा�ब स मतोंवी�ल किकास�ना मल्हा�रा का� तों�ना� अल�पु राहा थी । पुहा�किड़ाय� का�

घना� हारिराय�वील पु�ना� का� देपुEना –ज(स� सतोंहा औरा जग-ल� बल ब�ट� का बना�वी स-वी�रा स ;काm कितों पुरा एका य@वीना बरास राहा� थी�। म(दे�ना� का�

ठ-ड�-ठड� मस्तों हावी� ज-गल� फ� ल� का� म�ठ� म�ठ�, स�हा�ना�, आत्म� का! उल्ल�स देनावी�ल� महाका औरा खेतों� का� लहारा�तों� हुई रा-ग किबरा-ग�

उपुज ना दिदेल! म� आराज�ओं का� एका तों�फ�ना उठ� दिदेय� थी�। ऐस म�ब�राका म@सम म� आल्हा� ना महा!ब� का! आब्दिखेरा� सल�म किकाय� । दे!ना�

भी�इय! का� आRखे रा!तों रा!तों ल�ल हा! गय� थी� क्य�किका आज उनास उनाका� देशा छा� ट राहा� थी� । इन्हा� गलिलय� म� उन्हा�ना घ�टना का बल चलना�

स�खे� थी�, इन्हा� तों�ल�ब� म� का�गज का� ना�वी� चल�ई थी�, यहा� जवी�ना� का� बकिफकिक्रय� का मज ल�ट थी। इनास अब हामशा� का लिलए ना�तों�

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ट�टतों� थी�। दे!ना! भी�ई आग बढोतों ज�तों थी , मगरा बहुतों धा�रा-धा�रा । यहा खेय�ल थी� किका शा�यदे पुराम�ल ना रुठनावी�ल� का! मना�ना का लिलए

अपुना� का!ई भीरा!स का� आदेम� भीज� हा!ग�। घ!ड़ा! का! सम्हा�ल हुए थी, मगरा जब महा!ब का� पुहा�किड़ाय! का� आब्दिखेरा� किनाशा�ना ऑंखे� स

ओझल हा! गय� तों! उम्म�दे का� आब्दिखेरा� झलका भी� ग�यब हा! गय�। उन्हा!ना� जिजनाका� का!ई देशा नाथी� एका ठ-ड� स�-स ल� औरा घ!ड बढो�

दिदेय। उनाका किनावी�Eसना का� सम�च�रा बहुतों जल्दे च�रा� तोंराफ फ( ल गय�। उनाका लिलए हारा देराब�रा म� जगहा थी�, च�रा� तोंराफ स रा�ज�ओ का

सदेशा आना लग। कान्नौ@ज का रा�ज� जयचन्दे ना अपुना रा�जका� म�रा का! उनास मिमलना का लिलए भीज�। स-देशा� स ज! का�म ना किनाकाल� वीहा इस

म�ल�का�तों ना पु�रा� कारा दिदेय�। रा�जका� म�रा का� खे�कितोंदे�रिराय�R औरा आवीभीगतों दे!ना� भी�इय� का! कान्नौ@ज खे�च ल नाई। जयचन्दे आ-खे� किबछा�य

ब(ठ� थी�। आल्हा� का! अपुना� सना�पुकितों बना� दिदेय�।

आल्हा� औरा ऊदेल का चल ज�ना का ब�दे महा!ब म� तोंराहा-तोंराहा का अ-धारा शा�रु हुए। पुराम�ल कामज� शा�सका थी�। म�तोंहातों रा�ज�ओं ना

बग�वीतों का� झण्ड� ब�लन्दे किकाय�। ऐस� का!ई तों�कातों ना राहा� ज! उना झगड़ा�ल� ल!ग� का! वीशा म� राखे सका । दिदेल्ल� का रा�ज पुmथ्वी�रा�ज का�

का� छा सना� लिसमतों� स एका सफल लड़ा�ई लड़ाकारा वी�पुस आ राहा� थी�। महा!ब म� पुड़ा�वी किकाय�। अक्खेड़ा लिसपु�किहाय� म� तोंलवी�रा चलतों

किकातोंना� देरा लगतों� हा(। च�हा रा�ज� पुराम�ल का म�ल�जिजय� का� ज्य�देतों� हा! च�हा च@हा�ना लिसपु�किहाय� का�, तोंना�ज� यहा हुआ किका चन्देल� औरा

