श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे...

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Page 1: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

श्री� रा�मदा�सस्वा�मिंम�चे� श्री� मना�चे� श्लो�क

॥ जय जय राघु�वा�रा समर्थ� ॥

गणा�धी�श ज� ईश सवा�� ग�णा��चे� ।म�ळा�रा�भ आरा�भ तो� निनाग��णा�चे� ॥नाम&� श�रादा� म&ळा चेत्वा�रा वा�चे� ।गम& पं�र्थ आना�तो य� रा�घुवा�चे� ॥ १ ॥

मना� सज्जना� भक्ति,पं�र्थ�चे� ज�वा� ।तोरा� श्री�हरा� पं�निवाज�तो� स्वाभ�वा� ॥जना. निंना�द्य तो� सवा� स�डू&ना� द्य�वा� ।जना. वा�द्य तो� सवा� भ�वा� करा�वा� ॥ २ ॥

प्रभ�तो� मना. रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ।पं�ढे� वा�खरा� रा�म आधी� वादा�वा� ॥सदा�चे�रा ह� र्थ�रा स��डू& नाय� तो� ।जना. तो�क्तिचे तो� म�नावा� धीन्य ह�तो� ॥ ३ ॥

मना� वा�सना� दुष्ट क�म� ना य� रा� ।मना� सवा�र्थ� पं�पंबु�द्धी= नाक� रा� ॥मना� धीम�तो� ना�नितो स�डू& नाक� ह� ।मना� अं�तोरा� स�रा वा�चे�रा रा�ह� ॥ ४ ॥

मना� पं�पंस�कल्पं स�डू&निना द्य�वा� ।मना� सत्य स�कल्पं ज�वा� धीरा�वा� ॥मना� कल्पंना� तो� नाक� वा�षय��चे� ।निवाक�रा� घुडू� ह� जना. सवा� चे� चे� ॥ ५ ॥

नाक� रा� मना� क्रो�धी ह� ख�दाक�रा� ।नाक� रा� मना� क�म ना�ना� निवाक�रा� ॥नाक� रा� मना� सवा�दा� अं�निगक�रू ।नाक� रा� मना� मत्सरू दा�भ भ�रू ॥ ६ ॥

मना� श्री�ष्ठ धी�रिराष्ट ज�वा� धीरा�वा� ।मना� बु�लणा� ना�चे स�श�तो ज�वा� ॥

Page 2: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

स्वाय� सवा�दा� नाम्र वा�चे� वादा�वा� ।मना� सवा� ल�क��क्तिस रा� ना�वावा�वा� ॥ ७ ॥दा�ह� त्य�निगतो� कKर्तितो� म�ग� उरा�वा� ।मना� सज्जना� ह�क्तिचे क्रोKय� धीरा�वा� ॥मना� चे�दाना�चे� पंरा� त्वा�� झिOज�वा� ।पंरा� अं�तोरा� सज्जना� ना�वावा�वा� ॥ ८ ॥

नाक� रा� मना� द्रव्य तो� पं&ढिढेल��चे� ।अंनितो स्वा�र्थ�बु�द्धी= ना�रा� पं�पं स��चे� ॥घुडू� भ�गणा� पं�पं तो� कम� ख�टे� ।ना ह�तो� मना�स�रिराख� दुUख म�ठे� ॥ ९ ॥

सदा� सवा�दा� प्र�नितो रा�म� धीरा�वा� ।स�ख�चे� स्वाय� स��निडू ज�वा� करा�वा� ॥दा�ह�दुUख तो� स&ख म�ना�तो ज�वा� ।निवावा�क� सदा� स्वास्वारूपं� भरा�वा� ॥ १० ॥

जना. सवा�स&ख� अंस� क�णा आह� ।निवाचे�रा� मना� तो&क्तिचे श�धी&निना पं�ह� ॥मना� त्वा�क्तिचे रा� पं&वा�स�चे�तो क� ल�तोय�स�राख� भ�गणा� प्र�प्तो O�ल� ॥ ११ ॥

मना� म�नास� दुUख आणा& नाक� रा� ।मना� सवा�र्थ� श�क चिंचे�तो� नाक� रा� ॥निवावा�क� दा�ह�बु�द्धी= स�डू&निना द्य�वा� ।निवादा�ह�पंणा� म�,K भ�ग�तो ज�वा� ॥ १२ ॥

मना� स��ग पं�� रा�वाणा� क�य ज�ल� ।अंकस्म�तो तो� रा�ज्य सवा[ बु�डू�ल� ॥म्हणा�ना� क� डू� वा�सना� स��निडू वा�ग� ।बुळा� ल�गल� क�ळा ह� पं�ढिठेल�ग� ॥ १३ ॥

झिजवा� कम�य�ग� जना. जन्म ज�ल� ।पंरा� श�वाटे= क�ळाम&ख� निनाम�ल� ॥मह�र्थ�रा तो� म]त्य�पं�र्थ�क्तिचे ग�ल� ।निकतो�एक तो� जन्मल� आणिणा म�ल� ॥ १४ ॥

Page 3: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

मना� पं�हतो� सत्य ह� म]त्य�भ&म� ।झिजतो�� बु�लतो� सवा�ह� ज�वा म� म� ॥क्तिचेरा�ज�वा ह� सवा�ह� म�निनातो�तो� ।अंकस्म�तो स��डू& निनाय� सवा� ज�तो� ॥ १५ ॥मरा� एक त्य�चे� दुज� श�क वा�ह� ।अंकस्म�तो तो�ह� पं�ढे� ज�तो आह� ॥पं�रा�ना� जना. ल�भ रा� क्षो�भ त्य�तो� ।म्हणा�ना� जना. म�ग�तो� जन्म घु�तो� ॥ १६ ॥मना� म�नावा� व्यर्थ� चिंचे�तो� वाह�तो� ।अंकस्म�तो ह�णा�रा ह�ऊना ज�तो� ॥घुडू� भ�गणा� सवा�ह� कम�य�ग� ।मतो�म�दा तो� ख�दा म�ना� निवाय�ग� ॥ १७ ॥

