sacchi mucchi, november 2013

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सĘची मȉĘची एक Ůयास अंक 1.4 7 नवर, 2013 मू: .10 सौज: रोज़ली यगीहारा मॉटो: बढ़ता वैिक ितरोध इस अंक म: • लोहे के सरदार और सरदार सरोवर • सिचन को आदश ीकार करन े की मजबूरी • उराखड म सरी आपदा नह होन े दगे!

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Page 1: Sacchi Mucchi, November 2013

स ची म ची एक यासअक 14 7 नवर 2013 म 10

सौज रोज़ली यगीहारा

मॉटो बढ़ता विक ितरोधइस अक म

bull लोह क सरदार और सरदार सरोवरbull सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीbull उराखड म सरी आपदा नह होन दग

ामी मक काशक व सादक बॉबी रमाकात फोन 9839073355एल पी एफ ताज इव बसमट तलसी माग चौक लखनऊ स मित

कराकर सी-2211 इिरा नगर लखनऊ स कािशत िकया

सादक मलएस आर दारापरी 9415164845

राजीव यादव 9415164845शहनवाज आलम 9452800752

रोमा 9415254919योग यादव 9454587851नागश िपाठी 9452112004अरिवद मित 9839835032

सरिभ अवाल

सलाहकार मलरािजर सरकलदीप नर

पणालाल सराणामधा पाटकरअणा रॉय

किवता ीवावयोग यादवअजीत झा

रिव िकरण जनज पी िसह

डॉ सनीलम

वापीय पतासदीप ए-893 इिदरा नगर लखनऊ-226016

फोन 0522-2347365ई मल ashaashramyahoocom

िवापनसजीव पाडय 9918864999

दवश पटल 9455037799

िवतरणवभचाय पाडय 9415256848

दीप िसह

िवशय सची

मॉटो बढ़ता विक ितरोध - डािरयोअराडा 3

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपासरकार न अपना मिम िवरोधी चहराउजागर िकया - िरहाई मच 5

लोह क सरदार और सरदार सरोवर -िवमल भाई 9

सिचन को आदश ीकार करन कीमजबरी - सदीप पाडय 12

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन 14

जाित का उलन कल आज औरकल - आनद तलतड़ 17

2

मॉटो बढ़ता विक ितरोध - डािरयो अराडा

मॉटो बढ़ता विक ितरोधडािरयो अराडा

अजटीना क दज न भर शहर मलोग बराीय कपनी माटो किखलाफ दशन हत इका एकोडबा जहा यह मोटो लिटनअमिरका का अपना सबस बड़ासय लगा रही ह वहा भारीिवरोध क बाद लोग न कपनीको नकार िदया मोटो जोिक एक महपण किष ापारिनगम ह क िखलाफ िव क 36दश क 300 शहर म दशनए और लोग न कीटनाशकएव सविध त बीज पर आधािरतइसक औोिगक किष मॉडल कोिधारा अजटीना म य कोडबा

क अलावा मॉटो िरयो आटम अपना योग बना रही ह

मोटो िपछल 112 वष स काय रत ह और इसका मालयअमिरका म ह इसका लनदन73 अरब अमिरकी डॉलर काह और िवभर क बीज बाजार(जीनातिरत एव पारपिरक) मइसकी िहदारी 27 ितशत हिपछल 25 वष स किष बाजारका अयन कर रही िसियािरबरो का कहना ह ``जीनातिरतबीज क िव बाजार म मोटोकी िहदारी 86 ितशत ह

यह कपनी इस ह पर दो सबस बड़ औोिगक एकािधकार स सबध रखती ह िफर बात चाहकिष क इितहास की हो याऔोिगककरण की

सन 2011 म ारभ ए इसअतरराीय अिभयान का शीष कह मोटो क िखलाफ करोड़इसकी वजह स सभी महाीपक 36 दश क 298 शहरम काय कता लामबद ए हइस िवरोध म कहा गया हहम इस महाकाय जव तकनीककपनी माटो क िखलाफ अपनी

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 3

मॉटो बढ़ता विक ितरोध - डािरयो अराडा

आवाज ऊची कर रह ह हमकित िकसान और उपभोाओ क साथ हो रही अितय का िवरोधकरत ह जहा एक ओर इसस जिवक और छोट िकसान कोहािन उठानी पड़ रही ह वह सरीओर मॉटो का खा आपित और बीज पर पटट क माम स एकािधकार जारी ह

िरयो कआट किष जहर मसगठन का कहना ह िक मॉटोका जीनातिरत बीज क बाजार परिनयण ह यह करोड़ टन जहरक योग को बढ़ावा दता ह यहपया वरण व खा साव भौिमकताका िवस कर रहा ह तथा लाखलोग क ा को नकसानपचा रहा ह राजधानी म िवरोधदशन करत ए लोग न माग कीह िक ामीण एव शहरी बदखलीको रोका जाए किष रसायन किछड़काव पर रोक लग और ऐस मॉडल की वकालत की गई जो िकखा साव भौिमकता का सानकरता हो इसी क साथ मॉटोमालिव अजटीना छोड़ो भीजोर-शोर स गजा

मालिव िवधानसभा की विननाबारबोझा वाका का कहना ह िकशहर धए की चपट म ह और यहापर पर बार-बार गभ पात होनपदाईशी अपगता क सर एव सासकी बीमािरया फल रही ह उनका

कहना ह िक हम माटो जस मॉडल की बराइया भी जानत हहम यह भी जानत ह िक य झठवाद करत ह

हम कित िकसानऔर उपभोाओ क

साथ हो रही अितय कािवरोध करत ह जहाएक ओर इसस जिवकऔर छोट िकसान कोहािन उठानी पड़ रही ह

वह सरी ओरमॉटो का खा

आपित और बीज परपट ट क माम स

एकािधकार जारी हअतः हमन अपन पड़ोस म इजीनातिरत बीज को किष जहरस उपचािरत करन की अनमितनह दी जन सन 2012 मअजटीना की सरकार न मॉटोक कोडबा म आन की सचनाम आन की सचना दी थी उसीवष अग म किष मालय न मॉटो क अिधकािरय क साथिमलकर सोयाबीन की नई िक(आरआर 2 इट) जारी की थीवस करीब एक दशक पव कोडबाम नबरड़ असबली मालिवगल फॉर लाईफ का गठन आथा जो िक औोिगक किष और

बड़ पमान पर खनन का िवरोधकरती ह िपछल वष अनकसाओ ारा िकए गए सवणस यह सामन आया िक यहा क58 ितशत िनवासी इस बराीयकपनी की अपन रा म ापनाका िवरोध करत ह

इन आकड़ क िवण स यह भीसामन आया िक बत स लोगन भय क कारण भी मॉटोक प म मतदान िकया थागौरतलब ह मॉटो न अपनापहला सय सन 1956 म झरोटनगर म खोला था इसक बाद सन 1978 म परगोिमनो एव 1994म राजोस (दोन नस आयसात म) खोल थ गत वष उसन घोषणा की िक वह मालिवअजटीना म जीनातिरत मा बीजसय खोलगा सन 1996 मअजटीना सरकार न लायफोसटय जीएम सोयाबीन क उादनकी अनमित द दी थी लिकनसरकार न इसकी सरा को लकरय अपन कोई अयन नहिकए थ सन 1996 म अजटीनाम कल सोयाबीन उादन 66 लाख हयर था जो िकसन 2011 म बढ़कर 198करोड़ हयर यािन दश की कलउपजाऊ भिम का 56 ितशत परपच गया था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 4

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

कोडबा क अलावा अजटीनाक 11 अ शहर म मॉटोक िखलाफ दशन ए इसकअलावा िचली ाजील उववनजएला प म िवरोध दशनए वह मालिव अजटीनाकी िवधायक बार बोजा बाका

का कहना ह हम िसफ मॉटोको ना नह कह रह ह बिऐसी सभी कपिनय को नाकह रह ह जो िक लोग का व जीवन की कीमत परलाभ कमाना चाहती ह हम

खा साव भौिमकता पया वरणकी सरा और लोग क िलएाकर भोजन क हामी ह

(ससथड वड नटवकफीचस सौजsangharshsamvadorg)

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकारन अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया

िरहाई मच

मज़फरनगर क सादाियकिहसा पीिड़त की जनसनवाईको सपा सरकार न रोक करअपना मिम िवरोधी चहराउजागर कर िदया ह एकतरफ जहा धारा 144 लग होन क बावजद सादाियक तको खली पचायत करन कीइजाज़त दी और सादाियकिहसा को भड़कन िदया गयातो वह मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व धम िनरपताकत की तरफ स आयोिजतबद कमर की जनसनवाई को रोकाजा रहा ह अगर राजधानी ममज़फरनगर सादाियक िहसा

पीिड़त क प म अवाज उठान पर इस तरह की पाबदी ह तोमज़फरनगर म पीिड़त की ािित होगी समझा जा सकताह

मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व

धम िनरप ताकत कीतरफ स आयोिजत बदकमर की जनसनवाईको रोका जा रहा ह

सरकार क इस सादाियक रवएक िखलाफ िरहाई मच क नतम सकड़ की तादाद म आए

मज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त न ितरोध माच िनकालासरकार ारा रोक जान क बादमज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त की जनसनवाई िरहाई मचकाया लय पर ई

ितरोध माच म सादाियकिहसा पीिड़त न lsquoदगाइय कोबचान वाली सपा सरकार शमकरो हमारी मा-बहन क साथबलाार करना बद करो पीिड़तको आय दन वाल मदरसको बदनाम करन वाल िशवपालयादव मदा बाद दगा पीिड़त कोआईएसआई स जोड़न वाल रालगाधी शम करो मज़फरनगर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 5

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

सादाियक िहसा की सीबीआईजाच कराओ मज़फरनगरदगा पीिड़त की आवाज दबान वाली खिफया एजिसया मदा बादrsquoइािद नार लगात ए माच मशािमल सकड़ मज़फरनगरसादाियक िहसा पीिड़त कसाथ ानीय लोग न अपनी एकजटता िदखाई

सभा को सबोिधत करत एकाधला स आए हाजी मािजदमौलाना सलीम शामली स आए मौलाना असलम मौलानाकौशर अल कम मौलानाशराफत न कहा िक सरकार राहतिशिवर सचालक को बदनामकरन क िलए तरह-तरह कीअफवाह फला रही ह जबिकसाई यह ह िक िहसा क बादपीिड़त को जो मदद िमली वहानीय लोग न अपन सहयोगस क प सचािलत करक दी ह एकतरफ सरकार दगाईय को बचान म लगी ह तो वह उनक मददगारको कटघर म खड़ा िकया जारहा ह जो नाइसाफी ह खशदआलम मौलाना मजहल दानसीम इािद न भी सबोिधतिकया

मसस परार स सािनतसदीप पाड अवामी काउिसलक महासिचव असद हयात औरिरहाई मच क अ मोहद

शऐब न कहा िक िजस तरह स मज़फरनगर जाट महापचायतक दगाईय की वीिडयो स अिखलश सरकार डरी ह वोदशा ता ह िक सरकार सादाियकिहसा क पर मामल को सामन नहआन दना चाहती ह

िजस तरह स मज़फरनगर जाट

महापचायत क दगाईयकी वीिडयो स

अिखलश सरकार डरीह वो दशा ता ह िकसरकार सादाियक

िहसा क पर मामल कोसामन नह आन दना

चाहती हउन कहा िक भाजपा नताकम िसह सगीत िसह सोमसरश राणा बाबा हिरिकशनराकश िटकत नरश िटकत आिदकी मौजदगी म िजस तरह लाखकी भीड़ न सादाियकता की आगलगाई आिखर उन वीिडयो कोसपा सरकार ारा मज़फरनगरदगा पीिड़त की जनसनवाई मिदखाए जान स रोकना बताताह िक इन दगाईय स अिखलशसरकार क गहर िरत ह इसकामाण यह भी ह िक िपछलालोकसभा चनाव भाजपा िवधायक

सगीत िसह सोम न सपा क िटकटस लड़ा था और आज सोमक ऊपर स अिखलश सरकारारा लचर परवी क मामस रासका हटाना सादाियकजाट की महापचायत को एकतोहफा था िक वो इसी तरहसादाियकता को हवा द िजसस मिम डर की वजह स मलायमक खम म बना रह पर मलायमकी यह भल ह

िरहाई मच क इलाहाबाद कभारी राघव ताप िसहआईएनएल क राीय अमोहद सलमान आजमगढ़िरहाई मच क भारी मसीीनसजरी भागीदारी आदोलन कपीसी करील और भारतीय एकतापाट अ सयद मोइद न कहािक खिफया िवभाग वीिडयो कोलकर िजस तरह डरा आ हवो दशा ता ह िक इस वीिडयो मप राज स सपा क भगवाधारीनताओ क चहर बनकाब हग

जनसनवाई म बागपत क काठास आए ए मकसद न कहा िकउसक भाई चाद की हा िदनाक9 िसतबर 2013 को ई थीिजसकी लाश ाम धान राजऔर बीडीसी अिनल न अातम पचनामा भरवाकर दफन करवादी मकसद न कहा िक उसन नामजद करत ए एफआईआर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 6

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

दज करवाई चमदीद का बयानथा िक उन अिभय को मतकक साथ आिखरी बार बात करत ए घटना ल क करीब ही दखाथा राज व अिनल िगतप स चाद को अी तरह जानत थ पर िफर भी उन लाशका पचनाम अात म भरवायाव ाम चकीदार सलाउीन कोझठा गवाह बनाया दरोगा न भीपचनाम की झठी काय वाई कीयह सब इसिलए आ िक नामजदअिभय अिनल व राज किरतदार थ पिलस ारा कछअिभय को िगरतार िकयागया तो रा मी का दजा ागा बोड क चयर मन वीरिसह न बागपत कोतवाली म फोनकरक अिभय को छोड़न किलए कहा िजस पर िववचक न इकार कर िदया और वीर िसहक फोन नबर को इस िटड़ीक साथ जीडी म दज करयािक वीर िसह क फोन नबरस अिभय को छोड़न क िलएधमकी भर अदाज म कहा गयाजाच म यह नबर वीर िसहम का पाया गया मकसद कअनसार जब तक सीबीआई जाचनह होगी तब तक उस ाय नहिमलगा

जनसनवाई म जनपद बागपत कबामनौली स आए जािकर न कहािक उनक गाव म सादाियक

हमल म अतरी की हा ईऔर जािकर क दो ब म एकक हाथ और सर क पर कोकाट िदया गया जनसनवाई मबा मौजद था िजसका हाथ काटागया था जािकर का कहना थािक उसन नामजद िरपोट दज कराई थी अिभय गाव क दबगजाट ह जो आए िदन पचायतकर रह ह जो अतरी क पितसरवर स शपथ प पर जबरनदखत करवा िलया और जािकरको मजबर कर रह ह िक वह शपथप िलख द और मकदमा वािपसकरा द इसिलए गाव स जािकर वउसका पिरवार पलायन कर गयाह

यही िित ाम वािजदपरजनपद बागपत स आए मतकइकाबाल क पिरजन कमीन न बयान की गाव वािजदपर कीमिजद म घसकर फायिरग कीगई थी िजसम इकबाल व शएबकी मौत हो गई थी इकबाल वशएब क हार कमीन औरसर गवाह पर दबाव डाल रहह िक वह शपथ प द द िजसककारण उ पर गाव क साथपलायन करक िदी म रहना पड़रहा ह

नजराना िनवासी बागपत न बताया िक उसक पित खलीलकी हा ाम काठा म जाट न

की थी िजसम शौकीर आिदकी म भिमका थी खलील कभाई सलीम न कहा िक िदनाक10 िसतबर 2013 को नजरानाअपन पित क साथ ाम काठाम थी ाम काठा म शौकीरआिद जाट न खलील क साथझठा बहाना बनाकर मारपीटश कर दी िजसस घबराकरखलील जमना नदी की तरफभागा जहा पर स कचकरखलील की हा करक उसकशव को जमना म फ क िदयागया खलील की मा ब िदनाक10 िसतबर 2013 को ही सचनािमलन पर कोतवाली बागपत गएजहा उनकी िरपोट दज नह कीगई पर िदनाक 11 िसतबर कोपिलस की मौजदगी म गोताखोरन शव की तलाश की पर शवनह िमला मतक का बिनयान ररिजत िमला और पर पर खनभी िमला तथा बाल भी पाए गएपिलस ारा िफर भी हा कीिरपोट दज नह की गई िदनाक12 िसतबर क समाचार प मयह सब िववरण कािशत आपर बागपत पिलस ारा मीसाहब िसह क करीबी शौकीर किखलाफ कोई िरपोट दज न करकिदनाक 13 िसतबर को गमशदगीम िरपोट दज की गई जबिकचमदीद गवाह क बयान ररिजत बिनयान और पर पर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 7

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

खन तथा बाल का पाया जानासािबत करत थ

इसी कार रशमा काधला न बताया िक उसक पित एहसानकी हा फतहपर पठी क जगलम तार चोर बताकर कर दीगई जबिक उसका पित फरीकरन गया था ामीण न िरपोटदज कराई की कछ तार चोरको टयबल का पाइप काटत एघिसयार न दखा ह िजसकीसचना िमलन पर ामीण न दौड़ाकर एक चोर को पकड़ िलयाऔर पीटकर घायल कर िदयािजसकी बाद म म हो गई वघिसयार कौन थ िजन सचनादी यह अभी तक रह ह रशमान कहा िक एहसान का नामपछकर उसको पीटा गया औरउसकी हा की गई

दोघट क इदरीस का कहना था िकउसक भाई इतजार की हा गावदोघट क पवन न दी पर इसहा को सादाियक हा पिलसनह मान रही ह

ाम रछाड़ बागपत क रहीसीनन कहा िक उसक प आिमर कीहा गाव क जाट न की औरउसस 80 हजार पए भी वसल

तथा 18 िदन तक बधक बनाकररखा तथा पया अदा करन पर हीगाव स जान िदया गया

ाम सप क सार का भी कहनाथा िक मिजद पर सादाियकहमल म सरतार और हािमदघायल ए पर पिलस ारा इस मिजद पर हमला नह माना जारहा

मज़फरनगर िनवासी पलका कहना था िक उसकाभाई 8 िसतबर को बड़ौत स मज़फरनगर जा रहा था पर घर नह पचा िजसकी गमशदगीक बाबत थाना बढ़ाना म िरपोटदज ह

ाम िलसाढ़ मज़फरनगर स आए रफीक और गलशर न कहािक गाव म 13 िय की हाएई िजनम कवल 2 की लाशजनपद बड़ौत क गगनहर म िमलीजबिक बाकी 11 लाश का अब

तक काई अता पता नह हउन सवाल िकया िक ा यहदो लाश य चलकर वीपरीतिदशा म बड़ौत की गग नहर मपची थी बाकी लाश का ाआ उोन कहा िक जाट औरपिलस की िमली भगत स लाशको िठकान लगा िदया गया

जनसनवाई म बागपत क सलीमइदरीश नवाब रईसीन नरदीन िदलशाद मज़फरनगरक सराफत फगाना क नसीमबहावड़ी क िरयासत मीर हसनलाक गाव क शहजाद िलसाढ़गाव क मशीर समत कई लोग न समाचार िलखन तक अपनी आपबीती रख चक थ

जनसनवाई की अतामलकपरा क प क सचालन स जड़ मौलाना कयम न िकयाव सचालन आजमगढ़ िरहाईमच क भारी मसीीन सजरीन िकया इस दौरान कमरसीतापरी जबर जौनपरी अतहरशशी जद अहमद फाकीरामकण आिदयोग आिरफअिनल आजमी तािरक शफीकलण साद अहमर शफीकइािद मौजद थ

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 8

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

लोह क सरदार और सरदार सरोवरिवमल भाई

सरदार सरोवर बाध की 90 मीटरऊचाई स भािवत अिलराजपरएव बड़वानी िजल क पहाड़ीगाव क सकड़ आिदवासीपिरवार की किष ज़मीन तथामकान 15 बरस स जलाशयक नीच चल गए मगर िकसीभी पिरवार को म दश मसव अदालत क आदशानसारिसिचत किष-योय उपय एविबना अितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकारजमाया और खती श कीनम दा बचाओ आदोलन की 28बरस की लबी लड़ाई न सरादारसरोवर बाध को अभी 122 मीटर

पर रोका आ ह

शायद यह दश कापहला बाध ह िजसममहारा और गजरात

म 11000 पिरवार कोभिम आधािरत पनवा स

िमला ह िकत हरकदम पर लड़ाई करन क बाद लिकन तीनरा म आज भीहजार पिरवार कापनवा स बाकी ह

नमदा बचाओ आदोलन न 28साल स इस बाध क हर पहकी साई सामन ला रहा ह

70000 हजार करोड़ की लागतक बाद अभी 30 साल म मा30 ितशत नहर ही बन पाई हवो भी पहल स ही िसिचत की खती को उजाड़ कर बनाईजा रही ह इसिलए गजरात किकसान न अपनी ज़मीन नहरक िलए दन स इकार कर िदयाह 122 मी ऊचाई पर 8 लाखहर िसचाई का वादा था जबिकवािवक िसचाई मा 25 लाखहयर स भी कम ई ह बाधक लाभ स 4 लाख हयरज़मीन बाहर करक कपिनय किलए आरित की गई ह पीन कापानी भी क-सौरा को कमगाधीनगर अहमदाबाद बड़ौदाशहर को अिधक िदया जा रहा हजो िक बाध क मल उय म था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 9

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 2: Sacchi Mucchi, November 2013

ामी मक काशक व सादक बॉबी रमाकात फोन 9839073355एल पी एफ ताज इव बसमट तलसी माग चौक लखनऊ स मित

कराकर सी-2211 इिरा नगर लखनऊ स कािशत िकया

सादक मलएस आर दारापरी 9415164845

राजीव यादव 9415164845शहनवाज आलम 9452800752

रोमा 9415254919योग यादव 9454587851नागश िपाठी 9452112004अरिवद मित 9839835032

सरिभ अवाल

सलाहकार मलरािजर सरकलदीप नर

पणालाल सराणामधा पाटकरअणा रॉय

किवता ीवावयोग यादवअजीत झा

रिव िकरण जनज पी िसह

डॉ सनीलम

वापीय पतासदीप ए-893 इिदरा नगर लखनऊ-226016

फोन 0522-2347365ई मल ashaashramyahoocom

िवापनसजीव पाडय 9918864999

दवश पटल 9455037799

िवतरणवभचाय पाडय 9415256848

दीप िसह

िवशय सची

मॉटो बढ़ता विक ितरोध - डािरयोअराडा 3

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपासरकार न अपना मिम िवरोधी चहराउजागर िकया - िरहाई मच 5

लोह क सरदार और सरदार सरोवर -िवमल भाई 9

सिचन को आदश ीकार करन कीमजबरी - सदीप पाडय 12

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन 14

जाित का उलन कल आज औरकल - आनद तलतड़ 17

2

मॉटो बढ़ता विक ितरोध - डािरयो अराडा

मॉटो बढ़ता विक ितरोधडािरयो अराडा

अजटीना क दज न भर शहर मलोग बराीय कपनी माटो किखलाफ दशन हत इका एकोडबा जहा यह मोटो लिटनअमिरका का अपना सबस बड़ासय लगा रही ह वहा भारीिवरोध क बाद लोग न कपनीको नकार िदया मोटो जोिक एक महपण किष ापारिनगम ह क िखलाफ िव क 36दश क 300 शहर म दशनए और लोग न कीटनाशकएव सविध त बीज पर आधािरतइसक औोिगक किष मॉडल कोिधारा अजटीना म य कोडबा

क अलावा मॉटो िरयो आटम अपना योग बना रही ह

मोटो िपछल 112 वष स काय रत ह और इसका मालयअमिरका म ह इसका लनदन73 अरब अमिरकी डॉलर काह और िवभर क बीज बाजार(जीनातिरत एव पारपिरक) मइसकी िहदारी 27 ितशत हिपछल 25 वष स किष बाजारका अयन कर रही िसियािरबरो का कहना ह ``जीनातिरतबीज क िव बाजार म मोटोकी िहदारी 86 ितशत ह

यह कपनी इस ह पर दो सबस बड़ औोिगक एकािधकार स सबध रखती ह िफर बात चाहकिष क इितहास की हो याऔोिगककरण की

सन 2011 म ारभ ए इसअतरराीय अिभयान का शीष कह मोटो क िखलाफ करोड़इसकी वजह स सभी महाीपक 36 दश क 298 शहरम काय कता लामबद ए हइस िवरोध म कहा गया हहम इस महाकाय जव तकनीककपनी माटो क िखलाफ अपनी

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 3

मॉटो बढ़ता विक ितरोध - डािरयो अराडा

आवाज ऊची कर रह ह हमकित िकसान और उपभोाओ क साथ हो रही अितय का िवरोधकरत ह जहा एक ओर इसस जिवक और छोट िकसान कोहािन उठानी पड़ रही ह वह सरीओर मॉटो का खा आपित और बीज पर पटट क माम स एकािधकार जारी ह