च@हा�ना� म� अनाबना हा! गई। लड़ा�ई लिछाड़ा गई। च@हा�ना स-ख्य� म� काम थी। च-देल� ना आकितोंथ्य-सत्का�रा का किनायम� का! एका किकाना�रा राखेकारा

च@हा�ना� का खे�ना स अपुना� कालज� ठ-ड� किकाय� औरा यहा ना समझ किका म�ठ्ठी� भीरा लिसपु�किहाय� का पु�छा स�रा देशा पुरा किवीपुश्चित्त आ ज�एग�।

बग�ना�हा� का! खे�ना रा-ग ल�यग�। पुmथ्वी�रा�ज का! यहा दिदेल तों!ड़ाना वी�ल� खेबरा मिमल� तों! उसका ग�स्स का� का!ई हादे ना राहा�। ऑंधा� का� तोंराहा

महा!ब पुरा चढ़े दे@ड़ा� औरा लिसराका!, ज! इल�का� महा!ब का� एका मशाहूरा कास्ब� थी�, तोंब�हा काराका महा!ब का� तोंराहा बढ़े�। चन्देल� ना भी� फ@ज

खेड़ा� का�। मगरा पुहाल हा� म�का�किबल म� उनाका हा@सल पुस्तों हा! गय। आल्हा�-ऊदेल का बग(रा फ@ज किबना दूल्हा का� ब�रा�तों थी�। स�रा� फ@ज

कितोंतोंरा-किबतोंरा हा! गय�। देशा म� तोंहालका� मच गय�। अब किकास� क्षाण पुmथ्वी�रा�ज महा!ब म� आ पुहुRचग�, इस डरा स ल!ग� का हा�थी-पुCवी फ� ल

गय। पुराम�ल अपुना किकाय पुरा बहुतों पुछातों�य�। मगरा अब पुछातों�ना� व्यथीE थी�। का!ई च�रा� ना देखेकारा उसना पुmथ्वी�रा�ज स एका महा�ना का�

सन्धिन्धों का� ;�थीEना� का�। च@हा�ना रा�ज� य�द्ध का किनायम� का! काभी� हा�थी स ना ज�ना देतों� थी�। उसका� वी�रातों� उस कामज!रा, बखेबरा औरा

ना�म�स्तों(दे दु8मना पुरा वी�रा काराना का� इज�जतों ना देतों� थी�। इस म�मल म� अगरा वीहा इना किनायम� का! इतोंना� सख्तों� स पु�बन्दे ना हा!तों� तों!

शाहा�ब�द्दी3ना का हा�थी� उस वीहा ब�रा� दिदेना ना देखेना� पुड़ातों�। उसका� बहा�दुरा� हा� उसका� ज�ना का� ग�हाका हुई। उसना पुराम�ल का� पु(ग�म म-ज�रा

कारा लिलय�। चन्देल� का� ज�ना म� ज�ना आई। 

अब सल�हा-मशाकिवीरा� हा!ना लग� किका पुmथ्वी�रा�ज स क्य�कारा म�का�किबल� किकाय� ज�य। रा�ना� मलिलनाहा� भी� इस मशाकिवीरा म� शारा�का थी�। किकास� ना

काहा�, महा!ब का च�रा� तोंराफ एका ऊR च� दे3वी�रा बना�य� ज�य ; का!ई ब!ल�, हाम ल!ग महा!ब का! वी�रा�ना काराका देस्थिक्खेना का! ओरा चल�।

पुराम�ल जब�ना स तों! का� छा ना काहातों� थी�, मगरा समपुEण का लिसवी� उस औरा का!ई च�रा� ना दिदेखे�ई पुड़ातों� थी�। तोंब रा�ना� मलिलनाहा� खेड़ा�

हा!कारा ब!ल� :

‘चन्देल वी-शा का रा�जपु�तों!, तों�म का( स� बच्चा� का�-स� ब�तों� कारातों हा!? क्य� दे3वी�रा खेड़ा� काराका तों�म दु8मना का! रा!का ल!ग? झ�ड� स काहा�

ऑंधा� रुकातों� हा( ! तों�म महा!ब का! वी�रा�ना काराका भी�गना का� सल�हा देतों हा!। ऐस� का�यरा� ज(स� सल�हा औरातों� दिदेय� कारातों� हाI। तों�म्हा�रा� स�रा�

बहा�दुरा� औरा ज�ना पुरा खेलना� अब काहाC गय�? अभी� बहुतों दिदेना नाहा� ग�जरा किका चन्देल� का ना�म स रा�ज थीरा�Eतों थी। चन्देल� का� धा�का ब-धा�

हुई थी�, तों�मना का� छा हा� स�ल� म� सIकाड़ा� म(दे�ना ज�तों, तों�म्हा� काभी� हा�रा नाहा� हुई। तों�म्हा�रा� तोंलवी�रा का� देमका काभी� मन्दे नाहा� हुई। तों�म अब

भी� वीहा� हा!, मगरा तों�मम� अब वीहा पु�रुष�थीE नाहा� हा(। वीहा पु�रुष�थीE बना�फल वी-शा का स�थी महा!ब स उठ गय�। देवील देवी� का रुठना स

चस्थिण्डका� देवी� भी� हामस रुठ गई। अब अगरा का!ई यहा हा�रा� हुई ब�ज� सम्हा�ल सकातों� हा( तों! वीहा आल्हा� हा(। वीहा� दे!ना� भी�ई इस ना�ज�का

वीc म� तों�म्हा� बच� सकातों हाI। उन्हा� का! मना�ओ, उन्हा� का! समझ�ओं, उना पुरा महा!तों का बहुतों हाका हाI। महा!ब का� मिमट्टी3 औरा पु�ना� स

उनाका� पुरावीरिराशा हुई हा(। वीहा महा!ब का हाका काभी� भी�ल नाहा� सकातों, उन्हा� ईश्वरा ना बल औरा किवीद्या� दे3 हा(, वीहा� इस समय किवीजय का� ब�ड़ा�

उठ� सकातों हाI।’

रा�ना� मलिलनाहा� का� ब�तों� ल!ग� का दिदेल� म� ब(ठ गय�।

जगना� भी�ट आल्हा� औरा ऊदेल का! कान्नौ@ज स ल�ना का लिलए रावी�ना� हुआ। यहा दे!ना� भी�ई रा�जका�R वीरा ल�खेना का स�थी लिशाका�रा खेलना ज�

राहा थी किका जगना� ना पुहुRचकारा ;ण�म किकाय�। उसका चहारा स पुराशा�ना� औरा जिझझका बरास राहा� थी�। आल्हा� ना घबरा�कारा पु�छा�—कावी�श्वरा,

यहाC का( स भी�ल पुड़ा? महा!ब म� तों! खे(रिरायतों हा(? हाम गरा�ब� का! क्य�कारा य�दे किकाय�?

जगना� का� ऑंखे� म� ऑंस� भीरा ज�ए, ब!ल�—अगरा खे(रिरायतों हा!तों� तों! तों�म्हा�रा� शाराण म� क्य� आतों�। म�स�बतों पुड़ाना पुरा हा� देवीतों�ओं का�

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य�दे आतों� हा(। महा!ब पुरा इस वीc इन्द्र का� का!पु छा�य� हुआ हा(। पुmथ्वी�रा�ज च@हा�ना महा!ब का! घरा पुड़ा� हा(। नारासिंस&हा औरा वी�रासिंस&हा तोंलवी�रा�

का� भी�ट हा! च�का हा(। लिसराका� स�रा� रा�खे का! ढोरा हा! गय�। चन्देल� का� रा�ज वी�रा�ना हुआ ज�तों� हा(। स�रा देशा म� का� हारा�म मच� हुआ हा(। बड़ा�

म�ल्कि8काल� स एका महा�ना का� म@हालतों ल� गई हा( औरा म�झ रा�ज� पुराम�ल ना तों�म्हा�रा पु�स भीज� हा(। इस म�स�बतों का वीc हाम�रा� का!ई

मदेदेग�रा नाहा� हा(, का!ई ऐस� नाहा� हा( ज! हाम�रा� किकाम्मतों ब�धा�य। जब स तों�मना महा!ब स नाहा� हा(, का!ई ऐस� नाहा� हा( ज! हाम�रा� किहाम्मतों

बRधा�य। जब स तों�मना महा!ब स ना�तों� तों!ड़ा� हा( तोंब स रा�ज� पुराम�ल का हा�ठ� पुरा हाRस� नाहा� आई। जिजस पुराम�ल का! उदे�स देखेकारा तों�म