मना� रा�घुवा�वा�णा आश� नाक� रा� ।मना� म�नावा�चे� नाक� कKर्तितो� तो& रा� ॥जय� वार्णिणा�तो� वा�दा श�स्त्रे� पं�रा�णा� ।तोय� वार्णिणा�तो� सवा�ह� श्लो�घ्यवा�णा� ॥ १८॥

मना� सवा�र्थ� सत्य स��डू& नाक� रा� ।मना� सवा�र्थ� मिमथ्य म��डू& नाक� रा� ॥मना� सत्य तो� सत्य वा�चे� वादा�वा� ।मना� मिमथ्य तो� मिमथ्य स�डू&निना द्य�वा� ॥ १९ ॥बुहू निंह�पं�टे= ह�ईज� म�यपं�टे= ।नाक� रा� मना� य�तोना� तो�क्तिचे म�ठेh ॥निनारा�धी� पंचे� कiनिडूल� गभ�वा�स� ।अंधी�म&ख रा� दुUख त्य� बु�ळाक�स� ॥ २० ॥मना� वा�सना� चे&कवा� य�राO�रा� ।मना� क�मना� स�निडू रा� द्रव्यदा�रा� ॥मना� य�तोना� र्थ�रा ह� गभ�वा�स� ।मना� सज्जना� भ�टेवा� रा�घुवा�स� ॥ २१ ॥मना� सज्जना� ह�तो म�O� करा�वा� ।राघु&ना�यक� दृढे क्तिचेत्ती� धीरा�वा� ॥मह�रा�ज तो� स्वा�मिम वा�य�स�तो�चे� ।जना� उद्धीरा� ना�र्थ ल�कत्रेय�चे� ॥ २२ ॥

ना बु�ल� मना� रा�घुवा�वा�णा क�ह� ।मना� वा�उग� बु�लतो� स&ख ना�ह� ॥

Page 4: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

घुडू�ना� घुडू� क�ळा आय�ष्य ना�तो� ।दा�ह��तो� तो�ल� क�णा स�डू& पंह�तो� ॥ २३ ॥

राघु&ना�यक�वा�णा वा�य� क्तिशणा�वा� ।जना�स�रिराख� व्यर्थ� क� वा�सणा�वा� ॥सदा� सवा�दा� ना�म वा�चे� वास� दा� ।अंह�तो� मना� पं�निपंणा� तो� नास� दा� ॥ २४ ॥

मना� वा�टे म�ना& नाक� बु�लण्य�चे� ।पं�ढे� म�ग�तो� रा�म ज�डू�ल कn चे� ॥स�ख�चे� घुडू� ल�टेतो� स&ख आह� ।पं�ढे� सवा� ज�ईल क�ह� ना रा�ह� ॥ २५ ॥

दा�ह�राक्षोणा�क�राणा� यत्ना क� ल� ।पंरा� श�वाटे= क�ळा घु�ऊना ग�ल� ॥करा� रा� मना� भक्ति, य� रा�घुवा�चे� ।पं�ढे� अं�तोरा� स�निडू चिंचे�तो� भवा�चे� ॥ २६ ॥

भवा�च्य� भय� क�य भ�तो�स ल�डू� ।धीरा� रा� मना� धी�रा धी�क�क्तिस स��डू� ॥राघु&ना�यक�स�रिराख� स्वा�मिम श�रा� ।ना�पं�क्षो� कदा� क�पंल्य� दा�डूधी�रा� ॥ २७ ॥

ढिदाना�ना�र्थ ह� रा�म क�दा�डूधी�रा� ।पं�ढे� दा�खतो� क�ळा पं�टे= र्थरा�रा� ॥मना� वा�क्य ना�मस्तो ह� सत्य म�ना� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ २८ ॥

पंदा= रा�घुवा�चे� सदा� ब्री�दा ग�ज� ।बुळा� भ,रा�पं&क्तिशरा� क��निबु वा�ज� ॥पं�रा� वा�निहल= सवा� ज�णाr निवाम�ना� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ २९ ॥

समर्थ��क्तिचेय� स�वाक� वाक्रो पं�ह� ।अंस� सवा� भ&म�डूळा= क�णा आह� ॥जय�चे� क्तिलल� वार्णिणा�तो� ल�क तो�न्ह� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ ३० ॥

Page 5: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

मह�स�कटे= स�निडूल� दा�वा ज�णा� ।प्रतो�पं� बुळा� आगळा� सवा�ग&णा� ॥जय�तो� स्मरा� शnलज� श&लपं�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ ३१ ॥

अंहल्य� क्तिशळा� रा�घुवा� म�, क� ल= ।पंदा= ल�गतो� ढिदाव्य ह�ऊनिना ग�ल= ॥जय� वार्णिणा�तो� श�णाल= वा�दावा�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ ३२ ॥

वास� म�रुम��दा�रा ह� स]मिष्टल=ल� ।शश� स&य� तो�रा��गणा� म�घुम�ल� ॥क्तिचेरा�ज�वा क� ल� जना. दा�स दा�न्ह� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ ३३ ॥

उपं�क्षो� कदा� रा�मरूपं� अंस�ना� ।झिजवा� म�नावा� निनाश्चय� तो� वास�ना� ॥क्तिशरा� भ�रा वा�ह�ना बु�ल� पं�रा�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ ३४ ॥