िरयो कआट किष जहर मसगठन का कहना ह िक मॉटोका जीनातिरत बीज क बाजार परिनयण ह यह करोड़ टन जहरक योग को बढ़ावा दता ह यहपया वरण व खा साव भौिमकताका िवस कर रहा ह तथा लाखलोग क ा को नकसानपचा रहा ह राजधानी म िवरोधदशन करत ए लोग न माग कीह िक ामीण एव शहरी बदखलीको रोका जाए किष रसायन किछड़काव पर रोक लग और ऐस मॉडल की वकालत की गई जो िकखा साव भौिमकता का सानकरता हो इसी क साथ मॉटोमालिव अजटीना छोड़ो भीजोर-शोर स गजा

मालिव िवधानसभा की विननाबारबोझा वाका का कहना ह िकशहर धए की चपट म ह और यहापर पर बार-बार गभ पात होनपदाईशी अपगता क सर एव सासकी बीमािरया फल रही ह उनका

कहना ह िक हम माटो जस मॉडल की बराइया भी जानत हहम यह भी जानत ह िक य झठवाद करत ह

हम कित िकसानऔर उपभोाओ क

साथ हो रही अितय कािवरोध करत ह जहाएक ओर इसस जिवकऔर छोट िकसान कोहािन उठानी पड़ रही ह

वह सरी ओरमॉटो का खा

आपित और बीज परपट ट क माम स

एकािधकार जारी हअतः हमन अपन पड़ोस म इजीनातिरत बीज को किष जहरस उपचािरत करन की अनमितनह दी जन सन 2012 मअजटीना की सरकार न मॉटोक कोडबा म आन की सचनाम आन की सचना दी थी उसीवष अग म किष मालय न मॉटो क अिधकािरय क साथिमलकर सोयाबीन की नई िक(आरआर 2 इट) जारी की थीवस करीब एक दशक पव कोडबाम नबरड़ असबली मालिवगल फॉर लाईफ का गठन आथा जो िक औोिगक किष और

बड़ पमान पर खनन का िवरोधकरती ह िपछल वष अनकसाओ ारा िकए गए सवणस यह सामन आया िक यहा क58 ितशत िनवासी इस बराीयकपनी की अपन रा म ापनाका िवरोध करत ह

इन आकड़ क िवण स यह भीसामन आया िक बत स लोगन भय क कारण भी मॉटोक प म मतदान िकया थागौरतलब ह मॉटो न अपनापहला सय सन 1956 म झरोटनगर म खोला था इसक बाद सन 1978 म परगोिमनो एव 1994म राजोस (दोन नस आयसात म) खोल थ गत वष उसन घोषणा की िक वह मालिवअजटीना म जीनातिरत मा बीजसय खोलगा सन 1996 मअजटीना सरकार न लायफोसटय जीएम सोयाबीन क उादनकी अनमित द दी थी लिकनसरकार न इसकी सरा को लकरय अपन कोई अयन नहिकए थ सन 1996 म अजटीनाम कल सोयाबीन उादन 66 लाख हयर था जो िकसन 2011 म बढ़कर 198करोड़ हयर यािन दश की कलउपजाऊ भिम का 56 ितशत परपच गया था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 4

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

कोडबा क अलावा अजटीनाक 11 अ शहर म मॉटोक िखलाफ दशन ए इसकअलावा िचली ाजील उववनजएला प म िवरोध दशनए वह मालिव अजटीनाकी िवधायक बार बोजा बाका

का कहना ह हम िसफ मॉटोको ना नह कह रह ह बिऐसी सभी कपिनय को नाकह रह ह जो िक लोग का व जीवन की कीमत परलाभ कमाना चाहती ह हम

खा साव भौिमकता पया वरणकी सरा और लोग क िलएाकर भोजन क हामी ह

(ससथड वड नटवकफीचस सौजsangharshsamvadorg)

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकारन अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया

िरहाई मच

मज़फरनगर क सादाियकिहसा पीिड़त की जनसनवाईको सपा सरकार न रोक करअपना मिम िवरोधी चहराउजागर कर िदया ह एकतरफ जहा धारा 144 लग होन क बावजद सादाियक तको खली पचायत करन कीइजाज़त दी और सादाियकिहसा को भड़कन िदया गयातो वह मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व धम िनरपताकत की तरफ स आयोिजतबद कमर की जनसनवाई को रोकाजा रहा ह अगर राजधानी ममज़फरनगर सादाियक िहसा

पीिड़त क प म अवाज उठान पर इस तरह की पाबदी ह तोमज़फरनगर म पीिड़त की ािित होगी समझा जा सकताह

मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व

धम िनरप ताकत कीतरफ स आयोिजत बदकमर की जनसनवाईको रोका जा रहा ह

सरकार क इस सादाियक रवएक िखलाफ िरहाई मच क नतम सकड़ की तादाद म आए

मज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त न ितरोध माच िनकालासरकार ारा रोक जान क बादमज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त की जनसनवाई िरहाई मचकाया लय पर ई

ितरोध माच म सादाियकिहसा पीिड़त न lsquoदगाइय कोबचान वाली सपा सरकार शमकरो हमारी मा-बहन क साथबलाार करना बद करो पीिड़तको आय दन वाल मदरसको बदनाम करन वाल िशवपालयादव मदा बाद दगा पीिड़त कोआईएसआई स जोड़न वाल रालगाधी शम करो मज़फरनगर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 5

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

सादाियक िहसा की सीबीआईजाच कराओ मज़फरनगरदगा पीिड़त की आवाज दबान वाली खिफया एजिसया मदा बादrsquoइािद नार लगात ए माच मशािमल सकड़ मज़फरनगरसादाियक िहसा पीिड़त कसाथ ानीय लोग न अपनी एकजटता िदखाई

सभा को सबोिधत करत एकाधला स आए हाजी मािजदमौलाना सलीम शामली स आए मौलाना असलम मौलानाकौशर अल कम मौलानाशराफत न कहा िक सरकार राहतिशिवर सचालक को बदनामकरन क िलए तरह-तरह कीअफवाह फला रही ह जबिकसाई यह ह िक िहसा क बादपीिड़त को जो मदद िमली वहानीय लोग न अपन सहयोगस क प सचािलत करक दी ह एकतरफ सरकार दगाईय को बचान म लगी ह तो वह उनक मददगारको कटघर म खड़ा िकया जारहा ह जो नाइसाफी ह खशदआलम मौलाना मजहल दानसीम इािद न भी सबोिधतिकया

मसस परार स सािनतसदीप पाड अवामी काउिसलक महासिचव असद हयात औरिरहाई मच क अ मोहद

शऐब न कहा िक िजस तरह स मज़फरनगर जाट महापचायतक दगाईय की वीिडयो स अिखलश सरकार डरी ह वोदशा ता ह िक सरकार सादाियकिहसा क पर मामल को सामन नहआन दना चाहती ह

िजस तरह स मज़फरनगर जाट

महापचायत क दगाईयकी वीिडयो स

अिखलश सरकार डरीह वो दशा ता ह िकसरकार सादाियक

िहसा क पर मामल कोसामन नह आन दना

चाहती हउन कहा िक भाजपा नताकम िसह सगीत िसह सोमसरश राणा बाबा हिरिकशनराकश िटकत नरश िटकत आिदकी मौजदगी म िजस तरह लाखकी भीड़ न सादाियकता की आगलगाई आिखर उन वीिडयो कोसपा सरकार ारा मज़फरनगरदगा पीिड़त की जनसनवाई मिदखाए जान स रोकना बताताह िक इन दगाईय स अिखलशसरकार क गहर िरत ह इसकामाण यह भी ह िक िपछलालोकसभा चनाव भाजपा िवधायक

सगीत िसह सोम न सपा क िटकटस लड़ा था और आज सोमक ऊपर स अिखलश सरकारारा लचर परवी क मामस रासका हटाना सादाियकजाट की महापचायत को एकतोहफा था िक वो इसी तरहसादाियकता को हवा द िजसस मिम डर की वजह स मलायमक खम म बना रह पर मलायमकी यह भल ह

िरहाई मच क इलाहाबाद कभारी राघव ताप िसहआईएनएल क राीय अमोहद सलमान आजमगढ़िरहाई मच क भारी मसीीनसजरी भागीदारी आदोलन कपीसी करील और भारतीय एकतापाट अ सयद मोइद न कहािक खिफया िवभाग वीिडयो कोलकर िजस तरह डरा आ हवो दशा ता ह िक इस वीिडयो मप राज स सपा क भगवाधारीनताओ क चहर बनकाब हग

जनसनवाई म बागपत क काठास आए ए मकसद न कहा िकउसक भाई चाद की हा िदनाक9 िसतबर 2013 को ई थीिजसकी लाश ाम धान राजऔर बीडीसी अिनल न अातम पचनामा भरवाकर दफन करवादी मकसद न कहा िक उसन नामजद करत ए एफआईआर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 6

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

दज करवाई चमदीद का बयानथा िक उन अिभय को मतकक साथ आिखरी बार बात करत ए घटना ल क करीब ही दखाथा राज व अिनल िगतप स चाद को अी तरह जानत थ पर िफर भी उन लाशका पचनाम अात म भरवायाव ाम चकीदार सलाउीन कोझठा गवाह बनाया दरोगा न भीपचनाम की झठी काय वाई कीयह सब इसिलए आ िक नामजदअिभय अिनल व राज किरतदार थ पिलस ारा कछअिभय को िगरतार िकयागया तो रा मी का दजा ागा बोड क चयर मन वीरिसह न बागपत कोतवाली म फोनकरक अिभय को छोड़न किलए कहा िजस पर िववचक न इकार कर िदया और वीर िसहक फोन नबर को इस िटड़ीक साथ जीडी म दज करयािक वीर िसह क फोन नबरस अिभय को छोड़न क िलएधमकी भर अदाज म कहा गयाजाच म यह नबर वीर िसहम का पाया गया मकसद कअनसार जब तक सीबीआई जाचनह होगी तब तक उस ाय नहिमलगा

जनसनवाई म जनपद बागपत कबामनौली स आए जािकर न कहािक उनक गाव म सादाियक

हमल म अतरी की हा ईऔर जािकर क दो ब म एकक हाथ और सर क पर कोकाट िदया गया जनसनवाई मबा मौजद था िजसका हाथ काटागया था जािकर का कहना थािक उसन नामजद िरपोट दज कराई थी अिभय गाव क दबगजाट ह जो आए िदन पचायतकर रह ह जो अतरी क पितसरवर स शपथ प पर जबरनदखत करवा िलया और जािकरको मजबर कर रह ह िक वह शपथप िलख द और मकदमा वािपसकरा द इसिलए गाव स जािकर वउसका पिरवार पलायन कर गयाह

यही िित ाम वािजदपरजनपद बागपत स आए मतकइकाबाल क पिरजन कमीन न बयान की गाव वािजदपर कीमिजद म घसकर फायिरग कीगई थी िजसम इकबाल व शएबकी मौत हो गई थी इकबाल वशएब क हार कमीन औरसर गवाह पर दबाव डाल रहह िक वह शपथ प द द िजसककारण उ पर गाव क साथपलायन करक िदी म रहना पड़रहा ह

नजराना िनवासी बागपत न बताया िक उसक पित खलीलकी हा ाम काठा म जाट न

की थी िजसम शौकीर आिदकी म भिमका थी खलील कभाई सलीम न कहा िक िदनाक10 िसतबर 2013 को नजरानाअपन पित क साथ ाम काठाम थी ाम काठा म शौकीरआिद जाट न खलील क साथझठा बहाना बनाकर मारपीटश कर दी िजसस घबराकरखलील जमना नदी की तरफभागा जहा पर स कचकरखलील की हा करक उसकशव को जमना म फ क िदयागया खलील की मा ब िदनाक10 िसतबर 2013 को ही सचनािमलन पर कोतवाली बागपत गएजहा उनकी िरपोट दज नह कीगई पर िदनाक 11 िसतबर कोपिलस की मौजदगी म गोताखोरन शव की तलाश की पर शवनह िमला मतक का बिनयान ररिजत िमला और पर पर खनभी िमला तथा बाल भी पाए गएपिलस ारा िफर भी हा कीिरपोट दज नह की गई िदनाक12 िसतबर क समाचार प मयह सब िववरण कािशत आपर बागपत पिलस ारा मीसाहब िसह क करीबी शौकीर किखलाफ कोई िरपोट दज न करकिदनाक 13 िसतबर को गमशदगीम िरपोट दज की गई जबिकचमदीद गवाह क बयान ररिजत बिनयान और पर पर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 7

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

खन तथा बाल का पाया जानासािबत करत थ

इसी कार रशमा काधला न बताया िक उसक पित एहसानकी हा फतहपर पठी क जगलम तार चोर बताकर कर दीगई जबिक उसका पित फरीकरन गया था ामीण न िरपोटदज कराई की कछ तार चोरको टयबल का पाइप काटत एघिसयार न दखा ह िजसकीसचना िमलन पर ामीण न दौड़ाकर एक चोर को पकड़ िलयाऔर पीटकर घायल कर िदयािजसकी बाद म म हो गई वघिसयार कौन थ िजन सचनादी यह अभी तक रह ह रशमान कहा िक एहसान का नामपछकर उसको पीटा गया औरउसकी हा की गई

दोघट क इदरीस का कहना था िकउसक भाई इतजार की हा गावदोघट क पवन न दी पर इसहा को सादाियक हा पिलसनह मान रही ह

ाम रछाड़ बागपत क रहीसीनन कहा िक उसक प आिमर कीहा गाव क जाट न की औरउसस 80 हजार पए भी वसल

तथा 18 िदन तक बधक बनाकररखा तथा पया अदा करन पर हीगाव स जान िदया गया

ाम सप क सार का भी कहनाथा िक मिजद पर सादाियकहमल म सरतार और हािमदघायल ए पर पिलस ारा इस मिजद पर हमला नह माना जारहा

मज़फरनगर िनवासी पलका कहना था िक उसकाभाई 8 िसतबर को बड़ौत स मज़फरनगर जा रहा था पर घर नह पचा िजसकी गमशदगीक बाबत थाना बढ़ाना म िरपोटदज ह

ाम िलसाढ़ मज़फरनगर स आए रफीक और गलशर न कहािक गाव म 13 िय की हाएई िजनम कवल 2 की लाशजनपद बड़ौत क गगनहर म िमलीजबिक बाकी 11 लाश का अब

तक काई अता पता नह हउन सवाल िकया िक ा यहदो लाश य चलकर वीपरीतिदशा म बड़ौत की गग नहर मपची थी बाकी लाश का ाआ उोन कहा िक जाट औरपिलस की िमली भगत स लाशको िठकान लगा िदया गया

जनसनवाई म बागपत क सलीमइदरीश नवाब रईसीन नरदीन िदलशाद मज़फरनगरक सराफत फगाना क नसीमबहावड़ी क िरयासत मीर हसनलाक गाव क शहजाद िलसाढ़गाव क मशीर समत कई लोग न समाचार िलखन तक अपनी आपबीती रख चक थ

जनसनवाई की अतामलकपरा क प क सचालन स जड़ मौलाना कयम न िकयाव सचालन आजमगढ़ िरहाईमच क भारी मसीीन सजरीन िकया इस दौरान कमरसीतापरी जबर जौनपरी अतहरशशी जद अहमद फाकीरामकण आिदयोग आिरफअिनल आजमी तािरक शफीकलण साद अहमर शफीकइािद मौजद थ

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 8

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

लोह क सरदार और सरदार सरोवरिवमल भाई

सरदार सरोवर बाध की 90 मीटरऊचाई स भािवत अिलराजपरएव बड़वानी िजल क पहाड़ीगाव क सकड़ आिदवासीपिरवार की किष ज़मीन तथामकान 15 बरस स जलाशयक नीच चल गए मगर िकसीभी पिरवार को म दश मसव अदालत क आदशानसारिसिचत किष-योय उपय एविबना अितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकारजमाया और खती श कीनम दा बचाओ आदोलन की 28बरस की लबी लड़ाई न सरादारसरोवर बाध को अभी 122 मीटर

पर रोका आ ह

शायद यह दश कापहला बाध ह िजसममहारा और गजरात

म 11000 पिरवार कोभिम आधािरत पनवा स

िमला ह िकत हरकदम पर लड़ाई करन क बाद लिकन तीनरा म आज भीहजार पिरवार कापनवा स बाकी ह

नमदा बचाओ आदोलन न 28साल स इस बाध क हर पहकी साई सामन ला रहा ह

70000 हजार करोड़ की लागतक बाद अभी 30 साल म मा30 ितशत नहर ही बन पाई हवो भी पहल स ही िसिचत की खती को उजाड़ कर बनाईजा रही ह इसिलए गजरात किकसान न अपनी ज़मीन नहरक िलए दन स इकार कर िदयाह 122 मी ऊचाई पर 8 लाखहर िसचाई का वादा था जबिकवािवक िसचाई मा 25 लाखहयर स भी कम ई ह बाधक लाभ स 4 लाख हयरज़मीन बाहर करक कपिनय किलए आरित की गई ह पीन कापानी भी क-सौरा को कमगाधीनगर अहमदाबाद बड़ौदाशहर को अिधक िदया जा रहा हजो िक बाध क मल उय म था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 9

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 3: Sacchi Mucchi, November 2013

मॉटो बढ़ता विक ितरोध - डािरयो अराडा

मॉटो बढ़ता विक ितरोधडािरयो अराडा

अजटीना क दज न भर शहर मलोग बराीय कपनी माटो किखलाफ दशन हत इका एकोडबा जहा यह मोटो लिटनअमिरका का अपना सबस बड़ासय लगा रही ह वहा भारीिवरोध क बाद लोग न कपनीको नकार िदया मोटो जोिक एक महपण किष ापारिनगम ह क िखलाफ िव क 36दश क 300 शहर म दशनए और लोग न कीटनाशकएव सविध त बीज पर आधािरतइसक औोिगक किष मॉडल कोिधारा अजटीना म य कोडबा

क अलावा मॉटो िरयो आटम अपना योग बना रही ह

मोटो िपछल 112 वष स काय रत ह और इसका मालयअमिरका म ह इसका लनदन73 अरब अमिरकी डॉलर काह और िवभर क बीज बाजार(जीनातिरत एव पारपिरक) मइसकी िहदारी 27 ितशत हिपछल 25 वष स किष बाजारका अयन कर रही िसियािरबरो का कहना ह ``जीनातिरतबीज क िव बाजार म मोटोकी िहदारी 86 ितशत ह

यह कपनी इस ह पर दो सबस बड़ औोिगक एकािधकार स सबध रखती ह िफर बात चाहकिष क इितहास की हो याऔोिगककरण की

सन 2011 म ारभ ए इसअतरराीय अिभयान का शीष कह मोटो क िखलाफ करोड़इसकी वजह स सभी महाीपक 36 दश क 298 शहरम काय कता लामबद ए हइस िवरोध म कहा गया हहम इस महाकाय जव तकनीककपनी माटो क िखलाफ अपनी

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 3

मॉटो बढ़ता विक ितरोध - डािरयो अराडा

आवाज ऊची कर रह ह हमकित िकसान और उपभोाओ क साथ हो रही अितय का िवरोधकरत ह जहा एक ओर इसस जिवक और छोट िकसान कोहािन उठानी पड़ रही ह वह सरीओर मॉटो का खा आपित और बीज पर पटट क माम स एकािधकार जारी ह

िरयो कआट किष जहर मसगठन का कहना ह िक मॉटोका जीनातिरत बीज क बाजार परिनयण ह यह करोड़ टन जहरक योग को बढ़ावा दता ह यहपया वरण व खा साव भौिमकताका िवस कर रहा ह तथा लाखलोग क ा को नकसानपचा रहा ह राजधानी म िवरोधदशन करत ए लोग न माग कीह िक ामीण एव शहरी बदखलीको रोका जाए किष रसायन किछड़काव पर रोक लग और ऐस मॉडल की वकालत की गई जो िकखा साव भौिमकता का सानकरता हो इसी क साथ मॉटोमालिव अजटीना छोड़ो भीजोर-शोर स गजा

मालिव िवधानसभा की विननाबारबोझा वाका का कहना ह िकशहर धए की चपट म ह और यहापर पर बार-बार गभ पात होनपदाईशी अपगता क सर एव सासकी बीमािरया फल रही ह उनका

कहना ह िक हम माटो जस मॉडल की बराइया भी जानत हहम यह भी जानत ह िक य झठवाद करत ह

हम कित िकसानऔर उपभोाओ क

साथ हो रही अितय कािवरोध करत ह जहाएक ओर इसस जिवकऔर छोट िकसान कोहािन उठानी पड़ रही ह

वह सरी ओरमॉटो का खा

आपित और बीज परपट ट क माम स

एकािधकार जारी हअतः हमन अपन पड़ोस म इजीनातिरत बीज को किष जहरस उपचािरत करन की अनमितनह दी जन सन 2012 मअजटीना की सरकार न मॉटोक कोडबा म आन की सचनाम आन की सचना दी थी उसीवष अग म किष मालय न मॉटो क अिधकािरय क साथिमलकर सोयाबीन की नई िक(आरआर 2 इट) जारी की थीवस करीब एक दशक पव कोडबाम नबरड़ असबली मालिवगल फॉर लाईफ का गठन आथा जो िक औोिगक किष और

बड़ पमान पर खनन का िवरोधकरती ह िपछल वष अनकसाओ ारा िकए गए सवणस यह सामन आया िक यहा क58 ितशत िनवासी इस बराीयकपनी की अपन रा म ापनाका िवरोध करत ह

इन आकड़ क िवण स यह भीसामन आया िक बत स लोगन भय क कारण भी मॉटोक प म मतदान िकया थागौरतलब ह मॉटो न अपनापहला सय सन 1956 म झरोटनगर म खोला था इसक बाद सन 1978 म परगोिमनो एव 1994म राजोस (दोन नस आयसात म) खोल थ गत वष उसन घोषणा की िक वह मालिवअजटीना म जीनातिरत मा बीजसय खोलगा सन 1996 मअजटीना सरकार न लायफोसटय जीएम सोयाबीन क उादनकी अनमित द दी थी लिकनसरकार न इसकी सरा को लकरय अपन कोई अयन नहिकए थ सन 1996 म अजटीनाम कल सोयाबीन उादन 66 लाख हयर था जो िकसन 2011 म बढ़कर 198करोड़ हयर यािन दश की कलउपजाऊ भिम का 56 ितशत परपच गया था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 4

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

कोडबा क अलावा अजटीनाक 11 अ शहर म मॉटोक िखलाफ दशन ए इसकअलावा िचली ाजील उववनजएला प म िवरोध दशनए वह मालिव अजटीनाकी िवधायक बार बोजा बाका

का कहना ह हम िसफ मॉटोको ना नह कह रह ह बिऐसी सभी कपिनय को नाकह रह ह जो िक लोग का व जीवन की कीमत परलाभ कमाना चाहती ह हम

खा साव भौिमकता पया वरणकी सरा और लोग क िलएाकर भोजन क हामी ह

(ससथड वड नटवकफीचस सौजsangharshsamvadorg)

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकारन अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया

िरहाई मच

मज़फरनगर क सादाियकिहसा पीिड़त की जनसनवाईको सपा सरकार न रोक करअपना मिम िवरोधी चहराउजागर कर िदया ह एकतरफ जहा धारा 144 लग होन क बावजद सादाियक तको खली पचायत करन कीइजाज़त दी और सादाियकिहसा को भड़कन िदया गयातो वह मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व धम िनरपताकत की तरफ स आयोिजतबद कमर की जनसनवाई को रोकाजा रहा ह अगर राजधानी ममज़फरनगर सादाियक िहसा

पीिड़त क प म अवाज उठान पर इस तरह की पाबदी ह तोमज़फरनगर म पीिड़त की ािित होगी समझा जा सकताह

मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व

धम िनरप ताकत कीतरफ स आयोिजत बदकमर की जनसनवाईको रोका जा रहा ह

सरकार क इस सादाियक रवएक िखलाफ िरहाई मच क नतम सकड़ की तादाद म आए

मज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त न ितरोध माच िनकालासरकार ारा रोक जान क बादमज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त की जनसनवाई िरहाई मचकाया लय पर ई

ितरोध माच म सादाियकिहसा पीिड़त न lsquoदगाइय कोबचान वाली सपा सरकार शमकरो हमारी मा-बहन क साथबलाार करना बद करो पीिड़तको आय दन वाल मदरसको बदनाम करन वाल िशवपालयादव मदा बाद दगा पीिड़त कोआईएसआई स जोड़न वाल रालगाधी शम करो मज़फरनगर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 5

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

सादाियक िहसा की सीबीआईजाच कराओ मज़फरनगरदगा पीिड़त की आवाज दबान वाली खिफया एजिसया मदा बादrsquoइािद नार लगात ए माच मशािमल सकड़ मज़फरनगरसादाियक िहसा पीिड़त कसाथ ानीय लोग न अपनी एकजटता िदखाई