बच(ना हा! ज�तों थी उस� पुराम�ल का� ऑंखे� महा�ना� स ना�दे का! तोंरासतों� हाI। रा�ना� मकिहालना�, जिजसका� ग!दे म� तों�म खेल हा!, रा�तों-दिदेना तों�म्हा�रा�

य�दे म� रा!तों� राहातों� हा(। वीहा अपुना झरा!खे� स कान्नौ(ज का� तोंराफ ऑंखे� लग�य तों�म्हा�रा� रा�हा देखे� कारातों� हा(। ऐ बना�फल वी-शा का सपु�तों! !

चन्देल� का� ना�वी अब ड�ब राहा� हा(। चन्देल� का� ना�म अब मिमट� ज�तों� हा(। अब म@का� हा( किका तों�म तोंलवी�रा हा�थी म� ल!। अगरा इस म@का पुरा

तों�मना ड�बतों� हुई ना�वी का! ना सम्हा�ल� तों! तों�म्हा� हामशा� का लिलए पुछातों�ना� पुड़ाग� क्य�किका इस ना�म का स�थी तों�म्हा�रा� औरा तों�म्हा�रा ना�म� ब�पु

का� ना�म भी� ड�ब ज�एग�। 

आल्हा� ना रुखेपुना स जवी�ब दिदेय�—हाम� इसका� अब का� छा पुरावी�हा नाहा� हा(। हाम�रा� औरा हाम�रा ब�पु का� ना�म तों! उस� दिदेना ड�ब गय�, जब

हाम बकास�रा महा!ब स किनाका�ल दिदेए गए। महा!ब� मिमट्टी3 म� मिमल ज�य, चन्देल� का! लिचरा�ग ग�ल हा! ज�य, अब हाम� जरा� भी� पुरावी�हा नाहा� हा(।

क्य� हाम�रा� सवी�ओं का� यहा� पु�रास्का�रा थी� ज! हामका! दिदेय� गय�? हाम�रा ब�पु ना महा!ब पुरा अपुना ;�ण न्य@छा�वीरा कारा दिदेय, हामना ग!ड़ा�

का! हारा�य� औरा चन्देल� का! देवीगढ़े का� म�लिलका बना� दिदेय�। हामना य�देवी� स ल!हा� लिलय� औरा कादिठय�रा का म(दे�ना म� चन्देल� का� झ-ड�

ग�ड़ा दिदेय�। मIना इन्हा� हा�थी� स काछावी�हा� का� बढ़ेतों� हुई लहारा का! रा!का�। गय� का� म(दे�ना हाम� ना ज�तों�, रा�वीC का� घमण्ड हाम� ना तों!ड़ा�।

मIना हा� मवी�तों स ब्दिखेरा�ज लिलय�। हामना यहा सब का� छा किकाय� औरा इसका� हामका! यहा पु�रास्का�रा दिदेय� गय� हा(? मरा ब�पु ना देस रा�ज�ओं का!

ग�ल�म� का� तों@का पुहाना�य�। मIना पुराम�ल का� सवी� म� स�तों ब�रा ;�णलवी� जख्म खे�ए, तों�ना ब�रा म@तों का म�Rहा स किनाकाल आय�। म(ना

च�ल�स लड़ा�इयC लड़ा� औरा काभी� हा�राकारा ना आय�। ऊदेल ना स�तों खे�ना� म�का9 ज�तों। हामना चन्देल� का� बहा�दुरा� का� ड-का� बज� दिदेय�।

चन्देल� का� ना�म हामना आसम�ना तोंका पुहुRच� दिदेय� औरा इसका यहा पु�रास्का�रा हामका! मिमल� हा(? पुराम�ल अब क्य� उस� देग�ब�ज म�किहाल

का! अपुना� मदेदे का लिलए नाहा� ब�ल�तों जिजसका� खे�शा काराना का लिलए मरा� देशा किनाका�ल� हुआ थी� ! 