अंस� ह� जय� अं�तोरा� भ�वा जnस� ।वास� ह� तोय� अं�तोरा� दा�वा तोnस� ॥अंनान्य�स राक्षो�तोस� चे�पंपं�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ ३५ ॥

सदा� सवा�दा� दा�वा सन्नी�धी आह� ।क] पं�ळा&पंणा� अंल्पं धी�रिराष्ट पं�ह� ॥स�ख�ना�दा आना�दा कn वाल्यदा�ना� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ ३६ ॥

सदा� चेक्रोवा�क�क्तिस म�तोvडू जnस� ।उडू� घु�क्तिलतो� स�कटे= स्वा�मिम तोnस� ॥हरा�भक्ति,चे� घु�वा ग�ज� निनाश�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� रा�म दा�स�णिभम�ना� ॥ ३७ ॥

मना� प्र�र्थ�ना� तो&जल� एक आह� ।

Page 6: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

राघु&रा�ज र्थक्कKतो ह�ऊनिना पं�ह� ॥अंवाज्ञा� कदा� ह� यदार्थx ना कKज� ।मना� सज्जना� रा�घुवा� वास्तिस्तो कKज� ॥ ३८ ॥

जय� वार्णिणा�तो� वा�दा श�स्त्रे� पं�रा�णा� ।जय�चे�निना य�ग� सम�धी�ना बु�णा� ॥तोय�ल�निग ह� सवा� चे��चेल्य दा=ज� ।मना� सज्जना� रा�घुवा� वास्तिस्तो कKज� ॥ ३९ ॥

मना� पं�निवाज� सवा�ह� स&ख ज�र्थ� ।अंतो� आदारा� ठे� निवाज� लक्षो तो�र्थ� ॥निवानिवाक� क� डू� कल्पंना� पं�लटे=ज� ।मना� सज्जना� रा�घुवा� वास्तिस्तो कKज� ॥ ४० ॥

बुहू निंह�डूतो� सzख्य ह�णा�रा ना�ह� ।क्तिशणा�वा� पंरा� ना�तो�डू� ह�तो क�ह� ॥निवाचे�रा� बुरा� अं�तोरा� बु�धीवा�ज� ।मना� सज्जना� रा�घुवा� वास्तिस्तो कKज� ॥ ४१ ॥

बुहुतो��पंरा� ह�क्तिचे आतो� धीरा�वा� ।राघु&ना�यक� आपं�ल�स� करा�वा� ॥ढिदाना�ना�र्थ ह� तो�डूरा� ब्री�दा ग�ज� ।मना� सज्जना� रा�घुवा� वास्तिस्तो कKज� ॥ ४२ ॥

मना� सज्जना� एक ज�वा� धीरा�वा� ।जना. आपं�ल� ह�तो तो�वा�� करा�वा� ॥राघु&ना�यक�वा�णा बु�ल� नाक� ह� ।सदा� म�नास� तो� निनाजघ्य�स रा�ह� ॥ ४३ ॥

मना� रा� जना. मzनाम�द्र� धीरा�वा� ।कर्थ� आदारा� रा�घुवा�चे� करा�वा� ॥नास� रा�म� तो� धी�म स�डू&निना द्य�वा� ।स�ख�ल�निग आराण्य स�वा�तो ज�वा� ॥ ४४ ॥

जय�चे�निना स�ग� सम�धी�ना भ�ग� ।अंह�तो� अंकस्म�तो य�उनिना ल�ग� ॥तोय� स�गतो�चे� जना. क�णा ग�डू� ।

Page 7: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

झिजय� स�गतो�ना� मतो� रा�म स�डू� ॥ ४५ ॥

मना� ज� घुडू� रा�घुवा�वा�णा ग�ल= ।जना. आपं�ल= तो� तो�वा� ह�निना क� ल= ॥राघु&ना�यक�वा�णा तो� श�णा आह� ।जना. दाक्षो तो� लक्षो ल�वा&निना पं�ह� ॥ ४६ ॥

मना. ल�चेना� श्री�हरा� तो�क्तिचे पं�ह� ।जना. ज�णातो� म�, ह�ऊनिना रा�ह� ॥ग�णा� प्र�नितो रा�ख� क्रोम&� स�धीना�चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ४७ ॥

सदा� दा�वाक�ज� झिOज� दा�ह ज्य�चे� ।सदा� रा�मना�म� वादा� सत्य स�चे� ॥स्वाधीम~क्तिचे चे�ल� सदा� उत्तीम�चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ४८ ॥

सदा� बु�लण्य�स�रिराख� चे�लतो�ह� ।अंना�कK सदा� एक दा�वा�क्तिस पं�ह� ॥सग&णा� भज� ल�श ना�ह� भ्रम�चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ४९ ॥

नास� अं�तोरा� क�म ना�ना�निवाक�रा� ।उदा�स�ना ज� तो�पंस� ब्रीह्मचे�रा� ॥निनावा�ल� मना. ल�श ना�ह� तोम�चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ५० ॥

मदा� मत्सरा� स��निडूल= स्वा�र्थ�बु�द्धी= ।प्रपं�चे�क ना�ह� जय�तो� उपं�धी� ॥सदा� बु�लणा� नाम्र वा�चे� स�वा�चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ५१ ॥

क्रोम� वा�ळा ज� तोत्त्वाचिंचे�तो�ना�वा�दा� ।ना चिंल�पं� कदा� दा�भ वा�दा� निवावा�दा� ॥करा� स&खस�वा�दा ज� ऊगम�चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ५२ ॥

Page 8: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

सदा� आज�वा� प्र�य ज� सवा� ल�कK ।सदा� सवा�दा� सत्यवा�दा= निवावा�कK ॥ना बु�ल� कदा� मिमथ्य वा�चे� नित्रेवा�चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ५३ ॥