सभा को सबोिधत करत एकाधला स आए हाजी मािजदमौलाना सलीम शामली स आए मौलाना असलम मौलानाकौशर अल कम मौलानाशराफत न कहा िक सरकार राहतिशिवर सचालक को बदनामकरन क िलए तरह-तरह कीअफवाह फला रही ह जबिकसाई यह ह िक िहसा क बादपीिड़त को जो मदद िमली वहानीय लोग न अपन सहयोगस क प सचािलत करक दी ह एकतरफ सरकार दगाईय को बचान म लगी ह तो वह उनक मददगारको कटघर म खड़ा िकया जारहा ह जो नाइसाफी ह खशदआलम मौलाना मजहल दानसीम इािद न भी सबोिधतिकया

मसस परार स सािनतसदीप पाड अवामी काउिसलक महासिचव असद हयात औरिरहाई मच क अ मोहद

शऐब न कहा िक िजस तरह स मज़फरनगर जाट महापचायतक दगाईय की वीिडयो स अिखलश सरकार डरी ह वोदशा ता ह िक सरकार सादाियकिहसा क पर मामल को सामन नहआन दना चाहती ह

िजस तरह स मज़फरनगर जाट

महापचायत क दगाईयकी वीिडयो स

अिखलश सरकार डरीह वो दशा ता ह िकसरकार सादाियक

िहसा क पर मामल कोसामन नह आन दना

चाहती हउन कहा िक भाजपा नताकम िसह सगीत िसह सोमसरश राणा बाबा हिरिकशनराकश िटकत नरश िटकत आिदकी मौजदगी म िजस तरह लाखकी भीड़ न सादाियकता की आगलगाई आिखर उन वीिडयो कोसपा सरकार ारा मज़फरनगरदगा पीिड़त की जनसनवाई मिदखाए जान स रोकना बताताह िक इन दगाईय स अिखलशसरकार क गहर िरत ह इसकामाण यह भी ह िक िपछलालोकसभा चनाव भाजपा िवधायक

सगीत िसह सोम न सपा क िटकटस लड़ा था और आज सोमक ऊपर स अिखलश सरकारारा लचर परवी क मामस रासका हटाना सादाियकजाट की महापचायत को एकतोहफा था िक वो इसी तरहसादाियकता को हवा द िजसस मिम डर की वजह स मलायमक खम म बना रह पर मलायमकी यह भल ह

िरहाई मच क इलाहाबाद कभारी राघव ताप िसहआईएनएल क राीय अमोहद सलमान आजमगढ़िरहाई मच क भारी मसीीनसजरी भागीदारी आदोलन कपीसी करील और भारतीय एकतापाट अ सयद मोइद न कहािक खिफया िवभाग वीिडयो कोलकर िजस तरह डरा आ हवो दशा ता ह िक इस वीिडयो मप राज स सपा क भगवाधारीनताओ क चहर बनकाब हग

जनसनवाई म बागपत क काठास आए ए मकसद न कहा िकउसक भाई चाद की हा िदनाक9 िसतबर 2013 को ई थीिजसकी लाश ाम धान राजऔर बीडीसी अिनल न अातम पचनामा भरवाकर दफन करवादी मकसद न कहा िक उसन नामजद करत ए एफआईआर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 6

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

दज करवाई चमदीद का बयानथा िक उन अिभय को मतकक साथ आिखरी बार बात करत ए घटना ल क करीब ही दखाथा राज व अिनल िगतप स चाद को अी तरह जानत थ पर िफर भी उन लाशका पचनाम अात म भरवायाव ाम चकीदार सलाउीन कोझठा गवाह बनाया दरोगा न भीपचनाम की झठी काय वाई कीयह सब इसिलए आ िक नामजदअिभय अिनल व राज किरतदार थ पिलस ारा कछअिभय को िगरतार िकयागया तो रा मी का दजा ागा बोड क चयर मन वीरिसह न बागपत कोतवाली म फोनकरक अिभय को छोड़न किलए कहा िजस पर िववचक न इकार कर िदया और वीर िसहक फोन नबर को इस िटड़ीक साथ जीडी म दज करयािक वीर िसह क फोन नबरस अिभय को छोड़न क िलएधमकी भर अदाज म कहा गयाजाच म यह नबर वीर िसहम का पाया गया मकसद कअनसार जब तक सीबीआई जाचनह होगी तब तक उस ाय नहिमलगा

जनसनवाई म जनपद बागपत कबामनौली स आए जािकर न कहािक उनक गाव म सादाियक

हमल म अतरी की हा ईऔर जािकर क दो ब म एकक हाथ और सर क पर कोकाट िदया गया जनसनवाई मबा मौजद था िजसका हाथ काटागया था जािकर का कहना थािक उसन नामजद िरपोट दज कराई थी अिभय गाव क दबगजाट ह जो आए िदन पचायतकर रह ह जो अतरी क पितसरवर स शपथ प पर जबरनदखत करवा िलया और जािकरको मजबर कर रह ह िक वह शपथप िलख द और मकदमा वािपसकरा द इसिलए गाव स जािकर वउसका पिरवार पलायन कर गयाह

यही िित ाम वािजदपरजनपद बागपत स आए मतकइकाबाल क पिरजन कमीन न बयान की गाव वािजदपर कीमिजद म घसकर फायिरग कीगई थी िजसम इकबाल व शएबकी मौत हो गई थी इकबाल वशएब क हार कमीन औरसर गवाह पर दबाव डाल रहह िक वह शपथ प द द िजसककारण उ पर गाव क साथपलायन करक िदी म रहना पड़रहा ह

नजराना िनवासी बागपत न बताया िक उसक पित खलीलकी हा ाम काठा म जाट न

की थी िजसम शौकीर आिदकी म भिमका थी खलील कभाई सलीम न कहा िक िदनाक10 िसतबर 2013 को नजरानाअपन पित क साथ ाम काठाम थी ाम काठा म शौकीरआिद जाट न खलील क साथझठा बहाना बनाकर मारपीटश कर दी िजसस घबराकरखलील जमना नदी की तरफभागा जहा पर स कचकरखलील की हा करक उसकशव को जमना म फ क िदयागया खलील की मा ब िदनाक10 िसतबर 2013 को ही सचनािमलन पर कोतवाली बागपत गएजहा उनकी िरपोट दज नह कीगई पर िदनाक 11 िसतबर कोपिलस की मौजदगी म गोताखोरन शव की तलाश की पर शवनह िमला मतक का बिनयान ररिजत िमला और पर पर खनभी िमला तथा बाल भी पाए गएपिलस ारा िफर भी हा कीिरपोट दज नह की गई िदनाक12 िसतबर क समाचार प मयह सब िववरण कािशत आपर बागपत पिलस ारा मीसाहब िसह क करीबी शौकीर किखलाफ कोई िरपोट दज न करकिदनाक 13 िसतबर को गमशदगीम िरपोट दज की गई जबिकचमदीद गवाह क बयान ररिजत बिनयान और पर पर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 7

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

खन तथा बाल का पाया जानासािबत करत थ

इसी कार रशमा काधला न बताया िक उसक पित एहसानकी हा फतहपर पठी क जगलम तार चोर बताकर कर दीगई जबिक उसका पित फरीकरन गया था ामीण न िरपोटदज कराई की कछ तार चोरको टयबल का पाइप काटत एघिसयार न दखा ह िजसकीसचना िमलन पर ामीण न दौड़ाकर एक चोर को पकड़ िलयाऔर पीटकर घायल कर िदयािजसकी बाद म म हो गई वघिसयार कौन थ िजन सचनादी यह अभी तक रह ह रशमान कहा िक एहसान का नामपछकर उसको पीटा गया औरउसकी हा की गई

दोघट क इदरीस का कहना था िकउसक भाई इतजार की हा गावदोघट क पवन न दी पर इसहा को सादाियक हा पिलसनह मान रही ह

ाम रछाड़ बागपत क रहीसीनन कहा िक उसक प आिमर कीहा गाव क जाट न की औरउसस 80 हजार पए भी वसल

तथा 18 िदन तक बधक बनाकररखा तथा पया अदा करन पर हीगाव स जान िदया गया

ाम सप क सार का भी कहनाथा िक मिजद पर सादाियकहमल म सरतार और हािमदघायल ए पर पिलस ारा इस मिजद पर हमला नह माना जारहा

मज़फरनगर िनवासी पलका कहना था िक उसकाभाई 8 िसतबर को बड़ौत स मज़फरनगर जा रहा था पर घर नह पचा िजसकी गमशदगीक बाबत थाना बढ़ाना म िरपोटदज ह

ाम िलसाढ़ मज़फरनगर स आए रफीक और गलशर न कहािक गाव म 13 िय की हाएई िजनम कवल 2 की लाशजनपद बड़ौत क गगनहर म िमलीजबिक बाकी 11 लाश का अब

तक काई अता पता नह हउन सवाल िकया िक ा यहदो लाश य चलकर वीपरीतिदशा म बड़ौत की गग नहर मपची थी बाकी लाश का ाआ उोन कहा िक जाट औरपिलस की िमली भगत स लाशको िठकान लगा िदया गया

जनसनवाई म बागपत क सलीमइदरीश नवाब रईसीन नरदीन िदलशाद मज़फरनगरक सराफत फगाना क नसीमबहावड़ी क िरयासत मीर हसनलाक गाव क शहजाद िलसाढ़गाव क मशीर समत कई लोग न समाचार िलखन तक अपनी आपबीती रख चक थ

जनसनवाई की अतामलकपरा क प क सचालन स जड़ मौलाना कयम न िकयाव सचालन आजमगढ़ िरहाईमच क भारी मसीीन सजरीन िकया इस दौरान कमरसीतापरी जबर जौनपरी अतहरशशी जद अहमद फाकीरामकण आिदयोग आिरफअिनल आजमी तािरक शफीकलण साद अहमर शफीकइािद मौजद थ

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 8

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

लोह क सरदार और सरदार सरोवरिवमल भाई

सरदार सरोवर बाध की 90 मीटरऊचाई स भािवत अिलराजपरएव बड़वानी िजल क पहाड़ीगाव क सकड़ आिदवासीपिरवार की किष ज़मीन तथामकान 15 बरस स जलाशयक नीच चल गए मगर िकसीभी पिरवार को म दश मसव अदालत क आदशानसारिसिचत किष-योय उपय एविबना अितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकारजमाया और खती श कीनम दा बचाओ आदोलन की 28बरस की लबी लड़ाई न सरादारसरोवर बाध को अभी 122 मीटर

पर रोका आ ह

शायद यह दश कापहला बाध ह िजसममहारा और गजरात

म 11000 पिरवार कोभिम आधािरत पनवा स

िमला ह िकत हरकदम पर लड़ाई करन क बाद लिकन तीनरा म आज भीहजार पिरवार कापनवा स बाकी ह

नमदा बचाओ आदोलन न 28साल स इस बाध क हर पहकी साई सामन ला रहा ह

70000 हजार करोड़ की लागतक बाद अभी 30 साल म मा30 ितशत नहर ही बन पाई हवो भी पहल स ही िसिचत की खती को उजाड़ कर बनाईजा रही ह इसिलए गजरात किकसान न अपनी ज़मीन नहरक िलए दन स इकार कर िदयाह 122 मी ऊचाई पर 8 लाखहर िसचाई का वादा था जबिकवािवक िसचाई मा 25 लाखहयर स भी कम ई ह बाधक लाभ स 4 लाख हयरज़मीन बाहर करक कपिनय किलए आरित की गई ह पीन कापानी भी क-सौरा को कमगाधीनगर अहमदाबाद बड़ौदाशहर को अिधक िदया जा रहा हजो िक बाध क मल उय म था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 9

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 4: Sacchi Mucchi, November 2013

मॉटो बढ़ता विक ितरोध - डािरयो अराडा

आवाज ऊची कर रह ह हमकित िकसान और उपभोाओ क साथ हो रही अितय का िवरोधकरत ह जहा एक ओर इसस जिवक और छोट िकसान कोहािन उठानी पड़ रही ह वह सरीओर मॉटो का खा आपित और बीज पर पटट क माम स एकािधकार जारी ह

िरयो कआट किष जहर मसगठन का कहना ह िक मॉटोका जीनातिरत बीज क बाजार परिनयण ह यह करोड़ टन जहरक योग को बढ़ावा दता ह यहपया वरण व खा साव भौिमकताका िवस कर रहा ह तथा लाखलोग क ा को नकसानपचा रहा ह राजधानी म िवरोधदशन करत ए लोग न माग कीह िक ामीण एव शहरी बदखलीको रोका जाए किष रसायन किछड़काव पर रोक लग और ऐस मॉडल की वकालत की गई जो िकखा साव भौिमकता का सानकरता हो इसी क साथ मॉटोमालिव अजटीना छोड़ो भीजोर-शोर स गजा

मालिव िवधानसभा की विननाबारबोझा वाका का कहना ह िकशहर धए की चपट म ह और यहापर पर बार-बार गभ पात होनपदाईशी अपगता क सर एव सासकी बीमािरया फल रही ह उनका

कहना ह िक हम माटो जस मॉडल की बराइया भी जानत हहम यह भी जानत ह िक य झठवाद करत ह

हम कित िकसानऔर उपभोाओ क

साथ हो रही अितय कािवरोध करत ह जहाएक ओर इसस जिवकऔर छोट िकसान कोहािन उठानी पड़ रही ह

वह सरी ओरमॉटो का खा

आपित और बीज परपट ट क माम स

एकािधकार जारी हअतः हमन अपन पड़ोस म इजीनातिरत बीज को किष जहरस उपचािरत करन की अनमितनह दी जन सन 2012 मअजटीना की सरकार न मॉटोक कोडबा म आन की सचनाम आन की सचना दी थी उसीवष अग म किष मालय न मॉटो क अिधकािरय क साथिमलकर सोयाबीन की नई िक(आरआर 2 इट) जारी की थीवस करीब एक दशक पव कोडबाम नबरड़ असबली मालिवगल फॉर लाईफ का गठन आथा जो िक औोिगक किष और

बड़ पमान पर खनन का िवरोधकरती ह िपछल वष अनकसाओ ारा िकए गए सवणस यह सामन आया िक यहा क58 ितशत िनवासी इस बराीयकपनी की अपन रा म ापनाका िवरोध करत ह

इन आकड़ क िवण स यह भीसामन आया िक बत स लोगन भय क कारण भी मॉटोक प म मतदान िकया थागौरतलब ह मॉटो न अपनापहला सय सन 1956 म झरोटनगर म खोला था इसक बाद सन 1978 म परगोिमनो एव 1994म राजोस (दोन नस आयसात म) खोल थ गत वष उसन घोषणा की िक वह मालिवअजटीना म जीनातिरत मा बीजसय खोलगा सन 1996 मअजटीना सरकार न लायफोसटय जीएम सोयाबीन क उादनकी अनमित द दी थी लिकनसरकार न इसकी सरा को लकरय अपन कोई अयन नहिकए थ सन 1996 म अजटीनाम कल सोयाबीन उादन 66 लाख हयर था जो िकसन 2011 म बढ़कर 198करोड़ हयर यािन दश की कलउपजाऊ भिम का 56 ितशत परपच गया था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 4

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

कोडबा क अलावा अजटीनाक 11 अ शहर म मॉटोक िखलाफ दशन ए इसकअलावा िचली ाजील उववनजएला प म िवरोध दशनए वह मालिव अजटीनाकी िवधायक बार बोजा बाका

का कहना ह हम िसफ मॉटोको ना नह कह रह ह बिऐसी सभी कपिनय को नाकह रह ह जो िक लोग का व जीवन की कीमत परलाभ कमाना चाहती ह हम

खा साव भौिमकता पया वरणकी सरा और लोग क िलएाकर भोजन क हामी ह

(ससथड वड नटवकफीचस सौजsangharshsamvadorg)

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकारन अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया

िरहाई मच

मज़फरनगर क सादाियकिहसा पीिड़त की जनसनवाईको सपा सरकार न रोक करअपना मिम िवरोधी चहराउजागर कर िदया ह एकतरफ जहा धारा 144 लग होन क बावजद सादाियक तको खली पचायत करन कीइजाज़त दी और सादाियकिहसा को भड़कन िदया गयातो वह मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व धम िनरपताकत की तरफ स आयोिजतबद कमर की जनसनवाई को रोकाजा रहा ह अगर राजधानी ममज़फरनगर सादाियक िहसा

पीिड़त क प म अवाज उठान पर इस तरह की पाबदी ह तोमज़फरनगर म पीिड़त की ािित होगी समझा जा सकताह

मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व

धम िनरप ताकत कीतरफ स आयोिजत बदकमर की जनसनवाईको रोका जा रहा ह

सरकार क इस सादाियक रवएक िखलाफ िरहाई मच क नतम सकड़ की तादाद म आए

मज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त न ितरोध माच िनकालासरकार ारा रोक जान क बादमज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त की जनसनवाई िरहाई मचकाया लय पर ई

ितरोध माच म सादाियकिहसा पीिड़त न lsquoदगाइय कोबचान वाली सपा सरकार शमकरो हमारी मा-बहन क साथबलाार करना बद करो पीिड़तको आय दन वाल मदरसको बदनाम करन वाल िशवपालयादव मदा बाद दगा पीिड़त कोआईएसआई स जोड़न वाल रालगाधी शम करो मज़फरनगर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 5

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

सादाियक िहसा की सीबीआईजाच कराओ मज़फरनगरदगा पीिड़त की आवाज दबान वाली खिफया एजिसया मदा बादrsquoइािद नार लगात ए माच मशािमल सकड़ मज़फरनगरसादाियक िहसा पीिड़त कसाथ ानीय लोग न अपनी एकजटता िदखाई

सभा को सबोिधत करत एकाधला स आए हाजी मािजदमौलाना सलीम शामली स आए मौलाना असलम मौलानाकौशर अल कम मौलानाशराफत न कहा िक सरकार राहतिशिवर सचालक को बदनामकरन क िलए तरह-तरह कीअफवाह फला रही ह जबिकसाई यह ह िक िहसा क बादपीिड़त को जो मदद िमली वहानीय लोग न अपन सहयोगस क प सचािलत करक दी ह एकतरफ सरकार दगाईय को बचान म लगी ह तो वह उनक मददगारको कटघर म खड़ा िकया जारहा ह जो नाइसाफी ह खशदआलम मौलाना मजहल दानसीम इािद न भी सबोिधतिकया

मसस परार स सािनतसदीप पाड अवामी काउिसलक महासिचव असद हयात औरिरहाई मच क अ मोहद

शऐब न कहा िक िजस तरह स मज़फरनगर जाट महापचायतक दगाईय की वीिडयो स अिखलश सरकार डरी ह वोदशा ता ह िक सरकार सादाियकिहसा क पर मामल को सामन नहआन दना चाहती ह

िजस तरह स मज़फरनगर जाट

महापचायत क दगाईयकी वीिडयो स

अिखलश सरकार डरीह वो दशा ता ह िकसरकार सादाियक

िहसा क पर मामल कोसामन नह आन दना

चाहती हउन कहा िक भाजपा नताकम िसह सगीत िसह सोमसरश राणा बाबा हिरिकशनराकश िटकत नरश िटकत आिदकी मौजदगी म िजस तरह लाखकी भीड़ न सादाियकता की आगलगाई आिखर उन वीिडयो कोसपा सरकार ारा मज़फरनगरदगा पीिड़त की जनसनवाई मिदखाए जान स रोकना बताताह िक इन दगाईय स अिखलशसरकार क गहर िरत ह इसकामाण यह भी ह िक िपछलालोकसभा चनाव भाजपा िवधायक

सगीत िसह सोम न सपा क िटकटस लड़ा था और आज सोमक ऊपर स अिखलश सरकारारा लचर परवी क मामस रासका हटाना सादाियकजाट की महापचायत को एकतोहफा था िक वो इसी तरहसादाियकता को हवा द िजसस मिम डर की वजह स मलायमक खम म बना रह पर मलायमकी यह भल ह

िरहाई मच क इलाहाबाद कभारी राघव ताप िसहआईएनएल क राीय अमोहद सलमान आजमगढ़िरहाई मच क भारी मसीीनसजरी भागीदारी आदोलन कपीसी करील और भारतीय एकतापाट अ सयद मोइद न कहािक खिफया िवभाग वीिडयो कोलकर िजस तरह डरा आ हवो दशा ता ह िक इस वीिडयो मप राज स सपा क भगवाधारीनताओ क चहर बनकाब हग

जनसनवाई म बागपत क काठास आए ए मकसद न कहा िकउसक भाई चाद की हा िदनाक9 िसतबर 2013 को ई थीिजसकी लाश ाम धान राजऔर बीडीसी अिनल न अातम पचनामा भरवाकर दफन करवादी मकसद न कहा िक उसन नामजद करत ए एफआईआर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 6

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

दज करवाई चमदीद का बयानथा िक उन अिभय को मतकक साथ आिखरी बार बात करत ए घटना ल क करीब ही दखाथा राज व अिनल िगतप स चाद को अी तरह जानत थ पर िफर भी उन लाशका पचनाम अात म भरवायाव ाम चकीदार सलाउीन कोझठा गवाह बनाया दरोगा न भीपचनाम की झठी काय वाई कीयह सब इसिलए आ िक नामजदअिभय अिनल व राज किरतदार थ पिलस ारा कछअिभय को िगरतार िकयागया तो रा मी का दजा ागा बोड क चयर मन वीरिसह न बागपत कोतवाली म फोनकरक अिभय को छोड़न किलए कहा िजस पर िववचक न इकार कर िदया और वीर िसहक फोन नबर को इस िटड़ीक साथ जीडी म दज करयािक वीर िसह क फोन नबरस अिभय को छोड़न क िलएधमकी भर अदाज म कहा गयाजाच म यह नबर वीर िसहम का पाया गया मकसद कअनसार जब तक सीबीआई जाचनह होगी तब तक उस ाय नहिमलगा

जनसनवाई म जनपद बागपत कबामनौली स आए जािकर न कहािक उनक गाव म सादाियक

हमल म अतरी की हा ईऔर जािकर क दो ब म एकक हाथ और सर क पर कोकाट िदया गया जनसनवाई मबा मौजद था िजसका हाथ काटागया था जािकर का कहना थािक उसन नामजद िरपोट दज कराई थी अिभय गाव क दबगजाट ह जो आए िदन पचायतकर रह ह जो अतरी क पितसरवर स शपथ प पर जबरनदखत करवा िलया और जािकरको मजबर कर रह ह िक वह शपथप िलख द और मकदमा वािपसकरा द इसिलए गाव स जािकर वउसका पिरवार पलायन कर गयाह

यही िित ाम वािजदपरजनपद बागपत स आए मतकइकाबाल क पिरजन कमीन न बयान की गाव वािजदपर कीमिजद म घसकर फायिरग कीगई थी िजसम इकबाल व शएबकी मौत हो गई थी इकबाल वशएब क हार कमीन औरसर गवाह पर दबाव डाल रहह िक वह शपथ प द द िजसककारण उ पर गाव क साथपलायन करक िदी म रहना पड़रहा ह

नजराना िनवासी बागपत न बताया िक उसक पित खलीलकी हा ाम काठा म जाट न

की थी िजसम शौकीर आिदकी म भिमका थी खलील कभाई सलीम न कहा िक िदनाक10 िसतबर 2013 को नजरानाअपन पित क साथ ाम काठाम थी ाम काठा म शौकीरआिद जाट न खलील क साथझठा बहाना बनाकर मारपीटश कर दी िजसस घबराकरखलील जमना नदी की तरफभागा जहा पर स कचकरखलील की हा करक उसकशव को जमना म फ क िदयागया खलील की मा ब िदनाक10 िसतबर 2013 को ही सचनािमलन पर कोतवाली बागपत गएजहा उनकी िरपोट दज नह कीगई पर िदनाक 11 िसतबर कोपिलस की मौजदगी म गोताखोरन शव की तलाश की पर शवनह िमला मतक का बिनयान ररिजत िमला और पर पर खनभी िमला तथा बाल भी पाए गएपिलस ारा िफर भी हा कीिरपोट दज नह की गई िदनाक12 िसतबर क समाचार प मयह सब िववरण कािशत आपर बागपत पिलस ारा मीसाहब िसह क करीबी शौकीर किखलाफ कोई िरपोट दज न करकिदनाक 13 िसतबर को गमशदगीम िरपोट दज की गई जबिकचमदीद गवाह क बयान ररिजत बिनयान और पर पर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 7

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

खन तथा बाल का पाया जानासािबत करत थ

इसी कार रशमा काधला न बताया िक उसक पित एहसानकी हा फतहपर पठी क जगलम तार चोर बताकर कर दीगई जबिक उसका पित फरीकरन गया था ामीण न िरपोटदज कराई की कछ तार चोरको टयबल का पाइप काटत एघिसयार न दखा ह िजसकीसचना िमलन पर ामीण न दौड़ाकर एक चोर को पकड़ िलयाऔर पीटकर घायल कर िदयािजसकी बाद म म हो गई वघिसयार कौन थ िजन सचनादी यह अभी तक रह ह रशमान कहा िक एहसान का नामपछकर उसको पीटा गया औरउसकी हा की गई