जगना� ना जवी�ब दिदेय�—आल्हा� ! यहा रा�जपु�तों� का� ब�तों� नाहा� हाI। तों�म्हा�रा ब�पु ना जिजस रा�ज पुरा ;�ण न्य@छा�वीरा कारा दिदेय वीहा� रा�ज अब

दु8मना का पु�-वी तोंल राYदे� ज� राहा� हा(। उस� ब�पु का बट हा!कारा भी� क्य� तों�म्हा�रा खे�ना म� ज!शा नाहा� आतों�? वीहा रा�जपु�तों ज! अपुना म�स�बतों

म� पुड़ा हुए रा�ज� का! छा!ड़ातों� हा(, उसका लिलए नाराका का� आग का लिसवी� औरा का!ई जगहा नाहा� हा(। तों�म्हा�रा� म�तोंmभी�मिम पुरा बब�Eदे3 का� घट�

छा�य� हुई हाI। तों�म्हा�रा� म�ऍं औरा बहाना� दु8मना� का� आबरु ल�टनावी�ल� किनाग�हा� का! किनाशा�ना� बना राहा� हा(, क्य� अब भी� तों�म्हा�रा खे�ना म� ज!शा

नाहा� आतों�? अपुना देशा का� यहा दुगEतों देखेकारा भी� तों�म कान्नौ@ज म� च(ना का� ना�दे स! सकातों हा!?

देवील देवी� का! जगना� का आना का� खेबरा हुई। असना फ@राना आल्हा� का! ब�ल�कारा काहा�—बट�, किपुछाल� ब�तों� भी�ल ज�ओं औरा आज हा�

महा!ब चलना का� तों(य�रा� कारा!। 

आल्हा� का� छा जब�वी ना दे सका�, मगरा ऊदेल झ�Rझल�कारा ब!ल�—हाम अब महा!ब नाहा� ज� सकातों। क्य� तों�म वीहा दिदेना भी�ल गय जब हाम

का� त्त� का� तोंराहा महा!ब स किनाका�ल दिदेए गए? महा!ब� ड�ब य� राहा, हाम�रा� ज� उसस भीरा गय�, अब उसका! देखेना का� इच्छी� नाहा� हा। अब

कान्नौ@ज हा� हाम�रा� म�तोंmभी�मिम हा(। 

रा�जपु�तोंना� बट का� जब�ना स यहा पु�पु का� ब�तों ना स�ना सका�, तों(शा म� आकारा ब!ल�—ऊदेल, तों�झ ऐस� ब�तों� म�-हा स किनाका�लतों हुए शामE

नाहा� आतों� ? का�शा, ईश्वरा म�झ बCझ हा� राखेतों� किका ऐस बट� का� मC ना बनातों�। क्य� इन्हा� बना�फल वी-शा का ना�म पुरा काल-का लग�नावी�ल�

का लिलए मIना गभीE का� पु�ड़ा� सहा� थी�? ना�ल�यका!, मरा स�मना स दूरा हा! ज�ओं। म�झ अपुना� म�Rहा ना दिदेखे�ओं। तों�म जसरा�ज का बट नाहा�

हा!, तों�म जिजसका� रा�ना स पु(दे� हुए हा! वीहा जसरा�ज नाहा� हा! सकातों�। 

यहा मम�Eन्तोंका च!ट थी�। शामE स दे!ना� भी�इय� का म�थी पुरा पुस�ना� आ गय�। दे!ना� उठ खेड़ा हुए औरा ब!ल- म�तों�, अब बस कारा!, हाम

ज्य�दे� नाहा� स�ना सकातों, हाम आज हा� महा!ब ज�य�ग औरा रा�ज� पुराम�ल का� ब्दिखेदेमतों म� अपुना� खे�ना बहा�य�ग। हाम राणक्षात्र म� अपुना�

तोंलवी�रा� का� चमका स अपुना ब�पु का� ना�म रा!शाना कारा�ग। हाम च@हा�ना का म�का�किबल म� अपुना� बहा�दुरा� का ज@हारा दिदेखे�य�ग औरा देवील देवी�

का बट� का� ना�म अमरा कारा दे�ग। 

दे!ना� भी�ई कान्नौ@ज स चल, देवील भी� स�थी थी�। जब वीहा रुठनावी�ल अपुना� म�तोंmभी�मिम म� पुहुRच तों! स�खे� धा�ना� म� पु�ना� पुड़ा गय�, ट�ट3 हुई

किहाम्मतों� ब-धा गय�। एका ल�खे चन्देल इना वी�रा� का� अगवी�ना� काराना का लिलए खेड़ा थी। बहुतों दिदेना� का ब�दे वीहा अपुना� म�तोंmभी�मिम स किबछा� ड़ा