सदा� स�निवा आराण्य तो�रुण्यक�ळा= ।मिमळा�ना� कदा� कल्पंना�चे�निना म�ळा= ॥चेळा�ना� मना� निनाश्चय� दृढे ज्य�चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ५४ ॥

नास� म�नास� नाष्ट आश� दुरा�श� ।वास� अं�तोरा� प्र�मपं�श� निपंपं�श� ॥ऋणा� दा�वा ह� भक्ति,भ�वा� जय�चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ५५ ॥

ढिदाना�चे� दाय�ळा& मना�चे� मवा�ळा& ।स्ना�ह�ळा& क] पं�ळा& जना. दा�सपं�ळा& ॥तोय� अं�तोरा� क्रो�धी स�तो�पं कn चे� ।जग� धीन्य तो� दा�स सवा}त्तीम�चे� ॥ ५६ ॥

जग� ह�इज� धीन्य य� रा�मना�म� ।निक्रोय� भक्ति, ऊपं�सना� निनात्य ना�मr ॥उदा�स�नातो� तोत्त्वातो� स�रा आह� ।सदा� सवा�दा� म�कळा= वा]णित्ती रा�ह� ॥ ५७ ॥

नाक� वा�सना� वा�षय� वा]णित्तीरूपं� ।पंदा�र्थx जडू� क�मना� पं&वा�पं�पं� ॥सदा� रा�म निनाष्क�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ।मना� कल्पंना�ल�श तो�निह नास�वा� ॥ ५८ ॥

मना� कल्पंना� कल्पिल्पंतो� कल्पंक�टे= ।नाव्ह� रा� नाव्ह� सवा�र्थ� रा�मभ�टे= ॥मना� क�मना� रा�म नाह� जय�ल� ।अंतो� आदारा� प्र�नितो ना�निह तोय�ल� ॥ ५९ ॥

मना� रा�म कल्पंतोरू क�लधी�ना& ।निनाधी� स�रा चिंचे�तो�मणा� क�य वा�ना& ॥

Page 9: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

जय�चे�निना य�ग� घुडू� सवा� सत्ती� ।तोय� स�म्यतो� क�यस� क�णा आतो� ॥ ६० ॥

उभ� कल्पंवा]क्षो�तोळा& दुUख वा�ह� ।तोय� अं�तोरा� सवा�दा� तो�क्तिचे आह� ॥जना. सज्जना. वा�दा ह� वा�ढेवा� ।पं�ढे� म�गतो� श�क ज�वा� धीरा�वा� ॥ ६१ ॥

निनाजध्य�स तो� सवा� तो&टे�ना� ग�ल� ।बुळा� अं�तोरा� श�क स�तो�पं ठे�ल� ॥स�ख�ना�दा आना�दा भ�दा� बु�डू�ल� ।मना� निनाश्चय� सवा� ख�दा� उडू�ल� ॥ ६२ ॥

घुरा� क�मधी�ना& पं�ढे� तो�क म�ग� ।हरा�बु�धी स��डू�निना वा�वा�दा ल�ग� ॥करा� स�रा चिंचे�तो�मणा� क�चेख�डू� ।तोय� म�गतो� दा�तो आह� उदा�डू� ॥ ६३ ॥

अंतो� म&ढे त्य� दृढे बु�द्धी= अंस�ना� ।अंतो� क�म त्य� रा�म क्तिचेत्ती� वास�ना� ॥अंतो� ल�भ त्य� क्षो�भ ह�ईल ज�णा� ।अंतो� वा�षय� सवा�दा� दाnन्यवा�णा� ॥ ६४ ॥

नाक� दाnन्यवा�णा� झिजणा� भक्ति,ऊणा� ।अंतो� म&ख� त्य� सवा�दा� दुUख दूणा� ॥धीरा� रा� मना� आदारा� प्र�नितो रा�म� ।नाक� वा�सना� ह�मधी�म� निवारा�म� ॥ ६५ ॥

नाव्ह� स�रा स�स�रा ह� घु�रा आह� ।मना� सज्जना� सत्य श�धी&निना पं�ह� ॥जना. वा�ष ख�तो� पं�ढे� स&ख कn चे� ।करा� रा� मना� ध्य�ना य� रा�घुवा�चे� ॥ ६६ ॥

घुनाश्य�म ह� रा�म ल�वाण्यरूपं� ।मह�धी�रा ग�भ�रा पं&णा�प्रतो�पं� ॥करा� स�कटे= स�वाक��चे� क� डू�वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ६७ ॥

Page 10: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

बुळा� आगळा� रा�म क�दा�डूधी�रा� ।मह�क�ळा निवाक्रो�ळा तो�ह� र्थरा�रा� ॥पं�ढे� म�नावा� निंक�करा� क�णा क� वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ६८ ॥

स�ख�ना�दाक�रा� निनावा�रा� भय�तो� ।जना. भक्ति,भ�वा� भज�वा� तोय�तो� ॥निवावा�क� त्यज�वा� अंना�चे�रा ह�वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ६९ ॥

सदा� रा�मना�म� वादा� पं&णा�क�म� ।कदा� बु�मिधीज�ना� पंदा� निनात्य ना�म� ॥मदा�लस्य ह� सवा� स�डू�निना द्य�वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ७० ॥

जय�चे�निना ना�म� मह�दा�ष ज�तो� ।जय�चे�निना ना�म� गतो� पं�निवाज�तो� ॥जय�चे�निना ना�वा� घुडू� पं�ण्यठे� वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ७१ ॥

ना वा�चे� कदा� ग्रं�र्थचे� अंर्थ� क�ह� ।म�ख� ना�म उच्चा�रिरातो� कष्ट ना�ह� ॥मह�घु�रा स�स�राशत्रे& झिजणा�वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ७२ ॥