दोघट क इदरीस का कहना था िकउसक भाई इतजार की हा गावदोघट क पवन न दी पर इसहा को सादाियक हा पिलसनह मान रही ह

ाम रछाड़ बागपत क रहीसीनन कहा िक उसक प आिमर कीहा गाव क जाट न की औरउसस 80 हजार पए भी वसल

तथा 18 िदन तक बधक बनाकररखा तथा पया अदा करन पर हीगाव स जान िदया गया

ाम सप क सार का भी कहनाथा िक मिजद पर सादाियकहमल म सरतार और हािमदघायल ए पर पिलस ारा इस मिजद पर हमला नह माना जारहा

मज़फरनगर िनवासी पलका कहना था िक उसकाभाई 8 िसतबर को बड़ौत स मज़फरनगर जा रहा था पर घर नह पचा िजसकी गमशदगीक बाबत थाना बढ़ाना म िरपोटदज ह

ाम िलसाढ़ मज़फरनगर स आए रफीक और गलशर न कहािक गाव म 13 िय की हाएई िजनम कवल 2 की लाशजनपद बड़ौत क गगनहर म िमलीजबिक बाकी 11 लाश का अब

तक काई अता पता नह हउन सवाल िकया िक ा यहदो लाश य चलकर वीपरीतिदशा म बड़ौत की गग नहर मपची थी बाकी लाश का ाआ उोन कहा िक जाट औरपिलस की िमली भगत स लाशको िठकान लगा िदया गया

जनसनवाई म बागपत क सलीमइदरीश नवाब रईसीन नरदीन िदलशाद मज़फरनगरक सराफत फगाना क नसीमबहावड़ी क िरयासत मीर हसनलाक गाव क शहजाद िलसाढ़गाव क मशीर समत कई लोग न समाचार िलखन तक अपनी आपबीती रख चक थ

जनसनवाई की अतामलकपरा क प क सचालन स जड़ मौलाना कयम न िकयाव सचालन आजमगढ़ िरहाईमच क भारी मसीीन सजरीन िकया इस दौरान कमरसीतापरी जबर जौनपरी अतहरशशी जद अहमद फाकीरामकण आिदयोग आिरफअिनल आजमी तािरक शफीकलण साद अहमर शफीकइािद मौजद थ

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 8

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

लोह क सरदार और सरदार सरोवरिवमल भाई

सरदार सरोवर बाध की 90 मीटरऊचाई स भािवत अिलराजपरएव बड़वानी िजल क पहाड़ीगाव क सकड़ आिदवासीपिरवार की किष ज़मीन तथामकान 15 बरस स जलाशयक नीच चल गए मगर िकसीभी पिरवार को म दश मसव अदालत क आदशानसारिसिचत किष-योय उपय एविबना अितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकारजमाया और खती श कीनम दा बचाओ आदोलन की 28बरस की लबी लड़ाई न सरादारसरोवर बाध को अभी 122 मीटर

पर रोका आ ह

शायद यह दश कापहला बाध ह िजसममहारा और गजरात

म 11000 पिरवार कोभिम आधािरत पनवा स

िमला ह िकत हरकदम पर लड़ाई करन क बाद लिकन तीनरा म आज भीहजार पिरवार कापनवा स बाकी ह

नमदा बचाओ आदोलन न 28साल स इस बाध क हर पहकी साई सामन ला रहा ह

70000 हजार करोड़ की लागतक बाद अभी 30 साल म मा30 ितशत नहर ही बन पाई हवो भी पहल स ही िसिचत की खती को उजाड़ कर बनाईजा रही ह इसिलए गजरात किकसान न अपनी ज़मीन नहरक िलए दन स इकार कर िदयाह 122 मी ऊचाई पर 8 लाखहर िसचाई का वादा था जबिकवािवक िसचाई मा 25 लाखहयर स भी कम ई ह बाधक लाभ स 4 लाख हयरज़मीन बाहर करक कपिनय किलए आरित की गई ह पीन कापानी भी क-सौरा को कमगाधीनगर अहमदाबाद बड़ौदाशहर को अिधक िदया जा रहा हजो िक बाध क मल उय म था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 9

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 5: Sacchi Mucchi, November 2013

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

कोडबा क अलावा अजटीनाक 11 अ शहर म मॉटोक िखलाफ दशन ए इसकअलावा िचली ाजील उववनजएला प म िवरोध दशनए वह मालिव अजटीनाकी िवधायक बार बोजा बाका

का कहना ह हम िसफ मॉटोको ना नह कह रह ह बिऐसी सभी कपिनय को नाकह रह ह जो िक लोग का व जीवन की कीमत परलाभ कमाना चाहती ह हम

खा साव भौिमकता पया वरणकी सरा और लोग क िलएाकर भोजन क हामी ह

(ससथड वड नटवकफीचस सौजsangharshsamvadorg)

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकारन अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया

िरहाई मच

मज़फरनगर क सादाियकिहसा पीिड़त की जनसनवाईको सपा सरकार न रोक करअपना मिम िवरोधी चहराउजागर कर िदया ह एकतरफ जहा धारा 144 लग होन क बावजद सादाियक तको खली पचायत करन कीइजाज़त दी और सादाियकिहसा को भड़कन िदया गयातो वह मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व धम िनरपताकत की तरफ स आयोिजतबद कमर की जनसनवाई को रोकाजा रहा ह अगर राजधानी ममज़फरनगर सादाियक िहसा

पीिड़त क प म अवाज उठान पर इस तरह की पाबदी ह तोमज़फरनगर म पीिड़त की ािित होगी समझा जा सकताह

मानवािधकार नताओ और बिजीिवय व

धम िनरप ताकत कीतरफ स आयोिजत बदकमर की जनसनवाईको रोका जा रहा ह

सरकार क इस सादाियक रवएक िखलाफ िरहाई मच क नतम सकड़ की तादाद म आए

मज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त न ितरोध माच िनकालासरकार ारा रोक जान क बादमज़फरनगर सादाियक िहसापीिड़त की जनसनवाई िरहाई मचकाया लय पर ई

ितरोध माच म सादाियकिहसा पीिड़त न lsquoदगाइय कोबचान वाली सपा सरकार शमकरो हमारी मा-बहन क साथबलाार करना बद करो पीिड़तको आय दन वाल मदरसको बदनाम करन वाल िशवपालयादव मदा बाद दगा पीिड़त कोआईएसआई स जोड़न वाल रालगाधी शम करो मज़फरनगर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 5

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

सादाियक िहसा की सीबीआईजाच कराओ मज़फरनगरदगा पीिड़त की आवाज दबान वाली खिफया एजिसया मदा बादrsquoइािद नार लगात ए माच मशािमल सकड़ मज़फरनगरसादाियक िहसा पीिड़त कसाथ ानीय लोग न अपनी एकजटता िदखाई

सभा को सबोिधत करत एकाधला स आए हाजी मािजदमौलाना सलीम शामली स आए मौलाना असलम मौलानाकौशर अल कम मौलानाशराफत न कहा िक सरकार राहतिशिवर सचालक को बदनामकरन क िलए तरह-तरह कीअफवाह फला रही ह जबिकसाई यह ह िक िहसा क बादपीिड़त को जो मदद िमली वहानीय लोग न अपन सहयोगस क प सचािलत करक दी ह एकतरफ सरकार दगाईय को बचान म लगी ह तो वह उनक मददगारको कटघर म खड़ा िकया जारहा ह जो नाइसाफी ह खशदआलम मौलाना मजहल दानसीम इािद न भी सबोिधतिकया

मसस परार स सािनतसदीप पाड अवामी काउिसलक महासिचव असद हयात औरिरहाई मच क अ मोहद

शऐब न कहा िक िजस तरह स मज़फरनगर जाट महापचायतक दगाईय की वीिडयो स अिखलश सरकार डरी ह वोदशा ता ह िक सरकार सादाियकिहसा क पर मामल को सामन नहआन दना चाहती ह

िजस तरह स मज़फरनगर जाट

महापचायत क दगाईयकी वीिडयो स

अिखलश सरकार डरीह वो दशा ता ह िकसरकार सादाियक

िहसा क पर मामल कोसामन नह आन दना

चाहती हउन कहा िक भाजपा नताकम िसह सगीत िसह सोमसरश राणा बाबा हिरिकशनराकश िटकत नरश िटकत आिदकी मौजदगी म िजस तरह लाखकी भीड़ न सादाियकता की आगलगाई आिखर उन वीिडयो कोसपा सरकार ारा मज़फरनगरदगा पीिड़त की जनसनवाई मिदखाए जान स रोकना बताताह िक इन दगाईय स अिखलशसरकार क गहर िरत ह इसकामाण यह भी ह िक िपछलालोकसभा चनाव भाजपा िवधायक

सगीत िसह सोम न सपा क िटकटस लड़ा था और आज सोमक ऊपर स अिखलश सरकारारा लचर परवी क मामस रासका हटाना सादाियकजाट की महापचायत को एकतोहफा था िक वो इसी तरहसादाियकता को हवा द िजसस मिम डर की वजह स मलायमक खम म बना रह पर मलायमकी यह भल ह

िरहाई मच क इलाहाबाद कभारी राघव ताप िसहआईएनएल क राीय अमोहद सलमान आजमगढ़िरहाई मच क भारी मसीीनसजरी भागीदारी आदोलन कपीसी करील और भारतीय एकतापाट अ सयद मोइद न कहािक खिफया िवभाग वीिडयो कोलकर िजस तरह डरा आ हवो दशा ता ह िक इस वीिडयो मप राज स सपा क भगवाधारीनताओ क चहर बनकाब हग

जनसनवाई म बागपत क काठास आए ए मकसद न कहा िकउसक भाई चाद की हा िदनाक9 िसतबर 2013 को ई थीिजसकी लाश ाम धान राजऔर बीडीसी अिनल न अातम पचनामा भरवाकर दफन करवादी मकसद न कहा िक उसन नामजद करत ए एफआईआर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 6

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

दज करवाई चमदीद का बयानथा िक उन अिभय को मतकक साथ आिखरी बार बात करत ए घटना ल क करीब ही दखाथा राज व अिनल िगतप स चाद को अी तरह जानत थ पर िफर भी उन लाशका पचनाम अात म भरवायाव ाम चकीदार सलाउीन कोझठा गवाह बनाया दरोगा न भीपचनाम की झठी काय वाई कीयह सब इसिलए आ िक नामजदअिभय अिनल व राज किरतदार थ पिलस ारा कछअिभय को िगरतार िकयागया तो रा मी का दजा ागा बोड क चयर मन वीरिसह न बागपत कोतवाली म फोनकरक अिभय को छोड़न किलए कहा िजस पर िववचक न इकार कर िदया और वीर िसहक फोन नबर को इस िटड़ीक साथ जीडी म दज करयािक वीर िसह क फोन नबरस अिभय को छोड़न क िलएधमकी भर अदाज म कहा गयाजाच म यह नबर वीर िसहम का पाया गया मकसद कअनसार जब तक सीबीआई जाचनह होगी तब तक उस ाय नहिमलगा

जनसनवाई म जनपद बागपत कबामनौली स आए जािकर न कहािक उनक गाव म सादाियक

हमल म अतरी की हा ईऔर जािकर क दो ब म एकक हाथ और सर क पर कोकाट िदया गया जनसनवाई मबा मौजद था िजसका हाथ काटागया था जािकर का कहना थािक उसन नामजद िरपोट दज कराई थी अिभय गाव क दबगजाट ह जो आए िदन पचायतकर रह ह जो अतरी क पितसरवर स शपथ प पर जबरनदखत करवा िलया और जािकरको मजबर कर रह ह िक वह शपथप िलख द और मकदमा वािपसकरा द इसिलए गाव स जािकर वउसका पिरवार पलायन कर गयाह

यही िित ाम वािजदपरजनपद बागपत स आए मतकइकाबाल क पिरजन कमीन न बयान की गाव वािजदपर कीमिजद म घसकर फायिरग कीगई थी िजसम इकबाल व शएबकी मौत हो गई थी इकबाल वशएब क हार कमीन औरसर गवाह पर दबाव डाल रहह िक वह शपथ प द द िजसककारण उ पर गाव क साथपलायन करक िदी म रहना पड़रहा ह

नजराना िनवासी बागपत न बताया िक उसक पित खलीलकी हा ाम काठा म जाट न

की थी िजसम शौकीर आिदकी म भिमका थी खलील कभाई सलीम न कहा िक िदनाक10 िसतबर 2013 को नजरानाअपन पित क साथ ाम काठाम थी ाम काठा म शौकीरआिद जाट न खलील क साथझठा बहाना बनाकर मारपीटश कर दी िजसस घबराकरखलील जमना नदी की तरफभागा जहा पर स कचकरखलील की हा करक उसकशव को जमना म फ क िदयागया खलील की मा ब िदनाक10 िसतबर 2013 को ही सचनािमलन पर कोतवाली बागपत गएजहा उनकी िरपोट दज नह कीगई पर िदनाक 11 िसतबर कोपिलस की मौजदगी म गोताखोरन शव की तलाश की पर शवनह िमला मतक का बिनयान ररिजत िमला और पर पर खनभी िमला तथा बाल भी पाए गएपिलस ारा िफर भी हा कीिरपोट दज नह की गई िदनाक12 िसतबर क समाचार प मयह सब िववरण कािशत आपर बागपत पिलस ारा मीसाहब िसह क करीबी शौकीर किखलाफ कोई िरपोट दज न करकिदनाक 13 िसतबर को गमशदगीम िरपोट दज की गई जबिकचमदीद गवाह क बयान ररिजत बिनयान और पर पर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 7

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

खन तथा बाल का पाया जानासािबत करत थ

इसी कार रशमा काधला न बताया िक उसक पित एहसानकी हा फतहपर पठी क जगलम तार चोर बताकर कर दीगई जबिक उसका पित फरीकरन गया था ामीण न िरपोटदज कराई की कछ तार चोरको टयबल का पाइप काटत एघिसयार न दखा ह िजसकीसचना िमलन पर ामीण न दौड़ाकर एक चोर को पकड़ िलयाऔर पीटकर घायल कर िदयािजसकी बाद म म हो गई वघिसयार कौन थ िजन सचनादी यह अभी तक रह ह रशमान कहा िक एहसान का नामपछकर उसको पीटा गया औरउसकी हा की गई

दोघट क इदरीस का कहना था िकउसक भाई इतजार की हा गावदोघट क पवन न दी पर इसहा को सादाियक हा पिलसनह मान रही ह

ाम रछाड़ बागपत क रहीसीनन कहा िक उसक प आिमर कीहा गाव क जाट न की औरउसस 80 हजार पए भी वसल

तथा 18 िदन तक बधक बनाकररखा तथा पया अदा करन पर हीगाव स जान िदया गया

ाम सप क सार का भी कहनाथा िक मिजद पर सादाियकहमल म सरतार और हािमदघायल ए पर पिलस ारा इस मिजद पर हमला नह माना जारहा

मज़फरनगर िनवासी पलका कहना था िक उसकाभाई 8 िसतबर को बड़ौत स मज़फरनगर जा रहा था पर घर नह पचा िजसकी गमशदगीक बाबत थाना बढ़ाना म िरपोटदज ह

ाम िलसाढ़ मज़फरनगर स आए रफीक और गलशर न कहािक गाव म 13 िय की हाएई िजनम कवल 2 की लाशजनपद बड़ौत क गगनहर म िमलीजबिक बाकी 11 लाश का अब

तक काई अता पता नह हउन सवाल िकया िक ा यहदो लाश य चलकर वीपरीतिदशा म बड़ौत की गग नहर मपची थी बाकी लाश का ाआ उोन कहा िक जाट औरपिलस की िमली भगत स लाशको िठकान लगा िदया गया

जनसनवाई म बागपत क सलीमइदरीश नवाब रईसीन नरदीन िदलशाद मज़फरनगरक सराफत फगाना क नसीमबहावड़ी क िरयासत मीर हसनलाक गाव क शहजाद िलसाढ़गाव क मशीर समत कई लोग न समाचार िलखन तक अपनी आपबीती रख चक थ

जनसनवाई की अतामलकपरा क प क सचालन स जड़ मौलाना कयम न िकयाव सचालन आजमगढ़ िरहाईमच क भारी मसीीन सजरीन िकया इस दौरान कमरसीतापरी जबर जौनपरी अतहरशशी जद अहमद फाकीरामकण आिदयोग आिरफअिनल आजमी तािरक शफीकलण साद अहमर शफीकइािद मौजद थ

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 8

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

लोह क सरदार और सरदार सरोवरिवमल भाई

सरदार सरोवर बाध की 90 मीटरऊचाई स भािवत अिलराजपरएव बड़वानी िजल क पहाड़ीगाव क सकड़ आिदवासीपिरवार की किष ज़मीन तथामकान 15 बरस स जलाशयक नीच चल गए मगर िकसीभी पिरवार को म दश मसव अदालत क आदशानसारिसिचत किष-योय उपय एविबना अितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकारजमाया और खती श कीनम दा बचाओ आदोलन की 28बरस की लबी लड़ाई न सरादारसरोवर बाध को अभी 122 मीटर

पर रोका आ ह

शायद यह दश कापहला बाध ह िजसममहारा और गजरात

म 11000 पिरवार कोभिम आधािरत पनवा स

िमला ह िकत हरकदम पर लड़ाई करन क बाद लिकन तीनरा म आज भीहजार पिरवार कापनवा स बाकी ह

नमदा बचाओ आदोलन न 28साल स इस बाध क हर पहकी साई सामन ला रहा ह

70000 हजार करोड़ की लागतक बाद अभी 30 साल म मा30 ितशत नहर ही बन पाई हवो भी पहल स ही िसिचत की खती को उजाड़ कर बनाईजा रही ह इसिलए गजरात किकसान न अपनी ज़मीन नहरक िलए दन स इकार कर िदयाह 122 मी ऊचाई पर 8 लाखहर िसचाई का वादा था जबिकवािवक िसचाई मा 25 लाखहयर स भी कम ई ह बाधक लाभ स 4 लाख हयरज़मीन बाहर करक कपिनय किलए आरित की गई ह पीन कापानी भी क-सौरा को कमगाधीनगर अहमदाबाद बड़ौदाशहर को अिधक िदया जा रहा हजो िक बाध क मल उय म था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 9

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 6: Sacchi Mucchi, November 2013

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

सादाियक िहसा की सीबीआईजाच कराओ मज़फरनगरदगा पीिड़त की आवाज दबान वाली खिफया एजिसया मदा बादrsquoइािद नार लगात ए माच मशािमल सकड़ मज़फरनगरसादाियक िहसा पीिड़त कसाथ ानीय लोग न अपनी एकजटता िदखाई

सभा को सबोिधत करत एकाधला स आए हाजी मािजदमौलाना सलीम शामली स आए मौलाना असलम मौलानाकौशर अल कम मौलानाशराफत न कहा िक सरकार राहतिशिवर सचालक को बदनामकरन क िलए तरह-तरह कीअफवाह फला रही ह जबिकसाई यह ह िक िहसा क बादपीिड़त को जो मदद िमली वहानीय लोग न अपन सहयोगस क प सचािलत करक दी ह एकतरफ सरकार दगाईय को बचान म लगी ह तो वह उनक मददगारको कटघर म खड़ा िकया जारहा ह जो नाइसाफी ह खशदआलम मौलाना मजहल दानसीम इािद न भी सबोिधतिकया

मसस परार स सािनतसदीप पाड अवामी काउिसलक महासिचव असद हयात औरिरहाई मच क अ मोहद

शऐब न कहा िक िजस तरह स मज़फरनगर जाट महापचायतक दगाईय की वीिडयो स अिखलश सरकार डरी ह वोदशा ता ह िक सरकार सादाियकिहसा क पर मामल को सामन नहआन दना चाहती ह

िजस तरह स मज़फरनगर जाट

महापचायत क दगाईयकी वीिडयो स

अिखलश सरकार डरीह वो दशा ता ह िकसरकार सादाियक

िहसा क पर मामल कोसामन नह आन दना

चाहती हउन कहा िक भाजपा नताकम िसह सगीत िसह सोमसरश राणा बाबा हिरिकशनराकश िटकत नरश िटकत आिदकी मौजदगी म िजस तरह लाखकी भीड़ न सादाियकता की आगलगाई आिखर उन वीिडयो कोसपा सरकार ारा मज़फरनगरदगा पीिड़त की जनसनवाई मिदखाए जान स रोकना बताताह िक इन दगाईय स अिखलशसरकार क गहर िरत ह इसकामाण यह भी ह िक िपछलालोकसभा चनाव भाजपा िवधायक

सगीत िसह सोम न सपा क िटकटस लड़ा था और आज सोमक ऊपर स अिखलश सरकारारा लचर परवी क मामस रासका हटाना सादाियकजाट की महापचायत को एकतोहफा था िक वो इसी तरहसादाियकता को हवा द िजसस मिम डर की वजह स मलायमक खम म बना रह पर मलायमकी यह भल ह

िरहाई मच क इलाहाबाद कभारी राघव ताप िसहआईएनएल क राीय अमोहद सलमान आजमगढ़िरहाई मच क भारी मसीीनसजरी भागीदारी आदोलन कपीसी करील और भारतीय एकतापाट अ सयद मोइद न कहािक खिफया िवभाग वीिडयो कोलकर िजस तरह डरा आ हवो दशा ता ह िक इस वीिडयो मप राज स सपा क भगवाधारीनताओ क चहर बनकाब हग

जनसनवाई म बागपत क काठास आए ए मकसद न कहा िकउसक भाई चाद की हा िदनाक9 िसतबर 2013 को ई थीिजसकी लाश ाम धान राजऔर बीडीसी अिनल न अातम पचनामा भरवाकर दफन करवादी मकसद न कहा िक उसन नामजद करत ए एफआईआर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 6

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

दज करवाई चमदीद का बयानथा िक उन अिभय को मतकक साथ आिखरी बार बात करत ए घटना ल क करीब ही दखाथा राज व अिनल िगतप स चाद को अी तरह जानत थ पर िफर भी उन लाशका पचनाम अात म भरवायाव ाम चकीदार सलाउीन कोझठा गवाह बनाया दरोगा न भीपचनाम की झठी काय वाई कीयह सब इसिलए आ िक नामजदअिभय अिनल व राज किरतदार थ पिलस ारा कछअिभय को िगरतार िकयागया तो रा मी का दजा ागा बोड क चयर मन वीरिसह न बागपत कोतवाली म फोनकरक अिभय को छोड़न किलए कहा िजस पर िववचक न इकार कर िदया और वीर िसहक फोन नबर को इस िटड़ीक साथ जीडी म दज करयािक वीर िसह क फोन नबरस अिभय को छोड़न क िलएधमकी भर अदाज म कहा गयाजाच म यह नबर वीर िसहम का पाया गया मकसद कअनसार जब तक सीबीआई जाचनह होगी तब तक उस ाय नहिमलगा

जनसनवाई म जनपद बागपत कबामनौली स आए जािकर न कहािक उनक गाव म सादाियक

हमल म अतरी की हा ईऔर जािकर क दो ब म एकक हाथ और सर क पर कोकाट िदया गया जनसनवाई मबा मौजद था िजसका हाथ काटागया था जािकर का कहना थािक उसन नामजद िरपोट दज कराई थी अिभय गाव क दबगजाट ह जो आए िदन पचायतकर रह ह जो अतरी क पितसरवर स शपथ प पर जबरनदखत करवा िलया और जािकरको मजबर कर रह ह िक वह शपथप िलख द और मकदमा वािपसकरा द इसिलए गाव स जािकर वउसका पिरवार पलायन कर गयाह

यही िित ाम वािजदपरजनपद बागपत स आए मतकइकाबाल क पिरजन कमीन न बयान की गाव वािजदपर कीमिजद म घसकर फायिरग कीगई थी िजसम इकबाल व शएबकी मौत हो गई थी इकबाल वशएब क हार कमीन औरसर गवाह पर दबाव डाल रहह िक वह शपथ प द द िजसककारण उ पर गाव क साथपलायन करक िदी म रहना पड़रहा ह