हुए इना दे!ना� भी�इय� स मिमल। ऑंखे� ना खे�शा� का ऑंस� बहा�ए। रा�ज� पुराम�ल उनाका आना का� खेबरा पु�तों हा� का�रातों स�गरा तोंका पु(देल

आय�। आल्हा� औरा ऊदेल दे@ड़ाकारा उसका पु�-वी स लिलपुट गए। तों�ना� का� आ-खे� स पु�ना� बरास� औरा स�रा� मनाम�ट�वी धा�ल गय�। 

दु8मना सरा पुरा खेड़ा� थी�, ज्य�दे� आकितोंथ्य-सत्का�रा का� म@कारा ना थी�, वीहा� का�रातों स�गरा का किकाना�रा देशा का नातों�ओं औरा देराब�रा का

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कामEच�रिराय� का� रा�य स आल्हा� फ@ज का� सना�पुकितों बना�य� गय�। वीहा� मराना-म�राना का लिलए स@गन्धों� खे�ई गई। वीहा� बहा�दुरा� ना कासम� खे�ई

किका म(दे�ना स हाट�ग तों! मराकारा हाट�ग�। वीहा� ल!ग एका दूसरा का गल मिमल औरा अपुना� किकास्मतों� का! फ( सल� काराना चल। आज किकास� का�

ऑंखे� म� औरा चहारा पुरा उदे�स� का लिचन्हा ना थी, औरातों� हा�स-हाRस कारा अपुना प्य�रा� का! किवीदे� कारातों� थी�, मदेE हाRस-हाRसकारा न्धिस्त्रय� स अलग

हा!तों थी क्य�किका यहा आब्दिखेरा� ब�ज� हा(, इस ज�तोंना� जिजन्देग� औरा हा�राना� म@तों हा(।

उस जगहा का पु�स जहाC अब औरा का!ई कास्ब� आब�दे हा(, दे!ना� फ@ज� का! म�का�बल� हुआ औरा अठ�राहा दिदेना तोंका म�राका�ट का� ब�ज�रा

गमE राहा�। खे�ब घम�स�ना लड़ा�ई हुई। पुmथ्वी�रा�ज खे�दे लड़ा�ई म� शारा�का थी�। दे!ना� देल दिदेल खे!लकारा लड़ा। वी�रा� ना खे�ब अराम�ना किनाका�ल

औरा दे!ना� तोंराफ का� फ@ज� वीहा� काट मरा�। तों�ना ल�खे आदेमिमय� म� लिसफE तों�ना आदेम� जिजन्दे� बच-एका पुmथ्वी�रा�ज, दूसरा� चन्दे� भी�ट

तों�सरा� आल्हा�। ऐस� भीय�नाका अटल औरा किनाण�Eयका लड़ा�ई शा�यदे हा� किकास� देशा औरा किकास� य�ग म� हुई हा!। दे!ना� हा� हा�रा औरा दे!ना� हा�

ज�तों। चन्देल औरा च@हा�ना हामशा� का लिलए खे�का म� मिमल गए क्य�किका थी�नासरा का� लड़ा�ई का� फ( सल� भी� इस� म(दे�ना म� हा! गय�। च@हा�ना�

म� जिजतोंना अना�भीवी� लिसपु�हा� थी, वीहा सब औराई म� का�म आए। शाहा�ब�द्दी3ना स म�का�किबल� पुड़ा� तों! ना@लिसब्दिखेय, अना�भीवीहा�ना लिसपु�हा� म(दे�ना

म� ल�य गय औरा नातों�ज� वीहा� हुआ ज! हा! सकातों� थी�। आल्हा� का� का� दे पुतों� ना चल� किका काहाC गय�। काहा� शामE स ड�ब मरा� य� स�धा� हा!

गय�। 

जनातों� म� अब तोंका यहा� किवीश्व�स हा( किका वीहा जिजन्दे� हा(। ल!ग काहातों हाI किका वीहा अमरा हा! गय�। यहा किबल्का� ल ठ�का हा( क्य�किका आल्हा�

सचम�च अमरा हा( अमरा हा( औरा वीहा काभी� मिमट नाहा� सकातों�, उसका� ना�म हामशा� का�यम राहाग�।