दा�ह�दा�डूणा�चे� मह�दुUख आह� ।मह�दुUख तो� ना�म घु�तो� ना रा�ह� ॥सदा�श�वा चिंचे�तो�तोस� दा�वादा�वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ७३ ॥

बुहुतो��पंरा� स�कटे� स�धीना��चे� ।व्रतो� दा�ना उद्य�पंना� तो� धीना�चे� ॥ढिदाना�चे� दाय�ळा& मना� आठेवा�वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ७४ ॥

समस्तो��मधी� स�रा स�चे�रा आह� ।

Page 11: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

कळा�ना� तोरा� सवा� श�धी&तो पं�ह� ॥झिजवा� अंस�शय� वा�ऊग� तो� त्यज�वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ७५ ॥

नाव्ह� कम� तो� धीम� ना� य�ग क�ह� ।नाव्ह� भ�ग ना� त्य�ग ना� स��ग पं�ह� ॥म्हणा� दा�स निवाश्वा�स ना�म� धीरा�वा� ।प्रभ�तो� मना� रा�म चिंचे�तो�तो ज�वा� ॥ ७६ ॥

करा� क�म निनाष्क�म य� रा�घुवा�चे� ।करा� रूपं स्वारूपं सवा�v झिजवा��चे� ॥करा� छं�दा निनार्द्वंvर्द्वं ह� ग&णा ग�तो� ।हरा�कKतो�ना� वा]णित्तीनिवाश्वा�स ह�तो� ॥ ७७ ॥

अंह� ज्य� नारा� रा�मनिवाश्वा�स ना�ह� ।तोय� पं�मरा� बु�मिधीज� सवा� क�ह� ॥मह�रा�ज तो� स्वा�मिम कn वाल्यदा�तो� ।वा]र्थ� वा�हणा� दा�हस�स�राचिंचे�तो� ॥ ७८ ॥

मना� पं�वाना� भ�वाना� रा�घुवा�चे� ।धीरा� अं�तोरा� स�निडू चिंचे�तो� भवा�चे� ॥भवा�चे� झिजवा� म�नावा� भ&क्तिल ठे�ल= ।नास� वास्तो�चे� धी�राणा� व्यर्थ� ग�ल= ॥ ७९ ॥

धीरा� श्री�वारा� त्य� हरा� अं�तोरा�तो� ।तोरा� दुस्तोरा� त्य� पंरा� स�गरा�तो� ॥सरा� वा�सरा� त्य� भरा� दुभ�रा�तो� ।करा� ना�करा� त्य� खरा� मत्सरा�तो� ॥ ८० ॥

मना� मत्सरा� ना�म स��डू& नाक� ह� ।अंतो� आदारा� ह� निनाजध्य�स रा�ह� ॥समस्तो��मधी� ना�म ह� स�रा आह� ।दुज� तो&ळाणा� तो&णिळातो�ह� ना स�ह� ॥ ८१ ॥

बुहू ना�म य� रा�मना�म� तो�ळा�ना� ।अंभ�ग्य� नारा� पं�मरा� ह� कळा�ना� ॥निवाष� औषधी� घु�तोल� पं�वा�तो�श� ।

Page 12: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

झिजवा� म�नावा� निंक�करा� क�णा पं&स� ॥ ८२ ॥

ज�णा� ज�णिळाल� क�म तो� रा�म ध्य�तो� ।उम�स� अंतो� आदारा� ग&णा ग�तो� ॥बुहु ज्ञा�ना वाnरा�ग्य स�मथ्य� ज�र्थ� ।पंरा� अं�तोरा� ना�मनिवाश्वा�स तो�र्थ� ॥ ८३ ॥

निवाठे�ना� क्तिशरा� वा�निहल� दा�वारा�णा� ।तोय� अं�तोरा� ध्य�स रा� त्य�क्तिस ना�णा� ॥निनावा�ल� स्वाय� तो�पंस� चे�द्रमzळा= ।झिजवा� स�डूवा� रा�म ह� अं�तोक�ळा= ॥ ८४ ॥

भज� रा�म निवाश्री�म य�ग�श्वारा��चे� ।जपं& ना�मिमल� ना�म गzरा�हरा�चे� ॥स्वाय� ना�वावा� तो�पंस� चे�द्रमzळा= ।तो�म्ह�� स�डूवा� रा�म ह� अं�तोक�ळा= ॥ ८५ ॥

म�ख� रा�म निवाश्री�म तो�र्थ�क्तिचे आह� ।सदा�ना�दा आना�दा स�वा�निना आह� ॥तोय�वा�णा तो� श�णा स�दा�हक�रा� ।निनाजधी�म ह� ना�म श�क�पंह�रा� ॥ ८६ ॥

म�ख� रा�म त्य� क�म बु�धी& शक� ना� ।ग�णा� इष्ट धी�रिराष्ट त्य�चे� चे�क� ना� ॥हरा�भ, तो� श, क�म�स भ�रा� ।जग� धीन्य तो� म�रुतो� ब्रीह्मचे�रा� ॥ ८६ ॥

बुहू चे��गल� ना�म य� रा�घुवा�चे� ।अंतो� स�झिजरा� स्वाल्पं स�पं� फु� क�चे� ॥करा� म&ळा निनाम&�ळा घु�तो� भवा�चे� ।झिजवा� म�नावा� ह�क्तिचे कn वाल्य स�चे� ॥ ८८ ॥

जना. भ�जना. ना�म वा�चे� वादा�वा� ।अंतो� आदारा� गद्यघु�ष� म्हणा�वा� ॥हरा�चिंचे�तोना� अंन्नी स�वा�तो ज�वा� ।तोरा� श्री�हरा� पं�निवाज�तो� स्वाभ�वा� ॥ ८९ ॥