नजराना िनवासी बागपत न बताया िक उसक पित खलीलकी हा ाम काठा म जाट न

की थी िजसम शौकीर आिदकी म भिमका थी खलील कभाई सलीम न कहा िक िदनाक10 िसतबर 2013 को नजरानाअपन पित क साथ ाम काठाम थी ाम काठा म शौकीरआिद जाट न खलील क साथझठा बहाना बनाकर मारपीटश कर दी िजसस घबराकरखलील जमना नदी की तरफभागा जहा पर स कचकरखलील की हा करक उसकशव को जमना म फ क िदयागया खलील की मा ब िदनाक10 िसतबर 2013 को ही सचनािमलन पर कोतवाली बागपत गएजहा उनकी िरपोट दज नह कीगई पर िदनाक 11 िसतबर कोपिलस की मौजदगी म गोताखोरन शव की तलाश की पर शवनह िमला मतक का बिनयान ररिजत िमला और पर पर खनभी िमला तथा बाल भी पाए गएपिलस ारा िफर भी हा कीिरपोट दज नह की गई िदनाक12 िसतबर क समाचार प मयह सब िववरण कािशत आपर बागपत पिलस ारा मीसाहब िसह क करीबी शौकीर किखलाफ कोई िरपोट दज न करकिदनाक 13 िसतबर को गमशदगीम िरपोट दज की गई जबिकचमदीद गवाह क बयान ररिजत बिनयान और पर पर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 7

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

खन तथा बाल का पाया जानासािबत करत थ

इसी कार रशमा काधला न बताया िक उसक पित एहसानकी हा फतहपर पठी क जगलम तार चोर बताकर कर दीगई जबिक उसका पित फरीकरन गया था ामीण न िरपोटदज कराई की कछ तार चोरको टयबल का पाइप काटत एघिसयार न दखा ह िजसकीसचना िमलन पर ामीण न दौड़ाकर एक चोर को पकड़ िलयाऔर पीटकर घायल कर िदयािजसकी बाद म म हो गई वघिसयार कौन थ िजन सचनादी यह अभी तक रह ह रशमान कहा िक एहसान का नामपछकर उसको पीटा गया औरउसकी हा की गई

दोघट क इदरीस का कहना था िकउसक भाई इतजार की हा गावदोघट क पवन न दी पर इसहा को सादाियक हा पिलसनह मान रही ह

ाम रछाड़ बागपत क रहीसीनन कहा िक उसक प आिमर कीहा गाव क जाट न की औरउसस 80 हजार पए भी वसल

तथा 18 िदन तक बधक बनाकररखा तथा पया अदा करन पर हीगाव स जान िदया गया

ाम सप क सार का भी कहनाथा िक मिजद पर सादाियकहमल म सरतार और हािमदघायल ए पर पिलस ारा इस मिजद पर हमला नह माना जारहा

मज़फरनगर िनवासी पलका कहना था िक उसकाभाई 8 िसतबर को बड़ौत स मज़फरनगर जा रहा था पर घर नह पचा िजसकी गमशदगीक बाबत थाना बढ़ाना म िरपोटदज ह

ाम िलसाढ़ मज़फरनगर स आए रफीक और गलशर न कहािक गाव म 13 िय की हाएई िजनम कवल 2 की लाशजनपद बड़ौत क गगनहर म िमलीजबिक बाकी 11 लाश का अब

तक काई अता पता नह हउन सवाल िकया िक ा यहदो लाश य चलकर वीपरीतिदशा म बड़ौत की गग नहर मपची थी बाकी लाश का ाआ उोन कहा िक जाट औरपिलस की िमली भगत स लाशको िठकान लगा िदया गया

जनसनवाई म बागपत क सलीमइदरीश नवाब रईसीन नरदीन िदलशाद मज़फरनगरक सराफत फगाना क नसीमबहावड़ी क िरयासत मीर हसनलाक गाव क शहजाद िलसाढ़गाव क मशीर समत कई लोग न समाचार िलखन तक अपनी आपबीती रख चक थ

जनसनवाई की अतामलकपरा क प क सचालन स जड़ मौलाना कयम न िकयाव सचालन आजमगढ़ िरहाईमच क भारी मसीीन सजरीन िकया इस दौरान कमरसीतापरी जबर जौनपरी अतहरशशी जद अहमद फाकीरामकण आिदयोग आिरफअिनल आजमी तािरक शफीकलण साद अहमर शफीकइािद मौजद थ

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 8

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

लोह क सरदार और सरदार सरोवरिवमल भाई

सरदार सरोवर बाध की 90 मीटरऊचाई स भािवत अिलराजपरएव बड़वानी िजल क पहाड़ीगाव क सकड़ आिदवासीपिरवार की किष ज़मीन तथामकान 15 बरस स जलाशयक नीच चल गए मगर िकसीभी पिरवार को म दश मसव अदालत क आदशानसारिसिचत किष-योय उपय एविबना अितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकारजमाया और खती श कीनम दा बचाओ आदोलन की 28बरस की लबी लड़ाई न सरादारसरोवर बाध को अभी 122 मीटर

पर रोका आ ह

शायद यह दश कापहला बाध ह िजसममहारा और गजरात

म 11000 पिरवार कोभिम आधािरत पनवा स

िमला ह िकत हरकदम पर लड़ाई करन क बाद लिकन तीनरा म आज भीहजार पिरवार कापनवा स बाकी ह

नमदा बचाओ आदोलन न 28साल स इस बाध क हर पहकी साई सामन ला रहा ह

70000 हजार करोड़ की लागतक बाद अभी 30 साल म मा30 ितशत नहर ही बन पाई हवो भी पहल स ही िसिचत की खती को उजाड़ कर बनाईजा रही ह इसिलए गजरात किकसान न अपनी ज़मीन नहरक िलए दन स इकार कर िदयाह 122 मी ऊचाई पर 8 लाखहर िसचाई का वादा था जबिकवािवक िसचाई मा 25 लाखहयर स भी कम ई ह बाधक लाभ स 4 लाख हयरज़मीन बाहर करक कपिनय किलए आरित की गई ह पीन कापानी भी क-सौरा को कमगाधीनगर अहमदाबाद बड़ौदाशहर को अिधक िदया जा रहा हजो िक बाध क मल उय म था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 9

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 7: Sacchi Mucchi, November 2013

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

दज करवाई चमदीद का बयानथा िक उन अिभय को मतकक साथ आिखरी बार बात करत ए घटना ल क करीब ही दखाथा राज व अिनल िगतप स चाद को अी तरह जानत थ पर िफर भी उन लाशका पचनाम अात म भरवायाव ाम चकीदार सलाउीन कोझठा गवाह बनाया दरोगा न भीपचनाम की झठी काय वाई कीयह सब इसिलए आ िक नामजदअिभय अिनल व राज किरतदार थ पिलस ारा कछअिभय को िगरतार िकयागया तो रा मी का दजा ागा बोड क चयर मन वीरिसह न बागपत कोतवाली म फोनकरक अिभय को छोड़न किलए कहा िजस पर िववचक न इकार कर िदया और वीर िसहक फोन नबर को इस िटड़ीक साथ जीडी म दज करयािक वीर िसह क फोन नबरस अिभय को छोड़न क िलएधमकी भर अदाज म कहा गयाजाच म यह नबर वीर िसहम का पाया गया मकसद कअनसार जब तक सीबीआई जाचनह होगी तब तक उस ाय नहिमलगा

जनसनवाई म जनपद बागपत कबामनौली स आए जािकर न कहािक उनक गाव म सादाियक

हमल म अतरी की हा ईऔर जािकर क दो ब म एकक हाथ और सर क पर कोकाट िदया गया जनसनवाई मबा मौजद था िजसका हाथ काटागया था जािकर का कहना थािक उसन नामजद िरपोट दज कराई थी अिभय गाव क दबगजाट ह जो आए िदन पचायतकर रह ह जो अतरी क पितसरवर स शपथ प पर जबरनदखत करवा िलया और जािकरको मजबर कर रह ह िक वह शपथप िलख द और मकदमा वािपसकरा द इसिलए गाव स जािकर वउसका पिरवार पलायन कर गयाह

यही िित ाम वािजदपरजनपद बागपत स आए मतकइकाबाल क पिरजन कमीन न बयान की गाव वािजदपर कीमिजद म घसकर फायिरग कीगई थी िजसम इकबाल व शएबकी मौत हो गई थी इकबाल वशएब क हार कमीन औरसर गवाह पर दबाव डाल रहह िक वह शपथ प द द िजसककारण उ पर गाव क साथपलायन करक िदी म रहना पड़रहा ह

नजराना िनवासी बागपत न बताया िक उसक पित खलीलकी हा ाम काठा म जाट न

की थी िजसम शौकीर आिदकी म भिमका थी खलील कभाई सलीम न कहा िक िदनाक10 िसतबर 2013 को नजरानाअपन पित क साथ ाम काठाम थी ाम काठा म शौकीरआिद जाट न खलील क साथझठा बहाना बनाकर मारपीटश कर दी िजसस घबराकरखलील जमना नदी की तरफभागा जहा पर स कचकरखलील की हा करक उसकशव को जमना म फ क िदयागया खलील की मा ब िदनाक10 िसतबर 2013 को ही सचनािमलन पर कोतवाली बागपत गएजहा उनकी िरपोट दज नह कीगई पर िदनाक 11 िसतबर कोपिलस की मौजदगी म गोताखोरन शव की तलाश की पर शवनह िमला मतक का बिनयान ररिजत िमला और पर पर खनभी िमला तथा बाल भी पाए गएपिलस ारा िफर भी हा कीिरपोट दज नह की गई िदनाक12 िसतबर क समाचार प मयह सब िववरण कािशत आपर बागपत पिलस ारा मीसाहब िसह क करीबी शौकीर किखलाफ कोई िरपोट दज न करकिदनाक 13 िसतबर को गमशदगीम िरपोट दज की गई जबिकचमदीद गवाह क बयान ररिजत बिनयान और पर पर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 7

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

खन तथा बाल का पाया जानासािबत करत थ

इसी कार रशमा काधला न बताया िक उसक पित एहसानकी हा फतहपर पठी क जगलम तार चोर बताकर कर दीगई जबिक उसका पित फरीकरन गया था ामीण न िरपोटदज कराई की कछ तार चोरको टयबल का पाइप काटत एघिसयार न दखा ह िजसकीसचना िमलन पर ामीण न दौड़ाकर एक चोर को पकड़ िलयाऔर पीटकर घायल कर िदयािजसकी बाद म म हो गई वघिसयार कौन थ िजन सचनादी यह अभी तक रह ह रशमान कहा िक एहसान का नामपछकर उसको पीटा गया औरउसकी हा की गई

दोघट क इदरीस का कहना था िकउसक भाई इतजार की हा गावदोघट क पवन न दी पर इसहा को सादाियक हा पिलसनह मान रही ह

ाम रछाड़ बागपत क रहीसीनन कहा िक उसक प आिमर कीहा गाव क जाट न की औरउसस 80 हजार पए भी वसल

तथा 18 िदन तक बधक बनाकररखा तथा पया अदा करन पर हीगाव स जान िदया गया

ाम सप क सार का भी कहनाथा िक मिजद पर सादाियकहमल म सरतार और हािमदघायल ए पर पिलस ारा इस मिजद पर हमला नह माना जारहा

मज़फरनगर िनवासी पलका कहना था िक उसकाभाई 8 िसतबर को बड़ौत स मज़फरनगर जा रहा था पर घर नह पचा िजसकी गमशदगीक बाबत थाना बढ़ाना म िरपोटदज ह

ाम िलसाढ़ मज़फरनगर स आए रफीक और गलशर न कहािक गाव म 13 िय की हाएई िजनम कवल 2 की लाशजनपद बड़ौत क गगनहर म िमलीजबिक बाकी 11 लाश का अब

तक काई अता पता नह हउन सवाल िकया िक ा यहदो लाश य चलकर वीपरीतिदशा म बड़ौत की गग नहर मपची थी बाकी लाश का ाआ उोन कहा िक जाट औरपिलस की िमली भगत स लाशको िठकान लगा िदया गया

जनसनवाई म बागपत क सलीमइदरीश नवाब रईसीन नरदीन िदलशाद मज़फरनगरक सराफत फगाना क नसीमबहावड़ी क िरयासत मीर हसनलाक गाव क शहजाद िलसाढ़गाव क मशीर समत कई लोग न समाचार िलखन तक अपनी आपबीती रख चक थ

जनसनवाई की अतामलकपरा क प क सचालन स जड़ मौलाना कयम न िकयाव सचालन आजमगढ़ िरहाईमच क भारी मसीीन सजरीन िकया इस दौरान कमरसीतापरी जबर जौनपरी अतहरशशी जद अहमद फाकीरामकण आिदयोग आिरफअिनल आजमी तािरक शफीकलण साद अहमर शफीकइािद मौजद थ

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 8

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

लोह क सरदार और सरदार सरोवरिवमल भाई

सरदार सरोवर बाध की 90 मीटरऊचाई स भािवत अिलराजपरएव बड़वानी िजल क पहाड़ीगाव क सकड़ आिदवासीपिरवार की किष ज़मीन तथामकान 15 बरस स जलाशयक नीच चल गए मगर िकसीभी पिरवार को म दश मसव अदालत क आदशानसारिसिचत किष-योय उपय एविबना अितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकारजमाया और खती श कीनम दा बचाओ आदोलन की 28बरस की लबी लड़ाई न सरादारसरोवर बाध को अभी 122 मीटर

पर रोका आ ह

शायद यह दश कापहला बाध ह िजसममहारा और गजरात

म 11000 पिरवार कोभिम आधािरत पनवा स

िमला ह िकत हरकदम पर लड़ाई करन क बाद लिकन तीनरा म आज भीहजार पिरवार कापनवा स बाकी ह

नमदा बचाओ आदोलन न 28साल स इस बाध क हर पहकी साई सामन ला रहा ह

70000 हजार करोड़ की लागतक बाद अभी 30 साल म मा30 ितशत नहर ही बन पाई हवो भी पहल स ही िसिचत की खती को उजाड़ कर बनाईजा रही ह इसिलए गजरात किकसान न अपनी ज़मीन नहरक िलए दन स इकार कर िदयाह 122 मी ऊचाई पर 8 लाखहर िसचाई का वादा था जबिकवािवक िसचाई मा 25 लाखहयर स भी कम ई ह बाधक लाभ स 4 लाख हयरज़मीन बाहर करक कपिनय किलए आरित की गई ह पीन कापानी भी क-सौरा को कमगाधीनगर अहमदाबाद बड़ौदाशहर को अिधक िदया जा रहा हजो िक बाध क मल उय म था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 9

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 8: Sacchi Mucchi, November 2013

मज़फरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मिम िवरोधी चहरा उजागर िकया - िरहाई मच

खन तथा बाल का पाया जानासािबत करत थ

इसी कार रशमा काधला न बताया िक उसक पित एहसानकी हा फतहपर पठी क जगलम तार चोर बताकर कर दीगई जबिक उसका पित फरीकरन गया था ामीण न िरपोटदज कराई की कछ तार चोरको टयबल का पाइप काटत एघिसयार न दखा ह िजसकीसचना िमलन पर ामीण न दौड़ाकर एक चोर को पकड़ िलयाऔर पीटकर घायल कर िदयािजसकी बाद म म हो गई वघिसयार कौन थ िजन सचनादी यह अभी तक रह ह रशमान कहा िक एहसान का नामपछकर उसको पीटा गया औरउसकी हा की गई

दोघट क इदरीस का कहना था िकउसक भाई इतजार की हा गावदोघट क पवन न दी पर इसहा को सादाियक हा पिलसनह मान रही ह

ाम रछाड़ बागपत क रहीसीनन कहा िक उसक प आिमर कीहा गाव क जाट न की औरउसस 80 हजार पए भी वसल

तथा 18 िदन तक बधक बनाकररखा तथा पया अदा करन पर हीगाव स जान िदया गया

ाम सप क सार का भी कहनाथा िक मिजद पर सादाियकहमल म सरतार और हािमदघायल ए पर पिलस ारा इस मिजद पर हमला नह माना जारहा

मज़फरनगर िनवासी पलका कहना था िक उसकाभाई 8 िसतबर को बड़ौत स मज़फरनगर जा रहा था पर घर नह पचा िजसकी गमशदगीक बाबत थाना बढ़ाना म िरपोटदज ह

ाम िलसाढ़ मज़फरनगर स आए रफीक और गलशर न कहािक गाव म 13 िय की हाएई िजनम कवल 2 की लाशजनपद बड़ौत क गगनहर म िमलीजबिक बाकी 11 लाश का अब

तक काई अता पता नह हउन सवाल िकया िक ा यहदो लाश य चलकर वीपरीतिदशा म बड़ौत की गग नहर मपची थी बाकी लाश का ाआ उोन कहा िक जाट औरपिलस की िमली भगत स लाशको िठकान लगा िदया गया

जनसनवाई म बागपत क सलीमइदरीश नवाब रईसीन नरदीन िदलशाद मज़फरनगरक सराफत फगाना क नसीमबहावड़ी क िरयासत मीर हसनलाक गाव क शहजाद िलसाढ़गाव क मशीर समत कई लोग न समाचार िलखन तक अपनी आपबीती रख चक थ

जनसनवाई की अतामलकपरा क प क सचालन स जड़ मौलाना कयम न िकयाव सचालन आजमगढ़ िरहाईमच क भारी मसीीन सजरीन िकया इस दौरान कमरसीतापरी जबर जौनपरी अतहरशशी जद अहमद फाकीरामकण आिदयोग आिरफअिनल आजमी तािरक शफीकलण साद अहमर शफीकइािद मौजद थ

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 8

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

लोह क सरदार और सरदार सरोवरिवमल भाई

सरदार सरोवर बाध की 90 मीटरऊचाई स भािवत अिलराजपरएव बड़वानी िजल क पहाड़ीगाव क सकड़ आिदवासीपिरवार की किष ज़मीन तथामकान 15 बरस स जलाशयक नीच चल गए मगर िकसीभी पिरवार को म दश मसव अदालत क आदशानसारिसिचत किष-योय उपय एविबना अितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकारजमाया और खती श कीनम दा बचाओ आदोलन की 28बरस की लबी लड़ाई न सरादारसरोवर बाध को अभी 122 मीटर

पर रोका आ ह

शायद यह दश कापहला बाध ह िजसममहारा और गजरात

म 11000 पिरवार कोभिम आधािरत पनवा स

िमला ह िकत हरकदम पर लड़ाई करन क बाद लिकन तीनरा म आज भीहजार पिरवार कापनवा स बाकी ह

नमदा बचाओ आदोलन न 28साल स इस बाध क हर पहकी साई सामन ला रहा ह

70000 हजार करोड़ की लागतक बाद अभी 30 साल म मा30 ितशत नहर ही बन पाई हवो भी पहल स ही िसिचत की खती को उजाड़ कर बनाईजा रही ह इसिलए गजरात किकसान न अपनी ज़मीन नहरक िलए दन स इकार कर िदयाह 122 मी ऊचाई पर 8 लाखहर िसचाई का वादा था जबिकवािवक िसचाई मा 25 लाखहयर स भी कम ई ह बाधक लाभ स 4 लाख हयरज़मीन बाहर करक कपिनय किलए आरित की गई ह पीन कापानी भी क-सौरा को कमगाधीनगर अहमदाबाद बड़ौदाशहर को अिधक िदया जा रहा हजो िक बाध क मल उय म था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 9

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 9: Sacchi Mucchi, November 2013

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

लोह क सरदार और सरदार सरोवरिवमल भाई

सरदार सरोवर बाध की 90 मीटरऊचाई स भािवत अिलराजपरएव बड़वानी िजल क पहाड़ीगाव क सकड़ आिदवासीपिरवार की किष ज़मीन तथामकान 15 बरस स जलाशयक नीच चल गए मगर िकसीभी पिरवार को म दश मसव अदालत क आदशानसारिसिचत किष-योय उपय एविबना अितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकारजमाया और खती श कीनम दा बचाओ आदोलन की 28बरस की लबी लड़ाई न सरादारसरोवर बाध को अभी 122 मीटर

पर रोका आ ह

शायद यह दश कापहला बाध ह िजसममहारा और गजरात

म 11000 पिरवार कोभिम आधािरत पनवा स

िमला ह िकत हरकदम पर लड़ाई करन क बाद लिकन तीनरा म आज भीहजार पिरवार कापनवा स बाकी ह

नमदा बचाओ आदोलन न 28साल स इस बाध क हर पहकी साई सामन ला रहा ह

70000 हजार करोड़ की लागतक बाद अभी 30 साल म मा30 ितशत नहर ही बन पाई हवो भी पहल स ही िसिचत की खती को उजाड़ कर बनाईजा रही ह इसिलए गजरात किकसान न अपनी ज़मीन नहरक िलए दन स इकार कर िदयाह 122 मी ऊचाई पर 8 लाखहर िसचाई का वादा था जबिकवािवक िसचाई मा 25 लाखहयर स भी कम ई ह बाधक लाभ स 4 लाख हयरज़मीन बाहर करक कपिनय किलए आरित की गई ह पीन कापानी भी क-सौरा को कमगाधीनगर अहमदाबाद बड़ौदाशहर को अिधक िदया जा रहा हजो िक बाध क मल उय म था

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 9

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 10: Sacchi Mucchi, November 2013

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

ही नह

पया वरणीय हािनपित क काय अधर ह और गाद भकप दलदलकी समाए बनी ई ह सरदारपटल की लोह की बड़ी मित बनान क बहान बाध िवािपतिकसान क पनवा स समत सभीअ शत को धता बतान का दौरचल गया यह बात कोई नह दखपा रहा ह िक िजतना बाध बनाह उसका भी परा उपयोग नहहो पा रहा ह शायद यह भारतका पहला बाध ह िजसम महाराऔर गजरात म 11000 पिरवारको भिम आधािरत पनवा स िमलाह िकत हर कदम पर लड़ाईकरन क बाद लिकन तीन राम आज भी हजार पिरवार कापनवा स बाकी ह 3 रा म 245गाव की हजार हयर उपजाऊज़मीन और जगल डब म जारह ह 48000 िकसान मज़रमआरा कार कवट पिरवारका पनवा स अभी बाकी ह

िजस म और महाराको ldquoम िबजलीrsquorsquo क झठराजनीितक वाद िकए जा रह हजो िक असिलयत स कही रह वहा आज भी पनवा स क िलए30000 एकड़ ज़मीन की जरतह ज़मीन ना दन क िलए औरपनवा स परा िदखान क िलए डबम आ रह 55 गाव और धरमपरी

शहर को डब स बाहर कर िदयागया ह यह डबान का परानाखल ह जो बरगी बाध म खलाजा चका ह

गजरात और मदश शासन िमलकरसरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122मी क डब म बस

करीबन 50000पिरवार की न कवलअनदखी कर रह हबि पानी भरक

खत-खिलहान घर भीडबो कर उ

बघरबार बरोजगार भीकर रह ह

बाध म दश की अपिरयोजनाओ की तरह पनवा सम ाचार आम बात ह िकत नबआ न िवािपत क पनवा सम 1000 करोड़ ाचार और3000 स अिधक फज भ-रिजिय का घोटाला पकड़ा हिजसकी 5 साल स ायालयीयजाच चा ह नम दा िवकासािधकरण क 36 स ादाअिधकारी पकड़ गए ह और इसायालय जाच को चलान किलए भी सव ायालय तक

लड़ाई की ह

अभी तक 70000 करोड़ खच ए ह लाख लोग का िवापनतो हो ही रहा ह साथ म नम दािनल फसला यान कानन औरसव अदालत क हर फसल काती उघन लगातार हो रहाह आदोलन इस पर लगातारआवाज़ उठा रहा ह यह सबपया वरण मालय न नह दखाना ही सव ायालय न दखागजरात और म दश शासनिमलकर सरदार सरोवर बाध कीआज की ऊचाई 122 मी कडब म बस करीबन 50000पिरवार की न कवल अनदखीकर रह ह बि पानी भरकखत-खिलहान घर भी डबो करउ बघरबार बरोजगार भी कररह ह सरी तरफ सरकार किवभाग का नम दा घाटी क 30 बड़बाध क पानी डब िवापन परिनयण न क बराबर ह इसिलएइस साल भी 1500 हयरज़मीन और म दश म 1000स ादा घर और कछ हजारएकड़ ज़मीन डबाई गई ह

28 साल क सतत सघष मदस साल जल स टकरान वालासाह कई सार ल उपवासऔर गरकाननी बाध क अाचारया ाचार की पोलखोल नमदाबचाओ आदोलन न की ह हर

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 10

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 11: Sacchi Mucchi, November 2013

लोह क सरदार और सरदार सरोवर - िवमल भाई

बार नए तरह का आदोलन नईरणनीितया सरकार को हर मपर चनौती दना िजस तािककपिरणाम तक पचाना यह नम दाबचाओ आदोलन की पहचानह लगभग 20 साल पहलमधा पाटकर क अधती ध वकई सािथय क जलसमप ण कीघोषणा न दश को िहला कर रखिदया था सरकार को पन िवचारकरना ही पड़ा

बाध की 90 मीटर ऊचाईस भािवत अिलराजपर एवबड़वानी िजल क पहाड़ी गावक सकड़ आिदवासी पिरवारकी किष ज़मीन तथा मकान15 बरस स जलाशय क नीच चल गए मगर िकसी भीपिरवार को म दश म सवअदालत क आदशानसार िसिचतकिष-योय उपय एव िबनाअितमण वाली ज़मीन काआवटन नह आ तब आदोलनन जोबट शासकीय किष फाम की 87 एकड़ ज़मीन पर 24नवबर 2011 स अपना अिधकार