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ना य� रा�म वा�णा� तोय� र्थ�रा ह�णा� ।जना. व्यर्थ� प्र�णा� तोय� ना�म क�णा� ॥हरा�ना�म ह� वा�दाश�स्त्रे� पं�रा�णा� ।बुहू आगळा� बु�क्तिलल= व्य�सवा�णा� ॥ ९० ॥

नाक� वा�टे म�ना& राघु&ना�यक�चे� ।अंतो� आदारा� बु�क्तिलज� रा�म वा�चे� ॥ना वा�चे� म�ख� स�पंडू� रा� फु� क�चे� ।करा� घु�ष त्य� ज�नाकKवाल्लभ�चे� ॥ ९१ ॥

अंतो� आदारा� सवा�ह� ना�मघु�ष� ।निगरा�क� दारा� ज�ईज� दूरिरा दा�ष� ॥हरा� नितोष्ठतो& तो�षल� ना�मघु�ष� ।निनाश�ष� हरा�म�नास� रा�मपं�स� ॥ ९२ ॥

जग� पं�हतो� दा�वा ह� अंन्नीदा�तो� ।तोय� ल�गल= तोत्त्वातो� स�रा चिंचे�तो� ॥तोय�चे� म�ख� ना�म घु�तो� फु� क�चे� ।मना� स��ग पं� रा� तो�O� क�य वा�चे� ॥ ९३ ॥

नितोन्ह� क�पं ज�ळा& शक� क�पं य�तो� ।निनावा�ल� हरू तो� म�ख� ना�म घु�तो� ॥जपं� आदारा� पं�वा�तो� निवाश्वाम�तो� ।म्हणा�ना� म्हणा� तो�क्तिचे ह� ना�म आतो� ॥ ९४ ॥

अंज�म�ळा पं�पं� वादा� पं�त्रेक�म� ।तोय� म�क्ति, ना�रा�यणा�चे�निना ना�म� ॥श�क�क�राणा� क�� टेणा� रा�म वा�णा� ।म�ख� बु�क्तिलतो� ख्य�नितो ज�ल= पं�रा�णा� ॥ ९५ ॥

मह�भ, प्रल्ह�दा ह� दाnत्यक& ळा= ।जपं� रा�मना�म�वाळा= निनात्यक�ळा= ॥निपंतो� पं�पंरूपं� तोय� दा�खवा�ना� ।जना. दाnत्य तो� ना�म म&ख� म्हणा�ना� ॥ ९६ ॥

म�ख� ना�म ना�ह� तोय� म�क्ति, कn चे� ।अंह�तो�ग�णा� य�तोना� तो� फु� क�चे� ॥

Page 14: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

पं�ढे� अं�तो य�ईल तो� दाnन्यवा�णा� ।म्हणा�ना� म्हणा� रा� म्हणा� दा�वारा�णा� ॥ ९७ ॥

हरा�ना�म ना�मस्तो पं�ष�णा तो�रा� ।बुहू तो�रिराल� म�नावा� दा�हधी�रा� ॥तोय� रा�मना�म� सदा� ज� निवाकल्पं� ।वादा�ना� कदा� ज�वा तो� पं�पंरूपं� ॥ ९८ ॥

जग� धीन्य वा�रा�णास� पं�ण्यरा�श� ।तोय�म�झिज आतो� गतो� पं&वा�ज��स� ॥म�ख� रा�मना�म�वाळा= निनात्यक�ळा= ।झिजवा� ह�तो स��ग� सदा� चे�द्रमzळा= ॥ ९९ ॥

यर्थ�स��ग रा� कम� तो�ह� घुडू�ना� ।घुडू� धीम� तो� पं�ण्यग�ठेh पंडू�ना� ॥दाय� पं�हतो� सवा� भ&तो� अंस�ना� ।फु� क�चे� म�ख� ना�म तो�ह� वास�ना� ॥ १०० ॥

जय� ना�वाडू� ना�म त्य� यम ज�चे� ।निवाकल्पं� उठे� तोक� त्य� नाक� चे� चे� ॥म्हणा�ना� अंतो� आदारा� ना�म घ्य�वा� ।म�ख� बु�लतो� दा�ष ज�तो� स्वाभ�वा� ॥ १०१ ॥

अंतो� ल=नातो� सवा�भ�वा� स्वाभ�वा� ।जना� सज्जना�ल�निग स�तो�षवा�वा� ॥दा�ह� क�राणा� सवा� ल�वा�तो ज�वा� ।सग&णा� अंतो� आदारा�स� भज�वा� ॥ १०२ ॥

हरा�कKतो�ना� प्र�नितो रा�म� धीरा�वा� ।दा�ह�बु�झिद्धी ना�रूपंणा� वा�सरा�वा� ॥पंराद्रव्य आणा�क क��तो� पंरा�वा� ।यदार्थx मना� स��निडू ज�वा� करा�वा� ॥ १०३ ॥

निक्रोय�वा�णा ना�ना�पंरा� बु�क्तिलज�तो� ।पंरा� क्तिचेत्ती दुणिश्चत्ती तो� ल�जवा�तो� ॥मना� कल्पंना� धी�टे सnरा�टे धी�वा� ।तोय� म�नावा� दा�वा कn स�निना पं�वा� ॥ १०४ ॥

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निवावा�क� निक्रोय� आपं�ल= पं�लटे�वा� ।अंतो� आदारा� श�द्धी क्रोKय� धीरा�वा� ॥जना. बु�लण्य�स�रिराख� चे�ल बु�पं� ।मना� कल्पंना� स�निडू स�स�रातो�पं� ॥ १०५ ॥

बुरा� स्ना�नास�ध्य� करा� एकनिनाष्ठ� ।निवावा�क� मना� आवारा� स्था�नाभ्रष्ट� ॥दाय� सवा�भ&तो� जय� म�नावा�ल� ।सदा� प्र�मळा& भक्ति,भ�वा� निनावा�ल� ॥ १०६ ॥

मना� क�पं आरा�पंणा� तो� नास�वा� ।मना� बु�झिद्धी ह� स�धी�स�ग� वास�वा� ॥मना� नाष्ट चे��डू�ळा तो� स�ग त्य�ग� ।मना� ह�इ रा� म�क्षोभ�ग� निवाभ�ग� ॥ १०७ ॥

मना� सवा�दा� सज्जना�चे�निना य�ग� ।निक्रोय� पं�लटे� भक्ति,भ�वा�र्थ� ल�ग� ॥निक्रोय�वा�णा वा�चे�ळातो� तो� निनावा�रा� ।तो�टे� वा�दा स�वा�दा तो� ह�तोक�रा� ॥ १०८ ॥

जना. वा�दावा�वा�दा स�डू&निना द्य�वा� ।जना. वा�दास�वा�दा स&ख� करा�वा� ॥जग� तो�क्तिचे तो� श�कस�तो�पंह�रा� ।तो�टे� वा�दा स�वा�दा तो� ह�तोक�रा� ॥ १०९ ॥

तो�टे� वा�दा स�वा�दा त्य�तो� म्हणा�वा� ।निवावा�क� अंह�भ�वा य�तो� झिजणा�वा� ॥अंह�तो�ग�णा� वा�दा ना�ना� निवाक�रा� ।तो�टे� वा�दा स�वा�दा तो� ह�तोक�रा� ॥ ११० ॥

निहतो�क�राणा� बु�लणा� सत्य आह� ।निहतो�क�राणा� सवा� श�धी&निना पं�ह� ॥निहतो�क�राणा� बु�डू पं�ख��डू वा�रा� ।तो�टे� वा�दा स�वा�दा तो� ह�तोक�रा� ॥ १११ ॥

जना. स��गतो� ऐकतो� जन्म ग�ल� ।

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पंरा� वा�दावा�वा�दा तोnस�क्तिचे ठे�ल� ॥उठे� स�शय� वा�दा ह� दा�भधी�रा� ।तो�टे� वा�दा स�वा�दा तो� ह�तोक�रा� ॥ ११२ ॥

जना. ह�तो पं�डू�तो स��डू�तो ग�ल� ।अंह�तो�ग�णा� ब्रीह्मरा�क्षोस ज�ल� ॥तोय�हूना व्य�त्पंन्नी तो� क�णा आह� ।मना� सवा� ज�णा�वा स��डू& निना रा�ह� ॥ ११३ ॥

फु� क�चे� म�ख� बु�लतो� क�य वा�चे� ।ढिदास�दा=स अंभ्य�तोरा� गवा� स��चे� ॥निक्रोय�वा�णा वा�चे�ळातो� व्यर्थ� आह� ।निवाचे�रा� तो�O� तो&क्तिचे श�धी&निना पं�ह� ॥ ११४ ॥

तो�टे� वा�दा स�वा�दा तो�र्थ� करा�वा� ।निवावा�क� अंह�भ�वा ह� पं�लटे�वा� ॥जना. बु�लण्य�स�राख� आचेरा�वा� ।निक्रोय�पं�लटे� भक्ति,पं�र्थ�क्तिचे ज�वा� ॥ ११५ ॥

बुहू श�निपंतो� कष्टल� अं�बुऋष� ।तोय�चे� स्वाय� श्री�हरा� जन्म स�श� ॥ढिदाल� क्षो�राचिंस�धी� तोय� ऊपंम�ना� ।ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ ११६ ॥

धी�रू लrकरु बु�पं�डू� दाnन्यवा�णा� ।क] पं� भ�निकतो� दा=घुल= भ�ढिटे ज�णा� ॥क्तिचेरा�ज�वा तो�रा��गणा� प्र�मख�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ ११७ ॥

गज�दू मह�स�कटे= वा�स पं�ह� ।तोय�क�राणा� श्री�हरा� धी�वातो�ह� ॥उडू� घु�तोल= ज�हल� ज�वादा�ना� ।ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ ११८ ॥

अंज�म�ळा पं�पं� तोय� अं�तो आल� ।क] पं�ळा&पंणा� तो� जना. म�, क� ल� ॥अंना�र्थ�क्तिस आधी�रा ह� चेक्रोपं�णा� ।

Page 17: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ ११९ ॥

निवाधी�क�राणा� ज�हल� मत्स्य वा�ग� ।धीरा� क& म�रूपं� धीरा� पं]ष्ठभ�ग� ॥जना� राक्षोणा�क�राणा� ना�चे य�ना� ।ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ १२० ॥

मह�भ, प्रल्ह�दा ह� कष्टवा�ल� ।म्हणा�निना तोय�क�राणा� चिंस�ह ज�ल� ॥ना य� ज्वा�ळा वा�श�ळा सन्नी�धी क�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ १२१ ॥

क] पं� भ�निकतो� ज�हल� वाज्रपं�णा� ।तोय� क�राणा� वा�मना& चेक्रोपं�णा� ॥निर्द्वंज��क�राणा� भ�ग�वा& चे�पंपं�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ १२२ ॥

अंहल्य�सतो�ल�ग� आराण्यपं�र्थ� ।क� डू�वा� पं�ढे� दा�वा बु�दा= तोय�तो� ॥बुळा� स�निडूतो� घु�वा घु�ल= निनाश�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ १२३ ॥

तोय� द्रzपंदा=क�राणा� ल�गवा�ग� ।त्वारा� धी�वातो� सवा� स��डू& निना म�ग� ॥कळा=ल�निग ज�ल� अंस� बुzद्धी मzना� ।ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ १२४ ॥