(कज़ा) जमाया और खती शकी यह नम दा बचाओ आदोलनक िवािपत का लड ब (भ-का) नह वरन राईट ब(अिधकार कज़ा) ह

पहाड़ क पीिढ़य स बस जलजगल जमीन पर जीत आिदवासीतथा पिम िनमाड़ क भर-परउपजाऊ ज़मीन फलोान गकपास सी सोयाबीन की खतीपर जी रह बड़ मदानी गाव कोडबोना नम दा िनल फसलायान कानन और सव अदालतक हर फसला का ती उघन हिवािपत िकसान को वकिकखती दन मजर को सरावासाय मछआर को मछली

पर अिधकार कार को भखडआिद पनवा स क ावधान कापालन और अमल ना करक िसफगजरात गौरव क िलए डबानाकहा का ाय ह

आिखर िकस दवाब म बाध कीवत मान ऊचाई 122 मी स 13868 मी तक बढ़ान कागरकाननी अाचारी यासजारी ह सामािजक ायमालय क नत म पनवा सउपदल न मजरी दी ह तथाजल ससाधन मालय - नम दािनयण ािधकरण मजरी दन कीतयारी कर रही ह

जहा लाख लोग एक सित कसाथ िबना पनवा स क उजड़ हऔर ससार का पहली िकसानीहड़ा स परानी सता कोडबान क बाद सरदार पटलकी सकड़ टन की लोह कीमित सरदार सरोवर क िनकटलगाकर पयटक ल बनाना कस ायपण होगा ा आज सरदारपटल जीिवत होत तो ा वो इसअाय को ीकार करत

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 11

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 12: Sacchi Mucchi, November 2013

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरीसदीप पाडय

सिचन तडलकर कामिहमामडन स आसरकार न बहती गगा म हाथ धोत ए उ भारत र भी द डालाकोई इस पर सवाल न खड़ाकर इसिलए ात वािनकसीएनआर राव को भी साथम यह सान िदया गया खलजगत स पहली बार िकसी िको यह सान िमला सवालयह ह िक ा खल या मनोरजन क लोग को य सान दकरया उ ससद म सद नािमतकर हम यह सदष नह द रहिक समाज म वािवक आदशि का अकाल पड़ गया ह

बत िदन क बाद राीय रपर समाज म पषाथ क आदशक प म अणा हजार कोलोग न ाकार िकया बाजारक लोकियता क मानक किहसाब स भी व सिचन तडलकरऔर अिमताभ बन स आगिनकल गए थ यानी अपन ऊपरउपभोावादी सित हावी होन क बावजद हमन आदश क पम सादगी को ही चना आजकलआधिनक िक क कछ साध-सत न िवसिनयता का सकट

खड़ा कर िदया ह नह तो भारतीयसमाज म ाग और सादगीहमषा पज जान वाल गण रह हभारतीय समाज न शीष आदशक प म गौतम ब ामीिववकानद और महाा गाधीजस लोग को माना ह

सौज अन राम

यह तो अणा और अरिवदकजरीवाल क मतभद क कारणाचार िवरोधी आदोलनकमजोर पड़ गया नह तो आजभी अणा हजार ही दश म सबस लोकिय ि होत अणा कोलोग न इसिलए ीकार िकयािक उनम लोग को गाधी काप िदखाई पड़ा

समािजक एव राजनितक बदलावकी आकाा क तीक बन चक

अणा हजार ही असल म राीयआदश ह िकत अणा हजारको सरकार और कछ हद तकसमाज भी पचा नह पाएगा वहअपन मन स चलन वाल िह वह सरकार क मन मितबककाम करन वाल नह जब समाजअपन असली आदश को नहपहचानता को उस किम आदशगढ़न पड़त ह सिचन इसी तरहक आदश ह अिमताभ बन भीइसी तरह क ह इन नायक स न तो सरकार को कोई परशानीहोगी न ही बाजार और बाजार काउपभोग करन वाल को बिअपना म काम करन क बादय नायक किनय का िवापनभी करत ह करोड़-अरब कमान क बाद भी अपन म कामकी कमाई स य राीय नायकसत नह रहत पता नह इ अितिर कमाई की जरतपड़ती ह

सिचन तडलकर एक पशवरिखलाड़ी ह उनको खलन किलए पस िमल ह उन समाजकी उस अथ म सवा नहकी िजस अथ म अणा हजारन की उनका जीवन सख-

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 12

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 13: Sacchi Mucchi, November 2013

सिचन को आदश ीकार करन की मजबरी - सदीप पाडय

सिवधाओ स भरपर रहा समाजकी वािवक समाओ कोलकर कभी उ जझना नहपड़ा व एक सदय और िवनि ह िकत दश की सामािजक-आिथ क-राजनीितक हकीकत कोसमझतह तािक ससद म अथ पण योगदान कर सक ऐसा जरीनह बि ऐसा लगन लगाह िक सरकार जानबझ कर ऐस लोग को ससद म नािमत करती हजो उसक काय कलाप पर सवालखड़ा न कर ा िकसी नािमतसद न सरकार क ाचारिजसको लकर दोन सदन मकाफी हगामा आ पर कोईिटणी की दखा जाए तो ऐस rsquoगऊrsquo िक क ससद सदअपनी भिमका क साथ ाय नहकर रह

सिचन क मिहमामडन की एकवजह यह भी ह िक दश काान वािवक समाओ स हटाया जा सक जब हम दश कोचलान म हर मोच पर नाकामसािबत हो रह ह ाचार कमामल म धान मी काया लयपर भी सवाल उठ रह ह काननवा पर कोई िनयण न होऔर गरीबी भखमरी बरोजगारीमहगाई का हमार पास कोई उपाएन हो तो सिचन को भारत र दकरदश क सामन कछ उपलि काम पदा िकया जा सकता ह

ऐसा लगन लगा ह िकसरकार जानबझ कर

ऐस लोग को ससद मनािमत करती ह जो

उसक काय कलाप परसवाल खड़ा न करा िकसी नािमत

सद न सरकार काचार िजसको लकरदोन सदन म काफीहगामा आ पर कोई

िटणी की दखा जाएतो ऐस rsquoगऊrsquo िक कससद सद अपनी

भिमका क साथ ायनह कर रह

सिचन तडलकर अमरीकीकनी कोका कोला क ाडऐडर ह कोका कोला न करलऔर वाराणसी म भगभ जल काइतना शोषण िकया ह िक िकसानन दोन जगह आदोलन खड़ाकर िदया करल क चीमाडाित कारखान को कनी कोबद करना पड़ा वाराणसी म भीअराजी लाइन िवकास खड जहायह कारखाना ित ह भगभ जल र कीय भगभ जलािधकरण क अनसार अित-दोिहत णी म पच गया हदो बार िकसान आदोलन कर

जल जा चक ह अमरीका किविवालय क छा को कोकाकोला की भारत म िकसान िवरोधीगितिविधय की जानकारी हिजसकी वजह स कछ पिरसरम कोका कोला पर ितबध भीलगाया गया सिचन यिद िसफएक िखलाड़ी होत तो उनस यहसवाल नह पछा जाता

िकत एक सासद क नात ा वइस बात पर गौर करग िक िजसकनी का व िवापन कर रह हवह कनी इस दश क िकसानका पानी चोरी कर उनकी खतीक िलए सकट खड़ा कर रही हपी क साथ िमलकर यह कनीहमारा ही पानी हम ही िपलाकर करोड़-अरब पए ट करभारत को और गरीब बना रही ह

सिचन क िव िस िकटिखलाड़ी होन स भारत कीवािवक समाओ पर कोईफक नह पड़ता न ही उनका मनमोहन वाला ि ही भारतक गरीब क िकसी काम का हदश क अदनी गाव म रहन वाल शायद बत सार अित गरीबलोग न सिचन का नाम भी नसना हो लिकन हमारी मीिडयान अित उाह म उ राीयनायक का दजा द िदया ह जस िबजली जान पर मीिडया बतातीह िक दश की जनता परशान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 13

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 14: Sacchi Mucchi, November 2013

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जबिक ादातर गाव म रहन वाल लोग क पास अभी िबजलीपची ही नह ह

यह वत मान म म का सकट

ह िक िजस समाज न कभी बिववकानद व गाधी जस लोगको अपना आदश माना आजवह सिचन तडलकर को अपना

आदश मानन क िलए मजबर हयह हमार वचािरक िदवािलएपनका भी माण ह

उराखड म सरी आपदा नह होन दगमाट जनसघठन

उराखड म मानसन क आरभम ही जो नकसान आ ह उसमबाध की बड़ी भिमका ह रासरकार न लगातार बाधो महो रह पया वरणीय मानको कीअनदखी की ह िजसका पिरणामह िक इस आपदा म बाध ककारण नकसान की माा काफीबढ़ी रा सरकार भिव मयह गलती ना दोहराय और बाधकपिनय को उनक दोष की सजािमल तभी उराखड का पया वरणऔर लोग सरित रह पायगहाल की बाढ़ म य बाध असमय कबम सािबत ए ह टाईम बम कातो समय िनित होता ह िक इन बाध का कोई समय नह होतातबाही लान क िलए

16-17 जन की रात को बीनाथजी क नीच अलकनदागगा पर

बना जपी कपनी का बाध दरवाज़ ना खोलन क कारण टटा िफर नदीन बाध क नीच क म भयकरतबाही मचाई

रा सरकार न लगातार बाधो म हो रहपया वरणीय मानको की

अनदखी की हिजसका पिरणाम ह िकइस आपदा म बाध क

कारण नकसान कीमाा काफी बढ़ी

लामबगड़ िवनायक चीपाडकर गोिवघाट िपनोलाघाट आिद गाव म मकान खतीवन और गोिवद घाट क पलक बहन स जो नकसान आउसका म कारण था समय

रहत जयकाश कनी ारािवयाग बाध क दरवाज नाखोलना

िवयाग बाध स कभी ामीणकी आवयकता क िलए पानीतक नह छोड़ा जाता था 2012क मानसन म इस पिरयोजना ककारण आई तबाही म लामबगड़गाव क बाजार की कान बह गईथी जपी कपनी न मआवज़ानही िदया िवयाग बाध कीसरग क ऊपर चाई व थग गाव2007 म धस गय िजसक लगभग30 पिरवार आज भी िबना पन वासक भटक रह ह

इसी बाध क ऊपर जीएमआरका अलकनदा-बीनाथ जिवप(300 मगावाट) ािवत हिजसक िलए वनभिम का रासरकार क वन िवभाग न 19

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 14

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 15: Sacchi Mucchi, November 2013

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

जलाई तक हातिरत नह िकयाथा िक वन कटान का कामतगित स चा हो गया था वोपड़ व मशीनरी अलकनदागगा मबह िजसन नीच क म तबाहीलान म बड़ी भिमका अदा की

इसी नदी म िवयाग बाधस लगभग 200 िकमीनीच भागीरथीगगा औरअलकनदागगा क सगमदवयाग स 32 िकमी उपरीनगर म लगभग बन चकीीनगर पिरयोजना जिवप (330मगावाट) क मलब की वजहस बड़ी तबाही ई ीनगरपिरयोजना िबना िकसी तरह स पया वरण ीकऋित को सधार याबदलवाय 200 मगावाट स 330मगावाट और बाध की उचाई 65स 95 मीटर कर दी गई

16-17 जन 2013 म ऊपर स आ रह पानी स जलाशय काजलर बढ़न की पिरिितयका फायदा उठाकर ीनगर जलिव त पिरयोजना की िनमा णदायीकनी जी0 वी0 क0 क कछअिधकािरय ारा धारी दवी मिदरको अपिलट करन का अपरािधकषडय रचा जो िक अग2013 म ािवत था इसदौरान बाध क ग ट जो पहलआध खल थ उनको परा बदकर िदया गया िजसस िक बाध

की झील का जलर बढ़ गयाबाद म पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध को टटन स बचान क िलय जी0 वी0 क0कनी क ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल कोिबना िकसी चतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5 बज पराखोल िदया गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच कीओर बहा िजसक कारण जी0वी0 क0 कनी ारा नदी कतीन तट पर ड की गई मकबही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई िजसस ीनगर शहर की सरकारीअसरकारी िगत एवसाव जिनक सिया बरी तरहस ित ई

अलकनदागगा की सहयोिगनीमदािकनी म छोटी स लकरबड़ी जलिवत पिरयोजनाओ जस फाटा-ग और िसगोली-भटवाड़ी का भी यही हालआ बाध क िनमा ण म यिवोटक सरग और पहाड़क अदर बन िवतगह व अिनमा ण काय स िनकला मलबाहाल की तबाही का बड़ा कारणबना चिक इन सब काय परिकसी भी तरह की कोई िनगरानीका गभीर यास सरकार की ओरस नही आ एक आकलन कअनसार बाध पिरयोजनाओ 150

लाख घनमीटर मलबा निदय मबहा ह इस मलब न पानी कीिवनाशकारी शि को बढ़ाया ह

पानी स बाध पर दबाबबढ़न लगा तो बाध कोटटन स बचान क िलयजी0 वी0 क0 कनीक ारा आनन-फाननम नदी तट पर रहन वाल को िबना िकसीचतावनी क िदय बाधक गट को लगभग 5बज परा खोल िदया

गया िजसस जलाशयका पानी बल वग स नीच की ओर बहा

िजसक कारण जी0 वी0क0 कनी ारा नदीक तीन तट पर ड

की गई मक बही इसस नदी की मारक मतािवनाशकारी बन गई

िवयाग और ीनगर इनदोन ही पिरयोजनाओ स ईबबाद क बाद बाध कपनी कवहार म एक समानता थीजपी और जीवीक कपनी किकसी भी कम चारी अिधकारी न आकर लोग का हाल नह पछासरकारी अिधकािरय का भी यही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 15

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

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आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 16: Sacchi Mucchi, November 2013

उराखड म सरी आपदा नह होन दग - माट जनसघठन

रवया था यहा भािवत याचकऔर सरकार दानी बनी

ात ह िक मा 10 महीन पहल उराखड म गगा कीदोनो म धाराओ भागीरथीगगाकी अीगगा घाटी औरअलकनदागगा की कदारघाटीम अग और िसतबर मिहन 2012 म भयानक तबाही ईभगीरथीगगा म 3 अग 2012को अी गगा नदी म बादलफटन क कारण िनमाणा धीनकीगाड व अी गगाचरण एक व दो जलिवतपिरयोजनाओ न तबाही मचाईऔर भागीरथीगगा म मनरी भालीचरण दो क कारण बत नकसानआ अीगगा क गाव बरीतरह स भािवत य छोट-छोटरा टट अीगगा घाटी कापया वरण तबाह आ िजसकीभरपाई म कई दशक लगगिजसम मार गय मजर का कोईिरकाड भी नही िमला मनरीभाली चरण दो का जलाशय पहलही भरा आ था और जब पीछ स तजी स पानी आया तो उरकाशीम जोिशयाड़ा और ानस कोजोड़न वाला म बड़ा पलबहा बाद म अचानक स बाध कगट खोल गए तब नीच की ओरहजार सक पानी अनक पदलपल को अपन साथ बहा ल गय

मनरी भाली चरण दो क जलाशयक बा तरफ जोिशयाड़ा और दाईतरफ क ानस की सरा किलय बनाई गई दीवार बरी तरहित हो गई ात हो िकतथाकिथत सरा िदवार बाध काजलाशय भरन क बाद बनाई गईइन िदवार को बनवान क िलएलोग न काफी सघष िकया थािदवार परी नही बन पाई थी इसवष की वषा म जोिशयाड़ा कासकड़ो मीटर ला और दिसयमीटर चौड़ा भागीरथीगगाम बह गया िजसका कारण काफीहद तक मनरी भाली चरण दो काजलाशय ही ह

13 िसतबर 2012 को उखीमठतहसील मालय क चार िकमीक दायर म एक साथ छः ानपर बादल फटन की घटना स चार तरफ तबाही मचा दी यहाएिशयाई िवकास बक यािन एडीबीारा पोिषत कालीगगा थमितीय और महर जलिवतपिरयोजनाय बन रही ह इनपिरयोजनाओ क िनमाण काय ककारण ही अनक गावो की िितखराब ई ह

िटहरी बाध झील म अीगगाक टट बाध सारा मलबा जमाह यह बचािरत रहा िक िटहरीबाध स बाढ की जो पव तयाःबाध स ए नकसान को ढापन की

झठी कोिशश ह वाव म बाधकी झील को भरन क िलय 15स 18 जन की तज वषा स अबतक लगातार झील म पानी रोकागया

जो बाध टट ह उन बाध कपिनयकी िचता ह िक कस भी बाधकी मरत का काम श िकयाजाय िवयाग जिवप म जपीकपनी न िबना िकसी पया वरणीयमानको का पालन करत य बाधजलाशय की सफाई श कर दीह ीनगर म भी जीवीक कपनीन कोई अयन या काय नहीिकया ह लोगो न अपन आप हीघर की सफाई की ह सरकारीव अ सान की हालात वस ही ह जहा-जहा पड़ी मक भिवक िलय खतरा ही ह यही िितअ बाध म भी ह अब यबाध कपिनया सरकार स आपदाक तहत सकड़ो करोड़ो पय कीमाग कर रही ह जबिक बाधकपिनय न सरा बध को कीपण अनदखी की ह यह भीउठता ह िक आज इस बबादपर ानीय िवधायक और बाधक समथ न म खड़ होन वालएनजीओ आिद मौन ह

हमारी माग ह िकः-

1 िनिलिखत बाध की िनमा ताकपिनय पर उपरो तबाहीक िलय रा सरकार ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 16

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 17: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

आपरािधक मकम कायम िकयजाय

1) अलकनदानदी पर ािपतिवयाग जिवप ीनगरजिवप 2) अी गगा परिनमाणा धीन कीगाड जिवप

अीगगा चरण एक व दोजिवप 3) भागीरथीगगा पर बनीमनरी-भाली चरण दो जिवप 4)कालीगगा पर कालीगगा चरणएक व दो 5) महर नदी परमहर जिवप 6) मदािकनी

नदी पर फाटा-ग जिवप विसगोली-भटवाड़ी जिवप

2 पया वरण एव वन मालयइन जलिवत पिरयोजनाओ कीपया वरण ीकितय को र कर

जाित का उलन कल आज और कलआनद तलतड़

जाित वा क ोत िमथकऔर इितहास की दरार म पबह ाचीन भारत का िमथकीयइितहास हम सटीक तरीक स यहनह जानन दता िक इस वाका आिवभा व कस आ था औरयह सिदय तक कस फलती-फलती रही इस िवषय म बड़-बड़िवान क काम क बावजद इनपहओ पर कोई तय िनष अबतक नह िनकल सका ह तौर पर जो िदखता ह वो यह ह िकजाित एक ऐसी ताकत ह जो लोगपर सामािजक अनम म उनकीअविित क िहसाब स असरडालती ह इितहास स गजरत एजाित वा का शाीय पबत कछ बदलता रहा ह बावजदइसक सबस बड़ िशकार अब भी

दिलत ही ह िजनकी सा भारतकी कल आबादी का छठवा िहाह

जाित वा क ोतिमथक और इितहास

की दरार म पब हाचीन भारत का

िमथकीय इितहास हमसटीक तरीक स यह

नह जानन दता िक इसवा का आिवभा वकस आ था और यह

सिदय तक कस फलती-फलती रही

ऐसा नह ह िक ाचीन कालम िनया क सर िह म

सामािजक रीकरण नह पायाजाता था लिकन भारत क बारम मौिलक बात यह थी िक यहाउस धािम क माता िमली ई थीऔर इसक ोत दवीय मान जात थ आम माता यह ह िक वण -वा ही बाद म जाकर तमामजाितय क प म िवकिसत ईएक कह ादा िवसनीय िवचारयह ह िक इस उपमहाीप मिवचरन वाली घम जनजाितयन जब खती करन क िलए अपन-अपन िठकान बनाए और बसावटई तो उन ऐसा करन क मम अपनी जनजातीय पहचान खोनह दी जसा िक और जगहपर आ था इस अपवाद कीएक वजह इस उपमहाीप कोिमली कदरती नमत म दखी जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 17

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 18: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकती ह यहा पया उपजाऊमदान थ अी धप होती हऔर बािरश भी िनयिमत व पया थी िजसक कारण जनजातीयपिरवार क िलए जमीन क छोट-छोट टकड़ पर खद को बचाएरखना ममिकन था जबिक सरीजगह पर ऐसा नह था मसलनयरोप म जहा धप कम होतीह बािरश भी अिनयिमत ह औरठड बत ादा पड़ती ह लोगकी फौज को काफी बड़ भखडपर काम म लगाना एक मजबरीथी इसी न वहा दास था कोज िदया जाितया और कछनह थ बि यही बसी ईजनजाितया थ िजन अपन-अपन कलिचन बचाए रख थ और िजसका अि वण कउव स पहल का ह इनकािरता बाद म इनक पश स जड़गया जो िक सामािजक अनमस म था जब बाहरी लोग यहाआए चाह कह स भी (सभवतः वफारस स आए थ) तो अपन साथव वण -वा लकर आए थ जोआरभ म तीन वण थ और िफरचार ए इस वण म को यहापहल स मौजद जाितय क ऊपरथोप िदया गया और इस तरहजाितय म अनम पदा आ वइस वा को धािम क मातािमली जाितय क उव क िलएम इस एक सभािवत ापना क

प म दखता

जाितय की अनमणीय सरचनाक तौर पर भल ही वण म कढाच को ीकार िकया जाताहो लिकन साई यह ह िकइस उपमहाीप क िकसी भीिह म शायद ही य दोन कहभी मल खात थ एक समानताजो िमलती ह वो थी परोिहतजाितय की मौजदगी और िमक(श) जाितय व अय कीबतायत म उपमहाीप क सभीिह म िय और वय कमवत वण नह पाए जात थमसलन महारा म िय औरवय वण नह ह राािभषकक व िशवाजी को राजपतानाक राजपत क वश स होन कादावा करना पड़ा था और अपन शासनकाल म उ (खज़ान आिदक बधन क िलए) गजरात स वय को बलवाना पड़ा थावण म क भीतर जाितय कीसा बढ़ती गई और नए-नएपश उभरत गए िजसम नए लोगजड़त गए इसम वण वाक अनम की अवधारणा कोअपनाया गया िजसक शीष पराण था जाितय की यहगणाक वि जािहर तौर परिमक वण म ई अय काअि बड़ा रहमय रहा हिक उ कभी-कभार पाचववण या अवण यानी गर-वण या

िवजातीय क तौर पर िगना जातारहा ह बाबासाहब आबडकर न इनक िलए ोकन मन का िसातितपािदत िकया था िजस िवानका समथ न नह िमला वण मक भीतर अपन दमन क िखलाफउनका ितरोध ही शायद वजहरहा िक सरी जाितय की उनस नफरत बनी रही इनका ोतचाह जो हो जाित वा क य सबस अहम अग ह

करीब एक सहाि तकाणवाद िवरोधी बौ औरजनी िवचारधाराओ क वच क बावजद जाितय न खद कोबचाए रखा और व आम लोगक जीवन जगत का िहा बनतीग जाित था को सबस पहलीचोट इािमक शासन म 11व स 17व शताी क बीच लगी जबउसन उपमहाीप म अपन परजमा िलए थ िनचली जाितय मइाम की धािम क-साितकअपील क अितिर मिमशासन अपन साथ एक आधिनकसामती वा लकर आयाथा िजसन भ-राज शासनको वित िकया िविनमा तािगड का सार िकया और शहरबसाए िजनक चलत िनचलीजाितय को ामीण वाक बधन स बाहर िनकलन म आसानी ई एक बाहरीसता होन क नात िजसम

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 18

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 19: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ज आधािरत अिधकार कीकोई जगह नह थी और िनचलीजाितय क इाम म वश कचलत ऊची जाितया इाम स र ही रह बाद म हालािकभौितक लाभ क िलए व भीइाम की ओर आकिष त और मिम बन ग इसन मिम समाज म भी ऊच-नीचको पदा कर िदया

इस दौर म जाित िवरोधी एक औरलहर चली जो भि आदोलनथा इसका ज दिण म छठवऔर सातव सदी क बीच आभि आदोलन कोई सगिठतआदोलन नह था लिकन अपनीकछ पिरवत नकारी धाराओ जस कबीरपथ म इसन जाित क बरएक िवोह को ितिबिबत िकयाइसन रिवदास और चोखामलाजस कई िनचली जाितय कलोग को सत की िित तकपचा िदया और जाित क आधारपर लोग म फक नह बरताभल ही य ि दिलत समदायपर थोप गए जाितगत बधनको तोड़कर भ बन लिकनइनकी भिमका जाितगत आचारकी आलोचना और मन कबीच बराबरी क उपदश दन तकही सीिमत रही समाज पर इनकाअसर बत सीिमत था िकय आािकता क चारक थ और मि क िलए मो का

ना दत थ बाद म पहवसदी म िसख पथ का ज भिआदोलन और इाम क आदशको िमलाकर आ- िजसन सीध तौर पर जाितभद क उलनका वादा िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गललगाया हालािक िसख पथ न दिलत क बीच मजबी िसखऔर रिवदािसय को ज दन कअलावा और कोई बड़ा फक नहडाला

पहव सदी म िसखपथ का ज भि

आदोलन और इामक आदश को िमलाकरआ- िजसन सीध तौर

पर जाितभद कउलन का वादा

िकया- और पजाब कदिलत न दौड़ कर इस गल लगाया हालािकिसख पथ न दिलत कबीच मजबी िसख औररिवदािसय को जदन क अलावा औरकोई बड़ा फक नह

डालाजाित था को सबस तगड़ा झटकाअजी औपिनविशक राजकाजम लगा इसका असर मतः

तीन तरीक स आः एक अपन औपिनविशक राज को मजबतकरन क िलए अज न जातीयताआधािरत दावजीकरण औरजाित आधािरत जनगणना कीशआत कर दी िजसस उसजाित अनम को ढ़ बना िदयाजो अब तक लोग क जीवनजगत म वहमान प म बनाआ था सर अपनी सनापिलस कानन ायपािलकाऔर कारोबार म अज राजकाजका पिमी ढाचा लकर आएतीसर बिनयादी सरचना औरउोग का पजीवादी िवकासउन सहज बनाया पहलकदम स जहा लोग की चतनाम जाित की पहचान और ठोसई िजसका िनचली जाितय परितकल असर पड़ा वह सरऔर तीसर कदम न उ दमनऔर बधन स म होन और उसकिखलाफ खड़ होन म सहजतामहया कराई औपिनविशक सान दो बदलाव िकए हालािक य उनक इित नह थः एक इसन िनचली जाितय म जाित िवरोधीआदोलन क िलए उरक काकाम िकया और सर पजीवादक आिवभा व क चलत इसन िजक भीतर कमकाडी जाितय कापतन िकया और जाित सरचनाको तीन िणय म सामाीकतकर क आसान बना िदयाः िज

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 19

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 20: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

श और अय

िनचली जाितय म जाित िवरोधीपहला िवोह महारा म जोितबाफल न िकया उन शतजीऔर भाटजी (सदखोर औरपरोिहत) ारा कामगार तबक(श और अितश) क शोषणको उािटत िकया और इसकीजड़ ाण ारा िनचली जाितयको िशा विज त िकए जान मतलाशी उन गलाम बनान वाल िनचली जाितय क कम काडक िखलाफ िवोह िकया और उजाित उीड़न क िखलाफ खड़होन को िरत िकया गोपालबाबावालकर िज आबडकर न दिलत आदोलन का णता बतायाथा और पण क िशवराम जनबाकाल दोन फल क िश रहआबडकर न अपना आदोलनखड़ा करत ए फल को अपन गऔर उनक काम अपनी िवरासतक तौर पर सान स नवाजा

बाबासाहब आबडकर जाित कीराजनीित िकसी जाित िवशष कीबहतरी क िलए नह करत थअपन पहल सगठन बिहतिहतकािरणी सभा क उव कसमय स ही उन सरी जाितयऔर समदाय क तरीपसदलोग को इस तरह स इसमजोड़ा था िक यह सभा परी तरहउ जाितयतबक क लोग

की हो गई थी िजसकी िसफबधन सिमितय म ही दिलतथ आबडकर इसक अ थएसएन िशवतारकर सिचव थ औरएनटी जाधव इसक कोषाथ अय क म को उठात ए व हमशा उ विचत वग कहा करत थ जािहर तौर परवग की उनकी अवधारणा मा स क बजाय वबर क ादा करीबठहरती थी यह उनक ऊपरफिबयन राजनीित क भाव काअसर था चिक व कोलिबयािविवालय और बाद म लदनल ऑफ इकनॉिम स पढ़थ िजसकी सापना फिबयन न की थी वण वा की चहीस बाहर खड़ी सारी जाितय कासमह जो िक अय कहलाताथा अपन आप म जाित नह थाबि सामािजक प स अलगकर िदए गए लोग का एक वग था जो सामािजक और उादनसबध म एक िविश स कात थ आबडकर क अनयायी जोजािहर तौर पर उनकी ही जाितस आत थ उनक िवचार कीसता को नह पकड़ सक औरउ अपना मसीहा मान बठइस तरह उन आबडकर कोअपनी जाित क एक तीक मतील कर डाला वस भी इस पहचान सकना इतना आसान नहथा ोिक आबडकर क शआती

कदम को अय क आरिभकआदोलन स अलगा पाना सभवनह था जो बिनयादी तौर परअपनी-अपनी जाितय क उानकी ओर लित थ चाह यहमहार ारा की गई भारी गितका आवाहन और या िफर उनकपतन पर आबडकर का ख यािफर दिलत मिहलाओ क ितउनका बोधन था िक व खद कोएक िनित तरीक स त करया िफर 1818 म कोरगाव कय म महार सिनक क बिलदानऔर साहस की सराहना यहवालकर काल और बनसोड़क आरिभक काम स अलगनह था चिक उनक अनयायीअिधकतर उ की जाित स आतथ तो उनका कहा एक जाितगौरवक साथ िलया जाता था वावम जाित माहौल म जाित कमहावर क पार जाना बत पहलभी मिकल था और अब भी ह

आरभ म बाबासाहब आबडकर कपास जाित उलन की ि नहथी कोलिबया िविवालय कनिवान सबधी समीनार म तअपन पहल िनबध का इनइिडयाः दयर मकिन िजनिससएड डवलपमट म जो िक बौिकदायर म जाित की समझदारी कीिदशा म एक लबी छलाग था व जाितय को समाव त वग क पम पिरभािषत करत ह वग क इस

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 20

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 21: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व को पदा करन वाली वागो (एोगमी और एजोगमी)की ह उन समा का कोईसमाधान तो नह िदया लिकनइसस तक यह िनकलता था िकयिद इस व को तोड़ना ह तो गो(एोगमी और एजोगमी) कोख करना होगा इसी समझ न उनक भीतर यह सधारवादी आशाजगाई िक यिद िहओ को जाितथा क भीतर की गड़बिड़य कित सवदनशील बनाया जाता हतो व शायद ऐस सधार कर िजनस गो स बना वगय व टट सकइस रणनीित म अय समतिहओ को भी जाित की बराइय किखलाफ जागक करना शािमलथा

इसम अय क सामािजकऔर आिथ क िपछड़पन को भीसबोिधत िकया जाना शािमलथा मकनायक (उनका पहलापरचा जो 1920 म आया) जहाजागकता क इ पहओ को समिप त था वह बिहतिहतकािरणी सभा क ल औरउय िशा िदलान सित कासार करन आिथ क हालात मसधार लान तथा विचत वगकी िशकायत को ितिनिध दन स जड़ थ यह िवश सधारवादीएजडा था और इसम टकराव काकोई त मौजद नह था जाितउलन क िकसी ाितकारी

पह पर बात तो र रही यहतो महाड़ म आ िक व िहओ स सीध टकराव म आए महाड़ कअपन कड़व अनभव और ापकिह समाज का ितिनिध करन वाल गाधी क साथ अपन तजबन उ जाित का उलन िलखन को बा िकया िजसम व इसिनष पर पच िक जाितय कासधार सभव नह ह और इस जड़स ही उखाड़ना होगा यह िनष इस समझ पर आधािरत था िकजाितया िह धम का अिभअग ह िज इसक धम शा स माता िमली ई ह काय मक सदभ म इसका अथ यहआ िक जाित उलन क िलएिह धम की नव को ही खोदनापड़गा उन िह धम शा कोन करना पड़गा जो जाित कीिवचारधारा को अिभप करत हचिक उन इस काय को असभवमाना इसिलए इस काय म कीपिरणित िह धम क िनषध महो गई जसा िक उन खदअपन िलए चना यह ऐसा कहन क जस हो गया िक सामातःजाितय का उलन सभव नह हिक जाितय क भीतर िहओ क िहत िनिहत ह औरव कभी नह चाहग िक अपन धम शा को न होन द इसिलएजाित क िशकार लोग क िलएइकलौता िवक यही ह िक व

िह धम को छोड़ कर उसस बाहरिनकल आए

इसका िनिहताथ यह बनता थािक चिक जाित उलन काल ावहािरक नह िदखता हइसिलए जाित वा क िशकारलोग िह धम को िहओ क िलएही छोड़ कर इस शोषणकारी ढाच स बाहर आ जाए लिकन सवालउठता ह िक ा िह धम काबिहार कर क व जाित शोषणस म हो सक ग इस सवालका सामा जवाब नह म हयिद सार पीिड़त न िह धम कोछोड़ िदया तो िह समाज काढाचा ही ढह जाएगा और जाितवा अपन आप ही खतरम पड़ जाएगी लिकन इसकाअथ यह होगा िक िह शारीिरकप स उीड़न क िलए उपलनह हग और ऐसा िसफ िहधम छोड़न स नह होगा होसकता ह िक इसका अथ मानिसकगलामी स बाहर िनकल आना होलिकन काय ल पर शारीिरकप स अब भी उनक उीड़नकी ग जाइश बनी रहगी इसबाद की िित क िलए िकसीापना की आवयकता नहह यिद हम इितहास म दख तोिह धम स िनचली जाितय कोबाहर िनकालन क वण न मौजदह (उपमहाीप म गर-िहओ कीआबादी इसका सबत ह) लिकन

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 21

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 22: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

व अपनी िनयित स बाहर नहिनकल सक जाितया िसफ बचीही नह रह ग बि उसन अपन ज़हर स इन नए धािम क समदायको भी ज़हरीला बना डाला सरजगह पर दिलत क पलायन न भी उ जाित क कलक स मनह िकया ह जसा िह आबादीक बीच रहन वाल िक योरप औरअमिरका क वासी दिलत इसकीगवाही द सकत ह शायद िहजाितया दिलत क बगर जी हीनह सकती ह अीका जस दशम जहा दिलत उपल नह थउन अत को दिलत मानकरअपना काम चला िलया

इस का अथ यह िनकलताह िक जाित को गो की परपराक सदभ म या िकसी धािम कमाता क सदभ म नह समझाजा सकता ह जाित न इन सबकोइस तरह स समािहत िकया हिक यह जीन का एक तरीका बनचका ह यह लोग क जीवन-जगत का िहा ह िज अलगस नह पहचाना जा सकता यहीवजह ह िक अमीर दिलत भीखद को जाित क कलक स मनह कर सक ह (आबडकरवादीआदोलन स काफी पहल भी दशम अमीर दिलत क उदाहरणमौजद रह ह) जो तक िदया जाताह िक आिथ क समि का जाित स कोई लना-दना नह ह यह बत

अटपटा ह ऐसा ह भी और नहभी हः िकसी और अ कारकस कह ादा आिथ क समि काजाित स सबध ह लिकन यह बातपरी तरह सही नह ह जहा कहभी िहओ पर िनभ रता क सबधम दिलत बध नह ह वहा जािहरतौर पर व जाित उीड़न क ितउतन अरित नह ह िजतना उनजगह पर जहा दोन क बीचअतरिनभ रता का िरता ह इसकअलावा इस दश-काल म जोभी बदलाव ए ह उनकी जड़इितहास क राजनीितक आिथ कीस जड़कारक म खोजी जा सकतीह इसिलए यह बात कहना ठीकहोगा िक भौितक कारक जाित कमसल म िकसी अ कारक स ादा भावकारी ह लिकन यहीसब कछ नह ह जसा िक अीलभौितकवािदय का दावा रहता हइस इस तरह कह सकतह िक यिदआप भौितक कारक की उपाकरत ए गर-भौितक कारक परकाम करत ह तो आपकी नाकामीतय ह लिकन यिद आप िसफभौितक कारक पर काम करत हऔर गर-भौितक कारक को छोड़दत ह तो हो सकता ह िक आपकामयाब न हो पाए

बाबासाहब आबडकर काय मक र पर यह नह बता सकिक जाित का उलन कस होगा यह कहना िक उन

जाित क उलन की बात नहकी िहत का चाराबन जान जसा होगा उनकिवचार का मोल काय म यारणनीित क र पर उतना नहह िजतना उनकी ि म हरणनीितक तौर पर तो व िहधम शा म जाित को अवितकर और जाित क उलन कीअसभाता को मानन की िदशाम िदिमत रह लिकन यहकहना मख तापण होगा िक उन जाित क उलन की बात नहकी कई साल बाद जब भारतका सिवधान िलखत व उनकपास एक आिशक मौका आयातब भी व अपना इित नह करपाए िवरोध क अलावा उनकभीतर एक था िक ा जाितयको नकार कर अय क िलएिवशष सरा का एक आधारतयार िकया जाए या नह वावम य सरा कवच औपिनविशकसमय स ही चला आ रहा था औरइसक लाभाथ पहल स ही जड़ होचक थ जाितय को शासिनककोिट म छोड़त ए उ अब भीख िकया जा सकता ह लिकनऐसा नह होगा बि साधारीतबक क िलए एक महावरबाजीक चलत उ बचाए रखा जाएगातािक यह बहाना िदया जा सक िकव अ िपछड़ी जाितय क साथसामािजक ाय क हामी ह और

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 22

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 23: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

इन जाितय की पहचान जब औरतब उनकी मज पर ही होगीभारत क राजनीितक षडय कइितहास म यह साधारी तबककी सबस बड़ी चाल सािबत आह और जहा तक दिलत कासवाल ह यह एक ऐसा चाबकह िजसकी मार पर न तो दिलतबिजीिवय का ान गया ह औरन ही उनक नताओ का

अयता को गर-काननी करारिदए जान क बाद काफी तरीई ह खासकर लखनऊ पक बाद नामी-िगरामी िहओ की ओर स अय क बीचजागकता पर यही ितियाआई थी यह दरअसल भौितकप स कछ भी िहलाए-डलाएबगर अय की भावनाओ कोत करन की एक सािजश थीचिक अयता का ोत जाितयाह इसिलए जाित को ख िकएबगर अयता उलन काकोई मतलब नह रह जातावाव म यही आ ह आजअयता उलन क करीब 70साल बाद भी हाल क सवणम पता लगा ह िक 60-70फीसद स ादा गाव म अलग-अलग र पर अयता कोबरता जाता ह अयता कासवधािनक उलन बकार सािबतआ ह

ऐितहािसक प स भदभाव कािशकार रही जाितय का सघष माता क सघष म बदल जाताह और िफर अिनवाय प स यहपहचान की राजनीित म तीलहो जाता ह

चिक अयता काोत जाितया ह

इसिलए जाित को खिकए बगर अयता

उलन का कोईमतलब नह रह जातावाव म यही आ ह

आज अयताउलन क करीब 70साल बाद भी हाल क

सवण म पता लगा हिक 60-70 फीसद स

ादा गाव मअलग-अलग र परअयता को बरता

जाता हमधारा हमशा पहचान कीराजनीित को हवा दती ह िकवह शोषण क असल ढाच कोचनौती नह दती ह इतना हीनह यह उदारवाद क कीड़को बचाकर रखती ह तािकजनता स इकलाबी िवचार कोर रखा जा सक पहचान क

सहालय भारत म आज यहीवि राज कर रही ह न तोफल और न ही आबडकर न जाितगत पहचान की बात कीथी लिकन वगय अतिव रोध कीअवधारणा िनिम ित की िया मव लोग की जाितगत पहचान स नह बच सक फल का आशयपरजीवी वग क िखलाफ कामगारतबक क सघष स था लिकनव जाित क वच शाली महावर(श-अितश) स बच नह सकहालािक शितज और भािटजनाम क शय क िलए उनकीअिभि ादा वगय पकी ही थी यही बात आबडकरक िलए भी कही जा सकती हउन श को िय नहबि िवचार क तौर पर यानीपजीवाद और ाणवाद क पम गढ़त ए फल क िवचार कोसम िकया लिकन ऐसा करत व वभी अय जसी जाितगतपहचान स बच नह पाए हालािकउन यथासभव विचत वग कवकिक पद का इमाल िकयाजो वग की ओर इशारा करताथा इन जो स भद बतायाउस इनकी ाा करन वालन भला िदया विचत वग काापक मतलब अय समझिलया गया और सबस बरा तबआ जब अय न इस अपनीजाित समझ िलया इसी तरह

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 23

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 24

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 25

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 24: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

ाणवाद का मतलब ाण स लगा िलया गया बावजद इसकिक आबडकर न साफ तौर परजोर िदया था िक ाणवादकी वि दिलत म भी होसकती ह महावरबाजी की इसमजबरी स इतर आबडकर-फलक चलाए सशीकरण क सघष को अपहचानी अिताओ कसघष म तील कर िदया गयामसलन गोलमज सलन मअय क िलए अलग िनवा चनमडल क िलए सघष और इनकआरण क िलए उनक यासदरअसल इनक सशीकरण कापक सघष का अपिरहाय औरअिनवाय िहा थ

जाित क महावर क सहज योगन काफी नकसान िकया ह फलकी मौत क तरत बाद श न अितश स खद को अलग करिलया (कहत ह िक पण म जहाफल की शोकसभा चल रहीथी उसम अय को वशनह करन िदया गया था) वहआबडकर की अपनी जाित कोछोड़कर अ अय जाितयाउनस र ही रह (आबडकरक ादातर अनयायी उनकीमहार जाित और अ म महार जसी जाितय स हीरह) चनावी िया म इसाभािवक पहचान क वीकरणका इमाल साधारी वग न

िकया आबडकर न 1937 कचनाव क पहल ही समझ िलयाथा िक उ अपनी राजनीित कोवग आधािरत बनात ए ापकप दन की जरत ह औरउन इगलड का आइएलपीमॉडल अपनाया जबिक कासकी परी कोिशश रही िक अअय जाितय को आबडकरस र रखा जाए यह इितहासका तीकाक सबक कहा जासकता ह िक वग आधािरतराजनीित कर रह आबडकर कोादा सीट िमल (बॉ िसडसीक 1937 म ए चनाव म कल17 म स 14 सीट आबडकरको िमल िजनम 31 म स 11आरित थ और 4 सामा म स 3 थ) जबिक जाित की राजनीितकर रह आबडकर को बार-बारहारना पड़ा (1952 और 1954म राजनीितक प स अनजानइकाइय स आबडकर को हारनापड़ा) ि िमशन की िरपोटकी राजनीितक अपिरहाय ताओ क चलत उ आइएलपी कोभग करना पड़ा और उन एक सादाियक सी िदखन वालीपाट िशल का फडरशन(एससीएफ) गिठत की इसकसाथ ही उ वाइसरॉय ककाय पिरषद म लबर मर क पम िलया और उन िमक किलए बत योगदान िदया

भल एससीएफ का गठनअनसिचत जाितय को लाभपचान क िलए िकया गया थाइसन अपन पव वत वगय झकावक कारण ऐसा नह िकया इसन सबस यादगार दावज जोतयार िकया वह था एडमाइनिरटीज़ िजस आबडकरन िलखा यह सिवधान सभाक िलए एक ममोरडम जसा थािजसम भारत क सिवधान ाराराजकीय समाजवाद अपनान कीबात कही गई थी इसक बादस आबडकर को मन कीभिमका म दखा जान लगा िजनककध पर सिवधान तयार करन की महती िजदारी थी औरिजन कानन मी रहत एिह कोड िबल म मिहलाओ कअिधकार क प म कड़ा खिलया बाद म उन एक नितकसिहता क तौर पर बौ धम कोअपना िलया जो मि समताऔर बध का सदश दता थाऔर ाणवाद की एक सशकाट ह उन िरपिकन पाटऑफ इिडया (आरपीआइ) कगठन की नव डाली िजसम सारगर- कासी और गर-वामपथीत को एक छत क नीच आनाथा जो िक इस ससदीय लोकतम मख िवपी पाट बननी थीउनकी समची िजदगी म हम जाितक ित नफरत और मन क

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 25: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सशीकरण की िवचारधारा कीतलाश िदखती ह एक करउदारपथी होन क नात उमा स वाद क ाित क काय मपर आपिया थ हालािक उसमिनिहत मानवता क सशीकरणक ल को उन ीकार िकयाथा

आबडकर क िवचार की सताको उनक अनयाियय न भलािदया िजन उनकी मौतक तरत बाद उ जाित-पहचान क एक ऐस आइकनक तौर पर ितित कर डालािजसम सशीकरण का उनकासाव भौिमक नजिरया ही गायबकर िदया गया कछ उबोिधस कहन लग तो कछ न उ मा स वाद िवरोधी ठहरािदया कछ न उ ससदीयलोकत का सबस बड़ा नायकठहराया तो कछ और लोग उऐसा िवचारधाराहीन अवसरवादीकरार दन लग िजसन अपन समदाय क िहत का िसफ इसिलएखयाल रखा तािक उस सा तकपचाया जा सक आबडकरकी इा का सान करत एउनक अनयाियय न 3 अबर1957 को नागपर म एससीएफक एक सलन म आरपीआइका गठन तो कर िदया लिकनपाट म गर-दिलत को शािमलकरन का कोई यास नह िकया

गया यह बस एससीएफ पर एकनया नाम चा कर दन जसाथा जबिक पाट की अतव पव वत कछ जाित िवशष कामजमा ही बनी रही आबडकरन आरपीआइ क बार म अपनीयोजना जािहर करत ए कहा थािक यह एक िवचारधारा िनरपपाट होगी जो तकपण औरआधिनक ि क साथ भारतीयजनता की आिथ क सामािजकसाितक और नितक गित किलए काम करगी इसी िदशा म30 िसतर 1956 को एससीएफभग कर क आरपीआइ बनान काएक फसला िलया गया िकसीिवचारधाराक आलन कअभाव म खद आबडकर कोआरपीआइ का तीक मान िलयागया और पाट क नताओ कीिजतनी समझ रही उतना उन इस सकीण बना डाला आबडकरक िवराट नत म पाट नताओ क बीच की मनी सतह क नीच रही लिकन उनक िनधन क तरतबाद यह उभर कर सामन आ गई

पहल ही िदन स आरपीआइ एकटटा आ कनबा था िविभनताओ न अलग-अलग िदशाओ म खचतान श कर दीइस दौरान दश की राजनीितकअथ वा म कई िवशालबदलाव ए इसी दशक मनह की सरकार न पचवषय

योजनाओ का आरभ करत एअपन समाजवादी झान कापिरचय िदया नप-तल तरीक स भिम सधार को अजाम िदयाहिरत ाित क नाम स पजीवादीकिष ौोिगकी का वश करायाऔर यह सब इसिलए तािकअथ वा पर रा का िनयणािपत हो सक तथा ादाआबादी वाल श क बीच स धनीिकसान का एक वग पदा कर किवशाल ामीण म रा काराजनीितक िनयण कायम िकयाजा सक इसक पिरणामपपजीवादी सबध की जो बाढ़ आईउसम दिलत आबादी ामीणसवहारा म तील होकर रहगई और पारपिरक जजमानीवा म िमली सरा स महम हो गई नए उादनसबध ज ही वतन-भ परहोन वाल सघष म तील होन लग िजसन एक नए िक कजाितगत उीड़न को ज िदयािजसका पहला उदाहरण हमिदसबर 1968 म तिमलनाड किकणमिण म दखन को िमलताह सरी ओर ामीण धनी वग की बढ़ती आकााओ क साथपारपिरक िज और श क बीचराजनीितक समीकरण बदलन श हो गए श न उ जाित किहओ स सा की लगाम अपन हाथ म लनी श कर दी जसा

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 26: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िक औपिनविशक दौर म आ थापजीवादी बन चक धनी िकसानक वग न अपन जाित सबध काइमाल करत ए इस श उभारपर अकश लगाया और दिलत वगर-दिलत क बीच एक वग सशिवभाजन करत ए जाितय काऔर ादा सामाीकरण करिदया

उस व कास का जनाधारदिलत आिदवािसय औरधािम क असक स िमलकरबना था इस सरचना म सबस ादा आबादी वाल दिलतक आबडकरवादी बन जान कअलगाववादी झान को कासन अपन िलए खतरा मानाऔर उसन उ अपन पालम करन क िलए एक रणनीितबनाई िजसका पहला योगआबडकरवादी आदोलन क गढ़स िनकल धनी िकसान क नएवग क ितिनिध और महाराक ममी यशवतराव चाणन िकया उन आरपीआइ कअ दादासाहब गायकवाड़ कोकास क साथ चनावी गठजोड़करन क िलए राजी कर िलयाइस गठजोड़ न सर क िलएसाधारी तबक क करीब आन का राा खोल िदया िजसकचलत आरपीआइ कई िह मबट गई िपछल दो दशक मपजीवाद क िण म काल का अब