अंना�र्थ�� ढिदाना.क�राणा� जन्मतो�ह� ।कल�कK पं�ढे� दा�वा ह�णा�रा आह� ॥तोय� वार्णिणा�तो� श�णाल= वा�दावा�णा� ।ना�पं�क्षो� कदा� दा�वा भ,�णिभम�ना� ॥ १२५ ॥

जना��क�राणा� दा�वा ल=ल�वातो�रा� ।बुहुतो��पंरा� आदारा� वा�षधी�रा� ॥तोय� ना�णातो� तो� जना पं�पंरूपं� ।दुरा�त्म� मह�नाष्ट चे��डू�ळा पं�पं� ॥ १२६ ॥

Page 18: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

जग� धीन्य तो� रा�मम&ख� निनावा�ल� ।कर्थ� ऐकतो� सवा� तोल्ल=ना ज�ल� ॥दा�ह�भ�वाना� रा�मबु�धी� उडू�ल= ।मना�वा�सना� रा�मरूपं� बु�डू�ल= ॥ १२७ ॥

मना� वा�सना� वा�स�दा�वा� वास� दा� ।मना� वा�सना� क�मस�ग� नास� दा� ॥मना� कल्पंना� वा�उग� तो� ना कKज� ।मना� सज्जना. वास्तिस्तो कKज� ॥ १२८ ॥

गतो�क�राणा� स�गतो� सज्जना�चे� ।मतो� पं�लटे� स&मतो� दुज�ना�चे� ॥रातो�ना�मियक� चे� पंतो� नाष्ट आह� ।म्हणा�ना� मना�तो�तो ह�वा�ना� रा�ह� ॥ १२९ ॥

मना� अंल्पं स�कल्पं तो�ह� नास�वा� ।सदा� सत्यस�कल्पं क्तिचेत्ती� वास�वा� ॥जना. जल्पं वा�कल्पं तो�ह� त्यज�वा� ।राम�क��तो एक��तोक�ळा= भज�वा� ॥ १३० ॥

भज�वा� जना. पं�हतो� रा�म एक& ।करा� बु�णा एक& म�ख� शब्दा एक& ॥निक्रोय� पं�हतो� उद्धीरा� सवा� ल�क& ।धीरा� ज�नाकKना�यक�चे� निवाना�क& ॥ १३१ ॥

निवाचे�रूनिना बु�ल� निवावा�चे&निना चे�ल� ।तोय�चे�निना स�तोप्तो तो�ह� निनावा�ल� ॥बुरा� श�धील्य�वा�णा बु�ल� नाक� ह� ।जना. चे�लणा� श�द्धी ना�मस्तो रा�ह� ॥ १३२ ॥

हरा�भ, वा�रा, निवाज्ञा�ना रा�श� ।ज�णा� म�नास� स्था�निपंल� निनाश्चय�स� ॥तोय� दाश�ना� स्पश�तो� पं�ण्य ज�डू� ।तोय� भ�षणा� नाष्ट स�दा�ह म�डू� ॥ १३३ ॥

नास� गवा� आ�ग� सदा� वा�तोरा�ग� ।क्षोम� श��नितो भ�ग� दाय�दाक्षो य�ग� ॥

Page 19: श्री रामदासस्वामिंचे श्री मनाचे श्लोक

नास� ल�भ ना� क्षो�भ ना� दाnन्यवा�णा� ।इह� लक्षोणा� ज�णिणाज� य�निगरा�णा� ॥ १३४ ॥

धीरा� रा� मना� स�गतो� सज्जना�चे� ।ज�णा� वा]णित्ती ह� पं�लटे� दुज�ना�चे� ॥बुळा� भ�वा सद्‍बु�झिद्धी सन्म�ग� ल�ग� ।मह�क्रो& रा तो� क�ळा निवाक्रो�ळा भ�ग� ॥ १३५ ॥

भय� व्य�निपंल� सवा� ब्रीह्म��डू आह� ।भय�तो�तो तो� स�तो आना�तो पं�ह� ॥जय� पं�हतो� र्द्वंnतो क�ह� ढिदास�ना� ।भय� म�नास� सवा�र्थ�ह� अंस�ना� ॥ १३६ ॥

झिजवा� श्री�ष्ठ तो� स्पष्ट स��ग�निना ग�ल� ।पंरा� ज�वा अंज्ञा�ना तोnस�क्तिचे ठे�ल� ॥दा�ह�बु�झिद्धीचे� कम� ख�टे� टेळा�ना� ।ज�ना� ठे� वाणा� म�पंणा� आकळा�ना� ॥ १३७ ॥

भ्रम� ना�ढेळा� निवात्ती तो� ग�प्तो ज�ल� ।झिजवा� जन्मदा�रिराद्र�य ठे�क& निना आल� ॥दा�ह�बु�झिद्धीचे� निनाश्चय� ज्य� टेळा�ना� ।ज�ना� ठे� वाणा� म�पंणा� आकळा�ना� ॥ १३८ ॥

पं�ढे� पं�हतो� सवा�ह� कiदाल�स� ।अंभ�ग्य�स ह� दृश्य पं�ष�णा भ�स� ॥अंभ�वा� कदा� पं�ण्य ग�ठेh पंडू�ना� ।ज�ना� ठे� वाणा� म�पंणा� आकळा�ना� ॥ १३९ ॥

जय�चे� तोय� चे&कल� प्र�प्तो ना�ह� ।ग�णा� ग�निवाल� ज�हल� दुUख दा�ह� ॥ग�णा�वा�गळा= वा]णित्ती तो�ह� वाळा�ना� ।ज�ना� ठे� वाणा� म�पंणा� आकळा�ना� ॥ १४० ॥