अत हो चका था और यह वाविक र पर एक सकट स गजर रही थी इस पभिम मदिलत पथस का आरपीआइ कराजनीितक पतन की ितियाक प म उभार आ िजसन साधारी तबक क िलए खतरकी घटी बजा दी लिकन जही यह भी आरपीआइ की हीतरह साधािरय की ितकड़मका िशकार हो गया आरपीआइकी िवफलता की ितिया मएक और उभार बामसफ काआ िजसन आरण क लाभाथएससी और एसटी की भारीआबादी का लाभ उठात ए15 फीसद िज जाितय ककम चािरय क िखलाफ एससीएसटी बीसी और असकसमदाय स िशित कमचािरयका एक ापक गठजोड़ बनायासरकारी कम चािरय क इसी तबकस आन वाल काशीराम न खद यहपहल की और इस डीएस4 (दिलतशोिषत समाज सघष सिमित)नाम क एक आामक सगठन म1981 म तील कर िदया औरबाद म 1984 म बजन समाजपाट नाम की राजनीितक पाटक प म पिरवित त कर िदया

काशीराम अपनी इस राजनीितकरणनीित म कामयाब रह औरउर दश म उन राजनीितकसा पर का कर िलया

जहा पहल स ही मौजद दिलतराजनीित क िविश इितहास औरदिलत की आबादी न उ एकउवर जमीन महया कराई थीदिलत को क म रखत एराजनीितक सा क आवरणम बसपा न बड़ी आसानी स अपन पर पसार और समकालीनराजनीितक पिरय म अपन िलए जगह बना ली बसपा न नप स पहचान की राजनीित कीऔर अपिरहाय प स साधारीतबक की पाट म तील होगई इसन दिलत क मवग म यह आिवास पदा िकयािक उनक बीच की एक मिहलाकावर राजनताओ क बीच चमकरही ह लिकन दिलत आबादी कोइसन िकसी भी प म कोई मददनह की िसवाय इसक िक साम होन का एक कािनक सखउनक पास बना रहा वगतप स दख तो अपन पिरयम व सर वग क बर खद कोऔर ादा कमजोर िित म पान लग िजसक चलत एक कािनकराजनीितक सरा कवच क िलएही सही उ खद को बसपा कसाथ सब िकए रहन की एकबाता बन गई इसी आबादीकी ताकत स बसपा न िसफ सापान क िलए काम िकया औरइस म म जाितय क उलनक आबडकरवादी एजड का ही

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 26

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उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 27: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

उलन कर डाला तथा िवशालारक क नाम पर आबडकर कअनयाियय को बस मख बनातीरही

गाव म कास का पदा िकयाधनी िकसान का वग उसी किलए खतरा बन गया इसकीराजनीितक महाकााए इतनीबढ़ ग िक इसन पाट ढाच मअहम जगह कानी श कर दऔर अपनी ीय पािटया इसवग न खड़ी कर ल इन ीयदल न कास क एकािधकारम सध लगा दी और गठबधनराजनीित क दौर का आरभ िकयाजहा मौजदा चनावी णाली ममी भर वोट भी अी कीमतदन वाल सािबत होन लग इसतरह चनावी राजनीित लगातारितध होती गई और इसमजाितय और अ पहचान कीअहिमयत बढ़ती ही गई िपछड़ीजाितय को आरण िदलवान का पराना औजार जो िक 1953म कलकर आयोग और 1980म बन मडल आयोग क बादस ज़ग खा रहा था उस वीपीिसह न 1989 म मडल कीिसफािरश क साथ चमका िदयाऔर इस तरीक स समाज म जाितक कीड़ खलआम छोड़ िदएआरण राजनीितक दल क हाथम औजार की तरह हो गयािजसका उन अपन राजनीितक

समीकरण क प म परी बशम कसाथ इमाल िकया

सोिवयत सघ क पतनऔर पिरणामपवग की राजनीित स

मोहभग क बाद िनयाभर म पहचान की

राजनीित का दोबाराउभार आ हनवउदारवादी

भमडलीकरण ारा पदाकी गई असरा औरअिरता क चलत ही

लोग अपनी-अपनीपहचान म पनाह लन

को बा ए हिवरोधाभास दिखए िक यह सबनवउदारवादी भमडलीकरण कदौर म हो रहा था जो जही सरकारी म आरण कीजमीन को खाकर इस सब कोिनरथ क सािबत करन वाला था1997 स 2007 क दशक मसरकारी नौकिरय का आधारवाव म िघस गया और 187लाख सरकारी कम चािरय कीसा कम होकर 180 लाखपर आ गई जो िक 1997 मही आरण क अत का सकतद रही थी लिकन राजनीितक

पािटया इस कड़वी हकीकत स आख फर क सभव जाित औरसमदाय क िलए आरण की मागउठात ए लगातार लोग को मख बनाती रह िजनम एक मायावतीक ाण भी रह

सोिवयत सघ क पतन औरपिरणामप वग की राजनीितस मोहभग क बाद िनया भर मपहचान की राजनीित का दोबाराउभार आ ह नवउदारवादीभमडलीकरण ारा पदा की गईअसरा और अिरता क चलतही लोग अपनी-अपनी पहचानम पनाह लन को बा एह अकादिमक िवान न साकी राह पर चलत ए पहचानकी राजनीित को अपन उर-आधिनक िवमश स और हवादी ह वाव म अब तो उनकबीच पहचान की राजनीित कोलोकतीकरण क एक महानकारक क प म पश करन काचलन बन चका ह मसलनयह कहा जा रहा ह िक जाितभाषा और धम जसी िविभपहचान पर आधािरत माताकी राजनीित ातोर भारतम लोकतािक सघष का एकिनणा यक कारक रही ह हमारयहा ऐसी तमाम पहचान रही हऔर उनका कल पिरणाम जनतापर साधारी तबक क बढ़त िशकज क ही प म दखा जा

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 27

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

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िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 28: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

सकता ह पहचान की राजनीितजनता को सश नह करसकती िक यह अिनवाय तःसशीकरण की धरी क पारजाकर खद म िवभाजनकारीबनी रहती ह यह जाित नजातीयता लिगकता यौिनकताइािद पहचान क िखलाफचल रह अि क सघष कीअहिमयत को कम करक आकनानह ह लिकन ऐसा नह होनाचािहए िक य सघष उस वग -सघष क ऊपर हावी हो जाए जोिक साव भौिमक ह और इसीिलएवाव म सशीकरण करता ह

य तो ई पहचान क बार मसामा बात लिकन जाित जोिक ऐसी पहचान क साथ ह-फ जड़ी रहती ह उसकीकछ िविशताए भी ह जो िकजाित आधािरत राजनीित को औरादा अमा ठहराती ह जाितअतिन िहत तौर पर अनम कीदरकार रखती ह जस िक एकअमीबा होता ह जो अनत बारिवभािजत होता ह और इसीिलएवह िकसी बदलावकारी सघष काआधार नह बन सकता जाितिकसी दबाव क तहत एकजटताका म पदा करती ह लिकन जस ही दबाव र होता ह वह टट जातीह आबडकरवादी आदोलन कचरम दौर म महार जाित कीसभी उपजाितया एकजट बनी

रह और सब खद को दिलतक नाम स पहचानती थ लिकनजस ही आदोलन की गमछटी उपजाितया अपनी-अपनीपहचान को लकर उभर आ औरउन आदोलन को कमजोरकर िदया यह कहा जाता हिक इ म स एक उपजाित न आबडकरवादी आदोलन क गढ़नागपर म अपन नाम का एक बोडलगा रखा था जाित की पहचान िहत को परा कर सकतीह और वाव म वह ऐसा करतीभी ह लिकन यह कभी भी िकसीाितकारी पिरवत न क सघष ममददगार नह हो सकती इससदभ म िसफ एक ही ि सटीकबठती ह और वह ह जाित कउलन का आडकर का िदयागया नारा

आज पहचान की राजनीित न सशीकरण क एजड को हािशयपर धकल िदया ह हर कहअपन-अपन नायक व तीक कसाथ जाितय का दोबारा उभारआ ह और उन अभतपव तरीक स अपनी पहचान कसाव जिनक दशन िकए ह एकजाित को क म रखकर कामयाबई बसपा और सपा न इसपिरघटना को ताकत दी हिवरोधाभास यह ह िक आबडकरक साथ खद को जोड़ कर बतान वाल दिलत ही अपनी पहचान

का दशन करन की कतार मसबस आग ह और यह पहचानदिलत क तौर पर नह ह बिमलिनवासी या और बरा कहतो माला मािडगा पासी औरअ पहचान ह पजीवाद जसीआधिनक वाओ तक कऊपर पहचान को चा कर िदयागया ह (दिलत पजीवाद) िजसस जाित गौरव को उकसाया जा सकऔर रा स कछ लाभ िलए जासक जाित का गौरव यथाथ कित लोग को अधा कर दता हइस अध जाित समथ न क नीच मलायम िसह या मायावती जस लोग कोई भी ितकड़म कर सकतह इस तरह पहचान की राजनीितजनता को अचत कर दती ह औरइनक नताओ को कछ भी करन कीखली ट द दती ह

इन पहचान को हवा दन कासबस बड़ा औजार आरण रहाह इस िबना िकसी सदह कसामािजक ाय क औजार कतौर पर सराहा जाता रहा हिजसम इस त की उपा कीजाती रही ह िक यह अिनवाय तौर पर समानता क िसात काअितमण करक समाज म एकायी असतोष पदा कर दताह इसीिलए इसका ायसगततरीक स िकए जान की दरकारहोती ह औपिनविशक दौर मपरान अय क प म आरण

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 28

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

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10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 29: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

की वा इस अवधारणा काएक ायसगत इमाल थाइसम कोई शक नह िक अयलोग िनया म एक अितीय वग थ िजनकी पहचान िबल थी इस बात पर कोई दो रायहो ही नह सकती िक एक मवा म उनक िखलाफ जमासामािजक पवा ह कभी भी उउनका हक नह िदला पाताइसीिलए सामा लाभ का एकिहा उनक िलए आरित करन म रा की इस ताकत को एकायपण उपाय क प म दखागया ह लिकन इस कसौटी कोएक िपछड़ दश म िपछड़पन कीणी तक लाकर कमजोर करिदया जाना िनित तौर पर गलतऔर हािनकारक था

दिलत क िलए जहा आरणायसगत था वह िजस आधारपर इस ािपत िकया गयाऔर िजस तरीक स इस लागिकया गया इसम भी गलतीहो सकती थी आरण िसफदिलत क िपछड़पन को र करन क िलए नह था बि वहभारतीय समाज म अतिन िहतअाय क िखलाफ एक औजारथा यह दिलत की कमजोरीको नह बि समाज कीकमजोरी को र करन कीदवा था समची सामािजकसरचना को ही िसर क बल खड़ा

करक उसकी तमाम बराइय-जस लाभािथ य को कलिकतिकया जाना उनम हीनभावनापदा िकया जाना उनक भीतरदड़बाकरण (घटोआइज़शन) कीवि का सार िकया जानाापक समाज को उनक िखलाफअसत िकया जाना और इनकीसभािवत िनरतरता- स मि पाईजा सकती थी तथा हर िकसीको जाित क उलन की िदशाम उिरत िकया जा सकताथा यिद ापक समाज को उसव यह अहसास हो गया होतािक इस कड़ी दवा को पचानाइतना आसान नह ह तो उसन यथाशी अपना इलाज करन कायास िकया होता और यहा तकिक दिलत न भी आरण क ऊपरउस िित को ाथिमकता दीहोती इसस कह ादा अहमयह ह िक यिद ऐसा होता तोउसन आरण की नीित को सरसमदाय तक िवािरत िकएजान की खराफात की ग जाइशही नह छोड़ी होती और लोगकी आकााओ को परा करन किलए रा एक जनपीय िवकासनीित को अपनान क िलए बाहो जाता

आज तक इस िववादाद नीितका कभी भी कोई तट माकननह आ ह यह मानकर चलाजाता ह िक िजनक िलए यनीितया

बनाई गई ह उन समदाय कोय लाभ पचाती ह साितकतौर पर चिक दिलत आबादी कएक िह तक ही यह सीिमतह इसिलए इस उस व मौजदअसमानताओ को बनाए रखन क िलए ही लाग िकया गयाथा पना प म सशोिधतराजनीितक आरण ितउादकरह ह चिक उन न िसफत दिलत ितिनिध कीसभावना का सफाया िकया बिउनक िहत की दलाली कोभी बढ़ावा िदया आबडकर कोइसका अदाजा हो गया था और वदस साल क बाद आरण का अतचाहत थ लिकन यह अविध खहोन स पहल ही उस िवािरतकर िदया गया जबिक िकसी न इसकी माग भी नह की थी उिशा सान म आरण बशककाफी उपयोगी रहा ह चिक वहाइसकी जरत थी और इस हटाएजान पर व अासिगक हो सकतह आरण स कह ादा फीसम िरयायत और वजीफा आिदलाभ उन छा क िलए फायदमदरह ह िजनक पास िशा हािसलकरन क िवीय ससाधन नह थसरकारी नौकिरय म आरण न दिलत को लाभ िदया ह इसनीित न कल िमलाकर एक छोटासा दिलत मवग रच िदया हजो िक कल दिलत आबादी क

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 29

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

10 फीसदी स भी कम होगानीित इसी मवग क प म हऔर यह लगातार आरण कबच-खच लाभ पर एकािधकारकायम करती जा रही ह िजसस लाभािथ य का दायरा सकिचतहोता जा रहा ह इस सकिचतदायर स आईआईटी आईआईएमऔर अ सान को एससीएसटी छा की आपित लगातारकम होती जा रही ह िजसककारण कई आरित सीट नह भरपात यह त इस पिरघटना कामाण ह नकाराक प दखतो आरण न दिलत क बीचवग िवभाजन कर िदया ह िजसमऊपर की ओर जाता तबका अपन वगय िहत म 90 फीसद दिलतक एजड को हड़प चका ह उसन दिलत पर भारी मनोवािनक वराजनीितक बोझ भी डाल िदयाह

भारत म जो सवधािनक शासनका मॉडल ीकार िकया गया हउस बज आ लोकत कहत हयह भीतर स ही बज आ क िहतकी सवा करन की ओर व हजो िक जनता क बधन का एकउपकरण ह इस िया म जनताको लाभ तो िमलता ह लिकनऐसा िवश पजीवादी रणनीितक तौर पर ही होता ह िजसमसर क मकाबल अपन मजरको बहतर भा िदया जाता ह

तािक लब समय तक अपनामनाफा बना रह इसक साथ हीमािलक मजर म िवभाजन भीपदा करता ह तािक उनक भीतरसामिहक मोलभाव की ताकतपदा न हो सक बज आ लोकतऐस ही काम करता ह भारतम यह मॉडल बधन की इसरणनीित क पार जाता ह औरइस अपनी सामती िवरासत काइमाल करत ए िनचल वग किखलाफ होन म कोई िदत नहआती िजस तरीक स नीितयको बज आजी क प म धोख स इमाल िकया ह (आनपाितकितिनिध क बजाय फ ट पािद पो णाली को अपनानापचवषय योजनाओ क िलए बॉान को अपनाना जो और ादाबाटन क उय स जान पड़ताह भिम िवतरण म असमानताको कम करन क नाम पर नपा-तला भिम सधार लाग करना औरहिरत ाित की पजीवादी रणनीितको अपनाना तािक लोग की भखख की जा सक) िजस तरीकस सिवधान क माम स इसन लोग को सपना िदखाया औरिजस तरीक स इसन जनता कितरोध को कचल िदया यहइसकी सामती कित को िदखाताह इसन बशक जाितय को बनाएरखन और पहचान की राजनीितको हवा दन का षडय िकया

ह जािहर तौर पर नवउदारवादीनीितय न बज आ लोकत कीतमाम चिलत बराइय को बड़पमान पर बढ़ा िदया ह

िपछल छह दशक क दौरान हमजाित उलन क आबडकर कसपन को परा कर पान म निसफ नाकाम रह ह बि उससपन स हम कोस र भी चलआए ह आबडकर क तथाकिथतिश ही इस सपन को दफनान म सबस आग रह ह िजन अपनी-अपनी पहचान क झडउसकी क पर गाढ़ िदए ह ऊचीजाितय को तो अपन जाितगतलाभ बचाए रखन म िदलचीहो सकती ह लिकन िनचलीजाितय को ा स अपनीकलिकत पहचान ओढ़ रखन मा िदलची हो सकती हजाित उलन की आबडकरवादीि अकल िनचली जाितय कीबहतरी क िलए नह इमाल कीजानी थी बि यह अिनवाय तःसमची भारतीय जनता क िलएबनी थी जाित महज भदभाव याउीड़न का मामला नह ह यहएक ऐसा वायरस ह जो समच राको अपनी जकड़ म बाध ए हभारत की हर बराई और लगातारउसक िपछड़पन क पीछ मकारक यही वायरस ह इस एकाित स रचन करक ही शरीरस िनकाला जा सकता ह कोई

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 30

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

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  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
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जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

भी ऊपरी सधार इस वायरस कोनह हटा सकता बि एक सपण लोकतािक ाित ही जम एवग को उनकी जगह स खकरगी और भारत क समाजवादीभिव का राा श करगीाित समथ क ताकत को यहबात परी तरह अपन भीतर बठालन की जरत ह िक जब तकदिलत उनक साथ नह आएग तबतक ाित का उनका सपना परानह हो पाएगा इसी तरह जाितिवरोधी दिलत क िलए ानदन वाली बात यह ह िक जबतक उनक वग क लोग उनकीताकत नह बनात तब तक जाितउलन का सपना परा नह होसकता इसस यह बात िनकलतीह िक इन दोन खम को अपनीऐितहािसक गलितया और भल करन क िलए एक समानसरोकार क इद -िगद साथ आकररणनीित बनानी होगी

दिलत क िलए यह समझनारणनीितक अपिरहाय ता ह िकजाित िसफ साितक या धािम कमसला नह ह बि यह जीवनक हर पह क साथ ग थी ईह अिधकतर दिलत या तो खतमजर क प म या िफर शहरीअनौपचािरक म कामगारक प म मिकल स अपनापट भर पा रह ह उनका दिलतहोना उनकी आिथ क िित क

साथ उलझा आ ह उनक ऊपरहोन वाल उीड़न स यह बातआसानी स समझी जा सकतीह जो उ आतिकत कर घटन टक दन क िलए िववश करतीह कई मामल म यह समप णदरअसल उ जाितय क वच म आिथ क और राजनीितक लाभको सिनित करता ह हालािकवच की ऐसी कारवाइया उसीधम क लोग ारा की जाती हजो दिलत उीिड़त क वग स ही आत ह ऐस उीड़न इसिलएसभव हो पात ह िक दिलतिवीय प स कमजोर होत हआिथ क प स िनभ र नितकप स खोखल और अपन वग स अस होत ह इसीिलएआरण की दवा उ आिथ कप स आिनभ र बनान क िलएदी गई ह तािक अपनी आजीिवकाक साधन पर उनका िनयणहो सक और व िकसी भी तरहक अाय का ितकार करन म नितक प स मजबत बनसक व उ जाितय क लोग कसाथ वगय एकजटता कायम करसक इसका िनदान वहािरकतौर पर वही ह जो बाबासाहबआबडकर न 1936 म अपन िस लख मि कौन पथ मत िकया था िजसम उन इस आदोलन क लोग क धमातणका तक महया कराया था पहला

कदम उ जमीन िदलवानागणवापण िशा िदलवाना औरा सवाए महया करवानाहोगा सरा सघष म आाकी वचिरकता बहाली का होगाऔर तीसरा अ जाितय कसाथ वगय एकजटता कायमकरना होगा काय म क र परिवचारधाराक तयारी और वग एकजटता को पहल होना होगातािक सशीकरण क साधन किलए सघष को भावी तौर स चलाया जा सक

ऐसा वग िवरोधी और जाितिवरोधी आदोलन को दोबारागढ़न स ही सभव होगा एकतरफ दिलत आदोलन को जाितक मसल पर सघष करत एखद को वग की लाइन पर लानाहोगा तो सरी ओर वाम आदोलनको इस तरह स िनदिशत िकयाजाना होगा िक वह जाित क यथाथ को पहचान सक और सघष रतदिलत क साथ एकजटता कायमकरन की जरत को महसस करसक यह पहल हालािक वामआदोलन की ओर स ही परवचािरक सक क साथ की जानीहोगी जो उसकी ओर स अब तकबकाया ह तथा इस म म खद कोसही मानन की अपनी वि कोउस छोड़ना होगा जसा िक मन अपनी पक एटी इीिरयिलएड एिनिहलशन ऑफ का म

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 31

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

िलखा था एक बार इस िया कीशआत हो गई तो यह एक ऐस िसलिसल म तील हो जाएगीिजसका अत बतीित भारतीयाित म ही होगा मझ कोई और

िवक नह िदखाई दता

(सौज junputhcom यहलख समयातर पिका किलए िलखा था िजसका अनवाद

अिभषक ीवा तव न िकया हयह समयातर क फरवरी अक मकािशत ह )

आशा पिरवार िरपोटआशा पिरवार ारा बाढ़ राहत म िजलासीतापर क ाम सभा गोलोक कोडर िवकासखड रऊसा म 242 पिरवार को 20 अबर2013 को कपड का िवतरण िकया गया

ा िरपोटजलाई 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-760 02 तीमन उ 2 वष पी जमानत अलीइाइलगज बखार खासी द-50 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-208 04 जनद उ 7 वष प शकील अहमद बगागल म िगी-12 05 राजकमार उ 21 वष प हिर लालबगा कान म छद व दद -116 06 बबी मिरयम उ 3 वष 6 महीन पी मोइरफान बगा बखार सजन-585 07 अनीस उ 40 वष प अली अहमदबगा मानिसक बीमारी-1265 08 सनीता उ 35 वष पी सनील मिडयावपट का आपरशन-505 09 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-329 0राज मिरयम किलमन आिद क इलाज हत जलाई माह म इिरा नगर स मिडकलकालज तक आन जान का खच -408 0जलाई माह म कल खच 4238 0 आशासा ारा वहन िकया गया

अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

  • मॉनसटो बढता वशविक परतिरोध - डारियो अराडा
  • मजफफरनगर जनसनवाई रोक कर सपा सरकार न अपना मसलिम विरोधी चहरा उजागर किया - रिहाई मच
  • लोह क सरदार और सरदार सरोवर - विमल भाई
  • सचिन को आदरश सवीकार करन की मजबरी - सदीप पाणडय
  • उततराखणड म दसरी आपदा नही होन दग - माट जनसघठन
  • जाति का उनमलन कल आज और कल - आनद तलतमबड़
Page 32: Sacchi Mucchi, November 2013

जाित का उलन कल आज और कल - आनद तलतड़

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अग 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-4894 02 फौजदार उ 26 वष प रािजत रामबहराइच एीट कोमा म-307 03 चादनी उ 11 वष पी शकील अहमदबगा गदा रोग-155 04 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-700सनीता मज अजली िदनश मी दवी सधािमा माही आिद क इलाज हत अग माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -600 0अग माह म कल खच 6656 0 आशासा ारा वहन िकया गयािसतर 20131 आयशा उ 30 वष पी मो इशफ(िवकलाग) बगा आत का क सर आपरशन-260 02 आसमीन उ 4 वष पी मो शीरइाइलगज बखार-243 िवशाल 12 वष प अवधश वाीिकइाइलगज मानिसक रोग-1944 मो0 ईशा 50 वष प ईाइल बगाफफड़ म टीवी व गदा म पथरी-1000सशील सािवी सिफना ीराम कलामआशीष ितवारी वण कमार ईर छोटअजय आिद क इलाज हत िसतर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन

जान का खच -444 0िसतर माह म कल खच 1922 0 आशासा ारा वहन िकया गयाअबर 20131 इशरत जहा उ 33 वष पी इीशइाइलगज बखार खन की कमी पट मपथरी-800 02 रशम दीित वण कमार सशीलादवी फौजदार काली चरण कमरान िवनोदकमार अजय ाची रीता मौसमी ानशिमा आिद क इलाज हत अबर माह मइिरा नगर स मिडकल कालज तक आन जान का खच -288 0अबर माह म कल खच 1088 0 आशासा ारा वहन िकया गयानवर 20131 राल गौतम 2 वष प जगदीश सीतापरआत का छोटा आपरशन-1629 02 राजाराम गौतम 22 वष प हरीरामसीतापर िसर म दद -1223 िवशाल उ 10 वष प अवधशइाइलगज मानिसक रोग-5734 मो सन सोमी शी कदार िमाशकील अहमद सनीता िवज कमारउ फाितमा रमश हिरओम रीता गीतामड़ीलाल आिद क इलाज हत नवर माहम इिरा नगर स मिडकल कालज तथाबलरामपर अताल तक आन जान का खच -726 0नवर माह म कल खच 3050 0 आशासा ारा वहन िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 नव बर 2013प 32

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